Quantcast
Channel: Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)
Viewing all 73736 articles
Browse latest View live

प्रेस परिषद के प्रमुख ने पत्रकारों के लिए सामाजिक सुरक्षा पर बल दिया

0
0
press-council-talked-about-journalist-security
नयी दिल्ली, पांच सितंबर,मीडिया क्षेत्र में नौकरियों की अनिश्चितता के मुद्दे की चर्चा करते हुए भारतीय प्रेस परिषद (पीसीआई) के अध्यक्ष न्यायमूर्ति सी के प्रसाद ने बुधवार को पत्रकारों को "सामाजिक सुरक्षा"प्रदान करने की जरूरत पर बल दिया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पत्रकार इसके बिना ठीक से काम नहीं कर सकते। वह राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) के रजत जयंती समारोहों की शुरूआत के मौके पर यहां आईआईएमसी परिसर में आयोजित एक सभा को संबोधित कर रहे थे। प्रसाद ने कहा कि पत्रकारिता के क्षेत्र में एक शब्द का काफी इस्तेमाल किया जाता है। इसे ‘‘पिंक स्लिप’’ कहते हैं। कोई भी व्यक्ति, चाहे वह संपादक हो या रिपोर्टर, जो कार्यालय जाता है, उसे यह पता नहीं होता कि उसका कल भी काम पर जाना जारी रहेगा।  उन्होंने कहा कि पत्रकारों के अधिकार भी महत्वपूर्ण हैं। प्रसाद ने कहा, "उन्हें सामाजिक सुरक्षा प्रदान की जानी चाहिए। क्योंकि दावे और प्रतिवाद हैं, और जब तक पत्रकार को इससे सुरक्षा नहीं मिलती, वह ठीक से और ईमानदारी से काम नहीं कर सकता है।"  उन्होंने अपने संबोधन में पत्रकारों से आह्वान किया कि वे समाज की बेहतर सेवा के लिए मानवाधिकारों के ज्ञान से खुद को मजबूत करें। उन्होंने कहा, ‘‘मीडिया ने मानवाधिकारों के उल्लंघन के बारे में लोगों को जानकारी देने में अहम भूमिका निभाई है...आज के परिदृश्य में जब मीडिया की शक्ति बढ़ी है, उन्हें सावधानी से, संवेदनशीलता और निष्पक्षता के साथ काम करना चाहिए।"एनएचआरसी अध्यक्ष न्यायमूर्ति एच एल दत्तू ने कहा कि कई अवसरों पर आयोग ने मानवाधिकारों उल्लंघनों पर मीडिया रिपोर्टों के आधार पर स्वत: संज्ञान लिया है। उन्होंने कहा, "मीडिया ने मानवाधिकार और उनके उल्लंघनों के बारे में आम लोगों को शिक्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, खासकर भौगोलिक दृष्टि से दूरस्थ स्थानों पर।’’  इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन (आईएमसी) के महानिदेशक के जी सुरेश ने मानवाधिकारों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए दोनों संस्थानों के बीच जुड़ाव का प्रस्ताव रखा। इस अवसर पर एक वृत्तचित्र भी प्रदर्शित किया गया जिसमें एनएचआरसी के 25 वर्षों की यात्रा का वर्णन है।

बच्चे कुछ अलग सीखना चाहते हैं, शिक्षक भी अध्यापन के अनूठे तरीके अपनायें : नायडू

0
0
teachers-should-implement-new-system-venkaiah
नयी दिल्ली, पांच सितंबर, उपराष्ट्रपति एम वैंकेया नायडू ने कहा है कि बच्चों में सीखने के कुछ अलग ललक को देखते हुये शिक्षकों को भी अध्यापन के अनूठे तरीके अपनाने होंगे जिससे बच्चों में सीखने के दायरे को अधिकतम विस्तार दिया जा सके।  नायडू ने बुधवार को शिक्षक दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में विद्यार्थियों और शिक्षकों को संबोधित करते हुये कहा कि सीखने का सबसे सशक्त और प्रभावी माध्यम प्रायोगिक शिक्षा है। जिसमें कुछ करके या प्रयोग द्वारा आसानी से बच्चों को सिखाया जा सकता है।  उन्होंने दार्शनिक कंफ्यूशियस को उद्धृत करते हुये कहा ‘‘मैं जो सुनता हूं, उसे भूल जाता हूं, जो देखता हूं वह याद रहता हैं और जो कुछ करता हूं उसे समझ जाता हूं।’’ उपराष्ट्रपति ने कहा कि शिक्षकों को प्रयोगों और क्रियाकलापों के माध्यम से छात्रों को पढ़ाना चाहिये। नायडू ने इसे अध्यापन का मूलभूत सिद्धांत बताते हुये कहा ‘‘गुरुदेव रवींद्र नाथ टैगोर, श्री अरबिंदो और महात्मा गांधी ने इसकी विस्तार से व्याख्या की है। उन्होंने कहा कि गांधी जी ने प्रयोग आधारित ‘‘नयी तालीम’’ नाम से शिक्षा का नया दृष्टिकोण प्रतिपादित किया था।  नायडू ने कहा कि भारत में शिक्षा के विश्व प्रतिष्ठित संस्थान और गुरुओं की समृद्ध विरासत कायम रही है। जिसके बलबूते ही भारत को ‘विश्व गुरु’ का सम्मान हासिल था।  उन्होंने अध्यापन के क्षेत्र में नवाचार की जरूरत पर बल देते हुये कहा कि शिक्षकों को सीखने वालों के अनुकूल शिक्षण व्यवस्था लागू करनी होगी। उन्होंने समाज की सोच में भी बदलाव की जरूरत पर बल देते हुये कहा कि शिक्षकों का सम्मान सुनिश्चित करने वाले मूल्यों का प्रसार करना सामूहिक दायित्व है।  इस अवसर पर नायडू ने उल्लेखनीय शिक्षण कार्य के लिये चयनित शिक्षकों को राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया। इस दौरान मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर और मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा भी मौजूद थे।

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर 05 सितंबर

0
0
शिक्षक आने वाली पीढी के भविष्य निर्माता-राज्यमंत्री श्री मीणा 
शिक्षकगण सम्मानित हुए
vidisha news
शिक्षक दिवस पर शिक्षकों का सम्मान समारोह कार्यक्रम ग्राम सतपाडा सराय और ग्राम पाली में आयोजित किया गया था उक्त दोनो कार्यक्रमों मंे उद्यानिकी राज्यमंत्री श्री सूर्यप्रकाश मीणा ने शिक्षकों को सम्मान शाल श्रीफल भेंटकर किया। उद्यानिकी राज्यमंत्री श्री मीणा ने कार्यक्रमों को सम्बोधित करते हुए कहा कि ग्राम सतपाडा सराय में शैक्षणिक गतिविधियों की पिछले दस सालो में एक भी शिकायत प्राप्त नही हुई है यहां बच्चों के अध्यापन कार्य का आंकलन उनसे चर्चा कर पता लगाया जा सकता है। मुख्यमंत्री जी की मंशा के अनुरूप स्वर्णिम मध्यप्रदेश बनाने में शिक्षकों का अहम योगदान है। आने वाली पीढ़ी शिक्षा के क्षेत्र में अपने आप को पिछडा ना समझें। इसके लिए राज्य सरकार द्वारा शिक्षा को बढावा देने के लिए अनेक कार्यक्रम, योजनाआंे का संचालन किया जा रहा है। हम सबकी नैतिक जबावदेंही है कि शासकीय कार्यक्रमों और योजनाआंे का लाभ संबंधितों तक पहुुंचाकर उन्हें लाभंावित करें। उन्होंने बच्चों को शिक्षावान बनाकर बेहतर नागरिक बनने की प्रेरणा देने की बात करते हुए कहा कि शिक्षारूपी दान से बच्चों का भविष्य बनता है। शिक्षकों के अनुभवों का लाभ सभी को मिले इसके लिए जिले में नवाचार किया जाएगा। आधुनिक परिवेश में शासकीय स्कूलों के शिक्षकों को काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। प्रायवेट शैक्षणिक संस्थाओं के स्तर को पीछे करने के लिए शासकीय स्कूलों के शिक्षकों को और अधिक मेहनत करनी होगी। राज्यमंत्री श्री मीणा एवं अन्य अतिथियों ने सतपाडा सराय के हाई स्कूल में आयोजित कार्यक्रम के दौरान शिक्षकों का सम्मान किया वही ग्राम पाली में आयोजित कार्यक्रम मंे मुख्यमंत्री जनकल्याण संबल योजना के हितग्राहियों को कार्डो का वितरण किया तथा शासकीय महाविद्यालय शमशाबाद के प्रोफेसरों का भी राज्यमंत्री द्वारा सम्मान किया गया है। राज्यमंत्री श्री मीणा ने ग्राम पाली में 14 लाख की लागत से नवनिर्मित पंचायत भवन का फीता काटकर लोकार्पण किया और कक्षो का जायजा लिया। कार्यक्रम स्थलों पर जनप्रतिनिधियों के अलावा गणमान्य नागरिक और हितग्राही मौजूद थे।

संभागायुक्त ने नवप्रवेशीय छात्रों का मनोबल बढाया
भोपाल संभागायुक्त श्री कवीन्द्र कियावत ने आज विदिशा की शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय में नवप्रवेशीय छात्रों को सम्बोधित किया। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि नवीन मेडीकल काॅलेज में प्राचीन काॅलेजों के अनुरूप तमाम व्यवस्थाएं अभी प्राप्त नही हो पाएंगी। उन्होंने नवीन संचालित मेडीकल काॅलेज में उपलब्ध  कराई जा रही सुविधाओं के प्रति सहयोग देने का आग्रह किया। संभागायुक्त द्वारा मेडीकल छात्रों के लिए संस्थान में मुहैया कराई जाने वाली सुविधाओं के संबंध में चिकित्सालय महाविद्यालय के डीन डाॅ डीके पाल से विस्तारपूर्वक जानकारी प्राप्त की। इस दौरान कलेक्टर श्री केव्ही सिंह, जिला पंचायत सीईओ डाॅ पंकज जैन, एसडीएम श्री चंद्रप्रताप गोहल के अलावा शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय के अध्यापकगण एवं अन्य स्टाफ भी मौजूद था। 

एमसीएमसी के सदस्यों की बैठक अब 11 को

कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी तथा एमसीएमसी समिति के अध्यक्ष श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह की अध्यक्षता में समिति की प्रथम बैठक अब 11 सितम्बर को आयोजित की गई है। उक्त बैठक सह प्रशिक्षण कलेक्टेªट सभा कक्ष में सांय पांच बजे से शुरू होगी। समिति के सदस्य सचिव एवं जनसम्पर्क अधिकारी ने बताया कि पूर्व में उक्त बैठक छह सितम्बर को आयोजित होनी थी जो अपरिहार्य कारणों से निरस्त की गई है अब यह बैठक 11 सितम्बर को पूर्व उल्लेखित समय व स्थल पर आयोजित की गई है। समिति के सभी सदस्यगणों से आग्रह किया गया है कि नवीन जारी तिथि अनुसार बैठक में मंगलवार 11 सितम्बर को सायं पांच बजे कलेक्टेªट के सभाकक्ष में उपस्थित हो।

आपदा प्रबंधन के संदर्भ में सात को कार्यशाला

आपदा प्रबंधन के संदर्भ में सात सितम्बर को एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया है। उक्त कार्यशाला कलेक्टेªट के सभाकक्ष में प्रातः 11 बजे से शुरू होगी। कार्यशाला में आपदा प्रबंधन इंस्टीट्यूट भोपाल के डाॅ जार्ज विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे। संबंधित विभागों के अधिकारियों को उक्त कार्यशाला में समुचित जानकारियांे सहित उपस्थित होने के निर्देश प्रसारित किए गए है।  

ईमेल की सायबर सुरक्षा के संबंध में दिशा निर्देश जारी

एनआईसी सर्वर पर भारत सरकार की ईमेल नीति तथा ईसीआई के अंतर्गत कार्यालय द्वारा ईमेल आईडी बनाई गई है जिसका शासकीय कार्यो एवं आगामी विधानसभा निर्वाचन 2018 की जानकारियांे का वरिष्ठ कार्यालयों को आदान प्रदान करेंगे। इलेक्ट्रााॅनिक और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के द्वारा ततसंबंध में जारी दिशा निर्देशो का हवाला देते हुए एनआईसी के डीआईओ श्री एमएल अहिरवार ने बताया कि भारत सरकार की ईमेल नीति के तहत सभी कार्यालयीन ईमेल आईडी का उपयोग करना सुनिश्चित करेंगे जिसमें ईमेल का पासवर्ड की गोपनीयता पर विशेष बल दिया गया है। जारी निर्देश में स्पष्ट उल्लेख है कि किसी अन्य व्यक्ति के साथ पासवर्ड सांझा ना करें। पासवर्ड को समय-समय पर बदलते रहें। भारत सरकार की ईमेल नीति की विस्तृत जानकारी के लिए बेवसाइट  पर देखी जा सकती है।

निःशुल्क पिंक ड्रायविंग लायसेंस हेतु आॅन लाइन आवेदन आमंत्रित
महिला एवं बालिकाओं के लिए निःशुल्क पिंक ड्रायविंग लायसेंस बनाने का कार्य जिले में क्रियान्वित है। इसके लिए सात सितम्बर के पूर्व आवेदक आॅन लाइन आवेदन कर उक्त योजना का लाभ उठा सकते है। आॅन लाइन दर्ज आवेदकगण सात सितम्बर की प्रातः दस बजे जिला परिवहन कार्यालय में उपस्थित होना सुनिश्चित करंे ताकि पंजीकृतों को निःशुल्क पिंक ड्रायविंग लायसेंस सुगमता से जारी हो सके। जिला महिला सशक्तिकरण अधिकारी ने बताया कि आवेदक की आयु 18 वर्ष होना चाहिए। आवेदन के साथ जन्म प्रमाण पत्र हेतु मार्कशीट, आधार कार्ड, पासपोर्ट साइज के दो फोटो, आॅन लाइन आवेदन पत्र की छायाप्रति एवं आवश्यक दस्तावेंजो की छायाप्रति स्वप्रमाणित कर समय सीमा में महिला एवं बाल विकास कार्यालय (जिला महिला सशक्तिकरण अधिकारी) के कार्यालय में कार्यालयीन दिवसों में जमा कर रजिस्टेªशन करा सकते है ततसंबध में अन्य विस्तृत जानकारी के लिए परिवहन विभाग की बेवसाइट ूूूण्उचजतंदेचवतजण्वतह पर जाकर आवेदन कर सकते है। अथवा किसी एमपी आॅन लाइन कियोस्क शाखा से सहायता प्राप्त कर आवेदन कर सकते है। इसके अलावा एंड्रायड मोबाइल फोन का उपयोग कर आवेदन मोबाइल के माध्यम से प्रेषित कर सकते है इसके लिए मोबाइल में एम-सेवा मोबाइल एप्लिकेशन डाउनलोड कर उक्त कार्य को सम्पादित किया जा सकता है। ततसंबंध में अन्य किसी समस्या के निदान हेतु परिवहन विभाग में पदस्थ श्रीमती पान कुशवाह के मोबाइल नम्बर 8109167943 पर भी सम्पर्क कर निदान प्राप्त किया जा सकता है।

मिशन इन्द्रधनुष क्रियान्वयन संबंधी बैठक सात को 

मिशन इन्द्रधनुष अभियान का तृतीय चरण क्रियान्वयन के पूर्व सात सितम्बर को तैयारियों संबंधी बैठक आयोजित की गई है। कलेक्टर श्री केव्ही सिंह की अध्यक्षता में आहूत उक्त बैठक कलेक्टेªट के सभाकक्ष में दोपहर 12 बजे से शुरू होगी कि जानकारी देते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ शशि ठाकुर ने बताया कि मिशन इन्द्रधनुष का तृतीय चरण दस सितम्बर से शुरू होगा। अभियान के मद्देनजर जिले क 308 ग्रामों में सात दिवसीय विशेष कार्यक्रम संचालित होगा। ततसंबंध में की जाने वाली तैयारियों के परिपेक्ष्य में उक्त बैठक का आयोजन किया गया है। क्र0/26/अहरवाल
शांति समिति की बैठक सम्पन्न

विसर्जन स्थल निर्धारण हेतु लिखित सुझाव आमंत्रित

कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह की अध्यक्षता में बुधवार को शांति समिति की बैठक सम्पन्न हुई। कलेक्टेªट सभाकक्ष में हुई इस बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष श्री तोरण सिंह दांगी, पुलिस अधीक्षक श्री विनीत कपूर, अपर कलेक्टर श्री एचपी वर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री विनोद कुमार चैहान के अलावा समिति के सम्माननीय सदस्यगण  और विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं मीडियाबंधु मौजूद थे। कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि विदिशा जिले का गौरवपूर्ण इतिहास रहा है कि सभी त्यौहार भाईचारे की भावना से मनाए जाते आ रहे है। आगामी त्यौहारों के परिपेक्ष्य में की जाने वाली बुनियादी सुविधाओं का समयावधि में क्रियान्वयन किया जाएगा। सदस्यों द्वारा चिन्हित सड़कों की मरम्मरत का उल्लेख किया गया है उक्त कार्य नगरपालिका शीघ्र सम्पादित करेगा। उन्होंने आवारा पशुओं की धरपकड़ पर विशेष बल दिया। कलेक्टर श्री सिंह ने सदस्यों के सुझावों पर प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए स्थल का निर्धारण करने हेतु लिखित सुझाव चिन्हित स्थल की जानकारी देने की अपील की गई है। उन्होंने कहा कि प्राप्त सुझावों का आंकलन कर पृथक से बैठक आहूत कर सर्वसम्मति से विसर्जन स्थल तय किया जाएगा।कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि आगामी त्यौहारों को हम सब मिलजुलकर मनाएं कही भी अशांति निर्मित ना हो इसके लिए हम सब चैकन्ने रहें। बेतवा नदी के घाटो पर किए जाने वाले प्रबंधों के संबंध में भी उनके द्वारा निर्देश दिए गए है। त्यौहारो के दौरान नगर में विशेष साफ-सफाई की व्यवस्था खासकर धार्मिक स्थलों के आस-पास नियमित रूप से कराई जाए के दायित्व के साथ-साथ जलापूर्ति, आवास मवेशियों की रोकथाम इत्यादि के संबंध में विचार विमर्श कर निर्णय लिया गया है। पुलिस अधीक्षक श्री विनीत कपूर ने छह सितम्बर को बंद के आव्हान के संबंध में कहा कि जिले में चहुंओर चैकन्ने प्रबंध सुनिश्चित किए गए है। शांति समिति की बैठक के दौरान सदस्यों द्वारा दिए गए जन हितैषी सुझावों पर शीघ्र अमल करने के निर्देश कलेक्टर श्री सिंह ने संबंधित विभागों के अधिकारियोें को दिए। कलेक्टर श्री सिंह ने जिले के नागरिकों से अपील करते हुए कहा है कि जिले में सभी त्यौहार शांतिपूर्ण सद््भावना के साथ मनाएं जाने का इतिहास है। जिसे हम सब बनाएं रखेंगे और त्यौहारों को मिलजुलकर मनाएंगे। उन्होंने समिति के पदाधिकारियोें से कहा कि इस दौरान किसी भी प्रकार की परेशानियां नजर आती है तो अविलम्ब जिला प्रशासन के ध्यान मंे लाएं। 

बिहार : केला पेड़ गल रहा है किसानों को चाहिए मुआवजा

0
0
banana-farmer-need-compensation-bihar
छोहार: केला एक ऐसा फल है जो दुनिया भर में उपलब्ध है.भारत में  इसे बहुत महत्व दिया जाता है. जहां विभिन्न क्षेत्रीय व्यंजनों  में इसे मिठाई बनाने में इस्तेमाल होता है तो कई कच्चे केले की सब्जी बनाई जाती है.अमेरिका में केले के चिप्स सबसे ज्यादा लोकप्रिय है.इसी तरह दक्षिण भारत में केले के चिप्स लोकप्रिय है.इसका व्यवसाय भी है. भारत की कई जगह पर तो केले के पेड़ की पूजा भी की जाती है.  लेकिन क्या आप जानते है केला सिर्फ एक फल न होकर एक प्राकर्तिक औषधि भी है. आजकल स्पोर्ट्स ड्रिंक्स, एनर्जी बार्स और इलेक्ट्रोलाइट जैल काफी फेमस हैं लेकिन फिर भी आपने खेलो विशेषकर टेनिस के दौरान खिलाडियों को केले खाते हुए देखा होगा. जानते है क्यों?? क्योकि केले की सबसे बड़ी क्वालिटी है इसमें मौजूद इंस्टेंट एनर्जी जो हमें पूरा दिन एक्टिव रखने में मदद करती है.तो चलिए जानते है केला हमारे शरीर के लिए किस तरह उपयोगी है. केले में होता है. हाई फाइबर फ़ूड दिल के लिए अच्छे माने जाते है.  यूके के लीड्स विश्वविद्यालय द्वारा किए गए एक अध्ययन के मुताबिक  केले जैसे फाइबर युक्त पदार्थों को खाने से कार्डियोवैस्कुलर रोग (सीवीडी) और कोरोनरी हार्ट रोग (सीएचडी) दोनों का खतरा कम होता है. आयुर्वेद के अनुसार केला अग्नि (पाचन रस) बढ़ाने में मदद करता है, जिससे पाचन क्रिया और मेटाबोलिज्म  में सुधार होता है. रोजाना 2 केले खाने से कब्ज से छुटकारा मिलता है.

केला पोष्ट्रिकता से भरपूर होता है. कई आवश्यक विटामिन और खनिज जैसे पोटेशियम, कैल्शियम,  मैंगनीज,  मैग्नीशियम,  लोहा,  फोलेट,  नियासिन,  रिबोफोलाविन और विटामिन बी 6 केले में होते है। ये सभी शरीर के समुचित संचालन में योगदान करते हैं और आपको स्वस्थ रखते हैं. केले में पोटेशियम की हाई क्वांटिटी इसे एक सुपर फ्रूट बनाती है। पोटेशियम अपने कई स्वास्थ्य लाभ गुणों के लिए जाना जाता है. यह दिल की धड़कन,  रक्तचाप को नियंत्रित करने और मस्तिष्क के स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करता है। पोटैशियम हमारे किडनी और हड्डियों को भी लाभ देता है. केले में आयरन होने के कारण  ये एनीमिया से पीड़ित लोगों के लिए अच्छा माना हैं। एनीमिया एक ऐसी स्थिति है जहां रक्त में लाल रक्त कोशिकाओं या हीमोग्लोबिन की संख्या में कमी आ जाती है। इससे थकान और सांस की तकलीफ बढ़ जाती है. यहां तक ​​कि केला हमारा स्किन के लिए भी अच्छा माना जाता है .छाले और मुँहासे जैसी स्किन प्रोब्लेमस के इलाज के लिए केला बहुत लाभकारी है.केले में मौजूद फैटी एसिड स्किन की कई समस्याओ से छुटकारा देने में मदद करता है. केले अमीनो एसिड ट्रिप्टोफैन का एक अच्छा स्रोत है जिसे हमारा शरीर सेरोटोनिन नमक केमिकल में बदलता है। सेरोटोनिन का प्रॉपर लेवल हमारे  मूड को सुधारने, तनाव को कम करने और खुशी के स्तर को बढ़ाने में मदद करता है। यह हमारी नींद के पैटर्न को भी कण्ट्रोल करता है. केले में इतना गुण होने के बाद भी किसान नाखुश हैं.स्व.अब्दुल शफूर के पुत्र मो.अल्लाउद्दीन कहते हैं कि 4 बीघा में केला का पौधा लगाएं.8 माह में पौधा पेड़ बन गया.इसके 3माह के बाद केला टाइट हो गया.कोई 2 लाख 75 हजार रू.व्यय कर चुके हैं.अभी तक 1.75 लाख रू.का उधारी व्यवसाय हुआ है.उन्होंने कहा कि आंधी-तुफान से फसल नष्ट हुई है.इसके बाद केले के पेड़ गलला शुरू हो गया.इससे काफी क्षति हो रही है.ऐसा लग रहा है कि तीन साल पहले पचास हजार रू.की बैंक कर्जा चुका नहीं पाएंगे.आंखों से आंसू टपकाने लायक भी किसान नहीं बचा है.समेली प्रखंड के कृषि विज्ञानी के पास पेड़ गलने का अध्ययन व बचाव नहीं हैं.यहां से किसी तरह का मुआवजा भी नहीं दिया जा रहा है. 

झारखंड में फूड प्रोसेसिंग क्षेत्र में निवेश के लिए आगे आएँ। : : रघुवर दास

0
0
जहां से बुद्ध की आध्यात्मिक यात्रा शुरू हुई  (इटखोरी)  के दर्शन के लिए आएँ
come-for-food-prossesing-unit-in-jharkhand-raghuwar
अमरेन्द्र सुमन, दुमका-रांची, भारत की धरती पर चीन के हेनान प्रांत से आने वाले ह्वेनसांग व फाहियान भारत के इतिहास के अमिट हस्ताक्षर हैं। झारखण्ड के इटखोरी से ही भगवान बुद्ध की आध्यात्मिक यात्रा की शुरूआत हुई थी। हेनान प्रान्त से हमारे अतीत के बेहतर रिश्तों की तरह भविष्य में भी बेहतर संबंध की अपेक्षा है। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने 5 सितंबर 2018 की देर शाम चीन के हेनान प्रान्त के कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चीन के पार्टी सेक्रेटरी वांग गोउसांग  (Wang Guoshang) के साथ हुई द्विपक्षीय वार्ता के क्रम में यह बात कही। मुख्यमंत्री ने झारखंड  में 29-30 नवंबर 2018 को आयोजित होने वाले ग्लोबल एग्रीकल्चर एंड फूड समिट- 2018 के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि इसमें विश्व के कई देशों के एग्रिकल्चर व  फूड प्रोसेसिंग से संबंधित कंपनियां भाग लेंगी। हेनान प्रांत में फूड प्रोसेसिंग की लगभग 30 हजार से अधिक कंपनियां काम कर रही  हैं, झारखंड में इनके निवेश की बहुत बड़ी संभावनाएं हैं। मुख्यमंत्री ने श्री वॉन (Wang Guoshang) सहित हेनान प्रांत के प्रतिनिधिमंडल को ग्लोबल एग्रीकल्चर फूड समिट में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया। बैठक में श्री वॉन (Wang Guoshang) ने मुख्यमंत्री रघुवर दास का स्वागत किया। भारत व चीन के बढ़ते संबंध पर प्रकाश डालते हुए कहा  कि इस साल भारत के प्रधानमंत्री   व   चीन के राष्ट्रपति के बीच तीन बार मुलाकात हो चुकी है और ये भारत-चीन के कूटनीतिक संबंधों को एक नया आयाम दे रहा है। इसी के संदर्भ में झारखण्ड के मुख्यमंत्री की अगुवाई में एक शिष्टमंडल हेनान प्रांत आया है, इससे दोनों राज्यों के संबंधों को भी बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने बताया कि हेनान चीन की सबसे घनी आबादी वाला राज्य है जिसकी आबादी 10 करोड़ है। हेनान एक अच्छा ट्रांस्पोर्टेशन हब है, जहां पर हाई स्पीड रेल नेटवर्क है, साथ ही वाटर-वेज के यहां कई अच्छे पोर्ट्स बने हुए हैं। हेनान नदी, पहाड़, मैदानी क्षेत्र है,इसके अलावा मिनरल के मामले में भी हेनान काफी सम्पन्न प्रांत है। हेनान का एक समृद्ध विरासत (हेरिटेज) रहा है,  ये पूर्व में चीन की राजधानी भी रह चुकी है। चीन के इतिहास में हेनान का अलग महत्व है। वाणिज्यिक दृष्टि से हेनान चीन का 5वां सबसे बड़ा प्रांत है। हेनान ने कृषि में काफी सराहनीय कार्य किया है। चीन की एक तिहाई कृषि हेनान में होती है। हेनान में करीब 30 हजार फूड प्रोसेसिंग की कंपनियां हैं।  फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री का टर्नओवर करीब 10 ट्रिलियन है। करीब 3 मिलियन सेलफोन का प्रोडक्शन हेनान में होता है, जो कि चीन के सेलफोन प्रोडक्शन का 1/7 है। हेनान के साथ झारखण्ड के अच्छे संबंध स्थापित हो सकते हैं। भारत में इंडस्ट्री के दृष्टि से महत्वपूर्ण राज्य है, इसके साथ ये कृषि प्रधान राज्य भी है। श्री वॉन(Wang Guoshang) ने झारखंड के विकास दर इज ऑफ डूइंग बिजनेस की प्रशंसा करते हुए कहा यह संभावनाओं से भरा हुआ राज्य है।  वार्ता में दौरान मुख्यमंत्री रघुवर दास ने श्री वॉन (Wang Guoshang) से झारखण्ड के बारे में बताया और ये भी बताया कि झारखण्ड भगवान बुद्ध का बहुत बड़ा केंद्र बन सकता है। ईटखोरी में भगवान बुद्ध की आध्यात्मिक यात्रा की शुरुआत हुई थी। बुद्धिज्म के दृष्टिकोण से हेनान प्रांत का झारखण्ड से काफी गहरा नाता स्थापित हो सकता है। मुख्यमंत्री  रघुवर दास के नेतृत्व में गए शिष्टमंडल में ग्रामीण विकास मंत्री  नीलकंठ सिंह मुंडा, नगर विकास मंत्री  सीपी सिंह, भू- राजस्व मंत्री  अमर कुमार बाउरी, विकास आयुक्त  डीके तिवारी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ सुनील कुमार वर्णवाल एवं मुख्यमंत्री के वरीय आप्त सचिव अंजन सरकार सम्मिलित हैं।

बेगूसराय : जदयू की बैठक में भूमिपाल राय ने कहा नीतीश जी का चेहरा साफ और बेदाग

0
0
nitish-clean-image
बेगूसराय (अरुण कुमार)आज जनता दल यू का तीन प्रखंड में संवाद एवं समीक्षा बैठक आयोजित किया गया जिसमे नावकोढी,बखरी,गढ़पुरा सामिल हैं।इसकी अध्यक्षता  क्रमशः केशरी नन्दन मिश्रा,अशोक राय,गजानन्द राय ने किया।जबकि संगठन प्रभारी विष्णुदेव मालाकार, सुनील चौधरी,रामशीष पोद्दार के उपस्थिति में बैठक सम्पन हुआ।इस बैठक को सम्बोधित करते हुई पूर्व  विधान परिषद सह जिला अध्यक्ष भूमिपाल राय ने कहा कि देश दुनियाँ में हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश जी का बेदाग चेहरा है इनके नाम और काम के आधार पर बिहार में जदयू लोकसभा का चुनाव लड़ेगी नीतीश कुमार जी कभी भी भ्रष्टाचार और साम्प्रदायिकता से समझौता नही करते हैं।फिर भी कुछ लोग राजनीतिक के तहद बिहार को बदनाम करने पर लगे है । इस अवसर पर पार्टी के राज्यपरिषद सदस्य रामनंदन पासवान प्रवक्ता अरुण महतों महासचिव मुकेश राय ने सम्बोधित करते हुए कहा कि एक सप्ताह के अंदर संगठन को पुनर्गठित कर लिया जायेगा,जिसके लिए पंचायत स्तर पर प्रभारी बनाया गया। इस बैठक में प्रखंड कार्यकारिणी ,पदाधिकारी समेत पंचायत अध्यक्ष भी शामिल थे।

बिहार : बच्चे स्कूल में झुला झुलते हैं और परिजन बस में झुलते

0
0
उनको सड़क पर उछाल भरने से आनंद महसूस होता हैं और इनको कष्ट पहुंचता..
school-bag-and-guardian
कोढ़ा (कटिहार). कोढ़ा थाना क्षेत्र में गेराबाड़ी बाजार.गेराबाड़ी बाजार से कटिहार की दूरी है 19 किलोमीटर. 19 किलोमीटर सड़क की हालत जर्जर है.बस से सफर करने वाले कहते हैं जिला प्रशासन ने  जर्जर सड़क की जर्जरता दूर करने की ठेकेदारी अशोक कुमार अग्रवाल को दिया था.ठेकेदारी के बल पर अशोक कुमार अग्रवाल 'माननीय'बन गए. बिहार विधान परिषद के विधान पार्षद हो गए.इस हाल में रोड को छोड़ गए कि बच्चे स्कूल में झुला झुलते हैं और परिजन बस में झुलने को मजबूर हैं. बस पर सफर करने वालों ने अनुभव साझा किए.कई वर्षों से बस में झुलते हैं.यह कहना ज्यादा नहीं होगा कि सड़क में गड्ढा है कि गड्ढे में सड़क.कई जगहों में धड़ाम की आवाज आती है.सड़क ऊपर-नीचे होने से बस की आखिरी हिस्से से सड़क से टकराने से आवाज आती है.उनका कहना है कि इसी राह से  'माननीय'और जिले के हाकिम लोग आवाजाही  करते हैं मगर उनको फर्क नहीं पड़ता है.एसी चालू है डोर बंद है.गद्दे पर बैठे हैं.उछलने से आनंद महसूस करते हैं और हमलोगों को कष्ट पहुंचता है.सबूर की बात है कि नाला बन रहा है.पुल बन रहा है.कोई समय सीमा नहीं है निर्माण होने का.

बिहार : महिला व्यापारी की गोली मारकर हत्या

0
0
women-businessman-shot-dead-gaya
गया, पांच सितंबर,  बिहार के गया जिला के कोतवाली थाना क्षेत्र में मंगलवार - बुधवार की रात्रि एक महिला व्यापारी की अज्ञात अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी । पुलिस अधीक्षक :नगर: अनिल कुमार ने बुधवार को बताया कि महिला व्यवसायी का नाम राधा है जिनकी गनी मार्केट स्थित एक कपड़े की दुकान है। राधा बीती रात्रि अपने कपड़े की दुकान को बंद कर झीलगंज स्थित घर जाने के लिए स्कूटी से मंगलवार की रात करीब 9:45 बजे निकली थी। राधा के घर से कुछ पहले एक मोटरसाइकिल पर सवार दो अज्ञात अपराधियों ने राधा को ओवरटेक कर रोका तथा उनकी कनपटी पर गोली मारकर फरार हो गए। अत्यधिक रक्तस्राव होने के कारण घटनास्थल पर ही राधा की मौत हो गई। कोतवाली थाना अध्यक्ष अजय कुमार ने बताया कि मृतका के मोबाइल फोन का सीडीआर निकाला गया है।

बृहस्पतिवार से शुरू होगी कैलास यात्रा

0
0
mansarovar-starts-from-tomorow
जम्मू, पांच सितंबर, वार्षिक कैलास मानसरोवर यात्रा जम्मू कश्मीर में डोडा की पहाड़ियों से बृहस्पतिवार से शुरू होगी। यात्रा के दौरान श्रद्धालु पहली बार हेलीकॉप्टर सेवा का इस्तेमाल करेंगे। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि श्रद्धालुओं के लिये हेलीकॉप्टर सेवा इस साल से शुरू की जा रही है। भद्रवाह से हेलीकॉप्टर सेवा के जरिये श्रद्धालु महज आठ मिनट में कैलास मानसरोवर के निकट ऋषि डुल स्थित आधार शिविर पहुंचेंगे। इसका किराया 2,950 रुपये होगा। जिला प्रशासन अधिकारियों ने बताया कि यात्रा के लिये छड़ी करीब 13,000 फुट की ऊंचाई पर स्थित भद्रवाह से कैलास कुंड में वासुकी नाग मंदिर से ली जायेगी। श्रद्धालु उधमपुर एवं कठुआ से पैदल यात्रा करते हुए विभिन्न मार्गों से होते हुए मुख्य मंदिर कैलास कुंड पहुंचेंगे। उन्होंने कहा कि डोडा जिला प्रशासन इस साल पहली बार प्रायोगिक आधार पर हेलीकॉप्टर सेवा शुरू करेगा। हेलीकॉप्टर भद्रवाह डिग्री कॉलेज में हेलीपैड से ऋषि दुल के बीच संचालित होगी। ऋषि दुल श्रद्धालुओं का अंतिम आधार शिविर है। यह सेवा छह से नौ सितंबर तक सिर्फ तीन दिनों के लिये उपलब्ध होगी।

विशेष : शिवराज को दिग्विजय पसंद हैं

0
0
shivraj-digvijay-love
राजनीति एक ऐसा खेल है जिसमें चाहे-अनचाहे दुश्मन भी जरूरत बन जाते हैं. चुनाव के मुहाने पर खड़े मध्यप्रदेश में इन दिनों कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिल रहा है जिसमें दो कट्टर प्रतिद्वंदी एक दूसरे को निशाना बनाकर अपनी पोजीशनिंग ठीक कर रहे हैं. शिवराजसिंह और दिग्विजय सिंह के बीच अदावत किसी से छिपी नहीं है लेकिन आज हालत ऐसे बन गये हैं कि दोनों को एक दूसरे की जरूरत महसूस हो रही है. जहाँ शिवराज सिंह को एक बार फिर मध्यप्रदेश की सत्ता में वापस लौटना है वहीँ दिग्विजय सिंह की स्थिति अपने ही पार्टी में लगातार कमजोर हुई है, आज हालत ये हैं कि पार्टी में उनके पास मध्यप्रदेश चुनाव के लिये बनाये गये समन्वय समिति के अध्यक्ष के अलावा कोई पद नहीं बचा है. पार्टी के हाईकमान से भी उनकी दूरी बनती हुई नजर आ रही है. ऐसे में उन्हें भी अपने आलाकमान को यह दिखाना है कि मध्यप्रदेश में अभी भी उनकी जमीनी पकड़ कायम है. मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान दिग्विजय सिंह को इस तरह से निशाने पर ले रहे हैं जैसे कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया का कोई वजूद ही ना हो और उनका मुकाबला अकेले दिग्विजय सिंह से है. जहाँ कहीं भी मौका मिलता है वे पूरी श्रद्धा भाव के साथ दिग्विजय सिंह की निर्मम आलोचना करते है. दूसरी तरफ दिग्विजय सिंह भी शिवराज द्वारा छोड़े गये हर तीर को खाली वापस नहीं जाने दे रहे हैं बल्कि उसकी सवारी करके खुद की ताकत और जमीनी पकड़ का अहसास कराने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं. आज स्थिति यह है कि मध्यप्रदेश में राजनीति के मैदानी पिच पर ये दोनों ही बल्लेबाजी करते हुये नजर आ रहे हैं और शायद दोनों ही यही चाहते भी हैं.

जब शिवराजसिंह ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ये कहा कि “कई बार दिग्विजय सिंह के ये कदम मुझे देशद्रोही लगते हैं.” तो दिग्विजय सिंह इस पर जरूरत से ज्यादा आक्रमक नजर आये और पूरे लाव-लश्कर के साथ अपनी गिरफ्तारी देने भोपाल स्थित टी टी नगर थाने पहुंच गये जहां पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार करने से यह कहते हुये इनकार कर दिया कि उनके खिलाफ देशद्रोह का कोई सबूत नहीं है. यह बहुत साफ़ तौर पर कांग्रेस का नहीं बल्कि दिग्विजय सिंह का शक्ति प्रदर्शन था जिसमें बहुत ही शार्ट नोटिस पर भोपाल में हजारों दिग्विजय समर्थकों और कार्यकर्ताओं की भीड़ इकठठी हुई. जानकार मानते हैं कि दिग्विजय सिंह का यह शक्ति प्रदर्शन शिवराज से ज्यादा कांग्रेस आलाकमान के लिये था. इस पूरे एपिसोड की सबसे खास बात यह थी कि इससे प्रदेश कांग्रेस के बड़े नेताओं की दूरी रही, शिवराज के बयान पर कमलनाथ और  ज्योतिरादित्य सिंधिया दोनों की कोई प्रतिक्रिया भी सामने नहीं आयी, हालांकि कमलनाथ ने दिग्विजय सिंह को पीसीसी से रवाना जरूर किया लेकिन वे उनके साथ थाने तक नहीं गये.  जाहिर है शिवराज के आरोप और इसपर दिग्विजय सिंह की प्रतिक्रिया दोनों ही पूरी तरह से सियासी थे और दोनों की मंशा अपने-अपने राजनीतिक हित साधने की थी. शिवराजसिंह अपने इस बयान के माध्यम से यह सन्देश देना चाहते थे कि मुकाबला उनके और दिग्गी राजा के बीच है जबकि दिग्विजय सिंह की मंशा थाने पर प्रदर्शन के जरिए हाईकमान और कांग्रेस के दूसरे खेमों को अपनी ताकत दिखाने की थी. 'देशद्रोही'कहे जाने का विवाद अभी शांत भी नहीं हुआ था कि शिवराज सिंह चौहान ने दिग्विजय सिंह पर एक बार फिर निशाना साधते हुए कहा कि “ओसामा बिन-लादेन को 'ओसामा जी'कहने वाले ये लोग स्वयं सोच लें कि कौन देशभक्त है और कौन आतंकवादी.” इसी कड़ी में शिवराज सरकार द्वारा, पूर्व मुख्यमंत्रियों के सरकारी बंगले खाली कराने के हाईकोर्ट के फैसले के बाद भी दिग्विजय सिंह को छोड़ कर बाकी के तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों कैलाश जोशी, उमा भारती और बाबूलाल गौर को वही बंगले फिर से आवंटित कर दिए हैं इसको लेकर राजनीति गरमा गई है और कांग्रेस ने इसपर आपत्ति जताई है, कांग्रेस सवाल उठा रही है, कांग्रेस इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल करने वाली है.

जाहिर है शिवराज के निशाने पर दिग्विजय सिंह ही हैं जिन्हें पंद्रह साल पहले उमा भारती ने मिस्टर बंटाधार का तमगा देकर मध्यप्रदेश की सत्ता से उखाड़ फेंका था. अब भाजपा एकबार फिर दिग्विजय सिंह के दस वर्षीय कार्यकाल को सामने रखकर मध्यप्रदेश में चौथी बार सत्ता हासिल करना चाहती है, इसी रणनीति के तहत भाजपा द्वारा दिग्विजय सिंह सरकार और शिवराज सरकार के कार्यकाल की तुलना करते हुए विज्ञापन तैयार छपवाए जा रहे हैं. मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान पूरे प्रदेश में घूम-घूम कर कह रहे हैं कि “दिग्विजय ने अपने 10 सालों के शासन में प्रदेश को बदहाल कर दिया था. अब हमने उसे विकासशील और विकसित बनाया है, अब हम प्रदेश को समृद्ध बनाएंगे”. दिग्विजय सिंह को निशाना बनाकर उन्हें मुकाबले में लाने की भाजपा की रणनीति एक तरह से अपने लिये सुविधाजनक प्रतिद्वंद्वी का चुनाव करना है साथ ही एक तरह से कांग्रेस के सजे साजाये चुनावी बिसात को पलटना भी है. दरअसल कांग्रेस आलाकमान के लम्बे माथापच्ची के बाद कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया को प्रदेश अध्यक्ष और चुनाव अभियान समिति का अध्यक्ष बनाया था जिससे दोनों फ्रंट पर रहकर शिवराज को चुनौती पेश करें और दिग्विजय सिंह कार्यकर्ताओं के बीच जाकर उन्हें एकजुट करने का काम करें लेकिन शिवराज इस किलेबंदी को तोड़ना चाहते हैं और ऐसी स्थिति बना देना चाहते हैं जिसमें उनका मुकाबला कमलनाथ और सिंधिया के बजाय दिग्विजय सिंह से होता दिखाई पड़े. यही वजह है कि अपने देशद्रोही वाले बयान पर उनकी तरफ से कोई सफाई नहीं की गयी उलटे वे दिग्विजय को लगातार निशाने पर लेते हुये बयान देते जा रहे हैं और अब बंगला ना देकर उन्होंने पूरे कांग्रेस को मजबूर कर दिया है कि वे दिग्विजय सिंह का बचाव करें .

दिग्विजय सिंह को इस ध्यानाकर्षण की सख्त जरूरत थी. राज्यों का प्रभार उनसे पहले से ही ले लिया गया है, हाल ही में वे कांग्रेस कार्यसमिति से भी बेदखल कर दिये गए हैं, अब केंद्र के राजनीति में वे पूरी तरह से हाशिये पर है. शायद इस स्थिति को उन्होंने पहले से ही भांप लिया था इसीलिए पिछले करीब एक साल से उन्होंने अपना फोकस मध्यप्रदेश पर कर लिया है जहां उन्होंने खुद को एकबार फिर तेजी से मजबूत किया है. अपने बहुचर्चित “निजी” नर्मदा परिक्रमा के दौरान उन्होंने प्रदेश में अपने पुराने संपर्कों को एकबार फिर ताजा किया है. इसके बाद उनका इरादा एक सियासी यात्रा निकलने का था पर शायद पार्टी की तरफ से उन्हें इसकी अनुमति नहीं मिली. बहरहाल इन दिनों वे प्रदेश में घूम घूम कर कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ “संगत में पंगत” के तहत उनसे सीधा सम्पर्क स्थापित कर रहे हैं जिसका मकसद गुटबाजी को ख़त्म किया जा सके. वर्तमान में मध्यप्रदेश में कांग्रेस की तरफ से दिग्विजय सिंह ही ऐसे नेता है जिनकी पूरे राज्य में पकड़ है और प्रदेश के कांग्रेस के संगठन में हर जगह पर उनके लोग हैं जिन्हें इन दिनों वे लगातार मजबूत किये जा रहे हैं. प्रदेश कांग्रेस में उनके स्तर के एक वही नेता हैं जो इस तरह से लगातार सक्रिय हैं. पिछले दिन दिग्विजय सिंह ने प्रदेशाध्यक्ष के पद से हटाए जाने के बाद नाराज चल रहे अरुण यादव को नसीहत देते हुये कहा था कि “राजनीति में सब्र रखें, जो व्यक्ति सब्र नहीं रख सकता वह राजनीति में आगे आ नहीं सकता, हॉलाकि बुरा तो लगता है, लेकिन राजनीति में यह लड़ाई अनंत है, कांग्रेस समुद्र है,  इसमें अपना रास्ता खुद निकालना पड़ता है”. जाहिर है दिग्विजय भी खुद अपना रास्ता निकाल रहे हैं जिससे वे हाशिये से बाहर आ सकें. 



liveaaryaavart dot com

जावेद अनीस 
Contact-9424401459
javed4media@gmail.com

बेगूसराय : सरकार के नीति के विरुद्ध शांतिपूर्ण भारत बन्द का आह्वान।

0
0
sc-st-act-bharat-band
बेगूसराय (अरुण कुमार), अनुसूचित जाति और जनजाति के कठोर प्रावधानों (मसलन मात्र एक शिकायत पर किसी भी व्यक्ति को दोषी मान कर गिरफ्तार करना उसकी जमानत ना होना ) के विरोध में और 70 वर्षों से चली आ रही जातिगत आरक्षण व्यवस्था की समीक्षा की मांग को लेकर 6 सितंबर 2018 को प्रातः 10:00 बजे से 4:30 बजे तक भारत बंद का आवाहन किया गया है! इस बंद के दौरान ना सड़क पर हुड़दंग करना है ना जबरदस्ती व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद कराने हैं ना सड़कें जाम करनी है  1.मात्र करना इतना है कि 10:00 से 4:00 बजे तक अपने व्यापारिक प्रतिष्ठान , दुकानें डिस्पेंसरी ,स्कूल बंद रखने हैं ! 2.न तो ऑफिस जाना है न बच्चों को स्कूल भेजना है  3.न कोई सामान खरीदना है न पेट्रोल पंप में पेट्रोल लेना है जो भी सामान खरीदना हो जितना भी पेट्रोल लेना हो यह सब कार्य 5 तारीख की रात तक कर लेना है ! इस स्वैच्छिक बंद से सरकार में बैठे कुटिल नीतिकर्ताओंं और नेताजी उनके उपनेता जी को यह पता चलना चाहिए कि सामान्य वर्ग इस तरह के भेदभाव पूर्ण नीतियों को स्वीकार नहीं कर रहा और प्रतिकार करना जानता है और बिना किसी प्रकार का दंगा फसाद किए हुए बिना किसी प्रकार की तोड़फोड़ किए हुए बिना किसी प्रकार से सड़क जाम किए हुए बिना किसी प्रकार से जबरदस्ती प्रतिष्ठान बंद कराए हुए अपना प्रतिकार बौद्धिक ढंग से दिखाना जानता है ,क्योंकि उसे इस देश से इस समाज से प्रेम है  सामान्य समाज,समाज में अराजकता नहीं चाहता सड़कों में जाम नहीं चाहता दुकानों में तोड़फोड़ नहीं चाहता !

तरूण विजय ने राहुल के कैलास मानसरोवर यात्रा का किया समर्थन, बाद में ट्वीट हटाया

0
0
tarun-vijay-support-rahul-remove-twit
नयी दिल्ली, 6 सितंबर, कांग्रेस नेताओं ने राहुल गांधी की कैलास मानसरोवर यात्रा के समर्थन में लिखने को लेकर भाजपा नेता तरूण विजय की बुधवार को सराहना की और उन्हें सच के साथ बेखौफ खड़ा रहने को कहा। भाजपा के पूर्व सांसद द्वारा कांग्रेस अध्यक्ष की तीर्थयात्रा का समर्थन करते हुए कथित तौर पर ट्वीट किये जाने के बाद कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने विजय को ‘सच बोलने’ के लिए बधाई दी।  गौरतलब है कि भाजपा राहुल की कैलास मानसरोवर की यात्रा की आलोचना कर रही है।  सुरजेवाला ने ट्वीट किया, “तरूण विजय जी अपना हौसला बुलंद रखिए और सच के साथ बेखौफ खड़े रहिए। आपने राहुल गांधी की कैलास यात्रा के बारे में जो कुछ भी लिखा, उसे सरकार के डर से आपने हटा दिया। सत्यम शिवम सुंदरम। शिव ही सच है। महादेव आपको सत्य का रास्ता दिखाते रहेंगे और झूठ का नाश होगा।”  उन्होंने विजय के ट्वीट के स्क्रीन शॉट को भी टैग किया। संपर्क करने पर विजय ने टिप्पणी से इनकार कर दिया।  कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने भी ट्विटर के जरिये भाजपा नेता पर निशाना साधा। 

स्कूल में बच्ची का यौन उत्पीड़न

0
0
school-girl-molestet
नयी दिल्ली, पांच सितंबर, उत्तर पश्चिम दिल्ली के मुखर्जी नगर में एक स्कूल में साढ़े तीन साल की बच्ची का कथित रूप से यौन उत्पीड़न हुआ। पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मंगलवार को पीड़िता के पिता ने इस संबंध में शिकायत दर्ज करायी। पुलिस ने बताया कि यौन अपराधों से बच्चों की सुरक्षा (पोक्सो) कानून की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस उपायुक्त (उत्तर पश्चिम) असलम खान ने कहा, ‘‘हमलो सभी पहलूओं से मामले की जांच कर रहे हैं। हम इसमें स्कूल प्रशासन या परिजनों अथवा पड़ोसियों की भूमिका को खारिज नहीं कर रहे।’’  अधिकारी ने बताया कि बच्ची की हालत अब स्थिर है।

सलमान से शादी के लिये मुंबई पहुंची युवती

0
0
girl-reach-mumbai-marry-salman
मुंबई, पांच सितंबर,  मानसिक रूप से परेशान एक युवती ‘बॉलीवुड सुपरस्टार सलमान खान से शादी रचाने की इच्छा लिये’’ मुंबई पहुंच गयी। हालांकि पुलिस ने उत्तराखंड की रहने वाली युवती को उसके परिवार के सुपुर्द कर दिया। पुलिस के एक अधिकारी ने बुधवार को बताया कि 24 वर्षीय युवती 11 अगस्त को अपने घर से चली थी। मुंबई पहुंचने पर वह बांद्रा स्थित गैलेक्सी अपार्टमेंट पहुंची। खान इसी अपार्टमेंट में रहते हैं। हालांकि सुरक्षा गार्डों ने उसे अंदर नहीं जाने दिया।बाद में कुछ लोगों ने उसे ईस्टर्न फ्रीवे के एक पुल पर बिना वजह टहलते देखा और पुलिस को सूचित किया। सब इंस्पेक्टर नारायण तारकुंडे ने बताया कि सेवरी पुलिस ने उसे हिरासत में लिया और चिकित्सकीय जांच करायी। बाद में युवती को उसके परिवार के हवाले कर दिया गया।

2019 का कुंभ मेला ऐतिहासिक होगा : आदित्यनाथ

0
0
2019-kumbh-historical-adityanath
मुंबई, पांच सितंबर,  उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देशवासियों से इलाहाबाद में अगले साल आयोजित होने जा रहे कुंभ मेले में अधिक से अधिक संख्या में आने की बुधवार को अपील की। इलाहाबाद में कुंभ मेला 15 जनवरी 2019 से शुरू होने वाला है। योगी ने कहा, ‘‘हमलोग प्रयाग किले का द्वार खोलने के प्रयास कर रहे हैं जहां सरस्वती विद्यमान हैं और इस उद्देश्य के लिये हमलोग भारत सरकार एवं भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के साथ बातचीत कर रहे हैं।’’ उन्होंने कहा कि आगामी कुंभ मेला ऐतिहासिक और बेहद विशेष होने वाला है। पहली बार श्रद्धालु ना सिर्फ गंगा, यमुना संगम में स्नान कर सकेंगे, बल्कि वे अदृश्य सरस्वती नदी को भी महसूस कर पायेंगे।


अपने आसपास के लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाइए, पीएम ने शिक्षकों से कहा !

0
0
pm-said-teachers-change-socity
नयी दिल्ली, 6  सितंबर, राष्ट्र के निर्माण में शिक्षकों की भूमिका की सराहना करते हुए बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने त्रउनसे लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए अगले चार साल समर्पित करने का आह्वान किया। मोदी ने कहा, “2022 में हमारी आजादी के 75 साल पूरे होंगे। हमारी आजादी के लिए अपनी जान देने वालों के सपनों और परिकल्पना को साकार करने के लिए आइए हम आगामी चार वर्ष समर्पित होकर काम करें।”  प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “मैं आपसे आपके दिल के करीब के मुद्दों पर ध्यान देने, स्थानीय समुदायों को एकजुट करने और आपके आसपास के लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए काम करने का आग्रह करता हैूं। यह स्वतंत्रता सेनानियों को हमारी ओर से सच्ची श्रद्धांजलि होगी और नये भारत के निर्माण में मदद मिलेगी।”  शिक्षक दिवस के मौके पर मोदी ने एक संदेश में कहा कि समाज को आकार देने में शिक्षकों की भूमिका बहुत अहम होती है।  उन्होंने कहा, “यह सौभाग्य के साथ-साथ जिम्मेदारी की बात है और मैं खुश हूं कि हमारे शिक्षक पूरे समर्पण के साथ अपने कर्तव्य का निर्वहन कर रहे हैं।”  इस साल राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित 45 शिक्षकों से बातचीत में मोदी ने दिवंगत राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के एक संदेश को याद किया, जिसमें वह कहा करते थे, “शिक्षण बहुत ही महान पेशा है, जो किसी व्यक्ति के चरित्र, क्षमता और भविष्य को दिशा देता है।” 

कोलकाता पुल हादसा में मृतक संख्या तीन हुई

0
0
kolkata-bridge-mishap-toll-reaches-3
कोलकाता, छह सितंबर,  कोलकाता के दक्षिणी हिस्से में माजेरहाट पुल का एक हिस्सा ढहने के बाद उसके मलबे में से गुरूवार को एक और शव निकाला गया जिसके बाद इस हादसे में मृतकों की संख्या तीन हो गयी है। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि मृतक की पहचान मुर्शिदाबाद जिला निवासी श्रमिक गौतम मंडल (45) के तौर पर की गयी है जो मंगलवार को पुल ढहने के बाद से एक और मजदूर प्रणब डे के साथ लापता था। उन्होंने कहा कि मंडल माजेरहाट पुल के पास चल रही मेट्रो रेल विस्तार परियोजना में रसोइये के रूप में काम करता था। परियोजना के लिए इलाके में खुदाई की गयी है और चारों तरफ निर्माण सामग्री बिखरी पड़ी है। इससे पहले बुधवार को सौमन बाग का शव मिला था। घटना में घायल 24 लोगों में से 11 को बुधवार को छुट्टी दे दी गयी 13 का विभिन्न अस्पतालों में उपचार चल रहा है। मंडल का शव मिलने के बाद एनडीआरएफ के जवान घटनास्थल से चले गये वहीं राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के कर्मियों ने क्रेन आदि के साथ दुर्घटना स्थल पर बचाव कार्य जारी रखा। एनडीआरएफ के एक अधिकारी ने कहा कि हम अपना अभियान बंद कर रहे हैं क्योंकि अब लगता है कि अंदर कोई नहीं है। राज्य सरकार ने घटना के कारणों की जांच करने के लिए मुख्य सचिव मलय डे के नेतृत्व में समिति का गठन किया है। डायमंड हार्बर रोड को बंद कर दिया गया है और सुबह से हजारों लोग भारी यातायात जाम में फंसे हैं। कोलकाता पुलिस के यातायात विभाग के एक अधिकारी ने बताया, ‘‘हमने शहर में आने वाले और यहां से जाने वाले वाहनों को अन्य रास्तों पर मोड़ दिया है।’’  पुलिस ने हादसे के सिलसिले में अज्ञात लोगों के खिलाफ स्वत: संज्ञान लेते हुए मामला दर्ज किया है। यह 2013 के बाद से शहर में पुल ढहने की तीसरी घटना है।

पेट्रोल-डीजल की आसमान छूती कीमतों से राहत के कोई संकेत नहीं

0
0
no-relaxation-in-petrol-diesel-price-jaitley
नयी दिल्ली, पांच सितंबर, केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बुधवार को भी पेट्रोल-डीजल की आसमान छूती कीमतों में राहत देने के लिए उत्पाद शुल्क में कटौती के कोई संकेत नहीं दिये। उन्होंने कहा कि कच्चे तेल की अंतरराष्ट्रीय कीमतों में उतार-चढ़ाव हो रहा है और इनमें कोई तय बदलाव नहीं दिख रहा है। जेटली ने कांग्रेस शासनकाल के दौरान पेट्रोल-डीजल की बढ़ी कीमतों की सुषमा स्वराज और उनके खुद के द्वारा की गयी आलोचना का बचाव करते हुए कहा कि उस समय मुद्रास्फीति दहाई अंकों में थी। यदि हम उस समय आलोचना नहीं करते तो यह कर्तव्यों से विमुख होना होता। उन्होंने कहा कि भारत कच्चे तेल का शुद्ध खरीदार है और जब इसकी कीमतें अल्पकालिक तौर पर भी ऊपर जाती हैं, भारत पर गहरा प्रतिकूल असर होता है। उन्होंने इन्हें बाह्य कारक करार दिया। जेटली ने कहा, ‘‘कच्चे तेल की वैश्विक कीमतों में कोई स्पष्ट नियमित बदलाव नहीं होता है। ये ऊपर जाती हैं और गिर जाती हैं। अप्रैल और मई में काफी दबाव रहा था। जुलाई में ये नीचे आईं और अगस्त में ये पुन: चढ़ गईं। पिछले दो दिनों में इनमें सुधार देखा गया है।’’  उनसे पेट्रोल-डीजल की सर्वकालिक ऊंची कीमतों तथा इनमें कटौती की विपक्ष की मांग के बारे में पूछा गया था।

विदेशों में प्रदर्शन के मामले में पिछले 15-20 वर्षों की यह सबसे बेहतर टीम : रवि शास्त्री

0
0
this-is-better-team-ravi-shastri
लंदन, 6 सितंबर, भारतीय टीम ने इंग्लैंड से टेस्ट श्रृंखला गवां दी है लेकिन कोच रवि शास्त्री का मानना है कि मौजूदा टीम पिछले 15-20 साल में विदेशों में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाली टीम है।  भारतीय टीम चौथे टेस्ट में 62 रन से हार गयी जिससे वह पांच मैचों की श्रृंखला में 1-3 से पिछड़ गयी। श्रृंखला का अंतिम मैच शुक्रवार से यहां के ओवल मैदान पर खेला जाएगा। शास्त्री ने बुधवार को यहां कहा, ‘‘ हमारे खिलाड़ियों ने पूरा जोर लगाया। अगर आप पिछले तीन साल के रिकार्ड को देखेंगे तो हमने विदेशों में नौ मैच और तीन श्रृंखला में जीत दर्ज की है (वेस्टइंडीज और श्रीलंका के खिलाफ दो बार)।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैंने पिछले 15-20 वर्षों में किसी भी भारतीय टीम का इतने कम समय में ऐसा प्रदर्शन नहीं देखा है जैसा इस टीम ने किया है। इस टीम में दमखम है । ’’ शास्त्री ने कहा, ‘‘ जब आप मैच हारते है तो दुख होता है। ऐसे समय में आप अपना आकलन करते हैं और ऐसी स्थितियों से निपटने के लिए सही हल ढूंढते हैं और लक्ष्य पाने की कोशिश करते है।अगर आप खुद में विश्वास करते हैं तो एक दिन आप ऐसा कर पायेगे।’’ मुख्य कोच ने विदेशी परिस्थितियों में टेस्ट श्रृंखला जीतने के लिए मानसिक रूप से मजबूत होने की आवश्यकता पर जोर दिया जैसा कि कप्तान विराट कोहली ने भी साउथम्प्टन टेस्ट में हार के बाद कहा था।

उन्होंने कहा, ‘‘ मुझे लगता है कि आपको मानसिक रूप से मजबूत होना होगा। हमने विदेशों में कड़ी टक्कर दी है लेकिन अब यह सिर्फ टक्कर देने के बारे में नहीं हैं। हमें यहां से अब मैच जीतना होगा। अब हमारा प्रयास यह समझने का होना चाहिए कि हमने कहां गलतियां की है और उस में सुधार कर आगे बढ़ना होगा।’’  शास्त्री ने कहा, ‘‘ श्रृंखला का नतीजा 3-1 है जिसका मतलब भारत ने श्रृंखला गवां दी है। इस नतीजे से यह पता नहीं चलता है कि यह श्रृंखला 3-1 से भारत के पक्ष में या दो-दो की बराबरी पर भी हो सकती थी। पिछले मैच के बाद खिलाड़ियों को दुखी होना चाहिए और वे दुखी है लेकिन यह टीम आसानी से हार नहीं मानने वाली है।’’  उन्होने बल्लेबाजों को सही शॉट चयन की सलाह देते हुए कहा, ‘‘ मुझे लगता है सही शॉट चयन होना चाहिए था। हम चाय (साउथम्प्टन) के विश्राम के बाद अच्छी स्थिति में थे लेकिन हमने उसे गवां दिया। यह ऐसा क्षेत्र है जिसपर हमें काम करना होगा और टीम की जरूरत को समझना होगा।’’  उन्होंने कहा, ‘‘ जब हम चार विकेट पर 180 पर थे तो मुझे लगा कि हम 75-80 रन की बढ़त हासिल कर सकते थे और वह जरूरी होता। एजबेस्टन का मैच किसी के पाले में जा सकता था। एक समय इंग्लैंड की टीम की स्थिति मजबूत थी लेकिन हम वापसी करने में कामयाब रहे। पहले दिन गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन के बाद हमें काफी आगे होना चाहिए था।’’  उन्होंने कहा कि दोनों टीमों में मोईन अली का एक बड़ा अंतर था जिन्होंने पिच के रफ इलाके का अश्विन से बेहतर इस्तेमाल किया।  उन्होंने कहा, ‘‘अश्विन फिट था। आपको अंतिम दिन मोईन अली को श्रेय देना होगा। ईमानदारी से कहुं तो मोईन ने शानदार ढंग से गेंदबाजी की।’’

अटल पेंशन योजना का विस्तार, सीमा भी बढ़ी

0
0
atal-pension-time-extend
नई दिल्ली, 5 सितम्बर, केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को अटल पेंशन योजना का अनिश्चितकाल तक विस्तार करने का फैसला किया है, जो अगस्त में खत्म हो रहा था। इसके अलावा उम्र सीमा में पांच साल का विस्तार किया गया है तथा दुर्घटना बीमा को बढ़ाकर दोगुना कर दिया गया है अटल पेंशन योजना (एपीवाई) एक सामाजिक सुरक्षा योजना है, जिसे सरकार ने 2015 में 1000 रुपये से लेकर 5000 रुपये तक का पेंशन मुहैया कराने के लिए लांच किया था। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने मंत्रिमंडल की बैठक के बाद मीडिया को बताया कि इस योजना का लक्ष्य घरों को दायरे में लाने की बजाए लोगों को इसके दायरे में लाने पर है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, सरकार की इस फ्लैगशिप योजना का लाभ 1 करोड़ से ज्यादा लोगों ने उठाया है। जेटली ने कहा, "यह योजना पहले चार सालों के लिए लांच की गई थी, जो इस साल अगस्त में समाप्त हो गई थी। लेकिन इस योजना लोगों की व्यापक भागीदारी को देखते हुए मंत्रिमंडल ने इसका अनिश्चितकाल तक विस्तार करने का फैसला किया है।"उन्होंने कहा, "पहले इस योजना में 18 से 60 साल तक के उम्र के व्यक्ति ही भाग ले सकते थे। लेकिन औसत जीवन प्रत्याशा में बढ़ोतरी को देखते हुए हमने अब अधिकतम सीमा बढ़ाकर 65 साल कर दी है।"जेटली ने कहा कि 28 अगस्त के बाद खोले गए सभी खातों का दुर्घटना बीमा 1 लाख से बढ़ाकर 2 लाख कर दिया गया है। उन्होंने कहा, "हमने इस योजना की ओवरड्राफ्ट सुविधा को 5,000 रुपये से बढ़ाकर 10,000 रुपये कर दिया है।"
Viewing all 73736 articles
Browse latest View live




Latest Images