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दुमका : बाबा के भक्तों की सेवा से आत्मा तृप्त हो जाती है : बासुकीनाथ सेवा समिति

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दुमका (अमरेन्द्र सुमन) पिछले 27 वर्षों से जलार्पण के लिये बासुकिनाथ पहुँच रहे श्रद्धालुओं की तन-मन-धन से सेवा कर रही बासुकीधाम सेवा समिति प्रति वर्ष की तरह इस वर्ष भी काफी उत्साहित हे। झारखंड के महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों में से एक बासुकीनाथ धाम में पूरे एक माह तक श्रद्धालुओं की लम्बी कतार बनी रहती है। पूरी आस्था के साथ भक्त बाबा पर जलापर्ण करें इसके लिए जहाँ एक ओर जिला प्रशासन ने पर्याप्त व्यवस्थाएं कर रखी हैं वहीं दूसरी ओर कई सामाजिक संगठनों द्वारा भक्तों की सेवा की जा रही है। बासुकीनाथ सेवा समिति उनमें से एक है। श्रद्धालुओं को सेवा में तत्पर आमजनों की तत्परता से मुश्किलें और भी आसान हो जाती हैं। बासुकीनाथ सेवा समिति के कमल किशोर का कहना है- बाबा के भक्तों की सेवा में जो आंनद है वह कही और नहीं। भक्तों की सेवा से आत्मा तृप्त हो जाती है। अध्यक्ष राजेश खेतान, उपध्याक्ष होसिवारी मल अग्रवाल, विजय कुमार अग्रवाल व सचिव कमल किशोर केजरीवाल का कहना है समिति द्वारा आयोजित निःशुल्क भोजन शिविर में बाबा के भोजन करते है, समिति की सबसे बड़ी पूजा यही है। 27 वर्षों से समिति निरंतर प्रत्येक वर्ष पूरे माह तक श्रद्धालुओं को निःशुल्क भर पेट भोजन कराती आ रही है। सेवा करने के और भी तरीके हैं, श्रद्धालुओं को भोजन कराना ही क्यों चुना ? जबाव में समिति के कमल किशोर कहते हैं वर्ष 1990 की बात है। श्रावणी माह में वे बाबा के दरबार पहुँचे थे। जलार्पण के बाद भोजन की इच्छा हुई। एक स्थान पर भोजन किया और शुल्क के रुप में दूकानदार को 70 रुपये दिए। उनकी भूख किन्तु इससे नहीं मिटी। उन्होंने महसूस किया कि उनके पास पैसे थे तो उन्होंने भोजन के पैसे दे दिये किन्तु बाबा के कई भक्त ऐसे भी होंगे जिनके पास इतने पैसे नहीं रहते होंगे, ऐसी स्थिति में वे तो भूखे ही लौट जाते होंगे इस पवित्र धरा से। उसी दिन निर्णय लिया कि भूखांे को वे भरपेट भोजन कराऐंगे। उसी निर्णय का परिणाम है कि प्रति वर्ष बिना किसी भेदभाव के भक्तों की सेवा में यह समिति लगी। उनका कहना है जिला प्रशासन का सहयोग लगातार समिति को मिल रहा है। उनका कहना है पूरे माह तक तकरीबन एक लाख श्रद्धालुओं को निः शुल्क भोजन कराती है हमारी समिति। भविष्य में श्रद्धालुओं को और भी सुविधा उपलब्ध कराने की बात समिति के सदस्य कहते हैं।  मेला के आठवें दिन दर्शनार्थियों की कुल संख्या 64, 224 रहीः मेला के आठवें दिन संध्या 4 बजे तक दर्शनार्थियों की कुल संख्या 64, 224 रही। दर्शनार्थी 53746 व जलार्पण कांउटर से 10, 478 श्रद्धालुओं ने बाबा पर जलार्पण किया। 1, 401 श्रद्धालुओं ने शीघ्र दर्शनम के माध्यम से जलार्पण किया। दिन शनिवार को गोलक से 53, 290 रुपये की प्राप्ति हुई।  अन्य स्त्रोत से 7, 258 की राशि प्राप्त हुई। 5-5 ग्राम के कुल 14 व 10-10 ग्राम के कुल 33 चाँदी के सिक्कों की बिक्री हुई। गोलक से 75 ग्राम चाँदी प्राप्त हुआ। राजकीय श्रावणी मेला महोत्सव 2018 में स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगाये गये विभिन्न चिकित्सा शिविरों में दिन शनिवार को  कुल 2, 323 श्रद्धालुओं का निःशुल्क चिकित्सा कराया गया। 20 शय्या वाले वातानुकूलित टेन्ट अस्पताल बासुकिनाथ में 333, मुख्य प्रशासनिक शिविर में 737, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र जरमुण्डी में 62, प्राथामिक स्वास्थ्य केन्द्र तालझारी में 149, स्वास्थ्य शिविर सहारा में 36, राजस्व तहसील कचहरी बासुकिनाथ मंे 182, रेलवे स्टेशन बासुकिनाथ में 68, कांवरियां केम्प बोगली में 103, कांवरियां केम्प मोतीहारा में 76, कांवरियां केम्प सुखजोरा में 97, स्वास्थ्य उपकेन्द्र बासुकिनाथ में 86, स्वास्थ्य शिविर सिंह द्वार में 250 व मेडिकल मोबाईल यूनिट में 52 श्रद्धालुओं की चिकित्सा व्यवस्था करायी गई। 776 लोगों को वैक्सिन इस दौरान दिये गय हुआ। े। 

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर 05 अगस्त

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कहानी सच्ची है : योजना हुनर को चहुंओर फैला रहीं

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मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना चिकित्सको के हुनर को भी पंख लगा रही है। विदिशा नगर में नेत्र रोग विशेषज्ञ डाॅ रूपाली की महत्वकांक्षा को योजना ने पूरा किया है। एमबीबीएस करने के उपरांत दो वर्ष के फेलाशिप हाॅस्पिटल के माध्यम से निजी अस्पताल में चार वर्ष तक सेवाएं देने के फलस्वरूप अपना वजूद नही बना पाई। इस हीन भावना को मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना ने दूर किया है। हितग्राही डाॅ रूपाली ने आंखो के अस्पताल में आवश्यक उपकरणों ओपीडी और आपरेशन थियेटर समेत अन्य सामग्री की पूर्ति के लिए परियोजना ऋण राशि एक करोड़ रूपए का लोन लिया है। डाॅ रूपाली बताती है विदिशा मेरा गृह जिला होने के कारण आंखो के मामलों में वो सुविधाएं नही थी जो मैट्रो सिटी में रहती है मैंने अपनी विधा के माध्यम से जिले में उन सुविधाओं को देने का प्रयास किया है जिसका सापेक्षित परिणाम परलिक्षित होने लगा है मुझे हर माह छह से सात लाख रूपए की आमदनी हो रही है जिसमें एक लाख तीस हजार रूपए की प्रीमियम किश्त वित्त पोषित विजया बैंक में जमा कर रही हूं। फोर साइड नेत्र निकेतन के नाम से संचालित नेत्रालय नगर के मुख्य मार्ग पर सर्किट हाउस के पास स्थित है। हितग्र्राही डाॅ रूपाली बताती है कि योजना ने उनकी महत्वकांक्षा को पूरा ही नही किया बल्कि 15 लोगों को रोजगार देने में मुझे सक्षम बनाया है। मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना हम वरदान साबित हुई है।

कहानी सच्ची है : योजना ने पिता के व्यवसाय को आगे बढाने मंे मदद की

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एसएटीआई विदिशा से एमबीए पास आउट श्री जुजर अली खाॅन ने पिता के व्यवसाय को आगे बढाने के लिए प्रयास किए। इन प्रयासो को मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना ने सफलता की ओर मुखातिर किया है। हितग्राही जुजर अली खाॅन ने जूता निर्माण कारखाना परियोजना के लिए 18 लाख का ऋण स्वीकृत होने के उपरांत विदिशा नगर में न्यू बस स्टेण्ड के पास स्वंय का जूता निर्माण कारखाना स्थापित किया और अन्य बेरोजगारों को रोजगार से जोड़ा है। हितग्राही जुजर अली खान ने बताया कि कारखाने में जूता निर्माण के लिए राॅ मटेरियल देहली इन्दौर से क्रय किया जा रहा है। प्लास्टिक के जूते निर्माण में अधिकतम 50 से 60 रूपए की लागत आती है। विदिशा जिले के हाट बाजारो के अलावा अन्य जूता विक्रय के प्रतिष्ठानों में सीधे कारखाने से सप्लाई की जा रही है। विदिशा जिले में बनने वाले जूते सागर, दमोह, भोपाल जैसे शहरों में सप्लाई हो रहे है। हितग्राही ने बताया कि तमाम खर्चो के उपरांत प्रत्येक माह 30-32 हजार की आमदनी हो रही है। हितग्राही श्री जुजर अली खाॅन ने अपने जूता निर्माण के लिए ब्रांड वैल्यू बनाने के लिए प्रयासरत है। श्री खाॅन ने बताया कि एमबीए करने के बाद निजी कंपनियों में नौकरी की, बासौदा के प्रायवेट स्कूल में बच्चों को पढाने का काम किया। इन सबके बावजूत मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना ने मुझे आत्म सम्मान पहुंचाया है जहां मैं स्वंय का रोजगार संचालित कर दूसरों को रोजगार दे रहा हूं।

कहानी सच्ची है : योजना ने आमदनी और पर्यावरण में की वृद्वि

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उद्यानिकी विभाग की योजना से लाभांवित हितग्राही शक्ति सिंह तोमर ने अपनी आमदनी बढाने का जरिया बनाया वही उनके कार्य पर्यावरण को समृद्व कर रहे है। विदिशा जिले में ग्राम सहायक के हितग्राही श्री शक्ति सिंह ने जहंा पहले पाॅली हाउस योजना के तहत स्थापित कराई और टेªक्टर बिथ रोटावेटर उद्यानिकी विभाग की यंत्रीकरण योजना तहत आधी राशि देकर प्राप्त किया है। हितग्राही शक्ति सिंह बताते है कि अखबारों में पाॅली हाउस की फोटो देखकर मन में पाॅली हाउस लगाने का विचार आया। इस कार्य को उद्यानिकी विभाग की योजना ने पूरा किया है वर्ष 2015 में पाॅली हाउस एक एकड़ में स्थापित कराया गया। प्रथम वर्ष में ही टमाटर, ककडी से साढे चार लाख रूपए की आमदनी हुई। ग्राम सायर में ही सात बीघा में उनके द्वारा उद्यानिकी फलोद्यान के तहत आम, अमरूद, चीकू की उन्नत वैरायटी के पौधे लगाए गए थे जो अब फल दे रहे है। पाॅली हाउस और फलोद्यान के बीच की भूमि में निदाई करने के लिए छोटे टेªक्टर की आवश्यकता महसूस हो रही थी ऐसे समय पुनः उद्यानिकी विभाग की योजना सहारा बनी और मुझे आधे अनुदान अर्थात डेढ लाख रूपए में टेªक्टर क्रय किया है। हितग्राही श्री शक्ति सिंह तोमर का कहना है कि किसानों की आमदनी दुगनी कैसे हो को मेरे द्वारा योजनाआंे के माध्यम से सार्थक किया है जहां एक ओर मेरी आमदनी में बढोतरी हुई हो वही मेरे द्वारा पर्यावरण को बढावा दिया जा रहा है। उनका कहना है कि किसान भाई अपनी मेढो पर फलदान पौधे भी लगाए जिससे ‘‘आम के आम गुठली के दाम’’ कहावत सार्थक हो सकें। 

कहानी सच्ची है : योजना से सक्षम हुई श्रीमती नीतू जैन

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मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना ने गृहणी श्रीमती नीतू जैन को व्यवसाय के क्षेत्र में सक्षम बनाया है। हितग्राही श्रीमती नीतू जैन का कहना है कि पति अरविन्द जैन के बिजनेस में हाथ बंटाऊ इस ओर प्रयासरत रहती थी ऐसे समय जिला उद्योग और व्यापार केन्द्र के माध्यम से युवा उद्यमी योजना ने मेरे प्रयास को पंख लगाए है। योजनातंर्गत एसबीआई विदिशा की शाखा ने साठ लाख रूपए का ऋण सौरटेक्स मशीन स्थापित करने हेतु प्रदाय किया है। मशीन स्थापित हो जाने से गेहूं को साफ कर पूरे प्रदेश में पैकिंग के उपरांत सप्लाई करने का कार्य प्रति की मदद से कर रही हूं। हितग्राही नीतू जैन बताती है कि आज वे ओर उनके पति दोनो मिलकर बिजनैस को संभाल रहे है। यूनिट के माध्यम से आठ लोगो को रोजगार भी मुहैया कराया गया है। वर्तमान में उनके द्वारा जैन एग्रो इन्दुस्त्री नाम से फर्म रजिस्टर्ड कर उसके माध्यम से अपने व्यवसाय को बढा रही है। हितग्राही का कहना है कि वर्तमान में लगभग एक करोड से भी ज्यादा का टर्न ओवर कर रही है। भविष्य में फ्लोर मिल खोलने की मंशा है।

कहानी सच्ची है : लोक सेवा गारंटी की मदद कारगार साबित हुई

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आमजनों की चिन्हित मूलभूत समस्याओं के प्राप्त आवेदनों का लोक सेवा गारंटी केन्द्रो के माध्यम से अविलम्ब निदान किया जा रहा है वही ऐसे मामलो मंे भी मदद कर रही है जिनके आवेदन दर्ज नही है। लोक सेवा गारंटी केन्द्र के जिला प्रबंधक श्री अमित अग्रवाल को सूचना मिली की लटेरी तहसील में आनंदपुर ग्राम के कृषक गजराज सिंह ने 59 क्ंिवटल गेहूं बेचा था किन्तु उनके खाते में बोनस की राशि अब तक नही आई थी। गजराज सिंह के पुत्र ने जिला प्रबंधक से चर्चा की और वस्तुस्थिति से अवगत कराया। जिला प्रबंधक की पहल पर इस बात का पता लगाया गया कि गजराज सिंह के खाते में अब तक राशि क्यों नहीं पहंुची उक्त त्रुटि सेम नाम के दो हितग्राही होने के कारण राशि दूसरे के खाते में जमा हो गई थी ऐसे समय काॅ-आपरेटिव बैंक के सीईओ द्वारा भी पूर्ण सहयोग प्रदाय करने पर 18 अपै्रल को दूसरे के खाते में जमा की गई राशि वापिस आहरण कर आवेदक गजराज सिंह के बैंक खाते में जमा कराई गई है। इस कार्य में लोक सेवा गारंटी केन्द्र के मैनेजर ने सभी संबंधितों से जीवंत सम्पर्क बनाकर कृषक गजराज सिंह के खाते में 11 हजार आठ सौ रूपए की राशि पहुंचाने में मदद की है। गजराज सिंह और उनके पुत्र प्रशासन के इस कृत्य के प्रति आभार व्यक्त करने से नही चूक रहे है। पिछले दो ढाई महीने से इधर उधर भटक रहे थे किन्तु सही जगह बात पहुंचने पर दो दिन में पूरी कार्यवाही हो गई। 

स्वीप गतिविधियों पर मीडिया संवाद बुधवार को

निर्वाचन गतिविधियों को बढावा देने और सभी मतदाता अपने मतो का प्रयोग स्वेच्छा, निर्भीकता से करंे का संदेश मतदाताओं तक सुगमता से पहुंचाने के लिए स्वीप के माध्यम से क्रियान्वित गतिविधियों से अवगत कराने हेतु बुधवार आठ अगस्त को एक दिवसीय मीडिया कार्यशाला का आयोजन किया गया है। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह मीडियाकर्मियों से परिचर्चा करेंगे। उक्त आयोजन कलेक्टेªट के सभाकक्ष में आठ अगस्त की प्रातः 11.30 बजे से आयोजित किया गया है। सभी मीडियाबंधुओ से आग्रह किया गया है कि कार्यशाला में शामिल होकर स्वीप गतिविधियों को बढावा देने में सारगर्भित सुझावों से अवगत कराते हुए प्रचार प्रसार में योगदान दें।

आर्थिक मदद जारी

कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने हिट एण्ड रन के एक प्रकरण में मृतक के परिजन को आर्थिक मदद के आदेश जारी कर दिए है। जारी आदेश में उल्लेख है कि ग्राम कांकरखेडी कला रोड पर वाहन क्रमांक एमपी04 पीए 2869 की टक्कर से कुरवाई तहसील के ग्राम सकोली निवासी गजेन्द्र सिंह की मृत्यु हो जाने पर मृतक के पुत्र हल्केनाथ को 15 हजार रूपए की आर्थिक सहायता राशि स्वीकृति के आदेश जारी किए गए है। क्षेत्र के तहसीलदार को निर्देश दिए गए है कि आदेश का पालन कर की गई कार्यवाही से अवगत कराएं। 

मेधावी विद्यार्थी योजना से 947 लाभांवित 

मुख्यमंत्री जन कल्याण योजना के अंतर्गत मेधावी विद्यार्थी योजना से जिले की नौ महाविद्यालयों के कुल 947 विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा प्राप्ति हेतु बीस लाख 95 हजार 629 फीस माफ की गई है। शासकीय कन्या अग्रणी महाविद्यालय विदिशा के प्राचार्य श्री एम प्रसाद ने बताया कि लाभांवित होने वाले विद्यार्थियों में 753 छात्राएं और 194 छात्र शामिल है। महाविद्यालयवार मेधावी विद्यार्थी योजना में लाभांवित विद्यार्थियों की जानकारी इस प्रकार से है। शासकीय कन्या अग्रणी महाविद्यालय विदिशा में 380 छात्राओं की कुल फीस दस लाख 53 हजार 940 रूपए, इसी प्रकार शासकीय एसजीएस महाविद्यालय गंजबासौदा मेें 32 छात्र एवं 56 छात्राएं कुल 88 विद्यार्थियों की दो लाख 47 हजार छह सौ रूपए, सु शर्मा शासकीय कन्या महाविद्यालय गंजबासौदा में 48 छात्राओं की 98 हजार सात सौ रूपए, शासकीय एलबीएस महाविद्यालय सिरोंज में 70 छात्र एवं 147 छात्राएं इस प्रकार कुल 217 विद्यार्थियों की चार लाख 25 हजार 867 रूपए, शासकीय महाविद्यालय कुरवाई में 34 छात्र और 77 छात्राएं इस प्रकार कुल 111 विद्यार्थियों की एक लाख 42 हजार 169 रूपए, शासकीय महाविद्यालय शमशाबाद में 13 छात्र 19 छात्राएं कुल 32 विद्यार्थियों की 39 हजार 296 रूपए, शासकीय महाविद्यालय लटेरी में 24 छात्र 23 छात्राएं सहित कुल 47 विद्यार्थियों की 59 हजार 916 रूपए, शासकीय महाविद्यालय विदिशा मेें 20 छात्र एवं एक छात्रा सहित कुल 21 विद्यार्थियों की 24 हजार 918 रूपए, शासकीय महाविद्यालय नटेरन में मुख्यमंत्री जन कल्याण (संबल) योजना के तहत तीन विद्यार्थियों को मेधावी विद्यार्थी योजना से लाभंावित किया गया है। उक्त तीनों विद्यार्थियों की कुल फीस तीन हजार 222 रूपए माफ की गई है। 

हड्डी रोग एवं कैंसर रोग शिविर का आयोजन

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दिनाँक 5 अगस्त को सेवा भारती श्रीकृष्ण कालोनी में हड्डी रोग एवं कैंसर रोग शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ विशाल बंसल द्वारा 34 मरीजों की जांच की गई एवं 10 मरीजों को ऑपरेशन की सलाह दी गई एवं कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ महेंद्र पाल सिंग भोपाल द्वारा 8 मरीजों की जांच की गई एवं ऑपरेशन की सलाह दी गई।इस शिविर में डॉ प्रकाश पीतलिया, डॉ जी के माहेश्वरी, डॉ अनिल महेन्द्रा, एस वी गवाहलेकर,एम एल तायल,बी डी मंत्री, राजीव भार्गव,इंद्रपाल गुलाटी,अजय टण्डन,शिखरचंद जैन,भगवान गुरु, शशिकांत चतुर्वेदी आदि लोगों ने सहयोग दिया।

झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर 05 अगस्त

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जिला बाल कल्याण समिति पहुंची कुपोषित बच्चों के बीच, चिकित्सक से चर्चा कर बच्चों के स्वास्थ्य के बारे में जाना
  • एक बच्ची की माता जीवित ना होने पर फास्टर केयर योजना का लाभ देने के लिए की सिफारिष

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झाबुआ। जिला बाल कल्याण समिति झाबुआ (सीडब्ल्यूसी ज्यूडिषयल बेंच) द्वारा रविवार को दोपहर 12 बजे जिला चिकित्सालय पहुंचकर यहां कुपोषित वार्ड एवं चिल्ड्रन वार्ड का निरीक्षण किया गया एवं यहां बच्चों को मिल रहीं सुविधाओं के बारे में जानकारी प्राप्त की। समिति की अध्यक्ष निवेदिता सक्सेना एवं यषवंत भंडारी तथा गोपालसिंह पंवार ने इस दौरान कुपोषित बच्चों की माताओं से चर्चा की एवं उन्हें स्वास्थ्य के बारे में डूयटी पर कार्यरत कर्मचारियों एवं उनकी माताओं से चर्चा कर जानकारी प्राप्त की। समिति के पदाधिकारी एवं सदस्य पहले जिला चिकित्सालय के द्वितीय तल पर स्थित कुपोषण वार्ड में पहुंचे। जहां कुपोषित बच्चों की माता से चर्चा करते हुए उनसे पूछा गया कि वार्ड में उन्हें स्वास्थ्य विभाग की ओर से समुचित सुविधा मिल रहीं है, या नहीं। कुपोषित बच्चों को मीनू अनुसार समय पर भोजन, उनका उपचार एवं देखरेख आदि किया जा रहा है, या नहीं। इस दौरान वार्ड में पदस्थ नर्सेस ने समस्या बताते हुए कहा कि वार्ड की छत एवं दीवारांे से तृतीय तल पर सफाई कार्य एवं बारिष के दौरान पानी टपकता है, इस कारण जिस हिस्से से पानी टपकता है, वहां बच्चों को बेड पर नहीं सुला पाते है, वह बेड खाली पड़े रहते है। इस पर सीडब्ल्यूसी की टीम ने निरीक्षण के दौरान उपस्थित चिकित्सक डाॅ. जितेन्द्र बामनिया से कहा कि वे लोक निर्माण विभाग को संपर्क कर तत्काल रिपेयरिंग कार्य करवाएं। इसके साथ ही यहां बच्चों के किए जा रहे उपचार एवं उनके स्वास्थय की प्रगति रिपोर्ट (भर्ती कार्ड) का भी सदस्य श्री भंडारी द्वारा सूक्ष्म निरीक्षण किया गया।

एक बच्ची की ली जिम्मेदारी
इसके बाद चिल्ड्रन वार्ड के निरीक्षण के दौरान यहां तीन गंभीर रूप से तीन कुपोषित बच्चे, जिन्हें विषेष उपचार हेतु चिल्ड्रन वार्ड में भर्ती किया गया था, उनकी माताओं से चर्चा कर उनके स्वास्थय पर अधिक ध्यान देने की बात कहीं। इस दौरान ग्राम करड़ावद बड़ी निवासी वेस्ती पिता कालू मेड़ा उम्र 9 माह भर्ती थी, जिसे उसके निकटतम रिष्तेदार द्वारा यहां भर्ती बुखार एवं उल्टी-दस्त की षिकायत होने पर एडमिट किया गया था। बच्ची के रिष्तेदार से चर्चा करने पर बताया कि उसका मां का निधन हो चुका है, इसलिए वर्तमान में वह उसकी देखरेख कर रहीं है। इस पर समिति ने उक्त बालिका को फास्टर केयर योजना के तहत लाभ प्राप्त हो तथा इसके भरण-पोषण जो परिवार कर रहा है, उसे आर्थिक मद्द मिले, की कार्रवाई हेतु सामाजिक कार्यकर्ता को प्रकरण बनाकर समिति के समक्ष प्रस्तुत करने के निर्देष देने की बात कहीं।

मां का दूध जरूर पिलाएं
समिति द्वारा कुपोषित बच्चों के वार्ड में उपस्थित सभी माताओं को एकसाथ बुलाकर उनके बच्चों के संबंध में विषेष ध्यान रखने की बात कहते हुए कहा कि यहां उपस्थित दो वर्ष तक के बच्चों को मां स्वयं अपना दूध अवष्य पिलाएं, क्योंकि मां के दूध से बच्चों में रोग प्रतिरोधात्मक क्षमता में वृद्धि होती है तथा उनका स्वास्थ्य जल्दी ठीक होता है।

सफाई में पाई कमी
कुपोषित बच्चों के वार्ड के निरीक्षण के दौरान समिति ने पाया कि यहां की फर्षों पर फिनाईल आदि से पोता नहीं लगाने के कारण फर्ष चिपचिपी रहती है। साथ ही कक्ष के बाहर फैली दुर्गंध का असर कक्ष के अंदर भी आ रहा था। जिसे दूर करने के निर्देष जिला चिकित्सालय के उपस्थित स्टीवर्ट को दिए। कुपोषित बच्चों के स्वास्थय के संबंध में डाॅ. जितेन्द्र बामनिया ने कहा कि यहां आने के दो दिन बाद से कुपोषित बच्चों के स्वास्थय में सुधार शुरू हो जाता है तथा उन्हें जो डाइ्र्रट दी जाती है, इससे उनका वनज बढ़ने लगता है तथा 10 दिनों के भीतर बच्चा स्वस्थ दिखाई देने लगता है, परन्तु डिस्चार्ज होने के पश्चात् घर पहुंचने पर पुनः उसे पर्याप्त एवं पोष्टीक आहार नहीं मिलने के कारण बच्चें पुनः कुपोषण के षिकार होने लगते है। इस बात को समिति ने गंभीरता से दृष्टिगत रखते हुए संबंधित ग्राम के आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को कुपोषित बच्चों के लिए विषेष ध्यान देने के संबंध में निर्णय लेने की बात कहीं।

उत्‍तरप्रदेश के परिवहन मंत्री द्वारा झाबुआ जिले के पेदलावद में दिये गए बयानों पर जिला कांग्रेस ने की कड़े शब्‍दों में निंदा

झाबुआ । भाजपा के राष्‍ट्रीय नेतृत्‍व द्वारा कांग्रेस पार्टी के वरिष्‍ठ नेता, पूर्व केन्‍द्रीय मंत्री एवं क्षेत्रीय सांसद कांतिलाल भूरिया की कांग्रेस की समर्पित परंपरागत संसदीय सीट के लिए नियुक्‍त उत्‍तरप्रदेश के परिवहन मंत्री स्‍वतंत्र सिंह के झाबुआ जिले के पेदलावद नगर प्रवास के दौरान मिडिया को दिये गए वक्‍तव्‍य पर जिला कांग्रेस कमेटी ने कड़े शब्‍दों में निंदा करते हुए उन्‍हें अपने बयान वापस लेने की मांग की है। परिवहन मंत्री ने मिडिया के सांसद कांतिलाल भूरिया के विरूद्ध जो ओछी बयानबाजी कर अपने आपको झाबुआ जिले में अपनी ओछी व छिछोली मानसिकता का ही परिचय दिया है। जिला पंचायत अध्‍यक्ष सुश्री कलावती भूरिया, जिला कांग्रेस अध्‍यक्ष निर्मल मेहता, जिला कांग्रेस उपाध्‍यक्ष डॉ.विक्रांत भूरिया, पूर्व विधायक वीरसिंह भूरिया, वालसिंह मेडा़, जेवियर मेडा, कांग्रेस नेता रमेश डोशी, हनुमंतसिंह डाबड़ी, नगीन शाह, रूपसिंह डामोर, जिला प्रवक्‍ता हर्ष भट्ट, आचार्य नामदेव, साबीर फिटवेल, लोकसभा युवक कांग्रेस अध्‍यक्ष आशीष भूरिया एवं जिला कांग्रेस के पदाधिकारियों ने संयुक्‍त विज्ञप्ति जारी कर कहा कि जो व्‍यक्ति उत्‍तरप्रदेश के काल्‍पी विधानसभा क्षेत्र के वर्ष 2012 में संपन्‍न हुए विधानसभा चुनाव बतौर भाजपा प्रत्‍याशी के रूप में अपनी साख व जमानत भी नहीं  बचा सका हो जो प्रधानमंत्री व भाजपा के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष अमित शाह से उनकी नजदिकीयां होने के कारण वर्ष 2015 में नियुक्‍त प्रभार वाले प्रदेश बिहार-विधानसभा चुनाव में भाजपा की करारी हार करा चुका हो और वर्ष 2017 में उत्‍तरप्रदेश विधानसभा चुनाव में पराजय के भय से चुनाव लड़ने की हिम्‍मत न जुटा पाया हो वह मध्‍यप्रदेश सरकार एवं क्षेत्रीय भाजपा विधायकों की नाकामयाबी को छुपाने के लिए और कौन-कौन से तरीके अपनाएंगे यह चर्चा का विषय बन गया है। जिला पंचायत अध्‍यक्ष सुश्री कलावती भूरिया ने कहा कि भाजपा के तथा कथित नेता सत्‍ता के मद में चुर होकर अर्नगल व बैसिरपैर की बयानबाजी पर उतर आये है उन्‍हें न तो राजनीति का ज्ञान है और न ही क्षेत्र की राजनैतिक स्थितियों का। वे केवल भाजपा के चाटुकार नेताओं जो स्वयं तो कोई बयान बाजी नही करते है केवल अपना स्‍वार्थ सिद्ध करने के लिये उत्‍तरप्रदेश के परिवहन मंत्री को मन घंडंत सुचनाएं देकर ऐसी ओछी व निम्‍न कोटी की बयान बाजी करवाकर केवल अपनी ओछी मानकिसता का परिचय देते है तथा भाजपा की नाकामयाबी को छुपाकर अपनी उपलब्धियों को गिनाने की बजाय कांग्रेस नेताओं के खिलाफ अनरगल बयानबाजी कर जनता को गुमराह करने का प्रयास करने में लगे हुए है। उन्‍हें न तो आम जनता से कोई लेना देना है। सुश्री भूरिया ने कहा कि सांसद कांतिलाल भूरिया जो इस संसदीय क्षेत्र के विकास पुरूष है तथा राष्‍ट्रीय स्‍तर के आदिवासी नेता है। ऐसे में स्‍वतंत्र सिंह द्वारा दिये गए बयानों का कोई आधार नहीं है और वे अपनी बचकानी हरकतों से भी बाज नहीं आ रहे है। प्रदेश एवं संसदीय क्षेत्र की जनता सांसद भूरिया द्वारा किए गए विकास कार्यों से भलीं-भांति परिचित है तथा वे हमेशा इस क्षेत्र के विकास हेतु विपक्ष में रहते हुए भी आवाज उठाते रहते हैं। आज कई बड़ी योजनाएं उनके द्वारा किए गए प्रयास से जिले में विकास को दर्शा रही है जबकि भाजपा ने जिले में जनता एवं क्षेत्र का विकास तो नहीं किया वरन नेताओं ने अपना व अपने परिवार का जरूर किया है। जो भाजपा के जनप्रतिनिधि व नेता साईकिलों पर घुमा करते थे वे आज बड़ी-बड़ी महंगी गाडियों में घुम रहे हैं। चुनाव नजदीक आने पर वे कांग्रेस के जनप्रतिनिधियों के खिलाफ अनरगल बयानबाजी कर जनता को भ्रमित करने का प्रयास कर रहे है। जनता चुनाव में उन्‍हें पूरी तरह नकार कर इसका जवाब देगी। जिला कांग्रेस अध्‍यक्ष निर्मल मेहता ने स्‍वतंत्र देव पर तंज कसते हुए कहा कि वे 11 माह बाद अब झाबुआ जिले के प्रवास पर आए हुए है लगता है अब वे चुनाव के बाद ही झाबुआ जिले के प्रवास पर आवें। मेहता ने स्‍वतंत्रदेव के बयान ‘’कांग्रेस पार्टी नहीं व्‍यापार है और उन्‍होंने बीजेपी को मिशन बनाया है’’ पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस 135 वर्ष पूरानी पार्टी है। देश के स्‍वतंत्रता आंदोलन में भाजपा का कोई आस्‍तित्‍व ही नहीं था। कांग्रेस ने देश व प्रदेश में अनेक वर्षों तक सेवा की है व देश की अखण्‍डता व एकता के लिए जो बलिदान किया है उसे आज पूरा विश्‍व जानता है जबकि भाजपा ने ऐसा कोई कार्य नहीं किया जिसकी उपलब्धि पर वह गर्व कर सके। डॉ.विक्रांत भूरिया ने भाजपा नेताओं पर प्रश्‍न करते हुए कहा कि भाजपा नेताओं द्वारा कांग्रेस नेताओं पर ओछी बयानबाजी करने पर वे जनता के बीच क्‍या संदेश देना चाहते है यह समझ से परे है। आज जबकि प्रदेश एवं जिले में कानून व्‍यवस्‍था पूरी तरह ध्‍वस्‍त हो गई है वहीं प्रदेश की जनता महंगाई, बेरोजगारी जैसे मुद्दों से आक्रोशित है। सड़कों की हालत एक बारिश में ही नदियों जैसी हो जाती है। देवझिरी से झाबुआ तक की रोड़ एवं कल्‍याणपुरा से झाबुआ तक की रोड पिछले 2 वर्षों में भी नहीं बन पाई है। ठेकेदार बार-बार भाग रहे है किंतु शासन-प्रशासन न तो उन्‍हें हटा पा रहा है और न ही कोई वैकल्पिक व्‍यवस्‍था हो पा रही है। आम नागरिकों का इन रास्‍तों से आना-जान जान जोखिम में डालने जैसा है। जिले में ऐसी दुर्दशा है तो ग्रामीणों की स्थिति क्‍या होगी। आज ग्रामीणजन गंदा पानी पीने को मजबूर है। पढ़ाई के लिए स्‍कुलों में शिक्षकों का अभाव है। डॉक्‍टर के अभाव में ग्रामीण क्षेत्र के मरीजों को अन्‍यत्र भटकना पड़ता है।जिला कांग्रेस ने स्‍वतंत्र सिंह को भूरिया जी से माफी मांगकर अपने वकतव्‍य वापस लेने की मांग की है अन्‍यथा जिला कांग्रेस मजबूर होकर भाजपा सरकार का विरोध करेगी।

राजपूत महिला क्लब ने श्रावण मास एवं फ्रेंडषीप डे मनाया, समधुर भजनों पर किया नृत्य

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झाबुआ। श्रावण मास में प्रकृति जिस प्रकार हरियाली की चादर ओढ़ लेती है और चारो तरफ एक नवजीवन का सृजन आरंभ हो जाता है। इसी क्रम में राजपूत महिला क्लब झाबुआ द्वारा स्थानीय रामकृष्ण नगर में हरियाली थीम पर कार्यक्रम का आयोजन रखा गया। जिसमें महिलाओं ने ग्रीन डेªस पहनकर हिस्सा लिया तथा इस दौरान फें्रडषीप-डे भी मनाया और श्रावण मा के गीत, भजन संगीतमय प्रस्तुत किए। महिलाओं ने श्रावण माह के प्रसिद्ध भजन ‘षंकर भोलेनाथ है, हमारा-तुम्हारा ..., महांकाल की नगरी में जन्म दुबारा ... तथा झूला ब्रज का देखूंगा ..., सावन आया .... मस्ती लाया .... जैसे समधुर भजन गाकर उन पर नृत्य भी किया। बाल कृष्णजी को झूले में विराजित कर उन्हें झूलाकर सावन का आनंदमय तरीके से स्वागत किया गया। इस अवसर पर राजूपत महिला क्लब की स्भी महिलाओं ने सामूहिक रूप से अच्छी बारिष के साथ सभी की उन्नति के लिए भगवान से प्रार्थना भी की।

ये थी उपस्थित
इस अवसर पर राजपूत महिला क्लब की सुश्री रूक्मणी वर्मा, शोभा राठौर, कमला सोलंकी, अनिता चैहान, साधना चैहान, अनिता पंवार, राजेश्री परमार, अनिता बेस, हेमा परमार, माधुरी तोमर, सुषीला गेहलोद, सीमा गेहलोद, भारती राठौर, राखी सिसौदिया, सुभद्रा चैहान, ज्योत्सना चैहान, लता चैहान संतोष ठाकुर, साधना सोलंकी आदि उपस्थित थी।

श्रद्धा और तर्क पर पूज्य साध्विजी ने धर्मसभा में विज्ञान सम्मत तर्क दिये
  • प्रतिदिन हो रहे प्रवचन में श्रावक श्राविकाओं द्वारा लिया जारहा भाग ।

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झाबुआ । श्रावण के पवित्र माह मे जैन समाज के चातुर्मास में नगर के जैन तीर्थ श्री बावन जीनालय में धर्म एवं आध्यात्म की गंगा प्रवाहित हो रही है । चातुर्मास में बिराजित  साध्वी श्री पुनितप्रज्ञाश्री जी मसा आदि ठाणा पांच की निश्रा में तप-तप एवं आराधना रूपी ज्ञान की गंगा प्रतिदिन  प्रवचन के  माध्यम से बह रही है । 10 तपस्वियों  के 28 दिवसीय अष्टापद तीर्थ तप उपवास से  चल रहा हैे वही सिर्फ चातुर्मास के सिर्फ 11 दिनों में 500 से अधिक आयंबिल की तपस्या आराधना कर चुके है । श्री संघ प्रवक्ता डा. प्रदीप संघवी ने बताया कि श्री बावन जीनालय मे  रविवार का आयोजित धर्मसभा को संबोधित करते हुए पूज्य प्रमोदयशा श्रीजी मसा ने कहा कि श्री तत्वार्थ सूत्र में पूज्य उमास्वाति जी महाराजसाहेब जी ने कहा है कि ’सम्यक दर्शन,ज्ञान,चारित्राणी मोक्षमार्ग’ अर्थात  जीवन मे किसी भी कार्य को सिद्ध करने के लिए श्रद्धा होना आवश्यक है,श्रद्धा से ही ज्ञान मिलेगा व उसी से संयम याने सिद्धि मिलेगी,परमात्मा के वचनों पर हमें विश्वास करना ही चाहिए उन पर आप जिज्ञासा रख कर कुछ पूछते है तो उचित है लेकिन उन वचनों पर शंका कर के तर्क कुतर्क करते है तो ये जिन आज्ञा के विरुद्ध है,। पूज्याश्री के अनुसार अभी के समय मे हमारी बुद्धि उतनी विकसित नही है कि हम जितना लिखा है उतना समझ सके,इसलिए भगवान के वचनों को आज्ञा मान उसे शिरोधार्य करे..।

जहाँ समझने की क्षमता हो वहां तर्क करना उचित है
उन्होने आगे कहा कि आज हम वैज्ञानिकी तर्क मानते है कि रात्रि भोजन स्वास्थ्य अनुकूल नही है,हमारे भगवान सदियों पहले बता चुके है,इसलिए श्रद्धा रखे. । आज कल के भोजन से सात्विकता खत्म हो गई है। फलस्वरूप कई बीमारियों का घर हमारा शरीर हो गया,जिनवचनानुसार यदि चलें तो स्वस्थ व अच्छी आयु वाले बनते है

कई उदाहरणों से तर्क व श्रद्धा को समझाया
द्रव्य,क्षेत्र काल बदलने से नियम भी बदलते है,लेकिन ज्ञान का फल हमेशा संयमित जीवन देता है,जहाँ सम्यक ज्ञान है वहाँ सम्यक दर्शन है ,श्रद्धा के लिए तत्व ज्ञान होना आवश्यक है,।’पूज्या श्री के अनुसार तर्क दूषण है और श्रद्धा आभूषण’ इसलिए परमात्मा के वचनों पर श्रद्धा रखे और अच्छे पुण्यो का उपार्जन करे. ।.रविवार कोें भोजन विवेक पर महिलाओं के लिए प्रश्न मंच का आयोजन व बच्चों के लिए ज्ञान शिविर का आयोजन हुआ। जिसमे भोजन विवेक पर आधारित प्रश्न पुछे गये  ििजसमे 55 महिलाओं ने भागीदारी की । 9 ग्रुप बनाये गये थे राचेक राउंड के बाद अंजना ग्रुप प्रथम, चंदनबाला ग्रुप द्वितीय एवं दमयंति ग्रुप तृतीय स्थान पर रहा । जिन्हे पुरस्कृत किया गया । वही आज अष्टमी  तिथि होने से 63 आयम्बिल तप हुए जिसका लाभ धर्मचन्द मेहता परिवार का ने लिया। इस अवसर पर शक्रस्तव अभिषेक का लाभ यशवंत भंडारी परिवार ने लिया ।श्री संघ के लोगों से धर्म आराधना प्रवचन में अधिक से अधिक सहभागी होने की अपील श्री संघ अध्यक्ष संजय मेहता,मुकेश नाकोडा, बाबुलाल कोठारी, राजा रूनवाल,जितेन्द्र जैन, अन्तिम जैन, राजेश मेहता, तेज प्रकाश कोठारी एवं रिंकु द्वारा की गई है ।

फुलों से श्रृंगारित होगी गोवर्धननाथजी की हवेली इन्दौर के पुष्पकलाकारों द्वारा सजाया जावेगा आकर्षक झुला

झाबुआ । श्रावण माह में भगवान श्रीकृष्ण के स्वरूप गोवर्धन नाथ जी के दर्शन, वंदन, पूजा, आराधना का विशेष महत्व रहता है । पुष्टिमार्गीय सम्प्रदाय के रजवाडी समय में निर्मित नगर के हृदय स्थल पर राजस्थानी वास्तुकला के अनुपम उदाहरण के प्रतिक श्री गोवर्धन नाथ जी भगवान की हवेली में श्रावण मास में प्रति दिन भगवान गोवर्धननाथजी को लाड दुलार के साथ सायंकाल झुले मे झुलाने का क्रम बरसों से अनवरत जारी है । आचार्य दिलीप जी की सेवा सुश्रुषा का परिणाम ही है कि भगवान गोवर्धननाथ जी के मंदिर में प्रतिदिन सैकडो की संख्या में श्रद्धालुजन नियत समय परभगवान की झलक पाने के लिये दौडे चले आत है और दर्शन वंदन का लाभ प्राप्त कर रहे है । आज 6 अगस्त श्रावण के सोमवार के पावन अवसर पर भगवान गोवर्धननाथ जी की हवेली में अजय रामावत परिवार की ओर से फुलों का विशेष श्रृंगार आकर्षण का केन्द्र रहेगा । अजय रामावत द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार श्रावण सोमवार के अवसर पर इन्दौर से विशेष रूप  से पधारे पांच फुल मालियों द्वारा रंग बिरगें फुलों एवं पत्तियों से गोवर्धननाथजी की हवेली का तथा भगवान के झुले का आकर्षक श्रृगार किया जावेगा तथा सायंकाल ठीक 7 बजे भगवान श्री गोवर्धननाथजी के झुला दर्शन का अभिनव एवं दर्शनीय आयोजन किया गया है। मंदिर में इस अवसर पर पण्डित रमेश त्रिवेदी एवं उनके सहयोगियों द्वारा परम्परागत भजन एवं कीर्तन का संगीतमय गायन भी होगा तथा भगवान गोवर्धन नाथ जी के झुले का दर्शन हर श्रद्धालु अपलक निहार कर अपने आप को धन्य महसूस करेगें । श्री रामावत  ने नगर की सभी सभी धर्म प्रेमी जनता से श्री गोवर्धननाथजी के पुष्प श्रृगांरित झुले का अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित रह कर दर्शन लाभ लेने की अपील की है  ।

श्री पंचदेव राम दरबार रंगपुरा पर आज होगा षिवजी का अभिषेक, आरती एवं प्रसादी का आयोजन
  • श्रावण माह के प्रत्येक सोमवार को हो रहा कार्यक्रम

झाबुआ। शहर के समीपस्थ श्री पंचदेव राम दरबार रंगपुरा पर श्रावण माह के प्रत्येक सोमवार को विषेष कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में 6 अगस्त दूसरे सोमवार को भी मंदिर मे षिव मंदिर में  षिवलिंग का अभिषेक, आरती पश्चात् प्रसादी वितरण होगा। यह जानकारी देते हुए श्री पंचदेव राम दरबार रंगपुरा समिति के सचिव रघुवीरसिंह खतेड़िया ने बताया कि सुबह 9.30 बजे राम दरबार में भगवान भोलेनाथजी के मंदिर में षिवलिंग पर समिति के पदाधिकारी एवं सदस्यों द्वारा मंत्रोच्चार के साथ जल एवं दूध से अभिषेक करने के पश्चात् भगवान की विषेष आरती बाद सभी को प्रसादी वितरण किया जाएगा। यह आयोजन समिति की पूर्व में हुई बैठक में लिए गए निर्णयानुसार प्रत्येक सोमवार को होगा। समिति अध्यक्ष यषवंत भंडारी के साथ पदाधिकारियों में मनीष व्यास, मगनलाल राठौड़, राजेष तिवारी, नीरजसिंह राठौर, राजेष नागर, अमितसिंह जादौन, महेष राठौर, मीडिया प्रभारी दौलत गोलानी, रिंकू रूनवाल आदि द्वारा समिति के सभी पदाधिकारी एवं सदस्यों से उक्त कार्यक्रम में उपस्थित होकर धर्मलाभ लेने की अपील की है।

वोटरो ने देखा किसको मिला उनका वोट, करडावद, पिटोल के वोटरो ने वीवीपैट और ईवीएम से वोट डालने की प्रक्रिया को समझा
       
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झाबुआ । मध्यप्रदेश में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव में पहली बार वीवीपैट वोटिंग मषीन का इस्तेमाल होगा। मतदान-प्रक्रिया को निष्पक्ष एवं पारदर्शी बनाने के लिये मतदाताओं को ईवीएम और वीवीपैट के संबंध में जानकारी देने के लिये जागरुकता वैन झाबुआ के ग्राम करडावद खुर्द, करडावद बडी, खेडी, बावडी, पिटोल एवं भीमफलिया मे पहुंची एवं ग्रामीणो को वोट डालने की प्रक्रिया से अवगत कराया। वैन मे उपस्थित अधिकारियो ने मतदाताओ को बताया कि इस बार ईवीएम के साथ साथ वीवीपैट मषीन भी मतदान के समय रहेगी, जिसमे से एक पर्ची 7 सेकण्ड के लिये मषीन की विन्डो पर दिखाई देगी, जिसे देखकर मतदाता यह जान पाएगा कि उसने जिस प्रत्याषी का बटन दबाया है उसी प्रत्याषी को उसका वोट मिला है या नही। ग्रामीणो ने स्वयं मषीन का बटन दबाकर देखा कि उनका वोट किसे मिला है।  मतदाता जागरूकता वैन में प्रचार प्रसार के लिये एलसीडी, ईवीएम मषीन और वीवीपैट मषीन रखकर विषेषज्ञो द्वारा मशीनों के बारे में जानकारी दी जा रही है। तथा प्रचार सामग्री भी वितरित की जा रही है। वैन में एलसीडी के माध्यम से लघु फिल्मे दिखाकर वीवीपैट और ईवीएम का प्रदर्शन करके मतदाताओ को वोट डालने की प्रक्रिया समझाई जा रही है।

प्रपत्र-2/प्रपत्र-3 की डाटा इंट्री हेतु प्रषिक्षण पोलेटेक्निक काॅलेज मे 06 अगस्त को 1 बजे से
       
झाबुआ । विधानसभा चुनाव 2018 हेतु अधिकारी/कर्मचारी की जानकारी प्रपत्र-2/प्रपत्र-3 की डाटा इंट्री आॅनलाइन विभाग/कार्यालय के माध्यम से की जायेगी, जिसके संबंध मे प्रषिक्षण कार्यक्रम का आयोजन 06 अगस्त 2018, सोमवार को दोपहर 1.00 बजे से पोलेटेक्निक काॅलेज, झाबुआ मे रखा गया हैं। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री आषीष सक्सेना ने सभी विभाग प्रमुख तथा कार्यालय प्रमुखो को निर्देषित किया है कि इस प्रषिक्षण मे डाटा इंट्री अथवा कम्प्यूटर कार्य मे दक्ष लिपिक को अनिवार्य रूप से भेजना सुनिष्चित करे ताकि निर्वाचन आयोग द्वारा नियत समय सीमा मे कार्य संपन्न हो सके।

विश्व स्तनपान सप्ताह 7 अगस्त तक मनाया जायेगा
        
झाबुआ । विश्व स्तनपान सप्ताह 7 अगस्त तक मनाया जायेगा, जिसमे स्वास्थ्य कार्यकर्ता, आशा कार्यकर्ता और आशा सहयोगी व्दारा गर्भवती महिला एवं धात्री महिलाओ को जन्म के तुरंत बाद बच्चो को स्तनपान कराने के लाभ व उसके महत्व की जानकारी प्रत्येक ग्राम मंे बैठक लेकर दी जायेगी। साथ ही प्रत्येक प्रसव केन्द्र पर प्रसूता महिलाओ की कांउन्सलिंग कर उन्हें स्तनपान जीवन का आधार एवं पोषण है के बारे मे समझाईश दी जावेगी तथा मां का दूध शिशु के लिए सम्पूर्ण आहार है शिशु को निमोनिया तथा दस्त से बचाता है, शिशु को आगे जीवन में होने वाले गैर संचारी रोगों के खतरे को कम करता है, मानसिक विकास में वृद्धि करता है, शिशु को जन्म के 1 घण्टे के अन्दर स्तनपान अवश्य शुरू करें, 6 माह के बाद उसे धीरे-धीरे उपरी आहार जिसमें मस्ला हुआ केला, आलू, खिचड़ी आदि देवे तथा कम से कम दो 2 वर्षो तक स्तनपान जारी रखें इस संबंध में समझाईश दी जायेगी। स्तनपान और उचित अनुपूरक आहार देने से बच्चो मे कुपोषण रोकने मे मदद मिलती है, बच्चो को विभिन्न बीमारियो से बचाया जा सकता है साथ ही स्तनपान करवाने से माॅ को भी फायदा होता है जिसमे रक्तस्त्राव मे कमी आती है।

संस्थागत प्राथमिकता के लिये 10 अगस्त तक ह¨गी काउंसलिंग
         
झाबुआ । प्रदेश में बी.ई/बी. आर्किटेक्चर/बी.डी. फार्मेसी पाठ्क्रम¨ं में संस्थागत प्राथमिकता सीट¨ं के लिए (पदेजपजनजपवदंस चतममितमदबम ेमंजे) काउंसलिंग 10 अगस्त, 2018 तक ह¨गी। काउंसलिंग उन संस्थाअ¨ं में आय¨जित ह¨गी, जिन्ह¨ंने इन सीट¨ं के लिये सहमति पत्र के साथ निर्धारित तिथि तक आवेदन किया है। संस्थागत प्राथमिकता सीट¨ं के अन्तर्गत एआईसीटीई द्वारा  स्वीकृत प्रवेश क्षमता के 10 प्रतिशत स्थान¨ं तक ही प्रवेश की कार्यवाही की जायेगी। इन सीट¨ं पर प्रवेश पश्चात संस्था द्वारा घ¨षित वार्षिक शिक्षण शुल्क ही लिया जायेगा। संस्थागत प्राथमिकता सीट¨ं के के लिये उपलब्ध संस्थान¨ं की सूची अ©र उनके द्वारा इन सीट¨ं पर प्रवेशित अभ्यर्थिय¨ं से लिये जाने वाला शिक्षण शुल्क तथा विस्तृत प्रक्रिया वेबसाइट ूूू.कजम.उचवदसपदम.हवअ.पदएवं ूूू.कजमउचबवनदेमससपदह.वतह पर उपलब्ध है।

महीने के प्रथम मंगलवार को मनेगा राजस्व दिवस
        
झाबुआ । राज्य शासन द्वारा प्रत्येक माह के प्रथम मंगलवार को राजस्व दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया है। राजस्व विभाग से संबंधित कार्यों को समय-सीमा में पूरा करने और नागरिकों को समय पर सुविधाएँ उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से यह निर्णय लिया गया है। प्रदेश में सभी राजस्व न्यायालयों में एक वर्ष से अधिक समय से लंबित प्रकरणों की सूची तैयार कर आपसी सहमति से निराकृत करने के प्रयास किये जायेंगे। यदि आपसी सहमति से निराकृत नहीं हो पाते हैं, तो 10 दिन में तिथि निर्धारित कर गुण-दोष के आधार पर प्रकरण निराकृत करने के निर्देश दिये गये हैं। इसका उद्देश्य एक वर्ष से अधिक समय के सभी प्रकरणों का निराकरण सुनिश्चित करना है। नामांतरण, बँटवारा और सीमांकन के लंबित प्रकरणों की समीक्षा राजस्व दिवस में की जायेगी। जिन प्रकरणों में स्थल निरीक्षण जरूरी है, उनमें तिथि निर्धारित कर शीघ्र निरीक्षण करवाया जायेगा। राजस्व दिवस पर एक माह से अधिक की समयावधि से लंबित प्रत्येक प्रकरण का संक्षिप्त प्रतिवेदन लिया जायेगा। त्वरित निराकरण वाले राजस्व मामले जैसे आदेशों की प्रविष्टि पोर्टल पर करना, खसरा/नक्शा/राजस्व प्रकरण की नकल देना, ऋण पुस्तिका प्रदान की जाना, प्रमाण-पत्र बनाया जाना आदि प्रकरणों का निराकरण राजस्व दिवस के दिन ही करें। पीठासीन अधिकारियों द्वारा विगत माह में राजस्व प्रकरणों में पारित आदेशों के अमल की समीक्षा की जायेगी। प्रत्येक राजस्व दिवस पर सभी पीठासीन अधिकारी अपने अधिकार क्षेत्र के अंतर्गत सी.एम. हेल्पलाइन के 5 प्रकरण, जिनमें आवेदक द्वारा असंतुष्टि दर्ज कराई गई है, की व्यक्तिगत सुनवाई करेंगे। कलेक्टर्स को निर्देशित किया गया है कि राजस्व दिवस पर सभी पीठासीन अधिकारियों एवं अधीनस्थ राजस्व अमले को अन्य सभी कार्यों से मुक्त रखा जाये। राजस्व दिवस पर सभी राजस्व निरीक्षक एवं पटवारी बस्ता सहित तहसील मुख्यालय पर उपस्थित रहेंगे। किसी भी नागरिक का कार्य तहसील या अनुविभाग कार्यालय में लंबित हो, तो वह राजस्व दिवस पर उपस्थित होकर आवेदन कर सकेगा। आवेदनों के निराकरण की जानकारी आवेदक को अनिवार्य रूप से दी जायेगी।

राजस्व दिवस की प्राथमिकताएँ एवं लक्ष्य
तहसील/अनुविभाग अंतर्गत विगत माह की राजस्व विभाग संबंधी समस्याओं का निराकरण। निराकरण संभव होने के बाद भी लंबित रहने वाले प्रकरणों का चिन्हांकन। एक माह से अधिक लंबित सामान्य प्रकरणों का निराकरण।सी.एम. हेल्पलाइन में लंबित एवं असंतुष्टि वाले प्रकरणों में शिकायतकर्ता से समक्ष में चर्चा कर समाधान करना। राजस्व दिवस पर प्राप्त आवेदन-पत्रों का निराकरण करना। राजस्व विभाग द्वारा किये जा रहे कार्यों की जानकारी देना। राजस्व संबंधी कार्यों में विश्वसनीयता और गुणवत्ता बढ़ाना।

लक्ष्य पूर्ति करने वाले जिले, जनपद और ग्राम पंचायत होंगे पुरस्कृत
        
झाबुआ । प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) में उत्कृष्ट कार्य करने वाले जिले, जनपद और ग्राम पंचायतों को पुरस्कृत किया जाएगा। जिला स्तर पर 31 दिसम्बर तक 2 तिहाई लक्ष्य पूर्ति करने वाले प्रत्येक जिले को 2.50 लाख रुपये, जनपद स्तर पर 80 प्रतिशत आवास पूर्ण करने वाली प्रत्येक जनपद को एक लाख रुपये तथा शत-प्रतिशत लक्ष्य पूर्ति करने वाली ग्राम पंचायत को पंच-परमेश्वर योजना के तहत सी.सी. सड़क और पक्की नाली निर्माण के लिए तीन लाख रुपये का अतिरिक्त आवंटन प्रदान किया जाएगा।

मलेरिया होने पर खून की जांच अवश्य करवाएं, बारिश के मौसम में होने वाली बीमारियां और उनसे बचाव के उपाय
       
झाबुआ । बारिश के मौसम में दूषित जल के उपयोग के कारण होने वाली बीमारियां ही मुख्य रूप से देखी जाती हंै। इस दौरान उल्टी, दस्त, पेचिश, हैजा, टायफाइड, पीलिया, कृमि संक्रमण, त्वचा एवं आंखों के रोग, मच्छरों एवं मक्खियों से फैलने वाले रोग प्रमुख हैं। मलेरिया से बचाव हेतु घर के आसपास जल जमा न होने दें और रूके हुए पानी में मिट्टी का तेल या जला हुआ ऑइल डालें। अपने घरों के कूलर, फूलदान, फ्रीज, ट्रे आदि को सप्ताह में एक बार अवश्य साफ करें। सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें। कीटनाशक का छिडकाव करवायें। मलेरिया रोग हो जाने पर खून की जांच अवश्य करायें और चिकित्सकों की सलाह से पूर्ण उपचार लिया जाना चाहिये।

दूषित पानी का उपयोग बिल्कुल न करें
बारिश के दौरान दूषित पानी के कारण प्रायः दस्त रोग फैलता है और यह मुख्य रूप से बच्चों में अधिक होता है। इस दौरान सबको शुद्ध पेयजल का ही उपयोग करना चाहिये और जहां तक हो सके पानी उबालकर एवं छानकर पीने में उपयोग में लाना चाहिये। दस्त रोग की रोकथाम के लिये शुद्ध पेयजल एवं शुद्ध भोजन का उपयोग करना चाहिये। सड़े-गले फल एवं खाद्य पदार्थों का उपयोग न करें और खाना खाने से पहले एवं शौच के बाद साबुन से अवश्य हाथ धोएं। खुले में शौच न करें और शौचालय का उपयोग किया जाये। घर के आसपास साफ-सफाई रखें। दस्त लग जाने पर ओआरएस एवं जिंक टेबलेट का उपयोग चिकित्सक की सलाह के अनुसार किया जाये। खाने-पीने की वस्तुओं को ढंककर रखा जाये। मक्खियों से बचाव किया जाये। हरी सब्जी एवं फलों का उपयोग करने के पहले साफ पानी से धोकर उसका उपयोग किया जाये।

आंखों के रोग एवं खुजली होने पर साफ तोलिये या रूमाल का ही उपयोग करें
वर्षा ऋतु में होने वाली बीमारियों में कई लोगों को आंखों में रोग हो जाता है और खुजली आदि होती है। इस दौरान आंखों में खुजली एवं आंखें लाल हो जाने एवं सफेद व पीले रंग का पदार्थ जमा होने के कारण आईफ्लू, कंजक्टिवाईटिस या आंखें आने के रूप में जाना जाता है। यह रोग एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है और इसका कारण संक्रमित उंगलियां, तौलिया, रूमाल आदि का उपयोग एक-दूसरे व्यक्ति के बीच में होना भी प्रमुख कारण है। इन सबसे बचने के लिये आंखें आने पर बार-बार अपने हाथ एवं चेहरे को शुद्ध ठण्डे पानी से धोयें, परिवार के सभी सदस्य अपने अलग-अलग तोलिये एवं रूमाल का उपयोग करें। स्वच्छ पानी का उपयोग करें और बार-बार आंखों को हाथ न लगायें। धूप के चश्मे का प्रयोग किया जाये और चिकित्सक को दिखाया जाये।

आगामी नेषनल लोक दिनांक 08 सितम्बर 2018 को

झाबुआ । राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, नई दिल्ली के निर्देषानुसार एवं माननीय जिला न्यायाधीष/अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण झाबुआ श्री ए.के. तिवारी के मार्गदर्षन में नेषनल लोक अदालत का आयोजन दिनांक 08 सितम्बर 2018 को जिला न्यायालय झाबुआ एवं तहसील न्यायालय थांदला एवं पेटलावद में किया जावेगा। नेषनल लोक अदालत में न्यायालय के लंबित व्यवहार वाद, राजीनामा योग्य आपराधिक प्रकरण, राजस्व प्रकरण (जो जिला कोर्ट में लंबित हो), भूमि अधिग्रहण संबंधी प्रकरण, चैक बाउन्स (धारा 138 एन.आई.एक्ट), मोटर दुर्घटना दावा क्लेम प्रकरण,  विद्युत एवं जल बिल के प्रकरण, वैवाहिक प्रकरण, बैंक वसूली के प्रकरण इत्यादि एवं प्रीलिटिगेषन प्रकरण बैंक वसूली, विद्युत बिल, नगर पालिका के सम्पत्तिकर, जलकर, बी.एस.एन.एल. बिल इत्यादि प्रकार के प्रकरणों का निराकरण आपसी सुलह समझौता के माध्यम से किया जायेगा।  अतः पक्षकरों से अपील है कि उक्त लोक अदालत में प्रकरणों का निराकरण करवाकर लोक अदालत का लाभ लेवें।

दुमका : औदात्य व गरिमा के साथ आयोजित होगा इंडोर गेम

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6 से 9 सितम्बर तक लगेगा खेल का महाकुंभ
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दुमका (अमरेन्द्र सुमन)  इंडोर स्टेडियम, दुमका में  6 से 9 सितंबर 18 तक इंडोर खेलों का महाकुंभ लगेगा। इन खेलों के अंतर्गत ताइक्वांडो ,बैडमिंटन , कराटे, शतरंज ,टेबल टेनिस, कैरम व शरीर शौष्ठव प्रतियोगितायें आयोजित की जायेंगी। जिला खेलकूद संघ के सचिव उमाशंकर चौबे ने दिन शनिवार को इंडोर स्टेडियम में  खेलकूद संघ के सदस्यों के साथ बैठक में  उपरोक्त बातों की जानकारी दी। प्राप्त जानकारी के अनुसार  विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं  में हिस्सा लेने वाले सीनियर खिलाडियों से 100 व जूनियर खिलाड़ियों से 50 रूपये प्रवेश शुल्क लिया जायेगा। बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि स्टेडियम में अभ्यास करने वाले तमाम सीनियर खिलाड़ियों से 250 व जूनियर खिलाड़ियों से 150 रूपये  मासिक शुल्क लिया जाएगा। जिला खेलकूद संघ के सचिव उमाशंकर चौबे, जिला शरीर सौष्ठव संघ के सचिव बिमल भूषण गुहा, जिला टेबल टेनिस संघ के सचिव राहुल दास, जिला बैडमिंटन संघ के सचिव दीपक कुमार झा, जिला कैरम संघ के सचिव निमाय कांत झा, जिला ताइक्वांडो संघ की सचिव स्मिता आनंद, जिला साफ्ट टेनिस संघ की सचिव वंदना श्रीवास्तव, जिला कराटे संघ से जयराम शर्मा, जिला खेलकूद संघ के प्रवक्ता मदन कुमार, उदय शंकर भारती, गंगाधर शर्मा, मिट्ठू पांडे, राजेश मिश्रा, अरविंद कुमार, मुकेश कुमार, अमित कुमार शर्मा, अनुराग नंदन,उज्जवल कुमार, सपन पत्रलेख, अंकित कुमार, अभिजीत शेखर,धनश्याम कुमार इस अवसर पर मौजूद थे। 

बिहार विधान सभा में मनोनीत हो एंग्लो-इंडियन समुदाय के प्रतिनिधि

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anglo-indian-must-nominate-in-assembly-biharपटना (आर्यावर्त डेस्क)। बिहार का ही अभिन्न अंग था झारखंड। यहां पर मैक्लुस्कीगंज है।करीब 400 से अधिक एंग्लो- इंडियन समुदाय के लोग रहते थे। इसी संख्या बल पर एंग्लो-इंडियन समुदाय से सरकार किसी को   विधान सभा में मनोनीत कर देती है।इसका लाभ डॉन बोस्को एकेडमी के प्राचार्य आल्फेड जौर्ज रोजारियों को भी मिला। बिहार विधान सभा में प्रतिनिधित्व करने लगे। उस समय सी.एम.लालू प्रसाद यादव थे। जब बिहार में सत्ता परिवर्तन हुआ तो सी.एम.नीतीश कुमार ने संत कैरेंस के प्राचार्य जोसेफ गॉलस्टेन को मनोनीत कर दिया। इसके बाद 15 नवम्बर 2000 को झारखंड विभाजन हुआ। झारखंड का हिस्सा मैक्लुस्कीगंज होने से प्राचार्य जोसेफ गॉलस्टेन विधायक बने रहे। उनके निधन के बाद पुत्र ग्लेन जोसेफ गॉलस्टेन  विधायक बन गये। ऐसे चर्चा है कि बिहार में एंग्लो-इंडियन समुदाय की संख्या कम है तो सी.एम.नीतीश कुमार दिलचस्पी नहीं लेते हैं किसी को मनोनीत करने के लिए। चूंकि एंग्लो -इंडियन समुदाय से मनोयन करना संवैधानिक दायित्व है। जो नहीं हो रहा है। 

झारखंड में है मैक्लुस्कीगंज 
इनका प्रतिनिधित्व कर रहे है झारखंड विधान सभा में आल्फ्रेड जौर्ज रोजारियों। अनोखी धरोहर है झारखंड का मैक्लुस्कीगंज।यह छोटा सा कस्बा एंग्लो-इंडियन बस्ती हुआ करता था। इसे 1930 के आसपास कोलकाता के अर्नेस्ट टिमोथी ने बसाया था। एक समय था यहां 400 एंग्लो-इंडियन परिवार रहा करते थे। पलायन कर करके 300 परिवार होंगे। उस दौर को बयान करते विशाल विक्टोरियन बंगलें आज भी यहां देखे जा सकते हैं। अब यहां कुछ ही एंग्लो-इंडियन परिवार बचे हैं। लेकिन बीच वक्त की महक को यहां महसूस किया जा सकता है। साल के जंगलों और पहाड़ी आबोहवा वाला मैक्लुस्कीगंज इतिहास तलाशने वाले के लिए बढ़िया जगह है। यह कस्बा रांची से 65 किलोमीटर दूर है ।

मैक्लुस्कीगंज टूरिज्म पर खतरा
रांची से 65 किमी दूर मैक्लुस्कीगंज का पर्यटन अवैध ईंट भट्‌टों के कारण खतरे में हैं। इसके अलावा खलारी में भी सीसीएल और वन विभाग की जमीन पर अवैध रूप से ईंट भट‌्टे चलाए जा रहे हैं। मैक्लुस्कीगंज में एंग्लो इंडियन समुदाय के लिए बसाई गई दुनिया और 365 बंगलों को देखने के लिए यहां काफी संख्या में पर्यटक पहुंचते हैं। लेकिन इन दिनों करीब दो दर्जन से अधिक अवैध ईंट भट‌्टे यहां प्रदूषण फैला रहे हैं। इनमें ईंट पकाने के लिए सीसीएल की कोयला साइडिंग से चुराए गए कोयले का इस्तेमाल किया जा रहा है। हालांकि, जून 2015 में डीसी के निर्देश पर टॉस्क फोर्स ने इन इलाकों में अवैध ईंट भट‌्टा चलाने वाले 16 लोगों पर कार्रवाई की थी। लेकिन अब फिर से ईंट भट‌्टे संचालित हो रहे हैं। स्पेशल ब्रांच के अपर पुलिस महानिदेशक ने डीजीपी को पत्र लिखकर बताया था कि खलारी आदि कोयलवरी में अवैध रूप से कोयला निकालकर ईंट भट‌्टों में खपाया जा रहा है। इसमें रैकेट काम कर रहा है। लेकिन इन पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। अधिकारियोंकी मिलीभगत भी  पता चला कि पूरा कारोबार पुलिस, सीसीएल और वन विभाग के अधिकारियों को मैनेज करके चलाया जा रहा है। अवैध ईंट भट‌्टों से हर महीने लाखों रुपए की वसूली होती है। यही वजह है कि खलारी थाना क्षेत्र के अंबा डोंगरी, हाहे, होयर और सपही नदी किनारे बांग्ला भट्ठे चल रहे हैं। वहीं, मैक्लुस्कीगंज के सरना, नावाडीह, मायापुर ,लपरा , दुल्ली के अलावे दामोदर नदी किनारे बांग्ला भट्‌टा का जाल बिछा हुआ है। जबकि, राज्य में बांग्ला भट्‌टा और लोहे की चिमनी वाले भट्‌टे पर प्रतिबंध लगा हुआ है। अवैधभट‌्टों में अगर अवैध रूप से कोयला यूज किया जा रहा है तो सीसीएल पहल करे। इसके बाद अवैध ईंट भट‌्टा चलाने वाले और कोयला चोरी कर जमा करने वालों पर सख्त कार्रवाई करेंगे। राजदेवप्रसाद, इंस्पेक्टर, खलारी पुलिस थाना 

जब्त किया जाएगा पूरा अवैध कोयला 
सीसीएलके जमीन पर कहां-कहां भट्‌टा चल रहे हैं, रेवेन्यू विभाग से यह पता कर कार्रवाई की जाएगी। अवैध रूप से रखे गए कोयले को सीआईएसएफ के मदद से जब्त किया जाएगा। जतरुउरांव, क्षेत्रीय सुरक्षा प्रभारी, एनके एरिया 

इस मामले में जांच कर कार्रवाई की जाएगी 
चिमनी ईट भट्‌टा के लिए कई लोगों ने आवेदन दिया है। वन भूमि के इर्द-गिर्द भट्‌टा लगाने से  जहां पेड़ों को नुकसान पहुंचने का अंदेशा है, उनको लाइसेंस नहीं दिया जाएगा। वनभूमि में अगर अवैध तरीके से भट‌्टे चल रहे हैं जांच कर कार्रवाई की जाएगी।अमरपासवान, क्षेत्रीय वनपाल, मांडर 

वन क्षेत्र में ईंट भट‌्टा चलने और मिट‌्टी कटाई के कारण पेड़-पौधों को नुकसान पहुंच रहा है। मिट्टी कटाई से पेड़ की जड़ कमजोर हो रही हैं। वहीं, श्रम कानून की अनदेखी भी इन ईंट भट‌्ठों में हो रही है। बच्चों से ईंट की ढुलाई का काम कराया जा रहा है। इस बात की जानकारी जिम्मेदारों को भी है, लेकिन वह जानबूझकर अनजान बने रहते हैं।

बिहार : फ्रेडरिक एंगेल्स और सरोज दत्त को भाकपा-माले ने दी श्रद्धांजलि.

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पटना 5 अगस्त, भाकपा-माले ने विश्व सर्वहारा आंदोलन के महान शिक्षक फ्रेडरिक एंगेल्स और नक्सलबाड़ी आंदोलन के प्रखर नेता व कं्रातिकारी बुद्धिजीवी सरोज दत्त को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की है. 1895 में आज ही के दिन एंगेल्स की 74 वर्ष की आयु में मृत्यु हो गई थी. वहीं, नक्सलबाड़ी आंदोलन के प्रखर नेता व क्रांतिकारी बुद्धिजीवी सरोज दत्त की हत्या 1971 में 4 अगस्त की आधी रात में गिरफ््तारी के बाद पुलिस ने कर दी थी. पार्टी की ओर से राज्य सचिव कुणाल ने दोनों नेताओं को श्रद्धांजलि दी. उन्होंने अपने संदेश में कहा कि आज जब पूरे देश में भाजपा व आरएसएस के नेतृत्व में फासीवादी ताकतें देश को बर्बाद करने पर तुली हुई हैं और मजदूर-किसान-दलित व कमजोर वर्ग के लोगों को खास निशाना बना रही है, ऐसे में फासीवादी ताकतों के खिलाफ लोकतंत्र व सामाजिक बदलाव की लड़ाई में माक्र्स व एंगेल्स के विचार हमारे लिए महत्वपूर्ण हथियार साबित होंगे.  सरोज दत्त उस पीढ़ी के नेता हैं, जिनलोगों ने नक्सलबाड़ी के आवेग को पूरे देश में फैलाने व नए भारत के लिए अपनी कुर्बानी दी. यह विडंबना ही है कि हमारे शासकों ने सरोज दत्त पर मुकदमा चलाने का नाटक तक नहीं किया था, बल्कि पकड़ने के बाद उनकी सीधे हत्या कर दी थी. का. सरोज दत्त ने नक्सलबाड़ी के आवेग को आगे बढ़ाते हुए रखते हुए बहादुरों की मौत धारण की थी. आज जब एक बार फिर देश में अघोषित आपातकाल की स्थिति है और ठीक 70 के दशक की तरह विरोध की आवाजों की हत्या की जा रही है, तब हम एंगेल्स और सरोज दत्त की परंपरा व विचारों को मजबूती से आगे बढ़ाने और फासीवाद की ताकतों को निर्णायक शिकस्त देने का संकल्प लेते हैं.

वॉकहॉर्डट में केटी/वी डायलिसिस सुविधा शुरू

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मुंबई , आर्यावर्त डेस्क, 5 अगस्त, देश की आर्थिक राजधानी  मुंबई के दक्षिणी इलाके के मुंबई सेंट्रल स्थित वॉकहॉर्डट हॉस्पिटल में किडनी रोगियों के लिए डायलिसिस यूनिट की शुरुआत करते हुए वॉकहॉर्डट अस्पताल की प्रबंध निदेशिका ज़ाहाबिया खोराखीवाला ने उम्मीद जताई कि आधुनिक केटी/वी सुविधा युक्त और प्रशिक्षित चिकित्सक व तकनीकि स्वास्थ्य कर्मचारियों से परिपूर्ण इस डायलिसिस केंद्र  से मरीजों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ होगा और मरीजों के बीच इलाज के दौरान संक्रमण का डर नहीं रहेगा. नेफ्रोलॉजी विभाग के निदेशक तथा किडनी प्रत्यारोपण चिकित्सक डॉ एम् एम् बहादुर ने कहा कि बढ़ते किडनी रोगियों की संख्या के मद्देनजर उनके बेहतर इलाज और नयी तकनीकि की यह डायलिसिस यूनिट समय की मांग थी ,इससे रोगियों को नियत समय में बेहतर डायलिसिस की सुविधा उपलब्ध हो पायेगी.इस नए यूनिट में एचआईवी पॉजिटिव और हेपेटाइटिस पॉजिटिव रोगियों के लिए भी डायलिसिस की सुविधा उपलब्ध है .

बिहार : भगवान के घर को मरम्मत करवाने में सहयोग करने विधायक पहुंचे

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बरसात के समय में उपासना स्थल पर पानी टपकने लगता है, डिजाइन करने वाले प्लास्टर भी डिजाइन बनकर गिरने लगा है
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पटना (आर्यावर्त डेस्क) : कुर्जी पल्ली में रहते हैं झारखंड विधान सभा के सदस्य ग्लेन जोसेफ गॉलस्टोन.एंग्लो-इंडियन समुदाय से झारखंड विधान सभा में मनोनीत सदस्य हैं.संत दोमनिक सावियों हाई स्कूल के प्राचार्य हैं.प्रेरितों की रानी ईश-मंदिर में प्रार्थना करने आते हैं.ईश-मंदिर की हालत देख और सुनकर दुखित हुए और मरम्मत करवाने का बीड़ा उठाया. बता दें कि इनका पिता जोसेफ गॉलस्टोन भी विधायक थे.उन्होंने कुर्जी कब्रिस्तान की ढहती चारदीवारी को दुरूस्त करायी थी.इसके अलावे रख रखाव में मदद करते थे.पिता के निधन के बाद पुत्र जी.जे.गॉलस्टोन विधायक बने तो उसी तरह चर्च की भी सेवा करने लगे. आज रविवार को विधायक जी.जे.गॉलस्टाेन चर्च के ऊपर चढ़कर पानी चूने वाले स्थल का अवलोकन करने लगे.इनके साथ पल्ली पुरोहित, बी.जे.पी.के अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश मंत्री राजन क्लेमेंट साह,सोना रेमी आदि थे.विधायक ने प्राक्कलन  राशि बनाने का निदेश दिया.

मधुबनी : सूरी युवा शक्ति द्वारा उज्जवला योजना कार्यक्रम का आयोजन

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मधुबनी (आर्यावर्त डेस्क) 05 अगस्त, जिला पदाधिकारी, मधुबनी  ने आज स्थानीय गिलेशन बाजार स्थित दुर्गा मंदिर के प्रांगण में सूरी युवा शक्ति द्वारा आयोजित उज्जवला योजना कार्यक्रम में भाग लिया । इस अवसर पर तीस लाभार्थियों को मुफ्त गैस चूल्हा,रेगुलेटर और सिलेन्डर दिया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में जिला पदाधिकारी महोदय ने सूरी युवा शक्ति के प्रयास की सराहना की और गैस चूल्हे से स्वास्थ्य और पर्यावरण पर पड़ने वाले सकारात्मक प्रभाव के बारे में लोगों को बताया। उन्हीने बताया कि इस वर्ष गर्मियों में अगलगी की कोई बड़ी दुर्घटना जिले में नहीं हुई है, इसमें कहीं न कहीं गैस चूल्हे के उपयोग का भी महत्व है। पहले गैस कनेक्शन कुछ ही लोगों को मिलना नसीब होता है, पर अब सरकारी प्रयास से सर्वसुलभ हो गया है। इससे महिलाओं के रोजमर्रा के कामों को निष्पादित करने में बड़ी सहूलियत हुई है। कार्यक्रम की अध्यक्षता सूरी युवा शक्ति के संरक्षक मोहन राउत ने की। इस अवसर पर संस्था के सचिव कृष्ण कुमार महासेठ, कोषाध्यक्ष अमरनाथ प्रधान, उपाध्यक्ष सुनील महतो, किशोर कुमार, अजय राउत, प्रकाश पूर्वे, उदय जयसवाल, आर0 एम0 गैस एजेंसी के संतोष महतो, श्रीमती प्रीति चौधरी एवं वार्ड आयुक्त श्रीमती सुनीता पूर्वे मौजूद थीं। इस अवसर पर लाभुकों में शैफुल खातून, माला देवी, रंजीता देवी, आरती देवी इत्यादि शामिल थी।

मधुबनी : जदयू मधुबनी में पदाधिकारियों की नियुक्ति, चुनावी तैयारियां शुरू

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मधुबनी  (आर्यावर्त डेस्क) आज दिनांक 5 अगस्त को जिला जनता दल यू मधुबनी जिला पदाधिकारियों की बैठक जिला अध्यक्ष अब्दुल कयूम जी की अध्यक्षता में आयोजित किया गया जिसमें प्रदेश के निर्देशानुसार विधानसभा स्तर पर प्रभारियों की नियुक्ति प्रखंड के अंतर्गत पंचायत के बूथ स्तर पर पांच-पांच सक्रिय सदस्य साथियों की बूथ कमेटी बनाने के साथ-साथ झंझारपुर प्रखंड एवं जयनगर प्रखंड में कार्यकारी अध्यक्ष बनाने का निर्णय लिया गया. लौकहा विधानसभा हेतु दोरीक पूर्वे तजामुल हुसैन  फुलपरास विधानसभा हेतु संतोष कुमार सिंह रवि कुमार सिंह बाबूबरही विधानसभा हेतु डॉक्टर शिव कुमार यादव जयवीर सिंह कुशवाहा खजौली विधानसभा हेतु टिंकू कसेरा अनारो देवी हरलाखी विधानसभा हेतु सत नारायण यादव प्रकाश सिंह बेनीपट्टी विधानसभा नीरज झा प्रभात रंजन बिस्फी विधानसभा सुनील कुमार यादव इफ्तेखार जिलानी मधुबनी विधानसभा संतोष कुमार प्रभाकर गुलाब शाह राजनगर विधानसभा राजकिशोर साफी झंझारपुर विधानसभा वीरेंद्र नारायण भंडारी उर्फ मुन्ना भंडारी और ज्योति झा को विधानसभा वाइज प्रभारी बनाया गया साथ ही झंझारपुर प्रखंड के कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में सुधीर कुमार राय वह जयनगर कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में राजकुमार सिंह को मनोनीत किया गया

दुमका : पार्टी झंडा के रंग पर मसानजोर डैम का रंग-रोगन और झारखण्ड से उसका विरोध, परिणाम क्या होगा ?

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दुमका (अमरेन्द्र सुमन) झारखण्ड की समाज कल्याण, महिला एवं बाल विकास मंत्री व दुमका की भाजपा विधायक डाॅ0 लुईस मराण्डी ने दिन रविवार को मसानजोर में हुुंकार भरते हुए कहा कि मसानजोर डैम की तरफ आँख उठाकर देखने वालो की आँखें वे निकाल लेंगी। मयूराक्षी नदी पर बने मसानजोर डैम पर डाॅ0 लुईस मराण्डी के इस बयान के बाद सियासी राजनीति काफी तेज हो गई है। आसन्न समय में झारखण्ड-प0 बंगाल के आपसी रिश्तों में क्या कुछ बदलाव आएगा यह तो समय के गर्भ में छिपा है, फिलवक्त कयास लगाया जा रहा है कि माय, माटी, मानुष के नाम पर प0 बंगाल में सत्तासीन ममता बनर्जी की सरकार चूप बैठने वाली नहीं है। दो-दो दीदियों के बीच का आपसी टकराव इस लड़ाई को किस स्तर तक ले जाएगा यह भी देखना महत्वपूर्ण होगा। डाॅ0 लुईस मराण्डी के इस चुनौती भरी हुंकार का जबाव ममता बनर्जी अवश्य तलाश रही हांेंगी। मालूम हो, भारत व कनाडा के बीच एक एग्रिमेंट के तहत मसानजोर में मयूराक्षी नदी के उपर डैम का निर्माण वर्ष 1954 में हुआ था। इस डैम के निर्माण के बाद 144 मौजा के लोग विस्थापित हो गए थे। विस्थापन के बाद आज तक उन तमाम लोगों को सरकारी स्तर पर मुआवजा नहीं मिल पाया है जिसकी लड़ाई कतिपय क्षेत्रीय स्थानीय नेता लड़ रहे हैं। यह मुद्दा अचानक तब प्रकट हुआ जब त्णमूल काॅंग्रेस के पार्टी फलेग के रंग पर मसानजोर डैम के रंग-रोगन का काम चल रहा था। इस बात की जानकारी के बाद भाजपा के दुमका इकाई के जिलाध्यक्ष निवास मंडल ने अपने समर्थकांें के साथ प. बंगाल के सिंचाई विभाग के अधीक्षण अभियंता व सहायक अभियंता से मुलाकात कर मसानजोर डैम के रंग-रोगन का काम स्थगित करवा दिया था। जिलाध्यक्ष निवास मंडल का कहना है पार्टी फलेग के रंग पर मसानजोर डैम का रंग-रोगन वर्ष 2019 के लोस चुनाव को ध्यान में रखकर करवाया जा रहा है जिसे कभी बर्दाश्त नहीं किया जाऐगा। डाॅ0 लुईस मराण्डी ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि इस मैटर पर पीएमओ तक बात पहुँच चुकी है। डाॅ0 मराण्डी ने कहा कि यह कतई बर्दाश्त होगा कि कोई बाहरी अपने स्वार्थ सिद्धी के लिये हमारी जमीन का उपयोग करे। विदित हो हेमन्त सोरेन के मुख्यमंत्रित्व काल में भी झारखण्ड-प0 बंगाल के बीच तानातानी की स्थिति सामने आयी थी जब प0 बंगाल सरकार ने झारखण्ड को आलू सप्लाई न करने की धमकी दी थी। अपने मुख्यमंत्रित्व काल में हेमन्त सोरेन ने भी प0 बंगाल सरकार को झारखण्ड से श्रमिकांें सहित अन्य उत्पादों को प. बंगाल जाने से रोकने की धमकी दी थी। यह दिगर बात है कि बाद में सबकुछ खुद-व-खुद सामान्य हो गया। मसानजोर डैम का रंग-रोगन पूर्णतः राजनीतिक मुद्दा बन चुका है। प्रश्न यह उठता है कि मौसमी रोजगार के लिये प्रति वर्ष लाखों की संख्या में प0 बंगाल  जाने वाले उन श्रमिकों का क्या होगा जो अपने परिवार का भरण-पोषण धनकटनी व अन्य कार्यों के माध्यम से करते हैं ? उन दिहाड़ी मजदूरों, छोटे-छोटे व्यवसायियों के परिवार का भरण-पोषण कौन करेगा जिनके मुखिया प. बंगाल में रोटियाँ तलाशने जाते हैं ? भविष्य की परिस्थितियों पर उपरोक्त संभावनाएँ व्यक्त की जा रही हैं झारखण्ड की सरकार को जिनका हल पहले ही ढूँढ़कर रखना होगा। प0 बंगाल की ममता बनर्जी सरकार लगातार ऐसे निर्णय ले रही है जिसका स्थायी समाधान झारखण्ड की सरकार को ढँूढ़ना होगा। कुछ महीनें पूर्व रानेश्वर प्रखण्ड के पाटजोर के कुछ लोगों को वीरभूम जिला की पुलिस ने धमकी दी थी जिसका कड़ा विरोध देखने को मिला था। इसी तरह इलाज के लिये दुमका से प. बंगाल जाने वाले रोगियों की सेवाएँ भी वहाँ रोक दी गई थी। गैर बंगालियों को झारखण्ड से प. बंगाल में प्रवेश पर भी पाबंदी लगा दी गई थी। छोटी-छोटी चीजें कभी-कभी नासूर जख्म बन जाया करती हैं। इन दिनों कुछ ऐसा ही द्श्य सामने आ रहा है जिसपर गंभीरता के साथ विचार करना झारखण्ड सरकार की महत्पवूर्ण पहल होनी चाहिए। प0 बंगाल सरकार के ऐसे कदम का निर्णायक जबाव देने का वक्त भी आ चुका है। डाॅ0 लुईस मराण्डी अपने स्टैंड पर कहाँ तक टिक पाती हैं यह भी देखने का होगा। बहरहाल स्थिति सामान्य है। 

ईवीएम विश्वसनीय, फोरेंसिक जांच में पुष्टि : मुख्य निर्वाचन आयुक्त

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ग्वालियर, 5 अगस्त, चुनाव अब बैलेट पेपर के जरिए कराने की शिवसेना सहित तमाम विपक्षी दलों की मांग के बीच भारत के मुख्य निर्वाचन आयुक्त ओ.पी. रावत ने यहां रविवार को कहा कि महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश सहित अन्य राज्यों में उच्च न्यायालय ने ईवीएम की फोरेंसिक जांच कराई है। जांच में सभी शिकायतें गलत साबित हुई हैं। यहां राष्ट्रीय लक्ष्मीबाई शारीरिक शिक्षा संस्थान के टैगोर सभागार में डॉ. एम.पी. तिवारी विचार न्यास द्वारा चुनाव आयोग की सीमाएं और मतदाताओं की अपेक्षाएं विषय पर आयोजित 'सुनो और पूछो'कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रावत ने ईवीएम की विश्वसनीयता को लेकर किए गए सवालों का जवाब देते हुए कहा, "महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश सहित अन्य राज्यों में उच्च न्यायालय ने ईवीएम की फोरेंसिक जांच कराई है। जांच में सभी शिकायतें गलत साबित हुई हैं। इसी तरह मतदाता सूची से नाम काटे जाने की शिकायत भी असत्य पाई गई हैं। केवल उन मतदाताओं के नाम एक जगह से हटाए गए हैं, जिनके नाम मतदाता सूचियों में दो जगह थे।"उन्होंने आगे बताया कि कुछ जगहों पर अल्पसंख्यकों के वोट काटने संबंधी शिकायत की जांच घर-घर जाकर कराई गई, तब पता चला कि इन परिवारों के मतदाताओं के नाम दो-दो जगह थे। जाहिर है, एक जगह के नाम हटाए गए। फेरी वाले व मजदूर, कामगार मतदाताओं द्वारा लंबी कतार की वजह से मतदान के लिए न जाने संबंधी सवाल पर रावत ने कहा कि आंध्र प्रदेश में एक ऐसे मोबाइल एप का इस्तेमाल हुआ है, जिससे पता चल जाता है कि मतदान केंद्र पर कितनी लंबी लाइन है। आयोग ने ऐसे नवाचारों का प्रयोग सभी राज्यों के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारियों से करने के लिए कहा है।

वीवीपैट की पर्चियों के मिलान संबंधी प्रश्न का उत्तर देते हुए रावत ने कहा कि हर निर्वाचन क्षेत्र के एक मतदान केंद्र के वीवीपैट की पर्चियों की अनिवार्यत: गिनती कर ईवीएम से मिलान करने का प्रावधान है। इसके अलावा यदि कोई उम्मीदवार शिकायत करता है तो उन मतदान केंद्रों की वीवीपैट पर्चियों का मिलान करने का आदेश संबंधित रिटर्निग अधिकारी दे सकता है। आधारकार्ड को वोटरकार्ड से लिंक करने संबंधी सवाल के जवाब में मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय का फैसला आने के बाद इस काम को आगे बढ़ाया जाएगा। रावत ने कहा कि निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए निर्वाचन आयोग की शक्तियां असीमित हैं। निर्वाचन आयोग हर उस परिस्थिति से निपटने में सक्षम होता है, जिसके लिए कोई कानून नहीं बना है। लोकतंत्र में मतदाता सर्वशक्ति सम्पन्न होते हैं। वे ही अपना प्रतिनिधि चुनते हैं और प्रतिनिधियों से काम करने के लिए कहते हैं। रावत ने देश के भावी मतदाताओं और नागरिकों के प्रश्नों का बेबाकी से जवाब देते हुए कहा कि सर्वोच्च न्यायालय ने भी कहा है कि निर्वाचन आयोग कानून बनने का इंतजार करने के बजाय परिस्थितियों के अनुसार निर्णय ले, वही निर्णय कानून माना जाएगा। स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं पारदर्शी ढंग से चुनाव सम्पन्न कराने के लिए निर्वाचन आयोग ने सोशल मीडिया के दुरुपयोग को रोकने के लिए कारगर कदम उठाए हैं। चुनाव आयोग का स्पष्ट नजरिया है कि मतदाता बेखौफ होकर उसे चुनें जो उनकी पसंद का हो और अच्छा काम करता हो।

उन्होंने आगे कहा कि सोशल नेटवर्किं ग से जुड़े प्रबंधकों को भी कड़े निर्देश दिए गए हैं कि वे ऐसा मटेरियल न रखें जो मतदाताओं को भ्रमित करता हो। चुनाव में धन-बल का इस्तेमाल रोकने के लिए भी निर्वाचन आयोग ने सख्त कदम उठाए हैं। रावत ने कहा कि गर्व की बात है कि भारत की चुनाव प्रणाली दुनिया की सर्वश्रेष्ठ चुनाव प्रणालियों में से एक है। निर्वाचन आयोग ने चुनाव प्रणाली को और पारदर्शी बनाने के लिए वीवीपैट (वोटर वेरीफाइएबल पेपर ऑडिट ट्रेल) का उपयोग सुनिश्चित किया है। ईवीएम और वीवीपैट के बारे में जनता को अभिप्रेरित करने के लिए गांव-गांव में जागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। मध्यप्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी बी.एल. कांताराव ने कहा कि निर्वाचन आयोग को ही चुनावों के अधीक्षण, नियंत्रण एवं निर्देशन के संवैधानिक अधिकार हैं। उन्होंने बताया कि आयोग के निर्देश पर मध्यप्रदेश में दिव्यांग मतदाताओं को चिन्हित किया गया है। प्रदेश में एक करोड़ घरों में जाकर साढ़े चार लाख दिव्यांग मतदाता चिन्हित किए गए हैं। साथ ही एक जनवरी 2018 को 18 वर्ष की आयु पूर्ण कर रहे युवाओं के नाम अभियान बतौर मतदाता सूची में जोड़े गए हैं। एलएनआईपीई के कुलपति प्रो़ दिलीप कुमार दुरेहा ने कहा कि सभी मतदाता, राजनैतिक दल एवं उनके कार्यकर्ता खेल भावना के साथ चुनाव प्रक्रिया में भाग लें, जिससे लोकतंत्र मजबूत हो और देश की तेजी से तरक्की हो। कार्यक्रम आयोजन से जुड़े राधा वल्लभ शर्मा ने मतदान प्रतिशत बढ़ाने पर जोर दिया। कार्यक्रम के सूत्रधार अजय तिवारी ने स्वागत उद्बोधन दिया। कार्यक्रम के अंत में अतिथियों ने प्रश्नोत्तरी के प्रतिभागी भावी मतदाताओं को सम्मानित किया।

मिथिला मधुर सावन महोत्सव दिल्ली में आयोजित

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नई दिल्ली, 5 अगस्त, अखिल भारतीय मिथिला संघ की तरफ से यहां पहली बार मधुश्रावणी पर्व, मिथिला मधुर सावन महोत्सव का आयोजन किया गया, जिसमें सैकड़ों की संख्या में महिलाओं ने हिस्सा लिया। इस दौरान मधुश्रावणी पूजन, पुष्प क्रीड़ा, मैथिली गीत-संगीत सहित कई आकर्षक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। अंत में मिथिला के पारंपरिक मिष्ठान अल्पाहार के साथ महोत्सव का समापन हुआ। संघ के अध्यक्ष विजय चन्द्र झा ने कहा, "दिल्ली और आसपास में 40 लाख मैथिल रहते हैं। हमलोगों का यह कर्तव्य बन जाता है कि उनलोगों में अपनी संस्कृति, संस्कार, पर्व-त्योहार और उसके संरक्षण एवं संवर्धन में मैथिलानियों की भूमिका का प्रचार-प्रसार किया जाए।"संघ के महासचिव विद्या नन्द ठाकुर ने बताया कि इस पूजा में संस्कृत और मैथिली के मिश्रित शब्द और मन्त्र का प्रयोग होता है। बयान के अनुसार, मधुश्रावणी मिथिला की महिलाओं का पर्व है, जो नवविवाहिताएं 13 दिनों तक श्रावण कृष्णपक्ष की पंचमी तिथि से प्रारम्भ करती हैं। यह नेह, सौन्दर्य और आत्मिक समर्पण का पर्व है। यह पुरुष-प्रकृति, लोक-शास्त्र, संस्कृति-पर्यावरण के बीच तारतम्य स्थापित करता है। लड़की को सुघड़ स्त्री बनाता है। यह पर्व तीन भागों मे बिभक्त है - प्रथम, अरिपन अथवा तांत्रिक परंपरा से पूजास्थल का निर्माण एवं नित्य पूजाय, दूसरा कथा वाचिका के द्वारा प्रतिदिन कथा सुनानाय, तीसरा अंतिम दिन की पूजा और उसके बाद कुमारी लड़कियों और सुमंगलियों का भोजन।

दिल्ली उच्च न्यायालय के फैसले से श्रमिकों पर आर्थिक दबाव बढ़ेगा : केजरीवाल

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नई दिल्ली, 5 अगस्त, न्यूनतम मजदूरी पर दिल्ली सरकार की अधिसूचना दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा रद्द किए जाने के एक दिन बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को कहा कि इस फैसले से श्रमिकों पर भारी वित्तीय दबाव पड़ेगा। केजरीवाल ने श्रंखलाबद्ध ट्वीट में कहा, "दिल्ली में बड़ी संख्या में दैनिक मजदूरी करने वालों की प्रति माह आय 9,500 रुपये से बढ़कर 13,500 रुपये हो गई थी। उच्च न्यायलय के फैसले के बाद अचानक उनकी मजदूरी कम हो जाएगी। उनपर भारी वित्तीय दबाव पड़ेगा। यह फैसला उनके लिए एक बड़ा झटका है।"अदालत ने शनिवार को केजरीवाल सरकार द्वारा पिछले साल जारी दो अधिसूचनाओं को रद्द कर दिया, जिसमें सभी तरह के रोजगार के लिए न्यूनतम मजदूरी में संशोधन और दूसरा इस उद्देश्य के लिए एक सलाहकार समिति की स्थापना करना था। मुख्यमंत्री ने दावा किया कि कुछ नियोक्ता उच्च न्यायालय के फैसले के कारण श्रमिकों से मजदूरी को वसूलने की योजना बना रहे हैं, जो उन्होंने पिछले साल चुकाई थी। केजरीवाल ने कहा, "अगर यह शुरू होता है तो इससे गरीबों की परेशानियां और बढ़ जाएंगी।"फैसले में अदालत ने कहा है कि समिति की सिफारिशें और दिल्ली सरकार की अधिसूचनाओं ने महत्वपूर्ण पहलुओं को पूरी तरह नजरअंदाज कर दिया गया था।

मुजफ्फरपुर आश्रय गृह मामले में बिहार की मंत्री इस्तीफा दें : सी. पी. ठाकुर

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पटना, 5 अगस्त, वरिष्ठ भाजपा नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री सी.पी.ठाकुर ने मुजफ्फरनगर के आश्रय गृह में 34 नाबालिग लड़कियों के साथ दुष्कर्म से जुड़े मामले में रविवार को बिहार की समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा के इस्तीफे की मांग की। सी.पी. ठाकुर ने कहा, "मंजू वर्मा को उनके विभाग के तहत चलाए जा रहे आश्रय गृह में जो हुआ उसकी नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा देना चाहिए।"मुजफ्फरपुर मामले के बीते महीने सामने आने के बाद ठाकुर भाजपा के पहले नेता हैं जिन्होंने मंजू वर्मा के इस्तीफे की मांग की है। ठाकुर ने हैरानी जताई कि यह कैसे संभव है कि इस तरह का अपराध हुआ और समाज कल्याण विभाग को इसकी कोई जानकारी नहीं थी। उन्होंने कहा, "मुजफ्फरपुर की घटना समाज कल्याण विभाग की लापरवाही का परिणाम है।"ठाकुर ने कहा कि जब उन्हें घटना के बारे में जानकारी हुई तो वह आश्रय गृह जाना चाहते थे। लेकिन, यह स्तब्ध करने वाला मामला मीडिया की हेडलाइन बन गया। अब तक सिर्फ राजद, कांग्रेस व वाम पार्टियों ने मंजू वर्मा के इस्तीफे व मामले में कथित तौर पर उनके पति की संलिप्तता को लेकर गिरफ्तारी की मांग की है। सीबीआई आश्रय गृह दुष्कर्म मामले की जांच कर रही है। मुजफ्फरनगर आश्रय गृह में नाबालिगों से दुष्कर्म का मामला टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज मुंबई द्वारा आश्रय गृह के किए गए सोशल ऑडिट के आधार पर बिहार समाज कल्याण विभाग द्वारा प्राथमिकी दर्ज कराने के बाद सामने आया।

मुजफ्फरपुर कांड में बाल संरक्षण इकाई के 6 अधिकारी निलंबित

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पटना, 5 अगस्त, बिहार सरकार ने मुजफ्फरपुर जिले के आश्रय गृह की 34 नाबालिग बच्चियों के साथ दुष्कर्म के खिलाफ कड़े कदम उठाने की विपक्ष की मांग के चलते राज्य की बाल संरक्षण इकाई के छह अधिकारियों को निलंबित कर दिया है। राज्य के सामाजिक कल्याण विभाग ने इस आधार पर इन छह सहायक निदेशकों को निलंबित किया है क्योंकि उन्होंने आश्रय गृह में बच्चियों के साथ दुर्व्यवहार की सूचना मिलने के बावजूद कार्रवाई नहीं की। अधिकारी मुजफ्फरपुर, मुंगेर, अररिया, मधुबनी, भागलपुर और भोजपुर जिलों के थे। सीबीआई मामले की जांच कर रही है। मुजफ्फरपुर आश्रय गृह उस समय सुर्खियों में आया जब बिहार समाज कल्याण विभाग ने टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेस (टीआईएसएस)द्वारा यहां किए गए सोशल ऑडिट के आधार पर मामला दर्ज कराया।

एनडीआरएफ ने 12 सालों में 1.14 लाख लोगों की जान बचाई

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नई दिल्ली, 5 अगस्त, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने अपनी स्थापना के बाद से 12 सालों में विभिन्न आपदाओं में घिरे 1,14,492 लोगों की जानें बचाई है। इसने बाढ़ एवं अन्य आपदाओं से घिरे 5,52,857 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। एनडीआरएफ आज आधुनिक युग की हर तरह की आपदाओं में बचाव कार्य करने में सक्षम है। एनडीआरएफ के महानिदेशक संजय कुमार ने कहा, "एनडीआरएफ आज देश में एक विशेषज्ञ बल बन चुका है। आणविक और रासायनिक आपदाओं समेत आधुनिक युग की हर तरह की चुनौतियों से निपटने में यह सक्षम है। इसके लिए एनडीआरएफ की सभी 12 बटालियनों में नौ विशेषज्ञों के दल शामिल किए गए हैं। इन विशेषज्ञों को विदेश में उच्चस्तर का प्रशिक्षण मिला है और ये गहरे समुद्र और आग की घटनाओं को छोड़कर हर तरह की चुनौतियों के बीच बचाव कार्य में सक्षम हैं।"हिमाचल प्रदेश कैडर के आईपीएस अधिकारी कुमार ने कहा, "अभी मॉनसून का सीजन है, इसके मद्देनजर 26 राज्यों में 57 स्थानों पर 74 टीमें तैनात हैं, जो कहीं भी आपदा की सूचना मिलने पर कम से कम समय में पहुंचकर राहत कार्य चला सकती हैं।"पिछले दो साल से एनडीआरएफ की कमान संभाल रहे कुमार ने कहा, "यह एक लोकोपकारी बल (ह्यूमेनिटेरियन फोर्स) है। इसने 2006 में अपनी स्थापना से लेकर इस साल जून तक 2,095 अभियान चलाए हैं, जिनमें आपदाओं में घिरे 1,14,492 लोगों की जानें बचाई है, बाढ़ एवं अन्य आपदाओं से घिरे 5,52,857 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है और 3,352 शवों को निकाला गया है।"

कुमार ने कहा, "आमतौर पर एनडीआरएफ का काम आपदा आने के बाद शुरू होता है, लेकिन हमने इस धारणा को बदला है और आपदाओं से निपटने में लोगों की जागरूकता के महत्व को आमजन तक लेकर गए हैं। किसी भी आपदा से निपटने में स्थानीय निवासियों की भूमिका अहम होती है, क्योंकि वे मौके पर मौजूद होते हैं और उन्हें स्थान विशेष की भौगोलिक जानकारी होती है।"उन्होंने कहा, "इसे ध्यान में रखते हुए शांतिकाल में एनडीआरएफ ने 5,268 सामुदायिक जागरूकता कार्यक्रम किया, जिससे 51,75,537 लोग लाभान्वित हुए। स्कूल सुरक्षा कार्यक्रम के तहत 1524 कार्यक्रम किए गए, जिसमें 6,44,225 छात्र-छात्राओं ने आपदा आने की स्थिति में इससे निपटने के गुर सीखे। इसी तरह 1,687 आपदा परिचय कार्यक्रम (फेमिलियराइजेशन एक्सरसाइज) आयोजित किए गए, जिसमें लोगों को जागरूक किया गया। इसके अलावा 1,714 कृत्रिम अभ्यास 'मॉक एक्सरसाइज'आयोजित किए गए, जिसमें 8,07,307 लोगों ने आपदा से निपटने के गुर सीखे।"उन्होंने कहा कि आपदाओं को रोका नहीं जा सकता, लेकिन उनसे पैदा होने वाले संकट को रोका जा सकता है।

कुमार ने कहा, "एनडीआरएफ की टीम पूरी तरह आत्मनिर्भर है। वह किसी आकस्मिक आपदा की सूचना मिलने के 30 मिनट के भीतर घटनास्थल के लिए रवाना हो सकती है। हमारे पास त्वरित कार्रवाई करने के लिए विश्वस्तरीय उपकरण हैं। हम ड्रोन, यूएवी जैसी प्रौद्योगिकी और ट्विटर, व्हाट्सएप और फेसबुक जैसे सोशल मीडिया के मामले में भी लक्ष्य को साधने केप्रति पूरी तरह से तत्पर हैं।"उन्होंने कहा, "भारत में भूकंप, बाढ़ और भवन गिरने की घटनाएं अक्सर होती रहती हैं। मेरा मानना है कि पूरे देश को मानव-जनित और प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए प्रशिक्षित करने की जरूरत है। आपदाओं से निपटने के लिए देश में सुसंगत और संगठित आपदा मोचन बनाने की जरूरत है।"उल्लेखनीय है कि एनडीआरएफ का गठन 2006 में किया गया था। इसकी 12 बटालियनों में प्रत्येक में 1,149 कर्मी हैं और सभी प्रकार की आपदाओं से निपटने में सबसे आगे हैं। इन बटालियनों को देशभर में रणनीतिक ठिकानों पर तैनात किया गया है। साथ ही, अन्य शहरों में 28 क्षेत्रीय केंद्र हैं। प्रत्येक बटालियन में 45 जवान समेत 18 विशेषज्ञों की टीम है। एनडीआरएफ के पास विभिन्न आपदाओं से निपटने के लिए अंतर्राष्ट्रीय मानकों के 310 प्रकार के उपकरण हैं।

दरभंगा : विश्वविद्यालय को करना होगा उत्कृष्ट प्रदर्शन : कुलपति,

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 स्थापना दिवस पर प्रभातफेरी एवं माल्यार्पण
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दरभंगा (आर्यावर्त डेस्क)  : ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के त्रिदिवसीय 46वें स्थापना दिवस समारोह के तीसरे दिन का आगाज परिसर स्थित ललित बाबू एवं अन्य महापुरुषों की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण एवं प्रभात फेरी से हुआ. कुलपति प्रो. सुरेंद्र कुमार सिंह के नेतृत्व में पदाधिकारियों, संकायाध्यक्षों, विभागाध्यक्षों, प्रधानाचार्यों, प्राध्यापकों, कर्मचारियों एवं एन . एस .एस. के छात्र-छात्राओं ने माल्यार्पण करते हुए प्रभातफेरी निकाली. यह प्रभातफेरी ललित बाबू की प्रतिमा के सामने से प्रारंभ होकर केन्द्रीय पुस्तकालय होते हुए महात्मा गांधी सदन पहुंच कर विचार गोष्ठी में तब्दील हो गई. वर्षा की फुहारों के बीच छात्र-छात्राओ का नारेबाजी करते हुए पथ संचरण मनभावन लगा रहा था. डॉ. आनंद प्रकाश गुप्ता एवं डॉ. विनोद बैठा के नेतृत्व में ज्वालाचन्द्र चौधरी की नारेबाजी छात्र-छात्राओं को उत्साहित कर रही थी. महात्मा गांधी सदन में कुलपति प्रो. सुरेंद्र कुमार सिंह ने विश्वविद्यालय के 46वें स्थापना दिवस की बधाई देते हुए उन महापुरुषों का स्मरण किया. जिन्होंने विश्वविद्यालय की स्थापना में योगदान किया था. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय को अपनी उत्कृष्टता का प्रदर्शन करना होगा, तभी हम अपनी प्रासंगिकता सिद्ध कर सकते हैं. इस अवसर पर प्रति कुलपति प्रो. जयगोपाल ने स्वच्छ एवं पारदर्शी प्रशासन का संकल्प व्यक्त किया. हिन्दी विभागाध्यक्ष डॉ. चन्द्रभानु प्रसाद सिंह ने विश्वविद्यालय की उस परिकल्पना को साकार करने पर बल दिया. जहां युवा पीढ़ी की आंखों में सपना और होठों पर मुस्कुराहट हो. अभिषद सदस्य डॉ. बैद्यनाथ चौधरी ने विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए किए गए संघर्षों और प्रयासों का स्मरण किया. वाणिज्य संकायाध्यक्ष डॉ. अजीत कुमार सिंह ने शिक्षकों की निष्ठा एवं कर्तव्यपरायणता पर बल दिया. धन्यवाद ज्ञापन कुलसचिव कर्नल निशीथ कुमार राय ने किया, जबकि संचालन डॉ. मुनेश्वर यादव ने किया. इस अवसर पर संकायाध्यक्ष डॉ. मनोज कुमार झा, डॉ. अनिल कुमार झा, विभागाध्यक्ष डॉ. ए. के. गुप्ता, डॉ. के.सी. सिंह, डॉ. रवींद्र चौधरी, प्रो. एन. के. अग्रवाल, प्रो. भवेश्वर सिंह, प्रधानाचार्य डॉ. प्रेम कुमार प्रसाद, डॉ. रहमतुल्ला, डॉ. श्याम चंद्र गुप्ता, आई क्यू ए सी कोआॅर्डिनेटर डॉ. रतन कुमार चौधरी, कुलानुशासक डॉ. अजयनाथ झा, दूरस्थ शिक्षा निदेशक डॉ. सरदार अरविंद सिंह, उप निदेशक डॉ. विजय कुमार, डॉ. विनय कुमार चौधरी, डॉ. अरविन्द मिलन, कर्मचारी संघ के सचिव विनय कुमार झा, समेत बड़ी संख्या में प्राध्यापक, कर्मचारी एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित थे.

दरभंगा : पेशंन अदालत में LNMU के 30 कर्मियों को मिला सेवानिवृति लाभ

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दरभंगा (आर्यावर्त डेस्क) ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय में पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत पेंशन अदालत का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रतिकुलपति जयगोपाल ने की. इस अवसर पर कुलसचिव निशीथ कुमार राय ने अपने संबोधन में कहा कि पेंशनार्थी की समस्या के समाधान हेतु हम कृतसंकल्पित हैं. विश्वविद्यालय की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार कुलपति प्रो. सुरेन्द्र कुमार सिंह के आदेश पर आज पेंशन अदालत का आयोजन किया गया. आज के कार्यक्रम में 30 कर्मियों को सेवानिवृति लाभ सहित पेंशन के कागजात दिया गया. साथ ही फैमिली पेंशन ग्रेच्युटी का निर्धारन किया गया और पीएफ भुगतान का आदेश दिया गया. वहीं 16 अवकाश प्राप्त कर्मियों के अर्जित अवकाश की गणना कर भुगतान का पत्र दिया गया. सनद रहे कि ग्रेच्युटी और अर्जित अवकाश के मद में 30 कर्मियों के बीच 1 करोड़ 80 लाख रूपये का भुगतान होना है. कार्यक्रम का संचालन पेंशन अधिकारी डॉ. एन.एन. जफर ने किया. धन्यवाद ज्ञापन कुलसचिव निशीथ कुमार राय ने किया. कार्यक्रम में वित्तीय परामर्शी एमानुल हक, वित्त पदाधिकारी विनोद कुमार सहित कई लोग मौजूद थे.

दरभंगा : मधुबनी की पम्मी महिला वर्ग में विजेता, पुरूष वर्ग में किशन

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अंतर महाविद्यालय पुरूष व महिला शतरंज प्रतियोगिता का समापन
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दरभंगा (आर्यावर्त डेस्क) दरभंगा नगर निगम के महापौर बैजंती खेड़िया ने आज यहां कहा कि मनोरंजन के लिए खेल बहुत ही जरूरी है. क्योंकि खेल हमारी आंतरिक क्षमता को निखारता है और इससे कामयाबी की राह अत्यन्त सुगम हो जाती है. महापौर अंतर महाविद्यालय शतरंज महिला एवं पुरुष टुर्नामेंट 2018 के समापन अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि अपने उद्गार व्यक्त करते हुए कही. उन्होंने कहा कि पहले के जमाने में लड़कियों के लिए सिर्फ इंदौर गेम हुआ करते थे, लेकिन आज के बदलते समय में काफी कुछ बदल गया है और लड़कियां आउटडोर गेम में भी बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रही है. यह अच्छी बात है. उन्होंने कहा कि बदलते जमाने के साथ खेल का दायरा काफी विस्तृत होता चला जा रहा है और खेल-खेल में भी अच्छे से कैरियर बन रहे हैं. कार्यक्रम में अपने विचार रखते हुए ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलानुशासक सह खेल पदाधिकारी डॉ. अजय नाथ झा ने अपने संबोधन में खेल के क्षेत्र में विश्वविद्यालय की निरंतर हो रही प्रगति की चर्चा करते हुए कहा कि वर्तमान समय में विश्वविद्यालय स्वर्णिम दौर से गुजर रहा है. अपने संबोधन में उन्होंने खेल व संस्कृति के क्षेत्र में छात्र-छात्राओं के लगातार बढ़ रहे रुझान की तारीफ करते हुए इस बात को लेकर चिंता व्यक्त की कि इस टुर्नामेंट में महज एक दर्जन अंगीभूत महाविद्यालयों की टीम ने अपनी सहभागिता दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि वह अपने स्तर से इस बात की पड़ताल करेंगे कि आखिर प्रतिभागियों की संख्या इतनी कम क्यों हो रही है. स्वागत प्रधानाचार्य डॉ. प्रेम कुमार प्रसाद ने किया. समारोह का संचालन वनस्पति विज्ञान विभाग की अध्यक्ष डॉ. संध्या झा ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन महाविद्यालय की क्रीड़ा अध्यक्ष डॉ. सुनीला दास ने किया.
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