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मानव श्रृंखला में शामिल होकर सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ स्पष्ट संदेश दें : नीतीश

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छपरा 18 जनवरी, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज राज्य के लोगों से 21 जनवरी को मानव श्रृंखला में शामिल होकर बाल विवाह और दहेज प्रथा के खिलाफ स्पष्ट संदेश देने की अपील की कि वे अब इस कुरीति में किसी भी स्थिति में सहभागी नहीं बनेंगे। श्री कुमार ने विकास कार्यों की समीक्षा यात्रा के क्रम में सारण जिला के एकमा प्रखंड में 416 करोड़ रुपए की 331 योजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास करने के बाद जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य में न्याय के साथ हर क्षेत्र में विकास के कार्य हो रहे हैं लेकिन असली विकास तभी होगा जब समाज सुधार होगा। उन्होंने कहा कि पिछले साल 21 जनवरी को शराबबंदी एवं नशामुक्ति के खिलाफ मानव श्रृंखला बनी थी,जिसमें चार करोड़ लोग शामिल हुए थे। इस वर्ष 21 जनवरी को बाल विवाह एवं दहेज प्रथा के खिलाफ मानव श्रृंखला बनेगी, जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हों। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस अभियान को राजनीतिक तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए। यह समाज सुधार का काम है और इस कुरीति के खिलाफ स्पष्ट संदेश दिया जाना चाहिए । इसका असर भी जबरदस्त होगा। उन्होंने कहा कि बाल विवाह एवं दहेज प्रथा एक दूसरे से जुड़ी हुई हैं। शादी में ज्यादा दहेज देने के डर से लोग कम उम्र में ही लड़कियों की शादी कर देते हैं। इसीलिए इनके खिलाफ एक साथ अभियान चलाने का निर्णय किया गया।

श्री कुमार ने कहा कि इन कुरीतियों के खिलाफ पहले से कानून बना हुआ है। 18 वर्ष से कम उम्र की लड़की और 21 वर्ष से कम उम्र के लड़के की शादी गैरकानूनी है। लोग फिर भी इस काम को करते हैं। बाल विवाह के गंभीर परिणाम होते हैं। इसे समाप्त करने के लिए सामाजिक अभियान निरंतर चलते रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार के हाल ही मे जारी अपराध के आंकड़ों में बिहार का स्थान देश में 22वां है लेकिन दहेज हत्या एवं महिला उत्पीड़न के मामले में बिहार का उत्तर प्रदेश के बाद दूसरा स्थान है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसे खत्म करने का संकल्प अब लोगों को लेना होगा । लोग मन बना लें कि चाहे कोई कितना भी उनका नजदीकी क्यों न हो, यदि उसने दहेज लिया है तो वे उसकी शादी में शामिल न होंगे। यदि लोग ऐसा करने लगेंगे तो दहेज लेने और देने वाले भयभीत होंगे कि उनका भेद खुल जाएगा। उन्होंने कहा,‘ आपस में बात करते रहिए और इस संकल्प के लिए पक्का मन बना लीजिए।’ श्री कुमार ने कहा कि सात निश्चय पर काम किया जा रहा है। चार निश्चय, जिसमें हर घर तक पक्की गली-नाली, हर घर बिजली, हर घर नल का जल और हर घर शौचालय के निर्माण का काम चार वर्षों के अंदर काम पूरा कर लिया जायेगा। उन्होंने कि वर्ष 2017 के अंत तक हर गांव तक बिजली पहुंच गई है, जो टोले बचे हैं, इस वर्ष के अप्रैल तक वहां भी बिजली पहुंच जाएगी। इस साल के अंत तक हर इच्छुक व्यक्ति को बिजली का कनेक्शन भी मिल जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि ढाई सौ की आबादी वाले गांवों को पक्की सड़कों से जोड़ दिया गया है, जो टोले बचे रह गए हैं, उनको भी टोला संपर्क निश्चय योजना के तहत पक्की सड़क से जोड़ दिया जाएगा । उन्होंने कहा कि यदि खुले में शौच से मुक्ति मिल जाए और पीने का शुद्ध पानी उपलब्ध हो जाए तो होने वाली 90 प्रतिशत बीमारियों से छुटकारा मिल जाएगा। कार्यक्रम को स्वास्थ्य मंत्री और जिले के प्रभारी मंत्री मंगल पाण्डेय, जल संसाधन मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल, विधायक शत्रुघ्न तिवारी, मनोरंजन सिंह, सी. एन. गुप्ता, विधान पार्षद वीरेंद्र नारायण यादव, विकास आयुक्त शिशिर सिन्हा, पुलिस महानिदेशक पी. के. ठाकुर ने भी संबोधित किया। इस मौके पर प्रधान सचिव नगर विकास चैतन्य प्रसाद, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत, ग्रामीण कार्य एवं लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के सचिव विनय कुमार, सारण के जिलाधिकारी हरिहर प्रसाद, पुलिस अधीक्षक हरि किशोर राय समेत अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित थे।

लालू के खिलाफ मानहानि के मुकदमे में गवाही

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पटना 18 जनवरी, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के खिलाफ दाखिल किये गये मानहानि के शिकायती मुकदमे में आज शिकायतकर्ता उदयकांत मिश्रा ने अदालत में शपथ पर बयान दर्ज कराया। अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी (सप्तम) ओमप्रकाश की अदालत मेें आपदा प्रबंधन के सदस्य एवं शिक्षाविद् उदयकांत मिश्रा ने शपथ पर दर्ज कराये गये अपने बयान में कहा कि श्री यादव के द्वारा सार्वजनिक रूप से सृजन घोटाले में उनका नाम घसीटे जाने और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से उनके व्यक्ति संबंधों पर कीचड़ उछालने से उनकी मानहानि हुई है। मामले में अगली सुनवाई 17 फरवरी 2018 को होगी। गौरतलब है कि कथित रूप से सृजन घोटाले के संबंध में 09 सितंबर 2017 को पटना जंक्शन और इसी वर्ष 10 सितंबर को भागलपुर में राजद अध्यक्ष की ओर से दिये गये बयान को अपनी मानहानि बताते हुये श्री मिश्रा ने 14 नवंबर 2017 को पटना के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में एक शिकायती मुकदमा दाखिल किया था। मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत ने मामले की जांच के लिए अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी को अधिकृत किया है।

गलत जाति प्रमाण पत्र ले मुखिया बनी पलक ने पद गंवाया

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बेतिया 18 जनवरी, बिहार के पश्चिम चंपारण जिले में बगहा (एक) प्रखंड के कोल्हुआ चैतरवा पंचायत की मुखिया पलक भारती को गलत जाति प्रमाण पत्र के आधार पर सुरक्षित सीट से चुनाव लड़ने के आरोप में आज पद छोड़ना पड़ गया। आधिकारिक सूत्रों ने यहां बताया कि राज्य निर्वाचन आयोग ने श्रीमती भारती को पद से मुक्त करने के साथ ही उनके जाति प्रमाण पत्र को भी रद्द करने का आदेश दिया है। उन्होंने बताया कि कोल्हुआ चैतरवा के नंदकिशोर राम ने आयोग में परिवाद दायर कर आरोप लगाया था कि निर्वाचित मुखिया पलक भारती ‘थारू’ (अनुसूचित जनजाति) वर्ग से आती हैं लेकिन निर्वाचन के दौरान वह अनुसूचित जाति (चमार) के प्रमाण पत्र के आधार पर चुनाव लड़कर निर्वाचित हुई हैं। इस संबंध में आयोग ने जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी से प्रतिवेदन की मांग की थी। मामले में जिलाधिकारी ने नरकटियागंज के अनुमंडल पदाधिकारी से जांच प्रतिवेदन मांगी। प्रतिवेदन के अनुसार, श्रीमती भारती के पिता बुधई महतो अनुसूचित जनजाति के तहत थारू जाति के हैं इसलिए उनकी जाति उनके पिता की जाति से निर्धारित होनी चाहिए। लेकिन, श्रीमती भारती ने 2016 के पंचायत चुनाव में अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीट पर गलत प्रमाण पत्र के आधार पर चुनाव लड़ा और विजयी भी हुईं।  आयोग ने उपलब्ध अभिलेखों के आधार पर श्रीमती भारती को अनूसूचित जनजाति का माना है और उनके द्वारा दाखिल चमार जाति के प्रमाणपत्र को अवैध करार दिया है। आयोग ने बिहार पंचायत राज अधिनियम 2006 की धारा 136(2) के तहत श्रीमती भारती को मुखिया पद से अयोग्य घोषित किया है। उन्होंने बताया कि आयोग से प्राप्त निर्देशों के तहत संबंधित प्रखंड विकास पदाधिकारी को आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है।

विपक्षी हंगामी के कारण बाधित रही झारखंड विधानसभा की कार्यवाही

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रांची 18 जनवरी, झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के आज दूसरे दिन भी विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही बाधित रही। सभा की कार्यवाही शुरु होने पर झारखंड विकास मोर्चा (झाविमो) के प्रदीप यादव ने भ्रष्टाचार और पद का दुरुपयोग करने की आरोपी मुख्य सचिव राजबाला वर्मा और फर्जी मुठभेड़ कांड के आरोपी पुलिस महानिदेशक डी. के. पांडेय को बर्खास्त करने और इन मामलों की जांच सीबीआई से कराने की मांग की। उन्होंने कहा कि कार्यपालिका के शीर्षस्थ पदाधिकारियों पर गंभीर आरोप होने के बावजूद यदि वे पद पर बने रहेंगे तो इससे भ्रष्टाचार और पद का दुरुपयोग करने वाले अन्य कनीय अधिकारियों का मनोबल भी बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि यदि गंगोत्री ही गंदी होगी तो गंगा को निर्मल एवं स्वच्छ रखने की परिकल्पना नहीं की जा सकती है। विधानसभा अध्यक्ष दिनेश उरांव ने हंगामा कर रहे विपक्षी सदस्यों को समझाने का प्रयास किया और प्रश्नोत्तरकाल की कार्यवाही शुरु करने की कोशिश की। लेकिन, करीब 45 मिनट तक हुये शोर-शराबे और हंगामे के बाद अध्यक्ष ने सभा की कार्यवाही भोजनावकाश दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी।

नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन ने कहा कि सदन में इस गंभीर संवेदनशील मुद्दे पर चर्चा होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पूर्व में भी सदन में चर्चा होने के बाद तत्कालीन मुख्य सचिव ए. के. सिंह को पद से हटना पड़ा था। विधायिका के इस सर्वाेच्च मंदिर में यदि चर्चा के बाद भी कार्रवाई नहीं होती है तो इससे गलत संदेश जाएगा। श्री सोरेन ने कहा कि आज पूरे राज्य की हालत जालियावाला बाग जैसी बन गयी है। ऐसे में सदन में बैठकर केवल तालियां नहीं बजायी जा सकती। उन्होंने कहा कि सरकार में शामिल एक मंत्री मंत्रिमंडल के फैसले पर सवाल खड़ा करते है लेकिन सदन में विपक्षी सदस्यों को नियम-परिनियम की दुहाई दी जाती है। नेता प्रतिपक्ष ने विधानसभा अध्यक्ष से भी आग्रह किया कि वे भीष्म पितामह बनकर सारी चीजों को देखते न रहें। उन्होंने कहा कि राज्य में आदिवासियों और मूलवासियों के हितों पर प्रहार हो रहा है। विपक्ष इतना गद्दार नहीं है कि ऐसे मामलों में चुप्पी साधे रखे। उन्होंने कहा कि जिस तरह से मुख्यमंत्री रघुवर दास ने पिछले सत्र के दौरान सदन में अभद्र भाषा का प्रयोग कर सदन की गरिमा को तार-तार करने का प्रयास किया। उस संबंध में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के सचेतक और विधायक की ओर से विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष लिखित शिकायत दर्ज कराने के साथ ही गाली-गलौज करने वाले सदस्य की विधानसभा सदस्यता समाप्त करने का भी आग्रह किया गया थाए लेकिन इस दिशा में कोई कार्रवाई नहीं हुई।

ईश्वर ने बनायी है भारत, इस्राइल की दोस्ती : नेतन्याहू

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मुंबई, 18 जनवरी, प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने आज भारत- इस्राइल भागीदारी को ‘ईश्वर रचित’ करार दिया और कहा कि दोनों के रिश्ते मानवता, लोकतंत्र तथा आजादी के लिये प्यार के साझा मूल्यों पर आधारित हैं। उन्होंने यहां भारत-इस्राइल व्यापार शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनका गहरा व्यक्तिगत संबंध है। उन्होंने कहा कि दोनों देशों की दोस्ती और मजबूत और प्रगाढ़ होगी तथा यह दोनों देशों के आम लोगों तक फैलेगी। चार दिन की भारत यात्रा के अंतिम चरण में नेतन्याहू ने कहा कि इस्राइल में भारत, उसकी जतना तथा संस्कृति के प्रति गहरा और भरोसेमंद लगाव तथा सम्मान है। उन्होंने कहा कि उनकी यह यात्रा शानदार रही। नेतन्याहू ने भारतीय कंपनियों से अपने देश में निवेश की अपील करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘इस धरातल पर हम दो सबसे पुरानी संस्कृति हैं। हमारे यहां लोकतांत्रिक व्यवस्था है। हम दोनों ही स्वाधीनता व मानवता के लिये प्यार साझा करते हैं। हम वाकई में सच्चे जोड़ीदार हैं। यह जोड़ी ईश्वर ने बनायी है।’’ नेतन्याहू ने कहा कि इस्राइल की अर्थव्यवस्था में व्यापक बदलाव तथा भारत में प्रधानमंत्री मोदी किए जा रहे कामों में बड़ी समानता है।

इस्राइली प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘मैंने जब मोदी से बात की, मैने पाया कि वह वही काम कर रहे हैं जो मैंने किया। वह अपना काम बखूबी कर रहे हैं। वह नवप्रवर्तन, उसे सरल बनाने को अच्छी तरह समझते हैं।’’ उन्होंने कहा कि प्रतिस्पर्धा के रास्ते में बाधा, अधिक नियमन को हटाना तथा निजी कंपनियों को सशक्त बनाना तात्कालिक वृद्धि के लिये महत्वपूर्ण है और उन्होंने यह सब किया है। नेतन्याहू ने कहा कि अर्थव्यवस्था की तरक्की में निजी क्षेत्र का काफी योगदान है और उसे कम, सरल और आसान कर के जरिये सशक्त बनाया जा सकता है। इस्राइली प्रधानमंत्री ने कहा कि उनके प्रशासनिक उपायों से इस्राइल विश्व बैंक प्रतिस्पर्धी सूचकांक रैंकिंग में 12 पायदान की छलांग लगकार 15वें स्थान पर आ गया है। उन्होंने कहा कि उनके देश का वैश्विक प्रतिस्पर्धा के संदर्भ में शीर्ष 10 में आने का लक्ष्य है। नेतन्याहू ने नवप्रवर्तन के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने चुनिंदा भारतीय उद्योगपतियों के साथ सुबह के नाश्ते में इस विषय को उठाया और कहा कि कंपनियों के लिये बिना किसी बाधा के नवप्रर्वतन महत्वपूर्ण है। 

उन्होंने कहा, ‘‘हमें भारतीय तथा इस्राइली नागरिकों की प्रतिभा को साथ लाना है। उन्होंने इस संदर्भ में भारत और इस्राइल के बीच सीधी उड़ान सेवा का जिक्र किया और कहा यह उसी दिशा में प्रयास है। अहमदाबाद में आईक्रिएट नवप्रवर्तन केंद्र के दौरे का जिक्र करते हुए नेतन्याहू ने कहा कि जब उन्होंने वहां का कार्य देखा, उन्हें ऐसा लगा मानो वह इस्राइल में हैं उन्होंने 14 साल के एक किशोर द्वारा विकसित ड्रोन का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि मोदी भविष्य में इसे बड़े व्यापार में तब्दील कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि हालांकि इस्राइल कृषि क्षेत्र की मदद के लिये 30 केंद्रों की प्रतिबद्धता जतायी है, लेकिन वह 1,000 एजेंटों का नेटवर्क सृजित करना चाहेगा जो बेहतर उत्पादन के लिये जानकारी साझा करें। नेतन्याहू ने कहा,‘‘...भारत और इस्राइल भागीदारी के साथ जीत रहे हैं जो नई ऊंचाई पर पहुंच रही है। यह अभी शुरूआत हैं’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह शानदार, प्राचीन मित्रता की शुरूआत है और संभावनाएं असीम हैं।’’

विशेष आलेख : शौक की सेल्फी का जानलेवा होना

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विश्व की उभरती हुई गंभीर समस्याओं में प्रमुख है मोबाइल कैमरे के जरिए सेल्फी लेना। इन दिनों मोबाइल कैमरे के जरिए सेल्फी यानी अपनी तस्वीर खुद उतारने के शौक के जानलेवा साबित होने की खबरें आए दिन सुनने को मिल रही हैं। नई पीढ़ी इस जाल में बुरी तरह कैद हो गयी है। आज हर कोई रोमांचक, हैरानी में डालने वाली एवं विस्मयकारी सेल्फी लेने के चक्कर में अपनी जान की भी परवाह नहीं कर रहे हैं। कोई जल में छलांग लगाते हुए तो कोई सांप के साथ, कोई शेर, बाघ, चीता के साथ तो कोई हवा में झुलते हुए, कोई आग से खेलते हुए तो कोई मोटरसाईकिल पर करतब दिखाते हुए सेल्फी लेने के लिये अपनी जान गंवा चुके हैं। लेकिन इसी मंगलवार को ओड़िशा के रायगढ़ जिले में सेल्फी लेने के क्रम में एक महिला और उसके बेटे की दर्दनाक मौत हो गई। लेकिन हैरानी की बात यह है कि लोग ऐसी घटनाओं से कोई सबक नहीं लेते और सरकारें भी मूकदर्शक बन इन हादसों को देख रही है। 

 ओड़िशा की ताजा घटना में महिला अपने परिवार के साथ नागावली नदी के पुल पर घूमने गई थी। वहीं अपनी बेटी और बेटे के साथ कुछ तस्वीरें लेने के क्रम में तीनों फिसल कर नदी में गिर गए। स्थानीय लोगों ने किसी तरह बेटी को तो बचा लिया, लेकिन महिला और उसका बेटा डूब गए। किसी हादसे में हुई मौतों में हालात के कई पहलू होते हैं। लेकिन सेल्फी की वजह से हुई मौतें इसलिए ज्यादा दुखद हैं कि ये महज शौक के चलते बरती गई लापरवाही का नतीजा होती हैं। सेल्की के बढ़ते प्रचलन, उससे हो रही दर्दनाक मौतें किसी एक राष्ट्र की समस्या नहीं है, यह एक अन्तर्राष्ट्रीय समस्या बनती जा रही है। इस दीवानगी को ओढ़ने के लिये प्रचार माध्यमों ने तो गुमराह किया ही है, लेकिन सोशल साइट्स भी भटका रही है। इस जानलेवा महामारी को समय रहते नहीं रोका गया तो आने वाले समय में हर व्यक्ति को यह त्रासद एवं डरावनी मौत का शौक प्रभावित कर सकता है। इस पर जनजागृति अभियान चलाये जाने एवं सरकार द्वारा प्रतिबंध की व्यवस्था किये जाने की जरूरत है।

सेल्फी का चलन किशोरों व युवाओं के सिर चढ़ कर बोल रहा है। खतरनाक एवं रोमांचक सेल्फी लेने की होड़ मची है। हर कोई क्रेजी हो रहा है। रोमांचक सेल्फी के लिए जब जान का जोखिम उठाया जाता है तो यह जुनून अक्सर जानलेवा साबित होता है। आज के दौर में सेल्फी युवाओं व किशोरों के लिए फैशन व जुनून बन गई है। वे अपनी मनचाही तस्वीरें खींचते हैं और सोशल नैटवर्किंग साइट्स के अलावा व्हाट्सऐप पर अपने दोस्तों से शेयर करते हैं। इसमें उन की खुशियां, फैशन और आधुनिक होने के भाव झलकते हैं, इस में कोई दो राय नहीं कि अपनी तस्वीरें लेने का सबसे बेहतरीन और आसान तरीका सेल्फी ही है। यह सुनहरा पहलू है, लेकिन दूसरा चिंताजनक पहलू यह है कि भारत में सेल्फी से होने वाली मौतों का आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है। स्थिति उनके लिए और भी खतरनाक है जो सेल्फी के लिए सारी हदों को लांघ जाते हैं। वे भूल जाते हैं कि जिंदगी की अहमियत एक सेल्फी से कहीं ज्यादा होती है। कई घटनाओं में पाया गया कि जिन लोगों में सेल्फी का भूत सवार हैं, वे मानसिक रूप से अस्वस्थ थे। खतरनाक सेल्फी लेने की होड़ में कब किस की सेल्फी आखिरी साबित हो जाए इस को कोई नहीं जानता। इसके खतरनाक रूप सामने आने के बाद युवाओं को खतरों से बचाने के लिए अब कानून का सहारा लेना पड़ रहा है। समुद्र के आसपास, नदी के किनारे, ऊंचे पुलों, पहाड़ों एवं रेलवे के पटरियों के आसपास ऐसी चेतावनियां दी जाती है कि यहां सेल्फी लेना मना है। रेलवे ने पटरियों को ‘नो सेल्फी जोन’ घोषित कर दिया है। ऐसा करने वालों को जेल की हवा खाने के साथ जुर्माना भी भरना पड़ सकता है। यात्रियों को खतरों से आगाह भी किया जाएगा। क्योंकि ट्रेन में सफर करते समय खतरनाक तरीके से व पटरी पर सेल्फी लेना युवाओं की मौत का सबब बना और अनेक दर्दनाक दुर्घटनाओं में युवाओं की जान गयी है। एक साल पहले सेल्फी के चक्कर में मथुरा में 3 युवकों याकूब, इकबाल व अफजल को अपनी जान गंवानी पड़ी। तीनों जानलेवा जोखिम उठा कर चलती ट्रेन के सामने सेल्फी लेने लगे। चालक के होर्न देने पर भी वे नहीं हटे और ट्रेन की चपेट में आ गए। इनके अलावा और भी कई अफसोसजनक, दर्दनाक  हादसे हुए हैं। इसलिये ऐसी सावधानियां एवं प्रतिबंध सेल्फी दुर्घटना संभावित क्षेत्रों में लागू कर दी नितान्त अपेक्षित है। 

प्रश्न है कि सेल्फी का नशा क्यों इतना सर चढ़ कर बोल रहा है? रोजाना की एकरस जिंदगी में मनोरंजन या नयेपन को मानसिक स्वास्थ्य के लिए जरूरी माना जाता है। लेकिन अगर इस तरह की गतिविधियां जानलेवा शौक में तब्दील हो जाएं तो उस शौक से तौबा कर लेना ही ठीक है। हाल में हुए कई अध्ययनों में सेल्फी लेने की आदत को एक मानसिक बीमारी बताया गया है, जिसका शिकार व्यक्ति इस बात का खयाल भी नहीं रख पाता कि खतरनाक जगहों पर अलग-अलग मुद्राओं में अपनी तस्वीरें उतारने के क्रम में उसकी जान भी जा सकती है। मनोचिकित्सकों के मुताबिक ‘सेल्फीसाइटिस’ एक ऐसी स्थिति होती है, जिसमें व्यक्ति सेल्फी लेकर सोशल मीडिया पर पोस्ट नहीं करता है तो उसे बेचैनी होने लगती है। इसका अगला सिरा इससे जुड़ता है कि इस आदत के शिकार लोग सार्वजनिक रूप से तो सामाजिक दिखते हैं, खूब तस्वीरें साझा करते हैं, लेकिन उनके भीतर आत्मविश्वास का कोना धीरे-धीरे खाली होता जाता है। 

करीब सवा साल पहले सेल्फी से हो रही मौतें पर किये गये एक अध्ययन के मुताबिक दुनिया भर में सेल्फी लेने के क्रम में हुई मौतों में से साठ फीसद अकेले भारत में हुई थीं। विडंबना यह है कि जो आदत इस कदर एक समस्या बन चुकी है उसका कोई हल तो सामने नहीं आ रहा है, लेकिन बाजार इसे भुनाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा। आज स्मार्टफोन में तब्दील हो चुके ज्यादातर मोबाइलों की बिक्री बढ़ाने के लिए कंपनियां विज्ञापन में ‘सेल्फी के लिहाज से बेहतरीन कैमरा’ होने को अपने उत्पाद की सबसे बड़ी खासियत बताती हैं। जाने-माने सितारे ऐसे मोबाइलों का प्रचार करते हुए उनके सेल्फी वाले पहलू को ज्यादा उभारते हैं। मुश्किल यह है कि सेल्फी मोबाइलों के विज्ञापन के समांतर किसी ऐसी सूचना का प्रसार नहीं दिखता, जो लोगों को इस शौक के जानलेवा जोखिम के बारे में सचेत करे। ओक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ने सेल्फी को वल्र्ड आॅफ द ईयर तक चुना। हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की एक विदेश यात्रा की सेल्फी भी बहुचर्चित हुई। यह युवाओं के दिमाग पर छा गयी। हर हाथ में मोबाइल और सेल्फी का फैशन पंख लगा कर चल रहा है। इसके लिए दीवानगी है। नेताओं और फिल्मों ने भी इस को बढ़ावा दिया। 

ऐसे जनूनी किशोरों व युवाओं की कमी नहीं जो सेल्फी लेने का कोई मौका नहीं चूकते। एडवैंचर्स सेल्फी उन्हें वाहवाही लूटने का माध्यम भी लगती है। ऐसी सेल्फी सोशल साइट्स के जरिए वे दोस्तों को पहुंचा कर ज्यादा से ज्यादा लोकप्रियता चाहते हैं। अलग अंदाज की सेल्फी की होड़ है। फिल्मों ने भी इसे खूब बढ़ावा दिया। बजरंगी भाईजान फिल्म का गाना ‘चल बेटा सेल्फी लेले रे’ सिर चढ़ कर बोला। सेल्फी की वजह से होने वाली मौतें झकझोर कर देने वाली हैं। हादसों से युवाओं को सबक लेना चाहिए। देखादेखी वे क्रेजी न बनें। ऐसी रोमांचक एवं विस्मयकारी सेल्फी से दूर ही रहें जिससे जान का खतरा हो। अभिभावकों को भी अपने बच्चों को जागरूक करना चाहिए। जब जिंदगी ही नहीं होगी तो सेल्फी कहां से आएगी? पक्षी भी एक विशेष मौसम में अपने घोसलें बदल लेते हैं। पर मनुष्य अपनी वृत्तियां, आदतें नहीं बदलता। वह अपनी वृत्तियां, शौक एवं आदतों को तब बदलने को मजबूर होता है, जब दुर्घटनाओं, दुर्दिनों, दुर्भाग्य एवं मौत से उसका सामना होता है। जानलेवा होते सेल्फी के प्रचलन पर नियंत्रण के लिये पक्षियों के इस सन्देश को समझने एवं समय रहते जागने की जरूरत है।



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(ललित गर्ग)
60, मौसम विहार, तीसरा माला, 
डीएवी स्कूल के पास, दिल्ली-110051
फोनः 22727486, 9811051133

आलेख : तुष्टिकरण के तमाशे का खात्मा और विकास के मसौदे पर काम

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‘दुनिया एक तमाशा है। आशा है और निराशा है।’ इस फिल्मी गीत को बहुत सोच-समझकर लिखा गया है। जिधर देखिए, उधर तमाशा ही तो हो रहा है। कहीं समर्थन का मजमा लगा है और कहीं विरोध का। एक ओर जहां मोदी और योगी सरकार पर मुस्लिम विरोधी होने के आरोप लग रहे हैं, उसके हर निर्णय को मुस्लिमों को तबाह करने की साजिश करार दिया जा रहा है, वहीं नरेंद्र मोदी और योगी आदित्यनाथ ने देश की प्रश्नाकुलता को बहुत ही सहजता के साथ लिया है। उन्हें पता है कि समस्याओं के समाधान का रास्ता सवालों के बीच से ही निकलता है। इस देश की संस्कृति सवाल पूछने और उसका जवाब पाने की रही है। इस देश का एक उपनिषद प्रश्नोपनिषद है। हमारे अठारहों पुराण, छहों शास्त्र, स्मृति ग्रंथ और उपनिषद किसी न किसी जिज्ञासा का समाधान ही हैं। दुर्गा सप्तशती की रचना का आधार ही मेधा ऋषि से राजा सुरथ और समाधि वैश्य द्वारा पूछे गए सवाल हैं। सवाल न पूछे जाते तो यह ग्रंथ प्रकाश में आता ही नहीं। गीता की उत्पत्ति ही न होती, अगर अर्जुन विचलित न होता। कृष्ण से सवाल न करता। रामचरित मानस में चार घाट हंै। चारों घाटों पर चार वक्ता हैं और चार श्रोता हैं। श्रोता सवाल करते हैं और वक्ता जवाब देता है। पूरा जीवन ही सवाल-जवाब है। जो सवालों से भागता है, वह जीवन में कभी सफल नहीं हो पाता। विडंबना इस बात की है कि आज अपने देश में सवाल नहीं पूछे जाते। आरोप लगाए जाते हैं। आरोपों और सवालों के बीच का अंतर जब तक समझा नहीं जाएगा, तब तक समाधान के तहखाने तो खुलने से रहे? 

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में नौ राज्यों तथा केन्द्र शासित प्रदेशों की ‘विकास समन्वय बैठक हुई। इसमें केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने तो शिरकत की ही, मेजबान उत्तर प्रदेश समेत नौ राज्यों के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्रियों ने भी अपनी सम्मानीय उपस्थिति दर्ज कराई। अल्पसंख्यकों के शिक्षोन्नयन, रोजगार और उनकी समस्याओं के समाधान पर चर्चा हुई। समुद्र मंथन से अमृत निकलता है। दही को मथने से नवनीत निकलता है। विचार मंथन से समस्याओं का हल निकलता है। तरक्की के नए रास्तों का पता चलता है। राजशाही में में भी पंचों की राय को अहमियत दी जाती थी। ‘जौ पंचहिं मत लागै नीका।’ विचार की इतनी शानदार परंपरा अपने ही देश में थी। समन्वय बैठक को देखकर, उसकी कवरेज कर ऐसा लगा कि भारत अपने गौरवमयी अतीत और उसकी संस्कृतियों को दोहरा रहा है। आजादी के बाद से लंबे समय तक सबकी राय लेने की परंपरा समाप्त हो गई थी। मोदी और योगी सरकार साधुवाद की पात्र है कि वह खुद निर्णय नहीं लेती। पहले सबकी राय लेती है। इसके बाद किसी व्यवस्था को लागू करती है। यह अलग बात है कि विपक्ष उस पर लगातार तानाशाही बरतने के आरोप लगाता रहता है। मोदी और योगी सरकार बनने के बाद से कोई दिन ऐसा नहीं बीता है जब उसकी आलोचना न हुई हो। उस पर तानाशाही और मनमानी के आरोप न लगे हों। नरेंद्र मोदी सरकार को मुस्लिम विरोधी करार देने वालों की देश में बहुत बड़ी जमात है लेकिन इन विरोध प्रतिक्रियाओं की परवाह किए बगैर केंद्र सरकार ‘सबका साथ-सबका विकास’ की रपटीली राह पर बड़ी तेजी के साथ अपने संकल्प रथ को आगे बढ़ा रही है। 

नरेन्द्र मोदी सरकार ने वर्षों पुराने ‘तुष्टीकरण के तमाशे‘ को खत्म कर दिया है और अल्पसंख्यक तबके को भी विकास का बराबर का हिस्सेदार बनाने की राह आसान की है। ‘बिना तुष्टीकरण के सशक्तिकरण‘ और ‘सम्मान के साथ सशक्तिकरण‘ ही इस सरकार का ध्येय वाक्य है। ‘तुष्टीकरण के तमाशे‘ और ‘वोट के सौदे‘ को खत्म करना और विकास के मसौदेे पर काम करना वक्ती जरूरत है और इसे केंद्र सरकार बेहतर ढंग से समझती है। इसी का प्रतिफल है कि अल्पसंख्यक भी विकास के बराबर के हिस्सेदार बन रहे हैं। इस आशय के विचार केन्द्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने नौ राज्यों तथा केन्द्र शासित प्रदेशों की ‘विकास समन्वय बैठक‘ में अभिव्यक्त किए हैं। उन्होंने कहा है कि केन्द्र सरकार की नौकरियों में अल्पसंख्यकों की भागीदारी जहां वर्ष 2014 में लगभग पांच प्रतिशत थी जो 2017 में बढ़कर दोगुनी हो गई है। इस साल सिविल सेवा में 125 अल्पसंख्यक युवा चयनित हुए हैं, जिनमें से 52 मुस्लिम हैं। अल्पसंख्यक मंत्रालय की ‘हुनर हाट‘, ‘सीखो और कमाओ‘, ‘नई मंजिल‘, ‘गरीब नवाज कौशल विकास योजना‘ और ‘नई रोशनी‘ जैसी सौ से अधिक योजनाएं अल्पसंख्यकों के कौशल विकास को आगे बढ़ा रही हैं। मोदी सरकार ने तीन साल में इन योजनाओं के जरिए साढ़े आठ लाख से अधिक  लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया है। अल्पसंख्यक समुदायों के लिए केन्द्र संचालित योजनाओं को जमीनी स्तर पर लागू करने में ज्यादातर राज्यों के प्रयास बेहतर हैं। शेष राज्यों को भी इस दिशा में और प्रयास करने चाहिए। उन्होंने मुस्लिम बालिकाओं की शिक्षा पर जोर देते हुए कहा कि किसी भी हालत में लड़कियां शिक्षा से वंचित न रहें। उनकेे विकास से ही देश तथा प्रदेश का विकास होगा। एक शिक्षित लड़की घर-परिवार के साथ ही समाज को भी शिक्षित करती है। हमें ऐसा प्रयास करना है कि एक बार शिक्षा के मंदिर में जाने वाली लड़की बीच में शिक्षा छोड़ने को विवश न हो। नकवी की मानें तो इस बैठक का उद्देश्य राज्यों तथा केन्द्र शासित प्रदेशों में अल्पसंख्यक समुदायों के लिए चल रही विभिन्न शैक्षिक, कौशल विकास तथा छात्रवृत्ति की योजनाओं की समीक्षा करना तथा राज्यों से सुझाव प्राप्त करना है, ताकि उनका लाभ समाज के हर जरूरतमंद को मिल सके। मेरा ख्याल है कि मोदी सरकार इस तरह की बहस और समन्वय बैठक आयोजित कर अपने राजनीतिक विरोधियों को संदेश भी देना चाहती है कि अल्पसंख्यक-अल्पसंख्यक चिल्लाने भर से उनका विकास नहीं होगा। उनके विकास के लिए प्रयास करना होगा। उनकी राह से संकीर्णता के रोड़े हटाने होंगे। बड़ी सोच रखकर ही बड़े लक्ष्य हासिल किए जा सकते हैं। उनकी शिक्षा में आधुनिक विषयों का समावेश नहीं होगा तो वे आगे कैसे बढ़ेंगे?   

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विचार प्रक्षेप करते हुए कहा कि किसी भी राज्य में मदरसों को बंद नहीं किया जाना चाहिए। यह समस्या का समाधान नहीं है। मदरसों को आधुनिक बनाया जाना चाहिए। कम्प्यूटर शिक्षा से जोड़ना चाहिए। मदरसों ही नहीं, संस्कृत विद्यालयों को भी आधुनिक बनाना चाहिए। संस्कृत विद्यालयों को भी अपने यहां पारंपरिक शिक्षा के साथ ही अंग्रेजी, कंप्यूटर व आधुनिक विषयों की शिक्षा देनी चाहिए। उत्तर प्रदेश सरकार बिना किसी भेदभाव के हर तबके के विकास के लिए सन्नद्ध है। सभी योजनाओं को आम जनता तक पहुंचाना है। प्रदेश में जब हमारी सरकार बनी थी तब विरोधियों को लगता था कि कुछ लोगों के बजट में कटौती होगी लेकिन ‘हम सबका साथ-सबका विकास’ की भावना के साथ आगे बढ़ रहे हैं। अल्पसंख्यक कल्याण की बात करते वक्त हमारे सामने बहुत सारे सवाल खड़े होते हैं। अगर शरीर का कोई अंग काम करना बंद करता है तो दिव्यांग कहा जाता है। ऐसे ही अगर समाज में किसी व्यक्ति के साथ भेदभाव होता है तो वह अपने आपको उपेक्षित महसूस करता है। सरकार का प्रयास है कि कोई भी व्यक्ति अपने को उपेक्षित न महसूस करे। कोई भी अराजकता का शिकार न हो। वह अपने समाज के साथ मिलकर इस राष्ट्र को सशक्त बनाने और ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ के विकास मेंयोगदान दे सके। हम बिना भेदभाव के सभी वर्ग के लिए काम कर रहे हैं। अल्पसंख्यक वर्ग के विकास के लिए प्रधानमंत्री कौशल विकास कार्यक्रम चलाया जा रहा है। मुख्तार अब्बास नकवी के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री बनने के बाद यहां अल्पसंख्यक कल्याण योजनाओं के क्रियान्वयन में तेजी आई है। उनकी सरकार के नौ महीने के कार्यकाल में ही 100 से अधिक कार्ययोजनाओं की शुरुआत अल्पसंख्यकों के लिए की गई है। यह सम्मेलन इसलिए भी अहम है क्योंकि केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी सीधे तौर पर केंद्र की योजनाओं की जमीनी हकीकत से रूबरू हो रहे हैं। अल्पसंख्यक कल्याण योजनाओं में सुधार के लिए सुझाव भी मांगे जा रहे हैं। यहां आए मंत्रियों से अपने-अपने राज्यों में चल रही अल्पसंख्यक योजनाओं के क्रियान्वयन पर चर्चा हो रही है।

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ मिनी भारत के रूप में तब्दील हो गई थी। हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, जम्मू-कश्मीर, दिल्ली, उत्तराखंड, बिहार, चंडीगढ़, और उत्तर प्रदेश मे अल्पसंख्यक कल्याण मंत्रियों ने अल्पसंख्यकों के सामने आ रही चुनौतियों पर चर्चा की। इनमें तीन तलाक से लेकर मदरसा शिक्षा के मुद्दे शामिल रहे। बैठक में योजनाओं को लेकर आ रही दिक्कतों व इसके सुझाव पर भी बात हुई। सभी राज्यों ने अपने-अपने यहां चल रही योजनाओं एवं उनकी प्रगति के बारे में प्रस्तुति दी। एमएसडीपी, मदरसा आधुनिकीकरण, छात्रवृत्ति सहित विभिन्न योजनाओं पर खुलकर विमर्श हुआ। उत्तर प्रदेश की ओर से एमएसडीपी योजना की प्रगति रिपोर्ट पेश की गई। प्रदेश सरकार ने दावा किया कि उसके नौ माह के कार्यकाल में इस योजना के तहत बहुत काम हुआ है। सामाजिक समरसता और सामुदायिक विकास के प्रोत्साहन स्वरूप प्रदेश में 18 सद्भाव मंडप का निर्माण कराया जा रहा है।   जो राजनीतिक दल मोदी और योगी सरकार पर अल्पसंख्यक विरोधी होने का आरोप लगा रहे हैं, उन्हें विचार करना होगा कि जब वे देश और प्रदेश में सत्तासीन थे तो उन्होंने अल्पसंख्यकों के कल्याण के लिए कितनी बार आत्ममंथन किया। विकास योजनाएं ला देना ही काफी नहीं है, उसका क्रियान्वयन सुनिश्चित कराना भी सरकार की नैतिक और सांविधिक जिम्मेदारी है। आलोचना करना आसान है लेकिन समाधान सुझाना कठिन है। यह देश सभी का है। इसे आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी सबकी है। गोपालदास नीरज ने एक दीवाली गीत लिखा था- ‘जलाओ दिए पर रहे ध्यान इतना, अंधेरा घरा पर कहीं रह न जाए।’ एक भी व्यक्ति उपेक्षित है, निराश-हताश है तो इस देश का विकास अधूरा है। आजादी का मतलब तो यह है कि हमारी आजादी दूसरों की आजादी में बाधक न बने। आत्ममंथन का यह सिलसिला आगे बढ़ते रहने में ही इस देश की भलाई है। विरोधी दलों को भी सोचना होगा कि उनकी आरोपों की राजनीति से किसका भला हो रहा है?





--सियाराम पांडेय ‘शांत’--

बिहार : 20 जनवरी को पटना में किसान संगठनों का राज्यस्तरीय किसान मुक्ति सम्मेलन

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अखिल भारतीय किसान महासभा के महासचिव राजाराम सिंह, समन्वय समिति के राष्ट्रीय संयोजक वीएम सिंह, अखिल भारतीय किसान सभा (अजय भवन) के नेता प्रबोध पांडा, जय किसान आंदोलन के प्रो. योगेन्द्र यादव, आशीष मितल, एन के शुक्लास सहित भाग लेंगे कई किसान नेता.
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पटना 19 जनवरी, अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के बैनर से कल दिनांक 20 जनवरी को पटना के अवर अभियंता भवन में विभिन्न किसान संगठनों द्वारा राज्यस्तरीय किसान मुक्ति सम्मेलन का आयोजन किया गया है. इस सम्मेलन में समन्वय समिति के राष्ट्रीय संयोजक वीएम सिंह, अखिल भारतीय किसान महासभा के महासचिव व समन्वय समिति के बिहार राज्य प्रभारी राजाराम सिंह, जय किसान आंदोलन के संस्थापक प्रो. योगेन्द्र यादव, अखिल भारतीय किसान सभा (अजय भवन) के नेता प्रबोध पांडा, आॅल इंडिया किसान मजदूर सभा के राष्ट्रीय महासचिव आशीष मितल, अखिल भारतीय किसान सभा के एन के शुक्ला आदि नेता भाग लेंगे. समन्वय समिति की ओर से बिहार के प्रभारी राजाराम सिंह ने बताया कि दिल्ली में 20-21 नवम्बर 2017 को किसान संसद का आयोजन किया गया था. किसान संसद में कई प्रस्ताव पारित किए गए थे. उसी आलोक में यह सम्मेलन हो रहा है. किसान संसद में पारित प्रस्तावों में फसलों के लागत मूल्य से डेढ़ गुणा समर्थन मूल्य देने से संबंधित पहला प्रस्ताव था. इस सवाल को पूरे देश में किसान मुक्ति सम्मेलनों का आयोजन करके किसानों के बीच ले जाना है और व्यापक जनसमर्थन हासिल करते हुए किसानों की व्यापक गोलबंदी करनी है.

उन्होंने आगे कहा कि मोदी सरकार एक तरफ कारपोरेट को दिए जाने वाले कर्ज के बड़े हिस्से को साल दर साल माफ करती जा रही है, तो दूसरी ओर केंद्र व उत्तरप्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र, पंजाब की राज्य सरकारें घोषणा करके भी किसानों की कर्ज माफी नहीं कर रही हैं. वे किसानों के साथ लगातार छल कर रही हैं. घाटे की खेती का बड़ा बोझ छोटे-मंझोले किसानों-बटाईदारों-पट्टेदारों ने अपने कंधे पर संभाल रखी है. लेकिन उन्हें न तो सहायता, कर्ज  अथवा सब्सिडी मिलती है, न ही उनके फसलों की सरकारी कीमत मिलती है. सिंचाई के छीजते संसाधनों व डीजल-बिजली की बढ़ी दरें खेती की लागत को और बढ़ा रही हैं. 60 वर्ष से अधिक उम्र के किसानों को 5 हजार रु. प्रति माह वृद्धा पेंशन, बटाईदारों को पहचान पत्र व किसानों को मिलने वाली सारी सुविधायें मुहैया कराने, बाढ़-सुखाड़ का स्थायी निदान, कृषि कार्य के लिए मुफ्त बिजली, बंद पड़े नलकूपों को चालू कराने, बेघर परिवारों को आवास के लिए 5 डिसमिल जमीन देने आदि जैसे सवालों को भी किसान मुक्ति सम्मेलन में प्रमुखता से उठाया जाएगा. 

बिहार के एक हिस्से में बाढ़ तो दूसरे हिस्से में सुखाड़ स्थायी परिघटना बने हुए हैं. इस वर्ष नीतीश सरकार बाढ़ प्रभावित 18 जिलों के लिए आवंटित फसल क्षति मुआवजा राशि की निकासी तक नहीं करवा सकी. ऐसी ही स्थिति में देश के 187 किसान संगठनों ने जंग की शुरूआत कर दी है और किसानों की कर्ज मुक्ति व फसलों की लागत का डेढ़ गुणा दाम के सवाल पर सहमति व राष्ट्रीय एकता बन चुकी है. सरकारों को हमारी मांगें माननी होगी. 20 जनवरी को आहूत किसान सम्मेलन में बिहार के विभिन्न इलाकों से बड़ी संख्या में किसानों के शामिल होने की संभावना है.

विधायकों को अयोग्य करार देने को आप ने 'साजिश'बताया

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नई दिल्ली 19 जनवरी, निर्वाचन आयोग (ईसी) द्वारा शुक्रवार को आम आदमी पार्टी (आप) के 20 विधायकों को लाभ का पद धारण करने का दोषी करार दिए जाने के बाद पार्टी ने आरोप लगाया कि इन विधायकों को अयोग्य करार देने की सिफारिश के पीछे राजनीतिक साजिश है। आप के प्रमुख प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने मीडिया से कहा, "लाभ का पद धारण करने के आरोप का सामना करने वाले विधायकों के तर्क सुने बगैर निर्वाचन आयोग द्वारा यह सिफारिश की गई है।" उन्होंने कहा कि मुख्य निर्वाचन आयुक्त अचल कुमार जोति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 'कर्ज चुका'रहे हैं। जोति 1975 बैच के सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी हैं, जो नरेंद्र मोदी के गुजरात के मुख्यमंत्री रहने के दौरान गुजरात के प्रमुख सचिव थे। भारद्वाज ने कहा कि इम मामले में सुनवाई लाभ का पद धारण करने को लेकर नहीं, बल्कि इस आरोप पर की गई है कि आप विधायक असंवैधानिक रूप से संसदीय सचिव के तौर पर दिल्ली सरकार के विभिन्न मंत्रियों की सहायता के लिए नियुक्त किए गए। उन्होंने कहा, "किसी ने ऐसे ही हमारे विधायकों के खिलाफ शिकायत कर दी कि वे लाभ का पद धारण किए हुए हैं। विधायकों को आयोग के समक्ष अपने मामले को पेश करने का एक अवसर तक नहीं दिया गया।" उन्होंने कहा, "यदि लाभ का पद धारण करने के संबंध में मामला होता तो विधायकों को जरूर फायदा हुआ होता। वे आम लोगों से उनके निर्वाचन क्षेत्र के विधायकों के बारे में क्यों नहीं पूछते कि क्या इन विधायकों के पास कोई बंगला है या कोई सरकारी वाहन है।"

कांग्रेस, भाजपा ने केजरीवाल से इस्तीफा मांगा

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नई दिल्ली 19 जनवरी, भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) और कांग्रेस ने शुक्रवार को 'आप के लाभ के पद मामले में'दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से इस्तीफा मांगा है। निर्वाचन आयोग ने संसदीय सचिव के रूप में लाभ के पद धारण करने के मामले में आम आदमी पार्टी(आप) के 20 विधायकों को दोषी पाया और उन्हें अयोग्य घोषित किए जाने की सिफारिश की है। इसपर, दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन ने एक ट्वीट में कहा, "केजरीवाल को अपने पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। उनके कैबिनेट के आधे मंत्रियों को भ्रष्टाचार के मामले हटाया जा चुका है। 20 विधायक जो कि मंत्री स्तर की सुविधा का आनंद उठा रहे थे, उन्हें अयोग्य ठहराया जा सकता है।" उन्होंने साथ ही कहा, "लोकपाल कहां है? विधायक और मंत्री सत्ता का मजा ले रहे हैं और विदेश यात्राएं कर रहे हैं। राजनीतिक शुचिता कहां है?" ये आप विधायक असंवैधानिक रूप से संसदीय सचिव के रूप में पद धारण करने के आरोपी हैं, जिन्हें मंत्री स्तर का दर्जा दिया गया है। शुरुआत में यह मामला 21 विधायकों के खिलाफ था, लेकिन आप विधायक जरनैल सिंह के इस्तीफा देने के बाद यह मामला केवल 20 विधायकों पर चल रहा था। उन्होंने पंजाब विधानसभा चुनाव में प्रकाश सिंह बादल के खिलाफ चुनाव लड़ने के लिए इस्तीफा दिया था। दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता और भाजपा विधायक विजेन्द्र गुप्ता ने कहा, "यह मुख्यमंत्री के लिए बड़ी नैतिक हार है और इसलिए उन्हें नैतिक आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए।" उन्होंने ट्वीट कर कहा, "देर आए दुरुस्त आए, चुनाव आयोग ने लाभ का पद धारण करने के लिए आप के 20 विधायकों को अयोग्य घोषित कर दिया। दिल्ली में मध्यावती चुनाव होने जा रहे हैं, लोगों को आप सरकार की राजनीतिक गलती का जवाब देना है।" उन्होंने कहा, "हम राष्ट्रपति(राम नाथ कोविंद ) से इसपर तत्काल फैसला लेने का आग्रह करेंगे।" गुप्ता ने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा, "इससे अब उनके(केजरीवाल) नेतृत्व पर संकट पैदा हो गया है। उन्हें नैतिक आधार पर निश्चय ही इस्तीफा दे देना चाहिए।"

नए रक्त परीक्षण से 8 तरह के कैंसर का पता चलेगा

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8-type-of-cancer-can-be-detected-by-new-blood-test सिडनी 19 जनवरी, एक नए रक्त परीक्षण से आठ तरह के सामान्य कैंसर के शरीर में फैलने और मरीजों के जीवन को जोखिम होने से पहले ही शुरुआती अवस्था में ही पहचान हो सकेगी। इसका विकास ऑस्ट्रेलिया के शोधकर्ताओं ने किया है। समाचार एजेंसी के मुताबिक, ऑस्ट्रेलिया के वाल्टर एंड एलिजा हॉल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल रिसर्च ने कहा कि नया परीक्षण अंडाशय, लीवर, पेट, पैंक्रियाज, ऑसोफोगस, आंत, फेफड़ों और स्तन को प्रभावित करने वाले कैंसर का शुरुआत में ही पता लगाने में सक्षम होगा। संस्थान के एसोसिएट प्रोफेसर जेयने टाई ने कहा, "इस परीक्षण में कई ट्यूमर प्रकारों के लिए वन-स्टॉप परीक्षण बनने की संभावना है, जिसे वृहद पैमाने पर स्वीकार किया जाना चाहिए।" कैंसर हो जाने पर मरीज के जिंदा बचने की दर सीधे इससे जुड़ी है कि परीक्षण के दौरान मरीज का कैंसर किस अवस्था में है। जितनी शुरुआती अवस्था में कैंसर का पता चलता है, मरीज के बचने की दर भी उतनी ही अधिक होती है। इसका मतलब यह है कि वर्तमान में ऐसे रक्त परीक्षण की अत्यंत जरूरत है, जो शुरुआती अवस्था में ही कैंसर की सटीकता से पता लगा सकें। नए रक्त परीक्षण के बारे में साइंस जर्नल में जानकारी प्रकाशित हुई है।

झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर 18 जनवरी

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10 सूत्रीय समस्याओं को लेकर लक्ष्मीनगर काॅलोनी के रहवासियों ने नपा अध्यक्ष को सौंपा ज्ञापन
  • ज्ञापन लेने स्वयं काॅलोनी पहुंची नपा अध्यक्ष, रहवासियों की समस्याओं को गंभीरता से सुना

jhabua news
झाबुआ। लक्ष्मीनगर विकास समिति झाबुआ के बेनर तले लक्ष्मीनगर काॅलोनी के रहवासियों ने आज दोपहर साढ़े 11 बजे काॅलोनी की अनेक समस्याओं को लेकर नगरपालिका अध्यक्ष श्रीमती मन्नूबेन डोडियार को ज्ञापन प्रस्तुत किया। जिसमें विषेष रूप से 10 सूत्रीय समस्याओं का जिक्र किया गया। ज्ञापन लेने स्वयं नपा अध्यक्ष श्रीमती डोडियार काॅलोनी के रहवासियों के बीच पहुंची और ज्ञापन पश्चात् उनकी समस्याएं भी गंभीरता से सुनी तथा अतिषीघ्र निराकरण का आष्वासन भी दिया। इस दौरान वार्ड पार्षद मालू डोडियार भी उपस्थित थी। यह ज्ञापन लक्ष्मीनगर विकास समिति के अध्यक्ष नीरजसिंह राठौर एवं सचिव अमित शर्मा के नेतृत्व में दिया गया। जिसमें उल्लेख किया गया कि लक्ष्मीनगर में सीसी रोड़ का निर्माण कार्य तो निरंतर जारी है, जो यहां के रहवासियों के लिए आजादी के बाद बहुत बड़ी सौगात है, लेकिन इस सड़क निर्माण के अलावा कई अन्य समस्याएं भी व्याप्त है, जिनका अतिषीघ्र निराकरण होना आवष्यक है। जिसमें सीसी रोड़ निर्माण के बाद बची जगह पर पेबर्स लगाए जाने, ताकि दुर्घटनाओं से बचा जा सके, विवेकानंद नगर एवं लक्ष्मीनगर को जोड़ने वाली पुलिया पर रोड़ निर्माण अधूरा है, जिससे आवागमन सुलभ नहीं हो पाता है, बहुत सी नालियोें पर जालियां जीर्ण-षीर्ण हो गई है, उन्हें नई लगाए जाने, क्षतिगस्त नालियों का पुर्ननिर्माण करवाए जाने, लक्ष्मीनगर के प्रवेष द्वार पर स्टीमेट बनाकर (शगुन गार्डन के पास) पक्के गेट का निर्माण किया जाने, अमेरिकन गेस्ट हाऊस के पीछे स्थित बगीचे का स्टीमेट बनाकर जीर्णोद्धार किया जाने एवं साथ ही वाल बाउंड्री बनाए जाने, रहवासियों के निवास के सामने का रोड़ निर्माण करवाएं जाने, सरस्वती षिषु मंदिर के पीछे रोड़ का निर्माण करवाएं जाने, सरस्वती षिषु विद्या मंदिर से शगुन गार्डन तक 5 स्पीड बे्रकर बनाने, पानी की पाईप लाईन उदयपुरिया एवं नवीन नर्सिंग काॅलेज तक लगाई जाने, लक्ष्मीनगर के सभी बड़े रोड़ को छोटे रोड़ों से जोड़ा जाने आदि समस्याओं का जिक्र किया गया। सभी समस्याओं को अतिषीघ्र हल करने की बात नपा अध्यक्ष श्रीमती डोडियार ने की एवं रहवासियों की बातों को भी गंभीरता से सुना।

ये थे उपस्थित
इस अवसर पर लक्ष्मीनगर काॅलोनी के रहवासी यषवंत व्यास, रमेषचन्द्र सोलंकी, हेमेन्द्र सोलंकी, प्रदीप सोलंकी, हेमेन्द्र पालिवाल, अनिल व्यास, मांगीलाल महोदिया, सोहनसिंह नायक, मांगीलाल राठौर, योगेन्द्र नाहर, चिराग नाहर, बंटू भदौरिया, मुकेष बैरागी, डाॅ. एचडी पाठक, नरेन्द्र पंवार, दिनेष राठौर, महिलाओं में श्रीमती कुंता सोनी, रेखा माहेष्वरी, श्रीमती महोबिया आदि सहित अनेक अनेक रहवासी उपस्थित थे।
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आदिवासी चेतना यात्रा का आरंभ आज से

झाबुआ। समाजसेवी एवं युवा नेता डॉ.विक्रांत भूरिया आज 19 जनवरी शुक्रवार से अपनी 208 किमी. की आदिवासी जन चेतना यात्रा मामा बालेश्वर दयाल की कर्मभूमि बामनिया से आगाज कर रहे हैं। इस पद यात्रा को लेकर समुचे आदिवासी अंचल के युवा लोगों में बेहद उत्साह दिखाई दे रहा है। आज प्रातः 11 बजे बामनिया में एक विशेष समारोह पूर्वक आयोजन कर अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, विनोबा भावे तथा स्वतंत्रता संग्राम सेनानी मामा बालेश्वरदयाल, बिरसा मुण्डा, टंटया मामा के तेलचित्र पर माल्यापर्ण कर उन्हें् नमन किया जाएगा तथा अतिथियों एवं वरिष्ठ समाजसेवियों द्वारा दीप प्रज्वलित कर समारोह की शुरूआत की जाएगी। आयोजन समिति के प्रकाश रांका, सुनील थेपडिया, हर्ष भट्ट एवं आचार्य नामदेव ने जानकारी देते हुए बताया कि इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से डॉ.भरत छपरवाल पूर्व कुलाधिपति देवी अहिल्या विश्वतविद्यालय, कल्याण जैन पूर्व सांसद इंदौर, महेश जोशी पूर्वमंत्री, सांसद कांतिलाल भूरिया सहित जिले के वरिष्ठ समाजसेवी एवं गणमान्य नागरिक विशेषरूप से उपस्थित होकर डॉ.विक्रांत भूरिया को अपना आर्शीवाद प्रदान कर यात्रा की सफलता के लिए शुभकामनाएं देंगे। ज्ञातव्य  है कि डॉ.विक्रांत भूरिया इस यात्रा के माध्य्ाम से जिले के सुदुर ग्रामीणों से रूबरू होंगे तथा उनसे विचारों का आदान-प्रदान करेंगे। इस यात्रा के दौरान वे दहेजप्रथा, नशाखोरी, दापा आपसी वैमनस्यता, कुरूतियों आदि सामाजिक बुराई को खत्म करने के लिए ग्रामीणों को प्रेरित करेंगे। 12 दिनों में बामनिया से आजाद नगर भाभरा तक की यात्रा मे करीब 300 से अधिक ग्रामों, मजरो, फलियों आदि में वे जीवित संपर्क करके जनसमस्याओं का जायजा लेंगे। आयोजन समिति ने डॉ.विक्रांत भूरिया के नेतृत्व  में निकाली जा रही पदयात्रा का स्वागत करने के लिए ग्रामीण सुदुर अंचल के ग्रामवासियों को एवं क्षेत्र के निवासियों से इस पदयात्रा में शामिल होकर पदयात्रा के सफल बनाने की अपील की है।

हज यात्रा: ड्राॅ होते ही कही खिले चेहरे कोई मायुस हुआ

झाबुआ-- म0प्र0 राज्य हज कमेटी के कार्यपालन अधिकारी दाउद एहमद द्वारा मिली जानकारी अनुसार वर्ष 2018 में म.प्र. राज्य हज कमेटी को कुल 19,936 आवेदन प्राप्त हुए। इस वर्ष प्रदेश को 4,432 यात्रीयों का कोटा मिला। जिनमें रिजर्व केटेगरी ‘‘ए‘‘ 70 वर्ष वाले आवेदको की संख्या 559 तथा बिना मेहरम के गू्रप बनाकर जाने वाली 45 वर्ष की उम्र से अधिक 4 महिलाऐ है। इन दोनो केटेगरी को बिना ड्रा के सीटों का आवंटन किया गया। सामान्य श्रेणी की कुल 19373 सीटों में 3869 आवेदकों का ड्रा किया गया। इस सम्बन्ध में जिला हज कमेटी काॅ-आॅर्डिनेटर मोहम्मद हुसैन मंसुरी (पाकिजा) ने बताया कि इस वर्ष जिलेभर से 114 आवेदन किये गये थे। जिसमें रिजर्व कैटेगरी ए 70 वर्ष में कवर नम्बर - डच्त्.6598.2.0 मुस्तुफा खाॅ को तथा कम्प्युटीकृत ड्रा से जिले के इन 13 आवेदकों को चयनित होकर हज यात्रा पर जाने का मौका मिला - डच्थ्.714.2.0 मोहम्मद हनीफ, डच्थ्.5476.2.0 मुस्तकीम सिद्दीकी, डच्थ्.4962.2.0 एहमद, डच्थ्.3670.2.0 इस्माईल, डच्थ्.5468.2.0 करीम खाॅ, डच्थ्.684.2.0 इस्माईल खाॅन तथा डच्थ्.5489.1.0 शब्बीर खाॅ। चयनित हज यात्रियों को सम्बन्धित बैंक में प्रति यात्री के 81000 रू. जमा कर उसकी स्लीप मेडिकल प्रमाण पत्र व 02 फोटो सहित ओरिजनल पासपोर्ट 31 जनवरी तक हज कमेटी भोपाल में जमा करने होंगे। श्री मंसुरी (पाकिजा) ने आगे बताया कि इस वर्ष इन्दौर इन्बोर्केशन पाईन्ट से जाने वाले विकल्प को कम यात्रियों ने चुना हे। इसलिये सभी यात्रियों को मुम्बई एयरपोर्ट से ही सउदी अरब के जद्दा ले जाया जायेगा। चयनित सभी यात्री हज गाईड को पढ़कर यात्रा से सम्बन्धित सारे अरकान को अभी से अमल में लाने की कोशिश करें। चयनित सभी यात्रीयों को हज कमेटी के सभी मेम्बरों ने मुबारकबाद पेश की।

श्रद्धा एवं भक्ति के साथ मनाया जावेगा 46 वां बसंन्तोत्सव
  • अखिल विष्व गायत्री परिवार तीन दिवसीय आयोजन कल से

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झाबुआ । परमपूज्य पण्डित श्रीरामशर्मा आचार्य एवं माता भगवती देवी के सुक्ष्म सरंक्षण में स्थानीय गायत्री शक्ति पीठ कालेज मार्ग झाबुआ पर कल 20 जनवरी से 22 जनवरी तक त्रि दिवसीय 46 वे बसंन्तोत्सव का आयोजन किया जारहा है । गायत्री परिवार के पण्डित घनश्याम बैरागी  ने बताया कि मनुष्यता कठिन दौर से गुजर रही हे । वैयक्तिक, पारिवारिक, सामाजिक, राष्ट्रीय ओर अन्तर्राष्ट्रीय व्यवस्थायें बार बार असफल हो रही है । प्रकृर्ति क्षुब्ध होगई है , धरती के बढते तापमान के परिणाम  स्वरूप जीव जन्तु वनस्पति  प्रति क्षण लुप्त हो रहे है । मनुष्य के अस्वच्छ मन ने ऐसी अनेक मुसिबते पैदा कर दी है जिनका समाधान अत्यन्त दुष्कर हो गया है, वो स्वयं अशांविक्षुब्ध है , परिवार खण्ड खण्ड है, समाज कुरीति,पाखण्ड की पकड मे है, भ्रष्टाचासर, अशिक्षा, गरीबी, आतंक, गंदगी,चरित्रहिनता, अश्लीलता  भोगवाद, धार्मिक पाखंड जैसी चुनौतिया देश को जर्जर बना रही है । इन्ही भावनाओं से संकल्प बद्ध होकर गायत्री शक्ति पीठ कालेज मार्ग में त्रि दिवसीय कार्यक्रम  में शनिवार 20 जनवरी को दोपहर 1 बजे कलश शोभायात्रा एवं महाकांल का नगर भ्रमण होगा, सायंकाल 4 बजे से मातृत्व शक्ति सम्मान का आयोजन होगा एवं सायंकाल 6 बजे विशेष आरती होगी । 21 जनवरी रविवार को  प्रातः  6 बजे से सायंकाल 6 बजे तक अखण्ड जाप एवं सायंकाल 7 बजे से 9 बजे तक विशाल दीप यज्ञ का आयोजन होगा ।  बसंत पंचमी सांेमवार 22 जनवरी को  प्रातः 6 से  8 बजे तक स्फटिक महाकाल का अभिषेक पूजन  एवं प्रातः 9 बजे से नौ कुण्डीय गायत्री महायज्ञ, सरस्वती पूजा, गायत्री पूजन के साथ ही आचार्य श्रीराम शर्माका आध्यात्मिक जन्म दिवस मनाया जावेगा । इस अवसर पर विभिन्न संस्कार, दीक्षा, अन्न प्राशन, मुण्डल, नाम करण आदि संस्कार किये जावेगें । श्री बैरागी ने नगर की घर्मप्राण जनता से इस आयोजन मे सपरिवार पधार कर धर्मलाभ अर्जित करने की अपील की है  ।

पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने के लिए हर स्तर पर संघर्ष करना होगा -ः यषवंत भंडारी
  • राष्ट्रीय कार्यसमिति की समीक्षा बैठक में हुई चर्चा

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झाबुआ। पत्रकारों की सुरक्षा एक महत्वपूर्ण मुद्दा है। प्रदेष के अनेक पत्रकारों पर अब तक कई बार जानलेवा हमले हो चुके है वहीं षड़यंत्र एवं सांठ-गांठ करके भी कई पत्रकार बंधुओं पर झूठे पुलिस प्रकरण दर्ज किए गए है। सबसे दुखद बात यह है कि पिछले वर्षों में करीब 36 से अधिक प्रदेष के सजग पत्रकारों की हत्याएं हुई है, परन्तु इसके बाद भी प्रदेष सरकार पत्रकारों को किसी तरह की सुरक्षा प्रदान नहीं कर रहीं है, इसलिए हमे हर स्तर पर पत्रकारों को संगठित करके पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने की मांग करना होगी। उक्त विचार नेषनल मीडिया फाउंडेषन की भोपाल में आयोजित राष्ट्रीय कार्यसमिति की महत्वपूर्ण बैठक में कार्य समिति में आमंत्रित सदस्य के रूप में वरिष्ठ पत्रकार यषंवत भंडारी ने व्यक्त किए। आपने कहा कि जब चिकित्सकों के लिए प्रोटेक्षन एक्ट बनाया गया है, सांसद एवं विधायकों की भी सुरक्षा की पूर्ण व्यवस्था की गई है, शासकीय अधिकारियों को भी अपने स्तर पर सुरक्षा व्यवस्था प्राप्त है, ऐसी स्थिति में प्रजातंत्र के सबसे महत्वपूर्ण स्तंभ पत्रकारों को भी पूर्ण सुरक्षा प्रदान की जाना चाहिए, क्योकि पत्रकारों के माध्यम से ही सहीं खबरे आम जनता को प्राप्त होती है। कार्यसमिति की समीक्षा बैठक में फाउंडेषन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेन्द्र जैन के नेतृत्व की सराहना करते हुए उपस्थित कार्य समिति के सभी सदस्यों ने कहा कि पत्रकारों के सम्मान एवं हित के लिए श्री जैन के अथक प्रयासों से मप्र के 16 से अधिक पत्रकार संगठनों ने एक मंच पर आकर हजारों की संख्या में उपस्थित होकर प्रदर्षन कर पत्रकारों की सुरक्षा कानून लागू करने के लिए मप्र के मुख्यमंत्री को अपनी एकता की ताकत बताई। कार्यसमिति के सभी सदस्यों ने एक मत से यह निर्णय लिया कि यदि पत्रकार सुरक्षा अधिनियम अतिषीघ्र लागू करने की घोषणा नहीं की जाती है, तो फाउंडेषन के माध्यम से पूरे प्रदेष में हर स्तर पर आंदोलन करने के लिए हम सभी तैयार है। इस अवसर पर पत्रकार जगत की कई हस्तीयांें एवं समाजसेवा में अग्रणी पत्रकारों को सम्मानित किया। कार्यसमिति में पूरे भारतवर्ष के कई प्रांतों की मीडिया जगत की बड़ी हस्तीयां मौजूद थी।

किसान फसल में आवश्यकतानुसार सिंचाई करे, सब्जियो के पौधे का करे रोपण

झाबुआ । कृषि विज्ञान केन्द्र झाबुआ द्वारा किसानो को सलाह दी गई है कि आगामी 5 दिवसों में तापमान सामान्य रहने व वर्षा नहीं होने की संभावना है। किसान फसल में चना व सरसो फसल की सत्त निगरानी रखे कीट का प्रकोप बढ़ने पर कीटनाशक दवा की अनुशंसित मात्रा का छिडकाव करे। कपास के खिले डेडुंओ की समय पर चुनाई सफाई के साथ करे जिससे बाजार भाव अच्छा मिले। चने की इल्ली की रोकथाम के लिये टी आकार की 2 से 2.5 फिट उॅचाई की 20 से 25 खूटियाॅ एवं फोरोमेन ट्रैप 8 ट्रैप प्रति एकड लगाए। फसल की सतत निगरानी रखे व प्रति मीटर 2 से 3 इल्ली होने पर ट्रायजोफाॅस दवा 800.0 मिली. हैक्टेर का छिडकाव करे। रसचूसक कीट के नियंत्रण के लिये इमिडाक्लोप्रिड या थायोमिथाक्सिन दवा 0.35-0.45 ग्राम/ली की दर से छिडकाव करे। फल वृक्ष में आम के बाग में सिंचाई रोक दे। आम में मिलीबाग के नियंत्रण हेतु तने में ग्रीस की पटिटया लगाये व 250 ग्रा/पौधा फालीडाल चूर्ण का भूमि में भुरकाव करे। बेर के फलों की बढावार के लिए नत्रजन उर्वरक की टाॅप ड्रेसिंग करे। सब्जियाॅ में  रसचूसक कीट के नियंत्रण के लिये इमिडाक्लोप्रिड या थायोमिथाक्सिन दवा 0.35-0.45 ग्राम/ली की दर से छिडकाव करे। टमाटर,भिण्डी, मिर्च, बैगन आदि में प्ररोह एवं फलछेदक इल्ली की रोकथाम के लिए ट्रायजोफास दवा 2.0 मिली/ली का छिडकाव करे। भिण्डी, बैगन एवं हरी मटर, मेथी, पालक, मूली एवं हरी मिर्च की समय पर तुडाई कर ग्रेडिंग कर बाजार में बेचे। शीतकालीन सब्जियों जैसे टमाटर गोभी, पत्तागोभी, बैगन, मिर्च, शिमला मिर्च अगेती आलू की सतत निगरानी करे। सब्जी हेतु हरी मटर, मेथी, पालक, मूली गाजर, प्याज आदि की समय पर सिंचाई कर अनुशंसित उर्वरक की मात्रा दे। पशु/पक्षी में मुर्गी व चूजों को ठण्ड से बचाव हेतु मुर्गी घर की खिडकियो को ढककर रखे, रात में बल्व जलाकर या हिटर रखकर ताप दे।

स्वस्थ बेबी प्रतियोगिता का हुआ आयोजन, मोहनकोट की रेणुका बनी सबसे स्वस्थ बालिका
  • आनंद उत्सव में बढ-चढकर हिस्सा ले रहे ग्रामीण

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झाबुआ । जिले में 14 जनवरी से आनंद उत्सव का आगाज हो गया है। ग्राम पंचायत स्तर पर आयोजित आनंद उत्सव में गांव के बुजुर्ग, महिला एवं बच्चे उत्साह के साथ भाग ले रहे है। ग्राम स्तर पर स्थानीय खेल कबड्डी, खो-खो, 100 एवं 200 मीटर की दौड, कुर्सी दौड, भजन, गायन, इत्यादि प्रतियोगिताएॅ आयोजित की जा रही है। गाॅव में आनंद उत्सव के समापन के बाद सामूहिक भोज का आयोजन भी किया जा रहा है। आज झाबुआ की ग्राम पंचायत मसुरिया, सेमलिया बडा, रामा की पारा, नरसिंहपुरा पाडलघाटी, मेघनगर की डुंडका, देवीगढ, पेटलावद की मोहनकोट, अलस्याखेडी, गोपालपुरा एवं कोदली में बुजुर्गो महिलाओ एवं युवाओ की रस्साकशी, कबड्डी, भजन, दौड इत्यादि प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। साथ ही मोहनकोट में आंगनवाडी पर स्वस्था बेबी प्रतियोगिता भी आयोजित की गई। जिसमें रेणुका शांतिलाल ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। बुजुर्गो, युवाओं एवं महिलाओं ने आयोजित आनंद उत्सव के दौरान प्रतियोगिता में बढ-चढ कर हिस्सा लेकर आनंद की अनुभूति की।

झाबुआ विधायक शांतिलाल बिलवाल ने कन्या हायर सेकेण्डरी स्कूल एवं शारदा विद्या मंदिर झाबुआ में विद्यार्थियों से किया संवाद
  • कक्षा 12 वी के छात्रो को पढाई हेतु किया प्रेरित

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झाबुआ । हायर सेकेडरी स्कूलों के कक्षा 12 वी के छात्र-छात्राओं को वार्षिक परीक्षा के पहले पढाई के लिए प्रेरित करने के लिए सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों के छात्र-छात्राओं के लिए प्रेरणा संवाद कार्यक्रम 15 से 30 जनवरी के बीच आयोजित किये जायेगे।  आज झाबुआ के कन्या हायर सेकेण्डरी स्कूल एवं शारदा विद्या मंदिर झाबुआ में विधायक श्री शांतिलाल बिलवाल ने विद्यार्थियों से संवाद किया एवं उन्हें बताया कि आप अच्छे से पढाई करे एवं 12 वीं की परीक्षा में 80 प्रतिशत से अधिक अंक लाये। शासन द्वारा मेघावी छात्र प्रोत्साहन योजना एवं लेपटाप योजना का लाभ दिया जाएगा। कार्यक्रम में उन्होने बच्चों को प्रेरित करने के लिए स्वयं के जीवन के बारे में भी बताया। कार्यक्रम में केन्द्रीय विद्यालय के  शिक्षक श्री त्रिवेदी एवं जनसंपर्क अधिकारी श्रीमती अनुराधा गहरवाल ने भी बच्चो को प्रेरित करने के लिए संवाद किया एवं अपने जीवन एवं पढाई की बाते साझा की। 

मेघावी छात्र प्रोत्साहन योजना
उच्च शिक्षा विभाग की इस योजना में मेघावी छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए फीस की प्रतिपूर्ति की जाती है। कक्षा 12 वीं में 75 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियो की उच्च शिक्षा की फीस शासन द्वारा वहन की जाती है। सरकारी गैर सरकारी व इंजीनियरिग काॅलेज में प्रवेश के इच्छुक छात्र की जेईई मेंस परीक्षा में उत्र्तीण होने पर पूरी फीस राज्य सरकार द्वारा वहन की जाएगी। प्राइवेट काॅलेज की फीस भी सरकार जमा कराएगी। चिकित्सा शिक्षा, विधि शिक्षा, ग्रेजुएसन प्रोग्राम या इंटीग्रेटेड पोस्ट ग्रेजुएशन प्रोग्राम स्नातक स्तर तक की शिक्षा के लिए सरकार सहयोग करेगी।

प्रतिभाशाली छात्रो को लैपटाॅप प्रदाय योजना
स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा 12 वीं की मुख्य परीक्षा में समान्य वर्ग के विद्यार्थियो द्वारा 85 प्रतिशत या उससे अधिक अंक पाने पर एवं अनुसूचित जाति व जनजाति वर्ग तथा विमुक्त, घुमक्कड तथा अर्द्ध घुमक्कड वर्ग के विद्यार्थियो के 75 प्रतिशत व उससे अधिक अंको के साथ परीक्षा उत्तीर्ण करने पर छात्रों को लैपटाॅप खरीदने हेतु 25 हजार रूपए और प्रमाण पत्र दिया जाता है।

उप निर्वाचन की मतगणना 20 जनवरी को

झाबुआ । नगरीय एवं त्रि-स्तरीय पंचायत उप निर्वाचन के लिए झाबुआ में मतगणना 20 जनवरी को जिला पंचायत सदस्य के लिए प्रातः 8 बजे से पाॅलीटेक्नीक काॅलेज झाबुआ में होगी एवं मेघनगर पार्षद की मेघनगर में प्रातः 9 बजे से मतगणना होगी।

शिकायत निवारण फोरम इन्दौर द्वारा किया जाएगा समस्याओं का निराकरण
  • विद्युत मण्डल के उपभोक्ता समस्या निवारण शिविर 22 एवं 23 जनवरी को

झाबुआ । झाबुआ एवं अलिराजपुर जिले के विद्युत उपभोक्ताओं की विद्युत संबंधी समस्याओं एवं शिकायतों के त्वरित निराकरण हेतु म0प्र0 पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड की ओर से गठित उपभोक्ता शिकायत निवारण फोरम, इन्दौर के द्वारा झाबुआ एवं अलिराजपुर जिला मुख्यालयों पर स्थित विद्युत वितरण कंपनी के कार्यालयों में क्रमशः 22 एवं 23 जनवरी को वृहत शिविर आयोजित किए जा रहे हेै। इस संबंध में पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के अधीक्षण यंत्री आर.एस.तोमर ने बताया कि विद्युत उपभोक्ताओं की समस्याओं की सुनवाई एवं यथासंभव उनके मौके पर ही निरारकण हेतु यह शिविर झाबुआ जिले में 22 जनवरी को दोपहर 3.00 से 4.30 बजे तक तथा अलिराजपुर जिले के लिए 23 जनवरी को दोपहर 12.00 से 1.30 बजे तक ये शिविर दोनो जिलों के कार्यपालन यंत्री कार्यालयों में आयोजित किए जायेगे। विद्युत वितरण कंपनी की ओर से समस्त विद्युत उपभोक्ताओं से अपील हैं कि वे अपनी समस्याओं के संबंध में लिखित आवेदन पत्र शिविर में उपस्थित होकर प्रस्तुत कर सकते है एवं प्राप्त समस्त आवेदन पत्रों का नियमानुसार निराकरण उपभोक्ता शिकायत निवारण फोरम, इंदौर के अध्यक्ष की उपस्थिति में किया जायेगा।

सफलता की कहानी : दिव्यांग होने के बावजूद अनिता ने खुद बना लिया शौचालय

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झाबुआ । कहते है मन में दृढ़ इच्छाशक्ति हो तो कोई भी काम आसान हो जाता है। ऐसी ही कुछ सोच है पेटलावद जनपद के रामपुरिया गांव की निवासी दिव्यांग अनिता पति सोहन कटारा की। उसने दिव्यांग होने पर भी हार नही मानीं। अनिता के घर में शौचालय नहीं था। और गांव के अधिकतर घरों  में शौचालय बन चुके थंे। उसके मन में भी विचार आया कि मेरे घर में भी शौचालय होना चाहिए। बस अपना शौचालय बनाने के लिए वह स्वयं गेती, फावडा लेकर जुट गई और सप्ताह भर में शौचालय तैयार कर लिया। सरपंच अनिल निनामा एवं सचिव लक्ष्मीनारयण ने बताया कि हमने ग्राम वासियों को शौचालय बनाने के लिए शासन से 12 हजार रूपये प्रोत्साहन राशि दिये जाने की जानकारी दी एवं उपयोग की समझाईश दी। इससे प्रेरित होकर अनिता ने भी सरकार से मिलने वाली मद्द का इंतजार नहीं करते हुए स्वंय के व्यय से शौचालय निर्माण कर लिया। अनिता कटारा ने चर्चा के दौरान बताया कि उसे शौच के लिए बाहर जाने पर शर्म महसूस होती थी। इसलिए उसने अपनी इज्जत और सम्मान को ध्यान में रखते हुए शौचालय निर्माण की सोची और यह भी सोचा की शासन से मदद मिले या ना मिले लेकिन शौच के लिए मुझे बाहर नहीं जाना पडेगा और गंदगी से भी निजात मिल जाएगी, जिससे परिवार जन स्वस्थ रहेगे। शौचालय निर्माण के लिए शासन की मदद का इंतजार करने वालो के लिए दिव्यांग अनीता क्षेत्र में मिशाल बन गई है। गांव के परिवारो को प्रेरित करने के लिए स्वच्छ भारत अभियान के प्रेरक अन्य परिवारो को भी अनीता का उदाहरण देते है।
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हाफिज सईद पर मुकदमा चलाया जाना चाहिए : अमेरिका

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वाशिंगटन 19 जनवरी, अमेरिका ने कहा कि जमात-उद-दावा (जेयूडी) प्रमुख हाफिज सईद पर 'कानून की अंतिम सीमा तक'मुकदमा चलाया जाना चाहिए, क्योंकि अमेरिका उसे एक आतंकवादी मानता है। हाफिज को मुंबई आतंकवादी हमले का मास्टरमांइड माना जाता है। अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता हीदर नॉर्ट ने गुरुवार को कहा कि अमेरिका ने पाकिस्तान को सईद के खिलाफ कार्रवाई करने का संदेश भेजा है। इस हफ्ते के शुरू में जियो न्यूज को दिए गए साक्षात्कार में सईद के नाम में 'साहब'लगाते हुए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहिद खकान अब्बानी पहले ही सईद पर मुकदमा नहीं चलाने का फैसला कर चुके हैं। उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान में उसके खिलाफ कोई मामला नहीं है। अब्बासी की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए नॉर्ट ने कहा, "हम उसे एक आतंकवादी मानते हैं, जो विदेशी आतंकवादी संगठन का हिस्सा है। हम मानते हैं कि वह 2008 मुंबई आतंकवादी हमले का मास्टरमाइंड था, जिसमें अमेरिकियों के साथ कई लोग मारे गए।" उन्होंने कहा, "हमने अपने बिंदुओं व अपनी चिंताओं को पाकिस्तानी सरकार को साफ तौर पर बता दिया है। हम मानते हैं कि इस व्यक्ति पर मुकदमा चलाया जाना चाहिए।" उन्होंने कहा, "पाकिस्तान सरकार ने उसे नजरबंदी से हाल में ही रिहा किया है। हम मानते हैं कि उस पर कानून की अंतिम व व्यापक सीमा तक मुकदमा चलाया जाना चाहिए। सईद के लश्कर-ए-तैयबा से संबंध होने के कारण उसे लक्षित प्रतिबंधों के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद 1267 द्वारा सूचीबद्ध किया गया है।" व्हाइट हाउस पहले ही साफ कर चुका है कि यदि पाकिस्तान सईद को हिरासत में लेने व आरोप लगाने की कार्रवाई नहीं करता तो इसका अमेरिका-पाकिस्तान के संबंधों पर असर पड़ेगा। पाकिस्तानी अधिकारियों ने सईद को नवंबर में साक्ष्यों के अभाव में नजरबंदी से रिहा कर दिया था। अमेरिका ने मई 2008 में सईद को विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकवादी घोषित किया था।

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर 19 जनवरी

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सौंठिया गांव को ब्लाॅक कंाग्रेस कमेटी विदिषा ग्रामीण ने लिया गोद

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विदिशाःमेरा बूथ मेरा गौरव कार्यक्रम को लेकर आज ब्लाॅक कंाग्रेस कमेटी विदिषा ग्रामीण के कार्यकर्ता एवं कांग्रेस नेता आज ग्राम सुआखेडी, सौंठिया, मुरवारा, गेहॅूखेडी एवं आमखेडा पहुॅचे, जहाॅ ग्रामीणजनों को कंाग्रेस की विचारधारा से अवगत कराकर उन्हें मतदान केन्द्र स्तर की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई। एवं वरिष्ठ कार्यकर्ताओं को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर ग्राम सौंठिया में उपस्थित जनसमुदाय को संबोधित करते हुए वरिष्ठ कांग्रेस नेता शषांक भार्गव ने कहा कि 15 सालों भाजपा के शासन में म.प्र. का दलित वर्ग परेषान है म.प्र. सरकार ने अनुसूचित जाति, जनजाति की कई योजनाओं को बंद कर दिया है। और जो योजनायें चलाई जा रहीं है उनके वजट में भारी कटौती कर दी गई है। कांग्रेस की सरकार आते ही सारी योजनाएॅ फिर से सुचारू रूप से चलाई जायेंगी। इस अवसर पर कांग्रेस नेता अजय कटारे ने कहा कि विदिषा के समीपस्थ होने के बावजूद सौंठिया गांव का समुचित विकास नहीं किया गया है। आज भी पेयजल और बिजली सौंठिया गांव बडी समस्या है, आज ग्रामीणजनों की उपस्थिती में कांग्रेस पार्टी से संकल्प लेती है कि ब्लाॅक कांग्रेस कमेटी विदिषा ग्रामीण द्वारा सौंठिया गांव गोद लिया जाता है आज से इस गांव हर एक व्यक्ति की समस्या की लडाई कांग्रेस पार्टी मजबूती से लडेगी। ब्लाॅक कांग्रेस ग्रामीण के अध्यक्ष दीवान किरार ने कहा कि सौंठिया गांव के समुचित विकास की गारंटी अब कांग्रेस पार्टी ने ले ली है सौंठिया के आम आदमी को उसके अधिकार दिलाये जायेगें। इस कार्यक्रम के दौरान वरिष्ठ कांग्रेस नेता कालूराम मीणा, मोहरसिंह रघुवंषी, अनुज लोधी, मतीन भाई, बैजनाथसिंह यादव, बंटी सक्सैना, मलखानसिंह मीणा, वीरेन्द्र राजपूत, हरिसिंह मीणा, अभिलाष कटारे, मनोज कुषवाह, राजकुमार डिडोत, तरूण भण्डारी, षिवराज पिपरोदिया, प्रेमनारायण कुषवाह, संजीव प्रजापति, उमर पटेल, प्रहलाद यादव, जगदीष षिलावट, मनेन्द्र कटियार, दीपक दुबे, दिलीप विष्वकर्मा, छोटू राय, राकेष यादव, गोरेलाल सहित अनेकों कांग्रेस कार्यकर्ता एवं ग्रामीण जन उपस्थित रहें। 

भगवान स्वरूप है माता-पिता-नपाध्यक्ष मुकेष टण्डन 

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विदिषा-19 जनवरी 2018/हमारी संस्कृति में माता-पिता को भगवान का स्वरूप माना गया है। दूसरी ओर वास्तविकता यह है कि हम आज के समय मे अपने बुजुर्गों का सेवा-सुश्रूषा और सम्मान ठीक प्रकार से नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे मे अपनी स्वर्गीय माँ श्रीमती इंदिरा पाण्डे की स्मृति मे हम सबने उनको श्रद्धांजलिस्वरूप पौधरौपण किया हैं। यह बड़ा अनुकरणीय कार्य है। उपर्युक्त उदगार नगरपालिका अध्यक्ष मुकेश टंडन ने संस्था सचिव मनोज पाण्डे की स्वर्गीय माताजी श्रीमती इन्दिरा पाण्डे के जन्मदिन पर मुक्तिधाम परिसर मे आयोजित पौधरौपण कार्यक्रम में व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि मुक्तिधाम के सौंदर्यीकरण मे राशि की कहीं कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। इसकी एक बृहद योजना तैयार कर ली गई है, जिसे सभी शीघ्र ही मूर्तरूप मे देखेंगे। वहीं कलेक्टर अनिल सुचारी ने कहा की मुक्तिधाम एक ऐसा स्थान है, जहां सबको आना पड़ता है। चाहे कोई छोटा हो या बड़ा, यहां आकर सभी समान हो जाते हैं। ऐसे पवित्र स्थान को हम सब मिलकर हरा-भरा कर रहें है। विदिषा जैसा अति सुन्दर मुक्तिधाम कम ही स्थानों पर देखने को मिलता है। कार्यक्रम को एडीएम एचपी वर्मा, पूर्व सांसद प्रतापभानु शर्मा, समाजसेवी गोविंद देवलिया, अतुल शाह, अरविंद द्विवेदी व मनोज पाण्डे ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर फाइकस, पाम, बादाम, अशोक, सतपर्णीय आदि विभिन्न प्रजातियों के पौधों का रोपण किया गया। इस अवसर पर एसडीएम रविशंकर राय नपा सीएमओ सतेन्द्र धाकरे होमगार्ड के कंपनी कमांडर उमेश तिवारी, राममोहन सिन्हा, विजय चतुर्वेदी, पूर्व नपा उपाध्यक्ष देवेंद्र खुराना, पार्षद दिनेश कुशवाह, सेंटमेरी कालेज के प्रभारी प्राचार्य अरविंद द्विवेदी, एन एस एस टीम सदस्य, लायंस क्लब अध्यक्ष जेएस चैहान, सनातन श्री हिन्दू उत्सव समिति अध्यक्ष संजीव शर्मा,सीआईडी के उपेंद्र मिश्रा, भानुप्रकाश दुबे,प्रधान आरक्षक अनिल पटेरिया, जीवदया संस्थाध्यक्ष राजेश जैन प्रीत, आम आदमी पार्टी के संयोजक उमरावसिंह रघुवंशी, वेदप्रकाश शर्मा, कर्मचारी नेता अनिल शर्मा, श्रमदानी संतोष गुप्ता, राजकुमार शर्मा, विनय जैन, हितेंद्र रघुवंशी,मुन्नालाल तिवारी, मुकेश कुशवाह, सुंदर सोनी, भाजपा आईटी सेल के संयोग श्रीवास्तव, शैलेंद्र मोहड, राकेश वैद्य, मनोज कौशल, भूरा कुशवाह, रवि प्रजापति सहित बड़ी संख्या में नियमित श्रमदानी व सामाजिक संगठनों के पदाधिकारी एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। कार्यक्रम के उपरांत बेतवा के चरणतीर्थ धाम पर मछलियों को दाना खिलाया गया। कार्यक्रम का संचालन संस्था सचिव मनोज पाण्डे ने किया।

उत्सव से ग्रामीणजन आनंदित हो रहे है-राज्यमंत्री श्री मीणा

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राज्यमंत्री श्री सूर्यप्रकाश मीणा के मुख्य आतिथ्य में आज आनंदोत्सव का आयोजन ग्राम सतपाडा में किया गया था। राज्यमंत्री श्री मीणा ने ग्रामीणों से कहा कि उत्सव किसी भी प्रकार का हो ग्रामीणजन उससे आनंदित होते है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के आयोजनों से ग्रामीणजनों में आपसी समन्वयक और सौहार्द्र वातावरण और भाईचारे को बढावा दे रहा है। राज्यमंत्री श्री मीणा ने प्रतियोगिता में शामिलों को मेडल एवं प्रशंसा पत्र देकर पुरस्कृत किया। ग्राम सतपाडा में आज हुए आनंदोत्सव कार्यक्रम के तहत युवाओं के मध्य बोरा दौड, महिलाओं के मध्य रस्सी खींच एवं ग्रामीणों के मध्य फाग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। कार्यक्रम स्थल पर जनप्रतिनिधियों के अलावा ग्रामीणजन, विभिन्न विभागों के अधिकारी और जनपद सीईओ श्रीमती वंदना शर्मा मौजूद थी।

भारत पर्व का आयोजन एसएटीआई में

गणतंत्र दिवस 26 जनवरी की संध्या को आयोजित होने वाले लोकोत्सव भारत पर्व का आयोजन एसएटीआई के पाॅलिटेक्निक सभागृह में सांय साढे पांच बजे से किया गया है। जिला पंचायत सीईओ एवं कार्यक्रम के नोड्ल अधिकारी श्री दीपक आर्य ने बताया कि संस्कृति विभाग द्वारा चयनित कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां प्रस्तुत की जाएगी वही जनसम्पर्क विभाग द्वारा प्रदेश की उपलब्धियों, विकास यात्रा पर केन्द्रित प्रदर्शनी लगाए जाने हेतु निर्देशित किया गया है।

मतदाता सूची का प्रकाशन

निर्वाचन आयोग के द्वारा जारी कार्यक्रम अनुसार जिले की पांचो विधानसभा क्रमशः विदिशा, बासौदा, कुरवाई (अजा), सिरोंज एवं शमशाबाद में निर्वाचक नामावली का विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण के तहत तैयार की गई मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन किया जा चुका है। उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्री आरडीएस अग्निवंशी ने बताया कि 19 जनवरी शुक्रवार को जिले की पांचो विधानसभाओं की मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन किया गया है।

समिति का गठन 

कलेक्टर श्री अनिल सुचारी के द्वारा किशोर न्याय अधिनियम के तहत जिला स्तरीय समिति गठन के आदेश जारी कर दिए है। महिला सशक्तिकरण अधिकारी ने बताया कि गठित समिति मान्यता प्राप्त शासकीय, अशासकीय संस्थाओं का निरीक्षण तीन माह में कम से कम एक बार कर बाल देखरेख संस्था का निरीक्षण प्रतिवेदन प्रस्तुत करेंगी। समिति में बाल कल्याण समिति के सदस्य श्रीमती दीप्ति खरे, जिला बाल संरक्षण अधिकारी श्री बृजेश जैन, चिकित्सा अधिकारी डाॅ निर्मला तिवारी, बाल अधिकारों, देखभाल, संरक्षण और कल्याण के क्षेत्र में कार्यरत श्रीमती तरूणा सक्सेना और मानसिक तौर पर अशक्त बालकों के क्षेत्र में कार्य करने का अनुभव रखने वाले श्री संजीव कुमार जैन को समिति में शामिल किया गया है। 

सफलता की कहानी : योजना से मुकेश की गाड़ी चल पड़ी

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मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना ने सिरांेज के मुकेश नामदेव के परिवार मेें परिवर्तन लाया है। मुकेश जहां पहले ठेकेदार के यहां सुपरवाईजरी का काम करता था। वही अब योजना तहत स्वंय का वाहन मिल जाने से रोजगार और व्यवसाय शुरू कर सका है। चर्चा के दौरान मुकेश नामदेव ने बताया कि मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना की जानकारी सिरोंज में आयोजित लोक कल्याण शिविर के दौरान मिली। मुझे वाहन खरीदने हेतु योजना के तहत पिछडा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण विभाग से सम्पर्क करने की सलाह शिविर के दौरान मिली। मैंने विदिशा के कार्यालय में सम्पर्क किया वहा के अधिकारी द्वारा प्रकरण तैयार किया गया। मुझे बैंक आॅफ इंडिया शाखा विदिशा के द्वारा छह लाख 75 हजार का ऋण स्वीकृत हुआ और मुझे दो लाख का अनुदान प्राप्त हुआ। हितग्राही मुकेश नामदेव ने बताया कि वाहन चलाने का अनुभव व लायसेंस मेरे पास पहले से था इस कारण से मैंने बोलेरा लोड़िग वाहन बैंक के माध्यम से फायनेंस कराया। मुझे कमर्शियल वाहन क्रमांक एमपी 40 जीए 0971  प्राप्त हुआ है इस वाहन से मैं हर रोज सिरोंज-लटेरी एवं अन्य दूरस्थ लोड़िंग, अनलोडिंग का कार्य कर रहा हूं। हर एक माह वाहन का पूरा खर्चा निकालने के बाद दस से 15 हजार रूपए की बचत हो रही है जिसमें से प्रतिमाह नौ हजार 740 रूपए की बैंक किश्त मेरे द्वारा जमा की जा रही है। लोडिंग वाहन के लिए व्यापारियों एवं आमजनों के द्वारा मुझसे मोबाइल नम्बर 9893712299 पर सीधा सम्पर्क किया जा रहा है। हितग्राही श्री मुकेश नामदेव ने बताया कि जहां पहले ठेकेदार की दस बातें मजबूरी में सुननी पड़ती थी वही अब मानसिक तनाव और आर्थिक विपन्नता से मुझे आजादी मिली है। अब मैं हर रोज समय पर घर पहुंच जाता हूं जिस कारण से मेरी दोनो बच्चियों के चेहरो पर अलग खुशी झलकती है। एक योजना मात्र ने पूरे परिवार की सोच विचारधारा को बदल दिया है और आर्थिक सबलता प्रदान की है।

75 महिलाओं को मौके पर लायसेंस मिले 

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प्रदेश की महिलाओं के लिए निःशुल्क ड्रायविंग लायसेंस बनाए जाने के लिए परिवहन विभाग द्वारा पिंक ड्रायविंग लायसेंस ड्राइव के तहत शुक्रवार को जिला मुख्यालय पर शिविर का आयोजन किया गया था।नगरपालिका अध्यक्ष श्री मुकेश टण्डन के आतिथ्य में आयोजित उक्त शिविर में उन्हांेने कहा कि प्रदेश की महिलाओं को सशक्त बनाने की दिशा में मुख्यमंत्री जी द्वारा विशेष प्रयास किए जा रहे है। उन्होंने आधुनिक युग में महिलाएं किसी भी प्रकार से पिछडे ना इसके लिए हर संभव प्रयास प्रदेश में किए जा रहे है। नपा अध्यक्ष श्री टण्डन ने शिविर में शामिल महिलाओं से आग्रह करते हुए कहा कि लायसंेस प्राप्ति के उपरांत वाहन चलाते वक्त यातायात नियमों का पालन अनिवार्यतः करें। जिला परिवहन अधिकारी श्री गिरजेश वर्मा ने बताया कि उक्त शिविर में 120 महिला आवेदकों द्वारा अपने आवेदन प्रस्तुत किए थे जिसमें से मौके पर 75 महिला आवेदको ने कम्प्यूटरीकृत परीक्षा उत्तीर्ण करने पर उन्हें ड्रायविंग लर्निग लायसेंस मौके पर अतिथियों द्वारा प्रदाय किए गए है। जिला परिवहन कार्यालय में सम्पन्न हुए पिंक ड्रायविंग लायसेंस ड्राइव शिविर में श्री कल्याण सिंह, श्री लालाराम चैधरी के अलावा अन्य जनप्रतिनिधि एवं परिवहन विभाग का स्टाॅप एवं आवेदक महिला मौजूद थी। 

मधुबनी : डायन प्रताड़ना को लेकर महिला ने दर्ज कराई प्राथमिकी

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बेनीपट्टी/मधुबनी (आर्यावर्त डेस्क) 19 जनवरी ।बेनीपट्टी थाना क्षेत्र के एक महिला ने डायन प्रताड़ना को लेकर तीन लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है। वादिनी ने प्राथमिकी में कहा है कि जब वे अपना दुकान खोल रही थी,तो रंजन कुमार गुप्ता व रौषन कुमार गुप्ता गाली-गलौज करते हुए बाल पकड़ कर पटक दिया। इसी क्रम में वे बेनग्न हो गयी। हंगामा होने पर बचाने के लिए आया मेरा बेटा तो एक अन्य आरोपी ने गले से सोने का हनुमानी छिन लिया। वादिनी ने आरोपितों पर मारपीट कर जख्मी कर देने का भी आरोप लगाया है। इस संबंध में पूछे जाने पर एसएचओ सह पुलिस निरीक्षक हरेराम साह ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस मामले की विवेचना कर रही है।

मधुबनी : अग्निकांड में तीन मवेशी सहित एक घर जलकर राख हो गया।

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अंधराठाढ़ी/मधुबनी (मोo आलम अंसारी) । शुक्रवार की देर रात महरैल गांव हुए अग्निकांड में तीन मवेशी सहित एक घर जलकर स्वाहा हो गया। इस अग्निकांड में हजारो की सम्पति की भी जल कर राख हो जाने की खवर है। सूत्रों के मुताविक लाल झा के यहां बुधवार को मुंडन था। मुंडन के उपलक्ष्य में गुरुवार को भोज आदि की तैयारी हो रही थी। भोजन पकाने के क्रम में जिस घर में मवेशी बंधा था उसके पास जल रहे गैस लाइट में अचानक रिसाव हो गया। गैस रिसाव की वजह से देखते ही देखते पूरे घर मे आग लग गयी।  वहां मौजूद लोग गैस सिलेंडर के फटने के भय से भागने लगे। देखते ही देखते घर पूरी तरह आग की चपेट में आ गया। घर के अंदर बंधे मवेशी भाग नही सके। घर में बंधे दो छागर और एक गाय की झुलसकर मर गयी। इसके अलावे घर मे रखा और भी कई तरह के समान भी जल कर नष्ट हो गये। घटना की जानकारी मिलते ही रुद्रपुर थानाध्यक्ष कुणाल कुमार एवं अंचल अधिकारी विष्णुदेव सिंह घटनास्थल पर पहुंचकर क्षति का आकलन किया। अंचल अधिकारी के प्रावधान के तहत पीड़ित परिवार को समुचित सहायता दी जायेगी। 

मधुबनी : मानव श्रंखला के लिए जिला पदाधिकारी का गाँव गाँव संवाद

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मधुबनी, 19 जनवरी, जिला पदाधिकारी,मधुबनी के द्वारा शुक्रवार को पंडौल प्रखंड स्थित उच्च विद्यालय के परिसर में दहेज उन्मूलन एवं बाल-विवाह के लिए निर्धारित मानव श्रृंखला निर्माण के लिए लोगों में जागरूकता लाने के लिए लोगों को संबोधित किया गया। तत्पष्चात जिला पदाधिकारी द्वारा उच्च विद्यालय, पंडौल के मैदान में क्रिकेट मैच का शुभारंभ बैटिंग कर किया गया। बाॅलिंग श्री इंद्रप्रकाष, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, सदर मधुबनी द्वारा किया गया। श्री रामचंद्रन टुड्ड, निदेषक, प्राथमिक षिक्षा,बिहार के द्वारा भी बैटिंग की गयी। एवं उनके द्वारा भी लोगों को बाल-विवाह एव ंदहेज उन्मूलन कार्यक्रम में भाग लेकर कार्यक्रम को सफल बनाने की अपील की गयी। उन्होने बाल-विवाह एव ंदहेज उन्मूलन से होने वाले सामाजिक बदलाव के बारे में भी बताया गया। श्री धर्मेन्द्र कुमार, उप विकास आयुक्त, मधुबनी एवं श्री दीपक वरनवाल, पुलिस अधीक्षक, मधुबनी के द्वारा भी बैटिंग की गयी। जिले के वरीय पदाधिकारियों को बैंटिंग करते लोग काफी रोमांचित हुए। जिला पदाधिकारी द्वारा लोगों से 21 जनवरी को आयोजित मानव श्रृंखला में भाग लेकर दहेज एवं बाल-विवाह प्रथा के उन्मूलन में सहयोग की अपील की गयी।

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तत्पष्चात जिला पदाधिकारी के नेतृत्व में ़2 केजरीवाल उच्च विद्यालय,झंझारपुर से प्रखंड कार्यालय, झंझारपुर तक लोगों में जागरूकता लाने के उद्देष्य से पदयात्रा निकाली गयी। जिसमें स्थानीय लोग एवं अनुमंडल स्तरीय पदाधिकारियों ने भी भाग लिया। जिला पदाधिकारी द्वारा ़2 केजरीवाल उच्च विद्यालय,झंझारपुर में आम सभा में लोगों को संबोधित किया गया। तथा लोगों से भेद-भाव भूलकर मानव श्रृंखला में भाग लेने की अपील की गयी। जिला पदाधिकारी द्वारा विद्यालय परिसर से ही साईकिल रैली को हरी झंडी दिखाकर भी रवाना किया गया।  तत्पष्चात जिला पदाधिकारी द्वारा लखनौर प्रखंड कार्यालय परिसर में आम सभा को संबोधित किया गया। जिसमें उन्होंने कहा कि दहेज प्रथा बंद होने से लोगों का पैसा बचत होगा, और वे इसे अपने बच्चों की षिक्षा-दीक्षा में लगायेंगे। जिससे कि समाज का विकास होगा। तत्पष्चात जिला पदाधिकारी द्वारा मधेपुर प्रखंड के लक्ष्मीपुर चैक से मधेपुर थाना परिसर तक पदयात्रा किया गया। जिसमें काफी संख्या में महिलाओं एवं अन्य लोगों ने भाग लिया। लोगों के द्वारा बाल-विवाह एव ंदहेज उन्मूलन संबंधी नारा भी लगाया गया। जिला पदाधिकारी द्वारा मधेुपर थाना परिसर में लोगों को संबोधित किया गया। जिसमें उन्होने सभी लोगों से मानव श्रृंखला कार्यक्रम को सफल बनाने की अपील किये।

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जिला पदाधिकारी के नेतृत्व में अंधराठाढ़ी प्रखंड कार्यालय परिसर से रेफरल अस्पताल, अंधराठाढ़ी तक मषाल जुलुस निकाली गयी। जिला पदाधिकारी द्वारा रेफरल अस्पताल परिसर में मानव श्रृंखला में भाग लेकर कार्यक्रम को सफल बनाने की अपील की गयी। मषाल जुलुस में काफी संख्या में आंगनवाड़ी सेविका/सहायिका एवं जीविका की दीदीयों एवं अन्य लोगों ने भी भाग लिया। सभी कार्यक्रम को श्री दीपक वरनवाल, पुलिस अधीक्षक, मधुबनी, श्री धर्मेन्द्र कुमार,उप विकास आयुक्त, मधुबनी, सुश्री निधि रानी, ए0एस0पी,झंझारपुर के द्वारा भी संबोधित किया गया, एवं लोगों से मानव श्रृंखला कार्यक्रम को सफल बनाने की अपील की गयी। सभी कार्यक्रम में श्री संजय कुमार, डीपीओ, साक्षरता, मधुबनी, श्री रंजीत कुमार, समन्वयक, साक्षरता, कला जत्था के कलाकार एवं अन्य लोग उपस्थित थे।

मधुबनी : डीएम ने किया मानव श्रृंखला एवं सरस्वती पुजा को लेकर विधि-व्यवस्था की बैठक

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मधुबनी, 19 जनवरी,  जिला पदाधिकारी, मधुबनी के अध्यक्षता में शुक्रवार को समाहरणालय स्थित जिला पदाधिकारी कक्ष में मानव श्रृंखला एवं सरस्वती पुजा को लेकर विधि-व्यवस्था की बैठक का आयोजन किया गया।  बैठक में जिला पदाधिकारी द्वारा उपस्थित पदाधिकारियों को 21 जनवरी को ही हर हाल में मानव श्रृंखला में भाग लेने वाले प्रतिभागियों का नाम,पिता का नाम,गांव तथा हस्ताक्षरित प्रतिवेदन भेजने का निदेष दिया गया। उन्होंने पदाधिकारियों को निदेष दिया कि वे सभी दूध,ऐम्बुलेंस, प्रेस तथा अन्य आवष्यक वाहन को नहीं रोका जाये। उन्होने सभी अनुमंडल पदाधिकारियों को चिन्हित स्थानों पर पुलिस बलों की प्रतिनियुक्ति तथा दंडाधिकारी की प्रतिनियुक्त करने का निदेष दिया। उन्होने मानव श्रृंखला में व्यवधान उत्पन्न करने वाले असामाजिक तत्वों को चिन्हित कर कार्रवाई करने का भी निदेष दिया। सभी पदाधिकारियों को मानव श्रृंखला का व्यापक प्रचार-प्रसार पोस्टर, बैनर के माध्यम से करने का निदेष दिया गया। सभी पदाधिकारियों को रिहर्सल और ब्रिफिंग करने तथा भौगोलिक रिहर्सल सेक्टर इंचार्ज के साथ करने का निदेष दिया। जिला पदाधिकारी ने बताया कि जिला में मानव श्रृंखला के लिए जिला स्तर पर नियंत्रण कक्ष बनाया गया है। जिसका नं0 06276-224425 है। उन्होने अनुमंडल पदाधिकारियों को भी अनुमंडल स्तरीय नियंत्रण कक्ष बनाने का निदेष दिया। जिला पदाधिकारी द्वारा समिया ढ़ाला, झंझारपुर के पास एवं सकरी में हाइवे कट(मधुबनी की ओर)ट्रैफिक को 21 जनवरी को मानव श्रृंखला के पूर्व रोकने का निदेष दिया गया। जिससे की ट्रैफिक की समस्या उत्पन्न नहीं हो। तत्पष्चात जिला पदाधिकारी द्वारा सरस्वती पुजा को लेकर विधि-व्यवस्था की बैठक की गयी। जिसमें उन्होने पदाधिकारियों को शांति समिति की बैठक करने एवं लाइसेंस निर्गत करने की समीक्षा की गयी। उन्होेने सभी पुजा-पंडालों को लाईसेंस निर्गत करने का निदेष दिया। उन्होने चंदा वसूली करनेवालों पर कड़ी कार्रवाई करने का निदेष दिया। जिला पदाधिकारी द्वारा सोषल मीडिया से अफवाह उड़ानेवालों पर विषेष चैकसी बरतने का निदेष दिया गया। जिला पदाधिकारी द्वारा सभी संवेदनषील स्थानों पर दंडाधिकारी एवं सषस्त्र बलों को प्रतिनियुक्त करने का निदेष दिया गया। उन्होने सरस्वती पुजा तक सभी कर्मी एवं पदाधिकारियों को अवकाष नहीं देने का निदेष दिया। जिला पदाधिकारी द्वारा सभी पदाधिकारियों को प्रतिदिन खैरियत प्रतिवेदन भेजने एवं विधि-व्यवस्था भंग नहीं हो इसका ध्यान रखने का निदेष दिया। बैठक में श्री दीपक वरनवाल, पुलिस अधीक्षक,मधुबनी,श्री धर्मेन्द्र कुमार, उप विकास आयुक्त,मधुबनी, श्री ए0के0पांडेय,ए0एस0पी0,मधुबनी, सुश्री निधि रानी, ए0एस0पी0,झंझारपुर, श्री अमरनाथ झा,सिविल सर्जन,मधुबनी, श्री संजय कुमार, डीपीओ, साक्षरता, मधुबनी एवं सभी अनुमंडल पदाधिकारी एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी उपस्थित थे।

मधुबनी : नाबालिग जोड़ी की शादी का विफल प्रयास किया गया

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अंधराठाढ़ी/ मधुबनी (मोo आलम अंसारी)  अंधराठाढ़ी।बाल विवाह उन्मूलन की सरकारी संकल्प को धत्ता बताते हुए परिजनों द्वारा शुक्रवार को एक नावलिग जोड़ी की शादी का विफल प्रयास किया गया। ये शादी देवहार के मुक्तेश्वर स्थान मंदिर पर होने वाली थी। शादी के लिए नाबालिग जोड़ी के माता पिता के साथ उनके परिजन और दोस्त आदि भी बड़ी संख्या में पहुचे थे। तुरंत ही इस शादी की खबर चारो तरफ फैल गयी। खबर पाकर दर्ज़नो लोग और मीडियाकर्मी भी मौके पर जा पहुंचे। माहौल बिगड़ता देख परिजन दूल्हा दुल्हन सहित बिना शादी किया ही भाग खड़े हुए। इस दौरान नावालिग जोड़ी दूल्हा दुल्हन के परिधान में सजे हुए थे। मंदिर में शादी की प्रक्रिया भी शुरू हो गयी थी। नावालिग जोड़ी बाबूबरही थाना क्षेत्र का बताया जाता है। उपस्थित लोगों के मुताविक दोनो में बहुत दिनों से प्रेम प्रसंग चल रहा था। अंत में दोनो के परिजनो ने दोनों की शादी कराने का फैसला लिया था। नाबालिक लड़की की मां वार्ड सदस्या बतायी जाती है। इस संबंध में स्थानीय थानाध्यक्ष रामचन्द्र मंडल ने पूछने पर बताया कि इस तरह की कोई शिकायत नही मिली है। अन्यथा नावालिग जोड़ी समेत उनके परिजनों के ऊपर उचित धाराओं के तहत कानूनी कार्रवाई की जाती। इस वाल विवाह का आम लोगो द्वारा किया गया विरोध सरकार की बाल विवाह रोकने की पहल का सकारात्मक असर को दिखाता है।

मधुबनी : अंधराठाढ़ी और रुद्रपुर थाना में शांति समिति की बैठक हुई।

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अंधराठाढी/मधुबनी (मोo आलम अंसारी) अंधराठाढ़ी और रुद्रपुर थाना में शुक्रवार को शांति समिति की बैठक हुई। थानाध्यक्ष रामचंद्र मंडल ने अंधराठाढ़ी में आयोजित और कुणाल कुमार ने रुद्रपुर में बैठक की अध्यक्षता की। अंचलाधिकारी विष्णुदेब सिंह भी शांति समिति की बैठक में शामिल हुए। सरस्वती पूजा और मानव श्रृंखला के अवसर पर विधि व्यवस्था दुरुस्त रखना बैठक का मुख्य मुद्दा था। थानाध्यक्षों ने बताया की सरस्वती पूजा के अवसर पर डीजे बजाना गैर कानूनी माना जायेगा। इस दौरान रात के दस बजे से छह बजे सुबह तक लाउडस्पीकर बजाने पर भी प्रतिबंध रहेगा। बिना अनुमति के विशर्जन जुलूस निकालने की इजाजत नही है। दोनों थानाध्यक्षको ने बैठकों में शामिल पंचायत प्रतिनिधियों और सामाजिक राजनीतिक कार्यकर्ताओं से इन अवसरों पर बिधि व्यवस्था बनाये रखने में सहयोग की अपील की। साथ ही थानाध्यक्षो ने मानव श्रृंखला में भरपूर सहयोग करने और सहभागी बनने का भी लोगो से अनुरोध किया। बैठक में जिप शुभंकर झा, उपप्रमुख मोतिउर्रह्मान, रामाशीष मंडल, महेंद्र राय, मदन झा, मो कामरुजम्मा, फूल सिंह, मुजीब अंसारी, दुलीचन्द्र महतो, टुनटुन सिंह, जिबछ राम, राजेन्द्र बांतर और रुद्रपुर में रामचंद्र यादव, अब्दुल जलील बैधनाथ राम, राजाराम यादव आदि शामिल हुए। 
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