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अर्जेटीना पहले राउंड में बाहर होने का हकदार नहीं : मेसी

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सेंट पीटर्सबर्ग, 27 जून, फीफा विश्व कप के ग्रुप चरण के अपने आखिरी मैच में नाइजीरिया को हराने के बाद अर्जेटीना के स्टार खिलाड़ी लियोनल मेसी ने कहा है कि उनकी टीम पहले राउंड में बाहर होने का हकदार नहीं है। अर्जेटीना को ग्रुप-डी में आइसलैंड से ड्रॉ और क्रोएशिया से 0-3 से हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद उसे अंतिम-16 में पहुंचने के लिए मंगलवार को नाइजीरिया के खिलाफ हर हाल में मुकाबला जीतना था। ऐसे में मेसी और मारकोस रोजो के गोल की बदौलत अर्जेटीना से नाइजीरिया को 2-1 से हराकर अगले दौर में प्रवेश कर लिया। वेबसाइट ईएसपीएन ने मेसी के हवाले से कहा, "क्वालीफाई करने का यह एक शानदार तरीका था। इसमें हमारी तरफ से कुछ गलतियां देखने को मिली लेकिन हम पहले राउंड में ही बाहर होने के हकदार नहीं थे। हम इससे बहुत खुश हैं। खिलाड़ियों को पता था कि वे जीतने जा रहे हैं लेकिन हमने इस तरह मुश्किल मुकाबले की उम्मीद नहीं की थी।"मेसी ने माना कि अर्जेटीना की टीम मैच में नर्वस महसूस कर रही थी। हालांकि उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि जीत के बाद वह और उनकी टीम अब राहत महसूस कर रही है।

मेसी ने मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, "यह बेहद संतुलित मैच था। हम पहले हाफ में मैच को अपने नियंत्रण में लेने की स्थिति में थे। पहला गोल करने के बाद हमने कई मौके बनाए और इसी मौके को हम दूसरे हाफ में भी बरकरार रखना चाहते थे।"उन्होंने कहा, "हालांकि पेनाल्टी मिलने के बाद वे (नाइजीरिया) भी गोल में करने में सफल रहे। इससे मुकाबला मुश्किल होता चला गया क्योंकि इसके बाद हम नर्वस हो चुके थे।"राउंड-16 में अर्जेंटीना का सामना 1998 की चैंपियन फ्रांस से होगा। मेसी ने इस मुकाबले को लेकर कहा, "हमने विश्व कप में फ्रांस का प्रत्येक मैच देखा है। हम उनके प्रत्येक मैच पर नजर बनाए हुए हैं। वह एक अच्छी टीम है। उनके पास कई अच्छे खिलाड़ी है जो तेजी से मैच में अंतर पैदा कर सकते हैं। हालांकि इसमें कोई शक नहीं है कि यह कड़ा मुकाबला होने वाला है। लेकिन टीम के खिलाड़ियों को पता है कि उन्हें क्या करना है।"

अन्नाद्रमुक विधायकों के अयोग्यता मामले में तीसरा न्यायाधीश नियुक्त

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नई दिल्ली, 27 जून, सर्वोच्च न्यायालय ने बुधवार को टी.टी.वी. दिनाकरन से ताल्लुक रखने वाले अन्नाद्रमुक के 17 अयोग्य विधायकों की याचिका पर सुनवाई के लिए मद्रास उच्च न्यायालय द्वारा नियुक्त तीसरे न्यायाधीश के स्थान पर न्यायमूर्ति एम. सत्यनारायणन को नियुक्त किया है। न्यायमूर्ति अरुण मिश्रा और न्यायमूर्ति संजय किशन कौल की शीर्ष अदालत की अवकाश पीठ ने न्यायमूर्ति सत्यनारायणन को तीसरे न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया। वह मद्रास उच्च न्यायालय की दो न्यायाधीशों वाली पीठ द्वारा दिए गए खंडित फैसले के बाद मामले पर सुनवाई करेंगे। दिनाकरन गुट ने तमिलनाडु विधानसभा अध्यक्ष द्वारा सदस्यता से अयोग्य ठहराए जाने के फैसले को चुनौती दी थी। खंडित फैसले के बाद न्यायमूर्ति विमला को उच्च न्यायालय द्वारा तीसरे न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था। मुख्य न्यायाधीश इंदिरा बनर्जी ने विधानसभा अध्यक्ष द्वारा 18 विधायकों को अयोग्य ठहराने के फैसले को बरकरार रखा था, जबकि न्यायमूर्ति एम. सुंदर ने आदेश को रद्द कर दिया था। इसके साथ ही शीर्ष अदालत ने अयोग्य ठहराए गए विधायकों द्वारा उनकी याचिका मद्रास उच्च न्यायालय से सर्वोच्च न्यायालय स्थानांतरित करने वाली याचिका को खारिज कर दिया। इससे पहले मामले की सुनवाई के लिए नियुक्त तीसरे न्यायाधीश के खिलाफ अयोग्य विधायकों ने अपने आक्षेप को वापस ले लिया था, जिसके बाद अदालत ने न्यायमूर्ति सत्यनारायणन को नियुक्त किया। तीसरे न्यायाधीश के खिलाफ सभी आक्षेपों को वापस लेने के फैसले का जिक्र करते हुए अदालत ने कहा, "हम यह मामला न्यायमूर्ति सत्यनारायणन को सौंपना उचित समझते हैं। वह मामले की सुनवाई करेंगे और फैसला सुनाएंगे।"

हेली ने भारत-अमेरिका संबंधों की मजबूती का संकल्प लिया

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नई दिल्ली, 27 जून, भारत दौरे पर पहुंची संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत निक्की हेली ने कहा है कि वह द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने और लोकतांत्रिक संबंधों को बनाए रखने के लिए यहां आई हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन में उच्च पद पर आसीन भारतीय मूल की अमेरिकी नागरिक हेली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से दिन के अंत में मुलाकात करेंगी। हेली ने हुमायूं के मकबरे के दीदार के दौरान कहा, "मैं यहां एक बार फिर भारत के लिए हमारे प्यार को मजबूत करने आई हूं, भारत और अमेरिका के बीच दोस्ती की हमारी पुरानी धारणा है और हमारी इच्छा उस संबंध को और अधिक मजबूत बनाने की है।"हेली ने दोनों देशों के बीच अवसरों के कई स्तरों का उल्लेख किया और कहा कि भारत व अमेरिका स्वतंत्रता के मूल्य साझा करते हैं। उन्होंने कहा, "चाहे आतंकवाद से मुकाबला हो, चाहे यह सच्चाई कि हम अपने लोकतांत्रिक अवसरों को जारी रखना चाहते हैं, या फिर सैन्य पहलुओं पर अधिक मजबूती से मिलकर काम शुरू करने की बात हो, ऐसी बहुत-सी चीजें हैं जो भारत और अमेरिका के लिए एकजैसे हैं।"उन्होंने कहा कि यहां वापस आना बहुत अच्छा है। हेली अपने दौरे के दौरान भारत के वरिष्ठ अधिकारियों, एनजीओ व व्यापार जगत के दिग्गजों, विद्यार्थियों और अंतर धार्मिक समुदाय के सदस्यों से मुलाकात करेंगी। संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत नियुक्त होने के बाद हेली का यह पहला दौरा है।

प्रिंस नरूला ने युविका संग संबंध की बात कबूली

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मुंबई, 27 जून, टेलीविजन अभिनेता प्रिंस नरूला ने अभिनेत्री युविका चौधरी के साथ रिश्ते की बात कबूल करते हुए कहा कि उन्होंने युविका संग रिश्ते में आने के बाद दोनों के बीच केमिस्ट्री के महत्व को महसूस किया। प्रिंस ने आईएएनएस से कहा, "प्रियजन के साथ गणित या प्रियजन के साथ समीकरण साझा करने की विधि की जरूरत नहीं है। यदि आपके पास है, तो आप परिस्थितियों पर ध्यान दिए बिना इसे महसूस करेंगे।"उन्होंने कहा, "रिश्ते में होने के नाते, युविका और मैंने भी महसूस किया है कि दोनों के बीच केमिस्ट्री निश्चित रूप से हमारे रिश्ते का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, इससे हमें मजबूत और करीब बढ़ने में मदद मिली है।"युविका और प्रिंस की मुलाकात वर्ष 2015 में टीवी शो 'बिग बॉस 9'में हुई थी। इसके बाद दोनों ्न'स्पील्टसविला एक्स'में दिखे। अब वह 'एमटीवी लव स्कूल'के तीसरे सत्र की एक कड़ी में दिखेंगे।

प्रधानमंत्री ने आधारभूत ढांचे से जुड़ी आठ परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा की

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नयी दिल्ली, 27 जून, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रेल, सड़क, बिजली क्षेत्र में आधारभूत ढांचे से जुड़ी आठ परियोजनाओं की प्रगति की आज समीक्षा की। प्रधानमंत्री ने कहा कि 14 अप्रैल से 5 मई 2018 तक चला ग्राम स्वराज अभियान ने 16 हजार गांव में सरकार की सात महत्वाकांक्षी योजनाओं को लागू करने की दिशा में काफी सफलता हासिल की है।  प्रधानमंत्री कार्यालय की विज्ञप्ति के अनुसार, ये परियोजनाएं बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, हिमाचल प्रदेश, उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड, महाराष्ट्र, ओडिशा, छत्तीसगढ़, आंध्रप्रदेश, दिल्ली, गुजरात, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, सिक्किम और अरूणाचल प्रदेश में हैं।  प्रधानमंत्री ने सूचना संचार प्रौद्योगिकी आधारित ‘प्रगति’ प्लेटफार्म के माध्यम से इन परियोजनाओं की समीक्षा की। यह इस तरह की 27वीं बैठक है ।  प्रधानमंत्री ने वर्तमान जिला अस्पताल से जुड़े एक नये मेडिकल कालेज की स्थापना योजना लागू किये जाने की प्रगति की समीक्षा की ।  उन्होंने बिजली उपलब्ध कराने से जुड़ी सौभाग्य योजना की प्रगति की सराहना की और कहा कि समयबद्ध तरीके से 4 करोड़ परिवारों को बिजली कनेक्शन प्रदान करने के महत्वाकांक्षी लक्ष्य को पूरा करने का प्रयास किया जाना चाहिए ।  प्रधानमंत्री मोदी ने स्वास्थ्य क्षेत्र में केंद्र सरकार की ओर से उठाये गए कदमों का जिक्र करते हुए स्वास्थ्य आधारभूत ढांचे का तेजी से उन्नयन करने पर जोर दिया ।  मोदी ने 14 अप्रैल से 5 मई 2018 तक चला ग्राम स्वराज अभियान की सफलता का जिक्र करते हुए कहा कि देश के आकांक्षी जिलों में 40 हजार गांव में ग्राम स्वराज अभियान का दूसरा चरण जारी है । प्रधानमंत्री ने केंद्र एवं राज्य सरकार के सभी अधिकारियों से इस अभियान को पूरी ताकत से आगे बढ़ाने पर जोर दिया, ताकि 15 अगस्त तक बेहतर परिणाम हासिल हो सके ।

दिल्ली में कनाडाई महिला से बलात्कार

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नयी दिल्ली , 27 जनवरी,  दिल्ली में कनाडा की एक महिला के साथ एक व्यक्ति ने कथित तौर पर बलात्कार किया। आरोपी से पीड़िता की मुलाकात दक्षिण दिल्ली के हौज खास स्थित एक पब में हुई थी।  पुलिस ने बताया कि आरोपी की पहचान अभिषेक के तौर पर हुई है और उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि अभिषेक महिला का परिचित था , दोनों की मुलाकात हौज खास स्थित एक पब में हुई थी। महिला कल रात वहां अपने दोस्तों के साथ गई थी। पुलिस के अनुसार महिला अभिषेक के निमंत्रण पर उसके घर गई जहां आरोपी ने उसके साथ बलात्कार किया। अधिकारी ने बताया कि एम्स पहुंचने के बाद पीड़िता ने पुलिस को मामले की जानकारी दी और बाद में लिखित शिकायत दी।  उन्होंने बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया है। 

परिवारों को अलग करने पर 17 राज्यों ने ट्रंप प्रशासन पर किया मुकदमा

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सिएटल , 27 जून, अमेरिका में वाशिंगटन , न्यूयॉर्क और कैलिफोर्निया समेत 17 राज्यों ने अधिकारियों को आव्रजक परिवारों को फिर से मिलवाने के लिए मजबूर करने के प्रयास में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन पर मुकदमा दायर किया है। इन परिवारों को अमेरिका - मैक्सिको सीमा पर अलग कर दिया गया था।  कैलिफोर्निया में एक संघीय न्यायाधीश ने मंगलवार को एक अलग लेकिन ऐसे ही एक मुकदमे पर आदेश दिया। सैन डिएगो में अमेरिकी डिस्ट्रिक्ट न्यायाधीश डाना साब्रॉ ने सीमा अधिकारियों को आदेश दिया कि वह मंगलवार के आदेश से 30 दिन के भीतर बच्चों को उनके परिवार से मिलवाएं और अगर बच्चे की उम्र पांच साल से कम है तो 14 दिन के भीतर उन्हें उनके परिवार से मिलवाया जाए। न्यायाधीश ने परिवारों को अलग करने पर राष्ट्रव्यापी आदेश भी दिया।  अभी यह स्पष्ट नहीं है कि संघीय न्यायाधीश का यह आदेश राज्यों के मुकदमे पर कैसे असर डालेगा।  न्यू जर्सी के अटॉर्नी जनरल गुरबीर ग्रेवाल ने ईमेल से भेजे एक बयान में कहा , ‘‘ परिवारों को अलग करने की प्रशासन की नीति निश्चित तौर पर क्रूर है। ’’  गौरतलब है कि आव्रजक अधिकारियों ने हाल के हफ्तों में 2,300 बच्चों को उनके माता - पिता से अलग कर दिया। जैसे ही रोते - बिलखते बच्चों की तस्वीरें और रिकॉर्डिंग सामने आई तो दुनियाभर में इसे लेकर आक्रोश पैदा हो गया।  सिएटल स्थित आव्रजक अधिकारी समूह ने वाशिंगटन में हिरासत में रह रहे शरणार्थियों की ओर से सोमवार को मुकदमा दायर किया।  जिन राज्यों ने मुकदमा दायर किया है उनमें मैसाच्युसेट्स , कैलिफोर्निया , डेलावेयर , आयोवा , इलिनोइस , मैरीलैंड , मिनेसोटा , न्यू जर्सी , न्यू मैक्सिको , न्यूयॉर्क , नॉर्थ कैरोलीना , ओरेगोन , पेन्सिलवेनिया , रोड आइलैंड , वरमॉण्ट , वर्जीनिया और वाशिंगटन शामिल हैं। 

स्वास्थ्य से लेकर आर्थिक मोर्चे तक सरकार बुजुर्गों के कल्याण को प्रतिबद्ध : मोदी

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नयी दिल्ली, 27 जून, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुजुर्गों के कल्याण के लिए अपनी सरकार की प्रतिबद्धता दोहराते हुए आज कहा कि वरिष्ठ नागरिकों के स्वास्थ्य से लेकर उनके आर्थिक हितों से जुड़े विषयों पर सभी सुविधाओं को सरकार ने सरल बनाने का काम किया है। सरकार की जन सुरक्षा योजनाओं के लाभार्थियों से संवाद के दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि जन सुरक्षा योजनाएं आमजन को और खास तौर पर आर्थिक रूप से पिछड़े वर्गों को सशक्त बना रही हैं ताकि वे संकट के समय मजबूती से खड़े रह सकें। सरकार का लक्ष्य अधिक से अधिक लोगों को सामाजिक सुरक्षा योजनाओं से जोड़ना है। बुजुर्गों के कल्याण के लिए सरकार की प्रतिबद्धता दोहराते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि वृद्धावस्था जीवन का एक अहम पड़ाव है । उस समय हम आर्थिक तौर पर आत्म-निर्भर रहें, इसी उद्देश्य को ध्यान में रख कर पेंशन की कल्पना की गई थी । मोदी ने कहा कि उनकी सरकार बुजुर्गों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है और बुजुर्गों के स्वास्थ्य से लेकर उनके आर्थिक मोर्चे तक सभी सुविधाओं को सरल बनाने का काम किया है।  उन्होंने कहा कि वृद्धावस्था से संबंधित समस्‍याओं की गंभीरता को महसूस करते हुए इनसे निपटने के लिए पिछले 4 वर्षों में कई नीतियां और योजनाएं बनाई गई हैं । मोदी ने कहा कि हम सब जानते हैं कि उम्र बीतने के साथ-साथ स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें भी होती हैं। दवाइयों और इलाज का खर्च बढ़ जाता है। इसे ध्यान में रखते हुए जन-औषधि योजना शुरू की गई ताकि दवाइयां सस्ते दामों पर उपलब्ध हों । 

उन्होंने कहा कि इसी तरह स्टेंट की कीमतें भी कम की गईं, घुटने का ऑपरेशन भी पहले के मुकाबले अब सस्ता और किफायती हो गया है। पहले वरिष्ठ नागरिकों को अपने जीवित होने का खुद जाकर प्रमाण देना पड़ता था, लेकिन अब इसे भी सरल बनाते हुए जीवन प्रमाणपत्र देने की व्यवस्था शुरू की गई है । उन्होंने कहा कि सरकार का पूरा प्रयास है कि देश के वरिष्ठ नागरिकों को विभिन्न सुविधाएँ सरल और सहज रूप में उपलब्ध हों, उनके आस-पास ही उपलब्ध हों ताकि उन्हें ज्यादा भाग-दौड़ न करनी पड़े । मोदी ने कहा कि सरकार वरिष्ठ नागरिकों को कर छूट भी दे रही है। उनके लिए आय पर टैक्स में छूट की मूल सीमा 2.5 लाख रूपये से बढ़ाकर 3 लाख रूपये कर दी गई है। प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले वर्ष सरकार ने प्रधानमंत्री वय वंदन योजना शुरू की जिसके तहत 60 साल से अधिक उम्र के नागरिक को 10 साल तक 8 फीसदी सुनिश्चित रिटर्न मिलता है। यदि रिटर्न 8 फीसदी से कम है तो सरकार खुद इसकी भरपाई करती है । अभी तक लगभग सवा 3 लाख लोग इस योजना का लाभ प्राप्‍त कर रहे हैं । उन्होंने कहा कि सरकार का पूरा प्रयास है कि सभी को बीमा कवर मिले और कम से कम प्रीमियम पर मिले ताकि गरीब से गरीब व्यक्ति भी इसका लाभ उठा सके। 

झारखंड में 02 जुलाई से शुरू हाेगा पौधारोपण अभियान : रघुवर दास

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रांची 27 जून, झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने आज कहा कि इस वर्ष 02 जुलाई से राज्य के 24 जिलों में 24 नदियों के तट पर पौधारोपण का अभियान चलाया जाएगा। श्री दास ने यहां राज्य 20 सूत्री कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति की चौथी बैठक में कहा कि 02 जुलाई से राज्य के 24 जिलों में 24 नदियों के सम्पूर्ण तट पर पौधारोपण का अभियान चलाया जाएगा। इसके तहत 24 जिलों में 24 नदियों के किनारे पौधे लगाये जायेंगे। उन्होंने अपील करते हुये कहा कि दो जुलाई को हर जिले में वहां के सांसद, विधायक, 20 सूत्री पदाधिकारी, सदस्य सहित सभी जनप्रतिनिधि भी इसमें भाग लें। राज्य की जनता नदियों के तट को हरा-भरा करने के लिए इस अभियान का हिस्सा बनें। मुख्यमंत्री ने राज्य 20सूत्री कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति को एक सफल फोरम बताते हुए कहा कि इसके माध्यम से राज्य के विकास के लिए सुझाव आते हैं और सरकार हर सम्भव उसे पूरा करने की कोशिश करती है। उन्होंने कहा कि शासन को सुशासन, पारदर्शी और रोजगारपरक विकास के लिए समर्पित बनाने का प्रयास उनकी सरकार ने किया है। आज झारखण्ड प्रत्येक क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है।

श्री दास ने कहा कि शासन में जनभागीदारी को बढ़ावा देने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जोर रहा है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार हर सम्भव कोशिश कर रही है कि अधिक से अधिक जनभागीदारी बढ़ाकर बिचैलियों को दूर कर आम लोगों तक विकास के लाभ को पहुंचाया जाए तथा समाज के अंतिम से अंतिम व्यक्ति तक अपनी पहुंच बनायी जाए। उन्होंने जनप्रतिनिधियों से यह अह्वान किया कि वे सरकार की योजनाओं की जानकारी जन-जन तक पहुंचायें। इससे गरीब जनता को लाभ होगा। साथ ही गरीबों की योजनाओं में जनभागीदारी सुनिश्चित होगी। इससे काम में तेजी आयेगी और लाभुकों को योजना का लाभ मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि उद्योग जगत के कॉर्पोरेट-सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) के तहत रांची से तमाड़, रांची से धनबाद, देवघर से बासुकिनाथ धाम के बीच सड़क के किनारे स्ट्रीट लाइट लगायी जायेगी। उन्होंने राज्य के वरीय अधिकारियों को सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों सहित अन्य कंपनियों की भूमि पर रिहायशी इलाके में शौचालय निर्माण, प्रधानमंत्री आवास तथा अन्य जनोपयोगी कार्य के लिए अनापत्ति देने के लिए 30 दिन का समय निर्धारित करने का निदेश दिया है। उन्होंने कहा कि इस अवधि में अनापत्ति प्रमाण पत्र नहीं पाए जाने पर यह माना जाएगा कि उन्हें कोई आपत्ति नहीं है और इस आधार पर जनोपयोगी कार्य किए जा सकेंगे। श्री दास ने कहा कि ग्राम स्वराज अभियान के दूसरे चरण में जो 15 अगस्त 2018 को समाप्त होगा के तहत राज्य के 6512 गांवों में केंद्र सरकार की सात फ्लैगशीप योजनाओं को शत-प्रतिशत उतारा जा रहा है। साथ ही 30 जून को हुल दिवस से 15 अगस्त तक आदिवासी जन उत्थान अभियान की शुरुआत की जायेगी। इसके तहत राज्य के 3264 गांवों में जिनमें 1000 से अधिक की आबादी है तथा जिनमें 50 प्रतिशत आदिवासी जनसंख्या है को लाभान्वित किया जाएगा। इस अभियान से कुल 12 लाख घर और 61 लाख जनसंख्या जिसमें 45 लाख अनुसूचित जनजाति के लोग सम्मिलित हैं, लाभान्वित होंगे। इसमें 14 जुलाई को उज्जवला दिवस, 20 जुलाई को उजाला दिवस, 27 जुलाई स्वच्छता दिवस, 05 से 12 अगस्त प्रधानमंत्री जनधन योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना तथा 15 अगस्त को मिशन इंद्रधनुष मनाया जायेगा। इसके तहत उस तिथि तक चिह्नित गांवों में योजना को शत-प्रतिशत कार्यान्वित किया जायेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि गांव के लोगों को अपने गांव की योजना बनाने और लागू करने का अधिकार दिया जा रहा है। इसके लिए आदिवासी विकास योजना तथा ग्राम विकास योजना के तहत गांव-गांव में समितियों का गठन किया जा रहा है। ये समितियां ही गांव की छोटी-छोटी विकास योजनाओं का क्रियान्वयन करेंगी। उन्होंने कहा कि सरकार बड़े पैमाने पर युवाओं को रोजगार देने की दिशा में कार्य कर रही है। राज्य सरकार ने एक लाख लोगों को रोजगार दिया है, जिनमें 80 प्रतिशत से अधिक झारखंड के स्थानीय लोगों को रोजगार मिला है। 50 हजार लोगों को रोजगार अगले दो से तीन माह के भीतर दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विधायिका एवं कार्यपालिका के बीच बेहतर समन्वय के लिए निरंतर संवाद बनाए रखना चाहिए। श्री दास ने राज्य के सभी 264 प्रखंडों में अगले माह से प्रत्येक महीने जनता दरबार लगाए जाने का निर्देश देते हुये कहा कि झारखंड की गरीब जनता जाति प्रमाण पत्र, वृद्धा पेंशन, विधवा पेंशन, राशन कार्ड सहित विभिन्न योजनाओं के लाभ के लिए कार्यालयों के चक्कर नहीं काटे। हर प्रखंड के जनता दरबार में वहां के प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचल अधिकारी सहित प्रखंड स्तर के सभी अधिकारी उपस्थित रहेंगे तथा वहीं मामले का निपटारा करेंगे। इसकी निगरानी के लिए जिला से एक वरीय अधिकारी प्रत्येक प्रखंड में जायेगा। इसे अभियान के रूप में पूरा करने के लिए एक जुलाई से कैलेंडर बनाकर इसे लागू किया जायेगा। प्रखंड स्तरीय जनता दरबार में उस प्रखंड से जुड़ी योजनाओं का लाभ लाभुकों तक सीधे पहुंचाया जायेगा। इस अवसर पर समिति के उपाध्यक्ष राकेश प्रसाद ने कहा कि यह समिति राज्य के विकास के लिए समर्पित होकर कार्य कर रही है। जिला एवं प्रखंड स्तर तक यह समिति सक्रिय होकर कार्य कर रही है। उज्ज्वला योजना, ग्राम स्वराज अभियान तथा केन्द्र और राज्य की महत्वपूर्ण योजनाओं के कार्यान्वयन में समिति के सदस्य अपना सक्रिय योगदान दे रहे हैं। कार्यक्रम में राज्य 20 सूत्री उपाध्यक्ष राकेश प्रसाद, मंत्री डॉ. लुईस मरांडी, मंत्री रणधीर सिंह, सांसद, मुख्य सचिव, विकास आयुक्त, वित्त विभाग के अपर मुख्य सचिव समेत 20 सूत्री के सदस्य, प्रधान सचिव, सचिव समेत अन्य लोग उपस्थित थे।

अमित शाह 12 जुलाई को बिहार दौरे पर

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पटना 27 जून, भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह 12 जुलाई को एक दिवसीय बिहार दौरे पर आयेंगे।  भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष देवेश कुमार ने आज यहां बताया कि श्री शाह बिहार के एक दिवसीय दौरे पर 12 जुलाई को पटना आयेंगे। इस दौरान पार्टी की ओर से चलाये जा रहे ‘समर्थन के लिये सम्पर्क’ कार्यक्रम में शामिल होने के साथ ही पार्टी के नेताओं से विचार विमर्श करेंगे।  श्री शाह पार्टी को बिहार में और सशक्त बनाने के उद्देश्य से भाजपा के प्रदेश मुख्यालय में विभिन्न संगठनों और प्रकोष्ठों के नेताओं के साथ भी विचार-विमर्श करेंगे। इसके बाद वह राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन(राजग) के घटक दलों के नेताओं से भी मिलेंगे। ऐसी संभावना जतायी जा रही है कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री शाह राजग के बिहार में प्रमुख घटक जनता दल यूनाइटेड(जदयू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी मिलेंगे। बैठक के अलावा वह कार्यकर्ताओं से भी भेंट करेंगे। 

प्रदेश अध्यक्ष एवं बिहार के उजियारपुर से पार्टी के सांसद नित्यानंद राय और संगठन महामंत्री नागेन्द्रजी के अलावा भाजपा कोर कमेटी के साथ भी उनकी बैठक होगी। पार्टी पदाधिकारियों को सौंपे गये कार्यों का भी वह लेखा-जोखा लेंगे। ऐसा माना जा रहा है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष सरकार एवं संगठन का फीडबैक भी लेंगे। श्री शाह के बिहार दौरे को वर्ष 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव से जोड़कर भी देखा जा रहा है। पार्टी इस समय मिशन 2019 में लगी हुयी है और ऐसे समय में राष्ट्रीय अध्यक्ष के बिहार दौरे को राजनीतिक जानकार काफी महत्वपूर्ण मान रहे हैं। राजग के घटक दलों में सीटों के बंटवारे को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं चल रही हैं। जदयू के राजग में आने के बाद लोकसभा सीटों के बंटवारे को नये सीरे से अंतिम रूप देना भी भाजपा के लिये एक कठिन टास्क है। वर्ष 2014 के चुनाव में भाजपा ने 30 जबकि लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) ने सात और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) ने तीन सीटों पर चुनाव लड़ा था। राजग में अब जदयू भी है और इस बदली हुई राजनीतिक परिस्थिति में सीटों का बंटवारा बेहद अहम माना जा रहा है। ऐसा माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री श्री कुमार से उनकी मुलाकात में सीट बंटवारे को लेकर बातचीत हो सकती है। 

झारखंड में इंटर कला का परिणाम जारी, 72.62 प्रतिशत विद्यार्थी उत्तीर्ण

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रांची 27 जून, झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) ने आज इस वर्ष इंटरमीडिएट कला संकाय की हुई परीक्षा के परिणाम आज जारी कर दिये, जिसमें 72.62 प्रतिशत विद्यार्थी उत्तीर्ण हुये है। जैक के अध्यक्ष अरविंद प्रसाद ने इंटरमीडिएट कला संकाय का परिणाम जारी करते हुये बताया कि वर्ष 2018 में हुई परीक्षा में कला संकाय में कुल 181999 विद्यार्थी शामिल हुये, जिनमें से 132179 उत्तीर्ण हुये हैं। उन्होंने बताया कि 12430 छात्रा-छात्राएं प्रथम श्रेणी से, 88805 द्वितीय श्रेणी से और 30943 तृतीय श्रेणी से पास हुये हैं। श्री प्रसाद ने बताया कि बेहतर परिणाम के मामले में खूंटी जिला अव्वल रहा। इसके बाद लाेहरदगा और रांची का स्थान रहा। उन्होंने बताया कि पलामू, गोड्डा और जामताड़ा जिले का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है।

अमरनाथ यात्रियों का पहला जत्था आधार शिविर पुहंचा

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श्रीनगर 27 जून, पवित्र अमरनाथ गुफा की यात्रा के लिए बुधवार सुबह जम्मू से रवाना हुआ महिलाओं और साधुओं समेत 3000 श्रद्धालुओं का पहला जत्था पुख्ता सुरक्षा इंतजाम के बीच नूनवान पहलगाम और बालताल आधार शिविर पहुंच गया। आधिकारिक प्रवक्ता ने आज रात यह जानकारी देते हुए बताया कि राज्यपाल एवं श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) के अध्यक्ष एन एन वोहरा ने तीर्थयात्रियों के पहले जत्थे के जम्मू के भगवती नगर स्थित आधार शिविर पहुंचने पर स्थिति की समीक्षा की।  एसएएसबी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी उमंग नरुला और अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी भूपिंद्रर कुमार ने श्री वोहरा के साथ बैठक के दौरान उन्हें इससे अवगत कराया । श्री नरुला ने श्री वोहरा को बताया कि बालताल और नूनवान आधार शिविरों के लिए रवाना हुए तीर्थ यात्री दो अलग-अलग जत्थों में थे ताकि यातायात के परिचालन में कोई बाधा उत्पन्न न हो।  नूनवान और बालताल जाने वाले तीर्थ यात्रियों के जत्थे में 113 वाहन थे। जम्मू से 2995 यात्री सुबह छह बजकर 22 मिनट पर रवाना हुए। नूनवाल पहुंचने वाला जत्था शाम छह बजकर 25 मिनट पर आधार शिविर पहुंच गया और बालताल पहुंचने वाले जत्थे ने शाम छह बजकर 20 मिनट पर मनिगाम शिविर को पार कर लिया था। श्री वोहरा ने अमरनाथ यात्रियों के जत्थों की यात्रा की बारीकी से निगरानी करने और उनके समय से आधार शिविरों में पहुंचने पर जोर दिया ताकि यात्रियों को अगली सुबह यात्रा शुरू करने से पहले पर्याप्त आराम मिल सके।

जो भगवान श्रीराम का न हुआ वो देश का क्या होगा : तोगड़िया

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इलाहाबाद, 27 जून, नवगठित अंतर्राष्ट्रीय हिन्दू परिषद (अहिप) के अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया ने अयोध्या में राममंदिर निर्माण को लेकर केन्द्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जो राम का  न हुआ वो देश का क्या होगा। श्री तोगड़िया ने बुधवार को यहां संवाददाताओं से कहा कि यदि केन्द्र सरकार निर्धारित समयावधि में विधेयक नहीं लाती है तो संत समाज लखनऊ से अयोध्या तक मार्च करेगा। उन्होंने कहा कि हिन्दुओं के दम पर भाारतीय जनता पार्टी (भाजपा) है लेकिन भाजपा के दम पर हिन्दू नहीं है। इस मुगालते में कोई न/न रहे। श्री तोगडिय़ा ने कहा कि विश्व हिंदू परिषद से अलग होने के बाद अब उनका एजेंडा अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण है। लखनऊ के बाद अयोध्या से होकर संगमनगरी पहुंचे श्री तोगडिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा पर भी जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि इन लोगों से अब जनता का भरोसा उठ गया है। भाजपा अब जुमला पार्टी बन गयी है। उन्होंने कहा कि देश के 20 करोड़ हिंदुओं को एकजुट कर वह तीसरा विकल्प बनाएंगे। यह तीसरा विकल्प ही हिंदुओं के उत्थान का काम करेगा। उन्होंने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर बनवाने के लिए सरकार की ओर से कोई प्रयास न करना हिंदुओं से वादाखिलाफी है, यदि संसद से कानून बनवाकर जल्द ही मंदिर निर्माण नहीं शुरू कराया गया तो हिंदू अयोध्या कूच करेंगे।

विश्व हिन्दू परिषद के (विहिप) भूतपूर्व नेता डा तोगडिया ने एक सवाल के जवाब में अपने दर्द काे छिपा न/न सके और उनके मन का गुबार अन्तत: जुबान पर आ ही गया। डॉ. तोगडिय़ा ने कहा कि विहिप उनकी धड़कन थी, सांस थी, उमंग थी, सेवा था, त्याग और बलिदान था। उन्होंने इसे छोड़ा नहीं बल्कि सत्ता के मदमस्तों ने उनसे छीना है। नए संगठन के गठन के बाद तोगडिय़ा आज पहली बार प्रयाग पहुंचे। उन्होंने कहा कि प्रयाग से वह काशी जाएंगे। संगमनगरी में विहिप के पदाधिकारी डा. तोगडिय़ा से दूरी बनाए दिखे। उन्हाेंने कहा कि मौजूदा सरकार की हिन्दूवादी दल के तौर पर पहचान है हालांकि यह सरकार 2014 में जनता से किये वादों को पूरा करने में विफल रही है जिसका परिणाम है कि कश्मीर समेत राज्य के अन्य हिस्सों में हिन्दुओं के हितों का नुकसान हुआ है। डा तोगडि़या ने कहा “ युवकों को रोजगार मुहैया कराने, कश्मीर से धारा 370 को हटाने, गौवध पर प्रतिबंध, बांग्लादेशियों के अवैध प्रवेश पर रोक, बच्चो को अच्छी शिक्षा और किसानो के कर्जमाफी और बेरोजगारों को रोजगार के नाम पर बरगलाया है। सरकार चार साल में सभी मोर्चों पर विफल रही है। उन्होंने कहा कि देश की अधिसंख्य हिन्दू आबादी को उनके अधिकार दिलाने के लिये उनका संगठन आंदोलन को विवश हुआ है।

अहिप नेता ने इस मौके पर अयोध्या में श्रीराम जन्मस्थान मंदिर का मसौदा बिल जारी किया और दोहराया कि अयोध्या के साथ काशी और मथुरा के लिये हिन्दू समुदाय मांगपत्र पर हस्ताक्षर करेगा। उन्हाेंने कहा कि करीब दस लाख कार्यकर्ता दस करोड़ हिन्दू परिवारों के घर जायेंगे और अयोध्या,काशी और मथुरा में भव्य मंदिरों के निर्माण के मांगपत्र पर हस्ताक्षर करायेंगे। उन्होंने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर बनाने का नियत साफ हाे तो निर्माण होने में देरी नहीं लग सकती लेकिन विडंबना है कि भाजपा के सत्ता में चार साल बिताने के बाद भी कानून बनाने का वादा पूरा नही हो सका है। उन्होंने कहा, “ मोदीजी विदेश दौरों में इतना मशगूल होने के बावजूद वहां मस्जिदों में जाकर मत्था टेकने का समय है लेकिन अयोध्या में भगवान राम के दरबार में शीश झुकाने का समय ही नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि हिन्दू हितों के नाम पर उनकी भावनाओं से खिलवाड़ किया जा रहा है। उन्होंने कुंभ स्नान के लिए आने का वादा करते हुए वादा खिलाफी करने वालों को लेकर हुंकार की चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि कुंभ तक तीसरा विकल्प सामने आ जायेगा।

विश्वकप : चैंपियन जर्मनी बाहर, स्वीडन नॉकऑउट में

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कजान/येकातेरिनबर्ग, 27 जून, गत चैंपियन जर्मनी एशियाई टीम दक्षिण कोरिया के हाथों ग्रुप ऍफ़ में 0-2 की सनसनीखेज हार झेलकर बुधवार को फीफा विश्वकप टूर्नामेंट से बाहर हो गयी जबकि इसी ग्रुप से स्वीडन ने मेक्सिको को 3-0 से हराकर नॉकऑउट दौर में प्रवेश कर लिया। जर्मनी को मैक्सिको के हाथों पहले मैच में 0-1 से हार झेलनी पड़ी थी लेकिन दूसरे मैच में स्वीडन के खिलाफ उसने 2-1 से आखिरी मिनट की जीत के बाद अपनी उम्मीदों को बरकरार रखा था लेकिन कोरियाई टीम ने उसे शर्मनाक हार का घूंट पिलाकर अपने फ़ुटबाल इतिहास की सबसे बड़ी जीत दर्ज कर ली। जर्मनी के लिए इस हार के साथ साथ शर्मनाक बात यह भी रही कि वह ग्रुप में चौथे और आखिरी स्थान पर रहा। स्वीडन ने मेक्सिको पर शानदार जीत के साथ ग्रुप में टॉप किया जबकि मेक्सिको दूसरे स्थान पर रहा। हालांकि दोनों टीमों के एक बराबर 6-6 अंक थे लेकिन स्वीडन गोल औसत में बेहतर रहा। कोरिया और जर्मनी के भी 3-3 अंक थे लेकिन यहां कोरिया का गोल औसत बेहतर रहा। कोरिया ने दोनों गोल निर्धारित 90 मिनट तक मुकाबला गोलरहित बराबर रहने के बाद इंजरी समय में किये। यह लगातार तीसरा मौका है जब चैंपियन टीम ग्रुप चरण में बाहर हुई है। विश्व कप के इतिहास में यह छठा मौका है जब चैंपियन टीम पहले दौर में बाहर हुई है। इनमें से चार मौके तो नयी शताब्दी की शुरुआत होने पर आये हैं। केवल ब्राजील 2002 में खिताब जीतने के बाद अगले विश्व कप में ग्रुप चरण से आगे गयी थी। फ्रांस, इटली, स्पेन और अब जर्मनी चार यूरोपीय ताकतें अपने खिताब के बचाव में पहले दौर की बाधा पार नहीं कर पायीं। 

कोरिया के किम यंग-ग्वॉन ने इंजरी समय में पहला गोल किया लेकिन उन्हें ऑफ साइड करार दिया गया। कोरिया ने वीडियो रेफरल मांग लिया जिस पर कोरिया को गोल मिल गया। सोन ह्युंग -मिन ने अंतिम सीटी बजने से पहले गोलकीपर के आगे निकल आने का पूरा फायदा उठाते हुए कोरिया का दूसरा गोल कर दिया। इस गोल के होते ही कोरियाई खिलाड़ी ख़ुशी से झूम उठे। कोरिया के लिए यह बड़ा मौका था कि उसने चार बार की चैंपियन टीम को हरा दिया। जर्मनी की टीम 1938 के बाद पहली बार पहले ही राउंड में बाहर हुई है। जर्मनी का टूर्नामेंट में बेहद खराब प्रदर्शन रहा और वह तीन मैचों में मात्र दो गोल कर पायी। कोरिया की टीम भी बाहर हो गयी लेकिन इस जीत के बाद वह गर्व से सर ऊंचा कर स्वदेश लौटेगी। उधर इसी ग्रुप के एक अन्य महत्वपूर्ण मुकाबले में स्वीडन ने मेक्सिको को 3-0 से हराकर नॉकऑउट का टिकट कटा लिया। पहला हाफ गोलरहित रहने के बाद स्वीडन ने 50 वें मिनट में लुडविग ऑगस्टिंसन के गोल से बढ़त बनायी। मैच के 62 वें मिनट में आंद्रेस ग्रेनक्विस्ट ने पेनल्टी पर टीम का दूसरा गोल किया। 74 वें मिनट में मेक्सिको के एडसन अल्वारेज़ ने आत्मघाती गोल कर स्वीडन को ग्रुप में शीर्ष पर जाने का मौका दे दिया।

ध्यान भटकाने को वाड्रा पर उठा रहे हैं सवाल : कांग्रेस

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नयी दिल्ली, 27 जून, कांग्रेस ने मोदी सरकार पर भ्रष्ट लोगों को संरक्षण देने का आरोप लगाते हुए आज कहा कि इन पर पर्दा डालने के लिए वह श्री रॉबर्ट वाड्रा पर सवाल खड़े कर रही है। कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने यहां संवाददाता सम्मेलन में एक सवाल पर कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार पर बैंक घोटालों के आरोपी नीरव मोदी, ललित मोदी, विजय माल्या और मेहुल भाई को लेकर जो गंभीर आरोप हैं उनसे ध्यान बांटने के लिए इस तरह के सवाल किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसके लिए मोदी सरकार सत्ता का दुरुपयोग कर रही है। उन्होंने कहा कि 18 सितंबर 2012 को स्काईलाइट कंपनी ने 3.53 एकड़ जमीन को 58 करोड़ में बेचा था। उन्होंने सवाल किया कि यदि किसी व्यक्ति के पास कोई जमीन है तो उसे वह बेच सकता है और उसे बेचने को भ्रष्टाचार नहीं कहा जा सकता है। इसमें बडी बात यह है कि स्काईलाइट 8.52 करोड रुपए का कर जमा कर अपनी पूंजी का खुलासा करती है।  गौरतलब है कि भाजपा प्रवक्ता ने एक संवाददाता सम्मेलन में आज आरोप लगाया था कि श्री वाड्रा की कंपनी स्काईलाइट हॉस्पिटेलिटी ने हेरफेर करके आय को छिपाया था।

जनजातीय समुदाय के लोगों की घटती संख्या से सरकार चिंतित : नीलकंठ

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दुमका 27 जून, झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा ने आज कहा कि राज्य सरकार जनजातीय समुदाय के लोगों की घटती आबादी से चिंतित है और इसके लिए एक समिति गठित कर इस मसले पर अध्ययन कराया जा रहा है। श्री मुंडा ने यहां जनजातीय परामर्शदातृ समिति के उपसमिति की बैठक में कहा कि सरकार जनजातीय समुदाय की घटती आबादी से चिंतित है। इसके लिए सरकार ने एक समिति का गठन किया है, जो इस मसले पर अध्ययन कर रही है।  उन्होंने कहा कि इस गंभीर मसले को लेकर संबंधित जिले में जनजातीय परामर्शदातृ समिति की उपसमिति की बैठक की जा रही है, जिससे लोगों से प्राप्त सुझाव पर कार्य किया जा सके।  मंत्री ने संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि वर्ष 1947 से अब तक की जनगणना के आंकड़े प्राप्त कर जनजातीय समुदाय की घटती आबादी के कारणों का अध्ययन किया जाए। साथ ही संतालपरगना प्रमंडल में विभिन्न जनजातियों की जनसंख्या कितनी है यह भी स्पष्ट किया जाए। उन्होंने जनजाति समुदाय में कम उम्र में हो रही मृत्यु के कारणों पर भी अध्ययन करने पर जोर दिया । बैठक में उपस्थित लोगों ने सुझाव देते हुए बताया कि मुख्यतः शराब (हडिया) के कारण कम उम्र में ही लोगों की मृत्यु हो रही है। इसके लिए प्रशासन और समाज सेवी संस्था को संयुक्त रूप से लोगो को जागरुक करने की आवश्यकता है।  बैठक में जनजातीय परामर्शदातृ उप समिति के सदस्य शिवशंकर उरांव, रतन तिर्की के साथ दुमका के उपायुक्त मुकेश कुमार, जिला परिषद अध्यक्ष जॉयस बेसरा, संबंधित विभाग के अधिकारी के साथ पूर्व विधायक कमलाकांत प्रसाद सिन्हा, सदान एकता परिषद् के अध्यक्ष राधेश्याम वर्मा, चेम्बर आॅफ काॅमर्स के अध्यक्ष मो. मुस्ताक अली खोखन दा और सचिव मनोज कुमार घोष सहित जिले के कई प्रबुद्ध लोग शमिल हुए।

रायटर्स की रिपोर्ट देश की छवि धूमिल करने का प्रयास : सरकार

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नयी दिल्ली 27 जून, सरकार ने भारत में महिलाओं की स्थिति पर एक विदेशी प्रतिष्ठान की रिपोर्ट को आज पूरी तरह से खारिज कर दिया और कहा कि यह तथ्यात्मक अध्ययन की बजाय अज्ञात व्यक्तियों की धारणाओं पर आधारित रिपोर्ट है जिसका उद्देश्य देश की छवि धूमिल करना भर है। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने एक विज्ञप्ति में कहा कि थॉमसन रायटर्स फाउंडेशन ने हाल में एक जनमत सर्वेक्षण किया है जिसका शीर्षक है-‘महिलाओं के लिए विश्व के सबसे खतरनाक देश 2018’। फाउंडेशन ने कहा है कि भारत महिलाओं के लिए सबसे खतरनाक देश है।  सरकार ने कहा कि यह घोषणा किसी रिपोर्ट या आंकडों पर नहीं बल्कि एक जनमत सर्वेक्षण पर आधारित है। इस नतीजे तक पहुंचने के लिए रायटर्स ने एक दोषपूर्ण प्रक्रिया का उपयोग किया है। रैकिंग, अवधारणा आधारित है। यह मात्र 6 प्रश्नों के जवाब पर आधारित है। ये परिणाम आंकडों के आधार पर नहीं निकाले गये हैं। ये पूर्णतया विचारों पर आधारित है। इसके अतिरिक्त इस सर्वेक्षण में मात्र 548 लोगों को शामिल किया गया है। रायटर्स के अनुसार ये व्यक्ति महिला संबंधी मामलों के विशेषज्ञ हैं। इन व्यक्तियों के पद, संबंधित देश, अकादमिक योग्यता व विशेषज्ञता आदि के संबंध में कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है। ये सभी चीजें सर्वेक्षण की विश्वसनीयता पर प्रश्न चिन्ह लगाती है। संगठन द्वारा प्रक्रिया संबंधी दी गयी जानकारी के अनुसार सर्वेक्षण में शामिल कुछ लोग नीति निर्माता है। हालांकि मंत्रालय ने इस सर्वेक्षण के संबंध में कोई जानकारी नहीं मांगी है। विज्ञप्ति के अनुसार सर्वेक्षण में पूछे गये छह प्रश्न एक समान रूप से सभी देशों पर लागू नहीं किये जा सकते। जैसे विभिन्न देशों में बाल विवाह की उम्र सीमा अलग-अलग है। इसके अलावा महिला के जननांगों की विकृति, दोषी व्यक्ति को पत्थर मारना आदि प्रथाएं भारत में नहीं हैं।  किसी भी सर्वेक्षण में इसके अतिरिक्त उपलब्ध आंकडों को साझा करना, नीति निर्माण में सुझाव लेना तथा सरकार की पारदर्शी प्रणालियों के आधार पर भारत में महिलाओं की समस्याओं को रेखांकित किया जाता है। सरकार मीडिया, शोध कर्ताओं तथा स्वयं सेवी संगठनों के साथ खुले रूप से विचारों का आदान-प्रदान करती है। इससे आम लोगों को बहस में जुड़ने का अवसर प्राप्त होता है। आम लोग और स्वतंत्र मीडिया, महिलाओं के खिलाफ होने वाली हिंसा पर खुले रूप से चर्चा कर सकती हैं। ऐसी बहसों को प्रोत्साहित किया जाता है। सरकार के अनुसार ऐसी खुली व्यवस्था में महिलाओं से संबंधित मामले भारत में जोर-शोर से उठाये जाते हैं। संभवतः इसी कारण ऐसी अवधारणा बनती है कि देश की स्थिति खराब है।

सर्वेक्षण में स्वास्थ्य देखभाल, भेदभाव, सांस्कृतिक परंपराएं, यौन हिंसा, गैर यौन हिंसा, मानव तस्करी जैसे विषयों पर 548 व्यक्तियों का जनमत संग्रह किया गया है। इन क्षेत्रों में भारत अन्य देशों की तुलना में बहुत आगे है। इसके अलावा पिछले वर्षों की तुलना में स्थितियां बेहतर हुई हैं। इसलिए भारत की रैकिंग स्पष्ट रूप से गलत है। उदाहरण के लिए जून 2018 में जारी नमूना पंजीयन सर्वे (एसआरएस) के अनुसार प्रसव के दौरान मातृ मृत्यु दर में 2013 की तुलना में 22 प्रतिशत की कमी आयी है। इसके अलावा जन्म के समय लिंग अनुपात भी बेहतर हुआ है। इससे यह भी पता चलता है कि लिंग आधारित गर्भपात की संख्या में भी कमी आयी है। आर्थिक क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण प्रगति हुई है। महिलाओं की आजीविका के लिए लगभग 45.6 लाख स्वयं सहायता समूहों को बढ़ावा दिया गया है और इसके लिए दो हजार करोड रुपये की धनराशि उपलब्ध कराई गयी है। बालिकाओं के वित्तीय समावेश के लिए सुकन्या समृद्धि योजना के तहत 1.26 करोड़ बैंक खाते खोले गये हैं। कुल जनधन खातों में से आधे महिलाओं के हैं। प्राथमिक और उच्च माध्यमिक स्तर पर लड़के और लड़कियों के नामांकनों की संख्या समान है। इस प्रकार यह कहना गलत है कि भारत ने महिलाओं को आर्थिक संसाधन उपलब्ध नहीं हैं। सरकार ने कहा कि बाल विवाह की संख्या में भी महत्वपूर्ण कमी आयी है। 0-9 वर्ष की आयु सीमा में बाल विवाह की संख्या शून्य है। 15 से 19 वर्ष की आयु सीमा में लड़कियों के मां बनने या गर्भवती होने की संख्या में भी कमी आयी है। यह 2005-06 में 16 प्रतिशत से घटकर 2015-16 में 7.9 प्रतिशत हो गयी है। एनसीआरबी आंकड़ों के अनुसार 2016 में दुष्कर्म के 38,947 मामले दर्ज किये गये हैं। 2014 और 2015 में क्रमशः 36735 और 34651 मामले दर्ज किये गये थे। मामलों की संख्या में वृद्धि, पुलिस तक आसानी से पहुंचने का परिणाम है। इसके अतिरिक्त भारत में दुष्कर्म की दर प्रति हजार पर 0.03 है, जबकि अमेरिका में यह प्रति हजार पर 1.2 है। तेजाब फेंकने के मामले भी गिने चुने हैं। जैसा कि पहले कहा गया है कि दोषियों को पत्थर मारने तथा महिलाओं के जननांगों को विकृत करने की प्रथा भारत में नहीं है। बंधुआ मजदूरी और जबरन मजदूरी के मामलों में भी कमी आयी है। अपराध की रिपोर्ट होने पर सख्ती से कार्रवाई की जाती है। मानव तस्करी (रोकथाम, सुरक्षा और पुर्नवास) अधिनियम, 2018 के अंतर्गत मानव तस्करी की समस्या को काफी हद तक नियंत्रित कर लिया गया है। इस प्रकार यह कहा जा सकता है कि हिंसा के मामले में भारत विश्व का सबसे खतरनाक देश नहीं है। भारत को महिलाओं के लिए सबसे खतरनाक देश घोषित करने का प्रयास केवल भारत की छवि को धूमिल करने जैसा है। यह प्रयास महिलाओं के पक्ष में हो रहे वास्तविक प्रगतियों से ध्यान हटाने जैसा है।

सरकार ने कहा कि 2012 की दुर्भाग्यपूर्ण घटना के पश्चात पूरा देश महिलाओं की सुरक्षा के प्रति सजग है तथा उन्हें घर में, अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में तथा समाज में बराबरी का हक देने के लिए कृत संकल्प है। सरकार इस दिशा में नेतृत्व प्रदान कर रही है। यौन हिंसा से बच्चों का संरक्षण अधिनियम 2012, अपराध कानून संशोधन अधिनियम 2013 तथा अपराध कानून संशोधन अध्यादेश, 2018 के तहत बलात्कार के मामलों में कड़ी सजा का प्रावधान किया गया है। इसकी परिभाषा को विस्तार दिया गया है और इसमें तेजाब से हमला, स्टॉकिंग, यौन उत्पीड़न, महिला के सम्मान को चोट पहुंचाना, 18 साल से कम उम्र के लड़कों से किया गया यौन अपराध आदि को शामिल किया गया है। किशोर न्याय (बच्चों की देखभाल और सुरक्षा) अधिनियम 2015 में भी बच्चों की देखभाल और सुरक्षा की जरूरत को विस्तार दिया गया है और इसमें उन बच्चों को भी शामिल किया गया है जिन पर बाल विवाह का खतरा है। इस अधिनियम में 16 वर्ष या इससे अधिक के किशोरों को व्यस्क के समान माने जाने का प्रावधान है यदि वे बलात्कार और हत्या जैसे गंभीर अपराधों में लिप्त पाये जाते हैं। राज्य सरकारें पुलिस बल में महिलाओं की संख्या को 33 प्रतिशत तक ले जाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। महिलाओं की सहायता के लिए 193 वनस्टॉप केन्द्र तथा 31 राज्यों में हेल्पलाइन की शुरूआत की गयी है। इन हेल्पलाईनों से महिलाओं को 24 घंटे सहायता व सुझाव प्राप्त होते हैं। इनमें पुलिस सहायता, कानूनी सहायता, कानूनी सलाह, मेडिकल सुविधा, मानसिक सामाजिक परामर्श, अस्थाई निवास आदि शामिल है। पिछले तीन वर्षों में संस्थानों ने 12 लाख महिलाओं को सहायता प्रदान की है।

इसके साथ ही तीन तलाक को अपराध घोषित करने वाले विधेयक को मंजूरी दी गयी है। यह मुस्लिम महिलाओं को समानता का अवसर उपलब्ध करायेगा। महिला सशक्तिकरण की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है। महिलाओं को समान अवसर प्रदान करने के तहत मुद्रा योजना के अंतर्गत 7.88 करोड़ महिला उद्यमियों को 2,25,904 करोड रुपये का ऋण दिया गया है। प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत प्रमाण पत्र प्राप्त करने वालों में 50 प्रतिशत महिलायें हैं। कार्यबल में महिलाओं की संख्या बढ़ रही है और वे आर्थिक संसाधनों को नियंत्रित कर रही हैं। 5 लाख से अधिक महिलायें कंपनियों में निदेशक के पद पर कार्यरत हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के अंतर्गत आवासों का आवंटन महिलाओं या संयुक्तरूप से महिला एवं पुरूष के नाम पर किया जा रहा है। प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत 2 लाख आवासों का आवंटन महिलाओं के नाम पर किया गया है। पैतृक संपत्ति में भी महिलाओं की हिस्सेदारी मिलने को बढ़ावा दिया जा रहा है। माध्यमिक और उच्च शिक्षा में लड़कियों की शिक्षा पर विशेष ध्यान देते हुए सरकार ने विभिन्न छात्रवृत्ति योजनाओं की शुरूआत की है। इसके सुखद परिणाम सामने आये हैं। स्कूल छोड़ने की संख्या में कमी आयी है। कॉलेजों में शिक्षा प्राप्त करने के संदर्भ में लड़कियों की संख्या में वृद्धि हुई है। माताओं के स्वास्थ्य की स्थिति में भी सुधार हुआ है। एक महत्वपूर्ण कदम के तहत मातृत्व अवकास को बढ़ाकर 6 महीने कर दिया गया है। इससे महिलाओं को नौकरी छोड़ने की नौबत नहीं आयेगी और गर्भावस्था के दौरान उनकी आय में भी कमी नहीं होगी। पूरे देश में माताओं को नकद प्रोत्साहन दिया जा रहा है ताकि वे गर्भावस्था का पंजीयन कर सकें, अस्पताल में शिशु का जन्म हो और शिशु के जन्म के पहले और बाद उनकी देखभाल हो। इन प्रयासों से स्थितियां बेहतर हुई हैं। भारतीय महिलाओं का जीवन बेहतर हुआ है। विश्व के अन्य देशों की तुलना में भारतीय महिलाएं बेहतर स्थिति में हैं। तथ्य स्पष्ट रूप से बताते हैं कि भारत को महिलाओं के लिए सबसे खतरनाक देश कहना वास्तविकता से परे है। 

नडाल को दूसरी और सेरेना को 25 वीं वरीयता

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लंदन, 27 जून, विश्व के नंबर एक खिलाड़ी स्पेन के राफेल नडाल को दो जुलाई से शुरू होने वाले वर्ष के तीसरे ग्रैंड स्लेम विंबलडन में दूसरी रिपीट दूसरी वरीयता दी गयी है जबकि दूसरे नंबर के खिलाड़ी और यहां आठ बार के विजेता स्विट्जरलैंड के रोजर फेडरर को शीर्ष वरीयता दी गयी है। इस ग्रास कोर्ट टूर्नामेंट में आयोजक एटीपी रैंकिंग को ज्यादा तवज्जो नहीं देते हैं और खिलाड़ी के यहां के प्रदर्शन को रैंकिंग में वजन देते हैं। फेडरर विंबलडन में आठ बार के विजेता रह चुके हैं और अपना खिताब बचाने उतरेंगे जबकि नडाल 11 वीं बार फ्रेंच ओपन का खिताब जीतने के बाद विंबलडन में उतर रहे हैं। विश्व के पांचवें नंबर के खिलाड़ी क्रोएशिया के मारिन सिलिच को तीसरी और तीसरे नंबर के जर्मनी के एलेक्जेंडर ज्वेरेव को चौथी वरीयता मिली है। हाल में कोर्ट पर लौटे और यहां दो बार चैंपियन रह चुके ब्रिटेन के एंडी मरे को इस बार वरीयता नहीं दी गयी है। महिलाओं में सात बार की चैंपियन अमेरिका की सेरेना विलियम्स को उनकी विश्व में 183 वीं रैंकिंग के बावजूद 25 वीं वरीयता दी गयी है। महिलाओं में रोमानिया की सिमोना हालेप को शीर्ष वरीयता मिली है। रूस की मारिया शारापोवा को 24 वीं और सेरेना की बड़ी बहन वीनस को नौवीं वरीयता मिली है।

पार्टी मुख्यमंत्री बनने को कहेगी, तो भी नही मानूंगा : दिग्विजय सिंह

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उज्जैन, 27 जून, मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस समन्वय समिति के अध्यक्ष दिग्विजय सिंह ने आज कहा कि वे मुख्यमंत्री की दौड़ में शामिल नहीं हैं और यदि पार्टी भी इसके लिए कहेगी, तो भी नहीं मानेंगे। श्री सिंह आज यहां जिले के विधानसभा क्षेत्रों से आये कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करने के बाद पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे। एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि यह उनकी मर्जी है।  सोशल मीडिया के कांग्रेस के खिलाफ प्रचार के संबंध में पूछे गये प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि यह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का पुराना हथियार है और वे इसका दुरुपयोग करना जानते हैं श्री सिंह ने किसानों के कर्ज दस दिन माफ किये जाने के कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के बयान सही ठहराते हुए कहा कि इसके लिये फिजूल खर्चो पर रोक लगना चाहिये। विधानसभा 2018 के चुनावों में कांग्रेस जो वादा करेगी, उसे पूरा करेगी और किसानों का दस दिन में कर्ज माफ बिना सोचे समझे आसानी से किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार ने कर के पैसे का दुरुपयोग कर नर्मदा किनारे साढ़े छह करोड़ पौधे लगाये जबकि छह माह से अधिक की नर्मदा यात्रा में उन्हें मात्र सात-आठ हजार पौधे ही दिखे। एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होेने कहा कि कांग्रेस में कोई गुटबाजी नहीं है और भाजपा की सरकार से जनता में घोर निराशा है।  चुनाव में टिकट संबंध में उन्होंने कहा कि यदि पार्टी का कोई नेता अधिकृत कांग्रेस प्रत्याशी के विरुद्ध खड़ा होगा, तो उसके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। इसके लिये जिला स्तर पर भी समन्वय समिति बनाई जा रही है।

बिहार में लोकसभा चुनाव में मोदी ही चेहरा होंगे : रामकृपाल यादव

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बलिया 27 जून,  केंद्रीय ग्रामीण विकास राज्यमंत्री रामकृपाल यादव ने कांग्रेस को देश के लिए कलंक करार देते हुए कहा है कि बिहार में जनता दल के साथ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का गठबंधन जारी रहेगा और वहां लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चेहरा होंगे। बलिया में संत करपात्री आश्रम के सन्त अभिषेक ब्रह्मचारी के पिता के त्रयोदशाह में बुधवार को सम्मिलित होने आये केंद्रीय राज्यमंत्री श्री यादव ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कांग्रेस को देश के लिए कलंक करार देते हुए कहा कि देश कांग्रेस का पाप भुगत रहा है। उन्होंने देश के पिछड़ेपन, भ्रष्टाचार और बदहाली के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि जनता कांग्रेस के पाप को कभी भी माफ नहीं करेगी।  कांग्रेस द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को औरंगजेब से भी क्रूर करार दिये जाने के सवाल पर श्री यादव ने कहा आपातकाल के 42 वर्ष के बाद आज भी देश के लोगों को भय सता रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हिटलर को भी फेल कर दिया। उन्होंने इसके साथ ही कहा कि देश की जनता ने कांग्रेस को मिटा दिया है। उन्होंने इसके साथ ही जोड़ा कि देश की जनता ने कांग्रेस को दो राज्य तक सीमित कर दिया है। विपक्षी दलों पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि सत्ता की भूख ने अनेक क्षेत्रीय दलों को कांग्रेस के साथ रहने के लिए विवश कर दिया है।

उन्होंने कटाक्ष किया कि कांग्रेस के लिए जनता की सेवा से बढ़कर परिवारवाद है। बिहार में जनता दल यू से गठजोड़ को लेकर पूछे जाने पर उन्होंने दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी का गठबंधन जनता दल यूनाइटेड से है। यह कायम रहेगा। उन्होंने इसके साथ ही कहा कि दोनों दलों के रिश्ते में जो तल्खी दिख रही है, आने वाले समय में सब ठीक हो जाएगा। श्री यादव ने कहा कि लोकसभा चुनाव में अभी देरी है और उपयुक्त समय पर दोनों दलों के नेता मिल-बैठकर बातचीत के जरिए रास्ता निकाल लेंगे। उन्होंने कहा कि धैर्य रखें। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि बिहार में भाजपा और जनता दल यूनाइटेड का गठबंधन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे पर ही चुनाव लड़ा जायेगा लेकिन बिहार में जब विधानसभा चुनाव होगा तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही चेहरा होंगे। उन्होंने कहा कि शरद पवार ने महागठबंधन की हवा निकाल दी है। आगामी लोकसभा चुनाव में विपक्षी दलों का प्रस्तावित महागठबंधन भाजपा के लिए कोई चुनौती नहीं बनेगा। उन्होंने दावा किया कि 2022 में न्यू इंडिया का सपना साकार होगा तथा देश का हर घर बिजली, रोजगार, पानी, सड़क और अन्य मूलभूत सुविधाओं से सुसज्जित हो जाएगा।

केन्द्रीय राज्य मंत्री ने मोदी सरकार की उपलब्धियों का बखान करते हुए कहा कि गांव और किसान को लेकर जनता को ठगने वाली कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में ग्रामीण विकास मंत्रालय का वार्षिक बजट 50 से लेकर 52 हजार करोड़ का होता था, लेकिन मोदी सरकार में यह बजट बढ़कर एक लाख 12 हजार करोड़ हो गया है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के दौरान गांव को फोकस करते हुए ग्रामीण विकास के लिए अभूतपूर्व कार्य किया गया है। उन्होंने दावा किया कि मोदी सरकार देश को अमन चैन देने का काम कर रही है। देश भयमुक्त और भ्रष्टाचार मुक्त हो रहा है। उन्होंने स्वच्छता, शौचालय, आवास निर्माण तथा ग्रामीण विकास मंत्रालय से जुड़े अनेक योजनाओं के मामले में योगी सरकार की पीठ थपथपाई तथा कहा कि उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने से पहले इस मंत्रालय की प्रगति अत्यंत खराब रही, लेकिन योगी सरकार में उत्तर प्रदेश ने अभूतपूर्व कार्य करते हुए छलांग लगाने का काम किया है
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