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जयनगर : बरसात के बाद शहर का हाल बदहाल

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जयनगर/मधुबनी (आर्यावर्त डेस्क) 01 जुलाई, : शनिवार की रात से हो रही वर्षा से जयनगर शहर 1 से 14 वार्ड में नाले का पानी सड़क पर बह रहा है. शहर के मैन रोड, शिवम टाकीज के समीप, स्टेशन चौक, निधि काम्प्लेक्स, सहित जगह-जगह कूड़ा कचड़ा जमा हो जाने के कारण जयनगर का नगर पंचायत बना नरक पंचायत शहर रैलवे परिसर, बस स्टैंड, प्रखंड कार्यालय, निधि काम्प्लेक्स, मेन रोड, शाहिद चौक सहित हर जगह नाले का पानी सड़क पर बह रहा. सनद रहे कि हर वर्ष जयनगर में बरसात में यह समस्या आती है. मगर कूड़ा-काचड़ा को नष्ट करने एवं बरसात के पानी से होने वाले जल-जमाव की समस्या का कोई ठोस रास्ता नहीं निकाला गया है. नगर पंचायत के कार्यपालक अधिकारी इंद्र कुमार ने बताया कि जल्द ही नगर पंचायत मास्टर प्लान बना कर शहर को जलजमाओ की समस्या से मुक्ति मिलेगी. साथ ही अभी नगर पंचायत के कर्मचारी साफ-सफाई में लगे हुआ है.

मधुबनी : प्लास्टिक मुक्त शहर बनाने के लिए जागरूकता

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जयनगर/मधुबनी (आर्यावर्त डेस्क) 01 जुलाई,  : शहर को प्लास्टिक मुक्त करने को लेकर जयनगर अवर निर्वाचन पदाधिकारी कुमुद रंजन के पहल पर जयनगर के रेडियंट कोचिंग के डायरेक्टर श्रीनाथ गुप्ता के सौजन्य से प्लास्टिक जागरूकता जुलुस निकाला गया. जिसमें अनुमंडल पदाधिकारी शंकर शरण ओमी, अवर निर्वाचन पदाधिकारी कुमुद रंजन, सचिन सिंह आदि शामिल थे.

मधुबनी : फर्जी आई आर एस अधिकारी गिरफ्तार

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मधुबनी (आर्यावर्त डेस्क) 01 जुलाई, कलुआही थाना पुलिस ने फर्जी IRS अधिकारी को गिरफ्तार किया हैl अपने आप को आईआरएस अधिकारी बताने वाला रोहित कुमार नामक व्यक्ति गांव के लोगों को ठगने का काम करता था। अपने आप को यह 2017 बैच का अधिकारी बताकर अधिकारियों और आम लोगों से मिलता-जुलता रहता था एवं उससे फर्जी अधिकारी बनकर मोटी रकम ठगने का काम करता था। गौरतलब है कि रोहित कुमार मधुबनी जिले ननार गांव का निवासी है। जब की असली रोहित कुमार फिलहाल अभी ट्रेनिंग में है। फर्जी रोहित कुमार को कलुआही थाना पर  सदर एसडीओ सुनील कुमार सिंह एवं  सदर एसडीपीओ कामिनी वाला ने की पूछताछ की है।

राहुल गांधी का एकल जीएसटी स्लैब का सुझाव त्रुटिपूर्ण : जेटली

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नई दिल्ली, 1 जुलाई, केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने रविवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की आलोचना करते हुए कहा कि उनका एकल जीएसटी स्लैब का सुझाव त्रुटिपूर्ण है।  उन्होंने कहा कि कर संग्रह के आधार पर बीच की श्रेणी के कुछ कर स्लैब के विलय की गुंजाइश होगी, मगर एकल-स्लैब प्रणाली भारत में काम नहीं करेगी। वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) प्रणाली के लागू होने के एक साल पूरे होने पर जेटली ने एक फेसबुक पोस्ट में लिखा, "राहुल गांधी भारत के लिए एकल जीएसटी स्लैब की वकालत कर रहे हैं। यह त्रुटिपूर्ण सुझाव है। एकल जीएसटी स्लैब सिर्फ उन्हीं देशों में काम कर सकता है, जहां पूरी आबादी की खर्च करने की क्षमता एक जैसी और उच्चस्तर की है।"उन्होंने कहा, "सिंगापुर मॉडल से आकर्षित होने की बात समझ में आती है, लेकिन सिंगापुर जैसे देश की आबादी और भारत की आबादी अलग-अलग है।"उन्होंने आगे कहा कि सिंगापुर खाद्य पदार्थो और विलासिता की वस्तुओं पर सात फीसदी जीएसटी लगा सकता है, लेकिन वह मॉडल यहां काम नहीं करेगा। जेटली ने कहा, "जीएसटी एक प्रतिगामी कर है, जिसमें गरीबों को काफी राहत देने देने की जरूरत है। इसलिए अधिकांश खाद्य पदार्थ जैसे कृषि उत्पादों और आम आदमी द्वारा उपयोग किए जाने वाले उत्पादों को कर से बाहर रखा जाता है। कुछ अन्य उत्पादों पर नाममात्र का कर लगाया जाता है, जबकि कुछ अन्य उत्पादों पर कर की दर ऊंची होती है।"

उन्होंने कहा, "आखिरकार, कर संग्रह बढ़ने की स्थिति में 28 फीसदी कर की श्रेणी से कई मदों को निकालकर निचली श्रेणी में लाई जा सकती है। सिर्फ सिन प्रोडक्ट यानी नीति विरुद्ध इस्तेमाल होने वाले उत्पाद और विलासिता की वस्तुएं इस श्रेणी में रहेंगी।"जेटली ने राहुल गांधी और पूर्व वित्तमंत्री पी. चिदंबरम द्वारा पेट्रोलियम उत्पादों को जीएसटी के दायरे में लाने की मांग किए जाने पर उनकी आलोचना की और कहा कि राज्यों के वित्तमंत्री इसके लिए तैयार नहीं हैं। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार ने एक फॉर्मूला पर काम किया है, ताकि पेट्रोलियम उत्पादों को जीएसटी संविधान संशोधन में शामिल किया जाए, लेकिन इसे किस तिथि से जीएसटी में शामिल किया जाएगा, उसे जीएसटी परिषद ही तय कर सकती है। प्रधानमंत्री की वेबसाइट पर बिना पोर्टफोलियो के मंत्री के रूप में सूचीबद्ध जेटली ने कांग्रेस की अगुवाई वाली पूर्व संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि जब पूर्ववती सरकार ने जीएसटी लागू करने की कोशिश की तो उसे राज्यों का साथ नहीं मिला।

दिल्ली को पूर्ण राज्य के दर्जे के लिए आप का अभियान 3 जुलाई से

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नई दिल्ली, 1 जुलाई, आम आदमी पार्टी (आप) ने रविवार को एक सभा कर दिल्ली को पूर्ण राज्य के दर्जे की अपनी मांग को लेकर अभियान शुरू करने की घोषणा की।  आप संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हजारों पार्टी समर्थकों, मंत्रियों और विधायकों को संबोधित करते हुए कहा कि "यदि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2019 के आम चुनाव से पहले दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा देने के अपने वादे को पूरा कर देते हैं, तो उनकी पार्टी एक बार फिर राष्ट्रीय राजधानी की सातों सीटों पर जीत दर्ज कराएगी। यदि वह अपना वादा पूरा नहीं करते हैं तो अगले चुनाव में उन्हें खाली हाथ रह जाने के लिए तैयार रहना चाहिए।"केजरीवाल ने कहा कि उपराज्यपाल (अनिल बैजल) ने उनकी सरकार को दिल्ली की जनता के लिए ज्यादा मोहल्ला क्लीनिक, शिक्षण संस्थान, घर-घर राशन की आपूर्ति और सीसीटीवी कैमरे लगाने जैसे काम नहीं करने दिए। वहीं, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने घोषणा की कि आप 'दिल्ली मांगे अपना हक'अभियान के अगले चरण में तीन से 25 जुलाई तक 10 लाख परिवारों तक जाएगी और पूर्ण राज्य की मांग के पक्ष में उनसे हस्ताक्षर लेगी। उन्होंने कहा, "हमारे पार्टी के कार्यकर्ता (मुख्यमंत्री अरविंद) केजरीवाल का एक पत्र लेकर दिल्ली में हरेक परिवार के पास जाएंगे और दिल्ली को पूर्ण राज्य के दर्जे की मांग वाले पत्र पर हस्ताक्षर कराएंगे। उसके बाद हम ये हस्ताक्षरित पत्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सौंपेंगे।"मंत्री गोपाल राय ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए इस अभियान में सक्रिय भागीदारी करने की अपील की। आप ने इस काम के लिए समूची दिल्ली में कम से कम 3,000 केंद्र खोलने की योजना बनाई है। राय ने कहा, "हमारे अभियान केंद्रों से जुड़ने की इच्छा रखने वाला कोई भी व्यक्ति 7065049000 पर डायल कर सकता है। केंद्र से फॉर्म लीजिए, उन पर हस्ताक्षर कराइए और वापस उसे केंद्र पर जमा कर दीजिए।"केजरीवाल ने कहा कि मोदी को 10 लाख पत्र सौंपना उनकी पार्टी की मांग के संबंध में उनकी पार्टी के कार्यक्रम का सिर्फ प्रथम चरण है।

जीएसटी संग्रह में जून में 1600 करोड़ रुपये की वृद्धि

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नई दिल्ली, 1 जुलाई, वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) संग्रह में बीते महीने जून में 1,600 करोड़ रुपये की वृद्धि दर्ज की गई।   केंद्र सरकार ने रविवार को कहा कि जून में जीएसटी संग्रह का आंकड़ा 95,000 करोड़ रुपये को पार कर गया। देश में नई अप्रत्यक्ष कर व्यवस्था जीएसटी लागू होने के एक साल पूरे होने पर आयोजित एक कार्यक्रम में वित्त सचिव हसमुख अधिया ने यहां कहा कि जून में जीएसटी संग्रह 95,610 करोड़ रुपये हुआ जबकि उससे पिछले महीने 94,016 करोड़ रुपये जीएसटी के तहत संग्रह हुआ। उन्होंने कहा, "जून में जीएसटी संग्रह का आंकड़ा मई के मुकाबले 1,600 करोड़ रुपये बढ़ गया, जोकि नई कर व्यवस्था की मजबूती का प्रमाण है।"उन्होंने बताया, "अप्रैल में जीएसटी संग्रह 1,03,000 करोड़ रुपये हुआ। जीएसटी राजस्व संग्रह में यह बढ़ोतरी मार्च में वित्त वर्ष की समाप्ति के कारण रही। अन्यथा, जीएसटी संग्रह का मासिक औसत पिछले वित्त वर्ष में 89,885 करोड़ रुपये रहा।"वित्त सचिव ने बीते महीने कहा था कि अप्रैल के लिए दाखिल रिटर्न की संख्या में भी इजाफा हुआ है और यह बढ़कर 62.46 लाख हो गया जबकि मार्च में 60.47 लाख रिटर्न दाखिल हुए थे। उन्होंने कहा कि अप्रैल में दाखिल रिटर्न में बढ़ोतरी इस बात का भी सूचक है कि वस्तुओं के परिवहन के लिए ई-वे बिल लागू होने से नियमों का अनुपालन बेहतर ढंग से हुआ है। कार्यक्रम में वीडियो के जरिए संबोधन में वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कहा कि जीएसटी का सबसे महत्वपूर्ण पहलू यह है कि बीते वित्त वर्ष में जीएसटी के तहत राजस्व संग्रह जीएसटी लागू होने के पूर्व वर्ष की तुलना में 11.9 फीसदी बढ़ गया। उन्होंने कहा, "कर में 1.2 फीसदी की वृद्धि हुई है जोकि पहले अज्ञात था।"

व्यापार में बुरा शब्द बना गया है जीएसटी : चिदंबरम

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नई दिल्ली, 1 जुलाई, कांग्रेस ने रविवार को वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के एक साल पूरा होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार पर हमला बोला और कहा कि यह व्यापारियों के बीच एक बुरा शब्द बन गया है। कांग्रेस नेता और पूर्व वित्तमंत्री पी. चिदंबरम ने मीडिया से कहा, "जीएसटी की रूपरेखा, ढांचा, दर और अनुपालन में इतनी खामियां हैं कि व्यापारियों, निर्यातकों और आम लोगों के बीच में यह एक बुरा शब्द बन गया है।"उन्होंने कहा कि जीएसटी को लेकर एक वर्ग जो काफी खुश दिखाई दे रहा है, वह कर प्रशासन है, जिसने असाधारण शक्तियां हासिल कर ली हैं और वह मध्यम व्यापारियों व आम नागरिक को डराता है। उन्होंने कहा, "जीएसटी संविधान संशोधन विधेयक की शुरुआत से लेकर अबतक जीएसटी के संबंध में भाजपा सरकार द्वारा उठाए गए प्रत्येक कदम में खामियां हैं।"चिदंबरम ने कहा, "कुल मिलाकर परिणाम यह है कि आज जो हमारे पास है, वह एक बिल्कुल अलग प्रणाली है और यह असली जीएसटी नहीं है।"चिदंबरम ने कहा कि जीएसटी में कई दरों, जिसमें 40 फीसदी तक की दर शामिल है, और दरों पर मनमाना उपकर लगाने से 'जीएसटी का विचार विकृत हो गया है। उन्होंने कहा, "मझौले व्यापारिक फर्म, विशेष रूप से एसएमई (छोटे और मध्यम उद्यमों) पर असहनीय अनुपालन बोझ लगा दिया गया है, कर निर्धारिती को हर राज्य में एक महीने में तीन रिटर्न दाखिल करने की आवश्यकता होती है, जहां वह व्यवसाय करता है। इसका मतलब है कि एक व्यापारी को पूरे भारत में व्यापार करने के लिए सालाना 1,000 से अधिक रिटर्न दाखिल करने की आवश्यकता होती है।"चिदंबरम ने कहा, "रिफंड में देरी से फर्मों की महत्वपूर्ण कार्यशील पूंजी बाधित हो गई है। व्यापक रूप से माना जाता है कि जीएसटी ने आम नागरिक पर कर के बोझ को बढ़ा दिया है।"

उन्होंने कहा, "सच यह है कि जीएसटी के लिए देश तैयार नहीं हो पाया था, फिर भी यह व्यवस्था देश पर थोप दी गई।"कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि कर प्रशासन अप्रशिक्षित है। उन्होंने कहा, "जीएसटी नेटवर्क (जीएसटीएन) का परीक्षण नहीं किया गया था। सच्चाई यह है कि जीएसटी फॉर्म-2 और जीएसटी फॉर्म-3 एक वर्ष बाद भी अधिसूचित नहीं हैं। प्रणाली को जीएसटी फॉर्म-1 और अस्थायी जीएसटी फॉर्म-3बी पर चलाया जा रहा है।"कांग्रेस नेता ने कहा, "इस तथ्य को झुठलाया नहीं जा सकता कि अभी तक जीएसटी ने आर्थिक वृद्धि पर सकरात्मक प्रभाव नहीं डाला।"उन्होंने कहा कि तमिलनाडु विधानसभा में उद्योग मंत्री के बयान के मुताबिक, दोषपूर्ण डिजाइन और जल्दबाजी में कार्यान्वयन के कारण 2017-18 में उस राज्य में 50 हजार एसएमई इकाइयां बंद हो गईं और पांच लाख लोगों ने अपनी नौकरियां खो दी। चिदंबरम ने सरकार को पेट्रोलियम पदार्थो और बिजली को जीएसटी के दायरे में लाने का सुझाव दिया।

उत्तर प्रदेश में अब स्कूली बैगों का रंग हुआ भगवा, छात्रों ने किया हंगामा

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बरेली, 1 जुलाई, उत्तर प्रदेश में संत-महंत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के राज में उनकी कुर्सी-सोफा का रंग पहले सरकारी इमारतों पर चढ़ा, अब भगवा रंग बरेली के एक कॉलेज तक पहुंच गया है।   यहां छात्रों को बांटने के लिए आए स्कूली बैगों का रंग भगवा किए जाने का मामला सामने आया है। बैगों का रंग देखकर छात्रों के एक गुट ने हंगामा किया और बैगों में आग लगाने की धमकी दी।  दरअसल, बरेली कॉलेज में इस बार सेल्फ फाइनेंस कोर्स के छात्रों को बांटने के लिए भगवा रंग के बैग आए हैं। भगवा बैग कॉलेज में आते ही उसका विरोध भी शुरू हो गया है। बरेली कॉलेज में रविवार को छात्रों के दो गुट पहुंचे और दोनों ने जमकर हंगामा किया। दोनों गुटों ने प्राचार्य का घेराव किया। समाजवादी छात्र सभा ने भगवा रंग के बैग बांटे जाने का विरोध किया तो अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने भगवा बैग बांटे जाने का समर्थन किया। हंगामा बढ़ता देख कॉलेज में पुलिस को बुलाना पड़ गया, लेकिन पुलिस के पहुंचते ही छात्रों का आक्रोश ज्यादा बढ़ गया। समाजवादी छात्र सभा की मांग है कि बैग का रंग बदला जाए और अगर ऐसा नहीं हुआ तो वे सभी बैगों में आग लगा देंगे। छात्र सभा का कहना है कि हर बार नीले रंग का बैग छात्रों को दिया जाता था, लेकिन इस बार भगवा रंग का बैग दिया जा रहा है। बरेली कॉलेज के बीबीए, बीसीए, एमलिब, बीलिब और डिप्लोमा कोर्स समेत सभी सेल्फ फाइनेंस कोर्स के छात्रों को हर साल कॉलेज की तरफ से बैग दिया जाता है। अब तक नीले रंग का बैग छात्रों को दिया जाता था, लेकिन इस सत्र में बैग का रंग भगवा कर दिया गया है। जब इसकी भनक समाजवादी छात्र सभा को लगी तो छात्र सभा ने इसका विरोध शुरू कर दिया है। सरकारी फरमान तामील करने को विवश प्राचार्य अजय शर्मा ने कहा, "हर साल बच्चों को बैग दिए जाते हैं, इस बार भी बैग देने के लिए मंगाए गए हैं। केवल विरोध के लिए विरोध किया जा रहा है।"

झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर 01 जुलाई

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विशाल मेगा स्वास्थ्य षिविर के साथ रोटरी क्लब मेन, रोटरी क्लब आजाद और इन्हरव्हील क्लब मेन तथा युवा शक्ति के नए सत्र का हुआ आगाज
मेगा स्वास्थ्य षिविर में 3 घंटें में 350 रोगियों ने करवाया अपना उपचार, समापन पर सभी चिकित्सकों एवं सेवाभावियों का हुआ सम्मान, तीन गंभीर रोगियो ंका बड़ौदा में रोटरी क्लब करवाएगा संपूर्ण निःषुल्क उपचार
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झाबुआ। रोटरी क्लब ‘मेन’, रोटरी क्लब ‘आजाद’, इन्हरव्हील क्लब ‘मेन’ एवं इन्हरव्हील क्लब ‘युवा शक्ति’ के नवीन सत्र 2018-2019 का आगाज 1 जुलाई, रविवार को स्थानीय सिद्धेष्वर काॅलोनी स्थित आदर्ष विद्या मंदिर में मेगा स्वास्थ्य षिविर के भव्य आयोजन के साथ हुआ। इस मेगा स्वास्थ्य षिविर में सभी प्रकार के रोगों का निःषुल्क उपचार एवं निःषुल्क गोली-दवाईयों का वितरण पारूल सेवाश्रम बड़ौड़ा के चिकित्सकों एवं उनकी टीम द्वारा किया गया। इसके साथ ही पूरे षिविर में सभी चारो संस्थाओं के अलावा आयोजन में विषेष सहभागिता सोना-चांदी व्यापारी एसोसिएषन एवं रोटरेक्ट क्लब झाबुआ की भी रहीं। षिविर में 3 घंटे में कुल 350 रोगियों का उपचार किया गया। इस दौरान षिविर में आए 3 गंभीर रोगियों का बड़ौदा में संपूर्ण उपचार निःषुल्क रूप से रोटरी क्लब द्वारा किया जाना तय किया गया। समापन पर बड़ौदा से आए सभी चिकित्सकों एवं षिविर को सफल बनाने में विषेष सहयोग देने वाले सेवाभावियों का सम्मान हुआ। शिविर का शुभारंभ दीप प्रज्जवलन कर वरिष्ठ रोटेनियन प्रकाष रांका, नुरूद्दीनभाई बोहरा, षिविर संयोजक यषवंत भंडारी एवं संजय कांठी, प्रदीप जैन, प्रतापसिंह सिक्का, प्रमोद भंडारी, सहायक मंडलाध्यक्ष अजय रामावत, संतोष प्रधान, रोटरेक्ट क्लब सभापति नीरजसिंह राठौर, श्री संघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुभाष कोठारी, भारतीय जैन संगठना के जिलाध्यक्ष अषोक संघवी, राज्य महिला आयोग सखी अर्चना राठौर, इन्हरव्हील क्लब मेन से ज्योति रांका, अध्यक्ष कल्पना सकलेचा, इन्हरव्हील क्लब युवा शक्ति से अध्यक्ष डाॅ. शैलू बाबेल, सचिव शीतलसिंह जादौन, सोना-चांदी व्यापारी एसोसिएषन अध्यक्ष नितीन धम्मानी, सचिव निखिल भंडारी एवं बड़ौदा सेवाश्रम हाॅस्पिटल के प्रमुख डाॅ. कुषल द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। पश्चात् अतिथियों का स्वागत रोटरी क्लब मेन अध्यक्ष अमितसिंह जादौन (यादव), सचिव हिमांषु त्रिवेदी, रोटरी क्लब आजाद अध्यक्ष अजय शर्मा एवं सचिव देवेन्द्र पटेल ने किया। वर्ष 2018-2019 के इन चारो नवीन पदाधिकारियों का पुष्पमाला पहनाकर स्वागत रोटरी क्लब मेन के पूर्व अध्यक्ष उमंग सक्सेना, सचिव शैलेन्द्र चोरे, रोटरेक्ट क्लब अध्यक्ष रिंकू रूनवाल, उपाध्यक्ष दौलत गोलानी, सचिव राकेष पोतदार, कोषाध्यक्ष भावेष सोलंकी, युवा रोटेरियन अर्पित संघवी कार्तिका नीमा, प्रकाष जैन ने करते हुए नवीन कार्यकाल की शुभकामनाएं प्रेषित की। स्वागत उद्बोधन वरिष्ठ रोटेरियन संजय कांठी ने दिया। षिविर के प्रारंभ करने की घोषणा अध्यक्ष अमितसिंह जादौन (यादव) ने की। षिविर में सोना-चांदी व्यापारी एसोसिएषन की ओर से निर्मल मोदी, मुकेष सोनी, सुरेष सोनी ने अपनी सराहनीय सेवाएं प्रदान की।

7 कक्षों में चिकित्सकों ने किया उपचार, पंजीयन एवं दवाई वितरण कें लिए अलग व्यवस्था
षिविर स्थल पर पंजीयन की व्यवस्था प्रवेष द्वार पर की गई। जहां रोगियों का पंजीयन मातृ शक्तित के रूप में इन्हरव्हील क्लब की सचिव समता, अर्चना सिसौदिया, रेखा राठौर, पुष्पा संधवी, शीला कटारिया, वर्षा छाजेड़, पारूल भात के साथ इन्हरव्हील क्लब युवा शक्ति की निक्की जैन, परी गादिया एवं विधि धारीवाल ने किया। चिकित्सकों द्वारा 7 कक्षों मे रोगियों का उपचार किया गया। जिसमें फिजिषियन विभाग, सर्जरी विभाग, चर्म रोग विभाग, षिषु रोग विभाग, नाक-कान-गला विभाग, प्रसूति स्त्री रोग विभाग एवं हड्डी रोग का कक्ष अलग बनाया गया। पंजीयन के बाद रोगियों ने अपनी बिमारी संबध्ंाी केंद्रों पर जाकर वहां जांच करवाकर आवष्यक परामर्ष भी प्राप्त किया। गंभीर रोगों की जांच के लिए कक्षों में अलग से विषेष व्यवस्था की गई थी। पंजीयन के लिए अलग से काउंटर बनाकर बड़ौदा की चिकित्सकीय टीम द्वारा वहां मरीजों का पंजीयन किया गया वहीं दवाई वितरण केंद्र भी पृथक से बनाया गया। पारूल सेवाश्रम हास्पिटल बड़ौदा से चिकित्सकों में डाॅ. कुषल आर्थेपेेडिक विषेषज्ञ, डाॅ. कौमल राणा मेडिसीन, डाॅ. तेजस पटेल एवं डाॅ. मयूर सर्जरी, डाॅ. संवधन देसाई नेत्र रोग, डाॅ. उमेष चर्म रोग, डाॅ. अक्षय नाक-कान-गला, डाॅ. ज्योति षिषु रोग एवं डाॅ. नुपूर प्रसूति एवं स्त्री रोग विष्ेाषज्ञ ने अपनी सराहनीय सेवाएं प्रदान की।

3 घंटे तक चला षिविर
यह षिविर दोपहर 11 से 2 बजे तक चला। इस दौरान 350 रोगियों ने अपना उपचार करवाया। जिसमें सबसे अधिक हड्डी रोग के 90, चर्म रोग के 60, फिजिषियन के 40, नेत्र रोगं के 30, षिषु रोग के 10, स्त्री रोग से 7, हद्रय संबंधी बिमारी के 2 के अतिरिक्त अन्य सामान्य प्रकार की बिमाारियों के मरीजों को मिलाकर कुल 350 रोगियों ने अपना इलाज करवाया। ष्वििर का लाभ लेने शहर के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों के लोग भी बड़ी संख्या में पहुंचे।

दृष्टिहीन गौरी एवं पूजा को गठान होने पर समस्त उपचार निःषुल्क होगा
षिविर के दौरान ही झाबुआ निवासी गौरी पिता निलेष वसुनिया उम्र 2 वर्ष पहुंची। पिता निलेष वसुनिया ने बताया कि गौरी की बचपन से ही दोनो आंखे होने के बाजवूद दोनो नेत्रों से दिखाई नहीं देने पर उसका पूर्व में दाहौद में उपचार करवाया, फायदा नहीं हुआ। उक्त बालिका को षिविर में नेत्र रोग विषेषज्ञ को दिखाने पर उन्होंने सलाह दी कि बालिका को उपचार के लिए सेवाश्रम हास्पिटल बड़ौदा लाया जाए। वहीं झाबुआ के समीपस्थ ग्राम करड़ावद बड़ी निवासी पूजा पिता करमसिंह मोहनिया उम्र 2 वर्ष भी षिविर में पहुंची। पिता करमसिंह मोहनिया ने बताया कि उनकी बच्ची को बचपन से ही पीठ के नीचे बड़ी गठान है। बच्ची को पूर्व में इंदौर में दिखाया था, जहां डाॅक्टर ने आॅपरेषन करने की बात कहीं, लेकिन आॅपरेषन का खर्चा नहीं होने से नहीं करवा पाए। इन दोनो बालिकाओं के समस्त उपचार एवं दवाईयों का व्यय रोटरी क्लब वहन करेगा।

बड़ौदा आने-जाने, रहने एवं भोजन की व्यवस्था चिकित्सालय प्रबंधन की ओर से
इन दोनो बालिकाओं के पिता एवं परिजनों को बड़ौदा हास्पिटल से आए मार्केटिंग हेड राकेष पटेल ने जानकारी दी कि बड़ौदा उनके हाॅस्पिटल में आने वाले प्रत्येक रोगी को आने-जाने, रहने, भोजन-पानी आदि की व्यवस्था हाॅस्पिटल प्रबंधन की ओर से ही की जाएगी। इसके साथ ही चिकित्सालय में उपचार करने वाले चिकित्सक की ट्रीटमेंट की फीस नहीं लगेगी, केवल दवाई-गोली के पैसे लगेंगे। इसके साथ ही एक्स-रे सोनाग्राफी एवं खून-पेषाब आदि की जांच पर 50 प्रतिषत छूट एवं सीटी स्केन करवाने पर 25 प्रतिषत का डिस्काउंट दिया जाएगा, यह सुविधा प्रत्येक मरीज के लिए रहेगी। सोमवार को सुबह चिकित्सालय स्टाॅफ के साथ बस रवाना होगी, उससे कोई भी रोगी, यदि उनके चिकित्सालय में उपचार के लिए जाना चाहता है, तो वह साथ चल सकता है।

समस्त चिकित्सकों एवं सेवाभावियों का हुआ सम्मान
षिविर के समापन पर अतिथियों द्वारा बड़ौदा सेवाश्रम हाॅस्पिटल के समस्त चिकित्सकों का सम्मान पुष्पामाला पहनाकर एवं प्रतीक चिन्ह रोटरी क्लब आजाद की ओर से प्रदान किए गए। इसके साथ ही इस अवसर पर इस आयोजन में विषेष सहयोग देने वाले आदर्ष विद्या मंदिर के संचालक सुरेषचन्द्र जैन एवं अन्य प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष सहयोगियों का भी पुष्पमाला पहनाकर एवं प्रतीक चिन्ह देकर सम्मान किया गया। षिविर के अंत में आभार रोटरी क्लब मेन झाबुआ के आगामी सचिव हिमांषु त्रिवेदी ने माना।

मंदसौर मे नाबालिक बच्ची के साथ दुष्कर्म के कृत्य की कडी निंदा की भाजपा नेताओ ने

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झाबुआ । विगत दिवस मंदसौर मे नाबालिक बच्ची के साथ नर्क पिशाचो ने जो अमानवीय कृत्य किया है उसकी घोर निंदा भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य ओर पूर्व जिलाध्यक्ष दौलत भावसार सीसीबी बैंक के चेयरमेन वरिष्ठ आदिवासी नेता गोरसिंह वसुनिया भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष सुरेन्द्रसिंह मोटापाला आदि ने मंदसौर घटना की तीव्र निदंा करते हुए कहा कि प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री द्वारा बनाये गये कानुन के तहत् इन दंरिदो को फासी की सजा दी जाये। भाजपा नेताओ ने कहा कि मंदसौर की घटना समाज के प्रत्येक वर्ग के लिये शर्मशार करने वाली है। प्रत्येक समाज के वर्ग को इस प्रकार की घटना की पूर्नावति न हो इस हेतु सामाजिक स्तर पर सक्रिय पहल कर प्रत्येक नागरिक को जागरुग करने की आवश्यकता है ।

आयोग की टीम के प्रयास से शीतल ठीक होकर पहुंची अपने घर
‘मानव सेवा ही सर्वोपरि है’, को सार्थक कर दिखाया राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं महिला बाल विकास आयोग ने
झाबुआ। जिले के ग्राम झकनावदा में पिछले 1 वर्षों से बंदी बनी शीतल उम्र 25 वर्ष को सड़ांध लगने से राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं महिला बाल विकास आयोग की टीम एवं पुलिस प्रशासन तथा डॉक्टरों की टीम के सहयोग से युवती को जिला चिकित्सालय में भर्ती करवाया गया था। जिला चिकित्सालय में करीब एक महीने के उपचार के बाद अब शीतल स्वस्थ होकर अपने घर लौट गई है। इस दौरान युवती ने आयोग टीम से कहा कि आपकी वजह से मैं आज ठीक हो पाई हूँ। युवती का शारीरिक उपचार तो पूर्ण हो चुका है एवं वह शारीरिक रूप से स्वस्थ हो चुकी है, लेकिन मानसिक उपचार शेष है। राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं महिला बाल विकास आयोग के प्रतिनिधि प्रदेष अध्यक्ष मनीष कुमट एवं प्रदेष प्रभारी किर्तीष जैन ने बताया कि अब शीतल का मानसिक उपचार भी करवाया जाएगा। इस हेतु शीतल को आगामी जनसुनवाई में कलेक्टर से मिलवाकर उसके मानसिक उपचार इंदौर या उज्जैन, बड़े शहरों में करने हेतु आर्थिक सहायता के लिए दरकार की जाएगी या युवती का उपचार यदि शासन की स्वास्थ्य विभाग की चलाई जाने वाली किसी योजना के तहत संभव हो तो, ऐसे प्रयास किए जाएंगे, ताकि युवती शारीरिक रूप से स्वस्थ होने के बाद मुख्य रूप से मानसिक बिमार होने पर, उसमें भी वह पूर्णतः स्वस्थ हो सके और सुखद जीवन व्यतीत कर सके। शीतल के पिता ने बताया कि उनकी पारवारिक स्थिति इतनी अच्छी नहीं है कि वह युवती का समुचित उपचार करवा सके। इसके साथ ही उनके परिवार में उनकी पत्नी एवं छोटी पुत्री को भी मानसिक बिमारी होने से वह उनका भी उपचार करवाना चाहते है, इसलिए उन्होंने आयोग टीम के साथ शासन एवं जिला प्रषासन से भी इस संबंध मंे मद्द करने की गुहार लगाई है।

घर लौटने पर जाहिर की खुषी
राष्ट्रीय मानवाधिकार बाल विकास आयोग के संभागीय अध्यक्ष निलेश भानपुरिया, संभागीय सचिव अरविंद राठौर, उत्तम गेहलोत, विजय पटेल, शुभम कोटड़िया, जमनालाल चैधरी, नरेंद्र राठौड़, प्रवीण बैरागी, चंद्रशेखर राठौर, गोपाल विष्वकर्मा ने साथ ही झाबुआ के समाज सेवियो के सहयोग से युवती को जिला चिकित्सालय में भर्ती करने के बाद उसका उपचार जिला चिकित्सालय के ट्रामा सेंटर करीब एक महीने तक चला। जिसके बाद 30 जून, शनिवार को जब शीतल को चिकित्सालय से छुट्टी दी गई और वह परिवार सहित अपने घर स्वस्थ होकर लौटी तो उसके चेहरे पर एक अलग ही खुषी दिखी। इस दौरान मौदूद आयोग टीम को उसने धन्यवाद ज्ञापित किया।  

सामाजिक संस्थाओं ने फल वितरण कर हाल जाने
शीतल के अपने घर लौटने पर मौहल्लेवासियों ने उसके हाल चाल जाने। साथ ही राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं महिला बाल विकास आयोग, श्री राजपूत करणी सेना एवं महांकाल मित्र मंडल की टीम ने घर पहुंच कर शीलत के स्वास्थ की जानकारी लेते हुए फल-बिस्किट वितरण किया। साथ ही आगे भी हर संभव मद्द का आष्वासन दिया। इस दौरान युवती के पिता सलीम ने कहा कि यदि उनकी पुत्री का समय पर उपचार नहीं होता तो बड़ी घटना हो सकती थी।

मंदसौर में 7 वर्षीय बालिका के साथ बलात्कार की घटना को लेकर चैकी प्रभारी को सौंपा ज्ञपन, आरोपी को फांसी की सजा देने की मांग

jhabua news
झाबुआ। प्रदेष कें मंदसौर मैं बर्बरतापूर्वक मासूम 7 वर्ष की अबोध बालिका से बलात्कार के विरोध में जिले के ग्राम झकनावदा मे राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं महिला बाल विकास आयोग, श्री राजपूत करणीसेना महांकाल मित्र मंडल, चारभुजा मित्र मंडल द्वारा नगर में इंदिरा कॉलोनी से पुलिस चैकी झकनावदा तक मौन कैंडल मार्च निकाला गया। पश्चात यहां पुलिस चैकी प्रांगण में समस्त सामाजिक संगठनों ने एकत्रित होकर चैकी प्रभारी को महामहिम राज्यपाल एवं प्रदेष के मुख्यमंत्री एवं ग्राम मंत्री मध्य प्रदेश शासन के नाम ज्ञापन सौंपा। वाचन श्री राजपूत करणी सेना के प्रदेश उपाध्यक्ष ने किया। इस अवसर पर समस्त सामाजिक संगठनों के पदाधिकारी-सदरय सहित वरिष्ठ भाजपा नेता पारस जैन, पत्रकार देवेंद्र बेरागी उपस्थित थ। इस दौरान समस्त संगठनों ने संयुक्त रूप से बलात्कार की घटना के आरोपी को जल्द से जल्द ुफांसी की सजा देने की मांग की।

समाधान आॅनलाईन वीडियो कांफ्रेंस 03 जुलाई को
       
झाबुआ । मुख्यमंत्री मध्यप्रदेष षासन की अध्यक्षता मे 03 जुलाई को सायं 4 बजे से समाधान आॅनलाईन वीडियो कान्फ्रेंस का आयोजन किया जाएगा। कलेक्टर श्री आषीष सक्सेना ने संबंधित अधिकारियो को आवष्यक जानकारी के साथ एनआईसी कक्ष मे नियत समय पर उपस्थित रहने हेतु निर्देषित किया है।

एक्स-रे मशीनों का ए.ई.आर.बी. में पंजीयन अनिवार्य
       
झाबुआ । शासन के निर्देशानुसार एक्स-रे संस्थाओं द्वारा ए.ई.आर.बी. में पंजीयन और लाइसेंस प्राप्त करना अनिवार्य है। बिना लाइसेंस एक्स-रे कार्य करना परमाणु ऊर्जा (विकिरण सुरक्षा) नियम-2004 के तहत दण्डनीय होगा। संचालक, स्वास्थ्य सेवाएँ ने बताया है कि देश में अपंजीकृत नैदानिक एक्स-रे उपकरण, परमाणु ऊर्जा (विकिरण सुरक्षा) नियम- 2004 के अंतर्गत दण्डनीय अपराध है। देश में अपंजीकृत नैदानिक एक्सरे उपकरण, परमाणु ऊर्जा नियामक बोर्ड द्वारा सील किए जा रहे है। सभी एक्सरे/इमेजिंग उपकरणों के संचालक/मालिक अगले 15 दिवस में उपकरणों का पंजीयन ए.ई.आर.बी. पोर्टल से अनिवार्य रूप से करायें एवं इसकी जानकारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय में दें। समयावधि में पंजीयन न कराने की स्थिति में संबधित क्लीनिक के विरुद्ध वैधानिक कार्यवाही की जायेगी। ए.ई.आर.बी. द्वारा प्रारंभ किए गए म्-स्पबमदेपदह ैलेजमउ (म-स्व्त्।) से शासकीय/अशासकीय नैदानिक एक्सरे संस्थाऐं वर्तमान में निःशुल्क ऑनलाईन पंजीयन एवं अनुज्ञापन प्राप्त कर सकते हैं।

प्रदेश के 25 हजार से अधिक सरकारी स्कूल¨ं में शाला सिद्धि कार्यक्रम का क्रियान्वयन
       
झाबुआ । प्रदेश में दक्षता संवर्धन, जिला अकादमिक गुणवत्ता सुधार य¨जना, प्रतिभा पर्व, हमारी शाला कैसी ह¨, शाला गुणवत्ता कार्यक्रम जैसे सकरात्मक प्रयास¨ं से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का वातावरण निर्मित हुआ है। मानव संसाधन विकास मंत्रालय के तत्वावधान में छन्म्च्। (राष्ट्रीय शैक्षिक य¨जना एवं प्रशासन विश्वविद्यालय, नई दिल्ली) द्वारा मध्यप्रदेश की शालाअ¨ं के मूल्यांकन एवं सुधार के लिये एक फ्रेमवर्क ष्शाला सिद्धिश्श्कार्यक्रम तैयार किया गया है। प्रदेश में शाला स्द्धिि कार्यक्रम क¨ नवम्बर 2015 से प्रांरभ किया गया। राज्य की आवश्यकताअ¨ं अ©र प्राथमिकताअ¨ं क¨ केन्द्रित करते हुए शालाअ¨ं के मूल्यांकन अ©र उन्नयन के लिए ष्हमारी शाला ऐसी ह¨श्श् कार्यक्रम तैयार किया गया है। इस कार्यक्रम द्वारा शाला स्वयं का सतत् मूल्यांकन एवं बाह्य मूल्यांकन कर चिन्हित क्षेत्र¨ं में शाला उन्नयन की कार्य-य¨जना बनाकर शाला का समग्र विकास कर रही हैं। राज्य शिक्षा केन्द्र द्वारा शाला सिद्धि- ष्हमारी शाला ऐसी ह¨श्श् कार्यक्रम के क्रियान्वयन के लिए वर्ष 2017-18 में प्रदेश के प्रत्येक जिले से प्रत्येक जनशिक्षा केन्द्र से 4 प्राथमिक अ©र 4 माध्यमिक शालाएं लेते हुए कुल 24792 शालाएं चयनित की गईं। इस कार्यक्रम का क्रियान्वयन 4 चरण¨ं में किया गया। ये चरण हैं- स्व-मूल्यांकन, बाह्य मूल्यांकन, शाला उन्नयन कार्य य¨जना का निर्माण अ©र शाला उन्नयन कार्य य¨जना अनुसार सुधार के लिए कार्यवाही। प्रदेश में वर्ष 2017-18 मे प्रतिभा पर्व के द©रान विभिन्न जिल¨ं के 15 हजार 800 अधिकारिय¨ं द्वारा शाला सिद्धि शालाअ¨ं क¨ शाला मित्र के रूप में ग¨द लिया गया। इन शालाअ¨ं में कक्षा 6 में गणित अ©र विज्ञान विषय का मूल्यांकन स्वयं के द्वारा किया गया। प्रत्येक विकासखंड के एक जनशिक्षा केन्द्र क¨ उत्कृष्ट जनशिक्षा केन्द्र के रूप में चिन्हित किया गया। प्रत्येक संकुल की शाला सिद्धि की एक अग्रणी माध्यमिक शाला क¨ लर्निंग किट भी प्रदान किया गया है।

मिशन अंत्य¨दय के लिये राज्य-स्तरीय समन्वय समिति गठित
       
झाबुआ । प्रदेश में मिशन अंत्य¨दय की संस्थागत व्यवस्था के लिये राज्य शासन ने राज्य-स्तरीय समन्वय समिति का गठन किया है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह च©हान समिति के अध्यक्ष ह¨ंगे। समिति में पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री क¨ उपाध्यक्ष बनाया गया है। सदस्य¨ं में वित्त मंत्री, किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री, महिला-बाल विकास मंत्री, ल¨क स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री, अनुसूचित-जाति कल्याण तथा जनजातीय कार्य राज्य मंत्री अ©र तकनीकी शिक्षा एवं क©शल विकास राज्य मंत्री क¨ शामिल किया गया है। इसी प्रकार मुख्य सचिव, अपर मुख्य सचिव वित्त सहित ल¨क स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभ¨क्ता संरक्षण, ऊर्जा, सामाजिक न्याय एवं निरूशक्तजन कल्याण, स्कूल शिक्षा, मछुआ कल्याण तथा मत्स्य विकास, पशुपालन अ©र उद्यानिकी एवं खाद्य प्र-संस्करण विभाग के प्रमुख सचिव क¨ भी सदस्य बनाया गया है। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के विकास आयुक्त समिति के संय¨जक ह¨ंगे। समिति आय¨जना, क्रियान्वयन एवं माॅनीटरिंग के पहलुअ¨ं के संबंध में रणनीति, प्रणालियाँ अ©र प्रक्रियाएँ निर्धारित करेगी। साथ ही सहभागी विभाग¨ं की भूमिका/दायित्व, संस्थागत सहय¨ग अ©र अंतर्विभागीय समन्वय स्थापित करेगी। सहभागी विभाग¨ं की य¨जनाअ¨ं/कार्यक्रम¨ं का अभिसरण, वित्तीय संसाधन की व्यवस्था अ©र विभागवार प्रगति तथा आउटकम भी समिति का दायित्व ह¨गा। समिति का कार्यकाल 31 मार्च, 2022 अथवा मिशन अंत्य¨दय के पूरे ह¨ने तक ह¨गा। ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा मिशन अंत्य¨दय शुरू किया गया है। मिशन अंत्य¨दय का प्रमुख उद्देश्य शासकीय विभाग¨ं अ©र अन्य संस्थान¨ं के समन्वय एवं तालमेल से उपलब्ध मानव अ©र वित्तीय संसाधन¨ं का अभिसरण एवं इष्टतम उपय¨ग कर चयनित ग्राम पंचायत¨ं में ऐसे कार्य-कलाप¨ं/य¨जनाअ¨ं का सकेन्द्रित कार्यान्वयन करना है। इससे गरीबी के बहु-आयामी स्वरूप पर प्रभावी एवं परिणाममूलक कार्यवाही की जाकर लक्षित परिवार¨ं के लिये संवहनीय आजीविका सुनिश्चित की जा सकेगी। भारत सरकार ने मिशन अंत्य¨दय के लिये जारी फ्रेमवर्क दस्तावेज में इस मिशन क¨ राज्य का शीर्षस्थ नेतृत्व देने की अपेक्षा की है। इस परिप्रेक्ष्य में मिशन अंत्य¨दय के तहत राज्य-स्तरीय समन्वय समिति का गठन किया गया है।

11 जुलाई 2018 को विश्व जनसंख्या दिवस मनाया जाएगा, 11 जुलाई से 24 जुलाई तक जनसंख्या स्थिरता पखवाडा का होगा आयोजन

झाबुआ । 11 जुलाई 2018 को विश्व जनसंख्या दिवस मनाया जाएगा एवं 11 जुलाई से 24 जुलाई तक जनसंख्या स्थिरता पखवाडा का आयोजन किया जावेगा। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ डी एस. चैहान ने बताया कि झाबुआ जिले में 11 जुलाई से 24 जुलाई तक जनसंख्या स्थरीकरण पखवाडा का आयोजन किया जावेगा। इसके सफल संचालन के लिये जिला नोडल अधिकारी एवं प्रत्येक विकासखण्ड में एक नोडल आॅफिसर अधिकृत किया गया है। जिसकी जिम्मेदारी पूरे पखवाडे परिवार कल्याण गतिविधियों को संचालित करने की होगी। जनसंख्या स्थिरता पखवाडा में परिवार नियोजन के लिये सेवाएॅ दी जावेगी। पुरूष और महिला नसंबदी के लिये नियमित सेवा प्रदायगी निश्चित दिवस को दी जावेंगी। ऐसे दम्पति जो बच्चों में अन्तर रखना चाहते है उन्हें परिवार नियोजन के अस्थाई साधन स्वास्थ्य संस्थाओं में निःशुल्क उपलब्ध होगे।

क्विज प्रतियोगिता 31 जुलाई के लिये आवेदन 20 जूलाई तक, मध्‍य प्रदेश पर्यटन बोर्ड का आयोजन

झाबुआ । मध्‍य प्रदेश के हाईस्‍कूल एवं हायर सेकेण्‍डरी में कक्षा 9वीं से 12वीं तक अध्‍ययनरत छात्र-छात्राओं में मध्‍य प्रदेश में पर्यटन के प्रति जागरूकता लाने उनकी पर्यटन रूचि में मध्‍य प्रदेश के स्थानों के संदर्भ में कौतुहल उत्‍पन्‍न हो, के उद्देश्‍य से क्विज प्रतियोगिता को आयोजित करने जा रहा है ताकि वे अभिप्रेत हो और मध्‍यप्रदेश के वि‍‍भिन्‍न क्षेत्रों को अपने पर्यटन हेतु चयन में प्राथमिकता दें तथा अपने परिवार को भी प्रेरित करें। मध्‍य प्रदेश पर्यटन क्विज प्रतियोगिता म.प्र. के समस्‍त 51 जिलों में एक साथ एक ही तिथि में 31 जुलाई 2018 को एक समय में आयोजित की जा रही है। इसके लिए 31 जुलाई 2018 को प्रथम चरण में प्रातः 9 बजे से 12.00 बजे तक तथा द्वितीय चरण अपरान्‍ह 2.30 बजे से 5.30 बजे तक सुनिश्चित किया गया है। प्रस्‍तावित समय अनुसार पंजीयन कार्य प्रातः 9 बजे से 10.00 बजे तक जिला स्‍तर लिखित परीक्षा प्रथम चरण प्रातः 10.00 बजे से 12.00 बजे तक भोजन तथा मूल्‍यांकन दोपहर 12.00 बजे से 2.30 बजे तक, क्विज प्रतियोगिता आयोजन (मल्‍टीमीडिया) दोपहर 2.30 बजे से 4.30 बजे तक तथा पुरस्‍कार वितरण समय 4.30 से 5.30 तक किया जायेगा। मध्‍यप्रदेश पर्यटन क्विज प्रतियोगिता 2018 दो स्‍तरों पर संपादित होगी प्रथम चरण में जिला स्‍तर पर तथा द्वितीय चरण में राज्‍य स्‍तर पर आयोजित की जायेगी। प्रथम चरण जिला स्‍तर पर 31 जुलाई 2018 को अयोजित होगा इस हेतु जिला प्रशासन प्रमुख कलेक्‍टर, मुख्‍य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत एवं जिला स्‍तर पर पर्यटन हेतु प्रमोशन, संबर्धन हेतु गठित परिषद (डी.टी.पी.सी.) डिस्‍ट्रिक्‍ट टूरिज्‍म प्रमोशन काउंसिल जिला शिक्षा अधिकारी, जिला कलेक्‍टर द्वारा नामांकित नोडल अधिकारी एवं शिक्षा विभाग से एक क्विज मास्‍टर की एक समिति का गठन किया जायेगा। जिनके सहयोग से एवं समन्‍वय से यह प्रतियोगिता संपन्‍न कराई जायेगी। द्वितीय चरण जिला स्‍तर पर प्रथम स्‍थान प्राप्‍त टीम या दल को राज्‍य स्‍तर पर आमंत्रित कर राज्‍य स्‍तरीय आयोजन 29 अगस्‍त 2018 को संपादित होगा। यह आयोजन मध्‍यप्रदेश पर्यटन बोर्ड के मार्गदर्शन तथा मध्‍यप्रदेश राज्‍य पर्यटन विकास निगम के संयोजन में संपादित होगा। प्रतियोगिता में विद्यालय प्राचार्य कार्यक्रम अधिकारी के अधिकारिक पत्र के अनुसार कक्षा 9वीं से 12वीं हाईस्‍कूल, हायर सकेण्‍डरी के अध्‍ययनरत तीन श्रेष्‍ठ विद्यार्थी सहभागिता कर सकेंगे। जिनके चयन का संपूर्ण दायित्‍व विद्यालय प्राचार्य प्रबंधन का होगा। इस हेतु विद्यालय प्राचार्य वस्‍तु‍निष्‍ठ प्रतिमाला तथा क्विज के माध्‍यम से विद्यालय स्‍तर पर विद्यार्थियों का चयन कर प्रतियोगिता हेतु उनका पंजीयन सुनिश्चित करेंगे। इन विद्या‍र्थियों की सहभागिता हेतु निर्धारित फार्मेट में 20 जुलाई 2018 तक कार्यालय समय में कार्यालय जिला शिक्षा अधिकारी, प्राचार्य जिला स्‍तर पर उत्‍कृष्‍ट विद्यालय एवं जिला टूरिज्‍म प्रमोशन काउंसिल कार्यालय (कलेक्‍ट्रेट) में जमा किए जा सकतें है। इसमें प्राचार्य की सील, हस्‍ताक्षर होना अनिवार्य है अंतिम तिथि 20 जुलाई संध्‍या 5ः30 बजे बाद प्रविष्टि स्‍वीकार्य नहीं होगी।

विधानसभा आम चुनाव-2018 के चुनाव कार्य को संपादित करवाने हेतु बैठक 2 जुलाई को
       
झाबुआ । आगामी विधानसभा आम चुनाव-2018 को स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव कराये जाने एवं भारत निर्वाचन आयोग के मापदण्ड अनुसार बिजली, पानी, कनेक्टिीविटी, रुट चार्ट इत्यादि अन्य प्रकार की मूलभूत सुविधाओ के पर्यवेक्षण कार्य, क्रिटिकल एवं वल्नरवल मतदान केन्द्रो का चिन्हंाकन एवं अन्य आवष्यक तैयारियों के सम्बन्ध मे 02 जुलाई 2018 दोपहर 3.00 बजे से कलेक्टोरेट सभा कक्ष मे बैठक का आयोजन किया गया है।

विशेष : अच्छाई को जीने के लिये तैयारी चाहिए

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pm modi
अल्बर्ट आइंस्टाइन ने कहा था कि दुनिया एक बेहद खतरनाक जगह है। उन लोगों की वजह से नहीं, जो बुरा करते हैं, बल्कि लोगों के कारण जो कुछ नहीं करते।’ अब तो इंसान ही नहीं, बल्कि जानवर भी बदल रहे हैं, यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया, बर्कले की पर्यावरणशास्त्री केटलिन गेनर इस पर विस्तार से अध्ययन कर रही हैं, और वह इस नतीजे पर पहुंची हैं कि अपने आपको हालात के हिसाब से ढालते हुए ये पशु अब दिन में भी सोने लगे हैं। जो बदलाव हो रहा है, उसे साधारण भाषा में कहें, तो अब बहुत से जानवर उल्लू बनते जा रहे हैं। जानवरों में आया यह बदलाव भी इंसानों के कारण ही है। इंसान तो उल्लू बन ही रहा है, वह जानवरों को भी इसके लिये मजबूर कर रहा है, इस बदलाव पर चिन्तन की व्यापक अपेक्षा है। मि. टोनिस ने भी जीवन का एक बड़ा सच व्यक्त करते हुए कहा कि व्यक्ति जिस दिन रोना बंद कर देगा, उसी दिन से वह जीना शुरू कर देगा। यह अभिव्यक्ति थके मन और शिथिल देह के साथ उलझन से घिरे जीवन में यकायक उत्साह का संगीत गूंजायमान कर गयी। नैराश्य पर मनुष्य की विजय का सबसे बड़ा प्रमाण है आशावादिता और यही है जीत हासिल करने का उद्घोष। आशावादी होने के अनेेक कारण हैं, इसमें तनिक भी संदेह नहीं। पर निराशा के कारणों की सूची भी लंबी है, इसे भी नकारा नहीं जा सकता। अच्छी बातंे भी रोज दिखने को मिलती हैं, नियमितता भी रोज मिलती है, शुद्धता भी कुछ अंशों में कायम है, सच्चाई और ईमानदारी के उदाहरण भी हमें याद दिलाने जितने मिल जायेेंगे उनको अभी कुछ लोग जी रहे हैं।

सूर्य रोज समय पर उगता है। चिड़ियां भी तभी चहकती हंै। अखबार रोज आते हैं। ट्रेन रोज चलती हैं, स्कूल रोज लगता है। बैंकों में करोड़ों के लेन-देन रोज होते हैं, लेकिन धोखा देने या गलत काम करने का भय नहीं रहा। रेले लेट हो रही है, अस्पतालों में मरीज इलाज के लिये तरस रहे है, चारों ओर अराजकता एवं अनुशासनहीनता बिखरी है, हर व्यक्ति अपनी जिम्मेवारी से मुंह छुपा रहा है। गलतियों पर गलतियां और ‘मेरे कहने का मतलब यह नहीं था’ ऐसा कहकर रोज बयान बदले जाते हैं। आश्वासन कब किसने पूरे किए। झूठे मामलों की संख्या न्यायालयों में लाखों की तादाद में है। स्वार्थ के कारण कार्यालयों में फाईलों के अंबार लगे हैं। सड़कें, गलियां गंदगी से भरी पड़ी हैं। सरकारी खजाने, अब जंगल मंे नहीं, कागजों में लूटे जाते हैं। विकास की राशि अंतिम छोर तक दस प्रतिशत भी नहीं पहुंचती। यहां तक कि हंसी भी नकली, रोना भी नकली, दानदाता भी नकली, भिखारी भी नकली, डाॅक्टर भी नकली, दवा भी नकली, इलाज भी नकली। इन सबके पीछे मनुष्य की दूषित मनोवृत्ति है। मनुष्य की इस मनोवृत्ति को ही मैं अक्सर अपने लेखन में चर्चा का विषय बनाता रहा हूँ। समस्याओं को उजागर करता हूँ। निराशा और अंधेरा ही मेरे लेखन में अभिव्यक्त होते हैं। क्या आशा और रोशनी का सचमुच अकाल हो गया है? फिर क्यों नहीं अच्छाई एवं रोशनी की बात होती? क्यों नहीं हम नेगेविटी से बाहर आते? सत्य और ईमानदारी से परिचय कराना इतना जटिल क्यों होता जा रहा है? आज का जीवन आशा और निराशा का इतना गाढ़ा मिश्रण है कि उसका नीर-क्षीर करना मुश्किल हो गया है। पर अनुपात तो बदले। आशा विजयी स्तर पर आये, वह दबे नहीं।

आशा की ओर बढ़ना है तो पहले निराशा को रोकना होगा। इस छोटे-से दर्शन वाक्य में मेरी अभिव्यक्ति का आधार छुपा है। मोजार्ट और बीथोवेन का संगीत हो, अजंता के चित्र हों, वाल्ट व्हिटमैन की कविता हो, कालिदास की भव्य कल्पनाएं हों, प्रसाद का उदात्त भाव-जगत हो- सबमें एक आशावादिता घटित हो रही है। एक पल को कल्पना करिए कि ये सब न होते, रंगों-रेखाओं, शब्दों-ध्वनियों का समय और सभ्यता के विस्तार में फैला इतना विशाल चंदोवा न होता, तो हम किस तरह के लोग होते! कितने मशीनी, थके और ऊबे हुए लोग! अपने खोए हुए विश्वास को तलाशने की प्रक्रिया में मानव-जाति ने जो कुछ रचा है, उसी में उसका भविष्य है। यह विश्वास किसी एक देश और समाज का नहीं है। यह समूची मानव-नस्ल की सामूहिक विरासत है। एक व्यक्ति किसी सुंदर पथ पर एक स्वप्न देखता है और वह स्वप्न अपने डैने फैलाता, समय और देशों के पार असंख्य लोगों की जीवनी-शक्ति बन जाता है। मनुष्य में जो कुछ उदात्त है, सुंदर है, सार्थक और रचनामय है, वह सब जीवन दर्शन है। यह दर्शन ऐसे ही हैं जैसे एक सुंदर पुस्तक पर सुंदरतम पंक्तियों को चित्रांकित कर दिया गया। ये रोज-रोज के भाव की ही केन्द्रित अभिव्यक्तियां हैं। कोई एक दिन ही उत्सव नहीं होता। वह तो सिर्फ रोज-रोज के उत्सव की याद दिलाने वाली एक सुनहरी गांठ होता है। 

वक्त बदल रहा है और बदलते वक्त के इतिहास पर हमेशा वक्त के कई निशान दिखाई देते हैं- लाल, काले और अनेक रंगों के। इस बार लगा जैसे वक्त ने ज्यादा निशान छोड़े हैं। देश-विदेश में बहुत घटित हुआ है। अनेक राष्ट्र आर्थिक कर्ज में बिखर गये तो अनेक बिखरने की तैयारी में हैं। अच्छा कम, बुरा ज्यादा। यह अनुपात हर दिन बढ़ता जा रहा है। शांति और भलाई के भी बहुत प्रयास हुए है। पर लगता है, अशांति, कष्ट, विपत्तियां, हिंसा, भ्रष्टाचार, आतंकवाद और अन्याय महामारी के रूप में बढ़ रहे हैं। सब घटनाआंे का जिक्र मेरे पृष्ठ के कलेवर में समा ही नहीं सकता। सबसे बड़ी बात उभरकर आई है कि झांेपड़ी और फुटपाथ के आदमी से लेकर सुपर पावर का नेतृत्व भी आज भ्रष्ट है। भ्रष्टाचार के आतंक से पूरा विश्व त्रस्त है। शीर्ष नेतृत्व एवं प्रशासन में पारदर्शी व्यक्तित्व रहे ही नहीं। सबने राजनीति, कूटनीति के मुखौटे लगा रखे हैं। सही और गलत ही परिभाषा सब अपनी अलग-अलग करते हैं। अपनी बात गिरगिट के रंग की तरह बदलते रहते हैं। कोई देश किसी देश का सच्चा मित्र होने का भरोसा केवल औपचारिक समारोह तक दर्शाता है। 

खेल के मैदान से लेकर पार्लियामेंट तक सब जगह अनियमितता एवं भ्रष्टाचार  है। गरीब आदमी की जेब से लेकर बैंक के खजानों तक लूट मची हुई है। छोटी से छोटी संस्था से लेकर यू.एन.ओ. तक सभी जगह लाॅबीवाद फैला हुआ है। साधारण कार्यकत्र्ता से लेकर बड़े से बडे़ धार्मिक महंतों तक में राजनीति आ गई है, चारित्रिक दुर्बलताओं के काले धब्बे शर्मसार कर रहे हैं। पंच-पुलिस से लेकर देश के सर्वोच्च नेतृत्व तक निर्दाेष की कहीं कोई सुनवाई नहीं है। भगवान की साक्षी से सेवा स्वीकारने वाला डाक्टर भी रोगी से व्यापार करता है। जिस मातृभूमि के आंगन में छोटे से बड़े हुए हैं, उसका भी हित कुछ रुपयो के लालच में बेच देते हैं। पवित्र संविधान की शपथ खाकर कुर्सी पर बैठने वाला करोड़ों देशवासियों के हित से पहले अपने परिवार का हित समझता है। नैतिक मूल्यों की गिरावट की सीमा लांघते ऐसे दृश्य रोज दिखाई देते हंै। इन सब स्थितियों के बावजूद हमें बदलती तारीखों के साथ अपना नजरिया बदलना होगा। 

उपनिषदों में कहा गया है कि ”सभी मनुष्य सुखी हों, सभी भय मुक्त हों, सभी एक दूसरे को भाई समान समझें।“ ऐसा ही लक्ष्य नरेन्द्र मोदी सरकार का प्रतीत हो रहा है और यही उनका मिशन है। इतिहास अक्सर किसी आदमी से ऐसा काम करवा देता है, जिसकी उम्मीद नहीं होती। और जब राष्ट्र की आवश्यकता का प्रतीक कोई आदमी बनता है तब वह नायक नहीं, महानायक बन जाता है। जो खोया है उस पर आंसू न बहाकर प्राप्त उपलब्धियों से विकास के नये रास्ते खोलने हैं। इस बात को अच्छी तरह समझ लेना है कि अच्छाइयां किसी व्यक्ति विशेष की बपौती नहीं होतीं। उसे जीने का सबको समान अधिकार है। स्टीव जाॅब्स ने कहा है कि यह निश्चय करना कि आपको क्या नहीं करना है उतना ही महत्वपूर्ण है जितना कि यह निश्चय करना कि आपको क्या करना है। जरूरत उस संकल्प की है जो अच्छाई को जीने के लिये लिया जाये। भला सूरज के प्रकाश को कौन अपने घर में कैद कर पाया है?



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(ललित गर्ग)
60, मौसम विहार, तीसरा माला, 
डीएवी स्कूल के पास, दिल्ली-110051
फोनः 22727486, 9811051133

संवाद : कृषि तथा कृषकों के उत्थान हेतु प्रधानमंत्री के नाम हक रक्षक दल (HRD) का खुला खत!

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माननीय प्रधान मंत्री जी, जैसा कि आप जानते हैं कि प्रत्येक 10 साल में सरकारी कर्मचारी-अधिकारियों के वेतन-भत्तों और पेंशन को संशोधित करने से पहले वेतन आयोग द्वारा देश और विदेशों में घूम-घूम कर विदेशी सरकारी कर्मचारी-अधिकारियों के वेतन-भत्तों और उन्हें मिलने वाली सुविधाओं का सरकारी खर्चे पर वि​स्तृत अध्ययन किया जाता है। तदोपरांत वेतन आयोग वेतन, भत्ते, सुविधा और पेंशन के बारे में अपनी अनुशंसा करता है। जिसके अनुरूप सरकार वेतन-भत्तों और पेंशन को संशोधित करती हैं। इसके बाद भी अनेक सरकारी कर्मचारी-अधिकारी असंतोष व्यक्त करते हुए देखे जा सकता हैं।

माननीय प्रधान मंत्री जी, दूसरी ओर यहां पर हम सब के लिये यह महत्वपूर्ण तथ्य विचारणीय है कि सभी कर्मचारी-अधिकारी और पेंशनर, उन्हें मिलने वाले वेतन, भत्तों और पेंशन के जरिये अपने घर-परिवार और जीवन संचालित करते हैं। सबसे महत्वपूर्ण तथ्य वे सब के सब खाने के लिये भोजन, सब्जी, दूध, दही, छाछ, मावा आदि अनेकानेक कृषि आधारित खाद्य और पेय पदार्थ बाजार से क्रय करते हैं। जो सभी कृषकों द्वारा उत्पादित किये जाते हैं।

माननीय प्रधान मंत्री जी, यह सर्व-स्वीकार्य हकीकत है कि भारत जैसे कृषि प्रधान देश में शतप्रतिशत लोगों का जीवन कृषि पर आधारित है। ​कृषि उत्पादों के बिना लोगों का जिंदा रहना असंभव है। इसके बावजूद भी कृषकों के हालातों को सुधारने के लिये किसी भी सरकार ने ऐसी कोई परिणामदायी स्थायी व्यवस्था निर्मित नहीं की गयी है, जिसके तहत कर्मचारी-अधिकारियों के हितों की भांति भारत के कृषकों के हितों के संरक्षण हेतु विदेशों में जाकर, वहां के कृषकों का अध्ययन किया जाकर भारत में कृषि एवं यहां के कृषकों के उत्थान के लिये पुख्ता व्यवस्था की जा सके। क्या यह कृषि प्रधान भारत के कृषकों और कृषि के साथ खुला अन्याय नहीं है?

माननीय प्रधान मंत्री जी, जैसा कि आप जानते हैं कि सबको अन्न उपलब्ध करवाने वाला कृषक आत्महत्या करने को विवश है। इस गंभीर स्थिति का आपकी पार्टी के अनेक उच्च पदस्थ नेताओं के द्वारा घोर आपत्तिजनक तरीके से अपमान किया जाता रहा है। आपकी सरकार भी 4 साल का कार्यकाल पूर्ण कर चुकी है, लेकिन किसान की स्थिति यथावत है। किसान आप और आपकी सरकार से भी पूरी तरह से नाउम्मीद हो चुका है। ​परिणामस्वरूप किसानों की दशा बद से बादतर होती जा रही है।

अत: माननीय प्रधान मंत्री जी, किसानों सहित सभी वंचित समुदायों के हितों के संरक्षण तथा संविधान एवं लोकतंत्र की रक्षा हेतु देशभर में सेवारत हक रक्षक दल (HRD) सामाजिक संगठन के लाखों समर्थकों एवं सदस्यों की ओर से आपको याद दिलाया जाता है कि प्रधानमंत्री के रूप में किसानों की हिफाजत करना आपका संवैधानिक दायित्व है। जिसमें आप गत 4 साल में पूरी तरह से असफल रहे हैं। कृपया आप कृषि एवं किसान के हालातों पर विचार कीजिये, अन्यथा देशभर के किसान को मजबूरन सड़क पर उतरने को विवश होना पड़ सकता है? यदि ऐसा हुआ तो सभी लोकतांत्रिक सरकारों के लिये स्थिति को संभालना बहुत मुश्किल हो जायेगा।

माननीय प्रधान मंत्री जी, अंत में यह और कि 'हमारा मकसद साफ! सभी के साथ इंसाफ!'जय भारत! जय संविधान! नर, नारी सब एक समान! जैसे आदर्श वाक्यों की भावना में विश्वास करने वाले हक रक्षक दल की ओर से इस खुले खत के माध्यम से हालातों से अवगत करवाकर आप से उम्मीद है कि आप अविलम्ब कृषि एवं किसानों के संरक्षण के बारे में न्यायसंगत निर्णय लेकर इतिहास रचने का अवसर नहीं गंवायेंगे?





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डॉ. पुरुषोत्तम मीणा 'निरंकुश', 
राष्ट्रीय प्रमुख-हक रक्षक दल (HRD) 
सामाजिक संगठन, जयपुर, राजस्थान, 
संपर्क : 9875066111

मधुबनी : इप्टा मधुबनी ने एकदिवसीय नाट्य समारोह का आयोजन किया

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जयनगर/मधुबनी (आर्यावर्त डेस्क) 02 जुलाई, भारतीय जननाट्य संघ (इप्टा) मधुबनी के द्वारा विगत शनिवार को जयनगर अनुमंडल के किसान भवन में एकदिवसीय नाट्य समारोह का आयोजन किया गया। यह समारोह इप्टा के राष्ट्रीय स्तर पर 75 वर्ष प्लेटेनियम जुबली वर्ष पूरा होने पर हो रहा है। स्थानीय जयनगर चैम्बर ऑफ कॉमर्स एवं जीवनदीप चैरिटेबल ट्रस्ट के सहयोग से आयोजित इस कार्यक्रम का उद्घाटन स्थानीय विधायक सीताराम यादव, चैम्बर के अध्यक्ष अखिलेश्वर सिंह, महासचिव अनिल बैरोलिया, जीवनदीप के विमल मशकरा, सरदार कृपाल सिंह, मैथिली सीने कलाकार अनिल मिश्रा, बिहार इप्टा के राज्य सचिव इंद्रभूषण रमण व मधुबनी इकाई के सचिव श्रीप्रसाद दास ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। इसके बाद राष्ट्रगान एवं उद्घाटन भाषण के साथ कार्यक्रम की विधिवत शूरुआत की गई। वक्ताओं ने कहा  1943 में समाज को कुरीतियों से  अपने विभिन्न क्रियाकलापों के द्वारा जागरूक करने के लिए इप्टा की स्थापना की गई। इस वर्ष इप्टा 'सबके लिए एक सुंदर दुनिया'विषय पर विभिन्न कार्यक्रमों का संचालन कर रही है। कार्यक्रम में स्थानीय छात्रा रिया गुप्ता द्वारा गणेश वंदना, राजनीति रंजन द्वारा जनवादी गीत व लोकगीत, राष्ट्रीय गीत, नृत्य व मधुबनी इप्टा द्वारा एकांकी नाटक 'महाभारत एक्सटेंशन'एवं 'अपराधी कौन'  का मंचन किया गया।  कार्यक्रम का मंच संचालन राजनीति रंजन और धन्यवाद ज्ञापन चैम्बर के महासचिव अनिल बैरोलिया ने किया।कार्यक्रम के मुख्य संयोजक अर्जुन राय थे। इस कार्यक्रम में अभिषेक, रमेश, पंचम, अर्जुन, रंजीत, रौशन, मिथिलेश, मृत्युंजय, मिन्नी, अंशु, जूही, रिया, शुभांगी, ऋतु व अन्य ने भी अपनी प्रस्तुतियाँ दी। सैकड़ो की संख्या में उपस्थित दर्शकों ने कार्यक्रम का लुप्त उठाया और खूब सराहना भी की।

झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर 02 जुलाई

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कांग्रेस पार्टी 135 वर्षो से राष्ट्र की अस्मिता एवं इसके विकास के लिये प्रतिबद्ध-दीपक बाबरिया

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झाबुआ । आजादी के दौरान यहां का आदिवासी देशी की आजादी में भागीदार बना राष्ट्रीय ध्वज के तले सामाजिक समभावना का परिचय देकर कांग्रेस 135 वर्षो से राष्ट्र की अस्मिता एवं इसके विकास के लिये प्रतिबद्ध रहीं है और लोकतंत्र को एक तिरंगे के नीचे रखा । पार्टी हमें न केवल पहचान देती हैं, वरन हमारा सम्मान बडाने के साथ जननी के रूप में विकासमार्ग प्रसस्त करती हैं, इसलिये कांग्रेस पार्टी में रहकर अपने निहीत स्वार्थो के कारण पार्टी के साथ गुस्ताकी व गद्दारी नहीं करें ।  वर्ष  2018 के विधानसभा चुनावों में प्रत्याक्षी की प्रत्याक्षा को त्याग कर पार्टी के लिये निष्ठा के साथ काम करें तो भविष्य में पार्टी के साथ पार्टी को सम्मान देने वाले का भी सम्मान बडेगा । आज जिस रूप में मुझे आप लोगों ने सम्मान दिया हैं, वह मेरी पार्टी के प्रति निष्ठा व सर्मपण का ही प्रतिक हैं । उक्त आश्य के सारगर्भीत उदगार राष्ट्रीय कांग्रेस के महासचिव व प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी दीपक बाबरिया ने आज झाबुआ में आयोजित जिला कांग्रेस के महासम्मेलन में बडी संख्या में उपस्थित पार्टी के कार्यकर्ताओ के मध्यम में व्यक्त किये हैं । अपने कहां कि प्रत्याक्षी के चयन में पार्टी हाईकमान द्वारा जो नीति निर्देश तैय किये हैं । उसी के अनुरूप प्रत्याक्षीयों का चयन किया जाना हैं, जिसकी समीक्षात्मक खोज राष्ट्रीय अध्यक्ष राहूल गांधी द्वारा विभिन्न पहलूओं के माध्यम से की जा रहीें हैं । पार्टी में न तो उद्योगपति और न ही समप्रभुत्व राजनीति को तौला जा रहा हैं । स्वंय राहूल गांधी द्वारा नरेन्द्र मोदी, आर.एस.एस. तथा अडानी व अम्बानी को चुनौती देते हुए गरीबों ,किसानों,बेरोजगारों, तथा सर्वहारावर्ग के विकास हेतु प्रतिबद्ध हैं ।  यही कारण हैं, कि गुजरात में एवं अन्य राज्यों में कांग्रेस का जनाधार बडा हैं और भाजपा, हिन्दु, मुसलमान की विभाजन रेखा खिंचकर सत्ता में बनी हुई हैं । जबकि पूर्व प्रधानमंत्री इन्दिरा गांधी एवं राजीव गांधी ने गरीबी हटाओं का नारा देकर सर्वहारावर्ग के विकास की दिशा में काम किया हैं । शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार के चलते आज आदिवासी डाॅक्टर, इंजिनीयर, न्यायधीश जैस महत्वपूर्ण पदों पर पदासीन हैं, जबकि भाजपा के केन्द्रीय एवं प्रदेश सरकार द्वारा युवकों के रोजगार एवं उनके सम्मान की दिशा में कोई पहल नहीं कर रहीं   हैं । आप ने पार्टी कार्यकताओं एवं पदाधिकारियो को सम्बोधित करते हुए कहां कि पद की महत्वकांक्षा को त्याग कर संगठन में समर्पित भाव से कार्य करें कांग्रेस का जो भी प्रत्याक्षी हो उसे जीतानें का संकल्प लें । फर्जी मतदान एवं बुथों पर कडी निगरानी रखने की अब आवश्यकता हैं । आर.एस.एस. व प्रशासन के लोगों की घुसपेटी कराकर भाजपा कांग्रेस बहुल्य क्षेत्र को प्रभावित करने में पिछे नहीं रहेगी । इसलिये कांग्रेसजन गांवों में मिटींग कर मतदाताओं के सम्पर्क में बने रहें, तथा खिलाफत की राजनीति से सामधान रहें । आप की सरकार  यदि प्रदेश में नहीं बनी तो आप का कोई सम्मान नहीं होगा । आप ने सचेत करते हुए कहां कि कुलाहडी का हत्था बनकर पार्टी में अपनी पहचान मत बनाना  । प्रदेश की भाजपा को आडे हाथ लेते हुए आपने कहां कि प्रदेश में भ्रष्टाचार, चरम सीमा पर बड गया     हैं तथा प्रशासन के कार्य से आम लोगों का जनजीवन दुखःमय हो गया हैं ऐसे में मतदाता कांग्रेस पार्टी से भरोसा एवं आस लगाकर बैठे हुए हैं, इस बार जनता ने कांग्रेस के हाथों में सत्ता सौपने का पक्का मन बना लिया हैं, इसलिये पार्टी का कोई भी कार्यकर्ता भाजपा के भ्रम व भुलावें की राजनीति में नहीं आवें । इसके पूर्व जिला कांग्रेस अध्यक्ष निर्मल मेहता ने जिले की तीनों विधानसभाक्षेत्र थान्दला, पेटलावद ,व झाबुआ के राजनैतिक तथा संगठनात्मक जानकारी देते हुए बताया कि जिले के ब्लाॅक, मण्डलम, सेक्टर व बुथ की व्यवस्था बना ली गई हैं और आला कामान को भी इसकी सुचना दे दी गई हैं । जिले के कांग्रेस कार्यकर्ता आने उत्तरदायित्वों का भली भाति से निर्वहन कर रहें, हैं । यही कारण हैं, कि पिछले तीन वर्षो में कांग्रेस पार्टी ने त्रि-स्तरीय पंचायतों चुनावों तथा नगर पालिका व परिषदों में भी अपनी पहचान बनाई हैं तो दुसरी ओर लोकसभा उपचुनावों में भी अपनी एकता का परिचय दिया हैं । सुर्दुर ग्रामीण अंचलों में कांग्रेस की गहरी पेढ बनती हा रही हैं, तथा आदिवासीयों का रूझान कांग्रेस की ओर आक्रषित हो रहा हैं । सांसद कांतिलाल भूरिया सभी वर्ग धर्म के लोगों को तथा आम लोगों से समस्याओं के निदान में तत्पर रहकर संगठन को मजबुती प्रदान कर रहें हैं । क्षेत्रिय सांसद एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया ने अपने उद्बोधन में कहां कि भाजपा ने विकास के नाम पर मात्र छलावा किया हैं । मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चैहान ने करोडों की योजनाओं का शिलान्यास किया तो दुसरी ओर घोषणा वीर बनकर जिले के लोगों के साथ छलावा किया हैं, आदिवासी आज भी रोजगार के लिये भटक रहें हैं । भ्रष्ठाचार, बलात्कार, बेरोगारी, महंगारी, भुखमरी से लोगो त्रस्त हैं वहीं असुरक्षा से महिलाओं में भय का वातावरण निर्मित हो गया हैं, वहीं भाजपा सरकार को उखाड फैकने का समय आ गया हैं, यदि अब भी मतदाता सावधान नहीं रहे हैं, तो अच्छे, सुरक्षित व सम्मानजनक दिन कभी नहीं आयेगें ।  कार्यक्रम में संगठन समन्वयक मथुरादास जोशी, भी उपस्थित थें साथ ही जिला पंचायत अध्यक्ष कलावति भूरिया, पूर्व विधायक, वीरसिंह भूरिया, जेवियर मेडा, वालसिंह मेडा, तथा जिला कांग्रेस के सर्वश्री प्रकाश रांका, ठाकुर हनुमंतसिंह डाबी, ठाकुर जोरावरसिंह, हेमचंद डामोर, गेन्दाल डामोर, निकालचंद पडियार, कमरू अजनार, सुरेश मुथा, फतेसिंह भाबर, नरेन्द्र वसुनिया, आचार्य नामदेव, साबिर फिटवेल, हर्ष भट्ट, रूपसिंह डामोर, कैलाश डामोर, आशिष भूरिया, मन्नालाल हामड, नगर पालिका अध्यक्ष मनुबेन डोडियार, नगर पालिका उपाध्यक रोशनी डोडियार, कलावति गेहलोत, मालू डोडियार, उषा येवले, सायरा बानों, गौरव सक्सेना, वसीम सयैद, पाससिंह डिंडोर, नवलसिंह नायक, नाथुभाई ठेकेदार,जशवंतसिंह भाभोर, कमलेश पटेल, कालूसिंह नलवाया, काफी संख्या में कांग्रेस पदाधिकारी उपस्थित थें ।

कांग्रेस कार्यकर्ताओ से क्षेत्रवार मुलाकात की

झाबुआ । दीपक बाबरिया ने आज झाबुआ, थान्दला, एवं पेटलावद विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेसजनों से बंद कमरे में अलग अलग गु्रपों से चर्चा की इस चर्चा में बाबरिया ने आगामी विधानसभा चुनाव 2018 प्रत्याक्षीयों के चयन एवं ब्लाॅक स्तर पर संगठन की स्थिति सेक्टर एवं बुथवार चर्चा कर जानकारी प्राप्त की, जिसमें ग्रामीण क्षेंत्र से आये ग्रामीणजनों, सरपंचों व विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने उत्साह पूर्वक भाग लेकर अपनी अपनी क्षेत्र की समस्याओं तथा प्रत्याक्षीयों के पक्ष में दावें प्रस्तुत किये । लगभग तीन धण्टें तक चली इस मुलाकात में जिले की वस्तु स्थिति प्रदेष प्रभारी के सामने स्पष्ट हो गई । इससे कांग्रेसजनों में उत्साह एवं खुषीयों का संचार हुआ वहीं बाबरिया ने अनेक मुद्दों पर चर्चा करते हुए महत्वपूर्ण जानकरी प्राप्त की । इस दौरान पूर्व विधायकों तथा सांसद कांतिलाल भूरिया को भी चर्चाओं से दुर रखा गया।  

कराते चेम्पियनों ने झाबुआ की पहचान पूरे देष मंे बनाई -ः यषवंत भंडारी
  • अगस्त माह में राज्य स्तरीय कराते टूर्नामेंट का किया जाएगा आयोजन -ः उमंग सक्सेना
  • देष में नाम रोषन करने वाले कराते खिलाड़ियों को प्रदान किए गए प्रमाण-पत्र एवं डेªसेस

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झाबुआ। जिला कराते एसोसिएषन झाबुआ द्वारा स्थानीय रोटरी सदन के हाॅल में सोमवार शाम 4 बजे शहर के कराते चेंम्पियनों का स्वागत समारोह रखा गया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पीजी काॅलेज झाबुआ के जनभागीदारी समिति अध्यक्ष यषवंत भंडारी थे। अध्यक्षता जिला कराते एसोसिएषन के जिलाध्यक्ष उमंग सक्सेना ने की। विषेष अतिथि के रूप में रोटरी के सहायक मंडलाध्यक्ष अजय रामावत, मप्र उपभोक्ता हितेषी मंच के जिलाध्यक्ष एवं वरिष्ठ रोटेरियन जयेन्द्र बैरागी, के साथ रोटरी क्लब के नवीन सत्र के अध्यक्ष अमितसिंह जादौन (यादव) तथा सचिव हिमांषु त्रिवेदी मौजूद थे। कार्यक्रम का शुभारंभ कराते के मंत्र के साथ हुआ। अतिथियों का स्वागत जिला कराते एसोसिएषन की ओर से उपाध्यक्ष कमल सोलंकी, सह-सचिव बादल पांडे, कोषाध्यक्ष विषाल त्रिवेदी, सदस्य सुनील सिकरवार, कोच राजा अरोड़ा के साथ रोटरेक्ट क्लब से उपाध्यक्ष दौलत गोलानी, सचिव राकेष पोतदार, युवा रोटेरियन अर्पित संघवी, कार्तिक नीमा एवं यसिल शाह ने किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि पीजी काॅलेज के जनभागीदारी अध्यक्ष श्री भंडारी ने बताया कि झाबुआ के कराते चेम्पियनों ने पिछले दिनों सोलन (हिमांचल प्रदेष) में जाकर यहां राष्ट्रीय स्तर पर कराते चेम्पियन शीप में हिस्सा लेकर कराते में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्षन कर गोल्ड, रजत एवं ब्रांज मेडल प्राप्त किए, जिससे इन खिलाड़ियों पर हमें नाज है। इन खिलाड़ियों ने झाबुआ की पहचान पूरे देष में बनाई है, चूंकि राष्ट्रीय स्तर पर चेम्पियन प्रतियोगिता होने से पूरे देष के खिलाड़ियों ने इसमें सहभागिता की थी।

हुनर की नहीं है कमी
इस अवसर पर अध्यक्षता कर रहे जिला कराते एसोसिएषन अध्यक्ष श्री सक्सेना ने कहा कि झाबुआ शहर के कराते के बच्चों में हुनर की कोई कमी नहीं है एवं उनका बड़े मंचों पर वे खुलकर प्रदर्षन भी करते है। इसी का परिणाम है कि सोनल में आयोजित चेंपियन शीप में झाबुआ से गए सभी बच्चों ने सफलता हासिल की। साथ ही बताया कि संभवतः अगस्त माह में झाबुआ कराते एसोसिएषन द्वारा राज्य स्तरीय कराते टूर्नामंेट का आयोजन किया जाएगा, इसकी रूपरेखा तैयार की जाएगी। विषेष अतिथि वरिष्ठ रोटेरियन श्री बैरागी ने अपनी कविता के माध्यम से खिलाड़ियों का उत्सावर्धन किया। रोटरी के सहायक मंडलाध्यक्ष श्री रामावत ने जिला कराते एसोसिएषन को अपनी ओर से हर संभव मद्द करने की बात कहीं। कर्यक्रम को रोटरी क्लब अध्यक्ष श्री जादौन एवं सचिव श्री त्रिवेदी ने भी संबोधित करते हुए सभी कराते चेम्पियनों को शुभकामनाएं प्रेषित की।

प्रमाण-पत्र एवं डेªसेस प्रदान की
कार्यक्रम के समापन पर सभी खिलाड़ियों का अतिथियों द्वारा पुष्पमाला पहनाकर एवं प्रमाण-पत्र देकर सम्मान किया गया। इसके साथ ही कोच बादल पांडे एवं आयुष चैहान को सम्मानित करते हुए उन्हें एसोसिएषन की डेªसेस प्रदान की गई। इस अवसर पर विषेष रूप से वरिष्ठ पत्रकार एनयूके पिल्लई के साथ खिलाड़ियों के अभिभावकगण उपस्थित थे। अंत में आभार कराते एसोसिएषन के सचिव सूर्यप्रताप सिंह ने माना।

विधानसभा आम चुनाव-2018 के चुनाव कार्य को संपादित करवाने हेतु बैठक सम्पन्न
       
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झाबुआ । आगामी विधानसभा आम चुनाव-2018 को स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव कराये जाने एवं भारत निर्वाचन आयोग के मापदण्ड अनुसार बिजली, पानी, कनेक्टिीविटी, रुट चार्ट इत्यादि अन्य प्रकार की मूलभूत सुविधाओ के पर्यवेक्षण कार्य, क्रिटिकल एवं वल्नरवल मतदान केन्द्रो का चिन्हंाकन एवं अन्य आवष्यक तैयारियों के सम्बन्ध मे आज 02 जुलाई 2018 को कलेक्टोरेट सभा कक्ष मे बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता कलेक्टर श्री आषीष सक्सेना, ने की। बैठक मे पुलिस अधीक्षक श्री महेषचंद्र जैन, सीईओ जिला पंचायत श्रीमती जमुना भिडे सहित नोडल अधिकारी एवं निर्वाचन कार्य से जुडे षासकीय सेवक उपस्थित थे। बैठक मे बी.एल.ओ. एवं सुपरवाईजर को निर्देष दिये गये कि मतदाता सूची से अनुपस्थित, मृत, दोहरी अन्यत्र स्थानांतरित मतदाताओ के संबंध मे, सही एंट्री करे। डीएसई के संबंध मे, मतदान केंद्रो पर मतदाताओ एवं मतदान अधिकारी के लिये मूलभूत सुविधाओ के संबंध मे समीक्षा की गईं। मतदान केंद्रो मे बिजली, पानी, षौचालय एवं अन्य सुविधाएं सुनिष्चित करने के लिये सेक्टर अधिकारियो को निर्देष दिये गये। दिव्यांगजनो के मतदान के संबंध मे चर्चा की गई। ईव्हीएम मषीन एवं व्हीव्हीपेड के अंतर्गत ईव्हीएम मषीन एवं व्हीव्हीपेड का प्रदर्षन करना, स्वीप प्लान तैयार करना, माॅडल कोड एंड कंडक्ट के संबंध मे, कम्यूनिकेषन प्लान के संबंध मे, मतदान की नवीन प्रक्रिया के संबंध मे तथा विभिन्न मतदान केंद्रो के संबंध मे चर्चा की गई एवं आवष्यक निर्देष दिये गये। कानून व्यवस्था के अंतर्गत कानून व्यवस्था तथा संपत्ति विरुपण अधिनियम, कोलाहल अधिनियम के संबंध मे, राजस्व एवं पुलिस अधिकारियो को आवष्यक निर्देष दिये गये। रुटचार्ट एवं प्रचार प्रसार भ्रमण के संबंध मे चर्चा की गई।

अब जनजातीय कार्य विभाग करवाएगा आधार एनरॉलमेंट

झाबुआ । प्रदेश के लगभग 2 करोड आदिवासी एवं अनुसूचित जाति वर्ग के व्यक्तियों का आधार एनरॉलमेंट कार्य तथा आधार में उनकी जानकारी को अद्यतन रखने के लिए जनजातीय कार्य विभाग द्वारा पहल कर विभाग की विभिन्न संस्थाओं तथा कार्यालयों में आधार एनरॉलमेंट केंद्र स्थापित किए जा रहे हैं। भारत शासन एवं राज्य शासन की विभिन्न योजनाओं में डीबीटी को अनिवार्य करने के चलते यह आवश्यक हो गया है कि सभी हितग्राहियों के पास आधार नंबर हों तथा उनके बैंक अकाउंट आधार से लिंक हों। यूआईडीएआई द्वारा निजी संस्थाओं एवं कीऑस्क के माध्यम से आधार एनरॉलमेंट एवं आधार में जानकारी अद्यतन रखने का काम बंद करने से प्रदेश में आधार केंद्रों की संख्या घट गई थी। इसके चलते व्यक्तियों को आधार संबंधी कार्य करने में परेशानी हो रही थी। विभाग द्वारा अपने अधीनस्थ कार्यालयों तथा संस्थाओं में 1010 आधार एनरॉलमेंट एवं अपडेशन केन्द्र स्थापित करने के लिए भारत शासन के जनजातीय कार्य मंत्रालय को 10 करोड़ का प्रोजेक्ट भेजा गया था जो भारत शासन के द्वारा संविधान की धारा 275(1) के अंतर्गत स्वीकृत कर दिया गया है। प्रदेश के 20 जनजातीय जिलों में विभाग की सभी संकुल शालाओं, विकासखंड कार्यालयों तथा जिला कार्यालयों में यह केन्द्र शीघ्र ही स्थापित किये जा रहे हैं। अन्य जिलों में जनजातीय, अनुसूचित जाति विभाग के जिलाधिकारी के कार्यालय में तथा संभागीय कार्यालय में आधार एनरॉलमेंट केन्द्र स्थापित किए जाएँगे। मध्यप्रदेश स्टेट इलेक्ट्रॉनिक डॅवलपमेंट कॉरपोरेशन के माध्यम से आधार किट क्रय करने की कार्रवाई शुरू की गई है। विभाग द्वारा 1010 कर्मियों का चिन्हांकन भी कर लिया गया है, जिन्हें जिले के त्ब्ठब् केन्द्रों के माध्यम से आधार किट के संचालन का प्रशिक्षण दिया जाएगा। विभाग में आधार एनरॉलमेंट केन्द्र स्थापित करने से प्रदेश के जनजाति एवं अनुसूचित जाति वर्ग को डीबीटी के माध्यम से विभिन्न हितग्राही मूलक योजनाओं की राशि सरलता से प्राप्त हो जाएगी।

प्रदेश की एक लाख 11 हजार शालाओं में हुआ मूलभूत दक्षताओं का आकलन
  • बेसलाइन टेस्ट में शेष रहे बच्चों की दक्षता का आकलन 10 जुलाई तक जारी होगा

झाबुआ । स्कूल शिक्षा विभाग ने सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिये 25 जून से बेसलाइन टेस्ट शुरू किया, जो 30 जून तक चला। बेसलाइन टेस्ट के माध्यम से प्राथमिक और माध्यमिक शालाओं में विद्यार्थियों में दक्षता का आकलन किया गया। प्रदेश की लगभग एक लाख 11 हजार प्राथमिक और माध्यमिक सरकारी शालाओं में पढ़ने वाले 54 लाख बच्चों के बीच बेसलाइन टेस्ट किया गया। बेसलाइन टेस्ट के जरिये विद्यालयों में विद्यार्थियों के सीखने के स्तर के आधार पर उनका समूह में वर्गीकरण किया गया। दूसरे चरण में बेसलाइन टेस्ट की डाटा एन्ट्री की जायेगी, जिससे जिला एवं राज्य-स्तर पर मूलभूत दक्षताओं की स्थिति का अवलोकन किया जायेगा। बेसलाइन टेस्ट की पारदर्शिता और विश्वसनीयता बनाये रखने के लिये विभागीय स्तर पर शाला मित्र, प्रधानाध्यापक और थर्ड पार्टी मॉनीटरिंग के रूप में प्रदेश के केन्द्रीय विद्यालय के स्टॉफ का भी सहयोग लिया गया। जिन बच्चों का बेसलाइन टेस्ट नहीं हो सका है, उनके लिये 10 जुलाई तक यह कार्य किया जायेगा। बेसलाइन टेस्ट के विश्लेषण के बाद बच्चों की दक्षता बढ़ाने के लिये शैक्षणिक स्तर पर प्रयास किये जायेंगे। इस प्रक्रिया में हिन्दी भाषा और गणित की विशेष कक्षाएँ लगाई जायेंगी। प्रदेश में इस वर्ष बेसलाइन टेस्ट प्रक्रिया में वीडियो का भी उपयोग किया गया है। इसकी सूचना लिंक शिक्षकों को उनके मोबाइल पर दी गई। बेसलाइन टेस्ट में यू-ट्यूब का भी उपयोग किया गया। राज्य शिक्षा केन्द्र ने बेसलाइन टेस्ट के आकलन और उसके विश्लेषण के लिये जिला शिक्षाधिकारियों और जिला समन्वयकों को निर्देश जारी किये हैं।

प्रदेश में मानसून की दस्तक के साथ ही सतर्क हुआ स्वास्थ्य विभाग
  • मौसमी बीमारियों से निपटने के लिये सभी व्यवस्थाएँ सुनिश्चित, नियमित होगी समीक्षा, नियंत्रण-कक्ष स्थापित

झाबुआ । प्रदेश में बारिश की शुरूआत होने के साथ ही मौसमी बीमारियों जैसे दस्त-उल्टी, स्वाइन फ्लू एवं वाहक जनित रोगों (मलेरिया, डेंगू, चिकुनगुनिया) के खतरों की संभावनाओं की ध्यान में रखकर इनकी जाँच एवं उपचार के लिये स्वास्थ्य विभाग ने सभी आवश्यक तैयारियाँ सुनिश्चित की हैं। प्रमुख सचिव, स्वास्थ्य द्वारा गत दिवस भोपाल में मौसमी बीमारियों से निपटने के लिये तैयारियों की समीक्षा की गई। इन बीमारियों की समुचित रोकथाम एवं उपचार प्रबंधन के संबंध में दिशा-निर्देश भी जारी किये गये। प्रदेश के मैदानी स्वास्थ्य अमले को निरंतर सतर्क रहने के लिये भी कहा गया है। राज्य-स्तर पर मौसमी बीमारियों की प्रति दिन मॉनीटरिंग के लिये राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कार्यालय में कंट्रोल-रूम स्थापित किया गया है। कंट्रोल-रूम से प्रति दिन दो बार प्रातरू 11-12 बजे एवं शाम की 6 बजे रिपोर्ट जारी की जायेगी, जिसके आधार पर प्रभावित जिलों के लिये आवश्यक निर्देश जारी करते हुए स्थिति को नियंत्रण में रखा जा सकेगा। प्रदेश में जिला स्तर पर भी मौसमी बीमारियों के नियंत्रण के लिये कंट्रोल-रूम संचालित होंगे। जिला कंट्रोल-रूम से प्रतिदिन सुबह 10.30 से 11.30 बजे एवं शाम को 4-5 बजे के बीच में निर्धारित प्रारूप में जानकारी राज्य-स्तर पर भेजने के निर्देश दिये गये हैं। जिला ऐपिडेमियोलॉजिस्ट, जिला मलेरिया अधिकारी एवं वरिष्ठ जिला स्वास्थ्य अधिकारी जिला-स्तर पर कंट्रोल-रूम के प्रभारी होंगे। इसके अतिरिक्त कंट्रोल-रूम से जानकारी प्रेषित करने का दायित्व संबंधित जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी का होगा। राज्य एवं जिला-स्तर के कंट्रोल-रूम प्रातः 10.30 बजे से शाम 5.30 बजे तक क्रियाशील रहेंगे। कंट्रोल-रूम स्थापना की जानकारी उनके दूरभाष नम्बर के साथ सभी क्षेत्रीय अधिकारी, स्वास्थ्य कर्मचारी एवं आशा कार्यकर्ताओं को दी जा रही है। इससे वे आवश्यकतानुसार मौसमी बीमारियों तथा अन्य स्वास्थ्य संबंधी घटनाओं की जानकारी कंट्रोल-रूम पर सीधे भेज सकेंगे। प्रदेश में 43 सेन्टीनल साइट के माध्यम से डेंगू, चिकुनगुनिया की जाँच की सुविधा उपलब्ध करवाई गई है। इसके अतिरिक्त सभी जिलों में ग्राम-स्तर तक रैपिड डायग्नोस्टिक किट द्वारा मलेरिया जाँच की सुविधा उपलब्ध करवाने के लिये मैदानी अमले को आरडी किट एवं मलेरिया पाये जाने पर पूर्ण मौलिक उपचार देने के लिये पर्याप्त मात्रा में एन्टीमलेरियल औषधियाँ उपलब्ध करवाई गई हैं। सभी जिला चिकित्सालयों में गंभीर मलेरिया रोगियों की भर्ती एवं उपचार की व्यवस्था की गई है। प्रदेश में एनआईआरटीएच जबलपुर, डीआरडीओ ग्वालियर एवं एम्स भोपाल में सिजनल इन्फ्लूऐंजा (एच-1 एन-1) की जाँच की सुविधा उपलब्ध है। पॉजिटिव पाये गये रोगियों के उपचार के लिये सभी जिलों में पर्याप्त मात्रा में टेमीफ्लू औषधि उपलब्ध करवाई गई है। वर्षा ऋतु में उल्टी-दस्त के बढने की संभावना रहती है, जिसके उपचार के लिये सभी दवाएँ प्रदेश की सभी स्तर की स्वास्थ्य संस्थाओं को उपलब्ध करवा दी गई है। प्रदेश में सभी जन-समुदाय से अपील की गई है कि मौसमी बीमारियों से बचाव एवं रोकथाम के संबंध में जागरूक रहें एवं बीमारी के नियंत्रण में सहयोग प्रदान करें।

आशा कार्यकताओं के लिए फोन-इन कार्यक्रम का प्रसारण 3 जुलाई को

झाबुआ । ‘‘परिवार कल्याण विश्व जनसंख्या दिवस’’ के संबंध में आशा कार्यकर्ताओं के लिए फोन-इन कार्यक्रम आगामी 3 जुलाई प्रथम मंगलवार को दोपहर 1.15 से 2.15 तक आकाशवाणी भोपाल से प्रसारित किया जायेगा। इस दौरान फोन नं. 0755-2660902, 2660903 पर आशा कार्यकर्ता सवाल पूछ सकती है।

डेंगु एवं चिकुनगुनि‍या रोग से बचाव हेतु सावधानियां जरूरी
       
झाबुआ । डेंगु एवं चिकुनगुनिया का वाहक मच्‍छर रुके हुए साफ पानी में पैदा होता है और दिन के समय काटता है। नागरीकगण वर्षा के पानी को जमा न होने दें। आस-पास सफाई रखें और डेंगू एवं ‍चिकुनगुन्‍या से बचें। डेंगू के लक्षण में तेज बुखार, ऑंखों, मांसपेशियों और सिर में तेज दर्द, मसूड़ों व नाक से खून बहना, शरीर पर लाल चकत्‍ते होना डेंगू हो सकता है। चिकुलगुन्‍या के लक्षण में तेज बुखार, सिर दर्द, जोड़ों में दर्द शरीर पर लाल चकत्‍ते आना आदि हैं। लक्षण पाये जाने पर खून की जांच कराएं, जांच में डेंगू या चिकुनगुन्‍या पाए जाने पर डॉक्‍टर की सलाह अनुसार पूरा उपचार लें। बचाव के लिए पानी के बर्तन ढंक कर रखें। अनुपयोगी साम‍ग्रियों जैसे कूलर, ड्रम, टंकी, बाल्‍टी आदि में पानी जमा न होने दें। दोबारा उपयोग से पूर्व उन्‍हें अच्‍छी तरह सुखाएं। हैण्‍डपंप के आस-पास भी पानी इकट्ठा न होने दें। जमे पानी पर मिट्टी का तेल या जला हुआ इंजन का तेल डालें। आस-पास सफाई रखें। सोते समय मच्‍छरदानी का उपयोग करें। पूरी अस्‍तीन के कपड़े पहने और डेंगू एवं चिकुनगुन्‍या से बचें। डेगू एवं चिकुनगुन्‍या की जॉंच व उपचार की सु‍विधा सभी सरकारी अस्‍पतालों में निशुल्‍क उपलब्‍ध है।

बीज ग्राम कार्यक्रम के संबंध में निर्देश जारी
       
झाबुआ । प्रदेश में केन्द्र सरकार के बीज ग्राम क¨ लागू करने के लिये किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग ने जिल¨ं में पदस्थ उप संचालक¨ं क¨ दिशा-निर्देश जारी किये हैं। प्रदेश में 5,500 बीज ग्राम कार्यक्रम खरीफ-2018 सीजन के द©रान आय¨जित किये जाने हैं। इसके लिये वित्तीय आवंटन भी जारी कर दिया गया है। कृषि विभाग के उप संचालक¨ं से कहा गया है कि प्रति बीज ग्राम कम से कम 50 हितग्राहिय¨ं के कार्यक्रम आय¨जित किये जायें। बीज ग्राम में हितग्राहिय¨ं क¨ दी जाने वाली अनुदान वस्तु डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर इन काइंड (डीबीटी) के माध्यम से दी जाये।

प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना का क्रियान्वयन महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा किया जायेगा

झाबुआ । प्रधानमंत्री मातृ वंदना अंतर्गत गर्भवती व धात्री माताओं को महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा वर्ष 2017 से लाभांवित किया जा रहा हैं। शासन द्वारा किये गये निर्देश अनुसार वर्ष 01 जनवरी 2017 से संचालित प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना का संचालन अब महिला एवं बाल विकास द्वारा ही किया जायेगा, न कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा योजना गर्भवती महिलाओं व शिशुओं के बेहतर स्वास्थ्य के लिए लागू की गई हैं। योजना का लाभ लेने के लिए हितग्राहियों को अपने पास की आगंनबाड़ी केन्द्र में गर्भावस्था का शीघ्र पंजीयन करवाना होता है। पंजीयन के पश्चात निर्धारित फार्म में जानकारी, हितग्राही को स्वयं अपना व पति का आधार नंबर, बैंक खाता, मातृ एवं बाल सुरक्षा कार्ड आदि आंगनबाड़ी केन्द्र में दर्ज करवाना होता हैं। योजना अंतर्गत केवल पहले बच्चे की माताओं को ही 5 हजार रूपये की राशि का लाभ प्राप्त होता हैं। योजना के तहत 5 हजार रूपये की राशि तीन किश्तों में दी जाती हैं। प्रथम किश्त एक हजार रूपये गर्भावस्था का पंजीयन किये जाने पर, द्वितीय किश्त 2 हजार रूपये गर्भावस्था के 06 बाद कम से कम एक प्रसव पूर्व जांच किये जाने के पश्चात व तृतीय किश्त 2 हजार रूपये बच्चे के प्रथम चक्र का टीकाकरण पूर्ण होने पर निर्धारित शर्तें पूर्ण होने पर दी जा रही हैं। राशि प्राप्त करने के लिए पात्र गर्भवती महिलाओं को उनके बैंक या पोस्ट ऑफिस के खाते को आधार से लिंक करवाना आवश्यक है। योजनांतर्गत स्वीकृतकर्ता अधिकारी परियोजना अधिकारी महिला एवं बाल विकास है।

वरिष्ठजन की समस्याओं के निराकरण के लिये हेल्प लाइन का शुभारंभ

झाबुआ । वरिष्ठजनों की विभिन्न समस्याओं का निराकरण एक टेलीफोन कॉल से हो सकेगा। इसके लिये सामाजिक न्याय एवं निरूशक्तजन कल्याण विभाग ने हेल्पेज इंडिया के सहयोग से वृद्धजन एकीकृत कार्यक्रम के तहत टोल फ्री हेल्पलाइन 18002331253 शुरू की है। हेल्पलाइन का शुभारंभ प्रमुख सचिव सामाजिक न्याय श्री अशोक शाह ने किया। प्रमुख सचिव श्री शाह ने कहा कि सामाजिक न्याय विभाग द्वारा वरिष्ठजनों के लिये शुरू की गई हेल्पलाइन से वरिष्ठ नागरिकों के प्रति संवेदनशीता बढ़ेगी। साथ ही एक कॉल से वरिष्ठजनों को सभी प्रकार की समस्याओं से निजात मिलेगा। युवाओं में जागरूकता लाने के उद्देश्य से स्कूल एवं कॉलेजों में विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन भी विभाग द्वारा करवाया जाएगा। संचालक, सामाजिक न्याय एवं निरूशक्तजन श्री कृष्ण गोपाल तिवारी ने कहा कि हेल्पलाइन के माध्यम से वरिष्ठजनों को शारीरिक प्रताडना, वृद्ध आश्रम की जरूरत उनको मिलने वाली कानूनी सलाह, काउंसलिंग, परिवार परामर्श एवं अन्य सुविधाओं का लाभ मिलेगा। हेल्पेज इंडिया मध्यप्रदेश की संचालक श्रीमती संस्कृति खरे ने पॉवर पाईंट के माध्यम से मध्यप्रदेश शासन की वरिष्ठजनों के लिए संचालित विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी और कहा कि वृद्धजनों पर हो रही हिंसा और अत्याचारों से एक फोन पर तत्काल रोका जा सकेगा।

प्रतियोगी परीक्षाओं के प्रशिक्षण हेतु 15 जुलाई तक आवेदन आमंत्रित

झाबुआ । मध्यप्रदेश राज्य लोक सेवा आयोग रेलवे बीमा, बैंकिंग और व्यापम की परीक्षाओं के प्रशिक्षण हेतु अनुसूचित जाति एवं जनजाति के ऐसे विद्यार्थी जिन्होंने स्नातक परीक्षा न्यूनतम 55 प्रतिशत अंकों के साथ उत्तीर्ण की हो शासकीय परीक्षा पूर्व प्रशिक्षण केन्द्र (शासकीय ज्ञानोदय विद्यालय कैम्पस) में उपस्थित होकर 15 जुलाई तक आवेदन कर सकते हैं। परीक्षा पूर्व प्रशिक्षण केन्द्र के प्राचार्य ने बताया कि मध्यप्रदेश राज्य लोक सेवा आयोग की परीक्षा का प्रशिक्षण प्रारंभ कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि पूर्व प्रशिक्षण में इस केन्द्र से तीन पटवारी एवं एक छात्र लोक सेवा आयोग की प्रारंभिक परीक्षा में चयनित हो चुके हैं।

समग्र आईडी में संशोधन के लिए करें ऑनलाइन आवेदन

झाबुआ । राज्य शासन की विभिन्न योजनाओं के हितग्राहियों और स्कूलों में एडमिशन के लिए जरूरी समग्र आईडी में गलत जानकारी फीड होने पर संशोधन के लिए ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है। किसी भी आईडी में दो से अधिक बार संशोधन नहीं कराया जा सकेगा। संशोधन के लिए प्रामाणिक दस्तावेज होना जरूरी है।

3 जुलाई को होगी हायर सेकंडरी की सप्लीमेंट्री परीक्षा
      
झाबुआ । मप्र माध्यमिक शिक्षा मंडल (मप्र माशिमं) की हायर सेकंडरी की सप्लीमेंट्री परीक्षा तीन जुलाई को होगी। जबकि हाईस्कूल की सप्लीमेंट्री परीक्षाएं चार से 12 जुलाई तक आयोजित की जाएंगी। यह परीक्षाएं निर्धारित केंद्रों पर सुबह 9 से दोपहर 12 बजे तक होंगी। माशिमं के प्रवक्ता एसके चैरसिया के मुताबिक कुल 749 केंद्र इन परीक्षाओं के लिए बनाए गए हैं। इन पर हायर सेकंडरी के 1 लाख 10 हजार और हाईस्कूल के 1 लाख 28 हजार विद्यार्थी शामिल होंगे।

षासकीय स्कूल, छात्रावास, आश्रमो, षिक्षण संस्थाओ के लिये कलेक्टर ने गठित किये निगरानी दल मूलभूत सुविधा एवं सुरक्षा व्यवस्था की करेंगे निगरानी
       
झाबुआ । कलेक्टर श्री आषीष सक्सेना ने स्कूलो एवं षैक्षणिक संस्थाओ मे मूलभूत सुविधाएं एवं सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी हेतु निगरानी दल गठित करने का आदेष जारी किया है। जारी आदेषानुसार जिला मुख्यालय एवं अनुभाग स्तरीय निगरानी दल नियमित रुप से जांच करेंगे तथा व्याप्त मूलभूत समस्याओ एवं सुरक्षा व्यवस्थाओ की कमियो को दूर करने हेतु षासन के निर्देषो के षासन के निर्देषो के अनुसार व्यवस्थाएं सुनिष्चित करने के लिये जानकारी प्राप्त कर संबंधित स्कूल प्रबंधन को लिखित मे समय सीमा मे बताते हुए सुनिष्चित करेंगे तत्पष्चात नियमित समीक्षा कर समस्त बिदुंओ पर पालन करवाना सुनिष्चित करेंगे। यदि कोई स्कूल प्रबंधन निर्देषो का पालन नही करता है तो कार्यवाही हेतु कलेक्टर को जानकारी उपलब्ध करवायेंगे। दल प्रभारी प्रति सप्ताह/प्रतिमाह प्रतिवेदन देंगे। विभागीय अधिकारी अपने कर्तव्य एवं अधिकारो का उपयोग करने हेतु स्वतंत्र रहेंगे।

यह रहेंगे निगरानी दल मे
झाबुआ मुख्यालय की षासकीय स्कूल, छात्रावास, आश्रमो, षिक्षण संस्थाओ के निरीक्षण करने के लिये दल मे -
सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग झाबुआ (दल प्रभारी)
तहसीलदार झाबुआ
जिला महिला सषक्तिकरण अधिकारी झाबुआ
जिला परियोजना समन्वयक सर्व षिक्षा अभियान झाबुआ
थाना प्रभारी झाबुआ षामिल रहेंगे।
झाबुआ मुख्यालय की निजी स्कुलो, आश्रम, छात्रावासो, षिक्षण संस्थाओ के लिये गठित दल मे -
अनुविभागीय दंडाधिकारी झाबुआ (दल प्रभारी)
जिला परिवहन अधिकारी झाबुआ
अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) झाबुआ
जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास विभाग झाबुआ
जिला षिक्षा अधिकारी षामिल रहेेगे।
अनुभाग विकास खंड स्तर की षासकीय एवं निजी स्कूलो, आश्रम, छात्रावासो षिक्षण संस्थाओ के निरीक्षण के लिये दल मे -
अनुविभागीय दंडाधिकारी (दल प्रभारी)
अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस)
परियोजना अधिकारी आईसीडीएस
विकास खंड षिक्षा अधिकारी
विकास ख्ंाड स्त्रोत समन्वयक षामिल रहेंगे।
कार्यवाही करने हेतु कलेक्टर के उपलब्ध अधिकारो का उपयोग करने के लिये दल प्रभारी अधिकृत रहेंगे।

संबल योजना मे सभी पात्र मजदूरो के बिल माफी की जानकारी अपडेट करे, समयावधि पत्रो की समीक्षा बैठक संपन्न

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झाबुआ । आज कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में समयावधि पत्रो की समीक्षा बैठक संपन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता कलेक्टर श्री आशीष सक्सेना ने की। बैठक में सीईओ जिला पंचायत श्रीमती जमुना भिडे सहित जिला अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में विभागवार समयावधि पत्रो जनसुनवाई, लोकसेवा गारंटी, सी.एम.हेल्पलाइन इत्यादि की समीक्षा की गई एवं आवश्यक निर्देश दिये गये। षासन की संबल योजना मे पंजीकृत मजदूरो के बिल माफी की जानकारी पोर्टल पर अपडेट करवाने के निर्देष अधीक्षण यंत्री एमपीईबी को, प्रसूति सहायता की इन्ट्री पोर्टल पर अपडेट करने के लिये सीएमएचओ को एवं अंत्येष्टि सहायता एवं अनुग्रह राषि की इन्ट्री पोर्टल पर अपडेट करवाने के लिये संबंधित अधिकारियो को कलेक्टर श्री आषीष सक्सेना ने समयावधि पत्रो की समीक्षा बैठक मे निर्देष्ति किया।

11 जुलाई को वनाधिकार की बैठक करे
वनाधिकार अधिनियम के तहत प्राप्त आवेदनो के प्रकरण का निराकरण करने के लिये ग्रामीण स्तर से प्राप्त दावो का निराकरण करने के लिये खण्ड स्तरीय समिति की बैठक का आयोजन सभी विकासखंडो मे एसडीएम की अध्यक्षता मे 11 जुलाई को करने के निर्देष कलेक्टर ने दिये। बैठक मे ग्रामीण क्षेत्र से प्राप्त दावो का निराकरण करने के निर्देष संबंधित अधिकारियो को दिये। 4 अगस्त को होने वाले हितग्राही सम्मेलन की तैयारी कर हितग्राहियांे को लाने के लिये उद्योग अधिकारी, आईटीआई, कृषि विभाग एवं उद्यानिकी विभाग के संबंधित अधिकारियो को आवष्यक निर्देष दिये। जिन ग्राम पंचायतो मे बैंक करस्पोन्डेन्ट नही है, उन पंचायतो मे बी. सी. की नियुक्ति कर बैंकिग सेवाओ का विस्तार ग्राम स्तर तक करने के लिये एलडीएम को बैठक मे निर्देष दिये गये।

स्कूल, आंगनवाडी, स्वास्थ्य केंद्र का होगा आकस्मिक निरीक्षण
       
झाबुआ । अब जिले मे स्कूल, आंगनवाडी एवं स्वास्थ्य केंद्र की व्यवस्थाएं चुस्त दुरुस्त करने के लिये कलेक्टर एवं सीईओ जिला पंचायत आकस्मिक भ्रमण कर व्यवस्थाओ का जायजा लेंगे। स्कूल आंगनवाडी एवं स्वास्थ्य कंद्र पर अनियमितता पाये जाने पर अनुषासनात्मक कार्यवाही की जायेगी।

ग्राम रजला मे हितग्राहियो को गैस कनेक्षन किये वितरित
       
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झाबुआ । ग्राम पंचायत रजला, छापरी, गुलाबपुरा, वगलावत भूरिया के हितग्राहियों को ग्राम पंचायत रजला में 300 परिवारो को प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के गैस कनेक्शन वितरण किये गये। इस अवसर पर मुख्य अतिथि पेटलावद विधायक सुश्री निर्मला भूरिया, अध्य्ाक्षता सरपंच ग्राम पंचायत रजला श्रीमती कमला सोम सिंह सोलंकी, ने की। मुख्य अतिथि विधायक सुश्री निर्मला भूरिया ने कहा कि आपके जीवन मे आज से महत्वपूर्ण परिवर्तन आया है। शासन की इस योजना से आज लाभान्वित होने जा रही हैं। अब आपको बरसात में लकडी व कंडे नही जलाने पड़ेंगे। आप आज से सशक्त व मजबूत होंगी। योजना का लाभ रिश्तेदारों व सगे संबंधी को भी बताऐ। आप स्वस्थ रहेंगी तो परिवार भी मजबूत रहेगा। आपकी इसी तरह सेवा करती रहूँगी। आपका बहुत बहुत धन्यवाद। इस अवसर पर हितग्राहियो को संबोधित करते हुए जनप्रतिनिधियो ने कहा कि आप सभी के जीवन मे आज से कभी भी आंसू नही आवेंगे। माता बहनो को उज्ज्वला का लाभ मिला। यह बहुत ही गर्व का क्षण है। आप के बीच आकर हमे बहुत अच्छा लगा।

बडौदा स्वरोजगार विकास संस्थान के आगामी प्रषिक्षण कार्यक्रम
       
झाबुआ । बडौदा स्वरोजगार विकास संस्थान (बडौदा आर सेट्टी), झाबुआ के निदेषक श्री अजय कुमार अवस्थी द्वारा सुचित किया गया है कि आगामी त्रैमास मे संस्थान द्वारा फास्ट फूड निर्माण, महिला सिलाई, कम्प्यूटर, एकाउंटिंग, एल.एम.वी. ड्राइविंग, डेरी व बर्मी कम्पोस्ट, मुर्गी पालन, मोटर रीबाइंडिंग आदि का स्वतः रोजगार प्रषिक्षण आरंभ होना है। इच्छुक युवा/युवतियां जिनकी आयु 18 से 45 वर्ष और ग्रामीण रहवासी हो, संस्थान कार्यालय (डी.आर.पी. लाइन के पीछे, माधोपुरा, झाबुआ ) पर संपर्क कर सकते है। संस्थान द्वारा प्रषिक्षण दिवस मे भोजन आदि निःषुल्क उपलब्ध है और प्रषिक्षण उपरान्त बैंको से ऋण प्राप्ति मे भी सहायता की जाती है।

समाधान आॅनलाईन वीडियो कांफ्रेंस 03 जुलाई को
       
झाबुआ । मुख्यमंत्री मध्यप्रदेष षासन की अध्यक्षता मे 03 जुलाई को सायं 4 बजे से समाधान आॅनलाईन वीडियो कान्फ्रेंस का आयोजन किया जाएगा। कलेक्टर श्री आषीष सक्सेना ने संबंधित अधिकारियो को आवष्यक जानकारी के साथ एनआईसी कक्ष मे नियत समय पर उपस्थित रहने हेतु निर्देषित किया है।

वंदेमातरम का हुआ गायन
     
झाबुआ । माह के पहले कार्यदिवस पर आज कलेक्ट्रेट कार्यालय में राष्ट्रीय गीत वंदेमातरम एवं मध्यप्रदेष गान का गायन किया गया। इस अवसर पर कलेक्टर श्री आषीष सक्सेना , एडीएम श्री एसपीएस चैहान सहित कलेक्टर कार्यालय परिसर के विभागों के अधिकारी एवं षासकीय सेवक उपस्थित थेे।

बिहार : बालू निकासी पर रोक पूरी तरह गलत, मजदूरों के सामने होगा संकट: माले

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पटना (आर्यावर्त डेस्क) 2 जुलाई, माले राज्य सचिव कुणाल ने सरकार द्वारा बालू निकासी पर लगाई गई राक को पूरी तहर गलत करार दिया है और कहा है कि पिछले साल के अनुभव से भी सरकार ने केाई सबक नहीं लिया है. पिछले साल बालू निकासी पर लगी रोक की वजह से लाखों बालू व निर्माण मजदूरों के सामने गंभीर संकट उपस्थित हो गया था. उनमें कई परिवार भूखमरी के कगार पर पहुंच गये थे और उसका असर पूरे बिहार में पड़ा था. एक बार फिर सरकार ग्रीन ट्रिब्यूनल के तहत मछलियों के प्रजनन का हवाला देकर बालू निकासी पर रेाक लगा रही है. चंूंकि जुलाई से लेकर सितंबर तक मछलियों का प्रजनन काल होता है इसलिए कहा जा रहा है कि इस समय बालू निकासी का काम नहीं हो सकता. लेकिन यह तथ्य सत्य से परे है. मछलियां प्रजनन किराने पर ही करती हैं जबकि बालू निकासी का कार्य बीच नदी से होता है. बालू पर सैंकड़ों मजदूर परिवार निर्भर हैं. इसी से उनकी रोजी रोटी चलती है. इसके बिना वे भूख से मरने को मजबूर हो जाएंगे. इसकी कोई वैकल्पिक व्यवस्था भी नहीं की गई है. ऐसी हालत में बालू निकासी पर रोक लगाना पूरी तरह गलत है. माले राज्य सचिव ने कहा कि ग्रीन ट्रिब्यूनल को अपने निर्देश पर फिर से विचार करना चाहिए और बालू निकासी पर लगी रोक के आदेश को तत्काल रद्द किया जाना चाहिए. 

दुमका : जंगल, पहाड़ से ही झारखण्ड की पहचान: डाॅ0 लुईस मरांडी

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दुमका (अमरेन्द्र सुमन) उप राजधानी दुमका (पंचायत रानीबहाल) के मुड़ जोड़ा गांव में समाज कल्याण मंत्री ने नदी महोत्सव सह वृहत वृक्षारोपन अभियान में भाग लेकर वृक्षों के प्रति सजग रहने का महत्वपूर्ण संदेश दिया।   इस अवसर पर उन्होंने  कहा कि झारखण्ड की पहचान जंगलों से ही है। हमें अपनी पहचान बचाने की जरूरत है। प्रकृति का यह अमूल्य धरोहर है। लोगों से अपील करते हुए कहा कि अपने जीवन काल में खुशी के मौके पर एक-एक वृक्ष अवश्य  लगायें। पेड़ के अपने अलग फायदे हैं। पर्यावरण संरक्षण एवं धरती को हरा-भरा रखने में अपना योगदान दें। उन्होंने कहा कि सिर्फ एक दिन वृक्ष लगाने से कुछ नहीं होगा। जिस गति से वृक्षों की कटाई हो रही है। आने वाले दिनों में निष्चित रूप से हमारे सामने यह एक बड़ी समस्या के रूप में होगी। शुद्ध हवा, पर्याप्त पानी, व स्वच्छ वातावरण के लिए वृक्ष लगाना आवष्यक है। वृक्ष ही धरती का श्रृंगार है और धरती की श्रृंगार को बचाने के लिए सरकार द्वारा वृहत वृक्षारोपण अभियान पूरे राज्य में चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस चिलचिलाती धूप में हर कोई पेड़ की छांव को ढूंढता है, लेकिन कोई भी वृक्ष नहीं लगाना चाहता। वृक्ष हमारे जीवन का अभिन्न अंग है। इसके बिना एक सुखद एवं खुषहाल जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है। हम सभी को जागरूक होकर आज यह प्रण लेने की जरूरत है कि हम सभी वृक्ष लगायेंगे। उसकी देखभाल करेंगे तथा लोगों को भी वृक्ष लगाने के प्रति जागरूक करेंगे।  आज हमारे सामने पर्यावरण से संबंधित कई सारी समस्यायें है। हमारे आदिवासी समाज के लोग वृक्षों की पूजा करते है। उन्हें वृक्षों की महत्ता को बताने की जरूरत नहीं है। उन्हें पता है कि वृक्ष हमारे जीवन में अत्यन्त ही महत्वपूर्ण है। वृक्षों के कम होने से जल स्तर भी नीचे जा रहा है जिससे पेय जल की समस्या उत्पन्न हो रही है। उन्होंने कहा कि साथ ही पेड़ की कटाई होने से मिट्टी भी बह जाया करते हैं। इस दौरान उन्होंने  फलदार औषधीय वृक्ष तथा अन्य वृक्ष को लगाया। एनसीसी के बच्चे तथा बड़ी संख्या में स्कूली बच्चों ने भी वृक्षारोपण कर लोगों को पर्यावरण के प्रति जगरूक करने का एक बेहतर संदेष समाज के समक्ष प्रस्तुत किया। इस अवसर पर पारंपरिक रिति रिवाज से माननीय मंत्री का स्वागत किया गया।  इस अवसर पर संबंधित अधि कारी तथा स्कूली बच्चे उपस्थित थे। 

दरभंगा : अतिथि शिक्षकों की होगी बहाली : कुलपति

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दरभंगा (आर्यावर्त डेस्क) 02 जुलाई, : ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सुरेन्द्र कुमार सिंह ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण परिणाम के लिए खाली पडे  पदों को भरना होगा. इसके लिए अतिथि शिक्षकों की बहाली की जाएगी. उन्होंने कहा कि खाली पदों पर बहाली होनी है. इसके लिए पदों को चिंहित करने का काम करना है. कुलपति आज कार्यालय सभागार में संकायाध्यक्ष और विभागाध्यक्षों की बैठक को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि नये सत्र में छात्रों की उज्जलव भविष्य के निर्माण के लिए कार्य किया जाएगा. इस मौके पर उन्होंने नये पाठ्यक्रम आने के बाद उसकी पढ़ई कैसे करनी होगी, इस पर विस्तार से चर्चा की. इस मौके पर प्रतिकुलपति प्रो. जयगोपाल, छात्र कल्याण अध्यक्ष प्रो. भोला चौरसिया, सकांयाध्यक्ष प्रो. अजीत कुमार सिंह, प्रो. धनेश्वर सिंह, प्रो. उपेन्द्र कुमार, प्रो. मनोज कुमार, डॉ. लावण्य कीर्ति सिंह काव्या, प्रो. विनोद कुमार चौधरी, प्रो. बी.बी एल. दास, डॉ. के.सी सिंह, डॉ. अरूणिमा सिंह, डॉ. रतन कुमार चौधरी, डॉ. के.के साहू, प्रो. ब्रजमोहन झा, प्रो. रमण, प्रो. गुप्ता आदि उपस्थित थे.

मधुबनी : अधवारा समूह की नदियों का बढ़ रहा है जलस्तर

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  • बांध मरम्मति में हुए गड़बड़ी को लेकर भयभीत हैं किसान

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मधुबनी (आर्यावर्त डेस्क) 02 जुलाई, पड़ोसी देश नेपाल में हो रही भारी बारिश के बाद प्रखण्ड क्षेत्र के अधवारा समूह की सहायक नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है. वहीं रविवार की सुबह से लगातार हो रही बारिश से नदियों का जलस्तर अप्रत्याशित ढंग से बढ़ गया है. नदियों के जलस्तर में लगातार वृद्धि होने से क्षेत्र में बाढ़ की संभावना पुन: बढ़ गई है. वहीं जलस्तर से किसान चिंतित हो गए हैं. किसानों को आशंका है कि इस वर्ष बाढ़ आई, तो फिर उन्हें नुकसान झेलना होगा. नदियों के बांध की मरम्मती में खानापूर्ति से किसान नाराज दिख रहे हैं. क्षेत्र के दर्जनों किसानों ने बताया कि बांध की मरम्मती में बहुत बड़ी अनिमियता हुई है. नदी के अंदर से बालू निकल कर टूटे तटबन्धों पर डाल खानापूर्ति की गई है. बालू की दीवार कितना बाढ़ के वेग को रोकने में सक्षम है. वह पिछले वर्ष देख किसान भयभीत है. नदियों का जलस्तर बढ़ते हीं टूटे स्युलिसगेट से उनके खेतो में पानी प्रवेश कर जाएगी. जिससे रोपनी प्रभावित होगी. गौरतलब हो कि बेनीपट्टी, मधवापुर, हरलाखी  प्रखण्ड क्षेत्र में अधवारा समूह की आधा दर्जन नदियां बाढ़ का कहर बरपाती है. इनमेंधोंस नदी सर्वाधिक क्षति पहुंचाती है. इन नदियों से सुरक्षा के लिए चालू वित्तीय वर्ष में करीब सात करोड़ रुपए की राशि खर्च कर बुढनद व खिरोई नदियों के बांधो की मरम्मती की गई थी. इस मरम्मती में व्यापक पैमाने पर अनिमियता की बात सामने आई है. नदियों के तलहटी के बालू से ही तटबन्ध की मरम्मती की गई है. वहीं गत वर्ष टूटी बांध स्थल पर बिना जाल लगाए बोरा में नदी का बालूयुक्त मिट्टी भरकर बोरा रखी गई है. इस आलोक में एक अवकाश प्राप्त अभियंता ने जानकारी दी कि बिना जाल लगाए बांध टूटे स्थल पर बोरा डालना ठीक नहीं है. जाल लगाकर बोरा रहने से पानी का दबाव पड़ने पर जाल बोरा को सुरक्षित रखता है. बिना जाल लगाने से पानी बोरा सहित वह जाता है.

मधुबनी : लगातार हो रही बारिश से कमला का जलस्तर बढ़ा

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जयनगर/मधुबनी (आर्यावर्त डेस्क) 02 जुलाई,  : पिछले दो दिन से हो रही वर्षा के कारण कमला नदी के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी होने से ग्रामीणों को बाढ़ का डर सता रहा है. डर से ग्रामीण रतजगा करने को मजबूर हैं. नेपाल के क्षेत्र में हो रही लगातार वर्षा से कमला नदी के जल स्तर में बढ़ोतरी हो रही है. जल स्तर बढ़ने से कटाओ बढ़ गया है और नदी के पश्चिम तट पर दबाब बढ़ जाता है. नदी की चपेट में आने वाले गांव डोरवार, कुआर, गोब्राही, इनरवा, सराही, ब्रहम्मोतरा सहित कई गांवों पर बाढ़ का खतरा बढ़ जाता है. वहीं कमला नदी का जलस्तर बढ़ने से नदी से सटे खेत में लगे फसल डूब कर बर्बाद हो गए. ग्रामीण क्षेत्र के निचले स्तर पर नदी का पानी घुस जाने का खतरा बढ़ जाता है. हर वर्ष कमला नदी में बाढ़ अती है और जान-माल का नुकसान होता है. कमला प्रमंडल के जे ई बिजय कुमार ने बताया कि 1.9 मीटर जलस्तर बढ़ा है.

प्रधानमंत्री मोदी ने अफगानिस्तान में हुए आतंकवादी हमले की निंदा की

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नयी दिल्ली , दो जुलाई, ) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अफगानिस्तान में हुए आतंकवादी हमले को आज देश के बहु - सांस्कृतिक ताने - बाने पर हमला बताया।  मोदी ने ट्वीट किया , ‘‘ अफगानिस्तान में कल हुए हमले की हम कड़ी निंदा करते हैं। यह अफगानिस्तान के बहु - सांस्कृतिक ताने - बाने पर हमला है। ’’  उन्होंने कहा कि ‘‘ दुख की इस घड़ी ’’ में भारत अफगानिस्तान सरकार की हर संभव मदद को तैयार है।  मोदी ने कहा, ‘‘ मेरी संवेदनाएं पीड़ित परिवारों के साथ हैं। मैं घायलों के जल्दी स्वस्थ होने की कामना करता हूं। दुख की इस घड़ी में भारत अफगानिस्तान सरकार की मदद को तैयार है। ’’  अफगानिस्तान के जलालाबाद में कल हुए आत्मघाती हमले में हिन्दुओं और सिखों सहित कम से कम 19 लोग मारे गये हैं। 

बीस घंटे बाधित रहा दिल्ली-मुम्बई रेल यातायात

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रतलाम (मध्यप्रदेश), दो जुलाई, ) दिल्ली-मुम्बई रेलवे लाइन पर रतलाम-गोधरा खण्ड में बजरंगगढ़-थांदला स्टेशन के बीच एक पुल पर रेल पथ के आसपास कल रात गिट्टी खिसकने से रेल यातायात करीब 20 घण्टे तक बाधित रहा। रतलाम रेल मण्डल के जनसम्पर्क अधिकारी जे.के. जयंत ने आज बताया, ‘‘बजरंगगढ़-थांदला स्टेशन के बीच ब्रिज क्रमांक 178 पर रेल पथ के आसपास गिट्टी खिसकने से इस मार्ग पर रेल यातायात करीब 20 घण्टे तक बाधित रहा।’’ उन्होंने कहा कि गिट्टी खिकसने की सूचना मिलते ही इस मार्ग पर रेल यातायात कल रात सात बजे से बंद कर दिया गया था। जयंत ने बताया कि इस ब्रिज के कमजोर होने की जानकारी उस समय मिली जब इंदौर-पुणे एक्सप्रेस वहां से गुजरने वाली थी। रेल प्रशासन ने सूचना मिलते ही इस ट्रेन को रूकवाया। उन्होंने कहा कि मरम्मत के बाद कल रात 11 बजे इंजन से ट्रॉयल किया, लेकिन सफलता नहीं मिली। इंजन गुजरने के दौरान भी गिट्टी धंसती नजर आई तो प्रशासन ने सभी ट्रेनों को डाउनलाइन से निकालने का निर्णय लिया। इस दौरान दाहोद से चलने वाली मेमू ट्रेन को निरस्त कर दिया गया और रतलाम से निकली मेमू को पंच पिपलिया स्टेशन से वापस लौटा दिया गया। जयंत ने बताया कि सोमवार को डाउनलाइन से यातायात निकाले जाने के कारण अधिकांश ट्रेनें आधे घण्टे विलम्ब से चली। आज दोपहर 3.30 बजे इसे चालू कर दिया। इससे पूर्व इस लाइन से गुजरने वाली मेमू ट्रेनें निरस्त कर दी गई। वहीं कई अन्य ट्रेनों में भी देरी हो गई।
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