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मानवाधिकार प्रमुख ने दुनियाभर में मानवाधिकारों के उल्लंघन पर चिंता जताई

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जिनेवा, 10 सितंबर, संयुक्त राष्ट्र की नयी मानवाधिकार प्रमुख ने ट्रंप प्रशासन द्वारा प्रवासी परिवारों को अनुचित तरीके से अलग करने समेत अन्य मुद्दों का हवाला देते हुए दुनिया भर में मानवाधिकारों के उल्लंघन पर चिंता जताई। सोमवार से तीन हफ्ते का सत्र शुरू होने पर मिशेल बाचेलेट ने पहली बार मानवाधिकार परिषद को संबोधित किया। चिली की पूर्व राष्ट्रपति हाल में ही संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त बनीं हैं। उन्होंने उन प्रवासी परिवारों के लिए "समाधान"की कमी की निंदा की, जिन्हें अमेरिकी अधिकारियों ने बच्चों को उनके परिवार से अलग करने की अब बंद हो चुकी कवायद के दौरान हिरासत में लिये जाने के बाद अलग कर दिया था। एक बयान के अनुसार बाचेलेट ने कहा कि म्यांमा के रखाइन प्रांत में रोहिंग्या अल्पसंख्यकों पर "हमला और उनका उत्पीड़न’’ जारी प्रतीत होता है। उन्होंने सीरिया के विद्रोहियों के कब्जे वाले इदलिब प्रांत में "चल रहे सैन्य अभियान"के बारे में भी चिंता जताई।

राहुल एक श्रृंखला में सर्वाधिक कैच लेने वाले भारतीय बने

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लंदन, दस सितंबर, केएल राहुल भारत की तरफ से किसी एक टेस्ट श्रृंखला में सर्वाधिक कैच लेने वाले क्षेत्ररक्षक बन गये हैं। उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की श्रृंखला में 14 कैच लिये जो नया भारतीय रिकार्ड है। राहुल ने पांचवें टेस्ट मैच की दूसरी पारी में बेन स्टोक्स का कैच लेकर यह रिकार्ड बनाया। उनसे पहले का भारतीय रिकार्ड राहुल द्रविड़ के नाम पर था जिन्होंने आस्ट्रेलिया के खिलाफ 2004-05 में चार मैचों में 13 कैच लिये थे।  किसी क्षेत्ररक्षक का एक श्रृंखला में सर्वाधिक कैच लेने का विश्व रिकार्ड आस्ट्रेलिया के जैक ग्रेगरी के नाम पर है जिन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ 1920-21 में एशेज श्रृंखला (पांच मैच) में 15 कैच लिये थे। राहुल अब आस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान ग्रेग चैपल के साथ संयुक्त दूसरे स्थान पर हैं। चैपल ने इंग्लैंड के खिलाफ ही 1974-75 में छह मैचों में 14 कैच लपके थे।  अपना आखिरी टेस्ट मैच खेल रहे एलिस्टेयर कुक के पास हालांकि नया रिकार्ड बनाने का मौका है। वह भारत की दूसरी पारी में तीन कैच लेकर ग्रेगरी का रिकार्ड तोड़ सकते हैं। कुक ने अब तक वर्तमान श्रृंखला में 13 कैच लिये हैं। 

द्रविड़ से बात करके मेरी बैचेनी दूर हुई : विहारी

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लंदन, 10 सितंबर, टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण से पहले काफी बेचैन रहे हनुमा विहारी ने कहा कि राहुल द्रविड़ से फोन पर बात करके उन्हें राहत मिली और वह इंग्लैंड के खिलाफ अर्धशतक बनाकर भारत को संकट से निकाल सके । विहारी ने 56 रन बनाये और रविंद्र जडेजा (नाबाद 86) के साथ 77 रन की साझेदारी की । भारत ने पहली पारी में 292 रन बनाये जबकि इंग्लैंड को कल तीसरे दिन 154 रन की बढत हासिल थी । विहारी ने कहा ,‘‘ मैने टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण से पहले उनसे बात की । उन्होंने कुछ मिनट मुझसे बात की जिससे मेरी बेचैनी मिट गई । वह महान क्रिकेटर हैं और बल्लेबाजी में उनकी सलाह से मुझे काफी मदद मिली ।’’  उन्होंने कहा ,‘‘ उन्होंने मुझसे कहा कि तुम्हारे पास काबिलियत है, मानसिक दृढता है और जज्बा है । सिर्फ मैदान पर जाकर इसका इस्तेमाल करना है । मैं उन्हें इसका श्रेय देना चाहूंगा क्योकि भारत ए के साथ मेरा सफर काफी अहम था । उनकी मदद से मैं बेहतर खिलाड़ी बन सका ।’’ विहारी ने कहा कि जेम्स एंडरसन और स्टुअर्ट ब्राड को खेलते हुए वह नर्वस थे । उन्होंने कहा ,‘‘ शुरूआत में मुझे दबाव महसूस हुआ लेकिन एक बार जमने के बाद मैं नर्वस नहीं था । वे विश्व स्तरीय गेंदबाज हैं और मिलकर 990 विकेट ले चुके हैं । मैं सकारात्मक सोच के साथ खेलना चाहता था । खासकर जब विराट क्रीज पर होता है तो सिर्फ स्ट्राइक रोटेट करके साझेदारी बनानी होती है ।’’ उन्होंने विराट कोहली की तारीफ करते हुए कहा ,‘‘ दूसरे छोर पर विराट के होने से मेरा काम आसान हो गया । उनकी सलाह से मुझे काफी मदद मिली । मैं उन्हें इसका श्रेय देना चाहूंग ।’’

पूर्व प्रधानमंत्री अब्बासी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी

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इस्लामाबाद, 10 सितंबर, पाकिस्तान की एक अदालत ने पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के संबंध में एक उच्चस्तरीय सुरक्षा बैठक के ब्योरे का खुलासा करने के मामले में पूर्व प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी के खिलाफ जमानती गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। अब्बासी ने, डॉन अखबार के संवाददाता के साथ अपनी पार्टी के नेता एवं पूर्व प्रधानमंत्री शरीफ के साक्षात्कार को लेकर मई में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की बैठक की अध्यक्षता की थी। बाद में उन्होंने बैठक का ब्यौरा मीडिया के साथ साझा किया था। सिविल सोसाइटी की एक सदस्य ने लाहौर उच्च न्यायालय में याचिका दायर कर आरोप लगाया कि अब्बासी ने सुरक्षा प्रतिष्ठानों की मानहानि की है। याचिकाकर्ता ने तर्क दिया था कि बैठक के बाद अब्बासी ने अपदस्थ प्रधानमंत्री शरीफ से मुलाकात की थी और उन तक सैन्य नेतृत्व की चिंता पहुंचाई । उसने कहा कि अब्बासी ने ऐसा कर प्रधानमंत्री के रूप में ली गई अपनी शपथ का उल्लंघन किया। लाहौर उच्च न्यायालय के न्यायाधीश मजहर अली अकबर नकवी ने अब्बासी को सोमवार को तलब किया था, लेकिन वह पेश नहीं हुए। इस पर उनके खिलाफ जमानती गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया गया। न्यायाधीश ने शरीफ और रिपोर्टर को भी नोटिस जारी किए जाने का आदेश दिया। शरीफ ने अपने साक्षात्कार में मुम्बई हमलों में पाकिस्तानी लोगों की संलिप्तता से जुड़े सवाल उठाए थे जिससे सेना और सरकार के बीच तनाव बढ़ गया था।

भारत बंद विफल, ईंधन कीमतों में वृद्धि क्षणिक परेशानी : भाजपा

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नई दिल्ली, 10 सितम्बर, अंतर्राष्ट्रीय संकट की वजह से पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों में बढ़ोतरी को क्षणिक परेशानी बताते हुए भाजपा ने सोमवार को भारत बंद के दौरान घटी हिंसक घटनाओं की निंदा की। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने यह भी दावा किया कि बंद विफल रहा, क्योंकि लोग कारण जानते हैं कि पेट्रोल व डीजल की कीमतें क्यों ऊपर जा रही हैं। केंद्रीय कानून मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने मीडिया से कहा, "भारत के लोग भारत बंद से अलग क्यों हैं। वे ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी को समझते हैं कि यह क्षणिक है और यह भारत सरकार और सामान्य भारतीय नागरिक के नियंत्रण के बाहर के कारकों के कारण है।"उन्होंने कहा कि कुछ अस्थायी दिक्कतों के बावजूद लोगों ने बंद को समर्थन नहीं दिया है। उन्होंने कहा, "यह कांग्रेस व दूसरी विपक्षी पार्टियों को हतोत्साहित करने वाला है। इसी वजह से वे हिंसा का सहारा ले रहे हैं।"मंत्री ने कहा, "भारत बंद असफल रहा है। हम हिंसा की निंदा करते हैं, जिसका इस्तेमाल देश भर के नागरिकों में डर पैदा करने के लिए किया जा रहा है।"मंत्री ने कहा, "अनुपलब्धता व सीमित आपूर्ति की वजह से वैश्विक दुनिया की आज की पेट्रोलियम जरूरतें गंभीर रूप से नियंत्रित हैं। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार (राजग) महंगाई रोकने की पूरी कोशिश कर रही है।"भारत बंद के दौरान बिहार के जहानाबाद जिले में कथित तौर पर एक लड़की की मौत का जिक्र करते हुए प्रसाद ने कहा कि इसके लिए कौन जिम्मेदार है। उन्होंने कहा, "हर किसी को प्रदर्शन करने का अधिकार है, लेकिन आज क्या घटित हो रहा है। पेट्रोल पंपों और बसों को आग लगाई जा रही है, जीवन को खतरे में डाला जा रहा है। जहानाबाद में प्रदर्शन के दौरान एंबुलेंस के जाम में फंसने से एक बच्ची की मौत हो गई। इसके लिए कौन जिम्मेदार है?"

आंध्र प्रदेश में पेट्रोल, डीजल कीमतों में 2 रुपये की कमी

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अमरावती, 10 सितम्बर, पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों से परेशान आम जनता को राहत पहुंचाने के प्रयास में आंध्र प्रदेश सरकार ने सोमवार को राज्य में पेट्रोल और डीजल पर वैट (मूल्य वर्धित कर) में दो रुपये प्रति लीटर की कमी करने की घोषणा की। मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने राज्य विधानसभा में घोषणा की कि यह निर्णय मंगलवार से लागू होगा। आंध्र प्रदेश पेट्रोल पर सर्वाधिक वैट वसूलने वाले राज्यों में तीसरे नंबर पर है और डीजल पर सर्वाधिक वैट वसूलने में पहले नंबर पर है। आंध्र प्रदेश में पेट्रोल पर 35.77 फीसदी और डीजल पर 28.08 फीसदी वैट वसूला जाता है। पेट्रोल पर सर्वाधिक वैट महाराष्ट्र में वसूला जाता है। दूसरे नंबर पर मध्य प्रदेश है। नायडू ने वैट कम करने की घोषणा उसी दिन की, जब कांग्रेस और वामपंथी दल ईधन कीमतों में बढ़ोतरी के खिलाफ राष्ट्रव्यापी हड़ताल कर रहे हैं। नायडू ने कहा कि वैट में कमी से राज्य को सालाना 1120 करोड़ रुपये का नुकसान होगा। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की अगुवाई वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सरकार के खिलाफ आहूत हड़ताल में आंध्र प्रदेश और पड़ोसी तेलंगाना में नायडू की तेलेगू देशम पार्टी (टीडीपी) के कार्यकर्ताओं ने भी भाग लिया।

महाराष्ट्र के परभणी में पेट्रोल 89.97 रुपये लीटर

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परभानी (महाराष्ट्र), 10 सितम्बर, पेट्रोल की कीमत महाराष्ट्र के परभणी में सोमवार को बढ़कर 89.97 रुपये प्रति लीटर रही, जो कि देश में सबसे ज्यादा है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। परभणी जिला पेट्रोल डीजल संघ (पीडीपीडीए) के अध्यक्ष संजय देशमुख ने बताया कि सोमवार को पेट्रोल की कीमत जहां 90 रुपये प्रति लीटर के मनोवैज्ञानिक स्तर को छूने वाली है, वहीं डीजल की कीमत सोमवार को 77.92 रुपये प्रति लीटर रही। ईंधन की सर्वाधिक कीमत वाले अन्य क्षेत्रों में नांदेड़ में पेट्रोल 89.78 रुपये प्रति लीटर और डीजल 77.75 रुपये प्रति लीटर रही, जबकि अमरावती में क्रमश: 89.46 रुपये प्रति लीटर तथा 78.69 रुपये प्रति लीटर रही। ऑल इंडिया पेट्रोल डीलर्स संघ के मुताबिक, महाराष्ट्र के ठाणे में पेट्रोल की कीमत 88.29 रुपये प्रति लीटर तथा डीजल 77.49 रुपये प्रति लीटर की दर से बेची गई, जबकि मुंबई में पेट्रोल 88.21 रुपये और डीजल 77.41 रुपये प्रति लीटर की कीमत पर बेची गई। सत्ताधारी भारतीय जनता दल का कहना है कि पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों में वृद्धि 'क्षणिक परेशानी'है, जो कि अंतर्राष्ट्रीय संकट के कारण उत्पन्न हुई है।

न्यूयॉर्क फैशन वीक में 5 माह की गर्भवती लिली ने किया रनवे वाक

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न्यूयॉर्क, 10 सितंबर, पांच महीने की गर्भवती सुपरमॉडल लिली एल्ड्रिज ने न्यूयॉर्क फैशन वीक में रनवे वाक किया। उनका कहना है कि यह कुछ और नहीं, बल्कि सशक्त होना है। सुपरमॉडल (32) ने शनिवार को क्लासिक कार क्लब में ब्रैंडन मैक्सवेल रनवे पर पांच माह की गर्भावस्था में वाक किया। उन्होंने लाल रंग की पोशाक में जलवे बिखेरे। सिंडी ब्रूना, टेलर हिल और जोन स्मॉल समेत एल्ड्रिज के साथी उनके समर्थन में हैं। वेबसाइट 'वेराइटी डॉट कॉम'के मुताबिक, इंस्टाग्राम पर स्लाइडशो में गिगी हदीद गुलाबी रंग की पोशाक में दिखीं। एल्ड्रिज ने लिखा, "5 माह की गर्भावस्था में ब्रैंडन मैक्सवेल रनवे पर चलने पर गर्व है! मैं अपने जीवन में कुछ ही रनवे पर चली हूं और यह ऐसा पल है, जिसे मैं हमेशा देखना चाहूंगी। इसके लिए ब्रैडन को धन्यवाद, हमेशा प्यार।"

राधिका मदान टोरंटो फिल्मोत्सव में पदार्पण को लेकर उत्साहित

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मुंबई, 10 सितम्बर, अभिनेत्री राधिका मदान अपनी फिल्म 'मर्द को दर्द नहीं होता'के टोरंटो अंतर्राष्ट्रीय फिल्मोत्सव (टीआईएफएफ) में जाने पर उत्साहित हैं। 'मर्द को दर्द नहीं होता'को टीआईएफएफ 2018 में वर्ल्ड प्रीमियर के लिए चुना गया है। राधिका ने कहा, "एक नवोदित अभिनेत्री के तौर पर मैं टोरंटो में ऐसे प्रतिष्ठित फिल्मोत्सव में शामिल होने के लिए बहुत उत्साहित हूं। फिल्म के वैश्विक प्रसारण और उन दर्शकों से प्रतिक्रिया मिलने का अनुभव बहुत शानदार होगा।"विशाल भारद्वाज की 'पटाखा'से बॉलीवुड में पदार्पण कर रहीं राधिका ने कहा, "यह मेरे करियर का बहुत मजेदार समय है, जब मेरी दो फिल्में लगातार रिलीज हो रही हैं। यह सपने जैसा है।"'मर्द को दर्द नहीं होता'एक ऐसे आदमी की कहानी है जिसे दर्द नहीं होता। 'आरएसवीपी फिल्म्स'की फिल्म का निर्देशन वसन वाला ने किया है। फिल्म की स्क्रीनिंग टीआईएफएफ में अगले सप्ताह की जाएगी। फिल्म में अभिमन्यु दासानी भी हैं। अभिमन्यु 'मैंने प्यार किया'फेम भाग्यश्री के बेटे हैं।

आयकर नोटिस के खिलाफ सोनिया, राहुल की याचिका खारिज

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नई दिल्ली, 10 सितम्बर,दिल्ली उच्च न्यायालय ने सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और उनकी मां सोनिया गांधी की उस याचिका को खारिज कर दिया जिसमें उन्होंने वित्तीय वर्ष 2011-12 के लिए आयकर विभाग द्वारा कर पुनर्मूल्यांकन करने की नोटिस को चुनौती दी थी। पीठ ने यह आदेश राहुल, सोनिया गांधी और पार्टी कार्यकर्ता ऑस्कर फर्नाडिस की मार्च में आईटी की ओर से कर पुनर्मूल्यांकन नोटिस के विरुद्ध याचिका की सुनवाई करते हुए दिया। उन्होंने कथित रूप से 2011-12 में यंग इंडिया प्राइवेट लिमिटेड(वाईआई) से अर्जित आय का खुलासा नहीं किया है। आयकर विभाग ने अदालत से कहा कि उन्होंने कर से बचने के लिए तथ्यों को छुपाया। राहुल गांधी और सोनिया गांधी यंग इंडिया के बड़े शेयरधारक हैं, जिसने एसोसिएट जर्नल्स लिमिटेड(एजीएल) का अधिग्रहण किया था। नेशनल हेराल्ड अखबार की मालिकाना कंपनी एजीएल है। इससे पहले मार्च में, यंग इंडिया ने अदालत से 27 दिसंबर 2017 के नोटिस के अंतर्गत आयकर अधिनियम की धारा 156 के तहत वित्तीय वर्ष 2011-12 के लिए कर व 249.15 करोड़ रुपये के ब्याज वसूलने पर रोक लगाने की मांग की थी। कंपनी ने कहा था कि यह चैरीटेबल कंपनी है और कंपनी के पास कोई आय नहीं है और आयकर अधिकारियों ने 2011-12 के लिए गलत तरीके से 249 करोड़ रुपये की मांग की है। दिल्ली उच्च न्यायालय ने 19 मार्च को यंग इंडिया के खिलाफ 249.15 करोड़ रुपये के आयकर मामले में 10 करोड़ रुपये जमा कराने के निर्देश दिए थे। भारतीय जनता पार्टी के नेता सुब्रमण्यमन स्वामी ने एजीएल के अधिग्रहण के मामले में 'धोखाधड़ी'की शिकायत दर्ज कराई थी। मामले में अन्य आरोपी मोतीलाल वोरा, सुमन दुबे, सैम पित्रोदा हैं।

पेट्रोल, डीजल को जीएसटी के अंतर्गत लाया जाए : कुमारस्वामी

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नई दिल्ली, 10 सितम्बर, देश में ईंधन की बढ़ती कीमतों के विरोध में प्रदर्शन के बीच कर्नाटक के मुख्यमंत्री एच.डी. कुमारस्वामी ने सोमवार को कहा कि पेट्रोलियम उत्पादों को वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के अंतर्गत लाया जाना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि उनकी सरकार डीजल व पेट्रोल पर सेस घटाने को लेकर विचार कर रही है। उन्होंने कहा कि कर्नाटक में पेट्रोल व डीजल में सेस देश में सबसे 'कम'है, इसके बावजूद वह अपने अधिकारियों के साथ बैठक कर देखेंगे कि क्या इसमें और कमी लाई जा सकती है। कुमारस्वामी की जनता दल-सेक्युलर (जेडी-एस) ईंधन की कीमतों के विरुद्ध कांग्रेस द्वारा आहूत भारत बंद को समर्थन दे रही है। कुमारस्वामी यहां सोमवार दोपहर पेट्रोलियम मंत्री धर्मेद्र प्रधान से भी मुलाकात करेंगे।

बिहार : भारत बंद से यातायात ठप, बंद समर्थकों ने मचाया उत्पात

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पटना, 10 सितंबर, ईंधन के मूल्यों में बेतहाशा वृद्धि के खिलाफ कांग्रेस व अन्य विपक्षी दलों द्वारा सोमवार को बुलाए गए भारत बंद से बिहार में आवागमन बुरी तरह प्रभावित हुआ। बंद के दौरान बंद समर्थकों ने कई स्थानों पर रेल और सड़क मार्ग बाधित कर प्रदर्शन किया और जमकर उत्पात मचाया। बंद समर्थकों ने कई वाहनों के शीशे तोड़ दिए और कई को पूरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया गया। बंद के कारण सही वक्त पर अस्पताल नहीं पहुंच पाने के कारण एक मासूम की जान चली गई। राज्य के पटना, गया, भोजपुर, दरभंगा, मधुबनी, सहरसा, मधेपुरा सहित विभिन्न इलाकों में बंद समर्थक सड़क पर उतरे और मूल्य वृद्धि को लेकर केंद्र सरकार के विरोध में नारे लगाए। बंद के आयोजन में कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल (राजद), जन अधिकार पार्टी, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा सहित कई अन्य विपक्ष की पार्टियां शामिल रहीं। पुलिस के अनुसार, राज्य के विभिन्न हिस्सों में एक दिवसीय भारत बंद के दौरान प्रदर्शनकारी सुबह से ही सड़कों पर उतर आए और सड़क जाम कर दी। सड़कों पर प्रदर्शनकारियों ने टायर जलाए तथा केंद्र सरकार के विरोध में जमकर नारे लगाए। कई स्थानों पर रेल की पटरियों को भी बाधित किया। पटना के राजेंद्रनगर टर्मिनल पर सांसद पप्पू यादव के नेतृत्व में जन अधिकार पार्टी के कार्यकर्ता पहुंचे और रेल पटरी को जाम कर दिया। इसके बाद सड़कों पर निकले कार्यकर्ताओं ने कई वाहनों के शीशे तोड़ दिए और कई को पूरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया। कई क्षेत्रों में यात्रियों के साथ भी बदसलूकी किए जाने की खबर मिली।

बेगूसराय व आरा में भी बंद समर्थकों ने रेलमार्गो को अवरुद्ध किया। बांका जिले में राजद कार्यकर्ताओं ने बांका इंटरसिटी ट्रेन को रोक दिया और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। बक्सर, रोहतास, मुजफ्फरपुर, खगड़िया जिले में बंद समर्थकों ने सड़कें जाम कर दी। वहीं, सीवान, बेगूसराय में भी वामपंथी दलों के कार्यकर्ता सड़कों पर उतरे। नालंदा, भोजपुर, गया, सारण जिले में भी बंद समर्थकों ने सड़कों पर प्रदर्शन किया। बंद को लेकर पटना सहित राज्य के कई जिलों में कई स्कूलों में छुट्टी की घोषणा कर दी गई है। पटना में भी बंद समर्थक सड़कों पर उतरे और अन्य क्षेत्रों में बंद के लिए रैली निकली। बंद के दौरान जहानाबाद जिले में वाहन न मिलने के कारण एक मासूम की जान चली गई। पुलिस ने बताया कि जिले के वालाविगहा गांव निवासी प्रमोद मांझी की दो वर्षीय पुत्री गौरी कुमारी की सोमवार को इलाज के अभाव में जहानाबाद में मौत हो गई। जहानाबाद के अनुमंडल पदाधिकारी (एसडीओ) पारितोष कुमार ने इस मामले पर कोई सीधा जवाब नहीं दिया। उन्होंने हालांकि इतना जरूर कहा कि बच्ची को समय पर इलाज नहीं मिला। पीड़ित बच्ची के परिवार इलाज के लिए घर से ही देर से चले थे। पटना में बंद को लेकर सड़क पर उतरे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कौकब कादरी ने बंद को पूरी तरह सफल बताते हुए कहा कि इसमें आम लोगों का सहयोग मिला। राजद के नेता तेजस्वी यादव भी बंद को सफल बनाने के लिए सड़कों पर उतरे। उन्होंने कहा कि पेट्रोल और डीजल के मूल्यों में वृद्धि होने से आम लोग परेशान हैं। देश में महंगाई काफी बढ़ गई है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए हैं। वहीं, सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी और जद (यू) ने अपना फर्ज निभाते हुए बंद को पूरी तरह फ्लॉप बताया। प्रदेश जद (यू) अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि विपक्ष के पास न नेतृत्व है न मुद्दा है। उन्होंने कहा कि हताशा के कारण बंदी बुलाई गई है। महंगाई नहीं है, झूठ बोला जा रहा है, आम लोगों को कोई परेशानी नहीं है। नवादा से भाजपा सांसद व केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बंद को चुनावी तैयारी बताते हुए कहा कि बंद के दौरान दहशत फैलाई गई। बंद में जनता परेशान होती रही। भारत बंद को लेकर राज्य में पुलिस और प्रशासन अलर्ट रही। कई स्थानों पर अतिरिक्त सुरक्षाबलों की तैनाती की गई।

एनसी के बाद, पीडीपी ने भी पंचायत, निगम चुनावों का बहिष्कार किया

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श्रीनगर, 10 सितम्बर, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी(पीडीपी) ने सोमवार को जम्मू एवं कश्मीर में आगामी नगर निगम और पंचायत चुनावों का बहिष्कार करने की घोषणा की। पार्टी ने इसके साथ ही सरकार को असुरक्षा के इस माहौल में चुनाव कराने के निर्णय की समीक्षा करने को कहा है। पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा, "हमारे सिर पर अनुच्छेद 35ए की तलवार लटके रहने के कारण राज्य के लोगों में असुरक्षा की भावना है। पार्टी ने चुनावों से दूर रहने का फैसला सर्वसम्मति से किया है।"उन्होंने कहा, "हमारी पार्टी चुनाव नहीं लड़ेगी, क्योंकि मौजूदा हालात ऐसे कार्य के लिए मुफीद नहीं है।"मुफ्ती ने कहा, "सरकार धारा 35-ए की रक्षा करने की इच्छुक नहीं है और लोगों में इसे लेकर असुरक्षा की भावना है। पार्टी इसलिए सरकार से आग्रह करती है कि वह इस समय चुनाव कराने के फैसले की समीक्षा करे।"बारामुला विधानसभा का प्रतिनिधित्व करने वाले पीडीपी के असंतुष्ट विधायक जावेद बेग भी बैठक में उपस्थित थे। लेकिन पांच अन्य पीडीपी विधायक हसीब द्राबू, इमरान अंसारी, आबिद अंसारी, अब्दुल मजीद पद्दर और अब्बास वानी बैठक में शामिल नहीं हुए। नेशनल कांफ्रेंस ने पहले ही इन चुनावों का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है। राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने शहरी स्थानीय निकाय चुनाव एक से पांच अक्टूबर के बीच कराने और आठ नवंबर से चार दिसंबर तक पंचायत चुनाव कराने की घोषणा की है। अनुच्छेद 35ए के अंतर्गत जम्मू एवं कश्मीर में कोई भी बाहरी व्यक्ति जमीन व संपत्ति नहीं खरीद सकता।

राहुल का भाजपा को सत्ता से बेदखल करने का संकल्प

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नई दिल्ली, 10 सितंबर, तेल की बढ़ती कीमतों, रुपये में गिरावट जैसे मुद्दों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी पर निशाना साधते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि एकजुट विपक्ष अगले आम चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को सत्ता से बेदखल कर देगा। राष्ट्रीय राजधानी में 'भारत बंद'की अगुवाई करते हुए राहुल ने कहा, "देश मोदी के भाषणों से तंग आ चुका है और आम आदमी से संबंधित ज्वलंत मुद्दों पर उनसे कुछ सुनना चाहता है, लेकिन प्रधानमंत्री चुप्पी साधे हुए हैं।"राहुल ने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा कि मोदी ने 2014 के चुनाव के दौरान किए गए उस वादे को पूरा किया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि वह भारत को कुछ ऐसा बनाना चाहते हैं, जो पिछले 70 सालों में नहीं हुआ, क्योंकि अर्थव्यवस्था, कृषि संकट, करीबी दोस्तों को व्यापार में फायदा पहुंचाना और बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार होने जैसी चीजें कभी भी इतनी बुरी नहीं थी, जितनी कि चार साल पहले मोदी के सत्ता में आने के बाद से हुई हैं।

कांग्रेस अक्ष्यक्ष ने कहा, "70 सालों में रुपया कभी इतना कमजोर नहीं रहा है, पेट्रोल की कीमत आज 80 रुपये से अधिक है। जबकि डीजल 80 रुपये के करीब पहुंच रहा है। विपक्ष में रहने के दौरान कीमतों में वृद्धि को लेकर हो-हल्ला मचाते थे, लेकिन आज वह चुप हैं। रसोई गैस की कीमत दोगुनी हो गई है, लेकिन मोदी एक शब्द नहीं बोलते हैं। किसान आत्महत्या कर रहे हैं, लेकिन मोदी चुप हैं। भाजपा विधायक दुष्कर्म में शामिल हैं, लेकिन मोदी कुछ भी नहीं कहते हैं।"उन्होंने कहा, "जब राफेल (जेट) सौदे के बारे में संसद में प्रश्न उठाए जाते हैं, तो प्रधानमंत्री जवाब नहीं दे पाते हैं।"राहुल ने कहा, "प्रधानमंत्री भाषण देते जा रहे हैं। देश अब उनके भाषणों से तंग आ गया है। वह उस बारे में कुछ भी नहीं कहते, जिसे देश सुनना चाहता है, जिसे युवा सुनना चाहते हैं।"बढ़ती ईंधन कीमतों के खिलाफ कांग्रेस और वामपंथी दलों द्वारा आहूत भारत बंद में यहां जनता दल (सेकुलर), तृणमूल कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल (राजद), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी(राकांपा), लोकतांत्रिक जनता दल (लोजद), राष्ट्रीय लोक दल (रालोद), ऑल इंडिया युनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ), रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (आरएसपी) और आम आदमी पार्टी (आप) के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। राहुल हजारों विपक्षी कार्यकर्ताओं और नेताओं के साथ राजघाट से सरकार विरोधी नारे लगाते हुए रामलीला मैदान पहुंचे, जहां उन्होंने उपस्थित जन समूह को संबोधित किया। कांग्रेस अध्यक्ष ने मोदी पर नोटबंदी और वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) को लेकर भी हमला किया और उन पर जाति और संप्रदाय के आधार पर भारतीयों के बीच फूट डालने का आरोप लगाया। राहुल ने हंसते हुए कहा, "मोदी कहते थे कि 70 सालों में जो नहीं हुआ, उसे वह पांच सालों में कर डालेंगे और वास्तव में उन्होंने चार सालों में जो किया है, वह 70 सालों में कभी नहीं हुआ।"

उन्होंने कहा, "जहां भी आप देखते हैं, एक भारतीय दूसरे भारतीय के साथ लड़ रहा है, जहां भी मोदी जाते हैं, एक लड़ाई को जन्म देते हैं.. एक धर्म को दूसरे धर्म के साथ, एक जाति को दूसरी जाति के साथ, एक राज्य को दूसरे राज्य के साथ लड़ाते हैं।"राहुल ने कहा कि किसान, मजदूर और छोटे व्यापारी उम्मीद खो रहे हैं, जबकि मोदी के 15-20 करीबी पूंजीपति सारे लाभ उठा रहे हैं। राहुल ने किसी उद्योगपति का नाम लिए बिना कहा, "किसानों के कर्ज माफ नहीं किए जा सकते हैं, लेकिन एक उद्योगपति को 45,000 करोड़ रुपये का उपहार दिया जा सकता है। भारत के युवाओं को पता होना चाहिए कि मोदी ने अपने उद्योगपति मित्र को जो पैसा दिया है, वह उनका (मोदी का) नहीं है। 45,000 करोड़ रुपये युवाओं और किसानों के हैं।"राहुल ने इस बात को रेखांकित किया कि नोटबंदी ने अर्थव्यवस्था, किसानों और छोटे व्यापारियों को कितना नुकसान पहुंचाया है। उन्होंने कहा कि मोदी को अभी भी 2016 की नोटबंदी के पीछे के 'वास्तविक कारण'के बारे में देश को बताना बाकी है। विरोध प्रदर्शन में शामिल प्रमुख विपक्षी नेताओं के साथ राहुल ने अगले आम चुनाव में भाजपा को एकजुट विपक्ष के बलबूते सत्ता से उखाड़ फेंकने का भरोसा जाहिर किया। उन्होंने कहा, "आज पूरा विपक्ष यहां मंच पर है। यह एकता का सबूत है। हमारी विचारधारा एक है और हम सभी एक साथ भाजपा को हराएंगे।"कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, "हमारे किसानों, युवाओं और पूरे देश के दिल में जो दर्द है, वह यहां मौजूद सभी नेताओं के दिल में भी है, लेकिन मोदी के दिल में ऐसा कुछ नहीं है। हम वादा करते हैं, हम एक साथ मिलकर भाजपा को सत्ता से बेदखल कर देंगे।"

झारखंड में भारत बंद का मिला-जुला असर

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रांची, 10 सितंबर, तेल की बढ़ी कीमतों को लेकर कांग्रेस द्वारा आहूत और कई पार्टियों द्वारा समर्थित 'भारत बंद'का सोमवार को झारखंड में मिला-जुला असर देखने को मिला। कांग्रेस द्वारा आह्वान किए गए बंद का झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो), झारखंड विकास मोर्चा-प्रजातंत्रिक और वामपंथी दलों ने समर्थन किया है। रांची में स्कूल और कुछ दुकानें बंद हैं। लंबे मार्ग वाली बसें नहीं चल रही हैं और जिला प्रशासन ने निषेधाज्ञा लागू कर दी है। गिरिडीह जिले में वामपंथी दलों के बंद समर्थकों ने सिमरदीह में जीटी रोड जाम कर दिया। दो घंटों के बाद पुलिस ने जाम हटाया। हजारीबाग और जमशेदपुर जिलों में भी बंद का प्रभाव दिखाई दे रहा है। राज्य में बड़ी संख्या में सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है क्योंकि कांग्रेस, झामुमो और अन्य विपक्षी दलों के समर्थक सड़कों पर उतरे हुए हैं। आम जनता पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों के खिलाफ हैं लेकिन बंद के खिलाफ भी है। 

भाजपा को हराने के लिए एकजुट हो विपक्ष : मनमोहन सिंह

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नई दिल्ली, 10 सितंबर , पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सोमवार को अगले लोकसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को हराने के लिए विपक्ष से एकजुट होने का आग्रह किया। उन्होंने ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी और किसानों की परेशानी के कारण देशभर में छाई संकट की स्थिति के लिए मोदी सरकार पर हमला बोला। मनमोहन सिंह ने कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार वर्ष 2014 के चुनाव से पहले लोगों से किए गए वादों को पूरा करने और ईंधन की कीमतों को नियंत्रित करने में बुरी तरह अफल रही है। मनमोहन सिंह ने रामलीला मैदान में आयोजित विरोध रैली में कहा, "परिस्थितियों से पता चलता है कि स्थिति अब नियंत्रण से बाहर हो चुकी है। किसान, व्यापारी, युवा अपने-अपने क्षेत्र में संकट झेल रहे हैं। सरकार आम लोगों से किए अपने वादों को पूरा करने में बुरी तरह नाकाम रही है।"उन्होंने कहा,"केंद्र में पार्टी को बदलने का समय आ गया है और यह जल्द ही होगा।"मनमोहन ने विपक्षी पार्टियों से आग्रह करते हुए कहा,"वर्तमान सरकार का विरोध करने वाले दलों को अपने मतभेदों को भूलना चाहिए और देश की एकता और धर्मनिरपेक्षता की पहचान को बनाए रखने के लिए एक साथ आना चाहिए। हमें एकता के सामूहिक लाभ को साबित करने की आवश्यकता है।"संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ पूर्व प्रधानमंत्री राजघाट से शुरू हुए विरोध मार्च में शामिल हुए और रामलीला मैदान पहुंचे। यह मार्च भारत बंद का हिस्सा है। पूर्व प्रधानमंत्री ने सरकार के विरोध में कांग्रेस का साथ दे रही लगभग 20 राजनीतिक विपक्षी दलों की उपस्थिति को सराहा। उन्होंने कहा कि अगले साल आम चुनावों से पहले यह एक महत्वपूर्ण क्षण है और हमें इस (एकता) का लाभ उठाना चाहिए और देश में एक आंदोलन शुरू करना चाहिए। विरोध प्रदर्शन को कांग्रेस और वामपंथी दलों द्वारा पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दामों के खिलाफ बुलाया गया था। विरोध प्रदर्शन जनता दल-सेक्युलर, तृणमूल कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, लोकतंत्रिक जनता दल, राष्ट्रीय लोक दल, ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट, रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी और आम आदमी पार्टी सहित कई विपक्षी दलों द्वारा समर्थित है।

'सुपर 30'ने रिलीज से पहले मचाई धूम

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पटना, 10 सितंबर, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) की प्रवेश परीक्षा की तैयारी कराने के लिए चर्चित संस्था 'सुपर 30'पर बन रही बायोपिक अभी रिलीज नहीं हुई लेकिन अभी से यह लोगों की पहली पसंद बन गई है। इस बायोपिक का पिछले सप्ताह पोस्टर जारी किया गया था और गूगल पर सबसे ज्यादा सर्च किए जाने वाला विषय बन गया। पिछले सप्ताह गूगल पर ऋतिक रोशन अभिनीत फिल्म सुपर 30 सबसे ज्यादा ट्रेंड किया। गूगल ने इसकी जानकारी अपनी साइट पर दी है। गूगल ने अपने सोशल साइट पर एक छोटा-सा वीडियो क्लिप भी जारी किया है, जिसमें ऋतिक रोशन को आनंद कुमार की तरह पढ़ाते दिखाया गया है। उल्लेखनीय है कि मशहूर निर्देशक विकास बहल के निर्देशन में बनने वाली बायोपिक 'सुपर 30'में इस संस्था के संस्थापक आनंद की भूमिका ऋतिक रोशन ने निभाई है। यह फिल्म अगले साल 25 जनवरी को रिलीज होगी। इसमें दिखाया गया है कि कैसे शिक्षा के जरिए दुनिया में एक बड़ा बदलाव लाया जा सकता है।

विशेष आलेख : अखंड सौभाग्य का व्रत है हरितालिका तीज

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सुहागनों के लिए सबसे उत्तम व्रत है हरितालिका तीज। हरतालिका तीज व्रत भगवान शिव और मां पार्वती के पुनर्मिलन के पर्व के रूप में मनाया जाता है। कहते है महादेव और मां पार्वती को अगर विधि विधान से पूजा एवं व्रत कर ली जाय तो मिल जाता है अमर सुहाग का वरदान। रिश्तों में बढ़ेगा अनुदान। पूरे होंगे हर सुहागिन की आरमान। इस दिन शिव-पार्वती की संयुक्त उपासना से मिल जाता है अखंड सौभाग्य का आशीर्वाद। मिल जाता है विवाह योग्य कन्याओं को मनचाहा वर। इसलिए हर स्त्री करती है यह व्रत। भाद्रपद के शुक्लपक्ष की तृतीया बुधा के चित्रा नक्षत्र को हरतालिका तीज मनाई जाती है। यह गणेश चतुर्थी के एक दिन पहले पड़ता है। इस साल हरतालिका तीज 12 सितंबर को है। जबकि गणेश चतुर्थी 13 सितंबर को है, जो 23 सितंबर तक चलेगी। इस बार प्रातः काल पूजन के लिए महिलाओं को सिर्फ 2 घंटे 29 मिनट का समय मिलेगा। प्रातःकाल मुहूर्त सुबह 06ः04ः17 से 08ः33ः31 तक है। इसके बाद से शाम के 6ः46 मिनट तक पूजा की जा सकेगी। इसी दिन चतुर्थी चंद्र पूजन (चैरचन) भी है  

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मौजूदा समय में पारिवारिक मतभेद बढ़ने और रिश्तों में सामंजस्य की कमी आम बात है। ऐसे में हमारे पर्व-त्योहार संबंधों की उष्मा को जीवंत बनाए रखने में अहम् भूमिका निभा रहे हैं। अपनत्व और भावनात्मक लगाव को पोषित कर रहे हैं। हरतालिका तीज का पर्व ऐसा ही त्योहार है जो पति-पत्नी के रिश्तों को सामजंस्य और समर्पण के भाव से जोड़ता है। यही वजह है कि यह त्योहार मौजूदा समय में और भी प्रासंगिक लगता है, जब परिवार बिखर रहे है और अपनों के बीच ही दूरियां पैदा हो गयी है। रिश्तों के बदलते समीकरणों के दौर में यह पर्व जुड़ाव की सीख देता है। सांझी खुशियां सहेजने का भाव पैदा करता है। तभी तो जीवन की आपाधापी को भूल महिलाएं पूरे मान-मनुहार के साथ अपने जीवन साथी के आयुष्य और मंगल की कामना करती हैं। बेशक, पति-पत्नी जीवन रुपी गाड़ी के दो पहिए हैं, जिनका संतुलित रहना और एक साथ चलना जिंदगी को गति देता है। वैवाहिक जीवन में इसी संतुलन और साथ के मायने रेखांकित करते हुए हरितालिका तीज का त्योहार एक सुंदर संयोग बनाता है। कहा जा सकता है परंपरा के निर्वहन और दाम्पत्य जीवन में प्रेम के उल्लास का पर्व है हरितालिका तीज।  यह त्योहार उम्रभर के साथ और स्नेह की कामना करने का भाव लिए हैं। इस दिन सुहागिन स्त्रियां निर्जला व्रत रख कर शिव गौरी की पूजा करती है। अपने सुहाग की लंबी उम्र, संबंधों में प्रगाढ़ता, उनके स्वास्थ्य एवं परिवार के सुख समृद्धि का आर्शीवाद मांगती है। चूकि मां गौरी कुआरेपन में यह व्रत किया था इसलिए मनचाहा वर पाने और जीवन में मिलने वाले सुखद संसार की कामना के लिए कुआरी कन्याएं भी इस व्रत को करती है। इस व्रत को ‘हरतालिका तीज‘ इसीलिए कहते हैं, क्योंकि पार्वती की सखी उन्हें पिता के घर से ‘हर‘ कर घनघोर जंगल में ले गई थी। ‘हरत‘ अर्थात हरण करना और ‘आलिका‘ अर्थात सखी, सहेली। इस व्रत को कई जगहों पर बूढ़ी तीज तो कहीं गौरी तृतीया व्रत के नाम से भी जाना जाता है। इस वर्ष हरतालिका तीज 24 अगस्त को मनाई जाएगी। संकल्प शक्ति का प्रतीक और अखंड सौभाग्य की कामना का परम पावन व्रत हरतालिका तीज हिन्दू पंचांग के अनुसार भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को किया जाता है। मान्यता है कि इस व्रत को करने वाली सुहागिन महिलाओं का सौभाग्य अखंड बना रहता है और उसे सात जन्मों तक पति का साथ मिलता है। यही वजह है कि तीज के पर्व का अनुष्ठान हर तरह से दाम्पत्य जीवन को सुखी बनाने के भावों से जुड़ा है। भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया को मां गौरी ने इसी व्रत से भगवान शिव को पति रुप में पाया था। इस दौरान मां पार्वती के तप से न सिर्फ भगवान शिव का आसन डोल गया, बल्कि धरती, आकाश और पाताल तक कंपन करने लगे थे। भगवान शिव को स्वयं पार्वती जी को वरदान देने आना पड़ा। मां पार्वती ने वर स्वरूप भगवान शिव को पति रूप में मांगा। बाद में उनका विवाह भगवान शिव के साथ संपन्न हुआ। मान्यता है कि तभी से महिलाएं मनोवांछित पति, सुखद दांपत्य जीवन एवं पति की दीर्घायु के लिए इस व्रत को करती आ रही है। कहीं-कहीं इस दिन सास अपनी बहुओं को सुहाग का सिंधारा देती हैं। मान्यता है कि इस व्रत से सुहागिन स्त्रियों के सौभाग्‍य में वृद्धि होती है और शिव-पार्वती उन्हें अखंड सौभाग्यवती रहने का वरदान देते हैं। इस दिन महिलाएं हाथों में नई चूड़ियां, मेहंदी और पैरों में अल्ता लगाती हैं और नए वस्त्र पहन कर मां पार्वती की पूजा-अर्चना करती हैं। यह दिन स्त्रियों के लिए श्रृंगार तथा उल्लास से भरा होता है। उल्लास, आस्था और प्रेम का यह पर्व यकीनन एक सुंदर उत्सव है। जिसमें शिव-गौरी के पूजन योग्य दाम्पत्य जीवन को प्रतीक मान खुद के लिए सौभाग्य मांगा जाता है। यूं भी भगवान शंकर और माता पार्वती को जन्म-जन्मांतर का साथी माना गया है। उनके अनूठे स्नेह का नाता इतना जीवंत लगता है कि एक आम दंपत्ति के लिए भी वे प्रेरणादायी है। उनका पूजन प्रेमपगी सोच और समर्पण को अपने संसार का हिस्सा बनाने की भावना लिए होता है।  बरसात के इस मौसम में जब पानी की बौछारें वसुंधरा के ऊपर इठलाते इंद्रधनुषी चुनरियों के रंग एक अलग ही छटा बिखेर देते हैं। प्रकृति का यह खिला-खिला रुप रिश्तों को भी नई चमक देता है। यही वजह है कि यह पर्व प्रकृति से भी जुड़ा है। अपनों की कुशलता की कामना का भाव लिए स्त्रियां पारंपरिक तरीकों से सोलहों श्रृंगार करती हैं तथा मां पार्वती से आर्शीवाद मांगती हैं कि उनकी जिंदगी में ये रंग हमेशा हरा-भरा रहें। स्नेह और समर्पण का प्रतीक बन मिठास घोलने वाला हरितालिका तीज का त्योहार दाम्पत्य जीवन के भावनात्मक बंधन की दृढ़ता को बल देता है जो कि आज के समय की दरकार है। मान्यताएं है कि सावन के ठीक बाद तीज पर महादेव की पूजा दोहरे पुण्य का भागी बनाता है। वृक्षों, फसलों, नदियों तथा पशु-पक्षियों को पूजकर उनकी आराधना की जाती है। ताकि समृद्धि के ये सूचक हम पर अपनी कृपा सदैव बनाए रखें। हरियाली तीज को भी इसी कड़ी में देखा जा सकता है। पूजन के बाद महिलाएं मिलकर शिव-गौरी के सुखद वैवाहिक जीवन से जुड़े लोकगीत गाती हैं। इन लोकगीतों की मिठास समूची प्रकृति में घुली हुई सी महसूस होती है। इसके साथ ही आनंद लिया जाता है सावन के झूलों का भी। झूलों पर ऊंची-ऊंची पेंग लेती महिलाओं का उत्साह देखते ही बनता है। उत्तर भारत की स्त्रियों का यह प्रिय पर्व केवल एक धार्मिक त्योहार नहीं बल्कि प्रकृति का उत्सव मनाने का भी दिन है। इस पर्व को श्रावणी तीज या कजरी तीज भी कहते हैं। राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार और मध्य प्रदेश में महिलाएं इसे भावपूर्ण तरीके से मनाती हैं। वे दिन में व्रत रखती हैं, संध्याकाल पूजन करती हैं और रात्रि जागरण के साथ इस व्रत को पूर्णता देती हैं।

तीज से ही होती है पर्वो की शुरुआत 
भारतीय परम्पराओं के अनुसार तीज को पर्वों की शुरुआत का प्रतीक माना जाता है। कहा गया है, ‘आ गई तीज बिखेर गई बीज, आ गई होली भर गई झोली।‘ अर्थात तीज के साथ भारतीय पर्वों का सिलसिला शुरू हो जाता है जो होली तक चलता है। असल में हर त्योहार या उत्सव को मनाने के पीछे के पारंपरिक तथा सांस्कृतिक कारणों के अलावा एक और कारण होता है, मानवीय भावनाओं का। चूंकि प्रकृति मनुष्य को जीवन देती है, जल, नभ और थल मिलकर उसके जीवन को सुंदर बनाते हैं और जीवनयापन के अनगिनत स्रोत उसे उपलब्ध करवाते हैं। इसी विश्वास और श्रद्धा के साथ प्रकृति से जुड़े तमाम त्योहार तथा दिवस मनाए जाते हैं। मेहंदी भरे हाथों की खनक तथा सुमधुर ध्वनि के साथ छनकती चूड़ियां, माहौल को संगीतमय बना देती हैं। सौभाग्य और सुखी दांपत्य जीवन की कामना से मनाई जाने वाली तीन तीजों में से एक हरियाली तीज प्रकृति के सुंदर वरदानों के लिए उसका शुक्रिया अदा करने का भी उत्सव बन जाती है।

सजना खातिर करती है सोलहों श्रृंगार 
इस व्रत के सुअवसर पर सौभाग्यवती स्त्रियां नए लाल वस्त्र पहनकर, मेंहदी लगाकर, सोलह श्रृंगार करती है। शुभ मुहूर्त में भगवान शिव और मां पार्वती जी की पूजा करती है। इस पूजा में शिव-पार्वती की मूर्तियों का विधिवत पूजन किया जाता है। हरितालिका तीज की कथा को सुना जाता है। माता पार्वती पर सुहाग का सारा सामान चढ़ाया जाता है। भक्तों में मान्यता है कि जो सभी पापों और सांसारिक तापों को हरने वाले हरितालिका व्रत को विधि पूर्वक करता है, उसके सौभाग्य की रक्षा स्वयं भगवान शिव करते हैं। ऐसा माना जाता है कि “तीज” नाम उस छोटे लाल कीड़े को दर्शाता है जो मानसून के मौसम में जमीन से बाहर आता है। हिन्दू कथाओं के अनुसार इसी दिन देवी पार्वती भगवान शिव के घर गयी थीं। यह पुरुष और स्त्री के रूप में उनके बंधन को दर्शाता है। 

कुंआरियों का होता है शीघ्र विवाह 
वास्तव में तीज का सम्बन्ध शीघ्र विवाह से ही है। अविवाहित कन्याओं को इस दिन उपवास रखकर गौरी की पूजा विशेष रूप से करनी चाहिए। ऐसा करने से कुंडली में कितने भी बाधक योग क्यों न हों, इस दिन की पूजा से नष्ट किये जा सकते हैं। पर इसका सम्पूर्ण लाभ तभी होगा, जब अविवाहिता इस उपाय को स्वयं करें। इस दिन, पूरे दिन उपवास रखना चाहिए। श्रृंगार करना चाहिए। श्रृंगार में मेहंदी और चूड़ियों का जरूर प्रयोग करना चाहिए। सायं काल शिव मंदिर जाकर भगवान शिव और मां पार्वती की उपासना करनी चाहिए। वहां पर घी का बड़ा दीपक जलाना चाहिए। सम्भव हो तो मां पार्वती और भगवान शिव के मन्त्रों का जाप करें। पूजा खत्म होने के बाद किसी सौभाग्यवती स्त्री को सुहाग की वस्तुएं दान करनी चाहिए और उनका आशीर्वाद लेना चाहिए। इस दिन काले और सफेद वस्त्रों का प्रयोग करना वर्जित माना जाता है। हरा और लाल रंग सबसे ज्यादा शुभ होता है। 

मिलता है योग्य वर का वरदान 
हर माता-पिता का सपना होता है, समय पर बेटियों के हाथ पीले कर दें। लेकिन कभी-कभी ग्रहदोष या दूसरे कारणों से  विवाह में विलंब होने लगता है। मनचाहा वर नहीं हमल पाता है। प्रेम विवाह में रुकावटें होने लगती है। उम्र ज्यादा होने पर समस्या और भी बढ़ जाती है। ऐसे में अगर हरतालिका तीज के दिन कुआंरी कन्याएं व्रत रहकर विधि-विधान से पूजन-अर्चन करें तो वे मनचाहा जीवनसाथी पा सकती है। जबकि विवाहित महिलाएं अपने वैवाहिक जीवन को और भी सुखद बना सकती है। 

पूजा विधि
हरतालिका तीज व्रत करने पर इसे छोड़ा नहीं जाता है। प्रत्येक वर्ष इस व्रत को विधि-विधान से करना चाहिए। इस दिन प्रातःकाल उठकर घर की साफ सफाई करके तिल व आंवले का उबटन लगाकर महिलाएं स्नान करती हैं। फिर ‘उमामहेश्वर सायुज्यसिद्धये हरतालिकाव्रतं करिष्ये‘ मंत्र से व्रत का संकल्प लेती हैं। तत्पश्चात् पार्वती और महादेव की प्रतिमा स्थापित कर मंत्रोच्चार के साथ उनका अभिषेक, पूजन और अर्चना करती हैं। अपने घर के मुख्य द्वार को केले के पत्तों से सजाकर पूरा दिन मां पार्वती का ध्यान रखते हुए अपने पति की दीर्घायु की कामना करती हैं। शाम को यथायोग्य दान देकर व्रत का समापन करती हैं। इस व्रत को प्रदोषकाल में किया जाता है। सूर्यास्त के बाद के तीन मुहूर्त को प्रदोषकाल कहा जाता है। यह दिन और रात के मिलन का समय होता है। पूजन के लिए भगवान शिव, माता पार्वती और भगवान गणेश की बालू रेत व काली मिट्टी की प्रतिमा हाथों से बनाएं। पूजा स्थल को फूलों से सजाकर एक चैकी रखें और उस चैकी पर केले के पत्ते रखकर भगवान शंकर, माता पार्वती और भगवान गणेश की प्रतिमा स्थापित करें। इसके बाद देवताओं का आह्वान करते हुए भगवान शिव, माता पार्वती और भगवान गणेश का षोडशोपचार पूजन करें। सुहाग की पिटारी में सुहाग की सारी वस्तु रखकर माता पार्वती को चढ़ाना इस व्रत की मुख्य परंपरा है।  इसमें शिव जी को धोती और अंगोछा चढ़ाया जाता है। यह सुहाग सामग्री सास के चरण स्पर्श करने के बाद ब्राह्मणी और ब्राह्मण को दान देना चाहिए। इस प्रकार पूजन के बाद कथा सुनें और रात्रि जागरण करें। आरती के बाद सुबह माता पार्वती को सिंदूर चढ़ाएं व ककड़ी-हलवे का भोग लगाकर व्रत खोलें। इस व्रत को करने से पहले वाले दिन यानी द्वितीया के रोज शुद्ध शाकाहरी व्यंजनों का ही सेवन करना चाहिए और सोने से पहले दातून या मंजन करके सोना चाहिए ताकि अन्न का कोई टुकड़ा व्रत के दिन आपके मुंह में न रहे। इस व्रत को करने वाली महिलाएं सुबह चार बजे उठकर स्नानादि के बाद मन ही मन भगवान से अपने सुहाग की रक्षा की कामना करती हैं और फिर संध्याकाल में शिव-पार्वती की पूजा कर हरतालिका व्रत की कथा सुनती हैं। इस दिन भगवान शिव को गंगाजल, दही, दूध, शहद आदि से स्नान कराकर उन्हें फल समर्पित किया जाता है। इस दिन भजन कीर्तन के अलावा पूरी रात जगने का भी विधान है।

पूजन सामग्री 
पूजन के लिए - गीली काली मिट्टी या बालू रेत, बेलपत्र, शमी पत्र, केले का पत्ता, धतूरे का फल एवं फूल, अकांव का फूल, तुलसी, मंजरी, जनैव, नाडा, वस्त्र, सभी प्रकार के फल एवं फूल, फुलहरा (प्राकृतिक फूलों से सजा), मां पार्वती के लिए सुहाग सामग्री - मेहंदी, चूड़ी, बिछिया, काजल, बिंदी, कुमकुम, सिंदूर, कंघी, माहौर, बाजार में उपलब्ध सुहाग पुड़ा आदि, श्रीफल, कलश, अबीर, चन्दन, घी-तेल, कपूर, कुमकुम, दीपक, घी, दही, शक्कर, दूध, शहद पंचामृत के लिए आदि।

ब्राह्मणों को दी जाती है श्रृंगार पेटी 
कथा श्रवण के पश्चात सुहागिन महिलाएं बाजार से लायी गयीं श्रृंगार पेटी या टोकड़ी को ब्राह्मणों के बीच दान करती हैं, जिसमें वस्त्र, आलता, बिंदी समेत शृंगार के कई सामान उपलब्ध होते हैं।  

समूहिक पूजा से बढ़ता है मेल-मिलाप 
तीज पर सामूहिक रूप से पूजन करने का एक महत्व यह भी है कि इस तरह स्त्रियां आपस में एक-दूसरे से घनिष्ठता के साथ जुड़ भी पाती हैं। तीज के दिन तीज मिलन का आयोजन भी आपसी जुड़ाव बनाने का ही एक प्रयोजन है। महिलाएं गीत गाती हैं, नृत्य करती हैं, हास-परिहास करती हैं। इस तरह वे हंसी-खुशी से तीज का उत्सव मनाती हैं। राजस्थान में तीज पर्व का विशेष महत्व है और इस दिन स्त्रियां दूर देश गए अपने पति के लौटने की कामना करती हैं। अनेक स्थानों पर मेले लगते हैं। 



--सुरेश गांधी--

मधुबनी : क्षेत्रीय कार्यकत्र्ताओं के साथ माननीय प्रधानमंत्री महोदय का प्रत्यक्ष संवाद कार्यक्रम का आयोजन

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  • ----अक्टूबर से सेविका/सहायिकाओं एवं आषा कार्यकत्ताओं के मानदेय में होगी बढ़ोतरी
  • --- आगामी दिनों में आंगनबाड़ी केन्द्रों पर होगी एल.पी.कनेक्षन एवं एल.ई.डी. बल्बों की सुविधा 

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मधुबनी (आर्यावर्त डेस्क) 11, सितंबर 18,  श्री नरेन्द्र मोदी, माननीय प्रधानमंत्री, भारत सरकार के द्वारा मंगलवार को पूर्वाहन 10ः00 बजे से विडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से क्षेत्रीय कार्यकत्र्ताओं यथा-महिला पर्यवेक्षिका/ए.एन.एम./आंनगवाड़ी सेविका/आषा एवं महिला एवं बाल विकास तथा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के लाभुकों के साथ प्रत्यक्ष संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया।  इस कार्यक्रम का आयोजन जिले के सभी प्रखंडों में बाल विकास परियोजना कार्यालयों एवं स्थानों पर किया गया। जिसमें बृहत संख्या में महिला पर्यवेक्षिका/सेविका/आषा/ए.एन.एम सहित बाल विकास एवं परिवार कल्याण विभाग के लाभुकों ने भाग लिया।  कार्यक्रम में माननीय प्रधानमंत्री द्वारा कुपोषण को दूर करने में जीवन के प्रथम हजार दिन की महत्ता को विस्तारपूर्वक बताया गया। साथ ही सभी कार्यकत्ताओं को पोषण अभियान कार्यक्रम को जन आंदोलन का हिस्सा बनाकर इसे सफल बनाने की अपील की गयी। माननीय प्रधानमंत्री द्वारा सभी क्षेत्रीय कार्यकत्ताओं के कार्याे के प्रति प्रसन्नता व्यक्त की गयी, एवं उन्हें सामाजिक बदलाव में अपना अहम योगदान देने की बात कही। तत्पष्चात माननीय प्रधानमंत्री महोदय द्वारा आगामी दिनों में सभी आंगनवाड़ी केन्द्रों पर एल.पी.जी. गैस कनेक्षन की सुविधा एवं एल.ई.डी. बल्ब की सुविधा उपलब्ध कराने की बातें कही गयी। साथ ही आषा के प्रोत्साहन राषि(केन्द्रांष) को अगले माह(अक्टूबर 2018 से) दोगुना कर दिया जायेगा।  उन्होंने सभी आंगनवाड़ी सेविका जिनका मानदेय 3000 है,उन्हें 4500(केन्द्रांष) एवं जिनका 2250 है,उन्हें 3500 रूपये मानदेय के रूप में अगले माह(अक्टूबर से) दिया जायेगा। साथ ही पोषण अभियान के तहत आई.सी.डी.एस. कैष में उत्तम प्रदर्षन के आधार पर 250 से 500 अतिरिक्त प्रोत्साहन राषि दिया जायेगा। माननीय प्रधानमंत्री महोदय द्वारा आंगनवाड़ी सहायिका को 1500 के बदले 2250(केन्द्रांष) मानेदय के रूप में अक्टूबर 2018 से देने की घोषणा की गयी। माननीय प्रधानमंत्री महोदय द्वारा कहा गया कि तीन ’ए’(यथा-आंगनवाड़ी सेविका/ए.एन.एम./आषा) भारत को स्वास्थ्य एवं पोषण के मामले में ’ए’ ग्रेड पर रखेंगी।

राजस्थान में अंगद का पांव है भाजपा सरकार: अमित शाह

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जयपुर, 11 सितंबर, भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने राजस्थान में पार्टी की सरकार को अंगद का पांव बताते हुए मंगलवार को कहा कि राज्य में इसे कोई उखाड़ नहीं सकता। उन्होंने कहा कि राजस्थान सहित कुछ राज्यों के विधानसभा चुनावों से 2019 के आम चुनावों की दिशा तय होगी इसलिए पार्टी कार्यकर्ता आगामी चुनाव में अपना सर्वस्व झोंक दें। जयपुर की एक दिन की यात्रा पर आए शाह ने यहां शक्ति केंद्र सम्मेलन में पार्टी की पोल बूथ समितियों के सदस्यों को संबोधित किया। आगामी विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी के अभियान का एक तरह से शंखनाद करते हुए शाह ने कहा,‘राजस्थान में भाजपा की सरकार अंगद का पांव है। उसे कोई उखाड़ नहीं सकता।’ उन्होंने कहा कि राज्य में पार्टी की पहुंच हर बूथ तक है और यहां भाजपा को हराना नामुमकिन है। उन्होंने कहा कि पार्टी के हर कार्यकर्ता को आगामी विधानसभा चुनाव को अपना चुनाव समझते हुए लड़ना चाहिए क्योंकि यह किसी विधायक, मंत्री या मुख्यमंत्री का चुनाव नहीं बल्कि भाजपा का, उसके कार्यकर्ता का चुनाव है।

इस साल तीन राज्यों (राजस्थान, मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़) में होने वाले विधानसभा चुनावों को महत्वपूर्ण बताते हुए शाह ने कहा,‘ अपने तीन प्रमुख राज्यों में चुनाव होने हैं। चुनाव का ट्रेंड इन तीन राज्यों के चुनाव तय करेंगे कि 2019 में क्या होने वाला है।’ इसके साथ ही शाह ने दोहराया कि अगर 2019 का चुनाव भाजपा का कार्यकर्ता जीत ले तो ‘पचास साल तक पंचायत से पार्लियामेंट तक भाजपा को कोई हरा नहीं सकेगा।’ राज्य में पार्टी कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ाते हुए शाह ने कहा कि वे ‘अगर मगर, किंतु परंतु छोड़कर दुश्मन को पराजय देने वाली मुद्रा के साथ एकजुट होकर जुट जाएं।’ शाह ने कहा,‘ वसुंधरा सरकार ने ऐसा कुछ नहीं किया है जिससे आपको सर नीचा करना पड़े बल्कि भाजपा सरकार ने ऐसा काम किया है कि आप सीना तान कर राजस्थान की जनता के सामने जा सकें ।’ उन्होंने कहा कि पार्टी की कार्ययोजना को निचले स्तर पर पहुंचाने की जिम्मेदारी कार्यकर्ताओं की है। अपने संबोधन में शाह ने विभिन्न मुद्दों को लेकर पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार, कांग्रेस पार्टी पर भी निशाना साधा। उन्होंने सवाल उठाया,‘ कांग्रेस राज्य में अपने नेता की घोषणा क्यों नहीं कर रही, वह क्यों नहीं बताती कि किसके नेतृत्व में राजस्थान में चुनाव लड़ा जाएगा, राजस्थान की जनता को यह जानने का अधिकार है।’ शाह ने कहा, ‘ जिसके पास नेता, नीति और नेतृत्व नहीं है, वह पार्टी जीत की अधिकारी नहीं है।’ शाह ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार और राज्य की राजे सरकार की विभिन्न उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कार्यकर्ताओं से कहा कि वे इन्हें लेकर आम मतदाता तक जाएं। इससे पहले हवाई अड्डे पर पार्टी के स्थानीय नेताओं ने शाह का स्वागत किया। शाह यहां से मोती डूंगरी गणेश मंदिर गए और पूजा अर्चना की। राज्य में विधानसभा चुनाव इस साल होने हैं और जुलाई के बाद शाह की यह तीसरी राजस्थान यात्रा है।
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