Quantcast
Channel: Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)
Viewing all 74210 articles
Browse latest View live

खनन कार्य तेज करने के लिए बने कार्ययोजना : मोदी

$
0
0
action-plan-to-speed-up-mining-work-modi
नयी दिल्ली 21 जुलाई, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खानों की नीलामी के बाद उनके खनन के काम में तेजी लाने के लिए कार्ययोजना तैयार करने की जरूरत बतायी है, श्री मोदी ने कोयला तथा अन्य खनिज ब्लाकों की नीलामी पर सम्बन्धित अधिकारियों द्वारा आज यहां उनके समक्ष की गयी प्रस्तुति के बाद यह बात कही । प्रधानमंत्री ने खनिज की संभावना वाले क्षेत्रों के सर्वेक्षण और नक्शे तैयार करने के दौरान खान से जुडे विभिन्न विभागों के बीच बेहतर समन्वय की भी जरूरत बतायी । प्रधानमंत्री उज्जवल डिस्काम आश्वासन योजना (उदय) की प्रगति की समीक्षा कर रहे थे । बैठक में ऊर्जा एवं खान मंत्री पीयूष गाेयल ,प्रधानमंत्री कार्यालय समेत विभिन्न विभागों के तथा नीति आयोग के अधिकारी मौजूद थे ।


विदेशी मुद्रा भंडार 389 अरब डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर

$
0
0
foreign-exchange-on-record-level
मुंबई 21 जुलाई, देश का विदेशी मुद्रा भंडार 14 जुलाई को समाप्त सप्ताह में 2.68 अरब डॉलर बढ़कर 389.06 अरब डॉलर के अब तक के रिकॉर्ड स्तर पर पहुँच गया। इससे पहले 07 जुलाई को समाप्त सप्ताह में यह 16.19 करोड़ डॉलर घटकर 386.38 अरब डॉलर पर रहा था। रिजर्व बैंक द्वारा आज जारी आँकड़ों के अनुसार, विदेशी मुद्रा भंडार के सबसे बड़े घटक विदेशी मुद्रा परिसंपत्ति में 2.68 अरब डॉलर की बड़ी बढ़ोतरी के कारण विदेशी मुद्रा भंडार बढ़ा है। गत 14 जुलाई को विदेशी मुद्रा परिसंपत्ति 364.91 अरब डॉलर पर रही। स्वर्ण भंडार 20.35 अरब डॉलर पर स्थिर रहा। आलोच्य सप्ताह में अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के पास आरक्षित निधि 27 लाख डॉलर बढ़कर 2.32 अरब डॉलर पर और विशेष आहरण अधिकार 18 लाख डॉलर बढ़कर 1.48 अरब डॉलर पर पहुँच गया।

पाकिस्तान ने किया 228 बार संघर्ष विराम का उल्लंघन

$
0
0
this-year-pakistaan-228times-cross-border
नयी दिल्ली 21 जुलाई, पाकिस्तान की सेना ने नियंत्रण रेखा पर इस साल 11 जुलाई तक 228 बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया है, जिनमें पांच जवान शहीद हुए हैं। रक्षा राज्यमंत्री सुभाष भामरे ने आज लोकसभा में एक लिखित प्रश्न के उत्तर में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि संघर्ष विराम की इन घटनाओं में 24 जवान घायल हुए थे। उन्होंने बताया कि नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम की वर्ष 2014 में 153, 2015 में 152 और 2016 में 228 घटनाएं हुई, जिनमें क्रमश: 3, 10 और 13 जवान शहीद हुए और 29, 26 और 99 घायल हुए थे। वर्ष 2015 से इस साल ग्यारह जुलाई तक सेना पर 27 आतंकवादी हमले हुए , जिनमें 40 जवान शहीद हुए। श्री भामरे ने बताया कि वर्ष 2014 से इस साल ग्यारह जुलाई तक नियंत्रण रेखा पर घुसपैठ की 84 प्रयासों को असफल किया गया, जिनमें 142 आतंकवादी मारे गये और सेना के 29 जवान शहीद हुए।

बायोपिक फिल्म में काम करना चाहती हैं सनी लियोनी

$
0
0
sunny-leoni-wants-to-work-in-biopic-film
मुंबई, 21 जुलाई, बॉलीवुड की जानी मानी अभिनेत्री सनी लियोनी बायोपिक फिल्म में काम करना चाहती है। बॉलीवुड में इन दिनों बायोपिक बनाने का दौर चल रहा है। सनी लियोनी भी इसका हिस्सा बनना चाहती हैं। उनसे जब बायोपिक के बारे में पूछा गया तो उनका कहना है कि वह किसी शख्सियत का नाम तो नहीं लेंगी, लेकिन वह 1960 या 1970 के दशक के किसी मशहूर शख्सियत की भूमिका निभाना पसंद करेंगी। सनी अपना कॉस्मेटिक लाइन लेकर आ रही है। उनका कहना है कि वह सबसे पहले खुद को व्यवसायी महिला मानती हैं। उन्होंने कहा कि “मैं अपना कॉस्मेटिक लाइन जारी करने जा रही हूं। इसका नाम स्टारस्ट्रक बाई सनी लियोन है। मैं न सिर्फ इसकी ब्रांड एंबेसडर हूं, हमने इसका लोगो और पैकेजिंग भी तैयार किया है..सब कुछ मैंने और मेरी टीम ने किया और मुझे इस पर गर्व है। ” सनी ने कहा कि इसे आधिकारिक रूप से लांच किया जाएगा और इसके ऑनलाइन लांच होने की ज्यादा संभावना है। उन्होंने कहा, “मैं खुद को पहले एक व्यवसायी महिला मानती हूं, सब चीजों का मूल्यांकन कर लेने के बाद मुझे व्यवसायी मॉडल बनना और यह देखना पसंद है कि यह कितना सफल होता है..विभिन्न उत्पादों और लाइन्स को लांच करने पर आप ऐसा कर सकते हैं।

हसीना : द क्वीन ऑफ मुंबई को लेकर उत्साहित हैं श्रद्धा

$
0
0
hasina-the-queen-of-mumbai-excited-shraddha
मुंबई. 21 जुलाई, बॉलीवुड अभिनेत्री श्रद्धा कपूर अपनी आने वाली फिल्म हसीना : द क्वीन ऑफ मुंबई को लेकर उत्साहित हैं। अपूर्व लाखिया के निर्देशन में बनीं ‘हसीना पारकर’ अपराध की पृष्ठभूमि पर है। फिल्म की कहानी दाऊद इब्राहिम की बहन हसीना पारकर पर आधारित है। फिल्म में श्रद्धा ने हसीना पारकर का किरदार निभाया है। श्रद्धा ने फिल्म के किरदार के लिए परफेक्ट लुक के बारे में पूछे जाने पर कहा , “मैंने फिल्म के लिए सात-आठ किलोग्राम वजन बढ़ाया। अब मैं इसे कम कर रही हूं। अपूर्व लाखिया बहुत सकारात्मक हैं। इससे पहले मैं ऐसे व्यक्ति से कभी नहीं मिली और यही वजह है कि उनके साथ काम करना मजेदार रहा। ” श्रद्धा ने कहा है कि जब भी कभी वह फिल्म निर्देशन के क्षेत्र में उतरेंगी, तो अपने पिता शक्ति कपूर को निर्देशित करना चाहेंगी।

व्यापमं घोटाला : सीएफएसएल रिपोर्ट अक्टूबर तक पेश करे सीबीआई

$
0
0
vyapam-scam-report-in-court
नयी दिल्ली, 21 जुलाई, उच्चतम न्यायालय ने मध्यप्रदेश के व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) घोटाला मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को आज निर्देश दिया कि वह हैदराबाद लैबोरेट्री द्वारा तैयार सीएफएसएल रिपोर्ट विशेष अदालत में अक्टूबर तक पेश करे। मुख्य न्यायाधीश जे एस केहर की अध्यक्षता वाली पीठ ने व्हिसल ब्लोअर प्रशांत पांडेय की याचिका पर पर यह आदेश दिया। गत चार मई को सीबीआई ने न्यायालय में हलफनामा सौंपकर कहा था कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर झूठे दस्तावेज के जरिये आरोप लगाये गए हैं। सीबीआई ने कहा था कि प्रशांत पांडेय ने जो पैन ड्राइव सौंपा था, उसके डाटा फर्जी है। सीबीआई ने कहा था कि झूठे आरोप लगाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। याचिकाकर्ता ने कहा है कि हार्ड डिस्क के एक्सेस शीट में मुख्यमंत्री का नाम था, जो बाद में फर्जी तरीके से हटा दिया गया। पिछले साल 15 दिसंबर को सीबीआई ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि कंप्यूटर के हार्ड डिस्क में व्यापमं से संबंधित डाटा से कोई छेड़छाड़ नहीं हुई है। इस रिपोर्ट को देखने के बाद न्यायालय ने कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह की याचिका को खारिज कर दिया था। श्री सिंह के अलावा आशीष चतुर्वेदी, डॉक्टर आनंद राय और प्रशांत पांडेय ने याचिका दायर की थी।

मजीठिया वेतन बाेर्ड की सिफारिशों के क्रियान्वयन की समीक्षा

$
0
0
meeting-for-majithiya-wej-board
नयी दिल्ली 21 जुलाई, केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री बंडारु दत्तात्रेय ने राज्य सरकारों के प्रतिनिधियों के साथ समाचार पत्रों और समाचार एजेंसियों के कर्मचारियों के लिए गठित मजीठिया वेतन बोर्ड की सिफारिशों के क्रियान्वयन की स्थिति की आज समीक्षा की और अगला वेतन बोर्ड बनाने की संभावनाओं पर विचार विमर्श किया। केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्रालय ने आज यहां बताया कि श्री दत्तात्रेय ने मजीठिया वेतन बोर्ड की सिफारिशों क्रियान्वयन की समीक्षा बैठक की जिसमें में राज्य सरकारों के प्रतिनिधियों ने भी हिस्सा लिया और अपने अपने राज्यों की जानकारी दी। बैठक में समाचार पत्रों और समाचार एजेंसियों के पत्रकारों और गैर पत्रकारों के लिए अगला वेतन बोर्ड गठित करने पर विचार विमर्श किया गया। इसके अलावा इलेक्ट्रोनिक और डिजीटल मीडिया के कर्मचारियों को श्रमजीवी पत्रकार अधिनियम 1955 के दायरे में लाने पर चर्चा की गयी। श्री दत्तात्रेय ने सभी राज्य प्रतिनिधियों से इस संबंध में संंभावनाएं तलाशने को कहा।

आर्ट ऑफ लिविंग कार्यक्रम की जांच को लेकर समिति गठित

$
0
0
teem-for-art-of-leaving-investigation
नयी दिल्ली. 21 जुलाई,  राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण(एनजीटी) ने दिल्ली में यमुना तट पर आर्ट ऑफ लिविंग कार्यक्रम वाले स्थल की जांच के लिए एक समिति का गठन किया है। इस बीच एनजीटी ने दिल्ली विकास प्राधिकरण(डीडीए) को यमुना तट पर मरम्मत के लिए एक कार्य योजना शुरु करने के भी आज निर्देश दिए। न्यायाधीश स्वतंत्र कुमार की अध्यक्षता वाली इस समिति में दिल्ली विकास प्राधिकरण के वरिष्ठ अधिकारियों सहित दिल्ली और उत्तर प्रदेश के सिंचाई एवं बाढ़ं विभाग के मुख्य अभियंता भी शामिल है। एनजीटी ने समिति को अपनी जांच रिपोर्ट एक सप्ताह के भीतर पेश करने के निर्देश दिये हैं। एनजीटी के मुताबिक अगली कार्रवाई समिति की रिपोर्ट के आधार पर की जायेगी। इससे पहले एक सात सदस्यीय समिति ने एनजीटी को प्रस्तुत अपनी रिपोर्ट में कहा था कि यमुना तट पर पर्यावरण पुनरूद्धार में करीब 42 करोड़ की लागत आयेगी। उल्लेखनीय है कि गत वर्ष मार्च में आर्ट ऑफ लिविंग फाउंडेशन ने दिल्ली में यमुना तट पर डीएनडी फ्लाईवे के समीप तीन दिवसीय सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया था। विभिन्न पर्यावरणविदों ने इस आयोजन की यह कहते हुये आलोचना की थी कि इससे नदी आधारित पर्यावरण सिस्टम पर काफी प्रतिकूल असर पड़ा है।


सुनंदा पुष्कर मौत मामला : अदालत ने होटल के कमरे की सील हटाने का आदेश दिया

$
0
0
sunanda-pushkar-murder
नयी दिल्ली, 21 जुलाई, दिल्ली की एक अदालत ने आज एक पांच सितारा होटल के उस कमरे की सील हटाने का आदेश दिया, जहां कांग्रेसी नेता शशि थरूर की पत्नी सुनंदा पुष्कर 2014 में रहस्यमयी परिस्थितियों में मृत मिली थीं। मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट पंकज शर्मा ने कमरा नंबर 345 की सील हटाने के होटल के अनुरोध को स्वीकार कर लिया। होटल ने दावा किया कि कमरे की सीलिंग के कारण उसे बीते तीन वर्ष में 50 लाख रूपये का नुकसान झेलना पड़ा। इस कमरे का किराया 55 हजार से 61 हजार रूपये प्रति रात के बीच है। होटल ने दावा किया कि कई बार पुलिस और फारेंसिक टीमों ने इस कमरे का दौरा किया और उसे अब सील रखने की जरूरत नहीं है। इस कमरे को 17 जनवरी 2014 को सुनंदा की मौत की जांच के दौरान सील किया गया था। दिल्ली पुलिस ने एक जनवरी 2015 को अज्ञात लोगों के खिलाफ भादंसं की धारा 302 :हत्या: के तहत प्राथमिकी दर्ज की थी।

मुकेश अंबानी ने पेश किया जियो फोन, ‘प्रभावी लागत’ कुछ नहीं

$
0
0
mukesh-ambani-launched-jio-phone
मुंबई, 21 जुलाई, रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कम आय वर्ग वाले मोबाइल फोन उपभोक्ताओं को लुभाने के लिए आज ‘जियो फोन’ पेश करने की घोषणा की और कहा कि यह देश में 2जी फीचर फोन के युग का अंत कर देगा। उन्होंने दावा किया कि ग्राहक के लिए इस फोन की प्रभावी लागत ‘शून्य’ होगी क्योंकि इसे खरीदने के लिए जमा करवाई जाने वाली 1500 रुपये की राशि तीन साल बाद फोन लौटाने पर वापस कर दी जाएगी। यानी 1500 रुपये की राशि जमानत के रूप में जमा करवाकर यह फोन खरीदा जा सकता है। तीन साल बाद जब फोन लौटाया जाएगा तो उक्त पैसा ग्राहक को लौटा दिया जाएगा। जियो फोन के लिए पहले बुकिंग करवानी होगी। अंबानी की इस पहल को उनकी दूरसंचार कंपनी जियो के लिए नये विशेषकर निम्न आयवर्ग वाले ग्राहकों को रिझाने की बड़ी पहल के रूप में देखा जा रहा है। जियो के ग्राहकों के लिए इस 4जी फोन पर वायस काल हमेशा मुफ्त रहेंगी। वहीं 153 रुपये के मासिक शुल्क वाले पैकेज में अनलिमिटेड डेटा की पेशकश की जाएगी। अंबानी ने आज यहां आरआईएल की 40वीं वार्षिक आम बैठक में कंपनी की इस नई योजना की घोषणा करते हुये देश के 50 करोड़ फीचरफोन इस्तेमाल करने वालों को सस्ते में स्मार्टफोन की सुविधायें वाला जियो फोन उपलब्ध कराने का वादा किया। उन्होंने कहा कि 24 अगस्त से 1,500 रुपये जमा करके जियो फोन की बुकिंग कराई जा सकेगी। यह राशि 36 महीने बाद फोन लौटाने पर रिफंड भी कर दी जायेगी इस लिहाज से फोन की प्रभावी लागत शून्य होगी। मुकेश अंबानी ने इस अवसर पर अपने जुड़वां बच्चों आकाश और ईशा को भी कंपनी के मंच पर पेश किया। बच्चों ने इस मौके पर जियो फोन की खूबियों के बारे में बताया। इसमें वॉयस कमांड पर काल करने और संदेश भेजने की सुविधा होगी। इसके साथ ही इंटरनेट सर्फिंग और वीडियो सहित टीवी पर सामग्री देखने के लिये केबल भी उपलब्ध होगा।

बाबरी मस्जिद विवाद मामले की शीघ्र सुनवाई पर निर्णय लेंगे : उच्चतम न्यायालय

$
0
0
sc-soon-hearing-on-babri-maszit
नयी दिल्ली, 21 जुलाई, उच्चतम न्यायालय ने आज कहा कि वह राम मंदिर-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद मामले में इलाहाबाद उच्च न्यायालय के फैसले को चुनौती देने वाली याचिकाओं को शीघ्र सुनवाई के लिए सूचीबद्ध करने के मामले में निर्णय लेगा। भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने मामले को शीघ्र सूचीबद्ध करने और उन पर सुनवाई शुरू करने का आग्रह किया जिस पर प्रधान न्यायाधीश जेएस खेहर और न्यायमूर्ति डीवाई चंद्रचूड वाली पीठ ने कहा, ‘‘हम इस बारे में निर्णय करेंगे।’’ भाजपा नेता ने अपनी दलील में कहा कि इलाहाबाद उच्च न्यायालय के फैसले के खिलाफ मुख्य अपीलें उच्चतम न्यायलय में सात वर्षों से लंबित हैं और उन पर शीघ्र सुनवाई की जरूरत है। अपनी दलील में उन्होंने यह भी कहा कि उस स्थान पर बिना किसी परेशानी के पूजा अर्चना के उनके अधिकार के पालन के लिए उन्होंने पहले भी अलग से एक याचिका दायर की थी। इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ ने 2010 में अपने आदेश में उत्तर प्रदेश के अयोध्या के 2.77 एकड़ विवादित क्षेत्र को तीन भागों में बांटने का आदेश दिया था तीन न्यायाधीशों वाली पीठ ने 2:1 के बहुमत वाले आदेश में कहा था कि उक्त भूमि को तीन पक्षकारों सुन्नी वक्फ बोर्ड, निर्मोही अखाड़ा और राम लला के बीच बांट दिया जाए।

झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर 21 जुलाई

$
0
0
सकल व्यापारी संघ ने नगरपालिका चुनाव लड़ने की अटकलो को किया खारिज
  • 15 अगस्त धूमधाम से मनाया जाएगा
  • राठौड़ समाज द्वारा मुक्तिधाम के लिए सहयोग राषि देने पर किया गया सम्मान

jhabua news
झाबुआ। देष की आजादी का जष्न 15 अगस्त, स्वतंत्रता दिवस उत्साह पूर्वक एवं धूमधाम से मनाए जाने हेतु सकल व्यापारी संघ की महत्वपूर्ण बैठक गुरूवार रात पैलेस गार्डन में संपन्न हुई। जिसमें व्यापारी संघ के अध्यक्ष नीरजसिंह राठौर ने विषेष रूप से अपने उद्बोधन में बाजार में नगरपालिका चुनाव में संघ की ओर से जो पैनल उतारने की चर्चाएं चल रहीं है, उसे खारिज करते हुए कहा कि हमारा संगठन व्यापारियों के हितों एवं सामाजिक कार्यों क ेलिए बनाया गया है, राजनीति करना हमारा काम नहीं है। शहर में होने वाले सामाजिक कार्यों के प्रति हमारा उत्तरदायित्व है। जिससे हम सभी के सहयोग से हमेषा निभाते रहेंगे। व्यक्तिगत रूप से कोई सदस्य किसी भी पार्टी से यदि चुनाव लड़ता है तो संगठन को उसमें कोई आपत्ति भी नहंी है। यह उनका पूर्णतः निजी मामला होगा। संगठन इस चुनाव में झाबुआ की जनता से ज्यादा से ज्यादा मतदान करने की अपील जरूर करेगा। बैठक के दौरान 15 अगस्त को आजादी का पर्व धूमधाम से मनाए जाने हेतु संघ के संरक्षक राजेन्द्र यादव, पुष्पकरणी सोनी, सचिव कमलेष पटेल, भरत बाबेल ने अपने-अपने सुझाव प्रस्तुत किए। प्रवीण रूनवाल ने 15 अगस्त पर आचार्य श्री ऋषभचन्द्र विजयी जमसा से ध्वजारोहण का प्रस्ताव रखा। जिस पर सभी व्यापारियों ने अपनी सहमति व्यक्त की।


मुक्तिधाम के लिए सहयोग राषि की भेंट
बैठक के दौरान शहर में सामाजिक क्षेत्र में सक्रिय रहने वाले पद्म वंषीय मेवाड़ा राठौड़ तेली समाज के अध्यक्ष कैलाष राठौड़ के नेतृत्व में बैठक में राठौड़ समाज की ओर से मुक्तिधाम में प्याउ हेतु 51 हजार रू. की सहयोग राषि देने की घोषणा की गई। जिस पर सकल व्यापारी संघ ने हर्ष व्यक्त करते हुए अध्यक्ष कैलाष राठौड़ का पुष्पमाला पहनाकर एवं शाल ओढ़कार तथा श्रीफल भेंटकर सम्मान किया गया। इसके साथ ही इस अवसर पर समाज के सचिव सुजान राठौड़, रमेष राठौड़ एवं निलेष राठौड़ का भी पुष्पहारों से अभिनंदन किया गया। मुक्तिधाम समिति की ओर से राठौड़ (तेली) समाज का इस अनुदान के लिए आभार व्यक्त किया गया।

महामांगलिक में पधारने का दिया न्यौता
बैठक के दौरान चार्तुमास समिति के अध्यक्ष संजय कांठी ने रविवार को होने वाली महामांगलिक के लिए पूरे व्यापारी संघ को पधारने का न्यौता देते हुए कहा कि राष्ट्रसंत आचार्य श्री ऋषभचन्द्र विजयजी मसा हमारे नगर में चातुर्मास कर रहे है। यह हम सभी के लिए गर्व की बात है। आचार्य श्री जैन समाज के अलावा सभी वर्गों के उत्थान की बात बताते है। महामांगलिक के श्रावण से कई रोग, दोष दूर हो जाते है, इसलिए महामांगलिक सभी को अवष्य श्रमण करना चाहिए। इस महामांगलिक श्रवण के लाभार्थी संतोषकुमार रूनवाल परिवार रहेेगा। इस दौरान चार्तुमास समिति के संतोष जैन ‘नाकोड़ा’, मनोहर मोदी, अभय धारीवाल, सुरेन्द्र कांठी आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन कर रहे पंकज जैन मोगरा ने कहा कि संगठन मजबूती के साथ आगे बढ़ रहा है। लगभग दो वर्षों में संगठन ने अनेकों सामाजिक कार्यों को अंजाम तक पहुंचाया है।

आचार्य श्रीजी से करेंगे विनती
सकल व्यापारी संघ झाबुआ का एक प्रतिनिधि मंडल राष्ट्रसंत आचार्य श्री ऋषभचन्द्र विजयजी मसा से रविवार को महामांगलिक के दौरान आचार्य श्रीजी से भेंट कर 15 अगस्त पर ध्वजारोहण करने का अनुरोध करेगा। बैठक में सकल व्यापारी संघ के अमित जैन, मनोज कटकानी, अयूबअली सैयद, लालाभाई शाह आम्रपाली, दौलत गोलानी, प्रेमप्रकाष कोठारी, कैलाष श्रीमाल, उल्लास जैन, राजेष मेहता सहित अनेक पदाधिकारी उपस्थित थे। अंत मंे आभार संजय कांठी ने माना।

नगर निकाय चुनावों में महिला मोर्चा कार्यकर्ता महती भूमिका निभाए . जिलाध्यक्ष श्री भावसार
  • भाजपा महिला मोर्चा के झाबुआ नगर सम्मेलन आयोजित

jhabua news
झाबुआ।  भाजपा महिला मोर्चा कार्यकर्ताओं को अपनी संगठित शक्ति का भरपूर परिचय नगर निकाय चुनावों के माध्यम से जताना है।मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा महिलाओ के विकास के मद्देनजर अनेक कल्याणकारी योजनाएं संचालित की जा रही है। इन योजनाओं की जानकारी घर घर पहुंचाने के साथ इनके लाभार्थियों से मिलकर संगठन का आधार और मजबूत करना है ताकि हम और अधिक सशक्त होकर जनसेवा में भागीदारी कर सके। भाजपा सरकार द्वारा परिवार में बिटिया के जन्म से लेकर उसके विवाह और बेहतरीन कैरियर बनाने सम्बन्धी अनेक तरह की योजनाएं किर्यान्वित की जा रही है। उक्त विचार भाजपा जिलाध्यक्ष श्री दौलत भावसार ने भाजपा महिला मोर्चा द्वारा आयोजित झाबुआ नगर के वृहद सम्मेलन के अध्यक्षीय उद्बोधन देते हुए व्यक्त किए। नगर के रतनपुरा क्षेत्र स्थित जिला भाजपा कार्यालय पर उक्त सम्मेलन का आयोजन किया गया। यह जानकारी देते हुए जिला भाजपा मीडिया प्रभारी श्री अंबरीष भावसार ने बताया विस्तारक श्री नवीन जी कुवादे ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए शासन की विभिन्न योजनाओं की विस्तारपूर्वक जानकारी दी।भाजपा महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष श्रीमती आरती भानपुरिया ने कहा प्रत्येक महिला कार्यकर्ता को इस चुनावी वातावरण में अपनी कार्यकुशलता का परिचय भाजपा का जनाधार और बढ़ाने के लिए निरन्तर कार्य करते हुए पार्टी को सभी स्थानों से विजयश्री हासिल हो ए ऐसे लगातार प्रयास करना है। नगर सम्मेलन को भाजपा जिला महामंत्री श्री प्रफ्फुल्ल गादिया ए जिला उपाध्यक्ष श्रीमती सुनीता वसावा  ए  जिलामंत्री श्रीमती माया सोलंकी ए श्रीमती सुनीता भूरिया ने भी सम्बोधित किया।इससे पूर्व सम्मेलन की शुरुआत पंडित श्यामाप्रसाद मुखर्जी और पण्डित दीनदयाल उपाध्याय के चित्रों के समक्ष दीप प्रज्वलित कर की गई।सम्मेलन में नगर के सभी 18 वार्डों से तीन . तीन महिला भाजपा कार्यकर्ताओ सहित जिला मंत्री श्रीमती सावित्री मेड़ा ए पूर्व पार्षद श्रीमती बसंती बारिया ए महिला पार्षद व अन्य पदाधिकारी उपस्थित हुई ।स्वागत  भाषण श्रीमती आरती भानपुरिया ने दिया।आभार  जिला कार्यालय मंत्री पंडित महेंद्र तिवारी ने माना।


सर्वोच्च पदों हेतु विजय हो देश सेवा में संलग्न है भाजपा . जिलाध्यक्ष श्री भावसार
  • श्री कोविंद के महामहिम राष्ट्रपति बनने पर जिला भाजपा ने आतिशबाजी कर जताया हर्ष

jhabua news
झाबुआ।  वर्तमान राजनीति का दौर नित नवीन इतिहास लिख रहा है।आज का दिन राष्ट्रवादी विचारधारको के लिए ऐतिहासिक है ए जो स्वर्णाक्षरों में लिखा जाएगा ए आज़ाद भारत में यह पहला अवसर है जब एक ओर देश में राष्ट्रवादी विचारधारा से औतप्रौत भारतीय जनता पार्टी की प्रचण्ड विजय पश्चात श्री नरेन्द्र मोदी सम्पूर्ण विश्व में भारत के प्रधानमंत्री के रूप में लगभग प्रतिदिन राष्ट्रवादियों को गौरवान्वित होने का मौका दे रहे है ए वही अब भारत के प्रथम नागरिक और सर्वोच्च संवैधानिक पद राष्ट्रपति पद पर भी भाजपा और सहयोगी दलों के उम्मीदवार श्री रामनाथ कोविंद ऐतिहासिक विजय प्राप्त कर आरूढ़ हुए हैं।यह लम्बी साधना और समर्पण का परिणाम है की आज देश के दोनों ही अति महत्वपूर्ण पदों पर विश्व का सबसे बड़ा राजनीतिक संगठन भाजपा राष्ट्रवादी विचारधारा के साथ देश सेवा में संग्लन है। उक्त विचार भाजपा जिलाध्यक्ष श्री दौलत भावसार ने स्थानीय पंण् दीनदयाल तिराहा पर आयोजित आतिशबाजी आयोजन के दौरान व्यक्त किए।गौरतलब है कि जिला भाजपा द्वारा यहाँ भव्य आतिशबाजी कर श्री रामनाथ कोविंद के महामहिम राष्ट्रपति बनने पर हर्ष व्यक्त किया गया।उक्त जानकारी देते हुए जिला भाजपा मीडिया प्रभारी श्री अंबरीष भावसार ने बताया आयोजन की शुरुआत पंडित दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर की गई। इस अवसर पर जिला उपाध्यक्ष एवं नपा चुनाव सह प्रभारी श्री ओपी रॉय ए जिला मंत्री श्री गोपालसिंह पँवार ए श्रीमती सावित्री संजय मेड़ा ए जिला कार्यालय मंत्री पंडित महेंद्र तिवारी ए भाजपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा जिलाध्यक्ष श्री संतोष सोनी ए अजजा मोर्चा पूर्व प्रदेश महामंत्री श्री कल्याणसिंह डामोर ए नगर महामंत्री श्री कीर्ति भावसार ए श्री विनोद मेड़ा ए नगर उपाध्यक्ष श्री अंकुर पाठक ए श्री जुवानसिंह गुंडिया सहित अनेक कार्यकर्ता उपस्थित थे।

मनीष कुमट जैन षक्ती संगठन के राश्ट्रीय अध्यक्ष मनोनीत

झकनावदा । एक जैन एक पंथ एक ही परमात्मा हो, धर्म रक्षा यही संकल्प का नारा बुलंद करने वाले समाज सेवी वरीश्ठ पत्रकार स्व. अषोकजी लुणिया रउेूे के संस्थापक श्री विनायक जी लुणीया एवं राश्ट्रीय अध्यक्ष सचिनजी कासलिवाल के विषेश प्रयासो से जैन समाज को एक सूत्र में बांधने एवं धर्म सरक्षण,तिर्थ सुरक्षा व धर्म प्रचार के लिये जैन षक्ति संगठन की राश्ट्र स्तरीय कार्यकारीणी का गठन ंउरेूं के संस्थापक एवं वरीश्ठ पत्रकार विनायक लुणीया द्वारा किया गया। जिसमें जैन समाज के उर्जावान कार्यकर्ता मनीश कुमट झकनावदा ,झाबुआ (म.प्र.) को राश्ट्रीय अध्यक्ष मनोनित किया गया।श्री कुमट की इस उपलब्धि पर पारस जैन,आषीश भांगू,संजय कोठारी,कमल कालीया,कनकमल माण्डोत,मनोहरलाल राठोड, चिराग नाहर पत्रकाऱ,यषवन्तजी भण्डारी झाबुआ,योगेन्द्र नाहर,लक्ष्मण चैधरी,स्वस्तिक जैन कुक्षी,अजय गांधी बामनिया,पंकज पटवा पेटलावद, ललीत जैन बदनावद,किर्तीष जैन बनी,जितेन्द्र राठौड़, अभय कोठारी,जयन्तिलाल कोटडीया,़ दोलत गोलानी,पवन नाहर थांदला ले बधाई देते हुवे उज्जवल भविश्य की कामना कि।

सार्वजनिक वितरण प्रणाली के जिन हितग्राहियो के आधार समग्र से लिंक नहीं है,
  • वे जुलाई माह में खाद्यान्न लेने के लिए परिवार के सभी सदस्यों का आधार नम्बर साथ लाये

झाबुआ । कनिष्ट आपूर्ति अधिकारी श्री राम बरडे ने बताया कि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2013 के अंतर्गत अब जुलाई माह में आधार नंबर प्रस्तुत करने या आधार प्रमाणीकरण की प्रक्रिया पूर्ण करने अथवा आधार पंजीयन की स्लिप उपलब्ध कराने वाले हितग्राहियों को ही रियायती दर का खाद्यान्न एवं अनुदान देय होगा। जिन हितग्राहियों द्वारा 30 जून के पहले आधार नंबर उपलब्ध नहीं कराया गया है। उनको भारत सरकार के निर्देशानुसार रियायती दर का खाद्यान्न प्राप्त नहीं हो सकेगा। ऐसे पात्र हितग्राही जिनका आधार नम्बर समग्र आईडी से लिंक नहीं है वे जुलाई माह का खाद्यान्न प्राप्त करने के लिए अपने पूरे परिवार के सदस्यों के आधार कार्ड, बैंक पासबुक की फोटोकापी एवं मोबाईल नंबर की फोटो कापी शासकीय उचित मूल्य दुकान पर जमा करवाये।

पांचवे दिन अध्यक्ष के लिये 4 नाम निर्देशन पत्र दाखिल किये गये

झाबुआ । रिटर्निगं अधिकारी झाबुआ, राणापुर, थांदला, पेटलावद से प्राप्त जानकारी अनुसार नगरीय निकाय निर्वाचन 2017 के लिए अभ्यर्थियों से नाम निर्देशन पत्र लेने का कार्य सतत जारी है। आज पांचवे दिन अध्यक्ष पद के लिये झाबुआ में 2, राणापुर एवं थादला में 1-1 कुल 4 अभ्यर्थी द्वारा नाम निर्देशन पत्र दाखिल किये गये। अभ्यर्थियों से नाम निर्देशन पत्र लेने का कार्य आगामी 24 जुलाई 2017 तक प्रातः 11.00 से अपरान्ह 3 बजे तक किया जाएगा। आज पांचवे दिन झाबुआ नगरपालिका परिषद में अध्यक्ष पद के लिये श्रीमती मन्नू पति नाथू लाल डोडियार एवं शिला भूरिया ने, थांदला नगरपालिका परिषद के लिए जशवंत सिंह पिता रतनसिंह भाभर ने, राणापुर से श्रीमती रमिला पति कैलाश डामोर ने आज अध्यक्ष पद के लिये नाम निर्देशन पत्र भरा। पार्षद पद के लिये नगरपालिका परिषद झाबुआ में वार्ड क्र0 2 से नूरजहां बी.अब्दुल इनायत शेख ने, वार्ड क्र 03 से कु. शहनाज पिता जाकिर कुरैशी ने, वार्ड क्र. 4 से साबीर फीटवेल पिता अब्दुल मजीद ने, वार्ड क्र0 05 से विजय कुमार नगीन लाल रूनवाल ने, वार्ड क्र0 13 से रामला गुण्डिया ने, वार्ड क्र. 15 से दिव्या अरूण ने एवं वार्ड क्र0 17 से अजय डामोर ने, नाम निर्देशन पत्र भरा। थांदला नगरपरिषद में पार्षद के लिए वार्ड क्र0 01 से नीतिन पिता रामसिंह डामोर ने, वार्ड क्र. 2 से लक्ष्मण पिता मोतीलाल  राठौर एवं नानालाल पिता कालूजी ने, वार्ड क्र. 3 से अक्षय पिता नारायण ने, वार्ड. क्र. 4 से रामू पिता प्रेमचन्द ने, वार्ड क्र. 05 अजब बाई पति असगर अली ने, वार्ड क्र. 6 से श्रीमती राजल पति राजेश ने, वार्ड क्र. 8 से श्रीमती महिन्द्रा पति धर्मेन्द्र गोस्वामी ने, वार्ड. क्र. 9 से जितेन्द्र भागीरथ धामन ने, वार्ड. क्र. 12 से अफशानाबी पति अब्दुल कादर ने, एवं वार्ड क्र. 13 जैनबबी पति जरदार ने एवं वार्ड क्र. 15 से श्रीमती अनीता कमलेश एवं सुधीर पिता जोहन ने नाम निर्देशन पत्र भरा। पेटलावद नगरपरिषद में पार्षद के लिए वार्ड क्र0 11 से ममता गुजराती ने नाम निर्देशन पत्र भरा। राणापुर नगरपरिषद में पार्षद के लिये वार्ड क्र. 01 से हरिश पिता गोपाल ने, वार्ड क्र. 2 से नटवर लाल देवाजी ने, वार्ड क्र. 3 से श्रीमती रूबीनाबी खान  एवं श्री इरफान खांन ने, वार्ड क्र. 4 से श्री नगीन पिता गेंदा ने, वार्ड क्र. 5 से नारायण पिता लूणाजी जैन ने, वार्ड क्र. 6  से श्रीमती शकुन्तला पति कन्हैयालाल ने, वार्ड क्र. 7 से श्रीमती धापूबाई पति चंदनसिंह ने, वार्ड क्र. 8 से श्री प्रताप पिता हुक्मीचंद ने, वार्ड क्र. 09 से श्रीमती आराधना पति दीपक जैन ने, वार्ड क्र. 10 से श्री धर्मेश पिता जितेन्द्र कुमार ने, वार्ड क्र. 11 से श्रीमती संगीता दिलीप राठी ने, वार्ड क्र 12 से श्रीमती उषा पति कालूसिंह खपेड ने, वार्ड क्र. 13 से श्रीमती अंतिम कौर पति मंगलसिंह ने, वार्ड क्र. 14 से श्रीमती रमिला पति बाबू ने, एवं वार्ड क्र. 15 से डोंगरिया पिता तोलिया ने आज नाम निर्देशन पत्र भरा।

मतदान 11 अगस्त को एवं मतगणना 16 को होगी
नगरीय निकाय आम निर्वाचन 2017 के लिये 25 जुलाई 2017 को नाम निर्देशन पत्रों की संवीक्षा की जाएगी। अभ्यर्थिता से नाम वापस लेने के लिये 27 जुलाई 2017 को अपरान्ह 3..00 बजे तक का समय नियत किया गया है। निर्वाचन लडने वाले अभ्यथियाॅे की सूची तैयार कर निर्वाचन प्रतीको का आवंटन 27 जुलाई 2017 को अभ्यर्थिता से नाम वापसी के ठीक बाद किया जायेगा। मतदान 11 अगस्त 2017 को प्रातः 7.00 बजे से शाम 5.00 बजे तक होगा और 16 अगस्त 2017 को मतगणना और निर्वाचन परिणामो की घोषणा की जायेगी।

शासकीय सेवको को 01 अगस्त से अवकाश आवेदन आनलाईन करना होगा

झाबुआ  । कोषालय अधिकारी ममता चंगोड ने बताया कि अब किसी भी शासकीय कर्मचारी को अवकाश का आवेदन या जीपीएफ निकालने का आवेदन आनलाईन ही करना होगा। यह व्यवस्था 01 अगस्त से लाूग हो रही है। अवकाश आवेदन एवं जीपीएफ के आवेदन की प्रक्रिया पेपरलेस होने जा रही है । कोषालय के नये साफ्टवेयर आइ.एफ.एम.आई.एस. से वेतन भुगतान की प्रक्रिया प्रारंभ करने के बाद अब 01 अगस्त से कर्मचारियों के अवकाश आवेदन एवं जीपीएफ के आवेदन इसी साफ्वेयर के माध्यम से आनलाईन लेने की व्यवस्था लागू की जा रही है। इसके लिए सभी अधिकारी कर्मचारियों को पासवर्ड प्रदान कर दिये गये है। साफ्टवेयर में लाॅगिन के स्थान पर अधिकारी/कर्मचारी को अपना एम्प्लाई कोड ही भरना है और पासवर्ड के स्थान पर कोषालय से दिया गया पासवर्ड भरना है। कर्मचारी द्वारा इस साफ्टवेयर के माध्यम से अवकाश एवं जीपीएफ के लिए आॅनलाईन आवेदन करना होगा। एड्रायड मोबाईल  से भी इस साफ्टवेयर का उपयोग कर अवकाश आवेदन दिया जा सकता है। कार्यालय प्रमुख द्वारा अपने लाॅंगिन पासवर्ड से अपना पेज खोलने पर उसे दिखाई देगा कि किन-किन कर्मचारियों द्वारा अवकाश के लिए आवेदन दिया गया है और वह साफ्टवेयर में ही अवकाश आवेदन को एप्रुल करेगा। सभी शासकीय कर्मचारियों को 1 अगस्त से इस नई व्यवस्था से ही अवकाश आवेदन देने होगे।

कार्यालय प्रमुख पे फिक्सेशन की जांच कर ले
सभी आहरण अधिकारी यह सुनिश्चित करे कि वह आईएफएमआईएस से अपने कार्यालय के कर्मचारियों के सभी पे फिक्सेशन जांच कर लेवे। सातवां वेतनमान आईएफएमआईएस से ही भुगतान किया जाएगा। यदि आपके द्वारा यह कार्य नहीं किया गया तो सातवां वेतनमान का आहरण नहीं हो सकेगा। समस्या आने पर सहयोग एवं जानकारी के लिये कोषालय में संपर्क करे।

नगरीय निकाय निर्वाचन के लिए प्रेक्षक नियुक्त

झाबुआ । नगरीय निकाय निर्वाचन 2017 हेतु राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा झाबुआ जिले की नगरपालिका परिषद झाबुआ एवं नगर परिषद रानापुर हेतु श्री एम.सी.आर्य, भा0प्र0से0 भोपाल को तथा नगर परिषद थांदला एवं पेटलावद हेतु श्री राजेन्द्र शर्मा, भा0प्र0से0 भोपाल को प्रेक्षक नियुक्त किया है। नगर पालिका परिषद झाबुआ एवं नगर परिषद रानापुर हेतु नियुक्त प्रेक्षक के साथ श्री एस.के अग्रवाल कार्यापालन यंत्री जल संसाधन संभाग झाबुआ तथा नगर परिषद थांदला एवं पेटलावद हेतु नियुक्त प्रेक्षक के साथ श्री राजेश मण्डलोई सहायक आबकारी अधिकारी झाबुआ की ड्यूटी क्षैत्र प्रेक्षक के साथ रहकर आवश्यक कार्य एवं व्यवस्थाएॅ सुनिश्चित करने के लिए कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री आशीष सक्सेना द्वारा लगाई गई है।

डाटा एण्ट्री आॅपरेटर की संविदा पद पूर्ति करने के लिए आवेदन आमंत्रित

झाबुआ । संयुक्त कलेक्टर झाबुआ ने बताया कि स्थानीय निर्वाचन कार्यालय हेतु स्थानीय निर्वाचन कार्यालय जिला झाबुआ में संविदा पर डाटा एण्ट्री आॅपरेटर के 01 पद की पूर्ति की जाना है, इस हेतु आवेदन 5 अगस्त 2017 तक कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी स्थानी निर्वाचन को स्पीडपोस्ट अथवा व्यक्तिगत उपस्थित होकर दे सकते है। अधिक जानकारी के लिए कलेक्टर कार्यालय में संपर्क कर सकते है।

जिले में अब तक कुल 354.0 मि.मी. औसत वर्शा दर्ज,  24 घण्टो में कुल 57.8 मि.मी. वर्षा दर्ज

झाबुआ । अधीक्षक भू-अभिलेख झाबुआ ने बताया कि जिले में 1 जून से आज दिनांक तक कुल 354.0 मि.मी. औसत वर्शा हो चुकी है। जिले में विगत 24 घण्टों के दौरान औसत 57.8 मि.मी. वर्शा दर्ज की गई। विगत 24 घण्टो में झाबुआ तहसील में 25.0 मि.मी., थांदला तहसील में 93.8 मि.मी., रानापुर में 17.0 मि.मी., मेघनगर में 76.0 मि.मी., पेटलावद में 81.6 मि.मी., रामा में 16.0 मि.मी. वर्शा दर्ज की गई है।

दहेज प्रताड़ना के दो अपराध पंजीबद्ध
     
झाबुआ । फरि. मनिषा पति जसवंत गारी उम्र 24 साल निवासी कयडावद ने बताया कि आरोपी जसवंत पिता शंकर गारी व अन्य-04 निवासी गण राणापुर ने फरि. को दहेज में कम रूपयें लाई कहकर दहेज में ओर रूपयें लाने के लिये मानसिक व शारीरिक रूप से प्रताड़ित कर जान से मारने की धमकी दी। प्रकरण में थाना कोतवाली में अपराध क्रं. 605/17 धारा 498-ए,506,34 भादवि का प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। फरि. यशोदा पिता सुरेश भाभर उम्र 21 साल निवासी बांछीखेड़ा ने बताया कि पूर्व से आरोपी कृष्णा पिता बरगड नेहरता निवासी रूपापाडा ने फरि. को शारीरिक एवं मानसिक रूप से प्रताड़ित करता था जिसके कारण फरि. मायके चली गई थी उसी बात को लेकर आरोपी ने फरि. को परेशान व प्रताड़ित करने के उद्देश्य से रास्ता रोककर अश्लील गालिया दी व घर नही आने पर जान से मारने की धमकी दी। प्रकरण में थाना पेटलावद में अपराध कं्र. 345/17 धारा 498-ए, 341,294,506 भादवि का प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

चोरी का अपराध पंजीबद्व
      
झाबुआ । फरि. वितराग पिता धिरेन्द्र कुमार जैन उम्र 28 साल निवासी झाबुआ ने बताया कि अज्ञात बदमाश फरि. की दुकान का शटर उचका कर अंदर घुसकर करीबन नगदी 5500 रू. चुराकर ले गया। प्रकरण में थाना कोतवाली में अपराध क्रं. 604/17 धारा 457,380 भादवि का प्रकरण पंजीबद्व कर विवेचना में लिया गया। फरि. प्रांजल पिता जितेन्द्र वाफना उम्र 26 साल निवासी मेघनगर ने बताया कि अज्ञात बदमाश द्वारा फरि. के सांचल टायर्स के शोरूम का सटर तोड़कर अंदर घुसे व कुल 07 नग टायर चुराकर ले गया। प्रकरण में थाना मेघनगर में अपराध क्रं. 257/17 धारा 457,380 भादवि का प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

विशेष आलेख : गुड़ियाएं कब तक नौंची जाएंगी?

$
0
0
save-girl-for-rape
हिमाचल की शांत, शालीन एवं संस्कृतिपरक वादियां गुड़िया के साथ हुए वीभत्स एवं दरिन्दगीपूर्ण कृत्य से न केवल अशांत है बल्कि कलंकित हुई है। एक बार फिर नारी अस्मिता एवं अस्तित्व को नौंचने वाली घटना ने शर्मसार किया है। देवभूमि भी धुंधली हुई है क्योंकि उस पवित्र माटी की गुड़िया जैसी महक को जब दरिन्दों ने शिमला के निकट कोटखाई में न केवल हवस का शिकार बनाया बल्कि एक मासूम बालिका को गहरी मौत की नींद सुला दिया। यह वीभत्स घटना भरी महाभारतकालीन उस घटना नया संस्करण है जिसमें राजसभा में द्रौपदी को बाल पकड़कर खींचते हुए अंधे सम्राट धृतराष्ट्र के समक्ष उसकी विद्वत मंडली के सामने निर्वस्त्र करने का प्रयास हुआ था। इस वीभत्स घटना में मनुष्यता का ऐसा भद्दा एवं घिनौना स्वरूप सामने आया है जिसने न केवल हिमाचल बल्कि पूरे राष्ट्र को एक बार फिर झकझोर दिया है। एक बार फिर अनेक सवाल खड़े हुए हंै कि आखिर  कितनी बालिकाएं, कब तक ऐसे जुल्मों का शिकार होती रहेंगी। कब तक अपनी मजबूरी का फायदा उठाने देती रहेंगी। दिन-प्रतिदिन देश के चेहरे पर लगती यह कालिख को कौन पोछेगा? कौन रोकेगा ऐसे लोगों को जो इस तरह के जघन्य अपराध करते हैं, नारी को अपमानित करते हैं। इन सवालों के उत्तर हमने निर्भया के समय भी तलाशने की कोशिश की थी। लेकिन इस तलाश के बावजूद इन घटनाओं का बार-बार होना दुःखद है और एक गंभीर चुनौती भी है। 


गुड़िया बलात्कार कांड और ऐसी ही अनेक शक्लों में नारी अस्मिता एवं अस्तित्व को धुंधलाने की घटनाएं- जिनमें नारी का दुरुपयोग, उसके साथ अश्लील हरकते, उसका शोषण, उसकी इज्जत लूटना और हत्या कर देना- मानो आम बात हो गई हो।  महिलाओं पर हो रहे बलात्कार, अन्याय, अत्याचारों की एक लंबी सूची रोज बन सकती हैं। गुड़िया का चीखते-चिल्लाते गहरी नींद में सौ जाना, मौत की आगोश में समा जाना मानवता की मौत है।  गुड़िया के बर्बर गैंग रेप के बाद आक्रोशित युवा सड़कों पर थे लेकिन राजनैतिक नेतृत्व नदारद था। कोटखाई के जंगल में हवस, हैवानियत और दरिंदगी का ऐसा तांडव मनुष्य के रूप में उन भेडियों ने किया, जिसका शिकार दसवीं में पढने वाली गुड़िया बनी जो हवस, हैवानियत और दरिंदगी की परिभाषा भी नहीं जानती होगी। जंगल में भेडियों ने एक मासूम की एक-एक सांस को नोच डाला। विडम्बनापूर्ण तो यह है कि दरिंदों ने मौत के बाद भी उसे नहीं बख्शा। ऐसी घटना पर लोगों का भड़कना और सड़कों पर उतर आना स्वाभाविक था, क्योंकि हर बार की तरह इस बार भी पुलिस ने मामले को दबाने की पूरी कोशिश की। जनता का कानून से विश्वास उठ गया। हैरानी की बात तो यह है कि इस घटना पर राष्ट्रीय मीडिया भी खामोश रहा।

जहां पांव में पायल, हाथ में कंगन, हो माथे पे बिंदिया... इट हैपन्स ओनली इन इंडिया- जब भी कानों में इस गीत के बोल पड़ते है, गर्व से सीना चैड़ा होता है। लेकिन जब उन्हीं कानों में यह पड़ता है कि इन पायल, कंगन और बिंदिया पहनने वाली लड़कियों के साथ इंडिया क्या करता है, तब सिर शर्म से झुकता है। गुड़िया के साथ हुई त्रासद एवं अमानवीय ताजा घटना हो या निर्भरा कांड, नितीश कटारा हत्याकांड, प्रियदर्शनी मट्टू बलात्कार व हत्याकांड, जेसिका लाल हत्याकांड, रुचिका मेहरोत्रा आत्महत्या कांड, आरुषि मर्डर मिस्ट्री की घटनाओं में पिछले कुछ सालों में इंडिया ने कुछ और ऐसे मौके दिए जब अहसास हुआ कि भू्रण में किस तरह नारी अस्तित्व बच भी जाए तो दुनिया के पास उसके साथ और भी बहुत कुछ है बुरा करने के लिए। बहशी एवं दरिन्दे लोग ही नारी को नहीं नोचते, समाज के तथाकथित ठेकेदार कहे जाने वाले लोग और पंचायतंे भी नारी की स्वतंत्रता एवं अस्मिता को कुचलने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रही है, स्वतंत्र भारत में यह कैसा समाज बन रहा है, जिसमें महिलाओं की आजादी छीनने की कोशिशें और उससे जुड़ी हिंसक एवं त्रासदीपूर्ण घटनाओं ने एक बार हम सबको शर्मसार किया है। नारी के साथ नाइंसाफी चाहे कोटखाई में हो या गुवाहाटी में हुई हो या बागपत में- यह वक्त इन स्थितियों पर आत्म-मंथन करने का है, उस अहं के शोधन करने का है जिसमें श्रेष्ठताओं को गुमनामी में धकेलकर अपना अस्तित्व स्थापित करना चाहता है। 

हमें उन आदतों, वृत्तियों, महत्वाकांक्षाओं, वासनाओं एवं कट्टरताओं को अलविदा कहना ही होगा जिनका हाथ पकड़कर हम उस ढ़लान में उतर गये जहां रफ्तार तेज  है और विवेक का नियंत्रण खोते चले जा रहे हैं जिसका परिणाम है नारी पर हो रहे नित-नये अपराध और अत्याचार। हम जीने के प्रदूषित एवं विकृत हो चुके तौर-तरीके ही नहीं बदलने हैं बल्कि उन कारणों की जड़ों को भी उखाड़ फेंकना है जिनके कारण से बार-बार नारी को जहर के घूंट पीने को विवश होना पड़ता है।  सवाल यह भी है कि सामूहिक बलात्कार के दौरान गुड़िया की मानसिक व शारीरिक स्थिति क्या रही होगी। हिमाचल की पुलिस ने आठ दिन में इस सनसनीखेज मामले का खुलासा तो किया लेकिन हवालात में ही एक आरोपी की हत्या दूसरे आरोपी द्वारा कर दी जाती है। इससे रहस्य गहरा गया। क्या मृतक आरोपी इस घटना के पूरे रहस्य जानता था या फिर वह सरकारी गवाह बनना चाहता था। इससे पहले कि वह कोई राज उगलता उसकी जुबां हमेशा-हमेशा खामोश कर दी जाती है। 


हर बार की घटना सवाल तो खडे़ करती हंै, लेकिन बिना उत्तर के वे सवाल वहीं के वहीं खड़े रहते हैं। यह स्थिति हमारी कमजोरी के साथ-साथ राजनीतिक विसंगतियों को भी दर्शाती है। राजनीतिक दल जब अपना राष्ट्रीय दायित्व नैतिकतापूर्ण नहीं निभा सके, तब सृजनशील शक्तियों का योगदान अधिक मूल्यवान साबित होता है। आवश्यकता है वे अपने सम्पूर्ण दायित्व के साथ आगे आयें। अंधेरे को कोसने से बेहतर है, हम एक मोमबत्ती जलाएं। अन्यथा वक्त आने पर, वक्त सबको सीख दे देगा। वक्त सीख दे उससे पहले हमें जाग जाना होगा, हम निर्भया के वक्त कुछ जागे थे, यही कारण है कि निर्भया केस के बाद देशव्यापी चर्चा के बाद कड़े कानून बनाये गये, निर्भया के बलात्कारियों को फांसी की सजा सुनाई गई। महिला सुरक्षा के मुद्दे पर बहुत कुछ किया गया। जघन्य अपराधों में लिप्त नाबालिगों को कड़ी सजा दिलाने के लिए भी केन्द्र सरकार ने कानून में संशोधन किया लेकिन न तो महिलाओं के प्रति दरिंदगी रुकी और न ही हिंसा। बल्कि कड़े कानूनों की आड में निर्दोष लोगों को फंसाने का ध्ंाधा पनप रहा है। जिसमें असामाजिक तत्वों के साथ-साथ पुलिस भी नोट छाप रही है। कानून तो केवल कागजों में बदलता है। उसे व्यवहार में लाने वाले पुलिस तंत्र का मिजाज रत्ती भर भी नहीं बदला है। पुलिस को संवेदनशील बनाने की कोई पहल की ही नहीं गई। महिलाओं के प्रति दरिंदगी उस मानसिकता की देन है जिसके तहत महिला को केवल मोम की वस्तु समझा जाता है। एक कहावत है कि औरत जन्मती नहीं, बना दी जाती है और कई कट्ट्टर मान्यता वाले औरत को मर्द की खेती समझते हैं। कानून का संरक्षण नहीं मिलने से औरत संघर्ष के अंतिम छोर पर लड़ाई हार जाती है। आज की औरत को हाशिया नहीं, पूरा पृष्ठ चाहिए। लेकिन यह कब संभव होगा?

समाज के किसी भी एक हिस्से में कहीं कुछ जीवन मूल्यों, सामाजिक परिवेश जीवन आदर्शों के विरुद्ध होता है तो हमें यह सोचकर चुप नहीं रहना चाहिए कि हमें क्या? गलत देखकर चुप रह जाना भी अपराध है। इसलिये बुराइयों से पलायन नहीं, उनका परिष्कार करना सीखें। चिनगारी को छोटी समझ कर दावानल की संभावना को नकार देने वाला जीवन कभी सुरक्षा नहीं पा सकता। बुराई कहीं भी हो, स्वयं में या समाज, परिवार अथवा देश में तत्काल हमें अंगुली निर्देश कर परिष्कार करना चाहिए। क्योंकि एक स्वस्थ समाज, स्वस्थ राष्ट्र स्वस्थ जीवन की पहचान बनता है। हमें इतिहास से सबक लेना चाहिए कि नारी के अपमान की एक घटना ने एक सम्पूर्ण महाभारत युद्ध की संरचना की और पूरे कौरव वंश का विनाश हुआ। गुड़िया जैसी मासूम बालिकाओं की अस्मिता को लूटना और उसे मौत के हवाले कर देने की घटनाएं कहीं सम्पूर्ण मानवता के विनाश का कारण न बन जाये।  



liveaaryaavart dot com

(ललित गर्ग)
60, मौसम विहार, तीसरा माला,
डी.ए.वी स्कूल के पास दिल्ली-51
फोनः, 9811051133

भारतीय महिलाओं की भिड़ंत फाइनल में इंग्लैंड के साथ

$
0
0
  • 2005 में पहली बार ऑस्ट्रेलिया के साथ 12 साल के बाद द्वितीय बार 2017 में इंग्लैंड के साथ
  • 2005 में  खेलने वाली मिताली राज और झूलन गौस्वामी 2017 खेलेंगे

indian-women-final-with-england
भारतीय महिलाओं द्वारा महिला विश्व कप में उम्मा प्रदर्शन करने से क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर भी खुश हैं। वहीं ऐतिहासिक क्रिकेट ग्राउंड लाड्स में 1983 में वेस्ट इंडीज को धूल चटाने वाले पूर्व कप्तान कपिल देव,महान क्रिकेटर सुनील गवास्कर के साथ अनेक क्रिकेटरों और.क्रिकेट प्रेमियों ने वीमेंस टीम इंडिया को बधाई दिये हैं।6 बार के चैम्पियन ऑस्ट्रेलिया को सेमीफाइनल में 36 रनों से लताड़ा। भारत ने 2005 की हार का बदला ऑस्ट्रेलिया से ले लिया। 2005 में भारत और ऑस्ट्रेलिया से भिड़ंत फाइनल में। पहले खेलकर ऑस्ट्रेलिया ने 4 विकेट पर 215 रन बनाया। इसके जवाब देने मैदान में उतरी भारत। मात्र 117 रन पर ही भारत ढेर हो गयी। सर्वाधिक ए .जैन 29 रन बनायी। मिताली राज 6 और झूलन गौस्वामी 18 रन ही बना सकीं। चेज करने उतरी टीम की 4 खिलाड़ी रन आउट हो गयी। इस तरह ऑस्ट्रेलिया से भारत 98 रन से हार गयी। कप्तान टॉस जीतना चाहेगीं? 2005 में भारत 215 रन नहीं बना सकेगी। फाइनल का प्रेशर और लक्ष्य प्राप्ति को सहजता से नहीं ले सकी। रन लेने के चक्कर में 4 रन आउट हो गये। 50 ऑवर भी नहीं खेल सके। इसके आलोक में मिताली राज को टॉस जीतना ही होगा। पहले बल्लेबाजी कर अधिक से अधिक रन बनाकर बड़ा लक्ष्य देना होगा। इसके लिये स्मृति मंदाना को संयम से खेलना होगा। बाकी परिपक्व बल्लेबाज हैं जो विशाल योग बनाने में सक्षम हैं। भारत ने इंग्लैंड को परास्त कर दी है। मगर कमजोर आंकना नहीं है और न ही आत्मविश्वास को पहाड़ पर चढ़ा ले। अब तो 23 जुलाई को लॉड्स मैदान पर फाइनल मैच के दरम्यान पता चल पायेगा। 26 जून, 2017 से महिला क्रिकेट वर्ल्ड कप शुरू हुआ।  मेजबान इंग्लैंड के दर्शकों के बीच 35 रनों से पटकनी दे मारी। वेस्ट इंडीज को 7 विकेट से रौदा। पाकिस्तान को 95 रनों से कुचल दिया। वहीं श्रीलंका को 16 रनों से मात दे दी। लगातार 4 मैच जीतने के बाद लगातार 2 मैच दक्षिण अफ्रीका से 8 विकेट से और 6 बार की चैम्पियन ऑस्टेलिया से 115 रनों से हार गयी। अब प्रथम सेमीफाइनल की विजेता टीम इंग्लैंड के साथ भारत का मुकाबला होगा। अपने प्रथम मैच में 35 रनों से पराजित कर दी भारत ने इंग्लैंड को। बल्लेबाजी में स्मृति मंदाना,मिताली राज,हरमनप्रीत कौर आदि ने शतक जमाया और झूलन गौस्वामी,दीप्ति शर्मा,शिखा पांडेय,पूनम यादव, राजेश्वरी गायकवाड आदि ने शानदार गेंदबाजी की हैं। वहीं क्षेत्ररक्षण भी अव्वल दर्जा का है।वहीं 123 करोड़ देशवासियों की दुआ साथ है।

मधुबनी : पुलिस ने देसी शराब के साथ युवक को धर दबोचा।

$
0
0
criminal-with-wine-arrested-madhubani
अंधराठाढी/मधुबनी ( मोo आलम अंसारी )  अंधरा ठाढ़ी थाना पुलिस ने शुक्रवार को गुप्त सुचना के आधार पर रजनपुरा गांव से अबैध देसी शराब बेचते एक युवक को गिरफ्तार किया है। थाना प्रभारी प्रदीप गौर ने जानकारी देते हुए बताया की पुलिस को छापेमारी में गिरफ्तार युवक के पास से अबैध देसी शराब एवं शराब बनाने की कच्ची सामग्री भी मिली है। पुलिस के अनुसार गिरफ्तार बैजनाथ पासवान पिता सुखदेव पासवान अंधराठाढ़ी थाना के राजनपुरा गांव का रहने वाला है। थाना प्रभारी श्री गौर ने बताया पुलिस के द्वारा लगातार अबैध शराब बेचने और पीने वालों के खिलाफ के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। अबैध शराब के धंधे में संलिप्त अपराधियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जायेगा।


मधुबनी : डॉक्टरो को नियमित अस्पताल में बैठने की कवायत तेज ।

$
0
0
  • महिला डॉ  समेत 12 चिकित्सक  है कार्यरत, एक ही डॉ के जिम्म रहता आउट डोर और इमरजेशी वार्ड ।

hospital-for-doctor-madhubani
अंधराठाढी /मधुबनी (मोoआलम अंसारी) चिकित्सको को नियमित अस्पताल में बैठने की कवायत तेज हो गयी है।डॉ बनना समाज सेवा नहीं अधिक धन अर्जन का साधन बनकर रह गया है।  जिला काग्रेस कमीटी के उपाध्यक्ष पवन कुमार यादव के अभ्यावेदन पर जिला मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अमर नाथ झा ने अस्पताल से फरार रहने वाले चिकित्सको पर शख्त कारवाई की वात कही है। मालूम हो अंधराठाढी रेफरल अस्पताल सह प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में महिला चिकित्सक समेत कुल 12 चिकित्सक कार्यरत है।डॉ उमेश राय,डॉ पी एस झा,डॉ राकेश ठाकुर, डॉ अबेदुल्लाह,डॉ आरजी झा,डॉ डी एन ठाकुर, डॉ कृष्ण कुमार  दास, डॉ मिथिलेश झा ,डॉ बंदना कुमारी ,दंत चिकित्सक डॉ बिरेन्द्र मिश्र एवं आयुष चिकित्सक डॉ मनोज कुमार डॉ संजीव कुमार है। डॉ डीएन ठाकुर अनुमंडल अस्पताल मझंझारपुर में प्रतिन्योजित है।  काग्रेसी नेता ने अभ्यावेदन में आरोप लगाया है कि आपस में चिकित्सक मेली भगत कर एक चिकित्सक हीं आउटडोर और इमरजेंसी चलाते है। विभागीय नियम के मुताविक प्रति दिन सभी चिकित्सको को नियमित रूप से ऑउटडोर और इमरजेंसी चलाना है। सभी विभाग के चिकित्सक यहां कार्यरत है। उसके वावजूद यहां ओर्थो, सिजेरियन तथा सर्जरी आदि का काम नहीं किया जाता है। यह भी चर्चा है कि पदस्थापित चिकित्सक अनुभवी भी हैं। उनहोने अभ्यावेदन में यह भी आरोप लगाया है कि यहां पदस्थापित चिकित्सक में कई चिकित्सको का निजी क्लीनीक दरभंगा या अन्य जगह चलाते है। चिकित्सको के अभाव में यहां अराजकता की स्थिति बनी रहती है।ग्रामीण क्षेत्र में यह अस्पताल अवस्थित  रहने के कारण काफी संख्या में रोगी पहंचते हैं। एक हीं चिकित्सक कम सहारे ऑउट डोर और इमरजेंशी के काम देखने से रोगी को समुचित जांच परताल किये बगैर विमारी  पूछ कर कुछ दवा लिख दिया जाता है। फिलहाल यहां दो चिकित्सक को प्रभारी बनाया गया है। डॉ उमेश राय को रूटीन देखना रहता है। डॉ आर ठाकुर को प्रशासनिक आदि का  जिम्मा हैं। दरभंगा से यहां आते जाते है। इस सम्वंध में पवन कुमार यादव ने पूछने पर वताया कि पदस्थापित चिकित्सको को नियमित अस्पताल में रहने वावत मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी मधुबनीजिला पदाधिकारी मधुबनी  रोगी कल्याण समिति अध्यक्ष सह अनुमंडल पदाधिकारी झंझारपुर एवं  प्रधान सचिव स्वास्थ्य विभाग बिहार पटना को अभ्यावेदन से अवगत कराया गया था। क्हते है प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ उमेश राय पूर्व में भी जिला मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी  निरीक्षण किया था और अनुपस्थित पाये गये चिकित्ेको एवं कर्मियो के खिलाफ विभागीय कारवाई हुयी थी । पुन सिविल सार्जन ने शख्त कारवाई का निर्देश दिया है।

कानून को ध्यान में रखते हुए डीसी खनन पट्टा निर्गत पर विचार कर सकते हैं: ट्रिब्यूनल

$
0
0
  • खनन संबंधित मामलों में झारखण्ड, बिहार व बंगाल राज्यों की सुनवाई इस्टर्न जोन कोलकाता में होती है। 

ngt-meeting-dumka
दुमका (अमरेन्द्र सुमन) अशोक कुमार तिवारी बनाम् निरंजन शर्मा एण्ड अदर्स (एमए सं0-197/2017 ई जेड) वास्तविक आवेदन के साथ (सं0-108/ 2015 ई जेड) के  मामले में नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (इस्टर्न जोन बैंच) कोलकाता (प0 बंगाल) ने 20 जुलाई 2017 को माइनिंग लिज से संबंधित मुकदमा में पारित अपने आदेश में कहा है कि इस मामले में झारखंड राज्य के तमाम डीसी नियम-कानून को ध्यान में रखते हुए ट्रिब्यूनल द्वारा निर्धारित अगली तिथि तक खनन पट्टा जारी कर सकते हैं। मालूम हो, 17 अगस्त 2017 को नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (इस्टर्न जोन बैंच) कोलकाता (प0 बंगाल) ने अगली तिथि निर्धारित की है। आवेदक की ओर से अधिवक्ता देवाशीष सरकार थे जबकि रिस्पाॅन्डेंट-(1) गोरा चाँद राय चैधरी व एस राय व रिस्पाॅन्डेंट (2 से 5 तक के लिये) में राजेश कुमार, विनोद कुमार घोष, सुश्री एश्वर्या राजश्री, अशोक प्रसाद व सुरेन्द्र कुमार वतौर अधिवक्ता थे। विदित हो झारखण्ड की उप राजधानी दुमका सहित सूबे के अन्य जिलों में हजारों अवैध पत्थर खनन कारोबार को पत्थर माफियाओं द्वारा अंजाम दिया जा रहा है। ट्रिब्यूनल में यह मुकदमा अभी विचाराधीन है। पूणतः आदेश के बाद वैध खनन कारोबारियों को इससे काफी लाभ मिलने वाला है जबकि अवैध खनन का गोरखधंधा पूरी तरह बंद होने की संभावना है। ट्रिब्यूनल में लंबित मुकदमा की वजह से खनन पट्टा पिछले कई महीनों से बंद था।

दुमका : आयुक्त के समक्ष दिया एक दिवसीय धरना

$
0
0
  • आदिम जनजाति आयोग की स्थापना व अन्य मांगों के साथ हिल एसेम्बली पहाड़िया महासभा ने निकाली विशाल रैली

protest-at-dumka-dc
दुमका (अमरेन्द्र सुमन) दामिन-ई-कोह की 184 वीं वर्षगांठ के अवसर पर अपने अस्तित्व के रक्षार्थ हिल एसेम्बली पहाड़िया महासभा की ओर से 17 जुलाई 2017 को प्रमण्डलीय आयुक्त, संपप्र, दुमका के माध्यम से भारत के राष्ट्रपति सहित प्रधानमंत्री, झारखण्ड के राज्यपाल व मुख्यमंत्री को एक 10 सूत्री मांगपत्र प्रेषित किया गया है। हिल एसेम्बली पहाड़िया महासभा के अनुसार विस्तारित दामिन क्षेत्रान्तर्गत विधानसभा व लोकसभा की सीटें पहाड़िया समुदाय के लिये आरक्षित करने, झारखण्ड में आदिम जनजाति आयोग की स्थापना, माल पहाड़िया, सौरिया पहाड़िया व कुमारभाग पहाड़िया समुदाय के लिये आदिम जनजाति प्रणामपत्र निर्गत करने, सरकारी सेवाओं में सीधी नियुक्ति हेतु स्थायी नियमावली बनाते हुए वि0स0 2162 क0/ दिनांकः 03.09.2009 के आलोक में आदिम जनजाति पहाड़िया समुदाय के अभ्यर्थियों की सीधी नियुक्ति करने, 1338 वर्गमील क्षेत्रफल में स्थापित दामिन की बाउण्ड्री का जीर्णोद्धार व दामिन डाकबंग्ला का नवीनीकरण करने, अंत्योदय व आदिम जनजाति पेंशन योजना से वंचित 30 प्रतिशत पहाड़िया आबादी को योजनाओं से आच्छादित करने, एमओ व बीडीओ के हाथों बलि का बकरा बने डाकिया योजनाओं में मची लूट की उच्चस्तरीय जाँच कराने, राजमहल क्षेत्रान्तर्गत प्रतिदिन पहाड़ों को चकनाचूर करने वाले पत्थर खदानों को अविलंब बंद करने व सरदार नायब व मांझी शासन व्यवस्था को पुनः लागू करने जैसी मांगे शामिल है। हिल एसेम्बली पहाड़िया महासभा के अध्यक्ष शिवचरण माल्तो, सरदार माईकेल माल्तो, सरदार सिमोन माल्तो, सरदार कामेश्वर पहाड़िया, सरदार विजय माल्तो, जोसेफ माल्तो, डेविड माल्तो व अन्य का संयुक्त रुप से कहना था कि ईसा पूर्व 302 से ही इस क्षेत्र में आदिम जनजाति पहाड़िया समुदाय निवास कर रही है। प्रसिद्ध यूनानी दार्शनिक मेगास्थनीज व चीनी यात्री हवेंगसान ने इस वनप्रांतर क्षेत्र में 147 पहाड़िया राज-जागीर का वर्णन किया है। मुगलों व अंग्रेजों के शासनकाल में भी इस क्षेत्र में पहाड़िया समुदाय के लोगों ने ही राज किया था।  वर्ष 1766 में रमना आहड़ी व 1772-84 तक जबरा पहाड़िया उर्फ तिलका मांझी के नेतृत्व में पहाड़िया समुदाय के लोगों ने मुगलों-अंग्रेजों से लड़ाईयाँ लड़ी थी। उपरोक्त के परिणामस्वरुप ही वर्ष 1772 ई0 में पहाड़िया सैनिक दल का गठन व 1782 में क्लीवलैंड की अध्यक्षता में पहाड़िया परिषद् (हिल एसेम्बली)  का गठन किया गया। वर्ष 1823-33 में दामिन-ई-कोह (1338 वर्गमील क्षेत्रफल) में पहाड़िया लहगा जिसे जेम्स पीटी वार्ड ने 1824 में पक्का पिलर व ताड़गाछ से घेराबंदी कराया था। पहाडिया विद्रोह को दबाने के लिये उपरोक्त सारा कार्य किया गया था। पहाड़िया नेता शिवचरण माल्तो का कहना है आजादी के सत्तर वर्ष बीत जाने के बाद भी आदिम जनजाति पहाड़िया समुदाय की सामाजिक, आर्थिक व्यवस्था में कोई खास बदलाव नहीं आया है। निःशुल्क चावल का वितरण कर सरकार पहाड़िया जनजीवन को स्थिर कर देना चाहती है। गरीबी, लाचारी, बेरोजगारी, अशिक्षा से ग्रसित आदिम जनजाति पहाड़िया समाज का लाभ दलालों, मुनाफाखोरों, बिचैलियों को प्राप्त होता रहा है। नौकरी व अन्य रोजगार के नाम पर पहाड़िया युवतियों को कोलकाता, मुम्बई, दिल्ली इत्यादि स्थानों पर ले जाकर उन्हें बेच दिया जाता है। जो युवतियाँ नौकरियों के नाम पर इस इलाके से बाहर ले जायी गई, आज तक वापस नहीं लौट पायी हैं। अंग्रजों के विरुद्ध सदैव संघर्ष में अग्रणी भूमिका निभाने वाले पहाड़िया समुदाय के लोग हाशिये की जिन्दगी जीने पर मजबूर हैं। 24 दिसम्बर 1954 में तत्कालीन मुख्यमंत्री बिहार डा0 श्रीकृष्ण सिंह की पहल पर स्थापित पहाड़िया कल्याण विभाग ने पहाड़िया समुदाय के विकास को नजरअंदाज करते हुए उनके विकास को अवरुद्ध कर दिया। भारतीय संविधान में अंग्रेजों से कहीं ज्यादा धोखाधड़ी शासन के लोग आदिम जनजाति पहाड़िया समुदाय के साथ करते आ रहे हैं। बीए पास पहाड़िया युवक-युवतियों की  नौकरियों में सीधी नियुक्ति मात्र एक दिखावा बनकर रह गया है। नौकरी में 25 फीसदी आरक्षण के स्थान पर मात्र 2 फीसदी आरक्षण प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है। 

मस्तान मांझी व पेंटर मांझी की रिहाई और शराब बन्दी के लिए माले चलाएगा आंदोलन: कुणाल

$
0
0
  • 24-30 जुलाई तक राज्यव्यापी अभियान, प्रखंड मुख्यालयों पर धरना-प्रदर्शन, आयोजित की जाएंगी ग्राम बैठकें.
  • शराबबंदी के काले प्रावधान दलित-गरीबों के दमन-उत्पीड़न का नया जरिया. 

cpi-ml-protest-kunalपटना 22 जुलाई, भाकपा-माले राज्य सचिव कुणाल ने कहा है कि शराबबंदी कानून के काले प्रावधानों ने गरीबों पर कहर बरपाना शुरू कर दिया है. जहानाबाद शहर के ऊंटा मुशहर टोली के दो गरीब सहोदर भाई मस्तान मांझी व पेंटर मांझी को जहानाबाद फास्ट ट्रैक कोर्ट ने ताड़ी पिए होने के आरोप में आनन - फानन में महज 40 दिनों के भीतर 5 साल के सश्रम कारावास व 1 लाख रुपए का जुर्माना ठोक दिया है. जुर्माना नहीं देने पर उन्हें 6 साल जेल में रहना होगा. ठेला चलाकर जीवन-यापन करने वाले सहोदर भाइयों के परिवार के ऊपर विपत्ति का पहाड़ टूट पड़ा है. उपार्जन करनेवाले इकलौते सदस्य के जेल जाते ही छोटे - छोटे बच्चों सहित पूरा परिवार भुखमरी का शिकार है और कर्ज में डूबता जा रहा है. पुलिस जब छापेमारी में आई, घर के सभी लोगों ने कहा कि उन्होंने ताड़ी पी है, लेकिन उन्होंने नहीं माना और जेल में डाल दिया. वर्तमान कानून के अनुसार ताड़ी प्रतिबंधित नहीं है. बहरहाल, हाई कोर्ट की लड़ाई उनके लिए काफी मुश्किल भरा है. बिहार में शराब बन्दी के काले कानून के तहत यह पहली सजा है. इसके खिलाफ आगामी 24 से 30 जुलाई तक भाकपा-माले व खेग्रामस द्वारा पूरे राज्य में राज्यव्यापी विरोध अभियान चलाया जाएगा. इसके तहत प्रखंड मुख्यालयों पर विरोध-प्रदर्शन आयोजित किए जाएंगे और ग्राम बैठकों का आयोजन करके शराबबंदी के काले प्रावधानों को वापस करने की मांग उठायी जाएगी. उन्होंने आगे कहा कि यह वही जहानाबाद है, जहां बाथे जनसंहार पीड़ितों को वर्षों न्याय के लिए टकटकी लगाए रहना पड़ा लेकिन अंत में तमाम अपराधियों को बाइज्जत बरी कर दिया गया. यहीं के निर्दोष टाडा बन्दी आज भी जेल की सीखचों में बंद हैं. सामाजिक न्याय के ढोंग का यह अभूतपूर्व नमूना है. 


उन्होंने आगे कहा कि शराब बन्दी के वर्तमान काले कानून के तहत जेल में करीब 45 हजार लोग बंद हैं. संभव है, उसमें मुट्ठी भर अपराधी व शराब माफिया भी हों. लेकिन अमूमन करीब - करीब सभी गरीब - गुरबे व आम नागरिक हैं.  बिहार के 45 हजार बन्दियों के ऊपर अब जहानाबाद जैसी ही सजा की तलवार लटक रही है. पूरे राज्य में शराब माफियाओं की चांदी है. दुगुनी - तिगुनी कीमत पर शराब की होम डिलीवरी धड़ल्ले से जारी है. क्या यह राजनीतिक - प्रशासनिक संरक्षण के बिना संभव है? लेकिन न तो शराब माफिया और न ही इस नापाक गठजोड़ पर कार्रवाई हो रही है. उल्टे शराब की आदत के पीड़ितों को ही निशाना बनाया जा रहा है.  उन्होंने यह भी कहा कि पूरे राज्य को शराब में डूबोनवाले का काम माननीय नीतीश कुमार ने किया. लेकिन अपने इस आपराधिक कृत्य के लिए बिहार की जनता से उन्होंने माफी तक नहीं मांगी. उल्टे ‘सामाजिक सुधार’ के नाम पर गरीबों पर ही हमला बोल दिया गया है. शराब की आपराधिक अर्थव्यवस्था भी है और अपराध के साथ इसके रिश्ते भी हैं. लेकिन शराब की बुरी आदत के शिकार लोग बेशक अपराधी नहीं हैं. उनके साथ अपराधियों जैसा व्यवहार कहां तक उचित  है? उन्हें सुधार गृह की जरूरत है न कि जेल की. सरकार को उनके पुनर्वास का पुख्ता इंतजाम करना चाहिए और सुधार गृह की पूरी अवधि में उनके परिवार को गुजारा भत्ता देना चाहिए. लेकिन गरीबों का वोट लेकर सत्ता में आई सरकार उनपर ही जुल्म ढा रही है. यह जनादेश का अपमान है.

दुमका : दिन शनिवार को 58, 214 श्रद्धालु भक्तों ने बाबा वासुकिनाथ महादेव पर जलार्पण किया

$
0
0
58-214-kanwar-in-basukinath
दुमका (अमरेन्द्र सुमन) विश्वप्रसिद्ध श्रावणी मेला में दिन शनिवार को कुल 58,214 श्रद्धालुओं ने बाबा वासुकिनाथ का जलाभिषेक किया। शीघ्र दर्शनम् कांवरियों की संख्या जहाँ एक ओर 2, 079 रही वहीं जलार्पण काउण्टर से 17,148 व निकास द्वार के माध्यम से 38, 987 श्रद्धालु भक्तों ने बाबा का जलाभिषेक किया। इस दिन बाबा पर चढ़ावे के रुप में कुल 1, 61, 839 प्राप्त हुए, जिसमें गोलक से 68, 665 रुपये, जलार्पण से 35,150 रूप्ये व अन्य स्रोतों से 58, 024 रुपये आमद के रुप में प्राप्त हुए। 94 ग्राम चांदी का द्रव्य भी चढ़ाया गया। इस दौरान 10-10 ग्राम के कुल 14 अदद् चाँदी के सिक्कों सहित 5-5 ग्राम के कुल 11 चाँदी के सिक्कों की बिक्री हुई। स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगाये गये विभिन्न चिकित्सा शिविरों में मेला प्रारंभ होने से लेकर अब तक कुल 35, 406 श्रद्धालुओं का निःशुल्क चिकित्सा किया जा चुका है। 22 जुलाई को कुल 3, 614 श्रद्धालुओं की निःशुल्क चिकित्सा करवायी गई। मुख्य प्रसासनिक शिविर से 713, स्वास्थ्य उपकेन्द्र से 86, स्वास्थ्य शिविर (सूचना मंडप) से 218, स्वास्थ्य शिविर बस स्टैण्ड से 140, वासुकिनाथ रेलवे स्टेशन से 98, रेफरल अस्पताल वासुकिनाथ से 79, राजस्व तहसील कचहरी से 112, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र जरमुण्डी से 48, कांवरिया धर्मशाला सहारा से 54, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र तालझारी से 73, स्वास्थ्य उपकेन्द्र कटहराटाड़ से 22, स्वास्थ्य शिविर बोगली से 40, स्वास्थ्य शिविर मोतिहारा से 44, स्वास्थ्य शिविर सुखजोरा से 62,  ओआरएस/इमरजेंसी काउन्टर से 155, चलन्त चिकित्सा वाहन से 94 व टेन्ट सीटी एवं वैक्सीन काउंटर से 1, 576 श्रद्धालुओं की चिकित्सा व्यवस्था करवायी गई। दिन शुक्रवार को 70, 571 श्रद्धालुओं ने बाबा वासुकिनाथ महादेव का जलाभिषेक किया। शीघ्र दर्शनम् के तहत  2, 144 कावरियों ने जलाभिषेक किया। जलार्पण काउण्टर के माध्यम से 16, 760, व निकास द्वार के माध्यम से 51, 667 कांवरियों ने बाबा पर जल चढ़ाया। इसी दिन विभिन्न श्रोतों से कुल 7, 26, 528 का चढ़ावा प्राप्त हुआ।  इसमें गोलक से 48, 030 रुपया, दान पात्र से 6, 58, 000 रूपया व अन्य स्रोतों से 20, 498 रुपये की प्राप्ती हुई। कुल 131 ग्राम चांदी का द्रव्य बाबा पर चढ़ाया गया। 10 अदद 10-10 ग्राम के चांदी के  सिक्कों सहित  5-5 ग्राम चांदी के तीन अदद् सिक्कों की बिक्री हुई। मेला में स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगाये गये विभिन्न चिकित्सा शिविरों में मेला के प्रारंभ होने से लेकर अब तक कुल 31, 792 श्रद्धालुओं की निःशुल्क चिकित्सा संपन्न हुई। दिन शुक्रवार (21 जुलाई) को कुल 2, 935 श्रद्धालुओं की निःशुल्क चिकित्सा करवायी गई, जिनमें मुख्य प्रसासनिक शिविर से 775, स्वास्थ्य उपकेन्द्र से 87, स्वास्थ्य शिविर (सूचना मंडप) से 156, स्वास्थ्य शिविर बस स्टैण्ड से 160, वासुकिनाथ रेलवे स्टेशन से 113, रेफरल अस्पताल वासुकिनाथ से 73, राजस्व तहसील कचहरी से 160, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र जरमुण्डी से 67, कांवरिया धर्मशाला सहारा से 51, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र तालझारी से 119, स्वास्थ्य उपकेन्द्र कटहराटाड़ से 13, स्वास्थ्य शिविर बोगली से 40, स्वास्थ्य शिविर मोतिहारा से 29, स्वास्थ्य शिविर सुखजोरा से 54 कांवरियों की निःशुल्क चिकित्सा व्यवस्था संपन्न करवायी गईं। ओआरएस/इमरजेंसी काउन्टर से 120, चलन्त चिकित्सा वाहन से 112 व टेन्ट सीटी एवं वैक्सीन काउंटर से 806 श्रद्धालुओं की चिकित्सा व्यवस्था के समाचार प्राप्तु हुए। 

Viewing all 74210 articles
Browse latest View live




Latest Images