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भारत.पाक सीमा पर बाड़ लगाने का काम अगले वर्ष के अंत तक होगा पूरा:रिजिजू

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नयी दिल्ली 18 सितम्बर, केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री किरन रिजिजू ने कहा है कि भारत-पाकिस्तान सीमा पर आधुनिक तकनीक से युक्त बाड़ लगाने का काम अगले वर्ष के अंत तक पूरा कर लिया जायेगा। भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग मंडल(फिक्की) और इंडिया फाउंडेशन के सहयोग से ‘स्मार्ट बार्डर मैनजमेंट‘विषय पर आयोजित दूसरे सम्मेलन में आज यहां श्री रिजिजू ने कहा कि कई एजेंसियों के सीमा प्रबंधन से जुड़ा होने के कारण इस पर काम करने और प्रौद्योगिकी एवं तकनीक को लेकर देरी हो रही है। उन्होंने कहा कि जटिल निविदा प्रक्रिया और अन्य औपचारिकताओं के पूरा करने कारण इस काम में देरी हुई। इस तरह की चीजों को अब तुरंत दूर करने की जरूरत है। श्री रिजिजू ने इस काम में तेजी लाने के लिए विभिन्न सरकारी एजेंसियों और सभी पक्षों के बीच बेहतर समन्वय और सहयोग की आवश्यकता पर बल देते हुए कि सीमा प्रबंधन तंत्र को तेजी से पूरा करने के लिए प्रौद्योगिकी अपनाने के साथ ही सोच भी बदलनी होगी। उन्होंने उम्मीद जताई कि अगले वर्ष के अंत तक सीमा पर आधुनिक तकनीक से लैस बाड़ लगाने का काम पूरा कर लिया जायेगा। उन्होंने कहा कि सीमा क्षेत्रों का विकास देश के आतंरिक इलाकों की तरह करना और इसे तर्कसंगत नजरिये से देखना होगा। समुद्री पुलिस को मजबूत करने के लिए सरकार आगे बढ़ रही है जिससे कि देश की लंबी तटीय सीमा को सुरक्षित बनाया जा सके। इसके लिए नीति निर्धारकों, रक्षा और सुरक्षा एजेंसियों के बीच अच्छा समन्वय बहुत जरुरी है। गृह राज्यमंत्री ने कहा कि सीमावर्ती क्षेत्रों में सरकार हालांकि सुरक्षा और बुनियादी सुविधाओं को बेहतर बनाने पर तेजी से आगे बढ़ रही है। रक्षा राज्यमंत्री सुभाष भामरे ने कहा कि देश के सीमावर्ती राज्यों के समक्ष अलग-अलग चुनौतियां हैं। इन चुनौतियों में सीमा पर से आतंकवाद़,घुसपैठ,मादक पदार्थों की तस्करी,अलगाववादी आंदोलन,तस्करी आदि प्रमुख हैं।


राजकोट, लखनऊ, देवघर, राजकोट में होगा हवाई अड्डों का विकास

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नयी दिल्ली 18 सितंबर, भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण गुजरात के राजकोट में एक बिल्कुल नये हवाई अड्डे के साथ करीब 1,800 करोड़ रुपये की लागत से लखनऊ, इलाहाबाद और देवघर में हवाई अड्डों का विकास करेगा। प्राधिकरण ने आज बताया कि राजकोट के हिरासर नामक स्थान पर ‘बनाओ, चलाओ और रखरखाव करो’ के आधार पर एक बिल्कुल नये हवाई अड्डे का निर्माण किया जायेगा। इसके लिए राज्य सरकार नि:शुल्क जमीन उपलब्ध करायेगी। इससे सौराष्ट्र क्षेत्र के लोगों की हवाई सुविधा की माँग पूरी हो सकेगी। उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में बढ़ते हवाई यातायात की माँग को देखते हुये स्थानीय हवाई अड्डे पर 2019 के अर्द्धकुंभ से पहले एक नये सिविल इनक्लेव का निर्माण किया जायेगा जिसकी अनुमानित लागत 125.76 करोड़ रुपये है। अर्द्धकुंभ जनवरी 2019 में होना है। प्राधिकरण के अनुसार, उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के चौधरी चरण सिंह अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर 1,230 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से नये एकीकृत यात्री टर्मिनल भवन का निर्माण किया जायेगा। पिछले पाँच साल में हवाई अड्डे पर यात्रियों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है। नया टर्मिनल भवन व्यस्ततम समय में हर घंटे चार हजार यात्रियों का बोझ सँभाल सकेगा। इसकी सालाना क्षमता 63 लाख 50 हजार यात्री होगी। झारखंड के देवघर हवाई अड्डे के विकास पर 427.43 करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे। इसका इस्तेमाल रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) और नागरिक जरूरतों के लिए संयुक्त रूप से किया जायेगा। इस हवाई अड्डे की हवाई पट्टी पर एयरबस 320 और सी-130 जैसे विमानों का परिचालन संभव होगा। इसके लिए झारखंड सरकार, डीआरडीओ और भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के बीच इस साल मार्च में एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किया गया था। इसकी कुल लागत में 50 करोड़ झारखंड सरकार द्वारा, 200 करोड़ डीआरडीओ द्वारा और शेष प्राधिकरण द्वारा वहन किया जायेगा।

कुपोषण से मुक्ति के तौर तरीकों पर होगा विचार

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 नयी दिल्ली 18 सितंबर, केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय कल यहां बच्चों में कुपोषण की समस्या से निपटने के लिए एक राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन करेगा जिसमें ‘वर्ष 2022 तक कुपोषण मुक्त भारत’ का लक्ष्य हासिल करने की रुपरेखा तैयार की जाएगी। केंद्रीय महिला एवं बाल विकास सचिव राकेश श्रीवास्तव ने आज यहां बताया कि देश में अपनी तरह का यह पहला सम्मेलन होगा जिसमें कुपोषण की समस्या के सभी पहलुओं पर चर्चा की जाएगी और इससे निपटने के तौर तरीकों पर मंथन होगा। सम्मेलन का आयोजन स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय तथा पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय के सहयोग से किया जा रहा है। केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी सम्मेलन का उद्घाटन करेंगी। इस अवसर पर राज्यमंत्री डा. विरेंद्र कुमार, नीति आयोग के सदस्य विनोद पॉल तथा प्रधानमंत्री के सचिव भाष्कर खुलबे भी मौजूद रहेंगे। उन्होेंने कहा कि सरकार ने कुपोषण की समस्या से निपटने के मुद्दे पर ध्यान केंद्रित करने का फैसला किया है और नीति आयोग के सूचकांक के आधार पर देशभर में 113 जिलों का चयन किया गया है। प्रत्येक राज्य आैर केंद्र शासित प्रदेश से कम से कम एक जिले का चयन किया जाएगा जिससे उसके प्रयोग अास पास के जिलों में दोहराए जा सके।

बिहार में बुनियादी ढांचा विकास के लिए नाबार्ड ने दिया 2820 करोड़ ऋण

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 पटना 18 सितंबर, राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) ने बिहार में बुनियादी ढांचा विकास के लिए 2820.41 करोड़ रुपये का सावधि ऋण दिया है। नाबार्ड के अध्यक्ष डॉ. हर्ष कुमार भनवाला ने आज यहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात कर नाबार्ड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट असिस्टेंस (एनआईडीए) के तहत 2820.41 करोड़ रुपये सावधि ऋण का स्वीकृति पत्र सौंपा। उल्लेखनीय है कि ग्रामीण कार्य विभाग ने राज्य सरकार के सात निश्चय के तहत अंतिम ग्रामीण सम्पर्कता के लिये ग्रामीण टोला सम्पर्क निश्चय योजना लागू की है, जिसके लिये एक वितीय पोषण का अभिनव प्रयोग करते हुये नाबार्ड के तहत गठित एक विशेष निधि एनआईडीए के तहत 3827 करोड़ रुपये की परियोजना समर्पित की थी। इसी के आलोक में नाबार्ड अध्यक्ष ने आज मुख्यमंत्री श्री कुमार को 2820.41 करोड़ रूपये की वितीय सहायता का स्वीकृति पत्र सौंपा। यह ऋण ग्रामीण कार्य विभाग के बिहार ग्रामीण पथ विकास अभिकरण (बीआरआरडीए) के तहत सीधे उपलब्ध कराया गया है। बीआरआरडीए ने सात निश्चय के तहत ही सर्वेक्षित टोलों के लिये मुख्यमंत्री ग्राम सम्पर्क योजना के तहत 6046 करोड़ रुपये की परियोजना के वित्त पोषण के लिए आग्रह किया गया है। इस पर श्री भनवाला ने आश्वस्त किया कि इस परियोजना को भी प्राथमिकता के तहत अनुमोदन की कार्रवाई की जा रही है। इसके अलावा कृषि क्षेत्र में जैविक खेती को बढ़ावा देने, सहकारी क्षेत्र में सब्जी प्रसंस्करण एवं विपणन के लिये खाद्य प्रसंस्करण को बढ़ावा देने तथा डेयरी विकास के क्षेेत्र में वित्त पोषण की संभावना पर चर्चा हुयी और नाबार्ड ने इन क्षेत्रों में वितीय सहयोग देने का आश्वासन दिया। इस अवसर पर ग्रामीण कार्य मंत्री शैलेष कुमार, विकास आयुक्त शिशिर सिन्हा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव अतीष चन्द्रा एवं मनीष कुमार वर्मा, सचिव ग्रामीण कार्य विनय कुमार, समेत नाबार्ड के अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित थे। 

राजद का साथ बना रहा तो कांग्रेस टूट से नहीं बचेगी-भारती

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पटना 19 सितम्बर, बिहार में कांग्रेस की टूट की चल रही अटकलों के बीच पार्टी के विधान परिषद सदस्य रामचंद्र भारती ने आज स्पष्ट कहा कि कांग्रेस नेतृत्व श्री लालू प्रसाद यादव की अगुवाई वाले राष्ट्रीय जनता दल (राजद) से गठबंधन तोड़कर अपने बलबूते पर चुनाव लड़ने के लिए संगठन को मजबूत करे तभी पार्टी टूटने से बचेगी । श्री भारती ने यहां कहा कि पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं की यही राय है कि राजद से गठबंधन तत्काल तोड़ लेना चाहिए तभी पार्टी बच सकेगी । लोकसभा या विधानसभा का चुनाव पार्टी को अपने बलबूते लड़ने की तैयारी करनी होगी और इसके लिए संगठन को मजबूत बनाना होगा । कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष श्री भारती ने कहा कि यदि कांग्रेस नेतृत्व समय से पहले इस पर विचार नहीं करती है तो पार्टी को टूटने से कोई नहीं रोक सकेगा । बिहार में कांग्रेस पिछले 27 वर्ष से सत्ता से बाहर है और राजद के साथ गठबंधन कर कांग्रेस की दयनीय स्थिति हो गयी है । श्री भारती ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस के नेता एवं कार्यकर्ताओं की इच्छा है कि पार्टी बिहार में सभी सीटों पर चुनाव लड़े । संगठन की मजबूती के लिए जमीनी कार्यकर्ताओं को चुनाव में टिकट दिया जाना भी जरुरी है । उन्होंने कहा कि जमीनी कार्यकर्ताओं को टिकट मिलने से संगठन काफी मजबूत होगा । कांग्रेस नेता ने कहा कि पार्टी के 27 विधायक हैं जिनमें से अधिकांश राजद से अलग होना चाहते हैं । पार्टी के कुछ ही ऐसे विधायक हैं जो अपने क्षेत्र में राजनीतिक समीकरण को देखते हुए राजद के साथ रहना चाहते हैं । उन्होंने कहा कि यदि समय रहते पार्टी राजद से अलग हो जाती है तो इसका लाभ संगठन को मिलेगा । श्री भारती ने कहा कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से पिछले दिनों दिल्ली में बिहार के विधायकों एवं विधान पार्षदों ने मुलाकात कर राजद से नाता तोड़ने की सलाह दी थी । साथ ही यह भी कहा था कि कांग्रेस को अगले चुनाव में अपने दम पर लड़ना चाहिए । उन्होंने कहा कि यदि ऐसा नहीं होता है तो पार्टी को टूटने से कोई नहीं बचा सकेगा ।

पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने के खिलाफ दिल्ली कांग्रेस की 21 को मानव श्रृंखला

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नयी दिल्ली 19 सितम्बर, पेट्रोल और डीजल की आसमान छूती कीमतों के खिलाफ आवाज बुलंद कर रही दिल्ली कांग्रेस गुरुवार को मानव श्रृंखला बनाकर अपना विरोध दर्ज करायेगी। दिल्ली कांग्रेस ने दोनों ईंधनों के दामों में वृद्धि के खिलाफ हस्ताक्षर अभियान चलाया हुआ है। इसके तहत पार्टी के कार्यकर्ता राजधानी के लोगों से जगह.जगह जाकर हस्ताक्षर करा रहे हैं। कांग्रेस का लक्ष्य 10 लाख लोगों से हस्ताक्षर कराने का है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन ने आज यहां बताया कि इस अभियान का उद्देश्य जनता को जागरुक करना है कि किस तरह केन्द्र की मोदी और दिल्ली की केजरीवाल सरकार पेट्रोल.डीजल के दाम बढ़ाने के लिए जिम्मेदार है। उन्होंने बताया कि अभियान के अगले कदम में 21 सितम्बर को नयी दिल्ली में मंडी हाउस से संसद मार्ग तक एक मानव श्रृंखला बनाकर दोनों ईंधनों की कीमत में बेतहाशा बढ़ोतरी के खिलाफ विरोध दर्ज कराया जायेगा। मानव श्रृंखला बनाये जाने के दौरान इस बात का ख्याल रखा जायेगा कि सड़क पर यातायात पर किसी प्रकार का असर नहीं पड़े और यात्रियों को कोई परेशानी नहीं होने पाये। श्री माकन ने कहा कि पेट्रोल.डीजल के दाम बढ़ने से रोजमर्रा के इस्तेमाल की आवश्यक वस्तुएं,सब्जी,फल और दूध की कीमतों पर भी खासा असर पड़ा है। पेट्रोल और डीजल की कीमतों के बारे में केन्द्र सरकार के मंत्रियों के बयानों को असंवेदनशील बताते हुए प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि लोगों को राहत देने की बजाय कीमतों में बढ़ोतरी को वाजिब ठहराने का काम किया जा रहा है। उन्होंने आम आदमी पार्टी(आप) के विधायकों से अपील की कि वे मुख्यमंत्री के खिलाफ विरोध करें क्योंकि सरकार ने दोनों ईंधनों पर मूल्यवर्धित कर (वैट) में बढ़ोतरी की है। दिल्ली सरकार को वैट की दर कांग्रेस सरकार के समय जितनी कर देनी चाहिए। इससे ही आठ रुपए प्रति लीटर की कमी आ जायेगी। उन्होंने कहा कि अभी तक आप पार्टी चुप थी, जब कांग्रेस ने अभियान चलाया तो उसे यह डर सताने लगा कि कहीं बाजी उसके हाथ से नहीं निकल जाये और वह भी इस मुद्दे पर आवाज उठाने लगी।

गुवाहाटी में कौशल विकास केंद्र स्थपित करेगा सिंगापुर

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नयी दिल्ली 19 सितंबर, पूर्वोत्तर क्षेत्र के राज्यों की जरुरतों को देखते हुए सिंगापुर सरकार असम के गुवाहाटी में एक कौशल विकास केंद्र की स्थापना करेगी। पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री डा. जितेंद्र सिंह ने आज यहां यह जानकारी सिंगापुर के एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात के बाद दी। कल देर शाम हुई इस बैठक में भारत में सिंगापुर के उच्चायुक्त लिम थुआन कुआन ने प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया। सूत्रों के अनुसार सिंगाुपर सरकार और असम सरकार के बीच गुवाहाटी में कौशल विकास केंद्र स्थापित करने का सहमति पत्र हो चुका है और इसे वर्ष 2019 तक तैयार कर दिया जाएगा। पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय इस परियोजना का समन्वय करेगा।बैठक के दौरान सिंगापुर के प्रतिनिधिमंडल ने अंतरिक्ष क्षेत्र में भी सहयोग का प्रस्ताव किया।

अदालत ने कासकर को आठ दिन के लिए पुलिस हिरासत में भेजा

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ठाणे 19 सितंबर, वांछित अपराधी दाउद इब्राहिम के भाई इकबाल कासकर और उसके दो गुर्गों की कल रात जबरन वसूली के मामले में गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने आज उन्हें अदालत में पेेश किया जहां से तीनाें को आठ दिन के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। पुलिस ने एक भवन निर्माता की शिकायत पर कल कासकर और उसके दो साथियों को गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस ने तीनों आरोपियों को अदालत में आज पेश करते हुए पूछताछ के लिए पुलिस हिरासत में भेजने की याचिका दाखिल की थी। अदालत ने याचिका स्वीकार करते हुए उन्हें पुलिस हिरासत में भेज दिया। पुलिस अधिकारियों ने आज एक प्रेस कान्फ्रेंस में कहा था कि इस मामले में दाउद का प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष हाथ है या नहीं,उसकी भी जांच की जा रही है।


बिहार राज्य भवन निर्माण निगम ने मुख्यमंत्री राहत कोष में दिये पांच करोड़

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पटना 19 सितंबर, बिहार राज्य भवन निर्माण निगम लिमिटेड ने राज्य में आई भीषण बाढ़ से प्रभावित लोगों की मदद के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष में पांच करोड़ रुपये का अंशदान किया।मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को विकास आयुक्त शिशिर सिन्हा ने बिहार राज्य भवन निर्माण निगम लिमिटेड की ओर से आज यहां पांच करोड़ और बिहार राज्य रोड डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड की तरफ से एक करोड़ रुपये का चेक सौंपा। वहीं, राहत कोष के लिए बिहार पुलिस भवन निर्माण निगम की ओर से गृह विभाग के प्रधान सचिव आमिर सुबहानी एवं निगम के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक सुनील कुमार ने डेढ़ करोड़ रुपये, इंडियन आॅयल बरौनी ने 63,84,060 रुपये और पारस अस्पताल की तरफ से डाॅ. हई ने पांच लाख रुपये का अंशदान किया। महाधिवक्ता ललित किशोर ने अपनी तरफ से तथा बिहार राज्य बार काउंसिल के अध्यक्ष के रूप में कुल सात लाख 47 हजार 918 रुपये का चेक मुख्यमंत्री श्री कुमार को सौंपा। इस मौके पर वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत प्रताप, अरविंद उज्ज्वल समेत कई अन्य विधि अधिकारी भी उपस्थित थे। इनके अलावा विधायक शशि भूषण हजारी ने 51 हजार रुपये तथा राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ बिहार की ओर से विधान पार्षद देवेश चन्द्र ठाकुर, महासंघ के प्रदेश महामंत्री पंकज कुमार, अध्यक्ष रजनीश कुमार ने एक लाख रुपये का चेक श्री कुमार को सौंपा। मुख्यमंत्री ने राहत कोष में अंशदान करने के लिये सभी को धन्यवाद दिया तथा उनकी इस सामाजिक पहल की सराहना की।

देश को पाकिस्तान की राह पर ले जाना चाहती है मोदी सरकार : येचुरी

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पटना 19 सितंबर, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी(माकपा)के महासचिव सीताराम येचुरी ने नरेंद्र मोदी सरकार की नीतियों की तीखी आलोचना करते हुये आज कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की देखरेख में संचालित यह सरकार देश को पाकिस्तान की राह पर ले जाना चाहती है। श्री येचुरी ने यहां पार्टी की ओर से आयोजित जन आक्रोश मार्च के दौरान अपने संबोधन में हैदराबाद के छात्र रोहित बेमूला की संस्थागत हत्या, जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) को राष्ट्रद्रोहियों का अड्डा बताने की साजिश, उना के दलितों पर अमानुषिक हमले, जुनैदा, पहलू खान, प्रगतिशील बुद्धिजीवियों दाभोलकर, पनसारे, कलबुर्गी की हत्या के बाद, हाल में वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेष की हुई हत्या की पुरजोर निन्दा करते हुये कहा कि आरएसएस की देखरेख में संचालित केंद्र की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार देश को पाकिस्तान की राह पर ले जाना चाहती है। उन्होंने कहा कि इस विचारधारा के नेताओं की राष्ट्रीय आंदोलन में कोई भूमिका नहीं रही और वे दो राष्ट्र के सिद्धांत की वकालत करते हुए अंग्रेजी साम्राज्यवाद की चाटुकारिता करते रहे। उन्होंने कहा कि अंततः वे तमाम साम्राज्यवाद विरोधी मूल्यों और देश के धर्मनिरपेक्ष सिद्धांतों को समाप्त करने में लगे हुए हैं। माकपा महासचिव ने कहा कि एक तरफ भाजपा सरकार की ओर से रोज राष्ट्रवाद की दुहाई दी जाती है वहीं दूसरी ओर अमेरिकी साम्राज्यवाद के साथ रणनीतिक समझौते हुए हैं, जो देश की सार्वभौमिकता के लिये खतरे की घंटी है। उन्होंने कहा, “अमेरिकी कंपनियों को रक्षा उपकरणों एवं युद्धक विमानों के निर्माण के ठेके दिये जा रहे हैं। इन नीतियों के चलते हमारे सभी पड़ोसी राष्ट्र एक-एक कर दूर हो रहे हैं और हम एशिया-प्रशांत क्षेत्र में अमेरिकी नीतियों के लठैत बन गये हैं। श्री येचुरी ने नरेंद्र मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों की तीखी आलोचना करते हुये कहा कि उनकी कमजोर नीतियों के कारण ही अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों के गिरावट आने के बावजूद देश में हर रोज पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ाये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसका असर दैनिक उपभोक्ता सामग्रियों की कीमत पर पड़ रहा है। तेल की कीमतों में वृद्धि से सिर्फ वाहन मालिक ही नहीं बल्कि हर तबका महंगाई की गिरफ्त में आ जाता है। माकपा महासचिव ने आर्थिक आंकड़ों के हवाले से बताया कि आज देश आर्थिक मंदी की दौर से गुजर रहा है। सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) पांच प्रतिशत के स्तर पर आ गया है। निर्यात में भारी गिरावट आई है, उत्पादन इकाइयां बन्द है और बेरोजगारी चरम पर पहुंच गई है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान विदेशों से कालाधन वापस लाने, किसानों को फसल की लागत का डेढ़ गुणा देने तथा दो करोड़ नौजवानों को हर वर्ष रोजगार देने की बात जुमलाबाजी साबित हुई है। श्री येचुरी ने बिहार में हाल ही में हुए राजनैतिक परिवर्तन की चर्चा करते हुए कहा कि यह राज्य के मतदाताओं के साथ विश्वासघात है और इससे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के तथाकथित विकास की पोल खुल गई है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ ‘जीरो टालरेंस’ की बात करने वाले श्री कुमार ने ‘सृजन घोटाले’ में शामिल लोगों के खिलाफ मौन धारण कर लिया है।

झारखंड में विधायकों के वेतन में 10 हजार की बढ़ोतरी

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रांची 19 सितम्बर, झारखंड सरकार ने मुख्यमंत्री का वेतन 60 से बढ़ाकर 80 हजार रुपये कर दिया है वहीं विधायकों के वेतन में 10 हजार रुपये बढ़ोतरी का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री रघुवर दास की अध्यक्षता में आज यहां हुई मंत्रिमंडल की बैठक में इस आशय के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। बैठक के बाद राज्य के गृह सचिव एस. के. जी. रहाटे ने बताया कि इस फैसले के बाद मुख्यमंत्री, विधानसभा अध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष, मुख्य लोक सचेतक और विधायकों को बढ़ा हुआ वेतन मिलेगा। श्री रहाटे ने बताया कि मुख्यमंत्री का मूल वेतन 60 हजार से बढ़कर 80 हजार रुपए, मंत्रियों का 50 हजार से बढ़कर 65 हजार रुपये, विधानसभा अध्यक्ष का 55 हजार से 78 हजार रुपये, नेता प्रतिपक्ष का 50 हजार से 65 हजार रुपये और विधायकों का 30 हजार से बढ़कर 40 हजार रुपये हो गया है। इसके अलावा विधायकों का क्षेत्रीय भत्ता भी 20 से बढ़ाकर 50 हजार रुपये कर दिया गया है। 

2022 तक देश की विद्युत उत्पादन क्षमता होगी साढ़े पांच लाख मेगावाट : आर. के. सिंह

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 आरा 19 सितम्बर, केन्द्रीय ऊर्जा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) आर. के. सिंह ने आज कहा कि वर्तमान में देश की विद्युत उत्पादन क्षमता साढ़े तीन लाख मेगावाट है, जिसे वर्ष 2022 तक बढ़ाकर साढ़े पांच लाख मेगावाट की जायेगी। श्री सिंह ने यहां आयोजित सम्मान समारोह के बाद संवाददाताओं से कहा कि विद्युत उत्पादन में बढ़ोतरी करने के लिए केन्द्र की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार प्रयासरत है और देश में वर्ष 2022 तक साढ़े पांच लाख मेगावाट बिजली का उत्पादन होगा। उन्होंने कहा कि इसके अलावा अक्ष्य ऊर्जा से देश में 60 से 70 हजार रिपीट हजार मेगावाट बिजली पैदा की जा रही है जिसे 2022 तक एक लाख 75 हजार मेगावाट करने का लक्ष्य है। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि देश में बिजली उपलब्धता की समस्या नहीं है। उन्होंने कहा कि पावरग्रिड से देश के सभी राज्य एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं इसलिए जहां जरूरत होगी, बिजली पहुंचा दी जायेगी। श्री सिंह ने कहा कि वर्तमान में देश के करीब तीन हजार गांव विद्युतीकरण से वंचित हैं और इन गांवों में बिजली पहुंचाने का लक्ष्य केन्द्र सरकार का मई 2018 तक का है, बावजूद इसके उनके विभाग ने इस वर्ष के दिसम्बर माह तक इन गांवों को बिजली से रौशन करने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने कहा कि देश के जिन गांवों का पूर्व में आंशिक विद्युतीकरण हुआ था उन गांवों को भी मई 2018 तक बिजली उपलब्ध करा दी जाएगी। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि बिजली का बिल सही तरीके से नहीं बनाया जाता है। उन्होंने कहा कि बिजली चोरी पर लगाम लगाने के लिए प्रीपेड व्यवस्था के तहत घर-घर में मीटर लगाये जायेंगे। उन्होंने बताया कि नोएडा और मणिपुर जैसे जगहों पर ऐसी व्यवस्था लागू है जो सफल हो रहा है। श्री सिंह ने कहा कि बिजली उत्पादन की व्यवस्था तो दुरुस्त है लेकिन वितरण की व्यवस्था सही नहीं है। तारों की स्थिति जर्जर है जिसपर उनका मंत्रालय ध्यान दे रहा है । इन सभी बातों पर राज्य सरकारों के साथ मिलकर समस्याओं को दूर कर लिया जायेगा । केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि कल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राज्य के ऊर्जा मंत्री के साथ उनकी वार्ता हुयी है। उन्होंने कहा कि श्री कुमार ने राष्ट्रीय स्तर पर एक दर पर बिजली उपलब्ध कराने की बात कही है जिसपर विचार किया जायेगा। उन्होंने कहा कि आरा स्टेशन का दो अक्टूबर को विस्तार किया जायेगा और नवम्बर माह में इंजीनियरिंग कॉलेज की आधारशिला रखी जायेगी। इस मौके पर बिहार के कृषि मंत्री प्रेम कुमार, विधान परिषद के पूर्व सभापति अवधेश नारायण सिंह, पूर्व मंत्री राघवेन्द्र प्रताप सिंह, भाई विरेन्द्र और भाजपा के जिलाध्यक्ष मिथिलेश कुशवाहा समेत अन्य नेता मौजूद थे।

लालू और तेजस्वी के खिलाफ मानहानि का मुकदमा

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पटना 19 सितंबर, बिहार की राजधानी पटना के एक आभूषण व्यवसायी ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव और पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव के खिलाफ यहां की एक अदालत में आज मानहानि का एक शिकायती मुकदमा दाखिल किया। पटना के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी ओमप्रकाश की अदालत में जालान जेम्स एवं ज्वेलरी क्रिएशन, फ्रेजर रोड पटना के मालिक रवि जालान ने राजद अध्यक्ष एवं श्री तेजस्वी यादव के खिलाफ भारतीय दंड विधान की धारा 500, 504 और 505 के तहत शिकायती मुकदमा दायर किया है। मामले पर सुनवाई 20 सितंबर 2017 को होगी। अदालत में दाखिल किये गये शिकायती मुकदमे के अनुसार, राजद अध्यक्ष और श्री तेजस्वी यादव ने इस वर्ष 09 सितंबर को पटना में एक संवाददाता सम्मेलन में और 10 सितंबर को भागलपुर की एक आम सभा में शिकायतकर्त्ता रवि जालान की संलिप्तता सृजन घोटाले में बताते हुये उसकी गिरफ्तारी की मांग की, जिससे शिकायतकर्त्ता का दावा है कि उसकी मानहानि हुई एवं उसके व्यापार को भी लोग हेय दृष्टि से देख रहे हैं। 

बिहार में भारी मात्रा में विदेशी शराब बरामद, चार गिरफ्तार

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पटना 19 सितम्बर, बिहार में बेगूसराय और खगड़िया जिले से आज पुलिस ने भारी मात्रा में विदेशी शराब बरामद कर चार तस्करों को गिरफ्तार कर लिया। बेगूसराय से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार, दो थाना क्षेत्रों से उत्पाद विभाग की टीम और पुलिस ने संयुक्त रूप से छापा मारकर एक ट्रक और पिकअप वैन से लाखों रुपये मूल्य की विदेशी शराब बरामद की। वहीं, खगड़िया में एक धंधेबाज को पुलिस ने विदेशी शराब के साथ धरदबोचा। उत्पाद विभाग के सूत्रों ने यहां बताया कि सूचना के आधार पर विभाग की टीम और पुलिस ने चेरियाबरियारपुर थाना क्षेत्र के राष्ट्रीय उच्च पथ 55 पर चेरियाबरियापुर गांव के निकट घेराबंदी कर एक ट्रक को पकड़ा। ट्रक में पुराने फ्रीज के पीछे छुपाकर रखी गई 500 कार्टन विदेशी शराब बरामद की गयी। बरामद शराब पंजाब निर्मित बतायी जाती है। 

बेगूसराय में साइबर रैकेट का भंडाफोड़, छह गिरफ्तार

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बेगूसराय 20 सितम्बर, बिहार में बेगूसराय जिले के नगर थाना क्षेत्र से आज पुलिस ने छह अपराधियों को गिरफ्तार कर बड़े साइबर रैकेट का भंडाफोड़ किया है। पुलिस अधीक्षक आदित्य कुमार ने यहां बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग 31 पर वाहन जांच के दौरान पुलिस ने तीन अपराधियों को गिरफ्तार किया और इनकी निशानदेही पर इसी थाना क्षेत्र के नागदह मुहल्ला स्थित एक मकान पर पुलिस ने छापा मारा। छापेमारी में किराये के मकान में रह रहे तीन अन्य साइबर अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया गया। श्री कुमार ने बताया कि इन साइबर अपराधियों के ठिकाने से लैपटॉप, प्रिंटर, भारतीय स्टेट बैंक का चेकबुक, पासबुक, 15 लोगों का आधार कार्ड और 15 एटीएम कार्ड के अलावा बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के दो सौ छात्रों के कागजात मिले हैं। उन्होंने बताया कि ये सभी अपराधी होम शॉप 18 से किसी भी व्यक्ति का डाटा लेकर उन्हें फोन करता था। उन्हें इनाम में कार मिलने का झांसा देकर रजिस्ट्रेशन के नाम पर रुपये फर्जी खाता में ट्रांसफर करवाता था और बाद में रुपये की निकासी की जाती थी। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इसके अलावा इन साइबर अपराधियों ने मैट्रिक और इंटर की परीक्षा में अंक बढ़वाने और परीक्षार्थियों को पास कराने का झांसा देकर रुपये फर्जी खाते में डालने को कहता था। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार अपराधियों में राजीव कुमार राय, पंकज कुमार, कुंदन पांडेय और रिषु पांडेय शेखपुरा जिले का जबकि अरविंद कुमार नालंदा और सोनू कुमार नवादा जिले का निवासी है। पूछताछ के बाद इन अपराधियों को जेल भेज दिया गया है।


मधुबनी में बैंक ग्राहक सेवा केन्द्र के कर्मचारी से एक लाख 40 हजार की लूट

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मधुबनी 20 सितम्बर, बिहार में मधुबनी जिले के लौकही थाना क्षेत्र में आज दिनदहाड़े अपराधियों ने बैंक ग्राहक सेवा केन्द्र के कर्मचारी से एक लाख 40 हजार रुपये लूट लिये।पुलिस सूत्रों ने यहां बताया कि भारतीय स्टेट बैंक के ग्राहक सेवा केन्द्र का कर्मचारी संजीव कुमार अपने सहयोगी के साथ एक लाख 40 हजार रुपये लेकर मोटरसाइकिल से जा रहा था तभी एक अन्य मोटरसाइकिल पर सवार तीन अपराधियों ने कटोरडोब सहुरिया गांव के निकट उन्हें रोक लिया। इसके बाद अपराधी हथियार का भय दिखाकर रुपये लूट कर फरार हो गये।संजीव के बयान पर अज्ञात अपराधियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।

31 मार्च तक सभी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में खुलेंगे आई बैंक : सुशील

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पटना 20 सितंबर, बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने आज कहा कि अगले वर्ष 31 मार्च तक राज्य के सभी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में आई बैंक खुल जाएंगे। श्री मोदी ने यहां 31 मार्च 2018 तक राज्य के सभी मेडिकल काॅलेज अस्पतालों में आई बैंक खोलने की घोषणा करते हुये कहा कि सरकार ने इस साल 31 दिसम्बर तक पटना के राजेन्द्र नगर सुपर स्पेश्यालिटीज अस्पताल में आई बैंक की स्थापना करने का निर्णय लिया है। उपमुख्यमंत्री की उपस्थिति में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय और दधीचि देहदान समिति के प्रतिनिधिमंडल के साथ हुई बैठक में राज्य स्तर पर अंगदान के लिए एक नोडल अधिकारी नियुक्त करने का निर्णय लिया गया। श्री मोदी कहा कि स्वास्थ्य मंत्री की अध्यक्षता में अंगदान से जुड़े मुद्दे पर सरकार को सलाह देने के लिए एक सलाहकार समिति भी गठित की जायेगी। श्री मोदी ने कहा कि राज्य के सभी मेडिकल काॅलेज अस्पतालों में ब्रेन डेड घोषित करने के लिए चिकित्सा विशेषज्ञों की एक कमेटी अधिसूचित की जायेगी। उन्होंने कहा कि परिजनों की सहमति से ब्रेन डेड घोषित मरीजों के अन्य अंगों को निकाल कर जरूरतमंदों में प्रत्यारोपित किया जा सकेगा। सरकार सभी मेडिकल काॅलेज अस्पतालों में एक उत्प्रेरक की नियुक्ति करेगी जो मरीजों के परिजनों को अंगदान के लिए प्रेरित करेगा। सरकार की ओर से अप्रैल में अंगदान-चक्षुदान सप्ताह का आयोजन कर बड़े पैमाने पर जागरुकता अभियान चलाया जायेगा।

उद्घाटन से पहले बांध टूटना है भ्रष्टाचार का प्रमाण, नीतीश-ललन हैं दोषी, दें इस्तीफा-लालू

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पटना 20 सितम्बर, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने बिहार के भागलपुर जिले में ट्रायल रन के दौरान पानी के दबाव से गंगा पंप नहर योजना के बांध की दीवार के अचानक टूट जाने के मामले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और जल संसाधन मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह को दोषी ठहराते हुए उनसे इस्तीफा देने तथा मामले की उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की । श्री यादव ने आज यहां कहा कि भागलपुर जिले के कहलगांव में 828 करोड़ रुपए की लागत से तैयार बटेश्वर गंगा पंप नहर परियोजना का उद्घाटन आज सुबह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार करने आने वाले थे। सभास्थल भी सज-धजकर तैयार था, लेकिन कल शाम ट्रायल रन के दौरान बांध की दीवार पानी के दबाव से टूट गयी। जिससे यह साबित होता है कि बांध के निर्माण में गुणवत्ता का ख्याल नहीं रखा गया और बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है। उन्होंने कहा कि इसकी निगरानी का जिम्मा विभागीय मंत्री और मुख्यमंत्री का है । इस मामले में लापरवाही हुई है इसलिए जांच से पहले दोषी मंत्री और मुख्यमंत्री को इस्तीफा देना चाहिए । राजद प्रमुख ने कहा कि इससे पहले उत्तर बिहार में जो बाढ़ से तबाही हुई है इसके लिए भी मुख्यमंत्री और जल संसाधन मंत्री ही जिम्मेवार हैं । वह पहले से ही कहते रहे हैं कि बाढ़ अचानक आयी नहीं थी बल्कि उसे जानबूझकर बुलाया गया था। उन्होंने कहा कि उत्तर बिहार में जब बाढ़ आयी थी तब जल संसाधन मंत्री ने कहा था कि तटबंध पर ग्रामीण अनाज रखते थे जिसके कारण वहां चूहों ने घर बना लिया था और इसी वजह से तटबंध टूट गये थे । अब जल संसाधन मंत्री बतायें कि भागलपुर में क्या घड़ियाल ने बांध की दीवार तोड़ी है।

विशेष आलेख : क्यों जिन्दगी का सच नहीं ढूंढ़ पाये?

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जिन्दगी के सवालों से घिरा वक्त जीवन के सच को ढूंढ़ने की कोशिश कर रहा है। यह कोशिश अतीत से वर्तमान तक होती रही है। अनेक महापुरुषों ने इसके लिये अपना जीवन होम कर दिया। इसी जीवन के सच की सांसों की बांसुरी में सिमटे हैं कितने ही अनजाने-अनसुने सुर जो बुला रहे हैं अपनी ओर, बाहें फैलाए हुए। हमें बिना कुछ सोचे, ठिठके बगैर, भागकर जिंदगी की पगडंडी को ढूंढ लेना चाहिए। लेकिन क्या कारण है कि हम चाह कर भी जिन्दगी का सच नहीं ढूंढ़ पाये? जो इस सच से रू-ब-रू कराने की कोशिश करते हैं हम उनके कोमल हृदय को क्रूरता से लील देते हैं। वे चाहे गांधी हो या सुकरात। चाहे दयानन्द सरस्वती हो या ब्रूनो। यह कैसी मानसिकता के वारिस हैं हम? इसीलिये फ्रेंच फिलाॅसफर रेने देकार्त को कहना पड़ा कि जहीन से सोचने वालांे की एक दिक्कत यह रही है कि वे बहुत अच्छे और बहुत बुरे एक साथ होते हैं। 


बाढ़ आ रही थी, लोग सो रहे थे। सुकरात ने हल्ला मचाया कि लोग सावधान हों, जीवन बचाएं, जीवन के सच को पकडे़ और अज्ञान की बाढ़ में न डूबें। पर लोगों ने सोचा, यह हमारी नींद खराब कर रहा है और उन्होंने सुकरात को जहर पिला दिया। ईसा ने अपने मतलब की बात कभी किसी से नहीं कही। प्रेम और सेवा ही उनका सन्देश था। पर लोगों ने भड़क कर उन्हें क्रूरता के साथ क्राॅस पर चढ़ा दिया। ब्रूनो ने क्या कहा था लोगों को? यही कि किसी और की बात मानने से पहले अपनी आत्मा की बात सुनो। पर लोगों ने उसे रोम के उस चैराहे पर जीवित जला दिया, जिस पर आज उसकी विशाल मूर्ति खड़ी है। जब चारों तरफ पाखण्ड का अंधेरा था तब स्वामी दयानन्द ने राह दिखाई, साहस किया। पर क्या हुआ? उन्हीं लोगों ने उन्हें कांच पिला कर मार डाला। गुलामी से मुक्ति देने वाले गांधीजी का जीवन क्या ऐसा था कि उनकी छाती को गोलियां छलनी किया जाये? इतिहास साक्षी है कि जो सुधारक के सामने विनम्र एवं जिज्ञासु भाव से खड़े रहे हैं, वे बलिदान के बाद सुधारक की स्मृति में नतमस्तक हुए हैं। इसलिए बलिदान ही जीवन मूल्य है समाज के लिए और बलिदान ही जीवन मूल्य है सुधारक के लिए। एक लेकर पुजारी बनता है, दूसरा देकर पूज्य। पूज्य और पुजारी के इसी रिश्तें ने जीवन को उन्नत बनाने की दिशा सार्थक प्रयास किया है। आज जीवन की दिशाएं उलझनभरी होती जा रहा है, चारों ओर एक घना अंधेरा छाया है, रोशनी की किरण कहीं दिखाई नहीं दे रही है।

इस बिन्दु पर सोच उभरती है कि हम दायें जाएं चाहे बायें, अगर श्रेष्ठ बनना है तो दृढ़ मनोबल चाहिए और संकल्प चाहिए। गीता से लेकर जितने ग्रंथ हैं वे सभी हमें यही कहते हैं कि ‘मनोबल’ और ‘संकल्प’ ही वह शक्ति है जो भटकते हुए व्यक्ति को लक्ष्य तक पहुंचाती है। घुटने टेके हुए व्यक्ति को हाथ पकड़ कर उठा देती है। अंधेरे में रोशनी दिखाती है। विपरीत स्थिति में भी मनुष्य को कायम रखती है। वरना हम अन्ध-विश्वासों में, ताबीजों, मंत्रों-तंत्रों के चक्कर में मनोबल जुटाने के बहाने और कमजोर एवं संकल्पहीन हो जाते हैं।  एक दृढ़ मनोबली व्यक्ति के निश्चय के सामने जगत् किस तरह झुक जाता है। बाधाएं अपने आप हट जाती हैं। जब कोई मनुष्य समझता है कि वह किसी काम को नहीं कर सकता तो संसार का कोई भी दार्शनिक सिद्धांत ऐसा नहीं, जिसकी सहायता से वह उस काम को कर सके। यह स्वीकृत सत्य है कि दृढ़ मनोबल-संकल्प से जितने कार्य पूरे होते हैं उतने अन्य किसी मानवीय गुणों से नहीं होते। इसलिये जीवन कलापूर्ण होना चाहिए। जो जीने की कला को जानता है, वह आनंद, सुख और शांति के साथ जीवन जी सकता है। जो जीने की कला को नहीं जानता, वह मर-मर कर जीता है, दुखमय जीवन जीता है।

सच्चाई की कसौटी पर खरा उतरा हुआ हेनरी का वाक्य है कि अपने सपनों और अपनी महत्वाकांक्षाओं पर अपनी पकड़ ढ़ीली मत पड़ने दीजिए, उनके हाथ से निकल जाने पर आप जीवित तो रहेंगे किन्तु जीवन नहीं रह जाएगा।’ सचमुच हम जीवित तो हैं लेकिन उसमें जीवन ऊर्जा-संयम, संकल्प और मनोबल नहीं है। संयम नहीं, संकल्प नहीं, मनोबल नहीं, तो जीवन क्या है? मात्र बुझी हुई राख है। फिर तो वह मृत्युमय जीवन है। भयभीत जीवन है। ब्रिटिश पीएम और लेखक बेंजमिन डिजरायली हालात इंसान के काबू में नहीं हैं लेकिन बर्ताव आदमी के अपने हाथ में हैं। हमें इसी जिंदगी से खोजना होगा वह अर्थ, जो मनुष्य को मनुष्य होने की प्रेरणा देता है, संवेदनाओं को देता है ऐसा विस्तार, जिससे जीत ली जाती है बड़ी से बड़ी जंग। हमें चुराने होंगे वे लम्हे, संजोने होंगे वे एहसास, जो कदम-कदम पर जिंदगी के साथ होने की आहट को उमंगों की तरह पिरो दें। रोजमर्रा की सख्त सड़क पर हमें ढूंढ लेना होगा वो कोना, जो रचा लेता है, चाय की प्यालियों के साथ कोई खूबसूरत-सी कविता की पंक्ति। दीवारों में बनानी होंगी वे अलमारियां, जो फैज़्ा और गालिब की मौजूदगी से कोने-कोने को भींच दे, नज़्मों की रूह में। आचार्य तुलसी और गांधी की-सी जिजीविषा से सराबोर कर दे आती हुई हवाओं को। रंगों और ब्रश की छुअन से उकेरने होंगे ऐसे चेहरे, जो याद दिलाते रहें शांति, सह-जीवन और एकता की तस्वीर को। दरवाजे को देनी होगी वो थाप जो आत्मसात कर ले हर इक टकटकी को सुबह के मिलने पर.. उगाने होंगे वे पौधे, जिनकी टहनियों से छनती सूरज की रोशनी बदल दे दोपहरी के ताप। इसीलिये महान बाॅक्सर मुहम्मद अली ने कहा है कि सपनों को सच करने का सबसे अच्छा तरीका है कि जाग जाएं।

हमारे जीवन के गुणात्मक पहलू को ऊंचा बनाने के लिए आदमी की तीसरी आंख जागृत हो और चरित्रनिष्ठा का विकास हो। जो आदमी अनीति के रास्ते पर चलता है, उसका बीच में ही पतन हो जाता है। इसलिए व्यक्ति सही-गलत व अच्छे-बुरे का विवेक रखता हुआ अपने गुणात्मक पक्ष को मजबूत बनाने का प्रयास करे। गुणी व्यक्ति सबका प्रिय बन सकता है। हमारी दुनिया में कुछ श्रेष्ठ लोग होते हैं, कुछ मध्यम या सामान्य स्थिति के लोग होते हैं और कुछ अधम स्थिति के लोग भी मिल जाते हैं। यह दुनिया बहुरंगी है। बहुरत्ना वसुन्धरा धरती में अनेक प्रकार के रत्न हैं तो कुछ कंकर भी हैं। एक समूह या समाज जहां होता है वहां कुछ व्यक्ति बहुत अच्छे मिल सकते हैं तो कुछ व्यक्ति सामान्य की रेखा से नीचे भी मिल सकते हैं। सामान्य की रेखा से नीचे का मतलब है जिनमें स्थिरता की कमी है, शालीनता की कमी है, सभ्यता की कमी है, विनयशीलता भी नहीं है, जिनमें ज्ञान या समझ का भी अभाव है और जिनकी वृत्तियों में उत्तेजना का प्राबल्य है। जिस प्रकार समुद्र में अच्छी चीजें मिलती हैं तो अवांछनीय और अनपेक्षित चीजें भी मिल सकती हैं। उसी प्रकार एक समूह में सब कुछ समान नहीं होता, कुछ बातों में समानता हो सकती है तो कुछ बातों में असमानता भी देखने को मिलती है। परन्तु श्रेष्ठ व्यक्तियों को देखकर मध्यम स्थिति वाले व्यक्ति स्वयं में श्रेष्ठता का विकास कर सकते हैं।

जीवन अंधेरा-सा स्याह ही नहीं है, बल्कि रंग-बिरंगा भी है। यह श्वेत है और श्याम भी। जिंदगी की यही सरगम कभी कानों में जीवनराग बनकर घुलती है तो कहीं उठता है संशय का शोर। जीवन को मजबूत बनाते हैं, रिश्ते, लेकिन वे भी साथ की गर्माहट मांगते हैं। सिखाते हैं, मकानों को घर की शक्ल दे दो। ऐसे जिओ कि खुद से पार चले जाओ। किसी से डरना ही हो तो बुरे कामों से डरो। ऐसा कर सके तो हर अहसास, हर काम खूबसूरत होगा और साथ-साथ सुंदर हो जाएगी जिंदगी अपनी। खुद को इसी जिंदगी के बीच देखना तो होगा ही, जिंदगी के सच्चे अर्थों के लिए। उन्हीं छोटे-से जमीन के टुकड़ों पर छोटी-सी जिंदगी के लिए देखना तो होगा, इस दौड़-भाग को। घर को बचाए रखना होगा.. बस मकान होने से, आखिर ईंट और रेत के गारे को सीमेंटों का जुड़ाव कब तक टिकाए रखेगा? इसे प्रेम के स्पर्श से ही सजीव बनाया जा सकता है। लेकिन संशय से भरा हुआ आदमी प्रेम से खाली होता है। पारस्परिक स्नेह, सद्भाव, सौहार्द और विश्वास के अभाव में उसका संदेहशील मन सदैव सुरक्षा के साधन जुटाने में संलग्न रहता है। उसका मन कभी निर्भय नहीं होता, वृत्तियां शान्त नहीं होतीं, संग्रह उसके सुख, संतोष और शांति को सुरसा बन लील जाता है। आचार्य श्री तुलसी ने कहा, ‘परिग्रह के साथ लिप्सा का गठबंधन होता है। लिप्सा भय को जन्म देती है और भय निश्चित रूप से हिंसा और संघर्ष का आमंत्रण है।’ जब संग्रह का स्थान त्याग लेता है, शक्ति की अपेक्षा शांति लक्ष्य बनती है, तब अपरिग्रह, अभय और अहिंसा का पूरा वृत बनता है तभी भावी जीवन को सुदृढ़ और शुभ आधार मिलता है। 





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(ललित गर्ग)
60, मौसम विहार, तीसरा माला, डीएवी स्कूल के पास, दिल्ली-110051
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विशेष : विकृत मानसिकता और कांग्रेस के नेता

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भारतीय संस्कृति से साक्षात्कार करने वाला व्यक्ति कभी अपशब्द नहीं बोल सकता, जो अपशब्द बोलता है, वह भारतीय संस्कृति का संवाहक हो ही नहीं सकता। भारतीय संस्कृति में वसुधैव कुटुम्बकम् का भाव समाहित है। इस कारण कहा जासकता है कि भारत विश्व के लिए कल्याण का भाव रखता है, लेकिन हमारे देश के कांग्रेसी नेता शायद आज तक भारतीय संस्कृति का मतलब नहीं समझ पाए हैं। हो सकता है कि इसके पीछे कांग्रेस का कोई पुराना इतिहास हो। क्योंकि आज कांग्रेस को 132 साल पुराना बताया जाता है, इस कारण कहा जा सकता है कि कांग्रेस दो सठिया पार कर चुकी है। एक बार साठ साल पूरा करने वाले लोग दिमागी रुप से कमजोर हो जाते हैं, कांग्रेस तो ऐसी दो अवस्थाओं को पार कर चुकी है। इसीलिए ही कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने लोकतांत्रिक पद्धति से देश के प्रधानमंत्री बने नरेन्द्र मोदी के प्रति दुराभाव का प्रदर्शन किया। मनीष तिवारी के कथन का आशय यह भी निकाला जा सकता है कि वह वर्तमान में भारतीय संस्कारों से बहुत दूर जाते हुए दिखाई दे रहे हैं। कांग्रेस के बारे में यह सबसे बड़ा सत्य है कि यह पार्टी अंग्रेजों ने बनाई। अंगे्रज अधिकारी एओ ह्यूम कांगे्रस के संस्थापक रहे। कांग्रेस आज किस मार्ग पर कदम बढ़ा रही है, यह किसी से छिपा नहीं है। इसके बाद भी कांग्रेस के नेता अपनी पार्टी की समीक्षा करते हुए दिखाई नहीं दे रहे।


हम जानते हैं कि 17 सितम्बर को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्म दिन था। पूरा देश की जनता उन्हें बधाई दे रही थी। सामाजिक प्रचार तंत्र के माध्यम से भी प्रधानमंत्री को बधाइयां मिल रही थीं। देशभर में उनके जन्मदिन पर किसी न किसी प्रकार के आयोजन किए जा रहे थे। कोई उनके द्वारा चलाये गए स्वच्छता अभियान को लेकर सड़कों पर झाड़ू लेकर सफाई में जुटा हुआ था तो कोई संगोष्ठियों के माध्यम से उनके द्वारा पिछले तीन साल में किए गए कामों का उल्लेख कर नई पीढ़ी को जागृत कर रहा था, लेकिन ऐसे में कांग्रेस के नेता मनीष तिवारी ने ऐसा ट्विट किया कि पूरे देश को शर्मिंदगी उठानी पड़ी। कांग्रेस नेता ने इस प्रकार का ट्विट क्यों किया होगा, यह तो कांगे्रस ही बता सकती है, लेकिन इससे यह सवाल जरुर आता है कि क्या कांग्रेस के नेता मानसिक दिवालिया पन की ओर बढ़ रहे हैं। मनीष तिवारी के बयान को लेकर सोशल मीडिया पर इस ट्विट को लेकर देशवासियों का गुस्सा फूट पड़ा। इस ट्विट में जो कुछ लिखा गया है, उसका यहां उल्लेख करने में भी शर्म आती है। या यह कहें कि उसे लिखा ही नहीं जा सकता है। यहां तक कि विद्युतीय प्रचार तंत्रों ने भी पूरी मर्यादा का पालन करते हुए ही मनीष तिवारी की टिप्पणी दिखाई। सवाल यह है कि जब प्रचार तंत्रों ने इसे छिपाकर दिखाया, तब यह बात तो पक्की है कि वह शब्द दिखाने लायक नहीं थे। किसी के जन्मदिन पर यदि हम बधाई नहीं दे सकते हैं तो कम से उसके लिए गंदे शब्दों का इस्तेमाल तो नहीं करना चाहिए।  मनीष तिवारी ने वैसा ही कहा, जो उनसे पहले कांग्रेस के ही एक और बड़बोले नेता दिग्विजय सिंह ने कहा था। जब देशवासियों ने इसका कड़ा विरोध किया तो दोनों ने ही माफी मांग ली, लेकिन सवाल यह उठता है कि क्या किसी का अपमान कर बाद में माफी मांग लेना उचित है। क्या माफी किसी अपराधी को निरपराध की श्रेणी में ला सकती है? हां, यह हो सकता है कि अनजाने में हुई गलती की माफी मांगी जा सकती है और उसे माफ भी किया जा सकता है, लेकिन सब कुछ समझते हुए गलती करना मूर्खता ही है। मनीष तिवारी ने भी यही मूर्खता की है। ट्विटर पर उन्होंने स्वयं अपने हाथों से अश्लील भाषा का प्रयोग किया है। वास्तव में कांग्रेस के नेताओं को गाली जैसे शब्दों का प्रयोग करना है तो नरेन्द्र मोदी को क्यों, देश की जनता को गाली देना चाहिए, क्योंकि देश की जनता ने नेरन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री के पद पर आसीन किया है।

वास्तव में मनीष तिवारी ने जो कुछ कहा है, वह देश की जनता के जनादेश का घोर अपमान है। क्योंकि लोकतांत्रिक पद्धति से विचार करें तो भारत में जनता की सरकार है और जनता ही उसको नियंत्रित करती है। वर्तमान में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जनता के मुखिया हैं, इसलिए यह गाली सीधे तौर पर जनता को दी गई गाली है। लोकतांत्रिक तरीके से निर्वाचित होकर आई नरेन्द्र मोदी की सरकार के प्रति कांग्रेसी नेताओं का दुश्मनी वाला रवैया किसी भी प्रकार से सही नहीं माना जा सकता। क्योंकि अब मादी की सरकार हम सबकी सरकार है, फिर चाहे कोई भी राजनीतिक दल ही क्यों न हो। केन्द्र सरकार सबकी है, पूरे भारत की है, अकेले भारतीय जनता पार्टी की नहीं। लेकिन हमारे देश के कांगे्रसी नेता केवल अपनी सरकार को अपना मानते हैं, दूसरे दल की सरकार को दुश्मन मानकर व्यवहार करते हैं। क्या इसी को लोकतंत्र कहते हैं? शायद नहीं। वैसे आज कांग्रेस में लोकतंत्र बचा ही कहां हैं। वहां तो केवल एक परिवार का ही सब कुछ है। पूरी पार्टी ही केवल एक परिवार के सहारे चल रही है।

कांग्रेस का आज जो हश्र है वह शायद मनीष तिवारी व दिग्विजय सिंह जैसे नेताओं के कारण ही है। कांग्रेस अब गिने चुने राज्यों में ही रह गई है। भविष्य क्या होगा, इसे कांग्रेस के दिग्गज नेताओं के आए दिन आने वाले बयानों से आसानी से लगाया जा सकता है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को इस बात का अहसास हो भी चुका है कि अब कांग्रेस डूबता हुआ है, क्योंकि पूर्व केन्द्रीय मंत्री जयराम रमेश इस बात को खुलेआम स्वीकार कर चुके हैं कि कांग्रेस में अब अनुभवी नेताओं की कोई कद्र नहीं है। दरअसल केंद्र में जब से नरेंद्र मोदी की सरकार बनी है तब से विपक्ष मोदी की बढ़ती लोकप्रियता को पचा नहीं पा रहा है। हालांकि हर मामले में विपक्ष को मुंह की ही खानी पड़ी है। विपक्ष ने मोदी के खिलाफ तमाम हथकंडे अपनाए, लेकिन उनका स्तर ऊंचा ही उठता गया। आज वे न केवल देश में बल्कि विदेशों में भी सबके प्रिय हैं।



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सुरेश हिन्दुस्थानी
लश्कर ग्वालियर मध्यप्रदेश
मोबाइल-9425101815, 9770015780
(लेखक वरिष्ठ स्तंभकार और राजनीतिक विश्लेषक हैं)
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