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दरभंगा : छात्र संघ चुनाव को लेकर रणक्षेत्र बना रहा विश्वविद्यालय

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  • आपस में भिड़े एबीवीपी और संयुक्त छात्र संगठन
  • विश्वविद्यालय ने चुनाव की तिथि बढ़ाई, अब 25 फरवरी को होगा चुनाव

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दरभंगा (आर्यावर्त डेस्क) 11 फ़रवरी :छात्र संघ चुनाव की तिथि को लेकर ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय परिसर रणक्षेत्र बना रहा. जिसको लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् और संयुक्त छात्र संगठन आमने-सामने थे. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् छात्र संघ चुनाव की तिथि बढ़ाने के पक्ष में नहीं था. जबकि संयुक्त छात्र संगठन तिथि बढ़ाना चाहता था. पिछले दिनों संयुक्त छात्र संगठन की ओर से इंटरमीडिएट परीक्षा को देखते हुए तिथि बढ़ाने को लेकर आंदोलन किया था. विश्वविद्यालय की ओर से तिथि बढ़ाने की तारीख भी घोषित आंदोलनकारियों के समक्ष कर दिया था. बजाप्ता विश्वविद्यालय के पीआरओ डॉ. एन के अग्रवाल ने 25 फरवरी को चुनाव कराने की खबर पत्रकारों को दी थी. लेकिन विश्वविद्यालय की ओर से इस बाबत अधिसूचना जारी नहीं की गई थी. इधर विश्वविद्यालय में आज तिथि को लेकर उच्च स्तरीय बैठक आहुत थी और इसी बैठक में दवाब बनाने के लिए दोनों छात्र संगठन विश्वविद्यालय परिसर में पहुंचकर जोर आजमाइस करने लगे. जिसके बाद पुलिस प्रशासन को हस्तक्षेप करना पड़ा. छात्रों के रूख और संख्या को देखते हुए अपर पुलिस अधीक्षक दिलनवाज अहमद के नेतृत्व में भारी संख्या में पुलिस बल विश्वविद्यालय पहुंची और परिसर को छावनी में परिवर्तित कर दिया गया. लेकिन पुलिस की मौजूदगी में दोनों छात्र संगठनों के बीच धक्का-मुक्की तक हुई. इसी बीच विश्वविद्यालय ने उच्च स्तरीय बैठक में तिथि बढ़ाने का निर्णय लिया और इस बाबत अधिसूचना भी जारी कर दी गई. अधिसूचना के मुताबिक महाविद्यालयों में चुनाव की तिथि 25 फरवरी निर्धारित की गई और मतगणना 26 फरवरी को होगी. वहीं फेज दो में विश्वविद्यालय छात्र यूनियन के चुनाव के लिए तिथि 9 मार्च रखी गई और मतगणना उसी दिन 5 बजे शाम के बाद से करने का निर्णय लिया गया. इस बाबत पूछे जाने पर विश्वविद्यालय के पीआरओ डॉ. एन के अग्रवाल ने कहा कि अधिसूचना की प्रति विश्वविद्यालय के मीडिया पर दे दी गई है और इसके सिवा कुछ कहने को नहीं है.

सेना के शिविर पर हमले में चार आतंकवादी ढेर

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सुंजवान (जम्मू), 11 फरवरी, जम्मू के एक सैन्य शिविर पर जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों के खिलाफ अभियान में सुरक्षाबलों ने अब तक चार आतंकवादियों को ढेर कर दिया है । एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने आज यह जानकारी दी। जैश-ए-मोहम्मद के भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों ने जम्मू कश्मीर लाइट इंफैंट्री की 36 ब्रिगेड के शिविर पर कल तड़के हमला कर दिया था। सुरक्षाबलों ने कल दो आतंकवादियों को मार गिराया था। अधिकारी ने कहा, ‘‘दो और आतंकवादी मारे गए हैं । इसके साथ ही अब मारे गए आतंकवादियों की संख्या चार हो गई है।’’  उन्होंने बताया कि आतंकवादियों के हमले में कल एक जूनियर कमिशंड अधिकारी (जेसीओ) समेत सेना के दो जवान शहीद हो गए थे। तीन और जवान शहीद हो गए हैं और एक नागरिक भी मारा गया जिसके साथ मृतकों की संख्या छह हो गई है। शिविर में घुसे आतंकवादियों के खिलाफ अभियान आज दूसरी दिन भी जारी है। जम्मू में सेना के जनसंपर्क अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल देवेंद्र आनंद ने  कहा, ‘‘अभियान चल रहा है और क्वार्टरों से लोगों को बाहर निकाला जा रहा है।’’  उन्होंने बताया कि कई परिवार अब भी वहां हैं और सेना का मकसद उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करना है। अधिकारी ने कहा, ‘‘गत रात से कोई गोलीबारी नहीं हुई।’’  जम्मू क्षेत्र में करीब 15 महीने पहले ऐसा ही हमला हुआ था। 29 नवंबर 2016 को आतंकवादी जम्मू शहर में नगरोटा सैन्य शिविर में घुसे थे जिसमें दो अधिकारी समेत सात सैन्य कर्मी शहीद हो गए थे। इसमें तीन आतंकवादी भी मारे गए थे। आतंकवादी कल भोर होने से पहले शिविर में घुसे और संतरी से संक्षिप्त मुठभेड़ के बाद वह पीछे की ओर से शिविर के भीतर घुसे। अधिकारी ने कहा, ‘‘आतंकवादी आवासीय परिसर में घुसे जिसके बाद त्वरित कार्रवाई दलों ने इलाके की घेराबंदी कर दी और शिविर के भीतर कुछ घरों में छिपे आतंकवादियों को घेर लिया।’’  शिविर के सामने जम्मू-लखनपुर बाइपास पर वाहनों की आवाजाही जारी है जबकि बुलेट प्रूफ वाहनों में सवार सैन्य कर्मी शिविर के पीछे की ओर आवासीय परिसर से लोगों को निकालने के अभियान में जुटे हैं। सीआरपीएफ और पुलिस के दल शिविर की दीवार के बाहर तैनात हैं और नागरिकों को हताहत होने से बचाने के लिए आने-जाने वाले लोगों पर नजर रखे हुए हैं।  जम्मू में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है और शहर में तथा आसपास के इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। खुफिया एजेंसियों ने अफजल गुरू की बरसी के मद्देनजर जैश-ए-मोहम्मद द्वारा सेना या सुरक्षा प्रतिष्ठानों पर हमले की चेतावनी दी थी। अफजल गुरू को नौ फरवरी 2013 को फांसी दी गई थी।

बिहार : चरस, गांजा के साथ 12 लोग गिरफ्तार

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बेतिया, 11 फरवरी, बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले में बेतिया के नगर तथा मुफस्सिल पुलिस थानों की पुलिस ने अवैध मादक पदार्थ चरस और गांजा के साथ 12 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस अधीक्षक जयंतकांत ने आज बताया कि मुफस्सिल थाना अंतर्गत अमवा मझार गांव निवासी विनय मुखिया को कल करीब 70 लाख मूल्य के 6.310 किलोग्राम चरस के साथ गिरफ्तार किया गया। उन्होंने बताया कि चरस की उक्त खेप जिसे पडोसी देश नेपाल से लाया गया था को 15 पैकेट में रखे गया था। जयंतकांत ने बताया कि मुफस्सिल थाने की ही पुलिस ने छह अन्य लोगों को 300 ग्राम अवैध मादक पदार्थ गांजा के साथ गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि नगर थाना पुलिस की एक टीम ने भी 500 ग्राम गांजा के साथ पांच तस्करों को गिरफ्तार किया है।

गरीबों की सेवा के लिये दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिबद्धता हमें प्रेरित करती है : प्रधानमंत्री

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नयी दिल्ली, 11 फरवरी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज हिंदुत्व विचारधारा के प्रतीक दीनदयाल उपाध्याय की पुण्यतिथि पर वंचित तबके के प्रति उनकी सेवा भावना को याद करते हुए कहा कि उनका कार्य हमें निरंतर प्रेरणा देता है। मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘पंडित दीनदयाल उपाध्यायजी को उनकी पुण्यतिथि पर याद कर रहा हूं। गरीब, वंचितों एवं हमारे गांवों में उनकी सेवा की प्रतिबद्धता निरंतर हमें प्रेरणा देती रही है।’’  उपाध्याय भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की पूर्ववर्ती भारतीय जनसंघ के शीर्ष नेताओं में से एक थे। उन्होंने ‘‘अंत्योदय’’ या कतार में खड़े अंतिम व्यक्ति के उत्थान के सिद्धांत का प्रस्ताव दिया था। 25 सितंबर, 1916 को जन्मे उपाध्याय का 11 फरवरी, 1968 को निधन हो गया।

अंग्रेजी भाषा और निजी स्कूलों में शिक्षा का खर्च हैं स्कूल छोड़ने की वजह

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नयी दिल्ली, 11 फरवरी, एनसीपीसीआर के एक अध्ययन में यह कहा गया है कि अंग्रेजी भाषा में संवाद, पाठ्यक्रम से अतिरिक्त गतिविधियों में खर्च एवं शिक्षा व्यय पर ‘‘बेतहाशा खर्च’’ ऐसे प्रमुख कारण हैं जिनके चलते दिल्ली के निजी स्कूलों में पढ़ने वाले आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग एवं वंचित समूहों के छात्र अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़ देते हैं। दिल्ली के निजी स्कूलों में वंचित वर्गों से बच्चों के दाखिले से संबंधित शिक्षा का अधिकार अधिनियम (आरटीई), 2009 की धारा 12 (1) (सी) के क्रियान्वयन पर अध्ययन में यह भी पाया गया कि वर्ष 2011 में स्कूल की पढ़ाई बीच में छोड़ने वाले छात्र करीब 26 प्रतिशत थे जो वर्ष 2014 में गिरकर 10 प्रतिशत हुआ था। आरटीई अधिनियम की धारा 12 (1) (सी) कमजोर एवं वंचित वर्गों के बच्चों के लिये मुफ्त एवं अनिवार्य शिक्षा के लिये निजी गैर सहायता प्राप्त स्कूलों की जवाबदेही तय करती है। इसके अनुसार ऐसे स्कूलों को कक्षा एक या पूर्वस्कूली शिक्षा में छात्रों की कुल क्षमता के कम से कम एक चौथाई हिस्से में ऐसे वर्ग के छात्रों को दाखिला देना होता है। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) द्वारा किये गये अध्ययन के अनुसार, विशेषकर शुरुआती कक्षा अर्थात प्राथमिक एवं पूर्व-प्राथमिक स्तर की कक्षा में स्कूली पढ़ाई बीच में छोड़ने वाले छात्रों का प्रतिशत प्राथमिक स्तर पर अधिक होता है। भारत में बाल अधिकार संरक्षण की शीर्ष संस्था का यह अध्ययन समूची दिल्ली के 650 स्कूलों द्वारा स्कूली पढ़ाई बीच में छोड़ने वाले बच्चों के विषय में दिये गये वर्षवार आंकड़े पर आधारित था। अध्ययन में कहा गया, ‘‘अभिभावकों का दावा है कि किताबें एवं पाठ्यक्रम से इतर गतिविधियों का खर्च बहुत अधिक होता है जिसके चलते वे स्कूल छोड़ देते हैं।’’  एनसीपीसीआर ने यह भी सुझाव दिया कि जहां तक संभव हो बच्चों को पढ़ाने का माध्यम उनकी मातृभाषा होनी चाहिए।

व्यापारियों ने दिल्ली को बंधक बना लिया : उच्च न्यायालय

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नयी दिल्ली, 11 फरवरी, दिल्ली उच्च न्यायालय ने सीलिंग अभियान के खिलाफ व्यापारियों के विरोध के बाद मास्टर प्लान में सरकार के प्रस्तावित संशोधन पर असहमति जताते हुए कहा कि कुछ लोगों ने ‘‘शहर को बंधक बना लिया।’’  कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश गीता मित्तल और न्यायमूर्ति सी हरि शंकर की पीठ ने कहा कि धरने पर बैठकर ‘‘आप मास्टर प्लान में बदलाव करवा सकते हैं।’’  पीठ ने कहा, ‘‘इसलिए नहीं कि इसकी जरुरत है और ना ही इस बात की जांच करने के बाद कि क्या शहर इसे संभाल सकता है। बल्कि यह इसलिए किया गया कि कुछ सौ लोग धरने पर बैठ गए।’’  उसने कहा, ‘‘मास्टर प्लान में संशोधन किया जा रहा है क्योंकि व्यापारियों ने अपनी दुकानों को बंद करके शहर को बंधक बना लिया।’’ अदालत ने अधिकारियों से पूछा कि क्या मास्टर प्लान-2021 में प्रस्तावित संशोधन से पहले पर्यावरण पर असर का आकलन किया गया। मास्टर प्लान-2021 शहरी योजना और मेट्रोपोलिस के विस्तार के लिए ब्लूप्रिंट है जिसका मकसद यह सुनिश्चित करना है कि दुकानें एवं आवासीय प्लॉटों की एक समान दर हों। दिल्ली उच्च न्यायालय ने सरकारी जमीन पर अवैध निर्माण और अतिक्रमण से जुड़े मामलों की सुनवाई के दौरान यह टिप्पणी की। दिल्ली के व्यापारियों ने आवासीय इलाकों या परिसरों में चल रहे व्यावसायिक प्रतिष्ठानों की सीलिंग के विरोध स्वरूप दो फरवरी को अपनी दुकानें बंद कर दी थी। इसके बाद दिल्ली विकास प्राधिकरण ने मास्टर प्लान में संशोधन करने का प्रस्ताव दिया।  इससे पहले उच्चतम न्यायालय ने कहा था कि दिल्ली में इमारतों के निर्माण को मंजूरी देने के कायदे कानूनों को ‘‘पूरी तरह तोड़ा गया’’ तथा उसने अवैध निर्माण पर चिंता जताई थी।

युवा उद्घोष, टिफिन मीटिंग, पन्ना प्रमुख होंगे भाजपा के मिशन 2019 के जीत का मंत्र

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नयी दिल्ली, 11 फरवरी, भाजपा ने 2018 में कुछ राज्यों में आसन्न विधानसभा चुनाव और 2019 के लोकसभा चुनाव के लिये तैयारी शुरू करते हुए पांच सूत्री एजेंडे को जीत का मंत्र बनाया है। इसमें बूथ स्तर पर टिफिन मीटिंग, युवा उद्घोष पहल, बजट घोषणा एवं सरकार की कल्याण योजनाओं को जनता के बीच रखना, पार्टी के कार्यकर्ताओं की नाराजगी दूर करना और पन्ना प्रमुखों की टीम को मजबूत बनाना शामिल है। भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने ‘‘भाषा’’ को बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह का युवाओं एवं आम लोगों को पार्टी से जोड़ने पर जोर रहा है। युवाओं को जोड़ने की पहल के तहत इस वर्ष जनवरी में वाराणसी से ‘युवा उद्घोष’ अभियान की शुरूआत की गई है और इसे पूरे देश में आगे बढ़ाया जाएगा।  हाल ही में भाजपा संसदीय दल की बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने सांसदों से बूथ स्तर पर टिफिन मीटिंग करने का सुझाव दिया ।  सांसदों को कार्यकर्ताओं की नाराजगी दूर करने का मंत्र दिया गया है। इस मंत्र के तहत भाजपा सांसद अपने-अपने क्षेत्रों में जाकर बूथ स्तर पर टिफिन मीटिंग करेंगे और पार्टी कार्यकर्ताओं एवं अन्य लोगों के साथ टिफिन साझा करेंगे।  भाजपा ने टिफिन प्लान का विचार संघ से लिया है। इस योजना को पार्टी ने सबसे पहले गुजरात में आजमाया था।  भाजपा नेता ने बताया कि वाराणसी से युवा उद्घोष की शुरुआत होने के बाद संगठन ने ऐसी कवायद जोरशोर से पूरे देश में करने का विचार बनाया है। ऐसे आयोजन के दौरान युवाओं को संगठन साहित्य, प्रधानमंत्री के भाषण की किताबें आदि भी वितरित की जाएंगी। यूथ ब्रिगेड के तहत प्राथमिकता ऐसे 17 वर्ष के युवाओं पर है जो पहली बार 2019 में वोट देंगे। प्रत्येक बूथ पर दस युवा के लक्ष्य के लिए इस उम्र सीमा में थोड़ी गुंजाइश भी रखी गई है कि जरूरत के हिसाब से 35 वर्ष तक के युवाओं को जोड़कर टीम तैयार की जाए। बूथ स्तर पर पार्टी को मजबूत बनाने के लिये ‘‘पन्ना प्रमुखों’’ की टीम को प्रथमिकता दी जा रही है। मिशन 2019 के तहत भाजपा सांसद अपने अपने क्षेत्र में मोदी सरकार की नीतियों का प्रचार-प्रसार करेंगे ।  भाजपा शीर्ष नेतृत्व का पार्टी सांसदों को साफ संकेत है कि अपने-अपने क्षेत्र में ज्यादा से ज्यादा सक्रिय रहें, इतना ही नहीं कार्यकर्ताओं को खास तवज्जो दें । पार्टी नेतृत्व ने हाल ही में राजस्थान में उपचुनाव में हार को सबक के तौर पर लेने पर जोर दिया है। पार्टी ने सांसदों से कहा है कि पार्टी की छवि को नकारात्मक न बनने दें ।

मोदी ने अबूधाबी में प्रथम हिन्दू मंदिर की आधारशिला रखी

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दुबई, 11 फरवरी, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संयुक्त अरब अमीरात की राजधानी अबू धाबी में प्रथम हिन्दू मंदिर के निर्माण की आज आधारशिला रखी। मोदी ने इस पवित्र स्थल को मानवता एवं समरसता का ‘‘उत्प्रेरक तत्व’’ बताया जो भारत की पहचान का माध्यम बनेगा। मोदी ने दुबई ओपेरा हाउस से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बीएपीएस स्वामी नारायण मंदिर की आधारशिला रखी। इस दौरान दुबई ओपरा हाउस में उन्होंने भारतीय समुदाय के सदस्यों को संबोधित भी किया। तालियों की गड़गड़ाहट के बीच वहां मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘मंदिर के निर्माण से संबद्ध सभी लोगों से मैं अनुरोध करना चाहूंगा कि यहां के शासकों ने भारत के प्रति बहुत आदर दिखाया है। उन्हें भारतीय संस्कृति के इतिहास पर गर्व रहा है। अब यह हमारी जिम्मेदारी है कि हमारी ओर से कोई भूल नहीं हो।’’  मोदी ने मंदिर निर्माण से संबद्ध लोगों और श्रद्धालुओं से अनुरोध किया कि किसी अन्य को परेशानी नहीं पहुंचे। उन्होंने कहा, ‘‘मेरी आपसे यही आकांक्षा है।’’  प्रधानमंत्री ने गल्फ अमीरात में इस भव्य मंदिर के निर्माण के लिए 125 करोड़ भारतीयों की ओर से अबू धाबी के शहजादा मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान का धन्यवाद किया। तालियों की गड़गड़ाहट के बीच मोदी ने कहा, ‘‘अबू धाबी के शहजादे के मंदिर निर्माण की बातचीत की दिशा में आगे बढ़ने से लोग हैरान थे। मैं 125 करोड़ भारतीयों की ओर से उनका पूरे दिल से धन्यवाद करना चाहता हूं।’ मोदी ने कहा कि यह मंदिर ‘‘भारत की पहचान का माध्यम’’ बनेगा। वहां मौजूद जनसमूह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘हमलोग ऐसी संस्कृति में पले पढ़े हैं जहां मंदिर मानवता का माध्यम रहे हैं... धार्मिक स्थल मानवता एवं सद्भाव के उत्प्रेरक तत्व हैं।’’  

उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि यह मंदिर ना सिर्फ वास्तुकला और भव्यता के दृष्टिकोण से अद्भुत होगा, बल्कि यह पूरी दुनिया के लोगों को वसुधैव कुटुंबकम का संदेश भी देगा।’’  मंदिर समिति के सदस्यों ने बीती शाम अबू धाबी में मोदी एवं शहजादा मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान को मंदिर से जुड़ा साहित्य भेंट किया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अबू धाबी - दुबई राजमार्ग पर बीएपीएस स्वामीनारायण मंदिर की आधारशिला रखने के साक्षी बने! अबू धाबी के शहजादे द्वारा उदारतापूर्वक दी गई जमीन पर अबू धाबी में पहले हिंदू मंदिर का निर्माण हो रहा है जो संयुक्त अरब अमीरात की सहिष्णुता एवं सद्भाव के प्रति उसकी प्रतिबद्धता दर्शाता है।’’  वर्ष 2015 में खाड़ी देश की यात्रा के बाद प्रधानमंत्री की यह दूसरी यूएई यात्रा है। अबू धाबी में यह मंदिर 55,000 वर्ग मीटर भूमि पर बनेगा। मंदिर का निर्माण भारतीय वास्तुकार कर रहे हैं और इसके लिये सामग्री यूएई से मिली है। निर्माण कार्य 2020 में पूरा होगा और यह सभी धर्म के लोगों के लिये खुला रहेगा।

वर्ष 1907 में स्थापित सामाजिक-आध्यात्मिक हिन्दू संगठन बोचासनवासी श्री अक्षर पुरषोत्तम स्वामीनारायण संस्था (बीएपीएस) से प्रवक्ता ने कहा कि पश्चिम एशिया में यह पहला पारंपरिक हिंदू पाषाण मंदिर होगा। बीएपीएस दुनियाभर में 1,100 से अधिक मंदिरों एवं सांस्कृतिक परिसरों की देखरेख करता है। मंदिर में पारंपरिक हिंदू मंदिर के सभी पहलू एवं विशेषताएं शामिल होंगी और यह पूर्ण रूप से कार्यात्मक, सामाजिक, सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक परिसर होगा। यह नयी दिल्ली में बीएपीएस मंदिर की प्रतिकृति तैयार करेगा और न्यू जर्सी में ऐसे एक मंदिर का निर्माणकार्य जारी है।

पाकिस्तान की मानवाधिकार कार्यकर्ता अस्मां जहांगीर का निधन

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लाहौर, 11 फरवरी, पाकिस्तान की प्रख्यात मानवाधिकार वकील और सामाजिक कार्यकर्ता तथा देश के सशक्त सैन्य प्रतिष्ठान की मुखर आलोचक अस्मां जहांगीर का आज यहां दिल का दौरा पड़ने से 66 साल की उम्र में निधन हो गया। उनकी बेटी ने यह जानकारी। अपने मुखर स्वभाव एवं मानवाधिकार के लिए जज्बे को लेकर चर्चित अस्मां पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन की अध्यक्ष बनने वाली पहली महिला थीं। उनकी बेटी मुनीजे जहांगीर ने ट्वीट किया, ‘‘मां अस्मां जहांगीर के गुजर जाने से मैं बिल्कुल टूट गयी। हम शीघ्र ही अंतिम संस्कार की तारीख की घोषणा करेंगे।हम अपने रिश्तेदारों का लाहौर आने का इंतजार कर रहे हैं। ’’ वरिष्ठ वकील अदील राजा ने कहा, ‘‘आज अस्मां को दिल का दौरा पड़ा और उन्हें लाहौर के हामिद लतीफ अस्पताल के जाया गया। अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली।’’  जियो न्यूज ने परिवार के सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि अस्मां का अंतिम संस्कार 13 फरवरी को होगा। पूरे पाकिस्तान में बार एसोसिएशनों ने कहा है कि वे तीन दिन का शोक मनायेंगे तथा अदालत की कार्यवाही में हिस्सा नहीं लेंगे। उनके निधन की खबर फैलते ही वकीलों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और नेताओं की ओर से शोक संदेश आने लगे और उन्होंने इसे पाकिस्तान के लिए इसे बहुत बड़ी क्षति करार दिया। अपने शोक संदेश में राष्ट्रपति ममनून हुसैन ने उनके निधन पर यह कहते हुए शोक प्रकट किया कि उन्होंने कानून के शासन के लिए उल्लेखनीय सेवा प्रदान की।

स्थानीय मीडिया के अनुसार प्रधानमंत्री शाहिद खकान अब्बासी ने एक बयान में कहा, ‘‘आज देश साहसी एवं अनुशासनप्रिय इंसान खो बैठा जो नि:शब्दों की आवाज थीं। ’’  नवाज शरीफ की बेटी ने कहा, ‘‘अस्मां जहांगीर के निधन से स्तब्ध एवं मायूस हूं। यह अपूरणीय क्षति है। ’’  पाकिस्तान के प्रधान न्यायाधीश मियां साकिब निसार, अपदस्थ प्रधानमंत्री नवाज शरीफ, पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी, पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ के अध्यक्ष इमरान खान ने अस्मां के निधन को असाध्य क्षति करार दिया है। ऑस्कर पुरस्कार विजेता फिल्मकार शर्मीन ओबैद ने उनके निधन को बहुत बड़ी क्षति करार दिया। विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि उनके निधन से पाकिस्तान को अपूरणीय क्षति हुयी है। अटॉर्नी जनरल एश्तर औसफ ने कहा कि उनकी मौत राष्ट्रीय क्षति है तथा महिला अधिकारों एवं लोकतंत्र के लिए उनके काम को इतिहास में जगह मिलेगी। पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री शहबाज शरीफ ने भी उनके निधन पर शोक प्रकट किया है। उनके परिवार में दो बेटियां और एक बेटा है। उनकी बेटी मुनीजे जहांगीर टीवी एंकर हैं।

जनवरी, 1952 में लाहौर में पैदा हुईं अस्मा ने ह्यूमन राइट्स ऑफ पाकिस्तान की सह स्थापना की और उसकी अध्यक्षता भी संभाली। वह सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन की अध्यक्ष भी रहीं। वर्ष 1978 में पंजाब विश्वविद्यालय से एलएलबी डिग्री हासिल करने के बाद उन्होंने हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में वकील के तौर पर अपने करियर की शुरुआत की। वह लोकतंत्र की पुरजोर समर्थक बनीं और उन्हें पाकिस्तान में सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहे जियाउल हक के सैन्य शासन के खिलाफ मूवमेंट फोर रिस्टोरेशन ऑफ डेमोक्रेसी में भाग लेने को लेकर 1983 में जेल में डाल दिया गया। वह 1986 में जीनेवा गयीं थी और वहां वह डिफेंस फोर चिल्ड्रेन इंटरनेशनल की उपाध्यक्ष बनीं। वह 1988 में पाकिस्तान लौट आयीं। उन्होंने इफ्तिकार चौधरी को पाकिस्तान का प्रधान न्यायाधीश बहाल करने के लिए प्रसिद्ध वकील आंदोलन में सक्रिय हिस्सेदारी की। उन्होंने निरंतर पाकिस्तान में ‘लापता व्यक्तियों’ का मुद्दा उठाया । 

वह न्यायिक सक्रियाता को लेकर सुप्रीम कोर्ट की आलोचक थीं तथा उन्होंने पिछले साल नवाज शरीफ को प्रधानमंत्री के पद के लिए अयोग्य ठहराने के लिए शीर्ष अदालत की आलोचना की थी। उन्हें राइट लाइवलीहुड पुरस्कार, फ्रीडम पुरस्कार, हिलाल ए इम्तियाज और सितारा ए इम्तियाज पुरस्कार मिला था। अस्मां को 2007 में तत्कालीन सैन्य तानाशाह परवेज मुशर्रफ की सरकार ने गिरफ्तार किया था। उन्होंने 2012 में दावा किया था कि शीर्ष खुफिया एजेंसी आईएसआई से उनकी जान को खतरा है।

रूसी यात्री विमान दुर्घटनाग्रस्त, 71 लोगों के मरने की आशंका

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मास्को, 11 फरवरी, रूस का एक विमान राजधानी के दोमोदेदोवो हवाईअड्डा से आज उड़ान भरने के बाद मास्को के बाहरी इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। उसमें चालक दल के छह सदस्यों सहित कुल 71 लोग सवार थे। आधिकारिक और स्थानीय मीडिया ने आज यह जानकारी दी। रूसी मीडिया की खबर के मुताबिक यह विमान यूराल पर्वतमाला के दक्षिणी छोर पर स्थित ओर्स्क शहर जा रहा था। विमान मास्को के बाहर रामेंस्की जिला में दुर्घटनाग्रस्त हुआ। एंतोनोव एन -148 विमान का परिचालन घरेलू सारातोव एयरलाइंस करती है। रूसी समाचार एजेंसियों की खबर के मुताबिक विमान में 65 यात्री और चालक दल के छह सदस्य सवार थे। समाचार एजेंसियों ने बताया कि अर्गुनोवो गांव में लोगों ने आग की लपटों में घिरों विमान को आसमान से गिरते देखा। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शोकाकुल परिवारों के प्रति संवेदना जताई है। पुतिन के प्रवक्ता दमित्री पेस्कोव ने बताया कि दुर्घटना में अपेन सगे संबंधियों को खोने वाले लोगों के प्रति राष्ट्रपति ने गहरी संवेदना प्रकट की है। सरकारी टीवी ने दुर्घटना स्थल का एक वीडियो जारी किया जिसमें बर्फ में विमान के मलबे दिख रहे हैं। रूस में हाल के दिनों में भारी बर्फबारी देखी गई और दृश्यता कथित तौर पर बहुत कम रही है। रूसी आपात सेवा में मौजूद एक सूत्र ने इंटरफैक्स समाचार एजेंसी को बताया कि विमान में सवार 71 लोगों के जीवित बचे होने की कोई संभावना नहीं है। इसी समाचार एजेंसी ने खबर दी कि विमान का मलबा दुर्घटनास्थल के पास एक बड़े इलाके में बिखर गया। रूस निर्मित विमान सात साल पुराना था औ इसे सारातोव एयरलाइंस ने एक साल पहले दूसरी रूसी एयरलाइन से खरीदा था। रूसी मीडिया के मुताबिक आपात सेवा सड़क मार्ग से दुर्घटनास्थल पर पहुंच पाने में अक्षम है और बचावकर्मी मौके पर पैदल ही जा रहे हैं। आपात सेवाओं ने एक बयान में कहा कि दुर्घटना स्थल पर 150 से अधिक बचावकर्मियों को लगाया गया है। मास्को के दूसरे सबसे बड़े हवाई अड्डा दोमोदेदोवो स्थित एक सूत्र ने बताया कि उड़ान भरने के दो मिनट के अंद ही विमान रेडार से गायब हो गया। समाचार एजेंसियों की खबर के मुताबिक रूसी परिवहन मंत्री दुर्घटनास्थल पर जा रहे हैं। परिवहन मंत्रालय ने कहा कि दुर्घटना के लिए मौसम की परिस्थिति और मानवीय गलती सहित कई कारण हो सकते हैं। ओरेनबर्ग क्षेत्र के गवर्नर ने रूसी मीडिया को बताया कि विमान में सवार 60 से अधिक लोग इसी क्षेत्र से थे। अभियोजकों ने दुर्घटना के बाद सारातोव एयरलाइंस की जांच शुरू की है।

मोदी जी काम शुरू कीजिए, आपके पास बहुत समय नहीं : राहुल गाँधी

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करातगी (कर्नाटक), 11 फरवरी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि उनका कार्यकाल खत्म होने में ज्यादा समय नहीं बचा इसलिए उनको अतीत पर भाषण देना बंद कर और काम शुरू करना चाहिए।  कांग्रेस अध्यक्ष ने जनसभा में मोदी की आलोचना करते हुए कहा, ‘‘चुनावों के दौरान आपको देश को बताना होगा कि पांच साल में आपने क्या किया। पांच साल होने वाले हैं और आपने अपना खाता भी नहीं खोला है।’’ चुनावी राज्य कर्नाटक के उत्तरी हिस्से में दूसरे दिन अपनी ‘जन आशीर्वाद’ यात्रा जारी रखते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि मोदी अपना प्रदर्शन गिनाने की जगह कांग्रेस पर हमला करने के लिए अतीत में जाते हैं ।  गांधी ने कहा, ‘‘भाजपा रोजगार सृजन, काला धन लाने , अर्थव्यवस्था को दुरूस्त करने में नाकाम रही लेकिन मोदी बस ये बात करते हैं कि कांग्रेस ऐसी है , कांग्रेस वैसी है । ’’  उन्होंने कहा कि देश ने युवाओं को रोजगार प्रदान करने, किसानों की मदद करने , स्कूल, अस्पताल बनाने के लिए मोदी को प्रधानमंत्री बनाया , कांग्रेस पार्टी के बारे में बात करने के लिए नहीं ।  उन्होंने कहा, ‘‘मोदीजी भाषण देना बंद कीजिए और काम शुरू कीजिए क्योंकि आपके पास बहुत ज्यादा समय नहीं बचा । ’’  भ्रष्टाचार के मुद्दे पर भाजपा पर अपना हमला तेज करते हुए गांधी ने आज कहा कि कांग्रेस की सिद्धारमैया सरकार ने पिछले पांच साल में घोटाला मुक्त शासन दिया है जबकि भाजपा ने कर्नाटक में भ्रष्टाचार में ‘‘विश्व रिकार्ड’’ तोड़ा था । 

उन्होंने कहा, ‘‘पिछले पांच साल में एक भी घोटाला नहीं हुआ और उनके (भाजपा) समय में एक से एक, खनन से लेकर अलग अलग तरह के घोटाले हुए ।’’  राज्य में विधानसभा चुनावों के पहले अपनी जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान कोप्पल जिले में सड़क किनारे सभा को संबोधित करते हुए गांधी ने कहा, ‘‘चुनाव आ रहा है कांग्रेस पार्टी और सिद्धारमैया का समर्थन कीजिए। एक बार फिर से हमारी सरकार को यहां लाइये ताकि हम आपके साथ मिलकर काम कर सकें ।’’  कांग्रेस अध्यक्ष खास बस में राज्य के नेताओं के साथ यात्रा कर रहे हैं । विभिन्न जगहों पर सड़क किनारे बड़ी संख्या में उपस्थित लोगों और पार्टी कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया ।  जनसभा में गांधी ने कर्नाटक में भ्रष्टाचार के बारे में बात करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने प्रधानमंत्री पर राज्य में सरकार के दौरान अपनी पार्टी के रिकार्ड को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया।  उन्होंने कहा कि पूर्व की भाजपा सरकार में तीन मुख्यमंत्री हुए, चार मंत्रियों को जेल जाना पड़ा और इस्तीफा देना पड़ा ।  कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘‘लेकिन, मोदीजी फिर भी यहां आए और हमारे खिलाफ भ्रष्टाचार के बारे में बोला।’’ उन्होंने कहा, ‘‘कर्नाटक में पूर्व की भाजपा सरकार ने भ्रष्टाचार में विश्व रिकार्ड तोड़ डाला और वे यहां आए और हमारी ओर इशारा कर भ्रष्टाचार पर बात की।’’

योगी समाजवादियों से माफी मांगें : अखिलेश

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लखनऊ, 11 फरवरी, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रविवार को कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्य ने समाजवादी विचारधारा को आतंकवादी बताकर आजादी के आंदोलन का अपमान किया है, इसलिए वह समाजवादियों से माफी मांगें।  पत्रकारों से बातचीत में अखिलेश ने कहा, "चूंकि भाजपा-आरएसएस के लोग आजादी के आंदोलन में दूर-दूर तक शामिल नहीं रहे थे, इसलिए योगी उसके मूल्यों और आदर्शो से पूरी तरह अनभिज्ञ हैं। उन्हें तो संप्रदायवाद सिखाया गया है, वह समाजवाद को कैसे समझेंगे। नासमझी उनकी अपनी समस्या है, लेकिन समाजवादियों के बारे में आपत्तिजनक और अनैतिक बयान देना एक मुख्यमंत्री को शोभा नहीं देता। इसके लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए।"सपा प्रमुख ने कहा कि योगी समाजवादी पार्टी पर स्तरहीन और अनर्गल आरोप लगा रहे हैं। राजनीति में शिष्टाचार नाम की चीज से उनका परहेज निंदनीय है। भाजपा अपने आचरण से लोकतंत्र का मजाक बना रही है। अखिलेश ने सवाल किया, "केंद्र सरकार ने चार वर्षो में उत्तर प्रदेश में कितना निवेश किया है? एक साल के अंदर यूपी में विकास का क्या काम हुआ है? नौजवान रोजगार न मांगे, इसलिए बच्चों को आतंकित कर उनकों परीक्षाओं से वंचित कर दिया गया है। यह सरकार चलाने का कौन सा तरीका है?"पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री को जनहित में काम करना चाहिए। लेकिन वह सिर्फ समाजवादी पार्टी को कोसने को ही अपना काम समझते हैं। लोग यह देखकर ताज्जुब कर रहे हैं कि जनकल्याण के मुद्दों पर बात करने के बजाय भाजपा बहकी-बहकी बातें क्यों करती है।"

सुंजवान आतंकी हमले में 9 मौतें, सेना प्रमुख जम्मू पहुंचे

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जम्मू, 11 फरवरी, रक्षा मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने रविवार को पुष्टि की कि जम्मू एवं कश्मीर में जारी आतंक रोधी कार्रवाई में अबतक कुल नौ लोगों की मौत हो चुकी है। आतंक रोधी सैन्य कार्रवाई का जायजा लेने सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत घटनास्थल पर पहुंच चुके हैं। कर्नल देवेंद्र आनंद ने संवाददाताओं को बताया कि जम्मू शहर के सुंजवान सैन्य शिविर में शनिवार से जारी सैन्य कार्रवाई में अबतक तीन आतंकवादी मारे जा चुके हैं। इससे पहले चार आतंकवादियों के मारे जाने की खबर आई थी, लेकिन रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि अभी केवल तीन आतंकवादियों के मारे जाने की ही पुष्टि की जा सकती है। आनंद ने कहा, "कार्रवाई में पांच सैनिक शहीद हो गए। सभी सैनिक जम्मू एवं कश्मीर के थे। एक सैनिक के पिता की भी मृत्यु हो गई। अब तक हमने तीन आतंकवादियों को मार गिराया है।"उन्होंने कहा, "सभी ने सेना की वर्दी पहन रखी थी। शिविर के अंदर जांच और सफाई अभियान अभी भी जारी है। उनके कब्जे से एके-56 राइफलें, अंडर बैरल ग्रेनेड लांचर, हथियार और ग्रेनेड मिले हैं।"उन्होंने कहा, "हमले में छह महिलाओं और बच्चों सहित 10 अन्य घायल हो गए हैं। गंभीर रूप से घायल एक गर्भवती महिला को बचाने के लिए सेना के डॉक्टरों ने रात भर उसका उपचार किया। महिला ने ऑपरेशन के बाद एक बच्ची को जन्म दिया।"उन्होंने कहा, "सिर में गोली लगने से घायल एक 14 वर्षीय लड़के की हालत स्थिर बनी हुई है।"शिविर में और आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में पूछने पर प्रवक्ता ने न तो इंकार किया और न ही इसकी पुष्टि  की। भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों ने शनिवार तड़के 4.45 बजे सुंजवान सेना शिविर पर धावा बोल दिया था। इस हमले के लिए पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद को जिम्मेदार माना गया। आतंकवादी जूनियर कमिशंड ऑफिसर्स (जेसीओ) क्वार्टर में उस समय घुस आए थे, जब सभी सो रहे थे। फिलहाल आतंकवादियों की राष्ट्रीयता का पता नहीं चल सका है। सेना के उधमपुर मुख्यालय के उत्तरी कमान के पैरा कमांडो आतंकवादियों पर हमला करने के लिए विमान से वहां पहुंच गए थे। वायुसेना ने हवाई चौकसी प्रदान की।

प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल विकास के लिए हो, विनाश के लिए नहीं : मोदी

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दुबई, 11 फरवरी, दुनिया को प्रबल संदेश देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां रविवार को अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को मानव के लिए विनाशकारी औजार के तौर पर प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल को लेकर चेतावनी दी। मोदी ने दुनिया को चरमपंथ के लिए साइबरस्पेस के दुरुपयोग के प्रति भी आगाह किया। प्रधानमंत्री संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) सरकार द्वारा आयोजित विश्व शासन शिखर सम्मेलन के छठे संस्करण को बतौर विशिष्ट अतिथि संबोधित कर रहे थे। उन्होंने दूरस्थ ऑनलाइन शिक्षा के मसले पर दुनिया को एकजुट होने का आह्वान किया, जिसके माध्यम से गरीब बच्चों को शिक्षा प्रदान की जा सकती है। यूएई की अपनी दो दिनों की यात्रा के आखिर में मोदी ने अपने महत्वपूर्ण भाषण से दुबई के उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष की प्रबंध निदेशक क्रिस्टीन लागार्द और 1,000 की क्षमता वाले सभागार में खचाखच भरे विश्व समुदाय के लोगों का ध्यान आकर्षित किया। उन्होंने मानवता, प्रकृति के सह-अस्तित्व पर चर्चा की। मोदी ने कहा कि दुनिया से अभी गरीबी और कुपोषण समाप्त नहीं हुआ है, फिर भी संसाधनों का एक बड़ा हिस्सा मिसाइल व हथियार तैयार करने वाली प्रौद्योगिकियों में इस्तेमाल हो रहा है।

उन्होंने कहा, "सारी तरक्की के बावजूद गरीबी और कुपोषण दुनिया से समाप्त नहीं हो पाया है। दूसरी ओर, मिसाइल की शक्ति में इजाफा करने और विनाशकारी क्षमता वाले बम बनाने पर बड़े पैमाने पर धन खर्च किया जा रहा है। हमें सचेत हो जाना चाहिए कि हमने प्रगति के उपकरण के लिए प्रौद्योगिकी तैयार की, न कि विनाश के लिए।"मोदी ने कहा कि सरकारों को प्रौद्योगिकी में आए बदलाव की चुनौतियों के प्रति सचेत हो जाना चाहिए, ताकि प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल रचनात्मक कार्यो में किया जाए। उन्होंने कहा, "प्रौद्योगिकी एक उपहार है, जिसके इस्तेमाल करने की विधि में किसी नैतिक मूल्य का उल्लेख नहीं होता। साइबरस्पेस का दुरुपयोग चरमपंथ के लिए किया जाना प्रौद्योगिकी के साथ छेड़छाड़ करने का उदाहरण है।"प्रधानमंत्री ने कहा कि प्रौद्योगिकी प्रकृति के साथ छेड़छाड़ का औजार बनाने की भूल की कीमत बहुत भारी है। उन्होंने कहा, "मानवता के भविष्य के लिए हम प्रकृति के साथ छेड़छाड़ तो करते हैं, लेकिन सह-अस्तित्व कायम नहीं करते हैं।"मोदी ने छह 'आर'में छह महत्वपूर्ण कदम सुझाए : आर-रीड्यूस (कम करना), रीयूज (दोबारा उपयोग), रीसाइकिल (पुनर्चक्रण), रिकवर (सुधार लाना), रीडिजाइन (दोबारा डिजाइन करना) और री-मैन्यफैक्च र (पुनर्विनिर्माण)। उन्होंने कहा कि इन उपायों से जिस गंतव्य पर पहुंचेंगे, वहां हर्ष व आनंद है। मोदी के इन सुझावों का श्रोताओं ने जोरदार स्वागत किया।

उन्होंने विश्व समुदाय को बताया कि दुनिया में लोग आपस में एक-दूसरे से इंटरकनेक्टेड और इंटरलिंक्ड होते हैं। साथ ही, एक-दूसरे पर आश्रित भी होते हैं। उन्होंने कहा, "हमारी समस्याएं अलग-अलग नहीं हैं, इसलिए बहुत हद तक इनका समाधान भी वैसा ही है।"उन्होंने कहा, "यह तय है कि आगामी दशकों में दुनिया के सामने जो समस्याएं होंगी, उनका समाधान भी संयुक्त रूप से खोजा जाएगा और प्रौद्योगिकी की उसमें बड़ी भूमिका होगी।" 21वीं सदी को एशिया की सदी के रूप में बताते हुए मोदी ने कहा कि प्रस्तर युग से लेकर औद्योगिक क्रांति की प्रगति में हजारों साल लग गए, लेकिन संचार क्रांति महज 200 साल में आया, जबकि डिजिटल क्रांति कुछ ही वर्षो में देखने को मिली है। उन्होंने कहा, "प्रौद्योगिकी चिंतन की रफ्तार से बदल रही है और आवश्यकता अब आविष्कार की जननी नहीं रह गई है। आविष्कार से अब आवश्यकताएं पैदा हो रही हैं।"प्रधानमंत्री ने कहा कि प्रौद्योगिकी व्यापक बदलाव का औजार बन गई है और इससे आम लोगों का सशक्तीकरण हुआ है। उन्होंने कहा, "प्रौद्योगिकी और इसके विस्तार से आम लोग सशक्त हुए हैं और इस सशक्तीकरण को न्यूनतम सरकार और अधिकतम शासन से मजबूती मिली है।"ई-गवर्नेस की व्याख्या करते हुए उन्होंने कहा कि ई-गवर्नेस में ई से अभिप्राय सरकार को प्रभावकारी, समतुल्य, सक्षम और सशक्त बनाना है। मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ने स्टार्ट-अप इंडिया कार्यक्रम के जरिए भारत में नवाचार का माहौल बनाया है। उन्होंने कहा कि भारत का यूनिक आइडेंटिटी प्रोग्राम (आधार) दुनिया में सबसे बड़ा कार्यक्रम है और इससे आठ अरब की लीक रुक गई है। मोदी ने कहा कि कौटिल्य ने अर्थशास्त्र में कहा है कि शासकों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि प्रौद्योगिकी विकास लोगों के हित में हो।

निर्णय पर पहुंचने की प्रवृत्ति से बचे मीडिया : मनोज सिन्हा

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नयी दिल्ली 11 फरवरी, केंद्रीय संचार एवं रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा ने मीडिया से आह्वान किया कि वह निर्णय पर पहुंचने की प्रवृत्ति से बचे और साथ ही उन्होंने मीडिया ट्रायल को बढ़ावा देने के प्रति भी आगाह किया। श्री सिन्हा ने फेडरेशन आॅफ पीटीआई इम्प्लाइज यूनियन्स की वार्षिक आम बैठक में कल कहा कि लाेकतंत्र में मीडिया की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण होती है। मीडिया किसी भी लोकतंत्र में चौथे स्तम्भ के रूप में कार्य करता है। उन्होंने ‘मीडिया के समक्ष चुनौतियां’ विषय पर दिये गये संबोधन में मीडिया को आगाह किया कि उसे निर्णय पर पहुंचने से बचना चाहिए। मौजूदा समय में कई मीडिया संगठन किसी व्यक्ति या संगठन पर अदालत की तरह समानांतर ट्रायल चलाते हैं। यह उचित नहीं है। मीडिया का काम सूचनाएं देना और जनता को शिक्षित करना है, किसी के खिलाफ निर्णय सुनाने का काम मीडिया का नहीं है। इसके लिए देश में सशक्त न्याय व्यवस्था है। श्री सिन्हा ने अग्रणी संवाद समिति यूनाइटेड न्यूज ऑफ इंडिया (यूएनआई) और प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया (पीटीआई) की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि ये संवाद समितियां सूचनाओं को पूरे विश्व में फैलाने में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। उन्होंने कहा कि दोनों संवाद समितियां केवल तथ्यात्मक सूचनाएं लोगों तक पहुंचा रही हैं। उन्होंने कहा राष्ट्रीय समाचार एजेंसियों यूएनआई और पीटीआई को किसी भी कीमत पर सहयोग और संरक्षण देने की आवश्यकता है क्योंकि भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में उनकी भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। संचार मंत्री ने कहा कि समाचार और विचार किसी भी मीडिया के दो अलग-अलग हिस्से हैं। इनका कभी भी घालमेल नहीं किया जाना चाहिए। विचारों को जब समाचार के रूप में प्रस्तुत किया जाता है तो भ्रांतियां पैदा होती हैं।

श्री सिन्हा ने कहा कि मीडिया के सामने सबसे बड़ी चुनौती अच्छे और बुरे के बीच भेद करने (नीर-क्षीर विवेक) की है। मीडिया को अपने विवेक का इस्तेमाल करते हुए दूध से पानी को अलग करना होता है। उन्होंने ‘नारद मुनि’ का उदाहरण देते हुए कहा कि नारद को प्रथम और आदर्श पत्रकार माना जाता है। वह पूरे ब्रह्मांड की यात्रा कर सूचनाएं इकट्ठा करते थे और तुरंत सही स्थान तक उसका प्रसार करते थे। ‘महाभारत’ से ‘संजय’ का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि पत्रकार को निर्भीक होना चाहिए जो बिना किसी डर के अपना काम करे। उन्होंने कहा कि संजय एक ऐसे निर्भीक और निष्पक्ष पत्रकार थे जिन्होंने क्रूर राजा धृतराष्ट्र के महल में होने के बावजूद अपने नेत्रहीन राजा को केवल सच ही बताया। वह आसानी से पक्षपातपूर्ण ढंग से घटनाओं का ब्योरा दे सकते थे लेकिन उन्होंने कभी ऐसा नहीं किया।

दिव्यांगजन अपने भीतर छुपी प्रतिभा को जगाएं : कोविंद

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ग्वालियर, 11 फरवरी, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आज कहा कि दिव्यांगजन शारीरिक कमजोरी को जिंदगी पर हावी न होने दें, अपनी प्रतिभा और छिपी ताकत को जगाएं, फिर ये धरती और आसमां आपका होगा। श्री कोविंद ने यह बात मध्यप्रदेश के ग्वालियर के जीवाजी विश्वविद्यालय में आयोजित “नि:शुल्क सहायक उपकरण वितरण समारोह” में मौजूद दिव्यांगों का आह्वान करते हुए कही। उन्होंने दिव्यांगों से कहा कि उपकरण सहयोग के लिये हैं, उन्हें सहारा न बनाएं। अपनी प्रतिभा को पहचानें। यही प्रतिभा जिंदगी में आगे बढ़ने का आत्मबल प्रदान करेगी। इस अवसर पर मध्यप्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल, हरियाणा के राज्यपाल प्रो कप्तान सिंह सोलंकी, केन्द्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलोत, केन्द्रीय पंचायतीराज एवं ग्रामीण विकास मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी उपस्थित थे। राष्ट्रपति ने कहा कि खुशी की बात है कि केन्द्र और राज्य सरकार मिलकर न केवल दिव्यांगों को सहायक उपकरण मुहैया करा रही है, बल्कि उनके समग्र कल्याण की दिशा में समावेशी शिक्षा, कौशल विकास, रोजगार व सामाजिक सुरक्षा के लिये भी शिद्दत के साथ प्रयासरत हैं। दिव्यांग और वृद्धजन को सरकार द्वारा अत्याधुनिक सहायक उपकरण मुहैया कराए जा रहे हैं।  उन्होंने कहा कि सरकार इस लक्ष्य के साथ काम कर रही है कि कोई भी दिव्यांग बगैर सहायता के न रहे। सरकारी एवं निजी क्षेत्रों में दिव्यांगों के लिये रोजगार के अवसर भी तलाशे जा रहे हैं। भारत सरकार ने नौकरियों में दिव्यांगों के आरक्षण का कोटा तीन से बढ़ाकर चार प्रतिशत कर दिया है। दिव्यांगों के लिये आरक्षित रिक्त पदों को भरने के लिये भी सरकार विशेष अभियान चला रही है।

सुंजवान आतंकवादी हमले के खिलाफ अभियान का होगा सफल पटाक्षेप : राजनाथ

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नयी दिल्ली, 11 फरवरी, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने आज देशवासियों को अाश्वस्त किया कि जम्मू कश्मीर के सुंजवान सैन्य ठिकाने पर हमला करने वाले आतंकवादियों के खिलाफ अभियान में लगे हमारे सैनिक और सुरक्षा बल कामयाब होंगे। श्री सिंह ने यहां अल्संख्यक मंत्रालय की ओर से आयोजित छठे हुनर हाट का उद्घाटन करने के बाद संवाददाताओं से कहा ,‘वहां आतंकवादियों के खिलाफ सुरक्षा बलों का अभियान जारी है ,इसलिए अभी कोई टिप्पणी करना उचित नहीं होगा। मैं आश्वस्त करना चाहता हूं कि अभियान में लगे हमारे सैनिक और सुरक्षा बल इस अभियान का सफलतापूर्वक इसका पटाक्षेप करेंगे।’ उल्लेखनीय है कि जम्मू के सुंजवान सेना ठिकाने पर कल सुबह आतंकवादी संगठन जैशे मोहम्मद के आतंकवादियों के फिदायीन हमले में अब तक पांच जवान शहीद हो गए हैं अौर सेना की ओर से जारी अभियान में चार आतंकवादियों को ढेर किया जा चुका है । इस हमले में एक नागरिक की मौत हो गई और 11 लोग घायल हुए हैं। घायलों में एक लेफ्टिनेंट कर्नल और एक मेजर शामिल है। अंतिम समाचार मिलने तक अभियान जारी था।

मोदी ने जो वादे किये थे उन्हें पूरा नहीं किया: राहुल गांधी

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कोप्पल (कर्नाटक) 11 फरवरी, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अाज कर्नाटक के लोगों से कहा कि राज्य सरकार ने जो वादे किये थे उन्हें पूरा किया है लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जो वादे किये थे उन्हें पूरा नहीं किया और जनता को धोखा दिया।  श्री गांधी ने कोप्पल जिले में अपने रोड शो के दौरान कहा कि अब यह कर्नाटक के मतदाताओं पर निर्भर है कि वे श्री सिद्दारामैया और कांग्रेस पार्टी को बेहतर मानते हैं या उन्हें जो उनकी अपेक्षाओं पर खरे नहीं उतरे। कांग्रेस अध्यक्ष के रोड शो के दौरान कोप्पल जिले के कुस्तगी में ड्रम बजाये जा रहे थे, फूल बरसाये जा रहे थे और पटाखे छोड़े जा रहे थे।  उन्होंने कूकानूर अतिथि गृह से सुबह रोड शो शुरू किया, कोप्पल में गाविस्कदेश्वर मठ की यात्रा के बाद रात में वह वहीं ठहरे थे। इससे पहले वह कुस्तगी जाते हुए यालाबुर्गा भी गये, जहां उन्होंने कित्तूर रानी चन्नाम्मा की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। वे जत्थे में शामिल कुछ किसानों और बच्चों से भी मिले। श्री गांधी शनिवार को अपने तीन दिवसीय चुनावी अभियान पर कर्नाटक आये। उम्मीद है कि दोपहर बाद वह गंगावती में सार्वजनिक सभाओं को संबोधित करेंगे। वह रायचूर जिले में सिंधानुर में किसानों के साथ बैठक करेंगे और पार्टी के युवा कार्यकताओं के साथ भी बातचीत करेंगे। इस अवसर पर श्री गांधी के साथ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जी परमेश्वरा और पार्टी के शीर्ष नेता भी थे।

देश की उम्मीदों, आकांक्षाओं पर ज़रा भी खरोंच नहीं आने दूंगा : प्रधानमंत्री

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मस्कट 11 फरवरी, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि देशवासियों ने उनसे जो उम्मीदें एवं आकांक्षाएं पाल रखीं हैं, वह उन पर ज़रा सी भी ‘खरोंच’ नहीं आने देंगे और देश के विकास एवं ‘न्यू इंडिया’ के सपने को हर हाल में पूरा करेंगे। श्री मोदी ने चार देशों की यात्रा के अंतिम चरण में आज शाम आेमान की राजधानी मस्कट पहुंचने के बाद प्रवासी भारतीयों के एक कार्यक्रम में शिरकत की। श्री मोदी ने कहा, “मेरे प्यारे देशवासियों, मैं सर झुका कर नम्रता से कह हूं कि देश ने जिस आशा और आकांक्षा से मुझे यहां बिठाया है, उसे बिल्कुल भी खरोंच नहीं आने दूंगा।” उन्होंने कहा कि सरकारें आतीं हैं, जातीं हैं लेकिन महत्वपूर्ण यह है कि शासन किस ‘क्वालिटी’ का दिया जाता है। पहले योजनाएं बनतीं थीं और 30-40 तक पूरी नहीं हो पातीं थीं। खंभे गढ़ जाते थे बिजली नहीं आती थी, तारों पर कपड़े सूखते थे। नई ट्रेनों की घोषणा हो जाती थी, पटरी बदलने के बारे में कोई नहीं कहता था। ऊपर से घोटालों की लिस्ट से नुकसान पहुंचा है।  उन्होंने कहा कि लेकिन हम देश को इस स्थिति से निकाल कर ले आए हैं। आज कोई नहीं कहता है कि ‘मोदी’ कितना ले गया। उन्होंने कहा, “हमारे विरोधी पूछते हैं कि बताओ कितना आया। देश में विश्वास पैदा हुआ है। देश में जन्मी यह नयी आशा, नये भारत के हमारे संकल्प को संबल प्रदान कर रही है। आज हम देश में नागरिक मित्र, राष्ट्र मित्र शासन देने का प्रयास कर रहे हैं और उसका फर्क नज़र आ रहा है। देश सड़क, रेल, गैस पाइपलाइन, बैंक खाते आदि क्षेत्र में दो -तीन गुना गति से बढ़ रहा है।” प्रधानमंत्री ने देश में विभिन्न योजनाओं का उल्लेख किया और कहा कि इस बार के बजट में आयुष्मान भारत की योजना को विश्व भर में हैरानी से देखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि देश में 53 हजार किलोमीटर राजमार्ग निर्माण की भारतमाला परियोजना, रेलवे कॉरीडोर, 11 शहरों में मेट्रो परियोजना, 110 जलमार्गों का नियमन, तटीय अर्थव्यवस्था को बल देने के लिए सागरमाला परियोजना, मछुआरों को आधुनिक ट्रॉलर देने जैसे अनेक काम शुरू किए हैं। देश में करीब 1400 -1450 पुराने कानून खत्म कर दिए हैं। 

उन्होंने कहा कि देश में नीतियों के सुधार से करीब एक लाख 40 हजार करोड़ रुपए की बचत हुई है। यह पैसा गरीब के हक़ का पैसा है और उसी के काम आएगा। देश में ईमानदारी की पहल हुई है। भ्रष्टाचार करके करोड़ों रुपए कमाने वाले, काले धन का लेनदेन करने वाले, फर्जी कंपनियों के माध्यम से काले धन को सफेद बनाने वाले सरकार की नज़र में हैं आैर उन पर कार्रवाई होगी। अब तक करीब साढ़े तीन लाख फर्जी कंपनियां बंद हो चुकीं हैं। देश में ईमानदारी की कमाई का ईमानदारी से उपयोग हो, ऐसा माहौल बना है। श्री माेदी ने प्रवासी भारतीयों को भरोसा दिलाया कि उनकी समस्याओं को लेकर भारत सरकार ओमान सरकार के संपर्क में है और उसे दूर करने के प्रयास किये गये हैं। मदद एवं ई-माइग्रेट पोर्टलों से भी बहुत सहायता दी जा रही है। उन्होंने देश के विकास में प्रवासियों के योगदान का आह्वान करते हुए कहा कि आपको देश के विकास और न्यू इंडिया के सपने को पूरा करने में आपके प्रभाव के दर्शन होंगे। प्रधानमंत्री ने यह भी याद दिलाया कि मध्यप्रदेश के बीना में नई तेल रिफायनरी भारत आेमान सहयोग का उदाहरण है।

सामाजिक एकता टूटने से देश गुलाम बना : भागवत

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पटना 11 फरवरी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने आज कहा कि समाज में एकता नहीं रहने के कारण दुनिया के सबसे उन्नत देशों में गिना जाने वाले भारत पर कुछ मुट्टीभर लोगों ने सैकड़ों वर्षों तक राज किया। श्री भागवत ने यहां स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुये कहा, “दुनिया के बेहतरीन चिकित्सक, अभियंता और व्यापारी भारत में ही मिलते हैं। इसके बावजूद हमारी हालत खराब है। इसका मुख्य कारण समाज में एकता का नहीं होना है। एक समय था जब भारत विश्व का सबसे उन्नत देश था लेकिन समाज में एकता नहीं रहने के कारण कुछ मुट्ठीभर आये लोगों ने यहां सैकड़ों वर्ष तक राज किया।” आरएसएस प्रमुख ने संघ के महत्व पर बल देते हुये कहा कि संघ एक संगठन के रूप में चलता है और उनका लक्ष्य पूरे समाज को संगठित करना है। उन्होंने कहा कि उन्हें संघ की नहीं बल्कि देश की चिंता है और जो लोग संघ का विरोध करते हैं वह भी अंदर से इसकी इज्जत करते हैं। जबतक उन्नति की चाहत नहीं होगी तबतक देश का विकास नहीं हो सकेगा।  श्री भागवत ने कहा कि यदि हर व्यक्ति अपना काम स्वयं करने लगे तो देश प्रगति के मार्ग पर तेजी से आगे बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि अंग्रेजों ने देश की विविधताओं को हथियार बनाकर भारत को गुलाम बना लिया था। उन्होंने कहा कि स्वयं के बारे में जानने पर यदि गौरव का भाव जागृत हो तो वही उन्नति का पहला कदम होगा।

इससे पूर्व मुजफ्फरपुर में भी संघ प्रमुख ने स्वयंसेवकों को संबोधित किया और कहा कि सेना छह महीने में जितने जवान तैयार करेगी, संघ तीन दिन में तैनात कर देगा। यदि कभी देश को जरूरत हो और संविधान अनुमति दे तो स्वयंसेवक मोर्चा संभालेंगे। उन्होंने कहा कि संघ सैन्य नहीं बल्कि एक पारिवारिक संगठन है लेकिन संघ में सेना की तरह अनुशासन है। उन्होंने कहा कि स्वयंसेवक मातृभूमि की रक्षा के लिए हंसते-हंसते बलिदान देने को तैयार रहते हैं। श्री भागवत ने भारत-चीन युद्ध की चर्चा करते हुए कहा कि जब चीन ने हमला किया तो सिक्किम सीमा क्षेत्र के तेजपुर से पुलिस-प्रशासन के अधिकारी डरकर भाग खड़े हुए। उस समय संघ के स्वयंसेवक ही सीमा पर सेना के आने तक डटे रहे। स्वयंसेवकों ने तय किया कि यदि चीनी सेना आयी तो बिना प्रतिकार के उन्हें अंदर प्रवेश करने नहीं देंगे। स्वयंसेवकों को जब जो जिम्मेवारी मिलती है उसे वे बखूबी निभाते हैं।  संघ प्रमुख ने कहा कि प्रत्येक दिन शाखाओं में शामिल होने वाला व्यक्ति की जीवन के किसी भी क्षेत्र में विशिष्ट पहचान बनेगी। वे हर क्षेत्र में पूरी निष्ठा और ईमानदारी से अपना कार्य करेंगे। चाहे वह आजीविका को लेकर व्यापार करें या प्रशासनिक सेवाओं में जायें। उन्होंने स्वयंसवेकों से व्यक्तिगत, पारिवारिक और सामाजिक जीवन में सजगता से आचरण की शुद्धता का उदाहरण प्रस्तुत करने का आह्वान किया।
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