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भारत का विदेश मंत्री स्तरीय बैठक रद्द करने का कदम ‘‘दुर्भाग्यपूर्ण’’ : कुरैशी

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इस्लामाबाद, 21 सितंबर,  पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने शुक्रवार को उनके तथा विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के बीच न्यूयार्क में प्रस्तावित बैठक भारत द्वारा रद्द करने पर निराशा जतायी और आरोप लगाया कि ‘‘आंतरिक दबाव’’ के कारण नयी दिल्ली ‘‘दुर्भाग्यपूर्ण’’ कदम उठाने को मजबूर हुआ। भारत ने जम्मू कश्मीर में तीन पुलिसकर्मियों की ‘‘बर्बर’’ हत्या और कश्मीरी आतंकवादी बुरहान वानी का ‘‘महिमामंडन’’ करने वाले डाक टिकट जारी करने को सुषमा और कुरैशी के बीच बैठक रद्द होने का कारण बताया। यह बैठक इस महीने न्यूयार्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक के इतर होने वाली थी। कुरैशी ने विदेश मंत्री स्तर की बातचीत रद्द होने पर निराशा जतायी और कहा कि यह ‘‘दुर्भाग्यपूर्ण’’ है। उन्होंने यहां मीडिया से कहा, ‘‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि भारत ने सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं दी। भारतीयों ने एक बार फिर शांति का एक अवसर बेकार कर दिया।’’ उन्होंने कहा कि क्षेत्र की शांति एवं स्थिरता के लिए बैठकर बात करना महत्वपूर्ण होता है। ‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ ने कुरैशी के हवाले से कहा, ‘‘ऐसा लगता है कि भारत ने अगले वर्ष प्रस्तावित अपने चुनाव के लिए तैयारी शुरू कर दी है।’’ उन्होंने कहा कि पाकिस्तान भारत के साथ कश्मीर सहित सभी लंबित मुद्दों को बातचीत के जरिये सुलझाना चाहता है। सरकारी ‘रेडियो पाकिस्तान’ ने उनके हवाले से कहा कि पाकिस्तान ने समस्याओं के समाधान और आपसी सहमति से द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए भारत की तरफ हमेशा प्रस्ताव आगे बढाया है लेकिन नयी दिल्ली अपनी ‘‘आंतरिक राजनीति’’ से बाहर नहीं आती। मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान केवल इच्छा प्रकट कर सकता है कि भारत बातचीत की मेज पर आए लेकिन ‘‘हम न तो किसी पर दबाव बना सकते और ना ही इस उद्देश्य से यह (दबाव) स्वीकार करेंगे।’’ कुरैशी ने कहा कि विश्व आपसी संपर्क और क्षेत्रीय व्यापार को बढाना चाहता है लेकिन भारत समस्याएं पैदा कर रहा है। ‘रेडियो पाकिस्तान’ की खबर के अनुसार, उन्होंने कहा कि भारत की ‘‘जिद्द’’ दक्षेस देशों के भविष्य को प्रतिकूल तरीके से प्रभावित कर रही है। लेकिन कुरैशी ने दोहराया कि किसी भी मुद्दे को सुलझाने के लिए बातचीत ही एकमात्र तरीका है। उन्होंने कहा, ‘‘हमने कहा है कि हम बातचीत चाहते हैं, लेकिन गरिमापूर्ण तरीके से।’’  न्यूयार्क में प्रस्तावित बातचीत रद्द होने की घोषणा करते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने नयी दिल्ली में कहा कि इन घटनाओं ने पाकिस्तान के नये प्रधानमंत्री इमरान खान का ‘‘असली चेहरा’’ दुनिया के सामने ला दिया है।

बिशप फ्रांको मुलक्कल गिरफ्तार

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कोच्चि, 21 सितंबर, एक नन से बलात्कार के आरोपों को लेकर बढ़ते जन आक्रोश के बीच बिशप फ्रांको मुलक्कल को शुक्रवार रात को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने बताया कि पिछले तीन दिनों से यहां तेजी से चल रही पूछताछ के बाद केरल पुलिस ने 54 वर्षीय मुलक्कल को गिरफ्तार कर लिया।  इससे एक दिन पहले पोप ने मुलक्कल को पादरी की उनकी जिम्मेदारियों से ‘‘अस्थायी’’ तौर पर मुक्त कर दिया। कोट्टयम के पुलिस प्रमुख हरिशंकर ने पत्रकारों को बताया कि बिशप मुलक्कल को रात आठ बजे गिरफ्तार किया गया और उन्हें चिकित्सा जांच के लिए ले जाया गया। पुलिस महानिरीक्षक (कोच्चि रेंज) विजय साखरे ने बताया कि मुलक्कल को कल कोट्टयम जिले के पाला में मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया जाएगा। मुलक्कल पर साल 2014 और 2016 के बीच एक नन से बार-बार बलात्कार करने और उसका यौन उत्पीड़न करने का आरोप है।

ओलांद ने पर्दाफाश किया, देश को जवाब दें प्रधानमंत्री : कांग्रेस

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नयी दिल्ली, 21 सितंबर, राफेल विमान सौदे में ‘ऑफसेट पार्टनर’ के संदर्भ में फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के कथित बयान को लेकर कांग्रेस ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला और कहा कि अब साबित हो गया है कि ‘चौकीदार ही असली गुनहगार है।’ पार्टी ने यह भी कहा कि इस मामले में प्रधानमंत्री को देश को जवाब देना चाहिए। फ्रांसीसी मीडिया के मुताबिक ओलांद ने कथित तौर पर कहा है कि भारत सरकार ने 58,000 करोड़ रुपये के राफेल विमान सौदे में फ्रांस की विमान बनाने वाली कंपनी दसाल्ट एविएशन के ऑफसेट साझेदार के तौर पर रिलायंस डिफेंस का नाम प्रस्तावित किया था और ऐसे में फ्रांस के पास कोई विकल्प नहीं था। इस खबर पर कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ‘‘सच्चाई को ना कोई दबा सकता है, न झुका सकता है। राफेल मामले में मोदी सरकार का गडबड़झाला अब जगजाहिर हो गया। कांग्रेस और राहुल गांधी कह रहे थे कि राफेल घोटाले में शक की सुई प्रधानमंत्री पर आकर रुकती है। संसद में राहुल जी ने प्रधानमंत्री से कहा था कि सच्चाई बताइए। लेकिन प्रधानमंत्री झूठ बोलते रहे। अब ओलांद ने पूरे मामले का भंडाफोड़ कर दिया।’ उन्होंने कहा, ‘‘ मोदी जी ने सरकारी कंपनी एचएएल से ठेका छीनकर अपने उद्योगपति मित्र को दे दिया। मोदी जी अब सच्चाई बताइए जवाब दीजिए। देश जवाब मांग रहा है। अब जगजाहिर हो गया है कि चौकीदार अब भागीदार ही नहीं, असली गुनहगार है।’’ इससे पहले उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘‘सफ़ेद झूठ का पर्दाफ़ाश हुआ। 

प्रधानमंत्री के सांठगांठ वाले पूंजीपति मित्रों को फायदा पहुंचाने के लिए सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) को 30 हजार करोड़ रुपये के ऑफसेट कांट्रैक्ट से वंचित किया गया। इसमें मोदी सरकार की मिलीभगत और साजिश का खुलासा हो गया है।’’  कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कटाक्ष करते हुए कहा, ‘‘फ्रांस्वा ओलांद को यह भी बताना चाहिए कि 2012 में जो विमान 590 करोड़ रुपये का था, वो 2015 में 1690 करोड़ रुपये का कैसे हो गया। 1100 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हुई है।’’  कांग्रेस यह आरोप लगाती रही है कि मोदी सरकार ने फ्रांस की कंपनी दसाल्ट से 36 राफेल लड़ाकू विमान की खरीद का जो सौदा किया है, उसका मूल्य पूर्ववर्ती यूपीए सरकार में किए गए समझौते की तुलना में बहुत अधिक है जिससे सरकारी खजाने को हजारों करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। पार्टी ने यह भी दावा किया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सौदे को बदलवाया जिससे एचएएल से ठेका लेकर रिलायंस डिफेंस दिया गया।

40 फीसदी पुरुष अपनी 'इनफर्टिलिटी'से अनजान

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नई दिल्ली, 21 सितंबर, कई महिलाओं को स्वाभाविक रूप से गर्भ धारण करने में मुश्किल आती है। यहां तक कि कई परीक्षण रिपोर्ट सामान्य होने के बाद वे स्वाभाविक रूप से गर्भ धारण में असमर्थ रहती हैं। पुरुषों में 'इनफर्टिलिटी'उन प्रमुख कारकों में से एक है। पुरुषों में शुक्राणु की गुणवत्ता और उसकी मात्रा गर्भ धारण करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है और यह पुरुष प्रजनन क्षमता का एक निर्णायक कारक भी है। यदि स्खलित शुक्राणु कम हों या खराब गुणवत्ता के हांे तो गर्भ धारण करने की संभावनाएं 10 गुना कम और कभी-कभी इससे भी कम हो जाती है। दिल्ली के इंदिरा आईवीएफ हॉस्पिटल की आईवीएफ एक्सपर्ट डॉ. सागरिका अग्रवाल का कहना है, "मेल फैक्टर इनफर्टिलिटी असामान्य या खराब शुक्राणु के उत्पादन के कारण हो सकती है। पुरुषों में यह संभावना हो सकती है कि उनके शुक्राणु उत्पादन और विकास के साथ कोई समस्या नहीं हो, लेकिन फिर भी शुक्राणु की संरचना और स्खलन की समस्याएं स्वस्थ शुक्राणु को स्खलनशील तरल पदार्थ तक पहुंचने से रोकती हैं और आखिरकार शुक्राणु फैलोपियन ट्यूब तक नहीं पहुंच पाता जहां निषेचन हो सकता है। शुक्राणु की कम संख्या शुक्राणु वितरण की समस्या का सूचक हो सकते हैं।"

उन्होंने कहा कि आम तौर पर पुरुषों में बांझपन के लक्षण प्रमुख नहीं होते हैं और इसके कोई लक्षण नहीं होते और रोगी को शिश्न में उत्तेजना, स्खलन या संभोग में कोई कठिनाई नहीं हो सकती है। यहां तक कि स्खलित वीर्य की गुणवत्ता और इसकी उपस्थिति नग्न आंखों से देखने पर सामान्य लगती है। शुक्राणुओं की गुणवत्ता की जांच केवल इनफर्टिलिटी के संभावित कारण को जानने के लिए किए जाने वाले चिकित्सा परीक्षण के माध्यम से की जा सकती है। डॉ. सागरिका ने बताया कि मेल इनफर्टिलिटी के लिए तीन (या अधिक) प्राथमिक कारक हो सकते हैं। ओलिगोजोस्पर्मिया (शुक्राणुओं की कम संख्या), टेराटोजोस्पर्मिया (शुक्राणुओं की असामान्य रूपरेखा) और स्पर्म ट्रांसपोर्ट डिसआर्डर। मेल फैक्टर इनफर्टिलिटी के करीब 20 प्रतिशत मामलों में स्पर्म ट्रांसपोर्ट डिसआर्डर ही जिम्मेदार होते हैं। उन्होंने बताया कि स्पर्म ट्रांसपोर्ट डिसआर्डर के कारण ज्यादातर पुरुषों में शुक्राणु के एकाग्रता में कमी आ जाती है और शुक्राणु महिला की कोख तक सुरक्षित रूप से पहुंचने में अक्षम होता है। वर्ष 2015-2017 के बीच किए गए सर्वेक्षण के अनुसार, यह देखा गया कि आईवीएफ प्रक्रिया कराने को इच्छुक दंपतियों में, 40 प्रतिशत अंतर्निहित कारण पुरुष साथी में ही थे। प्रत्येक पांच पुरुषों में से एक पुरुष में स्पर्म ट्रांसपोर्ट की समस्या थी। सर्वेक्षण में उन पुरुषों को भी शामिल किया था जिन्होंने वेसेक्टॉमी करा ली थी, लेकिन अब बच्चे पैदा करना चाहते थे।

डॉ. सागरिका का कहना है कि शुक्राणु का उत्पादन वृषण में होता है और इसे परिपक्व होने में 72 दिन का समय लगता है। उसके बाद परिपक्व शुक्राणु गतिशीलता प्राप्त करने के लिए वृषण से अधिवृषण (एपिडिडमिस) में चला जाता है और 10 दिनों के बाद यह अगले संभोग में बाहर निकलने के लिए तैयार होता है। लेकिन ट्यूब में कुछ अवरोध होने पर स्खलित वीर्य में शुक्राणुओं की पूरी तरह से कमी हो सकती है। उन्होंने कहा कि तंत्रिका तंत्र से संबंधित कुछ विकार भी शुक्राणुओं की गतिशीलता को बाधित कर सकते हैं। दुर्घटनाओं या सर्जरी के कारण रीढ़ की हड्डी (मांसपेशियों की गति को प्रभावित करने) को चोट पहुंचने जैसी तंत्रिका की क्षति जैसी स्थितियां भी शुक्राणुओं को परिवहन करने की नलिकाओं की क्षमता पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती हैं। ऐसा पाया गया है कि अवसाद रोधी दवाइयां भी तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करती हैं। डॉ. सागरिका के अनुसार, टेस्टिकुलर स्पर्म रिट्रिवल एस्पिरेशन कृ़ित्रम तकनीकों में सबसे नयी और सबसे विकसित तकनीक है। यह न सिर्फ आईसीएसआई और आईवीएफ के क्षेत्र में क्रांति ला रही हैं, बल्कि यह भी दिखाया है कि अंडे के निषेचन के लिए शुक्राणु का परिपक्व होना और अधिवृषण के माध्यम से पारित होना अनिवार्य नहीं है। जिन्होंने कहा कि यह तकनीक एपिडिडमिस में अवरोध वाले मरीजों के लिए भी बेहद फायदेमंद है, अवरोध चाहे वेसेक्टॉमी जैसी पूर्व में की गई सर्जरी, संक्रमण या किसी भी जन्मजात कारणों से हो।

और सिस्टर सुधा वर्गीज 25 लाख जीत गई,तालियां बजती रहे

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दानापुर।पद्मश्री सिस्टर सुधा वर्गीज हैं। वे किसी परिचय की मोहताज नहीं हैं। ख्याति प्राप्त नोट्रेडम एकेडमी चलाने वाली सिस्टरों की समूह से हैं सुधा वर्गीज।यह धर्म समाज नोट्रेडेम है। 

धर्म समाज की अनुमति से सेवा 
धर्म समाज की अनुमति से गांव में रहकर समाज सेवा करने लगी। वह बिगरैल मुसहरी जमसौत में रहने लगी। इस बीच नारी गुंजन नाम की संस्था बना लीं। इसमें मुसहर समुदाय के बिट्टेश्वर सौरभ की पत्नी लालमति का योगदान उल्लेखनीय है। सिस्टर सुधा महादलितों की निर्मित सेफ्टीटेंक के ऊपर झोपड़ी बना कर रहने लगी। यहीं से विभिन्न सरकारी दफ्तरों में तथा दानापुर कोर्ट कार्य निष्पादन करने जाने लगी। वह साइकिल चलाकर  आवाजाही किया करती थीं। लोग साइकिल वाली दीदी कहकर बुलाने लगे। अभी आवासीय विघालय चलाती हैं।

इनकी बेस्ट सेवा करने के बल पर पद्मश्री अवार्ड 
कई तरह से सम्मान से सम्मानित हुई हैं सिस्टर सुधा। उसमें सर्वोच्च है पद्मश्री अवार्ड। उनको बाद में सूबे के सी.एम. नीतीश कुमार ने अल्पसंख्यक आयोग के उपाध्यक्ष मनोनीत कर दिए.इस समय आयोग विघटित है। दुर्गा पूजा के बाद आयोग को पुर्नगठित करने का विचार सी.एम.साहब ने कर रखा हैं। इस बार सिस्टर सुधा को आयोग का अध्यक्ष की कुर्सी मिलने की संभावना है.इस बार तीन उपाध्यक्ष में से एक उपाध्यक्ष मेरी एडलीन को बनना तय हैं जो पश्चिम चम्पारण में नि:स्वार्थ सेवा करने की परचम लहरा रही हैं ।

मुसहरी से द्वितीय हैं हॉट सीट पर बैठने वाली
नोबल कॉज में मनोज कुमार मांझी  हॉट सीट पर बैठे थे। जनसौत मुसहरी के निवासी हैं।वे जहां पढ़ते थे जमीन खरीदने व भवन निर्माण करने के लिए धन संग्रह करना था।रकम जीतने के बाद महादलित को कुछ न मिला।

कर्मयोगी स्पेशल कार्यक्रम में सुधा
‘कौन बनेगा करोड़पति’ के दसवें सीजन के कर्मयोगी स्पेशल कार्यक्रम में पद्मश्री से सम्मानित सुधा वर्गीज अनुष्का शर्मा और वरुण धवन के साथ हॉट सीट पर बैठीं। उन्होंने 13 सवालों का जवाब देकर 25 लाख रुपये जीत लिए। शो का पहला सवाल था किस सोशलसाइट पर चिड़िया की आवाज होती है। चार ऑप्शन में ट्वीटर का जवाब दिया। गाना ‘इचक गाना-बिचक दाना’ में पहेली का जवाब देना था। जवाब अनार दिया। इसके अलावा माउंटेनमैन किसे कहा गया, केरल के राजकीय फल का नाम, आईपीएल में इस साल शामिल किया टर्म, मधुबनी की चित्रकारी और महात्मा गांधी के किस खोज को अब तक आविष्कार किए गए उपयोगी चीजों में एक बताया गया, ये सवाल पूछे गए। सिर्फ दो लाइफलाइन लेकर सुधा वर्गीज ने इन प्रश्नों के जवाब दिये। 13 प्रश्नों के अंत में पटना से केबीसी में गई महिला बैंड ने चर्चित गीत ‘मेरे अंगने में तुम्हारा क्या काम है’ पर प्रदर्शन किया। सुधा वर्गीज के साथ शिष्या रह चुकी लालमति और रचना भी साथ गईं थीं। लालमति ने मुसहर समुदाय में भेदभाव और अशिक्षा के बारे में बताया। उसने कहा कि वह आज जो कुछ भी है सुधा दीदी के कारण है। महिला सशक्तीकरण और लड़कियों की शिक्षा के प्रति सुधा वर्गीज के काम को अभिनेत्री अनुष्का शर्मा ने सराहा। अमिताभ बच्चन ने अंत में कहा कि एक अकेली महिला, जिसके अंदर जुनून है, हौसला है तो वह कुछ भी कर सकती है। ‘जहां चाह वहां राह’ को सुधा वर्गीज ने जीवंत किया है। इस दौरान सुधा वर्गीज की आंखें डबडबा गईं। कार्यक्रम में अमिताभ वह कहानी भी सुनी जिसमें सुधा वर्गीज से साइकिल वाली दीदी बनने की कहानी थी। सुधा वर्गीज ने बताया कि मुसहर महिलाएं जो शराब बनाकर जीवन यापन करती थीं इस बारे में उनमें जागरुकता लायी। उनके हक के लिए थाने से लेकर सड़क पर उतरी।

पांडिचेरी फिल्मोत्सव में 100 से अधिक फिल्में प्रदर्शित होंगी

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नई दिल्ली, 22 सितम्बर,  पांडिचेरी इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल 2018 (पीआईएफएफ) के पहले संस्करण में 100 से अधिक फिल्में प्रदर्शित होंगी। इसमें 3 का वल्र्ड प्रीमियर, 11 का इंडिया प्रीमियर और 5 की स्पेशल स्क्रीनिंग शामिल हैं। 'बर्लिनेल 2017'में सिल्वर बीयर ग्रैंड जूरी पुरस्कार विजेता एलेन गोमिस द्वारा निर्देशित 'फेलेसाइट'के साथ 25 सितम्बर को उत्सव की शुरुआत होगी। उत्सव की आखिरी फिल्म दरिया गायकालोवा द्वारा निर्देशित और अनुराग कश्यप द्वारा निर्मित 'तीन और आधा'होगी। फिल्मोत्सव का उद्घाटन पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी. नारायणस्वामी द्वारा अलायंस फ्रेंचाइज डी पांडिचेरी में 26 सितम्बर को किया जाएगा जिसके बाद चेझियां की नेशनल अवार्ड विनर तमिल फिल्म (2018) 'टु लेट'की स्क्रीनिंग होगी। उत्सव का आयोजन इंडी सिनेमा स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म पिकरफ्लिक द्वारा पुडुचेरी टूरिज्म की भागीदारी में किया जाएगा। इसमें सिनेमा पैराडाइजो (औरोविले) एंड औरोफिल्म (ऑरोविले), जे एन ऑडिटोरियम, पांडिचेरी यूनिवर्सिटी की भागीदारी में अलायंस फ्रेंचाइज डी पांडिचेरी, मल्टीमीडिया सेंटर ऑडीटोरियम में आयोजित किया जाएगा। पीआईएफएफ के मुख्य आकर्षण में अतानु घोष द्वारा निर्देशित और प्रसनजीत एवं सौमित्र चटर्जी द्वारा अभिनीत बांग्ला फिल्म 'मयूराक्षी', लोकेश राजावेल की 'माय सन इज गे', सगनिक चटर्जी द्वारा निर्देशित 'फेलूदा : 50 ईयर्स ऑफ रेज', 'निखिल मंजू की 2017 की नेशनल अवार्ड विजेता कन्नड़ फिल्म 'रिजर्वेशन', अभया सिम्हा की 2018 की नेशनल अवार्ड विजेता टूलू फिल्म 'पद्दयी', कबीर सदानंद द्वारा निर्देशित जिमी शेरगिल की लघु फिल्म 'पापा आई लव यू'शामिल हैं। फ्रांस की समकालीन महिला फिल्म निर्माताओं द्वारा फिल्मों की विशेष स्क्रीनिंग होगी जिसमें मिया हेनसेन-लव की ईडन, जूलिया कोवैस्की की रेजिंग रोज (क्रेच काउर), रेबेका ज्लोटोवस्की की ग्रैंड सेंट्रल, इमैनुअल बरकोट की स्टैंडबाई टॉल (ला टेटे हाउते) और वलेरिया ब्रूनी-टेडेशी की ए कैसल इन इटली (उन चटेउ एन इताली) शामिल हैं। पीआईएफएफ 2018 में फीचर फिल्मों, लघु फिल्मों और डॉक्यूमेंटरी का विविध समावेश होगा जिनमें भारत, फ्रांस, इटली, ईरान, अमेरिका, बेल्जियम, बुल्गारिया, आस्ट्रेलिया, तुर्की, वेनेजुएला, रूस, लेबनान, ऑस्ट्रिया, चीन और कोस्टारिका तथा जापान से फिल्में शामिल होंगी। नेशनल अवार्ड विजेता फिल्म समीक्षक एवं फेस्टिवल निदेशक सैबाल चटर्जी ने कहा, "भारत और शेष दुनिया से कुछ बेहद खास एवं स्वतंत्र फिल्म निर्माताओं के कार्य को एक ऐसे स्थान पर प्रदर्शित करना हमारे लिए बेहद उत्साहजनक है जो हमेशा से संस्कृतियों और परंपराओं का संगम रहा है।"

बिहार : मोडिफाइड एरिया डेवलपमेंट एप्रोच से मिले लाभ

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माडा योजना के तहत एसटी समुदाय को लाभ मिले
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छोहार : समेली प्रखंड में अनुसूचित जनजाति वर्ग के 239 परिवार के लोग रहते हैं. इनके कल्याण व उत्थान के लिए  सरकार के द्वारा  मोडिफाइड एरिया डेवलपमेंट एप्रोच माडा योजना संचालित है परंतु उसका लाभ एस.टी.लोगों को नहीं मिल रहा है.  प्रगति ग्रामीण विकास समिति के सर्वे के अनुसार मोहजाम में 45 ,छोहार में 133 व डूमर में 61 परिवार के लोग रहते हैं.कुल मिलाकर 239 परिवार हैं. इन स्थानीय एसटी समुदाय के लोगों का कहना है कि रोजगार के अभाव में पलायन तेज है.इसके आलोक में वंचित एसटी समुदाय के लोगों ने मांग की हैं कि आदिवासी समुदाय के लोगों को माडा के तहत इसका लाभ पहुंचाया जाएं. प्राप्त सूचनानुसार इस दिशा में प्रगति ग्रामीण विकास समिति के प्रखंड समन्वयक राजकुमार भारती कदम उठाने जा रहे है.चूंकि उनका कार्यक्षेत्र है. इसकी रोशनी में प्रखंड विकास पदाधिकारी व प्रखंड कल्याण पदाधिकारी से मिलेंगे. प्रखंड में आवंटित फंड के अनुसार इस योजना से लोगों काे लाभ दिलवाएंगे. पदाधिकारियों से मिलने के बाद लाभुकों की सूची पेश करेंगे. उनसे आग्रह करेंगे कि पेश सूची के अनुसार साधन यथाशीघ्र उपलब्ध करा दें. बताते चले कि माडा योजना के तहत अनुसूचित जनजाति वर्ग के लोगों की आय वृद्धि करने का समुचित प्रयास है.इसके तहत  रिक्शा, वैन, पंपिंग सेट, गाय बकरी आदि तथा ऐसे ही बहुल गांवों के विकास हेतु सड़क, आधारभूत संरचना आदि कार्य कल्याण विभाग द्वारा किया जाना है. परंतु माडा योजना का कार्य धीमी गति से होने के कारण एसटी समुदाय के वर्ग के लोग सरकार की इस महत्वपूर्ण योजना के ससमय लाभ लेने से वंचित रह जाते हैं.इस योजना के तहत पंचायत के लोगों को उनकी आवश्यकतानुसार पंपिग सेट खरीदने की व्यवस्था है.इसके द्वारा  आलू, गोभी, बैगन आदि नगदी सब्जियों का उत्पादन करने का उपाय कर अच्छा आमदनी अर्जित करने का जरिया माडा बन सकता है.हां जो बेरोजगार हैं उनको साधन मिलेगा.तो वे इस तरह की योजना की मदद से अपना व अपने परिवार का भरण पोषण अच्छी तरह से कर सकेंगे. माडा योजना के तहत ससमय लोगों को लाभ पहुंचाया जाए तो आर्थिक स्थिति सुधरने के साथ साथ पिछड़े एसटी समुदाय का जीवन स्तर भी बढ़ेगा. वहीं सरकारी तंत्र माडा योजना के तहत प्रखंड के एसटी समुदाय को ससमय लाभ पहुंचाने के संबंध में फंड की अनुपलब्धता का रोना रोते हैं.इसके कारण योजना कार्यान्वित करने से थोड़ी विलंब हो रही है ज्यों ही फंड उपलब्ध होगी संबंधित आवेदकों को इस योजना से लाभान्वित कर दी जाएगी. माडा के बारे में मुन्नी देवी ने कहा कि इस प्रखंड में एक बार 10 एसटी लोगों को लाभान्वित किया गया है. 10 साल पहले 10 लोगों को गाय दी गयी. इसके एक साल बाद 9 लोगों ने आवेदन दिया.एक व्यक्ति माडा से समान दिलवाने के एवज में ढाई सौ रू.लेकर डकार गया.

कांग्रेस नेता के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज

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मथुरा, 22 सितंबर, उत्तर प्रदेश के मथुरा जनपद निवासी अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी सदस्य उमेश पंडित के खिलाफ एक ग्रामीण ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया है। उसका आरोप है कि कांग्रेस नेता ने उसके भाई को दिल्ली पुलिस में नौकरी दिलाने के नाम पर उससे 12 लाख रुपए ठग लिए। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार जिरौली गांव निवासी धनीराम शर्मा के पुत्र अजय शर्मा ने थाना हाईवे क्षेत्र के राधापुरम एस्टेट निवासी उमेश पंडित के खिलाफ मामला दर्ज कराया है कि उसने उनके भाई को दिल्ली पुलिस में नौकरी दिलाने का लालच देकर 12 लाख रुपए लिए थे। इस मामले में अब तक न तो उसे नौकरी मिली और न ही दी गई रकम वापस की गई। थाना प्रभारी उदयवीर सिंह मलिक ने बताया, "कांग्रेस नेता के खिलाफ मिली तहरीर के अनुसार फिलहाल प्रकरण दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है। जांच के परिणाम के अनुसार ही कार्रवाई की जाएगी।"दूसरी ओर, आरोपी कांग्रेस नेता उमेश पंडित का कहना है कि यह मामला उनकी ही पार्टी के एक पूर्व विधायक की सोची समझी साजिश का परिणाम है। उसी के कहने पर यह मामला दर्ज कराया गया है। वह तो शिकायतकर्ता को जानते तक नहीं है और उन्होंने इस मामले में एसपी सिटी को वास्तविक स्थिति से अवगत करा दिया है।

पीएम मोदी ने तालचर उर्वरक परियोजना की आधारशिला रखी

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तालचर (ओड़िशा), 22 सितंबर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि तालचर उर्वरक संयंत्र में फिर से जान फूंकने के लिए 13,000 करोड़ रुपए की लागत वाली परियोजना में पहली बार कोयले को गैस में तब्दील कर ईंधन के तौर पर इस्तेमाल किया जाएगा और इससे नीम-लेपित यूरिया का उत्पादन होगा। मोदी ने कहा कि इस परियोजना के तहत 36 महीने में उत्पादन शुरू होगा। इस परियोजना से प्राकृतिक गैस एवं उर्वरक के आयात में कटौती और भारत को आत्म-निर्भर बनाने में मदद मिलेगी। परियोजना की शुरुआत के लिए आयोजित समारोह में मोदी ने कहा, ‘‘हमारा मकसद भारत को वृद्धि की नई ऊंचाइयों तक ले जाना है।’’ उन्होंने कहा कि उर्वरक संयंत्र जैसी परियोजनाएं भारत की विकास गाथा के लिए निर्णायक हैं। उन्होंने कहा, ‘‘इस संयंत्र में नवीनतम प्रौद्योगिकी का भी इस्तेमाल होगा।’’  मोदी ने कहा कि संयंत्र में काम की शुरुआत से उन सपनों को साकार किया जा सकेगा जिन्हें बहुत पहले ही पूरा किया जाना चाहिए था। इस परियोजना से 12.7 लाख टन नीम-लेपित यूरिया का उत्पादन हो सकेगा। इसमें ‘कोल-गैसीफिकेशन’ प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल किया जाएगा। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘इस ‘काले हीरे’ कोयले को गैस में बदलने के लिए भारत में पहली बार कोल-गैसीफिकेशन का इस्तेमाल किया जा रहा है। इससे प्राकृतिक गैस उर्वरक के आयात में कमी लाने में मदद मिलेगी।’’ उन्होंने कहा कि इस परियोजना से करीब 4,500 लोगों के लिए रोजगार पैदा होगा। मोदी ने कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों के एक समूह द्वारा इस परियोजना को लागू किया जा रहा है और यह इसका बड़ा उदाहरण है कि देश के ‘रत्न’ कैसे एकसाथ मिलकर काम कर सकते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे बताया गया कि उत्पादन 36 महीने में शुरू हो जाएगा। मैं उत्पादन की शुरुआत के समय 36 महीनों में यहां मौजूद रहने का वादा करता हूं।’’ भाजपा नीत राजग सरकार ने 2002 में भारतीय उर्वरक निगम की तालचर उर्वरक परियोजना को बंद कर दिया था। बिजली संबंधी बंदिशों, बेमेल और पुरानी पड़ चुकी प्रौद्योगिकी के कारण इस संयंत्र को चलाना नुकसानदेह साबित हो रहा था।  अगस्त 2011 में कांग्रेस की अगुवाई वाली यूपीए सरकार ने इस संयंत्र में जान फूंकने का फैसला किया था। तालचर फर्टिलाइजर्स लिमिटेड नाम की नई कंपनी का गठन किया गया, जिसमें गेल, कोल इंडिया लिमिटेड, राष्ट्रीय केमिकल्स एंड फर्टिलाइजर्स और एफसीआईएल नाम की चार सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियां साझेदार हैं।

शेयर बाजार लगातार दूसरे हफ्ते धड़ाम

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मुंबई, 22 सितंबर, नकारात्मक वैश्विक संकेतों के बीच लगातार दूसरे हफ्ते भारतीय शेयर बाजारों में गिरावट दर्ज की गई, जिसमें डॉलर के खिलाफ लगातार गिरते रुपया और कच्चे तेल के दामों में तेजी का प्रमुख योगदान रहा। साप्ताहिक आधार पर सेंसेक्स 299.18 अंकों या 0.78 फीसदी की गिरावट के साथ 38,090.64 प र बंद हुआ, जबकि निफ्टी 73.90 अंकों या 0.64 फीसदी की गिरावट के साथ 11,515.20 पर बंद हुआ। बीएसई का मिडकैप सूचकांक 154.89 अंकों या 0.94 फीसदी की गिरावट के साथ 16,349.97 पर बंद हुआ, जबकि स्मॉलकैप सूचकांक 226.02 अंकों या 1.34 फीसदी की गिरावट के साथ 16,670.93 पर बंद हुआ। सोमवार को शेयर बाजार की नकारात्मक शुरुआत देखी गई और तेज गिरावट दर्ज की गई। सेंसेक्स 467.65 अंकों या 1.22 फीसदी की गिरावट के साथ 37,922.17 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 151 अंकों या 1.30 फीसदी की गिरावट के साथ 11,438.10 पर बंद हुआ। मंगलवार को एक बार फिर शेयर बाजारों में भारी गिरावट हुई और सेंसेक्स 509.04 अंकों या 1.34 फीसदी की गिरावट के साथ 37,413.13 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 150.60 अंकों या 1.32 फीसदी की गिरावट के साथ 11,287.50 पर बंद हुआ। बुधवार को बाजार में तेजी आई और सेंसेक्स 304.83 अंकों या 0.81 फीसदी की तेजी के साथ 37,717.96 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 82.40 अंकों या 0.73 फीसदी की तेजी के साथ 11,369.90 पर बंद हुआ। गुरुवार को गणेथ चर्तुथी के दिन शेयर बाजार बंद रहे। शुक्रवार को सेंसेक्स 372.68 अंकों या 0.99 फीसदी की तेजी के साथ 38,090.64 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 145.30 अंकों या 1.28 फीसदी की तेजी के साथ 11,515.20 पर बंद हुआ। बीते सप्ताह सेंसेक्स के तेजी वाले शेयरों में प्रमुख रहे - एनटीपीसी (3.28 फीसदी), पॉवरग्रिड (1.97 फीसदी), एशियन पेंट्स (1.04 फीसदी), अडानी पोर्ट्स (0.78 फीसदी), लार्सन एंड टूब्रो (0.75 फीसदी), ओएनजीसी (0.44 फीसदी), इंफोसिस (0.28 फीसदी) और एचडीएफसी (0.16 फीसदी)। सेंसेक्स के गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे - हीरो मोटोकॉर्प (4.22 फीसदी), कोल इंडिया (2.96 फीसदी), महिंद्रा एंड महिंद्रा (2.36 फीसदी), आईसीआईसीआई बैंक (2.06 फीसदी), रिलायंस इंडस्ट्रीज (1.88 फीसदी), भारती एयरटेल (1.83 फीसदी), बजाज ऑटो (1.57 फीसदी), टाटा मोटर्स (3.98 फीसदी) और एचडीएफसी बैंक (1.39 फीसदी)। आर्थिक मोर्चे पर, मासिक थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) पर आधारित मुद्रास्फीति की दर अगस्त में 4.53 फीसदी (अनंतिम) रही, जबकि जुलाई में यह 5.09 फीसदी थी और साल 2017 के अगस्त में 3.24 फीसदी थी। ये आंकड़े शुक्रवार को जारी किए गए। वहीं, उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) पर आधारित मुद्रास्फीति अगस्त में गिरकर 3.69 फीसदी रही, जबकि जुलाई में यह 4.17 फीसदी दी। ग्रामीण क्षेत्रों में सीपीआई की दर अगस्त में 3.41 फीसदी, जबकि शहरी क्षेत्रों में 3.99 फीसदी रही। देश का कुल निर्यात अगस्त में 19.21 फीसदी बढ़कर 27.84 अरब डॉलर रहा, जबकि साल 2017 के अगस्त में यह 23.36 अरब डॉलर था। व्यापार घाटा अगस्त में बढ़कर 17.39 अरब डॉलर रहा, जबकि 2017 के अगस्त में यह 12.72 अरब डॉलर था।

भारत को किसी एक विचार से नहीं चलाया जा सकता: राहुल

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नयी दिल्ली, 22 सितंबर, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सरकारी शिक्षण संस्थानों पर अधिक निवेश की जरूरत पर पर जोर देते हुए शनिवार को कहा कि देश को किसी एक विचार से नहीं चलाया जा सकता। गांधी ने कहा, ‘‘देश में ऐसा लग रहा है कि एक विचार थोंपा जा रहा है। आज किसान, मजदूर, नौजवान हर कोई कह रहा है कि 1.3 अरब का देश किसी एक खास विचार के जरिए नहीं चलाया जा सकता।’’ कांग्रेस अध्यक्ष ने यह भी कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव के लिए बनने वाले घोषणापत्र पर इसका स्पष्ट रूप से उल्लेख होगा कि सरकार बनने के बाद प्रतिवर्ष कितना खर्च शिक्षा पर किया जाएगा। उन्होंने शिक्षाविदों के साथ संवाद कार्यक्रम में कहा, ‘‘भारत की शिक्षा व्यवस्था के बारे में कुछ चीजों पर समझौता नहीं हो सकता। महत्वपूर्ण बात यह कि भारतीय शिक्षण व्यवस्था को अपनी राय रखने की अनुमति होनी चाहिए। गुरु वो है जो आपको दिशा देता है और आपको अभिव्यक्ति की प्रोत्साहित करता है। गुरु को अपनी बात रखने का अधिकार होना चाहिए।’’ गांधी ने कहा, ‘‘अगर आप चाहते हैं कि शिक्षा व्यवस्था काम करे तो उसमें सद्भाव होना जरूरी है। शिक्षक को महसूस होना चाहिए कि वह देश के लिए त्याग कर रहा है और बदले में देश भी उसे कुछ दे रहा है।’’ शिक्षकों को अनुबंध पर रखे जाने की व्यवस्था पर उन्होंने कहा, ‘‘शिक्षक को कांट्रैक्ट पर रखते हैं और कोई भविष्य नहीं देते और इससे कक्षा में सद्भाव नहीं होता...यह व्यवस्था नहीं होनी चाहिए।’’  कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘‘शिक्षा व्यवस्था में बढ़ती लागत एक समस्या है। यह वहां पहुंच चुका है जो अस्वीकार्य है।’’  उन्होंने कहा, ‘‘जब ओबामा कहते हैं कि अमेरिका के लोग भारत के इंजीनियरों से स्पर्धा कर रहे हैं तो इसका मतलब यह है कि ओबामा आप लोगों की तारीफ कर रहे हैं। वह बुनियादी ढांचे की तारीफ नहीं कर रहे हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘निजी संस्थान के लिए जगह होनी चाहिए, लेकिन सरकारी शिक्षा व्यवस्था ही मुख्य आधार होना चाहिए। सरकारी संस्थान ही मार्ग दर्शक की तरह होने चाहिए। सरकारी संस्थानों पर अधिक पैसे खर्च होने चाहिए।’’ 

राफेल करार पर फ्रांस सरकार ने कहा: साझेदारों चयन में उसकी कोई भूमिका नहीं

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नयी दिल्ली, 22 सितंबर, फ्रांस की सरकार ने कहा है कि राफेल लड़ाकू विमानों के करार के लिए भारतीय औद्योगिक साझेदार चुनने के मामले में वह किसी भी तरीके से शामिल नहीं रही है। फ्रांसीसी सरकार ने इस बात पर भी जोर दिया कि फ्रांस की कंपनियों को इस करार के लिए भारतीय कंपनियों को चुनने की पूरी आजादी है।  फ्रांस सरकार का यह बयान शुक्रवार को तब आया जब फ्रांसीसी मीडिया में आई एक खबर में देश के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के हवाले से कहा गया कि 58,000 करोड़ रुपए के राफेल करार में दसाल्ट एविएशन के लिए साझेदार के तौर पर रिलायंस डिफेंस का नाम भारत सरकार की ओर से प्रस्तावित किया गया था और फ्रांस के पास कोई अन्य विकल्प नहीं था। सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया, ‘‘फ्रांसीसी कंपनियों की ओर से चुने गए / चुने जाने वाले भारतीय औद्योगिक साझेदारों के चयन में फ्रांसीसी सरकार किसी भी तरीके से शामिल नहीं रही है।’’  फ्रांसीसी भाषा की खबरिया वेबसाइट ‘मीडियापार्ट’ ने अपनी एक खबर में ओलांद के हवाले से कहा था, ‘‘भारत सरकार ने इस सेवा समूह का प्रस्ताव किया था और दसाल्ट ने अंबानी से बातचीत की थी। हमारे पास कोई विकल्प नहीं था, हमने उस वार्ताकार को अपनाया जो हमें दिया गया था।’’  यह पूछे जाने कि रिलायंस को साझेदार के तौर पर किसने और क्यों चुना, इस पर ओलांद ने जवाब दिया, ‘‘इस पर हमारा कोई जोर नहीं था।’’  राफेल विमान बनाने वाले दसाल्ट एविएशन ने रिलायंस डिफेंस को अपने साझेदार के तौर पर चुना था ताकि करार की ऑफसेट जरूरतें पूरी की जा सकें। भारत सरकार कहती रही है कि दसाल्ट द्वारा ऑफसेट साझेदार के चयन में उसकी कोई भूमिका नहीं रही है। 

एक बयान में दसाल्ट एविएशन ने कहा कि उसने ‘मेक इन इंडिया’ नीति के तहत रिलायंस डिफेंस के साथ साझेदारी का फैसला किया था।  कंपनी ने कहा, ‘‘इस साझेदारी के कारण फरवरी 2017 में दसाल्ट रिलायंस एयरोस्पेस लिमिटेड (डीआरएएल) नाम का संयुक्त उपक्रम बना। दसाल्ट एविएशन और रिलायंस ने फाल्कन और राफेल विमान के कल-पुर्जे बनाने के लिए नागपुर में एक संयंत्र बनाया है।  फ्रांसीसी सरकार ने कहा, ‘‘भारत की अधिग्रहण प्रक्रिया के अनुसार, फ्रांसीसी कंपनियों को ऐसी भारतीय साझेदार कंपनियां चुनने की पूरी आजादी है जिन्हें वे सबसे प्रासंगिक समझती हों, फिर ऐसी ऑफसेट परियोजनाओं को भारत सरकार की मंजूरी के लिए पेश करें जिन्हें वे भारत में इन स्थानीय साझेदारों के साथ मिलकर लागू करना चाहती हों।’’  कांग्रेस राफेल सौदे में बड़े पैमाने पर अनियमितता का आरोप लगाती रही है। कांग्रेस का आरोप है कि उसकी अगुवाई वाली पिछली यूपीए सरकार जब 126 राफेल विमानों की खरीद के लिए सौदा कर रही थी तो प्रत्येक राफेल विमान की कीमत 526 करोड़ रुपए तय हुई थी, लेकिन नरेंद्र मोदी सरकार के समय हुए करार में प्रत्येक राफेल विमान की कीमत 1,670 करोड़ रुपए तय की गई।  पार्टी ने यह आरोप भी लगाया कि मोदी सरकार इस करार के जरिए रिलायंस डिफेंस को फायदा पहुंचा रही है।विपक्षी पार्टियों ने आरोप लगाया है कि रिलायंस डिफेंस 10 अप्रैल 2015 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से राफेल करार की घोषणा किए जाने से महज 12 दिन पहले बनाई गई। रिलायंस ग्रुप ने आरोपों को नकारा है। 

भारत ने बालश्रम उन्मूलन की दिशा में उल्लेखनीय प्रगति की है: अमेरिका

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वाशिंगटन, 22 सितंबर, अमेरिका की एक आधिकारिक रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत उन 14 देशों में शामिल है जिन्होंने 2017 में बालश्रम उन्मूलन की दिशा में उल्लेखनीय प्रगति की है।  अमेरिकी श्रम मंत्रालय ने अपनी सालाना ‘चाइल्ड लेबर एंड फोर्स्ड लेबर’ रिपोर्ट में कहा, ‘‘2017 में भारत ने बाल श्रम के सबसे खतरनाक रूप को समाप्त करने के प्रयासों में उल्लेखनीय प्रगति की है।’’  इसमें कहा गया कि व्यापार एवं विकास कानून 2000 के तहत ‘बाल श्रम का सबसे बदतर रूप’ के तथ्य विश्वभर में बाल मजदूरी की स्थिति के विवरण पेश करते हैं।  रिपोर्ट में कहा गया है कि इस वर्ष रिपोर्ट में 132 देशों और क्षेत्रों ने बाल श्रम की समस्या पर काबू पाने के लिए जो प्रयास किए हैं उन्हें और कड़े मापदंडों पर तौला गया है।  इसके अनुसार, ‘‘ भारत, कोलंबिया और प्राग सहित केवल 14 देश ‘उल्लेखीय प्रगति’ के नए मापदंडों पर खरे उतरे हैं। इन देशों को इस वर्ष विशेष कानूनी एवं नीति श्रम मानकों को भी पूरा करना है।’’  श्रम मंत्रालय ने कहा कि भारत सरकार ने आईएलओ कन्वेंशन 182 और कन्वेंशन 138 दोनों में सुधार किया है साथ ही बाल श्रम कानून में संशोधन किया है ताकि 18 साल से कम उम्र के बच्चो कों खतरनाक जगहों पर काम करने के रोका जा सके। रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि भारत में बच्चे बाल श्रम के सबसे खराब स्तर पर काम कर रहे हैं जिनमें कपड़ा निर्माण और पत्थर खनन जैसे क्षेत्रों में जबर्दस्ती मजदूरी कराना भी शामिल हैं।

मेक्सिको में पत्रकार की हत्या, इस वर्ष अब तक मारे जा चुके हैं नौ पत्रकार

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तुक्सतला गुतेरेज (मेक्सिको), 22 सितंबर,  मेक्सिको के दक्षिण प्रांत चियापास में एक बंदूकधारी ने एक पत्रकार की गोली मार कर उस वक्त हत्या कर दी जब वह अपने घर से बाहर निकले थे।  इस घटना के साथ ही इस साल मेक्सिको में कम-से-कम नौ पत्रकारों की मौत हो चुकी है।  पत्रकारों के हित के लिए काम करने वाले संगठन रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स के मुताबिक, अल हेराल्दो दी चियापास से जुड़े रिपोर्टर मारियो गोमेज मेक्सिको में प्रेसकर्मियों विरोधी हिंसा का ताजा शिकार बने। इस मामले में मेक्सिको युद्ध-ग्रस्त सीरिया के बाद दुनिया का दूसरा सबसे खतरनाक देश है। समाचार-पत्र में काम करने वाले उनके एक सहकर्मी ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर बताया, ‘‘उन्होंने हाल ही में एक शिकायत दर्ज कराई थी क्योंकि उन्हें धमकियां मिल रही थी।’’  समाचार-पत्र ने बताया कि 35 वर्षीय गोमेज को अस्पताल ले जाया। वहां गंभीर रूप से जख्मी गोमेज की मौत हो गई।समाचार-पत्र की वेबसाइट पर प्रकाशित एक संपादकीय में उनके एक सहकर्मियों ने लिखा, ‘‘हम इस अपराध के लिए जिम्मेदार लोगों का पता लगाने के लिए एक विस्तृत जांच की मांग करते हैं।’’  सरकारी अभियोजक के दफ्तर ने एक बयान में कहा कि इस घोर निंदनीय अपराध के सभी पक्षों को सामने लाने के लिए जांच के सभी मानदंडों का पालन किया जाएगा।

मोदी का आयुष्मान भारत योजना से ओडिशा के लोगों को जोड़ने का अनुरोध

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तालचर (ओडिशा), 22 सितंबर. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से अपील की कि वह राज्य की जनता को आयुष्मान भारत स्वास्थ्य बीमा योजना से जोड़ें। इस योजना के तहत लोगों को पांच लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा दिया जाएगा। उन्होंने तालचर में देश के पहले कोल गैस आधारित उर्वरक संयंत्र की आधारशिला रखने के बाद एक जनसभा में कहा, ‘‘मैं ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से राज्य के लोगों को रविवार से शुरू हो रही आयुष्मान भारत योजना से जोड़ने का अनुरोध करता हूं।’’ केंद्र की ओर से कल्याणकारी योजनाओं के तहत जारी किये जाने वाले एक रुपये में से सिर्फ 15 पैसा लाभार्थियों तक पहुंचने के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के प्रसिद्ध बयान का उल्लेख करते हुए मोदी ने कहा, ‘‘वे बीमारी के बारे में जानते थे, लेकिन इसका समाधान करने के लिये उनके पास कोई दृष्टि नहीं थी।’’  उन्होंने कहा कि धन सीधा लाभार्थियों के खाते में भेजने के भाजपा सरकार के फैसले से किसी भी कल्याणकारी योजना को लागू करने में बिचौलिये गायब हो गए हैं। रैली में जमा लोगों की भारी भीड़ की ओर इशारा करते हुए मोदी ने कहा कि यह साफ तौर पर दर्शाता है कि ओडिशा के लोग क्या सोच रहे हैं।

मोदी और अंबानी ने रक्षा बलों पर 130,000 करोड़ की 'सर्जिकल स्ट्राइक'की : राहुल

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नयी दिल्ली, 22 सितंबर, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राफेल विमान सौदे में ‘ऑफसेट साझेदार ’ के संदर्भ में फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के कथित बयान को लेकर शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर फिर तीखा हमला बोला और आरोप लगाया कि मोदी और उद्योगपति अनिल अंबानी ने भारतीय रक्षा बलों पर 130,000 करोड़ रुपये की 'सर्जिकल स्ट्राइक'की है। गांधी ने ट्वीट कर कहा, 'प्रधानमंत्री और अनिल अंबानी ने मिलकर भारतीय रक्षा बलों पर 130,000 करोड़ रुपये की सर्जिकल स्ट्राइक की है।'उन्होंने आरोप लगाया, 'मोदी जी आपने हमारे शहीदों के लहू का अपमान किया है। आपको शर्म आनी चाहिए। आपने भारत की आत्मा से विश्वासघात किया है।'गांधी ने ओलांद के कथित बयान को लेकर शुक्रवार को भी प्रधानमंत्री पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था, 'प्रधानमंत्री ने बंद कमरे में राफेल सौदे को लेकर बातचीत की और इसे बदलवाया। फ्रांस्वा ओलांद का धन्यवाद कि अब हमें पता चला कि उन्होंने (मोदी) दिवालिया अनिल अंबानी को अरबों डॉलर का सौदा दिलवाया। प्रधानमंत्री ने भारत के साथ विश्वासघात किया है। उन्होंने हमारे सैनिकों के लहू का अपमान किया है।'फ्रांसीसी मीडिया के मुताबिक ओलांद ने कथित तौर पर कहा है कि भारत सरकार ने 58,000 करोड़ रुपए के राफेल विमान सौदे में फ्रांस की विमान बनाने वाली कंपनी दसाल्ट एविएशन के ऑफसेट साझेदार के तौर पर अनिल अंबानी की रिलायंस डिफेंस का नाम प्रस्तावित किया था और ऐसे में फ्रांस के पास कोई विकल्प नहीं था। दरअसल, गांधी और कांग्रेस पिछले कई महीनों से यह आरोप लगाते आ रहे हैं कि मोदी सरकार ने फ्रांस की कंपनी दसाल्ट से 36 राफेल लड़ाकू विमान की खरीद का जो सौदा किया है, उसका मूल्य पूर्ववर्ती यूपीए सरकार में विमानों की दर को लेकर जो सहमति बनी थी उसकी तुलना में बहुत अधिक है। इससे सरकारी खजाने को हजारों करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। पार्टी ने यह भी दावा किया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सौदे को बदलवाया जिससे एचएएल से ठेका लेकर रिलायंस डिफेंस को दिया गया।

बिहार : आजकल जिला भूदान यज्ञ कार्यालय में कुमार शुभमूर्ति जी की चर्चा तेज है

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  • पहले शुभमूर्ति जी ने स्थायी 11 कर्मचारियों को दैनिक मजदूर बनाकर अशुभ कार्य कर दिए
  • द्वितीय शुभमूर्ति जी ने 12 दैनिक मजदूर को स्थायी करने वाले फाइल पर दस्तखत कर शुभ कार्य किए
  • तृतीय शुभमूर्ति जी जरूर दस्तखत किए पर अमल कराने के पूर्व ही अध्यक्ष पद से हटा दिए गए
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कटिहार। जिला समाहरणालय के प्रमथ मंजिला पर स्थित है जिला भूदान यज्ञ कार्यालय.यहां पर कुर्सी पर बैठे कर्मियों की चिंता की लकीरे चेहरे पर स्पस्ट रूप से झलकती है.आखिर क्यों न हो? इनलोगों को 47 माह का वेतन अवरूद्ध है.

वर्तमान से लेकर भविष्य तक की चिंता 
यह जग जाहिर है कि बिहार भूदान यज्ञ कमिटी को विघटित कर दिया है.इसके स्थान पर राजस्व पर्षद गतिशील है.जी बिहार भूदान यज्ञ कमिटी के अध्यक्ष कुमार शुभमूर्ति हटा दिए गए हैं.इनके बदले में अध्यक्ष सुनील कुमार सिंह बनकर आ गए हैं.संयुक्त सचिव मुकेश प्रसाद हैं राजस्व पार्षद के. अब भूतपूर्व की श्रेणी में आ गए हैं.मगर उनके कारनामे वर्तमान में ही है.इन कारनामों पर कर्मी नमक-मिर्च लगाकर चर्चा करते हैं.47 माह का वेतन अवरूद्ध है.इसी पर वर्तमान और भविष्य टिका है.

15 साल से कार्यरत अभय कुमार को दैनिक मजदूर बना दिया
सन् चौहतर आंदोलन के नेता हैं कुमार शुभमूर्ति.सामाजिक न्याय के पक्षधर.इनके कारनामे गरीबी विरोधी.38 जिले में करीब 65 कर्मी कार्यरत हैं.2011 से साल के 12 महीने वेतन मिला ही नही.बिहार सरकार की ओर से 1 करोड़ 65 लाख रू.बंदर बांटकर जिला में रकम भेजी जाती.एक साल में मुश्किल से चार-पांच  माह का ही वेतन मिलता था.इसका कोपभाजन 15 साल काम करने वाले अभय कुमार बने.7 साल धनश्याम कुमार सिंह और 2 -2 साल अनंत कुमार और प्रवीण कुमार यादव समेत 11 स्थायी कर्मी बने.जिन्हे दैनिक दैनिक मजदूर बना दिया गया.

दस्तखत तो किए पर अमल नहीं हो सका
जानकारी के अनुसार राजस्तरीय कार्यालय पटना से 5 और जिला       स्तरीय कार्यालयों यथा कटिहार से 2, मधेपुरा से 1, सुपौल से 1, सीतामढ़ी से 1 और रोहतास से 11 स्थायी कर्मी को दैनिक मजदूर बनाकर दैनिक पारिश्रमिक देने लगे थे.दैनिक मजदूर करके अशुभ करने वाले कुमार शुभमूर्ति उनको दस्तखत कर स्थायी कर्मी बनाने का शुभ कार्य कर दिए.परंतु अमल नहीं करा सकें और खुद कुमार शुभमूर्ति अध्यक्ष पद से हटा दिए गए.अब मामला राजस्व पर्षद के अधीन है. 

प्रयाग कुम्भ के अवसर पर योग महाकुम्भ का आयोजन के विषय में हुई चर्चा

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  • योगा फाॅर पीस-योगा फाॅर आल, योग महाकुम्भ एवं हरित महाकुम्भ प्रयाग एवं हरित-स्वच्छ कुम्भ मेला पर हुयी चर्चा, कुम्भ, हमारा कुम्भ, हरित कुम्भ हमारा कुम्भ पर हुई चर्चा


भारत के कण-कण में योग और अध्यात्म पूज्य स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी  पर्यटन मंत्री भारत सरकार जे. के. अल्फोंस जी एवं पर्यटन मंत्री उत्तरप्रदेश सरकार श्रीमती रीता बहुगुणा जी की हुई भेंटवार्तासमाहित-पूज्य स्वामी चिदानन्द सरस्वतीजी
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ऋषिकेश, 22 सितम्बर। परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज, पर्यटन मंत्री भारत सरकार, जे. के. अल्फोंस एवं पर्यटन मंत्री उत्तरप्रदेश सरकार श्रीमती रीता बहुगुणा की भेंटवार्ता हुई। स्वामी जी महाराज ने आगामी प्रयाग कुम्भ  को स्वच्छ और हरित बनाने, योग से प्रत्येक व्यक्ति को जोड़ने, योगा फाॅर पीस- योगा फाॅर आॅल, योग और आयुर्वेद को विश्व स्तर पर स्थापित करने तथा कुम्भ मेला को ’हरित कुम्भ मेला’ के रूप में विकसित करने पर चर्चा हुई। स्वामी जी महाराज ने कहा कि परमार्थ निकेतन में आयोजित अन्तर्राष्ट्रीय योग महोत्सव की तर्ज पर प्रयाग कुम्भ में योग महोत्सव का आयेाजन किया जाये। योग महाकुम्भ महोत्सव ऐसा हो जिसमें विश्व के लगभग 121 देशों के योगियों एवं योग जिज्ञासुओं का सहभाग हो। स्वामी जी ने कहा कि इस कार्य हेतु परमार्थ निकेतन, गंगा एक्शन परिवार और ग्लोबल इण्टरफेथ वाश एलायंस सदैव भारत सरकार के साथ है और मिलकर काम करने के लिये तैयार है। हम सभी मिलकर इस आयोजन को दिव्य रूप से आयोजित कर सकते है। स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज ने कहा कि भारत एक आध्यात्म से युक्त राष्ट्र है यहां आकर  व्यक्ति स्वतः ही अपने इनर (भीतर) से जुड़ जाता है।  हमें दुनिया से जुड़ने के लिये इंटरनेट की आवश्यकता होती है परन्तु इनरनेट से जुड़ने के लिये कुम्भ जैसे आयोजन इनरनेट से जुड़ने में बहुत बड़े सहायक हो सकते है। यह कुम्भ इंटरनेट और इनरनेट को जोड़ने के लिये बहुत बड़ी उपलब्धि हो सकता है तथा इसके लिये योग, आयुर्वेद, गंगा, यमुना, त्रिवेणी और संगम के तट से संगम का संदेश पूरे विश्व में प्रसारित हो सकता है। भारत का आध्यात्मिक वातावरण एवं यहां का आध्यात्मिक वातावरण एवं आध्यात्मिक आबोहवा मनुष्य को इनर से जोड़तीे है; शान्ति से और दैवीय सत्ता से जोड़ता है। उन्होने कहा कि भारत की हवा में योग, आयुर्वेद और आध्यात्मिकता है यहां पर होने मात्र से ही लोगों में परिवर्तन होने लगता है। आनन्दमय जीवन के लिये योगमय वातावरण सबसे बेहतर है जो हम भारत आने हर सैलानी को दे सकते हैं। स्वामी जी महाराज ने अन्तर्राष्ट्रीय योग महोत्सव के विषय में चर्चा करते हुये कहा कि इस महोत्सव को अगले वर्ष 30 वर्ष पूर्ण होने जा रहे है, इस 30 वर्षो की योग यात्रा ने विश्व के 100 से अधिक देशों, हजारों की संख्या में योग साधकों तथा शिखरस्थ योगाचार्यो को आपनी ओर आकर्षित किया है। उन्होने माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी भूरि-भूरि प्रशन्सा करते हुये कहा कि उन्होने योग को भारत के घर-घर तथा विश्व के सभी देशों तक पहुंचाने की मुहिम की शुरूआत की है जिसे हम सभी को मिलकर पूर्ण करना है। स्वामी जी महाराज ने अन्तर्राष्ट्रीय योग महोत्सव की तर्ज पर प्रयाग में योग महाकुम्भ मनाने का पर जोर दिया। स्वामी जी महाराज की उत्तरप्रदेश के कर्मयोगी, योगी मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी से इस विस्तार से चर्चा हुयी है स्वामी जी ने कहा कि मुख्यमंत्री जी का उत्साह, ऊर्जा और समर्पण देखकर अति प्रसन्नतस हुयी।पर्यटन मंत्री श्री जेे के अल्फोंस जी और श्रीमती रीता बहुगुणा जी ने स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी के विचारों और सुझावों को अति उपयुक्त बताते हुये उस पर उन्हे कार्ययोजना बनाने की बात कही। स्वामी जी महाराज ने परमार्थ निकेतन में होने वाली माँ गंगा आरती में सहभाग करने हेतु आंमत्रित किया उन्होने सहर्ष अपनी स्वीकार प्रदान की और कहा कि यह हमारा सौभाग्य होगा।

कांग्रेस के पास न नीति है, न नेता: अमित शाह

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जयपुर, 22 सितंबर, भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने शनिवार को कहा कि कांग्रेस देश का भला नहीं कर सकती क्योंकि उसके पास न कोई नेता है और न ही कोई नीति है। एक दिन के राजस्थान दौरे पर आए शाह गंगापुर सिटी में एक सभा को संबोधित कर रहे थे। शाह ने कहा,‘कांग्रेस देश का भला नहीं कर सकती, राजस्थान का भला नहीं कर सकती क्योंकि उसके पास न नेता है, न नीति।’ कांग्रेस द्वारा राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए मुख्यमंत्री पद के लिए किसी नेता का नाम घोषित नहीं किए जाने पर भी शाह ने चुटकी ली। उन्होंने सवाल किया ,‘जिस पार्टी का नेता तय न हो, जिस पार्टी की नीति तय न हो क्या उसे वोट देना चाहिए?’ शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को सुरक्षित बनाने का काम किया है। शाह ने कहा कि करोड़ों की संख्या में देश में घुसे घुसपैठिए देश को दीमक की तरह चाट गए हैं जिन्हें निकालने के लिए केंद्र सरकार ने एनआरसी की प्रक्रिया शुरू की लेकिन ‘कांग्रेस को इससे भी दिक्कत है और उसे अपने वोट बैंक की चिंता है। लेकिन भाजपा सरकार एक-एक घुसपैठिए को चुन-चुन कर मतदाता सूची से हटाने का काम करेगी।’ इसके साथ ही शाह ने दोहराया कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार राजस्थान में अंगद के पांव की तरह है, जिसे कोई हटा नहीं सकता। उन्होंने याद दिलाया कि 2014 के आम चुनावों में यहां के मतदाताओं ने सभी 25 सीटें भाजपा की झोली में डाली थीं। शाह के अनुसार जब से केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार बनी है राजस्थान दिन-दोगुनी व रात चौगुनी वृद्धि कर रहा है। शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने कश्मीर से कन्याकुमारी तक और कामरूप से कच्छ तक पूरे देश में विकास की गंगा बहायी है।

भाकपा राज्य सचिव ने लाल झंडी दिखा कर जीप जत्था रवाना किया

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पटना, 22 सितम्बर। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव सत्य नारायण सिंह ने जनषक्ति भवन से शनिवार को 25 अक्टूबर को गांधी मैदान भाजपा हराओ देष बचाओ रैली की तैयारी को लेकर 8 जीप जत्था को झंडी दिखाकर रवाना किया यह जीप जत्था राज्य के आठ स्थानों से निकलेगा जो 1 अक्टूबर तक बिहार के सभी जिलों में भ्रमण करेगा और सभा आयोजित करेगा। उन्होंने इस मौके पर संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि केन्द्र और राज्य सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ 25 अक्टूबर को विराट रैली आयेाजित की गई है।  रैली को लेकर लोगों में जागरूकता पैदा करने के लिए पूरे बिहार को आठ जोन में बाटा गया है। प्रत्येक जोन में एक जन जागरण अभियान दल जीप से भ्रमण करेगा। प्रत्येक अभियान दल में कम से कम राज्य के तीन नेता रहेंगे। अभियान दल के नेता अपने भ्रमण के क्रम में जगह-जगह सभाओं को संबोधित करेंगे। उन्होंने ने कहा कि बिहार में नीतीष और मोदी की सरकार भ्रष्टाचार के दलदल में फसी हुयी है। महिला सषक्तकरण की बातें करने वाली सरकार ने मुजफ्फरपुर बालिका सुधार गृह जैसी घटना घटती है। इसे पूरे देष में बिहार शर्मसार हुआ है। उन्होंने कहा कि केन्द्र में बैठकी मोदी सरकार लोगों का फासीवादी हमले कर रही है। पेट्रोल-डीजल की दाम आसमान छूने लगे हैं। महंगाई बढ़ गयी वही रूपये का अमूल्यन लगातार जारी है। राॅफेल सौदे में फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति ने स्थिति स्पष्ट कर दी है कि भारत सरकार ने ही अबानी को चुना ।अभियान दल का पहला जत्था बेतिया से 23 सितम्बर को 10 बजे दिन में प्रस्थान करेगा। दो दिन पष्चिम चंपारण, दो दिन पूर्वी चंपारण, एक दिन षिवहर और दो दिन सीतामढ़ी जिले में भ्रमण करते हुए 29 सितम्बर को संध्या छह बजे मुजफ्फरपुर जिला में प्रवेष करेगा। दो दिन मुजफ्फरपुर जिला में अभियान करेगा। दो दिन मुजफ्फरपुर जिला में अभियान का कार्यक्रम चलाकर 1 अक्टूबर को समाप्त हो जायगा। दूसरा जत्था 23 सितम्बर को गोपालगंज जिला में राजापट्टी कोठी से 11 बजे दिन में प्रस्थान करेगा। गोपालगंज, सीवान और सारण जिलों में भ्रमण एवं सभा को संबोधित करते हुए 29 सितम्बर को वैषाली जिला में प्रवेष करेगा। दो दिन वैषाली जिला में भ्रमण के बाद 1 अक्टूबर को अभियान दल पटना वापस हो जायगा। उसी तरह तीसरा अभियान दल 23 सितम्बर को मधुबनी से प्रस्थान करेगा। मधुबनी, दरभंगा, समस्तीपुर, जिलों का भ्रमण करते हुए अभियान दल 1 अक्टूबर खगड़िया, बेगूसराय जिला में प्रवेष करेगा। वहां दो दिनों तक भ्रमण करने के बाद अभियान समाप्त हो जायगा। चैथा अभियान दल 23 सितम्बर को सुपौल से चलेगा जो सहरसा, मधेपुरा, और भागलपुर होते हुए 29 सितम्बर को बांका पहुँचेगा। दो दिन वहां भ्रमण के बाद 1 अक्टूबर को समाप्त हो जायगा। पाँचवां अभियान दल 23 सितम्बर को अररिया से चलेगा और पूर्णियां, किषनगंज,कटिहार, जिलांे का भ्रमण कर 29 सितम्बर को समाप्त हो जायगा। छठा अभियान दल 23 सितम्बर को औरंगाबाद से चलेगा और गया, नालंदा, जहानाबाद और अरवल जिलों का भ्रमण के बाद अरवल जिला में 30 सितम्बर को समाप्त हो जायगा। इसी तरह सातवाँ अभियान दल रोहतास के डालमियानगर से 23 सितम्बर को चलेगा और सासाराम, भभुआ, बक्सर, भोजपुर होते हुए 27 सितम्बर को पटना जिला में प्रवेष करेगा। दो दिनों तक पटना जिला में भ्रमण के बाद 29 सितम्बर को समाप्त हो जायगा। आठवाँ और अंतिम जत्था 23 सितम्बर को मुंगेर से चलेगा और जमूई, नवादा, शेखपुरा जिलों का भ्रमण करते हुए 30 सितम्बर को लखीसराय जिले में प्रवेष करेगा वहां दो दिनों के भ्रमण के बाद समाप्त हो जायगा। पार्टी के राज्य सचिव सत्य नारायण सिंह ने कहा कि भाजपा हराओ, देष बचाओं विराट रैली में आने वाले लोगों के ठहरने, पेजयल और शौचालय की व्यवस्था, चिकित्सा की व्यवस्था, पटना शहर की सजावट, रैली की सुरक्षा, पटना रेलवे स्टेषन और हाजीपुर स्टेषन पर सहायता केन्द्र आदि कामों को सुचारू रूप से अंजाम देने के लिए पार्टी नेताओं की अलग अलग 14 कमिटियाँ बनायी गई है। उन्होंने दावा किया कि इस रैली में दो लाख से ज्यादा लोग भाग लेंगे। 
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