नयी दिल्ली, 27 मार्च, ओलंपिक रजत विजेता पीवी सिंधू इंडिया ओपन सुपर सीरीज बैडमिंटन टूर्नामेंट में हमवतन सायना नेहवाल के साथ संभावित क्वार्टरफाइनल भिड़ंत को ज्यादा महत्व नहीं दे रही हैं और उनका ध्यान टूर्नामेंट के अपने पहले मैच पर लगा हुआ है। सिंधू ने सोमवार को पांच साल के लिये पैनासोनिक बैटरीज का ब्रांड एंबेसेडर नियुक्त किये जाने के बाद संवाददाताओं से कहा,“ मेरा हमेशा एक समय पर एक ही मैच पर ध्यान रहता है। मेरा इंडिया आेपन में पहला मुकाबला सिंगापुर की खिलाड़ी के साथ है और मैं फिलहाल उसी पर अपना ध्यान केंद्रित कर रही हूं।” रियो ओलंपिक की रजत विजेता से यह पूछा गया था कि क्या वह सायना के खिलाफ संभावित क्वार्टरफाइनल को लेकर कोई दबाव तो महसूस नहीं कर रही हैं, उन्होंने कहा,“ मैं अपना पहला मैच सिंगापुर की खिलाड़ी से खेलने के बाद ही दूसरे राउंड और फिर क्वार्टरफाइनल मैच पर अपना ध्यान लगाऊंगी।” 21 वर्षीय सिंधू ने साथ ही कहा,“ मेरा ध्यान सिर्फ अपने खेल पर रहता है। ओलंपिक पदक के बाद मेरे लिये बहुत कुछ बदला है। लेकिन मैं अपने खेल पर ही केंद्रित रहती हूं। दूसरे क्या सोचते हैं, मेरा उसपर ध्यान नहीं जाता क्योंकि इस बारे में सोचने से आपकी एकाग्रता पर असर पड़ता है।”
>यह पूछने पर कि क्या सायना उनकी दोस्त है और क्या उन्होंने रियो ओलंपिक के बाद उन्हें बधाई दी थी, सिंधू ने हंसते हुये कहा,“ ओलंपिक के समय मेरे पास मोबाइल फाेन नहीं था इसलिये मुझे यह अंदाजा नहीं कि उन्होंने मुझे कब बधाई दी थी। वह मेरी दोस्त हैं और उन्होंने मुझे ओलंपिक पदक के लिये बधाई दी थी।” सिंधू ने कहा कि ऊर्जा और कड़ी मेहनत उन्हें खेल में आगे बढ़ने में लगातार मदद करते हैं। उन्होंने कहा,“ मैं अपने पदक के लिये अपने माता-पिता और कोच की शुक्रगुजार हूं। यह एक दो साल नहीं बल्कि 12 साल की कड़ी मेहनत का परिणाम था क्योंकि मैंने आठ साल की उम्र से बैडमिंटन खेलना शुरु किया था।” भारतीय स्टार ने बैडमिंटन में चीनी दबदबे को खारिज करते हुये कहा,“ चीन की दीवार पहले ही टूट चुकी है। हाल के परिणाम देखें तो भारतीय खिलाड़ियों ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चीन के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन किया है आैर लगातार अच्छा कर रहे हैं।”