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विशेष आलेख : अब बाघ बचाने की कोशिश , रुस व चीन देंगे संरक्षण

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बाघों के शिकार से हिन्दुस्तान ही नहीं बल्कि दुनिया के सिरमौर देशों को भी तगड़ा झटका लगा... जी हां, तभी तो बाघों को बचाने व उनकी संख्या बढाने की कोशिशें होंने लगीं। हालात यह हैं कि आैसत हर साल दुनिया में सौ से अधिक बाघ शिकारियों व वन्य जीव तस्करों के शिकार हो जाते हैं। एक दशक के दौरान एक हजार से अधिक बाघ मारे जा चुके हैं। अभी हाल ही में हिन्दुस्तान के अभ्यारणों व वन क्षेत्रों में कई बाघ मारे गये जिसको लेकर हो हल्ला मचा लेकिन वन्य जीव अधिनियम में शिकारियों व तस्करों के लिए सजा का कड़ा प्रावधान होने के बावजूद वन्य जीवों के शिकार पर सख्त शिकंजा नहीं कसा जा सका। बाघ की खाल व अन्य अवशेषों की कीमत आठ से दस लाख के करीब तस्कर वसूल करते हैं। इसके साथ ही आठ से दस लाख की यह कीमत आैर अधिक बढ जाती है जब बाघ की खाल खरीदने वाला बड़ा आदमी या शान-ओ-शौकत वाला होता है। बाघों के शिकार व तस्करी वाले देशों में हिन्दुस्तान, नेपाल, चीन, बांग्लादेश आदि माने जाते हैं, लेकिन बाघों की खाल की तस्करी का हर रास्ता चीन की ओर संकेत करता है। 

दुनिया के 25 देशों के अभ्यारणों व वन क्षेत्रों में बड़ी संख्या में बाघ पाये जाते थे लेकिन वन्य जीवों की तस्करी व शिकार होने के कारण अब बाघ सिमट कर बमुश्किल एक दर्जन देशों में ही रह गये हैं। इनमें भारत, वियतनाम, थाईलैण्ड, बांग्लादेश, भूटान, चीन, कम्बोडिया, इंडोनेसिया, मलेशिया, नेपाल, म्यांमार, सोवियत रुस आदि हैं। विशेषज्ञों की मानें तो सौ सालों में बाघों की आबादी 97 प्रतिशत से अधिक खत्म हो चुकी है। सौ साल पहले दुनिया में बाघों की संख्या एक लाख से भी अधिक थी लेकिन तस्करों व शिकारियों का लगातार निशाना होते रहने के कारण काफी कम हो गयी है। हालात यह हैं कि दुुनिया के सात प्रतिशत वन क्षेत्र में ही बाघों की आबादी रह गयी है। बाघों की नौ प्रजातियों में तीन प्रजातियां तो लुप्त हो चुकी हैं जबकि अन्य प्रजातियां खतरे मे हैं। इनमें साइबेरियन, एमूर टाइगर, बंगाल टाइगर, इंडोचाइनीज टाइगर, सुमात्रा टाइगर, मलाया टाइगर आदि हैं। बाघों की संख्या कम होने का मुख्य कारण बाघों का अवैध शिकार व तस्करी है। वन्य जीवों के शिकार पर प्रतिबंध के लिए कानून तो है लेकिन कानून का सख्ती से पालन नहीं हो पाता जिसका फायदा तस्कर व शिकारी उठाने में कामयाब होते हैं। 

विशेषज्ञों की मानें तो बाघ के अवशेषों का उपयोग चीन व अन्य देशों में आैषधि के लिए किया जाता है। बाघों की लगातार कम होती संख्या से चीन, रुस व अन्य देश बेहद चिंतित हैं। पीटर्सबर्ग में टाइगर समिट के सम्मेलन में इन हालातों पर बेहद अफसोस जताया गया बल्कि बाघों को संरक्षित करने व उनकी संख्या बढ़ाने का संकल्प लिया गया था। इस सम्मेलन में रुस के प्रधानमंत्री ब्लादिमीर पुतिन, चीन के राष्ट्रपति वेन जियाबाओ व अन्य देशों के राष्ट्राध्यक्ष या प्रमुख शामिल हुए थे। जिसमें बाघों की संख्या वर्ष 2022 तक दो गुना करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। यह दुनिया के सभी बाघ प्रजातियों को सुरक्षित, संरक्षित व विकसित करने की अंतरराष्ट्रीय कोशिश है लेकिन बाघ संरक्षण की यह अंतरराष्ट्रीय कोशिश तभी सार्थक हो सकेगी, जब बाघों के अवैध शिकार पर सख्ती से अंकुश लग सकेगा। दुनिया के देशों के लिए वन्य जीव संरक्षण कानून बनाना व उनमें बदलाव करना कोई मुश्किल कार्य नहीं होगा लेकिन उसे सख्ती से लागू करना कठिन नहीं लेकिन काफी मुश्किल अवश्य होगा। 

इस अंतरराष्ट्रीय कोशिश की सार्थकता तो तभी है जब बाघों के अवैध शिकार पर प्रतिबंध सख्ती से लागू हो जाए। वन्य जीव विशेषज्ञ रतन राठौर कहते हैं कि बाघों को संरक्षण देने व उनकी आबादी को बढाने के लिए आवश्यक होगा कि बाघों के शिकार पर पूर्णता प्रतिबंध लगे। अवैध शिकार पर न केवल प्रतिबंध लगे बल्कि कानून इतना अधिक सख्त हो कि अवैध शिकार करने वाले बाघों को मारने का साहस न जुटा सकें। इसके अलावा बाघों के प्रजनन को बढावा दिया जाना चाहिए। जिससे उनकी आबादी में इजाफा हो सके। फीमेल टाइगर डेढ से दो वर्ष में प्रजनन के काबिल हो जाती है। फीमेल टाइगर वर्ष में दो बार बच्चे दे सकती है। आैसत एक बार में तीन से चार बच्चों को जन्म देती है। इस प्रकार साल में एक फीमेल छह से आठ बच्चों को जन्म देती है। सामान्यत: टाइगर की आैसत आयु 12 वर्ष होती है लेकिन कई बार टाइगर 18 से 20 वर्ष तक जीवित रहता है। इस प्रकार देखा जाए तो एक फीमेल टाइगर 80 से 100 बच्चों को जन्म दे सकती है। फीमेल टाइगर के प्रजनन से लेकर उसके बच्चों को सुरक्षित रखने की भी आवश्यकता होगी क्योंकि बच्चे पैदा होने के बाद  कुछ समय बाद मर गये या मार दिये गये तो भी उनकी आबादी अपेक्षित तौर तरीके से नहीं बढ़ पायेगी। लिहाजा बाघों को चौतरफा संरक्षण मिले तभी बाघों की संख्या बढ सकेगी। 

वन्य जीव विशेषज्ञों की मानें तो हिन्दुस्तान में बाघों की आबादी 3846 आंकलित है। बाघों की सर्वाधिक आबादी मध्य प्रदेश के वन क्षेत्रों में होने का अनुमान है। मध्य प्रदेश में 927 बाघ होने का अनुमान है। जबकि  उत्तर प्रदेश में 475 व आसाम में 458 बाघ होने का अनुमान लगाया जा रहा है। इसी प्रकार आंध्र प्रदेश में 171, गोवा दमन दीव में 6, कर्नाटक में 350, मणीपुर में 31, मिजोरम में 12, उड़ीसा में 194, सिक्किम में 2, त्रिपुरा में 5, पश्चिम बंगाल में 361, अरुणाचल प्रदेश में 180, बिहार में 103, गुजरात में एक, केरला में 57, महाराष्ट्र में 257, मेघालय में 53, नागालैण्ड में 83, राजस्थान में 58, तमिलनाडु में 62 बाघ होने का अनुमान है। हालांकि बाघों को संरक्षित, सुरक्षित व उनकी आबादी को बढ़ाने के लिए कई योजनाएं चल रही हैं लेकिन उनकी सार्थकता तभी सामने तब आयेगी जब बाघों की आबादी में इजाफा होता दिखेगा। 




---उमा सिंह चौहान---
कानपुर

हिमाचल प्रदेश की विस्तृत खबर (04 जून)

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मजदूरी बढाने के प्रदेश कांग्रेस सरकार के एतिहासिक फैसले का स्वागत 

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धर्मशाला, , 04 जून  (विजयेन्दर शर्मा)। हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष ठाकुर सुखविन्दर सिंह सुक्खू ने हिमाचल में उद्योगो व अन्य क्षेत्रों में काम कर रहे कामगारो की विभिन्न श्रेणीयों की न्युनतम मजदूरी बढाने के प्रदेश कांग्रेस सरकार के एतिहासिक फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि इससे प्रदेश के लाखो कामगारों को फायदा होगा। हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता संजय सिंह चैहान ने बताया कि हिमाचल प्रदेश एक पहाड़ी क्षेत्र है और यहां पर काम करने पर ज्यादा श्रम और शरारीक क्षमता की जरूरत होती है और इस बात को ध्यान में रखते हुऐ सरकार ने प्रदेश के उद्योगों व अन्य क्षेत्रों में अकुशल कामगारों की दिहाडी 150 से बढाकर 170 रूपये, अद्र्वकुशल कामगारों की दिहाड़ी 157 से बढाकर 187 रूपये, कुशल कामगारों की दिहाड़ी 214.17 रूपये और उच्च कुशल कामगारों की दिहाड़ी को 274.50 रूपये बढाने के अपने इस फैसले से समाज के एक ऐसे तबके व वर्ग को छुआ है जो गरीब है और कड़ी मेहनत मजदूरी करके अपना गुजारा करते हैं तथा इन्हें काफि लम्बे समय से इस बढौतरी की उम्मीदें थी। संजय चैहान ने कहा कि कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में कामगारों की दिहाड़ी बढाने का वादा किया था और कामगारों की विभिन्न श्रेणीयों की न्युनतम मजदूरी बढाकर कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में किए गये वादो को पूरा करने की वचनवद्धता दिखाई है। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि भविष्य में भी हिमाचल प्रदेश सरकार कामगारों को सुरक्षा और सुविधाऐं देने के लिए वचनवद्व है।

सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग के कलाकारों ने मचाई धूम, 
  • - कुशल, निम्मो चौधरी और प्रमोद ने बिखेरी स्वर लहरियां

 धर्मशाला, , 04 जून  (विजयेन्दर शर्मा)। बाबा क्वालू, गंगथ दंगल मेला में सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग के कलाकारों ने पहाड़ी, पंजाबी गीतों से लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया। तीन दिवसीय इस मेले के प्रथम रात्री के सांस्कृतिक कार्यक्रमों में सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग के कलाकारों ने गीतों, नृत्य व लघु नाटिका तथा नृत्य नाटिकाओं के माध्यम से दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया। इस अवसर पर जिला कांगड़ा की प्रसिद्घ लोक गायिका निम्मो चौधरी ने ‘‘भला सपाहिया डोगरिया ओ, सद बनजारे जो, कुछ सैलडिय़ां कुछ पीलडिय़ां लोकगीत गाकर अपनी बुलंद आवाज का बखूबी परिचय दिया। जबकि कुशल सूद ने पंजाबी गीत सुन सोने देया कंगना, चला-चला रे ड्राईवर, छोटू रामा मोटू राम गाकर खूब तालियां बटोरीं। प्रमोद कुमार ने सूफियाना गायन के अतिरिक्त पहाड़ी, पंजाबी गीतों की झड़ी लगाकर दर्शकों को पंडाल में झूमने के लिए मजबूर कर दिया। लोक कलाकारों की इसी श्रृंखला में अशोक चौधरी ने लच्छी-लच्छी लोक गलादें, इक जोड़ा सूटे दा, वार धूपड़ी पार छायां, लाल तेरा साफा भौरा गाकर कांगड़ा, चम्बा की संस्कृति का सुन्दर समिश्रण प्रस्तुत किया। वरिष्ठ कलाकार डी$एस$राणा ने कोयल बोले कू-कू, गिद्े बिच नचदी गाकर खूब वाहवाही लूटी। अनुपमा शाही, पूजा व रेणु ने पंजाबी, पहाड़ी व हरियाणवी गीतों पर नृत्य की सुन्दर प्रस्तुतियों से दर्शकों का खूब मन मोहा, वहीं अंजनी ब्यास, निकेश कुमार व साथी कलाकारों ने प्रभावी प्रस्तु    तियां प्रस्तुुत करके प्रथम रात्री को सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग के नाम लिखवाने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी।विभाग के कलाकारों ने इस अवसर पर प्रदेश सरकार द्वारा चलाई गई कल्याणकारी नीतियों का गीतों एवं लघु नाटकों के माध्यम से लोगों को जागरूक किया। मेले के शुभारंभ की अध्यक्षता वरिष्ठ नागरिक श्याम लाल शर्मा ने की। सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग के कलाकारों द्वारा नूरपुर विधान सभा क्षेत्र के संध कंडवाल गांव में भी सांस्कृृुतिक कार्यक्रम प्रस्ततु किया गया। 

उपायुक्त ने की 833 छूटे पौंग बांध विस्थापितों की समस्याओं के समाधान हेतु बैठक

धर्मशाला, , 04 जून  (विजयेन्दर शर्मा)। उपायुक्त, कांगड़ा, सी$पॉलरासु ने आज यहां पौंग बांध विस्थापितों की समस्याओं के समाधान हेतु उपायुक्त राहत एवं पुनर्वास, राजा का तालाब के साथ बैठक की। उपायुक्त ने बताया कि इस बैठक के लिए पौंग बांध विस्थापित मल्टी परपज़ कॉपरेटिव सोसायटी, धनोटू, बाया रैत के समस्त प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया था परंतु सोसायटी के प्रतिनिधियों ने बैठक में भाग न लेने बारे कार्यालय को सूचित किया। उपायुक्त, कांगड़ा ने उपायुक्त राहत एवं पुनर्वास, राजा का तालाब से ऐसे पौंग बांध विस्थापितों के लंबित मामलों जिनको अभी तक राजस्थान सरकार द्वारा जमीनें (मुरब्बे) उपलब्ध नहीं करवाए गए हैं, के लिए किए जा रहे प्रयासों की विस्तारपूर्वक जानकारी ली। श्री पॉलरासु ने बताया कि जिला के कुल पौंग बांध विस्थापित परिवारों में से शेष 833 परिवारों के मामले राजस्थान सरकार के पास भूमि आवंटन हेतु प्रस्तुत किए गए हैं। उन्होंने कहा कि यह, वह मामले हैं जिनके संदर्भ में पूर्व में दिए गए प्रार्थना-पत्र भूमि आवंटन नियम-1972(5-2, 5-3) के तहत रद्द हुए थे। इन समस्त मामलों के संदर्भ में संबंधित परिवारों से पुन: अर्जियां ली गई हैं तथा इस संदर्भ में सचिव, जल संसाधन विभाग, भारत सरकार की अध्यक्षता में 24 फरवरी, 2014 को नई दिल्ली में एक बैठक का आयोजन भी किया गया था। भारत सरकार द्वारा इस संदर्भ में गठित उच्च स्तरीय समिति द्वारा उपरोक्त लंबित मामलों बारे राजस्थान में भू-आवंटन क्षेत्र स्टेज-दो में भू-आवंटित करने के विषय पर इन परिवारों से राय लेने बारे आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए थे। उपायुक्त ने बताया कि इस संदर्भ में उपायुक्त राहत एवं पुनर्वास, राजा का तालाब की अध्यक्षता में संबंधित विस्थापितों की राय लेने बारे अभियान माह मई, 2014 में आरंभ कर दिया गया है तथा उपमंडल ज्वाली के कुछ क्षेत्रों में इस संदर्भ में माह के अंतिम सप्ताह में बैठकों का आयोजन किया जा चुका है, जहां प्रभावित विस्थापित परिवारों की संख्या सबसे अधिक है। उन्होंने कहा कि सर्वप्रथम बैठकों के आयोजन के लिए ऐसे क्षेत्रों को प्राथमिकता दी जा रही है, जहां विस्थापितों की संख्या अधिक है। उन्होंने कहा कि क्रमबार प्रत्येक पौंग बांध प्रभावित क्षेत्र में बैठकों का आयोजन कर लोगों की राय ली जाएगी तथा इन बैठकों की सूचना संबंधित हलका पटवारियों के माध्यम से पूर्व में लोगों को दे दी जाएगी। उपायुक्त ने प्रभावित परिवारों से आग्रह किया है कि वह अपने-अपने क्षेत्रों में आयोजित होने वाली बैठकों में अवश्य भाग लें और अपने सुझाव प्रस्तुत करें ताकि इन मामलों का निपटारा शीघ्रतापूर्वक किया जा सके। 

मुख्य संसदीय सचिव ने वितरित किए चैक
    
धर्मशाला, , 04 जून  (विजयेन्दर शर्मा)।  मुख्य संसदीय सचिव, नीरज भारती ने आज ज्वाली उपमंडल के विश्राम गृह कोटला में लोगों की समस्याएं सुनीं जिनमें से अधिकतर का मौके पर ही निपटारा किया गया। इस अवसर पर उन्होंने बीमारी के ईलाज के जीत राम को 20 हजार तथा अंजुबाला और जगदीश चंद को दस-दस हजार रुपए एवं पूर्ण चंद को पांच हजार रुपए के चैक वितरित किए। इसके अतिरिक्त उन्होंने कुठेड़, त्रिलोकपुर और अमनी स्कूलों के लिए 5100-5100 रुपए तथा भाली स्कूल के लिए 11 हजार रुपए के चैक सांस्कृतिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए वितरित किए। इस अवसर पर एसडीएम मोहन दत्त शर्मा, नायब तहसीलदार कोटला सतपाल राय, सहायक अभियंता विद्युत कमलनैन, सहायक अभियंता आईपीएच विशाल जसवाल, सहायक अभियंता लोक निर्माण विभाग त्रिलोक चंद, जिला परिषद सदस्य प्रदीप वर्मा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।

200 अकुशल कामगारों के लिए साक्षात्कार 10 जून को धर्मशाला में
    
धर्मशाला, , 04 जून  (विजयेन्दर शर्मा)। क्षेत्रीय रोजगार अधिकारी, धर्मशाला ने जानकारी दी कि मै0 स्टीलवर्ड एचआई-टैक इंडिया लिमिटड, प्लॉट न0-11, १२&१३, ईपीआईपी-1, झाड़माजड़ी, जिला सोलन (हि0प्र0) के लिए 200 अकुशल पुरूष कामगारों के लिए साक्षात्कार आयोजित किए जायेंगे। उन्होंने बताया कि साक्षात्कार में भाग लेने वाले उम्मीदवारों की आयुसीमा 18 से 42 वर्ष के बीच होनी चाहिए तथा इन पदों के लिए शैक्षणिक योग्यता आठवीं पास होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि उम्मीदवार को 4500 जमा ईपीएफ, ईएसआई और एचआरए मासिक वेतन के अतिरिक्त कैंटीन की सुविधा भी दी जाएगी। उन्होंने बताया कि यह साक्षात्कार क्षेत्रीय रोजगार अधिकारी धर्मशाला, जिला कांगड़ा के कार्यालय में 10 जून, 2014 को लिए जायेंगे। उन्होंने बताया कि जो उम्मीदवार इस साक्षात्कार में भाग लेना चाहते हैं, वह क्षेत्रीय रोजगार अधिकारी धर्मशाला द्वारा बिना किसी कॉल लैटर के इस साक्षात्कार में भाग ले सकते हैं। उन्होंने बताया कि अधिक जानकारी के लिए कार्यालय के दूरभाष नम्बर 01892-224892 पर किसी भी कार्य दिवस के दौरान कार्यालय समय में सम्पर्क कर सकते हैं।  

जिला परिषद् की बैठक 11 जून को

धर्मशाला, , 04 जून  (विजयेन्दर शर्मा)। जिला परिषद् की त्रैमासिक बैठक 11 जून, 2014 को प्रात: 11 बजे जिला परिषद् हॉल धर्मशाला में आयोजित की जाएगी। इस बैठक में जिला परिषद् के आय-व्यय पर अनुमोदन किया जाएगा तथा वित्तीय वर्ष 2014-15 के लिए पारित बजट बारे चर्चा की जाएगी।
        
विशेष स्वच्छता अभियान के तहत जल स्रोतों की सफाई

हमीरपुर, , 04 जून  (विजयेन्दर शर्मा)। निर्मल भारत अभियान के तहत विशेष स्वच्छता अभियान के अन्र्तगत दूसरे दिन विकास खण्ड हमीरपुर में महिला एवं बाल स्वच्छता दिवस मनाया गया जिसके तहत लोगों को अपने परिवेश, पेयजल स्रोतों आदि को स्वच्छ रखने के लिये प्रेरित किया गया । यह जानकारी खण्ड विकास अधिकारी डॉ सुनील चंदेल ने दी। उन्होंने बताया कि अभियान के तहत बस्सी-झनियाना, मझोग तथा बजूरी महिला मण्डल तथा आंगनबाड़ी केन्द्रों में अभियान समन्वयक मनोरमा देवी ने महिलाओं को स्वच्छता के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए ठोस एवं तरल कचरा प्रबन्धन के  लिये सोखता गड्डा निर्माण बनाने की आवश्यकता पर बल दिया । इस अवसर पर आंगनबाड़ी केन्द्रों में स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा महिलाओं और बच्चों की स्वास्थ्य की जांच की गई।  उन्होंने बताया कि ग्राम पंचायत रोपा , बल्ह, धनेड़, कुठेड़ा जंगल रोपा , अमरोह तथा नाल्टी में महिला मण्डलों द्वारा अपने अपने क्षेत्र में जल स्रोतों की साफ-सफाई की। 

बच्चों को पढ़ाया स्वच्छता का पाठ, महिलाओं मंडलों को भी किया जागरूक 
   
हमीरपुर , 04 जून  (विजयेन्दर शर्मा)। हमीरपुर जिला में संपूर्ण स्वच्छता अभियान के दूसरे दिन महिला मंडलों एवं आंगनबाड़ी केंद्रों में महिलाओं एवं बच्चों को स्वच्छता के बारे में जागरूक किया गया। यह जानकारी देते हुए उपनिदेशक डीआरडीए राकेश शर्मा ने बताया कि संपूर्ण स्वच्छता अभियान को गांव-गांव तक पहुंचाने के लिए निर्धारित प्लान के तहत विभिन्न कार्यक्रम सफलता पूर्वक आयोजित किए जा रहे हैं, इसमें स्वास्थ्य, शिक्षा तथा आईसीडीएस, सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के सौजन्य से कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार की गई है। उन्होंने कहा कि इस अभियान के तहत सभी ब्लाकों में स्वच्छता रथ के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जा रहा है वहीं गीत संगीत एवं नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से भी स्वच्छता की अलख लोगों में जगाई जा रही है।  बुधवार को बिझड़ी के पंचायत घर तथा धंगोटा स्कूल में नाट्य दल ने स्वच्छता विषय नुक्कड़ नाटक आयोजित कर लोगों को जागरूक किया गया। डीआरडीए के उपनिदेशक राकेश शर्मा ने कहा कि हमीरपुर जिला में लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने के लिए मंगलवार, तीन जून से स्वच्छता अभियान आरंभ किया गया हैा इसके तहत स्कूलों तथा ग्रामीण क्षेत्रों में विशेष जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि विशेष स्वच्छता अभियान के तहत पांच जून को स्वच्छ वातावरण एवं व्यक्तिगत स्वच्छता दिवस के रूप में मनाया जाएगा, छह जून को सामूहिक सामाजिक दायित्व दिवस, सात जून को संपूर्ण स्वच्छता अभियान को लेकर मीडिया के माध्यम से लोगों को जागररूक करने के लिए प्रारूप तैयार किया गया है तथा आठ जून को ग्राम सभाओं में संपूर्ण स्वच्छता को लेकर संकल्प दिवस भी मनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस विशेष स्वच्छता अभियान के दौरान जिला के ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता, स्वास्थ्य, सुरक्षित पेयजल से संबंधित विभिन्न गतिविधियों का आयोजन सभी सहयोगी विभागों की भागीदारी व समुदाय आधारित संस्थाओं व आम लोगों का सहयोग भी सुनिश्चित किया जाएगा ताकि आम जन स्वच्छता के प्रति जागरूक हो सकें।  

उत्तराखंड की विस्तृत खबर (04 जून)

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अल्मोड़ा में आज होंगी कैबिनेट

देहरादून,4 जून,(निस)। प्रदेश सरकार की 5 जून को अल्मोडा में आयोजित होने वाली कैबिनेट बैठक का कार्यक्रम मुख्यमंत्री सचिवालय से प्राप्त हो गया है। मुख्यमंत्री के निजी सचिव प्रकाश चन्द्र उपाध्याय की ओर से दी गयी जानकारी के मुताबिक अल्मोडा में प्रातः 11 बजे से 1 बजे के मध्य कैबिनेट की महत्वपूर्ण बैठक होगी। भेाजन अवकाश के बाद दोपहर 3 बजे से 3ः30 बजे के मध्य गैरसैण में 9 जून से आहूत विधान सभा सत्र के सम्बन्ध में विचार विर्मश होगा। इसके 3ः30 बजे से 4ः30 बजे तक अल्मोडा जनपद के विकास कार्यो की तथा 4ः30 बजे से 5ः30 बजे तक बागेश्वर जनपद के विकास कार्यो की समीक्षा की जायेगी। कैबिनेट की बैठक के अलावा समीक्षा बैठको में मुख्यमंत्री हरीश रावत के अलावा कैबिनेट मंत्री, जनप्रतिनिधि मुख्य सचिव एवं सचिवालय के वरिष्ठतम अधिकारी उपस्थित रहेगे।

गैरसैंण विधानसभा सत्र फिजूल खर्ची का नमूना: उक्रांद 

Trivendra Singh Panwar
देहरादून,4 जून,(निस)। गैरसैंण में कांग्रेस सरकार द्वारा विधानसभा सत्र पर फिजूल खर्ची के विरोध मंे  उत्तराखण्ड क्रांति दल शुक्रवार को शहीद स्थल पर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन करेगा। उक्रांद का मानना है कि कांग्रेस सरकार पहाड़वासियों की भावनाओं से खिलवाड़ कर करोड़ों रूपये की बर्बादी कर गैरसैंण प्रेम का ढोंग रच रही है।  आज उक्रांद कार्यालय मंे हुयी बैठक मंे आंदोलनकारियों के चिन्हिकरण और  राजधानी की कानून व्यवस्था के विरोध के साथ-साथ गैरसैंण मंे सरकारी धन की बर्बादी के विरोध मंे धरना प्रदर्शन का निर्णय लिया गया। बैठक में अध्यक्ष त्रिवेन्द्र सिंह पंवार ने कहा कि  शिलान्यास के एक साल बाद भी गैरसैंण मंे विधानसभा भवन का निर्माण न होना कांग्रेस सरकार की कथनी और करनी को प्रदर्शित करता है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि हरीश सरकार मंे दम है तो गैरसैंण को स्थायी राजधानी घोषित करें नहीं तो टैंटों में सत्र चलाने की ड्रामेबाजी बन्द करें।  उपाध्यक्ष लताफत हुसैन ने कहा कि दोहरे मापदण्ड अपनाये जाने की वजह से आज तक गैरसैंण प्रदेश की स्थायी राजधानी नहीं बनायी जा सकी। प्रमुख महासचिव शशिभूषण भट्ट ने कहा कि  पहाड़ी जनता को बरगलाने के लिए कांग्रेस सरकार एक ओर गैरसैंण में विधानसभा भवन का शिलान्यास करती है तो दूसरी ओर रायपुर में विधानसभा, सचिवालय भवन के स्थायी निर्माण के लिए वन विभाग की सैकड़ों एकड़ जमीन का प्रस्ताव केन्द्र सरकार को भेज चुकी है इससे साफ जाहिर होता है कि सरकार गैरसैंण को राज्य की स्थायी राजधानी बनाने के पक्ष में नहीं है। मीडिया प्रभारी मनमोहन लखेडा ने कहा कि  सरकार पहाड़ी जनता की हमदर्दी बटोरने के लिए टैंट मंे विधानसभा सत्र चलाने की ड्रामेबाजी कर रही है। इस ड्रामेबाजी में करोड़ांे रूपये के सरकारी धन की बर्बादी होना लाजिमी है। पिछले वर्ष  पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा के द्वारा भी गैरसैंण में  कैबिनेट बैठक और शिलान्यास के नाम पर करोड़़ों रूपये बर्बाद किये जा चुके हैं। बैठक में दल के रोजगार प्रकोष्ठ के संयोजक जयदीप भट्ट, सुनील कुमार भट्ट, रामस्वरूप, लव थपलियाल, राजेन्द्र रावत, नीरज वरिष्ठ, वीएस नेगी आदि उपस्थित थे।

वरिष्ठ नागरिक करेंगे निशुल्क चारधाम यात्रा, व्यवस्थाओं को लेकर जिलाधिकारी ने ली बैठक

देहरादून,4 जून,(निस)। उत्तरखण्ड राज्य के 65 वर्ष एवं उससे अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों को निःशुल्क चारधाम यात्रा कराने के उद्देश्य से जिलाधिकारी देहरादून डाॅ बी.वी.आर.सी. पुरूषोतम की अध्यक्षता में आज कैम्प कार्यालय में परिवहन विभाग,पर्यटन, विभाग एवं मुख्य विकास अधिकारी के साथ यात्रा की जाने वाली तैयारियों व व्यवस्थाओं के सम्बन्ध में बैठक आहूत कर सम्बन्धित अधिकारियों को आवश्यक कार्यवाही एवं व्यवस्था सुनिश्चित कराने के निर्देश दिये। बैठक में जिलाधिकारी ने उपस्थित अधिकारियों को अवगत कराया कि उत्तरखण्ड सरकार द्वारा निर्णय लिया गया है कि वर्ष 2014 में उत्तराखण्ड राज्य के 65 वर्ष एवं उससे अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों को बस द्वारा निःशुल्क चारधाम यात्रा कराई जायेगी।  जिसके लिए उन्होने क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी एवं संभागीय परिवहन अधिकारी को आवश्यक कार्यवाही करते हुए इसके व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी को निर्देश दिये है कि यात्रा को सफल बनाने के लिए जनपद के प्रमुख स्थानों पर होर्डिग्स एवं बैनर के माध्यम से प्रचार-प्रसार किया जाय। उन्होने मनोरंजन कर अधिकारी को केवल नेटवर्क के माध्यम से इस यात्रा का प्रचार कराने को कहा ताकि अधिक से अधिक श्रद्वालु इस यात्रा में शामिल हो सकें। जिलाधिकारी ने संभागीय परिवहन अधिकारी को निर्देश दिये है कि यात्रा में शामिल होने वाले यात्रियों के लिए वाहन की व्यवस्था करते हुए यात्रियों का फोटोयुक्त पहचान पत्र जारी किया जाय। उन्होने अवगत कराया कि शासन के निर्देशों के अनुपालन में उक्त पहचान पत्र/यात्रा पास पर सम्बन्धित वाहन चालक/परिचालक एवं सम्बन्धित धाम के मन्दिर समिति/सेवा संस्थान द्वारा यात्रा की प्रविष्टि सत्यापित की जायेगी तथा यात्रा की समाप्ति पर पास सम्बन्धित जारीकर्ता कार्यालय में वापस जमा कराया जायेगा, जिसके आधार पर देय प्रतिपूर्ति की धनराशि सम्बन्धित लाभार्थी के बैंक खाते में हस्तांरित की जायेगी अथवा उसे नगद भुगतान किया जायेगा। उन्होने अवगत कराया कि योजना का लाभ पहले आओ पहले पाओं के आधार पर किया जायेगा तथा योजना का लाभ एक व्यक्ति को केवल एक बार ही अनुमन्य होगा। जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद देहरादून से दिनांक 8 जून 2014 को बद्रीनाथ धाम के लिए पहली बस रवाना की जायेगी। जिसके लिए सभी आवश्यक व्यवस्थायें एवं तैयारी करने के निर्देश क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी एवं सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी को दिये। जिलाधिकारी ने 65 वर्ष व उससे अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों से अपेक्षा की है कि जो कोई भी श्रद्वालु चारधाम यात्रा पर जाने के इच्छुक है वह अपना आवेदन क्षेत्रीय पर्यटन कार्यालय देहरादून, ऋषिकेश एवं संभागीय परिवहन अधिकारी कार्यालय देहरादून से आवेदन प्राप्त कर सकते है। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी आलोक कुमार पाण्डेय, उप जिलाधिकारी सदर मोहन सिंह बर्नियंा, क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी वाई.एस. गंगवार, सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी राम प्रकाश राठोर मौजूद थे।

स्टेडियम जीर्णोंद्धार को लेकर वित्त मंत्री ने ली बैठक 

देहरादून/हल्द्वानी, 4 जून,(निस)। गेट वे आॅफ कुमायू हल्द्वानी शहर के पुराने स्टेडियम के जीर्णोंद्वारा के सम्बन्ध में देर रात एक महत्वपूर्ण बैठक वित्तमंत्री डा0 श्रीमती इन्दिरा हृदयेश के आवास में सम्पन्न हुई। मुम्बई से आए कालेज डिजाइनर के आर्चीटेक्टर रामकुमार सुब्रहमन्यम ने तैयार किए गए डिजाइन,मेप का प्रस्तुतिकरण किया। वित्तमंत्री डा0 श्रीमती इन्दिरा हृदयेश के डी्रम प्रोजेक्ट के अन्तर्गत शहर के पुराने स्टेडियम को धवस्त कर भव्य एवं आधुनिकतम सुविधाओ से लैस स्टेडियम का निर्माण किया जायेगा। इस आधुनिकतम स्टेडियम मंे विद्यालयी एवं अंतराजीय खेलकूद प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जायेगा वही खेल प्रतिभाओ केा प्रशिक्षण देकर राष्टीय एवं अन्तराष्टीय स्तर के लिए तैयार किया जायेगा। इस कार्य के लिए वित्तमंत्री द्वारा लगभग 10 करोड की राशि सुरक्षित कर ली गई है। बैठक मंे उन्होने कहा कि शहर के बीच बनने वाले इस स्टेडियम में महिला एवं पुरूष खिलाडियों के लिए आवासीय सुविधा हेतु छात्रावास भी बनाया जायेगा।जिसमंे बाहर से आने वाले खिलाडियो को प्रवास की दी जायेगी। इस बनने वाले स्टेडियम मेें विभिन्न खेल विद्याओ के लगभग 80 खिलाडी हिस्सा ले सकेगे। उन्होने  बताया कि हल्द्वानी स्टेडियम में मेम्बरशिप का प्राविधान रखा जायेगा। खिलाडियों तथा स्टेडियम के मेम्बर व  खेल प्रेमिया के अलावा अन्य लोगोक का स्टेडियम मे प्रवेश वर्जित होगा। उन्होने कहा कि स्टटेडिय के रखरखाव व अन्य कार्यो के लिए जिला अधिकारी की अध्यक्षता में समिति भी गठित की जायेगी। उन्होने बताया कि स्टेडियम में वीआइपी गेट, पार्किग, पोर्च, हाईमास्ट लाइट खिलाडियो एवं दर्शको के प्रवेश हेतु गेट आधुनिकतम शौचालय, चेंजरूम व सिक्योरिटी रूम भी बनाए जायेगें। उन्होने बताया कि स्टेडियम मेे इनडोर व आउटडोर गेम की पूर्ण व्यवस्थाये होगी। स्टेडियम मंे तीन बैडमिन्टन कोर्ट, टेबिल टेनिस, विलयर्डस, चैस जैस गेमो के लिए व्यवस्था की जा रही है। खिलाडियो एवं खेल प्रेमियों के लिए स्टेडियम के भीतर एक लाइबे्ररी भी बनेगी साथ ही खिलाडियो के लिए पोष्ठिक आहार, भोजन बनाने के लिए कैन्टीन की व्यवस्था भी की जायेगी। स्टेडियम में बाहरी एवं अनाधिकृत लोगो का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। डा0 हृदयेश ने आर्चीटेक्ट केा निर्देश दिए कि इन सभी सुविधाओ पर आधारित आधुनिकतम  स्टेडियम का संशोधित नक्शा व स्टीमेट 10 दिन के अन्दर प्रस्तुत करें ताकि स्टेट कमेटी से अनुमोदन करा कर इस कार्य को एक महीने के अन्दर प्रारम्भ कराया जा सके। बैठक में सहायक निदेशक खेल अख्तर अली, परियोजना प्रबन्धक राजकीय निर्माण निगम सीके सकलानी, एनबी गुणवन्त, अधिक्षण अभियन्ता लोनिवि बीसी बिनवाल  आदि मोजूद थे।

हजारों श्रमिक आर्थिक तंगी से गुजरने को विवश 

देहरादून,4 जून,(निस)। चमोली जिले के करीब 45 हजार मनरेगा श्रमिकों को जनवरी माह से मेहनताने का भुगतान नहीं हो पाया है। ऐसे में श्रमिकों को आर्थिक तंगी से गुजरना पड़ रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार चमोली जिले में 72 हजार मनरेगा श्रमिक जॉब कार्ड धारक हैं, जिनमें से वित्तीय वर्ष 2013-14 में करीब 45 हजार श्रमिकों ने विकास विभाग से काम मांगा। बीते वर्ष आपदा के दौरान उर्गम, जोशीमठ, पोखरी, नारायणबगड़, गैरसैंण, घाट, देवाल, कर्णप्रयाग और गौचर में ग्रामीणों ने मनरेगा से ही पैदल रास्तों से लेकर पैदल पुलिया का निर्माण किया। लेकिन अभी तक उन्हें मेहनताने का भुगतान नहीं मिल पाया है। पोखरी की सरिता देवी ने कहा कि अपने घर के कामकाज छोड़कर लगातार 38 दिनों तक मनरेगा के तहत कार्य किया, लेकिन मेहनताने का भुगतान नहीं किया गया। उर्गम घाटी के लक्ष्मण सिंह नेगी का कहना है कि डीएम के कहने पर काम किए लेकिन भुगतान नहीं किया गया। सीडीओ संजय कुमार ने कहा कि हमें केंद्र सरकार से अभी तक मनरेगा के तहत पर्याप्त धनराशि नहीं मिल पाई है। हमें 29 करोड़ की आवश्यकता है। इसके लिए केंद्र सरकार को दोबारा रिमांडर भी भेज दिया गया है, जैसे ही हमें धनराशि मिलेगी, श्रमिकों को मेहनताना दे दिया जाएगा।

आलेख : आदिवासियों के मसीहा युगपुरुष भीखा भाई, पीढ़ियों तक प्रेरणा जगाएगी उनकी महक

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bheekha bhaai
आजकल जन्मी पीढ़ी भले ही भीखा भाई के व्यक्तित्व और महान कर्मयोग, लोक सेवी धाराओं और जन-जन के कल्याण को समर्पित उनके जीवन से अपरिचित हो, लेकिन भीखा भाई को जानने वाले लाखों-करोड़ों लोगों के मन में आज भी उनकी यादें जीवित हैं।
       
राजस्थान के सुदूर दक्षिण में पैदा होने वाले भीखा भाई औरों की तरह कोई पैराशूट लीडर नहीं थे। और न ही उन्हें राजनीति विरासत में मिली। इसके बावजूद सघन गरीबी और संघर्षों भरी विषम परिस्थितियों में त्याग-तपस्या से तप कर निकले भीखा भाई का पूरा जीवन ऎसी महागाथा है जिसमें इंसान को इंसानियत के साथ आगे बढ़कर दैवत्व के समीप पहुंचने का माद्दा दिखता है। भीखा भाई जैसे कर्मठ और जनसेवी व्यक्तित्वों का होना अब शायद संभव नहीं है लेकिन उन्हाेंने जो काम किए, जिस प्रकार का उनका व्यवहार था वह सर्वस्पर्शी व्यवहार ही उन्हें लोकनायक की प्रतिष्ठा तक ले गया। सारा देश उनका लोहा मानता था। माही धरा का यह महान लाल वह हस्ती रहा है जिसकी गंध युगों तक हर तरफ पसरती रहकर जनसेवा के लिए प्रेरणा जगाती रहेगी।

राजस्थान और राष्ट्रीय राजनीति में दशकों तक आदिवासियों के मसीहा और विकास पुरुष के रूप में धाक जमाने वाले बाबूजी भीखा भाई ने समाजसेवा, शासन-प्रशासन कौशल और बहुआयामी विकास तथा आदिवासी उत्थान से लेकर विभिन्न क्षेत्रों में जो ऎतिहासिक कर्मयोग का परिचय दिया है उसे युगों तक नहीं भुलाया जा सकेगा। 

वागड़ अंचल के डूंगरपुर जिले में सागवाड़ा के समीप छोटे से गांव बुचिया बड़ा में अवतरित भीखा भाई ने अपनी प्रतिभा, साहस और अद्भुत मेधावी व्यक्तित्व के साथ देश में अजीम शखि़्सयत के रूप में जो पहचान बनायी, वह सदियों तक वागड़ अंचल को गौरव प्रदान करती रहेगी।

अदम्य साहसे परास्त की संघर्षों की श्रृंखला
इस महान शखि़्सयत भीखाभाई का जन्म 28 अप्रेल 1916 को डूंगरपुर जिले के सागवाड़ा क्षेत्र अन्तर्गत बुचिया बड़ा गांव मेें सामान्य जनजाति परिवार में घीवा भाई के घर थावरी बाई की  कोख से हुआ। घर की संघर्षपूर्ण परिस्थितियों के दौर में भीखा भाई में बचपन से ही प्रतिभा दिखने लगी थी।

उन्होंने अपने बूते भविष्य संवारने और खुद कुछ बन कर अपने समाज के विकास में जुटने का संकल्प लिया और उस दिशा में आगे बढते ही गए। कितनी ही बाधाएं उनके सामने आयीं लेकिन इस अदम्य आत्मविश्वासी व्यक्तित्व की राह वे रोक नहीं पायी।

भीखा भाई ने इन्टरमीडिएट, बीए, एल.एल.बी. आदि कई उपाधियां श्रेष्ठतम अंकों के साथ उत्तीर्ण की। उन्होंने महाराणा भूपाल कॉलेज उदयपुर तथा बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों के मेधावी एवं सर्वश्रेष्ठ छात्र के रूप में आपने ख़ास पहचान भी बनायी।

संस्कारों का पर्याय थे
सागवाड़ा में ब्राह्मण परिवारों के सम्पर्क तथा पारिवारिक संस्कारों और संत-महात्माओं के सान्निध्य की वजह से धर्म-कर्म के प्रति रुचि और संस्कार उनमें बचपन से ही विद्यमान रहे। वे हनुमानजी के परम भक्त थे तथा रोजाना उनकी दिनचर्या की शुरूआत हनुमानजी के दर्शन के बगैर नहीं होती थी। घर से निकलते ही सबसे पहले वे हनुमानजी के दर्शन करते, उसके बाद ही सामान्य दिनचर्या की शुरूआत करते। हनुमानजी के परम भक्त भीखा भाई प्रति मंगलवार एवं शनिवार को उपवास रखते। कितनी ही व्यस्तता हो, बीमार हुए हों अथवा और कोई भी अपरिहार्य कारण सामनपे आ गया हो,  हनुमान चालीसा का पाठ करना वे कभी नहीं भूलते।

सादगी भरा सहृदय व्यक्तित्व
सहृदय भीखाभाई के मन में आम आदमी के प्रति प्यार और आत्मीयता का जज्बा था। यही वजह है कि लोग उन्हें बाबूजी कहकर संरक्षक के रूप मेें उन्हें आदर और सम्मान देते थे। भीखा भाई की याददाश्त किसी कम्प्यूटर से कम नही थी। बुढ़ापे में भी उन्हें हर बात याद रहती थी। यहां तक कि स्थानीय ग्रामीण का नाम हो या सागवाड़ा-डूंगरपुर से लेकर जयपुर, दिल्ली तक के टेलीफोन नम्बर। ये सब उन्हें अच्छी तरह कण्ठस्थ थे।
हर कोई मानता था कि अपने ही हैं बाबूजी

भीखा भाई अपने क्षेत्र में जनसंपर्क एवं भ्रमण के दौरान जब भी किसी से मिलते यदि कोई युवा होता तो उसके दादा- परदादा के नाम ही उन्हें याद दिलाते और बुजुर्ग होता तो उससे आजादी के पूर्व की परिस्थितियों, स्वाधीनता संग्राम, जनजातियों और क्षेत्र की हालत के बारे में चर्चा जरूर करते। भीखा भाई वागड़ क्षेत्र में किसी भी कार्यकर्ता की मृत्यु हो जाने पर व्यक्तिशः उपस्थित होकर परिवारजनों को सांत्वना देने जरूर आते। भीखा भाई अल्प संख्यक समुदाय के हर त्योहार पर उनके बीच जाते और मनाते।

भीखा भाई अपने गुरुजनों और संगी साथियों के साथ-साथ उनके परिवारजनों से भी गहन मेल मिलाप रखते थे। हिन्दी और आंग्ल भाषा दोनों पर उनका अधिकार था। अधिकारियों से वार्ता हो या महानगरों के कार्यक्रम या फिर विदेश यात्राएं। हर कहीं उन्होंने धाराप्रवाह अंग्रेजी की धाक जमायी। भीखा भाई जनजाति के पहले ऎसे व्यक्ति थे जिनके अंग्रेजी ज्ञान का कोई मुकाबला नहीं था। जितना धाराप्रवाह वे बोलते थे इतना ही धाराप्रवाह वे लिखते भी थे।

जनजाति वर्ग में कानूनविद, शिक्षाविद्, कुशल शासक-प्रशासक और राजनेता के साथ ही लोकप्रिय समाजसेवी के रूप में उन्होंने जो  छाप छोड़ी, वह बेमिसाल है। भीखा भाई जनजाति के पहले कानून के ज्ञाता व्यक्ति थे।

नामकरण की रोचक कहानी
भीखा भाई के बचपन का नाम उदा था। बाल्यावस्था में एक बार गंभीर रूप से बीमार हो गये। परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं होने से उपचार कराना असम्भव था। ऎसी स्थिति में माता-पिता ने सागवाड़ा के प्रसिद्ध भीखमशाह की दरगाह में लेटाकर मन्नत ली जिससे वे शीघ्र स्वस्थ हो गये तब उनका नाम भीखा भाई रखा गया। इनका बचपन अन्य सजातीय बालकों की तरह अभावों में ही बीता मगर पढ़ाई के प्रति रुचि अधिक होने से हर कक्षा में प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण हुए।

राजनैतिक आकाश को किया मुट्ठी में
भीखा भाई ने 1935 में 10वीं उत्तीर्ण करने के बाद 1937 में महाराणा कॉलेज उदयपुर से  इंटरमीडिएट और 1939 में आगरा विश्वविद्यालय से स्नातक करने के बाद 1941 में बनारस विश्वविद्यालय से एलएलबी की डिग्री प्राप्त की।

विधि स्नातक शिक्षा ग्रहण  करने के पश्चात वकालात का कार्य प्रारंभ किया और 1942 से 1948 तक डूंगरपुर रियासत में मुंसिफ मजिस्टे्रट भी रहे। लेकिन बाद में अग्रिम पंक्ति के स्वाधीनता सेनानी स्व. भोगीलाल पण्ड्या एवं अन्य स्वतंत्रता सेनानियों तथा तत्कालीन स्वतंत्रता संग्राम की गतिविधियों से प्रेरणा प्राप्त कर प्रजा मण्डल के आन्दोलन मेें कूद पड़े। शिक्षा और समाजसेवा के जरिये लोक जागरण का शंख फूंकने वाले भीखा भाई ने राजनीति को लोक सेवा का माध्यम बनाया और अपना पूरा जीवन जनता की सेवा में समर्पित कर दिया।

सन् 1948 में तत्कालीन डूंगरपुर रियासत में कांग्रेस की लोकप्रिय उत्तरदायी सरकार सरकार में शिक्षामंत्री बने। सन् 1952 में प्रथम आम चुनाव से बांसवाड़ा से लोकसभा सदस्य चुने गये।  वे 1953 से 1955 तक पिछड़ी जाति आयोग के सदस्य भी रहे।

कुशल संगठक
भीखा भाई सन् 1952 में वे राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य बनाए गए। सन् 1966 से 1992 तक अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य रहे। सन् 1965 से 1972 तक प्रान्तीय कांग्रेस चुनाव समिति के सदस्य रहे। 1972 से 1977 तक राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारिणी सदस्य व राजस्थान प्रदेश कांग्रेस के आदिवासी प्रकोष्ठ के संयोजक रहे। सन् 1978 से 92 तक डूंगरपुर जिला कांंग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और इसी दौरान् तीन वर्षों तक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष पद पर भी रहे।

दुनिया में पहुंची वागड़ की सौंधी महक
भीखा भाई ने सन् 1958 में जापान में सामाजिक कार्यों पर हुए सम्मेलन  में भारत का नेतृत्व किया किया जबकि सन् 1959 में  नवें अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन में भारतीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्य चुने गये।

सन् 1965 में जेनेवा में अन्तर्राष्ट्रीय श्रम संगठन के अधिवेशन में  भारत का प्रतिनिधित्व करने के साथ ही अपने जीवनकाल में उन्होंने जापान, बर्मा, इण्डोनेशिया, थाईलैण्ड, हांगकांग, स्वीट्जरलैण्ड, इंग्लैण्ड, फ्रांस, इटली, यूगोस्लाविया, लेबनान, कुवैत आदि देशों की यात्रा की तथा कई प्रतिनिधि मण्डलों का नेतृत्व किया।

उनका सफर
सन् 1957 में भीखाभाई सागवाड़ा सुरक्षित क्षेत्र से विधान सभा के लिए निर्विरोध निर्वाचित हुए तथा 11 अप्रेल 1957 में सुखाड़िया मंत्रिमंडल में उपमंत्री बने। सन् 1962, 1967, 1972 के चुनावों में वे सागवाड़ा क्षेत्र से विधान सभा के लिए लगातार निर्वाचित हुए और सुखाड़िया मंत्रिमंडल में काबिना मंत्री बने।

स्व. भीखा भाई 9 जुलाई 1971 से 16 मार्च 1972 तक बरकतुल्ला खां सरकार में भी मंत्री रहे। उन्होंने सन् 1972 से 1974 व 1994 से 1997 तक राज्य की अनुसूचित जाति, कल्याण समिति के सभापति के पद को गौरवान्वित किया। सन् 1980 में बांसवाड़ा क्षेत्र से लोक सभा के सदस्य निर्वाचित हुये। वे राष्ट्रीय पिछड़ा जाति आयोग के अध्यक्ष भी रहे हैं। नवम्बर 1993 में वे सागवाड़ा क्षेत्र से विधायक चुने गये। सन् 1994 से 1995 तक पुस्तकालय समिति के सभापति रहे। ग्यारहवीं  विधान सभा के लिये भी वे  इसी क्षेत्र से निर्वाचित हुये। सन् 1998 से 2002 तक वे अशोक गहलोत सरकार में वे काबिना मंत्री रहे। कुछ समय तक वे उदयपुर जिले के प्रभारी मंत्री भी रहे।  सन् 1986 से 89 तक श्री भीखा भाई राष्ट्रीय अनुसूचित जाति जनजाति आयोग के अध्यक्ष रहे ।

आदिवासियों के मसीहा
वे ताजिन्दगी आदिवासियों के कल्याण और आदिवासी अंचलों के उत्थान में लगे रहे। आदिवासियों के नेता और मसीहा के रूप में उन्होंने दशकों तक राज किया। देश के महान राजनेताओं के मन में भी भीखा भाई के प्रति अगाध आस्था का ज्वार लहराता रहा। पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी उन्हें भीष्म पितामह तथा पूर्व प्रधानमंत्री स्व. नरसिंहाराव उन्हें जनजाति वर्ग के पितामह के रूप में संबोधित करते थे। पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इन्दिरा गांधी भी श्री भीखा भाई को खूब आदर देती थीं।

आदिवासियों के विकास के लिए जीवन समर्पित कर देने वाले इस महान शख्स ने सन् 1954 में गठित भील सेवा संघ के बरसों तक संस्थापक अध्यक्ष पद के साथ ही  राजस्थान आदिम जाति सेवक संघ के संस्थापक सदस्य के पद पर सेवाएं दी वहीं पिछड़े वर्ग के कल्याण हेतु गठित अनेक संस्थाओं में विभिन्न पदों पर कार्य किया। जन सेवा के क्षेत्र में दलित वर्ग के उत्थान एवं कल्याण को लेकर अनेक अवसरों पर उन्होंने अपनी क्षमताओं और ऊर्जाओं का प्रयोग करते हुए लोक सेवा के आदर्श स्थापित किए।

विभिन्न राष्ट्रीय आयोगों के अध्यक्ष एवं सदस्य, संगठन में अनेक महत्वपूर्ण पदों आदि पर रहने के साथ ही वे राजस्थान में अनेक बार विधायक, उप मंत्री, केबिनेट मंत्री, अजजा कल्याण समिति सहित  विभिन्न समितियों के सभापति रहे और अपनी प्रतिभा की छाप छोड़ी।

हर मोर्चे पर सम्मान और प्रतिष्ठा
आदिवासियों के उत्थान तथा आदिवासी क्षेत्र विकास के लिए उनकी उल्लेखनीय सेवाओं के लिए भीखा भाई को सन् 1986-87 में महाराणा मेवाड़ फाउण्डेशन द्वारा उन्हें पूंजा अवार्ड से सम्मानित किया गया। इसके अलावा कई प्रतिष्ठित सम्मानों और पुरस्कारों से उन्हें नवाज़ा गया।

माही धरा के लिए संजोये स्वप्न
हॉकी एवं फुटबाल खेलों के साथ ही परम्परागत खेलों, मेलों, पर्वों, उत्सवों में उनकी गहरी रुचि रही। भीखा भाई का सपना था कि वागड़ में पानी का ज्यादा से ज्यादा से रुकाव हो और ऎसी व्यवस्थाएं की जाएं कि माही सागवाड़ा नहर का कार्य जल्द पूरा हो  और माही के पश्चिमी कांठे के खेतों में हरियाली का प्रसार हो। भीखा भाई जनजाति के हर व्यक्ति से उम्मीद रखते थे कि वह ज्यादा से ज्यादा शिक्षा ग्रहण करे साथ ही माली हालत में सुधार लाने के हर संभव प्रयास करे। भीखा भाई शासन व्यवस्था में रह कर यहां जनता में अत्यधिक लोकप्रिय रहे। लोग उन्हें बाबूजी के नाम से संबोधित करते थे। वही व्यवहार उन्होंने अपने समाज के साथ भी रखा और शासन के बड़े नेता के रूप में स्थापित हुए। आंचलिक विकास के लिए उन्होंने कोई कमी नहीं रखी।  आदिवासियों के उत्थान और उन्हें विकास की मुख्य धारा में लाने के लिए दिन-रात जुटे रहे इस महान योद्धा ने पांच जून 2002 को उदयपुर में प्रातः 10.45 बजे अंतिम साँस ली और संसार को अलविदा कह दिया।

भीखा भाई आज हमारे बीच नहीं हैं मगर उनके कर्मयोग से परिपूर्ण व्यक्तित्व और कार्यों की सुगंध आज भी व्याप्त है जो युगों-युगों तक नई पीढ़ी के लिए प्रेरणास्रोत बनी रहेगी। वागड़वासी आज द्वादश पुण्यतिथि पर भीखाभाई के प्रति कोटिशः  श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।




---तनय सिंह---

कतर में भारतीय को मिली 40 कोड़ों की सजा

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एक भारतीय को शराब पीकर गाड़ी चलाने के आरोप में कतर की एक अदालत ने 40 कोड़े मारने और दो महीनों के लिए उसके ड्राइविंग लाइसेंस को रद्द करने का आदेश सुनाया। गल्फ टाइम्स ने मंगलवार को एक स्थानीय अखबार के हवाले से लिखा कि आरोपी भारतीय दोहा के नजदीक शाबियत खलीफा क्षेत्र में अपनी गाड़ी पार्किं ग कर रहा था। इसी दौरान पुलिस गश्ती दल ने उसे पकड़ा। 

पुलिस के अनुसार उसने शराब पी रखी थी और उसकी गाड़ी में भी शराब की बोतल मिली। अभियोजन पक्ष के अनुसार उसने पूछताछ में भी शराब पीने की बात स्वीकारी। हालांकि बाद में आरोपी ने पी कर गाड़ी चलाने के आरोप से इंकार किया लेकिन अदालत ने इस दलील को मानने से इंकार कर दिया।

अंजलि दमनिया ने आप छोड़ी

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anjali damaniyan

महाराष्ट्र में आम आदमी पार्टी (आप) को गुरुवार को चुनाव बाद का सबसे तगड़ा झटका तब लगा जब पार्टी की वरिष्ठ सदस्य और प्रदेश संयोजक अंजलि दमानिया और प्रदेश की सचिव प्रीती शर्मा-मेनन ने पार्टी छोड़ने की घोषणा कर दी। 

अंजलि ने आप पदाधिकारियों को लिखे अपने इस्तीफे में कहा है, "मैं भारी मन से आप से अलग हो रही हूं। अरविंद केजरीवाल के प्रति मेरे मन में बहुत सम्मान है। वह मेरे बड़े भाई की तरह हैं। मैं सभी से बस यही अनुरोध करना चाहती हूं कि मेरे पार्टी छोड़ने के फैसले में किसी तरह की साजिश को न देखें।"

आप की महाराष्ट्र संजोयक अंजलि ने कहा कि उन्होंने अपने मूल्यों से कभी समझौता नहीं किया है और न ही आगे कभी ऐसा करेंगी। उन्होंने मीडिया से भी अपनी निजता बनाए रखने का अनुरोध किया और आप को शुभकामनाएं दीं।इस मसले पर उनसे संपर्क की लगातार कोशिश बेनतीजा रही, क्योंकि उनका फोन बंद मिलता रहा।

उच्चस्तर पर भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान चलाने वाली अंजलि ने कहा है कि आप के लिए करने को अब उनके पास कुछ भी नहीं है और उन्होंने पार्टी को शुभकामनाएं दी हैं। मुंबई में आप नेता मयंक गांधी के दफ्तर ने अंजलि के इस्तीफे की पुष्टि की, लेकिन इस मामले में कोई टिप्पणी करने से इनकार किया।

गौरतलब है कि वर्ष 2014 के आम चुनाव में आप ने महाराष्ट्र में 48 लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किए थे, लेकिन पार्टी एक भी सीट नहीं जीत पाई। अंजलि, मयंक, मेधा पाटकर तथा विजय पंढारे सहित पार्टी के कई वरिष्ठ नेता चुनाव हार गए।

मोदी, सोनिया एवं राजग मंत्रियों ने सांसद के रूप में ली शपथ

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protem speecker kamalnath
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके कैबिनेट सहयोगियों ने गुरुवार को नवनिर्वाचित 16वीं लोकसभा के सदस्यों के रूप में शपथ ली। वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमल नाथ को बुधवार को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने सदन के अस्थायी अध्यक्ष की शपथ दिलाई थी। कमल नाथ ने ही प्रधानमंत्री मोदी को पद की शपथ दिलाई। इस मौके पर मोदी सफेद चूड़ीदार-कुर्ता और मेल खाती जैकेट पहने हुए थे।

उसके बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शपथ ली। तीन नेताओं ने हिंदी में शपथ ली। उनके बाद बीजू जनता दल के अर्जुन चरण सेठी, नेशनल पीपुल्स पार्टी के पी.ए. संगमा और कांग्रेस के बीरेन सिंह एंगती ने शपथ ली।

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने संस्कृत में शपथ ली। उनके इस क्रम को पार्टी की वरिष्ठ नेता और जल संसाधन एवं गंगा पुर्नउत्थान मंत्री उमा भारती और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने भी दोहराया।  कर्नाटक से सांसद, रेल मंत्री सदानंद गौडा, रसायन एवं उर्वरक मंत्री अनंत कुमार और नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री जी.एम. सिद्धेश्वर ने कन्नड़ में शपथ ली।

शिरोमणि अकाली दल की हरसिमरत कौर बादल ने पंजाबी में शपथ ली। वह खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री हैं। अन्य मंत्रियों ने हिंदी में शपथ ली, जबकि महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने अंग्रेजी में शपथ ली। 16वीं लोकसभा में 315 सांसद ऐसे हैं, जो पहली बार संसद में पहुंचे हैं। 543 निर्वाचित और दो नामांकित सदस्यों वाले संसद में बीते 30 साल में पहली बार निर्वाचित होने वाले सांसदों की यह सबसे बड़ी संख्या है।

फ्रेंच ओपन : नडाल ने फेरर को हराया, सेमीफाइनल में मरे से भिडंत

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Rafael Nadal, who beat David Ferre
विश्व के सर्वोच्च वरीय टेनिस स्टार स्पेन के राफेल नडाल फ्रेंच ओपन ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में पहुंच गए हैं। अंतिम-4 दौर में उनका सामना ब्रिटेन के एंडी मरे से होगा। बीते साल फ्रेंच ओपन फाइनल में अपने ही देश के डेविड फेरर को हराकर रोलां गैरों में आठवां खिताब जीतने वाले नडाल ने सेमीफाइनल में फेरर को 4-6, 6-4, 6-0, 6-1 से हराया।

मैच के बाद नडाल ने कहा, "शुरुआत में फेरर मुझसे काफी अच्छा खेल रहे थे। जब मैंने अपने फोरहैंड पर नियंत्रण पा लिया तब मुझे लगा कि अब मैं मैच जीत सकता हूं।"नडाल ने फ्रेंच ओपन में कुल 65 मैच खेल हैं और 64 जीते हैं। 2009 में वह रोबिन शोल्डरलिंग के हाथों चौथे दौर में हारे थे। उस साल रोजर फेडरर ने अपना पहला फ्रेंच ओपन खिताब जीता था।

दूसरी ओर, मरे ने गाएल मोनफिल्स को मैराथन मुकाबले में 6-4, 6-1, 4-6, 1-6, 6-0 से हराया। दूसरा सेमीफाइनल विश्व के दूसरे वरीय खिलाड़ी सर्बिया के नोवाक जोकोविक और 18वें वरीय अर्नेस्ट गलबिस को बीच होगा। गुलबिस ने फेडरर को क्वार्टर फाइनल में हराया था।

प्रतिबंध हटाने को लेकर सहारा ने सर्वोच्च न्यायलय को धन्यवाद कहा

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सर्वोच्च न्यायालय ने सहारा की चल और अचल संपत्तियों के इस्तेमाल पर लगी रोक को हटा लिया है, ताकि 10 हजार करोड़ की बकाया राशि निवेशकों को चुकता की जा सके। इसके लिए सहारा ने सर्वोच्च न्यायालय को धन्यवाद दिया है। अदालत के इस फैसले से निवेशकों की अधिकांश बकाया राशि का भुगतान हो सकेगा। सहारा के वकील सुदीप सेठ ने कंपनी की तरफ से कहा कि सर्वोच्च न्यायालय ने बुधवार को सहारा के बैंक अकाउंट का इस्तेमाल और भारत में संपत्तियों की बिक्री के लिए क्लियरेंस दे दिया है। इसके लिए हम अदालत का आभार व्यक्त करते हैं। 

बुधवार को सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश टीएस ठाकुर और एके सीकरी की खंडपीठ ने निर्देश दिया कि बिक्री से जो भी रकम आएगी, वह एक नियामक द्वारा खोले गए बैंक अकाउंट में जमा की जाएगी। इस फैसले के तुरंत बाद सहारा के वकील ने अदालत से मांग की कि सुब्रत रॉय को उनकी बीमार मां की देखभाल के लिए 5 दिन की पेरोल दी जाए। इस बारे में अदालत ने कहा कि वे इसके लिए एक आवेदन दायर करें, जिसपर निर्णय नियामक की मंजूरी के बाद ही मिलेगी।

सहारा के वकील सेठ ने कहा, हमें भारत की न्याय व्यवस्था में पूरा विश्वास है। 37 सालों के दौरान हमें अपनी मेरिट के कारण ही न्याय मिला है। हम इस बात से आश्वस्त हैं कि भारतीय न्याय व्यवस्था कभी गलत निर्णय नहीं दे सकती। उन्होंने कहा, नवंबर 2013 से ही कंपनी के तमाम बैंक खाते, चल और अचल संपत्ति के किसी भी तरह से इस्तेमाल पर सर्वोच्च न्यायालय और सेबी ने प्रतिबंध लगा रखा था। 

यही कारण था कि इस दौरान सहारा 100 करोड़ रुपये की रकम भी मार्केट में उगाहने में सक्षम नहीं था। अब सवाल यह उठता है कि बिना प्रतिबंध उठाए सुब्रत रॉय की जमानत के लिए आखिर कैसे वह जमानती आदेश दिया गया, जिसमें 5000 करोड़ की बैंक गारंटी और 5000 करोड़ रुपये नकद देने का प्रावधान था।

प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग करें : प्रधानमंत्री

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने गुरुवार को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर धरती को स्वच्छ और हरा-भरा बनाने में सरकार और जनता के भागीदारी की अपील की। मोदी ने ट्वीट कर कहा, "आइए, एक ट्रस्टी की तरह पर्यावरण के संसाधनों का वर्तमान में उपयोग करें और आने वाली पीढ़ी के लिए खुशी सुनिश्चित करें।"

एक अन्य ट्वीट में मोदी ने लिखा, "सरकार के प्रयास के साथ जनता की भागीदारी स्वच्छ और हरी-भरी धरती के निर्माण में बड़ी भूमिका निभा सकती है।"प्रधानमंत्री ने कहा कि विश्व पर्यावरण दिवस धरती मां को नमन करने का दिन है और साथ ही पर्यावरण की रक्षा और धरती को स्वच्छ और हरा-भरा बनाने की प्रतिज्ञा दोहराने का भी दिन है।

उन्होंने कहा, "आईये सुनिश्चित करें कि रोज के जीवन में हमारा छोटे से छोटा कदम भी प्रकृति और संसाधनों की सुरक्षा के लिए हो।"प्रकाश जावड़ेकर ने ट्वीट कर कहा, स्वच्छ पर्यावरण हमारे द्वारा बच्चों के लिए तोहफा है, हम इसकी रक्षा करें। आइए हम सब मिलकर यह शपथ लें कि हम पर्यावरण को सुरक्षित और चिरस्थायी बनाएंगे। 

गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने भी ट्वीट कर कहा, सुरक्षित पर्यावरण वर्तमान ही नहीं, बल्कि भविष्य की आने वाली पीढ़ियों के लिए भी जरूरी है।  उन्होंने कहा, पूरी दुनिया बेहद खतरनाक जलवायु का सामना कर रही है। इसलिए यह आवश्यक है कि हम जंगल और कृषि का प्रबंधन बेहतर तरीके से करें। 

बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में इंसेफलाइटिस से 5 बच्चों की मौत

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5 dead in bihar from encephalitis
बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में इस साल भी इंसेफ्लाइटिस का कहर देखा जा रहा है। गुरुवार को एक बच्चे की मौत होने के साथ इस साल इंसेफ्लाइटिस से मरने वाले बच्चों की संख्या पांच हो गई है। मुजफ्फरपुर जिले के सिविल सर्जन ज्ञानभूषण ने गुरुवार को बताया कि अब तक इंसेफ्लाइटिस से पीड़ित लगभग 23 बच्चे विभिन्न अस्पतालों में भर्ती किए गए हैं। बीमारी से श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज अस्पताल में अब तक चार और केजरीवाल अस्पताल में एक बच्चे की मौत हुई है। 

उन्होंने कहा चिकित्सक इस जानलेवा बीमारी के फैलने का कारण अभी पता नहीं लगा पाए हैं। केंद्रीय टीम मुजफ्फरपुर पहुंचकर बीमारी से पीड़ित बच्चों के विभिन्न प्रकार के नमूने इकट्ठे कर रही है। ऐसी आशंका व्यक्त की जा रही है कि यह बीमारी 'एक्यूट इंसेफ्लाइटिस सिंड्रोम'हो सकता है, जिसमें अत्यधिक गरमी के कारण बच्चे बीमार होते हैं। उल्लेखनीय है कि पिछले साल भी इसी बीमारी से मुजफ्फरपुर में 150 से अधिक बच्चों की मौत हुई थी, जबकि वर्ष 2012 में इस बीमारी से 100 से ज्यादा बच्चों की जान गई थी। 

उत्तराखंड : विधायक के शैक्षिक प्रमाण पत्रों का मामला पहुंचा उच्च न्यायालय

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  • सबसे बड़ा सवालः एक साथ दो विद्यालयों से विधायक ने कैसे कर दिया हाईस्कूल पास

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देहरादून, 5 जून (राजेन्द्र जोशी)। झबरेड़ा विधायक व उत्तराखंड सरकार में सदस्य सचिव हरिदास की शैक्षिक योग्यता को लेकर मामला चुनाव आयोग के बाद नैनीताल उच्च न्यायालय की शरण में जा पहंुचा है, विधायक हरिदास पर विधानसभा चुनाव 2007 और 2012 में हुए चुनाव से पूर्व नामांकन के दौरान चुनाव आयोग को दिए हुए शपथ पत्र में अपनी शैक्षिक योग्यता को लेकर जहां गलत जानकारी देने का आरोप है वहीं सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत मिली जानकारी के अनुसार विधायक की हाई स्कूल के दोनों प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए हैं वहीं 2007 में उल्लेखित स्कूल के  प्रमाणपत्र को स्कूल ने ही साफ तौर पर नकार दिया है वहीं 2012 में दिए गए  प्रमाणपत्र को भी दूसरे स्कूल ने फर्जी करार दिया है, कुल मिला कर विधायक  द्वारा दोनों चुनावांे के दौरान अलग अलग विद्यालय से हाई स्कूल पास करने की जानकारी सही नहीं पायी गयी है इतना ही नही एक स्कूल के प्रधानाचार्य ने तो स्पष्ट लिखा है विधायक हरिदास ने कक्षा आठ भी पास नहीं किया है, इतना ही नहीं सबसे चैंकाने वाली बात तो यह है कि विधायक ने दोनों चुनाव के दौरान एक साथ दो विद्यालयों से हाई स्कूल उत्तीर्ण करना बताया है। जो कि नामुमकिन है।   
   
उल्लेखनीय है विधायक हरिदास द्वारा वर्ष 2007 में हुए विधानसभा चुनाव से पूर्व नामांकन के दौरान शपथ पत्रों में शैक्षिक योग्यता हाई स्कूल पास दिखाई गयी है जबकि विधायक द्वारा इस दौरान लंडौरा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा गया इस चुनाव से पूर्व नामांकन के दौरान विधायक ने मथुरा के वृन्दावन स्थित गुरुकुल विश्वविद्यालय से हाई स्कूल पास के प्रमाण पत्र लगाए थे। सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत अरविन्द कुमार को जो जानकारी दी गयी उसके अनुसार गुरुकुल विश्वविद्यालय वृन्दावन के कुलपति आचार्य स्वदेश द्वारा जारी पत्र में स्पष्ट लिखा है कि हरिदास से सम्बंधित कोई भी शैक्षिक अभिलेख संस्था में उपलब्ध नहीं है और ना ही इसके निर्गत होने का कोई प्रमाणपत्र ही विद्यालय में उपलब्ध है। 
  
वहीं 2012 में हुए विधानसभा चुनाव से पूर्व नामांकन के दौरान विधायक द्वारा चैधरी भरतसिंह डीएवी इंटर कॉलेज झबरेडा से हाई स्कूल पास होना अंकित किया गया है जबकि इस विद्यालय के प्रधानाचार्य द्वारा जारी पत्र में साफ उल्लेख है की हरिदास पुत्र शोभा राम निवासी लाठरदेवा हुण ब्लाक नारसन ने हमारे विद्यालय से हाई स्कूल से परीक्षा पास नहीं की है वहीं उन्होंने अपने पत्र में लिखा है की विधायक द्वारा 1970 से 1980 के बीच कक्षा छह व सात तो पास की है लेकिन कक्षा आठ में पास नहीं हुए हंै 
   
मामले के तूल पकड़ने के बाद इस समूचे प्रकरण की जानकारी राज्य चुनाव आयोग के संज्ञान में लाई गयी और उनकी विधानसभा की सदस्यता समाप्त किये जाने की मांग की गयी लेकिन राज्यस्तर पर कोई कार्यवाही नहीं हुई इसके बाद अपीलार्थी ने भारत निर्वाचन आयोग का दरवाजा खटखटाया जिस पर भारतीय निर्वाचन आयोग ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी उत्तराखंड को निर्देशित किया की अपीलार्थी अरविन्द कुमार के पत्र का संज्ञान लेते हुए वर्णित मामले की जांच संबंधित रिटर्निंग अधिकारी से करवाई जाए और जांच रिपोर्ट आयोग को तत्काल उपलब्ध कराई जाय इस पर मुख्य निर्वाचन अधिकारी उत्तराखंड ने 17 फरवरी 2014 को जिला अधिकारी व जिला निर्वाचन अधिकारी हरिद्वार को उक्त प्रकरण पर जांच करने को कहा लेकिन जब लगभग चार माह तक उक्त प्रकरण पर कोई भी कार्यवाही ना होते देख अरविन्द कुमार ने अब इस पूरे प्रकरण पर नैनीताल  उच्चन्यायालय का दरवाजा खटखटाया है 
   
प्रदेश में फर्जी प्रमाण पत्रों के आधार पर पुलिस में नौकरी पाने वाले ऐसे कई युवकांे को जहां प्रदेश सरकार ने सख्त रवैया अपनाते हुए जेल की सलाखों के पीछे ही नहीं पहंुचाया बल्कि उनको सेवा से भी बर्खास्त कर दिया लेकिन इस प्रकरण में पिछले चार माह से सरकार की चुप्पी कई सवालों को जन्म दे रही है कि आखिर एक प्रदेश में आम जनता के लिए अलग और विधायक के लिए अलग कानून आखिर क्यों ?    

हिमाचल प्रदेश की विस्तृत खबर (05 जून)

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महिलाओं ने मनाया पर्यावरण दिवस

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धर्मशाला, 05  मई (विजयेन्दर शर्मा) । विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर लोअर वड़ोल के शिव मन्दिर में महिला मंडल, अपर बड़ोल के तत्वावधान में आज पर्यावरण समारोह आयोजित किया गया। प्रसिद्घ समाजसेवी एवं पूर्व ब्लॉक समिति सदस्य उर्मिल राणा ने समारोह की अध्यक्षता की। इस अवसर पर तमाम महिलाओं ने शिव मन्दिर परिसर, बावड़ी एवं साथ लगते क्षेत्र में सफाई की तथा स्थानीय लोगों को स्वच्छता एवं पर्यावरण के बारे में जागरूक किया। अपने अध्यक्षीय सम्बोधन में उर्मिल राणा ने महिलाओं से आग्रह किया कि वे अपने निजी जीवन में प्लास्टिक के प्रयोग से गुरेज़ करें। आधुनिक जीवन में प्लास्टिक के बढ़ते उपभोग ने जीवन में कई जटिलताओं और बिमारियों को जन्म दिया है। उन्होंने सभी महिलाओं से अपने घर तथा आस-पड़ोस में अधिक से अधिक वृृक्ष लगाने का आग्रह किया। इस अवसर पर अन्यों के अतिरिक्त महिला मंडल की सचिव कमलेश ने भी अपने विचार रखे। स्थानीय प्रधान कृष्णा देवी तथा महिला मंडल सदस्य भी समारोह में उपस्थित थीं।

10 जून को होगी जिला रैडक्रॉस समिति की बैठक
धर्मशाला, 05  मई (विजयेन्दर शर्मा) । जिला रैडक्रॉस सोसायटी, धर्मशाला की बैठक 10 जून, 2014 को प्रात: 11 बजे उपायुक्त कार्यालय में आयोजित की जाएगी। यह जानकारी सरकारी प्रवक्ता ने देते हुुए बताया कि जिला रैडक्रॉस सोसायटी की कार्यकारी समिति की बैठक की अध्यक्षता उपायुक्त एवं अध्यक्ष जिला रैडक्रॉस समिति, सी$पॉलरासु करेंगे। 

स्वस्थ, स्वच्छ पर्यावरण के लिये प्रत्येक व्यक्ति पेड़ लगाए

हमीरपुर, 05  मई (विजयेन्दर शर्मा) । जगत प्राणी का स्वस्थ जीवन शुद्ध पर्यावरण पर निर्भर करता है और पेड़ों का पर्यावरण को शुद्ध रखने में अहम योगदान है, इसलिये प्रत्येक व्यक्ति का पेड़ों का संरक्षण करना और अधिक से अधिक पेड़ों का विकसित करने में आगे आना होगा ताकि भावी पीढ़ी लिये हम स्वस्थ एवं शुद्ध पर्यावरण दे सकें। यह विचार खण्ड विकास अधिकारी डॉ0 सुनील चंदेल ने आज निर्मल भारत अभियान के अन्तर्गत चलाये गये विशेष स्वच्छता अभियान के तहत राजकीय माध्यमिक पाठशाला, अमरोह में पर्यावरण दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रकट किये । उन्होंने कार्यक्रम में बच्चों को स्वच्छ पर्यावरण के लाभ बताएं तथा पर्यावरण को शुद्ध रखने हेतू स्वचछ एवं शुद्ध पर्यावरण के विभिन्न पहलूओं विस्तार से समझाया और इस पर स्वयं अमल करते हुए अपने-अपने गांव में लोगों को जागरूक करने अह़वान किया । उन्होंने बताया कि हमें अपने चारों ओर पेड़ लगाकर पर्यावरण को शुद्ध रखने में आगे आना होगा। पर्यावरण समारोह में बच्चों के बीच पर्यावरण पर आधारित भाषण प्रतियोगिता, निबन्ध लेखन  प्रतियोगिता, नुक्कड़ नाटक का मंचन तथा कविता पाठ का भी आयोजन किया गया । भाषण तथा निबन्ध लेखन प्रतियोगिता में प्रथम , द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त कर्ताओं को मुख्यातिथि द्वारा पुरस्कृति किया गया । कविता पाठ, गायन प्रतियोगिता एवं नुक्कड़ नाटक में शामिल प्रतिभागियों को भी पुरस्कृत किया गया इससे पूर्व विद्यालय के सभी विद्यार्थियों व अध्यापकों ने अमरोह बाजार में एक भव्य रैली निकाली  तथा जनता को नारे लगा जनता को स्वच्छता एवं शुद्ध पर्यावरण के प्रति जागरूक किया। कार्यक्रम के  समापन पर बच्चों को मिठाई बांटी गई। उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त ग्राम पंचायत टिब्बी, सासन , देई का नौण, दरोगन   पति  कोट, बल्ह , फरनोल, तथा नेरी के के गठित महिला मण्डलों द्वारा अपने-अपने गांव एवं जल स्रोतों की साफ-सफाई को अंजाम दिया । इस मौके पर स्थानीय पाठशाला के प्रधानाचार्य अशेक सोनी, केन्द्र मुख्य शिक्षक गुरदेव सिंह, ग्राम पंचायत प्रधान कुलभूषण, मलिा ग्राम विकास संयोजिका नीना सोनी, स्वच्छता समन्वयक मनोरमा देवी , पंचायत सचिव विजय कुमार तथातकनीकी सहायक कर्ण चंद के अलावा स्थानीय लोग भी उपस्थित थे।

जोनल अस्पताल में मिलेगी टीएमटी टेस्ट की सुविधा : रोहन चंद ठाकुर    

हमीरपुर, 05  मई (विजयेन्दर शर्मा) । हमीरपुर जिला के रोगियों को टीएमटी टेस्ट के लिए अब आईजीएमसी शिमला या मेडिकल कालेज टांडा की तरफ रूख नहीं करना पड़ेगा, इस के लिए रोगी कल्याण समिति हमीरपुर ने जोनल अस्पताल में रोगियों को टीएमटी टेस्ट की सुविधा देने का निर्णय लिया है। यह जानकारी उपायुक्त एवं रोगी कल्याण समिति के अध्यक्ष रोहन चंद ठाकुर ने वीरवार को रोगी कल्याण समिति की त्रैमासिक बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी। उन्होंने बताया कि रोगी कल्याण समिति के माध्यम से जोनल अस्पताल हमीरपुर में रोगियों को सस्ती दरों पर विभिन्न  मेडिकल टेस्टों की सुविधा उपलब्ध करवाने पर विशेष बल दिया जा रहा है तथा थायराइड से संबंधित टी-तीन, टी-चार टेस्टों के साथ साथ टोक्सो, डेंगू, एचबी साग के टेस्टों की सुविधा भी उपलब्ध करवाई गई है ताकि रोगियों का बेहतर तरीके से उपचार किया जा सके। उन्होंने बताया कि जोनल अस्पताल में चिल्ड्रन वार्ड को टाप फ्लोर पर शिफ्ट किया जाएगा जिसमें नीकू जैसी अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगे जबकि  पुराने चिल्ड्रन वार्ड में काजियुलिटी वार्ड आरंभ किया जाएगा ताकि रोगियों को बेहतर सुविधाएं मिल सकें। उपायुक्त रोहन चंद ठाकुर ने बताया कि गत वित वर्ष में रोगी कल्याण समिति के माध्यम से 2 करोड़ 36 लाख की राशि व्यय की गई जिसमें डायगनोस्टिक सेवाओं पर 34 लाख 88 हजार की राशि व्यय की गई है इसके अतिरिक्त एपीएल तथा बीपीएल परिवार के रोगियों की दवाइयों पर 56 लाख की राशि व्यय की गई, जन औषधी केंद्र पर दवाइयां उपलब्ध करवाने के लिए दस लाख के करीब राशि व्यय की गई है ताकि रोगियों को सस्ती दवाइयां उपलब्ध हो सकें। बैठक में सदस्यों दीपक शर्मा, प्रेम कौशल, जुगल किशोर, सुषमा ने जन औषधी केंद्र में दवाइयों की किस्मों में बढ़ोतरी करने तथा रोगियों को चेकअप के लिए टोकन सिस्टम आरंभ करने बारे भी विस्तार से चर्चा की गई इसके अतिरिक्त अस्पताल में रोगियों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए सुझाव भी दिए गए। इस पहले सीएमओ पीआर कटवाल ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए रोगी कल्याण समिति की गतिविधियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई जबकि सदस्य सचिव डा रमेश चौहान ने वार्षिक रिपोर्ट के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर एमओएच संजय जगोता सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी भी उपस्थित थे।

हमीरपुर में निकाली पर्यावरण रैली  

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हमीरपुर, 05  मई (विजयेन्दर शर्मा) । पर्यावरण दिवस के मौके पर स्कूली बच्चों ने हमीरपुर बाजार में रैली निकालकर लोगों को पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया। इस अवसर पर गांधी चौक पर उपायुक्त रोहन चंद ठाकुर ने पर्यावरण रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। अपने संबोधन में उपायुक्त रोहन चंद ठाकुर ने कहा कि वर्तमान परिप्रेक्ष्य में पर्यावरण संरक्षण के लिए सभी लोगों का रचनात्मक सहयोग जरूरी है। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदाओं एवं गलोबल वार्मिंग का असर साफ तौर पर देखने को मिल रह है तथा इससे बचने के लिए पर्यावरण का संरक्षण अत्यंत जरूरी है इस के लिए सामाजिक संस्थाओं, विद्यार्थियों को पौधारोपण इत्यादि पर विशेष बल दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमीरपुर जिला में विशेष स्वच्छता अभियान के तहत पांच जून को स्वच्छ वातावरण एवं व्यक्तिगत स्वच्छता दिवस के रूप में मनाया जा रहा है तथा इसके तहत विभिन्न कार्यक्रम ग्रामीण क्षेत्रों में आयोजित किए गए हैं।

मुख्य संसदीय सचिव का प्रवास कार्यक्रम   

हमीरपुर, 05  मई (विजयेन्दर शर्मा) ।     मुख्य संसदीय सचिव इंद्र दत्त लखनपाल सात जून को प्रात: 11 बजे जोड़े अंब के समीप नेरी में लोगों की समस्याएं सुनेंगे जबकि आठ जून को प्रात: 11 बजे मैहरे में गायत्री परिवार के वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह में बतौर मुख्यातिथि शिरकत करेंगे। नौ जून को जिला प्रशासन के साथ मीटिंग में भाग लेंगे। दस जून को भोटा के विश्राम गृह में लोगों की समस्याएं सुनेंगे। 11 जून को प्रात: 11 बजे पीडब्ल्यूडी विश्राम गृह में लोगों की समस्याएं सुनेंगे। 12 जुन को दियोटसिद्व में बीबीएन ट्रस्ट मीटिंग में भाग लेंगे, 13 जुन को बड़सर में लोगों की समस्याएं सुनेंगे। यह जानकारी सरकारी प्रवक्ता ने दी।

स्वस्थ, स्वच्छ पर्यावरण के लिये प्रत्येक व्यक्ति पेड़ लगाए

हमीरपुर, 05  मई (विजयेन्दर शर्मा) । जगत प्राणी का स्वस्थ जीवन शुद्ध पर्यावरण पर निर्भर करता है और पेड़ों का पर्यावरण को शुद्ध रखने में अहम योगदान है, इसलिये प्रत्येक व्यक्ति का पेड़ों का संरक्षण करना और अधिक से अधिक पेड़ों का विकसित करने में आगे आना होगा ताकि भावी पीढ़ी लिये हम स्वस्थ एवं शुद्ध पर्यावरण दे सकें। यह विचार खण्ड विकास अधिकारी डॉ0 सुनील चंदेल ने आज निर्मल भारत अभियान के अन्तर्गत चलाये गये विशेष स्वच्छता अभियान के तहत राजकीय माध्यमिक पाठशाला, अमरोह में पर्यावरण दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रकट किये । उन्होंने कार्यक्रम में बच्चों को स्वच्छ पर्यावरण के लाभ बताएं तथा पर्यावरण को शुद्ध रखने हेतू स्वचछ एवं शुद्ध पर्यावरण के विभिन्न पहलूओं विस्तार से समझाया और इस पर स्वयं अमल करते हुए अपने-अपने गांव में लोगों को जागरूक करने अह़वान किया । उन्होंने बताया कि हमें अपने चारों ओर पेड़ लगाकर पर्यावरण को शुद्ध रखने में आगे आना होगा। पर्यावरण समारोह में बच्चों के बीच पर्यावरण पर आधारित भाषण प्रतियोगिता, निबन्ध लेखन  प्रतियोगिता, नुक्कड़ नाटक का मंचन तथा कविता पाठ का भी आयोजन किया गया । भाषण तथा निबन्ध लेखन प्रतियोगिता में प्रथम , द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त कर्ताओं को मुख्यातिथि द्वारा पुरस्कृति किया गया । कविता पाठ, गायन प्रतियोगिता एवं नुक्कड़ नाटक में शामिल प्रतिभागियों को भी पुरस्कृत किया गया इससे पूर्व विद्यालय के सभी विद्यार्थियों व अध्यापकों ने अमरोह बाजार में एक भव्य रैली निकाली  तथा जनता को नारे लगा जनता को स्वच्छता एवं शुद्ध पर्यावरण के प्रति जागरूक किया। कार्यक्रम के  समापन पर बच्चों को मिठाई बांटी गई। उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त ग्राम पंचायत टिब्बी, सासन , देई का नौण, दरोगन   पति  कोट, बल्ह , फरनोल, तथा नेरी के के गठित महिला मण्डलों द्वारा अपने-अपने गांव एवं जल स्रोतों की साफ-सफाई को अंजाम दिया । इस मौके पर स्थानीय पाठशाला के प्रधानाचार्य अशेक सोनी, केन्द्र मुख्य शिक्षक गुरदेव सिंह, ग्राम पंचायत प्रधान कुलभूषण, मलिा ग्राम विकास संयोजिका नीना सोनी, स्वच्छता समन्वयक मनोरमा देवी , पंचायत सचिव विजय कुमार तथातकनीकी सहायक कर्ण चंद के अलावा स्थानीय लोग भी उपस्थित थे।

ठठवाणी स्कूल में मनाया पर्यावरण दिवस, रैली निकाल कर दिया पर्यावरण सरंक्षण का संदेश

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हमीरपुर, 05  मई (विजयेन्दर शर्मा) । विश्व पर्यावरण दिवस पर राजकीय उ‘च पाठशाला ठठवाणी में पर्यावरण दिवस का आयोजन किया गया। स्कूल के विद्यार्थियों ने रैली निकालकर गांव में पर्यावरण बचाने का संदेश दिया वहीं पर्यावरण संरक्षण पर भाषण, क्वी’्, चित्रकला, नारा लेखन प्रतियोगिता तथा नाटक का आयोजन किया। भाषण प्रतियोगिता में रोहित प्रथम, वैशाली दूसरे तथा साक्षी तीसरे स्थान पर रही। चित्रकला प्रतियोगिता में रोहित ठाकुर प्रथम, अभिषेक दूसरे तथा साक्षी तीसरे स्थान पर रहे जबकि नारा लेखन में प्रियंका पहले, अंकिता दूसरे तथा शिवानी तीसरे स्थान पर रही। स्कूल की मुख्याध्यापिका शैली शर्मा ने ब‘चों को पर्यावरण तथा स्व‘छता के प्रति जागरूक किया। उन्होंने प्रतियोगिता में अव्वल रहे ब‘चों को पुरस्कृृत भी किया।  इस अवसर पर पंचायत प्रधान, स्कूल प्रबंधन समिति के सदस्य, स्कूल के अध्यापकों तथा सभी ब‘चों ने पर्यावरण संरक्षण की शपथ ली।

मुख्य संसदीय सचिव ने सुनी लोगों की समस्याएं

धर्मशाला, 05  मई (विजयेन्दर शर्मा) । मुख्य संसदीय सचिव (शिक्षा) नीरज भारती ने आज ज्वाली विश्राम गृह में लोगों की समस्याओं सुनी जिनमें से अधिकतर समस्याएं राजस्व, बिजली और पानी की प्रस्तुत की गईं, जिनमें से अधिकांश समस्याओं का मौके पर निपटारा किया गया तथा शेष को संबंधित विभागों को तुरंत निपटारे के निर्देश दिए। श्री नीरज भारती ने इस मौके पर मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के अंतर्गत झज्जू राम, सुभाष चंद और सरला देवी को बेटियों की शादी के लिए 5100-5100 रुपए के चैक प्रदान किए। उन्होंने धीरज कुमार को बीमारी के ईलाज के लिए 2 हजार रुपए, रामलीला क्लब, लब को विकासात्मक कार्यों के लिए 11 हजार रुपए के चैक दिए। उन्होंने इस मौके पर राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला गुगलाहड़ा, सिद्घपुरघाड़ को 5100-5100 रुपए के चैक तथा मतलाहड़ स्कूल को 11 हजार रुपए खेल व सांस्कृतिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए प्रदान किए। इस अवसर पर ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष रण सिंह तथा महासचिव बशीर मुहम्मद, एसडीएम ज्वाली मोहन दत्त शर्मा, अधिशाषी अभियंता आईपीएच राजीव महाजन, अधिशाषी अभियंता लोक निर्माण मानक चंद, अधिशाषी अभियंता सिद्घाता जेएस सोढी, बीडीओ फतेहपुर जगन ठाकुर सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

राईसन में विश्व पर्यावरण दिवस

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कुल्लू  , 05  मई (विजयेन्दर शर्मा) । रा व् मा पा राईसन में विश्व पर्यावरण दिवस बहुत धूमधाम से मनाया गया। स्कूल की इको क्लब प्रभारी सुनीता ठाकुर  व् दुसरे अद्यापकों की देखरेख में बच्चों ने नारा लेखन, चित्रकला व् भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया। इससे पहले कार्यवाहक प्रधानाचार्य श्री ललित मोहन शर्मा ने बच्चओ की रैली को राईसन बाज़ार और गाँव  की ओर रवाना किया। बच्चों ने कड़ी धुप में शांतिपूर्वक बैठ कर कार्यक्रम का आनंद लिया। वक्ताओं ने  वच्चों को पर्यावरण के प्रति जागरूक किया।

एसएसबी प्रशिक्षण केंद्र शमशी में भी मनाया गया पर्यावरण दिवस

कुल्लू  , 05  मई (विजयेन्दर शर्मा) । विश्व पर्यावरण दिवस पर शमशी स्थित सशस्त्र सीमा बल के प्रशिक्षण केंद्र में भी कई कार्यक्रम आयोजित किए गए। केंद्र के प्रशिक्षुओं ने शमशी से पाहनाला तक सडक़ के किनारे तथा ब्यास नदी के आस-पास पड़ा कूड़ा उठाया। प्रशिक्षण केंद्र के परिसर में द्वितीय कमान संजीव यादव के नेतृत्व में पौधारोपण अभियान भी चलाया गया, जिसमें देवदार के 50 से अधिक पौधे रोपे गए। संजीव यादव ने बताया कि प्रशिक्षुओं के लिए पर्यावरण संरक्षण पर आधारित भाषण प्रतियोगिता भी करवाई गई। इस अवसर पर डिप्टी कमांडेंट अनिल पठानिया, डिप्टी कमांडेंट डा. राजीव रंजन, असिस्टेंट कमांडेंट शिव राम, एस.ए.ओ. देवी चंद और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।

डीसी ने पर्यावरण संरक्षण की शपथ दिलाई, विद्यार्थियों ने रैली निकाली
  • भाषण, चित्रकला और निबंध व नारा लेखन प्रतियोगिताओं का आयोजन

कुल्लू  , 05  मई (विजयेन्दर शर्मा) ।   विश्व पर्यावरण दिवस पर वीरवार को शिक्षा विभाग और हिमाचल प्रदेश राज्य विज्ञान, प्रौद्योगिकी व पर्यावरण परिषद के संयुक्त तत्वावधान में कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला (बाल) ढालपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में जिलाधीश राकेश कंवर ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की तथा विभिन्न स्कूलों के विद्यार्थियों को पर्यावरण संरक्षण की शपथ दिलाई। जिलाधीश ने कहा कि इस वर्ष पर्यावरण दिवस पर ‘रेज वॉयस, नॉट सी लेवल’ नारा दिया गया है। यानि पर्यावरण संरक्षण के लिए आवाज उठाओ, समुद्रों के जलस्तर को नहीं। कंवर ने कहा कि ग्लोबल वार्मिंग के कारण विश्व भर में महासागरों व समुद्रों का जल स्तर बढ़ रहा है। इससे विश्व के कई तटीय इलाकों को खतरा पैदा हो गया है। इसे रोकने के लिए पर्यावरण संरक्षण बहुत जरूरी है। इस अवसर पर जिलाधीश ने कुल्लू शहर के विभिन्न स्कूलों के विद्यार्थियों की जागरूकता रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। पर्यावरण दिवस पर भाषण, चित्रकला, निबंध व नारा लेखन प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया। इन प्रतियोगिताओं में कुल्लू शहर के सरकारी व निजी स्कूलों के विद्यार्थियों ने भाग लिया। इस अवसर पर प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशक प्रदीप शर्मा, ढालपुर स्कूल के प्रधानाचार्य हेम राज शर्मा और अन्य स्कूलों के शिक्षक भी उपस्थित थे। 

एक लाख 11 हजार रूपये का चैक जिला रैडक्रॉस सोसाइटी कुल्लू को पीडि़त मानवता सेवा के लिए प्रदान किया
    
कुल्लू  , 05  मई (विजयेन्दर शर्मा) ।   रामकथा समिति गुजरात द्वारा आध्यात्मिक गुरू एवं समाज सेवक मुरारी बापू के समाज सेवा की परम्परा को आगे निभाते हुए समिति ने आज एक लाख 11 हजार रूपये का चैक जिला रैडक्रॉस सोसाइटी कुल्लू को पीडि़त मानवता सेवा के लिए प्रदान किया। यह चैक आज अतुल ऑटो लिमिटेड के सीएमडी जेजे चन्द्रा तथा अन्य समिति के सदस्यों ने उपायुक्त एवं जिला रैडक्रॉस सोसाइटी कुल्लू के अध्यक्ष राकेश कंवर को प्रदान की। रामकथा समिति द्वारा पीडि़त मानवता सेवा को दिये गये आर्थिक सहयोग के लिए उपायुक्त ने जिला रैडक्रॉस सोसाइटी की ओर से आभार व्यक्त किया। जिला रैडक्रॉस सोसाइटी के अध्यक्ष ने अन्य दानी सज्जनों से भी अपील की है कि वे भी रैडक्रॉस सोसाइटी के लिए आर्थिक सेवा प्रदान करके समाज के असहाय, गरीब व पीडि़त वर्ग के लिए सेवा में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें।

आपदा प्रबंधन पर कार्यशाला का आयोजन

ऊना 05  मई (विजयेन्दर शर्मा) ।   कार्यालय उप-मण्डलाधिकारी (ना0), हरोली में आपदा प्रबंधन पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता अतिरिक्त उपायुक्त, ऊना दर्शन कालिया ने की। कार्यशाला में ऊना तहसील का शहरी पटवारी, कानूनगो व हरोली तहसील के समस्त पटवारी, क्षेत्रीय कार्यालय कानूनगो एवं पटवारी (प्रशिक्षणार्थी) ने भाग लिया। कार्याशाला में संबोधित करते हुए अतिरिक्त उपायुक्त दर्शन कालिया ने विभिन्न प्रकार की आपदाओं जैसे: आग, बाढ़ एवं भूकम्प संम्बधी विस्तृत रूप जानकारी दी। उन्होंने कहा कि वे आम जनता के सभी प्रकार के कार्य जिनमें भारी वर्षा से हुई फ सल का नुक्सान, बाढ़ से हुए क्षतिग्रस्त मकानों के मुआवजों व अन्य होने वाले नुक्सान के केसों को शीघ्रता के आधार पर निपटाएं ताकि जनता को इसका लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि हालांकि अधिकांश आपदाओं का पूर्वानुमान नहीं लगाया जा सकता लेकिन इसके प्रभाव को एक सीमा तक रोका जा सकता है जब सक्षम रूप से आपदा प्रबंधन को सहयोग मिलता रहे। प्रत्येक व्यक्ति अपने स्तर पर आपदा प्रबंधन में अपना योगदान दे सकता है। उन्होंने ये भी कहा कि उपायुक्त महोदय ने पहले से ही समस्त जिला ऊना के पटवारियों के ये निर्देष दे रखे हैं कि वे आपदा से सम्बंधित होने वाली क्षति के केसों को प्राथमिकता के आधार पर निपटाएं। इस अवसर पर अधिशाषी अभियंता, स्वां नदी बाढ़ परियोजना प्रबंधन, हरोली स्थित कुंगड़त विकास बक्शी ने बाढ़ से सम्बंधित विभिन्न प्रकार की आपदाओं पर विस्तार से प्रकाश डाला। इस अवसर पर विशाल शर्मा, जिला राजस्व अधिकारी, सरोज कुमारी, तहसीलदार हरोली, राकेश कुमार, नायब तहसीलदार, ऊना, नायब तहसीलदार ईसपुर व हरोली व अन्य अधिकारी व कर्मचारी भी उपस्थित थे।

उत्तराखंड की विस्तृत खबर (05 जून)

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राज्यपाल ने समस्याओं के समाधान के दिये निर्देश

नैनीताल, 5 जून(निस)। नैनीताल शहर की स्वच्छता व अन्य सामान्य व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरस्त करने की दृष्टि से आज राज्यपाल ने राजभवन में जिलाधिकारी अक्षत गुप्ता तथा नगरपालिका नैनीताल के चैयरमैन श्री श्याम नारायण के साथ बैठक कर शहर के सफाई कर्मियों, रिक्शा चालकों तथा घोड़ा चालकों की समस्याओं के संदर्भ में विचार-विमर्श किया। राज्यपाल ने निर्देशित किया कि शहर में कार्यरत सफाई कर्मचारियों की समस्याओं का निराकरण करते हुए अपेक्षित अतिरिक्त सफाई कर्मियों की तैनाती करने की व्यवस्था की जाए। इसके साथ ही राज्यपाल द्वारा रिक्शा चालकों द्वारा किराया भाड़ा बढ़ाये जाने की मांग पर सहानुभूति पूर्वक विचार कर आवश्यक कदम उठाने तथा घोड़ा चालकों की समस्याओं का समाधान करने के  निर्देश जिलाधिकारी व नगरपालिका अध्यक्ष को दिए गए। राज्यपाल से आज कई संगठनों के प्रतिनिधियों व जनसामान्य ने विभिन्न विषयों पर भेंट की। एच.एम.टी कामगार संघ रानीबाग के पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से मुलाकात कर उन्हें अपनी समस्याओं से संबंधित ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में एच.एम.टी घड़ी कारखाने में कार्यरत कर्मियों को लम्बे समय से वेतन भुगतान न होने तथा कारखाने में बिजली, पानी की समस्याओं का उल्लेख करते हुए समस्या-समाधान का अनुरोध किया गया है। मुलाकातों के क्रम में कुयायूँ वि.वि.शिक्षक संघ (कूटा) के 10 प्रतिनिधियों ने प्रो.ललित तिवारी के नेतृत्व में राजभवन पहुँचकर राज्यपाल को नौ सूत्रीय ज्ञापन सौंपा जिसमें वि.वि के प्राध्यापकों से संबंधित समस्याओं का उल्लेख कर उनके निदान हेतु आवश्यक व्यवस्था बनाने का अनुरोध किया गया है। इसके अतिरिक्त से.नि हाईकोर्ट न्यायधीश, न्यायमूर्ति बी.एस.वर्मा, पूर्व विधायक श्री नारायण पाल, कु.वि.वि के कुलपति प्रो.एच.एस.धामी ने भी आज राज्यपाल से मुलाकात की। 

संस्कृतभारती का दस दिवसीय संस्कृत सम्भाशण वर्ग शुरू। 

देहरादून, 5जून(निस)। सुमननगर स्थित गोवर्धन सरस्वती विद्यामन्दिर इण्टर काॅलेज में संस्कृतभारती उत्तराखण्ड द्वारा आयोजित दस दिवसीय संस्कृत सम्भाषण प्रशिक्षण वर्ग गुरूवार से प्रारम्भ हो गया। संस्कृत भाषा को व्यवहार भाषा बनाये जाने के उद्देश्य से आयोजित प्रशिक्षण वर्ग के उद्घाटन समारोह में कार्यक्रम अध्यक्ष शिक्षाविद् अशोक सक्सेना मुख्य अतिथि भाजपा प्रदेश महामन्त्री (संगठन) संजय कुमार, एवं विशिष्ट अतिथि भाजपा महानगर अध्यक्ष नीलम सहगल ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया। आगामी 14 जून तक चलने वाले संस्कृत सम्भाषण प्रशिक्षण वर्ग में प्रतिभागी छात्र-छात्राओं को संस्कृत में बातचीत करने के साथ ही विभिन्न भाषा-कौशलों में भी निपुण बनाया जाएगा। इसके लिए संस्कृतभारती द्वारा विशिष्ट भाषा शिक्षण विधि पर आधारित वैज्ञानिक पाठ्यक्रम की रचना की गई है। इसमें भाषा कौशल पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। 

वक्ताओं ने गिनाई संस्कृत की विषेशताएं । कहा देष को जोडने वाली भाशा है संस्कृत। 
मुख्य अतिथि भाजपा प्रदेश महामन्त्री (संगठन) संजय कुमार ने संस्कृत भाषा के प्राचीन वैभव एवं उसकी वर्तमान प्रासंगिकता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भारत की प्राचीन  संस्कृति एवं परम्परा की वाहिका संस्कृत भाषा ही है। विशाल ज्ञान राशि वेद, पुराण, उपनिषद आदि के माध्यम से संस्कृत ने सम्पूर्ण विश्व को संस्कृति सभ्यता एवं सदाचरण की शिक्षा प्रदान की। उन्होने कहा कि अनेक वैज्ञानिक आविष्कार भारत के प्राचीन ऋषियों ने ही किये थे। जिन्हे आगे  चलकर अलग - अलग अन्य आविष्कारकों ने अपने नाम से प्रसिद्धी प्राप्त की । उन्होने यह भी कहा कि भारत को कश्मीर से लेकर कन्या कुमारी तक एक भाषा के रूप में जोडने वाली मात्र संस्कृत ही है। क्योंकि संस्कृत का पूरे भारत में आदर और सम्मान है, अन्य क्षेत्रीय भाषाओं को मात्र क्षेत्र विशेष के लोग ही जानते हैं किन्तु संस्कृत को भारत के सभी प्रदेशों के लोग न केवल मानते हैं अपितु अपने दैनिक  दिनचर्या में प्रयोग भी करते हैं। अतः संस्कृत भारत की सांस्कृतिक भाषा होने के साथ ही भारत की लोकव्यवहार की भाषा भी है। उन्होने आशा व्यक्त की कि भारत के सभी लोग संस्कृत को अपने लोकव्यवहार में अवश्य प्रयोग करेंगे।  संस्कृतभारती के प्रदेश अध्यक्ष डाॅ. बुद्धदेवशर्मा ने कहा कि संस्कृतभारती संस्कृत भाषा के  पुनरुज्जीवन के लिए निरन्तर प्रयास कर रही है। संस्कृत भाषा को जन जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से संस्कृतभारती सम्पूर्ण भारत एवं विश्व के विभिन्न भागों में संस्कृत सम्भाषण शिविरों के माध्यम से संस्कृत के प्रचार प्रसार के लिए कार्य कर रही है। उन्होने कहा कि  संस्कृत अत्यन्त विकसित एवं वैज्ञानिक भाषा है। प्राचीन समय में संस्कृत ज्ञान, विज्ञान, कला संस्कृति एवं मनोरंजन का माध्यम होने के साथ ही लोकव्यवहार की भाषा भी थी अतः संस्कृत को पुनः वही स्थान दिलाने के लिए संस्कृतभारती प्रयत्न कर रही है।इस इवसर पर डाॅ अशोक सक्सेना, नीलम सहगल एवं वर्गाधिकारी सुनीता मित्तल ने भी संबोधन किया।  
   
प्रदेष भर से आये 120 प्रतिभागियों को 35 विषेशज्ञ षिक्षक देंगे प्रषिक्षण।
संस्कृतभारती के प्रशिक्षण वर्ग में देहरादून, हरिद्वार, उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, टिहरी, पौड़ी, नैनीताल, उधमसिंहनगर, अल्मोडा, बोगश्वर एवं पिथौरागढ से 120 प्रतिभागी भाग ले रहे हैं। विभिन्न व्यवसाय एवं  अध्ययन अध्यापन से जुड़े प्रतिभागी संस्कृत को सीखने की ललक से वर्ग में भाग ले रहे हैं। इनके प्रशिक्षण के लिए संस्कृतभारती के 25 से अधिक भाषा विशेषज्ञ शिक्षक अपना योगदान दे रहे हैं। 

संस्कृत सीखने को युवाओं में भारी उत्साह। 
12वीं कक्षा में पढने वाले छात्र-छात्राओं से लेकर पीएचडी, शिक्षक, डाक्टर, अभियन्ता व्यवसायी एवं गृहणियां भी इस वर्ग में भाग ले रही हैं, किन्तु युवा वर्ग में संस्कृत के प्रति सबसे अधिक उत्साह है। वर्ग में 80 प्रतिशत युवक युवतियां प्रतिभाग कर रहे हैं । 

इन्जीनियरिंग के छात्र भी संस्कृत सीखने को उत्सुक। 
वर्ग में न केवल पारम्परिक स्कूल काॅलेजों के छात्र अपितु इन्जीनियरिंग एवं अन्य व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में अध्ययनरत छात्र भी संस्कृत सीख रहे हैं। डीआटी देहरादून आई.टी. का छात्र अभिनव नेगी धाराप्रवाह संस्कृत बोलना चाहता है वहीं पोलिटेक्निक नरेन्द्रनगर का छात्र नवल पाण्डे भी संस्कृत सीखने के लिए वर्ग में भाग ले रहा है। पुरुकुल स्थित  प्रसिद्ध इंगलिश मीडियम पब्लिक स्कूल की छात्राएं संस्कृत को एक अतिरिक्त स्किल के रूप में विकसित करने के उद्देश्य से संस्कृत सीखने आयी हैं। काॅलेज पढ रही की युवतियां और घर परिवार को चला रही गृहणियां भी संस्कृत सीखने की ललक से वर्ग में भाग ले रही हैं। संस्कृत भाषा को जहां नयी सम्भावना के रूप में देखा जा रहा है वहीं यह भारतीय जनमानस के लिए श्रद्धा का विषय भी है। 

विकास कार्यों व प्रशासनिक व्यवस्थाओं से हुए रूबरू, अफगानिस्तान शिष्टमंडल ने की डीएम से मुलाकात

देहरादून, 5 जून(निस)। विदेश मंत्रालय भारत सर कार द्वारा आयोजित भारतीय लोक प्रशासन संस्थान तथा अफगान प्रोविजनल प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत भारत भ्रमण पर अफगानिस्तान से आये 22 सदस्य शिष्टमण्डल द्वारा आज कलैक्ट्रैट सभागार देहरादून में जिलाधिकारी डाॅ बीवीआरसी पुरूषोतम से शिष्टाचार भेंट कर शासन एंव प्रशासन द्वारा चलाये जा रहे विकास कार्यो एंव प्रशासन की व्यवस्थाओं एंव नीतियों के बारे में रूबरू हुए। यह दल 26 मई से 6 जून 2014 तक भारत भ्रमण पर है जो विशिष्ट कार्यक्रम के तहत प्रशासन के मुदों और समाधान एंव अनुभव के बारे में जानकारी साझा कर रहे है। प्रतिनिधिमण्डल के सदस्यों द्वारा जिलाधिकारी के माध्यम से लोक प्रशासन के ढांचे और संस्था सुशासन के तत्वों मानक, सेवा वितरण में गुणवत्ता, स्थानीय प्रशासन में लोगों की भागीदारी, विकास परियोजनाओं और प्रबन्धन एंव उसके क्रियान्वयन के लिए की जाने वाली व्यवस्थाओं  एंव आपदा प्रबन्धन के लिए किये जा रहे व्यवस्थाओं के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की गई। जिलाधिकारी ने शिष्टमण्डल को अवगत कराया है कि जिलास्तर पर मुख्य पद जिलाधिकारी का है जिसके माध्यम से सरकार द्वारा चलाई जा रही जनकल्याणकारी योजनओं के जनपद स्तर पर क्रियान्वयन करना तथा आम जनता की समस्याओं का निराकरण करना है इसके अलावा मुख्य विकास अधिकारी तैनात किये गये है जिनकी जिम्मेदारी सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं क्रियान्वयन एंव ग्राम स्तर तक संचालित करने हेतु कार्य करना है। तथा लोक प्रशासन के ढांचे को मजबूत करने के लिए तहसील स्तर पर उप जिलाधिकारियों एंव तहसीलदारों की तैनाती है। जिसके लिए लोंगों में स्थानीय प्रशासन की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए उनकी समस्याओं के समाधान के लिए ग्राम स्तर पर लेखपाल तैनात किये गये है। तथा विकासखण्ड मुख्यालयों में खण्ड विकास अधिकारी तैनात है तथा ग्राम स्तर  ग्रामविकास अधिकारी तैनात है जो ग्रामीण स्तर संचालित योजनाओं का क्रियान्वयन करना तथा ग्रामीणों की समस्याओं के निराकरण हेतु कार्य करना है। अफगानिस्तान से आये प्रतिनिधिमण्डल द्वारा अवगत कराया गया है कि भारत एंव अफगानिस्तान में कराये जा रहे विकास कार्यों के लिए नीतिया मिलती जुलती है। उन्होने उम्मीद की है कि  जल्द ही भारत एंव अफगानिस्तान के अधिकारी एक दूसरे यहां जाकर विकास कार्ये एंव प्रशासनिक व्यवस्थाओं से रूबरू होते हुए दोनो देशों के आपसी सम्बन्धों तथा विकास योजनाओं समझने तथा उनकों सही तरह से क्रियान्वित करने व मजबूती देने में अपना  योगदान देंगे। शिष्टमण्डल द्वारा जिलाधिकारी को कुशल प्रशासक बताते हुए उनकी प्रशंसा करते हुए उन्हे प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।

गरीबी प्रदूषण सबसे बड़ा प्रदूषण: रावत

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देहरादून, 5जून(निस)। गरीबी प्रदूषण सबसे बड़ा प्रदूषण है। गरीबी प्रदूषण को हटाए बिना गंगा प्रदूषण दूर नहीं किया जा सकता। यह बात मुख्यमंत्री हरीश रावत ने हरिद्वार जनपद के हरिसेवा आश्रम ट्रस्ट में आयोजित संत सम्मेलन के दौरान बतौर मुख्य अतिथि कही। उन्होंने कहा कि गरीबी अभिशाप है तथा यह सभी समस्याओं की जड़ है।  उन्होंने गरीबी मुक्त भारत की कामना करते हुए गंगा जैसी पवित्र नदियों को प्रदूषण मुक्त करने का प्रयास करने को कहा। मुख्यमंत्री श्री रावत ने पर्वतीय क्षेत्र में जल संग्रहण क्षमता वृद्धि विकसित करने की अपील की। इस आधार पर गंगा को स्वच्छ व निर्मल किया जा सकता है। चार धाम यात्रा पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि यथासम्भव हर प्रकार की सुविधा यात्रा मार्ग पर संसाधन सीमित होते हुए भी दी जा रही है। उन्होंने कहा कि केदारनाथ में अटूट श्रद्धा-आस्था के चलते 76 वर्ष के वृद्ध भी दर्शन करने आ रहे हैं। कर्नाटक-केरल के श्रद्धालुओं को अटूट श्रद्धा उन्हें यहां खींच लाती है। उन्होंने राजसत्ता व धर्मसत्ता के समन्वय से गंगा रक्षा का संकल्प लिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि सनातन धर्म की उदारता व गंगा की पवित्र परम्परा लोकतंत्र को उदार बनाएगी। सनातन धर्म व गंगा की पवित्रता का सहारा लेकर हम विश्व गुरु बन सकते हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता महंत दुर्गादास जी ने की। इस अवसर पर क्षेत्रीय विधायक मदन कौशिक, कुलपति उत्तराखण्ड संस्कृत विश्वविद्यालय महावीर अग्रवाल, स्वामी सत्यमित्रानंद, हरिचेतनानंद, हठयोगी, संजय महंत, विष्णुदत्त राकेश, रवीन्द्र पुरी, सतपाल ब्रह्मचारी, ब्रह्मास्वरूप ब्रह्मचारी इत्यादि महानुभाव उपस्थित थे।

परमार्थ में संकल्प दिवस के रूप में मना विष्व पर्यावरण दिवस

देहरादून/ऋषिकेश , 5जून(निस)। परमार्थ निकेतन में विश्व पर्यावरण दिवस आज संकल्प दिवस के रूप में मनाया गया। परमार्थ गंगातट पर सात दिनों से चल रही श्रीमद्भागवत कथा का अन्तिम दिन भी पूरी तरह से पर्यावरण संरक्षण एवं अन्तरराष्ट्रीय पर्यावरण दिवस को समर्पित रहा। देश-विदेश से आए गंगा-प्रेमियों और पर्यावरण-प्रेमियों ने आज पर्यावरण की रक्षा के लिए वैयक्तिक प्रयासों से लेकर सामूहिक प्रयास करने के संकल्प लिये। इस अवसर पर परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष एवं गंगा एक्शन परिवार के प्रणेता श्री स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज ने कहा कि आज जरूरत है कि हम ‘जैविक’ शब्द को अपने जीवन का अभिन्न अंग बना लें। नहीं गलने वाला कूड़ा विश्व पर्यावरण के लिए कितनी बड़ी समस्या बन चुका है, यह आज सभी के समझ में आने लगा है। उधर औद्योगिक कचरा और मल-मूत्र गंगा सहित पवित्र नदियों में भारी मात्रा में मिलने से जल प्रदूषण की विकराल समस्या से दो-चार होना पड़ रहा है। सांस लेने लायक हवा और पीने लायक पानी अपने लिए तथा भावी पीढि़यों के लिए बनाये एवं बचाए रखने के लिए उन्होंने हर-सम्भव प्रयत्न करने का आह्वान देशवासियोे से किया। उधर परमार्थ गंगातट पर सात दिनों से चल रहे श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ महोत्सव का आज विधिवत समापन हो गया। समापन सत्र की कथा में बोलते हुए कर्म की महत्ता पर विस्तार से प्रकाश डाला और कहा कि काम को राम से मिला देने पर प्रभु श्रीराम सहज ही मिल जाते हैं। उन्होंने शाकाहार की महत्ता, वृक्षों की महत्ता, आर्थिक शुचिता, संकल्प की शक्ति, गौ-संवर्द्धन, विद्या विस्तार आदि विषयों को पौराणिक आख्यानों के साथ समझाया तथा अपनी-अपनी प्रवृत्ति के अनुसार निजहित से लेकर लोकहित तक के लिए इन्हें जीवन में अंगीकार करने की अपील की। आज प्रदेश के अपर मुख्य सचिव राकेश शर्मा भी परमार्थ निकेतन पहुँचे और उन्होंने स्वामी चिदानन्द सरस्वती से प्रदेश हित के विभिन्न मुद्दों पर विचार-विमर्श किया।

जलवायु परिवर्तन को रोकना जरूरी: अग्रवाल

देहरादून, 5जून(निस)। जलवायु परिवर्तन समय की चुनौती है इस चुनौती को स्वीकारते हुये हमें इस परिवर्तन को रोकना होगा। यह विचार विश्व व पर्यावरण दिवस के अवसर पर अल्मोेड़ा के एक होटल से पर्यावरण जागरूकता रैली का शुभारंभ करने के बाद व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि हमें मिलकर वन एवं वन्य जीव, पर्यावरण, जल संरक्षण की मुहिम को आगे बढ़ाना होगा। मा0 मंत्री ने कहा कि आज विश्व पर्यावरण दिवस पर प्रकृति को सजाने व सवारने का संकल्प लेना होगा। उन्होंने कहा कि वन प्रकृति, मानव के लिए एक ऐसी जीवन दायनी धरोहर हैै, जो स्वदेशी एवं विदेशीय पर्यटकों को इस पर्वतीय भू-भाग में आने के लिये प्राचीन काल से आकर्षित करती रही है। भारतीय संस्कृति, सभ्यता का पेड़-पौधों  से गहरा रिश्ता रहा है। हमारे यहां एक पेड़ को दस पुत्रों के बराबर का दर्जा दिया गया है। उन्होंने कहा कि वनों में लगी आग प्रकृति को इतना नुकसान पहुंचाती है कि जिसकी भरपाई हम 100 वर्षो में नहीं कर सकते हैं। हमारे प्रदेश के 70 प्रतिशत भू भाग में वन क्षेत्र हैं। इस पर्वतीय क्षेत्र के सौन्दर्य को संजोये रखने के लिये प्रत्येक व्यक्ति को संकल्प लेना होगा, तभी हम पर्यावरण को संरक्षित रखने में कामियाब हो पायेंगे। उन्होंने विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर अल्मोड़ा जनपद के विभिन्न पर्यटक स्थलों में इको टूरिज्म सर्किल खोलने की घोषणा करते हुए कहा कि 2 माह के भीतर इस क्षेत्र में जरूरी व्यवस्था प्रदेश सरकार द्वारा की जा रही है इस सम्बन्ध में उन्होंने  जनपद के जिलाधिकारी व वन विभाग के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि इस सर्किल में विनसर अभ्यारण, सिमतोला इको पार्क, जागेश्वर, हर्बल पार्क, मीनि चिडि़याघर , गणनाथ मंदिर सहित जनपद अल्मोड़ा के अन्य क्षेत्रों को इको टूरिज्म से जोड़ा जायेगा। इससे जहां एक ओर पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, वही दूसरी ओर वनों व वन्य जीवों के प्रति हमारा लगाव बढ़ेगा। उन्होंने जनपद अल्मोड़ा सहित प्रदेश के सभी पर्वतीय भू-भाग में रहने वाली जनता से यह भी अपील की है कि वन सम्पदा एवं वन्य जीवों के संरक्षण हेतु अपना सहयोग प्रदान करें, तभी पर्वतीय भू-भाग सहित उत्तराखण्ड के मैदानी क्षेत्रों को भी स्वच्छ हवा, प्राकृतिक सौन्दर्य का अविश्वर्णीय सौगात का फायदा मिल पायेगा, साथ ही पर्वतीय क्षेत्र के बेरोजगार युवाओं को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। इको टूरिज्म सर्किल को प्रदेश सरकार द्वारा इसलिये बढ़ावा दिया जा रहा है ताकि यहां के शिक्षित लोगों का पलायन रोका जा सके।  इस अवसर पर संसदीय सचिव मनोज तिवारी, राजेन्द्र बाराकोटी, पूर्व सांसद प्रदीप टम्टा, बिट्टू कर्नाटक, जिलाधिकारी विनोद कुमार सुमन, प्रभागीय वनाधिकारी प्रेम कुमार, प्रकाश भट्ट, एवं अन्य वनाधिकारी उपस्थित थे।

राशन कार्डो में धांधली को लेकर प्रदर्शन, भाजपा ने किया जिलापूर्ति कार्यालय पर प्रदर्शन

देहरादून, 5जून(निस)। खाद्य सुरक्षा योजना के तहत बनाए गए नए राशन कार्डो में धांधली को लेकर हाथी बडकला के लोगों ने भाजपा पार्षद के नेतृत्व में जिलापूर्ति अधिकारी को ज्ञापन देकर जांच की मांग की है। हाथी बडकला वार्ड चार के भाजपा पार्षद भूपेन्द्र सिंह कठैत ने डीएसओ को ज्ञापन देकर अवगत कराया कि नए राशन कार्डो को लेकर क्षेत्रों में कई धांधलियों की शिकायत आ रही है। कहीं कहीं तो कार्ड कंट्रोल में पडे हुए है व कई नए बनने वाले कार्ड विभाग के दफतर तक ही नही पहंुच पाए है। आंगनबाडी केन्द्रों में ही धूल फांक रहे है। उन्हांेने कहा कि डीएसओ कार्यालय में बताया जाता है कि नए कार्ड अभीतक नही आए है। जबकि कई क्षेत्रों मंे दबाव में कार्ड बनाए जा रहे है। जिसमें पात्र लोगों के कार्ड नही बन पा रहे है। उन्होंने जिलापूर्ति अधिकारी से मांग की है कि राशन कार्डो की स्थिति के बारे में समय-समय पर जनप्रतिनिधियों को अवगत कराया जाए। जिससे वे जनता के सामने पूरी स्थिति रख सके और उन्हे होने वाली परेशानियों से निजात दिला सके। ज्ञापन देने वालों में जीवन सिंह,रानी कौर,महिपाल धीमान,नंदनी शर्मा,सविता ओबराय,वर्षा बड़ोनी,शारदा गुप्ता,सरोज पंवार,दयाजोशी,अमिता देवी,संतोख सिंह नागपाल आदि शामिल थे। वहीं दूसरी ओर खाद्य सुरक्षा योजना के राशन कार्ड वितरण में हो रही लापरवाही और उनके निरस्तीकरण के विरोध में ब्रहमपुरी क्षेत्र के भाजपा पार्षद ने क्षेत्रवासियों के साथ गुरूवार को जिलापूर्ति कार्यालय पर प्रदर्शन किया। इस दौरान डीएसओं को ज्ञापन देकर उन्होंने कार्यवाही की मांग की। वार्ड-44 ब्रहमपुरी क्षेत्र के भाजपा पार्षद सतीष कश्यप के नेतृत्व में स्थानीय लोगों ने डीएसओ कार्यालय पर प्रदर्शन किया। उनका कहना था कि विभाग द्वारा खाद्य सुरक्षा योजना के कार्डो का वितरण कराया जा रहा है। जिसमें बहुत ज्यादा लापरवाही बरते जाने की शिकायते मिल रही है। साथ ही कुछ अधिकारियांे द्वारा 6 माह तक चली जांच के बाद बने राशन कार्डो को निरस्त किया जा रहा है। कारण पूछने पर अधिकारी पुराने राशन कार्ड का न होना और फार्म में आईडी न जमा कराना बता रहे है। जबकि राशन कार्ड बनते समय पूरी तरह से जांच की गयी और पात्र पाए जाने पर ही नया राशन कार्ड बनाया गया। लेकिन जब नए राशन कार्ड बनकर आ गए तो क्षेत्रीय निरीक्षक द्वारा लोगों से दोबारा पहचान पत्र और पुराना राशन कार्ड दिखाने को कहा जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि लोग लंबे समय से इन राशन कार्डो का इंतजार कर रहे थे और अब उन्हे इनसे वंचित किया जा रहा है। जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नही किया जाएगा। उन्होंने दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की मांग करते हुए आन्दोलन की चेतावनी भी दी है। प्रदर्शन करने वालों में कौशलेन्दर सिंह,सागर यादव,सीएम पोखरियाल,संजीव सिंघल,शरीफ अहमद,विनय आशीष आदि शामिल थे।

कुम्भ हो या राजजात, घोटालेबाजों की मौज ही मौज

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देहरादून, 5 जून (राजेन्द्र जोशी)। उत्तराखण्ड में अभी 2010 के कुंभ घोटाले का बवाल थमा भी नहीं था कि राजजात का घोटाला सामने आ गया है। चूंकि कुंभ घोटाला पिछली भाजपा सरकार के कार्यकाल का था, इसलिये राज्य की कांग्रेस सरकार उसे कैश करने का कोई मौक नहीं चूक रही है। लेकिन राजजात घोटाले पर आॅडिट रिपोर्ट में सारी पोल खुल जाने के बाद भी सरकार ने चुप्पी साधी हुयी है। सीएजी की रिपोर्ट के आधार पर शुरू हुयी हरिद्वार महाकुुंभ घोटाले की की जांच अभी अंजाम तक पहंची भी नहीं कि उससे पहले राजजात घोटाले का पर्दाफास राज्य सरकार की अपनी ही आॅडिट ऐजेंसी ने कर दिया। राजजात के कार्यों की आॅडिट रिपोर्ट के अनुसार राजजात मार्ग पर कराये गये करोड़ों रुपये के निर्माण कार्य कायदे कानूनों को ताक पर रख कर चहेते लोगों को दे दिये गये। विर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष ने तकनीकी सलाहकार समिति की सलाह को दरकिनार कर ऊंची दर वाली निविदाओं को पास कर दिया। इस घोटाले की शिकायत जब मुख्यमंत्री से की गयी तो सरकार की अस्थिरता के डर से उन्होंने भी चुप्पी साध ली।क्योंकि निवर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमति रजनी भण्डारी को आडिट रिपोर्ट में सीधे-सीेधे जिम्मेदार ठहराया गया है वह हरीश रावत सरकार में विशेष दर्जाधारी मंत्री है। वहीं उनके सतपाल महाराज से भी नजदीकी संम्बधों के कारण व पाला बदलने की संभावनाओं देखते हुए हरीश रावत इस मामले में कोई भी कठोर कदम उठाने से परहेज कर रहे हैं। गौरतलब है कि जब राजेन्द्र भण्डारी स्वयं जिला पंचायत अध्यक्ष थे तब हरियाली घोटाला काफी चर्चित रहा था यही नहीं पिछली भाजपा सरकार के कार्यकाल में जब वे वैकल्पिक उर्जा मंत्री थे तब उन पर अपने रिश्तेदारों के नाम से निंगोल नदी पर अपने करीबी रिश्तेदारों के नाम पर सूक्ष्म विद्युत परियोजना आबंटित करने का भी आरोप था। लेखा परीक्षण में नंदा राजजात के लिए जिला पंचायत चमोली को मिली 65 योजनाओं में घोटाला पकड़ में आया है। ये सारे कारनामें निवर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष के कार्यकाल के हैं। इन सभी योजनाओं के लिए टेंडर आमंत्रित किये गये, लेकिन मजेदार बात यह है कि काम न्यूनतम बोली लगाने वालों को न देकर अधिकतम रेट डालने वालों को आवंटित कर दिये गये। जिला पंचायत द्वारा कराये गये 345.23 लाख के कार्य में हुई यह घपलेबाजी तो मात्र बानगी भर है। नंदा राजजात के नाम पर आवंटित बजट में से ये सभी कार्य वर्ष 2012-13 में कराये जा चुके हैं। लेखा परीक्षण के बाद आॅडिट टीम ने स्पष्ट शब्दों में लिखा है कि जिला पंचायत स्तर पर इस कार्य के लिए समिति का गठन तो नियमानुसार हुआ, लेकिन जब निविदाएं आमंत्रित की गयीं तो ज्यादातर मामलों में यह बात सामने आयी कि न्यूनतम रेट डालने वाले ठेकेदारों की निविदाएं अस्वीकृत करके अधिकतम बोलीदाता को काम दे दिया गया। यही नहीं आडिट रिपोर्ट में इस बात पर भी आपत्ति जतायी गयी है कि जब पत्रावली में कहीं भी भौतिक प्रगति का उल्लेख नहीं किया गया, लेकिन वित्तीय प्रगति को प्रतिशत में दर्शाया गया। यही नहीं पर्यटन विभाग द्वारा वाण के कोटीगाड़ में प्रस्तावित पुल के लिए 6.17 लाख रुपये जारी किये गये, जिसमें कार्य उस ठेकेदार को दे दिया गया, जिसकी निविदा ही अपूर्ण थी। आडिट टीम ने साफ लिखा है कि क्रम संख्या चार पर महिपाल सिंह की निविदा की संस्तुति की गयी थी, लेकिन काम क्रम संख्या पांच के प्रताप सिंह को दिया गया, जबकि उसकी निविदा अपूर्ण थी। उल्लेखनीय है कि नंदा राजजात के ये कार्य 2012 से ही चल रहे हैं। सरकार की ओर से अब तक 150 करोड़ रुपये के कायरे की स्वीकृति दे दी गयी और इस धन में से 91 करोड़ रुपये रिलीज भी किये जा चुके हैं। जिला पंचायत के साथ ही लोक निर्माण विभाग, आरईएस, जल संस्थान, वन विभाग, जल निगम, पावर कारपोरेशन, स्वास्थ्य, उरेडा व सुलभ इंटरनेशनल भी कार्यदायी संस्थाओं के रूप में काम कर रहे हैं। ऊपर जिस घोटाले का उल्लेख किया गया है यह सिर्फ जिला पंचायत अध्यक्ष के स्तर पर हुई अनियमितताओं का कच्चा-चिट्ठा है। अन्य महकमों के द्वारा भी भारी वित्तीय अनियमितताएं किये जाने की र्चचाएं हैं। 

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उत्तराखंड अधिप्राप्ति नियमावली 2008 के अनुसार केवल सबसे कम बोलीदाता के नाम ही निविदा छूट सकती है। लेकिन तत्कालीन जिला पंचायत अध्यक्ष ने उत्तर प्रदेश के जमाने के उस पुराने शासनादेश के आधार पर निविदायें स्वीकृत कर दीं जो कि उत्तराखण्ड में लागू ही नहीं है, क्योंकि उत्तराखण्ड में 2008 में नयी नियमावली लागू है। पंचायती राज निदेशक ज्योति नीरज खैरवाल ने भी इस अनियमितता की पुष्टि की है। उन्होंने बतौर प्रशासक जिला पंचायत, जिलाधिकारी चमोली को लिखे सात मार्च के पत्र में साफ लिखा है कि भुगतान उत्तराखंड अधिप्राप्ति नियमावली 2008 के अनुसार ही करें।

व्यास घाटी के छियालेख, मुनस्यारी घाटी,मर्तोली व दारमा घाटी ,वारलिंग घाटी को सस्ती हवाई सेवायें
  • फार्मसिष्ट व दवाओं के साथ डाक्टरों को एयर लिफ्ट किया जायेगा
  • गैरसैंण में विधानसभा सत्रों के दौरान मंत्रीगण एक समय खाने व पानी का स्वयं करेंगे भुगतान 

अल्मोड़ा/ देहरादून ,5 जून। राजधानी देहरादून से इतर अल्मोडा में राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये जिसमें व्यास घाटी के छियालेख, मुनस्यारी घाटी,मर्तोली व दारमा घाटी ,वारलिंग घाटी को सस्ती हवाई सेवायें देने डाक्टरों की तैनाती किये जाने सहित, ऐसे इलाकों में  फार्मसिष्ट व दवाओं के साथ डाक्टरों को एयर लिफ्ट किये जाने व गैरसैंण में विधानसभा सत्रों के दौरान मंत्रीगण एक समय खाने व पानी का भुगतान स्वयं करने का निर्णय लिया गया। पुरोला व अल्मोड़ा की धार्मिक एवं सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने के लिये 50-50 करोड़ की धनराशि स्वीकृत की गयीए संविदा में कार्यरत आर्युवेदिक एवं होम्योपैथिक चिकित्सकों का मानदेय बढ़ाने के निर्णय के साथ ही उत्तराखण्ड परा-चिकित्सा परिषद विनियम  2014 के प्रख्यान के सम्बन्ध में निर्णय लिया गया।

 मंत्रिमडल ने शहरी विकास परिषद निदेशालय ने पूर्व में  43 पद स्वीकृत किये गये थे जिन्हे अब बढ़ाकर 66 कर दिया गया है साथ ही और पदों की आवश्यकता होने पर मुख्य सचिव व वित्त सचिव की अध्यक्षता में कमेटी गठन कर और पद बढ़ाये जाने का निर्णय लिया गया। वहीं जिया नन्द भारती के नाम से नगर निगम व  नगर पालिका में एक करोड़ की धनराशि से पार्क व अन्य सुधार कार्य व सौन्दर्यकरण कराने का निर्णय लिया  गया। प्रदेश में 2 हेक्टेयर भूमि पर खेती करने वाले किसानों के लिये किसान प्रोत्साहन पेंशन योजना लागू की जा रही है, जिसके तहत किसानों को 800 रू0 प्रतिमाह पेंशन दी जायेगी, इससे एक ओर खेती को प्रोत्साहन मिलेगा वही पलायन भी रूकेगा।  जबकि सुदूरवर्ती गांव में डाक्टरों की तैनाती की जायेगी, फार्मसिष्ट व दवाओं के साथ डाक्टरों को एयर लिफ्ट किया जायेगा, एक महीने के उपरान्त डाक्टरों को एयर लिफ्ट कर वापस लाया जायेगा। वहीं ऐलोपैेथिक स्वास्थ्य केन्द्रो के लिये 06 पद फार्मसिष्ट व चिकित्सको के पद भी स्वीकृत किये गये। संविदा में कार्यरत आर्युवेदिक, होमोपैथिक, चिकित्सको का मानदेय भी बढाये जाने की संस्तुति भी की गयी है। इसके लिये वित्त मंत्री की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया गया है जिसमें स्वास्थ्य मंत्री, मुख्य सचिव, स्वास्थ्य सचिव व वित्त सचिव होंगे।
   
व्यास घाटी के छियालेख, मुनस्यारी घाटी के मर्तोली व दारमा घाटी के वारलिंग घाटी के लिये सस्ती हवाई सेवाये प्रारम्भ की जायेगी। वहीं खाद्य सुरक्षा योजना व राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की तरह मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना 15 अगस्त 2014 से लागू करने का निर्णय लिया गया।जबकि राजकीय महाविद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों को सेवानिवृत्त के बाद सतांत्र लाभ दिया जाने का भी निर्णय किया गया। वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली योजना के अन्र्तगत पर्वतीय क्षेत्रों में धारा-143 भू उपयोग से सम्बन्धित उद्यमियों को नियमानुसार इस योजना के अन्र्तगत छूट दी जायेगी। वहीं ब्याधि निधि के नियमों को सरलीकरण किया गया है जिससे लोगों को इलाज करने हेतु सहायता समय से मिल सकें।  वन पंचायतों को भी युवा मंगल दल, महिला मंगल दल, की तरह ही विधायक निधि से 3 लाख तक की धनराशि के कार्य बिना निविदा के कराये जा सकेगें।
   
यह भी निर्णय लिया गया कि गैरसैंण में आयोजित होने वाले विधानसभा सत्रों के दौरान मंत्रीगण एक समय खाने व पानी का भुगतान स्वयं करेंगें। सत्र के दौरान मंत्रीगण व अधिकारी अपने साथ कम से कम स्टाफ लायेंगे। अगला विधान सभा सत्र शिक्षा व कृषि को समर्पित होगा इन विषयों पर खुली चर्चा की जायेगी। गैरसैंण विकास प्राधिकरण को 50 करोड़ रू0 दिये गये। गैरसैंण में विधानसभा सत्र वीरचन्द्र सिंह गढ़वाली, इन्द्रमणी बडौनी, पी0सी0जोशी को समर्पित होगा। कैबिनेट ने अगली कैबिनेट की बैठक में राज्य की आर्थिक संसाधनों की वृद्वि पर विशेष चर्चा की जायेगी।  अल्मोड़ा में बढ़ते हुए यातायात को देखते हुए अल्मोड़ा में अपर माल रोड से लोवर माल रोड को सुरंग से जोड़ने के लिये तकनीकि रिपोर्ट भू वैज्ञानिकों से मांगी गयी है। इस सुरंग के बनने से 06 किमी0 की दूरी केवल 2.50 किमी की हो जायेगी। वर्षा आधारित नदियों में जल संरक्षण एवं संर्वधन के लिये जनपद अल्मोड़ा एवं पौड़ी को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में लेेने का निर्णय लिया गया। विगत वर्षाें आयी आपदा ग्रस्त क्षेत्रों में महिला मंगल दलों को 1 लाख रू0 मंत्री राहत कोष से देने का भी निर्णय लिया गया।  रानीखेत मंे खेल के मैदान हेतु 10 करोड़ रू0 व मलीन बस्ती सुधारीकरण में करीबों के मकान हेतु 05 करोड़ रू0 स्वीकृत किया गया। साथ ही हरि प्रसाद टम्टा धर्मशाला को एक करोड़ रूपये  दिये जाने का भी निर्णय किया गया।

नवाज शरीफ ने नरेंद्र मोदी की मां के लिए भेजी साड़ी

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nawaz sharif narendra modi
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने गुरुवार को अपने भारतीय समकक्ष नरेंद्र मोदी की मां के लिए उपहार स्वरूप साड़ी भेजी। मोदी ने उपहार स्वीकार करने के बाद शरीफ के प्रति आभार व्यक्त किया और कहा कि वह जल्द अपनी मां को उनका उपहार भिजवाएंगे।

मोदी ने ट्विटर पर लिखा, "नवाज शरीफ जी ने मेरी मां के लिए एक खूबसूरत सी सफेद रंग की साड़ी भेजी है। मैं उनका आभारी हूं और जल्द ही इसे मां के पास भिजवाऊंगा।"नवाज शरीफ बीती 26 मई को नई दिल्ली में दक्षेस नेताओं के साथ राष्ट्रपति भवन में मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए थे। 

सुमित्रा महाजन होंगी लोकसभा अध्यक्ष

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Sumitra Mahajan,
भाजपा की वरिष्ठ नेत्री सुमित्रा महाजन लोकसभा की अगली अध्यक्ष होंगी। वह इस कुर्सी पर आसानी होने वाली मीरा कुमार के बाद दूसरी महिला होंगी। इंदौर से सांसद महाजन का नाम गुरुवार को इस प्रतिष्ठित पद लिए प्रस्तावित किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत सभी पार्टियों के वरिष्ठ नेताओं ने एकमत से महाजन के नाम को स्वीकृति दी। 

मोदी के अलावा महाजन का नाम प्रस्तावित करने वालों में कांग्रेस पार्टी के संसदीय नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, एआईएडीएमके के एम. थंबिदुराई, टीएमसी के सुदीप बंदोपाध्याय और समाजवादी पार्टी के मुलायम सिंह यादव थे।

प्रधानमंत्री के अलावा, भाजपा से नाम प्रस्तावित करने वालों में भाजपा के अन्य नेताओं में गृह मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, संसदीय मामलों के मंत्री वेंकैया नायडू थे। नए अध्यक्ष के लिए औपचारिक चुनाव शुक्रवार को होगा।

72 वर्षीय सुमित्रा महाजन इंदौर, मध्य प्रदेश से आठ बार लोकसभा सदस्य रही हैं। वह 1989 से ही इंदौर लोकसभा का प्रतिनिधित्व कर रही हैं। 1999-2004 के दौरान अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में वह राज्यमंत्री रह चुकी हैं। 

राजद ने लोकसभा चुनाव में मिली हार की समीक्षा की

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राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की लोकसभा चुनाव में हुई करारी हार के बाद गुरुवार एक समीक्षा बैठक का आयोजन किया। इस बैठक में प्रखंड स्तर से लेकर राजद के जिला स्तर और वरिष्ठ नेताओं ने शिरकत की। बैठक के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए राजद के अध्यक्ष लालू प्रसाद ने कहा कि बैठक में जहां लोकसभा चुनाव के परिणाम की समीक्षा की गई वहीं अगले वर्ष संभावित विधानसभा चुनाव में भी नई रणनीति के तहत चुनाव मैदान में उतरने की तैयारी पर विचार विमर्श किया गया। 

उन्होंने कहा राजद गठबंधन को एक करोड़ छह लाख से ज्यादा मतदाताओं ने अपने मत दिए हैं परंतु कई स्थानों पर जनता दल (युनाइटेड) द्वारा वोट काट देने के कारण राजद के प्रत्याशी हार गए। लालू ने कहा कि अगले विधानसभा चुनाव में ना केवल राजद अपने आधार वोट को मजबूत करने पर बल देगी वहीं नई रणनीति के तहत चुनाव मैदान में उतरेगी। उन्होंने कार्यकर्ताओं से अगले विधानसभा की तैयारी में जुटने की अपील की। 

उल्लेखनीय है कि बिहार की 40 लोकसभा सीटों में से राजद 27 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे थे परंतु चार क्षेत्रों में ही उसके प्रत्याशी विजयी हो सके। लालू की पत्नी राबड़ी देवी और पुत्री मीसा भारती को भी हार का मुंह देखना पड़ा।

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर (05 जून)

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स्कूल शिक्षा मंत्री श्री पारस चंद्र जैन आज विदिशा आयेंगे

प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री श्री पारस चंद्र जैन छह जून शुक्रवार को विदिशा आयेंगे। श्री जैन का प्राप्त दौरा कार्यक्रम अनुसार सायं साढे चार बजे कार द्वारा भोपाल से विदिशा प्रस्थान कर साढे पांच बजे विदिशा आयेंगे और यहां माधवगंज पर आयोजित अभ्यास वर्ग के समापन कार्यक्रम में भाग लेंगे। स्कूल शिक्षा मंत्री श्री जैन रात्रि सात बजे विदिशा से भोपाल के लिए रवाना होंगे। 

विज्ञान के प्रति रूझान बढ़ाने के नवाचार से अवगत हुए शिक्षकगण
  • विज्ञान मानव जीवन का अभिन्न अंग-सीईओ श्री शशिभूषण सिंह
  • तीन दिवसीय कार्यशाला प्रारंभ 

vidisha news
गणितीय विज्ञान के प्रति विद्यार्थियों का रूझान बढ़े इस हेतु हुए नवाचार से शिक्षकों को अवगत कराने के उद्धेश्य से तीन दिवसीय खगोलीय नवाचारी विज्ञान प्रशिक्षण कार्यशाला शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बरईपुरा में आयोजित की गई है। प्रशिक्षण कार्यशाला का गुरूवार को जिला पंचायत के सीईओ श्री शशिभूषण सिंह ने विधिवत्् शुभारंभ किया। कार्यशाला में जिले के विभिन्न स्कूलों के शिक्षकगण शामिल हुए। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए जिपं सीईओ श्री सिंह ने कहा कि आज का युग विज्ञान का युग है मानव जीवन में विज्ञान के महत्व को नकारा नहीं जा सकता है। माॅडलों के माध्यम सेे विज्ञान की जटिलता को सहजता से प्रस्तुत किया जा सकता है। शिक्षकगण खगोलीय नवाचार से भलीभांति अवगत होने के उपरांत यह संदेश स्कूली विद्यार्थियों को जरूर दें। उन्होंने स्कूलों में विद्यार्थियों की उपस्थिति सुनिश्चित कराने हेतु क्रियान्वित ‘‘स्कूल चले हम अभियान’’ को भी रेखांकित किया। विज्ञान लोकप्रियकरण एवं सामाजिक शोध संस्था और म0प्र0विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद के सहयोग से आयोजित उक्त कार्यशाला में विभिन्न प्रकार के सौरमण्डल के बारे में भलीभांति अवगत कराने तथा पूर्व भ्रांतियों को दूर करने के उद्धेश्य से विभिन्न प्रकार के माडल के माध्यम से विज्ञान की सटिकता और प्रमाणिकता को रेखांकित किया जा रहा हैै। वराहमिहिर विज्ञान एवं शोध संस्था उज्जैन के संचालक प्रोफेसर एस0एन0गुप्ता ने सम्बोधन के दौरान विज्ञान के प्रति विद्यार्थियों का रूझान बढे़ के संबंध में व्याख्यान दिया। उन्होंने कहा कि पहले शिक्षकगण नवाचार से भलीभांति अवगत हो ताकि वे स्कूलांे में पहंुचकर विद्यार्थियों को अवगत करा सकें। उन्होेंने कहा कि अध्यापन कार्य जटिल ना होकर मनोरंजक रूप में होना चाहिए जिसमें विभिन्न प्रकार के माॅडल्स की भूमिका अति महत्वपूर्ण है। माॅडल के द्वारा सिखाया गया ज्ञान कम ही भूल पाते है। उन्होंने विद्यार्थियों को सिद्धांत रटने की वजह क्रियात्मकता पर बल देने पर जोर दिया। मुबंई के स्त्रोत विद्वान श्री पुरूषोत्तम त्रिपाठी ने कहा कि विद्यार्थियों की जिज्ञासाओं का समाधान छोटे-छोटे टुकड़ो में किया जाए ताकि वे सुगमता से जिज्ञासाओं के उत्तरों को आत्मसात कर सकें। कार्यक्रम को जिला शिक्षा अधिकारी श्री एच0एन0नेमा ने भी सम्बोधित किया। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती दीप्ति शुक्ला ने और संस्था की प्राचार्या श्रीमती अमिता दीक्षित ने आभार व्यक्त किया।

स्कूल चले हम अभियान में सहभागिता का आव्हान 

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सभी बच्चों का स्कूल में दाखिला हो और वे नियमित स्कूल आएं की अवधारणा से भलीभाांति अवगत कराने के उद्धेश्य से क्रियान्वित प्रदेशव्यापी ‘‘स्कूल चले हम अभियान’’ का जिले में बेहतर क्रियान्वयन कराए जाने और इसमें जनभागीदारी सुनिश्चित करने के उद्धेश्य से गुरूवार को जिला पंचायत के सीईओ द्वारा एक बैठक आहूत की गई थी। जिला पंचायत के सभागार कक्ष में हुई इस बैठक में नगरपालिका अध्यक्ष श्रीमती ज्योतिशाह, विभिन्न स्कूलांे के प्राचार्य, प्रतिनिधिगण, स्वंयसेवी संस्थाओं के अलावा एनसीसी, एनएसएस, रोटरी क्लक के असिस्टेन्ट गवर्नर श्री चन्द्रमोहन अग्रवाल, बेतवा उत्थान समिति के सचिव श्री अतुल शाह और जिले के गणमान्य नागरिक मौजूद थे। जिला पंचायत के सीईओ श्री सिंह ने स्कूल चले हम अभियान की महत्वता को रेखांकित करते हुए कहा कि इस अभियान में आमजन की महती भूमिका है। उन्होंने अभियान का सुव्यवस्थित रूप से क्रियान्वयन कराए जाने हेतु जिले में तैयार की गई कार्ययोजना को भी रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि पांच वर्ष से अधिक के सभी बच्चे कक्षा एक में तथा 11 वर्ष से अधिक के सभी बच्चों का कक्षा छटवीं में दाखिला कराया जाना सुनिश्चित हो। बैठक में बतलाया गया कि जिले में हुए सर्वेक्षण अनुसार छह से 14 वर्ष के कुल दो लाख 28 हजार 221 बच्चे है जिसमें से विभिन्न स्कूलों में दर्ज बच्चों की संख्या दो लाख 27 हजार 40, शाला से बाहर बच्चों की संख्या एक हजार 181 है इनका शत प्रतिशत स्कूलों मेें दाखिला हो और वे नियमित स्कूल आएं इसके लिए जिला, विकासखण्ड, ग्रामवार कार्य योजना तैयार की गई है। ऐसे बच्चे जिनके माता पिता कामकाजी हैं वे किसी कारण से अपने बच्चों को पूरे समय शाला में नही भेजते हैं उन बच्चों को शाला में लाने के लिए विशेष प्रयास किए जायेंगे। वही अन्य जगह मजदूरी करते हैं ऐसे परिवारों के बच्चों को शिक्षा व्यवस्था सुनिश्चित कराने के लिए पालक की सहमति पर मोटिवेटर अथवा अन्य व्यक्ति शिक्षण व्यवस्था के लिए त्रि-स्तरीय सहमति पत्र भरवाया जायेगा। जो बच्चे शालाओं में दो सप्ताह से अधिक अनुपस्थित रहते है उनके पालको से व्यक्तिगत सम्पर्क कर प्रवेश के लिए आकर्षित किया जाएगा। इस दौरान उपस्थित गणमान्य नागरिकों के द्वारा अभियान का सहजता से क्रियान्वयन हो इस हेतु आवश्यक सुझावांे से अवगत कराया गया। 

मोटिवेटर प्रेरक
प्रेरक हेतु मिस्ड काल देकर पंजीयन कराया जा सकता हैं इसके लिए दूरभाष क्रमांक 0755-2570000 पर 10 जून तक मिस्ड काॅल देकर प्रेरक हेतु पंजीयन कराया जा सकता हंै। 

प्रशिक्षण
पंजीकृृत प्रेरकों के लिए विकासखण्ड स्तर पर 12 जून से प्रशिक्षण की व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई है जिसमें उन्हें एक किट भी प्रदाय की जायेगी। इस प्रकार के प्रशिक्षण जिले के सभी विकासखण्डों में एक साथ आयोजित किए गए है। 

खण्ड स्तरीय बैठक सम्पन्न

‘‘स्कूल चले हम अभियान’’ के द्वितीय चरण के तहत प्रेरकों की भूमिका पर ग्यारसपुर विकासखण्ड में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया था। जिसमें जनपद पंचायत के अध्यक्ष श्री छत्रपाल शर्मा ने शासन के इस अभियान को जन-जन तक पहुंचाने और जन-जन को भागीदारी निभाने का आव्हान किया।ग्यारसपुर एसडीएम श्री मनोज कुमार वर्मा ने कहा कि कोई बच्चा प्रवेश से वंचित ना हो इस कार्य में ग्राम पंचायतों की सचिवों की महती भूमिका है वे कार्य क्षेत्रों में इस बात के पुख्ता प्रबंध सुनिश्चित करे कि सभी बच्चों का स्कूलों में दाखिला किया जा चुका है और उनके पालकों को प्रेरित करें कि बच्चे नियमित स्कूल आए। ग्यारसपुर के बीआरसी श्री लक्ष्मण सिंह यादव ने इस दौरान प्रवेशोत्सव एवं स्कूल चले हम अभियान के क्रियान्वयन हेतु विकासखण्ड स्तर पर बनाई गई कार्ययोजना को रेखांकित किया। उन्होंने प्रेरको के लिए प्रशिक्षण के संबंध में भी जानकारी दी। 

पौधरोपण कार्यक्रम सम्पन्न 

विश्व पर्यावरण के अवसर पर पुलिस लाइन में पौधरोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया था जिसमें न्यायाधीशगण, पत्रकारगणांे के अलावा वन विभाग के अमले ने सहभागिता निभाई। वन संरक्षक श्री मनोज अग्रवाल ने बताया कि आज विभिन्न प्रजाति के पांच सौ पौधे रोपित किए गए है। 

कृृषि उपज मंडी की समस्याओं के निराकरण हेतु निर्णय लिए गए

विदिशा कृृषि उपज मंडी की प्रमुख समस्याओं के निदान हेतु आज विदिशा एसडीएम श्री ए0के0सिंह की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई थी। जिसमें विचार विमर्श उपरांत आम सहमति से अनेक निर्णय लिए गए। बैठक में लिए गए निर्णय अनुसार यदि कोई कृृषक शपथ पत्र संलग्न कर शिकायत करता है कि किसी हम्माल द्वारा निर्धारित दर के अतिरिक्त राशि प्रति बोरा ली जा रही है तो हम्माल के विरूद्व तत्काल नियमानुसार कार्यवाही की जायेगी। हम्मालों को यह सख्त हिदायत दी गई है कि कृृृषकों से अवैध वसूली न की जायें। व्यापारियों के फड़ पर कार्य कर रही बाईयों द्वारा किसानों से अवैध रूप से दाने नही लिए जायेंगे। बाईयों का पारिश्रमिक संबंधित व्यापारी द्वारा दिया जायेगा। इलेक्ट्राॅनिक तौल कांटे की उपयुक्त जगह न होने से यह कार्य नवीन मंडी प्रारंभ होने पर नवीन मंडी में किया जायेगा। सोयाबीन की नीलामी नई मंडी प्रागंण में तथा तौल पुराने मंडी प्रांगण में कराने पर खरीफ सीजन में विचार कर निराकरण हेतु मंडी सचिव को अधिकृृत किया गया है। मंडी प्रागंण में अनधिकृृत रूप से बाहरी व्यक्तियों द्वारा ट्रक खडे करने एवं यातायात अवरूद्व होने पर मंडी सचिव द्वारा ट्रक क्रमांक, ड्रायवर आदि की जानकारियां नगर निरीक्षक कोतवाली को दिए जाने पर तत्काल एफआईआर दर्ज कर कार्यवाही एवं यातायात नियमों के अंतर्गत जुर्माना आरोपित किए जाने का निर्णय लिया गया। नदी गेट से खरीफाटक गेट का मार्ग सार्वजनिक रूप से उपयोग होने पर सभी प्रतिनिधियों द्वारा सीजन के दौरान मार्ग के सार्वजनिक उपयोग पर प्रतिबंध लगाए जाने के संबंध में मंडी सचिव को ही समुचित कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए एवं आवश्यकता पड़ने पर पुलिस बल का सहयोग लिया जायेगा। कृृषि उपज मंडी कार्यालय मंे सम्पन्न हुई उक्त बैठक मंे कोतवाली टीआई श्री राजेश तिवारी, कृृषि उपज मंडी समिति के सदस्यगण, हम्माल संघ और तुलावट संघ के अध्यक्ष, कृृषक प्रतिनिधि मौजूद थे।

आपदा प्रबंधन संबंधी बैठक आज

जिले में अतिवर्षा एवं बाढ़ की स्थिति से निपटने की पूर्व तैयारियों संबंधी बैठक आज छह जून को आयोजित की गई है यह बैठक कलेक्टर श्री एम0बी0ओझा की अध्यक्षता में कलेक्टेªट सभाकक्ष में सायं चार बजे से प्रारंभ होगी। अपर कलेक्टर डाॅ0के0डी0त्रिपाठी ने संबंधित विभागों के अधिकारियों से कहा कि वे समुचित तैयारियों एवं कार्य योजनाओं की जानकारी सहित स्वंय बैठक में उपस्थित होना सुनिश्चित करें।

बिहार में मैट्रिक के परीक्षा परिणाम घोषित

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बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने गुरुवार को मैट्रिक (10वीं) का परीक्षा परिणाम घोषित कर दिया। परीक्षा परिणाम राज्य के शिक्षा मंत्री वृषिण पटेल ने जारी किया। इस वर्ष कुल 76.5 प्रतिशत छात्र उत्तीर्ण घोषित किए गए हैं। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष राजमणि प्रसाद सिन्हा ने परीक्षा परिणाम जारी होने के बाद बताया कि इस वर्ष 13.39 लाख से ज्यादा परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हुए थे जिसमें 76.5 प्रतिशत परीक्षार्थी उतीर्ण घोषित किए गए हैं। 

प्रथम श्रेणी से 1.17 प्रतिशत उत्तीर्ण हुए हैं। उन्होंने बताया कि राज्य मंे सर्वाधिक 486 अंक वैशाली के भोला राय नवीनजी उच्च विद्यालय की शालिनी राय लाई हैं। राज्य में दूसरे स्थान पर भोजपुर के एच. एन. के. उच्च विद्यालय के मनीष कुमार और तीसरे स्थान पर बथनाहा उच्च विद्यालय के नीतेश कुमार रहे। 
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