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बिहार : लालू के आवास के बाहर सन्नाटा, भाजपा कार्यालय में जश्न

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lalu residence
बिहार की 40 लोकसभा सीटों के लिए हुए मतदान के बाद शुक्रवार को मतगणना के दौरान प्रथम दौर में मिले रूझानों के बाद जहां पटना स्थित भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कार्यालय में जश्न शुरू हो गया है, वहीं पटना स्थित राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास के बाहर सन्नाटा पसरा हुआ है। भाजपा कार्यालय के बाहर सुबह से ही बड़ी संख्या में कार्यकर्ता पहुंच रहे हैं और एक-दूसरे को अबीर-गुलाल लगाकर बधाईयां दे रहे हैं। कार्यालय में कार्यकर्ताओं के लिए जलपान और बड़ी मात्रा में लड्डुओं का इंतजाम किया गया है। 

इस बीच जैसे-जैसे भाजपा के पक्ष में मतों की संख्या बढ़ रही है, वैसे-वैसे पार्टी कार्यकर्ताओं में भी जोश बढ़ रहा है। पार्टी कार्यालय में भाजपा के कई वरिष्ठ नेता भी मौजूद हैं। इधर, लालू के आवास के अंदर लालू प्रसाद, राबड़ी देवी और पाटलिपुत्र संसदीय क्षेत्र की प्रत्याशी मीसा भारती मौजूद अवश्य हैं, लेकिन आवास के बाहर कार्यकर्ता नहीं के बराबर नजर आ रहे हैं। वैसे राजद को अब भी उम्मीद है कि उनकी सीटें बढ़ेगी। 

इधर, पटना के जनता दल (युनाइटेड) के कार्यालय में भी सन्नाटा पसरा हुआ है। कुछ कार्यकर्ता वहां मौजूद जरूर हैं, लेकिन कहीं कोई उत्साह नजर नहीं आ रहा है। उल्लेखनीय है कि बिहार की 40 सीटों में से अब तक आए रूझानों में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के प्रत्याशी अच्छी बढ़त बना चुके हैं जबकि जद (यू) काफी पीछे हो गई है।

आम आदमी पार्टी ने मोदी को बधाई दी

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yogendra yadav
आम आदमी पार्टी (आप) के नेता योगेंद्र यादव ने शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को जीत दिलाने के लिए नरेंद्र मोदी को बधाई दी है। यादव ने संवाददाताओं से यहां कहा, "मैं मोदी को बधाई देता हूं, क्योंकि जनता ने उनमें भरोसा जताया है।"

उन्होंने कहा कि आप नेता अरविंद केजरीवाल की वाराणसी और कुमार विश्वास की अमेठी से हार निराशाजनक है। यादव ने कहा, "यह हमारा पहला चुनाव था। इसलिए हम नहीं जानते थे कि हम हार जाएंगे। हमें देश में एक करोड़ से ज्यादा मत मिले हैं, और हमने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है।"

नई सरकार विकास के लिए कदम उठाए : उद्योग जगत

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siddarth birla
प्रमुख उद्योग संघों ने शुक्रवार को कहा कि नई सरकार से उम्मीद है कि तेज और टिकाऊ विकास के लिए वह मजबूत कदम उठाएगी। लोकसभा चुनाव की मतगणना के दोपहर तक के मिले रुझानों के मुताबिक भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को बहुमत मिल सकती है। भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी को उद्योग अनुकूल नीतियों वाला नेता माना जाता है।

फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) के अध्यक्ष सिद्धार्थ बिड़ला ने कहा, "स्पष्ट बहुमत भारत के लिए शुभ है। यह स्पष्ट हो चुका है कि देश और इसके युवा विकास और सुशासन चाहते हैं।"उन्होंने कहा, "यह बहुमत नेताओं को निवेशकों में भरोसा कायम करने, अधिक निवेश आकर्षित करने और रोजगार बढ़ाने में मदद करेगा।"

पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष शरद जयपुरिया ने कहा, "मोदी मजबूत कदम उठाएंगे। वह देश भर में विकास की नीतियां लागू करेंगे और देश के विकास को मजबूत, तेज और टिकाऊ बनाएंगे। गुजरात की अर्थव्यवस्था को पूरी तरह से बदल डालने और उसे उद्योगपतियों के लिए निवेश का आकर्षक गंतव्य बनाने के लिए उनकी विश्वसनीयता को सभी मानते हैं।"

भाजपा को मिल रही सफलता से बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स सुबह के कारोबार में जोरदार लिवाली के साथ अपने जीवनकाल में पहली बार 25,000 की सीमा से ऊपर चला गया।

जयपुरिया ने कहा कि विनिर्माण क्षेत्र में सुधार नई सरकार की प्राथमिकता सूची में सबसे ऊपर रहना चाहिए। उनके मुताबिक अत्याधुनिक अधोसंरचना, आसान पर्यावरण मंजूरी, श्रम कानून में सुधार, सूक्ष्म, लघु और मझोले क्षेत्र पर भी प्राथमिकता से ध्यान दिया जाना चाहिए, ताकि सकल घरेलू उत्पाद में विनिर्माण क्षेत्र का योगदान वर्तमान 16 फीसदी से बढ़कर 25 फीसदी हो सके।

फिल्मकार प्रकाश झा पश्चिम चंपारण से फिर हारे

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prakash jha
मशहूर फिल्मकार और जनता दल (युनाइटेड) के उम्मीदवार प्रकाश झा बिहार के पश्चिम चंपारण लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से एक बार फिर चुनाव हार गए हैं। उन्हें इस निर्वाचन क्षेत्र से तीसरी बार हार का सामना करना पड़ा है। झा को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के मौजूदा सांसद संजय जायसवाल ने हराया है।

वह वर्ष 2004 में इसी निर्वाचन क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार और वर्ष 2009 में लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के उम्मीदवार के रूप में असफल रहे थे। झा को उनकी 'गंगाजल', 'राजनीति'और 'सत्याग्रह'सरीखी सामाजिक-राजनीतिक फिल्मों के लिए जाना जाता है।

मनमोहन ने मोदी को दी बधाई, शनिवार को देंगे इस्तीफा

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manmohan singh
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता नरेंद्र मोदी को लोकसभा चुनाव में उल्लेखनीय जीत के लिए बधाई दी। लोकसभा के लिए हो रही मतगणना में भाजपा बड़ी जीत की ओर अग्रसर है। देश के 14वें प्रधानमंत्री के रूप में मोदी, मनमोहन सिंह की जगह लेंगे।

प्रधानमंत्री कार्यालय के ट्विटर हैंडल पर संदेश में कहा गया है, "प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने नरेंद्र मोदी को फोन किया और लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी की जीत के लिए बधाई दी है।"शनिवार को मनमोहन सिंह देश को संबोधित करेंगे और उसके बाद राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को अपना इस्तीफा सौंपेंगे।

जनता मोदी के जरिये बदलाव चाहती है : आरएसएस

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आम चुनावों में भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के प्रदर्शन की सराहना करते हुए राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ ने कहा कि देश की जनता ने बदलाव के लिए नरेंद्र मोदी के पक्ष में मतदान किया है। संघ के वरिष्ठ पदाधिकारी राम माधव ने कहा, 'बदलाव के लिए लोगों का जनादेश अपेक्षित था। यह हमारे लिए खुशी की बात है। हम मोदी और नई सरकार को बधाई देते हैं। हम उम्मीद करते हैं कि नई सरकार देश के हित के लिए अच्छा काम करेगी।'उन्होंने कहा, भाजपा ने लोकसभा में बहुमत हासिल किया है। यह सराहनीय है। वर्तमान रुख से पता चल रहा है कि लोगों ने मोदी के माध्यम से भाजपा में विश्वास जताया है।'

सरकार के गठन में आरएसएस की भूमिका के सवाल पर माधव ने कहा, संघ की सरकार और मंत्री परिषद में कोई भूमिका नहीं होगी। इसका फैसला पार्टी और उसके नेता करेंगे। चुनावों के दौरान संगठन की भूमिका के सवाल पर उन्होंने कहा, हमारी भूमिका चुनाव से पहले लोगों को जागरुक करने की थी। हमने लोगों को बताया कि मौजूदा समय में देश किन चुनौतियों का सामना कर रहा है। संघ के स्वंय सेवकों ने चुनाव अभियान में अपना काम बेहतर तरीके से किया। उन्होंने घर घर जाकर लोगों को बदलाव के लिए जागरुक किया।

नरेंद्र मोदी ने मां से आशीर्वाद लिया

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लोकसभा चुनाव में स्पष्ट बहुमत मिलने के बाद शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी अपनी मां से मिलकर उनका आशीर्वाद लिया। इस दौरान उन्होंने कहा, "अच्छे दिन आने वाले हैं।"भाजपा के ऑनलाइन अभियान को महत्व देते हुए मोदी ने स्वयं अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर विजयी नेताओं को बधाई देने के लिए एक विशेष पृष्ठ बनाया, जिसे 'विक्ट्री वॉल'नाम दिया गया है। मोदी ने माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर एक ट्वीट में कहा, "मैं विशेष रूप से तैयार की गई 'विक्ट्री वॉल'पर आपकी शुभकामनाएं मिलने का इंतजार कर रहा हूं।" मोदी ने पार्टी की जीत को राष्ट्र की जीत बताया। मोदी ने ट्वीट किया, "भारतवर्ष जीत गया। अच्छे दिन आने वाले हैं।"

मोदी मटमैला कुर्ता और सुनहरे भूरे रंग की नेहरू जैकेट पहने अपनी मां हीराबेन के घर पहुंचे और उनके पैर छुए। मां ने भी बदले में अपने लाडले 'नरिया'का मुंह मीठा करवाया। मीडिया की मौजूदगी में दोनों एक-दूसरे के गले मिले। उसके बाद हीराबेन ने बेटे का कुर्ता पकड़कर उसे अपनी ओर खींचा और कुछ सलाह दी। मोदी ने मां से बात की, जिनके वह बेहद करीब हैं। उन्होंने बाद में मां की मौजूदगी वाली अपनी एक हस्ताक्षरित तस्वीर भी पोस्ट की।

लोकसभा चुनाव के नतीजों में पार्टी को स्पष्ट बहुमत पाता देखने के बाद मोदी ने एक ट्वीट किया, "मां से आशीर्वाद लिया।"हीराबेन ने पत्रकारों को बताया, "मेरा आशीर्वाद उसके साथ है।" मोदी ने एक वीडियो भी पोस्ट की और कहा, "अच्छे दिन आने वाले हैं।"वीडियो का नाम 'विजय गीत'रखा गया है। 

नरेंद्र मोदी की भूमिका का मूल्यांकन हो : आडवाणी

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lal krishna advani
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अनुभवी एवं वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी ने शुक्रवार को कहा कि भाजपा की जीत में नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की भूमिका का मूल्यांकन किए जाने की जरूरत है। आडवाणी ने कहा कि भाजपा यह चुनाव भ्रष्टाचार, कुशासन एवं वंशवाद के मुद्दे को लेकर जीती है। आडवाणी ने शुक्रवार को कहा, "कुशासन, भ्रष्टाचार और कांग्रेस का वंशवाद भाजपा की जीत की तीन मुख्य वजहें हैं। हमने उन क्षेत्रों में भी विजय पाई है, जहां पहले कभी नहीं जीते थे।"

पार्टी के संस्थापकों में से एक आडवाणी ने कहा, "पार्टी की जीत में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की भूमिका क्या रही, आरएसएस ने कितना योगदान दिया, इसका मूल्यांकन किए जाने की आवश्यकता है।"आडवाणी 2009 लोकसभा चुनाव में भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार थे, जब कांग्रेस के नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) दूसरी बार सत्ता में आई थी। 2014 के लोकसभा चुनाव में हालांकि भाजपा ने नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया।

आडवाणी के एक करीबी सूत्र ने हालांकि कहा कि उन्होंने गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन पर पार्टी अभूतपूर्व जीत के लिए बधाई दी।

सोनिया गांधी और राहुल ने हार की जिम्मेदारी ली

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कांग्रेस की अप्रत्याशित हार के बाद कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि इस हार की जिम्मेदारी मैं लेता हूं। सोनिया गांधी ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि हमने विरोधियों का सामना किया लेकिन हमें वह समर्थन नहीं मिला जिसकी हम आशा करते थे। यह जनादेश हमारे खिलाफ है और हम इस जनादेश का आदर करते हैं। मैं अभी से इस सरकार को बधाई देती हूं। 

 सोनिया गांधी ने कहा कि हमें जो भी समर्थन मिला है उसके लिए मैं अपने मतदाताओं और कार्यकर्ताओं को धन्यवाद देती हूं मैं पार्टी की अध्यक्ष होने के नाते हार की जिम्मेदारी लेती हूं।

अदाणी समूह कंपनियों के शेयरों में उछाल

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लोकसभा चुनाव के मतगणना रझान में बीजेपी के नेतृत्व में एनडीए के आगे होने के कारण गुजरात के अदाणी समूह की तीन सूचीबद्ध कंपनियों के शेयरों में आरंभिक कारोबार में कम से कम 17 प्रतिशत की तेजी आई।
बंबई स्टॉक एक्सचेंज में आरंभिक कारोबार में अदाणी इंटरप्राइजेज का शेयर 16.87 प्रतिशत यानी 585 प्रतिशत की तेजी के साथ 52 सप्ताह के उच्च स्तर पर पहुंच गया। 

अदाणी पॉवर का शेयर 8.28 प्रतिशत की तेजी के साथ 59.50 रुपये हो गया जबकि अदाणी पोर्ट्स और स्पेशल इकॉनमिक जोन का शेयर 6.83 प्रतिशत की तेजी के साथ अपने एक वर्ष के उच्चतम स्तर 235.40 रुपये को छू गया। बीजेपी के गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी को वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव के लिए पिछले वर्ष सितंबर में प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाए जाने के बाद से अहमदाबाद मुख्यालय वाले अदाणी समूह विशेषकर अदाणी इंटरप्राइजेज के शेयरों में तेजी है। 

अदाणी समूह की प्रमुख कंपनी अदाणी इंटरप्राइजेज ने अपने तीन सूचीबद्ध कंपनियों में से सर्वाधिक लाभ दर्ज किया है। पिछले वर्ष 13 सितंबर से अदाणी इंटरप्राइजेज के शेयर में करीब तीन गुना तेजी आई है जबकि अदाणी पोर्ट के शेयर में 62.2 प्रतिशत और अदानी पॉवर के शेयर में 52 प्रतिशत की तेजी आई है।

आईएनएस विक्रांत को दारुखाना गोदी ले जाने की अनुमति

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ins vikrant
सर्वोच्च न्यायालय ने शुक्रवार को भारतीय नौसेना से निवृत और देश के पहले विमान वाहक पोत आईएनएस विक्रांत को मुंबई नौसैनिक अड्डा से जहाज तोड़ने वाली दारुखाना गोदी ले जाने की अनुमति दे दी। न्यायमूर्ति बी. एस. चौहान और न्यायमूर्ति ए. के. सीकरी ने 70 वर्ष पुराने विमान वाहक पोत को स्थान बदलने की अनुमति दी। सरकार ने अदालत से आग्रह किया था कि विक्रांत की स्थिति अत्यंत जीर्णशीर्ण हो गई है और इसमें लगातार गिरावट आती जा रही है। इसका न तो मरम्मत किया जा सकता है और न ही दुरुस्त किया जा सकता है।

सरकार की दलील का सामाजिक कार्यकर्ता किरण पैगणकर ने विरोध किया। उन्होंने नई जगह पर पोत की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़ा किया। उन्होंने कहा कि पोत के लिए नौसेना अड्डा सबसे सुरक्षित स्थल है। पैगणकर ने सर्वोच्च न्यायालय में अर्जी दायर कर आईएनएस विक्रांत को एक संग्रहालय में तब्दील करने की मांग की और अदालत ने पांच मई को यथास्थिति बहाल रखने का आदेश देते हुए नोटिस जारी किया।

सरकार ने यथास्थिति आदेश को निरस्त करने की मांग करते हुए कहा कि वह केवल आईएनएस विक्रांत को नई जगह स्थानांतरित करना चाहती है, तोड़ना नहीं। जनवरी 2014 में आईएनएस विक्रांत को नीलामी में खरीदने वाली कंपनी आईबी कामर्शियल प्रा. लि. विक्रांत को शुक्रवार को स्वयं दारुखाना ले जाएगी।

ब्रिटिश रॉयल नेवी में एचएमएस हरक्युलिस के नाम वाले इस पोत की तली 14 अक्टूबर, 1943 को डाली गई थी और 1945 में इसका जलावतरण हुआ था। भारत ने 1957 में इसे खरीदा और 16 फरवरी 1959 को इसे नौसेना में शामिल किया गया। 31 जनवरी, 1997 को विक्रांत नौसेना से निवृत हुआ।

भाजपा 30 वर्षो में अपने दम पर बहुमत पाने वाली पहली पार्टी

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narendra modi speech
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पिछले 30 वर्षो के दौरान लोकसभा चुनाव में अपने दम पर बहुमत हासिल करने वाली पहली पार्टी बन कर उभरी है। भाजपा शुक्रवार को आ रहे मतगणना के रुझानों के अनुसार, लगभग 280 सीटें हासिल करते हुए दिख रही है। यह संख्या 545 सदस्यीय लोकसभा में आधी संख्या यानी 272 से अधिक है। लोकसभा के 543 सदस्यों का निर्वाचन होता है, जबकि दो सदस्यों को नामित किया जाता है।

भाजपा के लिए यह एक चमत्कार की तरह है, क्योंकि 1984 के आम चुनाव में पार्टी ने मात्र दो सीटें जीती थी। उस समय जनता पार्टी से अलग होकर भाजपा ने पहली बार चुनाव लड़ा था। पूर्व में जनसंघ के रूप में इस पार्टी ने 1977 के आम चुनाव में जनता पार्टी में शामिल हो गई थी। 

1984 के चुनाव में कांग्रेस ने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद सहानुभूति की लहर पर सवार होकर राजीव गांधी के नेतृत्व में भारी जीत हासिल की थी और उसे लोगसभा में 414 सीटें मिली थीं। देश में अब तक हुए कुल 16 आम चुनावों में से इस बार कांग्रेस का सबसे बुरा प्रदर्शन रहा, क्योंकि पार्टी को मात्र 50 सीटें मिलती दिख रही हैं।

चुनाव परिणाम : यूपी में सपा एवं कांग्रेस परिवार तक ही सिमटी

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  • भदोही से वीरेन्द्र सिंह मस्त समेत 73 भाजपाई जीते, कांग्रेस को 2 व सपा को 5 सीटे मिली, बसपा का सुपड़ा साफ  
  • जनता ने मुलायम व अखिलेश के गुंडाराज को नकारा 

भदोही। उत्तर प्रदेश में सपा एवं कांग्रेस परिवार तक ही सिमटी। खासकर मुलायम सिंह यादव व अखिलेश सिंह के गुंडाराज को जनता ने पूरी तरह नकार दिया है। सपा को मात्र पांच सीट ही मिली है, जबकि भाजपा को 65 से अधिक सीटे मिली है। खासकर भदोही संसदीय क्षेत्र से पूर्वांचल के ईनामी माफियाओं का शरणदाता व बाहुबलि विधायक विजय मिश्रा की बेटी सीमा मिश्रा को भाजपा के वीरेन्द्र सिंह ने डेढ़ लाख से अधिक वोट से हरा दिया है। जबकि यहां पूर्व मंत्री राकेशधर त्रिपाठी दूसरे नम्बर पर रहे व सीमा मिश्रा तीसरे पर नंबर पर रही। 

भाजपा को कुल 2 लाख 41 हजार 438, बसपा को 1 लाख 54 हजार 955 व सपा को 1 लाख 42 हजार 865 मत मिला। इसके अलावा मिर्जापुर से अपना दल की अनुप्रिया पटेल, जौनपुर से भाजपा के केपी सिंह 1 लाख 14 हजार, मछलीशहर से भाजपा के रामचरित्र निषाद, राबर्टसगंज से छोटेलाल खरवार, अमेठी से कांग्रेस राहुल गांधी व रायबरेली से सोनिया गांधी, बागपत से कैशरगंज से बिजनौर भाजपा से कुंवर भारती, मथुरा भाजपा से हेमामालिनी, हरदोई भाजपा से अंशूल वर्मा, फूलपुर भाजपा से केशव मौर्या, प्रतापगढ़ से हरिवंश सिंह, मैनपुरी सपा मुलायम सिंह यादव, कुशीनगर भाजपा से राजेश पांडेय, देवरिया भाजपा कलराज मिश्र, एटा भाजपा से राजवीर, गोरखपुर भाजपा से आदित्नाथ, धौरहरा भाजपा रेखा, खीरी भाजपा अजय कुमार, बाराबंकी भाजपा प्रियंका रावत, इटावा भाजपा अशोक दोहरे, हमीरपुर भाजपा पुष्पेन्द्र, कानपुर भाजपा मुरलीमनोहर जोशी, बदायूं से सपा धर्मेंद्र यादव, बांसगांव भाजपा कमलेश पासवान, कन्नौज सपा डिम्पल, गोंडा भाजपा कीर्तिबर्धन सिंह, चंदौली भाजपा महेन्द्रनाथ पांडेय, फैजाबाद भाजपा लल्लू सिंह, बरेली भाजपा संतोष कुमार, लखनउ भाजपा राजनाथ सिंह चुनाव, कैशरगंज भापा ब्रजभूषणशरण सिंह, सलेमपुर भाजपा रविन्द्र कुशवाहा, इलाहाबाद भाजपा श्यामाचरण गुप्ता, श्रावस्ती भाजपा ददन मिश्रा, बिजनौर बीजेपी कुंवर वीरेन्द्र, मेरठ भाजपा राजेन्द्र अग्रवाल, गाजियाबाद भाजपा वीके सिंह,मुजफरनगर भाजपा संजीवन बल्यान, बलिया भरत सिंह, सीतापुर भाजपा अंजू, आजमगढ सपा मुलायम सिंह यादव जीत गये है। 

सूत्र बताते है माफिया विधायक ने विजय मिश्रा ने कुल 35 करोड से भी अधिक रुपया बांटा और दहशत फैलाकर वोट लेने की कोशिश की, लेकिन जनता ने उसके गुंराराज को नकारा दिया है। बाहुबलि विधायक विजय मिश्रा ने पिछले दिनों ताबड़तोड़ एक के बाद कालीन उद्यमियों, बायर एजेंटो, पत्रकारों सहित आम गरीब जनमानस सरेराह सड़कों पर पुलिस से पिटवाया। जगह-जगह फर्जी मुकदमें दर्ज कर अवैध वसूली की गयी। गोपीगंज, औराई, मोढ़, सुरियावा, जंगीगंज, चैरी, ज्ञानपुर, डीघ सहित पूरे जनपद में जगह-जगह लोगों की जमीन कब्जा व लूटपाट किया गया। कार्यालय में दिनदहाड़े घुसकर एबीएसए रितुराज को मारा गया, निर्माणाधीन अस्पताल ठेकेदार से रंगदारी व कईयों से फिरौती वसूली गयी। गुंडई के बल पर जीते हुए ब्लाक प्रमुख प्रत्याशी को हरा दिया गया। दरोपुर में साम्प्रदायिक हिंसा में किसकी मौजूदगी में बवाल हुआ। किस विधायक का सिर फटा, लेकिन मुजरिम आमजनमानस क्यों हुआ। लापरवाह अधिकारियों व संबंधित घटनाक्रम में शामिल लोगों पर कार्यवाही सिर्फ इसलिए नहीं हो सकी उन पर माफिया विधायक का छत्रछाया रहा। यही जनता का आक्रोश उसे खां गया। अविनाश मिश्रा ने कहा मोदी की सुनामी में सब का सुफडा साफ है। मुलायम ने अपने परिवार के पांच लोगों को लड़ाया और पांचों जीत गए। जिसमें डिम्पल, मुलायम, धर्मेद्र यादव, फिरोजाबाद सपा अक्षय यादव है जबकि कांग्रेस से केवल सोनिया व राहुल है। 


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सुरेश गाँधी 
भदोही 

हिमाचल प्रदेश की विस्तृत खबर (16 मई)

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ऊना से भाजपा को  मिली  20 हजार 323  मतों की बढ़त 

ऊ ना, 16 मई (विजयेन्दर शर्मा) । लोकसभा चुनाव के लिए जिला के पांचों विधानसभा क्षेत्रों में पड़े वोटों की आज यहां हुई गणना में भाजपा प्रत्याशी श्री अनुराग सिंह ठाकुर ने जिला ऊना से 20 हजार 323  मतों की बढ़त हासिल की है। हरोली विधानसभा क्षेत्र जिला का एकमात्र ऐसा विधानसभा क्षेत्र रहा , जहां कांग्रेस ने 6960 मतों की बढ़त हासिल की जबकि भाजपा ने सर्वाधिक 11415 मतों की बढ़त ऊना विधानसभा क्षेत्र से मिली । अन्य विधानसभा क्षेत्रों में कुटलैहड़ से भाजपा को 6597, गगरेट विधानसभा क्षेत्र से 5667 मतों और चिंतपूर्णी विधानसभा क्षेत्र से 3604 मतों से बढ़त मिली। आज प्रात: कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में स्थानीय राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में एक सभी पांचों विधानसभा क्षेत्रों की मतगणना  एक साथ शुरू हुई। मतगणना के समय चुनाव आयोग द्वारा तैनात किए गए पर्यवेक्षक श्री शाहीन अली खान भी उपस्थित थे। एक सरकारी प्रवक्ता ने जिला के पांचों हलकों के नतीजों की जानकारी देते हुए बताया कि हरोली विधानसभा क्षेत्र में कुल पड़े 55 हजार 835 मतों में से कांग्रेस प्रत्याशी राजेन्द्र सिंह राणा को 30117 और भाजपा प्रत्याशी श्री अनुराग सिंह ठाकुर को 23157 मत मिले। कांग्रेस ने यहां 6960 मतों की बढ़त हासिल की। हरोली विधानसभा क्षेत्र में कमल कांता बतरा को 952, राकेश चौधरी को 539, उर्मिला शर्मा को 183, शिवदत्त वशिष्ठ को 163, अमीं चंद को 49, आशीष कमार 51, देवराज भारद्वाज को 188, राजिन्द्र सिंह राणा को 134 मत पड़े जबकि 402 मतदाताओं ने नोटा का बटन दबाकर सभी प्रत्याशियों को नकार दिया।   ऊना विधानसभा क्षेत्र में पड़े 54865 मतों में से भाजपा प्रत्याशी श्री अनुराग सिंह ठाकुर को 31007, कांग्रेस प्रत्याशी श्री राजेन्द्र सिंह राणा को 19592, कमल कांता बतरा को 2300, राकेश चौधरी को 908, उर्मिला शर्मा को 114, शिवदत्त वशिष्ठ को 148, अमीं चंद को 36, आशीष कमार 42, देवराज भारद्वाज को 80, राजिन्द्र सिंह राणा को 164 मत पड़े जबकि 474 मतदाताओं ने नोटा का बटन दबाकर सभी प्रत्याशियों को नकार दिया।  ऊना विधानसभा क्षेत्र में भाजपा ने 11415 मतों की बढ़त ली।  कुटलैहड़ विधानसभा क्षेत्र में पड़े 52966 मतों में से भाजपा प्रत्याशी श्री अनुराग सिंह ठाकुर को 28532, कांग्रेस प्रत्याशी श्री राजेन्द्र सिंह राणा को 21935, कमल कांता बतरा को 949, राकेश चौधरी को 435, उर्मिला शर्मा को 46, शिवदत्त वशिष्ठ को 80, अमीं चंद को 52, आशीष कमार 39, देवराज भारद्वाज को 123, राजिन्द्र सिंह राणा को 200 मत पड़े जबकि 475 मतदाताओं ने नोटा का बटन दबाकर सभी प्रत्याशियों को नकार दिया।  कुटलैहड़ विधानसभा क्षेत्र में भाजपा ने 6597 मतों की बढ़त ली।  गगरेट विधानसभा क्षेत्र में पड़े 49882 मतों में से भाजपा प्रत्याशी श्री अनुराग सिंह ठाकुर को 26248, कांग्रेस प्रत्याशी श्री राजेन्द्र सिंह राणा को 20581, कमल कांता बतरा को 1755, राकेश चौधरी को 407, उर्मिला शर्मा को 136, शिवदत्त वशिष्ठ को 55, अमीं चंद को 42, आशीष कमार 39, देवराज भारद्वाज को 97, राजिन्द्र सिंह राणा को 141 मत पड़े जबकि 381 मतदाताओं ने नोटा का बटन दबाकर सभी प्रत्याशियों को नकार दिया।  गगरेट विधानसभा क्षेत्र में भाजपा ने 5667 मतों की बढ़त ली। चिंतपूर्णी  विधानसभा क्षेत्र में पड़े 50248 मतों में से भाजपा प्रत्याशी श्री अनुराग सिंह ठाकुर को 25682, कांग्रेस प्रत्याशी श्री राजेन्द्र सिंह राणा को 22078, कमल कांता बतरा को 1065, राकेश चौधरी को 394, उर्मिला शर्मा को 158, शिवदत्त वशिष्ठ को 68, अमीं चंद को 51, आशीष कमार 37, देवराज भारद्वाज को 130, राजिन्द्र सिंह राणा को 162 मत पड़े जबकि 423 मतदाताओं ने नोटा का बटन दबाकर सभी प्रत्याशियों को नकार दिया।  चिंतपूर्णी विधानसभा क्षेत्र में भाजपा ने 3604 मतों की बढ़त ली। गौरतलब है कि लोकसभा के लिए 7 मई को हुए मतदान में ऊना जिला 71.39 प्रतिशत वोटिंग के साथ पूरे प्रदेश में अव्वल रहा था। जिला के कुल 3 लाख 69 हजार 450 वोटरों में से 2 लाख 63 हजार 986 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। इनमें 1 लाख 34 हजार 924 महिलाएं व 1 लाख 28 हजार 814 पुरूष मतदाता शामिल थे।  हरोली विधानसभा क्षेत्र में सर्वाधिक 74.87 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था। यहां 79.65 प्रतिशत महिलाओं व 70.44 प्रतिशत पुरूषों ने वोट डाले।  गगरेट विधानसभा क्षेत्र में 70.28 प्रतिशत मतदान हुआ। यहां 72.75 प्रतिशत महिलाओं व 67.89 प्रतिशत पुरूष मतदाताओं ने वोट डाले।  ऊना विधानसभा क्षेत्र में 72.53 प्रतिशत मतदान हुआ। यहां 75.30 प्रतिशत महिलाओं व 69.90 प्रतिशत पुरूषों ने मताधिकार का इस्तेमाल किया।  चिन्तपूर्णी विधानसभा क्षेत्र में 68.60 प्रतिशत मतदान दर्ज हुआ जिसमें 71.99 प्रतिशत महिला मतदाताओं व 65.40 प्रतिशत पुरूष मतदाताओं ने वोट डाले। कुटलैहड़ विधानसभा क्षेत्र में 70.54 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। यहां 74.54 प्रतिशत महिला वोटरों व 68.05 प्रतिशत पुरूष वोटरों ने वोट डाले। 
                 
लोगों ने कांग्रेस को ठुकरा दिया: धवाला

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 ज्वालामुखी, 16 मई (विजयेन्दर शर्मा) । वरिष्ठ भाजपा नेता पूर्व मंत्री  रमेश धवाला  ने आज यहां कांगड़ा संसदीय चुनाव क्षेत्र से  भाजपा उम्मीदवार शांता कुमार को ज्वालामुखी से भारी समर्थन देने के लिये इलाके के लोगों का आभार व्यक्त किया है।  पूर्व मंत्री धवाला ने आज यहां पत्रकारों को संबोधित करते हुये  कहा कि ज्वालामुखी में पिछले डेढ़ साल में जिस पैमाने पर  भ्रष्टाचार फैला था।  उससे लोग तंग आ चुके थे।  व उन्होंने कांग्रेस को ठुकरा दिया है।  धवाला ने आरोप लगाया कि  कांग्रेस सरकार बनने के बाद ज्वालामुखी में बड़े पैमाने पर सरकारी कर्मियों का तबादलों के नाम पर उत्पीडऩ किया गया, वहीं बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार फैला, जिससे लोग तंग आ चुके थे।  उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह को भी आड़े हाथेां लेते हुये  कहा कि नैतिकता का तकाजा है कि वह अपने पद से तुरंत इस्तीफा दें।  व लोगों के जनादेश को स्वीकार करें। धवाला ने कहा कि भाजपा ने हमेशा ही विकास की राजनिति की है। उन्होंने कहा कि केन्द्र की यूपीए सरकार के पास देश की समस्याओं को हल करने के लिए न तो नियत है और न ही नीति थी। कांग्रेस  सरकार ने खाद्यान की कमी के समय भी खाद्यानों का निर्यात किया है और बहुतायत की स्थिति में भी खाद्य वस्तुओं का आयात किया है। ऐसे में कांग्रेस ने आयात और निर्यात दोनों में कमीशन खाई है। कांग्रेस की इस कमीशन नीति ने देश को बर्वाद करके रख दिया । जबकि पूर्व भाजपा सरकार के समय में महंगाई पर सरकार का पूरा नियंत्रण था। यही बजह थी कि उस समय खाद्यान्न पदार्थों की कीमतें नियंत्रण में थी। केन्द्र की यू पी ए सरकार अपने कार्यकाल में रिकॉर्ड तोड़ फसल उत्पादन का ढिंढोरा पिटती रही ,लेकिन देश व प्रदेश का गरीब भूखा सोता रहा। यू.पी.ए सरकार की नीति व नीयत में खोट होने के कारण दिनप्रतिदिन बढ़ती मँहगाई से आम जनवर्ग बुरी तरह प्रभावित हुआ है। केन्द्र की कॉंगेस सरकार का कार्यकाल भ्रष्टाचार से पूरी तरह ग्रषित रहा है। गरीब विरोधी दिल्ली की सरकार को 2014 के लोकसभा चुनाव में सत्ता से उखाडऩे का अवसर देश के साथ  प्रदेश की जनता को भी मिला है। प्रदेश की जनता जन विरोधी कांग्रेस पार्टी को सत्ता से उखाडऩे के साथ कांग्रेस को राजनीति से भी विदा करने के लिए अपने मन बनाया था, जो आज पूरा हो गया। 

चंदर कुमार की करारी हार में ज्वालामुखी विधानसभा क्षेत्र का भी अहम योगदान रहा

ज्वालामुखी, 16 मई (विजयेन्दर शर्मा) । कांगड़ा संसदीय चुनाव क्षेत्र में कांग्रेस प्रत्याशी चंदर कुमार की करारी हार में ज्वालामुखी विधानसभा क्षेत्र का भी अहम योगदान रहा।  इस हार से स्थानीय विध्धयक संजय रतन को करारा झटका लगा है।  तो भाजपा नेता रमेश धवाला की राजनिति ने एक बार फिर जोरदार  वापिसी हुई है।   भाजपा खेमे में जहां पूरा दिन जशन का महौल रहा , वहीं कांग्रेस कार्यकर्ताओं में  मायूसी का आलम रहा।  नगर में भाजपा कार्यकर्ताओं ने नगर में जलूस निकाला आतिशबाजी की। चुनाव के दौरान ज्वालामुखी में  शुरू से ही कांग्रेस के खिलाफ महौल को  देखा गया। इसका सीधा फायदा पूर्व विधायक रमेश धवाला को हुआ है। व एक बार फिर राजनैतिक तौर सक्रिय हो गये ,  शांता कुमार के मैदान में होने से इलाके का ब्राहम्ण वोटर भाजपा के साथ लामबंद हो गया है तो धवाला के साथ बिरादरी चली ।  यही नहीं चंगर बैल्ट में भी कुछ नाराजगी स्थानीय विधायक के प्रति देखी गई। चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा खासकर रमेश धवाला ने शुरू से ही पार्टी काडर को सक्रिय कर दिया व समय समय पर खुद शांता कुमार ने ज्वालामुखी हल्के को पूरा समय दिया व लोगों से सीधे तौर पर रूबरू हुये।  इस मामले में  कांग्रेस प्रत्याशी चंदर कुमार पिछड़ गये। व वहीं विधायक संजय रतन को भी पार्टी संगठन का पूरा सहयोग नहीं मिल पाया। अपने तौर पर उन्होंने हर बूथ पर जाने की कोशिश की , लेकिन लोग शुरू से ही चंदर कुमार से इस बात को लेकर नाराज थे कि उन्होंने देहरा में सेंटरल यूनिवर्सिटी  का विरोध किया था। इस मामले पर चंदर कुमार ने भी अपने दौरे के दौरान कोई  स्पष्टीकरण देने की कोशिश नहीं की।   वहीं इलाके में  जातीगत ध्ु्रावीकरण भी नहीं हो पाया।  ज्वालामुखी में अस्पताल के स्थानांतरण से लेकर एस डी एम आफिस की स्थापना के फैसले चंगर के लोगों को रास नहीं आये।  वहीं धवाला ने अपने भाषणों में पूरी आक्रमकता दिखाई व स्थानीय मुद्दे जोरदार ढ़ंग से उठाये।   व बार  चेताया कि कांग्रेस ने पिछले विधानसभा चुनावों में छह हजार लोगों को नौकरियां देने की बात की, लेकिन पूरी नहीं हुई।  कुछ भी  इससे अब साबित हो गया है कि लोगों  को विकास नहीं व्यक्तिगत मेल मिलाप की जरूरत है।  

कार पार्किंग के आसपास सार्वजनिक शौचालय न होने से पर्यटक परेशान

ज्वालामुखी, 16 मई (विजयेन्दर शर्मा) । ज्वालामुखी में कार पार्किंग के आसपास सार्वजनिक शौचालय न होने से पर्यटक परेशान हैं। नगर में चार- पांच पार्किंग स्थल छोटे वाहनों के लिये बने हैं । लेकिन यहां शौचालय की सुविधा न होने से हालात बदसे बदतर होते जा रहे हैं ।  पर्यटकों की शिकायत है कि उनसे शुल्क तो ले लिया जाता है लेकिन उन्हें सुविधा नहीं मिल पाती । पास पड़ोस के दुकानदार भी इस सबसे व्यथित हैं । चूंकि उन्हें गन्दगी से रूबरू होना पड़ता  है । दलील दी जा रही है कि प्रशासन को कुछ सार्वजनिक स्थलों पर शौचालय बनाने चाहिये । नगर पंचायत ने कुछ साल पहले जो शौचालय बनाये थे वह या तो काम ही नहीं कर रहे या फिर रखरख्राव के अभाव में अपना अस्तित्व खो चुके हैं । लेकिन इन्हें दोबारा बनाने की कोशिश ही नहीं की गई। भले ही ज्वालामुखी की सीवरेज योजना कुछ माह बाद अस्तित्व में आ जायेगी, लेकिन दलील दी जा रही है कि जब तक सार्वजनिक शौचालय नहीं बनाये गये तब तक सीवरेज का फायदा नहीं हो पायेगा।

रोगी कल्याण समिति को हुआ हजारो रुपयों का नुक्सान

ज्वालामुखी, 16 मई (विजयेन्दर शर्मा) । सामुदायिक स्वास्थय केन्द्र ज्वालामुखी में रोगीयों के कल्याण के लिए बनाई गई रोगी कल्याण समिति को प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही हि.प्र राज्य नागरिक आपूर्ति निगम की उचित मूल्य की दवाईयों की दुकान द्वारा हजारो रुपए के मासिक किराए का चूना लगाए जाने का मामला प्रकाश में आया है। पुख्ता सूत्रो से प्राप्त जानकारी के अनुसार सामुदायिक स्वास्थय केन्द्र ज्वालामुखी द्वारा 2010 को किराए पर हि.प्र राज्य नागरिक आपूर्ति निगम की उचित मूल्य की दवाईयों की दुकान दी गई। लेकिन आज दो वर्ष बीत जाने के बाद भी अस्पताल द्वारा किराए पर दी गई दुकान का कोई भी किराया हि.प्र राज्य नागरिक आपूर्ति निगम की उचित मूल्य की दवाईयों की दुकान द्वारा नही चुकाए जाने से ज्वालामुखी की रोगी कल्याण समिति को हजारो रुपए का चूना लग रहा है। हालाकिं स्वास्थय विभाग ज्वालामुखी द्वारा कई बार चेताया गया लेकिन आज दिन तक कोई भी दुकान का किराया रोगी कल्याण समिति को जमा नही करवाया गया। स्वास्थय विभाग के अथक प्रयासो के बाबजूद यह हवाला बखूबी हि.प्र राज्य नागरिक आपूर्ति निगम की उचित मूल्य की दवाईयों की दुकान द्वारा दिया जाता रहा कि दुकान की असेस्मेंट के बाद ही दुकान का किराया रोगी कल्याण समिति में जमा करवाया जाएगा। लेकिन इस लापरवाही से सवाल खडा हो रहा है कि 2 वर्ष बीत जाने पर भी किराया देने में सिविल सप्लाई की दुकान ने गंभीरता क्यों नही दिखाई और किन नियमो के तहत रोगी कल्याण समिति को किराया नही चुकाया गया। खंड चिकित्सा अधिकारी डा. विवेक सूद  का इस सदर्भ में कहना है कि 2010 से उचित मूल्य की दवाईयों की दुकान को कोई भी किराया नही दिया गया है जिससे रोगी कल्याण समिति को नुक्सान उठाना पडा है विभाग को किराया देने के लिए कहा गया लेकिन एस्सेसमेट का बहाना बनाकर अभी तक किराए को लटकाया गया है। 

भाजपा के शांता कुमार 170072 मतों से विजयी

धर्मशाला, 16 मई (विजयेन्दर शर्मा) ।  जिला निर्वाचन अधिकारी एवं उपायुक्त कांगड़ा सी$पॉलरासु ने कांगड़ा लोकसभा सीट से विजयी भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार शांता कुमार को प्रमाण-पत्र जारी किया। उन्होंने बताया कि एक-कांगड़ा संसदीय निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा के शांता कुमार ने कुल 170072 मतों से विजय प्राप्त की है। उन्होंने बताया कि भाजपा के शांता कुमार को 799445 मतों में से 456163 मत पड़े जबकि कांगे्रस के उम्मीदवार चन्द्र कुमार को 286091 मत प्राप्त हुए। जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि जिला चम्बा के चुराह विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी को 21365, कांगे्रस को 18824 जबकि आम आदमी पार्टी को 443 मत प्राप्त हुए। इसी प्रकार चम्बा सदर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा को 25519, कांगे्रस को 15944 तथा आम आदमी पार्टी को 1028, डलहौजी विधानसभा क्षेत्र से भाजपा को 22376, कांगे्रस को 13828 और आम आदमी पार्टी को 709 एवं भटियात विधानसभा क्षेत्र से भाजपा को 25408, कांगे्रस को 14683 तथा आम आदमी पार्टी को 662 मत प्राप्त हुए। इसी प्रकार जिला कांगड़ा के नूरपुर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा को 29829, कांगे्रस को 17402 जबकि आम आदमी पार्टी को 772 मत प्राप्त हुए। इंदौरा विधानसभा क्षेत्र से भाजपा को 27442, कांगे्रस को 18863 जबकि आम आदमी पार्टी को 1561 मत प्राप्त हुए। उन्होंने बताया कि फतेहपुर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा को 25234, कांगे्रस को 15335 और आम आदमी पार्टी को 3050 मत मिले। ज्वाली विधानसभा क्षेत्र से भाजपा को 27820, कांगे्रस को 26170 तथा आम आदमी पार्टी को 1087 मत प्राप्त हुए जबकि ज्वालामुखी विधानसभा क्षेत्र से भाजपा को 27096, कांगे्रस को 13944 और आम आदमी पार्टी को 450 मत मिल। इसी प्रकार जयसिंहपुर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा को 23366, कांगे्रस को 17001 तथा आम आदमी पार्टी को 1451 मत मिले। सुलह विधानसभा क्षेत्र से भाजपा को 33832, कांगे्रस को 21034 और आम आदमी पार्टी को 2799 मत प्राप्त हुुए। उन्होंने बताया कि नगरोटा-बगवां विधानसभा क्षेत्र से भाजपा को 28062, कांगे्रस को 17498 और आम आदमी पार्टी को 1461 मत प्राप्त हुए। इसी प्रकार कांगड़ा विधानसभा क्षेत्र से भाजपा को 27793, कांगे्रस को 13474 तथा आम आदमी पार्टी को 1510 मत मिले। शाहपुर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा को 28955, कांगे्रस को 14704 तथा आम आदमी पार्टी को 1525 मत प्राप्त हुए जबकि धर्मशाला विधानसभा क्षेत्र से भाजपा को 26329, कांगे्रस को 18237 तथा आम आदमी पार्टी को 1782 मत मिले। इसी प्रकार पालमपुर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा को 26235, कांगे्रस को 14809 और आम आदमी पार्टी को 2039 मत तथा बैजनाथ विधानसभा क्षेत्र से भाजपा को 28499, कांगे्रस को 13944 तथा आम आदमी पार्टी को 2061 मत प्राप्त हुए। उपायुक्त ने बताया कि पोस्टल बैल्ट पेपर के माध्यम से प्राप्त हुए कुल मतों में से 1003 भाजपा को तथा कांगे्रस को 397 और आम आदमी पार्टी को 40 मत प्राप्त हुए।

उत्तराखंड की विस्तृत खबर (16 मई)

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भाजपा ने लिया 2009 की हार का बदला,पांचांे सीटों पर कांग्रेस का किया सूपड़ा साफ

bhagat singh koshiyari won
देहरादून,16 मई । भाजपा ने उत्तराखंड में कांग्रेस से 2009 में हुई अपनी हार का बदला आज चुका लिया। पांचो सीटों पर आए आम चुनाव 2014 के परिणाम ने कांग्रेस का सूपड़ा साफ कर दिया है। बीजेपी ने पांचो सीटो पर ऐतिहासिक मतो से विजय प्राप्त की है। हालांकि पांचो सीटो पर मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के ही बीच देखा गया। भाजपा को कुल पड़े मतो का 55.04 फीसदी मत हासिल हुआ है जबकि कांग्रेस को मात्र 34.03 फीसदी मत ही प्राप्त हो सका है। 


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राज्य में सबसे बड़ी जीत से जीतने का रेकाॅर्ड पूर्व मुख्यमंत्री व नैनीताल से बीजेपी उम्मीदवार भगत सिंह कोश्यारी के नाम रहा है। उन्होंने कांग्रेस के केसी सिंह बाबा को 284717 मतो से हराया है। दूसरे नंबर टिहरी की माला राज्यलक्ष्मी शाह है जिन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार साकेत बहुगुणा को 190501 मता के भारी अंतर से हराया है। तीसरे नंबर पर पौड़ी से भुवनचंद खंडूडी ने जीत का इतिहास बनाया है। उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी कांग्रेस के डा. हरक सिंह रावत को 184526 मतों के अंतर से हराया है। चैथे नंबर पर हरिद्वार सीट से जीत दर्ज करने वाले डा. रमेश पोखरियाल निशंक है। जिन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार और वर्तमान मुख्यमंत्री हरीश रावत की धर्मपत्नी रेणुका रावत को 175084 मतांे के अंतर से हराया है। पांचवंे स्थान पर अल्मोड़ा से बीजेपी उम्मीदवार अजय टम्टा है। जिन्होंने अपने प्रतिद्वंदी कांग्रेस उम्मीदवार प्रदीप टम्टा को 95690 मतों के अन्तर से परास्त किया है। अजय टम्टा वर्ष 2009 के चुनाव में प्रदीप टम्टा से मात्र 6950 मतांे से हार गए थे।

पार्टी के नैनीताल लोकसभा से उम्मीदवार पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी ने कांग्रेस के केसी सिंह बाबा  को 284717 मतो से पराजित किया है। कोश्यारी ने कांग्रेस उम्मीदवार को 284717 मतो के ऐतिहासिक अंतर से हराया। भगत सिंह कोश्यारी को कुल 636769 मत प्राप्त हुए है जबकि कांग्रेस के केसी सिंह बाबा को 352052 मत मिले हैं। तीसरे स्थान पर बसपा के लईक अहमद रहे है जिनको 59245 मत मिले हैं। अल्मोड़ा से बीजेपी उम्मीदवार अजय टम्टा ने अपने  प्रतिद्वंदी कांग्रेस के प्रदीप टम्टा को 95690 मतो से पराजित कर दिया है। अजय टम्टा ने प्रदीप टम्टा को बडे़ अंतर से पराजित कर 2009 में हुई अपनी पराजय का बदला ले लिया। अजय टम्टा 2009 में प्रदीप टम्टा से कांटे की लड़ाई में मात्र 6950 वोटो से हार गए थे। अजय टम्टा को कुल 348186 मत मिले है जबकि कांग्रेस के प्रदीप टम्टा को 252496 मत मिले। तीसरे स्थान पर रहे बसपा के बहादुरराम धोनी को 14150 मत मिले है। 

पौड़ी गढ़वाल लोकसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार व पूर्व मुख्यमंत्री बीसी खंडूड़ी ने कांग्रेस नेता और राज्य सरकार में कैबिनेट मंत्री डा. हरक सिंह रावत को 184526 मतो के भारी अंतर से पराजित किया है। खंडूड़ी को जहां इस बार वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव में अपनी सीट हार जाने के चलते जनता की सहानुभूति मिली वहीं सतपाल महाराज की क्षेत्र में पकड़ ने भी उनकी जीत को ऐतिहासिक बनाने में मदद की। खंडूड़ी को कुल 405690 मत मिले है जबकि कांग्रेस के डा. हरक सिंह रावत 221164 पर ही सिमट गए। तीसरे स्थान पर यहां भी बसपा ही रही। बसपा के धीर सिंह बिष्ट को 9250 मत मिले है।

टिहरी सीट पर बीजेपी की माला राज्यलक्ष्मी शाह ने कांग्रेस उम्मीदवार और पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा के बेटे साकेत बहुगुणा को एक बार फिर बड़ी पटखनी दी है। महारानी ने साकेत बहुगुणा को 190501 मतो के भारी अंतर से पराजित किया है। महारानी को जहां मोदी लहर का सहारा मिला वहीं इस सीट पर दो लाख से अधिक गोरखा समुदाय की संख्या ने उनकी जीत के अंतर को बढ़ाया। महारानी माला राज्यलक्ष्मी शाह ने वर्ष सितंबर 2012 में विजय बहुगुणा के राज्य का मुख्यमंत्री बनने पर खाली हुई सीट पर हुए उपचुनाव में पहली बार अपना भाग्य आजमाया था और साकेत बहुगुणा को करीबन 24 हजार मतो से पराजित किया था।एक बार फिर उन्होंने साकेत को हरा कर उनके राजनीतिक कैरियर पर शुरू होने से पहले ही ग्रहण लगा दिया। महारानी को इस चुनाव में 442531 मत मिले है जबकि कांग्रेस के साकेत बहुगुणा को 252030 मत ही हासिल हो पाए हैं। तीसरे स्थान पर यहां आम आदमी पार्टी के अनूप नौटियाल रहे। उनको 23883 मत मिले हैं। 

सबसे रोचक मुकाबला हरिद्वार सीट पर रहा जहां बीजेपी उम्मीदवार डा. रमेश पोखरियाल निशंक की टक्कर प्रदेश के मुख्यमंत्री हरीश रावत की धर्मपत्नी और कांग्रेस उम्मीदवार श्रीमती रेणुका रावत से थी। यहां मुख्यमंत्री ने अपनी पूरी ताकत झोक दी थी और यह चुनाव सीधे मुख्यमंत्री बनाम पूर्व मुख्यमंत्री हो गया था लेकिन यहां निशंक ने रावत के वर्चस्व को तोड़ने में सफलता पाई और रेणुका रावत को 175048 मतो के भारी अंतर से पराजित किया। निशंक को कुल 574139 मत प्राप्त हुए जबकि श्रीमती रेणुका रावत मात्र 399091 पर ही सिमट कर रह गई। तीसरे स्थान पर बसपा के हाजी मोहम्मद इस्लाम रहे जिनको 108424 मत प्राप्त हुए।
वर्ष 2009 के चुनाव की तस्वीर देखे तो उस समय कांग्रेस ने सभी सीटें जीती जरूर थी लेकिन आज 2014 में बीजेपी ने जिस तरह का प्रचंड बहुमत प्राप्त किया वह बेमिशाल है। 2009 में टिहरी से कांग्रेस के विजय बहुगुणा ने जीत दर्ज की थी। उन्होंने भाजपा के जसपाल राणा को 52939 मतो से परास्त किया था। विजय बहुगुणा को 263083 मत प्राप्त हुए थे जबकि भाजपा के जसपाल राणा को 210144 मत मिले थे। तीसरे स्थान पर रहे बसपा के मुन्ना सिंह चैहान को 74345 मत मिले थे। अब मुन्ना सिंह चैहान भाजपा का हिस्सा हंै।

पौड़ी गढ़वाल सीट पर 2009 में कांग्रेस के सतपाल महाराज ने भाजपा के जनरल टीपीएस रावत को 17397 मतो से पराजित किया था। सतपाल महाराज को 236949 मत मिले थे। जबकि भाजपा उम्मीदवार टीपीएस रावत को 219552 मत मिले थे। तीसरे स्थान पर रहे बसपा के राजीव अग्रवाल को 34622 मत मिले थे। अब टीपीएस रावत कांग्रेस का हिस्सा है तो चुनाव से ठीक पहले अपनी संसद सदस्यता से त्यागपत्र देकर सतपाल महाराज भाजपा में शामिल हो चुके हैं।

अल्मोड़ा सीट पर वर्ष 2009 में कांग्रेस के प्रदीप टम्टा ने बीजेपी के अजय टम्टा को कांटे की लड़ाई 6950 वोटो से हराने सफलता प्राप्त की थी। प्रदीप टम्टा को तब 200824 मत मिले थे जबकि बीजेपी के अजय टम्टा को 193874 मत ही प्राप्त हुए थे। तीसरे स्थान पर रहे बसपा के बहादुर राम धौनी को 44616 मत प्राप्त हुए थे। नैनीताल सीट पर कांग्रेस के केसी सिंह बाबा ने विजय दर्ज की थी। बाबा ने बीजेपी उम्मीदवार बच्ची सिंह रावत को 88412 मतो से परास्त किया था। केसी सिंह बाबा को 321377 मत प्राप्त हुए थे जबकि बीजेपी के बच्ची दा को 232965 मत ही मिले थे। यहां भी तीसरे स्थान पर बसपा ही रही थी। बसपा के उम्मीदवार नारायण पाल को 143482 वोट मिले थे। अब नारायण पाल कांग्रेस का हिस्सा है। 

2009 के चुनाव में सबसे अधिक मतो से जीतने का रेकाॅर्ड प्रदेश के वर्तमान मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कायम किया था। हरीश रावत ने हरिद्वार लोकसभा सीट पर बीजेपी के स्वामी यतीन्द्र्रानन्द सरस्वती को 127412 मतो से पराजित किया था। तब यह उत्तराखंड की सबसे अधिक अंतर से जीत मानी गई थी। कांग्रेस के हरीश रावत को 332235 मत प्राप्त हुए थे जबकि बीजेपी के उम्मीदवार स्वामी यतीन्द्रानन्द को 204823 मत ही प्राप्त हुए थे। तीसरे नंबर पर समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार अंबरीश कुमार रहे थे। श्री कुमार को 36773 मत मिले थे। अब अंबरीश कुमार कांग्रेस का हिस्सा हैं।  

वर्ष 2014 के आम चुनाव में दोनों राष्ट्रीय दल भाजपा व कांग्रेस को छोड़ पांचों संसदीय सीटों पर क्षेत्रीय दलों की हालत खस्ता रही। हालांकि भाजपा कांग्रेस के बाद बसपा मत प्रतिशत में तीसरे स्थान पर रही। लोकसभा चुनाव में उत्तराखण्ड में पहली बार चुनाव मैदान में उतरी आम आदमी पार्टी उत्तराखंड में वोट प्रतिशत में पांचवे स्थान पर है। हालांकि उक्रां‌द के प्रत्याशियों को आयोग से मान्यता नहीं मिल पाई थी। बसपा प्रदेश में तीसरी बड़ी पार्टी बनी हुई है पर उसके मत प्रतिशत में तेजी से कमी आई है। बसपा को ४.२ प्रतिशत मत प्राप्त हुए हैं। बसपा का हरिद्वार और नैनीताल में मत फीसदी २००९ के लोकसभा चुनावों के मुकाबले घट गया है। हालांकि सपा की हालत पहले से ही प्रदेश में पतली रही है लेकिन लोकसभा चुनाव में और खराब प्रदर्शन रहा। जबकि अन्य दलों में आप का नैनीताल और टिहरी में अच्छा प्रदर्शन रहा, लेकिन अन्य सीटों पर उसकी हालत बेहद कमजोर रहा है। 

सपा की स्थिति का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि ‌सपा को नोटा से भी कम वोट मिले हैं। सपा ने पांच में से तीन सीटों पर प्रत्याशी उतारे थे। सपा वोट प्रतिशत के मामले में उत्तराखंड में छठे स्थान पर है। कम्युनिस्ट पार्टियां छठे स्थान हैं, जबकि निर्दलीय के तौर पर उतरी उक्रांद खेमेबाजी के चलते छठे स्थान हैं। टिहरी-गढ़वाल में आप तीसरे स्थान पर, बसपा चैथे पर। पांचवें स्थान पर निर्दलीय। पौड़ी-गढ़वाल में बसपा तीसरे स्थान पर, सीपीआई एमएल चैथे पर। आप को पांचवां स्थान। हरिद्वार में बसपा तीसरे स्थान पर, आप चैथे स्थान पर। सपा को पांचवां नंबर। नैनीताल में बसपा तीसरे स्थान पर, आप चैथे स्थान पर। सपा यहां भी पांचवें नंबर पर। अल्मोड़ा में बसपा तीसरे स्थान पर, निर्दलीय सज्जन लाल चैथे स्थान पर। हालांकि दोनों उम्मीदवारों को नोटा को मिले मतों से कम वोट प्राप्त हुए हैं।




राजेन्द्र जोशी
देहरादून 

बिहार में कई दिग्गज जीते, कई हारे

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shahnawaz hussain
बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को जहां भारी सफलता मिली है, वहीं सत्तारूढ़ जनता दल (युनाइटेड) का लगभग सफाया हो गया है। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और कांग्रेस के भी कई दिग्गज चुनाव हार गए हैं। बिहार के 40 लोकसभा सीटों में से 31 सीटों पर राजग के उम्मीदवार या तो जीत गए हैं या तो बढ़त बनाए हुए हैं। जद (यू) ने पूर्णिया सीट भाजपा से छीन ली है तथा नालंदा में उसके उम्मीदवार आगे चल रहे हैं। भाजपा के लिए ये परिणाम भले ही खुशी देने वाले लए हों, मगर उसके दिग्गज नेता शाहनवाज हुसैन भागलपुर से चुनाव हार गए हैं। वैसे भाजपा के प्रत्याशी राजीव प्रताप रूड़ी ने राबड़ी देवी को तथा रामकृपाल यादव ने पाटलिपुत्र में मीसा भारती को चुनाव हरा दिया है। पटना साहिब से भाजपा के प्रत्याशी शात्रुघ्न सिन्हा एक बार फिर चुनाव जीत गए हैं। 

इस चुनाव में जद (यू) का सूपड़ा साफ हो गया है। जद (यू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव, फिल्म निर्देशक प्रकाश झा को हार का मुंह देखना पड़ा। चुनाव परिणाम को देखने पर यह स्पष्ट है कि अधिकांश सीटों पर जद (यू) को तीसरे स्थान पर संतोष करना पड़ा है। राजद के दिग्गज नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह को वैशाली से हार का मुंह देखना पड़ा। वैशाली से सिंह 1996 से अब तक लगातार पांच बार इस गढ़ पर अपना कब्जा बनाए हुए थे। 

यह चुनाव परिणाम जहां भाजपा के लिए सुखद रहा, वहीं उसके सहयोगी लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) ने एक बार फिर लोकसभा में अपनी उपस्थिति दर्ज करा ली। हाजीपुर से लोजपा के अध्यक्ष रामविलास पासवान, जमुई से उनके पुत्र चिराग पासवान, मुंगेर से लोजपा प्रत्याशी वीणा देवी और खगड़िया से महबूब अली कैसर ने जीत दर्ज की है। दो सीटों पर लोजपा के प्रत्याशी बढ़त बनाए हुए हैं। लोजपा ने सात उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारे थे। उसे भाजपा के साथ गठबंधन करने का भरपूर फायदा मिला। भाजपा को लोजपा से फायदा मिला या नहीं, यह गहन विश्लेषण का विषय है।

काला धन : सर्वोच्च न्यायालय का आदेश की समीक्षा से इनकार

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supreme court of india
सर्वोच्च न्यायालय ने शुक्रवार को काला धन पर अपना पूर्व आदेश वापस लेने की केंद्र सरकार की याचिका पर सुनवाई करने से मना कर दिया। अदालत ने अपने आदेश में विदेशी बैंकों में छिपाए गए काला धन की जांच करने और उसे भारत लाने के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित करने को कहा था। न्यायमूर्ति बी. एस. चौहान और न्यायमूर्ति ए. के. सीकरी की पीठ ने केंद्र सरकार का अनुरोध ठुकराते हुए कहा, "किसी दूसरे न्यायाधीश के फैसले पर हम कैसे बैठ सकते हैं?"

अदालत से अतिरिक्त सोलिसीटर जनरल सिद्धार्थ लूथरा ने 4 जुलाई 2011 और 26 मार्च व 1 मई 2014 को दिए गए फैसले को वापस लेने की मांग की थी। अदालत ने लूथरा से रजिस्ट्री से बात करने के लिए कहा जो इस मामले की देखरेख करने वाले न्यायाधीशों से बात करेंगे। अदालत ने लूथरा से पूछा, "जब इस मामले से जुड़े एक न्यायाधीश (न्यायमूर्ति बी. सुदर्शन रेड्डी) सेवानिवृत्त हो चुके हैं तो हम कैसे सुनेंगे?"

मामले के याची राम जेठमलानी की ओर से पेश वकील संदीप कपूर ने सरकार की याचिका का विरोध किया और कहा कि इस मामले की सुनवाई तीन न्यायाधीशों की पीठ कर रही है और वह केंद्र सरकार की ऐसी ही याचिका ठुकरा चुकी है।

जेठमलानी की अर्जी पर 4 जुलाई 2011 को आदेश दिया गया था। जेठमलानी ने कर छूट वाले मुल्कों में अपरिमित धन छिपाए जाने की जांच कराने और उसे वापस लाने की मांग की थी। 26 मार्च को अदालत ने केंद्र सरकार की 4 जुलाई 2011 का फैसला वापस लेने की मांग करने वाली याचिका खारिज कर दी थी। अदालत ने न्यायाधीशों की देखरेख में एसआईटी का गठन करने का आदेश दिया था।

देश को सावधान कर रहा हूं : लालू प्रसाद

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lalu prasad yadav
लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ गठबंधन कर मैदान में उतरे राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद ने कहा कि वह नरेंद्र मोदी को बधाई नहीं देंगे। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की अभूतपूर्व सफलता पर यहां पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा, "मैं देश को सावधान कर रहा हूं। मैं मोदी को जीत की बधाई नहीं दूंगा।"लालू संभवत: भाजपा की कामयाबी से चिंतित हैं। चुनाव प्रचार के दौरान वह भाजपा को 'सांप्रदायिक'बाताकर लोगों को सावधान रहने की सलाह देते रहे हैं। 

चारा घोटाला के एक मामले में दोषी लालू चुनाव से कुछ दिनों पहले ही रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार से जमानत पर छूटे हैं। चुनाव के नतीजे आने पर उन्होंने कहा, "जनता के बीच रहूंगा और अपनी लड़ाई अंतिम दम तक लड़ता रहूंगा।" 

गौरतलब है कि राजद-कांग्रेस गठबंधन बिहार की 40 में से सात सीटों पर विजयी हो गई है या आगे चल रही है। लालू प्रसाद की पत्नी और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी सारण से तथा उनकी पुत्री मीसा भारती पाटलिपुत्र से हालांकि चुनाव हार गई हैं। पिछले आम चुनाव में राजद अकेले चुनाव मैदान में उतरा था और उसके चार उम्मीदवार जीते थे। 

हम जनमत का सम्मान करते हैं : नीतीश कुमार

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nitish kumar
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लोकसभा चुनाव परिणाम आने के बाद पत्रकारों के सामने आकर अपनी प्रतिक्रिया तो नहीं दी है, लेकिन उन्होंने सोशल साइट 'फेसबुक'पर जनमत के प्रति सम्मान प्रकट किया है। नीतीश ने फेसबुक पर लिखा, 'हम जनमत का सम्मान करते हैं। जय बिहार, जय भारत।' 

उल्लेखनीय है कि 16वीं लोकसभा के लिए नौ चरणों मेंहुए मतदान का परिणाम सत्तारूढ़ जनता दल (युनाइटेड) के लिए काफी बुरा रहा है। पिछले चुनाव में जद (यू) को जहां 20 सीट मिली थीं, वहीं इस चुनाव में उसके मात्र दो प्रत्याशी आगे चल रहे हैं। 

मधेपुरा संसदीय क्षेत्र से जद (यू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव को भी हार का मुंह देखना पड़ा। उल्लेखनीय है कि पिछला चुनाव जद (यू) ने भारतीय जनता पार्टी के साथ मिलकर लड़ी थी, जबकि इस चुनाव में वह अकेले ही चुनाव मैदान में उतरी थी। 

जीत का सबसे बड़ा रिकार्ड को तोड़ने से चुके मोदी

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narendra modi
वडोदरा से मिली जीत के रिकार्ड होने का नरेंद्र मोदी का दावा निर्वाचन आयोग के आंकड़ों की कसौटी पर खड़ा नहीं उतर पाया है। मोदी इस सीट से 570,128 मतों के अंतर से जीते हैं। निर्वाचन आयोग के आंकड़े के मुताबिक, पश्चिम बंगाल के आरामबाग लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के प्रत्याशी अनिल बसु 2004 में 592,502 मतों के अंतर से जीते थे।

भारी अंतर से जीत का रिकार्ड वाले अन्य नेताओं में लोक जनशक्ति पार्टी के नेता रामविलास पासवान भी शामिल हैं। बिहार के हाजीपुर सीट से 1989 में वे 504,448 के अंतर से और इससे पहले इसी सीट से वे 1977 में 424,545 मतों के अंतर से जीते थे।

इस वर्ष के चुनाव में माकपा के प्रत्याशी और मशहूर श्रमिक नेता शंकर प्रसाद दत्ता ने त्रिपुरा पश्चिम सीट से 503,486 मतों के अंतर से कांग्रेस प्रत्याशी अरुणोदय साहा को पराजित किया है। त्रिपुरा पूर्व सुरक्षित सीट पर माकपा प्रत्याशी जितेंद्र चौधरी ने कांग्रेस के सचित्र देबबर्मा को 460,548 मतों के अंतर से पराजित किया।
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