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दलित हत्या पर राहुल ने कहा, आरएसएस-भाजपा की 'दमनकारी सोच'को हराएंगे

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नयी दिल्ली, 23 मई, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुजरात में एक दलित युवक की पीट-पीट कर हत्या किए जाने की घटना की निंदा करते हुए कहा कि आरएसएस-भाजपा की 'दमनकारी सोच'को सब मिलकर हराएंगे। राहुल ने इस घटना से जुड़ा एक वीडियो पोस्ट करते हुए ट्वीट किया, 'रूह कंपा देने वाला यह वीडियो मनुवादी सोच का नतीजा है। इससे पहले यह बीमारी हमारे देश में और फैले, हमें इसे रोकना होगा।'  उन्होंने कहा, 'आरएसएस/भाजपा की इस दमनकारी सोच को हम सब मिलकर हराएंगे। वक्त है बदलाव का।'  गौरतलब है कि पिछले दिनों में गुजरात के राजकोट जिले के एक कारखाना परिसर में फैक्ट्री के मालिक सहित पांच लोगों ने कूड़ा बीनने वाले 35 वर्षीय दलित को कथित तौर पर पीट-पीटकर मार डाला। उन्हें पीड़ित और उसकी पत्नी पर चोर होने का संदेह था। अधिकारियों ने बताया कि मुकेश वानिया और उसकी पत्नी जयाबेन वानिया की पिटाई की गयी। इसका वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गया था। रदाडिया इंडस्ट्रीज के मालिक सहित पांच आरोपियों को अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम और आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया है।

धोनी ने सफलता का श्रेय ड्रेसिंग रूम के माहौल को दिया

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मुंबई, 23 मई, चेन्नई सुपर किंग्स के करिश्माई कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने टीम के सातवीं बार आईपीएल फाइनल में पहुंचने का श्रेय ड्रेसिंग रूम के माहौल को दिया ।  दो साल के प्रतिबंध के बाद टूर्नामेंट में वापसी कर रही दो बार की चैम्पियन चेन्नई ने कल रात सनराइजर्स हैदराबाद को पहले क्वालीफायर में दो विकेट से हराकर सातवीं बार फाइनल में जगह बनाई ।  धोनी ने मैच के बाद कहा ,‘‘ पिछले दस सत्र से हमारी टीम अच्छी रही है लेकिन इसका श्रेय ड्रेसिंग रूम के माहौल को ज्यादा जाता है।’’  दो बार के विश्व कप विजेता कप्तान ने कहा ,‘‘ यह खिलाड़ियों और सहयोगी स्टाफ के बिना संभव नहीं है । माहौल अच्छा नहीं होगा तो खिलाड़ी एक दिशा में नहीं चलेंगे लेकिन हम अपने खिलाड़ियों को एक दिशा में रखने में कामयाब रहे हैं ।’’  हरफनमौला ड्वेन ब्रावो ने जीत का जश्न ड्रेसिंग रूम में डांस के साथ मनाया । टीम ने ट्विटर पर यह वीडियो डाला है जिसमें ब्रावो और हरभजन सिंह कप्तान धोनी के सामने नाच रहे हैं । धोनी ने कहा ,‘‘ जीतना हमेशा सुखद होता है । शीर्ष दो में रहने के मायने थे कि आपको एक और मौका मिलेगा ।’’  जीत के लिये 140 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए चेन्नई ने सात विकेट 92 रन पर गंवा दिये थे लेकिन फाफ डु प्लेसिस ने 42 गेंद में 67 रन बनाकर टीम को जीत तक पहुंचाया ।  धोनी ने कहा ,‘‘फाफ की पारी ऐसी थी जिसमें अनुभव मायने रखता है ।कम मैच खेलने के बावजूद इस तरह खेलना आसान नहीं होता । इसलिये मैं हमेशा मानसिक तैयारी पर जोर देता हूं और इसमें अनुभव की भूमिका अहम होती है ।’’ 

रुपया 16 महीने के निम्न स्तर पर, डॉलर के मुकाबले 25 पैसे लुढ़का

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मुंबई , 23 मई, अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व की नीतिगत बैठक के नतीजों से पहले आज शुरुआती कारोबार में डॉलर के मुकाबले रुपया 25 पैसे गिरकर 16 महीने के नए निम्न स्तर 68.29 रुपये प्रति डॉलर पर आ गया।  मुद्रा डीलरों ने कहा कि लगातार जारी पूंजी निकासी के बीच अन्य प्रमुख विदेशी मुद्राओं के मुकाबले डॉलर में मजबूती से रुपये में गिरावट देखी गयी।  इसके अलावा , घरेलू शेयर बाजार में शुरुआती गिरावट और निर्यातकों से अमेरिकी मुद्रा की मांग आने से भी रुपये पर दबाव बना।  कल के कारोबारी दिन में डॉलर के मुकाबले रुपया 8 पैसे मजबूत होकर 68.04 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ था। 

माल्या की कंपनी यूबी होल्डिंग्स, 15 अन्य को कारण बताओ नोटिस

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मुंबई , 23 मई, प्रमुख शेयर बाजार नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) ने डिफॉल्टर विजय माल्या की स्वामित्व वाली कंपनी यूबी (होल्डिंग्स) के शेयरों को बाजार से हटाने के लिए कंपनी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। नियमों का अनुपालन नहीं करने की वजह से काफी समय से कंपनी के कारोबार करने पर रोक लगी हुई है।  इसी तरह का कारण बताओ नोटिस माल्या की कंपनी के अलावा 15 अन्य कंपनियों को भी जारी किया गया है। इनमें एनईपीसी इंडिया , नेट 4 इंडिया , ऑर्बिट कॉर्प , आरईआई सिक्स टेन रिटेल , श्री गणेश ज्वेलरी हाउस और आरईआई एग्रो शामिल हैं।  परिसमापन के कारण इन कंपनियों में से कुछ के शेयरों में कारोबार करने से रोक लगाई गई जबकि कुछ कंपनियों को नियमों का अनुपालन नहीं करने पर कारोबार करने से निलंबित रखा गया है।  एनएसई द्वारा प्रस्तावित सूचीबद्धता समाप्त करने की प्रक्रिया पर संबंधित कंपनियां 12 जून तक एक्सचेंज का दरवाजा खटखटा सकती हैं। 

संयुक्त राष्ट्र में भारत, विकासशील देशों की महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका सराही गई

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संयुक्त राष्ट्र, 23 मई, संयुक्त राष्ट्र की शुरुआत से अब तक इसमें भारत तथा अन्य विकासशील देशों से ताल्लुक रखने वाली अग्रणी महिलाओं द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका की यहां सराहना की गई जिनमें विजय लक्ष्मी पंडित तथा हंसा जीवराज मेहता का नाम भी शामिल है। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थाई प्रतिनिधि सैयद अकबरुद्दीन ने यहां कहा, ‘‘एक कम जाना पहचाना तथ्य यह रहा है कि जब विकसित देश खुद को लैंगिक समानता के नेता के रूप में स्थापित करने की कोशिश करते हैं तो पता चलता है कि ऐसी केवल तीन महिलाएं हैं जिन्होंने महासभा की अध्यक्ष के रूप में सेवा की है। ये सभी तीनों महिलाएं विकासशील देशों से रही हैं।’’  विशेष कार्यक्रम ‘महिला एवं संयुक्त राष्ट्र का आरंभ: एक दक्षिणी विरासत’ में बोलते हुए अकबरुद्दीन ने कहा कि 1953 में महासभा के लिए अध्यक्ष के रूप में निर्वाचित पहली महिला (विजय लक्ष्मी पंडित) भारत से थीं। उन्होंने कहा कि महासभा की अन्य महिला अध्यक्ष लाइबेरिया से एंजी एलिजाबेथ ब्रुक्स और बहरीन से हया रशीद अल खलीफा रही हैं। ब्रुक्स 1969 में तथा हया 2006 में महासभा की अध्यक्ष निर्वाचित हुई थीं। अकबरुद्दीन ने कहा कि महासभा की अगली अध्यक्ष भी महिला होगी, यह एक बार फिर विकासशील देशों से होंगी।

उन्होंने कहा, ‘‘संयुक्त राष्ट्र के सात दशकों से अधिक के समय में विकसित देशों में से किसी देश ने अध्यक्ष के रूप में अपने यहां की किसी महिला के नाम की सिफारिश नहीं की है।’’  अकबरुद्दीन ने उल्लेख किया कि हालांकि संयुक्त राष्ट्र प्रणाली में वरिष्ठ पदों पर नियुक्तियों में लैंगिक समानता के लिए महासचिव के प्रयासों का हम स्वागत करते हैं, लेकिन ‘‘यह देखना भी महत्वपूर्ण है कि वरिष्ठ पदों पर कितनी महिलाएं विकासशील देशों से हैं।’’  संयुक्त राष्ट्र की कैबिनेट सचिव मारिया लुइजा विओत्ति ने भी ब्राजील, डोमिनिक गणराज्य, भारत, मेक्सिको, पाकिस्तान, उरुग्वे और वेनेजुएला जैसे विकासशील देशों से ताल्लुक रखने वाली महिलाओं द्वारा संयुक्त राष्ट्र के शुरुआती वर्षों में निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका की सराहना की। उन्होंने कहा कि हालांकि विश्व निकाय आज समानता के लिए काम करता है, ऐसे में ‘‘हमें अपना इतिहास भी याद रखना चाहिए। विकासशील देशों से ताल्लुक रखने वाली महिलाओं के सम्मान ने न सिर्फ आज उन्हें देय मान्यता प्रदान की है, बल्कि उस अपूर्ण ऐतिहासिक विवरण को दुरुस्त भी किया है जो ब्राजील, डोमिनिक गणराज्य, भारत, मेक्सिको, पाकिस्तान, उरुग्वे और वेनेजुएला जैसे देशों से ताल्लुक रखने वाली महिलाओं की भूमिका को दिखाने में विफल रहा।’’ 

विओत्ति ने कहा कि महासचिव एंतोनियो गुतारेस और वह संयुक्त राष्ट्र संस्थापन प्राधिकार के विस्तार में विकासशील देशों की महिलाओं की भूमिका को मान्यता देते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हम ब्राजील, डोमिनिक गणराज्य, भारत, मेक्सिको, पाकिस्तान, उरुग्वे और वेनेजुएला से ताल्लुक रखने वाली महिलाओं के उल्लेखनीय प्रयासों के लिए उनके आभारी हैं।’’ अकबरुद्दीन ने कहा कि यह आयोजन संयुक्त राष्ट्र के उल्लेखनीय बहुपक्षीय फोरम के सृजन में विशेषकर विकासशील देशों की महिलाओं के ऐतिहासिक योगदान को याद करता है और उसे मान्यता प्रदान करता है। महिलाएं स्वप्नदृष्टा और प्रेरक नेता थीं।  उन्होंने कहा, ‘‘शुरुआती वर्षों में संयुक्त राष्ट्र के कार्य में महती योगदान देने वाली भारत की महिलाएं ऐसी नेता थीं जो पूर्ववर्ती वर्षों में स्वतंत्रता आंदोलन में अत्यंत सक्रिय रही थीं। इसके साथ ही वे राष्ट्र निर्माण प्रक्रिया में सक्रियता से शामिल थीं।’’  भारत की महिलाओं के योगदान को रेखांकित करते हुए अकबरुद्दीन ने कहा कि मेहता एक सुधारक, शिक्षाविद तथा उत्कृष्ट लेखिका थीं। उन्होंने मानवाधिकार मामलों से संबंधित संयुक्त राष्ट्र आयोग में सेवा की थी और वह मानवाधिकार वैश्विक घोषणा (यूडीएचआर) में भाषा के लिहाज से अधिक लैंगिक संवेदनशीलता सुनिश्चित कराने के लिए जानी जाती हैं।

इस दौरान एक अन्य महत्वपूर्ण हस्ती लक्ष्मी मेनन का भी जिक्र हुआ जो 1949 से 1950 तक संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारतीय प्रतिनिधि तथा महिलाओं की स्थिति से संबंधित संयुक्त राष्ट्र आयोग की प्रमुख थीं। अकबरुद्दीन ने इस अवसर पर मेनन के कार्यों का जिक्र करते हुए उनकी सराहना की। इस अवसर पर बेगम शरीफाह और हामिद अली के योगदान को भी सराहा गया। अली ने अपना राजनीतिक करियर महात्मा गांधी की अनुयायी के रूप में शुरू किया था और 1935 में वह ऑल इंडिया वुमेन्स कान्फ्रेंस की अध्यक्ष बनीं। वह भारत की आजादी के वर्ष 1947 में महिलाओं की स्थिति से संबंधित संयुक्त राष्ट्र आयोग की सदस्य बनीं।

क्षेत्रीय दलों को मजबूती देना हमारा मिशन : ममता, चंद्रबाबू

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नई दिल्ली, 23 मई, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और आंध्र प्रदेश के उनके समकक्ष एन. चंद्रबाबू नायडू ने बुधवार को कहा कि एच. डी. कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण समारोह में उनकी भागीदारी का मतलब क्षेत्रीय पार्टियों की एकजुटता को मजबूती देना है और वे इस प्रयास में किसी बाधा को आने की इजाजत नहीं देंगे। बनर्जी ने कहा, "हमें खुशी है कि कुमारस्वामीजी आज (बुधवार) शपथ ले रहे हैं और हम कर्नाटक के भाइयों और बहनों को बधाई देते हैं। हमें खुशी है कि हमें आमंत्रित किया गया। सभी क्षेत्रीय दल यहां कुमारस्वामीजी और उनकी सरकार को समर्थन देने के लिए मौजूद रहेंगे। हमें सर्वश्रेष्ठ की आशा है। हम सभी राजनीतिक दलों के साथ संपर्क में हैं, ताकि राष्ट्र के विकास के लिए कार्य कर सकें।"उन्होंने कहा, "अगर राज्य मजबूत होगा, तो केंद्र भी हमेशा मजबूत रहेगा। और इसलिए हमारा मिशन और विजन बिल्कुल स्पष्ट है। हम एक-दूसरे से मिलेंगे, एक-दूसरे से बात करेंगे और यह पार्टी के भविष्य के लिए हमें मजबूती देगा। चंद्रबाबू नायडू और मैं यहां क्षेत्रीय दलों को मजबूती देने के लिए आए हैं और हम ऐसा करना जारी रखेंगे।"बनर्जी ने कहा कि वे क्षेत्रीय पार्टियों के साथ आने में बाधा उत्पन्न करने का किसी दल को कोई मौका नहीं देंगे। अगर हम कोई वादा करते हैं तो उसे पूरा करेंगे। हम किसी से नहीं डरते। हम हिम्मत से काम करते हैं। हम वहीं करेंगे जो क्षेत्रीय दलों और देश के हित में होगा।

कांग्रेस को इस प्रयास से दूर रखा जाएगा के सवाल पर बनर्जी ने कहा, "कांग्रेस को जो करना है, वह वही करेगी और हमें जो करना है हम करेंगे। कांग्रेस एक अलग पार्टी है। कर्नाटक में कांग्रेस और कुमारस्वामी की संयुक्त सरकार बनने जा रही है। हम कुमारस्वामीजी का समर्थन करने आए हैं, क्योंकि वह क्षेत्रीय दल की अगुवाई कर रहे हैं।"बनर्जी ने कहा, "अगर क्षेत्रीय दल साथ आते हैं तो उनके पास अधिक मजबूती होगी। यह समझने के लिए बहुत ही आसान चीज है। इसे हिंदी में कुछ ऐसा कहते हैं, जो हमसे टकराएगा चूर चूर हो जाएगा।"प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के खिलाफ मोर्चे के बारे में पूछे जाने पर नायडू ने कहा, "हम जो कर रहे हैं, उसे देख रहे हैं। हम सभी अधिक से अधिक क्षेत्रीय दलों का प्रसार करना चाहते हैं, यही हमारा और ममताजी का मिशन है।"कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण समारोह में संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, बसपा सुप्रीमो मायावती, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव, राकांपा अध्यक्ष शरद पवार, राजद नेता तेजस्वी यादव, रालोद अध्यक्ष अजीत सिंह, माकपा सचिव सीताराम येचुरी और अभिनेता से राजनेता बने कमल हासन समेत दर्जन भर दिग्गज राजनेता शामिल हो रहे हैं।

मोदी झारखंड में एम्स, बिजली संयंत्र की आधारशिला रखेंगे

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रांची, 23 मई, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को यहां कई परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे, जिसमें अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) और एक चार हजार मेगावॉट सुपर थर्मल ऊर्जा संयंत्र शामिल है। एक अधिकारी ने बुधवार को इस बात की जानकारी दी। प्रस्तावित परियोजनाओं पर 27,212 करोड़ रुपये की भारी भरकम राशि खर्च की जाएगी। मोदी डिजिटल रूप से रामगढ़ जिले के पतरातू में 800गुणा5 मेगावॉट सुपर थर्मल बिजली संयंत्र की आधारशिला रखेंगे। यह पतरातू तापीय विद्युत संयंत्र केंद्र (पीटीपीएस) और राष्ट्रीय तापीय विद्युत संयंत्र(एनटीपीपी) का संयुक्त उपक्रम है। पहले चरण में 18,668 करोड़ रुपये की लागत से 800 मेगावॉट की तीन इकाइयां विकसित की जाएंगी। यह कार्य 2021 से 2022 तक पूरा हो जाएगा। मुख्यमंत्री रघुबर दास ने कहा, "प्रधानमंत्री मोदी देवघर में 1,103 करोड़ रुपये के एम्स की आधारशिला रखेंगे। 750 बेड वाला एम्स 237 एकड़ जमीन पर बनाया जाएगा, जो अगले चार सालों में बनकर पूरा होगा।"प्रधानमंत्री मोदी धनबाद के सिंदरी में हिंदुस्तान उर्वरक रसायन लिमिटेड (हर्ल) के यूरिया संयंत्र के पुनर्निमाण और पुनरारंभ की आधारशिला भी रखेंगे। इसकी अनुमानित लागत 700 करोड़ रुपये के करीब है। इसके अलावा, मोदी देवघर हवाईअड्डे, शहरी क्षेत्रों में एलपीजी वितरित करने के लिए गैस पाईपलाइन और कुछ अन्य परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे। दास ने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दौरा झारखंड के विकास के इतिहास में एक मील का पत्थर साबित होगा।"मुख्यमंत्री ने बुधवार को आगामी 25 मई को होने वाले मोदी के दौरे से पहले तैयारियों की समीक्षा के लिए धनबाद का दौरा किया। 

गर्भवती छात्रा को राहत देने से सुप्रीम कौर्ट का इनकार

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नई दिल्ली, 23 मई, सर्वोच्च न्यायालय ने बुधवार को दिल्ली विश्वविद्यालय की एक छात्रा को परीक्षा देने की अनुमति देने संबंधी याचिका पर अंतरिम राहत देने से इनकार कर दिया। कानून की छात्रा गर्भवती होने की वजह से कई लेक्चर में उपस्थित नहीं हो पाई थी। सेमेस्टर चार में उसकी उपस्थिति कम होने के कारण विश्वविद्यालय प्रशासन ने उसे परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं दी थी। न्यायमूर्ति ए. एम. खानविल्कर, न्यायमूर्ति नवीन सिन्हा की पीठ ने परीक्षा देने संबंधी उसकी याचिका को खारिज कर दिया। याचिकाकर्ता के एक पेपर की परीक्षा बुधवार को हुई। पीठ ने हालांकि याचिकाकर्ता को दिल्ली उच्च न्यायालय की पीठ के समक्ष अपनी याचिका को आगे बढ़ाने की अनुमति दे दी। दिल्ली उच्च न्यायालय ने सोमवार को द्वितीय वर्ष की छात्रा अंकिता मीणा को परीक्षा में शामिल होने के लिए अंतरिम राहत देने से इनकार कर दिया था और कहा था कि इसके लिए पहले मामले की विस्तृत जानकारी के बारे में पता लगाने की जरूरत है। मीणा के वकील आशीष विरमानी और हिंमाशु धुपर इस मामले में मंगलवार को सर्वोच्च न्यायालय पहुंचे और मामले की तत्काल सुनवाई करने की मांग की ताकि छात्रा परीक्षा में बैठ सके। 

विश्वविद्यालय के वकील के न्यायालय के समक्ष पेश नहीं होने पर न्यायालय ने विश्वविद्यालय के वकील को पेश होने के लिए कहा। पीठ ने कहा, "हम दूसरे पक्ष को सुने बिना कैसे कोई आदेश पारित कर सकते हैं? परीक्षा अपरान्ह दो बजे से है और ऐसे में बिना दूसरे पक्ष को सुने हम क्या कर सकते हैं।"विश्वविद्यालय के वकील अदालत के समक्ष अपरान्ह एक बजे पेश हुए और छात्रा को परीक्षा में बैठने देने का विरोध किया। विश्वविद्यालय की तरफ से पेश वकील मोहिंदर जे.एस. रूपल ने कहा कि फैकेल्टी ऑफ लॉ के विशिष्ट कानून और बार कौंसिल ऑफ इंडिया के नियम के मुताबिक न्यूनतम उपस्थिति 70 प्रतिशत अनिवार्य है। इस बात की तरफ इशारा करते हुए कि याचिकाकर्ता ने मातृत्व अवकाश के लिए आवेदन भी नहीं दिया था, अदालत ने कहा, "यह बहुत असंगत है। हम इस विचार से सहज नहीं है कि सर्वोच्च न्यायालय एक बजे कोई आदेश पारित करे और छात्रा 2 बजे परीक्षा में बैठ जाए। यह कठिन मामला है और कानून आपके पक्ष में नहीं है।"

महिला के साथ सैन्य अधिकारी हिरासत में लिया गया

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श्रीनगर , 23 मई, जम्मू एवं कश्मीर पुलिस ने बुधवार को यहां एक होटल से सेना के एक अधिकारी को एक महिला के साथ हिरासत में ले लिया। दोनों को पुलिस थाने ले जाया गया और वहां सेना के अधिकारी को उसकी यूनिट को सुपूर्द कर दिया गया। अधिकारी की पहचान वर्ष 2017 में पथराव की घटना के दौरान बडगाम जिले में एक स्थानीय युवक को अपने वाहन के बोनेट पर बांधने वाले मेजर के रूप में हुई है। पुलिस ने कहा कि पूर्वाह्न् 11 बजे होटल ग्रांड से किसी झगड़े के बारे में हमें फोन किया गया। पुलिस के बयान के अनुसार, "एक पुलिस दल को यह मामला सौंपा गया और पता चला कि एक महिला और बडगाम निवासी समीर अहमद नामक एक व्यक्ति किसी व्यक्ति से होटल में मुलाकात करना चाह रहे थे।"बयान के मुताबिक, "लेकिन होटल कर्मियों ने उस व्यक्ति से इनलोगों को मुलाकात करने की इजाजत नहीं दी। इसबीच पुलिस होटल पहुंचकर तीनों को पुलिस थाने ले आई।"पुलिस ने कहा, "बाद में पता चला कि महिला सेना के अधिकारी से मिलने गई थी। पुलिस ने सेना अधिकारी की पहचान और विवरण ले लिए हैं। अधिकारी के बयान को दर्ज करने के बाद उन्हें उनके यूनिट को सौंप दिया गया। वहीं महिला के बयान को भी दर्ज किया गया है।"पुलिस महानिरीक्षक एस.पी. पानी ने घटना के संबंध में श्रीनगर(उत्तर) के पुलिस अधीक्षक की अगुवाई में एसआईटी जांच के आदेश दिए हैं।

अमेरिकी सैन्य अभ्यास में शामिल होने का चीन को निमंत्रण नहीं

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वाशिंगटन 23 मई, इस वर्ष अमेरिकी नौसेना के अभ्यास में चीन शामिल नहीं होगा क्योंकि उसने चीन को निमंत्रण नहीं दिया है। अमेरिका के रक्षा मंत्रालय ने इस बात की जानकारी देते हुए बताया कि इसकी मुख्य वजह दक्षिण चीन सागर में चीन के सैन्यीकरण है।  रक्षा मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा, “दक्षिण चीन सागर में चीन के निरंतर सैन्यीकरण के विरुद्ध प्रारंभिक कार्रवाई के रूप में हमने चीनी नौसेना के प्रशांत महासागर के रिम अभ्यास 2018 (आरआईएमपीएसी) में नहीं बुलाया है। हमारे पास पुख्ता सबूत है कि चीन ने दक्षिण चीन सागर के स्प्रैटली द्वीप समूह में युद्ध के उदेश्य से जहाज रोधी मिसाइलों, सतह से हवा में मार करने वाले मिसाइल (एसएएम) प्रणाली तथा इलेक्टॉनिक जैमरों को तैनात किया है। वूडी द्वीप में चीन के बमवर्षक विमान की लैंडिंग की वजह से भी तनाव बढ़ा है।”

सोनिया गांधी ने विधायकों को होटल में रखने पर जताया खेद

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बेंगलुरु, 23 मई, संयुक्त प्रगतिशील गठबंध (संप्रग) अध्यक्ष श्रीमती साेनिया गांधी ने मौजूदा राजनीतिक स्थिति की वजह से पिछले एक सप्ताह से हाेटलों में कैद रखने पर नव निर्वाचित विधायकों से आज खेद जताया।  श्रीमती गांधी ने 12 मई को हुए विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने पर बधाई देने के बाद विधायकों से कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि जीत के बाद लंबे समय तक अाप लोगों काे आपके घरों से दूर रखा गया, लेकिन हालात एेसे थे कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) प्रलाेभन, आयकर विभाग के छापे की धमकी तथा अन्य गलत तरीके अपना कर दबाव बनाने की कोशिश कर सकती थी। इसलिए अाप लोगों काे हाेटलाें में रखना पड़ा। उन्होंने विधायकों को भाजपा के दबाव में नहीं आने के लिए बधाई देते हुए अाश्वासन दिया कि पार्टी आपके इस संघर्ष काे कभी नहीं भूलेगी और जब कभी अवसर मिलेगा तो आपको उपयुक्त पुरस्कार प्रदान किया जाएगा।

नाम के पीछे सिंह लगाने पर दलित की पिटाई

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अहमदाबाद, 23 मई, गुजरात में अहमदाबाद जिले के धोणका क्षेत्र में दलित युवक द्वारा नाम के पीछे सिंह लगाने पर राजपूत समाज के लोगों ने उसकी पिटाई कर दी। पुलिस निरीक्षक एल बी तडवी ने आज बताया कि मौलिक जादव नामक दलित ने थाने में मामला दर्ज करवाया है कि उसने फेसबुक पर खुद के नाम के पीछे सिंह लिखा था। इस विवाद को लेकर धोणका गांव में राजपूत समाज के कुछ लोगों ने कल रात मौलिक जादव की पिटाई कर दी।  पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और मामले की जांच कर रही है।

आने वाली पीढ़ी को बिहार में हो रहे विकास कार्यों का मिलेगा लाभ : नीतीश कुमार

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सुपौल 23 मई, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रदेश के विकास के लिए सरकार की प्रतिबद्धता दुहराते हुये आज कहा कि आने वाली पीढ़ी को राज्य में हो रहे विकास कार्यों का लाभ मिलेगा और वे गौरवान्वित महसूस करेंगे। श्री कुमार ने यहां सरायगढ़ भपटियाही उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मैदान में सुपौल, मधेपुरा, सहरसा, मधुबनी एवं दरभंगा जिलान्तर्गत बाढ़ प्रबंधन, बिहार कोसी बेसिन विकास परियोजना, बिहार कोसी बाढ़ समुत्थान परियोजना एवं राज्य योजनान्तर्गत सिंचाई संवर्द्धन के 880 करोड़ रुपये की चार योजनाओं का रिमोट के जरिए शिलान्यास करने के बाद सभा को संबोधित करते हुये कहा कि आने वाली पीढ़ी को राज्य में हो रहे विकास कार्यों का लाभ मिलेगा और वे गौरवान्वित महसूस करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने वर्ष 2008 में आयी कोसी त्रासदी से निपटने के लिए पूरी मजबूती एवं समर्पण के साथ काम किया था और उन्होंने उस समय कहा था कि पहले से बेहतर कोसी बनाएंगे। वर्ष 2005 में न्याय यात्रा के दौरान सुपौल एवं अन्य जिलों की क्या स्थिति थी, आज स्थिति में बदलाव से लोगों के चेहरे पर प्रसन्नता है। इससे साफ पता चलता है कि हालात में परिवर्तन आया है। आज जिन योजनाओं का शिलान्यास किया गया है उससे इस क्षेत्र के कई विधानसभा को लाभ मिलेगा। एक करोड़ से अधिक लोगों को फायदा होगा और 10 लाख हेक्टेयर से ज्यादा क्षेत्र को सुरक्षित किया जा सकेगा। इन योजनाओं से बाढ़ सुदृढीकरण, नहरों का सुदृढ़ीकरण एवं उस पर सड़क का निर्माण होगा।

श्री कुमार ने कहा कि जल संसाधन विभाग के कार्यों में अब काफी तेजी आयी है। इसके लिए विभाग ने तीन उपविभाग गठित किए हैं। इनमें से एक सिंचाई योजना पर काम करता है, दूसरा बाढ़ नियंत्रण सुरक्षा के लिए काम करता है और एक भाग मुख्यालय है जो दोनों के कामों को देखता है। सबका नेतृत्व अभियंता प्रमुख करते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य की 89 प्रतिशत आबादी गांवों में निवास करती है और 73 प्रतिशत आबादी की आजीविका का आधार कृषि है। किसानों की दशा सुधारने के लिए कृषि रोडमैप बनाया गया। पहला कृषि रोडमैप 2008 से 2012, दूसरा कृषि रोडमैप 2012 से 2017 एवं तीसरा कृषि रोडमैप 2017 से 2022 तक लागू किया गया है। इसमें कृषि क्षेत्र से जुड़े हुए हरेक बिंदुओं का शामिल किया गया है।  मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार न्याय के साथ विकास के पथ पर अग्रसर हैं। उन्होंने महिला सशक्तीकरण के लिए किये गये प्रयासों की चर्चा करते हुये कहा कि बिहार पहला राज्य है, जहां महिलाओं को पंचायती राज और नगर निकाय के चुनाव में 50 प्रतिशत आरक्षण दिया गया। स्वयं सहायता समूह का गठन किया गया, जिससे महिलाओं में आत्मविश्वास का भाव पैदा हुआ। साइकिल और पोशाक योजना से लड़कियों के मन में आगे बढ़ने का उत्साह कायम हुआ। उन्होंने कहा कि नारी सशक्तिकरण को ध्यान में रखकर ही बिहार में शराबबंदी लागू की गई। महिलाओं को सचेत और सतर्क रहना होगा ताकि शराब छोड़कर लोग दूसरी नशीली पदार्थ का सेवन न करने लगें। उन्होंने कहा कि बाल विवाह और दहेज प्रथा के उन्मूलन को लेकर अभियान चलाया जा रहा है, यह महिला सशक्तिकरण और समाज सुधार की दिशा में उठाया गया कदम है। 

श्री कुमार ने बिहार में लागू हुई मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना का जिक्र करते हुए कहा कि इसका उद्देश्य बाल विवाह को रोकना है। इस योजना के तहत दो वर्ष की उम्र पूरा करने वाली बालिकाओं को राज्य सरकार की ओर से 5000 रुपये दी जायेगी, जिसमें लड़की पैदा होने के वक्त उसके माता-पिता के खाते में 2000 रुपये, एक साल बाद आधार से लिंक होने पर 1000 रुपये और दो वर्ष की अवधि तक पूर्ण टीकाकरण होने पर पुनः 2000 रुपये उपलब्ध कराये जायेंगे। उन्होंने कहा कि इस योजना से लिंग अनुपात सुधरेगा, भ्रूण हत्या में कमी आएगी, बाल विवाह रुकेगा तथा लड़कियां शिक्षित होंगी। इसके अतिरिक्त पहले से चल रही पोशाक योजना की राशि में भी बढ़ोत्तरी की गयी है, जिसमें कक्षा एक एवं दो में पढ़ने वाली लड़कियों को 400 रुपये की जगह 600 रुपये, कक्षा तीन से पांच में पढ़ने वाली बालिकाओं को 500 के बजाये 700 रुपये, कक्षा छह से आठ में पढ़ने वाली छात्राओं के लिए 700 की जगह 1000 रुपये और कक्षा नौ से 12 वीं में पढ़ने वाली छात्राओं को अब 1000 की जगह 1500 रूपये की राशि पोशाक के लिए प्रदान की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि किशोरी स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत सातवीं से 12वीं में पढ़ने वाली लड़कियों को सैनेटरी नैपकिन के लिए पहले जहां 150 रुपये सालाना दिये जाते थे, अब उसकी जगह उन्हें 300 रुपये प्रदान किये जायेंगे। उन्होंने कहा कि बाल विवाह पर लगाम लगाने के लिए इंटरमीडिएट पास करने वाली अविवाहित लड़कियों को 10000 रुपये प्रदान करने का राज्य सरकार ने फैसला लिया है, वहीं स्नातक करने वाली लड़कियों को 25000 रुपये प्रदान करने का भी राज्य सरकार ने निश्चय किया है, वह चाहे कुंवारी हो या विवाहित। इस प्रकार एक बेटी के पैदा होने से स्नातक की पढ़ाई पूरी करने तक सरकार उन पर 54100 रुपये खर्च करेगी। उन्होंने कहा कि सभी को बेटे की तरह बेटी पर भी ध्यान देना चाहिए और बीमार पड़ने पर उसका इलाज भी कराना चाहिए। लड़की पैदा होने पर लोग पीड़ा महसूस करते हैं, लेकिन अब लड़की होने पर दुखी होने की आवश्यकता नहीं है। सभी को समझना चाहिए कि महिलाओं के बिना समाज आगे नहीं बढ़ सकता है।

श्री कुमार ने कहा कि अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी) एवं अतिपिछड़े छात्रो को बिहार लोक सेवा आयोग की प्रारंभिक परीक्षा पास करने पर राज्य सरकार की ओर से 50 हजार रुपये दिये जायेंगे। वहीं, संघ लोक सेवा आयोग की प्रारंभिक परीक्षा उत्तीर्ण होने वालों को राज्य सरकार एक लाख रुपये की सहायता प्रदान करेगी ताकि वह आगे की तैयारी कर सकें। उन्होंने कहा कि सात निश्चय योजना के तहत हर घर नल का जल, हर घर शौचालय का निर्माण, हर घर तक पक्की नाली-गली का निर्माण कराया जा रहा है। इस साल के अंत तक हर घर तक बिजली पहुंचा दी जाएगी। सड़क, पुल-पुलियों का निर्माण किया जा रहा है। हरेक क्षेत्र में विकास का काम किया जा रहा है। कमजोर वर्गों को आगे बढ़ाने के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “हम काम में विश्वास करते हैं, जिनको जो बोलना है, वे बोलते रहें। हमारी मानसिकता हर तबके के विकास के लिए काम करना है।” मुख्यमंत्री ने कहा कि सामाजिक कुरीतियों के उन्मूलन के लिए भी काम किया जा रहा है। 21 जनवरी 2017 को मानव श्रृंखला में चार करोड़ लोगों ने हिस्सा लेकर शराबबंदी के पक्ष में अपना समर्थन दिया था और 21 जनवरी 2018 को बाल विवाह एवं दहेज प्रथा के खिलाफ 14 हजार किलोमीटर की मानव श्रृंखला बनायी गयी थी। सरकार केवल अभियान ही नहीं चलाती बल्कि इसके लिए पुलिस महानिरीक्षक का पद भी सृजित किया गया है। गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ बिजली बोर्ड के ट्रांसफार्मर पर दिए गए फोन नंबर पर फोन करने से एक से डेढ़ घंटे के अंदर कार्रवाई की जाएगी और उसकी सूचना भी आपको दी जाएगी। उन्होंने कहा कि महिलाओं के सहयोग के बिना पूर्ण विकास नहीं किया जा सकता है। सामाजिक कुरीतियों का खात्मा महिलाओं के सहयोग से ही संभव है। उन्होंने मुसलमानों को रमजान की मुबारकबाद देते हुये कहा कि समाज में भाईचारे एवं प्रेम का माहौल बनाए रखें। उन्होंने कहा कि मिथिला के बिना बिहार का विकास संभव नहीं है और बिहार के बिना देश का विकास संभव नहीं है। बिहार, समाज सुधार के काम से देश का उदाहरण बनेगा।

श्री कुमार ने शिलान्यास कार्यक्रम से पूर्व विश्वनाथ इंटर महाविद्यालय, भपटियाही के प्रांगण में स्व. विश्वनाथ गुरमैता की प्रतिमा का अनावरण किया। समारोह को ऊर्जा एवं मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन मंत्री बिजेन्द्र प्रसाद यादव, जल संसाधन मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, विधान परिषद् के कार्यकारी सभापति हारुण रशीद, खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री मदन सहनी, अनुसूचित जाति/जनजाति कल्याण मंत्री रमेश ऋषिदेव, राज्य योजना पर्षद के सदस्य संजय झा, विधायक नीरज कुमार बब्लू, अनिरुद्ध प्रसाद यादव, मीना देवी और विधान पार्षद विजय मिश्रा ने भी सभा को संबोधित किया। इस अवसर पर जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव अरुण कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव अतीश चंद्रा, कोसी क्षेत्र के आयुक्त सफीना एन., मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, जल संसाधन विभाग के तकनीकी परामर्शी इंदू भूषण सहित अन्य वरीय पदाधिकारी, जल संसाधन विभाग के पदाधिकारी, अन्य जनप्रतिनिधि एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

तेजस्वी के देश के बड़े नेताओं के साथ दिखने पर भाजपा-जदयू ने किया कटाक्ष

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पटना 23 मई, कर्नाटक के मुख्यमंत्री एच. डी. कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण समारोह में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद यादव के पुत्र और बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव की राष्ट्रीय स्तर के नेताओं के बीच मौजूदगी पर भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) तथा जनता दल यूनाइटेड(जदयू) ने कटाक्ष करते हुए कहा, ‘हाय रे राजनीति, पिता बीमार लेकिन पुत्र तीमारदारी के बजाये चेहरा चमकाने में व्यस्त।’ भाजपा के वरिष्ठ नेता और उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर पर ट्वीट कर कहा कि श्री लालू प्रसाद की सबसे बड़ी संतान डाॅ. मीसा भारती न केवल परिवार में सबसे ज्यादा पढ़ी-लिखी हैं, बल्कि पिता की चिकित्सा के समय उनका साथ देकर उन्होंने अपनी गहरी संवेदनशीलता का भी परिचय दिया। बेटी ने मुंबई के अस्पताल में तीमारदारी करना बेहतर समझा, लेकिन बेटे को बेंगलुरु समारोह में चेहरा चमकाना ठीक लगा। उन्होंने आगे यह भी लिखा कि महिला आरक्षण बिल की काॅपी फाड़ने वालों की पार्टी को अपने दुराग्रह छोड़ने ही पड़ेंगे। 

श्री मोदी ने एक अन्य ट्वीट कर कहा, “कर्नाटक में भाजपा 40 से 104 सीटों पर पहुंच गई जबकि कांग्रेस को सरकार गंवा कर छोटी पार्टी के अधीन डिप्टी-सीएम पद से संतोष करना पड़ा। वे भाजपा को विधानसभा में बढ़ने से नहीं, केवल कुछ दिन के लिए सत्ता में आने से रोक पाये हैं। अच्छा है कि राहुल गांधी ने पराजय में खुश रहना जल्द ही सीख लिया।” उन्होंने कहा कि मायावती-अखिलेश का बेंगलुरु के शपथग्रहण समारोह में मंच साझा करना साबित करता है कि भाजपा की बढ़ती ताकत से सहमी परस्पर विरोधी ताकतें केवल अस्तित्व बचाने के लिए एक-दूसरे को सहारा दे रही हैं। कर्नाटक विपक्ष की मजबूती नहीं, दयनीय हालत का साक्षी बना। वहीं, जदयू के प्रवक्ता डाॅ. अजय आलोक ने कहा, “हाय रे राजनीति, बाप गम्भीर रूप से बीमार, इलाज के लिए अस्पताल, पुत्र चेहरा चमकाने में बेहाल। हमारी भारतीय संस्कृति में इसीलिए बेटियों को लक्ष्मी कहा गया हैं, ज़रूरत पर मां-बाप के लिए हमेशा रहती हैं लेकिन उत्तराधिकारी बेटे बन जाते हैं। इसपर सोचना चाहिए।” गौरतलब है कि श्री कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण समारोह में देश भर के कई बड़े नेताओं के साथ बिहार से सिर्फ तेजस्वी यादव को आमंत्रित किया गया था। राजद इसे बेहद अहम मान रहा है और उसका दावा है कि श्री तेजस्वी यादव ने अब राष्ट्रीय स्तर के नेता के रूप में पहचान बन ली है और वह विपक्षी एकता के एक अहम सूत्रधार हैं।

रोहिंग्या आतंकवादियों ने पिछले साल किया सौ हिंदुओं का नरसंहार : एमनेस्टी

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नयी दिल्ली, 23 मई, अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संस्था एमनेस्टी इंटरनेशनल ने खुलासा किया है कि म्यांमार के राखीन प्रांत के गांवों में रोहिंग्या आतंवादी संगठन अराकन रोहिंग्या साल्वासिन आर्मी (एआरएसए) ने पिछले वर्ष अगस्त में 100 हिंदू पुरुषों, महिलाओं और बच्चों की निर्मम हत्या की। एमनेस्टी ने म्यांमार के राखीन प्रांत तथा बंगलादेश की सीमा पर किए गए एक सर्वेक्षण के आधार पर यह खुलासा किया है। सर्वेक्षण में कहा गया है कि उसके द्वारा जुटाए गए आंकड़े जमीनी हकीकत पर आधारित हैं और उसने ये आंकडे राखीन प्रांत तथा बंगलादेश की सीमा से जुड़े इलाकों में विभिन्न लोगों से बातचीत कर जुटाए हैं। सर्वेक्षण में कहा गया है कि रोहिंग्या आतंकवादी संगठन एआरएसए को हिंदू और अन्य समुदाय के लोगों से भय था इसलिए दहशत में उसने इस तरह के कृत्य को अंजाम दिया। एमनेस्टी इंटरनेशल में क्राइसेस रिस्पांस की निदेशक तिराना हसन ने कहा ‘‘मौके से जुटायी गयी हमारी जांच में एआरएसए द्वारा राखीन के उत्तरी क्षेत्र में मानवाधिकार उल्लंघन की घटनाएं सामने आयी है। एआरएसए की कार्रवाई को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। इस बारे में जिन लोगों से बातचीत की गयी वे अत्यधिक डरे हुए और बेहद सहमे हुए थे। सर्वेक्षण के दौरान जिन लोगों से बातचीत की गयी उनका कहना था कि इन घटनाओं को राज्य के उत्तरी क्षेत्र में स्थित मौंगद्वार कस्बे के कई गांवों में अंजाम दिया गया। म्यांमार में आतंकवादी संगठनों तथा सुरक्षा बलों द्वारा की जाने वाली मानवाधिकार की घटनाओं को देखने की जरूरत है।”  रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले वर्ष 26 अगस्त को एआरएसए ने हिंदुओं के गांव अह नौ खा मौंग शेख में हमला किया। इस अमानवीय कृत्य के दौरान आतंकवादियों ने महिला, पुरुषों और बच्चों को पकड़ा और गांव के बाहरी इलाके में ले जाकर उनके साथ अत्याचार किया। इन घटनाओं को अंजाम देने वाले हथियारबंद लोग काले कपडों में गांवों में घुसे थे। इन गांवों में बौध भी रहते हैं।

विशेष आलेख : कर्नाटक की विपक्षी एकता का सबब

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कर्नाटक में जनता दल-सेकुलर के नेता एचडी कुमारस्वामी के मुख्यमंत्री पद की शपथ का समारोह मोदी बनाम बाकी राजनीतिक दलों की एकता के रूप में उभरकर सामने आया है। एक सशक्त एवं प्रभावी लोकतंत्र के लिये सशक्त विपक्ष का होना जरूरी है, जिसके दर्शन नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद नहीं हो पा रहे थे। यह मोदी का प्रभावी व्यक्तित्व एवं राजनीतिक कुशलता ही थी कि उन्होंने विपक्षी एकता को संभव नहीं होने दिया। अब कर्नाटक की राजनीति के समीकरण और अंकगणित ने विपक्षी एकता का दृश्य उपस्थित कर दिया है। संभावना की जा रही है, यदि यह विपक्षी एकता वर्ष 2019 के चुनाव तक कायम रही तो भाजपा के लिये बड़ी चुनौती ही नहीं बनेगा, बल्कि समूचे राजनीतिक समीकरण बदल देगी। यही वजह है कि शपथ ग्रहण समारोह बड़ी खबर नहीं था बल्कि वहां सबसे बड़ी खबर थी, देशभर के विपक्षी नेताओं का एकजुट होना। जहां एक तरफ कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी वहां मौजूद थे, तो वहीं दूसरी ओर ममता बनर्जी, चंद्रबाबू नायडू और अरविंद केजरीवाल जैसे मुख्यमंत्री भी वहां थे। अखिलेश यादव, मायावती, तेजस्वी यादव, सीताराम येचुरी, डी राजा और अजित सिंह जैसे ऐसे नेता भी इस अवसर की शोभा बढ़ा रहे थे, जिनका जनाधार कुछ जगहों पर बाजी पलटने की क्षमता रखता है। पूरे देश के तमाम गैर-भाजपा नेताओं के एक जगह जमा होने से विपक्षी एकता की बड़ी उम्मीद बंधी है। देश के विभिन्न दलों में नए ध्रूवीकरण या नए समीकरण बनाने की बेचैनी अब साफ दिखाई देने लगी है। हालांकि यह भी तय है कि आगे के रास्ते उतने आसान नहीं होंगे, जितनी कि बेंगलुरु में जमा हुए नेताओं के चेहरों की मुस्कान है और उनके मनों में घर कर गयी उम्मीदें हैं।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं भाजपा के खिलाफ मोर्चेंबंदी का उद्देश्य तय होना जरूरी है। सवा सौ करोड देशवासियों में व्याप्त मायूसी को दूर करने के लिये किसी एक बड़े लक्ष्य के साथ अगर यह विपक्षी एकता आगे बढ़ती है तो निश्चित ही इसके सुपरिणाम आयेेंगे। अन्यथा बरसाती मेंढ़कों को एक पात्र में एकत्र करने पर वे जिस तरह उछलकूद करते हुए पात्र से बाहर हो जाते हंै, वैसी ही हास्यास्पद स्थिति न बन जाये। क्योंकि बिहार विधानसभा चुनाव के बाद नीतीश कुमार के शपथ ग्रहण में भी कुछ-कुछ ऐसा ही नजारा दिखा था, लेकिन नीतीश ने बाद में पलटी मारकर विपक्ष की एकता का सपना तोड़ दिया। बहरहाल, कर्नाटक में कांग्रेस की पहलकदमी से विपक्षी एकता फिर परवान चढ़ रही है, जो भाजपा के लिये एक खतरा है। सच कहा जाए तो कर्नाटक विपक्षी एकता की प्रयोगशाला के रूप में उभरा है। कांग्रेस-जेडीएस सरकार का गठन एकजुटता के इस नए प्रयोग की शुरुआत है। अगर यह सरकार सफल होती है जो विपक्षी एकता भी संभव हो सकती है, जिसकी संभावनाएं भविष्य के गर्भ में है। भले ही विपक्षी नेताओं ने यहां आकर संदेश दिया है कि वे बीजेपी के खिलाफ मिलकर लड़ने के लिए तैयार हैं। वैसे तो वे अपने-अपने स्तर से पिछले एक-डेढ़ साल से एकता के लिए प्रयासरत हैं। यूपी में समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी ने कड़वाहट भुलाकर हाथ मिला लिया और दो अहम लोकसभा सीटों पर हुए उपचुनावों में बीजेपी को करारी शिकस्त दी। तेलंगाना के सीएम के. चंद्रशेखर राव और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भाजपा विरोधी मोर्चा बनाने के संकेत दिए ही है। लेकिन अब ये सभी दल मानने लगे हैं कि विपक्षी एकता कांग्रेस की अगुआई में, या उसे तवज्जो देकर ही संभव है। खुद कांग्रेस भी कर्नाटक के अनुभव से इस निष्कर्ष पर पहुंची है कि क्षेत्रीय दलों को पूरा महत्व देकर ही भाजपा को पलटी दी जा सकती है। 

विपक्षी दलों का यह शक्ति प्रदर्शन एक नयी सुबह की आहट है, लेकिन इसके आधार पर अभी यह तो नहीं कहा जा सकता कि भाजपा के खिलाफ कोई साझा मोर्चा आकार लेने जा रहा है, लेकिन उनके बीच समझ-बूझ बढ़ती अवश्य दिख रही है। विपक्षी दल एकजुट होकर एक विकल्प का रूप ले सकते हैं, लेकिन तभी जब वे यह भरोसा दिला सकें कि उनका उद्देश्य देश को संवारना है, न कि येन-केन प्रकारेण सत्ता हासिल करना। यह बात जितनी मजबूती के साथ सामने लायी जायेगी कि इस एकता का लक्ष्य देश में स्थिरता कायम करना है, देश का विकास है, यह एकता उतनी ही मजबूत होगी। कांग्रेस मुक्त भारत की तरह नरेन्द्र मुक्ति की बात लोकतंत्र के लिये उचित नहीं मानी जा सकती। यह राजनीति के लिये भी यह एक विडम्बना ही कही जायेगी। कुछ बड़ी लकीरें खींचनी होगी। अन्यथा ”जैसा चलता है-- चलने दो“ की नेताओं की मानसिकता और कमजोर नीति ने जनता की तकलीफें बढ़ाई हैं, जनता के विश्वास को हिला दिया है। ऐसे सोच वाले व्यक्तियांे को अपना राष्ट्र नहीं दिखता। उन्हें केवल सत्ता दिखती है। जब तक इस सोच में बदलाव नहीं आयेगा, सारी एकता खोखली ही साबित होगी।

भारत मंे जितने भी राजनैतिक दल हैं, सभी ऊंचे मूल्यों को स्थापित करने की, आदर्श की बातों के साथ आते हैं पर सत्ता प्राप्ति की होड़ में सभी एक ही संस्कृति को अपना लेते हैं। मूल्यों की जगह कीमत की और मुद्दों की जगह मतों की राजनीति करने लगते हैं। बिना विचारों के दर्शन और शब्दों का जाल बुने यही कहना है कि लोकतंत्र के इस सुन्दर नाजुक वृक्ष को नैतिकता के पानी, राजनीतिक पारदर्शिता और अनुशासन की आॅक्सीजन चाहिए। अगर इस मिशन के साथ विपक्षी एकता होती है तो यह लोकतंत्र को नया जीवन दे सकती है। अन्यथा लोकतंत्र को कमजोर करने में इन विपक्षी दलों ने कोई कसर नहीं छोड़ रखी है। नरेन्द्र मोदी को रोकना एक लक्ष्य हो सकता है, लेकिन यह सम्पूर्ण लक्ष्य नहीं माना जा सकता। विपक्षी एकता का कोई बुनियादी लक्ष्य या एजेंडा सामने आना चाहिए। लेकिन अभी ऐसा कुछ दिखाई नहीं दे रहा है। केवल यह बताने की कोशिश की जा रही हैं कि इस एकता का एक मात्र लक्ष्य नरेंद्र मोदी को फिर से सत्ता में आने से रोकना है। विपक्षी दलों का यह इरादा तब तक जनता को आकर्षित नहीं कर सकता जब तक उनकी ओर से यह स्पष्ट न किया जाए कि वे सत्ता में आकर करेंगे क्या? भारत के लोकतंत्र को किस तरह मजबूती प्रदान की जायेगी? दुनिया में भारत का परचम फहराने के लिये उनके पास क्या कार्यक्रम है? क्षेत्रीय हितों के सामनेे कैसे राष्ट्रीय हितों को महत्व दिया जायेगा? राष्ट्रीयता की बात को कैसे प्रभावी प्रस्तुति मिलेगी? विपक्षी एकता के मामले में अभी यह भी स्पष्ट नहीं कि वे किसके नेतृत्व में एकजुट होने जा रहे हैं? निःसंदेह राष्ट्रीय दल के रूप में कांग्रेस उनके साथ है, लेकिन एक तो यह साफ नहीं कि क्षेत्रीय दल कांग्रेस का नेतृत्व स्वीकार करने को तैयार हैं भी या नहीं? पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तो विपक्षी एकता की शुरुआत में ही यह कहकर इस एकता पर संदेह का धुंधलका डाल दिया है कि कांग्रेस को जो करना है, वह वही करेगी और हमें जो करना है, हम करेंगे। कांग्रेस एक अलग पार्टी है। कर्नाटक में कांग्रेस और कुमारस्वामी की संयुक्त सरकार बनने जा रही है। हम कुमारस्वामी का समर्थन करने आए है, क्योंकि वह क्षेत्रीय दल की अगुवाई कर रहे हैं।’ इन स्थितिया में कांग्रेस कैसे क्षेत्रीय दलों में राष्ट्रीय समझ विकसित कर पाएगी? यह बड़ा प्रश्न है। विपक्षी दल चाहे जो दावा करें, वे व्यापक राष्ट्रीय दृष्टि से लैस नहीं नजर आते।

देश में भाजपा विरोधी दलों की एकजुटता की अवधारणा जोर पकड़ रही है। न सिर्फ राजनीतिक दायरे में बल्कि समाज में भी जनतांत्रिक और संवैधानिक मूल्य समस्याग्रस्त दिख रहे हैं। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी बनाम सारे विपक्षी दल की एकजुटता एवं साझेदारी अपने उद्देश्य की दृष्टि से सिर्फ सत्ता हासिल करने तक सिमटी हुई दिख रही है। हालांकि यह काम भी इतना आसान नहीं है। क्योंकि विपक्षी खेमे में भारी अंतर्विरोध हैं। अलग-अलग सोच है। अलग-अलग राज्यों के समीकरण अलग-अलग हैं। जैसे, सीपीएम शायद ही ममता बनर्जी की मौजूदगी वाले किसी गठबंधन में शामिल हो। नेतृत्व के प्रश्न पर भी पेच फंस सकता है। सभी दल आंख मूंदकर राहुल गांधी का नेतृत्व स्वीकार कर लेंगे, इसकी कोई संभावना नहीं है। अखिलेश यादव ने पिछले दिनों बयान दिया कि मुलायम सिंह यादव अगले पीएम हो सकते हैं। कई और नेताओं की भी अपनी महत्वाकांक्षाएं हैं। विपक्षी एकता आगे कैसी शक्ल लेती है, इस पर अटकलें जारी रहेंगी। सत्ता के सिंहासन तक पहुंचने की आकांक्षा और जैसे-तैसे वोट बटोरने का मनोभाव- ये दोनों ही लोकतंत्र के शत्रु है और यही विपक्षी एकता के भी सबसे बड़े बाधक तत्व है। 


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(ललित गर्ग)
60, मौसम विहार, तीसरा माला, 
डीएवी स्कूल के पास, दिल्ली-110051
फोनः 22727486, 9811051133

बिहार : भाकपा-माले करेगा 25 मई को प्रधानमंत्री मोदी का पुतला दहन.

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  • कमरतोड़ महंगाई, पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों व तूतीकोरिन में बर्बर पुलिस फायरिंग के खिलाफ होगा यह प्रतिवाद.

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पटना 24 मई 2018, भाकपा-माले राज्य सचिव कुणाल ने कहा है कि ऐतिहासिक नक्सलबाड़ी दिवस (25 मई) के अवसर पर मोदी शासन के विनाशकारी 4 साल, कमरतोड़ महंगाई, पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों और तमिलनाडु के तूतीकोरिन में बर्बर पुलिस फायरिंग के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का पुतला दहन किया जाएगा. महंगाई को नियंत्रित करने का वादा कर सत्ता में आई नरेन्द्र मोदी सरकार में पेट्रोलियम पदार्थों की कीमत ने पुराने सारे रिकार्ड तोड़ दिए हैं और इस सरकार की पहचान कमरतोड़ महंगाई बढ़ाने वाली सरकार की हो गई है.  सरकार के इस कदम से पहले से ही महंगाई की मार झेल रही जनता के लिए और मुसीबतें बढ़ने वाली हैं. तेल मूल्य में वृद्धि से उपयोग में आने वाली सभी चीजों के दाम में वृद्धि होना लाजमी है. किराया, भाड़ा आदि बढ़ना अनिवार्य है. अर्थात महंगाई में भारी बढ़ोतरी होगी जिसकी मार आम जनता पर ही पड़ेगी.  उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा पेट्रो पदार्थों के मूल्य नियंत्रण के लिए कोई कदम नहीं उठा रही है. भारत में तेल पर जितना अधिक उत्पाद कर है उतना दुनिया के शायद किसी देश में नहीं है. उत्पाद कर के अलावा और भी कई तरह के कर लगाए गए हैं. ये सब कर महंगाई के रूप में आम अवाम से वसूली जाती है और थैलीशाहों की थैलियों में डाली जा रही है. 

विडंबना यह है कि जो नेपाल व भूटान जैसे पड़ोसी देश भारत से ही तेल लेते हैं, वहां तेल का मूल्य भारत से काफी कम है. इससे साबित होता है कि तेल के मूल्य को नियंत्रित करने की कोई इच्छाशक्ति मोदी सरकार के पास नहीं है. भ्रष्टाचार, पेट्रो पदार्थों की कीमत में बढ़ोतरी, कृषि संकट आदि कारकों ने मनमोहन सिंह की सरकार के खिलाफ जबरदस्त आक्रोश का निर्माण किया था. वही अब मोदी राज के खिलाफ शुरू हो चुका है. भाकपा-माले ने कहा है कि कल के प्रतिवाद में तूतीकोरिन में घटित बर्बर पुलिस फायरिंग का भी मामला उठाया जाएगा. तूतीकोरिन जालियांबाला बाग स्टाइल में आम लोगों की हत्या दिल दहलाने वाली घटना है. ताजा वीडियो फुटेज से साफ पता चलता है कि यह कोई साधारण गोलीकांड नहीं है, बल्कि सत्ता द्वारा ठंडे दिमाग से आम लोगों की गई बर्बर हत्या है. पर्यावरण को नष्ट करने के लिए बदनाम स्टरलाइट वेदांता कंपनी के खिलाफ आंदोलनरत नागरिकों पर गोली चलाकर तमिलनाडु सरकार ने साबित कर दिया है कि वह प्रभावशाली कारपोरेट घरानों की महज लठैती कर रही है. ऐसी सरकार को सत्ता में बने रहने का कोई हक नहीं है. इसलिए हमारी पार्टी तमिलनाडु के मुख्यमंत्री से इस्तीफे की भी मांग करती है.

सीहोर (मध्यप्रदेश) की खबर 24 मई

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श्री लक्ष्मीनारायण महायज्ञ मे शामिल हुए मुख्यमंत्री दूसरों की भलाई करना भी यज्ञ ही है - मुख्यमंत्री

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मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान गुरुवार 24 मई को सीहोर जिले की बुदनी तहसील के गाँव खबादा मे 21 मई से चल रहे श्री लक्ष्मीनारायण महायज्ञ एवं श्री रामकथा मे शामिल हुए। उन्होंने कथावाचक सुश्री संध्या तिवारी तथा श्री धीरेंद्राचार्य महाराज का आशीर्वाद प्राप्त किया। मुख्यमंत्री ने ग्रामवासियों द्वारा भेंट किये गये चाँदी के मुकुट को स्वीकार कर विनम्रता पूर्वक ग्रामवासियों को सौंपते हुए कहा कि मुख्यमंत्री कन्या विवाह के आयोजन मे इस मुकुट की बिछुड़ियाँ बनवाकर मेरी भांजियों को पहनाना। मुख्यमंत्री ने जनसमुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि दूसरों की भलाई करना भी यज्ञ ही है। ईश्वर प्राप्ति के तीन मार्ग हैं; ज्ञान मार्ग, भक्ति मार्ग और कर्म मार्ग। सभी अपने कार्यों को पूरी निष्ठा और समर्पण से करें तो भी ईश्वर की प्राप्ति हो सकती है।मुख्यमंत्री ने कहा कि शासन की सभी कल्याणकारी योजनाएं जैसे  लाडली लक्ष्मी योजना, कन्या विवाह योजना, भावान्तर भुगतान योजना, असंगठित श्रमिकों के कल्याण तथा आवास हेतु भू-अधिकार पत्र वितरण आदि से लोगों के जीवन मे सकारात्मक परिवर्तन आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि धन के अभाव मे कोई भी इलाज से वंचित न रहे साथ ही कोई बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे इसकी व्यवस्था सुनिश्चित की गयी है। इस अवसर पर प्रभारी मंत्री श्री रामपाल सिंह, अपेक्स बैंक के प्रशासक श्री रमाकांत भार्गव, वेयर हाउसिंग कार्पोरेशन अध्यक्ष श्री राजेन्द्र सिंह राजपूत, सरपंच श्री लाल सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधि, कलेक्टर श्री तरुण कुमार पिथोडे, एसपी श्री राजेश सिंह चंदेल सहित अन्य शासकीय सेवक तथा हजारों की संख्या मे ग्रामीण उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान आज जिले के सघन दौरे पर रहेंगे                                                                                                                                                                                                    
प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान शुक्रवार 25 मई, 2018 को जिले के बुधनी एवं नसरूल्लागंज के अनेक ग्रामों में पहुंचकर हर ग्राम में जन संवाद करेंगे। जारी दौरा कार्यक्रमानुसार मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान 25 मई को पूर्वान्ह 11 बजे भोपाल से हैलीकाप्टर व्दारा प्रस्थान कर पूर्वान्ह 11.20 बजे बुधनी तहसील के ग्राम बालागांव पहुंचेंगे और यहां जनसंवाद करेंगे। वे दोपहर 12.30 बजे ग्राम बालागांव से हैलीकाप्टर व्दारा प्रस्थान कर दोपहर 12.45 बजे ग्राम खात्याखेडी पहुंचे और वहां से दोपहर 2 बजे कार व्दारा प्रस्थान कर 2.20 बजे ग्राम बडोदिया, अपरान्ह 4.05 बजे ग्राम हाथीघाट, 5.40 बजे ग्राम रिठवाड, सायं 7 बजे ग्राम ढांढिया, रात्रि 8.15 बजे ग्राम पाचौर तथा 9.15 बजे भादाकुई पहुंचेंगे और जनसंवाद करेंगे। वे रात्रि 10 बजे ग्राम भादाकुई से कार व्दारा भोपाल के लिए प्रस्थान करेंगे। 

सामान्य सभा की बैठक स्थगित

जिला पंचायत सीहोर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने बताया कि जिला पंचायत सीहोर की सामान्य सभा की बैठक जो 25 मई को दोपहर 2 बजे से आयोजित की गई थी, वह बैठक अपरिहार्य कारणों से स्थगित हो गई है। आगामी बैठक की सूचना पृथक से घोषित की जाएगी। 

प्रभारी मंत्री श्री रामपाल सिंह का दौरा कार्यक्रम 

प्रदेश लोक निर्माण, विधि एवं विधियी कार्य तथा सीहोर जिला प्रभारी मंत्री श्री रामपाल सिंह शुक्रवार 25 मई,2018 को प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के निर्धारित कार्यक्रमों में सम्मिलित होंगे। जारी दौरा कार्यक्रमानुसार सीहोर जिला प्रभारी मंत्री श्री रामपाल सिंह 25 मई को प्रात: 9 बजे सलकलपुर में बिजासेन माई के दर्शन करने के पश्चात प्रात: 9.30 बजे से वे ग्राम बालागांव, खात्याखेडी, बडौदिया, हाथीघाट, रिठवाड, ढांडिया, पाचौर एवं ग्राम भादाखुई में प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के साथ समस्त ग्रामों में होने वाले जनसंवाद में सम्मिलित रहेंगे।

रोजगार मेले का आयोजन 31 मई को 

जिला प्रशासन एवं जिला रोजगार कार्यालय सीहोर के तत्वाधान में बेरोजगारों के लिए रोजगार मेले का आयोजन 31 मई,2018 को प्रात: 11 बजे से महिला पॉलीटेक्निक कालेज सीहोर में किया जाएगा जिसमें हास्पिटिलिटी संबंधित 4 कंपनियों व्दारा हाउस कीपिंग मेन्युअल क्लीनिंग, किचन स्टेवारडिंग, एफ एण्ड बी स्टेवारडिंग तथा मल्टीकोसिंग कुक के पदों पर आठवीं, दसवीं एवं बारहवीं (पास/ फेल) तक के आवेदकों का चयन किया जाएगा। इच्छुक आवेदक अपने समस्त प्रमाण पत्रों सहित नियत तिथि एवं समय पर उपस्थित होंवे। अधिक जानकारी हेतु जिला रोजगार कार्यालय के दूरभाष 6260632579 पर संपर्क कर सकते हैं।

जिले के विभिन्न स्थानों में संचालित छात्रावास / आश्रमों  में रिक्त सीट हेतु आवेदन पत्र आमंत्रित

आदिमजाति कल्याण सीहोर के जिला संयोजक ने बताया कि अनुसूचित जाति कल्याण विभाग तथा जनजातीय कार्य विभाग व्दारा जिले में विभिन्न स्थानों पर संचालित छात्रावास, आश्रमों में रिक्त सीट के विरूध्द शिक्षण सत्र 2018-19 में प्रवेश हेतु अनुसूचित जाति तथा अनुसूचित जनजाति के छात्र / छात्राओं से निर्धारित प्रारूप में आवेदन आमंत्रित किये गए हैं। आवेदन संबंधित छात्रावास / आश्रम अधीक्षक के पास से नि:शुल्क प्राप्त कर संबंधित छात्रावास अधीक्षक के पास पूर्ण भरे हुए जमा किए जाएंगे। आवेदन के साथ छात्र / छात्रा को पिछली  कक्षा में उत्तीर्ण होने की अंकसूची, दो फोटो, आय, जाति, मूल निवासी, बैंक खाते की पासबुक, फैमिली आईडी व आधार नंबर की छाया प्रति संलग्न करना अनिवार्य होगा। छात्रावास / आश्रम में रिक्त सीट के विरूध्द प्रवेश चयन समिति व्दारा प्रवेश हेतु चयन किया जाएगा। आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 15 जून, 2018 निर्धारित की गई, इसके पश्चात प्राप्त आवेदनों पर विचार नहीं किया जाएगा। 

जिला जेल में निरूद्ध महिला बंदियो के साथ रह रहे, बच्चों के  स्वास्थ्य परीक्षण एवं विधिक साक्षरता षिविर का आयोजन  

नालसा नई दिल्ली के माननीय कार्यपालक अध्यक्ष के निर्देषानुसार जेल में निरूद्ध महिला बंदियो एवं उनके साथ रह रहे बच्चों के मानसिक एवं स्वास्थ्य, षिक्षा, कानूनी सलाह, इत्याति से संबंधित समस्याओं के संबंध में 17 मई,2018 से 10 दिवसीय अभियान आयोजित किये जाने हेतु चलाये जा रहे कार्यक्रम के तारतम्य में माननीय जिला एवं सत्र न्यायाधीष /अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सीहोर श्री ऋषभ कुमार सिंघई के मार्गदर्षन में आज 24.मई.2018 को जिला जेल  सीहोर में 10 दिवसीय अभियान के तहत जेल में निरूद्ध बंदियों एवं उनके साथ रह रहे बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य  परीक्षण एवं सामाजिक अधिकार, निःषुल्क कानूनी सहायता, षिक्षा से संबंधित जानकारी आज 24.मई,2018 को जिला जेल में आयोजित विधिक साक्षरता एवं स्वास्थ्य परीक्षण हेतु गठित टीम के सदस्यों जिसमें श्री एस0 के0 नागोत्रा, सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सीहोर, .डाॅ0 राहुल शर्मा-साइकोलाॅजिस्ट, डाॅ0 सुनीता बरवा-महिला चिकित्सक, श्री सुरेष यादव-पर्यवेक्षक षिक्षा विभाग, श्री दिलीप पाटिल-विधि सह परिवीक्षा अधिकारी , श्री संतोष गौर -सहायक जेल अधीक्षक, श्रीमती सारिका ताम्रकार- अधिवक्ता, श्रीमती बरखा वर्मा- अधिवक्ता, आदि द्वारा जिला जेल सीहोर में जेल में निरूद्ध महिला बंदी एवं उनके साथ रह रहे बच्चों के लिए विधिक साक्षरता षिविर एवं मानसिक स्वास्थ्य परीक्षण षिविर एवं कार्यषाला का आयोजन किया गया। जिसमें डाॅ0 राहुल शर्मा-साइकोलाॅजिस्ट, डाॅ0 सुनीता बरवा-महिला चिकित्सक द्वारा जेल में निरूद्ध महिला बंदी एवं उनके साथ रह रहे बच्चों का मानसिक एवं स्वास्थ्य परीक्षण किया गया तथा महिला बंदियों से महिला चिकित्सक द्वारा महिला से संबंधित बीमारी  एवं उनके स्वास्थ्य से संबंधित परेषानी के बारे में पूछा गया एवं महिला चिकित्सक द्वारा महिला बंदियों से पूछने एवं स्वास्थ्य परीक्षण के दौरान जेल महिला बंदियों में किसी भी जेल निरूद्ध महिला का गर्भवती होने से मना किया गया एवं सभी जेल महिला बंदी महिला एवं उनके साथ रह रहे बच्चे स्वस्थ्य पाये गये। इसी प्रकार श्री शैलेन्द्र कुमार नागोत्रा सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सीहोर द्वारा .जेल में निरूद्ध महिला बंदियों एवं उनके साथ रह रहे बच्चों को दैनिक जीवन की आवष्यकताएॅं जैसे, आहार, पेयजल, कपड़े, षिक्षा, स्वरोजगार सिलाई कढा़ई, योगा इत्यादि की सुविधाओं से संबंधित जानकारी ली गई जिसमें पाया गया किया उपरोक्त दैनिक आवष्यकताओं से संबंधित सभी चीजें प्राप्त हो रही हैं। सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा जेल में निरूद्ध बंदी महिलाओं एवं उनके साथ रह रहे बच्चों के अधिकारों से संबंधित कानूनी सलाह प्रदान की गई। इसी प्रकार  उपरोक्त  गठित टीम के समस्त सदस्यों श्रीमती बरखा वर्मा एवं श्रीमती सारिका ताम्रकार द्वारा भी सिलाई कढ़ाई षिक्षा ब्यूटिषयन कार्य से संबंधित पूछताछ कर कानूनी सलाह दी गई। षिक्षा विभाग द्वारा उपस्थित श्री यादव द्वारा महिला बंदियों एवं बच्चों को षिक्षा के अधिकार के संबंध में जानकारी दी गयी एवं उनको हर संभव कानूनी एवं सामाजिक परिवेष की मदद मुहैया कराने हेतु प्रयास किये जा रहे हैंै, इस बात का अहसास उक्त टीम द्वारा दिलवाया गया।

धर्म निरपेक्ष दलों को करेंगे एक- कुरैशी 

  • जनता दल और कांग्रेस की बनी सरकार,  धर्म निर्पेक्ष दलों मेंं उत्साह

सीहोर। जनता दल सेकुलर के जिलाध्यक्ष अनीस कुरैशी की अध्यक्षता में गुरूवार को बैठक का आयोजन किया गया। जनता दल एस के राष्ट्रीय महामंत्री कुवंर दानिश अली ने मोबाइल के माध्यम से कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। उन्होने कहा कर्नाटक में धर्म निरपेक्ष दलों की सरकार बनी है धर्म निरपेक्षता की जीत हुई है। कर्नाटक में धर्म निरपेक्ष सेकुलर दल मोदी को रोकने में सफल हुए है। सेकुलर एचडी कुमार स्वामी कर्नाटक के मुख्यमंत्री बने है। दानिश ने कहा कि पेट्रोल डीजल के दाम बढाकर भाजपा सरकार गरीबोंं का दोहन कर रहीं है। जिलाध्यक्ष श्री कुरैशी ने कहा कि भाजपा के खिलाफ धर्म निरपेक्ष दलों के साथ मिलकर आंदोलन किया जाएगा। बैठक मेें जितेंद्र राजपूत, मनीष वर्मा, पंकज सोनी, इमरान खान, जुगलकिशौर मेवाड़ा, नरेंश वर्मा, रसीद भाई मंसूरी आदि मौजूद थे।

हडताल का तीसरा दिन, ग्रामीण क्षेत्रों में चरमराई डाक व्यवस्था 

  • अनिश्चिकालीन हड़ताल पर है ग्रामीण डाक कर्मचारी 

सीहोर। संभागीय क्षेत्र के ग्रामीण क्षेत्रों में डाक घर से संबंधित सभी व्यवस्थाएं चरमरा गई है। जरूरी डाक नहीं मिलने के कारण ग्रामीणों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। डाक घर में पूरी तरह से लेन देन बंद हो गया है जरूरी टिकिटों के नहीं मिलने से अनेक शासकीय और बैंकिंग कार्य भी रूक गए है। ग्रामीण डाक कर्मचारियों की अनिश्चिकालीन हड़ताल का व्यापक असर हो रहा है। गुरूवार को मुख्य पोस्ट आफिस कार्यालय के समक्ष धरने पर बैठे ग्रामीण डाक कर्मचारियों सरकार की डाक कर्मचारियों के प्रति नीतियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। अखिल भारतीय राष्ट्रीय संगठन सचिव कामरेड हेम सिंह ठाकुर ने कहा कि डेढ़ वर्ष पूर्व कमलेश चंद्र कमेटी की रिपोर्ट सरकार को सौप दी गई है जिस में  ग्रामीण डाक कर्मचारियों के सातवें वेतन आयोग की मांग शामिल है संघ के द्वारा अनेक बार मांग पूरी करने के लिए लिखित में मांग की गई है लेकिन सरकार सुनने को तैयार नहीं है। अनिश्चिकालीन हड़ताल का समर्थन डाक कर्मचारी संघ वर्ग तीन के सतीषचंद्र गुप्ता एवं हिम्मत सिंह चौहान सहित पोस्टमेन वर्ग के संजय राठौर के द्वारा भी किया गया है। अनिश्चिकालीन सूरज प्रसाद शर्मा, जगदीश प्रसाद, हरिप्रसाद जीतेंद्र सोनी, नवीन सिंह ठाकुर, देवचंद्र, सादिक अली, माधो सिंह, शेख अहमद, रामनारायण शर्मा, सतीष गुप्ता, रामचरण मीना, रामचरण चंद्रवंशी, रमेश चंद्र मझलोई, बद्री प्रसाद, सेन, कृपाल, दीपक मौर्य, पुरूषोत्तम शर्मा, पुरूषोत्तम त्यागी, जीतेंद्र भिलाला, शंकर सिंह, मूचंद्र भावसार, रामदयाल सेन, रामगोपाल तिवारी, मोतीलाल गुर्जर, संतीष सहित अन्य कर्मचारी शामिल थे।

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर 24 मई

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कहानी सच्ची है : मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना ने इंजीनियर की चाह को राह दिखाई

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अनुसूचित जाति वर्ग के हितग्राहियों के आर्थिक विकास हेतु संचालित मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना ने इंजीनियर हितग्राही रोहित सोनकर की चाह को राह दिखाई है।  राजीव गांधी प्रोद्यौगिकी विश्वविद्यालय भोपाल से बीई एवं पाईपिंग डिप्लोमा मुबंई से करने के बाद हितग्राही रोहित सोनकर के पास आय का कोई साधन नही था और ना ही नौकरी के लिए किए गए प्रयासों में सफलता मिली थी। ऐसे विषम समय में मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना ने सहारा देकर हितग्राही रोहित सोनकर की चाह को पंख लगाए है। अन्त्यावसायी के माध्यम से क्रियान्वित मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना के लक्ष्य प्राप्ति हेतु जनसम्पर्क विभाग के द्वारा जारी प्रेस नोट अखबारों में प्रकाशित होने के उपरांत जब रोहित सोनकर ने पढा तो स्वंय अन्त्यावसायी कार्यालय से सम्पर्क हेतु पहुंचा और श्रृखंलाबद्व सफलताएं मिलती गई। हितग्राही रोहित सोनकर का सम्पूर्ण प्रकरण तैयार कर परीक्षण उपरांत बैंक आॅफ महाराष्ट्र की विदिशा शाखा ने दो एलपीजी बल्क टेंकर के लिए 80 लाख रूपए का ऋण स्वीकृत किया है जिसमें 15 प्रतिशत के मान से अधिकतम 12 लाख रूपए की मार्जिन मनी शामिल है।हितग्राही श्री रोहित सोनकर द्वारा अपने एलपीजी बल्क टेंकर को एमएसएमई के अंतर्गत इंडियन आॅयल कार्पोरेशन भारत सरकार के उपक्रम में चार लाख रूपए प्रतिमाह पर अनुबंध किया गया। इस राशि में से बैंक ऋण की किश्त प्रतिमाह 75 हजार रूपए तथा वाहन डीजल, रखरखाव, ड्रायवर, हेल्पर आदि के खर्चे के पश्चात् हितग्राही रोहित सोनकर को प्रतिमाह 60 हजार रूपए की आमदनी हो रही है।  हितग्राही रोहित सोनकर ने बताया कि मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना ने मुझे स्वरोजगारी बनाया एवं अन्य को रोजगार देने की सक्षमता प्रदान की है। एलपीजी बल्क टेंकर ही फायनेंस क्यों कराया है पर अपना मत व्यक्त करते हुए हितग्राही रोहित सोनकर ने बताया कि शासन के नवीन दिशा निर्देशानुसार अब एलपीजी फिलिंग प्लांटो में संबंधित राज्य के एलपीजी बल्क टेंकर का ही पंजीयन कर उन्हें एलपीजी गैस उपलब्ध कराई जा रही हैं। इससे पहले किसी भी राज्य में किसी भी राज्य के टेंकर जाकर अपनी सेवाएं दे रहे थे ऐेसे समय में विदिशा जिले से एक भी एलपीजी बल्क टेंकर का पंजीयन नही होने के कारण मेरे द्वारा एलपीजी बल्क टेंकर फायनेंस कराने की पहल की गई थी। मैं एक कुशल व्यवसायी बन सकूं इस ओर प्रयासरत हूं। योजना ने मेरे जीवन में बडा परिवर्तन लाया है। बेरोजगार युवक को स्वरोजगारी बनाया और चाह को राह दी है। 

मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्यो की समीक्षा

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ग्यारसपुर अनुविभाग क्षेत्र की सहायक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी एवं तहसीलदार श्रीमती सरोज अग्निवंशी ने आज मतदाता सूची के पुनरीक्षण कार्यो की समीक्षा की। उक्त बैठक में ग्यारसपुर जनपद सीईओ श्री केके ओझा समेत अन्य खण्ड स्तरीय अधिकारी एवं ग्राम पंचायतों के सचिव मौजूद थे। सहायक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी श्रीमती अग्निवंशी ने मतदाता सूची के पुनरीक्षण कार्यो को सम्पादित करने वाले अमले से कहा कि मतदाता सूची में ऐसे एक भी नाम ना जोडे़ रह पाए जो संबंधित स्थल पर नही रह रहे है अथवा स्वर्गवास हो चुका है। उन्होंने एक जनवरी की स्थिति में 18 वर्ष की आयु पूर्ण करने वाले सभी युवा मतदाताओं के नाम सूची में अनिवार्यतः जोड़े जाए इसी प्रकार शादी विवाह होकर आने वाले महिलाओं के नाम सूची में जोडे़ जाए और पूर्व स्थल पर उनके नाम मतदाता सूची में जुडे़ है तो निरसन करने की कार्यवाही क्रियान्वित की जाएं। 

डाॅ बीआर अम्बेडकर सामाजिक विज्ञान विश्वविद्यालय महू एवं अग्रणी महाविद्यालय में एमओयू

डाॅ बीआर अम्बेडकर सामाजिक विज्ञान विश्वविद्यालय महू और जिले की शासकीय कन्या अग्रणी स्नातकोत्तर महाविद्यालय के मध्य बुधवार 23 मई को एमओयू पर हस्ताक्षर हुए है। उक्त व्यवस्था देश में एक अनूठा प्रयास है। जिसके तहत ग्रामीण छात्र-छात्राएं सुगमता से लाभांवित होंगे। नवीन व्यवस्था के तहत अब इन्दौर के सामाजिक विज्ञान अध्ययन केन्द्र इस महाविद्यालय में सुविधा प्रारंभ हो रही है। ऐसे विद्यार्थी जो महाविद्यालयों मंे प्रवेश लेने एवं अन्य कारणों से महाविद्यालयों में प्रवेश नही ले पाते है वे इस विश्वविद्यालय से स्नातक एवं स्नातकोत्तर की कक्षाओं में आॅन लाइन प्रवेश ले सकते है। बुधवार को भोपाल की होटल पलाश में शासकीय कन्या अग्रणी स्नातकोत्तर महाविद्यालय विदिशा के प्राचार्य डाॅ एमप्रसाद एवं डाॅ बीआर अम्बेडकर सामाजिक विज्ञान विश्वविद्यालय महू के रजिस्टार डाॅ एचएस त्रिपाठी के मध्य एमओयू पर हस्ताक्षर हुए।इच्छुक विद्यार्थीगण आॅन लाइन प्रवेश हेतु स्नातक, स्नातकोत्तर, एम फिल, पीएचडी आदि पाठ्यक्रमों में प्रवेश लेकर अध्ययन कार्य पूर्ण कर सकते है।  पाठ्यक्रम स्नातक स्तर पर बीएसडब्ल्यू एवं स्नातकोत्तर स्तर पर एमएसडब्ल्यू सामुदायिक नेतृत्वशीलता एवं सतत विकास विषय पर तथा स्नातकोत्तर एमए राजनीति शास्त्र पाठयक्रम में प्रवेश लिया जा सकता है। प्रत्येक स्नातक विषय में प्रवेश शुल्क नौ हजार प्रतिवर्ष, स्नातकोत्तर विषय में प्रवेश शुल्क 12 हजार रूपए प्रतिवर्ष देय होगा। समस्त छात्रवृत्तियों की पात्रता होगी।पाठ्यक्रम में प्रवेश आॅन लाइन प्रारंभ हो गया है जो छात्र प्रवेश के इच्छुक है वे शासकीय कन्या अग्रणी स्नातकोत्तर महाविद्यालय विदिशा में कार्यालयीन दिवसांे अवधि में सम्पर्क कर सकते है। 

दो प्रकरणों में आर्थिक मदद जारी

कलेक्टर श्री अनिल सुचारी ने आरबीसी के दो प्र्रकरणों में आर्थिक मदद के आदेश जारी कर दिए है। जारी आदेश में उल्लेख है कि कुरवाई तहसील के ग्राम नेहरा निवासी महेन्द्र सपेरा की मृत्यु सर्पदंश से हो जाने के कारण मृतक की पत्नी श्रीमती लीलाबाई को तथा ग्यारसपुर तहसील के ग्राम चक्क धमनौदा निवासी मुकेश कुशवाह की मृत्यु सर्पदंश से हो जाने के कारण मृतक की पत्नी श्रीमती राजकुमारी कुशवाह सहित दोनो हितग्राहियों को क्रमशः चार-चार लाख रूपए की अनुदान सहायता राशि स्वीकृत की गई है।

हिट एण्ड रन के दो प्रकरणों में आर्थिक मदद जारी

कलेक्टर श्री अनिल सुचारी ने हिट एण्ड रन के दो प्रकरणों में आर्थिक मदद के आदेश जारी कर दिए है। जारी आदेश में उल्लेख है कि तहसील बासौदा के ग्राम अम्बानगर निवासी नौशे खां पुत्र रईस खां की मृत्यु सड़क दुर्घटना में हो जाने के कारण मृतक की पत्नी श्रीमती फरजाना बी को 15 हजार रूपए तथा ग्राम चक्क मसूदपुर निवासी नितिन शर्मा सड़क दुर्घटना में घायल हो जाने के कारण उसके पिता श्री बृजेश शर्मा को साढे सात हजार रूपए की आर्थिक सहायता राशि स्वीकृत की गई है।

दस्तावेंज सत्यापन कार्य स्थगित 

पटवारी पद पर चयनित हुए अभ्यर्थियों के दस्तावेंजो का सत्यापन कार्य 26 मई को जिला मुख्यालय पर आयोजित किया गया था सत्यापन कार्य न्यायालयीन आदेशों के परिपालन मंे स्थगित किया गया है कि जानकारी देते हुए अपर कलेक्टर श्री एचपी वर्मा ने बताया कि सत्यापन की आगामी तिथि की सूचना प्राप्त होने के उपरांत संबंधितों को अवगत कराई जाएगी।

मधुबनी : बिजली कनेक्षन शिविर का आयोजन

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मधुबनी (आर्यावर्त डेस्क) 24 मई : नाॅर्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूषन कंपनी लिमिटेड के द्वारा गुरूवार को राजनगर प्रखंड के रांटी पंचायत में मुख्यमंत्री विद्युत संबंध निष्चय योजना के तहत हर-घर बिजली हेतु बिजली कनेक्षन षिविर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन श्री शीर्षत कपिल अषोक, जिला पदाधिकारी,मधुबनी एवं श्री कुमार गौरव, सहायक समाहत्र्ता, मधुबनी(प्रषिक्षु) के द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। इस अवसर पर मो0 शोयेब, जिला पंचायती राज पदाधिकारी,मधुबनी, श्री अभय कुमार, विद्युत कार्यपालक अभियंता,मधुबनी, शाहिद हुसैन,कार्यपालक अभियंता,परियोजना, श्री कुमार गौरव, सहायक विद्युत अभियंता,मधुबनी, श्री राहुल किषोर कुमार,कनीय अभियंता, विद्युत समेत अन्य पदाधिकारीगण उपस्थित थे। इस षिविर का आयोजन पूरे पंचायत के इच्छुक लोगों को विद्युत कनेक्षन उपलब्ध कराने के उद्देष्य से किया गया है। जिसमें ए0पी0एल0 एवं बी0पी0एल0 परिवारों को निःषुल्क विद्युत कनेक्षन दिया जायेगा। यह षिविर दिनांक 24.0518 से शुरू होकर 26.05.18 तक लगाया जायेगा। षिविर में कनेक्षन के अलावे उपभोक्ताओं के विभिन्न षिकायतों यथा बिलिंग की समस्या, मीटर की खराबी, मीटर नहीं लगने जैसी षिकायतों का भी निपटारा किया जायेगा। इस अवसर पर जिला पदाधिकारी द्वारा भी उपभोक्ताओं के षिकायत को सुना गया एवं शीघ्र निपटारा करने का निदेष दिया। गुरूवार को रांटी के लगभग 95 ए0पी0एल0 एवं 120 बी0पी0एल0 परिवारों के द्वारा विद्युत कनेक्षन हेतु आवेदन दिया गया। तत्पष्चात जिला पदाधिकारी द्वारा रांटी पंचायत के वार्ड नं0 10 में नल-जल योजना के क्रियान्वयन की समीक्षा की गयी। जिसमें संबंधित जनप्रतिनिधियों को कार्य में तेजी लाने का निदेष दिया गया। जिला पदाधिकारी द्वारा पंचायत स्थित आंगनवाड़ी केन्द्र सं0 99 का निरीक्षण किया गया। स्थानीय लोगों द्वारा जिला पदाधिकारी को बताया गया कि उक्त केन्द्र महीनों से बंद है,और उन्हें पोषाहार का लाभ नहीं दिया जा रहा है। जिला पदाधिकारी द्वारा बाल विकास परियोजना पदाधिकारी को उक्त आंगनवाड़ी केन्द्र की गहन जांच कर प्रतिवेदन दो दिनों के अंदर देने का निदेष दिया गया।
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