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तेलंगाना में टीआरएस और आंध्र में तेदेपा स्पष्ट बहुमत की ओर

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k chandrashekhar rao
आंध्र प्रदेश को विभाजित कर पृथक राज्य तेलंगाना गठित करने के फैसले से कांग्रेस पार्टी को कोई फायदा दोनों राज्यों की विधानसभा चुनाव में नहीं मिल पाया है, तथा तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) और तेलूगु देशम पार्टी (तेदेपा) अकेले दम पर बहुमत हासिल कर क्रमश: तेलंगाना और आंध्र प्रदेश की सरकार बनाने की ओर कदम बढ़ा चुके हैं। टीआरएस 40 सीटों पर जीत दर्ज कर चुका है, तथा 23 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। इस तरह 119 विधानसभा सीटों वाले राज्य में सरकार बनाने के लिए जरूरी 60 सीटों पर उसे जीत मिलना लगभग तय हो चला है।

इसी तरह 175 विधानसभा सीटों वाले आंध्र प्रदेश में तेदेपा को 64 सीटों पर जीत मिल चुकी है, तथा 55 सीटों पर वह आगे चल रहा है। इस तरह उसे कुल 119 सीटें मिलती दिख रही हैं, जो उसके स्पष्ट बहुमत से सरकार बनाने के लिए पर्याप्त होंगी। देश के 29वें राज्य के रूप में दो जून को तेलंगाना का गठन किया जाएगा।

इधर, लोकसभा चुनाव की मतगणना रुझानों में भी तेलंगाना में टीआरएस 17 में से पांच सीटें जीत चुका है और छह पर बढ़त बनाए हुए। इस तरह उसकी झोली में कुल 11 सीटें आनीं लगभग तय हो चुकी हैं। टीआरएस प्रमुख के. चंद्रशेखर राव मेडक लोकसभा सीट से 3,97,029 मतों से तथा गाजवेल विधानसभा सीट पर 19391 मतों से जीत गए। कांग्रेस को हालांकि तेलंगाना को पृथक राज्य का दर्जा देने का उतना फायदा नहीं मिल पाया है और वह विधानसभा चुनाव में मात्र 20 सीटें मिलती दिख रही हैं।

लोकसभा चुनाव में तेदेपा-भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के गठबंधन को 19 सीटों पर अहम बढ़त हासिल है। भाजपा की तीन जबकि तेदेपा को 16 सीटों पर बढ़त हासिल है। लोकसभा चुनाव में स्पष्ट बहुमत पाने वाली भाजपा राज्य विधानसभा चुनाव में 10 सीटों पर आगे चल रही है। मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलीमीन (एमआईएम) सात विधानसभा सीटों पर आगे चल रही है, जबकि एकमात्र लोकसभा सीट हैदराबाद पर उसे जीत मिली है।

टीआरएस ने तेलंगाना में पार्टी की जीत को जनता की जीत करार दिया है। टीआरएस नेता हरीश राव ने यह जीत तेलंगाना के शहीदों और जनता को समर्पित की है। उन्होंने कहा, "इससे हमारे ऊपर जिम्मेदारी बढ़ गई है। हम जनता की सेवा करेंगे और इसे एक स्वर्ण तेलंगाना बनाने के लिए कठिन मेहनत करेंगे। हरीश राव टीआरएस प्रमुख के. चंद्रशेखर राव के भतीजे हैं। उन्होंने केसीआर में विश्वास जताने के लिए जनता को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, "यह केसीआर और पार्टी कार्यकर्ताओं के 14 वर्ष लंबे संघर्ष का परिणाम है कि पृथक तेलंगाना राज्य में सफलता मिली और अब पार्टी सत्ता में आई है।" हरीश राव ने कहा कि कांग्रेस को मुंह की खानी पड़ी, क्योंकि जनता ने इसके झूठे दावे पर भरोसा नहीं किया। राव ने इस प्रश्न का जवाब नहीं दिया कि टीआरएस केंद्र में क्या भूमिका अदा करेगी।

नरेंद्र मोदी दिल्ली पहुंचे , विजय यात्रा शुरू

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देश के अगले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली पहुंच चुके हैं. एयरपोर्ट पर उनका स्वागत करने के लिए बीजेपी अध्यक्ष राजनाथ सिंह खुद मौजूद थे. इसके अलावा नितिन गडकरी और डॉ. हर्षवर्धन जैसे कई और नेता भी मौजूद थे. बीजेपी ने इस मौके पर महाविजय यात्रा का इंतजाम किया है. मोदी का स्वागत करने के लिए बड़ी संख्या में बीजेपी के कार्यकर्ता एयरपोर्ट पर मौजूद थे. इस कारण से एक वक्त हड़कंप भी मच गया. हालांकि सुरक्षाकर्मियों ने किसी तरह से स्थिति को संभाल लिया. दिल्ली में देश के अगले प्रधानमंत्री के भव्य स्वागत के लिए राजधानी में जबरदस्त इंतजाम किए गए हैं.

आज मोदी बीजेपी के संसदीय बोर्ड की बैठक में शामिल होंगे और दोपहर करीब 3 बजे वाराणसी के लिए रवाना हो जाएंगे. जहां वो गंगा आरती में शामिल होंगे. लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद शुक्रवार को मोदी ने कहा था '6 करोड़ लोगों के आशीर्वाद से सवा सौ करोड़ लोगों की सेवा करने जा रहा हूं.'देश के पश्चिमी हिस्से के क्षत्रप मोदी अब लाल किले के हकदार बन चुके हैं. करोड़ों लोगों से मिले जनादेश ने मोदी को सीएम से पीएम की कुर्सी तक पहुंचा दिया है. इस विजेता की रणनीति ने 30 साल पुराने सारे समीकरण बदल दिए. सुनने वाले दंग हैं, राजनीतिक पंडितों के गुणा-भाग फेल हो गए. 1984 के बाद देश में एक पार्टी को पूर्ण बहुमत मिला है. चुनाव के दौरान मोदी 300 कमल मांगते थे, लेकिन देने वाले ने जब दिया तो छप्पर फाड़ कर दिया. मोदी ने खुद भी अपने भाषण में कहा, 'भगवान जब देता है तो छप्पर फाड़ कर देता है.'

एनडीए के खाते में 336 सीटें आई हैं, जिनमें अकेले बीजेपी को 283 कमल मिले हैं. चुनाव के दौरान मोदी दावा करते थे कई राज्यों में कांग्रेस का खाता तक नहीं खुलेगा, सुनने वाले तब मोदी के इस आत्मविश्वास पर हंसते थे लेकिन जब जनादेश मिला तो सारे दावे एक के बाद एक सच साबित होते गए. पार्टी के दिग्गज नेता दिल्ली एयरपोर्ट पर मोदी की आगवानी करेंगे. मोदी का काफिला दोपहर 12.30 बजे दिल्ली बीजेपी मुख्यालय पहुंचेगा. जिसके बाद संसदीय बोर्ड की बैठक होगी. बैठक में संसदीय दल को बुलाने पर फैसला होगा, संभवत 20 मई को संसदीय दल की बैठक होगी. दोपहर 3 बजे बीजेपी मोदी वाराणसी के लिए रवाना होंगे और शाम करीब 4.30 बजे वो वाराणसी पहुंचेंगे. वाराणसी में मोदी काशी विश्वनाथ के दर्शन करने के बाद गंगा आरती में शामिल होंगे. इसके बाद बीजेपी दफ्तर में मोदी का भाषण होगा.

प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का राष्ट्र के नाम आखिरी संबोधन

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10 साल से भारत के प्रधानमंत्री रहे मनमोहन सिंह ने आखिरी बार आज देश की जनता को संबोधित किया। पीएम ने कहा कि मैंने पूरी निष्ठा से देश की सेवा की। मैं देश के जनादेश का सम्मान करता हूं और आने वाली सरकार को अपनी शुभकामनाएं देता हूं। पीएम ने ये भी कहा कि मेरी जिंदगी खुली किताब की तरह है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज मैं आपको प्रधानमंत्री के रूप में आखिरी बार संबोधित कर रहा हूं। दस साल पहले इस जि़म्मेदारी को संभालते वक्त मैंने अपनी पूरी मेहनत से काम करने और सच्चाई के रास्ते पर चलने का निश्चय किया था। मेरी ईश्वर से प्रार्थना थी कि मैं हमेशा सही काम करूं। आज, जब प्रधानमंत्री का पद छोड़ने का वक्त आ गया है, मुझे अहसास है कि ईश्वर के अंतिम निर्णय से पहले, सभी चुने गए प्रतिनिधियों और सरकारों के काम पर जनता की अदालत भी फैसला करती है।

मनमोहन सिंह ने कहा कि आपने जो फैसला दिया है, हम सभी को उसका सम्मान करना चाहिए। इन लोकसभा चुनावों से हमारी लोकतांत्रिक व्यवस्था की जड़ें मजबूत हुई हैं। जैसा मैंने कई बार कहा है, मेरा सार्वजनिक जीवन एक खुली किताब है। मैंने हमेशा अपनी पूरी क्षमता से अपने महान राष्ट्र की सेवा करने की कोशिश की है।

पीएम ने कहा कि पिछले दस सालों के दौरान हमने बहुत सी सफलताएं और उपलब्धियां हासिल की हैं जिन पर हमें गर्व है। आज हमारा देश हर मायने में दस साल पहले के भारत से कहीं ज्य़ादा मजबूत है। देश की सफलताओं का श्रेय मैं आप सबको देता हूं। लेकिन अभी भी हमारे देश में विकास की बहुत सी संभावनाएं हैं, जिनका फायदा उठाने के लिए हमें एकजुट होकर कड़ी मेहनत करने की जरूरत है। उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री का पद छोड़ने के बाद भी आपके प्यार और मोहब्बत की याद हमेशा मेरे जहन में ताजा रहेगी। मुझे जो कुछ भी मिला है, इस देश से ही मिला है। एक ऐसा देश जिसने बंटवारे के कारण बेघर हुए एक बच्चे को इतने ऊंचे पद तक पहुंचा दिया। यह एक ऐसा कर्ज है जिसे मैं कभी अदा नहीं कर सकता। यह एक ऐसा सम्मान भी है जिस पर मुझे हमेशा गर्व रहेगा।

ओबामा ने दिया मोदी को अमेरिका आने का न्यौता

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भारतीय लोकसभा चुनाव में जबर्दस्त जीत के बाद नरेंद्र मोदी को विदेशों से न केवल बधाइयां मिल रही हैं बल्कि उनके देश आने का आमंत्रण भी मिल रहा है. इसमें सबसे बड़ा निमंत्रण अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने दिया है. उन्होंने शुक्रवार को फोन करके नरेन्द्र मोदी को बधाई दी और उन्हें अमेरिका आने का निमंत्रण भी दिया.

व्हाइट हाउस ने एक बयान में बताया कि राष्ट्रपति ओबामा ने नरेंद्र मोदी को फोन करके भारतीय जनता पार्टी की सफलता पर बधाई दी. ओबामा ने कहा कि वह मोदी के साथ मिलकर काम करना चाहते हैं ताकि भारत-अमेरिका के बीच के संबंधों को और मजबूत किया जा सके. उन दोनों में इस बात पर सहमति रही कि दोनों देशों के बीच व्यापक सहयोग को बनाए रखा जाए.

जाहिर है राष्ट्रपति ओबामा के फोन ने यह स्पष्ट कर दिया कि नरेंद्र मोदी का अमेरिका में स्वागत है. ओबामा प्रशासन ने भारत के संभावित प्रधान मंत्री को स्पष्ट शब्दों में आमंत्रण दिया. इससे साफ है कि वीजा का उनेक मामला अब अतीत की कहानी है. विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने भी कहा कि वीजा का मामला तो अब समाप्त है. एक देश के सर्वेसर्वा होने के नाते उन्हें वीजा मिलेगा ही.

वाशिंगटन में भारतीय राजदूत जयशंकर द्वारा आयोजित एक भोज में एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि अब हर चीज सामान्य हो जाएगी. इस भोज में अमेरिकी सरकार के कई अधिकारी शामिल हुए. सभी बीजेपी के शानदार प्रदर्शन से हैरान थे. उनका मानना था कि इससे सरकार के लिए फैसले लेना आसान होगा.

रेल किराया में बढ़ोत्तरी

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यूपीए सरकार ने विदाई तोहफे के तौर पर रेल किराया बढ़ा दिया. रेल मंत्रालय ने यात्री किराए में 14.2 प्रतिशत की बढ़ोतरी कर दी और साथ ही माल-भाड़े में 6.5 प्रतिशत की भी वृद्धि कर दी. किराए-भाड़े की नई दरें 20 मई से लागू होंगी.

अधिकारी ने बताया कि सभी श्रेणियों के रेल किराए में सीधी 10 प्रतिशत किराया वृद्धि की जा रही है और 4.2 प्रतिशत बढ़ोतरी फ्यूल एडजस्टमेंट कॉमपोनेंट (एफएसी) का हिस्सा है. यह वृद्धि भी सभी तरह के यात्री किराए में होगी. कुल मिलाकर रेल किराये में 14.2 प्रतिशत वृद्धि होगी. अधिकारी के अनुसार 20 मई या उसके बाद होने वाले रेल यात्रा के लिए पहले से की गई टिकट बुकिंग पर भी नई दरें लागू होंगी. रेलवे ने माल-भाड़ों में भी 5 प्रतिशत की एकमुश्त वृद्धि और फ्यूल एडजस्टमेंट कॉमपोनेंट में 1.4 प्रतिशत वृद्धि की है. अधिकारी ने कहा कि कई प्रमुख उपभोक्ता वस्तुओं की भाड़ा दर में कुल मिलाकर 6.5 प्रतिशत की वृद्धि होगी.

फ्यूल एडजस्टमेंट कॉमपोनेंट की शुरुआत रेलवे ने करीब एक साल पहले की थी. इसके तहत डीजल या दूसरे ईंधन के दाम बढ़ने पर एक समय के बाद समीक्षा में किराया भाड़ा की दरों में संशोधन कर दिया जाता है.

बिहार का कोसी क्षेत्र मोदी लहर के विपरीत रहा

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 भारतीय जनाता पार्टी (भाजपा) के नेता नरेंद्र मोदी की `सुनामी` ने पूरे देश में भले ही भगवा फहरा दिया हो, लेकिन बिहार के कोसी क्षेत्र में परिणाम मोदी लहर के विपरीत रहे। कोसी इलाके की सभी सीटों पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवारों को हार का मुंह देखना पड़ा।  पिछले चुनाव में इस क्षेत्र में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) का बोलबाला था। अररिया हो या पूर्णिया, कटिहार हो या किशनगंज या सुपौल सभी सीटों पर भाजपा के प्रत्याशी हार गए। मधेपुरा सीट पर तो भाजपा को तीसरे नंबर पर संतोष करना पड़ा। पिछले लोकसभा चुनाव में कटिहार, पूर्णिया और अररिया पर भाजपा का कब्जा था। 

इस चुनाव में कोसी के सुपौल में कांग्रेस प्रत्याशी रंजीता रंजन करीब 60 हजार मतों से विजयी हुईं, वहीं मधेपुरा से उनके पति और राष्ट्रीय जनता दल के प्रत्याशी पप्पू यादव ने जनता दल (युनाइटेड) के अध्यक्ष शरद यादव को 56 हजार से ज्यादा मतों से शिकस्त दी। कटिहार भाजपा के लिए निश्चित सीट मानी जा रही थी, लेकिन मतदाताओं ने यहां भी भगवा नहीं फहराने का निर्णय लिया। तीन बार से भाजपा के कब्जे वाली सीट पर निवर्तमान सांसद निखिल कुमार चौधरी को हार का मुंह देखना पड़ा। चौधरी को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकंपा) के प्रत्याशी तारीक अनवर ने 1.14 लाख से ज्यादा मतों से पराजित कर दिया। 

पूर्णिया से भी भाजपा को उस समय हैरान करने वाला समाचार मिला जब भाजपा के दिग्गज नेता उदय सिंह उर्फ पप्पु सिंह को जद (यू) के प्रत्याशी संतोष कुशवाहा ने हरा दिया। स्थानीय लोगों का कहना है कि पप्पू सिंह ने यहां विकास के कई कार्य किए लेकिन भाजपा और जद (यू) के बीच गठबंधन का टूटना भाजपा की हार का मुख्य कारण रहा। किशनगंज सीट पर कांग्रेस के प्रत्याशी की जीत के कयास पहले से ही लगाए जा रहे थे। यहां कांग्रेस के प्रत्याशी असरारूल हक ने भाजपा के दिलीप जायसवाल को 1.94 लाख से ज्यादा मतों से हराकर इस सीट पर कांग्रेस का कब्जा बरकरार रखा। 

वैसे कोसी क्षेत्र की खगड़िया सीट पर लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के महबूब अली कैसर ने राजद की नेता कृष्णा कुमारी को हरा कर राजग की इज्जत बचाने की कोशिश की है। गौरतलब है कि बिहार की कुल 40 सीटों में से भाजपा को 22, लोजपा को छह तथा राष्ट्रीय लोक समता पार्टी को तीन सीट मिली है। तीनों दल मिलकर चुनाव लड़े थे।

मनमोहन सिंह ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दिया

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देश के 13वें प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने अपना इस्तीफा राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को सौंपा. मनमोहन के अलावा उनकी पूरी कैबिनेट ने भी इस्तीफा दे दिया है. गौरतलब है कि आज यूपीए के कैबिनेट की बैठक हुई जिसमें15वीं लोकसभा को भंग करने की अनुशंसा की गई. आपको बता दें कि 16वीं लोकसभा चुनाव में बीजेपी पूर्ण बहुमत के साथ जीती है. नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए गठबंधन को 335 सीटें मिली हैं.

इस्तीफा देने से पहले मनमोहन सिंह ने शनिवार को देश की जनता को पीएम के तौर पर आखिरी बार संबोधित किया. अपने विदाई भाषण में मनमोहन सिंह ने 'बंटवारे के कारण बेघर हुए एक बच्चे'को प्रधानमंत्री के ऊंचे पद तक पहुंचाने के लिए देशवासियों का आभार जताया. साथ ही उन्होंने आने वाली सरकार को हर सफलता के लिए शुभकामनाएं दी. उन्होंने देशभर में हुए आम चुनाव को 'लोकतांत्रिक व्यवस्था की जड़ें मजबूत'करने वाला बताया और कहा कि हम सभी को जनादेश का सम्मान करना चाहिए. प्रधानमंत्री के पद से इस्तीफा देने के कुछ घंटों पहले अपने हिंदी और अंग्रेजी के संबोधन में मनमोहन सिंह ने देश के अच्छे भविष्य को लेकर भरोसा जताया.

NDA को सत्ता देकर जनता पछताएगी: मायावती

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यूपी में मोदी की ऐसी लहर चली की बहुजन समाज पार्टी को एक भी सीट नसीब नहीं हुई। ये हश्र उस पार्टी के साथ हुआ जो खुद को दलितों और अल्पसंख्यकों की इकलौती हितैषी होने का दावा करती है। हार की खींज मायावती के चेहरे पार साफ देखी जा सकती है। आज बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि देश की जनता एनडीए को सत्ता देकर पछताएगी। अगर उन्होंने अपने वादों को पूरा नहीं किया, तो हमारी पार्टी इन्हें चैन से नहीं बैठने देगी और हमारी पार्टी यहां की जनता को जागरुक बनाने का भी काम करेगी।

मायावती ने अपनी हार के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि कांग्रेस के खिलाफ जनता का गुस्सा दूसरे दलों को झेलना पड़ा है। उन्होंने कहा कि बीजेपी को यूपी में 58 फीसदी लोगों ने नाकारा है और उन्हें सिर्फ 42 फीसदी वोट मिले हैं। मायावती ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि बीएसपी के खिलाफ सभी ने हाथ मिला लिया था, अमित शाह ने चुनाव को सांप्रदायिक रंग दिया और घिनौने हथकंडे अपनाये। मुस्लिम वोट का बड़ा हिस्सा समाजवादी पार्टी को मिला।

मायावाती ने मोदी पर वार करते हुए कहा कि मोदी की हवा के बावजूद दलित वोटों पर कोई असर नहीं हुआ दलित मेरे साथ चट्टान की तरह खड़े रहे। उन्होंने कहा कि अपर कास्ट और मुसलमान गुमराह हो गए हैं। मायावती ने कहा कि 2009 की तुलना में बीएसपी को ज्यादा वोट मिला है हम नेशनल पार्टी बनकर उभरे हैं। अगर बीजेपी, सपा और कांग्रेस अपने हथकंडे इस्तेमाल नहीं करती, तो हमारी पार्टी केंद्र में बैलेंस ऑफ पॉवर बनकर उभरती।

मायावती ने आगे कहा कि मुसलमान बहुत पछताएगा, मुस्लिम समाज पहले भी भटकता रहा है और फिर आगे पछाताता है। बीजेपी को रोकने के लिए मुस्लिम को अपना वोट नहीं बांटना चाहिए था। मुस्लिम हर चुनाव में अपनी निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं। हमारी पार्टी से जुड़े मुस्लिम वर्ग और अन्य पिछड़े लोग गुमराह हो गए हैं, जिससे हमारी पार्टी का खाता नहीं खुला है। मायावती ने मोदी पर वार करते हुए कहा कि बीजेपी का पीएम पद का उम्मीदवार मूल रूप से पिछड़ी जाति का नहीं है। यह पार्टी मंडल कमिशन की रिपोर्ट को लागू करने के खिलाफ है, लेकिन मेरी बात को गंभीरता से नहीं लिया गया। ब्राह्मण समाज के लोग भी बीजेपी के बहकावे में आ गए, जिसकी वजह से हमारी पार्टी को उम्मीद के बराबर सफलता नहीं मिली।


देश का विदेशी पूंजी भंडार करीब 2 अरब डॉलर बढ़ा

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देश का विदेशी पूंजी भंडार (फॉरेक्स रिजर्व) नौ मई 2014 को समाप्त हुए सप्ताह में 1.9736 अरब डॉलर बढ़कर 313.8314 अरब डॉलर दर्ज किया गया। यह करीब 18,852.8 अरब रुपये के बराबर है। भारतीय रिजर्व बैंक ने यह जानकारी शुक्रवार को जारी साप्ताहिक आंकड़े में दी है। 

विदेशी पूंजी भंडार का सबसे बड़ा घटक विदेशी मुद्रा भंडार (एफसीए) इस सप्ताह में 1.9789 अरब डॉलर बढ़कर 286.5499 अरब डॉलर हो गया, जो 17,208.5 अरब रुपये के बराबर है। विदेशी मुद्रा भंडार को डॉलर में व्यक्त किया जाता है और इस पर भंडार में मौजूद पाउंड स्टर्लिंग, येन जैसी अंतर्राष्ट्रीय मुद्राओं के मूल्य में होने वाले उतार-चढ़ाव का सीधा असर पड़ता है। 

इस अवधि में देश के गोल्ड रिजर्व का मूल्य बिना किसी बदलाव के 20.9658 अरब डॉलर बरकरार रहा, जो 1,265 अरब रुपये के बराबर है। इस दौरान देश के विशेष निकासी अधिकार (एसडीआर) का मूल्य 36 लाख डॉलर घटकर 4.4769 अरब डॉलर दर्ज किया गया, जो 268.9 अरब रुपये के बराबर है। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) में मौजूद देश के भंडार का मूल्य आलोच्य अवधि में 17 लाख डॉलर घटकर 1.8388 अरब डॉलर दर्ज किया गया, जो 110.4 अरब रुपये के बराबर है।

20 मई को होगी बीजेपी संसदीय दल की बैठक

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बीजेपी को शानदार जीत दिलाने के बाद दिल्ली पहुंचे नरेंद्र मोदी का भव्य स्वागत किया गया। मोदी ने बीजेपी मुख्यालय में पार्टी की संसदीय बोर्ड की बैठक में हिस्सा लिया। बैठक खत्म होने के बाद पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि 20 मई को बीजेपी संसदीय दल की बैठक होगी, जिसमें नरेंद्र मोदी को नेता चुना जाएगा। राजनाथ ने बताया कि शपथ ग्रहण की तारीख अभी तय नहीं हुई है।

मोदी अब गुजरात की गद्दी छोड़ केंद्र की कमान संभालेंगे, ऐसे में गुजरात में नए मुख्यमंत्री का चयन किया जाएगा। राजनाथ ने बताया कि थावर चंद गहलोत को गुजरात का पर्यवेक्षक बनाया गया है। बीजेपी संसदीय बोर्ड ने मोदी को अभूतपूर्व जीत दिलाने के लिए बधाई दी। राजनाथ ने मतदाताओं को स्पष्ट बहुमत देने के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि हमें सशक्त भारत का निर्माण करना है।

मोदी के स्वागत के लिए वाराणसी में सुरक्षा के कड़े इंतजाम

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लोकसभा चुनाव में भाजपा की ऐतिहासिक जीत के बाद आज नरेन्द्र मोदी के स्वागत के लिए वाराणसी पलक पावडे बिछाये हुए है जहां से भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार ने जबर्दस्त जीत हासिल की। 
    
आज दोपहर बाद मोदी के वाराणसी दौरे को देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गए हैं और सभी महत्वपूर्ण स्थानों पर गुजरात पुलिस के विशेष दस्ते के लोग जांच कर रहे हैं जहां से मोदी के गुजरने की संभावना है।

भाजपा के काशी प्रांत इकाई के मीडिया संयोजक संजय भारद्वाज ने कहा, मोदी के शाम में करीब चार बजकर 45 मिनट पर बाबतपुर हवाई अडडे पर पहुंचने की संभावना है जहां से वह हेलीकाप्टर से पुलिस लाइन्स के लिए रवाना होंगे। पुलिस लाइन्स से उनका काफिला काशी विश्वनाथ मंदिर के लिए रवाना होगा जहां वह पूजा अर्चना करेंगे। इसके बाद वह गंगा आरती के लिए दशाश्वमेध घाट पहुंचेंगे। उन्होंने कहा कि इस बारे में कोई जानकारी नहीं है कि क्या मोदी के साथ कोई प्रमुख नेता होंगे, लेकिन इसकी संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है।

नरेंद्र मोदी ने दिल्ली का आभार व्यक्त किया

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लोकसभा चुनाव में भाजपा ने ऐतिहासिक जीत हासिल की और अपने दम पर लोकसभा में बहुमत हासिल किया। इस जीत में नरेंद्र मोदी की सबसे बड़ी भूमिका रही है। एनडीए को शानदार जीत दिलाने के बाद आज दिल्ली पहुंचे नरेंद्र मोदी का जबरदस्त स्वागत किया गया। राजनाथ, गडकरी और हर्षवर्धन ने उनका स्वागत किया। उनके भव्य स्वागत के लिए एयरपोर्ट पर समर्थकों की भारी भीड़ जमा थी। लोग नरेंद्र मोदी के समर्थन में नारे लगा रहे थे। मोदी की इस विजय यात्रा में काफी संख्या में महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे।

मोदी के स्वागत में दिल्ली की सड़कों पर जनसैलाब उमड़ा पड़ा था। मोदी के भाजपा मुख्यालय पहुंचने पर उनका शानदार स्वागत किया गया। वहां लोगों को संबोधित करते हुए मोदी ने सम्मान के लिए लोगों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह जीत पार्टी के लाखों कार्यकर्ताओं के मेहनत का परिणाम है।

भाजपा मुख्यालय पर मोदी के स्वागत समारोह के बाद भाजपा संसदीय दल की बैठक शुरू हुई। इसमें मोदी के अलावा भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, राजनाथ सिंह, मुरली मनोहर जोशी, रामलाल और सुषमा स्वराज भी उपस्थित थे। बैठक में आगे की रणनीति पर चर्चा हुई। बैठक के बाद भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह मीडिया को संबोधित किया। राजनाथ ने कहा कि पार्टी ने जो कारनामा किया है उसका सबसे अधिक श्रेय किसी को है तो वह नरेंद्र मोदी को है। उन्होंने कहा कि देश के इतिहास में अबतक कोई पार्टी नहीं थी जो कांग्रेस को इतनी मजबूती से जवाब दे सके। मोदी के नेतृत्व में भाजपा ने न सिर्फ कांग्रेस को करारी शिकस्त दी बल्कि अपने दम पर पार्टी को बहुमत दिलाया। इतना ही नहीं राजग गठबंधन को 336 सीटें भी दिलवाई। राजनाथ ने कहा कि 20 मई को संसदीय बोर्ड की बैठक में मोदी के शपथग्रहण के तारीख की घोषणा की जाएगी।

दिल्ली के बाद नरेंद्र मोदी आज शाम वाराणसी जाएंगे। यहां सबसे पहले वह काशी विश्वनाथ मंदिर में भगवान के दर्शन करेंगे और फिर गंगा आरती और पूजन में भाग लेंगे। देश के भावी प्रधानमंत्री के वाराणसी आगमन को लेकर पूरे शहर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं, खासकर काशी विश्वनाथ मंदिर और दशाश्वमेध घाट पर सुरक्षा का कड़ा पहरा लगाया गया है। राज्य पुलिस के साथ-साथ लोकल इंटेलिजेंस और गुजरात पुलिस के अधिकारी लगातार इन जगहों पर सुरक्षा इंतजामों का मुआयना कर रहे हैं। मोदी के वाराणसी आगमन को लेकर लोगों में काफी उत्साह है। लोगों ने खास तरह की कुछ नाव तैयार की हैं, जिस पर 51 पंडित मोदी के लिए पूजन करेंगे और मोदी इन्हीं नावों में किसी एक पर बैठेंगे।

ऐश्वर्या राय बच्चन कान्स फिल्म समारोह में हिस्सा नहीं ले पाएंगी

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अभिनेत्री ऐश्वर्या राय बच्चन 67वें कान्स अंतर्राष्ट्रीय फिल्म फेस्टीवल में शिरकत नहीं कर पाएंगी । फ्रांस में वायु परिवहन नियंत्रकों के हड़ताल के कारण ऐश्वर्या कान्स नहीं पहुंच पाईं, जहां शुक्रवार को उन्हें रेड कार्पेट पर शिरकत करना था।

ऐश्वर्य वार्षिक कान्स फिल्मोत्सव में वैश्विक कॉस्मेटिक ब्रांड लॉरियल पेरिस का प्रतिनिधित्व करती हैं। एक बयान के अनुसार, "ऐश्वर्य की लंदन से नाइस की फ्लाइट स्थगित हो गई है और वह योजना के मुताबिक समय से कान्स नहीं पहुंच पाएंगी। लॉरियल पेरिस की टीम महोत्सव के दौरान किसी और दिन ऐश्वर्य के रेड कार्पेट प्रस्तुति के लिए प्रबंध कर रही है।"

अब ऐश्वर्य 21 मई को कान्स फिल्मोत्सव के रेड कार्पेट पर प्रस्तुति देंगी। लॉरियल पेरिस इंडिया की महाप्रबंधक मानशी गुहा ने कहा, "दुर्भाग्य से ऐश्वर्य की फ्लाइट स्थगित हो गई। हम उनके लिए किसी और दिन का कार्यक्रम तय करेंगे। हमें पूरा यकीन है कि वह हमेशा की तरह इस बार भी लोगों को अपनी प्रस्तुति से हैरान कर देंगी।"ऐश्वर्य पिछले 13 सालों से कान्स फिल्मोत्सव में लॉरियल पेरिस का प्रतिनिधित्व करती आ रही हैं।

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का इस्तीफा

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लोकसभा चुनाव में जदयू को मिली करारी हार के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस्तीफा दे दिया है. हालांकि अभी तक इस बात की अधिकारिक पुष्टि नहीं हो पायी है. लेकिन मुख्यमंत्री आवास और राजभवन के सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार नीतीश कुमार ने राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया है. 

पांच बजे वे मीडिया से बात करने वाले हैं, ऐसी संभावना है कि वे अपने इस्तीफे की घोषणा कर सकते हैं. लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद पार्टी में नीतीश का विरोध शुरू हो गया था. कल रात नीतीश कुमार ने मंत्रियों के साथ बैठक की थी, संभवत: उसके बाद ही यह निर्णय लिया गया.

हिमाचल प्रदेश की विस्तृत खबर (17 मई)

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औद्योगिक इकाई स्थापित करने के लिए 50 लाख

धर्मशाला, 17 मई (विजयेन्दर शर्मा) । महाप्रबन्धक, जिला उद्योग केंद्र, ओम प्रकाश जरियाल ने बताया कि मार्च, 2014 में घोषित औद्योगिक पैकेज के अंतर्गत हिमाचल प्रदेश में स्थापित अथवा प्रस्तावित औद्योगिक इकाईयों को पंूजी निवेश पर 15 प्रतिशत की कैपिटल सबसिडी प्रदान करने की योजना है, जो 7 जनवरी, 2013 से लागू की गई है जिसकी अधिकतम सीमा मु0 50 लाख है। उन्होंने बताया कि इस योजना के अंतर्गत औद्योगिक इकाई को उत्पादन शुरू करने से पहले उद्योग विभाग में पंजीकृत होना अनिवार्य है अन्यथा इकाई को कैपिटल सबसिडी नहीं मिलेगी। उन्होंने जो औद्योगिक इकाईयां 6 जनवरी 2013 के बाद उत्पादन में आई और उद्योग विभाग में स्थाई पंजीकृत है, उन औद्योगिक इकाईयों कैपिटल सबसिडी प्राप्त करने के लिए उद्योग विभाग में इस स्कीम के अंतर्गत 31 मई, 2014 तक पंजीकृत होना अनिवार्य है। उन्होंने बताया कि जो औद्योगिक इकाईयां कैपिटल सबसिडी लेना चाहती हैं, वह 31 मई, 2014 तक जिला उद्योग केंद्र धर्मशाला में पंजीकरण के लिए आवेदन करें।

18 तथा 19 मई को बिजली आंशिक रूप से बंद रहेगी: ई0 नरोटा

हमीरपुर, 17 मई (विजयेन्दर शर्मा) । सहायक अभियंता सव स्टेशन विद्युत उपमंडल अणु हमीरपुर ई0 कुलवीर सिंह नरोटा ने जानकारी देते हुए बताया कि 132/33/11 के0वी0 उपकेन्द्र  अणु हमीरपुर में पुराने विद्युत उपकरणों के आवश्यक बदलाव के कारण 18 मई तथा 19 मई को प्रात: 9 से 5 बजे तक बिजली आंशिक रूप से बाधित रहेगी।  उन्होंने बताया कि इस उपकेन्द्र से निकलने वाली 33 के0वी0 लाईनें, जिनमें 33 के0वी0 लदरौर, 33 के0वी0 रंगस तथा 33 के0वी0 बंगाणा के तहत आने वाले क्षेत्रों के विद्युत उपभोक्ता प्रभावित होंगे। उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों के विद्युत उपभोक्ताओं से सहयोग की अपील की है। 

एसएसबी में शामिल हुए 433 नव आरक्षी प्रशिक्षण केंद्र शमशी में 13वें दीक्षांत परेड समारोह का आयोजन
जिला हमीरपुर के विजय कुमार को मिली ओवरऑल बैस्ट की ट्राफी
  
कुल्लू , 17 मई (विजयेन्दर शर्मा) । सशस्त्र सीमा बल के प्रशिक्षण केंद्र शमशी का 13वां दीक्षांत परेड समारोह शनिवार को मनाया गया। समारोह में बल की महानिरीक्षक एवं वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी रेणुका मिश्रा ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की है तथा भव्य परेड की सलामी ली। इस भव्य परेड में 433 प्रशिक्षुओं ने राष्ट्रीय ध्वज, सशस्त्र सीमा बल के निशान तथा भारतीय संविधान को साक्षी मानते हुए शपथ ली। इसके साथ ही वे 44 सप्ताह के प्रशिक्षण के बाद सशस्त्र सीमा बल के सिपाही बन गए। 20 राज्यों के इन नव आरक्षियों को संबोधित करते हुए महानिरीक्षक रेणुका मिश्रा ने कहा कि सशस्त्र सीमा बल का 51 वर्षों का गौैरवमयी इतिहास रहा है। भारत के मित्र देशों नेपाल और भूटान के साथ लगभग 2450 किलोमीटर लंबी सीमा के सजग प्रहरी के रूप में कार्यरत सशस्त्र सीमा बल आतंकवाद और नक्सलवाद से प्रभावित क्षेत्रों में भी सराहनीय सेवाएं दे रहा है। नव आरक्षियों को शुभकामनाएं देतेे हुए महानिरीक्षक ने कहा कि वे सशस्त्र सीमा बल के आदर्श वाक्य ‘सेवा सुरक्षा और बंधुत्व’ का अनुसरण करते हुए अपने सेवाकाल के दौरान अपने कर्तव्य का निर्वहन करें। इससे पहले प्रशिक्षण केंद्र के द्वितीय कमान संजीव यादव ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया तथा केंद्र की विभिन्न उपलब्धियों की जानकारी दी। प्रशिक्षण काल में विभिन्न स्पर्धाओं में अव्वल रहने वाले नव आरक्षियों को मुख्य अतिथि ने पुरस्कृत किया। इनमें इंडोर एक्टीविटीज में झारखंड के आशीष कछप और आउटडोर एक्टीविटीज में राजस्थान के सुरेश चौधरी प्रथम रहे। आंध्र प्रदेश के वैल्लेपू रमैया को सर्वश्रेष्ठ निशानेबाज, छत्तीगढ़ के सतीश टिर्की को खेलकूद और हिमाचल के जिला हमीरपुर के विजय कुमार को ओवरऑल बैस्ट की ट्राफी प्रदान की गई। इसके अलावा राष्ट्रीय पुलिस खेलों में मैडल जीतने वाली एसएसबी की सेंट्रल टीम को भी मुख्य अतिथि ने पुरस्कृत किया।  समारोह में एसएसबी के सेंट्रल बैंड दस्ते ने बैंड डिसप्ले के साथ दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया, जबकि नव आरक्षियों ने वॉलटिंग हॉर्स, राइफल टैटो ड्रिल, रिफलैक्स शूटिंग, जूडो और मास पीटी के माध्यम से अपनी सैन्य व शारीरिक क्षमताओं का शानदार प्रदर्शन किया।   इस अवसर पर कुल्लू के जिलाधीश राकेश कंवर, पूर्व मंत्री सत्य प्रकाश ठाकुर, डिप्टी कमांडेंट अनिल पठानिया, डिप्टी कमांडेंट डा. राजीव रंजन, असिस्टेंट कमांडेंट शिव राम, अन्य अधिकारी, नव आरक्षियों के परिजन और अन्य गणमान्य लोग भी उपस्थित थे।

20 राज्यों के 433 नव आरक्षी हुए पासआउट

शनिवार को पासआउट होने वाले 433 आरक्षियों में हिमाचल प्रदेश के चार, आंध्र प्रदेश के 111, असम के 31, बिहार 4, उत्तर प्रदेश 19, छतीसगढ़ 10, झारखंड 90, मध्य प्रदेश 2, महाराष्ट्र 25, राजस्थान 15, पश्चिम बंगाल 27, हरियाणा 13, उत्तरखंड 10, पंजाब 9, जम्मू-कश्मीर 41, ओडिसा 7, गुजरात 3, दिल्ली 4, तमिलनाडू 5 और त्रिपुरा के 4 जवान शामिल हैं।

कुल्लू जिला के चारों विधानसभा क्षेत्रों की मतगणना में कुल मिल एक लाख 74 हजार 93 मत

कुल्लू , 17 मई (विजयेन्दर शर्मा) । मंडी लोकसभा सीट के तहत कुल्लू जिला के चारों विधानसभा क्षेत्रों की मतगणना में कुल मिल एक लाख 74 हजार 93 मत पड़े थे। इनमें से माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के कुशाल भारद्वाज को 4272, कांग्र्रेस की प्रत्याशी प्रतिभा सिंह को 78,660, भाजपा प्रत्याशी रामस्वरूप 84,072, आम आदमी पार्टी उम्मीदवार जय चंद 2772, बसपा के लाला राम शर्मा 1005, बीएमपी प्रत्याशी देवेंद्र देव को 222, सपा के पुनी चंद को 233, निर्दलीय भाग चंद राणा 611, निर्दलीय सुभाष मोहन स्नेही 517 तथा नोटा के पक्ष में 1788 मत पड़े। मनाली विधानसभा क्षेत्र में माकपा को 621, कांग्रेस 17,995, भाजपा 20,112, बसपा 302, आप 949, बीएमपी 34, सपा 54, निर्दलीय भाग चंद 313, निर्दलीय सुभाष मोहन स्नेही 76 और नोटा में 378 वोट पड़े। कुल्लू विस क्षेत्र में माकपा को 684, कांग्रेस 22,105, भाजपा 24,473, बसपा 235, आप 1036, बीएमपी 55, सपा 87, निर्दलीय भाग चंद 112, निर्दलीय सुभाष मोहन स्नेही 103 और नोटा में 436 वोट पड़े। बंजार विस क्षेत्र में माकपा को 1001, कांग्रेस 17892, भाजपा 18295, बसपा 170, आप 334, बीएमपी 52, सपा 31, निर्दलीय भाग चंद 87, निर्दलीय सुभाष मोहन स्नेही 93 और नोटा में 322 वोट पड़े। आनी विस क्षेत्र में माकपा को 1966, कांग्रेस 20668, भाजपा 23199, बसपा 298, आप 454, बीएमपी 81, सपा 99, निर्दलीय भाग चंद 170, निर्दलीय सुभाष मोहन स्नेही 246 और नोटा में 592 वोट पड़े।

बिजली बंद रहेगी

कुल्लू , 17 मई (विजयेन्दर शर्मा) । विद्युत लाईन की मुरम्मत के कार्य के चलते कल 18 मई को लगवैली फिडर में प्रात: 10 बजे से सायं 6 बजे तक बिजली बंद रहेगी। यह जानकारी आज सहायक अधिशाषी अभियंता विकास गुप्ता विद्युत उपमण्डल नंबर-1 कुल्लू ने एक प्रैस विज्ञप्ति जारी करते हुए दी। उन्होंने बताया कि मौसम के खराब होने की स्थिति में कार्य अगले दिन किया जाएगा। उन्होंने समस्त उपभोक्ताओं से सहयोग की अपील की है। सबस्टेशन भुंतर में विद्युत लाइनों की मुरम्मत के कार्य के चलते 19 मई को प्रात: 10 बजे से सायं 5 बजे तक आसपास के विभिन्न क्षेत्रों में बिजली बंद रहेगी। यह जानकारी जीएस कौंडल सहायक अभियंता विद्युत उपमण्डल एचपीएसईवी भुंतर ने एक प्रैस विज्ञप्ति जारी करते हुए दी। उन्होंने बताया कि उपमण्डल भुंतर के अंतर्गत पडऩे वाले क्षेत्र समस्त भुंतर शहर, शमशी, मौहल, पारला भुंतर, जिया, शड़शाड़ी, शाट, शाड़ाबाई, हाथिथान, बजौरा तथा कलैहली में बिजली की आपूति बाधित रहेगी।

विष्व उच्च रक्तचाप दिवस - वर्ड हाईपरटेंषन डे -

himachal newsकुल्लू , 17 मई (विजयेन्दर शर्मा) । विष्व उच्च रक्तचाप दिवस हर वर्ष 17 मई को मनाया जाता है। यह विष्व उच्च रक्तचाप संघ की तरफ से की गई पहल है जिसका विषय है "अपना रक्तचाप जानिए। 2025 तक लगभग 30 प्रतिषत वयस्क जनसंख्या (1ण्56 बिलियन वयस्क) उच्च रक्तचाप से ग्रसित होगी और विकासषील देषों से प्रत्येक चौथा व्यक्ति उच्च रक्तचाप से ग्रसित होगा। भारत के षहरी क्षेत्रों में 25-30 प्रतिषत व देहातों में 10-15 प्रतिषत लोग उच्च रक्तचाप से पीडि़त हैं। उच्च रक्तचाप के कारण भारत की 70 प्रतिषत षहरी जनता हृदय जनित बीमारियों व हृदय रोगों से पीडि़त है। उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने में प्रमुख बाधा लोगों का अपने रक्तचाप के प्रति जागरूक न होना है। उच्च रक्तचाप से हमारे हृदय और धमनियों पर अनावष्यक दबाव पड़ता है। यदि इस अनावष्यक दबाव को अधिक देर तक अनदेखा किया जाता है तो दिल का दौरा पडऩे व गुर्दे की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। उच्च रक्तचाप हृदय संबंधी बीमारियों, हृदय व रक्त की धमनियों से संबंधित विभिन्न बीमारियों के साथ-साथ दिल का दौरा, धमनी अवरोधक और अनेरयोज्म के लिए जिम्मेवार हो सकता है। हृदय की तरह ही सही ढंग से काम करने व स्वस्थ रहने के लिए मस्तिष्क को भी रक्त की सही आपूर्ति की आवष्यक्ता होती है। लेकिन उच्च रक्तचाप से इसमें अनेक परेषानियां खड़ी होती है। उच्च रक्तचाप गुर्दे की छोटी रक्त धमनियों को नुकसान पहुँचा सकता है और उन्हें सही ढंग से काम करने से रोक सकता है। सूक्ष्म व संवेदी रक्त धमनियाँ आंखों को रक्त की आपूर्ति करती हैं। अन्य धमनियों की तरह ही उन्हें भी उच्च रक्तचाप से नुकसान पहुँच सकता है।  इस अवसर पर जीवीके ईएमआरआई 108 हिमाचल प्रभारी श्री मेहुल सुकुमारन ने अपने विचार साँझे करते हुए कहा कि भारत में हृदय संबंधी रोगों से सबसे अधिक मृत्यु होती हैं। जीवन रक्षा के लिए समर्पित जीवीके ईएमआरआई संगठन विष्व उच्च रक्तचाप दिवस पर इस दौरान उत्पन्न होने वाली आपातकालीन स्थिति से निपटने के बारे में जन समुदाय को जागरूक व सुषिक्षित करने के रूप में समर्पित करता है। सभी ईएमटीज हर स्थिति में रक्तचाप को सही-सही मापने में पूरी तरह से निपुण एवं दक्ष हैं। ईआरसीपी की सलाह आपातकालीन स्थिति में अनिवार्य होती है। सभी ऐंबुलेंसिज में हर समय रक्तचाप मापक यंत्र तत्संबंधी सभी आवष्यक वस्तुओं के साथ विद्यमान रहता है। घटनास्थल पर, रास्ते में व मरीज को स्थानांतरित करने की स्थिति में रक्तचाप सहित जीवनषक्ति को जाँचने की सुविधा सभी स्थितियों में उपलब्ध रहती है। छाती का दर्द, साँस की कमी, एक तरफ की कमजारी, चेतनावस्था की गिरावट, चक्कर, नजर की धुंधलाहट ऐसे लक्षण हैं तो उच्च रक्तचार से जुड़े हैं। इन गम्भीर लक्षणों व संकेतों को समझने व जानने को लेकर ईएमटीज को पूरी तरह से प्रषिक्षित किया जाता है। 

उत्तराखंड की विस्तृत खबर (17 मई)

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ऐतिहासिक हार ने बढ़ाई मुख्यमंत्री की परेशानी
  • हरीश रावत को बहुगुणा शासनकाल में किये गये कुकर्मो का फल पड़ा भोगना 

uttrakhand news
देहरादून,17 मई। उत्तराखंड में मोदी की आंधी ने कांग्रेस की जड़े ही उखाड़ दी है। राज्य में सत्तासीन पार्टी की हार तो संभावित थी लेकिन जितने बड़े अंतर से बीजेपी उम्मीदवारोें ने कांग्रेस को पटखनी दी उससे कांग्रेस सदमे में है। पार्टी के पांचो उम्मीदवारो को बीजेपी के प्रत्याशियों ने लाखों मतों के अंतर से हराया। इस ऐतिहासिक हार के बाद प्रदेश के मुखिया हरीश रावत का सिंहासन भी डोल रहा है। उन पर पार्टी की पराजय की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने का दबाब बनाया जा रहा है। हालांकि अभी उनके इस्तीफे की मांग विपक्षी भाजपा की ओर से ही की गई है लेकिन जिस तरह की परिस्थितियां बन रही है उससे स्पष्ट है कि जल्द ही कांग्रेस के अन्दर से भी बगावती बिगुल बजने वाला है। हालांकि अभी तक वे विधायकों की संख्या के हिसाब से कम्फर्ट जोन में हैं। वहीं राजनीतिक जानकारों के कहना है कि हरीश रावत को बहुगुणा शासनकाल में किये गये कुकर्मो का फल भोगना पड़ा है। उनका कहना है 2012 में जब राज्य में विधानसभा चुनाव हुए थे यदि उसी समय हरीश रावत के हाथ प्रदेश की बागडोर होती तो लोकसभा चुनाव के परिणाम कांग्रेस के लिए उत्तराखण्ड में तो कम से कम इतने पीड़ादायक नहीं होते। शुक्रवार को आए 2014 के परिणाम में भाजपा ने कांग्रेस से 2009 की हार का बदला लेते हुए प्रदेश में राज्य का सूपड़ा साफ कर दिया है। इस चुनाव में कांग्रेस के पांचो प्रत्याशी ऐसे हवा हुए जैसे किसी आंधी में सूखा पत्ता। यहां तक कि हरिद्वार सीट पर जिससे खुद मुख्यमंत्री हरीश रावत की पत्नी श्रीमती रेणुका रावत उम्मीदवार थी उन्हें बीजेपी उम्मीदवार ने एक लाख 75 हजार से अधिक मतों से हरा दिया। जबकि मुख्यमंत्री समेत पूरी कांग्रेस इस सीट को लेकर निश्चिंत थी कि इस सीट पर जीतकर कांग्रेस कम से कम राज्य में खाता खोल लेगी। उधर किसी भी कीमत पर चुनाव लड़ने के लिए तैयार न होने वाले विजय बहुगुणा के बेटे साकेत बहुगुणा को हरीश इस शर्त पर मैदान में उतारे थे कि उसे जिताकर लाएंगे लेकिन मोदी की आंधी में कांग्रेस का सबकुछ स्वाहा गया। साकेत बहुगुणा का राजनीतिक कैरियर शुरू होने से पहले ही समाप्त हो गया है। इसके पीछे राजनीतिक विश्लेषक बहुगुणा शासनकाल में बाप बेटे व इनके मुंह लगे एक अधिकारी की टिकड़ी द्वारा प्रदेश के जल,जंगल और जमीन पर डाका डालने की चर्चाओं ने कांग्रेस का बंटाधार कर दिया। वहीं इस बात से विजय बहुगुणा काफी बौखलाए हुए हैं। चूंकि ऐन लोकसभा चुनाव से पहले हरीश रावत ने कांग्रेस आला कमान पर दबाव डाल कर राज्य में नेतृत्व परिवर्तन करने के लिए मजबूर कर दिया था। कांग्रेस सूत्रों की माने तो हरीश रावत को मुख्यमंत्री का पद दिया ही इसी शर्त पर गया था कि वे राज्य में कांग्रेस के पुराने प्रदर्शन को बनाए रखेंगे। लेकिन अब जिस तरह के राजनीतिक परिवर्तन आए है उन पर इस्तीफे का दबाव बनना शुरू हो गया है। पहल की है पूर्व में कांग्रेस में रहे और अब भाजपा का हिस्सा बन चुके सतपाल महाराज ने। सतपाल महाराज ने पहले ही हरीश रावत पर राज्य सरकार को अस्थिर करने का आरोप लगाते हुए पार्टी से नाता तोड़ लिया था। ताजा हालात का जिम्मेदार हरीश रावत को बताते हुए उन्होंने उनका इस्तीफा मांगा है। जबकि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष तीरथ सिंह रावत ने उनको 2009 के लोकसभा चुनाव परिणामों के बाद हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा देने का आदर्श कायम किया था। भाजपा प्रदेश प्रमुख का कहना है कि  मुख्यमंत्री हरीश रावत को स्वस्थ राजनीतिक परपंरा का पालन करते हुए हार की नैतिक जिम्मेदारी स्वीकार करनी चाहिए। कांग्रेस सूत्रों की माने तो आगामी कुछ दिन मुख्यमंत्री के लिए भारी साबित हो सकते है। सीएम पर उनकी पार्टी के अन्दर से ही इस्तीफे का दबाव पड़ सकता है। हालांकि मुख्यमंत्री को इस तरह के परिणाम के बाद सरकार पर आने वाली सियासी आपदा का अनुमान था शायद इसीलिए उन्होंने आचार संहिता के दौरान ही बहुगुणा गुट और सतपाल महाराज गुट के विधायको को आनन फानन में संसदीय सचिव की शपथ दिला दी। उनके इस कदम को पूरी तरह से डैमेज कंट्रोल के लिए उठाया गया माना जा रहा है। मुख्यमंत्री एक दो दिन में अपने मंत्रिमंडल के कुछ साथियों के विभागों में भी बदलाव कर सकते है। इसके माध्यम से वे अपने पास के कुछ मंत्रालयों के भार को कम कर सकते है। सीएम का ध्यान अब पूरी तरह से अपनी सरकार को बचाने और किसी भी सीट पर चुनाव लड़ विधानसभा की सदस्यता लेने पर है। भाजपा सूत्रों की माने तो भाजपा कांग्रेस सरकार को गिराने के लिए तैयार थी लेकिन पिछले दिनों विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान नेता प्रतिपक्ष अजय भट्ट द्वारा सरकार के खिलाफ लाया गया अविश्वास प्रस्ताव इसके आड़े आ रहा है। चूंकी अविश्वास प्रस्ताव सदन में गिर गया था और हरीश ने बहुमत साबित कर दिया था इसलिए छह महीने के पहले दोबारा से अविश्वास प्रस्ताव लाया नहीं जा सकता। इसे देखते हुए भाजपा अभी वेट एंड वाॅच की स्थिति में है। बहरहाल जिस तरह के संकेत मिल रहे है जल्द ही राजनीतिक अस्थिरता के लिए कुख्यात उत्तराखंड एक बार फिर से राजनीतिक प्रयोगशाला बन सकता है और यहां नए नए प्रयोग हो सकते है। 

इंदिरा ह्रदयेश एंव प्रीतम का बढा कद

देहरादून, 17 मई,(निस)। अपनी विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस लोकसभा प्रत्याशियों को अच्छे वोट दिलाने पर मुख्यमंत्री ने प्रदेश के दो मंत्रियों का कद बढा दिया है। शनिवार को उत्तराखण्ड कार्य (बंटवारा) नियमावली, 2003 के नियम-3 के अधीन मुख्यमंत्री तथा मंत्रीगण के कार्य विभागों और उन्हें आवंटित विभागों एवं विषयों के सम्बन्ध में गोपन (मंत्रिपरिषद) अनुभाग की एतद्विषयक समसंख्यक अधिसूचना  4 मार्च, 2014 में आंशिक संशोधन करते हुए मुख्यमंत्री को आवंटित औद्योगिक विकास विभाग के अंतर्गत समाहित खनन विभाग मुख्यमंत्री को, औद्योगिक विकास विभाग (अवशेष) मंत्री श्रीमती इन्दिरा हृदयेश को एवं आवास विभाग मंत्री प्रीतम सिंह पंवार को आवंटित करने के निर्देश दिये हैं। 

मोदी के पक्ष में खिले कमल की खुशबु की सुगंध ने तीर्थयात्रियों को किया उत्साहित

देहरादून, 17 मई,(निस)।  देश में हुए 16 वीं लोकसभा चुनाव की भारी तपीश में भारतीय जनतापार्टी के पक्ष में खिले कमल के फूलों की खुशबू की सुगंध जैसे ही तीर्थनगरी सहित गढ़वाल की यात्रा पर पहुंचे गुजरात सहित देश के विभिन्न प्रान्तों श्रद्धालुओं को पता चला कि भाजपा के घोषित प्रधानमंत्री के दावेदार मोदी को भारी बहुमत प्राप्त हो गया है उन्होने  जहां थे वहीं मोदी के लिए शुभकामनाओं के साथ ऋषिकेश के तमाम घाटों पर उनकी लम्बी दीर्घायू की कामना के लिए हवन पूजन व गंगा आरती की । वहीं चारों धामों में भी मोदी की जीत के बाद यात्रियों ने हर-हर मोदी के नारे गुंजायमान किये। उधर पहाड़ों में पिछले दिनों  भारी वर्षा व बर्फबारी से राहत के बाद चल रही ठण्डी हवाओं के बीच विख्यात चारधामों की यात्रा के लिए काफी संख्या में यात्रीयों ने रूख करना शुरू कर दिया। जिसके चलते ऋषिकेश से भी आधा दर्जन बसें व छोटे वाहन रवाना हुए। जिनके रवाना होने के बाद सैकड़ों की संख्या में यात्रियों ने ऋषिकेश के बायोमैट्रिक पंजीकरण कार्यालय पर अपना पंजीकरण करवाकर यात्रा प्रशासन को राहत पहुंचाने का कार्य किया है। जिन्हे लेकर संयुक्त रोटेशन से जुड़े परिवहन स्वामियों में भी हर्ष देखा जा रहा है। उधर केदारनाथ के लिए प्रारम्भ होने वाली यात्रियों की सुविधार्थ हवाई पवन हंस सेवा को हरी झण्डी प्रशासन की आर से न मिलने के कारण प्रारम्भ नहीं हो सकी है। वहीं ऋषिकेश संयुक्त बस अडडे से आधा दर्जन  बसें व छोटे वाहन चार धामों के लिए रवाना हुये।  यात्रा संगठक के प्रभारी एके श्रीवास्तव के अनुसार बायोमैट्रिक पंजीकरण कार्यालय मे आज ऋषिकेश में 800 नारसन में 60 , हरिद्वार मे 18 गुप्तकाशी में 100 जानकीचटटी मे 217 व सोनप्रयाग मे 35 यात्रियों ने चार धाम के लिए अपना पंजीकरण कराया। 

एसआई ने खोला डीजीपी के खिलाफ मोर्चा, बीएस सिद्धू को बताया भूमाफिया

देहरादून, 17 मई,(निस)। राजपुर रोड स्थित वीरगिर वाली में वन विभाग की भूमि पर पेड़ो के कटान के विवादित मामले की जांच करने वाले उप निरीक्षक निर्विकार ने प्रदेश के पुलिस महानिदेशक पर गंभीर आरोप लगाये है। उन्होंने कहा कि डीजीपी ने अपने पद का दुरूपयोग किया है। शनिवार को प्रिंस चैक स्थित एक होटल में पत्रकारों से रूबरू होते हुए उपनिरीक्षक निर्विकार ने पुलिस महानिदेशक बीएस सिद्धु का तनाशाह बताया है। उन्होनंे कहा कि डीजीपी वन विभाग के पेड़ काटने में दो मामले में आरोपी है। वह जांच अधिकारियों पर दबाव बनाकर अपने बचाव के रास्ते तलाश रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह शासन या पुलिस विभाग की किसी नीति का विरोध नहीं कर रहे है। वह तो केवल डीजीपी पद पर बैठे बीएस सिद्धु का एक अधिकारी जिसने अपने पद का दुरूपयोग किया है। उन्होंने डीजीपी का भूमाफिया बताते हुए कहा कि वह केवल अभिलेखों के आधार पर बात कर रहे हैं। वह डीजीपी बीएस सिद्धू के पद के दुरूपयोग के मामले को उच्चाधिकारियों के सामने लाना चाहते है। उन्होंने बताया कि थाना राजपुर में डीजीपी के खिलाफ वन विभाग के पेड़ काटने के दर्ज मामलों की निष्पक्ष जांच होने तक और राष्ट्रीय हरित अभिकरण, अधिवक्ता महासंघ के सचिव बनाम आईपीएस अधिकारी बीएस सिद्धू के मामले में 8 मई को डीजीपी सिद्धू को अभिकरण ने दो सप्ताह में  अपना शपथ पत्र दाखिल करने के आदेश देते हुए अंतिम सुनावाई 28 मई निर्धारित की है। उन्होंने बताया कि इस मामले में बीएस सिद्धू के अधिवक्ता की ओर से अभिकरण के समक्ष  ये दावा किया गया है कि सम्बन्धित आरक्षित वन क्षेत्र की भूमि के वह रजिस्ट्रड़ बैनामे के  आधार पर पंजीकृत स्वामी है। जबकि सूचना के अनुसार वर्ष 2013 में ही उन्होंने अपना  रजिस्ट्रड बैनामा जिलाधिकारी देहरादून के समक्ष यह कहते हुए सरेंड़र कर दिया था कि  सम्बन्धित भूमि को किन्हीं व्यक्तियों द्वारा उन्हें धोखे में रखकर बैनामा करा दिया गया था।  इसलिए बैनामा पर स्टाम्प के रूप में खर्च की गयी धनराशि वापस कर दी जाये। जबकि  उक्त भूमि पर वर्ष 1970 से वन विभाग का ही कब्जा है जिसका सितम्बर 2013 में दाखिल खारिज भी बीएस सिद्धू के नाम से वन विभाग के नाम पर दर्ज हो गया था। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सूत्रों से पता चला है कि मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष पेड़ कटवाने के दो मामले विचाराधीन होने के आधार पर सिद्धू अपने पद से त्याग पत्र देकर उपचार के लिए न्यायालय व अभिकरण से अनुमति लेकर विदेश जाने की तैयारी कर रहे हैं। लेकिन शायद ही वह ऐसा कर पाये। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जिस तरह से यह पूरा प्रकरण सामने आया हैै। उससे ऐसा लगता है कि एक बड़े पद पर होते हुए कोई भी अधिकारी कुछ भी कर सकता है उसके लिए कानून भी कुछ नहीं है। बडे़ पद पर रहकर भू- माफियाओं जैसा अपराध करते इस धारणा और विश्वास को ध्वस्त करने का काम किया है कि कानून से बड़ा कोई नहीं है।  

देवभूमि में देव संस्कृति, साधु संस्कृति व हिन्दु संस्कृति का वास है: मुख्यमंत्री

देहरादून, 17 मई,(निस)। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने शनिवार को नगर निगम सभागार में श्री विश्वनाथ जगदीशिला डोली की 15वीं रथयात्रा का स्वागत करते हुए कहा कि नन्दादेवी राज जात की तरह यह रथयात्रा भी जन जीवन से जुड़ा धार्मिक कार्यक्रम है। उन्होंने कहा कि श्री विश्वनाथ जगदीशिला डोली रथ यात्रा के आयोजन के लिये वार्षिक अनुदान स्वीकृत किया जायेगा तथा यात्रा मार्ग की सड़कों की मरम्मत के लिये भी धनराशि उपलब्ध करायी जोयगी। उन्होंने कहा कि 23 दिन की इस यात्रा में सभी तीर्थों को जोड़ने का प्रयास किया गया है। इसके लिये उन्होंने यात्रा के संयोजक मंत्री प्रसाद नैथानी के प्रयासों की सराहना की उन्होंने कहा कि यात्रा से जुड़े स्थलों को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जायेगा। देवभूमि में देव संस्कृति, साधु संस्कृति व हिन्दु संस्कृति का वास है यहां के धार्मिक स्थलों के रख रखाव आदि के लिये अलग से विभाग बनाया गया है तथा अलग सचिव को इसका दायित्व सौंपा गया है। संस्कृत शिक्षा व उसके प्रसार के लिये संस्कृत शिक्षा विभाग का गठन किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के धार्मिक स्थलों, मेलो आदि को दिग्दर्शित करने के लिये भी प्रयास किये जा रहे है तथा प्रयास किया जा रहा है कि तकनीकि विकास के क्रम में इनका स्वरूप बिगडने न पाये। उन्होेंने कहा कि चारधाम यात्रा को सुनिश्चित ढ़ंग से संचालित करने के लिये हम प्रयास कर रहे है। यह यात्रा हमारे स्वाभिमान व अर्थव्यवस्था से जुड़ी है। कार्यक्रम के दौरान शिक्षा मंत्री एवं रथ यात्रा के संयोजक मंत्री प्रसाद नैथानी ने श्री विश्वनाथ-जगदीशिला डोली रथ यात्रा के विषय में बताया कि यह डोली रथ यात्रा विश्व शान्ति एवं देव संस्कृति के उत्थान हेतु श्री गुरू वरिष्ठ एवं व्यवहारिक वेदान्त के धनी स्वामी रामतीर्थ की तपस्थली विशोन पर्वत से वर्ष 2000 से प्रारम्भ हुई। उन्होंने कहा कि यह रथ यात्रा प्रतिवर्ष गंगा दशहरा से पूर्व विशोन पर्वत ग्यारह गांव हिन्दाव, जिला टिहरी गढ़वाल से आरम्भ होती है। 12 वर्षाें  तक डोली ने गढ़वाल मण्डल भ्रमण किया तथा अब विगत वर्ष 2012 से 12 वर्षाें तक सम्पूर्ण उत्तराखण्ड में विश्वनाथ-जगदीशिला डोली आशीर्वाद देने हेतु भ्रमण करेगी। इसी क्रम मंे इस वर्ष भी 17 मई 2014 से डोली हरिद्वार से प्रस्थान कर   8 जून, 2014 को गंगा दशहरा के पावन पर्व पर वापस विशोन पर्वत पहुंचेगी। कार्यक्रम का संचालन श्री विश्वनाथ-जगदीशिला डोली रथ यात्रा पर्यटन विकास समिति के संचालक डाॅ. सी.पी. घिल्डियाल ने किया। इस अवसर पर विधान सभा उपाध्यक्ष अनुसूया प्रसाद मैखुरी, कबीना मंत्री हरीश चंद्र दुर्गापाल, मेयर देहरादून विनोद चमोली, दायित्वधारी अशोक वर्मा, सपा नेता विनोद बड़थ्वाल के साथ ही श्री विश्वनाथ-जगदीशिला डोली रथ यात्रा पर्यटन विकास समिति के सदस्य उपस्थित थे।

कांग्रेस के कुशासन के खिलाफ थी लहर:यूकेडी

देहरादून, 17 मई,(निस)। उत्तराखंड क्रांति दल ने कहा है कि भ्रष्टाचार, घोटालेबाजी और बढ़ती महंगाई से अजीज आ चुकी जनता ने कांग्रेस के कुशासन के खिलाफ भाजपा को बढ़त दिलायी है।  उक्रांद के मीडिया प्रभारी मनमोहन लखेड़ा ने एक बयान मंे कहा है कि इस बार जनता ने हिन्दू, मुस्लिम और जाति के आधार पर राजनीति करने वाली पार्टियों को भी सबक सिखाया है लेकिन साफ सुथरी छवि और जनता के बीच विकास की राजनीति करने वाले क्षेत्रीय दलों तथा निर्दलीय प्रत्याशियों को जिताकर यह जातने का प्रयास भी किया है कि देश मंे कोई मोदी लहर नहीं बह रही है बल्कि  कांग्रेस के कुशासन ने भाजपा को बढ़त मिली है। लखेड़ा ने कहा कि 2009 के लोकसभा चुनाव मंे भी  क्षेत्रीय दल और अन्य पार्टियां 150 के लगभग सांसद भेजने में सफल रही और इस चुनाव मंे भी क्षेत्रीय दल और अन्य पार्टियां लगभग 147 सांसद भेजने में सफल रहे, इससे साफ जाहिर होता है कि जहां-जहां भाजपा को जीत मिली वहां-वहां कांग्रेस के कुशासन के खिलाफ  लोगों ने अपना मत दिया। लखेड़ा ने कहा कि भाजपा भावनात्मक और सुन्दर नारे देने मंे माहिर हैं लेकिन  ‘‘ अब अच्छे दिन आने वाले हैं’’ कह देने के बजाय जनता ने अच्छे दिन लाने का जिम्मा भाजपा को सौंप दिया है।

14 उम्मीदवार हजार की संख्या को भी नहीं छू पाए, 
  • हरिद्वार लोकसभा सीट पर हैं ऐसे सर्वाधिक 10 प्रत्याशी 


देहरादून,17 मई। उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव में 74 में से 14 उम्मीदवार ऐसे भी निकले जो कि हजार की संख्या को भी नहीं छू पाए। ऐसे उम्मीदवारों की संख्या सबसे अधिक हरिद्वार लोकसभा सीट पर रही। इस सीट पर 10 उम्मीदवार सैकड़ा पर ही सिमट गए। इसके अलावा टिहरी लोकसभा सीट पर 3 उम्मीदवार और नैनीताल-उधमसिंहनगर लोकसभा सीट पर 1 उम्मीदवार हजार की संख्या को नहीं छू पाए। उत्तराखंड में पांच लोकसभा सीटों पर विभिन्न दलों के 74 प्रत्याशी चुनाव मैदान में अपना भाग्य आजमा रहे थे। हरिद्वार लोस सीट पर सर्वाधिक 24 उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे। इन 24 उम्मीदवारों में से दस उम्मीदवार सैकड़ा से आगे नहीं बढ़ पाए। हरिद्वार लोस सीट पर सबसे कम वोट 440 आॅल इंडिया माइनोरिटी फ्रंट के उम्मीदवार परवेज आॅल को मिले। अखिल भारतीय मुस्लिम लीग सेक्यूलर के जावेद को 597 मत पर ही संतोष करना पड़ा। पूर्वांचल राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रत्याशी वीके कंपानी को 616 मतों पर सिमटना पड़ा। बहुजन मुक्ति पार्टी के मुकेश सैनी को 637 मत मिले। हिंदुस्तान क्रांति दल के प्रत्याशी आनंद कुमार वर्मा को 698 वोट पड़े। निर्दलीय उम्मीदवार प्रमोद राणा को 749 मत, सुनील को 797 मत, नया दौर पार्टी के उम्मीदवार संजय गोयल को 890 मत, शिवसेना के विशाल चैधरी को 972 मत और निर्दलीय उम्मीदवार राकेश को 990 मतों पर संतोष करना पड़ा। नैनीताल-उधमसिंहनगर लोकसभा सीट पर भारतीय चैतन्य पार्टी के उम्मीदवार खाष्टी सुयाल को 802 मतों पर संतोष करना पड़ा। टिहरी गढ़वाल लोकसभा सीट पर भारतीय मूल निवासी समाज पार्टी के उम्मीदवार जौहरी लाल सुमन को 877 मत पड़े। नया दौर पार्टी के सत्येंद्र शर्मा को 878 मत और पीस पार्टी के प्रत्याशी हाॅजी मुहम्मद युसूफ को 900 मतों पर संतोष करना पड़ा। 

हरीश रावत नेतिकता के आधार पर दें इस्तीफाःतीरथ

tirath singh rawat
देहरादून,17 मई,(निस)। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष तीरथ सिंह रावत ने कहा है कि मोदी की बदलाव की लहर ने पूरे देश से कांग्रेस का सूपड़ा साफ कर दिया है। जनता कांग्रेस को सत्ता में नही देखना चाहती यह साफ हो गया है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री को भी नैतिकता के आधार पर स्तीफा दे देना चाहिए।  शनिवार को भाजपा प्रदेश मुख्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में तीरथ सिंह सिंह रावत ने कहा कि 6 हजार 40 करोड रूपये आपदा का प्रदेश में आया और इस धन की बंदरबांट की गई है, सरकार आपदा मद में आये धनराशि पर श्वेतपत्र जारी करें, नहीं तो सरकार के खिलाफ आंदोलन किया जायेगा। उन्होंने कहा कि केन्द्र की कांग्रेस सरकार देश व प्रदेश में महंगाई व भ्रष्टाचार को नियंत्रित नहीं कर पाई जिसके कारण जनता ने भाजपा के पक्ष में जनादेश दिया है और जनता के जनादेश के अनुरूप केन्द्र की सरकार कार्य करेगी। उनका कहना है कि आज जनता ने जातिवाद से उफपर उठकर कांग्रेस के कुशासन के खिलाफ मतदान किया और उत्तराखंड में भी भाजपा की रिकार्ड ऐतिहासिक जीत हुई है। वर्ष 1991 से 1997 के बाद प्रदेश की पांच सीटों पर भाजपा ने जीत हासिल की है और यह सब नरेन्द्र मोदी की लहर के कारण हुआ है। उनका कहना है कि जनता ने प्रधानमंत्री के रूप में मोदी को स्वीकार किया है और मोदी के नाम पर पूरे देश में जनता ने भाजपा को वोट किया। जनता ने भाजपा के साथ ही साथ प्रधानमंत्री को भी वोट किया। उनका कहनाहै कि जिस प्रकार से वर्ष 1984 में भावनाओं के चलते हुए कांग्रेस को ऐतिहासिक जीत मिली, जबकि इस बार जनता ने मुददों व परिवर्तन को जीत दिलाई है।

दून पहंुचने पर खण्डूडी का भव्य स्वागत

देहरादून,17 मई,(निस)। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व नव निर्वाचित लोकसभा सदस्य मेजर जनरल (सेनि) भुवन चन्द्र खंडूडी ने पौडी संसदीय क्षेत्र की जनता का आभार व्यक्त करते हुए कहा है कि उनके स्नेह व आशीर्वाद से उनकी ऐतिहासिक जीत हुई है और वह उनके हमेशा ऋणी  रहेंगे। आज यहां पौडी संसदीय सीट से ऐतिहासिक जीत के साथ जब वह संसदीय क्षेत्र से अपने यमुना कालोनी आवास पर पहंुचे तो वहां पर उपस्थित कार्यकर्ताओं ने फूल मालाओं से उनका स्वागत किया और जीत की बधाई दी। इस दौरान कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों ने ढोल की थाप पर नृत्य किया और आतिशबाजी की तथा एक दूसरे को मिष्ठान्न खिलाया। इस दौरान पत्रकारों से रूबरू होते हुए खंडूडी ने कहा कि वह पौडी संसदीय क्षेत्र की जनता के आभारी है जिन्होंने
उन्हें ऐतिहासिक जीत दिलाई। उनका कहना है कि प्रदेश ही नहीं देश भर में नरेन्द्र मोदी की लहर थी और जनता ने कांग्रेस के कुशासन व परिवर्तन के लिए मतदान किया, जिसका असर 16 मई को हुई मतगणना में स्पष्ट दिखाई दिया। उनका कहना है कि आज महंगाई व भ्रष्टाचार से जिस प्रकार से जनता त्रस्त थी, और जनता ने देश के प्रधानमंत्री के नाम पर अपना मतदान किया और आज देश भर के साथ ही प्रदेश में भाजपा ने पांचों सीटों पर जीत दर्ज कर कांग्रेस का असली चेहरा सामने ला दिया है।

चुनाव मैनेजमेंट टीम बनी हार का कारण

देहरादून,17 मई,(निस)। हरिद्वार लोकसभा सीट जीतने के लिये मुख्यमंत्री हरीश रावत द्वारा बनाई गई मैनेजमेंट टीम ही कांग्रेस प्रत्याशी रेणुका रावत की हार का सबब बना है। मैनेजमेंट से जुड़े लोगों द्वारा कांग्रेस समर्थकों को भाव न देना महंगा पड गया है। यही कारण है कि कांग्रेस प्रत्याशी को करारी हार का सामना करना पडा है। हरिद्वार लोकसभा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में रेणुका रावत चुनावी रण में कूदी हुई थी। पत्नी के चुनाव लडने से मुख्यमंत्राी हरीश रावत की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई थी। यही कारण भी रहा कि मुख्यमंत्री हरीश रावत ने चुनाव के दौरान सबसे से अधिक समय हरिद्वार लोकसभा सीट पर ही लगाया है और मतदाताओं को आकर्षित करने के लिये ताबडतोड जनसभाएं भी की। यही नहीं अपनी पत्नी को लोकसभा भेजने के लिये सीएम द्वारा एक मैनेजमेंट टीम गठित की गई। जिसमें अधिकतर बाहरी लोगों को शामिल किया गया। इस टीम में शामिल लोगों को हरिद्वार लोकसभा सीट की भौगोलिक स्थिति की जरा भी जानकारी नहीं थी। हरिद्वार, देहरादून के अलावा रूडकी में चुनाव के दौरान कांग्रेस की मैनेजमेंट टीम मौजूद रही। लेकिन इसमें स्थानीय व कद्दावर नेताओं को शामिल नहीं किया गया। रणनीति बनाने में मैनेजमेंट टीम ने भले ही क्षेत्राीय नेताओं से राय-मशवरा किया हो, लेकिन इन कद्दावर नेताओं के दिये गये मशवरे पर मैनेजमेंट टीम ने अमल नहीं किया। बल्कि कुछ ऐसे सिरफिरे छुटभैये नेताओं के इर्दगिर्द मैनेजमेंट टीम घूमती रही। जिस कारण आम कार्यकर्ता कांग्रेस से कटता रहा। लोकसभा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी रेणुका रावत को विधानसभावार मिले मतों पर गौर किया जाये तो भगवानपुर, पिरान कलियर, मंगलौर में अव्वल रही तो झबरेडा, रूडकी, खानपुर व लक्सर में बहुत पीछे नगर आई है। रूडकी विधानसभा में मैनेजमेंट टीम होने के बावजूद कांग्रेस प्रत्याशी को बेहद कम वोट मिले हैं। जिससे साफ है कि मैनेजमेंट टीम कांग्रेस प्रत्याशी की लुटिया डुबोने के लिये जिम्मेदार मानी जा रही है। हालांकि इस मामले को लेकर कोई भी कांग्रेसी जबान खोलने को तैयार नहीं है। लेकिन दबी जबान में कांग्रेसी मैनेजमेंट टीम पर कोई कंजूसी नहीं बरत रहे हैं। नाम न छापने की शर्त पर कांग्रेस के एक पदाधिकारी का कहना है कि यदि मैनेजमेंट में बाहरी लोगों की बजाय स्थानीय लोगों को शामिल किया जाता तो चुनावी नतीजा कुछ और ही होता।

मोदी ने काशी विश्वनाथ मंदिर में किया रूद्राभिषेक

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भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता और देश के भावी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह के साथ काशी विश्वनाथ मंदिर में विधिवत पूजा अर्चना की। इस दौरान पंडितों ने मंत्रोच्चार के बीच रूद्राभिषेक सम्पन्न करवाया। इसके बाद उन्होंने दशाश्वमेध घाट पर गंगा आरती में हिस्सा लिया। मोदी के पहुचंने से पहले ही समर्थकों का भारी हुजूम उमड़ा हुआ था। जिस रास्ते से होकर मोदी का काफिला गुजरा उन इलाकों में भाजपा कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ लगी हुई थी। मोदी के कार्यक्रम को देखते हुए पूरे बनारस में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए। 

काशी विश्वनाथ मंदिर में पहले से मौजूद 11 पंडितों ने मोदी और राजनाथ को पूजा अर्चना कराई। पुलिस लाइन से कचहरी, आंध्रापुल, सम्पूर्णानंद, लहुराबीर, कबीरचौरा और मैदागिन होते हुए मोदी छतरद्वार से मंदिर पहुंचे। इससे पूर्व मोदी विशेष विमान से लगभग 5 बजे बाबतपुर हवाई अड्डे पहुंचे और फिर वहां से हेलीकॉप्टर से पुलिस लाइन पहुंचे। मोदी के साथ उनके सिपहसालार और उप्र प्रभारी अमित शाह भी मौजूद थे।

पुलिस लाइन में मोदी का स्वागत प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी और क्षेत्रीय अध्यक्ष लक्ष्मणाचार्य ने किया। इसके बाद उनका काफिला गंगा आरती के लिए दशाश्वमेध घाट पहुंचा और वहां शाम को होने वाली गंगा आरती में हिस्सा लिया। 

झारखंड के गोड्डा में सड़क दुर्घटना में 14 मरे

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झारखंड के गोड्डा जिले में शनिवार को एक बस दुर्घटना में शादी पार्टी में शामिल होकर लौट रहे कम से कम 14 लोगों की मौत हो गई और 15 से अधिक व्यक्ति घायल हो गए। पुलिस के अनुसार, बस में 40 से अधिक लोग सवार थे, जो जिले के बाधोना गांव के पास पलट गई। दुर्घटनास्थल रांची से लगभग 500 किलोमीटर दूर है। 

दुर्घटना में छह व्यक्तियों की मौत घटनास्थल पर ही हो गई, जबकि आठ ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। घायलों को जिले के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां सात की हालत नाजुक बनी हुई है।  शादी समारोह में शामिल हुए लोगों को लेकर यह बस बरवाडीह से लौट रही थी। उसी दौरान चालक का बस से नियंत्रण छूट गया और सड़क किनारे खंदक में गिरने से पहले पलट गई।

टिस्को, एयर इंडिया के पूर्व प्रमुख रूसी मोदी नहीं रहे

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एयर इंडिया और तत्कालीन इंडियन एयरलाइंस के पूर्व संयुक्त अध्यक्ष, और किसी समय टिस्को के सीएमडी रहे रूसी मोदी का 95 साल की अवस्था में कोलकाता में निधन हो गया। एक अधिकारी ने यह जानकारी शनिवार को दी। रूसी ने शुक्रवार रात दक्षिणी कोलकाता स्थित अपने आवास के पास एक निजी अस्पताल में आखिरी सांस ली। रूसी मोदी का जन्म 17 मई, 1918 को मुंबई में हुआ था। उन्होंने टाट समूह में विभिन्न पदों पर अपनी सेवाएं दी, आगे चलकर उन्हें भारत के स्टील मैन की उपाधि से जाना जाने लगा।


मोदी 1993 में टिस्को के चेयरमैन पद से सेवानिवृत्त हुए और उसके बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री पी.वी. नरसिम्हा राव ने उन्हें एयर इंडिया और तत्कालीन इंडियन एयलाइंस का संयुक्त चेयरमैन नियुक्त किया।मोदी को 1989 में प्रतिष्ठित पद्मभूषण सम्मान प्रदान किया गया। उन्होंने 1998 में जमशेदपुर लोकसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़े और दूसरे स्थान पर रहे थे। उन्हें लगभग दो लाख वोट मिले थे, लेकिन 97,000 से हार गए थे।



पारसी दंपति सर होमी मोदी और लेडी जेरबी की संतान रुस्तमजी हरमुसजी मोदी की शिक्षा-दीक्षा हराओ और क्राइस्ट चर्च कॉलेज, ऑक्सफोर्ड में हुई थी और भारत लौटने के बाद उन्होंने टिस्को में कार्यालय सहायक के रूप में काम शुरू किया था। वह 1953 में कंपनी के कार्मिक निदेशक बने, और 1965 में कच्चे माल के निदेशक बने। वर्ष 1970 में वह संचालन निदेशक नियुक्त किए गए और 1972 में संयुक्त प्रबंध निदेशक बन गए। दो वर्ष बाद ही वह प्रबंध निदेशक बन गए, और 1984 में कंपनी के चेयरमैन व प्रबंध निदेशक बने।



खेल में रुचि रखने वाले मोदी ने जमशेदपुर में 1987 में टाटा फुटबाल एकेडमी की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। मोदी के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए टाटा संस के पूर्व चेयरमैन रतन टाटा ने कहा कि मोदी टिस्को में एक संस्थान थे। उन्होंने कहा, "उनके नेतृत्व में कंपनी ने काफी प्रगति की और उन्होंने मानव संसाधन से संबंधित कई पहल किए।"टाटा संस समूह के चेयरमैन साइरस पी. मिस्त्री ने मोदी को एक पुरोधा करार दिया, जिनके भीतर समाज के प्रति समर्पित एक कुशल दृष्टिकोण था। 

मनमोहन का इस्तीफा, कहा-देश पहले से मजबूत

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सत्ता के शिखर पर एक दशक तक काबिज रहने के बाद प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने शनिवार को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को अपना इस्तीफा सौंप दिया। राष्ट्र के नाम अपने अंतिम संबोधन में मनमोहन ने कहा कि वे भारत को 'एक दशक पहले से कहीं ज्यादा मजबूत हालत में छोड़ रहे हैं।'लोकसभा चुनाव के शुक्रवार को आए नतीजों में भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) को बहुमत प्राप्त हुआ है और कांग्रेस सत्ता से बाहर हो गई है। इस्तीफा सौंपने से पहले मनमोहन सिंह ने संक्षिप्त संबोधन दिया जिसका प्रसारण टीवी चैनलों से किया गया। उन्होंने देश का नेता चुनने के लिए देश का आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा, "बंटवारे से बेघर हुए बच्चे को प्रधानमंत्री के पद पर देश ने चुना।"उन्होंने कहा कि उन्होंने अपनी पूरी क्षमता से देश की सेवा की।

मनमोहन सिंह कांग्रेस नीत संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार में 2004 से 2014 तक प्रधानमंत्री रहे हैं।  अपने मंत्रिमंडल के सदस्यों साथ अंतिम बैठक आयोजित करने के बाद दोपहर के वक्त वे अपना इस्तीफा सौंपने राष्ट्रपति भवन पहुंचे। मंत्रिमंडल की बैठक में सभी मंत्रियों ने एक दशक तक देश का नेतृत्व करने के लिए प्रधानमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया। प्रधानमंत्री ने इसके जवाब में मंत्रिमंडल के सहयोगियों के प्रति आभार व्यक्त किया।

इससे पहले सुबह मनमोहन सिंह ने टेलीविजन पर प्रसारित विदाई भाषण में कहा, "मुझे जो कुछ भी मिला है, इस देश से ही मिला है। एक ऐसा देश जिसने बंटवारे के कारण बेघर हुए एक बच्चे को इतने ऊंचे पद तक पहुंचा दिया। यह एक ऐसा कर्ज है जिसे मैं कभी अदा नहीं कर सकता।"उन्होंने कहा कि हाल में संपन्न चुनावों ने देश की लोकतांत्रिक राजनीति के आधार को मजबूत किया है और इसका फैसला सभी के द्वारा स्वीकार किया जाना चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा, "भारत एक दशक पहले की अपेक्षा हर दृष्टि से अधिक मजबूत राष्ट्र है।"

उन्होंने कहा, "मुझे भारत के भविष्य के बारे में पूरा इत्मीनान है। मुझे पक्का विश्वास है कि वह समय आ गया है, जब भारत दुनिया की बदलती हुई अर्थव्यवस्था में एक महत्वपूर्ण शक्ति के रूप में उभरेगा। परंपरा को आधुनिकता के साथ और विविधता को एकता के साथ मिलाते हुए हमारा देश दुनिया को आगे का रास्ता दिखा सकता है। अपने महान देश की सेवा करने का मौका मिलना मेरा सौभाग्य रहा है। मैं इससे ज्यादा कुछ और नहीं मांग सकता था।"

उन्होंने कहा, "आज, जब प्रधानमंत्री का पद छोड़ने का वक्त आ गया है, मुझे अहसास है कि ईश्वर के अंतिम निर्णय से पहले, सभी चुने गए प्रतिनिधियों और सरकारों के काम पर जनता की अदालत भी फैसला करती है।"आम चुनाव के नतीजों, जिसमें कांग्रेस में बुरी तरह हार हुई, पर टिप्पणी करते हुए मनमोहन सिंह ने कहा, "आपने जो फैसला दिया है, हम सभी को उसका सम्मान करना चाहिए। इन लोकसभा चुनावों से हमारी लोकतांत्रिक व्यवस्था की जड़ें मजबूत हुई हैं।"

उन्होंने कहा, "जैसा कि मैंने कई बार कहा है, मेरा सार्वजनिक जीवन एक खुली किताब है। मैंने हमेशा अपनी पूरी क्षमता से अपने महान राष्ट्र की सेवा करने की कोशिश की है।"प्रधानमंत्री ने कहा, "संप्रग के पिछले 10 साल के कार्यकाल के दौरान देश को कई सफलताएं मिलीं और बहुत सी उपलब्धियां हैं, जिन पर हमें गर्व है। आज हमारा देश हर मायने में दस साल पहले के भारत से कहीं ज्य़ादा मजबूत है। देश की सफलताओं का श्रेय मैं आप सबको देता हूं। लेकिन अभी भी हमारे देश में विकास की बहुत सी संभावनाएं हैं, जिनका फायदा उठाने के लिए हमें एकजुट होकर कड़ी मेहनत करने की जरूरत है।"

नई सरकार को शुभकामना देते हुए उन्होंने कहा, "मेरी शुभकामना है कि आने वाली सरकार अपने काम-काज में हर तरह से सफल रहे। मैं अपने देश के लिए और भी बड़ी सफलताओं की कामना करता हूं।"
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