Quantcast
Channel: Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)
Viewing all 74188 articles
Browse latest View live

मधुबनी : जदयू नेता टिंकू कसेरा की अनूठी पहल, लोगों को प्लास्टिक के बदले थैला दिया

$
0
0
tinku-kasera-distribute-non-plastic-bag
मधुबनी (आर्यावर्त डेस्क) 12 जुलाई, आज मधुबनी के विभिन्न सब्जी मंडियों में मधुबनी जिला जदयू व्यावसायिक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष टिंकू कसेरा,  रमन जायसवाल, विनय सिंह कुशवाहा, सत्यम राज, राहुल मिश्रा, सतीश कुमार सिंह सहित विभिन्न साथियों के साथ लोगों के बीच थैला का वितरण किया और उन से अपील किया कि वह जब भी घर से बाहर किसी सामान की खरीदारी को निकले घर से निश्चित रूप से एक थैला लेकर घर से निकले जिससे पॉलीथिन का उपयोग कम से कम हो और इससे होने वाले हानिकारक लाभ से धरती को बचाया जा सके इस पॉलीथिन के चलते शहर का जाल निकासी व्यवस्था अक्सर जाम रहता है उस से भी लोगों को मुक्ति मिलेगी

बिहार : अपने अधिकार के लिए सजग और सबल सशक्त बने : कुमारी रंजना यादव

$
0
0
बैठक में सेविका बहनों को मजबूत किया गया और जाग जाग मेरी बहना जाग अपनी अधिकार के लिए जाग का आह्वान किया गया
anganbadi-worker-protest-patna
दानापुर: आज बिहार आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ की महत्वपूर्ण बैठक की गई. पोलियो उन्मूलन अभियान के दौरान सफलतापूर्वक कार्य बहिष्कार के बाद सेविकाओं के साथ पहली बैठक थी.संघ की जिला अध्यक्ष कुमारी रंजना यादव की अध्यक्षता में की गई है बैठक.  इस बैठक में पटना जिले के 23    प्रखण्डों के अध्यक्षों के साथ बैठक की गई है. बैठक की अध्यक्षता कुमारी रंजना यादव ने की.इस बैठक में निर्णय लिया गया कोई भी हमारी बहने आलाधिकारी से नहीं डरे.हौसल्ला और जज्बा को मजबूत बनाए रखे जैसी की हमारी सेविका बहने अपने अधिकार के बारे में जाना और चार घंटे काम के अलावा किसी भी कार्य का बहिष्कार करना जारी है. वह क्यों ना निर्वाचन का ही कार्य हो बहिष्कार किया जाए. चार घंटे काम के अलावा किसी भी कार्य का  बहिष्कार किया जाए चार घंटे काम के अलावा हमारी बहने कोई काम नहीं करेगी सभी कार्य का विरोध करेंगे जब तक हमारी बहने अपनी अधिकार के लिए सजग नहीं होगी तब तक गूंगी बहेरी सरकार हम सेविका बहने को अबला नारी समझती रहेगी.  रात -दिन समाज को सबल कर सशक्त करने वाली सेविका कब तक अबला बनकर जीएंगी.जाग मेरी बहना जाग अपनी अधिकार को छीन लो निकम्मी सरकार से और सबल बन जा जो अधिकार दिलाएगा वही बिहार चलाएगा यह नारा देकर सेविका कब को सशक्त किया गया.

राफेल सौदे से मोदी सरकार ने अपने हितों की पूर्ति की : कांग्रेस

$
0
0
rafale-deal-bjp-benefit-congress
नयी दिल्ली, 12 अगस्त, कांग्रेस ने राफेल सौदे को लेकर आज मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए उस पर राष्ट्रहित की अनदेखी करने तथा साठगांठ वाले पूंजीवाद और अपने हितों को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने सवाल किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार इसका जवाब क्यों नहीं दे रहे हैं कि क्यों 41,205 करोड़ रुपये का अतिरिक्त सरकारी धन लड़ाकू विमानों पर खर्च किया गया। उन्होंने प्रधानमंत्री पर ‘रक्षा खरीद प्रक्रिया’ का उल्लंघन करने का भी आरोप लगाया।  विपक्षी दल ने आरोप लगाया कि दसाल्ट एविएशन की 2016 की वार्षिक रिपोर्ट और रिलायंस डिफेंस के एक प्रेस बयान के अनुसार करोड़ों रूपये के आफसेट ठेके के लिए रिलायंस डिफेंस को स्थानीय साझेदार के तौर पर चुना गया।  रिलायंस डिफेंस एंड एयरोस्पेस ने एक बयान में कहा कि उसने या रिलायंस समूह की किसी भी कंपनी ने 36 राफेल विमानों के संबंध में वर्तमान तिथि तक रक्षा मंत्रालय से कोई ठेका प्राप्त नहीं किया है। कंपनी ने कहा, ‘‘यह पूरी तरह से निराधार और गलत है। उसने यह भी दावा किया कि किसी भी नियम का कोई उल्लंघन नहीं हुआ है या दसाल्ट रिलायंस एविएशन लिमिटेड (डीआरएएल) से कोई तरजीही व्यवहार नहीं हुआ है जो कि राफेल आफसेट ठेके को पूरा करने के लिए बनायी गई एक संयुक्त उपक्रम कंपनी है। कांग्रेस नेता चतुर्वेदी ने हालांकि प्रधानमंत्री पर आरोप लगाया कि उन्होंने पेरिस में 36 लड़ाकू विमानों की तैयार हालत में खरीद संप्रग सरकार की ओर से बातचीत के जरिये तय की गई कीमत से कहीं अधिक दर पर करने की घोषणा की।

कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने एक बयान में कहा, ‘‘राफेल एक घोटाला है और सरकार घोटाले में शामिल है। भारतीय ठगा सा महसूस कर रहे हैं जबकि भाजपा ने सुनिश्चित किया कि साठगांठ वाला पूंजीवाद फले-फूले। भारत के हितों की रक्षा की बजाय मोदी सरकार अपने हितों की रक्षा करने में जुटी है।’’  चतुर्वेदी ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री ने पेरिस में 10 अप्रैल, 2015 को 7.5 अरब यूरो (1670.70 करोड़ रुपये) प्रति राफेल की दर से 36 (तैयार हालत में) राफेल विमानों की खरीद की घोषणा की। इस प्रकार 36 राफेलों का कुल मूल्य 60,145 करोड़ रुपये है।’’  भारत ने उड़ान भरने के लिए बिल्कुल तैयार 36 राफेल लड़ाकू जेटों के लिए फ्रांस के साथ सरकार से सरकार के बीच सौदा किया था। सत्तारुढ़ भाजपा के अध्यक्ष अमित शाह ने शुक्रवार को राफेल सौदे में भ्रष्टाचार के आरोपों को यह कहते हुए खारिज कर दिया था कि रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण के बयान पर विश्वास किया जाना चाहिए। शाह ने कहा कि सीतारमण ने कहा है कि मोदी सरकार द्वारा तय राफेल लड़ाकू जेटों की आधार कीमत पिछली संप्रग सरकार द्वारा तय किये गए आधार मूल्य से कम है। हालांकि कांग्रेस नेता ने कहा कि जब 12 दिसम्बर, 2012 को राफेल जेटों के लिए अंतरराष्ट्रीय निविदा खुली थी तब 126 विमानों के लिए संप्रग सरकार द्वारा तय कीमत 526.10 करोड़ रुपये प्रति राफेल थी। संप्रग के सौदे के अनुसार 36 राफेल विमानों की कीमत 18,940 करोड़ रुपये होती।

उन्होंने इसको लेकर स्पष्टीकरण मांगा कि लड़ाकू विमानों के लिए जनता का 41,205 करोड़ रूपये अधिक क्यों खर्च किया जा रहा है।  उन्होंने सवाल किया कि प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री संसद के समक्ष इस वाणिज्यक खरीद मूल्य का ब्योरा देने में क्यों अनिच्छुक हैं। उधर, सरकार कह चुकी है कि भारत और फ्रांस के बीच 2008 के समझौते में गोपनीयता उपबंध उसे राफेल लड़ाकू जेटों की खरीद मूल्य का ब्योरा देने से रोकता है।

सूर्य ‘स्पर्श’ के पहले मिशन के तहत नासा का पार्कर सोलर प्रोब रवाना

$
0
0
nassa-mission-sun-depart
वाशिंगटन, 12 अगस्त, सूर्य को ‘स्पर्श’ करने के पहले मिशन के तहत नासा ने पार्कर सोलर प्रोब को आज सफलता पूर्वक प्रक्षेपित किया। सूर्य के बाहरी वातावरण के रहस्यों पर से पर्दा उठाने और अंतरिक्ष के मौसम पर पड़ने वाले उसके प्रभावों को जानने के लिए यह मिशन सात साल का सफर तय करेगा। अमेरिका के केप केनेवरल एअरफोर्स स्टेशन पर स्पेस लॉन्च कॉम्प्लेक्स 37 से आज तड़के 3:31 बजे (भारतीय समयानुसार दोपहर एक बजकर एक मिनट पर) यान को रवाना किया गया। इस अभियान पर डेढ़ अरब अमेरिकी डालर का खर्च आया है । अंतरिक्षयान को ले जाने वाले यूनाइटेड लॉन्च अलायंस डेल्टा 4 हेवी रॉकेट का प्रक्षेपण कल प्रक्षेपण सीमा के उल्लंघन के कारण टाल दिया गया था।  प्रक्षेपण के दो घंटे बाद नासा ने एक ब्लाग में लिखा, ‘‘अंतरिक्षयान बेहतर स्थिति में है और यह स्वयं काम कर रहा है । पार्कर सोलर प्रोब सूरज को स्पर्श करने के अभियान पर चल पड़ा है।’’  यह पहला ऐसा अभियान है जिसे किसी जीवित वैज्ञानिक का नाम दिया गया है । इस अभियान का नाम 91 साल के यूगेनी एन पार्कर के नाम पर रखा गया है जिन्होंने 1958 में सबसे पहले सौर हवाओं के होने के बारे में भविष्यवाणी की थी ।  वेटरन वैज्ञानिक ने नासा के कैनेडी अंतरिक्ष केंद्र में बैठकर प्रक्षेपण को देखा । पार्कर को यह मिशन समर्पित करने वाली एक पट्टिका मई में अंतरिक्षयान से जोड़ी गयी थी। इसमें भौतिक विज्ञानी का उद्धरण लिखा है, "चलिए देखते हैं कि आगे क्या होता है ।’’  इसमें एक मेमोरी कार्ड भी है। इसमें उन 11 लाख से अधिक लोगों के नाम हैं जिन्होंने सूरज को स्पर्श करने वाले इस अंतरिक्षयान के साथ यात्रा करने की इच्छा जहिर की थी । 

नासा ने कहा, ‘‘इस अभियान के निष्कर्ष से अंतरिक्ष मौसम के बारे में पूर्वानुमान को सुधारने में अनुसंधानकर्ताओं को मदद मिलेगी ।’’  नासा विज्ञान अभियान निदेशालय के सहयोगी प्रशासक थामस जुरबुकान ने बताया, ‘‘यह अभियान सचमुच एक तारे की ओर मानव की पहली यात्रा को चिन्हित करता है जिसका असर न केवल यहां धरती पर पड़ेगा बल्कि हम इससे अपने ब्रह्मांड को बेहतर तरीके से समझ सकते हैं ।’’  कार के आकार का अंतरिक्ष यान सीधे सूरज के वातावरण के भीतर से गुजरेगा जो उसकी सतह से करीब 40 लाख मील दूर है और इससे पहले भेजे गए अंतरिक्ष यानों से सात गुना से ज्यादा सूर्य के करीब जाएगा। इसमें लगे थर्मल प्रोटेक्शन सिस्टम के कारण ऐसा संभव हो पाएगा। पार्कर सोलर प्रोब अपने साथ कई उपकरण लेकर गया है जो सूरज का दूर से, आस-पास और सीधे तौर पर अध्ययन करेगा। इन अध्ययनों से मिले डेटा, हमारे तारे के बारे में तीन मौलिक सवालों का जवाब ढूंढने में वैज्ञानिकों की मदद करेंगे।  पार्कर सोलर प्रोब जैसा सूर्य के अध्ययन का मिशन दशकों से वैज्ञानिकों का स्वप्न रहा है। हालांकि, हीट शील्ड, सोलर ऐरे कूलिंग सिस्टम और फॉल्ट मैनेजमेंट सिस्टम जैसी जरूरी प्रौद्योगिकी हाल के वर्षों में ही हासिल की जा सकी है, जिससे इस तरह के मिशन को साकार किया जा सकेगा। सूरज तक पहुंचने में इस अंतरिक्ष यान को 1377 डिग्री सेल्सियस तापमान से गुजरना होगा ।  सूरज की इस गर्मी से अंतरिक्षयान और उपकरणों की सुरक्षा साढ़े चार ईंच मोटी एक ढाल करेगी जो कार्बन से बनी हुई है।

प्रबंधन की डिग्री नहीं होने के बावजूद अच्छी प्रबंधक होती हैं महिलाएं : सुमित्रा महाजन

$
0
0
without-education-women-expert-in-management-sumitra-mahajan
चण्डीगढ़, 12 अगस्त, लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने आज कहा कि प्रबंधन की डिग्री नहीं होने के बावजूद महिलाएं ‘‘अच्छी प्रबंधक’’ होती हैं और उनके अंदर घर और बाहर दोनों जगहों पर अच्छा प्रदर्शन करने की ताकत होती है। लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि देश के विकास के लिए जरूरी है कि महिलाएं अपनी ताकत पहचानें। उन्होंने यहां भारत विकास परिषद की ओर से आयोजित महिला कार्यकर्ता सम्मेलन में कहा, ‘‘जब एक महिला काम करने के लिए घर से बाहर निकलती है तो उसे दोगुना काम करना पड़ता है। पुरुष कहते हैं कि वे भी उतना ही कर रहे हैं, लेकिन मेरा मानना है कि कोई आदमी यह गर्व से नहीं कहेगा कि वह घर में भी काम करता है।’’  महाजन ने कहा, ‘‘मैं कहती हूं कि आप (महिलाएं) प्रबंधन की किसी परीक्षा में बैठे बिना ही बहुत अच्छी प्रबंधक होती हैं क्योंकि महिलाएं स्वयं कहती हैं कि वे कुछ भी नहीं करतीं। गृहिणी होने का मतलब है कि मैं कुछ नहीं हूं। आप सबसे पहले इस सोच को अपने दिमाग से निकाल दीजिये क्योंकि आप काफी काम करती हैं।’’  उन्होंने विवाह के बाद अपने नये परिवार की देखभाल करने के लिए महिलाओं की प्रशंसा की।  उन्होंने कहा, ‘‘आप अपना परिवार छोड़कर एक नये परिवार में शामिल होती हैं और न केवल उससे घुल मिल जाती हैं बल्कि उसके प्रत्येक सदस्य को अपना मानती हैं। आप उनकी संस्कृति भी अपना लेती हैं...आप जिस तरह से पूरे परिवार को अपनाती हैं, ऐसा लगता है कि वह आप कई वर्षों से कर रही हैं। उन्होंने कहा कि जिस तरह से एक महिला एक नये परिवार में सामंजस्य बनाती है , उसमें एक प्रबंधन कौशल की जरूरत होती है।

बांग्लादेशी घुसपैठियों को देश में नहीं रहने दिया जाएगा : अमित शाह

$
0
0
bangladesi-will-kick-out-amit-shah
मेरठ, 12 अगस्त, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने आज कहा कि बांग्लादेशी घुसपैठियों को देश में नहीं रहने दिया जायेगा। शाह ने मेरठ जिले के सुभारती विश्वविद्यालय के शहीद मातादीन वाल्मीकि परिसर में दो दिवसीय प्रदेश कार्यसमिति के समापन सत्र में कहा कि बांग्लादेशी घुसपैठियों को देश में नहीं रहने दिया जाएगा लेकिन शरणार्थियों को पूरा सम्मान तथा नागरिकता मिले, इसके लिए हम संकल्पबद्ध हैं।  उन्होंने कहा,‘‘ हमें देश में रहने वाले हिंदू और मुसलमान दोनों की चिंता है।’’  भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री भूपेन्द्र यादव और प्रदेश अध्यक्ष डॉ.महेन्द्र नाथ पांडेय ने शाम को एक होटल में प्रदेश कार्यसमिति के समापन सत्र में शाह द्वारा दिए गए भाषण के बारे में जानकारी दी। इस बैठक में मीडिया को प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई थी। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने बताया कि शाह ने कार्यकर्ताओं से साफ कहा कि विपक्ष से कैसे निपटना है, इसकी चिंता पार्टी पर छोड़ दीजिए। शाह ने कहा,‘‘आप मोदी-योगी सरकार की योजनाओं को नीचे तक लेकर जाइए। आप लोग गली मोहल्लों तक पहुंचें। यदि आप लोग चट्टान की तरह खड़े होकर रहेंगे तो जीत निश्चित है।’’ 

भाजपा अध्यक्ष कहा कि उत्तर प्रदेश में महागठबंधन पार्टी के लिए कोई चुनौती नहीं है। उन्होंने यह भी साफ किया कि भाजपा तुष्टिकरण की नहीं बल्कि विकास की राजनीति करेगी। अगला चुनाव प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को केन्द्र में रखकर लड़ा जायेगा। उन्होंने ‘73 प्लस’ का नारा दिया है। शाह ने कहा, ‘‘लोग पूछते हैं कि सपा-बसपा एक हो गई तो क्या होगा। मैं कहता हूं कि उत्तर प्रदेश में सपा, बसपा, कांग्रेस सबको हम एक साथ हरा चुके हैं। जब 2017 में हम चुनाव लड़े थे तो दो लड़कों ने हाथ मिलाया था लेकिन हमने 300 से अधिक सीटें जीती। इस बार तीनों मिल जाएंगे तो भी हम 74 से कम सीटें नहीं जीतेंगे।’’ उत्तर प्रदेश की कार्य समिति की बैठक के दूसरे और अंतिम दिन आज पार्टी की तरफ से राजनीतिक प्रस्ताव पेश किया गया। इस प्रस्ताव में भाजपा ने प्रदेश की योगी और केंद्र की मोदी सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए यह दावा किया है कि प्रदेश सुरक्षित हाथों में है। 

कार्यसमिति की बैठक में जारी राजनीतिक प्रस्ताव में कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर योगी सरकार की सराहना की गई। ‘एक जिला एक उत्पाद’ को लेकर पार्टी ने योगी सरकार की खूब तारीफ की है। इससे पहले भाजपा के युवा संगठन के पश्चिम प्रभारी विजय बहादुर पाठक ने संवाददाता सम्मेलन कर संगठन की कार्य योजना के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि 2019 के चुनाव के लिए पार्टी ने पूरा रोडमैप तैयार किया है। 16 से 30 अगस्त के बीच उत्तर प्रदेश के सभी एक लाख 60 हजार बूथों पर बनाई गई भाजपा की बूथ कमेटी के पदाधिकारी बारीकी से समीक्षा करेंगे। उन्होंने पार्टी के कार्यक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि एक सितंबर से 15 सितंबर के बीच सभी 80 लोकसभा सीटों पर संचालन टोलियों की बैठक होगी। जो मतदाता छूट गए हैं उन सभी के 30 सितंबर तक अभियान चलाकर वोट बनवाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि 15 अगस्त को भारतीय जनता पार्टी के पदाधिकारी और कार्यकर्ता 11-11 पौधे लगाएंगे। 16 अगस्त को किसान मोर्चा की तरफ से स्वतंत्रता सेनानियों उनके परिवारों और शहीदों के परिजनों को सम्मानित किया जाएगा। 17 अगस्त को भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ता तिरंगे के साथ प्रभात फेरी निकालेंगे और 18 अगस्त को सभी जिलों में देशभक्ति पर आधारित कवि सम्मेलन का आयोजन महिला मोर्चा द्वारा कराया जाएगा।

जिसकी जितनी हिस्सेदारी उसकी उतनी भागेदारी हो ? : आनन्द सम्राट

$
0
0
cast-rights
पटना, 12 अगस्त, मौर्य शक्ति के प्रदेश सचिव आनन्द सम्राट कुशवाहा ने कहा कि भारतीय संविधान में सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़े वर्गों के लिए बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर जी ने आरक्षण की व्यवस्था किया था जिससे उनको सरकारी नौकरी में मदद मिल सके पर आजादी के 70 साल बाद भी उनकी स्थिति में कोई सुधार नहीं हो पाया है जिसके कारण उन्हें आजतक आरक्षण का हकदार माना जाता है और ये जरूरी भी है उसके बाद ओबीसी को भी आरक्षण के लिए सिफारिश आने लगी सरकार ने उसके लिए मंडल कमीशन बनाया और जांच का आदेश दिया मंडल कमीशन ने सही ठहराते हुए ओबीसी को भी आरक्षण देने की सिफारिश कर दिया अब जनरल कैटोगरी के लोग भी अपने लिए आरक्षण की मांग कर रहे हैं या आरक्षण को खत्म करने की बात कह रहे हैं जबकि सच तो ये है कि लगभग 60 फ़ीसदी उच्च पदों पर जेनरल वाले कब्जित हैं जबकी न्यायालय में यह प्रतिशत बढ़कर 80 से 85 हो जाता है उसके बाद भी आरक्षण के लिए आंदोलन किया जा रहा है तो मेरा मानना है कि आरक्षण को 100% कर दिया जाय जिसकी जितनी हिस्सेदारी उसकी उतनी भागेदारी किया जाय जिससे कोई किसी का आरक्षण नहीं खायेगा जिसका  जितना प्रतिशत जनसंख्या  होगा उसे उतना प्रतिशत आरक्षण दिया जाय इससे आरक्षण आंदोलन पूरी तरह से खत्म किया जा सकता है

भूमिगत जल ‘फिक्स्ड डिपाजिट’ की तरह : संसदीय समिति

$
0
0
असाधारण परिस्थिति में सीमित उपयोग की हो इजाजत
under-ground-water-fixed-deposit-used-in-special-case
नयी दिल्ली, 12 अगस्त, संसद की एक समिति ने भूमिगत जल को बैंकों में जमा की जाने वाली ‘‘सावधि जमा’’ की तरह बताया है। उसने कहा है कि इस जल के इस्तेमाल की अनुमति केवल असाधारण परिस्थितियों में ही दी जानी चाहिये, वह भी केवल सीमित मात्रा में। समिति ने यह सुझाव पेयजल की बढ़ती मांग तथा भूमिगत जल के बिगड़ते स्तर को ध्यान में रखते हुए दिया है। उसने कहा कि सरकार को सार्वजनिक -निजी भागीदारी मॉडल पर आधारित जल पैकेजिंग उद्योग को प्रोत्साहित करना चाहिए। जल संसाधन पर गठित संसद की स्थायी समिति ने ‘उद्योगों द्वारा पानी के व्यावसायिक दोहन के सामाजिक-आर्थिक प्रभाव’ पर एक हालिया रिपोर्ट में कहा कि जल पैकेजिंग इकाइयों की स्थापना सरकार की पहल थी ताकि लोगों को पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके। समिति का मानना है कि उपभोग के लिए पानी की मांग और आपूर्ति के बीच अंतर को पाटना सरकार की सबसे  बड़ी सामाजिक जिम्मेदारी है। रिपोर्ट में कहा गया है, ‘‘समिति सुझाव देती है कि साफ एवं सुरक्षित पानी की उपलब्धता में सरकार को महत्वपूर्ण भूमिका निभानी चाहिए। भूमिगत जल हमारे लिए निश्चित जमापूंजी की तरह है और यह भविष्य में पानी की मांग की पूर्ति के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।’’  समिति पूरी मजबूती के साथ यह सिफारिश करती है कि सरकार को भूमिगत जल का इस्तेमाल करने की अनुमति केवल असाधरण परिस्थितियों में देनी चाहिये। 

ब्राड-एंडरसन के तूफान में उड़ा भारत, पारी और 159 रन से हारा

$
0
0
india-post-inning-defeat-second-test
लंदन, 12 अगस्त,  इंग्लैंड के तेज गेंदबाजों के सामने भारतीय बल्लेबाजों ने एक बार फिर घुटने टेक दिए जिससे मेजबान टीम ने वर्षा से प्रभावित दूसरे क्रिकेट टेस्ट के चौथे ही दिन आज यहां पारी और 159 रन की जीत के साथ पांच मैचों की श्रृंखला में 2-0 की बढ़त बना ली। बारिश के कारण पहले दिन एक भी गेंद नहीं फेंकी जा सकी जबकि बाकी दिन भी बारिश की आंख मिचौली चलती रही लेकिन इसके बावजूद इंग्लैंड की टीम ने यह मैच सिर्फ 170 . 3 ओवर के खेल में जीता। विराट कोहली की कप्तानी में यह भारत की पारी के अंतर से पहली हार है।  पहली पारी की तरह दूसरी पारी में भी इंग्लैंड के तेज गेंदबाजों का दबदबा रहा। जेम्स एंडरसन (23 रन पर चार विकेट) और स्टुअर्ट ब्राड (44 रन पर चार विकेट) ने शीर्ष और मध्यक्रम को ध्वस्त किया जिससे भारतीय टीम दूसरी पारी में 47 ओवर में 130 रन पर ढेर हो गई।  भारत की ओर से हार्दिक पंड्या (26) और रविचंद्रन अश्विन (नाबाद 33) ही 20 रन के आंकड़े को पार कर पाए। दोनों ने सातवें विकेट के लिए 55 रन की भारत की मैच की सर्वश्रेष्ठ साझेदारी करके टीम का स्कोर 100 रन के पार पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई। पहली पारी में 29 रन बनाने वाले अश्विन दोनों पारियों में भारत के शीर्ष स्कोरर रहे।

पहले दोनों सत्र में बारिश के कारण समय से पहले ब्रेक लेना पड़ा। भारत ने दूसरे सत्र में 23 ओवर में सिर्फ 49 रन जोड़कर चार विकेट गंवाए जो सभी ब्राड के खाते में गए। इससे पहले भारत के पहली पारी में 107 रन के जवाब में इंग्लैंड ने 88 .1 ओवर में सात विकेट पर 396 रन बनाकर पहली पारी घोषित की। मेजबान टीम ने पहली पारी के आधार पर 289 रन की बढ़त हासिल की। इंग्लैंड ने दिन की शुरुआत छह विकेट पर 357 रन से की। इंग्लैंड की टीम ने सुबह के सत्र में तेजी से रन जुटाने की कोशिश की लेकिन मोहम्मद शमी (96 रन पर तीन विकेट) ने बल्लेबाजों को काफी परेशान किया। शमी ने क्रिस वोक्स (नाबाद 137) और सैम कुरेन (40) को कई बार छकाया लेकिन विकेट हासिल करने में नाकाम रहे। बल्लेबाजों को रन बनाने में परेशानी हो रही थी लेकिन हल्की बारिश शुरू होने पर कुरेन ने तेजी से रन जुटाने की कोशिश की। उन्होंने कुछ अच्छे शाट मारे लेकिन हार्दिक पंड्या (66 रन पर तीन विकेट) ही गेंद पर थर्ड मैन पर लपके गए जिसके बाद इंग्लैंड के कप्तान जो रूट ने पारी घोषित कर दी। 

दूसरी पारी में भी भारत की शुरुआत खराब रही। एंडरसन ने मुरली विजय को पारी के तीसरे ओवर में विकेटकीपर जानी बेयरस्टा के हाथों कैच कराकर लार्ड्स पर अपना 100वां टेस्ट विकेट हासिल किया। विजय किसी टेस्ट की दोनों पारियों में खाता खोलने में नाकाम रहने वाले भारत के छठे सलामी बल्लेबाज बने। वह 2018 में दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड में विदेशी सरजमीं पर 10 पारियों में केवल 128 रन बना पाए हैं। चार ओवर बार एंडरसन ने सलामी बल्लेबाज लोकेश राहुल (10) को भी पगबाधा किया। कप्तान विराट कोहली चौथे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए नहीं आए क्योंकि पीठ में जकड़न के कारण सुबह वह क्षेत्ररक्षण के लिए मैदान पर नहीं उतरे थे।  बारिश के कारण लंच ब्रेक जल्दी लेना पड़ा। लगभग डेढ़ घंटे के विलंब के बाद जब खेल दोबारा शुरू हुआ तो वोक्स (24 रन देकर दो विकेट), एंडरसन और ब्राड ने भारतीय बल्लेबाजों को काफी परेशान किया। अजिंक्य रहाणे (13) पांच रन के निजी स्कोर पर भाग्यशाली रहे जब वोक्स की गेंद उनके बल्ले का अंदरूनी किनारा लेने के बाद पैड से टकराकर स्लिप की ओर उछली लेकिन क्षेत्ररक्षक के हाथों तक नहीं पहुंची। इंग्लैंड के कप्तान जो रूट ने इसके बाद गेंद ब्राड को थमाई और उनके नये स्पैल के दूसरे ओवर में ही रहाणे बाहर की ओर मूव होती गेंद से छेड़छाड़ की कोशिश में तीसरी स्लिप में कीटोन जेनिंग्स को आसान कैच दे बैठे।

कोहली (17) ने ब्राड पर चौका जड़ा लेकिन इस तेज गेंदबाज ने पुजारा को लगातार परेशान करने के बाद अंतत: बोल्ड कर दिया जिससे भारत का स्कोर चार विकेट पर 50 रन हो गया। पुजारा ने 17 रन बनाए। ब्राड ने चाय के ब्रेक से कुछ देर पहले उछाल लेती गेंद पर कोहली को शार्ट लेग पर ओलिवर पोप के हाथों कैच कराया। कोहली ने डीआरएस का सहारा लिया लेकिन रीप्ले में दिखा की गेंद उनके ग्लव्स को छूने के बाद पोप की ओर उछली थी।  ब्राड ने अगली गेंद पर दिनेश कार्तिक को भी पगबाधा किया। कार्तिक ने भी डीआरएस लिया लेकिन फैसला गेंदबाज के पक्ष में गया जिससे भारत का स्कोर छह विकेट पर 61 रन हो गया।  चाय के बाद पंड्या और अश्विन को शुरुआत में काफी परेशानी हुई। ब्राड की गेंद पंड्या जबकि कुरेन की अश्विन की अंगुली पर लगी जिससे दोनों को मैदान पर ही उपचार करना पड़ा। पंड्या और अश्विन ने हालांकि इसके बाद कुछ आकर्षक शाट खेले। पंड्या ने ब्राड के लगातार चार ओवर में चार चौके मारे और इस दौरान अश्विन के साथ मिलकर 39वें ओवर में टीम का स्कोर 100 रन के पार पहुंचाया। अश्विन ने भी ब्राड और एंडरसन की गेंदों को बाउंड्री के दर्शन कराए। 

वोक्स ने इसके बाद गेंदबाजी में वापसी करते हुए पहली ही गेंद पर पंड्या को पगबाधा किया। मैदानी अंपायर ने पंड्या को नाटआउट करार दिया था लेकिन डीआरएस लेने पर फैसला गेंदबाज के पक्ष में गया। एंडरसन ने इसके बाद कुलदीप यादव को बोल्ड करके उन्हें मैच में लगातार दूसरी बार खाता खोले बिना पवेलियन भेजा। यह चौथा मौका है जब किसी टेस्ट में भारत के दो बल्लेबाज दोनों पारियों में खाता खोलने में नाकाम रहे। एंडरसन ने मोहम्मद शमी (00) को पगबाधा करके भारत को नौवां झटका दिया जबकि वोक्स ने इशांत शर्मा (02) को लेग गली में पोप के हाथों कैच कराके इंग्लैंड को जीत दिलाई।

उत्तर प्रदेश के कार्यालयों में दिलाई जाएगी तंबाकू छोड़ने की शपथ

$
0
0
oath-to-leave-tobaco-in-upलखनऊ, 12 अगस्त, उत्तर प्रदेश चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा राज्य में तंबाकू नियंत्रण के लिए एक विशेष अभियान चलाने का निर्णय लिया गया है। यह अभियान 31 अगस्त तक 'तंबाकू से आजादी'नामक शीर्षक से चलाया जाएगा। राज्य के सभी जिलाधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि अभियान की सफलता के लिए गंभीरता पूर्वक जन सहयोग प्राप्त कर इसे चलाया जाए। इसके अंतर्गत तंबाकू सेवन से होने वाले रोगों एवं सीओटीपीए अधिनियम-2003 के प्रति जन जागरूकता के लिए रैली, चित्रकला प्रतियोगिता सहित अन्य कार्यक्रमों का आयोजन करते हुए व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ के राज्य कार्यक्रम अधिकारी सुनील पांडेय ने बताया कि 'तंबाकू से आजादी'अभियान के अंतर्गत प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री द्वारा चलाए जा रहे स्वच्छता अभियान को समाहित करते हुए स्वतंत्रता दिवस पर प्रदेश के समस्त सरकारी प्रतिष्ठानों/कार्यालयों में तंबाकू छोड़ने के लिए शपथ दिलाई जाएगी। पांडेय ने कहा कि'यलो लाइन कैम्पेन'के अंतर्गत चरणबद्ध रूप से समस्त शैक्षणिक संस्थानों, चिकित्सालयों एवं शासकीय कार्यालयों को तंबाकू मुक्त बनाए जाने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के समस्त जिलाधिकारी एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि उनके अधीन सभी सरकारी कार्यालय/संस्थान, शैक्षणिक संस्थान एवं चिकित्सालयों को तंबाकू मुक्त घोषित करते हुए प्रदेश में खुली सिगरेट पर लगे प्रतिबंध का प्रभावी अनुपालन सुनिश्चित किया जाए।

दलित ग्राम प्रधान बिना कसूर 10 दिन से पुलिस हिरासत में

$
0
0
dalit-gram-pradhan-arrested
चित्रकूट, 12 अगस्त, फर्जी मुठभेड़ों को लेकर बदनाम उत्तर प्रदेश में योगी सरकार की पुलिस अब मानवाधिकारों के हनन में भी अव्वल होती जा रही है। एक दलित ग्राम प्रधान को पुलिस पूछताछ के नाम पर कोतवाली ले आई और बिना लिखा-पढ़ी किए पिछले 10 दिनों से हिरासत में रखे हुई है। ग्राम प्रधान के खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं है। यह वाकया चित्रकूट जिले की कर्वी कोतवाली का है। करारी गांव के दलित ग्राम प्रधान को हत्या के एक मामले में पूछताछ के लिए लाया कोतवाली लाया था। करारी गांव की एक दलित महिला ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के अलावा उच्चाधिकारियों को भेजे शिकायती पत्र में आरोप लगाया कि उसने अदालत के आदेश पर 17 जुलाई, 2018 को गांव के राजाभइया सिंह के खिलाफ दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया था। इस मामले में दोष मुक्त करने के बदले विवेचना अधिकारी ने आरोपी से कथित रूप से एक लाख रुपये की मांग की थी। इसी को लेकर आरोपी ने अपने पिता पर जमीन बेचने का दबाव बनाया, जिसको लेकर दोनों के बीच दो दिन काफी झगड़ा हुआ था और उसके पिता दादू भाई ने 31 जुलाई और एक अगस्त की दरम्यानी रात अपने खेत के बबूल के पेड़ में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी।

शिकायती पत्र के मुताबिक, पुलिस महिला के पति कल्लू, देवर कमलेश, भतीजे सुशील और गांव के दलित ग्राम प्रधान कोदा प्रसाद कोरी को एक अगस्त की देर रात घर से उठा ले गई। पति, देवर और भतीजे को छह अगस्त को कथित हत्या के मामले में जेल भेज दिया है, लेकिन ग्राम प्रधान को अब भी कर्वी पुलिस अपनी हिरासत में रखे हुई है। इस मामले में पुलिस ने कोई लिखा-पढ़ी नहीं की है। पीड़िता ने यह भी लिखा कि जिस रात पुलिस ने सभी को हिरासत में लिया था, उसके दूसरे दिन अदालत में उसका धारा-164 सीआरपीसी के तहत बयान दर्ज कराया जाना था, जो अब तक दर्ज नहीं कराया गया है। आरोपी उसकी व उसके परिवार की हत्या के लिए खुला घूम रहा है। दस दिन से पुलिस की हिरासत झेल रहे दलित ग्राम प्रधान कोदा प्रसाद कोरी ने रविवार को फोन पर बताया कि कोतवाल ने कथित हत्या बावत अब तक कोई पूछताछ नहीं की है और न ही थाने से एक भी दिन खाना दिया है। उसके परिजन दोनों पहर 40 किलोमीटर की दूरी तय कर कोतवाली खाना देने आते हैं। उन्होंने फोन पर बताया कि "कोतवाल ने सीधे तौर पर रिश्वत की मांग नहीं की, बल्कि कोतवाल की तरफ से उनके सरकारी जीप चालक और एक पंड़ित होमगार्ड ने कई बार एक लाख रुपये देने पर छोड़ने की बात कह चुके हैं। मैं पचास हजार रुपये तक देने को कह चुका हूं।"

इस मामले में जब कोतवाल अनिल सिंह से बात की गई तो उनका कहना था, "कल्लू, कमलेश, सुरेश, ग्राम प्रधान कोदा और उसके दो भाइयों रामकुमार व मिठाईलाल के खिलाफ दादू भाई सिंह की हत्या का नामजद मुकदमा दर्ज है। कल्लू, कमलेश और सुशील को छह अगस्त को जेल भेज दिया गया है। ग्राम प्रधान को घटना बावत पूछताछ और दो भइयों की गिरफ्तारी के दबाव के लिए हिरासत में रखा गया है।"एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि लिखा-पढ़ी में जरूर हिरासत में नहीं लिया गया, लेकिन पुलिस अधीक्षक की जानकारी में है। जल्दी ही ग्राम प्रधान का भी चालान किया जाएगा। दुष्कर्म पीड़िता का अदालत में अब तक बयान न दर्ज कराए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि उस घटना के विवेचना अधिकारी सीओ सिटी हैं, इस बारे में वही बता सकते हैं। अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि सर्वोच्च न्यायालय और राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग पहले ही 24 घंटे से ज्यादा समय तक किसी भी आरोपी को हिरासत में न रखने के दिशा-निर्देश दे चुका है, लेकिन यहां की पुलिस के लिए इसका कोई मायने नहीं है।

नोबेल पुरस्कार विजेता लेखक वी.एस नायपॉल का निधन

$
0
0
v-s-noypaaull-passes-away
लंदन, 12 अगस्त, भारतीय मूल के ब्रिटिश लेखक और नोबेल पुरस्कार विजेता विद्याधर सूरज प्रसाद नायपॉल का 85 वर्ष की आयु में लंदन स्थित उनके घर में निधन हो गया। नायपॉल की पत्नी ने उनके निधन की पुष्टि कर कहा कि उनका निधन शनिवार को लंदन में हुआ। उन्होंने जारी बयान में कहा, "उन्होंने जो कुछ हासिल किया था वह बहुत बड़ा था और वह अपने आखिरी वक्त में उन लोगों के साथ थे, जिनसे वह प्यार करते थे। उन्होंने रचनात्मकता और उद्यमिता से भरी जिंदगी जी।"समाचार एजेंसी 'एफे'की रिपोर्ट के अनुसार, 2001 में साहित्य के लिए नोबेल पुरस्कार के अलावा वी.एस नायपॉल ने वर्ष 1971 में बुकर पुरस्कार भी जीता था। नायपॉल को 20वीं और 21वीं शताब्दी में अंग्रेजी भाषा के सबसे महत्वपूर्ण लेखकों में से एक माना जाता था। उनका जन्म भारतीय प्रवासी परिवार में त्रिनिडाड और टोबैगो द्वीप चगुआनास में हुआ था। वहां से वह ब्रिटेन स्थानांतरित हुए और वर्ष 1950 में सरकारी छात्रवृत्ति जीतने के बाद ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में दाखिल हुए। उन्होंने वर्ष 1961 में अपना साहित्यिक करियर शुरू किया और तब से उन्होंने लगभग 30 किताबें लिखी। उन्हें हालांकि 'ए हाउस फॉर मिस्टर बिस्वास'उपन्यास ने काफी प्रसिद्धि दिलाई।  उनकी प्रमुख कृतियों में 'द एनिगमा ऑफ अराइवल', 'मिगुएल स्ट्रीट', 'द लॉस ऑफ एल डोराडो'और 'बियॉंड बिलीफ : इस्लामिक एक्सकर्सन्स अमंग द कंवर्टेड पीपुल्स'शामिल थीं। नायपॉल के निधन पर कई लोगों ने दुख जताया जिनमें लंदन के 'द मेल'के संपादक व नायपॉल के करीबी मित्र जियॉर्डी ग्रेग ने कहा, "ब्रिटेन की साहित्यिक विरासत को बड़ा नुकसान लेकिन इसमें कोई संदेह नहीं है कि उनकी किताबें ताउम्र रहेंगी।"

बिहार में आश्रय गृह की 2 महिलाओं की मौत

$
0
0
shelter-home-two-women-dead
पटना, 12 अगस्त, बिहार में एक आश्रय गृह में रहने वाली दो महिलाओं की यहां पटना के एक अस्पताल में मौत हो गई। पुलिस ने यह जानकारी दी। आसरा आश्रय गृह में रहने वाली एक 40 वर्षीय महिला और एक 18 वर्षीय लड़की की शुक्रवार रात पटना मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में मौत हो गई। इस घटना की सूचना न तो पुलिस और न समाज कल्याण विभाग को दी गई। विभाग के अधिकारियों के साथ पुलिस की एक टीम ने शहर के राजीव हागर इलाके में स्थित आश्रय गृह का दौरा किया और वहां कार्यरत कर्मचारियों से पूछताछ की। दोनों महिलाओं की मौत के कारण का पता नहीं चल पाया है। बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में एक बालकिा गृह में 34 नाबालिग लड़कियों के साथ दुष्कर्म की घटना जुलाई में सामने आई थी। उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में एक आश्रय गृह से 24 लड़कियों को पिछले सप्ताह तब बचाया गया, जब उनमें से एक ने पुलिस को बताया कि उन लोगों का यौन उत्पीड़न किया जा रहा है।

औपचारिक क्षेत्र में 70 लाख से अधिक नौकरियां पैदा हुईं : मोदी

$
0
0
70-lakhs-jobs-created-modi
नई दिल्ली, 12 अगस्त, | विपक्ष के बेरोजगारी के मुद्दे को 'राजनीतिक तिकड़म'बताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पिछले एक वर्ष में केवल औपचारिक क्षेत्र में ही 70 लाख से अधिक नौकरियां पैदा हुई हैं। टाइम्स ऑफ इंडिया ने मोदी के हवाले से बताया, "कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) के आंकड़ों पर आधारित हमारे अध्ययन के अनुसार पिछले एक वर्ष में औपचारिक क्षेत्र में 70 लाख से अधिक नौकरियां पैदा हुई हैं।"विपक्ष पर हमला करते हुए मोदी ने कहा कि हमारी सरकार को नौकरियां पैदा न कर पाने के लिए दोषी ठहराने के बजाय "मैं समझता हूं कि नौकरियों से जुड़े आंकड़ों की कमी है।"उन्होंने कहा, "जाहिर तौर पर जानकारी के अभाव के कारण हमारे विरोधी इस स्थिति का फायदा उठाएंगे और नौकरियां पैदा करने में असफल रहने के लिए हमें दोषी ठहराएंगे।"मोदी ने विपक्ष द्वारा उठाए गए बेराजगारी के मुद्दे को भी 'प्रोपोगंडा'बताया। उन्होंने कहा, "यदि आप राज्य सरकारों द्वारा किए गए दावों को देखे- बंगाल का कहना है कि उसने 68 लाख नौकरियां पैदा की हैं और पिछली कर्नाटक सरकार ने दावा किया कि उसने 53 लाख नौकरियां पैदा की हैं - क्या हम यह कहना चाहते हैं कि देश की नौकरियां कुछ राज्यों में पैदा की जा रही हैं और दूसरे राज्य एवं पूरा देश नौकरियां पैदा नहीं कर पा रहा? विपक्ष द्वारा नौकरियों के मुद्दे पर फैलाया गया यह प्रोपोगंडा एक राजनीतिक तिकड़म है।"

मोदी ने कहा कि अनौपचारिक क्षेत्र में करीब 80 प्रतिशत नौकरियां हैं और औपचारिक क्षेत्र में नौकरियों के पैदा होने से अनौपचारिक क्षेत्र में भी रोजगार बढ़ा है। उन्होंने कहा, "करीब तीन लाख गांव-स्तर के उद्यमी हैं, जो पूरे देश में जन सेवा केंद्र चलाते हैं और रोजगार पैदा करते हैं। मुद्रा योजना के तहत 12 करोड़ से अधिक ऋण दिया गया है।"मोदी ने कहा कि पिछले चार वर्षो में सड़क, रेलवे एवं आवास जैसे भारी निर्माण गतिविधियां हुई हैं और ये सभी नौकरियां पैदा करती हैं। उन्होंने कहा, "राष्ट्रीय हो या अंतर्राष्ट्रीय सभी रिपोर्ट दिखाते हैं कि भारत में गरीबी में गिरावट आई है। क्या हम नौकरियों के बिना ऐसी संभावना के बारे में सोच सकते हैं?"मोदी ने कहा कि पर्यटन अधिकतम रोजगार प्रदान करता है। देश का पर्यटन क्षेत्र तेजी से बढ़ रहा है और वर्ष 2017 में भारत में विदेशी पर्यटकों के आगमन के कारण इसमें 2016 से मुकाबले 14 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। उन्होंने दावा किया कि विभिन्न एयरलाइंस मासिक आधार पर नए विमान जोड़ रही हैं और इस देश में मोबाइल विनिर्माण इकाइयों की संख्या बढ़कर 120 हो गई है। उन्होंने कहा, "केवल इनसे ही 4.5 लाख प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष नौकरियां पैदा हुई हैं।"

सुनसान इलाके में शौच की बात सोचकर डर लगता है : भूमि पेडनेकर

$
0
0
horrible-toilet-in-open-bhumi-pednekar
नई दिल्ली, 12 अगस्त, खुले में शौच के खिलाफ बनी फिल्म 'टॉयलेट : एक प्रेमकथा'की अभिनेत्री भूमि पेडनेकर ने कहा कि खुले व सुनसान इलाके में शौच करने की बात सोचने भर से उन्हें डर लगता है। इस फिल्म में उनके किरदार को काफी सराहा गया था। अभिनेत्री वास्तविक जीवन में भी खुले में शौच के खिलाफ हैं। भूमि के मुताबिक, भारत में स्वच्छता संकट से सबसे ज्यादा महिलाएं जूझ रही हैं। भूमि ने बताया, "मुझे सटीक आंकड़ा नहीं पता, लेकिन ऐसी रपटें हैं जो दिखाती हैं कि जिन इलाकों में शौचालय व स्वच्छता संबंधी सुविधाएं नदारद हैं, वहां महिलाएं शौच जाने के लिए अंधेरा होने का इंतजार करती हैं या फिर सुनसाने इलाके में जाती हैं, जिसके चलते दुष्कर्म या छेड़छाड़ की घटनाएं देखने को मिलती हैं।"उन्होंने कहा, "मैं बीच सुनसान इलाके में कपड़े उठाकर शौच करने की कल्पना भी नहीं कर सकती। इससे मुझे डर लगता है। मेरा जीवन खतरे में पड़ सकता है, क्योंकि कुछ भी हो सकता है। लेकिन, गांव-देहात में ऐसी हजारों महिलाएं हैं जो लंबे अरसे से ये सब कर रही हैं। जरा कल्पना कीजिए कि वे किस तरह का खतरा मोल ले रही हैं। यह हैरान कर देने वाली बात है।"फिल्म 'शुभ मंगल सावधान'की अभिनेत्री सार्वजनिक शौचालयों के इस्तेमाल पर शुल्क वसूलने की अवधारणा के भी खिलाफ हैं। अभिनेत्री ने कहा कि शौचालयों के इस्तेमाल पर लोगों से शुल्क वसूलना उनकी समझ के परे है। सार्वजनिक जगहों पर शौचालयों का इस्तेमाल निशुल्क कर देना चाहिए। यह हर नागरिक का मूलभूत अधिकार है। भूमि (29) ने कहा कि 'टॉयलेट : एक प्रेमकथा'से काफी बदलाव देखने को मिला है। जब उन्होंने पटकथा पढ़ी थी तो यह जानकर हैरान रह गई थी कि भारत में 58 फीसदी लोग खुले में शौच करते हैं, लेकिन फिल्म रिलीज होने और कई स्वच्छता अभियानों की बदौलत इसमें गिरावट देखने को मिली है। भूमि का मानना है कि जब तक देश के लोग स्वच्छता के प्रति संजीदा नहीं होंगे, तब तक हमारे देश में स्वच्छता में कमी जैसी समस्या हल नहीं हो सकती।

विपक्षी एकता विफल प्रयास, 2019 में तोड़ेंगे पुराना रिकार्ड : मोदी

$
0
0
will-breack-record-in-2019-modi
नई दिल्ली, 12 अगस्त, विपक्ष के महागठबंधन को एक असफल विचार करार देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की अगुआई में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) 2019 में होने वाले अगले लोकसभा चुनाव में 2014 के लोकसभा चुनाव से भी ज्यादा सीटें हासिल करेगा और सारे रिकार्ड तोड़ेगा। उन्होंने राजग गठबंधन के टूटने की संभावनाओं को खारिज करते हुए कहा कि लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव तथा राज्यसभा के उपसभापति चुनाव में सरकार की जीत से गठबंधन का प्रमाण मिलता है। एक साक्षात्कार में मोदी ने भीड़ द्वारा हत्या (मॉब लिंचिंग) और हिंसा की घटनाओं की निंदा की। उन्होंने कहा कि किसी भी उद्देश्य से करने के बावजूद यह अपराध है।मोदी ने कहा है कि जनता एक मजबूत और निर्णय लेने वाली सरकार चाहती है और उनका अभियान 'विकास, तीव्र विकास और सबका विकास'पर आधारित रहेगा। उन्होंने कहा, "आगामी चुनाव में हम निश्चित रूप से पिछले चुनाव से ज्यादा सीटें हासिल करेंगे और मुझे पूरा विश्वास है कि हम राजग द्वारा पिछले चुनाव में जीती गई सीटों का रिकार्ड तोड़ देंगे तथा और अधिक प्रतिष्ठा हासिल करेंगे। जनता हमारे साथ है और हमें डरने की कोई जरूरत नहीं है।"विपक्ष के महागठबंधन पर मोदी ने कहा कि उनके सत्ता में आने के बाद भारत की वैश्विक प्रतिष्ठा में सुधार हुआ है।

उन्होंने कहा, "30 सालों के बाद केंद्र में क्रियाशील, मजबूत और स्थिर सरकार आई है। जनता के मन में राजनीतिक मजबूरियों के कारण गठित गठबंधन सरकार को लेकर बुरे अनुभव हैं। महागठबंधन या इसे आप जो कहें, यह मतदाताओं का गठबंधन नहीं कर सकता।"उन्होंने कहा, "भारत की जनता हमेशा देश हित को सर्वोपरि मानती है। मुझे विश्वास है कि जनता अपना मत अलग-अलग विचारों वाले ऐसे दलों को देकर बर्बाद नहीं करेगी, जिनका लक्ष्य मोदी को हटाने के अतिरिक्त और कुछ नहीं है।"मोदी ने कहा, "निराश और अलग-अलग विचारधारा वाले दलों का बिना वैचारिक गठबंधन महागठबंधन नहीं 'राजनीतिक दुस्साहस'है।"उन्होंने कहा, "यह एक असफल विचार है, जो कभी सफल नहीं हुआ है। इतिहास हमें बताता है कि ऐसे दुस्साहस 1979, 1990 और 1996 में असफल रहे हैं। जनता मजबूत और निर्णय लेने वाली सरकार चाहती है।"भाजपा की अगुआई वाले सत्तारूढ़ गठबंधन में मतभेदों के सवाल पर मोदी ने कहा कि मुझे विश्वास है कि राज्यसभा के उपसभापति के हालिया चुनाव में राजग उम्मीदवार ने बहुमत नहीं होने के बावजूद जीतकर सभी लोगों की आशंकाएं समाप्त कर दी होंगी।

गौ-रक्षा के नाम पर लिंचिंग की लगातार हो रही घटनाओं पर पिछड़ों और अल्पसंख्यकों को आश्वस्त करने लिए सरकार के कदम के बारे में पूछने पर मोदी ने कहा कि हर घटना से उन्हें बहुत दुख पहुंचा है और कड़े शब्दों में इसकी निंदा करने की जरूरत है। उन्होंने कहा, "मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि मॉब लिंचिंग एक अपराध है, इसका उद्देश्य चाहे जो हो। किसी भी परिस्थिति में कोई भी व्यक्ति कानून को अपने हाथों में नहीं ले सकता और हिंसा नहीं कर सकता।"ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए उन्होंने हालांकि राज्य सरकारों को जिम्मेदार बताते हुए कहा कि राज्य सरकारों को ऐसे मामलों में अपराधियों के खिलाफ कानूनन सख्त कदम उठाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि फेक न्यूज (झूठी खबरें) और अफवाहों से हिंसा फैलाना भी निंदनीय है और ऐसे मामलों पर निगरानी रखने के लिए सरकार डिजिटल मीडिया और अन्य मंचों पर सक्रिय है। मोदी ने कहा कि कांग्रेस द्वारा राफेल विमान सौदा घोटाले के आरोप इसलिए लगाए गए, ताकि उनके बोफोर्स घोटाले का भूत भाग सके। उन्होंने कहा, "यह निष्कपट और पारदर्शी सौदा है।"पाकिस्तान और इस्लामाबाद में पद संभालने जा रहे इमरान खान की नई सरकार से संबंधों पर मोदी ने कहा, "हमें आशा है कि पाकिस्तान एक ऐसा सुरक्षित, स्थिर और समृद्ध क्षेत्र बनाने के लिए काम करेगा, जो आतंकवाद और हिसा से मुक्त हो।"

व्यापार के लिए अनुकूल माहौल तैयार करने के लिए सरकार की कोशिशों के बारे में उन्होंने कहा कि प्रक्रियाओं को सरल करने पर जोर है, चाहे किसी कंपनी का निगमन हो, किसी निदेशक को शामिल करना हो, या आयकर या वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) का भुगतान हो। काला धन और आर्थिक अपराधियों को भारत वापस लाने के प्रयास पर उन्होंने कहा कि सरकार ने पहले ही लगभग 2.6 लाख फर्जी कंपनियों को बंद कर 3.09 लाख निदेशकों के नामों को काली सूची में डाल दिया है। उन्होंने कहा, "इस महीने और 55,000 फर्जी कंपनियों को बंद किया जाएगा।"मोदी ने कहा कि क्षेत्र में शांति और समृद्धि स्थापित करने के लिए नई दिल्ली की पड़ोसी नीति के तहत पड़ोसियों से अच्छे संबंध बनाना सबसे महत्वपूर्ण है। सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों को रणनीतिक तौर पर बेचने तथा श्रम कानून संशोधनों पर हाल में आलोचना का सामना कर चुके मोदी ने कहा, "सच से कुछ भी दूर नहीं हो सकता है।"सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में तेजी से बढ़ती अनर्जक परिसम्पत्तियों के बारे में पूछे जाने पर मोदी ने कहा कि यह समझना होगा कि अनर्जक परिसम्पत्तियों का प्रतिशत क्यों बढ़ रहा है। इस सरकार पर रोजगार सृजन में असफल होने के आरोप पर उन्होंने कहा कि उन्हें विश्वास है कि यह कमी रोजगार के सुव्यवस्थित आंकड़ों की कमी या अनुपस्थिति के कारण है।

उन्होंने कहा, "स्वत:, सूचना के अभाव के कारण हमारे विरोधियों ने इस स्थिति का फायदा उठाकर हम पर आरोप लगाया।"असम के राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर के बारे में उन्होंने कहा कि अवैध आव्रजकों को रोकने के लिए 1972 में इंदिरा-मुजीब समझौता तथा 1985 में राजीव गांधी-एएएसयू समझौता हुआ था। विजय माल्या, नीरव मोदी और ललित मोदी जैसे भगोड़े उद्योगपतियों को भारत वापस लाने की संभावनाओं पर मोदी ने फिर से पिछली सरकार की नीतियों पर आरोप लगाया, जिनके कारण लोगों को ऋण लेकर भागने में आसानी हुई। उन्होंने कहा, "मैं अपना पक्ष दोबारा स्पष्ट करना चाहूंगा.. जनता के रुपयों को धोखाधड़ी से लेकर भागने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।"

“अगर भीड़ की हिंसा पर रोक नहीं लगी तो हम एक विखंडित समाज बन जायेंगें” - हर्ष मंदर

$
0
0
“नफ़रत के इस दौर में हम मोहब्बत का पैगाम देना चाहते हैं” - जॉन दयाल
mob-lynching-will-make-us-divided-socity-harsh-mandar
(भोपाल) : “केंद्र में वर्तमान सरकार के आने के बाद से अल्पसंख्यक और दलित समुदाय के लोगों पर सुनियोजित भीड़ द्वारा जानलेवा हमलों के मामले बढ़े हैं, अगर इसपर सख्ती से रोक नहीं लगायी गयी तो जल्द ही हम एक विखंडित समाज बन जायेंगें.” उपरोक्त बातें मध्यप्रदेश में “कारवान-ए-मोहब्बत” की यात्रा के लिये आये वरिष्ठ मानव अधिकार कार्यकर्ता हर्ष मंदर ने भोपाल में आयोजित प्रेस कान्फ्रेंस के दौरान कहा. उन्होंने बताया कि देश भर में लिंचिंग की बढ़ती घटनाओं को देखते हुये सितम्बर 2017 से देश भर में “कारवान-ए-मोहब्बत” नाम से यात्रा निकाली जा रही है जिसका मुख्य उद्देश्य भीड़ की हिंसा के खिलाफ अमन और सद्भावना का सन्देश देना है. कारवान के दौरान भीड़ की हिंसा के शिकार लोगों और उनके परिजनों से मिलकर यह सन्देश देने की कोशिश की जाती है कि एक समाज के तौर पर हम उनके साथ खड़े हैं. इसी सन्दर्भ में मध्यप्रदेश में 9 से 11 अगस्त 2018 के दौरान “कारवान-ए-मोहब्बत” की यात्रा की गयी जिसमें देश के जानेमाने मानवाधिकार कार्यकर्ता हर्ष मंदर और जॉन दयाल के अतिरिक्त मध्यप्रदेश के सामाजिक कार्यकर्ता भी शामिल थे.

हर्षमंदर ने बताया कि मध्यप्रदेश में “कारवान-ए-मोहब्बत” के दौरान हम लोग 9 अगस्त को सतना जिले के मैहर गये जहाँ इसी साल 17 मई  की रात को पास के गावं में  भीड़ द्वारा गाय-बैल को काटने के नाम पर दो लोगों पर प्राणघातक हमला किया गया जिसमें सिराज खान की मौत को गयी और शकील अहमद गंभीर रूप से घायल हैं. वर्तमान में उनके हाथ के एक्सरे को देखने पर हड्डियों से ज्यादा नट-बोल्ट दिखाई दे रहे हैं. इसके बाद 14 दिसम्बर 2017 में सतना जिले में ईसाई लोगों पर धर्म परिवर्तन के नाम पर मार-पीट के शिकार लोगों से मुलाक़ात की गयी . उन्होंने बताया कि टीम द्वारा 10 अगस्त को मध्यप्रदेश के हरदा जिले के छीपाबड़ का दौरा किया गया जहाँ 19 सितंबर 2013 को गाय के नाम साम्प्रदायिक हिंसा हुई थी जिसमें  4-5 हजार लोगों की भीड़ द्वारा छीपाबड़ वार्ड 14 के नर्मदा विस्थापित मुस्लिम समुदाय के करीब 30 घरों को आग के हवाले कर दिया गया था और उनके सम्पति को को हानि पहुँचायी गयी थी और लोग गंभीर रूप से घायल भी हुये थे.  टीम द्वारा मोहम्मद हुसैन से भी मुलाक़ात की गयी जो 13 जनवरी 2016 को अपनी पत्नी के साथ ट्रेन में यात्रा कर रहे थे. इस दौरान खिरकिया रेलवे स्टेशन पर उनके बैग में बीफ होने के शक  के आधार पर उनके साथ ट्रेन में अभद्रता की गयी. यात्रा के दौरान  “कारवान-ए-मोहब्बत” के साथियों द्वारा स्थानीय संगठनों/ नागिरकों और मीडिया के साथ संवाद भी किया गया.

प्रेस वार्ता के दौरान वरिष्ठ पत्रकार और मानव अधिकार जॉन दयाल ने कहा कि “कारवान-ए-मोहब्बत” के तहत अभी तक हम 12 राज्यों की यात्रा कर चुके हैं और इस दौरान हमने पाया है कि एक समाज के तौर पर हमने पीड़ितों को बिलकुल छोड़ दिया है जो कि बहुत चिंताजनक बात है, इस यात्रा से हम मोहब्बत और आपसी बन्धुतत्व का पैगाम देना चाहते हैं, लड़ाई लम्बी है और हम थोड़े लोग हैं लेकिन “कारवान-ए-मोहब्बत” जहां जाती है वहां हमारे साथ नये साथी जुड़ जाते हैं जो हमें हौसला देता है. जबतक समाज को शर्मसार करने वाली लिंचिंग जैसी घटनायें होती रहेगी मोहब्बत की हमारी ये यात्रा यूं ही जारी रहेगी.

बिहार : अपने ही आदेश को पालन नहीं करते अधिकारी

$
0
0
officers-not-folowing-order-bihar
पटना:बिहार आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ की जिलाध्यक्ष कुमारी रंजना यादव ने कहा कि अपने ही आदेश को अधिकारी पालन नहीं करते हैं. उन्होंने कहा कि बिहार सरकार के कल्याण विभाग के पत्रांक -आई.सी. डी.एस./300 10/03/  2010 768 के माध्यम से मुख्य सचिव नवीन कुमार ने सभी प्रधान सचिव/सचिव,सभी प्रमण्डलीय आयुक्त और सभी जिला पदाधिकारियों को दिनांक 27.02.2012 को लेटर प्रेषित किया.

अन्य किसी विभागों के कार्यों में प्रतिनियुक्ति न हो
आंगनबाड़ी सेविकाओं एवं सहायिकाओं को अन्य किसी विभागों के कार्यों में प्रतिनियुक्ति नहीं किया जाए.आई.सी.डी.एस. कार्यक्रम के सफल संचालन में आंगनबाड़ी सेविकाओं एवं सहायिकाओं के द्वारा आंगनबाड़ी केंद्र के माध्यम से गर्भवर्ती /धातृ माताओं ,किशोरी बालिकाओं एवं 0-6 वर्ष के उम्र के बच्चों को कई सेवाये यथा- स्कूल पूर्व शिक्षा,पूरक आहार,स्वास्थ्य जांच ,टीकाकरण तथा स्वास्थ्य एवं पोषण शिक्षा संदर्भ सेवाये प्रदान की जाती है.इसके अलावा गर्भवर्ती ,धातृ तथा किशोरी बालिकाओं के लिए सरकारी स्तर पर अन्य योजनाये चलायी जा रही है,जिसमें आंगनबाड़ी सेविकाओं की भूमिका अत्यंत ही महत्वपूर्ण है.

माननीय सर्वोच्च न्यायालय का स्पष्ट निर्देश अमल नहीं
आंगनबाड़ी सेविकाओं/सहायिकाओं को अन्य विभागों से संबंधित कार्यों यथा- जनगणना, बी.पी.एल.,सेन्सस, महात्मा गांधी नरेगा,साक्षरता, वृक्षारोपण आदि कार्यों में प्रतिनियुक्त किया जाता है,जिसके कारण इस अवधि के लिए केंद्र बंद हो जाती है.माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा डब्ल्यू पी नं.196 /2001 में यह स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि  आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों को पोषाहार कार्यक्रम में कोई व्यवधान उत्पन्न नहीं होना चाहिए. अत: आई.सी.डी.एस.निर्बाध गति से चलते रहे.

आवश्यक निर्देश जारी
आंगनबाड़ी केंद्र की सेविकाओं/सहायिकाओं को आई.सी.डी.एस. कार्य में उनको आवंटित कार्यों के अतिरिक्त किसी अन्य कार्य में नहीं लगाया जाएगा.आंगनबाड़ी    सेविकाओं/ सहायिकाओं को स्वास्थ्य से संबंधित ऐसे कार्यक्रमों में लगाया जा सकेगा जो आई.सी.डी. एस.की सेवाओं से संबंधित हो तथा जिसके लिए उन्हें अपना केंद्र छोड़कर अन्य कही जाने की आवश्यकता नहीं हो. आंगनबाड़ी सेविकाओं/ सहायिकाओं को राष्ट्रीय महत्व के कार्यक्रम यथा-पल्स पोलियो के कार्य में लगाया जा सकेगा परंतु उनके द्वारा यह कार्य आंगनबाड़ी केंद्र संचालन की अवधि के अतिरिक्त अवधि में ही किया जाएगा अर्थात केंद्र संचालन की अवधि में वे अपने केंद्र में उपस्थित रहेंगे.

यह क्या हो रहा है?
माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने डब्ल्यू पी नं.196/2001 में निर्देश जारी किया था. इस निर्देश के 10 साल बाद पत्रांक -आई.सी.डी.एस./300 10/03/2011 768 ने जारी किया.इसके आलोक में 11 माह के बाद 27.02.2012 को मुख्य सचिव ने प्रधान सचिव/सचिव,सभी प्रमण्डली आयुक्त और सभी जिला पदाधिकारी को दिशा निर्देश दिया.जो गैर प्रभावित है.17 सालों से एक आंगनबाड़ी केंद्र से अनेकों तरह का कार्य लिया जाता है.

बिहार : आसार शेल्टर की स्थिति अत्यंत भयावह, माले-ऐपवा-आइसा की जांच टीम ने किया दौरा.

$
0
0
स्थानीय बजरंगी सिंह को फंसा रही है पुलिस, सभी लड़कियों को अविलंब सुरक्षित स्थान पर पहंुचाया जाए.
cpi-ml-aipwa-aisa-protest-for-shelter-home
पटना 13 अगस्त, पटना स्थित आसरा शेल्टर गृह का आज भाकपा-माले, ऐपवा व आइसा की एक संयुक्त जांच टीम ने दौरा किया. जांच टीम ने कहा है कि शेल्टर गृह की लड़कियों व आसपास के लोगों से बातचीत के आधार प्रतीत होता है कि बबली (40 वर्ष) और पूनम (17) की मौत कोई सामान्य घटना नहीं बल्कि दोनों की साजिशन हत्या की गई है. इसमें स्थानीय थाने की भी भूमिका संदेहास्पद है. जांच टीम में भाकपा-माले की केंद्रीय कमिटी के सदस्य व पटना नगर के सचिव अभ्युदय, ऐपवा की पटना नगर सचिव अनीता सिन्हा, इनौस के राज्य सचिव नवीन कुमार, आइसा के बिहार राज्य अध्यक्ष मोख्तार, ऐपवा की मधु, कमला देवी, मीना देवी और माले नेता रामकल्याण चैधरी शामिल थे. जांच टीम ने कहा है कि शेल्टर गृह की हालत बेहद भयावह है. वहां रह रही लड़कियां पूरी तरह भयभीत हैं. लड़कियों ने खिड़की पर आकर बताया कि 10 अगस्त को 3 से 4 बजे के बीच संस्थान की कोषाध्यक्ष मनीषा दयाल की गाड़ी पर तबीयत खराब होने पर बबली देवी को इलाज के लिए ले जाया गया. पूनम उनकी देखभाल के लिए साथ गई थी. लेकिन शेल्टर होम में रह रही लड़कियों को आज तक उन दोनों की मौत का पता नहीं. तीन से चार घंटे के बीच आखिर ऐसा क्या हो गया कि दोनों की मौत हो गई? जाहिर सी बात है कि इस बीच साजिश करके उनकी हत्या की गई.

जांच टीम ने पड़ोसियों से भी बात की. आसरा होम के ठीक बगल में रहने वाली नीतू सिंह ने बताया कि आए दिन लड़कियों के रोने चिल्लाने की आवाज आते रहती है. गार्ड उन्हें पीटा करता है. न उन्हें ठीक से भोजन दिया जाता है न ही उनका इलाज कराया जाता है. उनके ही पिता बजरंगी सिंह को पुलिस ने आसरा होम में रहने वाली लड़कियों से छेड़खानी के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है. स्थानीय लोगों ने बताया कि बजरंगी सिंह की उम्र लगभग 70 वर्ष की है और वे सब्जी बेचने का काम करते हैं. जब आसरा होम में रहने वाली लड़कियां काफी चीखती चिल्लाती थीं तब उन्होंने खिड़की काट डालने के लिए ब्लेड दिया था. इसी को बहाना बनाकर थाना ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया. उनकी गिरफ्तारी के खिलाफ सैकड़ों की तादाद में स्थानीय लोगों ने थाना पर प्रदर्शन भी किया था. इससे साफ होता है कि स्थानीय प्रशासन व आसरा होम के संचालकों में गहरे संबंध रहे हैं और बजरंगी सिंह को साजिशन फंसाया गया. 

जांच टीम को आसरा होम में रहने वाली महिलाओं-लड़कियों ने वहां से निकालने की अपील की है. कंचन कुमारी, पिता का नाम - जनक पासवान, पति - बलिन्द्र पासवान, ग्राम - मिर्जापुर, थाना - कल्याणपुर, जिला - समस्तीपुर, पिछले 6 महीने से बेवजह इस शेल्टर में हैं. उन्होंने जांच टीम से अपनी आपबीती सुनाई और कहा कि उनका संदेश उनके घर वालों तक पहुंचा दिया जाए. जांच टीम ने मांग की है कि शेल्टर होम में रहने वाली सभी 52 संवासनियों को तत्काल दूसरी सुरक्षित जगह स्थानांतरित किया जाए, उनमें जो अपने घर जाना चाहती हैं उन्हें अविलंब घर भेजा जाए और स्थानीय बजरंगी सिंह को रिहा किया जाए. जांच टीम ने कहा है कि ये घटनाएं शेल्टर गृहों के साक्ष्यों को मिटाने के लिए भी किए जा सकते हैं. जब तक नीतीश कुमार और सुशील कुमार मोदी अपने पद पर बने रहेंगे, इसकी सही तरीके से जांच नहीं हो सकती है. इसलिए ये दोनों अपने पद से इस्तीफा दें.

विकास से लोगों का घ्यान भटकाकर भाजपा लोगों को दिग्भ्रमित करने का कार्य कर रही है : हेमन्त सोरेन

$
0
0
bjp-confusing-nation-hemant-soren
दुमका (अमरेन्द्र सुमन) झारखण्ड सरकार के मुखिया रघुवर दास को यह स्पष्ट करना चाहिए कि वे एनआरसी के दायरे में आते हैं कि नहीं ? वे बाहरी हैं या फिर झारखण्डी ? एनआरसी का मुद्दा लाकर लोगों का ध्यान विकास के मुद्दे से भटकाया जा रहा है। मूल विषयों से भटक चुकी यह सरकार अपनी चोरी छिपाने के लिये नये-नये एजेंडों के साथ लोगों को दिग्भ्रमित करने का काम कर रही है। राज्य के लोगों ने मान लिया है कि यह सरकार जनविरोधी है। खिजुरिया (दुमका) स्थित अपने आवास पर दिन सोमवार को आयोजित पत्रकार वार्ता में एक लंबे गेप के बाद अपनी चुप्पी तोड़ते हुए झामुमों के कार्यकारी अध्यक्ष सह पूर्व मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन बोल रहे थे। एनआरसी के मुद्दे पर श्री सोरेन ने केन्द्र की सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि एनआरसी का मुद्दा सिर्फ भारतवर्ष के लिये ही नहीं अपितु पूरे विश्व के लिये एक समस्या है। इस विषय पर अलग एक फोरम है किन्तु इसपर राजनीतिकरण किया जा रहा है। हेमन्त सोरेन ने सवाल खड़ा करते हुए कहा कि जो लोग बाहर बस गए उसपर सरकार क्या कर रही है ? पूर्व मुख्यमंत्री श्री सोरेन ने कहा कि इस राज्य में विकास ठप्प हो चुका है। हेमन्त सोरेन ने कहा कि किसानों के प्रति सरकार पूरी तरह उदासीन है। सुन्दर बालाओं के साथ मुख्यमंत्री रैंप वाक करते हैं। राज्य में चिकनगुनिया, डेंगू जैसे रोगों की उन्हें कोई चिन्ता नहीं रह गई है। अस्पतालों में मरीजों को दवा उपलब्ध नहीं हो पा रहा, ऐसी नाजुक स्थिति में राज्य के मुख्यमंत्री मौज-मस्ती में अपना सारा समय ब्यतीत कर रहे है। सरकार के मंत्री, जनप्रतिनिधिगण विकास कार्यों को छोड़कर राजनीतिक बयानबाजी पर उतर चुके हैं। आने वाले चुनाव की तैयारी में सभी लगे हुए हैं। चुनावी वर्ष है यह, केन्द्र से लेकर तमाम भाजपा शासित राज्यों में चुनाव पर केन्द्रीत कार्यक्रम ही चलाए जा रहे हैं। श्री सोरेन ने कहा श्रावणी माह का समय है। देश के भिन्न-भिन्न प्रदेशों से कांवरियों का जत्था पूजा के लिये एक स्थान से दूसरे स्थान तक जाते हैं। भाजपा के लोगों ने इस श्रावण माह के इस पवित्र त्योहार का भी राजनीतिकरण कर दिया है। देश के भिन्न-भिन्न प्रदेशों में महिला-पुरुषों के साथ काॅवरियेां की मारपीट व उपद्रव देखने को मिल रहा है। जो कभी देखा नहीं गया था वैसी-वैसी चीजें देखने-सुनने को मिल रही हैं। श्री सोरेन ने कहा सरकारी आँकड़ों में 50 प्रतिशत तक धान की बुआई का आँकड़ा दिखलाया जा रहा है जबकि मात्र 30 प्रतिशत तक ही खेती हो पायी है। सूबे की समाज कल्याण, महिला व बाल विकास मंत्री डाॅ0 लुईस मराण्डी पर तंज कसते हुए झामुमांे के कार्यकारी अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि दुमका की विधायक द्वारा स्कूलों में सड़े हुए अंडे उपलब्ध कराए जा रहे हैं। पूरी तरह भ्रष्टाचार में संलिप्त मंत्री  धन उगाही में खासा रुची ले रही हैं। झामुमों सहित संपूर्ण विपक्ष की निगाहें आने वाले समय में इन पर होंगी। इनके भ्रष्टाचार का पोलखोल जरुरी हो चुका है। हेमन्त सोरेन ने कहा मसानजोर डैम कोई नया इश्यू नहीं है। अभी का मुद्दा राजनीति से प्रेरित है। यह दो राज्यों के बीच का मामला है। डेम के स्वामित्व व जल की उपयोगिता पर पुर्नविचार जरुरी है। मसानजोर डैम मुद्दा पूरी तरह ठेका से संबंधित है। भाजपा कार्यकर्ताओं को प0 बंगाल सरकार की ओर से ठेका प्राप्त नहीं हुआ तो इसे राजनीतिक मुद्दा बना लिया गया। मसानजोर डैम में हाईडल पाॅवर मशीन से आज तक बिजली उत्पादन उन्होंने नहीं देखा। इस डैम के विस्थापितों की मांग है कि पुर्नस्थापित किया जाए। उक्त डैम की वजह से आज लोग पूरी तरह भूमिहीन हैं। सरकार जमीन का अधिग्रहण तो कर रही है किन्तु विस्थापितों को उनका अधिकार नहीं मिल रहा है। दो राज्यों के मसानजोर विवाद के मामले को कंन्द्र सरकार द्वारा संज्ञान में लिया जाना चाहिए। श्री सोरेन ने कहा झारखण्ड में  असमाजिक तत्वों द्वारा ही राज्य चलाया जा रहा है। कहीं डीजीपी छः इंच छोटा करने की बातें करते हेैं तो कहीं सरकार के महत्वपूर्ण विभागों की मंत्री लुईस मराण्डी मसानजोर की ओर आँख उठाकर देखने वालों की आँखें निकाल लेने की बातें करती हैं। इस राज्य में किसानों की स्थिति ठीक नहीं है। वर्षा प्रत्येक वर्ष की समस्या है। बारिस तो हुई किन्तु किसानों को भरपूर अनाज मिल पाऐगा ऐसी बारिस नहीं हुई है। धान फसल की स्थिति इस वर्ष बुरी रहने वाली है। जानवरो के खाने योग्य फसल ही हो पाएगा।  
Viewing all 74188 articles
Browse latest View live




Latest Images