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शिवसेना ने 2018 से पहले राममंदिर बनवाने का संकल्प जताया

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नयी दिल्ली 06 दिसंबर, अयोध्या में विवादित ढांचा गिराये जाने की 25वीं बरसी पर शिवसेना ने वर्ष 2018 से पहले वहां भव्य राम मंदिर बनाये जाने का संकल्प व्यक्त करते हुए आज शौय दिवस मनाया। शिवसेना की दिल्ली इकाई ने इस मौके पर राजधानी के रफी मार्ग पर विट्ठल भाई पटेल हाउस स्थित पार्टी कार्यालय से संसद मार्ग तक मार्च किया और मंदिर निर्माण को लेकर जमकर नारेबाजी।  दिल्ली इकाई के अध्यक्ष नीरज सेठी ने इस मौके पर कहा कि उनकी पार्टी 2018 से पहले पुराने स्थान पर ही राममंदिर बनायेगी । उन्होंने भारतीय जनता पार्टी काे भी याद दिलाया कि वह राम मंदिर के नाम पर ही सत्ता में आयी है। इसलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रामलला को त्रिपाल से निकालकर उनका मंदिर बनवाना चाहिए ।

अंतिम रिपोर्ट प्राप्त होने पर मैक्स अस्पताल के खिलाफ कडी कार्रवाई : जैन

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नयी दिल्ली.06 दिसम्बर, दिल्ली सरकार मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में नवजात जिंदा बच्चे को मृत बताने के मामले में गठित जांच समिति की अंतिम रिपोर्ट प्राप्त होने के उचित कार्रवाई करेगी । स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र कुमार जैन ने आज संवाददाता सम्मेलन में कहा कि इस मामले में समिति की प्रारंभिक रिपोर्ट मिल गई है । उन्होंने कहा “ प्रारंभिक रिपोर्ट में अस्पताल की गलती का पता चला है ।” श्री जैन ने कहा कि जांच समिति की अंतिम रिपोर्ट दो तीन दिन में मिल जायेगी और रिपोर्ट में यदि अस्पताल की गलती पाई गई तो कडी से कडी कार्रवाई की जायेगी । यह मामला तीस नवम्बर का है जहां अस्पताल में एक महिला ने समय पूर्व जुडवां बच्चों को जन्म दिया था । जुडवां बच्चों में एक लडका और एक लडकी थी । लडकी जन्म के समय ही मर गई और डाक्टरों ने एक घंटे बाद लडके को भी मृत बताकर पालिथीन में लपेट कर परिवार वालों को सौंप दिया । परिवार वाले बच्चे को जब लेकर जा रहे थे तो बच्चे के शरीर में हलचल हुई और उसे पीतमपुरा के एक अस्पताल में दाखिल कराया गया जहां आज उसकी मृत्यु हो गई । श्री जैन ने बताया कि 22 नवम्बर को इस अस्पताल को कुप्रबंधन के लिए नोटिस जारी किया गया था । इस घटना के बाद अस्पताल प्रबंधन ने मामले से जुडे दो डाक्टरों की सेवा समाप्त कर दी थी । पुलिस ने इस मामले में भारतीय दंड संहिता की धारा 308 के ( इरादतन हत्या के प्रयास का मामला) दर्ज किया है ।  उधर अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर धरने पर बैठे बच्चे के परिजनों ने शव लेने से इंकार कर दिया है और उन्होंने दोनाें डाक्टरों को गिरफ्तार करने की मांग की है। बच्चे के पिता आशीष कुमार ने शव लेने से इंकार करते हुए कहा “ जब तक दोनों डाक्टरों को गिरफ्तार नहीं किया जाता वह बच्चे का शव नहीं लेंगे”। बच्चे की मां मैक्स अस्पताल में ही भर्ती है । कुमार ने कहा कि जब तक दोनों डाक्टरों को गिरफ्तार नहीं किया जाता वह अपनी पत्नी को अस्पताल से नहीं ले जायेंगे

क्या खुले में शौच के लिए जाते थे अंबानी, अडानी : मोदी

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नेत्रंग/दाहोद (गुजरात), 06 दिसंबर, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उन पर अमीराें और उद्योगपतियों के लिए काम करने के कांग्रेस और इसके उपाध्यक्ष राहुल गांधी के आरोपों पर कड़े पलटवार करते हुए आज कहा कि 50 साल के शासन के बावजूद कांग्रेस आदिवासी समुदाय के लिए अलग मंत्रालय नहीं बना सकी थी। श्री मोदी ने गुजरात के आदिवासी बहुल दाहोद और नेत्रंग विधानसभा क्षेत्रों में दो चुनावी सभाओं में कहा, ‘ कांग्रेस वाले कहते हैं कि मोदी अमीरों के लिए काम करता है। पर पार्टी ने केवल एक ही कुटुंब के 50 साल के राज के बाद भी अलग आदिवासी मंत्रालय नहीं बनाया। जब अटल जी की सरकार बनी तभी जाकर ऐसा हुआ और उनके लिए अलग बजट के साथ ही संसद में अलग से चर्चा होने लगी। आदिवासियों को केवल चुनाव के लिए इस्तेमाल करने वाली कांग्रेस किस मुंह से आदिवासियों और गरीबों की बात करती है। इसके लंबे शासन के बावजूद देश के 18 हजार गांवों और चार करोड परिवारों के पास बिजली नहीं है। इसे बिजली पहुंचाने का विचार क्यों नहीं आया। उनकी सरकार 2019 से पहले इन्हें मुफ्त बिजली देगी क्या ऐसे गांवों में अंबानी परिवार रहता है। सरकार ने बड़े पैमाने पर शौचालय बनाये हैं क्या ये गरीबों के लिए नहीं हैं, क्या अंबानी और अडानी खुले में शौच के लिए जाते थे। श्री मोदी ने राहुल गांधी का नाम लिये बिना उन्हें बात बनाने में माहिर करार दिया। उन्होंने कहा कि आज गुजरात में घूम रहे एक नेता ऐसे आराम से झूठ बाेलते हैं कि मुझे दुनिया को तीन डग में नाप लेने वाले वामन भगवान से बड़ा बना दिया। उन्होंने कहा कि मैने 48 हजार करोड़ एकड़ यानी पृथ्वी से तीन गुनी भूमि एक उद्योगपति को दे दी। इन लोगों को प्राथमिक जानकारी भी नहीं। कांग्रेस आजादी की लड़ाई में आदिवासियों और अन्य के योगदान को भुला कर इसे केवल एक परिवार की जय जयकार के लिए इसे उसी की उपलब्धि दिखाने का प्रयास किया है। इन्होंने सरदार पटेल को भुला दिया और इनका वश चलता तो ये गांधी जी को भी भुला देते। उनकी सरकार शहीद आदिवासियों से संबंधित हर राज्य में उनके संग्रहालय बनायेगी और ऐसा गुजरात में भी किया जायेगा। कांग्रेस ने अन्य पिछड़ा वर्ग के आयोग को संवैधानिक दर्जा दिलाने वाले विधेयक को भी अटका दिया। श्री मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ने 30 करोड़ खाते गरीबों के ही खुलवायें है। ये अमीरों के नहीं हैं। कांग्रेस के शासन में हैंडपंप से हवा निकलती थी पर उन्होंने अपने शासन में पानी की समस्या को स्थायी तौर पर दूर कर दिया।

सिब्बल की उच्चतम न्यायालय में दी गई दलील पर मुस्लिम समाज बंटा

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लखनऊ, 06 दिसम्बर, अयोध्या के मंदिर-मस्जिद विवाद में प्रमुख पक्षकार सेन्ट्रल सुन्नी वक्फ बोर्ड के वकील कपिल सिब्बल के उच्चतम न्यायालय में 2019 जुलाई के बाद सुनवाई करने संबंधी दलील पर मुस्लिम पक्ष मेें मतभेद पैदा हो गया है। बोर्ड से जुड़े और बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी के संयोजक जफरयाब जिलानी तथा उच्चतम न्यायालय में बोर्ड की ओर से वकील मुश्ताक अहमद सिद्दीकी ने श्री सिब्बल के रुख का समर्थन किया जबकि मामले से जुड़े और अयोध्या में विवादित धर्मस्थल और उसके आसपास अधिग्रहीत परिसर के निकट रहने वाले हाजी महबूब ने श्री सिब्बल की दलील को नकार दिया। श्री जिलानी और श्री अहमद का कहना था कि यह सही है कि इस विवाद की सुनवाई शुरु होते ही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और उसके समर्थक संगठन साम्प्रदायिकता फैलाना शुरु कर देंगे। समाज में तनाव का माहौल बन सकता है, लेकिन इसके उलट श्री महबूब ने कहा कि विवाद जल्द समाप्त होना चाहिये। इसके लिये न्यायालय में प्रतिदिन सुनवाई जरुरी है। बाबरी मस्जिद के पक्षकार हाजी महबूब ने कहा कि श्री सिब्बल का बयान उचित नहीं हैं। उनका कहना था कि श्री सिब्बल रिपीट सिब्बल बोर्ड के वकील हैं, लेकिन वह एक राजनीतिक दल से भी जुड़े हुए हैं। न्यायालय में दिये गये उनके बयान से वह सहमत नहीं हैं। इस मसले का जल्द से जल्द समाधान होना चाहिये। यद्यपि श्री सिब्बल ने स्पष्ट किया है कि वह बोर्ड के नहीं बल्कि दिवंगत मो़ हाशिम अंसारी के पुत्र इकबाल अंसारी की ओर से वकील हैं।

सिब्बल ने जो कहा, हमसे पूछकर कहा : रहमानी

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लखनऊ, छह दिसंबर, राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद पर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के महासचिव मौलाना वली रहमानी ने आज कहा कि कपिल सिब्बल ने उनकी तथा अन्य मुस्लिम पक्षकारों की राय से मामले की सुनवाई वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव के बाद कराने की बात कही थी। रहमानी ने  बताया कि अयोध्या प्रकरण में उच्चतम न्यायालय में मुस्लिम पक्ष के अधिवक्ता सिब्बल तथा टीम के अन्य वकीलों ने वर्ष 2019 में मामले की सुनवाई की, जो बात कही वह उनसे तथा कुछ अन्य मुस्लिम पक्षकारों से सलाह मशविरा करने के बाद कही है। रहमानी ने कहा कि यह बात बिल्कुल सही है कि अयोध्या प्रकरण की सुनवाई का यह ठीक समय नहीं है। उनका मानना है कि अगर इस मामले की अगली सुनवाई शुरू हुई तो इसका राजनीतिक फायदा उठाया जाएगा। उन्होंने कहा कि मामले की कल ही सुनवाई हुई थी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने सिब्बल के बयान पर प्रतिक्रिया दे दी। अगर मामले की नियमित सुनवाई हुई तो क्या होगा, इसका अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है। इस सवाल पर कि उत्तर प्रदेश सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड अयोध्या मामले कि जल्द से जल्द सुनवाई करके निपटारे की बात कह रहा है। रहमानी ने कहा कि उनकी सुन्नी वक्फ बोर्ड से कोई बात नहीं हुई थी। मालूम हो कि सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष जुफर फारूकी ने आज कहा, ‘‘बोर्ड का मत है कि मामले की जल्द से जल्द सुनवाई करके उसका निबटारा किया जाना चाहिये। मुझे यह नहीं पता कि मुस्लिम पक्ष की तरफ से पेश हुए वकील कपिल सिब्बल ने किसके निर्देश पर 2019 में सुनवाई की बात कही।’’ उन्होंने कहा कि सिब्बल सम्भवतः अयोध्या प्रकरण के प्रमुख वादकारी रहे हाशिम अंसारी के बेटे इकबाल अंसारी की तरफ से पेश हुए थे। उनका जो भी नजरिया रहा हो, लेकिन क्योंकि सिब्बल मुस्लिम पक्ष की तरफ से बात कर रहे थे। लिहाजा इसी कौम का पक्षकार होने के नाते सुन्नी वक्फ बोर्ड अपनी प्रतिक्रिया दे रहा है। मालूम हो कि रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद पर मालिकाना हक के प्रकरण में उच्चतम न्यायालय में एक पक्षकार की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने कहा था कि इस मामले को लेकर इलाहाबाद उच्च न्यायालय के फैसले के खिलाफ दायर दीवानी अपीलो पर अगले लोकसभा चुनाव के बाद जुलाई 2019 में सुनवाई करायी जाए, क्योंकि मौजूदा माहौल ठीक नहीं है। हरा की अदालत ने इस गुजारिश को ठुकरा दिया था। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने सिब्बल की दलीलों पर हैरानी जताते हुए कहा था कि कांग्रेस और उसके भावी अध्यक्ष राहुल गांधी इस पर अपना रुख स्पष्ट करें। कांग्रेस ने शाह के बयान को गुजरात चुनाव के असली मुद्दों से ध्यान भटकाने का प्रयास करान दिया था।

तीन तलाक सम्बन्धी विधेयक के मसौदे पर सहमति जताने वाला पहला राज्य बना उत्तर प्रदेश

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लखनऊ, छह दिसम्बर, उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने तीन तलाक को लेकर केन्द्र के प्रस्तावित विधेयक के मसौदे से सहमति व्यक्त की है। ऐसा करने वाली वह देश की पहली राज्य सरकार है। मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में कल शाम हुई राज्य मंत्रिपरिषद की बैठक में तीन तलाक पर प्रस्तावित विधेयक के मसौदे पर रजामंदी जाहिर की गयी। मसविदे में तीन तलाक या तलाक-ए-बिदअत को संज्ञेय और गैर-जमानती अपराध करार देते हुए इसके दोषी को तीन साल कैद की सजा का प्रावधान किया गया है। साथ ही तीन तलाक देने पर पत्नी और बच्चों के भरण-पोषण का खर्च भी देना होगा। राज्य सरकार के प्रवक्ता स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने यहां बताया कि केन्द्र ने राज्य सरकार को वह मसविदा भेजते हुए 10 दिसम्बर तक उस पर राय देने को कहा था। मंत्रिपरिषद की सहमति मिलने के बाद इसे वापस केन्द्र के पास भेजा जाएगा। एक उच्च पदस्थ अधिकारी ने बताया कि उत्तर प्रदेश तीन तलाक सम्बन्धी विधेयक के मसविदे पर सहमति देने वाला पहला राज्य है। इस विधेयक को संसद के आगामी शीतकालीन सत्र के दौरान सदन में पेश किये जाने की सम्भावना है। उन्होंने बताया कि इस साल गत 22 अगस्त को उच्चतम न्यायालय द्वारा तीन तलाक को असंवैधानिक करार दिये जाने के बाद देश में तीन तलाक के 68 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें उत्तर प्रदेश अव्वल है। उच्चतम न्यायालय द्वारा पाबंदी लगाये जाने के बावजूद देश में तीन तलाक के बढ़ते मामलों के मद्देनजर केन्द्र सरकार ने ‘मुस्लिम वीमेन प्रोटेक्शन ऑफ राइट्स ऑन मैरेज बिल’ का मसविदा तैयार किया है। इसे विभिन्न राज्य सरकारों के पास विचार के लिये भेजा गया है। इस मसविदे को केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह की अगुवाई वाले अन्तरमंत्रालयी समूह ने तैयार किया है। प्रस्तावित कानून केवल तलाक-ए-बिदअत की स्थिति में ही लागू होगा और इससे पीड़ित महिला अपने तथा अपने बच्चों के भरणपोषण के लिये गुजारा भत्ता पाने के लिये मजिस्ट्रेट का दरवाजा खटखटा सकेगी। प्रस्तावित विधेयक के तहत ईमेल, एसएमएस तथा व्हाट्सएप समेत किसी भी तरीके से दिए गए तीन तलाक को गैरकानूनी माना गया है।

कांग्रेस आयोग पहुंची, 'दागियों'को गुजरात चुनाव से दूर रखने की मांग

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गांधीनगर, 6 दिसंबर, गुजरात के पहले चरण के मतदान से तीन दिन पहले, कांग्रेस पार्टी ने बुधवार को सोहराबुद्दीन फर्जी मुठभेड़ मामले में कथित तौर पर शामिल दो आईपीएस अधिकारियों सहित कुछ 'दागी'अधिकारियों को मतदान से दूर रखने के लिए निर्वाचन आयोग से संपर्क किया।  पार्टी ने कहा कि यदि आयोग तुरंत जवाब नहीं देता है, तो वह अदालत का रुख करेगी। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के महासचिव दीपक बाबरिया, गुजरात प्रदेश कांग्रेस कमेटी (जीपीसीसी) के महासचिव इकबाल शेख और जीपीसीसी के कानूनी सेल के अध्यक्ष योगेश रवानी ने गुजरात के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) से संपर्क किया और तीन दागी अधिकारियों के खिलाफ शिकायत की, जिन्हें आने वाले विधानसभा चुनावों के दौरान मतदान के लिए ड्यूटी लगाई गई है। बाबरिया ने दागियों को मतदान की ड्यूटी से हटाने का अनुरोध किया है। उन्होंने आरोप लगाया गया कि एक आईएएस अधिकारी महेंद्र पटेल को सूरत के कलेक्टर और जिला मजिस्ट्रेट (डीएम) के रूप में पदोन्नत किया गया, जबकि उनकी बतौर अधिकारी 'संदिग्ध'भूमिका रही है। पटेल ने अपने फेसबुक पेज पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के खिलाफ व्यक्तिगत टिप्पणी भी की थी। कांग्रेस को अंदेशा है कि ऐसे अधिकारी की देखरेख में निष्पक्ष चुनाव संभव नहीं है। बाबरिया ने कहा, "पटेल सीधे तौर पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से जुड़े हुए हैं और उन्होंने उंझा विधानसभा सीट से भाजपा से टिकट भी मांगा था।"उन्होंने कहा, "हमने निर्वाचन आयोग से निष्पक्ष रूप से चुनाव कराने के लिए उन्हें चुनाव प्रक्रिया से दूर रखने का निवेदन किया है।"कांग्रेस ने आईपीएस राजकुमार पंडियन और आईपीएस अभय चूड़ासम को भी मतदान प्रक्रिया से दूर रखने की मांग की है।

बेल्जियम को हरा कर भारत सेमीफाइनल में पहुंचा

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भुवनेश्वर, 6 दिसम्बर, आकाश चिकते की बेहतरीन गोलकीपिंग के दम पर भारत ने हॉकी वल्र्ड लीग फाइनल्स में बुधवार को बेल्जियम को सडन डेथ में 3-2 से हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई। कलिंगा स्टेडियम में खेला गया क्वार्टर फाइनल मैच तय समय में 3-3 से ड्रॉ रहा। इसके बाद पेनाल्टी शूटआउट में भी स्कोर 2-2 से बराबरी पर रहा। इसके बाद सडन डेथ में हरमनप्रीत ने गोल किया और फिर आकाश ने बेहतरीन बचाव करते हुए टीम को जीत दिलाई। आकाश ने पेनाल्टी शूटआउट में भी शानदार प्रदर्शन किया था। पेनाल्टी शूटआउट में भारत के लिए ललित उपाध्याय और रुपिंदर पाल सिंह ने गोल किए। इससे पहले भारत ने अपने से ज्यादा रैंकिंग और मजबूत टीम के खिलाफ आक्रामक शुरुआत की और पहले ही मिनट में गोल करने का मौका बनाया।रुपिंदर ने उथप्पा को लंबा पास दिया, जिन्होंने गेंद को डी में डाला जहां खड़े सुनील ने निशाना साधा जो गोलपोस्ट के बाहर चला गया। मैच के चौथे मिनट में ही भारत को पेनाल्टी कॉर्नर मिला, जिस पर ललित-मनदीप की जोड़ी गोल नहीं कर पाई। 12वें मिनट में बेल्जियम ने भी गोल करने की कोशिश की जो असफल रही। दूसरे क्वार्टर में भी भारत ने कुछ अच्छे मौके बनाए, लेकिन मेजबान टीम फीनिशिंग में चूक गई और गोल नहीं कर पाई। दूसरा क्वार्टर खत्म होने से पहले भारत को एक और पेनाल्टी कॉर्नर मिला, जिसे एक बार फिर टीम गंवा बैठी।

तीसरे क्वार्टर में भारत को पिछले दो क्वार्टरों में किए गए बेहतरीन प्रदर्शन का फायदा मिला और उसने 31वें मिनट में अपना खाता खोला। मनप्रीत ने डी के अंदर गुरजंत को पास दिया, जिसे उन्होंने रिबाउंड पर नेट में डाल कर भारत को 1-0 की बढ़त दिला दी। चार मिनट बाद भारत को एक और पेनाल्टी कॉर्नर मिला। इस बार रुपिंदर पाल सिंह की मदद से हरमनप्रीत सिंह ने गोल करने में कोई गलती नहीं की और भारत ने अपनी बढ़त को 2-0 तक पहुंचा दिया। 39वें मिनट में बेल्जियम को अपना मैच का पहला पेनाल्टी कॉर्नर मिला, जिसे लोइक ने गोल में बदलने में कोई गलती नहीं की। तीसरे क्वार्टर के अंत में भारत को गोल करने का मौका मिला था, लेकिन टीम इसे भुना नहीं पाई। चौथे क्वार्टर में भारत 2-1 की बढ़त के साथ गई, लेकिन बेल्जियम ने लोइक के पेनाल्टी कॉर्नर को गोल में तब्दील करने के बाद स्कोर 2-2 से बराबर कर दिया। यह गोल 46वें मिनट में हुआ। हालांकि, बराबरी का स्कोर ज्यादा देर तक कायम नहीं रह सका। अगले ही मिनट भारत को पेनाल्टी कॉर्नर मिला, जिसे रुपिंदर ने गोल में बदलते हुए एक बार फिर भारत को एक गोल से आगे कर दिया। बेल्जियम ने हार नहीं मानी और 52वें मिनट में स्कोर 3-3 से बराबर कर लिया। उसके लिए यह गोल आर्मरी क्यूस्टर्स ने किया। इसके बाद बेल्जियम को दो पेनाल्टी कॉर्नर मिले, जिन्हें वो गोल में नहीं बदल पाई।

गुजरात में 39 प्रतिशत बच्चे कुपोषण का शिकार : राहुल गांधी

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नई दिल्ली, 6 दिसम्बर, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को कहा कि गुजरात में 39 फीसदी बच्चे कुपोषण का शिकार हैं और वह यह जानना चाहते हैं कि क्या यह राज्य में भाजपा सरकार की स्वास्थ्य सेवा नीति का 'चमत्कार'है? यह कांग्रेस की रणनीति के तहत राहुल गांधी का आठवां प्रश्न था।  कांग्रेस की रणनीति है कि राहुल गांधी गुजरात विधानसभा चुनावों से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से रोज एक सवाल पूछेंगे। राहुल गांधी ने भुज के सरकारी अस्पताल को अदानी ग्रुप को उनके मेडिकल कॉलेज के लिए पट्टे पर देने के फैसले पर भी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार को फटकार लगाई। अपने ट्वीट में कांग्रेस नेता ने कहा, "गुजरात में 39 फीसदी बच्चे कुपोषण के शिकार हैं। शिशु मृत्यु दर प्रति 1000 पर 33 है, स्वास्थ्य सेवाओं की कीमतों में बढ़ोतरी हो रही है और चिकित्सकों की कमी है।"राहुल ने कहा, "भुज में एक सरकारी अस्पताल को 99 वर्ष के लिए एक मित्र (अदानी समूह) को पट्टे पर दे दिया गया। क्या यही आपकी स्वास्थ्य सेवा नीति का चमत्कार है?"गुजरात में 9 और 14 दिसम्बर को मत डाले जाएंगे।

यशवंत सिन्हा ने किसान आंदोलन वापस लिया

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अकोला (महाराष्ट्र), 6 दिसंबर, भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा ने महाराष्ट्र सरकार द्वारा किसानों की सात प्रमुख मांगें मान लिए जाने के बाद बुधवार को तीन दिन चला किसान आंदोलन स्थगित करने की घोषणा की।  सिन्हा ने बुधवार देर शाम पत्रकारों से कहा, "मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने आज हमसे बातचीत की। हमारी बातचीत लाभकारी रही। उन्होंने हमें भरोसा दिलाया है कि किसानों की सारी मांगें मान की जाएंगी। तदनुसार आंदोलन वापस ले लिया गया है।" 80 वर्षीय पूर्व केंद्रीय वित्तमंत्री ने हालांकि स्पष्ट किया कि इसे किसी की 'विजय या पराजय'के रूप में नहीं देखना चाहिए, बल्कि यह महाराष्ट्र और बाकी देश के संपूर्ण किसान समुदाय के हित में है। शेतकरी जागरण मोर्चा की मांगों में पिंक बॉलवर्म के हमले से किसानों को हुई क्षति की भरपाई, नकली बायोटेक बीज निर्माता व विक्रेता कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई, मूंग, उड़द पव सोयाबीन की फसलों में हुए नुकसान के लिए किसानों को पूरा मुआवजा, कृषि पंपों के लिए बिजली आपूर्ति बंद नहीं करने, किसानों के लिए प्रदेश सरकार की ओर सोने को बंधक रखने की स्कीम में छूट की अनुचित शर्तो को हटाने, नैफेड की ओर से घोषित सभी कृषि फसलों की न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीद और 15 जनवरी तक योग्य किसानों के कर्ज की माफी शामिल हैं। किसानों के तीन दिन के आंदोलन को सत्ताधारी भाजपा को छोड़कर प्रदेश के सभी राजनीतिक दलों का समर्थन प्राप्त था। बुजुर्ग नेता सिन्हा इससे पहले नोटबंदी और जीएसटी पर सवाल उठा चुके हैं।

बिना छूट के सम-विषम लागू करेगी दिल्ली सरकार

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नई दिल्ली, 6 दिसम्बर, दिल्ली सरकार ने बुधवार को राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण (एनजीटी) को भरोसा दिलाया कि वह अगली बार सम-विषम यातायात नियंत्रण योजना को न्यायाधिकरण के निर्देश के मुताबिक लाएंगी, जिसमें कोई छूट नहीं होगी।  एनजीटी ने दिल्ली सरकार व पड़ोसी राज्यों को अपनी कार्रवाई योजना स्पष्ट करने और वायु गुणवत्ता की गंभीरता के दौरान अपने ग्रेडेड रेस्पांस एक्शन प्लान (जीआरएपी) के क्रियान्वयन के तरीके बताने का निर्देश दिया है। न्यायाधिकरण ने एनसीआर के दूसरी सरकारों से भी सम-विषम योजना पर स्पष्टीकरण मांगा है। इससे पहले नवंबर में दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता 'सीवियर प्लस या इमरजेंसी'हालात में पहुंचने पर सम-विषम योजना को जीआरएपी के तहत लागू करने के लिए कहा गया था। एनजीटी ने दिल्ली सरकार को सड़क यातायात नियंत्रण योजना को बिना दोपहिया वाहनों व महिला चालकों को छूट दिए लागू करने का निर्देश दिया था। दिल्ली सरकार ने तब एक समीक्षा याचिका दायर की थी, जिसमें सार्वजनिक बसों की अपर्याप्त संख्या की वजह से छूट की मांग की गई थी। हालांकि, बाद में सरकार ने मांग की कि सम-विषम योजना सिर्फ दिल्ली ही नहीं पूरे एनसीआर में होगी। दिल्ली सरकार के वकील तरुणवीर सिंह खेहर ने कहा, "हम अगली बार न्यायाधिकरण द्वारा निर्देशित सम-विषम योजना को बिना छूट के लागू करेंगे।"हालांकि, सरकार की सराहना करते हुए एनजीटी प्रमुख न्यायमूर्ति स्वतंत्र कुमार की अगुवाई वाली पीठ ने और स्पष्टीकरण की मांग की। न्यायमूर्ति स्वतंत्र कुमार ने दिल्ली सरकार व पड़ोसी राज्यों-हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश व राजस्थान- से कहा, "सम-विषम वायु गुणवत्ता गंभीर स्थिति में पहुंचने पर लागू होगी, लेकिन अन्य दिनों के लिए क्या व्यवस्था है। आप हवा की गुणवत्ता के अत्यधिक खराब होने पर जीआरएपी का कैसे क्रियान्वयन करेंगे..अपने संबंधित मुख्य सचिवों के साथ बैठकर योजना बनाएं।"

विशेष आलेख : भ्रष्टाचार के खिलाफ नीति ही नहीं नीयत भी साफ हो

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दुनियाभर में 9 दिसंबर  को अंतरराष्ट्रीय भ्रष्टाचार विरोधी दिवस मनाया जाता है। इस दिवस का उद्देश्य भ्रष्टाचार के खिलाफ लोगों में जागरूकता फैलाना है। इस दिवस को मनाते हुए सभी सरकारी, प्राइवेट, गैर-सरकारी सस्थाएं एवं नागरिक संगठन भ्रष्टाचार के खिलाफ एकजुटता से लड़ाई लड़ने का संकल्प लेते हैं। 31 अक्टूबर 2003 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने एक प्रस्ताव पारित कर अंतरराष्ट्रीय भ्रष्टाचार विरोधी दिवस मनाये जाने की घोषणा की। भ्रष्टाचार के खिलाफ सम्पूर्ण राष्ट्र एवं दुनिया का इस जंग में शामिल होना, एक शुभ घटना कही जा सकती है, क्योंकि भ्रष्टाचार आज किसी एक देश की नहीं, बल्कि सम्पूर्ण विश्व की समस्या है। जैसे-जैसे इस दिवस को मनाने की सार्थकता सफलता की ओर बढ़ी, वैसे-वैसे मेरे मन में एक शंका जोर पकड़ती जा रही है कि एक शुभ शुरुआत का असर बेअसर न हो जाये क्योंकि यह समस्या कम होने की बजाय दिनोंदिन बढ़ती जा रही है। मेरी यह शंका बेवजह भी नहीं है, क्योंकि यह जंग उन भ्रष्टाचारियों से हैं जो एक बड़ी ताकत बन चुके हैं। असल में भ्रष्टाचार से लड़ना एक बड़ी चुनौती है, उसके विरुद्ध जन-समर्थन तैयार किया जाना जरूरी है, सभी गैर-राजनीतिक एवं राजनीतिक शक्तियों को उसमें सहयोग देना चाहिए।  भ्रष्टाचार क्या है? सार्वजनिक जीवन में स्वीकृत मूल्यों के विरुद्ध आचरण को भ्रष्ट आचरण समझा जाता है। आम जन जीवन में इसे आर्थिक अपराधों से जोड़ा जाता है। भ्रष्टाचार में मुख्य हैं-घूस (रिश्वत), चुनाव में धांधली, सेक्स के बदले पक्षपात, हफ्ता वसूली, जबरन चन्दा लेना, अपने विरोधियों को दबाने के लिये सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग, न्यायाधीशों द्वारा गलत या पक्षपातपूर्ण निर्णय, ब्लैकमेल करना, टैक्स चोरी, झूठी गवाही, झूठा मुकदमा, परीक्षा में नकल, परीक्षार्थी का गलत मूल्यांकन-सही उत्तर पर अंक न देना और गलत, अलिखित उत्तरों पर भी अंक दे देना, पैसे लेकर संसद में प्रश्न पूछना, पैसे लेकर वोट देना, वोट के लिये पैसा और शराब आदि बाँटना, पैसे लेकर रिपोर्ट छापना, अपने कार्यों को करवाने के लिये नगद राशि देना, विभिन्न पुरस्कारों के लिये चयनित लोगों में पक्षपात करना, आदि। भारत में भ्रष्टाचार की समस्या इतनी उग्र है कि हर व्यक्ति इससे पीड़ित एवं प्रताड़ित है। 

आम तौर पर सरकारी सत्ता और संसाधनों के निजी फायदे के लिए किये जाने वाले बेजा इस्तेमाल को भ्रष्टाचार की संज्ञा दी जाती है। एक दूसरी और अधिक व्यापक परिभाषा यह है कि निजी या सार्वजनिक जीवन के किसी भी स्थापित और स्वीकार्य मानक का चोरी-छिपे उल्लंघन भ्रष्टाचार है। विभिन्न मानकों और देशकाल के हिसाब से भी इसमें तब्दीलियाँ होती रहती हैं। मसलन, भारत में रक्षा सौदों में कमीशन खाना अवैध है इसलिए इसे भ्रष्टाचार और राष्ट्र- विरोधी कृत्य मान कर घोटाले की संज्ञा दी जाती है। लेकिन दुनिया के कई विकसित देशों में यह एक जायज व्यापारिक कार्रवाई है। संस्कृतियों के बीच अंतर ने भी भ्रष्टाचार के प्रश्न को पेचीदा बनाया है। भ्रष्टाचार का मुद्दा एक ऐसा राजनीतिक प्रश्न है जिसके कारण कई बार न केवल सरकारें बदल जाती हैं। बल्कि यह बहुत बड़े-बड़े ऐतिहासिक परिवर्तनों का वाहक भी रहा है। असल में भ्रष्टाचार एक विश्वव्यापी समस्या है। भारत में इसने कहर ढ़ाया है। इसके खिलाफ लड़ाई केवल किसी एक अन्ना हजारे की नहीं, 1 अरब 25 करोड़ जनता के हितों की लड़ाई है, जिसे हर व्यक्ति को लड़ना होगा। ‘वही हारा जो लड़ा नहीं’- अब अगर हम नहीं लड़े तो भ्रष्टाचार की आग हर घर को स्वाहा कर देगी।  नेहरू से मोदी तक की सत्ता-पालकी की यात्रा, लोहिया से राहुल-सोनिया तक का विपक्षी किरदार, पटेल से राजनाथ सिंह तक ही गृह स्थिति, हरिदास से हसन अली तक के घोटालों की साईज। बैलगाड़ी से मारुति, धोती से जीन्स, देसी घी से पाम-आॅयल, लस्सी से पेप्सी और वंदे मातरम् से गौधन तक होना हमारी संस्कृति का अवमूल्यन- ये सब भारत हैं। हमारी कहानी अपनी जुबानी कह रहे हैं। जिसमें भ्रष्टाचार व्याप्त है। वैसे तो भ्रष्टाचार ने पूरी दुनिया को अपनी गिरफ्त में ले रखा है, पर यदि हम अपने देश भारत की बात करें तो ये सबसे ज्यादा ऊपर के स्तर पर मौजूद दीखता है। पिछले काफी अरसे से देश की जनता भ्रष्टाचार से जूझ रही है और भ्रष्टाचारी मजे कर रहे हैं। पंचायतों से लेकर संसद तक भ्रष्टाचार का बोलबाला है। सरकारी दफ्तरों के चपरासी से लेकर आला अधिकारी तक बिना रिश्वत के सीधे मुंह बात तक नहीं करते। भ्रष्टाचार के कारण जहां देश के राष्ट्रीय चरित्र का हनन होता है, वहीं देश के विकास की समस्त योजनाओं का उचित पालन न होने के कारण जनता को उसका लाभ नहीं मिल पाता। जो ईमानदार लोग होते हैं, उन्हें भयंकर मानसिक, शारीरिक, नैतिक, आर्थिक, सामाजिक यन्त्रणाओं का सामना करना पड़ता है। अधिकांश धन कुछ लोगों के पास होने पर गरीब-अमीर की खाई दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। समस्त प्रकार के करों की चोरी के कारण देश को भयंकर आर्थिक क्षति उठानी पड़ रही है। देश की वास्तविक प्रतिभाओं को धुन लग रहा है। भ्रष्टाचार के कारण कई लोग आत्महत्याएं भी कर रहे हैं। भ्रष्टाचार रूपी बुराई ने कैंसर की बीमारी का रूप अख्तियार कर लिया है। ‘मर्ज बढ़ता गया, ज्यों-ज्यों दवा की’ वाली कहावत इस बुराई पर भी लागू हो रही है। संसद ने, सरकार ने और प्रबुद्ध लोगों व संगठनों ने इस बुराई को खत्म करने के लिए अब तक के जो प्रयास किए हैं, वे अपर्याप्त सिद्ध हुए हैं। अब तो हालत यह हो गई है कि हमारा देश भ्रष्टाचार के मामले में भी लगातर तरक्की कर रहा है। विकास के मामले में भारत दुनिया में कितना ही पीछे क्यों न हो, मगर भ्रष्टाचार के मामले में नित नये कीर्तिमान बना रहा है। 

देश के विकास को केवल राजनीतिज्ञों के भरोसे छोड़ देने का यह नतीजा है। जबकि हमारे साथ या बाद में आजाद हुए देशों की प्रगति अनेक क्षेत्रों में हमसे अधिक बेहतर है, बावजूद इसके कि संसाधनों व दिमागों की हमारे पास कमी नहीं है। आज भी ऐसे लोग हैं जो न विधायक हैं, न सांसद, न मंत्री, पर वे तटस्थ व न्यायोचित दृष्टिकोणों से अपनी प्रबुद्धता व चरित्र के बल पर राष्ट्र के व्यापक हित में अपनी राय व्यक्त करते हैं। आवश्यकता भी है कि ऐसे साफ दिमागी, साफ गिरेबान के लोगों का समूह आगे आए और इन रंग चढ़े हुए राजनीतिज्ञों एवं भ्रष्टाचार में आकंठ डूबे नौकरशाहों एवं सत्ताधरियों के लिए आईना बने। अपने चेहरे की झुर्रियां, रोज-रोज चेहरे पर फिरने वाले हाथों को महसूस नहीं होती, पर आईना उन्हें दिखा देता है। भ्रष्टाचार के खात्मे के लिये कोई हांगकांग आदर्श उदाहरण प्रस्तुत कर सकता है या कोई श्रीधरण मेट्रो का जाल बिछा सकता है तो कोई जन लोकपाल विधेयक क्यों नहीं भ्रष्टाचार का सफाया कर सकता है, नोटबंन्दी एवं जीएसटी जैसे कठोर आर्थिक निर्णय लिये जा सकते हैं -ये ऐसे प्रश्न हैं जो हर हिन्दुस्तानी को मथ रहा है। लेकिन इसके लिये जरूरी है भ्रष्टाचार के मुद्दे पर एक नयी राजनीतिक शक्ति को संगठित करने की। ऐसा इसलिये जरूरी है क्योंकि वर्तमान सरकार के कार्यकलाप और नीयत पर भी धीरे-धीरे भरोसा उठने लगा है। यहां यह भी विचारणीय है कि लगभग अन्ना हजारे वाले मुद्दों को लेकर ही जेपी ने आन्दोलन छेड़ा और तत्कालीन सरकार को हटने पर मजबूर किया। स्थितियां आज भी वैसी ही बन चुकी हैं, सबब यह है कि हम जेपी आन्दोलन की कमियों से प्रेरणा ले और एक ऐसा उदाहरण प्रस्तुत करें कि भ्रष्टाचार और ऐसी ही समस्याएं बार-बार सिर उठाने का प्रयत्न न करें। हर राष्ट्र के सामने चाहे वह कितना ही समद्ध हो, विकसित हो, कोई न कोई चुनौती रहती है। चुनौतियों का सामना करना ही किसी राष्ट्र की जीवन्तता का परिचायक है। चुनौती नहीं तो राष्ट्र सो जायेगा। नेतृत्व निष्क्रिय हो जायेगा। चुनौतियां अगर हमारी नियति है, तो उसे स्वीकारना और मुकाबला करना हमें सीखना ही होगा और इसके लिये हर व्यक्ति को अन्ना हजारे बनना होगा। 

हमारे राष्ट्र के सामने अनैतिकता, महंगाई, बढ़ती जनसंख्या, प्रदूषण, आर्थिक अपराध आदि बहुत सी बड़ी चुनौतियां पहले से ही हैं, उनके साथ भ्रष्टाचार सबसे बड़ी चुनौती बनकर खड़ी है। राष्ट्र के लोगों के मन में भय, आशंका एवं असुरक्षा की भावना घर कर गयी है। कोई भी व्यक्ति, प्रसंग, अवसर अगर राष्ट्र को एक दिन के लिए ही आशावान बना देते हैं तो वे महत्वपूर्ण होते हैं। पर यहां तो निराशा और भय की लम्बी रात की काली छाया व्याप्त है। मोदी के रूप में एक भरोसा जगा क्योंकि मनमोहन सिंह की सरकार ‘जैसा चलता है, वैसे चलता रहे’ में विश्वास रखती थी, जिससे भ्रष्टाचार की समस्या को नये पंख मिले। उन्हें इस बात को समझना चाहिए था कि वे देश के प्रधानमंत्री है, राष्ट्र के हितों की रक्षा उनका पहला दायित्व है। उन्होंने टू-जी स्पैक्ट्रम घोटाले पर शुरू में लीपापोती की, थामस की सीवीसी पद पर नियुक्ति का जमकर बचाव किया, खेलों में भ्रष्टाचार को नजरअंदाज किया। ऐसा बहुत कुछ कहा जिससे साबित हुआ कि वे काजल की कोठरी में रहते हुए खुद अपने को और अपनी सरकार के कपड़ों को पूरी तरह धवल दिखाना चाहते थे और ऐसा करते हुए वे देश की आत्मा को तार-तार करते रहे, देश की अस्मिता एवं अस्तित्व को दागदार बनाते रहे। बर्फ की शिला खुद तो पिघल जाती है पर नदी के प्रवाह को रोक देती है। बाढ़ और विनाश का कारण बन जाती है। इन श्रीहीन स्थितियों पर नियंत्रण के लिये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किसी खूबसूरत मोड को तलाशने की कोशिश की।  भ्रष्टाचार के खिलाफ कुछ सार्थक करने का प्रयत्न किया। ऐसा इसलिये जरूरी हो गया कि हमारा राष्ट्र नैतिक, आर्थिक, राजनैतिक और सामाजिक सभी क्षेत्रों में मनोबल, नैतिकता एवं चरित्र के दिवालिएपन के कगार पर खड़ा हो गया था। और हमारा नेतृत्व गौरवशाली परम्परा की अक्षुण्णता, वास्तविक विकास और हर भ्रष्टाचारमूलक खतरों से मुकाबला करने में नकारा साबित हो गया था। अब प्रधानमंत्राी नरेन्द्र मोदी अपनी नेकनीयत का बखान कर रहे हैं,  देखना यह है कि वे भ्रष्टाचार को समाप्त करने में कितने सफल होते हैं। नदी में गिरी बर्फ की शिला को गलना है, ठीक उसी प्रकार उन बाधक तत्वों को भी एक न एक दिन हटना है। यह स्वीकृत सत्य है कि जब कल नहीं रहा तो आज भी नहीं रहेगा। उजाला नहीं रहा तो अंधेरा भी नहीं रहेगा। कभी गांधी लड़ा तो कभी जयप्रकाश नारायण ने मोर्चा संभाला, अब यह चुनौती मोदी ने झेली है तो उसे उनको अंजाम तक पहुंचाना होगा और इसकी पहली शर्त है वे गांधी बने । वह गांधी जिसे कोई राजनीतिक ताप सेक न सका, कोई पुरस्कार उसका मूल्यांकन न कर सका, कोई स्वार्थ डिगा न सका, कोई लोभ भ्रष्ट न कर सका। मोदी को गांधी बनना ही होगा। भ्रष्टाचार आयात भी होता है और निर्यात भी होता है। पर इससे मुकाबला करने का मनोबल हृदय से उपजता है। आज आवश्यकता केवल एक होने की ही नहीं है, आवश्यकता केवल चुनौतियों को समझने की ही नहीं है, आवश्यकता है कि हमारा मनोबल दृढ़ हो, चुनौतियों का सामना करने के लिए हम ईमानदार हों और अपने स्वार्थ को नहीं परार्थ और राष्ट्रहित को अधिमान दें। अन्यथा कमजोर और घायल राष्ट्र को खतरे सदैव घेरे रहेंगे। 






livearyaavart dot com
(ललित गर्ग)
60, मौसम विहार, तीसरा माला, 
डीएवी स्कूल के पास, दिल्ली-110051
फोनः 22727486, 9811051133

बिहार : इण्टर परीक्षा फाॅर्म शुल्क वृद्धि के खिलाफ छात्रों का फूटा आक्रोश, इण्टर कौंसिल पर रोषपूर्ण प्रदर्शन

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  • मेन गेट का ताला तोड़ते हुए अंदर घुस किया प्रदर्शन ठैम्ठ अध्यक्ष का इण्टर कौंसिल गेट पर किया पुतला दहन 5 छात्रों को कोतवाली थाना ने किया गिरफ्तार ढेर शाम नोटिस देकर रिहा किया।

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पटना:- आॅल इण्डिया स्टूडेन्ट्स फेडरेशन के बैनर तले दर्जनों छात्रों ने आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन करते हुए मेन गेट का ताला तोड़कर अन्दर घुस सभा किया। ज्ञात हो कि इण्टर परीक्षा फाॅर्म भरने में छात्रों से 1200/- रु॰ वसूला जा रहा है। पिछले साल 900 रु॰ शुल्क था इस बार 300/- रु॰ की बेतहाशा फीस बढ़ोतरी पर छात्र आक्रोशित है। ए॰आई॰वाई॰एफ॰ राज्य परिषद् के आह्वान पर पूरे राज्य मंे बेगूसराय, छपरा, मोतिहारी, मधेपुरा, दरभंगा, पटना में छात्र शुल्क वृद्धि के खिलाफ सड़कों पर उतर विरोध किया वहीं आज छात्रों ने मौर्यालोक मंे जुटकर वहाँ से मार्च करते हुए इण्टर कौंसिल पहुंचा जहाँ बी॰एस॰ई॰बी॰  अध्यक्ष आनंद किशोर का पुतला दहन भी किया। छात्र बोर्ड अध्यक्ष से वार्ता की माँग करते हुए गेट पर प्रदर्शन करने लगे। छात्रों से डिलीगेशन नहीं मिलाने पर छात्र उग्र हो गये और गेट तोड़ते हुए अन्दर कैंपस में पहुँच जोर-जोर से नारा लगा रहे थे परीक्षा फार्म मंे बेतहाशा शुल्क वृद्धि वापस लो, छात्रों से वाता करनी होगी, अवैध वसूली नहीं चलेगा, आदि तभी कोतवाली थाना से बड़े संख्या में पुलिस बल आ पहुँचे और छात्रों को गिरफ्तार कर कोतवाली थाने ले गया गिरफ्तार छात्रों मंे राज्य उपाध्यक्ष सुशील उमाराज, जिला उपाध्यक्ष जन्मेजय कुमार, राज्य पार्षद सदस्य बिट्टू, पटना ला कालेज के छात्र पंकज, महानगर इकाई के अक्षय कुमार, जिनको देर शाम नोटिस देकर रिहा किया गया। सभा की अध्यक्षता महानगर इकाई के छात्र तौसीक आलम ने किया। प्रदर्शन मंे मुख्य रूप से राजीव कुमार, पटना वि॰वि॰ अध्यक्ष राकेश प्रसाद, विकास यादव, कासिब, आदर्श कुमार, आदित्य कुमार, आर्ट कालेज के दशरथ कुमार, आदि दर्जनों छात्र मौजूद रहे।

बिहार : '2 किलोमीटर तक उड़ती है मक्खी'

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हरनौत,(नालंदा):हरनौत प्रखंड में है चौरियां पंचायत. इस पंचायत में है भाथा गांव.गत दिनों हरनौथ प्रखंड परिसर में जीवा नामक संस्था की कार्यक्रम  निदेशक स्वामिनी आदित्यानंद सरस्वती ने कहा कि मालवाहक है मक्खियां.जो पैखाना पर बैठने के बाद 2 किलोमीटर की दूरी तय करके खाना पर बैठ जाती है.चार पैर और दो सूड़ के सहारे जीवाणुओं पर बैठकर खाना को दुषित कर देती है.जिसे खाकर रोगी बन जाते हैं. उसे साक्षात प्रयोगकर दिखाया है रंजीत कुमार सिंह.ग्रामीणों से सब्जी-भात मांगकर लाये थे.कार्यक्रम  करने वाले मंच पर रख दिये.पलक झपकते ही मक्खियां सब्जी-भात पर बैठ गयी.जिसको लेकर विस्तार से चर्चा की गयी.

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर 07 दिसंबर

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सशस्त्र सेना झंडा दिवस पर कलेक्टर एवं अन्य को ध्वज बेच लगाया

सशस्त्र सेना झंडा दिवस पर आज जिला सैनिक कल्याण कार्यालय के अधिकारी एवं एनसीसी कैडेट ने आज कलेक्टेªट में पहुंचकर कलेक्टर सहित अन्य अधिकारियों को ध्वज बेच लगाया। कलेक्टर श्री अनिल सुचारी ने जिलाधिकारियों एवं अन्य सभी से आग्रह करते हुए कहा कि सशस्त्र सेना झंडा दिवस पर जो बेच लगाए जाते है उनमें अधिक से अधिक संग्रह पेटी में राशि का सहयोग करेें। उन्होंने कहा कि भारतीय सशस्त्र सेनाओं के जो जवान देश की रक्षा, राज्य की सुरक्षा की कार्यवाही के अंतर्गत सुरक्षा एवं प्राकृतिक आपदाओं में कर्तव्य पालन के समय वीरगति को प्राप्त हो जाते है ऐसे सैनिको को स्मरण करने, सम्मान देने तथा देश की जनता का अपने सैनिको के प्रति एकजुट प्रकट करने के लिए देश भर में प्रतिवर्ष सात दिसम्बर को सशस्त्र सेना झंडा दिवस के रूप में मनाया जाता है। सशस्त्र सेना झंडा दिवस पर आमजनों में टोकन, कार ध्वज वितरित कर धन एकत्रित किया जाता है यह धन शहीदो के आश्रित परिजनों के उपयोग में लाया जाता है। विदिशा जिले को इस वर्ष चार लाख 59 हजार 585 रूपए का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

दस्तावेंजों के सत्यापन हेतु अधिकारी नियुक्त

कलेक्टर श्री अनिल सुचारी ने मुख्यमंत्री भावांतर भुगतान योजना के पोर्टल पर राजस्व एवं कृषि उपज मंडी समिति के द्वारा भरे गए डाटा के आधार पर भुगतान के पूर्व पंजीकृत किसानों के सभी दस्तावंेजो एवं पोर्टल पर फीडिंग का दस प्रतिशत निरीक्षण एवं सत्यापन के लिए मंडीवार अधिकारी नियुक्त करने का आदेश जारी कर दिया है। जारी आदेशानुसार कृषि उपज मंडी बासौदा के लिए किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग के उप संचालक श्री पीके चैकसे, विदिशा कृषि उपज मंडी हेतु एनआईसी के डीआईओ श्री एमएल अहिरवार, गुलाबगंज मंडी हेतु लीड बैंक अधिकारी श्री विजय गुप्ता, सिरोंज मंडी के लिए मध्यप्रदेश राज्य नागरिक आपूर्ति निगम के जिला प्रबंधक श्री अशोक राय को तथा शमशाबाद एवं लटेरी कृषि उपज मंडी के निरीक्षण एवं सत्यापन हेतु जिला विपणन अधिकारी श्री नीरज भार्गव को नियुक्त किया गया है। 

नेशनल लोक अदालत का आयोजन नौ को

नेशनल लोक अदालत का आयोजन नौ दिसम्बर को किया गया है जिला न्यायाधीश श्री विपिन बिहारी शुक्ला के मार्गदर्शन में आयोजित नेशनल लोक अदालत जिला न्यायालय परिसर में प्रातः 10.30 बजे से शुरू होगी।नेशनल लोक अदालत का सफल आयोजन हो इसके लिए जिला मुख्यालय पर 12 खण्ड पीठो का गठन किया गया है इसी प्रकार तहसील स्तर पर भी खण्ड पीठो का गठन किया गया है जिसमें गंजबासौदा में छह, सिरोंज मंे तीन, लटेरी एवं कुरवाई में क्रमशः एक-एक, इस प्रकार कुल 23 खण्ड पीठो के माध्यम से राजीनामायोग्य प्रकरणों को आपसी सहझौता के आधार पर निराकरण किया जाएगा। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव ने बताया कि जिला एवं तहसील न्यायालयों में लंबित कुल आपराधिक शमनीय प्रकरण 794, धारा 138 के 691, मोटर दुर्घटना क्षतिपूर्ति दावा के 341 प्रकरण, विद्युत बिल के 520, वैवाहिक विवादों के 163, अन्य सिविल के 251 प्रकरण के साथ अन्य प्रकृति के 454 प्रकरण नेशनल लोक अदालत में रखे जाएंगे। इस प्रकार न्यायालय में लंबित कुल 3173 प्रकरण निराकरण हेतु रखे जाएंगे। इसके अलावा बैंक रिकवरी के 5078 प्रीलिटीगेशन प्रकरण, विद्युत बिल के 6240, जलकर के 1850 सहित प्रीलिटीगेशन 13168 प्रकरण रखे जाएंगे। 

महिला जेल परिसर में टीकाकरण का शुभांरभ

मिशन इन्द्रधनुष अभियान के तहत गुरूवार को जिला महिला जेल प्रागंण में टीकाकरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया था जिसमें अपर कलेक्टर श्री एचपी वर्मा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ बीएल आर्य, जेल अधीक्षक श्री राकेश मिहोरिया एवं टीकाकरण अधिकारी श्री प्रमोद मिश्रा सहित अन्य ने टीकाकरण के पुनीत कार्य में सहभागिता निभाई। अपर कलेक्टर श्री एचपी वर्मा ने टीकाकरण के महत्व पर प्रकाश डालते हुए जिले की समस्त महिला बंदियों एवं चिन्हित बच्चों का टीकाकरण अनिवार्यतः समयावधि में कराने की सीख उन्होंने दी। टीकाकरण अधिकारी डाॅ प्रमोद मिश्रा ने आयोजन के उद्वेश्यों को रेखांकित करते हुए कहा कि महिला बंदी एवं उनके बच्चे टीकाकरण से वंचित ना हो इसके लिए विशेष पहल ‘‘जो ना पहुंचे हम तक, हम पहुंचे उन तक’’ की तर्ज पर क्रियान्वित किया जा रहा है।

एकात्म यात्रा में बढ़ चढ़कर सहयोग करें

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आदि शंकराचार्य की प्रतिमा हेतु धातु संग्रह एवं जनजागरण अभियान के तहत एकात्म यात्रा विदिशा जिले में नौ जनवरी 2018 को पहुंचेगी। यात्रा के मद्देनजर आमजनों की अधिक से अधिक सहभागिता हो और उन सभी तक संदेश पहुंचे इसी उद्वेश्य से गुरूवार को दी एमपी स्टेट माइनिंग कार्पोरेशन लिमिटेड के अध्यक्ष श्री शिव चैबे की अध्यक्षता में यात्रा समन्वयक एकात्म यात्रा (पचमठा, रीवा यात्रा मार्ग क्रमांक 03) की तैयारियों के संबंध में समीक्षा बैठक कलेक्टेªट के सभाकक्ष में आयोजित की गई थी। केबिनेट मंत्री दर्जा प्राप्त श्री चैबे ने कहा कि ओंकारेश्वर में माॅ नर्मदा नदी के तट पर आदि शंकराचार्य की प्रतिमा स्थापित की जाएगी। इसके लिए धातु संग्रह एवं जनजागरण अभियान चार स्थानों से एक साथ 19 दिसम्बर को प्रारंभ होगी। एकात्म यात्रा 21 जनवरी 2018 को ओंकारेश्वर पहुंचेगी और 22 जनवरी को प्रतिमा स्थापना हेतु भूमिपूजन तथा शिलान्यास कार्यक्रम जन संवाद के साथ होगा। कार्यक्रम को विधायक श्री कल्याण सिंह ठाकुर, नगरपालिका अध्यक्ष श्री मुकेश टण्डन और श्री राजेश तिवारी ने तथा संत श्री कनक बिहारी और श्री नारायण दास ने भी सम्बोधित किया। आभार जिला जन अभियान परिषद समिति के उपाध्यक्ष श्री राकेश जादौन ने व्यक्त किया। कलेक्टर श्री अनिल सुचारी ने एकात्म यात्रा कार्यक्रम की रूपरेखा और रूटचार्ट की जानकारी देेते हुए बताया कि जिले में नौ जनवरी को एकात्म यात्रा संाची से होते हुए प्रवेश करेगी। माधवगंज चैराहे पर जन संवाद दोपहर 12 बजे के पश्चात् गुलाबगंज के लिए रवाना होगी। भोजन एवं रात्रि विश्राम गुलाबगंज के मैरिज गार्डन में तत्पश्चात् दस जनवरी को गंजबासौदा से प्रातः सिरोंज के लिए प्रस्थान करेगी। सिरोंज के श्री कृष्ण गौशाला में रात्रि विश्राम एवं भोजन करेंगी। सिरोंज से लटेरी के लिए तथा लटेरी से महानीम चैराहा शमशाबाद के लिए प्रस्थान करेंगी। एकात्म यात्रा में शामिल रात्रि भोजन व विश्राम बैरसिया में करेगें। जिला जन अभियान परिषद की जिला समन्वयक अधिकारी ने एकात्म यात्रा के उद्वेश्य, यात्रा की रणनीति, रूटचार्ट, जिला स्तर पर किए जाने वाले प्रबंध से अवगत कराते हुए बताया कि प्रत्येक पंचायत स्तर पर एक-एक कलश के माध्यम से धातु एवं प्रतीक स्वरूप मिट्टी का संग्रहण किया जाएगा। जिले की पंचायतों के कलशों को जन अभियान परिषद के माध्यम से खण्डवा कलेक्टर तक पहुंचाने की व्यवस्था क्रियान्वित की जाएगी। मौके पर श्री गिरधर शास्त्री ने अपनी ओर से सवा किलो पीतल और सवा ग्राम सोना देने की घोषणा की।  बैठक में काॅ-आपरेटिव बैंक के अध्यक्ष एवं एकात्म यात्रा के जिला प्रभारी श्री श्यामसुन्दर शर्मा सहित अन्य जनप्रतिनिधि के अलावा पुलिस अधीक्षक श्री विनीत कपूर, अपर कलेक्टर श्री एचपी वर्मा समेत जिले के गणमान्य नागरिक मौजूद थे। 

जरूरतमंद मरीजों को 100 अच्छे कम्बल भेट किये

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आज विदिशा सरकारी अस्पताल मे ''चलो आज कुछ अच्छा करते है''ग्रुप द्वारा  ठंड से ठिठुरते जरूरतमंद मरीजों को 100 अच्छे कम्बल भेट किये गए एवं इसी तरह के कार्य हर सप्ताह किये जाएंगे । ग्रुप के सभी सदस्य अस्पताल में मौजूद थे । ग्रुप के कुलदीप शर्मा ने बताया कि कई बार अस्पताल जाने का मौका लगा एवेम वहाँ जनरल वार्ड की स्थिति ये थी कि रात भर मरीज ठंड से ठिठुर रहे थे तब सभी ग्रुप सदस्यो ने यह निर्णय लिया कि सरकारी अस्पताल के  हर वार्ड में हीटर  एवेम कंबल भेट किये जायेंगे इसी संदर्भ में आज 100 कम्बल भेट किये एवेम अगले सप्ताह 30 बजाज  हीटर भेट किये जायेंगे

विशाल नैत्र परीक्षण षिविर

विदिषा:- लांयस क्लव अलंकृता, महाकाल गु्रप एवं लायंस क्लव विदिषा द्वारा सद्गुरू नैत्र चिकित्सालय के सहयोग से उदयगिरी सौनपुरा के जनपद भवन में विष्व विकलांग दिवस के उपलक्ष्य में एक नैत्र परीक्षण षिविर का आयोजन किया गया। अध्यक्ष लायन शषि बंसल ने बताया कि दोपहर 12 से 3 बजे तक लगभग 117 मरीजो का परीक्षण किया गया जिसमें 13 मरीज मोतियाविंद के एवं 15 दृष्टि बाधा के चिन्हित किये गये। मोतियाबिंद के मरीजों को आनदपुर भेजकर उनके आॅपरेषन करवायें जायेंगे एवं दृष्टि बाधा के मरीजों को चष्में बनवाकर प्रदान कियें जायेंगे समस्त सुविधायें एवं चष्में निः शुल्क उपलब्ध करवायी जायेंगी। षिविर में आवष्यक दवायें भी जरूरतमंद मरीजों को दी गई। महाकाल गु्रप के साथियों ने अपनी विषिष्ट सेवा प्रयासों से ग्रामीणो को परीक्षण हेतु घर घर जाकर प्रेरित किया एवं आगे इलाज हेतु डंडापुरा केन्द्र एवं आनंदपुर में आगे इलाज हेतु भेजने की जिम्मेदारी ली। अलंकृता अध्यक्ष शषि बंसल, उपाध्यक्ष पूनम भार्गव, सचिव हेमांगी कोठारी, कोषाध्यक्ष अंजू कटारे के अतिरिक्त अन्य सदस्यों के सक्रिय सहयोग एवं उपस्थिति ने षिविर को सफल बनाया।

सेंसेक्स 352 अंक चढ़ा, निफ्टी 10,100 अंक के पार

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मुंबई, सात दिसंबर, बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स आज 352 अंक चढ़कर 32,949.21 अंक पर पहुंच गया। बैंक, वाहन और धातु कंपनियों के शेयरों में लिवाली से बाजार में तेजी आई। नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी 10,100 अंक के स्तर को पार कर गया। ब्रोकरों ने कहा कि हालिया गिरावट के रुख के बाद मूल्यवर्धन वाली खरीदारी के अवसरों का निवेशकों ने फायदा उठाया। बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स आज पूरे दिन सकारात्मक रुख में रहा। इसने 32,992.21 अंक का उच्चस्तर भी छुआ। अंत में सेंसेक्स 352.03 अंक या 1.08 प्रतिशत के लाभ से 32,949.21 अंक पर बंद हुआ। एक नवंबर के बाद सेंसेक्स में यह एक दिन की सबसे ऊंची बढ़त है। उस दिन सेंसेक्स 387.14 अंक चढ़ा था। 30 नवंबर के बाद यह सेंसेक्स का सबसे ऊंचा बंद स्तर है। सेंसेक्स कल 205 अंक टूटा था। भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा नीतिगत दरों में कटौती न करने और मुद्रास्फीति के अनुमान को बढ़ाने से बाजार में गिरावट आई थी। नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी 122.60 अंक या 1.22 प्रतिशत के लाभ से 10,166.70 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 10,182.65 से 10,061.90 अंक के दायरे में रहा। 25 मई के बाद निफ्टी में यह एक दिन की सबसे ऊंची बढ़त है। उस दिन निफ्टी 149.20 अंक चढ़ा था।

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य बाजार रणनीतिकार आनंद जेम्स ने कहा, ‘‘मुद्रास्फीति बढ़ने की आशंका के बीच रिजर्व बैंक के तटस्थ रुख से शेयरों में आकर्षण बना।’’ दूरसंचार, टिकाऊ उपभोक्ता सामान, बिजली, पूंजीगत सामान, वाहन, तेल एवं गैस तथा रीयल्टी सहित बीएसई के सभी वर्गों के सूचकांक लाभ में रहे। वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल के दाम तीन प्रतिशत गिरने के बाद 63 डॉलर प्रति बैरल पर आ गए। इससे सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम कंपनियों एचपीसीएल, बीपीसीएल तथा आईओसी के शेयरों में 1.83 प्रतिशत तक की बढ़त रही। शेयर बाजारों के अस्थायी आंकड़ों के अनुसार कल घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 995.11 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे, जबकि विदेशी कोषों ने 1,217.92 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। सेंसेक्स की कंपनियों में भारती एयरटेल का शेयर 6.08 प्रतिशत तक चढ़ गया। अन्य कंपनियों में एशियन पेंट्स, मारुति सुजुकी, टाटा स्टील, बजाज आटो, एनटीपीसी, एलएंडटी, आईसीआईसीआई बैंक, हिंद यूनिलीवर, एसबीआई, टाटा मोटर्स, ल्यूपिन, अडाणी पोर्ट, हीरो मोटोकार्प, पावर ग्रिड और इन्फोसिस 3.29 प्रतिशत तक चढ़ गए। हालांकि, सनफार्मा, विप्रो, सिप्ला, टीसीएस तथा कोल इंडिया में नुकसान रहा। एशियाई बाजारों में जापान का निक्की 1.45 प्रतिशत, हांगकांग का हैंगसेंग 0.29 प्रतिशत चढ़ गया। हालांकि, शांगहाए कम्पोजिट 0.67 प्रतिशत नीचे आया। शुरुआती कारोबार में यूरोपीय बाजार ऊपर चल रहे थे।

अय्यर ने मोदी को नीच आदमी कहा

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नयी दिल्ली, सात दिसंबर, एक विवादित टिप्पणी में कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नीच आदमी बताया जो गंदी राजनीति करते हैं । मोदी द्वारा पार्टी पर यह आरोप लगाए जाने के बाद कि वह बी आर अंबेडकर के नाम पर वोट तो मांग रही है लेकिन भारत के निर्माण में उनके योगदान को समाप्त करने का प्रयास कर रही है, अय्यर ने कहा, ‘‘वह (मोदी) नीच किस्म के आदमी हैं जिन्हें सभ्यता नहीं है ।’’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 23 साल पहले सोचे गए अंबेडकर अंतरराष्ट्रीय केंद्र के उद्घाटन के मौके पर कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा था कि अंबेडकर के नाम पर वोट मांगने वाली पार्टियों ने राष्ट्रनिर्माण में उनके योगदान को मिटाने का प्रयास किया ।

मध्यप्रदेश : शौचालय को लेकर बहू ने की पुलिस में शिकायत

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हरदा, सात दिसंबर, मध्यप्रदेश के हरदा में एक बहू ने घर में शौचालय बनवाने की मांग को लेकर पुलिस में शिकायत की। पुलिस के समझाने के बाद सास-ससुर ने घर में बहू को नया शौचालय बनवाकर दिया और विवाद का पटाक्षेप हो गया। थाना प्रभारी निरीक्षक पंकज त्यागी ने आज बताया कि जिला अस्पताल के पीछे रहने वाले 17 सदस्यीय परिवार के लड़के से दो साल पहले निकाह कर आयी बहू अंजुम को शौचालय की समस्या से परेशान होना पड़ा। बड़े परिवार में केवल एक शौचालय के कारण आये दिन विवाद होने लगा। उन्होंने बताया कि विवाद बढ़ने पर अंजुम ने घर में एक और नया शौचालय बनाने की मांग की। घर के बड़े नाराज हो गए और झगड़ा बढ़ गया। इसके बाद बहू ने नाराज होकर पुलिस थाने में अपने पति को छोड़कर बाकी सभी घरवालों की खिलाफ शिकायत दर्ज करा दी। उन्होंने बताया कि पुलिस जांच में शौचालय के विवाद की बात सामने आयी तो हमने परिवार को टूटने से बचाने के लिए परिवार के लोगों को समझाया और उनके बीच सहमति बनाने के प्रयास किये। इसके बाद अंजुम के सास ससुर घर में नया शौचालय बनावाने के लिये तैयार हो गये और प्रशासन की मदद से नया शौचालय तैयार हो गया। त्यागी ने बताया कि नया शौचालय बनने से खुश अंजुम ने पुलिस को धन्‍यवाद देते हुए कहा कि अब कोई विवाद नहीं है। अंजुम की सास नजमा ने कहा कि नया शौचालय बनने से घर में सब खुश है और उनका परिवार टूटने से बच गया।

अय्यर की टिप्पणी ‘कुलीन मानसिकता’ का परिचायक : जेटली

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नयी दिल्ली, 7 दिसंबर, कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को ‘नीच’ संबोधित करने पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए केन्द्रीय वित्त मंत्री अरूण जेटली ने आज कहा कि यह ऐसी मानसिकता का परिचायक है कि इस देश में ‘केवल एक कुलीन परिवार’ ही शासन कर सकता है। अय्यर ने आज मोदी को ‘नीच आदमी’ संबोधित किया था । इससे पहले प्रधानमंत्री ने कहा था कि बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के जाने के बरसों बाद तक राष्ट्र निर्माण में उनके योगदान को मिटाने के प्रयास किए जाते रहे लेकिन जिस ‘परिवार’ के लिए ये सब किया गया, उस परिवार से कहीं ज्यादा लोग आज बाबा साहेब से प्रभावित हैं । अय्यर की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए जेटली ने कहा कि प्रधानमंत्री को ‘नीच’ कह कर कांग्रेस पार्टी ने भारत के कमजोर एवं पिछड़े वर्ग के लोगों को चुनौती देने का काम किया है। वित्त मंत्री ने अपने ट्वीट में कहा, ‘‘लोकतंत्र की ताकत तब प्रदर्शित होगी जब एक कमजोर पृष्ठभूमि से आने वाला व्यक्ति राजनीति तौर पर वंशवाद और उसके प्रतिनिधियों को पराजित करेगा । एक अन्य ट्वीट में जेटली ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री को मणिशंकर अय्यर द्वारा नीच संबोधित करना ऐसी मानसिकता को प्रदर्शित करता है कि केवल एक कुलीन परिवार ही शासन कर सकता है, बाकी सब ‘नीच’ हैं ।

अय्यर के ‘नीच आदमी’ वाले बयान पर मोदी का पलटवार, बताया गुजरात का अपमान

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सूरत, सात दिसंबर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपने लिए कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर द्वारा ‘नीच आदमी’ बोले जाने के बाद पलटवार करते हुए कहा कि उनकी जाति को लेकर उन्हें निशाना बनाया जा रहा है। यहां एक चुनावी रैली को संबोधित कर रहे मोदी ने कहा कि अय्यर का बयान गुजरात का ‘अपमान’ है। मोदी ने कहा, ‘‘श्रीमान मणिशंकर अय्यर ने आज कहा कि मोदी ‘नीच’ जाति का है और ‘नीच’ है। क्या यह गुजरात का अपमान नहीं है?’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह मुगल मानसिकता है जहां अगर ऐसा कोई व्यक्ति किसी गांव में अच्छे कपड़े पहनता है तो उन्हें दिक्कत होती है।’’ अय्यर ने आज मोदी को ‘नीच किस्म का आदमी’ कहकर विवाद खड़ा कर दिया। इससे पहले प्रधानमंत्री ने नयी दिल्ली में अंबेडकर अंतरराष्ट्रीय केंद्र का उद्घाटन करने के बाद कहा था कि अंबेडकर के नाम पर वोट मांगने वाली पार्टियों ने राष्ट्रनिर्माण में उनके योगदान को मिटाने की कोशिश की। मोदी के इस बयान पर उन पर हमला बोलते हुए अय्यर ने कहा, ‘‘वह (मोदी) नीच किस्म के आदमी हैं जिनकी कोई सभ्यता नहीं है।’’ मोदी ने सभा में कहा, ‘‘आपने मुझे 14 साल तक मुख्यमंत्री के रूप में और फिर प्रधानमंत्री के रूप में देखा है। क्या मैंने ऐसा कोई काम किया है जिसने आपको नीचा दिखाया हो? क्या मैंने कोई नीच काम किया है।’’ प्रधानमंत्री ने भाजपा कार्यकर्ताओं और समर्थकों से अय्यर के बयान पर कोई प्रतिक्रिया नहीं देने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, ‘‘उनके बयान पर कृपया ट्विटर पर भी कोई प्रतिक्रिया नहीं दें।’’
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