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उत्तराखंड की विस्तृत खबर (24 जून)

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दून को स्वच्छ व सुदंर बनाने के दावे धडाम ! 
  • कई सालों से लम्बित है कई प्रोजेक्ट

देहरादून, 24 जून (निस)। नगर निगम के सभी दावें हवा साबित होते दिख रहे है। लम्बे समय से अविराम लगे गांधी पार्क का सुधारीकरण की योजनाए पर अमलीजामा नहीं लग पाया है। दूसरे कार्यकाल में भी मेयर विनोद चमेाली को काम रफ्तार नहीं पकड़ पा रहा है। नई कार्यकारिणी को भी एक साल से अधिक का समय पूरा होने के बाद भी शहर की प्रगति पर विराम लगा हुआ है।  चाहे वह गांधी पार्क का काम हो या फिर घंटाघर की घंडियों का सौदर्यकरण छोड़ भी दे  तो कई समस्याओं से आज भी  दून घिरा हुआ ही दिखता है। दून को स्वच्छ और सुंदर बनाने का प्रयास मेयर विनोद चमेाली का फेल होता दिख रहा है। किसी भी सवाल के जवाब आज तक निगम प्रशासन खोज पाने में नाकामयाब रही हैं। अभी भी बच्चों के पार्क का निर्माण खटाई में जा रखा है। निगम प्रशासन का ध्यान इस ओर नहीं जा रहा है, जो चिंता का विषय है, इससे मेयर का ड्रीम प्रोजेक्ट टाॅय-टाॅय फिस्स होता जा रहा है। इससे मेयर को पहले अपनी सरकार से नाखुश होना पडा और अब उनके सपनों का क्या होगा यह प्रश्न  भविष्य के गर्भ में छिपा हुआ है। आखिरकार कब इसका विस्तार होगा, यह कहा नहीं जा सकता है। मेयर गांधी पार्क के सौन्दर्यकरण के मामले में सम्बन्ध्ति टैंडर को शासन तक पहुंचाना है, लेकिन अभी तक इस मामले में कोई कार्यवाही  नहीं हुई है और अभी भी यह मामला शासन में लंबित है। मेयर भी अब मान बैठे हैं कि शायद उनके द्वारा गांधी पार्क के सौन्द्रयीकरण के लिए बनाई गयी नीति समझ में आने लगी हैं और अब वह उनका समर्थन देने लगे हैं। लेकिन मेयर यह भी भूल गये कि पूर्व में ही अपनी भाजपा सरकार के खिलाफ उन्हें धरने पर बैठना पड़ा था। दूसरी ओर निगम के इतने प्रस्ताव हैं जो आज तक शासन स्तर पर यूं ही लंबित हैं लेकिन उन्हें पूरा करने के लिए शासन द्वारा कोई भी मुहिम नहीं छेड़ी जा रही हैं, जिसके दोषी किसे माना जाएं निगम प्रशासन को या फिर शासन को। इसके बारे में कुछ भी कह पाना आसान नहीं हैं। शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाने के लिए निगम द्वारा बनाई गयी जेएनएनयूआरएम के तहत योजनाओं का पिटारा देखे तो अभी जेएनएनयूआरएम के पहले फेस की योजनाएं पूरी तरह से क्रियान्वित नहीं हो पाई हैं। वहीं निगम द्वारा जेएमएमयूआर फेस टू के तहत आने वाली विभिन्न योजनाओं की तैयारियां की जा रही है। जिन पर मंजूरी मांगने के लिए सरकार पर दबाव बनाने की तैयारियां भी जोर शोर से की जा रही हैं। यहां एक सवाल यह उठता हैं कि जब पूर्व में लाखों रूपयें से लागत विभिन्न योजनाओं का तो आज तक कुछ पता नहीं लग पाया हैं तो आगामी योजनाओं को क्रियान्वित करने में निगम प्रशासन कैसे कामयाब होगा इसके लिए निगम प्रशासन सोचना भूल गया है और गांधी पार्क मामले को ही अपनी बड़ी उपलब्धि मान बैठा हैं। नगर निगम की ओर से अभी तक किसी भी प्रकार की कार्यवाही न होना एक परेशानी का सबब बना हुआ है और इससे निगम के ड्रीम प्रोजेक्ट की भी हवा निकल रही है, लेकिन सरकार भी बदल गई है अब मेयर के समक्ष एक चुनौती बन गई है। गांधी पार्क मामले को शासन के पाले में पूर्व में डालकर इसे अपने स्तर की बड़ी उपलब्ध् िबताने से भी नहीं चूक रहा हैं। यहां तक विकास कार्य न होने से भाजपा व कांग्रेसी पार्षद भी मोर्चा खोलने की तैयारी में है और कुछ दिन पूर्व तो भाजपा पार्षदों ने मेयर चमोली के खिलाफ प्र्रदर्शन कर धरना दिया, उनका कहना है कि वार्डों में विकास कार्य नहीं हो रहे है और जनता उन्हें ही कोस रही है।

धड़ल्ले से बिक रहा प्रोक्सीवान

देहरादून, 24 जून (निस)। स्वास्थ विभाग द्घारा स्पास्मो प्रोक्सीवान व स्पास्मो सिप प्लस कैप्सूलों पर रोक लगाये जाने के बावजूद शहर धड़ल्ले से बिक रहा है। इस पर प्रतिबंध की भनक लगते ही दवा के कारोबार करने वाले कुछ व्यापारियों ने बड़ी मात्रा में इन कैप्सूलों का स्टाक जमा कर लिया था, जो अब नशे के आदी लोगों से इसके मनमाने दाम वसूल रहे है। स्वास्थ्य महकमा इस पर चुप्पी साधे हुए है। स्पास्मो प्रोक्सीवान व स्पास्मो सिप प्लस कैप्सूलों जैसी दर्द निवारक और डिप्रेशन में काम आने वाली दवाओं को आमतौर पर डक्टर की सलाह पर दिया जाता है। परन्तु तमाम लोग इन दवाओं का इस्तेमाल नशे के लिए करने लगे है। जिस पर स्वास्थ विभाग इन कैप्सूलो की बिक्री प्रतिबंधित कर दी। इन दवाओं का कारोबार दण्डनीय अपराध है। बावजूद इसके कुंछ दवा व्यापारियों ने गैर कानूनी ढंग से इन कैप्सूलों का स्टाक जमा कर इन्हें मनमाने रेटो पर बेचना शुरू कर दिया है। जो निर्धारित मूल्य से दस गुना दामों तक बेचे जा रहें हैं। सूत्रो की माने तो इन प्रतिबंधित कैप्सूलों की कालाबाजारी दिल्ली, गाजियाबाद, मेरठ, मुंज्जफर नगर, बरेली व लखनऊ आदि बड़ी मंडियों से हो रही है। जिसका नेटवर्क छोटे शहरों तक फैला हैै। नशे के लत के चलते तमाम युवक अपनी खून पसीने की गाडी कमाई इन कैप्सूलों पर बर्बाद कर रहें है। जिसके चलते कई सुहागिनों का सिंदूर उजड़ रहा है, तो कई मां बाप अपने जवान बेटो को खो रहे है। बावजूद इसके पुलिस और स्वास्थ्य महकमा चुप्पी साधे है।  

रेल सेवाओं के विस्तारण के लिए सीएम ने रेलमत्री से किया अनुरोध

harish rawat
नई दिल्ली/देहरादून, 24 जून (निस)। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने उत्तराखण्ड को सामरिक तथा यात्रा/पर्यटन के दृष्टिकोण से अत्यन्त महत्वपूर्ण राज्य बताते हुए रेल मंत्री सदानन्द गौढ़ा से उत्तराखण्ड में रेल सेवाओं के विस्तारण का अनुरोध किया है। उन्होंने इस सम्बन्ध में रेल मंत्री को विस्तृत प्रस्ताव भेजते हुए कहा कि राज्य में रेल सेवाओं का विस्तार किया जाना राष्ट्रीय हित में भी आवश्यक है। मुख्यमंत्री ने राज्य के लिए गत रेल बजट में स्वीकृत परियोजनाओं के शीघ्र क्रियान्वयन के साथ ही राज्य के हित में अनेक नई योजनाओं को स्वीकृत करने का अनुरोध किया है। रेल मंत्री श्री गौढ़ा को भेजे अपने विस्तृत प्रस्ताव पत्र में मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य एक अन्तर्राष्ट्रीय पर्यटन/तीर्थ स्थली है। प्रदेश की कुल जनसंख्या से दो गुने से अधिक संख्या में यहां देश/विदेश से पर्यटक, तीर्थ यात्री, भ्रमण करते हैं। सामरिक दृष्टिकोण से उत्तराखंड राज्य चीन-तिब्बत व नेपाल की विशाल अन्तर्राष्ट्रीय सीमा क्षेत्र से जुड़ा हुआ है। पड़ौसी देश चीन ने उत्तराखण्ड की सीमा तक रेल, सड़क एवं हवाई मार्गों का विस्तारण कर लिया है। लिहाजा राज्य में आने वाले राष्ट्रीय व अन्तर्राट्रीय पर्यटकों/तीर्थ यात्रियों की सुविधाओं एवं सामरिक दृष्टि के संदर्भ में रेल सेवाओं के विस्तार किया जाना जरूरी है। मुख्यमंत्री ने रेल मंत्री को अवगत कराया कि गैरसैण को उत्तराखण्ड की ग्रीष्मकालीन राजधानी के रूप में विकसित किया जा रहा है। गत रेल बजट में रामनगर-चैखुटिया रेल मार्ग हेतु स्वीकृति प्रदान की गयी थी। चैखुटिया से निकट होने के कारण रामनगर से गैरसैण रेल सम्पर्क की आवश्यकता है। यह रेल मार्ग सामरिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण होगा। इसके अतिरिक्त ऋषीकेश-कर्णप्रयाग रेल मार्ग में भूमि हस्तान्तरण अन्तिम चरण में है। टनकपुर-बागेश्वर रेल लाइन के निर्माण के संदर्भ में राष्ट्रीय परियोजनान्तर्गत स्वीकृति प्रदान की है। सामरिक दृृष्टि से इन रेल परियोजनाओं का शीध्र क्रियान्वयन आवश्यक है। उन्होंने कहा कि किच्छा-खटीमा (57.7 किमी) रेल लाइन के लिए भूमि अधिग्रहण हेतु उत्तराखण्ड राज्य द्वारा दिए गए अंशदान के पश्चात अवशेष धनराशि रेल मंत्रालय अथवा भारत सरकार से प्राप्त कर इस परियोजना पर त्वरित कार्यवाही किए जाने की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री ने मुजफ्फरनगर-रूड़की रेल मार्ग हेतु भी त्वरित व्यवस्था किए जाने पर जोर दिया है। मुख्यमंत्री ने सहारनपुर-देहरादून नए रेल मार्ग का निर्माण किये जाने की आवश्यकता बताते हुए कहा कि वर्तमान में देहरादून जाने वाली समस्त गाडि़यों को सहारनपुर होते हुए गोलाकार घूमकर रूड़की लक्सर हरिद्वार होते हुए जाना पड़ता है। सहारनपुर देहरादून मार्ग का सर्वेक्षण कार्य पूर्ण भी हो चुका है। इस नए मार्ग का निर्माण हरबर्टपुर-विकासनगर होते हुए देहरादून करने से यमुना घाटी एवं चकराता-त्यूनी के जनजातीय निवासियों के साथ ही पर्यटकों को भी अत्यन्त सुविधा होगी तथा हरिद्वार मार्ग में भीड़ को नियंत्रित करने में भी सुविधा होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऋषिकेश से देहरादून हेतु नए रेल मार्ग निर्माण का गत वर्ष के बजट में अनुमोदन किया गया था, जिसका सर्वे पूर्व में हो चुका है, अतः इस पर तत्काल कार्यवाही किए जाने की आवश्यकता है। इसी के साथ लक्सर-रूड़की-हरिद्वार से देहरादून रेल लाइन के दोहरीकरण को अत्यन्त आवश्यक बताते हुए उन्होंने कहा कि इस रेल लाइन का क्रियान्वयन लम्बित होने के कारण इस महत्वपूर्ण सैक्शन का विद्युतीकरण भी रूका हुआ है तथा एकल लाइन के कारण यातायात में अवरोध भी रहता है।

उत्तराखंड के रेलवे स्टेशनों का हो आधुनिकीकरणः मुख्यमंत्री
  • अन्तर्राष्ट्रीय पर्यटकों के निरन्तर आवागमन के कारण हो अन्तर्राष्ट्रीय स्तर 

देहरादून/नई दिल्ली, 24 जून (निस)।  मुख्यमंत्री हरीश रावत ने देहरादून, हरिद्वार, रूड़की, कोटद्वार, रामनगर, काठगोदाम, रूद्रपुर रेलवे स्टेशनों का आधुनिकीकरण किए जाने की मांग करते हुए कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों के मुख्य प्रवेश द्वार होने के कारण इन स्टेशनों पर अन्तर्राष्ट्रीय पर्यटकों का निरन्तर आवागमन रहता है, अतः इन रेलवे स्टेशनों की साज-सज्जा अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की होनी चाहिए। इसी के साथ उन्होंने राज्य के तराई क्षेत्र में स्थित अन्तराष्ट्रीय ख्याति के नानकमत्ता गुरूद्वारा व चम्पावत जिले में स्थित रीठा-मीठा साहब व पूर्णागिरी देवी जैसे सुविख्यात तीर्थ स्थलों के लिए काठगोदाम/रामनगर से अमृतसर एवं जम्मू तवी हेतु एक दैनिक रेल चलाए जाने की वर्षों से लम्बित माॅंग को पूर्ण किये जाने का अनुरोध किया। मुख्यमंत्री ने इसी के साथ चण्डीगढ/अमृतसऱ के लिए काठगोदाम/रामनगर से एक शताब्दी/जन-शताब्दी रेल की आवश्यकता पर भी बल दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़क मार्ग पर अत्यधिक दबाव होने से उत्तराखण्ड के विभिन्न शहरी क्षेत्रों के व्यवसायियों, नागरिकों को आस-पास के शहरों में पहुंचने में अत्यन्त कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है, अतः देहरादून से हरिद्वार, ऋषिकेश, रूड़की, कोटद्वार एवं काठगोदाम से लालकुंआ/पन्तनगर/रूद्रपुर/काशीपुर/ रामनगर/बाजपुर, मुरादाबाद हेतु शटल सेवा के सुदृढ़ीकरण की नितान्त आवश्यकता है। इसी के साथ उन्होंने हावड़ा जाने वाली रेल में अत्यधिक भीड़ एवं कोटे की कमी के दृष्टिगत देहरादून एवं काठगोदाम से लखनऊ/वाराणसी/इलाहाबाद के लिए एक तीव्र गति की रेल सेवा शुरू करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने राज्य से वर्तमान में चलाई जा रही मुख्य रेलगाडि़यों में पुराने व क्षतिग्रस्त बोगियां के स्थान पर नयी बोगियों को बदले जाने को पर्यटन तथा स्वच्छता के दृष्टिकोण से नितान्त आवश्यक बताया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली से हरिद्वार ऋषिकेश गन्तव्य मार्ग में पीरान कलियर, भारत की पवित्र गंगा नदी एवं हरिद्वार स्थित अनेक तीर्थ तथा यहां से चार धाम यात्रा का आरम्भ होता है जिस कारण इस गन्तव्य स्थान हेतु रेल तथा सड़क मार्ग, दोनों ही इस विशाल यातायात हेतु पर्याप्त नहीं हैं। वर्तमान में भारत सरकार के द्वारा तर्ज पर अनेक बृहद परियोजनाओं पर कार्य प्रारम्भ किया जाना प्रस्तावित है। पीपीपी तर्ज पर दिल्ली हरिद्वार/ऋषीकेश के लिए एलीवेटेड रेल लाइन के निर्माण से देश को अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति मिलेगी साथ ही पर्यटकों/यात्रियों को भी सुविधा होगी। यह परियोजना प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के दृष्टिकोण से भी अत्यन्त लाभकर सिद्ध होगी। 

बारिश ने खोली राजधानी के ड्रेनेज सिस्टम की पोल
  • नालियों की सफाई न होने से नहीं हो पा रही बरसात के पानी की निकासी   

देहरादून, 24 जून (निस)। चंद दिन पूर्व हुई बारिश ने दून में ड्रेनेज सिस्टम की पोल खोल कर रख दी है। सफाई न होने से शहर में नालियां चैक पड़ी हुई हैं, जिस कारण बरसात के पानी की निकासी नहीं हो पा रही है। पानी की निकासी न होने से शहर के कई इलाकों में जलभराव की समस्या बनी हुई है। जलभराव के चलते राजधानी में  लोगों को तमाम समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। आईएसबीटी, क्लेमनटाउन, मोहिनी रोड, शिवपुरी, बद्रीश कालोनी, इंद्रलोक कालोनी, दीपनगर, नवादा, केदारपुरम, रायपुर, डिफेंस कालोनी, फ्रेंण्ड्स एन्क्लेव, रेलवे स्टेशन, प्रिंस चैक, बंजारावाला, अजबपुर खुर्द, अजबपुर कला, सुमननगर, नारायण विहार, कारगी, ब्राह्मणवाला, अधोईवाला, टर्नर रोड, तिलकरोड, धामावाला, पल्टन बाजार, मोतीबाजार, हनुमान चैक, करनपुर, सीमाद्वार, कारगी रोड, इंदिरानगर, चंद्रलोक कालोनी, सूर्यलोक कालोनी, राजीवनगर, जोगीवाला, शास्त्रीनगर, टीएचडीसी कालोनी, राजपुर रोड, हाथीबड़कला, पटेलनगर आदि इलाकों में जलभराव की समस्या का सामना लोगों को करना पड़ रहा है। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि बीते वर्ष दून में लोगों के घरों में जलभराव के कारण लोगों का तमाम घरेलू सामान बर्बाद हो गया था। कई लोगों के बर्तन तक बह गए थे। जलभराव के कारण लोग रात्रि को घरों में सो नहीं पाए थे। गली-मौहल्ले, घर, आंगन, सड़क, खेत सब तालाब बन गए थे। लोग घरों में भरा पानी बर्तनों से बाहर निकालते रहे। बिंदाल और रिस्पना नदियों के किनारे बसे लोगों का सामान बह गया, कई लोगों के कच्चे मकान ढह गए। वहीं इस वर्ष हुई पहली बारिश ने ही शहर के ड्रेनेज सिस्टम की पोल खोल दी। नालियां सफाई न होने से चैक पड़ी हुई हैं, जिस कारण बरसाती पानी की निकासी नहीं हो पा रही है। पानी की निकासी न हो पाने के कारण ही लोगों को जलभराव की समस्या से जूझना पड़ा। बरसात का सीजन शुरु होने से पूर्व नगर निगम द्वारा चैक पड़ी नालियों की सफाई नहीं कराई गई जिस कारण शहरवासियों को जलभराव का सामना करना पड़ रहा है। अभी भी नगर निगम प्रशासन की नींद जागी नहीं है। लोगों का कहना है कि क्षेत्र में समुचित जल निकासी की व्यवस्था न ह¨ने के कारण ही घर¨ं में पानी घुस रहा है। जलभराव के कारण सड़कंे तालाब बनी हुई हैं, जिस कारण लोगों के लिए घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है। 

उपचुनाव के लिए भाजपा विधानसभाओं में टटोलेगी कार्यकर्ताओं का मन राजेन्द्र जोशी

देहरादून, 24 जून । प्रदेश की तीन विधानसभाओं में होने जा रहे उपचुनाव को लेकर भाजपा ने कार्यकर्ताआंे से वार्तालाप तेज कर दिया है। जबकि कांग्रेस अभी तक डोईवाला व धारचूला विधानसभा सीट पर ही मंथन करती हुयी हरीश रावत के पक्ष मंे नजर आ रही है। भाजपा प्रदेश की तीनों विधानसभा सीटांे पर भगवा लहराने के लिये अपनी रणनीति मंे जुट गई है। भाजपा को सोमेश्वर सीट पर विरोध का सामना भी आपसी गुटबाजी के चलते करना पड़ रहा है। इस सीट पर 2002 मंे विधानसभा का चुनाव लड़े राकेश आर्य मजबुत दावेदारों में सामने नजर आ रहे है। वह वर्ष 2002 में 345 मतों के अंतर से चुनाव हार गए थे। इस सीट पर भाजपा की तरफ से रेखा आर्य एंव मोहन राम भी अपनी ताल ठोकते नजर आ रहे है। लेकिन भाजपा इस सीट पर जिताऊ प्रत्याशी को ही चुनावी समर में उतारेगी। क्योकि धारचूला की सीट से खुद मुख्यमंत्री हरीश रावत चुनाव लड़ेगें जिसका प्रभाव सोमेश्वर की विधानसभा सीट पर भी पड़ेगा। भाजपा के पास धारचूला सीट पर धनसिंह धामी, कुंदन सिंह टोलिया, खुशहाल पिपलियां के साथ-साथ दो अन्य नाम भी चुनाव लड़ने के लिए सामने आते दिख रहे है। लेकिन धारचूला सीट पर भाजपा वाॅक ओवर के रूप में भी सामने आती नजर आ रही है। क्योकि इस सीट पर मुख्यमंत्री के खिलाफ चुनाव लड़ने के लिए भाजपा के पास कोई मजबूत दावेदार मौजूद नहीं है।  भाजपा पहले धारचूला सीट पर बंच्ची सिंह रावत को चुनाव लड़वाना चाह रही थी। लेेकिन बच्चीदा के चुनाव लड़ने से मना करने के बाद इस सीट पर भाजपा के पास वाॅकओवर की स्थिति नजर आ रही है। वहीं डोईवाला विधानसभा सीट पर भी कांग्रेस से हरीश रावत के चुनाव लड़ने की चरचाये तेज है और यदि इस सीट से हरीश रावत चुनाव नहीं लड़ते तो कांग्रेस हरीश रावत के बेटे आनन्द रावत को भी चुनावी समर में उतार सकती है। भाजपा के पास डोईवाला विधानसभा सीट पर पूर्व मंत्री के रूप में त्रिवेन्द्र रावत इस सीट पर चुनाव लड़ने के मजबूत प्रत्याशी के रूप में तैयारी करते नजर आ रहे है। और यदि इस सीट पर हरीश रावत ने चुनावी ताल ठोकी तो भाजपा से त्रिवेन्द्र रावत ही प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ेगे। भाजपा कार्यकर्ताओं से रायशुमारी के लिये 25 को धारचूला , 26 को सोमेश्वर एंव 28 को डोईवाला में मंथन करेगी। धारचूला मंे 25 को भाजपा के ज्ञानसिंह नेगी, प्रकाश पन्त , बिशन सिंह चुफाल कार्यकर्ताआंे का मन टटोल कर अपनी रिपोर्ट भाजपा के प्रदेश चुनाव समिति को सौपेगे। जबकि डोईवाला विधानसभा सीट के लिए नरेश बंसल भी इस समिति को अपने विचार देंगे। 

आॅल्टो कार दुर्घटना में तीन लोगों की मौत

नई टिहरी, 24 जून (निस)। जनपद टिहरी के देवप्रयाग विकासखंड क¢ जामणीखाल-धौडि़याधार मोटर मार्ग पर एक आॅल्टो कार के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने से उसमें सवार तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि दो गंभीर घायल हो गए। घायलांे को 108 सेवा की मदद से श्रीनगर बेस अस्तपाल में भर्ती कराया गया है। मृतक में एक शिक्षक भी शामिल है और उसकी पत्नी देवप्रयाग विकासखंड में क्षेत्र पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ रही है। तहसीलदार देवप्रयाग एसडी चैरसिया के अनुसार तीसरे चरण के पंचायत चुनाव में जन संपर्क के लिए छडि़यारा से जामणीखाल जा रही आॅल्टो कार संख्या यूके 09ए-0448 मंगलवार तड़के तीन बजे के करीब जामणीखाल में अचानक अनियंत्रित होकर तीन सौ मीटर गहरी खाई में जा गिरी जिसमें सवार बांकेलाल शाह पुत्र जयलाल शाह 45 वर्ष, उसका चचेरा भाई अवतार शाह पुत्र हंसलाल शाह दोनो निवासी छडि़यारा, भवानीलाल शााह पुत्र बुद्धि मिस्त्री निवासी खोला कांडी ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। दुर्घटना में आनंद शाह, रोशनलाल शाह गंभीर रूप से घायल हो गए जिन्हें श्रीनगर बेस अस्पताल पहुंचाया गया है। मृतकों का हिंडौलाखाल में पोस्टमार्टम किया गया। बताया जा रहा है कि मृतक बांकेलाल शाह प्राथमिक स्कूल जामणीखाल में शिक्षक था तथा उसकी पत्नी शकुंतला शाह इस क्षेत्र से बीडीसी मेंबर का चुनाव लड़ रही है। 

मिशन सद्भावना में ग्राफिक एरा पहंुची जे एण्ड के की छात्राएं

देहरादून, 24 जून (निस)। पहली बार जम्मू-कश्मीर से निकली छात्राओं को बाहर की दुनिया बहुत अच्छी लगी। लोगों के स्नेह और सद्भावना ने इन नन्हीं छात्राओं को गद्गद् कर दिया। सेना के मिशन सद्भावना के तहत बारामूला जनपद से छात्राओं का यह दल देहरादून आया है। छात्राओं के दल ने आज ग्राफिक एरा ग्रुप के दोनांे विश्वविद्यालयों का भ्रमण करके भविष्य संवारने की संभावनाओं के बारे में जानकारी ली। बारामूला जनपद के वुनियार क्षेत्र में स्थित आर्मी गुडविल स्कूल की छात्राओं का यह दल कल देहरादून पहंुचा। इस दल में पांचवी से लेकर नौंवी कक्षा तक की छात्राएं शामिल हैं। अपनी टीचर और कुछ अधिकारियों के साथ ये छात्राएं आज दोपहर ग्राफिक एरा पर्वतीय विश्वविद्यालय पहंुची। कुलपति डा. संजय जसोला ने छात्राओं को बड़े सपने देखने और फिर कड़ी मेहनत से उन्हें पूरा करने की सलाह दी। जम्मू-काश्मीर की छात्राओं ने विश्वविद्यालय की मैकेनिकल और कम्प्यूटर साईंस लैब पहंुच कर मशीनों व साफ्टवेयर के बारे में जानकारी ली। उन्होंने विश्वविद्यालय के शिक्षकों से पूछा कि इंजीनियर या मैनेजर कैसे बना जा सकता है। छात्राओं ने विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों में जाकर जाना कि इंजीनियर कितनी तरह के होते हैं और उनके काम में किस तरह अन्तर होता है। नन्हीं सोनाली ने कहा कि काश उनके स्कूल में भी इतनी सारी सुविधाएं और बड़े होटल जैसा कैफेटेरीया होता। आजिया और माहमूना को सब कुछ इतना अच्छा लगा कि उन्होंने यहीं आकर आगे की पढ़ाई करने का ऐलान कर दिया। छात्राओं के इस दल ने शाम को ग्राफिक एरा विश्वविद्यालय का भ्रमण किया। छात्राओं ने कुलपति डा. वी. के. तिवारी और शिक्षकों से मुलाकात की। छात्रा कवाथलिन और सोनाली ने कहा कि घर से निकल कर पता लगा कि बाहर की दुनिया और लोग कितने अच्छे हैं। सब बहुत स्नेह से मिले हैं जैसे उनकी बेटी आई हो। इस दल में शामिल अधिकांश छात्राओं ने बड़ी होकर इंजीनियर बनने और देश की सेवा करने की बात कहीं। कई छात्राओं ने सेना में जाकर देश की सेवा करने की इच्छा जाहिर की।

पूर्व कैबिनेट मंत्री ‘गांववासी’ ने की रेल मंत्री सदानंद गौड़ा से मुलाकात

देहरादून, 24 जून (निस)। पूर्व कैबिनेट मंत्री और भाजपा पंचायत प्रकोष्ठ के केंद्रीय संयोजक मोहन सिंह रावत ‘गांववासी’ ने रेल मंत्री सदानंद गौड़ा से मुलाकात कर उत्तराखंड में रेल के विस्तार की मांग की। उन्होंने कहा कि राज्य में रेल सेवा के विस्तार के लिए कई वर्षों से कवायद चल रही है। उसके बावजूद रेल परियोजनाएं जस की तस पड़ी हुई है। उन्होंने मुम्बई सेंट्रल से देहरादून तक रोजाना सेमी एससी स्पेशल ट्रेन चलाने की भी मांग की। गांववासी ने कहा कि पिछले कई वर्षों से लोग मुम्बई सेंट्रल से देहरादून तक फास्ट ट्रेन चलाने की मांग कर रहे हैं। जनता की मांग और जरूरत को समझते हुए इस रूट पर ट्रेन चलाए जाने की बेहद आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में विभिन्न रेल परियोजनाएं वर्षों से लंबित पड़ी हुई है। ऋषिकेश-कर्णप्रयाग, काठगोदाम-बागेश्वर, देहरादून-विकासनगर-पौंटा-नाहन रेल लाइनों का काम शुरू तक नहीं हो पाया है। इन परियोजनाओं के लिए सर्वे, पर्यावरणीय स्वीकृति, भूमि का अधिग्रहण और पुनर्वास जैसे मुद्दों पर शीघ्र कार्रवाई होेनी चाहिए। उन्होंने रेल बजट में इन परियोजनाओं पर काम शुरू करने और बजट का प्रावधान कर आवंटित किए जाने की भी मांग की। मुलाकात के दौरान गांववासी के साथ जनतंत्र मोर्चा के प्रदेश संयोजक भोपाल सिंह चैधरी भी मौजूद रहे। 

शान्ति पूर्ण तरीके से हुआ त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के तीसरे एवं अन्तिम चरण का मतदान

देहरादून, 24 जून (निस)।  जिला निर्वाचन अधिकारी पंचायत/जिलाधिकारी चन्द्रेश कुमार यादव ने अवगत कराया है कि जनपद में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव का तीसरा एवं अन्तिम चरण का मतदान आज जनपद के विकासखण्ड रायपुर एवं डोईवाला में निष्पक्ष एवं शान्तिपूर्ण ढंग सें सम्पन्न हो गया है। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को निष्पक्ष रूप से सम्पन कराने के लिए जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा आज विकासखण्ड रायपुर एवं विकासखण्ड डोईवाला की सबसे बडी ग्राम पंचायत मारखम ग्रान्ट के कई बूथों का निरीक्षण कर हो रहे मतदान का जायजा लिया तथा वहां हो रहे मतदान प्रतिशत की जानकारी लेते हुए सम्बन्धित पीठासीन अधिकारियों को निर्देश दिये कि मतदान में किसी प्रकार की कोई गडबडी नही होनी चाहिए तथा किसी प्रकार की कोई दिक्कत एवं समस्या है तो तत्काल उन्हे अवगत करा दें। उन्होने यह भी निर्देश दिये कि आयोग द्वारा निर्धारित समय 5 बजे ठीक मतदान केन्द्र का मैन गेट बन्द करते हुए मतदाताओं को लाईन में करते हुए अन्तिम मतदाता को एक नम्बर की पर्ची दी जाय तथा 5 बजे के बाद किसी को भी मतदान केन्द्र में न आने दें जो मतदता मतदान केन्द्र में 5 बजे तक पहंुच गये है उन सभी को मतदान कराने के निर्देश दिये। जिला निर्वाचन अधिकारी ने अवगत कराया कि विकासखण्ड डोईवाला की पोलिगं पार्टियां आई.टी.आई. डोईवाला में बनाये गये स्ट्रांग रूम में जमा करायेगें तथा विकासखण्ड रायपुर की पोलिंग पार्टियां रायपुर महाराणा प्रताप स्पोर्ट कालेज में बनाये गये स्ट्रांग रूम में निर्वाचन सामग्री जमा करायेगें। उन्होने कहा कि देर सांय तक सभी पोलिगं पार्टियों द्वारा स्ट्रांग रूम में निर्वाचन सामग्री जमा करा दी जायेगी। तथा स्ट्रांग रूम की सुरक्षा हेतु व्यापक सुरक्षा बल तैनात किया गया है जिनकी रेख’देख में निर्वाचन सामग्री जमा कराई जा रही है। जिला निर्वाचन अधिकारी जनपद में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को निष्पक्ष एवं निर्विघन सम्पन्न कराने के लिए निर्वाचन कार्य हेतु तैनात किये गये सभी अधिकारियों एवं कार्मिकों को बधाई दी।

सभी के साथ तालमेल बनाकर जनहित के कार्यों को गति देगी: इन्दिरा 

देहरादून, 24 जून (निस)। कैबिनेट मंत्री डाॅ. (श्रीमती) इन्दिरा हृदयेश ने मंगलवार को अपने आवास पर जनता की समस्याओं को सुना और उनके त्वरित निराकरण के लिए अधिकारियों को निर्देश दिये। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि दुष्प्रचारित किया जा रहा है कि सरकार बीमार है। तरस आता है ऐसे लोगो पर जो ऐसा कहते है। सरकार कभी बीमार नही होती, व्यक्ति विशेष बीमार हो सकता है। उन्होंने कहा कि हमारी परम्परा एवं संस्कृति रही है कि हम विकास को तरजीह देते है। उन्होने कहा कि वह अपने दायित्वो के अलावा मुख्यमंत्री जी द्वारा सौपे गये दायित्वो का वे पूर्ण निष्ठा एवं तत्परता से निर्वहन करते हुए प्रदेश के विकास के लिए कार्य करंेगी। डा0 हृदयेश ने कहा कि वह अपने सहयोगी मंत्रीयांे, विधायको व वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियो से तालमेल बनाकर जनहित के कार्यों के लिए त्वरित गति से निर्यण लेगी। उनकी कोशिश होगी कि विकास के पहिये को रूकने ना दिया जाए, बल्कि उसे और तेज गति प्रदान की जाए। ज्ञातव्य है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री हरीश रावत की अस्वस्थता के कारण उनके पटल एवं विभागो से सम्बन्धित कार्यो के निस्तारण के लिए सरकार की वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री डा0 श्रीमती इन्दिरा हृदयेश को अधिकृत किया गया है। इसके साथ ही अन्य कैबिनेट मंत्रियों को भी जिम्मेदारी दी गई है। मंगलवार को डाॅ. हृदयेश ने हल्द्वानी स्थित अपने आवास संकलन में जनप्रतिनिधियों तथा जनता के लोगो से मुलाकात की और जतना की समस्याओ का मौके पर ही निराकरण किया। डा0 हृदयेश ने कहा कि उनकी ईश्वर से प्रार्थना है कि मुख्यमंत्री यथाशीघ्र स्वास्थ लाभ कर जल्द ही वापस आयें और प्रदेश के विकास के लिए कार्य करें। उन्होने कहा कि विकास के साथ प्रदेश में होने वाले उपचुनाव में सरकार के सामने हैं उपचुनाव मे हम विजयी होगें। ऐसा हमें जनसाधारण पर विश्वास है क्योकि जनता विकास का मूल्याकन कर अपना मत देती है। हम विकास में किसी प्रकार की राजनीति नही करते है, बल्कि समग्र विकास हमारी भावना है। 

बारिश का फायदा उठाकर होटलों ने सीवर का पानी छोड़ा

देहरादून/मसूरी, 24 जून (निस)।  तेज बारिश का रियाल्टो चैक के आस पास के होटलों ने फायदा उठाकर मालरोड पर सीवर छोड़ दिया। जिससे पूरे क्षेत्र में गंदगी व दुर्गध से लोगों को भारी परेशानी हुई। स्थानीय दुकानदारांे ने खासी नाराजगी व्यक्त की। पहाड़ों की रानी मसूरी में पहली बारिश का रियाल्टो चैक के आस पास के होटल वालों से फायदा उठा कर सीवर खोल दिया। जिसका गंदा पानी मालरोड पर बारिश के साथ बहाया गया। इससे रियाल्टो चैक के दुकानदारों ने खासा आक्रोश व्यक्त किया। ऐसे लोगों को बक्शा नहीं जाना चाहिए। मालरोड पर बहते सीवर की दुर्गंध से पर्यटकों सहित स्थानीय दुकानदारों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। लोगों को गंदगी व दुर्गंध से जूझना पड़ा। जब पालिका व स्वास्थ्य विभाग को अवगत कराया तो उन्होंने विभागीय कर्मचारी को भेजने का आश्वासन दिया व कहा कि पता लगने पर होटल का चालान काटा जायेगा। जलसंस्थान के अधिशासी अभियंता डीपी पोखरियाल ने कहा कि यह गलत कार्य है। रियाल्टो चैक के आस पास के होटलों को पूर्व में भी नोटिस दिया जा चुका है व कहा कि इस घटना पर वे विभाग के जेई एनएस नेगी को मौके पर भेज रहे है ताकि जिस होटल का सीवर होगा उसके खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए है।  
पीने के पानी  की किल्लत से लोग हलकान

पिथौरागढ़,  24 जून (निस)।  शहर में पीने के पानी का संकट गहराता जा रहा है। उपभोक्ताओं को पीने का पानी तीसरे दिन पानी मिल रहा है, वह भी जरूरत से काफी कम है। पानी की किल्लत से नगर के लोग परेशान हो गए हैं। एक लाख की आबादी वाले शहर का ऐंचोली, बजेटी, भदेलबाड़ा, सरस्वती विहार हो या कोई और मोहल्ला, हर जगह पानी को लेकर मारामारी मची है। लोगों को तीसरे दिन पानी मिल रहा है। कभी-कभी तो चार-पांच दिन तक भी नलों में पानी नहीं टपकता। लोग किसी तरह से प्राकृतिक स्रोतों से पानी का इंतजाम कर रहे हैं। जल संस्थान, जिला, तहसील प्रशासन, जनप्रतिनिधि जनता को हो रही परेशानी से मुंह मोड़कर बैठे हैं। पानी की किल्लत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि शहर के हर गली, मोहल्ले में लोगों को सुबह से देर रात तक पानी के खाली, भरे बर्तन इधर-उधर ले जाते देखा जा सकता है। लोगों ने जल संस्थान पर पानी वितरण करने में भेदभाव करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि पिछले तीन साल में जल संस्थान ने लाइनों की मरम्मत, पंप बदलने के नाम पर करीब चार करोड़ रुपए का खर्च दिखाया हैं, इसकी जांच होनी चाहिए। उधर जल संस्थान स्रोतों में पानी कम होने के कारण किल्लत होने की बात कर रहा है।

1 जुलाई से ई-पेमेंट के माध्यम से होंगे कोषागारों में भुगतान

पिथौरागढ़़,  24 जून (निस)।  पहली जुलाई से राज्य के सभी कोषागारों में भुगतान ई-पेमेंट के माध्यम से किए जाएंगे। ई-पेमेंट सुविधा से लागू होने के बाद कोषागार कार्यालय को चेक जारी करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। यह सुविधा सभी सरकारी भुगतान में समान रूप से लागू होगी। जिला कार्यालय सभागार में हुई विभागीय अधिकारियों के आहरण वितरण प्रशिक्षण में वरिष्ठ कोषाधिकारी हेमेंद्र प्रकाश गंगवार ने कहा कि ई-पेमेंट सुविधा के लिए विभागों को एक पास वर्ड (गुप्त कोड) दिया जाएगा। जिसके आधार पर बिल तैयार किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि एक जुलाई से कोषागार से किसी भी कार्य के लिए चेक जारी नहीं होगा, सारे भुगतान ई-पेमेंट माध्यम से होंगे। भुगतान प्राप्त करने वाली संस्था, व्यक्ति का पूरा ब्योरा विभाग को उपलब्ध कराना होगा। उन्होंने कहा कि ई-मोड सिस्टम पर कार्य करने का यूजर मेनुअल कोषागार पटल पर देखा जा सकता है। उन्होंने नई व्यवस्था के लागू होने के बाद आहरण-वितरण अधिकारी की ओर से जारी अप्रयुक्त चेक बुकों को कोषागार में वापस करने को कहा। गंगवार ने कहा कि वेतन आहरण के लिए कर्मियों के पास पेन नंबर होना जरूरी है। प्रशिक्षण में सहायक कोषाधिकारी भुवन जोशी, प्रवीण भट्ट, उपकोषाधिकारी एमएम पंत, कन्हैया राम, महेश, मनोज पुनेठा आदि मौजूद थे।

लो वोल्टेज की समस्या से लोग परेशान

टनकपुऱ,  24 जून (निस)।  पूर्णागिरि क्षेत्र में लो वोल्टेज की समस्या से लोग खासे परेशान हैं। सरकारी मेला समाप्त होने के बाद पथ प्रकाश की व्यवस्था हटने से यात्रियों को भी रात में जोखिम उठाकर आवाजाही करनी पड़ रही है। पूर्णागिरि व्यापार मंडल ने समस्या का जल्द समाधान न किए जाने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। पूर्णागिरि शक्तिपीठ में तीर्थयात्रियों की आवाजाही का सिलसिला अब भी लगातार बना हुआ है, लेकिन लो वोल्टेज की समस्या से यात्री और वहां के दुकानदार खासे परेशान हैं। पूर्णागिरि व्यापार मंडल अध्यक्ष भुवन चंद्र पांडेय, मंदिर समिति अध्यक्ष किशन तिवारी, पूर्व प्रधान मथुरा दत्त पांडेय, जगदीश तिवारी, नेत्र बल्लभ तिवारी आदि का कहना है कि मेला समाप्त होने के बाद से लो वोल्टेज के कारण दुकानदारों और यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा है कि यदि समस्या दूर नहीं की गई तो वे आंदोलन की राह पकड़ने को विवश होंगे। वहीं अवर अभियंता परमिंदर का कहना है कि पूर्णागिरि क्षेत्र में ढाई-ढाई सौ केवीए क्षमता के दो ट्रांसफार्मर लगे हैं, लेकिन कुछ दुकानदारों द्वारा स्टेपलाइजर का प्रयोग करने से भैरव मंदिर से ऊपर लो वोल्टेज की समस्या पैदा हो रही है।

पंचायत चुनाव में भाग लेने के बाद लौटने लगे प्रवासी

लोहाघाट़,  24 जून (निस)। पंचायती चुनावों का दूसरा चक्र समाप्त होने के बाद दिल्ली-देहरादून समेत कई अन्य शहरों से अपनी ग्राम पंचायत के चुनाव में भाग लेने के लिए आए प्रवासियों का अब लौटने का सिलसिला शुरू हो गया है। लोहाघाट, बाराकोट आदि ब्लाकों में ऐसे कई गांव हैं, जहां के कई लोग दिल्ली आदि स्थानों में कार्य करते हैं, लेकिन वे अपनी ग्राम पंचायत में वोट देेने अवश्य आते हैं। उन्होंने बकायदा गांव की मतदाता सूची में अपना नाम लिखाया हुआ है। इस बीच अधिकांश वाहनों के चुनाव ड्यूटी में लगने के कारण लोगों को मैदानी क्षेत्र की ओर जाने के लिए वाहन उपलब्ध नहीं हो रहे हैं। रोडवेज की ओर से दिल्ली के लिए छह और देहरादून आदि स्थानों के लिए दो बसें संचालित की जाती हैं, लेकिन जाने वालों की संख्या के मुकाबले यह बसें कम पड़ गई हैं। रोडवेज की बस स्टेशन में आते ही लोग अपनी सीट बनाने के लिए उस पर टूट पड़ रहे हैं। रोडवेज के सहायक प्रबंधक टीआर आदित्य का कहना है कि दिल्ली जाने वाले यात्रियों का काफी दबाव है। यदि आवश्यकता हुई तो एक बस और संचालित की जाएगी। 

आंधी-बारिश से धान की फसल को नुकसान

शक्तिफार्म़,  24 जून (निस)।  आंधी के साथ बारिश से क्षेत्र में बेमौसमी धान की फसल को नुकसान पहुंचा है। बारिश से बर्बाद हुई फसल को लेकर कृषक चिंतित हैं। खेतों में जलभराव से आर्थिक क्षति का सामना करना पड़ रहा है। शक्तिफार्म क्षेत्र में बेमौसमी धान की फसल की अधिक पैदावार होती है। मार्च माह के अंतिम सप्ताह में बेमौसमी धान लगाने के बाद जून माह में उसकी कटाई की जाती है, लेकिन इस बार 15  जून से क्षेत्र में बारिश होने के कारण बेमौसमी धान की फसल को खासा नुकसान पहुंचा है। खेतों में जलभराव होने से फसल गिर गई है और खराब होने के कगार पर है। खेतों में पानी भरने से कृषक फसल के कटान के लिए लेवर को अधिक दाम चुका रहे हैं। जिससे किसान धान की फसल बेचने को लेकर खासे चिंतित हो उठे हैं। कृषकों का कहना है कि क्षेत्र में बारिश के कारण दस फीसदी बेमौसमी धान की फसल खराब हो गई है। जिससे उन्हें भारी आर्थिक क्षति उठानी पड़ रही है।

साफ हुआ रिंग रोड बनने का रास्ता

चंपावत़,  24 जून (निस)।  जिला मुख्यालय के वाशिंदों के लिए राहत की बात है कि रिंग रोड बनाए जाने को लेकर प्रशासनिक कोशिश पूरी हो गई है। दरअसल नगर के विकास की उम्मीदों को पंख लगाने वाली रिंग रोड के निर्माण का रास्ता साफ हो गया है। 2002 में सात किमी प्रस्तावित रिंग रोड में कफलांग ग्राम पंचायत और माउंट कार्मल स्कूल के बीच करीब 700 मीटर भूमि को लेकर पैदा हुए विवाद के चलते निर्माण कार्य रुक गया था। प्रशासन की पहल पर ग्रामीणों के साथ हुई बैठक में विवाद का समाधान कर लिया गया है। अब राजकीय महाविद्यालय से कफलांग, लटोली, चैकी होते हुए रिंग रोड का मिलान जीआईसी रोड में किया जाएगा। लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता बीसी पंत ने बताया कि बहुप्रतीक्षित रिंग रोड निर्माण की बाधा दूर होने से जिला मुख्यालय से होकर गुजरने वाले एकमात्र राष्ट्रीय राजमार्ग में वाहनों का दबाव कम होगा और मुख्यालय की यातायात व्यवस्था पटरी पर बनी रहेगी। उन्होंने बताया कि पहले फेज में रिंग रोड के लिए शासन की ओर से 1 करोड 80 लाख की धनराशि अवमुक्त हुई है, जिसमें स्कवर और दीवार आदि बनाने का कार्य किया जाएगा। इसके अलावा सात किलोमीटर दूरी में तीन किमी तक डामरीकरण की मंजूरी भी मिल गई है। रिंग रोड की चैड़ाई 5.95 मीटर होगी और चालू वित्तीय वर्ष में निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा।

पंचेश्वर महादेव मंदिर में होगा संत समागम समारोह का आयोजन 

रानीखेत़,  24 जून (निस)। जरूरी बाजार मार्ग स्थित प्रसिद्ध पंचेश्वर महादेव मंदिर ने तीर्थ यात्रियों के पड़ाव से लेकर संत समागम तक का लंबा सफर तय किया है। आजादी से पूर्व मंदिर परिसर में बनी लकड़ी की धर्मशालाएं पैदल तीर्थ यात्रियों का मुख्य पड़ाव स्थल थे। 1956 में मंदिर परिसर में जहां राधा कृष्ण मंदिर की स्थापना हुई वहीं नियमित रूप से बड़े यज्ञों का आयोजन शुरू हुआ। तीन दशक पूर्व मंदिर समिति ने भव्य मंदिर समूह बनाकर यहां सत्संग, कथा प्रवचनों की परंपरा भी शुरू की है। शिव मंदिर की स्थापना किसने और कब की इसका सही अंदाजा नहीं है। बताते हैं कि 1869 में जब अंग्रेजों ने जब छावनी बसाई तो यहां पर छोटा शिवालय था। 1912 में स्व. मोती राम जखवाल के सहयोग से मंदिर के ठीक नीचे पारंपरिक जल स्रोत को कुएं और धारे का रूप दिया गया। अधिकांश आवादी की पानी की आपूर्ति यहीं से होती थी। 1938 में व्यापारियों ने धर्मादा चंदा इकट्ठा कर यहां लकड़ी की धर्मशालाएं बनाई। पैदल तीर्थयात्री यहीं रात गुजारते थे।  1956-57 में आबकारी निवासी स्व. दुर्गालाल साह स्व. मोहन लाल शाह खजांची के सहयोग से शिवालय के बगल में टिन निमिर्त राधा कृष्ण मंदिर बनाया गया। मंदिर समिति के कार्यकारी अध्यक्ष कैलाश पांडे ने बताया कि कमेटी ने 1984 में मंदिर को भव्य रूप दिया, 1992 में सत्संग भवन बना। गणेश, लक्ष्मी नारायण, दुर्गा, हनुमान और रामदरबार की मूर्तियां स्थापित की गई। 1996 से मूर्ति स्थापना का वार्षिकोत्सव शुरू हुआ। 1998 में समिति ने शीतला माता और संतोषी माता के मंदिरों का भी निर्माण कराया। योग और पुस्तकालय भी मंदिर परिसर में है। इस बार मंदिर में संत समागम समारोह का आयोजन हो रहा है।

आम राय से होता है प्रधान का फैसला

अल्मोड़ा़,  24 जून (निस)।  जहां प्रदेश के 12 जिलों की पंचायतों में चुनावी वोट डाले जा रहे हैं। वहीं पिथौरागढ़ जिले की भैंसखाल ग्राम पंचायत की तरह अल्मोड़ा की ज्योली शिलंग ग्राम पंचायत के प्रधान का फैसला भी जनता की आम राय से होता है। 62 सालों में अब तक कभी ग्राम प्रधान के लिए चुनाव नहीं हुआ। 1952 से पंचायत चुनाव शुरू होने से लेकर आज तक प्रधान निर्विरोध चुना गया है और इस बार भी ग्रामीणों ने रेखा लोहनी को अपना नया प्रधान चुना है। यहां वार्ड सदस्यों का निर्वाचन भी निर्विरोध हुआ है। 1952 में पहली बार हुए चुनाव में गांव के हर सिंह स्यूनी निर्विरोध प्रधान चुने गए। 1987 तक वह सात बार लगातार 35 वर्ष तक प्रधान बने। इसके बाद 1987 से 97 तक दस सालों के लिये बहादुर सिंह सलाल, 2002 से 2007 तक पान सिंह स्यूनी, 2008 से अब तक गोविंद राम ने गांव का प्रतिनिधित्व किया है। इनमें से कोई भी प्रधान वोट से निर्वाचित नहीं हुआ। ज्योली शिलंग ग्राम खड़कूना, खाईधार गांव भी आते हैं। इन गांवों में एक हजार से अधिक आबादी है। 156 परिवारों के 600 सदस्य वोटर हैं। एक खास बात और। आजादी के बाद पहली बार किसी महिला को गांव की प्रधानी सौंपी गई है।

जल्द ही बहुरेंगे लिंक रोड के दिन

अल्मोड़ा़,  24 जून (निस)।  लंबे समय से बदहाल बनी नगर की लिंक रोड की दशा जल्द सुधरेगी। लोनिवि ने मार्ग के सुधारीकरण का काम शुरू कर दिया है। जीजीआईसी तिराहे से बना लिंक मार्ग अपर मालरोड को लोअर मालरोड से जोड़ता है। इस मार्ग पर टैक्सी स्टैंड भी है। मार्ग लंबे समय से बदहाल है। डामर उखड़ने से मार्ग में जगह-जगह गड्ढे हो गए हैं और पानी निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है। नगर की 10 किमी सड़कों के सुधारीकरण के लिए सरकार से लोनिवि प्रांतीय खंड को 4.25 करोड रुपए मंजूर किए थे। विभाग ने बीते माह आंतरिक सड़कों के सुधारीकरण का काम शुरू किया। अब तक ब्राइटन कार्नर से मालरोड-पांडेखोला, एलआर साह मार्ग आदि स्थानों पर डामरीकरण का काम पूरा कर लिया गया है। अधिशासी अभियंता हिम्मत सिंह रावत ने बताया कि लिंक रोड में पानी की निकासी के लिए सड़क किनारे नालियां भी बनाई जाएंगी। जल्द ही लिंक रोड और कुछ अन्य स्थानों पर सड़कों के छूटे हिस्से में डामरीकरण कार्य को पूरा कर लिया जाएगा।

हिमाचल : रिटेल व्यापार की दशा सुधारने और ढांचे को मजबूत करने की उठी मांग

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  • रिटेल व्यापार की दशा सुधारने और ढांचे को मजबूत करने की उठी मांग
  • रिटेल ट्रेड के लिए राष्ट्रीय व्यापार नीति और रिटेल रेगुलेटरी अथॉरिटी का हो गठन

cait-himachal
"कृषि के बाद देश में सबसे अधिक रोज़गार देने वाले क्षेत्र रिटेल व्यापार को मजबूत करने तथा इसके समग्र विकास को सुनिश्चित करने के लिए अब सरकार रिटेल व्यापार के लिए एक राष्ट्रीय व्यापार नीति बनाये और केंद्र में पृथक रूप से एक आंतरिक व्यापार मंत्रालय का गठन करे "- यह मांग आज से नई दिल्ली में शुरू हुए एक दो दिवसीय राष्ट्रीय व्यापारी सम्मेलन जोर शोर से उठाई गयी! सम्मेलन का आयोजन व्यापारियों के शीर्ष संगठन कॉन्फेडरेशन ऑफ़ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने किया है जिसमें देश के सभी राज्यों के लगभग 200 से अधिक प्रमुख व्यापारी नेता भाग ले रहे हैं! सम्मेलन की अध्यक्षता कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री बी.सी.भरतिया ने की !

 सम्मेलन में जारी एक चर्चा प्रपत्र में कहा गया है की देश के रिटेल व्यापार की सूरत गत वर्षों में तेजी से बदली है ! वर्ष 2011 के जनसख्यां आंकड़ों के अनुसार देश के नॉन कॉर्पोरेट सेक्टर में अब 45 % पिछड़ा वर्ग, 14 % अनुसूचित जाति एवं 5 % अनुसूचित जनजाति का योगदान है ! इतनी मात्रा में इन जातियों का आधिपत्य अन्य किसी भी आर्थिक क्षेत्र में नहीं है लिहाजा सामजिक दृष्टि से भी अब रिटेल सेक्टर को प्राथमिकता देने की बड़ी आवश्यकता है और इस लिए अब सरकार को इस क्षेत्र की संरचना को ध्यान में रखते हुए रिटेल सेक्टर के विकास और मजबूती के लिए एक राष्ट्रीय व्यापार नीति बनानी चाहिए और इस क्षेत्र की वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए पृथक से एक वित्तीय ढांचे को विकसित किया जाना चाहिए ! कैट ने सुझाव दिया है की क्योंकि सरकारी बैंक छोटे व्यापारियों और कमजोर वर्गों को वित्तीय सहायता देने में बेहद असफल साबित हुए हैं इसलिए नॉन बैंकिंग फाइनेंस कम्पनियों और कोआपरेटिव बैंकों के ढांचे को मजबूत करते हुए रिटेल सेक्टर को इनके द्वारा वित्तीय संसाधन उपलब्ध कराने चाहिए ! कैट ने मांग की है की केंद्रीय वित्त मंत्री अगले माह प्रस्तुत होने वाले बजट में इसकी घोषणा करे !

 सम्मेलन में पारित एक अन्य आर्थिक प्रस्ताव में केंद्र सरकार द्वारा रिटेल व्यापार में ऍफ़ डी आई नहीं लाने की घोषणा का स्वागत किया गया है और केंद्रीय वित्त मंत्री श्री अरुण जेटली द्वारा देश में गुडस एंड सर्विस टैक्स (जीएसटी) को जल्द लागू करने के प्रयासों का भी स्वागत किया है !प्रस्ताव में कहा गया है की वर्तमान वैट कर प्रणाली की विसंगतियां व्यापारियों के लिए नासूर बन गयी हैं और देश की कर प्रणाली के सरलीकरण की बेहद जरूरत है! जीएसटी के संभावित प्रारूप के विषय में कैट ने कहा है की सारे देश में एक समान कर कानून, एक अथॉरिटी और एक करीय जीएसटी को ही लागू किया जाए! कैट ने यह भी कहा है की चूँकि कर प्रणाली एक तकनिकी विषय है इसलिए आईएएस की तर्ज़ पर ही इडियन टैक्सेशन सिस्टम(आईटीएस) का एक पृथक कैडर बनाया जाये तभी कर प्रणली बेहतर तरीके से देश में काम कर सकेगी !

सम्मेलन में आये विभिन्न राज्यों के व्यापारी नेताओं ने यह भी कहा की देश के रिटेल व्यापार को चुस्त दुरुस्त करने के लिए सरकार को एक रिटेल रेगुलेटरी अथॉरिटी का भी गठन करना चाहिए ! सम्मेलन कल भी जारी रहेगा जिसमें रिटेल ई कॉमर्स में ऍफ़ डी आई, विभिन्न देशों के साथ होने वाले मुक्त व्यापार समझौतों के देश के व्यापार और उद्योग पर पड़ने वाले प्रभाव. शहरी विकास योजनाओं में व्यापारियों की भूमिका एवं पूर्वोत्तर क्षेत्रों में व्यापारियों को आ रही परेशानियों सहित अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा होगी एवं भविष्य की रणनीति तय की जायेगी !

झाबूआ (मध्यप्रदेश) की खबर (24 जून)

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रानी दुर्गावती का बलिदान दिवस मनाया

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झाबूआ---भाजपा के अनूसूचित जनजाति मोर्चा जिनला झाबूआ के तत्वाधान मे रानी दूर्गावती का 450वां बलिदान दिवस शौर्य दिवस के रूप मे जिला भाजपा के कार्यालय प्रांगण मे मनाया गया।स्वागत भाषण मोर्च के जिलाध्यक्ष श्यामा ताहेड ने दिया उन्हाने रानी दूर्गावती के जिवन के कई अनछूए प्रसंगो को विस्तार से बतायां प्रदेश महामंत्री कल्याण डामोर ने रानी के मार्ग पर चलने का आव्हान करते हूए श्रद्धांजली दी।कार्यक्रम के मूख्य अतिथि भाजपा के जिला अध्यक्ष शेलेष दूबे ने अपने उदबोधन मे कहा कि मध्यप्रदेश शासन द्वारा रानी दूर्गावती के नाम पर बेरोजगारो के लिए कई अभिनव योजनाए चलाई जा रही हे जिनका अब तक कई बेरोजगार यूवा लाभ उठा कर अपना जिवन स्तर सूधार चूके हे।श्री दूबे ने कार्यकर्ताओ से आव्हान किया  सभी जरूरत मंद बेरोजगार शासन कि इन योजनाओ के संबध मे जागरूकता फेलाकर उन्हे अधिक से अधिक लाभ दिलाए।उन्होने कार्यकर्ताओ से आव्हान किया कि हमे रानी दूर्गावती के मार्ग पर चलते हूए जन कल्याण के मार्ग मे आने वाली प्रत्येक समस्या का बहादूरी से सामना करे।

ब्रह्माकुमारीज़ केन्द्र पर मम्मा का स्मृति दिवस मनाया गया

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झाबूआ---प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय सेवा केन्द्र झाबुआ पर आज दिनांक 24 जून को मम्मा जगदम्बा सरस्वती की स्मृति पुण्ड तिथी के अवसर पर स्मृति दिवस मनाया गया। ब्रह्माकुमारीज़ की स्थापना के समय से ही सर्व आदरणीय मम्मा का स्थान प्रजापिता ब्रह्मा के पश्चात् अपनी रिती से सर्व महान है। ब्रह्माकुमारीज़ यज्ञ की स्थापना में मम्मा की शिरोमणी पवित्रता, घोर तपस्या अटूट विश्वास की जितनी महिमा की जाय उतनी कम है। मम्मा के मुख मण्डल को जिसने भी देखा उनसे पूछिये की वे कुदरत की क्या कमाल थी। उक्त उद्गार ब्रह्माकुमारीज़ सेवा केन्द्र झाबुआ की संचालिका ब्रह्माकुमारी जयन्ति ने मम्मा जगदम्बा सरस्वती की पुण्ड तिथी के अवसर पर उपस्थित भाई-बहनों को ईश्वरीय ज्ञान सुनाते हुए व्यक्त किये। बी.के. जयन्ति ने इस अवसर पर मम्मा की विशेषताओं का वर्णन करते हुए कहा की सर्व मनुष्य आत्माओं को मम्मा जैसा परचिंतन और परदर्शन से बचना चाहिए। सदैव परमपिता परमात्मा की श्रीमत अनुसार मानव मात्र के उत्थान और कल्याण की दिशा में प्रयत्नरत रहते हुए पुरूषार्थ करना चाहिए। व्यक्ति को मम्मा जैसे सदैव नम्रचित्त, निर्माणचित्त और स्वमान में रहने का अभ्यास करते रहना चाहिए। जगदम्बा सरस्वती के स्मृति दिवस पर आयोजित श्रद्धाजंली कार्यक्रम में संस्था के पूरे जिले से आये ईश्वरीय परिवार के सदस्यों ने विशेष ज्ञान स्नान करते हुए मम्मा को अपनी श्रद्धाजंली तथा भावंजली अर्पित की। इस अवसर पर बड़ी संख्या में उपस्थित ईश्वरीय परिवार के सदस्यों ने सामुहिक विशेष ध्यान योग के माध्यम से मम्मा तथा परमात्मा से स्वउन्नती के लिये शक्ति और उर्जा की कामना भी की। रोटरी अध्यक्ष श्री यशवंत भण्डारी ने मम्मा की सदैव अर्लट और एक्यूरेट रहने की विशेषता पर पर विशेष व्याख्या करते हुए सभी से अपने जीवन को सफल बनाने हेतु प्रयासरत रहने की आवश्यकता व्यक्त की। ग्राम गोपालपुरा स्थित ब्रह्माकुमारीज़ केन्द्र पर आयोजित स्मृति दिवस कार्यक्रम में रोटरी अध्यक्ष श्री यशवंत भण्डारी, आसरा परमार्थीक ट्रस्ट के प्रमुख श्री अजय रामावत, भारतीय जनता पार्टी के जिला मिडिया प्रभारी श्री राजेन्द्र सोनी, जैन सोशल ग्रुप के सचिव एडवोकेट श्री राजेन्द्र संघवी, सत्यसांई समिति के जिलाध्यक्ष श्री सौभाग्य सिंह चैहान, रोटरीयन श्री जगदीश सिसोदिया, सहायक संचालक उद्यानिकी श्री आशिष कनेश, मिडिया जगत के श्री दिनेश वर्मा, श्री पंकज, ब्रह्माकुमार मन्नालाल भाई, नारायण भाई, कोदरलाल भाई, ब्रह्माकुमारी दूर्गा, कविता, हर्षना, रितु विशेष रूप से उपस्थित थे। इसी अवसर पर दिनांक 28 तथा 29 जून 2014 को आयोजित होने वाले अलविदा डायबिटिज कार्यक्रम आयोजन के संदर्भ में प्रेस कान्फ्रेस का भी आयोजन हुआ। प्रेस कान्फ्रेस को संबोधित करते हुए रोटरी जिलाध्यक्ष श्री यशवंत भण्डारी ने तथा ब्रह्माकुमारीज़ संचालिका बी.के. जयन्ति ने कार्यक्रम की रूपरेखा पर विस्तृत प्रकाश डाला। इस अवसर पर जिले में समाज कल्याण के क्षेत्र में कार्यरत विभिन्न स्वैच्छिक संगठनों के जिला प्रमुख तथा प्रतिनिधियों ने अलविदा डायबिटिज कार्यक्रम जिलेवासियों के लिये महत्ती आवश्यकता बताते हुए इसमें भागीदारी के साथ सहयोग की आवश्यकता पर बल दिया।

दो दिवसीय अलविदा डायबिटिज शिविर की सफलता के लिये जन सहयोग अपेक्षित- जयंती दीदी
  • गुरूवार को निकाली जावेगी निवेदन यात्रा 

झाबुआ--- मंगलवार को प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय, गोपालपुरा झाबुआ में संचालिका बी.के.जयन्ती बहिन द्वारा नगर की घार्मिक, सामाजिक संस्थाओं के साथ ही पत्रकारों को आमन्त्रित कर 28 एवं 29 जून को स्थानीय शहनाई गार्डन में दो सत्रों मे होने वाले अलविदा  डायबिटीज शिविर की जानकारी देते हुए बताया कि प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय एवं रोटरी क्लब झाबुआ के संयुक्त तत्वावधान में  आयोजित होने वाले इस शिविर में अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त चिकित्सक डा. श्रीमंत साहू डायबिटिज विशेषज्ञ ग्लोबल हास्पीटल माउंट आबु के सानिध्य में  दो सत्रों में प्रतिदिन होने वाले इस निशुल्क शिविर में प्रथम सत्र प्रातः 7 से 10 बजे एवं द्वितीय सत्र सायंकाल 6 से 9 बजे तक में  मधुमेह रोग के कारण, मधुमेह रोग से पीडित व्यक्ति सम्पूर्ण स्वस्थ्य जीवन केसे  जीए, राजयोग के माध्यम से मधुमेह बीमारी से मुक्ति, सम्पूर्ण स्वास्थ्य प्रबंधन एवं युवा और स्वस्थ व्यक्ति जीवन पर्यन्त मधुमेह रोग से कैसे बचे के बारे में विस्तार से जानकारी देने के साथ ही राजयोग के माध्यम से डायबिटिज के समूल नाश के बारे में विस्तार से प्रशिक्षित किया जावेगा । कार्यक्रम में रो. यशवंत भंडारी ने भी शिविर की उपयोगिता एवं आयोजन का लाभ उठाने का अपील करते हुए इस निशुल्क शिविर की सफलता के लिये जनजागृति फैलाने का आव्हान किया तथा कहा कि मधुमेह रोग से ग्रसित व्यक्ति के खान-पान, नियमित योग  एवं संतुलित जीवन जीने के गुर के बारे में दो दिनों में जानकारी दी जावेगी। संचालिका जयन्ती दीदी ने इस अवसर पर कहा कि डायबिटिज शिविर में आगन्तुक अतिथि डा. श्रीमंत साहू  हमारे जीवन में बीमारियों के आने के क्या कारण है तथा इससे कैसे बचा जासकता है के बारे मे विज्ञान सम्मत जानकारी देगें । जयन्ती दी ने बताया कि जन कल्याण की भावना से आयोजित अलविदा डायबिटिज शिविर में अभी तक 2 हजार से अधिक लोगों ने अपने नाम पंजीकृत करवा लिये है तथा पंजीयन का कार्य अभी भी जारी है । इस अवसर पर जिला स्वास्थ्य विभाग की मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. श्रीमती रजनी डावर ने दो दिवसीय शिविर में प्रातः 10 बजे से मधुमेह परीक्षण के लिये लेब सुविधा उपलब्ध कराने का  आश्वासन भी दिया है । जयन्ती दी ने बताया कि अलविदा डायबिटिज शिविर का अधिक से अधिक लोग लाभ इसके लिये 26 जून को सांयकाल 6 बजे से स्थानीय आजाद चैक से निवेदन यात्रा का आयोजन भी किया जाकर अधिक से अधिक लोगों को इस शिविर का लाभ उठाने के लिये प्रेरित किया जावेगा । जयन्ती दीदी ने कहा कि मीडिया का हमेशा ही जनकल्याण एवं समाजसेवा के कार्यो में सहयोग मिलता रहा है तथा मधुमेह निवारण के इस शिविर के सन्देश को जनता तक पहूंचाने में उनका सक्रिय सहयोग प्राप्त होगा । जयन्ती दीदी के अनुसार जीवन को तनाव रहित एवं श्रेश्ठ बनाने के लिये प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय निर्लिप्त भाव से इस अंचल में सेवा कार्य करने में सलग्न है ।

जीप चालकों की मनमानी को लेकर वरिश्ठ नागरिकों ने सौपा ज्ञापन

झाबुआ--- वरिष्ठ नागरिक फोरम जिला झाबुआ के अध्यक्ष विद्याराम शर्मा, उपाध्यक्ष एमसी गुप्ता, पुष्पेन्द्र व्यास, सचिव रतनसिंह राठौर, कोषाध्यक्ष पीडी रायपुरिया, मीडिया प्रभारी राजेन्द्र सोनी ने बताया कि वरिष्ठ नागरिक फोरम के बैनर तले मंगलवार को कलेक्टर बी.चन्द्रशेखर एवं पुलिस अधीक्षक एसपी सिंह को  नीजि जीप वाहन चालकों की दादागिरी एवं प्रशासन के आदेशो की अवहेलना को लेकर ज्ञापन सौपा गया । ज्ञापन मे कहा गया है कि जनहित में जनता की एवं वरिष्ठ नागरिकों की मांग होने पर कलेक्टर द्वारा पवन ट्रेवल्स को रानापुर से मेघनगर हेतु प्रातः डेमू ट्रेन, अवध ट्रेन एवं जनता एक्सप्रेस टेªन के लिये परमीट जारी करवाया गया है । जिसके पालन में पवन बस आनर्स द्वारा प्रातः सवा पांच बजे मेघनगर के लिये बस प्रारंभ कर दी गई  किन्तु नीजि जीप वालों की दादागिरी एवं एकाधिकारता के कारण उक्त बस एक दिन भी नही चलने दी है । जिससे जीप चालक यात्रियों से मनमाना किराया वसूल करने के साथ ही क्षमता से अधिक सवारिया भर कर यात्रियों के लिये परेशानिया खडी कर रहे है । ज्ञापन मे मांग की गई है कि प्रातः 5 बजे बस स्टेंड पर रानापुर से आने वालीपवन ट्रेवल्स की बस को पुलिस सुरक्षा गार्ड प्रदान किया जावे ताकि आम यात्रियों को कोई परेशानी नही उठाना पडे ।ज्ञापन मे अवैध जीप संचालकों के परमीट भी निरस्त करने की मांग की गई है ।

जनसुनवाई में 175 से अधिक आवेदन प्राप्त

झाबुआ ---- शासन के निर्देशानुसार प्रातः 11 बजे से 3.00 बजे तक जनसुनवाई कार्यक्रम आयोजित किया गया। जनसुनवाई में जनसमस्या सें संबधित 175 से अधिक आवेदन प्राप्त हुवे। जनसुनवाई में आवेदन कलेक्टर श्री बी.चन्द्रशेखर एवं प्रभारी अपर कलेक्टर श्री धनराजू एस. ने लिये। आवेदन निराकरण के लिये संबंधित विभागों को भेज दिये गये है। जनसुनवाई में ग्राम काकडकुआं विकासखण्ड रामा के धुमसिंह पिता काना, कलावती गामड, जोगडी पति वरसिंग, रमिला पति जौखा, कस्तुरी पति जेलू, केसू पति कसना मिरा पति कालू, रमली पति पेमा एवं अजय पति जौखा ने उपखण्डस्तरीय वन अधिकार समिति उपखण्ड झाबुआ द्वारा वनाधिकार का दावा अमान्य करने की अपील कलेक्टर श्री बी. चन्द्रशेखर से की। श्रीमती प्रज्ञा धु्रर्वे स्टाॅफ नर्स एस.एन.सी.यू. जिला चिकित्सालय झाबुआ ने 4 माह का वेतन नहीं दिये जाने की शिकयत कि। प्रज्ञा ने जनसुनवाई में बताया कि वह 18 फरवरी 14 से चिकित्सालय में पदस्थ है। किन्तु उसे अभी आज दिनांक तक वेतन प्राप्त नहीं हुआ है एवं प्रान नम्बर भी प्राप्त नहीं हुआ है। सुमेर सिंह चैहान वरिष्ठ अध्यापक शा.उ.मा.वि.रम्भापुर ने एरियर राशि का भुगतान करवाने के लिए आवेदन दिया। जनसुनवाई में सुमेरसिंह ने बताया कि एरियर राशि 22565 का भुगतान करने के लिए डीडीओ एवं लेखापाल द्वारा 10 प्रतिशत राशि की मांग की जा रही है। आवेदन मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत को मार्क कर संबंधितों को कारण बताओं सूचना पत्र जारी करने के लिए कलेक्टर बी.चन्द्रशेखर ने निर्देशित किया। ग्राम भोयरा के सरपंच फलिया के दूलसिंह पिता भीमा ने विद्युत पोल लगवाने के लिए आवेदन दिया। दुलसिंह ने बताया कि वर्ष 1998 में फलियें में विद्युत पोल लगवाने के लिए फलिये के लोगो द्वारा 930 रूपये प्रति व्यक्ति के मान से जमा करवाये गये थे किन्तु फिर भी आज दिनांक तक फलिये में विद्युत पोल नहीं लगाये गये संयम दवे सहायक अध्यापक प्राथमिक विद्यालय भॅवर पिपलिया ने झाबुआ में स्थानांतरण करने के लिए आवेदन दिया। संयम दवे ने जनसुनवाई में बताया कि वह मस्कुलर डेस्सेफी नामक बीमारी से ग्रसित है, इसलिए उसे चलने फिरने में परेशानी होती है, इस कारण उसे बार-बार मजबूरी में मेडीकल अवकाश लेना पडता है। झाबुआ मुख्यालय के पास के स्कूल में स्थानातंरण होने से उसे शासकीय सेवा में सुविधा होगा। जे.के. पण्डिया ने कालीदेवी के होटलो में कार्यरत 10 से 15 वष तक के बच्चों को स्कूलों में दर्ज करवाने के लिए आवेदन दिया। कलेक्टर बी. चन्द्रशेखर ने बच्चों को चिन्हित कर शाला में भर्ती करवाने के लिए श्रम पदाधिकारी को निर्देशित किया। चपरासी रामचन्द्र पिता भीमा ने मार्च 2013 से आज तक का वेतन भुगतान करवाने के लिए आवेदन दिया। उपाध्यक्ष एवं सचिव वरिष्ठ नागरिक फोरम झाबुआ ने जनसुनवाई में बताया कि नागरिक बस सेवा पवन ट्रेवल्स को प्रातः काल राणापुर से मेघनगर संचालित करने के लिए परमिट लिया गया किन्तु निजी जीप वालों द्वारा बस का संचालन नहीं करने दिया जा रहा है तथा मारपीट की जा रही है। एवं प्रातः 5 बजे बस स्टैण्ड राणापुर से आने वाली पवन ट्रेवल्स बस को पुलिस सुरक्षा गार्ड की सेवा दिलवाने के लिए आवेदन दिया। एसडीएम झाबुआ को कलेक्टर बी.चन्द्रशेखर ने निर्देशित किया कि जीप वाले के विष्द्ध नियमानुसार कार्यवाही करे ताकि बस के संचालन में कोई अवरोध नहीं आये और नागरिकों को बससेवा मिल सके।

अपहरण का अपराध पंजीबद्ध 

झाबूआ---फरियादी जोरसिंह पिता लक्ष्मण मेडा, उम्र 40 वर्ष निवासी देवका ने बताया कि आरोपी उसकी लड़की कु. श्वेता, उम्र 16 वर्ष, निवासी देवका, जो घर से छात्रवृति लेने काकनवानी आयी थी, जो वापस नही आयी। अज्ञात बदमाश बहला फुसलाकर भगा ले गया। प्र्रकरण में थाना काकनवानी में अपराध क्रमांक 119/14, धारा 363,366 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

धार्मिक भावना को पहूचाई ठेस

झाबूआ--- मोहनसिंह पिता गोपालसिंह राजपूुत उम्र 41 वर्ष निवासी रूपगढ़ ने बताया कि आरोपी राजू पिता मांगीलाल खारोल, उम्र 30 वर्ष, निवासी रूपगढ ने खेत में लगी पूर्वज की छत्री तथा मूर्तियां निकाल कर फेंक दी, जिससे धार्मिक भावना को ठेस पहुचाई। प्र्रकरण में थाना पेटलावद में अपराध क्रमांक 255/14, धारा 295 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

वाहन दुर्घटना में दो कि मौत

झाबूआ---फरियादी भेरूसिंह पिता सुरजी भाबर, उम्र 54 वर्ष, निवासी रेला मोहनपुरा ने बताया कि वह मो0सा0 से निला की लडकी संतोषी पिता प्रकाश गामड, उम्र 8 वर्ष, निवासी जामपाडा को छोडने जा रहा था कि आरोपी राजु पिता मांगीलाल उम्र 30 वर्ष निवासी रूपगढ टेªक्टर में बबुल की लकडी भरकर तेज व लापरवाही पूर्वक चलाकर लाया, जिससे टेªक्टर में भरी लकडी संतोषी को लगने से उसकी मृत्यु हो गयी। प्र्रकरण में थाना पेटलावद में अपराधक्रमांक 252/14, धारा 304-ए भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। टेªक्टर चालक वेस्ता पिता नानुराम डामर, निवासी रायपुरिया खेत में जोताई कर रहा था कि ट्रेक्टर को तेज व लापरवाही पूर्वक चलाकर पल्टी खिला दिया, जिससे बगल में बैठा महेश दब गया। महेश की ईलाज के दौरान मृत्यु हो गई। प्र्रकरण में थाना थांदला में अपराध क्रमांक 236/14, धारा 304-ए भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

मेघनगर मे यातायात व्यवस्था का करवाया आकस्मिक निरिक्षण  

झाबूआ---वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एस0पी0सिंह ने बताया कि मेघनगर कस्बे की यातायात व्यवस्था की आकस्मिक चेकिंग करने एवं वहाॅं की यातायात व्यवस्था में सुधार लाने हेतु थाना प्रभारी यातायात झाबुआ उप निरीक्षक एम0एल0भाटी एवं थाना यातायात झाबुआ के स्टाॅफ को सोमवार को मेघनगर भेजा गया था। जहा यातायात थाना प्रभारी ने संपूर्ण मेघनगर कस्बे की यातायात व्यवस्था की समीक्षा की, वाहन मालिक, वाहन चालक, कंडक्टर, क्लीनर को आवश्यक समझाइश दी। आकस्मिक चेकिंग के दौरान यातायात नियमों का पालन न करने पर यातायात टीम द्वारा 09 चालान बनाये जाकर 11,500/- रू0 का समन शुल्क वसूला गया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि था0प्र0 यातायात झाबुआ एवं थाना यातायात झाबुआ में तैनात अधि0/कर्म0 को इसी प्रकार अन्य कस्बों में भी यातायात व्यवस्था की समीक्षा हेतु आकस्मिक रूप से भेजा जावेगा ताकि संबंधित कस्बे की यातायात व्यवस्था में सुधार आ सके।

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर (24 जून)

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जनसुनवाई कार्यक्रम में 227 आवेदन प्राप्त हुए
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कलेक्टर श्री एम0बी0ओझा के द्वारा आज आहूत जनसुनवाई कार्यक्रम में 227 आवेदकों ने अपने आवेदन प्रस्तुत कर मूलभूत, व्यक्तिगत समस्याओं की ओर ध्यान आकर्षित कराया। कलेक्टर श्री ओझा ने विभिन्न कारणों से 16 आवेदन निरस्त करने की कार्यवाही की। कलेक्टर श्री ओझा को कुरवाई तहसील के ग्राम मुंगावली के आवेदक श्री शोभाराम ने बताया कि डाॅक्टरों का कहना है कि उनकी यूरिन नली का बाल्व खराब हो गया है जिसे बदलना जरूरी है। बीपीएलधारी श्री शोभाराम ने इलाज हेतु आर्थिक सहायता दिलाए जाने का अनुरोध किया। आवेदक का शीघ्र इलाज संभव हो इसके लिए आवश्यक स्टीमेंट के अनुसार राशि मुख्यमंत्री राज्य बीमारी सहायता के तहत प्रकरण तैयार कर राशि स्वीकृृत कराने के निर्देश स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी को दिए। सिरोंज तहसील के ग्राम पथरिया निवासी श्री रईस खां ने बताया कि उनकी पुत्री अमरीन का विवाह मुख्यमंत्री निकाह योजना के तहत सिरोंज में सम्पन्न हुआ है योजनातंर्गत मिलने वाली आर्थिक मदद अब तक प्राप्त नही हुई है। उक्त प्रकरण में सामाजिक न्याय विभाग के अधिकारी को शीघ्र कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया गया। शमशाबाद तहसील के ग्राम पैगयाई के बीपीएलधारी श्री ऊधम सिंह और श्री नंदराम के अलावा विदिशा के बैनीबाई ने बताया कि उन्हे अब तक एक रूपए किलो के मान से मिलने वाला गेहूं अब तक प्राप्त नही हो रहा है। कलेक्टर श्री ओझा ने मौके पर मौजूद जिलाधिकारी को आवश्यक कार्यवाही जन सुनवाई पूर्ण होने के पहले समग्र के पोर्टल पर संबंधितों के द्वारा दर्ज कराने और कूपन जारी करने के निर्देश दिए। गुलाबगंज तहसील के ग्राम वन के श्री कुबेर सिंह ने बताया कि पंचायत द्वारा उसे इन्दिरा आवास स्वीकृृत किया गया है जिसकी प्रथम किश्त भी प्रदाय की गई द्वितीय किश्त की राशि सचिव द्वारा आहरण कर दी नही जा रही है इस कारण से कुटीर का निर्माण कार्य पूर्ण नही हो पा रहा है। प्रकरण में जनपद सीईओ को आवश्यक कार्यवाही हेतु निर्देश दिए गए। आज सम्पन्न हुई जन सुनवाई कार्यक्रम में अधिकांश आवेदन सीमांकन कराए जाने, अतिक्रमण हटाने और विभिन्न योजनाओं के तहत स्व-रोजगार संचालन हेतु वित्त पोषण कराए जाने के प्राप्त हुए जिन पर समय सीमा में कार्यवाही करने के निर्देश कलेक्टर द्वारा संबंधित विभागों के अधिकारियोें को दिए गए। कलेक्टर न्यायालय में सम्पन्न्न हुई जनसुनवाई कार्यक्रम के दौरान डिप्टी कलेक्टर श्री राजीवनंदन श्रीवास्तव, नायब तहसीलदार सुश्री कल्पना कुशवाह, अधीक्षक श्री खेमचंद अहिरवार के अलावा अन्य विभागों के जिलाधिकारी मौजूद थे।

छात्रवृृत्ति की राशि आॅन लाइन विद्यार्थियों के खातो में जमा होगी

अनुसूचित जाति, जनजाति वर्ग के विद्यार्थियों को मिलने वाली स्काॅलरशिप आॅन लाइन उनके निजी खातो मंे सीधे जमा की जाएगी। इसके लिए विद्यार्थियों से उनके बैंक खाता एवं आईएफएससी कोड और आधार नम्बर सही-सही आॅन लाइन फार्म भरते समय दर्ज करने का अनुरोध आदिम जाति कल्याण विभाग के जिला संयोजक द्वारा किया गया है। उन्होंने बताया कि आॅन लाइन फार्म भरते समय त्रुटियां हो जाने के कारण समय पर स्काॅलरशिप खाते में नही पहुंचाई जा सकती है। इस कारण से विद्यार्थियों की छात्रवृृत्ति एवं शिक्षण शुल्क की राशि रूक जाती है। अतः विद्यार्थिगण आॅन लाइन फार्म भरते समय विशेष सावधानी बरतते हुए पोर्टल में सही खाता नम्बर, आईएफएससी कोड एवं आधार नम्बर दर्ज कराएं।

मानोरा मेला के लिए अस्थाई अनुज्ञा जारी होगी

मानोरा मेला में शामिल होेने हेतु श्रद्वालुगणों की सुविधाओं को ध्यानगत रखते हुए कलेक्टर श्री एम0बी0ओझा द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुपालन में जिला परिवहन अधिकारी द्वारा मानोरा मेला के लिए अस्थाई अनुज्ञा जारी की जा रही है। जिला परिवहन अधिकारी श्री राजेश गुप्ता ने वाहन स्वामियों से कहा गया है कि मानोरा मेला के लिए अधिक से अधिक यात्री बसों की अनुज्ञप्तियां प्राप्त कर वाहनो में ओव्हर लोडिंग से बचें।

वाहनो में एचएसआरपी प्लेट लगाने का कार्य जारी

उच्च सुरक्षा पंजीयन पट््िटका (एचएसआरपी) लगाएं जाने का कार्य जिला परिवहन कार्यालय में जारी है।जिला परिवहन अधिकारी श्री राजेश गुप्ता ने बताया है कि एचएसआरपी लगाने वाली कंपनी लिंक उत्सव आटो सिस्टम प्रायवेट लिमिटेड का परिवहन आयुक्त द्वारा 19 जून 2014 से अनुबंध निरस्त करने के आदेश प्रसारित किए है। अतः जिले के ऐसे वाहन स्वामी जिनके द्वारा उच्च सुरक्षा पंजीयन पट््िटका लगाए जाने हेतु 19 जून 2014 तक पैसा जमा किए गए है वे 30 जून के पहले अपने वाहनो में उच्च सुरक्षा पंजीयन पट््िटका लगवाना सुनिश्चित करें।

लघु ग्रामोद्योग स्थापन हेतु आवेदन आमंत्रित

खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड के माध्यम से संचालित योजना के अंतर्गत जिले के स्वरोजगारियों से प्रधानमंत्री रोजगार सृृजन कार्यक्रम और मुख्यमंत्री कारीगर स्वरोजगार योजना अंतर्गत स्वरोजगार हेतु वित्त पोषण कराए जाने के उद्धेश्य से ग्रामीण एवं शहरी रहवासियों से आवेदन 30 जून तक आमंत्रित किए गए है।मध्यप्रदेश खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड के उप संचालक ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रधानमंत्री रोजगार सृृजन कार्यक्रम के तहत मार्जिन मनी 25 से 35 प्रतिशत तक प्रदाय की जायेगी। योजना में उत्पादन इकाई के लिए अधिकतम 25 लाख रूपए तथा सेवा क्षेत्र में अधिकतम प्रति यूनिट 10 लाख रूपए तक का ऋण बैंको के माध्यम से स्वीकृृत किया जायेगा। मुख्यमंत्री कारीगर स्वरोजगार योजनांतर्गत ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में जीवनयापन करने वाले कारीगर, शिल्पियों को स्वंय का रोजगार स्थापित करने हेतु वित्तीय सहायता उपलब्ध कराई जाती है। योजना के तहत रूपए दस हजार रूपए से पांच लाख तक की इकाई लागत तक के ऋण स्वीकृृत किए जाते है। जिसमें अनुदान इकाई लागत का पचास प्रतिशत अथवा रूपए 25 हजार रूपए जो भी कम हो तथा शेष ऋण पर पांच प्रतिशत ब्याज अनुदान पांच वर्ष तक प्रदाय किया जाता है। इच्छुक आवेदककर्ता ततसंबंध में अन्य विस्तृृत जानकारी के लिए जिला पंचायत कार्यालय में संचालित खादी ग्रामोद्योग शाखा से सम्पर्क कर अथवा ग्रामोद्योग बोर्ड की बेवसाइट http://www.mpruralindustries.gov.in.khadiboard/khadiweb.htm पर देख सकते है। 

अमानक उर्वरक प्रतिबंधित

जिले की विभिन्न संस्थाओें से उर्वरकों के लिए गए नमूनो के परीक्षण हेतु उर्वरक गुण नियंत्रण प्रयोगशाला को भेजे गए थे परीक्षण के उपरांत चार कंपनियों के उर्वरक अमानक स्तर के पाए जाने पर उक्त बैच के उर्वरक स्कंध लाट का जिले मंे क्रय विक्रय, भण्डारण एवं परिवहन पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंधित करने के आदेश अनुज्ञापन अधिकारी (उर्वरक) द्वारा जारी किए गए है। अमानक स्तर के पाए गए उर्वरकों एवं कंपनियों और जिन संस्थानो से नमूने लिए गए थे की जानकारी इस प्रकार से है जिसमें उर्वरक निर्माता कंपनी में मै0श्रीराम फर्टी0व केमी0लि0 मेघनगर झाबुआ के लाट नं0 केपीएल/जी/43 का नमूना प्रा0कृृषि सेवा सह0समिति कुरवाई से तथा मैसर्स कोरोमंडल इन्टरनेशनल लि0काकीनाडा का उर्वरक डीएपी बैच नं0 जनवरी 2014 का सेम्पल जिला विपणन संघ विदिशा के डबललाक से लिया गया था इसी प्रकार मै0आईपीएल निर्माता मे0एग्रो फास लिमि0देवास का लाट नं0 एपीएल/आईपीएल/बी-20 का नमूना मैसर्स महेश सेल्स विदिशा से व इसी कंपनी का उर्वरक लाट नं0 एपीएल/आईपीएल(13-14)/ए-05 का नमूना मैसर्स गिरीराज एग्रो विदिशा से लिया गया था।

नटेरन में रोजगार मेला 27 को

ग्रामीण युवक-युवतियों के लिए निजी कंपनियों में रोजगार मुहैया कराएं जाने के उद्वेश्य से जिले में रोजगार मेला एवं कैरियर मार्गदर्शन शिविरों का आयोजन सतत जारी है। इसी कड़ी के अंतर्गत जनपद पंचायत नटेरन के प्रागंण मंे रोजगार मेला का आयोजन 27 जून को किया गया है। यह मेला नियत स्थल पर प्रातः 11 बजे से प्रारंभ होगा।

सफलता की कहानी : मिर्ची लगी, लाखो का फायदा

परम्परागत खेती के फसलीय चक्र में परिवर्तन करने का फायदा ग्राम विशेपुर की महिला कृृषक श्रीमती रूकमणी कुशवाह ने जाना है। डीपीआईपी के मार्गदर्शन एवं सहायता ने महिला कृृषक श्रीमती कुशवाह ने गेंहू, चना, सोयाबीन की जगह अपने एक बीघा खेत में मिर्च की खेती विकल्प के रूप में अपनाई। मिर्ची ऐसी लगी कि उन्हे अब तक तीस हजार का मुनाफा दे चुकी है वही मिर्च की फसल अभी भी लहरा रही है और अनुमान है कि एक लाख रूपए का और मुनाफा देगी। महिला कृृषक श्रीमती रूकमणी बाई कुशवाह ने चर्चा के दौरान बताया कि मिर्च की फसल लेने हेतु डीपीआईपी के अधिकारियों द्वारा सुझाव दिए गए थे किन्तु मन में कई प्रकार की अंशाकाएं भी थी कि मिर्च का उत्पादन नही हुआ तो क्या होगा। किन्तु विभाग के अधिकारियों द्वारा बढ़ाए गए मनोबल और ड्रिप व मल्ंिचग पद्धति से ग्रीष्मकाल के दौरान भी कैसे उत्पादन करे व अधिक बारिश, पाला पड़ने पर भी फसल पर किसी भी प्रकार का दुष्प्रभाव नही पड़ता है। अधिकारियों के मार्गदर्शन पर एक बीघा में मिर्ची लगाई गई थी जिसकी अनुमानित लागत 20 से 22 हजार रूपए आई है फसल से अधिक पैदावार मिले इसके लिए केचुआ खाद व डीएपी खाद का उपयोग किया गया है। मेरी मिर्ची की फसल से अभिप्रेरित होकर ग्राम विशेपुर ही नही बल्कि समीपवर्ती ग्राम कठोतिया व सबदलपुर के 20 किसानों ने ड्रिप व मल्ंिचग पद्धति से सब्जी का उत्पादन लेना प्रारंभ कर दिया है। महिला कृृषक श्रीमती रूकमणी बाई ने चर्चा के दौरान बताया कि गेंहू चना सोयाबीन से कही अधिक मिर्च मुनाफा दे रही है। 

रायसेन (मध्यप्रदेश) की खबर (24 जून)

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बुजुर्गो के प्रति सुप्त होती संवेदना, जनसुनवाई में आई दरकते रिष्तों की दास्तान

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माॅ की ऊंगली पकड़कर चलते समय बेटे का पैर थोड़ा भी फिसल जाए तो मां के माथे पर चिंता की लकीरे उभर आती हैं। उसे कहीं चोट न लगे इस डर से सारा सफर वह उसे गोद में लेकर तय करती है। लेकिन वही बेटा जब माॅं को जीवन के सफर में घर से बाहर कर दे, तो उस मांॅ के लिए इससे बड़ा दर्द कोई और नहीं हो सकता। यह आपबीति है जनसुनवाई में कुआं सांची से आई जैनब बी की। जैनब ने कलेक्टर श्री जेके जैन को बताया कि उसे घर से बाहर निकालने के लिए उसका बेटा और बहू रात दिन परेषान करते हैं। कलेक्टर श्री जैन ने जैनब के आवेदन को गंभीरता से लेते हुए अपर कलेक्टर श्री राधेष्याम अगस्थी को माता-पिता भरण पोषण अधिनियम के अंतर्गत कार्रवाई करने के निर्देष दिए। कलेक्टर श्री जैन ने कहा कि प्रदेष सरकार ने माता-पिता और वृद्धजनों को ससम्मान जीवन यापन के लिए माता-पिता भरण पोषण अधिनियम बनाया है। 
 
इन्हें मिलेगी पेंषन
पंदरभाटा बेगमगंज निवासी पूना बाई ने कलेक्टर को आवेदन देते हुए बताया कि एक साल पहले पति का देहांत को गया है। उसके दो छोटे-छोटे बच्चे हैं और वह गरीब है। कलेक्टर श्री जैन ने सामाजिक न्याय उप संचालक को आवेदन भेजते हुए इस पर शीघ्र कार्यवाही करने के निर्देष दिए। इसी तरह ग्राम दिघावन उदयपुरा निवासी पार्वती बाई ने बताया कि वह 75 साल की हो गई है और उसे पेंषन नहीं मिली है। कलेक्टर श्री जैन ने पेंषन प्रदान करने संबंधी आवष्यक कार्यवाही करने के निर्देष दिए। कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित जनसुनवाई में जो आवेदन पत्र प्राप्त हुए उनमें सीमांकन, अवैध कब्जा, इंदिरा आवास, पेंशन, नामांतरण, बीपीएल राशन कार्ड, आर्थिक सहायता, आपसी विवाद, पट्टे की मांग आदि से संबंधित थे। इस जनसुनवाई में 260 आवेदन पत्र प्राप्त हुए जिसमंे 140 आवेदन पत्र विभागों को शीघ्र कार्यवाही के लिए भेजे गए। 

हरि भूमि अखबार के रायसेन अंक का विमोचन

वन मंत्री डाॅ गौरीषंकर शेजवार ने प्रदेष से प्रकाषित होने वाले हरि भूमि अखबार के रायसेन अंक का विमोचन किया। इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि अखबार ऐसा हो कि पाठकों की पसंद बनें। अखबार में प्रकाषित सामग्री तथ्य परख और निष्पक्ष हो। उन्होंने अपने शुभकामनाएं व्यक्त करते हुए कहा कि अखबार जन-जन की आवाज बनें और पत्रकारिता के नए आयाम स्थापित करे। इस अवसर पर पूर्व केन्द्रीय रक्षा राज्य मंत्री श्री सुरेष पचैरी, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री भंवरलाल पटेल, नगरपालिका अध्यक्ष श्रीमती मंजू कुषवाह, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी श्री रामनारायण चतुर्वेदी ने भी अपनी शुभकामनाएं दी। 

अभिव्यक्ति स्वतंत्र हो- डाॅ शेजवार

हमारे देष में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है लेकिन अभिव्यक्ति स्वतंत्र होनी चाहिए। समाचार निष्पक्ष एवं स्वतंत्र होने चाहिए। यह विचार वन मंत्री डाॅ गौरीषंकर शेजवार ने श्रमजीवी पत्रकार संघ के जिला सम्मेलन में व्यक्त किए। डाॅ उन्होंने कहा कि रायसेन के पत्रकार खबर को प्रभावी बनाने में अग्रणी हैं। डाॅ शेजवार ने दीप प्रज्वलित कर इस कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर जिला पंचायत के अध्यक्ष श्री भंवरलाल पटेल, नगरपालिका अध्यक्ष श्रीमती मंजू कुषवाह तथा श्रमजीवी पत्रकार संघ के प्रदेष अध्यक्ष श्री सलभ भदौरिया उपस्थित थे। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डाॅ शेजवार ने कहा कि संघ बनाना आसान है लेकिन उसके उद्देष्यों की पूर्ति के लिए लगातार संघर्ष करना कठिन कार्य है। यह बिल्कुल धारा के विपरीत बहने जैसा ही होता है। उन्होंने कहा कि सन 1952 से श्रमजीवी पत्रकार संघ पत्रकारों के हितों के लिए संघर्ष कर रहा है। डाॅ शेजवार ने कहा कि पत्रकार को भी जीविका के साथ-साथ सुविधा और सम्मान मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रदेष सरकार ने श्रमजीवी पत्रकार संघ द्वारा दी गई 21 मांगों में से 20 मांगों को पूरा कर दिया है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्रदेष श्रमजीवी पत्रकार संघ के अध्यक्ष श्री सलभ भदौरिया ने संघ की स्थापना से लेकर आज तक पत्रकारों केे हितों के लिए किए गए संघर्षो पर प्रकाष डाला। इस अवसर पर नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती मंजू कुषवाह ने भी संबोधित किया। श्रमजीवी पत्रकार संघ के जिला अध्यक्ष श्री सूर्यभान सिंह ठाकुर ने कार्यक्रम के अंत में सभी का आभार प्रकट किया। 

देष के विकास के लिए बच्चों का स्वस्थ्य होना जरूरी - डाॅ शेजवार

राष्ट्र के समग्र विकास के लिए बच्चों का स्वस्थ्य होना जरूरी है। बच्चे स्वस्थ्य होंगे तभी उनका पूर्णतः शारीरिक एवं मानसिक विकास होगा और वे अपनी कल्पनाओं के अनुरूप अपने भविष्य और देष को विकसित बना सकेंगे। यह बात वन मंत्री डाॅ गौरीषंकर शेजवार ने बाल सुरक्षा माह के शुभारंभ अवसर पर कही। उल्लेखनीय है कि 24 जून से 25 जुलाई तक बाल सुरक्षा माह मनाया जा रहा है। कार्यक्रम के आरंभ में डाॅ शेजवार ने बच्चों को विटामिन और एलवेन्डाजोल की खुराक पिलाकर इस कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्री भंवरलाल पटेल भी उपस्थित थे। डाॅ शेजवार ने कहा कि बच्चों की सुरक्षा अनिवार्य है, इसके लिए समय-समय पर सभी टीकाकरण कराया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि बच्चे के जन्म के साथ ही उसके विकास पर सतत् ध्यान देना चाहिए। उसकी ग्रोथ को माॅनिटर करना चाहिए और कहीं कोई असामान्य स्थिति नजर आए तो तुरंत डाॅक्टर से संपर्क कर उपचार देना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि षिषु की सुरक्षा के साथ-साथ स्वस्थ्य षिषु का जन्म हो, यह महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि गर्भवती महिलाओं का संपूर्ण ध्यान रखा जाए, उनके स्वास्थ्य के लिए सभी अनिवार्य पोषण आहार और दवाएं दी जाएं ताकि एक स्वस्थ्य षिषु का जन्म हो सके। डाॅ शेजवार ने कहा कि देष-प्रदेष के विकास के लिए दो पहलू महत्पूर्ण हैं, जिसमें एक है अद्योसंरचना का विकास और दूसरा पहलू है मानव विकास। उन्होंने कहा कि दूसरा पहलू इसलिए ज्यादा महत्वपूर्ण है, क्योंकि उस पर ही भविष्य की कल्पना और निर्माण निर्भर होता है। बच्चे स्वस्थ्य और षिक्षित होंगे तो देष भी विकसित होगा। डाॅ शेजवार ने कहा कि लोगों को जागरूक करें कि बच्चों के स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही के क्या घातक परिणाम हो सकते हैं। बच्चों का कैसे ध्यान रखा जाए, इसकी जागरूकता फैलाने की आवष्यकता है। उन्होंने कहा कि महिला बाल विकास विभाग में अनुभवी लोग हैं, यह घर-घर जाकर लोगों को परामर्ष दें कि बच्चे की सेहत के लिए समय-समय पर टीकाकरण एवं विटामिन की खुराक क्यों जरूरी है। उन्होंने कहा कि माता-पिता को इस बात की भी संपूर्ण जानकारी दी जाए कि अगर वे बच्चों के स्वास्थ्य का पूरी तरह ध्यान रखते हैं और उसके शारीरिक एवं मानसिक विकास के लिए सभी विटामिन्स, प्रोटीन्स और टीकाकरण कराते हैं तो इसके अच्छे परिणामों के बारे में भी उन्हें बताया जाए। इस अवसर पर भाजपा महामंत्री श्री राकेष तोमर, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अनुराग चैधरी तथा सीएमएचओ डाॅ शषि ठाकुर सहित सभी चिकित्सक एवं अधिकारी उपस्थित थे।

अभियान या कार्यक्रम की आवष्यकता न पड़े

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कलेक्टर श्री जेके जैन ने कहा कि समाज में इतनी जागरूकता फैलाई जाए, लोगों को इतना जागरूक कर दिया जाए कि किसी अभियान या कार्यक्रम चलाने की आवष्यकता ही न पड़े। लोग खुद बच्चों को लेकर अस्पतालों में आए और कहें कि उन्हें आज यह टीका लगना है या यह दवाई पिलाई जानी है। श्री जैन ने कहा कि जिस दिन हम यह कर पाए उस दिन देष का स्वास्थ्य परिदृष्य बिल्कुल बदला हुआ होगा, देष पूर्ण स्वस्थ्य होगा और किसी तरह के अभियानों का कार्यक्रम चलाए जाने की आवष्यकता नहीं पड़ेगी। श्री जैन ने कहा कि बच्चों केा स्वस्थ्य और निरोगी रखने का दायित्व हम सभी का है। उन्होंने कहा कि बाल सुरक्षा माह के अंतर्गत जिले के सभी बच्चों को सभी टीके, विटामिन आदि की खुराक दी जाए।

क्यों जरूरी है विटामिन ए और एलबेन्डाजाॅल

इस कार्यक्रम में बताया गया कि 1 से 5 वर्ष तक के बच्चों में विटामिन ए रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है जिससे बच्चे रोगों से संक्रमित होने से सुरक्षित रहते हैं। साथ ही विटामिन ए आंखों की समस्याओं से बचाता है एवं बच्चों के विकास में सहायक होता है। इसी तरह कृमिनाषक दवाई एल्बेंडाजाॅल बच्चों के पेट के कीड़े समाप्त करती है जिससे बच्चों के शरीर में पोषक तत्वों का अवषोषण ठीक प्रकार से होता है तथा बच्चा कुपोषित होने से सुरक्षित रहता हैं। कार्यषाला में यह भी बताया गया कि 6 माह से 5 वर्ष के बच्चों को आयरन फोलिक ऐसिड की बाटल भी दी जाएगी।   

बाल सुरक्षा माह 24 जून से प्रारंभ

जिले में बाल सुरक्षा माह 24 जून से 25 जुलाई तक चलेगा। जिसमें 9 माह से 5 वर्ष के बच्चों को विटामिन ए की खुराक तथा कृमिनाषक दवा एलबेन्डाजाॅल पिलाई जाएगी।

सामाजिक बदलाव के सहभागी बनें- कलेक्टर

समाज आज जिस स्वरूप में है, उसमें पिछली कई पीढि़यों का योगदान है। एक गतिषील, उन्नत और सभ्य समाज के निर्माण का दायित्व अब हमारा है। यह विचार कलेक्टर श्री जेके जैन ने जिला पंचायत सभाकक्ष में आयोजित सर्वषिक्षा मिषन की बैठक में व्यक्त किए। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अनुराग चैधरी सहित सभी संबंधित अधिकारी उपस्थित थे। श्री जैन ने कहा कि षिक्षा ही वह माध्यम है जिसके जरिए बदलाव संभव है और इसमें षिक्षकों की महती भूमिका है। उन्होंने आव्हान किया कि आप सब सामाजिक बदलाव में सहभागी बनें ताकि आने वाली पीढि़यां आपको, आपके योगदान के लिए याद करें। उन्होंने षिक्षा जगत से जुड़े सभी व्यक्तियों से कहा कि वे इसे केवल एक सरकारी काम की तरह न लेकर व्यक्तिगत कार्य मानकर पूर्ण रूचि से संपन्न करें। उन्होंने कहा कि आपकी दी हुई षिक्षा के आधार पर ही बच्चों के भविष्य का निर्माण होगा। श्री जैन ने कहा कि इसलिए हमें षिक्षा को गुणवत्तापूर्ण और अध्ययन के तरीके को रूचिकर बनाना है ताकि बच्चे केवल स्कूल आने की औपचारिकता पूरी न करें बल्कि उनके मन में कुछ सीखने की ललक हो। उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा बच्चे सरकारी स्कूलों में पढ़ते हैं। इसलिए हमें सरकारी स्कूलों का शैक्षणिक वातावरण बदलना होगा। इसके लिए अभिभावकों और ग्रामवासियों को भी हमें भागीदार बनाना होगा।  

षिक्षकों की समय पर उपस्थिति

श्री जैन ने कहा कि स्कूलों में यदि षिक्षक समय पर उपस्थित होंगे और पूरे मनोयोग से अध्यापन कार्य करेंगे तो इसका निष्चित ही छात्रों पर सकारात्मक प्रभाव होगा और वे भी षिक्षा के लिए अग्रसर रहेंगे। उन्होंने कहा कि जीवन में अनुषासन बेहद जरूरी है। आप स्वयं अनुषासित रहकर अपने दायित्व का निर्वाह करेंगे तो छात्र भी आपसे प्रेरणा लेकर अनुषासित बनेंगे जो उनके भविष्य निर्माण की पहली शर्त है। श्री जैन ने कहा कि हमें अभिभावकों और ग्रामवासियों को भी षिक्षा के प्रति जागरूक कर सहभागी बनाना होगा। गांव के अनुभवी व्यक्तियोें को भी प्रेरित कर शैक्षणिक कार्य के लिए उनकी सेवाएं लेनी हांेगी जिससे गुणवत्ता में भी सुधार होगा। 

मध्यान्ह भोजन में सहभागिता

श्री जैन ने कहा कि हमें अभिभावकों और लोगों को बताना होगा कि बच्चे देष का भविष्य हैं। उन्हें स्वस्थ्य और निरोगी रखने के लिए उनके आहार का विषेष रूप से ध्यान रखना होगा। उन्हें समय पर विटामीन तथा प्रोटीनयुक्त भरपेट भोजन मिलें, ऐसी व्यवस्था करनी होगी। इसमें भी गांव के लोगों को सहभागी बनाना होगा। उन्हें मध्यान्ह भोजन के लिए सहयोग के लिए प्रेरित करना होगा। यदि एक व्यक्ति एक दिन मध्यान्ह भोजन के अलावा अतिरिक्त खाने की व्यवस्था करें तो बच्चों को उच्च गुणवत्ता का पर्याप्त मात्रा में भोजन मिल सकता है। 

पढ़ाई के साथ खेल भी जरूरी

श्री जैन ने कहा कि बच्चों के बहुमुखी विकास के लिए षिक्षा के साथ-साथ खेल भी जरूरी है। उन्हें खेलने के लिए पर्याप्त समय दें जिससे वे शारीरिक रूप से तंदरूस्त रहेंगे और बीमार नहीं पड़ेंगे। उन्होंने कहा कि बच्चों को पढ़ाई के समय पढ़ाई और खेल के समय खेल का अवसर देना चाहिए। पुस्तकें मार्गदर्षक होती हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों में पढ़ने की भावना विकसित करें, उन्हें कोर्स के अलावा अन्य प्रेरणादायी पुस्तकें पढ़ने के लिए उपलब्ध कराएं।

बच्चों को मिले अच्छी षिक्षा और अच्छा स्वास्थ्य श्री चैधरी

बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अनुराग चैधरी ने कहा कि अच्छा स्वास्थ्य और अच्छी षिक्षा हमारी पहली प्राथमिकताओं मंे होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार सारे संसाधन सरकारी स्कूलों में मुहैया कराती है, इसलिए ऐसे कोई कारण नहीं है कि हम बच्चों के बेहतर भविष्य का निर्माण न कर सके। श्री चैधरी ने कहा कि हमें अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी और हर बच्चे को ऐसी षिक्षा प्रदान करें कि उसके बल पर वह अपने भविष्य का निर्माण कर सके। उन्होंने कहा कि इसके लिए शासन-प्रषासन और जनसामान्य को मिलकर सामूहिक प्रयास करना होगा, तभी हम अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं। 

लालू अपनी पुत्री को बनवाना चाहते हैं एमएलसी : सुशील कुमार मोदी

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भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने मंगलवार को राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद पर आरोप लगाया कि वह अपनी पुत्री मीसा भारती को विधान परिषद का सदस्य बनवाना चाहते हैं, इसलिए उन्होंने राज्यसभा चुनाव में जनता दल (युनाइटेड) के प्रत्याशी का समर्थन किया। पटना में पत्रकारों से चर्चा करते हुए मोदी ने कहा कि बिहार में जद (यू) की सरकार अल्पमत है। जद (यू) के कई विधायकों ने राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग किया। पुलिस महानिदेशक पद से अभयानंद को हटाए जाने के विषय में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि राज्य में गिरती विधि-व्यवस्था के लिए केवल डीजीपी ही जिम्मेवार नहीं होते हैं। 

उन्होंने विधि व्यवस्था के गिरते हालत के लिए कमजोर सरकार को पूरी तरह जिम्मेवार बताते हुए कहा कि अपराधियों को यह मालूम है कि बिहार में कमजोर सरकार है। मोदी ने लालू प्रसाद पर निशाना साधते हुए कहा कि राजद को राज्यपाल से समय मांगकर बिहार में जद (यू) की सरकार को समर्थन देने का पत्र सौंप देना चाहिए। मोदी ने कहा कि लालू अपनी पुत्री मीसा को विधान पार्षद (एमएलसी) बनवाने के लिए जद (यू) का समर्थन कर रहे हैं। 

डीयू : एफवाईयूपी छात्रों ने रद्द किया विरोध-प्रदर्शन

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दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के चार साल के स्नातक पाठ्यक्रम (एफवाईयूपी) के लिए नामांकित बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी (बीटेक) के छात्रों ने अपने विरोध-प्रदर्शन को रद्द कर दिया है। यह कदम उन्होंने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) से यह भरोसा मिलने के बाद उठाया कि उनका पाठ्यक्रम खत्म नहीं किया जाएगा, चाहे पहले का तीन साल का स्नातक पाठ्यक्रम ही क्यों न लागू हो। डीयू के बीटेक के छात्र अमित कुमार ने आईएएनएस से कहा, "हमलोगों ने यूजीसी के प्रतिनिधियों से मुलाकात की। उन्होंने भरोसा दिलाया है कि वे बीटेक के छात्रों की मांग को प्राथमिकता देंगे। इसलिए हमलोगों ने विरोध-प्रदर्शन को रद्द करने का निर्णय लिया है।"

छात्रों ने मंगलवार सुबह विरोध-प्रदर्शन का आयोजन किया था। उनका कहना था कि एफवाईयूपी को अगर खत्म किया जाता है, तो उनके लिए बेहद परेशानी हो जाएगी, क्योंकि पाठ्यक्रम पूरा होने के बाद वे किसी विषय में विशेषज्ञता से हाथ धो बैठेंगे। पिछले साल लागू एफवाईयूपी को खत्म करने को लेकर डीयू और यूजीसी के बीच टकराव के बीच 2.7 लाख से ज्यादा आवेदकों का भविष्य इस साल अधर में है। यूजीसी ने डीयू को नोटिस जारी कर एफवाईयूपी को खत्म करने का निर्देश दिया है।

डीयू को यह भी निर्देश दिया गया है कि वह नए आवेदकों का नामांकन तीन साल के स्नातक पाठ्यक्रम के तहत ही करेगा। ऐसा नहीं करने पर आयोग ने विश्वविद्यालय को फंड रोकने की चेतावनी भी दी। महाराज अग्रसेन कॉलेज के छात्र अक्षय कचरू ने कहा, "सरकार एफवाईयूपी को खत्म करे या नहीं, हमारी मांग है कि बीटेक को खत्म नहीं किया जाए, क्योंकि वे बीटेक को बीएससी में बदलने पर विचार कर रहे हैं।"

जगदीश ने कहा, "विश्वविद्यालय और यूजीसी को यह बात समझनी चाहिए कि इस विवाद से इसकी साख पर बट्टा लग रहा है।"बीटेक की 2,500 सीटों के लिए 5,0000 से ज्यादा आवेदकों ने आवेदन किया है। 

सलमान खान के खिलाफ गवाही देने वाला पलटा

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सलमान खान के खिलाफ हिट एंड रन मामले में बयान देने वाला एक गवाह मंगलवार को यहां एक सत्र अदालत में पुलिस को दिए अपने बयान से मुकर गया। होटल नीलसागर रेस्तरां में सुरक्षाकर्मी सचिन कदम ने सत्र न्यायाधीश डी. डब्ल्यू. देशपांडे को बताया कि पुलिस को दिया गया उसका पिछला बयान गलत था। कदम ने अदालत में कहा, "मेरा वह बयान जिसमें मैंने कहा था कि मैंने सलमान खान को घटनास्थल पर घटना के बाद चालक की सीट से उठकर भागते हुए देखा था, गलत था।"

मामले की दोबारा नए सिरे से चल रही सुनवाई के दौरान कदम हालांकि यह बताने में असमर्थ रहा कि पुलिस ने उसकी 'झूठी गवाही'क्यों दर्ज की। सरकारी वकील जगन्नाथ केनरालकर ने अदालत से कदम को तत्काल 'विपक्ष का गवाह'घोषित करने की मांग की, क्योंकि वह अभियोजन पक्ष का समर्थन नहीं करता। अदालत ने लेकिन ऐसा कोई आदेश नहीं दिया।

जिरह के दौरान कदम ने सलमान के वकील श्रीकांत शिवडे को बताया कि उसने घटना घटते हुए नहीं देखा था, क्योंकि उस रात उसकी ड्यूटी रेस्तरां के गेट पर थी। कदम ने बताया कि रेस्तरां का गेट घटनास्थल के विपरीत दिशा में है। हालांकि उसने यह जरूर बताया कि घटना के बाद उठे शोरगुल को सुनकर वह जिज्ञासावश घटनास्थल की तरफ गया था।

शंकराचार्य स्वरूपानंद के खिलाफ भाजपा ने दर्ज कराई पुलिस में शिकायत

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शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के विवादास्पद बयान पर उनके खिलाफ भाजपा किसान मोर्चा ने देवेंद्र नगर थाने में लिखित शिकायत की है। इस शिकायत पर एफआईआर की मांग की है। पुलिस ने शिकायत पर जांच शुरू दी है। भाजपा किसान मोर्चा के जिला महामंत्री अनूप मसंद के अनुसार शंकराचार्य के बयान से करोड़ों साई भक्तों की आस्था आहत हुई है। उनकी भी आस्था को ठेस पहुंची है। साईबाबा एक अवतारी पुरुष हैं और सभी धर्मों के लोगों के बीच पूजनीय हैं। उन्होंने पूरी दुनिया में सर्वधर्म समभाव का संदेश प्रसारित किया साथ ही यह भी बताया कि दुनिया में ईश्वर एक है। स्वरूप अलग-अलग हैं। स्वामी जी ने उन्हें भगवान नहीं मानने का बयान देकर भारतीय दंड संहिता 295 का उल्लघंन किया है। देवेंद्र नगर थाना प्रभारी ने बताया कि स्वामी जी के खिलाफ शिकायत ली गई है, उसकी जांच की जा रही है।

जगद्गुरु शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती द्वारा शिर्डी के साई बाबा को भगवान का अवतार न मानने और साई बाबा के नाम पर मंदिरों में कमाई की जाने वाली टिप्पणी पर साई भक्तों ने विरोध जताया है। साई भक्तों का कहना है कि शंकराचार्य जैसे विद्वान ने साई बाबा पर टिप्पणी करके लाखों-करोड़ों भक्तों की भावनाओं को चोट पहुंचाने का कुत्सित कार्य किया है। साई भक्तों ने चेतावनी दी है कि शंकराचार्य अपनी टिप्पणी पर माफी मांगें अन्यथा भक्तगण धरना-प्रदर्शन कर विरोध जताएंगे।

शंकराचार्य के बयान के विरोध में साई भक्तों ने एकजुट होकर ब्रह्मपुरी स्थित दत्तात्रेय मंदिर में बैठक आयोजित की और साई एकता मंच का गठन किया। इसमें विभिन्न साई मंदिरों के पदाधिकारी व भक्त शामिल हुए। बैठक में निर्णय लिया गया कि शंकराचार्य के विवादास्पद बयान के विरोध में 26 जून गुरुवार को धरना स्थल पर शांतिपूर्ण ढंग से विरोध किया जाएगा। 

कश्मीर में गठबंधन पर फैसला सोनिया करेंगी

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इस बात पर जोर देते हुए कि जम्मू एवं कश्मीर सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी कांग्रेस महासचिव अंबिका सोनी ने मंगलवार को कहा कि पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी राज्य में भावी चुनावी गठजोड़ के बारे में अंतिम निर्णय करेंगी। राज्य की गठबंधन सरकार से बाहर होने की संभावना को खारिज करते हुए पार्टी में कश्मीर मामलों की प्रभारी अंबिका सोनी ने कहा, "स्थानीय नेतृत्व ने इस बारे में अत्यंत स्पष्ट रूप से अपना विचार रखा है। मैं उन्हें कांग्रेस अध्यक्ष के सामने रखूंगी।"

अंबिका ने कहा, "विधानसभा चुनाव में अभी भी कई महीने हैं। गठबंधन सरकार ने काम किया है और हम चुनाव तक कुछ अतिरिक्त उम्मीद करते हैं। हमारा नेतृत्व आपको अंतिम फैसले से अवगत कराएगा।"उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद के साथ वह मंगलवार को नई दिल्ली लौट रही हैं। बाद में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सैफुद्दीन सोज भी आएंगे।

उन्होंने कहा, "हम अपनी संयुक्त रिपोर्ट कांग्रेस अध्यक्ष को सौपेंगे।"उन्होंने कहा कि वह निजी तौर पर महसूस करती हैं कि निर्वाचित सरकार छह वर्षो का अपना कार्यकाल पूरा करे।

दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति का इस्तीफा

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दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति दिनेश सिंह ने मंगलवार को इस्तीफा दे दिया। उल्लेखनीय है कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने कुछ दिनों पहले दिल्ली विश्वविद्यालय को यह निर्देश जारी किया था कि विश्वविद्यालय अपना विवादित चार वर्षीय स्नातक कार्यक्रम (एफवाईयूपी) रद्द करे।

विश्वविद्यालय के संयुक्त डीन मलय नीरव ने संवाददाताओं को बताया कि दिनेश सिंह ने अपना इस्तीफा केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय को भेज दिया है। सिंह ने यूजीसी और दिल्ली विश्वविद्यालय के बीच एफवाईयूपी के रद्द किए जाने के विवाद के मद्देनजर पद से इस्तीफा दे दिया। इस झगड़े के बीच दिल्ली विश्वविद्यालय में प्रवेश के इच्छुक करीब 2.7 लाख विद्यार्थियों का भविष्य अधर में लटका है।

यूजीसी ने दिल्ली विश्वविद्यालय को पिछले साल शुरू किए गए एफवाईयूपी को रद्द करने का नोटिस जारी किया था। यूजीसी ने यह भी निर्देश दिया था कि नए आवेदकों का नामांकन तीन वर्षीय अंडर-ग्रैजुएट कार्यक्रम के तहत किया जाए, यदि ऐसा नहीं किया जाता है, तो आयोग विश्वविद्यालय को मिलने वाले फंड रोक देगा।

पी़ क़े ठाकुर बिहार के नए पुलिस महानिदेशक

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बिहार में अभयानंद को पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) पद से हटाकर निगरानी अन्वेषण ब्यूरो के महानिदेशक का पद संभाल रहे पी़ क़े ठाकुर को बिहार का नया पुलिस महानिदेशक बनाया गया है। सरकार ने इसकी अधिसूचना जारी कर दी है। अधिसूचना के मुताबिक अभयानंद को अगले आदेश तक महानिदेशक, गृह रक्षा वाहिनी (होमगार्ड) बनाया गया है। पारसनाथ राय को भी अपर महानिदेशक, रेल से हटाकर महानिदेशक, प्रशिक्षण बनाया गया है। 

अभयानंद को पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का करीबी माना जाता है। हाल के दिनों में भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के अधिकारियों के ताबड़तोड़ स्थानांतरण के बाद अभयानंद के डीजीपी के पद से हटने के कयास लगाए जा रहे थे। अभयानंद को अगस्त 2011 में बिहार का डीजीपी बनाया गया था। 

रेल किराये में वृद्धि आंशिक रूप से वापस

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रेलवे ने रेल किराए में बढ़ोतरी आंशिक तौर पर वापस लेने की घोषणा करते हुए आज कहा कि हाल में यात्री किराये में की गई 14.2 फीसदी की बढ़ोतरी सेकंड क्लास की 80 किलोमीटर तक की उपनगरीय यात्रा में लागू नहीं होगी। इस फैसले से महानगरों में यात्रा करने वाले लाखों लोगों को राहत मिलेगी। रेलवे ने पुनरीक्षित आदेश में यह भी कहा कि अनारक्षित श्रेणी में किराये में बढ़ोतरी वैसे तो 25 जून को लागू होनी थी, लेकिन अब यह 28 जून को लागू होगी। रेलवे ने मासिक पासधारकों को भी राहत दी है। अब उन्हें एक महीने में असीमित यात्राओं के लिए 30 की बजाय 15 यात्राओं का भुगतान करना होगा।

20 जून को जारी अधिसूचना की समीक्षा से पहले, सत्तारूढ़ एनडीए के महराष्ट्र के सांसदों ने रेल मंत्री सदानंद गौड़ा से मुलाकात कर रेल किरायों में की गई वृद्धि वापस लेने की मांग की थी। रेलवे की आज जारी अधिसूचना में कहा गया है 'उपनगरों में दूसरी श्रेणी के सामान्य यात्री किराये में 80 किमी की दूरी तक कोई वृद्धि नहीं होगी।'इस फैसले से मुंबई, कोलकाता, चेन्नई और दिल्ली जैसे महानगरों में रोज यात्रा करने वाले लाखों लोगों को राहत मिलेगी। संशोधन के अनुसार, मासिक सीजन टिकट (एमएसटी) धारकों को अब एक माह में कई बार यात्रा करने के लिए सिर्फ 15 यात्राओं का भुगतान करना होगा।

इससे पहले रेलवे ने कहा था कि पास धारकों को 30 दिन के लिए भुगतान करना होगा। बहरहाल, यात्री किराये में 14.2 फीसदी की वृद्धि एमएसटी में लागू होगी। रेल मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया 'उपनगरीय और गैर उपनगरीय ट्रेनों के दूसरी श्रेणी के मासिक सीजन टिकट (एमएसटी) किराये 30 के बजाय 15 यात्राओं के आधार पर होंगे।'अधिकारी ने बताया कि जिन लोगों ने पहले, समीक्षा पूर्व दरों पर मासिक टिकट खरीदे थे उन्हें अतिरिक्त भुगतान नहीं करना होगा।

जिन यात्रियों ने प्रीमियम ट्रेनों के लिए टिकट पहले आरक्षित किए थे उन्हें अतिरिक्त किराया नहीं देना होगा। बहरहाल, अन्य ट्रेनों के लिए यात्रियों को बुकिंग कार्यालयों पर या ट्रेनों में अतिरिक्त भुगतान करना होगा। अधिकारी ने बताया कि आरक्षण शुल्क और सुपरफास्ट अधिभार जैसे अन्य शुल्कों में कोई बदलाव नहीं होगा। 25 जून से ट्रेन के किराये में वृद्धि का असर मासिक सीजन टिकट (एमएसटी) धारकों पर भी पड़ेगा।

प्रीति-नेस मामला : वानखेड़े में दर्ज हुआ प्रीति का बयान

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नेस वाडिया पर बदसलूकी केस में ऐक्ट्रेस प्रीति जिंटा का पुलिस ने वानखेड़े स्टेडियम में बयान दर्ज किया। प्रीति जिंटा ने नेस वाडिया के खिलाफ आईपीएल मैच के दौरान बदसलूकी का केस दर्ज कराया है। वानखेड़े स्टेडियम में ही आईपीएल मैच के दौरान 30 मई को प्रीति से नेस वाडिया ने कथित रूप से बदसलूकी की थी। 

अडिशनल कमिश्नर कृष्ण प्रकाश ने कहा, 'प्रीति जिंटा को घटनास्थल की पहचान के लिए वानखेड़े स्टेडियम में आने को कहा गया था। यहीं पर उनका बयान भी दर्ज किया गया।'पुलिस सूत्रों का कहना है कि प्रीति जिंटा का बयान दर्ज कराने जाने वाली टीम में एक महिला अधिकारी भी शामिल थीं। प्रीति जिंटा ने अपने पूर्व बॉयफ्रेंड नेस वाडिया के खिलाफ 12 जून को केस दर्ज कराया था। 

प्रीति नेस वाडिया से 2009 में ही अलग हो गई थीं। वहीं नेस वाडिया के पिता नुस्ली वाडिया ने यह आरोप लगाया था कि प्रीति और नेस के मामले में अंडरवर्ल्ड भी धमकियां दे रहा है। डॉन रवि पुजारी पर शक जताते हुए वाडिया ने रिपोर्ट दर्ज कराई है, जिसकी जांच चल रही है।

आलेख : अनुचर नहीं, साथी बनाएँ

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भीड़ तंत्र का सबसे बड़ा खतरा यही है कि लोग दूसरों को कभी अपने मुकाबले खड़ा होते या चलते देखना नहीं चाहते हैं। हर कोई चाहता है कि वह आगे ही आगे रहे और दूसरे लोग भीड़ की तरह उनके निर्देशों का पालन करते हुए चुपचाप गर्दन झुकाये चलते रहें और वही सब कुछ करते रहें जैसा कि उन्हें रेवड़ की तरह हाँक कर ले जाने वाले लोग।

बात किसी भी स्तर की हो, छोटे-मोटे हुनर वाले उस्ताद की हो या समाज-जीवन के कई सारे मैदानों में जोर आजमाईश कर आगे बढ़ जाने की अंधाधुंध प्रतिस्पर्धा में रमे हुए लोगों की। हर किसी को प्रतिष्ठा और पैसों की इतनी भूख सवार है कि वह इसके लिए औरों का किसी भी स्तर तक उतर कर बलिदान ले सकते हैं या कि जमाने भर के षड़यंत्रों और गोरखधंधों का इस्तेमाल कर सकते हैं। 

अपने आपको हमेशा आगे ही आगे देखने की प्रतिस्पर्धा इन लोगों में मरते दम तक बनी रहती है और जीवन के उत्तराद्र्ध या अवसान काल तक आते-आते इतनी बढ़ जाती है कि कुछ कहा नहीं जा सकता।  स्थितियां कमोबेश सभी स्थानों पर एक जैसी ही हैं चाहे दुनिया का कोई सा क्षेत्र हो।

ज्ञानयोग, भक्तियोग और कर्मयोग और सांसारिकों से लेकर संसार छोड़ बैठे वैरागियों तक में यह मनोवृत्ति इतनी घर कर चुकी है कि कोई अपनी मुट्ठी को खोलना या कोई सा बंधन ढीला करना या औरों को चाभी सौंपना नहीं चाहता। बड़े से बड़े वैभवशालियों से लेकर भिखारियोें तक में यह स्वभाव बना हुआ रहता है। दैवी संपदा से भरेपूरे लोग इससे मुक्त जरूर रहते हैं।

छोटे-बड़े से लेकर हर किसी को यह चिंता सताये जरूर सताये रखती है कि कोई दूसरा उनसे आगे नहीं बढ़ जाए, उनसे ज्यादा कुछ न पा ले और ऎसा कुछ नहीं कर डाले कि उसकी प्रतिष्ठा का परंपरागत ग्राफ  दूसरों से  छोटा हो जाए। अपने कद, मद और पद-प्रतिष्ठा को हमेशा बरकरार रखने के लिए आदमी श्मशान में भस्मीभूत होने के लिए ले जाए जाने तक भिड़ा रहता है। इसके लिए अपनी मनुष्यता को किसी भी हद तक त्यागने या स्वाहा कर दिए जाने के लिए वह अपने आपको तैयार रखता है।

उसे हमेशा प्रत्यक्ष और तात्कालिक फल की अपेक्षा होती है और ऎसे में इंसानियत के सारे दायरों और सीमाओं को एक तरफ छिटक कर वह अपने ही अपने काम और लाभ के लिए किसी भी स्तर तक नीचे  गिर जाने के लिए उतावला और उद्विग्न बना रहता है।

यही कारण है कि अपने यहाँ घोर दासत्व की स्वैच्छिक स्वीकार्य परंपरा खून के कतरों तक में इतनी जमी हुई है कि इसे पिघलाना कोई आसान काम नहीं है। गुरु-शिष्य, उस्ताद और जमूरे, बोस और मातहत के बीच की दूरियां इतनी बढ़ी हुई हैं कि हर कोई गुरु या उस्ताद बने रहना चाहता है और इसलिए चेले-चपाटियों और अनुचरों के रूप में उसे भीड़ की हमेशा तलाश बनी रहती है।

आजकल तो गुरुओं ने कमाल ही कर दिया है। जहाँ देखें वहाँ गुरु, महागुरु और गुरुघण्टाल ही नज़र आते हैं। ये लोग भी अब गुरु, बोस या सर-सर की आवाजों से ही प्रसन्न होते हैं और तभी उनका बोसत्व या नेतृत्व धन्य होता नज़र आता है।

समाज या क्षेत्र से लेकर पूरी दुनिया उन चतुर लोगों के पीछे ही भागती नज़र आती है या भागने को विवश है जिन्हें जीने और मस्ती से जीने के लिए अपने पीछे अनुचरों की फौज चाहिए। इसलिए इस किस्म के लोग हमेशा इस फिराक में रहते हैं कि लोग आगे न आ पाएं, वे अनुचरों के रूप  में पीछे-पीछे बने रहें और वे आगे-आगे अपने जादू चलाते रहें। फिर अंध श्रद्धा से भरे अनुचरों की रेवड़ें हों, तब तो बात ही क्या है।

हम सभी को वे ही लोग सर्वाधिक पसंद आते हैं जो बिना सोचे-समझे हमारी हाँ में हाँ करते रहते हैं, हमारा जयगान करते हुए आगे-पीछे घूमते और हमारी परिक्रमा करते रहते हैं और हमारी इच्छा के मुताबिक वो सब करते रहते हैं जो हम चाहते हैं। 

भारतभूमि रत्नगर्भा वसुन्धरा है जहाँ दुनिया के तमाम विषयों के एक से बढ़कर एक ज्ञाता, विशेषज्ञ और निष्णात लोगों की कोई कमी नहीं है लेकिन हमारी अनुचरी परंपरा और दूसरों को आगे नहीं आने देने की कुटिल तथा संकीर्ण मनोवृत्ति का ही परिणाम है कि मौलिक हुनर और बौद्धिक महा ऊर्जाओं से परिपूर्ण यह महान शक्ति स्रोत पीछे रह जाता है और फिर पलायन की ओर उन्मुख हो जाता है।

यह बात सभी को याद रखनी चाहिए कि हुनरमंद और बौद्धिक सामथ्र्य से परिपूर्ण लोग स्वाभिमान के पूरक होते हैं और ऎसे में वे अनुचरी बर्दाश्त नहीं कर पाते हैं। आज विभिन्न क्षेत्रों में यह संकट उत्पन्न हो जाता है कि आज जो हैं उनके बाद कौन? इस विषमता का मूल कारण हम ही हैं जिन्होंने अपने साथियों को तलाशने और आगे लाने की बजाय अपने घृणित स्वार्थों के दायरे में कैद रहते हुए दूसरे लोगों को पनपने का मौका ही नहीं दिया।

समाज या जीवन का कोई सा क्षेत्र हो, हर कहीं अनुचरी परपंरा बंद होनी चाहिए तथा जो लोग काबिल हैं उन्हें समान साथी व सहयोगी के रूप में स्वीकारा जाना चाहिए। हम दूसरे हुनरमंद लोगों को अपना मददगार जरूर बनाते और स्वीकारते हैं मगर उसमें भी हमारी सोच यही रहती है कि अंधानुचर ही बने रहें।

हम अपनी कुटिलताओं को छोड़ कर सोचें तो हमेशा यह अहसास होगा कि ऎसे लोगों को साथी के रूप में  समकक्ष स्वीकारने और साथ-साथ आगे तक ले चलने से हमारा भी भला होता और समाज तथा देश को भी ऎसे लोगों की फौज मिलती जो कि देश के काम आए। ऎसे में हमारे बाद कौन, यह संकट भी समाप्त हो जाता। पर हम ऎसा नहीं कर पा रहे हैं क्योंकि हम सभी आशंकित हैं कि हमसे ज्यादा और कोई दूसरे हुनरमंद सामने आ गए तो हमारा क्या होगा? इसी भय और आशंका की वजह से समाज और देश को योग्यतम व्यक्तियों का पूरा-पूरा लाभ नहीं मिल पा रहा है और हम सारे के सारे इस भ्रम और अहंकार में जी रहे हैं कि हम ही हम हैं, हम ही हम बने रहें और हमारे बाद कौन? यह बात हमेशा व्योम में छायी रहे।

अब भी समय है, बोसत्व, अधीश्वरत्व और अधिनायकत्व को छोड़ें और सहयोगियों को अपने दास, अंधभक्त या अनुचरों की बजाय साथी के रूप में आदर-सम्मानपूर्वक स्वीकारें और अपने मुकाबले प्रतिष्ठित करने पर ध्यान दें तभी समाज के प्रति हम उऋण हो सकते हैं। समाज और मातृभूमि का कर्ज उतारने के लिए अपने अधीश्वरवादी चिंतन और अहंकार को छोड़ना और देश सेवा के लिए अधिक से अधिक योग्यतम लोग सौंपना ही देश की सच्ची सेवा है।






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---डॉ. दीपक आचार्य---
9413306077
dr.deepakaacharya@gmail.com

विशेष आलेख : सांप्रदायिकता की राजनीति को खुली चुनौती

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सांप्रदायिकता अ©र राजनीति का रिश्ता क¨ई नया नहीं है। चाहे वह बीसवीं सदी में जर्मनी का हिटलर रहा ह¨ या 21वीं सदी में भारत के राजनीतिक दल। सांप्रदायिकता ने हमेशा से ही राजनीति क¨ प¨षित करने का काम किया है। पता नहीं कितने युग¨ं से राजनीतिज्ञ अपनी राजनीति की र¨टिय¨ं क¨ सांप्रदायिकता के तवे पर सेंकते आ रहे हैं। हर साप्रंदायिक दंगे के बाद राजनीतिक बुद्धिजीवी दंग¨ं की वजह से हुए ध्रुवीकरण के निकटवर्ती चुनाव¨ं पर असर के संबंध में आकलन अ©र भविष्यवाणियां करते हैं अ©र बहुत बार वह अनुमानित तस्वीर के काफी करीब ही ह¨ते हैं। सांप्रदायिक दंग¨ं की वजह से ह¨ने वाले ध्रुवीकरण अ©र उसके निकटवर्ती चुनाव परिणाम¨ं पर असर का ज¨ समीकरण पूरे देश पर फिट बैठता है वही समीकरण जम्मू कश्मीर राज्य के लिए भी लागू ह¨ता है। लेकिन इस गणित अ©र इस मानसिकता क¨ जम्मू क्षेत्र की बहुत सी पंचायत¨ं ने झूठा साबित किया है। इस के पीछे विषम जातिय¨ं वाले गांव¨ं की पंचायत¨ं, संस्थाअ¨ं अ©र व्यक्तिय¨ं का य¨गदान है।
           
जम्मू कश्मीर में 2011 में पंचायत चुनाव हुए थे। निसंदेह इन चुनाव¨ं में ल¨ग¨ं में पंचायती अधिकार¨ं के हस्तांतरण के संदर्भ में ल¨ग¨ं के मन में उत्साह था, ज¨ अभी तक सरकार की अधिकार¨ं के हस्तांतरण के संदर्भ में निरंतर पतित ह¨ती नीति का शिकार थी। इन सभी कमिय¨ं के बावजूद ऐसी बहुत सी पंचायतें हैं जिनसे राजनीतिक दल¨ं अ©र शहरी समाज क¨ बहुत कुछ सीखने क¨ मिल सकता है। बनीहल तहसील में रामसू ब्लाॅक की पंचायत पंाचाल-बी के सरपंच नरंजन सिंह कट¨च, जिन्ह¨ंने भारी मत से चुनाव जीेता था, बताया, ‘‘हमारे परिवार¨ं (हिंदु अ©र मुसलमान द¨न¨ं) में बहुत पुराना रिश्ता है अ©र उसका एक बड़ा उदाहरण हमारी पिछली पीढ़ी का है जहां मेरे परिवार ने अपने मुसलमान बिरादर¨ं की 1947 के दंग¨ं में जान बचाई थी। हम भी उन्हीं उसूल¨ं के ल¨ग हैं। उन्हें अपने परिवार के इस इतिहास पर गर्व है अ©र वे स्थानीय ल¨ग¨ं के बीच इसी परंपरा के लिए जाने जाते हैं।
           
इसके साथ ही, यह गांव चुनावी हथकड¨ं से बहुत उपर है क्य¨ंकि इनके बीच परस्पर प्रेम अ©र सदभावना बहुत ज्यादा है अ©र बल्कि किसी बाहरी तत्व जैसे कि मीडिया, राजनीतिक दल या क¨ई भी अन्य कट्टरपंथी समुदाय के लिए इस गांव के ल¨ग¨ं क¨ धर्म के आधार पर बांट पाना असंभव अ©र यही एकता पंचायत चुनाव¨ं में भी दिखी। राज©री जिले में न©सहेड़ा तहसील के दानेसर गांव के दूसरी बार निर्वाचित सरपंच अरशद हुसैन ने बताया, ‘‘हमारा बहुत पुराना साथ है। मैं अपने परिवार की तरह उनका ख्याल रखता हूं अ©र वे भी यही करते हैं। 2008 क¨ भूमि विवाद के द©रान मैंने अपने गांव में हुए प्रदर्शन का नेतृत्व किया था क्य¨ंकि इससे मेरे हिंदू भाइय¨ं की भावनाएं जुड़ी हुई थीं उसी तरह एक साल पहले शाॅर्ट सर्किट की वजह से मेरी दुकान जल गई थी अ©र तब गांव वाल¨ं ने एक लाख रुपया इक्ट्ठा कर मुझे दुकान फिर से बनाने के लिए दिया।’’ उन्ह¨ंने आगे बताया कि इसके अलावा भी ऐसा बहुत कुछ जिसका हम ख्याल रखते हैं अ©र एक दूसरे के साथ बांटते हैं।
        
ग्रामीण जम्मू क्षेत्र की सामाजिक-आर्थिक स्थिति बाकी ग्रामीण भारत से अलग है अ©र यह अंतर अन्य कई वजह¨ं के साथ-साथ 50 के दशक में जम्मु कश्मीर में हुए भूमि सुधार की वजह से भी है। इस भूमि सुधार ने ग्रामीण जम्मू कश्मीर की आर्थिक सीमाअ¨ं की छंटाई कर दी अ©र ग्रामीण जम्मू कश्मीर की तस्वीर बदल कर रख दी। यह तस्वीर अब खेत¨ं पर मालिकाना कुछ का अ©र खेती के काम अ©र¨ं के से बदल कर खेत¨ं पर मालिकाना सभी का अ©र काम भी सभी का ह¨ गई। इस तस्वीर ने कृषि जीवन अ©र अंतर सामुदायिक रिश्त¨ं की बनावट अ©र क¨ भी परिवर्तित अ©र पुनर्परिभाषित कर दिया। रामबाण जिले में भट्टन गांव के निवासी नाजि़र हुसैन का कहना है, ‘‘देहात में हर किसी क¨ एक दूसरे की मदद की जरूरत ह¨ती है अ©र यह अमन अ©र प्यार भी लाता है।’’मीडिया की चकाच©ंध से दूर इन गांव¨ं वाल¨ं क¨ अक्सर पिछड़ा अ©र गंवार कहा जाता है लेकिन असली जनवाद क्या ह¨ता है यह इन्ह¨ंने अपनी प्रथाअ¨ं में दिखाया। यह निर्वाचित सरपंच विभाजित मतदान का नमूना नहीं है बल्कि अल्पसंख्यक ह¨ने के बावजूद इन्ह¨ंने अपनी पंचायत में बहुमत से चुनाव जीते हैं जिसमें निसंदेह बहुसंख्यक समुदाय के भी भारी मत रहे ह¨ंगे। स¨हेल नरंजन या अरशद निश्चित क¨ई अन¨खे नहीं हैं इनकी तरह के बहुत से अ©र सरपंच जम्मू प्रांत में म©जूद हैं। यह गांव ( मतदाता अ©र निर्वाचित द¨न¨ं ही) अ©र इनके जैसे बहुत से अन्य ध्रुवीकरण की बहुचर्चित अ©र सर्वस्वीकृत अवधारणा क¨ गलत साबित करने के लिए मात्र क¨ई सामान्य से उदाहरण नहीं हैं बल्कि यह उन क्षेत्र¨ं के लिए उदाहरण हैं जहां पर पिछले 20 साल¨ं में मिलिटेंसी, हत्याकाण्ड अ©र कठिनाई भरे जीवन के बीस वषर्¨ं में आपसी संदेह अ©र परिणामस्वरूप ध्रुवीकरण एक सामान्य परिघटना बन गई है।
         
इन गांव¨ं का यह आदर्श रूप इस बात क¨ दर्शाता है कि संाप्रदायिक तनाव अ©र उसकी वजह से ह¨ने वाली हिंसा ज्यादातर गैर-कृषक, मीडिया से परिचित अ©र समाज में एक-दूसरे से कटा हुआ शहरी उच्च मध्यम वर्ग से संबंधित परिघटना है। ग्रामीण जम्मू के यह नेता अ©र मतदाता धर्मनिरपेक्ष राजनीति के स्पष्ट प्रतिमान हैं। लेकिन इनके अलावा इस सबमें क©न यकीन करता है। क्या दूसर¨ं क¨ अपना अहम किनारे कर इनसे कुछ सीखना नहीं चाहिए? 





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डाक्टर संदीप सिंह
(चरखा फीचर्स)

आलेख : 'उमेश- कार्तिक 'अब कैसे जाएं कलकत्ता ...!!

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किसी भी महानगर से उपनगरों की ओर जाने वाली ट्रेनों में मैले - कुचैले कपड़ों में भारी माल - आसबाब के साथ पसीने से तर - बतर दैनिक यात्री आपको सहज ही नजर आ जाएंगे। मेरे शहर से प्रतिदिन सैकड़ों लोग कोलकाता के लिए  116 किमी की एकतरफा दूरी तय कर अपने व परिवार के लिए किसी तरह रोजी - रोटी का जुगाड़़ करते हैं। वैसे चंद यात्रा के लिए कोलकाता की  दैनिक यात्रा करने वालों में जमशेदपुर के  काफी लोग भी शामिल है। जबकि जमशेदपुर से कोलकाता की एक तरफ की दूरी लगभग 235 किमी है।  रेलवे की भाषा में इन्हें डेली पैसेंजर कहा जाता है। उमेश - महेश जैसे नामों वाले इन दैनिक यात्रियों को साधारणतः  कोई पसंद नहीं करता। क्योंकि इनकी सीट को लेकर अक्सर यात्रियों के साथ बकझक होती रहती है। यही नहीं अक्सर भारी माल - आसबाब से जुड़े नियमों को लेकर काले कोट वाले टिकट निरीक्षकों से लेकर खादी वाले आरपीएफ व जीअारपी के साथ भी इनकी अमूमन रोज ही ठनी रहती है। 

देश की नई सरकार द्वारा रेलवे के किराए खास कर मासिक टिकटों की दर में लगभग दोगुनी वृद्धि से इस वर्ग पर मानो वज्रपात हुआ है।  बेशक हर किसी की नजर में ये खटकें, लेकिन इनकी जिंदगी बड़ी कठिन होती है। क्योंकि चंद रुपयों के लिए भारी परेशानियों से गुजरने वाले इन दैनिक यात्रियों के लिए जिंदगी का हर कदम नई जंग के समान  होता है। पांच परसेंट पर कार्य करने वाले ये दैनिक यात्री छोटे शहरों के  बड़े दुकानदारों का माल बड़े शहरों से लाने का कार्य करते हैं। हर दिन अहले सुबह उठ कर महाजनों से आर्डर लेना औऱ फिर ठसाठस भरी ट्रेन में सवार होकर महानगरों को जाना। वहां पहुंच कर खरीदारी से जुड़ी तमाम झंझटें। फिर उन्हें लाद - फांद कर वापसी का ट्रेन पकड़ने की आपाधापी।  

इस बीच उनकी कुलियों से लेकर आऱपीएफ व जीअारपी जवानों तथा ट्रेन टिकट निरीक्षकों के साथ अमूमन रोज ही भिड़ंत होती है। ट्रेनों में यात्री भी इन्हें पसंद नहीं करते। क्योंकि भारी माल - आसबाब के चलते वे उनके लिए असुविधाएं पैदा करते हैं। इस स्थिति में ये अमूमन रोज तीन से चार सौ किलोमीटर तक की रेल यात्रा करते हैं। अपने शहर को लौटने के बाद भी इनका काम खत्म नहीं होता। महाजन तक माल पहुंचाने औऱ पूरा हिसाब देने के बाद ही उन्हें अपने हथेलियों पर अपनी कमाई नजर आ पाती है। जो उनके  परिश्रम की तुलना में काफी कम होती है। विकल्प के अभाव में सैकड़ों एेसे लोग इस पेशे से जुड़े हुए हैं। रियायती दर पर उपलब्ध मासिक टिकट अब तक इनका बड़ा सहारा थी। जो नई सरकार ने इनसे छिन लिया। मोदी सरकार को कम से कम इस वर्ग का तो ख्याल रखना ही चाहिए था। 





तारकेश कुमार ओझा, 
खड़गपुर ( पशिचम बंगाल) 
संपर्कः 09434453934 
लेखक दैनिक जागरण से जुड़े हैं।

बिहार : महादलितों को जमीन देने वाली नीति बदल दी

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jitan ram manjhi
पटना। महादलितों को जमीन देने वाली नीति को मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने बदल दी है। महादलित परिवारों को तीन डिसमिल वास की भूमि उपलब्ध कराने की पुरानी नीति में बदलाव किया है। अब सरकार महादलित परिवारों को न्यूनतम बाजार मूल्य पर जमीन खरीद कर वास की भूमि उलब्ध करायेगी। इसको लेकर कार्ययोजना तैयार कर ली गयी है और सभी जिलाधिकारियों को जमीन खोजने का निर्देश दिया गया है ताकि बेघर परिवारों को वास भूमि उपलब्ध कराया जा सके।
   
राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग से मिली जानकारी के अनुसार सरकार ने महादलित विकास योजना की अवधि दो साल बढ़ा दी है। अब यह योजना वित्र्तीय वर्ष 2015 - 16 तक लागू रहेगी। इसके तहत सर्वेक्षित महादलित परिवारों को जिनके पास वास की भूमि नहीं थी उन्हें तीन डिसमिल सरकारी भूमि या भूमि खरीदने के लिए 20 हजार रूपये उपलब्ध कराने का प्रावधान था। एक तो वास लायक सरकारी जमीन मिल नहीं रही थी जबकि दूसरी तरफ 20 हजार रूपये में तीन डिसमिल वास की भूमि खरीदना संभव नहीं हो रहा था। राज्य की सभी पंचायतों में वास की जमीन की कीमत लाख रूपये से कम नहीं है। कारण महादलित को जमीन नहीं मिल रहीं थी। जमीन नहीं मिलने के कारण इंदिरा आवास योजना सहित कई कल्याणकारी योजनाओं का लाभ लेने से महादलित वंचित हो रहे थे। इसी के मद्दे नजर राज्य सरकार ने अपने पुराने नियम में बदलाव किया है। 

पहले तीन डिसमिल भूमि खरीदने के लिए 20 हजार रूपये देने का था प्रावाधान इतने कम दाम पर वास लायक सरकारी या अन्य जमीन नहीं मिल पा रहीं थी  राज्य की सभी पंचायतों में वास की जमीन की कीमत लाख रूपये से कम नहीं महादलित विकास योजना की अवधि दो साल (2015- 16) तक बढ़ायी गयी

बिहार : राष्ट्रीय मुसहर - भुईया विकास परिषद के द्वारा 10 सूत्री मांगों की सूची मुख्यमंत्री को पेश

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पटना। राष्ट्रीय मुसहर - भुईया विकास परिषद के संयोजक उमेश मांझी के हस्ताक्षर वाले स्मार पत्र को मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को सौंपा गया। पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जीतन राम मांझी जी को मुख्यमंत्री बनाया था। इसके आलोक में राष्ट्रीय मुसहर - भुईया विकास परिषद और ईफीकोर के संयुक्त तत्वावधान में मुख्यमंत्री जी का अभिनंदन समारोह किया गया। गांधी मैदान, पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हाॅल में काफी संख्या में महादलित मुसहर समुदाय के लोग आए थे। 

मौके पर राष्ट्रीय मुसहर - भुईया विकास परिषद ने 10 सूत्री मांगों की सूची में पेश कर मुख्यमंत्री जी से आग्रह किया गया कि मुसहर - भुईया जाति को अनुसूचित जनजाति की श्रेणी में शामिल करें। मुसहर - भुईया जाति के लोगों को सड़क चैड़ीकरण , नाला उड़ाही एवं विकास के नाम पर उजाड़े जाने से तत्काल रोककर उनको सामूहिक रूप से जमीन और आवास देकर बसाया जाए। मुसहर - भुईया जाति के 20 हजार या उससे अधिक जनसंख्या वाले प्रखंडों/ अनुमंडलों में छात्र-छात्राओं के लिए अलग-अलग आवासीय विघालय खोला जाए। मुसहर - भुईया समाज के ऊपर शोध एवं विकास को रास्ता दिखाने के लिए राजधानी में पर्वत पुरूष दशरथ मांझी जी के नाम से एक शोध संस्थान की स्थापना की जाए एवं उसका संचालन मुसहर - भुईया समाज के ही लोग करें। मुसहर - भुईया समाज की सही आंकड़ा की जानकारी के लिए इस समाज का अलग से सर्वेक्षण कराया जाए। मुसहर - भुईया समाज के सभी लोगों को बीपीएल सूची में सूचीबद्ध करें। मुसहर - भुईया की बस्तियों को मुख्य सड़क से जोड़ा जाए और बुनियादी सुविधाओं को मुहैया कराया जाए साथ ही बिजली की सुविधा भी उपलब्ध करवाया जाए। मुसहर - भुईया समाज के लोग खेतीहर मजदूर है इसलिए उनको कृषि योग्य जमीन देकर सामूहिक खेती को बढ़ावा दिया जाए। मुसहर - भुईया के ऊपर होने वाले अत्याचारों और अपराधों को त्वरित जांच करवाकर दोषियों को सजा दी जाए और टोला सेवकों एवं विकास मित्रों की सेवा स्थायी करने की दिशा में पहल किया जाए। 

मौके पर महादलित मुसहर समुदाय केे नेताओं में सुरेन्द्र मांझी, पटना,राजेन्द्र मांझी, मुंगेर, किशोरी मांझी, नालंदा आदि ने मुसहर-भुईया समुदाय के बारे में खुलकर विचार व्यक्त किए। शिक्षा,चिकित्सा,योजना आदि पर बोले।भाषण के तौर पर वक्ताओं के द्वारा पेश व्यथा बयानकर एसी में बैठकर का लुफ्त उठाने वालों के दिल में जगह बनाएं।

राजधानी के समीप दानापुर अनुमंडल क्षेत्र में रहने वाली किरण कुमारी ने कहा कि शबरी काॅलोनी को उजाड़ने का प्रयास किया जा रहा है। अभी दीघा से लेकर एम्स तक नहर और सड़क के किनारे रहने वालों की झोपडि़यां बुलडोजर से तहस-नहस कर दी गयी है। आखिरकार उजाड़े गए लोग किधर जाएंगे? अभिनंदन समारोह में एकमात्र किरण कुमारी ही महिला वक्ता थीं। जो समुदाय के पीड़ा को पेश करने में सफल हो गयी।  



आलोक कुमार
बिहार 

बिहार में राजधानी एक्सप्रेस पटरी से उतरी, 4 की मौत

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बिहार के सारण जिले में दिल्ली-दिब्रूगढ़ राजधानी एक्सप्रेस रेलगाड़ी की पटरी से उतर गई, जिससे चार लोगों की मौत हो गई, जबकि 12 यात्री घायल हो गए। रेलगाड़ी राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से असम के डिब्रूगढ़ जा रही थी। सारण के पुलिस अधीक्षक सुजीत कुमार ने बुधवार को बताया कि मंगलवार रात करीब ढाई बजे राजधानी एक्सप्रेस के नौ डिब्बे पटरी से उतर गए। दुर्घटना में चार लोगों की मौत हो गई और 12 से ज्यादा लोग घायल हो गए। घायलों में आठ की हालत गंभीर बताई जा रही है। घटनास्थल पर राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की टीम पहुंच चुकी है और राहत एवं बचाव कार्य में जुट गई है। 

उधर, सारण के सांसद राजीव प्रताप रूढ़ी ने तत्काल घटनास्थल पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्य का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि यह दुर्घटना असामान्य लग रही है। गृह मंत्रालय को दुर्घटना की सूचना दे दी गई है। पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी अरविन्द कुमार रजक ने बताया कि दिल्ली-डिब्रूगढ़ राजधानी एक्सप्रेस छपरा-गोल्डनगंज स्टेशन के बीच पटरी से उतर गई। उन्होंने बताया कि जो डिब्बे पटरी से उतरे हैं, उनमें बी-1 से लेकर बी-7 तक के डिब्बे शामिल हैं। रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं। 

अभी तक घटना के कारणों का पता नहीं चल पाया है। अधिकारी ने बताया कि इस मार्ग पर चलने वाली रेलगाड़ियों का मार्ग परिवर्तित कर दिया गया है। 
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