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आलेख : सेवा वही जिसमें स्वार्थ न हो

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सेवा हर इंसान को करनी चाहिए, यह उसका प्राथमिक फर्ज है। उदरपूर्ति के लिए जरूरी काम-काज के बाद जो कुछ समय हमें मिलता है, उस पर हमारा कोई अधिकार नहीं है, वह समय समाज का है। यह वह समय होता है जब हमें आत्मकेन्दि्रत स्वभाव को छोड़कर औरों के लिए जीने तथा समाज और देश के लिए काम करने के लिए सदैव उद्यत रहना चाहिए। इसका यह अर्थ नहीं कि हम शेष समय को मन्दिरों, चौराहों, सर्कलों, पाटों, दुकानों की पेढ़ियों और दूसरी जगहों पर बैठकर गप्पे हाँकने और समाज व देश के लिए चर्चाएं करने में बिता दें। सेवा का अर्थ है हमारी कर्मेन्दि्रयों और ज्ञानेन्दि्रयों का सम्पूर्ण उपयोग, मेहनत और लक्ष्य के साथ कर्मयोग। इस मामले में लोगों की विचारधाराएं और मत भिन्न-भिन्न हैं।

हर इंसान का फर्ज है कि जिस मिट्टी से उपजा अनाज वह खाता है, जहां की वायु, पानी का सेवन करता है, जिन लोगों के बीच रहता है, वहाँ का कर्ज चुकाए बगैर वह ऋण मुक्त नहीं हो सकता। इस ऋण को चुकाने का सीधा सा अर्थ है कि हमारे काम-धंधे और नौकरी के अलावा जो कुछ समय मिलता है उसमें से अपनी सुविधा के अनुसार कुछ न कुछ समय समाज और अपने क्षेत्र के लिए निकालें और सेवा करें।

सेवा से सीधा तात्पर्य उस काम से है जो हम जनता की भलाई के लिए कर सकते हैं, ईश्वर ने हमें समर्थ बनाया है और जो हम आसानी से कर सकते हैं, इससे हमारे दैनिक जीवन या काम-काज पर किसी भी प्रकार का बुरा असर नहीं पड़ता। सेवा का संबंध रुपए-पैसों से कतई नहीं है। रुपए पैसे लेकर सेवा करने वालों की गिनती ठेकेदारों और मजदूरों में होने लगती है और इसमें किसी भी प्रकार की सेवा का हमें कोई पुण्य प्राप्त नहीं होता क्योंकि हम अपने द्वारा दी गई सेवा की एवज में पैसे ले लिया करते हैं, चाहे वे सामने वाले की इच्छा से प्राप्त कर लें अथवा हमारे किसी न किसी दबाव में।

सेवा का सीधा सा फार्मूला यह है कि अपने द्वारा किए गए वो काम जिनके बदले हमेंं किसी से कोई अपेक्षा नहीं होती, न धन की, न पब्लिसिटी की, न धन्यवाद पाने की। यह सेवा अपने आप में पूरी तरह निःस्वार्थ, निरपेक्ष और निष्काम ही होती है जिसकी किसी भी रूप में पुनर्भरण की इच्छा मात्र भी नहीं होती। जिस सेवा के बदले हम कुछ भी प्राप्त करने की आशा नहीं रखते हैं, उसी सेवा का पुण्य हमें प्राप्त होता है और ईश्वर भी इसी प्रकार की निष्काम सेवा से ही प्रसन्न होता है।

जस अच्छे कार्य के लिए हम सेवा का ढिण्ढोरा पीटते हुए दिन रात दूसरों से चंदा उगाही करते रहते हैं, दान-पुण्य और श्रद्धा के नाम पर रुपए-पैसों या अन्य प्रकार का सहयोग प्राप्त कर दूसरी जगह लगा दिया करते हैं उसका हमें कोई पुण्य प्राप्त नहीं होता। हैरत की बात यह है कि ऎसे लोग अपनी ओर से एक पैसा भी सेवा कार्यों में नहीं लगाते।

हमें प्राप्त होने वाले यश और पब्लिसिटी से उस सेवा का पुनर्भरण हमको हो जाता है, इसलिए ऎसे सेवा कार्य से पुण्य संचय और भगवान की प्रसन्नता की कामना दिवास्वप्न ही है। खूब सारे लोग सेवा के नाम पर  कितने सारे जतन करते रहते हैं लेकिन उनकी सेवा किसी मुनीम, हवाला कारोबारी या ठेकेदारी सेवा की तरह ही है जिसमें एक जगह से पैसा लाकर दूसरी जगह लगा दिया करते हैं। इसमें कई बार दबाव में, कई बार पापों की समाप्ति और कई मर्तबा अंध श्रद्धा का जबर्दस्त प्रभाव होता है।

कुछ लोग अपेन ही कामों में मस्त रहते हैं, अपने नौकरी और धंधों के सिवा उन्हें कुछ नहीं सूझता है। इन लोगों की अपेक्षा वे लोग अच्छे होते हैं जो यश-प्रतिष्ठा पाने या  अपने किसी न किसी स्वार्थ या पैसों के लिए किसी न किसी प्रकार के सेवा कार्यों में जुड़ जाते हैं और सेवा के नाम पर अपनी भी सेवा कर  डालते हैं। लेकिन सेवा करने वाले वे लोग दुनिया में सर्वश्रेष्ठ होते हैं जिनका हर कर्म परमार्थ से जुड़ा और निष्काम होता है। इन लोगों का कहीं भी अपना धेले भर का भी स्वार्थ नहीं होता। ये लोग यश-प्रतिष्ठा, नाम और तस्वीरों की भूख, छपास के महारोग और धन संग्रह की लोभी-लालची प्रवृत्ति से दूर रहकर चुपचाप सेवा करते रहते हैं। वस्तुतः सही सेवा यही है। इन लोगों के आत्मआनंद का कोई मुकाबला नहीं होता और ऎसे लोग मरने के बाद मुक्ति या स्वर्ग को प्राप्त होते हैं।

जो लोग किसी न किसी नौकरी या काम-धंधों में कमा खा रहे हैं उन लोगों द्वारा किसी भी रचनात्मक गतिविधि और समाज सेवा की किसी भी प्रवृत्ति में धन, उपहार और प्रचार की भूख रखना बेमानी है और ऎसे लोगों द्वार किए जा रहे कार्यों को सेवा नहीं माना जा सकता है। जहां कहीं कुछ पाने की उम्मीद से कोई सा कर्म किया जाए, वह सेवा न होकर धंधे का स्वरूप ग्रहण कर लिया करता है।

आजकल अधिकांश लोग ऎसे ही हमारे सामने हैं जो सेवा के नाम पर हर कहीं मिल जाएंगे, जहाँ मौका मिलता है वहाँ मुँह मारने लग जाएंगे। ऎसे लोगों का कर्मयोग सेवा नहीं है। ऎसे लोगों को किसी भी सेवा कार्य में कहीं कोई लाभ दिखेगा, किसी भी आयोजन का प्रत्यक्ष या परोक्ष प्रभाव सामने आएगा, ये लोग औरों का अनुबंध छीनकर उसमें घुसपैठ कर लिया करते हैं।   अपने लाभ के लिए कहाँ और किस तरह जाल बिछाया जाए, यह इन लोगों से बढ़कर और कौन जा सकता है।

सत्य तो यही है कि जो निःस्वार्थ कर्म करे वही कर्मयोगी, बाकी सारे तो हैं धंधेबाज। जिनकी आजीविका का साधन उपलब्ध है, चाहे वह नौकरी हो या फिर कोई सा काम-धंधा। इससे जो आमदनी होती है वह घरबार चलाने के लिए है। जो मिल रहा है उसमें संतोष करें। नियम तो यह भी है कि अपनी कमायी का कुछ हिस्सा जरूरतमन्दों व क्षेत्र की सेवा में लगाएं, लेकिन होना चाहिए वह शुद्ध ईमानदारी और मेहनत का, तभी फल मिलेगा।

इस बंधे-बंधाये पारिश्रमिक या मेहनताने के सिवा जो लोग अपने निर्धारित दायित्वों के लिए कहीं से पैसा, उपहार या और कोई सुविधा प्राप्त करते हैं वह सब नाजायज है। अपनी ड्यूटी के अलावा किसी सामाजिक, धार्मिक, रचनात्मक कार्य के लिए पैसे लेकर जो लोग काम करते हैं उन्हें कर्मयोगी, रचनात्मक कार्यकर्ता या समाजसेवी नहीं कहा जा सकता। ये लोग समाज के धंधेबाज हैं जिन्हें कहीं से भी पैसा या पब्लिसिटी चाहिए। ऎसे लोगों द्वारा किया गया कार्य न समाजसेवा की श्रेणी में आता है, न कर्मयोग की।

जो लोग पैसे  लेकर सामाजिक या सेवा कार्यों में जुटे रहते हैं उन लोगों को किसी भी प्रकार का सहयोग देना परमार्थ परंपरा का अपमान और सामाजिक अपराध है। अपने शरीर, धन और बुद्धि का इस्तेमाल उन्हीं लोगों या कामों के लिए होना चाहिए जो निःस्वार्थ व निष्काम भाव से सेवा करने का ध्येय रखते हैं।

धंधेबाजों को किसी भी प्रकार का सहयोग देने का अर्थ है समाज के निःस्पृह समाजसेवियों और श्रेष्ठ कर्मों को आघात  पहुंचाना। सेवा करने वाले लोगों को किसी से भी कोई अपेक्षा नहीं रखनी चाहिए। सेवा का अंतिम उद्देश्य आत्म आनंद और ईश्वर प्राप्ति है। इससे पहले यदि कुछ प्राप्ति की आशा जग जाए तो समझ लेना चाहिए कि हम जो कर रहे हैं वह सेवा नहीं होकर धंधा ही है।






live aaryaavart dot com

---डॉ. दीपक आचार्य---
9413306077
dr.deepakaacharya@gmail.com


नीमच (मध्यप्रदेश) की खबर (14 जुलाई)

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पत्रकार को भुमाफिया ने दी धमकी, मामला बरसो से काबिज कास्तकार का

झाबुआ --- कांग्रेस सर्मिर्थत ग्राम झकेला निवासी जतनिया पिता सोमला मेडा ने समाचार पत्र दैनिक बलवास टाईम्स मे प्रकाषीत समाचार दबंगो के सामने सारे नियम बेअसर सरकारी जमीन पर 30 साल से जमे लोग बनेगे मालिक आषय का एंव दैनिक दबंग मे सरकारी जमीन पर 30 साल से जमे बनेगे मालिक आषय का समाचार पर प्रकाषित होने पर गाली गलोच कर जान से मारने की धमकी पत्रकार समीउल्ला खान को दी है । जिसकी लिखित मे रिपोर्ट थाने पर दे दी गइ्र है ।

क्या है मामला
सन 1978  से पूर्व ग्राम उदयपुरिया की षासकिय कृर्शिी भूमिू सर्वे क्रमांक 33 पर हबिबुल्ला खान पिता नामदार खान निवासी कैलाष मार्ग झाबुआ कास्त  कर रहे है । समीप मे सर्वे  क्रमांक 32 कस्तुरी बाई बेवा पति अमरसिंह की भुमि है जिसमे से एक बीधा जमीन जतनिया पिता सोमला निवासी झकेला को छह माह पुर्व बेच दी । उक्त जमीन सवंय की खरीदी जमीन के साथ ही सर्वे नंबर 33 पर भी जतनिया की नियत खराब हो गई एंव अवैध रूप से वह उक्त भुमि पर काबिज होने हेतु पिडित कास्तकार हबिबुल्ला खान को आये दिन धमकीया देकर परेषान कर रहा है । जिसकी रिपोर्ट लिखित मे थाने मे की गई है । रविवार 13 जुलाई को हबिबुल्ला खान अपनी कब्जे की जमीन पर पहुचे तो उक्त जतनिया का हाली अवैध रूप से उनकी कब्जे वाली जमीन मे बुआई कर रहा था जिसे रोक कर पुलिस को बुलवाया गया । पुलिस झाबुआ ने तुरंत आकर दोनो को अपने अपने कागजात दिखाने की हिदायत दी जिसपर हबिबुल्ला खान ने सन 1978 से 1983 तक की खाता खसरा नकल प्रस्तुत कर दी । पुलिस के जाने के बाद यह प्रतिनिधी जब मोके पर अकेला पहुचा तो जतनिय पिता सोमला ने उसका रास्ता रोक कर गाली गलौच की पत्थर लेकर मारने दौडा एंव उसके साथीयो ने धेर कर जान से मारने की धमकी दी एंव कहा की अब यहा नजर आया तो जान से मार देंगे ।

झाबुआ विधायक बिलवाल जी बने सगठन के सरंक्षक
  • सचिवो ने कलेक्टर एवं मुख्यकार्यपालन अधिकारी जि.प.को सौपा ज्ञापन

jhabua news
झाबूआ--म.प्र.पंचायत सचिव संघ के जिलाध्यक्ष रामसिंह बिलवाल एवं महासचिव महेश चैहान ने संयुक्त रूप से जानकारी देते हुए बताया कि 14 जुलाई 2014 को स्थानीय विधायक शांतिलाल बिलवाल के मुख्य अतिथि में तथा जिलाध्यक्ष की अध्यक्षता में जिला स्तरीय पदाधिकारी सम्मेलन सम्पन्न हुआ । सर्वप्रथम मुख्य अतिथि बिलवाल जी का स्वागत किया गया ,इसके साथ ही नवनिर्वाचित जिला कार्यकारर्णी सदस्यो का भी स्वागत किया गया । सभी ब्लाक अध्यक्ष एवं जिला पदाधिकारियों ने उद्बोधन देते हुए अपने-अपने क्षैत्र की समस्या एवं सुझाव रखें ,सगठन के जिलाध्यक्ष रामसिंह बिलवाल सबोधित करतें हुए कहा कि पंचायत सचिव सरकार एवं जनता के बीच की एसी कडी है कि जो सरकार की तैवीस विभाग की 56 जनकल्याणकारी योजनाओ को पंचायत स्तर पर मुर्त रूप देतें है । इसी बीच अपने भविष्य सगठन से जोडकर पंचायत सचिव सरकार के काम के साथ-साथ अपनी आस्था को सगठन से जोड कर चलेगे तो ,सचिवो को किसी भी प्रकार परेशानियों का सामना नही करना पडेगा । सभी पंचायत सचिव प्रशासन का सारा काम समय पर करें तथा सगठन का काम भी जवाबदारी के साथ करेगें । इसके साथ ही जिलाध्यक्ष ने सगठन का सरक्षक बनाने हेतु विधायक महोदय को पत्र सौपकर निवेदन किया । सगठन के प्रदेश संयोजक रमेश महोदिया ने सगठन को सक्रिय और मजबूत बनाने पर जोर दिया । स्थानीय विधायक बिलवाल ने सबंोधित करतें हुए कहा कि पंचायत सचिव शासन की योजनाओं को संचालित करने में मुख्य धूरी है तथा सभी पदाधिकारियों से शासन की योजनाओ का लाभ क्षैत्र के प्रत्येक गरीब व्यक्ति तक पहुचानें पर जोर दिया एवं कहा कि शासन के सभी काम समय पर करने को कहा । इसके साथ ही सगठन के सरक्षक हेतु अपनी सहमति प्रदान की तथा सचिवो की हर समस्या/माॅग के निराकरण करवाने के लिए सचिवो को आश्वस्त किया । राज्य स्तरीय माॅग में अशंदायी पेशन,अनुकम्पा नियुक्ति,वेतन विशगति पर चर्चा कर प्रस्ताव पारित कर प्रदेश संगठन को भेजने का निर्णय लिया गया ,तथा स्थानीय समस्या/माॅग 1- नवीन स्वीकृत वेतनमान का निर्धारण जिले कि एक मात्र जनपद पंचायत रामा में वेतनमान निर्धारण नही किया गया है इस लियें रामा के पंचायत सचिवों को शीघ्र वेतनमान निर्धारण कर नवीन वेतनमान का लाभ दिया जावें । 2- निलबित पंचायत सचिवों की उचित जाॅच कर जाॅच उपरांत बहाली की कार्यवाही की जावें । 3- पंचायत सचिवों को सेवा से पृथक नही करतें हंुए अन्य शासकीय दण्ड दिया जावें । 4- शेष रहे पंचायत सचिवो का आमेलन कर वेतनमान का लाभ दिया जावें । 5- संयुक्त परामर्शदात्री समिति की बैठक में सगठन के प्रतिनिधि को बुलाया जावे । उपरोक्त 5 सूत्रीय माॅगो को ज्ञापन कलेक्टर महोदय, मुख्यकार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत झाबुआ सगठन के सरक्षक विधायक झाबुआ को सौपा गया । कार्यक्रम में मुख्यरूप से नरवरसिंह भाबर ,मंगलसिंह डामोर,शांतिलाल कंतिजा,कलमसिंह डामोर,राजेन्द्र पाटीदार,रामचन्द्र मालीवाड,करणसिंह चैहान,प्रकाश सोलकी,गोपाल चैहान,ईश्वर सिंह रोज,दुलेसिंह सिगाड,तोलसिंह निनामा,भारतसिंह राठौर,मोतीसिंह नायक,हरिराम भूरिया,रमण नायक,धुलिया गोयल,मागू खराडी,भावजी डामोर,तखतसिंह नायक,आदि उपस्थित थें । कार्यक्रम का संचालन प्रकाश सोलकी ने किया तथा सगठन के महासचिव महेश चैहान ने आभार व्यक्त किया ।

पेट्रोल पम्पों के माध्यम से चलेगा, ट्रेक्टर-ट्राली पर रिक्लेक्टर लगाने का अभियान
  • सड़क सुरक्षा समिति की बैठक संपन्न

झाबुआ ---जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक आज 14 जुलाई को कलेक्टर कार्यालय में संपन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता कलेक्टर श्री बी. चन्द्रशेखर ने की। बैठक में पुलिस अधीक्षक श्री एस.पी.सिह जिला परिवहन अधिकारी श्री श्रीवास्तव, यातायात अधिकारी श्री भाटी, एसडीएम झाबुआ श्री अम्बाराम पाटीदार,एसडीएम थांदला श्री चैहान, एसडीएम पेटलावद श्री राजावत सहित समिति के सदस्य स्कूल बसों के संचालक, आटो चालक संघ के सदस्य उपस्थित थे। बैठक में कलेक्टर श्री बी.चन्द्रशेखर ने एसडीएम को निर्देशित किया कि पेटलावद में बस स्टैण्ड के लिए जगह देखकर बस स्टेण्ड बनवाये, मेघनगर एवं थांदला में भी बस स्टेण्ड की व्यवस्थाओं में सुधार करवाये। स्कूल बस संचालक वाहनो का संचालन नियमानुसार करवाये जिला परिवहन अधिकारी द्वारा दिये गये निर्देशो का पालन कर लिया गया है। इस संबंध में सभी स्कूल संचालक प्रमाण-पत्र 20 जुलाई तक जिला परिवहन अधिकारी कार्यालय में देना सुनिश्चित करे। ट्रेक्टर ट्राली में रिफ्लेक्टर नहीं होने की वजह से रात्री के समय दुर्घटना होना संभावित रहता है। इसलिए ट्रेक्टर ट्राली पर रिफलेक्टर लगाने का अभियान पेट्रोल पम्पो के माध्यम से चलाया जाएगा। जिला परिवहन अधिकारी पेट्रोलपम्प मालिक को निर्देशित करे कि वह ट्रेक्टर ट्राली पर रिफ्लेक्टर लगाने के बाद ही संबंधित ट्रेक्टर में डीजल भरे। कालिका माता मंदिर के पहले एवं सर्किट हाउस के पास भारी वाहनों के प्रवेश को रोकने के लिए लोहे के ऐंगल लगाने के लिए सीएमओं नगरपालिका को निर्देशित किया गया।

मेन मार्केट में तीन व चार पहिया वाहन प्रतिबंधित रहेगे
बैठक में निर्णय लिया गया कि चन्द्रशेखर आजाद मार्ग से मेन मार्केट, महावीर स्टोर्स, थांदला गेट से आजाद चैक, बोहरा मस्जिद तक एवं कपिल स्टोर बोहरा गली, सुभाष मार्ग, रूनवाल बाजार व राधाकृष्ण मार्ग में तीन पहिया एवं चार पहिया वाहन का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। विजय स्तंभ चैराहे पर जीप टैक्सी स्टैण्ड घोषित कर जीप खडी करवाने के लिए यातायात प्रभारी को निर्देशित किया। आटो की दर निर्धारित कर पालन करवाने के लिए जिला परिवहन अधिकारी को निर्देश दिये गये। एसडीएम अपने क्षैत्र में यह सुनिश्चित करे कि बस में किराया सूची लगी हो, ड्रायवर कंडक्टर निर्धारित ड्रेस में रहे। बस में टिकिट दी जाये। रोड पर आवारा पशु छोडने वाले पशु मालिको पर दण्डात्मक कार्यवाही करने के लिए भी सभी एसडीएम को निर्देशित किया गया।

पालक बच्चो को स्कूल नहीं भेजेगे तो होगी दण्डात्मक कार्यवाही

झाबुआ --- कलेक्टर  बी.चन्द्रशेखर ने आज 14 जुलाई को कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में संपन्न समयावधि पत्रों की समीक्षा बैठक में निर्देशित किया कि जो शासकीय सेवक इस वर्ष सेवानिवृत्त होने वाले है उनके पेंशन प्रकरण 6 माह पूर्व पेंशन कार्यालय में लगाये। बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत  धनराजू एस.सहित जिला अधिकारी एवं शासकीय सेवक उपस्थित थे। बैठक में विभागवार समयावधि पत्र जनसुनवाई, जनशिकायतजनवाणी की समीक्षा की गई एवं आवश्यक निर्देश दिये गये। बैठक में कलेक्टर बी.चन्द्रशेखर ने कांजीहाउस शाम तक अतिक्रमण मुक्त करवाने के लिए सीएमओ नगरपालिका को निर्देशित किया। वनाधिकार अधिनियम के तहत व्यक्तिगत दावों में जिन प्रकरणों में पीडीए की कार्यवाही हो गई है। उनके अधिकार पत्र वितरित करने के लिए सहायक आयुक्त आदिवासी विकास को निर्देशित किया। जाति प्रमाण-पत्रो की प्रगति की मानीटरिंग स्कूलवार करने के लिए सहायक आयुक्त आदिवासी विकास को निर्देशित किया। जिन विभागों के शासकीय सेवकों के मुख्यालय पर रहने संबंधी प्रमाण-पत्र आ गये है। उनके वेतन आहरण के लिए जिला कोषालय अधिकारी को निर्देशित किया। जो पालक अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेजेगे, उनके विरूद्ध शिक्षा के अधिकार अधिनियम के तहत कार्यवाही की जाएगी। शासन की अन्य योजनाओं का लाभ भी नहीं दिया जाएगा। सभी जिला अधिकारियों को अपनी विभागीय योजना का लाभ देने से पहले हितग्राही से ऐसा प्रमाण-पत्र लेने के लिए निर्देशित किया कि उनके स्कूल जाने योग्य सभी बच्चे नियमित स्कूल जा रहे है। यदि बच्चे स्कूल नहीं जाते है, तो योजना का लाभ नहीं दिया जाये। रोड पर पुनः अतिक्रमण करने वालो को जेल भेजने की कार्यवाही करने के लिए एसडीएम को निर्देशित किया। जनसुनवाई के प्रकरणों में जिन अधिकारियों ने बिल्कुल भी कार्य नहीं किया है, उन अधिकारियों को कारण बताओं सूचना पत्र जारी करने के निर्देश दिये।

ब्लेकमेल कर जान से मारने की धमकी

झाबूआ--फरियादी ब्रजमोहन पिता बदामसिंह, उम्र 42 वर्ष, निवासी झाबुआ ने बताया कि आरोपी सुमन पिता मोहनलालजी, निवासी झाबुआ ने उसका फोटो लेकर ब्लैक मेल कर 5 लाख रूपये की मांग की तथा नही देने पर जान से मारने की धमकी दी। प्रकरण में थाना कोतवाली झाबुआ में अपराध क्र0 520/14, धारा 354,506 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

आलेख : सावन में बरस रही आग, बिन बरसे लौटे बादल

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  • खेतों में हरियाली की जगह उड़ रही धूल, पूर्वांचल सहित यूपी के 42 जिलों में सूखे के हालात 
  • अब तक सामान्य से 65-90 फीसदी तक कम हुई है बारिश, 80 मिमी बारिश के सापेक्ष महज 37 मिमी ही हुई है बारिश 
  • बिजली के अभाव में नहीं चल पा रहे ट्यूबवेल, नहरों में पानी नदारद, सूखने लगी है धान की फसल 
  • जून में धान की नर्सरी का लक्ष्य साढ़े चार लाख हेक्टेयर के सापेक्ष 3 लाख हेक्टेयर तक ही पहुंच सका 
  • सरकारी स्तर पर जो पहल की जानी चाहिए वह नहीं हो पा रही, कृषि वैज्ञानिकों की किसानों को कम अवधि वाले धान बोने की दे रहे सलाह 
  • वैकल्पिक खेती के रुप में दलहन-तिलहन की बुआई दे रहे जोर, जबकि किसानों ने सूबे को सूखा प्रदेश घोषित करने की मांग  

drought in up
सावन रिमझिम फुहारे के लिए जाना जाता है, लेकिन इस बार उलट है। आसमान से राहत की बूंदों की बजाएं तपिश बरस रही है। खेतों में हरियाली की जगह धूल उड़ रही है। किसान बेहाल है, पशु-पक्षी भी परेशान। कमजोर मानसून के चलते पूर्वांचल सहित सूबे के 42 से अधिक जिलों में सूखे के हालात बन गए हैं। इन जिलों में अब तक सामान्य से 65-90 फीसदी तक कम बारिश हुई है। रोपाई तो दूर तैयार नर्सरी भी सूख रही है। अमूमन 15-18 जुलाई तक मानसून आ जाता था, लेकिन इस बार गायब है। मौसम विभाग के मुताबिक 14 जुलाई तक 180 मिमी बारिश हो जानी चाहिए थी, लेकिन अब तक महज 37 मिमी ही बारिश हुई है जो सामान्य से 60 फीसदी कम है। 

सूखे की आशंका ने किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दी है। पूर्वांचल के 14 और पश्चिमी यूपी व बुंदेलखंड के 28 जिले सूखे की कगार पर खड़े हैं। इन जिलों में इससे निपटने के कारगर उपाय नहीं किए गए तो हालत गंभीर हो सकते हैं। बारिश व सिंचाई के अभाव में खेतों में दरारें पड़ने लगी है। ट्यूबवेल या नहरों के भरोसे सिंचाई नहीं हो पा रही कम बारिश का सबसे अधिक संकट धान की फसल पर है। जून में धान की नर्सरी का लक्ष्य साढ़े चार लाख हेक्टेयर था, जबकि यह 3 लाख हेक्टेयर तक ही पहुंच सका। पिछले साल जून में धान की रोपाई पौने आठ हेक्टेयर हो चुकी थी पर इस बार अभी ढाई हेक्टेयर ही रोपाई हो पाई, जो 48 फीसदी कम है। जिलेवार केवल 6 जनपदों में सामान्य बारिश हुई है।  8 जनपदों में 30-40 फीसदी, बाकि 42 जनपदों में मात्र 30 फीसदी से भी कम बारिश अब तक हुई है। 

पूर्वी यूपी में किसान किसी तरीके से पानी की व्यवस्था कर पिछड़ी बोवाई-रोपाई को पटरी पर लाने में जुटे हैं। हालात यही रहे तो सूबे में धान का उत्पादन लक्ष्य 50 फीसदी से कम होने की आशंका है। कृषि वैज्ञानिक भी मान रहे हैं कि अगर हालात ऐसे ही रहे तो आने वाले दिनों में कम बरसात वाले जिलों के किसानों की मुश्किलें और सरकार के सामने चुनौतियां बढ़ सकती हैं। हालांकि एक-दो रोज में अच्छी बारिश होने की संभावना भी मौसम वैज्ञानी जता रहे है। किसान कमलाकर बताते है कि रोपाई का आधा समय बीत चुका है, लेकिन मानसून की बेरुखी से रोपाई नहीं हो सकी है। बेहन सूखने लगे है। 

ऐसा नहीं है कि यह समस्या पहली बार आई है, दो-चार साल को छोढ़ दिया जाएं तो तकरीबन हर साल किसान इस समस्या से जूझ रहे है, लेकिन सरकारी स्तर पर जो पहल की जानी चाहिए वह नहीं की गई। ट्यूबवेल बिजली कटौती के चलते चल नहीं पा रहे तो नहरों में पानी नदारद है। प्रदेश में कई सिंचाई परियोजनाएं लंबित पड़ी है। सरकार इस दिशा में अगर यदि गंभीर होती तो किसानों को सूखे का दंश नहीं झेलना पड़ता। सरकार चाहे तो अब बिजली आपूर्ति में सुधार कर सकती है, लेकिन वह अपनी हार का ठिकरा जनता पर बोझ बनकर कहर ढहा रही है। सरकार की मंशा है कि जनता उसके माफियाओं व पुलिस जुर्म को सहते रहे। शायद यही वजह है किसानों की चिंता सरकार को नहीं है वरना बिजली आपूर्ति में सुधार कर ट्यूबवेलों को चलवाने व नहरों में पानी छोड़ने की व्यवस्था जरुर करवाती। 

हालांकि कृषि वैज्ञानिकों की किसानों को सलाह है कि वह कम अवधि वाले धान 15 अगस्त तक लगा सकते है। इनमें प्रभात, सहभागी, तुरंता व पूसा 221 आदि शामिल है। अधिकारी चाहते है कि किसान धान की चिंता छोड़ वैकल्पिक खेती के रुप में दलहन-तिलहन की बुआई करें। जबकि किसानों का कहना है कि विभाग से सिर्फ सलाह मिलती है। खाद व बीज का टोटा बना हुआ है। यदि बारिश न हुई तो उनके सामने गंभीर संकट पैदा हो जायेगा। भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष हरिनाम सिंह वर्मा ने सरकार से माॅग किया है कि पूरे उत्तर प्रदेश को तत्काल प्रभाव से सूखा ग्रस्त घोषित किया जाए। क्योकि मानको के अनुसार आज तक लगभग 75 प्रतिषत कम बारिष हुई है। ऐसी स्थिति में प्रदेश में धान तिलहन बोने वाले किसान की स्थिति बड़ी भयावह हो गई है। 





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---सुरेश गांधी---

बिहार : लाडली को लेकर डोनर,एनजीओ और सरकार चितिंत

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  • कोई जन्म दिन मनाता तो कोई कन्या शिशु के नाम पर लगाता पौधा

tree plantation on girl child birth
गया। गर्भावस्था में महिला के गर्भ से गर्भ जल लेकर जांच करने के उपरांत कन्या शिशु रहने पर गर्भपात करवा दिया जाता था। इस पर डोनर और एनजीओ के द्वारा आवाज बुलंद करने पर जांच करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया। इसके बाद बाजार में अल्ट्रासाउंड को उतारा गया। इसका चिकित्सकों ने नाजायज प्रयोग किया। लिंग की जानकारी करने के बाद भ्रूण हत्या होने लगी। तब सरकार ने कानून बनाकर लिंग की जानकारी देने वालों पर कानूनी कार्रवाई की जाने लगी। अब लगभग गर्भ के समय लिंग की जानकारी नहीं मिल पाती है। वैसे तो सरकारी स्तर पर एमटीपी वैध है। जो मरीज और बच्चे के स्वास्थ्य के आलोक में चिकित्सक निर्णय लेते हैं। यह सब कवायद सिर्फ कन्या भ्रूण हत्या को रोकने और कन्या शिशु को मौत के गड्ढे में ढकलने से बचाना है। 

आॅक्सफैम इंडिया नामक डोनर ने एनजीओ के सहयोग से कन्याओं और लाडली को बचाने के लिए जोरदार से अभियान चलाया। यह पाया कि महिलाओं की जनसंख्या कम होती जा रही है। जो चिंता का विषय बनते चला जा रहा है। इसके बाद एक्शन एड नामक डोनर ने एनजीओ को सहयोग देने लगे। आप लड़कियों के जन्म दिन मनाएं। हेप्पी बर्थ डे टू यू कहकर केक काटे। यह सब गांव की महिलाओं के साथ लड़की के परिवार वालों के साथ जश्न बनाएं। उस अवसर पर गर्भवती महिलाओं को मिलने वाली योजनाओं के बारे में जानकारी दें और जोरदार चर्चा करें। आंगनबाड़ी केन्द्र की सेविका और सहायिका दीदी को जरूर बुलाएं। एएनएम दीदी, आशा बहन, ममता बहन, दाई नानी आदि को बुलाएं। अगर मुखिया जी महिला हैं। तो जन्म दिन के अवसर पर केक खाने के लिए बुलावा जरूर दें। मसलन अंडर फाइव तक मृत्यु दर में कमी लाने पर फोकस डालना है। 

अब तो बिहार महिला समाख्या के द्वारा बेटियों के जन्म पर खुशियां बनाया जा रहा है। किन्नरों की तरह गांवघर में पहुंचकर ‘बेटा-बेटी एक समान’ नारा बुलंद करने लगे हैं। यह एक छोटा सा पहल है। ग्रामीण क्षेत्रों में बेटियों के जन्म पर खुशियांें मनाते हैं। इसको लेकर लोगों के बीच में चेतना जागृति पैदा करके लोगों को जागरूक करते हैं। शिवानी के जन्म पर बधाई गीत गाई जा रही है। ऐसा दिन बार-बार आए, बार-बार मन हर्षाए, तू शिवानी जीओ, हजार साल, यह है मेरी आरजू,। इतना ही नही एक कदम्ब का पौधा लगाया गया।जो पर्यावारण संरक्षण के प्रति संवेदनशीलता की पे्ररणा देता है। पौधा का नाम भी शिवानी रखा गया । जैसे-जैसे कदम्ब का पौधा बढ़ेगा एवं उसकी सुरक्षा का दायित्व पूरे परिवार का होगा। उसी तरह उस बच्ची को सुरक्षा एवं संरक्षण प्राप्त होगा। इस अवसर पर सभी जिला कर्मी -सुनीता कुमारी, प्रभारी जिला कार्यक्रम समन्वयक,रिंकू कुमारी जिला साधन सेवी और प्रखंड के सहयोगिनी जैसे रिंकू कुमारी, रेणु कुमारी, शोभा देवी, शबाना प्रवीण एवं सहेली और सखी भाग लिये। सजी-धजी उसकी माँ कलावती उसे गोद में लेकर फूले नहीं समा रही है।दादा श्री राजेश्वर साह एवं दादी सभी व्यवस्था करने में लगे हुए हैं सभी आंगतुक महिलाओं को शर्बत पिलाया जा रहा है।



आलोक कुमार
बिहार 

जद (यू) व्यापक गोलबंदी का पक्षधर : नीतीश

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nitish kumar
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और जनता दल (युनाइटेड) के नेता नीतीश कुमार ने सोमवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राजनीति को जो लोग गलत मानते हैं, उनमें आपसी समझ की संभावना दिखती है। जद (यू) व्यापक गोलबंदी का पक्षधर है। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) से अगले विधानसभा चुनाव में गठबंधन तथा जद (यू) में इसके विरोध के संबंध में पूछे जाने पर नीतीश ने कहा, "भाजपा के जो नापाक इरादे हैं, उसको समझते हुए जो लोग उनकी राजनीति को नापसंद करते हैं, वैसे लोग एक-दूसरे के निकट आ सकते हैं। केवल दो दलों राजद और जद (यू) की बात नहीं है, बल्कि जो भी भाजपा से अलग दल हैं वे गोलबंद हो जाएं, यही वक्त का तकाजा है।" 

नीतीश ने कहा कि इन दलों के बीच आपसी समझ की संभावना दिखती है, लेकिन इस बारे में अभी कोई ठोस बात नहीं हुई है। उन्होंने कहा, "जद (यू) व्यापक गोलबंदी का पक्षधर है, फिर भी अगर हमारे दल में किसी एक व्यक्ति को अगर यह बुरा लगता है तो उसने अपनी बात कही होगी। यह कोई बड़ी बात नहीं है।" 

उल्लेखनीय है कि नीतीश के गृह जिला नालंदा के इस्लामपुर से पार्टी के विधायक राजीव रंजन ने जद (यू) के प्रदेश अध्यक्ष वषिष्ठ नारायण सिंह को एक पत्र लिखकर राजद के साथ गठबंधन का विरोध किया है। उन्होंने पत्र में लिखा है, "लालू प्रसाद के 'जंगल राज'के कारण ही हमने अलग पार्टी बनाई थी।"उन्होंने दावा किया है कि उनकी पार्टी के 60 से ज्यादा विधायक राजद से गठबंधन के खिलाफ हैं। बिहार का कोई शख्स नहीं चाहता कि धर्मनिरपेक्षता के नाम पर 'जंगल राज'की वापसी हो।

मध्य प्रदेश : नेता प्रतिपक्ष के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव मंजूर

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satyadev Katare
मध्य प्रदेश विधानसभा में सत्ताधारी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ओर से नेता प्रतिपक्ष सत्यदेव कटारे के खिलाफ लाया गया विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव विधानसभा अध्यक्ष सीताशरण शर्मा ने स्वीकार कर लिया है। वहीं कांग्रेस ने इस कार्रवाई को विपक्ष को धमकाने वाला कदम करार दिया है। विधानसभा में चर्चा के दौरान नेता प्रतिपक्ष सत्यदेव कटारे ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की भांजी रितु चौहान की राज्य लोक सेवा आयोग (पीएससी) में सफलता के बाद उप जिलाधिकारी के पद पर नियुक्ति को लेकर सवाल उठाए थे। साथ ही आरोप लगाया था कि रितु के आवेदन में खामियां होने के बावजूद उसे मंजूर किया गया। अपने आरोप के पक्ष में कटारे ने कुछ दस्तावेज भी पेश किए थे। 

भाजपा का आरोप है कि कटारे ने सदन को गुमराह करते हुए कूटरचित दस्तावेज पेश किए हैं। इसे लेकर संसदीय कार्यमंत्री नरोत्तम मिश्रा व वन मंत्री गौरी शंकर शेजवार ने कटारे के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लाने की सूचना दी। 

सदन में मंगलवार को मंत्री शेजवार व मिश्रा ने कटारे के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव रखा और कहा कि कटारे ने गलत तथ्य देकर मुख्यमंत्री की छवि को धूमिल किया है। साथ ही सदन के समय का दुरुपयोग किया है, इसलिए इनके खिलाफ विशेषाधिकार हनन की कार्रवाई होनी चाहिए। 

कांग्रेस की ओर से नेता प्रतिपक्ष कटारे, विधायक मुकेश नायक, रामनिवास रावत और डॉ. गोविंद सिंह ने सत्तापक्ष पर तीखे आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि सरकार प्रतिपक्ष पर दवाब बना रही है और धमकाना चाहती है। उन्होंने विशेषाधिकार हनन के प्रस्ताव को लोकतंत्र की हत्या करार दिया।

सईद से पत्रकार की हैसियत से मिला : वैदिक

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ved pratap vaidik
योग  गुरु बाबा रामदेव के सहयोगी वेद प्रताप वैदिक ने पाकिस्तान में जमात-उद-दावा के प्रमुख और 2008 के मुंबई हमले के मुख्य साजिशकर्ता हाफिज सईद से अपनी मुलाकात को लेकर उठे विवादों के बीच मंगलवार को कहा कि लाहौर में सईद से वह एक पत्रकार की हैसियत से मिले थे। वैदिक ने संवाददाताओं से कहा, "मैं सईद से एक पत्रकार की हैसियत से मिला। मेरे लिए सभी दरवाजे खुले हैं।"


सईद से मुलाकात के कारण वैदिक फिलहाल कांग्रेस के निशाने पर हैं। इस मामले में कांग्रेस की कड़ी आलोचना झेलने वाले वैदिक ने कहा, "मैं किसी व्यक्ति या किसी पार्टी के करीब नहीं हूं। मैं कांग्रेस के धुर विरोधी के रूप में जाना जाता हूं। कांग्रेस मुझे इसलिए इस मामले से जोड़ रही है, ताकि वह मेरे जरिय सरकार पर हमला कर सके।"



कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा उन्हें 'आरएसएस का व्यक्ति'बताए जाने पर वैदिक ने कहा कि वह इस मामले में मानहानि का मुकदमा नहीं करेंगे, क्योंकि कांग्रेस नेता के मुकाबले वह 'बहुत छोटे इंसान'हैं।



वैदिक ने यह भी जोर देकर कहा कि सईद के साथ उनकी मुलाकात का जम्मू एवं कश्मीर की स्थिति से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा, "यदि मैंने कश्मीर को भारत से अलग करने की बात की हो तो आप मेरा सिर कलम कर सकते हैं। मैं ऐसा नहीं चाहता। कश्मीर को भारत से अलग करना सबसे बड़ी मूर्खता होगी। मैं चाहता हूं कि कश्मीर भारत और पाकिस्तान को जोड़ने में पुल का काम करे।"

संघर्ष-विराम प्रस्ताव पर इजरायल सहमत

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benjamin netanyahu
इजरायली मंत्रिमंडल ने मंगलवार को गाजा संघर्ष-विराम संधि के लिए मिस्र के प्रस्ताव पर सहमति जताई है, जबकि हमास आंदोलन ने यह कहकर इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया है कि किसी समझौते पर पहुंचे बिना संघर्ष-विराम संभव नहीं होगा। समाचार चैनल बीबीसी की रपट के मुताबिक, मिस्र ने गाजा पट्टी में इजरायल और हमास के बीच पहले संघर्ष समाप्त करने और फिर काहिरा में विस्तृत समझौते के लिए दोनों पक्षों को पहुंचने तथा बातचीत करने का प्रस्ताव रखा है।  प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू द्वारा आहूत सुरक्षा कैबिनेट ने संघर्ष-विराम को मंजूरी दे दी।

हमास के प्रवक्ता सामी अबु जूहरी ने गाजा में एक बयान में कहा, "हम किसी समझौते तक पहुंचने से पहले संघर्ष-विराम को खारिज करते हैं।"बीती आठ जुलाई से इजरायल गाजा पट्टी पर हमास और अन्य आतंकवादी गुटों को लक्षित कर व्यापक तौर पर हवाई हमले कर रहा है। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, इस अभियान में 187 लोग मारे गए हैं, जबकि 1,390 लोग घायल हुए हैं। हमले में 250 मकान नष्ट हुए हैं।


पहली अश्वेत महिला ओलम्पिक चैम्पियन का निधन

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Alice Coachman Olympic champion
ओलम्पिक में स्वर्ण पदक जीतने वाली विश्व की पहली अश्वेत महिला एथलीट एलिस कोचमैन डेविस का 90 साल की उम्र में निधन हो गया। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक एलिस ने दक्षिण जॉर्जिया में अंतिम सांस ली। एलिस की बेटी एवलिन जोंस ने अपनी मां के निधन की पुष्टि की।


एलिस ने 1948 के लंदन ओलम्पिक खेलों में ऊंची कूद स्पर्धा में पहला स्थान हासिल किया था। उन्होंने 1.68 मीटर की ऊंचाई नापी थी, जो कि उस समय अमेरिकी और ओलम्पिक रिकार्ड था। एलिस को 1975 में अमेरिकी ट्रैक एंड फील्ड हाल ऑफ फेम में शामिल किया गया। इसके बाद 2004 में उन्हें अमेरिकी ओलम्पिक हाल ऑफ फेम सूची में जगह दी गई।

बिहार के भागलपुर में ट्रक पलटने से एक ही परिवार के 4 की मौत

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bihar map
बिहार के भागलपुर जिले के नौगछिया बस स्टैंड के पास मंगलवार को एक ट्रक के पलट जाने से सड़क किनारे खड़े एक ही परिवार के चार लेागों की दबकर मौत हो गई। पुलिस के अनुसार कहलगांव अनुमंडल के तौफिला दियारा निवासी किरण देवी अपने दो बच्चों और अपने भाई के साथ बस स्टैंड पर बस का इंतजार कर रही थी कि एक ट्रक अनियंत्रित होकर पलट गई। इस ट्रक के नीचे सभी चार लोग दब गए जिससे सभी की मौत हो गई। 

मृतकों की पहचान किरण देवी, उनके दो बच्चे अंनत कुमार, रौशनी कुमारी तथा उनके भाई भोला यादव के रूप में की गई है। पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से सभी शवों को बाहर निकाला और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। 

राज्यसभा में ट्राई संशोधन विधेयक पर चर्चा शुरू

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nripen mishra
राज्यसभा में मंगलवार को भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) अधिनियम में संशोधन से संबंधित विधेयक पर चर्चा शुरू हुई। यह विधेयक ट्राई के पूर्व अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रधान सचिव के रूप में नियुक्ति का मार्ग प्रशस्त करने के लिए लाया गया है। यह विधेयक ट्राई अधिनियम में संशोधन के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार की ओर से लाए गए एक अध्यादेश का स्थान लेगा। मौजूदा ट्राई अधिनियम ट्राई के अध्यक्ष या इसके सदस्य को सेवानिवृत्ति के बाद केंद्र या राज्य सरकारों में कोई पद ग्रहण करने से रोकता है।

विधेयक का विरोध करते हुए कांग्रेस नेता मणि शंकर अय्यर ने कहा, "यह विधेयक कानून का उल्लंघन है। प्रधानमंत्री के पास कानून के खिलाफ जाने के अलावा कई और विकल्प थे।"अय्यर ने कहा, "सिर्फ एक व्यक्ति के लिए कानून बदलने के विचार के पीछे गलत मंशा है। इसका सिर्फ एक कारण है कि प्रधानमंत्री उन्हें (मिश्रा) रखने की जिद पर अड़े हैं। यह अधिनायकवादी तौर तरीका है।"

मिश्रा उत्तर प्रदेश कैडर के 1967 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के सेवानिवृत्त अधिकारी हैं। प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव के रूप में उनकी नियुक्ति प्रधानमंत्री कार्यकाल के साथ या अगले आदेश तक समाप्त होगी। विपक्ष इस मुद्दे को उठा रहा है कि आखिर एक व्यक्ति के लिए सरकार कानून में बदलाव क्यों कर रही है।

23 को सभी वि0वि0 का घेराव करेगा ए.आई.एस.एफ.

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  •  17 को छात्र माँग दिवस मनाने की तैयारी में जुटे छात्र, 40000 (चालीस हजार) छात्रों को नए शैक्षणिक सत्र में सदस्य बनाएगा संगठन, 12-13 अगस्त को बनेगा संगठन का 79वाँ स्थापना दिवस।

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पटना: आॅल इण्डिया स्टूडेन्ट्स फेडरेशन आगामी 23 जुलाई को छात्रों के सवालों पर एवं चंद्रशेखर आजाद की जयंती के अवसर पर सभी विश्वविद्यालय मुख्यलायों का घेराव करेगा । शैक्षणिक अराजकता के खिलाफ, छात्र संघ चुनाव कराने, शिक्षक कर्मियों की बहाली, उत्तरपुस्तिकाओं का पुर्नमूल्यांकन को लेकर यह प्रदेश आयोजित होगा । इस दिन पटना वि0वि0 पर प्रदर्शन के दरम्यान पीयू कुलपति के द्वारा सुनाए जा रहे फरमानों के खिलाफ छात्रों का आक्रोश फूटेगा । वही 17 जुलाई को देश के सभी कैंपसों में ‘छात्र माँग दिवस’ संगठन द्वारा मनाया जाएगा । शिक्षा के निजीकरण बाजारीकरण के खिलाफ, समान स्कूल प्रणाली लागू करने, पाटलिपुत्र वि0वि0 बनाने, पटना वि0वि0 को केन्द्रीय वि0वि0 बनाने तथा स्थानीय सवालों को लेकर छात्र जिले के विभिन्न कैंपसों में जुलूस और सभा आयोजित करेंगे। यह संगठन के राष्ट्रीय परिषद् के आह्वान पर किया जाएगा । 12-13 अगस्त को संगठन के 79वें स्थापना दिवस तथा आजादी के बाद प्रथम छात्र शहीद दीनानाथ पाण्डे की शहादत दिवस पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा । पहले दिना 12 अगस्त को पटना वि0वि0 से छात्रों का जुलूस निकाल बी0एन0 काॅलेज में शहीद दीनानाथ पाण्डे के स्मारक तक जाएगा । जबकि 13 अगस्त को शहीद भगत सिंह चैक से छात्रों का विशाल-जुलूस पटना वि0वि0 तक जाएगा । इस दिन ‘‘छात्र आंदोलन के समक्ष भावी चुनौतियाँ’’ विषय पर सेमिनार भी आयोजित किया जाएगा। वहीं अगस्त को विधान सभा के सामने लगी सात शहीद छात्रों की प्रतिमा पर माल्यापर्ण किया जाएगा ।
संगठन ने नए शैक्षणिक सत्र में जिले के अंदर 40 हजार छात्रों के संगठन से जोड़ने तथा इसको लेकर व्यापक अभियान चलाने का फैसला किया गया । आज जनशक्ति प्रेस में हुई ए0आई0एस0एफ0 के पटना जिला परिषद् की बैठक में फैसला किया गया । बैठक की अध्यक्षता ए0आई0एस0एफ0 के जिलाध्यक्ष अभिषेक आनन्द ने किया । बैठक में संगठन के राज्य सचिव सुशील कुमार, जिला सचिव अकाश गौरव, कोषाध्यक्ष सागर सुमन, बी0डी0 काॅलेज, सचिव दिवाकर कुमार, ए0एन0 काॅलेज सचिव रूपेश कुमार, काॅलेज आॅफ काॅमर्स सह सचिव साजन झा, महानगर उपाध्यक्ष अनुराग कुमार, कोषाध्यक्ष अखिल गौरव, पटना वि0वि0 सचिव मंडल सदस्य राहुल कुमार, अर्चना कुमारी, कल्पना कुमारी, विद्याशंकर दुबे, रंजीत पंडित, आलोक कुमार सहित दर्जनों छात्र-छात्राएँ शामिल रहे ।

झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर (15 जुलाई)

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सामायिक प्रतिक्रमण पौषध में हमारी ज्ञानेन्द्रीय को एकाग्रचित्त करें

jhabua news
झाबूआ--राजगढ़ मोहनखेडा तिर्थ मे चल रहे सामुहिक गुरूवंदन के पश्चात् शासनप्रभावक आचार्यदेवेश श्रीमद्विजय रवीन्द्रसुरीश्वर जी म.सा. ने आराधको को प्रेरक उद्बोधन देते हुआ कहा कि धर्मक्रियाओ में यंत्रवृत आदतो को ज्ञान में परिवर्तीत कर लेना चाहिए। आराधक प्रतिक्रमण के बाद मायुस दिखते है उनके चेहरे पर दुख के भाव झलकते है जब कि प्रतिक्रमण के बाद आनंद की अनुभुति होना चाहिए। सामायिक में श्रावक को मन, वचन, काया सें सभी कर्माे का त्याग, श्रावक धर्म का त्याग कर प्रतिक्रमण करते है तो यह सामायिक प्रतिक्रमण स्वयं को स्वयं सें मिलाने का कार्य करती है। यह स्वयं सें स्वयं का मिलना आध्यात्म का मिलन कहा गया है। सामायिक प्रतिक्रमण पौषध आराधक की आत्मा को उत्थान की और ले जाने वाले है साधुव्रत में रहकर श्रावक यदि सामायिक करता है तो वह संसार के सारे सम्बन्धो एवं परिवार त्याग करके सामायिक करता है तो वह श्रावक सर्वविरती धर्म का पालन करता है और अपनी भावनाओं को भटकने नही देता है भाव जगत में जब साधक आत्मा का अवलोकन करता है तब उसे मुर्छा भावना का त्याग करना प्रथम शर्त है श्रावक का प्रथम धर्म है कि वह अरिहंत परमात्मा की वाणी और सिद्धान्तों को अपने हृदय में धारण करें । हमारी ज्ञानेन्द्रीय को एकाग्रचित्त करके हमें भाव दशा में प्रवेश करना है शरीर में प्राण वायु का आवा गमन होता रहता है, इन्द्रीयों में सबसे तेज नासिका रहती है । प्रभु ने इस पर संयम रखने का कहा है । णमो अरिहंताणं प्राण वायु को नासिका के माध्यम से अन्दर ले जाना है और तीन बार अन्दर ही घुमाना है प्राण वायु वापस छोड़ते हुऐ णमो सिद्धाणं पद का तीन बार उच्चारण करना इसी प्रकार णमोकार मंत्र के पांचों पदों को कुल 15 बार करना है । णमोकार मंत्र में किसी भी तीर्थंकर प्रभु का उल्लेख नहीं है वहा पर सिर्फ गुणों की पूजा होती है 14 गुण स्थानों में आत्मा जाकर आवृत होती है इसे समझाना अभी बाकी है जाति स्मरण ज्ञान व्यक्ति को धर्म करने की प्रेरणा देता है पूर्व भव की स्मृति शेष है तो व्यक्ति धर्म के क्षैत्र में आराधना करता है तीर्थ स्थान में शुभ कर्म एवं शत कर्म के साथ आराधना करना वज्र लेप के समान है । आचार्य श्री हरिभद्रसूरीश्वर जी म. सा. द्वारा रचित धर्म बिन्दु ग्रन्थ आचार्य श्री रवीन्द्रसूरीश्वर जी म.सा. को वोहराने का लाभ खचरौद निवासी श्री श्रेणीककुमार जी बापुलाल जी नागदा परिवार द्वारा एवं श्री चंद्ररास चरित्र वोहराने का लाभ आहोर निवासी श्री सुखराज जी मिश्रीमल जी कंकुचोपडा, श्री भीकमचंद जी मुन्नीलालजी कंकुचोपडा द्वारा लाभ लिया गया है दोनों ही ग्रंथ की अष्टप्रकारी पूजा के पश्चात् 16 जुलाई 2014 को प्रातः 9 बजे प्रवचन सभा के दौरान वोहराया जायेगा आज की संघ प्रभावना अनोखीलाल जी मोदी परिवार पेटलावद द्वारा की गई । श्री मोहनखेडा तीर्थ पर दादा गुरूदेव श्रीमद्विजय राजेन्द्रसुरीश्वरजी म. सा. की पाट परम्परा के शासनप्रभावक सप्तम पटधर वर्तमान प.पू. गच्छााधिपति आचार्यदेवेश श्रीमद्विजय रवीन्द्रसूरीश्वरजी म.सा., ज्योतिषम्राट मुनिप्रवर श्री ऋषभचन्द्रविजयजी म. सा., मुनिराज श्री पीयूषचन्द्रविजयजी म.सा., मुनिराज श्री रजतचन्द्रविजयजी म. सा. शासन ज्योति साध्वी श्री महेन्द्रश्रीजी म. सा., सेवाभावी साध्वी श्री संघवणश्रीजी म.सा. आदि ठाणा की पावनतप निश्रा में यशस्वी चातुर्मास प्रारम्भ हो चुका है। श्री मोहनख्.ोडा तीर्थ में 1 हजार सें अधिक आराधक आराधना कर रहे है। श्री मोहनखेडा तीर्थ पर चातुमार्स के दौरान 20 जुलाई से श्री शंखेश्वर पाश्र्वनाथ प्रभु के अट्ठम तप की आराधना, श्रावण सुदी 6 से पूर्णिमा तक श्री राजेन्द्रसूरि गुरूतप आराधना एवं एवं श्रावण वदी 7 दिनांक 18 जूलाई सें 45 दिन की सिद्वितप आराधना प्रारम्भ होगी। यहा पर नियमित रूप सें जय तलेटी की यात्रा, भक्तामर पाठ, गुरू चालीसा, चैत्यवंदन, देववंदन, गुरूवंदन, प्रवचन, सामायिक, प्रतिक्रमण, पुजा, अर्जना आदि क्रिया समता के भावो के साथ चल रही है। 16 जुलाई की जय तलेटी यात्रा के संघपती बनने का लाभ श्री रतनचन्द्रजी नरसिंग जी पावा वालो ने लिया । आज की जय तलेटी यात्रा के संघपती बनने का लाभ सोहनीबेन लालचंद्र भंसाली नें लिया। तीर्थ पर सांकली अट्ठम तपाराधना निरन्तर गतिमान है 

इन्पायर अवार्ड योजना हेतु नोडल अधिकारी नियुक्त

झाबुआ ---- आर.पी.वर्मा प्राचार्य कन्या उ0मा0वि0झाबुआ को इंस्पायर अवार्ड योजना हेतु झाबुआ जिले के लिए सहायक नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। सहायक नोडल अधिकारी भारत सरकार विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय नई दिल्ली द्वारा पूर्णतः ई-मैनेजमेंट के माध्यम से संचालित इंस्पायर योजना के अन्तर्गत जिले के कक्षा 6 से 10 वी तक के शासकीय/अशासकीय सभी विद्यालयों में नियमित अध्ययनरत छात्र-छात्राओं के नाम की प्रविष्टि वेबसाइट  ूूूण्पदेचपतमंूंतके.केजण्हवअण्पद पर किए जाने की मानिटरींग एवं प्रगति रिपोर्ट प्रत्येक माह की 15 तारीख तक संचालनालय को प्रेषित करेगे।

जुलाई माह के लिए खाद्यान्न आवंटित

झाबुआ---- राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2013 के प्रावधान अनुसार मुख्यमंत्री अन्नपूर्णा योजनाअन्तर्गत लक्षित सार्वजनिक वितरण प्रणाली अनतर्गत 04 जुलाई 2014 की स्थिति में समग्र पोटल पर सत्यापित अन्त्योदय योजना के 1 से 6 सदस्य तक के लिए गेहूॅ 4660 क्ंिवटल, चावल 1160 क्ंिवटल, मक्का 2330 क्ंिवटल तथा प्राथमिक परिवार अन्त्योदय अन्न योजना के 7 एवं 7 से अधिक सदस्य सहित गेहूॅ 16289.1 क्विंटल, चावल 8144 क्विंटल, मक्का 16289.1 क्विंटल शक्कर 1762.69 क्ंिवटल नमक 1262.69 विंवटल तथा केरोसीन 732000 लीटर विकासखण्ड वार माह जुलाई 2014 के लिये आवंटन जिले को प्राप्त हुआ है। वितरण मात्रा अन्त्योदय अन्य योजना के परिवारों को गेहूॅ 20 किलोग्राम, चावल 5 किलोग्राम, मक्का 10 किलोग्राम दर 1 रूपयें प्रति किलोग्राम पात्रता परिवार पर्ची प्राथमिक परिवारो को प्रति सदस्य गेहूॅ 2 किलोग्राम, चावल 1 किलोग्राम, मक्का 2 किलोग्राम दर 1 रूपये प्रति किलोग्राम तथा अन्त्योदय एवं प्राथमिक परिवारों को समान रूप से शक्कर 1 किलोग्राम प्रति परिवार दर 13.50 रूपये, नमक 1 किलोग्राम प्रति परिवार दर 1 रूपये प्रति किलोग्राम, तथा केरोसीन अन्त्योदय परिवारो को 5 लीटर व प्राथमिक परिवारो को 4 लीटर प्रति परिवार दिया जाएगाा। दर पुर्वानुसार ही निर्धारित है।

जनसुनवाई में 156 आवेदन प्राप्त

झाबुआ --- शासन के निर्देशानुसार प्रातः 11 बजे से 3.00 बजे तक जनसुनवाई कार्यक्रम आयोजित किया गया। जनसुनवाई में जनसमस्या सें संबंधित 156 से अधिक आवेदन प्राप्त हुवे। जनसुनवाई में आवेदन कलेक्टर श्री बी.चन्द्रशेखर एवं डिप्टी कलेक्टर श्री रघुवंशी ने लिये। आवेदन निराकरण के लिये संबंधित विभागों को साॅफ्टवेयर के माध्यम से आॅनलाइन भेज दिये गये है। जनसुनवाई में रमेश पिता रामा परमार निवासी ओल्ड टीचर्स काॅलोनी झाबुआ ने निवासरत झोपडी का पटट्ा दिलवाने के लिए आवेदन दिया। तारा बी पति मेहमूद अली निवासी मौलाना आजाद मार्ग झाबुआ ने पति के स्वर्गवास के बाद विधवा पेंशन एवं परिवार को आर्थिक सहायता दिलवाने के लिए आवेदन दिया। इम्तियाज एहमद कुरैशी निवासी कुरैशी कम्पाउण्ड झाबुआ ने सेमलिया के छात्रावास में अधीक्षक द्वारा ली गई जलाऊॅ लकडी का भुगतान करवाने के लिए आवेदन दिया। विकलांग श्रीमती रमीला पति मडिया निवासी भूतखेडी तहसील रानापुर ने बस से आवागमन के लिए पास दिलवाने के लिए आवेदन दिया। आईटीडीपी परियोजना के कलस्टर ग्राम काकडकुआ के बैल जोडी डीजल पम्प के हितग्राहियों ने सरपंच द्वारा प्रत्येक से 3 हजार रूपये लिये जाने की शिकायत की। सरपंच ग्राम पंचायत कलदेला विकासखण्ड थांदला ने ग्राम पंचायत के नयागांव, रवाला खराडी काजला फलिया में राजीव गांधी विद्युतिकरण योजना अंतर्गत ग्रामीणो को विद्युत लाईन प्रदाय करवाने के लिए आवेदन दिया। सोहन पिता गुमान निवासी मियाटी तहसील थांदला एवं हरचंद पिता हुरतान निवासी ग्राम नायपाडा तहसील थांदला ने मुख्य मंत्री युवा स्वरोजगार योजनांतर्गत ऋण स्वीकृत करवाने के लिए आवेदन दिया। दलसिंग जातरिया निवासी ग्राम हिराखांदन ने ग्राम के सचिव एवं सरपंच द्वारा ग्रामीणो को शासकीय योजनाओं का लाभ नहीं दिये जाने की शिकायत की। जनसुनवाई में अधिकांश आवेदन जमीन विवाद संबंधी प्राप्त हुए। 

जिले में 53 उप स्वास्थ्य केन्द्र भवन स्वीकृत, भूमि आंवटन के लिए कलेक्टर ने दिये निर्देश
   
झाबुआ ---एन.आर.एच.एम.के अंतर्गत हाई फोकस झाबुआ जिले में 53 नवीन उप स्वास्थ्य केन्द्र भवनो के निर्माण कार्य हेतु प्रशासकीय स्वीकृति शासन द्वारा दी गई है। संचालनालय स्वास्थ्य सेवाए भोपाल द्वारा निविदाये की जा चुकी है। प्रत्येक उप स्वास्थ्य केन्द्र भवनो के निर्माण हेतु शासकीय भूमि 100ग100 स्क्वेयर फीट की आवश्यकता होगी। उप स्वास्थ्य केन्द्रो के निर्माण हेतु भूमि चिन्हांिकंत करने के लिए कलेक्टर  बी.चन्द्रशेखर ने सभी एसडीएम को निर्देशित किया है साथ ही चयनित भूमि का स्थल मानचित्र स्वास्थ्य कार्यालय को तत्काल उपलब्घ करवाने के निर्देश दिये।

पत्रकार को मारपीट कर जान से मारने की धमकी
       
झाबूआ---फरियादी सिद्धार्थ पिता नरेन्द्र कांकरिया, उम्र 29 वर्ष, निवासी थांदला ने बताया कि आरोपी कल्ला गुर्जर, निवासी थांदला ने उसको तु बडा पत्रकार बनता है, उसकी खबर क्यों छापी, कहकर मारपीट कर अश्लील गालिया दी व जान से मारने की धमकी दी। प्र्रकरण में थाना थांदला में अपराध क्र0 315/14, धारा 294,506 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

अपहरण का अपराध पंजीबद्ध 
    
 झाबूआ---  फरियादी मानसिंह पिता दलसिंह डामोर, उम्र 38 वर्ष, निवासी बाटियाबयडी ने बताया कि उसका लडका विजय, उम्र 10 वर्ष अपने घर से निकला था, जो वापस नही आया, कोई अज्ञात बदमाश बहला फुसलाकर ले गया। प्र्रकरण में थाना कोतवाली झाबुआ में अपराध क्र0 524/14, धारा 363 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

बिना परमिट वाहनों को परमिट बनाने के लिए दो दिन का दिया समय 

झाबूआ---  वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एस0पी0सिंह ने बताया कि जिला सड़क सुरक्षा समिति की कल दिनांक 14/7/143 को कलेक्टर कार्यालय में मीटिंग आयोजित की गई थी। सभी टेक्सी वाहन मालिकों को परमिट एवं अन्य दस्तावेज तैयार कराने हेतु 02 दिवस का अंतिम समय दिया गया। यदि 2 दिवस के भीतर टेक्सी मालिकों द्वारा परमिट एवं अन्य दस्तावेज तैयार नहीं करवाये गये तो उनके विरूद्ध कराधान अधिनियम के तहत कार्यवाही की जावेगी। 

ताला तोड कर की हजारो कि चोरी  

झाबूआ---फरियादी मंगलसिंह पिता रूपला परमार, उम्र 30 वर्ष, निवासी रानापुर ने बताया कि अज्ञात बदमाश उसके घर का ताला तोडकर अंदर घुसकर अलमारी में से 25,000/- रू0 नगदी व 2 जोड पायल, मो.सा. लायसेंस तथा एलसीडी, कुल मश्रुका 45000 रू0 का चुराकर ले गये।  प्रकरण में थाना रानापुर में अपराध क्र0 252/14, धारा 457,380 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

उत्तराखंड की विस्तृत खबर (15 जुलाई)

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मौसम की निगरानी के लिए सुरकण्डा देवी मंदिर के पास लगेगा डाप्लर रडार

देहरादून, 15 जुलाई,(निस)। राजधानी के नजदीक धनोल्टी के पास जनपद टिहरी के अन्तर्गत सुरकण्डा देवी मन्दिर क्षेेत्र में 2753 मीटर ऊंचाई पर स्थित मंदिर के पश्चिम दिशा में उपलब्ध लगभग 750 वर्ग मीटर वृक्ष विहीन क्षेत्र में भारतीय मौसम विभाग के सहयोग से डाप्लर रडार लगाया जाएगा। डाॅप्लर रडार लगाये जाने हेतु उक्त भूमि को वन विभाग से आपदा प्रबन्धन विभाग को हस्तान्तरित किया  जाएगा। यह जानकारी देते हुए अपर मुख्य सचिव एवं उच्चधिकार प्राप्त समिति के अध्यक्ष राकेश शर्मा ने बताया कि उत्तराखण्ड राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण के अन्तर्गत विश्व बैंक वित्त पोषित उत्तराखण्ड आपदा रिकवरी परियोजना हेतु गठित उच्चधिकार प्राप्त की बैठक में सम्यक विचारोपरान्त यह निर्णय लिए गए हैं। उन्होंने बताया कि आपदा प्रबन्धन विभाग द्वारा यह भूमि डाॅप्लर रडार लगाये जाने हेतु भारतीय मौसम विभाग को उपलब्ध कराई जायेगी। भारतीय मौसम विभाग द्वारा उक्त भूमि का प्रयोग मौसम पूर्व की जानकारी उपलब्ध कराये जाने हेतु सी-बैण्ड डाॅपलर रडार लगाये जाने में किया जायेगा।

28 जुलाई तक त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के चलते आचार संहिता लगी

देहरादून, 15 जुलाई,(निस)। राज्य निर्वाचन आयोग ने हाल ही में सम्पन्न त्रिरस्तरीय पंचायत सामान्य निर्वाचन-2014 के पश्चात रिक्त रहे गये पदों व स्थानों पर निर्वाचन हेतु आदर्श आचरण संहिता प्रभावी कर दी गई है। यह जानकारी देते हुए राज्य निर्वाचन आयुक्त सुबर्द्धन ने बताया है कि हाल ही में प्रदेश में सम्पन्न हुए त्रिरस्तरीय पंचायत सामान्य निर्वाचन-2014 के पश्चात कुछ ग्राम पंचायतों के सदस्य ग्राम पंचायत तथा प्रधानों के पदांे तथा स्थानों के निर्वाचन न होने कारण अथवा अन्य कारणों से रिक्त रहे गये ऐसे सभी रिक्त स्थानों व पदों पर निर्वाचन हेतु आदर्श आचरण संहिता प्रभावी की गई है, जो मतगणना समाप्ति की तिथि दिनांक 28 जुलाई, 2014 तक प्रभावी रहेगी।

पर्यावरणविद पद्मश्री चण्डी प्रसाद भट्ट को गांधी शांति पुरस्कार पर जतायी खुशी

देहरादून, 15 जुलाई,(निस)। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने प्रसिद्ध पर्यावरणविद पद्मश्री चण्डी प्रसाद भट्ट को वर्ष 2013 का गांधी शान्ति पुरस्कार प्रदान किये जाने पर हार्दिक प्रसन्नता जाहिर की है। अपने सन्देश में मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि श्री भट्ट को यह प्रतिष्ठित पुरस्कार प्रदान किये जाने से उत्तराखण्ड का भी सम्मान बढ़ा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री भट्ट को उनके द्वारा पर्यावरण व समाज सेवा से क्षेत्र में किये गये सराहनीय सेवाओ ंके लिये पद्मश्री व पद्मभूषण से सम्मनित किया गया है जो प्रदेश के लिये निसन्देह गौरव की बात है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यावरण के क्षेत्र में राज्य सरकार द्वारा किये जा रहे प्रयासों को भी इससे बल मिलेगा।

माकपा (माले) ने कांग्रेस को समर्थन देने पर जताया आक्रोश

देहरादून, 15 जुलाई,(निस)। उत्तराखण्ड राज्य के उपचुनाव में उत्तराखण्ड क्रांति दल के अध्यक्ष काशी सिंह ऐरी द्वारा उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री को सर्मथन देकर अपने स्वार्थ की राजनीति से उत्तराखण्ड राज्य के आन्दोलनकारियों व 42 शहीदों का घोर अपमान है, और मां बहिनों के साथ मुज्जफर नगर काण्ड जैसी घटना क्यों करवायी गयी। जिस व्यक्ति ने पूर्व में भाजपा व कांग्रेस सरकारों के विरूद्ध उत्तराखण्ड के जल, जमीन, जंगल व रोजगार की मांग को लेकर राज्य की लड़ाई लड़ी थी, उन्हीं लोगों के साथ उक्रंाद को हाथ मिलाना दुर्भाग्य का विषय है। माकपा (माले) ने आरोप लगाया है कि उत्तराखण्ड के पहाड़ी क्षेत्र में नौकरी के नाम से सिडकुलों में 70 प्रतिशत सीटों में बेरोजगार पहाड़ के नहीं रखे गये है, लगभग पूरे बाहर के भरे गये है, पहाड़ी बच्चे आज भी रोजगार के नाम से होटलों के बर्तन मजने को मजबूर हो रहे है। पहाड़ी क्षेत्र में डाक्टर, अध्यापक व अन्य पदों पर कर्मचारी नहीं है ब्लाॅक कैडर लागू कर भाजपा कांग्रेस नौकरी क्यों नहीं दे रही है। खनन सिर्फ गरीब व सामान्य जनता के लिए शासनादेश है और विधायक बनकर सरकारी पदांे पर अधिकारियों की मनमर्जी तैनाती कर शासनादेश की धज्ज्यिां उड़ाकार अपना धन्धा जोरों पर चला रखा है, और पहाड़ी गरीब जनता की दिनों-दिन गाडि़यां सीज कर अधिकारियों ने अपना राज चला रखा है। जबकि राज्य बने 14 वर्ष हो गये हैं, आज तक खनन नीति नहीं लागू की गयी है। उत्तराखण्ड की सीधी सादी जनता को उत्तराखण्ड राज्य के नाम से राजनीति कर उ0क्रा0द0 को भाजपा व कांग्रेस के साथ सरकार बनाना व मुख्यमंत्री के चुनाव प्रचार कर माननीय काशी सिंह ऐरी के कदमों का उत्तराखण्ड के शहीदों व आन्दोलनकारियों का घोर अपमान है जिसे उत्तराखण्ड का आन्दोलनकारी कभी भी माफ नहीं करेगा । उत्तराखण्ड राज्य आन्दोलनकारियों को भाजपा व कांग्रेस सरकार द्वारा मनमर्जी से उत्तराखण्ड आन्दोलनकारियों का शासनादेश की धज्जियां उड़ा कर आन्दोलनकारियों को हर सुविधा से वंचित कर अपने चहेतों को उसकी सुविधा दिला रखी है जो उत्तराखण्ड के असली आन्दोलनकारी आज तक भटक रहे हैं । नेता अपने स्वार्थ के लिए किसी से भी हाथ मिलाने में हिचक नहीं रहे हैं । ऊर्जा प्रदेश के नाम से उत्तराखण्ड की बिजली रू 1.20 प्रति यूनिट से बेच रही है । उत्तराखण्ड की जनता से शहरी क्षेत्र में रू0 4.70 प्रति यूनिट तथा रू0 70 अधिभार तथा ग्रामीण क्षेत्र के लिए रू0 2.40 प्रति यूनिट व रू0 50 अधिभार वसूला जा रहा है, व उत्तराखण्ड राज्य का 12.50 प्रतिशत अधिकार है जबकि गुजरात, पंजाब आदि की तर्ज पर उत्तराखण्ड का भी पूर्ण अधिकार होना चाहिए था। जब धारचूला एन0एच0पी0सी0 से 280 मेगावाट बिजली पैदा हो रही है तो जनता को निःशुल्क बिजली क्यों नहीं दी जा रही है । बिजली विभाग गरीब जनता से ‘कुटीर ज्योति’ योजनान्तर्गत शासनादेश के विरूद्ध पैसा वसूला जा रहा है । इसके लिए मैं स्वयं लोकायुक्त न्यायालय में 30 वर्ष से लड़ाई लड़ रहा हूं ।

सरकार की खनन के खेल पर लगाम लगान की तैयारी 

देहरादून, 15 जुलाई (निस)। खनन को लेकर आरोपांे में घिर रही सरकार को बदनामी के डर से बचाने का मोर्चा प्रदेश की वरिष्ठ मंत्री डा. इंदिरा हृदयेश पाठक ने अपने हाथों में ली है। मुख्यमंत्री हरीश रावत के अस्पताल में होने के कारण उन्हांेने यह मोर्चा संभाला है। राज्य में खनन के खेल पर संख्ती बरतने के आदेश उन्होंने हरिद्वार और उधमसिंहनगर जिलाधिकारियांे को दिए है।   हालांकि प्रदेश में अवैध खनन पर नकेल के लिए बनायी गयी मुठ्ठी भर माइनिंग विजिलेंस सेल ने मात्रा 7 माह के अन्दर प्रदेश भर में खनन माफियाओं की नाक में नकेल डालकर सरकार को करोड़ों रूपया राजस्व के रूप में दिया है लेकिन सरकार माइनिंग विजिलेंस सेल को लेकर कितनी गंभीर है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इस सेल को आज तक आजादी के साथ अपना काम करने के लिए एक कार्यालय तक मुहैया नहीं कराया गया और अब लगातार जिस तरह से सरकार की माइनिंग विजिलेंस सेल पर टेढ़ी नजर हो रखी है उससे सरकार भी सवालों के घेरे में आनी शुरू हो गयी है? पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने राज्य में हो रहे अवैध खनन पर मचे बबाल को देखते हुए प्रदेश में अवैध खनन रोकने के लिए माइनिंग विजिलेंस सेल का गठन किया था।  इस टीम का नेतृत्व डीआईजी संजय गुंज्याल के हाथों में सौंपा गया था और उनकी टीम में मात्रा 18 लोगों को शामिल किया गया था। इस टीम को 30 प्रतिशत अतिरिक्त भत्ता देने का भी ऐलान सरकार ने किया था लेकिन 7 माह बाद भी सरकार ने माइनिंग विजिलेंस सेल टीम को आज तक यह भत्ता देने की पहल नहीं की जिससे सरकार पर भीसवाल खड़े हो रहे हैं कि जिस माइनिंग विजिलेंस सेल के कर्मचारी रातदिन जान हथेली पर लेकर खनन माफियाओं के खिलाफ कार्यवाही करने का दम दिखा रहे हैं उन्हें सरकार ने आज तक एक कार्यालय तक उपलब्ध नहीं कराया और माइनिंग विजिलेंस सेल का कार्यालय पुलिस मुख्यालय के खुले आंगन में चलता आ रहा है। राज्य भर में खनन माफियाओं पर नकेल लगाने वाली माइनिंग विजिलेंस सेल की पीठ थपथपाने के बजाये सरकार उसे ही क्यों गुर्राने में लगी हुई है यह राज्य की जनता की समझ में भी नहीं आ रहा है क्योंकि माइनिंग विजिलेंस सेल ने अब तक कई दर्जन पौकलैंड व जेसीबी मशीनों के साथ साथ कई स्टोन क्रेशर भी अवैध खनन को लेकर सील किये लेकिन सरकार ने खनन माफियाओं के खिलाफ कोई बड़ी कार्यवाही करने का आज तक दम दिखाने का साहस नहीं किया? माइनिंग विजिलेंस सेल को सरकार मजबूत करने के लिए आजतक क्यों अपने कदम आगे नहीं बढ़ा पायी यह उसकी मंशा पर भी कई सवाल खड़े कर रहा है? बता दें कि माइनिंग विजिलेंस सेल में सिर्फ राजपत्रित अधिकारी के नेतृत्व में ही टीम को कहीं भी छापा मारने का अधिकार है और इस टीम में सिर्फ डीआईजी ही राजपत्रित अधिकारी हैं और सरकार हमेशा उन्हें किसी न किसी मिशन पर लगाये रखती है जिससे खनन माफियाओं पर नकेल लगाने में माइनिंग विजिलेंस सेल आगे नहीं बढ़ सकती। सवाल उठ रहे हैं कि आखिरकार माइनिंग विजिलेंस सेल में किसी सीओ की तैनाती क्यों नही कर रही है जिसके चलते माइनिंग विजिलेंस सेल इस अधिकारी के नेतृत्व में कहीं भी खनन माफियाओं पर बड़ी कार्यवाही कर सके । खनन माफियाओं के सिंडीकेट पर लगातार नकेल लगाने वाली माइनिंग विजिलेंस सेल आखिरकार कुछ समय से क्यों सरकार के निशाने पर है इसको लेकर राज्य में चर्चाओं का बाजार गर्म हो रखा है कि क्या सरकार माइनिंग विजिलेंस सेल को समाप्त करने के लिए एक रणनीति के तहत ताना-बाना बुन रही है जिसके चलते खनन माफियाओं का सिंडीकेट अपने काले कारोबार को अंजाम देने में सफल होता रहे।

प्रदेश में चल रहे अवैध खनन में सरकार संलिप्त:- अजय भट्ट

देहरादून, 15 जुलाई (निस)। नेता प्रतिपक्ष श्री अजय भट्ट ने कहा कि प्रदेश में चल रहे अवैध खनन में सरकार पूरी तरह से संलिप्त है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार आने के बाद लगातार यहाॅ भू-माफियाओं और अवैध खनन कारोबारियों की बाढ़ सी आ गयी है। उन्होंने कहा कि हमने पूर्व में विधानसभा सत्र में अवैध खनन की उच्च स्तरीय जाॅच की मांग उठायी थी। श्री भट्ट ने कहा कि अवैध खनन के विरोध में खनन माफियाओं द्वारा ग्रामीणों पर हमले किये जा रहे हैं और सरकार आॅखें मूंदकर तमाशा देख रही है। सरकार कार्यवाही करे भी तो कैसे आखिर पूरे अवैध खनन कारोबार में सरकार के सफेदपोश लोग जो शामिल हैं। श्री भट्ट ने कहा कि खनन कारोबारियों द्वारा ग्रामीणों पर हमला करने के बाद भी सरकार की चुप्पी समझ में नही आती। आखिर सरकार इन लोगों पर कार्यवाही क्यों नहीं कर पा रही है। सरकार के हाथ पर हाथ धरे रहने से खनन माफियाओं को शह प्रदान करने की पुष्टि होती है।  श्री भट्ट ने कहा कि जहाॅ प्रदेश के मुख्यमंत्री दिल्ली में एम्स से स्वास्थ्य लाभ लेते हुए राजनीतिक श्रेय लेने के उद्देश्य से आये दिन नये-नये मुद्दों पर केन्द्र सरकार को पत्र तो लिखे जा रहे हैं किन्तु अवैध खनन पर वह चुप्पी साधे हुए हैं। उन्होंने कहा कि अवैध खनन कारोबारियों पर कार्यवाही किये जाने के सम्बन्ध में आखिर मुख्यमंत्री द्वारा निर्देश क्यों नहीं जारी किये जा रहे हैं। श्री भट्ट ने कहा कि अवैध खनन कारोबारियों द्वारा ग्रामीणों पर पथराव कर उन पर जानलेवा हमला किया गया किन्तु सरकार द्वारा खनन माफियाओं के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की गयी। सरकार द्वारा एक ओर पूर्व में अवैध खनन के खिलाफ जाॅच एजेन्सियाॅ मुस्तैद किये जाने की बात कही जा रही थी लेकिन आज चारों ओर प्रदेश में सरकार की शह पर ही खनन का अवैध कारोबार इस कदर चरम पर है कि खनन माफियाओं द्वारा प्रदेश में दहशत का माहौल उत्पन्न कर दिया गया है। श्री भट्ट ने कहा कि आज प्रदेश की दुर्गति हो गयी है हल्की बारिश से ही चार धाम यात्रा पूरी तरह से बाधित होने से सरकार के चार धाम यात्रा की बड़े-बड़े धरे के धरे रह गये हैं। आज प्रदेश को देखने वाला कोई नहीं है, जितने भी पुल आपदाग्रस्त क्षेत्रों में बनाये जा रहे थे, वह सभी एक-एक करके टूटते जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी उत्तरकाशी द्वारा जब निर्माण एजेंसी पर कार्यवाही की तो सरकार ने उन्हें ही पद से हटा दिया, इससे यह स्पष्ट है कि सरकार भी इन एजेंसियों के साथ मिलीभगत है।  सरकार एक ओर दोषियों के खिलाफ कार्यवाही करने की बात कह रही है और वहीं दूसरी ओर एक साल के अन्तराल में उत्तरकाशी जिले में चार जिलाधिकारियों के तबादले कर दिये गये। इससे सरकार की पूरी सन्देह के घेरे में है। श्री भट्ट ने कहा कि राजधानी में हर दिन चोरी की धटनायें हो रही हैं किन्तु पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है, पुलिस चोरी का खुलाशा तक नहीं कर पा रही है। इससे स्पष्ट है कि प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गयी है।

गौरीकुंड हाईवे मार्ग के डेंजर जोन हुए सक्रिय

रूद्रप्रयाग, 15 जुलाई (निस)। गौरीकुंड केदारनाथ हाईवे गत वर्ष जून में आई आपदा से बेहाल हो गई थी, जिसे बाद में किसी तरह आवाजाही लायक बनाया गया था लेकिन अब बरसात के शुरू होते ही फिर से यह जगह-जगह धंस गई है कई स्थानों पर गड्डे हो गए हैं। वर्तमान में इस मार्ग से आवाजाही करना खतरे से खाली नहीं है। गौरीकुंड हाईवे मार्ग केदारनाथ यात्रा समेत समूची केदारघाटी को यातायात से जोड़ने व जरूरी बुनियादी सुविधाएं पहुंचाने का एक मुख्य जरिया है। सैकड़ों गांवों के लोग रोज इस हाइवे से आवाजाही करते है। बीते वर्ष आई दैवीय आपदा में इस हाईवे को भारी नुकसान पहुंचा था। आपदा के कारण इस पर एक दर्जन से अधिक डेंजर जोन बन गए थे  जो जरा सी बारिश होते ही विकराल रुप ले लेते हैं। अब बरसात शुरू होते ही इस हाईवे के डेंजर जोन पर पहाड़ी से पत्थरों के गिरने का सिलसिला शुरू हो गया है। पत्थर गोली के माफिक नीचे गिर रहे है। इसे देखते हुए यहां से आवाजाही करने वाले स्थानीय लोग एवं यात्री कतराने लगे है। स्लाइडिंग जोन पर भारी मात्रा में पत्थर एवं मलबा गिरना शुरू हो गया है। वहीं बीआरओ के लिए पूरी ताकत झोंकने के बाद भी इन स्लाइडिंग जोन से पार पाना काफी कठिन हो रहा है। इसके चलते हाईवे के अवरुद्ध होने का सिलसिला शुरु हो गया है।

वैटनरी कॉलेज के लिये 1200 नाली भूमि की नापजोख शुरु

गौचर, 15 जुलाई (निस)। वैटनरी कॉलेज के निर्माण को लेकर शासन-प्रशासन चुस्त नजर आ रहे हैं। प्रशासन ने शैल गांव में कालेज के लिए जरूरी 1200 नाली भूमि के लिये यहां भूमि की गणना और नाप शुरू कर दी है।
गौचर में पशु चिकित्सा महाविद्यालय की घोषणा डेढ़ वर्ष पूर्व कैबिनेट मंत्री डा. हरक सिंह रावत ने की थी। डिप्टी स्पीकर डा. अनसूया प्रसाद मैखुरी ने विभागीय अधिकारियों की बैठक में कालेज के लिए भूमि चयन के लिए तहसील प्रशासन को कहा था। जिसके बाद हरकत में आए प्रशासन ने निर्देश पर अमल करते हुए तीन दिन में शैल गांव के समीप 1200 नाली भूमि की गणना और नाप का कार्य शुरू कर दिया है। राजस्व उप निरीक्षक जगदीश चंद्र औलिया ने बताया कि शैल गांव में वैटनरी कालेज के मानक के अनुरूप पर्याप्त भूमि मिलने की संभावना है। यहां रेशम विभाग की 135 नाली भूमि सहित 1100 से अधिक नाली नाप और बेनाप भूमि भी है। वहीं स्थानीय लोगों का मानना है कि वैटनरी कालेज खुलने से भविष्य में गौचर सहित शैल गांव के दिन बहुरेंगे। यहां पढ़ाई होगी और पशु पालन के बारे में भी बताया जाएगा। वहीं लोगों का यह भी मानना है कि इससे कालेज के भवन, हॉस्टल, लैब, फार्म आदि ढांचागत निर्माण कार्यों सहित अस्थायी, स्थायी और संविदा पदों पर भी स्थानीय लोगों को रोजगार मिल सकेगा।

अस्थाई पुल बहने से बलाण और पिनाऊं का सम्पर्क कटा

देवाल, 15 जुलाई (निस)। कैल नदी के सुपलीगाड़ में बना लकड़ी का अस्थायी पुल बहने से बलाण और पिनाऊं गांव का ब्लाक मुख्यालय से संपर्क कट गया है। यहां लोनिवि की ओर से लगाई गई ट्राली के लंबे समय से खराब होने के चलते लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड रहा है। बीते वर्ष आपदा में सुपीलगाड़ पर बलाण और पिनाऊं गांव को जोड़ने के लिए बना झूला पुल बह गया था। जब शासन-प्रशासन की ओर से कोई मदद नहीं मिली तो ग्रामीणों ने श्रमदान कर आवागमन के लिए लकड़ी का वैकल्पिक पुल बनाया था। अब यहां हुई तेज मूलसाधार बारिश से यह पुल भी बह गया जिससे गांवों का संपर्क अन्य क्षेत्रों से कट गया है। बलाण के लोगों का कहना है कि इस वैकल्पिक पुल के टूटने से दोनों गांवों के ग्रामीणों को मीलों अतिरिक्त पैदल दूरी नापकर अन्य रास्तों से होकर अपने घरों तक पहुंचना पड़ेगा। वहीं आपदा के बाद लोक निर्माण विभाग ने सुपलीगाड़ में ट्राली लगाई थी, वह भी कुछ ही दिनों में खराब हो गई। लोगों ने विभाग से ट्राली को ठीक करने और झूला पुल के पुनर्निर्माण की कार्रवाई अतिशीघ्र शुरू न करने पर जनांदोलन की चेतावनी दी है।

रास्तों में खेतों में भरा मोटर मार्ग का मलबा

पौड़ी, 15 जुलाई (निस)। बारिश से पौड़ी-देवप्रयाग मोटर मार्ग का मलबा पाबौ मल्ला गांव के संपर्क मार्ग और खेतों में आ गया। जिससे गांव का संपर्क मार्ग बंद हो गया। मलबे से कई घरों के लिए खतरा पैदा हो गया है।
पाबौ मल्ला गांव के लोगों का कहना है कि पौड़ी-देवप्रयाग मोटर मार्ग का सारा मलबा बहकर गांव के मार्गों और खेतों में भर गया है। जिससे गांव के संपर्क मार्ग बंद हो गए है। यही नहीं इस मलबे से गांव के कई मकानों को भी खतरा बना हुआ है। लोगों का यह भी कहना है कि पिछले साल भी सड़क का मलबा बहकर गांव में आने से काफी नुकसान हुआ था। लेकिन प्रशासन द्वारा इसको रोकने के लिए कोई प्रयास नहीं किए। लोगों ने जिला प्रशासन से मलबा साफ करने की मांग की है।

रामलीला मंचन को लेकर बैठक

पौड़ी, 15 जुलाई (निस)। शहर की ऐतिहासिक रामलीला के मंचन को लेकर हुई बैठक में नए प्रयोग करने समेत विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई। मंचन में नए कलाकारों को अवसर देने की बात पर भी सहमति जताई गई। श्री रामलीला कमेटी के अध्यक्ष आशुतोष नेगी की अध्यक्षता में हुई बैठक में वक्ताओं ने कहा कि रामलीला को लेकर लोगों में आकर्षण बढ़ा है। इस दौरान मंचन में संभावित नए प्रयोगों पर भी चर्चा हुई। निर्णय लिया गया कि पांच अगस्त को लक्ष्मी नारायण मंदिर से हनुमान जी का ध्वज पूजन कर रामलीला मैदान में स्थापित किया जाएगा। रक्षा बंधन से रामलीला की विधिवत रिहर्सल शुरू की जाएगी। कमेटी के संरक्षक गौरीशंकर थपलियाल ने कहा कि मंचन में नए कलाकारों को अधिक अवसर दिए जाएंगे। पुराने कलाकारों के अनुभव भी नई पीढ़ी के साथ होंगे। इसके अलावा कमेटी के बजट व स्मारिका प्रकाशित करने पर भी चर्चा की गई। इस मौके पर पूर्व एमएलसी पृथ्वीपाल सिंह, कमेटी के राम सिंह रावत, मनोज रावत अंजुल, वीरेंद्र रावत, उमाचरण बड़थ्वाल, महेशानंद आदि मौजूद रहे।

अधूरे पुलों के चलते अटका वैकल्पिक हाईवे का निर्माण

उत्तरकाशी, 15 जुलाई (निस)। गंगोत्री वैकल्पिक हाईवे पर तीन अधूरे पुल जी का जंजाल बने हैं। बीआरओ ने इन पुलों पर पांच साल पहले ही काम शुरू कर दिया था, लेकिन बजट के अभाव में इनका काम बीच में ही लटक गया। वहीं इन पुलों के आधे-अधूरे होने के चलते वैकल्पिक हाईवे का निर्माण भी पूरा नहीं हो सका है। आपदा के लिहाज से संवेदनशील उत्तरकाशी जिला मुख्यालय में बाईपास मार्ग की बेहद जरूरत है। इसके लिए करीब दस वर्ष पूर्व बीआरओ ने बड़ेथी तेखला वैकल्पिक हाईवे का काम शुरू किया था। सात किमी इस हाईवे पर रोड कटिंग का काम लगभग पूरा हो चुका है। कुछ जगहों पर भूस्खलन जोन को छोड़ दें तो यह सड़क लगभग पूरी तैयार है, लेकिन सड़क पर भागीरथी के ऊपर तेखला और मनेरा सहित इंद्रावती नदी पर पुल तैयार नहीं हो सके हैं। तेखला में बन रहा आरसीसी पुल एक ऐबेटमेंट के साथ अधूरा ही बन सका है। जबकि इंद्रावती पर भी आरसीसी पुल पूरा तैयार है, लेकिन इसके लिए एक ओर से सड़क की एप्रोच तैयार नहीं हो सकी है। इस कारण यह पुल अब वाहन पार्किंग के काम आ रहा है। वहीं मनेरा में पुल का गार्डर तीन साल पहले लगाया जा चुका है, लेकिन उस पर आवाजाही के लिए कंक्रीटिंग नहीं हो सकी है। वहीं लोग इस पुल के एक ओर लकड़ी के तख्ते डालकर खतरा मोल लेकर पैदल आवाजाही करने को मजबूर हैं।

भागीरथी का जलस्तर बढने से बाढ़ सुरक्षा कार्य जलमग्न

उत्तरकाशी, 15 जुलाई (निस)। अपर भागीरथी घाटी में हुई भारी बारिश से भागीरथी का जलस्तर उफान पर रहा। इसके चलते तटवर्ती इलाकों में हो रहे बाढ़ सुरक्षा कार्य जलमग्न हो गए। वहीं मातली में आधी अधूरी दीवार के कारण बस्ती को खतरा पैदा हो गया। बारिश से भागीरथी के बढ़े हुए जलस्तर ने बाढ़ सुरक्षा कार्याे के लिए परेशानी बढ़ा दी। पानी बढ़ने के कारण मनेरी भाली प्रथम चरण परियोजना के चारों गेट खोलने पड़े जिससे अधिक पानी के चलते मनेरी से उत्तरकाशी तक बाढ़ सुरक्षा कार्य अधिकांश जगहों पर जलमग्न हो गए। ऐसे में गंगोरी, तेखला, लक्षेश्वर, तिलोथ, गंगा विहार, जोशियाड़ा व जड़भरत बस्ती के तटवर्ती हिस्सों में बाढ़ सुरक्षा कार्य पूरी तरह ठप्प हो गया। वहीं भाटूसौड़ में गंगोत्री हाईवे के एक हिस्से में कटाव हो गया जिससे निकटवर्ती बस्ती के लिए भी खतरा पैदा हो गया है। भागीरथी का जलस्तर बढ़ने से मातली बस्ती को बचाने के लिए बन रही आधी अधूरी सुरक्षा दीवार ने भी परेशानी खड़ी कर दी। इससे बस्ती के लिए और कटाव की समस्या पैदा हो गई है। बारिश के कारण भागीरथी की सहायक असीगंगा व इंद्रावती नदी का भी जलस्तर भी बढ़ गया। जिला मुख्यालय में कई जगहों पर बारिश के चलते जलभराव की समस्या भी पैदा हो गई।

काश्तकारों को नहीं मिली अधिग्रहण के बदले जमीन

गोपेश्वर, 15 जुलाई (निस)। सरकार ने सैफ विंटर गेम्स के दौरान ग्रामीणों की जमीन तो अधिगृहीत कर दी, लेकिन अधिगृहीत की गई जमीन के बदले भूमि देने की बारी आई तो मामला सरकारी आलमारियों में कैद होकर ही रह गया। अब भूमि के लिए ग्रामीण कभी सरकार तो कभी प्रशासन के चक्कर काट रहे हैं। ग्रामीणों ने इस संबंध में जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर कार्रवाई की मांग की है। जिलाधिकारी एसए मुरुगेशन का कहना है कि शासन को यह मामला पहले ही संदर्भित कर दिया गया था। उन्होंने कहा है कि इस संबंध में शासन को दोबारा रिमांइडर भेजा जाएगा। वर्ष 2010 में जब औली में सैफ विंटर गेम्स का आयोजन हुआ तो स्लोप निर्माण के लिए पर्यटन विभाग ने औली से लगे सलूड़ डुंग्रा के 15 काश्तकारों की जमीन अधिगृहीत की। तब भरोसा दिलाया गया था कि बदले में ग्रामीणों को भूमि आवंटित की जाएगी। सलूड़ डुंग्रा के काश्तकारों का कहना है कि जो जमीन पर्यटन विभाग ने अधिगृहीत की, उस जमीन पर 17 परिवारों की गोशालाएं थी। अपनी भूमि गंवाने के बाद अब ये ग्रामीण भूमि के लिए दर दर की ठोकरें खा रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि भूमि पाने के लिए वह कई बार सरकार व प्रशासन के चक्कर काट चुके हैं, लेकिन अभी तक उन्हें भूमि आवंटित नहीं की जा रही है। ग्रामीणों ने इस संबंध में जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर कार्रवाई की मांग की। ज्ञापन दाताओं में चंद्र सिंह भंडारी, गब्बर सिंह, भरत सिंह, शरत सिंह, कुशल सिंह, हरीश सिंह, सुरेंद्र सिंह, शिव सिंह, गंगा सिंह, मुरली सिंह, दिलवर सिंह आदि शामिल हैं।

आपदा प्रभावितों को राहत पहुंचा रहे महाजन सभा

देहरादून, 15 जुलाई (निस)। सेवा में समर्पित अनूठी संस्था समस्त महाजन ने उत्तराखंड में पिछले वर्ष आई प्राकृतिक आपदा में बेहतर सहयोग दिया और कई स्थानों पर सहायता शिविर लगाये,  इसके साथ ही लोगों की वहां पर निस्वार्थ रूप से सेवा कर उन्हें राहत सामग्री आदि वितरित की। संस्था के कार्यकर्ता आज तक इस सेवा कार्य में जुटे हुए है और वहां पर जरूरतमंदों को आवश्यक सामाग्री प्रदान की जा रही है। मंगलवार को जैन धर्मशाला में पत्रकारों से रूबरू होते हुए संस्था के सदस्य हीरा लाल जैन ने कहा कि उत्तराखंड के केदारनाथ क्षेत्र में पिछले वर्ष आई प्राकृतिक आपदा से वहां पर जन धन की हानि हुई है और कई लोग लापता हो गये है और आज भी वहां पर नर कंकाल मिल रहे है। उनका कहना है कि प्राकृतिक आपदा में पीडितों की सहायता करने के लिए समस्त महाजन परिवार मुंबई से उत्तराखंड पहुंचा और बाढ पीडितों को जीवनाश्यक चीजों के किट, फूड पैकेटस, कंबल, रजाई, नकद प्रदान किये और स्वास्थ्य सहायता के साथ ही संस्था ने हरसंभव सेवा करनी आरंभ की यह सेवाकार्य अभी तक जारी है। उनका कहना है कि इन सबके पीछे संस्था का निस्वार्थ उददेश्य एक ही है कहीं भी कोई भी किसी भी जगह संकट के समय मानव और बेजुबान जीवों को सहारा देकर उनकी निस्वार्थ सेवा करना संस्था का उददेश्य है। उनका कहना है कि आज भी संस्था उत्तराखंड के उत्थान के लिए समर्पित है और एक पूर्ण सर्वेक्षण के बाद अक्षत शाह जो कि संस्था के स्वयंसेवी है ने अपने अन्य सहयोगियों के साथ सर्वेक्षण किया और कई तथ्य सामने आये है। उनका कहना है कि कर्णप्रयाग, देहरादून, ऋषिकेश, हरिद्वार आदि के अनेक अनाथ आश्रमों, वृद्धाश्रमों में पूर्ण रूप से हरसंभव सहायता दी इसके साथ अनेकों विद्यालय जहां पर बच्चों के कल्याण के लिए संस्थायें समर्पित है उन्हें भी प्रोत्साहित करने के लिए सहायता प्रदान की है। उनका कहना है कि निस्वार्थ भाव से ही संस्था का कार्य व प्रमुख उददेश्य है।

आपदा प्रबंधन विभाग ने चेताया जिलाधिकारियों को

देहरादून, 15 जुलाई (निस)। बीते साल के आपदा के बाद राज्य सरकार का आपदा प्रबंधन विभाग सक्रिय हो गया है। मौसम विभाग की सूचनाआंे को वह अब पूर्व की भांति हल्के में नहीं लेता। यहीं कारण है कि मौसम विभाग द्वारा राज्य के पर्वतीय इलाकों के जनपदों में भारी वर्षा की चेतावनी को मौसम विभाग ने गंभीरता से लेते हुये जिलाधिकारियों को सचेत रहने को कहा हैं। आपदा न्यूनीकरण एवं प्रबंधन केन्द्र के अधिशासी निदेशक पीयूष रौतेला ने जनपद अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, चम्पावत, ऊधमसिंहनगर एवं नैनीताल के जिलाधिकारियों को भेजे पत्र के माध्यम से कहा है कि मौसम विभाग द्वारा इन जनपदों में अगले 48 घंटों में भारी वर्षा की संभावना व्यक्त की गई है। उन्होंने कहा कि मौसम विभाग द्वारा जारी बुलेटिन के दृष्टिगत सभी जिलाधिकारी जनपदों में किसी भी प्रकार की आपदा से निपटने के लिए जनपद स्तर पर आपदा प्रबंधन इकाईयों को तत्पर रहने के निर्देश जारी कर दे। साथ ही आपदा संबंधी किसी भी प्रकार की घटना होने पर उसकी सूचना तत्काल आपदा न्यूनीकरण एवं प्रबंधन केन्द्र को दी जाये।

एमडीडीए आया बैक फुट पर, सील किये वैडिंग प्वाइंटस खोले

देहरादून, 15 जुलाई (निस)। दून और मसूरी में विकास के नाम पर मनमानी करने वाला मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण अब न तो उच्च न्यायालय के आदेश मानता है और न ही उनसे सरकार के किसी कानून की परवाह है। अदालत का डण्डा चलने से पहले ही प्राधिकरण के अधिकारियों के सुर बदल गए। इतना ही नहीं उच्च न्यायालयों के आदेशों की अवहेलना करना उनके लिये भारी पड सकता है। उच्च न्यायालय के आदेश मिलने के बाद प्राधिकरण के अधिकारियों ने सीज किए गए वैडिंग प्वाइंटस को बिना अन्य किसी आदेश के खोलना भी शुरू कर दिया है। बताते चले कि नैनीताल उच्च न्यायालय ने एमडीडीए के अधिकारियों को फटकार लगाते हुए तुरंत सील किए गए वैडिंग प्वाइंटस को खोलने के आदेश दिए थे लेकिन एमडीडीए के अधिकारियों नेे हठधर्मिता के कारण अदालत के आदेश की ही अवहेलना शुरू कर दी। यहां तक कि प्राधिकरण के उपाध्यक्ष ने तो न केवल सील किए गए वैडिंग प्वाइंटस को खोलने से मना कर दिया बल्कि नैनीताल उच्च न्यायालय के आदेशों के खिलाफ भी अपील करने की बात कही थी। यही नहीं उन्होंने अदालत की अवहेलना के मामले में वैडिंग प्वाइंटस संचालको को चुनौती देते हुए उनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने को भी कहा था। लेकिन जैसे ही एमडीडीए के अधिकारियों के खिलाफ वैडिंग प्वाइंटस संचालकों ने नैनीताल उच्च न्यायालय में अदालत की अवहेलना को लेकर याचिका दायर की अपने खिलाफ कार्यवाही का अंदेशा होते ही एमडीडीए ने सील किए गए वैडिंग प्वाइंटों को बिना किसी जुर्माने और अग्रिम कार्यवाही के खोल दिया। एमडीडीए के खिलाफ दायर की इस याचिका पर अदालत 02 अगस्त को सुनवाई करेगा लेकिन इससे पहले नैनीताल हाईकोर्ट के कड़े रूख को देखते हुए प्राधिकरण के अधिकारियों में हडकंप मचा हुआ है। अभी उन्हें अदालत को यह भी बताना है कि किस कानून के तहत वैडिंग प्वाइंट सील किए गए थे।

आपदा में मृतकों के आश्रितों के पुर्नवास पर हुई चर्चा 

देहरादून, 15 जुलाई (निस)। मुख्य सचिव सुभाष कुमार की अध्यक्षता में मंगलवार को सचिवालय में आपदा में मृत लोगों के आश्रितों को सरकारी नौकरी में आरक्षण दिये जाने के बारे में बैठक हुई। कानूनी अड़चन के बावजूद विशेष परिस्थितियों में आरक्षण दिये जाने के सभी पहलुओं पर विचार किया गया। तय किया गया कि दूसरे राज्यों में लागू इस तरह की व्यवस्था का आकलन किया जायेगा। महाधिवक्ता से राय लेकर आरक्षण के सम्बंध में कोई न कोई रास्ता निकाला जायेगा। बैठक में प्रमुख सचिव न्याय जयदेव सिंह, प्रमुख सचिव गृह एमएच खान, सचिव आपदा प्रबंधन भास्करानंद, सचिव सचिवालय प्रशासन सीएमएस बिष्ट, अपर सचिव कार्मिक आरसी लोहनी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

कारगिल शहीद दिवस शौर्य दिवस के रुप में अकीदत के साथ मनाया जायेः अक्षत गुप्ता 

नैनीताल, 15 जुलाई (निस)। कारगिल शहीद दिवस शौर्य दिवस के रूप में 26 जुलाई को जिले भर में पूरे अकीदत के साथ मनाया जायेगा। कार्यक्रमों के निर्धारण के लिये जिलाधिकारी अक्षत गुप्ता की अध्यक्षता में एक बैठक कलक्ट्रेट सभागर में संपन्न हुयी। इस बैठक में जिलेभर में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों को अंतिम रूप दिया गया। तयशुदा कार्यक्र्रमों के अनुसार 26 जुलाई को प्रातः 9 बजे हल्द्वानी कालाढूंगी चैराहे पर शहीद मेजर राजेश अधिकारी के स्मृति पटल पर श्रृद्धासुमन अर्पित किये जायेंगे। श्री गुप्ता ने कहा कि इस गौरवमय दिवस पर जिलेभर में सफाई का विशेष अभियान चलाया जाये। शहीद स्मारकों एवं महापुरूषों की मूर्तियों की विशेष सफाई आदि भी करायी जाये। आयोजित कार्यक्रमों में शहीदों की वीरांगाओं के साथ ही पूर्व वरिष्ठ सैनिकों व को भी प्रतिभाग करने के लिये आमंत्रित किया जाये। उन्होंने निर्देश दिये कि विद्यालयों में खेल-कूद, निबंध, पेंटिंग प्रतियोगिता व कारगिल दिवस पर क्वीज प्रतियोगितायें करायी जायें। विकास खण्ड स्तर पर भी इन कार्यक्रमों को कराया जाये, जिसके पुरस्कार वितरण 26 जुलाई को किये जायें। उन्होंने कहा कि लोगों में राष्ट्रीय एकता एवं देश प्रेम की भावना को और अधिक बलवती बनाने के लिये खेल महकमा क्रास कंट्री दौड़ का आयोजन भी करे। जिला सैनिक कल्याण अधिकारी बीएस रौतेला नेे बताया कि प्रातः 9.30 बजे हल्द्वानी सैनिक कार्यालय में जिलाधिकारी द्वारा शहीदों की पत्नियों को शाॅल ओढ़ाकर सम्मानित किया जायेगा। जिला शिक्षा अधिकारी बेसिक आर0सी0 पुरोहित ने बताया कि इस अवसर पर सभी स्कूलों के बच्चों द्वारा 22 जुलाई को कारगिल दिवस पर क्वीज प्रतियोगिता की जायेगी, इसमें प्रथम, द्वितीय व तृतीय आने वाले बच्चों को पुरस्कार भी दिया जायेगा। बैठक में नीरज जोशी उपनगर अधिकारी नगरनिगम, हरबीर सिंह एसडीएम, डा0 राजेश्वर ंिसह जिला उद्यान अधिकारी, मिथिलेश कुमार सिंह सीओ आरएनआर, विनोद लोहनी मण्डी सचिव, वीके टम्टा अपर मुख्य चिकित्साधिकारी, एडवोकेट ज्योती प्रकाश, वरिष्ठ नागरिक किसन लाल साह, चन्दन सिंह अधिकारी के अलावा अन्य लोग उपस्थित थे।

39 आयुर्वेदिक चिकित्सा अधिकारियों का स्थानांतरण, तीन दर्जन को मिली तरक्की

देहरादून, 15 जुलाई (निस)। आयुर्वेद विभाग के 39 चिकित्सा अधिकारियों का स्थानांतरण कर दिया गया है। इसके अलावा 36 चिकित्सा अधिकारियों को अपर जिला आयुर्वेदिक अधिकारी, चिकित्सा अधीक्षक व वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी के वेतनमान 15600-39100 ग्रेड वेतन 6600 में पदोन्नति दी गई है। आयुष विभाग के प्रमुख सचिव ओमप्रकाश द्वारा जारी तबादला आदेश के अनुसार डा. साधना रानी अग्रवाल को उधमसिंहनगर से वहज पिथौरागढ़, डा. धीरज आर्य को चंपावत से चितगल गांव, पिथौरागढ़, डा. दीपांकर बिष्ट को अल्मोड़ा से दकोट, बागेश्वर, डा. सर्वजीत सिंह को टिहरी जिला चिकित्सालय से उनाल गांव, डा. विनोद रावत को जि.चि. उत्तरकाशी से खरसाली, डा. जयकिशन को जि.चि. उत्तरकाशी से पफडियार, डा. मनीष कुमार को पिरान कलियर से नैल खंसल चमोली, ऋषिकुल आयुर्वेदिक कालेज से डा. आरती पाठक को बडियार गांव पौड़ी, डा. कपिल शर्मा को चैड़ाकोट चंपावत, डा. पल्लवी पुष्प को बौंठ भरपूर, टिहरी व डा. भावना सिंह को खातीगांव बागेश्वर, डा. भावना भदोरिया को नथुवावाला से कथियान देहरादून, डा. पूजा कांडपाल को मोना से डालकन्या नैनीताल, डा. पल्लवी भूषण को अखोड़ी टिहरी से पांखू पिथौरागढ़, डा. प्रदीप मेहरा को नैनीताल में ही आयुष विंग जिला जिला चिकित्सालय, डा. अनिल रावत को जि.चि. हरिद्वार से सुल्तानपुर कुन्हारी, डा. शशि जोशी को मुनिकीरेती से टिहरी कार्यालय तथा अग्रिम आदेश वह पंचकर्म केंद्र मुनिकीरेती से संबद्ध, डा. नरेंद्रदत्त सेमवाल को भटवाड़ा से मुनिकीरेती, डा. ललित कुमार को मैठानाघाट से राजावाला देहरादून, डा. स्वास्तिक सुदेश को डडौली पौड़ी से ढाढेका ढाना, हरिद्वार, डा. रौली जोशी को बागेश्वर से हल्द्वानी, डा. शैलेष जोशी को बागेश्वर से उच्च न्यायालय नैनीताल, डा. आनंद प्रकाश को बागेश्वर से नथुवाखान नैनीताल, डा. अंकुर त्यागी नैनीसैंण चमोली से लंढौरा हरिद्वार, डा. रजनी वर्मा गडोली से मुस्टिक सौड़ उत्तरकाशी, डा. प्रदीप कुमार बाडव रुद्रप्रयाग से राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय रुड़की, डा. ऋचा गंगवार को गोनियारो नैनीताल से मझोला उफध्मसिंहनगर, डा. विमल बडवाल को मैठाना से जाख चमोली, डा. रामेश्वरी आर्य को अस्कोट से नैनीताल, डा. जयदीप सिंह बिष्ट रैंस से कोटद्वार, डा. वंदना ध्यानी को लाखामंडल से हरबर्टपुर, डा. रंजीत रावत को अलगड़ा से मरखा पिथौरागढ़, डा. नितिन गुनसोला को जिला कार्यालय देहरादून से झाझरा, डा. पवन वर्मा को ओखड़ी से भैंसियारो टिहरी, डा. भारती चैहान को मेदाल से सेलाकुई, डा. अनिता कुकसाल को बिहारीनगर से जिला चिकित्सालय महिला आयुष विंग हरिद्वार, डा. त्रिभुवन बेंजवाल को जि.चि. महिला हरिद्वार से बिहारीनगर, डा. लता पंत को लौबांज बागेश्वर से धनाचूली नैनीताल, डा. सिद्धि पंत को जाखपंथ से नगर पिथौरागढ़ स्थानांतरित किया गया है। चिकित्सा अध्किारी से 6600 ग्रेड वेतन में पदोन्नत डा. रवि कुमार यथावत ऋषिकुल कालेज, डा. दिनेश गर्ग आयुर्वेद निदेशालय, डा. प्रमोद कुमार कपूर को जिला आयुर्वेदिक अधिकारी चमोली का प्रभार, डा. अल्का अग्रवाल यथावत ऋषिकुल कालेज, डा. अशोक त्यागी को जिला आयुर्वेदिक अधिकारी उत्तरकाशी का प्रभार, डा. विश्वम्भरदत्त डिमरी को जिला आयुर्वेदिक अध्किारी बागेश्वर का प्रभारी, डा. राजेंद्र प्रसाद रतूड़ी अपर जिला आयुर्वेदिक अधिकारी देहरादून, डा. भानुप्रताप सिंह चिकित्सा अधीक्षक पंचकर्म यूनिट उत्तरकाशी, डा. अंबरेषचन्द्र उपाध्याय को जिला आयुर्वेदिक अधिकारी पौड़ी का प्रभार, डा. योगेश पाल को जिला आयुर्वेदिक अधिकारी रुद्रप्रयाग का प्रभार, डा. अशोक बडोला को जिला आयु. अध्किारी उफध्मसिंगनगर का प्रभार, डा. नरेश गुप्ता वरिष्ठ चिकित्साध्किारी जि.चि. हरिद्वार, डा. सबज कुमार आनंद को जिला आयु. अध्किारी चंपावत का प्रभार, डा. महेंद्र पाल को वरिष्ठ चिकित्साधिकारी चमोली, डा. रविंद्र प्रताप सिंह अपर जिला आयुर्वेदिक अध्किारी अल्मोड़ा, डा. मिथिलेश कुमार वरिष्ठ जिला चिकित्सा अध्किारी हरिद्वार, डा. कृष्ण लाल जि.चि. रुद्रप्रयाग, डा. कृष्ण सिंह नपलच्याल को जि. आयु. एवं यूनानी अध्किारी नैनीताल का प्रभार, डा. रघुवीर सिंह को जि.चि. चमोली, डा. गिरीश जंगपांगी को जि.आयु. अध्किारी पिथौरागढ़ का प्रभार, डा. महेंद्र सिंह गुंज्याल को वरिष्ठ चिकित्सा अध्किारी उधमसिंहनगर, डा. राजेंद्र पांडे जिला चिकित्सालय चंपावत, डा. यतेंद्र रावत को वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी निदेशालय/सहायक औषधि नियंत्रक, डा. संपूर्णानंद रतूड़ी जिला चि. अल्मोड़ा, डा. राजेंद्र भट्ट जि.चि. अल्मोड़ा, डा. राजीव वर्मा गुरुकुल कालेज हरिद्वार, डा. उमेश पाठक जि.चि. पिथौरागढ़, डा. अशोक कुमार शर्मा वरिष्ठ चिकित्सा अध्किारी उत्तरकाशी, डा. जमुनादत्त द्विवेदी जि.चि. बागेश्वर, डा. महेंद्र सिंह जि.चि. उत्तरकाशी, डा. विरेंद्र कुमार जि.चि. पौड़ी, डा. सुरेश शर्मा जि.चि. टिहरी, डा. ओपी बहुखण्डी जि.चि. पौड़ी, डा. मानसिंह जि.चि. टिहरी, डा. उमेश जोशी जि.चि. चमोली व डा. मंजू अग्निहोत्री जिला चिकित्सालय हरिद्वार शामिल हैं।

पर्यावरण विद चंडीप्रसाद भट्ट को गांधी शांति पुरस्कार

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देहरादून, 15 जुलाई (निस)। प्रसिद्ध गांधीवादी व पर्यावरणविद चंडी प्रसाद भट्ट को राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने राष्ट्रपति भवन में वर्ष 2013 का गांधी शांति पुरस्कार प्रदान किया। महात्मा गांधी की 125 वीं जयंती पर 1995 में यह पुरस्कार शुरू किया गया था। इसके तहत एक करोड़ रूपये नकद , प्रशस्ति पत्र और पट्टीका प्रदान की जाती है। पिछली सरकार ने श्री भट्ट को यह पुरस्कार देने की घोषणा की थी। वर्ष 1934 में जन्में श्री भट्ट चिपको आंदोलन के अग्रणीय नेताओं में से एक है। उन्हें 1982 में मैग्सेसे और 2005 में पद्मभूषण से सम्मानित किया जा चुका है। वर्तमान में वे हिमालयन एक्शन रिसर्च सेंटर (हार्क) के अध्यक्ष भी है।  इस अवसर पर बोलते हुए, राष्ट्रपति ने कहा कि गांधी शांति पुरस्कार हमारे इस विश्वास की अभिव्यक्ति है कि गांधी जी जिन आदर्शों का पालन करते थे, वह हमारी सामूहिक जीवंत विरासत का हिस्सा है। इस विरासत में ‘एक राष्ट्र’ होने का विचार व्याप्त है। यह हमारी विविधता का, हमारी बहु-संस्कृति का, हमारी विभिन्न भाषाओं, धर्मों तथा विभिन्न जीवन शैलियों का समारोह है। यह उनका विचार था जिन्होंने भारत की स्वतंत्रता के लिए प्रयास किया। लोकतंत्र के प्रति हमारी गहन तथा अविचल प्रतिबद्धता इसी विचार से उपजी है। हमने इन आदर्शों से मार्गदर्शन लेना जारी रखा हैय हम उनके प्रति प्रतिबद्ध हैं, इसलिए नहीं कि यह हमारा बीता हुआ समय है वरन् इसलिए क्योंकि यह हमारा भविष्य भी है। राष्ट्रपति ने कहा कि हमें सदैव यह ध्यान में रखना होगा कि हम महात्मा गांधी की विरासत के न्यासी हैं। न्यासी के रूप में उस विरासत की संरक्षा, सुरक्षा करना तथा उसका प्रसार करना हमारा पावन कर्तव्य है जो संपूर्ण मानवता की धरोहर है। श्री भट्ट का सम्मान करते हुए हम उन सभी अनगिनत महिलाओं और पुरुषों को सम्मानित कर रहे हैं जो प्रकृति के न्यासी बने तथा जिन्होंने अपने अंगीकार द्वारा हमारे स्वराज का विस्तार किया। उन्होंने श्री भट्ट की पर्यावरण के संरक्षण के लिए उनके समर्पित, अथक तथा बहुमूल्य कार्य के लिए प्रशंसा की। राष्ट्रपति ने कहा कि श्री भट्ट हमारे समय के ऐसे आजीवन गांधीवादी, समर्पित तथा आधुनिक दूरद्रष्टा पर्यावरणविद हैं जिनका जीवन ही उनका संदेश है। उनका कार्य ऐसे अनोखे प्रेम का साकार स्वरूप है जो प्रेम बहुत पहले ही सार्वभौमिक बन चुका है। इस प्रेम में प्रकृति तथा प्रकृति के तहत संपूर्ण रचना से प्रेम का समावेश है। 1973 में उनके द्वारा शुरू किए गए चिपको आंदोलन में भी ईंधन तथा घास इकट्ठा करने के पहाड़ी लोगों के विधिसम्मत अधिकारों की प्राप्ति तथा बड़े पैमाने पर वनों के कटान के कारण उन्हें प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए इसी प्रकार का शांतिपूर्ण तथा अहिंसक सत्याग्रह शुरू किया गया था। इसमें उस रचना की रक्षा की खास जिम्मेदारी पर जोर दिया गया है जो मानव को प्रदान की गई है। चिपको आंदोलन न केवल गूढ़ प्रेम का आंदोलन था वरन् अभी भी बना हुआ है। वह प्रेम जो पेड़ों से लिपटने में निहित है। इसका अर्थ है प्रकृति को इसकी सभी विविधताओं, उपहारों तथा अनुग्रहों सहित अपनाना। यह तुच्छ लालच के विरुद्ध प्रेम का आंदोलन है। राष्ट्रपति ने कहा कि गांधी के शब्दों में उनके समक्ष नैतिकताविहीन अर्थतंत्र का कोई महत्त्व नहीं था। इस साधारण सी ढाल ने ऐसा नैतिक ढांचा खड़ा किया है जिसके तहत मानवीय दक्षता को संचालित होना है। अर्थतंत्र के केंद्र में नैतिकता रखकर गांधी ने हमें ऐसा विचार प्रदान किया है जिसका महत्त्व हमें अब समझ में आने लगा है। श्री भट्ट का आंदोलन, न्यासी होने के इस विचार का एक सर्वोत्तम उदाहरण है। उनके कार्यों के माध्यम से, श्री भट्ट ने इस देश को तथा कुल मिलाकर संपूर्ण विश्व को यह याद दिलाया है कि हम भविष्य के लिए भी उत्तरदायी हैं। राष्ट्रपति ने कहा कि अहिंसा केवल एक पद्धति अथवा उपकरण नहीं है। इसमें राज्य तथा उन लोगों की मानवता सहित, जिन्हें हम चुनौती दे रहे हैं, दूसरों की मानवता को स्वीकार करने की अपेक्षा होती है। यह एक ऐसी सक्रिय ताकत है जो मैं और तुम का अंतर खत्म करते हुए दूसरों को गले लगाती है। भट्ट के आंदोलन में संकटग्रस्त तथा अचेतन लक्ष्यों से शारीरिक रूप से लिपटते हुए अहिंसा को अपनाने का रास्ता दिखाया गया है। श्री भट्ट ने न केवल अपनी जिम्मेदारी के प्रति हमारी समझ को गहन किया है बल्कि पूरे विश्व को अहिंसा की शक्ति पर एक प्रेरणादायक पाठ प्रदान किया है। राष्ट्रपति ने कहा कि 2019 में गांधी की 150वीं जन्म जयंती मनाई जाएगी तथा इसे हम शौचालय रहित घरों की अपमानजनक स्थिति खत्म करके तथा सरकार द्वारा पूरे देश में स्वच्छता, अपशिष्ट प्रबंधन तथा सफाई सुनिश्चित करने के लिए घोषित स्वच्छ भारत अभियान को सफल बनाकर ही सही मायने में मना सकते हैं।

केन्द्र से अतिरिक्त बिजली की मांग के लिए भेजे प्रस्ताव: सीएम 

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देहरादून, 15 जुलाई (निस)। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने नई दिल्ली एम्स में शासन के वरिष्ठ अधिकारियों एंव ऊर्जा क्षेत्र में राज्य में कार्य करने वाली विभिन्न संस्थाओं के अधिकारियों के साथ ऊर्जा उत्पादन सहित विभिन्न विषयों पर चर्चा की। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि उत्तराखण्ड पर्वतीय राज्य है, हमारी विषम भौगोलिक परिस्थतियों  को देखते हुए केन्द्र सरकार से अतिरिक्त बिजली की मांग के लिए प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि प्रदेश में हाल में आयी आपदा के कारण सभी क्षेत्रों को काफी नुकसान हुआ है, इसमें ऊर्जा उत्पादन पर भी असर पड़ा है। उन्होंने कहा कि राज्य ऊर्जा के क्षेत्र में आत्म निर्भर बने, इसके लिए राज्य सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। उन्होंने राज्य में कार्य कर रही ऊर्जा क्षेत्र की संस्थाओं से राज्य हित में उत्पादन बढ़ाने की अपेक्षा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार राज्य में बिजली कटौती के पक्ष में नही है और इसके लिए बाहर से बिजली खरीद कर राज्यवासियों को नियमित रूप से बिजली उपलब्ध करायी जा रही है। मुख्यमंत्री ने टी.एच.डी.सी. के अधिकारियों को निर्देश दिये कि बिजली उत्पादन में तेजी लाये, ताकि इसका लाभ राज्य को भी मिल सके। उन्होंने टी.एच.डी.सी. अधिकारियों को निर्देश दिये कि राज्यवासियों से जुड़े मुद्दों का भी शीघ्र समाधान किया जाय। मुख्यमंत्री ने एन.एच.पी.सी., जे.पी.पांवर, जी.वी.के. सहित अन्य कार्यदायी संस्थाओं के अधिकारियों से राज्य में संचालित बिजली परियोजनाओं के संबंध में विस्तृत जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने सचिव ऊर्जा से भी राज्य में बिजली उत्पादन और वितरण की स्थिति की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने निर्देश दिये कि लाइन लाॅस को कम किया जाय। राज्य सरकार द्वारा संचालित बिजली परियोजनाओं पर और अधिक ध्यान दिया जाय। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि प्रदेश में बिजली उत्पादन और वितरण व्यवस्था को मजबूत किया जाय। पुराने बिजली घरों की मरम्मत की जाय, ताकि बिजली उत्पादन में वृद्धि हो सके। मुख्यमंत्री ने सचिव ऊर्जा को यह भी निर्देश दिये कि जिन बिजली परियोजनाओं को सभी प्रकार की स्वीकृतियां मिल गई है, उन पर कार्य तेजी से पूरा किया जाय, ताकि प्रदेश को उनका लाभ मिल सके। उन्होंने लम्बित परियोजनाओं के संबंध में भी प्रभावी पहल करने के निर्देश दिये। बैठक में सचिव ऊर्जा डाॅ. उमाकांत पंवार, प्रबंध निदेशक जल विद्युत निगम जे.पी.पटेल, टी.एच.डी.सी., एन.एच.पी.सी., जी.वी.के., जे.पी.पांवर आदि संस्थाओं के अधिकारी उपस्थित थे। 

ममता के मुख्यमंत्री रहते अपराधी दंडित नहीं होंगे : माकपा

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mamta banerjee
मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने मंगलवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हमला बोला, और कहा कि जबतक वह पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री हैं, तृणमूल कांग्रेस में मौजूद अपराधियों को कोई हाथ नहीं लगा पाएगा। बनर्जी और कुछ शीर्ष अधिकारियों द्वारा तृणमूल विधायक मनिरुल इस्लाम के साथ गुरुवार को बोलपुर में एक सरकारी कार्यक्रम में मंच साझा करने का जिक्र करते हुए माकपा नेता सूर्यकांत मिश्रा ने अपराधियों को संरक्षण देने का मुख्यमंत्री पर आरोप लगाया। इस्लाम बीरभूम जिले में 2010 में हुई तीन भाइयों की हत्या के मामले में मुख्य आरोपी है। 

मिश्रा ने बीरभूम के लाभपुर जाकर तीनों भाइयों के परिवारों से मुलाकात की और उसके बाद कहा, "इस तरह की जघन्य हत्याओं के लिए जिम्मेदार लोगों के साथ मंच साझा करने के बाद वह यह स्पष्ट संदेश दे रही हैं कि जबतक वह मुख्यमंत्री हैं इन तत्वों को कोई हाथ नहीं लगा पाएगा।"इस्लाम के अलावा तृणमूल के बीरभूम के अध्यक्ष अणब्रत मंडल भी मंच पर मौजूद थे, जो कि स्वयं हत्या के एक आरोपी हैं। मंच पर मुख्यसचिव संजय मित्रा, गृह सचिव बासुदेब बनर्जी और पुलिस महानिदेशक जी.एम.पी. रेड्डी सहित कई सरकारी अधिकारी मौजूद थे।

मिश्रा ने परिवार को सभी तरह की मदद का आश्वासन दिया। पीड़ित परिवार ने मामले की केंद्रीय जांच ब्यूरो से जांच कराने की मांग को लेकर कलकत्ता उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है, क्योंकि पुलिस ने इस्लाम का नाम घटना के चार वर्ष बाद दाखिल आरोप पत्र से हटा दिया है। 

सलीम अल-जुबौरी इराकी संसद के अध्यक्ष निर्वाचित

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salim al jubouri
इराकी सांसदों ने मंगलवार को नव गठित संसद के अध्यक्ष के रूप में सलीम अल-जुबौरी को चुन लिया। अध्यक्ष का चुनाव होने के साथ ही सुरक्षा संकट से घिरे इराक में नई सरकार के गठन का रास्ता साफ हो गया है।  समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, अल-जुबौरी को संसद की बैठक में हिस्सा ले रहे 273 सांसदों में से 194 का समर्थन हासिल हुआ। इराक के संविधान के मुताबिक अध्यक्ष को संसद के 328 सदस्यों में से 165 का समर्थन होना जरूरी होता है।

अध्यक्ष पद के दो प्रत्याशियों में सलीम अब्दुल्लाह अल-जुबौरी सुन्नी अरब गुट के थे, जबकि स्वतंत्र संसदीय गुट सिविल अलायंस की ओर से महिला सांसद श्रौउक अल-उबैयाची प्रत्याशी थीं। इराक के पूर्वी प्रांत दियाला में 1971 में जन्मे सलीम अल-जुबौरी ने 2001 में कानून में डाक्टरेट की उपाधि हासिल की। 2005 में हुए अमेरिकी हमले के बाद वह पहली संसद के लिए चुने गए और विधिक समिति के प्रमुख रहे। वह 2010 में फिर से संसद के लिए चुने गए और मानवाधिकार समिति के अध्यक्ष रहे।

30 अप्रैल को हुए संसदीय चुनाव में जुबौरी दियाला प्रांत के सुन्नी गुट के प्रमुख रहे और दियाला की 14 संसदीय सीटों में से अधिकांश पर कब्जा किया था। इराक के संविधान के मुताबिक, संसद के अध्यक्ष के निर्वाचन के 30 दिनों के भीतर नए राष्ट्रपति का निर्वाचन करना अनिवार्य है। इसके बाद नए राष्ट्राध्यक्ष के पास सांसदों से प्रधानमंत्री को मनोनीत करने को कहने के लिए एक पखवाड़े का वक्त होता है। इसके बाद प्रधानमंत्री नई सरकार के गठन के लिए जिम्मेदार होता है।

मनोनीत प्रधानमंत्री को अपने मंत्रिमंडल के सदस्यों का चुनाव करने और सूची संसद के सामने पेश करने के लिए 30 दिनों का समय होता है। इससे पहले संसद के प्रथम सत्र की शुरुआत एक जुलाई को हुई थी, लेकिन अध्यक्ष पद पर राजनीतिक मतभेद उत्पन्न होने की वजह से पहले इसे आठ जुलाई और फिर 13 जुलाई तक के लिए स्थगित कर दिया गया था। देश में सुरक्षा की गंभीर होती स्थिति में नई यूनिटी सरकार इराक के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है जो सुन्नी आतंकवादियों के कारण देश पर मंडरा रहे विभाजन के खतरे को टाल सके।

10 जून को इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड ग्रेटर सीरिया (आईएसआईएस) के सुन्नी आतंकवादियों द्वारा मोसुल और तिकरित पर कब्जा कर लेने के बाद से इराक गंभीर सुरक्षा संकट से गुजर रहा है। आतंकवादियों के अचानक और जोरदार हमले के कारण इराकी सुरक्षा बलों को पीछे हटना पड़ा और देश के उत्तरी एवं पश्चिमी क्षेत्रों पर आईएसआईएस के आतंकवादियों ने कब्जा कर लिया।

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर (15 जुलाई)

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जनसुनवाई कार्यक्रम में 181 आवेदन प्राप्त हुए

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कलेक्टर श्री एमबी ओझा के द्वारा आज आहूत जनसुनवाई कार्यक्रम में 181 आवेदकों ने अपने आवेदन प्रस्तुत कर मूलभूत, व्यक्तिगत समस्याओं की ओर ध्यान आकर्षित कराया। कलेक्टर श्री ओझा ने विभिन्न कारणों से 35 आवेदन निरस्त करने की कार्यवाही की। आज सम्पन्न हुई जन सुनवाई कार्यक्रम में अनेक आवेदको ने इन्दिरा आवास दिलाएं जाने, बीपीएल कार्ड बनाएं जाने के अलावा ओलावृृष्टि से क्षति हुई फसलों की राहत राशि दिलाए जाने हेतु आवेदन प्रस्तुत किए। संबंधितों को नियमों से अवगत कराया।  कलेक्टर न्यायालय में सम्पन्न्न हुई जनसुनवाई कार्यक्रम के दौरान डिप्टी कलेक्टर श्री राजीवनंदन श्रीवास्तव, नायब तहसीलदार सुश्री कल्पना कुशवाह, अधीक्षक श्री खेमचंद अहिरवार के अलावा अन्य विभागों के जिलाधिकारी मौजूद थे।

सम्मान समारोह आज

जवाहर नवोदय विद्यालय शमशाबाद में अध्ययनरत विद्यार्थियों द्वारा प्रवीण्य सूची में स्थान हासिल करने पर उनका एवं उनके पालको का सम्मान समारोह बुधवार 16 जुलाई को विद्यालय परिसर में आयोजित किया गया है। कलेक्टर श्री एमबी ओझा की अध्यक्षता में आहूत उक्त कार्यक्रम में विद्यालय के बारहवीं, दसवीं की सीबीएसई बोर्ड परीक्षा में मेरिट सूची में स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों, गुरूजनों का सम्मान किया जायेगा। संस्था के प्राचार्य श्री जी कुमार ने उक्त जानकारी देते हुए बताया है कि कार्यक्रम प्रातः 11 बजे से प्रारंभ होगा। उन्होंने संस्था में अध्ययनरत बच्चों के पालको से आग्रह किया है कि वे सम्मान समारोह में सहभागिता निभाएं।

निर्वाचन मूल अभिलेख नस्तियां जमा कराने के निर्देश

लोक निर्वाचन 2014 के दौरान निर्वाचन प्रक्रिया को सुव्यवस्थित रूप से सम्पन्न कराएं जाने के उद्धेश्य से गठित किए गए प्रकोष्ठो के नोड््ल अधिकारियों से उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्री जयप्रकाश शर्मा ने कहा है कि निर्वाचन समाप्ति के उपरांत अभिलेख जिला निर्वाचन कार्यालय में जमा कराया जाना था किन्तु अब तक मतपत्र, अभ्यर्थी व्यय लेखा प्रकोष्ठ की मूल अभिलेख नस्तियां जमा नही कराइ्र गई है उन्होंने संबंधितों से कहा है कि वे निर्वाचन से संबंधित समस्त अभिलेख नस्तियां पंजियां आदि को व्यवस्थित कराई जाकर उनकी पेजिंग, इंडेक्सिंग उपरांत सूचीबद्ध कराकर अविलम्ब जिला निर्वाचन कार्यालय में जमा कराना सुनिश्चित करें।

जिले में अब तक 182.2 मिमी औसत वर्षा दर्ज, एक दिन मेें 31.1 मिमी औसत वर्षा हुई

जिले में इस साल अब तक 182.2 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई है। पिछले साल उक्त अवधि मेें 584 मिमी औसत वर्षा हुई थी। तहसीलों में स्थित वर्षामापी यंत्रो पर दर्ज की गई वर्षा की जानकारी इस प्रकार से है। गुलाबगंज में 268 मिमी, बासौदा में 224.4 मिमी, विदिशा में 203.4 मिमी, ग्यारसपुर में 195 मिमी, नटेरन मंे 169 मिमी, कुरवाई में 164.6 मिमी, लटेरी में 126 मिमी और सिरोंज में 107.1 मिमी वर्षा दर्ज की गई हैै।मंगलवार की प्रातः आठ बजे तक तहसीलवार दर्ज की गई वर्षा तदानुसार गुलाबगंज में 84 मिमी, विदिशा मेें 48 मिमी, बासौदा में 35.8 मिमी, ग्यारसपुर में 25 मिमी, सिरोंज में 21.4 मिमी, नटेरन में 12 मिमी, लटेरी में 12 मिमी और कुरवाई में 10.2 मिमी वर्षा दर्ज की गई है।

संसद में ट्राई संशोधन विधेयक पारित

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nripendra misra
संसद ने मंगलवार को भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) अधिनियम में संशोधन से संबंधित विधेयक पारित कर दिया। यह विधेयक ट्राई के पूर्व अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रधान सचिव के रूप में नियुक्ति का मार्ग प्रशस्त करने के लिए लाया गया है। यह विधेयक ट्राई अधिनियम में संशोधन के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार की ओर से लाए गए एक अध्यादेश का स्थान लेगा। मौजूदा ट्राई अधिनियम ट्राई के अध्यक्ष या इसके सदस्य को सेवानिवृत्ति के बाद केंद्र या राज्य सरकारों में कोई पद ग्रहण करने से रोकता है। मंगलवार को यह विधेयक राज्यसभा में पारित हो गया। एक दिन पहले यह लोकसभा में पारित हो गया था।

विधेयक का विरोध करते हुए कांग्रेस नेता मणि शंकर अय्यर ने कहा, "यह विधेयक कानून का उल्लंघन है। प्रधानमंत्री के पास कानून के खिलाफ जाने के अलावा कई और विकल्प थे।"अय्यर ने कहा, "सिर्फ एक व्यक्ति के लिए कानून बदलने के विचार के पीछे गलत मंशा है। इसका सिर्फ एक कारण है कि प्रधानमंत्री उन्हें (मिश्रा) रखने की जिद पर अड़े हैं। यह अधिनायकवादी तौर तरीका है।"कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने हालांकि कहा कि यह किसी एक व्यक्ति के लिए नहीं है।

उन्होंने कहा, "विधेयक किसी एक व्यक्ति के लिए नहीं है। क्या हमें यह मान लेना चाहिए कि भविष्य में ट्राई का कोई ऐसा अध्यक्ष नहीं होगा, जिसकी सेवा की जरूरत सरकार को हो? यह ट्राई को अन्य नियामकीय एजेंसी के समान बनाने का प्रयास है।"उन्होंने कहा कि मिश्रा को उनकी योग्यता और प्रतिभा के कारण प्रधान सचिव पद के लिए चुना गया है।

मिश्रा उत्तर प्रदेश कैडर के 1967 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के सेवानिवृत्त अधिकारी हैं। प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव के रूप में उनकी नियुक्ति प्रधानमंत्री कार्यकाल के साथ या अगले आदेश तक समाप्त होगी। विपक्ष ने यह मुद्दा उठाया कि आखिर एक व्यक्ति के लिए सरकार कानून में बदलाव क्यों कर रही है।

1999 रुपये में विमान यात्रा का ऑफर

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spice jet
देश की घरेलू विमानन कंपनियों ने मंगलवार को एक नया ऑफर पेश किया, जिसके तहत टिकटों की बिक्री कम से कम 1,999 रुपये में की जा रही है। यात्रा डॉट कॉम के अध्यक्ष शरत ढाल ने कहा, "किफायती विमानन कंपनियों -स्पाइसजेट, इंडिगो और गो एयर- ने तीन दिनों की छूट युक्त बिक्री योजना शुरू की है, जिसका मकसद 15-18 अगस्त और 2-5 अक्टूबर के लंबे सप्ताहांतों के बीच की मंद अवधि में हवाई यात्री बटोरना है।"

उल्लेखनीय है कि अक्टूबर से त्योहार का मौसम शुरू होने पर टिकटों की दर काफी बढ़ जाएगी। स्पाइसजेट द्वारा छूट पेश किए जाने के बाद दूसरी विमानन कंपनियों ने भी छूट पेश कर दिया है। स्पाइसजेट ने मानसून सेल ऑफर पेश किया था, जिसके तहत कम से कम 1,999 रुपये में टिकट पेश की गई थी, जिसमें कर शामिल नहीं था। इस योजना के तहत 15,17 जुलाई के बीच टिकट लेनी थी, जिस पर 18 अगस्त से 30 सितंबर के बीच यात्रा की जा सकती है।

टीकमगढ़ (मध्यप्रदेश) की खबर (15 जुलाई)

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विकास कार्यों में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाये: संभागायुक्त
  • संभागायुक्त श्री माथुर ने किया विकास कार्यों का किया निरीक्षण 

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टीकमगढ़, 15 जुलाई 2014। सागर संभाग के आयुक्त श्री आर.के. माथुर ने प्रातः पृथ्वीपुर एवं निवाड़ी एवं निवाड़ी विकासखंड़ अतंर्गत संचालित विकास कार्र्याें का निरीक्षण किया। इस दौरान कलेक्टर डाॅ0 सुदाम खाडे, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अनय द्विवेदी, अपर आयुक्त डाॅ0 राजेश राय, एस.डी.एम. निवाड़ी अतेन्द्र ंिसंह गुर्जर, ई.ई.आर.ई.एस. श्री जे.पी. रोहित, पीएचई श्री महेन्द्र सिंह एवं संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे। संभागायुक्त श्री माथुर ने निरीक्षण के दौरान अधिकारियों को निर्देशित किया कि निर्माण कार्याें में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाये। उन्होंने कहा शासन की प्राथमिकता है कि गांव-गांव में विकास हो जिससे हर व्यक्ति को विकास की मुख्य धारा से जोड़ा जा सके। आपने निर्माण का औचक निरीक्षण किया तथा गुणवत्ता में कमी पाये जाने पर अप्रसन्नता व्यक्त की तथा कहा कार्य को निर्धारित गुणवत्ता अनुसार ही कराये। उन्होंने कहा कार्याें में लापरवाही करने या गुणवत्ता विहीन होने पर दोषियों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई होगी। इस अवसर पर संभागायुक्त श्री माथुर एवं अन्य अधिकारियों ने पृथ्वीपुर विकासखंड के ग्राम चंद्रपुरा में प्राथमिक एवं माध्यमिक शाला का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने बच्चों से पढ़ाई, गणवेश एवं मध्यान्ह भोजन के बारे में पूछा। इसके पश्चात ग्राम मोहनपुरा में बन रही सुदूर सड़क का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने सड़क चैड़ाई तथा गुणवत्ता निर्धारित मापदंड अनुसार रखने के निर्देश दिये। संभागायुक्त श्री माथुर ने इसके पश्चात ग्राम लिदवाहा में बन रही मुख्यमंत्री ग्राम सड़क का निरीक्षण किया। इसके पश्चात ग्राम मड़वा-जुगलपुरा में पी.एच.ई. द्वारा निर्मित नल-जल योजना का निरीक्षण किया । साथ ही ग्राम नैगुवां में बन रहे हाट-बाजार का निरीक्षण किया एवं आवश्क निर्देश दिये। तहसील एवं जनपद कार्यालयों का निरीक्षण किया संभागायुक्त श्री माथुर इसके पश्चात पृथ्वीपुर तहसील एवं जनपद कार्यालयों का निरीक्षण किया। उन्होंने इस दौरान तहसील एवं नायब तहसील अदालत में चल रहे प्रकरणों तथा निर्णीत प्रकरणों के देखा तथा आवश्क निर्देश भी दिये। 

आज का तापमान

टीकमगढ़, 15 जुलाई 2014। अधीक्षक भू-अभिलेख से प्राप्त जानकारी के अनुसार आज जिले का अधिकतम तापमान 41.9 डिग्री सेल्सियस तथा न्यूनतम तापमान 30.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। 

विद्युत समस्या निवारण शिविर 17 को 

टीकमगढ़, 15 जुलाई 2014। अधीक्षण अभियंता (सं./सं.) टीकमगढ़ वृत्त श्री आर.के. शर्मा ने बताया है कि 17 जुलाई 2014 को दोपहर 12 बजे से अपराह्न 3 बजे तक म.प्र.पू.क्षे.वि.कं.लि., जबलपुर विद्युत उपभोक्ता शिकायत निवारण फोरस, कैम्पिंग, हाऊस, सिविल लाइन्स रोड, टीकमगढ़ (संभागीय कार्यालय परिसर) में उपस्थित रहकर टीकमगढ़ जिला/वृत्त के अंतर्गत आने वाले विद्युत उपभोक्ताओं की शिकायतों की सुनवाई करेंगे। उन्होंने बताया कि विद्युत उपभोक्ता जिनकी विद्युत संबंधी शिकायतों का निराकरण कंपनी में कार्यरत ’’आंतरिक कार्यपालक शिकायत निवारण तंत्र ’’ द्वारा समय-सीमा में नहीं किया गया है, अथवा निराकरण हेतु की गई की कार्यवाही से उपभोक्ता संतुष्ठ नहीं हैं, वे फोरम के समक्ष लिखित शिकायत, संबंधित पत्राचार एवं दस्तावेजों के साथ स्वयं अथवा प्रतिनिधि के माध्यम में प्रस्तुत कर सकते हैं।

विद्युत समस्या निवारण शिविर 18 को देरी में 

टीकमगढ़, 15 जुलाई 2014। म0प्र0 शासन तथा म.प्र.पू.क्षे.वि.कं.लि. के निर्देशानुसार विद्युत उपभोक्ताओं की विद्युत से संबंधित समस्याओं/शिकायतों के निराकरण हेतु निर्धारित स्थानों पर निर्धारित तिथियों में प्रातः 11 बजे से 4 बजे तक जनसमस्या निवारण शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। इनमें विद्युत उपभोक्ताओं के विद्युत देयकों, लंबित बकायाराशि, नये विद्युत कनेक्शन, विद्युत चोरी के प्रकरणों आदि की समस्याओं/शिकायतों को मौके पर निराकृत किया जा रहा है। तदनुसार खरगापुर के लिये 18 जुलाई को देरी में, बल्देवगढ़ के लिये 22 जुलाई को बनियानी में, पलेरा के लिये 23 जुलाई को आलमपुरा में, बुड़ेरा के लिये 23 जुलाई को नैनवारी में तथा सहायक अभियन्ता (शहर) टीकमगढ़ के लिये 23 जुलाई को शहरी वितरण केन्द्र टीकमगढ़ में ये शिविर आयोजित किये जायेंगे। 

ग्राम रोजगार सहायकों के रिक्त पदों पर भर्ती प्रक्रिया प्रारंभ, आवेदन हेतु 20 जुलाई अंतिम तिथि

टीकमगढ़, 15 जुलाई 2014। शासन के निर्देशानुसार टीकमगढ़ जिले में ग्राम रोजगार सहायकों के रिक्त पदों पर भर्ती प्रक्रिया प्रारंभ की गई है। इस हेतु संबंधित जनपद पंचायतों द्वारा जिले में 25 रिक्त पदों पर भर्ती होनी है । तदनुसार 4 जुलाई को 2014 से आवेदन लिये जा रहे है तथा आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 20 जुलाई 2014 है। इसके तहत टीकमगढ़ जनपद क्षेत्र की ग्राम पंचायत मऊघाट, बकपुरा, कांटीखास, कुंवरपुरा, लखौरा तथा नयागांव, बल्देवगढ़ जनपद क्षेत्र की ग्राम पंचायत सुजानपुरा, एरौरा, हीरापुर, जिनागढ़, कैलपुरा, फुटेरचक्र एक, करमासन हटा, मोने का खेरा, मातौल तथा भेलसी, जतारा जनपद क्षेत्र की ग्राम पंचायत लखैपुर, जरूवा, कुम्हेडी तथा चन्देरा, पलेरा जनपद क्षेत्र की ग्राम पंचायत फूलपुर, टोरी, कलरा तथा पहाड़ीबुजुर्ग एवं पृथ्वीपुर जनपद क्षेत्र की ग्राम पंचायत दर्रेठा में ग्राम रोजगार सहायकों के रिक्त पदों को भरा जाना है। इस संबंध में विस्तृत जानकारी संबंधित जनपद पंचायत कार्यालय से प्राप्त की जा सकती है।  
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