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विशेष आलेख : सभी आपराधिक राजनेताओं को वनवास मिले

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lalu-yadavचारा घोटाले के दुमका कोषागार से जुड़े चैथे मामले में रांची की एक विशेष सीबीआई अदालत ने शनिवार को बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को अलग-अलग धाराओं के तहत 7-7 साल की दो सजा सुनाई। यानि उन्हें 14 साल की सजा सुनाई गई है। इसके साथ ही उन पर 60 लाख का जुर्माना लगाया गया है। जुर्माना नहीं भरने की सूरत में उनकी सजा की अवधि एक साल और बढ़ जाएगी। चारा घोटाले के एक और मामले में लालू प्रसाद को सजा सुनाया जाना एक महत्त्वपूर्ण राजनीतिक घटना है। हमारे देश में ताकतवर आरोपियों के खिलाफ चल रहे मामलों का अंजाम तक पहुंच पाना विरल ही माना जाता रहा है। लेकिन शीर्ष राजनेताओं को सजा सुनाये जाने का यह सिलसिला निश्चित ही भारत के लोकतंत्र के शुद्धिकरण का उपक्रम है। अपराधिक राजनेताओं एवं राजनीति के अपराधीकरण पर नियंत्रण की दृष्टि से यह एक नई सुबह कही जायेगी। 

भारतीय लोकतंत्र की यह दुर्बलता ही रही है कि यहां सांसदों-विधायकों-राजनीतिक दलों के शीर्ष नेतृत्व ने आर्थिक अपराधों, घोटालों एवं भ्रष्टाचार को राजनीति का पर्याय बना दिया था। इन वर्षों में जितने भी चुनाव हुए हैं  वे चुनाव अर्हता, योग्यता एवं गुणवत्ता के आधार पर न होकर, व्यक्ति, दल या पार्टी के धनबल, बाहुबल एवं जनबल के आधार पर होते रहे हंै जिनकों  आपराधिक छवि वाले राजनेता बल देते रहे हैं। लालू प्रसाद को लगातार जिस तरह की सजाएं सुनाई जा रही है, वे देश के समूचे राजनीतिक चरित्र पर प्रश्नचिन्ह खड़े करता है। क्योंकि यदि कोई लालू निरपराध है तो उसे सजा क्यों? और यदि अपराधी है तो उसे सजा मिलने में इतनी देर क्यों हुई? और भी गंभीर प्रश्न है कि आखिर एक अपराधी राजनेता की सजा पर उसे इतना महिमामंडित किये जाने की क्या आवश्यकता है? बात केवल किसी लालूजी की ही नहीं है बल्कि भारतीय राजनीति के लगातार दागी होते जाने की हैं। लगभग हर पार्टी से जुड़े आपराधिक नेताओं पर भी ऐसे ही सवाल समय-समय पर खड़े होते रहे हैं। कब हम राजनीति को भ्रष्टाचार एवं अपराध की लम्बी काली रात से बाहर निकालने में सफल होंगे। कब लोकतंत्र को शुद्ध सांसें दे पायेंगे? कब दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र स्वस्थ बनकर उभरेगा? लालू प्रसाद को सजा सुनाया जाना और इस फैसले पर जिस तरह से राजनीतिक प्रतिक्रिया हो रही है, वह विडम्बनापूर्ण ही है। लालू प्रसाद के बेटे तेजस्वी यादव और राष्ट्रीय जनता दल के अन्य नेताओं को जहां फैसले में भारतीय जनता पार्टी का षड्यंत्र नजर आया है, वहीं भाजपा ने जैसा बोया वैसा काटा की उक्ति का प्रयोग करते हुए राजद को लालू प्रसाद यादव के किए की याद दिलाई है। कुछ राजनेता इस सजा को 2019 के चुनाव केे परिप्रेक्ष्य में देख रहे हैं। कोई भी राजनीतिक दल इस सजा को लोकतंत्र को भ्रष्टाचार एवं अपराधमुक्त करने के नजरिये से नहीं देख रहा है। 

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राजनीतिक शुद्धीकरण का नारा लगाया था और केजरीवाल को तो इसी के बल पर ऐतिहासिक जीत हासिल हुई है। फिर आप के नेताओं पर अपराध के आरोप क्यों लग रहे हैं? भाजपा के इतने मंत्री आरोपी क्यों है? राजनीति का शुद्धीकरण होता क्यों नहीं दिखाई दे रहा? चुनाव-प्रचार के दौरान लम्बे-लम्बे अपराधमुक्त राजनीति के नारे क्या मात्र दिखावा थे? क्या उस समय कही गयी बातें केवल चुनाव जीतने का हथियार मात्र थी? भाजपा और मोदी चाहेंगे कि भ्रष्टाचार को मुद्दा बना कर वे राजद के अलावा, उसके साथ खड़े होने के कारण, कांग्रेस को भी घेरें। लेकिन हाल के उपचुनाव नतीजे बताते हैं कि बिहार में कुछ अलग ढंग के समीकरण ज्यादा काम करते हैं। लालू प्रसाद के जेल में होने के बावजूद राजद ने इन उपचुनावों में भाजपा और जनता दल (यू) की सम्मिलित शक्ति को धूल चटा दी। फिर भी, लालू का जेल में रहना भाजपा के लिए राहत की बात हो सकती है। भाजपा की एक बड़ी चुनौती बने लालू प्रसाद गैर-भाजपा दलों को एकजुट करने की कोशिश भी करते रहे हैं। अब इन सजाओं के कारण वे भले ही जेल में रहे, लेकिन वर्ष 2019 के चुनावों को गहरे रूप में प्रभावित करेंगे और एक चुनौती के रूप में रहेंगे। यह कैसा लोकतंत्र है जिसमें एक अपराधी सजा पाने के बाद भी हीरो बना रहता है?

लोकतंत्र के शुद्धिकरण की इस बड़ी घटना में भी सभी राजनीतिक दल अपना नफा-नुकसान देख रहे हैं, कोई भी दल लोकतंत्र की मजबूती की बात नहीं कर रहा है। भाजपा से निपटने की रणनीति बनाने की सुगबुगाहट विपक्षी दलों में दिखाई दे रही है लेकिन राजनीतिक अपराधों को समाप्त करने की तैयारी कहीं नहीं है। इसमें कांग्रेस अपने ढंग से सक्रिय है, तो कई क्षेत्रीय दल गैर-भाजपा गैर-कांग्रेस संघीय मोर्चा बनाने की कवायद कर रहे हैं। ऐसे वक्त में लालू प्रसाद का राजनीतिक परिदृश्य से बाहर रहना विपक्ष के लिए एक गहरा झटका है। चारा घोटाले के मामलों में इतनी लंबी जांच चली और इतने सारे तथ्य आ चुके हैं कि फिर भी तथाकथित राजनीतिक नेता भाजपा पर लालू को नाहक फंसाए जाने का आरोप लगा रहे हैं। यह कैसी राजनीति है? यह कैसा लोकतंत्र है? 

पिछले सात दशकों में जिस तरह हमारी राजनीति का अपराधीकरण हुआ है और जिस तरह देश में आपराधिक तत्वों की ताकत बढ़ी है, वह लोकतंत्र में हमारी आस्था को कमजोर बनाने वाली बात है। राजनीतिक दलों द्वारा अपराधियों को शह देना, जनता द्वारा वोट देकर उन्हें स्वीकृति और सम्मान देना और फिर उनके अपराधों से पर्दा उठना, उन पर कानूनी कार्यवाही होना-ऐसी विसंगतिपूर्ण प्रक्रियाएं हैं जो न केवल राजनीतिक दलों को बल्कि समूची लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को शर्मसार करती हैं। आज कर्तव्य से ऊंचा कद कुर्सी का हो गया। जनता के हितों से ज्यादा वजनी निजी स्वार्थ बन गया। राजनीतिक-मूल्य ऐसे नाजुक मोड़ पर आकर खड़े हो गए कि सभी का पैर फिसल सकता है और कभी लोकतंत्र अपाहिज हो सकता है।

सोलहवीं लोकसभा के चुनावों में इस बार अपराधमुक्त राजनीति का नारा सर्वाधिक उछला, सभी दलों एवं राजनेताओं ने इस बात पर विशेष बल दिया कि राजनीति अपराध मुक्त हो। लेकिन हुआ इसका उलट। नयी बनी लोकसभा में पन्द्रहवीं लोकसभा की तुलना में आपराधिक सांसदों की संख्या बढ़ी ही है। आखिर क्यों सरकार इस दिशा में कुछ कर नहीं रही? और विपक्ष भी क्यों चुप है इस मामले में? क्या इसलिए कि सबके दामन पर दाग है? कब तक बाहुबल, धनबल की राजनीति लोकतंत्र को कमजोर करती रहेगी? बात सिर्फ लालू पर लग रहे दागों और उनको सुनाई जा रही सजा की नहीं है, बात उन ढेर सारे राजनेताओं की भी है जो गंभीर आरोपों के बावजूद हमारी विधानसभाओं में, हमारी संसद में, यहां तक कि मंत्रिमंडलों में भी कब्जे जमाये बैठे हैं। कब तक दागी नेता महिमामंडित होते रहेंगे?

एक सर्वेक्षण के अनुसार भारत के 29 राज्यों और दो केंद्रशासित प्रदेशों के कुल 609 मंत्रियों में से 210 पर आपराधिक मुकदमे चल रहे हैं। इनमें हमारे केंद्रीय मंत्रिमंडल के सदस्य भी शामिल हैं। विभिन्न राज्यों की विधानसभाओं के सदस्य एवं वहां के मंत्रियों पर भी गंभीर आपराधिक मामलें हैं, फिर भी वे सत्ता सुख भोग रहे हैं। इस तरह का चरित्र देश के समक्ष गम्भीर समस्या बन चुका है। हमारी बन चुकी मानसिकता में आचरण की पैदा हुई बुराइयों ने पूरे राजनीतिक तंत्र और पूरी व्यवस्था को प्रदूषित कर दिया है। स्वहित और स्वयं की प्रशंसा में ही लोकहित है, यह सोच हमारे समाज मंे घर कर चुकी है। यह रोग मानव की वृत्ति को इस तरह जकड़ रहा है कि हर व्यक्ति लोक के बजाए स्वयं के लिए सब कुछ कर रहा है।

कोई सत्ता में बना रहना चाहता है इसलिए समस्या को जीवित रखना चाहता है, कोई सत्ता में आना चाहता है इसलिए समस्या बनाता है। धनबल, बाहुबल, जाति, धर्म हमारी राजनीति की झुठलाई गई सच्चाइयां हैं जो अब नए सिरे से मान्यता मांग रही हैं। यह रोग भी पुनः राजरोग बन रहा है। कुल मिलाकर जो उभर कर आया है, उसमें आत्मा, नैतिकता व न्याय समाप्त हो गये हैं। नैतिकता की मांग है कि अपने राजनीतिक वर्चस्व-ताकत-स्वार्थ अथवा धन के लालच के लिए हकदार का, गुणवंत का, श्रेष्ठता का हक नहीं छीना जाए, अपराधों को जायज नहीं ठहराया जाये। वे नेता क्या जनता को सही न्याय और अधिकार दिलाएंगे जो खुद अपराधों के नए मुखौटे पहने अदालतों के कटघरों में खड़े हैं। वे क्या देश में गरीब जनता की चिंता मिटाएंगे जिन्हें अपनी सत्ता बनाए रखने की चिंताओं से उबरने की भी फुरसत नहीं है।

हमें इस बात पर गंभीरता से चिन्तन करना चाहिए कि हमारे जन-प्रतिनिधि किस तरह से लोकतंत्र को मजबूती दें, राजनीति में व्याप्त अपराध एवं भ्रष्टाचार की सफाई की जाये। क्योंकि आज व्यक्ति बौना हो रहा है, परछाइयां बड़ी हो रही हैं। अन्धेरों से तो हम अवश्य निकल जाएंगे क्योंकि अंधेरों के बाद प्रकाश आता है। पर व्यवस्थाओं का और राष्ट्र संचालन में जो अन्धापन है वह निश्चित ही गढ्ढे मंे गिराने की ओर अग्रसर है। अब हमें गढ्ढे में नहीं गिरना है, एक सशक्त लोकतंत्र का निर्माण करना है। केवल लालू को ही राजनीतिक वनवास न मिले, बल्कि सभी आपराधिक छवि के राजनेताओं को भारतीय राजनीति से वनवास मिलना चाहिए। किसी भी राजनेता को उसके अपराधों के लिये सुनाई जाने वाली सजा को राजनीति लाभ का हथियार न बनाकर उसे एक प्रेरणा का दीप बनाना चाहिए, जो लोकतंत्र को शुद्ध कर सके, आलोकित कर सके।




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(ललित गर्ग)
60, मौसम विहार, तीसरा माला, 
डीएवी स्कूल के पास, दिल्ली-110051
फोनः 22727486, 9811051133

आलेख : अभी एक कदम आगे और बढ़ना है

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बलरामपुर-रामानुजगंज छत्तीसगढ़ के उत्तरी हिस्से में राजधानी रायपुर से लगभग 440 किलोमीटर की दूरी पर है। 2011 की जनगणना के अनुसार ज़िले की कुल आबादी 695808 है। 29 वर्षीय संतोषी सांडिल्य ज़िले के राजपुर ब्लाॅक के परसागुड़ी ग्राम पंचायत की सरपंच हैं । संतोषी अभी युवा हैं और दो बच्चों की मां हैं। संतोषी सांडिल्य ने कक्षा पांच जबकि पति तेज कुमार सांडिल्य ने कक्षा 12 तक  तक की शिक्षा हासिल की है। परिवार की आय का साधन खेती है। संतोषी के परिवार के पास 3.5 एकड़ ज़मीन है जिसकी उपज से ही  इनका परिवार अपना जीवन यापन करता है। 
         
परसागुड़ी ग्राम पंचायत की सीट 2010 में महिला सीट हुई और मनियारो इस पंचायत की सरपंच बनीं। इसी सीट पर 2015 में संतोषी सांडिल्य ने सरपंच के चुनाव के लिए प्रतिभाग किया। संतोषी अपने पति के कहने पर पंचायत चुनाव में भाग लेने को तैयार हुईं। मनियारो केवल साक्षर हैं और अपना हस्ताक्षर कर लेती हैं लेकिन उन्होंने अपनी पंचायत के विकास के लिए काम किया। उन्होंने पंचायत में तीन सीसी रोड के अलावा चार कच्ची सड़कें बनवायीं, सामुदायिक भवन का भी निर्माण करवाया। लेकिन 2015 के चुनाव में मनियारो पराजित हुईं और सरपंच बनीं संतोषी सांडिल्य। ग्राम स्तर के राजनैतिक समीकरण भी इसकी एक वजह थे। इस बारे में संतोषी सांडिल्य के पति तेजकुमार मानते हैं कि ‘‘जनता किसी नए चेहरे को पंचायत में देखना चाहती थी। इसी वजह से संतोषी सांडिल्य को 2015 के पंचायत चुनाव में सरपंच के पद पर जीत मिली। मनियारो के दौर में तेजकुमार सांडिल्य उपसरपंच थे और इसका फायदा भी चुनाव के दौरान संतोषी सांडिल्य को मिला और वह चुनाव जीतकर सरपंच के पद काबिज़ हो गईं।  
         
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संतोषी को सरपंच बनाने के लिए प्रेरित करने में गांव वालों की भूमिका को भी अनदेखा नहीं किया जा सकता। गांव वालों के बार बार कहने पर ही उनके पति तेजकुमार ने अपनी पत्नी को चुनाव लड़ने के लिए राजी किया। हालांकि संतोषी को चुनावी प्रक्रिया के बारे में बहुत जानकारी नहीं थी पर उनके पति ने इसमें उनकी मदद की। चुनाव का नामांकन भरने से लेकर बाद में पंचायत के रोज़मर्रा के कामों में संतोषी को अपने पति की मदद लगातार मिली। शुरूआती दिनों में बैठकों का आयोजन करने के दौरान उन्हें काफी दिक्कतें हुईं। पंचायत की बैठकों में जाते हुए संतोषी अपने को सहज महसूस नहीं करती थीं। उनके पति ने न केवल उनको काम करने के तरीके बताए बल्कि उनके मनोबल को बढ़ाने में भी मदद की। इसी का परिणाम है कि आज वह स्वयं गांव में बैठकों का आयोजन कर लोगों की समस्याएं सुनती हैं। वह महीने में दो बार ‘आम सभा’ का आयोजन करती हैं। मगर ग्राम सभा की बैठक तो निश्चित दिनों पर ही होती है ? संतोषी कहती हैं, हां, अधिकारिक तौर पर तो यह निश्चित दिनों पर ही होती है। पर मैंने लोगों की समस्याएं सुनने के लिए महीने में दो बार ‘आम सभा’ की व्यवस्था रखी है जिससे लोग अपनी दिक्कतों को बैठक में रख सकें और हम उनके निदान के बारे में सोच सकें।’’ पंचायत के ज़्यादातर निर्णय संतोषी ग्राम सभा में सभी वार्ड पंचांे की सहमति व पति की राय से लेती हैं। संतोषी सांडिल्य को अभी भी अधिकारियों से बात करने में संकोच महसूस होता है, इसीलिए जब वह अधिकारियों से मिलने जाती हैं तो उनके पति तेजकुमार उनके साथ जाते हैं और उनकी ओर से अधिकारियों से बात करते हैं। 

पंचायत के काम काज और विकास कार्यों पर अभी संतोषी की ट्रेनिंग चल रही है। अतः पंचायत के कार्यों के हिसाब किताब के बारे में उनकी जानकारी कम है, दूसरे उन्हें लोगों से बात करने में भी थोड़ा संकोच होता है। अतः पंचायत के विकास कार्यों के बारे में संतोषी व उनके पति बताते हैं कि संतोषी ने पंचायत में विकास के अनेक काम किए हैं। पंचायत को शौचमुक्त बनाने के लिए 265 शौचालयों का निर्माण कराया गया। आवागमन को सुगम बनाने के लिए 10 सीसी रोड के निर्माण के साथ-साथ प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 61 परिवारों को आवास उपलब्ध कराये हैं। तीन आंगनबाड़ी केंद्रो के निर्माण के साथ-साथ एक चैक डैम का निर्माण कराया। पंचायत भवन के साथ ही गांव के हाईस्कूल की चारदीवारी का निर्माण कराया। संतोषी ने यह सारे काम अपने छोटे से कार्यकाल में किये हैं और वह अगले चुनाव से पहले शायद बहुत कुछ और भी करेंगी लेकिन आगे की राह शायद इतनी आसान नहीं है। नीति के अनुसार 2015 के चुनाव में प्रतिभाग करने की पात्रता के लिए साक्षर होना ही काफी था। उम्मीदवार अपने हस्ताक्षर कर सके यही काफी होता था। घर में शौचालय का होना भी उम्मीदवारी की एक शर्त थी। हालांकि जिस समय संतोषी ने चुनाव में भाग लिया उस वक्ंत उनके यहां शौचालय बन रहा था। इसे पूरा करने के लिए एक निश्चित समय दिया गया था। राजपुर ब्लाक कार्यालय में लेखपाल के पद पर कार्यरत श्याम लाल गुप्ता कहते है कि-‘‘2015 के चुनाव में सरपंच के पद पर खड़े होने के लिए शौचालय का नियम ज़रूर था। लेकिन जिन लोगों के घर पर शौचालय नहीं था उन्हें चुनाव जीतने के बाद तीन महीने के अंदर अपना शौचालय बनाना था। अगर वह ऐसा नहीं कर पाते हैं तो उनका पद स्वतः रद्द हो जाएगा। आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र होने की वजह से यह ढील दी गई थी।’’ इसीलिए नामांकन के दौरान यह छूट संतोषी को भी मिली। उनके घर में शौचालय निर्माणाधीन था और संतोषी ने अपने घर में शौचालय के निर्माण को न केवल पूरा किया बल्कि आज वो उसे इस्तेमाल भी कर रही हैं। नए राज्य स्तरीय सरकारी नियमों के इस नियम को तो संतोषी ने पूरा कर दिया है पर अगले चुनावों में शायद इस नियम में इतनी भी ढील नहीं दी जाए। तब चुनाव मंे प्रतिभाग करने की इच्छुक कितनी महिलाएं इस दौड़ से बाहर होंगी इसका अभी कोई अनुमान नहीं है। अगले पंचायती राज चुनाव में अगर सरपंच पद के लिए आठवीं पास शैक्षिक योग्यता का नियम पारित होता है तो संतोषी सांडिल्य जैसी न  जाने कितनी महिलाएं सरपंच का चुनाव लड़ने से वंचित रह जाएंगी।





(गौहर आसिफ)

विशेष आलेख : अस्मा जहांगीर- खामोश शहर में बगावत का चिराग

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दक्षिण एशिया की मशहूर मानवअधिकार कार्यकर्ता अस्मा जहांगीर का 66 साल की उम्र में देहांत हो गया है. उनकी मौत पाकिस्तान के लिबरल और लोकतंत्रवादियों के लिए बहुत बड़ा धक्का है. उनके अचानक मौत से पाकिस्तान के लिबरल सदमे में है, आखिर उनके बिरादरी की सबसे बुलंद आवाज जो चली गयी है. वो एक निडर और बेबाक औरत थी और जिंदगी भर बगावती ही बनीं रहीं जिसकी उन्हें कई बार कीमत भी चुकानी पड़ी लेकिन इसके बावजूद उन्होंने कभी भी हथियार नहीं डाला. अस्मा जहांगीर की कहानी असाधारण हैं, वो जब 21 साल की थी और कानून की पढाई कर रही थीं तो उनके पिता मालिक जिलानी को सैनिक तानाशाही का विरोध करने के चलते जनरल याह्या खान ने जेल में डाल दिया था. वो अपने पिता की रिहाई के लिए पाकिस्तान के कई बड़े वकीलों के पास गयीं लेकिन सभी ने जनरल याह्या के खौफ से उनका केस लेने से इनकार कर दिया. जिसके बाद उस कम उम्र लड़की ने अदालत से दरखास्त की कि वह अपने पिता का केस खुद लड़ेगी और फिर शुरू होता है अस्मा जहांगीर के बनने की कहानी. वो केस जीत जाती है फिर न केवल वो अपने पिता को ही रिहा करती हैं बल्कि पाकिस्तान में लागू डिक्टेटरशीप को अदालत से असंवैधनिक दिलवाने में भी कामयाब होती हैं. बाद में अदालत के इसी फैसले की वजह से ज़ुल्फ़िकार अली भुट्टो को भी सिविल मार्शल ला ख़त्म करना पड़ा था.

पाकिस्तान की ये बहादुर बेटी अपने जीवन भर सत्ताधारीयों और डिक्टेटरों से लोहा लेती रही. जब वे किशोरी ही थी तो अयूब खान और याह्या खान के खिलाफ लड़ीं, जवान हुई तो ज़ुल्फ़िकार अली भुट्टो के खिलाफ भी खड़ी हुयीं और जनरल जियाउल हक के खिलाफ तो उन्होंने जम कर लोहा लिया था. बेनजीर भुट्टो उनकी बचपन की सहेली थीं लेकिन वे बेनजीर के खिलाफ भी लड़ीं. उन्होंने नवाज़ शरीफ़ को भी चैलेंज किया और परवेज मुशर्रफ के लिए तो वे एक बुरे सपने की तरह थीं. ताउम्र वे अपने देश के अल्पसंख्यकों, औरतों, गरीबों, मजलूमों और बेआवाजों की आवाज बनीं रहीं, पाकिस्तान में बलूचों और मुजहिरों के पक्ष में जितना अस्मा जहागीर खड़ी हुयीं उतना कोई नहीं खड़ा हुआ और इसके बदले उम्र भर उन्हें देशद्रोही, गद्दार, इस्लाम मुखालिफ होने का ताना सहना पड़ा. इन्साफ और कानून के लिए उनकी प्रतिबद्धता बहुत ठोस थी. उनके अपने उसूल थे जिनके आगे वो किसी की भी नहीं सुनती थीं. वे उन दुर्लभ लोगों में शामिल थीं जो ताकत के सामने हमेशा सच्ची बात कहते थे. उनकी दिलेरी की मिसालें लम्बे समय तक दी जायेगी, पाकिस्तान का बड़े से बड़ा सियासतदान फ़ौज और जरनैलों के खिलाफ बोलने से घबराता है लेकिन वे याह्या खान से लेकर परवेज मुशर्रफ तक को उनके मार्शल लॉ के दौरान ही ललकारती रहीं. ये अस्मा जहागीर ही थीं जो पाकिस्तान में टेलीविजन में बैठ कर जनरलों को “डफर” कह सकती थीं. 

वे पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन की पहली महिला अध्यक्ष थी, वैसे तो उनके द्वारा किये गए कामों का क्षेत्र बहुत विस्तृत है लेकिन उन्हें विशेष रूप से पाकिस्तान में मानव अधिकार से जुड़े मुद्दों को उठाने के लिए याद किया जाएगा. एक तरह से वो पहली महिला थीं जिन्होंने पाकिस्तान का इस बात से परिचय कराया कि मानव अधिकार क्या होते हैं. ऐसा कहा जाता था कि पाकिस्तान में जिसको सरकार की तरफ से संरक्षण नहीं मिलता उसका बचाव अस्मा जहागीर करती थीं. यहाँ तक की कई बार जब उनके विरोधी मुश्किल में फंसते थे तो वो उनके हक़ में भी आवाज उठती नजर आती थीं.

1986 में उन्होंने अपने कुछ साथियों के साथ मिल कर ह्युमन राइट्स कमीशन ऑफ़ पाकिस्तान की स्थापना की जिसका पाकिस्तान में मानव अधिकार से जुड़े मुद्दों को सामने लाने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका रही है. उनका दृढ़ विश्वास था कि सभी के साथ कानून के मुताबिक सलूक होना चाहिए फिर चाहे वो किसी भी मजहब या पंथ का मानने वाला हो.  एक समय पाकिस्तान में ऐसा कानून था कि कोई औरत अपने मर्जी से शादी नहीं कर सकती थी. पाकिस्तान का संविधान कहता था कि औरत की शादी के लिए उसकी मर्जी हो न हो लेकिन उसके सरपरस्तों की मर्जी जरुरी है, अस्मा इसके खिलाफ भी लड़ीं और अंततः उन्होंने पाकिस्तान की औरतों को अदालत से यह हक़ दिलावाया कि अब वो अपने मर्जी से कहीं भी शादी कर सकती हैं. लेकिन उनके तमाम योगदानों के बावजूद ये भी हकीकत है कि पाकिस्तान की अक्सरियत अस्मा जहागीर को नापसंद करती थीं. इसके कई कारण थे उनका एक कादियानी से शादी कर लेना, लिबरल होना, कट्टरवाद के खिलाफ खड़े रहना, फ़ौज के खिलाफ खुलेआम बोलना और ये कहना कि फ़ौज की वजह से भारत और पाकिस्तान में शान्ति नहीं है. 

जिंदगी भर उनके खिलाफ नफरत और प्रोपेगेंडा भरी बातें की गयीं. मरने के बाद भी उन्हें इससे छुटकारा नहीं मिल सका. पाकिस्तान के राजनीतिक टिप्पणीकार ज़ैद हामिद ने अपने फेसबुक पर अस्मा जहागीर के मौत के बाद लिखा कि भारत ने आज अपना सबसे कीमती समर्थक गंवा दिया है जबकि पाकिस्तान ने एक गद्दार से निजात हासिल कर ली....उन्होंने आगे लिखा कि अपनी पूरी जिंदगी अस्मा जहागीर इस्लाम, पाकिस्तान और उसके फ़ौज के खिलाफ संघर्ष करती रही हैं. अल्लाह का शुक्र है कि एक बड़े दुश्मन का ख़ात्मा हो गया है. उनका आखिरी सफ़र भी रवायतों को तोड़ने वाला रहा उनके अंतिम यात्रा में बड़ी संख्या में औरतें शामिल थीं औरतों ने उनके मय्यत को कंधा दिया और उनके जनाजे की नमाज को औरतों और मर्दों ने एक साथ पढ़ा. उनके जनाजे में औरतों की इतनी बड़ी संख्या में शिरकत, एक ही जगह पर सफबंदी और औरतों का उन्हें कंधा देना नयी रिवायतों की तरह है जो पहले पाकिस्तान में किसी महिला के जनाजे में नहीं हुआ और सिर्फ अस्मा जहांगीर के जनाजे में ही संभव था. दूसरे ख़सूसियत इसी तरह से उनके जनाने में विभन्न धर्मों और मसलक के लोगों की भागीदारी रही, वहां हिन्दू, सिख और ईसाई मजहब के लोग तो थे ही साथ ही इसमें मुसलमानों के सभी फिरकों के लोग भी शामिल हुये.   

अस्मा जहांगीर ताउम्र अपने मुल्क को सेक्युलर, लिबरल और लोकतांत्रिक बनाने के जद्दोजहद में लगी रहीं, पाकिस्तान में अस्मा के बाद अब उन जैसा दूर दूर तक कोई दूसरा नजर नहीं आता है. एक और अस्मा जहांगीर नामुमकिन है लेकिन उम्मीद है कि उनके संघर्ष को आगे बढ़ाया जाएगा. उस दिन कराची में चल रहे पुस्तक मेले में भारत-पाकिस्तान के बीच अमन को लेकर एक कार्यक्रम का आयोजन शुरू ही होने वाला था तभी वहां अस्मा जहांगीर के मौत की खबर पहुंचती है जिससे माहौल में मातम पसर गया जिसके बाद वहां मौजूद किश्वर नाहिद ने अस्मा जहांगीर पर लिखी अपनी नज्म पढ़कर उन्हें श्रद्धांजली दी. 

किश्वर नाहिद की नज्म 
दुनिया सोचती थी और हैरान होती थी 
क्या कभी दरांती (हसिया) से घास काटती औरत 
आसमान में सितारा बन कर चमकेगी 
क्या ये कभी होगा कि अंगूठा लगा कर अपना हक़ दे देने वाली औरत 
दुनिया के सामने अपना हक़ मांगेगी 
वो मनहनी (टेढ़ी रेखा ) सी औरत अस्मा जहांगीर
जिसने हुक्मरानों को ललकारा हो 
जिसकी एक आवाज पर बांदी बनी औरतें हों 
या ईटो के भट्टो पर गुलाम दर गुलाम खानदान हों 
ऐसे खिंचे चले आएं,जैसे रक्स करती हुई हवा
जैसे झूमती टहनियां, जैसी खुशबू फैलाती बहार
वो सलीब से भी इन्साफ के तराजू को उतरवा लेती थी 
जमीन पर राज करते हुए खुदाओं को ललकारती 
बेड़ियों को पाजेब में बदल देती 
ताजेज ( सुदृढ़ ) सियासत के परदे चाक करती 
वाज़ों (धर्म उपदेशकों) और फतवाफरोशों को बेनकाब करती 
खज़ा जदा (मुरझाये) चेहरों को बहारें पहनाती 



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जावेद अनीस 
Contact-9424401459
javed4media@gmail.com

अध्यादेश पारित कर एससी-एसटी कानून को पुनर्बहाल करोः माले

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  • राजधानी पटना सहित राज्य के विभिन्न जिला मुख्यालयों पर प्रतिवाद
  • भारत बंद के दौरान दसियों हजार आंदोलनकारियों पर दर्ज फर्जी मुकदमे वापस लो.
  • बंद के दौरान हुए हमलों व हत्याओं की स्पीडी ट्रायल कर दोषियों को सजा देने की मांग

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पटना 7 अप्रैल 2018 , एससी-एस टी ऐक्ट में संशोधन वापस लेने संबंधी अध्यादेश लाने, 2 अप्रैल को भारत बंद के दौरान हुई हत्याओं व हमलों के जिम्मेदार अपराधियों को सजा देने और दसियों हजार आंदोलनकारियों पर दर्ज फर्जी मुकदमे वापस लेने की मांग पर भाकपा-माले के राज्यव्यापी प्रतिवाद दिवस के तहत आज राजधानी पटना सहित राज्य के विभिन्न जिला मुख्यालयों पर प्रतिरोध मार्च का आयोजन किया गया और सभा भी आयोजित की गई.. राजधानी पटना के अलावा दरभंगा, अरवल, मुजफ्फरपुर, सिवान, जहानाबाद, गया, आरा आदि जगहों पर प्रतिवाद मार्च निकाले गए.  पटना में के कारगिल चैक (गांधी मैदान) पर प्रतिरोध मार्च व सभा का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता राज्य कमिटी सदस्य नवीन कुमार ने किया. कार्यक्रम का नेतृत्व भाकपा-माले की केंद्रीय कमिटी के सदस्य व पटना नगर सचिव अभ्युदय, राज्य कमिटी सदस्य रामबली प्रसाद, समता राय, नगर कमिटी सदस्य नसीम अंसारी, मुर्तजा अली, जीतेन्द्र कुमार, पन्नालाल सिंह, अशोक कुमारए अनुराधा सिंह, रामकल्याण सिंह, शम्भूनाथ मेहता, बी. के. शर्मा, अनय मेहता, सत्येन्द्र शर्मा, जावेद अहमद आदि ने किया. प्रतिरोध सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि आज पूरे देश में दलित व कमजोर वर्ग के लोग सुप्रीम कोर्ट के उस फैसले से आहत महसूस कर रहे हैं, जिसके तहत एससी-एसटी कानून को शिथिल किया जा रहा है. उसको पुराने रूप में बहाल रखने के लिए मोदी सरकार अध्यादेश पारित न कर 2 अपैल के ऐतिहासिक भारत बंद के बाद सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार की अपील का दिखावा कर रही है. भारत बंद के दौरान मनुवादी ताकतों द्वारा संगठित होकर 10 से ऊपर दलित-गरीबों व न्याय प्रिय लोागें की हत्याएं कर दी गईं. हजारों लोगों को घायल कर दिया गया और लाखों लोगों को मुकदमे में फंसाया गया. इससे मोदी सरकार का असली दलित-गरीब-आदिवासी विरोध्ी चेहरा खुलकर सामने आ गया है  बिहार के खगड़िया में माले के जिला सचिव काॅ. अरूण कुमार दास पर बजरंग दल के लोगों ने जानलेवा हमला किया. उन्हें बुरी तरह जख्मी कर दिया गया. दरभंगा मेें मनोज बैठा पर एबीवीपी के लंपटों ने हमला किया. मुजफ्फरपुर में आइसा नेता पर हमला किया गया. दसियों हजार आंदोलनकारियों पर फर्जी मुकदमे लाद दिए गए हैं. यह सरासर अन्याय है. वक्ताओं ने कहा कि आज के प्रतिवाद मार्च के माध्यम से हम यह भी मांग करने आए हैं कि रिवीजन पिटीशन की नौटंकी बंद करके सरकार एससी-एसटी कानून की पुनबर्हाली के लिए तत्काल अध्यादेश लाए, स्पीडी ट्रायल चलाकर हमलावरों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए, जो दस बंद समर्थकों की हत्या के जिम्मेवार हैं. साथ ही आंदोलनकारियों पर से सभी फर्जी मुकदमे वापस तत्काल वापस लिए जाएं.

बिहार : कुर्जी महापल्ली के त्रिमूति फादर साथ-साथ चले जाएंगे

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पटना. संत  माइकल हाई स्कूल,     दीघा के सामने प्रेरितों की रानी ईश मंदिर है.ईश मंदिर के संचालन में तीन जैसुइट पुरोहित लगे हैं.इन तीनों पुरोहितों के जिम्मे निर्धारित क्षेत्र है जिसे कुर्जी पल्ली कहा जाता हैं. इन तीनों जैसुइट पुरोहित का स्थानान्तरण कर दिया है. पदस्थापित पल्ली पुरोहित फादर जोनसन केतकर को संत माइकल हाई स्कूल का खजांची बनाया गया है. सहायक पल्ली पुरोहित (मनोचिकित्सक) डॉ.सुशील साह को बेतिया महापल्ली के पल्ली पुरोहित बनाया गया है. वहीं फादर देवाशीष प्रसाद को संत जेवियर हाई स्कूल के उप प्राचार्य प्राचार्य बनाया गया है. बताते चले कि त्रिमूर्ति फादरों ने कुर्जी महापल्ली में अपने कार्यावधि में फादर जोनसन,फादर सुशील और फादर देवाशीष ने शानदार कार्य किया है.इन तीनों पुरोहितों का कार्य व्यवहार सामाजिक व धार्मिक रहा है. कुर्जी महापल्ली में पांच साल तक सहायक पल्ली पुरोहित का खासा अनुभव लेकर बेतिया महापल्ली में पल्ली पुरोहित बनने जाएंगे डॉ. फादर सुशील साह. शाहपुर पल्ली के निवासी हैं फादर देवाशीष प्रसाद. कुर्जी महापल्ली में एक डिकेन के रूप में आये थे. यहीं से शाहपुर पल्ली गये थे पुरोहिताभिषेक के लिये गये थे. विधिवत फादर बनकर कार्य किये.फादर देवाशीष प्रसाद का प्रथम पोस्टिंग है संत जेवियर हाई स्कूल का उप प्राचार्य पद. शुभकामनाएं व बधाई देने वालों का सिलसिला शुरू हो गया है. फादर जोनसन,फादर सुशील व फादर  देवाशीष को सिसिल साह,राजन साह,रवि माइकल,मेरी ग्रेस,संदीप क्लोसन आदि ने शुभकामनाएं दी है.

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर 07 अप्रैल

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उपार्जन कार्यो का जायजा

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भोपाल संभागायुक्त श्री अजातशत्रु श्रीवास्तव ने शनिवार को विदिशा जिले में क्रियान्वित उपार्जन व्यवस्थाओं की समीक्षा सर्किट हाउस में की। उक्त बैठक में कलेक्टर श्री अनिल सुचारी जिला पंचायत सीईओ श्री दीपक आर्य, अपर कलेक्टर श्री एचपी वर्मा समेत उपार्जन कार्यो को क्रियान्वित करने वाले विभागों के अधिकारी मौजूद थे। संभागायुक्त श्री श्रीवास्तव ने कहा कि उपार्जन कार्यो में मुख्य रूप से इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए कि एसएमएस प्राप्ति के उपरांत फसल को लेकर आने वाले किसानों को किसी भी प्रकार की असुविधाओं का सामना ना करना पडे़। उन्होंने उपार्जन केन्द्रोें पर मुहैया कराई जाने वाली बुनियादी सुविधाओं एवं व्यवस्थाओं के परिपेक्ष्य में क्रियान्वित व्यवस्थाओं की पूछताछ की। संभागायुक्त श्री श्रीवास्तव ने उपार्जन केन्द्रों पर तुलाई के उपरांत गेहूं को वेयर हाउसों में भण्डारित करने तथा किसानों को विक्रय फसल की भुगतान राशि बैंको से अविलम्ब प्राप्त हो सकें। इसके लिए क्रियान्वित व्यवस्थाओं की बिन्दुवार जानकारी उन्होंने प्राप्त की।संभागायुक्त श्री श्रीवास्तव ने मंडियो के सचिवों को निर्देश दिए कि उपार्जन केन्द्रों पर पर्याप्त संख्या में छन्ना, पंखों की व्यवस्था के साथ-साथ जनरेटर और तिरपाल इत्यादि की व्यवस्थाएं पूर्व में ही सुनिश्चित की जाएं।जिले में दस अपै्रल से चना, मसूर, सरसो की खरीदी कार्य शुरू होगा। इसके लिए निर्धारित 37 उपार्जन केन्द्रो पर की जाने वाली व्यवस्थाओं की समीक्षा उनके द्वारा की गई। उन्होंने कहा कि मंडियों के परिक्षेत्र मंे आने वाले ग्रामों के कृषकों के द्वारा ली गई फसलों के आंकडे तथा सहायक भू-अभिलेख के रिकार्ड में दर्ज फसलों के आंकडो से मिलान होना चाहिए। संभागायुक्त श्री श्रीवास्तव ने जिले में गेहूं और अन्य फसलों के उपार्जन हेतु निर्धारित सर्वेक्षित लक्ष्य के अनुसार भण्डारण के लिए किए गए प्रबंधों की जानकारियां दी गई। उन्होंने कहा कि प्रत्येक मंडी में फसल विक्रय करने हेतु आने वाले किसानों को पांच रूपए थाली में पर्याप्त स्वादिष्ट भोजन उपलब्ध कराने की व्यवस्था क्रियान्वित की जाए। उन्होंने चने की मेपिंग के लिए गांववार सूची, मंडीवार लक्ष्य इत्यादि के संबंध में भी जानकारियां प्राप्त की। संभागायुक्त ने कहा कि सर्वेयर भोपाल से आएंगे। अतः स्थानीय निर्वाचन प्रक्रिया के अनुरूप सर्वेयर के साथ स्थानीय स्तर के अधिकारी, कर्मचारी को संलग्न करंे ताकि समय पर तमाम जानकारियां सर्वेयरों को मिलती रहें। कलेक्टर श्री सुचारी ने अब तक हुए उपार्जन कार्यो की बिन्दुवार जानकारी दी। उन्होंने बताया कि एसएमएस प्राप्त किसानों से ही समर्थन मूल्य पर फसल क्रय करने का कार्य किया जा रहा है। भण्डारण और किसानों को भुगतान के संबंध में की गई व्यवस्थाओं से भी उन्होंने अवगत कराया। कलेक्टर श्री सुचारी ने बताया कि गेहूं के लिए 136$सायलो केन्द्र पर क्रय किया जा रहा है इसके अलावा चना फसल के लिए पृथक से 37 केन्द्रों पर उपार्जन कार्य किया जाएगा। चना गुणवत्ता क्वालिटी का हो इसके लिए परीक्षण और साफ सफाई के लिए मंडियों को पर्याप्त बडी साइज के छन्ने खरीदने हेतु निर्देशित किया जा चुका है। उपार्जन केन्द्रों पर समर्थन मूल्य की दरों का प्रदर्शन फ्लैक्स के माध्यम से किया जा रहा है। 

पेयजल की आपूर्ति सतत बनी रहें-कमिश्नर

भोपाल संभागायुक्त श्री अजातशत्रु श्रीवास्तव ने शनिवार को विदिशा में पेयजल आपूर्ति के लिए किए गए प्रबंधों की जानकारी प्राप्त की। विदिशा के सर्किट हाउस में हुई इस बैठक में विदिशा नगरपालिका अध्यक्ष श्री मुकेश टण्डन, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री तोरन सिंह दांगी के अलावा जनपदों के अध्यक्ष एवं पंचायतों के प्रतिनिधि मौजूद थे। संभागायुक्त ने जनप्रतिनिधियों से सीधे संवाद स्थापित कर क्षेत्रों में पेयजल हेतु किए गए प्रबंधो के साथ-साथ संभावित प्रयासों की जानकारियां प्राप्त की। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन यंत्री ने बिगडे हेण्ड पंपो की त्वरित सूचना प्राप्ति हेतु किए गए प्रबंधों खासकर कंट्रोल रूमों के संचालन की जानकारी दी। वही पेयजल आपूर्ति के लिए उपलब्ध सामग्रियों का उनके द्वारा रेखांकन किया गया है। कलेक्टर श्री सुचारी ने आश्वस्त कराते हुए कहा कि जिले में किसी भी प्रकार से पेयजल संकट की स्थिति निर्मित नही होने दी जाएगी। ऐसे बोर जिनमें पर्याप्त मात्रा में पानी उपलब्ध है उनमें सिंगल फेस की मशीन डालकर स्पाॅट पर ही पेयजल सप्लाई की व्यवस्था की जाएगी। निकाय क्षेत्रों मंे की गई व्यवस्थाओं की जानकारी स्थानीय अध्यक्षों द्वारा दी गई है। 

ऊर्जा
संभागायुक्त ने जिले मेें बिजली आपूर्ति के लिए किए गए प्रबंधों की जानकारियां जनप्रतिनिधियों के समक्ष जानी। मध्यप्रदेश मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड के अधीक्षण यंत्री श्री जोस के पुजांत ने बताया कि आभा विद्युत मित्र योजना विदिशा जिले में पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में संचालित हो रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत देयको और बकाया की राशि समय पर मिले तथा विद्युत उपभोक्ताओं को बिलों की प्राप्ति हो इन्ही तीन उद्वेश्यों की प्राप्ति के लिए प्रायोगिक तौर पर विदिशा जिले में आभा विद्युत मित्र योजना दस ग्रामों में संचालित की जा रही है। इस कार्य में गांव की ही ऐसी महिलाएं जो आजीविका मिशन के तहत समूह से जुड़ी है को दायित्व सौंपे गए है। बैठक में जनप्रतिनिधियों द्वारा विद्युत आपूर्ति में होने वाली परेशानियों, विद्युत देयकों, टूटे हुए विद्युत पोलो को सुधारने तथा विद्युत लाइन दुरूस्त करने इत्यादि शिकायतों के माध्यम से जानकारियां संभागायुक्त को दी गई। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों के द्वारा दी गई जानकारी की उपेक्षा विभाग के अधिकारी कदापि ना करें। उन्होंने कार्यो में सुधार करने पर बल देेने के निर्देश इस दौरान दिए।

राजस्व अधिकारियों के अवकाश पर प्रतिबंध

मुख्य सचिव द्वारा गत दिवस वीडियो काफ्रेसिंग में दिए गए निर्देशों के अनुपालन में भोपाल संभागायुक्त श्री अजातशत्रु श्रीवास्तव ने भोपाल संभाग के अंतर्गत आने वाले जिले क्रमशः भोपाल, सीहोर, रायसेन, राजगढ एवं विदिशा जिले में पदस्थ राजस्व अधिकारियों के अवकाश एवं मुख्यालय छोडने पर प्रतिबंध लगाने के आदेश जारी कर दिए है। उक्त आदेश 14 अपै्रल तक प्रभावशील रहेगा। आदेश में उल्लेखित है कि राजस्व अधिकारी अवकाश पर ना जाए और साथ ही मुख्यालय ना छोड़े। उक्त अवधि में अपर जिला दण्डाधिकारी, अनुविभागीय दण्डाधिकारी, तहसीलदार, नायब तहसीलदार के अवकाश स्वीकृत नही किए जाएंगे। इसी प्रकार के प्रतिबंध पटवारी एवं राजस्व निरीक्षकों पर भी प्रभावशील होंगे। संभागायुक्त ने इस दौरान जिला दण्डाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक को अपने जिले से संबंधित विभिन्न जातियों के प्रतिनिधियों से संवाद बनाए रखने तथा कोई अप्रिय स्थिति निर्मित ना हो इस हेतु सतत निगरानी बनाए रखने के भी निर्देश दिए है।

प्रभारी प्रधानाध्यापक निलंबित

जिला शिक्षा अधिकारी श्री एचएन नेमा के द्वारा शासकीय स्कूलांे का सतत निरीक्षण किया जा रहा है खासकर शासन द्वारा संचालित जाॅयफुल लर्निंग गतिविधियों पर विशेष बल उनके द्वारा दिया जा रहा है। जिला शिक्षा अधिकारी श्री नेमा ने शनिवार सात अपै्रल को विदिशा विकासखण्ड की प्राथमिक शाला पांझ का निरीक्षण किया। यहां 16 बच्चे उपस्थित पाए गए साथ ही जाॅयफुल लर्निंग गतिविधियों का संचालन नही करने के फलस्वरूप शासकीय आयोजन के प्रति लापरवाही बरतने के कारण प्रभारी प्रभारी प्रधानाध्यापक श्री दिलीप सिंह जाट को तत्काल निलंबित करने एवं सहायक शिक्षक श्री अजय सिंह रघुवंशी को कारण बताओ पत्र जारी किया गया है। 

नरवाई में आग लगाने वालो के खिलाफ दण्डात्मक कार्यवाही होगी

खेतों में खडी नरवाई में आग लगाने वालो के खिलाफ दण्डात्मक कार्यवाही होगी। नरवाई में आग लगाने से जनधन के साथ-साथ शासकीय परिसम्पत्ति और वन संपदा की भी क्षति होने का खतरा बना रहता है। मानव जीवन की सुरक्षा एवं परिशांति बनाए रखने को दृष्टिगत रखते हुए कलेक्टर एवं जिला मजिस्टेªट श्री अनिल सुचारी ने धारा-144 के तहत आदेश जारी कर सभी उपखण्ड मजिस्टेªट, कार्यपालिक मजिस्टेªट तथा कृषि विभाग के अधिकारियों को जारी आदेश का अक्षरशः पालन सुनिश्चित कराने के निर्देश प्रसारित किए है। आदेश में कहा गया है कि नरवाई काटने हेतु रीपर वाईपर का और अग्निशामक यंत्र का अग्नि विस्तार रोकने के लिए व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाए। जिले के कृषकों से कहा गया है कि गेहूं की फसल कटाई के लिए हार्वेस्टर एवं रीपर वाइन्डर का उपयोग करने के पश्चात् थे्रसिंग करते समय जो भूसा निकला जाता है उसके आसपास अग्निशामक यंत्रों को अनिवार्यत रखंेे। जारी आदेश की सूचना सभी ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्रों में अधिक से अधिक प्रचार प्रसार की जाए। इसके लिए ध्वनि विस्तार यंत्रो के उपयोग के साथ-साथ कार्यालयों के सूचना पटलों पर एवं पुलिस थानो के नोटिस बोर्ड पर आदेश की प्रति चस्पा की जाए। कलेक्टर एवं जिला मजिस्टेªट ने सभी अनुविभागीय अधिकारियांें से कहा है कि उनके क्षेत्राधिकार में नरवाई में आग लगने की सूचना प्राप्त होती है या आग लगने के बाद साक्ष्य के रूप में मौके पर आग लगाना पाया जाता है तो संबंधित के विरूद्व दण्डात्मक कार्यवाही की जाए और की गई कार्यवाही का पालन प्रतिवेदन जिला कार्यालय को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। उक्त कार्यवाही में यदि किसी के द्वारा लापरवाही बरती जाती है तो उसके विरूद्व कार्यवाही की जाएगी।

हड्डी एंव जोडरोग उपचार षिविर 8 अप्रैल को
सेवाभारती भवन श्रीकृध्ण कालोनी दुर्गानगर में 8 अप्रैल को सुबह 10 बजे से हड्डी, जोड रोग से पीड.ीत मरीजों के उपचार के लिये षिविर आयोजित किया गया हैं। इस षिविर मे भोपाल के चिकित्सा विषेषज्ञ डाॅ, विषाल बंसल दृारा किया जायेगा। सेवा भारती के अध्यक्ष डाॅ प्रकाष पीतलिया ने ऐसे मरीज जो हड्डी के सभी प्रकार के रोगों से पीड.ीत हो, जोडो मेें दर्द रहता हो या घुटनो मे सूजन रहती हो कंधे मे दर्द साइटिका कमर दर्द बाले मरीज  षिविर का लाभ लेने के लिए अपना पंजीयन 8 अप्रैल को सुबह 10बजे से 11 बजे तक सेवा भारती भवन श्रीकृध्ण कालोनी दुर्गानगर में करा सकते हैं। विदिषा से बाहर के मरीज अपना पंजीयन मोबाइ्रल नं.9827720892 पर करा सकते हैं।

‘‘उम्मीद‘‘ का नवीन स्थान पर शुभारंभ 9 को दिव्यांग बच्चों के षिक्षण-प्रषिक्षण पुनर्वास को समर्पित है उम्मीद संस्था

विदिषा 7 अपै्रल 2018/ दिव्यांग बच्चों के षिक्षण-प्रषिक्षण तथा पुनर्वास को समर्पित संस्था ‘‘उम्मीद‘‘ षिक्षण समिति सहित वृद्धजनों की सेवा-सुश्रूषा को संकल्पित श्री राधा-किषन सेवा समिति डे-केयर वृद्धाश्रम सेन्टर नवीन स्थान पर स्थानांतरित होने जा रहे हैं। यह नवीन स्थान स्थानीय वार्ड नं. 36 में दुर्गानगर मैन रोड पर महाराणा प्रताप काॅलेज के बगल में है, जहां सोमवार 9 अपै्रल को अपराह्न 3 बजे संस्थाओं का विधिवत शुभारंभ होगा। इस अवसर पर आयोजित समारोह में नगरपालिका अध्यक्ष मुकेष टण्डन मुख्य अतिथि होंगे, जबकि कलेक्टर अनिल सुचारी अध्यक्षता करेंगे। जिला पंचायत अध्यक्ष तोरणसिंह दांगी, जिला पंचायत सीईओ दीपक आर्य, सामाजिक न्याय विभाग के उपसंचालक डाॅ. पी.के. मिश्रा तथा वरिष्ठ समाजसेवी अतुल शाह विषेष अतिथि होंगे। दोनों संस्थाओं द्वारा इस अवसर पर सबको सादर आमंत्रित किया गया है। 

सीहोर (मध्यप्रदेश) की खबर 07 अप्रैल

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सफलता की कहानी शासन की योजना मे लिया स्प्रिंकलर खेती बनी लाभ का धंधा

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सीहोर जिले की बुधनी तहसील के ग्राम तालपुरा मे लगभग तीन एकड़ भूमि के कृषक श्री कमल बताते हैं कि मेरे पास सिंचाई के लिए एक पुराना कुंआ है जिसमें कम पानी रहता है। जिससे में पूरी फसल में सिंचाई नही कर पाता था तथा पानी अधिक बह जाता था। मुझे कृषि विभाग से विभिन्न योजनाओं की जानकारी प्राप्त हुई तथा सिंचाई हेतु स्प्रिंकलर अनुदान पर प्राप्त करने के लिए आवेदन कार्यालय में जमा किया जिस पर मुझे 12,000/- रुपयें अनुदान प्राप्त हुआ तथा मेरे द्वारा स्प्रिंकलर सेट क्रय किया गया। अब कम पानी में मेरे पूरे खेत की सिंचाई हो जाती है तथा बिल्कुल पानी व्यर्थ नही बहता है और कुछ क्षेत्र में मैं अब तीसरी फसल मूंग की लगाकर अतिरिक्त लाभ प्राप्त कर रहा हूँ, जिससे मेरी आर्थिक स्थिति सुधरी एवं मुझे भरपूर लाभ मिला। में जिले के अन्य कृषकों से भी आग्रह करता हूँ कि शासन की इस योजना का लाभ प्राप्त कर जल संरक्षण एवं वैज्ञानिक सिंचाई द्वारा अधिक उत्पादन प्राप्त कर खेती को लाभ का धंधा बनाएं।

वाट्सएप एवं फेसबुक पर आपत्ति जनक  संदेश, चित्रों, वीडियो एवं ऑडियो मैसेज पर होगी सख्त कार्यवाही 

जिला दंडाधिकारी एवं कलेक्टर श्री तरूण कुमार पिथोडे द्वारा दण्ड प्रक्रिया संहिता 1973 की धारा 144 के तहत सोशल मीडिया जैसे वाट्सएप, फेसबुक आदि के माध्यम से असामाजिक तत्वों द्वारा विभिन्न समुदायों के मध्य संघर्ष, वैमनस्यता तथा तरह तरह के आपत्ति जनक संदेश्, चित्रों, वीडियो एवं ऑडियो मैसेज पर पूर्णत: प्रतिबंध लगा दिया गया है। इस सिलसिले में जिला दंडाधिकारी द्वारा आदेश जारी कर दिए गए है। अब सोशल मीडिया पर कोई भी कोई व्यक्ति आपत्तिजनक संदेश एवं चित्रों व वीडियों एवं ऑडियो मैसेज प्रकाशित नही कर सकेगा। सोशल मीडिया पर कोई भी व्यक्ति धार्मिक, सामाजिक, व्यक्तिगत रूप से आपत्तिजनक व अश्लील संदेशों को प्रकाशित नहीं कर सकेगा। यह आदेश जारी होने की तिथि से आगामी एक माह तक प्रभावशील रहेगा। आदेश का उल्लंघन करने पर भा.द.वि.सं. की धारा 188 के तहत सख्त कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी। इसके साथ ही यह भी आदेशित किया गया है कि इस आदेश की सूचना ध्वनि विस्तारक यंत्र से जिला सीहोर के समस्त नगरीय निकायों, ग्राम पंचायत कार्यालयों के क्षेत्र में दी जाए तथा आदेश की प्रति कार्यालय के नोटिस बोर्ड, नगरीय निकायों, ग्रामीण पंचायत कार्यालय, पुलिस थानों एवं महत्वपूर्ण जगहों पर चस्पा की जाए। 

गर्मी को देखते हुए लू से बचाव के उपाय करें
  • म.प्र. राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने लोगों को दी सलाह

वर्तमान में गर्मी के प्रकोप को देखते हुए म. प्र. राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने मौसम विभाग व्दारा जारी चेतावनी के अनुसार नागरिकों को लू से बचाव के लिए सावधानी बरतने की आवश्यकता बताई है तथा सभी लोगों से लू से बचाव तथा प्राथमिक उपचार के लिए सावधानियां बरतने को कहा है। इस सिलसिले में डिप्टी कलेक्टर सीहोर द्वारा जिले के समस्त कार्यालय प्रमुखों सहित जिले के समस्त अनुविभागीय अधिकारी, तहसीलदार, जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों एवं मुख्य नगरपालिका सीहोर को दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं। 

लू से बचाव के उपाय
जिले के नागरिकों को सलाह दी जाती है कि गर्मी के दिनों में धूप में बाहर जाते समय हमेशा सफेद या हल्के रंग के ढीले कपडों का प्रयोग करें। बिना भोजन किये बाहर न निकले। भोजन करके एवं पानी पीकर ही बाहर निकलें। गर्मी के मौसम में गर्दन के पिछले भाग कान व सिर को गमछे या तौलिये से ढंककर ही धूप में निकलें। रंगीन चश्में व छतरी का उपयोग करें। गर्मी में हमेशा पानी अधिक मात्रा में पियें एवं पेय पदार्थों का अधिक से अधिक मात्रा में सेवन करें। जहां तक संभव हो ज्यादा समय तक धूप में खडे होकर व्यायाम, मेहनत और अन्य कार्य न करें। बहुत अधिक भीड घुटन भरे कमरों, रेल, बस आदि की यात्रा गर्मी के मौसम में अत्यावश्यक होने पर ही करें। यदि कोई व्यक्ति लू से प्रभावित होता है, तो उसका तत्काल प्राथमिक उपचार किया जाये। रोगी को तुरंत छायादार जगह पर कपडे ढीले कर लिटा दें एवं हवा करें। रोगी को होश में आने की दशा में प्याज का रस अथवा जौ का आटा भी ताप नियंत्रण हेतु मला जा सकता है। रोगी के शरीर का ताप कम करने के लिए यदि संभव हो तो उसे ठंडे पानी से स्नान करायें या उसके शरीर पर ठंडे पानी की पट्टियां रखकर पूरे शरीर को ढंक दें। इस प्रक्रिया को तब तक दोहरायें जब तक शरीर का ताप कम नहीं हो जाता है।

स्वास्थ्य, महिला एवं बाल कल्याण स्थाई समिति की बैठक संपन्न

स्वास्थ्य, महिला एवं बाल कल्याण समिति की बैठक आज संपन्न हुई। बैठक में सभापति अध्यक्ष श्रीमती बबीता सिंह, सदस्य एवं समस्त प्रोग्राम के नोडल अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में सभी नोडल अधिकारियों द्वारा अपने अपने प्रोग्राम के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। मौसमी बीमारी हेतु जिले के प्रत्येक ग्राम में टीम गठित की गई जिसमें महिला एवं पुरूष स्वास्थ्य कार्यकर्ता, आशा, आंगनवाडी कार्यरत रहेंगे। मलेरिया, चिकन एवं डेगू के लक्षण, निदान एवं उपचार तथा कुष्ठ रोग के बारे में सदस्यों को जानकारी दी गई। परिवार कल्याण के लक्ष्य एवं पूर्ति के बारे में बताया गया तथा छाया अन्तरा इंजेशन के बारे में जानकारी दी गई। बैठक में श्री अम्बाराम ने सुझाव दिया कि जहां परिवार कल्याण के शिविर का आयोजन किया जाता है वहां साफ सफाई, पंखे, गद्दे आदि की पर्याप्त व्यवस्था की जाए। प्रत्येक प्रसव पाइंट पर शिशुरोग विशेषज्ञ की व्यवस्था होना चाहिये तथा महिला के साथ ओटी में महिला का एक परिजन साथ होना चाहिए। डॉ अहिरवार ने बताया कि ओटी में चिकित्सक दल के अलावा अन्य बाहरी व्यक्तियों के होने से इन्फेसन का खतरा होता है। श्री अम्बाराम ने प्रस्ताव रख कि आष्टा से सीहोर रिफर हेतु दो एम्बुलेन्स की व्यवस्था की जाए। क्षय रोग के बारे में भी विस्तार से बताया गया। 11 अप्रैल,2018 से महिला स्वास्थ्य शिविर का शुभारंभ हो रहा है जिसके लिए डॉ. अहिरवार ने अधिक से अधिक महिलाओं को स्वास्थ्य शिविर से लाभ लेने की समझाईश दी।  

पी.सी.व्ही. वैक्सीन का शुभारंभ

पी.सी.व्ही. वेक्सीन का शुभारंभ शनिवार 7 अप्रैल को स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर आंगनवाडी केन्द्र 30 पर कर दिया गया है। शुभारंभ मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी सीहोर डॉ. डी.आर. अहिरवार एवं पार्षद श्री इरशाद पहलवान द्वारा किया गया। इस अवसर पर टीकाकरण अधिकारी डॉ. एम.के.चन्देल, जिला मीडिया अधिकारी उषा अवस्थी सहित अन्य सहयोगी स्टाफ उपस्थित था। टीकाकरण का प्रथम डोज जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. दिलीप चौरासिया द्वारा दिया गया। 

झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर 07 अप्रैल

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आम्बा मे जिला स्तरीय लोक कल्याण शिविर समपन्न

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झाबुआ /पारा-- समिपस्थ ग्राम पंचायात आम्बा पिथनपुर मे आज शनिवार को जिला स्तरीय लोक कल्याण शिविर रखा गया था। शिविर मे जिला कलेक्टर व जिला पंचायत सीईओ ने  उपस्थित ग्रामीणो व हीतग्राहीयो को शासन की विभिन्न योजनाओ की जानकारी देकर लाभ उठाने की समझाईस दी।  प्राप्त जानकारी के अनुसार आज शनिवार को रामा ब्लाक की ग्राम पंचायत आम्बा पिथनपुर मे एक दिवसीय लोक कल्याण शिविर का आयोजन रखा गया था। शिविर मे जिला कलेक्टर आशीष सक्सेना जिला पंचायत सीईओ जमना भिन्डें, रामा जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एमएल टांक तहसीलदार सहीत जिले विभिन्न विभागो के अधिकारी उपस्थित थे। शिविर मे कलेक्टर श्री सक्सेना ने प्रदेश सरकार द्वारा किसानो व आमजन के हीत मे चलाई जा रही विभिन्न योजनाओ के  अधिक से अधिक लाभ लेने की समझाईस दी । दहेज दापा जेसी कुरुती को छोडने व दहेज कम लेने को कहा। कलेक्टर श्री सक्सेना ने बताया की शिघ्र ही ग्राम पंचायत आम्बा मे उचित मुल्य की दुकान चालु होगी। अब आप लोगो को सोसायटी का अनाज तेल आदी लेने कही ओर नही जाना पडेगा। प्रघानमंत्री आवास का लक्ष्य शिघ्र पुरा करने के लिए कहा। ताकी ओर मंजुरी मीले । स्वच्छ भारत अभियान के तहत शोचालय पर चर्चा कर कहा की ग्राम पंचायत को जल्द से शौच मुक्त करने का प्रयास करे। शिविर मे 200 से भी ज्यादा असंगठीत श्रमीको के पंजियन फार्म भरे गए । साथ ही प्रधानमंत्री उज्वला योजना के अतंर्गत हीतग्राहीयो को गेस टंकी व गेस चुल्हा का वितरण सरपंच सज्ज्नसिह अम्लीयार व सचिव वेलसिह पचाया ने किया। पीएचई व राजस्व विभाग  सहीत अन्य विभागो की समस्याओ से संबधित आए सभी आवेदनो का मोके पर ही निराकरण किया गया। इस अवसर पर रोजगार सहायक दिनेश वसुनिया, कमलेश मावी, सुपरसिह अम्लीयार, नाना वाकला, रुपा वाकला ,तडवी नानाभुरिया, मोरसिह मावी सहीत कई गणमान्य नागरीक व हीतग्राही उपस्थित थे।

मानपुरा एवं हीरापुर गंुदीपाडा में किसान सम्मानयात्रा का हुआ भव्य स्वागत
  • किसानों के सर्वागिण विकास के लिये केवल भाजपा ही सक्षम- शांतिलाल बिलवाल
  • ढोल ढमाको से यात्रा का स्वागत किया

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झाबुआ । प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी सरकार ने प्रदेश के हर अंचल में किसानों के साथ ही हर वर्ग की बेहतरी के लिये प्रसंशनीय काम किया है। हमारा प्रदेश तेजी से विकसित प्रदेश बनने की दिशा में अग्रसर है। किसानों की कडी मेहनत एवं प्रदेश सरकार की मदद के चलते ही पांच पांच बार प्रदेश ने कृषि कर्मण पुरस्कार हांसील करके एक कीर्तिमान बनाया है। किसानों के लिये खेती को लाभ का धंधा बनाने के लिये प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चैहान एवं केन्द्र में प्रधानमंत्री नरेन्द्रभाई मोदी ने  जो योजनायें लागू की है उससे किसानों का आर्थिक स्तर दिन ब दिन बढता ही जारहा है । प्रदेश सरकार के आदेशानुसार किसी भी किसान की कृषि कार्य करते समय ,दुर्घटना होने पर या प्राकृर्तिक आपदा आने पर 4 लाख रुपये की त्वरित मदद दी जारही है । किसानों को शून्य प्रतिशत ब्याज पर सहकारी संस्थाओं से ऋण दिया जाहरा है। गेहू का समर्थन मूल्य भी 2000 रूपये प्रति क्विंटल के मान से भुगतान किया जारहा है।आदिवासी किसानों के खेतों में नलकूप खनन के लिये अनुदान दिया जारहा है वही ट्रेक्टर खरीदी पर भी अनुदान का प्रावधान सरकार ने किया है। उन्नत बिजो एवं खाद का प्रदाय करने से किसानों की फसले दुगुनी आने लगी है। यह सब कुछ भाजपा सरकार की देन है। और किसानों का सम्मान बनाये रखने के लिये हमारी सरकार दिन रात काम कर रही है। उक्त उदबोधन विधायक शांतिलाल बिलवाल ने शुक्रवार को कल्याणपुरा भाजपा मंडल के मानपुरा एवं हीरापुर गुंदीपाडा में किसान यात्रा के भव्य आयोजन के दौरान बडी संख्या में उपस्थित गा्रमीणों को संबोधित करते हुए कहीं । मानपुरा  एवं हीरापुर गुंदीपाडा में आयोजित किसान यात्रा के भव्य आयोजन में मुख्य अतिथि विधायक शांतिलाल बिलवाल के अलावा जिला भाजपा अध्यक्ष मनोहर सेठिया, प्रदेश कार्य समिति के सदस्य शैलेष दुबे, प्रदेश स्वच्छता प्रभारी कल्याणसिंह डामोर, यात्रा प्रभारी प्रवीण सुराणा , सह प्रभारी मेजिया कटारा, मंडल अध्यक्ष सुरेश चैहान, इरशाद कुर्रेशी, सरपंच गुंदीपाडा मक्खाभाई, सरपंच मानपुरा भलिया हटिला, विलियम भाबर, नेमा भाबर, बहादूर मालीवाल, ओ पी राय, धुमसिंह नीनामा, प्रकाश राठौर,खुमान बेहरा, लालिया परमार, बोराबाई मालीवाल, सेवलीबाई गगन पंचाल ़,भलिया भाई, शंकर नायक हमीरसिंह भाई शरद नायक ,खुमान बेहरा, बड़ी संख्या में महिलाएं, सहित बडी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता एवं गा्रमीणजन उपस्थित थे। गा्रमीणों ने ढरोल ढमाको के साथ किसान सम्मान यात्रा की अनुवाई की । इस अवसर पर जिला भाजपाध्यक्ष मनोहर सेठिया ने भी किसान सम्मान की सफलता का जिक्र करते हुऐं इस यात्रा को किसानों के हित संरक्षण एवं सम्मान की यात्रा बताया उन्होनें प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चैहान द्वारा किसानों के सम्मान के लिये आयोजित इस यात्रा की विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार केसमय जहां किसानों को काफी परेशानियों के बीच खेती करना पडती थी, बिजली मिलती नही थी तथा उसे कमरतोड व्याज के चलते अपनी साल भर की कमाई भी नही मिल पाती थी । आज शिवराजसिंह चैहान के राज मे किसानों की स्थिति में आमुलचुल बदलाव आया है और किसान अब 3-3 फसले ले रहे है, उन्हे 24 घण्टे बिजली मिल रही है तथा अपनी उपज का पूरा पूरा दाम मिल रहा है। ऐसी सरकार के प्रति आम लोगों एवं किसानों का विश्वास पुख्ता हुआ है और वे भाजपा के प्रति आकर्षित हुए है। किसानों का सम्मान किया जारहा है जिससे वे अपने आप को गोरवान्वित महसूस कर रहे है । इस अवसर पर प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य शैलेष दुबे ने ने भी किसान सम्मान यात्रा का जिक्र करते हुए इसे भाजपा की प्रदेश सरकार के द्वारा किसानों के सम्मान मे किये जारहे हितगा्रहीमूलक कदमों का जिक्र करते हुए अन्नदाता किसान को ही पांच पाच बार कृषि कर्मण पुरस्कार प्रदेश को मिलने का कारक बताया । श्री दुबे ने कहा कि किसान ही दिन रात मेहनत करके अन्नदाता के रूप  में अभी भूमिका निभाता है । प्रवीण सुराणा ने अपने उदबोधन में 5 से 15 अप्रेल तक निकाली जारही किसान सम्मान यात्रा की रूप् रेखा प्रस्तुत करते हुए कहा कि जहां जहां भी सम्मान यात्रा का रथ पहूंच रहा है, गा्रमीण उत्साहित होकर उसका स्वागत कर रहे  है। किसान सम्मान यात्रा का कल्याणप्रुरा पहूंचने पर भव्य स्वागत किया गया । इस अवसर पर मुख्य अतिथि द्वारा कल्याणपुरा में आयोजित जनसभा में किसानों का साफा पहिना कर स्वागत किया । किसान सम्मान यात्रा पूरे जिले में बडे उत्साह के साथ चल रही है  तथा जगह जगह भव्य स्वागत हो रहा है ।

हनुमान टेकरी समिति के पदाधिकारी एवं सदस्य, सभी है अत्यधिक सक्रिय
  • हनुमान टेकरी पर हनुमान जन्मोत्सव के बाद समीक्षा कार्यक्रम का हुआ आयोजन

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झाबुआ। श्री संकट मोचन हनुमान मंदिर सेवा समिति द्वारा स्थानीय हनुमान टेकरी पर हनुमान जन्मोत्सव के बाद शुक्रवार रात को समीक्ष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में भाजपा जिलाध्यक्ष मनोहर सेठिया, भाजपा के प्रदेष कार्यकारिणी सदस्य शैलेष दुबे, वैष्व महासम्मेलन के जिलाध्यक्ष प्रवीण सुराना, नारी स्त्री शक्ति संगठन की प्रदेष उपाध्यक्ष श्रीमती किरण शर्मा एवं वरिष्ठ समाजेसवी तथा उद्य़ोपति मनोज भाटी उपस्थित थे। अध्यक्षता समिति के अध्यक्ष प्रेमअअदीपसिंह पंवार ने की। जिनके द्वारा अपने उद्बोधन में हनुमान टेकरी के पदाधिकारी एवं सदस्यों की धर्म के प्रति सक्रियता की प्रसंषा की गई। सभी अतिथियों का स्वागत समिति के अषोक चैहान, अरूण भावसार, गजेन्द्रसिंह चन्द्रावत, राकेष झरबड़े, पल्लूसिंह चैहान, दिनेष चैहान, विवेक दुबे, तरूण बैरागी, महेषचंद्र बैरागी (पूजारी) सुश्रीत झरबडे, मनीष त्रिवेदी, श्याम संुदर शर्मा, ललित त्रिवेदी, लक्ष्मीकांत सोनी, सुभाष गिधवानी, प्रवीण राठौड़,़ मोहित पुरोहित, प्रदीप सोनी के साथ महिलाओं में हर्षा गिधवानी, चंचला सोनी, रूक्मणी वर्मा आदि द्वारा किया गया। स्वागत उद्बोधन समिति के पल्लूसिंह चैहान ने दिया।

इनका हुआ सम्मान
कार्यक्रम में अतिथियों द्वारा हनुमान टेकरी पर जन्मोत्सव के दिन रात्रि में हुए गरबा रास का प्रषिक्षक्षण देने प्रषिक्षक आषीष पांडे, रूचिका अषोक चैहान का सम्मान पटवारी में चयन होने पर, राकेष कटारा का सम्मान शहर में सफाई व्यवस्था में सक्रिय सहयोग देने पर, शहर में आॅटो रिक्षा चलाने वाली महिला एवं उनके पति चुनरी ओढ़ाकर एवं हनुमानजी की तस्वीर भेंटकर किया गया।

हनुमान टेकरी समिति के कार्य प्रसंषनीय
इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष मनोहर सेठिया ने कहा कि हनुमान टेकरी समिति के पदाधिकारी एवं सदस्यों से मेरा पुराना लगाव रहा है। समिति की हर संभव मद्द के लिए मैं हमेषा तैयार रहूंगा। यहां समिति के पदाधिकारी-सदस्यों की सेवाएं नि‘स्वार्थ एवं निष्काम है। भाजपा के प्रदेष कार्यकारिणी सदस्य शैलेष दुबे ने बताया कि हाल ही में मप्र शासन द्वारा मंदिरों के जीर्णोद्धार एवं रखरखाव के लिए राषि स्वीकृत की गई। झाबुआ में यह राषि रंगपुरा स्थित प्राचीन राम दरबार, प्राचीन देवझिरी तीर्थ स्थल एवं एक अन्य मंदिर के लिए स्वीकृत हुई है। मप्र शासन मंदिरांे के जीर्णोद्धार एवं वहां सेवा कार्यों के लिए कृत-संकल्पित है।

समिति में भी 50 प्रतिषत महिला का आरक्षण है
नारी स्त्री संगठन की प्रदेष उपाध्यक्ष श्रीमती किरण शर्मा ने कहा कि श्री संकट मोचन हनुमान मंदिर समिति में भी महिलाओं के लिए 50 प्रतिषत आरक्षण है, अर्थात इस समिति में पुरूषों के साथ महिलाओं की संख्या भी बराबर है। श्रीमती शर्मा ने बताया कि हनुमान टेकरी पर हनुमान जन्मोत्सव के दिन उन्होंने समिति की महिलाओं की सक्रियता भी देखी, जिसे देखकर उन्हें अत्यधिक प्रसन्नता हुई। महिलाओं की एक जैसी वेषभूषा एवं भंडारे में निःस्वार्थ उनके द्वारा परोसरदारी करने का कार्य अनुकरणीय है। वैष्य महासम्मेलन के जिलाध्यक्ष प्रवीण सुराना ने भी इस दौरान समिति के पदाधिकारी एवं सदस्यों की सक्रियता की भूरी-भूरी प्रसंषा की। कार्यक्रम का संचालन दिनेष चैहान ने किया एवं आभार युवा समिति के अध्यक्ष पुष्पेन्द्र नीमा ने माना। कार्यक्रम पश्चात् सहभोज का भी आयोजन रखा गया।

वीपीएल-2 के पांचवे दिन हुए 4 रोमांचक मैच, खेल प्रषिक्षकों द्वारा प्रदान किया जा रहा विषेष सहयोग

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झाबुआ। शहर के उत्कृष्ट विद्यालय मैदान पर 6 दिवसीय व्यापारी प्रीमियर लीग (वीपीएल-2) का आयोजन सकल व्यापारी संघ द्वारा किया जा रहा है। जिसके पांचवे दिन कुल 4 मैच हुए, सभी मैच रोमांचक भरे रहे। वीपीएल के पांचवे दिन अतिथि के रूप में सांसद प्रतिनिधि डाॅ. विक्रांत भूरिया, पूर्व विधायक जेवियर मेड़ा, जिला युवक कांग्रेस अध्यक्ष आषीष भूरिया, वरिष्ठ समाजसेवी यषवंत भंडारी, अजय रामावत, अषोक शर्मा उपस्थित थे। जिनका बैंच लगाकर भावभरा स्वागत वीपीएल-2 के सूत्रधार नीरजसिंह राठौर एवं प्रायोजक विषाल कटकानी द्वारा बेंच लगाकर किया गया। वीपीएल-2 की कामंेट्री रोटरी क्लब अध्यक्ष उमंग सक्सेना, अभिभाषक मुकेष बैरागी द्वारा की जा रहीं है वहीं इसमें विषेष सहयोग ,खेल प्रषिक्षकों द्वारा प्रदान किया जा रहा है। आयोजनस्थल पर ही एलईडी के माध्यम से मैचों की सीधा प्रसारण हो रहा है। पांचवे दिन भी मैचों का आनंद लेने सैकड़ों की संख्या में लोग पहुंचे।

पांचवे दिन हुए 4 मैच
सकल व्यापारी संघ के सचिव कमलेष पटेल ने बताया कि स्पर्धा में पांचवे दिन 4 मैच हुए। जिसमें प्रथम मैच अंबिका ब्लास्ट और विमल केसरी के बीच खेला गया। जिसमें विमल केसरी विजेता रहीं। दूसरा मैच आम्रपाली इलेवन और राज रायडर्स के मध्य हुआ। जिसमें राज रायडर्स ने जीत हासिल की। तीसरा मैच  केषव लायंस और महिन्द्रा ट्रेक्टर का हुआ। जिसमें केषव लायंस ने अत्यधिक रनों से जीत हासिल की। चैथा मैच स्पोटर्स जोन और नाकोड़ा इलेवन में हुआ। जिसमें स्पोर्टस जोन विजेता रहीं।

पंचाल विकास मंच और युवा जनकल्याण समिति की बैठक समपन्न 
  • विश्वकर्मा वंशजों के एकीकरण से ही होगा समाज का विकास- बीके विश्वकर्मा

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झाबुआ। अखिल भारतीय विश्वकर्मा एकीकरण और अखिल भारतीय विश्वकर्मा विराट संघ के आव्हान पर पंचाल समाज विकास मंच और युवा जनकल्याण समिति के संयुक्त तत्वाधान में एक बैठक का आयोजन स्थानीय हॉटल पर किया गया। बैठक में अखिल भारतीय विराट विश्वकर्मा संघ के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री बीके विश्वकर्मा पंचाल रत्न, सर्व विश्वकर्मा पंचाल जांगिड़ समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष और विश्वकर्मा एकीकरण के प्रदेश प्रभारी श्री रमेश पंचाल,  एकीकरण संग के राष्ट्रीय प्रचारक श्री बिरजू शर्मा, वास्तु विशेषज्ञ श्री शरद शर्मा और  एकीकरण संघ के संगठन मंत्री श्री गेंदमल पंचाल सहित विकास मंच के अध्यक्ष श्री मदनलाल, जनकल्याण समिति के अध्यक्ष जितेंद्र पंचाल मौजूद थे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पंचाल रत्न बीके विश्वकर्मा ने कहा कि अब वक्त आ चुका है जब विश्वकर्मा वंशजों को एक होना होगा। हमारे एकीकरण में ही समाज का विकास निहित है। रमेश विश्वकर्मा ने कहा कि समाज के एकीकरण में युवाओं को आगे आना चाहिए। कार्यक्रम को बिरजू पंचाल, शरद शर्मा, मदनलाल पंचाल सहित गेंदमल पंचाल ने संबोधित किया। बैठक को लेकर समाज के वरिष्ठो और युवाओं ने अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम का संचालन जगदीश पंचाल ने किया।

आचार्य जयंतसेन सूरीष्वरजी की प्रथम पुण्यतिथि मनाई गई
  • सद्गुरू गौषाला में गौ-माता को करवाया गया आहार

झाबुआ। परम् पूज्य राष्ट्रसंत जैनाचार्य श्रीमद् विजय जयंतसेन सूरीष्वरजी मसा की प्रथम पुण्यतिथि श्री संघ एवं परिषद् परिवार द्वारा मनाई गई। इस अवसर पर बावन जिनालय में जहां विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों के साथ दोपहर में परिषद् परिवार द्वारा स्थानीय लक्ष्मीनगर स्थित सद्गुरू गौषाला में गौमाता को पोष्टीक आहार करवाया गया। यह जानकारी देते हुए श्री संघ के सह-सचिव अनिल रूनवाल ने बताया कि प्रातः साढे़ 6 बजे भक्तामर स्त्रोत पाठ महेष जैन परिवार की ओर से किया गया। इसके पश्चात् गुरूदेवजी की पंचामृत से अभिषेक हुआ। 8 बजे श्री राजेन्द्र जयंत जैन संगीत मंडली द्वारा जयंतसेन सूरीष्वरजी मसा की अष्टप्रकारी पूजन पढ़ाई गई। विधि ओएल जैन ने संपन्न करवाई। पूजन मंे मंत्रोच्चार श्री संघ व्यवस्थापक धर्मचन्द मेहता द्वारा करवाया गया। पूजन में अष्टद्रव्य अर्पण किए गए। पूजन पश्चात् मांगूबेन सकलेचा परिवार द्वारा जयंतसेन सूरीष्वरजी मसा की आरती की गई। दोपहर साढ़े 11 बजे सामूहिक आमिल की आराधना की गई। जिसका लाभ मुकेष जैन ‘नाकोड़ा’ एवं सुनील संघवी परिवार द्वारा लिया गया। दोपहर में सामूहिक सामायिक का आयोजन हुआ।

विकलांग केंद्र एवं सद्गुरू गौषाला पर हुआ आयोजन
दोपहर में विकलांग एवं पुर्नवास केंद्र रंगपुरा डाॅ. प्रदीप संघवी परिवार की ओर से दिव्यांगों को भोजन करवाया गया। इसके साथ ही लक्ष्मीनगर सद्गुरू गौषाला में गौ-माता को पोष्टीक आहार का आयोजन अनिल मांगीलाल कांठी परिवार की ओर से किया गया। शाम को पुण्य सम्राट एवं नवकार महामंत्रजी के जाप गुरू हाॅल में किए गए। इसके पश्चात् रात्रि में भी जयंतसेन सूरीष्वरजी मसा की आरती उतारी गई।

स्नेहलता उपाध्याय,सदस्य, राज्य खाद्य आयोग ने झाबुआ जिले का भ्रमण कर व्यवस्थाए देखी

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झाबुआ । स्नेहलता उपाध्याय,सदस्य, राज्य खाद्य आयोग ने विगत 6 अप्रैल को जिले के प्राथमिक व माध्यमिक विद्यालय बिसौली, आॅगनवाडी केन्द्र हरिजन फलिया कल्याणपुरा एवं शासकीय उचित मूल्य दुकान कल्याणपुरा, शासकीय उचित मूल्य दुकान संदला का निरीक्षण कर व्यवस्थाओ का जायजा लिया एवं आवष्यक निर्देष दिये। उत्कृष्ट प्राथमिक शाला का बिसौली का निरीक्षण करने पर माध्यमिक शाला में उपस्थित बच्चो  ने बताया कि भोजन नियमित मिलता है। परिसर के पास शासकीय ट्युबवेल से पानी नियमित उपलब्ध होना पाया गया। अतिरिक्त रिक्त भवन को विद्यालय के लिये उपयोग करने हेतु निर्देशित किया गया। कमजोर बच्चो के स्वास्थ्य संबंधी परिक्षण चिकित्सक से करवाने हेतु सदस्य, राज्य खाद्य आयोग ने संबंधित अधिकारी को निर्देशित किया। आॅगनवाडी केन्द्र हरिजन फलिया कल्याणपुरा मे ग्रोथ पंजी का अवलोकन किया गया।  बच्चों की उपस्थिति पर्याप्त संख्या में होना पाया गया। मेन्यु अनुसार पोषण आहार दिया जाना पाया। विशेष आवश्यकता वाले बच्चो की देखभाल करने हेतु निर्देशित किया गया।  वृध्दि पंजी इस माह की पूर्ण करने हेतु निर्देशित किया गया। न्युर्टी काॅर्नर की उपलब्धता सुनिश्चित करने हेतु सुझाव दिया गया। शासकीय उचित मूल्य दुकान कल्याणपुरा का निरीक्षण करने पर गेहुॅ प्रारंभिक स्टाॅक 191.22 क्विंटल , चावल 45.12 क्विंटल , नमक 7.99 क्विंटल आदि होकर पाईन्ट आॅफ सेल मशीन से वितरण करते पाया गया।  उपभोक्ताओ सें चर्चा करने पर  माॅगली पति राधु हरिजन व भॅवर बाई पति सज्जन ठाकुर आदि ने राशन समय पर मिलना बताया । निगरानी समिति के सदस्यो के संबंध में जानकारी ली गई । दुकान पर नियमित निगरानी समिति की बैठक आयोजित करने हेतु निर्देशित किया। शासकीय उचित मूल्य दुकान संदला का निरीक्षण करने पर गेहुॅ प्रारंभिक स्टाॅक 87.66 क्विंटल , चावल 21.44 क्विंटल आदि होकर पाईन्ट आॅफ सेल मशीन से वितरण करते पाया गया।  उपभोक्ताओ सं चर्चा करने पर माह में दो दिन राशन वितरण करना बताया गया । राशन की दुकान नियमित खोलने एवं निगरानी समिति की बैठक नियमित करने हेतु निर्देशित किया गया । भ्रमण के दौरान जिला आपूर्ति अधिकारी श्री एम0 के0 त्यागी,डीपीसी श्री प्रजापति,महिला बाल विकास अधिकारी अजय चैहान ,वर्षा चैीान सहित ष्षासकीय सेवक उपस्थित थे।

जिला स्तरीय शांति समिति की बैठक 9 अप्रैल को

झाबुआ । जिला झाबुआ व अन्य शहरों में साम्प्रदायिक सौहार्द, सतर्कता, सुरक्षा एवं कानूून व्यवस्था बनाये रखने हेतु गठित जिला स्तरीय शांति समिति की बैठक 09.04.2018 को प्रातः 12.00 बजे स्थान कलेक्टोरेट सभाकक्ष झाबुआ में रखी गई हैं।

सघन मिशन इन्द्रधनुष  के लिए जिले की 30 ग्राम पंचायत को मिला 2..2 लाख का पुरस्कार
  
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झाबुआ । सघन मिशन इन्द्रधनुष अभियान अंतर्गत लक्षित बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण कार्य शत-प्रतिशत करने वाली जिले की 30 ग्राम पंचायत को शासन द्वारा दो दो लाख रूपये का पुरस्कार आज भोपाल मे आयोजित कार्यक्रम मे दिया गया है। पुरस्कार जिला पंचायत अध्यक्ष सुश्री कलावती भूरिया,संबंधित जनपद के अध्यक्ष एवं ग्राम पंचायत के संरपंच ने प्राप्त किया।

इन पंचायतो को मिला पुरस्कार
खेरमाल, कलदेला, नौगावा, परवाडा, बावडीफारेस्ट, झापादरा, अमरगढ, बावडी, घुघरी, रामपुरियां, रूपगढ, रामा, रजला, हत्यादेली, भोंडली, पुवाला, खडकुई, बन, पाडलवा, ढेकलबडी,  चारोलीपाडा, झायदा, बावडीबडी, अगराल, चैनपुरा, फुटतालाब, रम्भापुर, मठमठ, अमरगढ ग्राम पंचायत के संरपंचो को आज 7 अप्रैल को भोपाल मे सम्मानित किया गया।

मधुबनी :जिला स्तरीय सतर्कता एवं अनुश्रवण समिति की बैठक

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मधुबनी (आर्यावर्त डेस्क) 07, अप्रैल, 18 : जिला पदाधिकारी,मधुबनी की अध्यक्षता में शनिवार को समाहरणालय स्थित सभागार में अनुसूचित जाति/जनजाति अत्याचार अधिनियम के अंतर्गत जिला स्तरीय सतर्कता एवं अनुश्रवण समिति की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति अत्याचार राहत अनुदान मद में वित्तीय वर्ष 2017-18 में प्राप्त आवंटन एवं व्यय तथा अवषेष राषि की समीक्षा की गयी। बैठक में बताया गया कि वित्तीय वर्ष 2017-18 में कुल प्राप्त आवंटन 1,00,00,000(एक करोड़) रूपये में से दिनांक 15.11.17 को जिला स्तरीय सतर्कता एवं अनुश्रवण समिति की बैठक में वित्तीय वर्ष 2017-18 के राषि से कुल व्यय 50,00,000(पचास लाख) रूपये हुआ। वित्तीय वर्ष 2017-18 की अवषेष राषि 50,00,000(पचास लाख) है। पुलिस अधीक्षक,मधुबनी से प्राप्त अनुषंसा की संख्या-45 है। जिस पर 32,67,500 की राषि व्यय की गयी।  पुलिस अधीक्षक,मधुबनी द्वारा विभिन्न पत्रों से मुआवजा हेतु प्राप्त अनुषंसित मामलों की संख्या 45 है। जिसमें लज्जा भंग से संबंधित मामले 2 है,एवं अनुसूचित जाति से संबंधित अन्य मामला 43 है।  जिला पदाधिकारी द्वारा बैठक को संबोधित करते हुए कहा गया कि सतर्कता एवं अनुश्रवण समिति का मुख्य उद्देष्य पीड़ित व्यक्ति को न्याय दिलाना होना चाहिए। उन्होने सदस्यों से आग्रह किया कि किसी प्रकार का मामला प्रकाष में आने पर वे उस मामले से उन्हें भी अवगत करायें। ताकि पीड़ित व्यक्ति को ससमय न्याय मिल सकें। जिला पदाधिकारी द्वारा अनुसूचित जाति और अनु0जनजाति अत्याचार से संबंधित मामलों की समीक्षा भी की गयी।  बैठक में श्री राजेष वर्मा,जिला कल्याण पदाधिकारी,श्री रत्नेष्वर प्रसाद यादव,श्री सपन कुमार सिंह,विषेष लोक अभियोजक,श्री राणा रंजीव राव,कार्यपालक पदाधिकारी,अ0जा0वि0वि, श्री नागेन्द्र पासवान,अनुमंडल कल्याण पदाधिकारी,फुलपरास, श्री रामबाबू राम,श्रीमती ललिता देवी, श्री घूरन राम, श्री राम चलितर सदाय समेत अन्य सदस्यगण उपस्थित थे। 

मधुबनी : 10 अप्रैल को मिथिला कला विकास समिति की बैठक

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मधुबनी (आर्यावर्त डेस्क) 07 अप्रैल, : मिथिला लोक चित्रकला/हस्तशिल्प के विकास, उचित प्रचार-प्रसार, कलाकारों को आवश्यक सामग्री/संसाधन मुहैय्या कराने के बिन्दु पर विचार-विमर्श एवं अपना महत्वपूर्ण सुझाव उपलब्ध कराने हेतु श्री शीर्षत कपिल अशोक,जिला पदाधिकारी, मधुबनी के द्वारा जिला स्तर पर मिथिला कला विकास समिति का गठन किया गया है। आगामी 10.04.18(मंगलवार)को संध्या 05:00 बजे समाहरणालय सभागार में मिथिला कला विकास समिति की बैठक आयोजित की जायेगी। कला विकास समिति की बैठक में माननीय सांसद,मधुबनी एवं झंझारपुर लोक सभा क्षेत्र के प्रतिनिधि, सभी माननीय विधायक के प्रतिनिधि, अध्यक्ष,जिला परिषद/नगर परिषद,मधुबनी,पद्मश्री श्रीमती बौआ देवी,जितवारपुर/शिल्पगुरू श्रीमती गोदावरी दत्ता,रांटी, उप विकास आयुक्त,मधुबनी/अपर समाहत्र्ता,मधुबनी,मैथिली/कला विभागाध्यक्ष, ल0ना0मि0वि0वि0, दरभंगा/सहायक निदेशक, हस्तशिल्प, वस्त्र मंत्रालय, मधुबनी,  निदेशक, डी0आर0डी0ए0, मधुबनी/जिला अल्प0 सं0 क0 पदा0, मधुबनी /प्र0 पदाधिकारी, जि0वि0, प्र0,मधुबनी/न0उपसमाहत्र्ता, मधुबनी, प्र0वि0पदा0रहिका, राजनगर, झंझारपुर, डी0पी0एम0, जीविका,मधुबनी/सचिव, चेतना समिति, पटना, मुखिया, ग्राम पंचायत राज, जितवारपुर, रामपट्टी, रैयाम, नेशनल अवार्डी श्री शिवन पासवान, जितवारपुर/श्रीमती सुधीरा देवी, सिक्की कला प्रशिक्षण केन्द्र,रैयाम, स्टेट अवार्डी श्री रेमंत कुमार मिश्र, जितवारपुर/श्री विपुष कारक, महंथी लाल चैक/श्री विमलेश कुमार झा, जितवारपुर/श्रीमती विनिता झा, रामनगर, श्री महेश्वर ठाकुर, सिक्की कला प्रशिक्षण केन्द्र, रैयाम, श्री षष्ठीनाथ झा, सचिव,ग्राम विकास परिषद, मधुबनी/श्री इंद्रभूषण उर्फ बमबम जी, इप्टा मधुबनी, अध्यक्ष/सचिव,चैंबर आॅफ काॅमर्स, मधुबनी/मिथिला चैंबर आॅफ काॅमर्स, जयनगर, अध्यक्ष/सचिव, अयाची मिश्र डीह, सरिसवपाही/वाचस्पति मिश्र डीह, अंधराठाढ़ी/याज्ञवल्यक आश्रम, जगवन उत्तरी बिस्फी,सौराठ सभा, मधुबनी/विद्यापति विकास समिति, विस्फी/विद्यापति विकास समिति, साहपुर, प्रधान पुजारी, एकादश रूद्र महादेव, मंगरौनी/उगना स्थान,पंडौल/गिरिजा स्थान, फुलहर हरलाखी/कपिलेश्वरस्थान, रहिका/उच्चैठ भगवती स्थान, बेनीपट्टी, श्रीमती सुमन कुमारी, सचिव,  सखी संस्थान, अंधराठाढ़ी/श्री राकेश झा, काफ्टमैन, अंधराठाढ़ी, क्लब मधुबनी के अध्यक्ष/श्री डी0पी0 कर्ण, मानवाधिकार कार्यकत्र्ता सहित अन्य सदस्यों से अनुरोध किया गया हैकि वे निर्धारित तिथि को ससमय बैठक में भाग लेकर अपने महत्वपूर्ण विचारो से अवगत कराये।

बंगाल पंचायत चुनाव: कई जिलों में हिंसा

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कोलकाता , सात अप्रैल, मई में होने वाले पंचायत चुनाव के लिए नामांकन के दौरान जारी राजनीतिक हिंसा के बीच कई जिलों में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और वामंपंथी पार्टियों , भाजपा और कांग्रेस समेत विपक्षी पार्टियों के बीच झड़प की घटनाएं हुई। पुलिस ने बताया कि राज्य में लगभग दो हजार लोग पकड़े गये है।  कांग्रेस ने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर चौधरी के नेतृत्व में मुर्शिदाबाद जिले में हुई एक रैली में हमला किया जबकि भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के बीच एक झड़प के बाद बीरभूम जिले में बम फेंके गये।  माकपा सूत्रों ने आज बताया कि पुरूलिया के काशीपुर प्रखंड विकास कार्यालय के निकट नौ बार सांसद रहे 75 वर्षीय माकपा नेता बासुदेब आचार्य के साथ कल तृणमूल के कथित समर्थकों ने हाथापाई की। सूत्रों ने बताया कि माकपा के उम्मीदवार पंचायत चुनावों के लिए बीडीओ आफिस जा रहे थे। आचार्य उनके साथ थे। हमले में घायल हुए आचार्य को पुरूलिया सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्हें पेट में अंदरूनी चोट आई है।  तृणमूल ने इस घटना में अपनी किसी भूमिका से इनकार किया है। राज्य निर्वाचन आयुक्त ( एसईसी ) ए के सिंह ने पत्रकारों को बताया कि राज्य के छह स्थानों पर हिंसा की रिपोर्ट मिली हैं।  चुनाव पर्यवेक्षकों के साथ एक बैठक में एसईसी ने उन्हें अपना कर्तव्य बिना किसी भय के निभाने के निर्देश दिये। एक जिला पुलिस अधिकारी ने बताया कि भाजपा और तृणमूल कार्यकर्ताओं के बीच झड़प के बाद बीरभूम के मोहम्मद बाजार क्षेत्र में बम फेंके गये। एडीजीपी ( कानून एवं व्यवस्था ) अनुज शर्मा ने पत्रकारों को बताया कि अतिरिक्त पुलिस बल बीरभूम रवाना हो गये है। उन्होंने दावा किया कि झारखंड के लोग तनाव पैदा करने के लिए बीरभूम में घुस गये। 

उन्होंने बताया कि झड़प के दौरान एक व्यक्ति विश्वनाथ म्हारा घायल हो गया और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।  शर्मा ने बताया ,‘‘ बीरभूम जिले में पुलिस अधीक्षक ने झारखंड के दुमका जिले में अपने समकक्ष से बात की है। ’’  जब उनसे पूछा गया कि मोहम्मद बाजार झड़प के पीछे किसका हाथ है , तो शर्मा ने मीडिया को एक वीडियो फुटेज दिखाई और कहा ,‘‘ मैं आपको केवल यह ( फुटेज ) दिखा सकता हूं जो हमें मिली है। ’’  फुटेज में देखा जा सकता है कि भीड़ भगवा झंड़े लहरा रही है।  उन्होंने बताया कि पुलिस को जहां से भी किसी अप्रिय घटना की रिपोर्ट मिल रही है वहां कार्रवाई की जा रही है और हिंसाग्रस्त क्षेत्रों में अतिरिक्त बल भेजे जा रहे है।  शर्मा ने बताया कि राज्य में पिछले 24 घंटे में छापों के दौरान आठ हथियार , नौ गोलियां और 15 बम बरामद किये गये है।  उन्होंने बताया कि पंचायत चुनाव से संबंधित हिंसा में छह अप्रैल तक 1732 लोगों को एहतियातन हिरासत में लिया गया है , 199 को गिरफ्तार किया गया और 475 के खिलाफ वारंट तामील किये गये।  भाजपा नेता मुकुल रॉय ने आरोप लगाया कि उनकी पार्टी के उम्मीदवारों को नामांकन दाखिल करने से रोकने के लिए टीएमसी बाहरी लोगों को लाई है।  कांग्रेस नेता अधीर चौधरी ने कहा ,‘‘ विपक्ष को नामांकन पत्र दाखिल नहीं करने दिया जा रहा है। क्या यह स्वस्थ लोकतंत्र का संकेत है। वे विपक्ष के नामांकन पत्र दाखिल करने से भयभीत क्यों है। ’’  भाजपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि पार्टी ‘‘ बिना लड़े एक इंच भी नहीं छोड़ेगी। ’’  तृणमूल कांग्रेस के महासचिव पार्थ चटर्जी ने भाजपा पर राज्य में संकट पैदा करने के लिए पड़ोसी राज्यों से ‘‘ बाहरी लोगों को लाने ’’ का आरोप लगाया।  कूचबिहार में पुलिस ने नामाकंन पत्र दाखिल करने को लेकर दो समूहों के बीच हुई झड़प के बाद तृणमूल और भाजपा के कार्यकर्ताओं को तितर - बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया।  भाजपा की कूचबिहार जिला इकाई के अध्यक्ष निखिल रंजन ने दावा किया कि तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने भाजपा उम्मीदवारों पर हमले किये और उन्हें दिन में नामांकन पत्र दाखिल करने से रोकने का प्रयास किया।  हालांकि तृणमूल कांग्रेस के नेता बिनय बर्मन ने इन आरोपों को खारिज किया और भाजपा पर क्षेत्र की शांति भंग करने के प्रयास का आरोप लगाया। 

मोदी, ओली ने की वार्ता, भारत-नेपाल संबंधों को प्रगाढ़ बनाने की कोशिश

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नयी दिल्ली , सात अप्रैल, द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत बनाने की कोशिशों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके नेपाली समकक्ष के पी शर्मा ओली ने आज व्यापक वार्ता की और रक्षा एवं सुरक्षा , व्यापार तथा कृषि जैसे क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंध प्रगाढ़ बनाने पर सहमति जताई।  बातचीत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि चहुंमुखी वृद्धि की नेपाल की इच्छा के लिए भारत हमेशा उसके साथ खड़ा रहेगा। उन्होंने कहा कि पड़ोसियों के बीच गहन सहयोग से नेपाल में लोकतंत्र मजबूत होगा। वहीं , चीन के साथ करीबी संबंधों की चाहत रखने वाले नेता माने जाने वाले ओली ने कहा कि उनकी सरकार दोनों देशों ( भारत और नेपाल ) के बीच ‘‘ विश्वास आधारित ’’ संबंधों की मजबूत इमारत का निर्माण करना चाहती है।  ओली ने कहा , ‘‘ मैं 21 वीं सदी की हकीकतों के अनुरूप हमारे संबंधों को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के उद्देश्य से भारत आया हूं। ’’  चीन समर्थक रुख के लिए पहचाने जाने वाले 65 वर्षीय ओली ने दूसरी बार फरवरी में नेपाल के प्रधानमंत्री के रूप में कार्यभार संभाला है। इससे पहले वह 2015 से 2016 तक नेपाल के प्रधानमंत्री रहे थे। इस दौरान भारत के साथ नेपाल के संबंध तनाव भरे रहे थे।  मोदी ने ओली के साथ मीडिया को दिए प्रेस बयान में कहा कि ‘‘ समृद्ध नेपाल और विकसित नेपाल ’’ का नेपाल का विजन उनके विजन ‘‘ सबका साथ सबका विकास ’’ से मिलता है।  प्रधानमंत्री ने नेपाल में सफल राष्ट्रीय और प्रांतीय चुनावों की भी सराहना की और लोकतंत्र में भरोसा जताने के लिए इसके लोगों की भी प्रशंसा की। 

मोदी ने कहा कि भारत देश की प्राथमिकताओं के अनुरूप नेपाल की सहायता करना जारी रखेगा तथा दोनों पक्ष सभी कनेक्टिविटी परियोजनाओं को तेज करने पर सहमत हुए हैं।  उन्होंने यह भी कहा कि काठमांडो को भारत से जोड़ने के लिए दोनों देश एक नयी रेल लाइन बिछाने पर भी सहमत हुए हैं।  प्रधानमंत्री ने कहा कि दोनों पक्ष रक्षा एवं सुरक्षा संबंधों को मजबूत करेंगे।  मोदी ने कहा , ‘‘ जब बात सुरक्षा के पहलू की आती है तो हमारे बीच मजबूत संबंध हैं। हम हमारी खुली सीमा के दुरुपयोग को रोकने के लिए मिलकर काम करेंगे। ’’  ओली ने मोदी को नेपाल यात्रा का आमंत्रण भी दिया।  नेपाली प्रधानमंत्री ने कहा , ‘‘ मैंने प्रधानमंत्री मोदी को जल्द से जल्द सुविधाजनक समय पर नेपाल आने का आमंत्रण दिया है , मुझे उम्मीद है कि यात्रा जल्द होगी। ’’  मोदी ने कहा कि नेपाल के विकास की दिशा में भारत के योगदान का लंबा इतिहास है और उन्होंने ओली को आश्वासन दिया है कि यह जारी रहेगा।  उन्होंने कहा कि नेपाल को जलमार्ग से जोड़ने में भी भारत उसकी मदद करेगा और दोनों पक्ष कृषि क्षेत्र में भी संबंधों को मजबूत करेंगे। नेपाली प्रधानमंत्री ने कहा कि उनके देश को मित्रों से मदद की आवश्यकता है। उन्होंने यह भी कहा , ‘‘ पड़ोसियों के बीच संबंध अन्य संबंधों से अलग है। यह पारस्परिक सम्मान पर आधारित है। ’’ 

ओली तीन दिन की भारत यात्रा पर कल यहां पहुंचे हैं। दूसरी बार प्रधानमंत्री के रूप में कार्यभार संभालने के बाद यह उनकी पहली विदेश यात्रा है।  अपनी शानदार चुनावी जीत के बाद सार्वजनिक रूप से नयी दिल्ली की आलोचना कर चुके और भारत पर नेपाल के अंदरूनी मामलों में हस्तक्षेप करने तथा अपनी सरकार को अपदस्थ करने का अरोप लगा चुके ओली ने कहा कि उनकी पार्टी देश को आर्थिक समृद्धि के मार्ग पर आगे ले जाने के लिए भारत के साथ भागीदारी करेगी। 

बिहार : उत्पीड़न का आरोपी थाना प्रभारी निलंबित

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बिहारशरीफ , सात अप्रैल, बिहार के नालंदा जिले में एक थाना प्रभारी को एक महिला कांस्टेबल के यौन उत्पीड़न के आरोप में आज निलंबित कर दिया गया।  पुलिस ने आज बताया कि महिला कांस्टेबल ने आरोप लगाया था कि कल रात थाना प्रभारी ने उसका उत्पीड़न किया था।  नालंदा के पुलिस अधीक्षक सुधीर कुमार पोरिका ने बताया कि नालंदा पुलिस स्टेशन के थाना प्रभारी को महिला कांस्टेबल के आरोप के बाद ‘ तत्काल प्रभाव से ’ निलंबित कर दिया गया।  उन्होंने बताया कि इस मामले में जांच शुरू कर दी गई है। 

वीडियोकॉन लोन मामला : सीबीआई ने तीसरे दिन भी राजीव कोचर से पूछताछ की

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नयी दिल्ली , सात अप्रैल, वर्ष 2012 में आईसीआईसीआई बैंक द्वारा वीडियोकॉन ग्रुप को 3,250 करोड़ रुपये का कर्ज देने के मामले में बैंक की एमडी एवं सीईओ चंदा कोचर के देवर राजीव कोचर से सीबीआई ने आज लगातार तीसरे दिन भी पूछताछ की। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।  उन्होंने बताया कि कोचर सिंगापुर स्थित अविस्ता एडवाइजरी के संस्थापक हैं। वह आज सुबह मुंबई में बांद्रा कुर्ला परिसर में जांच एजेंसी के कार्यालय में पेश हुए , जहां उनसे कर्ज के पुनर्गठन मामले में उनकी कंपनी की भूमिका को लेकर पूछताछ हुई।  पूछताछ के दौरान राजीव कोचर से यह पूछा गया कि वीडियोकॉन को आईसीआईसीआई बैंक से कर्ज दिलाने में उन्होंने क्या मदद की। गौरतलब है कि वेणुगोपाल धूत समूह की कंपनी को 20 बैंकों ने 400 अरब रुपये का कर्ज दिया था।  उन्होंने बताया कि सीबीआई के अनुरोध पर कोचर को गुरुवार को मुंबई हवाईअड्डा पर हिरासत में लिया गया। वह दक्षिण पूर्व एशियाई देश जाने के लिए एक विमान में सवार होने वाले थे। अधिकारियों के मुताबिक एजेंसी ने रिण मामले में वीडियोकॉन समूह के प्रवर्तक वेणुगोपाल धूत, दीपक कोचर और कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ प्रारंभिक जांच दर्ज की थी।। सीबीआई आरोपों के बारे में जानकारी इकट्ठा करने के लिए शुरुआती जांच कर रही है।  यह मामला हाल में चर्चा में आया है। धूत के न्यूपावर रीन्यूएबल के साथ कथित लेनदेन को लेकर इस मामले की जांच हो रही है। न्यूपावर रीन्यूएबल का गठन दीपक कोचर ने किया थ। दीपक कोचर चंदा कोचर के पति और राजीव कोचर के भाई हैं।  पिछले सप्ताह आईसीआईसीआई बैंक के निदेशक मंडल ने चंदा कोचर के प्रति पूरा भरोसा जताया था। 

दिल्ली में प्रदूषण नियमों की अनदेखी करने पर 7000 बसों का चालान

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नयी दिल्ली , सात अप्रैल, राष्ट्रीय राजधानी में प्रदूषण मानकों का उल्लंघन करने पर पिछले छह सालों के दौरान सात हजार से ज्यादा बसों का चालान किया गया। दिल्ली सरकार ने प्रदेश विधानसभा में यह जानकारी दी। दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने विधानसभा के सत्र के दौरान कहा कि वैध प्रदूषण नियंत्रण प्रमाणपत्र ( पीयूसी ) नहीं होने पर कुल 7,219 बसों का चालान किया गया।  वैध पीयूसी न होने की वजह से सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश की 3,328 बसों का चालन किया गया। इसके बाद राजस्थान का नंबर आता है जहां कि 2,064 बसों का चालान किया गया है।  इस अवधि के दौरान दिल्ली में पंजीकृत 643 बलों का चालान प्रदूषण मानकों का उल्लंघन करने पर किया गया। मंत्री ने कहा कि पिछले एक वर्ष के दौरान प्रदूषण फैलाने वाली बसों के खिलाफ कार्रवाई में कई गुणा बढ़ोतरी हुई है। वर्ष 2017 से इस साल फरवरी तक कुल 5,086 बसों का पीयूसी प्रमाणपत्र न होने की वजह से चालान किया गया। उन्होंने एक लिखित जवाब में कहा कि पिछले सालों में यह काफी कम था। वर्ष 2012-13 में 244, 2013-14 में 216, 2014-15 में 506, 2015-16 में 189 और 2016-17 में 978 बसों का चालान किया गया। 

शिकायत दर्ज कराने में देर का मतलब यह नहीं कि पीड़िता झूठ बोल रही है : बंबई हाई कोर्ट

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मुंबई , सात अप्रैल, बई उच्च न्यायालय ने सामूहिक दुष्कर्म के एक मामले में चार दोषियों की सजा बरकरार रखते हुए कहा कि यौन हमले की रिपोर्ट तुरंत पुलिस में दर्ज कराने से इनकार करने का मतलब यह नहीं है कि पीड़िता झूठ बोल रही है क्योंकि भारतीय महिलाएं विरले ही ऐसे झूठे आरोप लगाती हैं। न्यायमूर्ति ए एम बदर ने इस सप्ताह के शुरू में दत्तात्रेय कोरडे , गणेश परदेशी , पिंटू खोसकर और गणेश जोले की अपील खारिज कर दी। इन चारों ने अप्रैल 2013 में सुनाए गए सत्र अदालत के उस आदेश को चुनौती दी थी जिसमें उन्हें सामूहिक बलात्कार के जुर्म में दस साल जेल की सजा सुनाई गई थी। इन चारों को 15 मार्च 2012 को एक महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म करने और उसके पुरुष दोस्त से मारपीट करने का दोषी ठहराया गया था। यह घटना तब की थी जब दोनों पीड़ित नासिक जिले में त्रयम्बकेश्वर से लौट रहे थे। दोषियों ने दावा किया कि उन्हें इस मामले में इसलिए फंसाया गया क्योंकि उन्होंने पीड़िता और उसके दोस्त को आपत्तिजनक हालत में देख लिया था और उन्हें अशोभनीय व्यवहार के लिए पुलिस के पास ले जाने की धमकी दी थी। उन्होंने कहा कि महिला ने दावा किया कि यह घटना 15 मार्च को हुई जबकि उसने दो दिन बाद शिकायत दर्ज करायी। वादियों ने कहा कि मेडिकल जांच में दुष्कर्म की बात से इनकार कर दिया गया क्योंकि महिला के शरीर पर चोट के कोई निशान नहीं थे। बहरहाल , उच्च न्यायालय ने दोषियों की सजा बरकरार रखते हुए एक मामले में उच्चतम न्यायालय द्वारा की गई उस टिप्पणी का हवाला दिया कि ‘‘ भारत में विरले ही कोई लड़की या महिला यौन उत्पीड़न के झूठे आरोप लगाएगी। ’’ न्यायमूर्ति बदर ने कहा कि समाज के रूढ़िवादी वर्ग से आने वाली और अपने पति से अलग हो चुकी पीड़ित को कलंक लगने और अपनी अस्मिता पर सवाल खड़े होने का डर होगा। अदालत ने कहा , ‘‘ महिला को अपने माता - पिता समेत समाज द्वारा तिरस्कारपूर्ण नजरों से देखे जाने का डर था। सामूहिक दुष्कर्म के बाद शर्म की भावना के कारण तुरंत पुलिस में शिकायत दर्ज ना कराना असामान्य नहीं कहा जा सकता और इसे ले कर उसकी बात पर संदेह नहीं किया जा सकता। ’’  साथ ही अदालत ने कहा कि चोट के निशान ना होना यह साबित नहीं करता कि महिला के साथ बलात्कार नहीं हुआ था। 

सलमान खान को काले हिरण के शिकार मामले में मिली जमानत

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जोधपुर, सात अप्रैल, अभिनेता सलमान खान को जोधपुर की जिला एवं सत्र अदालत ने वर्ष 1998 के काले हिरण के शिकार मामले में आज जमानत दे दी। सलमान को इस मामले में पांच साल जेल की सजा सुनाई गई थी। बचाव पक्ष के वकील ने बताया कि जिला एवं सत्र न्यायाधीश रवींद्र कुमार जोशी ने करीब एक घंटे तक अभियोजन और बचाव पक्ष की दलीलें सुनीं और दोपहर करीब तीन बजे फैसला सुनाया।  अदालत ने जमानत देने ओैर सजा को निलम्बित करने की याचिका पर सुनवाई शुरू की और तीसरे पहर जमानत याचिका मंजूर करने का फैसला सुनाया। फैसले के वक्त सलमान खान की बहनें अलवीरा और अर्पिता अदालत में मौजूद रही। सलमान की जमानत याचिका मंजूर होते ही उनके प्रशंसक खुशी से झूम उठे। अभिनेता ने गुरुवार को सजा सुनाए जाने के बाद जोधपुर केंद्रीय कारागार में दो रातें काटी। सलमान खान के वकील हस्ती मल सारस्वत ने बताया कि अदालत ने सलमान खान को पचास हजार रुपये के मुचलके पर जमानत दी है। गौरतलब है कि सीजेएम (ग्रामीण) ने गुरूवार को सलमान खान को कांकाणी गांव में दो हिरण का शिकार करने के जुर्म में दोषी ठहराते हुए पांच साल की कैद और दस हजार रूपये का जुर्माने की सजा सुनायी थी जबकि पांच सह आरोपियों को सन्देह का लाभ देते हुए बरी कर दिया था। बचाव पक्ष के वकील ने गुरूवार को ही सलमान खान की ओर से जमानत और सजा को निलम्बित करने की याचिका जिला एवं सत्र अदालत में पेश की थी। अदालत ने कल उस पर सुनवाई करने तथा निचली अदालत का रिकार्ड तलब करने के बाद अगली सुनवाई के लिए आज की तिथि तय की थी। जिला एवं सत्र अदालत ने आज बॉलीवुड सुपरस्टार की जमानत याचिका पर सुनवाई करते हुए जमानत याचिका मंजूर कर ली। बचाव पक्ष के वकील हस्तीमल सारस्वत के अनुसार, अदालत से जमानत के आदेश शाम तक केन्द्रीय कारागृह में पहुंच जाने और शाम तक सलमान खान के जेल से रिहा होने की संभावना है।

कैम्ब्रिज एनालिटिका की तरह फेसबुक के और डाटा उल्लंघन हो सकते हैं

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न्यूयार्क , छह अप्रैल, अपने उपयोगकर्ताओं के डेटा के दुरुपयोग को लेकर आलोचनाओं से घिरे फेसबुक का मानना है कि उपयोगकर्ताओं के निजी डेटा के उल्लंघन के और मामले सामने आने की आशंका है। कंपनी की मुख्य परिचालन अधिकारी शेरिल सैंडबर्ग ने कहा है कि कंपनी ऑडिट कर रही है लेकिन उन्होंने चेतावनी दी कि डेटा उल्लंघन के और मामले सामने आ सकते हैं।  उन्होंने एनबीसी से साक्षात्कार में कहा , ‘‘ मैं यहां बैठकर यह नहीं कह रही हूं कि और मामले सामने नहीं आने जा रहे हैं क्योंकि हम यहां हैं। ’’  उन्होंने इस बात पर बल दिया है कि सोशल मीडिया कंपनी ने सदैव निजता की देखभाल की है लेकिन ‘ मैं मानती हूं कि संतुलन बिगड़ गया।  पिछले महीने एक व्यक्ति ने खुलासा किया था कि कैम्ब्रिज एनालिटिका ने फेसबुक उपयोगकर्ताओं की जानकारी के बगैर पांच करोड़ से अधिक प्रोफाइलों की निजी सूचना पाने के लिए थर्ड पार्टी एप्प का इस्तेमाल किया था। यह व्यक्ति पहले कैम्ब्रिज एनालिटिका में काम कर चुका है। 

वेंकट राहुल ने भारोत्तोलन स्पर्धा में भारत को चौथा स्वर्ण पदक दिलाया

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गोल्ड कोस्ट , सात अप्रैल, आर वेंकट राहुल (85 किग्रा ) मौजूदा राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाले चौथे भारतीय भारोत्तोलक बन गये। इक्कीस वर्षीय राहुल ने कुल 338 किग्रा (151 किग्रा और 187 किग्रा ) का वजन उठाया जिससे वह शीर्ष पर रहे।  इस भारतीय भारोत्तोलक को समोआ के डॉन ओपेलोज से करीबी चुनौती का सामना करना पड़ा जो कुल 331 किग्रा (151 किग्रा और 187 किग्रा ) का वजन उठाने में सफल रहे।  दोनों भारोत्तोलकों ने क्लीन एवं जर्क में अपने अंतिम प्रयास में 191 किग्रा वजन उठाने का विकल्प चुना लेकिन दोनों ही इसमें चूक गये। लेकिन समोआ का भारोत्तोलक 188 किग्रा वजन उठाने के दूसरे प्रयास में भी विफल हो गया जिससे राहुल शीर्ष स्थान हासिल करने में कामयाब हुए।  अगर ओपेलोज अपने अंतिम प्रयास में सफल हो जाते तो राहुल को रजत से संतोष करना पड़ता क्योंकि वह तीसरे प्रयास में फाउल हो गये थे।  पिछले साल राष्ट्रमंडल चैम्पियनशिप में राहुल ने कुल 351 किग्रा (156 किग्रा और 195 किग्रा ) का वजन उठाया था। 

आखिरी क्षणों की ढील ने भारत ने पाक से 2-2 से ड्रा खेला

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गोल्ड कोस्ट , सात अप्रैल, जब सारा रोमांच आखिरी सात सेकेंड पर टिक गया था तब भारतीय हाकी टीम अंतिम क्षणों में गोल खाने की अपनी पुरानी समस्या से निजात पाने में नाकाम रही और उसे राष्ट्रमंडल खेलों के अपने शुरूआती मैच में आज यहां चिरप्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान से 2-2 से ड्रा खेलना पड़ा। पाकिस्तान को आखिरी सात सेकेंड में पेनल्टी कार्नर मिला। इसे जब लिया गया तब लगा कि उसका बचाव कर लिया गया है लेकिन पाकिस्तान की अपील पर उसे बहाल कर दिया गया जो आखिर में भारत के लिये घातक साबित हुआ।  दोनों टीमों के बीच रोमांचक मुकाबले की उम्मीद थी लेकिन यह नीरस साबित हुआ जिसमें पी श्रीजेश के कुछ शानदार बचाव आकर्षण का केंद्र रहे।  भारत की तरफ से दिलप्रीत सिंह (13 वें मिनट ) और हरमनप्रीत सिंह (19 वें मिनट ) ने जबकि पाकिस्तान के लिये मोहम्मद इरफान जूनियर (38 वें मिनट ) और मुबाशर अली (59 वें मिनट ) ने गोल किये।  भारतीय डिफेंडर रूपिंदर पाल सिंह ने मैच के बाद कहा , ‘‘ हम अपने प्रदर्शन से संतुष्ट नहीं हैं। हम यह मैच जीतना चाहते थे। हम परिणाम से निराश हैं। ’’ उन्होंने हालांकि यह मानने से इन्कार कर दिया कि अपने चिरप्रतिद्वंद्वी के खिलाफ टीम पर किसी तरह का दबाव था। 

उन्होंने कहा , ‘‘ यह विशेष मैच नहीं था। हम केवल एक मैच खेल रहे थे। हम पर भावनाएं हावी नहीं थी। हम केवल अपने मजबूत पक्षों पर ध्यान दे रहे थे। ’’  इसे प्रारंभिक चरण का सबसे रोमांचक मुकाबला माना जा रहा था और इसलिए काफी संख्या में दर्शक पहुंचे थे। दोनों देशों के काफी दर्शक स्टेडियम में मौजूद थे लेकिन आस्ट्रेलियाई दर्शकों ने इसमें जोश भरा जो भारत - पाकिस्तान मैच के रोमांच को देखने के लिये यहां पहुंचे थे। इसके अलावा ढोल की थाप ने भी दर्शकों का उत्साह बनाये रखा। मैदान पर भारत ने दबदबा बनाया हालांकि कुछ अवसरों पर उसका प्रदर्शन लचर रहा। फारवर्ड दिलप्रीत सिंह ने पहले क्वार्टर में गोल करके पिछली बार के उप विजेता भारत को शुरूआती बढ़त दिलायी। दूसरे क्वार्टर में हरमनप्रीत सिंह ने दूसरे पेनल्टी कार्नर को गोल में बदलकर भारत को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया। पाकिस्तान ने भी दो पेनल्टी कार्नर हासिल किये लेकिन अनुभवी पी श्रीजेश बेहतरीन बचाव करके भारत को संकट में नहीं पड़ने दिया। भारत ने तीसरे क्वार्टर के शुरू में पेनल्टी कार्नर हासिल किया लेकिन पाकिस्तानी गोलकीपर इमरान बट ने रूपिंदर पाल सिंह के प्रयास को आसानी से डिफलेक्ट कर दिया। 

पाकिस्तानी टीम प्रतिस्पर्धी नजर नहीं आ रही थी लेकिन मोहम्मद इरफान जूनियर ने तीसरे क्वार्टर में मैदानी गोल करके उनमें जोश भरा। पहले यह गोल मोहम्मद अर्सलान कादिर के नाम पर दर्ज हुआ था लेकिन रीप्ले से पता चला कि आखिर में गेंद इरफान जूनियर की स्टिक को चूमकर गोल के अंदर गयी थी। पाकिस्तान ने अंतिम 15 मिनट में तीखे तेवर अपनाये और लगातार तीन पेनल्टी कार्नर हासिल किये लेकिन श्रीजेश की ठोस दीवार से पार पाना उनके लिये आसान नहीं रहा। यही नहीं पाकिस्तानी शाट में भी दम नहीं था। मनदीप सिंह के पास आखिरी क्षणों में भारत को बढ़त दिलाने का मौका था लेकिन उनका शाट बचा लिया गया। जब केवल सात सेकेंड का समय बचा था तब पाकिस्तान को पेनल्टी कार्नर मिला जिससे भारतीय खेमा चिंतित हो गया और आखिर में उनकी चिंता जायज साबित हुई। भारतीय टीम ने गोल गंवा दिया और जिस मैच में उसे पूरे अंक हासिल करने चाहिए थे उसमें उसे अंक बांटने पड़े। 
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