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अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के लिए रोशनी से जगमगाया संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय

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संयुक्त राष्ट्र, 19 जून, तीसरे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय रोशनियों से बनाए गए योग शब्द से जगमगा उठा। जाने-माने अभिनेता अनुपम खेर ने इन रोशनियों को स्विच दबाकर जगा दिया।संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि सैयद अकबरूद्दीन ने ट्वीट किया ,संयुक्त राष्ट्र में योग जगमगा उठा। यहां संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय की इमारत की एक झलक है, जिसे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के लिए अभूतपूर्व तरीके से रोशन किया गया है।  खेर ने ट्वीट किया, संयुक्त राष्ट्र की इमारत को रोशन करने का सम्मान मिला। न्यूयार्क अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की तैयारी कर रहा है। यह लगातार दूसरा साल है, जब अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय को विशेष तौर पर रोशन किया जा रहा है। इस अवसर पर संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन और भारतीय वाणिज्य दूतावास ने कई समारोहों की योजना तैयार की है। दूतावास आज शहर में अपने प्रमुख योग कार्यक्रम रीचार्ज बैट्री एट बैट्री पार्क का आयोजन करेगा। इस दौरान कई प्रमुख अभ्यासकर्ता योग के कई सत्र आयोजित करेंगे। भारत का स्थायी मिशन वैश्विक निकाय के मुख्यालय में 20 जून को योग के महारथियों के साथ योग सत्र  का आयोजन करेगा। इसका नेतृत्व भारत स्थित परमार्थ निकेतन आश्रम के स्वामी चिदानंद सरस्वती और साध्वी भगवती सरस्वती और ऑस्ट्रिया स्थित शिवानंद योग रीट्रीट के स्वामी शिवदासनंद करेंगे। इस अवसर के विशेष अतिथि संयुक्त राष्ट्र महासचिव की शेफ डी केबिनेट मारिया लूइजा रिबेइरो और महासभा के अध्यक्ष राजदूत पीटर थॉमसन होंगे। 21 जून को मिशन जनसूचना विभाग और विश्व स्वास्थ्य संगठन के साथ मिलकर  स्वास्थ्य के लिए योग पर चर्चा का आयोजन करेगा। इस अवसर पर अपने विचार रखने वाले वक्ताओं में अनुपम खेर, डब्ल्यूएचओ के कार्यकारी अधिकारी नाटा मेनाब्दे, स्वामी चिदानंद सरस्वती और साध्वी भगवती सरस्वती, एनएफएल के पूर्व एथलीट से योगी बने कीथ मिशेल, ब्लूचिप मार्केटिंग के वैश्विक सीईओ स्टेनटन कावेर और स्वामी शिवदासनंद शामिल होंगे। इस साल संयुक्त राष्ट्र योग दिवस के अवसर पर विशेष मुहरें भी जारी करेगा। संयुक्त राष्ट्र डाक प्रशासन इस मौके पर नई विशेष समारोह शीट जारी करेगा, जिसमें भारत की पवित्र ध्वनि  ओम  और विभिन्न योग आसनों की तस्वीरें होंगी।


राजग उम्मीदवार घोषित ,आम सहमति के आसार कम

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नयी दिल्ली 19 जून, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आज बिहार के राज्यपाल राम नाथ कोविंद को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित कर दिया लेकिन विपक्ष के रुख को देखते हुये उनके नाम पर आम सहमति बनने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं। केन्द्र में तीन वर्ष पहले स्पष्ट बहुमत के साथ सरकार बनाने वाली भाजपा ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की पृष्ठभूमि वाले दलित नेता श्री कोविंद को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की ओर से राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किया और कांग्रेस सहित सभी दलोें से उनका समर्थन करने की अपील की। भाजपा के संसदीय बोर्ड की आज हुयी बैठक में श्री कोविंद के नाम पर मुहर लगायी गयी। इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मौजूद थे। इस बीच श्री कोविंद आज शाम पटना से राजधानी पहुंच गये हैं। उनके 23 जून को नामांकन पत्र दाखिल करने की संभावना है। राष्ट्रपति के उम्मीदवार पर आम सहमति बनाने को लेकर भाजपा नेता पिछले कुछ दिनों से विभिन्न दलों से लगातार बातचीत कर रहे थे लेकिन किसी को भी श्री कोविंद के नाम की भनक तक नहीं लगी। यहां तक कि मीडिया में उम्मीदवार को लेकर जो नाम चल रहे थे उनमें उनके नाम का कभी कोई जिक्र नहीं हुआ। श्री कोविंद के नाम का फैसला होते ही श्री मोदी् , श्री शाह और पार्टी के अन्य नेताओं ने दूसरे दलों के नेताओं से संपर्क साधा और समर्थन का अनुरोध किया । श्री मोदी ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मन मोहन सिंह से बात की तो श्री शाह ने शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को उम्मीदवार के बारे में जानकारी दी। भाजपा की पुरानी सहयोगी शिवसेना ने फिलहाल श्री कोविंद के नाम पर हामी नहीं भरी है । उसने एक दो दिन में अपना निर्णय देने की बात कही है। वहीं तेलंगाना राष्ट्र समिति और तेलुुगु देशम ने श्री कोविंद के समर्थन की घोषणा कर दी है। बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती ने कहा कि दलित होने के नाते उनकी पार्टी श्री कोविंद का समर्थन करेगी बशर्ते विपक्ष की ओर से कोई अन्य लोकप्रिय दलित नेता उम्मीदवार न बना दिया जाये ।

भारत के पास है पुराणों के रूप में अमूल्य थाती - प्रणव

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नयी दिल्ली 19 जून, राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने आज कहा कि पुराणों ने सदियों से भारतीय समाज के सामाजिक और सांस्कृतिक आचार, मूल्यों और बौद्धिक दृष्टिकोण को विकसित करने का काम किया है। श्री मुखर्जी ने राष्ट्रपति भवन में अखिल भारतीय काशीराज न्यास द्वारा प्रकाशित पुस्तक ‘गरुड़ पुराण’( समालोचना संस्करण) की पहली प्रति ग्रहण करते हुये ये विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि पुराणों के रूप में भारत के ज्ञान की विरासत और थाती असाधारण रूप से समृद्ध है और भारतीय समाज के सामाजिक एवं सांस्कृतिक आचार, मूल्यों और बौद्धिक दृष्टि को एक रूप देने में इन पुस्तकों की भूमिका महत्वपूर्ण रही है। राष्ट्रपति ने प्राचीन पुस्तकों को संरक्षित और उनका प्रचार-प्रसार करने के लिए डॉ अनन्त नारायण सिंह और अखिल भारतीय काशीराज न्यास के प्रयासों की सराहना भी की। 

डल झील के पास भीषण आग लगी, कई दुकानें जलीं

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श्रीनगर 19 जून, कश्मीर के डल झील के पास स्थित प्रसिद्ध मुगल गार्डन के पास आज भीषण आग लगने से दर्जनों दुकानें जल गयीं। दमकल विभाग के प्रवक्ता ने पीटीआई.भाषा से कहा कि तड़के करीब साढ़े तीन बजे शालीमार बाग मुख्य दरवाजे के पास स्थित बाजार में आग लगने से 15 दुकानें जल गयीं। ज्यादातर दुकानें हस्तशिल्प और खान-पान की थीं। उन्होंने बताया कि आग बुझाने के लिए डाले गये पानी से और दो दुकानें नष्ट को गयीं। आग लगने से करीब 40 लाख रूपये कीमत के सामान का नुकसान हुआ है।प्रवक्ता ने कहा आग लगने से 1.12 करोड़ रूपये की संपत्ति को नुकसान पहुंच सकताथा, लेकिन दमकल विभाग के समय पर कार्यवाई के कारण करीब 40 लाख रूपये का ही नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि आठ दमकल गाड़ियों को आग बुझाने के काम में लगाया गया था। आग लगने का कारण अभी तक ज्ञात नहीं है। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के हंदवाड़ा इलाके में आज तड़के आग लगने की एक अन्य घटना में स्कूल भवन क्षतिग्रस्त हो गया। उन्होंने कहा कि पुलिस आग लगने के कारणों कह जांच कर रही है।

अमरनाथ यात्रा पर कोई खतरा नहीं: गिलानी

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श्रीनगर 19 जून, हुर्यित कांफ्रेंस के कट्टरपंथी धड़े के प्रमुख सैयद अली शाह गिलानी ने कहा कि इस महीने के आखिर में शुरू होने वाली वाषर्कि अमरनाथ यात्रा पर कोई खतरा नहीं है और श्रद्धालु हमारे प्यारे मेहमान हैं जिनकी सालों पुरानी परंपराओं के अनुरूप अगवानी की जाएगी। उन्होंने कल देर रात यहां जारी किए गए एक बयान में कहा, आगामी यात्रा पर आतंकी खतरे की बात सरासर झूठ है जिसका मकसद :कश्मीर की: आजादी के आंदोलन को बदनाम करना है। कश्मीरी किसी भी धर्म या उसे मानने वाले लोगों के खिलाफ नहीं है। हालांकि वे अपने मौलिक अधिकारों के लिए एक जायज संघर्ष कर रहे हैं।   गिलानी ने कहा कि कश्मीर के लोग श्रद्धालुओं को सर्वश्रेष्ठ आतिथ्य मुहैया कराने की सालों पुरानी परंपरा को बरकरार रखते हुए हमेशा से, खासकर अमरनाथ यात्रियों  के प्रति, मैत्रीपूर्ण एवं उदार रहे हैं। उन्होंने कहा, यात्रा दशकों से चली आ रही है और यहां के लोग श्रद्धालुओं के साथ हमेशा से आतिथ्य भाव से पेश आए हैं। वे हमेशा से आतिथ्यभाव से भरे, स5य रहे हैं और श्रद्धालुओं का अपने मेहमानों की तरह स्वागत किया है। अलगाववादी नेता ने श्रद्धालुओं को आश्वस्त किया कि उनपर कोई खतरा नहीं है और आरोप लगाया कि खतरे की खबरें  भारतीय मीडिया का प्रतिकूल दुष्प्रचार है। उन्होंने 2008, 2010 और 2016 में घाटी में व्याप्त स्थिति की तरफ संकेत करते हुए कहा कि उन परिस्थतियों में भी रोकटोक के बावजूद लोगों ने श्रद्धालुओं का बांहें खोलकर स्वागत किया और उन्हें आश्रय एवं भोजन उपलब्ध कराए। गिलानी ने कहा, यह हमारी सालों पुरानी परंपरा है और भविष्य में भी हम इसी भावना का पालन करेंगे तथा अपने प्यारे मेहमानों के तौर पर यात्रियों का स्वागत करेंगे। यात्रा 29 जून से शुरू होगी।

अफगानिस्तान भारत के बीच हवाई कारिडोर स्थापित

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नयी दिल्ली 19 जून, भारत और अफगानिस्तान के बीच हवाई कारिडोर स्थापित हो गया और काबुल से चला एक मालवाहक विमान आज नयी दिल्ली में आकर उतरा। हवाई कारिडोर दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंधों को बढावा देने के साथ चारों ओर से जमीन से घिरे अफगानिस्तान को भारत के बाजारों तक पहुंच देगा। इससे अफगानिस्तान के किसानों को खराब होने वाली वस्तुओं की भारतीय बाजारों तक जल्द और सीधी पहुंच से लाभ होगा। एक समपर्ति हवाई कारिडोर के उद्घाटन के बाद यह मालवाहक विमान काबुल से दिल्ली पहुंचा है।इस संबंध में सितंबर 2016 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अफगान राष्ट्रपति अशरफ गनी के बीच बैठक में निर्णय किया गया था। मोदी ने ट्वीट करके कहा कि भारत और अफगानिस्तान के बीच सीधा हवाई संपर्क समृद्धि लेकर आएगा। उन्होंने कहा, मैं राष्ट्रपति अशरफ गनी को उनकी इस पहल के लिए धन्यवाद देता हूं। विमान के 60 टन माल में से ज्यादातर हींग थी। विमान की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, नागरिक उड्डयन मंत्री गजपति राजू, विदेश राज्यमंत्री एम जे अकबर आदि ने अगवानी की।


एक करोड़ के पार पहुँची हवाई यात्रियों की संख्या

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नयी दिल्ली 19 जून, घरेलू मार्गों पर हवाई यात्रियों की संख्या इस साल मई में 17 प्रतिशत से ज्यादा की वृद्धि के साथ एक करोड़ के पार पहुँच गयी। यह पहला मौका है जब यह आँकड़ा एक करोड़ के पार पहुँचा है। नागर विमानन महानिदेशालय के अनुसार, इस साल मई में देश में हवाई यात्रियों की संख्या एक करोड़ एक लाख 74 हजार रही जो मई 2016 के 86 लाख 69 हजार से 17.36 प्रतिशत ज्यादा है। साल के पहले पाँच महीनों में जनवरी से मई के दौरान हवाई यात्रियों की संख्या 17.63 प्रतिशत बढ़ते हुये चार करोड़ 65 लाख 87 हजार पर पहुँच गयी। पिछले साल इसी अवधि में यह तीन करोड़ 96 लाख चार हजार रही थी। घरेलू हवाई यातायात में बाजार हिस्सेदारी के मामले में 41.2 प्रतिशत यात्रियों के साथ इंडिगो पहले स्थान पर रही। वहीं 15.2 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ जेट एयरवेज दूसरे स्थान पर और सरकारी विमान सेवा कंपनी एयर इंडिया 13 प्रतिशत के साथ तीसरे स्थान पर रही। किफायती विमान सेवा कंपनी स्पाइसजेट की बाजार हिस्सेदारी 12.6 प्रतिशत, गो एयर की 8.5 प्रतिशत तथा विस्तारा और एयर एशिया दोनों की 3.3 प्रतिशत रही। भरी सीटों के साथ उड़ान भरने में स्पाइसजेट ने एक बार फिर बाजी मार ली है। उसका पैसेंजर लोड फैक्टर 94.3 प्रतिशत रहा। इस मामले में 93 प्रतिशत के साथ गो एयर दूसरे और 91.1 प्रतिशत के साथ इंडिगो तीसरे स्थान पर रही। इस मामले में बड़ी एयरलाइंसों में एयर इंडिया 80.9 प्रतिशत के साथ सबसे पीछे रही। 

दुनिया भर में योग की धूम मगर योग प्रणेता पंतजलि की जन्मभूमि पर सन्नाटा

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yog-booms-all-over-the-world-but-birth-place-of-the-father-of-yog-remains-in-silence गोण्डा 21 जून, स्वस्थ अौर निरोगी काया के लिये योग को जीवनशैली का हिस्सा बनाते हुये पूरी दुनिया ने आज अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को उत्साह के साथ मनाया मगर विडंबना है कि इस माैके पर योग के प्रणेता महर्षि पंतजलि की जन्मभूमि में आमतौर पर सन्नाटा पसरा रहा। उत्तर प्रदेश में गोण्डा जिले के वजीरगंज क्षेत्र के कोडर गांव मे स्थित महायोगी महर्षि पतंजलि की जन्मस्थली अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर भी शबरी की भाँति तारणहारो की राह तकती रह गई लेकिन पक्ष-विपक्ष का कोई भी नेता, जनप्रतिनिधि या अधिकारी जन्मस्थली पर योग करने नहीं पहुंचा। भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने हालांकि गोण्डा में स्थित महर्षि पतंजलि स्पोर्ट्स मल्टी काम्प्लेक्स में योग के दौरान पत्रकारों से कहा कि महर्षि पतंजलि की जन्मस्थली के जीर्णोंद्धार के लिये सरकार गम्भीर है और शीघ्र ही खाका तैयार कर जन्मभूमि को भव्य रुप दिया जायेगा। स्थानीय ग्रामीणों और जन्मभूमि न्यास का मानना है कि पिछली सरकारो ने भी उनसे इस तरह के वादे किये थे मगर योग प्रणेता की जन्मस्थल के बद से बदहाल स्थिति में जाने के बावजूद किसी सरकार या जनप्रतिनिधि ने यहां की तरफ मुंह उठाने की जहमत नहीं की है। विकास न होने से जन्मभूमि से जुड़े योगियों की आस टूटती नज़र आ रही है।  

बिहार : नीतीश ने लालू को दी मात, महागठबंधन से लबरेज इफ्तार पार्टी

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जदयू की इफ्तार पार्टी में नीतीश कुमार की शैली एकदम बदली हुई थी। सुरक्षा घेरे में बंधे नीतीश पूरी भीड़ का मुआयना कर रहे थे। क्राउड कंट्रोल का जिम्‍मा भी खुद संभाल रहे थे। हज भवन के परिसर में इफ्तार के लिए खाने की पूरी व्‍यवस्‍था थी। शुद्ध मांसाहारी। शाकाहारियों को पुलाव से ही संतोष करना पड़ रहा था। पानी का संकट भी गहराया हुआ था। लेकिन नीतीश खुद घुम-घुमकर खान-पान का जायजा ले रहे थे। वीआईपी दीर्घा में जमा भीड़ को खुद हटने का निर्देश दे रहे थे। बाकी काम सुरक्षाकर्मी अपनी शैली में कर रहे थे। कई लोगों ने कहा कि अपनी स्‍टाइल से नीतीश ने लालू यादव को मात दे दी।




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जदयू की ओर से आयोजित इफ्तार पार्टी में राजद प्रमुख लालू यादव के साथ उपमुख्‍यमंत्रत्री तेजस्‍वी यादव, विधान सभा के अध्‍यक्ष विजय कुमार चौधरी, विधान परिषद के प्रभारी सभापति हारुन रसीद, विधान परिषद के पूर्व सभापति अवधेश नारायण सिंह, जदयू के प्रदेश अध्‍यक्ष वशिष्‍ट नारायण सिंह, राजद के प्रदेश अध्‍यक्ष रामचंद्र पूर्वे, कांग्रेस के प्रदेश अध्‍यक्ष अशोक चौधरी मौजूद थे। इफ्तार पार्टी गठबंधन से लवरेज थी। अनेक विधान पार्षद और विधायक भी मौजूद थे।


इफ्तार पार्टी में शामिल होने के बाद लालू यादव लौट गये। काफी देर बैठने के बाद नीतीश कुमार जाने के लिए सड़क पर आये कि अशोक चौधरी भी हज भवन पहुंचे। अशोक चौधरी के साथ मुख्‍यमंत्री वापस लौट आये। इसके बाद वीआईपी दीर्घा में भीड़ जुट गयी। नीतीश कुमार खुद लोगों से हटने का आग्रह कर रहे थे। विधान पार्षद गुलाम रसूल बलियावी भी भीड़ हटाने में जुटे रहे। भीड़ हटने की उम्‍मीद में नीतीश कुमार स्‍टॉल की ओर निकले। स्‍टालों से भीड़ छंटने लगी थी कि मुख्‍यमंत्री को चेहरा दिखाने के लिए कार्यकर्ता स्‍टॉल की ओर दौड़े। नीतीश कुमार कार्यकर्ताओं से खाने का आग्रह कर रहे थे, लेकिन खाकर अघाये हुए कार्यकर्ता सीएम को चेहरा दिखाने के लिए पीछे-पीछे दौड़ रहे थे। एक कार्यकर्ता हाथ मिलाने के लिए सुरक्षा घेरे को तोड़ने की कोशिश करने लगा तो सीएम ने कहा कि पहले खा लीजिए, तब हाथ मिलाइएगा। काफी देर तक नीतीश कुमार घुम-घुम कर कार्यकर्ताओं को ‘दर्शन’ दे रहे थे। उधर मीडिया वाले राज्‍यपाल रामनाथ कोविंद को एनडीए के राष्‍ट्रपति उम्‍मीदवार बनाये जाने के बाद प्रतिक्रिया जानने के बेचैन थे, लेकिन सीएम ने मुंह नहीं खोला। आखिरकार देश का नेता कैसा हो, नीतीश कुमार जैसा हो नारे के बीच मुख्‍यमंत्री अपनी सात नंबरी कार में बैठे और प्रस्‍थान कर गये। इसके साथ ही हज भवन से भी भीड़ छंटने लगी। खाने के स्‍टॉल वाले भी अपना हडि़या-बरतन समेटने लगे।



साभार : वीरेंद्र यादव

विशेष : राजद अब खबर के लायक पार्टी नहीं बची !

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लालू यादव की पार्टी राष्‍ट्रीय जनता दल में खबर नहीं मिलती है। पार्टी कार्यालय में खबरों का अकाल हो गया है। राजद अब भाजपा के कारण खबरों में जीवित है। भाजपा विधायक दल के नेता सुशील कुमार मोदी लालू यादव के परिवार के पीछे ‘हाथ धोकर’ पड़ गये हैं और हर दिन कुछ-न-कुछ राजद से जुड़ी खबरों का ‘चारा’ पत्रकारों को थमा देते हैं।





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राजद के राष्‍ट्रीय प्रवक्‍ता मनोज झा और उनकी टीम के सदस्‍य सुशील मोदी के आरोपों को निराधार और राजनीति से प्रेरित बताने के लिए प्रेस वार्ता करते हैं और पत्रकारों को रिलीज का पुलिंदा थमा देते हैं। इसमें खबर बड़ी मुश्किल से मिलती है। इधर राजद के चार विधायकों को प्रवक्‍ता की जिम्‍मेवारी सौंपी गयी है। जिन विधायकों को प्रवक्‍ता बनाया गया है, उसमें समीर कुमार महासेठ, राजेंद्र राम, एज्‍या यादव और अख्‍तरूल इस्‍लाम शाहीन शामिल हैं। लेकिन इन प्रवक्‍ता के पास मनोज झा से ज्‍यादा बोलने के लिए कुछ भी नहीं है।

वस्‍तुत: राजद 10 सर्कुलर रोड में सिमट गया है। वहीं से ट्विटर, फेसबुक से लेकर प्रेस रिलीज तक जारी होती है। इस काम में राजद के प्रवक्‍ताओं की कोई भूमिका नहीं होती है। लालू यादव की ‘ट्विटर वेदना’ अपने आप में बड़ी खबर होती है। उपमुख्‍यमंत्री तेजस्‍वी यादव ट्विटर के साथ फेसबुक के माध्‍यम से भी अपना पक्ष रखते हैं। बाकी काम के लिए प्रेस रिलीज है। चैनल वाले खबरों के लिए लालू यादव और तेजस्‍वी यादव से आगे नहीं बढ़ पाते हैं। कभी-कभार मनोज झा जरूर झलक दिखला जाते हैं।


यह विडंबना ही है कि इन दिनों राजद से जुड़ी नकारात्‍मक खबरें ही चर्चा में हैं और चैनलों की बहस में भी। इन खबरों में राजद का पक्ष रखना भी भारी पड़ता है। वैसी स्थिति में एंकर अपने मन से चीजों की व्‍याख्‍या करते हैं और लगभग हर व्‍याख्‍या लालू यादव के खिलाफ ही जाती है। इसके बावजूद यदि राजद प्रवक्‍ताओं के पास पार्टी का पक्ष रखने के पर्याप्‍त तथ्‍य और तर्क नहीं हैं तो मुश्किल राजद बिट देखने वाले पत्रकारों की भी बढ़ सकती है। क्‍योंकि तथ्‍य के अभाव में वे भी एंकरों की भाषा ही लिखेंगे, जो राजद के सेहत के अनुकूल नहीं होगी।



साभार : वीरेंद्र यादव

नीतीश ने निभाई पुरानी यारी, बिहार जनादेश का किया अपमान : कुणाल

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पटना 21, भाकपा- माले के राज्य सचिव कुणाल ने कहा है कि भाजपा के राष्ट्रपति के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद का नीतीश कुमार द्वारा समर्थन किया जाना बिहार जनादेश 2105 का घोर अपमान है. नीतीश कुमार को भाजपा की सांप्रदायिक नीतियों के खिलाफ गरीबों ने वोट किया था, लेकिन आज वे उससे विश्वासघात करते हुए एक बार फिर से भाजपा से अपनी पुरानी यारी निभाने में लग गए हैं. हमारी पार्टी नीतीश कुमार के इस अवसरवादी रुख की कड़ी भत्र्सना करती है. उन्होंने आगे कहा कि एक तरफ आज भाजपा और आरएसएस ने पूरे देश में दलितों-अल्पसंख्यकों के खिलाफ सांप्रदायिक-सामंती दमन-उत्पीड़न का अभियान छेड़ रखा है, तो दूसरी ओर वह एक दलित को राष्ट्रपति का उम्मीदवार बनाकर इस दमन-उत्पीड़न की आग को कमजोर करने की कोशिश करने में भी लगी हुई है. रामनाथ कोविंद भले दलित समुदाय से आते हों, लेकिन वे भाजपा-आरएसएस की दलित विरोधी नीतियों के ही प्रवर्तक रहे हैं. रोहित वेमुला, ऊना से लेकर हाल -फिलहाल में यूपी में दलित उत्पीड़न और यहां तक कि बिहार में भी हो रहे दलित उत्पीड़न की घटनाओं पर उन्होंने एक शब्द तक नहीं बोला है. इससे साफ जाहिर होता है कि रामनाथ कोविंद दलित समुदाय के हितैषी नहीं रहे हैं. माले राज्य सचिव ने यह भी कहा कि हमारी पार्टी ने महात्मा गांधी के प्रपौत्र गोपाल कृष्ण गांधी का नाम राष्ट्रपति के उम्मीदवार के बतौर प्रस्तावित किया है. भाजपा व आरएसएस द्वारा तमाम संवैधानिक पदों को हड़प लेने की साजिशों-कोशिशों के खिलाफ गोपाल कृष्ण गांधी राष्ट्रपति के सबसे बेहतर उम्मीदवार हो सकते हैं.

सीहोर (मध्यप्रदेश) की खबर 21 जून

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सर्वोत्तम कृषक पुरूस्कार के आवेदन 15 जुलाई तक आमंत्रित

राज्य शासन के निर्देशानुसार वर्ष 2016-17 की गतिविधियों के आधार पर कृषि विस्तार सुधार कार्यक्रम आत्मा के अन्तर्गत पुरस्कार का प्रावधान किया गया है। जिसमें राज्य, जिला, विकास खण्ड के अन्तर्गत कृषक/समूह को पुरस्कार की सुविधा प्रदान की जायेगी। विभिन्न स्तर जैसे ब्लाक, जिला, राज्य स्तरीय सर्वोत्तम कृषक पुरस्कार एवं जिला स्तरीय सर्वोत्तम    कृषक समूह पुरस्कार प्रदान करने हेतु 15 जुलाई,2017 तक आवेदन आमंत्रित किए जायेंगे। विकासखण्ड स्तरीय सर्वोत्तम कृषक पुरस्कार हेतु कृषि के साथ-साथ उद्यानिकी, पशुपालन, मत्स्यपालन एवं कृषि अभियांत्रिकी के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले कृषक विभागवार आवेदन कर सकते है। कोई भी कृषक एक से अधिक श्रेणी के लिए आवेदन नही करे। अधिक जानकारी के लिए वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी, ब्लाक तकनीकी मैनेजर आत्मा अथवा क्षेत्र के ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकरी से सम्पर्क कर आवेदन प्राप्त कर सकते है।



जीका वायरस को लेकर अलर्ट जारी, बीमारी के लक्षण मिलते ही तुरंत नियंत्रण कक्ष के सूचित करने के निर्देष

sehore news
अहमदाबाद में जीका वायरस से प्रभावित तीन मरीज मिलने के बाद स्वास्थ्य संचालनालय, मध्यप्रदेष भोपाल ने विष्व स्वास्थ्य संगठन के दिषा निर्देष पर सभी जिलों में हाई अलर्ट जारी किया है। इस संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ.आर.के.गुप्ता ने बताया कि सीहोर जिले में जीका वायरस से संबंध कोई भी मरीज अभी तक नहीं मिला है। उन्हांेने बताया कि इस बीमारी का वाहक भी डेंगू फैलाने वाला एडीज मच्छर ही है। जीका वायरस से प्रभावित मरीज के मुख्य लक्षणों में मरीज के शरीर पर चकते,बुखार, जोड़ों में दर्द, मांसपेषियों में दर्द, सिर में दर्द, बेचैनी, आंखें लाल होना प्रमुख है। वर्तमान में संबंधित बीमारी की जांच की सुविधा एनसीडीसी नई दिल्ली और नेषनल इंस्टीट्यूट आॅफ वायरोजलाॅजी पूणे महाराष्ट्र में है। जीका वायरस के संबंध में और अधिक जानकारी प्रदान करते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ.आर.के.गुप्ता ने बताया कि जीका वायरस एडीज मच्छर से फैलाता है। जीका वायरस से बचाव  के लिए पूरे शरीर को ढक कर रखें। हल्के रंग के कपडे़ पहने, और बच्चों के प्रति विषेष सावधानी बरतें। जीका वायरस के मरीज को पूरी तरह बेड रेस्ट लेना जरूरी है। मरीज को अधिक मात्रा में पानी और तरल पदार्थ दिया जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि डेंगू फैलाने वाला एडिज मच्छर ही जीका वायरस का वाहक है जो दिन में काटता है। सोते समय हमेषा मच्छरदानी का ही उपयोग करें। उन्होंने बताया कि जीका वायरस रोग के लिए कोई विेषेष उपचार नहीं है। सिमटोमेटिक एवं सपोर्टिव उपचार किया जाता है। उक्त बीमारी से बचाव के लिए किसी प्रकार का वैक्सीन उपलब्ध नहीं है। उन्होंने जिला स्टोर प्रभारी तथा जिला मलेरिया अधिकारी को जिले में उक्त संभावित रोग की रोकथाम एवं उपचार के लिए सहयोगी औषधियों/सामग्रियों की उपलब्धता सुनिष्चित करने के निर्देष दिए है। संबंधित लक्षणों वाले मरीजों की आवष्यक जांच के निेर्देष भी सभी बीएमओ को दिए गए है। डाॅ.गुप्ता ने बताया कि फेफडे़, हुदय, लीवर, गुर्दा, मधुूमेह, कैंसर आदि लम्बी बीमारियों वाले यात्रियों को यात्रा पर जाने से पहले चिकित्सक से उचित सलाह लेना कहा गया है। जिला एपीडियोमीलाॅजिस्टर सहित जिला मलेरिया अधिकारी को निर्देषित किया गया है कि बीमारी के संबंध में कड़ी निगरानी रखें साथ ही भारत शासन की गाईड लाईन का कड़ाई से पालन किया जाए एवं संदिग्ध मरीज मिलने पर इसकी सूचना तत्काल राज्य सर्विलेंस ईकाई भोपाल को दी जाएं।

लाडली लक्ष्मी योजना

मध्यप्रदेष शासन व मा. मुख्यमंत्री जी की अत्यंत महत्वपूर्ण व महत्वकांक्षी लाडली लक्ष्मी योजना नवीन स्वरूप अन्तर्गत ई लाडली बन चुकी है। ई लाडली अन्तर्गत हितग्राही बालिकाओं को पूर्व में प्रदत्त राष्ट्रीय बचत पत्र (छैब्) के स्थान पर ई प्रमाण पत्र प्रदाय किया जा चुका है। जिला सीहोर में लाडली लक्ष्मी योजना पात्र ऐसे हितग्राही जिन्होंने अभी तक अपनी छैब् जमा नहीं कराई है, वह यथाषीघ्र अपनी छैब् आंगनबाड़ी केन्द्र अथवा एकीकृत बाल विकास परियोजना कार्यालय अथवा जिला महिला सषक्तिकरण कार्यालय में जमा करवाकर ई प्रमाण पत्र प्राप्त कर सकते हैं। लाडली लक्ष्मी योजनान्तर्गत योजना का लाभ लिया जाने हेतु आवेदन-पत्र संबंधित आंगनबाड़ी केन्द्र/एकीकृत बालविकास परियोजना कार्यालय पर निषुल्क जमा किया जा सकता है तथा लोक सेवा गारंटी केन्द्र/ आॅनलाईन कियोस्क सेन्टर से निर्धारित राषि भुगतान कर आवेदन पत्र जमा किया जा सकता है। अधिक जानकारी हेतु जिला महिला सषक्तिकरण कार्यालय, जिला सीहोर में हेल्प लाईन सम्पर्क क्रं.  9993183931 पर कार्यालयीन समय में संपर्क किया जा सकता है।

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर 21 जून

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छात्रावासी बच्चों की देखभाल पुत्रवत् करें-कलेक्टर श्री सुचारी

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जिले में आदिम जाति कल्याण विभाग के माध्यम से संचालित छात्रावासों के अधीक्षको के लिए दक्षता संवर्धन संबंधित प्रशिक्षण की शुरूआत आज से हुई। प्रशिक्षणार्थियों को सम्बोधित करते हुए कलेक्टर श्री अनिल सुचारी ने कहा कि सभी अधीक्षकगण अपने-अपने छात्रावासों में रह रहे बच्चों की देखभाल अपने पुत्रों के समान करें। उन्होंने बच्चों के प्रति मधुर व्यवहार और स्नेह बढाने पर बल दिया। उन्होंने छात्रावासी बच्चों से सतत संवाद स्थापित कर उनकी समस्याओं से अवगत होने की भी पहल करने की बात कही है। कलेक्टर श्री सुचारी ने सभी अधीक्षकगणों से कहा कि वे छात्रावासों में रहें उनकी जो भी व्यक्तिगत, शासकीय समस्याएं हो तो वे मेरे ध्यानगत में सीधे लाएं। सभी छात्रावासों में साफ-सफाई का विशेष ध्यान देने की बात करते हुए उन्होंने छात्रावासी विद्यार्थी शारीरिक रूप से स्वस्थ्य रहे इसके लिए उन्हें नियमित व्यायाम के साथ-साथ खेलकूद की गतिविधियेां में रूचि लेने के लिए अधीक्षक प्रेरित करें। जिला संयोजक श्री नरेन्द्र कुमार अवस्थी ने इससे पहले दक्षता संवर्धन प्रशिक्षण की रूपरेखा को रेखांकित करते हुए कलेक्टर को अवगत कराया कि प्रशिक्षण में विभाग के सभी 56 छात्रावासांे के अधीक्षकों के लिए 23 जून तक ईदगाह चैराहे समीप स्थित विभागीय कन्या छात्रावास में आयोजित किया गया है। प्रशिक्षण के दौरान अधीक्षकों को मुख्य रूप से छात्रावास के प्रबंधन और छात्रावासी विद्यार्थियो के लिए बेहतर सुविधाओं के साथ-साथ गुणवत्तापूर्ण पौष्टिक भोजन की उपलब्धता सुनिश्चित कराना है ताकि बच्चो के शारीरिक और मानसिक विकास में किसी भी प्रकार की अवरूधता ना आएं।कलेक्टर श्री सुचारी ने प्रशिक्षण के दौरान छात्रावासों के अधीक्षकों से भी संवाद स्थापित कर उनसे कहा कि वे बच्चों की पढाई के और भी विशेष ध्यान दें ताकि छात्रावासी बच्चें शैक्षणिक गतिविधियों में जिले का नाम रोशन करें। प्रशिक्षण संस्थान उत्कृष्ट कन्या छात्रावास के प्रागंण में कलेक्टर श्री सुचारी और अन्य के द्वारा पौधरोपण में सहभागिता निभाई।



बासौदा और कुरवाई में वर्षा हुई

जिले के तहसील कार्यालयों में स्थापित वर्षामापी यंत्रो पर बुधवार की प्रातः आठ बजे दर्ज की गई वर्षा की जानकारी देते हुए अधीक्षक भू-अभिलेख श्रीमती सविता पटेल ने बताया कि बुधवार को जिले में 2.1 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई है जबकि एक जून से आज दिनांक 21 जून तक 78.1 मिमी औसत वर्षा हो चुकी है। उक्त अवधि में गतवर्ष 14.8 मिमी औसत वर्षा हुई थी। बुधवार को बासौदा में 13.4 मिमी और कुरवाई में 3.2 मिमी वर्षा दर्ज हुई है शेष अन्य तहसीलों में वर्षा नगण्य रही।

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर जिले में हजारो ने सहभागिता निभाई

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अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर विदिशा जिले में भी शैक्षणिक, स्वंयसेवी संस्थाओं में योग किया गया। जिला मुख्यालय पर आयोजित मुख्य कार्यक्रम में विधायक श्री कल्याण सिंह ठाकुर, नगरपालिका अध्यक्ष श्री मुकेश टण्डन, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री तोरण सिंह दांगी एवं अन्य जनप्रतिनिधि, कलेक्टर श्री अनिल सुचारी, पुलिस अधीक्षक श्री धर्मेन्द्र चैधरी समेत गणमान्य नागरिक, स्कूली बच्चे और अधिकारी, कर्मचारियांे ने योग के विभिन्न आसनों को किया। शासकीय उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के प्रागंण में आयोजित कार्यक्रम के शुभांरभ में अतिथियों द्वारा दीप प्रज्जवलित किया गया। यहां प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी, मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान के उद्बोधन का लाइव प्रसारण प्रसारित किया गया। योग कार्यक्रम में शामिल अतिथियों सहित सभी प्रतिभागियों एवं स्कूली बच्चो ने एक साथ एक लय में योगा के विभिन्न आसनों को किया। जिसमें मुख्यतः ताडासन, वृक्षासन, पादहस्तासन, अद्र्वचक्रासन, त्रिकोणासन और बैठकर किए जाने वाले आसनों में भद्रासन, अर्धउस्ट्रासन, शशांकासन, वक्रासन के अलावा भुजंगासन, शलभासन, मकरासन, सेतुबंधासन, पवनमुक्तासन तथा श्वासन के बाद कपालभाति, अनुलोम विलोम, भ्रामरी प्राणायाम कर शाम्भवी मुद्रा में ध्यान किया गया।  कार्यक्रम का संचालन डाॅ दीप्ति शुक्ला ने और आगंतुको के प्रति आभार जिला शिक्षा अधिकारी श्री एचएन नेमा ने व्यक्त किया।

पौधरोपण/जागरूकता रैली
अतिथियों द्वारा विद्यालय परिसर में पौधरोपण कार्य में भी सहभागिता निभाई गई। इसके पश्चात् जनजागरूकता रैली में शामिल होकर सभी अतिथिगण, अधिकारी, कर्मचारी और शैक्षणिक संस्थाओं के विद्यार्थी पंक्तिबद्व होकर हाथो में जनजागरूकता के स्लोगनों की तख्तियां लेकर रैली निकाली गई जो नीमताल पर सम्पन्न हुई। 

मधुबनी : योग दिवस मनाया गया

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अंधराठाढी/मधुबनी।( मोo आलम अंसारी) अन्तराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर बुधवार सुबह प्रखंड मुख्यालय स्थित कोशी निरीक्षण भवन में अन्तराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया। इस अवसर पर भाजयुमो के सदस्य सुबह 06:30 बजे कार्यक्रम स्थल पर पहुँचे। भाजपा प्रखंड अध्यक्ष राम चन्द्र यादव कहा कि'योग भारत की प्राचीन परंपरा का एक अमूल्य उपहार है यह दिमाग और शरीर की एकता का प्रतीक है। मनुष्य और प्रकृति के बीच सामंजस्य स्थापित करता है। युवा मोर्चा के सदस्य शैलेन्द्र मिश्रा ने कहा कि करें योग रहे निरोग। योग दिमाग, शरीर और आत्मा को एकसाथ जोड़ता है। संजय कुमार, जय प्रकाश आदि इस योग शिविर में उपस्थित रहे।

जदयू ने राष्ट्रपति चुनाव में कोविंद का समर्थन किए जाने के संकेत दिए

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पटना 21 जून, जदयू विधायक रत्नेश सदा ने राष्ट्रपति चुनाव में बिहार के राज्यपाल रहे रामनाथ कोविंद की समर्थन किए जाने के संकेत दिए हैं। राष्ट्रपति चुनाव को लेकर जदयू विधायकों और मंत्रियों की राय जाने के लिए नीतीश के आवास पर आज आयोजित एक बैठक के बाद पार्टी विधायक रत्नेश सदा ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान जदयू के कोविंद का समर्थन किए जाने का संकेत देते हुए कहा कि वे बिहार के राज्यपाल रहते हुए राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बनाए गए हैं, इसलिए हमलोग उनके साथ हैं। यह पूछे जाने पर कि बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कोविंद के बारे में क्या कहा सहरसा जिला के सोनबरसा विधानसभा क्षेत्र से दूसरी बार विधायक रत्नेश सदा ने नीतीश के कोविंद का समर्थन किए जाने के पक्ष में होने का दावा करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने कोविंद के बारे में कहा कि वे अच्छे हैं और बिहार के विकास को लेकर उनका बेहतर नजरिया है। उल्लेखनीय है कि राजग की ओर से गत 19 जून को बिहार के राज्यपाल रामनाथ कोविंद को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किए जाने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजभवन जाकर कोविंद से मुलाकात कर अपना सम्मान प्रकट किया था और मीडिया से बातचीत के दौरान कहा था कि बिहार के राज्यपाल के रूप में उन्होंने बहुत ही बेहतरीन कार्य किया। मेरे लिए व्यक्तिगत तौर पर यह प्रसन्नता की बात है कि हमारे बिहार के राज्यपाल देश के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार घोषित हुए हैं। विपक्षी पाटर्यिों द्वारा इसको लेकर आगामी 22 जून की बैठक के पूर्व ही जदयू के कोविंद का समर्थन किए जाने का संकेत दिए जाने विपक्षी एकता में दरार दिखने लगी है। बिहार की महागठबंधन सरकार में शामिल राजद के प्रमुख लालू प्रसाद से जदयू द्वारा कोविंद का समर्थन किए जाने का संकेत दिए जाने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि विपक्षी पाटर्यिों की कल की बैठक में जो भी निर्णय होगा वे उसके साथ होंगे।


अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस-स्वस्थ रहने का सन्देश – रमेश गोयल, पर्यावरणविद्

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अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस विश्व भर में स्वस्थ रहने का सन्देश दे रहा है। व्यायाम तथा प्रणायाम क्रियाओं का समीकरण है – योग और योग का अर्थ है जोड़ना यानि इन क्रियाओं के माध्यम से हम अपने स्वास्थ्य में कुछ जोड़ते हैं। निश्चित रूप से प्रतिदिन योग करने वाला व्यक्ति अन्यों की तुलना में अधिक स्वस्थ व दीर्घायु होता है। पहला सुख निरोगी काया को ध्यान में रखते हुए हर व्यक्ति को स्वस्थ रहने के लिए प्रतिदिन कुछ समय अपने लिए खर्च करना चाहिए। ऋषि पतंजलि द्वारा बताए गए योग को बाबा रामदेव द्वारा जन-जन तक पहुंचाने तथा प्रधानमन्त्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा योग के महत्व को पूरे विष्व में स्वीकृति दिलाने तथा 21 जून को विष्व योग दिवस घोषित कराने के लिए बधाई के पात्र हैं। सांस लेने की इस प्रक्रिया का सीधा सम्बन्ध पर्यावरण से है क्योंकि प्रातः जिस वायु को हम श्वांस के साथ अन्दर लेने के लिए योग करते हैं यदि वह शुद्ध नहीं होगी तो योग से लाभ की बजाय हानि होगी।1


दीपावली 2016 के बाद भारत की राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण की जो स्थिति रही थी वैसी स्थिति में योग घातक हो सकता है जबकि इसमें योग क्रिया का कोई दोष नहीं है। ऐसे में हमें पर्यावरण पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। एक व्यक्ति दिन भर में जितनी आक्सीजन लेता है उससे 3 सिलेण्डर भरे जा सकते हैं। एक सिलेंडर की कीमत लगभग 700 रुप्ये है यानि हम प्रतिदिन 2100 रुप्ये की आक्सीजन प्रकृति से लेते हैं और यदि एक व्यक्ति की औसत आयु 65 वर्ष मान ली जाये तो एक व्यक्ति 5 करोड़़ से अधिक की आक्सीजन प्रकृति से मुफत में प्राप्त करता है। बदले में देता है प्रदूषण गन्दगी कूड़ा ककर्ट। एक व्यक्ति अपने जीवन काल में जितना प्रदूषण फैलाता है उसे स्वच्छ करने में 300 वृक्षों की शक्ति लगती है जबकि हम आधुनिकता व विकास के नाम पर लाखों की संख्या में हरे वृक्षों की बलि दे रहे हैं। हमारे शास्त्रों व विज्ञान अनुसार वृक्ष में प्राण होते हैं और इस प्रकार हरे वृक्ष काटना हत्या जैसे जघन्य अपराध की क्षेणी में आता है जिसे कुछ समय पूर्व उत्तरांचल उच्च न्यायालय ने भी स्वीकार किया है। एक ओर वन माफिया बंटाधार करने में लगा है तो दूसरी ओर सरकार।

देश में सड़क मार्ग को चौड़ा करने व नई कालोनियां विकसित करने की योजना बनाते समय पुराने वृक्ष काटने से पूर्व यदि दूसरे स्थान पर नए वृक्ष लगाने अनिवार्य हों तो कुछ प्रतिशत अन्तर अवश्य होगा। कुछ प्रतिशत इसलिए कि जितनी संख्या में पौधारोपण आंकड़ो में होगा वास्तव में उससे कहीं कम पौधारोपण होगा और समुचित देखभाल के अभाव में अधिकांश पौधे नष्ट हो जायेंगे। वायु प्रदूषण को रोकने के लिए जहां वृक्ष अनिवार्य हैं वहीं वायु में घुलने वाले जहर पर भी रोक आवश्यक है। पटाखा जनरेटर कूड़़ा जलाना खेतों में भूसा जलाना उद्योगों से निकलने वाली गैसें वाहनों का धुआं आदि अनेक कारणों से वायु दूषित होती है जिसे शुद्ध करने के लिए वृक्ष ही एकमात्र साधन है। स्वस्थ रहने के लिए पर्यावरण संरक्षण अति आवष्यक है। प्रदूषण न फैलायें कुड़ा कर्कट खुल्ले में न डालें, धुआं न करें, जल व ऊर्जा का संरक्षण करें, टुंटी खुल्ली न छोड़ें, जल बर्बाद न करें तथा बिजली बेकार न जलायें। जुन मार्च के अन्तिम सप्ताह में पारा 40 डिग्री तथा जून के आरम्भ में अनेक स्थानों पर 48 डिग्री पार जाना गम्भीर चिन्ता का विषय है इसलिए हम प्राकृतिक संसाधनों के प्रति अपने कर्तव्य को समझें। निश्चित रूप से योग के हर समर्थक को इस पर भी अनिवार्य रुप से ध्यान देना होगा। इसलिए 5 जून विश्व पर्यावरण दिवस से 21 जून विश्व योग दिवस तक पूरा पखवाडा योग.पर्यावरण संरक्षण के लिए विशेष अभियान चलायें साथ ही संकल्प लें कि हर वर्ष जून मास में एक पौधा अवश्य लगाऊंगा और वृक्ष बनने तक देखभाल करुंगा।





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रमेश गोयल
पर्यावरणविद् 

राष्ट्रीय अध्यक्ष, पर्यावरण प्रेरणा -9416049757

विशेष आलेख : आडवाणी के अधूरे सपने

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इस भीषण गर्मी में राजनीति की भी लू चल रही है। देश में राष्ट्रपति पद का चुनाव होने वाला है। एनडीए ने राष्ट्रपति पद के लिए रामनाथ कोविंद को उम्मीदवार घोषित कर दिया है।  एनडीए के उम्मीदवार घोषित करने के बाद सोशल मीडिया पर बहस का दौर शुरू हो गया। लालकृष्ण आडवाणी को एक बार फिर बीजेपी ने दरकिनार कर दिया है। आडवाणी जी से हमदर्दी रखने वाले अपना पूरा विरोध सोशल मीडिया पर जता रहे हैं। इस विरोध में बीजेपी कार्यकर्ता भी दो खेमें बटते नज़र आए हैं। बीजेपी सासंद शत्रुघन सिंहा ने आडवाणी को राष्ट्रपति के लिए बेहतर विकल्प बताया है। लालकृष्ण आडवाणी को राष्ट्रपति पद के लिए रेस में माना जा रहा था।  आडवाणी का सपना पहले पीएम बनने का था, फिर देश के सर्वोच्च पद राष्ट्रपति बनने का।  ये सिर्फ उनका ही नहीं बीजेपी के सत्ता में आने के बाद ऐसा लग भी रहा था कि अगले राष्ट्रपति आडवानी ही हो सकते हैं। लेकिन रामनाथ कोविंद को उम्मीदवार बनाकर एनडीए ने आडवाणी समर्थकों के मंसूबे पर पानी फेर दिया। ऐसा लगता है कि अब बीजेपी के एक युग का अंत हो गया है। वो युग है अटल और आडवाणी का। एक समय था जब बीजेपी के लिए ये दोनों वरिष्ठ नेता परचम लहराया करते थे। कहते हैं होइए वही जो राम रच राखा। 


इसमें कोई शक नही की बीजेपी को शिखर तक पहुंचाने में अटल और आडवाणी का बहुत योगदान है। अटल और आडवाणी के नेतृत्व में बीजेपी के बहुत से नेता आगे बढ़े हैं। बीजेपी के अधिकांश नेताओं के भविष्य सवांरने की बात करें तो आडवाणी ने एक गुरू की भूमिका निभाई है. इनमें से एक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी भी है।  गुजरात दंगों के बाद भी आडवाणी के कारण नरेंद्र मोदी मुख्यमंत्री पद बने रह सके थे। लेकिन ये राजनीति है इसमें हरपल कुछ न कुछ बदलता रहता है। वक्त भी क्या चीज है अपना कमाल दिखा ही देता है।  1951 में जब जनसंघ की स्थापना  श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी ने की थी। उनके साथ बड़े नेताओं की भूमिका निभाने में प्रोफेसर बलराज मधोक भी थे। बलराज मधोक 1966 में भारतीय जनसंघ के अध्यक्ष भी बने।  साथ ही साथ बीजेपी की छात्र इकाई अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की स्थापना भी उन्होने की थी। लाल कृष्ण आडवाणी के राजनीति में सक्रिय होने से पहले प्रो मधोक दक्षिणपंथी पार्टी जनसंघ के सबसे बड़े नेता माने जाते थे। 1973  कानपुर में जनसंघ की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में बलराज मधोक ने एक नोट पेश किया था. जिसमें आर्थिक नीति, बैंकों के राष्ट्रीयकरण पर जनसंघ की विचारधारा के खिलाफ बातें कही थीं. इसके अलावा संगठन मंत्रियों को हटाकर जनसंघ की कार्यप्रणाली को ज्यादा लोकतांत्रिक बनाने की मांग भी की थी।  

उस समय जनसंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालकृष्ण आडवाणी थे। आडवाणी ने मधोक बातों से नाराज होकर उन्हें तीन साल के लिये पार्टी से बाहर कर दिया. इस घटना से बलराज मधोक इतने आहत हुए थे कि फिर कभी जनसंघ और बीजेपी में नहीं लौटे। मधोक जब जनसंघ के अध्यक्ष थे उस समय पार्टी कामयाबी के शीर्ष पर थी। 
 उस समय लोकसभा में जनसंघ गठबन्धन के पास 50 से ज्यादा सीटें थी कहने का तात्पर्य इतना है कि जैसा बोओगे, वैसा ही काटोगे। आज जब बीजेपी आडवाणी को दरकिनार कर रही है। आडवाणी जी को भी संन्यास ले लेना चाहिए। आखिर कब तक अपनी राजनीति की पारी खेलेगें। कभी प्रधानमंत्री पद के लिए उम्मीद, तो कभी राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीद का।  अब कोई मतलब नही रह गया है। हालांकि ये कहना गलत नहीं होगा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को भाजपा का चेहरा माना जाता था पर पर्दे के पीछे आडवाणी ने भाजपा जैसी पार्टी को खड़ा करने का काम किया है। पर वो दौर कुछ और था। आज के इस दौर में बीजेपी के लिए जो चेहरा उभरा है वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का है।  लेकिन इसमें भी दो राव नहीं है कि आडवाणी को जैसे पूरा देश जानता है, वैसे रामनाथ कोविंद को नहीं जानता।  रामनाथ कोविंद बीजेपी के राज्यसभा सांसद और बिहार के राज्यपाल जरूर रह चुके हैं लेकिन आडवानी ने जिस तरह लोगों के दिलों में अपनी जगह बनाई है उससे कोविंद कोसों दूर हैं। कोविंद एक कुशल नेतृत्व वाले अच्छे नेता हो सकते हैं।


पर आडवानी की कुशल नेतृत्व क्षमता पर किसी को कोई शक नही है। देश की राजनीति में वरिष्ठ नेताओं को दरकिनार करने वाली बात कोई आज की नई नहीं है। भारतीय राजनीति में ऐसे बहुत से उदाहरण हैं, जहां अगली पीढ़ी के नेताओं ने पार्टी या सरकार पर अधिकार पाने के लिए वरिष्ठ नेता को अपमानित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। सोनिया गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष बनाने के लिए उस समय के कांग्रेस अध्यक्ष सीताराम केसरी के कपड़े तक फाड़ दिए गए थे। नीतीश कुमार को सत्ता के शीर्ष पर पहुंचाने वाले जॉर्ज फर्नांडिस की आज स्थिति क्या हुई, ये सभी जानते हैं। कांशीराम के साथ अंत में जो हुआ उससे भी देश वाकिफ है। ये तो पुरानी बातें है अभी हाल में कुछ महीनों पहले मुलायम सिंह का क्या हाल हुआ, इसे बताने की जरूरत नहीं होगी। ऐसे में वरिष्ठ नेताओं को अपमान सहने से अच्छा है कि राजनीति से संन्यास ले लें।







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रवि श्रीवास्तव (स्वतंत्र पत्रकार)
ई मेल : ravi21dec1987@gmail.com

मधुबनी : चार घरो में चोरी

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अंधराठाढी/मधुबनी ( मोo आलम अंसारी ) अंधराठाढ़ी ।  ठाढ़ी  गाँव मे मंगलवार की रात एक साथ चार घरो में चोरी की घटना का चोरो ने अंजाम दिया। लाखो रूपये की परिसम्पति चोरी होने की खवर है।  सभी घरो से हजारो की नगदी आभूषण समेत अन्य कीमती सामानों को चुराकर ले जाने में सफल रहे। घटना की जानकारी मिलते ही अंधराठाढ़ी थानाध्यक्ष रंजीत कुमार महतो दलबल के साथ  पहुंचकर घटना स्थल  की जांच शुरू कर दी है. प्राप्त जानकारी के मुताविक मंगलवार की देर रात चोरो ने योगेंद्र झा  प्रमोद राम और रामदेव राम के घरो में दरवाजे की कुण्डी काटकर घर में प्रवेश कर चोरी  का अंजाम दिया। चोरी में हजारो की नगदी समेत सोने चाँदी के कीमती आभूषण कपड़ा बर्तन आदि चुराने में सफल रहे । गृह स्वामी ने बताया की चोर काफी शातिर था। चोरी की अंजाम देने से पूर्व अगल बगल के घरो में  लोग सोये हुए थे उसे बाहर से घर की कुण्डी बंद कर  दिया था । जिस घर में लोग नही सोये हुए थे । उस घर के कुण्डी काट कर घरमे घुस कर घर में रखे चदरा के बक्सा अलमीरा तोर कर घटना का अंजाम दिया । इसके अलावे चोरो ने दो और जगह बबुआ झा और विनोद मंडल के घरो में भी चोरी करने की कोशिस की मगर असफल रहे। बताते चले की इलाके में सामूहिक चोरी की ऐसी कितनी वारदातें अब तक हो चुकी है ।मगर थाना पुलिस को एक भी जगह सफलता हाथ नही लगी। एक भी चोर नही धराया  । एक ही रात में चार  घरो में चोरी की घटनासे इलाके में डर एवं भय का माहौल है। लोगों को शक है की इन सब चोरी में कुछ स्थानीय संलिप्तता भी हो सकती है। पूर्व जिला पार्षद गणपति झा के मुताविक इस तरह की घटना बिना  स्थानीय संलिप्तता के संभव नही है। चार चार जगह चोरी की वारदात हुई और लोगों को भनक तक नहीं लगी। पुलिस ने अज्ञात चोरो के खिलाफ मामला दर्ज कर जाँच शुरू कर दी है।

उच्चतम न्यायालय ने पूर्व न्यायाधीश कर्णन की जमानत याचिका ठुकराई

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 नयी दिल्ली 21 जून,  कलकत्ता उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश सी एस कर्णन की गिरफ्तारी के एक दिन बाद उच्चतम न्यायालय ने आज अंतरिम जमानत और अवमानना के अपराध में छह महीने की सजा का फैसला निलंबित करने की उनकी याचिका पर विचार करने से इंकार कर दिया। शीर्ष अदालत ने कहा कि वह इस मामले में सात न्यायाधीशों के आदेश से बंधी हुयी है और इसके इतर नहीं जा सकती। न्यायमूर्ति धनंजय  वाई चन्द्रचूड और न्यायमूर्ति संजय किशन कौल की अवकाशकालीन पीठ ने कहा, इस मामले की सुनवाई सात न्यायाधीशों की पीठ ने की थी और आदेश पारित किया था। यह आदेश हमारे लिये बाध्यकारी है। हम अवकाश के दौरान इसमें हस्तक्षेप नहीं कर सकते। इस मामले में हम कुछ नहीं कर सकते।  सेवानिवृत्त न्यायाधीश कर्णन, जिन्हें कल कोयम्बटूर से गिरफ्तार किया गया, की ओर से वकील मैथ्यूज जे नेदुम्बरा ने कहा कि समता की मांग है कि न्यायालय खुलने तक उन्हें जमानत दी जाये। लेकिन पीठ ने कहा, सारी समता कानून और न्यायिक अनुशासन के दायरे में आती है। आप प्रधान न्यायाधीश के समक्ष इस मामले का उल्लेख कीजिये। नेदुम्बरा ने दलील दी कि पीठ को जमानत देने और छह महीने की सजा को निलंबित करने के सारे अधिकार प्राप्त हैं क्योंकि सात न्यायाधीशों की पीठ को इस मामले में अभी विस्तृत फैसला सुनाना है। इस दलील से पीठ प्रभावित नहीं हुयी और उसने इस पर विचार से इंकार कर दिया। कलकत्ता उच्च न्यायालय के न्यायाधीश 12 जून को सेवानिवृत्त हुये हैं। शीर्ष अदालत के नौ मई के आदेश के बाद से ही गिरफ्तारी से बचने का प्रयास करते रहे कर्णन को पश्चिम बंगाल की सीआईडी ने गिरफ्तार किया। कर्णन किसी उच्च न्यायालय के पहले ऐसे पीठासीन न्यायाधीश हैं जिन्हें शीर्ष अदालत ने जेल की सजा सुनाई। वह ऐसे पहले न्यायाधीश हैं जो एक फरार व्यक्ति के रूप में सेवानिवृत्त   हुये और उनके सम्मान में कलकत्ता उच्च न्यायालय पारंपरिक विदाई समारोह भी आयोजित नहीं कर सका।

मधुबनी : जिला प्रशासन की हलचल (21 जून)

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कलेक्टर ने खजौली में  औचक निरिक्षण किया 

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मधुबनी, 21 जून; जिला पदाधिकारी, मधुबनी श्री शीर्षत कपिल अशोक ने खजौली स्थित विभिन्न सरकारी कार्यालयों का औचक निरीक्षण किया। मधुबनी सदर की अनुमंडल पदाधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थी। प्रखंड कार्यालय में निरीक्षण के क्रम में वीरेन्द्र कुमार सिंह, जितेंद्र कुमार (नाजीर) अली अकबर (उर्दू अनुवादक), उमेष प्रसाद यादव, मिथिलेष कुमार, अमित कुमार (तीनों परिचारी) अनुपस्थित थे। प्रखंड पषुपालन पदाधिकारी के कार्यालय में कोई उपस्थित नहीं था। खुरहा-मुँहपका रोग का टीका असुरिक्षित ढंग से रखा हुआ था। एस.एफ.सी., गोदाम में चावल का कुछ बोरा खुला था तथा चावल जमीन पर बिखरा हुआ था। गोदाम मैनेजर अनुपस्थित थे। बाल विकास परियोजना कार्यालय में दो एल.एस. विंध्नवासिनी कुमारी तथा प्रिया गुप्ता अनुपस्थित थी। आर.टी.पी.एस. कार्यालय में अभिलेख का संधारण ठीक ढंग से नहीं किया जा रहा था। मनरेगा कार्यालय में कनीय अभियंता संगीता कुमारी अनुपस्थित थी। जांच के बाढ़ कलेक्तन ने निम्न निर्देश जारी किये, सभी अनुपस्थित कर्मियों का आज का वेतन स्थगित रहेगा तथा स्पष्टीकरण पूछा जाएगा। बी.डी.ओ., सी.डी.पी.ओ. कार्यालय के पास महिला षौचालय का निर्माण शीध्र करायें। सभी कार्यालयों को साफ-सुथरा तथा व्यवस्थित रखें। जिला पदाधिकारी ने खजौली थाना का निरीक्षण किया तथा थाना में चारदिवारी, पुलिस बैरक की स्थिति ठीक करने का निदेष दिया। उन्होंने वहाँ शांति समिति के सदस्यों को संबोधित किया तथा उनसे अनुरोध किया कि ईद पर्व तथा श्रावणी मेला के अवसर पर विधि व्यवस्था एवं षांति स्थापना में अपना सहयोग दें। यदि कोई व्यक्ति सामाजिक विद्वेष फैलाकर विधि-व्यवस्था की समस्या उत्पन्न करेंगे तो उनके विरूद्व कडी कार्रवाई की जाएगी। जिला पदाधिकारी ने कमला बलान पष्चिमी तटबंध के सुक्की स्थित कटाव स्थल तथा सुक्की साइफन का भी निरीक्षण किया। तटबंध के निरीक्षण के समय बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल-2 के कार्यपालक अभियंता, झंझारपुर श्री मिथिलेष कुमार सिंह भी उपस्थित थे।   उन्होंने ने बताया कि बाढ पूर्व कटाव निरोधीकार्य पूरा किया जा चुका है।

कलेक्टर ने बाढ़ के तैयारी की समीक्षा की 

मधुबनी, 21 जून; आज समाहरणालय सभा कक्ष में जिला पदाधिकारी, मधुबनी श्री शीर्षत कपिल अशोक ने संभावित बाढ की तैयारी से संबंधित समीक्षा बैठक की। उनके साथ पुलिस अधीक्षक, मधुबनी श्री दीपक बरनवाल भी उपस्थित थे। जिला पदाधिकारी ने सभी अंचल में वर्षा मापक यंत्र, बाढ प्रभावित संभावित क्षेत्र तथा व्यक्ति समूह की पहचान से संबंधित कार्य, निजी एवं सरकारी नाव की जिले में उपलब्धता, सरकारी नाव की मरम्मति आदि की समीक्षा की। उन्होंने सभी अंचल अधिकारी को निदेषित किया कि वे सभी सरकारी नाव को खुद देख लें। उन्होंने सिविल सर्जन को निदेष दिया कि सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंन्द्र में कुत्ता काटने, सांप काटने पर दी जाने वाली दवा, एंटी डायरियल दवा की पर्याप्त मात्रा बाढ के दिनों में रखें। उन्होंने सभी एस.डी.ओ. को यह सुनिष्चित करने का निदेष दिया कि उनके सभी अंचल में नाविक की बकाया मजदूरी का भुगतान शीध्र हो जाए। जिला पदाधिकारी ने कहा कि कल तक एस.डी.ओ. झंझारपुर तथा कार्यपालक अभियंता, बाढ नियंत्रण प्रमंडल बनौर गाॅव में तटबंध का संयुक्त निरीक्षण कर लें। उन्होंने यह भी कहा कि बाढ नियंत्रण प्रमंडल द्वारा इस वर्ष जो भी कार्य किया गया है, सभी अंचल अधिकारी उसका भौतिक सत्यापन कर लें तथा अपने एस.डी.ओ. को प्रतिवेदित करें। हर नाव पर दो लाइफ जैकेट की व्यवस्था अवष्य रखें। उन्होंने होमगार्डस के कमांडेट को निदेष दिया कि उसी क्षेत्र के ही होमगार्डस की प्रतिनियुक्ति तटबंध पर करें तथा उनकी जिम्मेवारी निर्धारित करें। जिला पदाधिकारी ने सभी पदाधिकारियों को बाढ के दौरान एलर्ट मोड में रहने को कहा तथा कहा कि षिथिलता पर त्वरित कारवाई होगी। उपस्थिति- अपर समाहत्र्ता, सिविल सर्जन, जिला कृषि पदाधिकारी, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (षिक्षा) सभी एस.डी.ओ., सी.ओ., बाढ नियंत्रण से संबंधित अभियंता गण, प्रभारी पदाधिकारी आपदा आदि।
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