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झारखंड में नकली या अवैध शराब की बिक्री हुई तो कड़ी कार्रवाई : रघुवर दास

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रांची 31 जुलाई, झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने आज कहा कि राज्य में कहीं भी नकली या अवैध शराब की बिक्री की सूचना मिलने पर जिम्मेवार अधिकारियों और सम्बद्ध थाना प्रभारियों के खिलाफ सरकार कड़ी कार्रवाई करेगी। श्री दास ने यहां मुख्य सचिव राजबाला वर्मा और पुलिस महानिदेशक डी के पाण्डेय को इस आशय का निर्देश देते हुए कहा झारखंड में कहीं भी नकली शराब या अवैध शराब की बिक्री न हो इसे सुनिश्चित करें। उन्होंने स्पष्ट रुप से कहा कि जिस थाना क्षेत्र में ऐसी शिकायतें या सूचना मिलेगी वहां के थाना के प्रभारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी। मुख्यमंत्री ने राज्य के सभी पंचायत प्रतिनिधियों से भी अपील की है कि वे ग्रामीण क्षेत्रों में अवैध शराब अथवा नकली शराब की बिक्री ना हो यह सुनिश्चित करें और ऐसा पाये जाने पर इसकी सूचना तुरंत संबंधित थाना प्रभारी एवं अधिकारियों को दें। उन्होंने कहा कि जिला, प्रखण्ड एवं पंचायत स्तर पर सभी अधिकारी पूरी तरह संवेदनशील होकर इसका अनुपालन करें। साथ ही, ऐसी शिकायत पाये जाने पर सख्त से सख्त कार्रवाई करें। 


झारखंड में एक क्लिक पर मिलेगी भूमि संबंधी जानकारियां: बाउरी

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डालटनगंज 31 जुलाई,  झारखंड के भू-राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री अमर कुमार बाउरी ने कहा है कि राज्य सरकार भू-राजस्व विभाग के डिजिटलाइजेशन के लिए संकल्पित है और इस दिशा में तेजी से काम चल रहा है ।श्री बाउरी ने आज यहां समाहरणालय स्थित बंदोवस्त कार्यालय के नये भवन का उद्घाटन करने के बाद समारोह को संबोधित करते हुए दावा किया कि बहुत जल्द विभाग का डिजिटलाइजेशन का काम पूरा हो जायेगा और लोगों को एक क्लिक पर भूमि संबंधी सभी जानकारियां कम्प्यूटर स्क्रीन पर उपलब्ध होंगी। उन्होंने यह भी कहा कि बंदोवस्त कार्यालय में कर्मचारियों की कमी को दूर करने के लिए भी सरकार प्रयास कर रही है और इसके लिए बहाली प्रक्रिया जल्द शुरू की जायेगी।  समारोह में मौजूद स्वास्थ्य मंत्री रामचन्द्र चंद्रवंशी ने कहा कि पलामू जिले में पदाधिकारियों और कर्मचारियों की कमी के कारण सर्वे का कार्य काफी पीछे चल रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य में स्वास्थ्य सेवा में काफी सुधार हुआ है और सभी स्वास्थ्य केन्द्रों में दवा की व्यवस्था की गयी है। श्री चंद्रवंशी ने कहा कि राज्य में जल्द ही दस हजार नर्सों की बहाली की जायेगी। उन्होंने कहा कि सरकार डाक्टरों की कमी को भी दूर करने पर विचार कर रही है। इस मौके पर पलामू के उपायुक्त अमीत कुमार, सदर एसडीओ नन्दकिशोर गुप्ता समेत कई अधिकारी मौजूद थे । 

गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों पर निगरानी के लिए लांच होगा वेबपोर्टल : सुशील मोदी

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पटना 31 जुलाई, बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने आज कहा कि गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) के क्रियाकलापों पर निखरानी रखने के लिए कल एक वेब पोर्टल लांच किया जाएगा। श्री मोदी ने राज्य में नवगठित राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार में वित्त, वाणिज्य कर एवं सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) मंत्री का पदभार ग्रहण कर विभागों की समीक्षा बैठक के बाद यहां बताया कि एनबीएफसी के बारे में बड़े पैमाने पर शिकायतें मिल रही थी। गड़बड़ी के आरोप में ऐसी 126 कंपनियों पर मामले भी चल रहे हैं। उन्होंने बताया कि ‘बिहार जमाकर्ताओं के हितों का संरक्षण’ कानून के तहत कल एक वेब पोर्टल लांच किया जायेगा जिसमें जिलों में कार्यरत एनबीएफसी को अपना पंजीकरण कराना और प्रत्येक तीन माह पर इसमें अपनी रिपोर्ट डालना अनिवार्य होगा। वित्त मंत्री ने बताया कि एक माह पूर्व लागू की गई नई कर व्यवस्था वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के कार्यान्वयन में आ रही कठिनाइयों के बारे में विमर्श करने के लिए बुधवार को राज्य के सभी चैम्बर आॅफ काॅमर्स और व्यापारिक संगठनों के प्रमुख को आमंत्रित किया गया है। उन्होंने अधिकारियों को राज्य के लिए नई आईटी नीति तैयार करने का निर्देश भी दिया। आईटी विभाग की समीक्षा के बाद उन्होंने बताया कि सितम्बर के मध्य में आईटी सेक्टर से जुड़े निवेशकों का दो दिवसीय सम्मेलन आयोजित किया जायेगा। बैठक के दौरान विभिन्न विभागों के प्रधान सचिव एवं अन्य अधिकारियों ने अपने-अपने विभागों की गतिविधियों पर आधारित पावर प्वांइट प्रस्तुतीकरण भी दी। 

गुजरात बाढ़ से त्रस्त, कांग्रेस के विधायक कर्नाटक के रिजॉर्ट में : अनंत कुमार

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नयी दिल्ली 31 जुलाई, संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने गुजरात मुद्दे पर आज कांग्रेस को घेरते हुये कहा कि एक ओर राज्य की जनता बाढ़ से त्राहि-त्राहि कर रही है और दूसरी ओर उसके विधायक कर्नाटक के रिजॉर्ट में ठहरे हुये हैं। गुजरात में राज्यसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी पर उसके विधायकों पर दबाव डालने का आरोप लगाया है। साथ ही उसने अपने विधायकों को राज्य से बाहर किसी होटल में भेज दिया है। श्री कुमार ने यहाँ संसद परिसर में संवाददाताओं से कहा, “जब गुजरात की जनता बाढ़ से त्राहि-त्राहि कर रही है, कांग्रेस के 40 विधायक कर्नाटक के एक रिजॉर्ट में ठहरे हुये हैं। कांग्रेस को अब यह समझना चाहिये कि उसके विधायक परिवारवाद को स्वीकार नहीं कर रहे हैं। साथ ही गुजरात के लोग कांग्रेस को खारिज कर चुके हैं।” श्री कुमार ने केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम में रविवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता की हत्या की निंदा करते हुये आरोप लगाया कि केरल और पश्चिम बंगाल की सरकारें राजनीतिक हत्याओं का पोषण कर रही हैं।

सरकार कर रही है बाढ़ प्रभावितों की अनदेखी : कांग्रेस

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नयी दिल्ली, 31 जुलाई, कांग्रेस ने केन्द्र की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार नीत भारतीय जनता पार्टी सरकार पर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए आपदा प्रभावित क्षेत्रों के लोगों तक राहत पहुंचाने तथा उनके पुनर्वास के लिए तत्काल कदम उठाने की आज मांग की। राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा, “देश में बाढ़ से उत्पन हालात खतरनाक हो चुके हैं । इसके कारण देश में मरने वाले लोगों की संख्या 300 तक पहुंच गयी है और इससे प्रभावित लोगों की संख्या एक करोड तक पहुंच चुकी है।” उन्होंने आरोप लगाया कि देश का आम आदमी बाढ़ के कहर से परेशान है लेकिन सरकार की तरफ से अब तक सिर्फ हवाई सर्वेक्षण ही किया गया है और मामूली राहत दी गयी है। भाजपा सरकार पर बाढ़ प्रभावितों के संकट से आंख मूंदने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को पीड़ितों को राहत देने के लिए तत्काल कदम उठाने चाहिए और बाढ़ के कारण संकट में आए लोगों को शीघ्र मदद पहुंचाने का प्रयास होना चाहिए। गुजरात में कांग्रेस विधायकों पर बाढ़ पीड़ितों की मदद नहीं करने के भाजपा के आरोप पर उन्होंने कहा कि विधायकों के खिलाफ माहौल पैदा किया गया है कि हवाई अड्डे से आते समय उनका अपहरण किया जा सकता है। कांग्रेस यह सब गुजरात में देख रही है। केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी पर बाढ़ पीड़ितों की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि वह राज्यसभा चुनाव के लिए अपना नामांकन भरने गुजरात गयी थीं लेकिन उन्होंने वहां बाढ़ पीड़ितों के बारे में कोई दिलचस्पी नहीं दिखायी।

सेंसेक्स 32,500 के पार, निफ्टी भी नये रिकॉर्ड स्तर पर

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मुंबई 31 जुलाई, विदेशों से मिले सकारात्मक संकेतों के बीच भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) तथा अन्य कंपनियों के शेयरों में हुई चौतरफा लिवाली से आज सेंसेक्स 205.06 अंक उछलकर पहली बार 32,500 अंक के पार 32,514.94 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी भी 62.60 अंक की तेजी के साथ अब तक के रिकॉर्ड स्तर 10,077.10 अंक पर रहा। एसबीआई ने आज बहुत ज्यादा राशि वाले खातों को छोड़कर अन्य चालू और बचत खातों के लिए ब्याज दरों में 0.50 प्रतिशत की कटौती की घोषणा की। इससे उसके शेयर 4.46 प्रतिशत चढ़कर 312.55 रुपये पर पहुँच गये। उसने सेंसेक्स में सबसे ज्यादा मुनाफा कमाया। सेंसेक्स 102.32 अंक की तेजी के साथ 32,412.20 अंक पर खुला। खुलते ही 32,324.45 अंक के दिवस के निचले स्तर को छूने के बाद यह लगातार तेजी में रहा। समय के साथ इसकी तेजी बढ़ती गयी। कारोबार की समाप्ति से पहले 32,546.50 अंक के दिवस के उच्चतम स्तर से होते हुये यह गत दिवस की तुलना में 0.63 प्रतिशत यानी 205.06 अंक ऊपर 32,514.94 अंक पर रहा। सेंसेक्स की 30 में से 20 कंपनियों के शेयर हरे निशान में और 10 के लाल निशान में रहे। निफ्टी भी 20.20 अंक की बढ़त में 10,034.70 अंक पर खुला। कारोबार के दौरान 10,016.95 अंक के दिवस के निचले और 10,085.90 अंक के उच्च्तम स्तर को छूता हुआ 0.63 प्रतिशत यानी 62.60 अंक चढ़कर 10,077.10 अंक पर बंद हुआ। बीएसई में कुल 2,076 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ। इनमें 1,418 के शेयर लाल निशान में और 1,261 के हरे निशान में बंद हुये। छोटी और मंझोली कंपनियों के शेयरों में अपेक्षाकृत कम तेजी रही। बीएसई का मिडकैप 0.39 प्रतिशत और स्मॉलकैप 0.14 प्रतिशत की तेजी के साथ क्रमश: 15,389.57 अंक और 16,093.56 अंक पर रहे।

महागठबंधन टूटने का अफसोस : शरद यादव

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नयी दिल्ली 31 जुलाई, श्री नीतीश कुमार के बिहार में महागठबंधन से अलग होकर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के साथ सरकार बनाने से नाखुश जनता दल यूनाइटेड (जद-यू) के वरिष्ठ नेता शरद यादव ने कहा है कि राज्य में जो कुछ हुआ है उससे वह सहमत नहीं है और उन्हें महागठबंधन टूटने का अफसोस है। श्री कुमार ने बिहार में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और कांग्रेस समेत अन्य दलों के महागठबंधन से अलग होकर 27 जुलाई को राजग के साथ मिलकर सरकार बनायी है। श्री यादव इस फैसले से नाखुश बताये जा रहे थे और उन्हाेंने आज पहली बार इस पर अपनी चुप्पी तोड़ी। संसद परिसर में संवाददाताओं से बातचीत में राज्यसभा सांसद ने कहा, “ जो परिस्थिति है , वह अप्रिय है। देश की और बिहार की 11 करोड़ जनता के लिये यह ठीक नहीं हुआ है। बिहार में जो कुछ घटित हुआ मैं उससे सहमत नहीं हूं। राज्य की जनता ने जनादेश इसलिये नहीं दिया था, यह दुर्भाग्यपूर्ण है।” इस घटनाक्रम के बाद श्री यादव के साथ ही पार्टी के एक अन्य सांसद अली अनवर ने अपनी नाखुशी जतायी थी। मीडिया में इस तरह की खबरें भी आई थी कि श्री यादव को मनाने के लिये वित्त मंत्री अरुण जेटली ने उनसे बातचीत की है। राजद प्रमुख लालू यादव ने श्री यादव को अपने साथ आने और सांप्रदायिक ताकतों से लड़ने के लिये अगुवाई का आह्वान भी किया है। श्री यादव के बयान से यह साफ हो गया है कि राजग की तरफ से उन्हें मनाने के प्रयास अभी सफल नहीं हुये हैं। श्री यादव के खिलाफ जद (यू) का कोई नेता अभी तक खुलकर नहीं बोल रहा है। पार्टी के प्रवक्ता के सी त्यागी ने इतना जरूर कहा है कि श्री यादव पार्टी के वरिष्ठ नेता है और उनकी बात पूरे सम्मान के साथ जरूर सुनी जायेगी।

आयकर रिटर्न भरने की तिथि बढ़ाकर 05 अगस्त

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नयी दिल्ली 31 जुलाई, केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने करदाताओं की दिक्कतों को देखते हुये 2016-17 के लिये आयकर रिटर्न भरने की आखिरी तारीख पांच दिन बढ़ाकर 05 अगस्त कर दी है। पहले अंतिम तिथि 31 जुलाई थी। बोर्ड की तरफ से आज कहा गया है कि रिटर्न भरने वालों की दिक्कतों को देखते हुये 2016-17 के लिये तिथि 31 जुलाई से बढ़ाकर 05 अगस्त कर दी गई है। पहले मीडिया में ऐसी रिपोर्टें आयी थी कि वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) 01 जुलाई से लागू करने के मद्देनजर लेखाकारों के व्यापारियों के खातों में व्यस्त रहने की वजह से अंतिम तिथि बढ़ाई जायेगी। हालाँकि, विभाग ने इन रिपोर्टों को खारिज कर दिया था। अब विभाग ने रिटर्न भरने वालों की कठिनाइयों को देखते हुये इसे 05 अगस्त तक करने का फैसला किया है। 


इंदिरा गांधी के पैटर्न पर राजनीति नहीं करती भाजपा : शाह

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लखनऊ 31 जुलाई, गुजरात,बिहार और उत्तर प्रदेश के राजनीतिक घटनाक्रमों को लेकर उठ रही उंगलियों के बीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)अध्यक्ष अमित शाह ने कहा है कि उनकी पार्टी या सरकार इंदिरागांधी के पैटर्न पर राजनीति नहीं करती। तीन दिवसीय लखनऊ दौरे के अंतिम दिन आज श्री शाह ने संवाददाताओं से कहा कि यदि कोई भाजपा में शामिल होना चाहता है या गठबंधन कर सरकार बनाना चाहता है तो पार्टी उसे क्यों रोकेगी। स्वेच्छा से कोई मिलना चाहता है तो उसका स्वागत है लेकिन एक बात तय है कि भाजपा या उसकी सरकारें इंदिरागांधी के पैटर्न पर राजनीति नहीं करती। बिहार में आये राजनीतिक बदलाव में नीतिश कुमार का पक्ष लेते हुए उन्होंने कहा कि श्री कुमार ने किसी को मंत्रिमंडल से निकाला नहीं और न ही कोई दल तोडा। उन्होने स्वेच्छा से गठबंधन से अलग होकर भाजपा से नाता जोडा। इसमें भाजपा या नीतिश कुमार कहां गलत हो गये। गुजरात में कांग्रेस विधायकों को लालच देने के आरोपों को भाजपा अध्यक्ष ने बेबुनियाद बताया और सवाल किया कि बंगलुरु में तो कांग्रेस की सरकार हैं वहां विधायकों को कमरे में क्यों रखा गया । घूमने क्यों नहीं दिया जा रहा है।

सरकार से आश्वासन के बाद आजादपुर मंडी के कारोबारियों ने हड़ताल स्थगित की

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नयी दिल्ली, 31 जुलाई, एशिया की सबसे बड़ी आजादपुर फल एवं सब्जी मंडी के कारोबारियों ने श्रम मंत्री गोपाल राय और कृषि उत्पाद बाजार समिति (एपीएमसी) प्रशासन के आश्वासन के बाद अपनी अनिश्चितकालीन हड़ताल आज शाम स्थगित कर दी। आजादपुर फल एवं सब्जी बिक्रेता संघ के अध्यक्ष मेठा राम कृपलानी ने बताया कि श्री राय ने कारोबारियों को आश्वासन दिया है कि उनकी मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार किया जायेगा । उन्होंने बताया कि श्री राय ने कल कारोबारियों के प्रतिनिधियों को बातचीत के लिये बुलाया है। श्री कृपलानी ने बताया कि मंत्री के आश्वासन के बाद कारोबारियों ने अपनी अनिश्चितकालीन हड़ताल को स्थगित करने का फैसला लिया है जबकि आंदोलन जारी रहेगा । कारोबारी अपनी मांगों के समर्थन में पिछले 12 दिन से आंदोलनरत थे और आज से ही अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू की थी। कारोबारियों की मुख्य मांगों में टमाटर और मौसमी शेडों पर जबरन कब्जों को मुक्त करवाना और पूरी पारदर्शिता के साथ टमाटर शेडों का आवंटन, राजनीति से प्रेरित पूर्व आवंटन नीति पर पुनर्विचार, मंडी क्षेत्र में मौजूदा कानून व्यवस्था को दिल्ली पुलिस के साथ मिलकर दुरूस्त करना, मंडी में असामाजिक तत्वों के प्रवेश पर रोक, समिति प्रशासन में राजनीतिक हस्तक्षेप खत्म करना और जन भागीदारी से मंडी के संचालन में व्यापारी, मजदूर और अन्य संगठनों की सक्रिय भागीदारी शामिल है। इसके अलावा व्यापारियों ने मार्केट फीस जमा करवाने के लिये ऑन लाइन तथा चेक आदि सुविधा को स्वीकृति देना तथा दस हजार रुपये से कम की नगद राशि स्वीकार करना, भ्रष्ट अधिकारियों का तुरंत तबादला, समिति में गठन हेतु प्रक्रिया तुरंत शुरू करना, अध्यक्ष पद पर गैर राजनीतिक व्यक्ति की नियुक्ति तथा नवनिर्मित फड़ों पर पहले से कारोबार कर रहे व्यापारियों को आवंटन में वरीयता आदि शामिल है।

स्वतंत्रता दिवस के संबोधन के लिये मोदी ने जनता से मांगे सुझाव

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नयी दिल्ली 31 जुलाई, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश की जनता से 15 अगस्त को लालकिले की प्राचीर से किये जाने वाले संबोधन के लिये सुझाव मांगे हैं। श्री मोदी ने आज ट्वीट करके लोगों से स्वतंत्रता दिवस के मौके पर 15 अगस्त को लालकिले से राष्ट्र के नाम संबोधन के लिये अपने सुझाव देने को कहा है। यह सुझाव विशेष रूप से एनएम एप्प पर खोले गये मंच पर देने को कहा गया है। श्री मोदी ने अन्य ट्वीट में लिखा, “मैं 15 अगस्त को लालकिले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करता हूं, मैं केवल एक माध्यम होता हूं, और यह आवाज देश की 125 करोड़ जनता की होती है।” प्रधानमंत्री 15 अगस्त को लालकिले की प्राचीर से चौथी बार राष्ट्र को संबोधित करेंगे। उन्होंने कल ‘मन की बात’ में इस बात का संकेत भी दिया है कि स्वतंत्रता दिवस के मौके पर उनका इस बार का संबोधन छोटा हो सकता है।

जीएसटी के तहत लाभ की श्रृंखला को आगे बढ़ाना जारी रखना चाहिए : मोदी

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नयी दिल्ली, 31 जुलाई, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पंजाब, चंडीगढ़, हरियाणा, दिल्ली, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर के सांसदों के साथ बैठक की और इस पर जोर दिया कि वस्तु एवं सेवाकर :जीएसटी: के तहत लाभ की श्रृंखला को आगे बढ़ाना जारी रखना चाहिए । प्रधानमंत्री निवास पर हुई यह बैठक भारतीय जनता पार्टी के सांसदों के साथ मोदी की छठी अनौपचारिक बैठक थी जिसके तहत पंजाब, चंडीगढ़, हरियाणा, दिल्ली, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर के सांसदों के साथ विचार विमर्श किया | इस बैठक का संचालन संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने किया | भाजपा के एक नेता ने बताया कि भाजपा सांसदों ने प्रधानमंत्री से अपने प्रदेश में हो रहे विकास के विभिन्न पहलुओं के सन्दर्भ में कहा कि सरकार पर जनता का भरोसा लगातार बढ़ रहा है | प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि जीएसटी के बारे में, जनता में एवं छोटे व्यापारियों में भी अधिक उत्साह दिख रहा है | जीएसटी के लाभ की श्रृंखला बरकरार रहे, यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए | उन्होंने कहा कि पूरे देश में जीएसटी को अप्रत्याशित समर्थन और स्वीकृति मिल रही है | प्रधानमंत्री ने उपस्थित सांसदों से कहा कि वे यह सुनिश्चित करें कि वयस्क नागरिकों से जुड़ी सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ उन्हें मिल रहा है अथवा नहीं | हिमालयी राज्यों में विकास की कई नयी योजनायें लागू की गयी हैं, जिससे लोगों के जीवन में गुणात्मक बदलाव आया है | इस सन्दर्भ में प्रधानमंत्री ने कहा कि पहाड़ी राज्यों में रोज़गार एवं पर्यटन विकास के लिए बहुत बड़ी संभावनाएं उजागर हुई हैं | प्रधानमंत्री ने कहा कि हरियाणा और चंडीगढ़ केरोसीन-मुक्त होने से इसके आबंटन में हो रहा भ्रष्टाचार समाप्त हो गया है | उन्होंने यह भी कहा कि चंडीगढ़ और पुदुचेरी में पीडीएस प्रणाली बंद होने से गरीब लाभार्थी के खाते में पैसा सीधा जमा होता है, और उसे अपने आप बाज़ार से चीज़ें खरीदने का अधिकार मिला है | यह मॉडल अन्य प्रदेशों में भी लागू हो सकता है | प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार की अनेक योजनाओं और कार्यक्रमों से जन-मन में इस सरकार के प्रति जो भरोसा बना है, ऐसे में उसे और अधिक व्यापक स्तर पर ले जाने की जरूरत है।

चीनी सैनिकों ने उत्तराखंड के बाराहोती में की घुसपैठ

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नयी दिल्ली, 31 जुलाई, चीनी सैनिकों ने भारतीय क्षेत्र में एक किलोमीटर अंदर तक घुसपैठ की और उत्तराखंड में चमोली जिले के बाराहोती इलाके में मवेशी चरा रहे चरवाहों को धमकी दी। यह बात आज आधिकरिक सूत्रों ने कही। घटना से अवगत अधिकारियों ने नाम गोपनीय रखने की शर्त पर कहा कि घटना 25 जुलाई की सुबह की है। भारतीय क्षेत्र में घुसे चीनी सैनिकों ने चरवाहों को वहां से चले जाने को कहा। यह घटना ऐसे समय हुई है जब सिक्किम के पास डोकलाम में चीनी और भारतीय सैनिकों के बीच पहले ही गतिरोध चल रहा है।

छह महीने की थी ड्यूटी, लेकिन 34 महीने बाद भी काम कर रहा है मंगलयान

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नयी दिल्ली, 30 जुलाई, अंतरिक्ष के इतिहास में भारत का नाम स्वर्ण अक्षरों में लिख देने वाला मंगलयान लाल ग्रह का अध्ययन करने के लिए छह महीने के मिशन पर भेजा गया था, लेकिन यह 34 महीने बाद भी काम कर रहा है और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के वैज्ञानिकों को लगातार मंगल ग्रह की तस्वीरें तथा डेटा भेज रहा है। वैज्ञानिक इस महायान के हुनर से गदगद हैं। इसरो के एक वैज्ञानिक ने पीटीआई-भाषा के साथ विशेष बातचीत में कहा कि मंगलयान को केवल ‘यान’ नहीं, बल्कि ‘महायान’ कहना उचित होगा जो छह महीने की अपनी मिशन अविध पूरी करने के बाद आज 34 महीने बाद भी काम कर रहा है और रोजाना मंगल ग्रह के विभिन्न पहलुओं से संबंधित तस्वीरें और डेटा भेज रहा है। उन्होंने मंगलयान को भारत के अंतिरक्ष इतिहास का सबसे बड़ा मिशन करार देते हुए कहा कि इस मार्स ऑर्बिटर मिशन (एमओएम) का प्रदर्शन अंतरिक्ष विज्ञानियों को प्रसन्न कर देने वाला है। पांच नवंबर 2013 को मंगल यात्रा पर भेजे गए इस यान ने 24 सितंबर 2014 को मंगल की कक्षा में पहुंचकर इतिहास रच दिया था और इसके साथ ही भारत अपने पहले प्रयास में ही मंगल पर पहुंच जाने वाला दुनिया का पहला देश बन गया था। मंगल पर पहुंचने वाले अमेरिका और पूर्व सोवियत संघ जैसे देशों को कई प्रयासों में सफलता मिली थी। यान के मंगल की कक्षा में पहुंचने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था, ‘‘मॉम (एमओएम) का मंगल से मिलन।’’ इसरो के अधिकारी ने बताया कि मंगलयान को छह महीने के मिशन पर भेजा गया था जो इसने 24 मार्च 2015 को पूरा कर लिया, लेकिन यह आज 34 महीने बाद भी मंगल के अध्ययन में भारतीय अंतिरक्ष विज्ञानियों को लगातार डेटा उपलब्ध करा रहा है। महज 450 करोड़ रुपये की लागत से तैयार हुआ यान 24 सितंबर 2014 से लाल ग्रह का लगातार चक्कर लगा रहा है। इस दौरान इसने मंगल की सतह, वहां की घाटियों, पर्वतों, बादलों और वहां उठने वाले धूल भरे तूफानों की शानदार तस्वीरें तथा डेटा मुहैया कराया है। मंगलयान अपने साथ पांच पेलोड लेकर गया था जिनमें मार्स कलर कैमरा (एमसीसी), मीथेन सेंसर फॉर मार्स (एमएसएम), लाइमैन अल्फा फोटोमीटर (एलएपी), मार्स एक्सोस्फेयरिक न्यूट्रल कंपोजीशन एनालाइजर (एमईएनसीए) और थर्मल इन्फ्रारेड इमेजिंग स्पेक्ट्रोमीटर (टीआईएस) शामिल हैं। मंगलयान लगभग तीन दिन में मंगल की कक्षा का एक चक्कर पूरा करता है।

बिहार में बड़े पैमाने पर प्रशासनिक तबादले, सात कलेक्टर बदले गए

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पटना 31 जुलाई, बिहार में नीतीश सरकार ने मंत्रिमंडल विस्तार के दो दिन बाद ही प्रशासनिक स्तर पर बड़ा फेरबदल करते हुये आज सात जिलाधिकारी समेत 20 भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के अधिकारियों का तबादला कर दिया जबकि सात अन्य को अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। सामान्य प्रशासन विभाग की ओर से यहां जारी अधिसूचना के अनुसार, पश्चिम चंपारण के जिलाधिकारी लोकेश कुमार सिंह को स्थानांतरित कर बिहार राज्य स्वास्थ्य सोसाइटी का कार्यपालक निदेशक बनाये जाने के साथ ही स्वास्थ्य विभाग के विशेष सचिव का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। वहीं, पूर्वी चंपारण के जिलाधिकारी अनुपम कुमार को स्थानांतरित कर राज्य परिवहन आयुक्त बनाया गया है। साथ ही उन्हें सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के निदेशक पद का अतिरिक्त प्रभार भी सौंपा गया है। इसी तरह भोजपुर के जिलाधिकारी वीरेंद्र प्रसाद यादव को स्थानांतरित करते हुये पिछड़ा एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग का विशेष सचिव और नवादा के जिलाधिकारी मनोज कुमार को स्थानांतरित कर शिक्षा विभाग का अपर सचिव बनाया गया। वहीं, बक्सर के जिलाधिकारी रमण कुमार को स्थानांतरित करते हुये पूर्वी चंपारण का जिलाधिकारी, बांका के जिलाधिकारी देओर नीलेश रामचंद्र को पश्चिम चंपारण का जिलाधिकारी तथा लखीसराय के जिलाधिकारी सुनील कुमार को स्थानांतरित कर सामाजिक सुरक्षा एवं नि:शक्तता, समाज कल्याण विभाग का अपर सचिव सह निदेशक के पद पर पदस्थापित किया गया है। अधिसूचना के अनुसार, मुख्यमंत्री सचिवालय में अपर सचिव राहुल रंजन महिवाल को स्थानांतरित करते हुये ग्रामीण विकास विभाग का अपर सचिव और शिक्षा विभाग के अपर सचिव मनीष कुमार को स्थानांतरित कर सूचना प्रौद्योगिकी विभाग का अपर सचिव बनाया गया है। वहीं, हस्तकरघा एवं रेशम निदेशालय के निदेशक साकेत कुमार को भवन निर्माण विभाग के अपर सचिव एवं बिहार राज्य भवन निर्माण निगम के प्रबंध निदेशक का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।



अधिसूचना के अनुसार, भागलपुर के नगर आयुक्त अवनीश कुमार सिंह को स्थानांतरित करते हुये लखीसराय का जिलाधिकारी, बिहारशरीफ के नगर आयुक्त कौशल कुमार को नवादा का जिलाधिकारी, गया के उप विकास आयुक्त संजीव कुमार को भोजपुर का जिलाधिकारी और नालंदा के उप विकास आयुक्त कुंदन कुमार को स्थानांतरित कर बांका का जिलाधिकारी बनाया गया है। इसी तरह भोजपुर की उप विकास आयुक्त इनायत खान को स्थानांतरित करते हुये पर्यटन विभाग में संयुक्त सचिव, कटिहार के उप विकास आयुक्त को बक्सर का जिलाधिकारी और राज्यपाल के प्रधान सचिव ई. एल. एस. एन. बाला प्रसाद को स्थानांतरिक कर सामान्य प्रशासन विभाग में विभागीय जांच आयुक्त के पद पर पदस्थापित किया गया है। गृह विभाग के प्रधान सचिव आमिर सुबहानी को अल्पसंख्य कल्याण विभाग के प्रधान सचिव का अतिरिक्त प्रभार और मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग के प्रधान सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा को राज्यपाल के प्रधान सचिव का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।

अमित शाह को मां से विरासत में मिली संपत्ति : भाजपा

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नयी दिल्ली, 31 जुलाई, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पार्टी अध्यक्ष अमित शाह पर आय से अधिक संपत्ति रखने के आरोपों काे बेबुनियाद करार देते हुए आज कहा कि दिवंगत मां से विरासत में मिली संपत्ति को लेकर उन्हें बदनाम करने का षड्यंत्र रचा जा रहा है। केन्द्रीय मंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता पीयूष गाेयल ने यहां एक स्पष्टीकरण में कहा कि किसी ने श्री शाह के हलफनामे को ठीक से पढ़ने की जरूरत नहीं समझी और आरोप लगाना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि वर्ष 2012 के हलफनामे के अनुसार श्री शाह एवं उनकी पत्नी की संपत्ति 10.99 करोड़ थी। लेकिन 28 फरवरी 2013 को उनकी मां श्रीमती कुसुम बेन का निधन हो गया जिनसे विरासत में 18.85 करोड़ रुपये की चल अचल पैतृक संपत्ति कोर्ट प्रोबेट के माध्यम से मिली। श्री गोयल ने कहा कि इस प्रकार से उनके पास 28.84 करोड़ रुपये की संपत्ति हो गयी थी जाे अब 34.31 करोड़ रुपये की हो चुकी है। इसमें अधिकांश वृद्धि अचल संपत्ति एवं शेयरों का मूल्य बढ़ जाने से हुई है। उन्होंने कहा कि श्री शाह के खिलाफ आरोप पूरी तरह से तथ्यहीन एवं बेबुनियाद हैं। यह उन्हें बदनाम करने का षड्यंत्र है। आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता आशुतोष ने आज यहां प्रेस कांफ्रेंस कर अमित शाह के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का आराेप लगाया। साथ ही उन्होंने मीडिया की स्वतंत्रता को लेकर भी सवाल उठाया। श्री आशुतोष ने कहा कि राज्यसभा के लिये निर्वाचित होने जा रहे श्री शाह की संपत्ति 300 गुना बढ़ गयी है। वर्ष 2012 में 11 करोड़ की संपत्ति 2017 में 34.31 करोड़ कैसे हो गयी। उन्होंने कहा “अगर कोई ईमानदारी से आगे बढ़े, तो कोई बात नहीं लेकिन जब इस बारे में कई बड़ी वेबसाइट पर खबर छपी तो तीन घंटे में अकारण हटा दी गयी। आखिर ईमानदारी से पैसा कमाने वाले को क्या दिक्कत है?” 

ओबीसी आयोग से संबंधित संविधान संशोधन विधेयक पर सरकार की किरकिरी

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नयी दिल्ली, 31 जुलाई, राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा देने वाले संविधान संशोधन विधेयक 2017 को आज राज्यसभा ने बगैर खंड तीन के पारित कर दिया लेकिन उच्च सदन में इस विधेयक के लिए बहुमत नहीं जुटा पाने के कारण सरकार की बड़ी किरकिरी हुयी और सदन में अजीबोगरीब स्थिति भी पैदा हो गयी। खंड तीन में आयोग के सदस्यों की संख्या एवं राज्यों के अधिकार आदि का उल्लेख था। इस खंड में कांग्रेस के सदस्यों ने कई संशोधन पेश किये जिनमें से चार पारित हो गये। इसके बाद सत्ता पक्ष के सदस्यों ने इस खंड के विरोध में मतदान कर दिया जिसकी वजह से यह खंड इस विधेयक का हिस्सा नहीं बन सका। लोकसभा इसे पिछले संसद सत्र में 10 अप्रैल को ही पारित कर चुकी है पर खंड तीन के हटने के कारण इस विधेयक को फिर से लोकसभा से पारित करना होगा। मतविभाजन में इस विधेयक के समर्थन में 124 मत पड़े जबकि किसी सदस्य ने इसके विरोध में मतदान नहीं किया। चार घंटे तक चली बहस के बाद सदन ने मतविभाजन के जरिये संविधान एक सौ तेईसवां संशोधन विधेयक 2017 को खंड तीन के बगैर पारित कर दिया। खंड तीन में राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्यों की संख्या एवं राज्यों के अधिकार का उल्लेख था। कांग्रेस सदस्य बी के हरिप्रसाद और हुसैन दलवई के साथ दिग्विजय सिंह ने खंड तीन में संशोधन संख्या 27, 28 , 29 और 30 पेश किये जिस पर मत विभाजन हुआ और इन सदस्यों का संशोधन 54 के मुकाबले 75 मतों से पारित हो गया। इन संशोधनों के जरिये इन सदस्यों ने आयोग को पांच सदस्यीय बनाने एवं इसमें एक महिला और एक अल्पसंख्यक सदस्य को शामिल करने का प्रस्ताव किया था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसद चलने के दौरान सदस्याें के सदन में मौजूद रहने की सलाह दिये जाने के बावजूद इस महत्वपूर्ण विधेयक पर चर्चा के दौरान सत्ता पक्ष के अधिकांश सदस्य मौजूद नहीं थे जिसकी वजह से ये संशोधन पारित हो गये लेकिन इसके विपक्ष में पर्याप्त बहुमत नहीं जुटा पाने की वजह से सरकार की किरकिरी हो गयी।

नोट बनाने के कागज में प्राकृतिक रेशों का उपयोग

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नयी दिल्ली 30 जुलाई, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद की केन्द्रीय कपास प्रौद्योगिकी अनुसंधान संस्थान मुंबई ने करेंसी नोट छापने वाले कागज का विकास किया है जिसमें कपास के साथ साथ गैर परम्परागत कच्चे माल का भी उपयोग किया गया है । कपास के बिनौले के रेशे उच्च गुणवत्ता वाले नोट के कागज के निर्माण के लिए बहुत अच्छा कच्चा माल है , लेकिन सिर्फ इससे बने कागज में मजबूती तथा मोड़ने पर न फटने की ताकत जैसे गुण कम होते हैं । इसमें केले के तने के रेशों , अलसी आदि के रेशों को मिला कर मजबूती लायी जा सकती है । संस्थान ने एक्सट्रामुरल परियोजना के तहत प्राकृतिक रेशों के उचित समिश्रण से उच्च गुणवत्ता वाले लुगदी के निर्माण के लिए अनुसंधान शुरु किया था जो पिछले दिनों पूरा हो गया । लुगदी को कई रासायनिक प्रक्रियाओं से गुजारा जाता है ताकि कागज में अधिक से अधिक मजबूती आये । इसी माह भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद की स्थापना दिवस पर नोट छापने वाले कागज के विकास की घोषणा की गयी थी । संस्थान की एक रिपोर्ट के अनुसार इस कागज के विकास से देश में सालाना लगभग 1200 करोड़ रुपये के विदेशी मुद्रा की बचत होगी तथा कपास और अन्य प्राकृतिक रेशों की खेती करने वाले किसानों को अतिरिक्त लाभ होगा । देश में प्रति वर्ष औसतन आठ लाख रुपये प्रति टन के हिसाब से 15 हजार टन नोट छापने वाले कागज का आयात किया जाता है। भारतीय रिजर्व बैंक की एक रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2014 में देश की विभिन्न सुरक्षा प्रेसों से 20018 अरब नोटों की आपूर्ति की गयी जो इसके पूर्व के वर्ष की 19103 अरब की तुलना में अधिक थी । भारतीय रिजर्व बैंक के 80 वें वर्षगांठ के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा था कि नोट के निर्माण में लगने वाला सुरक्षा कागज और स्याही स्वदेशी होना चाहिये तथा इस दिशा में शोध किया जाना चाहिये और इसके बाद इस दिशा में अनुसंधान कार्य को तेज किया गया था । 

सजावटी मछली पालन में रोजगार के अवसर

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नयी दिल्ली 30 जुलाई, वैज्ञानिक ढंग से सजावटी मछली पालन से न केवल बड़े पैमाने पर लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया जा सकता है , बल्कि इसका व्यापक पैमाने पर निर्यात कर विदेशी मुद्रा भी अर्जित की जा सकती है । संयुक्त राष्ट्र की खाद्य एवं कृषि संगठन (एफएओ) की एक रिपोर्ट के अनुसार दुनिया भर में 350 से 400 प्रकार की सजावटी मछलियों का कारोबार किया जाता है । विश्व में 800 किस्म की अलंकारिक मछलियों की पहचान की गयी है , जिनमें से लगभग 250 प्रजातियां देश में पायी जाती है । लगभग 180 किस्म की ये मछलियां अपने आकृति एवं रंगों के कारण लोकप्रिय है । हिन्दू धर्म में मछलियों को बहुत ही शुभ माना गया है जबकि इसाई और बौद्ध धर्म में भी इसका विशेष महत्व है । बंगाली समाज में इसे प्रजनन का प्रतीक माना जाता है । भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद की शीतजल मात्स्यिकी अनुसंधान निदेशालय नैनीताल के अनुसार सजावटी मछलियों को उनके सुन्दर रंग , आकृति और स्वभाव के कारण “जीवित जेवर ” कहा जाता है । अमेरिका के 72 लाख और यूरोप के 32 लाख घरों में एक्वेरियम हैं जिनमेंं सजावटी मछलियों को रखा जाता है । वास्तुशास्त्र के अनुसार मछलियों को घर में पालने से सुख -सम्पत्ति में वृद्धि होती है और परिवार के सदस्यों का स्वास्थ्य अच्छा रहता है । दुनिया के 140 से अधिक देशों में सजावटी मछलियों का कारोबार होता है तथा अमेरिका , जापान और यूरोपीय देश इसके व्यापार में अग्रणी हैं । विश्व में सजावटी मछलियों का जो कारोबार होता है उसका मात्र एक प्रतिशत हिस्सा भारत में होता है । समुद्री उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एमपीडा) की एक रिपोर्ट के अनुसार देश से अमेरिका , जापान , सिंगापुर , चीन , जर्मनी इंगलैंड , थाईलैंड , ताईवान , हांगकांग , नीदरलैंड , श्रीलंका , फ्रांस , बंगलादेश , नेपाल , स्विटजरलैंड तथा कई अन्य देशों को सजावटी मछलियों का निर्यात किया जाता है । नाबार्ड की एक रिपोर्ट के अनुसार अलंकारिक मछलियों के कारोबार में 20 लाख डालर तक की वृद्धि हो सकती है ।


देश के पूर्वोत्तर क्षेत्र में सबसे अधिक सजावटी मछलियां पायी जाती है । उत्तराखंड की नदियों में भी 15 से अधिक किस्म की सजावटी मछलियां पायी जाती है । विदेशी सजावटी मछलियों में गोल्ड फिश , कोई कार्प , गप्पी ,गम्बूसिया , पिराना , अरोवाना , ऐलिगेटरगार आदि प्रसिद्ध है । गोल्ड फिश और कई सजावटी मछलियों की कीमत 2500 रुपए से लेकर 25 हजार रुपए तक होती है। विशेषज्ञों के अनुसार सजावटी मछलियों के पालन और व्यापार की शुरुआत एक से डेढ़ लाख रुपए में की जा सकती हैं। कुछ मुख्य प्रजातियों के मछली जीरा 100 रुपए से 500 प्रति पीस होता है। व्यावसायिक पालन के लिए मादा और नर मछलियों का चार एक के अनुपात को अच्छा माना जाता है । विशेषज्ञों के अनुसार एक्वेरियम में जीरा डालने के बाद चार से छह माह बाद इन्हें बेचा जा सकता है।

उज्जैन में प्रजा को दर्शन देने नगर भ्रमण पर ठाट-बाट से निकले भगवान महाकाल

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उज्जैन 31 जुलाई, मध्यप्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन के राजाधिराज भगवान महाकालेश्वर आज श्रावण माह के चौथे सोमवार को राजसी ठाट-बाट के साथ अपनी प्रजा को दर्शन देने के लिए नगर भ्रमण पर निकले। इस अवसर पर इंद्रदेव ने भी वर्षा कर भगवान की बौछारें से अभिषेक किया। भगवान महाकाल ने आज अपनी प्रजा को चार रूपों में दर्शन दिये। भव्यमयी सवारी निकलने के पहले श्री महाकालेश्वर मंदिर के सभामंडप में प्रदेश के ऊर्जा मंत्री पारस जैन ने भगवान महाकाल का पूजन-अर्चना की। इस विधाान के बाद भगवान महाकाल की पालकी नगर भ्रमण के लिये रवाना किया गया। इस मौके पर विधायक डॉ.मोहन यादव, माखनसिंह, प्रदीप पाण्डे, अखिल भारतीय अखाडा परिषद के महामंत्री महंत श्री हरिगिरी, लोकायुक्त डी.जी.पी. अनिल कुमार श्रीवास्तव, डी.आई.जी. डॉ.रमणसिंह सिकरवार, इन्दौर अपर आयुक्त आनंद शर्मा सहित जिले के वरिष्ठ अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि आदि उपस्थित थे। चौथी सवारी में भगवान महाकाल उमामहेश स्वरूप में भक्तों को दर्शन दिये तथा रजतजडित पालकी में भगवान श्री चन्द्रमोलेश्वर विराजित थे और हाथी पर श्री मनमहेश, गरूड रथ पर श्री शिव तांडव की प्रतिमा और नंदी रथ पर श्री उमामहेश विराजित थे। महाकाल मंदिर से जैसे ही पालकी मंदिर के मुख्य द्वार पर पहुंची वैसे ही सशस्त्र पुलिस बल के जवानों के द्वारा सलामी दी गई। पालकी के आगे घुडसवार दल, सशस्त्र पुलिस बल के जवान आदि की टुकडियां मार्च पास्ट करते हुए चल रही थीं। सवारी के समय हजारों भक्त भगवान शिव का गुणगान करते हुए और विभिन्न भजन मंडलियां झांझ-मंजीरे, डमरू बजाते हुए चल रहे थे। सवारी के साथ बैण्ड-बाजों, हाथी-घोड़ों एवं कड़ाबीन के धमाके के साथ पालकी के दर्शन करने के लिये रामघाट, दत्त अखाड़ा घाट, रामानुकोट से रामघाट तक हजारों श्रद्धालु भक्तिभाव से खड़े थे। जैसे ही पालकी घाट पर पहुंची, ‘जय महाकाल’ के उद्घोष से घाट गुंजायमान हो गया। पुलिस बैण्ड द्वारा मधुर भजनों के धुनों की प्रस्तुति से श्रद्धालु भावविभोर हो गये। रामघाट पर विश्राम देकर पालकी में विराजित उमामहेश की मूर्ति का पूजन-अर्चन कर पुरोहितों द्वारा आरती की गई। मुख्य सवारी मार्ग के दोनों तरफ हजारों श्रद्धालु भगवान चन्द्रमोलेश्वर के दर्शन के लिए खडे थे। जैसे ही पालकी उनके सामने से निकली वैसे ही भगवान के गुणगान एवं पुष्प वर्षा की गई। सवारी के रामघाट पहुंचने पर क्षिप्रा के जल से भगवान महाकाल का अभिषेक कर पूजा-अर्चना की गई। इसके पश्चात सवारी अपने निर्धारित मार्ग से होते हुए पुनः महाकाल मंदिर को रवाना हुई। पवित्र क्षिप्रा नदी के रामघाट पर इस बार सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किये गये थे। श्रद्धालुओं को सुगमता से पालकी के दर्शन हो सकें, इस हेतु बैरिकेटिंग लगाकर व्यवस्था की गई थी। सवारी मार्ग एवं रामघाट पर पुलिस द्वारा पर्याप्त संख्या में बल लगाकर सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की गई। होमगार्ड द्वारा निरन्तर शिप्रा नदी में बोट द्वारा पेट्रोलिंग की गई जिसस कि किसी भी आकस्मिक घटना को रोका जा सके।

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