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चेनानी-नाशरी सुरंग राजनीतिक पहल का विकल्प नहीं : डॉ अब्दुल्ला

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श्रीनगर, 02 अप्रैल, जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और विपक्षी नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के अध्यक्ष डॉ. फारुख अब्दुल्ला ने आज कहा कि चेनानी-नाशरी सुरंग कश्मीर मुद्दे को हल करने के लिए एक राजनीतिक पहल का विकल्प नहीं है। डॉ अब्दुल्ला ने कहा कि सुरंग को राजनीतिक पहल के विकल्प के रूप में चित्रित किया जा रहा है जबकि इस तरह के प्रयास कश्मीर में राजनीतिक मुद्दे को कालीन के नीचे ब्रश करने की ओर संकेत करता है। पिछले संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के कार्यकाल के दौरान सुरंग की शुरूआत हुई थी और इसके पूरा हो जाने का स्वागत करते हुए डॉ. अब्दुल्ला ने कहा कि आर्थिक विकास और बुनियादी ढांचा विकास आवश्यक है, लेकिन यह तब तक पूरा नहीं होगा जब तक कश्मीर की जनता की भावनाओं के अनुरूप दीर्घकालिक राजनीतिक मुद्दे को हल करने की राजनीतिक पहल नहीं की जायेगी। डॉ अब्दुल्ला ने कहा. “हमने हमेशा कहा है कि आर्थिक पैकेज और बुनियादी ढांचा नयी दिल्ली और इस्लामाबाद तथा नयी दिल्ली एवं कश्मीर के हितधारकों के बीच बातचीत का विकल्प नहीं हो सकता।” डॉ अब्दुल्ला ने कहा कि प्रदर्शनकारियों पर हाल ही में घातक बल का इस्तेमाल किया गया था जो कि एक खतरनाक और दुखद प्रवृत्ति है जबकि पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) इसी के खिलाफ बयानबाजी और वादे के साथ सत्ता में आयी थी। उन्हाेंने कहा, “ कुछ दिनों पहले चदूरा में जो कुछ हुआ, वह एक अलग घटना नहीं थी, लेकिन पिछले कई महीनों से हमने जो कुछ देखा है, उसमें निरंतर बढ़ोतरी हुई है। सरकार युवाओं तक पहुंचने और उनकी चिंता तथा असंतोष को समझने के बजाय उन पर अत्याचार और दमन कर रही है।”


सांस्कृतिक विरासत देश की पहचान, गुरुदेव ने कला संस्कृति को विश्व में पहुंचाया : प्रणव

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रांची 02 अप्रैल, राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने भारत की सांस्कृतिक विरासत को देश की पहचान बताया और कहा कि गुरुदेव रवीन्द्र नाथ टैगोर ने राष्ट्र की कला एवं संस्कृति को विश्व तक पहुंचाने में उल्लेखनीय भूमिका निभाई। श्री मुखर्जी ने आज यहां जयपाल सिंह स्टेडियम परिसर में निर्माणाधीन रवीन्द्र भवन एवं कडरु क्षेत्र में बनने जा रहे हज हाउस का ऑनलाइन शिलान्यास करने के बाद आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य में सांस्कृतिक चर्चा और गतिविधियों के लिए रवीन्द्र भवन का निर्माण कर मुख्यमंत्री रघुवर दास ने पिछले साल बंग समुदाय से किये अपने वादे को पूरा किया है। उन्होंने कहा कि वर्ष 1961 में रवीन्द्र नाथ टैगोर के जन्म शताब्दी समारोहों के दौरान सभी राज्यों में रवीन्द्र भवनों का निर्माण किया गया था लेकिन झारखंड राज्य बाद में बना, लिहाजा राज्य सरकार यहां भी उस भवन की कमी दूर करने जा रही है, जिसकी वह प्रशंसा करते हैं। राष्ट्रपति ने कहा कि बिहार, झारखंड, उड़ीसा अलग राज्य बनने के पहले सभी बंगाल प्रेसिडेंसी के अंग थे और यह पूरा क्षेत्र एक ही सांस्कृतिक विरासत का क्षेत्र रहा। उन्होंने कहा कि रवीन्द्रनाथ टैगोर देश के अघोषित सांस्कृतिक राजदूत थे और उनके कारण अमेरिका, यूरोप, प्रशांत महासागर एवं अटलांटिक महासागर के आसपास के देशों में भी लोगों को भारतीय संस्कृति के बारे में जानकारी मिलती थी। उन्होंने कहा कि गुरुदेव ने देश-विदेश में भारत की कला और संस्कृति को पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

कानून का लक्ष्य हर नागरिक का कल्याण होना चाहिए : मोदी

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इलाहाबाद 02 अप्रैल, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने न्याय व्यवस्था में तकनीक के इस्तेमाल पर जोर देते हुए आज कहा कि कानून का लक्ष्य हर नागरिक का कल्याण है। श्री मोदी ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय के 150वें स्थापना वर्ष के समापन समारोह में कहा कि देेश की जनता और अदालतो पर से बोझ कम करने की दिशा में काम कर रहे हैं और अभी तक 12 सौ कानूनों को हमने खत्म किया है। न्याय व्यवस्था में हमारी जो जिम्मेदारी होगी उसे पूरा करेंगे। उन्होंने कहा कि तकनीक से सबका काम आसान होगा। एसएमएस से मुकदमे की तारीख मिले, कानून सिर्फ अमीरों का नहीं है। कानून सबके लिए है। कानून सबके लिए बराबर होना चाहिये। उन्होंने कहा कि इलाहाबाद उच्च न्यायालय भारत के न्याय विश्व का तीर्थ क्षेत्र है। “न्यायालय और जेल को जोडा जाये तो अपराधी नहीं भाग पायेंगे।” इससे कैदियों को न्यायालय ले जाने में होने वाला खर्च भी बचेगा।

तिब्बत में पर्यावरण मुद्दे पर ध्यान देने की जरुरत: दलाई लामा

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गुवाहाटी, 02 अप्रैल, तिब्बत के आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा ने तिब्बत के पठार से निकलने वाली भारतीय नदियों का जल प्रदूषित होने का मुद्दा उठाते हुए आज कहा कि भारत को तिब्बत में पर्यावरण मामलों के प्रति गंभीरता से ध्यान देना चाहिए। यहां ‘नमामि ब्रह्मपुत्र’ नदी महोत्सव में भाग लेने पहुंचे दलाई लामा ने कहा कि तिब्बत में नदियों का पानी इतना साफ है कि कोई भी व्यक्ति कहीं से भी पानी पी सकता है , लेकिन वही नदियां जब भारत में आती हैं तो इनका पानी काफी गंदा हो जाता है। दलाई लामा ने कहा कि भारत समेत एशिया की लगभग सभी बड़ी नदियां तिब्बत के पठार से निकलती हैं ,जिस पर करोड़ों लोग निर्भर हैं। भारत तिब्बत में पर्यावरण से जुड़े विषयों को उठाने के लिए पूरी तरह से स्वतंत्र है। उन्होंने कहा कि हमें विश्व के सभी धर्मों के लोगों के बीच एकता को बनाए रखने पर बल देना चाहिए।

नये भारत के निर्माण में राजनीतिक हिंसा की कोई जगह नहीं : राजनाथ

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कोच्चि, 02 अप्रैल, केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने सभी राजनीतिक दलों से किसी भी तरह की असहिष्णुता की स्थिति में एकजुट रहने की अपील की और कहा कि नये भारत के निर्माण में राजनीतिक असहिष्णुता और राजनीतिक हिंसा के लिए कोई जगह नहीं होनी चाहिये। श्री सिंह ने अाज केरल में भारतीय विचार मंच के द्वारा अायोजित एक कार्यक्रम में अपने भाषण में कहा, “हमारा लक्ष्य नया भारत बनाने का है। जब नये भारत का निर्माण हो रहा है तो राजनीतिक असहिष्णुता और हिंसक घटनाओं के लिए काेई जगह नहीं है। इस तरह की गतिविधियों के खिलाफ एकजुट होने चाहिये।” श्री सिंह ने कहा कि शांति और सुरक्षा को बनाये रखने के लिए राज्य और केंद्र को एक साथ मिलकर काम करना चाहिये और इस तरह से दुनिया के सामने देश को ‘विश्वगुरू’ के रूप में पेश किया जा सकेगा। देश में सामाजिक और राजनीतिक गतिविधियों को लेकर विचार में अंतर को देखा जा सकता है लेकिन ऐसे मतभेदों को रचनात्मक विमर्श के माध्यम से सुलझाया जाना चाहिए।

सिंधू बनीं इंडिया ओपन की क्वीन

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नयी दिल्ली, 02 अप्रैल, ओलंपिक रजत पदक विजेता भारत की पीवी सिंधू ने स्पेन की कैरोलिना मारिन से रियो ओलंपिक के स्वर्ण पदक मुकाबले की हार का बदला चुकाते हुये रविवार को 21-19, 21-16 की जीत के साथ बीडब्ल्यूएफ मेटलाइफ योनेक्स सनराइज सुपर सीरीज इंडिया ओपन बैडमिंटन टूर्नामेंट का खिताब पहली बार जीत लिया। सिंधू ने पहली बार इंडिया ओपन का खिताब जीता है और इसके साथ ही वह भारतीय बैडमिंटन की निर्विवाद रूप से क्वीन बन गई हैं। तीसरी सीड सिंधू ने शीर्ष वरीयता प्राप्त तथा विश्व और ओलंपिक चैंपियन मारिन से खिताबी मुकाबला 46 मिनट में अपने नाम कर करियर की सबसे बड़ी जीत हासिल की। सिंधू के मुकाबले को देखने के लिये सीरीफोर्ट स्टेडियम दर्शकों से खचाखच भरा हुआ था और भारतीय स्टार ने पूरे मैच में गजब का प्रदर्शन किया। खिताब जीतने का अंक मिलते ही सिंधू ने चैंपियन की हुंकार लगाई और स्टेडियम में तिरंगे लहरा उठे। केंद्रीय खेल मंत्री विजय गोयल इस ऐतिहासिक अवसर के गवाह बने। गोयल के दूसरे गेम के दौरान स्टेडियम पहुंचे थे। इंडिया ओपन के इतिहास में यह चौथा मौका है जब भारतीय खिलाड़ी ने यहां खिताब जीता। सायना नेहवाल ने 2010 और 2015 में तथा किदांबी श्रीकांत ने 2015 में इंडिया ओपन के खिताब जीते थे। सिंधू को रियो ओलंपिक के स्वर्ण पदक मुकाबले में मारिन ने 19-21, 21-12, 21-15 से हराया था। लेकिन सिंधू ने अब उस हार का बदला चुका लिया। सिंधू ने गत वर्ष के आखिर में दुबई वर्ल्ड सुपर सीरीज फाइनल्स के ग्रुप मैच में मारिन को हराया था जबकि मारिन ने इस वर्ष जनवरी में इसी कोर्ट पर सिंधू को प्रीमियर बैडमिंटन लीग (पीबीएल) में पराजित किया था। दोनों खिलाड़ियों के बीच करियर का यह 10वां मुकाबला था। दोनों पहली बार 2010 की विश्व जूनियर चैंपियनशिप में आमने-सामने हुई थी और तब भारतीय खिलाड़ी विजेता बनीं थी। सिंधू ने इस जीत के साथ मारिन के खिलाफ अपना करियर रिकॉर्ड 5-5 कर लिया है। विश्व रैंकिंग में पांचवें नंबर की खिलाड़ी सिंधू ने तीसरे नंबर की मारिन के खिलाफ मैच में हर लिहाज से चैंपियन जैसा प्रदर्शन किया। सिंधू के लिये मैच का सबसे महत्वपूर्ण अंक पहले गेम में 18-19 के स्कोर पर था जब उन्होंने 316 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार का स्मैश लगाया और फिर मारिन के रिटर्न पर लाजवाब ड्राप खेलकर 19-19 से बराबरी कर ली। यह पूरे मैच का सबसे महत्वपूर्ण अंक था जिसके बाद सिंधू ने लगातार दो अंक लेकर 21-19 से पहला गेम जीत लिया और मारिन पर मनोवैज्ञानिक दबाव बना लिया। 


सिंधू ने मैच के दौरान कई शाॅट में गजब की प्लेसमेंट दिखाई और पूरे कोर्ट में मारिन को छकाया। दूसरे गेम में तो सिंधू ने दो बार नेट पर झपटते हुये किलर शॉट से दो अंक हासिल किये जिससे उन्हें 16-13 और फिर 19-14 की बढ़त हासिल हुई। सिंधू ने विश्व और ओलंपिक चैंपियन मारिन को कई बार गलतियां करने के लिये भी मजबूर किया। मारिन ने ओलंपिक फाइनल में सिंधू से पहला गेम हारने के बाद अगले दो गेम जीते थे। लेकिन इस बार भारतीय खिलाड़ी ने पहला गेम उसी 21-19 के अंतर से जीतने के बाद मारिन काे वापसी करने का कोई मौका नहीं दिया। फाइनल में सिंधू वही पीले रंग की ड्रेस में उतरी जो उन्होंने क्वार्टरफाइनल में सायना नेहवाल को हराने के दौरान पहनी थी। पहले गेम का पहला अंक मारिन ने स्मैश से लिया। लेकिन फिर तीन बार रिटर्न बाहर खेलकर अंक गंवाएं। सिंधू ने जल्द ही 6-1 की बढ़त बना ली। भारतीय खिलाड़ी ने स्मैश से ज्यादा ड्राप शॉट और प्लेसमेंट का इस्तेमाल किया। उन्होंने अपनी बढ़त को 7-4, 10-7, 14-12 और 16-14 पहुंचा दिया। लेकिन मारिन ने एक ड्राप से मैच में पहली बार 16-16 पर बराबरी हासिल की। स्कोर फिर 18-18 भी पहुंचा। मारिन ने पहली बार 19-18 पर जाकर बढ़त बनाई। लेकिन सिंधू ने फिर लगातार तीन अंक लेकर 21-19 से पहला गेम समाप्त कर दिया। दूसरे गेम में सिंधू ने जल्द ही 4-0 और 6-2 की बढ़त बना ली। मारिन ने वापसी करते हुये स्कोर 7-8 किया। लेकिन सिंधू इस बार कतई ढिलाई के मूड में नहीं थी। उन्होंने 11-7, 14-9 और 15-10 से अपनी बढ़त मजबूत कर मैच पर शिकंजा कस लिया। बाजी मारिन के हाथ से फिसलती जा रही थी। उन्होंने भरपूर कोशिश की लेकिन सिंधू के जबर्दस्त खेल और भारतीय समर्थकों के शाेर के आगे उनका संघर्ष जवाब देने लगा। ओलंपिक रजत विजेता सिंधू ने नेट पर झपटते हुये अंक लेकर अपनी बढ़त काे 19-14 पहुंचा दिया। बस अब तो जीत का औपचारिकता बाकी रह गई थी और सिंधू ने जल्द ही 21-16 के स्कोर पर दूसरा गेम और मैच समाप्त कर दिया। सिंधू इंडिया ओपन की चैंपियन बन गई और उन्होंने खुशी से उछलते हुये दर्शकों का अभिवादन किया। पूरा स्टेडियम सिंधू-सिंधू से गूंज रहा था और तिरंगे के बीच भारत को इंडिया ओपन में नई चैंपियन मिल गई। इससे पहले तीसरी सीड डेनमार्क के विक्टर एक्सेलसन ने सातवीं वरीय चीनी ताइपे के चोऊ तियेन चेन को 36 मिनट में 21-13, 21-10 से हराकर पुरुष एकल का खिताब जीत लिया। महिला युगल का खिताब सातवीं वरीयता प्राप्त जापान की जोड़ी शिहो तनाका और काेहारू योनेमोतो ने हमवतन तीसरी सीड जोड़ी नाओको फुकुमैन और कुरुमी योनाओ को एक घंटे 12 मिनट में 16-21, 21-19, 21-10 से हराकर जीता। मिश्रित युगल में दूसरी सीड चीनी जोड़ी लू केई और हुआंग याकियोंग ने शीर्ष वरीय जोड चीन की झेंग सीवेई और चेन किंगचेन को एक घंटे चार मिनट में 22-24, 21-14, 21-17 से हराकर खिताब जीता। पुरुष युगल में चौथी सीड इंडोनेशियाई जोड़ी मार्कस गिडोन और केविन सुकामुल्जो ने छठी सीड हमवतन जोड़ी रिकी करांदासुवार्दी और अंगा प्रात्मा को 29 मिनट में 21-11, 21-15 से हराकर खिताब जीत लिया। 

जल्द करूंगा वापसी : विराट

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विराट नयी दिल्ली, 02 अप्रैल, भारतीय कप्तान और स्टार बल्लेबाज विराट कोहली इंडियन प्रीमियर लीग के 10वें संस्करण के शुरूआती मैचों में अपनी टीम रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू के लिये नहीं खेल पाएंगे लेकिन उन्होंने रविवार को अपने प्रशंसकों के नाम संदेश देकर जल्द वापसी का भरोसा जताया है। देश के बेहद लोकप्रिय क्रिकेटर विराट आरसीबी के कप्तान हैं लेकिन आस्ट्रेलिया के खिलाफ संपन्न हुई टेस्ट सीरीज में वह कंधे की चोट लगा बैठे और इस कारण पांच अप्रैल से हैदराबाद में शुरू होने जा रहे ट्वंटी 20 टूर्नामेंट के शुरूआती मुकाबलों में नहीं खेल पाएंगे। हालांकि अपनी फिटनेस के लिये मशहूर विराट ने सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर पर अपना एक वीडियो संदेश जारी कर अपने प्रशंसकों को बड़ी राहत दे दी। विराट ने अपने संदेश में साथ ही अपने पालतू कुत्ते ब्रुनो को भी उन्हें प्यार करने के लिये धन्यवाद दिया जो इस वीडियो में उनके साथ नज़र आ रहा है। उन्होंने समर्थकों का शुक्रिया अदा करते हुये कहा“ आपके ढेर सारे प्यार और मेरे लिये चिंता जताने के लिये धन्यवाद, आरसीबी का अच्छी शुरूआत के लिये समर्थन करते रहिये।” विराट कंधे की चोट के कारण आईपीएल में शुरूआती दो सप्ताह तक कुछ मैचों से बाहर रहेंगे। गत वर्ष आईपीएल में अपनी टीम के लिये 973 रन बनाने वाले भारतीय कप्तान फिलहाल रिहैबिलिटेशन से गुजर रहे हैं। विराट की चोट की गंभीरता की जांच अब अप्रैल के दूसरे सप्ताह तक की जाएगी जिसके बाद साफ हो पाएगा कि वह बेंगलुरू के लिये खेल पाएंगे या नहीं। 28 वर्षीय बल्लेबाज को फिटनेस के मामले में भारतीय टीम में नंबर वन माना जाता है और वह अभी भी मैदान पर वापसी के लिये काफी पसीना बहा रहे हैं। विराट ने कहा कि वह ट्रेनिग कर रहे हैं और उन्हें उम्मीद है कि वह जल्द अपनी फिटनेस हासिल कर लेंगे। विराट ने कहा“ यह एक वजह है कि मुझे कुत्ते बहुत पसंद है। मैं बहुत मेहनत से ट्रेनिंग कर रहा हूं और ब्रुनो मेरे पास आकर बैठ जाता है और मुझे ट्रेनिंग करते हुये देखता है।” विराट ने कहा“ मेरी रिहैब बहुत अच्छी चल रही है और मैं मैदान पर वापसी के लिये इतजार नहीं कर सकता हूं। मेरे प्रशंसकों के लिये ढेर सारा धन्यवाद।” कप्तान ने साथ ही अपने एक अन्य पोस्ट में टीम इंडिया के फिजियो पैट्रिक फरहात के साथ एक सेल्फी भी साझा की और उन्हें रिहैब में मदद करने के लिये धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा“ पैट्रिक एक हीरे जैसे इंसान हैं जो मेरी चोट से उबरने में कड़ी मेहनत कर रह हैं। आपका धन्यवाद।”

भारत-पाकिस्तान सीरीज नहीं होने पर नाराज मिस्बाह

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कराची, 02 अप्रैल, पाकिस्तान के टेस्ट कप्तान मिस्बाह उल हक ने कहा है कि भारत और पाकिस्तान के बीच पिछले काफी समय से द्विपक्षीय क्रिकेट सीरीज नहीं होने की वजह राजनीतिक मुद्दे हैं और इस तरह खेल पर प्रतिबंध लगाना किसी लिहाज से सही नहीं है। मिस्बाह ने कहा कि उनका मानना है कि दोनों देश ही क्रिकेट खेलने को लेकर उत्साहित हैं और वह मानते हैं कि भारत भी पाकिस्तान के साथ निश्चित ही क्रिकेट खेलना चाहता है लेकिन राजनीतिक मुद्दे उनके बीच बाधा बने हुये हैं। उन्होंने कहा“ मुझे नहीं लगता कि इस तरह से खेल पर बैन लगाना चाहिये और क्रिकेट प्रशंसकों को खेल से दूर रखा जाना चाहिये।” पाकिस्तान के सबसे सफल टेस्ट कप्तान मिस्बाह ने साथ ही माना कि उन्हें यकीन है कि भारत भी उनके देश के साथ क्रिकेट खेलना चाहता है। उन्होंने कहा“ भारतीय टीम भी हमारी तरह है लेकिन वहां भी कई मुद्दे हैं। मुझे यकीन है कि जब राजनीतिक मुद्दे हल हो जाएंगे तो भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय क्रिकेट निश्चित ही होगा। लेकिन मुझे दुख है कि दोनों देशों के युवा क्रिकेटरों को अब तक एक दूसरे के साथ खेलने का मौका नहीं मिल पाया है।” 42 वर्षीय मिस्बाह ने यहां एक पाकिस्तानी समाचार चैनल को दिये साक्षात्कार में कहा“ हमें इस बात की खुशी है कि पाकिस्तान के पास भी आईपीएल की तरह अपनी एक ट्वंटी 20 लीग है और दो ही वर्षों में हमें काफी सफलता मिली है। मुझे यकीन है कि आने वाले समय में पाकिस्तान सुपर लीग को लेकर और भी वैश्विक स्तर पर हमें सफलता हासिल होगी।” आईपीएल और पीएसएल को लेकर कप्तान ने माना कि दोनों अलग तरह की लीग है। लेकिन साथ ही कहा कि उनके हिसाब से अब आईपीएल को लोग खास पसंद नहीं करते हैं। मिस्बाह ने कहा“ मेरे हिसाब से तो आईपीएल को काफी लंबा समय हो चुका है और 2007 से अब ते उसे 10 साल हो गये हैं और लोगों की रूचि आईपीएल में कम हुयी है जबकि पीएसएल को लोग अब ज्यादा पसंद करने लगे हैं।” पाकिस्तानी कप्तान ने साथ ही अपने संन्यास को लेकर साफ किया कि वह आने वाले समय में खुइ ही इस पर कोई निर्णय लेंगे। मिस्बाह के संन्यास को लेकर पिछले काफी समय से अटकलें लगाई जा रही हैं।


राष्ट्रपति ने रांची में रविन्द्र भवन और हज हाउस का शिलान्यास किया

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रांची 02 अप्रैल, राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने आज यहां झारखंड की राजधानी रांची में बनने वाले रविन्द्र भवन और हज हाउस के निर्माण कार्य का ऑन लाईन शिलान्यास किया । राष्ट्रपति ने रांची के कचहरी स्थित पुराना टाउन हॉल परिसर में आयोजित समारोह में रविन्द्र भवन और हज हाउस के निर्माण कार्य का ऑन लाइन शिलान्यास करते हुये मुख्यमंत्री रघुवर दास को इसके लिये बधाई दी । उन्होंने कहा कि अखिल बंग साहित्य सम्मेलन में मुख्यमंत्री श्री दास ने रविन्द्र भवन बनाने की बात कही थी और आज उसे उन्होंने पूरा किया । उन्होंने कहा कि वह काफी लंबे समय से अखिल बंग साहित्य सम्मेलन से जुडे़ रहे है । झारखंड , पश्चिम बंगाल , बिहार, उड़ीसा और बंगला देश पिछली शताब्दी में बंगाल प्रेसिडेंसी का अंग था और यहां का आचार , आचरण और जीवन चर्चा को वह मिश्रित संस्कृति मानते है । श्री मुखर्जी ने कहा कि रविन्द्र नाथ टैगोर एक बहुत बड़ा कलाकार एवं साहित्यकार थे और वह भारत के अनाधिकारिक राजदूत के रूप में दुनिया भर में जाने जाते थे । उन्होंने कहा कि श्री टैगोर ने भारत की परंपरा , संस्कृति और वाणी को दुनिया भर में पहुंचाने का काम किया । उन्होंने कहा कि 2011 में जब वह विदेश मंत्री थे तो श्री रविन्द्र नाथ टैगोर की 150 वीं जयंती समारोह मनाने का निर्णय लिया गया था और इसकी जिम्मेदारी उन्हें ही सौंपी गयी थी । 


राष्ट्रपति ने कहा कि 1961 में जब रविन्द्र नाथ टैगोर की शताब्दी जयंती समारोह मनाया जा रहा था तो उस समय एक निर्णय लिया गया था कि रविन्द्र भवन देश के प्रत्येक राज्यों की राजधानी में बने और इसके बाद हर राज्यों के राजधानी में इसका निर्माण हुआ था ,लेकिन उस समय झारखंड अलग राज्य नहीं था , इसलिये रांची में रविन्द्र भवन नहीं बना था । रविन्द्र भवन का निर्माण जितना जल्दी हो जाये इसके लिये वह शुभकामना देते है । उन्होंने कहा कि हर मुसलमान भाई - बहनो की इच्छा होती है कि वह एक बार सउदी अरब हज करने जरूर जायें और मक्का मदीना में नमाज अदा करें । श्री मुखर्जी ने कहा कि विदेश मंत्रालय में हज के लिये एक विशेष डिविजन है और विदेश मंत्री रहने के कारण उन्हें यह काम देखने का मौका मिला । सउदी अरब को छोड़कर सबसे ज्यादा हज तीर्थ यात्री भारत से मक्का मदीना जाते है और यह संख्या बांग्ला देश और पाकिस्तान से जाने वाले हज यात्रियों से ज्यादा होती है । राष्ट्रपति ने कहा कि रांची में हज हाउस का निर्माण एक अच्छी पहल है । इससे पहले हज यात्रियों को पटना और कोलकाता जाना पड़ता था लेकिन अब हज यात्रियों को रांची में ही यह सुविधा मिलेगी । उन्होंने कहा कि वह झारखंड से अलग नहीं है और वह झारखंड का एक अंश हैं ,इसलिये यहां की भाषा में उन्होंने बोलने का प्रयास किया है । कुछ कमियां रही होगी जिसके लिये वह क्षमा चाहते है । राष्ट्रपति ने हिन्दी में अपना भाषण देकर उपस्थित जनसमूह का मन मोह लिया । 


इस अवसर पर झारखंड की राज्यपाल द्रोपदी मुर्मू ने कहा कि राज्य में विभिन्न समुदाय के लोग रहते है और उनकी संस्कृति अक्षुण्ण रहे । उन्होंने कहा कि रविन्द्र भवन स्टेट ऑफ आर्ट विल्डिंग बनेगा । उन्होंने कहा कि हज हाउस के निर्माण में हज कमेटी भी सहयोग करें तथा हज हाउस से अल्पसंख्यक कल्याण की भी योजनायें चलाई जायेगी । राज्य के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि नवरात्र और चैती चैठ के अवसर पर आज इन दोनो भवनों का शिलान्यास किया जा रहा है । उन्होंने कहा कि अखिल बंग साहित्य सम्मेलन में उन्होंने रविन्द्र भवन के निर्माण की घोषणा की थी और आज उसे धरातल पर उतारा गया है । उन्होंने कहा कि सब का साथ , सब का विकास, सब को न्याय और तुष्टिकरण किसी का नहीं के तहत हज हाउस का निर्माण कराया जा रहा है । उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति को वह झारखंड की सबा तीन करोड़ जनता की ओर से बधाई देते है और उनसे उम्मीद करते है कि उनका आशीर्वाद इसी तरह मिलता रहे। श्री दास ने कहा कि झारखंड एक समृद्व प्रदेश है ,लेकिन यहां के लोग गरीब है । यहां के लोगों की गरीबी को समाप्त करने के लिये झारखंड सरकार ने केन्द्र के सहयोग से विकास कार्य को तेज गति दिया है । समारोह को राज्य के नगर विकास मंत्री सी पी सिंह , नगर विकास विभाग के सचिव अरूण कुमार सिंह समेत अन्य लोगों ने संबोधित किया। राष्ट्रपति को इस अवसर पर अंग वस्त्र, गुलदस्ता और मोमेंटो भी प्रदान किया गया । समारोह में रांची के सांसद रामटहल चौधरी , राज्यसभा के सदस्य महेश पोद्दार , रांची की मेयर आशा लकड़ा ,राज्य की मुख्य सचिव राजवाला वर्मा और मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव संजय कुमार भी मौजूद थे । 

एमसीडी चुनाव में राजद उम्मीदवार खड़ा करेगा: लालू

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पटना 02 अप्रैल, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने आज कहा कि दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के चुनाव में उनकी पार्टी उम्मीदवार खड़ा करेगी । श्री यादव ने यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि एमसीडी के चुनाव में राजद कुछ सीटों पर प्रत्याशी उतारेगा । पार्टी ने इसके लिए तैयारी शुरु कर दी है । उन्होंने इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (इवीएम) में गड़बड़ी की उच्च स्तरीय जांच कराये जाने की मांग की । राजद अध्यक्ष ने कहा कि पंचायत चुनाव के समय उन्होंने इवीएम के इस्तेमाल किये जाने की बात कही थी जिसका भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने विरोध किया था । उन्होंने कहा कि आज देश में कई नेता इवीएम में गड़बड़ी की बात कह रहे हैं । श्री यादव ने कहा कि उत्तर-पूर्व के राज्यों में गो-हत्या कानून बनना चाहिए । उन्होंने आरोप लगाया कि केन्द्र सरकार की नीति के कारण बिहार में सोनपुर के एशिया प्रसिद्ध पशु मेले में पशुओं के कम आने के कारण लोगों को नुकसान उठाना पड़ रहा है । राजद अध्यक्ष ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक (आरएएस) प्रमुख मोहन भागवत को राष्ट्रपति बनाये जाने की चर्चा पर कहा कि आरएसएस भाजपा की ही है । सरकार जिसे चाहे राष्ट्रपति बनाये । उन्होंने कहा कि इस मामले पर सभी स्वयं बोल रहे हैं और किसी से राय नहीं ली जा रही है । 

गंगा में हो रहे सिल्टेशन पर गठित कमेटी की रिपोर्ट का नीतीश के समक्ष प्रजेंटेशन

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पटना 02 अप्रैल, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के समक्ष आज गंगा नदी में हो रहे सिल्ट डिपॉजिट पर गठित माधव चितले कमेटी की रिपोर्ट के विभिन्न प्रावधानों पर विस्तृत प्रस्तुतिकरण दिया गया। श्री कुमार के आवास स्थित ‘विमर्श’ सभाकक्ष में जल संसाधन विभाग द्वारा ‘माधव चितले कमेटी रिपोर्ट’ पर उनके समक्ष प्रस्तुतिकरण दिया गया। जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव अरुण कुमार सिंह ने गंगा नदी में हो रहे सिल्टेशन की रोकथाम पर सुझाव देने के लिए गठित माधव चितले कमेटी के रिपोर्ट के विभिन्न प्रावधानों पर यह प्रस्तुतिकरण दिया। मुख्यमंत्री ने गंगा नदी में हो रहे सिल्ट डिपॉजिट के विभिन्न कारणों तथा उसके निदान पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने कहा कि सिल्ट डिपॉजिट के संदर्भ में विस्तृत नेशनल सिल्ट मैनेजमेंट पॉलिसी बनाना जरूरी है। गंगा नदी की अविरलता बचाने के लिये सिल्ट मैनेजमेंट पॉलिसी बनाने की आवश्यकता है। गंगा में लगातार सिल्ट डिपॉजिट हो रहा है। उन्होंने कहा कि फरक्का तक गंगा नदी का सर्वे करने के बाद ही गंगा नदी के संदर्भ में व्यापक नीति बनायी जा सकेगी, अधिकारी और इंजीनियर स्वयं पहले फरक्का तक गंगा नदी का सर्वेक्षण करें। इस मौके पर मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव अतीश चन्द्रा, मुख्यमंत्री के सचिव मनीष कुमार वर्मा, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता सहित जल संसाधन विभाग के अन्य अधिकारी एवं अभियंता उपस्थित थे।

बिहार के उपभोक्ताओं पर 1780 करोड़ का बोझ : भाजपा

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पटना 02 अप्रैल, बिहार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आज कहा कि राज्य सरकार ने बिजली कम्पनी के वितरण एवं संचरण के 42 प्रतिशत घाटे को कम करने के बजाय सभी श्रेणी के उपभोक्ताओं पर 1780 करोड़ रुपये का बोझ डालकर अपने जनविरोधी नीति को उजागर कर दिया है। भाजपा विधानमंडल दल के नेता एवं पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने यहां कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कह रहे हैं कि बिजली दर में मात्र 20 प्रतिशत की वृद्धि की गई है जबकि कुटीर ज्योति योजना के तहत गरीबी रेखा से नीचे (बीपीएल) जीवन-यापन कर रहे उपभोक्ताओं पर 300 प्रतिशत तो ग्रामीण घरेलू उपभोक्ताओं पर 57 प्रतिशत की वृद्धि का बोझ डाला गया है। इसी तरह शहरी उपभोक्ता पर 100 यूनिट तक की दर में 42 प्रतिशत तथा ग्रामीण वाणिज्यिक में दो गुनी वृद्धि की गई है। श्री मोदी ने कहा कि नीतीश सरकार ने बड़ी चालाकी से पड़ोसी राज्य झारखंड की बिजली दर को छुपा लिया है जबकि उत्तर प्रदेश में औद्योगिक बिजली बिहार से काफी सस्ती है। बिजली की सर्वाधिक मार शहरी उपभोक्ताओं पर पड़ी है जिन्हें अब 100 यूनिट तक पर 42 प्रतिशत, 101 से 200 तक पर 37.5 प्रतिशत तथा 201 से 300 यूनिट पर 32.6 प्रतिशत की वृद्धि झेलनी होगी। 


पूर्व उप मुख्यमंत्री ने कहा कि कुटीर ज्योति योजना के तहत मीटररहित कनेक्शन वाले बीपीएल परिवारों को अब 300 प्रतिशत की वृद्धि के साथ प्रति कनेक्शन मासिक 60 रुपये की जगह 239 रुपये देना होगा । उन्होंन कहा कि इसी तरह मीटर सहित उपभोक्ताओं को 30 यूनिट तक 27 तथा 50 से 100 तक पर 20 प्रतिशत अतिरिक्त देना पड़ेगा। श्री मोदी ने कहा कि ग्रामीण घरेलू (मीटररहित) 57 प्रतिशत वृद्धि के साथ प्रति कनेक्शन मासिक 170 की जगह 267 रुपये तथा मीटर वाले को 26 प्रतिशत वृद्धि के साथ 210 रुपये की जगह 265 रुपये एवं ग्रामीण वाणिज्यिक (मीटररहित) उपभोक्ताओं को करीब दोगुनी वृद्धि के साथ 230 रुपये की जगह 445 रुपये प्रति कनेक्शन मासिक देना होगा। पूर्व उप मुख्यमंत्री ने कहा कि दरअसल बिजली कम्पनियों के वितरण एवं संचरण के 42 प्रतिशत घाटे को कम कर 18 प्रतिशत पर लाने की बजाय सरकार ने सभी श्रेणी के उपभोक्ताओं पर 1780 करोड़ रुपये का बोझ डाल कर अपने जनविरोधी रवैये को उजागर किया है। 

बिहार के दो दिवसीय दौरे पर राष्ट्रपति भागलपुर पहुंचे

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भागलपुर 02 अप्रैल, राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी दो दिवसीय बिहार दौरे पर आज शाम यहां पहुंच गये। श्री मुखर्जी झारखंड के देवघर में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने के बाद वायुसेना के विशेष हेलिकॉप्टर से आज शाम भागलपुर के कहलगांव स्थित राष्ट्रीय ताप विद्युत निगम लिमिटेड (एनटीपीसी) के हेलिपैड पर उतरे। राष्ट्रपति के साथ केन्द्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूडी, पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन एवं गोड्डा के सांसद निशिकांत दूबे थे। हेलिपैड पर राष्ट्रपति का स्वागत बिहार के राज्यपाल रामनाथ कोविंद और मुख्यमंत्री की ओर से राज्य के जल संसाधन मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने किया। राष्ट्रपति आज रात एनटीपीसी के अतिथिशाला में विश्राम करेंगे। यात्रा के दूसरे दिन राष्ट्रपति भागलपुर जिले के कलहगांव प्रखंड के अंतीचक गांव में अवस्थित प्राचीन शिक्षा केन्द्र विक्रमशिला महाविहार के भग्नावशेष एवं संग्रहालय का अवलोकन करेंगे। राष्ट्रपति इस मौके पर आयोजित एक समारोह को भी संबोधित करेंगे। इस बीच राष्ट्रपति के दो दिवसीय बिहार दौरे के मद्देनजर कहलगांव के आसपास के इलाकों की सुरक्षा बढ़ा दी गयी है। झारखंड के गोड्डा एवं साहेबगंज की लगती सीमा को सील कर दिया गया है। राष्ट्रपति के कार्यक्रम के मद्देनजर करीब 245 जगहों पर दंडाधिकारियों की देखरेख में चार हजार सुरक्षा बलो की प्रतिनियुक्ति की गयी है। 

झारखण्ड : लिट्टीपाड़ा उपचुनाव में झामुमो और भाजपा के बीच हो सकती है सीधी टक्कर

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लिट्टीपाड़ा 02 अप्रैल, झारखंड में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और विपक्षी दल झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के लिए संतालपरगना में लिट्टीपाड़ा विधानसभा क्षेत्र का उपचुनाव इन दिनों प्रतिष्ठा का विषय बन गया है। भाजपा संतालपरगना को झामुमो मुक्त बनाने का आह्वान करते हुये इस क्षेत्र में झामुमो को परास्त करने के लिए दिन रात एक किये हुए है वहीं झामुमो अपनी परम्परागत सीट पर कब्जा बरकरार रखने के लिए चैत की गर्मी की परवाह किये बगैर पसीना बहा रहा है। भाजपा ने 09 अप्रैल को होने वाले उपचुनाव में कभी झामुमो के कद्दावर नेता रहे पूर्व मंत्री हेमलाल मुर्मू को अपना उम्मीदवार बनाया है तो झामुमो ने भी पुराने योद्धा और इस सीट पर वर्ष 1977 से लगातार कब्जा कायम रखनेवाले साईमन मरांडी को उतारा है। इस क्षेत्र में उपचुनाव की घोषणा के बाद से ही झामुमो और भाजपा के बीच आरोप- प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। दोनों दलों के बीच शुरू हुई जुबानी जंग से इस क्षेत्र में सीधी टक्कर में असार बन गये है। लिट्टीपाड़ा में वर्ष 1977 में हुये विधानसभा चुनाव में बतौर निर्दलीय उम्मीदवार साईमन मरांडी ने पहली बार अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी निर्दलीय मरांग मुर्मू को शुभ अंक महज 151 मतों के अंतर से परास्त कर अपने राजनीतिक जीवन की शुरूआत की। इसके बाद वर्ष 1980 में साईमन मरांडी झामुमो के तीर-धनुष चुनाव चिन्ह से अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी किस्टो चन्द्र मालतो को 7,857 मतों के अंतर से परास्त कर इस सीट पर अपना कब्जा बरकरार रखा। इस चुनाव में पहली बार मैदान में उतरे भाजपा प्रत्याशी पॉउल हांसदा को महज 619 मतों से ही संतोष करना पड़ा था। वर्ष 1985 में झामुमो के टिकट पर साईमन मरांडी ने लगभग 17,814 मतों के अंतर से अपने निकटतम प्रतिद्वंदी को पछाड़ा। वर्ष 1989 में साईमन मरांडी राजमहल लोकसभा सीट से सांसद चुने गये। 


इसके बाद झामुमो ने वर्ष 1990 में लिट्टीपाड़ा सीट पर श्री हांसदा की पत्नी सुशीला हांसदा को अपना उम्मीदवार बनाया। इस चुनाव में भी श्रीमती हांसदा झामुमो का मजबूत किला बचाने में सफल हुई। वर्ष 1990 में श्रीमती हांसदा ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा प्रत्याशी झानो रेवती टुडू को 17,100 मतों से भारी शिकस्त देकर विधायक चुनी गयीं। वर्ष 1995 में झामुमो की टिकट पर दूसरी बार मैदान में उतरी श्रीमती हांसदा ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी फिलीचुनियस हेम्ब्रम को 5,717 मतों से पराजित किया जबकि भाजपा के सोम मरांडी 9,366 मत लाकर तीसरे स्थान पर रहे। वर्ष 2000 में सम्पन्न विधानसभा चुनाव में झामुमो की सुशीला हांसदा ने लगभग 30,436 मत प्राप्त कर सभी प्रतिद्वंद्वियों को पछाड़ दिया और लगातार तीसरी बार विधायक चुनी गयीं। वर्ष 2005 में सम्पन्न चुनाव में भी झामुमो ने श्रीमती हांसदा को चौथी बार इस क्षेत्र से मैदान में उतारा। इस बार सुशीला ने 29,661 वोट प्राप्त कर अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी सोम मरांडी को 6197 मतों से परास्त किया और चौथी बार विधायक चुनी गयीं। हालांकि इस चुनाव में 11 प्रत्याशियों के मैदान में रहने के बावजूद झामुमो और भाजपा के बीच सीधी टक्कर हुई जिसमें सोम मरांडी पूर्व की अपेक्षा 22,464 वोट लाने में सफल हुए। झामुमो ने वर्ष 2009 में अपने पुराने योद्धा और सुशीला हांसदा के पिता साईमन मरांडी को पुनः मैदान में उतारा। इस चुनाव में झामुमो नेता साईमन मरांडी और कांग्रेस की टिकट पर मैदान में उतरे डाॅ. अनिल मरांडी के बीच सीधी टक्कर हुई और भाजपा के ठाकुर हांसदा तीसरे स्थान पर रहे। इस चुनाव में श्री मरांडी 29,875 वोट बटोरने में सफल रहे। वहीं, कांग्रेस प्रत्याशी श्री मुर्मू 24,478 वोट ही प्राप्त कर पाये जबकि भाजपा को महज 18,842 मतों से ही संतोष करना पड़ा। श्री मरांडी वर्ष 2014 में झामुमो छोड़ भाजपा में शामिल हो गये। इस चुनाव में झामुमो ने कांग्रेस के पुराने योद्धा और विधानसभा चुनाव के महज कुछ दिन पूर्व झाविमो छोड़ झामुमो में शामिल हुए डाॅ.अनिल मुर्मू को अपना प्रत्याशी बनाया। इस चुनाव में झामुमो की टिकट पर डाॅ. मुर्मू ने रिकॉर्ड 25,083 मतों के अंतर से 1977 से लगातार इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करनेवाले भाजपा प्रत्याशी साईमन मरांडी को पराजित कर झामुमो के दुर्ग को बचाने में सफल हुए। 17 जनवरी 2017 को डा.मुर्मू का निधन हो जाने के कारण इस क्षेत्र में उपचुनाव कराया जा रहा है। 


वर्तमान में राज्य में भाजपा की सरकार है और झारखंड विधानसभा में झामुमो मुख्य विपक्षी पार्टी है। इस कारण यह उपचुनाव सत्ता पक्ष और विपक्ष के लिए प्रतिष्ठा का विषय बन गया है। बदले राजनीतिक समीकरण के बीच भाजपा प्रत्याशी के रूप में इस उपचुनाव में पूर्व मंत्री हेमलाल मुर्मू मैदान में है जबकि झामुमो के साईमन मरांडी सहित कुल दस प्रत्याशी अपने भाग्य की आजमाइश कर रहे हैं। भाजपा ने लगभग 40 वर्षों से झामुमो के गढ़ को ध्वस्त करने की रणनीति बनायी है और राज्य के मुख्यमंत्री, कई मंत्री, कई विधायकों के साथ कई प्रमुख नेता को जनसम्पर्क अभियान में लगा दिया है। वहीं, झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन के साथ पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष और प्रतिपक्ष के नेता हेमंत सोरेन, विधायक प्रो.स्टीफन मरांडी, पार्टी के सचेतक नलिन सोरेन सहित पार्टी के कई विधायक और प्रमुख नेता लगातार क्षेत्र का दौरा कर रहे हैं। भाजपा अपनी चुनावी रणनीति के तहत दिवंगत विधायक की एक पत्नी और उनकी बेटी को पार्टी में शामिल कर महिला शक्ति का अपमान करने का आरोप लगाकर झामुमो को घेरने का प्रयास कर रही है। वहीं, झामुमो दिवंगत विधायक डॉ. मुर्मू की दूसरी पत्नी को अपने साथ कर प्रचार अभियान में उतार दिया है। मुख्यमंत्री रघुवर दास स्वयं प्रचार अभियान की कमान संभाले हुए हैं जबकि झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन अपनी परम्परागत सीट को बरकार रखने के लिए दिन-रात जनसम्पर्क अभियान का संचालन करने में जुटे है। भाजपा 40 वर्षों से लिट्टीपाड़ा की जनता को विकास से महरूम रखने के लिए झामुमो और उसके प्रत्याशी साईमन मरांडी को जिम्मेवार बताकर झामुमो मुक्त संतालपरगना बनाने का आह्वान कर रही है। वहीं, भाजपा सरकार के ढाई साल के शासन काल को झामुमो झारखंड और झारखंड की जनता के हितों का विरोधी करार देते हुए छोटानागपुर काश्तकरी अधिनियम (सीएनटी)और संतालपरगना काश्तकरी अधिनियम (एसपीटी) में संशोधन किये जाने के मसले पर जनता को गोलबंद करने के प्रयास में जुटा है। देखना दिलचस्प होगा कि लिट्टीपाड़ा क्षेत्र से महज 151 मतों के शुभ अंकों के अंतर से प्रथम बार विजयी होकर अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत करनेवाले साईमन मरांडी झामुमो का यह मजबूत किला बचा पाते हैं या नहीं। वहीं, भाकपा और झामुमो से राजनीति का ककहरा सीखनेवाले संतालपरगना की राजनीति के पुराने खिलाड़ी भाजपा प्रत्याशी हेमलाल मुर्मू उत्तर प्रदेश में हाल में चली मोदी लहर का लाभ उठा पाते है या नहीं। यह 13 अप्रैल को मतगणना के बाद ही स्पष्ट ही पायेगा। 

सौंदर्या को बेहतरीन और अदभुत इंसान मानती हैं काजोल

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मुंबई, 02 अप्रैल, बॉलीवुड की जानी-मानी अभिनेत्री काजोल निर्देशक सौंदर्या को बेहतरीन और अदभुत इंसान मानती है। काजोल तमिल फिल्म ‘वीआईपी 2’ के साथ तमिल भाषा की फिल्मों में वापसी करने जा रहीं है। उन्होंने फिल्म निर्देशक सौंदर्या के साथ बिताए समय और काम के अनुभव को शानदार बताया। काजोल ने कहा, “वह बेहतरीन एवं अद्भुत इंसान हैं। उनके साथ काम का अनुभव शानदार रहा। मैंने उनके साथ बेहतरीन वक्त बिताया। ” काजोल ने कहा, “अपनी भूमिका से मैं बहुत खुश हूं। मैं फिल्म के बारे में ज्यादा कुछ नहीं बता सकती, क्योंकि मुझे निर्देशक ने फिल्म के बारे में ज्यादा न बोलने के लिए कहा है। ” गौरतलब है कि ‘वीआईपी 2’ वर्ष 2014 की तमिल फिल्म ‘वेलैयिल्ला पट्टाथारी’ का सीक्वल है। इसमें धनुष महत्वपूर्ण भूमिका में हैं, जबकि काजोल एक व्यापारी महिला के किरदार में हैं।


विशेष आलेख : "भक्तिकाल"का फिर से अभ्युदय

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प्रद्योत कुमार, बेगूसराय। हिंदी साहित्य में भक्ति काल का एक विशेष महत्व रहा है।सन 1375 से लेकर 1700 ई0 तक भक्ति काल का स्वर्णिम समय रहा था,उस समय कवियों ने ईश्वर की भक्ति में एक से बढ़कर एक कविताओं की रचना की थी अपने आराध्य देव की अर्चना - वंदना में।भक्त और भक्ति में ख़ास बात ये होती है कि कोई भी भक्त अपने भक्ति में अच्छे बुरे की समझ खो बैठता है,उसे भक्ति में यह ज्ञान नहीं रह पाता है कि सच क्या है और झूठ क्या है ?वह अपने आराध्य के प्रति समर्पित रहता है,बस यही  "भक्त "का धर्म है।वर्ष 2013 के मध्य से लगभग 318 वर्षों के बाद फिर से इक नए "भक्तिकाल"का अभ्युदय होते हुए वर्ष 2014 में सारे भक्तों की मुरादें पूरी हो गई,मोदी के सरकार में आते ही।अब लगभग पूरे देश में मोदी भक्तों की ऐसी हालत है कि अगर आपने खुले शब्दों में स्वस्थ्य आलोचना भी कर दिया तो भक्तों से शापित होना तय मानिये।भक्त सिर्फ अपने धर्म का निर्वाह करता है बाक़ी सब बेकार है।क्या हो रहा है देश में अच्छा या बुरा,विकास या ह्रास,इससे कोई बहस नहीं है,सरकार हित में काम कर रही है या अहित में इससे भी कोई बहस नहीं है,अधिकांश भक्तों को ये भी पता नहीं है कि देश में हो क्या रहा है फिर भी भक्ति बरकरार है,बस उन्हें सिर्फ ये पता है कि,"हो रहा है और जो नहीं हुआ वो आगे होगा"सच जानिये तो यही है सच्ची भक्ति।भक्त अपने धुन के आगे में किसी की नहीं सुनता सिर्फ भक्ति करते जाता है और अगर कभी बुरा हुआ तो बोलेगा भगवान जो करता है अच्छे के लिए करता है, इस बुराई में भी कुछ अच्छाई छिपा होगा सिर्फ आँखें बंद कर इन्तज़ार करते हैं।अब देखना ये है कि भक्त को भगवान 2019 तक क्या क्या वरदान देते हैं?भक्त ने तो भगवान की भरपूर भक्ति कर अपना फ़र्ज़ निभाया है चढ़ावा भी भरपूर चढ़ाया है।अब भगवान अपनी कृपा रूपी फ़र्ज़ निभाते हुए क्या आरक्षण,बेरोजगारी,देश में व्याप्त कुव्यवस्था और अनियमितता जैसे अनेकों अभिशाप से भक्तों को मुक्त करेगी या वोट और कुर्सी की राजनीति में उलझ कर यूँ ही भक्तों को अपनी माया में उलझाये रखेगी।अब आप ही बताइये है न ये 2014 से 2019 तक का नया "भक्तिकाल"।

राज्य के विकास में जेएमएम एक बड़ी बाधा के रुप में खड़ा दिख रहा : जे. बी. तुबिद

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अमरेन्द्र सुमन (दुमका), लिट्टीपाड़ा विधानसभा उपचुनाव में लोगों को रुझान भाजपा की ओर दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। निश्चित जीत की ओर भाजपा अग्रसर हैं। भाजपा नेता जे0 बी0 तुबिद व प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने मैहर गार्डन, दुमका में संयुक्त प्रेस वार्ता कर उपरोक्त की जानकारी दी। जे बी तुबिद ने कहा कि सीएनटी व एसपीटी एक्ट तथा स्थानीय नीति के मुद्दे पर हेमन्त सोरेन का बयान मतदाताओ को गुमराह करने वाला है। एसपीटी एक्ट की धारा 13 (क) का मात्र सरलीकरण किया गया है। कृषि योग्य भूमि को गैर कृषि कार्यो के आलोक में लिये जाने के विरुद्ध मात्र लगान चुकाने की बातें कही गई हैं। उन्होनें कहा तमाम राज्यों में यही नियम लागू है। झारखण्ड में अलग से कोई नियम थोपा नहीं गया है। हेमन्त सोरेन आदिवासियों को बरगलाने का काम कर रह हैं। उन्होनें कहा पिछले 40 वर्षों से जेएमम ने लिट्टीपाड़ा विधानसभा क्षेत्र का विकास नहीं किया। उन्होनें कहा कि जो व्यक्ति जिस जिले का है, उसी जिले में उसका नियोजन स्थानीय नीति में पूर्ण रुप से वर्णित है। स्थानीय नीति बनाने के पूर्व सर्वदलीय बैठक का आयोजन किया गया था। विपक्षियों ने इस बैठक में भाग नहीं लिया। सीएनटी व स्थानीय नीति की चर्चा के लिये विधानसभा में भी आहवान किया गया था। जेएमएम इसका विरोध करती रही। लोक महत्व की चीजों पर जेएमएम को कोई रुचि नहीं रह गयी है। इसलिये एसपीटी व सीएनटी एक्ट की बात कर लोगों को बरगलाने का काम कर रही है। उन्होनें कहा जल, जंगल, जमीन को बचाने के लिये एकजुटता की बात जेएमएम करती रही है किन्तु बीजेपी के शासनकाल में ही जल संरक्षण के लिये कई ठोस कदम उठाए गए। उन्होनें कहा दो लाख डोभा निर्माण का लक्ष्य रखा गया है। आने वाले समय में खेतों में पानी की उपलब्धता को बनाए रखने के लिये तथा उर्वरा शक्ति को बढाने के लिये जल संरक्षण सरकार का मुख्य संकल्प है। उन्होनें कहा 15 हजार से ज्यादा वन समितियों का गठन किया जा चुका है। वनों की रक्षा, वनोपजोग में उनकी भागीदारी सुनिश्चित करने के लिये लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। सीएनटी की धारा 71 (क) में आदिवासियों की जमीन किसी गैर आदिवासी को नहीं देने की बात कही गई है। पहले जमीन का मुआवजा देकर गैर आदिवासी समुदाय के लोग आदिवासियों की जमीन अपने नाम करवा सकते थे किन्तु अब यह बंद हो चुका है। आदिवासियों की जमीन गैर आदिवासियों को नहीं दी जा सकेगी। संताल परगना में ग्राम समुदाय की व्यवस्था को लागू किया गया है। मानकी मुण्डा, परगनैत, प्रधानों का मानदेय दोगुणा कर दिया गया है। 01.04.2017 से यह व्यवस्था लागू कर दी गई है। भूमि के संरक्षण के लिये प्रधानों को अधिकार दिया जा चुका है। उन्होनें कहा जेएमएम राज्य में विकास के लिये एक बड़ी बाधा के रुप में खड़ा है, इस पार्टी का अस्तित्व खुद-ब-खुद खत्म होता जा रहा है।  भाजपा प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने झामुमों से 5 प्रश्न किये हैं। उनका कहना है कि झामुमों इन प्रश्नों का उत्तर सार्वजनिक रुप से ताकि मतदाताओं को यह समझ में आ सके कि झामुमों के अन्दर की राजनीति कैसी है तथा झामुमों की करनी व कथनी में अंतर कितना है। उन्होनें कहा झामुमों ने कहा था कि साईमन मरांडी ने माफी मांगा था। उनके माफीनामे के बाद ही पार्टी ने लिट्टीपाड़ा विधानसभा क्षेत्र से बतौर प्रत्याशी उन्हें खड़ा किया है। क्या यह जेएमएम की सांमतवादी सोंच नहीं है, क्या राजा-महाराजों की तरह आज भी झामुमों के अन्दर की व्यवस्था है ? दूसरा प्रश्न यह है कि झामुमों के नेता तीन-तीन मर्तबा मुख्यमंत्री रहे हैं, पिछली दफा हेमन्त सोरेन 14 महीनों के लिये मुख्यमंत्री बने थे। इन 14 महीनों में आदिवासी-मूलवासी की बात करने वाले हेमन्त सोरेन ने स्थानीय नीति को परिभाषित क्यों नहीं किया ? क्या झामुमों के नेताओं को शपथप़त्र के साथ सार्वजनिक रुप से यह कहने का अधिकार है कि उन्होनें सीएनटी व एसपीटी एक्ट का उल्लंघन नहीं किया है। कया ऐसा कहने का साहस झामुमों के नेता दिखला सकते हैं ? साहेबगंज में प्रधानमंत्री की सभा, गंगा नदी पर पुल का शिलान्यास, आदिम जनजाति बटालियन की नियुक्ति पर रोक व महिला समूहों के बीच एक लाख फोन बाँटने की बात पर चुनाव आयोग से रोक लगाने की झामुमों की मांग को चुनाव आयोग द्वारा ठुकरा दिया गया है। क्या ऐसी नापाक हरकतों के लिये झामुमों को चुनाव आयोग से माफी नहीं मांगनी चाहिए ? लिट्टीपाड़ा विधानसभा उप चुनाव में झामुमों के नेता-कार्यकर्ता द्वारा अमर्यादित भाषाओ का प्रयोग किया जा रहा है। राजनीति के निचले स्तर तक झामुमों का इस प्रकार गिरना क्या मतदाताओं के बीच उनकी असलियत का नगाड़ा नहीं पिटा जा रहा ? भाजपा प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि उपरोक्त प्रश्नों का जबाव झामुमों को सार्वजनिक मंचों पर देना चाहिए। ं

झामुमों ने महिला शक्ति का अपमान किया : रघुवर दास

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लिट्टीपाड़ा विधानसभा उप चुनाव में प्रचार के लिए दिन सोमवार को मुख्यमंत्री रघुवर दास गोपीकांदर पहुंचे। भाजपा प्रत्याशी हेमलाल मुर्मू की जीत के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं का उन्होनें इस अवसर पर मनोबल बढ़ाया। उन्होंने कहा कि राज्य में परिवर्तन की लहर है। झामुमो पर उन्होंने चालीस साल तक क्षेत्र की उपेक्षा करते रहने तथा जन भावनाओं के साथ खिलवाड़ करते रहने का आरोप लगाया। श्री दास ने कहा कि झामुमो ने डॉ अनिल मुर्मू की पत्नी को टिकट न देकर महिला शक्ति का अपमान किया है। जनता इस अपमान का बदला जरुर लेगी। झामुमों के कार्यकारी अध्यक्ष सह पूर्व सीएम हेमंत सोरेन पर निशाना साधते हुए रघुवर दास ने कहा कि हेमंत सोरेन झामुमों प्रमुख शिबू सोरेन के बेटे हैं। उन्हें गरीबों का दर्द समझ में नहीं आता है। उन्होंने बूथ कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि कार्यकर्ता जिम्मेदारी निभाएं और नोट के लिए वोट बेचने न दें। सीएम ने कहा कि सरकार संताल परगना प्रमंडल को विकसित प्रमंडल बनाना चाहती है।  श्री दास ने कहा कि तीन साल का समय दीजिये, विकास करके दिखाऊंगा। श्री दास ने कहा कि झामुमों प्रत्याशी साइमन मरांडी आदिवासी वोटर्स को धमका रहे हैं, चुनाव बाद इनसे निपटा जायेगा। 

झारखण्ड : साक्षरता कार्यक्रम की उपलब्धियों को लेकर पंचायत व प्रखण्ड स्तर पर सौंपी गई दस्तावेजीकरण कार्य की जिम्मेदारी

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साक्षर भारत कार्यक्रम के तहत जिला साक्षरता समिति की मासिक समीक्षा बैठक जिला साक्षरता कार्यालय में आयोजित की गई। बैठक में साक्षरता कार्यक्रम से जुड़ी उपलब्धियों को लेकर पंचायत एवं प्रखण्ड स्तर पर दस्तावेजीकरण कार्य की जिम्मेदारी सभी प्रेरक एवं प्रखण्ड कार्यक्रम प्रबंधकों को दी गयी। मुख्य कार्यक्रम प्रबंधक, श्रीमती सिंहासन कुमारी की अध्यक्षता में आयोजित उक्त मासिक समीक्षा बैठक में जिला कार्यक्रम प्रबंधक अशोक सिंह ने प्रखण्डवार सभी प्रखण्ड कार्यक्रम प्रबंधकों से विगत 19 मार्च को आयोजित परीक्षा की सफलता, उससे संबंधित आंकड़ों का समेकन, उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन तथा पंजियन एवं अवार्ड लिस्ट का डाटा इंट्री कार्य की समीक्षा की और सभी कार्यों को ससमय पूरा करने का निदेश दिया। साथ ही लक्ष्य के अनुरूप शेष बचे असाक्षरों का पुनः साक्षरता केन्द्रों में नामंाकन प्रारंभ करने का भी निदेश दिया। इसके अलावा शत-प्रतिशत पंचायत एवं प्रखण्डों को पूर्ण साक्षर घोषित करने को लेकर उसका दस्तावेजीकरण करने को लेकर भी आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये। इसके अलावा सभी लोक शिक्षा केन्द्रों का नियमित संचालन करते हुए पुस्तकालय सूचना केन्द्र व चर्चा मंडल आयोजन पर जोर डाला गया। समीक्षा के क्रम में फोकस एरिया डेवलपमेंट के तहत चिन्हित प्रखण्डों एवं पंचायतों में निर्धारित कार्ययोजना के अनुसार कार्य करने का निदेश दिया गया तथा उसका प्रतिवेदन जिला को उपलब्ध कराने को कहा गया। बैठक में प्रेरक मानदेय भुगतान को लेकर भी समीक्षा की गयी, जिसमें कई प्रखण्डों में प्रेरकों के मानदेय भुगतान करने की सूचना मिली है। बैठक में सभी प्रखण्ड कार्यक्रम उपस्थित थे।

सब्सिडी वाला रसोई गैस सिलेंडर महँगा

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नयी दिल्ली 03 अप्रैल, घरेलू तेल विपणन कंपनियों ने एक अप्रैल से सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलेंडर की कीमत 5.97 रुपये (दिल्ली में) बढ़ा दी है जबकि बिना सब्सिडी वाला सिलेंडर 14.50 रुपये सस्ता किया गया है। देश की सबसे बड़ी तेल विपणन कंपनी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (आईओसीएल) के आँकड़ों के अनुसार, दिल्ली में रसोई गैस का सब्सिडी वाला घरेलू सिलेंडर अब 434.93 रुपये की बजाय 440.90 रुपये का मिलेगा। बिना सब्सिडी वाला सिलेंडर 14.50 रुपये सस्ता किया गया है और अब यह 737.50 रुपये की बजाय 723 रुपये का मिलेगा। इससे पहले आईओसीएल के एक अधिकारी ने रविवार को बताया था कि सब्सिडी वाले सिलेंडर की कीमत दो पैसे घटाकर दिल्ली में 434.91 रुपये की गयी है तथा अन्य महानगरों में भी इसमें मामूली कमी की गयी है। अब देश के चार महानगरों में घरेलू गैस सिलेंडर के दाम (रुपये में) इस प्रकार हैं : 

सब्सिडी वाला 
महानगर---------------पुरानी कीमत---------------नयी कीमत 
दिल्ली------------------434.93-----------------440.90 
कोलकाता---------------436.93------------------442.90 
मुंबई-------------------470.66------------------476.50 
चेन्नई------------------422.43------------------428.40 
बिना सब्सिडी वाला 
महानगर---------------पुरानी कीमत---------------नयी कीमत 
दिल्ली------------------737.50-----------------723.00 
कोलकाता---------------757.50------------------742.00 
मुंबई-------------------744.50------------------729.50 
चेन्नई------------------746.50------------------731.50
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