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प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ टिप्पणी के लिए ‘‘सार्वजनिक माफी’’ मांगे अय्यर : राहुल गांधी

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नयी दिल्ली, सात दिसंबर, कांग्रेस ने अपनी ही पार्टी के एक वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ की गई अभद्र टिप्पणी को सिरे से खारिज करते हुए आज कहा कि इसके लिए अय्यर को सार्वजनिक तौर पर माफी मांगनी चाहिए। पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि वह अय्यर के इस ‘‘लहजे और भाषा’’ को पसंद नहीं करते। अय्यर ने प्रधानमंत्री मोदी के संविधान निर्माता डा. बी आर अंबेडकर के बारे में एक बयान पर प्रतिक्रिया जताते हुए कहा, ‘‘ये आदमी बहुत नीच किस्म का आदमी है। इसमें कोई सभ्यता नहीं है और ऐसे मौके पर इस किस्म की गंदी राजनीति करने की क्या आवश्यकता है?’’ कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल ने अय्यर की टिप्पणी पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि वह एवं कांग्रेस, दोनों उम्मीद करते हैं कि अय्यर इस टिप्पणी के लिए माफी मांगेंगे। राहुल ने ट्वीट कर कहा, ‘‘भाजपा एवं प्रधानमंत्री कांग्रेस पार्टी पर हमला करने के लिए नियमित तौर पर अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हैं। कांग्रेस की अलग संस्कृति और विरासत है। प्रधानमंत्री को संबोधित करने के लिए श्री मणिशंकर अय्यर द्वारा इस्तेमाल किये गये लहजे और भाषा को मैं पसंद नहीं करता हूं। कांग्रेस और मैं, दोनों उनसे यह उम्मीद करते हैं कि उन्होंने जो कुछ कहा, उसके लिए वह माफी मांगेंगे।’’ कांग्रेस के प्रवक्ता अजय कुमार ने भी अय्यर की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया पूछे जाने पर संवाददाताओं से कहा, ‘‘ पार्टी उनके इस बयान का पूरी तरह से खंडन करती है और उन्हें इसके लिए सार्वजनिक माफी मांगनी चाहिए।’’ उन्होंने कहा कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पार्टी नेताओं एवं कार्यकर्ताओं को हमेशा यह निर्देश देते रहे हैं कि किसी भी तरह से अपशब्दों तथा अभद्र एवं गलत भाषा का प्रयोग नहीं किया जाए। उन्होंने भाजपा के कुछ प्रवक्ताओं के नाम लेते हुए कहा कि वे भले ही जितने भी नीचे गिरकर बयान दें, कांग्रेस नेताओं एवं प्रवक्ताओं ने हमेशा अपने बयानों में एक उच्च स्तर को बकरार रखा है। अजय कुमार ने कहा कि वह प्रधानमंत्री को संविधान निर्माता बी आर अंबेडकर की पुण्यतिथि के अवसर पर देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के बारे में ऐसी टिप्पणी नहीं करनी चाहिए जो तथ्यों: इतिहास : आंकड़ों के विरूद्ध हो। उन्होंने कहा कि नेहरू ने न केवल अंबेडकर को अपनी सरकार में कानून मंत्री बनाया बल्कि लोकसभा चुनाव हारने के बाद उन्हें राज्यसभा के माध्यम से संसद में भेजा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को इस प्रकार तथ्यों को ‘‘तोड़-मरोड़कर’’ पेश नहीं करना चाहिए। राजधानी में बी आर अंबेडकर अंतरराष्ट्रीय केंद्र के उद्घाटन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने आज नेहरू-गांधी परिवार पर परोक्ष निशाना साधा। उन्होंने कहा कि बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के जाने के बरसों बाद तक राष्ट्र निर्माण में उनके योगदान को मिटाने के प्रयास किए जाते रहे लेकिन जिस ‘परिवार’ के लिए ये सब किया गया, उस परिवार से कहीं ज्यादा लोग आज बाबा साहेब से प्रभावित हैं । राहुल गांधी पर तंज कसते हुए मोदी ने कहा कि आजकल कुछ लोगों को ‘बाबा साहब’ नहीं बल्कि ‘बाबा भोले’ याद आ रहे हैं। प्रधामनंत्री के इसी बयान को लेकर अय्यर ने यह विवादास्पद टिप्पणी की है।

उत्तर कोरिया ने दावा किया है कि युद्ध तो होकर रहेगा

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सोल, सात दिसंबर, अमेरिका और दक्षिण कोरिया के बीच संयुक्त सैन्य अभ्यास को लेकर उत्तर कोरिया की नाराजगी जारी है और उसका कहना है कि कोरियाई प्रायद्वीप पर परमाणु युद्ध को लेकर कोई ‘अगर मगर वाली बात नहीं है’ बल्कि अब यह देखना है कि युद्ध होगा तो कब होगा। इन टिप्पणियों को विदेश मंत्रालय के एक प्रवक्ता की ओर से किया गया बताया जा रहा है जिसमें उत्तर कोरिया ने दावा किया है कि सीआईए निदेशक माइक पोंपियो समेत अमेरिका के शीर्ष अधिकारियों ने स्पष्ट कर दिया है कि अमेरिका युद्ध चाहता है जो कि उसके द्वारा लगातार की जा रही “युद्ध टिप्पणियों” से जाहिर होता है। पोंपियो ने शनिवार को कहा था कि अमेरिका खुफिया एजेंसियों का मानना है कि उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन को इसका जरा भी इल्म नहीं है कि उसकी स्थिति अपने ही घर में और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कितनी कमजोर है। उत्तर कोरिया के प्रवक्ता ने कहा है कि पोंपियो ने “हमारे सर्वोच्च नेतृत्व की धृष्टतापूर्व आलोचना की है।” प्रवक्ता ने कहा, “अमेरिका द्वारा बड़े स्तर पर किए जा रहे परमाणु युद्ध अभ्यास कोरियाई प्रायद्वीप को छोड़कर जाने जैसी स्थिति पैदा कर रहे हैं और ऐसी स्थितियों के बीच अमेरिकी शीर्ष नेताओं की ओर से की जा रही हिंसक युद्ध टिप्पणियों ने कोरियाई प्रायद्वीप पर युद्ध होना तय कर दिया है।” उन्होंने कहा, “हम युद्ध नहीं चाहते लेकिन इससे भागना भी नहीं चाहते और अमेरिका हमारे धैर्य को गलत समझेगा और परमाणु युद्ध के लिए चिंगारी भड़काएगा तो हम अपनी परमाणु ताकत से अमेरिका को अच्छा सबक सिखाएंगे, जिस ताकत को हम लगातार मजबूत बना रहे हैं।” यह टिप्पणियां कोरियाई केंद्रीय समाचार एजेंसी के हवाले से बुधवार रात सामने आईं। इससे कुछ घंटे पहले ही अमेरिका ने संयुक्त हवाई अभ्यास के तहत दक्षिण कोरिया के ऊपर से बी-1बी सुपरसॉनिक बमवर्षक विमान उड़ाया था।

चीनी सेना का दावा : उसके वायुक्षेत्र में घुसा भारतीय ड्रोन

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बीजिंग, सात दिसंबर, चीन ने आज कहा कि हाल ही में एक भारतीय ड्रोन उसके वायुक्षेत्र में ‘‘अनिधकृत रूप से घुसा’’ और सिक्किम सेक्टर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया जिसके बाद उसे चीन की क्षेत्रीय संप्रभुत्ता का उल्लंघन करने को लेकर भारत के समक्ष कूटनीतिक विरोध दर्ज कराना पड़ा। चीन के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि भारत का मानवरहित विमान चीनी सीमा की ओर दुर्घटनाग्रस्त हुआ। पश्चिमी थिएटर कमान के ज्वाइंट स्टाफ डिपार्टमेंट के युद्ध संबंधी ब्यूरो के उप प्रमुख झांग शुइली ने कहा कि हाल ही में भारतीय ड्रोन चीन के वायु क्षेत्र में ‘‘अनधिकृत रूप से घुसा’’ और दुर्घटनाग्रस्त हो गया। चीन के सीमा बलों ने ड्रोन की पहचान की और उसका सत्यापन किया। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने कहा कि चीन ने अपनी संप्रभुत्ता का उल्लंघन करने वाले ड्रोन को लेकर भारत के समक्ष कूटनीतिक विरोध दर्ज कराया है। उन्होंने बताया कि ड्रोन सिक्किम सेक्शन में दुर्घटनाग्रस्त हुआ। डोकलाम भारत, चीन सीमा के सिक्किम सेक्शन में स्थित है। बहरहाल, भारत के रक्षा मंत्रालय की ओर से इस पर तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है। चीन की सेना की पश्चिमी थिएटर कमान के अधिकार क्षेत्र में भारत के साथ लगते तिब्बत के सीमा क्षेत्र समेत 3488 किलोमीटर लंबी वास्तविक नियंत्रण रेखा का भी पूरा क्षेत्र आता है।

चीन की सरकारी संवाद समिति शिन्हुआ ने झांग के हवाले से कहा, ‘‘भारत का कदम चीन की क्षेत्रीय संप्रभुत्ता का उल्लंघन है और हम इस पर कड़ा अंसतोष और विरोध जताते हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम अपना अभियान और अपनी जिम्मेदारी निभाएंगे और चीन की राष्ट्रीय संप्रभुता की रक्षा करेंगे।’’ हाल ही में भारत-चीन-भूटान की सीमा के समीप चीनी सेना द्वारा एक सड़क के निर्माण के बाद डोकलाम में भारत और चीन की सेना के बीच गतिरोध पैदा हो गया था। इसके कुछ महीने बाद ही चीनी सेना ने यह दावा किया है। 

भारत के ‘‘चिकेन नेक कॉरिडोर’’ के समीप चीनी सेना द्वारा सड़क निर्माण रोकने के बाद 73 दिन चला यह गतिरोध 28 अगस्त को समाप्त हुआ था। भारत ने अपनी सुरक्षा चिंताओं का जिक्र करते हुए निर्माण कार्य पर आपत्ति जताई थी। चीनी सेना उस क्षेत्र में यह सड़क बना रही थी जिस पर भूटान भी अपना दावा करता है। चीनी सेना ने यह आरोप तब लगाया है जब 11 दिसंबर को रूस-भारत-चीन के विदेश मंत्रियों की बैठक में भाग लेने के लिए चीन के विदेश मंत्री वांग री को नई दिल्ली जाना है। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कल यहां मीडिया को बताया कि वांग इस बैठक के इतर शीर्ष भारतीय अधिकारियों से मुलाकात करेंगे। डोकलाम विवाद और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग का पांच साल का दूसरा कार्यकाल शुरू होने के बाद किसी शीर्ष चीनी अधिकारी की भारत की यह पहली यात्रा होगी।

कोहली ने टेस्ट रैंकिंग में दूसरा स्थान हासिल किया

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दुबई, सात दिसंबर, श्रीलंका के खिलाफ तीसरे टेस्ट में अपने करियर की 243 रन की सर्वश्रेष्ठ पारी खेलने वाले भारतीय कप्तान विराट कोहली ने आज तीन पायदान की छलांग से बल्लेबाजों की आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में दूसरा स्थान हासिल किया। कोहली ने इस दोहरे शतक के अलावा दूसरी पारी में 50 रन की पारी खेली जिससे उन्होंने सीरीज में 610 रन जुटाये। भारत ने यह श्रृंखला 1-0 से जीती, जिसमें कोलकाता और नयी दिल्ली में क्रमश: पहला और तीसरा टेस्ट ड्रा पर समाप्त हुआ। कोहली ने लगातार दोहरे शतक जमाये और लगातार तीन मैचों में शतकीय पारी खेली। वह सीरीज से पहले रैंकिंग में छठे स्थान पर थे लेकिन उन्होंने 152.50 के औसत से शानदार प्रदर्शन करते हुए डेविड वार्नर, चेतेश्वर पुजारा, केन विलियम्सन और जो रूट को पछाड़ दिया। आईसीसी बयान के अनुसार हालांकि आस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव स्मिथ और कोहली के बीच में 45 अंक का अंतर है, कोहली सभी तीनों प्रारूपों में शीर्ष पर पहुंचने पर निगाहें लगाये होंगे क्योंकि वह वनडे और टी20 में अभी नंबर एक स्थान पर बने हुए हैं।  स्मिथ पिछले हफ्ते 941 अंक पर पहुंचे थे, अब उनके 938 अंक हैं जबकि कोहली के 893 अंक हैं। आस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग दिसंबर-जनवरी 2005-06 में एक ही समय में सभी तीनों प्रारूपों में शीर्ष पर रहे थे जबकि हमवतन खिलाड़ी मैथ्यू हेडन एक अन्य बल्लेबाज हैं जो सभी तीनों प्रारूपों में शीर्ष पर थे।

‘बैंक खाता, पैन, सिम से आधार जोड़ने की समयसीमा वैध’

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नयी दिल्ली, सात दिसंबर, आधार संख्या जारी करने वाले भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) का कहना है कि बैंक खाते, पैन कार्ड और मोबाइल सिम से आधार जोड़ने की समयसीमा ‘मान्य और वैध’ है। इनकी अंतिम तिथि में कोई बदलाव नहीं किया गया है। उल्लेखनीय है कि बैंक खाते और पैन कार्ड से आधार को जोड़ने की अंतिम तिथि 31 दिसंबर और सिम कार्ड से जोड़ने की आखिरी तारीख छह फरवरी है। सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रहे संदेशों का खंडन करते हुए यूआईडीएआई ने कहा कि यह अंतिम तिथियां पहले की तरह ही मान्य हैं क्योंकि उच्चतम न्यायालय की ओर से आधार या इसके अन्य सेवाओं के साथ जोड़े जाने पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाया गया है। यूआईडीएआई ने एक बयान में कहा, ‘‘आधार अधिनियम को लागू किया जा चुका है। कल्याणकारी योजनाओं, बैंक खातों, पैन कार्ड और सिम कार्ड के प्रमाणन के लिए आधार जोड़ने की तमाम अधिसूचनाएं मान्य और वैध हैं।’’ बयान में कहा गया है कि सात दिसंबर 2017 तक की कानूनी स्थिति यह है कि उच्चतम न्यायालय ने अभी तक आधार पर या इसके अन्य सेवाओं से जोड़े जाने वर अभी तक कोई प्रतिबंध नहीं लगाया है।

थम गया पहले चरण के प्रचार का शोर

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गांधीनगर, 07 दिसंबर, गुजरात विधानसभा के लिए पहले चरण में नौ दिसंबर को 89 सीटों पर होने वाले चुनाव के लिए प्रचार आज अंतिम दिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की सभाओं और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के पलटवार के बीच शाम पांच बजे समाप्त हो गया। इसके बाद अब सत्तारूढ भाजपा और मुख्य विपक्षी कांग्रेस के उम्मीदवारों समेत सभी 977 प्रत्याशी कुल 2़ 12 करोड मतदाताओं को लुभाने के लिए घर घर जाकर संपर्क में जुट गये हैं। भाजपा के प्रचार की मुख्य कमान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ही संभाल रखी थी और 19 चुनावी रैलियां कीं जबकि कांग्रेस के सबसे बड़े प्रचारक राहुल गांधी रहे और ताबड़तोड़ दौरे और रैलियां की। भाजपा ने वैसे तो विकास को मुख्य मुद्दा बनाने का दावा किया पर कांग्रेस की ओर से इस दावे पर हमले और विकास गांडो थयो छे (विकास पागल हो गया है) के सोशल मीडिया अभियान के बाद प्रचार के मुद्दों में कई बदलाव दिखे। कांग्रेस ने जीएसटी और नोटबंदी को खूब उछाला तो भाजपा ने हुं विकास छुं हुं गुजरात छुं यानी मै विकास हूं मै गुजरात हूं के सूत्र वाक्य से बाद में इस पर आक्रामक पलटवार किया। अंतिम क्षणों में राममंदिर का मुद्दा भी एक बार फिर चुनाव में उछला। पाटीदारों को आरक्षण का मुद्दा बाद में हाशिये पर चला गया। इसमें राहुल के मंदिर दौरों पर भी खूब आरोप प्रत्यारोप लगे, उनके धर्म को लेकर भी सवाल उठे। कांग्रेस ने सीधे प्रधानमंत्री मोदी पर भी प्रहार किये जबकि श्री मोदी ने गुजराती कार्ड खेलते हुए कांग्रेस पर गुजरात विरोधी होने के आरोप मढ़े और सरदार पटेल की कथित उपेक्षा की बार बार चर्चा की। कांग्रेस ने राज्य में शिक्षा, स्वास्थ्य की लचर स्थिति और निजीकरण तथा बेरोजगारी और मोदी और भाजपा सरकार की उद्योगपतियों से नजदीकी के मुद्दों को बार बार उठाया। चुनाव प्रचार समाप्त होने के पहले अंतिम दिन श्री मोदी को कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर के नीच कहने का मुद्दा भी जोर से उछला।

भाजपा ने पार्टी अध्यक्ष अमित शाह, चुनाव प्रभारी सह वित्त मंत्री अरूण जेटली, रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण, सूचना प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी, कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद, गृह मंत्री राजनाथ सिंह समेत कई मंत्रियों, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज चौहाण को भी प्रचार में लगाया था। कांग्रेस ने भी पूर्व केंद्रीय मंत्रियों गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा, कपिल सिब्बल, पी चिदंबरम आदि के अलावा युवा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया, सचिन पायलट से भी प्रचार कराया । इस बार फिल्मी सितारों का अधिक बोलबाला नहीं रहा। अभिनेता से नेता बने भाजपा के सांसद परेश रावल, भोजपुरी स्टार मनोज तिवारी और प्रत्याशी सह गुजराती फिल्म अभिनेता हितू कनोडिया और उनके पिता नरेश कनोडिया तथा कांग्रेस की ओर से राज बब्बर और नगमा ने प्रचार किया। समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव और बसपा की सुश्री मायावती भी अंतिम समय में प्रचार में कूद पड़े। भाजपा का खुलेआम विरोध कर रहे पाटीदार आरक्षण आंदोलन समिति के नेता हार्दिक पटेल ने कई रोड शो और सभाएं की। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने भी चुनावी माहौल में कुछ रोड शो किये। प्रचार के अंतिम दौर में तूफान ओखी के असर से खराब हुए मौसम ने खलल डाला और पांच तथा छह दिसंबर को कई चुनावी सभाएं नहीं हो सकीं।

पहले चरण में दक्षिण गुजरात और सौराष्ट्र के 19 जिलों में चुनाव होना है। इसके लिए 57 महिलाओं समेत कुल 977 उम्मीदवार मैदान में हैं। सत्तारूढ भाजपा ने सभी 89 सीटों पर जबकि मुख्य विपक्षी कांग्रेस ने 87 सीटों पर प्रत्याशी उतारे हैं। बसपा ने 64, सपा ने चार, श्री वाघेला के जन विकल्प मोर्चा ने 48, आप ने 21, जदयू ने 14, राकांपा ने 30 और शिवसेना ने 25 प्रत्याशी उतारे हैं। 443 निर्दलीय हैं। पहले चरण में प्रमुख चेहरों में राजकोट पश्चिम सीट से मुख्यमंत्री श्री रूपाणी, भावनगर पश्चिम से भाजपा प्रदेश अध्यक्ष जीतू वाघाणी, पोरबंदर से भाजपा के बाबू बोखिरिया तथा कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अर्जुन मोढवाडिया तथा मांडवी से कांग्रेस के शक्तिसिंह गोहिल शामिल हैं। कुल 182 सीटों वाली विधानसभा की शेष 93 सीटों (उत्तर और मध्य गुजरात के 14 जिलों की) पर दूसरे और अंतिम चरण में 14 दिसंबर को चुनाव होगा। मतगणना 18 दिसंबर को होगी। मुख्य निर्वाचन अधिकारी बी बी स्वैन ने पत्रकारों को बताया कि मतदान से 48 घंटे पहले प्रचार बंद करने के नियम के तहत कल शाम पांच बजे यह बंद हो गया। इसके बाद कोई अनधिकृत बाहरी व्यक्ति चुनाव क्षेत्र में नहीं रह सकता। मतदान नौ तारीख को सुबह आठ बजे से पांच बजे तक होगा। क्षेत्रफल के हिसाब से सबसे छोटा क्षेत्र कारंज जबकि सबसे बड़ अब्डासा है। वोटरों की संख्या के लिहाज से सूरत उत्तर सबसे छोटा तथा कामरेज सबसे बड़ा है। पचास प्रतिशत वोटर 40 प्रतिशत से कम उम्र के हैं।

मोदी ने गुजरातियों को धोखा दिया : मनमोहन

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राजकोट, 07 दिसंबर, पूर्व प्रधानमंत्री तथा वरिष्ठ कांग्रेस नेता और जाने माने अर्थशास्त्री मनमोहन सिंह ने आज केंद्र सरकार की आर्थिक नीतियों विशेष रूप से नाेटबंदी और जीएसटी को लागू करने के तरीके की कड़ी आलोचना करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर गुजरातियों के भरोसे को तोड़ने और उन्हें धोखा देने का आरोप लगाया। उन्होंने नोटबंदी से जुड़े सरकारी दस्तावेजों को संसद के अगले सत्र में सदन के पटल पर रखने तथा इन पर खुली चर्चा की भी मांग की ताकि इसकी सच्चाई जनता जान सके। डा़ सिंह ने यह भी कहा कि उनकी यूपीए सरकार के दौरान भ्रष्टाचार के आरोपियों पर सख्त कार्रवाई होती थी और अगर माेदी जी भी भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के दावे करते हैं तो उन्हें भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के बेटे की कंपनी पर लगे आरोपों समेत अन्य आरोपों की जांच करानी चाहिए।  डा़ सिंह ने आज यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि गुजरात की जनता ने नोटबंदी के मोदी जी के फैसले का यह सोच का समर्थन किया कि उनके त्याग से शायद देश को फायदा हो जाये पर ऐसा नहीं हुआ। उनकी उम्मीदे और भरोसा टूट गया। 99 प्रतिशत पुराने नोट बैंक में आ गये और काले धन को सफेद बना लिया गया। इससे छोटे और मझौले उद्योगों को सबसे तगड़ी चोट लगी और इसमें लाखों नौकरियां चली गयीं जबकि नयी नौकरियों के अवसर नहीं बन रहे। मोदी सरकार ने इसे साहसिक कदम बताया पर साहसिक कदम और विनाशकारी कदम में फर्क हैं। इंदिरा गांधी ने देशी रियासतों के विशेष भत्ते बंद कर तथा बैंको का राष्ट्रीयकरण कर साहस दिखाया था। इन कदमों से गरीब और मध्यम वर्ग को कोई नुकसान नहीं हुआ था। नोटबंदी के बाद जीएसटी को गलत ढंग से लागू कर मोदी जी ने अर्थव्यवस्था को एक और झटका दिया। प्रधानमंत्री मोदी गुजरात से हैं और दावा करते हैं कि वह गुजरात और गुजरातियों को समझते हैं पर उन्होंने व्यापारों की बहुलता वाले गुजरात के लाेगों से इसे लागू करने से पहले मशविरा नहीं किया। मोदी जी ने गुजरात के लेागों के विश्वास को तोड़ा और धोखा दिया है। 

डा़ सिंह ने कहा कि नोटबंदी के चलते भारत को हुए नुकसान का फायदा चीन को मिला है। नोटंबंदी और जीएसटी के चलते जीडीपी वृद्धि दर में भारी गिरावट हुई हैं। दूसरी तिमाही में इसमें सुधार के बावजूद इसे पूरी स्थिति में सुधार की शुरूआत कहना जल्दबाजी होगी। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि गुजरात मॉडल विफल है और इसका समाज के सभी वर्ग सड़क पर उतर कर विरोध कर रहे हैं। 22 साल के भाजपा शासन के बाद भी गुजरात कई सामाजिक सूचकांकों पर विफल है। उन्होंने गुजरात में कांग्रेस की सरकार बनने पर मंहगाई के लिए जिम्मेदार डीजल पेट्रोल की कीमते कम करने, शिक्षा और चिकित्सा खर्च में भारी कमी समेत अन्य कदम उठाने की भी बात कही। एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार का जो भी दोषी पाया गया उस पर उनकी सरकार ने सख्त कार्रवाई की थी। पर भाजपा सरकार के दौरान जो भी ऐसी चीजे सामने आयीं उन पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। भाजपा अध्यक्ष (उनके बेटे जय शाह की कंपनी का कारोबार कुछ माह में बढ़ जाने) के बारे में क्या क्या कहा जा रहा है तो अगर मोदी सरकार यह कहती है कि उनकी सरकार भी यूपीए सरकार की तरह भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई के लिए दृढ़ है तो इन तमाम आरोपों पर कार्रवाई करे।  उन्होंने राम मंदिर से जुड़े एक सवाल पर केवल यही कहा कि यह मामला उच्चतम न्यायालय में विचाराधीन है इसलिए वह इस पर वह कुछ नहीं कहना चाहते। अदालत का जो भी फैसला होगा वह मान्य होगा।  नर्मदा परियोजना पर मोदी से उनकी मुलाकात को लेकर दावा प्रतिदावा के बीच उन्होंने कहा कि जहां तक उन्हें ध्यान है श्री मोदी उनसे इस मसले पर उनके प्रधानमंत्री रहते कभी नहीं मिले। 

यह पूछे जाने पर कि जीएसटी पर इसके परिषद में समर्थन देने और बाहर भाजपा का विरोध करने वाला दोहरा रवैया क्या कांग्रेस नहीं अपना रही, उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने कांग्रेस के मुद्दों को नहीं माना। उन्होंने यह भी कहा कि श्री मोदी और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह पहले जीएसटी का कड़ा विरोध करते थे। डा़ सिंह ने कहा कि राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस अपने पुराने वैभव को प्राप्त करेगी वह देश को विकास की नयी ऊंचाई पर ले जायेंगे। राहुल की युवोचित संकल्पना लोगों के सामने है और गुजरात के लोग खुद इसे महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कश्मीर मुद्दे पर मोदी सरकार का अस्थिर रवैया देश की सुरक्षा के लिए अच्छा नहीं है। एक समय तो कश्मीर में कड़े कदम उठा कर वहां के लोगों की भावना को ठेस पहुंचाया जाता है और दूसरी तरफ प्रधानमंत्री अचानक नवाज शरीफ से मिलने चले जाते हैं। वह विदेश नीति पर सरकार के साथ कोई विभाजन दिखाने के पक्ष में नहीं हैं पर मोदी सरकार ने इस मामले में भी ऐसे कदम उठाये हैं जो देश के हित में नहीं हैं।

राजनाथ का भारत-बंगलादेश सीमा पर सतर्कता बढ़ाने पर जोर

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कोलकाता 07 दिसंबर, केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने घुसपैठ और विध्वंसकारी तत्वों को रोकने के लिए केंद्रीय और राज्य बलों के समन्वय से भारत-बंगलादेश सीमा के पास सतर्कता बढ़ाने पर जोर दिया है। असम और पश्चिम बंगाल समेत क्षेत्र के सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक की अध्यक्षता के बाद श्री सिंह ने संवाददाताओं को बताया कि देश की सीमा आैर यहां के लोगों की सुरक्षा के मामले में उनकी बैठक सार्थक और सकारात्मक रही। उन्होंने कहा, “हमने देश की सीमा अौर सीमावर्ती क्षेत्रों में रह रहे लोगों के विकास और सुरक्षा के बारे में बातचीत और चर्चा की।” श्री सिंह ने कहा कि उन्होंने भारत-पाकिस्तान, भारत-चीन, भारत-म्यांमार सीमा से सटे राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ भी ऐसी चर्चा की है। उन्होंने कहा, “बंगलादेश हमारा मित्र देश है, इसके बावजूद हमने सीमावर्ती क्षेत्रों में सतर्कता बढ़ाने पर जोर दिया है ताकि आतंकवादी, तस्कर, जाली मुद्रा और पशु तस्करी आदि पर रोक लगायी जा सके।” गृह मंत्री ने कहा, “भारत की बंगलादेश के साथ 4096 किलोमीटर लंबी सीमा है जिसमें से 3006 किलोमीटर में बाड़ लगी हुई है लेकिन 1090 किलोमीटर सीमा पर नदियों और अन्य भौगोलिक स्थितियों के कारण बाड़ नहीं लगायी जा सकती। इस क्षेत्र के लिए रोशनी की व्यवस्था बेहतर करने, कैमरे लगाने और अन्य तकनीकी समाधानों के जरिये सुरक्षा कड़ी की जाएगी।”  उन्होंने बताया कि बैठक में रोहिंग्या शरणार्थियों की समस्या और पूर्वोत्तर में उग्रवाद पर भी चर्चा की गयी।  श्री सिंह ने कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने सीमावर्ती क्षेत्रों में अपराध पर नियंत्रण के लिए पूरा सहयोग करने का आश्वासन दिया है।

किसानों के साथ सौतेला व्यवहार क्यों : राहुल

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नयी दिल्ली 07 दिसंबर, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भारतीय जनता पार्टी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कृषि के मुद्दों पर घेरते हुए सवाल किया कि गुजरात में किसानों के साथ सौतेला व्यावहार क्यों किया जा रहा है। श्री गांधी ने ट्विटर पर नौवां सवाल उठाते हुए कहा कि खेती को ‘गब्बर सिंह’ के कारण नुकसान हो रहा है। कांग्रेस नेता ने वस्तु एवं सेवा कर प्रणाली को लागू करने में आयी दिक्कतों का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री को ‘गब्बर सिंह’ कहा था।  श्री गांधी ने कहा कि किसानों को न तो उनकी उपज का उचित मूल्य मिल रहा है और न ही उनका ऋण माफ किया जा रहा है। किसानों को कृषि बीमा के दावों का भुगतान भी नहीं हुआ है और उनको सिंचाई के लिए टयूबवेल भी नहीं दी जा रही है।  कांग्रेस नेता ने कहा कि किसानों से उनकी जमीनें छीनी जा रही है और ‘अन्नदाता’ बेराेजगार हो रहा है। प्रधानमंत्री को बताना चाहिए कि किसानों के साथ सौतेला बर्ताव क्यों किया जा रहा है।

बाबा साहेब का नाम - काम मिटाया, बाबा भाेले आए याद : मोदी

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नयी दिल्ली 07 दिसंबर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस और नेहरु- गांधी परिवार का नाम लिए बगैर आज आरोप लगाया कि ‘एक परिवार’ को आगे बढ़ाने के लिए संविधान निर्माता डा. भीमराव अम्बेडकर का नाम और काम मिटाने का प्रयास किया गया और अब उन्हें बाबा साहेब की जगह ‘बाबा भोले’ याद आ रहे हैं। श्री मोदी ने यहां डा. अम्बेडकर अंतर्राष्ट्रीय केंद्र का उद्घाटन करने के बाद एक समारोह में कहा कि उनकी सरकार की कार्यप्रणाली अलग है और वह काम करने में भरोसा करती है। उन्होंने कहा कि इस केंद्र को बनाने का निर्णय 1992 में लिया गया था लेकिन 23 साल तक कुछ नहीं हुआ। उनकी सरकार आने के बाद केंद्र का शिलान्यास हुआ और इसका आज लोकार्पण भी हो गया।  प्रधानमंत्री ने परोक्ष रुप से कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए कहा , “जो राजनीतिक दल बाबा साहेब का नाम लेकर वोट मांगते हैं, उन्हें तो शायद इस केंद्र के बारे पता भी नहीं होगा। खैर, आजकल उन्हें बाबा साहेब नहीं, बाबा भोले याद आ रहे हैं। चलिए, इतना ही सही। ” उल्लेखनीय है कि श्री गांधी गुजरात विधानसभा चुनावाें के प्रचार के दौरान हाल ही में सोमनाथ मंदिर और कुछ अन्य मंदिरों में दर्शन करने गए हैं और उन्होंने कहा कि वह शिवभक्त हैं।  श्री मोदी ने कांग्रेस का नाम लिए बिना उसपर निशाना साधा और कहा कि बाबा साहेब की अद्भुत शक्ति थी कि उनके जाने के बाद, बरसों तक उनके विचारों को दबाने की कोशिश हुई और राष्ट्र निर्माण में उनके योगदान को मिटाने का प्रयास किया गया, लेकिन उनके विचारों को ऐसे लोग भारतीय जनमानस के चिंतन से हटा नहीं पाए। उन्होेंने कहा, “ अगर मैं ये कहूं कि जिस परिवार के लिए ये सब किया गया, उस परिवार से ज्यादा लोग आज बाबा साहेब से प्रभावित हैं, तो मेरी ये बात गलत नहीं होगी।”

अय्यर ने मोदी को नीच कहा बाद में मांगी माफी

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नयी दिल्ली. 07 दिसम्बर, कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को ‘नीच’ शब्द कहे जाने पर मचे बवाल पर सफाई देते हुए आज कहा वह हिंदी भाषी नहीं हैं उन्होंने अंग्रेजी के “ लो ” शब्द का अनुवाद किया था और इससे कोई अन्य अर्थ निकलता है तो इसके लिए वह माफी मांगते हैं। श्री अय्यर ने आज श्री मोदी के लिए “ नीच ” और “ असभ्य” शब्दों का इस्तेमाल किया था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सूरत में रैली को संबोधित करते हुए उन्हें ‘नीच’ कहने को कांग्रेस की हताशा और ‘सल्तनती और मुगली’ मानसिकता का परिचायक बताया। उन्होंने राज्य के लोगों से प्रधानमंत्री और “गुजरात के बेटे” के लिए ऐसी अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल करने का बदला चुनाव के जरिये लेने और कांग्रेस नेताओं के खिलाफ अभद्र शब्दों का इस्तेमाल नहीं करने की अपील की। भाजपा ने भी इस बयान को लेकर कांग्रेस और उसके उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधा। श्री अय्यर की टिप्पणी को लेकर मचे बवाल पर श्री गांधी को स्वयं सामने आना पड़ा। उन्होंने श्री अय्यर के बयान से असहमति जताते हुये कहा कि वह तथा कांग्रेस चाहती है कि इस के लिये वह लिए माफी मांगे। इसके तुरंत बाद श्री अय्यर ने संवाददाताओं से कहा कि प्रधानमंत्री ने बाबा साहेब अम्बेडकर के नाम पर बने केन्द्र के उद्घाटन के अवसर पर कांग्रेस और श्री गांधी पर तीखी टिप्पणियां क्यों की । प्रधानमंत्री रोजाना हमारे नेताओं के खिलाफ कुछ न कुछ बोल रहे हैं 1 उन्होंने कहा “ मैं फ्रीलांस कांग्रेसी हूं , पार्टी में मैं किसी पद पर नहीं हूं , पार्टी का प्रवक्ता नहीं हूं , इसलिए प्रधानमंत्री को मैं उनकी भाषा में जवाब दे सकता हूं ।”

इस ओर ध्यान दिलाये जाने पर कि श्री गांधी के उनसे माफी मांगने के लिये कहा है श्री अय्यर ने कहा कि वह श्री गांधी से मिलेंगे और जो निर्देश मिलेगा उसका पालन करेगें। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वह हिंदी भाषी नहीं है और अंग्रेजी के शब्द का मन में अनुवाद कर हिंदी बोलते हैं। उन्होंने “नीच” शब्द अंग्रेजी के “लो” शब्द के लिये किया। यदि उनके द्वारा इस्तेमाल शब्द का कोई और अर्थ निकलता है तो वह इसके लिये वह ‘माजरत’(माफी) करते हैं। श्री अय्यर ने इससे पहले श्री मोदी के खिलाफ तल्ख टिप्पणी करते हुये कहा था कि वह बहुत नीच किस्म के आदमी हैं और उनमें कोई सभ्यता नहीं है। उन्होंने कहा कि डा़ अंबेडकर के सपनों को साकार करने के लिये सबसे बड़ा योगदान पंडित जवाहर लाल नेहरु का रहा है और श्री मोदी ऐसे परिवार के बारे में ‘गंदी राजनीति’ कर रहे हैं।

मोदी पर की गयी टिप्पणी के लिए माफी मांगे अय्यर : राहुल गांधी

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नयी दिल्ली,07दिसंबर, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने पार्टी के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर द्वारा आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ की गयी अभद्र टिप्पणी पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा है कि इसके लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए। श्री गांधी ने ट्वीट कर कहा कि वह श्री अय्यर की भाषा और लहजे को सही नहीं मानते। उन्होंने कहा ‘भारतीय जनता पार्टी और खुद प्रधानमंत्री मोदी कांग्रेस के खिलाफ हमेशा ही अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते रहे हैं लेकिन कांग्रेस की अपनी अलग संस्कृति अौर विरासत है। इसलिए मैं श्री अय्यर द्वारा प्रधानमंत्री के खिलाफ इस्तेमाल की गयी भाषा और लहजे को स्वीकार नहीं करता। मैं और कांग्रेस पार्टी दोनों उम्मीद करते हैं कि वह इसके लिए माफी मांगेंगे।’  गौरतलब है कि श्री माेदी ने आज यहां डाक्टर अंबेडकर अंतरराष्ट्रीय केन्द्र का उद्घाटन करने के बाद आयोजित एक समारोह में कहा था कि बाबा साहेब के निधन के बाद वर्षों तक उनके विचारों को दबाने की कोशिश हुयी और उनके योगदान को मिटाने का प्रयास किया गया लेकिन ऐसे लोग भारतीय जन मानस के चिंतन से उनके विचारों को नहीं मिटा पाए। जिस परिवार के लिए यह सब किया गया लोग उस परिवार से ज्यादा आज बाबा साहेब से प्रभावित हैं। श्री मोदी ने इस मौके पर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी का नाम लिए बगैर उनपर भी कटाक्ष करते हुए कहा कि आजकल उन्हें बाबा साहेब नहीं बल्कि बाबा भोले याद आ रहे हैं। श्री अय्यर ने प्रधानमंत्री के इस बयान पर गहरी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि बाबा साहेब अंबेडकर के सपनों को साकार करने का सबसे बड़ा योगदान पंडित जवाहरलाल नेहरु का रहा है। श्री मोदी ऐसे परिवार के बारे में ‘गंदी बातें कर रहे हैं और वह भी डा0 अंबेडकर की याद में बनायी गयी इमारत का उद्घाटन करते समय। उन्होंनें कहा ‘यह बहुत नीच किस्म का आदमी है। इसमें कोई सभ्यता नहीं है। ऐसे मौके पर इस किस्म की गंदी राजनीति करने की क्या आवश्यकता है।’

मुझे ‘नीच’ कहने का चुनाव में कांग्रेस से बदला लें : मोदी

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सूरत, 07 दिसंबर, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मणिशंकर अय्यर के उन्हें ‘नीच’ कहने को कांग्रेस की हताशा और ‘सल्तनती और मुगली’ मानसिकता का परिचायक बताते हुए लोगों से सामान्य तौर अथवा ट्विटर या अन्य सोशल मीडिया पर उन पर अपशब्दयुक्त जवाबी हमले नहीं करने की अपील की पर प्रधानमंत्री और गुजरात के बेटे (स्वयं) के लिए ऐसी अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल करने का बदला चुनाव के जरिये लेने को कहा। श्री मोदी ने आज यहां चुनावी सभा में कहा, ‘कांग्रेस पार्टी हताश निराश और चारो तरफ से साफ हो गयी है। यह अमेठी और रायबरेली तक में नहीं बची है। ऐसी हताशा में बहुत ही विद्वान परिवारिक पृष्ठभूमि तथा विदेश सेवा के अधिकारी, राजदूत और मनमोहन सरकार में मंत्री रहे वरिष्ठ कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने आज कहा कि मोदी नीच जाति का है। यह गुजरात का अपमान है कि नहीं। यह ऐसी मुगली और सल्तनती मानसिकता का परिचायक है जिसमें गांवाें में किसी को (छोटी जाति के लाेगों को) अच्छा महंगा कपड़ा पहन कर अथवा बारात में घोड़े पर सवार होकर निकलने नहीं दिया जाता था।’ कांग्रेस की ओर से पहले भी उनके लिए कड़े शब्दों का प्रयोग करने की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा, ‘यह मुगली सल्तनती मानसिकता है जिसमें यह दूसरे को नीच तरीके से देखना होता है। तुमने हमे गधा कहा। तुमने हमे गंदी नाली का कीड़ा कहा। अब तुमने हमे नीच जाति का कहा, तुमने हमे नीच कहा, पर हम अपने संस्कार के अनुसार जिये हैं। 18 तारीख (गुजरात चुनाव की मतगणना) के दिन मतपेटी बतायेगी कि गुजरात के संतान को ऐसे बोलने को बदला कैसे जनता लेगी।’

श्री मोदी ने कहा, ‘आपने मुझे 14 साल मुख्यमंत्री और बाद में प्रधानमंत्री के तौर पर देखा है। मैने ऐसा कोई काम नहीं किया जिससे किसी नागरिक को नीचे देखना पडा है। क्या मैने कोई नीच काम किया ऊंच नीच का विचार किया। कांग्रेस के महारथी पराजय सामने हाेने पर मानिसक संतुलन गंवा कर भले मुझे नीच कहते हों पर मुझे जरा दुख नहीं। मैने समाज के अंतिम छोर पर बैठे लोगाें के लिए काम करता हूं और उनके साथ बैठना अगर तुम्हे नीच लगता है तो मुझे मेरी इस पृष्ठभूमि पर गर्व है। भले ही मै नीची जाति का हूं पर मुझे ऊच्च काम करने का संतोष है। मै हाथ जोड़ कर विनति करता हूं कि इसके विरूद्ध कोई ऐसे या ट्विटर वगैरह पर एक शब्द न बाेले। उन्होने जो कहा उन्हें मुबारक। अगर आपके दिल में ऐसी मानसिकता से रोष हो तो 9 वीं और 14 तारीख को चुनाव के दिन कमल निशान पर बटन दबा कर ऊच्च काम करके बताओं। नीच कहने का जवाब यही है। उन्हें पाठ पढ़ाने का रास्ता मतपेटी ही है।’ उन्होंने कहा, ‘मुख्यमंत्री के समय से ही मैने अनेक अपमान सहा है। मुझे मौत का सौदागर कहा और जेल में डालने का षडयंत्र किया तथा आधी सरकार को जेल में डाला। जुल्म करने में कुछ बाकी नहीं रखा पर मैने बदले की भावना से आज तक एक कदम नहीं उठाया। यह मेरा रास्ता नहीं, मै सार्वजनिक जीवन के मूल्यों के अनुरूप काम करता हूं।’ ज्ञातव्य है कि श्री अय्यर ने श्री मोदी के नेहरू-गांधी परिवार पर हमले को लेकर आज कहा था कि श्री माेदी नीच किस्म के आदमी है।

चौबीसों घंटे बिजली देना कानूनन बाध्यकारी होगा : बिजली मंत्री

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नयी दिल्ली 07 दिसंबर, केंद्रीय बिजली मंत्री आर.के. सिंह ने आज कहा कि मार्च 2019 के बाद चौबीसों घंटे बिजली देना कानूनन बाध्यकारी होगा और बिजली सब्सिडी प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण के माध्यम से सीधे उपभोक्ताओं के खाते में देने पर विचार किया जा रहा है। श्री सिंह ने राज्यों के बिजली मंत्रियों के यहां शुरू सम्मेलन के उद्घाटन के बाद प्रेस ब्रीफिंग में बताया कि मार्च 2019 तक चौबीसों घंटे बिजली देने को बाध्यकारी बनाने के लिए कानून में संशोधन किया जाएगा। इसके लिए राज्याें से बातचीत की गयी है। उन्होंने कहा कि इस समय सीमा के बाद बिना किसी तकनीकी कारण के बिजली काटने वाली वितरक कंपनियों पर आर्थिक जुर्माना लगाया जाएगा। बिजली वितरण कंपनियों की सेहत सुधारने के लिए जनवरी 2019 तक उनका घाटा 15 प्रतिशत से नीचे लाया जाएगा।  उन्होंने कहा कि 90 प्रतिशत मीटरिंग प्रीपेड होगी और उपभोक्ता मोबाइल फोन से बिल की अदायगी कर सकेंगे । शेष 10 प्रतिशत बड़े उपभोक्ताओं के लिए के लिए स्मार्ट मीटर होंगे। मीटर की रिडिंग और बिजली का बिल आदि बीते दिनों की बात होगी और सब कुछ कम्प्यूटरीकृत होगा।  श्री सिंह ने कहा कि आम उपभोक्ताओं को अभी बिजली की सब्सिडी मिल रही है जिसके कारण यह उन्हें सस्ती मिल रही है जबकि औद्योगिक क्षेत्र को बिजली मंहगी मिल रही है। इस प्रकार सब्सिडी का बोझ उद्योग जगत को उठाना पड़ रहा है। लेकिन, अब डीबीटी के माध्यम से समाज के जरूरतमंद लोगों को सब्सिडी दी जाएगी। उन्होंने कहा कि उद्योग जगत अब 20 प्रतिशत से ज्यादा सब्सिडी का बोझ नहीं उठायेगा। मेक इन इंडिया और उद्योगों को प्रोत्साहित करने के लिए उन्हें उचित दर पर बिजली मिलनी जरूरी है।  श्री सिंह ने कहा कि विभिन्न राज्यों में बिजली की दरों के स्लैब अलग-अलग हैं जिनकी संख्या कम करके 12 से 15 पर लायी जायेगी।

मणिशंकर अय्यर कांग्रेस से निलंबित

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नयी दिल्ली 07 दिसंबर, कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने पर वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर को आज पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया और उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया है। कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला ने आज रात ट्वीट कर कहा कि पार्टी ने विरोधियों के प्रति सम्मान की भावना दर्शाते हुए श्री अय्यर को निलंबित कर दिया है। उन्होंने सवाल किया कि क्या श्री मोदी भी कभी इस तरह का साहस दिखा सकते हैं। उन्होंने लिखा, “ यही है कांग्रेस का गांधीवादी नेतृत्व व विरोधी के प्रति सम्मान की भावना। कांग्रेस पार्टी ने श्री मणिशंकर अय्यर को कारण बताओ नोटिस जारी कर प्राथमिक सदस्यता से निलम्बित कर दिया है। क्या मोदी जी कभी यह साहस दिखाएँगे?” श्री अय्यर ने आज दिन में श्री मोदी पर अभद्र टिप्पणी करते हुए उन्हें ‘नीच’ और ‘असभ्य’ कहा था।

बॉलीवुड में जाने के बारे में नहीं सोचा : मानुषी छिल्लर

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नई दिल्ली,, मानुषी छिल्लर ने विश्व सुंदरी 2017 प्रतियोगिता के दौरान 'नगाड़ा संग ढोल'गीत पर नृत्य किया था। इसके कारण उनके सह-प्रतियोगियों को लगा था कि वह 'बॉलीवुड अभिनेत्री'हैं। लेकिन मानुषी का इरादा फिलहाल बॉलीवुड में कदम दखने का नहीं है। वह विश्व सुंदरी का कार्यकाल पूरा होने के बाद अपनी मेडिकल की पढ़ाई पूरी करना चाहती हैं। यह पूछने पर कि सौंदर्य प्रतियोगिता की विजेता स्वाभाविक तौर पर बॉलीवुड में प्रवेश करते हैं, ऐसे में उनका क्या इरादा है? 20 वर्षीया मानुषी ने बताया, "मेरे प्रतियोगियों को लगा था कि मैं बॉलीवुड अभिनेत्री हूं।"उन्होंने कहा, "फिलहाल तो मैं विश्व सुंदरी के रूप में अपनी यात्रा को लेकर उत्साहित हूं, क्योंकि यह एक वर्ष अविश्वसनीय होने वाला है। बॉलीवुड के बारे में वाकई मैंने नहीं सोचा है, उसके बाद देखते हैं क्या होता है क्योंकि मुझे अपनी पढ़ाई भी पूरी करनी है, और इसके लिए मुझे कॉलेज वापस लौटना है।"हरियाणा के सोनीपत जिले में ऑल-गर्ल्स मेडिकल कॉलेज में मेडिकल की पढ़ाई करते हुए मानुषी ने चीन के सान्या में विश्व सुंदरी 2017 का ताज जीता, लेकिन यह चकाचौंध उन्हें शिक्षा से दूर नहीं ले जा सका है।

उन्होंने कहा, "आप जल्द ही एक भावी डॉक्टर देखेंगे, क्योंकि चिकित्सा एक लंबा कोर्स है। मुझे लगता है कि एक डॉक्टर और एक विश्व सुंदरी के रूप में आप का उद्देश्य समान होता है। आप लोगों के जीवन को सहज (बातचीत और गतिविधियों के साथ) बनाते हैं। विश्व सुंदरी के रूप में मैं लोगों को बेहतर ढंग से समझ सकूंगी।"एक कवि, चित्रकार और कुचीपुड़ी नृत्यांगना मानुषी हृदय सर्जन बनना चाहते हैं और महिलाओं के बीच मासिक धर्म की स्वच्छता से संबंधित एक परियोजना से जुड़ी हैं। उनका मानना है कि विश्व सुंदरी बनने के बाद परियोजना का अधिक विस्तार होगा। 'मिस कैंपस प्रिंसेस'और 'मिस हरियाणा'का खिताब जीत चुकीं मानुषी ने कहा, "मैं खुश हूं कि विश्व सुंदरी प्रतियोगिता ने मेरी परियोजनाओं में गहरी दिलचस्पी ली है। अब, मैं इसका विस्तार कर सकती हूं और बड़ी संख्या में लोगों तक पहुंच सकती हूं।"वह महसूस करती हैं कि भारतीय होने के कारण विश्व सुंदरी समारोह के दौरान उन्हें महत्व मिला। उन्होंने कहा, "मेरे साथ अलग बात यह थी कि मैं भारत से हूं और इसलिए मेरे साथ ढेर सारा प्यार और शिक्षाएं थीं। यह मेरे लिए एक अच्छा समय था, जिसका मैंने आनंद लिया। मैं सिर्फ मैं थी और मुझे लगता है कि इससे मेरे लिए सबकुछ आसान हो गया।"मानुषी का मानना है कि बड़ी ताकत के साथ बड़ी जिम्मेदारी भी आ जाती है और वह इस जिम्मेदारी को निभाने के लिए तैयार हैं।

मरीज को गलती से बताया एचआईवी पॉजिटिव, अस्पताल को बंद करने को कहा

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नई दिल्ली, निजी अस्पतालों द्वारा लापरवाही बरतने के एक नए मामले में दिल्ली मेडिकल काउंसिल (डीएमसी) ने स्वास्थ्य सेवा निदेशालय (डीजीएचएस) को शहर के न्यूटेक मेडिकल सेंटर के लाइसेंस को रद्द करने का निर्देश दिया है। उत्तराखंड के एक युवक को इस संस्थान ने गलती से एचआईवी पॉजिटिव घोषित कर दिया था। डीएमसी के मुताबिक, सलीम अहमद को एक दलाल ने दक्षिण दिल्ली के तैमूर नगर इलाके स्थित न्यूटेक मेडिकल सेंटर में एक मेडिकल फिटनेस परीक्षण के लिए भेजा था। अस्पताल ने उसे एचआईवी पॉजिटिव बताया। अहमद ने दुबई में नौकरी के लिए आवेदन किया था और यह फिटनेस परीक्षण उसी का एक हिस्सा था। बाद में, गुरुग्राम और उत्तराखंड में अलग-अलग कराए गए परीक्षणों में उसे एचआईवी निगेटिव पाया गया और पूर्ण रूप से फिट घोषित किया गया। अहमद ने मेडिकल काउंसिल आफ इंडिया से शिकायत की जिसने मामले को जांच के लिए डीएमसी को अग्रसारित किया। डीएमसी की कार्यकारी समिति ने मेडिकल सेंटर द्वारा एचआईवी परीक्षण रिपोर्ट तैयार करने में लापरवाही की शिकायत की जांच की जिसकी एक कॉपी आईएएनएस के पास मौजूद है। पत्र में कहा गया है कि न्यूटेक मेडिकल सेंटर के अधीक्षक को बार-बार नोटिस भेजे जाने के बावजूद, वह एक लिखित बयान और अहमद के इलाज, परीक्षण और जांच से संबंधित मेडिकल रिकॉर्ड जमा करने में विफल रहे । डीजीएचएस को लिखे पत्र में कहा गया है, "मेडिकल सेंटर का यह उद्दंड रवैया बेहद निंदनीय है और प्रबंधन की खराब स्थिति को दर्शाता..यह दिखाता है कि शिकायतकर्ता न्यूटेक मेडिकल सेंटर की अक्षमता का शिकार हुआ है क्योंकि उसे 1 फरवरी, 2017 को प्राप्त रिपोर्ट में गलत तरीके से एचआईवी पॉजिटिव की सूचना मिली जिसके कारण उसे पीड़ा से गुजरना पड़ा।"पत्र में डीजीएचएस से न्यूटेक मेडिकल सेंटर को बंद करने समेत मामले पर कड़ी कार्रवाई करने का आग्रह किया है। संस्थान पर आरोप लगाया है कि उसके पास परीक्षण के लिए न तो उचित उपकरण और न ही योग्य चिकित्सक हैं जो लैब को चला सके।

गूगल के खिलाफ लिंगभेदी मामला खारिज

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सैन फ्रांसिस्को, 8 दिसम्बर, गूगल को राहत पहुंचाते हुए एक न्यायाधीश ने गूगल के पूर्व कर्मचारियों द्वारा उसके खिलाफ लगाए गए लैंगिक भेदभाव का मुकदमा खारिज कर दिया है, जिसमें कंपनी पर महिलाओं के मुकाबले पुरुष कर्मचारियों को अधिक भुगतान करने का आरोप था। डब्ल्यूटीएचआईटीवी डॉट कॉम की बुधवार देर रात जारी रिपोर्ट में बताया गया, सैन फ्रांसिस्को सुपीरियर कोर्ट के न्यायाधीश मेरी ई. विस ने कहा कि लगाए गए आरोप क्लास एक्सन मुकदमा चलाने के लिए अपर्याप्त हैं। क्लास-एक्शन मुकदमें में आरोप लगाया गया था कि "कंपनी के हर विभाग में महिलाओं के वेतन में भेदभाव था।"विस ने कहा, "अभियोगी यह दिखाने में असफल रहे कि उनके पुरुष समकक्षों की तुलना में समान या बेहतर काम करने के लिए उन्हें कम वेतन प्राप्त हुआ।"संशोधित अपील दर्ज करने के लिए तीन महिलाओं को 30 दिनों का वक्त दिया गया है। सितंबर में, गूगल के तीन पूर्व कर्मचारियों प्रौद्योगिकी दिग्गज के खिलाफ क्लास-एक्शन मुकदमा दायर किया और आरोप लगाया था कि गूगल पदोन्नति और वेतन के मामले में लिंग के आधार पर भेदभाव करती है। फोर्चुन में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, गूगल के तीन पूर्व कर्मचारी, जो कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर थे, कम्यूनिकेशन विशेषज्ञ और प्रबंधक के पद थे। उन्होंने मुकदमा दाखिल कर कहा था, "गूगल केलिफरेनिया में महिलाओं को उनके समान काम करनेवाले पुरुषों की तुलना में कम वेतन देती है तथा उन्हें ऐसे काम पर रखा जाता है, जिसमें पदोन्नति के मौके कम होते हैं।"महिलाओं के वकील केली दर्मोडी ने एक बयान में कहा, "गूगल जहां उद्योग में प्रमुख प्रौद्योगिकी प्रवर्तक है, लेकिन उसका महिला कर्मचारियों के प्रति रवैया 21वीं सदी जैसा नहीं है।"

'नए दृष्टिकोण से भारत को कुष्ठ रोग से मुक्त करने की जरूरत'

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नई दिल्ली, 8 दिसम्बर, भारत में कुष्ठ रोग उन्मूलन के लिए इसे एक गंभीर बीमारी के रूप में चित्रित करने, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ध्यान आकर्षित करने, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय हितधारकों के साथ बेहतर प्रयासों को साझा करने और कुष्ठ रोग से पीड़ित लोगों से बातचीत करने के लिए एक तीन दिवसीय राष्ट्रीय कुष्ठ रोग सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस सम्मेलन में यह सार निकाला गया कि कुष्ठ रोग से लड़ने के लिए सरकार के नेतृत्व में एक सहयोगी और मजबूत प्रयास की जरूरत है, जिसमें कुष्ठ रोग के क्षेत्र में कार्यरत विभिन्न संस्थाओं का समर्थन भी बेहद जरूरी है। 5 से 7 दिसंबर तक आयोजित इस सम्मेलन का उद्देश्य सभी हितधारकों को एक साथ लाने, एक-दूसरे के साथ उनके अनुभवों को साझा करने, एक-दूसरे से सीखने और राष्ट्रीय कुष्ठ रोग उन्मूलन कार्यक्रम में आगे सुधार लाने हेतु जरूरी कदमों की सिफारिश करने के लिए एक मंच प्रदान करना था। यह सम्मेलन नोवार्टिस फाउंडेशन, दि निप्पॉन फाउंडेशन, आईएलईपी, डब्ल्यूएचओ, एचकेएनएस, आईएई और सेंट्रल लेप्रोसी डिविजन (सीएलडी) के सहयोग से आयोजित किया गया।

रुझानों से पता चलता है कि भारत में अभी भी समाज में बहुत से मामले अज्ञात हैं और बीमारी का प्रसार लगातार जारी है। सरकार और मंत्रालय ने कुष्ठ रोग मुक्त भारत बनाने के लिए अपने प्रयासों को अंतिम छोर तक पहुंचाने की प्रतिबद्धता को दोहराया है। नेदरलैंड लेप्रसी रिलीफ इंडिया (एनएलआर इंडिया) के कंट्री डायरेक्टर और सम्मेलन के आयोजन सचिव एम.ए. आरिफ ने कहा, "हमारा उद्देश्य यहां सम्मिलित राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों, जमीनी स्तर पर काम कर रहे स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं व इस बीमारी से प्रभावित लोगों के साथ सार्वजनिक स्वास्थ्य अभ्यास पर चर्चा करना है। लेप्रोसी को लेकर काफी नवाचार कार्यक्रम किये जा रहे हैं ,जिसके तहत ऐंडेमिक डिस्ट्रिक्ट (जहां अधिकतम केस होने की संभावना है) में अभियान चलाया गया और हाउस सर्च की गयी जिससे कि इन केसों का शुरूआत में ही पता चल सके और रोकथाम की जा सके, इससे विकलांगता को रोकने में मदद मिलेगी।"

ऑनलाइन भर्तियों में 24 फीसदी की वृद्धि

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नई दिल्ली, 8 दिसम्बर, ऑनलाइन भर्तियों में नवंबर में साल-दर-साल आधार पर 24 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है, जिसमें सबसे ज्यादा वृद्धि घरेलू उपकरणों के क्षेत्र में (72 फीसदी) रही। एक रिपोर्ट में गुरुवार को यह जानकारी दी गई। मोंस्टर इंप्लाईमेंट सूचकांक के मुताबिक, नवंबर में बैंकिंग/फाइनेंसियल सेवाओं, बीमा सेवाओं में भर्तियों में 56 फीसदी की तेजी दर्ज की गई, जोकि अक्टूबर में 34 फीसदी थी। मोंस्टर डॉट कॉम के प्रबंध निदेशक (एशिया प्रशांत और मध्य-पूर्व) संजय मोदी ने कहा, "दिलचस्प है कि मझोले शहर ऑनलाइन भर्तियों में महानगरों को पीछे छोड़ रहे हैं। लेकिन, नवंबर में महानगरों में अधिक तेजी देखी गई और कोलकाता में 51 फीसदी, मुबंई में 23 फीसदी व चेन्नई में 13 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई।"उन्होंने कहा, "आईटी क्षेत्र में उल्लेखनीय तेजी दर्ज की गई, जहां भतिर्यो में सकारात्मक वृद्धि रही और दीर्घकालिक परिपेक्ष्य में आशावादी परिदृश्य देखा गया।"इस रिपोर्ट में शहरों के अनुसार कोलकाता में ऑनलाइन भर्तियों में सबसे अधिक तेजी दर्ज की गई, जो 51 फीसदी रही। उसके बाद बड़ौदा में 46 फीसदी रही। रिपोर्ट में कहा गया, "ऑनलाइन भर्तियों में मुंबई में 23 फीसदी, बेंगलुरू में 16 फीसदी, चेन्नई में 13 फीसदी और दिल्ली-एनसीआर में 6 फीसदी की तेजी दर्ज की गई।"
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