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इस्राइल यात्रा पर आतंकवाद जैसी समान चुनौतियों पर चर्चा करेंगे प्रधानमंत्री मोदी

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नयी दिल्ली, तीन जुलाई, इस्राइल की अपनी यात्रा की पूर्वसंध्या पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कहा कि वह इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से आतंकवाद जैसी समान चुनौतियों और आथर्कि संबंधों को मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा करेंगे। इस्राइल की यात्रा करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री मोदी इस यहूदी राष्ट्र की तीन दिन की यात्रा पर जाएंगे। इसके बाद वह जी-20 सम्मेलन में भाग लेने के लिए जर्मनी के हैमबर्ग जाएंगे। इस्राइल में वह राष्ट्रपति रियुवेन रूवी रिवलिन से मुलाकात करेंगे और दोनों देशों के विभिन्न कंपनियों के सीईओ तथा भारतवंशी समुदाय के लोगों से भी मिलेंगे। वह याद वाशेम स्मारक संग्रहालय भी जाएंगे और यहूदियों के सबसे बड़े नरसंहार :होलोकास्ट: में मारे गये लोगों को श्रद्धांजलि देंगे। भारतीय प्रधानमंत्री 1918 में हैफा की आजादी के दौरान जान गंवाने वाले साहसी भारतीय सैनिकों को भी श्रद्धांजलि अपर्ति करेंगे। उन्होंने यहां एक बयान में कहा, Þ Þकल, मैं इस्राइल की ऐतिहासिक यात्रा शुरू कर रहा हूं जो भारत का बहुत विशेष साझेदार देश है। ऐसा करने वाला पहला भारतीय प्रधानमंत्री होने के नाते मैं इस अभूतपूर्व यात्रा को बहुत आशा से देख रहा हूं जो हमारे दोनों देशों और लोगों को करीब लाएगी। मोदी ने ट्वीट किया, मैं, मेरे दोस्त :इस्राइली पीएम नेतन्याहू: के साथ गहन बातचीत को लेकर आशान्वित हूं जो गतिमान भारत-इस्राइल संबंधों के लिए प्रतिबद्धता साझा करते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि वह नेतन्याहू के साथ हमारी साझेदारी के समग्र आयाम पर और आपसी लाभ के लिए विविध क्षेत्रों में इसे मजबूत करने पर गहराई से विचार-विमर्श करेंगे। उन्होंने कहा, हमारे पास आतंकवाद जैसी बड़ी समान चुनौतियों पर चर्चा करने का अवसर भी होगा। इस वर्ष भारत और इस्राइल अपने कूटनीतिक संबंधों के 25 वर्ष पूरे कर रहे हैं।


विशेष आलेख : मैं गरीब हूं, इबारत गरीबी का मजाक है

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राजस्थान में गरीबों का मखौल उड़ाने का एक गंभीर मामला सामने आया है, जो हमारी राजनीति के साथ-साथ प्रशासनिक मूल्यहीनता एवं दिशाहीनता का परिचायक है। राजनीतिक लाभ लेने के लिये किस तरह सरकार के द्वारा जनयोजनाआंें को भुनाने के प्रयत्न होते हैं, उसका राजस्थान एक घिनौना एवं अमानवीय उदाहरण बनकर प्रस्तुत हुआ है। गौरतलब है कि राज्य के दौसा जिले में बीपीएल यानी गरीबी रेखा से नीचे आने वाले परिवारों के घरों की दिवारों पर उकेर दिया गया है- ‘मैं गरीब हूं, मैं राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून के तहत राशन लेता हूं।’ कोई भी अपनी मर्जी से अपने घर की दीवार पर यह नहीं लिखना चाहेगा। दौसा में हजारों घरों पर यह लिखा मिलेगा, तो समझा जा सकता है कि अधिकारियों के निर्देश पर ही ऐसा हुआ होगा। अधिकारियों को निर्देश सत्ता से जुड़े शीर्ष नेतृत्व ने ही प्रदत्त किया होगा, यह सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है। लेकिन इस तरह की घटनाएं लोकतंत्र को दूषित करती है, जनभावनाओं को आहत करती है। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने इस घटना को गंभीरता से संज्ञान लेते हुए त्वरित कार्यवाही करके एक उदाहरण प्रस्तुत किया है। 


आज का भौतिक दिमाग कहता है कि घर के बाहर और घर के अन्दर जो है, बस वही जीवन है। लेकिन राजनीतिक दिमाग मानता है कि जहां भी गरीब है, वही राजनीति के लिये जीवन है, क्योंकि राजनीति को उसी से जीवन ऊर्जा मिलती है। यही कारण है कि इस देश में सत्तर साल के बाद भी गरीबी कम होने के बजाय बढ़ती जा रही है, जितनी गरीबी बढ़ती है उतनी ही राजनीतिक जमीन मजबूती होती है। क्योंकि सत्ता पर काबिज होने का मार्ग गरीबी के रास्ते से ही आता है। बहुत बड़ी योजनाएं इसी गरीबी को खत्म करने के लिये बनती रही हैं और आज भी बन रही हैं। लेकिन गरीब खत्म होते गये और गरीबी आज भी कायम है।  हम जिन रास्तों पर चल कर एवं जिन योजनाओं को लागू करते हम देश में क्रांति की आशा करते हैं वे ही योजनाएं कितनी विषम और विषभरी है, इसका अन्दाजा दौसा में गरीबों के घरों के बाहर सरकार के द्वारा लिखी गयी इबारत से पता चल जाता है । सभी कुछ अभिनय है, छलावा है, फरेब है। सब नकली, धोखा, गोलमाल, विषमताभरा। प्रधानमंत्रीजी का लोक राज्य, स्वराज्य, सुराज्य, रामराज्य का सुनहरा स्वप्न ऐसी नींव पर कैसे साकार होगा? यहां तो सब अपना-अपना साम्राज्य खड़ा करने में लगे हैं।

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सरकारी योजनाओं की विसंगतियां ही है कि गांवों में जीवन ठहर गया है। बीमार, अशिक्षित, विपन्न मनुष्य मानो अपने को ढो रहा है। शहर सीमेन्ट और सरियों का जंगल हो गया है। मशीन बने सब भाग रहे हैं। मालूम नहीं खुद आगे जाने के लिए या दूसरों को पीछे छोड़ने के लिए। कह तो सभी यही रहे हैं--बाकी सब झूठ है, सच केवल रोटी है। रोटी केवल शब्द नहीं है, बल्कि बहुत बड़ी परिभाषा समेटे हुए है अपने भीतर। जिसे आज का मनुष्य अपनी सुविधानुसार परिभाषित कर लेता है। रोटी कह रही है-मैं महंगी हूँ तू सस्ता है। यह मनुष्य का घोर अपमान है। रोटी कीमती, जीवन सस्ता। मनुष्य सस्ता, मनुष्यता सस्ती। और  इस तरह गरीब को अपमानित किया जा रहा है, यह सबसे बड़ा खतरा है। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने इस खतरे को महसूस किया, जबकि लोकतंत्र को हांकने वालों को इसे पहले महसूस करना चाहिए। घोर विडम्बना तो यह भी है कि ये शब्द लिखवाने के लिए बीपीएल परिवारों को कुछ पैसे भी दिए गए थे। ऐसी इबारत हर लिहाज से घोर आपत्तिजनक है। मानवाधिकार आयोग ने इस मामले का स्वतः संज्ञान लिया है और इसका संदेश साफ है कि गरीब आदमी की भी गरिमा है, जिससे खिलवाड़ नहीं किया जाना चाहिए, उसे अपमानित नहीं किया जा सकता। पीडीएस यानी सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत गरीबों को मिलने वाला राशन कोई खैरात नहीं है। यह राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून के तहत उन्हें मिलता है, जो कि उनका अधिकार है। क्या अपने इस अधिकार का इस्तेमाल वे अपमानित होकर ही कर सकते हैं? महीने में दस या पंद्रह किलो गेहूं के लिए अगर दौसा के हजारों परिवारों ने अपने घर की बाहरी दीवार पर गरीब होने की घोषणा लिखवाना मंजूर किया, तो इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि तरक्की के तमाम दावों के बावजूद वे कैसी असहायता की हालत में जी रहे हैं और उनके कल्याण की बात करने वाले राजनेता कितनी एय्याशी भोग रहे हैं। सरकारी योजनाओं की जमीन एवं सच्चाई कितनी भयावह एवं भद्दी है, हमारी सोच कितनी जड़ हो चुकी है, सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है। 


हम भ्रष्टाचार के मामले में तो दुनिया में अव्वल है ही लेकिन गरीबी के मामले में भी हमारा ऊंचा स्थान है। गतदिनों एक शोध संस्थान द्वारा ग्लोबल हंगर इंडेक्स यानी विश्व भूख सूचकांक जारी किया था। इस सूचकांक ने बताया कि भारत में भुखमरी के कगार पर जीने वालों और अधपेट सोने को मजबूर लोगों की तादाद सबसे ज्यादा है। अगर गरीबों के साथ अपमानजनक व्यवहार पर कोई अध्ययन हो, तो उसमें भी भारत नंबर एक पर ही दिखेगा। गरीब होने की सूचना घरों पर जबरन पुतवाने की घटना से राजस्थान सरकार को शर्म एवं धिक्कार का सामना करना पड़ रहा है। जनता की नजरों में उसका कद इस एक घटना से गिरा है, वह आलोचना का पात्र बनी है। मानवाधिकार आयोग के नोटिस के बाद मामले के तूल पकड़ने पर उसने अपनी जवाबदेही से पल्ला झाड़ने की कोशिश शुरू कर दी। राज्य के पंचायत मंत्री ने सफाई दी कि ऐसा कोई भी आदेश राज्य सरकार की तरफ से नहीं दिया गया था। पर आदेश के बगैर, संबंधित इबारत लिखवाने की बात कर्मचारियों को कैसे सूझी, और इसके लिए दिए गए पैसे कहां से आए? ऐसी कार्यवाही से प्रशासन को क्या लाभ है?

अक्सर राजनेताओं या अधिकारियों पर जब इस तरह की अनुचित एवं अमानवीय कार्यवाहियां की जबावदेही तय होती है, जनता का विरोध उभरता एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर छवि का नाश होता है तो इन निरुत्तर एवं जवाबदेही स्थितियों में सभी  अपना पल्ला झाड़ने लगते हैं। अगर यह सरकारी आदेश नहीं था तो राज्य सरकार यह सफाई क्यों दे रही है कि गरीब होने की घोषणा दीवार पर अंकित करने के पीछे इरादा राशन वितरण में होने वाली हेराफेरी रोकना था। अगर यह बात थी, तो राज्य सरकार निर्णय की जवाबदेही लेने से बच क्यों रही है? लेकिन इसी के साथ दूसरा सवाल यह उठता है कि अनियमितता और गड़बड़ी रोकने का कोई और तरीका उसे क्यों नहीं सूझा? जो हुआ वह गरीबों के अपमान के साथ-साथ सार्वजनिक वितरण प्रणाली का भी मखौल है। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने राज्य सरकार से चार हफ्तों के भीतर जो स्पष्टीकरण मांगा है उसमें दोषियों पर की गई कार्रवाई का ब्योरा देने को भी कहा है। कहीं ऐसा तो नहीं होगा कि कार्रवाई सिर्फ दिखावे के लिए होगी, या किसी और का दोष किसी और के सिर मढ़ दिया जाएगा!

गांधी और विनोबा ने सबके उदय के लिए ‘सर्वोदय’ की बात की गई। उसे निज्योदय बना दिया। जे. पी. ने जाति धर्म से राजनीति को बाहर निकालने के लिए ‘संपूर्ण क्रांति’ का नारा दिया। जो उनको दी गई श्रद्धांजलि के साथ ही समाप्त हो गया। ‘गरीबी हटाओ’ में गरीब हट गए। स्थिति ने बल्कि नया मोड़ लिया है कि जो गरीबी के नारे को जितना भुना सकते हैं, वे सत्ता प्राप्त कर सकते हैं। कैसे समतामूलक एवं संतुलित समाज का सुनहरा स्वप्न साकार होगा? कैसे मोदीजी का नया भारत निर्मित होगा?




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(ललित गर्ग)
ई-253, सरस्वती कुंज अपार्टमेंट
25, आई0पी0 एक्सटेंशन, पटपड़गंज, दिल्ली-92
फोन: 22727486

बिहार : 6-7 जुलाई को ऐपवा द्वारा राष्ट्रीयव्यापी प्रतिवाद

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  • ताजा घटनाक्रम में दलित समुदाय से आने वाली ऐपवा व माले नेत्री जीरा भारती पर किया गया है बर्बर सामंती हमला: मीना तिवारी
  • यूपी में संविधान की लगातार उड़ायी जा रही धज्जियां, दलित-अल्पसंख्यक और महिलायें खास निशाने पर.
  • बनारस में भाकपा-माले कार्यालय पर छापेमारी और लखनऊ में दलित उत्पीड़न के सवाल पर आयोजित प्रेस कांफ्रेस को संबोधित करने वाले बुद्धिजीवियों की गिरफ्तारी दे रही फासीवाद की आहट.


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पटना 4 जुलाई, ऐपवा की महासचिव व भाकपा-माले की केंद्रीय कमिटी की सदस्य मीना तिवारी ने कहा है कि यूपी में जब से योगी की सरकार आई है, संविधान व लोकतंत्र की लगातार धज्जियां उड़ायी जा रही हैं. सामंती-अपराधियों का मनोबल आसमान छू रहा है और सहारनपुर से लेकर मिर्जापुर तक दलितों, महिलाओं, अल्पसंख्यकों पर बर्बर किस्म के हमले की बाढ़ सी आ गयी है. सबसे हालिया घटनाक्रम में मिर्जापुर जिले में ऐपवा व माले की नेता जीरा भारती पर बर्बर तरीके से सामंती-दबंगों ने हमला किया. 3 जुलाई की शाम को जब वे मिर्जापुर प्रखंड कार्यालय से  अपने गांव रिक्सा खुर्द लौट रही थीं, सामंती ताकतों ने उनके ऊपर बर्बरता से हमला किया, उनकी साड़ी खोलकर उन्हें निर्वस्त्र करने की कोशिश की और उन्हें जमीन पर गिरा दिया. उन्हें लात-घूंसों से मार कर अधमरा कर दिया. उनके साथ उनका 14 वर्ष का बेटा भी था. दलित समुदाय से आने वाली जीरा भारती 2014 में भाकपा-माले की ओर से लोकसभा का चुनाव लड़ चुकी हैं और इलाके की जबरदस्त नेता हैं. पिछले समय में उन्होंने अपने इलाके में मजदूरी के सवाल पर जबरदस्त आंदोलन का नेतृत्व किया था. जिसके दबाव में प्रशासन को मजदूरी की दर बढ़ाकर 100 रु. करनी पड़ी थी. सामंती ताकतें इसी से खार खाए बैठी थीं. योगी राज में इनका मनोबल बढ़ा और इस तरह की शर्मनाक घटना सामने आई. इस बर्बर हमले के खिलाफ आगामी 6-7 जुलाई को ऐपवा द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिवाद किया जाएगा.

उन्होंने आगे कहा कि इसके पूर्व बनारस में भाकपा-माले कार्यालय पर छापेमारी की गयी, जो यह साबित करता है कि जोगी राज में लोकतांत्रिक तरीके से किए जा रहे प्रतिवाद को भी सरकार दबाने पर पूरी तरह आमदा है. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में दलितों के सवालों को लेकर यूपी प्रेस क्लब में आयोजित संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करने वाले बुद्धिजीवियों की गिरफ्तारी भी बेहद निंदनीय है. पुलिस ने घुस कर प्रोफेसर रमेश दीक्षित, पूर्वपुलिस अधिकारी एस.आर.दारापुरी, रामकुमार , आषीश अवस्थी, पी एस कुरील को गिरफ्तार कर लिया है. यह लोकतंन्त्र के मुँह पर कालिख है और इसका हर स्तर पर विरोध किया जाना चाहिए. यह संवाददाता सम्मेलन गुजरात से आ रहे कुछ दलित संगठनों की गिरफ्तारी के विरोध में किया गया था. इसके पूर्व आइसा नेताओं पर भी यूपी में बर्बर तरीके से दमन ढाया गया था और लोकतांत्रिक प्रतिवाद करने पर कई छात्र नेताओं को जेल में ठूंस दिया गया था.

आप सब लोग गरीबों की आवाज बनें- रघुवर दास

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दुमका (अमरेन्द्र सुमन)  भारत दर्शन कार्यक्रम  के तहत झारखंड की  राजधानी   राॅची पहुँचे वर्ष 2016 बैच के प्रशिक्षु आईपीएस अधिकारियों ने  दिन मंगलवार  (04 जुुुलाई 2017) को सूबे के मुख्यमंत्री रघुवर दास से मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को शुभकामनायें देते हुए कहा कि आप सब गरीबों की आवाज बनें। सेवा का उद्देश्य केवल कर्तव्यों का निर्वहन नहीं बल्कि गरीबों, शक्तिहीनों और वंचितों को न्याय दिलाना है। समाज निश्चिंत होकर सो सके। राष्ट्र बिना किसी बाधा के विकास कर सके, इसके लिये आपको जागना होगा। सभी प्रशिक्षु आई0पी0एस0 अधिकारियों ने कहा झारखण्ड का प्राकृतिक सौन्दर्य अद्भुत है। आईजी प्रिया दुबे के साथ केरल के आईपीएस विमलादित्य के नेतृत्व में 2016 बैच के सुधांशु धामा, अमित कुमार आनन्द, सुमीत गौड़ प्रेरणा खांडु, मो0 शहीन, गिरिपो, प्रवीण कुमार, संध्या स्वामी, आकृति शर्मा, हंसराज वकुल जिंदल, अनिल कुमार, अंकुर गुप्ता, गोपाल इत्यादि मौजूद थे।

इजरायल में नेतन्याहू ने किया मोदी का भव्य स्वागत

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तेल अवीव 04 जुलाई, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का इजरायल की ऐतिहासिक यात्रा पर आज यहां पहुंचने पर प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने प्रोटोकॉल तोड़ कर गर्मजोशी से उनकी अगवानी की और कहा कि इजरायल के लोग 70 वर्ष से भारतीय प्रधानमंत्री की प्रतीक्षा कर रहे थे। श्री मोदी इजरायल की तीन दिन की यात्रा पर अपराह्न तेल अवीव पहुंचे। किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यह पहली इजरायल यात्रा है। बेन गुरियन हवाई अड्डे पर विमान से उतरते ही श्री नेतन्याहू ने बहुत गर्मजोशी से श्री मोदी का हाथ थाम लिया और उनसे गले मिले। फिर दोनों नेताओं को इजरायली सेना की टुकड़ी ने सलामी दी और दोनों देशों की राष्ट्रगान की धुन बजायी। मेज़बान प्रधानमंत्री ने हवाई अड्डे पर ही बने एक पंडाल में श्री मोदी का स्वागत करते हुए हिन्दी में कहा, “इजरायल में आपका स्वागत है मेरे दोस्त”। उन्होंने कहा कि यह एक ऐतिहासिक दिन है। इजरायल सत्तर साल से भारतीय प्रधानमंत्री की प्रतीक्षा कर रहा था। श्री नेतन्याहू ने कहा, “हम भारत से प्रेम करते हैं, अापकी संस्कृति, इतिहास, लोकतंत्र और प्रगति के लिये प्रतिबद्धता की सराहना करते हैं।” उन्होंने भारत एवं इजरायल को स्वाभाविक मित्र बताते हुए सहयोग का नया सूत्र गढ़ा। ‘आई स्क्वायर’ यानी भारत एवं इजरायल और ‘टी स्क्वायर’ प्रतिभा एवं प्रौद्योगिकी’ का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात का दृढ़ विश्वास है कि हमारे जनजीवन के ये समीकरण हमारी साझेदारी की सफलता तय करेंगे। हमारे लोगों की प्रतिभा से हम बहुत बेहतर कर सकते हैं। इजरायली प्रधानमंत्री ने श्री मोदी को विश्व का एक महान नेता बताते हुए कहा, “ आप भारत के महान नेता हैं और विश्व के महान नेता हैं। ” उन्होंने कहा कि दोनों देशों के लोगों के बीच एक दूसरे के प्रति लगाव है और दोनों देश तेजी से अागे बढ़ रहे हैं। उन्होंने याद दिलाया कि श्री मोदी ने उनसे पहली मुलाकात के दौरान कहा था कि दोनों देशों के संबंधों के लिए आसमान एक सीमा है ,लेकिन आज वे कहना चाहते हैं कि इसके लिए आसमान की सीमा नहीं है , क्योंकि दोनों देश अंतरिक्ष में भी सहयोग कर रहे हैं। 

भारत वियतनाम का एकजुट प्रयास जरूरी : प्रणव

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नयी दिल्ली 04 जुलाई, राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने आज कहा कि भारत और वियतनाम को 2020 तक 15 अरब अमेरिकी डॉलर का द्विपक्षीय व्यापार लक्ष्य प्राप्त करने के लिए मिलकर काम करना होगा। श्री मुखर्जी ने राष्ट्रपति भवन में उनसे मिलने आये वियतनाम के उप प्रधानमंत्री फाम बिन्ह मिन्ह का स्वागत करते हुए कहा कि कई भारतीय कंपनियां वियतनाम के विकास और वहां की जनता की समृद्धि के लिए निवेश करना चाहती हैं। राष्‍ट्रपति ने कहा कि भारत और वियतनाम के बीच पारंपरिक मधुर रिश्‍ते हैं, जो पारस्‍परिक सम्‍मान पर आधारित हैं। हाल के वर्षों में दोनों देशों के बीच साझेदारी बढ़ी है। उन्होंने भारत और वियतनाम के बीच मौजूदा द्विपक्षीय व्‍यापार की स्थिति पर संतोष व्‍यक्‍त किया। वियतनाम के उप-प्रधानमंत्री ने कहा कि वियतनाम दोनों देशों के बीच आपसी संबंधों को बढ़ाने के लिए कृत संकल्‍प है।

जीएसटी के कारण पैदा अवसरों का लाभ उठायें आसियान निवेशक : सुषमा

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नयी दिल्ली 04 जुलाई, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भारत एवं आसियान के बीच सहयोग को सुरक्षा एवं स्थिरता के धरातल पर कारोबार, कनेक्टिविटी और संस्कृति के तीन पहियों पर आगे बढ़ाने का आह्वान करते हुए आज कहा कि देश में माल एवं सेवा कर (जीएसटी) के आने के बाद कारोबार एवं निवेश के अवसर बढ़े हैं। श्रीमती स्वराज ने यहां आसियान भारत मंत्रिस्तरीय संवाद ‘दिल्ली डॉयलॉग’ का उद्घाटन करने के बाद समारोह को संबोधित करते “नौवहन की स्वतंत्रता” और अंतरराष्ट्रीय सीमाओं का सम्मान करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि आसियान एवं भारत के बीच अगले 25 साल का सहयोग कारोबार, कनेक्टिविटी और संस्कृति से तय होगा और इसके लिए स्थिरता एवं सुरक्षा जरूरी होगी। उन्होंने कहा कि भारत आज दुनिया की सबसे तेज़ गति से बढ़ती अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। तीन साल में इतने कदम उठाये गये हैं जिससे देश में कारोबार के लिए माहौल में सुधार आया है। उन्होंने कहा कि भारत आसियान देशों के साथ परिवहन एवं डिजिटल दोनों प्रकार की कनेक्टिविटी बढ़ाने में योगदान दे रहा है। विदेश मंत्री ने कहा कि देश में जीएसटी का क्रियान्वयन भारत के साथ-साथ आसियान देशों में भी आर्थिक विकास का कारक बनेगा। उन्होंने कहा कि हाल में सरकार ने आजादी के बाद के सबसे बड़े कर सुधार के रूप में जीएसटी को लागू किया है। इन कदमों से भारत में कारोबार एवं निवेश के नये अवसर पैदा हुए हैं। उन्होंने कहा, “मैं आसियान देशों की कंपनियों को आमंत्रित करती हूं कि वे इस नयी कर प्रणाली के कारण विभिन्न क्षेत्रों में उत्पन्न निवेश के अवसरों का लाभ उठायें।” 

दुमका (झारखण्ड) की हलचल (04 जुलाई)

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दुमका के कुमड़ाबाद के निकट मयुराक्षी नदी पर 194 करोड़ 42 लाख की लागत से उच्चस्तरीय पुल बनेगा। 

झारखंड राज्य राजमार्ग प्राधिकार के माध्यम से मूड़ाबहाल  (दुमका एयरपोर्ट-चकलाता पथ पर)-मेकरमपुर (सीतपहड़ी मोड़-सिंगरी-हरको पथ पर) कुमराबाद के नजदीक मयुराक्षी नदी पर  उच्चस्तरीय सेतु निर्माण (युटिलिटी शिफ्टिंग, पहुच पथ निर्माण एवं भू-अर्जन सहित) कार्य हेतु रू- 194,42,78,000/- (एक सौ चैरानबे करोड़ बयालीस लाख अठहत्तर हजार* *रूपये) मात्र की प्रशासनिक स्वीकृति दी गई ।*

विभिन्न कार्यक्रमों की  स्वीकृति।

राज्य सरकार द्वारा की जा रही नियुक्तियों में इंटरमीडिएट (10 +2) अथवा समकक्ष शैक्षणिक अर्हता वाले पदों पर राज्य के संस्थानों में संचालित AICTE से मान्यता प्राप्त डिप्लोमा को इंटरमीडिएट (10+2) के समतुल्य किये जाने के निर्णय पर घटनोत्तर स्वीकृति। चीनी वितरण योजना हेतु अन्त्योदय अन्य योजना के लाभुकों को केन्द्र सरकार से प्राप्त होने वाले प्रति किलोग्राम प्रतिमाह 18.50 रूपये के अनुदान के साथ चीनी वितरण की स्वीकृति। ग्रामीण विकास विभाग, झारखंड सरकार के अंन्तर्गत विश्व बैंक द्वारा वाह्य वित्त पोषित ष्जोहार-&Johar’ (JHARKHAND’S OPPORTUNITIES FOR HARNESSING RURAL GROWTH) i परियोजना के क्रियान्वयन एवं इसके लिये वित्तीय वर्ष 2017-18 में उपबंधित कुल राशि रू0 4000.00 लाख (चालीस करोड़) के व्यय की स्वीकृति। राज्य सरकार द्वारा राज्य के सभी 24 जिलों में 100-100 नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवकों के नागरिक सुरक्षा दल का गठन किया गया है। जिसके कत्र्तव्य भत्ता एवं प्रशिक्षण भत्ता के भुगतान हेतु झारखंड आकस्मिकता निधि से कुल रू0 3,60,00,000/- (तीन करोड़ साठ लाख रूपये) मात्र की अग्रिम के रूप में स्वीकृति। नगर विकास एवं आवास विभाग के अन्तर्गत संचालित अमृत योजना के लिए तैयार किये जाने वाले राज्य वार्षिक योजना कार्यक्रमों में युवा छात्रों को Interns के रूप में संबद्ध किये जाने की स्वीकृति। क्षितिज मूक बधिर प्राथमिक विद्यालय, निवारणपुर, रांची के लिए तीन स्नातक प्रशिक्षित (कला,विज्ञान एवं भाषा) शिक्षक पद का सृजन वार्षिक अनुमानित लागत रू0 1206756.00 (बारह लाख छः हजार सात सौ छप्पन रूपये) पर करने की स्वीकृति। मुख्यमंत्री शैक्षिक भ्रमण कार्यक्रम के तहत् सरकारी विद्यालयों के छात्र-छात्राओं का विभिन्न राज्यों का भ्रमण योजना की स्वीकृति। झारखण्ड उत्पाद (झारखण्ड राज्य बिवरेजेज काॅरपोरेशन लिमिटेड के माध्यम से मदिरा की विभिन्न प्रकार की खुदरा उत्पाद दुकानों का संचालन) नियमावली, 2017 के गठन की स्वीकृति। झारखंड राज्य राजमार्ग प्राधिकार के माध्यम से ष्मूराबहल (दुमका एयरपोर्ट-चकलाता पथ पर)-मेकरमपुर (सीतपहड़ी मोड़-सिंगरी-हरको पथ पर) कुमराबाद के नजदीक मयुराक्षी नदी पर उच्चस्तरीय सेतु निर्माण (युटिलिटी शिफ्टिंग, पहुच पथ निर्माण एवं भू-अर्जन सहित) कार्य हेतु रू0 194,42,78,000/- (एक सौ चैरानबे करोड़ बयालीस लाख अठहत्तर हजार रूपये) मात्र की प्रशासनिक स्वीकृति।


मधुबनी : मुखिया महासंघ ने 6 जुलाई करेंगे चक्का जाम

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अंधराठाढी/मधुबनी (मोo आलम अंसारी) अंधराठाढ़ी। प्रदेश मुखिया संघ के आवाहन पर 6 जुलाई को आहूत चक्का जाम को लेकर मुखिया महासंघ ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। प्रखंड मुखिया महासंघ के अध्यक्ष अरविंद चौधरी ने कहा ये हमारी अस्मिता सम्मान और अधिकार की लड़ाई है। महासंघ बिहार सरकार द्वारा जबरदस्ती पंचायती राज एक्ट 2006 में संसोधन और नया एक्ट-2017 लाने के विरोध में एक स्वर में इसका विरोध करेंगे। संघ के अध्यक्ष अरविंद चौधरी ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री नितिश कुमार व्यक्तिगत मुद्दा बनाकर मुखियाओं  के खिलाफ ये कदम उठाया है। आखिर बिहार सरकार को ऐसी क्या जरुरत हुई की 12 साल पुराने एक्ट में संसोधन कर नया एक्ट-2017 का नया नियम लाना पड़ा। मुखिया महेंद्र राय ने कहा कि अब ये लड़ाई  मुखिया और मुख्यमंत्री के आर-पार की लड़ाई बन चुकी है। सचिव राजेश कुमार मिश्र ने कहा कि अगर माननीय मुख्यमंत्री नितिश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री हैं तो मुखिया भी अपने पंचायत का मुख्यमंत्री होता है। सभी मुखिया ने एकस्वर में कहा कि जब तक केन्द्र सरकार का कोई नया आदेश नही आ जाता तब तक पंचायत की राशि कहीं किसी विभाग में हस्तांतरित नही की जायेगी और ना हीं बिहार सरकार द्वारा लायी गई किसी योजना में खर्च कि जायेगी ।

मधुबनी : सौराठ सभा में 3 दशक बाद लौटी पुरानी रौनक

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मधुबनी, 4 जुलाई, मिथिला संस्कृति की पहचान ‘सौराठ सभा’ में इस साल तीन दशक के बाद पुरानी रौनक देखने को मिली। 700 साल के इतिहास और यहां की संस्कृति को समेटे इस सभा में इस वर्ष न केवल देश के, बल्कि प्रवासी मिथिलावासी भी पहुंचे। इस वर्ष नौ दिनों तक चलने वाले इस सभा में 365 शादियां तय हुईं तथा दो विवाह सभागाछी स्थल में ही संपन्न हुए। परंपरा के मुताबिक, यहां पहले गुरुकुल से सीधे योग्य युवकों को सौराठ सभागाछी में लाया जाता था और उन योग्य शिक्षित युवकों के प्रतिभा को देखकर अपने स्वजनों के लायक उचित वर समझकर गुरुजनों से आज्ञा लेते थे और विवाह तय होते थे। इस दौरान यह भी देखा जाता था कि लड़कों के पैतृक परिवार के सात पुश्तों में और मातृक परिवार के पांच पुश्तों में पहले कभी सीधा रक्त संबंध नहीं बने हों। इसके बाद गुरुजन ‘अधिकार निर्णय’ करवाते थे, ऐसे अधिकार निर्णय को एक ताड़ के पत्ते पर लाल स्याही से लिखवाया जाता था, जिसे ‘सिद्धांत’ कहा जाता था। इसके बाद शादी तय होती थी। कालांतर में इस सभागाछी का महत्व समाप्त होता चला गया। इस वर्ष मिथिलालोक फाउंडेशन सहित कई संगठनों ने इस सभा को पुनर्जीवित करने की ठानी, जिसका परिणाम है कि इस सभा में प्रतिदिन हजारों की भीड़ जुटी। 


दरभंगा के कामेश्वर सिंह संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति सर्वनारायण झा इस वर्ष सौराठ सभा की सफलता पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहते हैं, “इस वर्ष प्रबुद्धजनों की मेहनत रंग लाई और उसका परिणाम है कि मिथिला की सभ्यता और संस्कृति पुनर्जीवित होती दिखी।” उन्होंने इस मेले को डिजिलाइटेशन पर जोर देते हुए कहा कि इस संस्कृति को बचाए रखना सभी मिथिलावासियों का दायित्व है। मिथिलालोक फाउंडेशन के चेयरमैन और शिक्षाविद् डॉ़ बीरबल झा इसकी सफलता पर कहते हैं, “यह केवल मिथिलालोक फाउंडेशन की ही मेहनत का परिणाम नहीं है, बल्कि इसमें सभी का सहयोग रहा।” उन्होंने इस वर्ष 25 जून से तीन जुलाई तक चली सभा की सफलता की चर्चा करते हुए कहा कि इस सभा को पुनर्जीवित करने के लिए न केवल जनजागरण अभियान चलाया गया, बल्कि ‘चलू सौराठ सभा’ के माध्यम से लोगों को सभा में आने का निमंत्रण दिया गया। डॉ़ झा ने कहा, “सौराठ सभा वैवाहिक संस्था है, इसको मजबूत किया जाना चाहिए। मिथिला विश्व के लिए एक आदर्श बन सकता है। यहां दस लाख की जनसंख्या में एक भी विवाह विच्छेद की बात सुनने को नहीं मिलेगी।” मधुबनी के जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक भी इस सभा में पहुंचे और इस अभियान की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि किसी भी परंपरा को जीवित रखना आने वाली पीढ़ी के लिए आवश्यक है। आने वाली पीढ़ी अपनी परंपरा से ही अपने संस्कार और परंपराएं सीखती है।

सौराठ सभा में पारंपरिक पंजीकारों की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। यहां जो रिश्ता तय होता है, उसे मान्यता पंजीकार ही देते हैं। पंजीकार के पास वर और कन्या पक्ष की वंशावली रहती है। वे दोनों तरफ की उतेढ़ (विवाह का रिकर्ड) का मिलान करते हैं। दोनों पक्षों के उतेढ़ देखने पर जब पुष्टि हो जाती है कि दोनों परिवारों के बीच सात पीढ़ियों में इससे पहले कोई वैवाहिक संबंध नहीं हुआ है, तब पंजीकार कहते हैं, ‘अधिकार होइए! यानी पहले से रक्त संबंध नहीं है, इसलिए रिश्ता पक्का करने में कोई हर्ज नहीं। सौराठ में शादियां तय करवाने वाले पंजीकार विश्वमोहन चंद्र मिश्र बताते हैं, “मैथिल ब्राह्मणों ने 700 साल पहले करीब सन् 1310 में यह प्रथा शुरू की थी, ताकि विवाह संबंध अच्छे कुलों के बीच तय हो सके। सन् 1971 में यहां करीब डेढ़ लाख लोग आए थे, उसके बाद आगंतुकों की संख्या काफी घट गई। इस वर्ष आगंतुकों की संख्या एक बार फिर बढ़ी है।” उन्होंने कहा कि पूरे विश्व में मैथिलों का यह वैवाहिक परंपरा सवरेत्तम माना जाता है, क्योंकि अधिकार निर्णय की अनूठी रीति को बाद में रक्त समूह भी देखे जाते हैं। उनका दावा है कि विभिन्न वैज्ञानिकों ने अपने-अपने ढंगों से भी इस पद्धति को सबसे सही करार दिया है। इस वर्ष ‘सौराठ सभा’ में मिथिला की प्राचीन शास्त्रार्थ परंपरा को पुनर्जीवित करते हुए मिथिलालोक फाउंडेशन द्वारा एक संगोष्ठी का आयोजन किया, जिसमें शास्त्रार्थ के तहत बौद्धिक विमर्श की शुरुआत की गई। इस विमर्श में मिथिला क्षेत्र के अनेक विद्वानों ने विभिन्न समसामयिक विषयों पर न केवल विचार-विमर्श किया, बल्कि इस परंपरा को आगे बढ़ाने का संकल्प भी लिया। डॉ़ झा ने दावा किया कि अगले वर्ष इस सभा की सफलता के और कार्य किए जाएंगे। सौराठ सभा मिथिलांचल क्षेत्र के सौराठ गांव में प्रतिवर्ष लगने वाला एक विशाल सभा है, जिसमें योग्य वर का चयन वहां आए कन्याओं के पिता करते हैं। इस सभा में मैथिल समुदाय के लोग योग्य वर, वधुओं की तलाश में इकट्ठे होते हैं।

मधुबनी : प्रखंड कार्यालयों में बायोमेट्रिक मशीन अबतक नहीं

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मधुबनी/अंधराठाढी (मोo आलम  अंसारी ) अंधराठाढ़ी। जिलाधिकारी के निर्देश पर एक जुलाई से अनुमंडल व प्रखंड कार्यालयों में बायोमेट्रिक  मशीन से कर्मियों की हाजिरी बननी थी।  बावजूद अब तक प्रखंड कार्यालय में बायोमैट्रिक सिस्टम का अता पता तक नहीं है। इस बाबत प्रखंड विकास पदाधिकारी आलोक कुमार शर्मा ने बताया कि विभाग द्वारा अबतक सिस्टम प्राप्त नहीं हुआ है। विभाग से सिस्टम प्राप्त होते ही इसे कार्यालय में लगवा दिया जाएगा।

बिहार : केंद्र की किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ एकजुट हुए सभी किसान संगठन: राजाराम सिंह

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  • मंदसौर से 6 जुलाई को आरंभ होगी ‘किसान मुक्ति यात्रा’, 18 जुलाई केा दिल्ली में होगा समापन. कर्ज मुक्ति और लागत से ड्योढ़ा दाम की मांग कर रहे किसान.

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पटना 4 जुलाई, पिछले एक महीने में देश में किसान आंदोलन का जबरदस्त उभार हुआ है और अब वह एक नए स्तर पर पर पहुंच गया है. महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश के किसानों के आंदोलनों और मंदसौर में कई किसानों की शहादतों तथा देश में लगातार हो रही किसान आत्महत्याओं के खिलाफ देश भर के किसान संगठनों में एकजुटता का नया दौर शुरू हुआ है और उन्होंने मिलकर अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति का गठन किया है. यह जानकारी अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय महासचिव और पूर्व विधायक राजाराम सिंह ने आज प्रेस विज्ञप्ति जारी करके दी. उन्होंने कहा कि कर्ज माफी और लागत से ड्योढ़े दाम की मांग पर आगामी 6 जुलाई से किसान संगठन संयुक्त रूप से मंदसौर से ‘किसान मुक्ति यात्रा’ निकालेंगे. यह यात्रा देश के विभिन्न हिस्सों से गुजरता हुआ 18 जुलाई को दिल्ली पहुंचेगा. यह मुक्ति यात्रा मंदसौर में पुलिस गोली से मारे गये किसानों की स्मृति में पिपल्यामंडी (मंदसौर) से शुरू होकर मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, उत्तरप्रदेश, हरियाणा होते हुए दिल्ली पहुंचेगी. इस यात्रा के दौरान रास्ते में मिलने वाले सभी शहरों व बाजारों पर सभायें भी आयोजित की जाएंगी.


इस अभियान में अखिल भारतीय किसान महासभा बढ़-चढ़कर हिस्सा लेगी. इसमें हमारे संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष रूल्दु सिंह (पंजाब), महासचिव काॅ. राजाराम सिंह, राष्ट्रीय सचिव काॅ. ईश्वरी प्रसाद कुशवाहा (उत्तरप्रदेश), काॅ. पुरूषोत्तम शर्मा (उत्तराखंड), राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व वयोवृद्ध नेता काॅ. देवेन्द्र सिंह चैहान (मध्यप्रदेश), काॅ. प्रेम सिंह गहलावत (हरियाणा) एवं राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य काॅ. उमेश सिंह (बिहार), काॅ. गुरनाम सिंह (पंजाब), सुभाष काकुष्ते और राजेन्द्र भावुके (महाराष्ट्र) इस अभियान में भाग लेंगे. इनके साथ-साथ हजारों की तादाद में किसान बिहार, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, उत्तराखंड, महाराष्ट्र, गुजरात व हरियाणा, पंजाब से भी साथी भाग लेंगे. इस अभियान के तहत किसानों की दो प्रमुख मांगें उठायी जाएंगी. किसानों की कर्ज माफी और लागत से ड्योढ़े दाम की मांग प्रमुखता से उठायी जाएगी.

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर 04 जुलाई

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हितग्राही लाभांवित हुए जनसुनवाई में

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कलेक्टर श्री अनिल सुचारी के द्वारा आज मंगलवार को आहूत की गई जनसुनवाई कार्यक्रम में 215 आवेदकों ने अपने आवेदन प्रस्तुत कर व्यक्तिगत और सार्वजनिक समस्याओं की ओर ध्यान आकर्षित कराया। जिला पंचायत के सभागार कक्ष में हुई जनसुनवाई कार्यक्रम में सभी विभागों के अधिकारी मौजूद थे। आवेदकों के आवेदन आॅन लाइन दर्ज करने की भी कार्यवाही साथ-साथ की गई है ताकि आवेदकगण अपने आवेदनों पर हुई कार्यवाही का अवलोकन बेवसाइट पर सुगमता से कर सकते है। कलेक्टर श्री सुचारी ने जनसुनवाई के दौरान कुरवाई तहसील के ग्राम दहेरा के आवेदक श्री फौजीराम को एवं गुलाबगंज तहसील के ग्राम खूजरार निवासी श्री शेर सिंह के द्वारा श्रवण यंत्र की मांग की गई मौके पर दोनो हितग्राहियों को श्रवण यंत्र दिलाया गया है। ग्यारसपुर के अम्बार निवासी श्री सत्यनारायण अहिरवार ने ट्रायसाइकिल की मांग करने पर हितग्राही को सामाजिक न्याय विभाग के माध्यम से ट्रायसाइकिल प्रदाय की गई है। आज हुई जनसुनवाई कार्यक्रम में अधिकांष आवेदन आवास दिलाने, बिजली बिलो की राषि कम करने, बीपीएल कार्ड बनवाने,हितग्राहीमूलक योजनाओं से लाभांवित कराने के प्राप्त हुए थे आवेदकों योजना के नियमों, प्रावधानों से अवगत कराया गया है। 


जिले में अब तक 187.7 मिमी औसत वर्षा दर्ज हुई

जिले के तहसील कार्यालयों में स्थापित वर्षामापी यंत्रो पर मंगलवार की प्रातः आठ बजे दर्ज की गई वर्षा की जानकारी देते हुए अधीक्षक भू-अभिलेख श्रीमती सविता पटेल ने बताया कि मंगलवार को जिले में 8 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई है जबकि एक जून से आज दिनांक चार जुलाई तक 187.7 मिमी औसत वर्षा हो चुकी है। उक्त अवधि में गतवर्ष 221.1 मिमी औसत वर्षा हुई थी। जबकि जिले की सामान्य वर्षा 1075.2 मिमी है।मंगलवार की प्रातः जिन तहसीलों में वर्षा दर्ज की गई है तदानुसार विदिषा में 13, लटेरी में सात मिमी, ग्यारसपुर में 18 मिमी, गुलाबगंज में 26 मिमी वर्षा दर्ज की गई है शेष अन्य तहसीलों में वर्षा नगण्य रही। 

आर्थिक मदद जारी

कलेक्टर श्री अनिल सुचारी ने सर्पदंष के एक प्रकरण में आर्थिक मदद के आदेष जारी कर दिए है। लटेरी तहसील के ग्राम कल्याणपुर मंे श्री पन्नालाल भंवर की मृत्यु सर्पदंष से हो जाने के कारण मृतक की पत्नी श्रीमती बादाम बाई को चार लाख रूपए की आर्थिक सहायता जारी की गई हैै। ज्ञातव्य हो कि मृतक श्री पन्नालाल गुना जिले की मधूसूदनगढ के ग्र्राम आलमपुरा के निवासी है। लटेरी तहसीलदार के पालन प्रतिवेदन पर आर्थिक मदद जारी की गई है। 

अनंतिम चयन सूची जारी

एकीकृत बाल विकास परियोजना विदिषा शहरी की आंगनबाडी केन्द्रों में रिक्त कार्यकर्ता एवं सहायिका के चयन की अनंतिम सूची परियोजना अधिकारी के द्वारा जारी कर दी गई है। सूची के संबंध में दावे आपत्तियां दस जुलाई तक आमंत्रित की गई है। विदिशा नगर के जिन वार्डो की आंगनबाडी केन्द्रांे के लिए सहायिका पद हेतु अनंतिम चयन सूची जारी की गई है उनमें वार्ड-35 हेतु रजनी बाथम, वार्ड-2 के लिए राजकुमारी कुषवाह, वार्ड 26 के लिए श्रीमती श्यामबाई तथा कार्यकर्ता पद हेतु जारी अनंतिम चयन सूची तदानुसार वार्ड-29 हेतु वर्षा अहिरवार, वार्ड-20 हेतु सिरेता अहिरवार, वार्ड-2 के लिए अर्चना कुषवाह तथा वार्ड-33 हेतु वैजंती राजपूत का नाम सूची में शामिल है। प्रतीक्षा सूची भी जारी की गई है।

कंाग्रेस ने किया किसान स्वाभिमान यात्रा का शुभारंभ

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विदिषाः किसानों की समस्याओं को लेकर ब्लाक कंाग्रेस कमेटी विदिषा नगर, ग्रामीण एवं गुलाबगंज के तत्वाधान में पूर्व कांग्रेस प्रदेष सचिव शषांक भार्गव के नेतृत्व में “किसान स्वाभिमान यात्रा” का शुभारम्भ ग्राम रंगई से होकर ग्राम सुआखेडी, सौंठिया, गेहॅूखेडी, गुरारिया हवेली, पठारी हवेली, धनौरा, बेरखेडी जेतू ग्रामों में जनसंपर्क कर एवं ग्रामीणों से उनकी समस्याओं जानी और प्रदेष सरकार द्वारा किये गये झॅूठे वादे पम्पलेट के माध्यम से उजागर किये। इस अवसर पर पूर्व प्रदेष कांग्रेस सचिव शषांक भार्गव ने पूर्व में कांग्रेस सरकार द्वारा किसानों को दी जाने वाली सुविधाऐं गिनाई। जैसे किसानों के 72 हजार करोड रूपये की कर्ज माफी, 5 हाॅसपावर की तक मुफ्त बिजली, साल में एक बार खसरा-खतौनी की मुफ्त नकल, बंटवारे का अधिकार पंचायतों को देना एवं गरीब परिवारों एक बत्ती कनेक्षन मुफ्त देना जैसी जनहितेषी योजनाओं की याद दिलाई। किसान स्वाभिमान यात्रा में प्रमुख रूप से दरबारसिंह राजपूत, अजय दाॅतरे, मोहरसिंह रघुवंषी, दीवान किरार, अनुज लोधी, संतोष गुर्जर, कालूराम मीणा, नवलसिंह मीणा, चंदरसिंह राजपूत, धर्मपालसिंह, रामषरण शर्मा, वीरसिंह कुषवाह, हरिसिंह मीणा, सौंठिया, कुलदीप पाल, नर्वदाप्रसाद किरार, बाबू खाॅ, हेमराज आदिवासी, पुरूषोत्तम शर्मा, रमेष किरार, वीरेन्द्र यादव, सुरेष यादव, नरेन्द्र मीणा सहित सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित रहे। इसी तारतम्य में आज दिनांक 5.07.2017 दिन बुधवार को ग्राम हरजाखेडी, मेहरूखेडी, मूडरा, पटवारीखेडी, खिरिया, घुर्दा, मढी, हाटखेडा, सिमरहार, सेमरा, निपानियां के ग्रामों में किसान स्वाभिमान यात्रा की जावेगी।  

झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर 04 जुलाई

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 नए शैक्षणिक सत्र में स्कूलों की हालत हो रहीं खस्ता
  • स्कूल चले हम अभियान साबित हो रहा फलाॅप -ः जिपं अध्यक्ष सुश्री कलावती भूरिया
  • सरकार ने वर्षों से जिले में नहीं की है रिक्त पदों पर षिक्षकों की पदस्थापना

झाबुआ। नया शैक्षणिक सत्र 15 जून से प्रारंभ हो गया है, इसके साथ ही स्कूलों में विद्यार्थियों को कई तरह की परेषानियों का सामना करना पड़ रहा है। कहीं स्कूल भवन जीर्ण-षीर्ण है, तो कहीं विद्यार्थियों को पढ़ने के लिए शासन द्वारा प्रदत्त की जाने वाली निःषुल्क पुस्तके नहीं मिली है। स्कूल चले हम अभियान भी पूरी तरह से फलाॅप साबित हो रहा है। उक्त समस्याओं से अवगत करवाते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेत्री सुश्री कलावती भूरिया ने बताया कि नया शैक्षणिक सत्र में विद्यार्थियों की तरह-तरह की समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। जिसमंे मुख्य रूप से कई ग्रामीण क्षेत्रों में शाला भवन जीर्ण-षीर्ण होने से बारिष के दौरान छतों एवं दीवारों से पानी टपकने की समस्या से छात्र परेषान है। जिला प्रषासन के पास भवनों के रिपेयरिंग तक का पैसा नहीं है, या यह कहा जाए कि जिला प्रषासन इन्हें रिपेयर नहीं करवाना चाहता है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि नए सत्र मंे कई विद्यार्थी निःषुल्क पुस्तके पाने से भी वंचित है।


स्कूल चले हम अभियान फलाॅप
सुश्री भूरिया ने आरोप लगाते हुए कहा कि स्कूल चले हम अभियान फलाॅप साबित हो रहा है। जिले मे षिक्षा का स्तर दिन-प्रतिदिन घटिया होता जा रहा है। बच्चों को गुणवत्ता युक्त षिक्षा उपलब्ध करवाने के प्रदेष सरकार एवं जिला प्रषासन द्वारा बड़े-बड़े दावे किए जा रहे है, जो धरातल स्तर पर महज फिसड्उी साबित हो रहे है। बच्चों को गुणवत्ता युक्त षिक्षा तो नहीं मिल रहीं है, अपितु उन्हे अध्ययन कार्य में कई दिक्कते आ रहीं है।

षिक्षकों के रिक्त पदों पर पूर्ति नहीं
जिले में षिक्षा का निम्न स्तर का मुख्य कारण प्रदेष सरकार द्वारा जिले में वर्षों से रिक्त पड़े षिक्षकों के पदो की पूर्ति नहीं किया जाना है। वर्तमान में जिले में षिक्षकों के सैकड़ों पद रिक्त है। विषेषकरण ग्रामीण अंचलों के विद्यालयों में षिक्षक नहीं होने से उन्हें शाला में पढ़ाने वाला कोई नहीं है। वहीं वर्तमान में जो षिक्षक है, वह भी समय पर नहीं आने से विद्यार्थियों का भविष्य अंधकारमय हो रहा है। जिपं अध्यक्ष सुश्री भूरिया ने प्रदेष सरकार एवं जिला प्रषासन से जिले में षिक्षा के हो रहे निम्न स्तर में अतिषीघ्र सुधार करने की मांग की है, अन्यथा कांग्रेस इसको लेकर आंदोलन करने को बाध्य होगी।

किसान सन्देश यात्रा पिटोल में पहुची
  • विधायक ने किसानों के हित मे षिवराज सरकार की योजनाओं की दी जानकारी

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झाबुआ । सोमवार को शांतिलाल बिलवाल विधायक, झाबुआ के नेतृत्व में किसान सन्देश यात्रा पिटोल पहुची ,पिटोल में किसान सन्देश यात्रा का भव्य स्वागत वहाॅ के गा्रमीणजनो एव कार्यकत्र्ताओ द्वारा किया गया । किसान सन्देश यात्रा में  उपस्थित गा्रमीण जनो से विधायक शांतिलाल बिलवाल द्वारा चर्चा कर प्रदेश सरकार एवं केन्द्र सरकार की योजनाओ के बारे में बताया गया, तथा किसानो द्वारा किये जा रहे आदोलन के बारे में भी बताया गया कि सरकार द्वारा सर्मथन मूल्य पर प्याज का मूल्य 8 रू. निर्धारण कर खरीदा जा रहा है और 50 प्रतिशत राशि नगद तथा 50 प्रतिशत राशि आर.टी.जी.एस. कर किसानो के खाते में जमा की जा रही है, काग्रेस  के 50 साल के शासन में किसानो को कभी इतनी मदद नही करी परन्तु माननीय मुख्यमंत्री एवं हमारे देश के प्रधानमंत्री द्वारा किसानो को हर संभव मदद की जाती रही है, पहले पाला पडा तो किसानो का कर्ज माफ किया गया, जो फसल का नुकसान हुआ था वह सरकार द्वारा किसानो को दिया गया । म.प्र. सरकार द्वारा किसानो को बिजली 12 घण्टें उपलब्ध कराई जा रही है जिससे किसानो को दोनो फसल लेने का फायदा मिला रहा है पहले गा्रमो में लाईट नही रहती थी, परन्तु आज गा्रमो में 24 घण्टे बिजली उपलब्ध रहती है, गरीब आदिवासी परिवारो के बच्चो के लिए गाॅव-गाॅव  स्कूल,छात्रावास बच्चो को पडने हेतु,पुस्तके गाॅव से आने वाले बच्चो के लिए,साईकिल, स्कूल युनिफार्म, यह सब म.प्र.सरकार द्वारा दिया जा रहा है, , पिटोल में काग्रेस के शासन में पहले कन्या छात्रावास नही था जिसके कारण छात्राएॅ 8 वी के बाद पढना छोड कर गृह कार्य में लग जाती थी, परन्तु मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान द्वारा अब पिटोल में छात्राओ हेतु कन्या छात्रावास खोला गया है,और नया आश्रम भवन भी बन रहा है, पिटोल में स्वास्थ्य सुविधाएॅ भी उपलब्ध कराई गई कन्या हाईस्कूल की स्वीकृति भी दी गई है जिससे इस क्षैत्र का विकास तेजि से आगे बढ रहा है । किसान सन्देश यात्रा के दौरान दौलत भावसार जिलाध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी दिलीप कुशवाह जिला मंहामंत्री भाजपा लक्ष्मण सिंह नायक, कल्याण सिंह डामोर, हरू भूरिया मण्डल अध्यक्ष गा्रमीण झाबुआ, बहादूर हटिला, मण्डी उपाध्यक्ष झाबुआ, जगदीश बडदवाल विधायक प्रतिनिधि जिला पंचायत झाबुआ, महेन्द्र गुडू ठाकुर , मेजिया कटारा, बलवन्त मैडा, मकना गुण्डिया, प्रतीक शाह,सरंपच माण्डली बडी,सरपंच कालाखुट,सरपंच काकरादरा खुर्द, लाला गारी उपसंरच, एवं गा्रमीण जन एवं गा्रमीण मण्डल झाबुआ के कार्यकत्र्ता उपस्थित रहें ।


श्रीमती सिंगार ने घर घर जाकर गुरूपूर्णिमा महोत्सव के आमंत्रण पत्रों का किया वितरण।
  • नगरवासियो से धर्मलाभ लेने की अपील की ।

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झाबुआ । युवा साई सेवा समिति के बैनर तले स्थानीय डीआरपी लाईन में 7 से 9 जुलाई तक श्री शिरडी साई बाबा के दरबार में  मनाये जाने वाले भव्य गुरूपूर्णिमा महोत्सव में जन जन की  भागीदारी एवं 9 जुलाई को महाप्रसादी एवं भव्य पालकी यात्रा में सहभागी होने के लिये आमंत्रण पत्रों का घर घर जाकर वितरण करने का कार्य किया जारहा है । इसी कडी में रविवार एवं सोमवार को पूर्णिमा महोत्सव समिति की संयोजिका श्रीमती संगीता शैलेन्द्र सिंगार द्वारा अपनी टीम के साथ घर घर जाकर आमंत्रण पत्रों का वितरण किया गया तथा नगरवासियों से इस भव्य आयोजन में सपरिवार,ईष्टमित्रों सहित भाग लेने काक अनुरोध किया गया । श्रीमती कविता सिंगार ने बताया कि नगर में  गुरूपूर्णिमा महोत्सव को लेकर साई भक्तों में अपार उत्साह दिखाई दे रहा है तथा आयोजन में सभी आगे रह कर सहयोग के लिये आरहे है । श्रीमती सिंगार के अनुसार  श्री शिरडी साई बाबा के दरबार में आयोजित त्रिदिवसीय आयोजन में झाबुआ नगर शिरडी तरह तब्दिल हो जावेगा तथा बाबा के दरबार में हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं का जमघट लगेगा ।

हमारा अतित कितना भी काला रहा हो किन्तु हमारा वर्तमान हमेषा ही धवल होना चाहिये- आचार्य देवेष ऋषभचन्द्रसूरीजी महाराज
  • बावन जिनालय में चातुर्मास में प्रवचन हुए प्रारंभ, पूज्य साध्वी पुष्पाश्रीजी मसा.को श्रद्धांजलि अर्पित कर गुणानुवाद किया गया ।

झाबुआ । हमारा अतित कितना भी काला रहा हो किन्तु हमारा वर्तमान हमेशा ही धवल होना चाहिये । कुछ व्यक्ति जो गलियों में आवारा गर्दी करते रहे हो, वे नेता बन जाते है और उनके पास अधिकार और सत्ता मिल जाती है तो उनका अतीत कोई नही देखता है ।नमम उन्हीका किया जाता है जिनका वर्तमान अच्छा हो । वर्तमान को ही हर समय सम्मान मिलता है। अतित को यदि देखा जाता तो वाल्मीकी के वर्तमान में उनको स्मरण नही किया जाता, उनको पूजा नही जाता । इसलिये हम सभी को अपने अतीत को भूल कर वर्तमान को ही स्मरण रखा जाना चाहिये । किसी भी परिवार, किसी भी समाज, किसी भी राष्ट्र मे एकता लाना है तो सभी को एक स्वरूप  होकर जीना पडेगा ।समय एवं परिस्थितिया ही बदलाव करती है। जीएसटी को लागू करना राष्ट्र उत्थान के लिये जरूरी है इससे देश की आर्थिक व्यवस्था दुरूस्त होगी इसमे सभी को साथ देना चाहिये । व्यक्ति को हमेशा वर्तमान के साथ जीवन जीना सीखना चाहिये अतीत को पकड कर नही बैठना है । यदि हम वर्तमान के साथ जियेगें, सभी के साथ अच्छा बर्ताव करेगें , सभी से प्रेम भावना के साथ व्यवहार करेगें तभी हमारा जीना सार्थक है और यह वही कर सकता है जिसे वास्तव मे जीना आता है। उक्त प्रभावी,ज्ञानवर्धक एवं जीवन में उतारने वाली बात मंगलवार को स्थानीय बावन जिनालय के सभागार में चातुर्मास निमित्ते पधारे परमपूज्य,शासन प्रभावक, जीवदया प्रेमी श्री मद्वियज आचार्य ऋषभचन्द्रसूरीश्वरजी मसा. ने धर्मसभा में श्रावक श्राविकाओं को संबोधित करते हुए कहीं । उन्होने पूज्य साध्वी पुष्पाश्रीजी मसा की 18 वीं पूण्यतिथि पर आयोजित गुणनुवाद एवं श्रद्धाजंलि सभा के अवसर पर कहा कि किसी भी अच्छी आत्मा के गुण गाने, उनका बखान करने से हमारे अन्दर भी गुण भावना का प्रार्दूभाव होता है । आत्मा का सकाराम्त्मक विकास होना प्रारंभ हो जाता है। ऐसे विभिूतियों की वाणी का स्मरण करके की गई प्रार्थना से हमेशा ही सकारात्मक उर्जा पैदा होती है। देवताओं का नखशीश वर्णन एवं उनकी हर छबि का बखान गुणानुवाद करने से एक अलौकिक आत्मीय आनन्द की अनुभूति मिलती है । व्यक्ति के शरीर नही अपीतु उसकी वाणी, उसके चरित्र, उनके आचरण का गुणगान किया जाना चाहिये । पूज्य पुष्पाश्री महाराज के साथ 35 वर्षो के आध्यत्मिक संग का सस्मरण सुनाते हुए आचार्य देवेश ने कहा कि उनका मार्गदर्शन मिलता रहा है और वे हमेशा समाज के प्रति सद्चिंतनमे जुटी रही । आचार्य देवेश ने आगे कहा कि उनमे ज्ञान साधना इतनी अधिक थी अस्वथ रहने के बाद भी वे समाज के उत्थान के लिये अपना सहयोग देती रही । उनके साहित्य अनुभव धर्म जागरण को विस्मृत नही किया जासकता है ।उन्होने हर विषय का अध्ययन किया अनेको चातुर्मास किये तथा अपनी शिष्याओं को भी गुणों से परिपूर्ण किया । पूरे देश में करीब 18 से अधिक राज्यों में उन्होने भ्रमण किया और सर्वत्र पवित्रता से आच्छादित किया ।इसलियंे वर्तमान को कभी विस्मृत नही करना चाहिये और अतीत को कभी भुलना नही चाहिये । इस अवसर पर मुनि श्री रजतचन्द्रविजय जी मसा ने धर्मसंभा को संबोधित करते हुए पूज्य पुष्पाश्रीजी मसा की 18 वी पूण्यतिथि पर श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कहा कि सिद्धीतप आराधना होना चाहिये । इससे आठ भव से मुक्ति का मार्ग प्रशस्त होता है ।उन्होने पूज्य पुष्पाश्रीजी का स्मरण करते हुए कहा कि ज्ञान कहीं से भी मिले उसे अंगीकार करना ही चाहिये । झाबुआ जैसी जगह पर पूज्य साध्वीजी की भावनानुसार आयंम्बिल भवन बना है । उनहोने 1955 से आज तक अपने उपदेशो एवं सदसंदेशो से धर्म जागरण का कार्य किया उन्हे विस्तृत नही किया जासकता है । उन्होने आगे कहा कि संसार एक सृष्टि एवं दृष्टि है  गुणगान करने से कैवल्यज्ञान प्राप्त होता है । पूण्य तिथि को अपने लाभ के रूप में ज्ञान के रूप में मनाना चाहिये । चातुर्मास समिति की अध्यक्ष संजय कांठी ने संचालन करते हुए कहा कि झाबुआ नगर में पूज्य आचार्य देवेश  आदि ठाणा एवं साध्वी मंडल का सानिध्य प्राप्त होना नगर के लिये गौरव का क्षण हे । चार माह तक झाबुआ की धर्मधरा तीर्थ स्वरूपा हो जायेगी और हम सभी को ज्ञान गंगा प्राप्त का दुर्लभ अवसर मिला है । इस अवसर पर श्री संघ के अध्यक्ष धर्मचन्द्र मेहता ने ने साध्वी श्री पुष्पाश्रीजी को श्रद्धांजलि देते हुए गुणानुवाद करते हुए उनके द्वारा 1954, 1970 एवं 1986 में झाबुआ नगर में किये गये चातुर्मास के संस्मरण सुनाते हुए उन्हे प्रेम मूर्ति,धर्म जागृति की सन्देश वाहिका बताते हुए निर्विवाद साध्वी निरूपित किया । अशोक राठौर ने अपने  संस्मरण सुनाते हुए उनसे माता तुल्य मिले स्नेह का जिक्र करते हुए उनकी भावनानुसार आयंबिल भवन की नगर में स्थापना के स्वप्न के पूरे होने की बात कहीं । सुश्रावक संजय मेहता ने कहा कि दीव्य पुरूष, महापुरूष का आगमन समाज के उत्थान के लिये होता है । साध्वीजी के जीवन वृत पर प्रकाश डालते हुए कहा कि चातुर्मास के माध्यम से उन्होने जो ज्ञान गंगा प्रवाहित की थी उसे आज भी स्मरण किया जाता है । तेज प्रकाश  कोठारी ने श्रद्धाजलि देते हुए गणानुवाद किया । इस अवसर पर गुरूपूजन अशोक राठौर, सोहनलाल कोठारी, बाबुलाल कोठारी, संतोष नाकोडा, मुकेश रूनवाल, इन्द्रसेन संघवी आदि ने संपन्न किया । आचार्य देवेश को कांबली ओढा कर धर्मचन्द्र मेहता, अशोक राठौर रिंकू रूनवाल अभय धारीवाल, अशोक कटारिया मनोहर मोदी, सूर्या कांठी, मुकेश संघवी  आदि ने स्वागत किया । इस अवसर पर साध्वी श्री अनुभवदृष्टाश्री जी ने श्री पुष्पाश्री जी कोे हुए उनकी आध्यात्मिक जीवनयात्रा एवं समाज को दिये गये उनके अनमोल विचारों के बारे में विस्तार से बताया । आमील की आराधना का आयोजन करीब 40 लोगों ने दोपहर मे किया  इसमे मांगुबेन सकलेचा, सुरेश, संजय, संदीप सकलेचा परिवार द्वारा लिया गया । आमील मे श्रीमती मांगुबेन सकलेचा नीता  सुरेन्द्र कांठी, रीना राठौर, श्रद्धा राठौर, समता कांठी, सपना संघवी, आदि ने अनुकरणीय सेवा कर योगदान दिया । दोपहर 2 बजे से सामुहिक सामयिक एवं नवकार महामंत्र के जाप किये गये ।

जनसुनवाई में दर्ज हुआ आवेदक का मोबाईल नम्बर, अब सी.एम.हेल्पलाईन की तरह ही होगी जनसुनवाई की मानीटरिंग
  • कलेक्टर श्री आशीष सक्सेना ने लिए आवेदन

झाबुआ । आज 4 जुलाई को शासन के निर्देशानुसार जनसुनवाई कार्यक्रम आयोजित किया गया। जनसुनवाई में आवेदन कलेक्टर श्री आशीष सक्सेना एवं सीईओ जिला पंचायत श्री दिलीप कापसे ने लिये। आवेदको से आवेदन प्राप्त कर संबंधित कार्यालय प्रमुखो को निराकरण के लिये आवश्यक निर्देश दिये गये। जनसुनवाई में आये दिव्यांग जनो से नीचे प्रथम तल पर ही आवेदन लिये गये। महिलाओं एवं बुजूर्गों के आवेदन पहले लिये गये। जनसुनवाई के आवेदनो के निराकरण की प्रक्रिया भी सी.एम.हेल्पलाइन की तरह ही हो गई है। आवेदनों को आॅनलाईन साफ्टवेयर में दर्ज किया गया। जनसुनवाई में प्रकरण के निराकरण की स्थिति बताने के लिए आवेदक का मोबाईल नम्बर दर्ज करना भी अनिवार्य हो गया है। इसलिए आवेदन के साथ आवेदक का मोबाइल नम्बर भी दर्ज किया गया। जनसुनवाई में अनिता पति अमृतलाल निवासी ग्राम रायपुरिया तहसील पेटलावद ने आंगनवाडी कार्यकत्र्ता की जारी चयन सूची में बी.ए.स्नातक के 10 अंक एवं बीपीएल कार्ड के अंक जोडकर चयन सूची में प्राथमिकता देते हुए। आंगनवाडी कार्यकत्र्ता के पद पर नियुक्ति दिलवाने के लिए आवेदन दिया।
रमेश पिता वीरसिंह एवं गुण्डिया पिता दल्ला निवासी भेरूपाडा तहसील पेटलावद ने बच्चों को कक्षा 6 टी एवं 7 वी में झकनावदा स्कूल में प्रवेश नहीं दिये जाने की शिकायत की एवं बच्चों को झकनावदा सकूल में प्रवेश दिलवाने के लिए आवेदन दिया। रसोईयन लीलाबाई पति सोमला वसुनिया निवासी ग्राम बामनिया तहसील पेटलावद ने जनवरी 2015 से मार्च 2016 तक का मानदेय का भुगतान करवाने के लिए आवेदन दिया। कमला बाई पति कालूराम ने घर की विद्युत सप्लाई लाईन जुड़वाने के लिए आवेदन दिया। कैलाश पिता मांगीलाल प्रजापत निवासी सिद्धेश्वर कालोनी झाबुआ ने निर्माण श्रमिक का पंजीयन कार्ड नगरपालिका द्वारा नहीं दिये जाने की शिकायत की एवं शासन की प्रसुति सहायता योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए पंजीयन कार्ड दिलवाने के लिए आवेदन दिया। थावरिया पिता सुरपाल निवासी सजेली मोगजी साथ तहसील मेघनगर ने ग्राम वन योजनांतर्गत शासकीय भूमि पर लगे पेड पौधो को उखाड कर खेती करने वाले दितु पिता दितमल, चरण पिता दितमल के विरूद्ध कार्यवाही करवाने एवं शासकीय भूमि पर से अतिक्रमण हटवाने के लिए आवेदन दिया।
रूपा पिता गवजी निवासी ग्राम भामली तहसील थांदला ने कपिल धारा कूप निर्माण की राशि का भुगतान करवाने के लिए आवेदन दिया। अंगूरी पति श्री राम निवासी तलावडा तहसील थांदला एवं मांगीलाल पिता गिरधारी निवासी बामनिया तहसील पेटलावद ने आवास स्वीकृत करवाने के लिए आवेदन दिया। ग्राम मातापाडा तहसील पेटलावद के ग्रामीणों ने सिंगदेवी (मातापाडा) मंदिर में नियुक्त पुजारी को हटाये जाने के लिए आवेदन दिया। कैलाश पिता हेमराज निवासी महुडीपाडा एवं अंतरसिंग पिता मोरिया निवासी पिपलीपाडा तहसील पेटलावद ने महुडी पाडा ग्राम पंचायत में मुक्तिधाम निर्माण कार्य की राशि का भुगतान करवाने के लिए आवदेन दिया। 

जिला स्तरीय लोक कल्याण शिविर 7 जुलाई को
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झाबुआ । जिला स्तरीय लोक कल्याण शिविर ग्राम पंचायत चैनपुरा जनपद पंचायत मेघनगर में 7 जुलाई शुक्रवार को आयोजित किया जायेगा। शिविर में अधिकारी उपस्थित होकर शासकीय योजनाओं की जानकारी देगें एवं प्राप्त आवेदनों का निराकरण करेगेे।

शासकीय उचित मूल्य दुकानो से प्याज विक्रय प्रारंभ, अपना पहचान पत्र दिखाकर खरीद सकते है प्याज

झाबुआ । शासकीय उचित मूल्य दुकानो से शासन द्वारा निर्धारित दर 2 रू. प्रति किलो प्याज का विक्रय प्रारंभ हो गया है। पात्र हितग्राही अपनी सहकारी उचित मूल्य दुकान पर अपना पहचान पत्र आधार कार्ड, इपिक कार्ड, ड्रायविंग लायसंेस इत्यादि दिखाकर प्याज खरीद सकते है। उपभोक्ता को न्यूनतम 10 किलो प्याज क्रय करना होगा एवं 50 किलो से अधिक प्याज एक परिवार को प्रदाय नहीं किया जाएगा।

अत्याचार अधिनियम अंतर्गत गठित समिति की बैठक 6 जुलाई को

झाबुआ । आदिवासी विकास विभाग अंतर्गत अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम अंतर्गत गठित समिति की बैठक 6 जुलाई को प्रातः 11 बजे कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में कलेक्टर श्री आशीष सक्सेना की अध्यक्षता में आयोजित की जाएगी। 

प्रथम किश्त लेने के बाद आवास निर्माण नहीं करने वाले हितग्राही से राशि वसूल करे - कलेक्टर
  • समयावधि पत्रो की समीक्षा बैठक संपन्न

झाबुआ । कलेक्टर श्री आशीष सक्सेना ने टी.एल.बैठक में सभी सीईओ जनपद को निर्देशित किया कि जिले में स्वीकृत इंदिरा आवास प्रधानमंत्री आवास एवं मुख्य मंत्री आवास की पूर्णता अथवा वर्तमान निर्माण स्थिति का भौतिक सत्यापन कार्य करवाये। जिन हितग्राहियों ने आवास की प्रथम किश्त लेने के बाद आवास निर्माण कार्य प्रारंभ नहीं किया है, उनके आवास निरस्त कर राशि वसूली की कार्यवाही करे। सभी कार्यालय प्रमुख सी.एम. हेल्प लाइन के प्रकरणो का निराकरण एल-1 स्तर पर ही शिकायतकत्र्ता से बात करके करना सुनिश्चित करे।  उक्त निर्देश कलेक्टर श्री सक्सेना ने कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में आज समयावधि पत्रों की समीक्षा बैठक में दिये। बैठक की अध्यक्षता कलेक्टर श्री आशीष सक्सेना ने की। बैठक में मुख्य कार्य पालन अधिकारी जिला पंचायत श्री दिलीप कापसे सहित जिला अधिकारी उपस्थित थे।

जिले में अब तक कुल 186.6 मि.मी. औसत वर्शा दर्ज, 24 घण्टो में कुल 28.4 मि.मी. वर्षा दर्ज

झाबुआ । अधीक्षक भू-अभिलेख झाबुआ ने बताया कि जिले में 1 जून से आज दिनांक तक कुल 186.6 मि.मी. औसत वर्शा हो चुकी है। जिले में विगत 24 घण्टों के दौरान औसत 28.4 मि.मी. वर्शा दर्ज की गई। विगत 24 घण्टो में झाबुआ तहसील में 30.0 मि.मी., थांदला तहसील में 9.4 मि.मी., रानापुर में 32.0 मि.मी., मेघनगर में 57.0 मि.मी., पेटलावद में 8.4 मि.मी., रामा में 40.0 मि.मी. वर्शा दर्ज की गई है।

पटना में सड़क दुर्घटना में बारात से लौट रहे पांच युवकों की मौत

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पटना 04 जुलाई, बिहार में पटना जिले के मनेर थाना क्षेत्र में कल देर रात सड़क दुर्घटना में बारात से लौट रहे पांच युवकों की मौत हो गयी । पुलिस सूत्रों ने आज यहां बताया कि महादेव स्थान के निकट सड़क किनारे खड़ा ट्रक में रात्रि करीब ढ़ाई बजे बारातियों से भरी एक जीप ने टक्कर मार दी। इस दुर्घटना में तीन युवकों की मौके पर ही मौत हो गयी तथा दो युवक अस्पताल ले जाने के दौरान दम तोड़ दिया । मृतकों में इसी थाना क्षेत्र के भग्गू टोला निवासी सुरेश राय का पुत्र पप्पू कुमार (20), दिनेश राय का पुत्र राजेश कुमार (22), नागा टोला निवासी केशव राय का पुत्र श्रवण कुमार (19) रिपीट (19) , सहाली चक के राम सुरेश राय का पुत्र अंकुश कुमार (20) तथा ब्यापुर गांव निवासी उमेश राय का पुत्र नीतेश कुमार (20) शामिल हैं । सूत्रों ने बताया कि मृतक सभी इसी थाना क्षेत्र के व्यापुर गांव से बारात में शामिल होने बिहटा थाना क्षेत्र के मदेही गांव गये थे और लौटने के दौरान यह दुर्घटना हुयी । शवों को पोस्टमार्टम के लिए दानापुर अनुमंडलीय अस्पताल भेज दिया गया है । पुलिस ने दोनों वाहनों को जब्त कर लिया है । 


लालू के पुत्र तेजप्रताप को चार साल की उम्र में ही दान में मिली 13 एकड़ जमीन : सुशील

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पटना 04 जुलाई, बिहार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधानमंडल दल के नेता एवं पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने राष्ट्रीय जनता दल(राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव एवं उनके परिवार के ‘काम के बदले जमीन’ मामले में एक और नया खुलासा करते हुये आज कहा कि लालू-राबड़ी सरकार में मंत्री रहे बृजबिहारी प्रसाद की पत्नी रमा देवी ने श्री यादव के मंत्री पुत्र तेजप्रताप यादव को करीब चार साल की उम्र में ही 13 एकड़ 12 डिसमिल जमीन दान में दे दी थी। श्री मोदी ने यहां जनता दरबार के बाद आयोजित संवाददाता सम्मेलन में दस्तावेजी प्रमाण उपलब्ध कराते हुये कहा कि लालू-राबड़ी सरकार में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी तथा ऊर्जा मंत्री रहे बृजबिहारी प्रसाद की पत्नी रमा देवी ने 23 मार्च 1992 को राजद अध्यक्ष श्री यादव के बड़े पुत्र एवं स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव को केवल तीन वर्ष आठ माह की उम्र में ही 13 एकड़ 12 डिसमिल जमीन दान में दे दी। उन्होंने कहा कि इसी तरह श्री यादव के रेलमंत्री के कार्यकाल में केंद्र में मंत्री बनने के लिए राजद के रघुनाथ झा और कांति सिंह ने राजद अध्यक्ष के परिवार को करोड़ों रुपये मूल्य की संपत्ति दान में दी थी। भाजपा नेता ने कहा कि श्रीमती रमा देवी ने श्री तेजप्रताप को मुजफ्फरपुर जिला के कुढ़नी थाना क्षेत्र में एक प्लॉट में नौ एकड़ 24 डिसमिल जमीन तथा दूसरे प्लॉट में तीन एकड़ 88 डिसमिल जमीन कुल 13 एकड़ 12 डिसमिल जमीन दान में दी थी।


श्री मोदी ने बताया कि श्रीमती रमा देवी के दान पत्र में लिखा गया है, “तेजप्रताप रमा देवी का प्यारा है। हालांकि वह अभी नाबालिग है फिर भी जहां तक संभव होता है वह रमा देवी की सेवा-सुश्रुषा करते हैं। तेजप्रताप की सेवा का ख्याल रखते हुये उनकी इच्छा हुई कि वह अपने जीवनकाल में ही तेजप्रताप को जमीन दान कर दें।” इस पर उप मुख्यमंत्री ने सवालिया लहजे में कहा कि आखिर तीन वर्ष आठ महीने की उम्र में तेजप्रताप ने क्या सेवा की होगी कि श्रीमती रमा देवी ने खुश होकर 13 एकड़ 12 डिसमिल जमीन दान कर दी। भाजपा नेता ने कहा कि श्री यादव और उनकी पत्नी एवं पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के कार्यकाल तथा राजद अध्यक्ष के रेल मंत्री के कार्यकाल (2004-09) के दौरान लोगों को नौकरी और ठेका दिलाने के साथ ही पार्टी सदस्यों को विधायक, सांसद एवं मंत्री बनाने तथा अन्य मदद के बदले जमीन लिखवा लेना या जमीन को दान में ले लेने का अंतहीन सिलसिला रहा है। उन्होंने कहा कि इसी क्रम में श्री रघुनाथ झा और श्रीमती कांति सिंह ने मंत्री बनने के लिए श्री यादव के परिवार को करोड़ों रुपये की संपत्ति दान में दे दी। वहीं, राजद अध्यक्ष के गौशाला में काम करने वाले बीपीएल कार्डधारी ललन चौधरी और रेलवे में खलासी के पद पर बहाल कराये गये हृदयानंद चौधरी के नाम पर लालू परिवार ने पहले जमीन लिखवाई और बाद में उसे अपने नाम पर दान करवा लिया। श्री मोदी ने सवालिया लहजे में कहा कि आखिर सभी नेता लालू परिवार को ही क्यों जमीन दान देते रहे। उन्होंने कहा कि श्री यादव नेताओं की मजबूरी का फायदा उठाते रहे और हर काम की एक ही कीमत काम के बदले जमीन की नीति का सहारा लेकर एक हजार करोड़ रुपये से अधिक की बेनामी संपत्ति के मालिक बन बैठे। 

बिहार के समस्तीपुर में पत्रकार पर जानलेवा हमला

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समस्तीपुर 04 जुलाई, बिहार में समस्तीपुर जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के चकअशरफ गांव में आज दिनदहाड़े अपराधियों ने एक पत्रकार पर जानलेवा हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया।  पुलिस सूत्रों ने यहां बताया कि जिले के चकअशरफ निवासी और उर्दू दैनिक के पत्रकार मोहम्मद जमशेद पर अपराधियों ने तेज हथियार से जानलेवा हमला किया जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गये।घायल पत्रकार को समस्तीपुर सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है।  इस बीच बिहार श्रमजीवी पत्रकार संघ ने इस घटना की तीव्र निंदा करते हुए हमलावरों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग की है। संघ के जिला संयोजक कृष्ण कुमार, वरिष्ठ पत्रकार शिवचन्द्र झा और शांति कुमार जैन ने कहा कि जिले में मीडियाकर्मियो पर हमले की घटनाएं लगातार हो रही है, लेकिन पुलिस प्रशासन उदासीन है। उन्होंने कहा कि कुछ दिन पूर्व ही कर्पूरी ग्राम मे एक हिंदी दैनिक के छायाकार संजीव तरुण पर भी जानलेवा हमला हुआ था लेकिन पुलिस इस मामले में अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है। 

राजद का स्थापना दिवस कल, तैयारियां जोरों पर

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पटना 04 जुलाई, बिहार में महागठबंधन के सत्ता में आने के बाद इसके बड़े घटक राष्ट्रीय जनता दल(राजद) दूसरी बार कल अपनी स्थापना दिवस जोर-शोर से मनाने की तैयारी में जुट गयी है। राजद के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे ने आज यहां बताया कि के वीरचंद पटेल पथ स्थित प्रदेश मुख्यालय में पार्टी के स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। पार्टी के प्रदेश पदाधिकारियों के साथ ही पटना जिला राजद की ओर से विशेष तैयारी की गयी है। मौसम के बदले हुए मिजाज को देखते हुए कार्यालय परिसर में विशेष रूप से पंडाल बनाया गया है। राजद कार्यालय के साथ ही मुख्य मार्गों पर पार्टी का झंडा लगाया गया है। पार्टी कार्यकर्ताओं की कल उमड़ने वाली संभावित भीड़ को ध्यान में रखते हुए विशेष रूप से तैयारी की गयी है। स्थापना दिवस के अवसर पर आने वाले लोगों को किसी तरह की कठिनाई न हो इसका विशेष ध्यान रखा गया है। 


स्थापना दिवस कार्यक्रम के बाद राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव यहां अपने आवास पर पटना के एतिहासिक गांधी मैदान में 27 अगस्त को पार्टी की ओर से आयोजित होने वाली रैली की तैयारियों के संबंध में समीक्षा बैठक करेंगे। इस बैठक में राजद के प्रदेश अध्यक्ष, युवा राजद के प्रदेश अध्यक्ष, छात्र युवा राजद के प्रदेश अध्यक्ष, पार्टी के सभी जिलाध्यक्षों और विभिन्न प्रकोष्ठों के अध्यक्षों को आमंत्रित किया गया है। समीक्षा बैठक में पार्टी के सांसद, पूर्व सांसद, विधायक, पूर्व विधायक, विधान पार्षद और पूर्व विधान पार्षद को विशेष रूप से शामिल होने को कहा गया है। राजद ने 27 अगस्त को ‘भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) हटाओ देश बचाओ’ रैली का आयोजन किया है जो वर्ष 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव में सभी विपक्षी दलों को एकजुट करने की कवायद है। इस बीच बिहार के पूर्व मंत्री सुरेश पासवान ने बताया कि कल स्थापना दिवस के अवसर पर वह राजद अध्यक्ष श्री यादव की मौजूदगी में पार्टी में अपने समर्थकों के साथ शामिल होंगे। श्री पासवान पिछले विधान सभा चुनाव के समय राजद से टिकट नहीं मिलने पर भाजपा में शामिल हो गये थे। 

पत्रकार हत्यांकांड मामले में शहाबुद्दीन की पेशी

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मुजफ्फरपुर 04 जुलाई, कई आपराधािक मामलों में दिल्ली के तिहाड़ जेल में बंद राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के पूर्व बाहुबली सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन की आज बिहार के चर्चित पत्रकार राजदेव रंजन हत्याकांड में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की मुजफ्फरपुर की विशेष अदालत में पेशी हुई। सीबीआई के प्रभारी विशेष न्यायाधीश अमित कुमार दीक्षित की अदालत में यहां तिहाड़ जेल से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से पूर्व सांसद की पेशी हुई। पत्रकार हत्याकांड की जांच की जिम्मेवारी संभाल रही सीबीआई ने पूर्व सांसद की पॉलिग्राफी, नार्को और ब्रेन मैपिंग जांच कराये जाने की मांग की थी, जिस पर अदालत ने पूर्व सांसद से जांच के लिए सहमति या असहमति पर लिखित जवाब देने को कहा है। अदालत ने इस मामले में अगली सुनवाई की तिथि 15 जुलाई निर्धारित की है। इस मामले में मो. शहाबुद्दीन की इससे पहले भी वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से पेशी हो चुकी है।

बिहार में करंट से छह की मौत, तीन घायल

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मधेपुरा 04 जुलाई, बिहार में मधेपुरा जिले के मुरलीगंज थाना क्षेत्र में आज करंट लगने से छह लोगों की मौत हो गयी तथा तीन अन्य झुलस कर घायल हो गये। पुलिस अधीक्षक विकास कुमार ने यहां बताया कि जिले के रहटा पंचायत के कुछ ग्रामीण मुरलीगंज पावर हाउस के निकट एक खेत में काम कर रहे थे तभी तेज बारिश शुरू हो गयी। बारिश से बचने के लिए सभी लोग निकट में ही फूस से बनी एक झोपड़ी में चले गये। उन्होंने बताया कि इसी दौरान झोपड़ी पर 11 हजार वोल्ट की उच्च क्षमता का विद्युत तार टूट कर गिर गया। बारिश की वजह से भींगी होने के कारण पूरी झोपड़ी में करंट फैल गयी जिससे शकीना खातून (30 वर्ष), नजूम खातून (38 वर्ष), खुशीतला खातून ( 26 वर्ष), मरजीना खातून (13 वर्ष), सहीता खातून (16 वर्ष) और मोहम्मद नसीम (10 वर्ष) की मौके पर ही मौत हो गयी। श्री कुमार ने बताया कि घटना में तीन अन्य झुलस गये हैं जिनका इलाज प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र मुरलीगंज में किया जा रहा है। इस बीच शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। 

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