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राहुल गांधी समेत कई वरिष्ठ नेता नीमच में गिरफ्तार

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भोपाल, 08 जून, कई दिन से हिंसा का शिकार बन रहे पश्चिमी मध्यप्रदेश के नीमच जिले में आज कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी समेत कांग्रेस के कई अन्य वरिष्ठ नेताओं को गिरफ्तार कर लिया गया, इस बीच पश्चिमी हिस्से में आज अपवादस्वरूप एक-दो घटनाओं को छोड़कर स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। आज कर्फ्यूग्रस्त मंदसौर पहुंचने की कोशिश के दौरान श्री गांधी और अन्य वरिष्ठ नेताओं को सीमावर्ती जिले नीमच के नयागांव में पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। श्री गांधी के साथ कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव दिग्विजय सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री कमलनाथ, कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष अरुण यादव, नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह भी गिरफ्तार किए गए हैं। जनता दल यूनाइटेड प्रमुख शरद यादव भी सभी नेताओं के साथ मौजूद थे। इसके पहले श्री गांधी राजस्थान के रास्ते मोटरसाइकिल से नयागांव पहुंचे थे। मध्यप्रदेश की सीमा में आने के बाद उन्हें धारा 144 लागू होने के चलते ऐहतियातन हिरासत में लिया गया था, बाद में उनकी गिरफ्तारी की घोषणा की गई। पुलिस प्रशासन का कहना है कि शांतिभंग करने की कोशिश में इनकी गिरफ्तारी की गई है।


विशेष : पानी की कमी ने सारसों को अशियाना बदलने के लिये किया मजबूर

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इटावा 08 जून, अमर प्रेम का प्रतीक सारस पानी के अभाव में अपना आशियाना बदलने को मजबूर हो रहे हैं। सारस का प्रेम अटूट होता है जो एक बार जोड़ा बनने के बाद कभी बिछड़ता नहीं है । एशिया में सबसे ज्यादा सारस इटावा, मैनपुरी (समान पक्षी विहार) और सरसईनावर वेटलैंड (आ‌र्द्रस्थल) इलाके में पाये जाते हैं। जहां कभी 2000 और 2500 की तादाद में सारस दिखाई देते थे अब वहां पानी की कमी के चलते सिर्फ 250-300 सारस ही नजर आ रहे हैं। इटावा के प्रभागीय वन निदेशक कन्हैया पटेल सारस के प्रजनन को प्रभावित होने का अनुमान लगा रहे है । उनका कहना है कि पानी की कमी ने सारस पक्षी की दिशा को बदल दिया है। पानी की तलाश मे सारस पक्षी इधर उधर भटक रहे हैं लेकिन वे बाद मे अपने पूर्ववर्ती क्षेत्र मे ही आ जायेंगे । सारस को बचाने की मुहिम को उत्तर प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने काफी वरीयता दी थी और फरवरी 2015 में सारस सरंक्षण के लिए सैफई में अंतराष्ट्रीय स्तर पर सम्मलेन भी आयोजित कराया गया था, जिसमे कई विदेशी विशेषज्ञों ने हिस्सेदारी करके सारस पर लगातार हो रहे खतरों से आगाह किया था। इटावा और मैनपुरी का इलाका वर्षाे से सारसों के लिए मुफीद रहा है, लेकिन पानी का अभाव और प्राकृतिक आवासों पर लोगो का अतिक्रमण इन्हे अन्यत्र जाने को मजबूर कर दिया है। इस कांफ्रेंस मे राज्य के पूर्व मुख्य वन्य जीव संरक्षक मोहम्मद अहसान ने स्पष्ट किया था कि सूबे में वेटलैंड क्षेत्र में काफी तेजी से गिरावट आई है । यहां पर दो तिहाई वेटलैंड क्षेत्र घट गया है ।


उन्होंने बताया कि वेटलैंड क्षेत्र का उपयोग कृषि एवं विकास के कार्यों में किया जा रहा है। हालांकि सारसों को लेकर इटावा व मैनपुरी का क्षेत्र सारस कैपिटल के रूप में जाना जाता है । छोटे-छोटे वेटलैंड समाप्त हो रहे हैं जो सारस संरक्षण के लिए ठीक नहीं हैं । प्रदेश में सूखे की स्थिति ने भी वेटलैंड पर प्रभाव डाला है, परंतु वेटलैंड केवल नहरों के ऊपर ही निर्भर हो गये । वर्ष 2001 में हुए सर्वेक्षण के अनुसार उत्तर प्रदेश में 1242530 हेक्टेयर में वेटलैंड था, जो अब घटकर 328690 हेक्टेयर ही रह गया है। सरसईनावर के रामलखन का कहना है कि सैकड़ो की तादाद में दिखने वाला सारस पानी के अभाव में अब 100 के आसपास रह गये हैं। उन्होंने बताया कि अब बरसात भी कम होती है और नदी तथा नहरों में भी पानी समय-समय पर नजर आते है जिससे इन्हें अपना बसेरा छोडना पड रहा है। अगर पानी की पूर्ति हो जाए तो वे यहाँ सुरक्षित रह सकते हैं। पर्यावरणीय दिशा मे काम करने वाली संस्था सोसायटी फार कंजरवेशन आफ नेचर के सचिव संजीव चौहान का कहना है कि इस बार सारस की प्रजाति पर पानी न होने के कारण गम्भीर संकट आ गया है ।

पहली बार ऐसा हुआ है जब बडी संख्या में दिखने वाले सारस आज सिर्फ उंगलियों पर गिने जा सकते हैं। अकेले उत्तर प्रदेश में स्वच्छंद रूप से ताल तलैयों के किनारे तथा धान के खेतों में वास करते हुये करीब पांच हजार सारस देखे जाते रहे हैं,लेकिन सूखे की वजह से ना तो ताल तलैया और न ही खेतों में देखे जा रहे हैं। दुनिया में सबसे उंचा सारस उडने वाला पक्षी किसानों का मित्र हैं। करीब 12 किलो वजन वाले सारस की लम्बाई 1.6 मीटर तक होता है। उन्होंने बताया कि देश में सारस की छह प्रजातियां है। इनमें से तीन प्रजातियां भारतीय सारस , डिमोसिल क्रेन व कामन क्रेन है। दुनिया भर में सारस पक्षियों की अनुमानित संख्या आठ हजार आंकी जाती रही है,इनमें अकेले इटावा में 2500 और मैनपुरी में करीब 1000 सारस नजर आते थे अब घटकर 250-300 रह गये हैं। गौरतलब है कि अग्रेंज कलक्टर ए.ओ.हृयूम के समय में इस क्षेत्र में साइबेरियन क्रेन भी आते थे, जिसको देखने के लिये अब भरतपुर पक्षी बिहार जाना पडता था। वर्ष 2002 में आखिरी बार साईबेरियन क्रेन का एक जोडा देखा गया था।

तथ्य : सोनिया, राहुल की विदेश यात्राओं का ब्योरा नहीं

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नयी दिल्ली, 08 जून, संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के दस वर्ष के शासनकाल के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी की विदेश यात्राओं के बारे में सरकारी तौर पर कहीं कोई ब्योरा उपल्बध नहीं है। यह दावा वरिष्ठ पत्रकार श्यामलाल यादव ने हाल में प्रकाशित अपनी पुस्तक ‘जर्नलिज्म थ्रू आरटीआई’ में किया है। संप्रग सरकार के दाैरान दोनों नेता लोकसभा के सदस्य थे। श्रीमती गांधी राष्ट्रीय सलाहकार परिषद (एनएसी) की अध्यक्ष थीं और उन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा प्राप्त था। पिछली सरकार और मौजूदा सरकार के दौरान सूचना के अधिकार के तहत जो जानकारी सामने आयी है उसके अनुसार श्रीमती गांधी की सिर्फ एक विदेश यात्रा (जुलाई 2004 की बैंकाक यात्रा ) के अलावा किसी और यात्रा का ब्योरा सरकार के पास उपलब्ध नहीं है। बाध्यकारी नहीं होने के बावजूद अधिकतर सांसद अमूूमन अपनी निजी विदेश यात्राओं के बारे में लोकसभा या राज्यसभा सचिवालय को सूचित करते हैं। पुस्तक के अनुसार श्रीमती गांधी और श्री गांधी ने अपनी विदेश यात्राओं के बारे में लोकसभा को कभी कोई सूचना नहीं दी। पिछले एक दशक में सूचना के अधिकार के तहत सरकारी विभागों से जानकारी निकाल कर अनेक खबरें देने वाले श्री यादव ने कांग्रेस के दोनों शीर्ष नेताओं की विदेश यात्राओं की जानकारी हासिल करने के कई प्रयास किये लेकिन प्रधानमंत्री कार्यालय, विदेश मंत्रालय, गृह मंत्रालय और एनएसी से उन्हें श्रीमती गांधी की बैंकाक यात्रा के अलावा कोई और जानकारी नहीं मिली। उन्होंने प्रमुख नेताओं की विदेश यात्राओं के बारे में सूचना रखने वाले अन्य विभागों को भी खंगाला लेकिन उन्हें कुछ भी हाथ नहीं लगा। इससे वह इस नतीजे पर पहुंचे कि इन दोनों नेताअों की विदेश यात्राओं के बारे में कहीं कोई जानकारी नहीं है।

          
दोनों नेताओं की विदेश यात्राओं के बारे में जानकारी मांगे जाने पर विदेश मंत्रालय ने कहा कि वह इस मसले को लोकसभा सचिवालय के मुख्य सूचना अधिकारी को इस अनुरोध के साथ भेज रहे हैं कि वह इस बारे में उपलब्ध सूूचना सीधे उपलब्ध करा दें। लोकसभा सचिवालय इस बारे में मांगी गयी जानकारी पर अपने जवाब में कहा कि परंपरा के अनुसार लोकसभा सदस्य अपनी निजी या सरकारी विदेश यात्रा के बारे में लोकसभा अध्यक्ष को सूचना देते हैं लेकिन ऐसा कोई नियम नहीं है कि सदस्यों को अपनी विदेश यात्रा के बारे में पहले से या बाद में अध्यक्ष को सूचित करना जरूरी हो। सचिवालय ने एक अन्य जवाब में कहा कि 2004 से 2012 के दौरान श्रीमती गांधी और श्री गांधी विदेश जाने वाले किसी भी संसदीय प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा नहीं रहे। इसलिये विदेश मंत्रालय से उनकी यात्रा को मंजूरी देेने की मांग नहीं की गयी। इस बारे में जानकारी मांगे जाने पर कि क्या ऐसे व्यक्तियों की कोई सूची है जिन्हें विदेश यात्रा के लिये राजनीतिक मंजूरी लेने से छूट प्राप्त है और क्या एसपीजी या एनएसजी सुरक्षा प्राप्त व्यक्तियों को किसी तरह की छूट प्राप्त है तो विदेश मंत्रालय ने कहा कि वह इस आवेदन को गृह मंत्रालय को इस अनुरोध के साथ भेज रहा हैै कि वह इस बारे में सूचना सीधे उपलब्ध करा दी जाये। गृह मंत्रालय का इस पर जवाब था कि विदेश जाने के संबंध में किसी तरह की राजनीतिक छूट देने का मामला पूरी तरह से विदेश मंत्रालय का है जो अपना जवाब दे चुका है। फिर भी आरटीआई आवेदन की प्रति कैबिनेट सचिवालय और एनएसजी के पास भेजी जा रही है कि उनके पास यदि कोई जानकारी हो तो उसे उपलब्ध करा दें। इस पर कैबिनेट सचिवालय का जवाब काफी रोचक था।

उसने कहा कि पता नहीं क्यों यह आवेदन उसके पास भेजा गया। विदेश यात्राओं काे मंजूरी देने का एकाधिकार विदेश मंत्रालय का है। इस मामले में उसके द्वारा कोई निर्देश जारी नहीं किये गये। इसलिये वह इस आवेदन को विदेश मंत्रालय को लौटा रहा है। एनएसी से इस बारे में जानकारी मांगे जाने पर कहा कि श्रीमती गांधी ने परिषद के अध्यक्ष के रूप में जुलाई 2014 में बैंकाक की यात्रा की थी तथा उस पर 222939 रुपये खर्च हुये थे। बाद में एनएसी ने स्पष्ट किया कि 31 मई 2004 के कैबिनेट सचिवालय के आदेश के अनुसार एनएसी के पदाधिकारियों के सभी खर्च प्रधानमंत्री कार्यालय के माध्यम से केंद्र सरकार उठायेगी तथा सभी सूचनायें प्रधानमंत्री कार्यालय के पास होंगी। 2014 में श्री नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद नये सिरे से किये गये आरटीआई आवेदन के जवाब में प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा कि श्रीमती गांधी आैर श्री गांधी की विदेश यात्राओं की सूचना उसके रिकाॅर्ड का हिस्सा नहीं है। हालांकि प्रधानमंत्री कार्यालय के रिकार्ड के अनुसार श्रीमती गांधी ने एनएसी के अध्यक्ष के रूप में अंतर्राष्ट्रीय एड्स सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिये 14 से 17 जुलाई 2004 तक बैंकाक की यात्रा की थी।

राजनीतिज्ञ का किरदार निभायेंगे नाना पाटेकर

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चेन्नई 08 जून, बॉलीवुड अभिनेता नाना पाटेकर तमिल फिल्म ‘काला’ में राजनीतिज्ञ का किरदार निभाते नजर आयेंगे। नाना पाटेकर दक्षिण भारतीय फिल्मों के महानायक रजनीकांत के साथ ‘काला’ में काम कर रहे हैं। इस फिल्म में वह रजनीकांत के मुख्य प्रतिद्वंद्वी का किरदार निभा रहे हैं। फिल्म में नाना एक सख्त एवं क्रूर राजनीतिज्ञ का किरदार निभा रहे हैं। यह बहुत ही शक्तिशाली भूमिका है। फिल्म में रजनीकांत नाना की राजनीतिक पार्टी का विरोध करते हैं और मुंबई में तमिल लोगों के बराबर अधिकारों की मांग करते हैं। मुंबई में फिल्म की एक भाग की शूटिंग के पूरा होने के बाद रजनीकांत अगले भाग की शूटिंग में शामिल होंगे। पा. रंजीत द्वारा निर्देशित फिल्म में हुमा कुरैशी, अंजलि पाटिल, समुथिराकानी और पंजक त्रिपाठी हैं। रंजीत और रजनीकांत ‘कबाली’ के बाद एक बार फिर एक साथ काम कर रहे हैं। धनुष इस फिल्म का निर्माण कर रहे हैं और ऐसी चर्चा है कि वह इस फिल्म में कैमियो कर सकते हैं।

राजकुमार राव के अभिनय के कायल हुये अश्विनी अय्यर

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मुंबई, 08 जून, बॉलीवुड निर्देशक अश्विनी अय्यर तिवारी ने राजकुमार राव के अभिनय कौशल की प्रशंसा की है। अश्विनी अय्यर ने राजकुमार की हालिया रिलीज फिल्म ‘बहन होगी तेरी’ को देखा और ट्विटर पर राजकुमार की तारीफ की। उन्होंने कहा “ राजकुमार ऐसे व्यक्ति हैं, जिन्हें जीवन के हर छोटी चीज का अनुभव है और इन अनुभवों के द्वारा वह सिनेमा को जीवंत कर देते हैं। ” अश्विनी अय्यर तिवारी ने कहा, “राजकुमार राव कभी भी एक जैसे नहीं रहे हैं। वह एक ऐसे व्यक्ति हैं, जिसे जीवन के हर छोटी चीज का अनुभव है, और इन अनुभवों के द्वारा वह सिनेमा को जीवंत कर देते हैं। ” राजकुमार आगामी फिल्म ‘बरेली की बर्फी’ में तिवारी के साथ काम कर रहे हैं जिसमें उत्तर भारत के शहर बरेली की रोमांटिक कॉमेडी को दिखाया जाएगा। इस फिल्म में कृति सैनन और आयुष्मान खुराना हैं। फिल्म में आयुष्मान एक प्रिंटिंग प्रेस के मालिक का किरदार निभा रहे हैं। जकुमार एक लेखक और कृति एक सीधी एवं स्वतंत्र लड़की की भूमिका में हैं। यह फिल्म 21 जुलाई को रिलीज होगी।

सवार्धिक कमाई के मामले में विराट अकेले भारतीय

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नयी दिल्ली, 08 जून, भारतीय कप्तान विराट कोहली दुनिया के शीर्ष 100 सर्वाधिक कमाई करने वाले खिलाड़ियों में शामिल हो गये हैं और वह फोर्ब्स की इस सूची में अकेले भारतीय हैं। फोर्ब्स की सर्वाधिक कमाई करने वाले एथलीटों की जारी सूची में दुनिया के 100 खिलाड़ियों में विराट 89 वें नंबर पर हैं जबकि पुर्तगाल के क्रिस्टियानो रोनाल्डो इस सूची में शीर्ष पर हैं। इस सूची में उन खिलाड़ियों को जगह दी गयी है जिनकी कुल कमाई 2.2 करोड़ डॉलर है जिसमें 30 लाख डॉलर वेतन और 1.9 करोड़ डॉलर प्रायोजन से कमाई है। भारतीय कप्तान विराट इस सूची में जगह बनाने वाले अकेले भारतीय खिलाड़ी हैं। फोर्ब्स ने कहा“ भारतीय क्रिकेट के स्टार विराट कोहली अच्छे कारणों से सर्वकालिक महान खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर के बराबर पहुंच गये हैं। ” फोर्ब्स ने कहा कि विराट लगातार ही बल्लेबाजी में नये रिकार्ड बना रहे हैं और 2014-15 सत्र में तो उन्हें भारतीय टेस्ट टीम का कप्तान भी बनाया गया जो इस भूमिका को निभाने वाले सबसे युवा क्रिकेटर हैं। गत वर्ष विराट ने राष्ट्रीय टीम के लिये खेलते हुये वेतन से करीब 10 लाख डॉलर कमाये थे जबकि आईपीएल में भी वह सर्वाधिक वेतन पाने वाले खिलाड़ी हैं जिन्हें करीब 23 लाख डॉलर की कमाई रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू से होती है। फोर्ब्स ने कहा“ विराट की कमाई का बड़ा हिस्सा दुनिया के कई बड़े प्रायोजनों से आता है।

ओस्तापेंको और हालेप में होगा खिताबी मुकाबला

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पेरिस ,08 जून, लात्विया की येलेना ओस्तापेंको ने स्विटजरलैंड की तिमिया बासिंस्की को गुरुवार को कड़े संघर्ष में 7-6, 3-6, 6-3 ये हराकर फ्रेंच ओपन के महिला एकल वर्ग के फाइनल में पहुंचने के साथ ही इतिहास रच दिया। ओस्तापेंको के सामने अब फाइनल में तीसरी वरीयता प्राप्त रोमानिया की सिमोना हालेप की चुनौती होगी। हालेप ने दूसरे सेमीफाइनल में दूसरी सीड चेक गणराज्य की कैरोलिना प्लिसकोवा को दो घंटे तक चले संघर्ष में 6-4, 3-6, 6-3 से हराया। हालेप के पास फाइनल में पहुंचने के बाद मौका है कि वह विश्व की नंबर एक खिलाड़ी बन सकती हैं। हालेप यदि फाइनल में ओस्तापेंको को हरा देती हैं तो वह जर्मनी की एंजेलिक केर्बर को अपदस्थ कर नंबर एक रैंकिंग हासिल कर लेंगी। इससे पहले ओस्तापेंको ने अपने 20 वें जन्मदिन का जश्न रौलां गैरो में इतिहास रचने के साथ मनाया। गैर वरीयता प्राप्त ओस्तापेंको इसके साथ ही किसी ग्रैंड स्लेम के फाइनल में पहुंचने वाली लात्विया की पहली खिलाड़ी बन गयी हैं।

आईसीसी चैंपियंस ट्राफी : भारत हारा, ग्रुप बी बना ‘ग्रुप आफ डैथ’

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लंदन ,08 जून, भारतीय गेंदबाजों ने दिशाविहीन गेंदबाजी करते हुए और क्षेत्ररक्षकों ने कुछ नजदीकी मौके टपकाकर ओपनर शिखर धवन (125) की शतकीय पारी पर पानी फेर दिया और गत चैंपियन भारत को श्रीलंका के खिलाफ आईसीसी चैंपियंस ट्राफी के ग्रुप बी मुकाबले में गुरुवार को सात विकेट की सनसनीखेज हार का सामना करना पड़ा। भारतीय टीम अपने पहले मुकाबले में पाकिस्तान को 124 रन से हराने के बाद सातवें आसमान पर थी लेकिन श्रीलंकाई टीम ने सात विकेट की जीत के साथ टीम इंडिया को जमीन पर ला दिया। भारत ने 50 ओवर में छह विकेट पर 321 रन का मजबूत स्कोर बनाया मगर श्रीलंका के शीर्ष बल्लेबाजों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 48.4 ओवर में तीन विकेट पर 322 रन बनाकर अपनी टीम की सेमीफाइनल की उम्मीदों को कायम रखा। ग्रुप बी में अब बेहद दिलचस्प स्थिति हो गयी है और ग्रुप की चारों टीमों भारत ,श्रीलंका ,दक्षिण अफ्रीका और पाकिस्तान के पास एक-एक जीत और एक-एक हार है। श्रीलंका की इस जीत से ग्रुप बी ‘ग्रुप आफ डैथ’ बन गया हैै। इस ग्रुप से सेमीफाइनल में जाने वाली दो टीमों का फैसला अब ग्रुप के आखिरी मैचों से होगा। भारत को अपने अंतिम मैच में 11 जून को दक्षिण अफ्रीका से भिड़ना है जबकि इसके अगले दिन श्रीलंका का मुकाबला पाकिस्तान से होगा। इन दो मैचों में जो टीमें जीतेंगी वही सेमीफाइनल में पहुंचेगी


मोदी और शरीफ ने पूछा एक दूसरे का हाल चाल

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अस्ताना,08 जून, भारत और पाकिस्तान के बीच चरम तनाव के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के बीच आज कजाखस्तान की राजधानी अस्ताना में अनौपचारिक मुलाकात हुयी। दोनों नेता यहां शंघाई शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने आये हैं। सूत्राें के अनुसार शिखर सम्मेलन की पूर्व संध्या पर अस्ताना आपेरा में कंसर्ट के दौरान दाेनों नेताओं का आमना-सामना हुआ और श्री मोदी ने श्री शरीफ से उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। उल्लेखनीय है कि गत माह श्री शरीफ का लंदन के एक अस्पताल में ऑपेन हार्ट सर्जरी हुई थी। सूत्रों ने बताया कि श्री मोदी ने उनकी मां और अन्य परिजनों के बारे में भी पूछताछ की। दोनों नेताओं का जब आमना-सामना हुआ तो उन्होंने एक दूसरे से हाथ भी मिलाया।

आरएसएस ने की येचुरी के प्रेस कांफ्रेंस में बाधा डालने की घटना की निंदा

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नयी दिल्ली 08 जून, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ(आरएसएस) ने कल यहां मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी(माकपा) महासचिव सीताराम येचुरी के प्रेस कांफ्रेंस में समाजविरोधी तत्वों द्वारा बाधा उत्पन्न किये जाने की घटना की आज निंदा की। आरएसएस के मुख्य प्रवक्ता मनमोहन वैद्य ने यहां एक बयान में कहा कि आरएसएस का रिकार्ड रहा है कि वह ऐसे समाजविरोधी का समर्थन नहीं करती और न ही कोई अलोकतांत्रिक रवैया अपनाती है। बयान में आरएसएस नेताओं ने घटना को लेकर आरएसएस का नाम घसीटने जाने पर माकपा की निंदा की और कहा कि यह महज आधारहीन प्रयास है। उल्लेखनीय है कि माकपा नेता और राज्यसभा सदस्य ने कल आरएसएस पर निशाना साधते हुये कहा था कि आरएसएस ऐसी संस्था है जो केवल आतंक और हिंसा का रवैया अपनाती है।

किसानों के लिये राहुल का गिरफ्तारी देना नौटंकी: राजनाथ

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मुंबई 08 जून, केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी का मध्य प्रदेश में किसानों के लिये आज गिरफ्तारी दिया जाना महज नौटंकी है। श्री सिंह ने यहां एक वक्तव्य में कहा कि किसानों की दुर्दशा के लिये पूर्ववर्ती कांग्रेस नीत संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और सांसद केंद्र सरकार के साथ मिलकर किसानों की समस्याओ को सुलझाने के लिये सभी प्रयास कर रहे हैं। शिवसेना के साथ संबंधों में बढ़ रहे तनाव के संदर्भ में श्री सिंह ने कहा कि दो गठबंधन दलों के बीच बहुत से मुद्दों को लेकर कुछ विभिन्नतायें होती है लेकिन यह कोई गंभीर मुद्दा नहीं है। उन्होंने दावा किया कि पाकिस्तान की ओर से अस्थितरता फैलाने का प्रयास किये जाने के बावजूद कश्मीर में हालात सुधर रहे हैं। उन्होेंने कहा कि देश के पूर्वोत्तर राज्यों में भी स्थिति बेहतर है तथा नक्सलवाद नियंत्रण में है।

इंडिया शाइनिंग की तरह मोदी फेस्ट की हवा निकलेगीः लालू

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रांची 08 जून, राष्ट्रीय जनता दल अध्यक्ष (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद ने दावा किया है कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल में चलाये गये ‘इंडिया शाइनिंग’ अभियान की तरह ही केन्द्र की वर्तमान राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार के ‘मोदी फेस्ट’ की हवा निकलेगी। श्री यादव ने आज यहां यूनीवार्ता से विशेष बातचीत में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली केन्द्र की राजग सरकार पिछले तीन साल के कार्यकाल में हर मोर्चे पर विफल रही है। उन्होंने कहा, “सीमा पर जवान शहीद हो रहे है, जम्मू-कश्मीर में स्थिति खराब है। 56 इंच की छाती की बात करने वाले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यकाल में कश्मीर में पाकिस्तान का झंडा फहराया जा रहा है। सरकार चुपचाप तमाशा देख रही है, पूरे हालात बेकाबू है।” राजद सुप्रीमों ने कहा कि आज देश में जवान और किसान कोई सुरक्षित नहीं है। आवाज उठाने वाले को गोली से दबाने की कोशिश की जा रही है। उत्तर प्रदेश में प्रधानमंत्री ने चुनावी सभा में घोषणा की थी कि सत्ता में आने पर पहली कैबिनेट में किसानों की कर्जमाफी कर दी जाएगी, लेकिन आज तक किसानों को इसका फायदा नहीं मिला। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में आवाज उठाने पर किसान मारे जा रहे है। वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) से छोटे एवं मंझोले व्यवसायी को नुकसान होगा, बड़े व्यवसायियों को ही सिर्फ फायदा होगा। 


राजद अध्यक्ष ने भाजपा नेताओं पर हिन्दुत्व के नाम पर देश को गुमराह करने का आरोप लगाया और कहा कि आज देश में अघोषित आपातकाल की स्थिति है। सवाल उठाने वाले नेताओं को राजनीतिक विद्वेष की भावना से प्रताड़ित किया जा रहा है। उन्होंने निजी समाचार चैनल एनडीटीवी के प्रमोटर प्रणय राय एवं उनकी पत्नी नंदिता राय के खिलाफ आयकर विभाग की छापेमारी की निंदा करते हुए कहा कि मीडिया की आजादी खतरे में है, कुछ मीडिया जरूर जयकारे में लगे है लेकिन मीडिया की आजादी के लिए उन्हें जो भी कुर्बानी देनी होगी, इसके लिए तैयार है। श्री यादव ने कहा कि रोजगार के नाम पर युवाओं को पीछे धकेला जा रहा है। गुमराह होकर देश के लोगों ने नरेन्द्र मोदी को चुना है। उन्होंने बताया कि 27 अगस्त को बिहार में होने वाली राजद की भाजपा हटाओ-देश बचाओ रैली से पूरे देश में मोदी सरकार हटाओ अभियान की शुरुआत होगी। एक सवाल के जवाब में श्री यादव कहा कि कल वे केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की अदालत में पेश होंगे और उन्हें न्यायालय पर पूरा भरोसा है और उन्हें विश्वास है कि न्याय मिलेगा। 

सीबीआई विशेष अदालत में पेश हुए पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्र, मिली जमानत

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रांची 0 8जून, बहुचर्चित चारा घोटाले मामले में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्र आज यहां केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की विशेष अदालत में पेश हुए। रांची के डोरंडा कोषागार और दुमका कोषागार से अवैध निकासी से जुड़े आरसी 47ए/96 और आरसी 38ए/96 मामले में जगन्नाथ मिश्रा यहां की सीबीआई के विशेष अदालत पेश हुए। बाद में अदालत से श्री मिश्रा को दोनों मामले में एक-एक लाख रुपये के दो निजी मुचलके पर जमानत मिल गयी। वहीं, दूसरी तरफ बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव को चारा घोटाले से जुड़े मामले 64ए/96 में शुक्रवार को अदालत में पेश होना है। देवघर कोषागार से अवैध निकासी से जुड़े मामले में सीबीआई की अदालत ने 09 जून को लालू प्रसाद यादव को सशरीर अदालत में उपस्थित होने का समन भेजा है। मामले में श्री यादव के अलावा जगन्नाथ मिश्र एवं आर.के.राणा समेत 34 आरोपी है। सभी आरोपियों के विरुद्व पशुपालन विभाग के अधिकारियों के साथ मिलीभगत कर जून 1991 से अगस्त 1993 के बीच फर्जी आवंटन पत्र के आधार पर अविभाजित बिहार के देवघर कोषागार से 97 लाख रुपये की अवैध निकासी करने का आरोप है। 

गंगा जलमार्ग विकास का ग्रोथ इंजन बनेगा : गडकरी

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रांची 08 जून, केंद्रीय पथ परिवहन एवं जलमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने देश के विकास में ‘गंगा जलमार्ग’ को महत्वपूर्ण बताते हुए आज कहा कि यह जलमार्ग झारखंड समेत कई राज्यों का ‘ग्रोथ इंजन’ बनेगा। श्री गडकरी ने राजधानी रांची के हरमू मैदान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार के तीन वर्ष पूरे होने उपलक्ष्य में ‘मोदी फेस्ट’ के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि गंगा जलमार्ग देश के विकास का ग्रोथ इंजन बनेगा। इस जलमार्ग के विकसित होने पर डेढ़ लाख लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रुप से रोजगार मिलेगा। उन्होंने देश में सड़क निर्माण की चर्चा करते हुए कहा कि तीन वर्ष पहले केंद्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेतृत्व वाली सरकार के गठन के समय मात्र 96 हजार किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्ग था और पांच लाख सड़क दुर्घटनाएं प्रतिवर्ष होती थी। इन दुर्घटनाओं में करीब डेढ़ लाख लोगों की मौत हो जाती थी। श्री गडकरी ने कहा कि पूर्ववर्ती संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के दौरान प्रतिदिन केवल 02 किलोमीटर सड़क का निर्माण हो रहा था जबकि आज 23 किलोमीटर सड़क का निर्माण प्रतिदिन हो रहा है। केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय उच्चपथ का 02 लाख किलोमीटर क विस्तार करने की योजना बनायी है। पथ परिवहन मंत्री ने कहा कि एक साल में 16800 किलोमीटर के करीब राष्ट्रीय उच्चपथ निर्माण के लिए निविदा निकाली गयी और जब लंदन में उनकी मुलाकात विश्व बैंक के अधिकारियों से हुई, तो उन्हें बताया गया कि एक वर्ष में इतने लंबे सड़क निर्माण को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार के केन्द्र में आने के वक्त झारखंड में राष्ट्रीय राजमार्गो की लंबाई 2402 किमी थी। इसे बढ़ाकर 5390 किमी करने का निर्णय लिया गया है, जो दोगुने से अधिक है। पांच वर्ष के अंदर इन पथ निर्माण योजनाओं को पूरा कर लिया जाएगा जिसमें एक लाख करोड़ रुपये का निवेश होगा।


श्री गडकरी ने कहा कि झारखंड की पूववर्ती सरकार के कार्यकाल से ही रांची-जमशेदपुर राष्ट्रीय उच्चपथ के निर्माण का काम चल रहा है, लेकिन बैंक ही पीछे हट गये। अब केंद्र सरकार भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के माध्यम से 400 करोड़ रुपये की योजना से इस हाईवे का निर्माण अगले साल दिसंबर महीने तक पूरा करा लेगी। इसके अलावा बरही से हजारीबाग, महुलुलिया से बहरागोड़ा समेत अन्य राजमार्ग का निर्माण कार्य भी चल रहा है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि रांची के रातू रोड में बनने वाले फ्लाईओवर को भी मंजूरी दे दी गयी है और अगली बार वे इस फ्लाईओवर निर्माण के भूमि पूजन कार्यक्रम में शामिल होने आएंगे। उन्होंने बताया कि साहेबगंज में गंगा नदी के जलमार्ग के विकसित होने और टर्मिनल का निर्माण होने समेत अन्य कार्य पूरे हो जाने के बाद झारखंड, पड़ोसी राष्ट्र म्यांमार और बांग्लादेश से जुड़ जाएगा। श्री गडकरी ने इलाके में मुख्यमंत्री रघुवर दास से 5000 एकड़ भूमि उपलब्ध कराने की बात की और कहा कि इसे स्मार्ट सिटी के रुप में विकसित किया जाएगा। गंगा जलमार्ग के शुरू हो जाने के बाद खाद्यान तेल और अन्य वस्तुओं के दाम कम जाएंगे और पूरे क्षेत्र का विकास होगा। उन्होंने कहा कि अगली बार वे विभिन्न मीडिया समूहों का प्रतिनिधित्व करने वाले पत्रकारों को सात दिनों के लिए वाराणसी से हल्दिया तब बनने वाले जलमार्ग से लेकर साहेबगंज पहुंचेंगे। इसके लिए 40 रिवर पोर्ट भी बनाने का काम हो चुका है और रिवर पोर्ट के किनारे रेस्टोरेंट एवं होटल समेत अन्य आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध करायी जाएगी। श्री गडकरी ने कहा कि उन्होंने मुंबई में पानी और सड़क पर चलने वाली एक बस को खरीदा गया है। पंजाब और तेलगांना सरकार ने भी ऐसी दो बसों को खरीदा है। अब झारखंड सरकार भी ऐसी बसों की खरीद करें, एक बस की कीमत दो करोड़ रुपये आती है। उन्होंने यह भी कहा कि 2018 के पहले वे पानी में पर चलने वाले हवाई जहाज भी खरीदेंगे और मुख्यमंत्री के साथ बैठ कर वाराणसी से साहेबगंज तक की यात्रा करेंगे। 


इस मौके पर केंद्रीय मंत्री ने स्वर्णरेखा नदी को भी जलमार्ग के रुप में रुपांतरित करने की घोषणा करते हुए कहा कि अक्टूबर महिने में इसकी आधारशिला रखी जाएगी। इससे क्षेत्र में विकास के नये आयाम खुलेंगे। उन्होंने कहा कि जमशेदपुर में जहां लोहा बनाने वाली कंपनियों से आयरन स्लैग के पहाड़ खड़े हो गये है वहीं दूसरी तरफ बिहार में सड़क निर्माण के लिए गिट्टी (चिप्स) की कमी हो गयी है। उन्होंने कहा कि सड़क निर्माण में इस आयरन स्लैग का उपयोग किया जाएगा और बिहार से लेकर उत्तर प्रदेश तक जलमार्ग के माध्यम से इस स्लैग को लेकर जाएंगे। श्री गडकरी ने कहा कि जलमार्ग के माध्यम से एनटीपीसी के 23 बिजली उत्पादन इकाईयों को भी कोयले की आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी। इससे बिजली की प्रति यूनिट 50 पैसे सस्ती हो जाएगी। उन्होंने साफ किया कि वे लोगों को कोई सपना दिखाने का काम नहीं कर रहे है, आज तक नेताओं ने जनता को मूर्ख बनाने का काम किया है, इसलिए लोगों को भरोसा करने में थोड़ी मुश्किल हो रही है, लेकिन उनकी सारें बातें रिकॉर्ड में है और हर वायदा पूरी होगा। उन्होंने कहा कि योजनाओं को पूरा करने के लिए सही सोच, सही नेता और सही सरकार की जरुरत होती है। विकास के लिए सही दिशा, सही दृष्टि और सही नेतृत्व की आवश्यकता होता है। केंद्रीय मंत्री ने केंद्र सरकार की जनधन योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, फसल बीमा योजना, विमुद्रीकरण, प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, कौशल विकास योजना समेत अन्य योजनाओं के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी। इससे पहले झारखंड केमुख्यमंत्री रघुवर दास ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीन वर्ष के कार्यकाल में में झारखंड का भी तेजी से विकास हुआ है। केन्द्र सरकार के सहयोग से शुरू की गयी विभिन्न योजनाओं और निवेश से युवाओं को रोजगार मिलना शुरु हो गया है और राज्य से पलायन पर काफी हद तक अंकुश लगा है। मोदी फेस्ट के मौके पर आयोजित समारोह में मंच पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा, पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा, नगर विकास मंत्री सी पी सिंह, राज्यसभा सांसद महेश पोद्दार, सांसद रामटहल चौधरी, रांची नगर-निगम की महापौर आशा लकड़ा, विधायक अनंत ओझा, रामकुमार पाहन, डॉ. जीतु चरण राम, गंगोत्री कुजूर, नवीन जायसवाल, वरिष्ठ नेता राकेश प्रसाद और दीपक प्रसाद भी उपस्थित थे। 

दरभंगा संस्कृत विवि का पुस्तकालय सहायक 26 हजार रुपये रिश्वत लेते गिरफ्तार

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दरभंगा 08 जून, बिहार राज्य सतर्कता अन्वेषण ब्यूरो ने आज कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के पुस्तकालय सहायक डा. सूर्य मोहन कुमार को 26 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया।  आधिकारिक सूत्रों ने यहां बताया कि मुजफ्फरपुर जिले के कटरा थाना क्षेत्र निवासी और परिवादी नंदकिशोर बैठा ने ब्यूरो में लिखित शिकायत दर्ज करायी थी कि पुस्तकालय सहायक (अतिरिक्त प्रभार छात्र संबंधित संचिका ) श्री कुमार छात्रवृत्ति राशि का भुगताने करने के एवज में उनसे 26 हजार रुपये रिश्वत की मांग कर रहे हैं। मामले का सत्यापन कराये जाने के दौरान रिश्वत मांगे जाने का प्रमाण मिलने के बाद पुस्तकालय सहायक की गिरफ्तारी के लिए ब्यूरो के पुलिस उपाधीक्षक अरूण कुमार के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया। सूत्रों ने बताया कि पुस्तकालय सहायक आज जब विश्वविद्यालय के शिक्षा शास्त्र विभाग के कमरा संख्या नौ में परिवादी से रिश्वत के तौर पर 26 हजार रुपये ले रहे थे तभी ब्यूरो की विशेष टीम ने उन्हें रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार अभियुक्त को मुजफ्फरपुर स्थित निगरानी कार्यालय लाया जा रहा है जहां पूछताछ के बाद उसे निगरानी की विशेष अदालत में पेश किया जायेगा। 


विशेष : भाजपा में मंगल पांडेय का कद बढ़ा, अब कद्दावर बनने की चुनौती

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बिहार प्रदेश भाजपा के पूर्व अध्‍यक्ष और विधान पार्षद मंगल पांडेय के राजनीतिक कौशल को पार्टी में स्‍वीकृति मिलने लगी है। उनकी राजनीतिक समझ, रणनीति और संभावनाओं को विस्‍तार भी मिलने लगा है। करीब सात माह पहले बिहार प्रदेश अध्‍यक्ष की जिम्‍मेवारी से मुक्‍त हुए मंगल पांडेय को पार्टी ने कई जिम्‍मेवारी सौंपी। उत्‍तर प्रदेश विधान सभा चुनाव में मंगल पांडेय को अवध क्षेत्र का प्रभारी बनाया गया था। अवध क्षेत्र का विस्‍तार विधान सभा की करीब 80 सीटों तक है। एक माह पहले भाजपा के राष्‍ट्रीय नेतृत्‍व ने मंगल पांडेय को हिमाचल प्रदेश का प्रभारी बनाया है। हिमाचल प्रदेश में अभी वीरभद्र सिंह के नेतृत्‍व वाली कांग्रेस की सरकार है और इसी साल नवंबर में विधान सभा चुनाव होना है। भाजपा के हिमाचल प्रदेश प्रभारी मंगल पांडेय से वीरेंद्र यादव की खास बातचीत


एक महीने में करीब 10 दिन हिमाचल प्रदेश का दौरा कर चुके मंगल पांडेय ने बताया कि देश भर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विकास योजनाओं को जनता पसंद कर रही है और उन योजनाओं के प्रति अपना विश्‍वास भी जता रही है। हिमाचल प्रदेश में भी आम जनता का विश्‍वास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्‍व में है। लेकिन राज्‍य सरकार केंद्र की विकासात्‍मक योजनाओं को लागू करने में विफल साबित हुई है। उन्‍होंने कहा कि राज्‍य में भ्रष्‍टाचार चरम पर है। मुख्‍यमंत्री को भ्रष्‍टाचार के एक मामले में कोर्ट से जमानत लेनी पड़ी है। भ्रष्टाचार के आरोप में कई सरकारी अधिकारी जेल में हैं।

नवंबर में होगा विधान सभा चुनाव
हिमाचल प्रदेश की सामाजिक बनावट की चर्चा करते हुए उन्‍होंने कहा कि राजपूतों की संख्‍या करीब 32 फीसदी, ब्राह्मणों की संख्‍या 23 फीसदी, अनुसूचित जाति की संख्‍या 29 फीसदी, अनुसूचित जनजाति की संख्‍या 5 फीसदी और ओबीसी की संख्‍या करीब 8 फीसदी है। सभी धार्मिक अल्‍पसंख्‍यकों की संख्‍या एक से डेढ़ प्रतिशत है। भाजपा का सभी जातीय समूहों में आधार है और सभी वर्गों का समर्थन भाजपा के साथ है। पार्टी के संगठनात्‍मक स्‍वरूप की चर्चा करते हुए श्री पांडेय ने कहा कि बूथ स्‍तर तक पार्टी का संगठन है। हर बूथ पर कार्यकर्ता हैं। कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। पार्टी लगातार अपना आधार बढ़ाने की कोशिश कर रही है। चुनाव की चुनौतियों के बारे में उन्‍होंने कहा कि जनता कांग्रेस सरकार से उब चुकी है। वह नया विकल्‍प तलाश रही है। वैसी स्थिति में भाजपा विकल्‍प देने में सक्षम है। चुनाव के बाद भाजपा की ही सरकार बनेगी।राजनीतिक समीक्षकों का मानना है कि हिमाचल प्रदेश में हर चुनाव में सरकार बदल जाती है। इस लिहाज से अबकी भाजपा की बारी है। चुनाव में सरकार बदलने की परंपरा तमिलनाडू में भी थी, लेकिन पिछले साल अन्‍नाद्रमुक दुबारा लौट आयी थी और परंपरा टूट गयी थी। परंपरा टूटने का खतरा हिमाचल में भी हो सकता है। इससे भी मंगल पांडेय को सचेत रहना पड़ सकता है।




साभार : बिरेन्द्र यादव 

आलेख : भीड़तंत्र की हिंसा से जख्मी होता समाज

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उत्तर प्रदेश के आगरा में भाजपा नेता की हत्या के बाद भीड़ ने ही दो हमलावरों में से एक को पीट-पीटकर मार डाला। दिल्ली में खुलेआम दो लड़कों को पेशाब करने से रोकने पर गतदिनों एक ई-रिक्शा चालक की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई। कुछ दिनों पहले आनंद विहार इलाके में कवि देवीप्रसाद मिश्र को सड़क पर खुलेआम पेशाब कर रहे डीटीसी बस के चालक और परिचालक ने टोकने पर बुरी तरह मारा-पीटा था। इधर किसान आन्दोलन हो या गौरक्षा का मसला-हिंसा एवं अशांति की ऐसी घटनाएं देशभर में लगातार हो रही हैं। महावीर, बुद्ध, गांधी के अहिंसक देश में हिंसा का बढ़ना न केवल चिन्ता का विषय है बल्कि गंभीर सोचनीय स्थिति को दर्शाता है। सभ्य समाज में किसी की भी हत्या किया जाना असहनीय है लेकिन जिस तरह से भीड़तंत्र के द्वारा कानून को हाथ में लेकर किसी को भी पीट-पीटकर मार डालना अमानवीयता एवं क्रूरता की चरम पराकाष्ठा है। दिल्ली के जीटीबी नगर मेट्रो स्टेशन के पास कार से उतर कर खुले में पेशाब कर रहे दो युवकों को ई-रिक्शा चालक रवींद्र कुमार ने टोका तो वह अपने नागरिक होने की जिम्मेदारी को ही पूरा कर रहा था। उस समय तो वे दोनों युवक वहां से चले गए और रात करीब आठ बजे अपने बीस-पच्चीस साथियों को लेकर आए। उन लोगों ने रवींद्र कुमार को इतना पीटा कि अस्पताल पहुंचते-पहुंचते उसकी मौत हो गई। इस घटना से स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इतने मर्माहत हुए कि विदेश दौरे पर होने के बावजूद उन्होंने इसकी तीखी निंदा की और अधिकारियों को दोषियों का पता लगाने और उनके खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिए। सरकार ने मृतक के परिवार को भले ही नौकरी दी हो, मुआवजा देकर अपना कत्र्तव्य पूरा किया हो, लेकिन प्रश्न यह है कि व्यक्ति हिंसक एवं क्रूर क्यों हो रहा है? सवाल यह भी है कि हमारे समाज में हिंसा की बढ़ रही घटनाओं को लेकर सजगता की इतनी कमी क्यों है?


एक सभ्य एवं विकसित समाज में अनावश्यक हिंसा का बढ़ना विडम्बनापूर्ण है। ऐसे क्या कारण है जो हिंसा एवं अशांति की जमीं तैयार कर रहे हैं। देश में भीड़तंत्र हिंसक क्यों हो रहा है? मनुष्य-मनुष्य के बीच संघर्ष, द्वेष एवं नफरत क्यों छिड़ गयी है? कोई किसी को क्यों नहीं सह पा रहा है? प्रतिक्षण मौत क्यों मंडराती दिखाई देती है? ये ऐसे सवाल हंै जो नये बनते भारत के भाल पर काले धब्बे हैं। ये सवाल जिन्दगी की सारी दिशाओं से उठ रहे हैं और पूछ रहे हैं कि आखिर इंसान गढ़ने में कहां चूक हो रही है? यह किसी भारी चूक का ही परिणाम है कि झारखंड में बच्चा चोरी की अफवाहों के चलते क्रुद्ध भीड़ ने 6 लोगों को पीट-पीटकर मार डाला था। यह कहां का न्याय है। यह कहां की सभ्यता है।  हत्या का शिकार कोई एक समाज या धर्म का व्यक्ति नहीं होता बल्कि सभी समुदायों के लोग इसका शिकार हो रहे हैं। ऐसा लगता है कि अपराधियों और अराजक तत्वों को कानून का कोई खौफ नहीं है। जिस तरह से सीतापुर में बिजनेसमैन के परिवार के 3 सदस्यों की घर की पार्किंग में घुस कर हत्या की गई और जिस तरह से हरियाणा के जींद में राह चलते एक युवक की हत्या की गई उससे स्पष्ट हो जाता है कि हिंसा करने वालों को कानून से कोई डर नहीं लगता। कानून के दुश्मनों के निशाने पर पुलिस वाले भी आ गए हैं। उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था को लेकर होहल्ला मचाया जा रहा है लेकिन कानून व्यवस्था की बदतर हालत तो अन्य कई राज्यों में है। तेजी से बढ़ता हिंसक दौर किसी एक प्रान्त का दर्द नहीं रहा। इसने हर भारतीय दिल को जख्मी बनाया है। अब इन हिंसक होती स्थितियों को रोकने के लिये प्रतीक्षा नहीं, प्रक्रिया आवश्यक है। यदि समाज में पनप रही इस हिंसा को और अधिक समय मिला तो हम हिंसक वारदातें सुनने और निर्दोष लोगों की लाशें गिनने के इतने आदी हो जायेंगे कि वहां से लौटना मुश्किल बन जायेगा। इस पनपती हिंसक मानसिकता के समाधान के लिये ठंडा खून और ठंडा विचार नहीं, क्रांतिकारी बदलाव के आग की तपन चाहिए। 

आप कितने असुरक्षित हैं हम? निर्दोष मारा जा रहा है और अपराधी साफ-साफ बच निकलता है। राजनीति की छांव तले होने वाली भीड़तंत्र की वारदातें हिंसक रक्तक्रांति का कलंक देश के माथे पर लगा रहे हैं चाहे वह एंटी रोमियो स्क्वायड के नाम पर हो या गौरक्षा के नाम पर। कहते हैं भीड़ पर किसी का नियंत्रण नहीं होता। वह आजाद है, उसे चाहे जब भड़काकर हिंसक वारदात खड़ी की जा सकती है। उसे राजनीतिक संरक्षण मिला हुआ है जिसके कारण वह कहीं भी कानून को धत्ता बताते हुए मनमानी करती है। भीड़ इकट्ठी होती है, किसी को भी मार डालती है। जिस तरह से भीड़तंत्र का सिलसिला शुरू हुआ उससे तो लगता है कि एक दिन हम सब इसकी जद में होंगे। जब एक पुलिस वाला किसी को भी झूठे केस में फंसाने की तरकीबें स्टिंग आपरेशन में बताएगा तो फिर पुलिस वालों का खौफ कहां बचेगा? किसी भी राज्य में हिंसक घटनाओं का ग्राफ तब बढ़ता है जब अपराधियों और पुलिस में सांठगांठ हो जाए। हिंसा एवं अराजकता की बढ़ती इन घटनाओं के लिये केकड़ावृत्ति की मानसिकता जिम्मेदार है। जब-जब जनता के निर्णय से राजनीतिक दल सत्ता से दूर हुए हैं, उन्होंने ऐसे ही अराजक एवं हिंसक माहौल निर्मित किये हैं। आज राजनेता अपने स्वार्थों की चादर ताने खड़े हैं अपने आपको तेज धूप से बचाने के लिये या सत्ता के करीब पहुंचने के लिये। सबके सामने एक ही अहम सवाल आ खड़ा है कि ‘जो हम नहीं कर सकते वो तुम कैसे करोगे?’ लगता है इसी  स्वार्थी सोच ने, आग्रही पकड़ ने, राजनीतिक स्वार्थ की मनोवृत्ति ने देश को हिंसा की आग में झोंक रखा है। महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश में किसानों का आन्दोलन एवं किसानों के आत्महत्या करने की घटनाएं इसी की निष्पत्ति है।


राजनीतिक स्वार्थों के लिये हिंसा को हथियार बनाया जा रहा है। किसी न किसी विचारधारा से जोड़कर अपनी सेनाएं बना लेने की परम्परा विकसित की जा रही है, कोई भीम सेना बना रहा हैं तो कोई रावण सेना, कोई अपना ही रक्षक दल बना रहा तो कोई अल्पसंख्यकों की अपनी सेना गठित कर रहा है। बहुसंख्यक अपनी सेना बना रहा है तो हर गली-मौहल्ले में भी ऐसे ही संगठन हिंसा करने के लिये खड़े किये जा रहे हैं। सहारनपुर के दंगे इस बात का प्रमाण हैं कि ये सेनाएं कैसे समाज में विष घोल रही हैं। भीड़तंत्र भेड़तंत्र में बदलता जा रहा है। इस लिहाज से सरकार को अधिक चुस्त होना पड़ेगा। कुछ कठोर व्यवस्थाओं को स्थापित करना होगा, अगर कानून की रक्षा करने वाले लोग ही अपराधियों से हारने लगेंगे तो फिर देश के सामान्य नागरिकों का क्या होगा? देश बदल रहा है, हम इसे देख भी रहे हैं। एक ऐसा परिवर्तन जिसमें अपराधी बेखौफ घूम रहे हैं और भीड़ खुद फैसला करने लगी है। हिंसा ऐसी चिंनगारी है, जो निमित्त मिलते ही भड़क उठती है। इसके लिये सत्ता के करीबी और सत्ता के विरोधी हजारों तर्क देंगे, हजारों बातें करेंगे लेकिन यह दिशा ठीक नहीं है। जब समाज में हिंसा को गलत प्रोत्साहन मिलेगा तो उसकी चिंनगारियों से कोई नहीं बच पायेगा। 




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(ललित गर्ग)
ई-253, सरस्वती कुंज अपार्टमेंट
25, आई0पी0 एक्सटेंशन, पटपड़गंज, दिल्ली-92
फोन: 22727486

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर 09 जून

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विधिक साक्षरता शिविर 19 को 

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जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा 19 जून को वृहद जनजागरूकता एवं विधिक साक्षरता शिविर और मोटर बाईक यात्रा का आयोजन किया गया है। उक्त कार्यक्रम विदिशा जनपद पंचायत के सभागार कक्ष में दोपहर तीन बजे से शुरू होगा। 

सीमांकन कार्य 15 जून तक पूरा करें

कलेक्टर श्री अनिल सुचारी ने जिले में पदस्थ सभी राजस्व अधिकारियों को निर्देश दिए है कि उनके कार्य क्षेत्रों में प्राप्त होने वाले सीमांकन के आवेदनों का निराकरण 15 जून तक शत प्रतिशत निराकरण करने की कार्यवाही की जाए। उक्त कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही ना बरती जाए इसके लिए उन्होंने समस्त एसडीएम से कहा है कि वे सीमांकन कार्यो की समीक्षा हर रोज अपने स्तर पर कर की गई कार्यवाही से जिला कार्यालय को अवगत कराएं।


टीकाकरण से कोई वंचित ना हो-कलेक्टर

कलेक्टर श्री अनिल सुचारी ने मिशन इन्द्रधनुष को क्रियान्वित कराने वाले अमले से कहा है कि टीकाकरण से एक भी बच्चा वंचित ना रहें इसके लिए डोर-टू-डोर अभियान का क्रियान्वयन किया जाए। उन्होंने हर रोज की प्रगति से क्षेत्र के बीएमओ को अवगत कराने के भी निर्देश जारी किए है। कलेक्टर श्री सुचारी ने समस्त बीएमओ से कहा है कि हर रोज की प्रगति से सीधे जिला कार्यालय को अवगत कराए। कार्यक्षेत्रों में यदि कही अभियान के क्रियान्वयन में किसी भी प्रकार की दिक्कत आ रही है तो अविलम्ब स्थानीय एसडीएम से सम्पर्क कर समस्या का निराकरण कराएं।

डोर-टू-डोर विजिट

छूटे युवा मतदाताओें के नाम मतदाता सूची में जोड़ने का विशेष अभियान एक जुलाई से प्रारंभ हो जाएगा। इसी दिन से बीएलओ द्वारा डोर-टू-डोर विजिट कर ऐसे युवा, युवतियां जो 18 से 21 वर्ष के हो गए है उनका नाम अब तक संबंधित विधानसभा क्षेत्र की मतदाता सूची में नाम दर्ज नही हो पाया है उन सभी से निर्धारित प्रपत्रों को भरवाएंगे ताकि अभियान अवधि पूर्ण होने के पहले उनके नाम मतदाता सूची में अंकित किए जा सकें। निर्वाचन आयोग द्वारा डोर-टू-डोर सर्वे के संबंध में बूथ लेवल अधिकारियों के लिए जो निर्देश प्रसारित किए गए है कि जानकारी देते हुए जिला निर्वाचन अधिकारी श्री अनिल सुचारी ने बताया कि डोर-टू-डोर सर्वे में असंतुलित ईपि रेशो एवं जेण्डर रेशो को संतुलित किए जाने की कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी। जिले के ऐसे मतदान केन्द्रों पर विशेष ध्यान देकर छूटे हुए 18-19 आयु वर्ग के मतदाताओं को जोड़ने हेतु विशेष पहल की जाएगी। 18 एवं इससे अधिक आयु वर्ग से फार्म-6 भरवा कर उनका नाम निर्वाचक नामावली में सम्मिलित किए जाएंगे। इसी प्रकार जेण्डर रेशों बढाने के लिए मतदाता केन्द्रवार समीक्षा के उपरांत वास्तविक जेण्डर रेशों से 50 पाइंट से कम सभी मतदान केन्द्रों पर विशेष आयोजन के माध्यम से गेप पूरा करने की कार्यवाही की जाएगी। 


नाम हटाने
विशेष अभियान के दौरान मृत मतदाताओं को चिन्हित कर उनके नामों को हटाने की भी कार्यवाही अभियान के दौरान की जाएगी। इसके लिए मृत निर्वाचक के परिजनों से फार्म-सात भरवाकर या उस क्षेत्र में निवास करने वाले कम से कम दो व्यक्तियों के ज्ञान से बीएलओ द्वारा तैयार की गई सम्यक रिपोर्ट के आधार उनके नाम हटाए जा सकते है। 

मेगा इवेन्ट
मतदाता सूची में नाम जोड़ने के विशेष अभियान जो जुलाई मासांत तक क्रियान्वित किया जाएगा। इस दौरान एनएसएस, एनवायके, स्काउट गाइड के साथ गठजोड करके युवा मतदाता उत्सव का आयोजन किया जाएगा। जिसमें साइकिल रैली, सिम्पोजीयम, लोक कला कार्यक्रमों के अलावा, मिनी मैराथन, मानव श्रंखला इत्यादि मेगा ईविट शैक्षणिक संस्थाओं के सहयोग से जुलाई तक आयोजित किए जाएंगे। 

सीहोर (मध्यप्रदेश) की खबर 10 जून

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मलेरिया के प्रति जागरूकता के लिए मलेरिया निरोधक माह शुरू

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शासन के निर्देशानुसार राष्ट्रीय वैक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत प्रतिवर्ष माह जून  को मलेरिया निरोधक माह के रूप में मनाया जाता है।मानसून के प्रारंभ होने व मानसून के पश्‍चात मच्छरों के उत्पत्ति स्थल बढ जाने के कारण मलेरियाजन्य परिस्थितियां निर्मित हो जाती है एवं मलेरिया का प्रसार अधिक होने लगता है। इसी तारतम्य में मानसून प्रारंभ होने के पूर्व जून माह में यह आवश्यक है कि मच्छरों के उत्पत्ति स्थलों के नियंत्रण एवं मलेरिया बीमारी की रोकथाम के संबंध में समस्त जानकारी जनप्रतिनिधियों एवं सामान्य जन में व्यापक रूप से दी जाये, जिससे आगामी माहों में प्रभावी रूप से मलेरिया बीमारी की रोकथाम हो सके।


लाडो अभियान अंतर्गत आयु प्रतिपरीक्षण संबंधी निर्देष जारी

लाडो अभियान अंतर्गत बाल विवाह रोकने के लिये निरंतर प्रयास किये जा रहे है। फिर भी यह देखने मे आ रहा हे कि कभी कभी विवाह के दौरान अभिभावकों के द्वारा बालक एवं बालिका की उम्र को प्रमाणित करने के लिये प्रस्तुत किये जाने वाले दस्तावेजों की प्रमाणिकता संदेहप्रद होती है। कई स्थानों पर चिकित्सा प्रमाण पत्र को प्राथमिक दस्तावेज के रूप मे मान्य किया जा रहा है।  आयु परिक्षण हेतु प्रस्तुत चिकित्सा प्रमाण पत्र का प्रतिपरीक्षण स्कूल के दस्तावेजों से किया जाने हेतु माननीय कलेक्टर महोदय द्वारा जिला/विकासखण्ड स्तरीय समस्त विभाग प्रमुखों को आयु का परिक्षण निम्न बिन्दुओं के आधार पर किया जाने हेतु निर्देष जारी किये गये है।  विवाह के दौरान बालक/बालिका की उम्र से संबंधित दस्तावेज के रूप मे निम्न दस्तावेजों को मान्य करें....

स्कूल मे प्रवेष के दौरान प्रस्तुत दस्तावेज (रिकार्ड उपलब्ध न होने पर बी.आर.सी. द्वारा शाला मे प्रवेष न लेने संबंधी प्रमाणीकरण लेकर लगावें)। हाईस्कूल की अंकसूची। जन्म प्रमाण पत्र। आंगनबाडी केन्द्र के रिकार्ड मे दर्ज जन्मतिथि। (रिकार्ड उपलब्ध न होने पर आ.बा. कार्यकर्ता का रिकार्ड नही होने संबंधी प्रमाणीकरण लेकर लगावें) ग्राम पंचायत चैकीदार अथवा पंचायत का रिकार्ड। (रिकार्ड उपलब्ध न होने पर चैकीदार एवं पंचायत का रिकार्ड नही होने संबंधी प्रमाणीकरण लेकर लगावें)
उपरोक्त दस्तावेजों के अभाव में ही मेडिकल चेकअप करवाया जा कर चिकित्सा प्रमाण पत्र मान्य होगा जो मेडिकल बोर्ड द्वारा जारी किया गया हो। उक्तानुसार जिला सीहोर में संपादित होने वाले विभिन्न विवाह समारोहों/सम्मेलनों मे उक्तानुसार निर्देषों का पालन किया जाना अनिवार्य है।

दुमका : सेवानिवृत्त चैकीदार से घूस लेते हुए रंगे हाथ गिरफतार हुए अंचल के बड़ा बाबू

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दुमका (अमरेन्द्र सुमन) ग्राम गोड़िया (प्रखण्ड रामगढ़) दुमका निवासी व सेवानिवृत्त चैकीदार बद्री ततवा से सेवा पुस्तिका सत्यापन के लिये प्रखण्ड से जिला लेखा शाखा, दुमका भेजने के एवज में बतौर घूस 5 हजार रुपये की राशि लेते हुए दिन शुक्रवार को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो, दुमका की टीम ने अंचल कार्यालय, रामगढ़, दुमका के बड़ा बाबू राजेश कुमार अम्बष्ट को रंगे हाथ गिरफतार कर लिया। प्राप्त जानकारी के अनुसार सेवानिवृत्त चैकीदार व परिवादी बद्री ततवा ने 08 जून को शपथपत्र के माध्यम से उपरोक्त आशय की लिखित जानकारी एसीबी, दुमका को दी थी। परिवादी के एरियर का भुगतान होना था, जिसके लिये प्रखण्ड से जिला लेखा शाखा, दुमका उनकी सेवा पुस्तिका भेजी जानी थी। दुमका थाना कांड सं0-05/2017 दिनांकः 08.06.2017 के तहत प्राथमिकी दर्ज करते हुए एसीबी, दुमका की टीम ने अभियुक्त बड़ा बाबू राजेश कुमार अम्बष्ट की त्वरित गिरफतारी की। मालूम हो, गिरफतार अभियुक्त श्री अम्बष्ट दुधानी (आश्रम स्कूल के पीछे) के निवासी हैं तथा पिछले कई वर्षों से दुमका व शिकारीपाड़ा में अवैध कमाई का कारोबार पूरी मुश्तैदी के साथ इन्होंने किया है। शिकारीपाड़ा में इनके विरुद्ध कई तरह के आरोप लगाए गए तथापि श्री अम्बष्ट ने पैरवी व पहुँच की बदौलत खुद को आरोपो से मुक्त बनाए रखा था। कई लोग श्री अम्बष्ट के पीछे पड़े भी हुए थे, जिन्हें मौके का इंतजार था। 

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