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बीकानेर जमीन घोटाले में मामले दर्ज, बढ़ सकती है वाड्रा की मुश्किलें,

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नयी दिल्ली, 30 अगस्त,  केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने बीकानेर जमीन घोटाला मामले में 18 मुकदमे दर्ज किये हैं, जिनमें से चार मामले कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद एवं प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा की कंपनी से जुड़े हैं, सीबीआई सूत्रों ने आज यहां बताया कि राजस्थान सरकार के आग्रह और तत्पश्चात केंद्र सरकार की अनुशंसा के बाद जांच एजेंसी ने बीकानेर जमीन घोटाले की जांच शुरू कर दी है और इस सिलसिले में 18 प्राथमिकियां दर्ज की गयी हैं। सूत्रों के अनुसार, बीकानेर में फर्जी नाम से करीब 1400 बीघा जमीन की खरीद से जुड़े मामले में 18 प्राथमिकियां दर्ज की गयी हैं, जिनमें श्री वाड्रा की कंपनी के खिलाफ चार प्राथमिकियां शामिल हैं। गौरतलब है कि हाल ही में राजस्थान की वसुंधरा राजे सरकार ने जमीन घोटाले से जुड़े 18 मामलों की जांच सीबीआई को सौंपी थी। बीकानेर के गाजनेर पुलिस स्टेश में 16 और कोलायत पुलिस स्टेशन में दो प्राथमिकियां दर्ज करायी थी, जिसे सीबीआई ने ज्यों का त्यों उठा लिया है। सीबीआई के पास अधिकार है कि वह स्थानीय पुलिस में दर्ज प्राथमिकियों को ज्यों का त्यों उठाये और बाद में उसमें संशोधन करे।


रिजर्व बैंक को नोटबंदी की सिफारिश पर शर्म आनी चाहिए : चिदंबरम

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नयी दिल्ली 30 अगस्त, पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने नोटबंदी पर रिजर्व बैंक को घेरते हुये कहा है कि केन्द्रीय बैंक को इसकी ‘सिफारिश’ करने के लिए शर्म आनी चाहिए, रिजर्व बैंक की आज जारी 2016-17 की वार्षिक रिपोर्ट में नोटबंदी के बाद बैंकिंग तंत्र में वापस आये नोटों का आंकड़ा जारी करने पर श्री चिदंबरम ने कई ट्विट कर रिजर्व बैंक को घेरा। उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक ने जो आंकड़े दिये हैं उससे यह झलकता है कि क्या नोटबंदी योजना को कालेधन को सफेद करने के लिए लाया गया था। उन्होंने कहा कि नोटबंदी के बाद केवल 16 हजार करोड़ रुपये के नोट वापस नहीं आये हैं जबकि 15.44000 करोड़ रुपये बैंकिंग तंत्र वापिस जमा कराये गये। यह राशि उस समय प्रचलन में रहे 500 और एक हजार रुपये के नोटों की कुल राशि का महज एक प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक को नोटबंदी की सिफारिश के लिए शर्म आनी चाहिए। पूर्व वित्त मंत्री ने कहा कि नोटबंदी से केन्द्रीय बैंक को 16 हजार करोड़ रुपये का ‘लाभ’ हुआ जबकि नये नोटों के मुद्रण पपर 21 हजार करोड़ रुपये का ‘नुकसान’ रहा। उन्होंने कहा कि नोटबंदी की सिफारिश करने वाले अर्थशास्त्रियों को नॉबेल पुरस्कार मिलना चाहिए। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा कि कुल नोटों का 99 प्रतिशत कानूनी रूप से बदला गया। उन्होंने सवाल किया कि क्या नोटबंदी की योजना का डिजाइन इस तरीके से तैयार किया गया था कि कालेधन को सफेद धन में बदला जाये।

नोटबंदी वाले 99 फीसदी नोट आरबीआई में जमा

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नयी दिल्ली 30 अगस्त, रिजर्व बैंक ने कहा है कि गत 30 जून तक उसके पास नोटबंदी वाले 15.28 लाख करोड़ रुपये के नोट यानी सर्कुलेशन से हटाये गये कुल नोटों का 99 फीसदी हिस्सा जमा हो गया था, केंद्रीय बैंक ने आज जारी अपनी वार्षिक रिपोर्ट में यह खुलासा किया है। रिपोर्ट में बताया गया है कि कालेधन और फर्जी नोटों के सर्कुलेशन पर लगाम लगाने के उद्देश्य से की गयी नोटबंदी की घोषणा के बाद से 30 जून 2017 तक उसके पास सर्कुलेशन से हटाये गये 1,000 रुपये और 500 रुपये मूल्य वाले 15.44 लाख करोड़ रुपये के नोटों का 99 फीसदी हिस्सा जमा हो गया था। रिपोर्ट के अनुसार नोटबंदी के बाद 1,000 रुपये के लगभग 8.9 करोड़ नोट यानी 8,900 करोड़ रुपये वापस नहीं आये हैं। आरबीआई के मुताबिक 2,000 रुपये के नये नोट का सर्कुलेशन गत मार्च के अंत तक नोटबंदी के दौरान हटाये गये नोटों के कुल मूल्य के 50 फीसदी से थोडा अधिक रहा। साल दर साल आधार पर पूरी प्रणाली में नोटों का सर्कुलेशन 20.2 प्रतिशत घटा है। केंद्रीय बैंक ने बताया कि वर्ष 2016-17 के दौरान नये करेंसी नोटों की छपाई में 7,965 करोड़ रुपये खर्च हुए।

लोकतंत्र खतरे में हैं : शरद यादव

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इंदौर, 30 अगस्त, जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के नेता शरद यादव ने आज मध्यप्रदेश के इंदौर में 'सांझी विरासत'नामक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आज लोकतंत्र खतरे में हैं। विविधता में एकता के लिए विश्व विख्यात भारत को साम्प्रदयिक शक्तियां बांटने में जुटी हुई हैं। कार्यक्रम को कांग्रेस के राज्यसभा सांसद आनंद शर्मा, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी, नेशनल कांफ्रेंस के उपाध्यक्ष अजय कुमार, नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के तारिक अनवर, समाजवादी पार्टी के सांसद धर्मेंद्र यादव, तमिलनाडु से राज्यसभा सदस्य और माकपा नेता डी राजा, कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह, मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अरुण यादव सहित स्थानीय नेताओं ने सम्बोधित किया। श्री यादव ने यहां गैर भाजपा राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों की उपस्थति में संबोधित करते हुए कहा कि आजाद भारत की पहला मंत्रिमंडल सूची लेकर पहुंचे जवाहर लाल नेहरू को उस दौरान महात्मा गांधी जी ने कहा था कि इस सूची में दो लोगों के नाम और जोड़ लो और उन्होंने डॉ भीमराव आंबेडकर और श्यामा प्रसाद मुखर्जी का नाम मंत्रिमंडल में जुड़वा दिया था। गांधी जी ने ऐसा करते हुए उस वक्त देश कि सांझा विरासत की परिकल्पना का एक उत्कृष्ट उदाहरण पेश किया था। श्री यादव ने कहा कि बाबा साहब का बनाया गया सविधान सांझा विरासत है, जिसे आज छिन्न भिन्न करने के प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार दादरी में अल्पसंख्यक परिवार के साथ हिंसा करती है। मुजफ्फरपुर में मकान जला दिए गए। जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के एक जिन्दा छात्र गायब हो जाता है। उन्होंने कहा कि कमजोर वर्ग कुचला जा रहा है। प्रधानमंत्री कहते हैं आस्था के नाम पर हिंसा नहीं होनी चाहिए। वे प्रधानमंत्री के बयान का स्वागत करते हैं, लेकिन इसका अधिक स्वागत तब करता जब बोली हुई बात जमीन पर सही साबित होती। उन्होंने कहा कि सरकार का फर्ज है कि वह कमजोर की रक्षा करे। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि आज संविधान की कसम खा कर पद पर बैठने वाले लोग कसम को तोड़ रहे हैं। श्री यादव ने गुरमीत राम रहीम को अदालत द्वारा दोषी करार दिए जाने के बाद हरियाणा में भड़की हिंसा का जिक्र करते हुए आरोप लगाया कि ये वही बाबा है, जिसके पास भाजपा के नेता कभी वोट का समर्थन मांगने गए थे। उन्होंने कहा कि राम रहीम के समर्थक जानते थे कि उन्हें सरकार का संरक्षण है। इसी के चलते उसके समर्थकों ने कानून व्यवस्था अपने हाथ में लेकर मासूमों को निशाना बनाया। श्री नीतीश कुमार के बिहार में भाजपा के साथ सरकार बनाने से आहत दिखाई दे रहे श्री यादव ने तंज कसते हुए कहा कि ये कहना गलत है कि देश में अच्छे राजनेता नहीं हैं। देश में आज भी अच्छे राजनेता हैं। उन्होंने कहा कि राज गोली से नहीं, सच्ची बोली से चलता हैं। उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि वे सच्ची बोली और झूठी बोली की पहचान करें। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र का इंजन मतदाता का वोट होता है। इस दौरान श्री यादव ने अपने इमरजेंसी में जेल में रहने के समय के कई क्षण भी साझा किये।

गोरखपुर में मस्तिष्क ज्वर से 72 घंटे में 60 बच्चों की मृत्यु

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गोरखपर 30 अगस्त, उत्तर प्रदेश में गोरखपुर स्थित बाबा राघवदास मेडिकल कालेज में पिछले 72 घंटों में मस्तिष्क ज्वर एवं अन्य बीमारियों से पीड़ित 60 बच्चों की मृत्यु हो गयी है, आधिकारिक सूत्रों ने आज बताया कि मेडिकल कालेज में उपचार के दौरान जिन बच्चों की मृत्यु हुयी है उनमें मस्तिष्क ज्वर से पीडित के अलावा नवजात आईसीयू तथा पीडियाट्रिक आयीसीयू आदि विभागों के भर्ती बच्चे शामिल हैं। उन्होंने बताया कि गत जनवरी से अब तक मस्तिष्क ज्वर से पीडित 760 रोगियों को बाबा राघवदास मेडिकल कालेज में उपचार के लिए भर्ती कराया जिसमें से 181 बच्चों की अभी तक मृत्यु हो चुकी है। मेडिकल कालेज में आज मस्तिष्क ज्वर से पीडित 17 नये रागियों को उपचार के लिए भर्ती कराया गया है जबकि वार्ड में 105 मरीजों का उपचार पहले से ही किया जा रहा है। मेडिकल कालेज में उपचार के लिए गोरखपुर और बस्ती मंडल के सात जिलों के अलावा आजमगढ़, बलिया, गोंडा, मऊ, गाजीपुर, बलरामपुर, अम्बेडकर नगर, बदांयू समेत बिहार और पडोसी देश नेपाल का मरीज आते हैं।

विशेष आलेख : भयमुक्त इंसान ही आनन्द का पात्र

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वर्तमान की जटिल जीवन शैली के कारण आज के जनमानस पर असुरक्षा एवं भय का व्यापक प्रभाव दृष्टिगोचर हो रहा है। उससे मुक्त होने के लिए अपनी वृत्तियों और भावनाओं में सकारात्मक सोच को विकसित करना होगा अन्यथा इस समस्या से छुटकारा नहीं पा सकते। दूसरों का सहयोग और मार्गदर्शन एक सीमा तक उपयोगी हो सकता है, लेकिन चलना स्वयं को ही होगा, बंधनमुक्त बनना होगा। क्योंकि बंधा आदमी कष्टों से बहुत जल्द घबरा जाता है और घबराया मन कभी कोई नई साहसिक कार्य नहीं करना चाहता, वह सदैव असुरक्षित एवं भयभीत रहता है, इसीलिए वह जहां होता है वहीं अपने आपको ठीक मान लेता है, ऐसी मनोवृत्ति कभी क्रांति का स्वर बुलंद नहीं कर सकती। सड़ी-गली परम्पराओं को स्वस्थता नहीं दे सकती। बनी-बनाई परम्पराओं से हटकर नए आदर्शों, सिद्धांतों और जीवंतता की मिशाल नहीं बन सकती। 


भय एवं असुरक्षा से पीड़ित व्यक्ति विनाशकारी ही होता है, इस तरह की स्थितियां एवं भावनाएं शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य के लिए भी अत्यंत हानिकारक है। विश्व की अगणित चमत्कारी प्रतिभाएं इसके प्रभाव से काल-कवलित हुई हैं, अकाल मृत्यु की शिकार हुई है। आज के मानस-शास्त्रियों और चिकित्सकों ने सुखी और सफल जीवन के लिए बाधक जिन स्थितियों एवं भावनाओं पर सूक्ष्मता से अन्वेषण और विवेचन किया है, उनमें भय की स्थिति प्रमुख है। हमारी नकारात्मक भावनाओं और प्रवृत्तियों से इसका जन्म होता है। इसलिए इसे स्वनिर्मित कारागार की उपमा से उपमित कर सकते हैं। स्वेट मार्डेन ने कहा है कि जो आत्मविश्वास से सुरक्षित है, वह इन चिंताओं, आशंकाओं से मुक्त रहता है, जिनसे दूसरे लोग दबे रहते हैं। वर्तमान जीवनशैली में हर व्यक्ति किसी न किसी अनहोनी की आशंका से भयभीत रहता है। भय की भी अनेक शक्लें हैं। प्रयास करके एक भय को समाप्त किया जाता है, तो पता लगता है कि अब दूसरी तरह का भय समस्या बन गया है। एक भाई ऐसी स्थिति का शिकार था, पीड़ित था। उसका सारा व्यवहार अस्वाभाविक-सा प्रतीत हो रहा था। उसकी पत्नी एक महात्मा के पास उसे लेकर गई। वह महात्मा ताबीज देता था। उसकी स्थिति को समझकर उसने उसके हाथ पर भी एक ताबीज बांध दिया। कुछ दिनों बाद जब वह भाई पुनः मिला तो महात्मा ने पूछा-अब तो तुझे कोई भय नहीं सताता होगा? नींद अच्छी आती होगी? उसने कहा-महात्माजी! आजकल मुझे ताबीज का भय बना रहता है। ताबीज गुम नहीं हो जाए, मेरे दिमाग में यह भार सदा बना रहता है। रात्रि में सोते-सोते बार-बार इसे संभालता हूं। महात्मा ने उसे अपना संकल्प बल जगाने की प्रेरणा दी। टाॅमस फुलर ने भी कहा है जो भविष्य का भय नहीं करता, वही वर्तमान का आनंद उठा सकता है।

भय एवं असुरक्षा की भावना एक ऐसी समस्या है जो हर व्यक्ति को अपनी गिरफ्त में लिये हैं। यह ऐसी समस्या है जिसका समाधान विज्ञान के पास भी नहीं है, मेडिकल सांइस भी कुछ नहीं कर पाती है। इसका संबंध हमारे आंतरिक जगत से है। उनका समाधान हमें भीतर खोजना चाहिए तभी हमें सफलता मिल सकती है। भय की स्थिति एक मानसिक समस्या है। इसके लिए केवल आशीर्वाद पर्याप्त नहीं होता। सुख और शांति की दिशा में अग्रसर होने के लिए जीवन शैली के बदलाव पर ध्यान देना चाहिए। इसके साथ ही आध्यात्मिक साधना भी नियमित रूप से करनी चाहिए। इसके बिना कोई भी आशीर्वाद सफल नहीं हो सकता। आचार्य महाप्रज्ञ ने प्रेक्षाध्यान में अभय की अनुप्रेक्षा का सुंदर मार्गदर्शन दिया है। भय की ग्रंथि पर विजय पाने के लिए उसका अनुसरण बहुत उपयोगी है। जीवन की लंबी यात्रा में हर व्यक्ति के समक्ष भय एवं असुरक्षा के विविध निमित्त उपस्थित होते रहते हैं।  जिसका मनोबल दुर्बल होता है, वह छोटे निमित्त से भी भयभीत हो जाता है। जिसका मनोबल ऊंचा होता है वह बड़े निमित्त से भी विचलित नहीं होता। विक्टर ह्यूगो ने कहा है कि जिस विचार का सही समय आ जाता है, उसकी ताकत के आगे कोई सेना नहीं ठहर सकती। इसके विपरीत जो भय से घबराता है, भय उसके पीछे दौड़ता है। जो साहस से सामना करता है भय उससे पराजित हो जाता है। जब तक भय नहीं आए तब तक उससे डरना चाहिए, जब वह सम्मुख उपस्थित होता है तो साहस से उसका प्रतिकार करना चाहिए। जो इस सत्य को आत्मसात् नहीं करते हैं वे अप्रत्याशित समस्याओं के शिकार हो जाते हैं।

भय एवं असुरक्षा ऐसी मानसिक स्थितियां एवं जटिलताएं है कि उनका समाधान जरूरी है, आज इंसान भावी कठिनाइयों की कल्पना जाल में उलझकर आत्महत्या तक कर लेते हैैं या अच्छे भले जीवन को नारकीय बना देते हैं। संतों ने कहा है कि हम न मित्रों से डरें, न शत्रुओं से डरें, न परिचितों से डरें और न अपरिचितों से डरें। जो भयभीत होता है उसे अमृत जैसा जीवन भी गरल प्रतीत होता है। सब प्रकार की भौतिक सुविधाएं भी उसके लिए भार बन जाती है। साधनों की अनुकूलता होते हुए भी वह किसी भी क्षेत्र में सफल नहीं हो सकता। इसलिए भयमुक्म होना जीवन की पहली आवश्यकता है। कितना सुंदर कहा गया है कि क्या हुआ, यह मत सोचो, किंतु क्या करना है केवल यही सोचो। समय विभाजन, भय के विपरीत चिंतन, उच्च उद्देश्य की उपस्थिति, संतुलित कार्य व्यवस्था, आशावादी दृष्टिकोण, मैं तो इतने से ही बच गया.... यह सकारात्मक सोच - दुःख में सुख ढूंढ लेने की कला है - यही ऐसे उपाय हैं जिन्हें जीवन में ढालने से निश्चित रूप से आदमी का जीवन भयमुक्त, सफल और सार्थक बनता है। समझदार के लिए हर नया प्रभात नया संदेश लेकर आता है कि मैं वैसा ही हूँ जैसा कल था और वैसा ही रहूँगा जैसे अब और आज हूँ।  यही सोच यदि हम विकसित करें तो चिंता एवं भय रूपी कैंसर से मुक्ति पा सकते हैं। 





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(ललित गर्ग)
ई-253, सरस्वती कंुज अपार्टमेंट
25 आई. पी. एक्सटेंशन, पटपड़गंज, दिल्ली-92
फोनः 22727486, 9811051133

व्यंग्य : जानलेवा अंध भक्तों का खतरा

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आज अंध भक्त युग चल रहा है। श्रद्धा, विश्वास और आस्था का मर्दन हो चुका है। भक्त के स्थान पर अंध भक्त काबिज हो गये है। इन अंध भक्तों के सिर पर मौत का जुनून संवार है। यह किसी भी हद तक जा सकते है। कुछ भी कर सकते है। ऐसी दीवानगी आजतक इससे पहले कभी भी नही देखी गयी। अक्ल के अंधे और दिमाग से पैदल इन अंध भक्तों को हांका जाता है प्रलोभन के डंडे से। यह आंख मूंदकर कतार में चलते है। इनकी फितरत तो देखिये ! ये गाय को मम्मी की तरह मानते है। गौ हत्या की थोड़ी से खबर या अफवाह इनके कानों में पड़ जाये तो इनका पुत्र प्रेम हिलोरे मारने लगता है और खून उबलने लगता है। लेकिन, ये अंध भक्त जिस गाय को मम्मी कहते है उसे खुले में विचरण करते देखते है। कूड़ा निगलने देते है। इन्हें गाय को माता कहना तो मंजूर है पर खुद की माता को गाय कहना कथ्य ही मंजूर नहीं है। ये प्रजाति गंगा को भी मां कहती है। लेकिन, पूरे मन से घर का समस्त कूड़ा-करकट फेंकने से लेकर मृतक अस्थियों का भोग चढाने में जरा भी हिचकती नही है। क्या कोई पुत्र अपनी मां पर ऐसे कचरा डाल सकता है ? अजीब है अंध भक्त ! जाति और धर्म के मद में बावले है। 


आजकल तो घर से निकलते वक्त बड़ा डरा सहमा रहता हूं। न जाने कब इन अंध भक्तों की टोली आकर पेल कर चली जाये। क्या भरोसा इन जानलेवा मजनूंयों का। इन्हें तो खून से खेलने की आदत है। बिना उत्पात मचाये तो इनको रोटी हजम ही नही होती। इनके लिए हिंसा ही परमो धर्मः है। न जाने कितनों को ये अंध भक्त मौत के घाट उतार चुके है। इनकी संख्या दिनोंदिन बढ़ती जा रही है। इनका विवेक मर चुका है। आत्मा वशीभूत हो चुकी है। दरअसल, ये इंसानियत के नाम पर कलंक है। लोकतंत्र से छिपके वे जोंक है जो खून चूस रहे है। इनकी अंध श्रद्धा भारी पड़ रही है।

दास प्रथा की तरह वर्तमान में अंध भक्त प्रथा चल रही है। दासों का व्यापार होता था। लेकिन, आज के दौर में ये दास भक्त बनकर अपना इतिहास दोहरा रहे है। इन अंध भक्तों में अधिकत्तर वे बेरोजगार युवा है जो हालात और भूख के सताये है। भूखे का हर अपराध क्षम्य है। इनका सियासदान और बाबा बड़े ही चतुराई से अपनी रक्षा के लिए इस्तेमाल कर रहे है। भीड़ के हुजूम में पचास-सौ अंध भक्तों को खड़ा करके पूरी भीड़ को अपने पक्ष में करने की कला उन्हें खूब आती है। ये वे मछली है जो पूरे तालाब को खराब कर रही है। सोचनीय है इन अंध भक्तों के साथ विकास का पहिया कैसे गति कर सकेगा ! जब ऐसे अंध भक्त और अंध श्रद्धा बढ़ती जायेगी तो चोटी क्या बोटी भी कटते समय नहीं लेगी। निश्चित ही काल का ग्रास हावी है। समय की चेतावनी को भांपकर चलना ही श्रेष्यकर है।






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-- देवेन्द्रराज सुथार--

सीहोर (मध्यप्रदेश) की खबर 31 अगस्त

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स्वाईन फ्लू एच1एन1 के बचाव हेतु अलर्ट जारी
  • उपचार, रोकथाम, नियंत्रण एवं जनजागरूकता हेतु कार्यवाही के निर्देश

sehore news
स्वाईन फ्लू एच1एन1 से बचाव हेतु सतत् सतर्कता बरतने सहित उपचार, रोकथाम, नियंत्रण हेतु आवश्यक कार्यवाही के निर्देश जिले के समस्त बीएमओ को जारी किए गए है।जारी दिशा निर्देशों में कहा गया है कि मरीजों की  स्क्रीनिंग, निदान, हेतु राज्य स्तर से प्राप्त दिशा निर्देशों का कड़ाई से पालन किया जाएं। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि सी केटेगिरी के मरीज मिलने पर उनका थ्रोट स्वाब परीक्षण हेतु अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान(एम्स) भोपाल की प्रयोगशाला में भेजे जाने की व्यवस्था की गई है। संभावित रोगियों को भर्ती किए जाने हेतु जिला चिकित्सालय सीहोर में 4 बिस्तरों वाला आईसोलेशन वार्ड बनाया गया है जिसमें वेंटीलेटर एवं आवश्यक दवाओंकी उपलब्धता की व्यवस्था की गई है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ.आर.के.गुप्ता ने बताया कि स्वाईन फ्लू से संभावित ए श्रेणी के रोगियों को सामान्य सर्दी, जुखाम, हल्का बुखार, उल्टी, दस्त एवं बदन दर्द की शिकायत रहती है। इस तरह के लक्षणों पाए जाने पर शासकीय चिकित्सालय के विशेषज्ञ चिकित्सकों से सलाह लेकर दवाईयां लेकर घर पर रहकर आराम करना चाहिए। वहीं 24 से 48 घंटों तक निगरानी में रख आराम ने मिलने पर डाक्टर की सलाह ली जावें। ए श्रेणी के लक्षण वाले हाई रिस्क मरीजों जैसे कि 5 साल तक आयु के बच्चों 65 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्ग, गर्भवती माताएं, फेफडे़, हृदय, लीवर, गुर्दा, मधुमेह, कैंसर जो मरीजों लम्बे समय से ले रहे हो आदि लंबी बीमारियों वाले मरीज तत्काल टेमीफ्लू देवे तथा मरीज घर पर आराम करने की सलाह दी गई है। संभावित मरीजों को  भीड़वाले स्थानों पर नहीं जाना चाहिए। तथा 24 से 48 घंटों तक निगरानी में रहकर आराम करें तथा आराम ने मिलने पर चिकित्सक की सलाह जरूर लें। श्रेणी बी के मरीजों वाले लक्षणों में उपरोक्त श्रेणी ए के लक्षणों के साथ ही तेज बुखार,सांस लेने में तकलीफ हो ऐसे मरीज टेमीफ्लू दी जाकर मरीज को घर पर आराम करना चाहिए वहीं तथा ए एवं बी श्रेणी के मरीजों वाली समस्त सावधानियां बरती जानी चाहिए। डाॅ.गुप्ता ने बताया कि सी श्रेणी वाले मरीजों में ए तथा बी श्रेणी के मरीजों के लक्षण के साथ-साथ सांस लने में तकलीफ छाती में दर्द, खकार में खून आना, नाखून नीले पड़ना, आदि प्रमुख लक्षण है। सी श्रेणी के लक्षण वाले बच्चों में चिड़-चिड़ापन और खाने-पीने से इंकार करना उक्त लंबी बीमारियों का बढ़ना प्रमुख लक्षण है। सी श्रेणी के लक्षण वाले मरीजों को अस्पताल के आईसोलेशन वार्ड में भर्ती कर स्वाईन फ्लू एच1 एन1 का उपचार टेमीफ्लू व अन्य तकलीफ एवं बीमारी के हिसाब से उपचार होता है। इन रोगियों की स्वाईन फ्लू एच1एन1 की जांच हेतु थ्रोट स्वाब अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान भोपाल के भेजे जाते हैं। उन्होंने बताया कि पीपीई किट्स का उपयोग सभी आवश्यक रूप से करने के निर्देश दिए गए हैं। स्वाईन फ्लू एच1एन1 के प्रकरणों की विस्तृत रिपोर्ट जिला स्तर पर तैयार करने उक्त रिपोर्ट तत्काल राज्य स्तर पर आईडीएसपी स्वास्थ्य संचालनालय भोपाल को प्रेषित किए जाने के निर्देश जिला आईडीएसपी शाखा को दिए गए हैं । डाॅ.गुप्ता ने बताया कि टेमीफ्लू 75 एमजी.की टेबलेट जिला चिकित्सालय में 500, सिविल अस्पता म में 250,सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में 100 टेबलेट एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में 50 टेबलेट की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। 


झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर 31 अगस्त

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सरकार कब तक करेगी पारा की अनदेखी, तहसील नही बनाए जाने पर आमजन मे आक्रोश
  •  आगामी निर्वाचन मे सभी पार्टीयो को करना पढ सकता हे मुसीबत का सामना

पारा ; अनिल श्रीवास्तव द्धगत दिनो राज्य सरकार द्वारा अचानक झाबुआ जिले के रामा/कालीदेवी को तहसील बनाए जाने की घोषणा के बाद से पारा नगर सहीत आसपास के ग्रामीण क्षेत्र मे प्रदेश की सरकार व मुख्यमंत्री शिवराज सिह चोहान मंत्री मण्डल के प्रति भारी आक्रेाश हे। जिसका खामियाजा मुख्यमंत्री व भाजपा की सरकार को आने वाले लोकसभा व विधान सभा चुनाव मे उठाना पढेगा। क्षेत्र की जनता का प्रदेश सरकार व जन प्रतिनिधियो के द्वारा कि जारही लगातार की वादा खीलाफी व उपेक्षा के चलते काफी आक्रोश फुटकर सामने आ रहा हे व मतदान नही करने का मन बना रही हे। ज्ञात हे कि विगत कई वर्षो से क्षेत्र की जनता द्वारा पारा नगर को तहसील का दर्जा देने ,ब्लाक कार्यालय बनाने व पुलिस थाना बनाने की मांग समय समय पर करती आरही हे। क्षेत्र के विधायक व सांसद ने भी इन मांगो को शिध्र पुरा करने के लिए कई बार आश्वासन दिया था। बावजुद इसके इन मांगो का आज तक कोई समाधान नही हुआ। उलटे प्रदेश सरकार द्वारा लिए गए इस निर्णय से जनता की समस्या हल होना तो दुर परेशानी बडेगी।


यु होगी परेशानी--- वर्तमान मे पारा क्षेत्र की तहसील झाबुआ हे। जोकि पारा से मात्र 15 किलो मीटर व क्षेत्र के ग्राम सागीया तेजारीया कलमोडा से करिब 50 किलांे मीटर दुर हे। जोकि सीघे झाबुआ जाती हे। वही रामा कालीदेवी को तहसील बनाने के बाद यह दुरी पारा के लिए करिब 35 किलोमीटर व सागीया तेजारीया के लिए 70 से 80 किलोमिटर दुर हो जावेगी। अधिकांश लोगो को रामा कालीदेवी झाबुआ होकर ही जाना पढेगा हें। जिसमे समय ओर पेसा दोनो का बोझ आम जन पर पडेगा। वही रामा के लिए आवागमन के साधन भी नही के बाराबर हे। अर्थात किसी भी काम के लिए रामा जाना होतो स्वयं का वाहन होना बहुत जरुरी हे। नही तो आम आदमी न तो समय पर रामा पहुच पाएगा ओर न ही समय पर वापस अपने घर पहुच सकेगा।

कई मर्तबा दिए आवेदन--पारा नगर मे तहसील, ब्लाक,खेल मेदान व थाना बनाने के लिए क्षेत्र के नागरीको व समाजीक कार्यकर्ताओ ने कई बार आवेदन दिए। ग्राम उदय से भारत उदय, पंचायत की वार्षीक सभा सहीत कलेक्टर यहा तक की जिले व नगर के प्रवास पर आए प्रदेश मुखीया शिवराजसिह चोहान तक को उक्त मांगो को लेकर आवेदन दिए साथ ही देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भी इस बाबत पत्र दिया था । आसपास के ग्रामीण क्षेत्र मे भी ग्राम उदय से भारत उदय मे पारा को तहसील बनाने के आवेदन आमजन द्वारा दिए गये ।इन दिए गए सभी आवेदन पर जिला प्रसाशन व राज्य शासन के क्या कारवाही की इस का अंदाज इस घोषणा के बाद सहज ही लगाया जासकता हे। ये सब ग्राम उदय से भारत उदय अभीयान महज कागजी खाना पुर्ति करने का एक ढकोसला के अलाव कुछ नही।

ये हे पार क्षेत्र की परीधी--पारा क्षेत्र की परिधी करिब 40 किलांमीटर के लगभग हे । जो कि छापरी रणवास, दात्या घाटी, तेजारीया से लेकर रजला वागलावट तक व बेहडी दोलतपुरा से लेकर खयडु धांधलपुरा तक हे। जिसमे 26 से ज्यादा ग्राम पंचायत हे जिनकी आबादी करिब 60 हजार से ज्यादा हे। बावजुद इसके आमजन की सुविधा के लिए आजतक कीसी भी सरकार ने इस क्षेत्र के नागरीको के लिए कोई कारवाही नही की।

नही होती हे कारवाही-- गत वर्ष भी नगर सहीत आसपास के नगारीको ने सीएम हेल्प लाईन पर सेकडो लोगो ने इसी बाबात शीकायत दर्ज करवा कर तहसील व ब्लाक बनाने की मांग की थी। लेकिन आज तक कोई हल नही हुआ। ठीक उसके विपरीत रामा कालीदेवी क्षेत्र को बिना मांगे तहसील, आई टी आई कालॅज खेल मेदान आदी कई सोगाते दी हे यह आश्र्चय की बात हे।

निषक्रिय हे जन प्रतिनिधि -- पारा क्षेत्र के समस्त जन प्रतिनिधि निषक्रिय हे जो कि केवल चुनाव के समय ही जागते हे। वही विधायक व सांसद ने भी इस क्षेत्र मे भाषण बाजी व थोथी घोषणा के अलावा कुछ नही किया हे।क्षेत्र की विघायक तो पारा को सोताला ही समझ रही हे। विधायक का चुनाव जितने के बाद उन्होने पारा की तरफ मुड कर भी नही देखा। यह अलग बात हे कि वे गाहे बगाहे पार्टी के  किसी कार्यक्रम मे कुछ देर के लिए दिखाई देती हे। आम जन से उनका कोई सरोकार नही हे। उनके द्वारा पारा मे कई घोषणा की गई पर वे सीर्फ घोषणा ही रही।यहा तक की मुक्तीधाम की बाउन्ड्री वाल निर्माण की घोषणा कर के भी वे भुल गई जिसकी पांच लाख की राशी आजकत प्राप्त नही हुई।


यह हे नागरीको का अभिमत---पारा क्षेत्री जनता का यह कहना हे की पारा क्षेत्र के राजस्व से संबधीत समस्त कार्य पुर्ववत झाबुआ तहसील से ही हो। जिससे की उनको किसी प्रकार की कठीनाई का सामना नही करना पढे। साथ इससे आम जन को राहत भी मिलेगी । पेसा व समय की बचत भी रहेगी।

सार्वजनिक गणेष मंडल मे हुआ महा आरती का आयोजन, आज होगा प्रष्नमंच का अभिनव एवं रोचक कार्यक्रम

झाबुआ । सार्वजनिक गणेशोत्सव में बुधवार की रात को स्थानीय राजवाडा चैक स्थित श्री सत्यनारायण मंदिर में सार्वजनिक गणेश मंडल झाबुआ द्वारा महा आरती का आयोजन किया गया । समिति के महासचिव नानालाल कोठारी एवं रविराज राठौर ने बताया कि भगवान श्रीगणेश जी की 108 दीपक से बडी संख्या में उपस्थित पुरूष एवं महिला श्रद्धालुओं द्वारा महा आरती की गई । इस अवसर पर डा. केके त्रिवेदी, राजेन्द्र अग्निहौत्री, कीर्ति भावसार, लालसिंह राठौर, सौभाग्यसिंह चैहान, जितेन्द्र शाह, जैमिनी शुक्लरा, भागवत शुक्ला, जितेन्द्र अग्निहौत्री, महेश पाण्डे, राजेन्द्र शाह, राजेन्द्रकुमार सोनी, सहित बडी संख्या में श्रद्धालुजनों एवं महिलाओं ने भगवान श्रीगणेश एवं श्री सत्यनारायण जी की महा आरती की । इस अवसर पर भगवान श्री गणेशजी को 501 लड्डूओं का नैवेद्य भी अर्पित किया गया ।  महा आरती के बाद मारूति रामाण मंडल रानापुर द्वारा संगीत मय सुंदरकांड की प्रस्तुति दी गई । नानालाल कोठारी ने बताया कि आज 1 सितम्बर को बहुप्रतिक्षित प्रश्नमंच का कार्यक्रम आयोजित किया जावेगा जिसमें नगर की 12 उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों के छात्र-छात्राओं की टीमे भाग लेगी । रात्री 8 बजे से 10 बजे तक आयोजित होने वाले इस प्रश्नमंच कार्यक्रम में मनीष त्रिवेदी एवं सौभाग्यसिंह चैहान द्वारा छात्र छात्राओं को सम सामयिक विषयों पर सामान्य ज्ञान पर आधारित प्रश्न पुछे जायेगें । विजेता टीमों को प्रथम पुरस्कार 2500 रु. द्वितीय पुरस्कार 2000 रु. एवं तृतीय पुरस्कार 1500 रूपयेतथा शिल्ड प्रदान की जायेगी । तथा प्रत्येक सहभागी छात्र-छात्राओं को सान्त्वना पुरस्कार दिये जायेगें । संयोजक राजेन्द्र कुमार सोनी एवं हर्ष भट्ट ने बताया कि प्रश्नमंच के दौरान दर्शकों से भी प्रश्न पुछे जायेगें तथा सही उत्तर देने वाले दर्शकों को हाथो हाथ पुरस्कार दिया जायेगा । मंडल के अध्यक्ष राजेन्द्र अग्निहौत्री ने नगर के सभी नागरिकों से इस अभिनव एवं रोचक कार्यक्रम में सहभागी होकर कायक्रम को सफल बनाने की अपील की है ।

भगवान सिद्धी विनायक को छप्पन भोग का नैवेद्य अर्पित, महा आरती कर प्रसादी वितरित की ।

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झाबुआ । विवेकानंद कालोनी में स्थापित किये गये  सर्वोदय बाल गणेश मंडल में बुधवार की रात्री को भगवान श्री गणेश को छप्पन भोग का नैवेद्य अर्पित किया गया तथा महा आरती का आयोजन किया गया । इस अवसर पर नीतिन यादव, मधुसुदन शर्मा, शैलेन्द्र शर्मा, सुभाष वर्मा, धर्मेन्द राठौर, अनिल सोनी, बाबुलाल परमार, पुष्पेन्द्र शर्मा, मोह नलाल व्यास, शंकर गोलानी, शारदा शर्मा, उर्मीला राठौर, धर्मिष्ठा शर्मा, शशिकला वर्मा, भंवरकुवर वर्मा, निर्मला परमार, सुनिता निंगवाल,प्रेमलता चैहान, गंगा भीडे सहित बडी संख्या में बच्चों ने गणेश जी जय जय कारों केसाथ महा आरती मे भाग लिया ।

चिंतामण गणेष मंदिर में महाआरती का हुआ आयोजन, 101 किलो लड्डूओं ंकी प्रसादी का किया वितरण

झाबुआ। शहर के थांदला गेट पर स्थित श्री चिंतामण गणेष मंदिर में चिंतागण गणेष मंदिर समिति द्वारा गणेषोत्सव पर्व के छटवें दिन बुधवार रात 8 बजे महाआरती का आयोजन किया गया। महाआरती पश्चात् महाप्रसादी के रूप में 101 किलो लड्डूओं का प्रसाद वितरित किया गया। महाआरती करने का लाभ वरिष्ठ समाजसेवी विद्याचरण शर्मा एवं उनके परिवारजनों द्वारा लिया गया। इस अवसर पर समिति से जुड़े राजेन्द्र जैन ‘षुभम’, कमलेष पटेल, पंकज सांकी, निर्मल आचार्य, संदीप जैन ‘राजरतन’, अमित जैन, निलेष घोड़ावत के साथ सकल व्यापारी संघ के अध्यक्ष नीरजसिंह राठौर, कोषाध्यक्ष राजेष शाह, हरिष शाह, लालाभाई शाह, राजवाड़ा मित्र मंडल के गोपाल नीमा, पंकज चैहान, ओपी राय, जितेन्द्र पटेल, अंकुष कांठी के साथ बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने शामिल होकर गणेषजी की महाआरती करने का लाभ लिया। पश्चात् भारत माता की आरती भी हुई। आरती पश्चात् विघ्नहर्ता श्री गणेषजी एवं भारत माता के जयकारे भी लगाए गए।

भगवान का किया मनमोहक श्रृंगार
पर्व के छटवें दिन बुधवार रात मंदिर में चिंतागण श्री गणेषजी एवं माता रिद्धी-सिद्धीजी की मनमोहक श्रृंगार मंदिर के पूजारी मनोज सारोलकर द्वारा किया गया। महाप्रसादी का आयोजन राजवाड़ा मित्र मंडल की ओर हुआ। पर्व को लेकर मंदिर पर आकर्षक विद्युत सज्जा भी की गई एवं प्रतिदिन सुबह से रात तक दर्षन के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रहीं है।

पेंषन हित लाभ को प्रभावित करने वाली धारा 72 को हटाने के लिये पेंषनरों ने प्रधानमंत्री के नाम सौपा ज्ञापन
रैली निकाली और किया जंगी प्रदर्षन

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झाबुआ । मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ के पुनर्गठन अधिनियम 2000 में पेंशनर्स के हितो के विपरित किये गये प्रावधानों एवं धारा 72 को विलोपित करने तथा कर्मचारियों की तरह ही पेंशनरों को भी सांतवे वेतनमान के हितलाभ देने की मांग को लेकर गुरूवार को स्थानीय आम्बेडकर पार्क में जिला पेंशन एसोसिएशन द्वारा प्रान्तीय आव्हान पर जंगी धरना प्रदर्शन कर जिला प्रशासन के माध्यम से प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौपा गया ।  जिला पेंशनर्स एसोसिएशन झाबुआ द्वारा आयोजित इस धरना प्रदर्शन आन्दोलन में जिले के सभी स्थानों से पेंशनरों एवं पदाधिकारियों ने सहभागिता की । करीब 500 पेंशनरों ने आम्बेडकर पार्क में नारे बाजी करके सांतवे वेतनमान का लाभ दिये जाने, धारा 72 को विलोपित करने तथा पेंशनरों को प्रतिमाह 1000 रुपये के मान से मेडिकल भत्ता दिये जाने के बारे में मांग की । इस अवसर परसंगठन के सरंक्षक डा.केके त्रिवेदी ने पेंशनरों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश के पेंशनरों को पेंशन लाभ दिये जाने के लिये छत्तीसगढ सरकार की सहमति का जो प्रावधान धारपा 72 में किया गया है वह देश में कश्मीर में लागू धारा 370 के समकक्ष ही कहा जावे तो अतिशयोक्ति नही होगी । दो राज्यों के बीच अपने कर्मचारियों एवं पेंशनरों को लाभान्वित करने के लिये परस्पर सहमति की जो शर्ते डाली गई है वह पूरी तरह अव्यवहारिक होकर भारतीय संविधान के प्रावधानों के विपरित ही है । डा. त्रिवेदी ने कहा कि कुछ समय के लिये यह प्रावधान होने की बात तो समझ मे आती है किन्तु राज्यों के पुनर्गठन के 17 सालों के बाद भी इनका प्रभावशाील रहना समझ से परें है ।जबकि छत्तीसगढ राज्य ने छटवा वेतनमान मध्यप्रदेश के पहले दी दे दिया था जबकि दोनो राज्यों की स्थिति समकक्ष है । श्री त्रिवेदी ने कहा कि पेंशनरों के साथ प्रदेश सरकार का यह सौतैला व्यवहार कदापि सही नही कहा जासकता है । पेंशनर्स 40 सालों तक सरकार की सेवायेंक रने के बाद इस लाभ का हकदार होता है और पेंशनर मार्गदर्शक होकर घर के मुखिया के समान होता है जिसके कारण सरकारे तक बदल सकती है । उन्होने धारा 72 को तत्काल प्रभाव से खतम करने की मांग करते हुए बताया कि प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौप कर प्रदेश सरकार के इस अविवेकपूर्ण व्यवस्था को समाप्त करने की मांग जायज है ।मध्यप्रदेश सरकार का स्वतंत्र अस्तित्व है फिर छत्तीसगढ की सहमति की जरूरत वाली बात समझ से परे है । श्री त्रिवेदी ने कहा कि सरकारे इस तरह के प्रावधान लागू करके निर्णयों को टालने की आदी है । अतः धारा 72 को तत्काल प्रभाव से समाप्त करना चाहिये । धरना प्रदर्शन को संबोधित करते हुए जिला पेंशनर्स एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष रतनसिंह राठौर ने प्रधानमंत्री के नाम से सौपे जाने वाले ज्ञापन की जानकारी देते हुए कहा कि यदि पेंशनरों की मांगे 7 सितंबर तक पूरी नही होती है तो 7 सितम्बर को राजधानी में पूरे प्रदेश के पेंशनर राज्यव्यापी धरना देगे तािा मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौपगें ।उन्होने पेंशनरों को 1000 रुपये प्रतिमाह मेडिकल भत्ता दिये जाने की मांग दुहराते हुए कहा कि वेतनमान का लाभ दिये जाने में परस्पर दोनों राज्यों की सहमति की बात हास्यास्पद है  । दूसरे राज्यों का भी पुनर्गठन हुआ है किन्तु वहां पर ये प्रावधान नही है और वे राज्य स्वतः ही निर्णय लेते है । इस अवसर पर थांदला संगठन के अध्यक्ष पीएल मोड, कल्याणपुरा के गोविन्दराम वर्मा, पेटलारवद के मूलचन्द काग ने भी अपने विचार व्यक्त किये । आम्बेडकर पार्क से सैकडो की संख्या में पेंशनरों ने नारे बाजी करते हुए रैली निकाली और कलेक्टर कार्यालय पहूंचें । जहां कलेक्टर के प्रतिनिधि डा. अभयसिंह खरारी डिप्टी कलेक्टर को प्रधानमंत्री एवं जिला कलेक्टर के नाम से दो ज्ञापन सौपे । ज्ञापन में मांग की गई है कि दो राज्यों के पुनर्गठन को आज 17 साल की अवधि हो चुकी है ुिर दोनों राज्यों की परस्पर सहमति पेंशनरों के हितलाभ के लिये क्यो जरूरी है ?दोनो ेही राज्यों के आय-व्यय अलग अलग है एवं परस्पर सहमति के प्रावधान के कारण केवल पेंशनरों को व्याकुल एवं नुकसान पहूंचता है । भारत सरकार पेंषनरों के आर्थिक देयकों पर दोनों राज्यों की पूर्व सहमति के लिये धारा 72 केा विलोपित करने का आदेश प्रदान करें । वही दूसरा ज्ञापन कलिेक्टर झाबुआ को भी ज्ञापन देकर पेंषनरों को संशोधित पेंशन लागू करने के लिये शासन से अनुसंशा करने का अनुरोध किया गया है ।ज्ञापन का वाचन केके त्रिवेदी ने किया । जिला प्रचार सचिव राजेन्द्र कुमार सोनी ने बताया कि पेंशनरों की इस धरना आन्दोलन मे पेटलावद, थांदला, मेघनगर, कल्याणपुरा, राम, पारा, झाबुआ, रानापुर सहित सभी स्थानों के पेंशनर एवं पदाधिकारियों, वािश्ठ नागरिक संगठन के अध्यक्ष विद्याराम शर्मा, डा. श्रीमती किरणबाला चतुर्वेदी, सुश्री डा. जयापाठक, श्रीमती कुंता सोनी, मुन्नीदेवी बाजपेयी, नवलसिंह नायक, भारतसिंह तोमर, गोविन्दराम वर्मा, मूलचंद काग श्रीनाथ चैहान, जयंतीलाल राठौर, समीउद्दीन सैयद, जयेन्द्र बैरागी, एजनलाल भानपुरिया सहित जिले भर के पेंशनर उपस्थित थे । कार्यक्रम का संचाल पीडी रायपुरिया ने किया । आभार अरविन्द व्यास ने व्यक्त किया ।

नेशनल हाईवे की सड़क के बीचो-बीच बिखरी मिट्टी मौत को दे रहीं बुलावा, अब तक हो चुकी कई दुर्घटनाएं

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झाबुआ। शहर से गुजरने वाले नेषनल हाईवे मार्ग पर विजय स्तंभ तिराहे से आगे जाने पर पुलिया पर बिखरी मिट्टी एवं कंकर बड़े हादसे को न्यौता देती दिखाई पड़ रहे है। आसपास मकान बनाने वाले व्यक्ति द्वारा मकान बनाने के बाद इसकी पूर्ण सफाई नहीं करवाए जाने से यह मौत को खुला आमंत्रण दे रहीं है। उल्लेखनीय है कि यह मार्ग राष्ट्रीय राजमार्ग के अंतर्गत आता है। जिसके चलते इस मार्ग से दिनभर हजारों छोटे एवं बड़े वाहनों का आवागमन लगा रहता है एवं यहां से गुजरते समय वाहनों की रफतार भी तेज होती है। ऐसे में सड़क पर बीचो-बीच अव्यवस्थित तरीके से बिखरी गिट्टी एवं कंकर से बड़ी दुर्घटना की यहां प्रबल संभावना बनी हुई है। इस कारण छोटी दुर्घटनाएं तो पूर्व में कई हो चुकी है।

प्रषासन घोर लापरवाह
आष्चर्य की बात यह है कि प्रषासन इस ओर कोई ध्यान क्यो नहीं दे रहा। नेषनल हाईवे हीं नहीं, यदि शहर की ही बात की जाए तो शहर के मुख्य बाजारों एवं गली-मौहल्लों में आए मकान एवं दुकान निर्माण कार्य के दौरान मिट्टी एवं पत्थर आदि सड़क पर संबंधित निर्माणकर्ताओं द्वारा रख दिए जाते है। जिससे यातायात तो प्रभावित होता हीं है, लेकिन बाद में इनकी पूर्ण सफाई की ओर भी ध्यान नहीं दिए जाने से अनेक दुर्घटनाएं भी होती है।

बड़े हादसे का इंतजार
नेषनल हाईवे पर भी बिखरी मिट्टी के भी यहीं हाल है, बताया जाता है कि यहां यह स्थिति करीब 15 दिनों से बनी हुई है और निरंतर दुर्घटनाएं भी हो रहीं है, लेकिन प्रषासन एवं नेषनल हाईवे विभाग देखकर भी मौन धारण किए हुए है और उन्हें किसी बड़े हादसे का इंतजार है, चूंकि समीप पुलिया भी है।

वरिष्ठ पत्रकार संजय जैन हुए घायल
बुधवार शाम को वरिष्ठ पत्रकार संजय जैन एवं उनकी धर्मपत्नी मोटरसाईकिल से मेघनगर से आते हुए दिलीप गेट से विजय स्तंभ तिराहे की ओर आ रहे थे, कि पुलिया के समीप ही बिखरी इस मिट्टी-कंकर के कारण उनकी बाईक बुरी तरह से स्लीप हो गई और उन्हें हाथ एवं पैर पर गंभीर चोट पहुंची। साथ ही उनकी पत्नी को भी दुर्घटना में चोटे आई। इस तरह का यह पहला हादसा नहीं है, इससे पूव र्भी इस मार्ग पर उक्त स्थिति के चलते कई दुर्घटनाएं हो चुकी है। इस ओर विभागीय जिम्मेदार अधिकरियों को अतिषीघ्र ध्यान देकर मार्ग की सफाई करवाने के साथ संबंधित के विरूद्ध सख्त कार्रवाई किए जाने की आवष्यकता है।

तेजा दशमी पर तोडी तांतीया

पिटोल - प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी पिटोल स्थित तेजाजी महाराज के मंदीर पर भव्य तेजा दशमी का आयोजन किया गया जिसमे ढ़ोल एवं बाजो के साथ रंग बिरंगे धर्म ध्वजाओ के साथ तेजाजी महाराज सुबह 9 बजे से पिटोल नगर के भ्रमण पर निकले कि पुरे नगर मे सभी मोहल्ले में भ्रमण कर दोपहर 12.30 बजे वापस विशाल जुलूस के रूप में मंदीर पहुॅचे इस विशाल जुलूश में पिटोल के मेवाड़ (गारी)    समाज द्वारा आयोजित किया जाता है जिसमें सभी समाज वर्गो  के लोगो शामिल होते हे जिसके पश्चात् मंदीर में दोपहर कि आरती कि गई इसके बाद में मंदीर के पण्ड़ा श्री गुड़ला भाई गारी ने बताया कि दिन भर जहरीले जानवरो द्वारा काटने वाली ताती तोड़ने का कार्य एवं धार्मिक कार्यक्रम होंगे ।

लापरवाह सरपंचो को धारा 40 का नोटिस जारी

झाबुआ । पंच परमेश्वर योजनान्तर्गत शासन द्वारा सी.सी.रोड निर्माण हेतु ग्राम पंचायतों को प्रदाय की गई राशि में से अधिकांश राशि ग्राम पंचायत के पास शेष रहने, शासकीय कार्य मेें लापरवाही एवं कार्य में रूचि न लेने से जनपद पंचायत पेटलावद की ग्राम पंचायत रताम्बा, जनपद पंचायत थांदला की ग्राम पंचायत मोरझरी, जनपद पंचायत मेघनगर की ग्राम पंचायत गुवाली, जनपद पंचायत झाबुआ की ग्राम पंचायत अंतरवेलिया, जनपद पंचायत रामा की ग्राम पंचायत डोकरवानी तथा जनपद पंचायत रानापुर की ग्राम पंचायत कंजावानी के सरपंच तथा सचिव को म.प्र. पंचायतराज अधिनियम 1993 की धारा 40 के अंतर्गत कार्यवाही हेतु मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत झाबुआ द्वारा नोटिस जारी किया गया है।

अगस्त माह में सेवानिवृत हुए शासकीय, सेवको को समारोह पूर्वक दी गई विदाई

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झाबुआ । जिले में पेंषन प्रकरणो के त्वरित निराकरण के लिए कलेक्टर के मार्गदर्शन में षासकीय सेवा से सेवानिवृत होने वाले षासकीय सेवको को समारोह पूर्वक समस्त भुगतानो को करने के लिए आज कलेक्टर कार्यालय में अगस्त 2017 में सेवानिवृत्त हुए जिले के षासकीय सेवको को समस्त स्वत्वों का भुगतान कर सम्मान पूर्वक विदाई दी गई।

सेवानिवृत्त षासकीय सेवको को सम्मानित किया गया
कलेक्टर कार्यालय के सभा कक्ष में सेवानिवृत्त हुए षासकीय सेवको को आज मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्रीमती जमना भिडे एवं जिला कोषालय अधिकारी श्रीमती ममता चंगोड द्वारा साल श्रीफल एवं पुष्पमाला पहनाकर सम्मानित किया गया। सम्मान समारोह कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित किया गया। सम्मान समारोह में सभी षासकीय सेवको को स्वत्वों के भुगतान संबंधी आदेष दिये गये। इस अवसर पर एटीओ श्री दिनेश पारगी, पेंषनर्स एसोसिएषन के सदस्य एवं सेवानिवृत्त होने वाले षासकीय सेवक उपस्थित थे। समारोह का आयोजन जिला प्रषासन द्वारा किया गया। समारोह में अधिकारियों एवं सेवानिवृत्त हो रहे षासकीय सेवको ने अपने अनुभव बाॅटे एवं आभार प्रर्दशन कोषालय अधिकारी श्रीमती ममता चंगोड ने किया।

ये हुवे सेवानिवृत्त
श्री भानुप्रसाद दुबे उप यंत्री कार्यपालन यंत्री पी.एच.ई.विभाग झाबुआ, श्री दलसिंह रावत कनिष्ठ लेखाधिकारी पिछडा वर्ग अल्प संख्यक कल्याण विभाग झाबुआ, श्री मानसिंह चैहान सहायक शिक्षक, शा.क.उ.मा.वि.भगोर, श्री अशोक भटनागर व्याख्याता शा.क.मा.वि.थांदला, श्री हरमनसिंह सिंगाडिया सहायक ग्रेड-2 शा.उ.मा.वि.रंभापुर,कैलाशचन्द्र डामर व्याख्याता शा.क.उ.मा.वि. थांदला, श्रीमती सरला आर्थर प्रधान पाठक शा.उ.मा.वि. काकनवानी, श्री प्रमोद कुमार कोशिक वनपाल वन अनुसंधान एवं विस्तार वृत झाबुआ, श्री फतेहसिंह गेहलोद केअरटेकर कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण विभाग झाबुआ, श्री शंकरलाल पटेल ए0व्ही0एफ0ओ. पशु चिकि.सेवाएं झाबुआ, श्री शांता लश्कर माली उद्यान विभाग झाबुआ एवं श्री चन्द्रशेखर वर्मा भृत्य पोलिटेकनिक काॅलेज झाबुआ आज शासकीय सेवा से निवृत्त हुवे।

नगरीय निकाय के निर्वाचित सदस्यों की प्रथम बैठक एवं उपाध्यक्ष निर्वाचन की प्रक्रिया करवाने हेतु अधिकारी नियुक्त
  • झाबुआ नगर पालिका परिषद का प्रथम सम्मेलन 8 सितम्बर को

झाबुआ । नगर पालिका झाबुआ एवं नगर परिषद पेटलावद, थांदला, रानापुर में परिषद की प्रथम बैठक की अध्यक्षता करने के लिये एवं उपाध्यक्ष के निर्वाचन के लिये कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री आशीष सक्सेना ने राजस्व अधिकारियों को कार्यवाही तत्काल निर्धारित प्रक्रिया अनुसार सम्पन्न कराये जाने हेतु नियुक्त किया है। जारी आदेशानुसार श्री एसपीएस चैहान अपर कलेक्टर जिला झाबुआ को नगर पालिका परिषद झाबुआ की प्रथम बैठक का आयोजन एवं उपाध्यक्ष का निर्वाचन सम्पन्न कराने हेतु नियुक्त किया गया है। श्री आर एस बालोदिया अनुविभागीय अधिकारी राजस्व झाबुआ को नगर परिषद रानापुर के लिए , श्री सत्यनारायण दर्रोह  अनुविभागीय अधिकारी राजस्व थांदला को नगर परिषद थांदला के लिए, श्री चन्दरसिह सोलंकी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व पेटलावद को नगर परिषद पेटलावद की प्रथम बैठक का आयोजन एवं उपाध्यक्ष का निर्वाचन सम्पन्न कराये जाने हेतु नियुक्त किया गया है। झाबुआ नगर पालिका परिषद का प्रथम सम्मेलन तथा उपाध्यक्ष का निर्वाचन 8 सितम्बर को प्रातः 10.30 बजे से नगरपालिका परिषद कार्यालय झाबुआ के सभा कक्ष में संपन्न होगा।

एक से 7 सितम्बर तक आंगनवाडी केन्द्रो पर होगे आयोजन
  • राष्ट्रीय पोषण सप्ताह 1 से 7 सितम्बर तक आयोजित होगा

झाबुआ । प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी 01 से 07 सितम्बर 2017 के दौरान राष्ट्रीय पोषण सप्ताह का आयोजन किया जाएगा। पोषण सप्ताह के दौरान आंगनवाडी केन्द्रो पर पोषण जागरूकता को बढावा देने के लिए ग्रामीणो को समझाया जाएगा, पोषण विविधता के बारे में बताया जाएगा, स्थानीय खाद्य सामग्री के उपयोग को बढावा देने की सलाह दी जाएगी। किचन गार्डन लगाने हेतु महिलाओं को प्रेरित किया जाएगा। पोषण सप्ताह के दौरान पोषण आनंद मेला आयोजित होगा। मेले में अपना पोषण अपने हाथ पर आधारित पोषण आनन्द मेला का आयोजन जिला स्तर पर होगा। मेले का आयोजन होम साइंस काॅलेज एवं कृषि विज्ञान केन्द्र के समन्वय से किया जाएगा। जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास श्री जमरा, ने बताया कि पोषण सप्ताह के दौरान 1 सितम्बर को प्रथम दिवस पोषण परामर्श सत्र  आयोजित किया जाएगा। 3 सितम्बर को द्वितीय दिवस को पोषण बाल सभा तथा बच्चो में व्यक्तिगत स्वच्छता पर चर्चा की जाएगी बच्चो को सुबह का नाश्ता व खाना निर्धारित समय पर उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाएगा। 4 सितम्बर तृतीय दिवस को संतुलित पोषण थाली प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। 5 सितम्बर चतुर्थ दिवस को गोद भराई तथा पोषण परामर्श की नई व स्वादिष्ट रेसिपी की जानकारी हितग्राहियो को बताई जायेगी। 6 सितम्बर पंचम दिवस को पोषण दस्तक तथा पोषण प्रशनोत्तरी भरना, ग्राम की पोषण वाटिका का कृषि विभाग के कर्मचारियो के साथ भ्रमण एवं उपचार बच्चो को स्थानीय सहयोग से रूचिकर व पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराया जाएगा। 7 सितम्बर पंचम दिवस को कन्या महाविद्यालयो में पोषण परिचर्चा तथा विद्यालयों में निबंध प्रतियोगिता ‘‘कैसा हो अपने गांव का संतुलित भोजन‘‘ विषय पर आयोजित की जाएगी। सब्जियो और फलों के बीज का वितरण कराया जायगा।

अपहरण के दो अपराध पंजीबद्ध
     
झाबुआ ।  अपहर्ता फिजाबी पति शमीर खाॅंन मुसलमान उम्र 18 साल निवासी रोजिया जो घर से शौच हेतु जाने कर कहकर गयी थी जिसे आरोपी विक्रम पिता गुमान डामोर निवासी रोजिया अपहरण कर ले गया। प्रकरण में थाना मेघनगर में अपराध क्रमांक 298/17 धारा 363 भादवि का प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।फरि. भुण्डा पिता थावरिया भाभर उम्र 48 साल निवासी कुण्डीयापाडा ने बताया कि मेरी लड़की सुनीता उम्र 17 साल घर से खवासा बाजार गई थी जिसे आरोपी कलसिंग पिता रणसिंग मईडा निवासी कुण्डीयापाडा का बहला फुसलाकर अपहरण कर ले गया। प्रकरण में थाना थांदला में अपराध क्रमांक 416/17 धारा 363 भादवि का प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

दहेज प्रताड़ना का अपराध पंजीबद्ध
झाबुआ।  फरि. रतनीबाई पति प्रेम निनामा उम्र 30 साल निवासी नवापाडा ने बताया कि आरोपी पे्रम पिता हिरा निनामा निवासी नवापाडा ने फरि. के साथ आये दिन गाली गलौच कर मारपीट कर मानसिक व शारीरिक रूप से प्रताड़ित करता है व जान से मारने की धमकी दी। प्रकरण में थाना रायपुरिया में अपराध क्रंमाक 285/17 धारा 498-ए,506 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

अवैध शराब के तीन अपराध पंजीबद्ध
झाबुआ। आरोपी नाहरसिंह पिता तोलिया परमार उम्र 25 साल निवासी बखतपुरा के अवैध कब्जे से  1700/-रू0 की 14 नग बीयर प्रेसिंडेंड व 10 क्वार्टर अंग्रेजी गोवा कंपनी की शराब जप्त कर गिर. किया गया। प्रकरण में थाना कोतवाली में अपराध क्रं0 689/17 धारा 34-ए आब. एक्ट का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। आरोपी उदयसिंह पिता पारसिंह मचार उम्र 50 साल निवासी बेडावली के अवैध कब्जे से  400/-रू0 की महुआ शराब जप्त कर गिर. किया गया। प्रकरण में थाना मेघनगर में अपराध क्रं0 300/17 धारा 34-ए आब. एक्ट का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। आरोपिया इनाबाई पति मकना निनामा उम्र 25 साल निवासी बिपोली के अवैध कब्जे से 450/-रू0 की महुआ शराब जप्त कर गिर. किया गया। प्रकरण में थाना कल्याणपुरा में अपराध क्रं0 242/17 धारा 34-ए आब. एक्ट का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

मोटर सायकल की चोरी
झाबुआ । फरि. प्रितेश पिता मशुल डामोर उम्र 24 साल निवासी मदरानी ने बताया कि अपनी मो.सा. बजाज कंपनी की घर के सामने से लाॅक लगाकर खड़ी की थी जिसे अज्ञात बदमाश चुराकर ले गया। प्रकरण में थाना काकनवानी में अपराध क्रंमाक 281/17 धारा 379 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

जयनगर (मधुबनी) हलचल 31 अगस्त

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जयनगर : जानकी सेना बाढ़ राहत के लिए रवाना 


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जयनगर/मधुबनी, आज जयनगर अनुमंडल से जानकी सेना के कार्यकर्ताओं की टोली निकला जानकी सेना के जिला महामंत्री धर्मेन्द्र उर्फ बौआ झा के नेतृत्व मे मधुबनी मे आये आपदा मे बाढ पिडितों के बीच राहत सामाग्री  चुरा गुर चावल,चीनी,मुर्ही भुजिया,बिसकिट्स, कपड़ा ,,साडी,मोमबत्ती, माचिस,तिरपाल वितरण करने के लिये जयनगर वासियों ने अपनी अपनी स्वेच्छा से बाढ़ पीरीतो के लिये सामान एकत्र कर जिला मुख्यालय से आये टीम के साथ निकल पड़े बाढ़ पीरीतो के लिये ,,,,इस मौके पर रा0लो0स0पा0के राष्ट्रीय महासचिव अरूण कुशवाहा ,दिलीप सिह,विजय साफी,राजू पासवान, बिलटू पासवान,निशा राम सहित दर्जनों लोग इस मौके जनसेवा करने निकल पडे ।राहत सामग्री जानकी सेना के द्धारा जो वितरण किया जाऐगा वहाँ राहत कैंप मे बाढ पिडितों को राहत सामग्रि जानकी सेना के मुख्य संरक्षक सह भाजपा नेता मृत्युंजय झा जी इस मौके  पर वितरण करेंगे ।

नगर विकास मंत्री ने जयनगर विकास के लिए हर संभव मदद की बात कही 

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नगर पंचायत जयनगर कार्यालय के पदाधिकरी की एक टीम जयनगर के शहरी छेत्र के विकास सम्बन्धी समस्याओं को लेकर माननीय मंत्री नगर विकास बिहार सरकार श्री सुरेश शर्मा जी के पटना कार्यालय मे मिले ,,,और जयनगर की समस्याओं से अवगत कराये । नगर विकास मंत्री श्री सुरेश शर्मा ने जयनगर की सौंदर्यीकरण के लिये हर सम्भव मदद करने तथा राशि विकास के लिये बाते कही ॥जयनगर नगर पंचायत कार्यालय से जाने  वालो मे उप चेयर मैन दुर्गा देवी के पति अमर ठाकुर ,,नगर अध्यक्ष कैलाश पासवान सहित राज़ नगर विधायक राम प्रीत पासवान ,,,अन्य पदाधिकरी तथा कर्मचारी शामिल थे

बिजली पोल से 220 बोल्ट सप्लाई का तार टूटा 


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जयनगर कर पटना गद्दी चौक गौशाला रोड के समय अचानक बिजली पोल से 220 बोल्ट सप्लाई के तार टूट कर सड़क पर गिरने से भगदड़ जैसी माहौल उत्पन्न हो गयी ,,किसी भी तरह के हताहत नही हुयी बिजली तार गिरी तो उस तार मे बिजली प्रवाहित हो रही थी ,सचिन कुमार के द्वारा विभाग को तुरंत ख़बर किये जाने से बिजली आपूर्ति कूछ देर के लिये बाधित हुयी ,,,बताते चले की उक्त पोल मे हमेशा बस बिजली करेंट प्रवाहित रहने के साथ साथ जयनगर के कई जगह के बिजली पोल मे करेंट प्रवाहित होती है जिस कारण कई वार हादसा हो चुकी है आये दिन जानवर सहित लोगो को करेंट लग चुकी है ।इस बावत जयनगर थाना मे पुलिस पब्लिक बैठक मे पवन यादव ने बिजली के लुंज पुंज तार की बाते उठायी थी उस बैठक मे sdo ,sdpo ,co ,sho   सहित जनता गन मौजूद थे ,,,,बिजली विभाग को कई वार जानकारी दी गयी नतीजा शून्य निकला ।।।।जयनगर के दर्जनों बिजली उप्भौग्ताओ ने बतलाया की प्राइवेट बिजली मिस्त्री के द्वारा बिजली पोल पर तार ठीक करने के समय कूछ तार को काट कर छोड़ दिया जाता है जिसमे करेंट प्रवाहित रहता है जिस कारण भी पोल मे करेंट आता है ।।


जयनगर से सुरेश कुमार गुप्ता की रिपोर्ट

भारत और स्विटजरलैंड सहयोग पर चर्चा की

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  • कालाधन, हवाला, हथियारों और नशीले पदार्थो से अर्जित धन से निपटने में सहयोग पर चर्चा

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नयी दिल्ली, 31 अगस्त, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और स्विटजरलैंड की राष्ट्रपति डोरिस लिउथार्ड के बीच बातचीत के दौरान दोनों देशों ने कालाधन और कर चोरी से प्रभावी ढंग से निपटने के रास्तों के बारे में चर्चा की और स्विटजरलैंड ने इन समस्याओं से निपटने में भारत को मदद देने की ठोस प्रतिबद्धता व्यक्त की । प्रधानमंत्री ने मिसाइल प्रौद्योगिकी नियंत्रण व्यवस्था के सदस्य बनने में मदद देने और परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह की सदस्यता के लिये भारत के प्रयासों का लगातार समर्थन देने पर स्विटजरलैंड को धन्यवाद दिया । मोदी ने कहा कि भारत कालाधन, डर्टी मनी, हवाला या हथियारों और नशीले पदार्थो से अर्जित धन के अभिशाप से निपटने के लिये स्विटजरलैंड के साथ सहयोग जारी रखने को प्रतिबद्ध है और इस बारे में कर से जुड़ी जानकारी के स्वत: आदान प्रदान संबन्धी घोषणापत्र की स्विटजरलैंड में आंतरिक प्रक्रिया पूरी होने पर सूचनाएं स्वत: ही साझा हो सकेंगी । मोदी और लिउथार्ड ने द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों से जुड़े विविध विषयों पर व्यापक चर्चा की, साथ ही कर अपवंचन और कालाधन पर द्विपक्षीय सहयोग को और गहरा बनाने के लिये सहयोग बढ़ाने के रास्तों पर चर्चा की । दोनों देशों के बीच रेलवे के क्षेत्र में तकनीकी सहयोग समेत दो समझौतों पर हस्ताक्षर किये गए । बातचीत के दौरान दोनों नेताओं ने महसूस किया कि भारत और स्विटजरलैंड के बीच कर चोरी और कालाधन के खिलाफ संघर्ष में काफी अच्छा सहयोग है । लिउथार्ड ने उम्मीद जाहिर की कि स्विटजरलैंड की संसद इस वर्ष के अंत तक सूचनाओं के स्वत: आदान प्रदान पर कानून को मंजूरी प्रदान कर देगी और इससे 2019 तक भारत के साथ पहले सेट की सूचना साझा करना संभव हो पायेगा ।


स्विस राष्ट्रपति ने कहा कि भारत और स्विटजरलैंड वित्तीय पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिये साथ साथ काम कर सकते हैं । उल्लेखलीय है कि भारत में कालाधन का मुद्दा काफी चर्चा में है और स्विटजरलैंड को ऐसे पनाहगाह के रूप में माना जाता है, जहां कुछ भारतीय अपना धन कथित तौर पर छिपा कर रखे हुए हैं । मोदी ने कहा कि आज हमने द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक विषयों पर व्यापक और सार्थक चर्चा की है। इस यात्रा से, हमारे मजबूत द्विपक्षीय संबंध और आगे बढ़े हैं। उन्होंने कहा कि आज दोनों देशों के कारोबारी नेताओं के साथ हमारी बातचीत के दौरान हमने ये महसूस किया कि उनमें, परस्पर लाभ के लिए सहयोग को लगातार बढ़ाते रहने की पुरजोर इच्छा है। भारतीय पारंपरिक औषधियां, विशेषकर आयुर्वेद, स्वास्थ्य और आरोग्य को बढ़ावा देने में बड़ी भूमिका निभा सकती हैं। मुझे खुशी है कि स्विट्जरलैंड ने आयुर्वेद को मान्यता दी है तथा इस महत्वपूर्ण क्षेत्र में और अधिक सहयोग के लिए उत्सुक है। मोदी ने लिउथार्ड के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा कि भौगोलिक प्रसार और निरस्त्रीकरण जैसे विषय भारत और स्विटजरलैंड दोनों के लिए ही बहुत महत्वपूर्ण हैं। इस संदर्भ में, हम मिसाइल प्रौद्योगिकी नियंत्रण व्यवस्था :एमटीसीआर: में भारत के शामिल होने के लिए स्विटजरलैंड के समर्थन हेतु बहुत आभारी हैं।

बोफोर्स मामला: न्यायालय कल करेगी सुनवाई

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नयी दिल्ली, 31 अगस्त, उच्चतम न्यायालय राजनीतिक रूप से संवेदनशील 64 करोड़ रुपये के बोफोर्स रिश्वत कांड के संबंध में कल सुनवाई करेगी। यह सुनवाई हाल में मीडिया में आईं इन खबरों के बीच होगी कि 1986 में होवित्जर तोपों के 1437 करोड़ रुपये के सौदे के लिए रिश्वत दी गई थी। प्रधान न्यायाधीश दीपक मिश्रा की अध्यक्षता वाली पीठ भाजपा नेता एवं अधिवक्ता अजय अग्रवाल द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई करेगी। अग्रवाल ने इस मामले में यूरोप में रह रहे हिन्दुजा बंधुओं के खिलाफ सभी आरोप खारिज करने के 31 मई 2005 के दिल्ली उच्च न्यायालय के आदेश को चुनौती दी थी। शीर्ष अदालत ने 18 अक्तूबर 2005 को उनकी याचिका विचारार्थ स्वीकार की थी। यह याचिका इसलिए दायर की गई थी क्योंकि सीबीआई उच्च न्यायालय के फैसले के बाद 90 दिन की समयसीमा में शीर्ष अदालत में अपील दायर नहीं कर पाई थी। यह सुनवाई इसलिए भी महत्वपूर्ण मानी जा रही है क्योंकि सत्तारूढ भाजपा के सांसदों ने संसद में बोफोर्स घूसकांड की जांच फिर से शुरु कराने की मीडिया में खबर आने पर मांग की थी। इस खबर में स्वीडिश मुख्य जांचकर्ता स्टेन लिंडस्ट्रोम के हवाले से शीर्ष स्तर पर कथित रिश्वत की बात कही गई थी। वर्ष 2014 में कांग्रेसी अध्यक्ष सोनिया गांधी के खिलाफ रायबरेली लोकसभा चुनाव लड़ चुके अग्रवाल ने कहा था कि वह शीर्ष अदालत का ध्यान इस बारे में भी आकर्षित करेंगे कि उन्हेांने फेमा और धन शोधन रोकथाम कानून के तहत घूस के धन के आवागमन की जांच की मांग को लेकर प्रवर्तन निदेशालय को एक पत्र लिखा था। ईडी को 28 जुलाई को लिखे पत्र में उन्होंने दावा किया कि कथित अपराध 2006 तक लगातार जारी रहे जब सौदे के एक बिचौलिये के रूप में आरोपी इतालवी कारोबारी ओत्तावियो क्वात्रोची के लंदन के दो खातों से लेनदेन पर रोक हटी थी।

श्रीलंका ने 76 मछुआरों को रिहा किया

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रामेश्वरम (तमिलनाडु), 31 अगस्त, श्रीलंका के जल क्षेत्र में कथित तौर पर मछली पकड़ने को लेकर गिरफ्तार किए गए तमिलनाडु के 76 मछुआरों को रिहा करने के लिए वहां की एक अदालत ने आज आदेश जारी किया। पुलिस अधिकारियों ने यहां बताया कि श्रीलंका में ओरकावलथुरई अदालत ने मछुआरों को रिहा करने का आदेश दिया। इस साल तीन महीनों के दौरान अलग - अलग मौकों पर गिरफ्तार किए गए इन मछुआरों को जाफना की एक जेल में रखा गया था। रिहा होने वाले मछुआरों में रामेश्वरम से 12, मंडपम से छह, पुडुकोट्टई से 46 और नागपट्टनम से आठ लोग हैं। रामेश्वरम मछुआरा एसोसिएशन प्रमुख एस अमृत ने बताया कि इन मछुआरों के एक - दो दिन में करईकल पहुंचने की उम्मीद है। उनकी रिहाई ऐसे समय पर हो रही है जब विदेश मंत्री सुषमा स्वराज दो दिवसीय हिंद महासागर सम्मेलन में शरीक होने के लिए कोलंबो की यात्रा पर हैं। यह सम्मेलन आज से हो रहा है। मछुआरा एसोसिएशन सूत्रों ने बताया कि चार मछुआरे अब भी जाफना जेल में हैं। इस बीच, मत्स्य पालन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि श्रीलंका के जल क्षेत्र में कथित तौर पर मछली पकड़ने को लेकर अलग - अलग घटनाओं में तमिलनाडु के आठ मछुआरे और उनकी दो नौकाएं पकड़ ली गई ।

इसरो के नौवहन उपग्रह ‘‘आईआरएनएसएस ... 1एच’’ के प्रक्षेपण के लिए उल्टी गिनती शुरू

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चेन्नई, 31 अगस्त, श्रीहरिकोटा से आज शाम तक नौवहन उपग्रह ‘‘आईआरएनएसएस ... 1एच’’ के प्रक्षेपण के लिए उल्टी गिनती शुरू की जा चुकी है और पूरी प्रक्रिया अच्छे से चल रही है। इसरो के सूत्रों ने बताया कि 29 घंटे की उल्टी गिनती की प्रक्रिया कल दोपहर दो बजे शुरू हुई। फिलहाल वैज्ञानिक प्रणोदकों को भरने में व्यस्त हैं। उन्होंने यह भी बताया कि उल्टी गिनती की प्रक्रिया ठीक से चल रही है। ‘‘मिशन रेडीनेस रिव्यू’’ (एमआरआर) समिति और लॉन्च ऑथराइजेशन बोर्ड (एलएबी) ने 29 अगस्त को उल्टी गिनती की मंजूरी दे दी थी। प्रक्षेपण वाहन पीएसएलवी...सी39 इस उपग्रह के प्रक्षेपण के लिए पीएसएलवी के ‘‘एक्स एल’’ प्रकार का उपयोग करेगा जिसमें छह स्ट्रैप ..... ऑन्स लगे हैं। प्रत्येक स्ट्रैप ऑन अपने साथ 12 टन प्रणोदक ले जा रहा है। कुल 44.4 मीटर लंबे पीएसएलवी ... सी39 की यह 41वीं उड़ान है। यह अपने साथ आज शाम सात बजे 1,425 किग्रा वजनी उपग्रह ले कर जाएगा। इसका प्रक्षेपण श्रीहरिकोटा स्पेस पोर्ट के दूसरे लॉन्च पैड से किया जाएगा। इसरो ने छह छोटे और मध्यम उद्योगों के एक समूह के साथ मिल कर इस उपग्रह का निर्माण और परीक्षण किया है। तारामंडल में मौजूद सात उपग्रहों में से एक आईआरएनएसएस...1ए के लिए आईआरएनएसएस....1एच की भूमिका एक बैकअप नौवहन की होगी क्योंकि इसकी तीन रीबिडियम परमाणु घड़ियों ने काम करना बंद कर दिया है।


‘‘इंडियन रीजनल नेवीगेशन सैटेलाइट सिस्टम ’’ (आईआरएनएसएस) एक स्वतंत्र क्षेत्रीय प्रणाली है जिसका विकास भारत ने अमेरिका के जीपीएस, रूस के ग्लोनास तथा यूरोप द्वारा विकसित गैलिलियो के मुताबिक किया है। यह प्रणाली भूभागीय एवं समुद्री नौवहन, आपदा प्रबंधन, वाहनों पर नजर रखने, बेड़ा प्रबंधन, हाइकरों तथा घुमंतुओं के लिए नौवहन सहायता और चालकों के लिए दृश्य एवं श्रव्य नौवहन जैसी सेवाओं की पेशकश करती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका नाम ‘‘नाविक’’ (एनएवीआईसी...... नेवीगेशन विद इंडियन कॉन्स्टेलेशन) रखा था। इसरो ने सात उपग्रहों का प्रक्षेपण किया है। इनमें से आईआरएनएसएस...1जी का प्रक्षेपण 28 अप्रैल 2016 को किया गया। आईआरएनएसएस...1एफ का प्रक्षेपण 10 मार्च 2016 को किया गया। आईआरएनएसएस...1ई का प्रक्षेपण 20 जनवरी 2016 को किया गया। आईआरएनएसएस...1डी का प्रक्षेपण 28 मार्च 2015 को किया गया। आईआरएनएसएस...1सी का प्रक्षेपण 16 अक्तूबर 2014 को किया गया। आईआरएनएसएस...1बी का प्रक्षेपण चार अप्रैल 2014 को किया गया और आईआरएनएसएस...1ए का प्रक्षेपण एक जुलाई 2013 को किया गया था। इसरो के अधिकारियों के अनुसार, सभी सात उपग्रहों की लागत 1,420 करोड़ रुपये है।

अमेरिका ने पाकिस्तान को दी 25.5 करोड़ डॉलर की सशर्त सैन्य सहायता

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वॉशिंगटन, 31 अगस्त, ट्रंप प्रशासन ने कांग्रेस को सूचित किया है कि उसने पाकिस्तान को 25.5 करोड़ डॉलर की सशर्त सैन्य सहायता दी है लेकिन इस मदद का इस्तेमाल वह तभी कर सकेगा जब वह आतंकी समूहों के खिलाफ और कार्रवाई करेगा। इस घोषणा से हफ्तेभर पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अफगानिस्तान में अमेरिकियों की जान लेने वाले आतंकी समूहों को सुरक्षित पनाहगाह मुहैया करवाने के लिए पाकिस्तान पर हमला बोला था। उन्होंने पाकिस्तान को चेतावनी दी थी कि आतंकियों को पालने पोसने के बदले उसे बहुत कुछ खोना होगा। न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक ट्रंप प्रशासन ने बुधवार को कांग्रेस को सूचित किया कि पाकिस्तान को सैन्य सहायता के रूप में 25.5 करोड़ डॉलर वह एक एस्क्रो खाते में रख रहा है जिसका इस्लामाबाद तभी इस्तेमाल कर पाएगा जब वह अपने यहां मौजूद आतंकी नेटवर्कों पर और कार्रवाई करेगी, वह आतंकी समूह जो पड़ोसी अफगानिस्तान में हमले कर रहे हैं। एस्क्रो खाता वह खाता होता है जिसमें पैसा इस शर्त पर जमा करवाया जाता है कि धनराशि का इस्तेमाल तब तक नहीं किया जा सकेगा जब कि पहले से तय शर्तें पूरी नहीं हो जाती। सैन्य सहायता देने का फैसला ऐसे समय आया है जब दोनों देशों के बीच संबंध तनावपूर्ण बने हुए हैं। पाकिस्तान ने वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारियों के साथ कम से कम तीन हाई प्रोफाइल बैठकें रद्द कर दी थी। इसमें पाकिस्तान के विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ का अमेरिकी दौरा जिसमें वह विदेश मंत्री रैक्स टिलरसन से मुलाकात करने वाले थे, वह भी रद्द कर दिया गया। पाकिस्तान की कौमी असेंबली ने प्रस्ताव पारित कर आरोप लगाया था कि अमेरिकी राष्ट्रपति और उनके वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा पाकिस्तान पर दिए गए हाल के बयान शत्रुतापूर्ण और धमकाने वाले हैं। हालांकि अमेरिका ने इस बात पर जोर दिया कि वह चाहता है कि पाकिस्तान आतंकी समूहों के खिलाफ कार्रवाई करे।


वैज्ञानिकों ने ब्रह्मांड में प्रकाश के फैलने के रहस्य का कारण पता लगाया

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वाशिंगटन, 31 अगस्त,  वैज्ञानिकों ने ब्रह्मांड के अंधकार युग से निकलकर मौजूदा समय के प्रकाशमान युग में आने के पीछे के रहस्य से पर्दा हटाया है। अमेरिका में आयोवा विश्वविद्यालय के अनुसंधानकर्ताओं का विचार है कि आकाशगंगा के भीतर ब्लैक होल ऐसी प्रचंड हवाएं पैदा करता है जो आकाशगंगा में छेद करनेवाले पदार्थों को बाहर निकाल देती हैं जिससे प्रकाश को बाहर निकलने का रास्ता मिल जाता है। बिग बैंग के शीघ्र बाद ही ब्रह्मांड में पूरी तरह अंधेरा छा गया था। इस घटना की वजह से ऐसे कॉस्मोज का निर्माण हुआ जो काफी गर्म थे और भारी गैस की परतवाले थे जिससे प्रकाश बाहर नहीं निकल पा रहा था। बिग बैंग के करीब एक करोड़ वर्ष बाद ब्रह्मांड फैला और ज्यादा पारदर्शी बना। इसके बाद यह आकाशगंगा, ग्रह, तारों और अन्य चीजों से भर गया, जिनसे प्रकाश निकलती थी। एक अन्य अध्ययन के मुताबिक आकाशगंगा के केंद्र में रहनेवाले ब्लैकहोल इतनी तेजी से पदार्थों को बाहर निकालते हैं कि इससे निकला हुआ पदार्थ वातावरण को भेदकर प्रकाश को बाहर निकलने देता है। अनुसंधानकर्ता निकटतम आकाशगंगा का अध्ययन करते हुए इस नई थ्योरी पर पहुंचे हैं। इस आकाशगंगा से पाराबैंगनी प्रकाश बाहर निकल रहा है। विश्वविद्यालय में भौतिकी एवं अंतरिक्षविज्ञान विभाग के प्रोफेसर फिली कारेट ने कहा, “इस अध्ययन से बहुत ही चमकीले एक्स-रे स्रोत की उपस्थिति का पता चला है जो संभवत: ब्लैक होल के आकार को बढ़ा रही है।”

बकाया भुगतान करें अन्यथा दूसरों के हवाले करें कारोबार: जेटली

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नयी दिल्ली, 31 अगस्त, वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बैंकों का कर्ज लेकर उसे नहीं लौटा पाने वाली निजी कंपनियों के मालिकों से कहा है कि वह अपना बकाया चुकायें या फिर कारोबार छोड़कर उसका नियंत्रण किसी दूसरे के हवाले कर दें। भारतीय रिजर्व बैंक ने दिवाला एवं रिण शोधन अक्षमता कानून के तहत हाल ही में ऐसी 12 बड़ी कर्जदार कंपनियों के खिलाफ दिवाला कारवाई शुरू करने का बैंकों को निर्देश दिया है। इन कंपनियों में दो लाख करोड़ रुपये का कर्ज फंसा हुआ है। यह राशि बैंकों के कुल फंसे कर्ज का एक चौथाई के करीब है। बैंकों से कर्ज लेकर उसे नहीं लौटा पा रहे कुछ और कर्जदारों के खिलाफ भी कारवाई को अधिसूचित किया जा रहा है। जेटली ने कहा कि सरकार बैंकों को और पूंजी उपलब्ध कराने के लिये तैयार है लेकिन फंसे कर्ज का समाधान सरकार के लिये बड़ी प्राथमिकता है। वित्त मंत्री ने यहां इकोनोमिस्ट सम्मेलन को संबोधित करते हुये कहा, ‘‘दिवाला एवं रिण शोधन अक्षमता कानून के जरिये, मैं समझता हूं कि देश में पहली बार फंसे कर्ज के मामले में सक्रिय कारवाई की जा रही है।’’ उन्होंने कहा कि फंसे कर्ज का समाधान करने में समय लगेगा। ‘‘आप इस मामले में एक झटके में सर्जिकल कारवाई नहीं कर सकते हैं।’’ वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार ने बैंकों को पहले ही 70,000 करोड़ रुपये तक पूंजी उपलब्ध करा दी है और उन्हें और पूंजी देने के लिये भी तैयार है। कुछ बैंक बाजार से भी पूंजी जुटा सकते हैं। ‘‘हम बैंकिंग क्षेत्र में एकीकरण की कारवाई आगे बढ़ाने के लिये भी सक्रियता से काम कर रहे हैं। हमें ज्यादा बैंक नहीं चाहिये, हमें कम लेकिन मजबूत बैंक चाहिये।’’ केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने पिछले सप्ताह ही देश के सार्वजनिक क्षेत्र के 21 बैंकों के बीच विलय प्रक्रिया को तेज करने का फैसला किया ताकि इन बैंकों की कार्यक्षमता और उनमें संचालन को बेहतर बनाया जा सके।

शारापोवा तीसरे दौर में, ज्वेरेव और किर्गियोस बाहर

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न्यूयार्क, 31 अगस्त, दुनिया की पूर्व नंबर एक खिलाड़ी मारिया शारपोवा ने अमेरिकी ओपन के तीसरे दौर में प्रवेश किया जबकि उभरते हुए स्टार एलेक्सजेंडर ज्वेरेव और निक किर्गियोस ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट से बाहर हो गये। पंद्रह महीने के डोपिंग प्रतिबंध के बाद पहले ग्रैंडस्लैम मुकाबले में दूसरी रैंकिंग की सिमोना हालेप को पस्त करने वाली शारपोवा ने हंगरी की 59वीं रैंकिंग की टिमिया बाबोस को आर्थर एशेज स्टेडियम में 6-7 (4/7), 6-4, 6-1 से मात दी। अब इस 30 वर्षीय रूसी खिलाड़ी का सामना रूस में जन्मीं अमेरिकी की युवा सोफिया केनिन से होगा। इस महीने मांट्रियल फाइनल में रोजर फेडरर पर जीत दर्ज करने वाले और इस साल पांच एटीपी खिताब जीतने वाले चौथे वरीय ज्वेरेव 61वीं रैंकिंग के क्रोएशियाई खिलाड़ी बोर्ना कोरिच से 3-6, 7-5, 7-6 (7/1), 7-6 (7/4) से हार गये। कोरिच अब अंतिम 16 में जगह बनाने के लिये दक्षिण अफ्रीका के केविन एंडरसन से भिड़ेंगे जिन्होंने लातिविया के अर्नस्ट गुलबिस को 6-3, 7-5, 6-4 से शिकस्त दी। विम्बलडन में उप विजेता रहने वाले क्रोएशिया के पाचवें वरीय मारिन सिलिच ने जर्मनी के फ्लोरियन मेयर को 6-3, 6-3, 6-3 से हराकर तीसरे दौर में प्रवेश किया। 14वें वरीय निक किर्गियोस पहले दौर में 235वीं रैंकिंग के साथी आस्ट्रेलियाई जान मिलमैन से हार गये। मिलमैन ने 6-3, 1-6, 6-4, 6-1 से जीत दर्ज की।

बहुचर्चित आदित्य सचदेवा हत्याकांड में रॉकी यादव दोषी करार

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गया 31 अगस्त, बिहार में गया जिले की एक सत्र अदालत ने बहुचर्चित आदित्य सचदेवा हत्याकांड में जनता दल यूनाइटेड (जदयू) से निलंबित विधान पार्षद मनोरमा देवी के पुत्र रॉकी यादव समेत चार लोगों को आज दोषी करार  दिया।  अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश (प्रथम) सच्चिदानंद सिंह की अदालत ने यहां मामले में दोनों पक्षों की दलीले सुनने के बाद रॉकी यादव को भारतीय दंड विधान की विभिन्न धाराओं में दोषी करार दिया है। इस मामले में न्यायालय ने रॉकी के पिता बिंदी यादव , चचेरे भाई टेनी यादव और अंगरक्षक राजेश कुमार को भी दोषी करार दिया है । सजा के बिंदु पर सुनवाई के लिए अदालत ने छह रिपीट छह सितम्बर की तिथि निर्धारित की है। गौरतलब है कि 07 मई 2016 को गया के हार्डवेयर कारोबारी श्याम सचदेवा का पुत्र आदित्य अपने दोस्तों के साथ बोधगया में जन्मदिन की पार्टी से जब घर लौट रहा था तभी पुलिस लाईन के निकट पीछे से आ रहे वाहन को आगे जाने के लिए जगह नहीं देने पर उसकी गोली मार कर हत्या कर दी गयी थी। हत्या का आरोप रॉकी यादव पर लगा था जिसके बाद वह फरार हो गया। रॉकी के पिता और जिला परिषद के पूर्व अध्यक्ष बिंदी यादव पर अपने पुत्र को फरार होने में मदद करने का आरोप लगा था। हालांकि 10 मई को बोधगया थाना क्षेत्र में अपने पिता के एक ठिकाने से रॉकी को गिरफ्तार कर लिया गया। इस बहुचर्चित हत्याकांड में राकेश रंजन यादव उर्फ रॉकी और उसके अंगरक्षक राजेश कुमार को नामजद अभियुक्त बनाया गया था। जांच के दौरान मुख्य आरोपी रॉकी के पिता और गया जिला परिषद के पूर्व अध्यक्ष बिंदेश्वरी प्रसाद उर्फ बिंदी यादव और उनके चचेरे भाई राजीव कुमार उर्फ टेनी यादव को भी आरोपी बनाया गया था। घटना के वक्त आदित्य के साथ गाड़ी में सवार उसके चारों दोस्तों ने घटना का समर्थन तो जरूर किया, लेकिन आरोपी को पहचानने से मुकर गए। अदालत में गवाही के दौरान आदित्य के दोस्तों ने आरोपियों को पहचानने से इनकार कर दिया। 

अब तो शहाबुद्दीन को पार्टी से निकालने की हिम्मत दिखाये लालू : सुशील मोदी

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पटना 31 अगस्त, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव को सजायफ्ता मोहम्मद शहाबुद्दीन को पार्टी से बाहर करने की चुनौती देते हुए आज कहा कि बहुचर्चित तेजाब हत्याकांड में पूर्व सांसद की उम्रकैद की सजा बरकरार रखने के उच्च न्यायालय के निर्णय के बाद तो श्री यादव ने उन्हें पार्टी से निकालने का साहस दिखायें। श्री मोदी ने यहां कहा कि दुर्दांत मोहम्मद शहाबुद्दीन को चर्चित तेजाब कांड में निचली अदालत से मिली सजा को उच्च न्यायालय ने बरकरार रख कर यह जता दिया है कि ऐसे अपराधी को किसी तरह की रियायत नहीं दी जा सकती है। उन्होंने राजद अध्यक्ष को चुनौती देते हुए कहा कि 45 से ज्यादा संगीन मामलों में आरोपित और अब तक सात मामलों में सजायफ्ता आपराधिक सरगना और वर्षों तक सीवान सहित पूरे बिहार का आतंक रहे शहाबुद्दीन को पार्टी से निकालना तो दूर निलम्बित करने तक की हिम्मत भी लालू प्रसाद नहीं दिखा पाएं। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि सीवान के व्यवसायी चन्द्रकेश्वर प्रसाद सिंह उर्फ चंदा बाबू के दो निर्दोष बेटों गिरिश और सतीश को 2004 में तेजाब से नहला कर ईंट-भट्ठा में फेंकने जैसी लोमहर्षक घटना को अंजाम देने वाले शहाबुद्दीन को लालू प्रसाद यादव अब तक संरक्षण क्यों देते रहे हैं। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा, “क्या अब भी लालू प्रसाद शहाबुद्दीन जैसे अपराधी को अपनी पार्टी की सर्वोच्च राष्ट्रीय कार्यकारिणी का सम्मानित सदस्य बनाए रखेंगे।” भाजपा नेता ने कहा कि नाबालिग से बलात्कार के आरोपी राजबल्लभ यादव, रोड रेज में आदित्य सचदेवा की हत्या करने वाले रॉकी यादव और उसके पिता बिंदी यादव, आपराधिक रिकार्ड वाले सुरेन्द्र यादव जैसों को संरक्षण देने वाली राजद को कभी भी अपराधियों से परहेज नहीं रहा है। उच्च न्यायालय के फैसले के बाद श्री यादव अब तो शहाबुद्दीन जैसे आपराधिक सरगना को पार्टी से निकाल दें। 

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