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देश में मनाया गया विश्व मधुमक्खी दिवस

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नयी दिल्ली 18 अगस्त, भारतीय जनजातीय सहकारी विपणन विकास संघ (मर्यादित) ने आम लोगों विशेषकर आदिवासियों में मधुमक्खी के प्रति जागरुकता पैदा करने के लिए आज पूरे देश में विश्व मधुमक्खी दिवस मनाया गया। संघ की ओर से दिल्ली हाट , महादेव रोड और कनाट प्लेस स्थित बिक्री केन्द्र में मधुमक्खी से संबंधित प्रदर्शनी लगायी गयी और लोगों को मधुमक्खी और शहद से होने वाले फायदों को बताया गया । संघ के सभी क्षेत्रीय कार्यालयों तथा 43 बिक्री केन्द्रों पर मधुमक्खी से संबंधित प्रदर्शनी लगायी गयी। वन क्षेत्र में रहने वाले अधिकांश आदिवासी जंगल में मधुमक्खी के छत्ते से शहद निकालते है जो उनकी आय का प्रमुख स्त्रोत है । इस दौरान लोगों को बताया गया कि फसलों में मधुमक्खी द्वारा परागण से फसलों का उत्पादन बढता है जिससे किसानों की आय में वृद्धि होती है। शहद न केवल औषधीय गुणों से भरपूर है बल्कि यह पूर्ण भोजन भी है । शहद के अलावा इसके अन्य उत्पादों से दवाओं का निर्माण होता है और सौंदर्य प्रसाधन के निर्माण में औद्योगिक स्तर पर भी इस्तेमाल किया जाता है । संघ जनजातीय मामलों के मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण में कार्य करता है जो आदिवासियों में कौशल विकास कर उनकी आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाने के लिए कार्य करता है । यह आदिवासियों में परम्परागत हस्तशिल्प को बढावा देकर उन्हें बेहतर बाजार उपलब्ध कराता है जिससे उनकी आय बढ सके। इसके लिए स्वयं सहायता समूह , गैर सरकारी संगठनों , राज्य स्तरीय जनजातीय विकास निगमों और वन विकास निगम के माध्यम से उन्हें मदद उपलब्ध करायी जाती है । संघ के क्षेत्रीय प्रबंधक संजीव माथुर ने बताया कि वनों में शहद एक प्रमुख उत्पाद है लेकिन पहले आदिवासी समुदाय के लोग अवैज्ञानिक तरीके से शहद निकालते थे जिससे मधुमक्खी को काफी नुकसान होता था । अब उन्हें वैज्ञानििक तरीके से शहद निकालने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है और उन्हें आवश्यक उपकरण भी उपलब्ध कराये जाते हैं। देश में लगभग 90 प्रतिशत जनजाजीय लोग वन क्षेत्र और उसके आसपास रहते हैं जिससे उन्हें 60 प्रतिशत खाद्य सामग्री और औषधि मिलती है। आदिवासियों की 40 प्रतिशत आय प्रमुख वन उत्पादों से प्राप्त होता है ।


शरद गुट करेगा जद यू कार्यकारिणी का बहिष्कार

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नयी दिल्ली 18 अगस्त जनता दल (यू) का शरद गुट बिहार की राजधानी पटना में कल होने वाली पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी का बहिष्कार करेगा और इसके समानांतर अपनी अलग बैठक करेगा। शरद गुट पार्टी के नाम और चुनाव चिन्ह पर दावा करने के लिए जल्द ही चुनाव आयोग का दरवाजा भी खटखटायेगा। यह जानकारी पार्टी के राज्यसभा में उप नेता रहे अली अनवर अंसारी तथा पार्टी के महासचिव पद से हटाये गये अरूण श्रीवास्तव ने आज यहां पत्रकारों को दी। श्री श्रीवास्तव ने दावा किया कि शरद यादव गुट ही असली जद यू है क्योंकि पार्टी के 14 राज्यों के अध्यक्ष उनके साथ हैं और उनमें से छह -सात अध्यक्ष कल यहां साझी विरासत सम्मेलन में शरीक हुए थे और शेष अध्यक्षों ने यह संदेश भिजवाया था कि वह किन्हीं अपरिहार्य कारणों से सम्मेलन में भाग नहीं ले पा रहे हैं।उन्होंने कहा कि पार्टी अध्यक्ष नीतीश कुमार ने न केवल मुझे महासचिव पद से हटाया बल्कि श्री अंसारी को भी राज्यसभा में पार्टी के उप नेता पद से हटाया है और श्री शरद यादव को भी सदन में दल के नेता पद से हटा दिया जबकि वह पार्टी के संस्थापक अध्यक्ष हैं। उन्होंने कहा कि हम लोग तो पहले पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में भाग लेना चाहते थे और अपनी बात कहना चाहते थे लेकिन चूंकि श्री कुमार ने हम तीनों को बिना कोई नोटिस दिये हटा दिया इसलिए अब हमने कार्यकारिणी का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है और हम पटना में अपना सम्मेलन खुद करेंगे। उन्होंने कहा कि श्री कुमार कार्यकारिणी की बैठक पटना के मौर्य होटल में करने वाले थे लेकिन जब हमने इसकी आलोचना की तो उन्होंने सम्मेलन स्थल बदलकर मुख्यमंत्री आवास कर दिया है। श्री श्रीवास्तव ने यह भी आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री आवास में पार्टी कार्यकारिणी का सम्मेलन करना सत्ता का दुरूपयोग करना है। श्री श्रीवास्तव ने कहा कि समता पार्टी और लोकशक्ति तथा शरद यादव का जनता दल के विलय होने के बाद जनता दल यूनाइटेड का घटन हुआ था और उस समय श्री नीतीश कुमार समता पार्टी में थे इसलिए इस पार्टी के सबसे पुराने सदस्य और संस्थापक श्री यादव ही हैं और इस लिहाज से ‘हम ही लोग वास्तविक जनता दल हैं’ इसलिए हमलो चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाएंगे कि पार्टी का नाम और चुनाव चिन्ह ‘तीर’ हमें ही दिया जाए।’  उन्हाेंने कहा कि श्री कुमार को अपनी पार्टी के चुनाव चिन्ह से कोई मोह नहीं है क्योंकि वह खुद इस चुनाव चिन्ह को बदलने का अनुरोध लेकर चुनाव आयोग जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि वह पार्टी के अपने दावे के समर्थन में कागजात जल्दी ही चुनाव आयोग को सौंपेंगे। उन्होंने यह भी दावा किया कि श्री नीतीश कुमार को पार्टी के दस सांसदो और 71 विधायकों के अलावा केवल पांच राज्यों के पदाधिकारियों का समर्थन प्राप्त है जबकि शेष राज्यों के पदाधिकारी श्री यादव के साथ हैं।  श्री अनिल अनवर ने कहा कि श्री नीतीश कुमार की पार्टी तो अब भाजपा जनता दल (यू) है और उन्होंने अपनी अंतरात्मा की आवाज पर अचानक भारतीय जनता पार्टी से हाथ मिला लिया और इस फैसले की जानकारी न तो श्री यादव को दी और न ही केसी त्यागी को दी लेकिन ‘हमारा जमीर नीतीश कुमार के साथ जाने की अनुमति नहीं दे रहा है।’ उन्होंने कहा कि श्री कुमार ने उन्हें राजसभा के उपनेता के पद से हटाने के पहले न तो मौखिक रूप से , न ही एसएमएस के जरिए और न ही लिखित रूप से कोई सूचना दी कि कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्ष की बैठक में मैं भाग नहीं लूं और इसके लिए मुझे बिना नोटिस दिए हटा दिया।

कार्ति को 23 अगस्त को सीबीआई के समक्ष पेश होने का निर्देश

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नयी दिल्ली, 18 अगस्त,  उच्चतम न्यायालय ने भ्रष्टाचार के एक मामले में पूर्व केन्द्रीय मंत्री पी चिदम्बरम के पुत्र कार्ति चिदम्बरम को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के समक्ष 23 अगस्त को पेश होने का आज निर्देश दिया। मुख्य न्यायाधीश जे एस केहर की अध्यक्षता वाली पीठ ने कार्ति की सभी दलीलें ठुकराते हुए उन्हें पूछताछ में हिस्सा लेने के लिए 23 अगस्त को सीबीआई मुख्यालय में पेश होने का आदेश दिया। कार्ति ने न्यायालय से आग्रह किया कि वह सीबीआई के चेन्नई स्थित कार्यालय में पेश होने को तैयार हैं, जिसका सीबीआई की ओर पेश अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने पुरजोर विरोध किया। इसके बाद पीठ ने कार्ति को सीबीआई मुख्यालय में पेश होने का आदेश दिया। न्यायालय ने हालांकि कार्ति को सीबीआई मुख्यालय अपने साथ वकील ले जाने की अनुमति प्रदान कर दी। न्यायालय ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि कार्ति का वकील उस कक्ष में नहीं जा पायेगा जहां उनसे पूछताछ होगी। इससे पहले कार्ति ने यह कहते हुए न्यायालय को समझाने का प्रयास किया कि वह सीबीआई के समक्ष पेश होने से नहीं डरते, लेकिन उन्हें न्यायालय का संरक्षण चाहिए, लेकिन पीठ ने उनकी बातों को अनसुना कर दिया। शीर्ष अदालत ने मामले की अगली सुनवाई के लिए 28 अगस्त की तारीख मुकर्रर करते हुए उस दिन तक सीबीआई को अपनी रिपोर्ट सौंपने और कार्ति को अपना पक्ष रखने का आदेश दिया। गौरतलब है कि आईएनएक्स मीडिया को 2007 में 305 करोड़ रुपये के विदेशी पूंजी निवेश के लिए विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (एफआईपीबी) की मंजूरी दिलाने के मामले में कार्ति के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप हैं और पिछले दिनों सीबीआई ने उनके खिलाफ लुक आउट सर्कुलर जारी किया था, जिस पर मद्रास उच्च न्यायालय ने रोक लगाते हुए कार्ति को विदेश जाने की अनुमति दे दी थी। इसके खिलाफ सीबीआई ने शीर्ष अदालत का दरवाजा खटखटाया है, जिसने गत 14 अगस्त को मद्रास उच्च न्यायालय के स्थगनादेश पर आज तक के लिए रोक लगा दी थी। कार्ति के खिलाफ सीबीआई का लुक आउट सर्कुलर अगले आदेश तक जारी रहेगा।

उपराष्ट्रपति ने बार्सिलोना में आतंकवादी हमले की निंदा की

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नयी दिल्ली 18 अगस्त उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने स्पेन के बार्सिलोना में हुए आतंकवादी हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है। श्री नायडू ने अपने संदेश में कहा ‘मुझे स्‍पेन के बार्सिलोना में हुए आतंकी हमले के बारे में जानकर अत्‍यंत दु:ख पहुंचा है। मेरी भावनाएं और प्रार्थना शोक संतप्‍त परिजनों और घायलों के साथ हैं।’ उन्हाेंने कहा कि ऐसे बर्बर और निंदनीय कृत्‍य को किसी भी तरह से न्‍यायोचित नहीं ठहराया जा सकता और आज मानवता के समक्ष आतंकवाद सबसे बड़ा खतरा है जिसे केवल समन्वित वैश्विक प्रयासों से ही परास्त किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि बहुलवादी तथा खुले समाज के कारण नए स्‍तर पर इस खतरे की चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। उपराष्ट्रपति ने कहा “संकट की इस घड़ी में हम स्‍पेन की सरकार और वहां के लोगों के साथ हैं और हमलावरों से निपटने में उनके त्‍वरित प्रयासों की सराहना करते है। मैं शोक संतप्‍त परिवारों के लिए प्रार्थना करता हूं और घायलों के जल्‍द स्‍वस्‍थ होने की कामना करता हूं।

बार्सिलोना आतंकी हमले में कोई भारतीय हताहत नहीं : सुषमा स्वराज

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नई दिल्ली 18 अगस्त, स्पेन के बार्सिलोना शहर में कल हुए आतंकवादी हमले में कोई भी भारतीय हताहत नहीं हुअा है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्वीट करते हुए कहा है कि बार्सिलोना आतंकी हमले में कोई भी भारतीय हताहत नहीं हुआ है। उन्होंने साथ ही यह जानकारी भी दी कि वह पूरी घटना के संबंध में स्पेन स्थित भारतीय दूतावास के साथ लगातार संपर्क में है। श्रीमती स्वराज ने भारतीय दूतावास की तरफ से दिए गए आपात नंबर (+34-608769335) को भी रीट्वीट किया है। अब तक प्राप्त खबरों के अनुसार बार्सिलोना हमले में 13 लोगों की मौत हुई है तथा सौ से अधिक लोग घायल है जिनमें कुछ की हालत गंभीर है। यह हमला कल शहर के भीड़ भाड़ वाले स्थान सिटी सेंटर में हुआ जहां एक वैन में सवार आतंकवादियाें ने कई लोगों को कुचल दिया। हमले के बाद सुरक्षाबलों ने चार आतंकवादियों को ढेर कर दिया था।

लालू का बालू माफयाओं से सांठ-गांठ - सुशील

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पटना 18 अगस्त, बिहार के उप मुख्यमंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने आज राष्ट्रीय जनता दल(राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार पर बालू माफियाओं से सांठ गांठ कर बेनामी सम्पत्ति अर्जित करने का एक और नया खुलासा करते हुए कहा कि उनकी पार्टी के विधायक ने एक ही दिन में उनकी पत्नी श्रीमती राबड़ी देवी के नाम के पांच फ्लैट को खरीद लिया । श्री मोदी ने यहां पार्टी के प्रदेश कार्यालय में आयोजित संवादादता सम्मेलन में श्रीमती राबड़ी देवी के पटना स्थित मरछिया देवी कॉम्पलेक्स के पांच फ्लैट एक ही दिन में खरीदे जाने का दस्तावेजी प्रमाण उपलब्ध कराते हुए कहा कि संदेश से राजद विधायक अरूण यादव ने इन फ्लैटों को दो करोड़ 56 लाख रूपये में खरीदा है । पांचों फ्लैट एक ही दिन 13 जून 2017 को विधायक ने श्रीमती राबड़ी देवी से खरीदा था । उप मुख्यमंत्री ने कहा कि राजद विधायक अवैध रूप से बालू खनन के धंधे में संलिप्त हैं और उनकी पहचान एक बालू माफिया के रूप में है । राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के संरक्षण में पलने वाले एक और बालू माफिया सुभाष यादव ने 13 जून 2017 को ही इसी कॉम्प्लेक्स के तीन फ्लैट श्रीमती राबड़ी देवी से एक करोड़ 72 लाख रूपये में खरीदा था । अवैध बालू खनन के मामले में चलाये जा रहे विशेष अभियान के बाद सुभाष यादव पुलिस की गिरफ्तारी से बचने के लिये भूमिगत हो गया है। श्री मोदी ने कहा कि फरार बालू माफिया सुभाष और राजद विधायक ने एक ही दिन में श्रीमती राबड़ी देवी से आठ फ्लैट की खरीद की थी । कुल तीन करोड़ 28 लाख रूपये में आठ फ्लैट बेचा गया । उन्होंने कहा कि राजद विधायक के पुत्र राजेश कुमार रंजन एवं दीपू कुमार तथा विधायक की पत्नी किरण देवी ने दो करोड़ 56 लाख रूपये के काले धन का इस्तेमाल कर 87 लाख 50 हजार प्रति फ्लैट की दर से पांच फ्लैट खरीदा है। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि राजद विधायक ने बालू की अवैध कमाई से अर्जित पैसे को अपनी कम्पनी किरण दुर्गा कंस्ट्रकशन के लिए दस ट्रैक्टर , दो जेसीबी मशीन और दो पोकलेन मशीन की खरीद की । इनका इस्तेमाल उनकी ही अन्य कम्पनी ब्रॉडसन कंस्ट्रक्शन , वंशीधर कंस्ट्रक्शन तथा मोर मुकुट, अवैध खनन के कार्य के लिए करती थी । इसी तरह विधायक ने 24 लाख 31 हजार में अपनी कम्पनी के नाम से पजेरो स्पोर्टस कार वर्ष 2015 में खरीदी थी । उन्होंने कहा कि इतनी महंगी कार खरीदने का कम्पनी का कोई औचित्य नहीं था ।




श्री मोदी ने कहा कि 24 लाख 31 हजार रूपये की स्पोर्टस कार खरीदने के समय बैंक में गवाह के तौर पर बालू माफिया सुभाष ने हस्ताक्षर किया था । बालू माफिया सुभाष का विधायक के साथ कितना गहरा संबंध है यह इसी से समझा जा सकता है। उन्होंने कहा कि विधायक से राजद अध्यक्ष की प्रगाढ़ता का भी इससे पता चलता है कि वर्ष 2015 के विधानसभा चुनाव में संदेश से दो बार के विधायक रहे विजेन्द्र यादव का टिकट काटकर बालू माफिया अरूण यादव को उम्मीदवार बना दिया गया । उप मुख्यमंत्री ने कहा कि दो दिन पूर्व गिरफ्तार कुख्यात अपराधी रंजीत चौधरी ने पुलिस के समक्ष यह स्वीकार किया है कि संदेश के राजद विधायक से उसने हथियार की खरीद की थी और इसी मामले में राजद विधायक के समधी राज नारायण सिंह को पुलिस ने औरंगाबाद जिले से गिरफ्तार भी किया है । उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि आखिर बालू माफियाओं ने ही क्यों श्रीमती राबड़ी देवी के आठ फ्लैट को एक ही दिन में खरीद लिया था और किसी अन्य ने नहीं । श्री मोदी ने कहा कि किसी भी बालू की कम्पनी को आठ फ्लैट खरीदने की आवश्यकता क्यों पड़ी यह लोग जानना चाहते हैं । इसी तरह किसी निर्माण कम्पनी को स्पोर्टस कार खरीदने की क्या आवश्यकता है यह भी लोग जानना चाहते हैं । उन्होंने कहा कि सवाल यह भी उठता है कि एक निर्माण कम्पनी ने दस ट्रैक्टर , दो पोकलेन और दो जेसीबी मशीन क्यों खरीदी। 

उप मुख्यमंत्री ने कहा कि बालू माफियाओं ने संभवत: अपनी काली कमाई को सफेद करने के इरादे से फ्लैट खरीदा है । जिस दौरान भाजपा काले धन और बेनामी सम्पत्ति को लेकर आवाज उठा रही थी उसी अवधि में फ्लैट की खरीद -बिक्री की गयी जिससे कि आयकर विभाग की नजर से बचा जा सके । उन्होंने कहा कि बालू माफियाओं का राजद अध्यक्ष का संरक्षण प्राप्त है और यदि ऐसा नहीं है तो वह उनके इस पुख्ता आरोप को निराधार साबित करें ।

हिजबुल मजाहिदीन को विदेशी आतंकी संगठन घोषित करने के अमेरिका के निर्णय का भारत ने किया स्वागत

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 नयी दिल्ली 18 अगस्त, हिजबुल मजाहिदीन को विदेशी आतंकी संगठन घोषित करने के अमेरिका के निर्णय का स्वागत करते हुए भारत ने आज कहा कि यह आतंकवाद के सभी स्वरूपों एवं आयामों से ठोस ढंग से निपटने की दोनों देशों की संयुक्त प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करता है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ हम अमेरिका द्वारा हिजबुल मुजाहिदीन को विदेशी आतंकी संगठन घोषित करने के निर्णय का स्वागत करते हैं जो जम्मू कश्मीर में आतंकवाद के जघन्य कृत्यों को अंजाम देने और जम्मू कश्मीर में निर्दोष लोगों की जान लेने के लिये जिम्मेदार है । ’’ उन्होंने बताया कि जून 2017 में जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अमेरिका की यात्रा पर थे तब उस दौरान भी अमेरिका ने सैयद सलाहुद्दीन को वैश्विक आतंकवादी घोषित किया था जो हिजबुल मजाहिदीन का स्वयंभू कमांडर है। रवीश कुमार ने कहा कि हम महसूस करते हैं कि इस प्रकार से ऐसे लोगों को विदेशी आतंकी संगठन या वैश्विक आतंकी घोषित करना भारत और अमेरिका की आतंकवाद के सभी स्वरूपों और आयामों से प्रतिबद्धता के साथ निपटने की भावना को प्रदर्शित करता है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि यह सभी का दायित्व है कि ऐसे अंतरराष्ट्रीय स्तर के घोषित आतंकी संगठनों और व्यक्तियों को नैतिक, राजनयिक और सामग्री संबंधी समर्थन प्रदान करना बंद हो । उन्होंने कहा कि कोई भी कारण किसी भी तरह से ऐसे संगठनों एवं व्यक्तियों को समर्थन, संरक्षण और आश्रय प्रदान करने को उचित नहीं ठहरा सकता है। उल्लेखनीय है कि बुधवार को अमेरिका ने हिजबुल मुजाहिदीन को विदेशी आतंकी संगठन घोषित किया है। अमेरिका के इस निर्णय से पाकिस्तान को गहरा आघात लगा है ।

विशेष आलेख : क्या ऐसे बनेगा मोदी का न्यू इंडिया

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जब इस देश का आम आदमी केवल शांति और प्रेम से अपनी जिंदगी जीना चाहता है तो कौन हैं वो लोग जो बेमतलब की बातों पर राजनीति कर के अपने स्वार्थ सिद्ध करते हैं?


modi-new-indiaधर्म मनुष्य में मानवता जगाता है, लेकिन जब धर्म ही मानव के पशु बनने का कारण बन जाए तो दोष किसे दिया जाए धर्म को या मानव को ? उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ताजा बयान का मकसद जो भी रहा हो लेकिन नतीजा अप्रत्याशित नहीं था। कहने को भले ही हमारे देश की पहचान उसकी यही सांस्कृतिक विविधता है लेकिन जब इस विविधता को स्वीकार्यता देने की पहल की जाती है तो विरोध के स्वर कहीं और से नहीं इसी देश के भीतर से उठने लगते हैं। जैसा कि होता आया है ,मुद्दा भले ही सांस्कृतिक था लेकिन राजनैतिक बना दिया गया। देश की विभिन्न पार्टियों को देश के प्रति अपने  'कर्तव्यबोध'का ज्ञान हो गया और अपने अपने वोट बैंक को ध्यान में रखकर बयान देने की होड़  लग गई। विभिन्न टीवी चैनल भी अपनी कर्तव्यनिष्ठा में पीछे क्यों रहते ? तो अपने अपने चैनलों पर बहस का आयोजन किया और हमारी राष्ट्रीय स्तर की पार्टियों के प्रवक्ता भी एक से एक तर्कों के साथ उपस्थित थे। और यह सब उस समय जब एक तरफ देश अपने 66 मासूमों की मौत के सदमे में डूबा है,तो दूसरी तरफ बिहार और आसाम के लोग बाढ़ के कहर का सामना कर रहे हैं। कहीं मातम है, कहीं भूख है, कहीं अपनों से बिछड़ने का दुख है तो कहीं अपना सब कुछ खो जाने का दर्द। लेकिन हमारे नेता नमाज और जन्माष्टमी में उलझे हैं। सालों से इस देश में मानसून में कुछ इलाकों में हर साल बाढ़ आती है जिससे न सिर्फ जान और माल का नुकसान होता है बल्कि फसल की भी बरबादी होती है। वहीं दूसरी ओर कुछ इलाके मानसून का पूरा सीज़न पानी की बूंदों के इंतजार में निकाल देते हैं और बाद में उन्हें सूखाग्रस्त घोषित कर दिया जाता है। इन हालातों की पुनरावृत्ति न हो और नई तकनीक की सहायता से इन स्थितियों पर काबू पाने के लिए न तो कोई नेता बहस करता है न आंदोलन।

फसलों की हालत तो यह है कि अभी कुछ दिनों पहले किसानों द्वारा जो टमाटर और प्याज सड़कों पर फेंके जा रहे थे  आज वही टमाटर 100 रुपए और प्याज तीस रुपए तक पहुँच गए हैं। क्योंकि हमारे देश में न तो भंडारण की उचित व्यवस्था है और न ही किसानों के लिए ठोस नीतियाँ। लेकिन यह विषय हमारे नेताओं को नहीं भाते। किसान साल भर मेहनत कर के भी कर्ज में डूबा है और आम आदमी अपनी मेहनत की कमाई महंगाई की भेंट चढ़ाने के लिए मजबूर। लेकिन यह सब तो मामूली बातें हैं! इतने बड़े देश में थोड़ी बहुत अव्यवस्था हो सकती है । सबसे महत्वपूर्ण विषय तो यह है कि थानों में जन्माष्टमी मनाई जानी चाहिए कि नहीं? काँवर यात्राओं में डीजे बजना चाहिए कि नहीं? सड़कों पर या फिर एयरपोर्ट पर नमाज पढ़ी  जाए तो उससे किसी को कोई आपत्ति नहीं है क्योंकि किसी समुदाय विशेष की धार्मिक भावनाएं आहत होती हैं। मस्जिदों में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद लाउड स्पीकर बजेंगे क्योंकि यह उनकी धार्मिक भावनाओं के सम्मान का प्रतीक है। मोहर्रम के जलूस को सड़कों से निकलने के लिए जगह देना इस देश के हर नागरिक का कर्तव्य है क्योंकि यह देश गंगा जमुना तहज़ीब को मानता आया है। लेकिन कांवरियों के द्वारा रास्ते बाधित हो जाते हैं जिसके कारण जाम लग जाता है और कितने जरूरतमंद लोग समय पर अपने गन्तव्यों तक नहीं पहुंच पाते।और इस यात्रा में बजने वाले डीजे ध्वनि प्रदूषण फैलाते हैं। इस तरह की बातें कौन करता है?

क्या इस देश का किसान जो साल भर अपने खेतों को आस से निहारता रहता है या फिर वो आम आदमी जो सुबह नौकरी पर जाता है और शाम को पब्लिक ट्रांसपोर्ट के धक्के खाता थका हारा  घर आता है या फिर वो व्यापारी जो अपनी पूंजी लगाकर अपनी छोटी सी दुकान से अपने परिवार का और माता पिता का पेट पालने की सोचने के अलावा कुछ और सोच ही नहीं पाता। या वो उद्यमी जो जानता है कि एक दिन की हड़ताल या दंगा महीने भर के लिए उसका धंधा चौपट कर देगा या फिर वो गृहणी जो जिसकी पूरी दुनिया ही उसकी चारदीवारी है जिसे सहेजने में वो अपना पूरा जीवन लगा देती है या फिर वो मासूम बच्चे जो गली में ढोल की आवाज सुनते ही दौड़े चले आते हैं उन्हें तो नाचने से मतलब है धुन चाहे कोई भी हो जब इस देश का आम आदमी केवल शांति और प्रेम से अपनी जिंदगी जीना चाहता है तो कौन हैं वो लोग जो बेमतलब की बातों पर राजनीति कर के अपने स्वार्थ सिद्ध करते हैं? 


अब जब न्यू इंडिया बन रहा है तो उसमें  'ओल्ड'की कोई जगह नहीं बची है। ये बातें और इस तरह की बहस पुरानी हो चुकी हैं इस बात को हमारे नेता जितनी जल्दी समझ जाए उतना अच्छा नहीं तो आज सोशल मीडिया का जमाना है और यह पब्लिक है जो सब जानती है। बाकी समझदार को इशारा काफी है





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--डॉ नीलम महेंद्र--

19-25 अगस्त तक बाढ़ राहत कोष संग्रह अभियान: कुणाल

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पटना, भाकपा-माले राज्य सचिव कुणाल ने कहा है कि बिहार में प्रलंयकारी बाढ़ ने जन-जीवन को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया है. लाखों लोग इससे प्रभावित हैं. अब तक सौ लोगों की मौत हो चुकी है. संकट की इस घड़ी में हम सब बाढ़ पीड़ितों के साथ हैं. उनके लिए हमारी पार्टी ने राहत कोष संग्रह अभियान चलाने का निर्णय किया है और अपनी तमाम जिला कमिटियों व जनसंगठनों को 19 से 25 अगस्त तक बाढ़ राहत अभियान चलाने का निर्देश दिया है. उन्होंने आगे कहा कि तमाम दावों के बावजूद सरकार का आपदा प्रबंधन इस बार भी असफल साबित हो चुका है. सरकार द्वारा किए जा रहे उपाय नाम मात्र के हैं. हमारी मांग है कि बाढ़ राहत कार्य को सरकार सर्वोपरि कार्यभार समझते हुए इसे युद्ध स्तर चलाया जाए. उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र अथवा राज्य सरकार बाढ़ का स्थायी समाधान नहीं करना चाहती है. नीतीश कुमार फरक्का बांध को जिम्मेवार ठहराकर अपनी जिम्मेदारी से भागते रहे हैं. अब केंद्र व पटना में उन्हीं की सरकार है, ऐसे में बाढ़ के स्थायी समाधान से नीतीश जी मंुह नहीं मोड़ सकते. 


एनजीओ घोटाले के राजनीतिक संरक्षण की भी सीबीआई जांच हो
माले राज्य सचिव कुणाल ने कहा कि नीतीश कुमार ने एनजीओ खजाना घोटाले की सीबीआई जांच की तो अनुशंसा की है, लेकिन उसके राजनीतिक संरक्षण की जांच से मुंह चुरा लिया है. सीबीआई जांच में राजनीतिक संरक्षण व पूरे तंत्र को लाया जाना चाहिए, जो घोटाले के लिए मुख्य रूप से जिम्मेवार है. नीतीश सरकार टाॅपर घोटाले की तरह इसके महज आपराधिक पहलू और छोटी मछलियों को निशाना बना कर मामले की लीपापोती करना चाहती है. हमारी मांग है कि घोटाले के राजनीतिक संरक्षण की सीबीआई जांच होनी चाहिए. भाजपा नेताओं द्वारा घोटालेबाजों को संरक्षण देने के स्पष्ट प्रमाण मिल रहे हैं. साथ ही, वित्त मंत्री सुशील मोदी के इस्तीफे पर सरकार ने अब तक चुपी कायम कर रखी है. सुशील मोदी को अविलंब बर्खास्त किया जाना चाहिए.

लोजपा नेता कुद्दुश कुरैशी पर भाजपाइयों द्वारा जानलेवा हमला, रामविलास चुप क्यों?
भाकपा-माले के राज्य सचिव कुणाल व राज्य स्थायी समिति के सदस्य व अखिल भारतीय खेत व ग्रामीण मजदूर सभा के राज्य अध्यक्ष वीरेन्द्र प्रसाद गुप्ता ने कहा है कि पश्चिम चंपारण के चनपटिया में लोजपा नेता व जैतिया पंचायत के मुखिया पति कुद्दुश कुरैशी पर भाजपाइयों द्वारा जानलेवा हमला और भीड़ द्वारा उनकी हत्या का प्रयास बेहद शर्मनाक है. उससे ज्यादा शर्मनाक यह है कि अपनी पार्टी के नेता पर जानलेवा हमले के बावजूद रामविलास पासवान ने एकदम चुपी साध रखी है. इससे साफ जाहिर होता है कि रामविलास पासवान जैसे तथाकथित दलितों के स्वंयभू नेता आज पूरी तरह भाजपा की गोद में खेल रहे हैं. माले नेताओं ने कहा कि जैतिया पंचायत के डुमरा में बाढ़ पीड़ितों के लिए 17 अगस्त को जब कुछ बाढ़ राहत सामग्री व दवा लेकर कुद्दुश कुरैशी गांव पहुंचे, तो उसी समय बगल के गांव पिपरा से चुहड़ी के ग्रामीण बैंक के मैनेजर बृजबिहारी पांडेय व विपिन पांडेय के नेतृत्व में बलवाइयों के एक जत्थे ने डुमरा पर हमला बोल दिया. यह अफवाह फैलायी गयी कि डुमरा में गाय का मांस काटा गाया था. उस वक्त कुद्दुश कुरैशी भी उसी गांव में थे, लोग़ उन पर टूट पड़े और उन्हें मारते-पीटते अधमरा कर दिया. बाद में प्रशासन आया. प्रशासन ने उलटे कुद्दुश कुरैशी को ही गिरफ्तार कर लिया और उनकी थाने में भी पिटाई की. प्रशासन व थाना प्रभारी पूरी तरह दंगाइयों-बलवाइयों के पक्ष में खडा दिखा. माले नेताओं ने कहा कि आज जब एक ओर पूरा चंपारण बाढ़ की भयावह चपेट में है, इस दुखद घड़ी में भी भाजपा के लोग दंगा फैलाने की योजना बना रहे हैं. भाजपाइयों ने अपने सहयोगी लोजपा के ही एक नेता को निशाने पर लिया है, जिनका अपराध बस इतना है कि वे मुस्लिम समुदाय से आते हैं. उन्होंने दंगाई मिजाज के थाना प्रभारी को तत्काल बर्खास्त करने और तमाम हमलावरों को अविलंब गिरफ्तार कर जेल भेजने की मांग की है.

मधुबनी : रूद्रपुर उप डाक सेवकों के दुसरे दिन भी हरताल जारी है।

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  • डाक सेवकों के दुसरे दिन भी हरताल जारी है।


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मधुबनी/अंधराठाढी (मोo आलम अंसारी) स्थानीय एवं रूद्रपुर उप डाकघर  में अखिल भारतीय ग्रामीण डाक सेवक संघ के आह्वान पर डाक सेवकों के दुसरे दिन भी हरताल जारी है। अपनी चार सूत्री मागों को लेकर वुधवार से ही अनिश्चित कालीन हरताल  हैं । मांगो में ग्रामीण डाक सेवको को पेंसन लागू करने जी डी पी एस टारगेट के नाम पर उत्पीड़न करने,  आठ घंटे काम लेने समेत बिभागिकरण करने आदि है।  राघवेन्दर झा, महेन्द्र नारायण झा राज कुमार यादव, कामेश्वर सिंह, ज्ञानी सह भगत, वेवी झा सूशीला देव, गणेश कुमार अशोक कुमार परशुराम ठाकुर आदि  ग्रामीण डाकसेवक शामिल हैं।

मधुबनी : रूद्रपुर थानाध्यक्ष कुणाल कुमार ने शराव के साथ किया गिरफ्तार ।

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अंधराठाढ़ी/मधुबनी (मोo आलम अंसारी) अंधराठाढी प्रखंड गुरुवार की रात रुद्रपुर थाना पुलिस ने ननौर गाव से भारी मात्रा में शराव के साथ एक तस्कर को गिरफ्तार की हैं।वरामद शराव आर एस ब्रांड की कुल 52 बोतल है। 180 एम् एल की 42 एवं 375 एम् एल की 10 बोतल है। गिरफ्तार शराव तस्कर ननौर गाव के कैलाश मिश्र है। उन्हें  शुक्रवार को न्यायिक हिरासत में भेज दी है। थानाध्यक्ष कुणाल कुमार के मुताविक शराव तस्कर कैलाश मिश्र  काफी दिनों से शराव का कारोवार करता था। कई बार छापामारी में यह बचता रहा। सटीक सूचना मिलने पर छापामारी में शराव के साथ गिरफ्तार की गयी। थानाध्यक्ष कुणाल कुमार के नेतृत्व में हुयी छापामारी दल में एएस आइ कपिलदेव सिह राम उदगार सुरेन्द्र यादव शामिल थे।

नवजागरण प्रकाशन द्वारा साहित्य समारोह आजोजित

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  • लाल बिहारी लाल सहित कई साहित्य अनुरागी सम्मानित

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नई दिल्ली। नवजागरण प्रकाशन दिल्ली द्वारा आयोजित पुस्तक लोकार्पण ,कवि सम्मेलन एवं सम्मान सामारोह का आयोजन गांधी शाति प्रतिष्ठान में किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार डा. जौहर सफियाबादी ने किया। अतिथि के रुप में डा. रमा शंकर श्रीवास्तव,डा.अशोक लव डा. कमला जीत सिंह जीनत तथा वरिष्ठ आई.ए.एस.अधिकारी राज कुमार सचान होरी उपस्थित थे। इस अवसर पर केशव मोहन पाण्डेय द्वारा संपादित कृति पंच पल्लव तथा श्री मती मधु त्यागी द्वारा एकल काब्य संग्रह-आह्वाहन का लोकार्पण किया गया।इन दोनो पुस्तकों को नवजागरण प्रकाशन ने प्रकाशित किया है। इस अवसर पर एक ओज पूर्ण भाव भक्ति से परिपूर्ण कवि सम्मेलन का भी आयोजन किया गया जिसमें- मिलन सिंह मधुर, असलम जावेद,तरुणा पुंडीर तथा सुजीत कुमार सौरभ ,जलज कुमार मिश्रा,पूजा कौशिक, सोनू पाण्डेय सहित दर्जनों कवियो ने अपनी –अपनी कविताओं से सभी दर्शको का मन मोह लिया। कार्यक्रम के तीसरे पराव पर केशव मोहन पाण्डेय,डा. मनोज तिवारी, मधु त्यागी,शालिनी शर्मा ,मुकेश यादव को पंच पल्लव सम्मान से तथा वरिष्ठ लेखक,कवि एवं पत्रकार लाल बिहारी लाल को साहित्य सर्जक सम्मान से अतिथियों द्वारा सम्मानित किया गया। श्री लाल की भोजपुरी कविता क्रांति बी.आर अंबेडकर बिहार विश्वविद्यालयकेस्नातक(बी.ए.) एवं नालंदा ओपेन विश्वविद्यालय के स्नातकोतर(एम.ए.) पाठ्यक्रमों में सम्मिलितहै। कार्यक्रम का कुशल संचालन विजय प्रकाश भारद्वाज ने किया तथा संयोजन हैलो भोजपुरी के संपादक एंव नव जागरण प्रकाशन के प्रकाशक राजकुमार अनुरागी का था।अंत में समाजसेवी एवं लेखक दीन बंधु तिवारी ने सभी ने सभी आग्नतुकों को हार्दिक बधाई दी।

बिहार : पारिवारिक कलह में आत्महत्या चार बच्चों के पिता थे सिकंदर

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पटना। पत्नी से उत्पन्न विवाद और विवाद के गर्भ से निकली आत्महत्या। यह हुआ है रोमन कैथोलिक थोमस जोसेफ के द्यर में। चार बच्चों के पिता सिकंदर कुमार दास ने फंदा लगाकर इहलीला समाप्त कर दी। बच्चों की मां हिंदू हैं। धर्म नहीं नौकरी नहीं करने का था कलह। दीद्या थाना क्षेत्र में है बांसकोठी क्रिश्चियन कॉलोनी। तटबंध संख्या-94 के अंदर है थोमस जोसेफ का द्यर। थोमस जोसेफ की पत्नी फूलमंती इंदिरा गांधी आर्युविज्ञान संस्थान में कार्य करती थीं। इनकी मौत के बाद पुत्र सिकंदर कुमार दास को अनुकंपा के आधार पर नौकरी में बहाल किया गया। बता दें कि जरूर ही सहुलियत से सिकंदर को संस्थान में नौकरी मिली।परंतु वह उसे गंभीरता से लिया ही नहीं । वह मनमर्जी से काम पर जाता और नहीं भी जाता। इसको लेकर 1 लड़की 3 लड़कों की मम्मी परेशान होने लगी। काफी शिकायत मिलने पर नौकरी से हटा दिया गया। द्यर में परेशानी होने पर बच्चों की मां संस्थान में जाकर अधिकारियों से अनुनय विनय करके पुन:नौकरी में रखवाने में कामयाब हो गयीं। कुछ दिन रेगुलर होने के बाद अनियमित होने लगा। शराबबंदी के बाद भी मुसहरी में जाकर शराब पी लेता और बाद में माता मरियम के ग्रोटो के पास मिलकर गांजा सेवन करने लगा। जो पत्नी और पति के बीच पारिवारिक कलह बन गया। गुरूवार 17 अगस्त की रात में सिकंदर कुमार दास फंदा लगाकर आत्महत्या कर लिया। बरामदा में ही किचन है। उसमें सेल्फ भी है। सेल्फ पर बैठकर फंदा बनाया और सिलिंग में निर्मित हुक में रस्सी आरपार किया। इतना करने के बाद झूल गया। रातभर मुजदिल सिकंदर झूलता रहा। इसकी तनिक भनक चार बच्चों की मम्मी को नहीं लगी।प्रत्येक दिन की तरह बगल वाले कमरे में बच्चों के साथ सो रही थीं। सुबह में  पति को लटकता देख रस्सी काटकर बरामदा पर ही उत्तर-दक्षिण की दिशा में सुला दी। इस बीच दीद्या थाने को सूचना दी गयी। कोई सुबह 9 बजे पुलिस आयी। स्व.जोसेफ गोपी के पुत्र थोमस जोसेफ और वार्ड नं. 22 A वार्ड पार्षद दिनेश चौधरी ने गवाही के रूप में हस्ताक्षर किये ताकि पोस्टमार्टम हो सके। पोस्टमार्टम के बाद शव को कुर्जी कब्रिस्थान में दफना दिया। इसके पूर्व फादर देवाशीष प्रसाद ने अंतिम प्रार्थना की। जिस कब्र में दफनाया है उसमें  दीदी आरती और मां फूलमंती को दफनाया गया था। इस तरह दीदी,मां और अब पुत्र को दफनाया गया। दफनाने का कार्य करने वाले राजू गाब्रिएल ने कहा कि जलस्तर ऊपर आने मिट्टी खुदाई करने में दिक्कत होती है।पानी में दफन करना पड़ रहा है।

विशेष : 14 साल बाद ‘विपथ’ हुए नीतीश-शरद

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करीब 14 वर्षों तक साथ-साथ राजनीति करने के बाद नीतीश कुमार और शरद यादव ने अपनी-अपनी राह बदल ली है। कभी लालू यादव के विरोध के नाम पर एक साथ आये शरद और नीतीश भाजपा के समर्थन के मुद्दे पर अलग-अगल हो गये। अब नीतीश की ‘आत्‍मा’ भाजपा में विलीन हो रही है तो शरद की ‘आत्‍मा‘ लालू के साथ महागठबंधन के रूप में कायम है। हालांकि अक्‍टूबर 2003 में शरद यादव व नीतीश कुमार की एकता की कीमत सुशील मोदी ने चुकायी थी, जब उन्‍हें विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी गंवानी पड़ी थी। उनकी जगह पर उपेंद्र कुशवाहा को नेता प्रतिपक्ष बनाया गया था।

  • 2003 में नीतीश की समता पार्टी का जदयू में हुआ था विलय
  • सुशील मोदी को नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी गंवानी पड़ी थी

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बिहार में लालू यादव की राजनीति को ध्‍वस्‍त करने के लिए भाजपा के साथ शरद यादव, नीतीश कुमार और रामविलास पासवान ने कई मोर्चे बनाये, लेकिन लालू की सत्‍ता कायम रही। 2000 में नीतीश कुमार को सत्‍ता मिली भी तो 10 दिन भी नहीं संभाल सके और कुर्सी को प्रणाम कर लिया। लेकिन कुर्सी की ‘गोड़ लगाई’ ने बिहार की राजनीति में लालू का विकल्‍प दे गया था। अक्‍टूबर 2003 में जार्ज फर्नांडीस के नेतृत्‍व वाली समता पार्टी और शरद यादव के नेतृत्‍व वाले जदयू के विलय का प्रस्‍ताव पारित हुआ है। विलय के लिए बैठक 29 अक्‍टूबर, 2003 को तत्‍कालिन रक्षा मंत्री जार्ज फर्नांडीज के आवास पर हुई, जिसमें तत्‍कालिन रेलमंत्री नीतीश कुमार और उपभोक्‍ता मंत्री शरद यादव भी शामिल हुए। इस बैठक में समता पार्टी का जदयू में विलय के प्रस्ताव की मंजूरी मिली और पार्टी का नाम जदयू रखा गया। जदयू में समता पार्टी के अलावा दो अन्‍य पार्टियों का भी विलय हुआ। इस प्रकार लोकसभा में पार्टी के सदस्‍यों की संख्‍या 23 हो गयी। 12 समता पार्टी के, छह जदयू के, तीन आरजेडी (डी) और दो अन्‍य सदस्‍य को मिलाकर नवगठित जदयू के सांसदों की संख्‍या 23 हो गयी। इसके साथ ही जदयू लोकसभा में भाजपा के बाद एनडीए में शामिल सबसे बड़ी पार्टी बन गयी।


इसका साइट इफेक्‍ट बिहार की राजनीति पर पड़ा। समता पार्टी के जदयू में विलय के बाद भाजपा को मुख्‍य विरोधी दल से हटना पड़ा। सुशील कुमार मोदी को नेता प्रतिपक्ष का पद गंवाना पड़ा। विधान सभा में मुख्‍य विपक्षी जदयू हो गया और उपेंद्र कुशवाहा नेता प्रतिपक्ष बने। समता पार्टी और जदयू का विलय मूलत: शरद यादव व नीतीश कुमार की एकजुटता का प्रतीक बन गया। करीब 11 वर्षों तक एक मत होकर काम करते रहे। लेकिन लोकसभा चुनाव में जदयू की पराजय के बाद शरद यादव ने नीतीश कुमार को नैतिकता के आधार इस्‍तीफा देने को विवश कर दिया और पार्टी नेताओं के आग्रह के बाद भी नीतीश को तत्‍काल सत्‍ता में वापस आने पर रोक लगा दी। फिर नीतीश की जगह जीतनराम मांझी विधायक दल के नेता और मुख्‍यमंत्री बने। इसके बाद शरद यादव व नीतीश के बीच मनमुटाव बढ़ता गया। लेकिन पराजय का दंश झेल रहे नीतीश शरद यादव को चुनौती नहीं दे पा रहे थे। लेकिन लालू यादव के साथ सत्‍ता में लौटे नीतीश ने सबसे पहले शरद यादव को राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष के पद से इस्‍तीफा देने को विवश किया और अब अगल राह भी दिखा दी। दोनों के बीच पैदा हुई खाई की गहराई कल  दिखेगी।




साभार : वीरेंद्र यादव

रांची : मंत्रिपरिषद् की बैठक में लिये गये कई अहम निर्णय

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दुुमका (अमरेन्द्र सुमन)  दिन शनिवार (18 अगस्त  20177 ) को वित्तीय वर्ष 2017-18 के प्रथम अनुपूरक व्यय विवरणी को कैबिनेट ने मंजूरी प्रदान कर दिया, इसमें सकल राशि 1987.74 करोड़ रुपये है। खेल विषय को राज्य सूची से हस्तांतरित कर समवर्ती सूची में शामिल करने पर कैबिनेट की मंजूरी। राज्य के मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पतालों, अनुमंडलीय अस्पतालों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में अस्पताल प्रंबधन सूचना प्रणाली का अधिष्ठापन राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र करेगी। मनोनय के आधार पर यह कार्य आवंटित किया गया है। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा उपलब्ध कराये गये 06 तथा क्रय किये गये 04 एंबुलेंस को निविदा के आधार पर चयनित एजेंसी जिकित्सा हेल्थ केयर लिमिटेड जो राज्य सरकार के 108 एम्बुलेंस का संचालन करेगी उसे निर्धारित दर पर इन 10 एम्बुलेंस के परिचालन का कार्य आवंटित करने का निर्णय लिया गया।  बिरसा कृषि विश्वविद्यालय कांके के तहत सात नये महाविद्यालयों के शैक्षणिक और गैर शैक्षणिक के 435 पदों की स्वीकृति प्रदान की गयी। ये सात नये महाविद्यालय गढ़वा, गोड्डा, देवघर, हंसडीहा दुमका, कांके रांची, खूंटपानी चाईबासा और गुमला के लिये शैक्षणिक एवं गैर-शैक्षणिक हेतु 435 पदो की स्वीकृति। भूमि अर्जन, पुनर्वास व पुनव्यर्वस्थापन में उचित प्रतिकर व पारदर्शिता का अधिकार (झारखंड संशोधन) विधेयक, 2017 के प्रारूप की कंडिका-3 में अंकित उप कंडिका-10 क में जोड़े गये अन्य अधिकारी भवन व स्थानीय प्राधिकारी शब्द की स्वीकृति दी गई।  झारखंड राज्य निबंधन लिपिकीय संवर्ग नियमावली 2017 के गठन को मंजूरी दी गयी। कोडरमा जिला के जयनगर व कोडरमा के विभिन्न मौजा, थाना, खाता व प्लॉट संख्या के तहत 1.5259 एकड़ गैरमजरुआ खास भूमि को 2,43,32,390 रुपये की रेल मंत्रालय द्वारा अदायगी पर ईएफसीसीआईएल विशेष रेल परियोजना के लिए सशुल्क स्थायी हस्तांतरण को मंजूरी दी गयी।  जिडको को झारखंड केंद्रीय निरीक्षण एजेंसी के लिए नामित किया गया। मुख्य मंत्री लघु व कुटीर उद्यम विकास बोर्ड का निबंधन सोसाइटी एक्ट 1860 के तहत निबंधन करने को स्वीकृति दी गयी। 


चाईबासा नगर परिषद के तहत ठोस अपशिष्ट प्रबंधन योजना को पी0पी0पी0 मोड के आधार पर कार्यान्वयन के लिए 3651.54 लाख का अनुदान उपलब्ध कराने की प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की गयी। चतरा नगर पंचायत के तहत ठोस अपशिष्ट प्रबंधन योजना को पी0पी0पी0 मोड के आधार पर कार्यान्वयन के लिए 3366.58 लाख का अनुदान उपलब्ध कराने की प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की गयी। जामताड़ा नगर पंचायत के तहत ठोस अपशिष्ट प्रबंधन योजना को पी0पी0पी0 मोड के आधार पर कार्यान्वयन के लिए 3661.33 लाख का अनुदान उपलब्ध कराने की प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की गयी। गढ़वा नगर पंचायत के तहत ठोस अपशिष्ट प्रबंधन योजना को पी0पी0पी0 मोड के आधार पर कार्यान्वयन के लिए 3444.27 लाख का अनुदान उपलब्ध कराने की प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की गयी। झारखंड नगरपालिका निर्वाचित प्रतिनिधि (अनुशासन एवं अपील) नियमावली, 2017 के गठन को स्वीकृति दी गयी। झारखंड राज्य के दंत चिकित्सकों को डायनेमिक एश्योर्ड कैरियर प्रोग्रेशन के तहत वेतनमान बढ़ाने की स्वीकृति प्रदान की गयी। ओएनजीसी एवं आईओसीएल कंसोर्टियम को हजारीबाग एवं चतरा जिलान्तर्गत नाॅर्थ कर्णपुरा कोल बेड मिथेन के कुल 271.50 वर्ग किलोमीटर (हजारीबाग के 258.75 एवं चतरा जिला के 12.75 वर्ग किलोमीटर) पर कोल बेड मिथेन हेतु स्वीकृत च्मजतवसमनउ  डपदपदह स्मंेम ;च्डस्द्ध में सर्वश्री प्रभा इनर्जी प्राईवेट लिमिटेड को ब्वदेवतजपनउ के रूप में सम्मिलित करने की स्वीकृति प्रदान की गई। झारखण्ड औद्योगिक क्षेत्र विकास प्राधिकार विनियमन, 2016 में संशोधन की स्वीकृति। झारखण्ड न्यायिक सेवा एवं झारखण्ड वरीय न्यायिक सेवा के 12 पदाधिकारियों की अनिवार्य सेवा निवृत्ति की घटनोत्तर स्वीकृति प्रदान की गई।


मधुबनी : डीएम एसपी ने किया राहत वितरण का निरक्षण

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मधुबनी, 19 अगस्त; जिला पदाधिकारी मधुबनी शीर्षत कपिल अशोक  तथा आरक्षी अधीक्षक, मधुबनी दिपक बरनवाल द्वारा विस्फी प्रखंड के मिल्लत चैक पर मुखिया एवं वार्ड सदस्य के सहयोग से संचालित कम्यूनिटि सेंटर पर राहत वितरण का निरक्षण किया गया एवं तैयार भोजन को खाकर गुणवत्ता की जाॅच की गई। राहत वितरण शिविर में उपस्थित लोगों द्वारा भोजन की गुणवत्ता को बेहतर बताया। जिला पदाधिकारी महोदय द्वारा प्रखंड मुख्यालय स्थित टी.पी.सी. भवन में तैयार किए जा रहे ड्राई राशन के पैकेट जाॅच के क्रम में गुणवत्ता अच्छी पाई गई। उसके बाद जिला पदाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, नोडल पदाधिकारी, अंचलाधिकारी द्वारा विस्फी पी.एच.सी. का निरीक्षण कर मरीजो से पूछताछ की गई। मरीजो द्वारा बताया गया कि उन्हें दवा और बेहतर इलाज की सूविधा मिल रही है। फिर जिला पदाधिकारी द्वारा दवा भंडार का निरीक्षण किया गया, भंडार में पर्याप्त मात्रा में सर्पदंश दवा, ए.भी.एस. आदि पर्याप्त मात्रा में पाया गया। जिला पदाधिकारी द्वारा प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को अस्पताल परिसर में चुना एवं ब्लीचिंग पाउडर का छिडकाव करने एवं साफ-सफाई रखने का निदेष दिया गया। साथ ही उन्हें बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में आवष्यक दवाओं के साथ मेडिकल टीम भेजने का भी निदेष दिया गया। तत्पष्चात जिला पदाधिकारी एवं आरक्षी अधीक्षक द्वारा कोकिला चैक से भैरवा-विस्फी पथ का निरीक्षण किया गया एवं पूर्व विधायक श्री हरिभूषण ठाकुर बचैल से राहत वितरण के संबंध में जानकारी प्राप्त की गई। जिला पदाधिकारी द्वारा कोकिला चैक एवं बलहा गाॅव के बीच सेना द्वारा चलाये जा रहे राहत कार्य का निरीक्षण किया गया एवं सेना के जवान तथा प्रखंड विकास पदाधिकारी विस्फी एवं अनुमंडल पदाधिकारी बेनीपट्टी को आवष्यक निदेष दिया गया। जिला पदाधिकारी द्वारा अनुमंडल पदाधिकारी बेनीपट्टी, नोडल पदाधिकारी बेनीपट्टी, अचंलाधिकारी बेनीपट्टी को बाढ़ से टुटे स्थल पर बैकल्पिक यातायात हेतु ट्रैक्टर एवं ट्राॅली प्रतिनियुक्त करने का निदेष दिया गया, जिससे की लोग कटाव स्थल पर इस पार से उस पार हो सके। साथ ही कटाव स्थल के मरम्मत का कार्य तेज करने का निदेष दिया। जिला पषुपालन पदाधिकारी द्वारा पषुचारा और दवा के साथ कैंम्प कर पषुओ का ईलाज एवं चारा उपलब्ध कराया जा रहा है।

मधुबनी : राहत शिविर में रहने महिला ने दिया बच्चे को जन्म

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  • नवजात को बुखार, तैनात चिकित्सा टीम इस बात से अनजान
  • सामने आई तैनात मेडिकल टीम की असंवेदनशीलता

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अंधराठाढ़ी/मधुबनी । प्रखंड के इकलौते बाढ़ राहत शिविर में रह रही एक महिला ने गुरुवार की रात एक बच्चे को जन्म दिया। प्रखंड के गंधरैन चौक के रानी काम्प्लेक्स में बाढ़ राहत शिविर चल रहा है। इस शिविर में  गंधरैन धांगर टोला के बाढ़ पीड़ित तकरीबन 200 लोग रह रहें हैं। प्रखंड प्रशासन की ओर से दोनों शाम खाना और रहने का प्रबंध किया गया है। इस शिविर में रह रही मीनाक्षी देवी उम्र 25 वर्ष को गुरुवार के दिन में प्रसव पीड़ा हुई। आनन फानन में उसे स्थानीय रेफरल अस्पताल ले जाया गया। वहां उसने एक बेटे को जन्म दिया। प्रसव के बाद उसे पुनः राहत शिविर में लाया गया। शुक्रवार को राहत शिविर का जायजा लेने के लिए पहुंचे प्रेस प्रतिनिधियों ने जच्चा बच्चा का हाल भी पूछा। माँ मीनाक्षी ने खुलासा किया कि नवजात को बुखार है। प्रेस प्रतिनिधियों ने शिविर में कैम्प कर रहे डॉक्टरों को इसकी सूचना दी। आश्चर्य की बात है कि की कैम्प कर रहे चिकित्सक टीम इस बात से अंजाम थी। यह साबित करता करता है कि तैनात चिकित्साकर्मी शिविर में रह रहे बाढ़ पीड़ितों के प्रति किस तरह असंवेदनशील हैं। 

बिहार : टेलीफिल्म “येसु आइए” का प्रीमियर शो

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  • जीसस प्रोडक्शन्स, पटना एवं अंतर्राष्ट्रीय फिल्म सिनेमा एवं टेलीविजन की संस्था “सिगनीस इंडिया” द्वारा निर्मित टेलीफिल्म “येसु आइए” का प्रीमियर शो

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पटना। जीसस प्रोडक्शन्स, पटना एवं अंतर्राष्ट्रीय फिल्म सिनेमा एवं टेलीविजन की संस्था “सिगनीस इंडिया” द्वारा निर्मित टेलीफिल्म “येसु आइए” का प्रीमियर शो का दीप जलाकर उद्घाटन किया गया। वहीं ‘‘येसु आइए’ डीवीडी का लोकार्पण किया गया। शनिवार को पटना की प्रतिष्ठित स्कूल नोट्रेडेम एकेडमी के जुली प्रेक्षागृह में आयोजित जीसस प्रोडक्शन्स के निर्माता-निर्देशक विक्टर फ्रांसिस ने आगत लोगों का स्वागत किया। इसने कहा कि नोट्रेडेम एकेडमी के सिस्टर हैं तो नोट्रेडेम एकेडमी के बद्रर हूं। आपलोगों की छत्रछाया में रहकर  सीखने और बढ़ने का अवसर प्राप्त हुआ है। यह जीसस प्रोडक्शन्स, पटना एवं अंतर्राष्ट्रीय फिल्म सिनेमा एवं टेलीविजन की संस्था “सिगनीस इंडिया” द्वारा प्रोडक्शन्स की 27 वीं0 प्रस्तुति है। इस प्रीमियर शो के मुख्य अतिथि पटना महाधर्मप्रांत के विकर जेनरल फादर प्रेमप्रकाश और इन्फैंट जीसस स्कूल के निदेशक पास्कल पीटर ओस्ता थे। मौके पर विक्टर फ्रांसिस ने आगे बताया कि इस प्रीमियर शो में पटना के कलाकारों, तकनीशिएनों ने हिस्सा लेकर तैयार किया है। एक को छोड़कर शेष कलाकार नवांतुक हैं। इस शौ के विषय को बारीकी से देखें। इस अवसर पर कलाकारों एवं तकनीशियनों को 2017 का एवार्ड प्रदान किया गया।  विशेष आर्कषण के रूप में श्र्रद्वेय साधु शिलानंद को उनके कार्यो के प्रति समर्पण के लिए “लाइफ टाइम एचीवमेंट एवार्ड 2017” प्रदान किया गया। यह फिल्म प्रभु ईसा की दृष्टि से इस संसार/समाज को दिखाने का एक प्रयास है इसे फिल्म नहीं बल्कि एक यात्रावृतांत कहें तो ज्यादा उचित होगा। पटना रंगमंच के कई नवोदित कलाकरों को इस फिल्म में भूमिका निभाने का अवसर प्रदान करना एक सराहनीय प्रयास है।

दुमका : देश का तिरंगा मजबूत हाथों में-सीमा सुरक्षा बल समादेष्टा

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  • अन्याय न कीजिए न ही सहिये-मयूर पटेल

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दुमका (अमरेन्द्र सुमन) कभी सोचा न था कि दुमका जैसे छोटे शहर में ताइक्वांडो जैसा खेल देखने को मिलेगा। पुलिस अधीक्षक दुमका मयूूू पटेल ने  इंडोर  स्टेडियम, दुमका में ताइक्वांडो खेल अंतर्गत खिलाड़ियों को बेल्ट ग्रेडिंग वितरण समारोह के दौरान  उद्बोधन में उपरोक्त बातेे  कही। दुमका जैसे क्षेत्र में आत्मरक्षार्थ ताइक्वांडो खेल के विकास हेतु जिला ताइक्वांडो संघ की सचिव स्मिता आनंद की मुक्तकंठ से प्रशंसा की । उन्होंने कहा  इस खेल के द्वारा बच्चों में न सिर्फ आत्मविश्वास का विकास होता है, बल्कि इससे जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में आगे बढ़ने की प्रेरणा भी मिलती है। सीमा सुरक्षा बल के जिला समादेष्टा सुजीत कुमार ने बच्चों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि देश का तिरंगा मजबूत हाथों में सुरक्षित है। उन्होंने तमाम अभिभावकों से अपील की कि अपने बच्चों को अपनी सुरक्षा स्वयं करने हेतु कोई न कोई गुर अवश्य सिखलाएं। इस अवसर पर कुल 18 बच्चों को * व्हाइट से येलो * बेल्ट में प्रोन्नति दी गई जिनमें- ओम कुमार ,शौर्य पटवारी, हर्ध, लावण्या ,मोनालिसा सेनगुप्ता,   दिव्यदर्शिनी, आध्याश्री ,फनिश फनकार, प्रिया कुमारी ,भव्या, प्रेरणा मुर्मू ,आबिद हेंब्रम, आर्यन केसरी ,आर्या निशा रुज, प्रीति आंचल पूजहर, कुंजल सिन्हा तथा अमरीन  शामिल थे।*यलो से ग्रीन* बेल्ट में मोहम्मद राजा आलम, आर्या चौधरी, सौम्या राज ,अन्वेषा झा, आमना खातून, केशवराज, प्रेयास पार्थ, परिधि कोठारी वाल ,प्रतिभा तिवारी ,वत्सल मिश्रा ,उद्गीत मिश्रा तथा करण उपाध्याय थे ।अंबय चौधरी, श्रेया नंदी तथा प्रगति मिश्रा को *ग्रीन से ग्रीन वन* में तथा शिवम कुमार, शांभवी सिन्हा तथा लिपि प्रिया को *ग्रीन से ब्लू* बेल्ट में प्रोन्नति दी गई। मंच का संचालन जिला कला-संस्कृति  एवं  खेलकूद संघ के कोषाध्यक्ष शिक्षक मदन कुमार ने किया। इस अवसर पर जिला खेलकूद सं संघ के सचिव उमाशंकर चौबे , जिला ताइक्वांडो संघ की सचिव स्मिता आनंद ,पुलिस अधीक्षक के पिता कानू भाई पटेल एवं पुलिस अधीक्षक की धर्मपत्नी के अलावा खेलकूद संघ की सुमिता सिंह आदि ने बच्चों को अपनी शुभकामनाएं दी ।अवसर पर बच्चों के अभिभावक सविता देवी, रीना कुमारी ,रेणु देवी, रीमा हेंब्रम, गायत्री मिश्रा, निहारिका मिश्रा, सिम्मी कोठरीवाल ,पूजा पटवारी, डॉक्टर सुषमा सारा ,वीरेंद्र विक्रम झा, हेमंत कुमार पांडे, विनोद कुमार चौधरी, विदिशा सेनगुप्ता आदि मौजूद थे।

विशेष : ‘कुभाखर’ है जदयू के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष का पद

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जनता दल यूनाइटेड का राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष का पद राजनीतिक रूप से काफी कुभाखर (अशुभ) है। इस पद तक पहुंचे हर व्‍यक्ति का राजनीतिक सूरज अस्‍त ही हुआ है। 2003 में समता पार्टी के जदयू में विलय के बाद पहले अध्‍यक्ष जार्ज फर्नांडीस बने थे। राजनीति में उन्‍होंने लंबी पारी खेली थी। समाजवाद की ‘अर्थी’ लंबे समय तक ढोया था, लेकिन खुद पार्टी के लिए बोझ बन गये। नीतीश कुमार पहले उन्‍हें लोकसभा के टिकट से बेदखल किया और बाद में राज्‍यसभा में भेज कर राजनीतिक विदाई दे दी। अब तो जार्ज फर्नांडीस की तलाश भी मुश्किल हो गयी है।



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जार्ज के बाद शरद यादव को जदयू का राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष बनाया गया। वह भी लंबे समय तक भाजपा की पालकी में बैठकर समाजवाद का राग गाते रहे। अध्‍यक्ष बनने के बाद मधेपुरा से लोकसभा चुनाव हार गये। उनके ही नेतृत्‍व में जदयू लोकसभा में दो सीटों पर पहुंच गयी। उनकी ही पहल पर बिहार में महागठबंधन बना और महागठबंधन दो तिहाई बहुमत से सत्‍ता में आयी। नीतीश कुमार की फिर ताजपोशी हुई। लेकिन इस सफलता से ही शरद के बदहाली के दिन शुरू हुए। नीतीश कुमार ने पहले शरद यादव को पार्टी के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष पद से इस्‍तीफा देने को विवश किया। इसके बाद हुए राज्‍यसभा चुनाव में उनकी ही दावेदारी पर सवाल उठने लगे। और आज अस्तित्‍व की लड़ाई लड़ रहे हैं।

राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष पद पर आसीन होने के बाद नीतीश के भी ‘अच्‍छे दिन’ पर संकट छाने लगा है। कभी खुद को पीएम मैटेरियल के रूप में प्रमोट करवाने वाले नीतीश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी पार्टी भाजपा के समक्ष ‘घुटने’ टेक दिये हैं। भाजपा से दोस्‍ती के बाद उनकी अंतरात्‍मा जागी और उन्‍होंने कहा कि नरेंद्र मोदी को हराना किसी के वश में नहीं। राजनीति में हार स्‍वीकार कर लेने की परिणति राजनीति करने वाले ही अच्‍छी तरह बता सकते हैं और खुद नीतीश भी राजनीति के ‘दुकानदार’ हैं। जनता को बस इंतजार करना है।



सभार : वीरेंद्र यादव
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