Quantcast
Channel: Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)
Viewing all 74271 articles
Browse latest View live

विशेष : दिल्ली में केजरीवाल के बुरे दिन

$
0
0
आठ राज्यों की दस विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में भी मोदी का जादू सिर चढ़कर बोल रहा है। 10 में 5 सीटों पर बीजेपी ने जीत दर्ज की है। खास यह है दिल्ली की राजौरी गार्डन विधानसभा सीट पर बीजेपी ने ही बाजी मारी है। जबकि आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार की जमानत जब्त हो गई है। ऐसे में बड़ा सवाल तो यही है क्या केजरीवाल के बुरे दिन आ गए है? क्या एमसीडी चुनाव में केजरीवाल के झूठ का सफाया होगा 



does-kejriwal-bad-day-starts
बेशक, भाजपा ने हिमाचल की भोरंज, असम की धेमाजी, मध्य प्रदेश की बांधवगढ़, राजस्थान की धौलपुर और दिल्ली की राजौरी गार्डन सीट पर जीत दर्ज की है। जबकि कांग्रेस ने कर्नाटक की दोनों सीटें फिर से जीत ली है। पश्चिम बंगाल में टीएमसी ने दोबारा से जीत दर्ज की है। बता दें, मध्य प्रदेश, असम, राजस्थान, कर्नाटक, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, पश्चिम बंगाल और झारखंड में 9 अप्रैल को उप-चुनाव कराए गए थे। खास यह है कि दिल्ली की राजौरी गार्डन विधानसभा सीट पर बीजेपी के उम्मीदवार मनजिंदर सिंह सिरसा ने 14,652 वोटों से जीत दर्ज की है। इस सीट पर कांग्रेस दूसरे और आम आदमी पार्टी तीसरे नंबर पर रही। दिल्ली की इस सीट के नतीजे पर पूरे देश की नजर थी, क्योंकि आने वाली 23 अप्रैल को दिल्ली में एमसीडी चुनाव है, इस सीट पर जीत से बीजेपी का मनोबल एमसीडी में भी बढ़ेगा। इस सीट पर बीजेपी को 52 फीसदी, कांग्रेस को 33 फीसदी और आप को 13 फीसदी ही वोट मिले हैं। 

हिमाचल प्रदेश में भाजपा उम्मीदवार डॉ. अनिल धीमान ने 8,290 मतों से भोरंज (एससी) विधानसभा सीट जीती। उन्होंने कांग्रेस की प्रमिला देवी को 8,290 मतों से हराया। यह सीट पूर्व मंत्री और भाजपा के दिग्गज नेता ईश्वर दास धीमान के निधन के चलते रिक्त हो गई थी। वह इस सीट से लगातार छह बार जीते थे। अब इस सीट से उनके बेटे डॉ. अनिल धीमान जीते हैं। इसके साथ ही 68 सदस्यीय सदन में भाजपा विधायकों की संख्या बढ़कर 28 हो गई है। असम में भाजपा उम्मीदवार रानोज पेगु ने धेमाजी विधानसभा उपचुनाव जीत लिया। उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार बाबुल सोनोवाल को 9,285 मतों के अंतर से हराया। भाजपा उम्मीदवार को 75,217 मत मिले जबकि कांग्रेस उम्मीदवार को 65,932 मत मिले। यहां से भाजपा विधायक प्रधान बरूआ के लखीमपुर लोकसभा सीट जीत लेने से यह सीट रिक्त रह गई थी। मध्य प्रदेश में उमरिया जिले की बांधवगढ़ सीट पर भाजपा उम्मीदवार शिवनारायण सिंह ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस की सावित्री सिंह को 25,476 मतों के बड़े अंतर से हरा दिया। इस सीट से विधायक रहे ज्ञान सिंह के लोकसभा के लिए चुने जाने से खाली हुई थी। 

राजस्थान के धौलपुर से भाजपा प्रत्याशी शोभारानी ने कांग्रेस प्रत्याशी बनवारी लाल शर्मा को हराकर जीत दर्ज कर ली है। अभी तक यह सीट बसपा के पास थी जिसका विधायक जेल चला गया। इस वजह से यह सीट खाली हुई थी। कर्नाटक के चामराजनगर जिले की नंजनगुंड सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार कालाले एन. केशवमूर्ति ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी और पूर्व कांग्रेसी व भाजपा प्रत्याशी श्रीनिवास प्रसाद को 21334 वोटों से हराकर चुनाव जीत लिया है। नंजनगुंड में पूर्व मंत्री वी. श्रीनिवास प्रसाद के इस्तीफा देने के कारण उपचुनाव कराया गया। पिछले साल मंत्रिमंडल पुनर्गठन के दौरान हटाए जाने से नाराज होकर श्रीनिवास प्रसाद ने कांग्रेस छोड़ दी थी। कर्नाटक के गुंदलुपेट विधानसभा सीट से कांग्रेस की गीता महादेव प्रसाद ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के सीएस निरंजन कुमार को 10,877 वोटों से हराया। गुंदलुपेट में तत्कालीन विधायक एच.एस. महादेव प्रसाद के निधन के कारण उपचुनाव हुआ है। कांग्रेस ने महादेव प्रसाद की पत्नी गीता महादेव प्रसाद को उम्मीदवार बनाया था। 


पश्चिम बंगाल की कांथी दक्षिण सीट पर तृणमूल कांग्रेस की चंद्रिमा भट्टाचार्य ने जीत दर्ज की है। इस सीट पर चंद्रिमा ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी को 42 हजार वोटों से हराया। कांथी दक्षिण सीट पर टीएमसी से चंद्रिमा भट्टाचार्य, लेफ्ट फ्रंट से उत्तम प्रधान और भाजपा से सौरिन्द्र मोहन जान उम्मीदवार थे। यह सीट पहले भी टीएमसी के पास थी लेकिन विधायक दिब्येंदु अधिकारी तमलुक से सांसद बन गए जिससे यह सीट खाली हुई थी। असम की धीमाजी सीट पर बीजेपी के रानोज पेगु ने जीत दर्ज की है। बीजेपी विधायक प्रधान बरूआ के सांसद बनने से ये सीट खाली हुई थी। कर्नाटक की नंजनगुड सीट पर कांग्रेस के उम्मीदवार ने जीत हासिल की है। ये सीट कांग्रेस के पास ही थी। नंजनगुड के विधायक वी. श्रीनिवास प्रसाद ने कांग्रेस से इस्तीफा देकर बीजेपी में शामिल हो गए थे। कर्नाटक की गुंदलुपेट सीट पर कांग्रेस के उम्मीदवार ने जीत हासिल की है। ये सीट कांग्रेस के पास ही थी। कांग्रेस विधायक महादेव प्रसाद के निधन से यह सीट खाली हुई है। 



(सुरेश गांधी)

विशेष आलेख : भारत को चुनौती है कुलभूषण की फांसी

$
0
0
बेकसूर कुलभूषण को बिना ठोस आधार व सबूत के पाकिस्तानी सेना द्वारा फांसी की सजा देने का ऐलान से साबित होता है कि वह भारत का कितना बड़ा कट्टर दुश्मन है। हालांकि गृहमंत्री ने साफ तौर पर कहा है कि पाक की यह हरकत सीधे तौर पर हत्या है? इसका वह हर संभव जवाब देंगे। कुलभूषण को बचाने का पूरा प्रयास करेंगे। मामला अंतष्ट्रीय मंच पर ले जायेंगे? 



kulbhushan-jadhav-in-pakistan
हो जो भी, सच तो यही है कि एक के बाद एक भारत की तरफ से दी जा रही चुनौतियों से पाकिस्तान बौखला गया है। अपनी आतंकी जमातों पर काबू ना कर पाने की विफलता के बीच अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की कोशिशों से अलग-थलग पड़ता पाकिस्तान कुलभूषण जाधव के बहाने भारत से बदला लेना चाहता है। खासकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा बलोचिस्तानियों के प्रति हमदर्दी का इजहार करना पाकिस्तान पचा नहीं पा रहा है। माना जा रहा है कि निर्दोष कुलभूषण को फांसी का ऐलान किया जाना उसी का एक हिस्सा है। ऐसे में बड़ा सवाल तो यही है क्या कुलभूषण को फांसी देकर पाकिस्तानी सेना बलोचिस्तान का बदला लेना चाहती है? या फिर यह नवाज शरीफ की मोदी को छद्म युद्ध की चुनौती है? फिरहाल, कुलभूषण को मौत की सजा सुनाकर पाकिस्तान ने अपनी ओछी हरकत का जीता-जागता सबूत पेश किया है। माना जा रहा है कि पाकिस्तान की यह हरकत भारत से संबंध सुधार की रही-सही उम्मीदों पर बट्टा लगाने का ही काम किया है। गौर करने वाली बात यह है कि कुलभूषण जाधव मामले में भारत ने सख्त रुख अपनाया है। विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तानी उच्चायुक्त अब्दुल बासित को तलब करते हुए कहा है कि ऐसा कोई सबूत नहीं है कि कुलभूषण को फांसी की सजा दी जाएं। लेकिन पाकिस्तान यदि अपने नापाक इरादों के साथ आगे बढ़ता है तो भारत इसे एक हत्या की तरह देखेगा। भारत द्वारा पाकिस्तान को आगाह करने का ही परिणाम है कि अब पाकिस्तान का रुख नरम पड़ता दिख रहा है। रक्षा मंत्री ख्वाजा मुहम्मद आसिफ ने कहा है कि जाधव को फांसी की सजा पर तुरंत अमल नहीं किया जाएगा। कानून के तहत अभी उनके पास तीन बार अपील करने का विकल्प है। पाकिस्तान की यह नरमी भारतीयों के लिए गर्व की बात है, लेकिन उसके दोगलेपन से वाकिब हर भारतीय जानना चाहता है कि बेकसूर कुलभूषण को बचाने का भारत के पास आखिरी रास्ता क्या है? वैसे भी कुलभूषण जाधव मामले में पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय कानूनों का पालन नहीं किया है। भारत सरकार ने 11 बार लिखित रूप में और 2 बार मौखिक रूप में जाधव को वकील मुहैया कराने की पेशकश की, जिसे पाकिस्तान ने ठुकरा दिया। मतलब साफ है कुलभूषण को यदि फांसी दी गयी तो यह इंसानियत और कानून के खिलाफ होगा। क्योंकि बलूचिस्तान में कुलभूषण जाधव को पाकिस्तानी सैन्य-तंत्र ने जिस तरह कब्जे में लिया, उसे कोई भी सभ्य मुल्क गिरफ्तारी की संज्ञा नहीं देगा। यह सीधे-सीधे एक विदेशी नागरिक को अगवा करने की कार्रवाई थी। अगवा करने के बाद जाधव पर जासूसी के आरोप मढ़े गये और पाकिस्तानी सैन्य-अदालत ने गुपचुप मुकदमा चला कर मात्र एक साल के भीतर फांसी की सजा भी सुना दी। किसी विदेशी नागरिक को फांसी की सजा सुनाने के मामले में ऐसी हड़बड़ी का परिचय शायद ही किसी सभ्य मुल्क ने दिया हो। पाकिस्तान फांसी की सजा के पक्ष में जो सबूत पेश कर रहा है, उसे अंतरराष्ट्रीय मामलों के विशेषज्ञ लचर बता रहे हैं। 

बता दें, पाकिस्तान की जेल में बंद भारतीय कैदी कुलभूषण जाधव को मौत की सजा सुनाई गई है। पाकिस्तान में उनकी पिछले साल तीन मार्च को गिरफ्तारी हुई थी। उन्हे पाकिस्तान के बलूचिस्तान में गिरफ्तार किया गया था और पाकिस्तान ने उनपर भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ के एजेंट होने का आरोप लगाया है। पाकिस्तान ने 6 मिनट का एक वीडियो जारी किया था। जिसमें जाधव को स्वीकार करते हुए दिखाया गया था कि वो रॉ के एजेंट है और वो अभी भी भारतीय नौसेना के साथ है। पाकिस्तान विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा था कि कुलभूषण के खिलाफ पाकिस्तान के पास पर्याप्त सूबत हैं। जबकि मुंबई निवासी कुलभूषण जाधव के बाबत भारतीय विदेश मंत्रालय की ओर जारी बयान में कहा गया था कि गिरफ्तार व्यक्ति के बयान से साफ संकेत मिलता है कि यह सिखा पढ़ा कर तैयार कराया गया वीडियो है। या फिर इस वीडियों के साथ छेड़छाड़ किया गया है। पाकिस्तान की पोल तब भी खुली थी जब पाकिस्तानी सेना की ओर से यह दावा किया गया था कि उनके सेनाध्यक्ष ने इस्लामाबाद की यात्रा पर आए ईरान के राष्ट्रपति से कुलभूषण के मामले में बात की है। जबकि ईरानी राष्ट्रपति ने तत्काल ही ऐसी किसी बातचीत को बकवास करार दिया था। खास यह है कि कोई भी मुल्क जासूसी के मिशन पर अपने सैन्य-अधिकारी को उसकी वास्तविक नागरिकता जाहिर करने वाले पासपोर्ट के साथ नहीं भेजता। इस ढीलापोली के बावजूद पाकिस्तान की फौजी अदालत को जाधव के लिए मृत्युदंड ही उचित लगा तो उसकी नीयत को समझना होगा। पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट में इस अदालत के खिलाफ पहले से ही मुकदमा कायम है। दक्षिण एशिया में पाकिस्तान इकलौता मुल्क है, जिसकी फौज सड़क चलते लोगों को उठाकर बंद कमरे में उनपर मुकदमा चलाती है। दुनिया के तमाम देशों में फौजी अदालते हैं, भारत में भी हैं, लेकिन वे फौज से जुड़े मामले ही देखती हैं। बाकी सारे मामले, चाहे वे कितने भी विकट क्यों न हो, नागरिक अदालतों में ही अपने अंजाम तक पहुंचते हैं। मुंबई आतंकी हमले के बाद अजमल कसाब पर दो साल मुकदमा चला, सारे सबूत खुली अदालत में पेश हुए और पाकिस्तान को उनमें से एक पर भी एतराज करते नहीं बना। इतना ही नहीं, भारत-पाक बंटवारे के बाद से भारत ने जितने भी पाकिस्तानी जासूस पकड़े, एक को भी सजा-ए-मौत नहीं दी। कुलभूषण जाधव का मामला पाकिस्तान में लोकतंत्र की हैसियत भी जाहिर करता है। इस देश को सोचना होगा कि निराधार आरोप के तहत एक भारतीय को सबसे बड़ी सजा सुनाकर वह दोनों देशों के रिश्ते इतने खराब कर लेगा, कि वहां से वापसी बहुत मुश्किल हो जाएगी।


गृह मंत्रालय भारत की ओर से उसी वक्त बताया गया था कि कुलभूषण भारतीय है, नौसेना से सेवानिवृत्त हो चुका है और रिटायरमेंट के समय से ही उसका सरकार से कोई संपर्क नहीं रहा है। संभव है पाक सेना उसका किडनैपिंग की हो। जबकि मार्च, 2016 में पाकिस्तान आर्मी ने जाधव के कथित कबूलनामे का वीडियो जारी किया था। वीडियो में जाधव ने कहा कि वह मुंबई में रहता है। अब भी वह भारतीय नौसेना का अधिकारी है, जिसकी सेवानिवृत्ति 2022 में होनी है। उसने कहा कि उसने वर्ष 2001 में भारतीय संसद पर हमले के बाद खुफिया विभाग में काम करने से करियर शुरू किया था। बाद में उसने ईरान में छोटे स्तर पर व्यापार शुरू किया। जिसकी वजह से उसे पाकिस्तान आने-जाने में सहूलियत होने लगी। वर्ष 2013 में उसे रॉ एजेंट बना लिया गया। उसके मुताबिक उसे 3 मार्च को ईरान से पाकिस्तान में घुसने की कोशिश के दौरान ही गिरफ्तार किया गया। पाकिस्तान ने आरोप लगाया था, जाधव इंडियन नेवी का सर्विंग अफसर है। उसे सीधे रॉ चीफ हैंडल करते हैं। वो एनएसए के भी टच में है। आपका मंकी (जासूस) हमारे पास है। उसने वो कोड भी बताया है, जिससे वह रॉ से कॉन्टैक्ट करता था। उसके पास से बरामद पासपोर्ट में उसका नाम हुसैन मुबारक पटेल लिखा है। उसका जन्मस्थान महाराष्ट्र का सांगली बताया गया है। पाकिस्तान ने उसके पास ईरान का वैध वीजा होने का भी दावा किया था। हालांकि 7 दिसंबर, 2016 को नवाज शरीफ के फॉरेन अफेयर्स एडवाइजर सरताज अजीज ने पाकिस्तानी टीवी चैनल जिओ के एक इंटरव्यू में कहा था, ‘गिरफ्तार किए गए भारतीय जासूस जाधव ने सिर्फ बयान दिया है, लेकिन इसके अलावा उसके खिलाफ हमारी सरकार और एजेंसियों के पास कोई पुख्ता सबूत नहीं हैं। भारत को दिए जाने वाले डोजियर में जो सबूत हमने रखे हैं, वो काफी नहीं हैं। अब एजेंसियों की जिम्मेदारी है कि वो जाधव के खिलाफ सबूत जुटाने में कितना वक्त लगाती हैं। 

सूत्रों की मानें तो कूलभूषण को ईरान से गिरफ्तार किया गया था। जबकि पाकिस्तान की तरफ से उस वक्त कहा गया कि जाधव को बलूचिस्तान से गिरफ्तार किया गया है। इसके बाद से ही भारत सरकार कूलभूषण से मिलने की पाकिस्तान सरकार से कई बार इजाजत मांगी थी। लेकिन पाकिस्तान सरकार ने आजतक इजाजत नहीं दी। अब इसी बात को लेकर भारत सरकार पाकिस्तान से इस फैसले पर जवाब तलब कर सकती है। फिरहाल, जिस पाकिस्तान की बुनियाद ही नफरत और मजहब के नाम पर पड़ी है उससे न्याय की उम्मींद करना बेमानी है। लेकिन पाकिस्तान को ये भी नहीं भूलना चाहिए कि भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी है, जो झुकना नहीं चाहते। बावजूद इसके भारत ने आपा ना खोते हुए मामले को न्याय के अंतराष्ट्रीय मंचों पर ले जाने की बात कह कर समझदारी भरा कदम उठाया है। अगर पाकिस्तान की सरकार दुनिया के महत्वपूर्ण देशों की नजर में आगे और अविश्वसनीय नहीं होना चाहती और अपने मुल्क में लोकतंत्र की हिफाजत के लिए सचमुच प्रतिबद्ध है, तो उसे जाधव के मामले में इंसाफ के अंतरराष्ट्रीय नियम-कायदों का हर हाल में पालन करना चाहिए। कुछ उसी अंदाज में गृहमंत्री के बयान को भी लिया जा सकता है। जिसमें उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि बेकसूर जाधव के खिलाफ कोई भी कार्रवाई भारत सहन नहीं करेगा। यह भी एक तथ्य है कि खुद पाकिस्तान में अनेक लोग यह मानते हैं कि कुलभूषण जाधव को अगवा कर उसे रॉ एजेंट इसलिए करार दिया गया, क्योंकि पाकिस्तानी सेना को प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की भारत से संबंध सुधार की कोशिश रास नहीं आ रही थी। चूंकि अब नवाज शरीफ राजनीतिक रूप से और कमजोर हो चुके हैं इसलिए इसकी उम्मीद कम है कि वह अपनी ही सेना की गंदी हरकत के खिलाफ कुछ कर सकेंगे। ऐसे में यह और आवश्यक हो जाता है कि भारत सरकार कुलभूषण जाधव का हश्र सरबजीत जैसा न होने दे। इसके लिए हर संभव उपाय किए जाने चाहिए। भारत को इस्लामाबाद ही नहीं, सारी दुनिया को यह संदेश देने की जरूरत है कि पाकिस्तान किसी भारतीय नागरिक से मनमानी नहीं कर सकता।






(सुरेश गांधी)

मधुबनी : बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना लागू करने का निश्चय

$
0
0
bihar-students-credit-card-madhubani
मधुबनी/खुटौना (रमेश कुमार ) +2आदर्श उच्च बिद्यालय  खुटौना  में बिहार स्टूडेंट कार्ड योजना के सम्बन्ध में खुटौना प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी उमेश चंद्र रॉय ने दी  जानकारी  | इस योजना का उदेश क्या है  राज सरकार के सुशासन के कार्यक्रम 2015 -20 के अंतरगत बिकसित बिहार  के सात निशचय के  अंतर्गत 12वी कक्षा  उत्तीर्ण ऐसे  बिद्यार्थी  जो आथिर्क कारणों से उच्च शिक्षा  प्राप्त करने से बंचित हो जाते है ,उनको आथिर्क साहयता पहुचाने के उदेश्य से बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना लागू करने का निश्चय  लिया गया है  ताकि  बिधार्थियो को उच्च शिक्षा प्राप्त करने में सुबिधा हो सके | इस योजना के अंतर्गत बैंको से जोड़कर 12बी कक्षा  प्रत्येक  इच्छुक विद्यार्थी को शिक्षा ऋण  उपलब्ध कराने का उदेश है उस में उपस्थित  खुटौना प्रमुख श्री आर पी मंडल   प्रधानाचर्या  फिरोज  प्रशिक्षण दिए रामपुकार रमन,  खालिद अंजुम  ,दिनेश कुमार  कपिल देव मोची ,दिलीप कुमार अमर, और सभी शिक्षक एवं शिक्षका भाग लिये |

बिहार : काॅलेज आॅफ काॅमर्स आर्टस एण्ड साइंस में ए.आई.एस.एफ. का 13वाँ सम्मेलन संपन्न

$
0
0
  • 31 सदस्यीय इकाई गठित, राहुल बने अध्यक्ष एवं राजीव बने सचिव, ए.आई.एस.एफ के राज्य सम्मेलन में गया 16 को प्रतिनिधि होंगे रवाना। 

aisf-13th-convention-patna
पटना:- आॅल इण्डिया स्टूडेन्ट्स फेडरेषन के काॅलेज आॅफ काॅमर्स, आर्टस एण्ड साइंस इकाई का 13वाँ छात्र सम्मेलन आज काॅलेज परिसर में संपन्न हो गया। सम्मेलन में लगभग दो दर्जन छात्र-छात्राओं ने काॅलेज एवं विष्वविद्यालय से संबंधित समस्याओं को रखा। खासकर छात्राओं ने सुरक्षा, आने जाने के क्रम में कमेण्ट के मसले को प्रमुखता से उठाया। वहीं छा-छात्राओं ने नियमित पठन-पाठन संसाधनों का अभाव, खेलकूद प्रयोगषाला, पुस्तकालय, समय पर परीक्षा, त्रुटिरहित परीक्षाफल का मसला उठया। मौके पर मौजूद ए.आई.एस.एफ. के राज्य सचिव सुषील कुमार ने सम्मेलन में शामिल छात्र-छात्राओं से मगध विष्वविद्यालय के पटना प्रक्षेत्र के काॅलेजों को मिलाकर पाटलिपुत्र वि॰वि॰ बनाए जाने को लंबे संघर्षों की देन बताया तथा पाटलित्र वि॰वि॰ तेजी से स्थापित कराने के लिए आंदोलन तेज करने का आह्वान किया। उन्होंने सम्मेलन में शामिल छात्र-छात्राओं को पुनः आष्वसत किया कि प्राचार्य कुलपति या राज्य सरकार जहां भी जरूरत होगी समस्याओं को पहुंचाया जाएगा। समाधान नहीं होने पर आंदोलन को छात्र विवष होंगे। बातचीत की शुरूआत ए.आई.एस.एफ. राज्य परिषद सदस्य महेष कुमार ने नियमित अंतराल पर शैक्षिक-सांस्कृतिक एवं खेल कूद के आयोजन को प्रमुखता से किए जाने पर बल दिया । अध्यक्षता करते हुए जिला सह सचिव साजन झा ने आगामी 16-18 अप्रैल, 2017 को गया में होने वाले राज्य सम्मेलन में पटना जिला से सौ प्रतिनिधि जाने की जानकारी देते हुए कहा कि काॅलेज से भी 10 प्रतिनिधि शामिल होंगे।  सम्मेलन में 31 सदस्यीय काॅलेज इकाई का गठन किया गया। जिसमें राहुल कुमार को काॅलेज इकाई का अध्यक्ष, राजीव किषोर को सचिव, दिव्या झा एवं सौरभ रंजन को उपाध्यक्ष, निषा कुमारी एवं मुकेष कुमार को सह सचिव तथा राजेष कुमार को कोषाध्यक्ष सर्वसम्मति से चुना गया। जबकि महेष कुमार, विवके कुमार, सुभाष कुमार अमन, सत्य प्रकाष, आरती कुमारी, रवीष कुमार, अमित नारायण ठाकुर, अंकित कुमार, प्रषांत कुमार, अविनाष, विनय, सौरभ किषन, अभिषेक, पल्लवी, अंषु, विषाल जूली विनता, प्रियका कुमार, स्वाति कुमारी, सुमन एवं अन्य को काॅलेज इकाई में चुना गया। 

पाकिस्तान में जाधव के हालात के बारे में सरकार को कोई जानकारी नहीं : बागले

$
0
0
no-information-about-the-situation-of-jadhav-in-pakistan-bagley
नयी दिल्ली 13 अप्रैल, पाकिस्तान द्वारा मौत की सजा का फरमान सुनाये जाने के बाद सुर्खियों में आये पूर्व नौसेना अधिकारी कुलभूषण जाधव के हालात के बारे सरकार को अब तक कोई जानकारी नहीं मिली है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बागले ने यहां संवाददाताओं से एक सवाल के जवाब में कहा कि भारत सरकार को जानकारी नहीं है कि श्री जाधव पाकिस्तान में किस स्थिति में हैं और किस शहर में हैं क्योंकि पाकिस्तान ने हमें कुछ नहीं बताया है। उन्होंने कहा कि श्री जाधव को स्वदेश लाने के लिए हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं। श्री बागले ने श्री जाधव को स्वदेश वापस लाने के लिए संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग जैसे किसी तीसरे पक्ष की मदद लेने की संभावना इनकार किया और स्पष्ट किया कि पूर्व नौसेना अधिकारी का यह मुद्दा राष्ट्र भावना में बदल गया है। उन्होंने कहा कि उनका नाम ‘कुलभूषण’ हैं और वह अपने ‘कुल’ का गौरव हैं लेकिन आज पूरा देश उनके साथ है। नेतृत्व ने इस मामले को अपने हाथ में लिया है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने संसद के हाल में सम्पन्न बजट सत्र में श्री जाधव का मुद्दा प्रमुखता से उठाते हुए कहा कि वह पाकिस्तान सरकार को आगाह करती हैं कि अगर वह इस मामले में आगे बढ़ती है तो उसे दोनों देशों के बीच संबंधों के नतीजों के बारे में विचार करना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा है कि यदि श्री जाधव को फांसी देने की सजा पर तामील किया जाता है तो इसे जानबूझकर हत्या की कार्रवाई माना जाएगा।

उपचुनाव : भाजपा को पांच, कांग्रेस को तीन सीटें,आप को झटका

$
0
0
bypolls-aap-gets-set-back-bjp-snatches-5-seats-congress-3
नयी दिल्ली,13 अप्रैल, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आठ राज्यों की 10 विधानसभा सीटों पर हुये उपचुनावों में भारी सफलता हासिल करते हुए पांच सीटें अपनी झोली में डाल ली और कांग्रेस को तीन सीटों से ही संतोष करना पड़ा जबकि दिल्ली में आम आदमी पार्टी की करारी हार हुई है । हाल ही में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में शानदार जीत हासिल करने वाली भाजपा ने इन उपचुनावों में भी अपना विजय अभियान जारी रखते हुए हिमाचल प्रदेश की भोरांज, मध्यप्रदेश की बांधवगढ़, असम की धेमाजी, दिल्ली की राजौरी गार्डन और राजस्थान की धौलपुर सीट अपनी झाेली में डाल ली। कर्नाटक में सत्तारुढ़ कांग्रेस ने दोनों सीटों पर जीत दर्ज कर अपना दबदबा बनाये रखा । वह मध्यप्रदेश के अटेर सीट पर भी अपना कब्जा बरकरार रखने में कामयाब रही, हालांकि इस सीट पर भाजपा ने उसे कड़ी टक्कर दी । कांग्रेस प्रत्याशी अपने निकटतम प्रतिद्वंदी को मात्र 857 मतों के अंतर से पराजित कर सका । पश्चिम बंगाल की कांठी दक्षिण सीट पर तृणमूल कांग्रेस ने फिर से अपना परचम लहराया जबकि झारखंड में लिट्टीपाड़ा सीट पर झारखंड मुक्ति मोर्चा अपना कब्जा बनाये रखने में कामयाब रहा । दिल्ली के राजौरी गार्डन उपचुनाव में आप को तगड़ा झटका लगा है । उसका उम्मीदवार न केवल तीसरे स्थान पर रहा बल्कि अपनी जमानत भी नहीं बचा सका । यह सीट भाजपा -अकाली गठबंधन के उम्मीदवार मनिदंर सिंह सिरसा ने जीती । यहां कांग्रेस दूसरे स्थान पर रही । पिछले विधानसभा चुनाव में आप ने दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों में 67 सीटें जीती थीं । पश्चिम बंगाल की कांठी सीट तृणमूल कांग्रेस जीतने में सफल रही लेकिन वहां भाजपा ने शानदार प्रदर्शन किया और उसका उम्मीदवार दूसरे स्थान पर रहा । पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा को यहां नौ प्रतिशत मत मिले थे जो बढ़कर इस बार 30 प्रतिशत हो गया । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उपचुनावों में भाजपा को मिली सफलता पर पार्टी कार्यकर्ताओं को बधाई दी और कहा कि जनता ने विकास और सुशासन की राजनीति में विश्वास जताया है जिसके लिए वह लोगों को धन्यवाद देते हैं ।

आतंकवाद के खात्मे के लिए महत्वपूर्ण प्रौद्योगिक साझा करेंगे भारत और ब्रिटेन

$
0
0
india-and-britain-will-share-important-technologies-for-the-end-of-terrorism
नयी दिल्ली 13 अप्रैल, भारत और ब्रिटेन ने रक्षा क्षेत्र में सहयोग को और मजबूत तथा व्यापक बनाने के साथ साथ आतंकवाद का मिलकर मुकाबला करने के लिए एक दूसरे के साथ प्रौद्योगिकी तथा प्रशिक्षण के क्षेत्र में भागीदारी करने पर सहमति जताई है। भारत की चार दिन की यात्रा पर आये ब्रिटेन के रक्षा मंत्री माइकल फालन और रक्षा मंत्री अरूण जेटली के बीच आज यहां शिष्टमंडल स्तर की महत्वपूर्ण वार्ता हुई। बैठक में रक्षा क्षेत्र में सहयोग को आगे बढाने के साथ साथ विशेष रूप से आतंकवाद के खिलाफ साझा प्रयासों पर भी व्यापक बातचीत हुई। ब्रिटेन के रक्षा मंत्री श्री जेटली के निमंत्रण पर रक्षा और अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा फ्रेमवर्क के तहत आयोजित वार्ता में हिस्सा लेने के लिए यहां आये हैं। बैठक के बाद जारी संयुक्त वक्तव्य में कहा गया है कि भारत और ब्रिटेन 21 वीं सदी की चुनौतियों से निपटने के लिए प्रतिबद्ध हैं। दोनों पक्षाें ने क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा परिदृश्य पर विचारों का आदान प्रदान करते हुए इस बारे में भविष्य में भी संवाद जारी रखने पर सहमति जतायी। दोनों ने विभिन्न वैश्विक सुरक्षा चुनौतियों से निपटने और सुरक्षित विश्व की परिकल्पना के तहत अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद के खात्मे के लिए बेहतर समन्वय पर भी जोर दिया। दोनों देश रक्षा विनिर्माण और अपने अपने निजी तथा सार्वजनिक क्षेत्र की सामूहिक क्षमता का इस्तेमाल घरेलू उपयोग तथा निर्यात के लिए करने पर भी राजी हुए। उन्होंने आतंकवाद रोधी अभियानों , अत्याधुनिक विस्फोटक उपकरणों को निष्क्रय करने , हवाई सुरक्षा , विमानवाहक युद्धपोत निर्माण , समुद्री सुरक्षा ,जलपोत बनाने तथा संयुक्त राष्ट्र शांति सेना अभियानों में साझेदारी कर क्षमता को बढाने पर भी अधिक से अधिक जोर देने की बात कही। दोनों पक्षाें ने तीनों सेनाओं के परस्पर संयुक्त अभ्यास और मजबूत सैन्य संबंधों के साथ साथ रक्षा उद्योग के क्षेत्र में सहयाग को बढाने पर भी जोर दिया। उन्हाेंने मौजूदा रक्षा सलाहकार समूह तंत्र के तहत सहयोग जारी रखने और इसे अन्य क्षेत्रों में भी लागू करने की संभावनाओं का पता लगाने पर भी सहमति जतायी। उन्होंने मेक इन इंडिया कार्यक्रम के तहत रक्षा विनिर्माण के क्षेत्र में परस्पर सहयोग को प्रगाढ बनाने पर भी चर्चा की। दोनों ने रक्षा अनुसंधान और विकास प्रशिक्षण में सहयोग के साथ साथ रक्षा विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में साझेदारी बढाने की भी जरूरत बतायी।

अाप पार्टी आत्महत्या के लिए पूरी तरह तैयार : योगेन्द्र यादव

$
0
0
aap-comit-to-sucide-yogendra-yadav
नयी दिल्ली,13 अप्रैल, स्वराज इंडिया के अध्यक्ष योगेन्द्र यादव ने आज राजौरी गार्डन विधानसभा उपचुनावों के नतीजों पर आम आदमी पार्टी (आप) पर जाेरदार प्रहार करते हुए कहा कि यह पार्टी अपने कथित कुशासन, गलतियों,भ्रष्ट्राचार और लोगों के साथ किए गए वायदाें को निभाने में नाकाम रहने के कारण अब आत्महत्या करने पर पूरी तरह तैयार है। गाैरतलब है कि राजौरी गार्डन विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव के नतीजे आज ही घोषित हुए हैं और इसमें आप पार्टी के उम्मीदवार की जमानत ही जब्त हो गई और यह सीट भारतीय जनता पार्टी भाजपा-शिरोमणि अकाली दल गठबंधन के खाते में गई है। इस पर मनजिंदर सिंह सिरसा चुने गए हैं। श्री यादव ने कहा“ इस बात से कोई इनकार नहीं है कि आप पार्टी के खात्में में भाजपा का कोई हाथ नहीं है लेकिन यह पार्टी अपने कुशासन ,गलतियों ,भष्ट्राचार और जनता के साथ किए गए वायदोंं को पूरा करने में नाकाम रहने के कारण आत्महत्या करने के लिए पूरी तरह तैयार है। ” उन्होंने निगम चुनावों में पार्टी उम्मीदवारों के पक्ष में प्रचार करते हुए कहा “ हम लोकतांत्रिक राजनीति में बहुत ही अप्रत्याशित घटनाओं को देख रहे हैं। भाजपा इस पार्टी के खात्मे के लिए पूरी तरह जंग छेड़े हुए है लेकिन उसे अपने मंसूबों में सफलता नहीं मिलेगी क्योंकि आप पार्टी का नेतृत्व खुद ही अपने विनाश की प्रकिया में है। हम नहीं जानते कि हत्या पहले होगी या आत्महत्या। ” उन्होेंने कहा कि ऐसे समय जब सभी पार्टियों दिल्ली में एक दूसरे के सफाए पर उतारू है, मगर स्वराज इंडिया का पूरा ध्यान राजधानी को गंदगी और कूड़े कचरे से निजात दिलाने पर है। पार्टी ने अपना दृष्टिकोण दस्तावेज“ साफ दिल साफ दिल्ली ”पहले ही जारी कर दिया है और कल अपना विस्तृत घोषणा पत्र जारी करेेगी। राजधानी में 23 अप्रैल काे तीनों निगमों के लिए चुनाव होंगें।


सुभाष चंद्रा और बीरेन्द्र सिंह से जवाब-तलब

$
0
0
sc-call-subhash-changra
नयी दिल्ली 13 अप्रैल, उच्चतम न्यायालय ने राज्यसभा में चुनाव के दौरान कलम के इस्तेमाल को लेकर दाखिल की गई याचिका पर निर्दलीय सांसद एवं भारत के मीडिया मुगल कहे जाने वाले सुभाष चंद्रा और केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेन्द्र सिंह को आज नोटिस जारी किये। न्यायमूर्ति जस्ती चेलमेश्वर और न्यायमूर्ति एस अब्दुल नजीर की पीठ ने वरिष्ठ अधिवक्ता आर के आनंद की याचिका की सुनवाई के दौरान दोनों नेताओं को नोटिस जारी करके जवाबी हलफनामा दायर करने का निर्देश दिया। गत वर्ष जून में हुए राज्यसभा के चुनाव में श्री चंद्रा के खिलाफ मैदान में उतरने वाले श्री आनंद ने अपनी याचिका में दावा किया है कि चुनाव में गड़बड़ी के लिए मतदान वाले इलाके से आधिकारिक कलम को गुप्त रूप से हटा दिया गया था। पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय ने गत 23 मार्च को उस याचिका को खारिज कर दिया था जिसमें श्री चंद्रा के चुनाव जीतने को चुनौती दी गयी थी। श्री चंद्रा ने हरियाणा से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में राज्यसभा चुनाव जीता था। उन्हें भारतीय जनता पार्टी का समर्थन प्राप्त था।

नागरिक उड्डयन में तकनीकी सहयोग पर फ्रांस के साथ समझौता

$
0
0
indo-france-tied-up-for-aviation-technology
नयी दिल्ली 13 अप्रैल, भारत और फ्रांस ने नागरिक उड्डयन के क्षेत्र में तकनीकी सहयोग कार्यक्रम को आगे जारी रखने के लिए आज एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किये। नागरिक उड्डयन मंत्री अशोक गजपति राजू और भारत की यात्रा पर आये फ्रांस के परिवहन, सामुद्रिक गतिविधियों और मत्स्य पालन मंत्री अलेन विदालिस की मौजूदगी में यहाँ भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) और फ्रेंच सिविल एविएशन अथॉरिटी के बीच करार किया गया। इसके तहत दोनों देश अपने अधिकारियों को एक-दूसरे के यहाँ भेजकर और तकनीकी जानकारी साझा कर लाभांवित होंगे। इससे दोनों देशों में कौशल एवं विशेषज्ञता को दीर्घावधि में बढ़ावा मिलेगा। फ्रांस की ओर से भारत में उसके राजदूर एलेक्जेंडर जिग्लर और भारत की ओर से एएआई में एयर नेविगेशन सिस्टम के सदस्य ए.के. दत्ता ने सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किये। दोनों देशों के बीच नागर विमानन क्षेत्र में तकनीकी सहयोग के लिए वर्ष 2010 में समझौता किया गया था जिसे आगे बढ़ाने के लिए आज करार हुआ। इसके तहत कई भारतीय अधिकारी फ्रांस की यात्रा कर चुके हैं।

पाकिस्तान में ईश निंदा के आरोप में छात्र की बेरहमी से हत्या

$
0
0
student-killed-in-pakistan-to-criticise-god
पेशावर ,13 अप्रैल, पाकिस्तानी फौज आैर नेताओं के मानसिक दिवालिएपन से पूरा विश्व वाकिफ है और अब विश्वविद्यालयाें में शिक्षा हासिल कर रही उनकी वर्तमान पीढ़ी की बर्बरता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि ईश निंदा करने वाले पत्रकारिता के एक छात्र को आज सरेआम बर्बरता से पीट पीट कर से परिसर में ही मार दिया गया। यह घटना उत्तरी पाकिस्तान के मरदान शहर की है जहां विश्वविद्यालय परिसर में पत्रकारिता के एक छात्र को आज दस छात्रों ने इतनी बेरहमी से पीटा कि उसके सिर के टुकड़े टुकड़े हाे गए। स्थानीय पुलिस प्रमुख माेहम्मद नवाज शरीफ ने बताया कि दस छात्रोें का एक समूह मसाल खान नाम के इस छात्र पर ‘अल्लाहो अकबर’ कहकर टूट पड़ा और उसे नंगा कर बेरहमी से इतना मारा कि उसका सिर टुकड़ों में बंट गया। ये छात्र जब अपनी इस बहादुरी को अंजाम दे रहे थे तो वहां मौजूद छात्र इस घटना का वीडियो बनाने में मशगूल थे और कोई भी उसकी मदद करने को आगे नहीं आया। उन्होंने बताया कि इन छात्रों की योजना मशाल के शव को जलाने की थी1 पुलिस ने इस मामले में दस छात्रों को गिरफ्तार किया है। हांलाकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि उसने किस तरह ईशनिंदा की थी और क्या कहा था। उसके शिक्षकों ने बताया कि वह बहुत प्रतिभाशाली और जिज्ञासु छात्र था और देश की राजनीति के बारे में हमेशा प्रतिक्रिया करता रहता था। हालांकि उसने कभी इस्लाम को लेकर कोई टिप्पणी नहीं की। पाकिस्तान में ईशनिंदा बहुत बड़ा अपराध माना जाता है और हाल ही में प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने आनलाइन मीडिया में इस तरह की सामग्री हटाने के निर्देश देते हुए कहा कि जो भी इस तरह की घटनाआें में शामिल पाया जाएगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। ईशनिंदा के आरोपों में 1990 से अब तक 65 लोगों की हत्या कर दी गई है।

सचिन ने लांच किया 'सचिन ए बिलियन ड्रीम्स'का ट्रेलर

$
0
0
sachin-a-billion-dreems-trailor
मुंबई ,13 अप्रैल, क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर ने अपनी तमाम यादों को सहेजे खुद पर बनी फिल्म 'सचिन ए बिलियन ड्रीम्स'का गुरुवार को यहां जुहू स्थित ऑडीटोरियम में तमाम प्रशंसकों की उपस्थिति में ट्रेलर लांच किया। अपने सबसे चहेते क्रिकेटर की इस फिल्म के ट्रेलर की पहली लांचिंग के मौके पर तमाम प्रशंसक रोमांचित हुए बिना नहीं रह सके और पूरे ऑडीटोरियम में सचिन-सचिन की आवाज गूंज रही थी। इस मौके पर फिल्म के निर्देशक इंग्लैंड के जेम्स एर्सकीन विशेष रूप से इंग्लैंड से यहां आये थे। फिल्म निर्माता रवि भागचंदका भी इस अवसर पर मौजूद थे। मास्टर ब्लास्टर सचिन ने इस मौके पर संवाददाताओं से कहा ,"इस फिल्म के माध्यम से मुझे अपनी तमाम यादों को फिर से महसूस करने का मौका मिला। जीवन की ये तमाम यादें मेरे जीवन का अभिन्न हिस्सा हैं और यही मुझे आगे बढ़ने की प्रेरणा देती हैं।" उन्होंने कहा,"वैसे तो मैं अंर्तमुखी रहा हूं लेकिन मैंने महसूस किया है कि मैंने वह सबकुछ अपने प्रशंसकों को नहीं बताया है जो मेरे जीवन और करियर को बनाने में सूत्रधार रहा है। मैं उम्मीद करता हूं कि प्रशंसक इस फिल्म को वैसा ही प्यार और आशीर्वाद देंगे जो उन्होंने मेरी 24 साल की क्रिकेट यात्रा को दिया था।"


सचिन के जीवन पर बनी इस फिल्म का दर्शकों को बेताबी से इंतजार था। प्रशंसकों को इस ट्रेलर के माध्यम से ही मास्टर ब्लास्टर के क्रिकेट जीवन की उपलब्धियों ,यादगार निजी क्षणों ,ड्रेसिंग रूम के अब तक न देखे गये पलों को देखने का मौका मिला है। यह फिल्म सचिन के प्रशंसकों को एक अलग ही दुनिया में ले जायेगी। इस फिल्म के निर्देशक एर्सकीन खेलों पर कई अंतरराष्ट्रीय फिल्में बना चुके हैं। इस फिल्म के निर्माण के अनुभवों को साझा करते हुए उन्होंने कहा,"इस फिल्म का निर्देशन करना एक बेहतरीन अनुभव रहा। मैं जानता था कि सचिन एक क्रिकेट लीजेंड हैं लेकिन यहां आकर मैं जो अनुभव कर रहा हूं, उससे पता लगता है कि दुनिया में उनका कितना सम्मान है।"निर्देशक ने कहा,"सचिन के साथ बातचीत ,उनके परिवार ,टीम साथियों , प्रतिद्वंद्वी टीमों के खिलाड़ियों के साथ अनुभवों को बड़े पर्दे पर पेश करना एक अलग अनुभव है। सचिन बहुत विनम्र और सम्पूर्ण व्यक्ति हैं। उन पर फिल्म बनाना मेरे लिये बहुत बड़ा सम्मान है।"

सिंधू और मारिन में होगा हाईवोल्टेज क्वार्टरफाइनल

$
0
0
sindhu-will-take-marin
सिंगापुर, 13 अप्रैल, ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधू ने लगातार दूसरे मैच में तीन गेमों में कड़ा संघर्ष करते हुये जीत हासिल की और सिंगापुर ओपन सुपर सीरीज बैडमिंटन टूर्नामेंट के क्वार्टरफाइनल में प्रवेश कर लिया जहां अब उनके सामने ओलंपिक स्वर्ण विजेता स्पेन की कैरोलिना मारिन की चुनौती होगी। पांचवीं वरीयता प्राप्त और विश्व रैंकिंग में पांचवें नंबर की खिलाड़ी सिंधू ने 27वें नंबर की इंडोनेशिया की फित्रियानी फित्रियानी को एक घंटे तक चले मुकाबले में 19-21  21-17  21-8 से हराया। सिंधू को अब क्वार्टरफाइनल में चौथी सीड मारिन की चुनौती झेलनी पड़ेगी। मारिन ने ताइपे की चिया सिन ली को 27 मिनट में 21-7 ,21-11 से पीटा। सिंधू ने इस महीने दो अप्रैल को मारिन को दिल्ली में पराजित कर पहली बार इंडिया ओपन का खिताब जीता था। सिंधू गत वर्ष रियो ओलंपिक के फाइनल में मारिन से पराजित हुयी थीं। सिंगापुर ओपन में सिंधू को पहले राउंड का मुकाबला जीतने के लिये भी तीन गेम तक पसीना बहाना पड़ा था और दूसरा राउंड भी तीन गेम तक चला। इंडोनेशियाई खिलाड़ी ने सिंधू से पहला गेम 19-19 की बराबरी के बाद लगातार दो अंक लेकर 21-19 से जीत लिया।


इंडिया ओपन चैंपियन सिंधू ने दूसरे गेम में 7-7 से बराबरी करने के बाद पीछे मुड़कर नहीं देखा और लगातार अंक बटोरते हुये यह गेम 21-17 पर समाप्त किया। निर्णायक गेम में तो सिंधू का गेम अपने चरम पर था और उन्होंने फित्रियानी को कोर्ट पर हर कोने में छकाते हुये 21-8 से गेम तथा मैच समाप्त कर दिया। सिंधू ने इस जीत के साथ फित्रियानी के खिलाफ अपना करियर रिकार्ड 2-0 कर लिया है। सिंधू के साथ बी साई प्रणीत और मिश्रित युगल में बी सुमित रेड्डी तथा अश्विनी पोनप्पा की जोड़ी ने भी अंतिम आठ में जगह बना ली। विश्व में 30वीं रैंकिंग के खिलाड़ी प्रणीत ने गैर वरीय खिलाड़ी चीन के कियाओ बिन को एक घंटे 12 मिनट तक चले कड़े संघर्ष में 21-15 21-23 21-16 से हराया। विश्व के 23वीं रैंकिंग के चीनी खिलाड़ी के खिलाफ प्रणीत की यह करियर में पहली जीत है। प्रणीत के सामने अब अंतिम आठ में आठवीं सीड थाईलैंड के तानोंगसाक साएनसोमबूनसुक की चुनौती रहेगी। विश्व में 11वीं रैंकिंग के थाई खिलाड़ी का भारतीय शटलर के खिलाफ 2-0 का एकतरफा रिकार्ड है। मिश्रित युगल के मैच में सुमित और पोनप्पा की गैर वरीय जोड़ी ने कोरिया के जे हॉन किम और ली सो ही की जोड़ी को 54 मिनट में 17-21 21-17 21-16 से हराकर क्वार्टरफाइनल में प्रवेश किया।


इंडिया ओपन चैंपियन सिंधू ने दूसरे गेम में 7-7 से बराबरी करने के बाद पीछे मुड़कर नहीं देखा और लगातार अंक बटोरते हुये यह गेम 21-17 पर समाप्त किया। निर्णायक गेम में तो सिंधू का गेम अपने चरम पर था और उन्होंने फित्रियानी को कोर्ट पर हर कोने में छकाते हुये 21-8 से गेम तथा मैच समाप्त कर दिया। सिंधू ने इस जीत के साथ फित्रियानी के खिलाफ अपना करियर रिकार्ड 2-0 कर लिया है। सिंधू के साथ बी साई प्रणीत,किदांबी श्रीकांत और मिश्रित युगल में बी सुमित रेड्डी तथा अश्विनी पोनप्पा की जोड़ी ने भी अंतिम आठ में जगह बना ली। हालांकि महिला युगल में अश्विनी पोनप्पा और एन सिक्की रेड्डी की जोड़ी को जापानी जोड़ी मिसाकी मात्सुमोतो और अयाका ताकाहाशी की जोड़ी से 55 मिनट में 11-21, 21-19, 12-21 से हार का सामना करना पड़ा। विश्व में 30वीं रैंकिंग के खिलाड़ी प्रणीत ने गैर वरीय खिलाड़ी चीन के कियाओ बिन को एक घंटे 12 मिनट तक चले कड़े संघर्ष में 21-15 21-23 21-16 से हराया। विश्व के 23वीं रैंकिंग के चीनी खिलाड़ी के खिलाफ प्रणीत की यह करियर में पहली जीत है। प्रणीत के सामने अब अंतिम आठ में आठवीं सीड थाईलैंड के तानोंगसाक साएनसोमबूनसुक की चुनौती रहेगी। विश्व में 11वीं रैंकिंग के थाई खिलाड़ी का भारतीय शटलर के खिलाफ 2-0 का एकतरफा रिकार्ड है। श्रीकांत ने मैच में इंडोनेशियाई प्रतिद्वंद्वी मौलाना मुस्तफा एहसान को एक घंटे 21 मिनट में 18-21, 21-19, 22-20 से पराजित किया। मिश्रित युगल के मैच में सुमित और पोनप्पा की गैर वरीय जोड़ी ने कोरिया के जे हॉन किम और ली सो ही की जोड़ी को 54 मिनट में 17-21 21-17 21-16 से हराकर क्वार्टरफाइनल में प्रवेश किया।

हर जवान पर एक थप्पड़ के बदले में 100 जिहादियों को मारो: गंभीर

$
0
0
gambhir-statement-for-jawans
नयी दिल्ली, 13 अप्रैल, अपने बेबाक अंदाज के लिये सुर्खियों में रहने वाले कोलकाता नाइटराइडर्स के कप्तान गौतम गंभीर और अपने चुटीले कमेंट्स के लिये मशहूर वीरेन्द्र सहवाग ने कश्मीर में आजादी के नारे लगाने वालों और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल(सीआरपीएफ) के जवानों पर पत्थरों से हमला करने वाले कश्मीरी युवाओं पर करारा हमला बोलते हुये कहा है कि ऐसे लोगों को देश छोड़कर चले जाना चाहिये। गंभीर ने देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त लोगों और आजादी की मांग करने वाले युवाओं को भी जमकर लताड़ा और कहा कि किसी एक भारतीय जवान को पहुंचने वाली चोट के बदले में 100 जिहादियों को मौत के घाट उतारा जाना चाहिये। दिग्गज बल्लेबाज गंभीर ने अपने ट्विटर पर लिखा “हमारे प्रत्येक जवान के चेहरे पर पड़ने वाले थप्पड़ के बदले में कम से कम 100 जिहादियों की जान ली जानी चाहिये। जो भी आजादी चाहते हैं वे देश छोड़कर चले जाएं। कश्मीर हमारा है।” 34 वर्षीय गंभीर ने कहा“ भारत विरोधी लोगों को यह नहीं भूलना चाहिये कि हमारे झंडे में चार रंग हैं जिसमें केसरिया रंग हमारे गुस्से की आग, सफेद जिहादियों के कफन, हरा आतंक के खिलाफ नफरत का रंग है।” गंभीर के साथ ही सहवाग ने भी अपने गुस्से का इजहार करते हुए कहा,“ यह अस्वीकार्य है। हमारे सीआरपीएफ जवानों के साथ ऐसा नहीं किया जा सकता। इन हरकतों को रोका जाना चाहिये। बद्तमीजी की हद है।” गौरतलब है कि गंभीर और सहवाग के ये बयान ऐसे समय आये हैं जब एक दिन पहले ही सीआरपीएफ जवान का एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें गुस्सैल भीड़ ने श्रीनगर में पोलिंग बूथ से वापिस लौट रहे एक सीआरपीएफ जवान पर हमला कर दिया। वीडियो में देखा जा सकता है कि कश्मीरी युवा उस जवान के चेहरे पर थप्पड़ मार रहे हैं और उसे लात घूंसे भी मार रहे हैं।”

नरसिंह बैठा के निधन पर बिहार में शोक की लहर

$
0
0
narsingh-baitha-no-more
पटना 13 अप्रैल, बिहार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, स्वतंत्रता सेनानी और राज्य के पूर्व मंत्री नरसिंह बैठा के निधन पर मुख्यमंत्री समेत विभिन्न दलों के नेताओं ने आज गहरा शोक व्यक्त किया । मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने श्री बैठा के निधन पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ कराये जाने की घोषणा की । उन्होंने अपने शोक संदेश में कहा कि श्री बैठा एक प्रख्यात राजनेता एवं प्रसिद्ध समाजसेवी थे। उनके निधन से न केवल राजनीतिक बल्कि सामाजिक क्षेत्रों में भी अपूरणीय क्षति हुयी है। श्री कुमार ने दिवंगत आत्मा की शान्ति तथा उनके परिजनो को दुख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है । राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने बिहार के पूर्व मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता नरसिंह बैठा के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया । उन्होंने अपने शोक संदेश मे कहा कि स्वर्गीय बैठा लम्बे समय तक सक्रिय सामाजिक एवं राजनीतिक कार्यकर्ता रुप मे समाज जुड़े रहे । श्री यादव ने कहा कि मंत्री के रुप मे श्री बैठा ने राज्य एवं समाज की जो सेवा की है,उसे याद रखा जाएगा । वह सम्वेदनशील और जुझारू राजनेता थे तथा उनकी सोच सामाजिक न्याय , गरीब , तथा दबे-कुचले लोगों को समाज के मुख्यधारा से जोड़ने की थी । उन्होंने कहा कि ईश्वर उनकी आत्मा को चिर शांति दे तथा परिजनों को दुख सहन करने की शक्ति दे । पूर्व मुख्मंत्री श्रीमती राबड़ी देवी ,उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव , स्वास्थ मंत्री तेज प्रताप यादव ,राज्यसभा सांसद श्रीमती मीसा भारती ने भी नरसिंह बैठा के निधन पर शोक व्यक्त किया । बिहार कांग्रेस ने भी पार्टी के वरिष्ठ नेता , स्वतंत्रता सेनानी और पूर्व मंत्री नरसिंह बैठा के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है । कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और राज्य के शिक्षा एवं सूचना प्रावैधिकी मंत्री डा. अशोक चौधरी ने उनके निधन पर श्रद्धांजलि व्यक्त करते हुए कहा है कि पार्टी ने आज एक महान नेता खो दिया है । उन्होंने कहा कि उनके निधन से पूरा कांग्रेस परिवार मर्माहत है। कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता विनोद कुमार सिंह यादव ने भी उनके निधन पर शोक व्यक्त किया । 


लालू 21वीं सदी के सबसे बड़े जमीनदार : सुशील

$
0
0
lalu-the-century-landlord-sushil-modi
पटना 13 अप्रैल, बिहार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधानमंडल दल के नेता सुशील कुमार मोदी ने आज कहा कि राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने अपने प्रभाव का गलत इस्तेमाल करते हुए अकूत सम्पत्ति जमा कर 21वीं सदी के सबसे बड़े'जमींदार'बन गये हैं। श्री मोदी ने यहां भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा की ओर से डॉ.भीमराव अम्बेडकर की 126वीं जयंती की पूर्व संध्या पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि सामाजिक न्याय की आड़ में राजद अध्यक्ष श्री यादव ने पिछले 25 वर्षों में सिर्फ अपने और परिवार का ही भला किया है। विगत 25 वर्षों में अपने प्रभाव का गलत इस्तेमाल कर श्री यादव ने इतनी अकूत सम्पत्ति इकट्ठा कर ली है कि अब वह 21वीं सदी के सबसे बड़े जमींदार बन गये हैं।  भाजपा नेता ने कहा कि जब श्री यादव चारा घोटाले के मामले में लड़ाई लड़ रहे थे तब उन्होंने कहा था कि उनकी शादी के समय दहेज में एक बाछी (गाय का बच्चा) मिली थी और उसी का परिवार बढ़ता गया। उसी बाछी के बढ़े हुए परिवार का दूध बेचकर यहां तक पहुंचे हैं। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि कोई भी व्यक्ति डेयरी का व्यवसाय कर 500 करोड़ रुपये का मालिक नहीं बन सकता है। 

      
श्री मोदी ने कहा कि राजद अध्यक्ष का एक ही सिद्धांत है काम कराने के बदले जमीन दो। इसी पर अमल करते हुए श्री यादव सरकार में मंत्री पद देने के लिए, सांसद, विधायक और विधान पार्षदों को टिकट देने के बदले एक बड़ी राशि लेते रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसी तरह उन्होंने होटल व्यवसायी और बड़े-बड़े उद्योगपतियों से काम करवाने के बदले जमीन लिखवाने का काम किया है। सुजाता होटल के मालिक हर्ष कोचर को रेलवे के पुरी और रांची स्थित होटल दिलवाने के एवज में 200 करोड़ रुपये की दो एकड़ जमीन के मालिक बन गये और इसके बाद शराब फैक्ट्री लगावने के एवज में पटना शहर में करोड़ों रुपये की जमीन के मालिक बन बैठै। भाजपा नेता ने कहा कि श्री यादव की पत्नी श्रीमती राबड़ी देवी जब बिहार में वर्ष 2000-2005 के बीच मुख्यमंत्री थी और इसके बाद जब श्री यादव केन्द्र की संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार में रेलमंत्री के पद पर थे तभी जमीन खरीद की गयी। उन्होंने कहा कि बेनामी सम्पत्ति थी इसलिए बेनामी कंपनियों को खड़ा किया गया। इन कंपनियों के निदेशक मंडल में उनकी पत्नी के साथ ही बड़े पुत्र तेज प्रताप यादव और तेजस्वी यादव को रखा गया। श्री मोदी ने कहा कि बेनामी सम्पत्ति होने के कारण ही राजद अध्यक्ष श्री यादव नोटबंदी का विरोध करते रहे जबकि गरीब जनता इसका समर्थन करते हुए बैंकों में लगी कतार में खड़े रहे । गरीब लोगों को नोटबंदी से कोई लेना-देना नहीं था । उन्होंने कहा कि जमीन-मिट्टी-मॉल घोटाला के उनके द्वारा किये गये खुलासे के नौ दिन बाद अभी तक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार चुप्पी साधे हुए हैं । 


भाजपा ने नेता ने कहा कि  नीतीश मंत्रिमंडल में शामिल राजद अध्यक्ष के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने अपने शपथ पत्र में बेनामी सम्पत्ति का कहीं भी उल्लेख नहीं किया है । मुख्यमंत्री श्री कुमार ने अभी तक श्री यादव के दोनों मंत्री पुत्रों को बर्खास्त नहीं किया है । उन्होंने कहा कि यदि इस मामले में मुख्यमंत्री श्री कुमार चुप हैं तो इसका सीधा अर्थ यह निकलता है कि वह श्री यादव के दोनों पुत्रों को बचाना चाह रहे हैं । श्री मोदी ने कहा कि उनके सच्चाई उजागर करने के बाद भी किसी ने नहीं कहा है कि यह फर्जी और झूठा है । सत्तारूढ़ महागठबंधन के बड़े घटक राजद और जनता दल यूनाईटेड(जदयू) के प्रवक्ता भी इस मामले में कुछ नहीं बोल रहे है । उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ अभद्र भाषा और मानहानि का मुकदमा किये जाने की धमकियां दी जा रही है लेकिन इससे वह डरने वाले नहीं है । भाजपा नेता ने कहा कि जब चारा घोटाला का मामला उन्होंने उजागर किया था तब उस समय भी वह किसी से नहीं डरे और राजद अध्यक्ष को जेल जाना पड़ा । उन्होंने कहा कि राजद अध्यक्ष श्री यादव किन-किन स्थानों पर अपनी सम्पत्ति को छूपाकर रखा है उसे बतायें नहीं तो भाजपा सार्वजनिक करेगी । इस मामले को वह छोड़ेंगे नहीं और जरूरत पड़ने पर आयकर विभाग ,केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) रेल मंत्रालय तथा अन्य आवश्यक एजेंसियों का दरबाजा खटखटायेंगे । इस मौके पर विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता डा.प्रेम कुमार ,विधायक नीतीन नवीन ,अरूण कुमार सिन्हा ,संजीव चौरसिया ,विधान पार्षद मंगल पांडेय और सूरज नंदन कुशवाहा समेत कुछ अन्य नेताओं ने भी संबोधित किया । 

स्वच्छता के बिना सत्य नहीं और सत्य के बिना स्वच्छता नहीं : तारा गांधी

$
0
0
tara-gandhi-in-champaran
मोतिहारी 13 अप्रैल, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पौत्री और प्रसिद्ध समाजसेवी तारा गांधी ने स्वच्छता के महत्व को रेखांकित करते हुए आज कहा कि स्वच्छता के बिना सत्य नहीं और सत्य के बिना स्वच्छता नहीं। सुश्री गांधी ने स्थानीय जिला स्कूल के मैदान में आयोजित महात्मा गांधी के चम्पारण सत्याग्रह शताब्दी समारोह एवं स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि गांधी जी देश और विदेशों में आज भी प्रासंगिक हैं लेकिन सबसे ज्यादा वे चम्पारण के हैं, जहां से उन्हें इतनी बड़ी उंचाई मिली। चम्पारण के वे लोग धन्य हैं जिन्होंने गांधी की राह पर चलकर अंग्रेजों के भय से मुक्त हुये। गांधीजी की पौत्री ने कहा कि ज्ञान का एक झाड़ू चाहिए जिससे मन, भाषा, चिन्तन को स्वच्छ रखा जा सके। गांधीजी की जीवनशैली साधारण थी जो उन्हे असाधारण बनाती थी। किसान की लंगोटी उनका पहनावा था तथा जीवन भर उनकी जीवनशैली साधारण ही रही। उन्होंने लोगों से खासकर महिलाओं से अपील की कि बच्चों को यातना नहीं दे बल्कि उन्हे बेहतर स्मृति ज्ञान दें ताकि उसमें कभी नकारात्मक भाव जागृत नहीं हो सके। नकारात्मक विचार हमें हिंसात्मक बनाते हैं। नकारात्मकता को समाप्त कर ही हम गांधी को जान और समझ सकते हैं। सुश्री गांधी ने कहा, “इस मौके पर कस्तूरबा को याद नहीं करना बेमानी होगी। कस्तूरबा चम्पारण आकर गांधी के आन्दोलन का हिस्सा बनीं और रसोई का काम भी बखूबी संभाला। उन्होंने स्कूलों में बच्चों के स्वास्थ्य और स्वतंत्रता का पाठ पढ़ाया। मेरे पिता ने यहां गांधीजी के साथ रहकर स्कूलों में पढ़ाया और आन्दोलन का हिस्सा बने। मुझे उन सब पर गर्व है। मैं चम्पारण की इस धरती को प्रणाम करती हूं। ” 

सुप्रीम कोर्ट ने वृद्व जनों के लिए प्रभावी योजना बनाने को कहा

$
0
0
sc-ask-to-make-valid-schemes-for-senior-citizen
नयी दिल्ली, 13 अप्रैल, उच्चतम न्यायालय ने आज केंद्र सरकार से कहा कि वह पूरे देश में वरिष्ठ नागरिकों और वृद्ध लोगों के हितों की रक्षा के लिए एक प्रभावी योजना काे लागू करने की दिशा में ध्यान दे । न्यायमूर्ति मदन बी लोकुर की अध्यक्षता वाली पीठ ने डा. अश्विनी कुमार की ओर से दायर एक जनहित याचिका की सुनवाई करते हुए केंद्र से कहा कि वह वृद्ध और वयोवृद्ध लोगों के हितों की रक्षा के लिए योजनाओं को तैयार करने और पूरे देश में इसे प्रभावकारी ढंग से लागू करने के तरीके से न्यायालय को अवगत कराये। याचिका में दावा किया गया है कि वृद्ध और वयोवृद्ध लोगाें के लिए केंद्र ने अभी तक कुछ भी नहीं किया है। शीर्ष अदालत ने मामले को अगली सुनवाई के लिए मई के पहले सप्ताह तक के लिए स्थगित कर दिया। श्री कुमार ने संविधान के अनुच्छेद 21 के तहत गरिमामय जीवन जीने के अधिकार के तहत वयोवृद्ध लाेगों के हितों की रक्षा और उन्हें समुचित सुरक्षा प्रदान करने के लिए सीनियर सिटीजन समेकित कार्यक्रम को प्रभावी ढंग से लागू करने के संबंध में निर्देश जारी करने की गुहार लगाई थी। उन्होंने इस संदर्भ में अनुच्छेद 41 का भी हवाला दिया था जिसमें राज्य पर वृद्ध लोगों का कल्याण सुनिश्चित करने का प्रावधान है। उन्होंने सरकारों से देश के प्रत्येक जिले में पर्याप्त संख्या में “एल्डर हाेम्स’ खोलने का निर्देश देने का भी अनुरोध किया है। श्री कुमार ने अपनी याचिका में केंद्र के अलावा सभी राज्यों को प्रतिवादी बनाया है। याचिका में हेल्पेज इंडिया की आेर से देश के 12 प्रमुख शहरों में किए गए एक सर्वेक्षण का भी हवाला दिया गया है जिसके मुताबिक 60 प्रतिशत वृद्ध मौखिक रूप से, 48 प्रतिशत शारीरिक रूप से और 35 प्रतिशत अार्थिक रूप से प्रताड़ित होते हैं। श्री कुमार की एक प्रमुख दलील है कि अभिभावकों और सीनियर सिटीजंस के कल्याण और रखरखाव अधिनियम, 2007 बनने के बावजूद यह प्रभावी नहीं है क्योंकि इसके अहम् प्रावधान लागू नहीं हैं।

अमेरिका ने अफगानिस्तान में गिराया महा बम

$
0
0
us-drops-big-bomb-in-afghanistan
वाशिंगटन,13 अप्रैल, अमेरिका ने पूर्वी अफगानिस्तान के नंगरहार प्रांत के अछिन जिले में आज आईएसआईएस आतंकवादियों के छिपने के लिए इस्तेमाल की जा रही गुफाओं को निशाना बनाते हुए सबसे वजनी बम जीबीयू-43 को गिराया। यह सबसे बड़ा गैर परमाणु बम है जिसका युद्ध क्षेत्र में शायद ही इस्तेमाल किया गया हो। अमेरिकी रक्षा मुख्यालय पेंटागन के प्रवक्ता एडम स्टंप ने बताया कि यह पहला मौका है जब अमेरिका ने आतंकवादियों के खिलाफ लड़ाई में इतने विशालकाय बम को गिराया है। इसे अमेरिकी लडाकू विमान एमसी-130 से अछिन जिले में इन गुफाओं को निशाना बनाते हुए गिराया है। यह क्षेत्र पाकिस्तानी सीमा के करीब है।  इस बम का वजन 9797 मिलीग्राम है जो जीपीएस निर्देशित है और इतने विशालकाय हाेने के कारण इसे “सभी बमों की मां” कहा गया है। इसका परीक्षण इराकी युद्ध शुरू हाेने से पहले मार्च 2003 में किया गया था। अफगानिस्तान में अमेरिकी सेना और अंतरराष्ट्रीय सेनाओं के प्रमुख जनरल जॉन निकॉल्सन ने बताया कि यह बम आईएसआईएस आतंकवादियों के छिपने की गुफाआें और बंकरों को निशाना बनाते हुए गिराया गया जिससे आतंकवादियों के खिलाफ लड़ाई को अंजाम तक पहुंचाने में तेजी से मदद मिलेगी। अभीतक यह पता नहीं चल पाया है कि इस बम से कितना नुकसान हुआ है। 

शिक्षा काे बहुत अधिक महत्व देते थे अंबेडकर: प्रणव

$
0
0
ambedkar-gives-value-to-education-pranav
बेंगलुरु, 14 अप्रैल, राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने आज कहा कि बाबा साहेब डा. भीम राव अंबेडकर शिक्षा को बहुत महत्व देते थे आैर उनका मानना था कि शिक्षा के जरिये लोगों का भाग्य बदला जा सकता है। श्री मुखर्जी ने यहां बेंगलुरु अंबेडकर स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स की अाधारशिला रखने के बाद कहा कि डा. अंबेडकर के मुताबिक शिक्षा किसी व्यक्ति का भाग्य बदलने का जरिया हो सकती है। वह शिक्षा को बहुत अधिक महत्व देते थे। इस अवसर पर उन्होंने इस संस्थान से जुड़े लोगों और सरकार से कहा कि वे यह सुनिश्चित करेें कि बाबा साहेब के नाम पर बना यह संस्थान उनके महान आदर्शों का पालन करे। उन्होंने कहा कि डा. अंबेडकर ने विश्व के विभिन्न संविधानों से प्ररेणा लेकर एक ऐसा संविधान बनाया जिसकी आत्मा पूरी तरह भारतीय थी। उन्होंने बाबा साहेब को एक महान विभूति बताते हुए कहा कि लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स के एक मेधावी छात्र डा. अंबेडकर ने न केवल हमें एक महान संविधान दिया बल्कि वह गरीबों और वंचितों के लिए भी काम करते रहें।

Viewing all 74271 articles
Browse latest View live




Latest Images