Quantcast
Channel: Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)
Viewing all 74180 articles
Browse latest View live

मधुबनी : क्लब मधुबनी ने अटल को श्रद्धांजलि अर्पित किया

$
0
0
club-madhubani-tribute-atal
मधुबनी (आर्यावर्त डेस्क)दिनांक 17 अगस्त 2018 दिन शुक्रवार को दिन के 12:30 बजे अपराह्न क्ल्ब मधुबनी के सदस्यों द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री,प्रखर राजनेता एवम प्रख्यात कवि स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी जी देहावसान पर एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस सभा में अटल बिहारी वाजपेयी जी के व्यक्तित्व की चर्चा की गई और राष्ट्र को उनके प्रधानमंत्री काल में दिए गए योगदान को याद किया गया।अन्त में 2 मिनट का मौन रखते हुए उनको अश्रुपूरित श्रद्धांजलि दी गई। यह कार्यक्रम क्लब मधुबनी के कार्यालय प्रोफेसर कॉलोनी,मधुबनी में आयोजित किया गया।इस कार्यक्रम में क्ल्ब मधुबनी के अध्यक्ष रोहित कुमार, सचिव कैलाश भारद्वाज, कोषाध्यक्ष पंकज मेहता ,प्रवीण जयसवाल, मनीष कारक, मनमीत सिंह,सुनील पमनानी,पंकज कारक,अभिषेक नायक,रवि राउत,अमित कुमार महासेठ,विवेक कुमार,पवन कापड़ी ,तारिक़ अज़ीज़,विजय साहिल,पारस मेहता,शुभम स्वराज,गुलशन पमनानी,आदर्श कुमार,मणिशंकर सहित सभी सदस्य उपस्थित थे।

मधुबनी : ABVP झंझारपुर ने अटल को श्रधांजलि दी

$
0
0
abvp-jhanjhaarpur-tribute-atal
झंझारपुर/मधुबनी (आर्यावर्त डेस्क) आज अखिल भारतीय विधार्थी परिषद् झंझारपुर के कार्यकर्ताओं द्वारा स्थानीय ललित नारायण जनता महाविद्यालय झंझारपुर के मुख्य प्रवेश द्वार पर संध्या के समय पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न अटल बिहारी वाजपेयी जी को भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी गयी और उनकी आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन धारण किया गया उपस्थित कार्यकर्त्ता में अभाविप के जिला संयोजक गीतेश झा, नगर मंत्री हिमकर कौण्डिन्य, नगर सह मंत्री रंजन बर्णवाल, महाविद्यालय छात्रसंघ अध्यक्ष विष्णु विज्ञान झा, बीजेपी  युवा मोर्चा के युवा मंत्री प्रदीप कुमार,बजरंग दल नगर अध्यक्ष धर्मेंद्र ठाकुर,सूरज कुमार, नितिन कुमार, मुन्ना साह, निशांत कुमार, बिपुल कुमार,सोहन कुमार,रोहन सिंह आदि मौजूद  थे।

भाजपा मुख्यालय के बाहर अग्निवेश को पीटा, पुलिस में शिकायत दर्ज

$
0
0
agnivesh-attacked-in-bjp-office
नई दिल्ली, 17 अगस्त, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) मुख्यालय के बाहर शुक्रवार को सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश को अपमानित किया गया, अपशब्द कहे गए और पीटा गया। स्वामी अग्निवेश पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि देने पहुंचे थे। भाजपा मुख्यालय में वाजपेयी का पार्थिव शरीर श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए रखा गया था। स्वामी अग्निवेश (79) के दीनदयाल उपाध्याय मार्ग पर भाजपा दफ्तर पर पहुंचने के तुंरत बाद लोगों के एक समूह ने उनके खिलाफ नारेबाजी करते हुए उन्हें वापस जाने को कहा। समाचार चैनलों द्वारा प्रसारित फुटेज में उन्हें भागते हुए और कुछ लोगों द्वारा उनका पीछा करते देखा जा सकता है। ऐसा माना जा रहा है कि ये भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता थे। पीछा कर रहे लोगों ने बाद में अग्निवेश की पिटाई कर दी। इसके बाद दिल्ली पुलिस ने पूर्व सांसद अग्निवेश को गाड़ी में बैठा लिया और उन्हें सुरक्षित ले गई। बाद में अग्निवेश के समर्थकों ने करीब 20 लोगों के खिलाफ पार्लियामेंट स्ट्रीट पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई और उनके लिए सुरक्षा की मांग की। अग्निवेश के सहयोगी विष्णु पॉल ने अपनी शिकायत में कहा, "जब अग्निवेश भाजपा मुख्यालय के बाहर पहुंचे तो भाजपा कार्यकर्ताओं के एक समूह ने उन्हें रोक दिया और पीछे धकेलना शुरू कर दिया। उन्होंने उन्हें पार्टी कार्यालय में प्रवेश करने से रोका और यहां तक कि उनकी पगड़ी को हटाने की कोशिश की।"पॉल ने कहा, "उन्होंने अग्निवेश को अपमानित किया, थप्पड़ मारा और चप्पल से मारा। इस दौरान वहां पांच से छह पुलिसकर्मी मौजूद थे, लेकिन कोई उन्हें बचाने नहीं आया। आखिरकार हमने पुलिस नियंत्रण कक्ष को सूचित किया।"संयुक्त पुलिस आयुक्त अजय चौधरी ने  कहा, "अगर हमले के खिलाफ एक शिकायत दर्ज कराई गई है तो हम वैध कार्रवाई करेंगे। लेकिन जहां यह अपराध हुआ है, वह दिल्ली पुलिस के केंद्रीय जिले के अधिकार में आता है। अग्निवेश को वहां भी शिकायत करनी चाहिए।"अग्निवेश पर हाल में झारखंड के पाकुड़ जिले में 17 जुलाई को एक गांव में सार्वजनिक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए जाते हुए हमला किया गया था। यह हमला कथित तौर पर भाजपा के युवा मोर्चा व छात्र संगठन एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने किया था।

केरल में बाढ़ से 174 मरे, 12 जिलों में रेड अलर्ट

$
0
0
174-death-in-keraal-flood
तिरुवनंतपुरम, 17 अगस्त, केरल में शुक्रवार को 10 दिनों से लगातार हो रही बारिश और बाढ़ से मरने वालों की संख्या बढ़कर 174 हो चुकी है। अधिकारियों ने बारिश कम होने के बाद अपने बचाव अभियान को जारी रखा और कई लोगों को सुरक्षित बचाकर राहत शिविरों तक लाया गया। मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने शुक्रवार सुबह मृतकों की संख्या 164 बताई थी, लेकिन बाद में इसे बढ़ाकर 174 कर दिया गया। 8 अगस्त तक लगभग 2.40 लाख लोगों को 1,568 राहत शिविरों में स्थानांतरित किया जा चुका था। केरल सरकार ने एक बयान में कहा, "गत 10 दिनों से लगातार हो रही बारिश से शुक्रवार तक 174 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। 14 जिलों में से 12 जिलों में रेडअलर्ट जारी किया गया है। बयान के अनुसार, "कासरगोड़ और तिरुवनंतपुरम जिलों में शुक्रवार को रेडअलर्ट हटा लिया गया था।"पेरियार और इसकी सहायक नदियों में उफान से एर्नाकुलम और त्रिशूर के कई कस्बे जलमग्न हो गए हैं। चालाकुडी से टीवी चैनलों को वीडियो क्लिप भेजने वाले लोगों के एक समूह ने कहा, "हमारे पास खाना नहीं है और 150 लोग राहत की प्रतीक्षा कर रहे हैं।"हजारों लोग अभी भी ऊंची इमारतों पर बैठे हैं और बचाए जाने की प्रतीक्षा कर रहे हैं। अकेले एर्नाकुलम और त्रिशूर शिविरों में 50,000 से अधिक लोग फंसे हैं।

कई जिलों में शुक्रवार सुबह से तेज बारिश से राहत मिली है, लेकिन इडुक्की स्थित बड़े बांधों से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। मंत्रिमंडल सचिव पी.के. सिन्हा ने शुक्रवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए केरल व तमिलनाडु के मुख्य सचिवों के साथ बैठक की। सिन्हा ने थल, जल और वायु सेना, एनडीआरएफ और विभिन्न एजेंसियों को केरल में जरूरी सहायता पहुंचाने के निर्देश दिए। उन्होंने इसके साथ ही इन एजेंसियों को नाव, हेलीकॉप्टर, लाइफ जैकेट, रेन कोट इत्यादि सामना भी मुहैया कराने के आदेश दिए। गृह मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "केंद्र ने अब तक केरल में 339 मोटर बोट, 2800 लाइफ जैकेट, 1400 लाईफ ब्वॉय, 27 लाईट टॉवर्स, 1000 रेनकोट वितरित किए हैं।"बयान के अनुसार, 1 लाख खाद्य पैकेट को वितरित किया गया है और अन्य 1 लाख खाद्य पैकेट की आपूर्ति की व्यवस्था की जा रही है। रेलवे ने भी अभी तक 1,20,000 पानी के बोतल मुहैया कराए हैं और इसके अतिरिक्त इतने ही और बोतलों की व्यवस्था की जा रही है। मंत्रालय ने कहा कि 2.9 लाख लीटर पीने के पानी को लेकर विशेष ट्रेन को भेजा गया है, जोकि शनिवार को कायाकुलम पहुंचेगी।

भारतीय नौसेना ने गोताखोर सदस्यों के साथ अपनी 51 नौकाओं को तैनात किया है। वहीं 1000 लाईफ जैकेट और 1300 रबड़ के जूते केरल भेजा गया है। इसके साथ ही शुक्रवार को 1600 खाद्य पैकेट को विमान से नीचे गिराया गया था। बयान के अनुसार, भारतीय वायुसेना ने 23 हेलीकॉप्टर, 11 ट्रांसपोर्ट विमानों को तैनात किया है। थल सेना ने 10 टुकड़ियों, 10 इंजीनियरिंग टास्क फोर्स, 60 नौकाओं और 100 लाइफ जैकेट को सेवा पर लगाया है। एनडीआरएफ ने 43 राहत टीमों और 163 नौकाओं को अन्य सामग्रियों के साथ काम पर लगाया है। जिन क्षेत्रों में टेलीफोन संपर्क कट गया है, केरल सरकार ने वहां के लोगों को संचार के लिए वी-सैट का प्रयोग करने की सलाह दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को फोन पर मुख्यमंत्री पिनारई विजयन के साथ बाढ़ की स्थिति पर चर्चा की और कहा कि वह स्थिति का जायजा लेने के लिए शनिवार को हवाई सर्वेक्षण करेंगे।

अटल की अंत्येष्टि में शामिल हुए नीतीश, सुशील मोदी

$
0
0
nitish-sushil-join-ataal-cremation
नई दिल्ली, 17 अगस्त, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी शुक्रवार को दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की अंत्येष्टि में शामिल हुए। नीतीश यहां के महात्मा गांधी मार्ग स्थित राष्ट्रीय स्मृति स्थल पहुंचे और। पूर्व प्रधानमंत्री के पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री के साथ बिहार के पथ निर्माण मंत्री नंद किशोर यादव एवं जदयू के राष्ट्रीय महासचिव संजय झा भी उपस्थित थे।

राहुल के ब्रिटेन, जर्मनी में तय कार्यक्रमों में बदलाव नहीं : कांग्रेस

$
0
0
rahul-germany-england-tour-have-no-change-congress
नई दिल्ली, 17 अगस्त, कांग्रेस ने शुक्रवार को स्पष्ट किया कि पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी के जर्मनी व ब्रिटेन दौरे के दौरान होने वाले कार्यक्रमों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) उनके दौरे को नाकाम करने की कोशिश कर रही है और कार्यक्रम रद्द किए जाने का दुष्प्रचार कर रही है। कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि राहुल गांधी के दौरे में कोई बदलाव नहीं हुआ है। उन्होंने कहा, "राहुल इंडियन ओवरसीज कांग्रेस (आईओसी) द्वारा निर्धारत कार्यक्रम के अनुसार जाएंगे। वह विभिन्न वर्ग के लोगों से मिलेंगे व बातचीत करेंगे। योजनाओं में कोई बदलाव नहीं हुआ है।"प्रवक्ता ने कहा, "भाजपा पूरी यात्रा को नाकाम करने की कोशिश कर रही है, क्योंकि वे जानते हैं कि जर्मनी व ब्रिटेन के लोग राहुल गांधी के विचार सुनना चाहते हैं और उन तक पहुंचना चाहते हैं।"प्रियंका ने कहा कि अगर भाजपा किसी भी आमंत्रण को वापस लिए जाने के लिए प्रयास करती है तो यह उसकी संकीर्णता व अदूरदर्शिता का परिचायक होगी। कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि आईओसी चेयरमैन सैम पित्रोदा ने सूचित किया है कि राहुल गांधी के ब्रिटेन की संसद को संबोधन के प्रस्तावित कार्यक्रम में कोई बदलाव नहीं किया गया है। एक मीडिया रिपोर्ट में शुक्रवार को कहा गया कि भारतीय मूल के करोड़पति डॉ. रामी रेंजर व टोरी पीर बारोनेस वर्मा ने राहुल गांधी के लंदन दौरे के दौरान उनके आमंत्रण को रद्द कर दिया है। रेंजर कंजर्वेटिव फ्रेंड्स ऑफ इंडिया के सह अध्यक्ष हैं। राहुल गांधी व्यापारियों, राजनेताओं, शिक्षाविदों व अनिवासी भारतीयों से मिलने के लिए अगले सप्ताह जर्मनी व लंदन जा रहे हैं। सैम पित्रोदा ने गुरुवार को एक ट्वीट में कहा था कि राहुल गांधी 22 व 23 अगस्त को जर्मनी व 24 व 25 अगस्त को लंदन का दौरा करेंगे।

बिहार : मुजफ्फरपुर मामले में सीबीआई ने बिहार में 12 जगहों पर तलाशी ली

$
0
0
cbi-search-in-bihar-for-muzaffarpur-shelter-home-case
पटना, 17 अगस्त, मुजफ्फरपुर बालिका आश्रय गृह में नाबालिग लड़कियों के साथ दुष्कर्म मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने शुक्रवार को पूर्व समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा के आवास सहित बिहार में 12 जगहों पर छापा मारा। सीबीआई की टीम ने मंजू वर्मा के पटना और बेगूसराय स्थित आवासों की तलाशी ली। टीम ने पूर्व समाज कल्याण मंत्री और उनके पति चंदेश्वर वर्मा से अलग-अलग पूछताछ की। एक पुलिस अधिकारी ने कहा, "सीबीआई शुक्रवार सुबह से वर्मा के आवास की तलाशी ले रही है। यह अभी भी चल रही है। सीबीआई ने वर्मा के निजी सहायकों में से एक से पूछताछ भी की है।"दिल्ली में एक सीबीआई अधिकारी ने बताया कि इस मामले में मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर के दोस्तों के मुजफ्फरपुर, मोतीहारी और बेगूसराय स्थित परिसरों में भी तलाशी ली गई। मंजू वर्मा ने इस बात का खुलासा होने के बाद आठ अगस्त को इस्तीफा दे दिया था कि बालिका गृह में 34 नाबालिग लड़कियों के साथ दुष्कर्म करने के मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर के उनके पति चंदेश्वर वर्मा के साथ घनिष्ठ संबंध हैं। सीबीआई ने पटना में ठाकुर के हिंदी समाचार पत्र कार्यालय और समाज कल्याण विभाग के काउंसलर सुनील झा के परिसर पर भी छापा मारा। मुजफ्फरपुर में सीबीआई ने ठाकुर के होटल और उसके घर सहित उसके मूल गांव में सात ठिकानों पर छापा मारा। ठाकुर के करीबी सुमन साही और मधु के ठिकानों पर भी छापे मारे गए। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, सीबीआई की टीमों ने इस मामले से जुड़े कई साक्ष्य जुटाए हैं। ठाकुर के एनजीओ द्वारा संचालित बालिका गृह में 34 नाबालिग लड़कियों के साथ दुष्कर्म किया गया था। बालिका गृह को सील कर दिया गया है। ठाकुर मुजफ्फरपुर जेल में है।

विशेष आलेख : शराबखोरी के विरुद्ध संगठित मातृशक्ति की जीत

$
0
0
women-power-against-alcohal
विश्व की गम्भीर समस्याओं में प्रमुख है शराब का बढ़ता प्रचलन और उससे होने वाली अकाल मौतंे। सरकार भी विवेक से काम नहीं ले रही है। शराबबन्दी का नारा देती है, नशे की बुराइयों से लोगों को आगाह भी करती है और शराब का उत्पादन भी बढ़ा रही है। राजस्व प्राप्ति के लिए जनता की जिन्दगी से खेलना क्या किसी लोककल्याणकारी सरकार का काम होना चाहिए? गुजरात प्रांत में कुल शराबबन्दी है, क्योंकि वह महात्मा गांधी का गृह प्रदेश है। क्या पूरा देश गांधी का नहीं है? वे तो राष्ट्र के पिता थे, जनता के बापू थे। इसी बात को लेकर राजस्थान में शराबबंदी के लिये सार्थक प्रयत्न हुए है। काछबली, मंडावर एवं बरजाल जैसे अनेक स्थानों पर अनेक बाधाओं को चीर कर एक नया इतिहास बना है। अभी भी शराब के खिलाफ जंग जारी है और इस जंग के नायक है डाॅ. महेन्द्र कर्णावट। आये दिन जगह-जगह शराब के ठेकों पर जहरीली शराब के पीने से सैकड़ों लोग मर जाते हैं। आए दिन आप देखते हैं कि हर सड़क पर नशा करके वाहन चलाने वाले ड्राईवर दुर्घटना के शिकार हो जाते हंै व दूसरे निर्दोष राहगीर या यात्री भी मारे जाते हैं। कितने ही परिवारों की सुख-शांति परिवार का मुखिया शराब के साथ पी जाता है। बूढ़े मां-बाप की दवा नहीं, बच्चांे के लिए कपड़े-किताब नहीं, पत्नी के गले में मंगलसूत्र नहीं, चूल्हे पर दाल-रोटी नहीं, पर बोतल रोज चाहिए। अस्पतालों के वार्ड ऐसे रोगियों से भरे रहते हंै जो अपनी जवानी नशे को भेंट कर चुके होते हैं। ये तो वे उदाहरणों के कुछ बिन्दु हैं, वरना करोड़ों लोग अपनी अमूल्य देह में बीमार फेफड़े और जिगर लिए एक जिन्दा लाश बने जी रहे हैं पौरुषहीन भीड़ का अंग बन कर।

शराब के दुष्परिणामों के प्रति सचेत करने के लिए तथा विश्व की इस ज्वलंत समस्या के प्रति लोगों में भिज्ञ कराने के लिए अणुव्रत आन्दोलन ने अनूठे उपक्रम किये है। अणुव्रत आन्दोलन समाज व राष्ट्रीय जीवन में व्याप्त अनेक बुराइयों के खिलाफ अपने कार्यक्रमों एवं अभियानों के माध्यम से आवाज उठाता रहा है। इनदिनों राजस्थान में अणुव्रत आन्दोलन के एक सक्रिय कार्यकर्ता डाॅ. महेन्द्र कर्णावट शराब के बढ़ते प्रचलन को नियंत्रित करने के लिये एक शंखनाद किया है। इस शंखनाद ने काछबली, मंडावर एवं बरजाल में एक ऐसी क्रांति को घटित किया है, जिसकी प्रतिध्वनियां चहुं ओर सुनाई दे रही हैं। डाॅ. कर्णावट के प्रयासों ने महिलाओं के हाथों में क्रांति का बिगुल थमा दिया है। अरावली पर्वतमाला की उपत्यकाओं में अवस्थित राजसमंद जिले की भीम तहसील का मंडावर ग्राम जिसके एक छोर पर राजस्थान की प्रथम शराब मुक्त पंचायत काछबली है तो दूसरे छोर पर अजमेर जिले का इतिहास प्रतिद्ध टाडगढ़। पर्वतमाला के उस पार है मारवाड़ प्रदेश। मेवाड़ और मारवाड़ की मिली-जुली संस्कृति की झलक यहां दिखाई देती है। सरपंच बनते ही महिलाओं ने शराबबंदी के विरुद्ध वातावरण बनाना प्रारंभ किया। काछबली सरपंच गीतादेवी ने अगुवाई की और काछबली को 30 मार्च 2016 को देश की पहली शराब ठेका मुक्त पंचायत होने का गौरव प्राप्त हुआ। काछबली का ही अनुसरण करते हुए मंडावर, ठीकरवास, थानेटा, बरार, बरजाल इत्यादि गांवों ने शराब विरोधी अभियान प्रारंभ किए।

women-power-against-alcohal
शराबखोरी के विरुद्ध मंडावर में सामाजिक मूल्यों और संगठित मातृशक्ति की जीत हुई है। स्त्री जब ठान लेती है तो वह पहाड़ को भी हिला सकती है। मंडावर की प्रतिध्वनि धीरे-धीरे चहुं और फैलेगी और महात्मा गांधी एवं आचार्य तुलसी के नशामुक्त समाज का सपना साकार होगा। संकल्पी लोगों के छोटे समूह ने इतिहास की धारा को बदला और मंडावर ग्राम पंचायत ने राजस्थान की तृतीय शराब ठेका मुक्त पंचायत होने का गौरव प्राप्त किया।  शराबबंदी मुहिम में मगरा क्षेत्र की नारी शक्ति ने नेतृत्व किया और समाज उनके पीछे चल पड़ा। सुखी परिवार और स्वस्थ समाज की पहली शर्त है- व्यसनमुक्त जीवन। मंडावर की विजय इस बात का संकेत है कि मगरावासियों की सोच बदल रही है। शराबबंदी मुहिम की गूंज सर्वत्र गंूजने लगी है।  राजस्थान के ही राजसमंद, पाली, जोधपुर, बीकानेर, अलवर, भरतपुर, जयपुर इत्यादि जिलों मेें महिलाओं ने शराबबंदी के पक्ष में हुंकार भरी है तो बिहार राज्य में मुख्यमंत्री ने अपना वादा निभाते हुए संपूर्ण राज्य में शराबबंदी करने का साहसिक निर्णय लिया है। इस तरह काछबली की आवाज पूरे देश में प्रतिध्वनित हो रही है जो हमारे लिए गौरवास्पद है। 

राजस्थान में डाॅ. महेन्द्र कर्णावट ने एक नया इतिहास रचा है। इसके लिये उन्हें व्यापक संघर्ष करना पड़ा है। विशेषतः प्रशासनिक एवं राजनैतिक असहयोग ने उनके सामने अनेक चुनौतियां खड़ी की हैं। पहली बार 12 अगस्त 2017 को शराबबंदी के लिए हुए मतदान में मतदानककर्मियों ने खेल खेला और हाथ लगी पराजय। लेकिन हजारों नम आंखों ने पुनः आत्मविश्वास से भर सिंहनाद किया-इस संकल्प के साथ की प्रशासन कितने ही प्रयत्न कर लें, बरजाल में शराब का ठेका नहीं खुलेगा। प्रशासनिक एवं राजनैतिक असहयोग भी काछबली, मंडावर एवं बरजालवासियों के आत्मविश्वास को नहीं हिला सका। अपने पूर्वज हालुजी की तरह चट्टान बन कर खड़े हो गए बरजाल के नर-नारी शराब के खिलाफ। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का यही स्वप्न था कि गांव के निर्णय गांव के लोग लें, और स्व स्तर पर क्रियान्वित करें। बरजालवासियों ने राष्ट्रपिता के स्वप्न को सत्याग्रह के माध्यम से साकार कर दिखाया चम्पारण सत्याग्रह शताब्दी वर्ष 2017 में और रचा नया इतिहास स्वस्थ समाज निर्माण का। गांधी सेवा सदन, अणुव्रत परिवार, मजदूर किसान शक्ति संगठन, महिला मंच इत्यादि संस्थाओं के कार्यकर्ता काछबली, मंडावर एवं बरजालवासियों के साथ कदम मिलाकर शराबबंदी सत्याग्रह में साथ चले हैं। 

काछबली, मंडावर एवं बरजाल की साहसी महिलाओं ने समाज सुधार की दिशा में कदम बढ़ा पुरुष समाज को चैंका दिया। इसी घटना से प्रेरित हो डाॅ. महेन्द्र कर्णावट, उनके परिवार एवं गांधी सेवा सदन परिजनों ने कदम बढ़ाये और शराबबंदी के पक्ष में भारी मतदान करने की अपील के साथ काछबली, मंडावर एवं बरजाल के एक-एक घर पर दस्तक दी। शराबबंदी के पक्ष में डाॅ. कर्णावट अगुवाई में गांधी सेवा सदन के विद्यार्थियों, शिक्षक-शिक्षिकाओं एवं कार्यकर्ताओं ने अणुव्रत कर्मियों के साथ रह जिस तरह से प्रचार-प्रसार किया वह काछबली, मंडावर एवं बरजाल में शराबबंदी अभियान का स्वर्णिम पृष्ठ है। 

विश्व स्वास्थ्य संगठन की शराब व स्वास्थ्य स्टेटस रिपोर्ट के अनुसार विश्व में वर्ष 2012 में शराब से 33 लाख मौतें हुईं। विश्व में होने वाली सभी मौतों में से 5.9 प्रतिशत मौतें शराब के कारण हुई है। वर्ष 2012 बीमारियों व चोटों का जितना बोझ था उसमें से 5.1 प्रतिशत शराब उपयोग के कारण था। इस रिपोर्ट ने यह भी बताया है कि 200 तरह की बीमारियों व चोटों में शराब का हानिकारक उपयोग एक कारण है। लीवर सिरोसिस व अनेक तरह के कैंसर मे और विशेषकर दुर्घटनाओं में लगने वाली चोटों में शराब एक महत्वपूर्ण कारण है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की इस विषय पर स्टेटस रिपोर्ट के अनुसार हाल के समय में एल्कोहल उपभोग व तपेदिक तथा एचआईवी/एड्स जैसे संक्रामक रोगों के फैलाव में भी कारणात्मक संबंध स्थापित हुआ है।

पहले अधिक शराब पीने को ही मस्तिष्क की क्षति याद रखने की क्षमता पर प्रतिकूल असर व डिमेनशिया से जोड़ा जाता था पर अब आॅक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी व यूनिवर्सिटी काॅलेज लंदन के नए अनुसंधान (ब्रिटिश मेडिकल जर्नल में प्रकाशित) से पता चलता है कि अपेक्षाकृत कम शराब पीने से भी मस्तिष्क की ऐसी क्षति होती है। संयुक्त राज्य अमेरिका में 1300 महिलाआंे के अध्ययन से भी यही स्थिति सामने आती है। नशीली दवाओं, एल्कोहल व एडिक्टिव बिहेवियर के विश्वकोष के अनुसार मौत होने वाली सड़क दुर्घटनाओं में से 44 प्रतिशत में एल्कोहल की भूमिका पायी गई है। दुर्घटना में मरने वाले 50 प्रतिशत तक मोटर साइकिल चालकों के शराब के नशे में होने की संभावना पायी गई है। इस विश्वकोष के अनुसार घर में होने वाली दुर्घटनाओं में 23 से 30 प्रतिशत में एल्कोहल की भूमिका होती है। आग लगने व जलने से मौत होने की 46 प्रतिशत दुर्घटनाओं में एल्कोहल की भूमिका होती है। इन आंकडों की रोशनी में शराब किस तरह व्यक्ति, परिवार, समाज एवं राष्ट्र के लिये घातक है, सहज अनुमान लगाया जा सकता है। 

राजस्थान में शराबबंदी का एक नया इतिहास रचा गया है, इसके लिये डाॅ. महेन्द्र कर्णावट लम्बे समय से अपने डाक्टरी के पेशा को छोड़कर शराबमुक्त समाज को निर्मित करने में लगे हैं। उन्होंने हजारों व्यक्तियों को शराब का सेवन न करने के संकल्प करवाए हैं। हजारों व्यक्तियों को शराब मुक्ति की ओर सोचने को प्रेरित किया है एवं बदलाव की भूमिका बनायी है। शराब के नशे की आदत कांच की तरह नहीं टूटती, इसे लोहे की तरह गलाना पड़ता है। यह सत्य है कि नशा मुक्ति की सशक्त स्थिति पैदा नहीं की जा सकती पर नशे के प्राणघातक परिणामों के प्रति ध्यान आकर्षित किया जा सकता है। पक्षी भी एक विशेष मौसम में अपने घांेसले बदल लेते हैं। पर मनुष्य अपनी वृत्तियां नहीं बदलता। वह अपनी वृत्तियां तब बदलने को मजबूर होता है जब दुर्घटना, दुर्दिन या दुर्भाग्य का सामना होता है।




(ललित गर्ग)
बी-380, निर्माण विहार, 
]प्रथम माला दिल्ली-110092
मो, 9811051133

बिहार : पिता जोसेफ को पेंशन और पुत्र मनोज को नौकरी चाहिए

$
0
0
दिव्यांग के घर में आफत है तिगुना

paralised-minority-need-government-suport-patna
पटना: दीघा थाना क्षेत्र में है बालूपर मोहल्ला.इस मोहल्ला में रहने वाले पवन जी के मकान में किराया पर रहते हैं स्व. पीटर डेविड और आगता पीटर के पुत्र जोसेफ पीटर (63 साल). जोसेफ पीटर तीन साल से लकवा ग्रसित हैं.इनके 5  लड़की और 1लड़का है.इस परिवार में कोई काम करने वाला नहीं है.फिलवक्त रजनी जोसेफ और मनोज कुमार घर में रहते हैैं.लकवाग्रसित पिता की देखभाल रजनी करती हैं.मनोज कुमार नौकरी की तलाश में भटकता है.दोनों की शादी नहीं हुई है.

लकवाग्रसित जोसेफ पीटर बीमार है
रूलासे आवाज में जोसेफ कहते हैं कि मधुमेह और मूत्र संबंधी रोग से बेहाल हैं. कहते हैं पत्रिसिया जोसेफ की अकाल मौत हो गयी. देखते -देखते 23 साल गुजर गया.मगर देखते - देखते गरीबी दूर नहीं हुई.आफत की चादर ओढ़कर पत्नी के बारे में सोचता हूं.जोसेफ कहते हैं कि पत्नी को सांप डंस लिया.उसे उठाकर कुर्जी होली फैमिली अस्पताल ले गए.इमर्जेंसी में तैनात  सी.एम.ओ. ने मरीज पत्रिसिया की जांचकर कहा कि यह मरीज घर जाने लायक है.उसका नाम काट दिए हैं.आप लोग घर ले जाए.इस चिकित्सक ने तो मरीज को ऑब्जरवेशन में नहीं रखा.  मरीज का बिल जमा करके जब परिजन मरीज को मैन गेट तक लेकर पहुंचे तो वह मुर्च्छितावस्था में चली गई. गंभीर स्थिति में पत्रिसियो को इमर्जेंसी में लेकर गए तो ड्यूटी में तैनात सी.एम.ओ.ने भरती कर ली.रात के अंधेरी में घटी घटना का पर्दाफाश मौत से हो गयी.लापरवाह चिकित्सक नौकरी से फरार हो गया. मृत्यु 21 जून 1995 को हुई.

कुर्जी पल्ली के पूर्व प्रधान पल्ली पुरोहित  
कुर्जी पल्ली के पूर्व प्रधान पल्ली पुरोहित फादर जोनसन केतकर ने अपाहिज जोसेफ पीटर को 2 साल से धार्मिक कार्य करने के सिलसिले में घर में जाकर परमप्रसाद देने की व्यवस्था करा दी है.होली कॉस की सिस्टर आकर शनिवार को परमप्रसाद देती है.धार्मिक आवश्यकता के रूप में परमप्रसाद मिल रहा हैं.मगर शारीरिक स्वस्थ बनाए रखने के लिए रोटी का लाले पड़ जा रहा है. पुत्र को नौकरी की व्यवस्था होनी चाहिए. नि:शक्तता सामाजिक सुरक्षा पेंशन व घर में किसी की नौकरी नहीं रहने से आफत की जिंदगी काट रहा है जोसेफ पीटर.पिता जोसेफ को पेंशन व पुत्र मनोज को नौकरी चाहिए.

दुमका : दुमका पुलिस ने बड़े मामलों का उद्भेदन कर 8 अपराधियों को गिरफत में लिया।

$
0
0
माइक्रो फाईनेंस कम्पनी से मोटी रकम, लैपटाॅप, व अन्य सामानों की लूटपाट में शामिल थे सारे अपराधकर्मी 
dumkaa-police-work-out
दुमका (अमरेन्द्र सुमन) माइक्रो फाईनेंस कम्पनी से मोटी रकम, लैपटाॅप, व अन्य सामानों की लूटपाट में शामिल अभियुक्तों के एक गिरोह को धर-दबोचने में दुमका पुलिस ने एक बड़ी कामयाबी हासिल की। पुलिस की गिरफत में आए अपराधकर्मियों से भारी मात्रा में आग्नेयशास्त्र, जिन्दा गोली, मोबाईल, एकनाली बन्दूक व अन्य सामान बरामद कियाा गया। पुलिस अधीक्षक, दुमका कौशल किशोर ने एसपी आॅफिस में पत्रकारों को जानकारी देते हुए कहा कि उप राजधानी दुमका के रामगढ़, हंसडीहा, जामा, मसलिया व जरमुण्डी थाना क्षेत्रों में माइक्रो फाईनेंस कम्पनी से लगातार मोटी रकम, लैपटाॅप, व अन्य सामानों के लूटपाट की बढ़ती घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए एक योजना पर काम करना प्रारंभ कर दिया। पुलिस अधीक्षक कौशल किशोर ने कहा कि उपरोक्त थाना क्षेत्रों में लगातार लूट की घटनाओं को देखते हुए तकनीकी शाखा व जिले के पुलिस पदाधिकारियों की एक टीम बनाकर अपराधियों की धर-पकड़ के लिये उन्हें निदेशित किया गया। पुलिस निरीक्षक मनोज कुमार ठाकुर (थाना प्रभारी शिकारीपाड़ा) सअनि मिथिलेश कुमार ंिसह, लखबीर ंिसंह चहल, विजित कुमार, मसिलाल सोरेन, अ0 नि0 संजय कुमार (थाना प्रभारी रामगढ़) मनोज कुमार राय (थाना प्रभारी सरैयाहाट) थाना रिजर्व बल शिकारीपाड़ा, एसएसबी ई0 कम्पनी के ग्यारह जवानों की टीम को हथियारों से लैस कुुछ अपराधकर्मियों द्वारा शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र में 17 अगस्त को एक अपराध की योजना बनाने की गुप्त सूचना प्राप्त हुई थी। सूचना पर तत्क्षण अमल करते हुए तकनीकी शाखा व पुलिस की टीम ने हरिपुर के सुनसान इलाके में कुल सात अपराधियों जिनमें उपरोक्त कांड का मास्टर माइंड राहुल मंडल (ग्राम बरहेट, साहेबगंज वर्तमान आवास दुधानी दुमका) सुन्दर टुडू उम्र 22 वर्ष, ग्राम साधूडीह, रामगढ़, दुमका) प्रिंस मुर्मू उम्र 19 वर्ष, ग्राम घाघरी, थाना-रामगढ़, दुमका) दशरथ टुडू (उम्र 28 वर्ष, ग्राम डमरहटी, थाना-महेशपुर, जिला पाकुड़) सनातन मड़ैया उर्फ बिग्गी (उम्र 40 वर्ष, ग्राम डमरहटी, थाना-महेशपुर, जिला पाकुड़) व संजय सोरेन उर्फ मोटा (उम्र 22 वर्ष, ग्राम राजाबाद, थाना-सरैयाहाट, जिला-दुमका) को धर-दबोच लिया गया। पुलिस की गिरफत में आए अपराधकर्मियो की निशानदेही पर संतोष सोरेन उर्फ मोठा (ग्राम चन्दनगड़िया, थाना-शिकारीपाड़ा, जिला-दुमका) को गिरफतार कर लिया गया। पुलिस अधीक्षक कौशल किशोर ने कहा 7. 62 का एक सेमी आॅटोमेटिक पिस्टल, 0. 315 बोर का एक देशी कट्टा, 9 एमएम का एक देशी कार्बाइन, 0. 303 बोर का एक देशी एक नाली राईफल, 7. 62 के चार जिन्दा कारतूस, 0. 315 के 6 जिन्दा कारतूस, 9 एमएम के 3 जिन्दा कारतूस, 5 मोबाईल फोन, 4 मोटरसायकिल, लूटा हुआ एक टैब, पर्स व दस्तावेज अपराधियों से बरामद किया गया। एस पी कौशल किशोर ने कहा सरैयाहाट व हँसडीहा थाना कांड संख्या-71/ 2018 जामा थाना कांड संख्या-63 व 100 /2018, मसलिया थाना कांड संख्या-42/ 2018, रामगढ़ थाना कांड संख्या- 62/ 18, जरमुंडी, पोड़ेयाहाट, लिट्टीपाड़ा, अमड़ापाड़ा व महेशपुर थाना कांड संख्या-50/ 2018 (सभी कांडों में आईपीसी की धारा 392) के तहत मुकदमा दर्ज है। उपरोक्त सभी कांड वर्ष 2018 में ही किये गए थे। पुलिस अधीक्षक कौशल किशोर ने कहा इन अपराधियों का अपराध इतिहास काफी उग्र है। हार्डकोर माओवादियों के नाम पर लेवी के रुप मंे बड़ी-बड़ी राशि की  वसूली भी इस गिरोह द्वारा की जाती रही है। इन अपराधकर्मियों की संलिप्तता और किन-किन मामलो मंे है पुलिस अनुसंधान कर रही है। अन्तरजिला या फिर अन्तरराज्यीय अपराध से इनके ताल्लुकातों को भी खंगाला जा रहा है। 

बिहार : शेल्टर होम में सरकारी संरक्षण में महिलाओं पर बढ़ती हिंसा के खिलाफ जनसंवाद

$
0
0
नीतीश व सुशील कुमार मोदी से मांगा इस्तीफा.
demand-nitish-sushil-resignation-on-shelter-home
पटना 18 अगस्त 2018, मुजफ्फरपुर सहित बिहार के तमाम बालिका, अल्पावास, स्वाधार व अन्य शेल्टर होम में सरकारी संरक्षण में महिलाओं पर बढ़ती हिंसा के खिलाफ आज पटना के आइएमए हाॅल में महिला संगठनों ने जनसंवाद का आयोजन किया. जनासंवाद में महिला संगठनों के प्रतिनिधियों के अलावा पटना शहर के कई बुद्धिजीवियों ने हिस्सा लिया और कहा कि महिलाओं पर सरकारी संरक्षण में जारी इस हिंसा को नागरिक समाज कभी बर्दाश्त नहीं करेगा. इस जनसंवाद का आयोजन महिला संगठनों अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला एसोसिएशन-ऐपवा, बिहार महिला समाज, अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति-ऐडवा, अखिल भारतीय सांस्कृतिक महिला संगठन, बिहार वीमेन नेटवर्क, साझा मंच, डब्लूएसएस, जनजागरण शक्ति संगठन, नाजरेथ समाज, बिहार मुस्लिम महिला मंच, अपने आप आदि महिला संगठनों ने संयुक्त रूप से किया. महिला संगठनों के प्रतिनिधियों के अलावा जनसंवाद के कार्यक्रम में पटना विश्वविद्यालय इतिहास विभाग की शिक्षिका प्रो. डेजी नारायण, एएन सिन्हा के पूर्व निदेशक डीएम दिवाकर, एडवोकेट रामा सिंह, शमा सिन्हा आदि बुद्धिजीवी शामिल हुए.  जनसंवाद का विषय प्रवेश ऐपवा की महासचिव मीना तिवारी ने किया और जनसंवाद के पूरे परिप्रेक्ष्य को हाॅल में जुटीं महिलाओं के समक्ष रखा. उन्होंने विषय प्रवेश करते हुए कहा कि बिहार की महिला संगठनों के लंबे आंदोलनों के बाद मुजफ्फरपुर सहित अन्य शेल्टर होम के मामले में कुछ कार्रवाइयां हुई हैं लेकिन वे बेहद नाकाफी हैं. उससे न तो असली मुलजिमों पर शिकंजा डाला जा सकता है और न ही महिलाओं की सुरक्षा की गारंटी हो सकती है. इसलिए बिहार की महिलाओं ने आगे आंदोलनों के कार्यक्रमों को जारी रखने के सवाल पर इस जनसंवाद का आयोजन किया है.

विषय प्रवेश के उपरांत तमाम महिला संगठनों की ओर एक-एक प्रतिनिधियों ने अपने वक्तव्य रखे. बिहार महिला समाज की ओर से निवेदिता झा, ऐपवा की बिहार राज्य सचिव शशि यादव, बिहार वीमेन नेटवर्क से नीलू, अखिल भारतीय महिला जनवादी महिला समिति से रामपरी देवी, अखिल भारतीय महिला सांस्कृतिक महिला संगठन से अनामिका, साझा मंच से रंजना दास, जनजागरण शक्ति संगठन से सोहिनी, नाजरेथ समाज से सिस्टर लीना, अपने आप से खुश्बू मिश्रा, बिहार मुस्ल्मि महिला समाज व अन्य संगठनों के प्रतिनिधियों ने जनसंवाद को संबोधित किया. इस मौके पर वरिष्ठ महिला कार्यकर्ता सुशीला सहाय और ऐपवा की बिहार राज्य अध्यक्ष सरोज चैबे भी मंच पर उपस्थित थीं. कोरस की टीम के गायन के साथ कार्यक्रम आरंभ हुआ और उसके बाद मोना झा ने निर्मला पुतुल की दो कविताओं का पाठ किया. तत्पश्चात जनसंवाद का कार्यक्रम आरंभ हुआ. वक्ताओं ने कहा कि हमारे आंदोलनों के दबाव में टी.आई.एस.एस. की रिपोर्ट सरकार को सार्वजनिक करनी पड़ी है. इस रिपोर्ट में 17 सेंटरों की हालत बेहद भयावह बताई गई है. इसलिए हमारी मांग है कि मुजफ्फरपुर सहित इन गंभीर 17 शेल्टरों सहित सभी 110 शेल्टरों की जांच हाइकोर्ट के निर्देशन में सीबीआई करे. मंजू वर्मा ने इस्तीफा दे दिया है लेकिन वे भी अब लगातार भाजपा कोटे के मंत्री सुरेश शर्मा का नाम ले रही हैं. भाजपा को बताना चाहिए कि आखिर वह सुरेश शर्मा का बचाव क्यों कर रही है? 

महिला संगठनों ने कहा कि संस्थागत यौन उत्पीड़न से अब यह मामला संस्थागत हत्या तक पहुंच गई है. पटना के आसरा शेल्टर में दो महिलाओं की मौत बेहद संदेहास्पद है. वहां महिलाओं को जबरन गुलाम बनाकर रखा जा रहा है. एक-एक कर परदा उठ रहा है.  और इसकी आंच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी तक पहुंच रही है. इसलिए महिला संगठनों की मांग है कि इन दोनों नेताओं को भी तत्काल अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए. इनके रहते भला निष्पक्ष जांच की कैसे उम्मीद की जा सकती है.

बिहार : माले विधायक दल के नेता महबूब आलम व राजाराम ने प्रोफेसर संजय कुमार से मुलाकात की.

$
0
0
केरल बाढ़ पीड़ितों के लिए माले ने चलाया राहत अभियान.
cpi-mla-mahboob-alam-meet-prof-sanjay-kumar
पटना 18 अगस्त 2018, भाकपा-माले विधायक दल के नेता, पार्टी के वरिष्ठ नेता राजाराम, राज्य कमिटी सदस्य कुमार परवेज, आइसा के बिहार राज्य अध्यक्ष मोख्तार, आकाश कश्यप, आइसा के पटना विश्वविद्यालय संयोजक विकास यादव, रामजी यादव, संतोष कुमार आर्या, दानिश अनवर, रिजवान, आदि नेताओं ने पीएमसीएच में जाकर संघी गुंडों के हमलों के शिकार मोतिहारी केंद्रीय विश्वविद्यालय में कार्यरत असिस्टेंट प्रोफेसर संजय कुमार से मुलाकात की व उनका हालचाल लिया. उनका हालचाल लेने के बाद माले विधायक महबूब आलम ने कहा कि आरएसएस आज पूरे देश में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला कर रहा है और खौफ का माहौल कायम कर रहा है. यह बेहद शर्मनाक है. उन्होंने यह भी कहा कि स्थानीय हमलावरों को केंद्रीय मंत्री राधामोहन सिंह का खुलेआम संरक्षण है. पुलिस प्रशासन भी उनके प्रभाव में है. इतने जघन्य अपराध के बावजूद भी पुलिस-प्रशासन अपराधियों को बचाने में लगा है. प्रो. संजय कुमार जब एफआईआर करने गए तो उसमें तीन से चार घंटे का समय लगाया गया. मुकदमा हुआ तो पुलिस ने जानबूझकर धारा 307 नहीं लगाया, जबकि उनके शरीर पर पेट्रोल छींटकर उन्हें जिंदा जलाने का प्रयास किया गया. उसके बाद अस्पताल मंे इलाज में लापरवाही बरती गई. विरोध करने पर वहां के एसपी ने पीएमसीएच रेफर न करने का दबाव बनाया. काफी मशक्कत के बाद पीएमसीएच रात के साढ़े नौ बजे रेफर किया गया.  प्रो. कुमार का कसूर केवल इतना था कि उन्होंने वाजपेयी से संबंधित एक पोस्ट फेसबुक पर डाली थी. बीजेपी व आरएसएस से जुड़े गुंडों ने बस इसी बात पर उन पर हमला बोल दिया. उनके कपड़े फाड़ डाले और उनको जलाने की नीयत से उनके ऊपर पेट्रोल डाल दिया. हमलावरों में शमि वाजपेयी, अमन वाजपेयी, राहुल आर पांडेय, ज्ञानेश्वर गौतम, पुरूषोत्तम शर्मा, कमलेश कुमार आदि प्रमुख रूप से शामिल हैं. भाकपा-माले ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बावजूद सोशल मीडिया पर लिखे गए वक्तव्यों को लेकर हमला करना लोकतंत्र के लिए बेहद खतरनाक है. ये घटनाएं साबित करती हैं कि वाजपेयी ने जिस राजनीति के बीज बोए थे आज वह पूरी तरह फल-फूल रहा है और देश में एक अघोषित आपातकाल है.

केरल बाढ़ पीड़ितों के लिए चलाया राहत अभियान
भाकपा-माले के पटना जिला कमिटी ने आज केरल में आए भयानक बाढ़ से तबाह लोगों के राहत के लिए पटना स्टेशन गोलबंर पर राहत अभियान चलाया. यह अभियान कल से पूरे बिहार में चलेगा. पटना में आयोजित राहत अभियान का नेतृत्व पार्टी की नेता अनिता सिन्हा, समता राय, सुधीर कुमार, मनीष कुमार सिंह आदि नेताओं ने किया. उन्होंने कहा कि केरल में केंद्र सरकार अविलंब राहत अभियान युद्ध स्तर पर चलाये.

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर 18 अगस्त

$
0
0
गौशाला में रोपे गए एक हजार पौधे

vidisha news
शमशाबाद तहसील के ग्राम सतपाडाहाट में स्थित नव अवतार कुंवर गोपाल गौशाला में गत दिवस विभिन्न प्रजाति के एक हजार पौधो का रोपण किया गया है। उक्त गौशाला ग्राम मे निवासी अमित शर्मा द्वारा अपने माता पिता की स्मृति में जमीन दान देकर बनवाई गई है जिसमें आवारा, निःशक्त गायों के संरक्षण हेतु तमाम प्रबंध सुनिश्चित किए गए है। अमित शर्मा ने बताया कि गौशाला का संचालन ग्राम स्तरीय समिति के द्वारा पूर्ण पारदर्शिता के साथ किया जा रहा है गौशाला का पृथक से बैंक खाता वर्धा एसबीआई में संचालित हो रहा है। ग्राम एवं समीपवर्ती ग्रामों के सम्पन्न कृषकबंधुओं द्वारा गायो के लिए चारा-भूसा  निःशुल्क उपलब्ध कराया जा रहा है। ग्राम के युवाओं को भी गौशाला से जोड़कर गौ सेवक का दर्जा भी देेने का कार्य प्रचलित है। समीपवर्ती ग्रामो के आमजन स्वेच्छा से इधर-उधर भटक रही गायो को गौशाला में छोडकर चले जाते है ताकि उनकी देखभाल हो सकें। वन विकास निगम के उपाध्यक्ष श्री राममोहन बघेल ने गत दिवस गौशाला का भ्रमण कर पौधरोपण कार्यक्रम में सहभागिता निभाई है। गौशाला के परिसर में सागौन, बहेडा क्रमशः तीन-तीन सौ, शीशम व सीताफल क्रमशः 140-140, सतपरणी 65, अनार के पचास पौधे रोपित किए गए है। पौधो की देखभाल के लिए भी तमाम प्रबंध सुनिश्चित किए गए है। गौशाला में पानी की व्यवस्था के लिए किए गए बोर में सोलर पम्प स्थापित कराया गया है ताकि आवश्यकतानुसार जब चाहे तब पानी प्राप्त कर सकें। ग्रामवासियों का पौधरोपण के प्रति रूझान बढे इसके लिए समय-समय पर गौशाला में रोपित किए गए पौधो की भी देखभाल उनके द्वारा की जा रही है। वन विकास निगम के उपाध्यक्ष श्री राममोहन बघेल ने गौशाला के शेड निर्माण के लिए टीन क्रमय करने हेतु राशि देने की घोषणा की। कार्यक्रम में ग्रामवासियों के अलावा वन विकास निगम के अधिकारी, कर्मचारी भी मौजूद थे। 

रथ के द्वारा गांव में ही मिल रही है जानकारियां 

vidisha news
शासकीय योजनाओं एवं कार्यक्रमों पर आधारित प्रचार-प्रसार रथ जिले के सभी विकासखण्डों के ग्रामों में भ्रमण कर रहे है। विकासखण्डवार प्राप्त रूटचार्ट के मार्गो पर रथ भ्रमण कर ग्रामवासियों को गांव में ही शासकीय योजनाओं एवं कार्यक्रमों की गहन जानकारी दे रहे है और योजनाओं पर आधारित साहित्य भी वितरित किया जा रहा है। जिले के सातो विकासखण्डो में क्रमशः एक-एक रथ 15 सितम्बर तक भ्रमण करेगा। हरेक रथ हर दिन तीस किलोमीटर की दूरी तय कर एलईडी के माध्यम से शासन की जनहितैषी कल्याणकारी योजनाओं एवं कार्यक्रमों की जानकारी प्रदर्शित कर रहा है।

झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर 18 अगस्त

$
0
0
मामला पिटोल एकीकृत जांच चैकी का,  सेलरी नहीं मिलने से नाराज 40 एम.पी.टी.सीे के अन्र्तगत इंट्री ग्रेटेड़ बार्ड़र चेक पोस्ट पर काम करने वाले कर्मचारीयो ने किया काम बंद, वाहनों की लगी कतार ..........

vidisha news
पिटोल । एकीकृत जांच चैकी पिटोल पर शनिवार सुबह 8 बजे अल्सामेक्स की वंेडर कंपनी के अधिनस्थ काम कर रहे तकरीबन 40 से 45 डाटा इन्ट्री ओपरेटरों और हाउस किपींग , इलेक्टीशीयन के पदो पर काम कर रहे कर्मचारीयो को विगत 4 वर्षाे से प्रोविडे़न्ट फंड़ एवं 2 माह से सेलरी नही मिलने से बिना किसी पुर्व सुचना के काम करना बंद कर दिया जिससे करीब 3 घंटे तक जांच चैकी के दोनों ओर वाहनों की लम्बी कतारें लग गई हालांकि कम्पनी नें अपनें अन्य कर्मियों को काम पर लगाकर यातायात को चालु किया वाहनों की मेन्युअल इंट्री की गई। दुसरी ओर कंपनी के मनमाने रवैये से खिन्न कर्मियों नें बाहर नारेबाजी की एवं तब तक काम करनें से इन्कार कर दिया जब तक कि उन्हें सेलरी में मिलने वाले पुरे पैसे की अदायगी नहीं की जाती। तब तक हम  कर्मचारी काम पर नही लौटने के साथ नही लौटने कि चेतावनी दी।
  
कंपनीयों के बदलने से व्यवस्था चरमरा रही
दर असल अलग अलग कंपनीयों के यहां बदले जानें से यहां की व्यवस्था चरमरा गई है 6 वर्षों से काम कर रहे इन कर्मियों के सामने समस्या यह आ रही है कि आखिर उनके द्वारा किये जा रहे कार्य के प्रति जिम्मेदार कौन ? वर्तमान में एनपीएस कंपनी के जिम्मे यहां का कार्य चल रहा है किन्तु अब तक उसका यहां कोई जिम्मेदार नहीं है इसके पुर्व यहां एस एस इन्फ्रा व एएसएल कंपनी कार्य कर रही थी जो काम छोड कर जा चुकी है। कर्मियों का प्रतिनिधित्व कर रहे देवेन्द्र सरताना ने बताया कि डेढ माह से वे बदली गई कंपनी एनपीएस के लिये काम कर रहे है किन्तु कंपनी ने अब तक कोई एचआर नियुक्त नहीं किया है जो यह सारे फसाद की जड बन गया है।
    
कम्पनी के उच्च अधिकारी करते है मन मानी.......
वेसे तो सरकारी रेट के अनूसार किसी साधारण मजदूर को मजदूरी 200 रू. से उपर कि होती है। परन्तू इस कम्पनी के अधीकारीयो कि मन मानी कि वजह से ग्रेजूएट कर्मचारी को भी 6800 एंव नई भर्ति कर्मचारीयो को भी 6800 रू. वेतन दिया जाता है। जबकि कई कर्मचारी पढाई के नाम पर केवल काम चलाउ है। जो कर्मचारी 6 वर्षो से काम कर रहै है उन्है भी पहले 7024 रू. मीलते थे परन्तू कम्पनी ने अपनी मर्जी 6800 रू. वेतन का दिया। इसका भी इन कर्मचारीयो में रोष है। पहले प्रत्येक कर्मचारी को 2500 रू. भोजन के मिलते थे वह भी कम्पनी ने बन्द कर दिये।
      
आश्वासन के बाद काम पर लौटे कर्मचारी ......
कर्मचारी एवं कम्पनी के वर्तमान मेनेजर ओम.प्रकाश यादव के साथ गरमा गरम बहस के बाद स्थानीय लोगो कि मध्यस्था के बाद मेनेजर यादव द्वारा कम्पनी के उच्च अणहकारीयो से बात करने के बाद सभी कर्मचारीयो को राखी से पहले वेतन 7 हजार रू. के उपर देने कि बात के आश्वासन के बाद सभी कर्मचारी काम पर लोट आये।
               
इन्होने बोला ..........
परिवहन चेक पोस्ट पर पदस्थ आरक्षक प्रशांत चैहान ने बताया कि अचानक बगैर सुचना के काम बंद करनें की वजह से कुछ समय के लिये अव्यवस्था जरुर हुई किन्तु किसी प्रकार के राजस्व की हानी नहीं हुई है।
अल्सामेक्स मेंटेनेंस सर्विसेस प्रा.लि. के प्रबंधक ओम प्रकाश यादव नें बताया कि बगैर पुर्व सुचना के हडताल पर जाना नीति संगत नहीं है सेलरी की समस्या कंपनी के बदलने के कारण उतपन्न हुई है इस संबंध में हायर अथारीटी के संज्ञान में मामला लाया गया है राखी तक सभी की सेलरी देदी जाऐगी।
डीओ के लीडर देवेन्द्र सरताना का कहना है कि कंपनी से दी जाने वाली सेलरी उन्हें पूरी नहीं दी जाती है उसमें से कतिपय लोग कर्मियों को अंधेरे में रख कर पैसा बीच में ही डकार रहे है व नियमित सेलरी नहीं दी जा रही है।

भारतीय जनता पार्टी ने पूर्व प्रधानमंत्री अटलजी को स्मरण कर दी श्रद्धांजलि
विषम परिस्थितियों में भी हंसते हुए रास्ता निकालना उनकी नैसर्गिक विषेषता रही- निर्मला भूरियाअटलजी मे सामाजिक समरता के भाव निहीत थे- शांतिलाल बिलवालअटलजी कालजयी, जन नायक थे- मनोहर सेठिया
vidisha news
झाबुआ । अजातशत्रु, भारतरत्न, पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी बाजपेयी केनिधन से जहां समुचा विश्व, देश एवं प्रदेश शोक मे डूबा हुआ है वही इस आदिवासी अंचल में भी स्वर्गीय अटल जी को भी भारतीय जनता पार्टी जिला झाबुआ एवं नगर मंडल झाबुआ द्वारा अश्रुपूरित,भाव विव्हल श्रद्धांजलि कार्यक्रम स्थानीय राजवाडा चैक पर शुक्रवार सायंकाल को आयोजित किया गया जिसमें बडी संख्या में भाजपा कार्यकर्ताओ ं, नगरवासियों एवं सर्वसमाज के लोगों ने उपस्थित होकर उन्हे स्मरण कर पुष्पाजंलि अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की । स्वर्गीय अटलजी के चित्र पर जिला भाजपा अध्यक्ष मनोहर सेठिया, विधायक सुश्री निर्मला भूरिया ने  माल्यार्पण कर पुष्पाजंलि अर्पित की । इस अवसर पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए जिला भाजपा अध्यक्ष मनोहर सेठिया ने कहा कि मध्यप्रदेश की घरती भाग्यशाली है जहां अटलजी जैसी महान हस्ती ने जन्म लिया । अटलजी कालजयी, जन नायक होने के साथ ही एक साहित्य के सशक्त हस्ताक्षर एवं कवि रहे है। गा्रमीण अंचल के लोग उन्हे जीवनभर नही भुला पायेगें क्योकि उनके प्रधानमंत्री बनने के बाद ही प्रधानमंत्री सडक योजना से गा्रम गा्रम तक सडकों का जाल बिछा एवं नदियों को जोडने के कारण गा्रमीणों को अधिक लाभ हुआ है। श्री सेठिया ने सोश्यल मीडिया पर उनके निधन को लेकर वायरल टिप्पणियों का जिक्र करते हुए कहा कि आज समुचा देश उनके महाप्रयाण से दुखी होगया है।उन्होनेे 1998 में आयोजित महती जनसभा में अटलजी के साथ मंच साझा करने तथा भीली भाषा में उनके संबोधन पर अटलजी द्वारा उनकी पीठ थपथपाने का जिक्र करते हुए परमात्मा से श्री चरणों में स्थान देने  की प्रार्थना की । पेटलावद विधायक सु्रश्री निर्मला भूरिया ने  कहा कि पूरा विश्व ही अटलजी की प्रतिभा का लोहा मानता था । मुसिबतो एवं परेशानियों से कभी विचलित नही हुए और विषम परिस्थितियों में भी हंसते हुए रास्ता निकालना उनकी नैसर्गिक विशेषता रही है। सुश्री भूरिया ने अटलजी से भेंट का सस्मरण सुनाते हुए उन्हे उदार हृदय का व्यक्तित्व निरूपिता करते हुए पिता स्व.दिलीपसिंह भूरिया से उनके प्रगाढ संबध का जिक्र करते हुए पेटलावद की जीवनदायिनी माही परियोजना को धरातल पर उतारने का श्रेय स्व.. अटलजी को दते हुए कहा कि यदि वे उस समय प्रधानमंत्री नही होते तो संभवतया माही परियोजनासाकार नही हो पाती । उनका अवसान एक शून्य पैदा कर गया है। झाबुआ विधायक शांतिलाल बिलवाल ने भी भारतरत्न अटलजी को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि अटलजी मे सामाजिक समरता के भाव निहीत थे वे सबके दिलों में निवास करते हुए सबके सर्वमान्य नेता थे ।उन्होने अटलजी के निधन को एक बहुत बडी क्षति बताते हुए कहा कि वे ऐसे कालजयी थे जिनकी शवयात्रा में देश के प्रधानमंत्री ने पैदल शामील होकर उन्हे अपने गुरू की तरह सम्मान दिया । झाबुआ जिले के विकास का जिक्र करते हुए श्री बिलवाल ने प्रधानमंत्री सडक योजना एवं नदियों को जोडने की योजना को जनहितैषी बताते हुए इसे अंचल के विकास का आयाम बताया । शांतिपूर्ण निर्णय लेने वाले अटलजीजैसा व्यक्ति सदिया में एक बार धरती पर आता है अटलजी ने डा. श्यामप्रसाद मुकर्जी के अधुरे काम का बेडा उठा कर उसे साकार करने में कोई कसर बाकी नही रखी । उनकी नजरों में पूरा देश ही एक परिवार था। उनके सपनों को साकार करने में हम पीछे नही रहेगे ंयह  संकल्प व्यक्त करते है । पूर्व जिलाध्यक्ष दौलत भावसार ने भी अपने संबोधन मेंकहा कि उनके महाप्रयाण से देश ही नही समुचे विश्व में शोक व्याप्त है। राजनीति के घटाघोप में उनकी दैदिप्यवान वाणी, उनका विराट व्यक्तित्व, उनकी साहित्य साधना अनमोल धरोहर रही है उनके बिछोह से एक शून्य पैदा हो गया है। श्री भावसार ने तीन संस्मरणों के माध्यम से अटलजी के विराट व्यक्तित्व के बारे में विस्तार से बताया । जिला उपाध्यक्ष पुरूषोत्तम प्रजापित ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि उनके भाषण से उत्साह का संचार होता था । विरोधी में उनको सुनने के लिये लालायित रहते  थे  ।  पण्डित गणेश उपाध्याय ने   अटलजी को राजनीति का चमकता सूर्य निरूपित किया। प्रारंभ में कम्यूनिस्ट विचारधारा से जुडे होने के बाद गुरूजी के संपर्क के बाद वे प्रखर राष्ट्रवादी विचारधारा के महानायक बन गये ।  ओम प्रकाश शर्मा ने अपने उदबोधन में अटलजी को राजनीति के पुरोधा के साथ ही उन्हे सच्चा जन नेता निरूपित किया । ओच्छबलाल जैन से अपने विचार व्यक्त करते हुएकहा कि अटलजी विश्वव्यापी महानायक थे आज उनके निधन के समाचार का सीधा प्रसारण अमेरिका के राष्ट्रपति देख रहे है।  लोकतंत्र सैनानी विमल कांठी ने अटलजी को विनम्र एवं हर किसी को सहयोग करने वाला बताते हुए 1967 में डा राममनोहर लोहिया के विचारों से अभिप्रेरित होकर संविद सरकारों के गठन करने की योजना मे सहयोग देने एवं हर कार्यकर्ता की पुछ परख करने वाला महान व्यक्तित्व बताया । पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष मूलचंद बामनिया ने भीउन्हे गंगापुत्र देवव्रत जैसा महा नायक बताते हुए एक महानायक निरूपित किया । जिला महामंत्री श्यामा ताहेड ने कहा कि नीति, नियति एवं प्रकृति जिसका गुणगान करे ऐसे अटलजी मे गुण मौजूद थे। आदिवासी समाज के लिये अटलजी ने कइ्र योजनायें बना कर उन्हे लाभान्वित करने का काम किया । जिला उपाध्यक्ष ओपी राय ने भी अटलजी को श्रद्धांजलि देते हुए उन्हे राजनीति का विशाल वटवृक्ष निरूपित करते हुए उनके महाप्रयाण पर  कहा कि यदि स्वर्ग में लोकतंत्र होगा तो अटलजी वहां के भी महानायक होगें । भाजपा नेता छितूसिंह मेडा ने भी उन्हे भावविव्हल हो श्रद्धांजलि देते हुए जन के दिलों मे अमीट छाप छोडने  वाला महानायक बताया । कल्याणसिंह डामोर ने श्री अटलजी का स्मरण कर उन्हे जनजाति समाज का पूजनीय महापुरूष बताया । पण्डित महेन्द्र तिवारी ने अटलजी का जिक्र करते हुए कहा कि उनके अनुसार भारत कोई भूमि का टूकडा नही है बल्कि राष्ट्रपुरूष है । यह धरती वंदन एवं अभिनंदन की धरती है अर्पण की भूमि है तर्पण की भूमि है । इसकी नदी हमारी गंगा है, यहा कंकर कंकंर में शंकर है । हम जियेगे तो भारत के लिये और मरेगें तो भी भारत के लिये । मरने के बाद भी गंगाजल में बह ती हुई अस्थिया को को ई कान लगा कर सुनेगा तो  एक ही आवाज आयेगी भारत माता की जय।ऐसे अटलजी को अश्रुपूरित श्रद्धांजलि अर्पित करते है। इस अवसर पर नगर मंडल अध्यक्ष बबलू सकलेचा,पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष धनसिंह बारिया, श्रीमती संगीता सोनी, विश्वास सोनी,इरशाद कुरेशी, अजय पोरवाल, अजय सोनी, श्री घारवी,कमलेश दांतला, सरदारसिंह, अमीत शाह,सहित बडी संख्या में उपस्थित जनो ं ने अटलजी के चित्र पर पुष्पाजंलि अर्पित कर नमन किया । इस अवसर पर दो मिनट का मौन रख कर महान आत्मा को  नमन किया गया । कार्यक्रम का सफल संचालन जिला महामंत्री प्रवीण सुराणा ने किया ।

क्या हार में क्या जीत में .... किंचित नहीं भयभीत में .... -ः रो. यषवंत भंडारी
अटलजी ने अपना पूरा जीवन देष की सेवा के लिए किया था समर्पित -ः रो. नुरूद्दीनभाईदेश के पूर्व प्रधानमंत्री एवं भारत रत्न प्राप्त स्व. अटल बिहारी वाजपेयी को रोटरी क्लब ने दी भावांजलि
vidisha news
झाबुआ। देष के पूर्व प्रधानमंत्री, भारत रत्न स्व. अटल बिहारी वाजपेयी को रोटरी क्लब झाबुआ द्वारा स्थानीय रोटरी सदन मंे श्रद्धांजलि सभा का आयोजन कर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर रोटरी क्लब के पदाधिकारी-सदस्यों द्वारा स्व. अटलजी के महान व्यक्तित्व एवं जीवन पर प्रकाष डालते हुए उनके जीवन को देषवासियों के लिए आदर्ष के साथ प्रेरणादायी बताया। श्रद्धांजलि सभा के प्रारंभ में स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के आदमकद चित्र पर दीप प्रज्जवलन वरिष्ठ रोटेरियन नुरूद्दीनभाई बोहरा, मगनलाल गादिया, प्रदीप रूनवाल, यषवंत भंडारी, डाॅ. आईएस तोमर, रोटरी क्लब अध्यक्ष अमितसिंह जादौन (यादव) एवं सचिव हिमांषु त्रिवेदी द्वारा किया गया। पश्चात् उनके चित्र पर पुष्प अर्पण कर रोटरी क्लब उपाध्यक्ष अर्पित संघवी, कोषाध्यक्ष कार्तिक नीमा, सह-सचिव यषिल शाह के साथ रोटरेक्ट क्लब से दौलत गोलानी, राकेष पोतदार, पार्षद नरेन्द्र राठौरिया, सोहेल खान आदि द्वारा करते हुए जब तक सूरज-चांद रहेगा, अटलजी का नाम रहेगा .... के जयघोष लगाए गए।

सत्ता का नहीं रहा लोभ
पश्चात् श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते नुरूद्दीनभाई पिटोल वाला ने कहा कि स्व. अटलजी को कभी भी सत्ता का लोभ नहंी रहा। वे सदैव देष की सेवा के लिए समर्पित रहे। अटल थी अमर थे ... है और रहेंगे .... , प्रदीप रूनवाल ने बताया कि इन भारत रत्न का ध्येय सदैव एक ही रहा, वह देष की सेवा करना, उनका जीवन सदैव संघर्षषील रहने के साथ वे एक उत्कृष्ट व्यक्तित्व के धनी थे। श्री रूनवाल ने स्व. वाजपेयी को इस दौरान सच्चे ह्रदय से नमन किया। मगनलाल गादिया ने भावपूर्ण कविता के माध्यम से भारत के पूर्व प्रधानमंत्री को श्रद्धांजलि दी।

स्व. वाजपेयी राजनीति की काली कोठरी में भी सदैव बेदाग रहे
डाॅ. आईएस तोमर ने बताया कि अटलजी को अपने परिवार की जितनी चिंता नहीं थी, उतनी देष की थी। उन्हें मोह-माया का लोभ नहंी था। राजनीति में भी निष्पक्ष रहे। मुख्य वक्ता यषवंत भंडारी ने अटलजी द्वारा स्व-रचित कविता ‘क्या हार में क्या जीत में, राह पथ पर जो भी मिले, ये ही सहीं वो भी सहीं’ सुनाते हुए कहा कि स्व. अटलजी हार और जीत के पैमाने से काफी ऊपर थे। राजनीति की काली और काजली कोठारी में उनकी छवि बेदाग और उज्जवल रहीं। उन्होने अपने राजनीतिक जीवनकाल में भी पक्ष-विपक्ष दोनो ही पार्टियों को एकजुटता के साथ कार्य करने का संदेष दिया। उनके जीवन से संपूर्ण देषवासियों को प्रेरणा लेना चाहिए। रोटरी क्लब अध्यक्ष श्री जादौन ने भी अटलजी के सम्मान के प्रेरणादायी कविता का वाचन किया। श्रद्धांजलि सभा का संचालन वरिष्ठ रोटेरियन जयेन्द्र बैरागी ने माना।

सर्व ब्राह्मण समाज युवा संगठन ने दी श्रधांजलि

झाबुआ । हम गौरवान्वित हैं कि अटल जी ब्राह्मण समाज की विभूति है किंतु उन्हे अपने समाज तक सीमित नहीं किया जा सकता क्योकि उनका व्यक्तित्व विराट ओर वैश्विक है उक्त उदगार ब्राह्मण समाज के सरंक्षक डा के के त्रिवेदी ने स्थानीय जगदीश मंदिर प्रांगण में सर्व ब्राह्मण समाज युवा संघठन द्वारा आयोजित श्रधांजलि सभा मे व्यक्त किये । डॉ त्रिवेदी ने राजर्षि अटल बिहारी वाजपेयी की जीवन शैली विचारधारा एव व्यवहार पटुता की विशद व्याख्या करते हुए उनकी चरित्रगत विशेषताओं सरलता सदभावना एव शालीनता का अनुसरण करने का आग्रह किया। इस श्रधांजलि सभा मे युवा संघठन के अश्विन शर्मा ,सुनील शर्मा ,अमित शर्मा ,आशिष चतुर्वेदी, पपिश पानेरी,हिमांशु त्रिवेदी ,उमेश पांडे,हिमांशु भट सुशील वाजपई, जगदीश पंडा,एव राजेन्द्र जोशी ,महेश बेरागी,प्रदीप पंड्या,अमरीश त्रिवेदी,श्यामसुंदर शर्मा,महिला इकाई से रेखा शर्मा,मंजुला देराश्री,सुशीला भट्ट आआदि समाज जन ने अटल जी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की जिसके पश्चात दिवंगत आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा एव प्रार्थना की ।

आज जिले की सभी तहसील मुख्यालयों पर 900 भाजपा कार्यकर्ता नवीन सदस्यों से मोबाईल पर संवाद स्थापित करेगें ।

झाबुआ । भारतीय जनता पार्टी द्वारा आज रविवार 19 अगस्त को जिले के सभी तहसील मुख्यालयो  पर सदस्यता संवाद कार्यक्रम आयोजित किया जारहा है । भाजपा के जिला महामंत्री एवं सदस्यता अभियान के जिला प्रभारी प्रवीण सुराणा ने जानकारी देते हुए बताया कि भारतीय जनता पार्टी द्वारा पूर्व में मोबाईल के माध्यम से भारतीय जनता पार्टी के सदस्य बनाये गये थे उन सभी सदस्यो ं से जिले भर के ऐसे भाजपा के बने सदस्यो ं से जिले के तहसील मुख्यालय पेटलावद, थांदला, मेघनगर, झाबुआ एवं रानापुर पर भाजपा के 900 कार्यकर्ता मोबाईल से संपर्क स्थापित करके उनसे संवाद स्थापित करेंगें । पूरे  जिले में प्रत्येक तहसील मुख्यालय पर सदस्यता संवाद कार्यक्रम का आयोजन होगा तथा जिले भर के 900 भाजपा पदाधिकारी एवं कार्यकर्तागण प्रत्येक ऐसे सदस्य जिन्होने पूर्व में मोबाईल के माध्यम से भाजपा की सदस्यता ग्रहण की है, से सीधा संवाद स्थापित किये जाने का दिन भर अभियान चलाया जावेगा । जिला भाजपा अध्यक्ष मनोहर सेठिया, विधायक शांतिलाल बिलवाल, सुश्री निर्मला भूरिया, कलसिंह भाबर इस अवसर पर पूरे जिले में भ्रमण करके सदस्यता संवाद कार्यक्रम में भाजपा के नये सदस्यों से सीधे संवाद स्थापित करेगें ।

रथ पर बिराजित होकर कल्लाजी महाराज ने दिया नगरवासियों को आषीर्वाद
श्रावण की फुहारो के बीच निकला आकर्षक चल समारोहपूरा नगर हुआ धर्ममय

vidisha news
झाबुआ । शेषावतार  श्री कल्लाजी महाराजका जन्मोत्सव स्थानीय श्री कल्लाजी धाम  शक्तिपीठ गोविंद नगर पर धुमधाम से मनाया गया । प्रातःकाल से ही यहां दूर दूर से श्रद्धालुओं का आना शुरू हो गया था । शुभ मुहर्त में प्रातः 9 बजे कल्लाजी महाराज एवं बिराजित प्रतिमाओं का  विधि विधान के साथ अभिषेक किया गया । बडी संख्या में उपस्थित श्रद्धालुओं ने इस अवसर पर कल्लाजी की दीव्य प्रतिमा के दर्शन वंदन किये । पूरे  मंदिर को पुष्पमालाओं एवं सजावटी सामग्री से सजाया गया । कल्लाजी महाराज की प्रतिमा का आकर्षक श्रृंगार किया गया । प्रातः 11-30 बजे से  कल्लाजी धाम से  रथ मे बिराजित कल्लाजी महाराज की प्रतिमा एवं गादीपति संतोष गेहलोत की भव्य शोभा यात्रा निकली । शोभायात्रा में राजपुती आनबान के गणवेश में श्रद्धालुजन एवं युवा वर्ग चल रहे थे । वही महिलायें भी रंग बिरंगी पोशाकों में जुलुस में शामील हुई । कल्लाजी के जय जय कारों के साथ शोभायात्रा बेंड बाजो, ताशों पुष्पवर्षा कर रही तोप एवं कडाबिन के साथ शुरू हुई । महिलाये एवं पुरूषों ने हर चैराहों पर गरबा नृत्य प्रस्त्रुत करें अपनी धार्मिक भावना उण्डेली । राजवाडा चैक पर शोभायात्रा का विभिन्न समाजजनों की और से पुष्पवर्षा कर स्वागत किया गया । लक्ष्मीबाई मार्ग से होते हुए  जुलुस बस स्टेंड चैराहे पर पहूंचा जहां बालिकाओ ं एवं महिलाओं ने धार्मिक धुनों पर नृत्य किया । युवा भी गरबा रास मे शामील हुए । वहां से थांदला गेट होते हुए मेन बाजार , आजाद चैक, गोवर्धननाथ मंदिर से होकर कल्लाजी धाम पर समापन हुई जहां महा मंगल आरती की गई । दोपहर 2-30 बजे से श्री कल्लाजी के दरबार में आयोजित गादी में बडी संख्या में लोगों की समस्याओं एवं परेशानियों का निवारण गादीपति संतोष गेहलोत के माध्यम से हुआ । प्रत्येक श्रद्धाल्रु को कल्लाजी का आशीर्वाद प्राप्त हुआ । गादीपति संतोष गेहलोत ने कल्लाजी के बारे में बताते हुए कहा कि  कल्लाजी महाराज की छवि लोकदेवता जैसी बन गयी है। कल्ला जी राठौड़ ऐसे ही एक महामानव थे। उनका जन्म मेड़ता राजपरिवार में आश्विन शुक्ल 8, विक्रम संवत 1601 को हुआ था। इनके पिता मेड़ता के राव जयमल के छोटे भाई आसासिंह थे। भक्तिमती मीराबाई इनकी बुआ थीं। कल्ला जी की रुचि बचपन से सामान्य शिक्षा के साथ ही योगाभ्यास, औषध विज्ञान तथा शस्त्र संचालन में भी थी। प्रसिद्ध योगी भैरवनाथ से इन्होंने योग की शिक्षा पायी। इसी समय मुगल आक्रमणकारी अकबर ने मेड़ता पर हमला किया। राव जयमल के नेतृत्व में आसासिंह तथा कल्ला जी ने अकबर का डटकर मुकाबला कियाय पर सफलता न मिलते देख राव जयमल अपने परिवार सहित घेरेबन्दी से निकल कर चित्तौड़ पहुँच गये। राणा उदयसिंह ने उनका स्वागत कर उन्हें बदनौर की जागीर प्रदान की। कल्ला जी को रणढालपुर की जागीर देकर गुजरात की सीमा से लगे क्षेत्र का रक्षक नियुक्त किया। कुछ समय बाद कल्ला जी का विवाह शिवगढ़ के राव कृष्णदास की पुत्री कृष्णा से तय हुआ। द्वाराचार के समय जब उनकी सास आरती उतार रही थी, तभी राणा उदयसिंह का सन्देश मिला कि अकबर ने चित्तौड़ पर हमला कर दिया है, अतः तुरन्त सेना सहित वहाँ पहुँचें। कल्ला जी ने विवाह की औपचारिकता पूरी की तथा पत्नी से शीघ्र लौटने को कहकर चित्तौड़ कूच कर दिया। महाराणा ने जयमल को सेनापति नियुक्त किया था। अकबर की सेना ने चित्तौड़ को चारों ओर से घेर लिया था। मेवाड़ी वीर किले से निकलकर हमला करते और शत्रुओं को हानि पहुँचाकर फिर किले में आ जाते। कई दिनों के संघर्ष के बाद जब क्षत्रिय वीरों की संख्या बहुत कम रह गयी, तो सेनापति जयमल ने निश्चय किया कि अब अन्तिम संघर्ष का समय आ गया है। उन्होंने सभी सैनिकों को केसरिया बाना पहनने का निर्देश दिया। इस सन्देश का अर्थ स्पष्ट था। 23 फरवरी, 1568 की रात में चित्तौड़ के किले में उपस्थित सभी क्षत्राणियों ने जौहर किया और अगले दिन 24 फरवरी को मेवाड़ी वीर किले के द्वार खोल कर भूखे सिंह की भाँति मुगल सेना पर टूट पड़े। भीषण युद्ध होने लगा। राठौड़ जयमल के पाँव में गोली लगी। उनकी युद्ध करने की तीव्र इच्छा थीय पर उनसे खड़ा नहीं हुआ जा रहा था। कल्ला जी ने यह देखकर जयमल के दोनों हाथों में तलवार देकर उन्हें अपने कन्धे पर  बैठा लिया। इसके बाद कल्ला जी ने अपने दोनों हाथों में भी तलवारें ले लीं। चारों ओर तलवारें बिजली की गति से चलने लगीं। मुगल लाशों से धरती पट गयी। अकबर ने यह देखा, तो उसे लगा कि दो सिर और चार हाथ वाला कोई देवता युद्ध कर रहा है। युद्ध में वे दोनों बुरी तरह घायल हो गये। कल्ला जी ने जयमल को नीचे उतारकर उनकी चिकित्सा करनी चाही पर इसी समय एक शत्रु सैनिक ने पीछे से हमला कर उनका सिर काट दिया। सिर कटने के बाद के बाद भी उनका धड़ बहुत देर तक युद्ध करता रहा। इस युद्ध के बाद कल्ला जी का दो सिर और चार हाथ वाला रूप जन-जन में लोकप्रिय हो गया। आज भी लोकदेवता के रूप में चित्तौड़गढ़ में भैंरोपाल पर उनकी छतरी बनी है। गादी आशीर्वाद के बाद महामंगल आरती एवं प्रसादी का वितरण किया गया

दो चोरी ट्रेस कर आरोपी को किया गिरफ्तार 

jhabua news
झाबुआ । पुलिस अधीक्षक  महेश चंद जैन के निर्देश पर अति. पुलिस अधीक्षक श्री प्रकाश परिहार व एस.डी.ओ.पी. झाबुआ श्री ऐश्वर्य शास्त्री के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी कृष्ण मुरारी त्रिपाठी व पुलिस टीम तथा क्राईम ब्रांच द्वारा दो चोरी को ट्रेस किया गया । घटना दिनांक 05.08.2018 को फरियादी सुमित पिता जगदीश चैरसिया, उम्र 36 वर्ष, निवासी बसंत कॉलोनी की दुकान वैष्णव मोबाईल एवं इेक्ट्रीकल, बस स्टेण्ड झाबुआ पर रात को कुछ अज्ञात बदमाशों ने दुकान का ताला तोड़कर उसमें रखे 7 मोबाईल, 02 टार्च तथा 01 स्पीकर चुराकर ले गये थे, जिस पर थाना कोतवाली झाबुआ में अपराध क्रं. 570/18, धारा 457,380 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। दौराने विवेचना में मुखबिन सूचना पर अज्ञात आरोपी गंगा पिता रामला मावी, उम्र 19 वर्ष, निवासी पानकी को राजगढ़ नाका झाबुआ से गिरफ्तार कर 07 मोबाईल, 02 टार्च व 01 स्पीकर जप्त किया गया।  वही दुसरी एक अन्य घटना दिनांक 16.08.2018 को फरियादी अनिल कुशवाह, निवासी पारा द्वारा अपने गोदरेज का लॉकर सुधारने के लिये दो सीकलीगर लड़को को गोदरेज का लॉकर सुधारने के लिये अपने घर ले गया, करीब 01 घण्टे तक लॉकर सुधारने के बाद मेहनत के रूपये लेकर चले गये। करीब 04 घंटे बाद फरियादी व उसकी पत्नी ने गोदरेज के ड्राज को देखा जिसमें रूमाल में बंधा सेाने का हार , चैन, अंगुठी व ड्रायविंग लायसेंस नहीं दिखे, जिस पर फरियादी के द्वारा चैकी पारा में रिर्पोट करने पर थाना कोतवाली झाबुआ में अपराध क्रं. 595/18, धारा 380 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। दौराने विवेचना में मुखबिन सूचना पर राजगढ़ से आरोपी सतपाल पिता हकमसिंह, निवासी संजय कॉलोनी राजगढ़ को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से एक सोने का हार, ड्रायविंग लायसेंस व रूमाल तथा उसके साथी नाबालिग से सोने की चेन व अंगुठी जप्त की गई।

नवकार मन्त्र शाश्वत मन्त्र है- पुनीत प्रज्ञाश्री जी
चातुर्मास में तप धर्म के साथ ही ज्ञान गंगा की डूबकी लगा रहे धर्मप्रेमी
झाबुआ । चातुर्मास में स्थानीय बावन जीनालय मे धर्म, एवं ज्ञान की निर्झरिणी प्रवाहित हो रही है । शनिवार को पूज्य पुनीत प्रज्ञा श्रीजी ने नवकार मंत्र की महिमा बताते हुए कुछ सत्य व वर्तमान में उनके साथ घटित उदाहरणों बताते हुए कहा कि पूर्ण श्रद्धा व मन में अहो भाव रख कर नवकार मन्त्र के जाप से मनवांछित सफलता मिलती है व दुख का निवारण होता है। नवकार मन्त्र शाश्वत मन्त्र ह,ै अनादिकाल से अनंत सिद्ध,अरिहंत,उपाध्याय साधु भगवंतों द्वारा इस मंत्र का स्मरण किया जा रहा है,। नवकार मन्त्र के मनोयोग से किये जाप रोग,शोक,संताप,पीड़ा को हरता है,। हृदय कमल में नवकार की स्थापना यदि हो गयी तो भाव सागर से हम पार हो जाते है,। साध्वीश्री ने आगे कहा कि नवकार में 68 अक्षर है,इस मंत्र के एक  अक्षर की भी यदि पांच माला भाव से गिने तो एक उपवास का फल मिलता है यानी कई भवो से छुटकारा मिलता है। अनेको देवी देवता इस मंत्र के हर अक्षर पर विराजमान है,यह मंत्र चिंतामणि रत्न के समान है जो हमे हाथ मे मिला है । पूज्या श्री ने फरमाया कि इसलिए आप सब अहो भाव से नवकार मन्त्र को श्रद्धा पूर्वक हृदय कमल में धारण कर जाप करे। पूज्य प्रमोदयशाश्रीजी ने इस अवसर पर श्रावक श्राविकाओं से कहा कि इस संसार में जीव सतत एक गति से दूसरी गति में भ्रमण कर रहा है ,क्योंकि मोह रूपी अंधकार के कारण उसे मुक्ति मार्ग दिखाई ही नही दे रहा है,। जैसे रावण अति ज्ञानी व बलशाली होते हुए भी मात्र सीता के मोह के कारण निंदनीय बना। ,उसी तरह हम सब भी अपने तुच्छ फायदों के लिए निरन्तर परमात्मा की आज्ञा का उल्लंघन करते है और अधोगति की ओर जाते है,। जगत में जितने भी झगड़े,अशांति,व वैमनस्य है वे सब ’मैं व मेरा’ के कारण ही है,। पूण्य व पाप के खेल से हम मोह के अंधकार से बाहर ही नही आते। बहुत पैसा है तो उसका सदुपयोग सत्कार्य में करे तो वह धन हमे ऊध््र्वगमन कराता है,वही दुरूपयोग अधोगति में ले जाता है। , नवकार मन्त्र के आराधकों को संबोधित करते हुए दोनों पूज्याश्री जी ने कहा कि आप अहोभाव से शान्त चित्त से नवकार स्मरण करें, दिखावे से नही,परमात्मा की आज्ञानुसार चले तो आप का जल्द ही मोक्ष सम्भव है व आप का जीवन दुसरो के लिए प्रेरक रहेगा,। पूज्य प्रमोद महाराजसाहेब जी ने कहा कि किसी की मृत्यु के समय तीन तरह की सभा होती है,प्रार्थना सभा,शोक सभा व गुणानुवाद सभा । गुणानुवाद सभा सबसे अच्छी है,इसलिए ऐसे कर्म करे कि आप के उपरांत आप की गुणानुवाद सभा हो । तभी आपका जीवन सार्थक कहा जावेगा ।  प्रवंचन के पूर्व प्रातः नवकार आराधना हेतु कलश स्थापना  नवाकर चित्र स्थापना श्रीमती लीलाबाई भण्डारी परिवार  अखंड दीपक यशवंत भंडारी परिवार और गुरुदेव पुण्य सम्राट की तस्वीर स्थापना सुनील संघवी परिवार द्वारा पूज्य साध्वीजी पुनित प्रज्ञा श्रीजी और प्रमोदयशाश्रीजी की निश्रा में विधि पूर्वक सम्पन्न हुई । कुल 99 श्रावक श्राविकओ ने एकासन तप कर आराधाना मंे भाग लिया । आज एकासन कराने का लाभ सुजानमल कटारिया परिवार प्रदीप बस वालो ने लिया ।

बिना लायसेंस ट्रेक्टर चलाने वालों पर होगी वैधानिक कार्यवाही
  • ग्रामीण क्षेत्रों में भी यातायात नियमों के उल्लंघनकर्ताओं के विरुद्ध चलेगा अभियान

झाबुआ । प्रदेश में बिना लायसेंस ट्रेक्टर चलाने वालों के विरुद्ध वैधानिक कार्यवाही की जायेगी। जिन जिलों में ट्रेक्टर चालकों की लापरवाही से वाहन दुर्घटनाएँ अधिक घटित हुई हैं और चालकों के पास लायसेंस नहीं हैं, ऐसे जिलों को चिन्हित कर बिना लायसेंस ट्रेक्टर चलाने वालों के विरुद्ध कड़ी वैधानिक कार्यवाही की जायेगी। यह निर्णय मुख्य सचिव श्री बी.पी. सिंह की अध्यक्षता में गत माह हुई बैठक में लिया गया। सुप्रीम कोर्ट कमेटी ऑन रोड सेफ्टी द्वारा प्रदाय निर्देशानुसार बैठक में प्रदेश में बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं से हो रही मृत्यु के संबंध में चर्चा कर कार्य-योजना तैयार करने के लिये विचार-विमर्श हुआ। ग्रामीण क्षेत्रों में भी यातायात नियमों के उल्लंघनकर्ता वाहन चालकों के विरुद्ध अभियान चलाकर सख्त कार्यवाही की जायेगी। शहरी इलाकों की तुलना में ग्रामीण इलाकों में सड़क दुर्घटना की संख्या एवं उससे होने वाली मृतकों की संख्या में वृद्धि हुई है। बरसात के मौसम में राष्ट्रीय राजमार्ग, राजकीय राजमार्गों और अन्य मार्गों पर आवारा मवेशियों के प्रवेश पर रोकथाम के लिये आवश्यक कार्यवाही करने को भी कहा गया। गलत दिशा मे सड़कों पर लापरवाही एवं तेज गति से वाहन चलाने वाले वाहन चालकों के विरुद्ध भी वैधानिक कार्यवाही करने का निर्णय लिया गया। माल-वाहन यानों में यात्रियों का परिवहन करने वाले चालक, ओवरलोड कर वाहन चलाने वाले चालक के विरूद्ध भी सख्त कार्यवाही की जायेगी।

जिले में 24 घण्टो मे 5.0 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज

झाबुआ । जिले में इस वर्ष अब तक औसतन 474.7 मि.मी. वर्षा दर्ज की गयी है। विगत 24 घण्टो मे औसत 5.0 मि.मी. वर्षा दर्ज की गई। वर्षामापक केन्द्र झाबुआ में 4.0 मि.मी., रामा में 5.0 मि.मी., पेटलावद मे 2.0 मि.मी., थांदला मे 17.0 मि.मी., मेघनगर मे 0.0 मि.मी., राणापुर मे 2.0 मि.मी. वास्तविक वर्षा दर्ज की गई है। दिनांक 01 जून 2018 से आज दिनांक तक की वास्तविक वर्षा वर्षामापक केन्द्र झाबुआ में 643.2 मि.मी., रामा में 569.6 मि.मी., पेटलावद मे 372.6 मि.मी., थांदला मे 440.5 मि.मी., मेघनगर मे 408.2 मि.मी., राणापुर मे 413.0 मि.मी. वास्तविक वर्षा दर्ज की गई है। गत वर्ष इसी अवधि में जिले में वर्षामापक केन्द्र झाबुआ में 623.4 मि.मी., रामा में 763.8 मि.मी., पेटलावद मे 576.6 मि.मी., थांदला मे 480.9 मि.मी., मेघनगर मे 525.0 मि.मी., राणापुर मे 519.8 मि.मी. वास्तविक वर्षा दर्ज की गई थी।

विधानसभा निर्वाचन के लिये स्टैण्डिंग कमेटी की बैठक सम्पन्न
        
vidisha news
झाबुआ । आगामी विधानसभा निर्वाचन 2018 हेतु स्टैण्डिंग कमेटी की बैठक विगत 13 अगस्त को कलेक्टर श्री आषीष सक्सेना की अध्यक्षता मे सम्पन्न हुई। बैठक मे पुलिस अधीक्षक श्री महेषचंद्र जैन, उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्री एसपीएस चैहान, सीईओ जिला पंचायत जमुना भिडे सहित षासकीय सेवक उपस्थित थे। बैठक मे कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री आषीष सक्सेना ने बताया कि भारत निर्वाचन आय¨ग ने अधिसूचना जारी कर प्रदेश की निर्वाचक नामावलिय¨ं में चल रहे द्वितीय विशेष सार पुनरीक्षण के लिए सभी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र¨ं के लिए दाव¨ं अ©र आपत्तिय¨ं क¨ प्रस्तुत करने के लिए अंतिम तारीख क¨ 31 अगस्त, 2018 तक बढ़ा दिया है। सभी राजनीतिक दल के पदाधिकारी अपने क्षेत्र मे बीएलए की नियुक्ति कर सूची निर्वाचन कार्यालय को उपलब्ध करवाये एव बीएलए के माध्यम से मतदाता सूची मे जुडे हुए मृत व्यक्तियो के नाम, स्थानांतरित व्यक्तियो के नाम हटवाने मे सहयोग करे। साथ ही छूटे हुए मतदाताओ के नाम सूची मे जुडवाये। ईवीएम एवं वीवीपैट मषीन की जानकारी देते हुए बताया कि मतदाताओ को जागरूक करने के लिये ईवीएम और वीवीपैट मषीन का फलिये फलिये भ्रमण करवाया जायेगा एवं मतदाताओ को वोट डालने की प्रक्रिया बताई जायेगी।

चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन की “सीविजिल एप“ पर कर सकेंगे षिकायत
चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन होता नजर आने पर जनता अब मोबाइल फोन के जरिये तत्काल निर्वाचन आयोग को षिकायत कर सकेगी। इसके लिये निर्वाचन आयोग द्वारा सीविजिल एप बनाया गया है। एप युजर्स के लिये सहज व संचालन मे आसान है। एप के जरिये घटना के तत्काल बाद से लेकर मतदान के एक दिन बाद तक रिपोर्ट की जा सकेगी।

वीडियो भी भेज सकेंगे
इस संबंध मे षिकायतकर्ता व्यक्ति एप के जरिये फोटो व घटना के संबंध मे एक से दो मिनट का वीडियो भी भेज सकेगा। एप के लिये जीपीएस युक्त एन्ड्राॅयड फोन होना आवष्यक होगा।

विज्ञान मंथन यात्रा 5 अक्टूबर से - काॅलेज के विद्यार्थी भी शामिल ह¨ंगे
       
झाबुआ । मध्यप्रदेश विज्ञान एवं प्र©द्योगिकी परिषद (मेपकाॅस्ट) द्वारा 12वीं विज्ञान मंथन यात्रा द¨ चरण में आय¨जित की जायेगी। प्रथम चरण में आगामी 5 से 15 अक्टूबर तक स्कूली बच्च¨ अ©र फरवरी 2019 में काॅलेज के विद्यार्थी विज्ञान मंथन यात्रा में शामिल ह¨ंगे। यात्रा में शामिल ह¨ने के लिए विद्यार्थिय¨ं से 31 अगस्त 2018 तक आवेदन आमंत्रित किये गये हैं। यात्रा के बारे में विस्तृत जानकारी वेबसाइट ूूू.उचबवेज.हवअ.पद पर उपलब्ध है। विकास मंथन यात्रा में 8वीं से 12वीं कक्षा में अध्ययनरत वे विद्यार्थी शामिल ह¨ंगे, जिन्ह¨ंने पिछली कक्षा में 75 प्रतिशत अंक अर्जित किये थे। इन्हें अहमदाबाद, पुणे, लखनऊ, देहरादून अ©र हैदराबाद की यात्रा करवाई जायेगी। काॅलेज के विद्यार्थिय¨ं की यात्रा अहमदाबाद, मुम्बई, बैंगलुरू, हैदराबाद अ©र देहरादून के अनुसंधान संस्थान¨ं अ©र प्रय¨गशालाअ¨ं में करवाई जायेगी। यात्रा में बीई/बीटेक/बीएससी अ©र एमबीबीएस के प्रथम वर्ष में अध्ययनरत चयनित विद्यार्थी शामिल ह¨ सकेंगे। यात्रा में शामिल ह¨ने के लिए पिछली कक्षा में 75 प्रतिशत अंक ह¨ना अनिवार्य है।

23 अगस्त से स्कूली बच्चों के लिये बालरंग महोत्सव, शाला स्तर से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक होंगी प्रतियोगिताएँ
   
झाबुआ । प्रदेश में विद्यालयीन छात्र-छात्राओं की सृजनात्मक प्रतिभा को विकसित करने के मकसद से स्कूल शिक्षा विभाग ने शैक्षणिक सत्र 2018-19 में बालरंग महोत्सव का शैक्षणिक कैलेण्डर जारी कर दिया है। बालरंग महोत्सव के दौरान शाला, विकासखण्ड, जिला, संभाग, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर साहित्यिक एवं सांस्कृतिक प्रतियोगिताएँ आयोजित की जाएंगी। ये प्रतियोगिताएँ इस माह से प्रारंभ होकर आगामी दिसम्बर माह तक चलेंगी। संस्कृत विद्यालय और मदरसा तथा निःशक्त बच्चों की प्रतियोगिताएँ और योग प्रतियोगिता 23 अगस्त को शाला स्तर, 24 सितम्बर को विकासखण्ड, 26 अक्टूबर को जिला, 5 दिसम्बर को संभाग, 19 दिसम्बर को राज्य और 20 तथा 21 दिसम्बर को राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित की जाएंगी। स्कूली बच्चों के लिये तात्कालिक भाषण, स्व-रचित काव्य-पाठ, सुगम संगीत, वादन, शास्त्रीय नृत्य, एकल अभिनय, चित्रकला, लोक-नृत्य, वेदपाठ, कव्वाली, सुलेख, निबंध लेखन प्रमुख प्रतियोगिताएँ होंगी। जिला शिक्षाधिकारियों को निर्देश दिये गये हैं कि प्रतियोगिताओं में अधिक से अधिक बच्चों की सहभागिता सुनिश्चित करें। प्रदेश में वर्ष 2005 से राष्ट्रीय बालरंग का आयोजन भोपाल के श्यामला हिल्स स्थित इन्दिरा गाँधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय परिसर में निरंतर किया जा रहा है। आयोजन में विभिन्न प्रदेशों के बच्चे लोक-नृत्यों की आकर्षक प्रस्तुतियाँ देते हैं। इसके अलावा, बालरंग उत्सव में प्रदेश के पुरस्कृत बच्चों की सांस्कृतिक एवं साहित्यिक प्रस्तुतियाँ भी होती हैं।

मुख्यमंत्री ऋण समाधान योजना में आवेदन की अंतिम तिथि हुई 31 अगस्त
        
झाबुआ । मुख्यमंत्री ऋण समाधान योजना में किसानों को लाभान्वित करने के लिये आवेदन की अंतिम तिथि को 31 अगस्त, 2018 तक बढ़ा दिया गया है। योजना की अवधि बढ़ाये जाने का आदेश सहकारिता विभाग द्वारा जारी किया गया है। प्राथमिक कृषि साख समितियों (पैक्स) के डिफाल्टर कृषक सदस्यों के बकाया कालातीत ऋणों के निपटारे के लिये लागू की गई मुख्यमंत्री ऋण समाधान योजना की अवधि 31 जुलाई को समाप्त हो रही थी। किसानों के लिये अवधि को एक माह और बढ़ाया गया है।

खेल दिवस 29 अगस्त क¨ स्कूल¨ं में ह¨ंगी प्रतिय¨गिताएँ, जिला शिक्षा अधिकारिय¨ं क¨ जारी किये गये निर्देश

झाबुआ । प्रदेश में 29 अगस्त मेजर ध्यानचन्द की स्मृति में खेल दिवस के म©के पर सभी संभागीय मुख्यालय¨ं के साथ-साथ सभी सरकारी स्कूल¨ं में एक दिवसीय खेल मह¨त्सव ष्आ खेंले जराष् का आय¨जन किया जा रहा है। आय¨जन के संबंध में आयुक्त ल¨क शिक्षण संचालनालय ने जिला शिक्षा अधिकारिय¨ं क¨ निर्देश जारी किये हैं। जिला शिक्षा अधिकारिय¨ं से कहा गया है कि खेल दिवस पर स्कूल¨ं में आय¨जित ह¨ने वाली खेल प्रतिय¨गिताअ¨ं में अधिक से अधिक से विद्यार्थिय¨ं की सहभागिता सुनिश्चित की जाये। समार¨ह में उन व्यक्तिय¨ं अ©र स्वयंसेवी संगठन¨ं क¨ भी आमंत्रित किया जाये, ज¨ स्वेच्छा से सरकारी स्कूल¨ं में खेल सामग्री वितरित करना चाहते ह¨ं। खेल प्रतिय¨गिताअ¨ं के पुरस्कार समार¨ह में जन-प्रतिनिधिय¨ं क¨ भी आमंत्रित किया जाये।

किसानों की सुविधा के लिए एमपी किसान एप

झाबुआ । किसानों की सुविधा के लिए एमपी किसान एप शुरू किया गया है। इस मोबाईल एप से किसान अपनी भूमि की जानकारी, खसरा, खतौरी एवं नक्शे की प्रतिलिपि प्राप्त कर सकते हैं। साथ ही बोई गई फसलों की स्वघोषणा, शासन द्वारा समय-समय पर जारी सलाह आदि तथा आधार नम्बर द्वारा खाता नम्बर भी लिंक कर सकते हैं। इस एप्प को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। राज्य शासन द्वारा निर्णय लिया गया है कि राजस्व अभिलेखों में फसल दर्ज कराने के लिए कोई भी भूमिस्वामी स्व-घोषण द्वारा अपनी भूमि पर उगाई गई फसलों की प्रविष्टि करा सकता है। भूमि स्वामी द्वारा यह स्वघोषणा आयुक्त भू-अभिलेख द्वारा इस उद्देश्य के लिए विकसित किए गए ऐप, साफ्टवेयर या अधिकृत कॉल सेंटर या निर्धारित वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाईन आवेदन जमा कर की जा सकती है। यह प्रावधान खरीफ 2018 से उपलब्ध कराए जा रहे हैं। 

दुमका : मानस एक प्रयोगात्मक ग्रंथ : राज कुमार हिम्मत सिंहका

$
0
0
ram-katha-dumka
दुमका (अमरेन्द्र सुमन) श्रीराम कथा समिति, शिवपहाड़ के तत्वावधान में आयोजित नवाह परायण के तीसरे दिन प्रवचनकर्ता राजकुमार हिम्मतसिंहका ने कहा कि गीता हमें योग सिखाती है।  इसके मुख्य विषय ज्ञान योग, कर्मयोग  व भक्ति योग आदि हैं । श्रीमद् भागवत हमें मुख्य रूप से बिछुड़ना अर्थात मरना सिखाती है। संसार तो एक संयोग है (अर्थात संयोगों से परिपूर्ण)  किंतु  जन जन का प्यारा रामचरित मानस तो एक प्रयोग है । मानस प्रयोगात्मक व आशीर्वादात्मक ग्रंथ है जो मुख्य रूप से जीवन की वास्तविकताओं से हमें अवगत कराता है।  मनुष्य अत्यंत सरलता व सहजता पूर्वक अपने जीवन और आचरण में इसे उतार सकते हैं ।  प्रवचनकर्ता  राजकुमार हिम्मतसिंहका ने कहा कि   मानस की पंक्तियों में मंत्र की शक्ति समाहित है । संतों का ऐसा मत है कि वैदिक मंत्र न तो सर्व सुलभ है और न ही साधारण मनुष्य वैदिक मंत्रों का सही-सही उच्चारण ही कर सकते हैं। गलत उच्चारण मात्र से ही अर्थ का अनर्थ हो जा सकता है। परंतु मानस के मंत्र सर्व सुलभ हैं। गलत उच्चारण की संभावना इसमें  ना के बराबर है। थोड़ा  बहुत गलत उच्चारण हो भी जाए तो वह क्षम्य है।  कथा के क्रम में श्री हिम्मतसिंहका ने कहा कि जनकपुर की पुष्प वाटिका में सीता जी की सखी ने जब श्रीराम व लक्ष्मण की सुंदरता देखी तो वह अचंभित व बावली सी हो गई। माता  सीता व अन्य  ने उसकी यह दशा देखकर पूछा  सखी.... !  तुम्हारी ऐसी अवस्था क्यों हो गई है ?  सखी ने उत्तर दिया कि बाग में दो राजकुमार आए हैं। एक सावंले और एक गोरे रंग के हैं । उनके सौंदर्य का मैं है कैसे बखान करूं। वाणी बिना नेत्र की है और नेत्रों के पास तो वाणी नहीं है।

           श्याम गौर किमि कहौं बखानी ।
           गिरा अनयन नयन बिनु बानी।।

हिम्मतसिंहका जी ने कहा कि मानस के अनेकों प्रसंगों में श्री राम, लक्ष्मण व जानकी जी की सुंदरता का वर्णन है। फोटो में भगवान जितने सुंदर हमें दिखलाई पड़ते हैं वास्तव में वे उससे (फोटो से) लाखों गुना अधिक सुंदर होंगे तो कोई आश्चर्य की बात नहीं होगी। परंतु हम मनुष्यों को तो अपनी अपनी भावना के हिसाब से ही भगवान दिखते हैं ।

             जिन्ह कै रही भावना जैसी ।
             प्रभु मूरति तिन्ह देखी तैसी ।।

20 अगस्त को श्रीराम वन गमन की कथा सुनाई जाएगी।

दुमका : चौथे सोमवारी को भारी भीड़ की संभावना, प्रशासनिक व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त

$
0
0
last-somwar-kanwad-dumka
दुमका (अमरेन्द्र सुमन) फौजदारी बाबा बासुकीनाथ महादेव की नगरी में चैथी व अंतिम सोमवारी को लेकर कावंरियो की भीड़ अभी से ही कतारबद्ध लगनी शुरु हो चुकी है। अंतिम सोमवारी  को बाबा पर जलार्पण करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में काफी इजाफा होने की संभावना है अतएव जिला प्रशासन ने सभी इंतजाम पुख्ता कर लिए हैं। सोमवारी के दिन बासुकिनाथ धाम पहुँचने वाले डाक बम श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को ध्यान में रखते हुए सभी प्रतिनियुक्त अधिकारियों को विशेष निदेश दिये जा चुके हैं। सभी पदाधिकारी, दण्डाधिकारी, पुलिस, चिकित्सा, स्वयंसेवकों को  अपने-अपने कर्तव्यों में मुस्तैद देखा जा रहा है।  उप राजधानी दुमका के हंसडीहा, दर्शर्नियाँ टीकर होते हुए जो भी श्रद्धालु बाबा बासुकिनाथ धाम पहुंचेंगे उनके लिए जरूरी व मूलभूत सुविधाओं का इंतजाम जगह-जगह कर दिया गया है। दुमका डीसी मुकेश कुमार ने कहा कि सभी प्रतिनियुक्त अधिकारी अपने-अपने कर्तव्य स्थलों पर पुरी गंभीरता के साथ उपस्थित रहें और बाबा बासुकिनाथ धाम जलार्पण करने के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा व दूसरी जरूरी सुविधाओं का ख्याल रखें। मेला क्षेत्र में रविवार शाम से ही श्रद्धालुओं की भारी तादाद पहुंचनी शुरू हो गई है।

आलेख : अमिट रहेगा संत लोंगोवाल का बलिदान

$
0
0
पंजाब ही नहीं बल्कि सम्पूर्ण भारत की माटी को प्रणम्य बनाने में अकाली आन्दोलन के प्रमुख एवं चर्चित सिख संत महापुरुष हरचंद सिंह लोंगोवाल का पंजाब समस्या के समाधान में अमूल्य योगदान है, वे अखण्ड भारत एवं आदर्श एवं संतुलित समाज रचना के प्रेरक थे। वे धार्मिकता एवं राजनीति के समन्वयक महानायक थे। उन्होंने सिख राजनीति को नये आयाम दिये, घोर अन्धकार की स्थितिया में वे एक रोशनी बनकर सामने आये। 
sant-longowal
हरचंद सिंह लोंगोवाल का जन्म 2 जनवरी 1932 को पटियाला रियासत, वर्तमान में पंजाब के संगरूर जिले के एक छोटे से ग्राम गिदरैनी में एक साधारण परिवार में हुआ। वे पंजाब में चल रहे आतंकवाद एवं हिंसा की जटिल स्थितियों के बीच सन् 1980 में अकाली दल के अध्यक्ष थे। वे सिख समुदाय के बीच ‘संतजी’ के रूप में जाने जाते थे। उन्होंने संत जोधसिंहजी के मार्गदर्शन में सिख धर्मशास्त्र और सिख ग्रंथों का गहन अध्ययन किया और सिख संगीत का अभ्यास भी किया, इस तरह सिख धर्मगुरु बने। चूंकि उनके गुरु अकाली आंदोलन से जुड़े थे, इसलिये युवा हरचंद सिंह को उस समय राजनीतिक गतिविधियों नेे भी प्रभावित किया था। अपने गुरु से मिले आध्यात्मिक-धार्मिक प्रशिक्षण एवं तत्कालिन राजनैतिक परिस्थितियों ने उन्हें आन्दोलित किया। यही कारण है कि उन्होंने पंजाब की व्यापक हिंसा एवं आतंकवाद की स्थितियों के बीच शांति, सद्भाव एवं अहिंसा को प्रतिष्ठित करने के व्यापक प्रयत्न किये। पंजाब की सर्वव्यापी उथल-पुथल में नित नए राजनीतिक समीकरण बन-बिगड़ रहे हैं, हिंसा एवं आतंक के भयानक दृश्य भारत की एकता एवं अखण्डता को विखंडित कर रहे थे, ऐसे जटिल दौर में सबकी नजरे संत लोंगोवाल पर टिकी रहती थी।

संत लोंगोवाल का सक्रिय राजनीतिक जीवन जून 1964 में शुरू हुआ, जब उन्होंने हिमाचल प्रदेश में पोंटा साहिब की ऐतिहासिक स्थल पर सिख अधिकारों के लिए प्रदर्शन का नेतृत्व किया। 1965 में वे संगरूर जिले के अकाली दल के अध्यक्ष बने और शिरोमणि अकाली दल की कार्यकारी समिति के सदस्य बने। 1969 में वे पंजाब विधानसभा के लिए अकाली उम्मीदवार के रूप में चुने गए। 1980 में उन्हें अकाली दल का अध्यक्ष बनाया गया। उन्होंने सिख अधिकारों एवं उनकी समस्याओं के समाधान के लिये व्यापक संघर्ष किया। केन्द्र सरकार की सिख विरोधी नीतियों को लेकर संत लोंगोवाल ने तत्कालिन प्रधानमंत्री श्रीमती गांधी के साथ बातचीत की लेकिन यह वार्ता निराशाजनक रही। पंजाब में आतंकवादी गतिविधियां बढ़ती ही जा़ रही थी, 1984 में आतंकवादियों ने स्वर्ण मन्दिर परिसर पर कब्जा कर लिया था। अनेक अकाली एवं सिख नेता, दर्शनार्थी एवं धार्मिक श्रद्धालु मन्दिर में फंस गये थे, जिनमें संत लोंगोवाल, एसजीपीसी प्रमुख गुरचरण सिंह टोहरा, जरनल सिंह भिंडरवाला और हजारों तीर्थयात्री थे। इन सबको आतंकवादियों से मुक्त कराने के लिये सेना ने ऑपरेशन ब्लू स्टार के रूप में बड़ी कार्रवाई की, 4-6 जून 1984 के बीच सेना का ऑपरेशन हुआ था। मंदिर में भिंडरवाला और उनके अधिकांश अनुयायियों की मौत हो गई थी। लेकिन संत लोंगोवाल उन सिख नेताओं में से एक थे जिन्हें बचाया गया था।

मार्च 1985 में, अकाली पार्टी के नेतृत्व को नए प्रधानमंत्री राजीव गांधी के आदेश के तहत जेल से रिहा किया गया। स्थिति में सुधार और सिख मांगों के लिये वार्ता का माहौल निर्मित करने के प्रयास होने लगे। लेकिन पंजाब समस्या के समाधान दिशा में कोई सार्थक पहल नहीं हो पा रही थी, इन स्थितियों में अनेक माध्यमों से संत लोंगोवाल को समझौते के लिये प्रेरित करने के उपक्रम होते रहे। लेकिन आचार्य तुलसी ने पंजाब में शांति बनाए रखने के लिए अनेक साधु-साध्वियों के वर्गों को पंजाब भेजा, जिनमें मुनि विनयकुमार ‘आलोक’ अनेक खतरों के बीच भी शांति प्रयासों में जुटे थे। उन्होंने आतंकवाद की परवाह न करके साहस के साथ लोगों को अहिंसा और शांति का संदेश दिया। उस समय आचार्यश्री तुलसी का चातुर्मासिक प्रवास आमेट- राजस्थान में था। उन्हें पंजाब की समस्या विचलित किए हुए थी, वे इस समस्या का समाधान चाहते थे। उन्होंने अपने शांतिदूत शुभकरणजी दसाणी को एक संदेश देकर अकाली दल के अध्यक्ष संत हरचंदसिंह लोंगोवाल के पास भेजा। उस समय की परिस्थितियां ऐसी थीं कि अकाली नेता किसी भी स्तर पर किसी से बात करने को तैयार नहीं थे, लेकिन आचार्यश्री तुलसी के संदेश ने संत लोंगोवाल को प्रेरित किया और वे  9 जुलाई 1985 को आमेट आए।  संत लोंगोवालजी के साथ वरिष्ठ अकाली नेता सुरजीतसिंह बरनाला, बलवंतसिंह, रामू वालिया आदि भी थे। 

संत लोंगोवालजी और अकाली नेताओं का आमेट पहुंचना देश के लिए बहुत बड़ी घटना थी। मैं उन दिनों आचार्य तुलसी के जनसम्पर्क अधिकारी के रूप में सक्रिय था। मेरे प्रयासों से समाचारपत्रों एवं टीवी आदि में विस्तार से इस घटना को प्रसारित किया गया। संत लोंगोवालजी आमेट में दो दिन रूके। पंजाब समस्या को सुलझाने एवं शांति-स्थापित करने के विविध पहलुओं पर उन्होंने बन्द कमरे में खुलकर आचार्यश्री तुलसी के साथ चर्चा की। उन चर्चाओं में मुझे भी बन्द कमरे में बन रहेे इतिहास को देखने-समझने का दुर्लभ अवसर मिला। मैंने देखा संत लोंगोवाल आचार्यश्री तुलसी के अहिंसक व्यक्तित्व एवं आध्यात्मिक तेज से बहुत अधिक प्रभावित हुए और सार्वजनिक रूप से उन्होंने घोषणा की-‘‘हम आतंकवाद के विरोध में हैं। आतंकवादी लोगों के साथ हमारा कोई संबंध नहीं है। यदि केंद्रीय सरकार हमारी भावना का मूल्यांकन करे तो समस्या सुलझ सकती है।’’ आचार्यश्री तुलसी ने लोंगोवालजी से कहा-‘‘हमारा मिलन पंजाब में शांति का निमित्त बने, यह मेरी भावना है। आपको इस संदर्भ में सरकार से बात करनी चाहिए। मेरा अभिमत है कि यह कोई ऐसी समस्या नहीं है, जिसका हल न निकाला जा सके।’’ लोंगोवालजी ने खिन्न स्वरों में कहा-‘‘मैं इंदिरा गांधी से इस संदर्भ में अनेक बार मिल चुका हूं, लेकिन उनका रवैया सकारात्मक नहीं रहा।’’ आचार्य तुलसी ने कहा-‘‘तब इंदिराजी थीं, अब राजीव है। मां और बेटे के चिंतन एवं कार्य करने के तरीके में अंतर हो सकता है। अतः आपको एक बार और प्रयत्न करना चाहिए।’’ आचार्य तुलसी के चिंतन को स्वीकार कर लोंगोवालजी राजीव गांधी से मिलने का मन बना लिया।  वे 24 जुलाई 1985 को राजीव गांधी से मिले और पंजाब समस्या पर समझौता हो गया। राजीव-लोंगोवाल समझौते ने पंजाब ही नहीं बल्कि भारत की जनता को शुभ सुकून दिया।  जोगी की जटा की भांति उलझी हुई पंजाब समस्या एक झटके में सुलझ गयी। यह समझौता राष्ट्रीय एकता, समन्वय, सद्भाव और शांति की दिशा में महत्वपूर्ण कदम था। लोकतंत्रीय मुल्क की एकता और अखण्डता की रक्षा के लिये संत लोंगोवाल ने अपनी संतता एवं सूझबूझ का जो परिचय दिया, भारतीय इतिहास कभी इस योगदान को भुला नहीं सकेगा। समझौता होने के बाद राज्य में लोकतांत्रिक प्रक्रिया प्रारंभ हुई तथा राज्य विधानसभा के चुनाव संपन्न हुए। पंजाब समझौते पर हस्ताक्षर करने के एक महीने से भी कम समय में संत लोंगोवाल की 20 अगस्त 1985 को गोली मार कर हत्या कर दी गयी। उन्होंने पंजाब समझौता करके सिख धर्म के गौरव को नयी ऊंचाई दी, इस हेतु अमर शहीद संत लोंगोवाल का बलिदान सदियों तक अमिट रहेगा। 





(ललित गर्ग)
बी- 380, प्रथम तल, 
निर्माण विहार, दिल्ली-110092
 मो. 9811051133

दुमका : जिला प्रशासन की व्यवस्था पर श्रद्धालु गदगद हो अपने-अपने घरों की ओर वापस लौट रहे

$
0
0
good-administration-in-kanwar-dumka
दुमका (अमरेन्द्र सुमन) श्रावणी मेला के दौरान अब तक लाखों की संख्या में बासुकिनाथ धाम पहुँचकर श्रद्धालु बाबा पर जलार्पण कर चुके हैं। प्रतिदिन भारी संख्या में श्रद्धालु पहुँच भी रहे हैं। श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कठनाई न हो, वे पूरी आस्था के साथ जलार्पण कर सकें इस उद्देश्य से जिला प्रशासन द्वारा कई सुविधायें श्रद्धालुओं को दी जा रही है। श्रद्धालुओं को कतारबद्ध कर ही उन्हें बाबा फौजदारी नाथ के दर्शन के लिए जाने दिया जा रहा है। श्रद्धालुओं के प्यास बुझाने के लिये वाटर पाउच भी उन्हें उपलब्ध कराया जा रहा है।  दर्शनार्थ कतार में खड़े श्रद्धालुओं को स्थल पर ही वाटर पाउच का वितरण कर उनकी प्यास बुझाई जा रही है ताकि बिना किसी परेशानी के आस्था के साथ वे बाबा पर जलार्पण कर सकें। पूरे मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं के लिए जगह-जगह पर पेयजल की अलग से व्यवस्था जारी है। नगर पंचायत बासुकीनाथ द्वारा मेला क्षेत्र में लगभग 30 टैंकर लगाये गए हैं। जिला प्रशासन द्वारा वाटर एटीएम भी स्थापित किया गया है, जहाँ वे शुद्ध शीतल पेयजल प्राप्त कर सकें। जिला प्रशासन की इस व्यवस्था से श्रद्धालु गदगद हैं। अगले वर्ष फिर से आने की बात कह वे अपने-अपने घरों की ओर वापस लौट जाते हैं। 

बिहार : ऐपवा की जांच टीम जक्कनपुर के नाबालिग बलात्कार पीड़िता एवं उसके परिवार वालों से मिला

$
0
0
पीड़िता का पढाई एवं परवरिश का खर्चा सरकार उठाए
aipwa-term-visit-shelter-home
पटना। अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला एसोसिएशन(ऐपवा) की जांच टीम बलात्कार पीड़िता, उसके परिवार एवं आसपास के लोगों से मिला। लोगों ने बताया कि पीड़ित परिवार मेहनती एवं सीधे-साधे लोग हैं। अखबार एवं अंडा बेचकर जीवन गुजर बसर करते हैं। आसपास के दर्जनों लोगों ने कहा कि हम इस पीड़ित परिवार के साथ हैं। बलात्कारी को सज़ा दिलाने के लिए इस परिवार के संघर्ष में साथ देंगे।      ऐपवा के जांच टीम में ऐपवा नगर सचिव अनिता सिन्हा, सहसचिव विभा गुप्ता , भाकपा माले के नेता नवीन कुमार, मनीष कुमार, पालित जी, विक्रान्त कुमार आदि थे।   ऐपवा नगर सचिव अनिता सिन्हा ने कहा कि नीतीश कुमार एवं सुशील मोदी के शासन काल में बिहार बालिकाओं एवं महिलाओं के उत्पीडन का केन्द्र बनता जा रहा है। जब राजधानी में मुख्य मंत्री के नाक के नीचे दिनदहाड़े नाबालिग छात्रा के साथ बलात्कार हो जाता है। अपराधी , बलात्कारी कितने बेखौफ हैं इससे पता चलता है। उन्होंने मांग किया कि पीड़ित परिवार को सुरक्षा प्रदान किया जाय। पीड़िता के पढाई एवं परवरिश का खर्चा सरकार उठाए। बलात्कारी की तत्काल गिरफ्तारी हो। टीम जक्कनपुर थाना में पीड़िता से भी मिले। थाना में पदाधिकारियों से भी मिल कर पीड़िता एवं परिवार को हर संभव मदद देने का मांग किया

दुमका : बाली फूटवेयर की ओर से केरल के बाढ़ पीड़ितों के लिये एक हजार जोड़ी चप्पल भेजे जाऐंगे

$
0
0
केरल में विनाशकारी बाढ़ पीड़ितों की सहायता के लिये खुले मन से लोग सहायता के लिये आगे आएँ-डीसी मुकेश कुमार
dumka-dc-appeal-support-kerala
दुमका (अमरेन्द्र सुमन) केरल मे विनाशकारी बाढ़ की विभीषिका से जूझ रहे लोगों के सहायतार्थ डीसी दुमका मुकेश कुमार ने सभी गैर सरकारी संस्थाओं/ संस्थानों, स्वयंसेवी सहायता समूहों, उद्योगपतियांे, व्यवसायियों, समाजसेवियों व अन्य से अपील करते हुए कहा कि केरल में बाढ़ की विभीषिका से जूझ रहे हजारों की संख्या में लोग बेघर हो गए हैं जिनकी सहायता के लिये केन्द्र से लेकर अलग-अलग राज्यों द्वारा अपने-अपने स्तर से मदद पहुँचायी जा रही है। दुःख और भारी समस्या की इस घड़ी में आम-अवाम को आगे बढ़कर मदद के लिये हाथ बढ़ाने की जरुरत है। उन्होंने कहा केरल के बाढ़ पीड़ितों के लिये जिस तरह की सहायता लोग भेजना या देना चाहते हैं उसे कर सकते हैं। डीसी ने कहा डीडीसी दुमका को इस संबंध में अपीलीय कदम उठाने के निदेश दिये गए हैं। उन्होंने कहा कि बाली फूटवेयर की ओर से केरल के बाढ़ पीड़ितों के लिये एक हजार जोड़ी चप्पल भेजे जाऐंगे ताकि थोडी बहुत सहायता इस माध्यम से दिया जा सके। दिन रविवार को डीसी मुकेश कुमार ने सदर प्रखंड अन्तर्गत काठीजोरिया में बाली फुटवेयर निर्माण से संबंधित प्रशिक्षण केन्द्र खोला गया है। मुड़ायाम पंचायत के बाद यह जिला का दूसरा फुटवेयर निर्माण का प्रशिक्षण केन्द्र है। दुमका के उपायुक्त मुकेश कुमार ने काठीजोरिया स्थित फुटवेयर प्रशिक्षण केन्द्र पहुंचकर स्थल पर  प्रशिक्षण पा रही स्वयं सहायता समूह की महिलाओं से बातचीत की। उपायुक्त ने महिलाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि पूरी लगन, ईमानदारी से चप्पल निर्माण की विभिन्न प्रक्रियाओं को सीखें। ये महिलायें प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद चप्पल का निर्माण कर सकेंगी और अच्छी आमदनी प्राप्त कर सकेंगी। अच्छे प्रशिक्षण से अच्छे चप्पलों को बनाया जा सकेगा। जो बाजार में बहुत ही आसानी से बेचा जा सकेगा। इसलिए इस प्रशिक्षण को गम्भीरता से लें और पूरी उत्साह एवं उर्जा से इसे सीखें। जिला प्रशासन आपको हर संभव मदद करेगी।  प्रशिक्षण प्राप्त करें और अपने आपको सक्षम एवं आत्मनिर्भर बनायें। 
Viewing all 74180 articles
Browse latest View live




Latest Images