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दुमका : स्वच्छता सर्वेक्षण ग्रामीण से संबंधित कार्यशाला का आयोजन

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दुमका (आर्यावर्त डेस्क) उप राजधानी दुमका के सरैयाहाट प्रखंड में स्वच्छता सर्वेक्षण ग्रामीण से संबंधित दिन मंंगलवार को एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में लोगों को स्वच्छता से संबंधित जानकारी दी गई।  सर्वे कराकर छुटे हुए योग्य लाभुकों को शौचालय का लाभ देने का निदेश दिया गया। तेजी से शौचालय निर्माण कराकर यूसी जमा करने का निदेश संबंधित को दिया गया। प्रधानमंत्री आवास योजना में भी तेजी लाने का निदेश दिया गया। इस कार्यशाला में प्रखंड विकास पदाधिकारी, सरैयाहाट मुकेश मछुआ, जिला समन्वयक अमित, प्रखंड समन्वयक अजीत कुमार, पीएचईडी के जे.ई. जेम्स मुर्मू, जल सहिया, पंचायत स्वयं सेवक तथा बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।   

कई राज्यों में वामपंथी कार्यकर्ताओं, वकीलों के घरों में छापेमारी, चार गिरफ्तार

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पुणे (महाराष्ट्र), 28 अगस्त, महाराष्ट्र पुलिस ने कई राज्यों में वामपंथी कार्यकर्ताओं के घरों में आज छापा मारा और माओवादियों से संपर्क रखने के संदेह में उनमें से कम से कम चार लोगों को गिरफ्तार किया है। वहीं, इस कार्रवाई का मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने एक सुर में विरोध किया है। पिछले साल 31 दिसंबर को एल्गार परिषद के एक कार्यक्रम के बाद पुणे के पास कोरेगांव - भीमा गांव में दलितों और उच्च जाति के पेशवाओं के बीच हुई हिंसा की घटना की जांच के तहत ये छापे मारे गए हैं। पुलिस की इस कार्रवाई पर प्रसिद्ध लेखिका अरूंधती रॉय ने आज पीटीआई भाषा से कहा, ‘‘ये गिरफ्तारियां उस सरकार के बारे में खतरनाक संकेत देती है जिसे अपना जनादेश खोने का डर है, और दहशत में आ रही है। बेतुके आरोपों को लेकर वकील, कवि, लेखक, दलित अधिकार कार्यकर्ताओं और बुद्धिजीवियों को गिरफ्तार किया जा रहा है ...हमे साफ - साफ बताइए कि भारत किधर जा रहा है।’’ हैदराबाद में तेलुगू कवि वरवर राव, मुंबई में कार्यकर्ता वेरनन गोन्जाल्विस और अरूण फरेरा, फरीदाबाद में ट्रेड यूनियन कार्यकर्ता सुधा भारद्वाज और दिल्ली में सिविल लिबर्टीज के कार्यकर्ता गौतम नवलखा के आवासों में तकरीबन एक ही समय पर तलाशी ली गयी।तलाशी के बाद राव, भारद्वाज और फरेरा को गिरफ्तार कर लिया गया। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि इन लोगों को उनकी कथित नक्सली गतिविधियों को लेकर आईपीसी और गैर कानूनी गतिविधि (रोकथाम) कानून की संबद्ध धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया है। गौतम नवलखा को भी गिरफ्तार कर लिया गया, हालांकि दिल्ली उच्च न्यायालय ने पुलिस को उन्हें कम से कम कल शाम तक दिल्ली से बाहर नहीं ले जाने का आदेश दिया। 

दरअसल, उच्च न्यायालय नवलखा की ओर से उनके वकील द्वारा दायर बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका पर सुनवाई कर रहा था। महाराष्ट्र पुलिस द्वारा नवलखा को आज दोपहर उनके घर से उठा लिए जाने के बाद यह याचिका दायर की गई थी।अपुष्ट रिपोर्ट के मुताबिक जिन अन्य लोगों के आवास में छापे मारे गए, उनमें सुसान अब्राहम, क्रांति टेकुला, रांची में फादर स्टान स्वामी और गोवा में आनंद तेलतुंबदे शामिल हैं। गौरतलब है कि कोरेगांव - भीमा, दलित इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। वहां करीब 200 साल पहले एक बड़ी लड़ाई हुई थी, जिसमें पेशवा शासकों को एक जनवरी 1818 को ब्रिटिश सेना ने हराया था। अंग्रेजों की सेना में काफी संख्या में दलित सैनिक भी शामिल थे। इस लड़ाई की वर्षगांठ मनाने के लिए हर साल पुणे में हजारों की संख्या में दलित समुदाय के लोग एकत्र होते हैं और कोरेगांव भीमा से एक युद्ध स्मारक तक मार्च करते हैं। पुलिस के मुताबिक इस लड़ाई की 200 वीं वर्षगांठ मनाए जाने से एक दिन पहले 31 दिसंबर को एल्गार परिषद कार्यक्रम में दिए गए भाषण ने हिंसा भड़काई। वहीं, आज का घटनाक्रम जून में की गई छापेमारी के ही समान है जब हिंसा की इस घटना के सिलसिले में पांच कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया था। एल्गार परिषद के सिलसिले में जून में गिरफ्तार किए गए पांच लोगों में एक के परिसर में ली गई तलाशी के दौरान पुणे ने एक पत्र बरामद होने का दावा किया था, जिसमें राव के नाम का जिक्र था। विश्रामबाग थाने में दर्ज एक प्राथमिकी के मुताबिक इन पांच लोगों पर माओवादियें से करीबी संबंध रखने का आरोप है।

राव को हैदराबाद में गांधी नगर स्थित उनके आवास से पुणे पुलिस ने गिरफ्तार किया। पुलिस ने इससे पहले उनकी दो बेटियों के आवासों की भी तलाशी ली। यहां एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि राव की दो बेटियों और एक पत्रकार सहित अन्य के आवासों में पुलिस टीम ने तलाशी ली। पुलिस उपायुक्त (मध्य क्षेत्र) विश्व प्रसाद ने बताया, ‘‘पुणे पुलिस ने हमारी मदद मांगी। हमने तलाशी करने और गिरफ्तारी में मदद के लिए स्थानीय बल मुहैया किया। उन्हें (राव को) ...एक अदालत में पेश किया जाएगा और ट्रांजिट वारंट पर पुणे ले जाया जाएगा।’’ इस बीच, सिविल लिबर्टिज कमेटी के अध्यक्ष गद्दम लक्ष्मण ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाया है कि वह बुद्धिजीवियों को शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रही है। लक्ष्मण ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम कानूनी विशेषज्ञों से मशविरा कर रहे हैं। हम कानूनी लड़ाई लड़ेंगे ...उनकी गिरफ्तारी मानवाधिकारों का घोर हनन है।’’ वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत भूषण ने ट्वीट किया, ‘‘फासीवादी फन अब खुल कर सामने आ गए हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह आपातकाल की स्पष्ट घोषणा है। वे अधिकारों के मुद्दों पर सरकार के खिलाफ बोलने वाले किसी भी शख्स के पीछे पड़ जा रहे हैं। वे किसी भी असहमति के खिलाफ हैं।’’ 

चर्चित इतिहासकार रामचंद्र गुहा ने पुलिस की कार्रवाई को ‘‘काफी डराने वाला’’ करार दिया और उच्चतम न्यायालय के दखल की मांग की ताकि आजाद आवाजों पर ‘‘अत्याचार और उत्पीड़न’’ को रोका जा सके।  गुहा ने ट्वीट किया, ‘‘सुधा भारद्वाज हिंसा और गैर-कानूनी चीजों से उतनी ही दूर हैं जितना अमित शाह इन चीजों के करीब हैं। नागरिक अधिकार कार्यकर्ता शबनम हाशमी ने भी छापेमारियों की कड़ी निंदा की। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, ‘‘महाराष्ट्र, झारखंड, तेलंगाना, दिल्ली, गोवा में सुबह से ही मानवाधिकार के रक्षकों के घरों पर हो रही छापेमारी की कड़ी निंदा करती हूं। मानवाधिकार के रक्षकों का उत्पीड़न बंद हो। मोदी के निरंकुश शासन की निंदा करती हूं।’’  जून में दलित कार्यकर्ता सुधीर धावले को मुंबई में उनके घर से गिरफ्तार किया गया था, जबकि वकील सुरेंद्र गाडलिंग, कार्यकर्ता महेश राऊत और शोमा सेन को नागपुर से तथा रोना विल्सन को दिल्ली में मुनिरका स्थित उनके फ्लैट से गिरफ्तार किया गया था। पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘‘एल्गार परिषद कार्यक्रम के सिलसिले में अपनी जांच के दौरान एक प्रतिबंधित संगठन के सदस्यों के बारे में कुछ साक्ष्य सामने आए थे, जिसके बाद पुलिस ने आज छत्तीसगढ, मुंबई और हैदराबाद में छापा मारा।’’ अधिकारी ने बताया कि माओवादियों से संपर्क रखने वालों और गिरफ्तार किए गए पांच लोगों से प्रत्यक्ष या परोक्ष संपर्क रखने वाले लोगों के आवासों में तलाशी ली गई।  पुलिस ने तलाशी के दौरान कुछ आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद होने का दावा किया है। पुलिस ने बताया, ‘‘हम इन लोगों के वित्तीय लेन-देन, संवाद के उनके तरीके की भी छानबीन कर रहे हैं और तकनीकी साक्ष्य भी जुटाने की कोशिश कर रहे हैं।’’ हालांकि, पुणे पुलिस के निवर्तमान संयुक्त आयुक्त रवींद्र कदम ने दो अगस्त को कहा था कि भीमा कोरेगांव हिंसा से माओवादियों के तार जुड़े होने का पता नहीं चला है। उन्होंने कहा था कि पुणे में एल्गार परिषद के आयोजन में ‘फासीवाद विरोधी मोर्चा’ की भूमिका थी। मौजूदा सरकार की नीतियों के विरोध में माओवादियों ने इस संगठन की स्थापना की थी।

बिहार :अब ईसाइयों को भी मोकामा जाकर दुआ करने के लिए सरकारी बसों में भाड़ा नहीं लेना चाहिए

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पटना। पटना नगर निगम के वार्ड नम्बर- 22 बी के कुर्जी चश्मा सेंटर गली में रहते हैं सामाजिक कार्यकर्ता सुशील लोबो.सी.एम.नीतीश कुमार की क्रियाकलाप से बहुत ही प्रभावित हैं. श्री सुशील ने कहा कि सी.एम. साहब ने शानदार कार्य किया. उन्होंने भाई-बहन के प्यार का पवित्र त्योहार रक्षा बंधन पर महिलाओं को तोहफा दिया.इसके तहत तमाम सरकारी बसों पर सफर करने पर महिलाओं से भाड़ा नहीं वसूला गया. इस तरह का ऐलान के आलोक में सुशील लोबो ने किया मुख्य मंत्री जी से निवेदन कर दिया है.साल में एक दिन ईसाई भक्तगण माता मरियम की नगरी में जाते हैं.आर्थिक तंगी के कारण बहुत लोग मोकामा में तीर्थ करने नहीं जा पाते हैं.इसके मद्देनजर मोकामा तीर्थ नगरी जाने वालों को सरकारी बसों में भाड़ा नहीं लिया जाए.

मुख्य मंत्री से आग्रह
आपने बिहारी ईसाइयो के हित के लिए बहुत कार्य किया है. क्रिश्चियन वेलफेयर एसोसिएशन, बिहार पटना ने सी.एम.साहब से आग्रह किया है कि मोकामा में हरेक साल ईसाइयों के लिए आयोजित धार्मिक समारोह के अवसर पर भक्तो को छूट मिले।

पिछले कई सालों में ईसाई संस्थानों पर हमले
कई तरह की धार्मिक, राजनीतिक व सामुदायिक गतिविधियों को देखने का मौका लोगों को मिला है. सुशील लोबो कहते हैं कि किश्चियन बंधुगण जिस तरह आर. एस. एस. अपने राष्ट्र की सुरक्षा अखण्डता सांस्कृतिक विरासत के साथ ही धर्म की रक्षा के लिए पिछले सौ साल से अच्छा कार्य कर रहा है उसी नक्शे कदम पर ईसाइयों को भी विशेष कर युवाओ को ईसाई मिशन से हट कर सी. आर. एस. एस. ( किश्चियन राष्ट्र सेवक संघ)   की स्थापना करने की अवश्यकता है इस कार्य के लिए आर. एस.एस. के प्रतिनिधि से या फिर हमारे युवा धार्मिक गुरु से  सहयोग लिया जा सकता है ताकि आने वाले समय में हम भी अपने राष्ट्र समुदाय और धर्म की रक्षा में तत्पर रहे  ।

प्रधानमंत्री और अनिल अंबानी के बीच का ‘सीधा सौदा’ है राफेल : कांग्रेस

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नयी दिल्ली, 28 अगस्त, कांग्रेस ने राफेल मामले को लेकर आज आरोप लगाया कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उद्योगपति अनिल अंबानी के बीच का ‘सीधा सौदा’ है। पार्टी के वरिष्ठ प्रवक्ता एस जयपाल रेड्डी ने यह भी दावा किया कि प्रधानमंत्री मोदी ने ‘मध्ययुगीन राजा’ की तरह व्यवहार किया।  उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अनिल अंबानी के बीच का सीधा सौदा है। मैं यह क्यों कह रहा हूं? इसके कुछ ठोस आधार हैं।’’  उन्होंने कहा, ‘‘अप्रैल, 2015 में हुए सौदे से दो दिन पहले विदेश सचिव ने स्पष्ट रूप से कहा था कि भारत के प्रधानमंत्री और फ्रांस के राष्ट्रपति के बीच मुलाकात में राफेल पर चर्चा नहीं की जाएगी। सौदे से दो दिन पहले हमारे विदेश सचिव को यह पता नहीं था कि इस सौदे पर पर चर्चा की जाएगी और यह फैसला हो चुका है।’’  रेड्डी ने कहा, ‘‘तत्कालीन रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर फ्रांस में नहीं थे। इससे भी अहम बात यह कि सौदा होने के बाद पर्रिकर ने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री और फ्रांस के राष्ट्रपति ने हस्तक्षार किए हैं और मैंने इसका समर्थन किया है। आमतौर पर फैसला मंत्री करता है और प्रधानमंत्री इसका समर्थन करते हैं।’’  अनिल अंबानी के रिलायंस समूह की ओर से कानूनी नोटिस दिए जाने पर रेड्डी ने कहा, ‘‘हमारे नेता कानूनी नोटिसों से नहीं डरते हैं। एक तरह से यह अच्छा है कि अनिल अंबानी ने नोटिस दिया। फिलहाल, सरकार राफेल सौदे का ब्यौरा देने से इनकार कर रही है।’’ 

बेगूसराय : दामिनी के जन्मदिन पर विष्णु दिगंबर पलुस्कर और भयात खण्डे की भी संयुक्त जायनी मनाई गई।

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बेगूसराय (अरुण कुमार) , दिनांक 27 अगस्त को स्वर कोकिला कुमारी दामिनी की जन्म तिथि का आयोजन दामिनी के आवास लाभरचक,रामदीरी बेगूसराय में बड़े ही धूम-धाम से मनाया गया।चूँकि अगस्त महीने में ही शास्त्रीय संगीत के दो दो महारथियों का जन्म है और दामिनी का भी जन्म दिन अगस्त में ही है और दामिनी भी शास्त्रीय संगीत से जुड़ी हुई है,जुड़ी हुई नहीं वल्कि यूँ कहें कि राज्य स्तरीय प्रतियोग्यता में प्रथम,पटना और राँची से अवार्ड प्राप्त कर जिले का नाम रौशन किया है।इसके परिवार में ही सरस्वती का निवास है,इसके पिता दयानंद मिश्र भी मुंगेर विद्यालय में संगीत शिक्षक हैं और इसके चाचा श्री सदानंद मिश्र भी जिले के प्रसिद्ध तबला बादकों में एक हैं।दामिनी की दो बहनें भी भारती और छोटी दोनो ने ही कई मंचों पर सम्मान प्राप्त कर चुकी हैं।इस मौके पर शास्त्रीय संगीत को एक नया आयाम देनेवाले पण्डित विष्णु दिगम्बर पलुषकर को याद करना अपने सम्मान में चार चाँद लगाने के समान है।पलुषकर के पूर्व संगीतों की शिक्षा दीक्षा मौखिक ही हुआ करता था।इन्होंने संगीत के स्वरलिपि का संयोजन कर कई पुस्तक नवोदितों के लिये उपहार स्वरुप देने का कार्य किया।पलुषकर ने 1901 में संगीत के शिकहा के लिये पाकिस्तान के लाहौर में गांधर्व विद्यालय की स्थापना की और भारतीय संगीत को एक विशिष्ट स्थान भी देने का कार्य किया।इनका जन्म 18 अगात 1872 ईस्वी कुरुनद्वाद नगर में हुआ था और 21 अगस्त 1931 में अपने जीवन के 59 वर्ष पूरे कर मृत्यु को प्राप्त हुए।वहीं पण्डित श्री विष्णु नारायण भात खण्डे का भी जन्म 10 अगस्त 1860 ईस्वी में हुआ था और 19 सितम्बर 1936 में मृत्यु को प्राप्त हो गए थे।ये भी हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत के विद्वान थे।ये आधुनिक भारत में शास्त्रीय संगीत के पुनर्जागरण के लिये अग्रदूत के रुप में माने जाते है।इन्होंने शास्त्रीय संगीत के विकास के लिये भात खण्डे संगीत शास्त्र की रचना कर कई पुस्तक लिखे जससे आज सभी संगीत प्रेमी,संगीत के क्षेत्र में आनेवाले नवोदितों के लिये जैसे सुगम मार्ग ही बना दिया हो।ऐसे महान संगीतज्ञ को रामदेई लाभरचक निवासी मिश्रा परिवार विगत 10 वर्षों से दामिनी के जन्मदिन पर दोनो शास्त्रीय संगीत के पुरोधा को याद करते आ रहे हैं।इस अवसर पर श्यामा चिल्ड्रन के संस्थापक फूल कुमार झा,भारद्वाज विद्यापीठ के नागेन्द्र कुमार सिंह,रंगकर्मी सह चर्चित उद्घोषक सनोज राविल,टुनटुन जी तबला वादक,गोपू पंकज सर,गिरीश सर आदि कई नगर के गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

महिला पत्रकार से अश्लील हरकत, मामला दर्ज

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नोएडा, 28 अगस्त, थाना सेक्टर 24 क्षेत्र के सेक्टर 22 के पास बीती रात एक मनचले ने महिला पत्रकार के साथ अश्लील हरकत किया। घटना की रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस मामले की जांच कर रही है। थाना सेक्टर 24 के प्रभारी निरीक्षक पंकज पंत ने बताया कि सेक्टर तीन स्थित एक न्यूज़ चैनल में काम करने वाली महिला पत्रकार बीती रात सेक्टर 22 के पास से गुजर रही थी, तभी राह चलते एक मनचले ने उसके ऊपर अश्लील फब्तियां कसीं। महिला पत्रकार ने घटना की शिकायत थाना सेक्टर 24 पुलिस से की है। थाना प्रभारी ने बताया कि पुलिस मामले की रिपोर्ट दर्ज कर घटना की जांच कर रही है। उन्होंने बताया कि आरोपी अज्ञात है।  पुलिस आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे की सहायता से आरोपी की तलाश करने का प्रयास कर रही है। वहीं पीड़ित महिला ने पुलिस पर त्वरित कार्रवाई नहीं करने के आरोप लगाते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री, डीजीपी सहित कई लोगों को ट्वीट किया है। 

रोक के बावजूद पति ने पत्नी को दिया तीन तलाक

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तिरूवनंतपुरम, 28 अगस्त, कन्नूर जिले में एक 23 वर्षीय मुस्लिम महिला ने आरोप लगाया है कि उसके पति ने एक सफेद कागज के टुकड़े पर तीन बार तलाक लिखकर उसे तलाक दे दिया । इसके बाद कुछ सप्ताह के भीतर ही उसने एक अन्य महिला से निकाह कर लिया। इस महिला के चार साल के अपने बेटे के साथ एक टेलीविजन चैनल पर आकर ‘‘तलाक ’’ के कागज दिखाने के बाद यह मामला सुर्खियों में आया। इसके आधार पर केरल महिला आयोग ने इस संबंध में एक मामला दर्ज करने का फैसला किया है। आयोग की अध्यक्ष एम सी जोसपिन ने पीटीआई को बताया कि उच्चतम न्यायालय द्वारा इस प्रथा को प्रतिबंधित करने के बाद केरल में तीन तलाक की शिकायत का यह पहला मामला है। पेयान्नूर निवासी इस महिला ने पिछले सप्ताह स्थानीय अदालत से संपर्क कर अपने पति 30 वर्षीय लियाकत अली खान, उसकी दूसरी पत्नी, उसके माता पिता और अन्य रिश्तेदारों के खिलाफ घरेलू हिंसा के आरोप में कार्रवाई किए जाने की अपील की थी।

चीन ने रोहिंग्या मुद्दे के राजनीतिक समाधान की मांग की, कहा: ‘एकतरफा आरोप’ काम नहीं करेगा

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बीजिंग, 28 अगस्त, म्यांमा के सैन्य शासक का समर्थन करने वाले चीन ने रोहिंग्या मुद्दे के राजनैतिक समाधान की आज मांग की। उसने कहा कि ‘एकतरफा आरोप और दबाव’ काम नहीं करेगा। चीनी विदेश मंत्रालय का यह बयान संयुक्त राष्ट्र के जांच अधिकारियों के सेना प्रमुख समेत म्यांमा के शीर्ष सैन्य नेताओं के खिलाफ देश में रोहिंग्या मुसलमानों के नरसंहार के लिये मुकदमा चलाने की मांग किये जाने के एक दिन बाद आया है।  सेना के पिछले साल रोहिंग्या मुसलमानों के खिलाफ कार्रवाई शुरू करने के बाद तकरीबन सात लाख रोहिंग्या मुसलमान म्यांमा के उत्तरी रखाइन प्रांत से भागकर बांग्लादेश चले गए थे। सैनिकों और उग्र भीड़ द्वारा आगजनी, हत्या और महिलाओं से बलात्कार किये जाने की खबरें आई थीं। 

म्यांमा मूलत: बौद्ध देश है। उसने जातीय सफाये के आरोपों का खंडन किया है। संयुक्त राष्ट्र जांच अधिकारियों की सिफारिश पर प्रतिक्रिया मांगे जाने पर चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने संवाददाताओं से कहा कि मुद्दे का समाधान करने के लिये राजनैतिक हल ढूंढने की जरूरत है। उन्होंने कहा, ‘‘रखाइन प्रांत का इतिहास, धर्म और जातीय समूह के मामले में जटिल पृष्ठभूमि है। हम उम्मीद करते हैं कि बांग्लादेश और म्यांमा अधिक संवाद करेंगे और रखाइन प्रांत में शांति, स्थिरता और खुशहाली में योगदान करेंगे।’’ जब एक संवाददाता ने उनसे पूछा कि चीन के संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में म्यांमा के खिलाफ कार्रवाई की राह में अड़ंगा लगाने और क्या वह इस मुद्दे पर ऐसा करना जारी रखेगा तो हुआ ने कहा, ‘‘मैं इस बात से सहमत नहीं हूं कि चीन ने संयुक्त राष्ट्र में म्यांमा के खिलाफ कार्रवाई को अवरूद्ध किया है।’’  उन्होंने कहा कि इस मुद्दे की बेहद जटिल ऐतिहासिक पृष्ठभूमि है। उन्होंने कहा, ‘‘हमें इसका राजनैतिक समाधान ढूंढने की आवश्यकता है। मुद्दे का समाधान करने में बांग्लादेश और म्यांमा के बीच कुछ प्रगति हुई है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय को मुद्दे का सही तरीके से समाधान करने में मदद करनी चाहिये। एकतरफा आरोप और दबाव से समस्या के समाधान में मदद नहीं मिलेगी।’’ चीन पिछले दो दशकों से म्यांमा के सैन्य शासक का समर्थन कर रहा है। रखाइन प्रांत में उसका व्यापक निवेश है।

कानून मंत्री ने CJI से उत्तराधिकारी के नाम की सिफारिश करने को कहा

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नयी दिल्ली, 28 अगस्त, केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने भारत के प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) दीपक मिश्रा से कहा है कि वह अपने उत्तराधिकारी के नाम की सिफारिश करें। समझा जाता है कि कानून मंत्री द्वारा सीजेआई को यह पत्र भेजे जाने के साथ ही शीर्ष अदालत में नये प्रधान न्यायाधीश के चयन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। न्यायमूर्ति मिश्रा दो अक्तूबर को सेवानिवृत होने वाले हैं। कानून मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि हाल में सीजेआई को पत्र भेजा गया। न्यायमूर्ति रंजन गोगोई उच्चतम न्यायालय में सीजेआई के बाद सर्वाधिक वरिष्ठ न्यायाधीश हैं। इस साल जनवरी में चार वरिष्ठतम न्यायाधीशों की प्रेस कांफ्रेंस के बाद न्यायमूर्ति गोगोई की अगले सीजेआई पद पर नियुक्ति को लेकर तरह-तरह की अटकलें लगनी शुरू हो गई थीं। चारों न्यायाधीशों ने विभिन्न मुद्दों, खासकर चुनिंदा पीठों को अहम मामले आवंटित करने पर, न्यायमूर्ति मिश्रा की आलोचना की थी।  न्यायमूर्ति गोगोई, न्यायमूर्ति जे. चेलमेश्वर, न्यायमूर्ति मदन बी. लोकुर और न्यायमूर्ति कुरियन जोसेफ ने यह प्रेस कांफ्रेंस की थी, जो भारतीय न्यायपालिका के इतिहास में अपनी तरह की संभवत: पहली प्रेस कांफ्रेंस थी। उच्चतर न्यायपालिका के सदस्यों की नियुक्ति को निर्देशित करने वाले प्रक्रिया ज्ञापन (एमओपी) के मुताबिक, ‘‘भारत के प्रधान न्यायाधीश के पद पर इस पद के लिए उपयुक्त समझे जाने वाले उच्चतम न्यायालय के वरिष्ठतम न्यायाधीश की नियुक्ति की जानी चाहिए।’’ एमओपी में कहा गया है कि किसी उचित समय पर कानून मंत्री निवर्तमान सीजेआई से अगले सीजेआई की नियुक्ति के बाबत सिफारिश करने की मांग करेंगे।  इस प्रक्रिया के तहत, सीजेआई की सिफारिश प्राप्त होने के बाद कानून मंत्री इसे प्रधानमंत्री के समक्ष पेश करते हैं, जो नियुक्ति के मामले में राष्ट्रपति को सलाह देते हैं। एमओपी के मुताबिक, ‘‘सीजेआई का पद संभालने के लिए वरिष्ठतम न्यायाधीश की उपयुक्तता पर कोई संदेह होने की स्थिति में अगले सीजेआई की नियुक्ति के लिए अन्य न्यायाधीशों के साथ विचार-विमर्श किया जाएगा।’’ कानून मंत्री प्रसाद ने हाल में कहा था कि अगले सीजेआई की नियुक्ति के बारे में सरकार की मंशा पर सवाल नहीं उठाया जाना चाहिये। उन्होंने कहा था कि जब वर्तमान सीजेआई अपने उत्तराधिकारी का नाम सुझाएंगे तब परिपाटी के अनुसार सरकार फैसला करेगी।

नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में अब से अधिक बहुमत से सरकार बनायेंगे : भाजपा

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नयी दिल्ली, 28 अगस्त,  भाजपा ने आज जोर दिया कि अगले वर्ष होने वाले लोकसभा चुनाव में सभी को साथ लेते हुए नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा पहले से अधिक बहुमत से सरकार बनायेगी । केंद्र में सत्तारूढ़ पार्टी ने यह भी दावा किया कि इस साल के अंत तक मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनाव में भी भाजपा जीत दर्ज करेगी । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों एवं उपमुख्यमंत्रियों की आज हुई बैठक में पार्टी ने अपनी तैयारियों एवं संगठनात्मक स्थिति पर चर्चा की । इस बैठक में पार्टी अध्यक्ष अमित शाह, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, अरूण जेटली, नितिन गडकरी आदि ने भी हिस्सा लिया । प्रधानमंत्री मोदी ने सरकार की कल्याण योजनाओं एवं उसके क्रियान्वयन को लेकर समीक्षा बैठक भी की । इसमें राज्यों ने जो काम किये हैं, उनका लेखाजोखा लिया गया । इसके अलावा किसानों को फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में वृद्धि के सरकार के फैसले, राष्ट्रीय नागरिक पंजी, अनुसूचित जाति, जनजाति वर्ग के लोगों के अधिकारों की रक्षा के संदर्भ में उठाये गए कदम, ओबीसी राष्ट्रीय आयोग को संवैधानिक दर्जा देने के कदम आदि के बारे में भी चर्चा की गई । 

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमण सिंह ने बैठक के बारे में संवाददाताओं को जानकारी देते हुए कहा कि बैठक में 2019 में आसन्न लोकसभा चुनाव और राजस्थान, छत्तीसगढ़ एवं मध्यप्रदेश जैसे राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी के बारे में चर्चा की गयी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री परिषद ने बैठक के दौरान यह संकल्प लिया कि 2019 में नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में चुनाव लड़ेंगे और 2014 से अधिक बहुमत के साथ विजयी होंगे । सिंह ने कहा कि बैठक के दौरान पूरे देश में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को जनता से मिले सम्मान के लिये जनता को धन्यवाद दिया गया । उन्होंने कहा कि पिछली बैठक से अब तक भाजपा ने नये साथी जोड़े और इस दौरान त्रिपुरा एवं नगालैंड में सरकार बनाई । कर्नाटक में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनी । वहां सरकार बनाने के आंकड़े से कुछ सीटें ही कम मिली लेकिन वोट शेयर बढ़ा । बैठक के दौरान इस बात पर जोर दिया गया कि राष्ट्रीय नागरिक पंजी के संबंध में भाजपा का स्पष्ट मत है कि विदेशी अवैध घुसपैठियों को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा । बैठक के दूसरे खंड में अलग अलग राज्यों में सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं पर अमल को लेकर चर्चा हुई । रमण सिंह ने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान के संदर्भ में देश 90 प्रतिशत खुले में शौच से मुक्त होने की दिशा में बढ़ रहे हैं । बैठक में स्वच्छ भारत अभियान के अलावा प्रधानमंत्री आवास योजना की प्रगति की भी समीक्षा की गई । बैठक के दौरान उज्जवला योजना के बारे में भी चर्चा हुई और इस विषय को रेखांकित किया गया कि राज्यों में इसकी गति को कैसे बढ़ाया जा सकता है। आयुष्मान योजना के संदर्भ में भी अलग अलग राज्यों में लागू किये जाने के बारे में उपायों पर चर्चा हुई जिसमें 5 लाख रूपये तक स्वास्थ्य बीमा कवर की बात कही गई है। 

छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, बिहार, उत्तरप्रदेश में बुनियादी आधारभूत संरचना की दिशा में जो काम किया गया है, उसके बारे में जनता की प्रतिक्रिया पर चर्चा हुई । छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने कहा कि बैठक में गरीब कल्याण का बड़ा संकल्प लेकर 2019 के लोकसभा चुनाव और तीन राज्यों में विधानसभा चुनाव में अब से अधिक बहुमत से सरकार बनाने का संकल्प किया गया । बैठक में नागरिकता संशोधन विधेयक पर भी चर्चा हुई जिसमें पाकिस्तान, बांग्लादेश में प्रताड़ित अल्पसंख्यक के भारत आने पर उन्हें स्थान दिये जाने की बात कही गई है । तीन राज्यों में इस वर्ष के अंत तक होने वाले विधानसभा चुनाव के बारे में एक सवाल के जवाब में सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़, राजस्थान, मध्यप्रदेश की अलग अलग परिस्थितियां है, इसके लिये अलग अलग समीकरण और अलग अलग रणनीति होगीं इस बारे में प्रधानमंत्री, राष्ट्रीय अध्यक्ष से सुझाव भी मिले । समझा जाता है कि इस बैठक में 2019 के चुनाव एवं उससे पहले कुछ राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव के प्रचार अभियान को लेकर रूपरेखा का निर्धारण एवं विचार विमर्श किया गया । पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि देने के साथ बैठक की शुरुआत की। बैठक में अलग-अलग सत्र में विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गयी। इनमें 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान अलग-अलग क्षेत्रों में प्रचार अभियान की रणनीति, राजग गठबंधन, संगठन स्तर पर कामकाज समेत केंद्रीय योजनाओं को राज्यवार और प्रभावी तरीके से क्रियान्वित कराने की रणनीति पर मंथन किया गया । 

अंदरूनी कारोबार नियमों के उल्लंघन पर चार कंपनियों पर 11 लाख का जुर्माना

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नयी दिल्ली, 28 अगस्त, बाजार नियामक सेबी ने अंदरूनी कारोबार नियमों का उल्लंघन करने पर चार कंपनियों पर 11 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। भारतीय प्रतिभूति एवं विनियम बोर्ड (सेबी) ने किसान मोल्डिंग्स पर चार लाख, सुरिंदर जगन्नाथ अग्रवाल और पोलसंस ट्रेडर्स एलएलपी पर ढाई-ढाई लाख और सुरिंदर जगन्नाथ अग्रवाल एचयूएफ पर 2 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। नियामक ने किसान मोल्डिंग्स के शेयरों की जांच की और पाया कि अग्रवाल और एचयूएफ ने अप्रैल 2016 से मई 2017 के दौरान कंपनी में अपनी हिस्सेदारी बेची। इस दौरान यह दोनों कंपनी के प्रवर्तक थे। हालांकि, उन्होंने इसका खुलासा नहीं किया।  इसके अलावा, किसान मोल्डिंग्स ने अप्रैल 2016 में पोलसंस (कंपनी की प्रवर्तक) को 11.17 लाख तरजीही शेयर आवंटित किये। लेकिन किसान मोल्डिंग्स ने इस संबंध में शेयर बाजारों को जानकारी नहीं दी जबकि पोलसंस ने आवंटन के बारे में सूचित नहीं किया। इस तरह से चारों कंपनियों ने पीआईटी (अंदरूनी कारोबार कारोबार) नियम का उल्लंघन किया और इसलिये नियामक ने उन पर जुर्माना लगाया।

दो दिन के लिये सामूहिक अवकाश पर जाएंगे रिजर्व बैंक कर्मचारी

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कोलकाता, 28 अगस्त, रिजर्व बैंक के अधिकारी और कर्मचारियों के संयुक्त मंच (यूएफआरबीओई) ने अपनी मांगों के समर्थन में चार और पांच सितंबर को सामूहिक रूप से आकस्मिक अवकाश पर जाने का आह्वान किया है। इससे केंद्रीय बैंक के साथ साथ दूसरे बैंकों के कामकाज पर असर पड़ने की आशंका है। यूएफआरबीओई के सदस्य तथा आल इंडिया रिजर्व बैंक एंप्लायज एसोसिएशन के महासचिव समीर घोष ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘संगठन ने चार और पांच सितंबर को सामूहिक आकस्मिक अवकाश पर जाने का आह्वान किया है। इससे केंद्रीय बैंक का कामकाज बाधित होगा।’’  मंच की प्रमुख मांग अंशदायी भविष्य निधि (सीपीएफ) का विकल्प चुनने वालों को पेंशन योजना का लाभ लेने का विकल्प देने तथा 2012 से नियुक्त कर्मचारियों को अतिरिक्त भविष्य निधि लाभ देना शामिल हैं। यूएफआरबीओई की विज्ञप्ति के अनुसार, ‘‘अक्तूबर 2017 में आरबीआई गवर्नर उर्जित पटेल ने औपचारिक रूप से सरकार को पत्र लिखकर कहा था कि केंद्रीय बैंक पेंशन और भविष्य निधि विकल्प में सुधार चाहेगा। पर सरकार ने उसे अनौपचारिक तरीके से खारिज कर दिया।’’ 

बिहार : साठ साल का मसला को सलटाने में कुर्सेला अंचल के सी.ओ.अक्षम

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  • दक्षिणी मुरादपुर पंचायत के महादलित टोला तिनघरिया में पुनर्वासित हैं गंगा नदी से कटाव पीड़ित, 60 परिवार गंगा नदी से कटाव पीड़ित थे, उनमें 16 पर चल गयी कैंची , 44 पुनर्वासित मांग रहे हैं वासगीत पर्चा
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कुर्सेला: इस प्रखंड में है दक्षिणी मुरादपुर पंचायत. गंगा नदी के किनारे करीब साठ परिवार झोपड़ी बनाकर रहते थे.गंगा नदी के उग्र रूप के शिकार गरीब परिवार हो गए.देखते-देखते ही तिनका जोड़ -जोड़कर निर्मित झोपड़ियां गंगा मइया की गोदी में समा गयी.सभी परिवार कटाव पीड़ित हो गए.

काफी दौड़ लगाने के बाद महादलित टोला तिनघरिया में पुनर्वासित किया गया
कटाव पीड़ित अनिल राम कहते हैं कि गंगा नदी के विकराल रूप धारण करने से 1958 से कटाव पीड़ित हैं.काफी दौड़ धूप लगाने के बाद सरकार ने दक्षिणी मुरादपुर पंचायत के महादलित टोला तिनघरिया में मौजा /थाना 291,खाता नं.2121 और खेसरा नं. 6267 है. ज.नं.2121 बनाम विजय वो जगदीश वो गोपाल वो लालू अग्रवाल पिता- श्री प्रसाद सेठ बिहार सरकार द्वारा तिनघरिया महादलित टोला के पुनर्वास में अर्जित रकवा 147 एकड़ लगान 6.69/खाता 2121 खेसरा 626 रकवा 1.47 ए०मांग -68-69 वसूली नगण्य खतियानी विवरणी मौजा मुरादपुर थाना नं.2  291खाता 2121 खेसरा   6267 रकवा 1.47 आसामी का नाम विजय अग्रवाल वो जगदीश अग्रवाल वो गोपाल अग्रवाल वो लालू अग्रवाल पिता- श्री प्रसाद सेठ  खेसरा 6267 रकवा के 1.47 ए.किस्म भीठ दो.इसी जमीन पर कटाव पीड़ितों को बसाया. 60 कटाव पीड़ित थे. 16  परिवारों पर अंचल कार्यालय, कुर्सेला की कैंची चल जाने से 44 परिवारों को रेवड़ी की तरह जमीन सीमांकन कर दी गयी.

4 राम परिवारों को ही 1-1 डिसमिल जमीन 
स्व.दीपनारायण राम की विधवा द्रोपति को,स्व.भूषो राम की विधवा अमीरिका देवी को,स्व.भोला राम के पुत्र बबलू राम को और स्व.मोती राम के पुत्र नागो राम को 1-1 डिसमिल जमीन दी गयी.कायदे से न्यूनतम 3 डिसमिल मिलनी चाहिए.

प्रगति ग्रामीण विकास समिति का प्रयास
खुद को अर्पण कर दिए हैं प्रदीप प्रियदर्शी समाज सेवा कार्य करने में.उनका नेक इरादा है.इसी लिए कार्यकर्ता भी कार्य करने में पीछे नहीं हटते हैं.प्रखंड समन्वयक प्रदीप कुमार ने कटाव पीड़ितों के बीच में सामुदायिक स्तर पर ईकाई बनाकर कटाव पीड़ितों के बीच में चिंगारी लगा दिया है.अब वासगीत पर्चा देने की मांग होने लगी है.

दुमका : हवाई अड्डा विस्थापितों को किया जा बसाने का काम

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दुमका (अमरेन्द्र सुमन), देवघर हवाई अड्डा विस्थापित परिवारों को जिले की ओर से यथासंभव सुविधा मुहैया करायी जा रही है।  देवघर प्रखण्ड अन्तर्गत नैयाडीह ग्राम में  विस्थापित परिवारों को बसाने का कार्य किया जा रहा है। सरकार की मंशा बेहतर जीवन व आय संवर्द्धन हेतु मूलभूत सुविधाएँ मुहैया कराना है। मुख्य धारा से लोग जुड़ें इसके लिए  जिला प्रशासन सभी का हर संभव मदद करने को तैयार है। इसके तहत जिला प्रशासन द्वारा विस्थापितों को फूलों के व्यवसाय से जोड़ा गया है एवं फूलों की खेती के लिए जमीन तैयार की जा चुकी है। इस हेतु कृषि विज्ञान केंद्र सुजानी को गुलाब, जरबेरा, चमेली व ग्लेडियोलस फूल की खेती की जिम्मेदारी दी गई है। ज्ञात हो कि फूलों के इस रोजगार से जुड़कर विस्थापित प्रतिवर्ष लाखों रुपये कमा सकते हैं। इसमें चमेली व ग्लेडियोलस की खेती तकनीक रूप से होगी एवं फूल तैयार होने के बाद यह एक दर्शीय व प्रशिक्षण स्थल के रुप में इसे विकसित किया जायेगा।  इसके तहत् जिला प्रशासन के सहयोग से नैयाडीह ग्राम में रहने वाले विस्थापित परिवारों के द्वारा वहां खाली पड़े जमीन पर वृहत स्तर पर बागवानी व फूलों की खेती की जा रही है एवं उनके आय में वृद्धि आई है। इसके अलावा यहां स्वयं सहायता ग्रुप बनाकर उन्हें फूलों यथा-गुलाब, गेंदा, डाहलिया, धतूरा आदि की खेती करने हेतु प्रेरित की जा रही है, ताकि इन्हें रोजगार के नये अवसर मिलने के साथ-साथ आर्थिक जीवन स्तर सुधारने में सहायता मिल सके। इसके अलावा इनके द्वारा उत्पादित फूलों का बाजार भी इन्हें उपलब्ध कराया जा रहा है। इससे इन्हें अपनी फूलों की बिक्री करने में आसानी हो रही है। इसके तहत् वर्तमान में नैयाडीह के विस्थापितों द्वारा उत्पादित फूलों का प्रयोग बाबा मंदिर में श्रंृगार पूजा करने एवं साज-सज्जा हेतु प्रयोग किया जा रहा है। इसके अलावा श्रावणी मेला के दौरान इनके द्वारा वृहद स्तर पर फूलों की बिक्री की गयी, जिससे इनके आय में वृद्धि हुई है एवं जीवन स्तर में सुधार आया है। साथ हीं एयरपोर्ट में अतिथियों के स्वागत में प्रयोग होने वाले फूलों का गुलदस्ता भी एयरपोर्ट के विस्थापितों द्वारा ही तैयार कराया जायेगा। वहीं उपायुक्त द्वारा निदेशित किया गया है कि सभी संबंधित विभागों द्वारा नैयाडीह में रहने वाले विस्थापितों को हर संभव सुविधा मुहैया करायी जाय, ताकि इन्हें समाज के मुख्य धारा से जोड़ा जा सके।

बेगूसराय : नाटक रिफण्ड की सफल प्रस्तूति

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बेगूसराय (अरुण कुमार), वर्तमान शिक्षा प्रणाली पर आधारित नाटक रिफण्ड की प्रस्तूति नगर दिनकर कला भवन में आज दिनांक 28 अगस्त 2018 की संध्या 7 बजे किया गया।इस नाटक के मूल लेखक:-फ्रिट्ज कारिंथे (हंगरी) अंग्रेजी अनुवादक:- पर्सिवाल वाइल्डे और हिन्दी अनुवादक:- रमेश उपाध्याय हैं।इस नाटक की पैकल्पना और निर्देशन परवेज यूसुफ ने किया।प्रस्तूति मॉर्डन थियेटर फाउण्डेशन (एम टी एफ) का था।औए ये नाटक दर्शकों के समक्ष संस्कृति मंत्रालय,भारत सरकार के सौजन्य से किया गया।नाटक में मूल रुप से वर्तमान शिक्षा प्रणालियों पर कुठारा घात है,फर्जी प्रमाण पत्र,फर्जी शिक्षक,और फर्जी शिक्षा प्रणाली को दर्शाते हुए दिखाया गया कि एक लड़का एक शिक्षण संस्था से शिक्षा प्राप्त कर निकलता है और उसे शिक्षा के नाम पर ज्ञान कुछ भी नहीं है,जब वह शिक्षा ग्रहण कर पास होकर जाता है तो कहीं साक्षात्कार में उससे पूछ जाता है कि तुम्हारा विषय क्या था उसपर वह लड़का कहता है कि मेरा विषय पोल साइंस था।अब पोल साइंस क्या है ये उसे पता नहीं था अतः वो पोल साइंस यानी पॉलिटिकल साइंस जिसका सब कुछ ज्ञान नहीं था वह निरुत्तर हो जाता है,तो फिर वह लड़का जिसका नाम बुद्धिदेव है उस कॉलेज जाता है और प्राधानाध्यापक से अपना फीस वापस मांगता है।इस बात को लेकर प्राचार्य महोदय आश्चर्यचकित ही पहले तो उसे घुइत्व हैं फिर पैसे वापस कण्व में आनाकानी करते है,मगर वह लड़का भी तय करके आया था की पैसा वापस लेकर ही जाएँगे।उसके जिद्द के आगे प्राचार्य उसे बाहर बैठने के लिये यह कह कर भेज देतव है कि मैं आपस मे तुम्हारे इस बात के लिये विचार विमर्श कर लेटव हैं फिर तुम्हें बुलाता हूँ लड़कन बाहर चला जाता है।प्रचार अपने प्रोफेसरों को बुलवाता है और विचा विमर्श कर उस लड़के का फिर से मौखिक साक्षात्कार करने का फैसला कर बुलाया जाता है।लड़का किसी तरह से तैयार होता है साक्षात्कार के लिये और सभी प्रोफेसर अपने अपने विषयों का मौखिक पूछताछ करते हुए फेल होने पर भी पास करते जाते है।अंत मे लड़कन उन्ही के कॉलेज में नौकरी मांगने लागैता है कि चलिये जब हम पास ही है वो भी प्रथम श्रेणी से तो हमे आप के यहां नौकरी द्व दीजिये आपने जो ये इस्तिहार निकाला है तो हम इस नौकरी के काबिल हैं।बहुत ना ने करने के बाद प्राचार्य इस शर्त पर नौकरी द्वन्व को राजी हो जाता है कि जो किछ भी यहाँ अभी अभी हुआ है या आवे जो कुछ भी इस कॉलेज में होगा उसका जिक्र तुम बाहर कही नहीं करोगे।लड़कन शर्तें मां लेता है और शर्त मानकर नौकरी पा लेता है।तो इससे साफ जाहिर है कि शिक्षा माफियाओं की काफी बढ़ोत्तरी हुई है,विद्यार्थियों को शिक्षा के नाम पर मात्र ठगा जाता है औए शिक्षा का भी स्तर गिरत्व जाजे रहा है।इस नाट्य मंच के उद्घाटन करता(जिला एवं सत्र न्यायाधीश) बेगूसराय,जनाव दीवान अब्दुल अजीज खाँ साहब, विशिष्ट अतिथि श्रीमान प्रांतोष कुमार दास (कमांडेंट) बी एम पी -8,सर्वेश कुमार(पूर्व प्रशासनिक पदाधिकारी एवं शिक्षाविद)श्री संजीव चौधरी (सदर अनुमंडलाधिकारी)श्री मिथलेश कुमार(अपर पुलिस अधीक्षक)श्री स्याम बाबू राम,श्रीमती स्वपना चौधरी,डॉ•एस पण्डित,अवधेश सिन्हा,अमित रौशन (युवा रंगकर्मी,निदेशक आशीर्वाद आई टी आई) दिलीप कुमार सिन्हा:-सदस्य,जेड.आर.यू.सी.सी. जोनल रेल उपयोग करता परामर्शदात्री समिति आदि कई गणमान्य मंचासीन हुए।नाट्य सफलता,विफलता का परिचायक दर्शक होता है तो पूरा प्रेक्षागृह दर्शकों से भरा हुआ था मतलब नाट्य प्रस्तूति काफी सराहनिय और सफल रहा।

6,000 रेलवे स्टेशन वाई-फाई से लैस होंगे : पीयूष गोयल

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नई दिल्ली, 28 अगस्त, रेलमंत्री पीयूष गोयल ने देश के दूर-दराज के हिस्सों में हाई-स्पीड इंटरनेट कनेक्टिविटी की जरूरत पर जोर देते हुए मंगलवार को कहा कि करीब छह हजार रेलवे स्टेशन छह से आठ महीनों में वाई-फाई से लैस हो जाएंगे। भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ (फिक्की) द्वारा आयोजित 'स्मार्ट रेलवे सम्मेलन'में गोयल ने यहां कहा, "हमारा विश्वास है कि यदि हमें डिजिटल तकनीक का अधिकतम लाभ उठाना है, तो देश के सुदूर इलाके में तकनीक की पहुंच सुनिश्चित करनी होगी।"उन्होंने कहा कि रेलवे अपने नेटवर्क में उपलब्ध ऑप्टिकल फाइबर के अंतिम छोर तक कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने के लिए एक कार्यक्रम पर काम कर रहा है। मंत्री ने कहा, "हमें उम्मीद है कि अगले छह से आठ महीने में सभी रेलवे स्टेशन, लगभग 6,000 स्टेशनों पर वाई-फाई की सुविधा होगी।"उन्होंने कहा, "हम स्मार्ट परियोजनाओं को लागू करने पर ध्यान दे रहे हैं। हमने स्मार्ट तरीके से सोचना, योजना बनाना और काम करना शुरू कर दिया है। मेरा मानना है कि यही वो बदलाव है, जो आपने पिछले चार साल में महसूस किया है।"मंत्री ने ट्रेनों को समय से चलाने पर जोर दिया और कहा कि स्टेशन मास्टर द्वारा हाथ से भरी जाने वाली समय सारिणी की व्यवस्था को बंद करने के कारण एक अप्रैल से 28 अगस्त तक रेलों का समय पालन 73-74 फीसदी तक सुधर गया है। उन्होंने कहा, "हम हर इंजन पर जीपीएस लगाने की दिशा में काम कर रहे हैं, ताकि हर रेल की वास्तविक समय में जानकारी मोबाइल फोन पर मिल सके।"मंत्री ने कहा कि रेलवे विद्युतीकरण की दिशा में भी काम कर रहा है, जिससे हर सालाना दो अरब डॉलर की बचत होगी। इस राशि का बोझ भी यात्रियों पर ही पड़ता है। कुशल रेलवे होने के साथ हम गरीबों पर बोझ नहीं बनना चाहते।

वरवर राव गिरफ्तार, पुलिस ने मोदी की हत्या की साजिश से जोड़ा

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हैदराबाद, 28 अगस्त , महाराष्ट्र पुलिस ने मंगलवार को माओवादी विचारक वरवर राव को गिरफ्तार किया। उनकी पत्नी ने बताया कि पुलिस ने कहा है कि उनकी गिरफ्तारी का संबंध प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हत्या की साजिश के मामले से है। पुणे पुलिस की एक टीम ने क्रांतिकारी लेखक राव के घर की आठ घंटे तलाशी ली। उन्हें अदालत में पेश किया गया, जिसने पुलिस को उन्हें बुधवार शाम पांच बजे तक पुणे की अदालत में पेश करने को कहा। पुलिस ने राव के घर पर छापा मारने के साथ-साथ उनकी दो बेटियों, कुछ रिश्तेदारों और दो पत्रकारों समेत कुछ दोस्तों के घरों पर भी छापे मारे। यहां गांधीनगर स्थित राव के घर पर उस समय हल्के तनाव की स्थिति बन गई, जब राव के समर्थक इकट्ठा होकर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। स्थानीय पुलिस ने पूरे इलाके को घेर लिया था। महाराष्ट्र पुलिस ने राव के घर से कुछ दस्तावेज बरामद किए हैं, जबकि उनके रिश्तेदारों के घर की तलाशी के दौरान एक लैपटॉप, हार्ड डिस्क और अन्य सामग्री जब्त की गई है। राव की पत्नी हेमलता ने संवाददाताओं को बताया कि पुलिस ने उन्हें बताया कि राव की गिरफ्तारी प्रधानमंत्री की हत्या की साजिश के एक मामले के संदर्भ में की गई है। हेमलता ने कहा कि सुबह करीब 20 की संख्या में पुलिसवाले बिना वारंट के पहुंचे और तलाशी शुरू कर दी। उन्होंने घर का कोना-कोना छान मारा। जब पुलिसवालों से गिरफ्तारी का वारंट दिखाने के लिए कहा गया तो उन्होंने कहा कि वारंट की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि उनके पति ने पुलिस से कहा कि यह मामला झूठा है।

पुणे पुलिस ने जून में कथित तौर पर पांच लोगों में से एक व्यक्ति के घर से मोदी की हत्या की साजिश के उल्लेख वाला एक पत्र बरामद किया था। इन पांचों लोगों को भीमा कोरेगांव हिंसा से जुड़े मामले में गिरफ्तार किया गया था।बरामद पत्र में कथित तौर पर प्रधानमंत्री की हत्या पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की तर्ज पर करने की बात कही गई है। इस पत्र को लिखने वाले व्यक्ति की पहचान सिर्फ 'आर'के रूप में की गई। इसमें साजिश को अंजाम देने के लिए एक एम-4 राइफल व चार लाख चक्र कारतूस खरीदने के लिए आठ करोड़ रुपये की जरूरत का जिक्र किया गया था। कहा जा रहा है कि इस पत्र में वरवर राव का नाम धन का इंतजाम करने वाले के रूप में शामिल है। यह पत्र नक्सल नेता प्रकाश को संबोधित था और इसे मानवाधिकार कार्यकर्ता रोना जैकब विल्सन के पास से बरामद किया गया था, जब उन्हें दिल्ली में गिरफ्तार किया गया था। वरवर राव क्रांतिकारी लेखकों के एक संगठन 'वीरासम'के अध्यक्ष हैं। राव ने इन आरोपों को सिरे से खारिज किया है। उन्होंने कहा किइस मामले में गिरफ्तार सभी पांच लोग वंचितों की भलाई के लिए काम रहे थे और यह प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता के घटते ग्राफ को संभालने के लिए किया गया। हेमलता ने कहा कि उनके पति को 1974 के बाद से 20-30 बार गिरफ्तार किया गया, लेकिन किसी भी मामले में वह दोषी नहीं पाए गए। उन्होंने कहा कि यह पहली बार है, जब पुलिस उनके घर में घुसी और हर कमरे की उसने तलाशी ली।

बंगाल में एनआरसी कवायद शुरू कर के दिखाए केंद्र : ममता बनर्जी

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कोलकाता, 28 अगस्त,  पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने मंगलवार को भाजपानीत केंद्र सरकार पर असम में राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) के नाम पर लोगों को देश से निकालने की कोशिश करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि हिम्मत हो तो केंद्र ऐसी ही कवायद बंगाल में कर के दिखाए। तृणमूल कांग्रेस की छात्र शाखा, तृणमूल छात्र परिषद के स्थापना दिवस पर यहां एक समारोह में ममता ने कहा, "वे (भाजपा) असम से लोगों को गलत तरीके से निकालने की कोशिश कर रहे हैं। कुछ लोग ऐसी ही कवायद से बंगाल से भी लोगों को निकालने की धमकी दे रहे हैं। मैं उन्हें चुनौती देती हूं कि वे हम पर एक उंगली रख कर दिखाएं। उन्हें पता चल जाएगा कि बंगाल किस मिट्टी का बना है।"मुख्यमंत्री ने कहा, "बंगाल ने असम की स्थिति का विरोध किया है और करता रहेगा। हम सभी भारतीय नागरिक हैं। अगर वे एक भी भारतीय नागरिक को निकालने की कोशिश करेंगे तो हम उन्हें नहीं बख्शेंगे।"ममता ने कहा कि जो लोग दूसरे परिवारों की तीन पीढ़ियों का जन्म विवरण मांग रहे हैं, उन्हें पहले अपने परिवार का रिकार्ड जमा कराना चाहिए। उन्होंने कहा, "वे हमारी माताओं, नानियों-दादियों के जन्मदिन का विवरण मांग रहे हैं। क्या उन्हें अपनी मां, नानी-दादी या परनानी-परदादी का जन्मदिन याद है?"तृणमूल प्रमुख ने कहा, "वे कह रहे हैं कि यह कवायद (एनसीआर की) बंगाल में भी करेंगे। मैं देखना चाहती हूं कि किसमें ऐसा करने की हिम्मत है। हम बंगाल टाइगर हैं। यह इतना आसान नहीं होगा। यहां कुछ शुरू करने से पहले यह याद कर लो कि 2019 में तुम्हारे दिन खत्म होने वाले हैं। भाजपा 2019 में खत्म हो जाएगी।"केंद्र सरकार पर बरसते हुए उन्होंने कहा कि देश को तोड़ने की साजिश हो रही है। मौजूदा सरकार के तहत कई घोटालों और महंगाई के कारण आम लोगों का जीवन तबाह हो रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि 2019 लोकसभा चुनाव में भाजपा की जीत सुनिश्चित करने के लिए देश में आपातकाल जैसे हालात पैदा कर दिए गए हैं। विपक्षी नेताओं को परेशान (डिस्टर्ब) किया जा रहा है, धमकाया जा रहा है।

पुलिस दलित कार्यकर्ताओं को निशाना बना रही : माकपा

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नई दिल्ली, 28 अगस्त, सुधा भारद्वाज, वरवर राव और गौतम नौलखा जैसे कवि, लेखक और पत्रकारों की गिरफ्तारी की निंदा करते हुए माकपा ने मंगलवार को आरोप लगाया कि पुलिस भीमा-कोरेगांव दंगों के बाद दलित अधिकार कार्यकर्ताओं और बुद्धिजीवियों को निशाना बना रही है। पार्टी ने एक बयान में कहा, "मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) विभिन्न नागरिक अधिकार कार्यकर्ताओं और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं और वामपंथी बुद्धिजीवियों के यहां पुलिस द्वारा मारे गए छापे की निंदा करती है।"माकपा ने कहा है, "भीमा-कोरेगांव में जब से दलितों के खिलाफ हिंसा की हुई है, महाराष्ट्र पुलिस केंद्रीय एजेंसियों के साथ मिलकर दलित अधिकार कार्यकर्ताओं और उनकी पैरवी करने वाले वकीलों को निशाना बना रही है। झूठे आरोप लगाए गए हैं और क्रूर अनाधिकृत गतिविधि निवारक अधिनियम लागू किया गया है।"पुलिस ने मुंबई, दिल्ली, रांची, गोवा और हैदराबाद में छापे मारे और सुधा भारद्वाज, वरवर राव जैसे कुछ कार्यकर्ताओं और पत्रकार गौतम नौलखा को गिरफ्तार कर लिया। माकपा ने कहा, "यह कार्रवाई लोकतांत्रिक अधिकारों और नागरिक आजादी पर खुला हमला है। इमर्जेसी को लेकर कांग्रेस को कोसने वाले आज खुद उसी राह पर उतर गए हैं, यह देश के लिए दुर्भायपूर्ण है। माकपा इन कार्यकर्ताओं के खिलाफ मामले वापस लेने और उन्हें तत्काल रिहा करने की मांग करती है।"

अमेरिका पर युद्ध की साजिश रचने का उत्तर कोरिया का आरोप

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प्योंगयांग, 28 अगस्त, उत्तर कोरियाई सरकारी मीडिया ने अमेरिका पर उत्तर कोरिया के खिलाफ युद्ध शुरू करने के लिए आपराधिक साजिश रचने का आरोप लगाया है। उत्तर कोरिया ने कहा है कि जहां एक तरफ अमेरिका चेहरे पर मुस्कुराहट लिए उत्तर कोरिया संग संवाद कर रहा है, वहीं दूसरी तरफ वह युद्ध की साजिश भी रच रहा है। सीएनएन के मुताबिक, उत्तर कोरियाई समाचार पत्र रोडोंग सिनमुन में प्रकाशित यह बयान एक दक्षिण कोरियाई रेडियो की उस रपट के बाद आया है, जिसमें कहा गया है कि उत्तर कोरिया पर हमला करने के मकसद से अमेरिकी सुरक्षा बल जापान में सैन्य अभ्यास कर रहे हैं। दैनिक ने कहा है, "हम अमेरिका के दोहरे रवैये पर ध्यान दे सकते हैं, क्योंकि यह अपने चेहरे पर मुस्कुराहट के साथ संवाद करते हुए मानव हत्याओं की विशेष इकाइयों के साथ गुप्त सैन्य अभ्यास में व्यस्त है।"अखबार ने कहा है, "अगर वह सोचता है कि यह किसी को 'गनबोट कूटनीति'के माध्यम से उखाड़ फेंक सकता है, तो यह उसकी भूल होगी। अतीत में वह अपनी इस सर्वशक्तिमान हथियार का इस्तेमाल करता था और अपने नापाक इरादे को पूरा करता था।"अमेरिकी सेना जापान (यूएसएफजे) ने सीएनएन को सोमवार को बताया कि उत्तर और दक्षिण कोरिया की मीडिया रपटों में जिन सैन्य अभ्यास का जिक्र किया गया है, उस बारे में कोई जानकारी नहीं है। यूएसएफजे के सार्वजनिक मामलों के निदेशक कर्नल जॉन ह्यूचसन ने कहा, "आम तौर पर, हमारे सहयोगियों और क्षेत्र के सहयोगियों और क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा के हितों में हमारी प्रतिबद्धताओं के समर्थन में जापान से हर दिन अमेरिकी विमान और जहाजों को संचालित किया जाता है।"
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