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बिहार : रोहिंग्या मुसलमानों के नस्लवादी जनसंहार पर तत्काल रोक लगाओ.

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  • शरणार्थियों को तमाम मानवीय सहायता प्रदान करो, 18 सितंबर को भाकपा-माले और इंसाफ मंच का राज्यव्यापी प्रतिवाद.

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पटना 16 सितंबर, भाकपा-माले राज्य सचिव कुणाल ने कहा है कि अंतराष्ट्रीय स्तर पर भारी विरोध के बावजूद म्यांमार में रोहिंग्या मुसलमानों का नस्लीय जनसंहार जारी है, यह बेहद दुखद है. घरों में आग लगाने व उजाड़ने से लेकर मासूम बच्चों और महिलाओं को तरह-तरह की यातनाएं दी जा रही है. वे पलायन को मजबूर हैं.  म्यांमार सरकार रोहिंग्या को अपना नागरिक नहीं मानती और इसलिए वहां से भगाने के लिए उनपर बर्बर हमला कर रही है. यह पूरी तरह मानवताविरोधी व निंदनीय कदम है. म्यांमार सरकार संयुक्त राष्ट्र संघ के निर्देश की भी अवहेलना कर रही है. हमारी मांग है कि म्यांमार सरकार इस कार्रवाई पर अविलंब रोक लगाये. संयुक्त राष्ट्र संघ के नियमों व मानवीय मूल्यों के आधार पर शरणार्थियों को शरण देना बहुत जायज है. लेकिन यह बेहद दुखद है कि आज भारत की मोदी सरकार रोहिंग्या मुसलमानों को संरक्षण देने की बजाए उन्हें भारत की सुरक्षा के लिए खतरा बताते हुए वापस खदेड़ने की बात कह रही है. 40 हजार रोहिंग्या मुस्लिम शरणार्थियों को वापस म्यांमार भेजने की केंद्र सरकार की योजना का पुरजोर विरोध होना चाहिए. मोदी सरकार की नीति सांप्रदायिक सोच से प्रभावित है.


यह और दुखद है कि भारत सरकार ने रोहिंग्या के खिलाफ उलटे म्यांमार सुरक्षाबलों की कार्रवाई का ही समर्थन किया है. जबकि भारत के प्रबुद्ध नागरिकों, सामाजिक कार्यकर्ताओं ने संयुक्त राष्ट्र संघ से रोहिंग्या मुसलमानों को तुरंत मानवीय सहायता पहुंचाने की अपील की है और म्यांमार में मुसलमानों का जनसंहार रोकने की मांग की है. मानवाधिकार आयोग भी इसके लिए म्यांमार सरकार की कई बार निंदा कर चुका है. संयुक्त राष्ट्र संघ के अनुसार विश्व में जिन समुदायों का सबसे ज्यादा जातीय सफाया किया गया है उनमें रोहिंग्या मुसलमान भी हैं. भारत सरकार का रुख बेहद निंदनीय है. माले राज्य सचिव ने यह भी कहा कि आज जब कोलकाता से लेकर दिल्ली तक रोहिंग्या मुसलमानों के हक में आवाजें उठ रही हैं, हमारे राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसपर चुप्पी साध रखी है. नीतीश कुमार का यह रवैया बेहद निराशाजनक है. उन्होंने कहा कि रोहिंग्या मुसलमानों के इस नस्लवादी जनसंहार पर तत्काल रोक लगाने की मांग करते हुए 18 सितंबर को हमारी पार्टी भाकपा-माले और इंसाफ मंच के बैनर से पूरे राज्य में प्रतिवाद किया जाएगा.

दुमका (झारखण्ड) हलचल 16 सितम्बर

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डीसी ने किया आदिवासी कठपुतली लोककला प्रशिक्षण कार्यशाला का अवलोकन 

दुमका (अमरेन्द्र सुमन) झारखण्ड सरकार के कला संस्कृति विभाग के सहयोग से जनमत शोध संस्थान द्वारा इंडोर स्टेडियम स्थित, झारखण्ड कला मंदिर में पिछले चैदह दिनों से चल रहे आदिवासी कठपुतली लोक कला ‘चादर-बदोनी’ प्रशिक्षण कार्यशाला का अवलोकन डीसी मुकेश कुमार ने किया। अवलोकन के क्रम में प्रतिभागी कलाकारों, प्रशिक्षकों और आयोजकांे से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि विलुप्त आदिवासी कला को पुनर्जीवित करने की दिशा में जनमत द्वारा आयोजित किया जा रहा यह प्रशिक्षण बहुत ही महत्वपूर्ण और उपयोगी है। जिला प्रशासन ऐसे कलाकारों को हर संभव सहयोग और संरक्षण प्रदान करेगा। बातचीत के क्रम में उन्हांेने कलाकारों से कठपुतलियों के सेट से एक मोमेेंटो तैयार करने के लिए प्रेरित किया ताकि 22 तारीख को आयोजित समारोह में अतिथियों को स्मृति चिन्ह देने पर विचार किया जा सके। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि उक्त अवसर पर एक स्टाॅल भी लगाया जाए जहाँ इससे जुड़े कलाकार इसके निर्माण कार्य के साथ-साथ इसका प्रदर्शन भी करेंगे। प्रशिक्षण कार्यशाला के अवलोकन के इस अवसर पर डीसी के साथ डीडीसी शशि रंजन व प्रशिक्षु आईएएस विशाल सागर तथा जिले के अन्य अधिकारी सहित जनमत के सचिव अशोक सिंह एवं कार्यशाला संयोजक गौरकांत झा, दिवाकर सिंह, जनजातीय संग्रहालय के थोमस तिर्की आदि मौजूद थे। जनमत शोध संस्थान के सचिव अशोक सिंह के निर्देशन एवं गौरकांत झा के संयोजन में आयोजित इस 21 दिवसीय आवासीय कार्यशाला के प्रथम सत्र में जहाँ एक ओर रिसोर्स पर्सन के रुप में बोलपुर शांति निकेतन से आये कठपुतली कला के विशेषज्ञ सोम मुर्मू ने प्रशिक्षण ले रहे आदिवासी कलाकारों से बातचीत की और बातचीत के क्रम में उन्होंने उनके कार्यों को देखकर उन्हें प्रोत्साहित किया। साथ ही साथ कठपुतली निर्माण कार्य की बारिकियों को भी बताया। इस क्रम में चादर बादोनी के इतिहास और उससे जुड़े गीत-संगीत को लेकर भी उन्होंने चर्चा की तथा आवश्यक सुझाव और मार्गदर्शन भी दिये। दूसरे सत्र में उपायुक्त के नेतृत्व में अतिथियों ने कार्यशाला का अवलोकन किया तथा तीसरे और अंतिम सत्र में राँची से आये सामाजिक कार्यकर्ता इफ्तेखार अहमद ने भी प्रतिभागी कलाकारों को संबोधित किया और इस कला को स्वरोजगार से जोड़ने पर बल दिया। जनमत के सुशील कुमार मंडल, महेन्द्र साहनी, सहायक समन्वयक, शंभू सेन एवं कुंदन कुमार के समन्वय व प्रबंधन में पिछले चैदह दिनों से चल रही यह प्रषिक्षण कार्यशाला 02 सितम्बर से शुरू हुई जो 22 सितम्बर तक चलेगी और 23 सितम्बर को विधिवत इसका समापन समारोह आयोजित किया जायेगा, जिसमें प्रतिभागी कलाकारों द्वारा तैयार की गई कठपुतलियों का प्रदर्शन किया जायेगा।


एक भारत, श्रेष्ठ भारत भ्रमण दल में अशोक सिंह का चयन

भारत सरकार के प्रौढ़ शिक्षा निदेशालय द्वारा आयोजित ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ कार्यक्रम के तहत राज्य स्तर पर अन्तर राज्य भ्रमण दल के 6 सदस्यीय टीम में जिला साक्षरता समिति के डीपीएम अषोक सिंह भी चयनित किये गये हैं। स्टेट रिसोर्स सेन्टर झारखण्ड राँची के द्वारा, झारखण्ड की ओर से यह छह सदस्यीय, राज्य स्तरीय टीम आंध्रप्रदेश के विशाखापतनम व  हैदराबाद के ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित वयस्क साक्षरता एवं कौशल विकास के क्षेत्रों में बेहतर कार्यशैली, विभिन्न हितकारियों के अनुभव एवं वहाँ की कला संस्कृति सहित सामाजिक आर्थिक स्थितियों का अध्ययन करेंगें तथा अपने राज्य के कार्यानुभवों को साझा करेंगे। स्टेट रिसोर्स सेन्टर झारखण्ड राँची के संयोजन में उक्त राज्यस्तरीय 06 सदस्यीय टीम में अपने-अपने क्षेत्र में ग्रासरुट स्तर पर कार्य करने वाले जिला एवं राज्य साक्षरता मिषन के पदाधिकारी शामिल किये गये हैं। ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ के तहत 17 से 22 सितम्बर तक इस अंतर राज्य भ्रमण कार्यक्रम में झारखण्ड की यह टीम अनेकता में एकता के साथ-साथ अपनी संस्कृति व अस्मिता को बचाते हुए विकास की मुख्यधारा में शामिल होने के उनके अनुभव से रुबरु होंगें। साथ ही क्षेत्र भ्रमण पर आधारित अपना एक अध्ययन रिपोर्ट भी तैयार करेंगें, जिसका उद्देश्य एक-दुसरे राज्यों के अनुभवों से सीखकर अपने राज्य एवं कार्यक्षेत्र में उसको क्रियान्वित करने की दिशा में पहल करना होगा। गौरतलब है कि जिला शिक्षा पदाधिकारी दुमका धर्मदेव राय के मार्गदर्शन में जिला कार्यक्रम प्रबंधक अशोक सिंह जिले में संचालित साक्षर भारत कार्यक्रम की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं, जिनको शिक्षा साक्षरता के साथ-साथ आदिवासी भाषा-साहित्य, संस्कृति पर शोध-अध्ययन में गहरी रुचि रही है, तथा अपने शोध पत्रकारिता एवं सामाजिक सांस्कृतिक कार्यों में उल्लेखनीय योगदान के लिए राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर कई अवार्ड से भी सम्मानित हो चुके हैं।

दमकता दुमका कार्यक्रम के तहत जिला खेलकूद संघ व जिला कला संस्कृति संघ के तत्वावधान में स्वच्छता कार्यक्रम : बी बी सारस्वत

राज्य को स्वच्छ, साफ सुथरा ,एवं हरा भरा बनाने के लिए राज्य सरकार द्वारा चलाया जा रहा स्वच्छता ही सेवा है कार्यक्रम के तहत दुमका में भी इसके तहत कई प्रकार के कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। इसी क्रम में  19 सितम्बर  को प्रातः 7ः 30 बजे से दमकता दुमका कार्यक्रम के तहत तथा राज्य सरकार के 1000 दिन का कार्यकाल पूरा होने के उपलक्ष में नगरपालिका चैक दुमका से एक स्वच्छता कार्यक्रम चलाया जाएगा। जिसमें जिला खेलकूद संघ तथा जिला कला संस्कृति संघ के सदस्य शामिल होंगे। इस कार्यक्रम को सफल बनाने के उद्देश्य से दुमका के सूचना भवन स्थित सभागार में दुमका के उप विकास आयुक्त शशि रंजन की अध्यक्षता में एक बैठक आहूत की गई ।बैठक में जिला कला संस्कृति एवं खेलकूद संघ से जुड़े बड़ी संख्या में सदस्यगण शामिल हुए। बैठक को संबोधित करते हुए उप विकास आयुक्त ने  इस कार्यक्रम को सफल बनाने की अपील करते हुए कहा कि स्वछता में ही ईश्वर का वास होता है ।आने वाले समय में भारत सरकार के गृह मंत्री श्री राजनाथ सिंह का दुमका आगमन हो रहा है साथ ही राष्ट्रीय स्तर का सब जूनियर कबड्डी प्रतियोगिता का भी आयोजन हो रहा है। जिसमें देशभर के कोने-कोने से कई गणमान्यजन दुमका आएंगे उन तमाम अतिथियों का हम ऐसा सत्कार करें ताकि यहां के शानदार आतिथ्य को वह लंबे समय तक याद रख सकें। बैठक में उप विकास आयुक्त दुमका शशि रंजन के अलावा जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष विजय कुमार सिंह, जिला खेलकूद संघ के सचिव उमाशंकर चैबे, उपाध्यक्ष राजीव रंजन मिश्रा, राहुल दास ,बीबी गुहा , गौर कान्त झा ,गोविंद प्रसाद, हैदर हुसैन ,रेणु चैबे, नीमाय कांत झा, मदन कुमार, सुमिता सिंह ,महेंद्र प्रसाद साह ,कजरूल हुसैन, संजय कुमार, वरुण कुमार ,अरविंद कुमार, अशोक राउत, रिंकू मोदी , ब्यूटी कुमारी ,प्रतिभा कुमारी आदि सहित बड़ी संख्या में जिला कला संस्कृति एवं खेलकूद संघ से जुड़े सदस्य सम्मिलित हुए।

विभिन्न प्रकार के वस्त्रों की बिक्री हेतु लगाया गया स्टॉल

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दारुका पेट्रोल पम्प (मेन रोड, दुमका) के सामने नगर पालिका पार्किंग स्थल में झारक्राफ्ट रांची के तत्वावधान में 16 सितम्बर से 26 सितम्बर तक विभिन्न प्रकार के वस्त्रों की बिक्री हेतु स्टॉल लगाया गया है। सहायक उद्योग निदेशक रेशम संथाल परगना प्रमंडल दुमका सुधीर कुमार सिंह व अग्र परियोजना पदाधिकारी, अग्र परियोजना केंद्र काठीकुंड दुमका मोहम्मद नईमुद्दीन ने फीता काटकर स्टाॅल का उद्घाटन किया। मालूम हो रेशमी वस्त्रो सहित खादी कुर्ता, सलवार-सूट, तौलिया, रेशमी साड़ी, बेडसीट, रुमाल, थैला इत्यादि स्टाॅल के माध्यम से बिक्री किया जाएगा। यह भी मालूम हो पूरे झारखण्ड में खादी वस्त्रों की प्रदर्शनी लगाई गई है। अलग-अलग वस्त्रों पर अलग-अलग छूट की सीमा निर्धारित की गई है। अधिकतम छूट की सीमा 50ः तक है। इस अवसर पर मोहम्मद अब्दुल कादिर वरीय वन्य क्लस्टर, निरंजन पंडित क्लस्टर विकास पदाधिकारी, सरैयाहाट कलस्टर के ग्रुप लीडर मोहम्मद करीम अंसारी, संताल परगना बुनकर प्रतिनिधि मोहम्मद असगर अंसारी आदि उपस्थित थे।

पंचायत समिति सदस्यों की बैठक आहुुत

बिजली, शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, बाल विकास परियोजना, खाद्य सुरक्षा, पशुपालन, पेयजल एवं स्वच्छता व अन्य जन कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन से संबंधित दिन शनिवार को दुमका प्रखण्ड आॅफिस में पंचायत समिति सदस्यों की बैठक आहुुत की गई। इस अवसर पर प्रतिनिधिगणों के अलावे पदाधिकारीगण व पर्यवेक्षकगण भी मौजूद थे। प्रमुख ने निदेश  देते हुए कहा कि प्रखण्ड विकास पदाधिकाकरी, दुमका द्वारा सभी विभागों को योजनाओं के क्रियान्वयन से संबंधित  अनुपालन के लिये ससमय स्थल पर मोजूद रहें। दुधानी पंचायत में खराब चापानलों की मरम्मती की आवश्यकता है। आगामी 22 सितम्बर को केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह की मौजूदगी में सरकार के एक हजार दिनों की विकास उपलब्धियों में अधिक से अधिक पंचायत समिति सदस्यों की उपस्थिति  हो इसपर बल दिया गया। प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, दुमका ने कहा कि सभी पंचायत समिति सदस्यों को प्रशिक्षण संस्थान, जसीडीह में 09 अक्टूबर से  11 अक्टूबर (तीन दिवसीय) आवासीय प्रशिक्षण की व्यवस्था भी सुनिश्चित की गई है जिसमें भाग लेकर वे प्रशिक्षण प्राप्त करें। 

मधुबनी : खुले में शौच से मुक्ति हेतु अभियान

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अंधराठाढी/मधुबनी (मोo आलम अंसारी) अंधराठाढी। खुले में शौच मुक्ति हेतु लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के अंतर्गत जीविका समुहों ने जागरूकता अभियान सह रैली का आयोजन किया गया। रैली एवं शपथ कार्यक्रम वी पी आई यू अंधराठाढी के द्वारा नरसिंह महावीर जीविका ग्राम संगठन के अंतर्गत किया गया। जिसकी अध्यक्षता विजय कुमार राय  ने किया। इसका आयोजन मंगलवार से शुक्रवार तक किया गया। रैली मैलाम गाँव स्थित नरसिंह स्थान से होते हुए सिजौल व तिलई ग्राम में प्रभात फेरी कर लोगों को शौचालय निर्माण व उपयोग के लिए जागरूक किया गया। इस अवसर पर विनोद कुमार प्रसाद ,बी पी एम, राजीव कुमार सी ए सी, रवि रंजन सी सी। जीविका कैडर्स तथा सैकड़ों की संख्या में जीविका दीदीयाॅ मौजूद थी।

बिहार : कहीं खुशी तो कहीं गम का नजारा, 17 साल की ऑडिट रिपोर्ट खंगालेंगे

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बेतिया। दी बेतिया पैरिश थ्रिफ्ट एण्ड क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी का चुनाव खत्म होने के बाद खुशी और गम का खेल जारी है। 9 लोगों की संख्या वालों की जीत हुई है।वहीं 7 लोगों की संख्या वालों की हार हुई। बेतिया पल्ली के प्रधान.पल्ली पुरोहित फादर लौरेंस पास्कल का अनुज फिलिप लौरेंस हार गये। संत जेवियर हाई स्कूल,पटना के वाइस प्रिंसिपल फादर मनीष ओस्ता के अंकल जोसेफ माइकल भी परास्त हो गये। पराजित होने वाले आंसू छलका कर कह रहे हैं कि 15 सितम्बर को जुम्मा के (शुक्रवार) था। कामकाजी लोग काम पर गये थे। चुनाव के आलोक में इलेक्शन फ्राइडे को छुट्टी नहीं मिली। यह कहे कि अवकाश नहीं रहने के कारण वोट नहीं डाल सके। अपनी बातों को मजबूती देने के लिये कहने लगे कि चुनाव के दिन छुट्टी दी जाती है। ऐसा को-ऑपरेटिव का चुनाव में अवकाश नहीं दिया। वहीं जब कभी भी संसद से लेकर बेतिया नगर परिषद का चुनाव होता है तो छुट्टी दी जाती है। और तो और सभी तरह का चुनाव बेतिया चर्च परिसर में ही बूथ बनाया जाता है। आसानी से द्यर से आकर मतदान कर चल जाते हैं। इस बार चर्च के बाहर को-ऑपरेटिव का चुनाव हुआ। वोटर्स बेतिया प्रखंड नहीं गये। इसका परिणाम सामने है।


सूत्र ने जवाब में विजेताओं के बीच में आपसी रिश्तेदारी नहीं है।हां, फिलीप पास्कल फादर लौरेन्स पास्कल के खास छोटे भाई हैं। वे 'जी 9'गुट 9 में नहीं थे। जी हाँ एक साथ जी 9 वाले जीत गए। एक जन भी जी 7 वाले सेंधमारी कर जीत नहीं पायें। जी 7 वाले वोटर्स के घर -घर में जाकर दस्तक नहीं किये। किसी तरह की रणनीति नहीं बनायें।के केवल प्रचार भी तो सिर्फ अपने ही रिश्तेदारों के बीच में जाकर हाथ पसारकर वोट मांगे। जिनके सहारे  चुनाव लड़ रहे थे, उनके ही गले के हड्डी बन गये। सूत्र बताते हैं कि कल ही पता चला बोहोत सारे वोटर को ये भी पता नहीं था कि जी 9 लोगो के आलावा भी कोई और भी चुनावी मैदान में हैं। इस लिये यह हश्र जी 7 वालों का हुआ। दो बूंद दवा और पोलियो हो हवा। जी 7 वाले हवा -हवा हो गये।

केवल 477 ही वोट पड़ने का एक सबसे महत्वपूर्ण कारण रहा कि 15 तारीख दिन शुक्रवार था और ज्यादा लोग नौकरी वाले हैं जो अपना काम छोड़कर नहीं आ सकते थे । इस चुनाव को रविवार के दिन रखना चाहिए था। एक बात लोक सभा,  विधान सभा, वार्ड कमिश्नर आदि का चुनाव हमारे चर्च यानी बेतिया चर्च के आहाते में होता है लेकिन ईसाई समुदाय का चुनाव को बी.डी.ओ.कार्यालय में करने की क्या जरूरत थी? शायद जी 9 के ही लोग इस चुनाव को चर्च परिसर के बाहर करवाना चाहते थे ताकि कम से कम लोग वोट देने के लिए बी.डी.ओ. कार्यालय जा सके। अब क्या होत जब चिड़िया चुंग गयी खेत। बहरहाल जी 9 के विजेताओं में हर्ष का माहौल है। दबी जुब़ान 17 साल की बात कर रहे हैं। अब देखना है कि नवनिर्वाचित मेम्बर कब दी बेतिया पैरिश थ्रिफ्ट एण्ड क्रेडिट सोसायटी को-ऑपरेटिव सोसायटी पर से पर्दा उठा पाते हैं। ऑडिट रिपोर्ट को खंगालना पड़ेगा तब जाकर मंथन किया जा सकेगा।

भारत-नेपाल सीमा से बीस करोड़ का चरस बरामद, तस्कर गिरफ्तार

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बेतिया 16 सितम्तर, भारत-नेपाल सीमा से लगे बिहार में पश्चिम चंपारण जिले के पुरैनिया चौक के समीप से सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के जवानों ने आज तड़के एक तस्कर को गिरफ्तार कर बीस करोड़ रुपये का चरस बरामद किया है। एसएसबी के उप सेनानायक अंजय कुमार रजक ने यहां बताया कि सूचना मिली थी कि नेपाल के रास्ते तस्कर चरस की बड़ी खेप लेकर भारतीय सीमा में प्रवेश करने वाले हैं। इसी आधार पर सीमा से लगे पुरैनिया चौक इलाके की घेराबंदी कर दी गयी। इसी क्रम में छह संदिग्ध जब युवक चौक के समीप पहुंचे तो जवानों ने उन्हें रूकने का इशारा किया। उन्होंने बताया कि जवानों को देखते ही सभी संदिग्ध सामान छोड़कर नेपाल की सीमा की तरफ भागने लगे। जवानों ने पीछा कर एक तस्कर को गिरफ्तार कर लिया जबकि अन्य सभी फरार होने में कामयाब हो गये। श्री रजक ने बताया कि तस्करों द्वारा फेंके गये सामान की जब जवानों ने जांच की तो विभिन्न पैकेटों में रखे 102 किलो 500 ग्राम चरस बरामद किया गया। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार तस्कर असफक आलम को स्थानीय पुलिस को सौंप दिया गया । जब्त चरस की कीमत बीस करोड़ 50 लाख रुपये आंकी गई है । 

रोहिंग्या मुस्लिमों के संबंध में केंद्र ने स्थिति की स्पष्ट: अमित शाह

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रांची 16 सितंबर, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि रोहिंग्या मुस्लिम के संबंध में केंद्र सरकार ने सर्वोच्च न्यायालय में हलफनामा दाखिल कर अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है। श्री शाह ने आज यहां पार्टी के प्रदेश कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेल में कहा कि भारत सरकार रोहिंग्या मुस्लिमों को म्यांमार में ही हरसंभव सहायता मुहैय्या करायी जाएगी। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि देश में विपक्ष कमजोर हो रहा है, तो इसे मजबूत करने का काम भाजपा का नहीं है, बल्कि विपक्ष को ही अपनी स्थिति मजबूत करनी होगी। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीन साल की उपलब्धियों की चर्चा करते हुए कहा कि इस अवधि में देश से जातिवाद, परिवारवाद और तुष्टिकरण की राजनीति को उखाड़ फेंका गया है तथा योग के माध्यम से भारतीय संस्कृति को दुनियाभर में पहुंचाया गया है। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि झारखंड में पहली बार स्थिर सरकार बनी है और मुख्यमंत्री रघुवर दास की अगुवाई वाली भाजपा सरकार विकास को गति देने काम कर रही है। उन्होंने रघुवर सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि श्री दास ने राज्य के हर कोने में विकास को पहुंचाया है तथा प्रदेश में समविकास को गति दे रहे है। केंद्र ने भी झारखंड के विकास में भरपूर योगदान किया है। 13वें वित्त आयोग में केंद्रीय कर के रूप में 39938 करोड़,अनुदान सहायता के रूप में 6087 करोड़, प्लॉक ग्रांट के रूप में 6262 करोड़, राज्य आपदा प्रतिक्रिया निधि में 1075 करोड़ तथा स्थानीय निकाय अनुदान में 1891 करोड़ रूपये यानि कुल मिलाकर 55253 करोड़ रुपये मिला था, वहीं अब 14वें वित्त आयोग की सिफारिश पर केंद्रीय कर के रूप में 124408 करोड़ अनुदान सहायता दी गयी है जो 13वें वित्त आयोग की तुलना में ढ़ाई गुणा अधिक है।


श्री शाह ने कहा कि राज्य में छोटानागपुर काश्तकारी अधिनियम (सीएनटी) और संतालपरगना काश्तकारी अधिनियम (एसपीटी) संशोधन विधेयक राज्यपाल द्वारा राज्य सरकार को वापस करना कोई बड़ी बात नहीं है, क्योंकि लोकतंत्र में जनता की भावना को समझना चाहिए और राज्य सरकार ने भी जनता की भावना को समझा है। उन्होंने कहा कि इस समय राजतंत्र नहीं है, लोकतंत्र है, इसलिए यहां तानाशाही नहीं चल सकती। उन्होंने कहा कि राज्यपाल ने इस संशोधन को कई आदिवासी संगठनों द्वारा ज्ञापन सौंपे जाने के बाद सरकार को विचार के लिए वापस भेजा है। एक अन्य सवाल के जवाब में श्री शाह ने कहा कि झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड विकास मोर्चा (प्रजातांत्रिक) के अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के भाजपा में शामिल होने को लेकर कोई बात नहीं है और न ही कोई ऐसा सवाल पार्टी के सामने है। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि पश्चिम बंगाल और केरल में लोकतांत्रिक तरीके से भाजपा संघर्ष कर रही है और अगले चुनाव में पार्टी को अच्छे परिणाम निश्चित तौर पर इन राज्यों से मिलेंगे। उन्होंने कहा कि झारखंड में पार्टी से वह काफी आशान्वित है और यहां की भाजपा इकाई तथा संगठन अच्छे ढंग से काम कर रही है तथा पार्टी का विस्तार हो रहा है। रघुवर सरकार अच्छी तरह काम कर रही है तथा प्रदेश को विकसित राज्य बनाने में लगी है। 

श्री शाह ने कहा कि हरियाणा में स्कूली छात्र प्रद्युम्न हत्याकांड का मामला दुःखद है और हरियाणा की मनोहर लाल खट्टर सरकार ने इस मामले की केन्द्रीय जांच ब्यूरो से जांच की घोषणा दिया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए केंद्र के तीन मंत्रालयों द्वारा स्कूली बच्चों की सुरक्षा को लेकर आवश्यक कदम उठाने पर विचार-विमर्श किया जा रहा है। भाजपा अध्यक्ष कहा कि झारखंड में भाजपा सदस्यों की संख्या पहले एक लाख 10 हजार थी जो अब बढ़कर 42 लाख हो गयी है, जिसमें से 22 लाख सदस्यों से पार्टी ने संपर्क भी स्थापित किया है। उन्होंने लिट्टीपाड़ा उप चुनाव में पार्टी की पराजय पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कई बार पार्टी चुनाव हारती है और भाजपा को भी झारखंड में विधानसभा में 50 प्रतिशत सीटों में ही सफलता मिली है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के कार्यकाल में झारखंड का काफी विकास हुआ है। श्री शाह ने कहा कि झारखंड में अनुसूचित जाति, जनजाति या युवा आयोग के गठन से ही इन वर्गों के विकास को जोड़ कर नहीं देखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इन वर्गो के विकास के लिए केंद्र और राज्य सरकार ने अनेक काम किये है। देश में महंगाई दर भी दो अंकों से घटकर एक अंक में आ गयी है। उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय ने इंदिरा साहनी मामले में जो फैसला दिया, उसके बाद आरक्षण की सीमा 50 प्रतिशत से अधिक नहीं बढ़ायी जा सकती है और उसी हिसाब से झारखंड में भी 50 प्रतिशत आरक्षण है। 

श्री शाह ने कहा कि पार्टी ने उनके लिए देशभर में 110 दिनों का उनका दौरा तय किया है और उसी के तहत वे झारखंड के तीन दिनों के दौरे पर हैं। पार्टी ने बड़े राज्यों में तीन, छोटे राज्यों में दो और केंद्र शासित प्रदेश तथा पूर्वोत्तर राज्यों में एक-एक दिन का प्रवास का कार्यक्रम तय किया है। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि पार्टी वर्ष 2017 को पंडित दीनदयाल उपाध्याय जन्मशताब्दी वर्ष के रूप में गरीब कल्याण वर्ष के रूप में भी मना रही है। उन्होंने कहा कि संगठन के काम को तथा पार्टी के सिद्धांतों को अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाना उनका उद्देश्य है। उन्होंने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के तीन साल की उपलब्धियों की चर्चा करते हुए कहा कि इन तीन सालों में जनता का विश्वास दृढ़ हुआ है और लोग मानने लगे है कि भारत सही रास्ते पर चल पड़ा है, क्योंकि मोदी सरकार के पहले के दस वर्ष के दौरान हुए घोटाले और भ्रष्टाचार से जनता का विश्वास उठ गया था। श्री शाह ने कहा कि नरेंद्र मोदी की सरकार ने पिछले तीन साल में देश में पारदर्शी सरकार देने का काम किया है। यह निर्णय लेने वाली सरकार है और इस सरकार पर भ्रष्टाचार का कोई आरोप विपक्षी भी नहीं लगा पाया। इस सरकार में गरीबों, आदिवासियों, पिछड़ों, किसानों, युवाओं और महिलाओं के विकास के लिए अनेकों कदम उठाये गये है। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि देश में 29 करोड़ नये बैंक खाता खोले गये, गरीबों को उज्जवला योजना के तहत गैस सिलेंडर मुहैय्या कराया गया है तथा देश में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के माध्यम से एक कर व्यवस्था को लागू किया गया। वहीं, सर्जिकल स्ट्राइक के जरिये भारत अमेरिका के बाद पहला ऐसा देश है, जिसने दुनिया को यह बताने का काम किया है कि भारत सुरक्षा के लिए किसी सीमा तक जा सकता है। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने वर्षो से लंबित सेना के लिए ‘एक रैंक एक पेंशन’ योजना को लागू करने का काम किया। कालेधन के लिए एसआईटी का गठन, नोटबंदी और बेनामी संपत्ति का कानून लाकर केंद्र सरकार ने अर्थव्यवस्था को मजबूत करने का काम किया है। 

बीज निगम को सुदृढ़ करेगी नीतीश सरकार, प्रसंस्करण संयंत्र बनेंगे आधुनिक

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पटना 16 सितम्बर, बिहार सरकार राज्य बीज निगम को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से प्रदेश के पुराने बीज प्रसंस्करण संयंत्रों को आधुनिक संयंत्रों में बदलने के साथ ही प्रसंस्कृत बीजों की गुणवत्ता को बढ़ायेगी जिससे किसानों को बीजों का क्रय करने में सहूलियत होगी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में आज यहां मुख्यमंत्री सचिवालय संवाद कक्ष में कृषि विभाग की समीक्षा की गई। इस दौरान कृषि रोड मैप से संबंधित विस्तृत प्रस्तुतिकरण कृषि विभाग के प्रधान सचिव सुधीर कुमार ने दिया। बैठक में कृषि रोड मैप से संबंधित विभिन्न बिन्दुओं पर विस्तृत चर्चा की गयी। समीक्षा के क्रम में मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों को कई दिशा निर्देश दिये। श्री कुमार ने कहा, “बिहार राज्य बीज निगम को सुदृढ़ करते हुए पुराने बीज प्रसंस्करण संयंत्रों को आधुनिक संयंत्रों में बदला जाये और बिहार राज्य बीज निगम द्वारा प्रसंस्कृत बीजों की गुणवत्ता को बढ़ाया जाये ताकि किसान खुद बिहार राज्य बीज निगम के बीजों को क्रय करे। निगम को सुदृढ़ करने के लिए यथाशीघ्र विशेषज्ञों की सेवाएं ली जाये।” उन्होंने निर्देश दिया कि आकस्मिक फसल योजना के लिए बीज बैंक की स्थापना में ऐसे भंडारण की व्यवस्था की जाये, जिसमें तापमान तथा आर्द्रता को नियंत्रित किया जा सके, ताकि बीजों को दो या अधिक सालों के लिए चक्रीय माध्यम से संरक्षित किया जा सके। 


मुख्यमंत्री ने नालंदा में सब्जी के लिए स्थापित सेन्टर ऑफ एक्सेलेंस को उद्यान महाविद्यालय, नूरसराय से संबद्ध करने का निर्देश दिया। वैशाली के देसरी में फल के लिए स्थापित सेन्टर ऑफ एक्सेलेंस को नजदीकी कृषि विज्ञान केन्द्र के साथ संबद्ध किया जाये। उन्होंने कहा कि राज्य में सभी फसलों को मिलाकर लगभग पंद्रह लाख क्विंटल बीज की आवश्यकता होती है, जबकि वर्तमान में राज्य के अंदर लगभग पांच लाख क्विंटल बीज का उत्पादन होता है। बैठक में मुख्यमंत्री के पूर्व कृषि सलाहकार डा. मंगला राय ने बीज प्रतिस्थापन दर को बढ़ाने के लिए ‘‘बीज वाहन विकास वाहन’’ कार्य योजना बनाने की सलाह देते हुए कहा कि ऐसा वाहन जो गुणवत्तायुक्त बीज, बीजोपचार रसायन तथा बीज उत्पादन से संबंधित प्रसार सामग्री से युक्त हो, गांव-गांव घूमकर किसानों को बीज उपलब्ध कराये। समीक्षा के क्रम में मुख्यमंत्री ने गंगा की अविरलता, नदी के दोनों किनारों पर जैविक कोरिडोर निर्माण एवं उपचारित सीवर का सिंचाई जल में उपयोग करने के उद्देश्य से नगर विकास एवं आवास विभाग, कृषि विभाग, जल संसाधन विभाग तथा लघु जल संसाधन विभाग को आपस में समन्वय कर कार्यक्रम क्रियान्वित करने भी निर्देश दिया। 

मुख्यमंत्री ने कहा, “ बिहार राज्य के अंदर कृषि से संबंधित यंत्रों के निर्माताओं को प्रोत्साहित करने के लिए कृषि विभाग योजना बनाये। राज्य के अंदर निर्मित यंत्रों को उद्योग विभाग परीक्षण एवं सत्यापन करे, ताकि इन यंत्रों का विभिन्न योजनाओं में उपयोग हो सके। बाजार प्रांगणों में किसानों के लिए आधारभूत संरचनाओं को सुदृढ़ किया जाये और किसानों को देश के विभिन्न मंडियों में कृषि उत्पादों के मंडी भाव प्रदर्शित करने के लिए कम्प्यूटरीकृत व्यवस्था की जाये।” प्रत्येक जिलों के लिए चयनित विशेष बागवानी फसलों की समीक्षा में मुख्यमंत्री ने दरभंगा में मखाना, पटना में परवल, नालंदा में मगही पान के विकास के लिए भी योजना बनाने का निर्देश अधिकारियों को दिया। उन्होंने कहा कि पपीता, केला (चिनियाँ) तथा अमरूद के स्थानीय प्रभेदों को बढ़ावा दिया जाये। कृषि विभाग के अलावा कृषि रोड मैप से संबंधित जल संसाधन विभाग, लघु जल संसाधन विभाग, उद्योग एवं गन्ना उद्योग विभाग की विभिन्न योजनाओं पर भी विस्तृत चर्चा की गयी। इस अवसर पर कृषि मंत्री डा. प्रेम कुमार, जल संसाधन मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, उद्योग मंत्री जय कुमार सिंह, गन्ना उद्योग मंत्री खुर्शीद उर्फ फिरोज आलम, आपदा प्रबंधन मंत्री दिनेश चन्द्र यादव, मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह समेत संबंधित विभागों के प्रधान सचिव/सचिव समेत कृषि विभाग के वरीय पदाधिकारी उपस्थित थे। 

रोहिंग्या मुसलमानों को वापस म्यांमार भेजने का होगा विरोध : माले

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पटना 16 सितंबर, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माक्सर्वादी लेनिनवादी) ने रोहिंग्या मुस्लिम शरणार्थियों के प्रति केन्द्र सरकार के रवैये की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि म्यांमार में उनके घरों में आग लगाने, उन्हें उजाड़ने तथा मासूम बच्चों और महिलाओं को तरह-तरह की यातनाएं दी जा रही है जिसके कारण वे लोग पलायन करने को मजबूर हैं। भाकपा-माले राज्य सचिव कुणाल ने आज यहां कहा है कि म्यांमार सरकार रोहिंग्या को अपना नागरिक नहीं मानती है । इसलिए वहां से भगाने के लिए उनपर बर्बर हमला कर रही है जो पूरी तरह मानवताविरोधी एवं निंदनीय है। म्यांमार की सरकार संयुक्त राष्ट्र संघ के निर्देश की भी अवहेलना कर रही है । उन्होंने कहा कि म्यांमार सरकार इस कार्रवाई पर अविलंब रोक लगाये। श्री कुणाल ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र संघ के नियमों एवं मानवीय मूल्यों के आधार पर शरणार्थियों को शरण देना बहुत जायज है, लेकिन केन्द्र की मोदी सरकार रोहिंग्या मुसलमानों को संरक्षण देने की बजाए उन्हें भारत की सुरक्षा के लिए खतरा बताते हुए वापस खदेड़ने की बात कह रही है । उन्होंने केन्द्र के इस निर्णय पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि 40 हजार रोहिंग्या मुस्लिम शरणार्थियों को वापस म्यांमार भेजने की उनकी योजना का पुरजोर विरोध किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की नीति सांप्रदायिक सोच से प्रभावित है। 


माले राज्य सचिव ने कहा कि यह और दुखद है कि केन्द्र सरकार ने रोहिंग्या मुसलमानों के खिलाफ म्यांमार सुरक्षा बलों की कार्रवाई का ही समर्थन किया है, जबकि देश के प्रबुद्ध नागरिकों, सामाजिक कार्यकर्ताओं ने संयुक्त राष्ट्र संघ से रोहिंग्या मुसलमानों को तुरंत मानवीय सहायता पहुंचाने की अपील और म्यांमार में मुसलमानों का जनसंहार रोकने की मांग की है। उन्होंने काह कि केन्द्र सरकार का यह रुख बेहद निंदनीय है। श्री कुणाल ने कहा कि मानवाधिकार आयोग भी इसके लिए म्यांमार सरकार की कई बार निंदा कर चुका है। संयुक्त राष्ट्र संघ के अनुसार विश्व में जिन समुदायों का सबसे ज्यादा जातीय सफाया किया गया है उनमें रोहिंग्या मुसलमान भी हैं। उन्होंने यह भी कहा कि आज जब कोलकाता से लेकर दिल्ली तक रोहिंग्या मुसलमानों के हक में आवाजें उठ रही हैं वहीं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसपर चुप्पी साध रखी है। उन्होंने कहा कि श्री कुमार का यह रवैया बेहद निराशाजनक है। माले राज्य सचिव ने रोहिंग्या मुसलमानों के जनसंहार पर तत्काल रोक लगाने की मांग करते हुए कहा कि उनकी पार्टी भाकपा-माले और इंसाफ मंच के बैनर तले 18 सितंबर से पूरे राज्य में प्रतिवाद करेगी । 

बिहार : वकिलों ने सुरक्षा के लिए अधिवक्ता सुरक्षा अधिनियम बनाने की मांग की

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पटना 16 सितम्बर, बिहार युवा अधिवक्ता कल्याण समिति ने वकीलों की हो रही हत्या पर आज कड़ी नाराजगी वयक्त करते हुए राज्य सरकार से अधिवक्ता सुरक्षा अधिनियम बनाने की मांग की । समिति के प्रदेश अध्यक्ष संजय कुमार उर्फ मन्नु ने यहां संवाददाता सम्मेलन में सरकार से अधिवक्ता सुरक्षा अधिनियम बनाने , राज्य के न्यायालय परिसरों में वकीलों के लिए भवन , वकीलों का सामूहिक बीमा तथा विधि स्नातकों को तकनीकी स्नातकों का दर्जा देने की मांग की । इसके साथ ही समिति ने केन्द्र सरकार से अधिवक्ता कल्याण कोष अधिनियम 2001 में संशोधन कर वकीलों के हित में कल्याणकारी योजनाओं को लागू करने की भी मांग की । श्री मन्नु ने बताया कि इसके अलावा बार कॉउंसिल ऑफ इंडिया से सभी राज्यों में अधिवक्ता चुनाव आयोग का गठन करने तथा बिहार राज्य बार काउंसिल से सामान्य बीमारियों पर भी पूर्व की तरह वास्तविक चिकित्सीय राशि दिये जाने की मांग की । 

भाजपा केन्द्रीय एजेंसियों के माध्यम से लालू के परिवार को प्रताड़ित कर रही

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समस्तीपुर 16 सितम्बर, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने आज आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) केन्द्रीय जांच ब्यूरो(सीबीआई) और पर्वतन निदेशालय(ईडी) के सहारे पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार को प्रताड़ित कर रही है। राजद के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव और विधान पार्षद मोहम्मद कमर आलम ने यहां कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भाजपा के साथ मिलकर श्री यादव और उनके परिवार को तंग-तबाह करने की साजिश मे लगे है। उन्होने सवालिये लहजे में कहा कि चर्चित सृजन महाघोटाला मे मुख्यमंत्री श्री कुमार और उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के खिलाफ सीबीआई ने अब तक प्राथमिकी दर्ज क्यों नही की । श्री आलम ने कहा कि सृजन महाघोटाले के विरुद्ध उनकी पार्टी लगातार आन्दोलन कर रही है और जब तक श्री कुमार और श्री मोदी पर इस मामले में प्राथमिकी दर्ज नही हो जाती तब तक उनकी पार्टी का संघर्ष जारी रहेगा। इस अवसर राजद के जिला प्रवक्ता राकेश कुमार ठाकुर, जिला पार्षद -सह -जिला राजद महासचिव संजीव कुमार राय समेत कई अन्य नेता मौजूद थे । 

राहुल बाबा अमेरिका से हमसे सवाल पूछते हैं : अमित शाह

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रांची 16 सितम्बर, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने आज कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर चुटकी लेते हुए कहा कि राहुल बाबा अमेरिका से हमसे सवाल पूछते हैं कि हमने क्या किया। श्री शाह ने झारखंड दौरे के दूसरे दिन रांची के हरमू मैदान में आयोजित गरीब कल्याण मेला को संबोधित करते हुए कहा कि राहुल बाबा आपने जीतना दिया उससे तीन गुणा हमने दिया है। लोगों को जवाब देने तो हम झारखंड आये हैं। उन्होंने कहा कि राहुल बाबा आपकी चार पीढ़ियों ने काम किया और आप उनके काम का हिसाब दें। उन्होंने कहा कि झारखंड को अटल बिहारी वाजपेयी ने बनाया है और अब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी संवारेंगे। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि श्री मोदी हर मोर्चे पर झारखंड के साथ हैं और झारखंड के विकास के लिए चट्टान की तरह साथ खड़े हैं । उन्होंने झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास को अच्छे काम के लिए संगठन और पार्टी के करोड़ों कार्यकर्ता की ओर से बधाई दी तथा राज्य सरकार के 1000 दिन पूरे होने को लेकर अग्रिम शुभकामनाएं दीं । श्री शाह ने कहा कि आज झारखंड गुजरात के बाद सबसे तेजी से विकास करने वाला राज्य है । झारखंड की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) 8.6 प्रतिशत की दर से बढ़ रही है । एक हजार करोड़ रुपये आदिवासियों के कल्याण के लिए दिये गये हैं । हमारी सरकार का लक्ष्य झारखंड को विकसित राज्य बनाना है । उन्होंने कहा कि देश के 110 दिनों की यात्रा के क्रम में झारखंड के दौरे पर आये हैं और हर बड़े राज्य का तीन-तीन दिन का दौरा कर रहे हैं । मुख्यमंत्री श्री दास ने 1000 दिन में झारखंड का कायाकल्प कर दिया। उन्होंने कहा कि एक हजार दिन पूरे होने पर श्री दास का महिमामंडन होना था, लेकिन रघुवर सरकार ने गरीब कल्याण के रास्ते को चुना। 


भाजपा अध्यक्ष ने इस अवसर पर कुल 340 करोड़ की राशि से 46325 लाभुकों को सरकार की विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित करने के बाद कहा कि अंत्योदय के सिद्धांत और दर्शन पर केंद्र और राज्य सरकार निर्णायक ढंग से कार्य कर रही है। रघुवर सरकार ने 1000 दिन में दिखा दिया कि विकास के लिए परिवर्तन कैसे होता है। गरीब कल्याण मेला का आयोजन कर सरकार गरीबों के पास जाने का कार्य कर रही है। यह झारखंड सरकार का अद्वितीय और सराहनीय कदम है। रघुवर सरकार ने गरीब मेला प्रारंभ किया है , यह उनकी प्राथमिकता और उनकी दिशा को परिलक्षित करता है। अब झारखंड को लेकर अमीर राज्य के गरीब लोग की अवधारणा को समाप्त करने की दिशा मे कार्य हो रहा है। धीरे धीरे राज्य समृद्ध हो रहा है। गरीबी रेखा से लोग ऊपर उठ रहे हैं। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में राज्य सरकार विकास के कार्य कर रही है। इसका परिणाम है कि झारखण्ड़ आज विकास वृद्धि में 8.6 है जो पूरे देश में दूसरे स्थान पर है। श्री शाह ने कहा कि आजादी के बाद से पूर्वी भारत और झारखंड उपेक्षित रहा था, लेकिन प्रधानमंत्री इस क्षेत्र के विकास के लिए चट्टान की तरह अडिग और कटिबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि अब पूर्वी भारत के विकास की शुरुआत हुई है। यहां के खनिज पूरे देश का विकास कर सकते हैं। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने खनिज संपदा से लबरेज झारखंड राज्य को विगत तीन साल के शासन काल में एक लाख 17 हजार करोड़ का रेवेन्यू दिया है। मिनरल डेवलपमेंट फंड के माध्यम से 1000 करोड़ रुपए आदिवासी कल्याण के लिए चिन्हित किया गया है। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार महान विचारक एवं चिंतक पं. दीनदयाल उपाध्याय के बताए मार्ग पर चलते हुए कार्य कर रही है। अब तक दो करोड़ 80 लाख महिलाओं के बीच रसोई गैस का वितरण किया गया। सात करोड़ 64 लाख युवाओं को 10 हजार से 10 लाख तक का लोन उपलब्ध कराया गया है। केंद्र सरकार लोगों के कल्याण के लिए 106 जन कल्याणकारी योजनाएं संचालित कर रही हैं। आजादी के बाद से 19 हजार गांव बिजली की सुविधा से वंचित थे, लेकिन केंद्र सरकार ने अपने तीन साल के शासन के दौरान 14 हजार गांव को बिजली से रौशन कर दिया है वहीं 26 मई 2018 तक शेष गांव भी बिजली से आच्छादित हो जाएंगे। 

श्री शाह ने कहा कि केन्द्र के तीन साल के शासन काल में भ्रष्टाचार का एक भी आरोप विपक्ष नहीं लगा पाया । पूरी पारदर्शिता से सरकार कार्य कर रही है । वर्ष 2014 के चुनाव में जब प्रधानमंत्री लोगों को संबोधित करते थे तो हमेशा कहते थे, पूर्वी भारत का हिस्सा विकास से दूर है और अगर उनकी सरकार बनी तो पश्चिमी भारत की तरह पूर्वी भारत को भी विकसित बनाया जाएगा। इसी को लेकर केंद्र सरकार पूर्वी भारत में विकास की नई गाथा लिखने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार अपने तीन साल के कार्यकाल का ब्यौरा प्रस्तुत कर रही है। 50 साल तक इस देश में राज करने वाले भी हिसाब दें कि उन्होंने देश के लिए क्या किया। उन्होंने कहा कि पहले योजना का लाभ लेने के लिए गरीबों को सरकार के पास आना पड़ता था लेकिन अब झारखंड सरकार गरीबों के पास जा रही है जो एक अच्छी शुरुआत है। रघुवर दास के नेतृत्व में स्थिर सरकार मिली है। वे दिन रात राज्य की सेवा में लगे हैं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि शासन नहीं हम सेवा के लिए सत्ता में है। आजादी के बाद स्वराज प्राप्त हुआ अब सुराज प्राप्त करने के लिए हमारी सरकार प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के मार्गदर्शन में राज्य सरकार ने गांव, गरीब, किसान, आदिवासी, दलित, शोषित और पिछड़ों के जीवन स्तर को ऊपर उठाने का प्रयास किया है और आने वाले दिनों में भी इन वर्गों के जीवन में बदलाव लाने के लिए राज्य का खजाना गरीबों के कल्याण पर खर्च करने की योजना है। गरीब कल्याण मेला को लेकर विभागवार एवं जिलावार प्रतिस्पर्धा शुरु हो चुकी है। हर जिले में प्रभारी मंत्री इसका आयोजन कर राज्य के लोगों को विभिन्न योजनाओं का लाभ दे रहे हैं। हमारा प्रयास है मेला के माध्यम से गरीबों के जीवन में चेतना लाना और प्रधानमंत्री के नेतृत्व में 2022 तक गरीबी का उन्मूलन करना । श्री दास ने कहा कि 1000 दिनों के कार्यकाल में जनधन योजना के तहत एक करोड़ एक लाख बैंक खाता खोला गया। प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के तहत दो लाख 28 हजार लोगों का बीमा हुआ। प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत 04 लाख 72 हजार लोगों को लाभ दिया गया। इसी तरह प्रधानमंत्री जीवन ज्योति योजना के तहत 04 लाख 94 हजार लोग लाभांवित हुए । स्टैंड अप इंडिया के तहत 574 लाभुक लाभांवित हुए और उनका 110. 45 करोड़ का ऋण स्वीकृत किया गया। राज्य सरकार ने बैंकों को स्पष्ट निर्देश दिया है की स्टैंड अप इंडिया के तहत 10 लाख से 01 करोड़ तक का लोन राज्य के लोगों को उपलब्ध कराएं। साथ ही स्टैंड अप योजना के तहत 400 बस का वितरण अनुसूचित जाति ,अनुसूचित जनजाति एवं अन्य पिछड़े वर्ग के लोगों के बीच किया गया है। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड देश का पहला राज्य बना जहां प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत गैस के साथ चूल्हा भी दिया जा रहा है। 08 लाख लाभुकों को इस योजना के तहत अब तक गैस और चूल्हा दिया जा चुका है। इस योजना से वर्ष 2018 तक 18 लाख लोग लाभांवित होंगे। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत 16 लाख 97 लोगों को बीमा का लाभ मिला है । राज्य की महिलाओं को स्वरोजगार और उन्हें स्वालंबी बनाने के लिए अब तक 26 हजार महिलाओं को अनुदान पर दो गाय उपलब्ध कराया गया है। आने वाले दिनों में 50 हजार महिलाओं को इस योजना का लाभ मिलेगा। ग्रामीण महिलाओं के हुनर को तराशने के लिए मुख्यमंत्री उधमी बोर्ड का गठन किया गया है। इस योजना के तहत 32 हजार गांव में 15 महिलाओं का समूह तैयार किया जाएगा। इस तरह 4 लाख 80 हजार महिलाओं को प्रशिक्षण देकर उन्हें स्वालंबन की ओर अग्रसर करने की योजना राज्य सरकार की है। श्री दास ने कहा कि जनजाति समाज के उत्थान के लिए 12 सौ करोड़ की जोहार योजना का लाभ महिलाओं को मिलेगा जिससे वह मुर्गी और बकरी पालन जैसे व्यवसाय से खुद को जोड़ सकेंगे । गरीबी समाप्त करना है तो शिक्षित होना होगा। संथाल परगना और सिंहभूम शिक्षा के मामले में थोड़े पीछे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार झारखंड को शिक्षित प्रदेश की श्रेणी में लाने के लिए कार्य कर रही है। राज्य के लोग बालिका शिक्षा पर अधिक जोर दें, क्योंकि अगर एक महिला शिक्षित होती है तो पूरा परिवार शिक्षित होता है। उन्होंने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय के अंत्योदय मंत्र के अनुरूप राज्य सरकार समाज के अंतिम व्यक्ति तक विकास की किरण पहुंचा रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2022 तक देश में कोई बेघर, बगैर दवा न रहे, लोगों को रोजगार मिले, महिलाएं सशक्त हों के मंत्र के साथ राज्य सरकार काम कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि नशा अभिशाप है। राज्य सरकार नशामुक्त गांव को एक लाख रुपया इनाम में देगी। नशा मुक्ति के लिए समाज का जागरूक होना बेहद जरूरी है। समाज अगर जग गया तो स्वतः शराब बंद हो जाएगा। कार्य ऐसा हो कि 2022 तक कोई भी बेघर, दवा और बिजली जैसी मूलभूत सुविधाओं के बगैर नहीं रहे । 

सार्वजनिक वितरण एवं उपभोक्ता मंत्री सरयू राय ने कहा कि इसके आयोजन और परिसंपत्तियों के वितरण से लोग लाभांवित होंगे। राज्य की अर्थव्यवस्था एवं आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ है। राज्य के विकास दर में वृद्धि हुयी है। आम लोगों को राज्य सरकार की योजनाओं का सीधा लाभ मिले इसका प्रयास किया जा रहा है। श्री राय ने कहा कि राज्य की जनता खुशी महसूस करें और लोगों के चेहरे पर मुस्कुराहट हो इसका प्रयास राज्य सरकार कर रही है। विभिन्न विभागों के सहयोग से पूंजी का सृजन किया जा रहा है ताकि क्षेत्रीय विषमता को दूर किया जा सके। इस मौके पर प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत सांकेतिक तौर पर वीना टोप्पो, सोनी बेग, मुद्रा कार्ड योजना के तहत मंगल उरांव, ओमप्रकाश शाह, फसल बीमा योजना के तहत सविता रंजन घोष, अशोक कुमार मंडल, दुधारू पशु वितरण योजना के तहत रीना देवी, वेदव्यास आवास योजना के तहत मंसाराम, ई.पॉश मशीन वितरण के तहत श्रीमती सुनीता गाड़ी, मत्स्य जाल वितरण के तहत बासमती देवी, फिश क्रेडिट कार्ड के तहत जीवन केवट, पंपसेट के तहत मोहन राम, मधुमक्खी पालन के तहत सुनीता देवी, मुख्यमंत्री स्मार्टफोन योजना के तहत पूनम देवीए, बैंक लोन योजना के तहत संगीता देवी, मुद्रा योजना के तहत हनी लता और ग्रामीण बस सेवा के तहत इंदु गुप्ता को सांकेतिक तौर पर परिसंपत्तियां सौंपी गयी । कार्यक्रम में केंद्रीय राज्य मंत्री श्री जयंत सिन्हा, केंद्रीय राज्य मंत्री सुदर्शन भगत, झारखंड सरकार के सभी मंत्री, सांसद, पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा, राज्य के मुख्यसचिव के अलावा कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे । 

बिहार : हनीप्रीत के नेपाल भागने की सम्भावना, बिहार के सात जिलों में एलर्ट

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पटना 16 सितम्बर, साध्वी बलात्कार के मामले में सजा काट रहे डेरा सच्चा सौदा के गुरमीत राम रहीम की खास राजदार हनीप्रीत इन्सां के बिहार के रास्ते नेपाल भागने की संभावना के मद्देनजर राज्य के सीमावर्ती सात जिलों में एलर्ट जारी किया गया है। अपर पुलिस महानिदेशक (विधि व्यवस्था) आलोक राज ने आज यहां बताया कि भारत-नेपाल अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर बिहार के सात जिले हैं, जिनकी सीमा खुली हुई है। ऐसे में संभावना रहती है कि भारत में अपराध के करने के बाद अपराधी खुली सीमा का लाभ उठाकर नेपाल भाग जाते हैं। ऐसी संभावना को देखते हुये हनीप्रीत के मामले को लेकर भी बिहार के सात सीमावर्ती जिलों पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया और किशनगंज को अलर्ट कर दिया गया है। हालांकि इस संबंध में हरियाणा पुलिस ने बिहार पुलिस से आधिकारिक तौर पर कोई अनुरोध नहीं किया है। इस बीच बगहा के पुलिस अधीक्षक अरविंद कुमार गुप्ता ने बताया कि खुफिया सूचना मिली है कि हनीप्रीत बिहार के रास्ते नेपाल भाग सकती है। इसी को देखते हुये जिले की पुलिस को अलर्ट कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि वैसे भी कल नेपाल में चुनाव होना है, जिसको ध्यान में रखकर भारत-नेपाल से लगी बिहार की सीमा को सील कर दिया गया है। 


मुजफ्फरपुर पुलिस अधीक्षक (रेलवे) बी. एन. झा ने कहा कि नेपाल की सीमा से लगे बिहार के रेलवे स्टेशनों पर हनीप्रीत के पोस्टर लगाये गये हैं। पुलिस को संदिग्ध लोगों पर नजर रखने का निर्देश दिया गया है। पूर्णिया से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार, जिले में गुरमीत राम रहीम के कई समर्थक रहते हैं। पुलिस ऐसे समर्थकों पर निगरानी रख रही है। उल्लेखनीय है कि हनीप्रीत इन्सां साध्वी के दुष्कर्म मामले में 20 वर्ष की साज काट रहे गुरमीत राम रहीम की मुंह बोली बेटी हैं। वह उनके फिल्म निर्माण और रियल स्टेट समेत सभी कारोबार संभालती थी। गुरमीत के जेल जाने के बाद से हनीप्रीत गायब है और पुलिस को उसकी तलाश है क्योंकि डेरा से जुड़े कई अहम राज वह खोल सकती है। 

चिदम्बरम परिवार को प्रताडि़त कर रही है मोदी सरकार : कांग्रेस

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नयी दिल्ली, 16 सितम्बर, कांग्रेस ने आज आरोप लगाया कि मोदी सरकार केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) तथा प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का दुरुपयोग करके एअरसेल मैक्सिस मामले में पूर्व वित्त मंत्री तथा पार्टी के वरिष्ठ नेता पी चिदम्बरम के परिवार के सदस्यों को प्रताड़ित कर रही है। कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला ने यहां जारी एक बयान में कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि ईडी तथा सीबीआई सरकार की कठपुतली बन कर काम रहे हैं और उसके इशारे पर विपक्ष के नेताओं तथा उनके परिवार के सदस्यों को प्रताड़ित किया जा रहा है। श्री चिदम्बर ने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा था कि सीबीआई तथा ईडी उनके पुत्र कार्ति चिदम्बरम का उत्पीड़न कर रही है। इन एजेंसियों को कार्ति को प्रताड़ित करने की बजाय पूर्व वित्त मंत्री के तौर पर उनकी भूमिका को देखते हुए उनसे पूछताछ करनी चाहिए। उन्होंने सीबीआई पर तथ्यों को तोड़मरोड़कर पेश करने का भी आरोप लगाया था। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि भाजपा सरकार के इशारे पर सीबीआई तथा ईडी तथ्यों को नजरअंदाज कर रही है। उन्होंने कहा कि विदेशी निवेश संवर्द्धन बोर्ड(एफआईपीबी) ने एअरसेल-मैक्सिस सौदे को मंजूरी दी थी और इसमें भारत सरकार के छह सचिव शामिल रहे हैं। सचिव स्तर पर मामले से जुड़े सभी तथ्यों की पड़ताल करने के बाद तत्कालीन वित्त मंत्री पी चिदम्बरम ने इसे मंजूरी दी थी।

चीन की दीवार तोड़कर सिंधू फाइनल में

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सोल, 16 सितम्बर, रियो ओलम्पिक और विश्व चैम्पियनशिप की रजत पदक विजेता पीवी सिंधू ने अपना जबर्दस्त प्रदर्शन बरकरार रखते हुए चीन की ही बिंगजियाओ को शनिवार को तीन गेमों के संघर्षपूर्ण मुकाबले में 21-10, 17-21, 21-16 से हराकर कोरिया ओपन सुपर सीरीज बैडमिंटन टूर्नामेंट के फाइनल में प्रवेश कर लिया। पांचवीं सीड सिंधू ने सेमीफाइनल में छठी वरीयता प्राप्त बिंगजियाओ को एक घंटे छह मिनट तक चले मुकाबले में हराया। पिछले महीने विश्व चैंपियनशिप में रजत जीतने के बाद अपना पहला टूर्नामेंट खेल रही सिंधू का अब कोरिया ओपन खिताब के लिए आठवीं सीड जापान नोजोमी आेकुहारा के साथ मुकाबला होगा जिन्होंने एक अन्य सेमीफाइनल में दूसरी सीड हमवतन खिलाड़ी अकाने यामागूची को 38 मिनट में 21-17, 21-18 से पराजित किया। फाइनल में सिंधू के पास ओकुहारा से विश्व चैम्पियनशिप के खिताबी मुकाबले में मिली हार का बदला चुकाने का पूरा मौका रहेगा। विश्व रैंकिंग में चौथे नंबर की भारतीय खिलाड़ी काे नौंवे नंबर की ओकुहारा से विश्व चैंपियनशिप के फाइनल में 19-21, 22-20, 20-22 से हार का सामना करना पड़ा था।

अधिक खून बहने से हुई प्रद्युम्न की मौत

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गुरुग्राम,16 सितंबर, रेयान इंटरनेशनल स्कूल में सात साल के प्रद्युम्न की हत्या की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मौत की वजह आघात और अधिक खून का बहना बताया गया है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में कहा गया है कि एक तेज धारधार हथियार से दो बार वार किया गया। इससे गले पर एक 18 सेमी लंबा और दो सेमी गहरा घाव हो गया। गले की श्वास और भोजन नली कट गयी थी। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि घाव ऐसा था कि उसका एक-दो मिनट से ज्यादा बचना मुमकिन नहीं था। गुड़गांव पुलिस इस मामले में सभी कोण से जांच कर रही है। इस पहले यह भी रिपोर्ट सामने आई थी कि प्रद्युम्न के साथ दुराचार नहीं हुआ था। प्रद्युम्न का पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर दीपक माथुर ने बताया था कि किसी भी हालत में उसकी जान नहीं बचाई जा सकती थी। उन्होंने बताया कि सांस की नली कटने की हालत में किसी को भी बचा पाना असंभव है। गौरतलब है कि प्रद्युम्न की आठ सितंबर को स्कूल के शौचालय में चाकू से गला काटकर हत्या कर दी गयी थी। इस सिलसिले में पुलिस ने स्कूल के बस कंडक्टर अशोक कुमार को गिरफ्तार किया है। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कल प्रद्युम्न की हत्या की जांच केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से कराने की घोषण की है।


मिस्र के पूर्व राष्ट्रपति मुर्सी को 25 साल की सजा

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काहिरा,16 सितंबर, मिस्र की एक अदालत ने सत्ता से बेदखल किए गए राष्ट्रपति मोहम्मद मुर्सी को खुफिया जानकारी कतर को देने के जुर्म में आज 25 साल के कारावास की सजा सुनायी, न्यायालय सूत्रों के अनुसार मुर्सी मिस्र में 2011 में क्रांति के बाद लोकतांत्रिक रूप से राष्ट्रपति चुने गये थे तथा सेना द्वारा 2013 में अपदस्थ कर दिया गया। सत्ता से बेदखल करने के बाद राष्ट्रपति अब्देल फतह अल सीसी के खिलाफ जबरदस्त विरोध प्रदर्शन हुआ। मुर्सी को तत्काल गिरफ्तार कर लिया गया था। अदालत ने मुर्सी की सजा 40 साल से कम करके 25 वर्ष कर दिया है। मिस्र की एक अदालत द्वारा 2012 में प्रदर्शनकारियों की हत्या के आरोप में मुर्सी 20 साल जेल की सजा काट रहे हैं। वर्ष 2014 में मुर्सी तथा अन्य नौ लोगों के खिलाफ गुप्त तथा संवेदनशील दस्तावेजों को कतर से साझा करने का आरोप लगाया गया था।

रेयान स्कूल को कारण बताओ नोटिस जारी

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नयी दिल्ली 16 सितम्बर, केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने गुरुग्राम के रेयान इंटरनेशनल स्कूल को प्रद्युम्न नामक बच्चे की हत्या के मामले में कारण बताओ नोटिस जारी किया है और पूछा है कि क्यों न उसकी मान्यता रद्द कर दी जाए। सीबीएसई ने स्कूल के प्रबंधन को भेजे गये नोटिस में पंद्रह दिन के भीतर इसका जवाब देने को कहा है। सीबीएसई के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार रेयान स्कूल के खिलाफ कार्रवाई करने का कोई निर्णय जवाब आने के बाद ही लिया जाएगा और उससे पहले स्कूल के जवाब पर गौर किया जाएगा। गौरतलब है कि सीबीएसई की जांच समिति ने अपनी रिपोर्ट पेश कर दी है और उस रिपोर्ट का अध्ययन किया जा रहा है। सीबीएसई इस रिपोर्ट के आधार पर यह देख रही है कि क्या स्कूल ने निर्धारित दिशा निर्देशों का पालन किया है या उसने कोई उनका उल्लंघन भी किया है। केन्द्रीय विद्यालय संगठन के उपायुक्त अरुण कुमार और दिल्ली के प्रीत विहार के सरकारी सह शिक्षा सीनियर सेकंडरी स्कूल के प्रिंसिपल कैलाश चंद की समिति ने अपनी रिपोर्ट में पाया है कि स्कूल की बस के कर्मचारी छात्रों के शौचालय का इस्तेमाल करते थे और अधिकतर सीसीटीवी कैमरे काम नहीं कर रहे थे। पांच मंजिला स्कूल के केवल तीन मंजिलों पर ही कक्षाएं लगती थीं तथा स्कूल के बिजली कक्ष पर ताला नहीं लगा था, जो बच्चों के खतरनाक हो सकता था। इतना ही बच्चों के लिए विशेष शौचालय और रैम्प भी नहीं थे। रेयान स्कूल के दूसरी कक्षा के छात्र प्रद्युम्न की पिछले दिनों हत्या की घटना को देखते हुए जन आक्रोश उत्पन्न हुआ था, जिसके बाद सीबीएसई ने मामले की जांच पड़ताल के दो सदस्यीय समिति गठित की थी और समिति के सदस्यों ने स्कूल का दौरा कर इस घटना की पूरी तहकीकात की थी। इस घटना के विरोध में स्कूल के बाहर अभिभावकों ने बड़ी संख्या में धरना प्रदर्शन भी आयोजित किया था और उन्होंने इस स्कूल मान्यता रद्द करने तथा सीबीआई से इस घटना की जांच कराने की मांग की थी। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने इस घटना की सीबीआई से जांच कराने की सिफारिश की है।

राम नाथ कोविंद, मोदी, सोनिया ने एयर मार्शल के निधन पर जताया शोक

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नयी दिल्ली, 16 सितंबर, राष्ट्रपति राम नाथ काेविंद, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आज एयर मार्शल अर्जन सिंह के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है और शोक संतप्त परिवार के प्रति गहरी समवेदना व्यक्त करते हुए दिवंगत आत्मा की शांति की कामना की है। राष्ट्रपति राम नाथ काेविंद ने एयर मार्शल अर्जन सिंह के निधन पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा कि 1965 के युद्ध में सैन्य नेतृत्व के लिए देश उनका अभारी है। मार्शल अर्जन सिंह के निधन का समाचार मिलते ही श्री काविंद ने ट्वीट किया “वायु सेना के मार्शल और महान योद्धा के निधन से दुखी हूँ। उनके परिवार तथा भारतीय वायु सेना समुदाय के प्रति समवेदना।” उन्होंने कहा कि मार्शल अर्जन सिंह द्वितीय विश्व युद्ध के हीरो थे और 1965 की लड़ाई में सैन्य नेतृत्व के लिए देश उनका अाभारी रहा है। पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने भी उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि इस दुख में वे पूरे देश के साथ हैं। उन्होंने शोक संतप्त परिवार के प्रति समवेदना व्यक्त की। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एयर मार्शल अर्जन सिंह के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। श्री मोदी ने आज रात ट्वीट करते हुए कहा कि भारतीय वायु सेना की क्षमता निर्माण की एयर मार्शल अर्जन सिंह की प्रतिबद्धता तथा लगन से देश की रक्षा सामर्थ्य को बहुत मजबूती मिली। उन्होंने कहा “अर्जन सिंह एक विशिष्ट वायु योद्धा और बेहतरीन इन्सान थे तथा पूरा देश उनके निधन से गहरे सदमे में है। हम देश के लिए उनकी विशिष्ट सेवाओं को याद रखेंगे।” श्री माेदी ने एक अन्य ट्वीट में कहा “भारत-पाकिस्तान के 1965 के युद्ध के समय एयर मार्शल अर्जन सिंह ने जिस सर्वश्रेष्ठ नेतृत्व को दर्शाया, देश उसे कभी नहीं भुला पायेगा। कुछ समय पहले जब मैं उनसे मिला तो वह अस्वस्थ थे और मेरे मना करने के बावजूद उन्होंने खड़े होकर सैल्यूट करने कोशिश की, ऐसा उनका विशिष्ट सैन्य अनुशासन था।” कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भारतीय वायु के मार्शल अर्जन सिंह के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि वायु सेना के एक योद्धा के रूप में उनका अतुलनीय योगदान सभी भारतीयों के लिए प्रेरणा स्रोत रहेगा। श्रीमती गांधी ने अपने शोक संदेश में कहा कि एयर मार्शल अर्जन सिंह एक श्रेष्ठ सैनिक और राजनयिक थे जिन्होंने हमेशा आगे बढ़कर नेतृत्व किया। उन्हें द्वितीय विश्व युद्ध में बर्मा सीमा पर उनके सफल अभियान के लिए विशेष रूप से याद किया जायेगा। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि वह हमारी सशस्त्र सेनाओं के मुकुट के एक रत्न थे और वायु सेना के योद्धा के रूप में उनका अतुलनीय योगदान हमें हमेशा प्रेरणा देता रहेगा। वित्त मंत्री एवं पूर्व रक्षा मंत्री अरुण जटेली ने कहा कि मार्शल अर्जन सिंह एक महान सैनिक के रूप में याद किये जायेंगे।

विशेष आलेख : प्राचीन तकनीक के देवता हैं विश्वकर्मा

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गांवों के देश भारत में कार्य की विशिष्ट सहभागी संस्कृति है। यद्यपि आधुनिकीकरण, मशीनीकरण से ग्रामीण कौशल में कमी आयी है, पर आज भी बढ़ई, लोहार, कुंभकार, दर्जी, शिल्पी, राज मिस्त्री, सोनार अपने कौशल को बचाये हुए हैं। ये विश्वकर्मा पुत्र हमारी समृद्धि के कभी आधार थे। आज विश्वकर्मा जयंती के अवसर पर इनकी कला को समृद्ध बनाने के संकल्प की जरूरत है। ग्रामीण ढांचागत विकास, गांव की अर्थव्यवस्था, जीविका के आधार, क्षमता वृद्धि, अर्थोपाय सबके बीच विश्वकर्मण के मूल्यों, आदर्शों की देश को जरूरत है। 17 सितंबर विश्वकर्मा जयंती के माध्यम से यदि वैश्विक इकोनोमी के इस दौर में भारतीय देशज हुनर, तकनीक को समर्थन, प्रोत्साहन मिला तो मौलिक रूप से देश उत्पादक होगा, समृद्ध होगा, सभी के पास उत्पादन का लाभ पहुंचेगा। विश्वकर्मा पुत्र निहाल होंगे और भारत उत्पादकता में पुनर्प्रतिष्ठित होगा  


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भारत पर्वों-उत्सवों का देश है। इसका सांस्कृतिक-आध्यात्मिक आधार है। विशेषकर जयंती मनाने के पीछे आदर्श, मूल्य, धरोहर और सामाजिक उपादेयता का अधिक महत्व है। हिंदू धर्म में मानव विकास को धार्मिक व्यवस्था के रूप में जीवन से जोड़ने के लिए विभिन्न अवतारों का विधान मिलता है। यही वजह है कि राम, कृष्ण, बुद्ध, महावीर से लेकर अन्य सभी महापुरुषों की जयंती प्रेरणा स्वरूप मनाते हैं। रामनवमी या कृष्ण जन्माष्टमी समाज को ऊर्जा देने वाले सांस्कृतिक-आध्यात्मिक आयाम हैं। तो विश्वकर्मा जयंती, राष्ट्रीय श्रम दिवस को इसी परिप्रेक्ष्य में देखा जाता है। उन्हें दुनिया का इंजीनियर माना गया है। यानी पूरी दुनिया का ढांचा उन्होंने ही तैयार किया है। वे ही प्रथम आविष्कारक थे। हिंदू धर्म ग्रंथों में यांत्रिक, वास्तुकला, धातुकर्म, प्रक्षेपास्त्र विद्या, वैमानिकी विद्या आदि का जो प्रसंग मिलता है, इन सबके अधिष्ठाता विश्वकर्मा ही माने जाते हैं। विश्वकर्मा ने मानव को सुख-सुविधाएं प्रदान करने के लिए अनेक यंत्रों व शक्ति संपन्न भौतिक साधनों का निर्माण किया। इन्हीं साधनों द्वारा मानव समाज भौतिक सुख प्राप्त करता रहा है। विश्वकर्मा का व्यक्तित्व एवं सृष्टि के लिए किये गये कार्यों को बहुआयामी अर्थों में लिया जाता है। आज के वैश्विक सामाजिक-आर्थिक चिंतन में विश्वकर्मा को बड़े ही व्यापक रूप में देखने की जरूरत हैं, कर्म ही पूजा है, आराधना है। इसी के फलस्वरूप समस्त निधियां अर्थात ऋद्धि- सिद्धि प्राप्त होती हैं। कर्म अर्थात योग, कर्मषु कौशलम् योग का आधार कौशल युक्त कर्म, क्वालिटी फंक्सनिंग है। बाह्य और आंतरिक ऊर्जा के साथ गुणवत्ता पूर्ण कार्य की संस्कृति है। कहते हैं की भगवान विश्वकर्मा की ज्योति से नूर बरसता हैं। जिसे मिल जाएं उसके दिल को शुकून मिलता हैं। जो भी लेता हैं भगवान विश्वकर्मा का नाम उसको कुछ न कुछ जरूर मिलता हैं। इनके दरबार से कोई भी खाली हाथ नहीं जाता हैं। विश्वकर्मा पूजा जन कल्याणकारी है। इसीलिए प्रत्येक व्यक्तियों को सृष्टिकर्ता, शिल्प कलाधिपति, तकनीकी ओर विज्ञान के जनक भगवान विशवकर्मा जी की पुजा-अर्चना अपनी व राष्टीय उन्नति के लिए अवश्य करनी चाहिए। 


‘‘कर्म प्रधान विश्व करि राखा‘‘ 
यानी परिणाम तो कर्म का ही श्रेष्ठ है, अकर्म का नहीं। फिर विश्वकर्म अर्थात संर्पूणता में कर्म, वैश्विक कर्म, सर्वजन हिताय कर्म और कर्म के लिए सर्वस्व का न्योछावर। अर्थात विश्वकर्मा समस्त सृष्टि के लिए सृजन के देव हैं। उन्होंने सार्वदेशिक शोध आधारित सृजन की पृष्ठभूमि ही नहीं तैयार की, बल्कि सबके लिए उपादेय वस्तुओं का निर्माण किया। गीता में कृष्ण ने कर्म की सतत प्रेरणा दी है। निष्काम कर्म आज भी वही सफल है, जो कर्म को तकनीक आधारित अर्थात कौशल युक्त कर्म करता हुआ आगे आता है। विश्वकर्मा उसी कर्मजीवी समाज के प्रेरक देवता हैं। परंपरागत रूप में प्रत्येक शिल्प हस्तशिल्प, तकनीक युक्त कार्य, वास्तु, हैंडी क्राफ्ट सहित छोटे-बड़े सभी शिल्पों से जुड़े समाज के लोग विश्वकर्मा जयंती को अपूर्व व्यापकता के साथ मनाते हैं। इस दिन देश भर के प्रतिष्ठानों में अघोषित अवकाश रहता है। यही एक अवसर है, जब देश के प्रत्येक प्रतिष्ठान में समवेत पूजा होती है। यहां सर्व धर्म समभाव का अनूठा उदाहरण देखने को मिलता है। स्कंद पुराण प्रभात खंड के इस श्लोक की भांति किंचित पाठ भेद से सभी पुराणों में यह श्लोक मिलता है- ‘बृहस्पते भगिनी भुवना ब्रह्मवादिनी, प्रभासस्य तस्य भार्या बसूनामष्टमस्य च। विश्वकर्मा सुतस्तस्यशिल्पकर्ता प्रजापतिः।। महर्षि अंगिरा के ज्येष्ठ पुत्र बृहस्पति की बहन भुवना जो ब्रह्मविद्या जानने वाली थी, वह अष्टम वसु महर्षि प्रभास की पत्नी बनी और उससे संपूर्ण शिल्प विद्या के ज्ञाता प्रजापति विश्वकर्मा का जन्म हुआ। 

देवशिल्पी ने किया लंका और द्वारिका का निर्माण
प्राचीन शास्त्रों में वैमानकीय विद्या, नवविद्या, यंत्र निर्माण विद्या आदि का उपदेश भगवान विश्वकर्मा ने दिया। कहा जाता है कि प्राचीन काल में जितनी राजधानियां थी, अस्‍त्र और शस्‍त्र, भगवान विश्‍वकर्मा द्वारा ही निर्मित हैं। वज्र का निर्माण भी उन्‍होने ही किया था। यहां तक कि सतयुग का ‘स्वर्ग लोक‘, त्रेता युग की ‘लंका‘, द्वापर की ‘द्वारिका‘ और कलयुग का ‘हस्तिनापुर‘ आदि विश्वकर्मा द्वारा ही रचित हैं। ‘सुदामापुरी‘ की तत्क्षण रचना के बारे में भी कहा जाता है कि उसके निर्माता विश्वकर्मा ही थे। उन्होंने अपने हाथों से जगन्नाथपुरी स्थित भगवान जगन्नाथ की काष्ठ की प्रतिमा को भी आकार दिया है। कहा जाता है कि सभी पौराणिक संरचनाएं, भगवान विश्‍वकर्मा द्वारा निर्मित हैं। भगवान विश्‍वकर्मा के जन्‍म को देवताओं और राक्षसों के बीच हुए समुद्र मंथन से माना जाता है। जबकि लंका के निर्माण के बाबत कहा जाता है कि भगवान शिव ने माता पार्वती के लिए एक महल का निर्माण करने के लिए भगवान विश्‍वकर्मा को कहा, तो भगवान विश्‍वकर्मा ने सोने के महल को बना दिया। इस महल के पूजन के दौरान, भगवान शिव ने राजा रावण को आंमत्रित किया। रावध, महल को देखकर मंत्रमुग्‍ध हो गया और जब भगवान शिव ने उससे दक्षिणा में कुछ लेने को कहा, तो उसने महल ही मांग लिया। भगवान शिव ने उसे महल दे दिया और वापस पर्वतों पर चले गए। इसी प्रकार, भगवान विश्‍वकर्मा की एक कहानी और है- महाभारत में पांडव जहां रहते थे, उस स्‍थान को इंद्रप्रस्‍थ के नाम से जाना जाता था। इसका निर्माण भी विश्‍वकर्मा ने किया था। कौरव वंश के हस्तिनापुर और भगवान कृष्‍ण के द्वारका का निर्माण भी विश्‍वकर्मा ने ही किया था। अंतः विश्‍वकर्मा पूजन, भगवान विश्‍वकर्मा को समर्पित एक दिन है। इस दिन का औद्योगिक जगत और भारतीय कलाकारों, मजबूरों, इंजीनियर्स आदि के लिए खास महत्‍व है। भगवान विश्वकर्मा की महिमा प्राचीन ग्रंथो, उपनिषद एवं पुराण आदि में है। वे आदि काल से ही विश्वकर्मा शिल्पी अपने विशिष्ट ज्ञान एवं विज्ञान के कारण ही न मात्र मानवों अपितु देवगणों द्वारा भी पूजित और वंदित है। माना जाता है कि पुष्पक विमान का निर्माण तथा सभी देवों के भवन और उनके दैनिक उपयोग में होने वाली वस्तुएं भी इनके द्वारा ही बनाया गया है। कर्ण का कुण्डल, विष्णु भगवान का सुदर्शन चक्र, शंकर भगवान का त्रिशूल और यमराज का कालदण्ड इत्यादि वस्तुओं का निर्माण भगवान विश्वकर्मा ने ही किया है। हमारे धर्मशास्त्रों और ग्रथों में विश्वकर्मा के पांच स्वरुपों और अवतारों का वर्णन है। विराट विश्वकर्मा, धर्मवंशी विश्वकर्मा, अंगिरावंशी विश्वकर्मा, सुधन्वा विश्वकर्म और भृंगुवंशी विश्वकर्मा।  

सृष्टि के प्रथम सूत्रधार थे  
वह सृष्टि के प्रथम सूत्रधार कहे गए हैं। विष्णुपुराण के पहले अंश में विश्वकर्मा को देवताओं का देव-बढ़ई कहा गया है तथा शिल्पावतार के रूप में सम्मान योग्य बताया गया है। यही मान्यता अनेक पुराणों में भी है। जबकि शिल्प के ग्रंथों में वह सृष्टिकर्ता भी कहे गए हैं। स्कंदपुराण में उन्हें देवायतनों का सृष्टा कहा गया है। कहा जाता है कि वह शिल्प के इतने ज्ञाता थे कि जल पर चल सकने योग्य खड़ाऊ तैयार करने में समर्थ थे। विश्व के सबसे पहले तकनीकी ग्रंथ विश्वकर्मीय ग्रंथ ही माने गए हैं। विश्वकर्मीयम ग्रंथ इनमें बहुत प्राचीन माना गया है, जिसमें न केवल वास्तुविद्या बल्कि रथादि वाहन और रत्नों पर विमर्श है। ‘विश्वकर्माप्रकाश’ विश्वकर्मा के मतों का जीवंत ग्रंथ है। विश्वकर्माप्रकाश को वास्तुतंत्र भी कहा जाता है। इसमें मानव और देववास्तु विद्या को गणित के कई सूत्रों के साथ बताया गया है। ये सब प्रामाणिक और प्रासंगिक हैं। पिता की भांति विश्वकर्मा भी वास्तुकला के अद्वितीय आचार्य बने। 

कई रुपों में हैं भगवान विश्वकर्मा 
भगवान विश्वकर्मा के एक-दो नहीं, बल्कि अनेक रूप हैं- दो बाहु वाले, चार बाहु एवं दस बाहु वाले तथा एक मुख, चार मुख एवं पंचमुख वाले। उनके मनु, मय, त्वष्टा, शिल्पी एवं दैवज्ञ नामक पांच पुत्र हैं। मान्यता है कि ये पांचों वास्तु शिल्प की अलग-अलग विधाओं में पारंगत थे और उन्होंने कई वस्तुओं का आविष्कार किया। इस प्रसंग में मनु को लोहे से, तो मय को लकड़ी, त्वष्टा को कांसे एवं तांबे, शिल्पी ईंट और दैवज्ञ को सोने-चांदी से जोड़ा जाता है। हिन्दूधर्म ग्रथों के अनुसार विश्वकर्मा के पांच अवतार का उल्लेख है। पहले नंबर पर विराट विश्वकर्मा थे, जिन्हें सृष्टि की रचयिता कहा जाता है। दुसरे नंबर पर धर्मवंशी विश्वकर्मा थे, जो महान शिल्प विज्ञान विधाता थे। अंगिरावंशी विश्वकर्मा, जिन्हें आदि विज्ञान विधाता वसु पुत्र बताया गया है। महान शिल्पाचार्य विज्ञान जन्मदाता अथवी ऋषि के पौत्र सुधन्वा विश्वकर्मा थे। भृंगुवंशी विश्वकर्मा जिन्हें धर्म ग्रंथों में उत्कृष्ट शिल्पशुक्राचार्य के पौत्र के रूप में उल्लेखित किया गया है। 

पौराणिक मान्यताएं 
एक कथा के अनुसार सृष्टि के प्रारंभ में सर्वप्रथम ‘नारायण‘ अर्थात साक्षात विष्णु भगवान सागर में शेषशय्या पर प्रकट हुए। उनके नाभि-कमल से चर्तुमुख ब्रह्मा दृष्टिगोचर हो रहे थे। ब्रह्मा के पुत्र ‘धर्म‘ तथा धर्म के पुत्र ‘वास्तुदेव‘ हुए। कहा जाता है कि धर्म की ‘वस्तु‘ नामक स्त्री से उत्पन्न ‘वास्तु‘ सातवें पुत्र थे, जो शिल्पशास्त्र के आदि प्रवर्तक थे। उन्हीं वास्तुदेव की ‘अंगिरसी नामक पत्नी से विश्वकर्मा उत्पन्न हुए। भगवान विश्वकर्मा के सबसे बडे पुत्र मनु ऋषि थे। इनका विवाह अंगिरा ऋषि की कन्या कंचना के साथ हुआ था। इन्होंने मानव सृष्टि का निर्माण किया है। इनके कुल में अग्निगर्भ, सर्वतोमुख, ब्रम्ह आदि ऋषि उत्पन्न हुये है। विश्वकर्मा वैदिक देवता के रूप में मान्य हैं, किंतु उनका पौराणिक स्वरूप अलग प्रतीत होता है। आरंभिक काल से ही विश्वकर्मा के प्रति सम्मान का भाव रहा है। उनको गृहस्थ जैसी संस्था के लिए आवश्यक सुविधाओं का निर्माता और प्रवर्तक माना गया है।





--सुरेश गांधी--

व्यंग्य : तिरछी नजर - मच्छर भगाओ अभियान

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भाईसाहब ! आजकल मच्छरों ने तंग कर रखा है। शाम ढलते जैसे ही ट्यूबलाइट जलायी और मच्छरों का पूरा कुनबा टूट पडता है। मच्छर और मौसम दोनों का गणित समझ से परे है। आधा सितंबर बीत गया है। लेकिन, मौसम का रूख समझ नहीं पाया। दिन में गर्मी पड़ रही है और सुबह ठंड। जुकाम ने नाक में दम करके रखा है। नथुनों से गंगा और यमुना दोनों चालू है। भाईसाहब ! मौसम की मार गरीब के शरीर पर गहरी छाप छोड़ जाती है। गर्मी के महीनों में जानलेवा लू भरी हवा के थपेड़ो से जान झुलसती है तो सर्दी में भयंकर सर्दी की मार से देह कांप जाती है। बरसात के मौसम में तिरपाल सही करने में समय गुजर जाता है। 


ऐसे विषम हालात में गरीब को परेशान देख मच्छर कब्र से बाहर निकलते है। पूरी इच्छाशक्ति एवं मानसिकता से गरीब के शरीर में जबरदस्ती अतिक्रमण करते है। और फिर अपने खून आस्वादन कार्यक्रम को सफलतापूर्वक अंजाम तक पहुंचाते है। बिलकुल ऐसे ही जैसे सरकारी बाबू गरीबीयत को देखकर प्रतिक्रिया देने लगते है। मच्छरों की तरह भ्रष्टाचारी हर ओर फैले हुए है। देश का कोई भी कोना इनसे बच नही पाया है। ये लगातार लोकतंत्र का खून पी रहे है। इन मच्छरों को खत्म करने के लिए एक अस्सी वर्षीय बुजुर्ग ने कुछ साल पहले दिल्ली से आवाज बुलंद की थी, वंदेमातरम की स्वरलहरियां गूंजी थी। जिससे कुछ पल के लिए मच्छरों में हडंकप मच गया था। सिर्फ देश के ही नहीं बल्कि दूर-दराज बैठे विदेश के मच्छर भी भयभीत हो गये थे। 

ये बुजुर्ग मच्छरों के लिए डी.डी.टी छिड़काव साबित होने वाला था। पर समय ने पासा पलट दिया। मच्छरों को ध्वस्त करने वाला ये डी.डी.टी का छिडकाव शुरु होने से पहले ही बंद हो गया। घर के कोने में छिप गया। इसके आस-पास घूमने वालों की तो किस्मत बदल गयी, लेकिन खुद न घर के रहे न घाट के। बिलकुल यूज एन थ्रो की तरह ! मच्छरों को जिससे खतरा था, वह खतरा शांत हो गया। मच्छरों की मनमानी बढती ही गयी। पहले सौ रुपये में मान जाते थे लेकिन, नोटबंदी के बाद पांच सौ से कम में राजी होने का नाम तक नहीं लेते। मच्छरों के हौंसले बुलंद है। इन मच्छरों के आगे बड़ी से बड़ी दवा फेल है। जो दवा बनने जाता है, मच्छर उसे मलेरिया थमा देते है। इन मच्छरों की तादाद अगणित है। यह रक्तबीज की तरह एक बूंद से हजारों-लाखों पैदा हो जाते है। इन मच्छरों ने गरीब के दिन का चैन और रातों की नींद चुरा ली है। कुछ मच्छरों ने गरीबों का खून पीने के समस्त र्कीतिमान भंग कर दिये है। ये मच्छर आज तड़ीपार है। इनको पकड़ना हाथ का खेल नहीं है। इनका डंक पॉवरफूल है। अतः आज समय की मांग है मोदी जी को मच्छर भगाओ अभियान का श्रीगणेश करे।



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- देवेंद्रराज सुथार
पता - गांधी  चैक, आतमणावास, बागरा, 
जिला-जालोर, राजस्थान। पिन कोड - 343025

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