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हज सब्सिडी के पैसे का हो सही इस्तेमाल : पटेल

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नयी दिल्ली 15 जनवरी, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने आज कहा कि हज सब्सिडी का इस्तेमाल न्यायालय के आदेश के अनुसार अल्पसंख्यकों के सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए किया जाना चाहिए। श्री पटेल ने अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री अहमद पटेल को इस संबंध में पत्र लिखकर आज कहा कि उच्चतम न्यायालय ने 2022 तक हज सब्सिडी को धीरे धीरे कम करने का निर्देश दिया था लेकिन सरकार ने साढे चार साल पहले ही इसे खत्म कर दिया है।उन्होंने कहा कि 2014 से 2017 तक हज सब्सिडी का 401 करोड़ रुपए घटकर 200 करोड रुपए रह गया है। इस पैसे का इस्तेमाल न्यायालय के 2012 में दिए गए दिशा निर्देशों के अनुसार किया जाना चाहिए। न्यायालय ने कहा था कि हज सब्सिडी का पैसा मुस्लिम समुदाय के कल्याण पर खर्च किया जाना चाहिए। श्री पटेल ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि मंत्रालय इस पैसे का इस्तेमाल न्यायालय के आदेश के अनुसार करेगा। यदि संभव हो तो सरकार यह भी खुलासा करे कि किस निधि में कितना खर्च किया गया है, इसका विवरण सबके सामने रखें।


अहमदाबाद में मोदी, नेतन्याहू का रोडशो

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अहमदाबाद 17 जनवरी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार सुबह अहमदबाद हवाई अड्डे पर इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का स्वागत किया और उसके बाद दोनों नेताओं ने साबरमती आश्रम तक अपना रोडशो शुरू किया। दोनों प्रधानमंत्रियों का काफिला जब आगे बढ़ रहा था, तब इस दौरान वहां मौजूद भीड़ ने भारत और इजरायल के झंडे लहराए। रोड शो के रास्ते में सांस्कृतिक प्रदर्शनों और प्रस्तुतियों के लिए 50 से ज्यादा स्टेज लगाए गए हैं। पिछले वर्ष हुए विधानसभा चुनाव के बाद यह मोदी की पहली गुजरात यात्रा है। मोदी और नेतन्याहू का रोडशो 14 किलोमीटर लंबी सड़क पर हो रहा है जिसकी सुरक्षा बलों द्वारा निगरानी की जा रही हैं। सुरक्षा बलों में इजरायल के स्नाइपर भी शामिल हैं। दोनों नेता बुधवार को गुजरात में ही रहेंगे। इस दौरान वे एक उद्यमिता केंद्र और एक बागवानी केंद्र का दौरा करेंगे।

दरभंगा से मुंबई, बेंगलुरु व दिल्ली के लिए विमान सेवा 6 महीने में : सुशील मोदी

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पटना 17 जनवरी, बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने बुधवार को नागरिक विमानन सचिव आऱ एऩ चौबे और एयरपोर्ट ऑथरिटी ऑफ इंडिया के अधिकारियों के साथ नई दिल्ली स्थित बिहार भवन में बैठक के बाद कहा कि दरभंगा से उड़ान योजना के तहत अगले छह महीने में मुंबई, बेंगलुरु और दिल्ली के लिए विमान सेवा प्रारंभ हो सकती है। बैठक के बाद उप मुख्यमंत्री ने एक अधिकारिक बयान जारी कर कहा, "यात्रियों की बढ़ी संख्या के मद्देनजर पटना हवाई अड्डे पर सुविधाओं में बढ़ोत्तरी की समीक्षा के लिए एक उच्चस्तरीय टीम 24 जनवरी को पटना का दौरा करेगी।" उन्होंने बताया कि पटना हवाई अड्डे के नए टर्मिनल का काम इस साल अप्रैल महीने में प्रारंभ हो जाएगा, इसी के साथ पटना के बिहटा में हवाई अड्डे के लिए राज्य सरकार द्वारा अधिग्रहित 108 एकड़ जमीन शीघ्र ही एयरपोर्ट ऑथरिटी को सौंप दी जाएगी।मोदी ने कहा, "दो विमानन कंपनियां स्पाइस जेट और इंडिगो ने उड़ान योजना के तहत दरभंगा से मुंबई, बेंगलुरु और दिल्ली की सेवा के लिए निविदा दी है। वायु सेना के अधीन दरभंगा हवाई अड्डे पर टर्मिनल भवन और प्रवेश के लिए अगर सरकार जमीन उपलब्ध करा देती है, तो अगले छह महीने में वहां से उड़ान सेवा प्रारंभ हो सकती है।" उन्होंने कहा कि नए टर्मिनल बनने तक पटना हवाई अड्डे पर यात्री सुविधाओं में बढ़ोत्तरी के मद्देनजर 24 जनवरी को एएआई और सीआईएसएफ के अधिकारियों की एक उच्चस्तरीय टीम राज्य सरकार के साथ समीक्षा बैठक कर वेटिंग लाउंज, प्रवेश द्वार और सुरक्षा जांच के लिए एक्सरे मशीन आदि की संख्या बढ़ाने पर विचार करेगी। भाजपा नेता ने बताया कि पटना हवाई अड्डे पर 803 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले नए टर्मिनल के लिए प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कंसलटेंट और डिजायन की स्वीकृति मिल चुकी है। शीघ्र निविदा स्वीकृत कर अप्रैल से काम प्रारंभ हो जाएगा। बिहटा में भी जमीन हस्तांतरण की प्रक्रिया के बाद प्रोजेक्ट कंसलटेंट की नियुक्ति और निविदा तय कर इस साल के अंत तक कार्य प्रारंभ होने की संभावना है।

कुछ राज्यों में 'पद्मावत'पर प्रतिबंध के खिलाफ निर्माता शीर्ष अदालत पहुंचे

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नई दिल्ली 17 जनवरी, विवादों से घिरी फिल्म 'पद्मावत'के कुछ राज्यों में प्रतिबंध लगाने के फैसले को चुनौती देने वाली याचिका पर सर्वोच्च न्यायालय सुनवाई कर सकता है। फिल्म निर्माताओं ने प्रधान न्यायाधीश न्यायमूर्ति दीपक मिश्रा, न्यायमूर्ति ए.एम. खानविलकर और न्यायमूर्ति डी.वाई. चंद्रचूड़ की पीठ के समक्ष मामला रखा है। निर्माताओं के वकील ने बुधवार को पीठ से मामले पर शीघ्र सुनवाई की मांग की जिस पर अदालत ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। सुनवाई से संबंधित मामलों की सूची के बुधवार शाम आने के बाद यह स्पष्ट हो जाएगा कि इस मामले पर गुरुवार को क्या होना है।'पद्मावत'पर राजस्थान, हरियाणा और गुजरात सहित कुछ राज्यों ने प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है। हालांकि, फिल्म को सेंसर बोर्ड से मंजूरी मिल चुकी है। फिल्म 25 जनवरी को रिलीज हो रही है। राजपूत संगठनों का आरोप है कि फिल्म में ऐतिहासिक तथ्यों से छेड़छाड़ की गई है। जबकि फिल्म से संबद्ध लोगों ने इससे इनकार किया है।

कश्मीर के लोग आतंकवाद से थक चुके हैं : सेना प्रमुख

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नई दिल्ली, सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने बुधवार को कहा कि जम्मू एवं कश्मीर के लोग आतंकवाद से थक चुके हैं, क्योंकि उन्हें यह अहसास हो गया है कि उन्हें इससे वह सब नहीं मिल सकता, जिसे वह चाहते हैं।ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन की ओर से आयोजित रायसिना वार्ता में फेसबुक लाइव सत्र के दौरान उन्होंने कहा, "कश्मीर के लोगों को इस बात का एहसास हो गया है कि भारत से अलग होना संभव नहीं है।" जनरल रावत ने कहा, "मेरे विचार में, सामान्य तौर पर कश्मीर के लोग आतंकवाद से थक गए हैं। उन्होंने इसे लंबे समय से देखा है और उन्हें एहसास हो गया है कि इससे उन्हें वह हासिल नहीं हुआ, जो वे चाहते थे।" उन्होंने कहा, "मैं आपको बताता हूं, भारत जैसे देश के साथ, ऐसे देश से स्वतंत्रता पाना जहां मजबूत सशस्त्र सेना है, बहुत मजबूत लोकतंत्र है और बेहद मजबूत सरकार है..आप भारत से अलग नहीं हो सकते।" उन्होंने कहा, "यह वह है, जिसे लोगों ने महसूस किया और इनमें से कुछ ने हालांकि कट्टरता की वजह से आतंकवाद को स्वीकार किया और हो सकता है कि उन्हें इससे 'मैचो'जैसा महसूस हो और जो भी हो, मैं यह महसूस करता हूं कि उनमें से अधिकतर मुख्यधारा में शामिल होना चाहते हैं, लेकिन इनमें से कुछ जो कट्टर बन गए हैं, मुझे लगता है कि ऐसे लोगों को सही रास्ते पर लाने के लिए अभियान चलाया जाना चाहिए। अगर यह काम कर गया, तो मुझे लगता है कि हम आतंकवाद समाप्त करने की दिशा में कदम बढ़ा लेंगे।" नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम के उल्लंघन पर उन्होंने कहा कि पाकिस्तान यहां आतंकवाद को पुनर्जीवित करने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने कहा, "नियंत्रण रेखा के पास घटनाएं हो रही हैं, क्योंकि सीमा पार से घुसपैठ के प्रयास किए जा रहे हैं। पाकिस्तान में आतंकी शिविर हैं, जो कश्मीर में दोबारा आतंकवाद बढ़ाने के प्रयास कर रहे हैं, क्योंकि उन्हें महसूस हो रहा है कि घाटी में शांति का दौर वापस आ रहा है। हम महसूस कर रहे हैं कि आने वाले कुछ महीनों में घुसपैठ की घटनाएं बढ़ेंगी।" सेना प्रमुख ने कहा, "इसलिए पाकिस्तानी सैनिकों के द्वारा नियंत्रण रेखा के पास गोलीबारी की जा रही है, ताकि आतंकवाद और घुसपैठ की घटना को जारी रखा जा सके।" पाकिस्तान की परमाणु धमकी के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, "परमाणु हथियार रणनीतिक हथियार होता है और इसका प्रयोग आसान नहीं है। इसके बारे में किसी प्रतिष्ठान के शीर्ष स्तर पर निर्णय लिया जाता है। पारंपरिक क्षेत्र मे परमाणु हथियार की बात करना, मुझे नहीं लगता है कि यह सही है।"

सारे फसाद की जड़ है आतंकवाद : सुषमा

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नई दिल्ली 17 जनवरी, दुनियाभर में चरमपंथ से प्रेरित विचारों के चलते विनाशकारी ताकतों को मजबूती मिलने का दावा करते हुए विदेशमंत्री सुषमा स्वराज ने बुधवार को कहा कि आज सारे फसादों की जड़ आतंकवाद है। भू-राजनीति और भू-अर्थशास्त्र विषय पर भारत की ओर आयोजित प्रमुख सम्मेलन 'रायसीना वार्ता'के दौरान अपने संबोधन में सुषमा स्वराज ने कहा, "इस बात की आवश्यकता है कि विश्वभर में आज उन दस्तूरों पर बहस होनी चाहिए और स्पष्टीकरण दिया जाना चाहिए जिनसे अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था तय हो रही है।" उन्होंने कहा, "आज यह बात ज्यादा अहम हो गई है कि दुनियाभर में प्रचलित उन दस्तूरों व लोकाचारों पर बहस हो जिनसे अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था बनती है।" उन्होंने कहा, "विश्व में जिस तरीके से चरमपंथ से प्रेरित विचार आकार ले रहा है उससे विनाशकारी ताकतों के मजबूत होने की संभावना बढ़ गई है।" विदेश मंत्रालय और विचार मंच ऑब्जर्वर रिचर्स फाउंडेशन की ओर से आयोजित 'रायसीना डायलॉग'का विषय इस साल 'मैनेजिंग डिस्परिटव टेंडेंसीज : आइडिया, इंस्टीट्यूशन एंड इडियम्स'था।पुरानी उदारवादी व्यवस्था पर सवाल करते हुए सुषमा स्वराज ने कहा कि अधिक प्रभावोत्पादक अंतराष्ट्रीय संबंध और सक्षम वैश्विक अर्थशास्त्र के लिए आज साझा हित तलाशने की जरूरत है। उन्होंने कहा, "इसमें दो राय नहीं कि आज सारे फसादों की जड़ आतंकवाद है। पिछले कुछ दशकों से हम इस बात को मानने लगे हैं।" विदेश मंत्री ने कहा, "जाहिर है कि आतंकवाद कहीं भी हो हर जगह समाज के लिए खतरा पैदा कर सकता है। चरमपंथ के प्रति बढ़ते रुझानों से डिजिटल युग में यह चुनौती ज्यादा गंभीर बन गई है।" आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट का उदाहरण देते हुए स्वराज ने कहा, "दरअसल आतंकवाद राज्य प्रायोजित होता है और राज्यों की ओर से सक्रिय सहयोग मिलता है जोकि खतरनाक है।" उन्होंने कहा कि आतंकवाद के प्रति आज जीरो टॉलरेंस की जरूरत है। भारी विनाश के हथियार के संबंध में उन्होंने कहा, "भारी विनाश के हथियार, खासतौर से परमाणु बम के इस्तेमाल के पक्ष में दी जा रही दलीलों से बढ़ते खतरों को नजरंदाज नहीं किया जाना चाहिए।" आर्थिक व वाणिज्यिक मसलों पर स्वराज ने कहा कि प्रारंभ में तुलनात्मक लाभ और बाजार में पहुंच बढ़ाने पर ध्याद दिया गया लेकिन अब संपर्क की अहमियत को ज्यादा तवज्जो दिया जा रहा है। इस संदर्भ में उन्होंने ईरान के चाबहार बंदरगाह और भारत में एयर कोरिडोर का जिक्र किया, जिससे अफगानिस्तान को फायदा मिला है। इसके अलावा उन्होंने निर्माणाधीन भारत-म्यांमार-थाइलैंड के बीच तीन पक्षीय राजमार्ग का भी उल्लेखि किया, इससे भारत, दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के बीच संपर्क सुलभ होगा। स्वराज ने भारत, ईरान और यूरोप के बीच इंटरनेशनल नार्थ-साउथ कोरिडोर के बारे में भी बताया।

अत्याचारों के लिए मोदी सरकार को चुकानी होगी भारी कीमत : जिग्नेश

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 हैदराबाद 17 जनवरी, गुजरात के दलित नेता जिग्नेश मेवाणी ने बुधवार को कहा कि 'देश भर में दलितों के साथ हो रहे अत्याचारों के लिए'नरेंद्र मोदी सरकार को भारी कीमत चुकानी होगी।गुजरात विधानसभा के नव निर्वाचित सदस्य ने कहा कि युवाओं और विशेष रूप से दलितों के मुद्दों पर एक राष्ट्रव्यापी आंदोलन शुरू किया जाएगा। युवा नेता ने दलित नेता मांडा कृष्णा मडिगा से यहां चंचलगुड़ा जेल में मुलाकात की और उनकी तुरंत रिहाई की मांग की। अनुसूचित जाति वर्ग में शामिल उपजाति मडिगा के नेता मांडा कृष्णा अनुसूचित जाति आरक्षण के वर्गीकरण के लिए लड़ रहे हैं। मांडा कृष्णा की गिरफ्तारी को अवैध और असंवैधानिक करार देते हुए जिग्नेश ने कहा कि किसी सरकार और किसी पुलिस को कोई अधिकार नहीं है कि वह किसी की मांगों से सहमत नहीं होने पर उसकी आजादी, मौलिक और संवैधानिक अधिकारों को कम कर सके।जिग्नेश ने संवाददाताओं से जेल के बाहर कहा कि आने वाले दिनों में मांडा कृष्णा और अन्य दलित व प्रगतिशील संगठन एक बहुत बड़ा गठबंधन तैयार करेंगे, जो आरक्षण और भू-अधिकारों के लिए लड़ेगा। उन्होंने कहा, "भूमि मेरे दिल से जुड़ा हुआ विषय है। प्रत्येक भूमिहीन के लिए गुजरात में मैं पांच एकड़ और यहां वह (मांडा कृष्णा) तीन एकड़ जमीन की मांग कर रहे हैं।" जिग्नेश ने कहा कि वह बेरोजगारी के मुद्दे पर राष्ट्रव्यापी युवा आंदोलन शुरू करने की योजना बना रहे हैं। उन्होंने आरक्षण की नीति, दलितों के आत्म सम्मान और आर्थिक उत्थान जैसे विभिन्न मुद्दे पर भी चर्चा की।

कोहली संवाददाता सम्मेलन में भड़के

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सेंचुरियन 17 जनवरी, दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में मिली हार के बाद भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली संवाददाता सम्मेलन में एक पत्रकार के सवाल पर भड़क गएदक्षिण अफ्रीका ने दूसरे टेस्ट मैच में भारत को 135 रनों से मात देते हुए तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त ले ली है। मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में एक पत्रकार ने जब कोहली से हर मैच में अंतिम एकादश में बदलाव करने पर पूछा कि क्या यह एक कारण हो सकता है कि भारत मैच हार गया तो कोहली गुस्सा हो गए। कोहली ने गुस्से में कहा, "आपने 30 में से कितने टेस्ट मैच देखे? पत्रकार ने पलट कर जबाव दिया, "आपने कितनी बार टीम बदली?" कोहली ने कहा, "कुल मिलाकर 21 जीत और दो हार और ड्रॉ।" पत्रकार ने कहा, "इनमें से भारत में कितने जीते।" गुस्साए कोहली ने कहा, "यह मायने नहीं रखता। हम जब भी मैदान पर जाते हैं तो अपना सर्वश्रेष्ठ देते हैं। मैं यहां आपके सवालों का जबाव देने आया हूं दोस्त लड़ने नहीं।" इस मैच में कोहली ने शिखर धवन और भुवनेश्वर कुमार को नहीं चुना था। यह दोनों पहले मैच में टीम में थे। वहीं दोनों मैचों में कोहली ने अंजिक्य रहाणे को टीम से बाहर रखा था। इन सभी बातों के चलते कोहली के टीम चयन पर लगातार सवाल उठाए जा रहे हैं। इसके बाद पत्रकार ने पूछा कि सीरीज में हार के बाद भारत का रिकार्ड विदेशों में खराब रहेगा तब भी क्या वह अपनी टीम को नंबर-1 टीम कहेंगे? इस पर कोहली ने कहा, "हमें विश्वास करना होगा कि हम सर्वश्रेष्ठ हैं। अगर आप यह सोच कर नहीं आते हैं कि आप जीत सकते हैं तो कुछ नहीं हो सकता। हम यहां सिर्फ सीरीज में हिस्सा लेने नहीं आए हैं। आप बताइए सर दक्षिण अफ्रीका भारत में कितनी बार जीता है?" उन्होंने कहा, "हमने केपटाउन को लेकर भी शिकायत नहीं की। मैच तीन दिन में खत्म हो गया था। एक दिन बारिश की भेंट चढ़ गया था। हम यहां हर परिस्थति में खेलने आए हैं। मैं नहीं जानता कि आप क्या सुन रहे हैं।"


ईरान परमाणु समझौते को बनाए रखने की जरूरत : संयुक्त राष्ट्र प्रमुख

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संयुक्त राष्ट्र 18 जनवरी, संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटनियो गुटेरेस ने ईरान परमाणु समझौते के क्रियान्वयन की दूसरी वर्षगांठ पर ईरान परमाणु मुद्दे पर अंतर्राष्ट्रीय समझौते के महत्व पर जोर दिया। प्रवक्ता के अनुसार, "महासचिव को यकीन है कि ईरान परमाणु कार्यक्रम का विशेष शांतिपूर्ण स्वरूप सुनिश्चित करने और ईरान के लोगों को वास्तविक आर्थिक लाभ उपलब्ध पहुंचाने के लिए जीसीपीओए (संयुक्त समग्र कार्ययोजना) सर्वश्रेष्ठ तरीका है।" वियना में जुलाई 2015 को ईरान, जर्मनी और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के पांच स्थाई सदस्यों के बीच जेसीपीओए समझौता हुआ था। बयान के मुताबिक, "जेसीपीओए परमाणु अप्रसार संधि और कूटनीति की दिशा में बड़ी उपलब्धि है और इसने क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा में अहम योगादान दिया है।"

अठारह बच्चों को राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार

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नयी दिल्ली 18 जनवरी, वीरता एवं अदम्य साहस का परिचय देने तथा अपने प्राण जोखिम में डालकर औरों की जान बचाने वाले 18 बच्चों को इस वर्ष राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया जायेगा। राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार-2017 के लिए 11 लड़कों एवं सात लड़कियों को चुना गया है। इनमें तीन बच्चों को मरणोपरांत पुरस्कार प्रदान किया जायेगा। ये बहादुर बच्चे आगामी 26 जनवरी गणतंत्र दिवस परेड में शामिल होंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस मौके पर इन्हें वीरता पुरस्कार प्रदान करेंगे। पुरस्कारों की श्रेणी में इस बार भारत पुरस्कार के लिए उत्तर प्रदेश की 18 वर्षीय नाजिया को चुना गया है। प्रतिष्ठित गीता चोपड़ा पुरस्कार के मरणोपरांत कर्नाटक की 14 वर्षीय नेत्रावती एम चवान को पुरस्कार दिया जायेगा। इसी प्रकार पंजाब के 14 वर्षीय करणबीर सिंह को संजय चोपड़ा पुरस्कार से सम्मानित किया जायेगा। मेघालय के 14 वर्षीय बेट्सवजान पेइंगलांग, ओडिशा की साढ़े सात वर्षीय ममता दलई और केरल के साढ़े तेरह वर्षीय सेबस्टियन विनसेंट को बापू गैधानी पुरस्कार दिया जायेगा। वीरता पुरस्कार पाने वाले अन्य बच्चों में लक्ष्मी यादव(छत्तीसगढ़) , कुमारी मनशा, शांगपोन कोनयक एवं चिंगाई वांगसा ( सभी नागालैंड) , समृद्धि सुशील शर्मा(गुजरात) , एफ. लालछंदमा-मरणोपरांत और जोनुन्तुलंगा (दोनों मिजोरम) , पंकज सेमवाल(उत्तराखंड) , नादफ एजाज अब्दुल रउफ(महाराष्ट्र) कुमारी लोउक्राकपम चानू-मरणोपरांत(मणिपुर) तथा पंकज कुमार महंता(ओडिशा) शामिल हैं। वीरता पुरस्कार के लिए चयनित बच्चों को पदक, प्रमाणपत्र और नकदराशि प्रदान की जायेगी।

सभी धर्माें के लोगों मिल रही रियायतें खत्म करने की मांग

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 नयी दिल्ली 18 जनवरी, देश के कुछ प्रमुख मुस्लिम संगठनों एवं प्रतिनिधियों का कहना है कि हज पर सब्सिडी खत्म करके मोदी सरकार ने उनकी पुरानी मांग को पूरा किया है लेकिन ‘तुष्टीकरण के बिना सम्मान ’ की बात करने वाली इस सरकार को अब अन्य धर्माें के लोगों को मिल रही सुविधाएं भी समाप्त करनी चाहिए। इन संगठनों का यह भी कहना है कि हज यात्रियों को एअर इंडिया से जाने की बाध्यता से मुक्ति दिलाकर इसके लिए ग्लोबल टेंडर निकाला जाना चाहिए ताकि उन्हें सस्ती विमान सेवाएं उपलब्ध हो सकें। उन्होंने सऊदी अरब में हज यात्रियों के रहने और परिवहन सुविधा के नाम पर चल रही ‘दलाली’ को भी समाप्त करने की मांग की।आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड के प्रवक्ता मौलाना खलीलुर्रहमान ने कहा कि हज के नाम पर दी जा रही सब्सिडी का पूरा फायदा एअर इंडिया को मिल रहा था इसलिए समुदाय के लोग इसे खत्म करने की मांग लंबे समय से कर रहे थे। उनका कहना था कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है इसलिए किसी भी धर्म के लोगों को सरकार की ओर से रियायत नहीं दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि जहां तक हज की सब्सिडी की 200 करोड़ रूपये की राशि का इस्तेमाल समुदाय की लड़कियों की शिक्षा पर खर्च करने की बात है तो समुदाय के लोग इस बात पर नजर रखेंगे कि सरकार मुस्लिम बहुल इलाकों में कितने शिक्षण संस्थान खोलती है। जमायते इस्लामी हिंद के महासचिव सलीम इंजीनियर ने कहा कि मानसरोवर यात्रा,कुंभ मेलों और पाकिस्तान जाने वाले सिख भाइयों को सरकारें तमाम सुविधाएं देती हैं । सरकार यदि यह दावा करती है कि वह तुष्टीकरण में विश्वास नहीं रखती तो उसे अन्य धर्माें के अनुयायियों की भी सुविधाएं समाप्त करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि शिक्षा सरकार की जिम्मेदारी है इसे हज की सब्सिडी से जोड़ना ठीक नहीं है। दिल्ली की जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने कहा कि हज सब्सिडी समाप्त करने की समुदाय की मांग बहुत पुरानी है लेकिन सरकार इसे बेवजह राजनीतिक रंग देने की कोशिश कर रही है। सैयद बुखारी ने भी हज यात्रियों को एअर इंडिया से जाने की अनिवार्यता से निजात देने तथा ग्लोबल टेंडर निकालने की मांग करते हुए कहा कि इससे उन पर आर्थिक बोझ कम हाेगा। उनका यह भी कहना था कि हज यात्रा में सरकार का हस्तक्षेप पूरीतरह खत्म होना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि हज यात्रियों से सऊदी अरब में तमाम तरह की दलाली खायी जाती है जिसका पैसा भारतीय अधिकारियाें के पास भी जाता है। आल इंडिया इत्तेहादुल मजलिसे मुसलमीन के सांसद असादुद्दीन आेवैसी ने कहा कि मोदी सरकार ‘तुष्टीकरण के बगैर सम्मान ’ का नारा दे रही है तो उसे अन्य धर्माें के लोगों को दी जा रही सुविधाएं भी समाप्त करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि 200 करोड़ रूपये ऊंट के मुंह में जीरा जैसा है । सरकार यदि वाकई मुस्लिम समुदाय की लड़कियों की शिक्षा को लेकर गंभीर है तो उसे जुमलेबाजी बंद करके आगामी बजट में इस मद के लिए 2000 करोड़ रूपये का ऐलान करना चाहिए। 

'द्विराष्ट्र समाधान ही फिलीस्तीन-इजरायल संघर्ष को समाप्त करने का एकमात्र रास्ता'

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काहिरा 18 जनवरी, मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल-फतह अल-सीसी ने कहा है कि द्विराष्ट्र समाधान के माध्यम से एक फिलीस्तीनी राष्ट्र का निर्माण करना ही क्षेत्र में स्थिरता, शांति, समृद्धि और विकास हासिल करने का एकमात्र रास्ता है। समाचार एजेंसी के अनुसार, सीसी ने यह टिप्पणी बुधवार को अपने फिलीस्तीनी समकक्ष महमूद अब्बास के साथ बैठक के दौरान की। मिस्र के राष्ट्रपति ने फिलीस्तीन-इजरायल संघर्ष के निष्पक्ष और व्यापक समाधान तक पहुंचने के लिए मिस्र के प्रयासों पर जोर दिया, जिसके अनुसार 1967 के पहले तय सीमा के अनुरूप एक स्वतंत्र फिलीस्तीनी राज्य की स्थापना की जानी चाहिए जिसकी राजधानी पूर्वी जेरूसलम हो। दोनों नेताओं ने जेरूसलम को इजरायल की राजधानी के रूप में मान्यता देने के अमेरिका के हालिया फैसले के खिलाफ अरब देशों और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर किए जा रहे प्रयासों की जांच के लिए दोनों देशों के समन्वय और सहयोग पर भी चर्चा की। अब्बास ने फिलीस्तीन के लोगों की सहायता के लिए मिस्र के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने यह भी कहा कि मिस्र ने एक स्वतंत्र फिलीस्तीनी राष्ट्र की स्थापना करने के प्रयास में अपना भरपूर समर्थन दिया है। फिलीस्तीन के राष्ट्रपति ने अमेरिका के फैसले के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र में मिस्र के हालिया रुख और प्रतिद्वंद्वी फिलीस्तीनी गुटों के बीच सुलह के प्रयासों की भी सराहना की। पिछले साल दिसंबर में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जेरूसलम को इजरायल की राजधानी के रूप में मान्यता देने की घोषणा की थी। ट्रंप के इस कदम की दुनियाभर में आलोचना की गई थी। फिलीस्तीनी 1967 के युद्ध में इजरायल द्वारा अपने कब्जे में किए गए पूर्वी जेरूसलम को भविष्य के अपने स्वतंत्र राष्ट्र की राजधानी मानता है, जबकि इजरायल पूरे शहर को अपनी राजधानी मानता है।


आलेख : संगीत का मुखड़ा या अंतरा मन में गूंज उठता है

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एक अच्छे गीत की मोटी विशेषता सिर्फ इतनी होती है कि समय की परतो में दबा होने के बावजूद किसी प्रसंग या जिक्र के चलते उसका मुखड़ा या अंतरा मन में गूंज उठता है। 'मन क्यूँ बहका रे  बहका , आधी रात को 'ऐसा ही गीत है। लता आशा की मीठी मादक जुगलबंदी ने इस गीत को अमर कर दिया है। 1984 में शशिकपुर द्वारा निर्मित और गिरीश कर्नार्ड निर्देशित 'उत्सव 'का यह  गीत तीन दशक बीतने के बाद भी नया नवेला लगता है।आप  इस गीत को भूले बिसरे गीतों की कतार में खड़ा करने का दुस्साहस नहीं कर सकते। सिर्फ गीत ही नहीं वरन फिल्म को भी आसानी से नहीं  बिसार सकते। भारतीय सिनेमा के सौ साला सफर में अंग्रेजी राज , मुग़ल काल को केंद्र में रखकर दर्जनों फिल्मे बनी है। ये पीरियड फिल्मे सफल भी रही और सराही भी गई। परन्तु भारत के समृद्ध शास्त्रीय एवं साहित्य संपन्न काल पर 'आम्रपाली ( 1966 )  'उत्सव (1984 ) और दूरदर्शन निर्मित 'भारत एक खोज 'के दर्जन भर एपिसोड के अलावा हमारे पास इतराने को कुछ भी नहीं है। ईसा से पांच शताब्दी पूर्व मगध सम्राट अजातशत्रु एक नगर वधु पर आसक्त हुए और उसे हासिल करने के लिए उन्होंने वैशाली को मटियामेट कर दिया। उतरोत्तर  आम्रपाली भगवान् बुद्ध की शिष्या बन सन्यासी हुई। ऐतिहासिक दस्तावेज और बौद्ध धर्मग्रन्थ इस घटना की पुष्टि करते है। शंकर जयकिशन के मधुर संगीत , लता मंगेशकर के सर्वश्रेष्ठ गीतों ,वैजयंतीमाला के मोहक नृत्यों , भानु अथैया के अजंता शैली के परिधान रचना के बावजूद  'आम्रपाली 'असफल होगई । बरसों बाद भानु अथैया को 'गांधी 'फिल्म में कॉस्ट्यूम डिज़ाइनिंग के लिए 'ऑस्कर 'से नवाजा गया। 

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ईसा बाद चौथी शताब्दी में क्षुद्रक रचित संस्कृत नाटिका 'मृच्छकटिकम ' ( मिटटी की गाडी ) पर आधारित 'उत्सव 'हमें ऐसे समाज से रूबरू कराती है जो वैचारिक रूप से उदार है। जहाँ मजबूत सामाजिक  अंतर्धारा विद्यमान है। फिल्म का सूत्रधार ( अमजद खान ) हमें बताता है कि इस काल में हर कर्म को कला का दर्जा दिया गया था। चोरी , जुआं ,एवं  प्रेम भी कलात्मक रीति से किये जाते थे। यद्धपि ऐतिहासिक प्रमाण इस तथ्य से सहमत नहीं है। फिल्म का कथानक 'गुप्त कालीन 'है।  यह वह समय था जिसे भारत का स्वर्ण युग कहा गया। उत्तर एवं मध्य भारत में बसंत आगमन को उत्सव के रूप में मनाने की परंपरा इसी समय आरम्भ हुई मानी जाती है । एक लोकोक्ति के अनुसार बसंत कामदेव के पुत्र थे.कामदेव का आव्हान करने के लिए भी इस उत्सव को मनाया जाता है।  निर्देशक गिरीश कर्नार्ड ने फिल्म को श्रंगारिक टच देने के लिए 'कामसूत्र 'के रचियता  ऋषि वात्सायन का पात्र कथानक में जोड़ा है जो की मूल नाटक में नहीं है। कामसूत्र का रचनाकाल भी इसी समय को माना जाता है। इस काल में जीवन के प्रमुख उद्देश्यों में 'काम 'अर्थ 'और धर्म 'को माना गया है। फिल्म उत्सव महज पीरियड फिल्म या कॉस्ट्यूम ड्रामा  नहीं थी। यह मनुष्य के श्रृंगार , सौन्दर्य, प्रकृति और कला को जीवन में समाहित करने का आग्रह करती है। फिल्म का कथानक उज्जयनी की गणिका वसंतसेना ( रेखा) और गरीब विवाहित ब्राह्मण चारुदत्त ( शेखर सुमन ) की प्रेमकहानी और खलनायक संस्थानक्  ( शशिकपूर ) की वसंतसेना को हरने की चालाकियों के इर्द गिर्द घूमता है। 'आम्रपाली 'की ही तरह  'उत्सव 'भी व्यावसायिक रूप से असफल हुई। इस फिल्म की घोर असफलता ने शशिकपूर को वर्षों तक कर्ज में दबाए रखा। बसंत ऋतू के आगमन का उदघोष करने  वाली 'उत्सव 'संभवतः पहली और अंतिम फिल्म है। 




रजनीश जैन 
सुजालपुर सिटी 
सम्पर्क : 9424518100

मधुबनी : दहेज उन्मूलन एवं बाल-विवाह के लिए DM का गाँव गाँव दौरा

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मधुबनी, 17 जनवरी,  जिला पदाधिकारी,मधुबनी द्वारा बुधवार को कलुआही प्रखंड के त्रिलोकनाथ ़2 उच्च विद्यालय, कलुआही परिसर में मानव दहेज उन्मूलन एवं बाल-विवाह के लिए निर्धारित मानव श्रृंखला निर्माण के लिए लोगों में जागरूकता लाने के उद्देष्य से उपस्थित लोगों को संबोधित किये। जिला पदाधिकारी ने लोगो से 21 जनवरी को मानव श्रृंखला में भाग लेकर कार्यक्रम को सफल बनाने की अपील किये। उन्होंने कहा कि इसमें किसी प्रकार का भेद-भाव नहीं बरते, बाल-विवाह एव ंदहेज प्रथा से घर-घर प्रभावित होता है। ़2 उच्च विद्यालय, कलुआही में काफी संख्या में आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका, जीविका की दीदीयां, आषा कार्यकत्र्ता, विकास मित्र, तालिमी मरकज एवं षिक्षक षिक्षिकाएं उपस्थित थीं। कार्यक्रम का कवरेज ड्रोन कैमरा से लिया गया। जिसे लोगों ने काफी उत्सुकता से कवरेज करते देखा। कार्यक्रम में श्री सुनील कुमार सिंह, अनुमंडल पदाधिकारी,सदर मधुबनी, श्री संजय कुमार,जिला कार्यक्रम पदाधिकारी,साक्षरता, मधुबनी,श्री इंद्रप्रकाष, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी,सदर मधुबनी, प्रखंड विकास पदाधिकारी, कलुआही, अंचल अधिकारी, कलुआही एवं थानाध्यक्ष समेत अन्य प्रखंड स्तरीय पदाधिकारीगण उपस्थित थे।

तत्पष्चात जिला पदाधिकारी,मधुबनी द्वारा स्वयं एवं उपविकास आयुक्त, मधुबनी के नेतृत्व में बाईक रैली त्रिलोकनाथ ़2 उच्च विद्यालय, कलुआही से बेंता ककरघट्टी तक लगभग 10 किलोमीटर निकाली गयी। बाईक रैली लोगों में आकर्षण का केन्द्र रहा, जिसमें  काफी संख्या में लोग शामिल हुए। लोगो ने जिला पदाधिकारी एवं उपविकास आयुक्त एवं अन्य पदाधिकारियों को बाईक चलाते देख आष्चर्यचकित हुए। इस क्रम में लोगों द्वारा दहेज उन्मूलन एवं बाल-विवाह से संबंधित नारे भी लगाये गये। तत्पष्चात जिला पदाधिकारी एवं उप विकास आयुक्त द्वारा बेंता ककरघट्टी से लगभग 5 किलोमीटर साईकिल रैली के रूप में विभिन्न गांवों की गलियों से होते हुए पदाधिकारियों की टीम मध्य विद्यालय,खेन्हा, खजौली पहुंची। जहां स्थानीय लोगों द्वारा साईकिल रैली में शामिल पदाधिकारियों का स्वागत किया गया। तत्पष्चात जिला पदाधिकारी द्वारा हरी झंडी दिखाकर बालिकाओं की साईकिल रेस प्रतियोगिता का शुभारंभ किया गया। साईकिल रेस में प्रथम स्थान पर रेखा कुमारी, द्वितीय स्थान पर हिना प्रवीण एवं तृतीय स्थान पर रंजना कुमारी विजेता घोषित हुयी। जिला पदाधिकारी द्वारा प्रथम आयी छात्रा को 2100 रूपये नकद एवं प्रषस्ति पत्र तथा द्वितीय एवं तृतीय आयी छात्रा को 1100 रूपये नकद एवं प्रषस्ति पत्र दिया गया। रेस में शामिल सभी प्रतिभागियों को षिक्षा विभाग की ओर से प्रषस्ति पत्र दिया गया। 

तत्पष्चात जिला पदाधिकारी द्वारा महिला फुटबाॅल मैच का शुभारंभ बाॅल को किक मारकर किया गया। फुटबाल प्रतियोगिता में मानसी खगड़िया की टीम ने 5-0 से जमुई की टीम को पराजित किया। कार्यक्रम की कवरेज ड्रोन कैमरे से लिया गया। जिसे देख बच्चे काफी खुष दिखें। तत्पष्चात जिला पदाधिकारी एवं उपविकास आयुक्त द्वारा लदनियां प्रखंड के देव नारायण भुवनेष्वरी महाविद्यालय, तेनुआही में आम सभा को संबोधित किया गया। तत्पष्चात जिला पदाधिकारी द्वारा बाईक रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। एवं लोगों से 21 जनवरी को मानव श्रृंखला में भाग लेकर कार्यक्रम को सफल बनाने की अपील की गयी।

मधुबनी : एक दिवसीय हड़ताल में सभी स्किम वर्कर यथा आशा, ममता, आंगनवाड़ी

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अंधराठाढ़ी/मधुबनी (मोo आलम अंसारी) अंधराठाढ़ी अपनी विभिन्न मांगों के समर्थन में बुधवार को रेफरल अस्पताल परिसर में आशा ममता आदि स्किम कर्मियों ने एकदिवसीय हड़ताल किया। हड़ताल के कारण स्थानीय रेफरल सह पीएचसी में चिकित्सा व्यवस्था प्रभावित रही। बिहार चिकित्सा एवं जनस्वास्थ्य कर्मचारी संघ के बैनर तले आल इंडिया ट्रेड यूनियन कॉर्डिनेसन कमिटी के आवाह्न पर ये हड़ताल आयोजित की गई थी। इस एकदिवसीय हड़ताल में सभी स्किम वर्कर यथा आशा, ममता, आंगनवाड़ी सेविका, सहायिका, कुरियर कर्मी आदि शामिल हुए। विभिन्न तरह के संविदा कर्मियों द्वारा समान काम के बदले समान वेतन, अठारह हज़ार की न्यूनतम मासिक वेतन, श्रम अनुसंशा के आलोक में नियमि सेवक घोषित करने, पीएफ ईएसआई आदि का लाभ, तीन हज़ार की मासिक पेंसन आदि उनकी प्रमुख मांगे थी। साथ ही सरकारी सेवक घोषित करने, सभी को प्रशिक्षण देकर प्रोत्साहन राशि की घोषणा, प्राथमिकता के आधार पर पूरे महीने की कार्य उपलब्धता, स्किम कर्मियों के निधन पर आश्रितों को चार लाख रुपये की सहायता राशि, सभी स्किम कर्मियों को उचित पोशाक, टोर्च, मोबाइल आदि की ससमय उपलब्धता, सरकारी संस्थानों में बेगारी पर रोक, स्किम योजनाओं के ठेकेदारी और निजीकरण पर रोक आदि मुख्य मांगो में शामिल है। हड़ताल कर्मियों ने कहा कि 28 जनवरी से 2 फरबरी तक स्किम कर्मियों का राष्ट्रव्यापी सांकेतिक हड़ताल प्रस्तावित है। अगर सरकार उनकी मांगों को अनसुना करेगी तो पूरे राज्य में जोरदार आंदोलन और धरना प्रदर्शन किया जाएगा। हड़ताल में आशा गीता देवी, नीतू मिश्रा, स्नेहा देवी,  नीलम झा, अंजू कपूर, ममता मुनैर देवी, राधा देवी, उर्मिला, कुरियर राजकृष्ण ठाकुर, निर्मल प्रसाद सिंह, गोपाल चौधरी सहित दर्जनों आशा ममता और कुरियरकर्मी शामिल हुए।

दुमका : एएसएस क्रिकेट एकेडमी कोलकाता ने मुंगेर को हराया

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दुमका (अमरेन्द्र सुमन) पीके लाल मेमोरियल टी-20 क्रिकेट टूर्नामेंट 2018 का पहला क्वार्टर फाइनल एएसएस क्रिकेट एकेडमी कोलकाता व यूसीसी मुंगेर के बीच खेला गया। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए यूसीसी मुंगेर की टीम ने 20 ओवर में 5 विकेट पर कुल 145 रन बनाए। यूसीसी से आनंद सिंह ने 55,, मनोज मेहता ने 33, प्रेम आयॅन ने 18 व संचीन ने 13 रनों का योगदान दिया। एएसएस एकेडमी कोलकाता की और से सबेज अहमद ने 2 विकेट, मोहम्मद नसीम ने 1, अमन प्रसाद ने 1 विकेट व  अरूण चपरा ने 1 विकेट झटके। लक्ष्य का पीछा करने उतरी एएसएस एकेडमी कोलकाता की टीम ने 18.4 ओवर में 3 विकेट  खोकर ही 148 रन बनाकर लिया। इस प्रकार 07 विकेट से जीत दर्ज कर टीम सेमीफाइनल में जगह पक्की कर चुकी है। एएसएस एकेडमी कोलकाता  की ओर से अरूण चपरा ने 39 रन, सबेज अहमद ने 36 ’रन, ओम पाल बोगे ने 22 रन, अजमेर सिंह ने 22 रन व डी पी पादी ने 12 रनो का योगदान दिया। यूसीसी मुंगेर की टीम से विवेक कुमार, अविनाश चैधरी व प्रेम आयॅन ने 1-1 विकेट लिये। कोलकाता के सबेज अहमद को सामाजिक कार्यकर्ता ठाकुर श्याम सुन्दर सिंह ने मैन ऑफ द मैंच का पुरस्कार प्रदान किया। टूर्नामेंट का पांचवां मैच जमशेदपुर व मुजफ्फरपुर के बीच खेला गया। पहले बल्लेबाजी करते हुए मुजफ्फरपुर की टीम ने 20 ओवर में 09 विकेट खोकर कुल 126 रन बनाए। मुजफ्फरपुर की और से चिरंजीवी ने 36  विकास कुमार ने 29, पवन ने 28, मोहम्मद आलाम ने 18 रन व कुंदन कुमार ने 7 रनों का योगदान दिया। जमशेदपुर की और से गेंदबाजी में एजाज ने 5 विकेट झटके।  सत्यदर ने 01,  समीर घोष ने 01 व मिराज ने 01 विकेट लिये। लक्ष्य का पीछा करने मैदान पर उतरी जमशेदपुर की टीम ने 16.3 ओवर में 10 विकेट पर मा.  77 रन बना ही बना सकी। जमशेदपुर की और से मिराज ने 22 रन, बिट्टू ने 18 रन, सत्यदर ने 09 रन एवं सेफ ने 08 रन का योगदान दिया। मुजफ्फरपुर की ओर से गेंदबाजी करते हुए आतिफ ने 3. 3 ओवर में 5 रन देकर  6 विकेट लिये। राहुल ने 3 विकेट व  कुंदन कुमार ने 1 विकेट लिये। मुजफ्फरपुर की टीम ने 29 रनों से मैच को जीत लिया। कोषागार पदाधिकारिी पंकज कुमार ने मैन ऑफ द मैंच का पुरस्कार  विजेता को सम्मानित किया। स्कोरर गोविंदा तिवारी के साथ वक्ता-अतुल झा व वसीम अख्तर थे।  जिला खेलकूद संघ के सचिव उमाशंकर चैबे, वार्ड पार्षद उपाध्यक्ष विनोद कुमार लाल, दीपक झा, मोकीम, दीपक, मोइम, जटाशंकर झा, निमायकांत झा छोटू, आरबी खातून, महेश राम चंदवंशी कई खेल प्रेमी इस अवसर पर उपस्थित थे।

सीहोर (मध्यप्रदेश) की खबर 18 जनवरी

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नसरूल्ल्लागंज में अंत्योदय मेला संपन्न

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जिले की जनपद पंचायत नसरूल्लागंज में अन्त्योदय मेला किसान सम्मेलन का आयोजन गत दिवस संम्पन्न हुआ जिसमें जिला विकलंाग एवं पुनर्वास केन्द्र सीहेार तथा सामाजिक न्याय एवं निःशक्तजन कल्याण विभाग सीहोर द्वारा सम्मिलित रूप से प्रर्दशनी स्टाल लगाए गए। स्टाॅल पर आने वाले दिव्यागजनों को मार्गदर्शित कर शासन द्वारा संचालीत योजनाओ का प्रचार प्रसार किया गया तथा मेडिकल बोर्ड जिला चिकित्सालय सीहोर के साथ रहकर दिव्यांगता प्रमाण पत्र हेतु दिव्यांगजनो के पंजीयन कर दिव्यांग प्रमाण पत्र बनवा कर प्रदाय किये गये। मेले में 13 अस्थि बाधित का पंजीयन कर 11 को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। 10 दृष्टि बाधित का पंजीयन कर 9 को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए! तीन श्रवण बाधित का पंजीयन किया गया। इस प्रकार मेले में 26 दिव्यांगजनों का पंजीयन कर 20 को प्रमाण पत्र वितरित किए गए। डि.डि.आर.सी रिफर के 6 प्रमाण पत्र वितरित किए गए। उक्त कार्यक्रम मे जिला विकलांग एवं पुनर्वास केन्द्र के कर्मचारी  सीनियर फिजियोथेरापिस्ट डां धर्मेन्द्र ताम्रकार सीनियर स्पीच थेरापिस्ट नवल किशोर मालवीय प्रोस्थेटिस्ट/आर्थोटिस्ट टेक्निीशियन दुर्गादास नागले उपस्थित थे। साथ ही अन्त्योदय मेला प्रभारी सामाजिक न्याय एवं निःशक्तजन कल्याण विभाग श्री वीरेन्द्र गुप्ता, श्री कैलाश श्रीवास्तव उपस्थित रहे। सचिव/उपसंचालक सामाजिक न्याय एवं निःशक्तजन कल्याण विभाग श्री संजय लक्केवार ने स्टाल का निरीक्षण एवं अवलोकन भी कियां।

मधुबनी : नाबालिग बेटी की शादी करने में माँ -बाप को जेल, दूल्हा-दुल्हन भी गये अंदर

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मधुबनी, 18 जनवरी, नाबालिग बेटी की शादी करना मां बाप को महंगा पड़ा। कोर्ट ने देवधा थानाक्षेत्र की एक दंपति को बाल विवाह कानून का उल्लंघन करने के आरोप में जेल भेज दिया। दूल्हा और दुल्हन भी अंदर गये। अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी शैलेन्द्र कुमार शर्मा की अदालत ने जब दंपति कुशेश्वर ठाकुर एवं सुनीता देवी को न्यायिक हिरासत में जेल भेजने का आदेश सुनाया तो लोगों में हड़कंप मच गई। बाल विवाह अधिनियम के तहत यह बड़ी कार्रवाई है। वर और वधु दोनों पक्षों को समान रूप से जिम्मेवार माना गया है। दूल्हा को भी जेल भेजा गया है। दुल्हन रिमांड होम भेजे जा चुके हैं। जबकि दूल्हा के माता-पिता की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है। लोग नाबालिग लड़के लड़कियां की शादी होने की बात तो सुनी थी, लेकिन वैसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई से अभी तक अनजान थे। अनुमंडल अभियोजन पदाधिकारी धर्मेश कुमार ने बताया कि मामला देवधा थाने के एक गांव में 17 वर्षीय एक बच्ची की शादी 20 वर्षीय रविंद्र कुमार के साथ कर दी गई। शादी में दोनों के माता- पिता के साथ कुछ ग्रामीण भी शामिल थे। थानेदार उमेश कुमार पासवान ने जब दूल्हा- दुल्हन का मेडिकल कराया तो दोनों की उम्र विवाह योग्य नहीं पाया गया। मौके पर ही दोनों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की दबिश पर लड़की के माता-पिता 16 जनवरी को कोर्ट पहुंचे। अधिवक्ता रत्नेश चन्द्र यादव ने दंपत्ति की ओर से कई दलीलें दी, लेकिन कोर्ट ने जमानत देने से इंकार कर दिया। हरलाखी के रहने वाले लड़का के माता- पिता फरार चल रहे हैं। पुलिस भी इस मामले को लेकर गंभीर है। एसपी दीपक बरनवाल ने कहा कि बाल विवाह के खिलाफ लोगों को अलर्ट रहना चाहिए । इस तरह के मामला सामने आने पर तुरंत पुलिस को सूचना दें। ताकि इस कुरीति को खत्म किया जा सके।

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर 18 जनवरी

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जिला चिकित्सालय का निरीक्षण

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कलेक्टर श्री अनिल सुचारी ने आज प्रातः जिला चिकित्सालय का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने एनआरसी में हुए बदलाव के प्रति प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि शत प्रतिशत बच्चों को एनआरसी में भर्ती कराया जाए। उन्होंने एनआरसी के लिए वेटिंग लिस्ट तय करने के भी निर्देश दिए है। कलेक्टर श्री सुचारी ने जिला चिकित्सालय में साफ सफाई और स्वच्छता के लिए किए गए प्रबंधों का जायजा लिया। उन्होंने बच्चों के आईसीयू वार्ड में किए गए नवाचार को भी देखा। सिविल सर्जन सह अधीक्षक डाॅ संजय खरे ने जिला चिकित्सालय में और क्या-क्या सुधार किए जा सकते है के संदर्भ में चर्चा की। कलेक्टर श्री सुचारी ने एनआरसी के प्रागंण में पौधरोपण भी किया। इस अवसर पर एसडीएम श्री रविशंकर राय, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ बीएल आर्य के अलावा अन्य चिकित्सकगण एवं अधिकारी, कर्मचारी साथ मौजूद थे। 

आनंद के बिना जीवन अधूरा

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आनंदोत्सव के तहत आज विदिशा विकासखण्ड के ग्राम हसनापुर में कार्यक्रम का आयोजन किया गया था जिसमें ग्राम के वायोवृद्वो से लेकर युवाओं ने सहभागिता निभाई। शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कुंआखेडी के प्रागंण में हुई प्रतियोगिताओं में कलेक्टर श्री अनिल सुचारी समेत अन्य ने भी जोश आजमाइश की।  यहां रस्साकसी, कबड्डी एवं अन्य प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया था। विधायक श्री कल्याण सिंह ठाकुर ने ग्रामवासियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि आनंद की अनुभूति आप और हम कैसे प्राप्त करें इस ओर राज्य सरकार द्वारा विशेष प्रयास किए जा रहे है। उन्होंने मुख्यमंत्री द्वारा प्रारंभ कराए गए आनंदोत्सव आयोजन को आनंद प्राप्ति का माध्यम बताते हुए कहा कि हम छोटे-छोटे कार्यो से भी अपने गांव वालों एवं स्वंय को आनंदित कर सकते हैं। जिनका उन्होंने संक्षिप्त उदाहरण प्रस्तुत किया। विधायक श्री कल्याण सिंह ठाकुर ने मुख्य सड़क से स्कूल तक के पहुंच मार्ग का डामरीकरण कराने का आश्वासन देते हुए कहा कि उक्त सड़क मार्ग के लिए विधायकनिधि से राशि देने की घोषणा की। जिला पंचायत अध्यक्ष श्री तोरण सिंह दांगी ने कहा कि आनंदोत्सव आयोजन का मुख्य उद्वेश्य गांव में किसी भी प्रकार की आपसी वैमनस्यता ना पनपें। लोग एक दूसरे के प्रति समर्पित होकर सहयोग करें और गांव का विकास हो। उन्होंने स्कूली विद्यार्थियों से कहा कि वे खूब मन लगाकर पढ़ाई करें। उनके द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में प्रारंभ की गई नवीन योजनाओं को रेखांकित किया गया।कलेक्टर श्री अनिल सुचारी ने कहा कि ऐसे आयोजनों में अधिक से अधिक भाग लें। चाहे वे वायोवृद्व अथवा युवा हो। खेलों के माध्यम से प्राप्त होने वाले आनंद से हम वंचित ना हो इसके लिए सदैव ग्रामों में इस प्रकार के खेलो का आयोजन आपसी समन्वयक से आयोजित होते रहे जो ग्राम की एकता को प्रगाढ करते है। कलेक्टर श्री सुचारी ने ग्रामीणजनों से कहा कि आनंद के बिना जीवन बेकार है। आनंद की अनुभूति से हम कैसे अभिभूत हो को उन्होंने संक्षिप्त में रेखांकित करते हुए कहा कि आनंद प्राप्ति के अनेक माध्यम है इन माध्यमों का हम अपने जीवन में कैसे उपयोग करें ताकि स्वंय आनंदित रहे और दूसरों को भी आनंदित करें। खेलों के माध्यम से सभी आनंदित हो। खेल हमारे जीवन में अति आवश्यक है। खेलो से शारीरिक रूप से स्वस्थ होने में भी मदद मिलती है कि अवधारणा से सभी को अवगत कराया। उन्होंने गांव के सौ वर्ष की आयु पूर्ण कर चुके श्री हरिसिंह मांझी का उदाहरण देते हुए कहा कि दादा आज तक इस प्रकार की प्रतियोगिता में शामिल नही हुए है उन्होंने अपने जीवन में नए आनंद की प्राप्ति की है। इसी प्रकार 90 वर्षीय ब्रजोबाई ने म्यूजिकल कुर्सी दौड़ प्रतियोगिता में प्रथम स्थान हासिल करने पर उन्हे बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि इस उम्र में अम्मा ने अपने आप को पूर्ण स्वस्थ रखा है जो हमें प्रेरणा देता है। अतिथियों द्वारा कार्यक्रम में शामिल हुए सभी को मेडल व प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर एसडीएम श्री रविशंकर राय, जनपद सीईओ श्रीमती वंदना शर्मा, श्री प्रकाश लोधी तथा ग्राम के सरपंच और शैक्षणिक संस्थान के गुरूजन, ग्रामीणजन और विद्यार्थी मौजूद थे। 

उपार्जन कार्यो को क्रियान्वित करने वाले प्रशिक्षित हुए

जिले में उपार्जन कार्यो को सम्पादित करने वाले अमले को एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आज जालोरी गार्डन मेें आयोजित किया गया था जिसमें संस्था प्रबंधको, आपरेटरों, खाद्य, सहकारिता, ई-उपार्जन साफ्टवेयर का कार्य करने वाले शामिल हुए थे। जिला आपूर्ति अधिकारी श्री मोहन मारू ने गेहूं उपार्जन के लिए क्रियान्वित रणनीति का ब्यौरा देते हुए कहा कि जिले में 20 मार्च से गेहूं उपार्जन कार्य शुरू हो जाएगा। उन्होंने बताया कि जिन किसानों के द्वारा पिछले वर्ष पंजीयन कराया गया है उन्हे दुबारा पंजीयन कराने की आवश्यकता नही है। नवीन पंजीयन कार्य जिले के सभी 136 उपार्जन केन्द्रो पर एक साथ 15 फरवरी तक किया जाएगा। जिसकी जानकारी किसानों तक पहुंचाने के प्रयास किए जा रहे है।जिला आपूर्ति अधिकारी श्री मोहन मारू ने बताया कि पूर्व पंजीकृत किसान के द्वारा किसी भी प्रकार का संशोधन कराना चाहते है तो इसकी व्यवस्था भी इस वर्ष की गई हैै। ततसंबंध में उन्होंने संबंधितों को विस्तृत जानकारी दी। एनआईसी डीआईओ श्री एमएल अहिरवार ने उपार्जन कार्यो को ई-साफ्टवेयर में दर्ज करने की प्रायोगिक जानकारी दी। उन्होंने कहा कि शासन द्वारा निर्धारित साफ्टवेयर में उसी दिन शाम तक तमाम जानकारियां अंकित करें ताकि जिले के उपार्जन की स्थिति अपडेट शासन स्तर पर हो सकें। प्रशिक्षण में शामिल प्रशिक्षणार्थियों की समस्याओं का समाधान मास्टर टेªनर्सो द्वारा किया गया। 

सिक्योरिटी गार्ड भर्ती हेतु 22 से शिविर

दीनदयाल अन्त्योदय योजना के तहत राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के माध्यम से एवं रीजनल टेªनिंग सेंटर जवासा नीमच के द्वारा सुरक्षा जवान एवं सुपरवाईजर भर्ती केम्प का आयोजन 22 जनवरी से किया गया है। उक्त शिविरों में ऐसे युवा जिनकी आयु 20 से 35 वर्ष है और वे दसवीं पास तथा उनकी ऊंचाई 168 सेमी है वे शामिल हो सकते है। भर्ती में शामिल होेने के इच्छुक युवाजन नियत तारीख एवं स्थलों पर दस्तावेंजो की छायाप्रति दो फोटो के साथ उपस्थित हो और उन्हें रजिस्टेªशन शुल्क दो सौ रूपए देय के उपरांत भर्ती प्रक्रिया में शामिल किया जाएगा। राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के जिला परियोजना प्रबंधक ने बताया कि जनवरी माह में जिले के सभी सातो विकासखण्डों में सुरक्षा गार्ड भर्ती के लिए रोजगार शिविरों का आयोजन किया गया है। उक्त शिविर नियत विकासखण्ड मुख्यालय पर प्रातः 11 बजे से शुरू होंगे। जारी कार्यक्रम अनुसार 22 जनवरी के गंजबासौदा में, 23 को नटेरन में, 24 को सिरोंज में, 25 को कुरवाई में, 27 को ग्यारसपुर में, 28 को लटेरी में और विदिशा में 29 जनवरी को भर्ती केम्प का आयोजन किया गया है।

किसानों के लिए मेरा जीवन समर्पित हैः भार्गव

विदिशाः मेरा बूथ मेरा गौरव कार्यक्रम को आज ब्लाॅक कांग्रेस कमेटी गुलाबगंज के तत्वाधान में कांग्रेस नेता एवं कार्यकर्ता आज ग्राम खरी सेमरा, निपानियाॅ, सिमरहार, पहाडिया एवं चक्क पाटनी पहुॅचे। जहाॅ ग्रामीण क्षेत्रों में नवयुवकों को कांग्रेस की विचारधार से अवगत कराकर उन्हें नियुक्ति पत्र प्रदान किये गये।  इस अवसर पर ग्राम सिमरहार में आयोजित नुक्कड सभा को संबोधित करते हुए वरिष्ठ कांग्रेस नेता शषांक भार्गव ने कहा कि विगत 24 दिनों में हम गांव-गांव घूमकर जनता की परेषानीयों को समझने का और प्रषासन के माध्यम से उन्हें हल करवाने का प्रयास कर रहें है। म.प्र. सरकार की किसान विरोधी नीतियों से क्षेत्र का किसान बेहाल है, पहले भी कांग्रेस पार्टी के साथ खडे होकर मैंने सरकार की किसान विरोधी नीतियों की खिलाफत की है और आगे भी किसानों के हित की रक्षा पूरे जीवन भर करता रहॅूगा।  इस अवसर पर कांग्रेस नेता अजय कटारे, अनुज लोधी, दीवान किरार, रामस्वरूप शर्मा, भूपेन्द्र रघुवंषी, राजकुमार डिडोत, देवेन्द्र दांगी, डाॅ. राजेन्द्र दांगी, विनीत दांगी, संतोष गुर्जर, किषोर रघुवंषी, निरंजन दांगी, शंकरसिंह तोमर, दीपक दुबे, लक्ष्मण लोधी, अभिषेक शर्मा, राम दांगी, शैलेन्द्र दांगी, प्रकाष मैथिल, कल्याणसिंह दंागी, प्रतापभानू दांगी सहित अनेकों कांग्रेस कार्यकर्ता उपस्थित रहें। 

शिविर स्थगित

जिला स्तरीय लोक कल्याण शिविर 19 जनवरी को पठारी में आयोजित होना था। उक्त शिविर अपरिहार्य कारणों से स्थगित किया गया है। शिविर आयोजन की नवीन तिथि पृथक से जारी की जाएगी। 

आनंदम मैत्री क्रिकेट प्रतियोगिता 

विदिशा जिला मुख्यालय पर 24 जनवरी को आनंद मैत्री क्रिकेट प्रतियोगिता पुलिस परेड़ ग्राउण्ड पर आयोजित की गई है कि जानकारी देते हुए आनंद उत्सव के जिला नोड्ल अधिकारी एवं एसडीएम श्री रविशंकर राय ने बताया कि गणतंत्र दिवस के फायनल रिहर्सल के उपरांत आनंदम मैत्री क्रिकेट प्रतियोगिता पुलिस परेड ग्राउण्ड पर शुरू होगी। एसडीएम श्री राय ने बताया कि आनंदम क्रिकेट मैच दस-दस ओवर का होगा। जिसमें से छह से आठ टीमे शामिल हो रही है जो मुख्यतः प्रशासनिक अधिकारियों, पत्रकारों, सामाजिक संगठनों, राजनीतिक पदाधिकारियों की होगी। इसके अलावा इन ही टीमों के खिलाड़ियों के मध्य रस्साकसी प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जाएगा। जबकि महिला वर्ग में म्यूजिक कुर्सी दौड प्रतियोगिता तथा युवाओं और वायोवृद्वजनों के मध्य अलग-अलग सौ से दौ मीटर की दौड़ प्रतियोगिता के अलावा अन्य प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने संबंधितों से आग्रह किया है कि आनंद उत्सव के तहत आयोजित होने वाली इन प्रतियोगिताओं में सहभागी बनकर स्वंय आनंदित हो और दूसरों को आनंदित करें। 

बिहार : सड़क निर्माण के चक्कर में महादलित मुसहर समुदाय

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पटना, 18 जनवरी, दीघा थाना क्षेत्र में है दीघा नहर. दीघा से एम्स तक एलिवेटर सड़क निर्माण जारी है. इसी तरह फोरलाइन सड़क भी निर्माणाधीन है.दोनों के चक्कर में महादलित मुसहर समुदाय के लोग आ गये हैं. इस ठंडक में 200 महादलित मुसहर परिवारों के समक्ष आफत आ गयी है. दीघा नहर के किनारे रहते हैं महादलित मुसहर.दीघा से एम्स तक सड़क निर्माण जारी है. इसके कारण मिट्टी भरायी जारी है. मिट्टी भराई का नतीजा है कि झोपड़ियों में मिट्टी भर जा रही है.रहना मुश्किल है.बगल में दीघा नहर हैं.आगे मिट्टी है और पीछे नहर है बीच में झोपड़ियां है. कोई 50 साल से अधिक दिनों से 200 परिवार रहते हैं. सड़क निर्माण से संभावित खतरे को भापकर महादलितों ने विस्थापन के पूर्व पुर्नवास की बात अधिकारियों तक पहुंचायी थी.मगर ध्यान नहीं दी गयी.यह तो अंहित्सात्मक कदम है जो सरकार और उनके नौकर सुनते ही नहीं है जबतक हिंसात्मक आंदोलन न हो जाये. सरकारी योजना है आवासीय भूमिहीनों को 5 डिसमिल जमीन देना. अगर जमीन न हो तो जमीन खरीदकर जमीन देनी है. यहां पर रहने वाले राजकुमार मांझी का कहना है कि आजकल सरकार खदेड़ती नहीं है मगर सरकार लाचार कर देती है कि लोग खुद ही ऊबकर जगह छोड़ दे.
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