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मधुबनी : दो पक्षों में हुई पत्थरबाजी में पुलिस सहित दर्जन भर घायल

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जयनगर/मधुबनी (आर्यावर्त डेस्क) 18 जून,  : आपसी विवाद को लेकर दो पक्ष इतने उग्र हो गये कि दोनो पक्ष एक दूसरे पर जमकर पत्थर बाजी किया. देखते ही देखते स्थिति भयानक हो गयी. लोग इधर-उधर भागने लगे. सूचना मिलते ही डीएसपी सुमित कुमार पुलिस बल के साथ घटना स्थल पर पहुंचे. एसडीओ शंकर शरण ओमी, थाना प्रभारी उमाशंकर राय समेत अन्य अधिकारी एवं भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर मौजूद थे. दोनो पक्षो में हुई जमकर मारपीट में एवं पथराव के कारण करीब एक दर्जन लोग बुरी तरह से जख्मी हो गया और करीब दो दर्जन लोग चोटिल हुये. बेकाबू हो रही स्थिति को नियंत्रण में जुटी पुलिस भी पत्थरबाजी के चपेट में आ गये. 4 से 5 पुलिस कर्मी चोटिल हो गये. वहीं शहर के भेलवा चौक एवं इस्लामपुर के एक दो परिवार का आपसी विवाद सड़क पर आ गया. देखते ही देखते दोनो पक्षो से भारी संख्या में लोग आपस में भिड़ गये. झगड़ा हिंसक रूप ले लिया. दोनो साइड के लोग एक-दूसरे पर पत्थर फेकना शुरू कर दिया. स्थिति बेकाबू नहीं हो और झड़प एवं पत्थरबाजी को नियंत्रण को लेकर पुलिस प्रशासन 8 थाने के पुलिस बल को घटना स्थल पर तैनात कर दिया. घटना के कुछ ही देर के बाद पूरा इलाका पुलिस छावनी में तब्दील हो गया. जयनगर, देवधा, हरलाखी, लदनिया समेत अन्य थानों के थानाध्यक्ष मौके पर मौजूद थे. हिंसक झड़प एवं पत्थरबाजी के कारण 12 लोग बुरी तरह से जख्मी हो गये. मो. सावीर, मो. तमन्ना, मो. परवेज, मो. सहाबुद्दीन, मो. हुसैन, नूर जहां, मो. अलाउद्दीन, मो. फारूक, मो. पिंटू, मो. छोटू जख्मी है. जिनका ईलाज रेफरल अस्पताल में चल रहा है. कुछ पीड़ित का हालत गम्भीर होने के कारण अस्पताल प्रशासन ने उन्हें मधुबनी एवं दरभंगा डीएमसीएच रेफर कर दिया है. पुलिस तीन व्यक्तिओ को गिरफ्तार किया है. समाचार प्रेषण तक दोनों पक्षो की ओर से मामला दर्ज करने की प्रक्रिया में जुटे थे. शांति व्यवस्था कायम करने एवं फिर भविष्य में घटना की पुरनावृति नहीं हो को लेकर प्रशासन ने दोनों पक्ष के लोगो के साथ शांति समिति की बैठक किया. बैठक में कई जनप्रतिनिधि भी शामिल हुए. समाचार प्रेषण तक शांति समिति की बैठक जारी थी. डीएसपी सुमित कुमार ने बताया कि आपसी विवाद को लेकर दोनों पक्षो के बीच झड़प एवं पत्थरबाजी हुई. जिसमें एक दर्जन लोग बुरी तरह से घायल हो गया. वहीं तीन व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस मामले को गंभीरता से लेते हुए और अनुसंधान में जुट गई है.

दरभंगा एयर फोर्स स्टेशन के नये कमांडेन्ट राजेश ने कार्य सम्हाला

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दरभंगा  (आर्यावर्त डेस्क) 18 जून : एयर फोर्स स्टेशन पर नये कमांडेंड आॅफिसर के पद भार ग्रहण को लेकर विशेष पैरेड का आयोजन किया गया. जिसमे नये कमांडेंड के रूप में राजेश कुमार ने पदभार ग्रहण किया. इस अवसर पर पूरा दरभंगा एयरफोस परिवार के साथ कमांडेंड राजेश कुमार की पत्नी सह सीनियर पायलट प्रिया भी मौजूद थी. करीब एक घंटे चले इस कार्यक्रम में कमांडेंड ने दरभंगा एयर फोर्स स्टेशन के गतिविधियों का भी जायजा लिया. इस मौके पर मीडिया से बात करते हुए कमांडेंड आॅफिसर राजेश कुमार ने कहाँ की दरभंगा एयर फॉर्स स्टेशन चुनोतियो भड़ा है. यहां विकाश के बहुत सम्भावनाये है. वायु सेना के साथ सिविल एडमिन एंव स्थानीय लोगो के लिए खड़ा उतरना मुख्य उद्देश्य है. उन्होंने कहाँ की बाढ़ के समय राहत कार्य चलाना भी इस क्षेत्र के लिए एक बड़ी चुनौती है. सिविल एडमिन के हर जरूरतों को पूरा करना और वायु सेना से सरकार की उम्मीद पर खड़ा उतरना मुख्य उद्देश्य होगा. उन्होंने चीन के मुद्दे पर कहाँ की चीन की ओर से कोई चुनौती आती है, तो दरभंगा एयर फॉर्स स्टेशन सभी चुनोतियो के लिए तैयार है. उन्होंने कहाँ की वैसे अभी चीन से संबंध अच्छे है. उन्होंने दरभंगा से निजी हवाई उड़ान सेवा को इस क्षेत्र की जरूरत बताते हुए इसके लिए सरकार द्वारा दरभंगा एयर फोर्स स्टेशन पर किये जा रहे डेवलपमेंट कार्यो को सुरक्षा और सुविधा की दृष्टि से पूरा सहयोग करने की बात कही. मूल तह बिहार के रहने वाले सीओ राजेश कुमार अपने गृह राज्य में पद स्थापन से काफी खुश दिखे. वहीं स्थांतरण के लिए पदभार देते निवर्तमान सीओ दीपक कुमार ने अपने दो साल के कार्य और अनुभवों को भी रखा. इस मौके पर वायु सेना महिला कल्याण संस्था के अध्यक्ष के रूप में दीपक कुमार की पत्नी अर्चना ने भी अपने अनुभवों को साझा किया. वही नये कमांडेंड राजेश कुमार के पत्नी और सीनयर पायलेट प्रिया ने कहां कि उनका उद्देश्य स्थानीय युवाओ,महिलाओ को एयर फोर्स के प्रति जागरूक करना और उनके बीच समाजिक सरोकार की भावना को बढ़ाना मुख्य उद्देश्य होगा.

बिहार : पूर्व मध्य रेलवे परियोजना से विस्थापित टेसलाल वर्मा नगर निवासियों को पुर्नवासित नहीं किया

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पटना (आर्यावर्त डेस्क) 18 जून, सर्वविदित है कि सी.एम. नीतीश कुमार के कार्यकाल में राजधानी की सूरत बदल गयी है. मजे की बात है राजधानी की सूरत बदलने के क्रम में वंचित समुदाय को पूर्णत: उपेक्षित छोड़ दी जारी है.सरकारी योजनाओं से लाभान्वित नहीं किया जा रहा है.अपने हाल पर घुटघुट कर वंचित समुदाय जीने को बाध्य कर दिया जा रहा है. यहां के लोगों का कहना है कि हमलोग पूर्व मध्य रेलवे परियोजना से विस्थापित हैं. सरकार नहीं चाहती है कि बुलडोजर चलाकर वंचित समुदाय को हटाकर विस्थापित करने का पापकर वंचित समुदाय को पुनर्वास करने का बोझ कंधे पर ले लें.रूपसपुर थाना क्षेत्र के टेसलाल नगर,शबरी नगर,जलालपुर आदि जगहों पर रहने वालों को नहीं पुनर्वासित किया. एम्स से दीघा तक नहर पर बन रहे एलिवेटेड रोड. इस सड़क के नीचे रहने वालों को मजबूर कर दिया कि लोग खुद ही हट जाय.यहां लगभग 100 फीट चौड़ी नहर है, जो सासाराम से पटना तक बहती है। दोनों ओर 12 किलोमीटर तक बसी राजधानी. पुल के ऊपर पुल और निचले हिस्से में फोर लेन सड़क.  

साइबर अपराध की ऑनलाइन शिकायत के लिए पोर्टल जल्द : राजनाथ

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नई दिल्ली, 18 जून, केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को साइबर जगत के अपराध की नई चुनौतियों के प्रति सावधान रहने और साइबर सुरक्षा में सुधार के लिए प्रभावी कदम उठाने को कहा है। राजनाथ ने यहां मंत्रालय में एक समीक्षा बैठक के दौरान अनैतिक गतिविधियों के लिए सोशल मीडिया के दुरुपयोग पर चिंता व्यक्त की और इस प्रकार की चुनौतियों से निपटने के लिए कानून प्रवर्तन एजेंसियों की दक्षता बढ़ाने का निर्देश दिया। राजनाथ ने संवेदनशील क्षेत्रों में प्रस्तावों की त्वरित सुरक्षा मंजूरी के लिए किए गए प्रयासों की सराहना की। उन्होंने संतोष व्यक्त किया कि चार साल पहले प्रस्तावों की स्वीकृति की औसतन अवधि 120 दिनों थी, जो अब घटकर 53 दिन की हो गई है। राजनाथ ने प्रस्तावों की प्रक्रिया के लिए प्रशासनिक मंत्रालयों के साथ समन्वय कर ऑनलाइन प्रणाली का उपयोग करते हुए मंजूरी देने के समय को और कम करने का निर्देश दिया। इससे दक्षता और निगरानी बढ़ेगी। बाल यौन चित्रण और अन्य अश्लील सामग्री फैलाने के लिए अत्यधिक इंटरनेट के दुरुपयोग पर चिंता व्यक्त करते हुए गृहमंत्री ने साइबर अपराध की शिकायत दर्ज करने के लिए जल्द ऑनलाइन पोर्टल लांच करने का निर्देश दिया। इसके जरिए पीड़ित राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में शिकायत दर्ज कर सकेंगे, जिसकी जांच तथा ऐसी सामग्री को हटाने के लिए कार्रवाई संबंधित एजेंसियों द्वारा की जाएगी। राजनाथ ने बढ़ते साइबर अपराधों के खिलाफ अधिक सतर्कता बरतने और गृह मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले सभी संगठनों के आईटी बुनियादी ढांचे का नियमित साइबर ऑडिटिंग करने को कहा। उन्होंने सरकारी क्षेत्र के राष्ट्रीय सूचना सुरक्षा नीति और दिशा-निर्देश (एनआईएसपीजी) के आधुनिकीकरण और उन्नयन का भी निर्देश दिया। उन्होंने फोन के जरिए धोखाधड़ी कर भोली-भाली जनता से धन ठगने की घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए जन जागरूकता बढ़ाने और ऐसी जालसाजी रोकने के लिए संस्थागत ढांचे को सु²ढ़ करने पर बल दिया।

रेलगाड़ियों में रविवार को विलंब होने पर यात्रियों को मुफ्त भोजन : गोयल

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नई दिल्ली, 18 जून, रेलमंत्री पीयूष गोयल ने सोमवार को कहा कि पटरियों के रखरखाव कार्य के कारण अगर रविवार को कोई रेलगाड़ी पांच-छह घंटे विलंब से चलती है तो भारतीय रेल ट्रेन में मौजूद यात्रियों को मुफ्त में भोजन देगी।  रेलमंत्री ने मीडिया से बातचीत में यहां कहा, "रेलवे अपनी संपत्तियों के नियोजित रखरखाव कार्य के कारण रविवार को पांच-छह घंटे ट्रेन के विलंब होने पर ट्रेन में आरक्षित टिकट पर यात्रा कर रहे यात्रियों को मुफ्त में भोजन व जलपान प्रदान करेगी।"भोजन और जलपान भारतीय रेल खानपान और पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) की ओर से दिए जाएंगे। गोयल ने कहा, "हम अनारक्षित टिकट पर यात्रा कर रहे यात्रियों को भी मुफ्त भोजन प्रदान करने पर विचार कर रहे हैं।"मंत्री ने कहा कि 15 अगस्त को रेलवे की नई समय-सारणी लाई जाएगी, जिसमें यात्रियों को पटरियों पर चले रहे नियोजित रखरखाव कार्य के कारण नियमित ट्रेनों के विलंब होने की सूचना दी जाएगी। उन्होंने कहा, "पिछले सात-आठ दिनों से मैंने सात रेलवे जोन के महाप्रबंधकों के साथ समीक्षा बैठकें की हैं। हमने नियोजित तरीके से रेलवे संपत्तियों के रखरखाव का कार्य चलाने का फैसला किया है।"उन्होंने कहा, "समयपालन में सुधार के लिए प्रयास किए जाएंगे और सुरक्षा को लेकर कोई समझौता नहीं किया जाएगा।"गोयल ने कहा कि सप्ताह के दौरान रखरखाव कार्य दो घंटे तक चलेगा, जबकि सप्ताहांत यानी रविवार को छह घंटे कार्य चलेगा। उन्होंने बताया कि रेलवे बोर्ड ने 2,000 करोड़ रुपये की लागत से इलाहाबाद और मुगलसराय के बीच नई रेल लाइन को मंजूरी दी है। इसपर काम तीन-चार साल में पूरा हो जाएगा। ट्रेन में मिलने वाले भोजन की गुणवत्ता पर गोयल ने कहा कि आईआरसीटीसी के 16 रसोई कक्ष को सीसीटीवी कैमरा से जोड़ा गया है और यात्री देख सकते हैं कि भोजन किस प्रकार तैयार किया जाता है।

विश्वविद्यालयों में रिक्तियां भरने जरूरी कदम उठा रहे : जावड़ेकर

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नई दिल्ली, 18 जून, केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने सोमवार को यहां कहा कि सरकार देश भर के विश्वविद्यालयों में शिक्षकों की रिक्तियों को भरने के लिए भर्ती के तरीके को उलटने के लिए सर्वोच्च न्यायालय में याचिका दायर करने सहित सभी महत्वपूर्ण कदम उठा रही है।   पिछले चार वर्षों में अपने मंत्रालय द्वारा अर्जित उपलब्धियों पर आयोजित एक कार्यक्रम में जावड़ेकर ने कहा, "हम दिल्ली विश्वविद्यालय में शिक्षकों की भर्ती के लिए आवश्यक सभी कदम उठा रहे हैं। आज (रविवार) भी मैंने दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति से मुलाकात कर प्रधानाचार्य के पद को तेजी से भरने पर चर्चा की है।"मंत्री ने यह भी कहा कि मंत्रालय ने सर्वोच्च न्यायालय में एक विशेष अवकाश याचिका (एसएलपी) दायर की है, जिसमें कहा गया है कि क्या भर्ती विश्वविद्यालय वार की जानी चाहिए या फिर विभाग वार। जावड़ेकर ने कहा, "हमने सर्वोच्च न्यायालय के समक्ष एक एसएलपी दायर की है, जिसपर दो जुलाई को सुनाई है, ताकि इलाहाबाद उच्च न्यायालय के आदेश को पलटा जा सके। उच्च न्यायालय ने अपने आदेश में विभाग वार भर्ती निर्धारित की थी। हम मानते हैं कि अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के उम्मीदवारों के लिए एकमात्र तरीका विश्वविद्यालय वार भर्ती है।"भर्ती के तरीके के सवाल पर विश्वविद्यालय के शिक्षक विभाजित हैं। इनमें से कुछ का मानना है कि भर्तियां विभाग में कुल रिक्तियों के आधार पर होनी चाहिए, जबकि अन्य शिक्षक विश्वविद्यालय में कुल रिक्तियों के आधार पर इसे भरने की वकालत कर रहे हैं।

सिसोदिया अस्पताल में भर्ती, आईएएस अधिकारी वार्ता को राजी

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नई दिल्ली, 18 जून,दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का धरना सोमवार को आठवें दिन में प्रवेश कर गया, जबकि दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की तबीयत बिगड़ने के बाद पांचवें दिन सोमवार को उन्हें यहां के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहीं दिल्ली सरकार के साथ असहयोग का आरोप झेल रहे आईएएस अधिकारियों ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से बातचीत की पेशकश की है। आम आदमी पार्टी (आप) सूत्रों ने कहा कि सिसोदिया के कीटोन स्तर के 7.4 पर पहुंच जाने के बाद चिकित्सकों ने उन्हें अस्पताल ले जाने का फैसला किया, जिसके बाद उन्हें राजनिवास से लोक नायक जय प्रकाश नारायण अस्पताल ले जाया गया। इससे पहले दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को तबीयत बिगड़ने के बाद रविवार रात इसी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वह 12 जून से अनशन पर हैं। भाजपा की सहयोगी जनता दल-यूनाइटेड और शिवसेना ने केजरीवाल के प्रति समर्थन जताया है। समाजवादी पार्टी ने भी केंद्र सरकार के खिलाफ आप का समर्थन जताया है। लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने दिल्ली में गतिरोध के लिए केजरीवाल और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। आप मंगलवार से दिल्ली में कम से कम 10 लाख घरों में जाने का अभियान शुरू करने का विचार बना रही है। दोनों मंत्रियों के भर्ती होने के बाद अब केजरीवाल और गोपाल राय ही राजनिवास यानी उपराज्यपाल अनिल बैजल के कार्यालय सह आवास पर धरने दे रहे हैं। ये चारों 11 जून से ही धरना पर हैं। इनमें से दो ने अनशन शुरू कर दिया। इनकी मांग है कि उपराज्यपाल दिल्ली प्रशासन में काम कर रहे आईएएस अधिकारियों को अघोषित हड़ताल खत्म करने का निर्देश दें। एलएनजेपी अस्पताल के चिकित्सकों ने सोमवार को कहा कि मंत्री जैन के स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है।

इस बीच मेल-मिलाप का पहला संदेश देते हुए आईएएस अधिकारियों ने सोमवार को कहा कि वे राष्ट्रीय राजधानी की शासन व्यवस्था में सहयोग के मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार हैं। एक दिन पहले केजरीवाल ने ट्वीट कर उनकी सुरक्षा और बचाव की जिम्मेदारी लेने की बात दोहराते हुए उन्हें आश्वस्त किया था। अरुणाचल, गोवा, मिजोरम और केंद्र शासित प्रदेश की आईएएस एजीएमयूटी संघ ने ट्वीट कर कहा कि अधिकारी अपनी सुरक्षा और गरिमा के लिए ठोस हस्तक्षेप की उम्मीद करते हैं। संघ ने ट्वीट कर कहा, "अधिकारी मुख्यमंत्री की अपील का स्वागत करते हैं। हम दोहराते हैं कि हम पूरी शिद्दत और ताकत के साथ कार्य करना जारी रखेंगे। हम अपनी सुरक्षा और गरिमा के लिए ठोस हस्तक्षेप की उम्मीद करते हैं। हम इस मसले पर मुख्यमंत्री के साथ औपचारिक चर्चा के लिए तैयार हैं।"सिसोदिया ने जवाब में अस्पताल से ट्वीट कर कहा, "यही कारण था कि हम पिछले कई दिनों से राजनिवास में बैठकर अनुरोध कर रहे थे कि उपराज्यपाल सभी हितधारकों को बुलाकर इस बाधा को खत्म करें।"सिसोदिया ने कहा, "सेवाओं और सुरक्षा दोनों के प्रमुख उपराज्यपाल हैं। इसलिए यह बैठक उनकी मौजूदगी में होनी चाहिए, ताकि इस विषय से संबंधित आश्वासन दिए जा सकें।"केजरीवाल ने रविवार को कहा था, "मैं उन्हें आश्वस्त कर देना चाहता हूं कि मैं अपने उपलब्ध आदेशों के तहत अपनी सभी शक्तियों और संसाधनों के साथ उनकी सुरक्षा और बचाव सुनिश्चित करूंगा। जो अधिकारी मुझसे निजी तौर पर मिले थे, मैंने पहले भी उन्हें ऐसा आश्वासन दिया था। आज मैं इसे दोहराता हूं।" 

केजरीवाल के प्रदर्शन पर केरल के मुख्यमंत्री, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री, आंध्रप्रदेश और कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने समर्थन जताया है। इसके साथ ही माकपा, भाकपा, झामुमो, राजद और सपा के नेताओं ने भी केजरीवाल के प्रति समर्थन जताया है। समाजवादी पार्टी नेता और सांसद राम गोपाल यादव ने कहा कि यह 'दुर्भाग्यपूर्ण'है कि जो सरकार दिल्ली की भलाई के लिए काम कर रही है, उसकी राह में उपराज्यपाल द्वारा रोड़ा अटकाया जा रहा है। यादव जैन और सिसोदिया से मुलाकात करने अस्पताल गए थे। उन्होंने कहा, "लोकतांत्रिक इतिहास में, यह कभी सुना नहीं गया कि आईएएस अधिकार हड़ताल पर गए। यह मेरी प्रधानमंत्री और उपराज्यपाल से अपील है कि वे लोग इस मुद्दे पर बात करें।"केजरीवाल के शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से बातीचत करने के एक दिन बाद ही शिवसेना ने केजरीवाल के प्रति अपना समर्थन जताया है। राहुल गांधी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर उनके प्रदर्शन की वजह से शहर में गतिरोध उत्पन्न होने के लिए दोनों पर निशाना साधा। राहुल ने प्रधानमंत्री पर इस संकट को नजरअंदाज करने का भी आरोप लगाया। कांग्रेस अध्यक्ष ने ट्वीट कर कहा, "दिल्ली के मुख्यमंत्री उपराज्यपाल के कार्यालय में धरने पर बैठे हैं, भाजपा मुख्यमंत्री आवास पर धरने पर बैठी है, दिल्ली के नौकरशाह संवाददाता सम्मेलन कर रहे हैं। प्रधानमंत्री इस उथल-पुथल और अव्यवस्था का हल निकालने के बदले इस अराजकता पर अपनी आंखें मूंदे हुए हैं।"उन्होंने अपने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा, "इस ड्रामा की वजह से, दिल्ली के लोग पीड़ित हैं।"

परिस्थितियों में पिता के साथ मजबूती से खड़ी रहती हूं : दीपिका

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मुंबई, 18 जून, बॉलीवुड अभिनेत्री दीपिका पादुकोण ने कहा कि वह अपने पिता की न केवल नन्हीं परी हैं, बल्कि खास परिस्थितियों में उनके साथ मजबूती से खड़ा रहती हैं। अभिनेत्री ने समय-समय पर यह साबित किया है कि वह न केवल अपने प्रशंसकों के लिए एक आदर्श हैं, बल्कि एक आदर्श बेटी भी हैं। वह अपने व्यस्त कार्यक्रम से वक्त निकालकर अपने परिवार के साथ समय बिताने का कोई भी मौका अपने हाथ से जाने नहीं देतीं। वह न केवल उनसे मिलती हैं, बल्कि उनके साथ यात्रा भी करती हैं। फादर्स डे के अवसर पर जब उनसे पूछा गया कि क्या वह अपने पिताजी की छोटी परी हैं या मजबूत मददगार? इस पर अभिनेत्री ने कहा, "मुझे लगता है कि दोनों ही थोड़ी-थोड़ी हूं। मैं कहना चाहूंगी कि हमारा एक पौष्टिक रिश्ता है। कुछ स्थितियों में, मैं उनकी नन्हीं परी हूं और कुछ परिस्थितियों में मुझे उनके साथ खड़ा रहना पड़ता है, चाहे वह भावनात्मक रूप से हो या फिर कुछ और।"उन्होंने कहा, "कभी-कभार एक-दूसरे के साथ मस्ती-मजाक करना और एक-दूसरे की टांग खिंचाई करना, तो कभी बड़े होते वक्त मेरे गलत व्यवहार के लिए मुझे गोदाम में बंद कर देना। एक पिता से लेकर दोस्त तक हम हर रिश्ता निभाते हैं। कुछ इस तरह हम एक पौष्टिक रिश्ता साझा करते है।"

राहुल गांधी ने केजरीवाल और भाजपा दोनों पर निशाना साधा

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नई दिल्ली, 18 जून,  कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर उनके प्रदर्शन की वजह से शहर में गतिरोध उत्पन्न होने के लिए दोनों पर निशाना साधा। राहुल ने प्रधानमंत्री पर इस संकट को नजरअंदाज करने का भी आरोप लगाया। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, "दिल्ली के मुख्यमंत्री उपराज्यपाल के कार्यालय में धरने पर बैठे हैं, भाजपा मुख्यमंत्री आवास पर धरने पर बैठी है, दिल्ली के नौकरशाह संवाददाता सम्मेलन कर रहे हैं। प्रधानमंत्री इस उथल-पुथल और अव्यवस्था का हल निकालने के बदले इस अराजकता पर अपनी आंखे मूंदे हुए हैं।"उन्होंने अपने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा, "इस ड्रामा की वजह से, दिल्ली के लोग पीड़ित हैं।"दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सोमवार को भी उपराज्यपाल के आवास पर धरने पर बैठे हैं और प्रधानमंत्री से आईएएस अधिकारियों को उनके हड़ताल को समाप्त करवाने के लिए 'हरी झंडी दिखाने'का आग्रह कर रहे हैं। भाजपा ने भी सोमवार को केजरीवाल के धरने के विरोध में अपना प्रदर्शन जारी रखा है।

अपराध, भ्रष्टाचार और सांप्रदायिकता से समझौता नहीं : नीतीश कुमार

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पटना 18 जून, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक बार फिर चेतावनी देते हुये आज कहा कि वह किसी भी सूरत में अपराध, भ्रष्टाचार और सांप्रदायिकता से समझौता नहीं करेंगे। श्री कुमार ने यहां अनुग्रह जयंती-सह-स्थापना दिवस समारोह का उद्घाटन करने के बाद आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुये कहा, “मैं अपराध, भ्रष्टाचार और सांप्रदायिकता किसी भी सूरत में समझौता नहीं करुंगा। जब कोई मेरी प्रशंसा करता है तो मैं असहज महसूस करता हूं। न्याय के साथ विकास और लोगों की सेवा करने के लिए मैं प्रतिबद्ध हूं।” मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं की मांग पर ही बिहार में शराबबंदी लागू की गई। इससे पूरे राज्य में शांति का माहौल है, गरीब तबका काफी राहत महसूस कर रहा है लेकिन कुछ दो नम्बर के धंधेबाज चोरी छुपे शराब का सेवन करते हैं, वे शराबबंदी को अपनी लिबर्टी से जोड़कर देखते हैं। उन्होंने कहा कि शराब का सेवन या उसका कारोबार किसी व्यक्ति का मौलिक अधिकार नहीं है। सर्वोच्च न्यायालय ने भी इसे साफ कर दिया है। उन्होंने कहा कि हत्या के मामले में आजीवन कारावास और फांसी का प्रावधान है, धारा-302 है, इसके बाद भी पूरे देश में रोजाना हत्याएं हो रही हैं क्योंकि कुछ लोगों की मानसिकता होती है कानून का उल्लंघन करने की। 

श्री कुमार ने कहा कि बाल विवाह और दहेज प्रथा दोनों एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। कम उम्र में शादी होने से प्रसव के दौरान महिलाएं मौत की शिकार हो जाती हैं और उनसे जो बच्चे पैदा होते हैं, वे कई तरह की बीमारियों से जूझते हुए पाए जाते हैं। उन्होंने कहा कि सात निश्चय योजना के जरिये हर घर नल का जल, हर घर तक पक्की गली और नाली का निर्माण, हर घर शौचालय निर्माण, हर गांव-टोले तक पक्की सड़क का निर्माण का काम पूरी जिम्मेवारी और निष्ठा के साथ किया जा रहा है।  मुख्यमंत्री ने कहा कि सामाजिक कुरीतियों को दूर करने के लिए समाज सुधार का काम हो रहा है और दहेज मुक्त समाज बने इसके लिए हर व्यक्ति को आगे आकर पहल करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि बिहार का इतिहास पूरे देश, पूरे आर्यावर्त और कई मायनों में पूरी सभ्यता और पूरी मानव जाति का इतिहास है। उन्होंने कहा कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने का उनका अभियान निरंतर जारी रहेगा और इसको लेकर नीति आयोग की बैठक में भी उन्होंने तर्क दिया है। उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के वक्तव्य का जिक्र करते हुए कहा कि गांधी जी कहा करते थे कि कि सेवा करो तुम ट्रस्टी हो। अपने प्रचार के लिए हम पैसे खर्च नहीं करने वाले क्याेंकि हमें काम करने पर भरोसा है, विज्ञापन पर नहीं। उन्होंने कहा कि तेलंगाना का विज्ञापन पटना में देने का क्या मतलब है। उन्होंने कहा कि गांधी जी के सिद्धांतों को हम मानते हैं और उसी मार्ग पर चलेंगे। श्री कुमार ने कन्या उत्थान योजना का जिक्र करते हुए कहा कि इसका उद्देश्य बाल विवाह को रोकना है। इस योजना के तहत दो वर्ष की उम्र पूरा करने वाली बालिकाओं को राज्य सरकार की ओर से 5000 रुपये दी जायेगी, जिसमें लड़की पैदा होने के वक्त उसके माता-पिता के खाते में 2000 रुपये, एक साल बाद आधार से लिंक होने पर 1000 रुपये और दो वर्ष की अवधि तक पूर्ण टीकाकरण होने पर पुनः 2000 रुपये उपलब्ध कराये जायेंगे। उन्होंने कहा कि इस योजना से लिंग अनुपात सुधरेगा, भ्रूण हत्या में कमी आएगी, बाल विवाह रुकेगा तथा लड़कियां शिक्षित होंगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके अलावा पहले से चल रही पोशाक योजना की राशि में भी बढ़ोत्तरी की गयी है, जिसमें कक्षा एक एवं दो में पढ़ने वाली लड़कियों को 400 रुपये की जगह 600 रुपये, कक्षा तीन से पांच में पढ़ने वाली बालिकाओं को 500 के बजाये 700 रुपये, कक्षा छह से आठ में पढ़ने वाली छात्राओं के लिए 700 की जगह 1000 रुपये और कक्षा नौ से 12 वीं में पढ़ने वाली छात्राओं को अब 1000 रुपये की जगह 1500 रुपये की राशि पोशाक के लिए प्रदान की जाएगी। किशोरी स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत सातवीं से 12वीं में पढ़ने वाली लड़कियों को सैनेटरी नैपकिन के लिए पहले जहां 150 रुपये सालाना दिये जाते थे, अब उसकी जगह उन्हें 300 रुपये प्रदान किये जायेंगे। उन्होंने कहा कि बाल विवाह पर लगाम लगाने के लिए इंटरमीडिएट पास करने वाली अविवाहित लड़कियों को 10000 रुपये प्रदान करने का राज्य सरकार ने फैसला लिया है, वहीं स्नातक करने वाली लड़कियों को 25000 रुपये प्रदान करने का भी राज्य सरकार ने निश्चय किया है, वह चाहे कुंवारी हो या विवाहित। इस प्रकार एक बेटी के पैदा होने से स्नातक की पढ़ाई पूरी करने तक सरकार उन पर 54100 रुपये खर्च करेगी। श्री कुमार ने महिला सशक्तिकरण की दिशा में लिए गये निर्णयों का जिक्र करते हुए कहा कि बिहार पहला राज्य है, जहां पंचायतों एवं नगर निकाय चुनावों में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया गया, जिसका नतीजा है कि आधी से ज्यादा महिलायें चुनाव जीतकर आईं। उन्होंने कहा कि जीविका समूहों के माध्यम से भी महिलाओं को सशक्त बनाया जा रहा है। शुरुआती दौर में राज्य के सात जिलों में 44 समूहों के जरिये जीविका नाम से महिलाओं का समूह बनाकर उनके उत्थान के लिए काम शुरू किया गया। बिहार के जीविका मॉडल को केन्द्र सरकार ने भी अपनाया और इसे आजीविका नाम दिया। उन्होंने कहा कि महिलाओं की भूमिका के बिना विकास की कल्पना नहीं की जा सकती। 

मुख्यमंत्री ने कहा, “वर्ष 2015 के विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान 218 जगहों पर अपने भाषण में हमने स्टुडेंट क्रेडिट कार्ड का जिक्र किया था, जिसमे इंटर से आगे की किसी भी तरह की पढ़ाई करने वाले छात्रों को चार लाख रुपये तक का ऋण देने का प्रावधान है। इसके लिए बैंकों को गारंटी के तौर पर 100 रुपये की जगह 160 रुपये देने के बावजूद भी बैंकों का रवैया ठीक-ठाक नहीं रहा, जिसको देखते हुए राज्य शिक्षा वित्त निगम की स्थापना की गयी। उन्होंने कहा कि इंटर से आगे की पढ़ाई जारी रखने के लिए अगर कोई विद्यार्थी स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड के माध्यम से ऋण लेता है और वह उसे लौटाने की स्थिति में नहीं रहता है तो हम उसे माफ भी करवा देंगे। इसके अलावा विद्यार्थियों को हर सरकारी विश्वविद्यालय और महाविद्यालय में मुफ्त वाई-फाई की सुविधा, कौशल विकास के लिए कुशल युवा कार्यक्रम और बेहतर रोजगार की तलाश में लगे युवाओं को दो साल तक 1000 रुपये तक का सहायता भत्ता दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार यह सब अपने बलबूते कर रही है। इस अवसर पर विधान पार्षद संजीव श्याम सिंह एवं रामचंद्र भारती, पटना नगर निगम की महापौर सीता साहू, मुख्यमंत्री के सचिव मनीष वर्मा, शिक्षा विभाग के सचिव आर. एल. चोंगथू, शिक्षा विभाग के अपर सचिव मनोज कुमार, पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. गुलाबचन्द राम जायसवाल, प्रति कुलपति प्रो. गिरीश कुमार चैधरी, बिहार प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष ए. के. घोष, ए. एन. कॉलेज की वाईस प्रिंसिपल पूर्णिमा शेखर सिंह, जे. डी. विमेंस कॉलेज की पूर्व प्राचार्य आशा सिंह, ए. एन. कॉलेज छात्र संघ के अध्यक्ष राजवीर सिंह सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति, महाविद्यालय से जुड़े शिक्षक एवं कर्मचारी उपस्थित थे।

मोबाइल ऐप पर भी उपलब्ध है पटना चिड़ियाघर की टिकट : सुशील मोदी

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पटना 18 जून, बिहार के उप मुख्यमंत्री और वन एवं पर्यावरण मंत्री सुशील कुमार मोदी ने आज बताया कि राजधानी पटना के संजय गांधी जैविक उद्यान (चिड़ियाघर) के लिए आॅनलाइन टिकट शुरू होने के बाद अब दर्शक मोबाइल एेप के जरिए भी टिकट ले सकते हैं। श्री मोदी ने यहां बताया कि राजधानी पटना के संजय गांधी जैविक उद्यान्न (चिड़िया घर) के लिए आॅनलाइन टिकट शुरू होने के बाद अब दर्शक मोबाइल एेप के जरिए भी टिकट ले सकते हैं। उन्होंने बताया कि टिकट खरीदने वाले दर्शकों को जू के जानवरों से सम्बंधित पत्रक और सभी जानकारियों से परिपूर्ण अत्याधुनिक रंगीन ब्रॉशर (हिन्दी और अंग्रेजी) में मिलेगा जिसमें वन्यप्राणियों की जानकारी, चिड़िया घर का मैप होगा। उप मुख्यमंत्री ने बताया कि चिड़ियाघर जाने वाले दर्शक दिसम्बर से वन्यप्राणी जीवन पर थ्रीडी फिल्म का आनंद ले सकेंगे। उन्होंने बताया कि 150 दर्शक की क्षमता वाले आॅडिटोरियम का निर्माण पूरा होने तक आगंतुकों को वन्यप्राणी जीवन पर दिन में दो बार मुफ्त में दिखाई जाने वाली फिल्म के चार शो प्रदर्शित करने का निर्देश दिया गया है।

श्री मोदी ने बताया कि बच्चों के परिभ्रमण के लिए वर्षों से बंद पड़ी टाॅय ट्रेन का परिचालन शीघ्र प्रारंभ कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि के इसके साथ ही चिड़ियाघर की सड़कों पर चलने वाली तीन कंपार्टमेंट की ट्रैकलेस ट्रेन भी शुरू की जायेगी। उप मुख्यमंत्री ने बताया कि चिड़ियाघर में जगह-जगह साइनेज (दिशा-निर्देशक बोर्ड) लगाने के साथ ही हर केज के सामने एक प्री रिकॉर्डेड आॅडियो सिस्टम लगाया जायेगा, जिसके बटन को दबा कर दर्शक वन्य प्राणी के बारे में जानकारी सुन सकेंगे। कुछ जगहों पर विजुअल डिसप्ले बोर्ड भी लगेगा। उन्होंने बताया कि ‘वन्य जीव दत्तक योजना’ से जुड़ने के लिए बैंकों के साथ अन्य लोक उपक्रमों को भी प्रेरित किया जायेगा ताकि अधिक से अधिक संस्थान वन्य जीवों को गोद लेने के लिए आगे आएं। श्री मोदी ने चिड़ियाघर की कैंटीन को इको फ्रेंडली बनाने तथा वहां प्लास्टिक, थर्मोकोल पर पूरी तरह से रोक के बाद बांस या लकड़ी की कुर्सी-टेबुल का इस्तेमाल करने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने बताया कि चिड़ियाघर के विक्रय केन्द्र से वन्य जीव से संबंधित सोवेनियर के अलावा सस्ती दर पर गोरैया केज भी उपलब्ध कराया जायेगा।

भूमि अधिग्रहण विधेयक के विरोध में 05 जुलाई को झारखंड बंद

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रांची 18 जून, झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के कार्यकारी अध्यक्ष एवं नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन ने आज कहा कि भूमि अधिग्रहण (संशोधन) विधेयक को स्वीकृति दिये जाने के विरोध में सभी विपक्षी दलों ने 05 जुलाई को राज्यव्यापी हड़ातल आहूत की है। श्री सोरेन ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि राष्ट्रपति द्वारा विधेयक को स्वीकृति दिये जाने के विरोध में 05 जुलाई को राज्य में चौबीस घंटे की ‘महाबंदी’ रहेगी। हालांकि इस दौरान सभी आपात सेवाएं बहाल रहेंगी। उन्होंने कहा कि हड़ताल से पूर्व 21 जून को राज्य के सभी प्रखंडों में विपक्षी दल के सदस्यों द्वारा विधेयक की प्रति जलाई जाएगी। इसके बाद 25 जून को जिला समाहरणालय में धरना वहीं 28 जून को राजभवन के सामने महाधरना आयोजित की जाएगी, जिसमें 50 हजार से अधिक लोग शामिल होंगे। नेता प्रतिपक्ष ने बताया कि पूरे राज्य में 30 जून को आयोजित होने वाले हूल दिवस को इस बार विपक्ष की ओर से पंचायत एवं प्रखंड स्तर पर संकल्प दिवस के रूप में मनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस दिन होने वाली बैठक में विपक्षी पार्टी एवं सामाजिक संस्थाओं के सदस्य शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि इसके अलावा एक समन्वय समिति गठित करने का निर्णय लिया गया है, जो विधेयक को लेकर सरकार की कार्यवाही पर नजर रखेगी।

श्री सोरेन ने कहा कि झारखंड की रघुवर दास सरकार ने इस विधेयक को जबरदस्ती थोपने का निर्णय लेकर राज्य की जनता की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया है। ऐसे में सभी विपक्षी दल साथ मिलकर राज्य सरकार एवं उसके मंत्रियों को जवाब देंगे। उन्होंने झारखंड सरकार पर राज्य में साम्प्रदायिक मुद्दों को भड़काने का आरोप लगाया है। झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष ने एक सवाल के जवाब में कहा कि यदि भूमि अधिग्रहण (संशोधन) विधेयक के प्रावधानों में यदि कृषि भूमि को जबरन नहीं लिया जाएगा तो विधेयक में कौन सी नयी चीजों को शामिल किया गया है। उन्होंने राज्य सरकार से झारखंड के अलग राज्य बनने के बाद छोटानागपुर काश्तकारी (सीएनटी) एवं संतालपरगना काश्तकारी (एसपीटी) अधिनियम के तहत आने वाली जमीनों का विस्तृत विवरण उपलब्ध कराने की मांग की है। इसके अलावा उन्होंने सरकार से मोमेंटम झारखंड निवेशक सम्मेलन के जरिये औद्योगिक एवं कॉर्पोरेट घरानों को बांटी गई जमीनों का भी ब्यौरा देने की मांग की है। श्री सोरेन ने कहा कि आने वाले दिनों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक भी कार्यकर्ता को गांवों में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। उन्होंने भाजपा को चुनौती देते हुये कहा कि वह और सभी विपक्षी दल भूमि अधिग्रहण विधेयक पर बहस करने को तैयार हैं, भाजपा तिथि, समय और स्थान बता दे।

देशविरोधी वीडियो के वायरल होने के मामले में तीन गिरफ्तार

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सासाराम 18 जून, बिहार के रोहतास जिले में एक देशविरोधी वीडियो के वायरल होने के मामले में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस सूत्रों ने आज यहां बताया कि ईद से एक दिन पूर्व जिले के नासरीगंज बाजार में निकाले गये जुलूस के दौरान पाकिस्तान जिंदाबाद और एक आतंकी संगठन के समर्थन में नारेबाजी का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ था। वीडियो के सोशल मीडिया पर जारी होने के बाद नासरीगंज थाना प्रभारी सम्राट चौधरी के आवेदन पर आठ लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज की गयी थी। सूत्रों ने बताया कि वीडियो के माध्यम से मिले साक्ष्यों के आधार पर रोहतास पुलिस ने विभिन्न जगहों पर छापेमारी कर तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, अन्य लोगों की गिरफ्तारी के लिए संदिग्ध ठिकानों पर लगातार छापेमारी जारी है। 

अमेरिका प्रवासियों का शिविर नहीं बनेगा:ट्रम्प

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वाशिंगटन 18 जून, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा है वह अपने देश को प्रवासियों का शिविर नहीं बनने देगें। श्री ट्रम्प ने ह्वाइट हाउस में सोमवार को नेशनल स्पेस कांउसिल की बैठक में यह बात कही। उन्होंने विपक्षी ड्रेमोक्रेटिक पार्टी के सांसदों पर आरोप लगाया कि वे आव्रजन संबंधी कानून के बारे में बातीचत के लिए सामने नहीं आ रहे हैं। इस संबंध में वह उनसे बातचीत करना चाहते हैं। उन्होंने कहा,“अमेरिका प्रवासियों का शिविर नहीं बनेगा और ना ही हमारा देश शरणार्थियों के लिए सुलभ केन्द्र रहेगा।” इससे पहले उन्होंने ट्वीट किया“ प्रवासियों के कारण यूराेपीय देशों की संस्कृति में तेजी से बदलाव आ रहा है और इनके कारण जर्मनी में अपराध की घटनाएं बढ़ रहीं है और यही स्थिति अमेरिका में भी उत्पन्न हो सकती है। उनका देश प्रवासियों का शिविर नहीं बनेगा।” उन्होंने कहा कि लाखों लोगों काे शरण देकर यूरोपीय देशों ने बड़ी गलती की है और बाहर से आये लोगों के कारण यूरोपीय देशों की संस्कृति में तेजी से बदलाव आ रहा है।

लिम्बाराम के लिए 5 लाख की विशेष सहायता मंजूर

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जयपुर, 18 जून, केन्द्रीय खेल मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने पूर्व अंतर्राष्ट्रीय तीरंदाज एवं अर्जुन पुरस्कार विजेता लिम्बा राम के इलाज के लिए पांच लाख रुपये की विशेष वित्तीय सहायता को मंजूरी दी है। लिम्बा राम न्यूरो जेनरेटिव बीमारी या स्नायु संबंधी रोग से पीड़ित हैं और उनका इलाज जयपुर में चल रहा है। वह राजस्थान सरकार के लिए कार्यरत हैं और उन्हें खिलाड़ियों के लिए पंडित दीन दयाल उपाध्याय राष्ट्रीय कल्याण कोष योजना के तहत निर्धारित चार लाख रुपये की सीमा से ज्यादा वेतन मिलता है। राठौड़ इस कोष के अध्यक्ष है और उन्होंने इस निर्धारित शर्त में ढील देते हुए यह सहायता मंजूर की है। लिम्बा राम की विधवा मां, विधवा बहन एवं उसके बच्चे, विधवा सास और बेरोजगार भाई उन्हीं पर निर्भर हैं। इससे पहले लिम्बाराम को अस्पताल में भर्ती किए जाने की खबर मिलने पर कर्नल राठौड़ ने अधिकारियों की एक टीम को उनसे मिलने और किसी भी तरह की सहायता के बारे में जानकारी लेने की जिम्मेदारी सौंपी थी। अधिकारियों की इसी समिति की रिपोर्ट के आधार पर ही यह सहायता मंजूर की गई।

जीएसटी से अर्थव्यवस्था नियमित बनी, करदाताओं की संख्या बढ़ी

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नयी दिल्ली 18 जून, ऐतिहासिक अप्रत्यक्षकर सुधार वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) ने अर्थव्यवस्था का औपचारीकरण किया है जिसके परिणाम स्वरूप मिलने वाली सूचना से न केवल अप्रत्यक्ष करों के संग्रह में वृद्धि होगी बल्कि प्रत्यक्ष करों का संग्रह भी बढ़ेगा।  पहले केंद्र सरकार के पास छोटे उत्पाद निर्मार्ताओं और खपत के बारे में बहुत कम सूचना थी क्योंकि उत्पाद कर केवल विनिर्माण के चरण पर लगता था जबकि राज्यों के पास स्थानीय व्यापारियों के राज्य से बाहर के कामकाज के बारे में बहुत कम जानकारी थी। जीएसटी के तहत एक ही तरह के आँकड़े केंद्र और राज्यों को बिना किसी अवरोध के प्राप्त होंगे जिससे प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष करों का संग्रह और अधिक प्रभावी बनेगा। करदाताओं की संख्या में वृद्धि के संकेत मिल रहे हैं। जून-जुलाई 2017 के बीच में 6.6 लाख नये एजेंटों ने जीएसटी में पंजीकरण के लिये आवेदन किया है। ये लोग पहले कर ढाँचे के बाहर थे। इस संख्या में लगातार वृद्धि की उम्मीद है क्योंकि अर्थव्यवस्था के नियमतीकरण से होने वाले फायदे बढ़ रहे हैं। वस्त्र उद्योग की पूरी श्रृंखला अब जीएसटी के तहत है। इसके अलावा भूमि और भवन निर्माण क्षेत्र में लेन-देन का एक हिस्सा 'काम के लिये ठेका देना'भी कर ढाँचे के अंदर आ गया है जो कि उन भवनों का संदर्भ रखता है जिनका निर्माण किया जा रहा है। यह सीमेंट, इस्पात और दूसरे क्रय-विक्रय के नियमतीकण की प्रक्रिया में अधिक पारदर्शिता लायेगा जो पहले कर ढाँचे से बाहर रहते थे। 

बिहार : वरिष्ट पत्रकार राजेंद्र कमल का निधन

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पटना (आर्यावर्त डेस्क) 19 जून, आज मंगलवार को जाने-माने पत्रकार राजेंद्र कमल का निधन हो गया.पूर्व में  पटना से प्रकाशित पाटलिपुत्र टाइम्स और जनशक्ति दैनिक के संपादक रहे.मासिक पत्रिका संदेश के संपादक मंडली के सदस्य रहे. प्रोटेस्टेट चर्च से जुड़े थे पत्रकार.दबंग लोगों द्वारा लोदीपुर स्थित एंगल  स्कूल व बाकरगंज स्थित ईसाइयों की जमीन हथियाने के खिलाफ पत्रकार ने तीखा तेवर दिखाया था.परिणाम स्वरूप पत्रकार पर जानलेवा हमला भी हुआ था. काफी दवा और दुआ के बल पर मौत के मुंह से बच निकले. असामयिक मौत के पहले पत्रकार राजेंद्र कमल ने 13 जून को सोशल मीडिया फेसबुक पर लिखे कि ईडी ने दानापुर स्थित निर्माणाधीन मॉल की तीन बीघा से अधिक भूमि सीज कर लिया,क्योंकि लालू प्रसाद यादव का मामला है जिससे खुन्नस है. कोर्ट में सब साफ होगा,लेकिन ईसाइयों के एंगल स्कूल परिसर लोदीपुर स्थित साढ़े सात एकड़ तथा बाकरगंज स्थित तैतालीस कट्टा जमीन पर हाईकोर्ट के स्टे ऑडर रहते हुए प्रशासन ने बिल्डर को कब्जा दिलवा दिया.यह शायद इसलिए कि इसके पीछे जदयू एवं भाजपा के दो प्रभावशाली नेता हैं.एंगल भूमि पर उत्कर्ष के नाम पर काम चालू है और बाकरगंज में स्टे और स्टेटस को रहते पटना नगर निगम ने नक्शा पास कर दिया . प्रभाव इतना ज्यादा है कि पीएमओ से आये निदेश भी बेअसर हो गये.ईसाइयों के मामले में  केंद्र   और राज्य सरकार अंधी बनी हुई.सबका साथ सबका विकास तथा न्याय के विकास ठेगे पर है.लालू परिवार से खुन्नस निकालना है.ईसाइयों की वकत क्या है?  अल्पसंख्यक ईसाइयों के पैरोकार नहीं होने से दंबगों पर कार्रवाई नहीं होती.न्यायालय पर विश्वास जताये थे.अभी मामला न्यायालय में है. 

केंद्र सरकार के पाले में है गेंद, 6 सूत्री मांग है एकता परिषद

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जौरा,(मध्य प्रदेश).महात्मा गांधी सेवा आश्रम जौरा में कार्यकर्ता उन्मुखीकरण व क्षमता विकास शिविर संचालित है.यहां पर सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि 2012 को मोहब्बत की नगरी आगरा में सरकार और एकता परिषद के साथ द्विपक्षीय समझौते को तत्काल लागू करें. शिविरार्थियों को बताया कि 2007 में प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में गठित  राष्ट्रीय भूमि सुधार परिषद की बैठक नहीं बुलायी.इसमें 18 प्रदेशों के सी.एम.और 9 मंत्री मेम्बर थे.एकता परिषद के संस्थापक पी.व्ही. राजगोपाल भी सदस्य थे.2012 में सरकार और एकता परिषद के साथ लिखित द्विपक्षीय समझौता की गयी.साधारण गजट में 2007 और 2012 की समझौता का वर्णन है.यह भी बताया गया कि सूचना का अधिकार के तहत सूचना मांगी गयी है.इसके अलावे उच्च न्यायालय में जनहित याचिका दायर की जाएगी.सरकार समझौता करती है और साधारण गजट में नोटिफिकेशन भी की जाती है.इस हालात में सरकार क्रियान्वयन करने को बाध्य है अथवा नहीं? 12 अप्रैल 2015 को पी.एम.नरेंद्र मोदी और एकता परिषद के नुमांइदों से वार्ता हुई.परंतु भूमि सुधार मुद्दे पर परिणाम सामने नहीं आया.इस बीच गृह मंत्री राजनाथ सिंह के साथ भी वार्ता हुई.केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री से अनौपचारिक चर्चा की गयी. 2017-2018 में 11-12 बार पी.एम.को पत्र लिखा गया.इसमें 8 पत्र का ही जवाब पीएमओ से आया.कहां गया मसला ग्रामीण विकास मंत्रालय को प्रेषित है. अब गेंद केंद्र सरकार के पाले में है.ग्रामीण विभाग के आलाधिकारी और 7 सिस्टर्स स्टेट (दक्षिण भारत) के पदाधिकारियों के साथ 26 जून को त्रिवेंद्रम में बैठक होगी.इसमें एकता परिषद को भी कॉल किया गया है. एकता परिषद के संयोजक रमेश शर्मा ने कहा कि  हमलोगों की 6 सूत्री मांग है. सरकार 2 अक्तूबर से पहले मांग पूरी कर दें. राष्ट्रीय आवासीय भूमि अधिकार कानून की द्योषणा एवं क्रियान्वयन,राष्ट्रीय कृषक हकदारी कानून की द्योषणा एवं क्रियान्वयन,राष्ट्रीय भूमि नीति की द्योषणा व क्रियान्वयन,भारत सरकार द्वारा पूर्व में गठित राष्ट्रीय भूमि सुधार परिषद और राष्ट्रीय भूमि सुधार कार्यबल समिति को सक्रिय करना,वनाधिकार कानून -2006 और पंचायत (विस्तार उपबन्ध) अधिनियम -1996 के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए राष्ट्रीय  व प्रांतीय स्तर पर निगरानी तंत्र की स्थापना और भूमि संबंधी विवादों के शीघ्र समाधान के लिए त्वरित न्यायालयों का संचालन. 

मधुबनी : कलेक्टर ने 8 चिकित्सकों को नियुक्ति पत्र दिया

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मधुबनी (आर्यावर्त डेस्क) 18,जून, जिला पदाधिकारी -सह-अध्यक्ष,जिला स्वास्थ्य समिति,मधुबनी के द्वारा मंगलवार को समाहरणालय स्थित कक्ष में 8 चिकित्सकों को नियुक्ति पत्र दिया गया। कार्यपालक निदेषक, राज्य स्वास्थ्य समिति, बिहार, पटना के पत्रांक 5274 दिनांक16.11.2016 के आलोक में संविदा आधारित मेडिकल आफिसर फाॅर ए0पी0एच0सी0 के रिक्त पदों पर नियुक्ति हेतु राज्य स्वास्थ्य समिति, बिहार, पटना को रोस्टर क्लियरेंस हेतु रोस्टर पंजी भेजा गया था। राज्य स्वास्थ्य समिति, बिहार, पटना के पत्रांक 5083 दिनांक 12.12.2017 के द्वारा उक्त रोस्टर पंजी अनुमोदित कर जिला स्वास्थ्य समिति, मधुबनी को उपलब्ध कराया गया। उक्त आलोक में रिक्त पदांे पर नियुक्ति हेतु विज्ञापन प्रकाषित कर दिनांक 12.06.2018 को वाक्-इन-इंटरव्यू आयोजित की गई थी। जिला पदाधिकारी-सह-अध्यक्ष, जिला स्वास्थ्य समिति, मधुबनी की अध्यक्षता में गठित समिति द्वारा वाक्-इन-इंटरव्यू सम्पन्न कराया गया एवं कुल 08 चिकित्सकों के चयन की अनुषंसा की गई थी। जिला पदाधिकारी-सह-अध्यक्ष, जिला स्वास्थ्य समिति, मधुबनी द्वारा उक्त चयनित चिकित्सकांे की नियुक्ति एवं पदस्थापन का दिये गये अनुमोदन के आलोक में नियुक्ति पत्र निर्गत किया गया। जिसमें डा0 संदीप कुमार झा, को अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र,तमुरिया(लखनौर), डा0 आलोक कुमार मिश्रा, महादेवमठ(लौकही), डा0 सृष्टि राय,काको(झंझारपुर), डा0 राजीव रंजन,मिर्जापुर (लदनियां),डा0 शैलेन्द्र कुमार यादव,सुग्गापट्टी(फुलपरास), डा0 सुबोध कुमार साहु,भगवतीपुर(पंडौल),डा0 आकांक्षा,कोईलख,राजनगर तथा डा0 अमित कुमार पासवान,सिमरी(बिस्फी) को अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र आवंटित किया गया है।

मधुबनी : डीएम ने बेनीपट्टी में बाँध निरिक्षण किया

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मधुबनी (आर्यावर्त डेस्क) 19 जून, जिला पदाधिकारी मधुबनी एवं  पुलिस अधीक्षक मधुबनी के द्वारा मंगलवार को बेनीपट्टी प्रखंड के रानीपुर स्थित जमींदारी बांध के मरम्मति कार्य का निरीक्षण किया गया। बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल संख्या-1,झंझारपुर के द्वारा मरम्मति कार्य कराया जा रहा है। निरीक्षण के दौरान स्थानीय लोगों द्वारा बताया गया कि बांध के मरम्मति कार्य में कई जगह मिट्टी के बदले बालू डाला गया है। जिससे बरसात में बालू के बह जाने की संभावना है। लोगों द्वारा यह भी बताया गया कि नदी के किनारे एवं बांध से सटे स्थानों से मिट्टी काटकर बांध की मरम्मति की जा रही है। जिससे बाढ़ के समय तटबंध में कटाव होने की संभावना है। जिला पदाधिकारी द्वारा कार्यपालक अभियंता को निदेष दिया गया कि बालू की जगह मिट्टी से भराई करें एवं सुनिष्चित करें कि तटबंध में बाढ़ के समय किसी प्रकार की क्षति नहीं होगी। उन्हें यह भी निदेष दिया गया कि रानीपुर गांव के मंदिर के समीप 1 हजार बालू से भड़ी हई बोरी एवं उससे 2 सौ मीटर आगे 500 बोरी आपातकालीन स्थिति के सुरक्षित रखें। तत्पष्चात जिला पदाधिकारी द्वारा बिस्फी प्रखंड के रघौली पंचायत के मड़वा इस्लामपुर गांव के समीप स्थित इमली पेड़ के नजदीक गाईड बांध की मरम्मति कार्य का निरीक्षण किया गया। स्थानीय लोगों द्वारा बताया गया कि इमली पेड़ के आगे बांध मरम्मति का कार्य छोड़ दिया गया है। जिला पदाधिकारी द्वारा कटाव स्थल पर मिट्टी डालकर मरम्मति करने का निदेष दिया गया। इस अवसर पर श्री मुकेष रंजन,अनुमंडल पदाधिकारी,बेनीपट्टी, श्री पूरेन्द्र कुमार सिंह,अंचल अधिकारी,बेनीपट्टी, श्री राकेष कुमार,अंचल अधिकारी,बिस्फी समेत अन्य पदाधिकारीगण उपस्थित थे।
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