Quantcast
Channel: Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)
Viewing all 74327 articles
Browse latest View live

स्वामी विवेकानन्द के 151वीं जयंती के अवसर पर ए॰आई॰एस॰एफ॰ के छात्रों ने लिया संकल्प,

$
0
0

  • जेल मेें बंद 33 साथियों की जल्द से जल्द रिहाई की मांग 13 जनवरी को राज्यव्यापी आंदोलन के तहत पटना के विभिन्न सड़कों को जाम करने का किया ऐलान

aisf logo
पटना:- आज आॅल इण्डिया स्टूडेन्ट्स फेडरेशन (। प् ै थ्) पटना जिला परिषद की विस्तारित बैठक जिला सचिव आकाष गौरव की अध्यक्षता में केदार भवन में हुई। बैठक में छात्रों ने स्वामी विवेकानन्द की 151वीं जयंती के अवसर पर अपने 33 साथियों को जल्द-जल्द रिहा कराने का संकल्प लिया। वहीं दूसरी तरफ जेल में बंद छात्रों ने जेल के अंदर सफाई अभियान चलाया और युवाओं को जागरूक करने का संकल्प लिया। छात्रों ने राज्यव्यापी आंदोलन के तहत रेल-रोको रास्ता रोको आंदोलन को पटना के अंदर सफलपूर्वक करने का संकल्प लिया। छात्रों ने बैठक में एक स्वर में कहा जिस तरह सरकार छात्रों की मांगों के ऊपर लाठी के सहारे दमन करती है ये कहीं से भी उचित नहीं है। 
बैठक में 13 जनवरी को पूरे पटना के अंदर विभिन्न जगहों पर (ए॰एन॰ काॅलेज के सामने, काॅलेज आॅफ काॅमर्स के सामने, बी॰एन॰ काॅलेज के सामने और चितकोहरा पुल) जाम करने का ऐलान किया और चेतावनी दी कि सरकार अगर जेल में बंद 33 छात्रों को अविलम्ब बिना शत्र्त रिहा नहीं करती हैं तो छात्र उग्र आंदोलन को मजबूर होगे। 
बैठक में जिला अध्यक्ष अभिषेक आनन्द, उपाध्यक्ष मोनिका कुमारी, महानगर अध्यक्ष 
उज्ज्वल कुमार, पी॰यू॰ सचिव मो॰ हदीष उपाध्यक्ष प्रभात कोषध्यक्ष राहुल, ए॰एन॰ काॅलेज अध्यक्ष अभिषेक दुबे, बी॰डी॰ काॅलेज सचिव दिवाकर झा, अध्यक्ष समरेन्द्र कुमार, अर्चना कुमारी, किरण कुमारी, जय नारायण कुमार,विकी कुमार, मुरारी ठाकुर, रजनीष, आनन्द, अमोद, दानिष, रौषन, सहित दर्जनों छात्र उपस्थित थे। 

चंपारण (बिहार) की खबर 12 जनवरी)

$
0
0
राष्ट्रीय श्रमिक संघ मजबूत, गलत बयानी से श्रमिक भ्रम में न रहेः शर्मा

bihar map
नरकटियागंज(पच) स्थानीय न्यु स्वेदशी सुगर मिल्स के श्रमिक संगठन के मतभेद सामने आ रहे है। राष्ट्रीय श्रमिक संघ के महामंत्री आरएन शर्मा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि प्रबंधन के समर्थन से चल रहे कृष्णा शुक्ल स्वयं को संघ का संयोजक बता कर श्रमिक संघ को अवैधानिक बता रहे है। आरएन शर्मा ने कहा है कि संयोजक के कार्यकाल के बारे में जाने वे प्रबंधन से साठ गाँठ कर कर्मचारियों को गुमराह कर रहे है। संघ का कोई दस्तावेज उनके पास नहीं है और राष्ट्रीय श्रमिक संघ का चुनाव विधिवत फरवरी 2013 में सर्व सम्मति से सम्पन्न हुआ।  संविधान के अनुसार उसका रिटर्न फाईल महामंत्री ने सचिवालय में किया। उन्होने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से कहा कि संघ में कोई मतभेद नहीं संघ पूर्णतः मजबूत है।  

घर जलाने और धमकी देने संबंधीत आवेदन

नरकटियागंज(पच) अनुमण्डल के सहोदरा थाना अन्तर्गत काँटा टोला देवाड़ गाँव के राजेन्द्र महतो ने सहोदरा थाना में आवेदन देकर उसी गाँव के जगन्नाथ यादव व उनके पुत्रों पर घर में आग लगाने का आरोप लगाया है। राजेन्द्र ने सहोदरा थाना में दिये अपने आवेदन में लिखा है कि 9 जनवरी 2014 की रात 8 बजे जगन्नाथ यादव ने अपने बेटे से कहा कि राजेन्द्र को गोली मार दो और आग लगा दो घर में उसके बाद उनके बेटो ने घर में आग लगा दिया। उसके बाद (राजेन्द्र) उसे पकड़कर मुँह में कट्टा लगा दिया। जेब में रखा रूपया निकाल लिया। आग लगाने से लोहे की चारपाई, 2 मुर्गी, 16 अंडा और घर का सामान व खाना बनाने का सामान जलकर राख हो गया। इस बावत थानाध्यक्ष सहोदरा धनन्जय चैधरी ने बताया कि राजेन्द्र महतो का आवेदन मिला है, मामले की छानबीन की जा रही है।

लौरिया के छँटनीग्रस्त कर्मियों का अनशन खत्म राजनीति शुरू

नरकटियागंज(पच) सांसद बैद्यनाथ प्रसाद महतो व विधायक दिलीप वर्मा की पहल पर छँटनीग्रस्त कर्मचारियों का अनशन चैथंे दिन खत्म हो गया। इसके साथ की कर्मचारी 15 दिन से चला रहे अपना आन्दोलन समाप्त कर दिये। आन्दोलन खत्म होने के साथ ही अब कम्पनी के पूर्व सलाहकार राघवशरण पाण्डेय जिनपर कर्मचारियों के साथ छल करने का आरोप है, ने स्वयं आकर दुबारा जूस पिलाकर राजनीतिक रंग दे दिया हैं, जिसकी चर्चा सर्वत्र हो रही है। अनुमण्डल के लौरिया में स्थित एचपीसीएल चीनी मिल की कम्पनी एचबीएल के छँटनीग्रस्त कर्मी 28 दिसम्बर 2013 से लगातार आन्दोलन पर है। इसी क्रम में उन्होंने 8 जनवरी 2014 से आमरण अनशन किया है। उनका कहना है कि कम्पनी के प्रबंधक सलाहकार व अन्य वरीय अधिकारियों ने उनके साथ छल किया और उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है। छँटनीग्रस्त कर्मचारियों के अनशनकारियों में सुभाष प्रसाद कुशवाहा, दिनेश कुमार, हेमन्त कुमार राव, मंदीप ठाकुर, महम्मद अब्बास, विनय कुमार पाण्डेय, दिनेश कुमार ओर ठाकुर प्रमांेद जो युवा राजद के प्रखण्ड अध्यक्ष भी है। अनशनकारियों की बिगड़ती हालत को देख अनुमण्डल पदाधिकारी विजय कुमार पाण्डेय के निर्देश पर बीडीओं लौरिया ने सुभाष प्रसाद कुशवाहा, दिनेश कुमार, महम्मद अब्बास और विनय कुमार पाण्डेय को बेतिया इलाज के लिए भेज दिया है। उसके बाद चैथे दिन सांसद बैद्यनाथ प्रसाद महतो व विधायक दिलीप वर्मा की पहल पर मिल प्रबंधन और आन्दोलनकारियों के बीच वार्ता हुई जिसमें अनुमण्डल पदाधिकारी विजय कुमार पाण्डेय, अंचलाधिकारी अवध किशोर ठाकुर भी शामिल हुए। अनशनकारी छँटनीग्रस्त कर्मचारियों से प्रबंधन ने चार बिन्दूओ पर सहमति जतायी। उसके बाद सांसद ने निम्बू का रस पिलाकर अनशन तुड़वाया, अनशन समाप्त होने के बाद अनशकारी कर्मचारी नेताओं व छँटनीग्रस्त कर्मियांे के साथ राजनीति की गयी। जिसके तहत शाम में दूबारा भाजपा नेता राघव शरण पाण्डेय द्वारा अनशनकारियों का अनशन शाम पाँच बजे तोड़वाया गया। विपक्षी दलों ने राघव शरण पाण्डेय की इस कार्रवाई की आलोचना की है।

झुलसी महिला की रास्ते में मौत

नरकटियागंज(पच) अनुमण्डल के लौरिया प्रखण्ड के नन्हकार बेलवा गाँव की मइजन महतो की 20 वर्षिया पत्नी रविवार की सुबह साढे सात बजे अपने घर में झुलस गयी। लौरिया पुलिस को चैकीदार ने इस घटना की सूचना दी तब जाकर पुलिस ने लौरिया प्राथमिक स्वास्थ्य केेन्द्र में डाॅक्टरों ने उसका प्राथमिक इलाज किया और पत्रकारों को बताया कि महिला का नाम समतोला देवी है। चिकित्सको की माने तो 90 फीसद झुलसी समतोला को बेहतर इलाज के लिए बेतिया रेफर कर दिया गया। उसके भाई ने बताया कि इलाज के लिए बेतिया जाने के क्रम में उसकी मौत हो गयीं। सूत्रों की खबर के अनुसार समतोला देवी का मायका शिकारपुर थाना के कुण्डिलपुर बरगजवा गाँव में है। उसके भाई रामलगन महतों के बयान पर लौरिया थाना में प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है।

युगद्रष्टा आलोक प्रसाद वर्मा की 56 वीं जयन्ती समारोहपूर्वक मनायी गयी

नरकटियागंज(अवधेश कुमार शर्मा) स्थानीय शहर के युगद्रष्टा माना जाने वाले आलोक प्रसाद वर्मा उर्फ ओम जी की 56 वीं जयन्ती पर  आलोक विचार मंच द्वारा 12 जनवरी 2014 को हिमालय सिनेमा हाॅल में एक समारोह का आयोजन किया। उक्त अवसर पर उनकी भार्या रश्मि वर्मा ने कहा कि आलोक वर्मा समाजिक कार्यकर्ता थे, वे पार्टी के नाम पर चुनाव अवश्य लडे़ लेकिन उनके साथ सभी दल के लोग रहे। उनका एक ही सपना रहा क्षेत्र का विकास। वे अमीर व गरीब सबके सहयोगी रहे, मानव होने के कारण उनसे गलतियाँ हुई होंगी लेकिन उनकी अच्छाई के आगे वे गौण साबित हुई। शहर व क्षेत्र के बच्चे, बड़े व बुजुर्ग मिलकर उनके विचारों को आगे बढाते हुए शहर व क्षेत्र के विकास के लिए कृतसंकल्पित है। श्रीमती वर्मा ने कहा कि आलोक विचार मंच के लिए वे समर्पित रहेंगी। अगर किसी व्यक्ति को यह कार्यक्रम राजनीति से प्रेरित नजर आ रहा हो तो यह उनकी समझदारी की बात है। यह संगठन आलोक जी के विचारों को लेकर क्षेत्र के विकास के लिए सदैव तत्पर रहेगा। जयन्ती समारोह में शामिल वक्ता डेढ घंटा तक आलोक वर्मा के विचारों से लोगो को अभिभूत करते रहे। 12 जनवरी 1958 को बेतिया अस्पताल में जन्में आलोक प्रसाद वर्मा अपने पिता तारकेश्वर प्रसाद वर्मा की दूसरी संतान थे। उन्हेाने अपनी अद्भूत विलक्षण प्रतिभा के बल पर युवाओं को अपनी ओर आकर्षित किया, युवाओं ने उन्हें युगद्रष्टा करार दिया। वे किसी महत्वपूर्ण पद पर नहीं रहते हुए जो काम कर दिखाया वो बहुतेरे महत्वपूर्ण पद पर रहने केबाद भी नहीं कर पाते है। उसके उपरान्त शाम में 4.30 बजे भजन संध्या का आयोजन किया गया। जिसमें शामिल श्रोता व वक्ता भजन का आनन्द लेते रहे और आनन्द सरोवर में गोता लगाते रहे। कार्यक्रम में आलोक विचार मंच के कार्यकर्ता, परिजन और क्षेत्र के वैसे लोग जो आलोक वर्मा के विचारों से अभिभूत रहे है, अपनी उपस्थिति दर्ज कराते दिखंे।

सब्सिडी वाले सिलेंडरों की संख्या 12 हो सकती है

$
0
0


m veerappa moily
पेट्रोलियम मंत्री एम. वीरप्पा मोइली ने यहां रविवार को कहा कि सरकार सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलेंडरों की अधिकतम संख्या प्रति परिवार हर साल नौ से बढ़ाकर 12 कर सकती है। मंत्री ने यहां पेट्रोटेक 2014 सम्मेलन में संवाददाताओं से कहा, "मैंने (कांग्रेस उपाध्यक्ष) राहुल गांधी द्वारा प्रधानमंत्री के समक्ष तरल पेट्रोलियम गैस (एलपीजी) सीमा को बढ़ाने का मुद्दा उठाने के बारे में अखबारों में पढ़ा है।" उन्होंने कहा कि इस बारे में आखिरी फैसला आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति करेगी।

उन्होंने कहा कि 15 करोड़ एलपीजी उपभोक्ताओं में से 89 फीसदी साल में नौ सिलेंडरों का उपयोग करते हैं और सिर्फ 10 फीसदी को अतिरिक्त सिलेंडर बाजार भाव पर खरीदना पड़ता है। यदि कोटा बढ़ती है तो 97 फीसदी उपभोक्ताओं को सब्सिडी वाले एलपीजी का लाभ मिलेगा।

उन्होंने कहा, "यदि यह प्रस्ताव आता है, तो हमें इसके लाभ हानि का विचार करना होगा। फैसला आखिरकार आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति या राजनीतिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति को लेना है।"सब्सिडी वाले सिलेंडरों की संख्या बढ़ाकर 12 करने से ईंधन सब्सिडी 3,300 करोड़ रुपये से 5,800 करोड़ रुपये तक बढ़ जाएगी।

छत्तीसगढ़ पुलिस करेगी नक्सलियों का खात्मा : डीजीपी

$
0
0
G.P.SINGH
छत्तीसगढ़ के पुलिस महानिरीक्षक (डीजीपी) जी.पी. सिंह ने पंजाब और असम में उग्रवाद का उदाहरण देते हुए बताया कि छत्तीसगढ़ में नक्सलियों का खत्मा करने में मुख्य भूमिका छत्तीसगढ़ पुलिस की ही होगी। केंद्र और दूसरे राज्यों की पुलिस का सिर्फ सहयोग लिया जाएगा। शासकीय नागार्जुन स्नातकोत्तर विज्ञान महाविद्यालय के रक्षा अध्ययन विभाग द्वारा शहीद भास्कर दीवान स्मृति व्याख्यानमाला के अंतर्गत आयोजित एकदिवसीय व्याख्यानमाला में मुख्यवक्ता के रूप में जी.पी. सिंह ने नक्सली गतिविधियों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि नक्सली छत्तीसगढ़ में अपने मूल सिद्धांतों से भटककर निहित स्वार्थवश गरीब आदिवासियों का शोषण और प्रताड़ना में संलिप्त हैं। 

उन्होंने कहा कि पुलिस बल विषम परिस्थितियों में नक्सलियों का मुकाबला कर रहे हैं। वे नक्सलियों को आम जनता से अलग करने में लगे हुए हैं। डीजीपी ने पावर पाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से नक्सली और पुलिस की गतिविधियों का विस्तृत ब्योरा प्रस्तुत किया। व्याख्यान के बाद बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं ने प्रश्न पूछे, जिनके उन्होंने सारगर्भित जवाब दिए।

शेख हसीना तीसरी बार बनीं बांग्लादेश की प्रधानमंत्री

$
0
0

sheikh hasina oath
आवामी लीग की प्रमुख शेख हसीना ने रविवार को तीसरी बार बांग्लादेश के प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। उनके साथ 48 मंत्रियों ने भी पद एवं गोपनीयता की शपथ ली। इनमें 29 कैबिनेट, 17 राज्य मंत्री और दो उप मंत्री शामिल हैं। समाचार पत्र डेलीस्टार के मुताबिक, राष्ट्रपति अब्दुल हामिद ने राष्ट्रपति कार्यालय बंगभवन में हसीना (66) और उनके नए मंत्रिमंडल के सदस्यों को शपथ दिलाई। 

कृतज्ञता जाहिर करते हुए हसीना ने कहा कि उनके लिए सबसे जरूरी प्रधानमंत्री बनना नहीं, बल्कि लोगों के लिए काम करना है। चुनाव के पूर्व और चुनाव के दौरान हुई हिंसा में देश भर में 21 लोगों के मारे जाने की कई देशों की निंदा की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा, "शेख हसीना किसी भी दबाव में झुकने वाली नहीं है। चाहे वह राष्ट्रीय हो या अंतर्राष्ट्रीय।"

यह पूछे जाने पर कि क्या वे खालिदा जिया नीत बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) से भी मदद लेंगी, उन्होंने कहा, "हम हर किसी का सहयोग चाहते हैं।"प्रधानमंत्री ने कहा कि बीएनपी को सरकार से वार्ता के पहले जमात-ए-इस्लामी के साथ सभी संबंध तोड़ने होंगे। सैनिक तानाशाही के बाद लोकतंत्र बहाल होने पर पिछले दो दशक के दौरान यह तीसरा मौका है जब हसीना देश की प्रधानमंत्री बनी हैं।

नए मंत्रियों में अनिसुल हक को कानून मंत्रालय, मोहम्मद नसीम को स्वास्थ्य, तुफैल अहमद को वाणिज्य, अमीर हुसैन अमू को उद्योग और अनवार हुसैन मंजू को वन एवं पर्यावरण मंत्रालय सौंपा गया है। इससे पहले राष्ट्रपति ने हसीना को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया था। अवामी लीग ने पांच जनवरी को हुए आम चुनाव में जीत हासिल की थी, जिसका विपक्ष ने बहिष्कार किया था। जातीय पार्टी के अध्यक्ष एच.एम.इरशाद ने भी शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लिया। 

उल्लेखनीय है कि पांच जनवरी को 300 सीटों पर हुए चुनाव में कुल 292 सांसद निर्वाचित हुए थे। मतदान 147 संसदीय सीटों के लिए हुए थे और 153 सीटों पर कोई मुकाबला नहीं हुआ था। अवामी लीग ने 232 सीटों पर जीत हासिल की थी। 

फेसबुक से जुड़ेंगे सुपर 30 के आनंद

$
0
0

anand kumar super 30
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) की प्रवेश परीक्षा की तैयारी कराने के लिए प्रसिद्ध चर्चित संस्थान सुपर 30 के संस्थापक आनंद कुमार अब फेसबुक से जुड़ने वाले हैं। उनका मानना है कि इससे छात्रों को गणित के प्रश्नों पर विवेचना करने और अधिक छात्रों से जुड़ने का मौका मिलेगा जिससे छात्रों को लाभ मिलेगा। आनंद ने आईएएनएस को बताया कि फेसबुक पर जुड़ने का मुख्य कारण छात्रों की प्रतिभाओं का आकलन करना और उनके प्रतिभाओं को निखारना है। वे कहते हैं कि कोई भी छात्र इस पर गणित के प्रश्नों को पोस्ट कर सकेगा जिस पर अधिक विवेचना होगी और उससे छात्रों को और जानकारी मिल सकेगी। 

वे कहते हैं कि सभी इच्छुक छात्र सुपर 30 से किसी कारणवश नहीं जुड़ पाते हैं, परंतु वे सुपर 30 को लेकर जिज्ञासु होते हैं। ऐसे छात्र फेसबुक के माध्यम से हमसे जुड़ सकेंगे और सुपर 30 का लाभ उठा सकेंगे। आनंद कहते हैं कि आज की युवा पीढ़ी तकनीकी तौर पर काफी मजबूत हो गई है और वह विभिन्न साइटों से ही ज्ञानवर्धन करना चाहती है। ऐसे में कई छात्र संगठनों द्वारा फेसबुक से जुड़ने का आग्रह किया गया था। उन्होंने बताया कि छात्रों की मांग के अनुसार उन्होंने फेसबुक से जुड़ने का मन बनाया। 

आनंद कहते हैं कि कई बच्चे चाहकर भी उनसे संपर्क नहीं कर पाते हैं, अब ऐसे छात्रों की समस्या दूर हो जाएगी। आनंद के अनुसार, उनके फेसबुक का आईडी सुपर 30 के वेबसाइट पर जाकर देखा जा सकता है। वे कहते हैं कि कई प्रश्नों को लेकर उनके पास पत्र और मेल आते हैं जिसे वे सार्वजनिक नहीं करना चाहते हैं। ऐसे में फेसबुक एक सही राह होगा। 

उल्लेखनीय है कि सुपर 30 में अब तक 330 बच्चों ने दाखिला लिया, जिसमें से 281 छात्र आईआईटी की प्रवेश परीक्षा में उत्ताीर्ण हो चुके हैं। गौरतलब है कि डिस्कवरी चैनल ने सुपर-30 पर एक घंटे का वृत्तचित्र बनाया, जबकि टाइम पत्रिका ने सुपर-30 को एशिया का सबसे बेहतर स्कूल कहा है। इसके अलावे सुपर-30 पर कई वृत्तचित्र और फिल्म बन चुके हैं तथा आनंद को देश और विदेश में कई पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है। 

बिहार में मुस्लिम दलितों से बेहतर, पिछड़ों से बदतर

$
0
0

bihar minority girls
बिहार में मुस्लिम समुदाय के लोगों की आर्थिक दशा राज्य के दलित हिंदुओं से बेहतर लेकिन उच्च जाति और अन्य पिछड़ी जाति के हिंदुओं के मुकाबले बदतर है। यह तथ्य एक सर्वेक्षण में पाया गया है। दिल्ली के सेंटर फॉर रिसर्च एंड डिबेट्स इन डेवलपमेंट पॉलिसी के अध्यक्ष अबू सालेह शरीफ ने वाशिंगटन के अमेरिका-भारत पॉलिसी इंस्टीट्यूट की साझेदारी में कराए गए सर्वेक्षण के आधार पर कहा गया, "बिहार के 37 में से 31 जिलों में मुस्लिमों की हालत दलितों के मुकाबले बेहतर है।"

यह रिपोर्ट 2011 की जनगणना पर आधारित है। बिहार की कुल आबादी 10.5 करोड़ है जिसमें 16.5 प्रतिशत मुस्लिम हैं। विकास के छह सूचकांकों, स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजगार को बिहार में मुस्लिमों की हालत का आकलन करने में रिपोर्ट में शामिल किया गया है।

भारतीय मुस्लिम के हालात पर 2006 में प्रकाशित सच्चर समिति रिपोर्ट से भी जुड़े रहे सालेह ने कहा कि केरल की तरह बिहार के मुस्लिमों पहले से बेहतर हो रही है।  सालेह ने कहा कि मुस्लिम समुदाय से जुड़ी बड़ी आबादी रोजगार की तलाश में बाहर और विदेश गए और वहां से उन्हें पैसे भेजे जिसकी वजह से उनकी पारिवारिक स्थिति में सामाजिक-आर्थिक स्तर पर सुधार हो रहा है। 

सर्वेक्षण के मुताबिक 12.2 फीसदी उच्च वर्ग के मुकाबले 13.5 फीसदी ग्रामीण मुस्लिमों को रोजगार प्राप्त हुआ है। इसी तरह 19 फीसदी उच्च वर्ग के मुकाबले 17.3 फीसदी शहरी मुस्लिमों को रोजगार मिला।  पटना स्थित एशियाई विकास शोध संस्थान (आद्री) के सैबल गुप्ता ने कहा बिहार में मुस्लिमों की स्थिति में हाल के वर्षो में सुधार हुआ है लेकिन अभी इस दिशा में और भी काम करने की जरूरत है। 

करीब नौ साल पहले बिहार राज्य अल्पसंख्यक आयोग के प्राजोजन में आद्री ने एक सर्वेक्षण किया था जिसके निष्कर्ष में कहा गया था प्रदेश में मुस्लिम सबसे गरीब समुदाय है।  इस सर्वेक्षण में खुलासा किया गया था कि 49.5 फीसदी ग्रामीण मुस्लिम परिवार और 44.8 फीसदी शहरी मुस्लिम परिवार गरीबी रेखा के नीचे हैं। इनमें से 19.9 फीसदी वास्तविक गरीब हैं और ग्रामीण इलाके में 28.04 फीसदी मुस्लिम भूमिहीन मजदूर हैं। 

विरोध के बीच विश्वास ने अमेठी में भरी हुंकार

$
0
0

kumar vishwas amethi
आम आदमी पार्टी (आप) नेता कुमार विश्वास ने तमाम विरोध प्रदर्शनों के बीच रविवार को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के गढ़ अमेठी में हुंकार भरी और कहा कि उन पर चाहे जितने लाठी-डंडे चलाए जाएं, वह अमेठी का मैदान छोड़कर जाने वाले नहीं हैं। गौरीगंज के रामलीला मैदान में आयोजित आप की जनविश्वास रैली को संबोधित करते हुए कुमार विश्वास ने कहा, "अगर कांग्रेस के लोगों को गलतफहमी है कि वे काले झंडे दिखाएंगे और डंडे चलाएंगे तो मैं अमेठी का मैदान छोड़ दूंगा तो मैं ये साफ किए देता हूं कि मैं चुनाव तक अमेठी में ही रहूंगा।"

विरोध प्रदर्शनों को कांग्रेस प्रायोजित बताते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लोग चाहे जितने काले झंडे दिखाएं या मारें, हर रोज आप के 1000 वोट बढ़ेंगे। विश्वास ने कहा, "ऐसा लग रहा है, जैसे अमेठी अलग राष्ट्र घोषित कर दिया गया हो और कांग्रेस के युवराज के अलावा यहां किसी और को आने के लिए पासपोर्ट लेकर आना होगा।"उन्होंने मुस्लिम धर्मगुरु इमाम हुसैन को लेकर पूर्व में एक कवि सम्मेलन में कही बात के लिए एक बार फिर माफी मांगी।

विश्वास ने कहा कि जिन बातों को उठाकर उनका विरोध कराया जा रहा है वे दस साल पुरानी हैं। लेकिन अब उन बातों को साजिशन उठाया जा रहा है, क्योंकि महलों की नींव हिलने लगी हैं। उन्होंने कहा, "हमारा कभी चुनाव लड़ने का इरादा नहीं था, लेकिन इन राजनीतिक दलों ने जब हमें ललकारा, तब हम राजनीति में आए।"उन्होंने कहा, "मैं एक लालच के साथ राजनीति में आया हूं कि जब वृद्धावस्था में मेरा पोता मुझसे पूछे तो उसे गर्व से कह सकूं कि मैंने आजादी की 'दूसरी लड़ाई'में लाठियां खाईं।"

विश्वास ने पार्टी कार्यकर्ताओं से हिम्मत न हारने की अपील करते हुए कहा, "आप लोग हौसला मत हारिए, अभी तो ये पहला दौरा था। विरोधी तो अभी और बौखलाएंगे, इससे ज्यादा हरकतें की जाएंगी। हम पिटेंगे, मगर किसी पर हाथ नहीं उठाएंगे।"विश्वास ने रैली के दौरान काले झंडे दिखाकर नारे लगाने वाले लोगों से कहा, "आप लोगों ने राहुल गांधी को कभी काले झंडे नहीं दिखाए, जिन्होंने अमेठी की समस्या को लेकर, कांग्रेस नीत केंद्र सरकार में हुए विभिन्न घोटालों को लेकर संसद में कभी मुंह नहीं खोला।"

उन्होंने कहा, "मैं अपनी मर्जी से यहां चुनाव लड़ने नहीं आया। यहां के लोगों ने मुझे राहुल गांधी के खिलाफ लड़ने को कहा। जीत-हार यहां मेरी नहीं, बल्कि अमेठी की जनता की होगी। विश्वास है कि जनता कांग्रेस के युवराज को आईना दिखा देगी।"विश्वास ने कहा, "अमेठी की जनता के कई बार युवराज को जिताया। इस बार बटन दबाकर नौकर को जिताएं, ताकि वह उनकी समस्याओं को संसद में उठाए।"आप नेता ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा, "राहुल जी, दलित के घर खाना खाकर अखबार में फोटो छपवाने से काम नहीं चलेगा, बल्कि एक सांसद जब खाना खाए तो वह ये चिंता करे कि कितने दलितों ने खाया, तब काम बनेगा।"

उन्होंने अमेठी के लोगों से आह्वान किया कि वे आम चुनाव में अमेठी और देश में पनप रहे वंशवाद का खात्मा करें। रैली के दौरान विश्वास ने कांग्रेस नेताओं पर अपनी कविताओं से प्रहार किया। रैली में आप के वरिष्ठ नेता संजय सिंह और टीवी पत्रकार आशुतोष ने भी जनसमूह को संबोधित किया। रैली के बाद उत्तर प्रदेश के पूर्व अपर पुलिस महानिदेशक अजय श्रीवास्तव ने आप की सदस्यता ग्रहण की। इससे पहले लखनऊ से अमेठी जाते समय कुमार विश्वास को जगदीशपुर में काले झंडे दिखाए गए। प्रदर्शनकारियों ने विश्वास के खिलाफ नारे लगाते हुए उनका पुतला फूंका गया। एक दिन पहले (शनिवार को) लखनऊ में कुमार विश्वास के संवाददाता सम्मेलन में खुद को समाजवादी पार्टी के युवा संगठन से जुड़ा नेता बताने वाले एक युवक ने उन (विश्वास) पर अंडा फेंका था।

'आप'राहुल गांधी से आगे नहीं सोच सकती : राजीव शुक्ला

$
0
0

rajiv shukla
केंद्रीय संसदीय कार्य राज्य मंत्री राजीव शुक्ला ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को निशाना बना रहे आम आदमी पार्टी (आप) के नेता कुमार विश्वास की रविवार को आलोचना की और कहा कि 'आप'की सोच राहुल गांधी तक ही सीमित है। राजीव ने कहा कि राहुल गांधी अमेठी से वर्षो से चुनाव लड़ते आ रहे हैं, तथा अमेठी की जनता उन्हें अपने नेता के रूप में बहुत चाहती है।


राजीव शुक्ला ने समाचार चैनल 'टाइम्स नाउ'से कहा, "लोकसभा चुनाव-2014 के परिणाम आने दीजिए। 'आप'और अन्य राजनीतिक दलों को भी सच्चाई का पता चल जाएगा।"राजीव शुक्ला ने आगे कहा, "सभी इसे अच्छी तरह जानते हैं कि राहुल गांधी अमेठी से चुनाव जीते हैं, तथा इस बार भी वह बड़े अंतर से जीतेंगे।"



'आप'के नेता कुमार विश्वास ने रविवार को अमेठी में आयोजित जनसभा में कहा कि राहुल गांधी का अनुसूचित जाति के लोगों के घर जाना सिर्फ वोटों के लिए था। कुमार विश्वास ने आगे कहा कि राहुल गांधी की वास्तव में अपने लोकसभा क्षेत्र की जनता की समस्याओं के समाधान में कोई रुचि नहीं है।



उन्होंने यह भी कहा कि राहुल गांधी ने अमेठी की किसी जनसमस्या की संसद में कभी चर्चा नहीं की। कुमार विश्वास आगामी लोकसभा चुनाव में अमेठी से चुनाव लड़ सकते हैं, लेकिन अमेठी में अपनी पहली ही जनसभा में उन्हें काले झंडे भी दिखाए गए।

पागलपन से कम नहीं है, दान-पुण्य के नाम पर यह बर्बादी

$
0
0
मकर संक्रांति के ये दो-तीन दिन हमारे यहाँ दान-पुण्य और धर्म के नाम पर उन्माद अभिव्यक्ति का वार्षिक पर्व हो चला है।  धर्म और दान-पुण्य करें मगर इसके नाम पर आजकल जो हो रहा है वह किसी भी दृष्टि से धर्म नहीं कहा जा सकता, बल्कि जो कुछ हो रहा है उससे अधर्म और हमारा पागलपन पूरी तरह झलक रहा है।
मल मास और मकर संक्रांति के ये दिन.... सभी को लगता है कि जैसे इन दो-तीन दिनों में जितना दान-पुण्य का धर्म कमा लिया जाए, कमा लें..इसमें पीछे क्यों रहें। दो तरह के लोग हैं। एक वे हैं जो धर्मभीरू और रूढ़ीवाद की कैद में बँधे हुए छटपटा रहे हैं और उन्हें लगता है कि भगवान इसी से खुश होता है इसलिए कुछ तो पुण्य पा ही लें।

दूसरी किस्म में वे लोग हैं जो व्यभिचारों, अपराधों, अन्याय और बेईमानी, शोषण, अनाचार, रिश्वतखोरी, मुनाफाखोरी, लूट, भ्रष्टाचार तथा अनैतिक कर्मों से धन और संसाधन जमा करते हुए पापों से भरते जा रहे हैं, इन लोगों को लगता है कि जैसे थोड़ा-बहुत भी दान-धर्म हो जाए तो पापों का असर कम हो जाए, पुण्य मिल जाए और नरक की यातना से बच जाने लायक ईश्वरीय कृपा मिल जाए अथवा पापों की समाप्ति होकर पुण्य लाभ मिल जाए। इसलिए जो कुछ संग्रह किया है उसका हजारवां अंश दान कर देने में क्या जाता है। 

ये लोग अपने आपमें कितने ही गंदे और क्रूर क्यों न हों, इन दिनों पुण्य का मौका कमाने में पीछे नहीं रहते। फिर जहां कहीं ये पुण्य करते हैं इनके प्रताप से भरपूर और मनचाही पब्सिसिटी मिल जाती है सो अलग फायदा। पुण्य का पुण्य, प्रचार भी मिल जाए, और आम लोगों की नज़रों में अच्छी छवि बनने लगती है वो अलग।

दान-पुण्य अमीर करे या गरीब, सज्जन करें या दुर्जन... अच्छी बात है। लेकिन आजकल मकर संक्रांति पर दान-पुण्य के नाम पर जो कुछ हो रहा है वह समाज के लिए अच्छा नहीं है और इससे सामग्री की बर्बादी ज्यादा हो रही है। लोग मकर संक्रांति के दिन बड़े सवेरे से चौराहों, सर्कलों, आम रास्तों, मन्दिर परिसरों और सार्वजनिक स्थलों पर हरे चारे, हरे चने, घास, खाद्य सामग्री आदि के इतने ढेर लगा देते हैं कि पशु पूरा खा भी नहीं पाते हैं और अपने खुरों से रौंदते रहते हैं । इससे दूसरे पशु भी मुँह नहीं लगाते। और अन्ततः यह सामग्री फेंकने में ही जाती है। 

मकर संक्रांति के दिन जितनी सामग्री हम पशुओं के लिए सड़कों पर डालते हैं उतनी सामग्री इन पशुओं के लिए महीने दो महीने काम आ सकती है। लेकिन हमारी आँखों पर चढ़ा हुआ धर्मान्धता का चश्मा इसे अनुभव नहीं कर पाता। हकीकत तो यह भी है कि इतनी सामग्री अगर कोई पशु एक ही दिन में खा ले तो उसे अजीर्ण आफरा हो जाए और कई पशुओं की मौत भी हो जाया करती है। ऎसे दान-पुण्य और धर्म से क्या अर्थ है?

दूसरी तरफ मकर संक्रांति के दान-पुण्य के नाम पर हम जो दान करते हैं उनमें नब्बे फीसदी लोग पात्र नहीं हुआ करते। दान का अर्थ यही है कि समाज या अपने आस-पास के जो प्राणी अभावों और समस्याओं से ग्रस्त हैं उनके अभाव हम दूर करने में मददगार बनें और जरूरतमन्द तक उसकी आवश्यकता की राशि या वस्तु पहुंचे ताकि उसके जीवनयापन को आसान बनाया सके, हमारे आस-पास कोई प्राणी भूखा-प्यासा नहीं रहे।

इसके विपरीत हमने दान-पुण्य का अर्थ निकाल लिया है भिखारियों को देना। असल में आजकल कुछेक लोगों को छोड़कर कोई भिखारी नहीं है। मकर संक्रांति के दिनों में भगवे, गेरुए वस्त्र पहनकर, तिलक-छापा लगाकर और माला-अंगुठियाँ पहनकर घूमने और माँगने वाले, बीड़ी-सिगरेट, अफीम-गांजा और दारू पीने वाले, माँसाहार करने वाले ये बाबावेशी भिखारी लोग ऎसे हैं जो पुरुषार्थ करना नहीं चाहते, हरामखोरी जिनके स्वभाव में आ गई है तथा इन सभी को समाज के उन मूर्खों के बारे में पता है कि ये लोग धर्म के नाम पर दान-पुण्य करने में पीछे नहीं रहते। किसी को पता नहीं है ये लोग कहाँ से आए हैं, क्या इनका चरित्र है।

हमारा दुर्भाग्य यह है कि हमारे आस-पास का कोई व्यक्ति कितना ही अभावग्रस्त या जरूरतमंद हो, हमें नहीं दिखता। और ये बाहर से अचानक आ धमकने वाले नालायक भिखारी चिकनी-चुपड़ी बातें कहकर हमें भरमाते हुए अपने जाल में फंसा कर जो अपेक्षा होती है उतना हमसे ले जाते हैं। हमें डूब करना चाहिए कि हमारे क्षेत्र में रहने वाले बंधु या भगिनियों या प्राणियों के प्रति हम बेपरवाह हैं, और भिखारियों के प्रति धर्म के नाम पर सहानुभूति जताते रहते हैं। उन पर लुटाने भर को तैयार रहते हैं। कितना शर्मनाक है हमारा यह चरित्र?

ऎसे भिखारियों की जिन्दगी के सच को हम जान लें तो इन्हें अपने आस-पास कभी नहीं फटकने दें। वास्तव में इन दिनों जो बाबा और भिखारी मकर संक्रांति पर पुण्य के नाम पर भीख मांगते घूम रहे हैं वे सारे धंधेबाज हैं और इन सभी के पास अपना अच्छा खासा बैंक बेलेंस है। दिन में भीख मांगते हैं और शाम ढले ये लोग हमारे दान-पुण्य के पैसों से माँस और दारू की पार्टियों का मजा लेते हैं।

 यकीन न हो तो मकर संक्रांति को शाम ढले इनके डेरों की ओर एक बार चक्कर लगा लें। समझ में नहीं आता हम लोगों में वह पात्रता कहाँ चली गई जो सामने वालों को पहचान लिया करती थी। जो लोग दान-पुण्य से धर्म कमाने के नाम पर पैसे लुटा रहे हैं, सामग्री बर्बाद कर रहे हैं उन लोगों को चाहिए कि वे वास्तव में दान-पुण्य करना चाहते हैें तो अपने पैसों का उपयोग करें, दुरुपयोग न करें।

वैसे यह भी सत्य ही है कि जिसका जैसा पैसा होता है उसकी गति वैसी ही होती है क्योंकि उसके बुनियादी रास्तों से लेकर उपयोग में भी दुर्बुद्धि होती है, फिर खराब पैसा होगा तो वह बर्बादी के रास्ते ही खोलेगा। दान-पुण्य और धरम के नाम पर उन्मादी न बने रहें। गंभीरता से सोचें और अपने क्षेत्र के जरूरतमन्दों की मदद में आगे आएं। ऎसा कुछ काम करें कि अपने क्षेत्र में सेवा और परोपकार का कोई स्थायी माध्यम बने। शराबियों और माँसाहारियों को दान देना अपने आप में पाप मोल लेना है।





live aaryaavart dot com

---डॉ. दीपक आचार्य---
9413306077
dr.deepakaacharya@gmail.com

झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर (12 जनवरी )

$
0
0
 झाबुआ की गिनती पिछडे की बजाय अगले जिलो में हो इसके लिए सभी प्रयास करे --मुख्यमंत्री श्री चैहान 

jhabua news
झाबुआ--प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान ने आज 12 जनवरी को शहीद चंन्द्रशेखर आजाद महाविद्यालय में आयोजित आओ मध्यप्रदेश बनाये कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि कोई चिंता ना करे मैं सभी से मिलूगा, सभी को गले लगाऊगा। मैं मुख्यमंत्री तीसरी बार बना हुआ मैं राजा नहीं सेवक मुख्यमंत्री हूॅ। मैं जन प्रतिनिधियों को कहता हॅू कि स्वागत में समय लगाने की बजाय सेवा में लगाये। झाबुआ जिले को अगले पाॅच सालों में पिछडा की बजाय अगडा जिला बनाने का प्रयास हम सब मिलकर करेगे। आप हम सभी को मिलकर विकास के लिए प्रयास करने होगे। गेहूॅ के साथ साथ अब चावल भी 1 रू. किलों दिया जाएगा। इनकम टैक्स भरने वाले परिवारो को छोड कर जो भी परिवार गरीबी रेखा से उपर है उन परिवारो को भी अब 1 रू. किलो गेहूॅ चावल दिया जाएगा। अब म.प्र. में कोई भी भूखा नहीं सोएगा। बेटा-बेटियों मेंै आपको आश्वस्त करने आया हूॅ कि तुुम्हारी जिंदगी में कोई अंधेरा नहीं रहेगा ऐसा प्रयास किया जाएगा। छात्रावास आश्रम जैसी सुविधाएॅ बढाई जाएगी, उच्च शिक्षा के लिए हर सुविधा दी जाएगी। उच्च शिक्षा ऋण पर बैंक गारंटी सरकार देगी। शासकीय एवं अशासकीय विद्यालयों में 12 वी कक्षा में 85 प्रतिशत से अधिक अंक लाने वाले सभी वर्गो के विद्यार्थियों को राज्य शासन के द्वारा निःशुल्क लेपटाप प्रदान किया जाएगा। इसी प्रकार शासकीय विद्यालयों से पढकर निकलने वाले जो विद्यार्थी महाविद्यालियों में प्रवेश लेगे उन सभी विद्यार्थियो को राज्य शासन द्वारा निःशुल्क स्मार्ट मोबाईल फोन दिया जाएगा ताकि वे दुनिया की सभी प्रकार की जानकारियों आसानी से प्राप्त कर सके। झाबुआ जिले में रोजगार उपलब्ध करवाने के लिए औद्योगिकरण किया जाएगा। आपको जिले में स्वरोजगार स्थापित करने के लिए ऋण एवं सुविधा दी जाएगी। जिले में गेहूॅ की फसल देखकर मुझे बहुत खुशी हुई। और सिंचाई साधन बढाने के लिए जगह जगह पानी रोके। मैं वो दिन लाना चाहता हूॅ कि लोग झाबुआ का गेहूॅ मांगे। मैं सभी से अपील करना चाहता हूॅ कि जिले में जल संरचनाएॅ बनाने में जनप्रतिनिधि अधिकारी, ग्रामीण सभी के सहयोग की आवश्यकता है। आपके सहयोग के बिना मैं अकेला कुछ नहीं कर पाउॅगा। अब खेत तक पहुंचने के लिए मुख्यमंत्री खेत सड़क योजना प्रारंभ की है।

मंख्यमंत्री श्री चैहान ने मुख्यमंत्री विवाह एवं निकाह योजनाओं के अंतर्गत अब 25 हजार रूपये प्रति विवाह हेतु दिये जाने की घोषण करते हुए कहा कि इस राशि में से 19 हजार रूपये विवाह कार्यो पर व्यय किये जायेगे तथा 6 हजार रूपये संबधित के बैेंक खाते में जमा किये जायेगे। मैं आहवान करने आया हूॅ कि आप बिजली बचाये, पानी रोके नशामुक्ति की कोशिश करे, पेड लगाये, कोई बच्चा ऐसा ना रहे जो स्कूल ना जाये, कोई घर ऐसा ना रहे जहाॅ शौचालय ना हो। इसके लिए सभी हाथ उठाकर संकल्प करे। अधिकारी कर्मचारियों कें कल्याण में भी कोई कसर नहीं छोडूगा लेकिन सब अपना काम ई्रमानदारी से करे। जो ईमानदारी से काम करेगा उसे सम्मान दिया जाएगा एवं जो बेईमानी करेगा उसे छोडा नहीं जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चैहान ने सभी को आओ मध्यप्रदेश बनाये का संकल्प दिलाया।

23 करोड 62 लाख के 18 निर्माण कार्यो का लोकार्पण भूमिपूजन
मुख्यमंत्री श्री चोैहान ने जिले में आओ मध्यप्रदेश बनाये सम्मेलन में 23 करोड 62 लाख के निर्माण कार्यो का लोकार्पण भूमिपूजन भी किया। शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं के हितग्राहियो को मंच से हितलाभ का वितरण किया। आओं बनाये अपना मध्यप्रदेश की थीम पर सम्मेलन स्तर पर सजी प्रदर्शनी का अवलोकन किया। कार्यक्रम में स्वागत उद्बोधन कलेक्टर श्रीमती जयश्री कियावत ने दिया। आभार प्रदर्शन मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री धनराजू एस. ने किया। कार्यक्रम को विधायक झाबुआ श्री शांतिलाल बिलवाल ने संबोधित किया। कार्यक्रम में प्रभारी मंत्री श्री अंतरसिंह आर्य, विधायक पेटलावद सुश्री निर्मला भूरिया, थांदला श्री कलसिंह भाभर, पुलिस अधीक्षक श्री एस.पी सिंह, सहित जनप्रतिनिधि, अधिकारी एवं बडी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे।

जिला चिकित्सालय का आकस्मिक निरीक्षण किया
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान ने आओ मध्यप्रदेश बनाये कार्यक्रम के बाद जिला चिकित्सालय झाबुआ का आकस्मिक निरीक्षण किया जिला चिकित्सालय की व्यवस्था देखकर चिकित्सा सुविधाओं की सराहना की। प्रसूति वार्ड में एक व्यक्ति द्वारा पैसे लेने की शिकायत की गई। जिस पर श्री चैहान ने कलेक्टर को मामले की जाॅच करवा कर कार्यवाही करने के निर्देश दिये।

विकलांग पुनर्वास केन्द्र में निःशक्त बच्चो से मिले
जिले के विकलांग पुनर्वास केन्द्र का भी निरीक्षण किया। विकलांग केन्द्र में रहने वाले मूक बधिर बच्चों से मिले उनकी प्रतिभा को देखकर काफी प्रभावित हुए। विकलांग पुनर्वास केन्द्र के फिजियोथैरेपी सेन्टर का भी निरीक्षण किया एवं विकलांग पुनर्वास केन्द्र के बच्चों को भोजन कराया और बच्चों की मांग पर मिडिल स्कूल खूलवाने की घोषणा की।

बोहरा मस्जीद मे ईन्वरटर सहीत अन्य सामान चोरी

झाबूआ-- तयब भाई पिता हातिम भाई उम्र 59 वर्ष निवासी सदर बाजार पारा झाबुआ ने बताया कि अज्ञात बदमाश मस्जिद के अन्दर घूस कर 1. माइक्रोटेक इनवेटर, एम्प्लीफायर बाॅक्स, सिंगल बत्ती वाले गैस चूल्हे 2 चुराकर ले गये। प्रकरण में थाना कोतवाली झाबुआ में अप0क्र0 24/14, धारा 457,380 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

बिहार : हुजूर! आपके जिले में भू माफिया सक्रिय हो गये

$
0
0
bihar land mafia news
गया। हुजूर! आपके जिले में भू माफिया सक्रिय हो गये हैं। जमीन पर काबिज गरीब महादलित लोगों को डरा धमकाकर जमीन से बेदखल कर दिया जा रहा है। महादलितों को बेदखल करने के पहले जमीन की कीमत मनमर्जी से लगाकर औने पौने भाव में बेचने को बाध्य कर दे रहे हैं। कारण महादलितों के हाथों में जमीन है परन्तु जमीन का पर्चा साथ में नहीं है। जब महादलित कार्यालय में जाकर पर्चा की मांग करते हैं तो वहां से सुगम ढंग से टरका दिया जाता है। यहां पर भूदान यज्ञ कमिटी के जिला कार्यालय के भूतपूर्व अमीन ने भूदानी जमीन का दस्तावेज उपलब्ध कराने का गोरखधंधा करने पर उतर गया है। 

महादलित मुसहर समुदाय के साथ बैठकः गया जिले के शेखवारा पंचायत में रहने वालों के साथ बैठक की गयी। इस बैठक की अध्यक्षता प्रगति ग्रामीण विकास समिति के कार्यकर्ता विश्णुधारी यादव ने की। महादलितों ने कई मसलों पर विचार रखे। कई महादलितों को भूदान यज्ञ कमिटी के जिला कार्यालय से भूदान भूमि का पर्चा और बोधगया प्रखंड के अंचल कार्यालय से सिंलिग भूमि का पर्चा मिला है। ये लोग अपने खेतीहर जमीन का रसीद भी कटवा रहे हैं। इनके पास खेतीहर जमीन को सिंचित करने का साधन नहीं है। इसके आलोक में बीडीओ कार्यालय में जाकर आवेदन पत्र पेश करने का मन बना लिये हैं। बीडीओ के नाम से आवेदन पत्र लिखकर खेत में पानी का साधन उपलब्ध करवाने का आग्रह करेंगे। उन लोगों ने कृषि लॉन भी उपलब्ध करवाने का आग्रह किये। पानी के साधन और कृषि लॉन मिलने के बाद मेरे पंचायत की धरती से सोना के रूप में अनाज धान, गेहूं आदि ऊपजने लगेगा। 

साधन नहीं रहने के कारण फसल नुकसानः पर्याप्त साधनों के लिए सरकार की ओर मुंह ताकने के बाद निराश होने वाले महादलित लोकल महाजनों से कर्ज लेकर खेती करते हैं। महाजनों से पूंजी लेकर खेत में लगाना भी कम खतरे की बात नहीं है। सनद रहे कि खेती करना भी जुआ खेलने की तरह ही है। मौसम पर निर्भर होने के कारण फसल की बर्बादी भी हो सकती है। ऐसी स्थिति में लोकल महाजनों से कर्ज लेकर खेती करने का नुकसान सामने दिखने लगता है। ऐसी स्थिति में हमलोग खेत को ही बंधक रख देते हैं।

हम तो मुफ्त में हो जाते बदनामः हम तो मुफ्त में बदनाम हो जाते हैं। हमलोग खेत में फसल ऊपजाने के लिए महाजनों से कर्ज लेते हैं। तब लोग हवाबाजी करने लगते हैं कि भूईया जाति के लोग खेत को बंधक रखकर दारू पी जाते हैं। इसके कारण बहुत लोग भूदान की जमीन और सिंलिग की जमीन को बहुत लोग बेच दे रहे हैं। ऐसा नहीं है। मेहनत करते हैं। शाम को कुछ थकावट दूर करने के लिए सेवन किया जाता है। 

इस समय बहुत महादलितों का परवाना नहीं हैः इस समय बहुत महादलितों को भूदान यज्ञ कमिटी से भूदन भूमि और अंचल कार्यालय से सिंलिग की भूमि मिली है। कई लोगों का जमीन का पर्चा  पानी से गल गया है। जब भूदान यज्ञ कमिटी के जिला गया  कार्यालय में जाकर जिला कार्यालय मंत्री से इस  बाबत बातचीत की गयी तो उनका स्पष्ट रूप से कहना है कि कार्यालय के द्वारा निर्गत भूदान भूमि का दस्तावेज उपलब्ध नहीं है। तो उक्त दस्तावेज का नकल किस तरह दे सकते हैं। वहीं सिंलिग जमीन के बारे में अंचल कार्यालय में किसी तरह का दस्तावेज नहीं है। उसी तरह से भूदान यज्ञ कमिटी के द्वारा भी कहा जाता है। भूदान किसानों को 1954 में भूदान की जमीन मिली थी।

अब कार्यालय से पर्चा निकालना जी का जंजाल बनाः महादलितों को कार्यालय से यह कहकर टरका दिया जाता है। मगर भू माफियाओं को दस्तावेजों का नकल कोपी आसानी से मिल जाता है। आप समझ रहे होंगे कि महादलितों को दस्तावेजों का नकल नहीं मिल पाता है। तो उनको किस तरह से मिल जाएगा। हां, भू माफियाओं को मोटी रकम खर्च करनी पड़ती है। इसके बाद दस्तावेज उपलब्ध हो जाता है। इसके लिए आपको भूदान यज्ञ कमिटी से अवकाश प्राप्त अमीन जयराम प्रसाद के पास जाना होगा। जयराम बाबू को राम-राम कहकर हरे रंग के नोट के दर्शन कराकर निवेदन करें। इसके बाद भूदानी जमीन का दस्तावेज उपलब्ध करा दिया जाएगा। इसी लिए यहां पर लोग मधुमक्खी की भिनभिनाते रहते हैं। कार्यालय में दस्तावेजन नहीं है। इसके आलोक में दलाल सक्रिय हो गये हैं। अब महादलितों को डरा और धमकाकर कम कीमत पर ही जमीन हथिया ले रहे हैं। वहां पर जाकर कागजात बना ले रहे हैं। 



आलोक कुमार
बिहार 
संपर्क : 9939003721

बिहार : 50 प्रतिशत अनुसूचित जाति गरीबी रेखा की सूची में शामिल नहीं

$
0
0
bihar narega
गया। यह दुर्भाग्य है कि गया जिले के शेखवारा ग्राम पंचायत में रहने वाले 50 प्रतिशत अनुसूचित जाति के लोगों को गरीबी रेखा की सूची में शामिल ही नहीं किया गया है। इसके कारण इन्दिरा आवास योजना के तरहत लाभान्वित नहीं हो सके। अब तो बीपीएल के पैमाने को हटाकर एपीएल को भी इन्दिरा आवास योजना से घर बनेगा। प्रायः यह देखा जा रहा है कि जो बीपीएल सूची में हैं और इन्दिरा आवास योजना की प्रतिक्षा सूची में हैं। प्रतिक्षा सूची में हेराफेरी करके पीछे से आगे और आगे से पीछा कर दिया जा रहा है। इसके कारण लोगों में आक्रोश व्याप्त है। 

बैठक में मनरेगा की गड़बड़ी का मामला उठाः आप महात्मा गांधी नरेगा में काम करें अथवा न करें कोई फर्क नहीं पड़ता है। लेकिन,आपके पास जरूर ही मनरेगा का जॉब कार्ड रहना चाहिए। आप  जॉब कार्ड को कभी भी ऐसा-वैसा न समझे, वह तो आजकल बहुत ही काम का चीज वाला बन गया है। मजे की बात है कि यहां के 55 लोगों को काम के लिए चयनित किया गया। 55 लोगों को काम मिला। लेकिन, मात्रः 10 लोगों से ही काम लिये जाने लगे। इन 10 लोगों को प्रत्येक माह 3 हजार 500 रू. दिया जाता है। अभी मनरेगा की मजदूरी में बढ़ोतरी के बाद 4 हजार रू. कर दिया गया है। 

शेष 45 लोगों को 500 रू. दिया जाता हैः जो मनरेगा में काम नहीं करते हैं। उनको महीने में एक दिन बैंक लिया जाता है। बैंक के पास ले जाकर अगंूठा निशान अथवा हस्ताक्षर करवाने के बाद 5 सौ रू. थमा दिया जाता है। कोई विरोध करते हैं तो उनको औकांत बताया जाता है कि बिना काम के 5 सौ रू.दाम दे रहे हैं तो आप लोगों को मेरे नाम का जय जयकार करना चाहिए। अगर ज्यादा बोलोंगे तो काम से ही नाम काट देंगे। 5 सौ से वंचित हो जाओंगे। दूसरे जॉबकार्डधारी को बहाल कर लेंगे। आप लोग मुंह ताकते रह जाओंगे। यह सब पंचायत रोजगार सेवक के इशारे पर बीपीएल कानाम वार्ड नम्बर 2 के वार्ड सदस्य राजू कुमार कहते हैं। इनको ही देखभाल करने का मौका दिया गया है। यह जांच का विषय है कि इस पंचायत में मनरेगा में कितना घोटाला हो रहा है। 



आलोक कुमार
बिहार 

विशेष : बंगाल में ममता का टूटता तिलिस्म

$
0
0
mamta banerjee
पश्चिमी बंगाल में ममता का सिहांसन डोलने लगा है. बंगाल में ममता का प्रभाव अब तक कोई खास असर नहीं छोड़ पाया है. ममता बनर्जी ने जिन मुद्दों के आसरे करीब 35 साल के वाम पार्टी के किलों को ध्वस्त किया था. उससे तो यही लगता था कि ममता बेनर्जी राज्य के लिए एक नई दशा और दिशा तय करेगी लेकिन ममता के सभी दावे छोटे और बोने साबित होते दिखे है. हाल ही में कोलकाता मध्यग्राम रेपकांड को लेकर तृणमूल कांग्रेस की फ़जीहत साफ़ देखी गई. बंगाल के मालदा और सिलीगुड़ी बम धमाकों के बाद से लेकर भी ममता का रूतबा कम हुआ है. विपक्षी दल सड़कों पर उतरकर अपने इस आन्दोलन को हवा देने में लगे है. साथ ही साथ भाजपा और कांग्रेस भी ममता को चारों से घेरने में लगी हुई है. 

करीब 35 साल से बंगाल की सियासत का स्वाद चखे बैठा वाम दल अब फिर से एकजुट होता दिख रहा है. ऐसे में वाम पार्टी के बिखरे हुए लोगों का फिर से सक्रिय होना ममता के लिए परेशानी का सबब बन सकता है. वो भी ऐसे दौर में जब देश में प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार को लेकर नरेंद्र मोदी चर्चा में बने हुए है. ऐसे में अगर मोदी का जादू पश्चिमी बंगाल में चलता है तो दीदी के लिए संकट घेरा सकता है. राज्य में भाजपा पहले से बहुत ख़राब स्थिति में है. 2014 के लिए मोदी को बंगाल से सीटें निकाल पाना सबसे बड़ी चुनौती बनी है. बंगाल में अगर मोदी अपना प्रभाव छोड़ने में कामयाब होते है तो वाम पार्टी के लिए रास्ता साफ़ हो जाएगा लेकिन ममता की किरकिरी होना कहीं न कहीं उनके अपने अंदर के नेताओं का एक ऐसा बड़ा समूह है जो टिकिट और पद की चाह में अभी से गुणा भाग करने लगे है. तृणमूल कांग्रेस के लिए सबसे बड़ी मुसीबत वो लोग खड़े किये है जो वाम दल छोड़कर टीएमसी में शामिल हुए, यही लोग पार्टी को अंदर ही अंदर खोखला करे जा रहे है. 

राज्य को हसीन सपने दिखाने वाली ममता अब खुद ही इन सपनों के चक्रव्यूह फंसती जा रही है. 35 साल से बंगाल का विकास सही से अपनी पटरी पर नहीं लौट सका तो अब क्या उम्मीद की जा सकती है? राज्य में बढ़ रही लगातार रेप की घटनाओं से बंगाल की स्थिति भी पश्चिमी उत्तर प्रदेश और दिल्ली एनसीआर जैसी हो गई है. कभी ममता की मुखालफ़त करने वाली महिला वामपंथी संगठनों ने अब एकजुट होकर मुख्यमंत्री के खिलाफ़ हल्ला बोल दिया है. मध्यग्राम रेपकांड के बाद से बंगाल की जनता का गुस्सा टीएमसी के खिलाफ़ सातवें आसमान पर है. जनता इसका जवाब आने वाले लोकसभा चुनाव में देंगी. मौजूदा दौर में अब सभी राजनीतिक दल ममता के विरोध में खड़े है.वाम पार्टी द्वारा खेली जा रही मामा सकुनी वाली चाल ममता को ओंधे मुहँ गिरा सकती है.

कुछ दिनों पहले जब मेरी मुलाकात जब वाम पार्टी के एक घोर समर्थक कार्यकर्ता से हुई. मैंने जब उससे बंगाल की राजनीति के बारे में जानने की कोशिश कि तो उसनें सारी बातें मेरे सामने बड़े ही अच्छे ढंग से रखी. उसका कहना था कि ममता अभी वाम पार्टी को सही से नहीं पहचान पाई. वाम दल के कुछ बड़े नेता जो पार्टी छोड़कर टीएमसी में शामिल हुए है वही एक दिन ममता के सिंहासन के लिए बड़ी मुसीबत खड़ी कर सकते है. टीएमसी संसद सोमेन मित्रा पार्टी छोड़ चुके है. सोमेन अब बंगाल से कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष की दौड़ में शामिल है. साफ तौर अगर देखा जाए तो पर टीएमसी के नेताओं में बड़ी बगावत ममता के खिलाफ़ शुरू हो चुकी है. जनता की जो अपेकक्षाएं ममता दीदी से थी वो अब कहीं न कहीं हवा हवाई होने लगी है . 

ममता के राज में शराब तस्करी बड़े पैमाने पर खुलेआम हो रही है. दुर्गा पूजा में भी ममता बनर्जी ने चौबीसो घंटे शराब के ठेके खुले रहने की बात कही थी इस पर भी विपक्ष ने खूब हंगामा किया था. पश्चिमी बंगाल के मिदनापुर जिले के आमलासोल क्षेत्र में औरतें कच्ची शराब सड़कों पर बैठकर बाज़ार में बेचती है. आमलासोल का इलाका कोकराझार से लगा हुआ है. अभी कुछ दिनों पहले ममता ने यहाँ की जनता को संबोधित करते हुए कहा कि यहाँ की जनता अब कभी भूखी नहीं रहेगी यानि ममता दी जनता के बीच जाकर जो वादें करती है वो फाइलों तक ही सीमित हो जाते है. ममता जहाँ राज्य के युवाओं को आगे बढ़ने की बात को लेकर तरह तरह के तर्क जनता के सामने रखती है उसका युवाओं पर कोई खास असार नहीं है लेकिन आमलासोल के युवाओं का भविष्य शराब में नशे में चकनाचूर हो रहा है. उन्हें नशे के आलावा कुछ नहीं दिखाई देता है इलाके के लोग सब्जी कम और शराब की खरीदारी ज्यादा करते है. यहाँ सबसे बड़ा सवाल अब शराब तस्करी का भी है. 

राज्य में 5 फरवरी को मोदी की रैली कोलकाता में होने जा रही है. जनता का जनमत किस ओर है यह तो रैली से ही पता चल जायेगा यानि मोदी के बलबूते भाजपा राज्य में कमल खिलना चाहती है लेकिन यह अभी भविष्य के गर्भ में है. जब से वरुण गाँधी को बंगाल की कमान सौंपी गई है तब से उनका लगातार भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच सक्रिय होना यह साफ ज़ाहिर करता है कि भाजपा की धूमिल छवि से कुछ धूल तो हट ही सकती है. 

ममता की छवि को धूमिल करने के लिए भी वाम दल पूरी ताकत के साथ टीएमसी को चारों ओर से घेरने में लगा है. ममता को पिछले चुनाव की अपेक्षा इस बार लोकसभा चुनाव में कम सीटें मिलने के असार भी नजर आने लगे है. ममता ने कांग्रेस से नाता तोड़कर बंगाल की जनता पर भले ही यह भरोसा कायम किया हो कि हम कांग्रेस की रणनीति के खिलाफ़ है लेकिन टीएमसी की रणनीति भी तो राज्य में पूरी तरह से फ्लॉप होती दिख रही है. ममता ने राज्य में जिस तरह से बंगाल में नेताओं को टॉप ऑर्डर के तहत बल्लेबाजी करना का मौका दिया था. अब वही टॉप ऑर्डर एक के बाद एक बिखरता जा रहा है. ऐसे में सवाल अब ममता की साख और सियासत का भी हो गया है यानि ममता का टॉप ऑर्डर बिखर रहा है और जनता नेताओं को फ्लॉप करार दे रही है. मौजूदा दौर में ममता के पास अभी भी कई मौकें है राज्य को पटरी पर लाने के, नहीं तो ममता को आगामी लोकसभा चुनाव के साथ – साथ विधानसभा चुनाव में बहुत भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है.

कोलकाता महानगर में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं का रुतबा बढ़ता देख टीएमसी को एक नया विकल्प दिखने लगा है. महानगर में क्राइम की घटनाओं का ग्राफ तेज़ी से बढ़ रहा है. रोजाना ममता के खिलाफ़ विरोध प्रदर्शन से महानगर की जनता टीएमसी से ऊब चुकी है. करीब पिछले 4-5 महीनों से राजधानी में कई बड़ी हिंसक घटनाएँ हुई लेकिन ममता का प्रशासन किसी काम का नहीं रहा. ममता दीदी सही में अगर बंगाल का विकास चाहती है तो उनको अभी से संभलना होगा नहीं तो फिर ममता का तिलिस्म टूटने के कगार पर है.  


  
                                                                          
ललित कुमार (मीडिया शोधार्थी)
medialalit@gmail.com
विश्व – भारती शान्तिनिकेतन विश्वविद्यालय, बोलपुर       

केजरीवाल पानी और टेंडर माफियाओं के निशाने पर

$
0
0
आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्‍ली के नवनिर्वाचित मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल की भ्रष्‍टाचार मिटाओ नीति उनके लिए खतरा बन गई है। खुफिया ब्‍यूरो (आईबी) ने दिल्‍ली पुलिस को सूचना दी है कि केजरीवाल की इस नीति से नाराज पानी और टेंडर माफिया उन्‍हें धमकी दे सकते हैं। आईबी ने बताया कि हो सकता है कि वे माफिया केजरीवाल पर हमला भी कर दें। इस सूचना के बाद केजरीवाल की सुरक्षा को और खतरा पैदा हो गया है। केजरीवाल इस समय बिना जेड श्रेणी की सुरक्षा के काम कर रहे हैं। उन्‍होंने किसी भी प्रकार की सुरक्षा लेने से मना कर दिया है।

एक अधिकारी के मुताबिक केजरीवाल की घोषणाओं और उनकी भ्रष्‍टाचार विरोधी मुहिम से पानी और टेंडर माफियाओं के बिजनेस पर गहरा असर पड़ रहा है। अधिकारी ने बताया कि ये लोग बिना सुरक्षा के रह रहे केजरीवाल पर किसी भी समय हमला कर सकते हैं। आईबी की इस सूचना के बाद दिल्‍ली पुलिस को अलर्ट कर दिया गया है।

अधिकारी ने मुताबिक अगर केजरीवाल पर एक ईंट भी आकर गिरती है, तो इससे पूरे देश में यह उनकी सुरक्षा व्‍यवस्‍था में लापरवाही का संदेश जाएगा। अधिकारी ने बताया कि अगर केजरीवाल सुरक्षा लेने से मना भी करते हैं, तब भी दिल्‍ली पुलिस उन्‍हें सुरक्षा देगी। हालांकि कुछ दिनों पहले गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने भी कहा था कि केजरीवाल को बिना जानकारी दिए उन्‍हें पूरी सुरक्षा दी जा रही है। 

दिल्ली में अब नहीं लगेगा जनता दरबार : केजरीवाल

$
0
0
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि अब जनता दरबार नहीं लगेगा। इससे पहले शनिवार को भारी भीड़ के कारण जनता दरबार को स्थगित करना पड़ा था। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मैं हफ्ते में एक दिन लोगों से मिलूंगा, लेकिन अपनी शिकायतें लोग ऑनलाइन दर्ज करवा सकते हैं। इसके अलावा लोग डाक से भी अपनी शिकायतें भेज सकते हैं। शिकायतों के लिए हम कॉल सेंटर का इंतजाम भी करेंगे।

इससे पूर्व शनिवार को ‘जनता दरबार’ में हुई अव्यवस्था के बीच मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भगदड़ जैसी स्थिति से बचने के लिए बीच में ही बैठक छोड़ कर उठना पड़ा था। मुख्यमंत्री ने यह भी माना था कि बैठक के लिए किए गए प्रबंध पर्याप्त नहीं थे। दिल्ली सचिवालय के बाहर जनता से मुलाकात के दौरान जब भीड़ बेकाबू हो गई, तो पुलिसकर्मी मुख्यमंत्री को उनके कार्यालय ले गए।

हिमाचल प्रदेश की विस्तृत खबर (13 जनवरी )

$
0
0
राष्ट्रपति के सम्मुख वीरभद्र सिंह के विरूद्ध आरोप पत्र दाखिल करने अ को हास्यास्पद करार दिया 

शिमला, 13  जनवरी (विजयेन्दर शर्मा)।   ठाकुर सिंह भरमौरी, वन मंत्री, श्री मुकेश अग्निहोत्री, उद्योग मंत्री, श्री सुधीर शर्मा, शहरी विकास मंत्री, श्री प्रकाश चौधरी, आबकारी एवं कराधान मंत्री तथा श्री अनिल शर्मा, ग्रामीण विकास मंत्री द्वारा शिमला से जारी प्रेस वक्तव्य ठाकुर सिंह भरमौरी, वन मंत्री, श्री मुकेश अग्निहोत्री, उद्योग मंत्री, श्री सुधीर शर्मा, शहरी विकास मंत्री, श्री प्रकाश चौधरी, आबकारी एवं कराधान मंत्री तथा श्री अनिल शर्मा, ग्रामीण विकास मंत्री ने एक संयुक्त बयान में कहा कि मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह के खिलाफ राष्ट्रपति के समक्ष आरोप पत्र दाखिल करने से पूर्व भाजपा को श्री प्रेम कुमार धूमल और उनके सांसद पुत्र श्री अनुराग ठाकुर से भ्रष्टाचार में संलिप्तता के मामलों जैसे गैर कानूनी जमीन की खरीद, एचपीसीए घोटला, बेमलोई भवन निर्माण तथा फोन टैपिंग इत्यादि मामलों में स्पष्टीकरण मांगना चाहिए। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के विभिन्न मामलों में श्री धूमल की संलिप्तता सिद्ध हुई है और उन्हें नैतिकता के आधार पर विपक्ष के नेता के पद से त्यागपत्र देना चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि उनके आरोपों में जरा सा भी सत्य है तो भाजपा के नेता लोकायुक्त में क्यों नहीं जाते जोकि शिकायत दर्ज करने के लिए उचित मंच है। आज शिमला से जारी संयुक्त प्रेस बयान में उन्होंने भाजपा के प्रभारी श्री बलबीर पुंज द्वारा शीघ्र ही राष्ट्रपति के सम्मुख श्री वीरभद्र सिंह के विरूद्ध आरोप पत्र दाखिल करने और  त्यागपत्र की मांग रखने के बयान को हास्यास्पद करार दिया है। 
उन्होंने कहा कि भाजपा द्वारा लगाए गए आरोपों में कोई भी सत्य नहीं है और पूर्व भाजपा सरकार पर जो आरोप पत्र तैयार करके कांग्रेस पार्टी ने भारत के राष्ट्रपति को सौंपा था, केवल उसके बचाव में भाजपा की एक सोची समझी चाल है। कांग्रेस द्वारा लगाए गए भ्रष्टाचार के विभिन्न आरोपों जिसमें जमीन घोटला, बाहरी लोगों को अनुचित लाभ प्रदान करना तथा एचपीसीए मामला शामिल है, की जांच प्रक्रिया अंतिम चरण में है जिसके कारण धूमल परिवार में डर पैदा हो गया है। कानूनी कार्रवाई से डरकर धूमल परिवार मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह पर झूठे आरोप लगाकर उनकी छवि को धूमिल करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि धूमल परिवार श्री वीरभद्र सिंह के विरूद्ध मीडिया में आधारहीन बयानबाजी करके  जांच एजेंसियों पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहा हैं। मंत्रियों ने कहा कि शायद भाजपा लोकतांत्रिक मूल्यों में विश्वास नहीं रखती। इस प्रकार की आधारहीन मांगों द्वारा भाजपा के नेता लोकतांत्रिक मूल्यों की खिल्ली उड़ा रहे हैं जोकि स्वस्थ राजनीति की परम्परा नहीं है। उन्होंने कहा कि श्री वीरभद्र सिंह प्रदेश के सर्वाधिक लोकप्रिय नेता हैं जो जनता द्वारा चुनी गई सरकार का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह के खिलाफ इस प्रकार का दुष्प्रचार करने के बजाय श्री धूमल को नैतिक मूल्यों के आधार पर विपक्ष नेता से त्यागपत्र देना चाहिए क्योंकि वे एचपीसीए जैसे घोटलों में संलिप्त रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं को यह जान लेना चाहिए कि श्री प्रेम कुमार धूमल तथा उनके सांसद पुत्र श्री अनुराग ठाकुर अपने निजी हितों को साधने के लिए पार्टी का दुरूपयोग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि श्री धूमल श्री वीरभद्र सिंह पर झूठे आरोप लगाने के आदी हो चुके हैं लेकिन श्री वीरभद्र सिंह हमेशा सभी आरोपों से बरी हुए हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (एचपीसीए) द्वारा माननीय उच्च न्यायालय में दायर मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह को पार्टी बनाने की याचिका खारिज होने से एचपीसीए को जबरदस्त झटका लगा है। इस मामले में मुंह की खाने के बाद यह सच्चाई जग-जाहिर हो गई है, कि अपने कारनामों को छुपाने के लिए धूमल परिवार क्या-क्या हथकंडे अपना रहा है और श्री वीरभद्र सिंह जैसे जनमान्य नेता को लक्ष्य बनाकर खुद को बचाने की कोशिश की जा रही है। लेकिन उनके मनसूबे कभी पूरे नहीं होंगे और उन्हें अपनी गलतियों का खामियाजा भुगतना पड़ेगा। मंत्रियों ने निगम आयुक्त, शिमला द्वारा लालपानी में स्थित गैर कानूनी ढंग से निर्मित एचपीसीए अकादमी गिराने का भी स्वागत किया है। एचपीसीए ने ग्रीन बैल्ट में बिना अनुमति के अवैध रूप से तीन ढांचे निर्मित किए थे। उन्होंने कहा कि लालपानी में निर्मित क्रिकेट अकादमी का नक्शा रद्द कर दिया गया था बावजूद इसके बिना कानून के भय और अपने पिता का संरक्षण होने  से उन्होंने एचपीसीए अकादमी का लालपानी में अवैध निर्माण करवाया। उन्होंने आरोप लगाया कि एचपीसीए ने क्रिकेट के नाम पर अवैध रूप से प्रदेश की कई बहुमूल्य सम्पतियों पर कब्जा किया जो श्री अनुराग ठाकुर की व्यापारिक मानसिकता को दर्शाता है। बड़े ही सुनियोजित तरीके से अनुराग ने कई जगहों पर करोड़ों रुपये की बहुमूल्य जमीनें मात्र एक रुपये की लीज पर क्रिकेट संघ के लिए प्राप्त कीं। और बाद में क्रिकेट संघ को कम्पनी बना डाला। श्री अनुराग ने एचपीसीए पर अपना पूर्ण नियंत्रण रखने के लिए एचपीसीए का संविधान बदला और संघ में 26 आजीवन सदस्य जोड़े, जिन्हें मताधिकार प्राप्त था। उन्होंने धर्मशाला में पांच सितारा होटल का निर्माण उस भूमि पर किया जिसपर खिलाडिय़ों के रहने के लिए होटल बनाया जाना था और बाद में आबंटित भूमि का वाणिज्यिक उपयोग कर वहां पांच सितारा होटल का निर्माण किया गया। न केवल शिक्षकों के लिए निर्मित आवासों को तोड़ा गया बल्कि कई वृक्षों को भी काटा गया और वहां पर एचपीसीए द्वारा होटल निर्मित किया गया। यह सब श्री धूमल की संरक्षण में किया गया जिसके तहत उन्होंने अपने पुत्र को बढ़ावा देने के लिए सभी कानूनों को अनदेखा किया।  मंत्रियों ने कहा कि भाजपा विधानसभा में हुई करारी हार के सदमे से उभर नहीं पा रही है और आगामी लोकसभा चुनावों के दृष्टिगत वे श्री वीरभद्र सिंह पर अनापशनाप आरोप लगा रहे हैं क्योंकि वे श्री सिंह को सबसे बड़ा खतरा मानते हैं। अब उन्हें इस बात का अनुभव हो चुका है कि राज्य में उनका झूठा प्रचार नहीं चलेगा। उन्होंने कहा कि भाजपा राष्ट्रीय स्तर पर झूठा प्रचार करके राज्य सरकार को अस्थिर करना चाहती है। श्री वीरभद्र सिंह राज्य में एक जन नेता हैं जिन्होंने हमेशा अपने पांच दशक के राजनीतिक जीवन में विकास के लिए कार्य किया और भाजपा उनकी लोगों के प्रति इस भावना को नकार नहीं सकती। उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं को श्री अनुराग ठाकुर का संरक्षण नहीं करना चाहिए और पूछा कि एचपीसीए के नाम दो एसोसिएशन का पंजीकरण क्यों किया गया है और कानपुर में एक एसोसिएशन का पंजीकरण करने की क्या आवश्यकता पड़ी। मंत्रियों ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के लोग भली-भान्ति जानते हैं कि कौन उनका हितैषी है और कौन उन्हें मूर्ख बनाकर अपने हित साधने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के लोग मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह के खिलाफ झूठा प्रचार करने वाले भाजपा नेताओं को आगामी लोकसभा चुनावों में करारी हार दिलाकर उचित उत्तर देंगे।

परीक्षा सभागारों में मोबाइल जैमर स्थापित

शिमला, 13 जनवरी (विजयेन्दर शर्मा)।   हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग के सचिव श्री बी.सी. बडालिया ने आज यहां कहा कि लिखित परीक्षाओं में अत्याधुनिक उपकरणों के माध्यम से नकल की संभावनाओं को समाप्त करने के लिए आयोग ने आज परीक्षा सभागारों में मोबाइल जैमर स्थापित किए हैं ताकि इन उपकरणों की क्षमता की जांच की जा सके। उन्होंने कहा कि जैमर हिमाचल प्रदेश इलैक्ट्रोनिक विकास निगम के माध्यम से खरीदे जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सितम्बर, 2013 में संयुक्त स्नातक स्तर की परीक्षा-2013 की लिखित परीक्षा के दौरान 34 उम्मीदवारों को नकल करते पकड़े जाने के पश्चात् आयोग के अध्यक्ष श्री के.एस. तोमर द्वारा मोबाइल जैमर स्थापित करने की घोषणा की थी। श्री तोमर ने इसे गंभीरता से लेते हुए प्रथम अक्तूबर, 2013 को बैठक आयोजित कर मोबाइल जैमर प्रयोगात्मक तौर पर स्थापित करने का निर्णय लिया। परिणामस्वरूप आयोग ने परीक्षा हॉलों के परिसर में जनवरी, 2014 में विशेषत: मोबाइल जैमर स्थापित किए। आयोग ने हिमाचल प्रदेश सरकार से इस संदर्भ में मामला उठाया और नकल को रोकने के लिए मोबाइल जैमर की स्थापित करने की मांग की जिसे हिमाचल सरकार ने सैद्वांतिक तौर पर स्वीकार किया। इस प्रकार आयोग ने हिमाचल सरकार को थोड़े से समय में ही मोबाइल जैमर को खरीदने के लिए पर्याप्त बजट प्रदान करने की मांग की ताकि इनकी स्थापना से परीक्षा केन्द्रों में  नकल को रोका जाए। आयोग ने हिमाचल प्रदेश प्रशासनिक सेवाएं मेन की परीक्षाओं से पूर्व आयोग ने मोबाइल जैमर खरीदने का निर्णय लिया। उम्मीदवार उच्च तकनीक से नकल न कर सके और परीक्षा को निष्पक्ष रूप से लिया जाए इस लिए मोबाइल जैमर स्थापित करने का निर्णय

200 करोड़ की औद्योगिक परियोजनाओं के लिए केंद्र सरकार और मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त

शिमला, 13  जनवरी (विजयेन्दर शर्मा)।   हिमाचल प्रदेश की औद्योगिक परियोजनाओं के लिए 200 करोड़ रुपये उपलब्ध करवाने के लिए औद्योगिक विकास निगम के उपाध्यक्ष श्री अतुल शर्मा ने केन्द्र सरकार का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह द्वारा केंद्र के समक्ष इस मामले को प्रभावी तरीके से उठाने तथा उद्योग मंत्री श्री मुकेश अग्निहोत्री के सतत् प्रयासों से राज्य को यह धनराशि उपलब्ध हुई है, जिससे प्रदेश में औद्योगिक विकास को नई दिशा मिलेगी। उन्होंने केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री आनंद शर्मा का भी आभार व्यक्त किया है। लघु उद्योग विकास निगम के उपाध्यक्ष ने कहा कि ये सभी परियोजनाएं प्रदेश के विकास में मील पत्थर साबित होंगी। कांगड़ा जिले के कंदरौरी तथा ऊना जिला के पंडोगा में दो नए श्रेष्ठ औद्योगिक नगरों को स्वीकृति मिलने से इन क्षेत्रों में औद्योगिक विकास के लिए प्रदेश सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों को बल मिलेगा। इन नगरों में बड़े औद्योगिक घरानों के आने से प्रदेश के शिक्षित बेरोजगार युवाओं विशेषकर स्थानीय युवाओं को हर स्तर पर रोजगार के बेहतर अवसर भी उपलब्ध होंगे। इन दो नगरों के विकास के लिए केन्द्र द्वारा 100 करोड़ रुपये की सहायता प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि श्री वीरभद्र सिंह और श्री मुकेश अग्निहोत्री के प्रयासों से सोलन जिले के बद्दी में औद्योगिक अधोसरंचना परियोजनाओं को स्वीकृति प्रदान की गई है। बद्दी में निर्यात माल गोदाम, सघन फार्मा जांच प्रयोगशाला स्थापित करने, एक्सपोर्ट प्रमोशन पार्क में पावर ग्रिड के स्तरोन्यन तथा सिरमौर जिला के काला अम्ब में कॉमन एफ्लयूेंट ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित करने के लिए 72.17 करोड़ रुपये की केंद्रीय सहायता उपलब्ध होगी। श्री अतुल शर्मा ने कहा कि राज्य द्वारा शिमला जिला के गुम्मा में एप्पल जूस कंसंट्रेट प्लांट स्थापित करने तथा परवाणू में एप्पल जूस कंसंट्रेट प्लांट को स्तरोन्नत करने का मामला केंद्र के समक्ष उठाया गया था। केंद्रीय वाणिज्य मंत्रालय द्वारा इसे स्वीकृति प्रदान करने से प्रदेश के सेब बागवानों को फायदा होगा। उन्होंने केन्द्रीय मंत्रालय ने केन्द्रीय निवेश उपदान प्राप्त करने के लिए पर्यटन सम्बन्धी परियोजनाओं के पूर्व पंजीकरण के सम्बन्ध में एक बार छूट प्रदान करने को भी सहमति प्रदान करने के लिए भी केंद्र सरकार का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने केन्द्रीय निवेश उपदान के अन्तर्गत लम्बित देनदारियों को पूरा करने के लिए 25 करोड़ रुपये जारी करने तथा केन्द्रीय परिवहन उपदान के अन्तर्गत 36.83 करेाड़ रुपये जारी करने को सहमति प्रदान करने के लिए केन्द्रीय वाणिज्य मंत्री का आभार व्यक्त किया।

राज्यपाल तथा मुख्यमंत्री द्वारा लोहड़ी व मकर संक्रांति की बधाई

शिमला, 13  जनवरी (विजयेन्दर शर्मा)।   राज्यपाल, श्रीमती उर्मिला सिंह तथा मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह ने लोहड़ी और मकर संक्रांति के अवसर पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं।राज्यपाल ने अपने बधाई संदेश में कामना की है कि यह त्यौहार प्रदेशवासियों के जीवन में खुशियां व समृद्धि लेकर आएगा। मुख्यमंत्री ने अपने संदेश में कहा कि यह उत्सव हमें अपने प्रिय एवं मित्रों में खुशियों को बांटने का अवसर प्रदान करता है तथा इससे भाईचारा सुदृढ़ होता है। उन्होंने कामना की है कि यह उत्सव प्रदेश वासियों के जीवन में खुशी तथा समृद्धि लाएगा।

सूचना एवं जन सम्पर्क मंत्री द्वारा लखनपाल के निधन पर दु:ख व्यक्त 

शिमला, 13  जनवरी (विजयेन्दर शर्मा)।   उद्योग एवं सूचना एवं जन सम्पर्क मंत्री श्री मुकेश अग्निहोत्री ने सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग के पूर्व संयुक्त निदेशक श्री विनोद कुमार लखनपाल के निधन पर गहरा दु:ख व्यक्त किया है। उनका आज ऊना में हृदय गति रूक जाने से निधन हो गया। वे 76 वर्ष के थे। अग्निहोत्री ने कहा कि श्री विनोद कुमार लखनपाल ने विभाग में विभिन्न पदों पर रहते हुए अपने बहुमूल्य सेवाएं दीं जिन्हें हमेशा याद किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वे एक अच्छे वक्ता और साहित्यकार थे। उन्होंने शोक संतप्त परिवार से संवदेना प्रकट की है तथा परमपिता परमात्मा से उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की है। सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग के निदेशक श्री राकेश शर्मा ने भी श्री लखनपाल के निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि श्री लखनपाल द्वारा विभाग के लिए दी गई सेवाओं को हमेशा याद रखा जाएगा। विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने भी उनके निधन पर दु:ख व्यक्त किया है। विनोद कुमार लखनपाल का जन्म 20 अगस्त, 1938 को उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में स्वतंत्रता सेनानी स्वर्गीय श्री बलदेव मित्र ‘बिजली’ के घर हुआ। वे जिला होशियारपुर के गांव टांडा के मूल निवासी थे तथा वर्ष 1962 में पंजाब सरकार के सूचना एवं जन सम्पर्क में अपनी सेवाएं आरम्भ कीं तथा 1966 में वे हिमाचल प्रदेश सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग में आए। उन्होंने प्रदेश के विभिन्न जिलों तथा प्रेस सम्पर्क कार्यालय जालन्धर में भी अपनी सेवाएं दीं।

सडक़ सुरक्षा पर वाकाथॉन आयोजित

himachal news
धर्मशाला, 13  जनवरी (विजयेन्दर शर्मा)।   केन्द्र सरकार के भूतल परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के तत्वावधान में आज जिला मुख्यालय धर्मशाला में क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी कार्यालय द्वारा सडक़ सुरक्षा सप्ताह के अवसर पर वाकाथॉन रैली आयोजित की गई। यह वाकाथॉन 11 से 17 जनवरी तक आयोजित किये जा रहे सडक़ सुरक्षा सप्ताह के अवसर पर आयोजित होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों का एक हिस्सा है। यह जानकारी देते हुये एडीएम राकेश शर्मा ने बताया कि इस प्रकार के आयोजनों से लोगों को सडक़ यातायात के सम्बन्ध में किए जा रहे विभिन्न सुरक्षा उपायों की जानकारी मिलती है। यह वाकाथॉन मैराथान की तर्ज पर आयोजित किया जा रहा है और इसमें प्रतिभागी भागने के स्थान पर चलते हुए गंतव्य तक पहुंचते हैं। इससे लोगों में जागरूकता पैदा करने में मदद मिलती है। एडीएम ने लोगों से निर्धारित यातायात नियमों की अनुपालना करने का आग्रह करते हुये कहा कि सरकार द्वारा विभिन्न नियम एवं कानून लोगों की सुरक्षा के लिए निर्धारित किये जाते हैं परन्तु लोगों की सहभागिता के बिना कोई भी नियम या कानून सफल नहीं हो सकता। प्रतिवर्ष हजारों लोग सडक़ दुर्घटना में अपनी जान गंवा देते हैं। अगर सभी लोग संवेदनशील हों तो यह सभी जानें बचाई जा सकती हैं। उन्होंने कहा कि जब तक लोग अपनी तथा परिजनों की सुरक्षा के प्रति संवेदनशील नहीं होंगे कोई भी सरकार चाह कर भी इन नियमों को अक्षरक्ष लागू नहीं कर सकती है। हमें मालूम है कि दोपहिया वाहन के लिये हैल्मेट पहनना जरूरी है लेकिन लोग ऐसा करने की बजाय जान हथेली पर लेकर घूमना अधिक पसंद करते हैं। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वह सडक़ एवं अन्य यातायात नियमों को पालन करें ताकि एक स्वस्थ समाज का निर्माण करने में मदद मिल सके। इससे पूर्व उन्होंने इस वाकाथॉन को आरंभ किये जाने की अनुमति प्रदान की। यह वाकाथॉन रैली क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी कार्यालय से होकर शहीद स्मारक तक आयोजित की गई। इसमें मैक्लोडग़ंज एवं धर्मशाला के प्राईवेट टैक्सी आप्रेटरस, ट्रक आप्रेटर, बस आप्रेटर संघों के अतिरिक्त विभिन्न विभागों के चालकों एवं परिचालकों ने भाग लिया। इस अवसर पर उत्तरी क्षेत्र के उडन दस्ते के आरटीओ कर्म सिंह चौधरी, लोक निर्माण विभाग के एक्सीयन विजय चौधरी, स्थानीय एसएचओ देस राज, यातायात पुलिस के एएसआई राजेन्द्र सिंह, लोक सम्पर्क विभाग के एआरई रवि कुमार सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।

कांगे्रस की आयोजित रैली पूरी तरह फलाप साबित हुई

himachal news
हमीरपुर ,13  जनवरी (विजयेन्दर शर्मा)।   युवा कांग्रेस अध्यक्ष विक्रमादित्य के वाहन को पुलिस प्रशासन द्वारा दी गई स्काट सुविधा का भाजयुमो ने कड़ा विरोध किया है। भाजयुमो के जिला प्रवक्ता विशाल पठानिया ने कहा कि प्रशासन सरकार का पि_ू बन चुका है और इसमें प्रशासन यह भी भूल चुका है कि किस आदमी को कौन सी सुविधा देनी है या नहीं। उन्होंने कहा कि हमीरपुर में युवा कांगे्रस की आयोजित रैली पूरी तरह फलाप साबित हुई। रैली में सरकार ने भरसक प्रयास किए, लेकिन फिर भी सफल नहीं हो सकी। इससे स्पष्ट हो गया है कि प्रदेर सरकार के कामों से लोग खुश नहीं हैं और सरकार के रैली के लिए किए गए प्रयासों के साथ-साथ रैली भी फेल हो गई। उन्होंने कहा कि युवा कांगे्रस के कार्यक्रम में भीड़ जटाने के लिए सीनियर कांग्रेस के कार्यकत्र्ता व नेता भी उपस्थित हो गए। युवाओं के कार्यक्रम में ऐसे नेताओं का उपस्थित होना इस बात को साबित कर रहा है कि सरकार को अपनी नाकामी का पहले ही आभास था और भीड़ जुटाने के लिए सीनियर नेताओं ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। उन्होंने कहा कि प्रदेश में होने वाले लोकसभा चुनावों में कांगे्रस चारों सीटों पर हारेगी। सरकार की हर कुरीति से जनता परिचि हो चुकी है। सरकार की एक साल की यह उपलब्धि रही कि भाजपा के नेता या कार्यकत्र्ता को कैसे फंसाया जाए। झूठी शिकायतों व झूठे आरोप लगाकर सरकार सुर्खियों में रहना चाहती है।  उन्होंने कहा कि  कांग्रेस  के  कुछ नेता आए दिन विकास की बात करते हैं  तो कांग्रेस नेता  बताए कि  एक साल  में हमीरपुर में कौन  सा चहुंमुखी विकास  किया। विकास  तो दूर की बात  कांग्रेस  सरकार एक साल में  पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा करवाए गए विकासात्मक  कार्यों का उदघाटन करने में भी असर्मथ रही है।

राशनकार्ड में नाम को लेकर महिलाओं का धरना

धर्मशाला, 13  जनवरी (विजयेन्दर शर्मा)।  ज्वालामुखी में आज बड़ी तादाद में महिलाओं  ने एकत्र होकर नगर में बोहन चौक से लेकर बस अड्डे तक सरकार की नई राशन कार्ड बनाने की पालिसी के खिलाफ धरना प्रर्दशन किया। नगर पार्षद स्र्वणा देवी की अगुवाई में महिलाओं ने जोरदार नारेबाजी की, व दलील दी कि सरकार का नये राशन कार्ड बनाने में परिवार का मुखिया पुरूष के बजाये महिला को बनाने का फैसला गलत है। व पहले की तरह राशन कार्ड में परिवार का मुखिया पुरूष ही रहना चाहिये।  

ज्वालामुखी में रोड सेफटी क्लब की बैठक संपन्न

धर्मशाला, 13 जनवरी (विजयेन्दर शर्मा)।  ज्वालामुखी में आज देहरा के डी एस पी बी डी भाटिया की अध्यक्षता में रोड सेफटी क्लब की बैठक संपन्न हो गई। बैइक में नगर में यातायात को सुचारू रूप से चलाने के लिये मंथन किया गया , वहीं सदस्यों ने सुझाव भी दिये।  अपराध को काबू करने के लिये डी एस पी ने सदस्यों से सहयोग मांगा ।

परागपुर में लोहड़ी आज 

धर्मशाला, 13 जनवरी (विजयेन्दर शर्मा)।  परागपुर में मनाए जाने वाले राज्य स्तरीय लोहड़ी उत्सव के आयोजन पर बना सस्पेंस खत्म हो गया है। 13 जनवरी को यह उत्सव परागपुर के लोक निर्माण विभाग के नजदीक वैदखूह पर मनाया जा रहा है, जिसके लिए प्रशासन ने तैयारियां जोरों-शोरों से शुरू कर दी हैं। हालांकि कुछ दिल पहले लोगों में सस्पेंस बना हुआ था, कि इस बार राज्य स्तरीय लोहड़ी का आयोजन यहां होगा भी या नहीं,  लेकिन अधिकारिक रूप से तय हो गया है कि  इस बार स्वतंत्रता सेनानी कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष सुशील रतन बतौर मुख्यातिथि शिरकत करेंगे। वहीं उत्सव की तैयारियां शुरू होने पर जनता के चेहरे पर रौनक छा गई है। इस बीच सी एम का ज्वालामुखी दौरा स्थगित हो गया है। लेकिन ज्वालामुखी में पूर्व निर्धारित लोहड़ी के कार्यक्रम होंगे।  

झोलाछाप फेरी वाले लगा रहे व्यापार में  सेंध

धर्मशाला, 13 जनवरी (विजयेन्दर शर्मा)।  ज्वालामुखी व इसके आस पास के क्षेत्रों में आजकल चारों तरफ घूम रहे झोलाछाप फेरी वाले लोग आजकल व्यापार की सेंध लगाते हुए हेरफेर कर आम जनताओं के साथ साथ सरकार को भी तगड़ा चूना लगा रहे है। जिसका कारण यह है कि ये झोलाछाप फेरी वाले पंजाव,दिल्ली व अन्य राज्यों से सस्ता माल उठाकर जिनमें से ज्यदातर सामान सस्ते दामों में कपड़े,मनियारी,बरतन,चश्में,बैग व और भी कई प्रकार की बस्तुओं को बाजारों से कम दामों पर लोगों के घर-घर में बेचकर सरकार के साथ साथ अन्य लोगों को भी तगड़ा चूना लगा रहे है। हैरानी की बात तो यह है कि न तो इन झोलाछाप फेरी वालों के पास न तो सामान बेचने का कोई परमिट होता है, और न ही यह एक्साईज डयूटी वालों के साथ साथ टैक्स विभाग को कोई भी टैक्स अदा करते है। जिसके कारण दुकानदारों का भी काफी नुक्सान हो रहा है। दुकानदारों का कहना है कि यह झोलाछाप फेरी वाले लोगों के सस्ते सामान को देखकर कई लोग इनके झांसे में आ जाते है और देशी वस्तुएं ही खरीद लेते है, जिसके कारण यह झोलाछाप दिन दोगुनी रात चौगुनी तरीकी कर रहे है। जिसके कारण स्थानीय दुकानदारों में भी काफी रोष है। इसके अतिरिक्त दुकानदारों का यह भी कहना है कि यह सरकार को लाखों का चूना लगाने वाले यह झोलाछाप फेरी वाले विना किसी आई.एस.आई. या किसी भी कम्पनी ब्रांड की घटिया सामग्री बेचकर लोगों को धोखा दे रहे है व क्षति पहुंचा रहे है। दुकानदारों ने प्रदेश सरकार से इसके प्रति अकुंश लगाकर उनसे निजात दिलवाने की मांग की है। इसके अतिरिक्त दुकानदारों ने बताया कि हम शीघ्र ही इन झोलाछाप फेरी वालों के खिलाफ इसके बारे में प्रशासन व प्रदेश सरकार को ज्ञापन सौंपा जाएगा।

ज्वालामुखी निर्वाचन क्षेत्र को विकास का एक आदर्श मॉडल बनाने के लिए भरसक प्रयास

धर्मशाला, 13 जनवरी (विजयेन्दर शर्मा)।  ज्वालामुखी के विधायक संजय रतन ने आज  ज्वालामुखी के प्रसिद्ध भैरव मंदिर में आयोजित एक समारोह में  कहा कि ज्वालामुखी निर्वाचन क्षेत्र को विकास का एक आदर्श मॉडल बनाने के लिए भरसक प्रयास किए जायेंगे। जिसके लिए धन की कमी को आड़े नहीं आने दिया जायेगा। संजय रतन ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह की गतिशील नेतृत्व में प्रदेश में एक मजबूत सरकार का गठन हुआ है तथा क्षेत्रवाद, जातिवाद इत्यादि संकीर्ण सोच को दरकिनार करके सरकार द्वारा प्रदेश के सभी क्षेत्रों का सामान विकास सुनिश्चित करने के साथ-साथ समाज के सभी वर्गों के लोगों के कल्याण के लिए नई योजनाएं कार्यन्वित की जा रही हैं।  उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा अपने चुनावी घोषणा पत्र को सरकार का नीति दस्तावेज बनाया गया है जिसे प्रभावी ढंग से कार्यन्वित करने के लिए सभी विभागों को आवश्यक निर्देश  पहले ही जारी कर दिये गये हैं। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त करते हुये कहा कि मुख्यमंत्री श्री वीरभ्रद सिंह की दूरदर्शता एवं अनुभवों के फलस्वरूप कई महत्वाकांक्षी योजनाओं को अमल में लाया जा रहा है। उन्होंने लोगों द्वारा उठाई गई विभिन्न मांगों पर सहानूभूति विचार करने का आश्वासन दिया ।

सौहार्द एवं भाईचारे का प्रतीक लोहड़ी उत्सव

धर्मशाला, 13 जनवरी (विजयेन्दर शर्मा)।  ‘सुंदरिये मुंदरिये हो दूल्हा भ_ी वाला हो‘ नामक पांरपरिक गीत को घर-घर सुनाकर बच्चे लोहड़ी मांगने के साथ साथ मकर सक्रांति का संदेश भी देते हैं। लोहड़ी के त्यौहार पर लोहड़ी गीतों का विशिष्ट महत्त्व रहता है। इसके बिना लोहड़ी आधी-अधूरी मानी जाती है, यह लोक गीत हमारी पंरपरा की अमिट पहचान हैं। लडक़ों की अपेक्षा लड़कियों के गीत अधिक मार्मिक और हृदयस्पर्शी होते हैं। मकर सक्रांति की पूर्व संध्या पर अतीत से ही लोहड़ी मनाने की परंपरा जहां पूरे देष और प्रदेश में प्रचलित है वहीं पर कांगड़ा जिला के धरोहर गांव प्रागपुर में मनाया जाने वाला लोहड़ी पर्व की समूचे उत्तरी भारत में अलग पहचान है। कांगड़ा जिले के परागपुर धरोहर गांव का  इतिहास 550 वर्ष पुराना है, जिसका नामकरण तत्कालीन जसवां रियासत की राजकुमारी पराग के नाम पर किया गया था। इस धरोहर गांव की गणना पर्यटन जगत के विख्यात धरोहर गंतव्य स्थलों में की जाती है, जहां देश के इस प्राचीनतम गांव को देखने के लिए हर वर्ष बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं। परागपुर की लोहड़ी कालांतर से बड़े परंपरागत ढंग से मनाई जाती है, इस दिन सभी लोग एक जगह एकत्रित होकर लकडिय़ां जलाकर उसके चारों ओर बैठकर खुशी के तराने गुनगुनाते हैं इसके साथ ही सुख समृद्धि और खुषहाली के लिए तिल-चौली बनाना, तिल-अलसी, शक्कर मिश्रित लड्डू बनाना, मक्की के दाणे उबालना प्रसिद्ध है। अग्नि पूजा का लोहड़ी में विशेष महत्व रहता है। अग्नि में लोहड़ी पर बने अनेक पकवान भेंट कर उसे प्रसन्न करके ही बांटने-खाने की परम्परा है। इसके साथ ही दूल्हा भ_ी की कहानी का भी बखान करते हैं। परागपुर की लोहड़ी के प्राचीन महत्व को मध्येनजर रखते हुए प्रदेष सरकार द्वारा इसे राज्य स्तरीय मेले का दर्जा प्रदान किया गया है ताकि मेले में सांस्कृतिक इत्यादि गतिविधियों को षामिल करके और आकर्शक बनाया जा सके। लोहड़ी का धार्मिक एवं वैज्ञानिक महत्व है स्थानीय भाषा में यह कहावत काफ ी प्रसिद्ध है कि ‘आई लोहड़ी गया शीत कोढ़ी‘ अर्थात लोहड़ी आने से शीत का प्रकोप कम हो जाता है। इसे खिचड़ी का त्यौहार के रूप में भी जाना जाता है। इस पर्व को दक्षिण भारत में पोंगल, पश्चिम बंगाल में मकर सक्रांति और असम में बिहू के नाम से मनाया जाता है। भारतीय ज्योतिष विज्ञान में 12 राशियां मानी गयी हैं एवं प्रत्येक राशि में प्रत्येक माह में संक्रमण होता है। ज्योतिष में मकर राशि का स्वामी शनि तथा प्रतीक चिन्ह मकर को माना गया है। हिन्दू धर्म तथा संस्कृति में मकर एक पवित्र जीव है। मकर संक्रान्ति में सूर्य अपना पथ परिवर्तित कर उत्तरायण में  प्रविष्ट होते हैं अत: इसे अत्यंत पवित्रा माना जाता है। प्रत्यक्षत: मकर-सक्रान्ति से ऋतु-परिवर्तन रेखाकिंत किया जाता है तथा इसी पावन दिवस से क्रमश: दिन तथा रात्रि के समयमान में परिवर्तन होता है। लोहड़ी का त्यौहार विकराल शीत से राहत पहुंचने का संकेत देता है। इसे सूर्योपासना का प्रमुख पर्व भी कहा जाता है। पौराणिक मान्यतानुसार इसी दिन श्री विष्णु ने असुरों का संहार किया। अन्य शब्दों में उन्होंने नकारात्मक शक्ति का संहार कर सकारात्मक शक्ति की स्थापना इसी दिन की। यह भी कहा जाता है कि इसी दिन भगीरथ ने गंगा सागर में अपने पितरों का तर्पण किया और इसीदिन स्वर्ग से गंगा पृथ्वी पर आकर सागर से मिली। देवव्रत भीष्म ने इसी अवसर की प्रतीक्षा शरशैया पर की थी और सूर्य के उत्तरायण होने पर ही प्राण त्यागे थे। इस साल यह राज्य स्तरीय मेला धरोहर गांव प्रागपुर में 13 जनवरी को हर्शोल्लास एवं पारंपरिक गरिमा के साथ मनाया जा रहा है। इस मेले को आकर्शक बनाने के लिए विभिन्न जिलों से सांस्कृतिक दलों को भी आमंत्रित किया गया है इसके अतिरिक्त मेले में विद्युत आपूर्ति, पेयजल और कानून एवं व्यवस्था बनाने के लिए व्यापक प्रबंध किए गए हैं। अत: कहा जा सकता है कि लोहड़ी का पर्व अपना ऐतिहासिक, नैतिक, सामाजिक, धर्मिक तथा ऐतिहासिक महत्त्व रखता है। यह पर्व सामाजिक सौहार्द, आपसी भाईचारे और खुशहाली का संदेष भी देता है जिससे राष्ट्र की एकता और अखंडता को बल मिलता है।

ज्वालामुखी के चंदन वन का अस्त्तिव मिटने के कगार पर

धर्मशाला, 13 जनवरी (विजयेन्दर शर्मा)।  ज्वालामुखी में पिछले अर्से से जिस रफतार से चन्दन के पेड़ कटते जा रहे हें। उससे अब इसके अस्त्तिव को खतरा पैदा हो गया है। ग्रीन फैलिंग पर सुप्रीम कोर्ट से लेकर हिमाचल हाईकोर्ट के अपने आदेश हें। लेकिन ज्वालामुखी में सरेआम कोर्ट के आदेशों की अवहेलना हो रही है। व कानून के रखवाले कानून तोडऩे वालों के आगे बेबस दिखायी दे रहे हैं। पुलिस या तो चोरी का मामला बनाती है। या फोरेस्ट एक्ट के तहत । लेकिन कोर्ट की अवमानना के बारे में कुछ नहीं हो पाया है। किसी जमाने में ज्वालामुखी में घने जंगल होते थे। जंगलों में पांबदी के बावजूद अवैध कटान बिना रोक टोक जारी है । वनविभाग भी अवैध कटान पर लगाम में कामयाब नहीं हो पा रहा है । आसपास के क्षेत्र के लोग प्रतिदिन पेड़ काटकर लकडिय़ों के गठे इक_ïे करके लाते हैं । इसके चलते पहाड़ खाली होते जा रहे हैं तथा इसी के चलते पिछले साल भारी बरसात के कारण हुये भूस्खलन ने स्थानीय लोगों का काफी नुक्सान किया था । इलाके में लोग आज भी चुल्हे का प्रयोग करते हैं तथा लकडिय़ों के लिये जंगल में जाते हैं । इसके चलते जंगल कम होते जा रहे हैं । जंगली जानवर भी शहरों की ओर आने लगे हैं । लोगों के दबाव के चलते जंगलों में अवैध कटान को बढ़ावा मिला है । अब चंदन की तस्करी विकराल रूप धारण करती जा रही है।   कुछ साल पहले तक नगर में अच्छी खासी तादाद में चन्दन था। लेकिन अब इनका सफाया होता जा रहा है। रात के अंधेरे में तस्करी हो रही है। ज्वालामुखी के ही कुछ युवा चंदन तस्करी के काम में पिछले साल से जुडुे हैं। आज उनके पास कार कोठी का इंतजाम हो गया है। बताया जाता है कि ज्वालामुखी से चंदन की यह लकड़ी उत्तर प्रदेश के कन्नौज भेजी जाती है। कन्नौज में एशिया की सबसे बड़ी सेंट की मंडी है। यहां चन्दन दो हजार रूपये किवंटल बिकता है। कांगडा जिला के ज्वालामुखी की कालीधार में मैसूर के बाद यहां ही चन्दन होता  है। जिसकी पहचान दस साल पहले हुई थी। हालांकि यह उस किस्म का नहीं है। लेकिन इसकी मांग दिल् ली में धूप अगरबत्ती के बाजार में भी है। यही वजह है कि इन दिनों इस जंगल में तस्करी हो रही है। बड़ी तादाद में पेड़ कट चुके हैं। लेकिन जंगलात महकमा हाथ पर हाथ धरे बैठा है। अब तक तस्करी के आरोप में दर्जनों  लोग पकड़े जा चुके हैं। यह सब उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के हैं। 

कांगड़ा में इन दिनों छोटे जूडिशियल पेपर न होने से आम आदमी को भारी परेशानी 

धर्मशाला, 13 जनवरी (विजयेन्दर शर्मा)।  जिला कांगड़ा में इन दिनों छोटे जूडिशियल पेपर न होने से आम आदमी को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है तथा 3 के स्थान पर 20 रुपए का स्टाम्प पेपर लगा कर मजबूरन अपने कार्य करवाने पड़ रहे है। मिली जानकारी के अनुसार आजकल किसी भी छोटे-बड़े कार्यों के लिए उन्हें कम से कम 3 रुपए का स्टाम्प पेपर लगा कर अपना कार्य करवाना पड़ रहा है जिस कारण गरीब लोगों को भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। किसी भी व्यक्ति का कुछ खो गया हो तो पुलिस स्टेशन में स्टाम्प पेपर की आवश्यकता पड़ती है, किसी को आय का प्रमाण पत्र लेना हो, जाति प्रमाण पत्र जारी करवाना हो इत्यादि तहसील के कई कार्य जो लोगों को स्टाम्प पेपर से संबंधित होते हैं उनके न बनने से मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। इस सम्बध में अधिकारी भी मान रहे हैं कि  10 रुपए के नीचे के स्टाम्प पर पूरे जिला कांगड़ा में न होने से काफी परेशानी हो रही है जिसके लिए उन्होंने अपने अधिकारियों को सूचित कर दिया गया है, जैसे ही ऊपर से आते हैं तो उपलब्ध करवा दिये जाएंगे। 

बिहार : बिहार के गांवों में प्रगति ग्रामीण विकास समिति पहचान की मोहताज नहीं

$
0
0
bihar rural women
गांधीवादी विचारधारा से प्रेरित और विनोबा,जयप्रकाश मार्ग पर चलकर कार्यरत है प्रगति ग्रामीण विकास समिति। लघु पैमाने पर 1985 में प्रगति ग्रामीण विकास समिति ने आगाज किया। बिहार के राजधानी पटना से कुछ ही दूरी पर स्थित नौबतपुर प्रखंड है। इस प्रखंड के आसपास रहने वाले मुसहर समुदाय के बीच में कार्य शुरू किया गया। तब से आजतक महादलित मुसहर समुदाय के सर्वागीण विकास की दिशा में अग्रसर है। अभी 32 जिले के 1850 गांव में सक्रिय रूप से क्रियाशील है। 

बिहार के गांवों में पहचान की मोहताज नहीं: प्रगति ग्रामीण विकास समिति के सचिव प्रदीप प्रियदर्शी का कहना है कि गांधी,विनोबा,जयप्रकाश के बताये मार्ग पर चलकर प्राकृतिक संसाधनों को समान ढंग से वितरण करवाने के आग्रह के साथ समाज के किनारे ठहर गये लोगों के बीच में कार्य किया जाता है। आम आदमी की मांग पर तीन साल तक कार्य करने के पश्चात बिहार सरकार के द्वारा प्रगति ग्रामीण विकास समिति को मान्यता दिलवाने के लिए पहल की गयी। सोसाइटी रजिस्ट्रशन एक्ट 21/1860 के तहत निबंधित की गयी। निबंधित संख्या संख्य-394/198-89 है। इसके बाद विदेशी अभिदान अधिनियम के तहत पंजीकृत संख्या-031170056/1991-92 है।

 32 जिले के 1950 गांवों में जल,जंगल, जमीन को लेकर कार्यः समाज के गरीबों, उपेक्षितों एवं वंचितों के अभावों आकांक्षाओं और अधिकारों के प्रति अपेक्षाकृत अधिक सचेत रहा है। तथा उनके खोये हुए स्वाभिमान को संगटित कर समता एवं न्याय पर आधारित शोषणविहीन समाज की रचना के लिए शांतिमयता के सिद्वांत के साथ संवैधानिक तरीके से प्रयासरत है। मानव संसाधन विसा, आय उत्पादन वाले कार्यक्रम, पर्यावरण मानवाधिकार, महिला अधिकार, स्वास्थ्य, षिक्षा, स्वच्छता, जल एवं बाल अधिकार के मुददे पर विभिन्न कार्यक्रमों का क्रियान्वयन कर रहा है।

bihar rural women
लोकनायक जयप्रकाश नारायण के आंदोलन के नेता प्रदीप प्रियदर्शीः प्रारंभ से ही गरीब वंचित एवं उपेक्षित समुदाय के अधिकार सम्मान, पहचान, बराबरी एवं न्याय के लिए कटिबंद्ध रहने वाले श्री प्रियदर्शी का कहना है कि संस्था और मेरी दृष्टि साफ है। हम अपने उद्देश्य के पटरी पर से उतरने वाले नहीं है। सामाजिक एवं आर्थिक रूप से पिछड़े हुए लोगों को अवसर प्रदान करना ताकि वे समाज में उपर उठ सकें न कि दान दया जीवन बिताये। उपलब्ध अवसरों की जानकारी देना ताकि उनका उपयोग कर रोजमर्रा की जिन्दगी में आत्मानिर्भर हो सके। ग्रामीण बच्चों एवं महिलाओं के विकास के लिए षिक्षा एवं संगठन पर बल देना। सरकारी एवं गैर सरकारी योजनाओं को वंचित वर्ग तक सही तरीके से पहुॅवाने में सतत प्रयत्नषील  रहना व विकास संबंधी योजनाओं के संबंध में सरकारी एवं अन्य संस्थओं को सुझाव व सहयोग देना। भूख, गरीबी,अषिक्षा,शोषण,लिंगभेद,बाल मजदूरी आदि के विरूद्व अभियान चलाना।
इनोवेशन करने में अव्वलः
पटना जिले के पालीगंज और विक्रम प्रखंडों में दाता संस्था एक्शन एड के सहयोग प्राप्त करके 2004 से गैर सरकारी संस्था प्रगति ग्रामीण विकास समिति के द्वारा परस्पर सहायता समूह, पट्टा पर खेत लेकर महिला किसानों के द्वारा खेती करवाना, अनाज बैंक, बकरी पालन,नक्सल प्रभावित क्षेत्र पालीगंज और विक्रम प्रखंडों में इनोवेशन कार्य किया गया। 2004 से 2013 तक एक्शन एड के सहयोग से विभिन्न प्रकार के कार्य किये गये।
अनाज बैंकःवर्ष 2012- 13 गांवों में अनाज बैंक चलाया जा रहा है। जिसमें 4000 परिवार जुड़े हुए है। जब अनाज बैंक नहीं था तो ये किसानो से कर्ज लेते थें। और कई प्रकार की अब अनाज बैंक से इनके जीवन में एक बड़ा फर्क आया है वो है आत्मविष्वास एवं प्रबंधकीय क्षमता झलकता है।। जिन गांवों में अनाज प्रारम्भ में 200 किलो था वहां अब 300 से 450 किलो तक हो गया है। और समूह में सदस्यों की संख्या लगातार बढ़ रही है। 
बकरी पालनःआय उत्पादन के क्षेत्र बकरी पालन एक सहायक आर्थिक गतिविधि के रूप में सफलता पूर्वक चल रहा है। इस कार्यक्रम के तहत किसी प्रकार को एक बकरी दी जाती है। गर्भधारण करने के बाद धरती पर आने वाली बकरी को अन्य परिवार को दे दिया जाता है। बकरी देने और लेने का सिलसिला जारी है। सामूहिक खेतीःकुटीर उघोगों को बढ़ावा दिया जाए। मुर्गी पालन,बकरी पालन,सुअर पालन,जानवर पालन आदि के लिए अनुदान दिया जाए। परस्पर बचत समूह को बढ़ावा देना। बचत समूह की राशि से पट्टा पर खेती जमीन लेकर खेती किया जाए। खेती से अनाज पैदा करके अनाज बैंक का सृजन करना। गांव के अंदर भूख से किसी की मौत न हो, पूरी तरह से ग्रामीणों को गारंटी देना। सरकारी योजनाओं से ग्रामीणों को लाभान्वित करवाना। महात्मा गांधी नरेगा से लोगों को काम दिलवाना। आवासीय भूमिहीनों को आवास दिलवाने में सरकार पर दबाव डालना। 



आलोक कुमार
बिहार 

बिहार : छात्र नेताओं की रिहाई की मांग को लेकर छात्राओं ने किया सड़क जाम कर उग्र प्रदर्षन

$
0
0
  • गिरफ्तार नेताओं को रिहा करें सरकार नहीं तो राज्य भर में होगा उग्र आंदोलनःप्रिंस

bihar aisf news
पटना सिटी, 13 जनवरी 2014। 8 जनवरी को विधान सभा मार्च के दौरान एआईएसएफ के प्रदर्षन पर हुए बर्बर लाठीचार्ज, गिरफ्तार 36 छात्र नेताओं की रिहाई, फर्जी मुकदमा वापस लेने, लाठीचार्ज के दोषी पुलिस अधिकारियों को बर्खास्त करने, बढ़ते गैंग रेप पर रोक लगाने, छात्राओं की सुरक्षा की गरांटी करने के सवाल पर एआईएसएफ बिहार राज्य परिषद द्वारा आहुत रेल रोको रास्ता रोको अभियान के तहत आज पटना सिटी आरपीएम काॅलेज की छात्राओं ने जुलूस निकालकर चैक षिकारपुर को एक धंटे तक जाम रखा। आरपीएम काॅलेज से भारी संख्या में निकली छात्राओं ने गिरफ्तार छात्रों को रिहा करो, लाठीचार्ज के दोशी पुलिस अधिकारियों को बर्खास्त करो, फर्जी मुकदमा वापस लो, छात्राओं की सुरक्षा की गारंटी करो, जन आंदोलनों पर पुलिसिया दमन नहीं सहेंगे, बढ़ते गौग रेप पर रोक लगाओं, नीतीष कुमार मुर्दाबाद, षिक्षा मंत्री होष में आओ आदि नारा लगाते हुए चैक षिकारपुर पहुंचकर सड़क को जाम कर दिया।

        प्रदर्षन का नेतृत्व संगठन के राज्य कार्यकारिणी सदस्य प्रिंस कुमार व मगध विष्वविद्यालय की यूआर आरती कुमारी ने किया। एक धंटे तक सड़क जाम रहने से जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया। बाद में स्थानीय पुलिस ने प्रदर्षनकारियों को समझा-बुझाकर जाम हटवाया। इसके बाद सड़क पर ही एक नुक्कड़ सभा का आयोजन किया गया। नुक्कड़ सभा को संबोधित करते हुए संगठन के राज्य कार्यकारिणी सदस्य प्रिंस कुमार ने कहा कि बिहार सरकार लगातार छात्रों के आंदोलन पर दमन कर रही है। पिछले 8 जनवरी को शांतिपूर्ण प्रदर्षन कर रहे छात्रों को जिस तरह सड़क पर पीटा वह अंग्रेजी हुकुमत की याद दिला दी। उन्होनंे कहा कि सरकार गिरफ्तार 36 छात्र नेताओं को बिना षर्त रिहा करे व फर्जी मुकदमा वापस ले साथ ही प्रदर्षन के दौरान लाठीचार्ज के दोशी पुलिस अधिकारियों को बर्खास्त करें नही ंतो राज्य भर में छात्रों का प्रदर्षन उग्र होगा और यह हिंसक रूप लिया तो इसका जिम्मेवार नीतीष सरकार होगी। सभा को संबोधित करते हुए यूआर आरती कुमारी ने कहा कि आज छात्राएं खुद को सुरक्षित महषुस नहीं कर रही हैं। लगातार बिहार में गैंग रेप की घटनाएं घर रही है जिसे सरकार रोकने में विफल हैं। जब छात्र-छात्राएं प्रदर्षन करती हैं तो उनपर सरकार लाठी चलवाती है। आरती ने कहा कि सरकार जल्द एआईएसएफ के नेताओं से वार्ता करें नहीं तो इससे भी उग्र आंदोलन किया जायेगा।

      प्रदर्षन में आलोक कुमार, राकेष कुमार, सलोनी कुमारी, अर्पणा कुमारी, पम्मी कुमारी, सुमन कुमारी, महक सोनी, राधा, षिल्पी कुमारी, सुशमा कुमारी, सिम्पल सोनी, खुषबू कुमारी, निषा कुमारी, नेहा कुमारी, प्रियंका कुमारी, रिचा कुमारी, पूजा कुमारी, जयश्री कौर, सुनीता कुमारी के अलावा दर्जनों छात्राएं प्रदर्षन में षामिल थी।

प्रधानमंत्री ने परमाणु संयंत्र की आधारशिला रखी

$
0
0

manmohan singh
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सोमवार को हरियाणा के फतेहाबाद जिले के गोरखपुर गांव में परमाणु बिजली संयंत्र की आधारशिला रखी। प्रधानमंत्री ने कहा कि 2,800 मेगावाट की हरियाणा परमाणु विद्युत परियोजना का 1,400 मेगावाट का पहला चरण 2020-21 में पूरा होगा। इस पर 21 हजार करोड़ रुपये खर्च होगा।

आधारशिला रखने के बाद प्रधानमंत्री ने कहा कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार की एक सबसे बड़ी उपलब्धि देश में बिजली उत्पादन क्षमता बढ़ाना है।

उन्होंने कहा, "हमारी सरकार ने बिजली क्षेत्र पर काफी ध्यान दिया है। बिजली उत्पादन क्षमता में जितनी वृद्धि गत 10 वर्षो में हुई है, उतनी वृद्धि आजादी के बाद इससे पहले 55 साल में भी नहीं हुई।"
Viewing all 74327 articles
Browse latest View live




Latest Images