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विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर 04 दिसंबर

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केन्द्रीय नीति आयोग के प्रतिनिधि द्वारा जायजा

vidisha news
भारत नीति आयोग के प्रतिनिधि श्री संजय सिंह और राज्य नीति आयोग के प्रतिनिधि श्री केदार शर्मा ने आज विदिशा जिले में क्रियान्वित केन्द्रीय योजनाओं की उपलब्धि और माॅनिटरिंग का जायजा लिया। कलेक्टर चेम्बर में सम्पन्न हुई उक्त बैठक में कलेक्टर श्री अनिल सुचारी, अपर कलेक्टर श्री एचपी वर्मा समेत अन्य विभागोें के अधिकारी मौजूद थे। केन्द्रीय नीति आयोग के प्रतिनिधि श्री संजय सिंह ने मुख्यतः एकीकृत बाल विकास सेवाएं और स्वास्थ्य एवं स्कूल शिक्षा विभाग के माध्यम से क्रियान्वित योजनाओं एवं उनकी माॅनिटरिंग के लिए जिला स्तर पर की गई व्यवस्थाओं की बिन्दुवार जानकारी प्राप्त की। श्री संजय सिंह ने आंगनबाडी केन्द्र के माध्यम से दी जाने वाली छह सेवाओं की विस्तृत जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि किन मापदण्डो के तहत बच्चे कुपोषित है कि नही का पता लगाते है। ततसंबंध में बताया गया कि इसके लिए तीन स्तरीय मापदण्ड अपनाया जाता है ऐसे बच्चे जो अतिकुपोषित पाए जाते है। उन सभी को एनआरसी मंे भर्ती कराया जाता है इस दौरान बच्चों के मां-बाप को नियमानुसार मजदूरी राशि की पात्रता रहती है। इस दौरान टीकाकरण पोषण आहार, आंगनबाडी केन्द्रों की माॅनिटरिंग एवं आंगनबाडी केन्द्रों में दर्ज बच्चों को स्वास्थ्य सेवाओं की भी जानकारी दी गई। स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से किए जाने वाले कार्यो और उनका डाटा बेवसाइट पर अपलोड करने की प्रक्रिया से श्री सिंह अवगत हुए। उन्होंने एएनएम के कार्य क्षेत्र की जानकारी प्राप्त करते हुए टीकाकरण के लिए और क्या-क्या व्यवस्थाएं क्रियान्वित की जाती है की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि आमजनों को बेसिक स्वास्थ्य सुविधाएं समय पर मिले इसके लिए स्थानीय स्तर पर और क्या प्रबंध सुनिश्चित किए जा सकते है के सुझावों से अवगत कराएं ताकि उन्हें केन्द्र सरकार की जानकारी में लाया जा सकें। शिक्षा विभाग के माध्यम से क्रियान्वित कार्यो की भी श्री सिंह ने जानकारियां प्राप्त की। उन्होंने स्कूलोें मंे शिक्षकों की नियमित उपस्थिति की क्रास माॅनिटरिंग के लिए क्या प्रबंध सुनिश्चित किए गए है के संबंध में विस्तृत जानकारी ली। हाई स्कूल एवं हायर सेकेण्डरी स्कूलों में विषयवार शिक्षकों की भी उनके द्वारा पूछताछ की गई है। इस दौरान बताया गया कि बीस प्रतिशत अतिथि शिक्षक जिले में रखे गए है। हायर सेकेण्डरी स्कूलों में भौतिक विषय के शिक्षक सुगमता से उपलब्ध नही हो रहे है। श्री सिंह ने बच्चों की हाजरी एवं शिक्षकों की उपस्थिति का हर रोज पोर्टल पर दर्ज करने के निर्देश दिए। श्री सिंह ने कहा कि शासकीय स्कूलों में शौचालयों का निर्माण कराया जा चुका है किन्तु उनकी साफ सफाई के प्रबंध सुनिश्चित किए जाए इसके लिए आवश्यकतानुसार सफाई के लिए आवश्यक सामग्री एवं कर्मचारी के प्रबंध सुनिश्चित किए जाए। उक्त सुझाव को शासन स्तर पर रखने का उनके द्वारा आश्वासन दिया गया।  

नियमित उपलब्ध करानी पडेंगी निःशुल्क, प्रकाशित समाचार पत्रों एवं पुस्तिकाओं की प्रति

आयुक्त जनसम्पर्क के द्वारा जारी पत्र के अनुसार प्रेस और पुस्तक रजिस्ट्रीकरण अधिनियम 1867 की धारा 9 एवं 11 तथा राजपत्र मंे प्रकाशित आदेश दिनांक 29 सितम्बर 2000 के अंतर्गत विदिशा जिले से प्रकाशित समाचार पत्रों के सभी संस्करणों की प्रतियां एवं प्रकाशित पुस्तकों की निःशुल्क एक-एक प्रति आयुक्त, संचालक, जनसम्पर्क संचालनालय (पंजीयन प्रभाग) बाणगंगा मार्ग भोपाल मध्यप्रदेश तथा एक प्रति जिला जनसम्पर्क कार्यालय विदिशा में अनिवार्यतः निःशुल्क तय अवधि में उपलब्ध कराने हेतु  कानूनन अनिवार्यतः की गई है।कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री सुचारी ने जिले के समस्त प्रिंटिग प्रेस संचालकों तथा समाचार पत्र प्रकाशकों को निर्देशित किया है कि समाचार पत्र, पत्रिका और पुस्तकों की प्रतियां जिला जनसम्पर्क कार्यालय विदिशा तथा जनसम्पर्क संचालनालय (पंजीयन प्रभाग) बाण गंगा मार्ग भोपाल मध्यप्रदेश को उपलब्ध कराएं। अन्यथा आदेश का पालन नहीं करने पर प्रेस एक्ट के तहत विधिसम्मत कार्यवाही की जाएगी।

नियमितता प्रमाण पत्र
जिले से प्रकाशित होने वाले दैनिक, साप्ताहिक एवं पाक्षिक समाचार पत्रोें के साथ-साथ पुस्तिकाओं की अद्यतन जानकारी जनसम्पर्क संचालनालय को मासिक प्रतिवेदन के माध्यम से जिला कार्यालय द्वारा प्रेषित की जाती है। अतः पूर्व उल्लेखित सभी प्रकाशकों से आग्रह है कि वे जिला जनसम्पर्क कार्यालय में निःशुल्क प्रतियां नियमावधि में उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। तय अवधि के उपरांत किसी भी प्रकार के समाचार पत्र एवं पत्रिकाएं इस कार्यालय द्वारा स्वीकार नही किए जाएंगे और ना ही उन्हें नियमितता प्रमाण पत्र प्रदाय किया जाएगा। अतः असुविधाओं से बचने के लिए प्रकाशित पुस्तिकाओं की नियमित प्रतियां उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।

बिहार : लालू राज में कोलकाता गयी ‘यामिनी’ नीतीश राज में लौटी

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  • उत्‍कर्ष के शादी समारोह में सुशील मोदी ने दिखायी राजनीतिक ताकत

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उप मुख्‍यमंत्री सुशील मोदी के बेटे उत्‍कर्ष मोदी के शादी समारोह के आखिरी अतिथि थे पूर्व सांसद शिवानंद तिवारी। कार्यक्रम के समापन के बाद सुशील मोदी मुम्‍बई से आयी कलाकारों की टोली के साथ फोटो खिचवा रहे थे। तभी शिवानंद तिवारी पहुंचे और दोनों गले मिले। शिवानंद ने कहा- आपके भी शादी में हम आये थे। बेटे की शादी में भी शामिल हुए। विवाह में तो नहीं खिलाए, छठी में जरूर बुलाइएगा। शादी के लिए बने पंडाल में करीब दो बजे से ही अतिथि पहुंचने लगे थे। तीन बजे से वैवाहिक विधान शुरू हुआ। परिणय संस्‍कार को संपन्‍न कराने के लिए मुम्‍बई से ब्राह्मणों की टीम आयी थी ढोल-मजीरे के साथ। वैदिक मंत्रोच्‍चार के साथ गीत भी अतिथियों को कर्णप्रिय लग रहा था। तस्‍वीर उतारने की होड़ मंच के आसपास लगी हुई थी। विशिष्ट अतिथियों के साथ सुरक्षाकर्मियों का भी जमावड़ा था। अतिविशिष्‍ट अतिथियों को छोड़ दें तो कुर्सी पर बैठे अधिकतर लोग भाजपा व जदयू के विधायक व विधान पार्षद ही नजर आये। हालांकि भाजपा के कई भूतपूर्व विधायक भी पंडाल में मौजूद थे।

शादी समारोह में सुशील मोदी ने अपनी राजनीतिक शक्ति का प्रदर्शन भी किया। बिहार भाजपा के दूसरे नेताओं को यह बताने में वे सफल रहे कि ‘भीड़’ जुटाने की ताकत उनके पास ही है। केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली व अनंत कुमार के साथ ही केंद्र सरकार में शामिल बिहार के सभी मंत्री शादी समारोह में शामिल हुए। शादी समारोह में कई राज्‍यों के भाजपा के मुख्‍यमंत्री के अलावा कई राज्‍यपाल भी शामिल हुए। बिहार के अधिकतर सांसद भी समारोह में दिखे। तीन पूर्व मुख्‍यमंत्री लालू यादव, जगन्‍नाथ मिश्र और जीतनराम मांझी भी आशीर्वाद देने वालों में शामिल थे। वैवाहिक मंच का संचालन कई मौके पर खुद सुशील मोदी ने किया। परिणय संपन्‍न होने के बाद सुशील मोदी ने आशीर्वाद देने के लिए कुछ खास नेताओं को मंच पर बुलाया और शेष से मंच पर नहीं आने का आग्रह किया। थोड़ी देर बाद तीनों भूतपूर्व मुख्‍यमंत्रियों को भी मंच पर बुलाया गया। राज्‍य सरकार के मंत्रियों को मंच पर नहीं बुलाया गया।

आशीर्वाद की भीड़ में हम भी मंच पर चढ़ गये। हमने लड़की वालों के साथ संवाद बढ़ाने की कोशिश की। एक व्‍यक्ति से बातचीत में पता चला कि लड़की वाले मुंगेर के हैं और करीब 20 वर्ष पहले कोलकाता शिफ्ट कर गये थे। उत्‍कर्ष की पत्‍नी यामिनी का जन्‍म मुंगेर में ही हुआ था। बात आगे बढ़ी। हमने पूछा- लड़की वालों का सेरनाम वर्मा है। ये लोग कायस्‍थ हैं क्‍या। उन्‍होंने कहा कि लड़की वाले माड़वाड़ी हैं। सोने का व्‍यवसाय है उनका। एक अन्‍य व्‍यक्ति से बातचीत शुरू हुई। उन्‍होंने कहा कि लड़की वाले मुंगेर शहर के रहने वाले हैं। लालू राज में अपराध बढ़ने के बाद कोलकाता चले गये थे। उधर केंद्रीय मंत्री आरके सिंह भी मंच पर लड़की वालों से पारिवारिक व व्‍यावसायिक पृष्‍ठभूमि पर चर्चा कर रहे थे। लड़की पक्ष के कई लोग असम और पूर्वोत्‍तर के अन्‍य राज्‍यों के भी थे। एक ने कहा कि उल्‍फा के आतंक बढ़ने के बाद काफी संख्‍या में लोग कोलकाता आये। उस समय अचानक कोलकाता में जमीन के भाव बढ़ गये।

परिणय के बाद आशीर्वाद का दौर लंबा चलने से रात बढ़ने लगी थी। अंधियारा छाने लगा था। बिजली की रौशनी जगमगाने लगी थी। इसी बीच सुशील मोदी ने आये सभी अतिथियों के प्रति आभार व्‍यक्‍त किया। यह भी संयोग है कि लालू राज में अपराध के खौफ से मुंगेर छोड़कर कोलकाता गया यामिनी का परिवार नीतीश राज में अपनी बेटी को बहू बनाकर बिहार भेजा है। बिहार के प्रति जाग रहे विश्‍वास का स्‍वागत किया जाना चाहिए, यही वास्‍तविक उपहार होगा। (बीवाइएन)

मधुबनी : मुख्यमंत्री समीक्षा यात्रा को लेकर समीक्षा बैठक का आयोजन

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मधुबनी,4 दिसंबर, मुख्यमंत्री का जिलावार ”विकास कार्र्याे की समीक्षा यात्रा” कार्यक्रम को लेकर सोमवार को समाहरणालय स्थित सभागार मे विभिन्न विभागो के विकास कार्याे के प्रगति की समीक्षा को लेेकर बैठक आयोजित की गयी। बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिला पदाधिकारी ने सभी पदाधिकारियो को संबोधित करते हुए कहा कि सभी विभागो के पदाधिकारी अपने-अपने विकास कार्यो मे तेजी लाये। जिससे कि समीक्षा के क्रम मे उनके विभाग का रैंकिंग बेहतर हो। उन्होंने विशेषकर सात निश्चय से संबंधित योजनाओं के प्रगति, शराबबंदी, बाल विवाह मुक्त एवं दहेज उन्मूलन कार्यक्रम, बिहार लोक षिकायत निवारण कानून के क्रियान्वयन, बिहार लोक सेवा अधिकार कानून के क्रियान्वयन, माननीय मुख्यमंत्री द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों मे की गई घोषणाओं के अनुपालन की समीक्षा, लोहिया स्वच्छता अभियान के तहत शौचालय निर्माण एवं अन्य विकास एवं लोक कल्याण कार्यो की समीक्षा की गई।  जिला पदाधिकारी ने कहा कि सात निष्चय के तहत हर घर बिजली, पक्की गली-नाली, हर घर नल-जल, स्वच्छता अभियान आदि कार्यो तेजी लाने का निदेष संबंधित पदाधिकारियो को दिया। उन्होने लोक षिकायत निवारण पदाधिकारियो को कार्यालय एवं संचिका तथा प्रतिवादियो के बैठने, शौचालय आदि की व्यवस्था को सुदृढ़ करने का निदेष दिया। उन्होने डीआरसीसी के पदाधिकारी को स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड का परफारमेंष शीघ्र ठीक करने का निदेष दिया। सरकारी महाविद्यालयों मे फ्री वाई-फाई लगाये जाने संबंधित रिपोर्ट षिक्षा व्यवस्था को शीघ्र देने का निदेष दिया।
जिला पदाधिकारी ने सभी अनुमंडल पदाधिकारियों को वार्ड वार क्रियान्वयन समिति का बैठक कराने एवं सभी का खााता खुलवाने का निदेष दिया। कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद ने बताया कि नगर परिषद क्षेत्र के 15 वार्ड मे ओडीएफ घोषित किये जा चुके है। लोहिया स्वच्छता अभियान के तहत शौचालय निर्माण कार्य मे तेजी लाने का निदेष दिया। उन्होने कहा कि पिछले वर्ष की तुलना मे इस वर्ष और प्रदर्षन खराब है, जिसमे तेजी लाने का निदेष दिया गया। उन्होने निदेषक, डीआरडीए को धकजरी पंचायत को शीघ्र ओडीएफ घोषित कराने का निदेष दिया। जिला पदाधिकारी ने लोक सेवा का अधिकार के तहत प्रभारी पदाधिकारी को सभी प्रखंड के आर0टी0पी0एस0 काउंटर पर साफ-सफाई, संचिका को सुदृढ़ रखने एवं बिहार प्रषासनिक सुधार मिषन के दिषा-निदेषो का दीवाल लेखन आदि कार्य कराने का निदेष दिया। जिला पदाधिकारी ने उत्पाद विभाग की समीक्षा के क्रम मे कहा कि शराबबंदी के दौरान पकड़े गये वाहनो की निलामी शीघ्र करने का निदेष दिया। उन्होने कहा कि जिला परिवहन पदाधिकारी से समन्वय स्थापित कर शीघ्र वाहनों का मूल्यांकर कराकर 10 दिनों के अंदर उसकी निलामी करें। उन्होने फसल क्षति मुआवजा, जी0आर की राषि के हस्तांतरण आदि की भी समीक्षा किये। उन्होने मनरेगा के तहत मानव दिवस सृजन से संबंधित समीक्षा किये एवं पदाधिकारियो को तेजी लाने का निदेष दिया।
जिला पदाधिकारी ने सिविल सर्जन, मधुबनी को पैथोलाॅजिकल जांच केन्द्रों की जांच करने, अवैध नर्सिग होम की जांच करने तथा अस्पतालो में साफ-सफाई रखने का निदेष दिया गया। उन्होने कहा कि 10 तारीख से पहले रहिका और पंडौल प्रखंड मे आॅनलाईन म्यूटेषन का कार्य प्रारंभ करें। उन्होने सभी कार्यपालक अभियंता को अपने-अपने विभाग से संबंधित स्वीकृत योजनाओ षिलान्यास एवं उद्घाटन से संबंधित प्रतिवेदन शीघ्र देने का निदेष दिया। जिला पदाधिकारी ने कार्यपालक अभियंता, भवन निर्माण को डीआरसीसी केन्द्र के अधूरे चहारदीवारी को शीघ्र बनाने हेतु संवेदक को निदेष देने को कहा। बैठक मे अपर समाहर्ता मधुबनी, अनुमंडल पदाधिकारी सदर मधुबनी, निदेषक डीआरडीए, वरीय उप समाहर्ता मधुबनी, लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी, जिला परिवहन पदाधिकारी, उप निर्वाचन पदाधिकारी सह जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, मधुबनी समेत सभी विभागो के पदाधिकारी एवं अन्य लोग उपस्थित थे।

मधुबनी : थाना अध्यक्ष ने ठगे पांच लाख रूपये

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विस्फी/मधुबनी,विस्फी के पतोना थानाध्यक्ष हनुमान चौधरी पर पांच लाख रूपये ठग कर घूस लेने का गंभीर आरोप लगा है. ग्राम उसराही के मो. इजहारूल हक़ ने एसपी के यहाँ आवेदन देकर मामले में इन्साफ के लिए गुहार लगाईं है. पीड़ित ने बताया की उसके बड़े पुत्र की शादी परसौनी के हारून राशिद की पुत्री के साथ 2003 में इस्लामिक रीति रिवाज से संपन्न हुई थी. इस दौरान बहु को दो संतान हुई. पीड़ित ने बताया कि बहु शमा परवीन जन्म से ही मानसिक विक्षिप्त थी जिस कारण अक्सर घर से बाहर चली जाया करती थी. अंतिम बार घर से निकलने के बाद कई दिनों तक खोज खबर करने के बाद भी नहीं मिल सकी, जिसके बाद तलाश में ही लड़की के मैके में भी सूचना दिया गया और उनलोगों ने भी तलाश को आगे बढाया परन्तु शमा नहीं मिली. जिसके बाद बहु की माँ मुस्तरी बेगम ने पतौना थाना में ऍफ़ आई आर दर्ज कराया. पीड़ित ने एसपी को दिए गए आवेदन कहा है कि ऍफ़आईआर दर्ज होने के बाद थानाध्यक्ष हनुमान चौधरी चौकीदार फैयाज़ के साथ घर पर आकर धमकी देने लगे और इसी बीच में चौकीदार के मार्फ़त थानाध्यक्ष ने पांच लाख रूपये में मामले को रफादफा करने की बात की. हक़ ने बताया कि बहु के ना मिलने और पुलिस के डर से वो बत्तीस हज़ार रूपये लेकर थाना पर पहुंचे, रूपये को देखते ही थानाध्यक्ष ने गाली गलौज करते हुए धमकाया की पूरा पैसा दो नहीं तो पुरे खानदान को जेल भेज दूंगा. हक़ ने बताया कि धमकी के भय से उन्होंने अपने कीमती जमीन को औने पौने दाम में बेच कर चौकीदार फैयाज के समक्ष पांच लाख रूपये दिए. रूपये देने के कुछ ही दिन के बाद बेतिया के नौरंगिनियाँ थाना से सूचना आई कि उनकी बहु वहां सुरक्षित है !

मधुबनी : राशन कार्ड के लिए दर्ज़नो महिलाओं ने की हो हल्ला

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अंधराठाढी/मधुबनी (मोo आलम अंसारी) अंधराठाढी।प्रखंड क्षेत्र के डुमरा पंचायत के दर्ज़नो महिलाओं ने सोमवार को किरोसिन की मांग को लेकर प्रखंड कार्यालय पर जमकर हंगामा किया। हालांकि इस हंगामे के दौरान प्रखंड विकास पदाधिकारी और एमओ मौजूद नही थे। हंगामा कर रहे महिलाओं का आरोप था कि पंचायत का डीलर किरासन तेल देने से मना कर रहा है। वे लोग काफी गरीब हैं और महादलित समुदाय से आते हैं। उनके पास न खेती करने को ना जमीन है और ना ही जीविकोपार्जन का साधन है।प्रशासन और डीलर की मनमानी के कारण उनका परिवार और बच्चे भूखे मरने को विवस हैं। लाभुकों का कहना था कि उनके पास अंत्योदय का पीला कार्ड है। मगर डीलर अब इस कार्ड पर राशन किरासन देने को राजी नही है। जनवितरण सहायक कर्मचारी अनिल कुमार इस बारे में पूछने पर बताया कि पहले प्रखंड में 42491 उपभोक्ताओं को जनवितरण प्रणाली का लाभ दिया जा रहा था। मगर सरकार के नये निर्देश के मुताविक अब खाद्य उपभोक्ता कार्ड धारी को ही रासन किरासन देने का आदेश है। इस वजह से अब केवल 34895 लाभुक ही इस योजना के तहत रासन किरासन का उठाव कर सकते हैं। बाकी बचे उपभोक्ताओं को जब तक नया कार्ड नही मिल जाता प्रखंड आपूर्ति विभाग उनकी कोई मदद नही कर सकता है।  उधर हंगामा कर रही महिलाओं का आरोप था कि उनलोगों ने अनुमंडल कार्यलय में नए कार्ड के लिए आवेदन भी किया है। मगर महीनों बीत जाने के बाद भी किसी को ये नही पता कि नया कार्ड कब मिलेगा। जिप प्रतिनिधि तिलेश्वर राय कहते हैं कि नए कार्ड वितरण को लेकर प्रशासन का लुंज पुंज रबैया असंवेदनशीलता की हद है। जब तक इन लोगों का रासन कार्ड नही बन जाता है प्रशासन को कोई वैकल्पिक व्यवस्था करनी चाहिए ताकि किसी गरीब को भूखे मरने की नौबत ना आये। मीरा देवी ,लिला देवी ,कोशलीया देवी ,उमा देवी ,उर्मिला देवी ,डोमनि देवी ,हज़रि देवी ,आदि ने मौजूद थे

मधुबनी : टोला सेवक और तालिमि मरकज हुयी एक बैठक

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अंधराठाढी/मधुबनी (मोo आलम अंसारी) अंधराठाढ़ी।प्रखंड क्षेत्र के टोला सेवक और तालिमि मरकज स्वयंसेवक संघ की एक संयुक्त बैठक सोमवार को हुई। बैठक कोसी निरीक्षण भवन परिसर में की गई। इसकी अध्यक्षता बैद्यनाथ सदाय ने की। बैठक में संगठन की मजबूती, समयबद्धता, मांगे गए प्रपत्रों को ससमय जमा करना और स्वच्छता पर चर्चा की गई। बैठक में बाल विवाह एंव दहेज प्रथा जैसे समाजिक अभिशाप को दूर कर जागृति लाने मे सभी के प्रयास की आवश्यकता पर जोर दिया गया।  बैठक में लोगो ने कहा कि जिस समाज मे जितनी अशिक्षा होती है उस समाज मे इतनी ज्यादा सामाजिक अपराध होते हैं। इसीलिए हम सब को मिलकर समाज से अशिक्षा, बाल विवाह, और दहेज को दूर करना होगा। मो मोइउद्दीन ने कहा कि आज पूरा बिहार दहेज के खिलाफ अभियान चला रहा है। हम सब को मिलकर इस अभियान को सफल बनाना है। अपने समाज मे खोटा सिक्का नही बनना है। दहेज के खिलाफ जन आंदोलन शुरू करना होगा। महिलाओं को सम्मान देना होगा। बेटियों को आगे बढ़ाना होगा। इसके लिए इस दहेज दानव को जड़ से मिटाना होगा।  बैठक में कैलाश सदाय, अताउर रहमान, बैजनाथ साफी, विनोद राजहंस, जागेश्वर साफी, गंगाराम सदाय, मकबूल मंसूरी, लाल कुमार साफी, संदीप सदाय, मोसूउद्दीन, मो मुख्तार, शबनम खातून, कंचन कुमारी, जिबछी देवी सहित दर्जनों टोला सेवक और तामीली मरकज स्वयंसेवको ने बैठक में भाग लिया।

मधुबनी : भू माफिया के आगे बेबस प्रशासन, बेदम मधुबनी !

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मधुबनी,भू माफिया पूर्व दरभंगा महाराज के दान किये हुए जमीन को हासिल करने में पूरी ताकत झोंक रहे है ! मधुबनी दरभंगा के अधिकतर सरकारी कार्यालय दरभंगा महाराज के जमीन पर बने हुए है ! उन जमीनों को अपनी तिकड़म और अधिकारियों के मिली-भगत से हासिल करने में भू माफिया का पूरा गिरोह हर तरीके के साथ सक्रीय हो गया है! ये भू माफिया दरभंगा महाराज के जमीनों की खरिदारी के कागजात भी उपलब्ध करा रहे हैं जिसे बेचने का हक़ राजघराने परिवार को है ही नहीं! ज्ञात हो की पुराने जमाने मौखिक व्यवहार से ही सरकार ने पूर्व महाराज से बिना लिखा पढ़ी के जमीन हासिल किया था जिसपर कार्यालय चल रहे हैं साथ ही सरकार ने कुछ जमीन मकान को बतौर किराया पर  भी ले रखा है और उस मकान में तीन चार दशक से सरकारी कार्यालय चल रहे हैं साथ ही सरकार उस मकान का किराया भुगतान कर रहा है ! सरकारी कानून के मुताबिक़ इतने पुराने किरायेदार को मकान खरीदने का पहला हक होता है पर उस जमीन को कम कीमत में भू माफिया राजघराने से खरीदती है और भू माफिया से सरकार मुहमांगी कीमत पर वापिस लेती है इस डील में सरकार को साठ से सत्तर कड़ोर का नुकसान उठाना पड़ रहा है जबकि सरकार उस रजिस्ट्री को केंसल करने का आवेदन दे सकती है और रजिस्टार के यहाँ या कोर्ट में जमीन का पैसा जमा कर उस मकान या जमीन का स्वामित्व प्राप्त कर सकता है लेकिन सरकार भू माफिया के सामने बौना साबित हो रहा है और इसका सबसे बड़ा कारण है भू माफिया का तिकड़म और जुगाड़ और सरकार के ही आदमी के साथ मिलकर उन जमीनों को हासिल करने में सारकारी घुसपैठ! सरकार का अंचल व्यवस्था कमजोर हो चुका है और जमीन के पेंचीदा मामले को सुलझाने के लिए सरकार के तीन विभागों को एक प्लेटफॉर्म पर आना मुश्किल जान पड़ता है, भूमाफिया इस कठिनाई से भलीभांति अवगत हैं और इस बात का फायदा भी उठाते है !

अब देखिये ना एक छोटा सा उदाहरण है, एक निजी जमीन को कुछ महादलित दलित और अतिपिछड़ा ने अतिक्रमण कर लिया वह आदमी पिछले एक दशक से जमीन को खाली करवाने के लिए सरकारी कार्यलयों के चक्कर काट रहा है लेकिन खाली नहीं हो रहा है ! हाई कोर्ट आदेश देता है तो अंचल पदाधिकारी लिखता है लॉ एन्ड ऑडर की समस्या है यहाँ कोई बड़ी अप्रिय घटना घट सकती है और यह बात एक दो बार नहीं कई बार लिखा थक हार कर बेचारा वह आदमी जमीन खाली कराये बगैर नौकरी की तलाश में दिल्ली निकल गया! यह उदाहरण एक दो नहीं बल्कि सैकड़ो है  लेकिन उसी जमीन पर यदि सरकार का कब्जा है तो पलक झपकते भू माफिया से जमीन खरीदने का स्वीकृति दे देते है या सरकार उस जमीन को खाली कर देता है ! अधिकारी यह भी जानना उचित नहीं समझते है कि क्या उस जमीन को पूर्व दरभंगा महाराज के किसी पूर्वज को बेचने का अधिकार है? भू स्वामित्व नियमावली बंदोबस्ती के समय आखिर इस जमीन को किस आधार पर महाराज के परिवार के लिए छोड़ा गया था? कहीं ऐसा तो नहीं यह जमीन महाराज के विभिन्न ट्रस्ट के अधीनस्थ है जिसे बेचने का कोई अधिकार नहीं रखता है? मधुबनी में भी कुछ ऐसा ही जमीन है जिसपर भू माफियाओं की पैनी नजर है और कुछ लोकल माहौल बनाकर, कुछ पेड न्यूज़ के माध्यम से, कुछ अधिकारियों के सहयोग से हासिल करने में जुगत लगा रहे है! उन माफियाओं का कहना है मेरा कागज़ मजबूत है मैं ने जमीन का दाखिल खारिज कर लिया है, लगान जमा कर दिए है और आधिकारिक तौर पर मेरा है लेकिन रजिस्ट्री का एक लाइन जो सभी भूल जाते है वह है "यह जमीन मेरे कब्जे में है और मैं ने खरीदार को उक्त जमीन का कब्जा करा दिया है"लेकिन सवाल यह है क्या जमीन बेचने वाले उस शख्स ने किरायेदार से पूछा था की क्या आप जमीन या मकान लेने में सक्षम है? या क्या आपको यह जमीन या मकान चाहिए? अन्यथा आप खाली कर दे यह जमीन मैं अन्य किसी के हाथों बेच दूंगा! शायद मधुबनी में इस तरह का सवाल पूछना जमीन मालिक को गवारा नहीं! अधिकारियों को भी इस फॉर्मेलिटी की जरुरत नहीं लगती है! लोग सोचते है यह तो गरीब गुरबा के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला शब्द है ! 

मधुबनी के दो बड़े प्लॉट हैजिसमे से एक प्लॉट सरकार खरीदना चाहती है वह भी उस व्यक्ति से जिसने बिना कब्जा में जमीन लिए उक्त जमीन एवं मकान को खरीद लिया और सरकार उस जमीन को कई गुना अधिक पैसा खर्च कर खरीदने का स्वीकृति दे चुकी है ! लेकिन सरकार ने कभी भी उस नियम का इस्तेमाल करना मुनासिब नहीं समझा जिसमे कब्जाधारी जमीन मालिक या उस घर में रहने वाले किरायेदार को जमीन खरीदने का पहला हक़ देता है? दूसरा क्या जमीन मालिक को इस जमीन को बेचने का हक़ है ?लेकिन नहीं इस नियम का लाभ सरकार को नहीं लेना है ! सरकार का रजिस्टार को दाद देना पड़ेगा जिसने स्थल निरिक्षण किये बगैर इस विवादित जमीन पर अपना मुहर लगा दिया और सरकार के एक बड़े महकमा को सड़क पर ला खड़ा किया है ! सरकार आज खनन नियमावली की बात कर रही है पर क्या सरकार का अंचल सिस्टम ठीक है ? सरकार का राजस्व सिस्टम ठीक है ? क्या लोगों के जमीनी विवाद का निपटारा हो रहा है ? क्या आम लोग इस जमीन का फार्मूला को समझ रहे है ? शायद सभी का जवाव ना में है ! पर कहते है ना ये सिस्टम है सब जानती है ! 


साभार : मधुबनी मीडिया (इनपुट अभिषेक झा)

जनवरी में नजर आएंगे 3 'सुपरमून' : नासा

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वाशिंगटन, 4 दिसम्बर, अगर आप रविवार को फुल मून की खगोलीय घटना का दीदार करने से चूक गए हैं तो चिंता की बात नहीं, क्योंकि 'सुपरमून'एक बार फिर एक जनवरी और 31 जनवरी, 2018 को नजर आएगा। सुपरमून को फुल मून भी कहा जाता है। इस दौरान चंद्रमा अपनी कक्षा में पृथ्वी के निकटतम बिंदु पर होता है। चूंकि चंद्रमा की कक्षा अंडाकार है, जिसका एक हिस्सा (एपोजी- चंद्रमा की कक्षा का वह बिंदु जिस पर वह पृथ्वी से सर्वाधिक दूर है) दूसरे हिस्से (पेरिजी- ग्रह की कक्षा का वह बिंदु जिस पर वह ग्रह पृथ्वी से निकटतम होता है) की तुलना में पृथ्वी से लगभग 50,000 किलोमीटर दूर है। नासा के गोडार्ड स्पेस फ्लाइट सेंटर के एक शोध वैज्ञानिक ने कहा, "सुपरमून उन लोगों के लिए एक शानदार अवसर है, जो चंद्रमा के बारे में जानना और उसका अन्वेषण करना चाहते हैं।"दिसंबर के फुल मून को पारंपरिक रूप से 'कोल्ड मून'भी कहा जाता है। रविवार को निकला फुल मून 2017 का पहला और एकमात्र सुपरमुन था, जो सामान्य चंद्रमा से सात फीसदी बड़ा और 15 प्रतिशत चमकीला था। इसके बाद यह एक और 31 जनवरी को भी नजर आएगा।

टाइटैनिक में जैक की भूमिका के लिए मैककोनाहे ने ऑडिशन दिया था : केट

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लॉस एंजिलिस, 4 दिसम्बर, सुपरहिट फिल्म टाइटैनिक में रोज का किरदार निभाने वाली अभिनेत्री केट विन्सलेट ने यह खुलासा किया है कि अभिनेता मैथ्यू मैककोनाहे ने फिल्म में जैक की भूमिका के लिए उनके साथ ऑडिशन दिया था।  विन्सलेट ने 'द लेट शो विद स्टेफन कोलबर्ट'में यह खुलासा किया कि उन्होंने 'टाइटैनिक'के लिए अभिनेता लियोनाडरे डिकैप्रियो के साथ ऑडिशन नहीं दिया था। उन्होंने कहा, "ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि इस रोल को निभाने के लिए पैरामाउंट (फिल्म स्टूडियो जिसने फिल्म बनाई) के पसंदीदा अभिनेता मैककोनाहे थे और जेम्स कैमरन (निर्देशक) जैक के रोल में डिकैप्रियो को देखना चाहते थे। मैंने मैककोनाहे के साथ ऑडिशन दिया। क्या यह थोड़ा अजीब नहीं है?"उन्होंने आगे कहा, "मैंने यह बात सार्वजनिक रूप से पहले कभी नहीं कही। मैंने मैथ्यू के साथ ऑडिशन दिया जो काफी अच्छा रहा था।"विन्सलेट ने यह भी कहा कि फिल्म में जैक ने रोज का जो स्केच बनाया था, वास्तव में वह निर्देशक कैमरन ने खुद बनाया था।

टाटा प्रोजेक्ट्स को मिला 5612 करोड़ रुपये का ठेका

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नई दिल्ली, 4 दिसम्बर, अवसंरचना फर्म टाटा प्रोजेक्ट्स ने सोमवार को बताया कि उसने देश के सबसे बड़े समुद्री पुल मुंबई ट्रांस-हार्बर लिंक की डिजाइन और निर्माण के लिए कुल 85 करोड़ डॉलर (5,612 करोड़) का ठेका प्राप्त किया है।  हैदराबाद स्थित मुख्यालय वाली टाटा समूह की इस कंपनी के मुताबिक, उसने दक्षिण कोरिया की कंपनी देइवू ईएंडसी के साथ संयुक्त उद्यम में यह ठेका हासिल किया है। अवसंरचना कंपनी ने एक बयान में कहा, "हालांकि टाटा का संयुक्त उद्यम दोनों समुद्री परियोजनाओं (1 और 2) के लिए सबसे कम बोलीदाता के रूप में उभरी थी, लेकिन उसे निविदा की शर्तो के अनुरूप एक ही निविदा हासिल हुआ।"उन्होंने कहा, "देइवू-टाटा संयुक्त उद्यम को हासिल निविदा में मुंबई खाड़ी में 7.8 किलोमीटर लंबे पुल का निर्माण शामिल है, जिसके साथ नवी मुंबई में शिवाजी नगर इंटरचेंज का निर्माण भी शामिल है।"

शेयर बाजारों में तेजी, सेंसेक्स 37 अंक ऊपर

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मुंबई, 4 दिसम्बर, देश के शेयर बाजारों में सोमवार को तेजी दर्ज की गई। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 36.78 अंकों की तेजी के साथ 32,869.72 पर और निफ्टी 5.95 अंकों की तेजी के साथ 10,127.75 पर बंद हुआ।  बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स सुबह 135.08 अंकों की तेजी के साथ 32,968.02 पर खुला और 36.78 अंकों या 0.11 फीसदी की तेजी के साथ 32,869.72 पर बंद हुआ। दिनभर के कारोबार में सेंसेक्स ने 33,008.47 के ऊपरी और 32,785.76 के निचले स्तर को छुआ। सेंसेक्स के 30 में से 16 शेयरों में तेजी रही। इंफोसिस (2.80 फीसदी), हिन्दुस्तान यूनीलीवर (1.26 फीसदी), एचडीएफसी (1.22 फीसदी), टाटा मोटर्स (1.06 फीसदी) और टाटा स्टील (1.02 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही। सेंसेक्स के गिरावट वाले सेक्टरों में प्रमुख रहे - कोल इंडिया (2.09 फीसदी), एशियन पेंट्स (1.17 फीसदी), मारुति (1.10 फीसदी), सन फार्मा (0.95 फीसदी) और रिलायंस (0.92 फीसदी)। बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांक में गिरावट रही। बीएसई का मिडकैप सूचकांक 14.67 अंकों की गिरावट के साथ 16742.60 पर और स्मॉलकैप सूचकांक 93.11 अंकों की मामूली तेजी के साथ 17924.37 पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 53.25 अंकों की तेजी के साथ सुबह 10,175.05 पर खुला और 5.95 अंकों या 0.06 फीसदी की तेजी के साथ 10,127.75 पर बंद हुआ। दिनभर के कारोबार में निफ्टी ने 10,179.20 के ऊपरी और 10,095.70 के निचले स्तर को छुआ। बीएसई के 19 में से सात सेक्टरों में तेजी रही जिनमें सूचना प्रौद्योगिकी (1.37 फीसदी), प्रौद्योगिकी (1.08 फीसदी), धातु (0.50 फीसदी), तेल व गैस (0.31 फीसदी) और उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुएं (0.30) में शामिल रहे। गिरावट वाले सेक्टरों में दूरसंचार (0.66 फीसदी), रियल्टी (0.54 फीसदी), ऊर्जा (0.54 फीसदी), बिजली (0.41 फीसदी) और बैंकिंग सेवाएं (0.30 फीसदी) शामिल रहे। बीएसई में कारोबार का रुझान नकारात्मक रहा। कुल 1,088 शेयरों में तेजी और 1,604 में गिरावट रही, जबकि 189 शेयरों के भाव में कोई बदलाव नहीं हुआ।

हेदी क्लम बच्चों को मॉडल बनाना नहीं चाहतीं

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लॉस एंजेलिस, 4 दिसंबर, सुपरमॉडल हेदी क्लम का कहना है कि वह नहीं चाहती कि उनके बच्चे मॉडल बनें। वेबसाइट डेलीमेल डॉट कॉ डॉट यूके के मुताबिक, क्लम (44) अपने बच्चों के हेलेन, हेनरी, जोहान लिउ को फैशन इंडस्ट्री में जाने के पक्ष में नहीं है। क्लम ने कहा, "मैं इसके बारे में अधिक बात नहीं करना चाहती क्योंकि मैं नहीं चाहती कि वह इसके बारे में सोचें। उन्हें बच्चे ही बने रहने की जरूरत है। फिलहाल, मेरी बड़ी बेटी हाईस्कूल की तैयारी में है। वह पढ़ाई में ही व्यस्त है। मैं सबसे आखिर में कहूंगी कि क्या तुम मॉडल बनना चाहती हो?"उन्होंने कहा, "फिलहाल यही ट्रेंड है कि सफल मॉडल की बेटियां मॉडल ही बनती हैं लेकिन मेरे बच्चे अपने शौक, पढ़ाई को लेकर ही व्यस्त हैं।"हालांकि, हेदी क्लम ने तुरंत ही कहा कि वह मॉडलिंग के खिलाफ नहीं हैं। क्लम कहती हैं, "बिल्कुल भी नहीं। मैं अभी भी इसका लुत्फ लेती हैं।"

धरने पर बैठे नेताओं से पाकिस्तान सरकार का समझौता अवैध : अदालत

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इस्लामाबाद, 4 दिसम्बर, इस्लामाबाद उच्च न्यायालय ने सोमवार को सरकार व कट्टरपंथी इस्लामी नेताओं के बीच समझौते के कानूनी आधार पर सवाल उठाया है।  अदालत ने कहा कि किसी भी शर्त को कानूनी तौर पर न्यायोचित नहीं ठहराया जा सकता है। इन नेताओं ने पिछले दिनों इस्लामाबाद में विरोध-प्रदर्शन किया था। डॉन अखबार की रपट के मुताबिक, सुनवाई के दौरान न्यायमूर्ति शौकत अजीज सिद्दीकी ने हाल ही में राजधानी के फैजाबाद इंटरचेंज पर धरने के संबंध में सवाल किया, "आतंकवाद अधिनियम के तहत दायर मुकदमे को खारिज कैसे किया जा सकता है?"सप्ताह भर चले विरोध प्रदर्शन से राजधानी ठहर-सी गई थी, जिसके बाद सरकार और तहरीक-ए-लबैक या रसूल अल्लाह (टीएलए) के बीच 26 नवंबर को एक समझौता हुआ जिसमें सरकार ने प्रदशर्नकारियों के खिलाफ दर्ज सभी मुकदमे समाप्त करने समेत उनकी मांगें मान ली थीं। इस्लामाबाद उच्च न्यायालय ने समझौते की शर्तो पर कई गंभीर आपत्तियां जताते हुए प्रदर्शनकारियों के साथ समाधान तलाशने में सेना की भूमिका पर खेद जाहिर किया। न्यायमूर्ति सिद्दीकी ने इससे पहले की सुनवाई में सवाल किया था, "सेना मध्यस्थ की भूमिका में कैसे हो सकती है?"उनका अगला सवाल था कि क्या कानून किसी मेजर जनरल को ऐसी भूमिका निभाने का काम सौंपता है। अदालत ने कहा कि समझौते के कानूनी आधार को लेकर संसद के संयुक्त अधिवेशन में चर्चा होनी चाहिए। पाकिस्तान के अटॉर्नी जनरल (एजीपी) अश्तर औसाफ ने इस सिफारिश पर असहमति जताई और कहा कि चूंकि उच्च न्यायालय ने मामले पर स्वत: संज्ञान लिया है, इसलिए न्यायपालिका को इसका निरीक्षण करना चाहिए। न्यायमूर्ति सिद्दीकी के आदेश पर वह न्यायालय में पेश हुए थे। एजीपी ने बातचीत में मध्यस्थ के तौर पर सेना की भूमिका की कानूनी स्थिति तय करने को लेकर अदालत से समय मांगा। उन्होंने कहा कि वह देश में नहीं थे, इसलिए उन्हें रिपोर्ट तैयार करने में समय लगेगा। उच्च न्यायालय की पीठ ने 27 नवंबर को लिखित आदेश में अटॉर्नी जनरल को यह बताने में अदालत की मदद करने का निर्देश दिया था कि मध्यस्थ के तौर पर सेना कैसे काम कर सकती है। अदालत ने अपनी टिप्पणी में कहा कि विरोध-प्रदर्शन करने वाले नेताओं और धरने में हिस्सा लेनेवालों ने जिस भाषा का इस्तेमाल किया वह उन्हें ईश-निंदा का दोषी ठहराती है। मामले की अगली सुनवाई 12 जनवरी को होगी।

अन्ना, राजेंद्र ने देखे खजुराहो के मंदिर

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खजुराहो (मध्यप्रदेश) 4 दिसंबर, मध्यप्रदेश की पर्यटन नगरी खजुराहो में दो दिवसीय राष्ट्रीय जल सम्मेलन के बाद सोमवार को सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे और जलपुरुष राजेंद्र सिंह ने खजुराहो के विश्व प्रसिद्घ मंदिरों को देखा। अन्ना ने इन मंदिरों की मूर्तियों में छुपे अर्थ को महžवपूर्ण बताया। मंदिरों को देखने के बाद अन्ना ने संवाददाताओं से कहा, "भारत का आध्यात्मिक विकास और संस्कृति छुपी हुई है इन मंदिरों में। विज्ञान की प्रगति के चलते हम चंद्रमा पर तो पहुंच गए हैं और कहीं भी जाएंगे, लेकिन यदि अध्यात्म इंसान के भीतर नहीं पहुंचा तो विज्ञान इंसान को विनाश की ओर लेकर जाएगा।"मंदिरों में उकेरी गई मूर्तियों का जिक्र करते हुए अन्ना ने कहा, "मूर्तियां देखने में हमें सिर्फ मूर्ति नजर आती हैं, जबकि वास्तव में इन मूर्तियों में गहरा अर्थ छुपा हुआ है। ये बताती हैं कि 1100 साल पहले हमारी समृद्घि कितनी थी।"इस मौके पर खजुराहो के व्यापारियों ने अन्ना और राजेंद्र का स्वागत किया। व्यापारियों ने अपनी समस्याएं भी दोनों सामाजिक कार्यकर्ताओं के समक्ष रखी। व्यापारियों ने कहा, "यहां अब सिर्फ एक उड़ान आती है। इसके चलते पर्यटकों की संख्या भी कम हो गई है, जिसका असर उनके कारोबार पर पड़ रहा है।"

आप में लौटने की संभावना नहीं : प्रशांत, योगेंद्र

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नई दिल्ली, 4 दिसम्बर, स्वराज इंडिया के संस्थापक प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव ने उन खबरों का खारिज कर दिया है, जिसमें कहा गया है कि आम आदमी पार्टी (आप) और उनके बीच पार्टी में वापसी को लेकर बातचीत चल रही है। दोनों नेताओं ने कहा कि इस तरह की कोई भी संभावना नहीं है। प्रशांत ने एक मीडिया रपट को रिट्वीट किया, जिसमें आप नेता कुमार विश्वास के हवाले से यह बात कही गई थी। भूषण ने इसे 'बेतुका'करार दिया। कुमार विश्वास ने रविवार को आप की कार्यपद्धति से नाखुशी जताते हुए कहा था कि पार्टी को मूल सिद्धांतों की तरफ लौटने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यकर्ता उनके कई सहयोगियों के साथ बातचीत कर रहे हैं, जिन्होंने पार्टी छोड़ दी है और पार्टी द्वारा किए गए किसी भी गलत कार्य के लिए माफी मांगी है। गौरतलब है कि प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव ने शीर्ष नेतृत्व से उभरे मतभेदों के बाद पार्टी छोड़ दी थी। भूषण ने ट्वीट किया, "आप में वापसी को लेकर कोई बातचीत नहीं हुई है और इसकी कोई संभावना भी नहीं है। आप ने भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के सभी आदर्शो के साथ धोखा किया है।"यादव ने ट्विटर के जरिए कहा कि एक दिन पहले जो विश्वास ने कहा उसे पढ़कर वह 'हैरान'हैं। उन्होंने ट्वीट की एक श्रृंखला में कहा, "वास्तव में? इतना गोपनीय कि हम दोनों ने इसके बारे में कुछ सुना तक नहीं। मेरे ख्याल से ऐसा होने की कोई संभावना नहीं है।"यादव और भूषण को मार्च 2015 में कथित रूप से पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण पार्टी से हटा दिया गया था। उन्होंने आप संयोजक अरविंद केजरीवाल की 'कार्यप्रणाली की सुप्रीमो शैली'कहकर संबोधित किया था और पार्टी में पारदर्शिता की कमी बताया था। दोनों ने अक्टूबर 2016 में एक नई राजनीतिक पार्टी स्वराज इंडिया की स्थापना की।

मायावती की भाजपा को चुनौती, मेयर सीटों पर बैलेट पेपर से कराएं मतदान

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लखनऊ, 4 दिसम्बर, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायवती ने कहा कि भाजपा की जीत में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) की भूमिका अगर नहीं है तो बसपा की जीती हुई अलीगढ़ व मेरठ सहित सभी 16 मेयर की सीटों पर बैलेट पेपर से मतदान करा लें।  इससे उन्हें अपनी पार्टी की असलियत के साथ-साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कथित विजन का भी पता चल जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की टिप्पणी 'ईवीएम से चुनाव में भरोसा नहीं है तो बसपा के मेयर इस्तीफा दें, वहां पर बैलेट पेपर से दोबारा चुनाव कराया जाएगा', पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मायावती ने कहा कि यह चोरी और ऊपर से सीनाजोरी की बदतर मिसाल है। मायावती ने अपने बयान में कहा, "वास्तव में 2014 के लोकसभा व 2017 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा ने ईवीएम के माध्यम से चुनावी धांधली करके जीत हासिल की और केंद्र व उप्र में बहुमत की सरकार बना ली। इन दोनों ही चुनाव में भाजपा को वैसा जनसमर्थन कतई नहीं था, जैसाकि चुनाव परिणाम दर्शाते हैं।"उन्होंने कहा, "प्रदेश में इस बार मेयर का चुनाव भी ईवीएम से कराया गया, जहां धांधली करके 16 में से 14 सीट जीत ली गई। अलीगढ़ व मेरठ में बसपा जीती, क्योंकि यहां जर्बदस्त जन उबाल था तथा ज्यादा गड़बड़ी करने पर चोरी साफ तौर पर पकड़े जाने की आशंका थी, जिससे भाजपा की और भी ज्यादा फजीहत हो सकती थी।"मायावती ने कहा, "नगर पालिका व नगर पंचायत के चुनाव में जहां ईवीएम के बजाय बैलेट पेपर से मतदान हुए वहां आखिर भाजपा क्यों पिछड़ गई? इससे भी साफ है कि मेयर के चुनाव में ईवीएम के माध्यम से धांधली के कारण भाजपा जीती न कि जनसमर्थन के कारण। इतना ही नहीं बल्कि सरकारी मशीनरी का जबर्दस्त दुरुपयोग कर बसपा के प्रत्याशी को खासकर सहारनपुर, आगरा व झांसी में हराया गया है।"उन्होंने कहा कि लखनऊ में भी चुनाव विभिन्न कारणों से स्वतंत्र व निष्पक्ष नहीं रहा है, यह बात स्वयं राज्य चुनाव आयोग भी मानता है, जिस संबंध में जांच भी कराई जा रही है।

नामांकन से पहले प्रणब, मनमोहन से मिले राहुल

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नई दिल्ली, 4 दिसम्बर, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल करने से पहले पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का आर्शीवाद लिया। प्रणब ने गांधी-नेहरू परिवार के वंशज को तिलक लगाकर और गले लगाकर आर्शीवाद दिया। मुखर्जी से यहां उनके आवास पर मुलाकात करने के बाद राहुल ने यहां पार्टी मुख्यालय में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मुलाकात की। राहुल ने यहां अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी कार्यालय में मनमोहन सिंह और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं कमल नाथ, मोतीलाल वोरा, शीला दीक्षित, अहमद पटेल और अशोक गहलोत की मौजूदगी में नामांकन-पत्र पर हस्ताक्षर किए। राहुल के समर्थन में 90 सेट से ज्यादा नामांकन दाखिल होने की उम्मीद है, जिनका चुनाव महज औपचारिकता भर है। क्योंकि पार्टी के शीर्ष पद के लिए कोई अन्य उम्मीदवार नहीं है। राहुल अपनी मां सोनिया गांधी की जगह पार्टी की कमान संभालेंगे, जो 1998 से पार्टी की अध्यक्ष हैं।

बाबरी मामले का फैसला 'आस्था'के आधार पर नहीं हो सकता : ओवैसी

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हैदराबाद, 4 दिसम्बर, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी का कहना है कि बाबरी मस्जिद मामले का फैसला सिर्फ सबूतों के आधार पर हो सकता है, न कि आस्था के आधार पर, जैसा कि संघ परिवार मांग कर रहा है।  यहां रविवार को एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने आशंका जताई कि राजनीतिक लाभ के लिए 2019 के चुनावों के पहले इस मुद्दे पर संघ परिवार देश के माहौल को बिगाड़ सकता है। संसद सदस्य ने विश्व हिंदू परिषद के नेताओं के उस बयान की निंदा की, जिसमें उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का काम 18 अक्टूबर 2018 को शुरू होने की बात कही गई थी। ओवैसी ने इस बात पर हैरानी जताई कि जब मामला सर्वोच्च न्यायालय में लंबित है, तो इस तरह के बयान कैसे दिए जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह के प्रयास 1990 के दशक के दौरान भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता लालकृष्ण आडवाणी की रथ यात्रा और बाबरी मस्जिद को तोड़ने के बाद हुई हिंसा और खूनखराबे को फिर दोहरा सकते हैं। उन्होंने आगाह किया कि इससे देश कमजोर हो सकता है। बाबरी मस्जिद विध्वंस (छह दिसम्बर) की 25वीं बरसी की पूर्व संध्या पर इस सार्वजनिक सभा को विभिन्न मुस्लिम संगठनों की संयुक्त समिति ने आयोजित किया। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत के उस बयान जिसमें उन्होंने कहा था कि 'अयोध्या में सिर्फ मंदिर बन सकता है'पर कड़ा ऐतराज जताते हुए ओवैसी ने कहा, "मुसलमान इस तरह की धमकियों से झुकने वाले नहीं हैं।"ओवैसी ने कहा कि मुसलमानों का मुद्दा बाबरी मस्जिद नहीं बल्कि धर्मनिरपेक्षता से संबंधित है। यह वह मामला है जो देश का आगे का रास्ता तय करेगा। सांसद ने कहा कि वह न्यायाधीश मनमोहन सिंह लिबरहान के उस सुझाव का समर्थन करते हैं, जिसमें उन्होंने दावेदारी को लेकर तब तक सुनवाई नहीं करने की बात कही है, जब तक मस्जिद तोड़ने से संबंधित आपराधिक मामले का निपटारा नहीं हो जाता। ओवैसी ने पूर्व प्रधान न्यायाधीश ए.एम.अहमदी के उस बयान का भी हवाला दिया, जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर न्यायाधीश वेंकटचलैया ने कार सेवा को अनुमति नहीं दी होती, तो बाबरी मस्जिद नहीं टूटती। उन्होंने कहा कि विध्वंस के 25 साल बाद भी अदालत की अवमानना का मामला सुनवाई के लिए सर्वोच्च न्यायालय में नहीं आया। बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी के संयोजक जफरयाब जिलानी ने कहा कि कुछ सांप्रदायिक समूहों के लिए यह मामला आस्था का नहीं बल्कि राजनीतिक हित का है। सभा को संबोधित करने वाले नेताओं ने मुसलमानों से मूल जगह पर मस्जिद निर्माण कराने की मांग को लेकर छह दिसंबर को शांतिपूर्ण तरीके से बंद रखने का आह्वान किया। 

'एक युग का अंत है शशि कपूर का निधन'

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मुंबई, 4 दिसम्बर, दिग्गज अभिनेता-फिल्म निर्माता शशि कपूर के निधन से फिल्म जगत शोक में डूब गया है। फिल्मी हस्तियों ने उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की है।  शशि कपूर की साथी कलाकार सिमी ग्रेवाल ने उनके निधन को 'एक युग का अंत'बताया। इसके अलावा उनके सह अभिनेता रहे राजबब्बर, सुर सम्राज्ञी लता मंगेशकर, फिल्म निर्माता करण जौहर व हंसल मेहता ने भी अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि 'सर्वाधिक आकर्षक'अभिनेता रहे शशि कपूर उनकी यादों में हमेशा बने रहेंगे। शशि कपूर का सोमवार को कोकिलाबेन अस्पताल में 79 साल की उम्र में निधन हो गया। उन्हें कुछ समय पहले अस्पताल में भर्ती कराया गया था। शशि कपूर को कुछ बॉलीवुड हस्तियों ने ट्वीट कर श्रद्धांजलि अर्पित की। अभिनेत्री सिमी ग्रेवाल ने ट्वीट किया, "मैं मेरे सह-कलाकार रहे शशि के निधन से बेहद दुखी हूं। कपूर खानदान की उस पीढ़ी का अंतिम चिराग बुझ गया। एक युग का अंत हो गया। उनकी फिल्में और बहुमूल्य यादें रह गई हैं।"राज बब्बर ने ट्वीट में कहा, "दिग्गज अभिनेता शशि कपूर जी के निधन से अत्यंत दुखी हूं। हमेशा आपका आकर्षक व्यक्तित्व व महानता याद रहेगी। आप हमारे दिलों में हमेशा जिंदा रहेंगे।"हंसल मेहता ने कहा, "शशि कपूर की आत्मा को शांति मिले। आकर्षक व्यक्ति, बहादुर निर्माता, प्यारा अभिनेता व मेरा पड़ोसी अब नहीं रहा।"आमिर खान ने अपने ट्वीट में कहा, "शशि अंकल सिर्फ एक महान अभिनेता व एक उत्साही फिल्म निर्माता ही नहीं, बल्कि एक अद्भुत इंसान भी थे। उनके कार्य ने हमेशा भारतीय दर्शकों को खूब आनंद दिया है। भारतीय थिएटर के बारे में उनकी समझ विशाल थी। पृथ्वी थिएटर कलाकारों व दर्शकों दोनों का पसंदीदा स्थल है। उनका निधन हम सभी के लिए एक दुखद दिन है। मेरी संवेदनाएं संजना, कुनाल, करन व परिवार के हर सदस्य के साथ हैं। उनकी आत्मा को शांति मिले।"लता मंगेशकर ने कहा, "शशि कपूर के निधन से मैं अत्यंत दुखी हूं। वह बहुत ही अच्छे इंसान थे।"

संजय दत्त ने कहा, "इस इंडस्ट्री में उनके योगदान को याद रखा जाएगा। उनकी आत्मा को शांति मिले। शशि जी आप सदैव याद आएंगे।"करण जौहर ने कहा, "शशि जी की आत्मा को शांति मिले। फिल्म व थिएटर में उनकी असाधारण विरासत है। उनका कार्य हमेशा जीवित रहेगा।"अजय देवगन ने कहा, "आपक कार्य भुलाया नहीं जा सकेगा। शशि कपूर जी की आत्मा को शांति मिले।"एहसान नूरानी ने कहा, "शशि कपूर की आत्मा को शांति मिले। एक भद्र व्यक्ति व दृष्टा। हम भाग्यशाली हैं कि 'विजेता'की शूटिंग के दौरान आप से बातचीत का अवसर मिला। आप हमेशा हमारी यादों में रहेंगे।"रितेश सिद्धवानी ने कहा, "अपने सबसे करिश्माई सुंदर अभिनेता के निधन के बारे में सुनकर दुखी हूं। सर आप हमारे दिलों में जिंदा रहेंगे।"जावेद जाफरी ने कहा, "मेरे पंसदीदा में से एक का आज निधन हो गया। एक सुंदर सज्जन पुरुष जो 40 से ज्यादा सालों तक मनोरंजन करता रहा। उनकी प्यारी मुस्कान सदैव यादों में रहेगी।"अर्जुन रामपाल ने कहा, "बेहद आकर्षक शशि कपूर जी के निधन की खबर से दुखी हूं। उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं। उनकी अद्भुत यादों के लिए धन्यवाद जो उन्होंने हमें दिया। कपूर परिवार के लिए संवेदनाएं।"इसके अलावा मोहित मारवाह, विवेक अग्निहोत्री, रेणुका शहाणे, विपाशा बासु, राहुल बोस ने भी ट्वीट कर शशि कपूर को श्रद्धांजलि दी।

विवेकाधिकार का इस्तेमाल निष्पक्ष तरीके से करें जांच एजेंसियां : जेटली

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नई दिल्ली, 4 दिसम्बर, वित्तमंत्री अरुण जेटली ने सोमवार को जांच एजेंसियों से कहा कि उन्हें अपने विवेकाधिकार का इस्तेमाल एक निष्पक्ष और उचित तरीके से करना चाहिए, ताकि आरोपियों को दोषी ठहराए जाने की दर बेहतर हो सके, और अपराध करने वालों के भीतर भय पैदा हो।  जेटली ने कहा कि जांच एजेंसियां अपराधों को पकड़ने के दौरान अक्सर बहुत बड़े दावे करती हैं, लेकिन जैसे ही जांच और सुनवाई आगे बढ़ती है, उनमें से कई सारे मामले धराशायी हो जाते हैं और कुछ परिणाम हाथ नहीं लगता। जेटली ने राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरई) के अधिकारियों को संस्था के हीरक जयंती समारोह में संबोधित करते हुए कहा, "आर्थिक जांचकर्ता के रूप में भी आपको अपने विवेकाधिकार का इस्तेमाल बहुत कुशलता के साथ करना होगा.. ताकि आपके पास जो अधिकार है, उसका आप निष्पक्षता के साथ इस्तेमाल कर सकें।"वित्तमंत्री ने कहा कि राजस्व अधिकारियों के अधिकार बहुत व्यापक हैं।

उन्होंने कहा, "राजस्व अधिकारियों के पास मौजूद व्यापक अधिकार के साथ उनके विवेकाधिकार का इस्तेमाल बहुत निष्पक्ष, उचित और फलदायी होना चाहिए। तभी अपराध पकड़े जाने के बाद अभियोजन लंबे समय तक टिक पाएगा।"जेटली ने कहा कि सुनवाइयों को तर्कसंगत परिणति तक पहुंचाने में जांच एजेंसियों की सफलता की दर से अपराध करने वालों के भीतर भय पैदा होगा, और वे अपराध करने से बाज आएंगे। जेटली ने कहा कि आज प्रौद्योगिकी अपराधियों और जांचकर्ताओं दोनों के काम को आसान बना रही है, इसलिए डीआरआई जैसी एजेंसियों के लिए यह जरूरी है कि वह अपने पेशेवर कौशल को हमेशा तरोताजा करती रहे और अपराधियों से वह आगे बनी रहे।
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