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तेजस्वी नहीं देंगे इस्तीफा, नीतीश को बोझ लगता है तो वह समझें : लालू

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पटना 26 जुलाई, बिहार में सत्तारूढ़ महागठबंधन के सबसे बड़े घटक राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने आज दो टूक शब्दों में कहा कि उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव इस्तीफा नहीं देंगे और महागठबंधन की सरकार पांच वर्ष तक चलेगी लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को यदि बोझ लगता है तो वह समझें। राजद अध्यक्ष ने यहां उनके 10 सर्कुलर रोड स्थित सरकारी आवास पर पार्टी विधानमंडल दल की हुयी बैठक के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मुख्यमंत्री एवं महागठबंधन के नेता नीतीश कुमार ने उप मुख्यमंत्री श्री यादव से इस्तीफा नहीं मांगा है। महागठबंधन मजबूती के साथ पांच वर्ष तक चलेगा लेकिन यदि श्री कुमार को बोझ लगता है तो वह समझें। श्री यादव ने कहा कि महागठबंधन के नेता नीतीश कुमार है और उनके प्रति कोई अनादर का भाव रखता है तो उसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उप मुख्यमंत्री के इस्तीफा दिये जाने की जदयू प्रवक्ताओं की ओर से की जा रही मांग पर राजद अध्यक्ष ने अपने चिरपरिचित लहजे में कहा, “जदयू कोई पुलिस नहीं है, मुझे और तेजस्वी को जहां बोलना होगा, वहां बोलेंगे।”


राजद अध्यक्ष ने उप मुख्यमंत्री के जनता के बीच जाकर लगे आरोपों पर सफाई देने से इनकार करते हुये कहा कि मुख्यमंत्री श्री कुमार ने कभी भी श्री यादव से इस्तीफे के संबंध में कोई चर्चा नहीं की। महागठबंधन में कोई दरार नहीं है, यह सब मीडिया की देन है। उन्होंने कहा कि जदयू और राजद पूरी तरह से एक साथ है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के मुंह से लार टपक रहा है कि कैसे वह सत्ता में आये। श्री यादव ने कहा कि अथक प्रयास से उन्होंने महागठबंधन बनाया है और श्री कुमार को मुख्यमंत्री के पद पर बैठाया है। श्री कुमार ने भी स्पष्ट कहा है कि पांच वर्ष के लिए जनादेश मिला है। उन्होंने स्पष्ट करते हुये कहा कि महागठबंधन सरकार का कार्यकाल सफलतापूर्वक पूरा करने के लिए राजद की ओर से किसी तरह की अड़चन नहीं है। वहीं, राजद विधानमंडल दल की नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने भी दो टूक शब्दों में कह दिया कि किसी के कहने पर उप मुख्यमंत्री इस्तीफा नहीं देंगे। 

इस बीच उप मुख्यमंत्री ने उनके ऊपर लगे आरोपों को सिरे से खारिज करते हुये कहा कि उनसे अभी तक मुख्यमंत्री ने इस्तीफा नहीं मांगा है। इस मामले में वह बार-बार सफाई नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा गठबंधन तोड़ने की साजिश कर रही है। उप मुख्यमंत्री ने कहा, “हमारी पार्टी के अधिक (80) विधायक होने के बावजूद हमने श्री कुमार को मुख्यमंत्री बनाया। हमने कभी भी शासन के कार्यों में हस्तक्षेप नहीं किया और न ही हमारी ओर से सरकार पर कोई दबाव बनाया गया। जदयू प्रवक्ताओं की बयानबाजी के बावजूद हम चुप रहे।” उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि कोई भी अपने महागठबंधन की छवि को क्यों बिगाड़ेगा। उन्होंने भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी को साजिश का सूत्रधार बताया और कहा कि वह स्वयं तो बिहारी नहीं हैं और प्रदेश की छवि खराब करने में लगे हैं। राजद अध्यक्ष ने कहा कि पार्टी विधानमंडल दल की नेता राबड़ी देवी की अध्यक्षता में बैठक हुई। बैठक में यह निर्णय लिया गया कि 28 जुलाई से शुरू हो रहे विधानमंडल के मॉनसून सत्र में श्रीमती राबड़ी देवी और विधानसभा में विधायक दल के नेता श्री तेजस्वी प्रसाद यादव के नेतृत्व में सक्रिय रहकर सरकार के हर कदम का समर्थन करते हुये महागठबंधन को शक्ति प्रदान कर जनहित के कार्यों में सहयोग करेंगे। बैठक में राजद अध्यक्ष श्री यादव, पूर्व सांसद जगदानंद सिंह, प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे, महागठबंधन सरकार में राजद कोटे के सभी मंत्री, विधायक और विधान पार्षद मौजूद थे। 


बिहार में गंगा समेत नौ नदियों के जलस्तर में वृद्धि, कोसी लाल निशान से ऊपर

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पटना 26 जुलाई, नेपाल के जलग्रहण क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश और बराज से पानी छोड़े जाने के कारण बिहार में गंगा समेत नौ नदियों के जलस्तर में आज भी वृद्धि जारी है वहीं कोसी का जलस्तर खतरे के लाल निशान से 53 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गया है। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार, राज्य में गंगा, सोन, पुनपुन, घाघरा, गंडक, बूढ़ी गंडक, अधवारा समूह, कोसी और महानंदा नदी के जलस्तर में कुल 18 स्थानों पर वृद्धि हुई। गंगा नदी बक्सर, पटना के दीघाघाट, गांधीघाट एवं हाथीदह और मुंगेर में, सोन भोजपुर के कोइलवर एवं पटना के मनेर में, पुनपुन पटना के श्रीपालपुर में तथा घाघरा नदी का जलस्तर सिवान के दरौली एवं गंगपुरसिसवन और सारण के छपरा में बढ़ गया है। इसी तरह गंडक गोपालगंज के डुमरियाघाट एवं मुजफ्फरपुर के रेवाघाट में, बूढ़ी गंडक मोतिहारी में लालबगियाघाट एवं खगड़िया में, अधवारा समूह दरभंगा के एकमीघाट में, कोसी खगड़िया के बलतारा में तथा महानंदा नदी के जलस्तर में कटिहार के झावा में वृद्धि दर्ज की गई। आयोग के अनुसार, वर्षा के दबाव के कारण नेपाल में कोसी नदी पर बने बारा बराज से 98150 क्यूसेक एवं बिहार में वीरपुर बराज से एक लाख 35 हजार 680 क्यूसेक, गंडक नदी में वाल्मीकिनगर बराज से 81800 क्यूसेक, सोन नदी में इंद्रपुरी बराज से 195174 क्यूसेक तथा बागमती नदी में मोहम्मदगंज बराज से दो लाख 90 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। नेपाल के जलग्रहण क्षेत्र में जारी बारिश और बराज से पानी छोड़े जाने के कारण कोसी नदी का जलस्तर बलतारा में लगातार लाल निशान से ऊपर बना हुआ है। आज बलतारा में यह खतरे के निशान से 53 सेंटीमीटर ऊपर रिकॉर्ड किया तथा कल तक इसमें 15 सेंटीमीटर वृद्धि होने की संभावना है। हालांकि सुपौल के बसुआ में कोसी का जलस्तर खतरे के निशान से 72 सेंटीमटीर नीचे दर्ज किया गया लेकिन कल तक इसमें पांच सेंटीमीटर वृद्धि होने का अनुमान है। जल संसाधन विभाग ने दावा किया है कि राज्य के सभी बाढ़ सुरक्षात्मक तटबंध जहां सुरक्षित हैं वहीं तटबंधों की 24 घंटे निगरानी की जा रही है। विभाग के अभियंता लगातार नजर रख रहे हैं। इस बीच मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के अपने पूर्वानुमान में कहा है कि बिहार की सभी नदियों एवं सोन नदी के जलग्रहण क्षेत्रों में हल्की बारिश होने की संभावना है। 

नीतीश का सोनिया-राहुल से मिलना महागठबंधन में सुलह नहीं विदाई का संकेत : सुशील

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पटना 26 जुलाई, बिहार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधानमंडल दल के नेता सुशील कुमार मोदी ने उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के इस्तीफे को लेकर बनाये जा रहे दबाव से सत्तारुढ़ महागठबंधन के घटक दलों में छिड़े घमासान के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी से मिलने पर आज कहा कि श्री कुमार का ऐसा करना महागठबंधन में सुलह का नहीं बल्कि विदाई की औपचारिकता का संकेत है। श्री मोदी ने अपने ट्विटर हैंडल पर कहा, “हिमाचल प्रदेश के दागी मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की कुर्सी को बचाये रखने वाली कांग्रेस बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव से इस्तीफा नहीं मांग सकती है।” उन्होंने कहा कि ऐसे में श्री कुमार का सोनिया गांधी एवं राहुल गांधी से मिलकर राज्य के राजनीति संकट पर बातचीत करने की पहल महागठबंधन में सुलह नहीं बल्कि विदाई की औपचारिकता का संकेत है। उल्लेखनीय है कि पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के सम्मान में दिये गये भोज में शामिल होने के लिए शनिवार को दिल्ली पहुंचे मुख्यमंत्री ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की थी। ऐसा माना जा रहा है कि इस दौरान दोनों श्री कुमार ने तेजस्वी के इस्तीफे को लेकर बिहार में जारी सियासी संकट पर चर्चा की थी। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने का भी समय मांगा था। भाजपा नेता ने महागठबंधन के तीसरे घटक कांग्रेस पर निशाना साधते हुये कहा कि घोटालों के लिए चर्चित रही कांग्रेस मिजाज से सजायाफ्ता राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के साथ है जबकि वह मजबूरी में श्री कुमार के साथ है। श्री मोदी ने एक अन्य ट्वीट में राजद प्रमुख के करीबी पूर्व सांसद शिवानंद तिवारी की लगातार जारी बयानबाजी पर पलटवार करते हुये कहा कि राजनीति से संन्यास की घोषणा के बाद भी रोज लालू चालीसा पढ़ने वाले एक समाजवादी नेता मानते हैं कि बेनामी सम्पत्ति मामले में तेजस्वी यादव से इस्तीफा मांगना मुख्यमंत्री का व्यक्तिगत द्वेष है। उन्होंने कहावत का हवाला देते हुये कहा कि डाल से चूके बंदर और गृहस्थी में लौटे संन्यासी को कोई नहीं पूछता। श्री तिवारी ने आज यहां राजद अध्यक्ष से मुलाकात के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा कि सिर्फ प्राथमिकी दर्ज होने से कोई दोषी नहीं हो जाता है। उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को इस्तीफा देने की कोई जरूरत नहीं है। यदि उनके खिलाफ कोई कार्रवाई होती है तो राजद के लोग इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने भ्रष्टाचार पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जीरो टॉलरेंस को ढोंग बताया और कहा कि वह दूध के धुले नहीं हैं और यदि भेद खुला तो सारे गड़े मुर्दे को उखाड़ देंगे। 

सीबीआई ने शुरू की विश्वविद्यालय शिक्षक नियुक्ति घोटाले की जांच

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भागलपुर 26 जुलाई, केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने आज झारखंड में विश्वविद्यालय शिक्षक नियुक्ति में हुये घोटाले की जांच के लिए तिलकामांझी भागलपुर विशवविद्यालय पहुंचकर कर्मचारियों एवं अधिकारियों से पूछताछ की। आधिकारिक सूत्रों ने आज यहां बताया कि रांची से आई सीबीआई की दो सदस्यीय टीम ने तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय पहुंचकर रजिस्ट्रार डॉ. मोहन मिश्रा से मुलाकात की और इस मामले से जुड़े विशवविद्यालय के छह शिक्षकों के बारे मे विस्तृत जानकारी ली। सूत्रों ने बताया कि सीबीआई ने विश्वविद्यालय के छह शिक्षकों को सशरीर उपस्थित होने और इस मामले में अपना पक्ष रखने के लिए नोटिस जारी करते हुए 20 अगस्त को रांची स्थित कार्यालय में तलब किया है। गौरतलब है कि झारखंड में विश्वविद्यालय शिक्षकों की नियुक्ति के लिए झारखंड लोक सेवा आयोग ने वर्ष 2006 में परीक्षा और उसके बाद साक्षात्कार आयोजित की थी। इसके आधार पर वर्ष 2008 में जारी परिणाम में सफल हुये उम्मीदवारों की शिक्षक के पद पर नियुक्ति हुई थी। इस नियुक्ति पैनल में तिलकामांझी भागलपुर विशवविद्यालय के तीस शिक्षक शामिल थे। इनपर साक्षात्कार में आयोग के निर्देशो का उल्लंघन कर अंक देने का आरोप लगा था। बाद में इस मामले में हुई धांधली उजागर होने और मामले के जोर पकड़ने के कारण इसकी जांच की जिम्मेवारी सीबीआई को सौंपी गई। सीबीआई ने इस मामले की जांच-पड़ताल शुरू कर दी है। 

झारखंड में भारी बारिश से एम्बुलेंस और कार समेत सात लोग नदी में बहे

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रांची 26 जुलाई, झारखंड में पिछले पांच दिनों से लगातार हो रही बारिश से सामान्य जनजीवन पूरी तरह से अस्त व्यस्त हो गया और इस दौरान कोयल नदी में एम्बुलेंस समेत चार लोग तथा पुल पार करने के दौरान कार सवार तीन लोग सेनेगड़ा नदी में तेज धार की चपेट में आने से बह गये। पुलिस सूत्रों ने आज यहां बताया कि लोहरदगा में कोयल नदी में भारी बारिश के कारण एम्बुलेंस समेत चार लोग बह गये, जबकि रामगढ़ में पुल से गुजरते समय कार नदी में बह गयी। कार में तीन लोग सवार थे, जिसमें से दो लोगों का शव बरामद कर लिया गया। सूत्रों ने बताया कि लोहरदगा जिले के सीठियो गांव स्थित कोयल नदी में तेज धार की चपेट में आये एम्बुलेंस पर सवार सभी लोग डालटनगंज जिले के चैनपुर से मरीज को लेकर रांची आ रहे थे। एम्बुलेंस में सवार लोग कोयल नदी के पुल के बीच में पहुंचे तभी उनका वाहन अचानक बंद हो गया। इस बीच वाहन को धक्का देने के लिए चालक और राकेश रजक नीचे उतर आये और वाहन को धक्का देकर पुल पार कराने में सहयोग के लिए अन्य लोगों की तलाश करने लगे तभी नदी का जलस्तर अचानक बढ़ गया और एम्बुलेंस पर बैठे चार लोग वाहन के साथ नदी में बह गये। 


सूत्रों ने बताया कि वहीं रामगढ़ जिले के रजरप्पा थाना क्षेत्र स्थित सेनेगड़ा नदी पर बने पुल से गुजरते समय सोमवार की देर रात एक होंडा सिटी कार के साथ तीन लोग नदी में बह गये। इस कार में चालक के अलावा एमबीए के दो छात्र सवार थे। गोताखोर ने दो शवों को बरामद कर लिया है और एक अन्य की तलाश की जा रही है। मौसम विभाग से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार पिछले 24 घंटे में सबसे अधिक बारिश लातेहार में 269मिलीमीटर हुई, जबकि रांची में 211, लोहरदगा के कुंड्रू में 193 , लोहरदगा में 165,बोकारो के गोमिया में 144 , पाकुड़ के महेशपुर में 137, डालटनगंज में 125 , जमशेदपुर में 117, धनबाद के पापनकी में 100, पंचेत में 84, धनबाद में 98 मि.मी. वर्षा रिकार्ड की गयी । इसके अलावा बोकारो, गिरिडीह, गुमला, हजारीबाग, लोहरदगा, पाकुड़, पलामू, रांची, लातेहार और पूर्वी सिंहभूम जिले के विभिन्न हिस्सों में 70 से लेकर 90 मि.मी. तब बारिश रिकॉर्ड की गयी। लगातार हो रही बारिश से राज्यभर में लोगों की परेशानिया बढ़ गयी है। इस दौरान विभिन्न हिस्सों में 100 से अधिक कच्चे-पक्के मकान ध्वस्त हो गये , वहीं जान-माल की भी भारी क्षति हुई है। राजधानी रांची के सदर थाना क्षेत्र अंतर्गत ढेला टोली में आज सुबह एक चार मंजिला अपार्टमेंट गिर पड़ा। 

हालांकि भवन पुराना होने के कारण इस अपार्टमेंट को पहले ही खाली करा दिया था जिसके कारण जान-माल की क्षति नहीं हुई । हालांकि अपार्टमेंट गिरने की वजह से आसपास के लोग काफी भयभीत हैं। रांची के ही जगन्नाथपुर थाना के पीछे लीची बगान में भी दो मकान गिर गये है। राजधानी के अशोक नगर से सटी बस्ती में भी छह कच्चे मकान के गिरने की सूचना है। इसके अलावा तेज वर्षा के कारण हिनू में भी मिट्टी के दो मकान गिरने की खबर है। राज्य में पिछले चार-पांच दिनों से लगातार हो रही बारिश से जहां सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है वहीं किसानों के चेहरे पर खुशी दिख रही है। लगातार बारिश से खेतों में लबालब पानी भर गया है। तेज बारिश में भी किसान रोपनी कर रहे हैं। पिछले दिनों से हो रही वर्षा से राज्य में बारिश सामान्य से अधिक हो गया है। राज्य में 25 जुलाई तक 467 मिली मीटर बारिश होनी थी जबकि यहां अबतक 492 मि.मी. वर्षा रिकार्ड की गयी है। चार दिन पहले राज्य करीब 25 फीसदी बारिश की कमी झेल रहा था, लेकिन लगातार हुई बारिश से यह सामान्य से पांच फीसदी अधिक हो गया है। 

नीतीश का मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा, बिहार के हित में भाजपा के साथ से परहेज नहीं

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पटना 26 जुलाई, बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले में केन्द्रीय जांच ब्यूरो(सीबीआई) की प्राथमिकी के बाद से राज्य में सत्तारूढ़ महागठबंधन के दो बड़े घटक राष्ट्रीय जनता दल(राजद) और जनता दल यूनाइटेड(जदयू) के बीच उत्पन्न गतिरोध का पटाक्षेप आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस्तीफे के साथ हो गया, श्री कुमार ने आज शाम जदयू विधायक दल की बैठक के तुरंत बाद राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी को अपना त्याग पत्र सौंप दिया । राज्यपाल ने भी श्री कुमार का इस्तीफा स्वीकार कर लिया और उन्हें अगली व्यवस्था होने तक काम करते रहने को कहा है। इससे पूर्व जदयू विधायक दल की बैठक में श्री कुमार ने अपने इस्तीफे की घोषणा की और इसके बाद राज्यपाल से मिलने के लिए समय मांगा था । श्री कुमार ने राज्यपाल से मिलने से पहले फोन कर राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव और महागठबंधन के एक अन्य घटक कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और बिहार मामलों के प्रभारी सी0 पी0 जोशी को अपने इस्तीफे की जानकारी दे दी थी ।



श्री कुमार ने इस्तीफा देकर लौटने के बाद राजभवन के बाहर पत्रकारों से बातचीत में कहा, ‘ मैनें अंतरात्मा की आवाज मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया है। महागठबंधन की सरकार 20 महीने से भी ज्यादा समय तक चलाई है और मुझसे जितना संभव हुआ, हमने गठबंधन धर्म का पालन करते हुए जनता से चुनाव के समय किये गये वादों को पूरा करने की कोशिश की।’ उन्होंने कहा कि हाल के दिनों में जिस तरह की चीजें सामने आईं, उसमें उनके लिए महागठबंधन का नेतृत्व करना और काम करना संभव नहीं था। कार्यवाहक मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने किसी का इस्तीफा नहीं मांगा था । उनकी राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव से भी बात होती रही और श्री तेजस्वी यादव भी उनसे मिले थे। इस दौरान उन्होंने उन्हें यही कहा कि जो भी उनपर आरोप लगे हैं, उसपर उन्हें स्पष्टीकरण देना चाहिए। उन्होंने कहा कि अपने समर्थकों के बीच यह दलील दी जा सकती है कि उन्हें फंसाने के लिए आरोप लगाये गये हैं , लेकिन इस मामले को लेकर आमजनों के बीच में जो एक अवधारणा बन रही है, उसको ठीक करने के लिए स्पष्टीकरण जरूरी है लेकिन उनकी (लालू-तेजस्वी) ओर से वह भी नहीं हो रहा था। श्री कुमार ने कहा कि इस मामले को लेकर राज्य में माहौल ऐसा बन गया था कि हर ओर सिर्फ इसी बात को लेकर चर्चा थी। ऐसे में काम करना संभव नहीं था । हालांकि इस फैसले पर पहुंचने से पहले उन्होंने हर बिंदु पर सोच विचार किया और रास्ता निकालने की कोशिश की । कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से भी मुलाकात की और उन्हें अध्यादेश फाड़े जाने की घटना को भी याद दिलाया । उन्हें उम्मीद थी कि समस्या का हल हो जायेगा । कार्यवाहक मुख्यमंत्री ने कहा कि यह संकट नहीं है बल्कि अपने आप लाया गया संकट है। यदि आरोप लगा है तो उसका उचित उत्तर देना चाहिए था और स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए थी। स्पष्ट कर देते तो उन्हें भी एक आधार मिलता लेकिन इतने दिनों तक इंतजार किया और समझा कि वे कुछ कहने की स्थिति में नहीं हैं, कुछ कहना नहीं चाहते। ऐसे में वह तो उनकी ओर से जवाब नहीं दे सकता था। श्री कुमार ने कहा कि वह सरकार का नेतृत्व कर रहे थे और यदि सरकार के अंदर के व्यक्ति के बारे में कुछ बातें कही जाती हैं तो ऐसी स्थिति में सरकार कैसे चला सकते थे । उन्होंने कहा ,‘जब तक चला सकते थे, चला लिया। अब स्थिति मेरे स्वभाव या मेरे काम करने के तरीके के अनुरूप नहीं है। इसलिए इस्तीफा दे दिया ।’ कार्यवाहक मुख्यमंत्री ने कहा कि वह हमेशा गांधीजी की बातों को उद्धृत करते रहे हैं कि जरूरत की पूर्ति हो सकती है लेकिन लालच की नहीं । गलत तरीके से संपत्ति अर्जित करना ठीक नहीं होता। कफन में भी पॉकेट नहीं होता। जो भी है, यहीं रहेगा। ऐसी परिस्थिति में लोग समझ सकते हैं कि उनके पास रास्ते ही क्या बचे थे। उन्होंने कहा कि गठबंधन और विपक्षी एकता की जहां तक बात है तो वह इसके पक्षधर रहे हैं लेकिन इसका एजेंडा भी तो होना चाहिए। 

नीतीश ने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर लालू के समक्ष घुटने नहीं टेके : भाजपा

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पटना 26 जुलाई, बिहार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद)अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार के खिलाफ बेनामी संपत्ति एवं भ्रष्टाचार के लगे आरोप के मुद्दे पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आज पद से इस्तीफा दिये जाने का स्वागत किया और कहा कि श्री कुमार ने राजद अध्यक्ष से न तो समझौता किया और न ही उनके सामने घुटने टेके। भाजपा विधान मंडल दल के नेता एवं पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने यहां पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय की उपस्थति में अपने सरकारी आवास पर पार्टी विधानमंडल दल की हुयी बैठक के बाद संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि श्री कुमार ने कभी भ्रष्टाचार से समझौता नहीं किया है। इसके कई उदाहरण भी पूर्व में भी देखने को मिल चुके हैं। श्री मोदी ने कहा कि श्री कुमार ने ठीक ही कहा है कि कफन में कोई जेब नहीं होती। चारा घोटाला से भी राजद अध्यक्ष ने सबक नहीं लिया और बेनामी संपत्ति बनाने में लगे रहें। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने भ्रष्टाचार एवं बेनामी संपत्ति के मुद्दे पर श्री यादव और उनके परिवार पर लगे आरोपों के बाद समझौता नहीं किया और इस्तीफा देकर सही कदम उठाया। 


भाजपा नेता ने कहा कि श्री कुमार ने इस मुद्दे पर इस्तीफा देकर भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति को बरकरार रखा है । उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव पर भ्रष्टाचार का आरोप लगने के बाद पिछले 20 दिनों से उनकी पार्टी इस्तीफे की मांग कर रही थी लेकिन राजद ने इस पर जवाब न देकर चुप्पी साध रखी थी। उन्होंने कहा कि श्री कुमार की पार्टी जदयू भी राजद से इस मुद्दे पर तथ्यपरक बिंदुवार जवाब की उम्मीद में था लेकिन इस पर राजद की ओर से कोई जवाब नहीं दिया गया। श्री मोदी ने कहा कि उनकी पार्टी के विधानमंडल दल की हुई बैठक में प्रदेश में ताजा राजनीतिक हालात को देखते हुए तीन सदस्यीय कमेटी बनायी गयी है। इस कमेटी में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय, विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता प्रेम कुमार और वह स्वयं शामिल हैं । उन्होंने कहा कि यह कमेटी बिहार के ताजा राजनीतिक हालात पर केन्द्रीय नेतृत्व को अवगत कराती रहेगी तथा संपर्क में बनी रहेगी। भाजपा नेता ने कहा कि बैठक में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि बिहार में मध्यावधि चुनाव न हो । पार्टी मध्यावधि चुनाव के पक्ष में नहीं है। उन्होंने कहा कि जो भी निर्णय होगा वह तीन सदस्यीय कमेटी ही लेगी ।

मधुबनी : विद्यार्थी परिषद ने प्राचार्य को छात्रहित में सौंपा ज्ञापन

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आज 26 जुलाई को अभाविप के जिला संयोजक गीतेश झा के नेतृत्व में चार सदस्यीय शिष्टमंडल ने स्थानीय ललित नारायण जनता महाविद्यालय के प्राचार्य श्री केदारनाथ झा को छात्रहित में ज्ञापन सौंपा मौके पर जिला संयोजक ने कहा कि विद्यार्थी परिषद सदैव छात्रहित के मुद्दों पर मुखर होकर सड़क से सरकार तक संघर्षरत रही है। इसी कड़ी में  आज प्राचार्य से मिलकर स्थानीय समस्यों से अवगत कराया। गीतेश झा ने श्री रामनाथ कोविंद को भारत के राष्ट्रपति पद पर निर्वाचित होने पर बधाई भी दिया। मौके पर छात्र संपर्क प्रमुख चेकितान कौण्डिन्य, नगर मंत्री हिमकर कौण्डिन्य, कन्हैया महाराज और अभिषेक झा भी मौजूद थे। चेकितान कौण्डिन्य ने जानकारी देते हुए कहा कि आगामी 28 जुलाई को विश्वविद्यालय में भी ऐसे ही मुद्दों को लेकर विशाल प्रदर्शन करने जा रही है जिसमे हजारों की संख्या में छात्रों का जुटान होगा।


रायबरेली : शहीदों को कैंडल जला कर दी श्रद्धांजलि

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रायबरेली (रवि श्रीवास्तव)शिवसेना संगठन और पूर्व सैनिक एसोसिएशन ने कारगिल विजय दिवस पर कारगिल युद्ध के शहीदों को कैंडल जला कर श्रद्धांजलि दी।  हर साल 26 जुलाई को कारगिल युद्ध में देश के लिए शहीद होने वाले सैनिकों की याद में विजय दिवस मनाया जाता है। जम्मू-कश्मीर में स्थित कारगिल की भारतीय सैन्य चौकियों पर पाकिस्तानियों ने कब्जा कर लिया था। मई 1999 में कारगिल में पाकिस्तानी कब्जेवाली चौकियों को आजाद कराना शुरू किया। कारगिल युद्ध जुलाई तक जारी रहा और 26 जुलाई 1999 को भारत ने पूरी तरह इलाका आजाद करा लिया। इस दौरान शिवसेना जिला प्रमुख अजय सिंह ने कहा कि हमारे देश के युवाओं को सेना का सम्मान करना चाहिए। हमें गर्व है देश की सेना पर। पूर्व सैनिक रायबरेली एसोसिएशन के अध्यक्ष एसबी सिंह ने कहा कि जब भी हम देश पर हुए शहीदों को याद करते हैं, आखें नम हो जाती हैं। घर से दूर रहकर हमारे सेना के जवान देश की सुरक्षा में सीमा पर हमेशा तैयार रहते हैं।  हमें सैनिकों का हमेशा सम्मान करना चाहिए। इस दौरान दोनों संगठनों  के सभी पदाधिकारी मौजूद रहे।

भाजपा ने नीतीश को सरकार बनाने के लिए समर्थन दिया

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पटना 26 जुलाई, बिहार के मुख्यमंत्री पद से श्री नीतीश कुमार के इस्तीफे के तीन घंटे के अंदर ही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने उन्हें नई सरकार बनाने के लिए समर्थन देने की घोषणा कर दी और राज्यपाल को इससे संबंधित पत्र भी सौंप दिया है, भाजपा विधानमंडल दल के नेता सुशील कुमार मोदी ने यहां बताया कि भाजपा राज्य में राजनीतिक अस्थिरता नहीं चाहती है इसलिए उसने श्री कुमार को समर्थन देने का फैसला लिया है । उन्होंने बताया कि इस फैसले से श्री कुमार को फोन कर अवगत भी करा दिया गया है और राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी को भी समर्थन से संबंधित पत्र सौंप दिया गया है। श्री मोदी ने कहा कि श्री कुमार से उनकी भी बात हुई है और उन्होंने भाजपा के समर्थन को स्वीकार किया है । उन्होंने कहा कि भाजपा ने श्री कुमार को बिना शर्त समर्थन देने का फैसला किया है । भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय ने कहा कि केन्द्रीय नेतृत्व ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के त्यागपत्र देने के बाद की परिस्थितियों पर पार्टी विधायकों की राय शुमारी के लिये तीन सदस्यीय समिति का गठन किया है। इस समिति में उनके अलावा भाजपा विधानमंडल दल के नेता सुशील कुमार मोदी और विधानसभा में विपक्ष के नेता प्रेम कुमार शामिल हैं। उन्होंने बताया कि विधायकों से विचार-विमर्श कर समिति इस निर्णय पर पहुंची कि राज्य को राजनीतिक अस्थिरता से बचाने के लिए श्री कुमार के नेतृत्व में नई सरकार बनाने के लिए समर्थन दिया जाये। श्री राय ने कहा कि समिति की राय से केन्द्रीय नेतृत्व को अवगत करा दिया गया है । उन्होंने कहा कि बिहार भाजपा के विधायक श्री कुमार के नेतृत्व को स्वीकार करते हैं। पार्टी उन्हें सरकार बनाने के लिए समर्थन का ऐलान करती है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि श्री कुमार ने भ्रष्टाचार के विरुद्ध संघर्ष का निर्णय लिया है पार्टी इसका स्वागत करती है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी श्री कुमार के इस कदम का स्वागत किया है और इसके बाद मुख्यमंत्री ने भी इसके लिए उन्हें तहे दिल से धन्यवाद दिया है। गौरतलब है कि 243 सदस्यी बिहार विधानसभा में बहुमत के लिए 122 विधायकों की जरूरत है । श्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के 71 और भाजपा के 53, उसकी सहयोगी लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) के दो-दो विधायक और हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के एक विधायक हैं । ऐसे में जदयू और भाजपा तथा उसके सहयोगी दलों के विधायकों की संख्या 129 हो जाती है जो बहुमत के लिए जरूरी जादुई आंकड़े से अधिक है। वहीं राष्ट्रीय जनता दल (राजद) 80 विधायकों के साथ सबसे बड़ी पार्टी है लेकिन उसके समर्थन में 27 विधायकों वाली कांग्रेस ही खड़ी है। विधानसभा में भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी लेनिनवादी (भाकपा माले) के तीन और चार निर्दलीय सदस्य हैं। 

नीतीश के इस्तीफे के बाद राजद कार्यकर्ताओं में नाराजगी

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पटना 26 जुलाई, जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार के बिहार के मुख्यमंत्री पद से आज इस्तीफा देने से नाराज राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के कार्यकर्ताओं ने राजधानी के अतिसुरक्षित क्षेत्र दस सर्कुलर रोड पर जमकर हंगामा और नारेबाजी की। श्री कुमार के इस्तीफे की जानकारी मिलते ही राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के यहां दस सर्कुलर रोड स्थित सरकारी आवास के बाहर बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ताओं का जमावड़ा लगा हुआ है। कार्यकर्ता काफी आक्रोशित हैं और रुक-रुक कर नारेबाजी और हंगामा कर रहे हैं। श्री यादव एक मामले में कल पेशी के लिए आज देर रात रांची रवाना होंगे और कार्यकर्ता उनसे मिलने के लिए उनके आवास के बाहर खड़े हैं। ऐसा माना जा रहा है कि श्री यादव से मिलने के बाद कार्यकर्ता अपनी बातों को रखेंगे। प्रदेश में बदलते राजनीतिक घटनाक्रम को देखते हुए राजधानी के अतिसुरक्षित क्षेत्र माने जाने वाले सभी इलाकों में बड़ी संख्या पुलिस की तैनाती की गयी है । 

हत्या के आरोपी नीतीश ने भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस का दिखावा कर इस्तीफा दिया : लालू

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पटना 26 जुलाई, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने केंद्रीय जांच ब्यूरोे(सीबीआई) के प्राथमिकी दर्ज करने के बाद श्री तेजस्वी प्रसाद यादव के उप मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने को लेकर मचे सियासी घमासान के बीच आज श्री नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री पद से त्यागपत्र दिये जाने पर कहा कि हत्या के आरोपी श्री कुमार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस का दिखावा कर इस्तीफा दिया है और अब बड़ी पार्टी होने के नाते सरकार बनाने का अधिकार राजद का है। श्री यादव ने राज्य में तेजी से बदल रहे राजनीतिक घटनाक्रम को लेकर यहां अपने आवास पर राजद विधायकों के साथ मंथन करने के बाद जल्दीबाजी में बुलाये गये संवाददाता सम्मेलन में आरोप लगाया और कहा कि श्री कुमार के खिलाफ अदालत परिसर में सीताराम सिंह की हत्या के आरोप में भारतीय दंड विधान की धारा 302 एवं 307 के साथ ही आर्म्स एक्ट की धारा 27 के तहत पटना जिले में बाढ़ अनुमंडल के पंडारक थाना में 16 नवंबर 1991 को मामला दर्ज है। उन्होंने कहा कि हत्या के आरोपी श्री कुमार किस हैसियत से मुख्यमंत्री के पद पर बैठे हुये थे। उन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस का दिखावा कर अपने पद से इस्तीफा दिया है। राजद अध्यक्ष ने कहा कि हत्या का आरोप होने के बावजूद श्री कुमार मुख्यमंत्री बन सकते हैं। वहीं, श्री कुमार की पार्टी जनता दल यूनाईटेड (जदयू) तेजस्वी से सीबीआई की उस प्राथमिकी के आधार पर इस्तीफे की मांग कर रही थी जब वह नाबालिग थे। उन्होंने आरोप लगाया कि भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस का दिखावा करने वाले श्री कुमार को हत्या के इस मामले का जनता के बीच भंडाफोड़ होने का डर था इसलिए उन्होंने मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कहा कि श्री कुमार के इस्तीफे के बाद बड़ी पार्टी होने के कारण सरकार बनाने का अधिकार राजद का है। 


श्री मोदी ने कहा कि श्री कुमार से उनकी भी बात हुई है और उन्होंने भाजपा के समर्थन को स्वीकार किया है । उन्होंने कहा कि भाजपा ने श्री कुमार को बिना शर्त समर्थन देने का फैसला किया है ।  भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय ने कहा कि केन्द्रीय नेतृत्व ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के त्यागपत्र देने के बाद की परिस्थितियों पर पार्टी विधायकों की राय शुमारी के लिये तीन सदस्यीय समिति का गठन किया है। इस समिति में उनके अलावा भाजपा विधानमंडल दल के नेता सुशील कुमार मोदी और विधानसभा में विपक्ष के नेता प्रेम कुमार शामिल हैं। उन्होंने बताया कि विधायकों से विचार-विमर्श कर समिति इस निर्णय पर पहुंची कि राज्य को राजनीतिक अस्थिरता से बचाने के लिए श्री कुमार के नेतृत्व में नई सरकार बनाने के लिए समर्थन दिया जाये। श्री राय ने कहा कि समिति की राय से केन्द्रीय नेतृत्व को अवगत करा दिया गया है । उन्होंने कहा कि बिहार भाजपा के विधायक श्री कुमार के नेतृत्व को स्वीकार करते हैं। पार्टी उन्हें सरकार बनाने के लिए समर्थन का ऐलान करती है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि श्री कुमार ने भ्रष्टाचार के विरुद्ध संघर्ष का निर्णय लिया है पार्टी इसका स्वागत करती है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी श्री कुमार के इस कदम का स्वागत किया है और इसके बाद मुख्यमंत्री ने भी इसके लिए उन्हें तहे दिल से धन्यवाद दिया है। गौरतलब है कि 243 सदस्यी बिहार विधानसभा में बहुमत के लिए 122 विधायकों की जरूरत है । श्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के 71 और भाजपा के 53, उसकी सहयोगी लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) के दो-दो विधायक और हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के एक विधायक हैं । ऐसे में जदयू और भाजपा तथा उसके सहयोगी दलों के विधायकों की संख्या 129 हो जाती है जो बहुमत के लिए जरूरी जादुई आंकड़े से अधिक है। वहीं राष्ट्रीय जनता दल (राजद) 80 विधायकों के साथ सबसे बड़ी पार्टी है लेकिन उसके समर्थन में 27 विधायकों वाली कांग्रेस ही खड़ी है। विधानसभा में भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी लेनिनवादी (भाकपा माले) के तीन और चार निर्दलीय सदस्य हैं। 

राजद अध्यक्ष ने कहा कि जब श्री कुमार राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) से अलग हुये थे तब उन्होंने कहा था कि वह मिट्टी में मिल जाएंगे लेकिन दुबारा इस गठबंधन में शामिल नहीं होंगे। साथ ही यह भी कहा था कि सभी धर्मनिरपेक्ष शक्तियां मिलकर ‘संघमुक्त’ भारत का निर्माण करेंगे। उन्होंने कहा कि वह हमेशा कहते रहे हैं कि श्री कुमार भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के इशारों पर काम कर रहे हैं, जो आज उनके इस्तीफे से साबित हो गया। उन्होंने कहा, “मैंने श्री कुमार को स्पष्ट रूप से कह दिया था कि वह महागठबंधन सरकार का कार्यकाल पूरा करें उन पर किसी तरह का दबाव नहीं होगा। राजद के विधायकों एवं मंत्रियों ने कभी भी शासन के कामकाज में हस्तक्षेप नहीं किया।” श्री यादव ने कहा कि तेजस्वी के खिलाफ दर्ज किये गये फर्जी मामले को लेकर श्री कुमार ने स्वयं कभी इस्तीफे के लिए नहीं कहा। उन्होंने कहा, “आज भी मेरी बात श्री कुमार से हुई और तेजस्वी ने भी उनसे पहले बात की थी लेकिन उन्होंने कभी इस्तीफे के लिए नहीं कहा था।” राजद अध्यक्ष ने कहा, “श्री कुमार ने सांप्रदायिक ताकतों से आशीर्वाद लेकर इस्तीफा दे ही दिया और अब वह सरकार चलाने लायक भी नहीं रहे तो मेरी राजद, जदयू और कांग्रेस विधायकों से अपील है कि वह मिलकर नये मुख्यमंत्री का चयन कर लें, और वह नाम न तो श्री कुमार होगा और न ही तेजस्वी का।” उन्होंने कहा कि वह राज्य पर राष्ट्रपति शासन थोपने के पक्ष में नहीं हैं इसलिये तीनों दल मिलकर नये मुख्यमंत्री का चयन कर लें ताकि सरकार सुचारू रूप से चलती रहे। 

नीतीश फिर से राजग विधायक दल के नेता चुने गये, भाजपा भी सरकार में होगी शामिल

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पटना 26 जुलाई, बिहार के मुख्यमंत्री पद से श्री नीतीश कुमार के इस्तीफे के तीन घंटे के अंदर ही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने उन्हें नई सरकार बनाने के लिए समर्थन देने की घोषणा कर दी और उसके एक घंटे के बाद ही मुख्यमंत्री आवास में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के विधायक दल की बैठक हुई जिसमें श्री कुमार को विधिवत नेता चुन लिया गया । श्री कुमार को भाजपा के समर्थन देने की घोषणा के तुरंत बाद मुख्यमंत्री के आवास पर जदयू, भाजपा, लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) के विधायकों की बैठक हुई । इस बैठक में श्री कुमार की पार्टी फिर से राजग में शामिल हो गयी और उसके बाद श्री कुमार को सर्वसम्मति से राजग विधायक दल का नेता चुन लिया गया है। सूत्रों के अनुसार श्री कुमार के नेतृत्व में राजग की सरकार बनाने के लिए आज रात ही दावा किया जाना था लेकिन राज्यपाल के अस्वस्थ होने के कारण फिलहाल इसे टाल दिया गया है। सम्भवत: कल सुबह श्री कुमार राज्यपाल से मिलकर नई सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे और कल शाम ही वह फिर से मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। इससे पूर्व विधायक दल की बैठक में जा रहे भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय ने कहा कि श्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बनने जा रही नई सरकार में भाजपा और उसके सहयोगी दल भी शामिल होंगे ।

नीतीश ने अंतरात्मा की आवाज पर मुख्यमंत्री पद से तीन बार दिया इस्तीफा

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पटना 26 जुलाई, जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार अंतरात्मा की आवाज पर बिहार के मुख्यमंत्री पद से तीन बार इस्तीफा दे चुके हैं। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) विधायक दल के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव के खिलाफ केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के प्राथमिकी दर्ज किये जाने के बाद उप मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा नहीं दिये जाने को लेकर जारी विवाद के बीच श्री कुमार ने अपने राजनीति जीवन में मुख्यमंत्री पद से तीसरी बार इस्तीफा दिया है। श्री कुमार ने अंतरात्मा की आवाज पर यह फैसला लिया है। श्री कुमार ने पहली बार तीन मार्च 2000 से 10 मार्च 2000 तक आठ दिनों के लिए मुख्यमंत्री बने लेकिन पर्याप्त बहुमत नहीं रहने के कारण उन्हें मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था। दूसरी बार 20 मई 2014 को उन्होंने लोकसभा चुनाव में पार्टी की हुयी करारी हार की जिम्मेवारी लेते हुए मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था। श्री कुमार ने इसी तरह भ्रष्टाचार और बेनामी संपत्ति के मुद्दे पर राजद से विवाद के बाद आज तीसरी बार मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दिया है। उल्लेखनीय है कि श्री कुमार ने इससे पहले अगस्त 1999 में अटल बिहार बाजपेयी की सरकार में गैसल रेल दुर्घटना की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुये रेलमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था। 

नैतिकता की दुहाई देने वाले नीतीश चुनावी अखाड़े में आकर देखें : लालू

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पटना 26 जुलाई, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने श्री तेजस्वी प्रसाद यादव पर भ्रष्टाचार के लगे आरोपों को लेकर बिहार में सियासी खींचतान के बीच आज श्री नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री पद से त्यागपत्र देने पर उन्हें चुनौती देते हुये कहा कि नैतिकता की दुहाई देने वाले श्री कुमार चुनावी मैदान में आना चाहिए तब उन्हें पता चल जाएगा कि कितने लोग उनके साथ है। श्री यादव ने श्री कुमार के इस्तीफे के बाद माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर उन्हें चुनौती देते हुये कहा, “नैतिकता और भ्रष्टाचार की दुहाई देने वाले श्री कुमार को चुनाव में आना चाहिए। उन्हें पता लग जायेगा कि भ्रष्टाचार और नैतिकता की लड़ाई में कितने लोग उनके साथ हैं।” राजद अध्यक्ष ने सरकार बनाने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की अगुवाई वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के समर्थन की घोषणा पर एक अन्य ट्वीट में कहा, “बिहार में महागठबंधन को भाजपा के खिलाफ रिकॉर्ड तोड़ बहुमत मिला था। अब उसी भाजपा के समर्थन से श्री कुमार सरकार चलाकर नैतिकता का नया रिकॉर्ड स्थापित करेंगे।” उल्लेखनीय है कि केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के श्री तेजस्वी प्रसाद यादव के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के बाद उनके उप मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने की मांग को लेकर राज्य में छिड़े सियासी घमासान के बीच जहां राजद दो टूक शब्दों में कहता रहा कि तेजस्वी किसी कीमत पर इस्तीफा नहीं देंगे वहीं जदयू ने उन्हें जनता के बीच जाकर लगे आरोपों का तथ्यपरक जवाब देने की मांग की थी।


10 हजार के पार बंद हुआ निफ्टी, सेंसेक्स भी नये शिखर पर

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मुंबई 26 जुलाई, विदेशी बाजारों से मिले सकारात्मक संकेतों के बीच दिग्गज कंपनियों में हुई लिवाली से आज नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 0.56 प्रतिशत यानी 56.10 अंक चढ़कर पहली बार 10 हजार अंक के पार 10,020.65 अंक पर बंद हुआ, मंगलवार को इसने कारोबार के दौरान पहली बार 10 हजार अंक के स्तर को छुआ था, लेकिन अंतत: 9,964.55 अंक पर बंद हुआ था। बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स भी 0.48 प्रतिशत यानी 154.19 अंक की बढ़त के साथ अब तक के उच्चतम स्तर 32,382.46 अंक पर पहुँच गया। निफ्टी 19.10 अंक की तेजी के साथ 9,983.65 अंक पर खुला। शुरुआती चंद मिनटों में ही 9,965.95 अंक के दिवस के न्यूनतम अंक को छूने के बाद इसने पीछे मुड़कर नहीं देखा। लगातार चढ़ता हुआ कारोबार की समाप्ति से पहले 10,025.95 अंक के ऐतिहासिक उच्चतम स्तर को छूता हुआ यह 10,020.65 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी की 51 में से 30 कंपनियों के शेयर हरे और 21 के लाल निशान में बंद हुए। सेंसेक्स भी 27.72 अंक की बढ़त के साथ 32,255.99 अंक पर खुला। इसका ग्राफ भी निफ्टी की तरह ही रहा। आरंभिक क्षणों में ही 32,226.08 अंक के दिवस के निचले स्तर को छूने के बाद कारोबार की समाप्ति से पहले 32,413.63 अंक के रिकॉर्ड उच्चतम स्तर को छूता हुआ यह 32,382.46 अंक पर बंद हुआ जो अब तक का सर्वाधिक बंद स्तर है। सेंसेक्स की 30 में से 21 कंपनियाँ हरे और आठ लाल निशान में रहीं जबकि कोटक महिंद्रा बैंक के शेयर अपरिवर्तित रहे। टाटा स्टील, सनफार्मा और आईसीआईसीआई बैंक के शेयर दो प्रतिशत से अधिक चढ़े। महिंद्रा एंड महिंद्रा, सिप्ला और हिंदुस्तान यूनिलिर में भी करीब दो प्रतिशत की तेजी रही। कमजोर तिमाही परिणामों के कारण एक्सिस बैंक और एशियन पेंट्स ने सबसे ज्यादा नुकसान उठाया। मंगलवार को जारी परिणाम के अनुसार, एक्सिस बैंक का शुद्ध मुनाफा 30 जून को समाप्त तिमाही में घटा है जबकि बैंक पर गैर-निष्पादित परिसंपत्ति (एनपीए) का दबाव बढ़ा है। इससे बैंक के शेयर करीब तीन फीसदी लुढ़क गये। एशियन पेंट्स का भी मुनाफा घटने से उसके शेयर करीब डेढ़ प्रतिशत टूटे हैं। बीएसई में कुल 2,861 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ। इनमें 1,362 के शेयर बढ़त में और 1,324 के गिरावट में रहें जबकि 175 के शेयरों के भाव उतार-चढ़ाव से होते हुये अंतत: अपरिवर्तित रहे। मझौली और छोटी कंपनियों में निवेशकों का विश्वास कम रहा। बीएसई का मिडकैप 0.18 प्रतिशत चढ़कर 15,339.76 अंक पर और स्मॉलकैप 0.28 प्रतिशत की बढ़त के साथ 16,098.64 अंक पर पहुँच गया।

इराक में लापता 39 भारतीयों की तलाश बंद नहीं होगी : सुषमा

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नयी दिल्ली 26 जुलाई, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने संसद को अाज भरोसा दिलाया कि इराक में तीन साल पहले लापता 39 भारतीयों की मृत्यु होने के बारे में जब तक कोई सबूत नहीं मिलता तब तक उनकी फाइल बंद नहीं की जायेगी और ना ही उनकी खोजबीन बंद होगी। श्रीमती स्वराज ने लोकसभा में उन पर इस मामले में लगने वाले देश को गुमराह करने के आरोपों का जवाब देते हुए सफाई दी कि उन्होंने ऐसा कभी नहीं कहा कि इराक में 39 लापता भारतीय ज़िंदा हैं या मारे गये। उन्होंने आश्वासन दिया कि इराक की सरकार से सबूतों के साथ सूचना देने का आग्रह किया गया है और जैसे ही प्रामाणिक सूचना मिलेगी तो उसे तुरंत देश को अवगत कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि जब तक किसी के मारे जाने के बारे में पुख्ता सबूत नहीं मिल जाये, उसे मृत घोषित करना जघन्य ‘पाप’ है और वह यह पाप कभी नहीं करेंगीं। उन्होंने कहा कि वह 12 बार उन लापता भारतीयों के परिवारों से मिल चुकी हैं और उनसे बातचीत में हर बार यही दोहराया है, “मेरे पास कोई सबूत नहीं है।”, “ये जानकारी दूसरे सूत्रों से मिली है।” तथा “मेरा उनसे कोई सीधा संपर्क नहीं है।” ऐसा कभी नहीं कहा कि वे भारतीय ज़िंदा हैं या वे मारे जा चुके हैं। विदेश मंत्री ने कहा कि यह घटना केन्द्र में उनकी सरकार के आने के 20 दिन के अंतर 14 जून 2014 में घटित हुई थी और उन्होंने नवंबर 2014 में लोकसभा में इस बारे में एक बयान दिया था और खोजबीन अभियान चलाने के लिये सदन की अनुमति हासिल की थी। श्रीमती स्वराज ने इराक की बदूश जेल के ध्वस्त होने की रिपोर्ट एवं तस्वीरों को लेकर लगाये जा रहे कयासों पर कहा कि इन तस्वीरों से कई सवाल खड़े हो गये हैं और उनका उत्तर खोजा जाना जरूरी है।

सरकार के दबाव में लोकसभा में चल रहा है भेदभाव : कांग्रेस

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नयी दिल्ली, 26 जुलाई, कांग्रेस ने आज आरोप लगाया कि सरकार लोकसभा की कार्यवाही में दखल दे रही है और उसीके इशारे पर सदन में दोहरे मापदंड अपनाए जा रहे हैं, लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने यहां संवाददाता सम्मेलन में आरोप लगाया कि सदन की कार्यवाही में तानाशाही तरीका अपनाया जा रहा है और विपक्ष के सदस्यों के साथ भेदभाव किया जा रहा है। विपक्षी दलों के सदस्यों को सदन में अपनी बात रखने के लिए अपेक्षाकृत कम समय दिया जाता है जबकि सत्ता पक्ष के सदस्यों को पर्याप्त समय दिया जाता है। यह पूछने पर कि क्या वह अध्यक्ष सुमित्रा महाजन पर पक्षपात करने का आरोप लगा रहे हैं, श्री खड़गे ने कहा कि वह श्रीमती महाजन का सम्मान करते हैं। वह बहुत अनुभवी हैं और वह भेदभाव नहीं करतीं लेकिन उन पर पक्षपात करने के लिए दबाव डाला जाता है। दबाव डालने का यह दृश्य खुद उन्होंने देखा है और उसी के आधार पर दबाव की रणनीति अपनाए जाने का आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि भेदभाव का सबसे बड़ा उदाहरण सबके सामने है। आम आदमी पार्टी के सदस्य भगवंत मान को संसद भवन का वीडियो बनाने के लिए निलम्बित किया जाता है और भाजपा के अनुराग ठाकुर जब सदन की कार्यवाही का वीडिया बनाते हैं तो उन्हें भविष्य में ऐसा नहीं करने की चेतावनी दी जाती है। उन्होंने कहा कि एक ही सदन में एक ही तरह के अपराध के लिए दो नियम अपनाए जा रहे हैं और यह सब सत्ता पक्ष के इशारे पर हो रहा है।

जेटली के बयान पर विपक्ष का राज्यसभा में हंगामा

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नयी दिल्ली 26 जुलाई, समूचे विपक्ष ने आज राज्यसभा में सदन के नेता अरूण जेटली के विपक्षी नेताओं के बारे में दिये गये एक बयान पर कडी आपत्ति जतायी तथा इसे कार्यवाही से निकाले जाने की मांग की जिससे प्रश्नकाल की कार्यवाही 20 मिनट से भी अधिक समय तक बाधित रही। श्री जेटली ने शून्यकाल के दौरान विपक्षी नेताओं के शोरगुल पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा था कि सदस्य व्यवस्था के प्रश्न और नियम 267 के नाम पर शून्यकाल का इस्तेमाल टीवी चैनल पर आने के लिए करते हैं। शून्यकाल केवल टीवी चैनल के लिए रह गया है। इसके बाद विपक्ष के हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित करनी पड़ी। स्थगन के बाद जैसे ही सभापति हामिद अंसारी ने प्रश्नकाल शुरू करना चाहा विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि विपक्षी सदस्य सदन में आम लोगों से जुडे मुद्दे उठाते हैं और ये मुद्दे टीवी पर चेहरा दिखाने के लिए नहीं उठाये जाते। उन्होंने कहा कि नेता सदन का यह बयान आपत्तिजनक है और इसे सदन की कार्यवाही से निकाला जाना चाहिए। समाजवादी पार्टी के नरेश अग्रवाल ने कहा कि नेता सदन ने सभी विपक्षी नेताओं पर आरोप लगाया है कि वे गंभीर नहीं हैं। श्री जेटली के बयान की जांच कर इसे कार्यवाही से निकाला जाना चाहिए। सदन में कांग्रेस के उप नेता आनंद शर्मा ने भी कहा कि पूरे विपक्ष पर निशाना साधना अनुचित है और यह उसकी आवाज दबाने के समान है। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के डी राजा और द्रमुक की कनिमोझी ने भी यह मामला उठाया। श्री अंसारी ने कहा कि उस समय उप सभापति ने व्यवस्था दी थी कि वह इस मामले को देखने के बाद कोई निर्णय लेंगे। लेकिन विपक्षी नेता अपनी मांग पर अडे रहे जिसके चलते सदन की कार्यवाही दस - दस मिनट के लिए दो बार स्थगित करनी पड़ी। संसदीय कार्य राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी और सूचना प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि यह मामला शून्यकाल का था और उसी समय समाप्त भी हो गया था। अब विपक्ष जानबूझकर प्रश्नकाल नहीं चलने देना चाहता। इसके बावजूद विपक्ष के अपनी मांग को लेकर अडिग रहने पर सभापति हामिद अंसारी ने कहा कि रिकार्ड की जांच की जायेगी। उन्होंने सदस्यों से शांत रहने और प्रश्नकाल चलने देने की अपील की।

गुजरात में बाढ में बह गये 17 लोगों के शव मिले, 14 एक ही परिवार के

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पालनपुर, 26 जुलाई, गुजरात के गंभीर रूप से बाढग्रस्त बनासकांठा जिले के थरा थाना क्षेत्र में आज रूणी खारियां गांव के निकट बनास नदी के समीपवर्ती क्षेत्र से बाढ में बह गये 17 लोगाें के शव मिलने से आज सनसनी मच गयी, इनमें से 14 एक ही परिवार के बताये गये हैं, मृतकों में सात महिलाएं तथा एक बच्चा भी शामिल बताया गया है। पुलिस ने बताया कि ये सभी लोग भारी वर्षा के चलते आयी बाढ में अपने घर के छत पर चढे थे पर बाद में पानी का स्तर बढ जाने से बह गये। पानी के कुछ उतरने पर इनके शव आज मिले। थरा के थाना प्रभारी ए डी परमार ने बताया कि अब भी आसपास के कई गांवों में पानी भरा है और सेना तथा अन्य एजेंसियां राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं। जबरदस्त वर्षा और पडोसी राजस्थान से पानी के जबरदस्त बहाव के कारण जिले के कई हिस्से पूरी तरह जलमग्न हो गये थे। इनमें से कई में अब भी पानी भरा है। व्यापक पैमाने पर राहत और बचाव कार्य अब भी जारी है। इस दौरान बडे पैमाने पर जानमाल का नुकसान हुआ है। सैकडो पशुओं की भी मृत्यु हुई है। आधिकारिक आंकडो के अनुसार अकेले बनासकांठा में ही 20 लोगों की मौत हुई है। कुल मौतों की आधिकारिक संख्या 111 हो गयी है। कल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी बाढ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया था।

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