Quantcast
Channel: Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)
Viewing all 74180 articles
Browse latest View live

बिहार : बहनों का रक्षा सूत्र भी नहीं बचा सका भाईयों को,लापता पांच बच्चों का शव बरामद

$
0
0
5kids-body-found-muzaffarpur
मुजफ्फरपुर 09 अगस्त, बिहार में मुजफ्फरपुर जिले के साहेबगंज थाना क्षेत्र के खुर्शेदा गांव से रक्षाबंधन के दिन से लापता पांच बच्चों का शव बरामद कर लिया गया है। पुलिस सूत्रों ने आज यहां बताया कि रक्षाबंधन के दिन बहनों से राखी बंधा कर सभी बच्चे स्थानीय मेले में जाने की बात कह कर निकले थे लेकिन उसके बाद सोमवार देर रात तक वापस नहीं लौटे । परिजनों ने पहले तो बच्चों की खोजबीन की लेकिन नहीं मिलने पर उन्होंने इसकी सूचना स्थानीय थाना को दी । मामले की शिकायत मिलने के बाद पुलिस लगातार बच्चों की खोजबीन कर रही थी । सूत्रों ने बताया कि स्थानीय महिला मवेशी का चारा लाने गांव के भतहंडी चौर गयी थी तभी उसकी नजर एक बच्चे के शव पर पड़ी । महिला ने तत्काल इसकी जानकारी गांव वालों की दी । इसके बाद ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस को दी जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने चौर में जमी पानी से लापता सभी पांच बच्चों का शव देर रात बरामद कर लिया। मृतक बच्चों में राजा कुमार ,उदय ,विक्की,अमित उर्फ मिसिर और करण शामिल हैं । शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है । परिजनों ने बच्चों की हत्या की आशंका जताई है । इसी बीच वरीय पुलिस अधिकारी का कहना है कि प्रथम दृष्टया ऐसा लग रहा है कि सभी बच्चों की मौत डूबने से हुई है लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही घटना के सही कारणों का पता चल सकेगा । 


तेजस्वी ने शुरू की जनादेश अपमान यात्रा , कहा-नीतीश ने बापू को दिया धोखा

$
0
0
tejaswi-janadesh-apman-yatra-starts
पटना 09 अगस्त, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के युवा नेता और बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को धोखा देने का आरोप लगाते हुए बापू से ‘हे राम’ से ‘श्री राम’ में पलटी मारकर गये नेताओं को सद्धबुद्धि देने की प्रार्थना की है। श्री यादव ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की कर्मभूमि पूर्वी चंपारण जिले के मोतिहारी से मुख्यमंत्री के खिलाफ जनादेश अपमान यात्रा का आगाज करने के बाद सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक पर यात्रा से संबंधित कई चित्रों को साझा करते हुए लिखा, “हे राष्ट्रपिता और हमारे प्यारे बापू गांधी, आपके स्वतंत्रता आन्दोलन की पहली प्रयोगशाला चम्पारण से यात्रा शुरू करने का मकसद है, उन मूल्यों को याद करना जिन्हें आप भारत की बुनियाद बनाना चाहते थे। उनमें सबसे प्रिय मूल्य थे अहिंसा और प्रेम। आप सभी धर्मों की एकता के साथ एक ऐसे भारत का सपना देख रहे थे जहां एक धर्म के लोग किसी भी दूसरे धर्म के लोगों पर चाहे वह किसी भी धर्म को मानने वाले हो उन पर अपने जीने, रहने-सहने और रीति-रिवाज का तरीका नहीं थोपेंगे। बापू, आपका उद्देश्य वंचितो और ग़रीबों को बराबरी का हक और इज्जत देने का था।” पूर्व मुख्यमंत्री ने यात्रा के उद्देश्यों की चर्चा करते हुए कहा,“ यह यात्रा प्रायश्चित है हमारी अपनी कमजोरियों के लिए जिनके चलते हम उन मूल्यों से दूर हो गए और स्वार्थी क़िस्म के लोगों के संग लोकहित और एकता खोजने चले थे। अब हमारा यह संकल्प है कि हम अपनी कमजोरियों को पहचान उनपर जीत हासिल कर व्यापक स्तर उन मूल्यों का प्रचार और प्रसार करें। देश के किसी भी हिस्से में अगर कोई नाइंसाफी का शिकार होता है तो हमारी सामूहिक जिम्मेवारी है। सामाजिक अन्याय, आर्थिक विषमता , तानाशाही और नफ़रत की बुनियाद पर हम देश में शांति और अहिंसा स्थापित नहीं कर सकते।” श्री यादव ने आगे लिखा, “लोगों के विश्वास को चकनाचूर करने वालों के विरुद्ध हम एकत्रित हुए है। हम इंसानियत, विकास, विश्वास और मोहब्बत के लिए राजनीति के पक्ष में हैं। सत्ता सिर्फ उसका एक साधन है। हम उम्मीद करते हैं कि इस यात्रा के जरिए हम बिहार की जनता के भीतर की इन्साफ, बराबरी और अमन की भावना के साथ अपनी राजनीति को जोड़ सकेंगे और बिहार को एक विकसित प्रदेश बनाने में जी-जान से जुटेंगे। अगर जाने-अनजाने में हम जैसे युवाओं से कोई ग़लती हुई हो तो आपके क्षमाप्रार्थी है। अंत में हम आपसे प्रार्थना करते है कि हमें इतना आत्मबल, ईच्छा शक्ति और सामर्थ्य देना कि हम समाज की अंतिम पंक्ति में खड़े अंतिम व्यक्ति को प्रथम पंक्ति में खड़े प्रथम व्यक्ति जैसा सम्मान, जीवन शैली, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी सुविधाएं दे सकें। हे बापू, वो स्वार्थी लोग जो आपके हत्यारों से डरकर ‘हे राम’ से ‘जय श्रीराम’ में पलटी मार गए उनको आप सदबुद्धि दें।

भाजपा से हाथ मिलाकर जदयू सरकारी पार्टी बनकर रह गई : लालू

$
0
0
jdu-become-government-party-lalu-yadav
पटना 09 अगस्त, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने आज कहा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से हाथ मिलाने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जदयू) अब सरकारी पार्टी बनकर रह गयी है। श्री यादव ने यहां संवाददाता सम्मेलन में आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री श्री कुमार ने अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेता शरद यादव को भी धोखा दिया है। उन्हें ऐसी जानकारी मिली है कि श्री यादव जब पटना आयेंगे तो हवाई अड्डा पर श्री कुमार के इशारे पर उनका विरोध किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि जदयू कार्यकर्ताओं को श्री शरद यादव पर पानी का बोतल फेंकने और काला झंडा दिखाने का निर्देश दिया गया है। राजद अध्यक्ष ने कहा कि श्री शरद यादव जदयू के संसथापक हैं और उनसे उनकी पार्टी राजद तथा कांग्रेस का गठबंधन बना रहेगा। 


राजद अध्यक्ष ने कहा, “श्री कुमार के ‘लालच भारत छोड़ो’ नये नारे पर मेरा कहना है कि भ्रष्टाचार से भी बड़ा अपराध सत्ता का लालच होता है। असली लालच राजनीति का है जिसके लिए श्री कुमार ने बार-बार पलटी मारी और अब दूसरे को उपदेश देते चल रहे हैं।” उन्होंने कहा कि अंग्रेजों जैसी शासन व्यवस्था आज देश में हो गयी है।  श्री यादव ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ(आरएसएस) ने आजादी की लड़ाई में अंग्रेजों का साथ दिया था। भाजपा और आरएसएस की आजादी की लड़ाई में कोई भूमिका नहीं थी। उन्होंने कहा कि भाजपा ने जदयू को चबा लिया है। आरएसएस- भाजपा के साथ जदयू बी टीम बनी हुयी है।  राजद अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) की रिपोर्ट में 800 करोड़ रुपये का गिट्टी घोटाले का खुलासा किया गया था और इस घोटाले में उप मुख्यमंत्री एवं भाजपा विधान मंडल दल के नेता सुशील कुमार मोदी और उनके भाई का हाथ है। इस घोटाले का वह जल्द ही पोल खोलेंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री कुमार को यह बताना चाहिए कि बालू के कारोबारी सुभाष प्रसाद यादव को बालू का ठेका किसने दिया है। 

अगले साल से बिहार के सभी स्कूलों में होगा पृथ्वी दिवस का आयोजन : सुशील मोदी

$
0
0
next-year-every-school-will-have-earth-day-sushil-modi
पटना 09 अगस्त, बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने बच्चों में ‘वायु, जल और जमीन’ के महत्व की समझ विकसित करने को जरूरी बताते हुये आज कहा कि अगले वर्ष से राज्य के सभी सरकारी एवं गैर सरकारी विद्यालयों में पृथ्वी दिवस का आयोजन किया जाएगा। श्री मोदी ने यहां ‘बिहार पृथ्वी दिवस’ पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुये कहा कि अगले वर्ष से राज्य के सभी सरकारी एवं गैर सरकारी विद्यालयों में पृथ्वी दिवस का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का मानना था कि यह पृथ्वी, वायु, जल और जमीन विरासत में नहीं बल्कि अपने बच्चों से कर्ज के रूप में मिला है, जिसे हमें उन्हें वापस करना है। उप मुख्यमंत्री ने कहा, “पृथ्वी को हमने मां के रूप में स्वीकार किया है। पौधा लगाना और एक मां की तरह उसकी रक्षा करना हम सब का दायित्व है। जल संरक्षण आज की जरूरत है। जल की बर्बादी से सभी को बचना चाहिए। प्रकृति से सामंजस्य बनाने की सीख भारतीय संस्कृति में काफी पहले से विद्यमान है। पहली रोटी गाय और आखिरी कुत्ते को देने तथा चींटी को भी बताशा खिलाने की हमारी परम्परा रही है। यह सृष्टि केवल मनुष्यों के लिए ही नहीं बल्कि समस्त जीव-जंतु और प्राणियों के लिए है। प्रकृति के अत्यधिक दोहन से ही आज कई संकट उत्पन्न हुए हैं।” 


श्री मोदी ने कहा, “हमें तय करना होगा कि हम कैसी दुनिया चाहते हैं। हमें ‘थिंक ग्लोबली, एक्ट लोकली’ के तर्ज पर काम करने की जरूरत है। हम जहां रहते हैं वहां अपने आस-पास स्वच्छता रखना, जल और पानी को प्रदूषण से बचाना, नदी, तालाब, पोखर को गंदा होने से बचाना तथा अधिक से अधिक पौधे लगाना और पेड़ों की रक्षा करना हमारा दायित्व है।” उप मुख्यमंत्री ने लोगों से साइकिल का अधिक से अधिक इस्तेमाल करने की अपील करते हुये कहा कि अमेरिका जैसे देश में साइकिल चलाने के लिए अलग ट्रैक बने हुए हैं। उन्होंने कहा कि कागज के उपयोग में भी सावधानी बरतने की जरूरत है। ए-4 साइज के 20 हजार पेज का यदि हम इस्तेमाल करते हैं तो इसके लिए एक पेड़ की बलि देनी होती है। उन्होंने कहा कि पृथ्वी को नहीं, अपने आप को बचाने के लिए प्रकृति के संरक्षण की जरूरत है। श्री मोदी ने 09 अगस्त के महत्व को रेखांकित करते हुये कहा, “आज से 75 वर्ष पहले 09 अगस्त 1942 के दिन ही महात्मा गांधी ने ‘अंग्रेजो भारत छोड़ों’ का नारा दिया था। इसी तरह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी आज से स्वच्छ भारत, भ्रष्टाचार मुक्त भारत का नारा दिया है।” 

पृथ्वी की रक्षा से आने वाली पीढ़ी की भी रक्षा होगी : नीतीश

$
0
0
save-earth-save-next-generation-nitish
पटना 09 अगस्त, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पृथ्वी की रक्षा को सर्वोपरि बताते हुये आज कहा कि इससे न केवल स्वयं की बल्कि आने वाली पीढ़ी की भी रक्षा होगी। श्री कुमार ने यहां ‘बिहार पृथ्वी दिवस’ के मौके पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुये कहा कि पृथ्वी की रक्षा करने से न केवल स्वयं की बल्कि आने वाली पीढ़ी की भी रक्षा हो सकेगी। उन्होंने कहा कि यदि विश्व में पर्यावरण का संतुलन कायम नहीं किया गया तो पृथ्वी पर रह रहे लोगों के जीवन को खतरा है। उन्होंने मौसम के बदलते रुख पर चिंता जाहिर करते हुये कहा कि बिहार इससे पीड़ित है और यहां वर्षा हो या न हो लेकिन बाढ़ तो आ ही जाती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड से अलग होने पर बिहार का हरित आवरण नौ प्रतिशत से भी कम हो गया था। हालांकि इस विषय पर अध्ययन के बाद पाया गया कि बिहार की परिस्थिति को देखते हुये यहां अधिकतम हरित आवरण 17 प्रतिशत तक हो सकता है। इसके मद्देनजर वर्ष 2012 से 2017 तक 15 प्रतिशत हरित आवरण का लक्ष्य हासिल करने का संकल्प लिया गया। श्री कुमार ने कहा कि राज्य में अबतक 18 से 19 करोड़ पौधे लगाये जा चुके हैं और उसका सर्वेक्षण भी कराया जा रहा है। उन्हें विश्वास है कि हरित आवरण के 15 प्रतिशत लक्ष्य को हासिल कर लिया जायेगा। इस लक्ष्य में और दो प्रतिशत की बढ़ोतरी करनी होगी। इसके लिये लोगों को जागरूक बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सभी सरकारी संस्थानों में पौधे लगाये जायेंगे। उन्होंने कहा कि वह रक्षाबंधन के दिन वृक्षों को राखी बांधकर उनकी रक्षा का संकल्प लेते हैं।


मुख्यमंत्री ने कहा कि गंगा नदी की अविरलता एवं निर्मलता के लिये केन्द्र और राज्य सरकार दोनों ही प्रतिबद्ध है। गंगा में लगातार जमा हो रही गाद की समस्या पर अध्ययन करने के लिये टीम बनायी गयी है। उन्होंने कहा कि गंगा नदी में गाद प्रबंधन के लिये गाद हटाने से ज्यादा जरूरी नदी के प्रवाह के साथ गाद का निर्बाध बहना है। नदी में जल का प्रवाह निरंतर होता रहना चाहिये।उन्होंने कहा कि गंगा नदी की अविरलता पर पटना और दिल्ली में सम्मेलन आयोजित की गई थी, जिसमें इस क्षेत्र के देश के जानेमाने विशेषज्ञों ने भाग लिया था। गंगा की निर्मलता को बनाये रखने के लिये जरूरी है कि उसमें गंदे पानी और कचरा को जाने से रोका जाये। उन्होंने कहा कि गंगा के किनारे जैविक कृषि को बढ़ावा दिया जाएगा तथा नाली के पानी का शोधन कर उसका उपयोग खेती के लिये किया जायेगा। श्री कुमार ने लावारिस पशु की चर्चा करते हुये कहा कि ऐसे पशु को पकड़कर गौशाला में रखे जाने के साथ ही उनका भरण पोषण भी किया जा रहा है। पशुओं के गोबर एवं मूत्र का उपयोग जैविक कृषि में किया जायेगा। उन्होंने कहा कि कृषि रोडमैप में भी जैविक कृषि को बढ़ावा दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा से बचने के लिये भी लोगों को जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वज्रपात की बढ़ती घटनाओं के देखते हुये कई राज्यों में इसके पूर्वानुमान पर हो रहे काम की तकनीक को बिहार में भी अपनाने का प्रयास किया जा रहा हैं। इस तकनीक के माध्यम से तीस मिनट पूर्व वज्रपात का पता चल जाएगा। उन्होंने कहा कि भूकम्प के बारे में पूर्वानुमान संभव नहीं है। भूकम्प के दौरान बचाव के लिये विद्यालयों में बच्चों को जागरूक करने के उद्देश्य से ओरिएन्टेशन कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि बिहार पहला राज्य है, जिसने डिजास्टर रिस्क रिडक्शन के लिये रोडमैप बनाया है। श्री कुमार ने लोगों से बिजली का दुरूपयोग नहीं करने की अपील करते हुये कहा कि सरकार सौर ऊर्जा के इस्तेमाल को बढ़ावा दे रही है। कजरा एवं पीरपैंती में सौर ऊर्जा से बिजली उत्पादन का संयंत्र लगाया जायेगा। उन्होंने बिहार पृथ्वी दिवस के अवसर पर लिये गये संकल्प पर्यावरण संतुलन के लिये प्रयास, वर्ष में कम से कम एक पौधा लगाना, तालाब, नदी, पोखर को प्रदूषित नहीं करना, बिजली का सही इस्तेमाल करना, कूड़ा-कचरा इधर-उधर नहीं फेंकना, प्लास्टिक, पाॅलिथिन का उपयोग बंद करना, पशु-पक्षियों के प्रति प्रेम का भाव रखना, नजदीक का कार्य पैदल या साइकिल से करना एवं कागज का दुरुपयोग नहीं किये जाने पर भी चर्चा की। 


मुख्यमंत्री ने कहा कि धरती पर सबका अधिकार है। यदि संकल्प के सभी बिन्दुआें को अपना लिया जाये तो जीवन आनंदमय और बेहतर होगा। उन्होंने कहा कि बादल पेड़ से आकर्षित होते हैं इसलिये वृक्ष लगाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि लोगों के बीच जागृति पैदा करने के लिये पृथ्वी दिवस और वृक्ष सुरक्षा दिवस का आयोजन किया जाता है। नई पीढ़ी को भारत छोड़ो आन्दोलन के दौरान राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के नारे अंग्रेजों भारत छोड़ो की तरह ही ‘लालच भारत छोड़ो’ का नारा अपनाना होगा। इससे समाज में प्रेम, भाईचारा और एकता कायम होगी। श्री कुमार ने 09 अगस्त के महत्व का उल्लेख करते हुये कहा कि वर्ष 1942 को इसी दिन भारत छोड़ो आन्दोलन की शुरुआत हुई थी। गांधीजी ने अंग्रेजों भारत छोड़ो, करो या मरो का नारा दिया था। राष्ट्रपिता ने एक महत्वपूर्ण बात भी कही थी कि पृथ्वी मनुष्य की जरूरतों को पूरा करने में सक्षम है लेकिन उनकी लालच को नहीं। उन्होंने कहा कि लोगों मेें लालच की प्रवृत्ति बढ़ती जा रही है, उस पर रोक लगाने की जरूरत है। इससे पूर्व कार्यक्रम को उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा एवं पर्यावरणविद् डॉ. ज्योति के. पारिख ने भी संबोधित किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने डीएफआईडी द्वारा तैयार पुस्तक का विमोचन भी किया। कार्यक्रम में राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री रामनारायण मंडल, उद्योग मंत्री जय कुमार सिंह, वन एवं पर्यावरण विभाग के प्रधान सचिव विवेक कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, मुख्य वन संरक्षक डी. के. शुक्ला, मुख्यमंत्री के सचिव मनीष कुमार वर्मा, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति, वरीय अधिकारी एवं स्कूली बच्चे उपस्थित थे। 

शरद के बिहार दौरे को लेकर सियासी हलचल तेज

$
0
0
sharad-yadav-bihar-visit
पटना 09 अगस्त, बिहार में महागठबंधन टूटने और श्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार बनने के बाद से नाराज चल रहे जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव के कल से प्रदेश के तीन दिवसीय दौरे पर आने को लेकर सियासी हलचल तेज हो गयी है। श्री यादव कल से बिहार के तीन दिनों के दौरे पर आ रहे हैं जिस पर उनकी पार्टी जदयू ने उनके द्वारा पूर्व में लिये गये निर्णय के खिलाफ जाने की बात कही है। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता एवं विधान परिषद के सदस्य नीरज कुमार ने कहा है कि श्री यादव की बिहार यात्रा से पार्टी को कोई लेना देना नहीं है । उन्होंने कहा कि पार्टी की नीतियां श्री यादव की ही बनायी हुयी हैं। ऐसे में यदि वह नीतियों के पालन से पीछे हटते हैं तो यह गंभीर बात होगी। वहीं, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि श्री यादव व्यक्तिगत कारणों से बिहार आ रहे हैं। इससे पार्टी को कोई लेना-देना नहीं है । बिहार में जो निर्णय लिये गये हैं वह केवल श्री नीतीश कुमार का नहीं बल्कि पार्टी की पूरी प्रदेश इकाई जिसमें विधान मंडल दल के सदस्य, प्रदेश पदाधिकारी एवं कार्यकारिणी के सदस्य, विभिन्न प्रकोष्ठों के अध्यक्ष तथा जिलाध्यक्ष शामिल है, का निर्णय है । 


श्री सिंह ने कहा कि तत्कालीन महागठबंधन सरकार में मुख्यमंत्री के लिए शासन-प्रशासन चलाना असहज था। बदली राजनीतिक परिस्थिति में पार्टी की सर्वसम्मत राय थी कि इस हालत में सरकार चलाना संभव नहीं है । इसी को देखते हुए प्रदेश इकाई ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री कुमार को निर्णय लेने के लिए अधिकृत कर दिया था। इसबीच पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में कल जदयू के राष्ट्रीय महासचिव पद से हटाये गये श्री अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि श्री यादव के साथ वह कल सुबह पटना आ रहे हैं । श्री श्रीवास्तव जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री यादव के कट्टर समर्थक माने जाते हैं । श्री यादव कल सुबह पटना हवाई अड्डा पहुंचने के बाद कल ही सोनपुर होते हुए मुजफ्फरपुर जायेंगे और इस दौरान वह लोगों से सीधा संवाद कार्यक्रम करेंगे। इसी तरह अगले दिन मुजफ्फरपुर के अलावा दरभंगा और मधुबनी जिले में भी लोगों से संवाद करेंगे । श्री यादव इसके बाद तीसरे और अंतिम दिन मधुबनी, सुपौल, सहरसा और मधेपुरा जिले में आयोजित विभिन्न संवाद कार्यक्रमों में लोगों से रू-ब-रू होंगे । 

बिहार में बेकार प्लास्टिक के इस्तेमाल से बनेंगी सड़कें

$
0
0
plastic-road-in-bihar
पटना 09 अगस्त, बिहार सरकार ने कचरा प्रबंधन के प्रति गंभीरता दिखाते हुये आज कहा कि इस वर्ष 657 किलाेमीटर लंबी 374 सड़कों के निर्माण में बेकार प्लास्टिक का इस्तेमाल किया जाएगा। विकास आयुक्त शिशिर सिन्हा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में ग्रामीण कार्य विभाग की यहां हुई समीक्षा बैठक के बाद कहा कि श्री कुमार के सड़क निर्माण में बेकार प्लास्टिक के इस्तेमाल के बारे में पूछे जाने पर उन्हें बताया गया कि इस वर्ष 657 किलोमीटर लंबी करीब 374 सड़कों के निर्माण में बेकार प्लास्टिक का इस्तेमाल किया जाएगा। श्री सिन्हा ने बताया कि बेकार प्लास्टिक का इस्तेमाल कर सड़क बनाने से कचरा प्रबंधन में सहूलियत होने के साथ ही विटुमिन की मात्रा आठ प्रतिशत तक कम करने में मददे मिलेगी। इसके अलावा लोगों को नियमित रोजगार भी मिलेगा। उन्होंने बताया कि राज्य के पर्यटन स्थलों का सर्वेक्षण कर पर्यटन संपर्क योजना भी बनाई जा रही है। 


विकास आयुक्त ने बताया कि राज्य में सभी ग्रामीण पथों की लंबाई 1,29,473 किलोमीटर है, जिसमें लगभग 69,000 किलोमीटर की लंबाई में पथों का निर्माण कार्य कराया जा रहा है। विभाग के समक्ष अगले तीन वर्षों में करीब 60,900 किलोमीटर की लंबाई में पथों का निर्माण पूरा करने का लक्ष्य है। इसके लिये वास्तविक कार्य योजना बनायी गयी है और इसके अनुसार आवश्यक राशि का भी आकलन किया गया है। उन्होंने बताया कि राज्य में कुल बसावट की संख्या 1,29,209 है, जहां से लगभग 68,200 बसावटों को एकल संपर्कता प्रदान की जा चुकी है और लगभग 61,000 बसावटों को अगले तीन वर्षों में चरणबद्ध तरीके से संपर्कता प्रदान कर दी जायेगी। श्री सिन्हा ने बताया कि सात निश्चय के तहत ग्रामीण टोला सम्पर्क निश्चय योजना में 4,643 टोलों को संपर्कता प्रदान की जानी है। ये वैसे टोले हैं जहां आम तौर पर समाज के पिछड़े एवं कमजोर तबके के लोग रहते हैं। अभी तक लगभग एक तिहाई ऐसे टोलों को संपर्कता देने की योजनाओं को स्वीकृति दी जा चुकी है और इसी वर्ष शेष टोलों की सड़कों की योजनाओं को भी मंजूरी दे दी जायेगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना में राज्य ने सबसे अधिक लंबाई में पथ का निर्माण करने तथा सबसे अधिक संख्या में बसावटों को जोड़ने के लिये राष्ट्रीय स्तर पर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। बैठक में ग्रामीण कार्य मंत्री शैलेष कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव अतीष चन्द्रा एवं मनीष कुमार वर्मा, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह सहित ग्रामीण कार्य विभाग के अन्य वरीय अधिकारी एवं अभियंता उपस्थित थे। 

झारखंड विधान सभा में शोर शराबे के बीच प्रथम अनुपूरक बजट पेश

$
0
0
jharkhand-budjet-in-assembly
रांची 09 अगस्त, झारखंड विधानसभा के मॉनसून सत्र के दूसरे दिन आज विपक्षी विधायकों के शोर-शराबे के बीच प्रथम अनुपूरक बजट पेश किया गया। विपक्षी सदस्यों के हंगामे के बीच ही संसदीय कार्यमंत्री सरयू राय ने चालू वित्तीय वर्ष के लिए 1987.74 करोड़ रुपये के प्रथम अनुपूरक बजट को पेश किया। वहीं, विधानसभा अध्यक्ष दिनेश उरांव ने राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू द्वारा सदन से पारित छोटानागपुर काश्तकारी (सीएनटी) और संतालपरगना काश्तकारी (एसपीटी) अधिनियम संशोधन विधेयक को पुनर्विचार के लिए वापस भेजे जाने संबंधी संदेश से सभा को अवगत कराया। विधानसभा की कार्यवाही आज पूर्वाह्न 11 बजे शुरू होने के साथ ही विपक्ष के कई सदस्य सीएनटी-एसपीटी संशोधन विधेयक को वापस लेने, विधानसभा में प्रस्तावित धर्म स्वतंत्र विधेयक और भूमि अधिग्रहण संशोधन विधेयक को निरस्त करने, किसानों की मौत और विधि व्यवस्था समेत अन्य मुद्दों को लेकर नारेबाजी करते हुए आसन के निकट आ गये। इस दौरान सत्तापक्ष के कुछ सदस्यों ने बांग्लादेशी घुसपैठियों और जबरन धर्म परिवर्त्तन किये जाने के मुद्दे को लेकर अपने स्थान पर खड़े होकर बात रखने की कोशिश करने लगे। सत्तारूढ़ गठबंधन के मुख्य सचेतक राधाकृष्ण किशोर ने विपक्षी सदस्यों द्वारा सदन की कार्यवाही बाधित किये जाने के प्रयास पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि पिछले तीन सत्र से सदन की कार्यवाही हंगामे की भेंट चढ़ जा रही है। उन्होंने सदन को सुचारू रूप से चलाने के लिए विधानसभा अध्यक्ष से कठोर कार्रवाई करने का आग्रह किया। विधानसभा अध्यक्ष ने प्रश्नोत्तरकाल की कार्यवाही सुचारू रुप से चलने देने का आग्रह किया और सदन के व्यवस्थित नहीं होने पर कठोर कार्रवाई करने के लिए विवश होने की बात कही। श्री उरांव के लगातार प्रयास के बावजूद वेल में आकर हंगामा कर रहे विपक्षी सदस्य अपनी सीट पर नहीं बैठे, जिसके कारण विधानसभाध्यक्ष ने अपराह्न 11 बजकर 17 मिनट पर सदन की कार्यवाही को अपराह्न 12 बजे तक के लिए स्थगित करते हुए सभी दल के नेताओं की बैठक अपने कक्ष में बुलायी। 


दोपहर 12 बजे सभा की कार्यवाही शुरू होने पर विधानसभा अध्यक्ष ने नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन को अपनी बात रखने का मौका दिया।श्री सोरेन ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार ने सदन को हाईजैक करने का प्रयास किया है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार के गठन के बाद से ही राज्य में लगातार गतिरोध जारी है और लोगों का आक्रोश सड़क से लेकर सदन तक देखने को मिल रहा है। उन्होंने बताया कि इस विधानसभा में कई ऐसी घटनाएं भी हुई, जो अलग झारखंड राज्य गठन के 16-17 वर्ष में पहली बार हुई। उन्होंने कहा कि पहली बार कई विधायक निलंबित किये गये और कई विधायकों को विधानसभा की कोई समिति में स्थान नहीं मिला। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सदन की गरिमा बनाये रखने में विपक्ष की भी अहम भूमिका है लेकिन अफसोस की बात है कि सदन की कार्यवाही में सरकार की ओर से हस्तक्षेप का प्रयास किया जा रहा है। यही कारण है कि एक बार सत्र आहूत करने संबंधी अधिसूचना जारी हो जाती है और विधानसभा अध्यक्ष की ओर से प्रश्न लेने की कार्रवाई को भी मंजूरी दे दी गयी लेकिन बाद में सत्र आहूत करने की तिथि ही बढ़ा दी जाती है और अध्यक्ष को फिर से प्रश्न लेने की प्रक्रिया शुरू करनी पड़ती है। उन्होंने कहा कि यह स्थिति सदन की कार्यवाही में सरकार के हस्तक्षेप को दर्शाता है। ऐसे में विपक्ष चुप नहीं रह सकता। उन्होंने कहा कि सीएनटी-एसपीटी संशोधन विधेयक को लेकर व्यापक विरोध नहीं होता तो शायद राज्यपाल भी इसे पुनर्विचार के लिए वापस नहीं करतीं। श्री सोरेन ने कहा कि साल भर से सीएनटी-एसपीटी का मुद्दा ज्वलंत बना हुआ है लेकिन राज्यपाल ने इस विधेयक को लौटा दिया और आज की कार्यसूची में इसे रखा गया है। उन्होंने कहा कि विपक्ष को अब भी यह संदेह है कि चोरी-छिपे कोई दूसरा रास्ता निकालने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि भूमि संशोधन अधिनियम 2013 में संशोधन के प्रस्ताव को राज्य मंत्रिपरिषद ने मंजूरी दी लेकिन अखबारों में प्रकाशित खबरों के अनुसार कई मंत्रियों ने भी इस पर आपत्ति जतायी है। इस संशोधन विधेयक की कोई जरूरत ही नहीं थी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा बनाये गये इस कानून में परिवर्तन जनसरोकार के लिए नहीं बल्कि उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए किया गया है। उन्होंने मांग की कि सीएनटी-एसपीटी संशोधन विधेयक सदन में वापस हो तथा प्रस्तावित भूमि संशोधन एवं धर्म स्वतंत्र विधेयक को भी निरस्त किया जाये। 

मार्क्सवादी समन्वय समिति (मासस) के अरूप चटर्जी ने कहा कि सरकार के ढाई साल के कार्यकाल में विधानसभा में कई विधेयक पारित हुए और कुछ ऐसे कानून बनाये गये, जो जनहित में नहीं है। उन्होंने शोरगुल के बीच ही डोमिसाइल, पंचायत स्वयंसेवक सदस्य, कमल क्लब के गठन समेत अन्य पारित विधेयकों पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि सदन में बहस के बाद ही कोई विधेयक को पारित किया जाना चाहिए। नवजवान संघर्ष मोर्चा के भानू प्रताप शाही ने कहा कि पिछले तीन सत्र से सभा की कार्यवाही बाधित है। जनता की समस्याओं का समाधान नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में छोटे दलों को काफी कठिनाई होती है क्योंकि वे अपनी व्यक्तिगत छवि के आधार पर चुनाव जीत कर आते है। श्री शाही ने बताया कि इस दौरान उनके 42 पत्र सदन में आये लेकिन जवाब नहीं मिल पाया। भाजपा के राधाकृष्ण किशोर ने विपक्ष पर हठधर्मिता के साथ सदन की कार्यवाही बाधित करने का आरोप लगाते हुये कहा कि सभी जानते है कि सदन की कार्यवाही कार्यसंचालन नियमावली से चलती है इसलिए सदन में किसी भी मुद्दे पर सार्थक बहस होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष को लगता है कि विपक्ष के किसी विधायक को विधानसभा की समिति में स्थान नहीं मिला है तो इस संबंध में वे अध्यक्ष से अलग से बात कर लें लेकिन कार्यवाही को बाधित नहीं करें। श्री किशोर ने भूमि अधिग्रहण कानून में संशोधन के मुद्दे पर कहा कि राज्यसभा में बहुमत नहीं रहने के कारण यह संशोधन विधेयक पारित नहीं हो सका था लेकिन केंद्र सरकार ने कहा है कि राज्य सरकार यदि चाहे तो इसमें संशोधन कर सकती है। उन्होंने कहा कि देश के चार-पांच राज्यों में इस कानून में संशोधन भी किया गया है। जय भारत समानता पार्टी की गीता कोड़ा ने कहा कि सदन में किसी भी मुद्दे पर सार्थक पहल जरूरी है। उन्होंने कहा कि सदन में सवाल आने पर क्षेत्र में काम होते हैं। सदन की कार्यवाही बाधित होने से क्षेत्र के लोगों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। नगर विकास मंत्री सी. पी. सिंह और झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के साइमन मरांडी ने भी सदन के समक्ष अपनी बात रखी। संसदीय कार्यमंत्री सरयू राय ने झारखंड लोक सेवा आयोग के वित्तीय वर्ष 2015-16 के वार्षिक प्रतिवेदन की प्रति और प्रथम अनुपूरक बजट को सभापटल पर रखा। जिसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने सभा की कार्यवाही को कल 10 अगस्त पूर्वाह्न 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी। 


विधानसभा घेराव करने गये कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर लाठी चार्ज

$
0
0
lathicharge-on-congress-in-jharkhand-assembly
रांची 09 अगस्त, झारखंड की राजधानी रांची में रघुवर सरकार के खिलाफ विधानसभा के बाहर प्रदर्शन कर रहे विद्युतकर्मी और कांग्रेस कार्यकताओं के हंगामे से उत्पन्न स्थिति को नियंत्रित करने के लिये पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ा। विधानसभा के बाहर बिरसा चौक पर विद्युतकर्मी और आंगनवाडी की महिलायें प्रदर्शन कर रही थी इसी दौरान किसी ने पुलिस पर पथराव कर दिया जिसके बाद पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिये लाठी चार्ज किया। इसके कारण भगदड़ मच गयी और कई लोग घायल हो गये। लाठी चार्ज के बाद प्रदर्शन कर रहे विद्युतकर्मी और आंगनबाड़ी महिलायें तो पीछे हट गयी लेकिन सैकड़ों की संख्या में वहां पहुंचे कांग्रेस कार्यकर्ता विधानसभा की ओर जाने पर प्रयास करने लगे। पुलिस ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को रोकने का पूरा प्रयास किया लेकिन स्थिति को अनियंत्रित होता देख पुलिस ने वाटर कैनन का इस्तेमाल किया। कांग्रेस कार्यकर्ता राज्य में छोटानागपुर काश्तकारी (सीएनटी) एवं संतालपरगना काश्तकारी (एसपीटी) अधिनियम संशोधन विधेयक, किसान आत्महत्या, धर्मान्तरण और कानून व्यवस्था जैसे मुद्दे को लेकर आज विधानसभा घेराव का कार्यक्रम आयोजित किया था लेकिन पुलिस ने विधानसभा जाने से पहले ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं को रोक लिया। 

झारखंड के अस्पतालों में नहीं होगी दवाओं की कमी : रघुवर

$
0
0
no-medicine-shortage-jharkhand-raghuvar
रांची 09 अगस्त, झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने आज कहा कि गरीब मरीजों की सुविधाओं का ध्यान रखते हुये राज्य के सभी अस्पतालों में दवा की कमी नहीं होने दी जाएगी। श्री दास ने स्वास्थ्य मामलों की उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों को कहा कि राज्य के सभी अस्पतालों में किसी भी प्रकार की दवा की कमी न हो। उनके निर्देश पर ही अस्पतालों को 11 करोड़ 94 लाख 54 हजार रुपये का आवंटन किया गया है ताकि कोई मरीज दवा के लिए न भटके। उन्होंने कहा कि आवंटित राशि से अस्पताल सभी आवश्यक दवाओं की खरीद करे। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि किसी भी परिस्थिति में अस्पताल में होने वाली मृत्यु पर शव को भेजने की व्यवस्था अस्पताल प्रबंधन को ही करनी होगी। सभी जिलों के सिविल सर्जन इसके लिए जवाबदेह होंगे और उन्हें सख्ती के साथ अपने अधीनस्थ अस्पतालों में इस व्यवस्था को लागू कराना होगा। श्री दास ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिया कि दो माह के अंदर सभी जिलों के लिए नए शव वाहन खरीदे जायें। उन्होंने कहा कि रांची में टाटा कैंसर अस्पताल की स्थापना के लिए रिनपास के पास भूमि आवंटित की जाएगी। इससे संबंधित सभी कार्य निश्चित समय सीमा में पूरा कर ली जाएगी। उन्होंने कहा कि किसी भी अस्पताल बिजली, पानी का कोई समस्या हो तो संबंधित विभाग को खबर करने से पहले तुरंत अपनी व्यवस्था अपने स्तर से ठीक करें और भुगतान करें। 


श्री दास ने कहा कि अस्पताल प्रबंधक को उनके अस्पताल में साफ-सफाई का ध्यान रखना होगा। गंदगी पाई जाने पर सीधे अस्पताल प्रबंधक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि जिसकी भी कमी हो उसे प्राइवेट नर्सिंग होम जैसे पैसे देकर संविदा पर रखें। उन्होंने कहा कि सिविल सर्जन जिले के सभी स्वास्थ्य केन्द्रों, अस्पतालों आदि का भ्रमण कर चिकित्सक, पारा मेडिकल कर्मचारी, साफ-सफाई कर्मी एवं दवा की उपलब्धता का निरीक्षण करें। कोई कमी हो तो तुरंत कार्रवाई करें अन्यथा शासन की नजर में वे ही जिम्मेवार होंगे। मुख्यमंत्री ने इस बात पर भी जोर दिया कि मेडिकल क्षेत्र की छोटी-छोटी 15-16 सेवाओं को कौशल विकास से जोड़ा जाए तथा कौशल विकास के द्वारा राज्य के लोगों को प्रशिक्षित कर रोजगार दिया जाए। उन्होंने कहा कि हर कठिनाई हम दूर की जाएगी लेकिन जनता से जुड़े मामलों में कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने विभाग को यह निर्देश दिया कि अगले शैक्षणिक वर्ष से तीन नए मेडिकल कॉलेजों में भी एमबीबीएस की पढ़ाई शुरू की जाये। बैठक में मुख्यमंत्री के अलावा स्वास्थ्य चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण मंत्री रामचन्द्र चन्द्रवंशी, मुख्य सचिव राजबाला वर्मा, अपर मुख्य सचिव सह विकास आयुक्त अमित खरे, स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव सुधीर त्रिपाठी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव संजय कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव सुनील कुमार वर्णवाल, एनआरएचएम निदेश कृपानन्द झा, निदेशक प्रमुख डॉ. सुमंत मिश्रा, रांची आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) के निदेशक डॉ. बी. एल. श्रेवाल समेत कई अन्य अधिकारी उपस्थित थे। 

कश्मीर में अलकायदा से संबंधित जाकिर मूसा गुट के तीन आतंकवादी ढेर

$
0
0
3-militants-of-zakir-musa-group-of-al-qaeda-killed-in-kashmir-encounter
श्रीनगर, 09 अगस्त, जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच आज एक भीषण मुठभेड़ में आतंकवादी संगठन अलकायदा के ‘जाकिर मूसा’ नामक गुट के तीन आतंकवादी मारे गये। कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक मुनीर अहमद खान ने बताया कि पुलवामा जिले में त्राल के गुलाब बाग इलाके में आतंकवादियों के छिपे होने की सूचना पर सुरक्षाबलों और जम्मू-कश्मीर पुलिस के विशेष अभियान दल (एसओजी) ने एक तलाशी अभियान शुरू किया। इस दौरान सुरक्षाबल जब विशेष स्थान की घेराबंदी कर रहे थे कि तभी अचानक छिपे हुए आतंकवादियों ने उन पर स्वचालित हथियारों से हमला कर दिया। सुरक्षाबलों ने हमले का मुंहतोड़ जवाब देते हुए तीन आतंकवादियों को मार गिराया। श्री खान ने बताया कि इस मुठभेड़ के दौरान इलाके में छिपे हुए तीनों आतंकवादी मारे गए हैं। तीनों आतंकवादियों के शव बरामद कर लिए गए हैं। उनके पास से दो एके राइफलें और एक पिस्तौल भी बरामद हुई है। पुलिस महानिरीक्षक ने बताया कि जाकिर मूसा की ओर से जारी तस्वीर में मारे गए सभी आतंकवादी देखे जा सकते हैं। जाकिर ने कश्मीर में हिंसा को इस्लाम से जोड़ते हुए हुर्रियत और अन्य अलगाववादियों को धमकी भी दी थी। जाकिर को हिजबुल मुजाहिदीन ने निकाल दिया था जिसके बाद उसे भारत में अलकायदा का प्रमुख बनाया गया था। इस मुठभेड़ में तीन आतंकवादियों के मारे जाने के बाद इस माह घाटी में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में अब तक कुल 17 आतंकवादी मारे गए हैं।

अहमद पटेल को शरद यादव की बधाई,अटकलों का जोर

$
0
0
sharad-yadav-congratulates-ahmad-patel-speculation-rises
नयी दिल्ली, 09 अगस्त, जनता दल :यूनाइटेड:(जद:यू) के वरिष्ठ नेता शरद यादव के कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार अहमद पटेल को गुजरात से राज्यसभा चुनाव जीतने पर बधाई देने के बाद ऐसी अटकलें लगायी जा रही हैं कि पार्टी उनके (श्रीयादव) के खिलाफ कार्रवाई कर सकती है। बिहार में महागठबंधन से अलग होकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन(राजग) के साथ सरकार बनाने पर श्री यादव ने नाराजगी जतायी थी। पार्टी की तरफ से गुजरात में उसके एक मात्र विधायक छोटू बासवा को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) उम्मीदवार बलवंत सिंह राजपूत के पक्ष में वोट डालने के पार्टी के निर्देश के बावजूद उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार श्री पटेल को वोट दिया। श्री यादव ने आज ट्विटर पर श्री पटेल को बधाई देते हुये लिखा,“ कड़ी दिक्कतों के बावजूद गुजरात राज्यसभा चुनाव में आपकी जीत के लिये हार्दिक बधाई, आपके जीवन में सफलता की कामना।” ट्विटर पर संदेश के साथ-साथ दोनों की फोटो भी चस्पा है। पार्टी आलाकमान के निर्देश के बगैर जदयू की गुजरात इकाई के महासचिव अरुण श्रीवास्तव ने किसी अन्य को चुनाव एजेंट नियुक्त कर दिया था। इसके मद्देनजर जदयू ने श्री श्रीवास्तव को पद से हटा दिया है।

कांग्रेस ने वाघेला समेत क्रॉस वोटिंग करने वाले आठ विधायकों को किया निलंबित

$
0
0
congress-has-suspended-eight-legislators-including-vaghela-for-cross-voting
अहमदाबाद, 09 अगस्त, कांग्रेस ने गुजरात में कल राज्यसभा चुनाव के दौरान क्रॉस वोटिंग करने वाले पूर्व मुख्यमंत्री शंकरसिंह वाघेला तथा उनके विधायक पुत्र महेन्द्रसिंह वाघेला और पांच अन्य समर्थकों समेत कुल आठ विधायकों को आज पार्टी से निलंबित कर दिया। श्री वाघेला और उनके पुत्र के अलावा उनके समर्थकाें राघवजी पटेल और भोला गोहिल (जिनके मत चुनाव आयोग ने भाजपा प्रत्याशियों को बैलेट दिखाने के कारण रद्द कर दिये थे), सी के राउल जी, अमित चौधरी और धर्मेंन्द्रसिंह जाडेजा और अप्रत्याशित रूप से क्रॉस वोटिंग करने वाले गैर वाघेला गुट के विधायक करमसिंह पटेल को पार्टी ने छह वर्ष के लिए निलंबित कर दिया। करमसिंह पटेल तो उन 44 कांग्रेस विधायकों में शामिल थे जिन्हे भाजपा के कथित खरीदफरोख्त के प्रयास के डर से बेंगलुरू ले जाया गया था। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता मनीष दोषी ने इसकी पुष्टि करते हुए यूनीवार्ता को बताया कि आठों को चुनाव के लिए पार्टी व्हिप का उल्लंघन कर क्रॉस वोटिंग करने के कारण निलंबित किया गया है। इन्होंने पार्टी प्रत्याशी अहमद पटेल की जगह कांग्रेस छोड कर भाजपा में गये पार्टी के तीसरे प्रत्याशी बलवंतसिंह राजपूत को वोट दिया था। ज्ञातव्य है कि इससे पहले ही श्री वाघेला के समर्थक माने जाने वाले छह पार्टी विधायक 27 और 28 जुलाई को पार्टी और विधानसभा की सदस्यता से त्यागपत्र दे चुके हैं जिनमें से तीन भाजपा में शामिल भी हो चुके हैं। श्री राघवजी पटेल ने भी भाजपा में शामिल होने की बात कही है। श्री वाघेला ने स्वयं 21 जुलाई को अपने 77 वें जन्मदिन पर ही कांग्रेस छोडने की घोषणा कर दी थी पर तकनीकी रूप से वह अब तक विधायक और पार्टी सदस्य थे।

विकास बराला, उसका दोस्त चंडीगढ़ में गिरफ्तार

$
0
0
vikas-barala-and-his-friend-arrested
चंडीगढ़. 09 अगस्त, चंडीगढ पुलिस ने बहुचर्चित छेड़छाड़ कांड में आरोपी भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला के पुत्र विकास बराला और उसके दोस्त आशीष को पूछताछ के बाद आज गिरफ्तार कर लिया, केन्द्र शासित चंडीगढ क्षेत्र के पुलिस महानिदेशक तेजेन्द्र सिंह लूथरा ने हाई प्रोफाइल छेड़छाड़ मामले में दोनों को गिरफ्तार करने की पुष्टि की। उन्होंने यहां पत्रकारों को बताया कि दोनों अभियुक्त दोपहर तक थाने जांच के लिये पहुंच गये थे। उनसे लंबी पूछताछ की गई। जांच पूरी तरह निष्पक्ष थी । उसके बाद दोनों को थाने में ही गिरफ्तार कर लिया गया । उन्होंने कहा कि दोनों को कल अदालत में पेशकर रिमांड पर लिया जायेगा। उन पर आईपीसी की धारा 365 तथा 511 लगायी गयी हैं तथा अपहरण का मामला दर्ज किया गया है। ऐसी संभावना है कि अब दोनों का मेडिकल टेस्ट कराया जा सकता है ताकि अल्कोहल की पुष्टि हो सके। घटना के दिन डाक्टर ने नशे में होने की बात कही थी जिसकी पुलिस जांच नहीं करा सकी थी। आरोप है कि पुलिस ने बराला को बचाने की कोशिश की लेकिन व्यापक स्तर पर भाजपा की किरकिरी होने पर पुलिस को उसकी गिरफ्तारी करनी पड़ी। पार्टी के भीतर तथा बाहर इसका विरोध जारी है तथा आज भी कई स्थानों पर घटना को लेकर प्रदर्शन भी हुये हैं।

नोट और चंडीगढ़ के मामले पर राज्यसभा की कार्यवाही स्थगित

$
0
0
oppn-raises-uproar-in-rs-on-currency-notes-of-diff-sizes-chandigarh-stalking-incident-house-adjour
नयी दिल्ली 09 अगस्त, पांच सौ रुपये के विभिन्न आकारों के नोट छापने और चंडीगढ़ में एक नेता के बेटे द्वारा एक लड़की का पीछा करने के मामले को लेकर कांग्रेस ने आज राज्यसभा में भारी हंगामा किया जिसके कारण सदन की कार्यवाही दो बार के स्थगन के बाद तीसरी बार कल तक लिए स्थगित करनी पड़ी। कांग्रेस के सदस्यों ने पांच सौ रुपए के विभिन्न आकारों के नोटों के बाजार में प्रचलन का मुद्दा उठाते हुए भोजनावकाश के बाद सदन में शोर शराबा किया जिसके कारण कार्यवाही 15 मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी। कार्यवाही दोबारा शुरू होेने पर कांग्रेस की कुमारी सैलजा, अंबिका सोनी,रजनी पाटिल तथा अन्य सदस्यों ने चंडीगढ़ में एक नेता के पुत्र द्वारा एक लड़की का पीछा किये जाने का मामला उठाया और नारेबाजी करते हुए सभापति के आसन के समक्ष आ गए। सदन में कांग्रेस के उपनेता आनंद शर्मा ने कहा कि चंड़ीगढ़ केंद्र शासित प्रदेश है और वहां कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी केंद्र सरकार की है। इसलिए केंद्रीय गृह मंत्री को जवाब देना चाहिए। कांग्रेस सदस्यों ने कहा कि विभिन्न आकारों के नोटों के मामले पर सदन में चर्चा होनी चाहिए और सरकार को स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। संसदीय कार्य राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि सरकार चर्चा के लिए तैयार है लेकिन पहले बैंकिंग नियमन (संशोधन) विधेयक को पारित कर दिया जाये। उप सभापति पी जे कुरियन ने भी सदस्यों को यही सलाह दी लेकिन दोनों पक्षों के अपने अपने रूख पर अडे रहने से गतिरोध पैदा हो गया और विपक्ष के हंगामे के बीच उपसभापति ने लगभग साढ़े तीन बजे कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी।


लोकसभा ने लिया गांधी के सपनों का भारत बनाने का संकल्प

$
0
0
lok-sabha-took-pledge-to-make-india-of-gandhi-s-dream
नयी दिल्ली 09 अगस्त, लाेकसभा ने भारत छोड़ो आंदोलन की 75वीं वर्षगांठ पर आज संकल्प लिया कि आने वाले पांच साल में वर्ष 2022 तक राष्ट्रपिता महात्मा गांधी तथा सभी स्वतंत्रता सेनानियों के सपनों के भारत का निर्माण करने के लिए राष्ट्र के प्रति अपने कर्त्तव्यों का निष्ठा पूर्वक निर्वहन करेंगे, सदन में भारत छोड़ो आंदोलन की 75वीं वर्षगांठ के मौके पर करीब दो घंटे तक चली चर्चा के उपरांत लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने संकल्प पढ़कर सुनाया जिसका सभी सदस्यों ने मेज़ें थपथपाकर समर्थन व्यक्त किया। श्रीमती महाजन ने कहा, “आज से 75 वर्ष पूर्व, सन् 1942 में हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने सम्पूर्ण स्वराज्य की संकल्पना साकार करने के लिए ‘‘अंग्रेजो! भारत छोड़ो’’ आन्दोलन का उद्घोष किया। 15 अगस्त, 1947 को भारत स्वतंत्र हुआ। सन् 1942 से सन् 1947 के इन पांच सालों में पिछले अनेकानेक वर्षों से चलने वाले स्वतंत्रता संग्राम का महान संकल्प सिद्ध हुआ था।” उन्होंने कहा, “आज 9 अगस्त, 2017 को भारत छोड़ो आन्दोलन के 75वें साल में हम संकल्प लेते हैं किः- सशक्त, समृद्ध, स्वच्छ तथा वैभवशाली भारत के निर्माण के लिए एवं भ्रष्टाचार मुक्त, सुशासन युक्त, विज्ञान एवं तकनीक में उन्नत, सबके विकास के लिए संकल्पित, सद्भाव एवं राष्ट्रप्रेम से ओत-प्रोत, लोकतांत्रिक मूल्यों के संरक्षण एवं संवर्धन के प्रति दृढ़संकल्पित राष्ट्र की संकल्पना को फलीभूत करने के लिए हम सतत प्रतिबद्ध एवं समर्पित रहेंगे। 125 करोड़ देशवासियों के हम सभी जनप्रतिनिधि, यह संकल्प करते हैं कि सभी देशवासियों को साथ लेकर, आज से पांच साल बाद आने वाले स्वतंत्रता के 75वें वर्ष में यानी सन् 2022 तक राष्ट्रपिता महात्मा गांधी तथा सभी स्वतंत्रता सेनानियों के सपनों के भारत का निर्माण करने के लिए, राष्ट्र के प्रति अपने कर्त्तव्यों का निर्वहन करेंगे।”

दमनकारी ताकतों के खिलाफ संघर्ष की जरूरत : सोनिया गांधी

$
0
0
need-to-fight-against-repressive-forces-sonia
नयी दिल्ली 08 अगस्त, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आज कहा कि देश में नफरत अौर विभाजनकारी राजनीति के हावी हो रही तथा धर्मनिरपेक्ष एवं उदारवादी मूल्य खतरे में पडते जा रहे हैं और ऐसे में आजादी को सुरक्षित रखने के लिए दमनकारी शक्तियों के खिलाफ संघर्ष की जरूरत है। श्रीमती गांधी ने ‘भारत छोडो आन्दोलन ’की 75वीं सालगिरह पर लोकसभा में विशेष चर्चा में हिस्सा लेते हुए किसी संगठन का नाम लिये बगैर कहा कि अाजादी के दौर में भी ऐसे संगठन और व्यक्ति थे जिन्होंने भारत छोडो आन्दोलन का विरोध किया था । इन तत्वों का देश को आजादी दिलाने में कोई योगदान नहीं था। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा ,‘ आज जब हम भारत छोड़ो आन्दोलन की 75वीं सालगिरह मना रहे हैं तो देशवासियों के मन में कई आशंकाएं भी हैं । यह अहसास गहरा होता जा रहा है कि अंधकार की शक्तियां हमारे बीच तेजी से उभर रहीं हैं । देश में भय का माहौल है और जनतंत्र की बुनियाद को नष्ट करने की कोशिश की जा रही है । यह बुनियाद विचार,आस्था, समानता तथा सामाजिक न्याय की आजादी और कानून सम्मत व्यवस्था पर आधारित है । ’ उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी के नेतृत्व में स्वतंत्रता सेनानियों ने एक समावेशी ,बहुलतावादी ,लोकतांत्रिक और न्यायसंगत भारत के लिए लडाई लडी थी और इस विचार को संविधान में स्थापित किया था । लेकिन आज इस विचार पर नफरत और विभाजन की राजनीति के बादल छा गये हैं तथा धर्मनिरपेक्ष ,लोकतांत्रिक तथा उदारवादी मूल्य खतरे में पडते जा रहे हैं । सार्वजनिक जीवन में असहमति ,बहस और विचारो की विभिन्नता की गुंजाइश कम होती जा रही है । कई बार कानून के राज पर गैर कानूनी शक्तयां हावी दिखायी देती हैं । श्रीमती गांधी ने कहा ,‘यदि हमें अपनी अाजादी को सुरक्षित रखना है तो हमें हर तरह की दमनकारी शक्तियों के खिलाफ संघर्ष करना होगा फिर चाहे वे कितनी भी समर्थ एवं सक्षम क्यों न हों । ’ उन्होंने कहा ,‘यह मौका हमें इस बात की याद दिलाता है कि हम देश को संकीर्ण मानसिकता ,विभाजनकारी और सांप्रदायिक सोच का कैदी नहीं बनने देंगे ।’

नए भारत के निर्माण के लिए दृढ़ संकल्प के साथ बढ़ें आगे : मोदी

$
0
0
pm-modi-s-new-call-for-next-five-years-karenge-aur-karke-rahenge
नयी दिल्ली 09 अगस्त, भारत छोड़ो आंदोलन की 75वीं वर्षगाँठ के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज लोगों और जन प्रतिनिधियों से आपसी मतभेद भुलाकार देश से गरीबी, अशिक्षा, कुपोषण, भ्रष्टाचार और साम्प्रदायिकता खत्म करने के लिए दृढ़ इच्छाशक्ति तथा संकल्प के साथ आगे बढ़ते हुए 2022 तक एक नये भारत के निमार्ण का आह्वान किया। श्री मोदी ने लोकसभा में अगस्त क्रांति की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर अपने विशेष संबोधन में यह बात कही। उन्होंने कहा कि राजनीति राष्ट्रनीति से ऊपर होती है। देश हित में हमें दलगत राजनीति से ऊपर उठकर काम करना होगा और इसके लिए 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन की दृढ़ इच्छाशक्ति को पुनर्जीवित करते हुये एक ऐसे भारत का निमार्ण करना है जिसका सपना राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी ने देखा था। प्रधानमंत्री ने स्वाधीनता आंदोलन के बलिदानियों का नमन करते हुये कहा कि यह सच है कि आज हमारे पास राष्ट्रपिता जैसा नेतृत्व नहीं है लेकिन सवा सौ करोड़ भारतीयों का विश्वास साथ है। उन्होंने कहा “यदि सब मिलकर संकल्प लें तो समस्त चुनौतियों का समाधान निकाल सकते हैं। इसके लिए 2017 से 2022 तक पांच वर्ष की अवधि में हमें उसी भावना और संकल्प के साथ काम करना होगा जैसी भावना 1942 से 1947 के बीच पांच वर्ष की अवधि के दौरान दिखी थी।” उन्होंने कहा कि 1942 में ‘करो या मरो’ के नारे ने पूरे देश को प्रेरित किया, उसी प्रकार से हमें भी आज ‘करेंगे और करके रहेंगे’ का संकल्प लेना है और 2017 से 2022 तक पांच वर्ष की अवधि के दौरान सिद्धि के भाव के साथ कार्य करते हुये गरीबी, अशिक्षा, कुपोषण और भ्रष्टाचार की चुनौती से लड़ने और उसे दूर करने का कार्य करें। प्रधानमंत्री ने कहा “हमारी आजादी सिर्फ भारत के लिए नहीं थी, बल्कि यह विश्व के दूसरे हिस्सों में उपनिवेशवाद के खात्मे की एक निर्णायक लड़ाई थी। इसने अफ्रीका से लेकर दुनिया के अनेक देशों को प्रेरणा देने का काम किया जिसके कारण एक के बाद एक कई देश उपनिवेशवाद के कुचक्र से आजाद हुये। आज भी भारत को उसी भूमिका में खड़ा करना है। वैश्विक परिस्थितियाँ और अवसर भारत के अनुकूल है। भारत को इसका लाभ उठाते हुये एक दुनिया के लिए एक प्रेरक उदाहरण बनना है।

मेधा पाटकर को हिरासत में लेकर धार जेल पहुंचाया

$
0
0
medha-patkar-escorted-to-dhar-jail
धार, 09 अगस्त, नर्मदा बचाओ आंदोलन (एनबीए) की नेता मेधा पाटकर को आज शाम मध्यप्रदेश की धार पुलिस ने हिरासत में ले लिया, बाद में उन्हें मुचलका नहीं भरने पर धार की जिला जेल भेज दिया गया, इंदौर के निजी अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद सुश्री पाटकर अपने साथ‍ियों के साथ धार आ रही थीं, इसी दौरान रास्ते में राऊ-पीथमपुर मार्ग पर स्थ‍ित टोल प्लाजा के समीप पुलिस की टीम ने उनको ह‍िरासत में ल‍िया, इसके बाद पुलिस वाहनों का एक बडा काफ‍िला अांदोलन नेत्री को लेकर ज‍िला मुख्यालय पर स्थि‍त जेल पहुंचा। कुक्षी से कांग्रेस विधायक सुरेंद्र सिंह हनी बघेल भी अपने समर्थकों के साथ वहां पहुंच गए। जेल के मुख्य दरवाजे पर करीब 15 मिनट तक प्रशासन के अधिकारि‍यों और कांग्रेस विधायक के बीच जमकर बहस हुई। इसके बाद अनुविभागीय दंडाधिकारी भव्या म‍ित्तल ने सुश्री पाटकर को जेल में भेज दिया। उन्हें धारा 151 के तहत जेल भेजा गया है। रात नौ बजे तक कांग्रेस विधायक अपने समर्थकों के साथ गेट के बाहर मौजूद थे। इधर, प्रशासन द्वारा जारी प्रेस नोट में बताया गया है कि पुलिस ने आज सुश्री पाटकर को शांति भंग होने की आशंका के दृष्ट‍िगत धारा 151 के तहत ह‍िरासत में ल‍िया है। इसमें कहा गया है कि सुश्री पाटकर द्वारा लगातार उच्चतम न्यायालय के आदेश की अवहेलना करते हुए डूब प्रभावित क्षेत्र में कानून व्यवस्था बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है। उनसे डूब क्षेत्र में नहीं जाने का मुचलका भरने के लिए कहा गया, लेकिन वह उन्होंने नहीं भरा। इस पर उन्हें जेल भेज दिया गया। सुश्री पाटकर सरदार सरोवर बांध के डूब क्षेत्र के प्रभावितों को लेकर मध्यप्रदेश के धार जिले के चिखल्दा गांव में 12 दिनों से अनिश्चितकालीन उपवास पर बैठी थी। इस बीच उन्हें अस्वस्थ होने पर दो दिन पूर्व इंदौर के एक निजी अस्पताल में भर्ती किया गया था। आज स्वस्थ होने पर अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। इसके बाद वे फिर धार जा रही थीं।

उत्तर भारत में नयी कपास की 60 लाख गांठेंं होने का अनुमान

$
0
0
6-million-cotton-bundle-production
फरीदकोट,09 अगस्त, नये कपास सत्र 2017-18 में उत्तर क्षेत्र के प्रमुख कपास राज्यों में कपास का उत्पादन करीब 60 लाख गांठें होने का अनुमान है। पिछले वर्ष यह उत्पादन 45 लाख गांठ रहा था। यह जानकारी इंडियन काटन एसोसिएशन लिमिटेड के प्रधान राकेश राठी तथा उपाध्यक्ष सुशील फुटेला ने आज यहां दी। उन्होंने बताया कि कुल उत्पादन 60 लाख गांठों में से पंजाब में 12.40 लाख गांठें .हरियाणा 26.53 लाख .अपर राजस्थान 9.85 लाख .लोअर राजस्थान 112.14 लाख गांठों की पैदावार होने की संभावना है। उन्होंने कहा कि पिछली बार कपास के दाम अच्छे होने के कारण इस बार उत्तर क्षेत्र में ही नहीं बल्कि किसानों ने देश में रिकार्ड बुवाई हुयी है। देश में कपास की पैदावार के लिये अनुकूल मौसम होने से कपास का रिकार्ड उत्पादन होने के आसार हैं। पंजाब कृषि विश्वविद्यालय के सूत्रों के अनुसार पंजाब के कपास उत्पादक कुछ हिस्सों में सफेद मक्खी के हमले पर काबू पा लिया गया है।

Viewing all 74180 articles
Browse latest View live




Latest Images