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पूर्णिया : सभी पार्षद एकजुट होकर करें शहर का विकास, तब मिलेगी मंजिल : मेयर

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- मेयर ने कहा कि पूर्व के कार्यकाल में विभा कुमारी के द्वारा अपने दो वर्षों के कार्यकाल में महज छह बार ही बोर्ड की बैठक की गई- तीन माह के कार्यकाल में अविश्वास प्रस्ताव व त्योहारी मौसम के कारण नहीं हो सकी बोर्ड की बैठक 
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कुमार गौरव । पूर्णिया : नगर निगम में राजनीतिक उठापटक का दौर जारी है। इसी क्रम में मेयर सविता देवी ने कहा कि अपने कुकृत्यों का ठिकरा पूर्व मेयर विभा कुमारी अब उनके माथे फोड़ने का प्रयास कर रही हैं। मेयर ने कहा कि पूर्व के कार्यकाल में विभा कुमारी के द्वारा अपने दो वर्षों के कार्यकाल में महज छह बार ही बोर्ड की बैठक की गई। राजनीतिक कारणों से उनकी मंशा है कि अब वर्तमान मेयर भी उन्हीें के नक्शेकदम पर चले लेकिन जिस वायदे के साथ वे सत्तासीन हुईं हैं उस पर वे शत प्रतिशत खड़ी उतरेंगी। विपक्षियों के द्वारा उनके कार्य में बाधा उत्पन्न करने से वे विचलित नहीं होने वाली हैं। उन्होंने कहा कि डिप्टी मेयर के द्वारा अध्यपेक्षा बैठक बुलाने का आवेदन आया है। जबकि सच्चाई यही है कि पूर्व मेयर पर अविश्वास प्रस्ताव के लिए 28 जुलाई को बैठक निर्धारित हुई थी और तत्कालीन मेयर पदच्यूत हो गई। इसके बाद 10 अगस्त को मेयर चुनने की तारीख तय की गई। इसके बाद उनका चयन 24 अगस्त को हुआ। यानी 28 जुलाई से 24 अगस्त तक मेयर की कुर्सी खाली रही। उनके मेयर चुने जाने के एक सप्ताह के अंदर सशक्त स्थाई समिति का गठन किए जाने के बाद 19 सितंबर को शपथ ग्रहण किया गया। इसके ठीक 26 दिनों के बाद डिप्टी मेयर पर अविश्वास प्रस्ताव लाया गया। जिसका चुनाव 05 नवंबर को किया गया। इसी बीच पर्व त्योहार आ जाने से निगम का कार्य बाधित रहा। मेयर ने कहा कि तमाम हकीकत जानने के बाद भी विपक्षियों के द्वारा राजनीतिक कारणों से निगम बोर्ड बैठक को लेकर हायतौबा मचाई जा रही है और अध्यपेक्षा बैठक का आवेदन दिया गया। जबकि बोर्ड बैठक की तिथि 28 नवंबर को तय की गई है। 

...डिप्टी मेयर को विकास कार्य नागवार गुजर रहा है : 
मेयर ने कहा कि यह सब डिप्टी मेयर को नागवार गुजर रहा है और नगरपालिका अधिनियम 2007 की धारा 48 (2) का हवाला देते हुए अपने आवेदन में कहा गया है कि अध्यपेक्षा की बैठक के लिए हस्ताक्षर करने वालों द्वारा प्रस्ताव का चयन किया जाता है। जबकि ऐसा कोई प्रावधान नहीं है। उन्होंने कहा कि डिप्टी मेयर को किसी के बहकावे में नहीं आना चाहिए। उन्होंने कहा कि बिहार नगरपालिका अधिनियम 2007 की धारा 27 (4) के द्वारा विषय के चयन का अधिकार मेयर को है और धारा 49 में स्थगित बैठक को बुलाने के लिए पूर्व में निर्गत प्रस्ताव को नहीं बदले जाने का प्रावधान है। साथ ही 25 (4) के प्रस्ताव को बदले नहीं जाने का प्रावधान है। मेयर ने कहा कि अध्यपेक्षा बैठक के लिए दिए गए आवेदन में आठ माह से शहर की बुनियादी समस्या मसलन पुल पुलिया, नाला, सड़क, साफ सफाई के नहीं होने का जिक्र किया गया है। जबकि मेरा सिर्फ तीन माह का कार्यकाल हुआ है। इससे पूर्व वर्तमान डिप्टी मेयर बतौर मेयर थी और इस दौरान हो रहे विकास कार्य में बाधा उत्पन्न करने की कोशिश की जा रही है। 

...नगर विकास विभाग से हुआ है इकरारनामा : 
वहीं दूसरी ओर ईईएसएल कंपनी द्वारा एलईडी लाइट लगाए जाने का इकरारनामा नगर विकास विभाग के द्वारा किया गया है और छह माह में कुल 15 हजार लाइट लगाने का लक्ष्य निर्धारित है। कोई भी कंपनी एक माह में 46 वार्ड में लाइट कैसे लगा सकती है। उन्होंने कहा कि अगर सभी पार्षद शहर के विकास के लिए तैयार हो तो मैं हर कदम पर उनके साथ चलूंगी। उन्होंने कहा कि कुछ पार्षदों को मुझसे व्यक्तिगत कष्ट हो सकता है लेकिन सभी बैर भाव को भूलकर शहर के विकास के लिए आगे आने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि विकास कार्य के लिए सिर्फ तीन माह ही बचे हैं और उसके बाद चुनावी कारणों से आचार संहिता लागू हो जाएगा। जिसके बाद विकास कार्यों पर मुहर लगना मुमकिन नहीं हो पाएगा। ऐसे में सभी पार्षदों को एकजुट होकर शहर के विकास के बारे में सोचना पड़ेगा तब जाकर ही मंजिल तय की जा सकती है। 

...राजनीतिक विद्वेष की भावना न रखें मेयर : 
शहर के विकास में सभी पार्षद एकजुट हैं लेकिन यदि यह विकास राजनीतिक विद्वेष की भावना से परे होना चाहिए। जहां तक बात बोर्ड बैठक व आचार संहिता की है तो इसका चुनाव से कोई सरोकार नहीं है।  : विभा कुमार, डिप्टी मेयर, नगर निगम पूर्णिया। 

बिहार : सीबीआई व अन्य संस्थाओं की स्वायत्ता व विश्वसनीयता बचाने के लिए सुप्रीम कोर्ट उठाए कदम: दीपंकर

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पांच राज्यों के चुनाव परिणाम से स्पष्ट हो जाएगा कि भाजपा की जमीन खिसक चुकी है.29-30 नवंबर को किसानों का होगा दिल्ली में महापड़ाव, 8-9 जनवरी को मजदूर वर्ग की अखिल भारतीय हड़तालअवसरवादियों के लिए भाजपा के खिलाफ बन रहे गठबंधन में कोई जगह नहीं होनी चाहिए.
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पटना 21 नवंबर 2018, पटना में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए माले महासचिव का. दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि सीबीआई जैसी संस्था आज पूरी तरह भाजपा के राजनीतिक हथकंडे में तब्दील हो गई है. उसकी विश्वसनीयता पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं. ऐसी स्थिति में सुप्रीम कोर्ट को इन संस्थाओं की विश्वसनीयता बचाए रखने के लिए उचित कदम उठाना चाहिए. आज मंत्रियों से लेकर नेशनल सिक्युरिटी एडवाइजर अजित डोभाल पर गंभीर आरोप लग रहे हैं, ऐसी स्थिति में उन्हें अपने पद पर बने रहने का कोई हक नहीं है. यह भी खबर आ रही है कि सुशील मोदी के साथ मिलकर राकेश अस्थाना ने जहां एक तरफ सृजन घोटाले की जांच को दबाने की कोशिश की तो दूसरे मामले में सारी कानूनी प्रक्रियाओं को किनारा करके कार्रवाई की. यह देश के लोकतंत्र के लिए खतरनाक है. आगे कहा कि विगत दिन हुई बैठक में सरकार ने रिजर्व बैंक पर दबाव बनाने की कोशिश की. सरकर 3 लाख करोड़ रुपये देने का दबाव बना रही है. यह बहुत घातक कदम होगा. नोटबंदी के जरिए सरकार ने प्रचारित किया था कि उससे 3-4 लाख करोड़ अतिरिक्त पैसे सरकार के पास आ जाएंगे लेकिन आज पूरी तरह साफ हो गया कि नोटबंदी हमारे लिए एक बेहद त्रासदी साबित हुई. ऐसी स्थिति में रिजर्व बैंक पर दबाव बनाना पूरे बैंकिंग सिस्टम और देश की अर्थव्यवस्था के लिए खतरनाक होगा. अच्छी बात यह है कि आज इन संस्थाओं के अंदर से भी सरकार के तुगलकी फरमानों के खिलाफ विरोध आरंभ हो गया है. यह देश व लोकतंत्र के हित में है और हम इसका स्वागत करते हैं. 11 दिसंबर के चुनाव परिणाम से स्पष्ट हो जाएगा कि भाजपा की जमीन खिसक चुकी हैै. लोकसभा चुनाव में उसे पूरी तरह बेदखल करने का मन देश की जनता ने बना लिया है. माले महासचिव ने कहा कि बिहार में चुनाव का माहौल बन रहा है लेकिन अभी तक गठबंधन को लेकर कोई आधिकारिक बात नहीं हुई है. लेकिन इतना तय है कि 2015 में जो धोखा हुआ था वह फिर नहीं होना चाहिए. कुछ लोग इस गठबंधन की चर्चा को पेशेवर अवसरवाद व खरीद-फरोख्त में तब्दील करने की कोशिश कर रहे हैं. ऐसी प्रवृति का विरोध होना चाहिए. जब आज देश के मजदूर-किसान अपनी जिंदगी,खेती और अपना रोजगार बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं, तो ऐसे में कुछ लोगों के द्वारा सीटों को लेकर अवसरवादी व्यवहार अपनाना बेहद निंदनीय है. भाजपा की विनाशकारी नीतियों को परास्त करने के इरादों के साथ विपक्ष का बड़ा गठबंधन बनना चाहिए और इसी को लेकर तमाम दलों को सक्रिय होना होगा. अवसरवादियों को इस गठबंधन में किसी भी प्रकार की जगह नहीं मिलनी चाहिए. कर्ज माफी व अन्य सवालों पर आंदोलनरत देश के किसान एक बार फिर 29-30 नवंबर को दिल्ली जा रहे हैं. लेकिन इस बार कर्ज माफी के सवाल के साथ-साथ इस आंदोलन में बटाईदारी, भूमि सुधार, भूख से हो रही मौतें, मनरेगा में कटौती, न्यूनतम मजदूरी, ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर मोदी सरकार द्वारा थोपे गए संकटों के सवाल भी शामिल रहेेंगे. किसानों का यह महापड़ाव नीतियों को बदलने के लिए सरकार पर दबाव बनाएगा. उसी प्रकार 8-9 जनवरी को मोदी सरकार के खिलाफ मजदूर वर्ग की ऐतिहासिक हड़ताल भी होने वाली है.संवाददाता सम्मेलन में काॅ. दीपंकर भट्टाचार्य के अलावा राज्य सचिव कुणाल, विधायक दल के नेता महबूब आलम और केंद्रीय कमिटी के सदस्य संतोष सहर भी शामिल थे.

बिहार : आखिर कबतक उपेक्षित रहेंगे ईसाई समुदाय!

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अब जाग उठे हैं कुछ करके दिखाना है आओ साथियों हम मिलकर काम करें..
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पटना,21नवंबर।अब समय बदल गया है.ईसाई समुदाय भी भागीदारी देने की मांग करने लगे हैं.वह चाहे धार्मिक क्षेत्र व राजनैतिक का ही हो.बस हर क्षेत्र में अधिकार चाहिए.विशेषकर  शिक्षा व चिकित्सा में.दोनों में काफी स्कोप है. शिक्षा लेकर काम भी प्राप्त कर सकते हैं.

बच्चों को शिक्षा व चिकित्सा में पूरी पढ़ाई चाहिए
जिस स्कूल में बच्चे पढ़ते हैं उसी स्कूल से पूरी शिक्षा हासिल करने का अवसर मिलना चाहिए.वहीं  नौजवानों को ट्रेनिंग चाहिए.उन्हें  नर्सिंग, लाबोरेट्री, एक्स-रे, टीचर, ब्रदर, सिस्टर, फादर,बिशप की राह पर आगे बढ़ते रहने का प्रोत्साहन चाहिए. .

राजनैतिक क्षेत्र में एंग्लो  इंडियन समुदाय
सामाजिक कार्य करने वालों को राज्य सभा में  मनोनीत करना चाहिए.15 नवंबर 2000 के बिहार विभाजन के बाद से बिहार विधान सभा में एंग्लो इंडियन समुदाय के मनोनीत पद ही समाप्त है. सीएम नीतीश कुमार कानून में परिवर्तन करके उक्त समुदाय को संवैधानिक अधिकार देना चाहिए.उक्त समुदाय की जनसंख्या कम है,इसके आलोक में बिहार विधान सभा में किसी एंग्लो इंडियन समुदाय से मनोनीत करना बंद कर दिया है. 

अन्य जगहों में भी ईसाई समुदाय को मनोनीत करें
बिहार विधान परिषद में स्नातक, शिक्षक आदि सीट पर, अल्पसंख्यक आयोग में अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के पदों पर, अल्पसंख्यक वित्त निगम में,पिछड़ा आयोग में ,बीस सूत्री कार्यक्रम में,महिला आयोग आदि में मनोनीत करें.

ईसाइयों का प्रमाण-पत्र सहुलियत से बने
पिछड़ी जाति के ईसाइयों को जाति प्रमाण-पत्र और ओबीसी प्रमाण-पत्र सुगमता से बनाया जाएं.उसी तरह राज्य विभाजन के बाद बिहार में रहने वाले अनुसूचित जन जाति के लोगों को आसानी से प्रखंडों से प्रमाण-पत्र बनाएं.ईसाई धर्म कबूलने वाले अनुसूचित जाति  को समता के आधार पर एससी का दर्जा दिया जाए. अन्य क्षेत्र में शानदार कार्य करने वालों को राष्ट्रीय अवार्ड देने की सिफारिश सरकार करें.

बेगूसराय : कॉलेज के गिरते शैक्षणिक ग्राफ को लेकर कल होगा महिला कॉलेज में छात्रा संवाद।

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बेगूसराय (अरुण शाण्डिल्य) श्री कृष्ण महिला कॉलेज बेगूसराय में गिरते शैक्षणिक माहौल, रिक्त पदों पर शिक्षकों की बहाली, नियमित वर्ग संचालन, छात्राओं को मूलभूत सुविधा देने के सवाल पर कल दिनांक 22 नवंबर 2018 को श्री कृष्ण महिला कॉलेज में छात्राओं का संवाद होगा इस संवाद की तैयारी को लेकर आज छात्राओं से बातचीत की गई। छात्राओं से बातचीत करते हुए एआईएसएफ के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य अमीन हमजा ने कहा कि एक तरफ सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा देती है दूसरी तरफ शहर के इकलौता छात्राओं का महाविद्यालय श्री कृष्ण महिला महाविद्यालय का शैक्षणिक स्तर शिक्षकों की घोर कमी से दिन प्रतिदिन गिरते जा रहा है जबकि यहां पर हमारे संगठन द्वारा लगातार सरकार को इस बात से अवगत कराए जाने के बावजूद सरकार शिक्षकों की बहाली करने में विफल है। उन्होंने  महाविद्यालय की तमाम छात्राओं से अपील किया महाविद्यालय की छात्राओं की समस्याओं को सुनने के लिए कल छात्राएं महिला कॉलेज आएं और अपनी समस्याओं को रखें। महिला कॉलेज छात्रसंघ की निवर्तमान अध्यक्ष प्राची सिंह ने कहा कि छात्राओं का केजी से पीजी तक मुफ्त में शिक्षा की बात सरकार करती है, लेकिन महाविद्यालय में सुविधा मुहैया नहीं कराने से कॉलेज का स्थिति अराजक है। इसके लिए यहां से लेकर राज भवन तक हमारा संगठन लड़ाई लड़ने का काम करेगा। महिला कॉलेज सचिव आकांक्षा भारद्वाज ने कहा कि कॉलेज के छात्राओं के विभिन्न मूलभूत सुविधा मुहैया कराने के सवाल पर हमारे संगठन ने हमेशा लड़ाई लड़ने का काम किया। आगे भी हम लोग कल छात्राओं की समस्या को छात्र संवाद के माध्यम से एकत्रित करेंगे और इसके समाधान के लिए आगे की रणनीति अख्तियार करेंगे। छात्रों से संपर्क अभियान के दौरान तायबा प्रवीण, साफिया परवीन, सोनी कुमारी, खुशबू कुमारी, प्रियंका कुमारी, नगमा परवीन, पूजा कुमारी लक्ष्मी, कुमारी सहित दर्जनों छात्राएं उपस्थित थीं।

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर 21 नवंबर

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चुनाव प्रचार के थोक एसएमएस भेजने वाले का खर्चा उम्मीदवार के खाते में जुडेगा

अभ्यर्थियों द्वारा विधानसभा निर्वाचन के दौरान अभ्यर्थियों द्वारा चुनाव प्रचार के थोक एसएमएस भेजे जाते है तो उनका खर्चा संबंधित उम्मीदवार के व्यय खाते में जोड़ा जाएगा। उक्त आश्य के दिशा निर्देश आज व्यय प्रेक्षक श्री जीलानी ने विदिशा विधानसभा क्षेत्र के अभ्यर्थियों द्वारा प्रस्तुत किए गए व्यय लेखा की समीक्षा के दौरान अभ्यर्थियों के प्रतिनिधियों को दिए। व्यय प्रेक्षक श्री जीलानी ने बताया कि थोक एसएमएस की मानिटरिंग की व्यवस्था जिला स्तर पर की गई है उक्त दायित्व का निर्वहन एमसीएमसी के द्वारा किया जाएगा। उन्होंने बताया कि अभ्यर्थीगण एसएमएस भेजने से पूर्व जिला स्तरीय एमसीएमसी से एसएमएस का अनुमोदन अनिवार्यतः कराएं ताकि इस बात का पूरा ध्यान रखा जाए कि कही भी एसएमएस भेजने मंे आदर्श आचरण संहिता का उल्लघंन नही हो रहा। उक्त आश्य के निर्देश सपाक्स पार्टी के अभ्यर्थी के व्यय लेखा परीक्षण के दौरान दिए गए। उन्होंने सभी अभ्यर्थियों से कहा है कि इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए कि बल्क एसएमएस भेजने के पूर्व जिला स्तरीय एमसीएमसी को बकायदा लिखित में अवगत कराए अनुमोदित उपरांत ही अक्षरशः एसएमएस प्रसारित करें। आयोग द्वारा निर्धारित दरे बल्क एसएमएस के संबंध में मान्य की गई है। एसएमएस दर के अलावा जीएसटी दर एक्सट्रा देय होगी। 

एमसीएमसी कक्ष का जायजा 

विदिशा एवं बासौदा विधानसभा क्षेत्र के लिए नियुक्त व्यय प्रेक्षक श्री जीलानी ने बुधवार को जिला स्तरीय एमसीएमसी कक्ष का पुनः अवलोकन किया और संधारित रिकार्ड का परीक्षण किया। श्री जीलानी ने कक्ष में तमाम व्यवस्थाएं अपडेट पाए जाने पर संतोष जाहिर करते हुए कहा कि वैरीगुड। ज्ञातव्य हो कि व्यय प्रेक्षक श्री जीलानी के द्वारा पूर्व में पांच नवम्बर को पहली बार जिला स्तरीय एमसीएमसी कक्ष का अवलोकन किया गया था। व्यय पे्रक्षक श्री जीलानी ने जिला स्तरीय एमसीएमसी कक्ष में किए गए प्रबंधों, अभ्यर्थियों को प्रदाय की जाने वाली अनुमतियों के अलावा विशेष तौर पर अखबारों और लोकल केबल पर अभ्यर्थियों के संबंध में प्रसारित होने वाली पैड न्यूज की निगरानी के कार्यो की बारिकियों से जानकारियां बुधवार की प्रातः 11 बजे अचानक एमसीएमसी कक्ष में पहुंचकर जानी। कक्ष में मौजूद कर्मचारियो के द्वारा अखबारों में पैड न्यूज की जांच पडताल करने हेतु निर्धारित मापदण्डों, लोकल केबल पर प्रसारित होने वाले राजनैतिक विज्ञापनो के संबंध में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई।  पे्रक्षक द्वारा कक्ष में संधारित पंजियों का भी बारिकी से अवलोकन किया गया। उन्होंने अब तक अभ्यर्थियों को प्रदाय की गई विज्ञापनो की अनुमति हेतु अपनाई गई प्रक्रिया पर भी संतोष जाहिर किया। इस अवसर पर उनके लायजिंग आफीसर जिला वाणिज्यिकर अधिकारी श्री आरएस मरकाम भी साथ मौजूद थे। 

रैली उपरांत शपथ ली शत प्रतिशत मतदान की

निर्वाचन आयोग के दिशा निर्देशानुसार विदिशा जिले में 80 प्रतिशत से अधिक मतदान हो इसके लिए कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी के मार्गदर्शन में स्वीप के तहत विभिन्न गतिविधियों का आयोजन जिले में सतत जारी है। इसके लिए बकायदा तिथिवार कैेलेण्डर जारी किया गया है।  विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 147 सिरोंज में शत प्रतिशत मतदान के उद्वेश्यों की प्राप्ति हेतु हर संभव प्रयास किए जा रहे है। विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत हर रोज नितनवाचार कर मतदाताओं का जागरूक किया जा रहा है। निकाय अथवा ग्राम स्तर पर कार्यक्रमों का आयोजन सतत जारी है। गत दिवस ग्राम झण्डवा में मतदाता जागरूकता रैली का आयोजन किया गया इसके उपरांत शासकीय प्राथमिक विद्यालय झण्डवा में एकत्रित होकर ग्रामवासियों के द्वारा शत प्रतिशत मतदान कराने की शपथ ली गई।  

महिला मतदाताओं को मतदान हेतु अभिप्रेरित

vidisha news
विदिशा जिले की महिला मतदाता अपने मतो का शत प्रतिशत मतदान करें इसके लिए महिलाआंे के द्वारा ही जनजागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र में निवासरत महिला मतदाताओं के मध्य किया जा रहा है। जिसकी सार्थकता परलिक्षित होने लगी है। कुरवाई जनपद पंचायत के ग्राम विशनपुर में ततसंबंधी आयोजित कार्यक्रम में महिलाओं ने बढ़चढकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। उनके द्वारा ग्राम क्षेत्र में जनजागरूकता हेतु रैली के माध्यम से संदेश दिया गया है और ग्राम पंचायत भवन में पहुंचकर शपथ ली की ग्राम में शत प्रतिशत मतदान कराने में कोई कोर कसर नही छोडेगे।

सीहोर (मध्यप्रदेश) की खबर 21 नवंबर

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कलेक्टर व एसपी ने किया ईवीएम कमिश्निंग का निरीक्षण

sehore news
विधानसभा निर्वाचन-2018 को लेकर कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री तरुण कुमार पिथोड़े एवं पुलिस अधीक्षक श्री राजेश चंदेल द्वारा इछावर विधानसभा के ईवीएम कमिश्निंग का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान जिला निर्वाचन अधिकारी व पुलिस अधीक्षक द्वारा संबंधित अधिकारी व कर्मचारियों को आवश्यक निर्देश दिये गये।

समीक्षा बैठक में कलेक्टर ने दिए निर्वाचन संबंधी निर्देश

विधानसभा निर्वाचन-2018 को लेकर गत दिवस समीक्षा बैठक कलेक्टर एवं जिला निर्वाच अधिकारी श्री तरुण कुमार पिथोड़े की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों को निर्वाचन कार्य को लेकर निर्देशित किया। समस्त रिटर्निंग अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि पोस्टर बैलेट प्राप्त कर आगामी कार्यवाही करें। सामग्री वितरण व्यवस्था में प्रभारी अधिकारी को सामग्री वितरण एवं किताबें समय से प्रदाय करने कर कार्यवाही करें। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत अपनी टीम के साथ सभी मतदान केन्द्रों का निरीक्षण कर लें। सीईओ जिला पंचायत/परियोजना अधिकारी, जिला शहरी विकास अभिकरण सुनिश्चत करें कि सभी जगह पानी की व्यवस्था रहे एवं जहां मोबाइल टायलेट जाना है, वहां चले जाएं। कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण विभाग को निर्देश दिए गए कि रफीअहमद किदवई कृषि महाविद्यालय में सामग्री वितरण के संबंध में बनाये जा रहे काउंटर पर निर्देशानुसार कार्यवाही करें। विद्युत मंडल को निर्देशित किया गया कि निर्वाचन के दौरान विद्युत व्यवस्था सुचारु बनी रहे। प्रभारी अधिकारी कम्युनिकेशन को निर्देश दिए कि निर्वाचन के दौरान सभी प्रकार की सूचनाएं प्राप्त करने के लिए सभी आवश्यक तैयारी रखें। प्लान में जिनके दूरभाष नंबर चैकिंग के दौरान गलत पाए गए हैं उनके सही नंबर लेकर कम्युनिकेशन प्लान को ठीक कर लिया जाए।

क्षेत्र में निर्दलीय प्रत्याशी के चुनाव चिंह चाबी का प्रचार तेज, निर्दलीय प्रत्याशी सन्नी महाजन ने किया शहरी क्षेत्र में किया जनसंपर्क
विकास को तरस रही क्षेत्र की जनता की आशा और विश्वास बने सन्नी महाजन
sehore news
सीहोर। बुधवार को सीहोर विधानसभा में निर्दलीय प्रत्याशी सन्नी गौरव महाजन ने शहरी क्षेत्र में जोरदार जनसंपर्क किया। उन्होंने अपने जनसंपर्क की शुरूआत शहर के इंदौर नाका स्थित दशहरा मैदान से की और देर रात्रि तक शहर के कस्बा सहित अन्य स्थानों पर घर-घर जाकर मतदाताओं का आशीर्वाद ग्रहण किया। इस दौरान क्षेत्र में विकास को तरस रही क्षेत्र की जनता की आशा और विश्वास बने सन्नी महाजन का जोरदार स्वागत हुआ। इसके अलावा श्री महाजन के समर्थन में श्रीमती सोभना सन्नी महाजन ने ग्राम आवंतीपुरा, छापरी कला और बिजौरा सहित अन्य स्थानों में जनसंपर्क किया। इस दौरान बड़ी संख्या में मातृशक्ति और क्षेत्रवासियों ने पुष्प वर्षाकर स्वागत किया। इस संबंध में जानकारी देते हुए सीहोर विधानसभा के मीडिया प्रभारी लोकेश सोनी ने जानकारी देते हुए बताया कि निर्दलीय प्रत्याशी सन्नी गौरव महाजन ने बुधवार को शहर के इंदौर नाका स्थित दशहरा बाग, भगवती कालोनी, इंदौर नाका क्षेत्र, पारस विहार, गुलाब विहार, दांगी स्टेट, इंदिरा नगर, ब्रह्मपुरी और कस्बा क्षेत्र में जनसंपर्क किया। इधर उनके समर्थन में बड़ी संख्या में महिलाओं ने हाथों में श्री महाजन के चुनाव चिंह चाबी के बैनर पोस्टर लेकर शहर के हाउसिंह बोर्ड, अवधपुरी, शीतल विहार कालोनी, ड्रीम सिटी और बाला जी पुरम आदि क्षेत्र में प्रचार प्रसार किया।  कन्याओं ने दिया आशीर्वाद बुधवार को आयोजित अपने जनसंपर्क के दौरान जब निर्दलीय प्रत्याशी श्री महाजन क्षेत्र के इंदौर नाका आदि में पहुंचे तो छोटी-छोटी कन्याओं ने श्री महाजन को विजय श्री का आशीर्वाद दिया। जनसंपर्क के दौरान बड़ी संख्या में स्थानीय क्षेत्रवासी शामिल थे।

विशेष : मध्यप्रदेश में शिवराज के मुकाबले राहुल गांधी की कमान

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मध्यप्रदेश में कांग्रेस अमूमन अपने प्रादेशिक क्षत्रपों को सामने रख कर मैदान में उतरती रही है लेकिन इस बार ऐसा लगता है कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष खुद को फ्रंट पर रखते हुये मैदान में हैं, हालांकि इस बार मध्यप्रदेश में कांग्रेस ने शिवराज के खिलाफ पार्टी की तरफ से करीब आधा दर्जन चेहरों को कमलनाथ और सिंधिया के रूप में दो चेहरों में सीमित कर दिया है, यहां तक कि दिग्विजय सिंह जैसे नेता को नेपथ्य में भेज दिया गया है. लेकिन इससे कांग्रेस के लिए यह सवाल पूरी तरह से हल नहीं हो सका है कि शिवराज के सामने कांग्रेस की तरफ से किसका चेहरा होगा? ऐसे में राहुल गांधी कमलनाथ और सिंधिया दोनों को साथ में रखते हुये खुद फ्रंट पर दिखाई दे रहे हैं.

मध्यप्रदेश में अपने इसी भूमिका को निभाते हुये राहुल गाँधी कुछ अलग ही अंदाज में दिखाई दे रहे हैं जिसे देखकर लगता है कि एक नेता के तौर पर उनकी लंबी और उबाऊ ट्रेनिंग खत्म हो चुकी है, अब उनका खुद पर बेहतर नियंत्रण दिखाई पड़ रहा है साथ ही उनके हमले विरोधियों को परेशान भी  करने लगे हैं . हालांकि वे अपनी पुरानी समस्याओं से अभी तक उबर नहीं पाये हैं लेकिन अब वे इनका हल भी पेश करने लगे हैं. मालवा में अपने अभियान के दौरान राहुल गलती से कह गये कि पनामा पेपर में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के पुत्र का नाम है जिसने भाजपा और शिवराज को उन पर हमला करने का मौका दे दिया. इस पर  शिवराजसिंह का कहना था कि ‘राहुल कंफ्यूज आदमी हैं जो मामा को पनामा कह गए.’ उन्होंने राहुल पर कानूनी कार्रवाई की चेतावनी देते हुये कहा कि ‘वे राहुल गांधी के खिलाफ उनके परिवार पर कीचड़ उछालने के आरोप में मानहानि का मुकदमा करेंगे.’ बाद में राहुल गाँधी इस पर सफाई पेश करते हुये नजर आये हालांकि उनके इस सफाई का अंदाज भी दिलचस्प और चिढ़ाने वाला था. अपने बयान पर सफाई पेश करते हुये राहुल ने कहा कि ‘भाजपा शासित राज्यों में इतने घोटाले हुए हैं कि मैं कन्फ्यूज हो गया, पनामा पेपर लीक तो छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के बेटे का मामला है, मप्र के सीएम ने तो ई-टेंडरिंग और व्यापमं घोटाला किया है.’ गुजरात विधानसभा चुनाव ने राहुल गांधी और उनकी पार्टी को एक नयी दिशा दी है, इसे भाजपा और संघ के खिलाफ काउंटर नैरेटिव तो नहीं कहा जा सकता लेकिन इसने राहुल और उनकी पार्टी को मुकाबले में वापस आने में मदद जरूर मिली है. खुद राहुल गांधी में सियासी रूप से लगातर परिपक्वता आयी है और वे लोगों के कनेक्ट होने की कलां को भी तेजी से सीखे हैं, आज वे मोदी सरकार के खिलाफ विपक्ष की सबसे बुलंद आवाज बन चुके हैं. वे अपने तीखे तेवरों से नरेंद्र मोदी की “मजबूत” सरकार को बैकफुट पर लाने में कामयाब हो रहे हैं रफेल का मामला इसका सबसे बड़ा उदाहरण है जिसमें मोदी सरकार बुरी तरह से घिरी नजर आ रही है.  

मध्यप्रदेश में भी पिछले कुछ महीनों के अपने चुनावी अभियान के दौरान वे ध्यान खीचने  कामयाब रहे हैं जिसमें प्रदेश की जनता के अलावा प्रदेश के कई सीनियर पत्रकार भी शामिल हैं. पहले राहुल गांधी का भाषण मुख्य रूप राष्ट्रीय मुद्दों और मोदी सरकार को निशाना बनाने पर ही फोकस रहता था जिसकी वजह से उनके भाषण स्थानीय लोगों को कनेक्ट नहीं कर पाते थे. लेकिन अब वे लोकल मुद्दों पर ज्यादा जोर देते हुये नजर आ रहे हैं. इंदौर में अपने चुनावी दौरे के दौरान राहुल गांधी प्रदेश के चुनिन्दा संपादकों/पत्रकारों से मिले थे इस दौरान उनसे सीधे तौर पर ऐसे सवाल पूछे गये जोकि फिक्स नहीं थे. इन सवालों का राहुल गांधी ने बहुत ही सधे हुये तरीके से के साथ जवाब दिया. जिसके बाद इस मुलाकात में शामिल कई पत्रकार यह कहते हुये नजर आये कि राहुल गांधी के बारे में जिस तरह के दुष्प्रचार होते रहे हैं राहुल गांधी उससे बिलकुल विपरीत नजर आये. संपादकों/पत्रकारों से मुलाकात के दौरान  राहुल गांधी अपनी राजनीति को भी खोलते हुये नजर आये. इस दौरान  हिन्दू, और हिन्दुत्व के बीच मोटी लकीर खीचते हुए उन्होंने कहा कि हिन्दू, हिन्दूवादी और हिन्दुत्व अलग अलग हैं, मै हिंदुत्व नही हिंदूवाद का पक्षधर हूँ , हिंदूवाद एक महान परंपरा है जो सबको लेकर चलता है,सबकी सुनता और  सबका आदर करता है मैं हिन्दू हूँ लेकिन सभी धर्म का आदर करता हूँ, , मंदिर, मस्जिद, चर्च, गुरुद्वारा आदि सभी जगह जाता हूँ. मैं ‘हिंदूवादी नेता'नहीं, बल्कि हर धर्म और हर वर्ग के नेता हूँ. पिछले 15 सालों से सत्ता से दूर कांग्रेस को इस बार मध्यप्रदेश में  माहौल अपने अनुरूप लग रहा है, मंदसौर में किसान आंदोलन की राखें अभी भी नहीं बुझी है,सवर्ण आन्दोलन का भी विपरीत असर पड़ सकता है. किसानों के आक्रोश और सवर्ण जातीय की नाराजगी में कांग्रेस अपनी वापसी का रास्ता देख रही है. बसपा से गठबंधन का न हो पाने को भी कांग्रेस अपने लिये प्लस पॉइंट के रूप में देख रही है कांग्रेस को लगता है कि इससे स्वर्ण मतदाता उसकी तरफ वापसी कर सकते हैं. बहरहाल मध्यप्रदेश में राहुल के चुनावी अभियान के उमड़ने वाली भीड़ कितना वोट में तबदील होगी  लेकिन वे ध्यान तो जरूर खींच रहे हैं और उनके दौरों के दौरान मिल रही प्रतिक्रिया से कांग्रेस के कार्यकर्ताओं और नेताओं में उत्साह है.

दूसरी तरफ मध्यप्रदेश में नरेंद्र मोदी के  चुनावी सभाओं में कमी की गयी है, इसी तरह से अमित शाह भी यहां उतने सक्रिय दिखाई नहीं पड़ रहे हैं जितना दावा किया जा रहा है पहले बताया गया था कि विधानसभा के दौरान वे मध्यप्रदेश में ही कैम्प करेंगें लेकिन अंत में ऐसा कुछ नहीं हुआ. राज्य में भाजपा के चुनाव प्रचार अभियान में भी केंद्र की उपलब्धियां पर ना के बराबर ही फोकस किया जा रहा है. ऐसा शायद जमीनी स्तर से मिल रहे निगेटिव फीड बैक को देखते हुये किया जा रहा है. शायद भाजपा का आलाकमान यह भी समझ रहा है कि अगर मध्यप्रदेश में भाजपा की इस बार भी जीत होती है तो इसका सारा श्रेय शिवराज के खाते में ही जाएगा ऐसे में वे हार की जिम्मेदारी भी  शिवराज पर ही डालना चाहते हैं. बहरहाल भाजपा की तरफ से फ्रंट पर मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ही नजर आ रहे हैं जिन्होंने  लगातार चौथी बार मुख्यमंत्री बनने के लिये अपने आप को पूरी तरह से झोंक दिया है. लेकिन इस बार उनका रास्ता आसान नहीं है इस बार मध्यप्रदेश में कांग्रेस के नेता 'अभी नहीं तो कभी नहीं'  की सोच के साथ राहुल की छत्रछाया में एकजुटता के साथ मैदान में हैं.  





जावेद अनीस 
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मधुबनी : इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक का विशेष शिविर का आयोजन

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बाबूबरही/मधुबनी (आर्यावर्त डेस्क) आज बाबूबरही उपडाकघर में इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक के नये खाता खोलने हेतू विशेष शिविर का आयोजन किया गया। उपडाकपाल बैधनाथ पासवान ने बताया कि बचत और current खाता आधार कार्ड की सहायता से बिना किसी कागजात लिए कुछ हीं मिनटों में खोल कर दे दिया जाता है। इस खाता में लेन देन   केवल अंगूठे के निशान से  बिना पासबूक/चेकबूक/  निकासी फौर्म आदि के होगा । तथा पासबूक की जगह QR CARD दिया जा रहा है। श्री पासवान ने बताया कि इस खाता के माध्यम से भारत के सभी डाकघर एवं राष्ट्रीयकृत बैंकों में लेन देन हो सकेगा तथा  सभी प्रकार के बील का भूगतान जैसे बिजली,पानी, मोबाईल रिचार्ज,  टेलिविजन रिचार्ज, बीमा राशि इत्यादि का   भूगतान खाताधारक घर बैठे आसानी से कर सकता है। यह  विशेष शिविर दिनांक 21-11-2018 से 28-11-2018 तक चलेगा। इस बाबत बाबूबरही के सभी पंचायत के आम जन से खाता खूलवाने हेतू कहा गया है। ताकि केन्द्र एवं राज्य सरकार से प्राप्त सभी प्रकार के लाभ, जैसे बृद्धावस्था पेंशन,मनरेगा, सामाजिक सूरक्षा पेंशन, प्रधान मंत्री आवास योजना, गैस सब्सिडी इत्यादि इसी एक  खाता के माध्यम से मिले।

बारिश ने बिगाड़ा भारत का खेल, 4 रन से गंवाया मैच

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ब्रिसबेन, 21 नवंबर, आस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम ने वर्षा प्रभावित पहले ट्वंटी 20 मुकाबले में बुधवार को आखिरी समय के रोमांच के बाद डकवर्थ लुईस नियम से चार रन से जीत अपने नाम कर तीन मैचों की सीरीज़ में 1-0 की बढ़त बना ली। वर्षा प्रभावित मैच में भारतीय क्रिकेट टीम को 17 ओवर में 174 रन का चुनौतीपूर्ण लक्ष्य प्राप्त हुआ था लेकिन वह सात विकेट खोकर 169 रन ही बना सकी। भारत ने टॉस जीतने के बाद आस्ट्रेलिया को पहले बल्लेबाजी के लिये आमंत्रित किया लेकिन मैच के 17वें ओवर में बारिश की दस्तक के बाद मैच को कुछ देर रोक देना पड़ा। इसके बाद मैच में ओवरों की संख्या को घटाकर 17 ओवर कर दिया गया जिसमें आस्ट्रेलिया ने चार विकेट पर 158 रन बनाये जबकि डकवर्थ लुईस नियम से भारत को इतने ओवरों में 174 रन का चुनौतीपूर्ण लक्ष्य दे दिया। भारत के लिये शिखर धवन ने 76 रन की अहम अर्धशतकीय पारी खेली जबकि आखिरी ओवरों में विकेटकीपर बल्लेबाज़ रिषभ पंत ने 20 रन और दिनेश कार्तिक ने 30 रन बनाये। आस्ट्रेलिया के लिये एडम जम्पा ने 22 रन पर दो विकेट और मार्कस स्टोइनिस ने 27 रन पर दो विकेट लिये। बिली स्टेनलेक, एंड्रयू टाई और बेहरेनड्रॉफ को एक एक विकेट मिला।

नोटबंदी का रबी अभियान पर असर नहीं हुआ था : कृषि मंत्रालय

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नयी दिल्ली 21 नवम्बर, कृषि मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि 2016-17 में नोटबंदी का रबी अभियान पर विपरीत असर नहीं हुआ था।  कृषि मंत्रालय ने मीडिया में नोटबंदी का किसानों पर हुए असर की खबर पर टिप्पणी करते हुए आज कहा कि उसका मत है कि रबी अभियान पर नोटबंदी का विपरीत असर नहीं हुआ था। वर्ष 2016-17 के दाैरान नोटबंदी शुरु होने के पहले गेहूं के अलावा ज्यादातर बीजों का वितरण हो चुका था तथा गेहूं के बीज के वितरण का कार्य चल रहा था। राज्य सरकारों ने अपने बीज निगमों और संस्थाओं को निर्देश दिया गया था कि वे 500 और 1000 के पुराने नोट के माध्यम से बीज की बिक्री सुनिश्चित करायें। केन्द्र सरकार ने भी ऐसी अनुमति राष्ट्रीय बीज निगम समेत अन्य संस्थाओं को दे दी थी ।  नोटबंदी के कारण किसानों को कोई कठिनाई नहीं हो इसके लिए किये गये प्रयासों का फल यह हुआ कि देश में वर्ष 2016-17 में गेहूं बीज का वितरण 124.87 लाख क्विंटल किया गया जो वर्ष 2015-16 के 95.83 लाख टन से बहुत अधिक था । इसके अलावा पूरे रबी सीजन में बीज का वितरण 348.58 लाख टन रहा था जो कि वर्ष 2015-16 304.04 लाख टन से अधिक था । मंत्रालय ने कहा कि वर्ष 2016-17 में गेहूं का उत्पादन नौ करोड़ 85 लाख टन था जो 2015-16 में नौ करोड़ 22 लाख टन था । वर्ष 2016-17 के दौरान 307.85 लाख हेक्टेयर में गेहूं की बुआई की गयी थी जबकि 2015-16 के दौरान 304.18 लाख हेक्टेयर में ही इसे लगाया गया था । मंत्रालय ने कहा है कि जहां तक राष्ट्रीय बीज निगम का संबंध है तो 500 और 1000 रुपये केे पुराने नोट से बीज की बिक्री की अनुमति मिलने पर उसकी बिक्री में तेजी आयी । 

विकास के मुद्दे पर चुनाव लड़ेगी कांग्रेस : सचिन पायलट

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जयपुर, 21 नवंबर, कांग्रेस की ओर से मुख्यमंत्री पद के प्रबल दावेदार प्रदेश पार्टी अध्यक्ष सचिन पायलट ने कहा है कि केंद्र और राज्य में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार की जनविरोधी नीतियों और शासन की विफलताओं को उजागर करते हुए एक सकारात्मक सोच के साथ विकास के मुद्दों पर चुनाव लड़कर राज्य में जीत हासिल करना उनकी पार्टी का मुख्य सूत्र है। श्री पायलट ने बुधवार को यहां यूनीवार्ता से खास बातचीत में दावा किया कि राज्य की जनता कांग्रेस को लाने का मन बना चुकी है और उनकी पार्टी भारी बहुमत के साथ सरकार बनाने जा रही है। राज्य में सत्ता विरोधी लहर के कारण ही कांग्रेस की स्थिति मजबूत नहीं हुई है बल्कि पार्टी ने विपक्ष में रहकर पिछले पांच साल में जिस प्रकार सरकार की तानाशाही रवैये और प्रशासन की विफलताओं को उजागर करने के लिए सतत संघर्ष किया है उससे राज्य की जनता के बीच उनके दल की लोकप्रियता बढ़ी है। राज्य की जनता बेहतर भविष्य के लिए कांग्रेस की ओर देख रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के शासन में जो घमंड और गुरुर लोगों को देखने को मिला है तथा बड़े-बड़े महलों के बंद दरवाजों से शासन चला है, उससे लोग नाराज और निराश हैं। उनकी पार्टी ने सकारात्मक रुख के साथ अपना अभियान चलाया और इसके तहत जनता को राहत देने के लिए रोडमैप तैयार किया है। भाजपा के पास अकूत संसाधन हैं। आंकड़े बताते हैं कि राजनीतिक दलों को मिलने वाले चंदे में सबसे अधिक रकम भाजपा को मिलती है, इसलिए वह चुनाव में कोई को कसर नहीं छोड़ने वाले हैं लेकिन जनता की इच्छा के बिना कोई पार्टी सरकार नहीं बना सकती। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा धर्म के नाम पर लोगों को बांटकर और धुव्रीकरण करके सत्ता हासिल करने के अपने पुराने तरीके को दोहराने की कोशिश करेगी। अभी हाल में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह राजस्थान दौरे के दौरान असम के राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर मुद्दा, बंगलादेशियों को देश से खदेड़ने की बात करके प्रदेश में माहौल खराब करने की कोशिशें की थी लेकिन महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार के मुद्दे पर एक भी शब्द नहीं कहा है। राज्य की जनता 900 रुपये में गैस सिलेंडर, 125 रुपये किलो मूंग की दाल और 90 रुपये लीटर पेट्रोल खरीद रही है लेकिन मुख्य मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए लोगों को धर्म-जाति के नाम पर गुमराह किया जा रहा है। भाजपा को बेनकाब करना हमारी जिम्मेदारी है।

चुनाव में ध्रुवीकरण करने के प्रयास पर श्री पायलट ने कहा कि उत्तर प्रदेश की तर्ज पर भाजपा यहां भी चुनाव लड़ने के लिए माहौल बनाने की कोशिश की थी लेकिन उनके चुनावी मैदान में उतरते ही उनकी मंशा पर पानी फिर गया और उनके सामने एक अल्पसंख्यक समुदाय के उम्मीदवार को मजबूरी में उतारना पड़ा। राजस्थान सरकार के कद्दावर मंत्री यूनूस खान को उनके सामने टोंक विधानसभा से उतारा गया ताकि ध्रुवीकरण किया जा सके लेकिन उन्होंने भाजपा की मंशा को पूरी तरह विफल कर दिया। ध्रुवीकरण करना भाजपा का आखिरी हथियार है और हर चुनाव में ध्रुवीकरण की कोशिश करती है लेकिन राजस्थान की जनता इस तरह की रजनीति को पहले ही नकार चुकी है। अलवर के लोकसभा उपचुनाव में भाजपा के उम्मीदवार ने ध्रुवीकरण करने के लिए हर तरह की भाषा का इस्तेमाल किया लेकिन वहां की जनता ने कांग्रेस प्रत्याशी को दो लाख वोटों से जिताकर संसद भेजा। देश और राज्य की जनता बहुत समझदार है, वह अब भाजपा के झांसे में नहीं आने वाली है। आज की नयी पीढ़ी को अपना भविष्य बनाने के लिए रोजगार की चिंता है। श्री पायलट ने पार्टी के बागी उम्मीदवारों के मुद्दे पर कहा कि प्रदेश की जनता को यह पता चल गया कि राज्य में अब कांग्रेस की सरकार बनने वाली है इसलिए टिकट मांगने वालों की तादाद ज्यादा थी। कांग्रेस पार्टी हर टिकट दावेदारों को संतोषजनक जवाब देना चाहती थी, इसलिए टिकट बंटवारे में देरी हुई। पार्टी उम्मीदवारों के चय़न से पहले चर्चा, अाकलन, रायशुमारी तथा आपसी सर्वसम्मति बनाकर फैसला करती है। टिकट नहीं मिलने से जो लोग भी नाराज हैं, उन्हें जल्द मना लिया जाएगा। पार्टी एकजुट होकर बहुत मजबूती के साथ चुनाव मैदान में है।

उन्होंने पार्टी में पैराशूट उम्मीदवारों (दल बदलकर आने वाले) को लेकर अपना रुख साफ करते हुए कहा,“ हमारी पार्टी के पास न तो सत्ता है न ही संसाधन है, न ही सीबीआई और न ही ईडी, इसलिए हम किसी को क्या प्रलोभन दे सकते हैं।” भाजपा केंद्र और राज्य की सत्ता में है और उसके विधायक और सांसद पार्टी में घुटन महसूस कर रहे हैं तो यह भाजपा के लिए आत्मचिंतन करने की आवश्यकता है। भाजपा के काम करने के तरीके से उनके जनप्रतिनिधि परेशान हैं। बहुत ही हैरतअंगेज बात है जिन सरकारों से सांसद और विधायक ही हताश हों तो केंद्र और राज्य सरकार के बारे में आम जनता क्या सोचती होगी इसका सिर्फ अंदाजा लगाया जा सकता है। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि नोटबंदी के सभी घोषित उद्देश्य पूरी तरह असफल हो गये। इससे न तो आतंकवाद और नक्सलवाद की कमर टूटी, न ही भ्रष्टाचार पर लगाम लगी और न ही कालाधन वापस आया लेकिन जनमानस को घोर संकट से गुजरना पड़ा। सबसे चौंकाने वाली बात तो यह रही कि घोषित मुद्रा से अधिक रिजर्व बैंक के पास पैसा आ गया। केंद्र और राज्य सरकार ने मिलकर जिस तरह राज्य की जनता को गुमराह और परेशान किया है, प्रदेश की जनता आने वाले सात दिसंबर को सूद समेत उसका जवाब देगी । दोनों सरकारों की नाकामियों को लेकर हमारी पार्टी जनता तक गयी है और अब जनता वास्तविकता को समझकर सरकार से सवाल पूछ रही है। सवाल पूछने वालों को हालांकि देशद्रोही करार देकर दबाया जा रहा है।

श्री पायलट ने कहा कि टोंक विधानसभा के मामले में भाजपा की पोल पूरी तरह खुल चुकी है। टोंक में उम्मीदवार बदलकर भाजपा ने साबित कर दिया कि उसने धर्म और जाति के नाम पर टिकटों का बंटवारा किया है। यह चुनाव भाजपा और कांग्रेस के बीच है। यह चुनाव दो व्यक्तियों का नहीं बल्कि दो विचारधाराओं का है। भाजपा सरकार के पांच साल के कुशासन और उनकी पार्टी अगले पांच साल में क्या करेगी, यह चुनाव इसकाे लेकर है। उन्होंने कहा कि टोंक में पिछले पांच साल से विधायक, सांसद, मंत्री तथा प्रधानमंत्री सभी भाजपा के हैं फिर भी वहां की सड़कें जर्जर हैं तथा लोगों के पास पीने का पानी नहीं है। टोंक की जनता दोनों सरकार की उपेक्षाओं से परेशान हो गयी है और उसे अब कांग्रेस से उम्मीद है। टोंक से उम्मीदवार बनाने के लिए वह पार्टी को धन्यवाद देते हैं और उम्मीद है कि भारी बहुमत से उनकी जीत होगी। उन्होंने कहा कि अजमेर-टोंक -सवाई माधोपुर रेल परियोजना को 2012 पास करवाया था लेकिन वसुंधरा सरकार ने इस काम ठंडे बस्ते में डाल दिया। संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की सरकार के दौरान मंत्री रहकर जिस प्रकार अजमेर की जनता को हवाई अड्डा दिलाया, उसी तरह टोंक की जनता रेलवे लाइन मिलेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस विकास और युवाओं को रोजगार देने के मुद्दे पर चुनाव लड़ेगी। प्रदेश को कृषि संकट से बचाना हमारी पहली प्राथमिकता होगी। एक भी वादा एसा नहीं करेंगे जिसे पूरा नहीं किया जा सकता है। उनकी सरकार आने पर घमंड और गुरुर की राजनीति समाप्त होगी। आम लोगों को एेसा महसूस होगा कि यह उनकी सरकार है। हमारी सरकार सरकारी कर्मचारियों के हितों को ध्यान में रखकर काम करेगी। पिछले पांच साल के दौरान प्रदेश के ज्यादातर कर्मचारी संगठनों के लोगों ने अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया है। यह बहुत ही चौंकाने वाली बात है कि वेतन आयोग लागू होने से कर्मचारियों का वेतन बढ़ता है लेकिन राजस्थान में सातवां वेतन आयोग लागू होने के बाद कर्मचारियों का वेतन कम हो गया। श्री पायलट ने कहा कि जो सरकार अपनी जनता को शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधा देने में विफल रहे, उससे बुरी कोई सरकार कोई नहीं हो सकती है। प्रदेश की मुखिया एक महिला होने के बावजूद महिलाओं के खिलाफ अत्याचार बढ़ रहे हैं। प्रदेश में हर दिन दिन आठ से 10 बलात्कार की घटनाएं सामने आ रही है।

नवाचार परिषद् से एक हजार संस्थान जुड़े : जावड़ेकर

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नयी दिल्ली, 21 नवंबर, देश में नवाचार को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने भारतीय नवाचार परिषद् का गठन किया है जिससे एक हज़ार उच्च शिक्षण संस्थानों को जोड़ा गया है। इससे देश में नवाचार की संस्कृति पैदा होगी।  यह बात आज यहां मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद् में आयोजित समारोह में अपने वीडियो सन्देश में कही।  श्री जावेड़कर ने वीडियो सन्देश के जरिए भारतीय नवाचार परिषद् का उद्घाटन करते हुए कहा कि देश में नवाचार एवं शोध कार्यों का विकास इसलिए नहीं हुआ क्योंकि शोध संस्थान अलग स्थापित किये गए और विश्वविद्यालय अलग स्थापित हुए। यह एक बहुत बड़ी गलती उच्च शिक्षा क्षेत्र में हुई। उन्होंने कहा कि बच्चों का मस्तिष्क बहुत कल्पनाशील होता है और नवाचार में उनकी रुचि होती है, इसलिए हमारी सर कार ने स्कूल स्तर से ही नवाचार को बढ़ावा दिया है और इसके लिए अटल टैंकरिंग लैब खोले गए और अब तक 3000 ऐसे लैब खोले जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि गत चार सालों में मानव संसाधन विकास मंत्रालय में उनका सर्वाधिक मन नवाचार योजनाओं में ही लगा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी नवाचार पर हमेशा बल दिया है। श्री जावडेकर ने कहा कि उनकी सरकार नवाचार की संस्कृति विकसित करने का काम कर रही है और इसके लिए माहौल बना रही है। पिछले कुछ वर्षों से यह माहौल बनने के कारण ही आज सोलह सौ संस्थानों ने नवाचार करने के लिए आवेदन किया और उनमे से एक हज़ार सात संस्थाओं का चयन किया गया है। उन्होंने कहा कि अब उच्च संस्थानों की रैंकिंग को भी नवाचार से जोड़ दिया गया है। इसका मतलब यह है कि जो उच्च संस्थान नवाचार का काम करेंगे उन्हें और बेहतर रैंकिंग मिलेगी। इस अवसर पर अखिल भारतीय तकनीकी परिषद् के अध्यक्ष डॉ अनिल सहस्त्रबुद्धे और अन्य अधिकारी भी मौजूद थे। 

मध्यप्रदेश में चौथी बार भाजपा की सरकार बनेगी : राजनाथ

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हरदा, 21 नवंबर,केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने मध्यप्रदेश में लगातार चौथी बार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार बनने का दावा करते हुए कांग्रेस को बिन दूल्हे की बारात बताया है। श्री सिंह ने आज यहां हरदा जिले की खिरकिया तहसील में भाजपा प्रत्याशी और पूर्व मंत्री कमल पटेल के समर्थन में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए लोगों से सुशासन पर मतदान करने की अपील करते हुए भाजपा को प्रदेश में चौथी बार सरकार बनाने का अवसर दिए जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि शिवराज सरकार ने प्रदेश के हालात बदल दिए है, पूरे प्रदेश में सड़को और नहरों का जाल बिछा दिया है। उन्होंने कहा कि शिवराज सिंह चौहान एक दशक से अधिक समय से प्रदेश के मुख्यमंत्री है, इसके बावजूद उनमें आज तक पद का अहंकार नहीं देखा गया जबकि कांग्रेस के राज में क्या मुख्यमंत्री, क्या विधायक सभी अतिविशिष्ट हो गए थे। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने मध्यप्रदेश को बीमारू राज्य की पहचान से उभार कर विकसित प्रदेश बनाया है। श्री सिंह ने दावा करते हुए कहा, “मध्यप्रदेश में लगातार चौथी बार भाजपा की सरकार बनने जा रही है, यह दावा मैं नहीं कर रहा बल्कि देश और दुनिया के प्रमुख राजनीतिक विश्लेषक ऐसा मानते है।” उन्होंने कांग्रेस को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि जिस पार्टी ने अभी तक प्रदेश में अपना नेता नहीं चुना, उनसे भविष्य में क्या उम्मीद की जा सकती है। प्रदेश में कांग्रेस की स्थिति उस बारात जैसी है जिसके दूल्हे का कोई आता-पता नहीं है।

राज्यपाल ने जम्मू कश्मीर विधानसभा भंग की

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जम्मू, 21 नवंबर, जम्मू कश्मीर में सरकार बनाने की कांग्रेस, नेशनल कांफ्रेंस और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की आशाओं पर उस समय जोरदार कुठाराघात हुआ जब राज्यपाल सत्य पाल मलिक ने राज्य विधानसभा को आज रात भंग कर दिया आधिकारिक सूत्रों ने यहां बताया कि राज्यपाल ने अपने अधिकारों तथा शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए आज रात विधानसभा को भंग कर दिया। गौरतलब है कि आज दिन भर काफी नाटकीय घटनाक्रम चल रहा था और पीडीपी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा था कि तीनो पार्टियों सरकार बनाने के लिए हाथ मिला सकती थी ।

दुनिया भर में भारतीयों का डंका : राष्ट्रपति

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सिडनी 21 नवंबर,राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने बुधवार को भारतीय समुदाय के सदस्यों के कठोर परिश्रम एवं प्रतिभा की सराहना करते हुए कहा कि भारतीय व्यवसायी दुनियाभर में प्रगति कर रहे हैं। राष्ट्रपति ऑस्ट्रेलिया की राजधानी सिडनी में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए कहा,“भारतीय व्यवसायी आज अास्ट्रेलिया और पूरे विश्व में लोकप्रिय हो रहे हैं। भारतीय समुदाय, उद्यमी, चिकित्सक, अध्यापक, बैंकर एवं प्रौद्योगिकी विशेषज्ञ ऑस्ट्रेलिया को महत्वपूर्ण बना रहा है। भारतीय छात्र अकादमिक एवं शोध, आविष्कारों और खेल के क्षेत्रों में अग्रणी हैं। श्री कोविंद दो देशों वियतनाम और ऑस्ट्रेलिया की यात्रा के अंतिम चरण में आज सिडनी पहुंचे। राष्ट्रपति का यह पहला अास्ट्रेलिया दौरा है। राष्ट्रपति यहां के भारतीय उच्चायुक्त द्वारा आयोजित भारतीय समुदाय के स्वागत समारोह में भी शामिल हुए। अास्ट्रेलिया में भारतीय राजदूत डॉ. अजय एम. गोंडाने ने भारतीय समुदाय से कहा कि यह गर्व का विषय है कि ऑस्ट्रेलिया में भारतीय समुदाय समाज और अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। उन्होंने कहा कि अस्ट्रेलिया बड़ी संख्या में भारतीय छात्रों का घर बन गया है। इन छात्रों के कठोर परिश्रम एवं प्रतिभा ऑस्ट्रेलिया-भारत नॉलेज पार्टनरशिप का प्रतीक चिह्न है।  इससे पहले, राष्ट्रपति ने सिडनी स्थित एएनजेडएसी युद्ध स्मारक में नमन किया। स्मारक का निर्माण प्रथम विश्व युद्ध में शहीद हुए आस्ट्रेलियाई जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिए किया गया।

भाजपा ने हर परिवार को लाभ पहुंचाने का किया प्रयास : अमित शाह

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जयपुर 21 नवम्बर, भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कांग्रेस पर जातिवाद, परिवारवाद एवं तुष्टीकरण की राजनीति का आरोप लगाते हुये दावा किया है कि विकास के एजेंडे पर भाजपा ने हर परिवार को लाभ पहुंचाने का प्रयास किया है। युवां री बात अमित शाह के साथ कार्यक्रम में श्री शाह ने युवाओं से कहा कि परिवारवाद के कारण युवाओं में योग्यता के बावजूद उन्हें कोई मंच नहीं मिला तथा सत्तर वर्ष में जितना विकास होना चाहिये उतना नहीं हुआ।  राजस्थान की चर्चा करते हुये उन्होंने कहा कि सरकारी योजनाओं से सभी को लाभांवित करने का प्रयास किया गया है तथा कोई भी परिवार ऐसा नहीं है जिसे कुछ नहीं मिला हो। उन्होंने कहा कि 80 लाख शौचालय बनाये गये, 50 लाख मोबाइल दिये गये तथा तीन लाख युवाओं को कौशल विकास का प्रशिक्षण दिया गया। प्रति व्यक्ति आय भी बढ़कर 60 हजार से 73 हजार हो गई। भू जल स्तर भी ऊपर उठा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की तुलना में केन्द्र में मोदी सरकार ने राजस्थान को ढाई गुना ज्यादा एक लाख नौ हजार करोड़ से बढ़ाकर दो लाख 73 हजार करोड रूपये की सहायता दी है। बीस हजार करोड का मुद्रा रिण दिया गया तथा 220 करोड़ रुपए प्रधानमंत्री आवास योजना में दिये गये। पांच साल में सत्ता परिवर्तन की परम्परा की चर्चा करते हुये उन्होंने कहा कि केन्द्र के साथ राज्य में भी भाजपा सरकार होने से डबल इंजन की तरह विकास को आगे बढा सकता है। लिहाजा युवाओं को भाजपा से जुड़कर चुनाव में विजय दिलानी चाहिए।  कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर गठबंधन के सहारे सत्ता हासिल करने के प्रयास पर तंज कसते हुये उन्होंने कहा कि टुकड़ों में बंटी पार्टियां वर्ष 2019 के चुनाव में भाजपा को सत्ता दिलायेगी। उन्होंने पार्टी के बड़े नेताओं का सम्मान नहीं करने के राहुल गांधी के आरोप पर कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री नरसिंह राव की मृत्यु पर कांग्रेस ने कोई सम्मान नहीं दिया तथा पार्टी के कोषाध्यक्ष सीताराम केसरी को कार्यालय से बाहर फिकवा दिया। इसके विपरीत पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी की मौत पर ऊपर से नीचे तक भाजपा उनके सम्मान में जुटी हुई थी। घुसपेठियों की चर्चा करते हुये श्री शाह ने कहा कि असम में तीन करोड़ की आबादी में 40 लाख घुसपेठियों को चिह्नित किया गया है। घुसपेठियों की समस्या कांग्रेस के शासन से शुरू हुई। हम एक एक घुसपेठियों को बाहर निकालेंगे। कश्मीर में आतंकवादियों के हमले की चर्चा करते हुये कहा कि उरी में जब 12 जवानों को जिन्दा जलाया गया तब उनकी हत्या का बदला लेने के लिए सीमा पार सर्जिकल स्ट्राईक से दुश्मन के ठिकाने नष्ट किये गये। उन्होंने कहा कि यह तभी संभव हो पाया जब केन्द्र में मनमोहन (मौनी बाबा) की नहीं बल्कि नरेन्द्र मोदी की सरकार है।

जनता से किये वादे पूरा करने में नाकाम मोदी सरकार : मनमोहन सिंह

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इंदौर, 21 नवंबर, पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह ने केन्द्र में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अगुवाई वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार को सभी मोर्चे पर विफल करार दिया और कहा कि मोदी सरकार जनता से किये किसी भी वादे को पूरा करने में नाकाम रही है।  डॉ सिंह ने आज यहां संवाददाता सम्मेलन में केन्द्र के साथ-साथ मध्यप्रदेश की शिवराज सिंह चौहान पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पिछले लोकसभा चुनाव में नरेन्द्र मोदी ने देश की जनता से कई वादे किये थे। इनमें प्रति वर्ष दो करोड़ रोजगार देने का वादा भी किया गया था। करीब साढ़े चार साल बीत जाने के बावजूद रोजगार के मोर्चे पर कोई ठोस काम नहीं किया गया। ऐसा लगता है कि मोदी सरकार में रोजगार का वादा भी जुमला बनकर रह गया है।  पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि मोदी सरकार के साढ़े चार साल के कार्यकाल के दौरान देश मुसीबत में रहा है। देश की जनता महंगाई से त्रस्त रही। पेट्रोल-डीजल के दाम लगातार बढ़ते रहे। उन्होंने नोटबंदी को सरकार की बड़ी विफलता बताते हुए कहा कि नोटबंदी और जीएसटी से किसान, व्यापारी, छोटे और लघु उद्योग सर्वाधिक मुसीबत में हैं।  डॉ सिंह ने मोदी सरकार पर राष्ट्रीय संस्थाओं के दुरूपयोग का आरोप लगाते हुए कहा कि केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जुड़ा मामला अभी सर्वोच्च न्यायालय में है। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि देश में इन संस्थाओं की हालत ऐसी क्यों हुई। उन्होंने राफेल विमान सौदे का जिक्र करते हुए कहा कि इससे जुड़े तथ्यों को छुपाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दल संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच की मांग कर रहे हैं लेकिन मोदी सरकार इसके लिए तैयार नहीं है। इससे ऐसा लगता है कि दाल में कुछ काला है।

राम मंदिर के लिए कटिबद्ध है भाजपा : अमित शाह

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जयपुर, 21 नवंबर, भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने बुधवार को कहा कि पार्टी अयोध्या में राम मंदिर बनाने को लेकर कटिबद्ध है और वह अपने इस संकल्प से जरा भी पीछे नहीं हटेगी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि देश को गठबंधन के नेतृत्व वाली ‘मजबूर’ नहीं, बल्कि मोदी के नेतृत्व वाली ‘मजबूत’ सरकार की जरूरत है।  शाह ने यहां एक निजी स्कूल में प्रदेश के सात संभागों के युवाओं के साथ संवाद कार्यक्रम 'युवां री बात अमित शाह के साथ'को संबोधित किया। शाह ने बाद में शाम को बीकानेर में पार्टी प्रत्याशियों के समर्थन में रोड शो किया। जयपुर में कार्यक्रम के दौरान अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर पार्टी की प्रतिबद्धता के सवाल पर शाह ने कहा, ‘‘अयोध्या में जहां रामलला विराजमान हैं, उसी स्थान पर भव्य राम मंदिर बने, इसके लिए भारतीय जनता पार्टी कटिबद्ध है और यह हमारा देश से वादा है। इसमें एक इंच भी पीछे हटने का कोई सवाल नहीं है।’’  शाह के अनुसार भाजपा ने अपने घोषणापत्र में कहा है कि वह इस मुद्दे का न्यायिक समाधान चाहती है और वहां जल्द से जल्द राम मंदिर बनाना चाहती है। 

उन्होंने कहा, ‘‘जनवरी में अदालत में तारीख है और हमें पूरी आशा है कि राम जन्मभूमि मामले पर तेजी से सुनवाई होगी तथा फैसले के बाद वहां भव्य राम मंदिर का निर्माण होगा। परंतु भाजपा अपने वचन से एक इंच भी पीछे नहीं जा सकती। उसी स्थान पर और डिजाइन के हिसाब से ही भव्य राम मंदिर का निर्माण करना, यह भारतीय जनता पार्टी का संकल्प है जिसे लेकर हमारे मन में कोई संशय नहीं है।’’  केंद्र में ‘मजबूत’ नहीं, ‘मजबूर’ सरकार संबंधी बसपा नेता मायावती के बयान का जिक्र करते हुए शाह ने कहा, ‘‘हम चाहते हैं कि मोदी के नेतृत्व में, वसुंधरा राजे के नेतृत्व में एक ‘मजबूत’ सरकार बने जो राजस्थान व देश के विकास के लिए आगे बढ़ सके।’’  उन्होंने कहा, ‘‘ये जो गठबंधन, गठबंधन, गठबंधन करते हैं... अभी मायावती ने कहा कि देश में ‘मजबूत’ सरकार नहीं चाहिए, ‘मजबूर’ सरकार चाहिए। उन्हें ‘मजबूर’ सरकार चाहिए, हमें ‘मजबूत’ सरकार चाहिए जो देश में विकास कर सके... राहुल गांधी के नेतृत्व में गठबंधन ‘मजबूर’ सरकार चाहता है और जो सरकार ‘मजबूर’ हो, वह कैसे देश का विकास कर सकती है?’’ इसके साथ ही शाह ने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि वे ‘गठबंधन’ की बातों से भ्रमित न हों और यह महज एक ढकोसला है।  उन्होंने कहा, ‘‘राहुल गांधी सब जगह घूम रहे हैं और अब उनको गठबंधन की थ्योरी सूझ रही है। गठबंधन कुछ नहीं है, गठबंधन एक ढकोसला है। भाजपा का समर्थक वोटर कार्यकर्ता जरा भी कन्फयूज न हो। मैं डंके की चोट पर कहना चाहता हूं कि 2019 में अब से ज्यादा बहुमत के साथ भाजपा की सरकार बनेगी।’’  युवा और रोजगार संबंधी एक सवाल पर शाह ने कहा यह भावनाओं से नहीं सुधरने वाला, न ही यह भाषणों से सुधरने वाला है, बल्कि यह तो देश के अर्थतंत्र के विकास से ही सुधरने वाला है। 

उन्होंने कहा कि कांग्रेस आती है तो वृद्धि दर नीचे जाती है, भाजपा आती है तो विकास दर ऊपर जाती है। शाह ने कांग्रेस में आंतरिक लोकतंत्र के अभाव का आरोप भी लगाया और कहा कि जिस पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र नहीं है, वह देश के लोकतंत्र को कैसे सुरक्षित रख सकती है।  बीकानेर में कांग्रेस के एक प्रत्याशी द्वारा ‘भारत माता की जय’ के नारों के बीच सोनिया गांधी की ‘जय’ के नारे लगवाए जाने की कथित घटना का जिक्र करते हुए शाह ने कहा, ‘‘वंशवाद की राजनीति का इससे ज्यादा खराब परिणाम और क्या हो सकता है उन्होंने कहा कि जिन लोगों को ‘भारत माता की जय’ बोलने में हिचकिचाहट होती है, उनको इस धरती का अन्न खाने का कोई अधिकार नहीं है।  शाह ने कहा कि भाजपा ने वंशवादी राजनीतिक परंपराओं को देश से समाप्त किया है और देश की राजनीति में जब तक वंशवाद है, उसमें प्रतिभाशाली युवाओं को मौका नहीं मिल सकता है। राज्य में एक बार कांग्रेस और एक बार भाजपा की सरकार बनने की कथित परंपरा के सवाल पर उन्होंने इसे खारिज किया।  उन्होंने कहा, ‘‘इसी राजस्थान में भैरों सिंह शेखावत ने दो बार लगातार सरकार बनाई। पहले कई बार कांग्रेस की सरकारें भी बार-बार बनीं।’’  शाह ने कहा कि अगर इसे मिथक मान भी लें तो इस बार प्रदेश के युवा इसे तोड़ देंगे और पार्टी भी इसके लिए पूरी तरह तैयार है।  उन्होंने शाम को बीकानेर में पार्टी प्रत्याशियों के समर्थन में रोड शो किया।  यह रोड शो जस्सूसर गेट से जूनागढ़ तक लगभग तीन किलोमीटर तक चला। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल और भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष मदनलाल सैनी के साथ पार्टी प्रत्याशी सिद्धी कुमारी तथा गोपाल जोशी मौजूद थे। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता शामिल हुए।

बिहार : ट्विटर पर लालू और सुशील के बीच जुबानी जंग

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पटना, 21 नवंबर, चारा घोटाला मामलों में सजा काट रहे राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव और बिहार के उपमुख्यमंत्री एवं वरिष्ठ भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी के बीच बुधवार को ट्विटर पर जुबानी जंग छिड़ गयी। इस टकराव की शुरुआत यादव के आधिकारिक ट्विटर हैंडल की एक पोस्ट से हुई जिसे उनके करीबी साथी चलाते हैं। राजद प्रमुख ने इस पर एक हिन्दी समाचार पोर्टल के एक लेख को साझा किया जिसका शीर्षक ‘‘भाजपा लालू से इतना क्यों डरती है’’ था। लेख को इस टिप्पणी के साथ साझा किया गया, ‘‘क्योंकि मैं इनके दुष्प्रचार,लालच, प्रतिशोध, प्रताड़ना और किसी प्रकार की ब्लैकमेलिंग से नहीं डरता। क्योंकि इनकी जातिवादी, नफ़रतवादी, संविधान व इंसान विरोधी ज़हरीली राजनीति का सबसे मुखर विरोधी हूँ। सिद्धांतों से समझौता नहीं कर सकता चाहे क्यों ना फाँसी हो जाए।’’  इन टिप्पणियों से नाराज सुशील मोदी ने जवाब दिया, ‘‘लालू प्रसाद 30 साल से संघ- भाजपा के खिलाफ दुष्प्रचार कर रहे हैं। वे अल्पसंख्यकों को डरा कर वोट लेते रहे। सम्पत्ति का लालच इतना कूट-कूट कर भरा है कि चारा घोटाला से लेकर होटल घोटाला तक कर डाला। प्रतिशोध लेने के लिए उनके राज में सैंकड़ों लोग मारे गए और ब्लैकमेलिंग के बल पर बिहार में अपहरण उद्योग पनपा। वे किस सिद्धांत की बात कर रहे हैं।’’ खास बात यह है कि लालू और सुशील ने 1970 के दशक में ‘‘जेपी आंदोलन’’ में साथ-साथ भाग लिया था। उस समय उपमुख्मंत्री पटना विश्वविद्यालय छात्र संघ के महासचिव और लालू इसके अध्यक्ष थे।

बीसीसीआई की हिदायत को शमी ने किया नजरअंदाज

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कोलकाता, 21 नवंबर, ऑस्ट्रेलिया के आगामी दौरे को देखते हुए बीसीसीआई ने मोहम्मद शमी को रणजी मैच की पारी में 15 से 17 ओवर से अधिक गेंदबाजी नहीं करने की हिदायत दी थी लेकिन बंगाल के इस तेज गेंदबाज ने 26 ओवर गेंदबाजी करने के बाद कहा कि यह उनका ‘खुद का फैसला’ था।  शमी ने मैच के दूसरे दिन बुधवार को 26 ओवर में 100 रन देकर तीन विकेट लेने के बाद पत्रकारों से कहा, ‘‘जब आप अपने राज्य के लिए खेलते हैं तो आपको जिम्मेदारी निभानी होती है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ मैं अच्छा महसूस कर रहा था और कोई परेशानी नहीं थी। विकेट से मदद मिल रही थी इसलिए मैं जितनी गेंदबाजी कर सकता था उतना किया। यह मेरा खुद का फैसला था।’’ शमी की तुलना में बंगाल के नियमित स्ट्राइक गेंदबाज अशोक डिंडा ने 19 और युवा इशान पोरेल तथा मुकेश कुमार ने क्रमश: 18 और 14 ओवर गेंदबाजी की। शमी में कहा कि अभ्यास की जगह मैच में गेंदबाजी करना अच्छा होता है। उन्होंने कहा, ‘‘ कहीं और अभ्यास करने से अच्छा होता है कि आप अपनी टीम और राज्य के लिए गेंदबाजी करें। आप यहां जितनी गेंदबाजी करेंगे ऑस्ट्रेलिया में उतनी मदद मिलेगी। यह अच्छी तैयारी है। मेरे लिए मैच में गेंदबाजी करना तैयारी करने का सबसे अच्छा तरीका है। मैं कभी भी ऐसा ही चाहूंगा।’’  शमी ने इस साल नौ टेस्ट में भारत के लिए सबसे ज्यादा 33 विकेट लिये है जिसमें दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पारी में पांच विकेट भी शामिल हैं।  ऑस्ट्रेलिया दौरे पर चार मैचों की बार्डर-गावस्कर श्रृंखला में भारत को पहला टेस्ट छह दिसंबर से एडिलेड में खेलना है।  शमी ने कहा, ‘‘ मैंने अच्छी तैयारी की है, अच्छी ट्रेनिंग की है। वहां मुझे अभ्यास मैच में खेलना है। मैं टेस्ट के लिए तैयार रहूंगा।’’  बंगाल के कोच साइराज बहुतुले ने भी शमी का समर्थन किया। उन्होंने कहा, ‘‘ वह गेंदबाजी करना चाहता था इसलिए उसने गेंदबाजी जारी रखी। किसी ने उस पर दवाब नहीं डाला।’’  शमी की गेंदबाजी के बाद भी केरल ने बंगाल के खिलाफ पहली पारी में 144 रन की बढ़त हासिल की। दूसरी पारी में बंगाल की टीम अभी 139 रन से पीछे है और उसके नौ विकेट शेष हैं।
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