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करियर में बहुत-सी गलतियां की : शिल्पा शेट्टी

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नयी दिल्ली. 29 जुलाई, बॉलीवुड अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी का कहना है कि उन्होंने अपने करियर में बहुत-सी गलतियां की हैं और उनसे बहुत कुछ सीखा है। इंडिया कॉचर वीक (आईसीडब्ल्यू) 2017 के लिए रैंप पर चली शिल्पा से जब पूछा गया कि इतने वर्षो में उनका स्टाइल कैसे विकसित हुआ। इस सवाल के जवाब में शिल्पा ने कहा, “स्टाइल निजी होना चाहिए। मैंने अपने करियर में बहुत-सी गलतियां की, लेकिन बहुत कुछ सीखा। अनुभव ऐसी चीज है, जिसे खुद लाया नहीं जा सकता और मुझे यह सचाई पसंद है कि मैंने अपनी गलतियों से बहुत कुछ सीखा है। ”


फारुक अब्दुल्ला ने महबूबा मुफ्ती की जमकर आलोचना की

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श्रीनगर 29 जुलाई, जम्मू कश्मीर में मुख्य विपक्षी दल नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारुक अब्दुल्ला ने वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के दायरे से हस्तशिल्प, सूखे मेवों और पर्यटन उद्योग के लिये छूट पर मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को आड़े हाथों लिया है। श्रीनगर संसदीय क्षेत्र से सांसद श्री अब्दुल्ला ने सुश्री मुफ्ती और केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली की मुलाकात को कश्मीरी लोगों के साथ धोखा करार देते हुये आज यहां गंदेरबल जिले में पार्टी कार्यकर्ताओं की एक बैठक को संबोधित करते हुये यह बात कही। श्री अब्दुल्ला ने कहा, 'या तो सुश्री मुफ्ती ने जीएसटी विधेयक को राज्य मंत्रिमंडल में पारित होने से पहले इसके प्रावधानों के बारे में जानकारी लेना उचित नहीं समझा या वह स्पष्ट रूप से अब कश्मीरी लोगों को मूर्ख बना रही हैं। जब यह विधेयक पारित ही हो गया है तो कुछ चीजों के लिये छूट की मांग करना सिर्फ एक ड्रामा ही है। 'श्री अब्दुल्ला ने कहा कि जब राज्य के सभी कारोबारी इस आशंका से ग्रस्त थे कि जीएसटी राज्य के छोटे तथा मध्यम श्रेणी के उद्यमों के लिए अच्छा साबित नहीं होगा तो उस समय उन्होंने अपना रवैया ऐसा दर्शाया कि वह कानून की सबसे बड़ी समर्थक हैं। उन्होंने कहा कि ऐसा कौन सा मुख्यमंत्री होगा जो एक दिन जीएसटी के लिये शर्त लगायेगा और अगले दिन यह कहेगा कि जीएसटी से हमें नुकसान हुआ है। उन्होंने राज्य की भारतीय जनता पार्टी और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की सरकार के आचरण को असंगत और भ्रामक करार देते हुये कहा कि ये एेसे व्यवहार कर रहे हैं जैसे इनके पास सोचने समझने की शक्ति नहीं है और सुश्री महबूबा की अक्षमता के कारण राज्य के लोगों को तकलीफें झेलनी पड़ रही हैं। भारत और पाकिस्तान के बीच शांति प्रक्रिया शुरू करने के अपने रूख को दोहराते हुये डॉ. अब्दुल्ला ने कहा कि कश्मीर का मुद्दा सुलझे बिना राज्य में शांति बहाल नहीं होगी। उन्होंने कहा, 'मैं दोनों देशों से अपील करता हूं कि वे स्थिति की गंभीरता को देखते हुये तत्काल बातचीत की प्रक्रिया शुरू करें और इसमें राज्य के संबद्व पक्षों को भी शामिल करना है। मौजूदा केंद्र सरकार को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की नीतियों से सीख लेनी चाहिये जो बातचीत की प्रक्रिया के कट्टर समर्थक थे। इसी मामले को लेकर एक बार श्री बाजपेयी ने कहा था कि दोस्त बदले जा सकते हैं लेकिन पड़ोसियों को कभी नहीं बदला जा सकता है। उनका इशारा सीधे तौर पर पाकिस्तान की ओर था।

पाकिस्तान के अपदस्थ प्रधानमंत्री ने शाहबाज को उत्तराधिकारी घोषित किया

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इस्लामाबाद,29 जुलाई, पाकिस्तान के अपदस्थ प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने अपने भाई शाहबाज शरीफ काे अपना उत्तराधिकारी घाेषित किया है अौर यह भी कहा है कि वह शाहिद खाकन अब्बासी काे अंतरिम प्रधानमंत्री के तौर पर पसंद करेंगें। श्री शरीफ ने आज पाटी को संबोधित करते हुए कहा“ मैनें अपना पद छोड़ा है ताकि कोई और इसकी जिम्मेदारी संभाल सके और काफी विचार विमर्श के बाद शाहबाज शरीफ को मनोनीत किया है। ” उन्होंने आय का खुलासा नहीं करने के मामले में प्रधानमंत्री पद के लिए अयाेग्य ठहराए जाने के उच्चतम न्यायालय के फैसले की कड़ी आलोचना की। शाहबाज शरीफ इस समय पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री हैं और सांसद के लिए होने वाले उपचुनाव को जीते बिना प्रधानमंत्री नहीं बन सकते हैं। अब्बासी को नवाज शरीफ का पक्का वफादार माना जाता है और वह उनके मंत्रिमंडल में पेट्रोलियम मंत्री का पद भार संभाल रहे थे।

आखिर क्यूँ : मीडिया ने क्यूँ खबर हटा लिया, क्या अमित शाह का खौफ था ?

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वाकई ये चौंकाने वाली खबर है की एक साधारण सी खबर जिसमें भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राज्यसभा चुनाव के लिए अपनी संपत्ति का खुलासा करते हैं और पिछले विधानसभा चुनाव अर्थात बस पांच साल में संपत्ति में बढ़ोत्तरी तीन सौ गुना की घोषणा भी की जाती है. सवाल है कि जब खुद अमित शाह अपनी संपत्ति का ब्यौरा जारी करते हैं तो पुराने आंकड़ों के आधार पर मीडिया (वेब वर्जन) ने इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया तो क्या वजह रही की वो खबर छपने के बश चंद लम्हों बाद ही हटा ली जाती है. ख़बरों के गुनाहगार हमारी मीडिया इस पर रौशनी शायद ही डाले मगर राष्ट्रवाद के आंच पर पकने वाला हर अनैतिक खिच्की को नैतिकता का लबादा कैसे पहना दिया जाता है शर्मनाक है. मुख्यधारा की वेब मीडिया आप वेब मीडिया को शर्मिंदा कर रहे हैं !


गूगल पर सर्च किये गए हर मुख्धरा मीडिया का लिंक बेनतीजा निकला ..........













नये भारत के निर्माण का संकल्प ले हर भारतवासी: मोदी

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Every indigenous people take the pledge to build a new India
नयी दिल्ली 30 जुलाई, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देशवासियों को ‘अगस्त क्रांति’ की याद दिलाते हुए इस स्वतंत्रता दिवस पर हर नागरिक से नये भारत के निर्माण में योगदान देने का संकल्प लेने तथा अगले पांच वर्षों में इसे सिद्ध करने का अभियान चलाने को कहा है। श्री मोदी ने आकाशवाणी पर ‘मन की बात’ कार्यक्रम में कहा कि देश इस वर्ष 1942 की अगस्त क्रांति की 75 वीं वर्षगांठ मना रहा है जिसमें हर भारतीय द्वारा लिये गये संकल्प के चलते पांच वर्ष बाद करोड़ों लोगों का सपना साकार हुआ था और देश को आजादी मिली थी। उन्होंने कहा कि आज से पांच वर्ष बाद 2022 में देश आजादी की 75 वीं वर्षगांठ मनायेगा ऐसे में ये पांच साल देश के भविष्य के लिए निर्णायक साबित हो सकते हैं। नये भारत के निर्माण के लिए यह देश के सामने एक बार फिर संकल्प लेने और उसे सिद्ध करने का मौका है। उन्होंने कहा कि 15 अगस्त को हर भारतवासी संकल्प ले कि वह राष्ट्र के निर्माण में कुछ न कुछ योगदान देगा। हमें इस वर्ष को संकल्प वर्ष बनाना है। प्रधानमंत्री ने कहा ,“ अगर सवा-सौ करोड़ देशवासी 9 अगस्त, क्रांति दिवस को याद करके, इस 15 अगस्त को हर भारतवासी संकल्प करे, व्यक्ति के रूप में, नागरिक के रूप में - मैं देश के लिए “ व्यक्ति के रूप में, नागरिक के रूप में - मैं देश के लिए इतना करके रहूँगा, परिवार के रूप में ये करूँगा, समाज के रूप में ये करूँगा, गाँव और शहर के रूप में ये करूँगा, सरकारी विभाग के रूप में ये करूँगा, सरकार के नाते ये करूँगा। करोड़ों-करोड़ों संकल्प हों। करोड़ों-करोड़ों संकल्प को परिपूर्ण करने के प्रयास हों। तो जैसे 1942 to 1947 पाँच साल देश को आज़ादी के लिए निर्णायक बन गए, ये पांच साल 2017 से 2022 के, भारत के भविष्य के लिए भी निर्णायक बन सकते हैं और बनाने हैं।”

श्री मोदी ने कहा कि ,“ हमें अगस्त मास संकल्प के साथ जुड़ना है और हमें संकल्प करना है। गंदगी - भारत छोड़ो, ग़रीबी - भारत छोड़ो, भ्रष्टाचार - भारत छोड़ो, आतंकवाद - भारत छोड़ो, जातिवाद - भारत छोड़ो, सम्प्रदायवाद - भारत छोड़ो। आज आवश्यकता ‘करेंगे या मरेंगे’ की नहीं, बल्कि नये भारत के संकल्प के साथ जुड़ने की है, जुटने की है, जी-जान से सफलता पाने के लिये पुरुषार्थ करने की है। संकल्प को लेकर के जीना है, जूझना है। आइए, इस अगस्त महीने में 9 अगस्त से संकल्प से सिद्धि का एक महाभियान चलाएं।” 
प्रधानमंत्री ने कहा कि अगस्त महीना क्रांति का महीना होता है और उसका कारण है, एक अगस्त, 1920 – ‘असहयोग आन्दोलन’ प्रारंभ हुआ, 9 अगस्त, 1942 – ‘भारत छोड़ो आन्दोलन’ प्रारंभ हुआ, जिसे ‘अगस्त क्रांति’ के रूप में जाना जाता है और 15 अगस्त, 1947 - देश आज़ाद हुआ। उन्होंने कहा कि अगस्त महीने की कई घटनाएं आज़ादी की तारीख के साथ विशेष रूप से जुड़ी हुई हैं। इस वर्ष हम ‘भारत छोड़ो’ आन्दोलन की 75वीं वर्षगाँठ मनाने जा रहे हैं। लेकिन बहुत कम लोग इस बात को जानते हैं कि ‘भारत छोड़ो’ - ये नारा डॉ. यूसुफ़ मेहर अली ने दिया था। उन्होंने कहा कि नयी पीढ़ी को जानना चाहिए कि 1857 से 1942 तक जो आज़ादी की ललक के साथ देशवासी जुड़ते रहे, झेलते रहे वे इतिहास के पन्ने भव्य भारत के निर्माण के लिए हमारी प्रेरणा हैं। आज़ादी के वीरों ने त्याग, तपस्या, बलिदान दिए हैं, उससे बड़ी प्रेरणा क्या हो सकती है। ‘भारत छोड़ो आन्दोलन’ भारतीय स्वतंत्रता आन्दोलन का एक महत्वपूर्ण संघर्ष था। ये वो समय था, जब अंग्रेज़ी सत्ता के विरोध में भारतीय जनमानस हिंदुस्तान के हर कोने में, गाँव हो, शहर हो, पढ़ा हो, अनपढ़ हो, ग़रीब हो, अमीर हो, हर कोई कंधे-से-कंधा मिला करके ‘भारत छोड़ो आन्दोलन’ का हिस्सा बन गया था। जन-आक्रोश अपनी चरम सीमा पर था। महात्मा गाँधी के आह्वान पर लाखों भारतवासी ‘करो या मरो’ के मंत्र के साथ अपने जीवन को संघर्ष में झोंक रहे थे। श्री मोदी ने कहा कि इतिहास के पन्नों को थोड़ा जोड़ करके देखें, तो भारत का पहला स्वतंत्रता संग्राम 1857 में हुआ। 1857 से प्रारंभ हुआ स्वतंत्रता संग्राम 1942 तक हर पल देश के किसी-न-किसी कोने में चलता रहा। इस लम्बे कालखंड ने देशवासियों के दिल में आज़ादी की ललक पैदा कर दी। हर कोई कुछ-न-कुछ करने के लिये प्रतिबद्ध हो गया। पीढ़ियाँ बदलती गईं, लेकिन संकल्प में कोई कमी नहीं आई। लोग आते गए, जुड़ते गए, जाते गए, नये आते गए, नये जुड़ते गए और अंग्रेज़ सल्तनत को उखाड़ करके फेंकने के लिये देश हर पल प्रयास करता रहा। इस परिश्रम ने, इस आन्दोलन ने एक ऐसी स्थिति पैदा की कि 1942 में ‘भारत छोड़ो’ का ऐसा बिगुल बजा कि 5 वर्ष के भीतर-भीतर 1947 में अंग्रेज़ों को जाना पड़ा। उन्होंने कहा कि 1942 से 1947 - पाँच साल, एक ऐसा जन-मन बन गया, संकल्प से सिद्धि के पाँच निर्णायक वर्ष के रूप में सफलता के साथ देश को आज़ादी देने का कारण बन गए। ये पाँच वर्ष निर्णायक वर्ष थे। उन्होंने कहा कि नये भारत के निर्माण के लिए सभी को अब उसी तरह का संकल्प लेना होगा। देश को आजाद हुए क़रीब 70 साल हो गए। सरकारें आईं-गईं। व्यवस्थायें बनीं, बदलीं, पनपीं, बढ़ीं। देश को समस्याओं से मुक्त कराने के लिये हर किसी ने अपने-अपने तरीक़े से प्रयास किए। देश में रोज़गार बढ़ाने के लिये, ग़रीबी हटाने के लिये, विकास करने के लिये प्रयास हुए। अपने-अपने तरीक़े से परिश्रम भी हुआ। सफलतायें भी मिलीं। अपेक्षायें भी जगीं। जैसे 1942 से 1947 संकल्प से सिद्धि के एक निर्णायक पाँच वर्ष थे वैसे ही अब 2017 से 2022 - संकल्प से सिद्धि के और एक पांच साल का मौका देश के सामने आया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस 2017 के 15 अगस्त को हम संकल्प पर्व के रूप में मनाएँ और 2022 में आज़ादी के जब 75 साल होंगे, तब हम उस संकल्प को सिद्धि में परिणत करके ही रहेंगे। आज आवश्यकता ‘करेंगे या मरेंगे’ की नहीं, बल्कि नये भारत के संकल्प के साथ जुड़ने की है, जुटने की है, जी-जान से सफलता पाने के लिये पुरुषार्थ करने की है। संकल्प को लेकर के जीना है, जूझना है। सब मिलकर इस अगस्त महीने में 9 अगस्त से संकल्प से सिद्धि का एक महाभियान चलाएं। प्रत्येक भारतवासी, सामाजिक संस्थायें, स्थानीय निकाय की इकाइयाँ, स्कूल, कॉलेज, अलग-अलग संगठन - हर एक भारत के लिए कुछ-न-कुछ संकल्प लें। एक ऐसा संकल्प, जिसे अगले 5 वर्षों में हम सिद्ध कर के दिखाएँगे। युवा संगठन, छात्र संगठन, गैर सरकारी संगठन आदि सामूहिक चर्चा का आयोजन कर सकते हैं। 

ईमानदारी की संस्कृति काे बल देता है जीएसटी:मोदी

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नयी दिल्ली 30 जुलाई, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वस्तु एवं सेवा कर(जीएसटी)का अर्थव्यवस्था पर बेहद सकारात्मक असर बताते हुए आज कहा कि यह सिर्फ कर सुधार नहीं है बल्कि एक सामाजिक सुधार अभियान है जिससे अर्थव्यवस्था की मजबूती के साथ साथ ईमानदारी की संस्कृति को भी मजबूती मिलती है। श्री मोदी ने आज आकाशवाणी पर मन की बात कार्यक्रम में कहा ,“ जीएसटी - जिसे मैं ‘गुड एंड सिंपल टैक्स’ कहता हूँ, सचमुच में उसने हमारी अर्थव्यवस्था पर बेहद कम समय में बहुत ही सकारात्मक प्रभाव डाला है। जिस तेज़ी से जीएसटी की अनुपालना हुई है और जिस तेज़ी से पंजीकरण हुए हैं, उससे पूरे देश में एक नया विश्वास पैदा हुआ है। ” उन्होंने कहा कि जीएसटी को लेकर उन्हें देश भर से काफी चिट्ठियाँ मिली और फोन भी आये। गुडगांव से श्रीमती नीतू गर्ग ने फोन पर उनसे पूछा था कि क्या जीएसटी के परिणाम सरकार की अपेक्षा के अनुरूप रहे हैं। श्री मोदी ने कहा ,“ जीएसटी के लागू हुए क़रीब एक महीना हुआ है और उसके फ़ायदे दिखने लगे हैं। मुझे बहुत संतोष होता है, खुशी होती है, जब कोई ग़रीब मुझे चिट्ठी लिख करके कहता है कि जीएसटी के कारण एक ग़रीब की ज़रुरत की चीज़ों में कैसे दाम कम हुए हैं, चीज़ें कैसे सस्ती हुई हैं। व्यापार और आसान हो गया। सबसे बड़ी बात है, इससे ग्राहकों का व्यापारियों के प्रति भरोसा बढ़ने लगा है।” परिवहन और मालवहन क्षेत्र में जीएसटी के प्रभाव का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि सडकों पर ट्रकों की आवाजाही बढी है दूरी तय करने में समय कैसे कम हो रहा है और राजमार्ग पर कम ट्रैफिक जाम हो रहा है। ट्रकों की गति बढ़ने के कारण प्रदूषण भी कम हुआ है। सामान भी बहुत जल्दी से पहुँच रहा है। उन्होंने कहा कि जीएसटी से ये सुविधा तो हुई ही हैं साथ ही आर्थिक गति को भी बल मिला है। पहले अलग-अलग कर ढांचा होने के कारण परिवहन एवं मालवहन क्षेत्र का अधिकतम संसाधन दस्तावेज दुरुस्त करने में लगता था और उसको हर राज्य के अन्दर अपने वेयरहाऊस बनाने पड़ते थे। जीएसटी की सफलता से आशान्वित प्रधानमंत्री का कहना है कि कभी-न-कभी अर्थशास्त्र के जानकार, प्रबंधन और प्रौद्योगिकी के जानकार, देश में जीएसटी के प्रयोग को एक प्रारुप के रूप में शोध करके ज़रूर लिखेंगे। दुनिया के कई विश्वविद्यालयों के लिए यह एक केस स्टडी होगा क्योंकि इतने बड़े पैमाने पर इतना बड़ा बदलाव और इतने करोड़ों लोगों की भागीदारी के साथ इस विशाल देश में उसको लागू करना और सफलतापूर्वक आगे बढ़ना, ये अपने-आप में सफलता के शिखर पर पहुंचने जैसा है। विश्व ज़रूर इस पर अध्ययन करेगा। उन्होंने साथ ही कहा कि सभी राज्यों की जीएसटी में भागीदारी और ज़िम्मेवारी भी है। सारे निर्णय राज्यों ने और केंद्र ने मिल कर सर्वसम्मति से लिये हैं और उसी का परिणाम है कि सबकी एक ही प्राथमिकता रही कि जीएसटी के कारण ग़रीब की थाली पर कोई बोझ न पड़े। श्री मोदी ने कहा कि जीएसटी एेप पर जीएसटी के लागू होने से पहले किस वस्तु की कितनी कीमत थी और नई परिस्थिति में कितनी कीमत होगी ,उसके बारे में सारी जानकारी उपलब्ध है। एक राष्ट्र-एक कर का सपना साकार हुआ। उन्होंने जीएसटी लागू करने में सरकारी तंत्र की प्रतिबद्धता पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि तहसील से लेकर केंद्र तक सरकारी अधिकारियों ने जैसा परिश्रम किया है, जिस समर्पण भाव से काम किया है उससे सरकार तथा व्यापारियों के बीच और सरकार तथा ग्राहकों के बीच जैसा मैत्रीपूर्ण माहौल बना है , उसने विश्वास को बढ़ाने में बहुत बड़ी भूमिका अदा की है। 

बाढ़ प्रभावितों के साथ भी मोदी का भेदभाव : कांग्रेस

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नयी दिल्ली 30 जुलाई, कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर चुनाव और वोट को ध्यान में रखकर बाढ़ प्रभावितों के साथ भेदभाव करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि उनका असम की ओर ध्यान ही नहीं जा रहा है , लेकिन गुजरात के लिये गठरी खोल दी है जहां जल्द विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। कांग्रेस महासचिव बी के हरिप्रसाद ने कहा कि श्री मोदी गुजरात के बाढ़ प्रभावितों की मदद कर उन्हें लुभाने का प्रयास कर रहे हैं। इसके लिए उन्होंने गुजरात के प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करके राहत की कई घोषणाए की हैं। असम में कई इलाके एक माह से अधिक समय से जलमग्न हैं और स्थिति अत्यधिक खराब हो चुकी है लेकिन श्री मोदी और उनकी सरकार वहां के लोगों की सुध नहीं ले रही है। असम में फिलहाल कोई चुनाव नहीं हैं , इसलिए वहां के लोगों को उनके हाल पर छोड़ दिया गया है। श्री प्रसाद ने कहा कि यह बहुत दुखद है कि श्री मोदी बाढ़ प्रभावितों को राहत देने का काम भी चुनाव और वोट को ध्यान में रखकर कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वोटरों को लुभाने के लिए ही प्रधानमंत्री ने गुजरात को 500 करोड़ रुपए की तत्काल राहत देने की घोषणा की है। किसानों को बाढ़ के कारण हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए केंद्रीय दल भेजने, जल्द बीमा का भुगतान कराने तथा मृतक आश्रितों को प्रधानमंत्री राहत कोष से दो दो लाख और घायलों को 50-50 हजार रुपए की अतिरिक्त सहायता देने की भी घोषणा की है। असम प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रिपुन बोरा ने भी केंद्र सरकार पर असम के साथ भेदभाव करने और गैरजिम्मेदार रवैया अपनाने का आरोप लगाया है। श्री बोरा ने कहा कि बाढ़ के कारण असम के बिगड़े हालात से केंद्र सरकार को अवगत कराने के लिये उन्हें यहां प्रेस कांफ्रेंस करनी पड़ी । एक माह से अधिक समय से पूरा प्रदेश बाढ़ के पानी की चपेट में है। राज्य के कई गांव और कस्बे बर्बाद हो चुके हैं तथा कई लोग मारे गए हैं और बड़े स्तर पर फसल तबाह हुई है। 

केरल में ‘राजनीतिक हिंसा’ बर्दाश्त नहीं- राजनाथ

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नयी दिल्ली 30 जुलाई, केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने केरल में हाल ही में हुई ‘राजनीतिक हिंसा’ की घटनाओं पर राज्य के मुख्यमंत्री पी विजयन से आज बात की और दोषियों को जल्द से जल्द सजा दिलाने की मांग की। श्री सिंह ने श्री विजयन के साथ फोन पर बातचीत की और राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने मुख्यमंत्री से कहा कि लोकतंत्र में राजनीतिक हिंसा की कोई जगह नहीं है। गृह मंत्री ने बाद में टि्वट भी किया , “ मुझे उम्मीद है कि केरल में राजनीतिक हिंसा की घटनाओं पर अंकुश लगेगा और दोषियों को जल्द सजा दी जायेगी। ” एक अन्य टि्वट में उन्होंने लिखा ,“ मैंने केरल में कानून व्यवस्था की स्थिति पर चिंता व्यक्त की है। लोकतंत्र में राजनीतिक हिंसा की कोई जगह नहीं है। ” केरल में पिछले कुछ समय में राजनीतिक हिंसा की कई घटनाओं के बाद श्री सिंह ने मुख्यमंत्री से इस मुद्दे पर बात की है। रिपोर्टों के अनुसार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के एक नेता पर राज्य में हाल ही में हमला किया गया था जिसकी बाद में मौत हो गयी थी। भाजपा ने इसके विरोध में आज राज्यव्यापी बंद का आह्वान किया है।


गैरसैंण को राजधानी बनाए जाने के लिए मोदी को पत्र

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नयी दिल्ली 30 जुलाई, उत्तराखंड के आंदोलनकारी संगठनों की समन्वय समिति ने गैरसैंण में राजधानी बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर इसकी मांग की है और इसके लिए आज यहां जंतर-मंतर पर धरना भी दिया। समिति के नेता धीरेन्द्र प्रताप ने आज यहां यूनीवार्ता को बताया कि उतराखंड के आंदोलन में 52 लोग इस स्थान से शहीद हुए थे और यह साढ़े सोलह हजार गांव का केन्द्र है, इसलिए गैरसैंण को ही राजधानी बनाया जाना चाहिए। यह उत्तराखंड की आन बान और शान है। उत्तराखंड कांग्रेस समिति के प्रवक्ता धीरेन्द्र प्रताप ने श्री मोदी को लिखे पत्र में कहा कि नौ नवंबर 2000 में वाजपेयी सरकार ने उत्तराखंड राज्य का गठन किया था लेकिन इन 17 वर्षों में गैरसैंण को नजरअंदाज करके राजधानी न बनाकर देहरादून में बलात राजधानी थोपी गयी। उन्होंने कहा कि यह समिति 13 सालों से इसके लिए आंदोलन चला रही है और आज अब जंतर-मंतर पर हमने धरना भी दिया। उन्होंने श्री मोदी से अपील की कि वे राज्य के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को निर्देश दें की गैरसैंण को ही राजधानी बनाया जाये और जनता की भावनाओं का आदर किया जाये। उन्होंने यह भी कहा कि अगर यह मांग नहीं मानी गयी तो नौ अगस्त से असहयोग आंदोलन शुरू होगा। आज इस धरने में उत्तराखंड के सर्वश्री देव सिंह रावत, बृजमोहन उप्रेती, रवीन्द्र रावत, प्रताप शाही, प्रेमा धोनी और अनिल पंत जैसे नेताओं ने भाग लिया। 

विशेष आलेख : बिहार का बवंडर

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बिहार ने एक बार फिर देश की राजनीति में बवंडर ला दिया है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आखिरकार अपनी “अंतरात्मा की आवाज़” पर इस्तीफ़ा दे दिया और इसे के साथ ही मोदी और भाजपा के खिलाफ सबसे बड़ा और सफल बताया गया महागठबंधन खत्म हो गया है, पहले से ही बदहाल और भ्रमित विपक्ष के सामने अब पूरी तरह से निष्प्रभावी हो जाने का खतरा मंडराने लगा है. इस्‍तीफा देने के तुरंत बाद ही नीतीश कुमार को बीजेपी का साथ मिल गया और  करीब 16 घंटे बाद ही एक बार फिर से वे बिहार मुख्यमंत्री बन चुके हैं. बिहार की राजनीति में मची इस नये बवंडर से सियासी पंडित भी अचंभित हैं. यह कोई मामूली घटना नहीं है अली अनवर के शब्दों में कहैं तो यह एक राष्ट्रीय दुर्घटना है,आने वाले  में इसका देश की राजनीति पर व्यापक प्रभाव पढ़ना तय हैं. भगवा खेमा अपनी इस नयी उपलब्धि से जश्न में डूबा है वहीं उनके विरोधी सदमे में हैं. 


नीतीश कुमार के एनडीए में वापसी को बहुत तेजी से अंजाम दिया गया, लेकिन इस्तीफ़ा देने के तुरंत बाद जिस तरह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नीतीश को बधाई दी और कुछ देर बाद बीजेपी की तरफ से नीतीश को बिना शर्त समर्थन की घोषणा कर दी गई. उससे पता चलता है कि इसकी पटकथा महीनों पहले से ही तैयार की जा रही थी. नीतीश कुमार भाजपा के साथ जाने के लिए सही वक़्त का इंतज़ार कर रहे थे, पहले उन्होंने लालू परिवार की पूरी तरह से घिरने का इंतजार किया और यह भी ध्यान रखा कि तेजस्वी यादव को बलिदानी होने का कोई मौका भी ना मिल सके, माकूल माहौल बन जाने के बाद अंत में वे अपना ईमानदारी का झंडा उठाकर पुराने साथियों के खेमे में शामिल हो गये. दरअसल महागठबंधन का हिस्सा होने के बावजूद भी भाजपा और नीतेश एक दूसरे के प्रति असाधारण रूप से विनम्र बने रहे, भाजपा हमेशा से ही नीतीश-लालू के जोड़ को बेमेल बताते हुये  इसके किसी भी वक़्त टूट जाने की भविष्वाणी करती रही. नीतीश कुमार ने भी भाजपा के लिए अपने दरवाजे खुले ही रखे. पिछले करीब आठ-नौ महीनों से तो वे मोदी सरकार के नीतियों का खुलेआम समर्थन करते आ रहे हैं और इस दौरान वे हर उस मुद्दे पर केंद्र सरकार के साथ खड़े नजर आये जिस पर अन्य विपक्षी पार्टियां मोदी सरकार को घेरने में लगी थीं फिर वो चाहे नोटबंदी,सर्जिकल स्ट्राइक हो या राष्ट्रपति के चुनाव का. 

नीतीश कुमार में राजनीतिक माहौल को भांपने की कला अदभुत है. उनके लिये सिद्धांतों और वैचारिक आग्रह ज्यादा मायने नहीं रखते हैं और उनका हर कदम अपने चुनावी नफे-नुक्सान को देख कर तय होता है, इस हिसाब से वे अपने लिये बिलकुल सही समय पर सही फैसले लेते रहे हैं. 1994 में लालू यादव से अलग होकर उन्होंने समता पार्टी बना ली थी कुछ दिनों बाद ही उन्होंने भाजपा के साथ गठबंधन कर लिया था, उस समय भाजपा के लिए ऐसा दौर था जब अकाली दल और शिवसेना जैसी दो पार्टियां ही उसके साथ गठबंधन करने को राजी होती थी, नीतीश का जुड़ना भाजपा के लिये बड़ी उपलब्धि थी. बदले में नीतीश और जॉर्ज तत्कालीन बाजपेयी सरकार में मंत्री बना दिये गये. 2002 में हुए गुजरात दंगों के बाद भी वे वाजपेयी सरकार में ही बने रहे जबकि रामविलास पासवान ने इस्तीफा दे दिया था. इस तरह से वे पहले भी 17 साल तक बीजेपी के साथ रह चुके हैं. 2013 में एनडीए से अलग होने के बाद जदयू को लोकसभा चुनावों में केवल दो सीटें मिलीं थीं. इसके बाद 2015 में उन्होंने विधानसभा चुनावों के लिए लालू और कांग्रेस के साथ महागठबंधन बना लिया था, ये प्रयोग सफल रहा. महागठबंधन की जीत के बाद वे मोदी विरोधी खेमे के बड़े नेताओं में शुमार हो गये.  शुरुआत में उनकी पूरी कोशिश थी 2019 के चुनाव में मोदी के खिलाफ वे विपक्ष का चेहरा बन सकें, लेकिन इसको लेकर कांग्रेस और अन्य पार्टियों की उदासीनता से उनके धैर्य ने जवाब दे गया. उन्हें मजबूत भगवा खेमे के खिलाफ विपक्ष के कमजोर और प्रभावहीन होने का भी एहसास था. पिछले कुछ महीनों से वे विपक्ष की तरफ से भाजपा और संघ परिवार के खिलाफ नया नैरेटिव और एजेंडा पेश करने का शिगूफा छोड़ने लगे थे. 2014 में धमाकेदार जीत के बाद ऐसे कम ही मौके आये हैं जब मोदी-शाह के नेतृत्व में फर्राटे भर रहे भगवा रथ पर लगाम लगा हो. बिहार में महागठबंधन और दिल्ली में आप ने नरेंद्र मोदी के विजयरथ को आगे नहीं बढ़ने दिया था. इन दोनों राज्यों में भाजपा की करारी हार से ही विपक्षी दलों में सम्भावना जगी थी कि मोदी लहर को रोका जा सकता है.


बिहार का महागठबंधन मोदी के खिलाफ सबसे सफल माने जाने वाले प्रयोग माना जाता था और इसकी मिसालें देकर अन्य राज्यों में भी इस माडल को अपनाने की वकालत की जाती थी. भाजपा नहीं चाहती है कि 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव में मोदी के बरअक्स कोई प्रभावी चेहरा हो इसलिए वह लगातार हर उस संभावित चेहरे को निशाना बना रही है जिसमें विपक्ष का चेहरा बनने की थोड़ी भी संभावना है. फिर वो चाहे, ममता बनर्जी, अरविन्द केजरीवाल हों या फिर राहुल गाँधी. चूंकि नीतीश कुमार के साथ लालू यादव भी जुड़े थे इसलिए यहाँ निशाने पर लालू यादव और उनके परिवार को लिया गया.लालू यादव को निशाना बनाकर भाजपा को डबल फायदा हुआ है. नीतीश कुमार उसके पाले में आ गये है और इसी के साथ ही 2019 के लिए उनकी दावेदारी खत्म हो गयी है. ‘संघ मुक्त भारत’ का नारा देने वाले नीतीश कुमार का लालू प्रसाद यादव का साथ छोड़कर भाजपा के साथ आना भगवा खेमे के लिये एक बड़ी कामयाबी है. इससे पहले से ही दंतहीन विपक्ष और कमजोर हो गया है और 2019 के लिए भाजपा का रास्ता लगभग पूरी तरह से साफ़ हो गया है. दरअसल 2014 के बाद यह साल भाजपा के लिये सबसे शानदार साल साबित हो रहा है, 2017 में पहले उन्होंने यू.पी. जीता, फिर अपना राष्ट्रपति, अब बिहार भी कब्जे में आ चुका है, उपराष्ट्रपति का पद तो पक्का है ही. 

विपक्ष का लगातार इस तरह से कमजोर होते जाना भारतीय लोकतंत्र के लिए बड़ी चुनौती है, विपक्ष के खेमे में इस तरह की राजनीतिक शुन्यता पहले शायद ही कभी देखि गयी हो. लेकिन क्या इसके लिये खुद विपक्षी पार्टियाँ जिम्मेदार नहीं है ? परिवारवाद व भ्रष्टाचार से जुड़े गुनाहों को धर्मनिरपेक्षता और सामाजिक न्याय के खोखले नारों से नहीं ढका जा सकता है और ना ही भगवा खेमे का मुकाबला मात्र विपक्षी नेताओं के कुनबे को इकठ्ठा करके किया जा सकता है. नीतीश कुमार पूरे विपक्ष के सामने जो सवाल पेश किये थे उसके पीछे मंशा चाहे कुछ भी रही हो लेकिन उन सवालों को टाला नहीं जा सकता है. सिर्फ मोदी, भाजपा या संघ परिवार की आलोचना से बात नहीं बनने वाली है.विपक्ष को भाजपा के खिलाफ वैकल्पिक राजनीति की ठोस तस्वीर पेश करनी पड़ेगी जो कि फिलहाल दूर की कौड़ी नजर आती है. यह भी समझाना जरूरी है कि यह एक लंबी और वैचारिक लड़ाई है जिससे तय होने वाला है कि आने वाली भारत की तस्वीर कैसी होगी. इस लड़ाई को अवसरवादी चुनावी जोड़-तोड़ और तिगड़मबाज़ी से नहीं लड़ा जा सकता है. “संघ मुक्त भारत” का नारा देने वालों को समझ लेना चाहिए कि इसके लिए लड़ाई केवल भाजपा ही नहीं पूरे संघ परिवार से लड़नी पड़ेगी जो कि चुनावी हार-जीत से कहीं आगे की बात है .

  


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जावेद अनीस 
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युवाओं को हुनर प्रदान कराना प्रधानमंत्री की महत्वाकांक्षी योजना- आलोक संजर

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  • प्रधानमंत्री प्रोजेक्ट का एक महत्वपूर्ण केंद्र सीहोर में शुरू होने हर्ष का विषय- विधायक सुदेश राय  
  • प्रधानमंत्री के स्किल इंडिया के सपनों को पूरा करने में आईसेक्ट भी अपनी भागीदारी प्रदान करेगा-सिद्वार्थ चतुर्वेदी 

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सीहोर। सीहोर में आईसेक्ट द्वारा संचालित किए जाने वाले प्रधानमंत्री कौशल केंद्र का शुभारंभ क्षेत्रीय सांसद श्री आलोक संजर ने किया। इस अवसर पर विशेष रूप से क्षेत्रीय विधायक श्री सुदेश राय, आईसेक्ट के डायरेक्टर श्री सिद्धार्थ चतुर्वेदी तथा एस डी एम श्री राजकुमार खत्री उपस्थित थे। क्षेत्रीय सांसद श्री आलोक संजर ने आईसेक्ट द्वारा सीहोर में स्थापित किए गए प्रधानमंत्री कौशल केंद्र का विधिवत उद्घाटन किया। इस अवसर पर बोलते हुए श्री आलोक संजर ने कहा कि प्रधानमंत्री कौशल केंद्र तथा युवाओं को कौशल, हुनर प्रदान करना प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी की एक महत्वकांक्षी योजना है जिसके जरिए वह भारत के युवाओं को सक्षम तथा स्वरोजगार में दक्ष बनाना चाहते हैं । प्रधानमंत्री कौशल केंद्र उस महत्वकांक्षी योजना के महत्वपूर्ण केंद्र बिंदु है। श्री संजर ने कहा कि युवाओं को अब इस प्रकार के केंद्रों में जाकर अपने लिए हुनर तलाश कर उन्हें सीखना चाहिए उसके बाद खुद अपने लिए रोजगार स्थापित करना तथा अपने साथ और लोगों को रोजगार देना बहुत आसान हो जाएगा । उन्होंने कहा कि आईसेक्ट एक बिजनेय गुप्र नहीं बल्कि एक परिवार है। इस अवसर पर बोलते हुए स्थानीय विधायक श्री सुदेश राय ने कहा कि यह सचमुच हर्ष का विषय है कि प्रधानमंत्री के इस महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट का एक महत्वपूर्ण केंद्र आज सीहोर में शुरू होने जा रहा है। यह बदले हुए समय तथा भारत की बदलती हुई स्थिति का प्रतीक है। उन्होंने युवाओं से कहा कि वह आगे आकर इस प्रकार के केंद्रों का लाभ उठाएं। एस डी एम श्री राजकुमार खत्री ने अपने संबोधन में कहा कि प्रशासन तथा अन्य  विभागों की जो भी मदद इन युवाओं के लिए आवश्यक होगी उसके लिए वह हमेशा उपलब्ध रहेंगे। आईसेक्ट के संचालक सिद्धार्थ चतुर्वेदी ने इस अवसर पर स्वागत भाषण देते हुए कहा कि आईसेक्ट का लक्ष्य पूर्व से ही युवाओं को हुनर देना तथा उन्हें स्किल प्रदान करना रहा है अब इस प्रकार के केंद्रों के माध्यम से  आईसेक्ट को अपने काम करने में और मदद मिलेगी तथा प्रधानमंत्री के स्किल इंडिया के सपनों को पूरा करने में आईसेक्ट भी अपनी भागीदारी प्रदान करेगा। इससे पूर्व अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर आईसेक्ट प्रधानमंत्री कौशल केंद्र का शुभारंभ किया, आईसेक्ट की ओर से स्टेट हेड श्री राजेश शुक्ला, सीनियर मैनेजर श्री संजीव गुप्ता, रीजनल हेड श्री संतोष उपाध्याय ने अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन ख्यातनाम साहित्यकार पंकज सुबीर ने किया अंत में आभार आईसेक्ट प्रधानमंत्री कौशल केंद्र के प्रांतीय प्रभारी श्री सौरभ पांडेय ने व्यक्त किया ।

झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर 30 जुलाई

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कल्याणसिंह डामोर प्रभारी नियुक्त

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झाबुआ।  भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित जनजाति मोर्चा के पूर्व प्रदेश महामंत्री श्री कल्याणसिंह डामोर को नगर पालिका चुनाव झाबुआ के अजजा बहुल सभी सात वार्डो में कार्य विस्तार की दृष्टी से प्रभारी नियुक्त किया गया। उक्त नियुक्ति भाजपा जिलाध्यक्ष श्री दौलत भावसार ने अजजा मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष श्री गजेन्द्रसिंह पटेल  की मौजूदगी में की। प्रभारी श्री डामोर ने कहा नगर पालिका चुनाव के मद्देनज़र सभी वार्डों में अजजा मोर्चा द्वारा सक्रियता से अपनी दायित्व का निर्वाह करते हुए सभी वार्डो में पार्टी की विजय के लिए कार्य किया जा रहा है।श्री डामोर के मनोनयन पर अजजा मोर्चा और पार्टी पदाधिकरियों  - कार्यकर्ताओं ने उन्हें बधाई दी । उक्त जानकारी जिला भाजपा मीडिया प्रभारी श्री अंबरीष भावसार ने दी।


प्रदेश अजजा मोर्चा द्वारा निकाय चुनावो हेतु प्रभारी नियुक्त

झाबुआ । मध्यप्रदेश भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित जनजाति मोर्चा द्वारा झाबुआ जिले की पेटलावद , थांदला , रानापुर नगर पंचायत एवं झाबुआ नगर पालिका चुनाव हेतु क्षेत्रवार प्रभारियों की घोषणा की गई है।उक्त घोषणाए भाजपा अजजा मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष श्री गजेन्द्रसिंह  पटेल द्वारा अपने झाबुआ प्रवास के दौरान की गई। यह जानकारी जिला भाजपा मीडिया प्रभारी श्री अंबरीष भावसार ने दी। उन्होंने बताया नगर निकाय चुनावो के मद्देनज़र झाबुआ जिले के प्रवास पर आए अजजा मोर्चा प्रदेशाध्यक्ष श्री पटेल द्वारा नगर पालिका चुनाव झाबुआ हेतु श्री मिजिया कटारा , पेटलावद नगर पंचायत चुनाव हेतु श्री कालुसिंह निनामा , रानापुर हेतु श्री शैलेन्द्र सोलंकी तथा थांदला नगर पंचायत चुनाव हेतु श्री छगन वसुनिया को प्रभारी नियुक्त किया गया है।इस सम्बंध में श्री पटेल ने बताया झाबुआ जिला अनुसूचित जनजाति बहुल जिला है , जहाँ इस वर्ग के मतदाता बड़ी संख्या में रहते है , प्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा अजजा वर्ग सहित सभी वर्गो के कल्याण के लिए अनेक योजनाएं क्रियान्वित की जा रही है । जिनका लाभ प्रत्येक आयु और प्रत्येक वर्ग के लोगो को मिल रहा है। अजजा मोर्चा के तहत नियुक्त सभी प्रभारी अपने - अपने क्षेत्रों में संगठन के निर्देशानुसार चुनाव व्यवस्था अनुरूप मोर्चा कार्यकर्ताओं के साथ पार्टी के सभी प्रत्याशियों को अधिकाधिक मतो से जिताने के लिए कार्य करेंगे। उक्त सभी प्रभारियों को जिला पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने बधाई दी।

भाजपा विचारधारा का एक भी वोट छूटे नहीं - श्री पटेल
  • भाजपा अजजा मोर्चा प्रदेशाध्यक्ष श्री पटेल ने झाबुआ में किया जनसंपर्क

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झाबुआ। मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार की लोककल्याणकारी योजनाओं से प्रदेश का प्रत्येक परिवार किसी न किसी रूप में लाभान्वित हुआ है , भाजपा के साथ जनता का विश्वास जुड़ा है। हमें भाजपा के एक - एक मतदाता को बूथ तक जाकर मतदान के लिए प्रेरित करना है और ध्यान रखना है कि उन्हें कोई और किसी भी प्रकार से बहकाए नहीं। प्रदेश में हो रहे नगर निकाय चुनाव सेमीफाइनल की तरह है , साथ ही नगर - प्रदेश और देश के विकास की गति का महत्वपूर्ण हिस्सा है , इसमें हमारी भागीदारी अधिक से अधिक हो इस बात का विशेष ध्यान रखना है। उक्त विचार भाजपा अजजा मोर्चा प्रदेशाध्यक्ष श्री गजेन्द्रसिंह पटेल ने जनसंपर्क सभा को संबोधित करते हुए व्यक्त किए।यह जानकारी देते हुए जिला भाजपा मीडिया प्रभारी श्री अंबरीष भावसार ने बताया नगर पालिका चुनाव हेतु रविवार को नगर के वार्ड क्रमांक 11 व 12 में नपाध्यक्ष प्रत्याशी श्रीमती बसंती धनसिंह बारिया द्वारा वार्ड प्रत्याशी श्रीमती अंजली खीमा अजनार(11) एवं श्रीमती इंदिरा दिनेश परमार (12) के साथ सघन जनसंपर्क किया। वार्ड क्रमांक 12 गोपाल कॉलोनी में आयोजित जनसंपर्क सभा को संबोधित करते हुए श्री पटेल ने कहा प्रदेश में हो रहे चुनावो के तहत अनुसूचित जनजाति वर्ग का जो प्रत्याशी सर्वाधिक मतो से विजय होगा उसे भाजपा अजजा मोर्चा द्वारा पुरुस्कृत कर सम्मानित किया जाएगा।उन्होंने यहाँ मप्र सरकार की नवीन योजना की जानकारी देते हुए बताया सरकार द्वारा हाल ही में शिक्षा सम्बन्धी महत्वपूर्ण योजना आरम्भ की गई है। जिसके तहत मध्य प्रदेश में किसी भी वर्ग का विद्यार्थी जो 85 प्रतिशत या उससे अधिक प्रतिशत के साथ हायर सेकेंडरी परीक्षा उत्तीर्ण करता है तो ऐसे प्रत्येक विद्यार्थी के आगे की शिक्षा का समस्त व्यय मप्र सरकार उठाएगी।हम सब भाजपा कार्यकर्ताओं को भाजपा सरकार की ऐसी अनेको जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी जन - जन तक पहुंचाते हुए अपना जनाधार लगातार बढाते जाना है।इस दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष श्री दौलत भावसार , विधायक श्री शांतिलाल बिलवाल , जिला महामन्त्री श्री थावरसिंह भूरिया , प्रदेश कार्यसमिति सदस्य श्री  शैलेष दुबे, नगर मण्डल अध्यक्ष श्री दीपेश सकलेचा , महामंत्री श्री कीर्ति भावसार , उपाध्यक्ष श्री अंकुर पाठक , पूर्व नपाध्यक्ष श्री धनसिंह बारिया ,  पूर्व पार्षद श्री विशाल भट्ट , श्री दिनेश परमार , श्री कीर्तिश मोड़िया , श्री मनीष त्रिवेदी , श्री मनीष शर्मा ,  भाजपा कार्यकर्ता श्रीमती निवेदिता सक्सेना , सुश्री रिंकू सिसोदिया ,  श्रीमती शाह , श्रीमती सीमा भावसार , श्रीमती राखी भावसार , श्रीमती गीता झरबड़े , अजजा मोर्चा प्रदेश महामंत्री श्री राजू डामोर व पूर्व प्रदेश महामंत्री श्री कल्याणसिंह डामोर सहित बड़ी संख्या में भाजपा पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित थे।

सांसद  कांतिलाल  भूरिया ने नगर के केंद्रीय कार्यालय का किया उद्घाटन

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झाबुआ । शुक्रवार की रात को साय 8रू00 बजे स्थानीय जिला कांग्रेस कमिटी कार्यालय पर नगर पालिका चुनाव हेतु केंद्रीय कार्यालय का उद्घाटन श्री संसद कांतिलाल भूरिया ने किया इस अवसर पर एक विशेष बैठक का आयोजन भी किया गया जिसकी अध्यक्षता जिला कांग्रेस अध्यक्ष निर्मल मेहता ने की  इस बैठक में विशेष रूप से चुनाव संचालक रमेश डोशी ,चुनाव प्रभारी प्रकाश रांका ,जिला उपाध्यक्ष डॉ विक्रांत भूरिया , पूर्व विधायक जविएर मेडा ,लोकसभा युवा कांग्रेस अध्यक्ष आशीष भूरिया , शहर कांग्रेस कार्यवाहक अध्यक्ष गौरव सक्सेना ,जिला मंत्री जीतेन्द्र प्रसाद अग्निहोत्री ,नगर पालिका अध्यक्ष पद की उम्मीदवार मनु डोडियार सहित समस्त वार्ड के पार्षदपद के उम्मीदवार एवं  अन्य पदाधिकारीगण विशेष रूप से उपस्तिथ थे बैठक को सम्भोदित करते हुए सांसद कांतिलाल भूरिय ने अध्यक्ष पद एवं पार्षद पद के उम्मीदवार को शुभकामना देते हुए कहा की पिछले २० वर्ष से बीजेपी की परिषद् रही है लेकिन वे न तो वो जनता को समस्या से निजात दिला पायी है और न ही जनता से किये गये वादों को पूरा किया गया है विकास के नाम पर केवल भ्रष्टाचार किया है ,जनता आज भी अपनी मुलभुत समस्या से ग्रस्त है  आज झाबुआ नगर की हालत बद से   बत्तर हो गयी ,सड़क की जगह गड्ड  ही दिखाई दे रहे है ,सोंदर्य के नाम पर जमकर बंदरबाट की गयी  है ,जनता भाजपा की कथनी एवं करनी के अंतर को समझ गयी है ,पुरे पुरे नगर में कंग्रेस के पक्ष में माहोल है ,आने वाले चुनाव में जनता कांग्रेस को भारी मतों से विजय दिलाने वाली है उन्होंने सभी अभ्यर्थी और ,पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओ से निवेदन करते हुए कहा की आप घर घर पहुचिये एवं कांग्रेस का प्रचार प्रसार पुरे दमखम से करे तथा बीजेपी की नाकामियों को उजागर करें इस अवसर पर श्री निर्मल मेहता ,रमेश डोशी ,प्रकाश रांका ,डॉ विक्रांत भूरिया एवं जेवियर मेडा ने भी अपने विचार रखे और कांग्रेस को भारी मतों से विजय बनाने की अपील करी कार्यक्रम का सञ्चालन वीरेंद्र मोदी ने किया एवं आभार ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष हेमचंद डामोर ने माना।


सांसद भूरिया ने वार्ड क्र  ५ एवं ४ के चुनाव कार्यालय का किया उद्घाटन

झाबुआ । सांसद कांतिलाल  भूरिया ने आज प्रात रू 10रू00 बजे जैन मंदिर चैराहे पर वार्ड क्र ५ के कांगेस प्रत्याशी रिंकू रुनवाल के चुनाव कार्यालय का रिबन काटकर चुनाव कार्यालय का उद्घाटन करा  उद्घाटन पूर्व उन्होंने आचार्य श्री रिषभ विजय जी मा.सा . के दर्शन कर उनका आशीर्वाद लिया उसके पश्चात वे वार्ड क्र 4 के पार्षद पद के प्रत्याशी साबिर फिटवेल के समर्थन में जगमोहन दास मार्ग स्तिथ चुनाव कार्यालय  का उद्घाटन किया इस अवसर पर वे वार्ड के वरिष्ठ एवं गणमान्य नागरिको से मुलाकात की एवं कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशियों को जितने की अपील की इस अवसर चुनाव संचालक रमेश डोशी ,चुनाव प्रभारी प्रकाश रांका ,अध्यक्ष पद की उम्मीदवार मनु बेन डोडियार ,जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष डॉ विक्रांत भूरिया ,प्रवक्ता हर्ष भट्ट ,रशीद कुरैशी ,कांग्रेस नेता राजेंद्र अग्निहोत्री ,विजय पांडे ,जीतेन्द्र प्रसाद अग्निहोत्री ,मनीष व्यास ,नाथू भाई ठेकेदार ,गोपाल शर्मा ,विजय रुनवाल,जय मुनिया ,गोलू प्रजापत ,अनिल मकवाना ,युनुस लोधी समसू टेलर ,अकिल  सेठ ,राजेंद्र चैहान सलीम खान ,निखिल सेठिया ,निलेश राठौर, कुलदीप राठौर ,शाहनवाज खान ,कमरुद्दीन पटारी  ,एवं अन्य पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्तिथ थे

गंगु महाराज की कावडा यात्रा का विधायक ने किया स्वागत, हजारों की संख्या में श्रद्धालुजन शामील हुए ।

झाबुआ । गुजरात के गा्रम देहदा के आदिवासी संत गंगु महाराज के हजारो की संख्या में पुरूष एवं महिला अनुयायीओं द्वारा प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी पवित्र नर्मदा कुंड देवझिरी से देहदा तक विशाल कावड यात्रा का आयोजन किया । देवझिरी के पवित्र नम्रदा कुंड से हर हर बम बम, भोले शंभू भेले नाथ जैसे गगनभेदी नारों तथा भक्तिगीतों के साथ कांधे पर कावड रख कर देहदा जाते हुए कावड यात्रा का बिलीडोज,आंबाखोदरा में विधायक शांतिलाल बिलवाल, प्रदेश भाजपा कार्यसमिति के सदस्य शैलेष दुबे,  बहादूर हटिला, मेजिया कटारा, जोगडा बबेरिया, बलवंत म4ेडा, धुलु गणावा, गा्रमीण भाजपा मंडल अअध्यक्ष हरू भूरिया ने भव्य स्वागत किया । उक्त कावड यात्रा में करीब 3 हजार पुरूष एवं महिलाये शामील थे । बिलीडोज आम्बाखोदरा में विधायक एवं अन्य प्रतिष्ठित जनों ने प्रत्येक कावडा यात्री पर पुष्पवर्षा कर स्वागत किया तथा प्रत्येक कावड यात्री को साबुदाना खिचडी प्रदान की । उक्त कावड यात्रा  आम्बा खोदरा, काला पिपल, डूमपाडा, महडा डूंगरी भोयरा,, मलवान, होते हुए  माण्डली बडी पहूंचेगी तथा वहां रात्रि विश्राम कर सोमवार प्रातः पिटोल होते हुए सोमवार को देदला गुजरात पहूंचेगी । विधायक शांतिलाल बिलवाल ने सभी कावड यात्रियों को बधाईया देते हुए उनके अनुष्ठान की सफलता की कामना की है ।

भाजपा ने किया वार्ड 11 एवं 12 में जन संपर्क

झाबुआ । नगरपालिका चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने रविवार को नगर के वार्ड क्रमांक 11 एवं 12 में ढोल ढमाकों के साथ जन संपर्क किया ।जिला भाजपाध्यक्ष दौलत भावसार, कीर्ति भावसार, नगर मंडल अध्यक्ष बबलू सकलेचा, कल्याणसिंह डामोर के अलावा नगरपालिका में भाजपा की अध्यक्ष प्रत्याशी श्रीमती बसती बारिया वार्ड 11 की पार्षद प्रत्याशी अंजली ख्ीमा अजनार  एवं वार्ड 12 की प्रत्याशी इन्दिरा दिनेश परमार ने घर घर जाकर मतदाताओं से भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में मतदान करने की अपील की ।

सार्वजनिक गणेष मंडल के पदाधिकारियों एवं कार्यकारिणी की हुई घोषणा
  • बारह दिवसीय आयोजन के लिये शनिवार को होगी अहम बैठक

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झाबुआ । राजवाडा चैक स्थित श्री सत्यनारायण मंदिर पर  83 वें सार्वजनिक गणेशोत्सव को भव्यातिभव्य पैमाने पर मनाये जाने को लेकर शनिवार रात्री में सार्वजनिक मंडल की विशेष बैठक राजेन्द्रप्रसाद अग्निहौत्री की अध्यक्षता में  आयोजित की गई । बैठक मे बडी संख्या में मंडल के सदस्यों ने सहभागिता की । इस अवसर पर महासचिव नानालाल कोठारी ने गतवर्ष गणेश मंडल के आय व्यय का ब्यौरा देते हुए इस वर्ष भी नगर की पंरंपरानुसार 12 दिवसीय गणेशोत्सव जो 25 अगस्त से 5 सितम्बर तक आयोजित होगा कि लिये पदाधिकारियों एवं कार्यकारिणी सदस्यों के नांमांकन के लिये सभी से सुझाव प्राप्त किये तथा सर्वानुमति से लिये गये निर्णय के अनुसार महोत्सव के लिये 5 सरंक्षक बृजेन्द्रशर्मा चुन्नु भैया, सुरेशचन्द्र जैन पप्पु भैया, पुष्पकरण सोनी, डा. केके त्रिवेदी एवं भागवत शुक्ला को चुना गया । मंडल के अध्यक्ष का दायित्व राजेन्द्र प्रसाद अग्निहोत्री को सौपा गया । 3 वरिष्ठ उपाध्यक्ष बनाये गये जिसमें मनीष व्यास, नीरजसिंह राठौर, अजय रामावत का चयन किया गया । महासचिव नानालाल कोठारी एवं रविराजसिंह राठौर रहेगें । 14 उपाध्यक्ष बनाये गये है  जिसमे शरद शुक्ला, सौभाग्यसिंह चैहान, लालसिंह चैहान, बलवीरसिंह सोहेल, नाथुभाई मिस्त्री, मोहनलाल माहेश्वरी बंशीवाले, गोपाल नीमा, राजेन्द्रकुमार सोनी, बालमुकुन्दसिंह चैहान, श्रीमती सुषमा दुबे, श्रीमती अर्चना राठौर, रूकमणी वर्मा एवं हसुमति पंवार को लिया गया है । 10 सचिव मनोनित किये गये जिसमें शब्बीरभाई बोहरा, जितेन्द्र पटेल, हेमेन्द्र पटेल,जितेन्द्र प्रसाद अग्निहौत्री, मुकेश संघवी, जितेन्द्र शाह, यशवंत त्रिवेदी, निरंजन चैहान, अब्बूदादा को शामील किया गया । 12 सह सचिव बनाये गये जिसमें जयदीप सोलंकी, रामेश्वर सोनी, संतोष रूनवाल, सुनील शर्मा, सुरेश कांठी, शेष नारायण मालवी, मनोज कोठारी, धर्मेन्द मालवीया, नलिनी बैरागी, लता देवल, मांगीलाल कांठह, संजय व्यास एवं राकेश त्रिवेदी सम्मिलित किये गये है । 17 परामर्शदाता में विधायक शांतिलाल बिलवाल, शैलेष दुबे, नपा अध्यक्ष धनसिंह बारिया, जिला पंचायत अध्यक्षा कलावती भूरिया, डा. विक्रांत भूरिया ओपी राय, यशवंत भंडारी, विजय पाण्डे, मनेाज जैन मनोकामना, राजेश नागर, हेमेन्द्र अग्निहौत्री जेवियर मेडा, आचार्य नामदेव, मनीष कोठारी, लाखन सोलंकी, एवं श्रीमती मन्नु डोडियार को नाम चयन किया गया । कोषाध्यक्ष प्रशांत शाह एवं सत्यदेव शर्मा रहेगें । प्रचार प्रमुख हर्ष भट्ट एवं राजेन्द्र सोनी रहेगें । इसके अलावा कार्यक्रम संयोजक, कार्याकारिणी सदस्यों, झांकी समिति प्रमुख एवं नगर की पूरी इलेक्ट्रानिक मीडिया एवं पिं्रंट मीडिया के साथियों के नाम शामील किये गये है । श्री कोठारी ने बताया कि आगामी बैठक शनिवार 5 अगस्त को पैलेस गार्डन झाबुआ में  सायंकाल 7-30 बजे से रखी गई है जिसमें गणेशोत्सव में आयोजित किये जाने वाले कार्यक्रमों के लिये सभी उपस्थितो के सुझाव लिये जाकर तदनुसार कार्यक्रम को इसी दिन अन्तिम रूप दिया जावेगा । इस अवसर पर सभी उपस्थित सदस्यों के लिये स्नेह भोज का भी आयोजन पैलेस गार्डन में रहेगा । मंडल के अध्यक्ष राजेन्द्र अग्निहौत्री ने सभी सदस्यों एवं मीडिया से अनुरोध किया है कि वे अधिक से अधिक संख्या में पैलेस गार्डन पर आयोजित बैठक में उपस्थित रह कर अपने अमूल्य सुझावों से अनुग्रहित करे ।

करणी सेना महिला मंडल ने चीनी राखी एवं सामग्री के उपयोग नही करने की ली शपथ ।

झाबुआ । स्वदेशी वस्तुओं के उपयोग करने तथा चीनी सामग्री का पूरी तरह बहिष्कार करने के संकल्प के साथ रविवार को राजवाडा चैक स्थित श्री सत्यनारायण मंदिर पर करणी सेना महिला मंडल की सदस्याओं एवं पदाधिकारियों ने  आगामी रक्षा बंधन पर्व पर चीन मे बनी राखी का पूरी तरह बहिश्कार किये जाने की शपथ ली । सुश्री रूकमणी वर्मा ने उपस्थित महिलाओं को शपथ दिलाइ्र कि हम समस्त क्षत्राणी? परमपिता परमेश्वर के प्रति सत्य निष्ठा के साथ शपथ लेती है कि आगामी रक्षाबंधन के पावन पर्व पर चाईना मेड राखी का पूरी तरह बहिष्कार करेगी न तो चीनी राखी को किसी को बांधेगी और न ही किसी को बंाधने देगी । शपथ लेते हुए राजपूत समाज की महिलाओं ने यह भी संकल्प लिया कि हिन्दी चीनी भाई भाई का नारा लगाने  वाले विश्वासघाती चीन के किसी भी सामान का घर मे उपयोग नही करेगें । इस तरह से हम चीन को युद्ध के पहले ही आर्थिक, व्यावसायिक रूप से ध्वस्त कर मां भारती की सेवा ही करेगें । इस अवसर पर शपथ के समय रूकम4णी वर्मा, अनिता बैस, स्वीटी चैहान, भारती राठौर, शोभा पंवार, रूपा राठौर, कृष्णा राठौर, शिवकवर पंवार, आशा चैहान, सवोनिका सिसौदिया, रूचिका चैहान, देवकन्या राठौर, तेजकवर गौर, खुशी चैहान श्रीमती गौड सहित बडी संख्या मे राजपूत महिलायें उपस्थित थी ।

भगवान गोवर्धननाथजी के झुला दर्षन में प्रतिदिन लग रही भीड

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झाबुआ । नगर के हृदयस्थल पर स्थित भगवान गोवर्धननाथ की हवेली में श्रावण के महीने मे भगवान गोवर्धननाथ को बडे ही लाड लडा कर सायंकालीन झुला दर्शन मे पूरा नगर विशेष कर महिलाओं की भीड दिखाई दे  रही है।  हरियाली अमावस्या से प्रतिदिन अलग अलग प्रकार से भगवान के झुले को सजाया जाता है और निर्धारित समय पर भगवान को भक्तिगीतों, अभंग के साथ झुला झुलाने के मनोहारी दृष्य को निहारने के लिये पूरा मंदिर खचाखच भर जाता है । शनिवार की शाम को भगवान के झुले का श्रृंगार  मखानों से किया गया । अत्यन्त ही लुभावने एवं दर्शनीय झुले मे जब भगवान गोवर्धननाथजी को बिराजित करके झुलाया जाता है तो हर कोइ्र एक टक होकर भगवान की छबि को निहारता रहता है  । प्रतिदिन सजाये गये झुले के दर्शनों के लिये लोगों की अपार भीड मंदिर पर एकत्रित हो रही है । मंदिर के व्यवस्थापक श्री त्रिवेदी के अनुसार भगवान को झुला झुलाने का क्रम रक्षाबंधन पर्व तक जारी रहेगा ।

भगवान मनकामेष्वर आज करेगें नगर भ्रमण, आदिवासी लोक गीत गायक सीधी प्रस्तुति देगें ।

झाबुआ । भगवान शिवजी के प्रिय मास श्रावण में स्थानीय श्री मनकामेश्वर महादेव मंदिर पर प्रतिदिन पूजा अनुष्ठान का दौर जारी हे । नियमित रूप  से पूरे माह में पण्डित द्विजेन्द्र व्यास, जैमिनी शुक्ला द्वारा जहां रूद्राभिषेक विधि विधान से किया जारहा है । वही श्रावण के प्रत्येक सोमवार को श्री मनकामेश्वर मंदिर मे उज्जेन के महाकांल मंदिर जेसा नजारा दिखाई दे रहा है । आज श्रावण माह के चैथे सोमवार को भगवान भूतभावन मन कामेश्वर सायंकाल 4 बजे नगर भ्रमण कर नगर की जनता को आशीर्वाद प्रदान करेगें । मंदिर के पूजारी देवेन्द्र पुरी ने जानकारी देते हुए बताया कि आज चतुर्थ सोमवार को भगवान मनकामेश्वर की शाही सवारी डोले मे बिराजित होकर नगर भ्रमण कर नगर की जनता को दर्शन एवं आशीर्वाद प्रदान करेगें । श्री मनकामेश्वर मित्र मंडल द्वारा आयोजित भगवान के इस नगर भ्रमण डोला यात्रा को ढोल ढमाकों, बेंड बाजों के साथ निकाला जावेगा, इस अगवसर पर आदिवासी लोक गायक शंशाक तिवारी कुंदनपुर एवं गोधरा गुजरात के लोक गायक सूरज पटेल द्वारा पूरे नगर भ्रमण के दौरान सीधी प्रस्तुति देगें तथा शोभायात्रा में नगर के सभी वर्गो एवं धर्म के लोक सहभागी होगें । नगर के प्रमुख मार्ग राजवाडा चैक, आजाद चैक, बाबेल चैराहा, थांदला गेट, बस स्टेंडसे लक्ष्मीबाई मार्ग होते हुए मनकामेश्वर मंदिर पहूंचेगी जहंा भगवान की महा आरती की जावेगी तथा प्रसादी का वितरण किया जावेगा । इस अवसर पर मंदिर में भी आकर्षक साज सज्जा की गई है तथा भगवान का आकर्षक श्रृंगार  किया जावेगा । मनकामेश्वर मित्र मंडल ने नगर की धर्मप्राण जनता से इस आयोजन मे सहभागी होकर धर्मलाभ लेने की अपील की है।

सट्टे के दो मामलो मे पांच हजार से ज्यादा की राशी जप्त  
    
झाबुआ । आरोपी कैलाश पिता भेरूलाल भाटी निवासी पेटलावद को अवैध रूप से हारजीत का रूपये का दाव लगा कर सट्टा अंक पर्ची लिखते कब्जे से सट्टा पर्ची, लीड व एक मोबाईल व नगदी 1590रू./- रूपये जप्त कर गिर. किया गया। प्रकरण में  थाना पेटलावद में अपराध क्र. 359/17 धारा 4-ए सट्टा एक्ट का प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना मेें लिया गया। आरोपी शांतिलाल पिता प्रतापचंद मारवाडी निवासी पेटलावद को अवैध रूप से हारजीत का रूपये का दाव लगाकर सट्टा अंक पर्ची लिखते कब्जे से सट्टा पर्ची, लीड व नगदी 3,520रू./-जप्त कर गिर. किया गया। प्रकरण में थाना पेटलावद में अपराध क्रं0 360/17 धारा 4-ए सट्टा एक्ट का प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

मोटर सायकल की चोरी
     
झाबुआ । फरि. शिवशंकर पिता जगदीश प्रसाद शर्मा उम्र 59 साल निवासी थांदला ने बताया की अपनी मोटर सायकल हिरो होण्डा क्रंमाक एमपी-11 ई-4819 को घर के बाहर खड़ी की थी जिसे कोई अज्ञात बदमाश चुराकर ले गया। प्रकरण में थाना थांदला में अपराध क्रं0 360/17 धारा 379 भादवि का प्रकरण मे पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

गुम शुदगी का प्रकरण कायम
     
झाबुआ । फरि. भमरसिंह पिता नुरला डाबर उम्र 26 साल निवासी दोलतपुरा ने बताया कि मेरी पत्नी पिताजी के घर इन्दौर सागर पेलेस जाने का बोल कर गई थी जो नही पहुंची, आसपास तलाश करते नही मिली। प्रकरण में थाना कोतवाली में गुम इंसान क्रं. 107/17 मे पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

बिहार : प्रो राजेंद्र कुमार जन संस्कृति मंच के अध्यक्ष और मनोज कुमार सिंह महासचिव चुने गए

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पटना, 30 जुलाई। सांस्कृतिक कार्यक्रम, कविता पाठ, नई राष्ट्रीय परिषद् व कार्यकारिणी गठित करने के साथजन संस्कृति मंच का 15वां राष्ट्रीय सम्मेलन आज संपन्न हो गया। सम्मेलन में आये प्रतिनिधियों ने 170 सदस्यीय राष्ट्रीय परिषद्, 31 सदस्यीय कार्यकारिणी का चुनाव किया। प्रो राजेंद्र कुमार अध्यक्ष और मनोज कुमार सिंह महासचिव चुने गए। इसके अलावा 11 उपाध्यक्ष -सियाराम शर्मा, सुधा चौधरी, मंगलेश डबराल, अशोक भौमिक, मदन कश्यप, शंभू बादल,सुरेश कांटक, रामनिहाल गुंजन, बलराज पांडेय, कौशल कुमार  और मदन मोहन चुने गए। सम्मेलन का दूसरा दिन आज सुबह 10 बजे इंजीनियर्स इंस्टिट्यूशन सभागार में शुरू हुआ। सबसे पहले युवा नीति के राजू रंजन, पुकार टीम के लालजी यादव व कामता यादव ने जनगीत प्रस्तुत किया। इसके बाद कविता समूह, फिल्म समूह, नाट्य समूह, चित्रकला समूह, जन भाषा समूह, कहानी समूह के संयोजकों ने अपने कार्यक्रमों, गतिविधियों, हस्तक्षेप की रिपोर्ट और योजनाओं की रिपोर्ट रखी। इसके बाद महासचिव प्रणय कृष्ण ने अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होंने आज नागरिक समाज की तमाम आवाजें सारे दमन को झेलते हुए भी लोकतंत्र की बहाली के लिए, सामाजिक विभाजन, हिंसा और अविवेक की संस्कृति के खिलाफ प्रतिरोध के लिए, जनता की एकजुटता के लिए संघर्षरत हैं। जन संस्कृति संगठन को और सशक्त करते हुए प्रतिरोध ओ संघर्ष कर रहे लोगों के साथ मजबूती से खड़ा होगा और इसे एक संगठित आंदोलन बना देने के लिए पूरी ताकत लगायेगा। इसी सत्र में संगठन के पदाधिकारियों, परिषद् और कार्यकारिणी का चुनाव हुआ। सांगठनिक सत्र के बाद विभिन्न स्थानों से आयी टीमों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया। अनिल अंशुमन, निर्मल नयन, राजू रंजन, रूपा, कामता व ललन यादव ने जनगीत पेश किए। इनके बाद कविता पाठ सत्र में प्रो राजेंद्र कुमार, अजय कुमार,  सुरेश कांटक, जितेंद्र कुमार, कौशल किशोर, रामनिहाल गुंजन, सुनील श्रीवास्तव, कृष्ण कुमार निर्मोही, सुमन कुमार सिंह, बृजेश, अरुणाभ सौरभ, आरपी वर्मा,  श्रीराम तिवारी, ओमप्रकाश मिश्र, भगवान स्वरूप कटियार, विमला किशोर, मीता दास, अरविंद अनुराग, रुनझुन, आशिया,  सुनील चौधरी, साधना सुमन, मधु जी,  विभा गुप्ता, संदीप कुमार सिंह, विनीता, प्रशांत, हरेन्द्र श्रीवास्तव, नागेश्वर प्रसाद, संजीव कुमार श्रीवास्तव  आदि कवियों ने काव्य पाठ किया। संचालन सुधीर सुमन ने किया। 

पटना : प्रत्येक पार्षद 77 लाख से वार्ड को चकाचक कर सकेंगे

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पटना। पटना नगर निगम बोर्ड की पहली बैठक.इस बैठक को नव निर्वाचित पार्षदों के उन्मुखीकरण कार्यक्रम के रूप में रखा गया.इसमें निर्वाचिच 75 वार्ड पार्षदों ने हिस्सा लिये. मौके पर जलजमाव,कूड़ा उठान,घर-घर जाकर कूड़ा संग्रह अभियान में शिथिलता को लेकर जमकर चर्चा की गयी. पटना नगर निगम के नव चयनित नगर सरकार की पहली निगम बोर्ड बैठक शनिवार 29 जुलाई को  की गयी. यह बैठक इनकम टैक्स चौराहा स्थित होटल पाटलिपुत्रा अशोक में 11:30 बजे से की गयी है. बैठक में बीते तीन सशक्त स्थायी समिति में पास मुद्दों को रखा गया. पॉवर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से नगर पालिका का संविधान और कार्य समझाया गयाने का प्रयास उन्मुखीकरण कार्यक्रम से किया गया. पीएम हाउस फोर ऑल,एनयूएलएम, राजीव गांधी आवास योजना,स्वच्छ भारत मिशन,ओडीएफ,सीएम के सात निश्चय आदि का प्रदर्शन किया गया.


प्रति वार्ड खर्च होंगे 77 लाख
मुख्यमंत्री 7 निश्चय योजना (नली,गली व शौचालय)  55 लाख रुपये,पथ निर्माण छह लाख रुपये ,सड़कों पर प्रकाश  चार लाख रुपये ,जलापूर्ति व पाइप लाइन विस्तार चार लाख रुपये

नाला निर्माण   4.5 लाख रुपये
और मेनहोल निर्माण  3.5 लाख रुपये व्यय होगा.इन पर भी हुआ निर्णय। वार्ड 30, 31 व 32 में जलजमाव दूर करने के लिए कच्चे नाले को बादशाही पैन से जोड़ने का निर्देश, एक सप्ताह में जगनपुरा व बाइपास नाले से सभी अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई करने का निर्देश.

डिसेल्टिंग मशीन को रखने का निर्णय.
मौके पर मेयर सीता साहू, नगर आयुक्त अभिषेक सिंह,नगर विकास व आवास विभाग के प्रधान सचिव चैतन्य प्रसाद आदि उपस्थित रहे. इसके अलावे समिति के सदस्य सहित अन्य लोग मौजूद थे. इसके अलावा बाइपास नाले की एक बार फिर से सफाई करने, सैदपुर से भिखना पहाड़ी नाले पर सड़क निर्माण पूरा करने की मंजूरी के अलावा अन्य कई निर्णय लिये गये. समिति में स्वीकृति लगभग सभी मुद्दों का प्रस्ताव बना कर वहां लाया जायेगा. बोर्ड से स्वीकृति के बाद निगम में ये योजनाएं लागू की जायेंगी.अगले वर्ष के लिए जलजमाव से बचाव की योजना बैठक में सभी चारों अंचलों के कार्यपालक पदाधिकारियों को अगले वर्ष शहर में जल-जमाव नहीं हो, इसके लिए योजना बनाने का निर्देश दिया गया. किस वार्ड में कौन से नाले का निर्माण करना है, कहां कनेक्शन किया जाना है, क्या नया निर्माण करना है, इसकी पूरी योजना बना कर देने के लिए नगर आयुक्त ने कहा है, ताकि निगम मुख्यालय इन योजनाओं को नगर विकास व आवास विभाग भेज सके. वहां से स्वीकृति मिलने के बाद निर्माण किया जा सके.


तीन नये वार्डों में कर निर्धारण के लिए तय हुई सड़क : नगर निगम में जुड़नेवाले तीन नये वार्ड 22ए, 22बी, 22 सी में होल्डिंग कर निर्धारण के लिए नूतन राजधानी अंचल के कार्यपालक पदाधिकारी ने तीन सदस्यीय टीम बना कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया था. टास्क फोर्स के अनुसार पटना दानापुर प्रिंसिपल मेन रोड, कुर्जी मोड़ से न्यू पाटलिपुत्र मोड़ तक, राजीव नगर रेलवे लाइन से पाटलिपुत्र गोलंबर होते हुए नेहरू नगर से राजापुरपुल तक व पाटलिपुत्र गोलंबर से दक्षिण बोरिंग रोड को प्रधान मुख्य सड़क माना गया है. इसके अलावा गोसांईं टोला, बालू पर संत माइकल, कुर्जी नाला, लोयोला स्कूल की सड़क को मुख्य सड़क माना गया है. इसके अलावा अन्य सभी सड़कें तीसरे स्तर पर रखी गयी हैं. उन्मुखीकरण कार्यक्रम से भाग लेकर लौटी वार्ड नम्बर-27 की वार्ड पार्षद रानी कुमारी ने कहा कि मंदिरी में है चीना कोठी यहां पर काफी गंदगी है. इसे दूर करने को कहा गया.दक्षिण चीना कोठी में अधूरा नाला निर्माण है. पूरा करने को कहा गया. वहीं वार्ड के लोगों से आग्रह किया गया है कि आम सभा में जरुर आयें.  वार्ड नम्बर-22 सी की वार्ड पार्षद रजनी राय के प्रतिनिधि पप्पू यादव ने कहा कि 77 लाख रू.में सेंधमारी होने नहीं देंगे. जो सेंधमारी का प्रयास करेंगा उसे सलाखों के पीछे करवा देंगे. एक भी गली छूटे न का नारा दिया है.

दरभंगा : तालाब में डूबकर पांच बच्चियों की मौत

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दरभंगा 30 जुलाई, बिहार के दरभंगा जिले में घनश्यामपुर थाना क्षेत्र के कोरथु गांव में आज तालाब में डूबने से पांच बच्चियों की मौत हो गयी। अनुमंडल पदाधिकारी मोहम्मद शफीक एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सुरेश कुमार ने यहां बताया कि नौ बच्चियां स्नान करने के लिए कोरथु गांव स्थित तालाब में गयी थी। इसी दौरान गहरे पानी में चले जाने से पांच बच्चियों की डूबकर मौत हो गयी जबकि ग्रामीणों ने डूबी रही चार अन्य बच्चियों को बचा लिया। श्री कुमार ने बताया कि ग्रामीणों के सहयोग से मृत पांच बच्चियों वंदना कुमारी (12), लक्ष्मी कुमारी (12), निधि कुमारी (11), पिंकी कुमारी (10) और सुगिता कुमारी (6) का शव निकाल लिया गया है। उन्होंने बताया कि चार अन्य बच्चियाें को बेनीपुर रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां से प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें घर भेज दिया गया है। इस बीच जिलाधिकारी चंद्रशेखर प्रसाद सिंह ने मृतक के परिजनों को चार-चार लाख रुपये अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। उन्होंने बताया कि अनुमंडल पदाधिकारी को यह निर्देश दिया गया है कि मृतकों का पंचनामा कर राशि का वहीं भुगतान कर दिया जाये । 


नीतीश के महागठबंधन से नाता तोड़ने से विपक्षी एकता कमजोर होने वाली नहीं : तारिक

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पटना 30 जुलाई, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के राष्ट्रीय महासचिव एवं बिहार के कटिहार से सांसद तारिक अनवर ने आज कहा कि श्री नीतीश कुमार ने महागठबंधन सरकार में मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देकर धर्मनिरपेक्ष शक्तियों को कमजोर करने की कोशिश की है लेकिन इससे विपक्षी एकता कमजोर होने वाली नहीं है । श्री अनवर ने यहां पार्टी के प्रदेश कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि बिहार में जो राजनीतिक परिवर्तन हुआ है वह एकाएक नहीं हुआ है। श्री कुमार का हृदय परिवर्तन एक दिन में नहीं हुआ बल्कि उनकी नीयत शुरु से ही ठीक नहीं थी। उन्होंने कहा कि श्री कुमार हमेशा राजनीति में विकल्प लेकर चल रहे थे तभी उन्होंने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के साथ मिलकर सरकार बनाई। राकांपा सांसद ने कहा कि श्री कुमार अपने संगठन जनता दल यूनाइटेड (जदयू) पर अंकुश रखने के लिए ही पार्टी अध्यक्ष बने । इस कवायद में उन्होंने अपने दल के संस्थापक और सर्वमान्य नेता शरद यादव पर दबाव डालकर उनसे अध्यक्ष पद से इस्तीफा ले लिया। उन्होंने कहा कि श्री कुमार के राजग के साथ मिलकर सरकार बनाने के फैसले से श्री यादव काफी नाराज हैं । श्री अनवर ने कहा कि इस संबंध में उनकी बात श्री शरद यादव से हुयी है जिसमें उन्होंने नाराजगी जतायी है । श्री यादव ने कहा कि उनकी जानकारी के बगैर ही राजग में जाने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि श्री यादव ने स्पष्ट रूप से कहा है कि वह समाजवादी हैं इसलिए सिद्धांत एवं विचारधारा के खिलाफ कभी भी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ नहीं जा सकते हैं।


राकांपा सांसद ने एक सवाल के जवाब में कहा कि बिहार राजग के दो घटक दल के शीर्ष नेता प्रदेश की नयी सरकार के गठन से खासा नाराज हैं और महागठबंधन के नेताओं से उनकी बातचीत हुयी है। हालांकि उन्होंने यह बताने से इनकार किया कि राजग के कौन-कौन नेता महागठबंधन के संपर्क में हैं । उन्होंने कहा कि श्री नीतीश कुमार ने महागठबंधन सरकार में मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा देकर धर्मनिरपेक्ष शक्तियों को कमजोर करने की कोशिश की है लेकिन इससे विपक्षी एकता कमजोर होने वाली नहीं है। श्री अनवर ने कहा कि श्री कुमार पिछले छह माह से भाजपा के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली के माध्यम से राजग के नेतृत्व के संपर्क में थे और मौके की तलाश कर रहे थे। भ्रष्टाचार का सिर्फ बहाना बनाया गया । उन्होंने कहा कि श्री कुमार के इस फैसले से लोगों में उनके प्रति विश्वास घटा है। पिछले विधानसभा चुनाव के समय श्री कुमार ने कहा कि था कि दोबारा उनकी वापसी राजग में होने वाली नहीं है। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि संघ मुक्त भारत बनाने की बात करने वाले श्री कुमार आज उसी के गोद में बैठ गये हैं । राकांपा सांसद ने कहा कि श्री कुमार में यदि थोड़ी भी नैतिकता होती तो फिर से जनादेश प्राप्त करते। उन्होंने राजग के साथ जाकर बिहार की जनता के साथ राजनीतिक धोखेबाजी की है। उन्होंने कहा कि श्री कुमार ने जिस तरह से राजनीतिक धोखेबाजी की है उससे जनता के बीच उनकी विश्वसनीयता अब समाप्त हो गयी है। विपक्ष भी उनपर विश्वास करने वाला नहीं है। 

‘जय श्रीराम’ बोलने पर बिहार के मंत्री के खिलाफ फतवा

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पटना 30 जुलाई, बिहार में नवगठित राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार में जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के कोटे से अल्पसंयक कल्याण एवं गन्ना उद्योग मंत्री फिरोज अहमद उर्फ खुर्शीद के ‘जय श्रीराम’ का नारा लगाने पर धार्मिक संगठन इमारत-ए-शरिया ने फतवा जारी किया है। इमारत-ए-शरिया फुलवारी शरीफ, पटना के मौलाना मुफ्ती सोहैल अहमद कासमी ने इस संबंध में श्री खुर्शीद के खिलाफ फतवा जारी किया है। फतवा में कहा गया है कि जो मुसलमान यह नारा लगाये और कहे कि मैं रहीम के साथ राम की भी पूजा करता हूं तथा सभी प्रमुख स्थानों पर मत्था टेकता हूं, ऐसे व्यक्ति को इस्लाम से खारिज किया जाता है। फतवे में यह भी कहा गया है कि इस गलती से श्री खुर्शीद निकाह से खारिज हो गये हैं। आम मुसलमानों को इस तरह के मुस्लिमों से संबंध रखना जायज नहीं है। हालांकि मौलाना कासमी ने कहा कि यह उनकी निजी राय है। इसबीच मंत्री खुर्शीद ने कहा कि उन्हें फतवे से कोई डर नहीं है और फतवा जारी करने से पहले उनसे किसी ने बात नहीं की है। फतवे का वह कोई जवाब नहीं देंगे बल्कि उनका काम जवाब देगा। 


श्री खुर्शीद ने कहा कि यदि ऐसा कहने से प्रदेश का कल्याण होता है तो वह कहते रहेंगे । मैने राज्य की 11 करोड़ जनता के लिए यह नारा लगाया था। इस्लाम किसी धर्म की आलोचना नहीं करता।  वहीं, मंत्री ने आज अपने नारे पर माफी मांग ली है। उन्होंने कहा, “जिनको भी उनकी बातों से ठेस पहुंची है मैं उनसे माफी मांगता हूं। मेंरे नारे को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है।”  इसबीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के बिहार के कटिहार से सांसद और पूर्व केन्द्रीय मंत्री तारिक अनवर ने श्री खुर्शीद के नारा लगाये जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि कुछ लोगों का धर्म-ईमान नहीं होता है । समाज में ऐसे लोगों की कद्र नहीं की जाती है ।  उल्लेखनीय है कि 28 जुलाई को विधानसभा में राजग के विश्वासमत हासिल करने के बाद विधानमंडल परिसर में जदयू के सिकटा से विधायक श्री खुर्शीद ने सार्वजनिक रूप से नारा लगाया था । 

बिहार में कृषि क्षेत्र के सर्वांगीण विकास के लिए सरकार प्रतिबद्ध : प्रेम

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पटना 30 जुलाई, बिहार के कृषि मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने कृषि क्षेत्र के सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्धता जताते हुये आज कहा कि उनके विभाग की पहली प्राथमिकता प्राप्त सुझावों के अनुरूप तृतीय कृषि रोडमैप को तैयार कर अगस्त तक इसे अंतिम रूप देना है। डॉ. कुमार ने राज्य में नवगठित राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार में कृषि मंत्री का पदभार ग्रहण करने के बाद यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा, “मैं राज्य में कृषि क्षेत्र के सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्ध हूं।” उन्होंने कहा कि राज्य में प्रथम कृषि रोड मैप का कार्यान्वयन वर्ष 2008 से किया गया, जिसकी अवधि 31 मार्च 2012 को तथा द्वितीय कृषि रोड मैप का क्रियान्वयन 01 अप्रैल 2012 से किया गया, जिसकी अवधि 31 मार्च, 2017 को समाप्त हो गई। विभाग की पहली प्राथमिकता प्राप्त सुझावों के अनुरूप वर्ष 2017-22 के लिए लागू होने वाले तृतीय कृषि रोडमैप तैयार कर अगस्त तक इसे अंतिम रूप देना है।मंत्री ने बताया कि कृषि रोड मैप 2017-22 में राज्य में जैविक खेती के लिए गंगा के तटवर्ती क्षेत्रों के साथ ही राष्ट्रीय एवं राजकीय मार्ग के दोनों ओर के गांवों का चयन कर जैविक कोरिडोर बनाने का निर्णय लिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2017-18 में प्रथम चरण में पटना से भागलपुर तक गंगा के दक्षिणी भाग में पड़ने वाले गांव तथा दनियावां से बिहारशरीफ तक के राजकीय एवं राष्ट्रीय मार्ग के किनारे बसे गांव में जैविक कोरिडोर का निर्माण करने का निर्णय लिया गया है।


डॉ. कुमार ने बताया कि पटना से भागलपुर तक के गंगा के दक्षिणी किनारे पर बसे गांव में जैविक कोरिडोर का निर्माण दियारा विकास योजना से तथा दनियावां से बिहारशरीफ तक के राजकीय एवं राष्ट्रीय मार्ग के निकट पड़ने वाले गांव में परम्परागत कृषि विकास योजना से किया जायेगा। उन्होंने बताया कि जैविक कोरिडोर के निर्माण के लिए पटना, नालंदा, भागलपुर, मुंगेर, लखीसराय तथा बेगूसराय जिलों में उपयुक्त गांवों के चयन की प्रक्रिया चल रही है। इससे रसायनिक उर्वरकों के दुष्प्रभाव को कम करने में मदद मिलेगी। मंत्री ने कहा कि बिहार की मिट्टी बहुत उपजाऊ है। यहां 46 प्रकार की मिट्टी पाई जाती है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना के तहत वर्ष 2017-18 में 7,26,350 मिट्टी के नमूने संग्रह करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस लक्ष्य के विरुद्ध आज तक 1,73,334 मिट्टी के नमूने संग्रहित किये गये और इनमें से 22,067 नमूने विश्लेषित किये जा चुके हैं। डॉ. कुमार ने कहा कि वह किसानों के बीच जाकर किसान चैपाल के माध्यम से उनकी समस्याओं तथा सरकार की योजनाओं में उनके सुझाव प्राप्त करेंगे। उन्होंने कहा कि केंद्र के लक्ष्य के अनुरूप राज्य के किसानों की आय को दोगुना करना, राज्य में जैविक खेती को बढ़ावा देना, किसानों को कृषि के नवीनतम तकनीकों पर जिलों में अवस्थित कृषि विज्ञान केन्द्र तथा आत्मा के माध्यम से लगातार प्रशिक्षण तथा कौशल विकास पर विशेष बल देना है। 

2017 के अंत तक 50 हजार युवकों को मिलेगी नौकरी : रघुवर दास

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गिरिडीह 30 जुलाई, झारखंड के मुख्यमंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) के वरिष्ठ नेता रघुवर दास ने आज घोषणा की कि इस वर्ष के अंत तक राज्य के 50 हजार युवकों को नौकरी दी जाएगी। श्री दास ने यहां के उत्सव उपवन में भाजपा कार्यसमिति की दो दिवसीय बैठक के समापन सत्र को संबोधित करते हुये कहा कि उनकी सरकार प्रदेश के विकास के लिए पूरी तरह से वचनबद्ध है और इस दिशा में कई कदम उठाये जा रहे हैं। सरकार इस वर्ष 06 दिसंबर तक राज्य के 50 हजार युवकों को रोजगार देगी। उन्होंने कहा कि युवकों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए सरकार की ओर से कदम उठाये जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने पूर्व की झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) सरकार की चर्चा करते हुये कहा कि तत्कालीन सरकार के कार्यकाल में भ्रष्टाचार जहां अपने चरम पर था वहीं परिवारवाद भी फल फूल रहा था। उन्होंने कहा कि बिहार को जिस तरह से राष्ट्रीय जनता दल (राजद)अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने लूटा ठीक उसी तरह से झामुमो के कार्यकाल में झारखंड में भ्रष्टाचार का बोलबाला रहा। उन्होंने कहा कि भाजपा के सत्ता में आने के बाद से भ्रष्टाचार और परिवारवाद पूरी तरह से समाप्त हो गया है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2018 तक राज्य के सभी परिवारों को एलईडी बल्ब उपलब्ध करा दी जाएगी।


बैठक की समाप्ति के बाद भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष दीपक प्रकाश ने बताया कि सरकार राज्य में गरीबी उन्मूलन के अपने लक्ष्य पर लगातार काम कर रही है। सरकार अबतक एक लाख युवकों को नौकरी उपलब्ध करा चुकी है। बेरोजगार युवाओं को कौशल विकास के माध्यम से हुनरमंद बनाया जा रहा है और इसके लिए गांव-गांव में प्रशिक्षण केंद्र खोले गये हैं। कौशल विकास के क्षेत्र में सात हजार करोड़ रुपये खर्च करने का लक्ष्य रखा गया है। श्री प्रकाश ने कहा कि राज्य सरकार ने महिलाओं के लिए एक विशेष योजना की शुरुआत की है। इसके तहत 50 लाख रुपये तक की संपत्ति का निबंधन महिला के नाम पर होने से उस पर रजिस्ट्री शुल्क केवल एक रुपये ही लगेगा। उन्होंने बताया कि महिलाओं के लिए ऐसी व्यवस्था करने वाला झारखंड देश का पहला राज्य है। इससे पूर्व बैठक में कई प्रस्तावों पर भी चर्चा की गई। साथ ही बिहार में भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार बनने पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बधाई दी गई और कहा गया कि सकारात्मक राजनीति के कारण ही वहां राजग की सरकार बनी है। बैठक में सांसद सुनील सिंह ने राजनीति प्रस्ताव पेश किया। पेश सभी प्रस्तावों को सर्वसम्मति से पारित किया गया। 

‘जय श्रीराम’ बोलने को लेकर माफी मांगने पर मंत्री पर जारी फतवा वापस

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पटना 30 जुलाई, बिहार में नवगठित राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार में जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के कोटे से अल्पसंयक कल्याण एवं गन्ना उद्योग मंत्री फिरोज अहमद उर्फ खुर्शीद के ‘जय श्रीराम’ का नारा लगाने पर धार्मिक संगठन इमारत-ए-शरिया से माफी मांगने के बाद उनके खिलाफ जारी फतवा आज वापस ले लिया गया। इमारत-ए-शरिया फुलवारी शरीफ, पटना के मौलाना मुफ्ती सोहैल अहमद कासमी के समक्ष श्री खुर्शीद ने अपने गैर इस्लामी बयान पर शर्मिंदगी जाहिर करते हुए माफी मांगी। बाद में उन्होंने कलमा-ए- शहादत पढ़ा। इसके बाद मौलाना कासमी ने कहा कि कलमा पढ़ लेने के बाद उन्हें माफ कर दिया गया। उन्होंने तमाम मुसलमानों से अपील की कि श्री खुर्शीद के साथ पहले की तरह व्यवहार किया जाये। इस मौके पर इमारत-ए-शरिया की ओर से उन्हें मंत्री पद की जिम्मेवारियों को निभाने के लिए शुभकामना दी गयी । उल्लेखनीय है कि इमारत-ए-शरिया के मौलाना मुफ्ती सोहैल अहमद कासमी ने श्री खुर्शीद के खिलाफ फतवा जारी किया था जिसमें कहा गया था कि जो मुसलमान यह नारा लगाये और कहें हैं कि मैं रहीम के साथ राम की भी पूजा करता हूं तथा सभी प्रमुख स्थानों पर मत्था टेकता हूं, ऐसे व्यक्ति को इस्लाम से खारिज किया जाता है। फतवे में यह भी कहा गया है कि इस गलती से श्री खुर्शीद निकाह से खारिज हो गये हैं। आम मुसलमानों को इस तरह के मुस्लिमों से संबंध रखना जायज नहीं है। हालांकि मौलाना कासमी ने कहा कि यह उनकी निजी राय है। इसबीच मंत्री खुर्शीद ने कहा कि उन्हें फतवे से कोई डर नहीं है और फतवा जारी करने से पहले उनसे किसी ने बात नहीं की है। फतवे का वह कोई जवाब नहीं देंगे बल्कि उनका काम जवाब देगा। श्री खुर्शीद ने 28 जुलाई को विधानसभा में राजग के विश्वासमत हासिल करने के बाद विधानमंडल परिसर में जदयू के सिकटा से विधायक श्री खुर्शीद ने सार्वजनिक रूप से नारा लगाया था । 

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