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सीहोर (मध्यप्रदेश) की खबर 09 सितंबर

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निर्वाचन संबंधी कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी - कलेक्टर श्री पिथोड़े
राजस्व अधिकारियों की मासिक बैठक संपन्न
कलेक्टर श्री तरुण कुमार पिथोड़े ने रविवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में राजस्व अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में कलेक्टर ने सभी राजस्व अधिकारियों को निर्वाचन का कार्य अतिगंभीरता से संपन्न करने के लिए निर्देशित किया। साथ ही यह भी स्पष्ट किया कि निर्वाचन कार्य में किसी भी स्तर पर यदि किसी अधिकारी या कर्मचारी से कोई लापरवाही होती है तो उनके विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जाएगी। राजस्व अधिकारियों की बैठक में जिला पंचायत सीईओ श्री अरुण विश्वकर्मा, अपर कलेक्टर श्री विनोद कुमार चतुर्वेदी, संयुक्त कलेक्टर श्री मेहताब सिंह गुर्जर, जिले के सभी एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार आदि उपस्थित थे। कलेक्टर ने सभी अधिकारियों को निर्देश देते हुए बताया कि निर्वाचन गतिविधियां अपने चरम पर हैं, सभी अधिकारी निर्वाचन के महत्वपूर्ण कार्य के संबंध में सौंपे गए दायित्व के बारे में निर्वाचन आयोग से प्राप्त निर्देशों का भलीभांति अध्ययन करें व उन्हीं के अनुरूप कार्य करें।

ईव्हीएम एवं व्हीव्हीपेट मशीन की पूर्ण जानकरी होना सुनिश्चत करें
अनुविभागीय अधिकारियों से लेकर पटवारी तक सभी को ईव्हीएम एवं व्हीव्हीपेट मशीन की पूर्ण जानकारी एवं संचालन अनिवार्य रूप से आना चाहिए, बैठक में कलेक्टर ने निर्देश देते हुए कहा। सभी अधिकारियों को निर्वाचन संबंधी गतिविधियों पर सजग रहते हुए नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं। 

जिले में 95 प्रतिशत मतदान का लक्ष्य निर्धारित
कलेक्टर ने जिले के लिए 95 प्रतिशत मतदान का लक्ष्य निर्धारित किया है। लक्ष्य की पूर्ति के लिए स्वीप गतिविधियों के अन्तर्गत सर्वप्रथम मतदाता सूची में नाम जुड़वाने के लिए अधिक से अधिक लोगों को जागरुक करना तथा स्कूल एवं कॉलेजों में 18 वर्ष की आयु पूर्ण कर चुके विद्यार्थियों को मतदान करने के लिए प्रेरित करने के निर्देश दिए गए हैं। 

दिव्यांगों एवं बुजुर्गों के लिए मतदान केन्द्र होंगे बाधारहित
कलेक्टर ने बैठक में कहा कि 15 अक्टूबर तक सभी मतदान केन्द्रों की मरम्मत का कार्य पूर्ण हो जाना चाहिए। दिव्यांग एवं बुजुर्ग मतदाताओं के लिए बाधारहित वातावरण निर्मित करने के साथ ही मतदान केन्द्रों पर पेयजल, प्रतिक्षाकक्ष, बिजली की उचित व्यवस्था, छाया के लिए शेड आदि की व्यवस्था समय से पूर्व कर ली जाये। कलेक्टर ने सभी राजस्व अधिकारियों को निर्देशित किया कि निर्वाचन संबंधी कार्य सही तरीके से संपन्न हो इसके लिए अपने-अपने क्षेत्र का निरीक्षण कर कार्यों की कमी को पूरा करें। सार्वजनिक स्थलों पर बिना अनुमति के लगाये गए होर्डिग और बैनर को अतिशीघ्र हटाने की कार्यवाही भी करें। आचार संहिता लगने के बाद राजनैतिक प्रचार-प्रसार पर नजर रखते हुए सख्ती से कार्यवाही की जाएगी। राजस्व अधिकारियों को रोजनामचा तैयार करने को भी कहा गया है। ग्रामीण स्तर पर राजस्व अधिकारियों एवं पुलिस द्वारा कोटवारों को प्रशिक्षण, करवाने एवं प्रतिदिन कार्यस्थल पर यूनिफार्म पहनकर उपस्थित होने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने निर्देशित किया कि मतदाता परिचय पत्र का वितरण समय से घर-घर जाकर कर दिया जाए। वृद्धाश्रम एवं अनाथ आश्रम में निवास करने वालों का भी मतदाता परिचय पत्र बनवाया जाये।  निर्वाचन संबंधी प्रचार-प्रसार के लिए सार्वजनिक स्थान जैस बस स्टेण्ड, रेल्वे स्टेशन, तथा ऑटो रिक्शा आदि पर बैनर लगाएं जाये। 

जिला न्यायालय सीहोर में हुआ नेशनल लोक अदालत का आयोजन
19 खण्डपीठों में हुआ 1304 प्रकरणों का निराकरण


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मप्र राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर के निर्देशानुसार माननीय जिला न्यायाधीश / अध्यक्ष श्री ऋषभ कुमार सिंघई, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के मार्गदर्शन में सीहोर एवं समस्त तहसील में न्यायालय परिसर में लोक अदालत का आयोजन किया गया।  नेशनल लोक अदालत में जिला एवं तहसील स्तर पर आयोजित नेशनल लोक अदालत में 19 खण्डपीठों के माध्यम से नेशनल लोक अदालत में आपराधिक प्रकरण 3139 रखे गये एवं 1304 निराकरण किया गया, पराक्रम्य प्ररकरण 586 रखे गये एवं 56 प्रकरण का निराकरण किया गया मोटर दुर्घटना दावा के 157 प्रकरण रखे गये एवं 13 प्रकरण निराकरण किये गये।  विद्युत चोरी से संबंधित लंबित मामले.1686. रखे गये एवं 1190 प्ररकरण का निराकरण हुआ जिसमें वसूली राशि रूपये 2,56,99485.00 कुटुम्ब न्यायालय के 123 प्रकरण रखे गये एवं 17 निराकरण किया गया एवं 138 के प्रकरण 586 रखे गये थे जिसमें 56 प्रकरणों का निराकरण किया जाकर कुल राशि रूपये 8175989 .00 वसूली हुई। प्रकरणों के अतिरिक्त विद्युत चोरी से संबंधित प्रीलिटिगेशन प्रकरण 4700 रखे गये एवं 26 प्रकरण का निराकरण किया गया और राशि 1,42000.00 वसूली हुई तथा नगरपालिका से संबंधित सम्पत्तिकर एवं जलकर के प्रीलिटिगेशन प्ररकरण.1190 रख्रे गये एवं 512 प्ररकण का निराकरण किया गया और 6559669.00 राशि की वसूली हुई। बैंक से संबंधित प्रीलिटिगेशन के प्रकरण.3230 रखे गये एवं 63 प्रकरणों का निराकरण किया  गया और राशि...1827662.00 वसूली गई  इस प्रकार कुल प्रीलिटिगेशन मामलों में कुल 8529331.00 राशि वसूली हुई। नेशनल लोक अदालत में भारी संख्या में लोगों  ने अपने प्ररकरणों का निराकरण करवाने हेतु उत्सुकता देखी गयी। अधिकांश पक्षकारों ने अपने प्रकरण समझौते द्वारा लोक अदालत के माध्यम से निराकृत करवा कर चेहरे में मुस्कान लेकर गये।  कार्यक्रम में एडीएम श्री विनोद चतुर्वेदी, पुलिस अधीक्षक श्री राजेश चंदेल, विशेष न्यायाधीश श्री अफसर जावेद खान, प्रधान न्यायाधीश डॉ श्री रमेश साहू सहित समस्त कर्मचारिगण उपस्थित थे।

संयुक्त सचिव ने किया जिला अस्पताल का निरीक्षण
आयुष्मान भारत योजना, सी.बी.नेट मशीन सहित स्वास्थ्य संवाद केन्द्र का लिया जायजा
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परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार के संयुक्त संचिव डॉ. मनोहर अगनानी ने जिला चिकित्सालय, टामा सेंटर स्थित आयुष्मान भारत योजना के क्रियान्वयन कक्ष, क्षय नियंत्रण कार्यक्रम अंतर्गत संचालित सी.बी.नेट मशीन, मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य कक्ष स्थित स्वास्थ्य संवाद केन्द्र, प्रसूति कक्ष का सघन निरीक्षण किया उन्होंने निरीक्षण के दौरान व्यवस्थाओं पर संतोष व्यक्त किया तथा जरूरी दिशा निर्देश मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को दिए। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.प्रभाकर तिवारी ने बताया कि संयुक्त सचिव डॉ..मनोहर अगनानी ने स्वास्थ्य सुरक्षा मिशन के अंतर्गत संचालित भारत सरकार की महत्वाकांक्षी आयुष्मान भारत योजना की जानकारी प्राप्त की। आयुष्मान भारत योजना के गोल्डन एवं सिल्वर रिकार्ड की प्रक्रिया की विस्तार से जानकारी प्राप्त की। आयुष्मान भारत योजना के बेहतर संचालन के लिए की जा तैयारियों का जायता लिया तथा तैयारियों पर संतोष व्यक्त किया। ज्ञात हो कि आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत पात्र हितग्राहियों को 5 लाख रूपए का स्वास्थ्य बीमा शासकीय एवं चिन्हित अस्पतालों में उपलब्ध कराया जाना है। डॉ.अगनानी इस दौरान टामा सेंटर स्थित सी.बी.नेट मशीन का निरीक्षण करने पहुंचे। राष्ट्रीय क्षय नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत संचालित सी.बी.नेट मशीन से लैब में परीक्षण किया जाता है। इस संबंध में उन्हें जिला क्षय नियंत्रण अधिकारी डॉ.पदमाकर त्रिपाठी द्वारा विस्तार से जानकारी दी गई। उन्होंने मातृ एवं शिशु केन्द्र में स्थित स्वास्थ्य संवाद केन्द्र का भी जायजा लिया तथा वहां पदस्थ स्टाफ से गर्भवती महिलाओं के पंजीयन तथा दी जा रही सेवाओं के संबंध में विस्तार से जानकारी प्राप्त की वहीं मेटरिनिटी विंग का भी निरीक्षण कर जरूरी जानकारी प्राप्त की। इस अवसर पर प्रभारी सिविल सर्जन डॉ.ए.ए.कुरैशी सहित राष्ट्रीय कार्यक्रमों के जिला स्तरीय नोडल अधिकारी एवं अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

किसानों की सुविधा के लिए एमपी किसान एप्प

किसानों की सुविधा के लिए एमपी किसान एप्प शुरू किया गया है। इस मोबाईल एप्प से किसान अपनी भूमि की जानकारी, खसरा, खतौनी एवं नक्शे की प्रतिलिपि प्राप्त कर सकते हैं। साथ ही बोई गई फसलों की स्वघोषणा, शासन द्वारा समय-समय पर जारी सलाह आदि तथा आधार नम्बर द्वारा खाता नम्बर भी लिंक कर सकते हैं। इस एप्प को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। राज्य शासन द्वारा निर्णय लिया गया है कि राजस्व अभिलेखों में फसल दर्ज कराने के लिए कोई भी भूमिस्वामी स्व-घोषण द्वारा अपनी भूमि पर उगाई गई फसलों की प्रविष्टि करा सकता है। भूमि स्वामी द्वारा यह स्वघोषणा आयुक्त भू-अभिलेख द्वारा इस उद्देश्य के लिए विकसित किए गए एप्प, साफ्टवेयर या अधिकृत कॉल सेंटर या निर्धारित वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाईन आवेदन जमा कर की जा सकती है। यह प्रावधान खरीफ 2018 से उपलब्ध कराए जा रहे हैं।

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर 09 सितंबर

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कार्यशाला का आयोजन मंगलवार को
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मध्यप्रदेश भू-राजस्व संहिता एवं मध्यप्रदेश भू-स्वामी, बटाईदार संशोधन विधेयक 2016 के नवीन प्रावधानों पर आधारित कार्यशाला का आयोजन 11 सितम्बर मंगलवार की दोपहर 12 बजे से कलेक्टेªट के सभाकक्ष में आयोजित की गई है।  अपर कलेक्टर श्री एचपी वर्मा के द्वारा ततसंबंध में जारी पत्र में उल्लेख है कि समस्त अनुविभागीय राजस्व अधिकारी अपने अनुविभाग के समस्त राजस्व निरीक्षकों, प्रवाचकों एवं अभिभाषकों को आयोजित कार्यशाला में शामिल होने और सांय छह बजे तक फोटोग्राफ्स भिजवानें के निर्देश प्रसारित किए गए है। 

जिले में 831.4 मिमी औसत वर्षा दर्ज
जिले की तहसीलों में स्थापित वर्षामापी यंत्रों पर रविवार की सुबह आठ बजे दर्ज की गई वर्षा की जानकारी देते हुए अधीक्षक भू-अभिलेख ने बताया आज रविवार को जिले में 1.5 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई है। जबकि अब तक कुल 831.4 मिमी औसत वर्षा हो चुकी है। गतवर्ष उक्त अवधि में 608.9 मिमी औसत वर्षा हुई थी। ज्ञातव्य हो कि जिले की सामान्य वर्षा 1075 मिमी है।  रविवार को दो तहसीलों में वर्षा दर्ज की गई है तदानुसार सिरोंज मंे एक मिमी और लटेरी में 11 मिमी वर्षा दर्ज की गई हैै शेष अन्य सभी तहसीलों में वर्षा नगण्य रही।

निर्वाचन संबंधी तमाम जानकारियां मीडियाकर्मियों को त्वरित उपलब्ध कराई जाएगी
मीडिया प्रकोष्ठ और एमसीएमसी का गठन
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री केव्ही सिंह ने निर्वाचन आयोग द्वारा जारी दिशा निर्देशों के अनुपालन में मीडियाकर्मियों को निर्वाचन संबंधी तमाम जानकारियां अविलम्ब उपलब्ध कराने हेतु व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई है आयोग की मंशा अनुसार जिला मुख्यालय पर मीडिया प्रकोष्ठ और एमसीएमसी का गठन के आदेश जारी किए जा चुके है।  पेड न्यूज के संबंध में आयोग के द्वारा दिशा निर्देशों का हवाला देते हुए जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि मीडियाकर्मी स्वंय पेड न्यूज के प्रभाव से बचें और अन्य को उक्त विधा से बचाएं। आयोग की मंशा अनुसार जारी पेड न्यूज के संबंध में बताया गया है कि सभी अभ्यर्थी जिनके द्वारा नाम निर्देशन पत्र दाखिल किया जाता है उसी दिन से पैड न्यूज की प्रक्रिया उन पर प्रभावशील हो जाती है। अभ्यर्थियों से पैड न्यूज के बचाव के संबंध में जो दिशा निर्देश जारी किए गए है उनका पालन संबंधितों से अपेक्षित किया गया है। अनुपालन नही करने वालों के खिलाफ नियमानुसार कार्यवाही प्रस्तावित की गई है।  राजनैतिक प्रकृति का कोई विज्ञापन जिसे अभ्यर्थी ध्राजनैतिक दल पिं्रटध्इलेक्टाॅनिक मीडिया में प्रसारित करना चाहते हों, को सक्षम स्तर से प्रमाणित किया जाना अधिप्रमाणन कहलाता है।

विदिशा बंद में व्यापारियों एवं दुकानदार भाईयों से सहयोग की अपील के साथ कांग्रेस ने निकाला मषाल जुलुस

विदिषाः भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष माननीय श्री राहुल गांधी जी के आव्हान पर पेट्रोल, डीजल एवं रसोई गैस पर हो रही दिन प्रति दिन मूल्य वृद्धि और भारतीय जनता पार्टी सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ कांग्रेस ने भारत बंद की अपील की है। 10 सितम्बर को होने वाले देष व्यापी बंद को सफल बनाने की मंषा से विदिषा कांग्रेस ने 9 सितम्बर की शाम को एक मषाल तजुलुस का आयोजन किया जुलुस में दर्जनों कार्यकर्ता हाथों में मषाल लिए भाजपा और मोदी को कोसते हुए चल रहे थे। जुलुस माधगंज चैक से प्रारंभ होकर मुख्य मार्गो से होता हुआ बडी बजरिया चैक पहुॅचा जहाॅ एक सभा में परिवर्तित होकर समाप्त हुआ। इस दौरान डाॅ. मेहताबसिंह यादव, वरिष्ठ कांग्रेस नेता शषांक भार्गव, सुरेन्द्र भदौरिया, प्रियंका किरार, रवि कपूर, वीरेन्द्र पीतलिया, लक्ष्मणसिंह रघुवंषी, अनुज लोधी, दीवान किरार, रमेष तिवारी, रामस्वरूप शर्मा, मोहरसिंह रघुवंषी, वैभव भारद्वाज, अर्पित उपाध्याय, अजय दाॅतरे, षिवराज पिपरोदिया, डालचंद कुषवाह, दषन सक्सैना, वीरेन्द्र राजपूत, धन्नालाल कुषवाह, नवनीत कुषवाह, संतोष गुर्जर, महेष पाल, राकेष ठाकुर, अब्दुल हक, राजकुमार डीडोत, अनूप अग्रवाल, जावेद मंसूरी, मो. शरीफ, राजेष नेमा, मुन्ना टेलर, डालचंद अहिरवार, भूपेन्द्र रघुवंषी, मानव ताम्रकार, अमित चव्हाण, भोला अहिरवार, धर्मेन्द्र जादौन, अभिनंदन जोषी, गोविंद राजपूत, ओ.पी. सोनी, दीपक दुबे, किषोर रघुवंषी, राजू अवस्थी, आषीष यादव सहित अनेकों कांग्रेस कार्यकर्ता उपस्थित रहें।

जमशेदपुर : डिजिटल इंडिया की ओर रोटरी

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जमशेदपुर  (आर्यावर्त डेस्क) 9 सितम्बर,2018, रोटरी क्लब ऑफ़ जमशेदपुर, दलमा और रोटरी क्लब ऑफ़ जमशेदपुर , मिडटाउन के संयुक्त तत्वावधान में डिजिटल कनेक्ट विषय पर एक सेमिनार का आयोजन किया गया, जिसमे जमशेदपुर के अलावा अन्य शहरों के रोटरी सदस्यों ने भाग लिया . सेमिनार में तय किया गया कि डिजिटल इंडिया की तर्ज पर अब किसी भी जानकारी के लिए माई रोटरी वेबसाइट के जरिये रोटरी क्लब के कार्यक्रमों, क्रियाकलापों, भागीदारी आदि की जानकारी त्वरित प्राप्त की जा सकती है. प्रतिम बनर्जी ने रोटरी क्लब के डिजिलिटीकरण की विस्तृत जानकारी दी.टाटा स्टील और एक्स एल आर आई से सेवानिवृत जीतू सिंह ने लीडरशिप विषय पर जानकारी साझा की. कार्यक्रम में राजन गंडोत्रा ,संदीप नारंग ,अलोक नंदा ,मुरली ,कुसुम ठाकुर ,मोईन खान,मोना बहादुर आदि उपस्थित थे.

2019 में जीत के बाद 50 साल तक अजेय रहेगी पार्टी : अमित शाह

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नयी दिल्ली, नौ सितंबर, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने रविवार को दावा किया कि 2019 का लोकसभा चुनाव भाजपा जीतेगी और 2019 के बाद 50 साल तक पार्टी को हराने वाला कोई नहीं होगा। भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारणी की बैठक के दूसरे एवं अंतिम दिन अमित शाह के संबोधन की जानकारी देते हुए कहा कि 2014 के लोकसभा चुनाव के बाद प्रधानमंत्री समेत पार्टी नेताओं ने जरा भी विश्राम नहीं किया है ।  शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेन्द्र मोदी 300 लोकसभा क्षेत्रों में गए और चुनाव को छोड़ दें तो वे इस दौरान 100 लोकसभा क्षेत्रों में सरकारी कार्यक्रमों में गए । अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले वे शेष संसदीय क्षेत्रों में भी जायेंगे ।  भाजपा अध्यक्ष ने कहा, ‘‘ जहां हमारे प्रधानमंत्री इतनी मेहनत कर रहे हैं तब 2019 का चुनाव तो हम जीतेंगे ही । 2019 के बाद 50 साल तक हमें कोई हटाने वाला नहीं होगा । ’’  रविशंकर प्रसाद ने बताया कि अमित शाह ने अपने इस संदर्भ में कांग्रेस से तुलना करते हुए कहा कि 1947 में कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद कई दशकों तक उसे कोई चुनौती देने वाला नहीं था ।  शाह ने कहा कि देश की राजनीति बदल रही है और देश काम के प्रदर्शन और उम्मीदों के साथ आगे बढ़ रहा है।  भाजपा अध्यक्ष ने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि पार्टी को 22 करोड़ परिवारों से सम्पर्क करना है और एक परिवार में अगर 4..5 लोग हों, तब एक प्रकार से पूरा देश शामिल हो जायेगा ।  उन्होंने कहा कि पार्टी के पास 9 करोड़ कार्यकर्ताओं का कार्पस है जिसमें फोन नंबर, मोबाइल नंबर, पता है और इसके माध्यम से लोगों से प्रभावी ढंग से जुड़ा जायेगा ।

ननों ने शीर्ष पुलिस अधिकारियों पर जांच में रोड़े अटकाने का प्रयास करने का आरोप लगाया

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कोच्चि, नौ सितम्बर ,विभिन्न कैथोलिक सुधार संगठनों ने रोमन कैथोलिक चर्च के बिशप के खिलाफ एक नन द्वारा दायर बलात्कार की शिकायत की जांच में पुलिस की ओर से कथित तौर पर ढिलाई बरते जाने के खिलाफ रविवार को यहां दूसरे दिन प्रदर्शन किया। इस बीच पांच ननों ने शीर्ष पुलिस अधिकारियों पर मामले की जांच में रोड़े अटकाने के प्रयास करने का आरोप लगाया।  कोट्टायम में एक कान्वेंट की ननों ने जालंधर के बिशप फ्रैंको मुलक्कल के खिलाफ जांच अपराध शाखा को सौंपने के कथित रिपोर्टों की निंदा की। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस अधिकारी बिशप फ्रैंको को बचाने के लिए मामले की जांच में देरी करने का प्रयास कर रहे हैं।  प्रदर्शन में शामिल लोगों ने ‘‘अपनी सिस्टर’’ के लिए न्याय की मांग की और उन्होंने वाइकोम के पुलिस उपाधीक्षक के.सुभाष द्वारा की जा रही जांच पर विश्वास जताया। ननों ने दावा किया कि पुलिस अधिकारी बिशप फ्रैंको को बचाने के लिए मामले की जांच में देरी करने का प्रयास कर रहे हैं।  उन्होंने कहा,‘‘हमें पुलिस उपाधीक्षक की जांच में पूर्ण विश्वास है लेकिल शीर्ष पुलिस अधिकारी उन्हें स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच करने नहीं दे रहे हैं।’’  एक नन ने कोट्टायम जिले में कुरविलंगाडू में संवाददाताओं से बातचीत में आरोप लगाया,‘‘उन्हें स्वतंत्र एवं निष्पक्ष ढंग से जांच नहीं करने दी जा रही है। मामले को दबाने के लिए वे जांच में देरी करने का प्रयास कर रहे हैं।’’  ननों ने कहा कि अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए शिकायतकर्ता पर कथित रूप से हमला करने वाले एक निर्दलीय विधायक के खिलाफ उन्होंने कानूनी कार्रवाई शुरू करने का निर्णय लिया है। इस बीच पीड़ित नन के परिवार के सदस्यों ने कहा कि डीएसपी द्वारा की जा रही जांच में उन्हें पूरा भरोसा है और अदालत की निगरानी में जांच की मांग को लेकर उनकी केरल उच्च न्यायालय जाने की भी योजना है। केरल के पुलिस महानिदेशक लोकनाथ बेहरा ने हालांकि कहा कि इस समय जांच को अपराध शाखा को सौंपने के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया है। तिरुवनंतपुरम में पत्रकारों से बातचीत में डीजीपी ने कहा कि उन्होंने एर्नाकुलम रेंज के आईजी विजय सखारे को जल्द से जल्द मामले की जांच पूरी करने के निर्देश दिये है।

कांग्रेस के ‘भारत बंद’ में हिस्सा लेंगी कई विपक्षी पार्टियां, तृणमूल कांग्रेस रहेगी दूर

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नयी दिल्ली, नौ सितंबर, कांग्रेस की ओर से सोमवार को बुलाए गए ‘भारत बंद’ के दौरान कई विपक्षी पार्टियां एकजुट होकर देश में पेट्रोल-डीजल और गैस की कीमतों में बढ़ोत्तरी के विरोध में प्रदर्शन करेंगी। एनसीपी प्रमुख शरद पवार, द्रमुक प्रमुख एम के स्टालिन और वामपंथी नेताओं ने कांग्रेस की ओर से बुलाए गए ‘भारत बंद’ का खुला समर्थन किया है जबकि तृणमूल कांग्रेस ने इस बंद से दूर रहने का निर्णय किया है।  पश्चिम बंगाल में सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस ने कहा है कि जिन मुद्दों पर बंद बुलाया जा रहा है, वह उस पर साथ है, लेकिन पार्टी सुप्रीमो और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की घोषित नीति के मुताबिक वह राज्य में किसी तरह की हड़ताल के खिलाफ है।  कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी सरकार ने पिछले 52 महीनों में देश के लोगों से 11 लाख करोड़ रुपए ‘‘लूटे’’ हैं और भाजपा सरकार चलाने की बजाय ‘‘मुनाफाखोर कंपनी’’ चला रही है।  उन्होंने कहा कि जिस तरह गैस, डीजल और पेट्रोल की कीमतें हर रोज बढ़ रही हैं, उससे किसानों को काफी नुकसान हुआ है।  सुरजेवाला ने कहा, ‘‘हम मांग करते हैं कि पेट्रोल और डीजल को जीएसटी के दायरे में लाया जाए। भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में पेट्रोल और डीजल की आसमान छूती कीमतों का कोई जिक्र नहीं किया गया, क्योंकि उन्हें लोगों के दुख-दर्द से कोई मतलब ही नहीं है।’’  उन्होंने लोगों से अपील की कि वे भाजपा को सत्ता से बेदखल करके देश में बदलाव लाएं।  द्रमुक के अध्यक्ष स्टालिन ने कहा, ‘‘द्रमुक पेट्रोल और डीजल की कीमतों में जबर्दस्त बढ़ोतरी को लेकर भाजपा सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रही कांग्रेस की ओर से बुलाए गए ‘भारत बंद’ को पूरा समर्थन देगा।’’  बंद के आह्वान के मद्देनजर कांग्रेस ने पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील की है कि वे किसी हिंसक प्रदर्शन में शामिल नहीं हों।  इससे पहले, कांग्रेस ने कहा कि कई चैंबर ऑफ कॉमर्स और कारोबारी संगठनों के अलावा 21 विपक्षी दल इस भारत बंद का समर्थन कर रहे हैं। पार्टी की मांग है कि पेट्रोल और डीजल को जीएसटी के तहत लाया जाए जिससे तेल के दाम 15 से 18 रूपये तक गिर सकते हैं। कांग्रेस प्रवक्ता अजय माकन ने एक मीडिया ब्रीफिंग में कहा, ‘‘मैं सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं से बंद को हिंसा मुक्त बनाने का अनुरोध करता हूं। हम महात्मा गांधी की पार्टी के हैं और हमें अपने आप को किसी हिंसा से नहीं जोड़ना चाहिए।’’  रविवार को पेट्रोल और डीजल के दाम नई ऊंचाई पर पहुंच गए। रविवार को पेट्रोल के दामों में 12 पैसे प्रति लीटर और डीजल के दाम में 10 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई।  माकन ने कहा कि उन्हें यह देखकर ‘‘दुख’’ हुआ कि भाजपा की यहां हुई राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में कच्चे तेल के बढ़ते दामों पर चुप्पी साधे रखी गई और महंगाई या रूपये के अवमूल्यन पर कोई चर्चा नहीं हुई। ये ऐसे मामले हैं जो सीधे आम आदमी से जुड़े हैं। 

अवैध घुसपैठियों के लिये भारत को सुरक्षित ठिकाना बनने की इजाजत नहीं देंगे : अमित शाह

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नयी दिल्ली, नौ सितंबर, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने रविवार को कहा कि मोदी सरकार भारत को घुसपैठियों के लिये ‘‘सुरक्षित ठिकाना’’ नहीं बनने देगी। उन्होंने जोर देकर कहा कि सरकार ने देश में अवैध रूप से रह रहे रोहिंग्याओं की पहचान के प्रयास शुरू कर दिए हैं और उन्हें वापस भेजने के इंतजाम किये जाएंगे।  पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने शाह का बयान पारित किया जो असम और दूसरे राज्यों में अवैध प्रवासियों, पूर्वोत्तर राज्यों में राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) की कवायद के मुद्दे के बारे में है।  उन्होंने कहा कि असम में एनआरसी की प्रक्रिया भारत की सुरक्षा और राज्य के आर्थिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक अधिकारों के संरक्षण के लिये जरूरी है।  इस मुद्दे पर भाजपा को निशाना बनाने के लिये विपक्षी दलों की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि जब वे सत्ता में थे उन्होंने असम और दूसरे राज्यों में करोड़ो अवैध प्रवासियों को स्वीकार किया और वे इस समस्या की गंभीरता को समझते हैं।  उन्होंने कहा कि दुनिया का कोई भी देश घुसपैठियों को अपनी जमीन पर रहने की इजाजत नहीं देता लेकिन ‘‘वोट बैंक की सियासत’’ के चलते विपक्षी दल असम और देश के लोगों के अधिकारों की रक्षा के लिये उनके साथ खड़े होने का साहस नहीं दिखा पा रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘वे आज अवैध घुसपैठियों के साथ खड़े दिख रहे हैं।’’ बयान में कहा गया कि भारतीय जनता पार्टी ने यह स्पष्ट कर दिया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार भारत को अवैध घुसपैठियों के लिये सुरक्षित ठिकाना नहीं बनने देगी। 

वसुंधरा ने पेट्रोल, डीजल पर वैट घटाया, राजस्थान में ईंधन ढ़ाई रुपये प्रति लीटर तक सस्ता

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जयपुर, 9 सितंबर, राजस्थान सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर मूल्य वर्धित कर वैट को चार-चार प्रतिशत कम करने की घोषणा रविवार को की। इससे राज्य में पेट्रोल व डीजल ढाई रुपये प्रति लीटर तक सस्ता होगा। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने अपनी राजस्थान गौरव यात्रा के तहत हनुमानगढ़ के रावतसर कस्बे में एक सभा में पेट्रोलियम ईंधन सस्ता करने वाले इस निर्णय की घोषणा की। इसके तहत राज्य में वैट पेट्रोल पर 30 से घटाकर 26 प्रतिशत और डीजल पर 22 से घटाकर 18 प्रतिशत किया गया है। मुख्यमंत्री राजे ने कहा कि राज्य की आम जनता, किसानों व गृहिणियों को राहत देने के लिए राज्य सरकार ने यह कदम उठाया है। उन्होंने कहा कि इससे सरकार को 2000 करोड़ रुपये के राजस्व की हानि होगी। राजे ने यह घोषणा ऐसे समय में की है जबकि मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने पेट्रोल व डीजल के बढ़ते दाम के खिलाफ सोमवार को भारत बंद की घोषणा कर रखी है। पेट्रोल और डीजल की कीमतें रविवार को एक नये रिकॉर्ड पर पहुंच गईं। वैश्विक बाजार में कच्चे तेल के बढ़ते दाम और रुपये में गिरावट से ईंधन की कीमतों में तेजी बनी हुई है। सरकारी ईंधन विपणन कंपनियों द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार रविवार को दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 12 पैसे और डीजल की 10 पैसे प्रति लीटर बढ़ गई। दिल्ली में रविवार को पेट्रोल की कीमत 80.50 रुपये और डीजल की कीमत 72.61 रुपये प्रति लीटर हो गई। यह ईंधन की कीमत का नया उच्च स्तर है। सभी मेट्रो शहरों और अधिकतर राज्यों की राजधानी के मुकाबले दिल्ली में ईंधन की कीमत सबसे कम है। ईंधन के दामों में उछाल की अहम वजह विभिन्न कारणों से कच्चे तेल के बाजार में लगातार तेजी और अमेरिकी डॉलर की रिकार्ड मजबूती है। इससे कुल मिला कर कच्चे तेल का आयात महंगा हुआ है। भारत को अपनी जरूरत का 80 प्रतिशत से अधिक तेल आयात करना होता है।

भत्ता वापस लेने के आदेश पर एयरइंडिया के चालकों ने दी हड़ताल की चेतावनी

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मुंबई, नौ सितंबर, सार्वजनिक विमानन कंपनी एयर इंडिया के पायलटों के एक धड़े ने एयरलाइन के एयरबस बेड़े के पायलटों को पिछले ढाई साल में दिए गए उड़ान ओवर-टाइम ड्यूटी भत्ते को वापस लेने के प्रबंधन के निर्णय का विरोध किया और इस निर्णय को वापस लेने की मांग की है।  उन्होंन चेतावानी दी है कि ऐसा न होने पर वे हड़ताल करेंगे।  इंडियन कॉमर्शियल पायलट्स एसोसिएशन ने कंपनी के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक प्रदीप सिंह खरोला को शनिवार को लिखे पत्र में यह मांग की। संगठन ने कहा कि यह भत्ता जनवरी 2016 में नागर विमानन मंत्रालय के प्रस्ताव पर दिया जा रहा था। उसने कहा कि प्रबंधन ने उससे इस बारे में उनसे बात तक नहीं की।

नेपाल में नया सेना प्रमुख नियुक्त

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काठमांडू, 9 सितम्बर, नेपाली राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी ने रविवार को जनरल पूर्ण चंद्र थापा को देश का नया सेना प्रमुख नियुक्त किया। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, राष्ट्रपति कार्यालय से जारी एक बयान में कहा गया है कि राष्ट्रपति भंडारी ने नवनियुक्त सेना प्रमुख को राष्ट्रपति भवन में एक विशेष समारोह में पद की शपथ दिलाई। सेना मुख्यालय के अनुसार, राष्ट्रपति ने जनरल थापा को नेपाली सेना का 43वां प्रमुख नियुक्त किया, जिन्होंने 1979 में एक ऑफिसर कैडेट के रूप में सेना से जुड़े थे। नए सेना प्रमुख ने जनरल राजेंद्र छेत्री का स्थान लिया है, जो रविवार को सेवानिवृत्त हो गए। नए सेना प्रमुख ने 39 वर्षो की अपनी सेना के दौरान कंपनी कमांडर और बटालियन कमांडर सहित विभिन्न पदों पर अपनी सेवाएं दी है। जनरल थापा का जन्म 1960 में पश्चिमी नेपाल के एक पहाड़ी जिले, लामजुंग में एक सैन्य परिवार में हुआ था।

मोदी ने दिया नया नारा 'अजेय भारत अटल भाजपा'

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नई दिल्ली, 9 सितम्बर, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के दूसरे दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए एक नया नारा दिया 'अजेय भारत अटल भाजपा'। मोदी ने कहा कि कांग्रेस झूठ पर चुनाव लड़ती है और विपक्ष के पास न नेता है न नीति है और न रणनीति है। विपक्ष पर तंज कसते हुए मोदी ने कहा, "जो लोग एक साथ चल नहीं सकते, एक दूसरे को देख नहीं सकते, आज वे गले लगने को मजबूर हैं। हमारी सफलता यही है कि हमारे काम ने इन लोगों को साथ आने पर मजबूर कर दिया।"भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी की दो दिवसीय बैठक की समाप्ति के बाद केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने मीडिया को प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन की जानकारी दी। मोदी ने कहा, "कोई भी पार्टी कांग्रेस के नेतृत्व को स्वीकार करने को तैयार नहीं है। छोटी से छोटी पार्टी भी कांग्रेस का नेतृत्व नहीं चाहती है। कांग्रेस के अंदर भी यही स्थिति है।"महागठबंधन पर मोदी ने कहा, "2019 में महागठबंधन को लेकर भाजपा को चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। महागठबंधन की न विचारधारा है और न ही उनके पास नेतृत्व है और नीयत भ्रष्ट है। हमारा काम हम जनता तक पहुंचाएंगे।"उन्होंने कहा कि वे 2019 में किसी भी तरह की चुनौती नहीं देखते। लोकतंत्र में विपक्ष का होना जरूरी है, उन्हें प्रश्न पूछने चाहिए, लेकिन जो सरकार चलाने में असफल रहे, वे विपक्ष की भूमिका में भी असफल रहे। भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के दूसरे दिन रविवार को केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने राजनीतिक प्रस्ताव पेश किया, जिसमें कहा गया है कि 2022 तक देश से जातिवाद, संप्रदायवाद, आतंकवाद और नक्सलवाद खत्म होगा। प्रस्ताव के मुताबिक, केंद्र सरकार भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर रही है और इसकी वजह से उन्हें देश छोड़कर भागना पड़ रहा है। भाजपा के प्रस्ताव के मुताबिक, कार्यकारिणी में एनआरसी के मुद्दे पर भी चर्चा हुई, जिसमें कहा गया कि घुसपैठियों के लिए देश में कोई जगह नहीं है। अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान के सिख, बौद्ध, ईसाई, हिंदू शरणार्थी अगर देश में आते हैं तो उनकी मदद की जाएगी। प्रकाश जावड़ेकर ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि राजनाथ सिंह ने भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में राजनीतिक प्रस्ताव रखा, जिसे कार्यसमिति ने पारित कर दिया। इस प्रस्ताव में विश्वास जताया गया कि न्यू इंडिया का सपना पूरा होकर रहेगा। बैठक में कहा गया कि 2014 से भाजपा ने 15 राज्यों में चुनाव जीते हैं और 20 राज्यों में सरकार में है। विपक्ष 10 राज्यों में है और कांग्रेस सिर्फ तीन राज्यों में सिमट कर रह गई है, इसलिए सत्ता पाने के लिए विपक्ष परेशान है और महागठबंधन जैसा विकल्प ढूंढ़ रहा है। विपक्ष के पास कोई नेता नहीं है, इसीलिए उसका एक मात्र लक्ष्य 'मोदी रोको'है।

मोदी बताएं, देश की जनता उन्हें किस चौराहे पर सजा दे : सिंधिया

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भोपाल, 9 सितंबर, सांसद और मध्यप्रदेश कांग्रेस की चुनाव प्रचार अभियान समिति के अध्यक्ष ज्योतिरादित्य सिंधिया ने नोटबंदी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किए गए ऐलान पर तंज कसते हुए कहा, "मोदी बताएं कि उनके इस अपराध के लिए देश की जनता उन्हें किस चौराहे पर सजा दे।"बुंदेलखंड और विंध्य क्षेत्र के दौरे पर आए सिंधिया ने कहा, "इस समय देश में एक ऐसी सरकार है, जिसने तानाशाही वाले तरीके से एक गैर लोकतांत्रिक फैसला कर नोटबंदी का ऐलान कर दिया, इसके चलते इस देश की अर्थव्यवस्था के इंजन से तेल ही निकाल लिया गया। नोटबंदी के लागू होने के बाद लोगों को अपनी ही रकम हासिल करने के लिए कई हफ्तों तक लाइन में लगना पड़ा और इसमें 125 लोगों की जान तक चली गई। जान गंवाने वालों के लिए प्रधानमंत्री के मुंह से संवेदना के दो शब्द तक नहीं निकले।"सिंधिया ने कहा, "प्रधानमंत्री मोदी ने देश से 50 दिन का समय मांगते हुए कहा था कि अगर इस अवधि में हालात न सुधरें तो देश की जनता उन्हें जो चाहे, जिस चौराहे पर चाहे बुलाकर सजा दे, अब मोदीजी स्वयं बताएं कि देश की जनता उन्हें किस चौराहे पर सजा दे।"नोटबंदी के समय सरकार की ओर से किए गए दावों का जिक्र करते हुए सांसद ने कहा, "प्रधानमंत्री का दावा था कि तीन लाख करोड़ से ज्यादा की रकम वापस नहीं आएगी, मगर 99़ 30 प्रतिशत रकम बैंकों में वापस आ चुकी है, इसके अलावा भारत की मुद्रा भूटान, नेपाल आदि देशों में चलती है और उसका ब्यौरा आना अभी बाकी है। सरकार के सारे दावे फेल हुए हैं। गरीब जनता को नाहक परेशानी का सामना करना पड़ा। माताओं-बहनों ने आड़े वक्त में काम आने के लिए जो पैसे रखे थे, उन्हें मजबूरन वे पैसे निकालने पड़े। बच्चों को अपने गुल्लक तक फोड़ने पड़े। हजारों लोग बेरोजगार हो गए। इतनी तबाही का उन्हें आखिर फायदा क्या मिला? सरकार अब इस पर चुप है।"

सिंधिया ने आगे कहा कि नोटबंदी के समय कालाधन, आतंकवाद और जाली नोट की समस्या का खात्मा हो जाने का दावा किया गया था, मगर हुआ क्या यह भी तो सरकार बताए। कालाधन कहां गया, आतंकवाद बंद हुआ क्या? जाली नोटों पर रोक लगी क्या? एटीएम ही जाली नोट उगलने लगी। एक झटके में 86 प्रतिशत मुद्रा को चलन से बाहर कर देने का फैसला देशहित में बिल्कुल नहीं था। यह देश के साथ सरासर अन्याय था और देश की जनता के साथ बहुत बड़ा धोखा था। देश में सरकार और उसकी पार्टी की विचारधारा से असहमति जताने वालों पर हो रहे हमलों के सवाल पर सिंधिया ने कहा, "पहले तो यह दल सिर्फ कांग्रेस पर ही हमला करता था, मगर अब हर वर्ग उसके निशाने पर पर हैं। सहयोगी दल चाहे शिवसेना हो, टीडीपी हो या अन्य सभी का इस दल ने बुरा हाल कर रखा है। लेखक, साहित्यकार और अब तो पत्रकार भी इस दल के जुल्मों से अछूते नहीं हैं। देश में इस समय ऐसी सरकार है, जो किसी भी असहमति से सहमति नहीं रखती।"मध्यप्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव और गठबंधन की संभावनाओं को लेकर पूछे गए सवाल पर सिंधिया ने कहा, "गठबंधन सीटों की संख्या के आधार पर नहीं, बल्कि विचारधारा के आधार पर होगा, जो भी दल अपने को कांग्रेस की विचारधारा के करीब पाते हैं, उन सभी दलों से गठबंधन किया जाएगा। आगामी चुनाव में भाजपा की हार तय है, प्रदेश का हर वर्ग इस सरकार से परेशान है और वह हर हाल में बदलाव के लिए तैयार है।"

बिहार : पद से कहीं ऊंचा है कांस्टेबल रंजीता का कद

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मुंगेर (बिहार), 9 सितंबर, आमतौर पर माना जाता है कि किसी भी व्यक्ति की पहचान उसके पद से होती है, मगर बिहार के मुंगेर जिला पुलिस बल की आरक्षी (कांस्टेबल) रंजीता ने इसे गलत साबित कर दिया। रंजीता ने अपनी मेहनत और जज्बे की बदौलत मात्र 32 साल की उम्र में खुद का कद अपने पद से बड़ा कर लिया है। बिहार के भोजपुर जिले की रहने वाली रंजीता सिंह मुंगेर जिले के नक्सल प्रभावित क्षेत्र में जब कांस्टेबल के पद पर नियुक्त हुई थीं, तब यह कोई नहीं जानता था कि वह इस क्षेत्र में एक बेमिसाल कहानी रच डालेंगी। भारतीय महिला फुटबॉल टीम की सदस्य रह चुकीं रंजीता पिछले 10 साल से बच्चों को फुटबॉल का प्रशिक्षण दे रही हैं। अब यहां से प्रशिक्षित खिलाड़ी राष्ट्रीय टीम में अपनी जगह बना रहे हैं। रंजीता मुंगेर जिला पुलिस बल में वर्ष 2008 में कांस्टेबल के तौर पर शामिल हुई थीं। उनके लिए यह जगह नई नहीं थी, क्योंकि पिता की नौकरी के दौरान वह कुछ समय तक उनके साथ यहां रह चुकी थीं। उन्होंने , बताया, "जब मैं छोटी थी तो गंगा किनारे छोटे बच्चों को लोगों का सामान ढोते देखती थी। इसके बदले मिले पैसों से बच्चे नशा किया करते थे। कांस्टेबल की नौकरी मिलने के बाद मैंने इन बच्चों को इकट्ठा किया और इनका नामांकन स्कूल में कराया। कुछ दिन बाद उन्हें फुटबॉल का प्रशिक्षण देना शुरू किया। उसके बाद से यह काम बदस्तूर जारी है।"मलिन बस्तियों में रहने वाले बच्चों को समान अवसर उपलब्ध कराने के लिए रंजीता ने उन्हें फुटबॉल का प्रशिक्षण देना शुरू किया और बाद में उन्हें पढ़ाई से भी जोड़ा। कूड़ा-कचरा बीनने वाले बच्चों को साथ लेकर रंजीता ने 'चक दे फुटबॉल क्लब'बनाया, जिसमें न सिर्फ बच्चों को फुटबॉल का प्रशिक्षण दिया, बल्कि सुबह और शाम में एक निजी शिक्षक की मदद से उन्हें ट्यूशन भी देना शुरू किया। विकास, भोला, अमरदीप सहित लगभग आधे दर्जन बच्चे आज दानापुर आर्मी ब्याज और साईं सेंटर का हिस्सा बन चुके हैं। रंजीता के इस कार्य में उनकी सहेली सुषमा बेसरा भी हाथ बंटा रही हैं। रंजीता इन दिनों भागलपुर के मिर्जाचौकी क्षेत्र के 35 आदिवासी बच्चों को प्रशिक्षित कर रही हैं। इन्हें वे मुंगेर स्थित अपने आवास पर नि:शुल्क आवासीय सुविधा तक उपलब्ध करा रही हैं। रंजीता बताती हैं कि मुंगेर के चार बच्चे पिछले वर्ष राष्ट्रीय फुटबॉल अंडर-13 टीम में, जबकि दो बच्चे राष्ट्रीय फुटबॉल टीम अंडर-19 में चयनित हुए हैं। सबसे बड़ी बात है कि रंजीता ने पुलिस में अपनी ड्यूटी करते हुए इन बच्चों को फुटबॉल का प्रशिक्षण दिया है।

रंजीता ऐसे बच्चों को प्रशिक्षण देती हैं जो आर्थिक रूप से बहुत कमजोर हैं। बकौल रंजीता, "इस काम के लिए मुझे न तो किसी औद्योगिक घराने से कोई मदद मिली और न ही सरकार से। अपने वेतन और समय-समय पर वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की मदद से ही बच्चों को प्रशिक्षण दे रही हूं। उन्हें खेल सामग्री भी समय-समय पर पुलिस अधिकारी ही उपलब्ध कराते हैं।"रंजीता प्रशिक्षण के दौरान अपने बच्चों को पूर्व राष्ट्रपति ए़ पी़ जे. अब्दुल कलाम की उस पंक्ति को जरूर याद कराती हैं, जिसमें उन्होंने ऊंचे सपने देखने की बात कही थी। पिछले दिनों राज्य के पुलिस महानिदेशक अभयानंद ने अपने मुंगेर दौरे के दौरान रंजीता से मुलाकात की थी। पुलिस महानिदेशक ने इस काम के लिए शाबाशी देते हुए रंजीता को पांच हजार रुपये का पुरस्कार दिया था। पिछले महीने रंजीता को भागलपुर में तिलकामांझी राष्ट्रीय सम्मान से सम्मानित किया गया है। बिहार पुलिस अकादमी के महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडेय और तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य नलिनी कांत झा ने उसके कार्यो की सराहना की है। रंजीता इन कामों में मदद के लिए सामाजिक कार्यकर्ता और पत्रकार कुमार कृष्णन की भी तारीफ करती हैं। रंजीता कहती हैं, "मुझे खुशी है कि मैं ऐसे बच्चों के लिए कुछ बेहतर कर पा रही हूं। मैंने फुटबॉल खेल के माध्यम से ही पुलिस की नौकरी हासिल की। आज जिला व राज्य को बेहतर फुटबॉल खिलाड़ी देने का प्रयास कर रही हूं।"रंजीता को इस काम में अपने परिजनों का भी सहयोग मिलता है। वह कहती हैं, "मेरे फैशन डिजाइनर पति रौशन राज भी इस कार्य से प्रसन्न हैं। वे जब भी यहां आते हैं, इन बच्चों की जरूरतों के बारे में पूछकर उसे पूरा करने की कोशिश करते हैं।"

दिलीप कुमार अभी भी आईसीयू में, हालत में सुधार

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मुंबई, 9 सितम्बर, | दिग्गज अभिनेता दिलीप कुमार के स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है। उन्हें यहां के लीलावती अस्पताल में निमोनिया के इलाज के लिए गहन चिकित्सा कक्ष में भर्ती कराया गया है। दिलीप कुमार के एक पारिवारिक दोस्त ने यह जानकारी दी। दिलीप कुमार (95) को बुधवार को बांद्रा के लीलावती अस्पताल व रिसर्च सेंटर में भर्ती कराया गया। उन्हें सीने में संक्रमण की वजह से असहज महसूस करने के बाद अस्पताल ले जाया गया। दिलीप कुमार के आत्मकथा लेखक उदय तारा नायर ने कहा, "वह आईसीयू में हैं और उनकी हालत में सुधार हो रहा है। उन्हें एंटीबॉयोटिक दी जा रही है।"उनकी पत्नी व अभिनेत्री सायरा बानो उनके साथ हैं। देश के सबसे दिग्गज अभिनेताओं में से एक दिलीप कुमार ने 'कोहिनूर', 'मुगल-ए-आजम', 'शक्ति', 'नया दौर'व 'राम और श्याम'में अभिनय किया है। वह अंतिम बार सिल्वर स्क्रीन पर 1998 में 'किला'में नजर आए थे।

ऐश्वर्य रॉय को मिला मेरिल स्ट्रीप अवार्ड

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वाशिंगटन, 9 सितम्बर, अभिनेत्री ऐश्वर्य राय बच्चन को अभिनय की दुनिया में उत्कृष्ट काम के लिए 'वीमेन इन फिल्म एंड टेलीविजन (डब्ल्यूआईएफटी) इंडिया अवार्ड्स'में प्रथम मेरिल स्ट्रीप अवार्ड से सम्मानित किया गया। पुरस्कार समारोह में वह अपनी बेटी अराध्या और मां के साथ शामिल हुईं। पूर्व विश्व सुंदरी ने रविवार को इंस्टाग्राम पर अपने प्रशंसकों और शुभेच्छुओं का शुक्रिया अदा किया। उन्होंने लिखा, "भारत और पूरी दुनियाभर से मेरे प्रशंसकों को हृदय से धन्यवाद। आप मेरी प्रेरणा और शक्ति हैं। ईश्वर कृपा रखें और मेरा प्यार।"उन्होंने कुछ तस्वीरें भी साझा कीं, जिसमें वह ट्राफी के साथ हैं। फोटो में अराध्या और उनकी मां साथ खड़ी हैं। ऐश्वर्य के अलावा निर्देशन में उत्कृष्ट काम के लिए जोया अख्तर को वाइलर अवार्ड से और फिल्म 'धड़क'की अभिनेत्री जाह्न्वी कपूर (श्रीदेवी की बेटी) को डब्ल्यूआईएफटी एमरैल्ड अवार्ड से नवाजा गया। 'वीमेन इन फिल्म एंड टेलीविजन (डब्ल्यूआईएफटी) इंडिया अवार्ड्स'हॉलीवुड और बॉलीवुड में बेहतर काम करने वाली अभिनेत्रियों को दिया जाता है।

बिहार : भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी का भारत बंद का बिहार में व्यापक असर रहा

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पटना (आर्यावर्त डेस्क) 10 सितम्बर, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव सत्यनारायण सिंह ने कहा कि वामदलों के आह्वान पर पेट्रोलियम पदार्थों एवं रुपए के अवमूल्यन के खिलाफ सोमवार को आयोजित भारत बंद का बिहार में व्यापक असर रहा। वामदलों के कार्यकर्ता सुबह से ही सड़कों पर उतर कर यातायात को बाधित किया। राज्य के कई हिस्सों में ट्रेन रोकी गई और राष्ट्रीय राजमार्ग जाम किया गया। निजी प्रतिष्ठान बंद कराए गए और सरकारी कार्यालय में कम उपस्थित रही। बन्द को लोगों का व्यापक जनसमर्थन मिला। भकपा के 25 हजार से ज्यादा कार्यकर्ता ने गिरफ्तारी दी। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही मोदी सरकार के उल्टी गिनती शुरू हो गई है। केंद्र की मोदी और बिहार की नीतीश सरकार का विदाई का एलान हो चुका है। मोदी सरकार में पेट्रोल की कीमत प्रति लीटर 87, डीजल76 रुपये और घरेलू गैस की कीमत 917 रुपये प्रति सिलिंडर हो गया है। उन्होंने कहा कि बंद में भाकपा माकपा भाकपा माले अखिल भारतीय फॉरवर्ड 11ब्लॉक आरएसपी एसयूसीआई शामिल थे साथियों विपक्षी दलों के लोगों ने भी बंद में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया बंद की सफलता से साफ हो गया है कि मोदी सरकार के खिलाफ लोगों में गुस्सा है इसका परिणाम अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में देखने को मिलेगा जिस मोदी सरकार ने महंगाई कम करने पेट्रोलियम पदार्थों की कीमत कम करने काला धन विदेशों से वापस लाने और बेरोजगारों को साल में दो करोड़ रोजगार उपलब्ध कराने के नारे के साथ सत्ता में आई थी उसमें से एक भी वादे मोदी सरकार पूरे नहीं कर पाई उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी में दिए गए बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी या भूल जाते हैं यह देश नेता नहीं नीति के आधार पर चलता है। 1977,1989,1991,1996 और 2004 में हुए लोकसभा चुनाव में कोई नेता नहीं था उन्होंने कहा कि यह देश नीति के आधार पर चलेगी नेता के आधार पर लोकसभा चुनाव के बाद राजनीतिक पार्टियां बैठकर अपना नेता चुन लेगी। पटना में राज्य सचिव सत्यनारायण सिंह, राज्य सचिव मण्डल सदस्य रामनरेश पांडेय, जानकी पासवान, कपिलदेव यादव, पटना जिला सचिव रामलला सिंह, राज्य कार्यकारिणी सदस्य रविन्द्र नाथ राय, किसान नेता अशोक प्रसाद सिंह, बिहार महिला समाज की राजश्री किरण, इरफान अहमद, एआईवाईएफ के प्रदेश अध्यक्ष सुधीर कुमार, एआईएसएफ के राज्य अध्यक्ष रंजीत पंडित, राज्य सचिव सुशील कुमार आदि शामिल थे।बेगूसराय खगड़िया मधुबनी दरभंगा पूर्वी चंपारण पश्चिमी चंपारण भागलपुर समस्तीपुर अरवल जहानाबाद बक्सर गाया बांका जमुई पटना सहित बिहार के सभी 38 जिलों में भारतीय कमुनिस्ट पार्टी के कार्यकर्ताओं ने बढ़ चढ़कर भारत में भाग लिया। देश की जनता पर बढ़ते असहनीय आर्थिक बोझ चिंता का विषय है। पेट्रोल, डीजल, घरेलू गैस की कीमत की गई बेतहासा वृद्धि के खिलाफ भारत बंद की घोषणा की गई है। पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतों से दैनिक जरूरत की सभी वस्तुएं महंगी हो गई है । जिंदगी दूभर बन गया है। कीमत में की गई बढ़ोतरी का नकारात्मक असर जीवन के हर छेत्र में देखने को मिल रहा है। देश के किसान पहले से ही अपनी समस्याओं से जुझ रहे हैं। पेट्रोलियम पदार्थों की कीमत में बढ़ोतरी से खेती पर भी नकारात्मक असर पड़ा है।इस मूल्य बढ़ोतरी का असर चहुमुंखी है। इसका आर्थिक विकास पर नारात्मक असर पड़ा है। नौकरी लगातार ख़त्म की जा रही है।नये रोजगार पैदा नहीं किये जा रहे हैं।नए रोजगार पैदा नहीं होना गम्भीर सन्देश दे रहा है।ऊपर से रुपये की लगातार अवमूल्यन मोदी सरकार की गलत आर्थिक नीति की ही परिणीति है। देश के किसान कृषि लागत में कम करने, लाभकारी मूल्य की प्राप्ति एवं सभी तरह के कर्ज की माफी के लिए आंदोलन करते हैं। उन्हें राहत तो नहीं मिलती है, लेकिन लाठी एवं मुकदमे जरूर झेलने पड़ते हैं। दूसरी ओर यही सरकार कारपोरेट घरानों के द्वारा लिए गए लाखों रुपये का कर्ज एनपीए में डाल रही है।मोदी सरकार ने कारपोरेट घरानों की चार लाख करोड़ रुपये की कर्ज चार सालों में माफ् की है। लाखों करोड़ रुपये कारपोरेट घरानों ने एनपीए के नाम पर डकार चुके हैं।इससे सार्वजनिक बैंकों को बुरी स्थिति में पहुँचा दिया है। उन्होंने कहा कि राफेल लड़ाकू विमान खरीद घोटाला एवं अन्य सौदों में क्रोनी पूंजीवाद अपना असर दिखा रहा है। किसी तरह की जांच से सीधा इनकार करना घोटाले पर सीधा पर्दा डाल देना है। कालाधन लाने का आश्वाशन था,कालाधन आया तो नहीं, लेकिन इसकी कानूनी मान्यता मिल गई। जनता को जीवन से रूबरू समस्याओं से ध्यान भटकाने के लिए, अपनी असफलता के अंबार को ढकने के लिए हिंसा और घृणा समाज में फैलाया जा रहा है।कार्यकर्ताओं, बुद्धिजीवियों की हत्या, पिटाई, या गिरफ्तारी बढ़ती जा रही है।फासीवादी ताकते कई संवैधानिक पदों पर बैठ कर अपनी कुटिल चाल चल रहा है।लेकिन हम उनकी कुटिलताओं को सफल नहीं होने देंगे। ऐसी परिस्थितियों का प्रतिरोध करने हेतु वामपंथी पार्टियों ने10 सितम्बर को राष्ट्रव्यापी हड़ताल का आह्वान किया था। बिहार में तमाम गरीब हितैसी योजनाएं भ्रष्टाचार की शिकार है।जिससे बिहार के किसानों, मजदूरों एवं सभी तबके के श्रमजीवी जनता पर केंद्र सरकार की जनविरोधी नीतियों का गम्भीर असर पड़ रहा है और उनका जीवन दूभर हो गया है।

बिहार :पटना में सड़कों पर उतरे वामपंथी पार्टियों के कार्यकर्ता, डाकबंगला चैराहे को किया जाम.

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अखिल भारतीय हड़ताल-बंद के दौरान बिहार में ट्रेन-बस सेवा बाधित, बंद का व्यापक असरनवादा में बंद समर्थकों पर पुलिस लाठीर्चा सरकार की हद दर्जे की संवेदनहीनता.
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पटना 10 सितंबर 2018, पेट्रोल-डीजल-रसोई गैस की कीमत में अभूतपूर्व बढ़ोतरी, कमरतोड़ महंगाई, राफेल घोटाला, मानवाधिकार कार्यकर्तााओं का दमन और लोकतंत्र पर लगातार हमले के खिलाफ वाम दलों के अखिल भारतीय आम हड़ताल-बंद का आज पूरे बिहार में व्यापक असर देखा गया. अहले सुबह वाम कार्यकर्ता सड़क पर उतर गए और कई स्थानों पर रेलवे के परिचालन को पूरी तरह बाधित कर दिया. पटना में सुबह 8 बजे माले कार्यकर्ताओं ने गांधी मैदान स्थिति जेपी गोलबंर को जाम कर दिया. बाद में गांधी मैदान से बंद के समर्थन में वाम दलों का संयुक्त मार्च निकला और फ्रेजर रोड होते हुए डाकबंगला चैराहे तक गया. दरभंगा में माले कार्यकर्ताओं ने सुबह 5 बजे ही कमला-गंगा सुपर फास्ट पैसेंजर के परिचालन को बाधित किया. समस्तीपुर-दरभंगा पैसेंजर को भी रोका गया. आरा में माले की केंद्रीय कमिटी के सदस्य राजू यादव के नेतृत्व में माले कार्यकर्ताओं ने डीमयू के परिचालन को बाधित किया. नालंदा के राजगीर में श्रमजीवी एक्सप्रेस के परिचालन को घंटे भर के लिए ठप्प किया गया. भोजपुर के आरा शहर में माले विधायक सुदामा प्रसाद के नेतृत्व में माले कार्यकर्ताओं ने सुबह 6 बजे से ही आरा बस स्टैंड को पूरी तरह जाम कर दिया. इासमें माले नेता राजनाथ पासवान, संगीता सिंह आदि भी शामिल थीं. आरा में इंसाफ मंच के भी कार्यकर्ता सड़क पर उतरे. दरभंगा में माले कार्यकर्ताओं ने दरभंगा-बहेड़ी पथ को मिर्जापुर कौआही, एनएच 105 को केवटी डोम चैक पर जाम किया. मुजफ्फरपुर में एनएच 57 को बोचहां व गायाघाट तथा एनएच 107 को हाजीपुर तुर्की एनएच 28 को सकरा के सुजावलपुर व बंदरा के बड़गांव में बाधित किया गया. बिहारशरीफ, हिलसा, इसलामपुर, राजगीर, परवलपुर आदि जगहों पर सुबह 6 बजे ही माले कार्यकर्ता सड़क पर उतर गए. हिलसा में माले के अनेकों प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया. वैशाली में राधारमण चैक को जाम किया गया. जिसका नेतृत्व अखिल भारतीय किसान महासभा के बिहार राज्य सचिव विशेश्वर प्रसाद यादव ने किया.गया में माले वे वाम दलों के कार्यकर्ताओं ने जिला मुख्यालय समेत सभी प्रखंड मुख्यालयों व बाजारों को बंद कराया. अरवल में माले जिला सचिव महानंद के नेतृत्व में भगत सिंह चैक को जाम किया गया और अरवल-जहानाबाद पर परिचालन बाधित कराया गया. पश्चिमी चंपारण में माले व वाम दलों के कार्यकर्तााअें नेस्टेशन परिसर से संयुक्त रूप से जुलूस निकाला. इसके अलावा सुगौली, व हरिसिद्धि में भी भाकपा-माले ने बाजार को बंद कराया. नवादा में बंद समर्थकों पर लाठीचार्ज किया गया. यहां तक कि स्कूली बच्चे पर भी पुलिस ने लाठियां भाजीं. बक्सर के सोनबरसा में बंद का व्यापक असर दिखा. इसके अलावा जहानाबाद, सिवान, दरभंगा, समस्तीपुर, बेगूसराय, भागलपुर, रोहतास, पश्चिमी चंपारण, खगड़िया, बांका, कटिहार आदि जगहों पर भी बंद का व्यापक असर दिखा.

विशेष आलेख : “मदारी” शिवराज के आगे कमजोर पड़ते कमलनाथ ?

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मध्यप्रदेश में पिछले तीन महीने की सरगर्मियों को देखें तो कांग्रेस भाजपा के मुकाबले चुनावी तैयारियों में पीछे नजर आ रही है. कांग्रेस अभी भी आपसी गुटबाजी में उलझी हुई है उसका पूरा फोकस आपसी मतभेद खत्म करने और कार्यकर्ताओं को मनाने पर ही अटका हुआ है. वहीं दूसरी तरफ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जनआशीर्वाद यात्रा के जरिये सीधे मतदाताओं के बीच पहुँच कर ना केवल अपनी सरकार की उपलब्धियों को गिना रहे हैं बल्कि नई घोषणायें किये जा रहे हैं. उनकी यात्रा में अच्छी-खासी भीड़ भी जुड़ रही है. कांग्रेस शिवराज के इस यात्रा का जवाब नहीं दे पा रही है, इसके जवाब में जीतू पटवारी के अगुवाई में निकाली गयी “जन जागरण यात्रा” अपना प्रभाव छोड़ने में नाकाम रही है. खुद कांग्रेसी कह रहे हैं कि शिवराज की जनआशीर्वाद यात्रा के मुकाबले कांग्रेस के प्रयास नाकाफी हैं.  इस बीच भाजपा ने स्पष्ट कर दिया है कि इस बार भी उसका चेहरा शिवराज होंगें जबकि चेहरे को लेकर कांग्रेस की उलझन अभी भी बनी हुई है. शिवराज के मुकाबले कौन होगा पार्टी के पास अभी भी इसका कोई जवाब नहीं है.  सत्ताधारी भाजपा आक्रामक है, सत्ता विरोधी लहर को कम करने के लिये भाजपा अपने पंद्रह साल के शासन की तुलना दिग्विजय सिंह के काल से कर रही है. वहीँ कांग्रेस कंफ्यूज नजर आ रही है, ऐसा लगता है उसे समझ नहीं आ रहा है कि वो सत्ता में है या विपक्ष में. वो अपनी पुरानी कमियों, गलतियों को चाह कर भी सुधार नहीं पा रही है और ना ही चुनाव के लिये कोई कामन थीम तय कर पा रही है. 

कांग्रेस के लिये अगले तीन महीने बहुत कीमती साबित होने वाले हैं, इस दौरान अगर कांग्रेस अपने आप को एकजुट करके मुकाबले में पेश नहीं कर पायी तो शिवराजसिंह का इतिहास रचना तय है. भाजपा चौथी बार सत्ता में होगी और मध्यप्रदेश में कांग्रेस के अस्तित्व पर ही सवाल खड़ा हो जाएगा. मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सबसे बड़ी समस्या गुटबाजी और भितरघात अभी भी बनी हुई है. कमलनाथ जैसे वरिष्ठ नेता के प्रदेशाध्यक्ष बनने के बावजूद भी गुटबाजी बनी हुई है, बिना एकजुटता और बिना कामन थीम के क्षत्रप अपने अपने तरीके से चुनावी तैयारी करते हुये नजर आ रहे हैं. शायद इसीलिए अभी तक पार्टी संगठन स्तर पर ही तैयारियां करती हुई नजर आई है जिसकी वजह से मामला बैठक और सम्मेलनों तक ही अटका हुआ है. मध्यप्रदेश में पहले के मुकाबले इस बार कांग्रेस बेहतर स्थिति में दिखाई पड़ रही है इसी वजह से कांग्रेसी चुनाव जीता हुआ मान रहे हैं लेकिन ये गलतफहमी कांग्रेस को बहुत भारी पड़ सकती है. सत्ताधारी पार्टी होने के बावजूद ज़मीनी स्तर पर भाजपा ज्यादा सक्रिय नजर आ रही है इस स्थिति को देखते हुये राहुल गांधी ने बैठक करने के बजाये जनता के बीच जाने पर ज्यादा जोर देने को कहा है. 

रही कही कसर कांग्रेस पार्टी के मुखपत्र माने जाने वाले अख़बार नेशनल हेराल्ड ने पूरी कर दी है जिसने अपने वेबसाइट पर एक अनजाना सा चुनाव पूर्व सर्वे प्रकाशित किया है जिसमें मध्यप्रदेश में भाजपा को एकबार फिर बहुमत मिलता हुआ दिखाया गया है.  करीब तीन महीने पहले अनुभवी नेता कमलनाथ को पीसीसी अध्यक्ष और युवा नेता ज्योति राव सिंधिया को चुनाव प्रचार अभियान समिति की कमान सौंपी गयी थी जिसके बाद उम्मीद की जा रही थी कि अंदरूनी गुटबाजी पर लगाम कसेगा और राज्य में पार्टी की जीत की संभावनायें मजबूत होगीं. लेकिन अभी तक ये उम्मीद पूरी होती नजर नहीं आयी है और कांग्रेस अपने खिलाफ बनी धारणाओं को खत्म करने में नाकाम साबित हुई है. इस दौरान कमलनाथ का फोकस संगठन पर रहा है लेकिन इसी चक्कर में मैदान खाली छोड़ दिया गया है, सूबेदार के तौर पर कमलनाथ का अभी तक प्रदेश का दौरा शुरू भी नहीं हुआ है. उन्होंने खुद को अभी संगठन की बैठकों तक ही सीमित किया हुआ है. प्रदेश भर में सत्ता विरोधी आक्रोश का प्रदर्शन जारी है लेकिन इसमें कांग्रेस पार्टी कहीं नजर नही आ रही है. कमलनाथ ने बसपा के गठबंधन को लेकर काफी जोर लगाया है लेकिन बात अभी तक बनी नहीं है. उल्टे बसपा के साथ गठबंधन पर जरूरत से ज्यादा जोर देने की वजह से बसपा के भाव बढ़ गये है और वो अपनी शर्तों पर मोल-भाव की स्थिति में आ गयी है. अब बसपा की तरफ से कहा जा रहा है कि “यदि मध्यप्रदेश में सम्मानजनक सीटें मिलेंगी तभी हम गठबंधन को तैयार होंगें”. इस तरह से कमलनाथ के उतावलेपन का विपरीत असर पड़ा है और सीटों के बंटवारे को लेकर पेंच अड़ा हुआ है.

इधर आपसी खींचतान है कि थमने का नाम ही नहीं ले रही है. संगठन में बदलाव के बावजूद नेताओं के बीच तालमेल नहीं बन पाया है. भाजपा का मुकाबला करने के बजाये पार्टी अपने अंदरूनी झगड़े से ही जूझ रही है और पार्टी के करीब आधे दर्जन नेता पहले की तरह ही अपनी अपनी राजनीति करने में व्यस्त हैं और राष्ट्रीय नेतृत्व अपने में ही मस्त है जिसकी वजह से विधानसभा चुनावों से ठीक पहले लावारिस नजर आ रही है. सबसे बड़ा पेंच तो पार्टी की तरफ से चेहरे पर ही फंसा हुआ है. जनता और पार्टी कार्यकर्ताओं के सामने शिवराज सिंह चौहान के सामने कांग्रेस का कोई एक चेहरा नहीं है. इस मामले में फिलहाल यही बदलाव हुआ है कि पहले के मुकाबले अब दो ही चेहरे सामने हैं कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया का, जिनके समर्थक इन्हें मुख्यमंत्री पद का दावेदार बताकर सोशल मीडिया पर खूब पोस्टरबाजी कर रहे हैं. अगर चेहरे को लेकर यह बवाल आगे भी जारी रहा तो पार्टी की रही सही संभावनायें भी खत्म हो जायेंगीं.

इस बीच जिन्हें तालमेल बनाने की जिम्मेदारी देकर मध्यप्रदेश भेजा गया था वो खुद ही बवाल मचाये हुये हैं. मध्यप्रदेश कांग्रेस में पहले से ही इतना प्रपंच ऊपर से दीपक बावरिया को प्रभारी बनाकर भेज दिया गया जो रायता समेटने के बजाये इसे फैलाने में अपना योगदान दे रहे हैं. बावरिया लगातार अपने विवादित बयानों के माध्यम से नये संकट खड़ा करते रहे हैं. उनका ताजा कारनामा रीवा में दिया गया जिसमें उन्होंने कहा था कि ‘अगर मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी तो ज्योतिरादित्य सिंधिया या कमलनाथ में से कोई एक मुख्यमंत्री बनेंगें.’ ये बात विंध्य के नेता अजय सिंह के समर्थकों को अच्छी नहीं लगी और उन्होंने बावरिया के साथ सरेआम दुर्व्यवहार कर डाला. इससे पहले उन्होंने उप-मुख्यमंत्री के तौर पर सुरेंद्र चौधरी के नाम की घोषणा करके पार्टी में घमासान मचा दिया था. दरअसल मध्यप्रदेश कांग्रेस उन राज्यों में शामिल है जहां उसके पास हमेशा से ही कई बड़े नेता रहे हैं. मौजूदा दौर में भी मंजर यही है कमलनाथ, दिग्विजय सिंह और ज्योतिरादित्य राव सिंधिया जैसे नेताओं के सामने बावरिया का कद छोटा है. सितंबर 2017 को जब उन्हें प्रदेश प्रभारी के रुप में मध्यप्रदेश भेजा गया था तो स्थिति दूसरी थी. पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव के समय उन्हें तवज्जो भी मिल रही थी लेकिन अब स्थिति बदल चुकी है. कमलनाथ और सिंधिया उन्हें ज्यादा भाव नहीं दे रहे हैं. ऐसे में अनाप शनाप बयान देकर वो अपनी महत्ता साबित करने में लगे रहते हैं. 

मध्यप्रदेश में पिछले 15 वर्षों से भाजपा का शासन है और ऐसा लगता है वो आसानी से मैदान छोड़ने को तैयार नहीं है. व्यापम जैसे घोटालों और मंदसौर गोलीकांड के बाद किसानों के गुस्से के बाद से माहौल बदलता हुआ नजर आ रहा था. बढ़ते एंटी इनकमबेंसी से शिवराज सरकार परेशानी में नजर आ रही थी लेकिन पिछले चंद महीनों के दौरान भाजपा के लिये माहौल में सुधार देखने को मिल रहा है. इधर राष्ट्रीय नेतृत्व द्वारा तमाम किन्तु-परन्तु के बाद आखिरकार शिवराज सिंह चौहान के नाम को एकबार फिर मुख्यमंत्री के चेहरे के तौर पर घोषित किया जा चुका है साथ ही उन्होंने पर्याप्त छूट भी दे दी गयी है. जिसके बाद से शिवराज ने खुद को पूरी तरह से चुनावी तैयारियों में झौंक दिया है, फिलहाल अपने जनआशीर्वाद यात्रा के द्वारा वे पूरे मध्यप्रदेश को नाप रहे हैं जिसमें किसी विपक्षी की तरह कांग्रेस को निशाने पर ले रहे हैं और अपनी धुआंधार घोषणाओं के जरिए हर वर्ग को साधने में लगे हुए हैं. कांग्रेस के मुकाबले भाजपा का आलाकमान भी मध्यप्रदेश को लेकर ज्यादा गंभीर नजर आ रहा है, राहुल गांधी के मुकाबले अमित शाह और नरेंद्र मोदी का मध्यप्रदेश में कई दौरे और सभाएं हो चुके हैं. जबकि अभी तक राहुल गांधी की एकमात्र मंदसौर में ही सभा हुई है. विधानसभा चुनावों के देखते हुये अमित शाह मध्यप्रदेश में ही कैंप करने का फैसला किया है जहां से वे तीनों राज्यों पर नजर रखेंगें ही साथ ही उनका इरादा 25 सितंबर तक प्रदेश के सभी संभागों में जाने का है जहां वे बूथ एवं पन्ना प्रमुखों से सीधे तौर पर जुड़ेंगे.

पार्टी की तरफ से एकबार फिर भावी मुख्यमंत्री के तौर घोषित किये जाने के और जन आशीर्वाद यात्रा को मिल रहे रिस्पोंस को देखकर शिवराजसिंह का आत्मविश्वास और जोश देखते ही बन रहा है. सत्ता में वापस लौटने के लिये वे पूरी ताकत लगा रहे हैं और कांग्रेस को राजाओं-कारोबारीयों की पार्टी बताते हुये खुद को मध्यप्रदेश का मामा घोषित कर रहे हैं. पिछले दिनों जब कमलनाथ ने उनकी बेलगाम घोषणाओं का मजाक उड़ाते हुये कहा कि “शिवराज मदारी की तरह कर रहे हैं घोषणाएं कर रहे हैं” तो शिवराज का जवाब था, “हां, मैं मदारी हूं मैं ऐसा मदारी हूं, जो डबरू बजाता है तो बिजली बिल जीरो हो जाता है, मैं मदारी हूं, जो गरीबों के लिए घर बनाता है, बच्चों की फीस भरता है”. मध्यप्रदेश में सत्ता विरोधी से इनकार नहीं किया जा सकता है लेकिन पिछले तीन महीनों के दौरान कांग्रेस इसे भुनाने का मौका गवांती हुयी नजर आई है जबकि उसके मुकाबले सत्ताधारी भाजपा ने एंटी इनकंबेंसी को कम करने के लिये ज्यादा काम किया गया है. 

बहरहाल मध्यप्रदेश में चुनावी तैयारियों के पहले राउंड में भाजपा बढ़त बनाने में कामयाब रही है जबकि इस दौरान कांग्रेस मौका खोते हुए नजर आई है. अगले तीन महीनों में दूसरा राउंड होना है जिसमें राष्ट्रीय धुरंधर भी ताल ठोकते हुए नजर आयेंगें. लेकिन ऐसा भी नहीं है कि भाजपा के लिये सत्ता की थाली सजी हो, भले ही जन आशीर्वाद यात्रा में भीड़ उमड़ रही हो लेकिन ये जरूरी नहीं है कि ये वोट में भी तब्दील हो, चुनाव के हिसाब से अभी समय है जिसमें उम्मीदवारों, मुद्दों, वायदों और नारों को तय किया जाना बाकी है. कांग्रेस के पास समय कम है और वो अभी भी बिखरी हुई नजर आ रही है. भाजपा के सामने चुनौती पेश करने से पहले उसे खुद को ही संभालना है, कांग्रेस के लिये सत्ता की कुंजी उसकी एकजुटता में निहित है लेकिन ये आसान नहीं है आने वाले महीनों में टिकटों को लेकर भी आपसी घमासान होना तय है. सभी क्षत्रप अपने-अपने चहेतों को टिकट दिलाना चाहेंगें जिससे उनकी दावेदारी मजबूत हो सके. ऐसे में पार्टी कितना एकजुट हो सकेगी उसपर सवालिया निशान है, पार्टी की तरफ से चेहरे का सवाल भी बना ही हुआ है. आने वाले दिनों में ये देखना दिलचस्प होगा कि पार्टी किन नयी रणनीतियों के साथ सामने आती है. फिलहाल मैदान में “मदारी” मामा ही नजर आ रहे हैं .



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जावेद अनीस 
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मधुबनी : निर्वाचकों की सुविधा हेतु जिला स्तर पर नियंत्रण कक्ष की स्थापना

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मधुबनी (आर्यावर्त डेस्क) 10, सितंबर 18, निर्वाचन विभाग,बिहार पटना के द्वारा अर्हता तिथि 01.01.2019 के आधार पर फोटो निर्वाचक सूची के विषेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत दिनांक 01.09.2018 को प्रारूप प्रकाषन तथा दिनांक 01.09.2018 से 31.10.2018 तक दावा/आपत्ति प्राप्त किया जायेगा। दिनांक 04.01.2019 को अंतिम प्रकाषन निर्धारित है। पुनरीक्षण अवधि में निर्वाचकों की सुविधा हेतु श्री शीर्षत कपिल अषोक,जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-जिला पदाधिकारी,मधुबनी के द्वारा जिला नियंत्रण कक्ष की स्थापना करने का निर्णय लिया गया है। जिला स्तर पर जिला सांख्यिकी कार्यालय में जिला नियंत्रण की स्थापना करने एवं श्री सोमेष्वर प्रसाद,जिला सांख्यिकी पदाधिकारी,मधुबनी को जिला नियंत्रण कक्ष के प्रभारी पदाधिकारी के रूप में नामित किया गया है। जिला नियंत्रण कक्ष का दूरभाष संख्या-06276-222112, तथा मोबाईल नं. 8544429940 है। इस दूरभाष पर पुनरीक्षण अवधि में निर्वाचकों की सुविधा हेतु जिला स्तर पर नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गयी है।  कार्यालय अवधि में उपरोक्त दूरभाष पर लोग अपनी समस्याओं के निदान हेतु संपर्क कर सकते है। जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-जिला पदाधिकारी,मधुबनी द्वारा नियंत्रण कक्ष के प्रभारी पदाधिकारी को निदेषित किया गया है कि वे अपने स्तर से अपने कार्यालय के कर्मी को नियंत्रध्ण कक्ष में पंजी के साथ प्रतिनियुक्त करते हुए प्रतिनियुक्त कर्मी को आदेषित करना सुनिष्चित करेंगे,कि विभागीय निदेष के आलोक में कार्यालय अवधि में जिला नियंत्रण कक्ष के कार्यो का निष्पादन करते हुए आने वाले काॅल से संबंधित पंजी संधारित करेंगे एवं आवष्यकतानुसार प्रतिवेदन अधोहस्ताक्षरी को उपलब्ध कराएंेगे। इस क्रम में विषेष अभियान दिवस के दिन भी कार्यालय से बी.एल.ओ/ए.ई.आर.ओ/ई.आर.ओ. द्वारा किए जा रहे कार्याे का अनुश्रवण भी करेंगे।

बिहार : आज वामदलों का बिहार बंद अभूतपूर्व रहा

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पटना, (आर्यावर्त डेस्क) 10 सितम्बर।, डीजल-पेट्रोल की कीमतों में बेतहाषा वृद्धि, रूपये का लगातार हो रहा अवमूल्यन और राॅफेल सौदे में बड़े घोटाले के खिलाफ वामदलों-भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माक्र्सवादी), भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माले), एस.यू.सी.आई., फारवर्ड ब्लाॅक और आर.एस.पी. के आह्वान पर आज भारत बंद के सिलसिले में आज बिहार बंद अभूतपूर्व रहा। पटना राजधानी सहित राज्य के सभी जिलों में भारत बंद का व्यापक असर रहा। दुकानें बंद रहीं। स्कूल-काॅलेज बंद रहे। सड़कों पर आटो, बस और ट्रक का परिचालन बंद रहा। बाजार-हाट में दिन भर सन्नाटा छाया रहा। अनेकों जिलों में ट्रेनों का परिचालन भी बाधित हुआ। कुछ जिलों में बंद समर्थकों की गिरफ्तारियाँ भी हुईं। भारत बंद शान्तिपूर्ण रहा। आज यहां जारी प्रेस विज्ञप्ति में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव सत्य नारायण सिंह ने बिहार में भारत बंद की अभूतपूर्व सफलता क लिए बिहार की जनता को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि आज बिहार में भारत बंद पूर्णरूप से सफल हुआ। इसकी सफलता के लिए राज्य की जनता का अभूतपूर्व समर्थन और सहयोग मिला। आज का सफल भारत बंद ने बता दिया कि केन्द्र और राज्य में जनविरोधी और गैर जवाबदेह सरकार है जिन्हें देष की जनता की मुसीबतों और परेषानियों की कोई परवाह नहीं है। भारत बंद के दौरान राजधानी पटना में आज सुबह नौ बजे से ही भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी और अन्य विपक्षी दलों के नेता एवं कार्यकत्र्ता सड़कों पर उतर आये और केन्द्र सरकार के खिलाफ नारे लगाने लगे। यहां दुकान, यातायात, बाजार, स्कूल-कालेज आदि बंद करवाने के लिए बंद समर्थकों को कोई मषक्कत नहीं करनी पड़ी। ऐसी लगा भारत बंद स्वतःस्फूर्त था। यह बंद के पक्ष में व्याक जन समर्थन की वजह से हुआ। 
             
दिन के दस बजते-बजते पटना शहर के मुहल्लों की सड़कों पर बंद समर्थकों और बंद आयोजक दलों के हजारों नेता और कार्यकत्र्ता जुलूस की शकल में उतर आये। वामदलों के नेता एवं कार्यकत्र्ता शहर के विभिन्न मांगों से जुलूस लेकर दस बजे गांधी मैदान पहुँच गये। वहां से भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव सत्य नारायण सिंह, राम नरेष पाण्डेय, जानकी पासवान, राजश्री किरण, सीपीएम के राज्य सचिव अवधेष कुमार, माले के राजय सचिव कुणाल आदि के नेतृत्व में हजारों लोगों का एक विषाल जुलूस फ्रेजर रोड होते हुए डाकबंगला चैराहा पहुँच। डाक बंगला चैराहा पर यातायात घंटों जाम रहा। लेकिन बंद समर्थकों की भारी संख्या देखकर उन्हें गिरफ्तार करने की हिम्मत पुलिस में नहीं थी। कांग्रेस पार्टी ने भी आज भारत बंद का आह्वान किया था और तमाम दूसरे विपक्षी दिलों ने बंद को समर्थन देनेकी घोषणा की थी। इसलिए इन सभी पार्टियों के हजारों नेता और कार्यकत्र्ता सड़कों पर भारत बंद के समर्थन में उतर आये। राज्य के सभी जिलों में भारत बंद सफल रहा  बाजार-हाट, पर स्पष्ट असर देखा गया। सरकारी कार्यालयों में भी बंद का असर रहा। स्कूल कालेज भी बंद रहे। आटो, मीनी बस, बस और ट्रक भी नहीं चले। मधुबनी, आरा, खगड़िया, समस्तीपुर, सहरसा, पटना के बाढ़, शेखपुरा आदि जिलों में ट्रेनों का परिचालन घंटों बंद रहा। शेखपुरा, नवादा, दरभंगा, मधुबनी आदि जिलों में पुलिस ने बंद समर्थकों को गिरफ्तार भी किया। पटना जिलाके फुलवारीषरीफ अंचल में भाकपा के एक सौ कार्यकत्र्ताओं को गिरफ्तार किया गया। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव सत्य नारायण सिंह ने कहा है कि सफल भारत बंद को व्यापक समर्थन दे कर देष की आम जनता बता दिया कि केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार की जनविरोधी नीतियों को वे और ज्यादा बर्दाष्त नहीं करेगी और ऐसी सरकार को सत्ता से बाहर जाना ही होगा।
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