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सीधी (मध्यप्रदेश) की खबर (09 मई)

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सीधी  के 16 बच्चे 8 मिनिट में हल किए गणित के 200 सवाल
  • सीधी के 16 बच्चे यूसीमास राष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए चयनित
  • सीधी के बच्चे केलकुलेटर को दे रहे हैं मात

sidhi news
सीधी-09-05-2014- यूसीमास की 9 वीं राज्य स्तरीय प्रतियोगिता गत दिनों इंदौर के अभय खेल प्रशाल में आयोजित की गई। जिसमें सीधी के 16 छात्र-छात्राओं ने मिनटों में गणित के सैकड़ों सवाल हल कर राष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए अपनी जगह बनाई। यूसीमास सीधी के संचालक सूर्य प्रकाश सिंह ने बताया कि म0प्र0 के सभी जिलों के 6 से 14 वर्ष के तकरीबन 7 हजार बच्चों ने भाग लिया। जिसमें 350 स्टूडेंट्स राष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए चयनित हुए। जिसमें 8 मिनिट में गणित के दो सौ प्रश्नों को हल करना था । जिसके लिए स्टूडेंट्स पिछले डेढ़ माह से अभ्यासरत थे। उन्होंने बताया है कि यह बड़े हर्ष का विषय है कि सीधी जिले के 3 स्टूडेंट्स रनर चैम्पियन तथा 13 स्टूडेंट्स मैरिट में चुने गए हैं। चुने गए स्टूडेंट्स अगस्त माह में दिल्ली में आयोजित होने वाली राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में भाग लेंगें। इंदौर में आयोजित इस के मुख्य अतिथि यूसीमास के फाउण्डर डाॅ0 दिनोबांग थे। यूसी इंटरनेशनल कार्पोरेशन मलेशिया के एक्जीक्यूवेटिव डायरेक्टर क्रिसचिव विशेष अतिथि थे। यूसीमास भारत के सीईओ स्नेहलकारिया एवं यूसीमास कनेडा के नेशनल फ्रेंचाईजी आनंद कारिया भी कार्यक्रम में शामिल हुए। 

बालाघाट (मध्यप्रदेश) की खबर (09 मई)

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कलेक्टर ने की स्वास्थ्य एवं महिला बाल विकास योजनाओं की समीक्षा
balaghat news
कलेक्टर श्री व्ही. किरण गोपाल ने आज खंड चिकित्सा अधिकारियों एवं बाल विकास परियोजना अधिकारियों की बैठक लेकर स्वास्थ्य विभाग एवं महिला बाल विकास विभाग की योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. के.के. खोसला, सिविल सर्जन डॉ. आर.के. पंडया, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अजय जैन, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. परेश उपलप, महिला सशक्तिकरण अधिकारी श्री आर.नाग, सहायक संचालक श्री मनोज लारोकर, सभी खंड चिकित्सा अधिकारी एवं सभी बाल विकास परियोजना अधिकारी मौजूद थे।

पोषण पुनर्वास केन्द्र के सभी बेड भरे रहें
बैठक में सर्वप्रथम पोषण एवं शिशु स्वास्थ्य कार्यक्रम पर चर्चा की गई। इस दौरान कलेक्टर ने बाल विकास परियोजना अधिकारियों से कहा कि कुपोषित एवं कम वजन के बच्चों को उपचार के लिए पोषण पुनर्वास केन्द्र में भर्ती करायें। जिले के सभी पोषण पुनर्वास केन्द्र भरे हुए रहना चाहिए। इनका कोई भी बेड खाली नहीं रहना चाहिए। यदि पोषण पुनर्वास केन्द्र के बेड खली रहेगें तो इसकी जिम्मेदारी बाल विकास परियोजना अधिकारी का होगी। 

आंगनवाड़ी केन्द्रों में शौचालय की व्यवस्था जरूरी
बैठक में बताया गया कि जिले के 2484 आंगनवाड़ी केन्द्रों में से 1334 केन्द्र विभाग के भवनों में संचालित हो रहे है तथा 444 आंगनवाड़ी केन्द्र अन्य सरकारी भवनों में संचालित हो रहे है। जिले के  1285 आंगनवाड़ी केन्द्रों में शौचालय नहीं है।  इस पर कलेक्टर ने सरकारी भवनों में संचालित सभी आंगनवाड़ी केन्द्रों में शौचालय की व्यवस्था अनिवार्य रूप से करने के निर्देश दिये। आंगनवाड़ी केन्द्रों के लिए किराये के भवन लेते समय भी ध्यान रखा जाये कि उसमें बच्चों के लिए शौचालय हो। 

आंगनवाड़ी केन्द्रों में पेयजल की व्यवस्था करने के निर्देश
कलेक्टर ने बाल विकास परियोजना अधिकारियों से कहा कि वे सभी आंगनवाड़ी केन्द्रों में बच्चों के लिए स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था करवायें। 

बिरसा के बी.एम.ओ. को कारण बताओ नोटिस
स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं की समीक्षा के दौरान कलेक्टर ने जिले में संचालित ग्राम आरोग्य केन्द्र के बारे में जानकारी ली तो बिरसा के खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. लोकनाथ उईके बिरसा विकासखंड के आरोग्य केन्द्रों के बारे में जानकारी नहीं दे पाये। डॉ. उईके जवाब से पता चला कि उनके द्वारा ग्राम आरोग्य केन्द्रों का निरीक्षण भी नहीं किया जा रहा है। कलेक्टर ने इसे गंभीरता से लेते हुए डॉ. उईके को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिये कि क्यों न इस लापरवाही के लिए उनके विरूध्द अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाये। डॉ. उईके को तीन दिनों के भीतर अपना स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने कहा गया है। स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं की समीक्षा के दौरान बताया गया कि परिवार कल्याण कार्यक्रम के अंतर्गत जिले को वर्ष 2014-15 में 14 हजार 100 नसबंदी आपरेशन का लक्ष्य दिया गया है। इस लक्ष्य के विरूध्द अब तक 316 नसबंदी आपरेशन किये जा चुके है। इसी प्रकार राष्ट्रीय अंधत्व नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत जिले को 9500 मोतियाबिंद के आपरेशन का लक्ष्य दिया गया है। इस लक्ष्य के विरूध्द अब तक 241 नसबंदी आपरेशन किये जा चुके है। कलेक्टर ने सभी योजनाओं के लक्ष्य माह फरवरी 2015 के पहले ही पूर्ण करने के निर्देश दिये है। 

निर्मल भारत अभियान में लापरवाही का मामला, बिरसा जनपद के तीन ग्राम रोजगार सहायकों को कारण बताओ नोटिस
निर्मल भारत अभियान के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में शौचालय निर्माण के कार्य में लापरवाही बरतने पर जनपद पंचायत बिरसा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री धनंजय मिश्रा ने तीन ग्राम पंचायतों के ग्राम रोजगार सहायकों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है कि क्यों न उनके विरूध्द अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाये। इन ग्राम रोजगार सहायकों को 15 मई तक अपना स्पष्टीकरण अनिवार्य रूप से प्रस्तुत करने कहा गया है। समय सीमा में संतोषजनक स्पष्टीकरण प्राप्त नहीं होने पर इन ग्राम रोजगार सहायकों की सेवायें समाप्त कर दी जायेगी। जनपद पंचायत बिरसा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री धनंजय मिश्रा ने 29 मई को ग्रामीण विकास कार्यों की समीक्षा के दौरान ग्राम रोजगार सहायकों को निर्मल भारत अभियान के अंतर्गत शौचालय निर्माण के लिए ई-मस्टररोल जारी करने के निर्देश दिये गये थे। 8 मई आनलाईन रिपोर्ट देखने पर ज्ञात हुआ कि ग्राम पंचायत बाहकल के ग्राम रोजगार सहायक उपदेश मराठे, ग्राम पंचायत बीजाटोला के ग्राम रोजगार सहायक लक्ष्मीकांत रहांगडाले तथा ग्राम पंचायत जगला के ग्राम रोजगार सहायक दिलीप कुशरे द्वारा निर्मल भारत अभियान के अंतर्गत एक भी ई-मस्टररोल जारी नहीं किया गया है। ग्राम रोजगार सहायकों की नियुक्ति मनरेगा के अंतर्गत मजदूरों की मांग को जनरेट कर उसी आधार पर कार्य करने के लिए  की गई है। इन तीन ग्राम पंचायतों के ग्राम रोजगार सहायकों द्वारा निर्मल भारत अभियान के अंतर्गत एक भी ई-मस्टररोल जारी न करना उनकी घोर लापरवाही को दर्शाता है। मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री मिश्रा ने ग्राम रोजगार सहायकों द्वारा अपनेर् कत्तव्य निर्वहन में बरती गई लापरवाही को गंभीरता से लेते हुए उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया है कि क्यों न उनकी सेवायें समाप्त कर दी जायें। इन ग्राम रोजगार सहायकों को 15 मई तक अपना स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने कहा गया है। 15 मई तक संतोषजनक स्पष्टीकरण पेश नहीं करने पर उनकी सेवायें समाप्त कर दी जायेंगी। 

निर्मल भारत अभियान के अंतर्गत लक्ष्य के अनुसार शौचालय निर्माण करने के निर्देश
  • 6 हजार के लक्ष्य के विरूध्द मात्र 1473 शौचालय बने
जनपद पंचायत बिरसा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री धनंजय मिश्रा ने सभी उपयंत्रियों को निर्देशित किया है कि वे निर्मल भारत अभियान के अंतर्गत निर्धारित लक्ष्य के अनुसार शौचालयों का निर्माण कार्य अनिवार्य रूप से पूर्ण करायें। उपयंत्रियों से कहा गया है कि वे एक सप्ताह के भीतर लक्ष्य के अनुसार ई-मस्टररोल जारी कराते हुए पूर्ण हो चुके कार्यों की आनलाईन सी.सी. भी दर्ज करायें। निर्मल भारत अभियान की समीक्षा में पाया गया कि बिरसा विकासखंड में 6 हजार के लक्ष्य के विरूध्द मात्र 1473 शौचालय ही पूर्ण किये गये है और पूर्ण कार्यों की सी.सी. भी आनलाईन नहीं की गई है। उपयंत्री ए. मंसूरी, ए.एस. सैयाम व खेमराज पंवार को 7-7 ग्राम पंचायतों में 700-700, उपयंत्री शैलेष धारणे, आरे.के. धुर्वे, कार्तिक राजपूत, कृष्णकुमार पन्द्रे, सौरभ जैन व के.के. कुम्भरे को 6-6 ग्राम पंचायतों में 600-600 तथा उपयंत्री सौरभ धुर्वे को 5 ग्राम पंचायतों में 500 शौचालय निर्माण का लक्ष्य दिया गया है। लेकिन इन उपयंत्रियों द्वारा अपने कार्यों में रूची नहीं ली जा रही है। समीक्षा में पाया गया कि उपयंत्री ए.मंसूरी के 587, ए.एस. सैयाम के 499, शौलेष धारणे के 485, आरे.के. धुर्वे के 462, कार्तिक राजपूत के 493, कृष्णकुमार पन्द्रे के 495, सौरभ जैन के 464, खेमराज पंवार के 460, सौरभ धुर्वे के 410 तथा के.के. कुम्भरे के 550 शौचालय के कार्य अपूर्ण है। इन उपयंत्रियों को निर्देशित किया गया है कि वे एक सप्ताह के भीतर  लक्ष्य के अनुसार ई-मस्टररोल जारी कर अपूर्ण कार्यों के पूर्णता प्रमाण पत्र आनलाईन दर्ज करायें।

25 मई को मुख्यमंत्री कन्यादान योजना, के अंतर्गत आदर्श बौध्द सामूहिक विवाह का आयोजन
आगामी 25 मई को मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के अंतर्गत नगर पालिका बालाघाट एवं विश्वशांति जन कल्याण संस्था बालाघाट के संयुक्त तत्वावधान में आदर्श बौध्द सामूहिक विवाह कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। सामूहिक विवाह का यह कार्यक्रम शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय बालाघाट के मैदान में शाम 5 बजे से आयोजित किया जायेगा। इस कार्यक्रम में अपनी कन्या का विवाह कराने के इच्छुक व्यक्ति 15 मई तक आवेदन पत्र विश्व शांति जनकल्याण संस्था नर्मदा नगर आंनद मार्ग वार्ड नं.-33 बालाघाट में जमा कर सकते है। आवेदन करने के लिए मो. नं. 9981429736 या 8989850436 पर या नगर पालिका कार्यालय बालाघाट से भी सम्पर्क किया जा सकता है। आवेदन पत्र के साथ में वर-वधु के परिवार एवं वर-वधु की समग्र आई.डी., वर-वधु का आधार कार्ड क्रमांक, वधु की जाति संबंधी प्रमाण पत्र, कन्या का बचत खाता क्रमांक, आयु संबंधी प्रमाण पत्र, अभिभावक का मो. नं. एवं सात-सात फोटो प्रस्तुत करना होगा। सामूहिक विवाह कार्यक्रम में विवाह करने वाली कन्या के नाम से 6 हजार रु. की एफ.डी., वर-वधु को 16 हजार रु. की गृहस्थी की सामग्री तथा सामूहिक विवाह कार्यक्रम का आयोजन करने वाली संस्था को कार्यक्रम के आयोजन के लिए प्रति जोड़ा 3 हजार रु. की सामग्री प्रदान की जायेगी। 

30 मई को जिला पेंशन फोरम की बैठक
आगामी 30 मई को जिला पेंशन फोरम की बैठक का आयोजन किया गया है। कलेक्टर श्री व्ही. किरण गोपाल की अध्यक्षता में आयोजित यह बैठक नवीन कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में दोपहर 12.30 बजे से प्रारंभ होगी। बैठक में सभी विभागों के कार्यालय प्रमुखों को उपस्थित रहने कहा गया है। जिला पेंशन अधिकारी श्री जे.एस. पटियाल ने बताया कि इस बैठक में विभिन्न विभागों के 30 अप्रैल 2014 तक की स्थिति में लंबित पेंशन प्रकरणों पर चर्चा की जायेगी। कार्यालय प्रमुखों से कहा गया है कि वे लंबित पेंशन प्रकरणों की जानकारी 19 मई तक जिला पेंशन कार्यालय में उपलब्ध करा दें। बैठक में आगामी दो वर्षों में सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों के पेंशन प्रकरण तैयार किये जाने के संबंध में भी चर्चा की जायेगी। बैठक में पूर्व में सेवानिवृत्त हो चुके पेंशनरों की समस्याओं के निराकरण एवं उनके लिए दवाओं की उपलब्धता के संबंध में चर्चा की जायेगी। 

जयहिंद टाकीज का निलंबित लायसेंस किया गया बहाल
कलेक्टर श्री व्ही. किरण गोपाल ने जयहिंद टाकीज बालाघाट के निलंबित लायसेंस को बहाल कर उसका 31 दिसम्बर 2014 तक के लिए नवीनकरण कर दिया है। जयहिंद टाकीज का लायसेंस छविगृह के संचालन में त्रुटियां पाये जाने के कारण 03 अक्टूबर 2013 को निलंबित कर दिया गया था। टाकीज के मालिक द्वारा सभी त्रुटियों को दूर कर लायसेंस को बहाल करने एवं उसका नवीनकरण करने के लिए आवेदन दिया गया था। जिस पर सहायक जिला आबकारी अधिकारी द्वारा मौके पर जाकर स्थल निरीक्षण किया गया और टाकीज के लायसेंस की बहाली एवं उसके नवीनकरण की अनुशंसा की गई थी। 

मतगणना में ईवीएम में बैटरी की क्षमता बनाये रखने के निर्देश
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय ने लोकसभा चुनाव में 16 मई को जिला मुख्यालयों पर होने वाली मतगणना में ईवीएम में बैटरी क्षमता को बरकरार रखने के लिये पर्याप्त संख्या में पॉवर पेक रखने के निर्देश दिये हैं। निर्देश में कहा गया है कि मतों की गणना के दौरान यदि किसी कंट्रोल यूनिट में बैटरी क्षमता की कमी होने से रिजल्ट प्राप्त नहीं हो सके तो इसे तत्काल नई बैटरी से बदलकर रिजल्ट प्राप्त करने की कार्रवाई की जाये। जिला निर्वाचन अधिकारियों से संभाग के अन्य जिलों में समन्वय रखकर पॉवर पैक की व्यवस्था किये जाने के निर्देश दिये गये हैं।

नगरीय निकाय एवं पंचायत चुनाव में पहली बार होगा ई.व्ही.एम. का प्रयोग
  • फोटोयुक्त मतदाता सूची भी होंगी तैयार
  • राज्य निर्वाचन आयुक्त श्री परशुराम ने की तैयारी की समीक्षा

प्रदेश में आगामी नगरीय निकाय एवं पंचायत चुनाव में पहली बार इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन का उपयोग किया जायेगा। इन चुनाव में पहली बार फोटोयुक्त मतदाता सूचियाँ भी तैयार की जायेंगी। राज्य निर्वाचन आयुक्त श्री आर. परशुराम ने यह जानकारी आज उज्जैन में संभाग के सभी कलेक्टर एवं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी की बैठक में इन चुनाव को लेकर की जा रही तैयारी की समीक्षा में कही। श्री परशुराम ने सभी कलेक्टर से नगरीय निकाय एवं पंचायत संस्थाओं के निर्वाचन की प्रक्रिया में आ रही कठिनाइयों के बारे में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने ई.व्ही.एम. के प्रयोग पर सुझाव भी माँगे। उन्होंने कहा कि नगरीय निकाय एवं त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव में संलग्न अधिकारी-कर्मचारी को ई.व्ही.एम. की कार्य-प्रणाली एवं संचालन तथा फोटोयुक्त मतदाता सूची तैयार करने के संबंध में विभिन्न स्तर पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है। तहसील-स्तर पर वेण्डर द्वारा मतदाता सूची तैयार करने का भी कार्य किया जायेगा। 

पंचायत चुनाव में ई.व्ही.एम. तथा मतपेटी साथ-साथ
श्री परशुराम ने बताया कि त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव में ई.व्ही.एम. एवं मतपेटी दोनों का ही प्रयोग होगा। इसमें जिला पंचायत एवं जनपद पंचायत के सदस्य तथा सरपंच पद के निर्वाचन में इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन में वोट डाले जायेंगे, जबकि पंच पद के लिये मतपेटी में मतदान किया जायेगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि नगरीय निकाय चुनाव में सिर्फ ई.व्ही.एम. का उपयोग होगा। उन्होंने त्रुटि-रहित फोटोयुक्त मतदाता सूची तैयार करने के संबंध में भी अधिकारियों को निर्देश दिये। इससे ये चुनाव पारदर्शिता, निष्पक्षता एवं शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न करवाने में मदद मिलेगी। 

मतदाता जागरूकता के लिये अभियान तथा प्रेक्षक नियुक्त होंगे
राज्य निर्वाचन आयुक्त श्री परशुराम ने बताया कि प्रदेश में लोकसभा एवं विधानसभा चुनाव की तर्ज पर स्थानीय संस्थाओं के चुनाव में पहली बार प्रयुक्त होने वाली ई.व्ही.एम. के बारे में मतदाताओं को जागरूक किया जायेगा। इसके लिये प्रत्येक जिले में जागरूकता अभियान चलाया जायेगा। इसमें पोस्टर, बेनर, रैली एवं होर्डिंग के माध्यम से नगरीय तथा ग्रामीण क्षेत्र के मतदाताओं को जागरूक किया जायेगा। 

राय की हादसे में मौत के कारण मोदी की मऊ रैली स्थगित

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जिले के भाजपा अध्यक्ष की शुक्रवार की देर रात सड़क हादसे में मौत के कारण शनिवार को मऊ में होने वाली नरेंद्र मोदी की चुनावी सभा स्थगित कर दी गई है।

रैली की तैयारियों को अंतिम रूप देकर देर रात घर लौट रहे भाजपा के जिलाध्यक्ष सुशील राय (38) की कार एक ट्रक से टकरा गई। सुशील की घटनास्थल पर ही मौत हो गई और जिला महामंत्री शैलैंद्र सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए। शैलेन्द्र को बीएचयू में भर्ती कराया गया है। हादसा सराय लक्सानी थाना क्षेत्र के आछर रेलवे क्रासिंग के पास हुआ।

विशेष आलेख : सौर ऊर्जा से रौशन होते गांव

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देष के सामाजिक-आर्थिक विकास में ऊर्जा क्षेत्र की महत्वपूर्ण भूमिका है। लेकिन आज देष में  ऊर्जा के दो प्रमुख माध्यम बिजली और पेट्रोलियम पदार्थों की कमी होने से वैज्ञानिकों का ध्यान पुनः ऊर्जा के अन्य स्रोतों की ओर गया है। भारत ने अपनी अक्षय ऊर्जा क्षमता को मौजूदा 25,000 मेगावाट से बढ़ाकर 2017 तक दोगुना से भी ज़्यादा यानी 55000 मेगावाट करने का लक्ष्य रखा है। ग्रीनहाउस की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत को वैकल्पिक ऊर्जा प्रणालियों में निजी और सरकारी स्तर पर 2050 तक 6,10000 रूपये सालाना निवेष करने की ज़रूरत बतायी गयी है। किसी देष के लिए ऊर्जा के मायने होते हैं कि वर्तमान और भविश्य की ऊर्जा की आपूर्ति इस तरीके से हो कि सभी लोग इससे लाभान्वित हो सकें। साथ ही साथ पर्यावरण पर इसका कोई प्रभाव न पड़े और यह तरीका स्थायी हो, न कि लघुकालीन।  प्राकृतिक स्रोतों का जिस तरह से दोहन हो रहा है उसने केंद्र सरकार के साथ साथ राज्य सरकारों की भी नींद उड़ाकर रख दी है। ऊर्जा की कमी को दूर करने के लिए ऊर्जा के नये स्रोत तलाष किए जा रहे हैं। भारत भी सौर ऊर्जा और पवन ऊर्जा जैसे परंपरागत स्वच्छ ऊर्जा स्रोतों के दोहन के लिए पर्याप्त कदम उठा रहा है। इसका अंदाज़ा मुझे उस वक्त हुआ जब मैंने अचानक छत्तीसगढ़ के टाईगर रिज़र्व के दूरस्थ गांव बम्हनी में कार्यरत स्वास्थ्य कार्यकर्ता से फोन पर बात की और  मेरा दिल उछल पड़ा। इसकी वजह फोन से बात करना नहीं बल्कि ऐसे फोन से बात करना था ै जो सोलर बैटरी से चलता है। यहां बिजली नहीं है। बावजूद इसके आप यहां सोलर बैटरी से  मोबाइल, फ्रिज और पानी के मोटर को चलते हुए देख सकते हंै।  यहां यह प्रयास सरकारी व गैर सरकारी दोनों तरह से किया जा रहा है। 
         
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पिछले दिनों अचानक मुझे टाईगर रिज़र्व के कई गांवों का दौरा करने का मौका मिला और मैंने यहां के जीवन में चल रही उथल पुथल व जनजीवन का जायज़ा लिया। इस दौरान में क्षेत्र में हुए सोलर एनर्जी के काम से प्रभावित हुए बिना नहीं रह सका। मनियारी नदी के किनारे बम्हनी गांव का प्राकृतिक परिवेष बहुत मोहता है। यह ऐसी रमणीक जगह है, जहां लंबे समय तक समय गुजारा जा सकता है। साफ सुथरी नदी व कल-कल बहता पानी और उसमें खेलते बच्चे। स्नान करने आए स्त्री-पुरूष। कम संसाधनों में आजादी से रहने वाला आदिवासी समाज। बैगा, कमार, उरांव और गोंड आदिवासी यहां के निवासी चे हैं। सरई के घने जंगल के बीच बसे इस गांव की प्राकृतिक सुंदरता जितनी ज्यादा है, उस गांव के निवासिय¨ं का जीवन उतना ही कठिन  है। लेकिन कुछ सरकारी व कुछ निजी स्तर पर ल¨ग¨ं द्वारा  ऐसे प्रयास किए जा रहे हैं जिनसे इस क्षेत्र के निवासिय¨ं  को कुछ सुविधाएं मिलने लगी हैं। ऐसा ही एक प्रयास है-सोलर लाइट का है। जन स्वास्थ्य सहयोग नामक एक गैर सरकारी संस्था, जो स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम करती है, उसने क्षेत्र में सोलर लाइट उपलब्ध कराने का काम किया है। साथ ही सरकार के ऊर्जा विकास ने भी इस क्षेत्र के गांवों में सोलर प्लांट लगाकर रोषनी पहुंचाई है। जन स्वास्थ्य सहयोग के डा. योगेष  जैन कहते हैं कि चाहे रात्रि में भोजन करने की बात हो या पैदल चलने की, चाहे खेत जाने की बात हो या रात्रि विश्राम करने की सभी में पर्याप्त  रोषनी की जरूरत होती है। लेकिन ऐसे गावों में जहां बिजली नहीं है या ज्यादा बिजली कटौती होती है, वहां रोषनी की व्यवस्था करवा पाना बहुत मुश्किल है। इसलिए गांवों में सस्ते दामों पर आसानी से सोलर लाइट उपलब्ध कराने की जरूरत महसूस हुई। पिछले तीन वर्षो से यह काम जन स्वास्थ्य सहयोग द्वारा किया जा रहा है। 
               
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गेली जिले के लोरमी व बिलासपुर के कोटा क्षेत्र के गांवों में यह सोलर लाइट उपलब्ध कराई गई है। इसकी कीमत 5 सौ रूप्ए है लेकिन स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को ढाई सौ और ग्रामीण दाईयों को सौ रूपए में लाइट उपलब्ध कराई गई हंै। यहां के जंगल के गांवों में जहां बिजली नहीं है, वहां सरकारी ऊर्जा विभाग ने भी  अपने सोलर प्लांट लगाकर रोषनी की व्यवस्था की है। लेकिन बरसात के दिनों में यह प्रायः बंद रहते हैं, क्योंकि सूरज ही नहीं निकलता। जबकि उन्हीं दिनों रोषनी की सबसे ज्यादा जरूरत रहती हैं। चूंकि आम तौर पर आदिवासी लोग धरती पर सोते हैं, उनके घर पलंग या खटिया नहीं होती तब सांप या बिच्छू काटने की घटनाएं सबसे ज़्यादा होती हैं। लेकिन जब से यहां के लोगों को सोलर लाइट उपलब्ध कराई गई है तब से यह समस्या नहीं आ रही है। जन स्वास्थ्य सहयोग के कार्यकर्ता संतकुमार कहते हैं कि हम जो लाइट उपलब्ध कराते हैं उससे उर्जा की बचत होती है। बैटरी एक बार रिचार्ज होने परे दो दिन चलती है। इसकी खास बात यह है कि यह आकाष में बादल छाए जाने के बावजूद भी यह चार्ज हो जाती है। इस गांव का भ्रमण करने के बाद जब मैं अचानक एक दूरदराज व जंगल के बीच बसे गांव चिरईगोड़ा में सोलर लाइट देखने गया तो वहां के धनीराम एक्का से मिला। यहां घनी बसाहट नहीं है, बल्कि दूर-दूर बने घरों में उरांव आदिवासी रहते हैं। धनीराम एक्का ने बताया कि उनके पास दो सोलर लाइट हैं जिसमें से एक ही चालू हालत में है। सोलर लाइट में उनके बच्चे पढ़ते हैं, खाना पकाया जाता है, आने-जाने में सुविधा होती है। सोलर बल्व के उजाले में ढेंकी से धान कुटाई की जाती है। इसके अलावा, जंगली जानवरों से फसल को बचाने के लिए पेड़ पर  लाइट को टांग दिया जाता है जिससे जानवर भाग जाते हैं। वह आगे बताते हुए कहते हैं कि हमें राषन की दुकान से पर्याप्त मिट्टी का तेल नहीं मिलता था। महीने में सिर्फ एक लीटर मिट्टी का तेल दिया जाता था। इसलिए हमें भारी दिक्कत का सामना करना पड़ता था। जब मैं विदा होने लगा तो उन्होंने कहा माफ करें, मैं आपको चाय नहीं पिला पाया। लेकिन जब वह सोलर लाइट के बारे मंें बता रहे थे तो उनकी आंखें चमक रही थी। वास्तव में एक छोटे से बल्ब की रोषनी से उनके जीवन में उजाला हो गया है। यहां से चलकर हम बहाउड़ पहुंचे। यह टाईगर रिजर्व से विस्थापित गांव है, यहां हमने सोलर  एनर्जी से चलने वाली पानी की मोटर देखी जिससे महिलाएं पानी भर रही थीं। यहां के कई गांवों में सरकार ने  सोलर लाइट की व्यवस्था की है, जो अच्छे से संचालित हो रही है। 
           
हाल ही छत्तीसगढ़ सरकार ने सोलर लाइट आदिवासी गांवों में पहुंचाने की बात की है, जो सराहनीय होने के साथ अनुकरणीय भी है। संतकुमार कहते हैं कि सरकारी सोलर प्लांटों की सर्विस अच्छी नहीं होती है क्योंकि वे मरम्मत के अभाव में बंद पड़े रहते हैं। इसलिए हमने मुंबई की कंपनी से  लाइट लिए हैं उसने हमें एक साल की गारंटी दी हैं। अगर इस बीच लाइट खराब होती है तो वह कंपनी इसके बदले नई लाइट देगी या मरम्मत करके देगी। आगामी समय में हम एक प्रषिक्षित मैकेनिक तैयार करना चाहते हैं जो इन लाइट की मरम्मत स्थानीय स्तर पर ही कर सके। कुल मिलाकर हम कह सकते हैं कि सोलर एनर्जी व लाइट के लिए यहां सरकारी व गैर सरकारी स्तर पर बहुत ही अच्छा काम हुआ है, जो सही दिषा में उठाया गया बहुत ही उपयोगी कदम है। इसका अनुकरण पूरे देष में किया जाना चाहिए। 





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बाबा मायाराम
(चरखा फीचर्स)

बिहार : मनरेगा की हकीकत, बढती परेशानी !!!

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mnrega and bihar
जमसौत क़स्बा बिहार की राजधानी पटना से लगभग 25 किलोमीटर की दूरी पर है, जहां 30 साल की रीता देवी से मेरी मुलाक़ात हुई। बिहार में नरेगा 2 फरवरी, 2005 को जमसौत से ही लागू हुआ। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दानापुर प्रखंड अन्तर्गत जमसौत मुसहरी में रहने वाले महादलित मुसहर समुदाय के बीच में जाॅब कार्ड निर्गत किया। जाॅब कार्ड के द्वारा कुछ साल लोगों को काम मिला।शहर में जाकर रद्दी कागज चुनना बंद हुआ। इससे लोगों के बीच में स्वाभिमान जागृत हुई और जि़ंदगी में बदलाव भी आया। अब लोगों को समय पर काम और मजदूरी नहीं मिलने से परेशानी बढ़ गयी। इसमें दिनेश मांझी की पत्नी रीता देवी है। जो सुबह में उठकर शहर की ओर रूख करने को मजबूर हैं। 

पतली-दुबली बदन वाली रीता देवी लाल रंग की साड़ी और उसी रंग की ब्लाउज पहनी हैं। हाथ में सफेद रंग का बोरा पकड़ी है। साथ में रीता देवी के पुत्र विकास कुमार हैं। जो पढ़ने नहीं जाता है। मां के साथी मिलकर ही रद्दी के ढेर पर तकदीर बनाता है। गाँव के लिहाज़ से रीता का पहनावा थोड़ा आधुनिक था, गांव की महादलित महिलाओं से भिन्न है। ठीक तरह से बाल झार रखी हैं। देखने से पता ही नहीं चलता कि वह रद्दी कागज आदि चुनने वाली हैं।  रीता देवी दलित समुदाय से आती हैं। बिहार सरकार की पहल के लिहाज़ से कहें तो ‘महादलित’ हैं रीता देवी। जमसौत की रीता देवी का जि़क्र यहां इस वजह से हो रहा है क्योंकि वे उनमें शामिल हैं जिन्होंने महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोज़गार गारंटी योजना (मनरेगा) का सहारा मिलने के बाद काम की तलाश में गांव  से शहर की ओर जाती हैं।

खुद रीता देवी पढ़ी-लिखी नहीं हैं। परन्तु वह अपने चार बच्चों में दो लड़की और दो लड़के को बेहतर राह दिखाने को कटिबद्ध हैं। फिलवक्त तीन बच्चे पढ़ रहे हैं। एक विकास कुमार ही पढ़ने नहीं जाता है। यह अब मानकर चले कि सबसे पहले जाॅब कार्ड मिलने वाले जमसौत मुसहरी अब पिछड़ गया है। लगभग यहां के लोगों का मोहभंग हो चुका है। जाॅब कार्ड को बक्सा में रखकर अन्य तरह के कार्य में जुट गए हैं।  ऐसे में रीता देवी का कहना है कि घर से सुबह 4 बजे भोर में निकलती हैं। मुसहरी के बगल में ही टेम्पों स्टेंड है। टेम्पों पर बैठकर दानापुर बस पड़ाव आती हैं। टेम्पों चालक को भाड़ा के रूप में 6 रू. देते हैं। फिर दानापुर से टेम्पों पर चढ़कर दीघा रेलवे लाइन के समक्ष उतर जाती हैं। टेम्पों चालक को आठ रू. भाड़ा के रूप में देती हैं। दीघा मुसहरी जाती हैं। दीघा मुसहरी को लोग शबरी काॅलोनी भी कहते हैं। वास्तव में रीता देवी का मायके शबरी काॅलोनी ही है। यहां के सहेलियों के संग कूड़ों के ढेर पर किस्मत चमकाने चली जाती हैं। यहां-वहां पर जाकर रद्दी कागज आदि चुनती हैं। रद्दी कागज चुनने के बाद बेचती हैं। बेचने के बाद मिली रकम से कुर्जी में भोजन करती हैं। रीता देवी कहती हैं कि प्रायः पांच सौ से अधिक ही रद्दी समानों को चुनकर बेचने में कामयाब हो जाती हैं। सालभर में दीपावली के समय में बहार आ जाता है। इस अवधि में हजारों रू.की कमाई हो जाती है। 

साल भर जमसौत से शहर में आकर चुनने का कार्य करती हैं। इसे रीता देवी काम समझती हैं। वह कर्तव्य निर्वाह करने के लिए आवाजाही करती हैं। गर्मी, बरसात,ठंडक और वसंत मौसम में कार्य करती हैं। सरकार से मांग करती हैं कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत स्मार्ट कार्ड निर्गत करें। 




आलोक कुमार
बिहार 

रामदेव के खिलाफ कार्यवाही पर उच्चतम न्यायालय ने रोक लगायी

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उच्चतम न्यायालय ने दलितों को ले कर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ विवादास्पद टिप्पणी करने पर योगगुरु रामदेव के विरुद्ध देश के विभिन्न हिस्सों में दायर मामलों पर तमाम कार्यवाही पर आज रोक लगा दी. प्रधान न्यायाधीश आरएम लोढ़ा की पीठ ने तमाम राज्यों की पुलिस को नोटिस जारी किया जहां रामदेव के खिलाफ मामले दर्ज किये गये हैं.

पीठ ने कहा, हम स्पष्ट कर रहे हैं कि हम मामले के गुण-दोष पर कोई राय जाहिर नहीं कर रहे हैं. न्यायालय ने रामदेव को दस लाख रुपए अग्रिम जमा कराने का भी निर्देश दिया जिसका इस्तेमाल शिकायत दर्ज कराने वाले व्यक्तियों के आने जाने पर किया जा सकता है. 

अदालत का यह आदेश रामदेव की ओर से दायर एक याचिका पर आया जिसमें उनके खिलाफ किसी दबावकारी कार्रवाई पर रोक लगाने और उनकी विवादास्पद हनीमून टिप्पणी पर देश के विभिन्न हिस्सों में दायर तमाम प्राथमिकियों को एक साथ करने का आग्रह किया गया है.

 

प्रकाश झा अपनी जीत को लेकर आश्वस्त

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सामाजिक राजनीतिक मुद्दों पर आधारित ‘गंगाजल’, ‘राजनीति’ और ‘सत्याग्रह’ जैसी सफल फिल्मों के निर्देशक और तीसरी बार अपना भाग्य आजमा रहे प्रकाश झा इसबार बिहार के बेतिया संसदीय क्षेत्र से अपनी जीत को लेकर आश्वस्त दिख रहे हैं. बेतिया संसदीय क्षेत्र के साथ लोकसभा चुनाव के छठे चरण के तहत कुल सात संसदीय सीटों के लिए आगामी 12 मई को मतदान होना है.
  
61 वर्षीय जदयू उम्मीदवार प्रकाश झा का बेतिया लोकसभा सीट पर इसबार मुख्य रुप से मुकाबला भाजपा के निवर्तमान सांसद संजय जायसवाल एवं पूर्व राजद सांसद रघुनाथ झा सहित कुल 12 उम्मीदवारों से है. प्रकाश झा ने अपने राजनीतिक कैरियर की शुरुआत बेतिया से वर्ष 2004 में निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर की थी तथा वर्ष 2009 में लोजपा के टिकट पर लोकसभा का चुनाव लडा था पर पराजित रहे थे.
    
पश्चिम चंपारण जिले के प्रशासनिक मुख्यालय बेतिया में कुल मतदाताओं की संख्या 12.2 लाख है जिसमें मुख्य रुप से 1.50 लाख अल्पसंख्यक समुदाय, 1.30 अतिपिछडा समुदाय और 1.25 लाख ब्राहमण समुदाय के मतदाता शामिल हैं.राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि कथित ‘मोदी लहर’ के चलते जदयू उम्मीदवार को इसबार भाजपा प्रत्याशी की कडी चुनौती का सामना करना पडेगा। लेकिन ब्राह्मण समुदाय से ताल्लुक रखने वाले प्रकाश झा की नजर इस क्षेत्र के अपने समुदाय के मतदाताओं पर है जो अबतक भाजपा के पक्ष में मत देते रहे हैं. 

विथोभा मंदिर पर नहीं रहेगा ब्राह्मणों का वर्चस्व

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pandarpur vithoba temple
महाराष्ट्र के पंढ़ारपुर शहर स्थित 900 साल पुराने विथोभा मंदिर में वर्षो से उच्च जाति के पुरुष पुरोहित धार्मिक कार्य करते रहे हैं, लेकिन इस मंदिर के इतिहास में एक नया अध्याय उस वक्त जुड़ जाएगा जब सर्वोच्च न्यायालय के आदेश पर पहली बार महिला व निचली जातियों के पुरोहितों को भी नियुक्त किया जाएगा। विट्ठल रुक्मिणी टेंपल ट्रस्ट (वीआरटीटी) के अध्यक्ष अन्ना डेंगे ने बताया, "यह मंदिरों में पूजा और धार्मिक कार्य में ब्राह्मणों के प्रभुत्व को समाप्त करने की किसी मंदिर ट्रस्ट द्वारा किया गया पहला प्रयास है। हम इस बात को लेकर बेहद उत्सुक हैं कि पूजा और धार्मिक कार्य सभी जातियों विशेषकर गैर ब्राह्मण जातियों के लोग कर सकें।"

डेंगे ने कहा, "हम 18 मई के बाद उम्मीदवारों का साक्षात्कार करेंगे और उनकी नियुक्ति पर फैसला करेंगे जो कि अस्थायी और कांट्रेक्ट पर आधारित होगी, जिनका मेहनताना उनकी योग्यता के आधार पर तय होगा।"वीआरटीटी ने यह कदम चार दशक से लंबित याचिका पर सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के बाद उठाया है। न्यायालय ने इस मंदिर की कमाई और धार्मिक कार्यो पर बडवे और उतपत परिवार के दावे को खारिज कर दिया है। 

दोनों परिवारों ने बी.डी. नाडकर्णी कमिटी की सिफारिश के बाद राज्य सरकार की तरफ से 1968 में कंपनी को अपने अधिकार में ले लेने के फैसले को चुनौती दी थी। महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री डेंगे ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय के फैसले ने मंदिर की कमाई में पिछले कुछ महीने में महत्वपूर्ण बदलाव ला दिया है। 

वीआरटीटी के पास कई आवेदन आए हैं और कई लोग मुफ्त काम करने के लिए तैयार हो गए हैं, क्योंकि वे इसे ईश्वर की सेवा मानते हैं।  ये उत्साहित आवेदक अन्य पिछड़े वर्ग (ओबीसी), मराठा, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति वर्ग से हैं। 

भारत का विदेशी पूंजी भंडार 2 अरब डॉलर बढ़ा

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foreign exchange
देश का विदेशी पूंजी भंडार (फॉरेक्स रिजर्व) दो मई, 2014 को समाप्त हुए सप्ताह में 1.9448 अरब डॉलर बढ़कर 311.8578 अरब डॉलर दर्ज किया गया, जो 18,783.9 अरब रुपये के बराबर है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने यह जानकारी शुक्रवार को जारी साप्ताहिक आंकड़े में दी है। विदेशी पूंजी भंडार का सबसे बड़ा घटक विदेशी मुद्रा भंडार (एफसीए) आलोच्य सप्ताह में 2.5416 अरब डॉलर बढ़कर 284.571 अरब डॉलर हो गया, जो 17,138.3 अरब रुपये के बराबर है।

बैंक के मुताबिक विदेशी मुद्रा भंडार को डॉलर में व्यक्त किया जाता है और इस पर भंडार में मौजूद पाउंड स्टर्लिग, येन जैसी अंतर्राष्ट्रीय मुद्राओं के मूल्य में होने वाले उतार-चढ़ाव का सीधा असर पड़ता है। आलोच्य अवधि में देश के स्वर्ण भंडार का मूल्य 60.1 करोड़ डॉलर घटकर 20.9658 अरब डॉलर रहा, जो 1,265 अरब रुपये के बराबर है।

इस दौरान देश के विशेष निकासी अधिकार (एसडीआर) का मूल्य 30 लाख डॉलर बढ़कर 4.4805 अरब डॉलर दर्ज किया गया, जो 269.8 अरब रुपये के बराबर है। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) में मौजूद देश के भंडार का मूल्य आलोच्य अवधि में 12 लाख डॉलर बढ़कर 1.8405 अरब डॉलर दर्ज किया गया, जो 110.8 अरब रुपये के बराबर है।

वाराणसी में राहुल का रोड शो जारी, भाजपा ने उठाए सवाल

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भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी तथा आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल के बाद शनिवार को वाराणसी में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी वाराणसी से कांग्रेस प्रत्याशी अजय राय के पक्ष में रोड शो कर कर रहे हैं। इस बीच, भाजपा ने राहुल के रोड शो पर सवाल उठाए हैं। भाजपा ने जिला प्रशासन पर दोहरा मानदंड अपनाने का आरोप लगाया है। भाजपा नेता अरुण जेटली ने कहा, "राहुल गांधी को वाराणसी में रोड शो करने की इजाजत मिल गई और हमारे नेता को रैली करने की इजाजत नहीं दी गई। यह दो तरफा रवैया क्यों अपनाया गया?"

रोड शो के लिए राहुल गांधी वाराणसी के बाबतपुर हवाई अड्डा पहुंचे और यहां से सीधे पीली कोठी गए, जहां से उनका रोड शो शुरू हुआ। माना जा रहा है कि वाराणसी में राहुल का रोड शो अमेठी में मोदी की रैली का जवाब है। करीब 10 किलोमीटर के रोड शो में राहुल गांधी के साथ कांग्रेस के दर्जनों दिग्गज व वाराणसी से कांग्रेस के प्रत्याशी अजय राय एक ट्रक में सवार होकर जनता के बीच उतरे हैं। रोड शो की तैयारी में पूरे इलाके को कांग्रेस के झंडों से पाट दिया गया है। 

राहुल का रोड शो गोलगड्डा, पीलीकोठी, विशेश्वरगंज, मैदागिन, कबीरचौरा, पिपलानी कटरा, लहुराबीर, चेतगंज, बेनियाबाग, नई सड़क, गोदौलिया, जंगमबाड़ी, मदनपुरा, बंगाली टोला इंटर कॉलेज, दुर्गा चरण कॉलेज, सोनारपुरा, भदैनी से अस्सी होते हुए लंका पर समाप्त होगा।

कप्तानी छिनी तो डारेन सैमी ने टेस्ट क्रिकेट से लिया संन्यास

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darren sammy
वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड (डब्ल्यूआईसीबी) ने न्यूजीलैंड के खिलाफ वेस्टइंडीज की आगामी तीन टेस्ट मैचों की श्रृंखला के लिए डारेन सैमी की जगह दिनेश रामदीन को वेस्टइंडीज टेस्ट टीम की कमान सौंप दी। डब्ल्यूआईसीबी का फैसला आने के कुछ ही देर बाद शुक्रवार को देर शाम सैमी ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी। वेस्टइंडीज और न्यूजीलैंड के बीच यह श्रृंखला आठ जून से शुरू हो रही है।

वेबसाइट 'क्रिकइंफो डॉट कॉम'अनुसार, हालांकि सैमी वेस्टइंडीज टी-20 टीम के कप्तान बने रहेंगे। सैमी ने इसकी जानकारी डब्ल्यूआईसीबी को दे दी और साथ ही कहा कि वह एकदिवसीय टीम में शामिल होने के लिए भी उपलब्ध हैं। सैमी ने 2007 में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया और 38 मैचों की 65 पारियों में 2.9 की जबरदस्त इकॉनमी रेट से 84 विकेट चटकाए, जिसमें इंग्लैंड के खिलाफ ओल्ड ट्रेफोर्ड में दूसरी पारी में 66 रन देकर सात विकेट भी शामिल है।

अक्टूबर, 2010 में टेस्ट टीम का कप्तान बनने के बाद सैमी के नेतृत्व में वेस्टइंडीज ने आठ मैचों में जीत हासिल की, 12 में उसे हार का सामना करना पड़ा और 10 मैच ड्रॉ खेले।

उत्तराखंड की विस्तृत खबर (10 मई)

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नन्दप्रयाग-घाट मार्ग पर बस दुर्घटनाः 17 मरे कई घायल
  • राज्यपाल व मुख्यमंत्री ने जताया गहरा शोक

देहरादून, 10मई  (निस)। हरिद्वार से नंदप्रयाग घाट जा रही नंदादेवी एक्सप्रैस परिवहन कम्पनी की बस घाट के समीप टोनी धार से 500 मीटर गहरी खाई में गिरो 20 लोगों के मरने की खबर है बस स्थानीय लोगों से खचाखच भरी बताई जा रही है दुर्घटना की जानकारी मिलते ही जिलाधिकारी चमोली व एस पी एम्बुलेंस के साथ घटनास्थल पर पहुंच गये थे। हरिद्वार से घाट (जनपद चमोली) जा रही यात्रियों से भरी एक बस के, घाट बाजार के निकट खाई में गिरने की घटना को उत्तराखंड के राज्यपाल डा0 अजीज कुरैशी ने अत्यन्त दुःखदायी बताते हुए दुर्घटना पर गहरा शोक एवं संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने इस बस दुर्घटना में मृतक यात्रियों की आत्मा की शान्ति तथा उनके परिजनों को धैर्य प्रदान करने के लिए ईश्वर से प्रार्थना करने के साथ ही घायलों के शीघ्र स्वास्थ्यलाभ की कामना भी की है। वहीं प्रदेश के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने शनिवार को चमोली जनपद के नन्दप्रयाग के समीप घाट-विकासनगर जाते समय हुई बस दुर्घटना पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। उन्होंने दुर्घटना में दिवंगत लोगों की आत्मा की शांति एवं घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की ईश्वर से कामना की है। उन्होंने जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को घायलों का समुचित उपचार करने के निर्देश दिये हैं। राज्य आपदाकालीन परिचालन केन्द्र से प्राप्त सूचना के अनुसार दुर्घटना में 17 लोगो की मृत्यु हुई है। दुर्घटना में घायल 14 लोगो को राजकीय चिकित्सालय गोपेश्वर में भर्ती किया गया है।

चारधाम यात्रा के लिए पांच बसे रवाना, परिवहन व्यवसायियों के चेहरे पर दिखी खुशी

देहरादून, 10मई  । पिछले वर्ष केदारघाटी में आई प्राकृतिक आपदा से त्रस्त चारो धामों के लिए यात्रा को लेकर बनी यात्रियों में असंमजस की स्थिति के बीच दस दिनों बाद परिवहन व्यवसाय से जुडे़ लोगों के चहरों पर उस समय हल्की से खुशी झलक उठी जब इस सीजन में संयुक्त रोटेशन से सर्वाधिक पांच बसें ओर 128 तीर्थ यात्री विभिन्न धामांे को रावाना हुए। रोटेशन सूत्रों के अनुसार धीरे-धीरे यात्रा में श्रद्धालुओं की आमद बढ़ने की उम्मीद है। रोटेशन से जुडे़ नवीन कुमार तिवाडी ने बताया कि इस मौके पर तीन वाहनों में 72 श्रद्धालु एक धाम और दो बसों में 56 यात्री चारों धामों के दर्शन के लिए रवाना हुए। इससे आने वाले दिनों मंे तीर्थयात्रियों की आमद बढ़ने की संभावना जताई जा रही हैं। इस साल यात्रा शुरू होने से एक दिन पहले एक मई को दो वाहन, दो मई को एक वाहन चारधाम यात्रा के लिए रवाना हुए। सर्वाधिक चार वाहन चार मई को रवाना हुए थे जबकि पांच मई को बद्रीनाथ धाम के कपाटोदघाटन के मौके पर यात्रियों की कमी के कारण रोटेशन से एक भी वाहन रवाना नहीं हो पाया था।

संयुक्त रोटेशन बस स्टैण्ड पर अतिक्रमणकारियों ने लगाया सौंदर्यता पर ग्रहण

पिछले एक सप्ताह से प्रारम्भ हुई चारधाम की यात्रा को लेकर यात्रा प्रशासन भी गंभीर नहीं है। जिसके चलते सौन्दर्य की दृष्टि से संयुक्त रोटेशन बसस्टैण्ड पर किये गये करोड़ों का खर्चा पानी में बह गया है। परिणामस्वरूप बस स्टैण्ड पर छुटभैये नेताओं व जनप्रतिनिधियों द्वारा सैकड़ों की संख्या में अवैधानिक रूप से खोखे डलवाकर कराया गया अतिक्रमण सौन्दर्यता को मुहं चिढ़ा रहा है। ज्ञात रहे कि राज्य सरकार द्वारा चारों धामों की यात्रा पर आने वाले यात्रियों की सुविधा के लिए बस स्टैण्ड पर करोड़ो रूपये की लागत लगाकर विश्रामगृह सड़कों का निर्माण शौचालय आदि बनाया गया। परन्तु अतिक्रमणकारियों ने कब्जे कर सरकार की योजना पर पानी फेर दिया है। परन्तु प्रशासन जनप्रतिनिधियों के दबाव के चलते पूरी तरह इन्हे हटाने में अपने आप को असहाय महसूस कर रहा है। यहां यह भी बताते चलें कि उक्त अतिक्रमण  उन लोगों द्वारा किया गया है जो कि खोखे रखकर वर्षों से नगर की सौन्दर्यता पर तो ग्रहण लगाते ही रहे हैं परन्तु इनके द्वारा शहर के प्रत्येक उस स्थान पर जमीनों के साथ अतिक्रमण किया जाता है जो कि सरकारी स्थान होते हैं और यह लोग अतिक्रमण कर लाखों रूपये की खोखे वालों से मासिक आमदनी भी जुटाते रहे हैं। बताया जाता है कि एक-एक व्यक्ति के नगर में 50 से भी अधिक खोखे अतिक्रमण कर रखे गये हैं। इन्ही लोगों द्वारा भी बस स्टैण्ड पर अतिक्रमण किया गया है। जिन्हे हटाये जाने के लिए पर्यटन विभाग ने अब नोटिस तो जारी किये हैं परन्तु इन्हे हटाया जाना अधिकारियों के बस की बात नजर नहीं आ रही। जिसके कारण चारो धाम पर जाने वाले यात्रियों को अपने वाहन पार्क करना भी दुश्वार हो गया है। ऐसा नहीं कि उक्त अतिक्रमण से पर्यटन विभाग को परेशानी नही हो रही है परन्तु वह चाहकर भी इन्हे हटाने में अपने आप को असमर्थ समझ रहा है। 
इतना ही नहीं अतिक्रमणकारियों ने चन्द्रभागा से ढालवाला को जोड़ने वाले नये बनाये गये पुल को भी अतिक्रमण कर अपनी जद में ले लिया है, जिससे ढालवाला जाने वाले लोगों को भी काफी असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है।

यात्रा मार्ग पर निरंतर चल रहा है सुधार कार्यः मुख्यमंत्री

बीजापुर स्थित मुख्यमंत्री आवास में मीडिया से अनौपचारिक वार्ता करते हुए मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि चारधाम यात्रा ना केवल विश्व की आस्था का केंद्र है बल्कि यह प्रदेश की आर्थिकी व स्थानीय लोगों की आजीविका के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इसीलिए यात्रा को प्रारम्भ करने के लिए तमाम विपरीत प्राकृतिक परिस्थितयों में भी दिन रात काम किया गया। केदारनाथ में 5-6 फीट तक बर्फ होने पर भी संतोषजनक मार्ग का निर्माण किया गया। आज स्थिति यह है कि श्रद्धालु केदारनाथ सहित सभी जगह पहुंच रहे हैं। सरकार का प्रयास है कि यात्रा को और अधिक सुविधाजनक बनाया जाए। निरंतर सुधार का काम चलता रहेगा। इस वर्ष तय की गई तारीख को यात्रा प्रारम्भ करने के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं जुटाई गईं। अगले 1-2 वर्षों में यात्रा अपने पूर्व के वैभव को प्राप्त कर लेगी। 12 मई से लेनचैली से केदारनाथ के लिए हेलीसेवाएं प्रारम्भ कर दी जाएंगी। 

ऊर्जा निगम की लापरवाही से समेल्थ गांव 22 दिनों से अंधेरे में 
  • मोबाइल चार्ज करने के लिए आठ किमी दूर जा रहे हंै ग्रामीण

देहरादून ,10 मई (निस)। नई टिहरी के सेमल्थ गांव के 60 परिवारों को चार दिन और अंधेरे में रहना पड़ेगा। ऊर्जा निगम की लापरवाही से समेल्थ गांव में पिछले 22 दिनों से अंध्ेरा पसरा हुआ है। लोग मोबाइल चार्ज करने के लिए आठ किमी दूर घनसाली या ढाबसौड़ जा रहे है। देश-प्रदेश में होने वाली घटनाओं से लोग पूरी तरह से वंचित है। सबसे अध्कि समस्या शादी-विवाह वाले परिवारों को झेलनी पड़ रही है। पिछले महीने 19 अप्रैल को सेमल्थ गांव का विद्युत ट्रांसफार्मर फंूक गया था।  पहले तो ऊर्जा निगम के अधिकारी यह कहते रहे कि ट्रांसफार्मर का फ्यूज उड़ा है। उसे बांध दिया जाएगा। चार दिन ऊर्जा निगम ने फ्यूज बांधने में लगा दिया। जब आपूर्ति नहीं हो पाई तो क्षेत्रवासियों की आंदोलन की धमकी के बाद 4 मई को ऊर्जा निगम ने ग्रामीणों की मद्द से एक पुराना ट्रासफार्मर सेमल्थ पहुंचाया। ट्रांसफार्मर लगने के आंधे घंटे बाद फिर बिजली गुल हो गई थी। गांव की गुड्डी कुकरेती, योजना कंडवाल, वीरा देवी, मोहन सिंह, भरत लाल, उपेंद्र, दौलत भट्ट और अमित गौड का कहना है कि गांव की जो मेन विद्युत लाइन है उसके तार जगह-जगह झूल रहे हैं। कई स्थानों पर तार पेड़ों से टकरा रहे है। 1985 में विद्युत लाइन बिछ गई थी। तब से उसकी मरम्मत नहीं की गई। जिस कारण अव्यवस्था बनी हुई है। यदि जल्द ही नया ट्रांसफार्मर लगाकर विद्युत आपूर्ति नहीं की गई तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। अवर अभियंता ऊर्जा निगम घनसाली की सरिता मेहरा का कहना है कि सेमल्थ गांव का ट्रांसफार्मर फंूकने पर वहां एक रिपेयर ट्रांसफार्मर आपूर्ति बहाल करने के लिए भेजा गया था। लेकिन वह भी खराब हो गया है।

लगातार भूस्खलन से खौफजदां हैं गंगा के उद्रगम स्थल गौमुख हिमालय क्षेत्र के लोग

gaumukh himayala
देहरादून ,10 मई (निस)। गंगा का उद्गम स्थल गौमुख पर हो रहे भूस्खलन से  गंगा नदी का अस्तित्व भी खतरे में है। यूं तो ग्लेशियर विशेषज्ञों के अनुसार गौमुख 15 मीटर प्रतिवर्ष कर रफ्तार से पीछे हट रहा है। इसके बांये हिस्से की पहाड़ी ध्ंासनी शुरू हो गयी रक्त वन की ओर जाने वाला गौमुख का रास्ता दरारों से पटा पड़ा है तथा ग्लेशियर कई स्थानों पर अन्दर से खोखले हो गये है। प्रतिवर्ष हजारों यात्री एवं पर्यटक गौमुख पहुंच रहे है। यहां के प्रमुख ट्रैकिंग क्षेत्र विश्व के माऊण्ट ऐवरेस्ट के शुमार में कालिंदी टैªक, शिवलिंग, भागीरथी, सुमेरु, सतोपंथ, बन्दरपूंछ आदि जैसे ट्रैकिंग स्थल साहिसक खेलों के लिए बडे़ भू-भाग में फैले हैं। जिनकी ऊंचाई 7 हजार से 8 हजार फिट तक गगन भेदी चोटियां बर्फ से वर्ष भर लदी रहती है। यही वजह है कि देश और दुनिया के पर्वतारोहियों के लिए यह क्षेत्र लोकप्रिय बना हुआ है। ट्रैकिंग क्षेत्र विश्व के कई देशांे में मौजूद हैं जो बर्फ से ही लदे हुए रहते हैं किन्तु इतनी बड़ी ऊंचाई और बडे़ भूभाग की कमी के कारण विश्व के ट्रैकिंग क्षेत्र उपेक्षित रहे हैं। गौमुख हिमालय में प्रकृति ने जहां खूबसूरत बर्फ से लदी पहाडि़या दी हैं वही साहसिक खेलों के शौकीनों के लिए भी कोई कोर कसर नहीं छोड़ी इस क्षेत्र को बढ़ावा देने में देश ही नहीं वरन विश्व की जानी मानी पर्वतारोहण संस्थान निगम उत्तरकाशी की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। जिसने 1965 से अब तक देश विदेशांे के  असंख्य ट्रैकर्स को प्रशिक्षण देकर मघ्य हिमालय के साथ-साथ विश्व के सबसे बडे़ माऊण्ट ऐवरेस्ट तक अपनी प्रशिक्षार्थियों से भारत का तिरंगा लहराया है। ऐवरेस्ट को फतह करने वाली विश्व की सबसे पहली भारतीय महिला उत्तरकाशी  की ही निवासी है। जिन्होंने 1984 में माऊण्ट ऐवरेस्ट पर चढ़कर संस्थान का नाम  रोशन किया है। इसके अलावा चन्द्र प्रभा ऐतवाल जैसे पदमश्री विभूषित को इसी संस्थान को प्रशिक्षण देने का गौरव प्राप्त है।

क्या है गौमुख हिमालय क्षेत्र

गौमुख गंागेत्री 19 किमी है जहां पहले 15 किमी पहला पड़ाव भोजवासा पडता है। भोजवासा से गौमुख कि दूरी मात्रा 4 किमी रहती है। यह समुद्रतल से 4200 मीटर की ऊंचाई पर है, जिनकी ऊंचाई 7 हजार से 8 हजार फिट तक गगन भेदी चोटियां बर्फ से वर्ष भर लदी रहती है जहाॅ गाय की मुखाकृति वाली एक गुफा से गंगा निकलती है। पौराणिक मान्यता के अनुसार शिव ने अपनी जटा में गंगा को धारण करने के बाद उसकी एक बूंद धरती पर छोड़ी। इस जलधरा को हिमालय ने रोक लिया। जब अनुनय-विनय से वह नहीं रीझा, तो भागीरथी ने इंद्र को प्रसन्न कर उनका वाहन ऐरावत हाथी उनसे लिया, जो समुद्र-मंथन से निकला था। ऐरावत ने अपने दाॅतों से हिमालय को बंाधकर गंगा को मुक्त किया जिससे गौमुख का निर्माण हुआ। कहते हैं कि इसी कोशि श में ऐरावत का एक दाॅत टूट गया। भौगोलिक सच है कि गंगा गौमुख में गंगोत्री हिमनद से निकलती है। 

बिहार के कटिहार में आग से झुलसकर 3 बच्चों की मौत

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बिहार के कटिहार जिले के बलरामपुर प्रखंड में शुक्रवार की देर रात तीन घरों में आग लग गई। इस घटना में एक कमरे में सोए तीन बच्चों की झुलसकर मौत हो गई। तीनों बच्चे एक ही परिवार के बताए जा रहे हैं। पुलिस के अनुसार सुल्तानपुर गांव निवासी वीरेन मंडल के घर में रात को सभी लोग सोए हुए थे कि घर में जल रहा दीया किसी तरह गिर गया और घर में आग लग गई। देखते ही देखते आग की लपट बढ़ती गई और पास के तीन घरों को चपेट में ले लिया। बड़े लोग तो किसी तरह घर से निकल गए परंतु एक कमरे में सोए तीन बच्चे नहीं निकल सके। इन तीनों बच्चों की मौत आग से झुलसने से हो गई। 

तीनों बच्चों की उम्र तीन से दस वर्ष के बीच बताई जा रही है। ग्रामीणों की मदद से किसी तरह आग पर काबू पा लिया गया है। बच्चों के शवों को पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। घटनास्थल पर जिला प्रशासन के अधिकारी पहुंचकर नुकसान का जायजा ले रहे हैं। 

मेरी जन्मभूमि को ही मोदी बनाएंगे कर्मभूमि : राजनाथ सिंह

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rajnath singh
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने कहा कि उनकी जन्मभूमि ही नरेन्द्र मोदी की कर्मभूमि बनेगी और इसके लिए यहां के मतदाता अपना पूरा सहयोग करें। राजनाथ ने कहा कि देश का अगला प्रधानमंत्री बनारस से ही होगा। उन्होंने कहा कि 12 मई को जाति व मजहब से ऊपर उठकर देश में विकास व सुशासन के लिए काशी से चुनाव लड़ रहे भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के पक्ष में एकजुट होकर वोट दें।

कैन्टोमेंट स्थित एक होटल में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान राजनाथ ने कहा, "मतदान करना सामान्य धर्म नहीं राष्ट्रधर्म है इसलिए सभी मतदाताओं को इस धर्म का निर्वाह करना चाहिए।"उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं को भी निर्देश दिया कि वे हर धर्म व जाति के मतदाताओं के घर जाकर लोंगो से मतदान करने की अपील करें। मतदाता उनके पक्ष में वोट दें अथवा नहीं, यह महत्वपूर्ण विषय नहीं है लेकिन स्वस्थ लोकतंत्र के लिए मतदान जरुरीं है।

भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि चुनाव के दौरान पूरे देश का दौरा करने के बाद उन्होंने जो निष्कर्ष निकाला है उससे लगता है कि देश की जनता ने अपनी सरकार और अपना प्रधानमंत्री चुन लिया है। उन्होंने यह भी कहा कि इस बार का लोकसभा का चुनाव अलग ढंग का है। यह किसी के प्रति सहानुभूति नहीं, बल्कि विकास और सुशासन के मुद्दे पर हो रहा है।

एक सवाल के जवाब में भाजपा अध्यक्ष ने निर्वाचन आयोग से अपेक्षा की कि वह निष्पक्ष चुनाव कराएगा और पिछले चरणों में हुए मतदान के दौरान जो कुछ हुआ उसके मद्देनजर संवेदनशील बूथों पर केन्द्रीय बल लगाकर शान्तिपूर्ण मतदान कराने की मांग की।

काशी में जमे बाहरी तत्वों को तत्काल हटाए आयोग : मायावती

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mayawati
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने शनिवार को कहा कि वाराणसी में सभी विरोधी पार्टियां बाहरी लोगों के भरोसे अपनी-अपनी हवा बनाने की कोशिश में जुटे हुए हैं। मायावती ने निर्वाचन आयोग से यह भी मांग की है कि बाहर से आए हुए लोगों को तत्काल चिन्हित कर उन्हें वहां से हटाया जाए। 

लखनऊ में मॉल एवेन्यू स्थित अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए मायावती ने यह बातें कही। मायावती ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी, समाजवादी पार्टी, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के नेता रोड शो के बहाने बाहरी लोगों का जमावड़ा कर काशी के लोगों के लिए मुसीबतें खड़ी कर रहे हैं।

मायावती ने कहा, "रोड शो के बहाने हवा बनाने की कोशिश की जा रही है। सभी लोगों के कार्यक्रम में बाहर से आए हुए लोगों की भीड़ थी। इनके रोड शो की वजह से ही स्थानीय लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।"मयावती ने निर्वाचन आयोग से यह भी मांग कि है कि भविष्य में रोड शो जैसे कार्यक्रमों पर पाबंदी लगाई जाए ताकि इसकी वजह से लोगों को परेशानी न हो।

बसपा मुखिया ने कहा कि मोदी के रोड शो के दौरान बाहर से आए हुए लोग बनारस में बड़े पैमाने पर जमे हुए हैं। लोग मंदिरों में दर्शन और पर्यटक बनकर रूके हुए हैं। इन सब लोगों को समय रहते बाहर निकाला जाए। मतदान के दिन ये लोग किसी भी हद तक जा सकते हैं।

मायावती ने कहा, "निर्वाचन आयोग तत्काल इस मामले में हस्तक्षेप कर बाहर से आये हुए लोगों को चिन्हित कर वहां से हटाने का काम करे।"मायावती ने मोदी पर चुनाव के दौरान जातिवादी राजनीति करने का भी आरोप लगाया। 

स्नातकों की गुणवत्ता बढ़ाने की जरूरत : राष्ट्रपति

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president in ism dhanbad
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने शनिवार को कहा कि स्नातकों की गुणवत्ता बढ़ाने का प्रयास करने की जरूरत है ताकि संपूर्ण कौशल रोजगार साध्य हो सके। इंडियन स्कूल ऑफ माइंस (आईएसएम) के 36वें वार्षिक दीक्षांत समारोह में मुखर्जी ने कहा, "भारत कौशल रिपोर्ट 2014 में खुलासा हुआ है कि इंजीनियरिंग स्नातकों का केवल 52 प्रतिशत और 34 प्रतिशत संपूर्ण कौशल ही रोजगार साध्य है। इस स्थिति में बदलाव लाना अनिवार्य है।"

उन्होंने कहा, "हमें अपने स्नातकों की गुणवत्ता बढ़ाने का प्रयास सुनिश्चित करना जरूरी है।"राष्ट्रपति ने भारतीय शिक्षण संस्थानों से भी आम लोगों को लाभ देने के लिए नवीनता लाने का आह्वान किया। मुखर्जी ने कहा, "हमारी उच्च शिक्षण संस्थाओं को अपनी सामाजिक और आर्थिक परिप्रेक्ष्य से जुड़े मुद्दों को गहन अनुसंधान में लेना चाहिए। आईएसएम विपुल खनिज संपदा वाले क्षेत्र में स्थित है। इसलिए इसे ऐसी तकनीक के विकास पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए जिससे संसाधन उत्खनन की क्षमता बढ़ सके।"

अंतिम चरण में 41 सीटों के लिए चुनाव प्रचार समाप्त

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last phase vote
लोकसभा चुनाव के नौवें और अंतिम चरण में 41 सीटों के लिए सोमवार को यानी 12 मई को मतदान होगा। इसमें उत्तर प्रदेश की 18, पश्चिम बंगाल की 17 और बिहार की छह लोकसभा सीटें शामिल हैं। इन निर्वाचन क्षेत्रों में प्रचार शनिवार शाम छह बजे समाप्त हो गया।  उत्तर प्रदेश में डुमरियागंज, महाराजगंज, गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया, बांसगांव, लालगंज, आजमगढ़, घोसी, सलेमपुर, बलिया, जौनपुर, मछलीशहर, गाजीपुर, चंदौली, वाराणसी, मिर्जापुर और रॉबर्ट्सगंज में प्रचार शनिवार शाम समाप्त हो गया। 

उप्र के मुख्य निर्वाचन अधिकारी उमेश सिन्हा ने कहा कि आयोग ने जिला तथा पुलिस प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि वे यह सुनिश्चित करें कि चुनाव प्रचार-प्रसार समाप्त हो जाने के पश्चात ऐसे सभी राजनीतिक कार्यकर्ताओं, जो सम्बन्धित निर्वाचन क्षेत्र के मतदाता नहीं हैं, को लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र तत्काल छोड़ना होगा। 

इस दौर के मतदान से जिन बड़े राजनेताओं के चुनावी भाग्य का फैसला होना है, उनमें भाजपा नेता नरेन्द्र मोदी, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव, आम आदमी पार्टी के नेता अरविन्द केजरीवाल, भाजपा नेता कलराज मिश्र, योगी आदित्यनाथ, जगदम्बिका पाल और केन्द्रीय मंत्री आर.पी.एन. सिंह शामिल हैं। इसके अलावा 328 अन्य उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला भी इसी चरण के मतदान से होगा।

पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव के पांचवें दौर में उत्तर और दक्षिण चौबीस परगना, नादिया, मुर्शिदाबाद, पूर्वी और पश्चिमी मिदनापुर और कोलकाता सहित कुल 17 लोकसभा सीटों के लिए मतदान सोमवार को होगा। इसके लिए सात जिलों में 31 हजार से ज्यादा मतदान केन्द्र बनाए गए हैं। बंगाल में इस चरण में तृणमूल कांग्रेस, मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा), कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच बहुकोणीय मुकाबला है। 

बिहार की छह लोकसभा सीटों वाल्मीकि नगर, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, सीवान, गोपालगंज और वैशाली के लिए सोमवार को मतदान होगा। इस चरण में 90 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होना है।इसके साथ ही सात अप्रैल से शुरू आम चुनाव की मतदान प्रक्रिया 12 मई को पूरी हो जाएगी, और उसके बाद 16 मई को मतगणना की जाएगी और परिणाम घोषित किए जाएंगे।

गंगा के लिए साबरमती मॉडल नहीं चाहिए : अजय राय

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ajay rai varanasi
देशभर की नजरें काशी पर टिकी हैं। कांग्रेस प्रत्याशी अजय राय ने भाजपा उम्मीदवार नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष करते हुए शनिवार को कहा कि वाराणसी के लोग गंगा की सफाई के लिए तथाकथित साबरमती मॉडल नहीं चाहते हैं। उन्होंने यहां मीडिया से बातचीत में भाजपा सांसद मुरली मनोहर जोशी पर कटाक्ष करते हुए कहा, "वाराणसी के लोग कोई भी 'बाहरी व्यक्ति'नहीं चाहते हैं। उन्होंने लंबे समय से बाहरी व्यक्ति के हाथों तकलीफ उठाई है।" 

राय ने कहा कि मोदी 'साबरमती मॉडल'के द्वारा गंगा की सफाई की बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा "हम वाराणसी के लोग तथाकथित साबरमती मॉडल नहीं चाहते हैं, जिसकी वे बात कर रहे हैं।"राय ने कहा कि वे वाराणसी के लोगों के साथ गहराई से जुड़े हैं और यह जानते हैं कि लोगों के विकास के लिए क्या किया जाना चाहिए।

आम आदमी पार्टी (आप) के उम्मीदवार अरविंद केजरीवाल के बारे में राय कहा, "इस चुनाव में आप का कोई स्थान नहीं है। भाजपा के नेता तक यह मानते हैं कि वाराणसी में अजय राय और नरेंद्र मोदी के बीच सीधी लड़ाई है।"

काशी को दूसरी अयोध्या बनाने की कोशिश परास्त होगी : भाकपा माले

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साम्प्रदायिक ताकतें गुजरात से मुजफ्फरनगर होते हुए काशी पहुंच चुकी हैं। काशी को दूसरी आयोध्या बनाने की कोशिश को परास्त करना होगा। यह बात भाकपा माले के राज्य सचिव बृजबिहारी ने शनिवार को यहां कही। बृजबिहारी यहां प्रेस क्लब में 'लोकसभा चुनाव 2014 चुनौतियां और विकल्प'नामक संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे।

इस मौके पर वरिष्ठ कानूनविद् अवतार सिंह बहार ने कहा कि फासीवादी ताकतों को रोकने लिए पूंजीवाद के पैरोकारों की हर कोशिश को परास्त करना होगा। इन ताकतों को रोकने के लिए नवउदारवादी नीतियों के पैरोकार क्षेत्रीय दल के नेता ही इसका विकल्प बन सकते हैं। 

देश की नीतियों को विकल्प देने के लिए जनप्रतिरोध को संगठित होना होगा। उन्होंने कहा कि मैं इन ताकतों से निपटने के लिए अपनी किताब के माध्यम से पहले ही अवगत करा चुका हूं। लेकिन अब जन आन्दोलनों को एक मंच पर आना होगा।

सुप्रसिद्ध लेखक मुद्राराक्षस ने कहा कि साम्प्रदायिक ताकतों की हर घेरेबंदी को तोड़ना होगा। व्यवस्था परिवर्तन का नारा आज लोगों को गुमराह करने का हथकंडा बना दिया गया है। लालच और अंधी प्रतियोगिता ने गरीबों को तबाह किया ही है, खाते-पीते मध्यम वर्ग के जीवन का भी सुख चैन छीन लिया है।

चुनाव आयोग में कोई मतभेद नहीं : वी. एस. संपत

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v s sampath
मुख्य चुनाव आयुक्त वी. एस. संपत ने शनिवार को चुनाव आयोग में भाजपा की मांग के मुताबिक वाराणसी के रिटर्निग अधिकारी को हटाने सहित किसी भी फैसले पर मतभेद होने से इनकार किया। एक समाचार चैनल पर दिए गए एक साक्षात्कार में संपत ने कहा, "पहली बात, आयोग में कोई मतभेद नहीं है। मैं यह उल्लेख करना चाहूंगा कि आयोग में होने वाले कामकाज में प्रक्रिया का पालन होता है। यह तीन सदस्यीय आयोग है जिसके सभी सदस्यों को फैसला लेने का बराबर का अधिकार हासिल है।"

एक ही दिन में वाराणसी में विशेष पर्यवेक्षक भेजे जाने और वाराणसी के जिला दंडाधिकारी को नहीं हटाने का कारण पूछे जाने पर मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा, "यह वास्तव में दो अलग-अलग चीजें हैं।"उन्होंने जोर देकर कहा, "आयोग के फैसले में हम सभी प्रासंगिक तथ्यों का जायजा लेते हैं। हमने पाया कि जिला दंडाधिकारी ने प्रासंगिक परिस्थितियों के आधार पर तार्किक फैसला लिया।"

कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी को अमेठी में एक मतदान केंद्र पर ईवीएम की जांच करते देखे जाने के बारे में संपत ने कहा, "हमें असल में यह पता करना था कि क्या जिस समय प्रत्याशी मतदान केंद्र के परिसर में खड़े थे उस समय मतदान जारी था।"उन्होंने आगे बताया, "हमने न केवल जिला दंडाधिकारी से रिपोर्ट हासिल की, बल्कि हमने चुनाव आयोग के दफ्तर से वरिष्ठ अधिकारियों का दल भेजकर उसकी पुष्टि भी की। टीम के लोग वहां गए और इस बात की जांच की कि जिस समय राहुल वहां पहुंचे थे ईवीएम काम नहीं कर रहा था।" 

उन्होंने आगे कहा, "राहुल गांधी के खिलाफ कोई मामला नहीं बनता है। इतना ही नहीं जिस छायाकार ने इसकी तस्वीर ली और उसे प्रकाशित किया उसने भी इसी बात की पुष्टि की।"भारतीय जनता पार्टी के इस अरोप पर कि आयोग निष्पक्ष नहीं है, उन्होंने कहा कि आयोग के खिलाफ इस तरह के आरोप नए नहीं हैं।
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