Quantcast
Channel: Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)
Viewing all 73727 articles
Browse latest View live

जेटली और प्रसाद ने कहा, राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए उठाया निगरानी का कदम

0
0
jaitley-prqasad-defend-governmentनयी दिल्ली, 21 दिसम्बर,कम्प्यूटर डेटा निगरानी मामले में हो रही आलोचनाओं को दरकिनार करते हुये केंद्रीय वित्त मंत्री अरूण जेटली ने कहा है कि इसमें ‘‘सामान्य निगरानी निर्देश नहीं’’ जारी किया गया है और यह फैसला राष्ट्रीय सुरक्षा में किया गया है। केंद्रीय विधि मंत्री रविशंकर प्रसाद ने भी राष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला देते हुये कहा कि इसके लिए पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम भी किए गए हैं।  सीबीआई, ईडी और एनआईए सहित दस केंद्रीय एजेंसियों को केंद्र ने इस बात की अनुमति दी है कि वे सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के तहत किसी भी कम्प्यूटर में निर्मित, संप्रेषित, प्राप्त या संग्रहीत सूचना में हस्तक्षेप, निगरानी और उसका कूट तोड़ सकें। कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्ष ने इस फैसले को असंवैधानिक, अलोकतांत्रिक तथा मूल अधिकारों पर हमला बताते हुये कहा कि भाजपा सरकार भारत को ‘‘निगरानी राज्य’’ में तब्दील करने की कोशिश कर रही है।  जेटली ने ‘‘द कांग्रेस स्पीक्स विदआउट थिंकिंग’’ नाम से लिखे ब्लॉग में कहा,‘‘सुबह से गलत जानकारी वाला एक अभियान चलाया जा रहा है कि सरकार ने कम्प्यूटरों की निगरानी की अनुमति दे दी है और वह निजता के अधिकार का हनन कर रही है। कांग्रेस पार्टी की आदत रही है कि वह किसी मुद्दे पर बोलती पहले है और समझती बाद में है।’’ उन्होंने जोर देकर कहा कि ऐसा कोई ‘‘सामान्य निगरानी आदेश नहीं’’ दिया गया है। वित्त मंत्री ने कहा कि हस्तक्षेप का यह आदेश राष्ट्रीय सुरक्षा और लोकव्यवस्था के हित है और यह पहले से ही कानून में है। जेटली ने कहा कि यह आदेश केवल ये बताता है कि इसके लिए अधिकृत एजेंसियां कौन सी हैं और यह आईटी अधिनियम की धारा 69 में अंतर्गत ही है।  जेटली ने कहा कि यह शक्ति पहले से थी और इसका प्रयोग संप्रग सरकार के समय भी किया गया था। फिर ऐसा कौन सा तरीका है कि जिससे उस आतंकवादी का, जो विस्तार से तकनीक इस्तेमाल कर रहा है, पता लगाया जाए। वर्ना होगा यह कि आतंकवादी तो सूचना तकनीक इस्तेमाल कर सकेगा लेकिन जांच एजेसियां ऐसा करने में अक्षम रहेंगी।  विधि मंत्री प्रसाद ने भी इसे राष्ट्रीय हित में उठाया गया कदम बताया और कहा कि इसके लिए पर्याप्त सुरक्षा की गई है।  प्रसाद ने विपक्ष के आरोपों को खारिज करते हुये कहा कि कांग्रेस, जिसने आपातकाल और सेंसरशिप लागू की, उन्हें लोकतंत्र पर खतरे की बात नहीं करनी चाहिये।  प्रसाद ने कहा कि यह प्रक्रिया तदर्थ आधार पर है और पूरी प्रक्रिया को पूरी तरह से परिभाषित किया गया है। उन्होंने कहा, ‘‘बड़ा मुद्दा यह है कि हम कहना चाहते हैं कि राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से यह जरूरी है। इसलिए हमने ऐसा किया। इसकी प्रणाली उत्तरदायी, सुस्पष्ट और पारदर्शी है। एजेंसियां का निर्धारण किया गया है। प्रत्येक मामले में हस्तक्षेप, निगरानी, कूट तोड़ने के काम के लिए समक्ष प्राधिकार से अनुमति लेनी होगी जो कि गृह सचिव होंगे।  वर्तमान में, आईटी अधिनियम की धारा 69 राष्ट्रीय सुरक्षा और लोकहित में किसी भी कंप्यूटर में उत्पन्न, प्रेषित, संग्रहीत किसी भी सूचना के लिए हस्तक्षेप, निगरानी या कूट तोड़ने की अनुमति प्रदान करता है। 

राफेल सौदे की जेपीसी जांच कराए सरकार : चिदंबरम

0
0
chidambaram-demand-jpc-for-rafael
बेंगलुरू, 21 दिसंबर, केंद्र सरकार पर सर्वोच्च न्यायालय को गुमराह करने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने शुक्रवार को करोड़ों रुपये के राफेल लड़ाकू विमान सौदे की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच कराने की मांग की। चिदंबरम ने यहां पार्टी कार्यालय पर संवाददाताओं से कहा, "यूपीए शासन में 126 विमानों की खरीद के अनुबंध की तुलना में मात्र 36 विमानों के लिए 60 हजार करोड़ रुपये के रक्षा सौदे को बिना चुनौती दिए और बिना जांच के यूं ही छोड़ा नहीं जा सकता।"उन्होंने कहा, "हम अपनी बात को जनता तक ले जाएंगे और उनसे राफेल सौदे की जांच के लिए जेपीसी की कांग्रेस पार्टी की मांग का समर्थन करने के लिए कहेंगे।"पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी और वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे की जेपीसी जांच की मांग के बाद चिदंबरम ने भी यह मांग की। कांग्रेस नेता ने कहा कि शीर्ष अदालत ने अपना फैसला रक्षा खरीद के विभिन्न पहलुओं के उसके अधिकार क्षेत्र से बाहर होने के आधार पर दिया है। चिदंबरम ने कहा, "सर्वोच्च न्यायालय ने सरकार के विभिन्न बयानों और दावों को सच मान लिया और पेश किए गए तथ्यों को जांचने की जरूरत नहीं समझी। इस प्रक्रिया में अदालत ने एक बड़ी गलती यह की कि उसने इस बात को सच मान लिया कि भारत के नियंत्रक एवं महालेखापरीक्षक (सीएजी) ने सौदे की जांच कर ली है।"पूर्व वित्तमंत्री ने आरोप लगाया कि सरकार ने अदालत को जानबूझकर गुमराह किया। सीएजी ने लड़ाकू विमान सौदे पर अभी अपनी अंतिम रिपोर्ट तैयार भी नहीं की है। कांग्रेस नेता ने लड़ाकू विमानों की खरीद के लिए पिछली संप्रग सरकार द्वारा की गई बातचीत को आगे न बढ़ाकर उसे रद्द कर देने और दसॉ के साथ नया समझौता करने की सरकार की मंशा पर भी सवाल उठाया।

निगरानी के नाम पर खत्म हो रही नागरिकों की निजता : ममता बनर्जी

0
0
center-finishing-privacy-mamata-banerjee
कोलकाता, 21 दिसंबर, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को कंप्यूटर निगरानी के मसले को लेकर केंद्र सरकार की आलोचना की। उन्होंने केंद्र पर आरोप लगाते हुए कहा कि निगरानी के नाम पर भारतीय नागरिक अपनी निजता खो रहे हैं जो चिंता का विषय है। आठवीं कोलकाता क्रिममस फेस्टिवल का आगाज करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, "स्वतंत्र भारत के नागरिक होने के बावजूद हम अपनी स्वतंत्रता खो रहे हैं। हम इस क्यों स्वीकार करें।"केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा गुरुवार को जारी आदेश में 10 केंद्रीय सुरक्षा और जांच एजेंसियों व दिल्ली पुलिस को किसी भी कंप्यूटर से सृजित, संचारित, प्राप्त या संग्रहित सूचना की निगरानी करने, उसे विकोड करने के लिए अधिकृत किया गया है। बनर्जी ने कहा, "केंद्र सरकार की अधिसूचना में सभी कंप्यूटरों को निगरानी के घेरे में लाने की बात कही गई है। मैंने जो सुना है उसके अनुसार, सारे डाटा का खुलासा करना अनिवार्य है। इसका उल्लंघन करने पर सात साल की सजा होगी। यह चिंता का विषय है।"उन्होंने कहा कि किसी व्यवसायी या उद्योगपति के लिए सबकुछ साझा करना संभव नहीं है। यहां तक कि कोई व्यक्ति अपने पर्सनल कंप्यूटर में संग्रहीत गुप्त रहस्य को साझा नहीं कर सकता है।

लोजपा बिहार में लोस की 6 सीटों पर चुनाव लड़ेगी

0
0
ljp-will-fight-election-on-6-seats
नई दिल्ली, 21 दिसम्बर, लोकसभा चुनाव के लिए लोक जनशक्ति पार्टी(लोजपा) की ओर से सीट बंटवारे को लेकर दबाव बनाने के बाद, ऐसा माना जा रहा है कि बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन(राजग) में 2019 चुनाव के लिए सीट बंटवारे पर फैसला हो चुका है। भाजपा और जनता दल (यूनाइटेड) जहां 17-17 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे, वहीं राम विलास पासवास की अगुवाई वाली लोजपा छह सीटों पर चुनाव लड़ेगी। यह भी माना जा रहा है कि लोजपा को अपने पाले में रखने के लिए, भाजपा अपने कोटे से लोजपा को राज्यसभा की एक सीट देने पर भी सहमत हो गई है। इस बारे में घोषणा संभवत: शनिवार को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और लोजपा अध्यक्ष राम विलास पासवान की मौजूदगी में हो सकती है। लोजपा प्रवक्ता संजय सर्राफ ने कहा, "निर्णय हुआ है कि हमारी पार्टी लोकसभा की छह सीटों पर चुनाव लड़ेगी और राज्यसभा की हमें एक सीट मिलेगी।"इससे पहले दिन में केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने रामविलास पासवान और उनके बेटे चिराग पासवान से 2019 लोकसभा चुनाव के मद्देनजर सीट बंटवारे पर चर्चा की। लोजपा के नेताओं ने गुरुवार को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात की थी और सीट बंटवारे पर वार्ता को लेकर हो रही देरी पर अपनी चिंताओं से अवगत कराया था। जेटली से मुलाकात के बाद, लोजपा संसदीय दल के अध्यक्ष चिराग पासवान ने उम्मीद जताई कि वार्ता सही दिशा में आगे बढ़ेगी।

उन्होंने पत्रकारों से कहा, "वार्ता चल रही है। सही समय पर इस संबंध में घोषणा की जाएगी। हमने भाजपा नेतृत्व के समक्ष अपने बिंदुओं को रख दिया है और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि हमारी बात सुनी गई। आशा है कि सब कुछ अच्छा होगा।"बैठक में भाग लेने वाले चिराग के चाचा रामचंद्र पासवान ने कहा कि लोजपा राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का हिस्सा बनी रहेगी। रामचंद्र पासवान ने कहा, "हम राजग में हैं और बने रहेंगे। सीट बंटवारे पर फैसला इस सप्ताह होगा।"उन्होंने संवाददाताओं से कहा, "किसी भी खास क्षेत्र में अपनी पकड़ रखने वाली पार्टी की इज्जत होनी चाहिए। हम एक छोटी पार्टी हैं। हमें तैयारी के लिए पूरा समय चाहिए। इसलिए हम चाहते हैं कि यह मामला जल्द से जल्द सुलझ जाए।"भाजपा सूत्रों का कहना है कि सीटों पर अंतिम निर्णय बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ भाजपा और लोजपा नेताओं की बैठक के बाद होगा, जोकि अभी दिल्ली में हैं। भाजपा के एक नेता ने यह भी दावा किया कि बातचीत सही दिशा में आगे बढ़ रही है और इस संबंध में जल्द से जल्द अंतिम निर्णय लिया जाएगा। बीते लोकसभा चुनाव में भाजपा ने बिहार में 30 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 22 पर जीत हासिल की थी, वहीं लोजपा ने छह सीटें जीती थी और एक पर उसे हार का सामना करना पड़ा था। वहीं, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) ने तीन सीटें जीती थी। रालोसपा अब राजद-कांग्रेस के महागठबंधन का हिस्सा है। 2014 में जनता दल (युनाइटेड) ने अकेले चुनाव लड़ा था और केवल दो सीटों पर ही जीत हासिल की थी। भाजपा नेता व बिहार में पार्टी मामलों के प्रभारी भूपेंद्र यादव गुरुवार को पहले चिराग और राम विला पासवान से मिलने गए और बाद में तीनों नेता अमित शाह के आवास पर उनसे मिलने गए। वहां वित्तमंत्री अरुण जेटली से इन लोगों ने मुलाकात की। भाजपा और जद (यू) ने पहले ही घोषणा कर दी है कि दोनों पार्टियां 2019 लोकसभा चुनाव में बराबर की सीटों पर चुनाव लड़ेंगी।

राहुल राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ खिलवाड़ कर रहे : अमित शाह

0
0
rahul-playing-with-national-security-amit-shah
नई दिल्ली, 21 दिसम्बर, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष अमित शाह ने सभी कंप्यूटरों की निगरानी संबंधी सरकार के आदेश को लेकर शुक्रवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए कहा कि राहुल 'डर पैदा'कर रहे हैं और राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। शाह ने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा, "फिर से राहुल (गांधी) डर पैदा कर रहे हैं और राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। संप्रग ने गैरकानूनी निगरानी पर कोई रोक नहीं लगाया। जब मोदी सरकार नागरिकों के लिए सुरक्षा बंदोबस्त कर रही है तो राहुल गांधी साजिश का रोना रो रहे हैं।"उन्होंने कहा, "तुम इतना क्यों झुठला रहे हो, क्या डर है जिसको छुपा रहे हो!"भाजपा अध्यक्ष ने कांग्रेस पर भी हमला बोलते हुए कहा कि देश के इतिहास में मात्र दो असुरक्षित तानाशाह हुए हैं। उन्होंने कहा, "भारत के इतिहास में केवल दो असुरक्षित तानाशाह हुए हैं। एक ने आपातकाल लगाया था और दूसरा आम नागरिकों के पत्र पढ़ने की अबाध पहुंच चाहता था।"उन्होंने दिवंगत प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और राजीव गांधी के संदर्भ में कहा, "अनुमान लगाइए वे कौन थे, राहुल गांधी?"राहुल ने मोदी को 'असुरक्षित तानाशाह'करार दिया था, जिसके बाद शाह की यह टिप्पणी सामने आई है। राहुल ने कहा था, "भारत को पुलिस राष्ट्र में तब्दील कर देने से आपकी समस्या हल नहीं होने जा रही मोदी जी। इससे एक अरब लोगों के समक्ष सिर्फ यह साबित होगा कि आप वास्तव में एक असुरक्षित तानाशाह हैं।"

छत्तीसगढ़ में बनेगा पत्रकार सुरक्षा कानून

0
0
press-security-law-in-chhattisgarh
रायपुर, 21 दिसम्बर, देश में छत्तीसगढ़ ऐसा पहला राज्य होगा, जहां पर पत्रकारों की सुरक्षा के लिए कानून बनाया जाएगा। प्रदेश में पत्रकार सुरक्षा कानून का प्रारूप बनाने के निर्देश शुक्रवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दिए हैं। उल्लेखनीय है कि कांग्रेस ने अपने जन घोषणा पत्र में यह वादा किया था कि पार्टी की सरकार बनने पर पत्रकारों की सुरक्षा उनकी बड़ी प्राथमिकता होगी। मुख्यमंत्री बघेल ने निर्देश दिए हैं कि इस बारे में विभिन्न राज्यों में पत्रकार सुरक्षा के प्रावधानों का अध्ययन करने के साथ ही पत्रकारों, मानवाधिकार कार्यकर्ताओं, विधि विशेषज्ञों आदि से सलाह कर इस कानून का एक प्रारूप शीघ्र उनके समक्ष प्रस्तुत किया जाए।

मोदी हर रोज इतिहास रचने की धुन में : यशवंत सिन्हा

0
0
yashwant-sinha-criticise-modi
नई दिल्ली, 21 दिसम्बर, पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हर रोज इतिहास रचने की धुन में हैं और अगर वह टिम्बकटू का दौरा करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री बन सकते हैं तो वह ऐसा जरूर करेंगे चाहें उनका दौरा जरूरी और सार्थक हो या नहीं। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व नेता ने अपनी पुस्तक 'इंडिया अनमेड : हॉउ मोदी गवर्मेट ब्रोक द इकॉनमी'में बीते साढ़े चार साल में मोदी और उनकी सरकार पर एक सदमा देने वाले अध्याय में कहा है कि एक चीज है जो उन्होंने की लेकिन दूसरे प्रधानमंत्रियों ने नहीं की..उन्होंने अधिकतर पिछले कार्यक्रमों को अपने दायरे में लिया और उनका नाम बदल दिया, जिससे सारा श्रेय और गौरव उनके साथ जुड़ गया। भाजपा नीत सरकार के आलोचक सिन्हा ने यह पुस्तक उन सभी को समर्पित की है, जो सच के साथ आगे आने से डरते नहीं हैं। उन्होंने कहा, "मोदी एक ऐसे इंसान हैं, जो सभी चीजें खुद के लिए करना चाहते हैं।"'हेल सीजर : मोदी स्टाइल ऑफ फंक्शनिंग'अध्याय में 81 वर्षीय नौकरशाह से राजनेता बने सिन्हा ने कहा, "मोदी ने भारत सरकार की सभी निर्णय निर्माण शक्तियों को खुद में ही केंद्रीकृत कर दिया है, जिसमें उनके प्रधानमंत्री कार्यालय के कुछ चुनिंदा अधिकारी उनकी सहायता करते हैं।"सिन्हा वाजपेयी सरकार में वित्त और विदेश मंत्री रहे थे।

पत्रकार आदित्य सिन्हा के साथ सह-लिखित पुस्तक में सिन्हा ने कहा, "हालांकि वह ढेर सारी फाइलों के पढ़ने के बजाए पॉवरप्वांइट प्रेजेंटेशन में रूचि रखने के लिए जाने जाते हैं। यह दुख की बात है। इसका मतलब है कि वह संस्थागत स्मृति में जमा बारिकियों को नहीं जानना चाहते। शायद यह एक ऐसे व्यक्ति के लिए उपयुक्त है जिसकी बौद्धिक प्रशिक्षण में सावधानी का अभाव है (वास्तव में, किसी के पास संपूर्ण राजनीति विज्ञान में उसकी उच्च शिक्षा डिग्री दिखाई नहीं देती है)।"उन्होंने कहा कि भारत सरकार का प्रशासन तीन केंद्रों द्वारा चलाया जा रहा है, पहला प्रधानमंत्री और उसका कार्यालय, दूसरा वित्त मंत्री और उसका कार्यालय और तीसरा योजना आयोग। पहले एक राजनेता अक्सर योजना आयोग की अध्यक्षता करता था लेकिन अब वह चुप है और उसे नीति आयोग से बदल दिया गया है, जहां मोदी ने ऐसे लोग बैठाए हैं, जिनका सरकार पर शून्य प्रभाव है। उन्होंने कहा कि जिससे सरकार के दो चालक हो गए हैं। दिग्गज राजनेता ने कहा कि सभी जानते हैं कि वित्त मंत्री का सरकार में कैसा प्रभाव है, जिसे नकारा नहीं जा सकता कि करीब करबी शून्य और वह अपने खुद के मंत्रालय में चीजों पर जोर देने में सक्षम नहीं है। उन्होंने कहा, "आखिरकार, क्यों उनके वित्त सचिव हसमुख अधिया बदनाम नोटबंदी के फैसले में शामिल थे, वित्त मंत्री खुद अंधेरे में थे। वित्त सचिव की प्रधानमंत्री के प्रति निकटता गुजरात के समय की है।"

उन्होंने कहा मोदी दुर्भाग्यवश एक ऐसे व्यक्ति हैं, जो संस्थानों के लिए बेताब हैं। उनके खुद में विश्वास ने उन्हें इस बात के प्रति अंधा बना दिया है कि वह कोई राजा नहीं है, वह केवल एक संसदीय दल के प्रमुख हैं, जिसके पास बहुमत है, जो उन्हें सरकार बनाने में सक्षम बनाता है। और उस सरकार की सीमाएं में संविधान में निर्धारित है। सिन्हा ने कहा कि कैबिनेट सामूहिक रूप से संसद के लिए जिम्मेदार है। लेकिन एक संस्थान के रूप में यह प्रधानमंत्री के फैसलों के लिए रबर स्टाम्प में तब्दील हो गई है। सिन्हा ने कहा, "ऐसा कहा जाता है कि अधिकांश कैबिनेट मंत्रियों को तब तक बात करने की इजाजत नहीं है जब तक कि उनके मंत्रालय का फैसला तय न हो जाए। मोदी मंत्रियों के विभिन्न फैसलों पर खड़े हुए हैं और उनके पास उनसे मिलने के लिए कोई समय नहीं है क्योंकि इससे उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता। मोदी केवल नौकरशाहों के माध्यम से शासन करते हैं व करेंगे और यही उनका मंत्र प्रतीत होता है।"

झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर 21 दिसंबर

0
0
प्रेसवार्ता आयोजित कर विधायक गुमानसिंह डामोर ने उन पर लोकायुक्त जांच के आरोपों को सिरे से नकारा

jhabua news
झाबुआ । नव निर्वाचित झाबुआ विधायक गुमानसिंह डामोर ने शुक्रवार रात्री को एक नीजि होटल में पत्रकारवार्ता का आयोजन कर उन पर लोकायुक्त की जांच के बारे में मीडिया में प्रकाशित आरोपों को नकारते हुए इसे पूरी तराह मन गंढन्त बताया । प्रेस को संबोधित करते हुए विधायक गुमानसिंह डामोर ने कहा कि कल सोश्यल मीडिया पर ब्रेकिंग न्यूज एवं कतिपय समाचार पत्रों में प्रकाशित समाचार  जिसके अनुसार उन पर तथा पीएचई के अन्य 74 अधिकारियों कर्मचारियों के विरूद्ध लोकायुक्त में प्रकरण दर्ज होने तथा जांच के बारे में उल्लेखित किया गया है, को पूरी तरह निराधार बताते हुए कहा कि उक्त खबर से वे भी हतप्रभ हुए कि 11 नवम्बर के बाद वे विधायक बने और क्या कारण रहा कि इस प्रकार का कदम उठाया गया है। श्री डामोर ने कहा कि उन्होने झाबुआ ,इन्दौर एवं भोपाल में स्वयं लोकायुक्त आदि से पुष्टि की कि क्या प्रकरण दर्ज हुआ है तो सभी दूर से उन्हे बताया गया कि इस प्रकार का कोई प्रकरण दर्ज ही नही हुआ है। यह पूरी तरह निराधार एवं मन गंढत है। श्री डामोर ने कहा कि 2015 में जब वे पीएचई विभाग के इन्जिनियरिंग चिफ थे उस समय एक शिकायत आई थी जिस में मैने स्वयं ने इसकी जांच के लिये  पूरे प्रदेश के लिये 7 दल जांच के लिये बनाये थे । जांच के दौरान प्रारंभिक तौर पर यह ज्ञात हुआ था कि नीचले स्तर के अधिकारियों ने कुछ गढबढ जरूर की थी और विस्तृत जांच प्रतिवेदन मेरे द्वारा शासन को भेजा गया था । श्री डामोर ने कहा कि उन्होने शासन से स्वयं अनुरोध किया था कि चूंकि यह मेरे विभाग का मामला है इसलिये इसकी जांच निष्पक्ष एवं स्वतंत्र जांच एजेंसी से करवाई जावे और इस शिकायत की जाच ंमुख्य सचिव द्वारा चिफ टेक्निकल एक्जामिनर को दी थी जिसकी जांच अभी भी प्रक्रियाधीन है। श्री डामोर ने बताया कि लोकायुक्त ने भी जांच में अनियमितता को लेकर कार्यवाही की जिसमें हमारे विरुद्ध कोई्र प्रकरण दर्ज नही हुआ । इस प्रक्रिया में 2 बाते उभर कर सामने आई कि वे अधिकारी जो इसमें संलिप्त रहे ने विरोधियों से मिल कर इस प्रकार की ब्रेकिंग न्यूज चलवाई है। श्री डामोर ने कहा कि विधानसभा चुनाव में जनता ने जिन्हे नकार दिया उनके द्वारा ऐसे प्रयास किये गये है । इस प्रकार जनता द्वारा नकारे गये लोगों के खिलाफ उनके पास सबुत भी है। श्री डामोर ने कहा कि 15 साल भाजपा की सरकार रहने के बाद जब कांग्रेस की सरकार आई तो खिसीयानी बिल्ली ख्ंाभा नोचे के तर्ज पर अपनी भूमिका निभा रहें है । श्री डामोर ने पुनः कहा कि उनके द्वारा प्रारंभिक जांच करके शासन को भेजी थी। झाबुआ का उल्लेख करते हुए उन्होने कहा कि यहां काम चल रहा थाा और डिजल के लिये झाबुआ धार इन्दौर जाने की बजाय उज्जैेन से जाकर डिजल भरवाना शंकाओं को जन्म देता है। इस जाच ंमें विभाग के अधिकारियों के साथ ही वित विभाग के अधिकारी भी सम्मिलित थे । उन्होने कहा कि इस प्रकरण में कुछ लोगों ने षढयंत्र किया है इसमें पार्टी एवं विभाग के कुछ लोग हो सकते है  जिनके विरुद्ध जांच चल रही है।उन्होने बताया कि लोकायुक्त जांच में 5 हजार ट्युब वेल खनन की जांच प्रकियाधीन है। तथा मुझे इसमे पूरी तरह क्लिन चिट दी गई है । इसके  पूर्व जिला भाजपा अध्यक्ष ओमप्रकाश शर्मा ने मीडिया का स्वागत करते हुए उनके सहयोग के लिये धन्यवाद दिया । इस अवसर पर ओपी राय, प्रवीण सुराणा, कल्याणसिंह डामोर, भूपेश सिंगाड, महेन्द्र तिवारी आदि उपस्थित थे ।,

पेंषन दिवस पर पांच वृद्धजनों का किया सम्मान संगठन की वार्षिक प्रगति की जानकारी दी गई

jhabua news
झाबुआ । जिला पेंशनर एसोसिएशन द्वारा शुक्रवार को थांदलागेट स्थित एकलव्य भवन जिला पेंशनर कार्यालय पर पेंशनर दिवस का आयोजन करके 75 वर्ष से अधिक आयु के पेंशनरों का शाल श्रीफल एवं पुष्पमालाओं से स्वागत किया गया । जिला पेंशनर एसोसिएशन के प्रचार सचिव राजेन्द्रकुमार सोनी ने जानकारी देते हुए बताया कि मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण,कर पूजन कर दीप प्रज्वलित किया गया तत्पश्चात गोपालिंसह चैहान द्वारा ’’ ऐ शारदे मां, अज्ञनता से हमे तार दे’’ सरस्वती वंदना प्रस्तुत की । इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप  में संगठन के सरंक्षक डा. केके त्रिवेदी, विशेष अतिथि डा. लोकेन्द्रसिंह राठौर के अलावा संगठन के जिला अध्यक्ष रतनसिंह राठौर,एमसी गुप्ता, मुन्नीदेवी वाजपेयी, संजीवनी क्रेडिट सोसायटी के एरीया मेनेजर शैलेन्द्र माहेश्वरी के पेटलावद शाखा संगठन अध्यक्ष एनएल रावल,सचिव सुभाष दुबे मंचासीन रहे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि डा. केके त्रिवेदी ने पेंशनरों को कहा कि आज इस अवसर पर हमने बुढो का स्वागत नही किया है क्योकि जिसके पास निराशा, हताशा, के अलावा कुछ नही होता वही बुढा होता है ।मनुष्य बाल्षवस्था, किशोरावस्था, अधेडावस्था ,वृद्धावस्था तक की जो मंजीले तय करता है वह उसके प्रारंभ से अन्त तक का विकास होता है।यह हमारी सफलता है और सफलता के साथ जीवन मे अच्छे, बुरे, सभी प्रकार के अनुभव अर्जित होते है। हम सेवा निवृत नही माने क्यो कि सेवा की कभी भी निवृत्ति नही होती है, यह शासकीय दायित्वों से निवृत्ति होती है । हम इसके बाद आजाद एवं स्वच्छंएवं मन के मालिक होते है । हमारा सेवा कार्य तो सतत चलते रहना चाहिये । वृद्ध ही हमेशा समाज मे सम्मानित होता है । आज जीवन पर्यन्त जो उपलब्धियां हांसील की है उसका सम्मान है । हम आर्थिक रूप से संपन्न है तथा हमने जीवन मे अपने पारिविारिक दायित्वों को पूरा किया है। वृद्ध न केवल वयोवृद्ध होता है किन्तु वह अनुभवबद्ध होता है ।हमे जीवन मे सफलता की नही सुफलता की बात करना चाहिये। श्री त्रिवेदी ने आगे कहा कि पूर्व सरकारों से 6 ठवे वेतनमान, 7 वें वेतनमान के एरियर की मांग की जाती रही किन्तु हमे नही मिल पाया है । अब समय आगया है 6 माह के बाद हमें आसन्न चुनावों के लिये एक जूट होकर तैयारी करना है आ ैर हमारी ये मांगे भी पूरी होना संभव है ।  श्री त्रिवेदी ने कहा कि सफलता जीवन में महत्वपूर्ण होती है अपनी उम्र से भयभीत नही होवे तथा आनन्द के सपनों को संजोये । उन्होने कहा कि पेड पौधों व पशु पक्षियों से बार बार प्रेरणा लेना चाहिये। एक बीज अंकुरित होकर पौधे से वृक्ष बनता है, उस पर फुल आते है व बाद मे फल आने पर झुकजाता है और परहित के लिये अपने फलों को देता रहता है। दूसरों को बांटने -देने मे प्रसन्नता व्यक्त करना चाहिये । उन्होने कहा कि वृद्ध वही है  जो  पूरी तरह से धर्म के प्रति समर्पित हो जब भी बोले सामने वालें को खुशिया देवे उन्हे आश्वस्त करता रहे यही सच्चा धर्महै । आपकी जीवन यात्रा यशपूर्ण हो धार्मिक, धनि,ध्यानि एवं समाजसेवा में समर्पित रहे व यशस्वी जीवन पूर्ण कर अलविदा हो । इस अवसर पर डा. एलएस राठौ रे  ने भी अपने संक्षिप्त उदबोधन में 75 वर्ष से अधिक आय्रु के पेंशनरों को दीर्घायु होने की कामना करते हुए पेंशनरों एकजूट होकर अपनी मांगों को उठाने का आव्हान किया । सभी पेंशनरों को पेटलावद, थांदला की तरह संगठन के साथ जुडने की अपील करते हुए समय निकाल कर संगठन को मजबुत बनाने केलिये भूमिका निर्वाह की बात कही । जिला पेंशनर संघ के अध्यक्ष रतनसिंह राठौर ने  वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए पेंशनरों के एरीयर की राशि नही मिलने को लेकर संगठन द्वारा कियेगये प्रयासों का जिक्र किया दिग्विजयसिंह सरकार के समय के 19 माह के एरीयर, 6 ठे एवं 7 वे वेतमनमान के 32 माह के एरीयर तथा 27 माह के एरीयर भुगतान के लिये की गई कार्यवाही  का जिक्र करते हुए मेडिकल अलाउंस 1000 रुपये प्रतिमाह केमान से दिये जाने तथा प्रदेश के पूर्व वित्तमंत्री की घोषणा के अनुसार पेंशनरों की मृत्यु पर 50 हजार अनुग्रह राशि के भुगतान की मांग को दुहराया ।उन्होने पेंशनरों से वार्षिक शुल्क एवं आजीवन सदस्यता राशि जमा करा कर संगठन को मजबुती प्रदान करने का आग्रह किया । उन्होने कहा कि 75 वर्ष के पेंशनरों का सम्मान करके हम गौरवान्वित है। श्री राठौर ने कहा कि माह जनवरी से नगर के सभी 18 वार्डों में जो पेंशनर सदस्य नही बने है उन्हे सदस्य बनाने का अभियान चलाया जावेगा । न्यूनतम पेंशनर राशि 7750 की घोषणा के बाद भी पिछली सरकार द्वारा आदेश जारी नही करने के बारे में भी उन्होने कहा कि इसके लिये हम सतत प्रयास करेगें । इस अवसर पर पेटलावद शाखा के अध्यक्ष एनएण्ल रावल ने भी अपने विचार व्यक्त किये । मुख्य अतिथि एवं अतिथियों द्वारा 75 वर्ष की आयु से अधिक पेंशपर रूपसिंह हटिला, मणीलाल पांचाल, गोपालसिंह चैहान, आनन्दीलाल भानपुरिया, एवं अब्दूल,मजिद शेख का शाल श्रीफल से सम्मान कर उनके दीर्घायु होने की मंगल कामना की गई । इस अवसर परसंजीवनी क्रडिट सोसायटी के रीजनल मेनेजर शैलेन्द्र माहेश्वरी एवं शैलेष साहू नेउनके द्वारा राजगढ नाका पर संचालित क्रेडिट सोसायटी के बारे में विस्तार से जानकारी दी तथा प्रेत्यक पेंशनर को नववर्ष के केलेण्डरों का वितरण किया । पेंशनर दिवस पर बडी संख्या में पेंशनरों की उपस्थित रही ।श्रीमती कृष्णाचैहान, कुंता सोनी, सुशीला भट्ट, तिलोत्तमा सुसालदे, अनिला बैस,रूकमणी वर्मा, कुंवरबेन परमार ,बाल मुकुन्दसिंह चैहान, रूपसिंह खपेड सहित बडी संख्या में पेंशनर उपस्थित रहे । कार्यक्रम का संचालन सचिव सुभाष दुबे ने किया तथा आभार श्रीनाथसिंह चैहान ने माना ।

भाजपा विधायक जीएस डामोर को वार्ड क्र. 01 से 433 वोट हुए प्राप्त, वार्ड पार्षद एवं अन्य कार्यकर्ताओं की रहीं सराहनीय भूमिका

झाबुआ। झाबुआ विधानसभा के विजयी भाजपा प्रत्याषी जीएस डामोर को शहर के वार्ड क्र. 1 से काफी अच्छी लीड मिली। इस वार्ड से उन्हें 602 में से 433 मत प्राप्त हुए है, जबकि अन्य प्रत्याषी 100 मतों के अंदर ही सीमट कर रह गए। इसमें वार्ड पार्षद पपीष पानेरी एवं वार्ड में भाजपा से जुड़े अन्य पदाधिकारी-कार्यकर्ताओं की सराहनीय भूमिका रहीं है। झाबुआ विधानसभा से भाजपा प्रत्याषी जीएस डामोर ने अपने प्रतिद्वंदी कांग्रेस प्रत्याषी डाॅ. विक्रांत भूरिया से करीब 10 हजार वोटो की बढ़त लेकर जीत हासिल की है। जिसमें विजयी प्रत्याषी श्री डामोर को झाबुआ शहर से सबसे अधिक मत प्राप्त हुए है। शहर में करीब 65-70 प्रतिषत मतदान भाजपा प्रत्याषी के पक्ष में हुआ है। वार्ड क्र. 1 के पार्षद पपीष पानेरी ने बताया कि यदि शहर के प्रथम वार्ड 1 नंबर से बात की जाए तो 28 नवंबर मतदान दिवस पर यहां कुल 602 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था। जब 11 दिसंबर को मतगणना हुई तो इस दिन ज्ञात हुआ कि 433 मतदाताओं ने भाजपा के पक्ष में मतदान किया वहीं 69 मतदाताओं ने कांग्रेस एवं 85 मतदाताओं ने निर्दलीय प्रत्याषी जेवियर मेड़ा को मत डाला। बाकी में अन्य प्रत्याषी एवं नोटा शामिल है।

पार्षद सहित वार्ड के पार्टी के कार्यकर्ताओं का रहा सराहनीय सहयोग
इस वार्ड से भाजपा को काफी अच्छी लीड दिलाने में वार्ड के भाजपा पार्षद श्री पानेरी के साथ वार्ड के अन्य पार्टी से जुड़े पदाधिकारी-कार्यकर्ताओं में राजा ठाकुर, अष्विन शर्मा, जगदीष पंड्या, सुषील पंड्या, महेन्द्रसिंह पंवार, पूर्व पार्षद श्रीमती संगीता पंवार, महिला मोर्चा की जिला मंत्री श्रीमती सायरा खान एवं पार्टी से जुड़े अन्य युवा कार्यकर्ताओं का काफी सराहनीय सहयोग रहा, चूंकि इनके नेतृत्व में मतदान से पूर्व भाजपा प्रत्याषी जीएस डामोर द्वारा वार्ड में ऐतिहासिक जनसंपर्क एवं निरंतर अपना प्रचार-प्रसार भी किया गया था। उक्त समस्त पार्टी पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं ने भाजपा से झाबुआ विधायक बने जीएस डामोर को शुभकमानाएं प्रेषित करते हुए उन्हें एक अच्छी बढ़त के साथ जीत हासिल करवाने पर वार्ड क्र. 1 के मतदाताओं के प्रति भी आभार व्यक्त किया है।

कल्याणपुरा में गौ-वध की घटना का राष्ट्रीय गौ-सेवा संघ ने किया तीव्र विरोध
पुलिस प्रषासन एवं माननीय न्यायालय से आरोपियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग
झाबुआ। जिले के कल्याणपुरा क्षेत्र में गोपालपुरा ग्राम पंचायत भवन के समीप मकवाना फलिये में पिछले दिनों एक गौ-वध की घटना सामने आई। जिसमें पुलिस द्वारा दो आरोपियो को गिरफतार किया गया है। इस मामले में राष्ट्रीय गौ-सेवा संघ द्वारा घटना में संलिप्त आरोपियों पर पुलिस द्वारा सख्त कार्रवाई करने के साथ माननीय न्यायालय में भी प्रकरण जाने पर आरोपियों को कठोर सजा सुनाने की मांग की है। राष्ट्रीय गौ-सेवा संघ के प्रदेष अध्यक्ष पवन दुबे ने इस मामले को संज्ञान में लिया है एवं उच्च स्तर पर मप्र सरकार से चर्चा कर इस तरह के मामलों में संलिप्त आरोपियों पर सख्त कार्रवाई किए जाने का प्रावधान किए जाने की मांग की। वहीं आरजीएसएस के जिलाध्यक्ष राजेष चैहान ने भी बताया कि कल्याणपुरा के मकवाना फलिये में बीते दिनों रात के अंधेरे में हुई राष्ट्रीय पशु गौ-माता का वध करने की इस विभत्स घटना का हम तीव्र विरोध करते है। साथ ही कहा कि यह हिन्दू समाज के लिए एक बड़ा कठुराघात है। गौ-माता को राष्ट्रीय पशु का दर्जा दिया गया है, बावजूद उसके इस तरह से गौ-माता का वध कर उसे खाने के लिए काटने की घटना काफी दर्दनाक और समाज के लोगां को आघात पहुंचाने की है। श्री चैहान ने चेतावनी स्वरूप कहा कि यदि आगामी दिनों में भी इस तरह की अन्य कोई घटना हुई तो संघ को इस संबंध में उग्र आंदोलन करने को भी मजबूर होना पड़ेगा।

आरोपियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग
कल्याणपुरा में गौ-वध करने की घटना में संलिप्त आरोपियों के खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई करने की मांग पुलिस प्रषासन एवं माननीय न्यायालय से आरजीएसएस के झाबुआ जिलेभर के पदाधिकारी, जिला संगठन मंत्री सुनील मालवीय, जिला महासचिव पपीष पानेरी, ओंकार पाटीदार, रविन्द्र नायक, जिला उपाध्यक्ष सुषील पंडा, देवेन्द्र व्यास, धर्मेन्द्र जगदीष राठौड़, जिला सचिव गजराज दादू चैहान, रितेष शर्मा, मुकेष चैयल, जिला सह-सचिव कमलेष पाटीदार, चेनसिंह वसुनिया, राधवेन्द्र रघु चैहान, जिला मीडिया प्रभारी दौलत गोलानी के साथ कार्यकारिणी सदस्यों में रमाकांत शर्मा, पियूष जैन, जगदीष पंडा, संजय सोलंकी, राजदीप चैहान, जयेन्द्र चैहान, धर्मेन्द्र सिरोठिया, नर्वेस डामोर, खुषवंत राठौड़, निलेष अजनार, यषपाल ठाकुर, कृष्णा जायसवाल, सौरभ चैहान, पुष्पेन्द्रसिंह राठौड़ आदि ने की है।

शहर की सामाजिक-धार्मिक संस्थाओं के साथ अधिकारी-कर्मचारी संगठनों द्वारा कलेक्टर आषीष सक्सेना का किया जाएगा भावभरा सम्मान
होशंगाबाद स्थानांतरण होने पर भावभरी विदाई भी दी जाएगी
jhabua news
झाबुआ। झाबुआ जिले के कर्मठ, सेवाभावी एवं प्रषासनिक कार्यों में सजग और अनुषासनप्रिय कलेक्टर आषीष सक्सेना का 20 दिसंबर, गुरूवार की रात्रि में मप्र शासन भोपाल द्वारा जारी की गई सूची में स्थानांतरण होषंगाबाद कलेक्टर के रूप में हुआ है। कलेक्टर श्री सक्सेना के झाबुआ जिले में पदस्थापना के दौरान उन्होंने जिले में कई उल्लेखनीय एवं सराहनीय कार्य किए है, जिसको लेकर उनका शहर की सामाजिक-धार्मिक संस्थाओं के साथ अधिकारी-कर्मचारी संघ द्वारा भावभरा सम्मान करने का निर्णय लिया गया है। यह जानकारी देते हुए उक्त आयोजन के सूत्रधार एवं सकल व्यापारी संघ के अध्यक्ष नीरजसिंह राठौर ने बताया कि कलेक्टर आषीष सक्सेना झाबुआ जिले में करीब 3 से साढ़े 3 वर्ष तक पदस्थ रहे। इस दौरान उन्होंने एक ऐतिहासिक कार्य के रूप में बीते विधानसभा चुनाव में झाबुआ जिले में रेकार्ड तोड़ मतदान करवाकर मप्र में झाबुआ जिले को स्थान दिलवाया, जिसके लिए स्वयं उन्हें निर्वाचन आयोग की ओर से बधाई देने के साथ उनके इस सराहनीय कार्य की काफी सराहना की गई। इसके साथ ही झाबुआ का समीपस्थ हाथीपावा, जो आज पूरे जिले में एक सुव्यवस्थित एवं सुविधायुक्त पर्यटन स्थल के रूप में तब्दील हो चुका है, जिसको विकसित करने में भी उनकी सराहनीय भूमिका रहीं है। इसके अलावा झाबुआ से होकर गुजर रहे फोरलेन का कार्य, जो काफी धीमा हो गया था, उसकी रफतार बढ़ाकर इस फोरलेन कार्य को पूर्ण करवाकर वाहन चालकों को एक अच्छे आवागमन मार्ग की सुविधा उन्होंने उपलब्ध करवाई। बस स्टेंड के पीछे से कलेक्टोरेट, तहसील कार्यालय, जिला पंचायत, न्यायालय जाने वाले अतिरिक्त मार्ग का निर्माण करवाया, जिससे आज लोगों को काफी सुविधा हो रहंी है। इसके अतिरिक्त उनके द्वारा झाबुआ जिले में पदस्थापना के दौरान लगातार बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओं अभियान में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करते हुए बालिकाओं की षिक्षा एवं 18 वर्ष से कम उम्र में विवाह ना करने की समझाईष दी गई। सत्त सरपंच-तड़वी-पटेलों का सम्मेलन कर दहेज-दापा प्रथा को खत्म करने के प्रयास किए गए, जिसके सार्थक परिणाम भी सामने आए, इसके अलावा भी कलेक्टर श्री सक्सेना ने झाबुआ जिले में अपनी पदस्थापना के दौरान प्रषासनिक क्षेत्र के साथ सामाजिक-धार्मिक क्षेत्रों में भी महत्वपूर्ण एवं ऐतिहासिक कार्य किए है।

भावभरा सम्मान कर विदाई दी जाएगी
 नीरजसिंह राठौर ने बताया कि इसी को दृष्टिगत रखते हुए शहर की सभी सामाजिक-धार्मिक, रचनात्मक संस्थाओं के साथ अधिकारी-कर्मचारी संघ ने उनके उल्लेखनीय एवं उत्कृष्ट कार्यों के चलते कलेक्टर श्री सक्सेना का सम्मान करने का निर्णय लिया गया है। 22 दिसंबर, शनिवार को शाम 6.30 बजे कलेक्टर आषीष सक्सेना का सम्मान समारोह एवं विदाई समारोह का आयोजन रखा गया है। जिसमें शहर की सभी सामाजिक, धार्मिक, रचनात्मक संस्थाओं के साथ विभिन्न विभागों के अधिकारी-कर्मचारियों द्वारा अलग-अलग सम्मान करने के साथ ही इस आयोजन में शहर के गणमान्य नागरिकों, बुद्धिजीवियों, पत्रकारों, साहित्यकारों से भी उपस्थित रहकर झाबुआ जिले के कर्मठ एवं सेवाभावी कलेक्टर श्री सक्सेना का सम्मान कर उन्हें भावभरी विदाई देने हेतु अपील की गई है।

जैन सोष्यल ग्रुप मैत्री के आगामी अध्यक्ष जय भंडारी और पंकज कोठारी, बिना चुनाव प्रक्रिया के आपसी समझदारी से हुआ मनोनयन

jhabua news
झाबुआ। जैन सोशल ग्रुप ‘‘मैत्री’’ झाबुआ द्वारा आगामी सत्रों के लिए अध्यक्ष पद चुनाव हेतु चुनाव प्रक्रिया का आयोजन स्थानीय पाॅवर हाउस रोड स्थित शांति निकेतन सभाकक्ष में किया गया। जिसमें सर्वानुमति से आगामी दो सत्रों के अध्यक्ष चुने गए। वर्ष 2019-20 एवं 2020-21 के लिए जय भंडारी को अध्यक्ष और 2021-22 तथा 2022-23 के लिए पंकज कोठारी अध्यक्ष मनोनीत हुए। जैन सोशल ग्रुप मैत्री झाबुआ का वर्तमान कार्यकाल समापन की ओर है। इस हेतु आगामी सत्र के लिए के लिए प्रक्रिया रखी गई। कार्यक्रम के प्रारंभ में संचित बाबेल ने सभी सदस्यों का अभिनंदन किया। निर्णायकगण के रूप में जैन समाज के वरिष्ठ श्रावक शशिकांत छाजेड़, प्रमोद भंडारी, मैत्री के पूर्व अध्यक्ष नीरज गादिया को मंच पर आमंत्रित किया गया। मैत्री सदस्यों ने निर्णायकगणों का का पुष्प देकर स्वागत किया।

अध्यक्ष का कार्यकाल 2 वर्ष का होगा
चुनावी प्रक्रिया प्रारंभ होने से पूर्व शशिकांत छाजेड़ द्वारा नियमों की जानकारी दी गई। नीरज गादिया ने बताया कि अब तक ‘‘मैत्री’’ ग्रुप में अध्यक्ष पद का कार्यकाल 1 वर्ष का होता था, इस बार से नियम में परिवर्तन करते हुए हुए आगामी सत्र से अध्यक्ष पद का कार्यकाल 2 वर्ष का होगा। संचित बाबेल ने निर्णायकगणों से अनुमति लेते हुए प्रक्रिया प्रारंभ की और अध्यक्ष पद हेतु नाम आमंत्रित किए।

दो नाम आए सामने
विशाल कोठारी द्वारा हंसमुख, मिलनसार और मैत्री में क्रिएटिविटी के लिए पहचाने जाने वाले जय भंडारी का नाम अध्यक्ष पद के लिए प्रस्तावित किया, नितेश कोठारी ने इसका समर्थन किया वहीं मितेश गादिया ने सहज ,सरल, व्यक्तित्व के धनी पंकज कोठारी का नाम अध्यक्ष पद हेतु प्रस्तावित किया, जिसका समर्थन अंकित जैन ने किया। दो नाम आने पर निर्णायकगणों ने दोनों प्रत्याशियों को आपसी तालमेल बनाने को कहा, लेकिन दोनों ही प्रत्याशी डटे रहे। सर्वानुमति से निर्णय न आने पर निर्णायकगण ने वोटिंग प्रक्रिया को अपनाने की बात कही। जिस पर वरिष्ठ श्रावक शशिकांत छाजेड़ द्वारा वोटिंग प्रक्रिया के अपने अनुभव को साझा करते हुए बताया कि यदि यह प्रक्रिया अपनाई गई तो सदस्यों में मनमुटाव होगा और आपसी तालमेल की भी कमी होगी और कहीं न कहीं ग्रुप के टूटने की आशंका भी जताई।

सर्वानुमति से बनी सहमति
मैत्री सदस्य डॉ वैभव सुराणा ने भी वोटिंग प्रक्रिया पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि ग्रुप में राजनीति नहीं, राजनीति में ग्रुप होना चाहिए। किसी भी तरह का निर्णय न आने की दशा में निर्णायकगणों द्वारा दोनों प्रत्याशियों को अलग-अलग समझाईश दी गई। मैत्री ग्रुप में वोटिंग प्रक्रिया ना हो और ग्रुप ना टूटे, इस हेतु निर्णायक गण ने काफी विचार-विमर्ष करने के बाद एक अनूठा सुझाव दिया कि आज चुनावी प्रक्रिया में आगामी दो सत्रों के अध्यक्ष पद का चुनाव कर लिया जाए, जिससे आपसी तालमेल और समझ बनी रहे। मैत्री सदस्यों की सर्वानुमति से इस सुझाव पर सहमति बनी। सर्वानुमति से यह तय होने के बाद आगामी सत्र के प्रथम कार्यकाल के लिए वर्ष 2019 -20 व 20 -21 के लिए जय भंडारी को अध्यक्ष पद पर मनोनीत किया गया। वहीं वर्ष 2021-22 एवं 2022-23 के लिए पंकज कोठारी को अध्यक्ष नियुक्त किया गया।

आपसी समझ का दिया परिचय
ज्ञातव्य है कि चुनावी प्रक्रिया ना हो इस हेतु पंकज कोठारी ने पिछले सत्र में भी वर्तमान अध्यक्ष के समर्थन में अपना नाम वापस लिया था और इस चुनाव में भी वोटिंग की नोबत ना आए, इस हेतु आगामी कार्यकाल के लिए तैयार हुए। इस प्रकार निर्णायकगण की सूझबूझ से मैत्री ग्रुप में वोटिंग प्रक्रिया को नहीं अपनाया गया और एकता का संदेश दिया गया। बाद मैत्री सदस्यों द्वारा दोनों आगामी अध्यक्षों को शुभकामनाएं प्रेषित की गई। कार्यक्रम के अंत में सभी के प्रति आभार संचित बाबेल ने माना।

सभी 9 फार्म पाए गए विधि मान्य, दो पैनल बनाकर चुनाव चिन्ह किए गए आवंटित
प्रत्याषियों ने अपनी-अपनी पैनलों में शुरू किया प्रचार-प्रसार
jhabua news
झाबुआ। श्री पद्म वंषीय मेवाड़ा राठौर (तेली) समाज झाबुआ के निर्वाचन की प्रक्रिया इन दिनों स्थानीय सिद्धेष्वर काॅलोनी स्थित शनि मंदिर के पीछे समाज के भवन में चल रहीं है। चुनाव की प्रक्रिया के तहत 21 दिसंबर को नामांकन पत्रों की समीक्षा में सभी 9 फार्म विधि मान्य पाए गए। बाद प्रत्याषियों की दो पैनल बनाकर उन्हें चुनाव चिन्ह आवंटित करने का कार्य किया गया। तत्पष्चात् प्रत्याषियों ने अपनी-अपनी पैनलों में समाज के लोगों के घर-घर दस्तक देकर प्रचार-प्रसार शुरू कर दिया है। मुख्य चुनाव अधिकारी महेष राठौर ने बताया कि निर्धारित चुनाव प्रक्रिया में 19 दिसंबर को एक भी अभ्यर्थी द्वारा नामांकन फार्म प्राप्त एवं जमा नहीं किया गया था। 20 दिसंबर को कुल 9 अभ्यर्थियों ने नामांकन फार्म जमा किए। जिसकी जांच एवं समीक्षा का कार्य 21 दिसंबर, शुक्रवार को दोपहर 11 से 2 बजे तक किया गया। जिसमें सभी नामांकन फार्म वैध पाए गए। नाम वापसी दोपहर 1 से 2 बजे के बीच किसी भी अभ्यर्थी ने अपना फार्म वापस नहीं लिया। बाद शाम 4 से 5 बजे के मध्य चुनाव अधिकारी श्री राठौर के साथ सहायक निर्वाचन अधिकारी प्रहलाद राठौर एवं नितेष राठौर द्वारा 9 अभ्यर्थियों की दो पैनल बनाकर उन्हे चुनाव चिन्ह आवंटित किए गए।

दोनो पैनलों में यह अभ्यर्थी शामिल
मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री राठौर के अनुसार पेनल नंबर-1 में अध्यक्ष पद के लिए उम्मीद्वार राकेष सोनावा, उपाध्यक्ष पद के उम्मीद्वार रविन्द्र राठौर, सचिव पद के दावेदार निलेष राठौर एवं कोषाध्यक्ष पद के दावेदार अजय राठौर को शामिल होकर उन्हे चुनाव चिन्ह कलष प्रदान किया गया। इसी प्रकार दूसरी पेनल नंबर-2 बनाकर उसमें अध्यक्ष पद के अभ्यर्थी रामचन्द्र राठौर, उपाध्यक्ष पद के प्रत्याषी ललित राठौर, सचिव पद के दावेदार शांतिलाल राठौर एवं कोषाध्यक्ष पद के उम्मीद्वार संजय राठौर को सम्मिलित कर उन्हें चुनाव चिन्ह स्वस्तिक प्रदान करने के बाद प्रत्याषियों ने अपनी-अपनी पैनलों में मतदाताओं के घर-घर जाकर प्रचार-प्रसार और संपर्क शुरू कर दिया है, चूंकि सह-सचिव पद के लिए एक ही फार्म कुलदीप राठौर का जमा होने से वह अभी से निर्विरोध निर्वाचित हो चुके है, हाॅलाकि अधिकृत तौर पर घोषणा 25 दिसंबर को परिणाम आने के बाद एक साथ की जाएगी।

मतदान एवं मतगणना 25 दिसंबर को
चुनाव अधिकारी श्री राठौर ने बताया कि पैनलों का यह प्रचार-प्रसार 24 दिसंबर की रात्रि तक चलेगा। बाद 25 दिसंबर को मतदान सुबह 8 से दोपहर 2 बजे के बीच होगा। इसी दिन दोपहर 3.30 बजे से मतगणना कर परिणामों की घोषणा की जाएगी। तत्पष्चात् विजयी प्रत्याषियों द्वारा खुषियां मनाई जाएगी।

पुण्य स्मृति पर निराश्रित बच्चों को भोजन करवाकर कंबलों का किया वितरण

sehore news
झाबुआ। पारा निवासी श्री मनोहरलाल व्होरा की 21 दिसंबर 2018, शुक्रवार को द्वितीय पुण्य स्मृति पर व्होरा परिवार पारा द्वारा झाबुआ के समीपस्थ ग्राम अंतरवेलिया स्थित स्वामी श्रद्धानंद निराश्रित बाल आश्रम पहुंचकर यहां निवासरत बच्चों को स्वादिष्ट भोजन करवाया। बाद उन्हें कंबलों का वितरण किया। व्होरा परिवारजनों द्वारा शुक्रवार को दोपहर करीब 12 बजे अंतरवेलिया आश्रम पर पहुंचकर यहां आश्रम में निवासरत करीब 20-25 सभी निराश्रित बच्चों को पंगत में बिठाकर स्वादिष्ट भोजन करवाया। परोसदारी स्वयं परिवारजनों ने की। बाद बच्चों को कड़कड़ाती ठंड से निजात के लिए 15 कंबल प्रदान किए। साथ ही इस दौरान परिवारजनों ने स्व. श्री मनोहरलालजी का स्मरण करते हुए उन्हें नमन भी किया। आश्रम के संचालक पं. आर्येन्द्रकुमार वैदिक एवं उनकी धर्मपत्नि श्रीमती वंदना वैदिक ने व्होरा परिवार के इस कार्य की सराहना करते हुए उनके प्रति आभार व्यक्त किया।

आप सभी के प्रयास से मतदान प्रतिषत बढाने मे जिला प्रदेष स्तर पर प्रथम रहा, इसके लिये सभी को बहुत-बहुत बधाई-कलेक्टर
उच्च मतदान प्रतिषत प्राप्त करने पर उत्साहवर्धन कार्यषाला संपन्न
jhabua news
झाबुआ । विधानसभा निर्वाचन 2018 अंतर्गत उच्च मतदान प्रतिषत प्राप्त करने पर सेक्टर अधिकारियो के लिये उत्साहवर्धन कार्यषाला का आयोजन कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री आषीष सक्सेना की उपस्थिति मे कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष मे किया गया। इस अवसर पर संबोधित करते हुए कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री आषीष सक्सेना ने कहा कि आपने लगभग सभी मतदाताओ को बूथ पर आकर मतदान करने के लिये प्रेरित किया। साथ ही जिले से अन्य राज्यो मे मजदूरी हेतु पलायन पर गये मतदाताओ को भी दूरभाष मोबाइल एवं अन्य साधनो से संपर्क कर मतदान के दिन बूथ पर आकर मतदान करने हेतु प्रेरित किया। फलस्वरूप मतदाता मतदान दिवस को वापस आये एवं अपने मताधिकार का उपयोग किया। फलस्वरूप जिला प्रदेष स्तर पर मतदान प्रतिषत बढाने मे प्रथम स्थान पर रहा, इसके लिये आप सभी को बहुत-बहुत बधाई। कार्यक्रम को सीईओ जिला पंचायत श्रीमती जमुना भिडे ने भी संबोधित किया सेक्टर अधिकारियो के प्रयासो की सराहना करते हुए भविष्य मे भी इसी तरह कार्य करने हेतु षुभकामनाएं दी। कार्यक्रम मे डिप्टी कलेक्टर श्री पराग जैन, नोडल अधिकारी स्वीप श्री ज्ञानेंद्र ओझा सहित षासकीय सेवक एवं सेक्टर अधिकारी उपस्थित थे।

सुशासन सप्ताह 25 से 30 दिसम्बर तक
24 दिसम्बर को अधिकारी-कर्मचारी लेंगे सुशासन की शपथ
झाबुआ। 25 दिसम्बर से 30 दिसम्बर, 2018 तक प्रदेश के सभी जिलों में सुशासन सप्ताह मनाया जायेगा। राज्य शासन ने एक दिन पूर्व 24 दिसम्बर, 2018 को प्रदेश में सुशासन दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया है। सप्ताह के दौरान सभी सरकारी कार्यालयों में स्वच्छता अभियान की शुरूआत कर इसे जारी रखने के निर्देश दिये गये हैं। राज्य शासन द्वारा सभी विभागों, संभागायुक्तों और कलेक्टरों को जारी आदेश में कहा गया है कि 24 दिसम्बर को जिला-स्तर पर किसी एक सभागृह या स्थल पर पूर्व प्रधानमंत्री स्व. श्री अटल बिहारी वाजपेयी के चित्र पर सम्मान प्रकट करते हुए सुशासन की शपथ लें। कार्यक्रम में जिले के सभी जन-प्रतिनिधि और शासकीय अधिकारियों को शामिल होने के लिये आमंत्रित करें।

उत्कृष्ट कार्य के लिये सम्मानित होंगे अधिकारी-कर्मचारी
सुशासन सप्ताह के दौरान अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रशासकीय कार्य करने वाले अधिकारियों-कर्मचरियों को सम्मानित किया जायेगा। कलेक्टरों से कहा गया है कि सूचना का अधिकार, लोक सेवाओं के प्रदान की गारंटी, सी.एम. हेल्पलाइन, समाधान ऑनलाइन, जन-सुनवाई, स्वच्छता और लोगों के सशक्तिकरण के लिये बनाये गये अन्य अधिनियम और व्यवस्थाओं के संबंध में जिला एवं विकासखण्ड स्तर पर चर्चाएँ आयोजित करवा कर लोगों को जागरूक करें। स्कूल-कॉलेजों में पर्यावरण-ऊर्जा-पानी बचाओ एवं स्वस्थ समाज जैसे सुशासन में सहायक विषयों पर संगोष्ठी भी आयोजित की जायेगी।

बाल देखरेख संस्थाओं का रजिस्ट्रेशन अनिवार्य
        
झाबुआ । माननीय सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशों और किशोर न्याय बालकों की देखरेख एवं संरक्षण अधिनियम 2015 के प्रावधानों के अनुसार बाल देखरेख संस्था का पंजीयन करवाना अनिवार्य है। बाल देखरेख संस्था का पंजीयन नहीं कराये जाने की स्थिति में किशोर न्याय बालकों की देखरेख और संरक्षण अधिनियम 2015 के प्रावधानों के तहत संबंधित के विरूद्ध कार्रवाई की जायेगी। उल्लेखनीय है कि किशोर न्याय बालकों की देखरेख और संरक्षण अधिनियम 2015 की धारा 41 के अनुसार बाल देखरेख संस्थाओं में देखरेख और संरक्षण के लिए जरूरतमंद बालकों तथा विधि का उल्लंघन करने वाले बालकों के लिए राज्य सरकार अथवा स्वैच्छिक एवं गैर सरकारी संगठनों द्वारा संचालित सभी बाल देखरेख संस्थाओं का पंजीकरण अधिनियम के प्रारंभ की तिथि से 6 माह की अवधि के भीतर कराना अनिवार्य है। पंजीकरण नहीं होने की स्थिति में संबंधित के विरूद्ध एक साल तक की सजा या एक लाख रूपये का जुर्माना अथवा दोनों सजा व जुर्माने का प्रावधान है।

टीकाकृत बच्चे के उल्टे हाथ के अंगूठे पर लगाया जाएगा निषान
        
झाबुआ । मीजल्स रूबेला टीकाकरण अभियान के तहत 9 माह से 15 वर्ष तक के बालक एवं बालिकाओं को मीजल्स रूबैला टीकाकरण 15 जनवरी 2019 से प्रारंभ होगा। उक्त अभियान के संबंध में आयोजित कार्यषाला में बताया गया कि अभियान में जिले के समस्त आंगनवाडी, शासकीय एवं अषासकीय प्राथमिक, माध्यमिक एवं हाई स्कूल में पंजीकृत 9 माह से 15 वर्ष तक के समस्त बच्चों को एम.आर. टीके लगाए जाएंगे। कार्यषाला में इस अभियान हेतु आमजन के बीच जनजागरण एवं उक्त टीकाकरण अभियान के प्रति जनजागरूकता फेलाने की बात कही गई। निर्धारित तिथि से प्रारंभ होने वाले उक्त अभियान के तहत करीब 4 से 5 सप्ताह तक जिले में व्यापक स्तर पर मीजल्स एवं रूबैला वेक्सीन का टीकाकरण किया जाएगा। इस दौरान टीकाकरण से शेष रह गए बच्चों के लिए विषेष एक सप्ताह का अभियान भी चलाया जाएगा। टीकाकरण होने वाले बच्चों के उल्टे हाथ के अंगूठे पर एक चिन्ह भी लगाया जाएगा। साथ ही उक्त अभियान की ब्लाॅकवार एवं जिला वार साप्ताहिक माॅनिटरिंग भी जाएगी।

पुरूष नसबंदी पखवाडा 02 जनवरी तक
       
झाबुआ । परिवार नियोजन कार्यक्रम के अंतर्गत पुरूष भागीदारी बढाये जाने के लिये भारत सरकार द्वारा दिनंाक 02 जनवरी तक पुरूष नसबंदी पखवाडा मनाया जाना है। जिसमे पुरूषो की अधिक से अधिक भागीदारी बढाने हेतु सामाजिक जागरूकता का कार्य दिनांक 25 दिसंबर 2018 तक किया जाएगा तथा सेवा प्रदायगी कार्य 26 दिसंबर 2018 से 02 जनवरी 2019 तक किया जाएगा। स्लोगन-“पुरूषो ने अपनाई नई पहचान, परिवार नियोजन मे भागीदारी से बढाया सम्मान“ के साथ मैदानी स्वास्थ्य कार्यकर्ता पुरूष नसबंदी को बढावा देने घर जाकर लोगो को पुरूष नसबंदी के बारे मे जानकारी प्रदान करेंगे। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. डी.एस. चैहान ने समस्त स्वास्थ्य एवं समस्त मैदानी कार्यकर्ता व कर्मचारी आषा, आषा सहयोगिनी को पुरूष नसबंदी को बढावा देने हेतु अधिक से अधिक पुरूषो को नसबंदी हेतु प्रेरित करने एवं भ्रांतियो को दूर करने के लिये निर्देषित किया है। पुरूष नसबंदी कराने पर पुरूष हितग्राही को 2 हजार रूपये एवं प्रेरक को 300 रूपये का प्रावधान है। पुरूष नसबंदी निःषुल्क सभी षासकीय संस्थाओ मे प्रदान की जायेगी।

मुख्यमंत्री कन्या विवाह/निकाह योजना मे राषि बढाकर 51 हजार रूपये की गई
        
झाबुआ । प्रदेश मे मुख्यमंत्री कन्या विवाह एवं मुख्यमंत्री निकाह योजना मे षासन द्वारा लिये गये निर्णय के अनुसार संषोधन किये गये है। जिसके अनुसार मुख्यमंत्री कन्या विवाह/निकाह योजनांतर्गत राषि रूपये बढाकर 51 हजार रूपये कर दी गई है। इस राषि मे से सामूहिक विवाह कार्यक्रम के आयोजन हेतु अधिकृत निकायो को रूपये 3 हजार, सामग्री की कीमत रूपये 5 हजार तथा षेष राषि रूपये 43 हजार कन्या के बचत बैंक खाते मे जमा कराई जायेगी। आदिवासी अंचलो मे जनजातियो मे प्रचलित विवाह प्रथा के अंतर्गत होने वाले विवाह चाहे सामूहिक हो या एकल हो, कन्या विवाह सहायता की राषि दी जायेगी। षासन द्वारा आयोजित सामूहिक कार्यक्रमो के अंतर्गत कन्या विवाह/निकाह सहायता की राषि का लाभ प्राप्त करने के लिये आय सीमा का बंधन भी समाप्त कर दिया गया है। चर्चा के दौरान झाबुआ जिले के ग्राम कुंडला निवासी श्रीमती रेखा पति मांगीलाल ने बताया कि गरीब आदिवासियो के लिये वैवाहिक आयोजन करना मुष्किल होता है। ऐसे मे अब सामूहिक के साथ एकल षादियो मे भी कन्या विवाह सहायता की राषि मिलेगी तो उनका भविष्य भी सुरक्षित हो जायेगा। योजना मे राषि बढाकर षासन ने बहुत अच्छा काम किया है। ग्राम छापरी निवासी बदी ने बताया कि योजना की राषि बढने से परिवार के सभी बच्चो की षादी हेतु इसका लाभ मिलेगा। इसके लिये षासन का बहुत-बहुत धन्यवाद। ग्राम झायणिया निवासी श्रीमती झूमरी पति धूमो ने बताया कि खर्चीले हो चुके विवाह के कारण कई लोग कर्ज की चपेट मे आ जाते है। अब उन्हे सहायता राषि मिलने के बाद काफी राहत मिलेगी। षादी के बाद नव दंपति को कर्ज उतारने के लिये पलायन स्थलो पर जाकर मजदूरी नही करना पडेगा। झाबुआ षहर के एलआईसी काॅलोनी निवासी श्रीमती लक्ष्मीबाई ने बताया कि मुख्यमंत्रीजी द्वारा मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना मे दी जाने वाली राषि 51 हजार करने से बहुत अधिक लोगो को इस योजना का लाभ मिलेगा। इस योजना मे आय का बंधन खत्म कर देने से सभी कन्याओ को इसका लाभ मिल सकेगा। यह योजना गरीब परिवारो के लिये लाभकारी साबित होगी।

मुख्यमंत्री जी के ऐतिहासिक ऋण माफी के निर्णय से किसानों के चेहरे पर आई मुस्कान

jhabua news
झाबुआ । प्रदेष के मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ द्वारा मुख्यमंत्री पद का भार संभालने के बाद प्रदेश के किसानों के लिए लागू की गई अल्पकालीन फसल ऋण के रूप में किसानों के रूपए 2 लाख तक की सीमा के 31 मार्च 2018 की स्थिति में बकाया फसल ऋण माफ करने का निर्णय किसानों के लिए काफी लाभकारी सिद्ध होगा, ऐसा किसानो का कहना है। झाबुआ जिले के ग्राम गोलाछोटी निवासी लाला पिता दिता ने चर्चा के दौरान बताया कि उसने तीन वर्ष पहले 62 हजार रूपये का ऋण लिया था। उसकी तबियत खराब रहती थी, आॅपरेषन भी हुआ जिसमे बहुत राषि व्यय हो गई। इस कारण वह ऋण नही चुका पाया। विगत तीन वर्ष मे ऋण का ब्याज भी बहुत अधिक हो गया था जिससे वह और उसका पूरा परिवार परेशान रहता था। मप्र के मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ द्वारा किसानों के हित में ऋण माफी के निर्णय से हमारी परेषानी खत्म हो गई और ऋण भी माफ हो गया। इसके लिये षासन का बहुत-बहुत धन्यवाद। ऋण माफी के निर्णय से लाभंावित किसान रामा पिता तेजा निवासी भोयरा ने चार साल पहले 70 हजार का ऋण लिया था। उन्होने बताया कि उनके हाथ मे फ्रेक्चर हो जाने से इलाज मे बहुत पैसे खर्च हुए। उन्हे हर रोज ऋण नही चुका पाने की चिंता रहती थी। षासन ने कर्ज माफ करके उनकी सारी चिंता दूर कर दी। मुख्यमंत्री जी द्वारा की गई घोषणा से उनके चेहरे की मुस्कान लौट आई।  ग्राम भोयरा निवासी कृषक श्री कालिया पिता बापू ने बताया कि कर्जा माफी मिलने से उनका बैंक से लिया गया 80 हजार रूपये कर्ज माफ हो गया है। उन्होने बताया कि बेटो की षादी मे कर्जा लेने की वजह से वह बैंक का कर्ज नही उतार पा रहे थे और कर्ज नही चुका पाने के कारण ब्याज सहित ऋण 1 लाख रूपये हो गया था। षासन के कर्ज माफी के निर्णय से मेरे सारा कर्ज माफ हो गया है और अब मुझे कोई कर्ज नही चुकाना पडेगा। उन्होने कहा कि नई सरकार हम किसानों के लिए वरदान लेकर आई है। इस सरकार ने किसानों की झोली भरने की दिशा में प्रयास शुरू कर दिए हैं। जिले के ग्राम भोयरा निवासी श्री वेलसिंह पिता धूमसिंह ने बताया कि उनका ब्याज सहित 98 हजार रूपये का कर्ज माफ हुआ। जिससे वह बहुत खुष है। मप्र में सरकार किसानों के लिए वरदान साबित होगी। मुख्यमंत्री द्वारा किसानों के हित में ऋण माफी हेतु लिए गए अहम फेसले के लिये हम और हमारे गांव के सभी किसान उनकों लख-लख बधाई देते हैं। जिले के मोजीपाडा निवासी श्री गवा पिता जोखला ने चर्चा के दौरान बताया कि उन्होने बैंक से 80 हजार रूपये कर्ज लिया था। जो ब्याज सहित 90 हजार हो गया था। उनकी तबियत ठीक नही रहने के कारण सारा पैसा इलाज मे खर्च हो जाता था। जिससे वे काफी प्रयासो के बाद भी कर्ज नही चुका पा रहे थे। और इतना कर्ज तो वह आगे भी कभी नही चुका पाते। षासन ने कर्ज माफ करके उन्हे चिंतामुक्त कर दिया है। श्री अमरसिंह बामनिया निवासी ग्राम पंचायत भोयरा ने चर्चा के दौरान बताया कि प्रदेश में नई सरकार बनी और मुख्यमंत्री पद की शपथ लेते ही उन्होने जब कर्जा माफी का ऐलान किया तो मुझे बहुत सुखद अनुभव हुआ। उन्होने तीन साल पहले 45 हजार रूपये का कर्ज लिया था। जो कि वे पैर पर भैस गिर जाने से पैर टूटने के कारण इलाज मे हुए अत्यधिक खर्च के कारण नही उतार पा रहे थे। कर्ज नही भर पाने से वह दिनांेदिन परेषान रहते थे। अमरसिंह ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा कि हमारी तो अब सारी चिंताएं दूर हो गई। साथ ही घर के खर्चा चलाना भी आसान हो जावेगा। नई सरकार द्वारा किए गए कृषि ऋण माफी के ऐलान की चर्चा झाबुआ जिले के गाँव-गाँव में फैल गई है।

काशीवासियों को मोदी देंगे 100 करोड़ की परियोजनाओं की सौगात

0
0
सीएम योगी की अपील, कहा प्रवासी सम्मेलन को कुंभ की तर्ज पर सजाएं काशी सीएम ने काशी में टेंट सिटी और टीएफसी का लिया जायजा, आधी रात तक जांची योजनाएं, कहा पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर बनेगा औद्योगिक गलियारा 29 दिसंबर को वाराणसी आऐंगे पीएम मोदी

modi-gift-to-varanasi
वाराणसी (सुरेश गांधी)।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एक बार फिर अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी आ रहे हैं। यह उनका 16वां दौरा है। 29 दिसंबर को मोदी करीब 100 करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे। दीन दयाल हस्तकला संकुल में आयोजित होने वाले ओडीओपी (वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट) कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगभग सवा घंटे बड़ा लालपुर में रुकेंगे। इस दौरान वे अलग-अलग मंडल के छह लोगों (तीन-तीन) को चेक व टूल वितरित करेंगे। साथ ही विभिन्न शिल्पियों का लाइव प्रदर्शन देखेंगे। इस दौरान 2000 करोड़ से ज्यादा लोन वितरण के कार्यक्रम की शुरुआत करेंगे। वे पीडब्ल्यूडी और बीएसएनएल की योजनाओं का भी उद्घाटन करेंगे। संभावना जताई जा रही है कि वे दोपहर बाद गाजीपुर से वाराणसी आएंगे और फिर यहीं से अंडमान निकोबार निकल जाएंगे। 

प्रधानमंत्री के आगमन को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तैयारियों का जायजा लिया। इस दौरान योगी ने प्रधानमंत्री के हाथों लोकार्पित होने वाली परियोजनाओं को हर हाल में 27 दिसम्बर तक पूरा करने का निर्देश दिया। वीडीए व नगर निगम के अफसरों से कहा कि पेयजल, सीवरेज, सफाई एवं अन्य सुविधाओं से जुड़े कार्य जल्द से जल्द पूरा कराएं। सीएम ने तल्ख स्वर में कहा कि गुणवत्ता की शिकायत मिली तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रवासी भारतीय सम्मेलन के मद्देनजर प्रशासन व काशीवासियों से अपील कि है कि कुंभ की तर्ज पर काशी को सजाएं। मकानों की दीवारों का रंगरोगन करें। दीवारों पर काशी की महान विभूतियों के चित्र बनाएं। ऐसा कुछ करें कि पूरी दुनिया में काशी से अतिथि देवो भवः का पैगाम पहुंचे। इस कार्यक्रम में राष्ट्रपति-प्रधानमंत्री के अलावा कई राष्ट्राध्यक्ष काशी आएंगे। उनके बीच काशी की छवि अच्छी बने, इसके लिए हम सभी को मिलकर कोशिश करनी होगी। खासकर, काशी के लोगों का सहयोग सबसे अधिक जरूरी है। उम्मीद है, यहां आने के बाद लोग बार-बार काशी आना चाहेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा, गंगाघाटों को ऐसा भव्य रूप दें कि लोग अपलक काशी को निहारते रह जाएं। प्रवासी भारतीयों के लिए बन रहे स्विस कॉटेज का मॉडल शानदार है। 

पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के निर्माण कार्यों की प्रगति का जायजा लेने पहुंचे सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह एक्सप्रेस-वे पूर्वांचल के विकास की रीढ़ साबित होगा। एक्सप्रेस-वे के दोनों ओर औद्योगिक गलियारा विकसित किया जाएगा ताकि पूर्वांचल के युवाओं के लिए रोजगार के अवसर बनें। बनारस की बदहाल ट्रैफिक व्यवस्था पर खासी नाराज दिखे। उन्होंने साफ कहा कि आने वाले दिनों में बनारस में प्रवासी भारतीय सम्मेलन समेत कई बड़े कार्यक्रम होने हैं। ऐसे में ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार के लिए सभी जरूरी कदम उठाएं। जनप्रतिनिधियों, व्यापारियों, उद्यमियों से भी सुझाव लें। बांसफाटक पर हेल्पडेस्क के शुभारम्भ के बाद मीडिया से बातचीत में सीएम ने कहा कि विश्वनाथ मंदिर काशी की पहचान है। इस अंतरराष्ट्रीय आध्यात्मिक स्थल के श्रद्धालुओं से सहज जुड़ाव व अंतरराष्ट्रीय सुविधाएं मुहैया कराने के उद्देश्य से हेल्प डेस्क खुला है। अब गलियों में भटकने से मुक्ति मिलेगी। काशी पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को बाबा का दर्शन-पूजन कराने की जिम्मेदारी अब मंदिर प्रशासन की हो गयी है। 

सीएम ने कहा कि 1916 में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करने पहुंचे थे। यहां कीगंदगी को देखकर उन्होंने उस वक्त कटाक्ष किया था। सौ वर्ष बाद प्रधानमंत्री की प्रेरणा से सभी सुविधाएं दर्शनार्थियों को उपलब्ध करायी जा रही हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रवासी भारतीय सम्मेलन के लिए बनाए जा रहे टेंट सिटी के मॉडल को मंजूरी दे दी है। सीएम ने प्रवासी शहर में मेहमानों के ठहरने के लिए बन रहे स्विस कॉटेज के मॉडल को शानदार बताया। उन्होंने कहा कि प्रवासी मेहमानों को शानदार एवं अत्याधुनिक सुविधाएं मुहैया कराएं। इसमें कोई कमी नहीं होनी चाहिए। इस दौरान डीएम सुरेन्द्र सिंह ने प्रवासी भारतीय सम्मेलन की तैयारियों की विस्तृत जानकारी दी। योगी आदित्यनाथ ने श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर के कार्यों की सराहना की है। उन्होंने कहा कि काशी की पहचान श्री काशी विश्वनाथ मंदिर से है। इसके विस्तारीकरण व सौंदर्यीकरण की अच्छी योजना लागू की जा रही है। वर्षों से दबे मंदिरों का सौंदर्यीकरण हो रहा है। श्रद्धालुओं के लिए सुविधाएं बढ़ायी जा रही हैं। काशी की जनता भी इस बदलाव को देख खुश है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कॉरिडोर का फायदा व्यापारियों को भी होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि साढ़े चार साल के दौरान काशी में अभूतपूर्व विकास कार्य हुए हैं। इन कार्यों को देख यहां आने वाले सैलानी अचंभित हो जाते हैं कि इस अवधि में काशी कितनी बदल गई। सीएम ने काशी में बदलाव लाने वाले कई कार्यों का उल्लेख किया। इनमें रिंग रोड, फोरलेन, सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट, बड़े अस्पताल, फ्लाईओवर, ओवरब्रिज, बिजली तारों का अंडर ग्राउंड कार्य, पार्को एवं चैराहों के सुंदरीकरण, संपूर्ण स्वच्छता कार्यक्रम, एलइडी लाइटिंग, श्री काशी विश्वनाथ मंदिर का विस्तारीकरण व सौंदर्यीकरण, गंगा घाटों का सुंदरीकरण, ग्रामीण व शहर में गरीबों को आवास प्रमुख हैं। 

बिहार : बिहार की महिलाओं की जीत : मीना तिवारी

0
0
bihar-women-win
पटना, 22 दिसम्बर।अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला एसोसिएशन( ऐपवा ) की राष्ट्रीय महासचिव मीना तिवारी ने विधायक राजवल्लभ यादव को मिली सजा का स्वागत किया है और उम्मीद जताई है कि ऊपर की अदालत भी इस सजा को बरकरार रखेगी. मीना तिवारी ने कहा कि राजवल्लभ यादव को मिली सजा  बिहार की महिलाओं  के संघर्ष की जीत है. 6फरवरी2016की इस घटना पर आरंभ में सरकार द्वारा लीपापोती करने की कोशिश के खिलाफ और राजवल्लभ की गिरफ्तारी के लिए महिलाओं को आवाज उठानी पड़ी.बाद में चार्जशीट दाखिल करने में भी देर किया जा रहा था.30मार्च को जब दुबारा तारीख बढ़ा दी गई तो स्पष्ट हो गया कि  सरकार की कोशिश है कि राजवल्लभ यादव को जमानत मिल जाए . तब 21अप्रैल 2016 को ऐपवा ने राजभवन मार्च निकाला. मार्च करती हुई महिलाएं विधानसभा के गेट के अंदर प्रवेश कर गईं तब जाकर सरकार जागी और 22 अप्रैल 2016 को पुलिस ने चार्जशीट दाखिल किया.23 अप्रैल को जेल के भीतर राजवल्लभ को विशेष सुविधाएं दिए जाने का ऐपवा ने विरोध किया.26 अप्रैल 2016 को ऐपवा के प्रतिनिधि मंडल ने राज्यपाल से मुलाकात की. इस प्रतिनिधि मंडल में मीना तिवारी, सरोज चौबे, शशि यादव, भारती एस कुमार, अनीता सिन्हा शामिल थीं. इस प्रतिनिधि मंडल ने मई 2016 में ही विधानसभा अध्यक्ष से भी मुलाकात कर कार्रवाई की मांग की थी.महिलाओं के आंदोलन का ही दबाव था कि सरकार को ऊपरी अदालत में भी राजवल्लभ की जमानत याचिका का विरोध करना पड़ा.ऐपवा उम्मीद करती है कि ऊपर की अदालत भी राजवल्लभ यादव की सजा को बरकरार रखेगी. आज भाजपा के राज में दलित, गरीब,कमजोर तबकों पर अत्याचार बढ़ गया है खासकर महिलाओं पर बलात्कार और हिंसा थम नहीं रही है ऐसे समय में आया यह फैसला सत्ता संरक्षित अपराधियों के लिए एक सबक है.

बिहार : ऊपर की अदालत में भी राजवल्लभ यादव की सजा बरकरार रहनी चाहिए: ऐपवा

0
0
rajballabh-verdict-should-continue-aipwa
पटना (आर्यावर्त डेस्क) अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला एसोसिएशन ( ऐपवा ) की राष्ट्रीय महासचिव मीना तिवारी ने विधायक राजवल्लभ यादव को मिली सजा का स्वागत किया है और उम्मीद जताई है कि ऊपर की अदालत भी इस सजा को बरकरार रखेगी. मीना तिवारी ने कहा कि राजवल्लभ यादव को मिली सजा बिहार की महिलाओं के संघर्ष की जीत है. 6 फरवरी 2016 की इस घटना पर आरंभ में सरकार द्वारा लीपापोती करने की कोशिश के खिलाफ और राजवल्लभ की गिरफ्तारी के लिए महिलाओं को आवाज उठानी पड़ी.बाद में चार्जशीट दाखिल करने में भी देर किया जा रहा था. 30मार्च को जब दुबारा तारीख बढ़ा दी गई तो स्पष्ट हो गया कि सरकार की कोशिश है कि राजवल्लभ यादव को जमानत मिल जाए. तब 21अप्रैल 2016 को ऐपवा ने राजभवन मार्च निकाला. मार्च करती हुई महिलाएं विधानसभा के गेट के अंदर प्रवेश कर गईं तब जाकर सरकार जागी और 22 अप्रैल 2016 को पुलिस ने चार्जशीट दाखिल किया.  23 अप्रैल को जेल के भीतर राजवल्लभ को विशेष सुविधाएं दिए जाने का ऐपवा ने विरोध किया. 26 अप्रैल 2016 को ऐपवा के प्रतिनिधि मंडल ने राज्यपाल से मुलाकात की. इस प्रतिनिधि मंडल में मीना तिवारी, सरोज चैबे, शशि यादव, भारती एस कुमार और अनीता सिन्हा शामिल थीं. इस प्रतिनिधि मंडल ने मई 2016 में ही विधानसभा अध्यक्ष से भी मुलाकात कर कार्रवाई की मांग की थी. महिलाओं के आंदोलन का ही दबाव था कि सरकार को ऊपरी अदालत में भी राजवल्लभ की जमानत याचिका का विरोध करना पड़ा. ऐपवा उम्मीद करती है कि ऊपर की अदालत भी राजवल्लभ यादव की सजा को बरकरार रखेगी. आज भाजपा के राज में दलित, गरीब,कमजोर तबकों पर अत्याचार बढ़ गया है खासकर महिलाओं पर बलात्कार और हिंसा थम नहीं रही है ऐसे समय में आया यह फैसला सत्ता संरक्षित अपराधियों के लिए एक सबक है.

बिहार : इस काली रात की सुबह कब होगी?

0
0
सुरक्षित प्रसव करवाने वालों को 2017 से राशि भुगतान नहींलेखापाल प्रभात कुमार पर सर्वत्र शिकायत होने पर कार्रवाई नहीं होने पर आश्चर्य किसी मसीहा की तलाश में हैं  निराश आशा
bihar map
समेली,22 दिसम्बर।सुशासन बाबू के शासनकाल में पुत्रवधुओं (पुतौहू) का बुरा हाल है। बिहार में  पुतौहू से आशा कार्यकर्ता बनकर समाज सेवा करने वाली आशा सरकार से निराश चल रही हैं। एक दिसम्बर से किचन रूम छोड़ झांसी की रानी की तरह मैदान में मोर्चाबंदी कर फतह करने के मूड में हैं।    

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, समेली:
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के कार्यक्षेत्र में 86 आशा कार्यरत हैं। 4 उत्प्रेरक हैं। कार्यरत 86 आशा बहनों को वर्ष 2017 और 2018 में प्रोत्साहन राशि नहीं मिलने की खबर है। बावजूद,इसके आशा केवल आस में कार्यरत हैं कि इस अंधेरी रात की सुबह कब होगी? सुबह नहीं होने पर आशा कार्यकर्ता निराश हैं।

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र,समेली के चिकित्सा पदाधिकारी के पास गुहार
गुहार पत्र में यह लिखा गया कि हमलोग नि:सहाय आशा हैं। कार्यरत 86 आशा कार्यकर्ता को प्रोत्साहन राशि नहीं रहा है। बावजूद,इसके जेबीएसवाई का फार्म 18 भर रहे हैं। होम विजिट रेगुलर करते हैं। वहीं जच्चा-बच्चा को देखन 7 दिन के बाद 21 दिन पर फिर 28 दिन पर अंत में 42 दिन पर विजिट करते हैं।इस दौरान कन्या उत्थान योजना और संपूर्ण टीकाकरण के बारे में जानकारी देते हैं और मां को प्रोत्साहित कर आंगनबाड़ी केंद्र में ले जाकर टीका दिलवाते हैं।आरआई की महिलाओं का बंध्याकरण और लेप्रोसी आर सी एच आदि कार्य कर रहे हैं।इन सब कार्य की राशि नहीं मिल रही है। चिकित्सा प्रभारी ने लेखापाल को आदेश दिया कि आशा कार्यकर्ताओं का वाउचर का अवलोकन कर पेमेंट करें। 3 माह 9 महीने के बाद भी सकारात्मक परिणाम नहीं आया।

लेखापाल पर मनमानी करने का आरोप: 
एक आशा ने हिम्मत करके जिलाधिकारी, कटिहार के समक्ष 14.09.2018 को फरियाद पेश कर दी।कृत कार्यों का उल्लेखकर लेखापाल पर आरोप लगाया है कि मनमानी करते हैं और 6 से आश्वासन की घुट्टी पिला रहे हैं।यहां तक लेखापाल कह दिए कि 2017 की बकायी राशि नहीं मिलेगी।इस बाबत बीसीएम राजीव कुमार और हेल्थ मैंनेजर मिलकर राशि दिलवाने का प्रयास किया गया जो निर्थक साबित हो रहा है।डीएम,कटिहार के कार्यालय प्राप्ति सं.है 10448 । 3 माह 8 दिन के बाद भी परिणाम सामने नहीं है।

असैनिक शल्य चिकित्सक सह मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी :
सिविल सर्जन महोदय के कार्यालय में जाकर किरण भारती ने आपबीती बयान कर 86 आशा कार्यकर्ताओं की परेशानी पेश किया है। सिविल सर्जन कार्यालय के दिलीप ने आवेदन प्राप्त किया और बाजाप्ता कार्यालय की मुहर भी लगा दिया। आशा का प्रोत्साहन राशि जेबीएसवाई, बंध्याकरण, लेप्रोसी, आरसीएच, टीकाकरण,होम विजिट, कालाजार,ट्रेनिंग,टीबी,फलेरिया और सर्वे करने की राशि नहीं मिल रही है। यहां भी 3 माह 8 दिनों के बाद भी साकारात्मक कदम नहीं उठाया।

बिहार विधान परिषद के पार्षद अशोक कुमार अग्रवाल के दरवाजे पर:
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र,समेली के चिकित्सा प्रभारी, जिलाधिकारी, कटिहार,असैनिक शल्य चिकित्सक सह मुख्य  चिकित्सा पदाधिकारी, कटिहार के पास गुहार लगाकर थकहार के अाशा कार्यकर्ता ने विधान पार्षद अशोक कुमार अग्रवाल के द्वार पर जाकर दस्तक दे दी।अपने पत्र में आशा कार्यकर्ता ने स्पष्ट रूप से उल्लेख किया है कि दो हजार रूपए लेने के बाद भी लेखापाल प्रभात कुमार प्रोत्साहन राशि भुगतान नहीं कर रहा है।2017 और 2018 का बकाया है।बता देने कि विधान पार्षद की चिट्ठी का असर सुगबुहाट तक ही सीमित रही। 

2017 से जच्चा-बच्चा को मिलने वाली राशि बंद:
इतना होने के बाद भी राशि भुगतान नहीं होने पर 86 आशा कार्यकर्ता किसी मसीहा की तलाश में है जो लेखापाल प्रभात कुमार की मनमानी और काम के बदले दाम वसूलने वाले से मुक्ति दिला सके।बता दे कि सुरक्षित प्रसव केंद्र में करवाने से जच्चा-बच्चा को 1400 रूपए और आशा कार्यकर्ता को 600 रूपए मिलता है। इसमें प्रति प्रसव 50 रूपए लेखापाल प्रभात कुमार डकार लेता है।जच्चा-बच्चा को लगातार होम विजिट कर जेबीएसवाई का 18 फार्म भरने से आशा कार्यकर्ता को 250 रूपए मिलता है। इसमें 50 रूपए की  सेंधमारी बीसीएम मार देते हैं। इस राशि को हासिल करवाने का दायित्व उत्प्रेरक को है। जो चार हजार वेतन उठाती हैं। वही आशा कार्यकर्ताओं पर दबाव डालती हैं। 

आलेख : उद्धारकर्ता के रुप में आये प्रभु यीशु

0
0
दिव्य शब्द का मानव शरीर धारण करना व इस पृथ्वी पर मानव जन्म लेना मसीही विश्वासियों के लिए विज्ञान-भूगोल के ज्ञान से परे धार्मिक आस्था की घटना है। दरिद्रों के प्रति निःस्वार्थ प्रेम मसीही विश्वासियों की प्रमुख पहचान व पवित्रता की निशानी है। असहाय और दरिद्रों के प्रति आदर भाव रखना और उनकी अस्मिता को स्वीकार करना, उनके प्रति हमारे प्रेम की पहली सीढ़ी है। गोशाला में चरनी पर लेटे बालक यीशु हमें इसे पहचानने की दृष्टि प्रदान करते हैं 
god-jesus-arrived
हमारी बुराईयों को खत्म करने के लिए ईश्वर ने खुद को विनम्र किया, खुद को रिक्त कर दिया, एक गरीब, असहाय बच्चे का रूप लिया, जो एक गोशाले में जन्मे क्योंकि उन्हें मनुष्यों के बीच पैदा होने की जगह नहीं मिल सकी। वह शरणार्थी बने। क्रिसमस के पुण्यकाल में दुनिया भर में गरीबों और बेघर लोगों की देखभाल करने और उनके साथ साझा करने की भावना नजर आती है। पहाड़ी उपदेश के दौरान ईसा ने कहा- धन्य है वे जो मेल कराने वाले हैं, क्योंकि वे परमेश्वर के पुत्र कहलाएंगे। धार्मिक कट्टरपंथ, पूर्वाग्रह, घृणा एवं हिंसा कोई भी धर्म का आधार नहीं बन सकता है। दूसरों की गलतियों को माफ करना ईसाई धर्म का एक अन्य महत्वपूर्ण सिद्धांत है। ईश्वर के निकट जाने के लिए दूसरों की गलतियों को हृदय से माफ करना नितांत आवश्यक है। ईसा ने अपने अपराधियों को क्षमा किया है, वैसे ही तू भी हमारे अपराधों को क्षमा कर। ईसा के अनुसार दूसरों को माफ करने के लिए कोई शर्त नहीं रखी जाना चाहिए। 

मुक्ति प्राप्त करना या ईश्वर के राज्य को प्राप्त करना मानव जीवन का अंतिम लक्ष्य है। जबकि धार्मिकता उस मंजिल तक पहुंचने का मार्ग है। धार्मिकता का मतलब ईश्वर, सृष्टि और मानव के साथ सही संबंध रखना है। इसी धार्मिकता में शांति का निवास है। जो प्रवृत्तियां, भावनाएं या कार्य ईश्वर के राज्य की ओर ले जाते है, वे शांति का मार्ग प्रशस्त करते है। जबकि अशांत हृदय बहुधा-भोग, विलास, ऐशो-आराम, धनार्जन या यश प्राप्ति जैसे नश्वर वस्तुओं की खोज में संलिप्त रहता है, जिनसे मात्र क्षणिक सुख ही मिलता है। इस तरह की खोज से उसकी बैचेनी रुकती नहीं, बल्कि बढ़ती ही जाती है। मानव हृदय में ऐसी बैचेनी बुरी आदतों जैसे मदिरा पान, नशीली पदार्थो का सेवन, अश्लीलता आदि को जन्म देती है। जिससे मानव मर्यादा की हानि होती है। परिवार दूषित होने लगता है और मानव समाज बिगड़ने लगता है। इस तरह मानव ईश्वर प्रयोजित मंजिल की राह से भटकने लगता है और शांति की प्राप्ति की उसके जिए आकाश के तारे तोड़ने जैसी बन जाती है। यीशु मसीह का जन्म सारी मानव जाति के उद्धारकर्ता के रुप में हुआ है। उनके जन्म के विषय में कई सौ साल पहले भविष्यवाणी की गयी थी। नबी इसायस के ग्रंथ में लिखा है, ‘हमारे लिए एक पुत्र उत्पन्न हुआ, हमें एक पुत्र दिया गया और प्रभुता उसके कंधे पर होगी और उसका नाम अद्भूत कार्य करने वाला, पराक्रमी परमेश्वर अनंतकाल का पिता और शांति का राजकुमार रखा जायेगा‘। कुंआरी मरियम से यीशु के जन्म के विषय में पहले से भी भविष्यबाणी की गयी थी। नबी इसाईयत के ग्रंथ में ही लिखा है, ‘‘इस कारण प्रभु एक चिरंजिव देगा? सुनो एक कुंआरी गर्भवती होगी और पुत्र जनेगी और उसका नाम इम्मानुएल रखेगी। इम्मानुएल का अर्थ है-ईश्वर हमारे साथ है।  

बेशक, क्रिसमस एक ऐसा पर्व है जो हमें गरीबों, बेघर, निराश्रित, अनाथ, शरणार्थियों और अन्य कमजोर लोगों के प्रति अपना प्यार व चिंता प्रदर्शित करने का सबक देता हैं। क्रिसमस का जुड़ाव जहां प्रभु यीशु के जन्मदिन से है तो उनके संदेशों से भी है, सांता से है तो उनके उपहारों से भी, क्रिसमस ट्री से है तो उसकी महत्ता से भी, पारिवारिक ताने-बाने से है तो उनकी अनिवार्यता से भी और प्रकृति से है तो उसके व्यापक रूप को जानने के लिए भी है। मतलब साफ है क्रिसमस का त्योहार प्रेम व मानवता का संदेश तो देता ही है साथ ही यह भी बताता है कि खुशियां बांटना ही ईश्वर की सच्ची सेवा है। सांता क्लॉज द्वारा बच्चों को उपहार बांटना इसी बात का प्रतीक है। जब सांता क्लॉज की बात चलती है, तो मन में एक ऐसे व्यक्ति की छवि उभरती है जो दानशील है, दयालु है और सबके चेहरे पर खुशियां बिखेरने के लिए खासतौर पर नॉर्थ पोल से चलकर आता है। सांता केवल एक धर्म विशेष के नहीं बल्कि पूरी मानवता के जीवंत प्रतीक है। सांता का यह रूप हर किसी में दिखाई दे सकता है, बस जरूरत है उसे पहचानने की। अपने बच्चों व परिवार से ही इन खुशियों को बांटने की कोशिश करें, फिर देखिए खुशियां खुद-ब-खुद आपको ढूंढ लेंगी।

क्रिसमस के इस त्योहार में वह तमाम खुशियां शामिल हैं, जिनका इंतजार अमूमन हर व्यक्ति को अपने जीवन में होता ही है, तभी तो पूरे साल के इंतजार में से कुछ महीने सिर्फ इस त्योहार की तैयारियों में ही निकल जाते हैं। कुल मिलाकर क्रिसमस सुख और शांति का संदेश देता है। जिसमें उपस्थित हर चीज हमें सिर्फ खुशियां मनाने और खुशियां बांटने के लिए प्रवृत्त करती है। जिस तरह क्रिसमस के सितारे को पथप्रदर्शक माना जाता है। उसी तरह किसी भटके पथिक को राह दिखाकर देखिए, किसी जरूरतमंद की थोड़ी ही सही लेकिन जरूरत को पूरा करके तो देखिए इसके एवज में मिलने वाली खुशियां आपको ताउम्र सुखी रखने के लिए काफी है। इसलिए तो क्रिसमस को खुशियों का खजाना कहा जाता है, तो फिर आप भी खुशियों को भर लीजिए अपनी झोली में...। 

खुशियों को अपनी पोटली में भरकर लाने वाला एक ऐसा फरिश्ता जो कठिन से कठिन मौसम में भी क्रिसमस की सुबह बच्चों के लिए विशेष खुशियां लेकर आता है। बच्चों की आकांक्षाओं से तो हम भली-भांति परिचित हैं, इसलिए वह सांता हममें से ही हर किसी एक के मन में छिपा होता है। कभी हमारे दादा-दादी के रूप में तो कभी नाना-नानी, मौसी, मामा, चाचा के रूप और कभी माता-पिता के रूप में मन के भीतर छिपा यह सांता अपने बच्चों को जीवनभर खुशियां देता ही रहता है। जिस तरह सांता बिना किसी भी स्वार्थ के सबके जीवन में खुशियां लेकर आता है। उसी तरह हमें भी उससे सबक लेना चाहिए कि हम किसी भी तरह अगर एक इंसान को भी खुशी दे सकें तो शायद हम भी इस क्रिसमस को सही मायने में मनाने में कामयाब हो सकेंगे। प्रभु यीशु का जन्म ही उनके दयालु स्वभाव को जानने के लिए हुआ है। आज के समय में स्वार्थ, लोभ और हर प्रकार के पाप व बुराइयों का बोलबाला है। इन परिस्थितियों में क्रिसमस हमें मसीह के इस दुनिया में आने के कारणों का स्मरण दिलाता है। यीशु इस जगत में सेवा कराने नहीं बल्कि सेवा करने के लिए आए थे। इसलिए क्रिसमस के इस अवसर पर इसे आत्मसात करने की जरूरत है। मदर मैरी और यीशु हमारे लिए वो उदाहरण हैं, जो हमें विपरीत परिस्थितियों में भी जीने की राह दिखाते हैं। कहा जा सकता है मानव इतिहास की एक अनमोल और पवित्र घटना है यीशु का जन्म। या यूं कहे ख्रीस्त-जयंती अनादि शब्द के कुंवारी मरियम के गर्भ में देहधारी बनने और मनुष्य की तरह एक मां से जन्म लेने का रहस्य प्रकट करती है, जो शब्द अनादि काल से ईश्वर के साथ था, ईश्वर था और जिसके द्वारा सारी सृष्टि की रचना हुई, वह निर्धारित काल में इस्राइल देश के यहूदी समाज में मनुष्य बना, जो ईश-पुत्र था, वह मानव पुत्र बना। अपना ईश्वरीय वैभव छोड़ कर एक साधारण मनुष्य की तरह एक निर्धन परिवार की परिस्थितियों में पला। 

भारतीय संस्कृति में जिस तरह पेड़-पौधों की पूजा की जाती है उसी तरह का पर्यावरण प्रेम क्रिसमस ट्री के साथ भी जुड़ा है। क्रिसमस आयोजन में सबसे महत्वपूर्ण है क्रिसमस ट्री। क्रिसमस ट्री के लिए एक ऐसा पेड़ चुना जाता है जो हमेशा हरा रहता है। प्राचीन रोमन विश्वास के अनुसार यह पेड़ जीवन का प्रतीक माना जाता है। मिस्र और चीन से लेकर पूरे योरपीय देशों में इसके हरे रंग को नैसर्गिक जीवन का प्रतीक माना जाता है। जिसका वैज्ञानिक आधार भी है, जो पेड़ ऐसे प्रतिकूल मौसम में बर्फ से ढंके होने के बावजूद हरा बना रहता है, वह वास्तव में जीवन का ही संदेश देता है। क्रिसमस पारिवारिक जुड़ाव की भी एक अद्भुत मिसाल है। देश-दुनिया के कोनों में काम करने वाले ईसाई परिवार के सभी सदस्य इस त्योहार पर एकसाथ होने की पूरी कोशिश करते हैं। मीलों दूर का सफर करके वे अपने घर पहुंचते हैं क्योंकि एक-दूसरे के प्रति प्रेम और जुड़ाव का संबंध उन्हें अपनी ओर खींचता है। कम से कम त्योहार के बहाने ही सही लेकिन एक छत के नीचे सबके साथ अपने सुख-दुख बांटते हुए भोजन करना, पूरे साल के लिए लोगों के मन में एक खास जगह बना लेता है। इन अनुभवों और यादों के सहारे वे फिर मिलने के इंतजार में जुट जाते हैं। 

क्रिसमस का संबंध प्रकृति से भी जुड़ा है। दरअसल 16 दिसंबर के बाद दिन बड़े होने लगते हैं और 25 दिसंबर को रात-दिन बराबर होते हैं। इसलिए प्राचीन रोम में 25 दिसंबर को ‘सूरज की विजय का दिन‘ मनाया जाता था। जिसका अर्थ है बड़े दिनों की शुरुआत और मौसम साफ होने का संदेश। भयानक शीत को चीरता हुआ सूर्य ऊपर चढ़ने लगता है और प्रकृति के लोगों को धीरे-धीरे जाड़ों के दिनों से राहत मिलने लगती है। हो जो भी लेकिन सच तो यही है ईश्वर के लिए सब कुछ संभव है। सवाल तो यह है कि मानव-उद्धार का कार्य ईश्वर अपने महिमामय रूप में संपन्न कर सकता था, तो उसके मनुष्य बनने का क्या औचित्य है? क्योंकि उद्धार कार्य पतित मानव स्वभाव से ग्रसित किसी मनुष्य से संभव नहीं था। इसीलिए पतित मानव स्वभाव को मर्यादित करने के लिए तथा विलुप्त जीवन लक्ष्य को फिर से वापस पानेे के लिए एक उन्नत मानव स्वभावधारी मनुष्य की ही जरूरत थी। अतः इसी ईश्वरीय प्रतिज्ञा के तहत समय पूरा होने पर अनादि शब्द ने कुंवारी मरियम से जन्म लिया। मानव की खोयी हुई मर्यादा को मर्यादित करने और मनुष्य की पहुंच से परे अनंत जीवन की पुनः प्राप्ति के लिए वह मानव बना। उसने चरनी से ले क्रूस-मरण तक पाप के सात दुष्परिणामों को अपने ऊपर लेकर सांप का सिर कुचल डाला। मानव बनकर उसने हर युग के प्रत्येक व्यक्ति से तादात्म्य स्थापित किया है, चाहे वह किसी भी राष्ट्र, जाति, धर्म, वर्ग या अवस्था का क्यों न हो। उसके मानव बनने से यह सिद्ध हो गया है कि मनुष्य ईश्वर की दृष्टि में अति मूल्यवान प्राणी है।  




--सुरेश गांधी--

बेगुसराय : फर्जी लूट का धंधा करने वाला फायनांस कर्मचारी लूटी गई राशि के साथ गिरफ्तार

0
0
chit-fund-fraud-arrest
बेगूसराय (अरुण शाण्डिल्य) दिनांक 08 दिसम्बर 2018 को बेगूसराय जिला में प्रतिवेदित नावकोठी थाना कांड संख्या-122/8. दिनांक:- 08 दिसम्बर 2018. धारा - 392 भादवि के कांड में संलिप्त अज्ञात अभियुक्त पवन कुमार, पे० पप्पू यादव,सा० ग्यासपुर,थाना- सालिमपुर,जिला- पटना निवासी को लुटे हुए राषयों में से 2,35,640/= (दो लाख पैंतीस हजार छः सौ चालीस रुपये) नकद लुटे गये मोबाइल,बैग,बायोमेट्रिक मशीन एवं पासबुक के साथ गिरफ्तार किया गया है।उल्लेखनीय है कि कांड के वादी पवन कुमार द्वारा,नावकोठी थाना में दिनांक- 08 दिसम्बर 2018 को 3,21,600/= रुपया बायोमेट्रिक मशीन,वादी का खाता,मोबाइल लुटे जाने सम्बंधित मामला दर्ज कराया गया था।कांड प्रतिवेदित होते ही कांड के उद्भेदन एवं अभियुक्त की गिरफ्तारी हेतु पुलिस कप्तान अवकाश कुमार के द्वारा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी,बखरी के नेतृत्व में एक विशेष अनुसंधान दल का गठन किया गया,अनुसंधानक दल द्वारा वैज्ञानिक द्वारा जाँच किया गया।जाँच के क्रम में स्पष्ट हुआ कि वादी द्वारा ही अपने से लूट की घटना का साजिश बनाकर रुपया गबन करने के उद्देश्य से झूठा कांड दर्ज कराया गया था। 
गिरफ्तार अभियुक्त का नाम :- 
01. पवन कुमार,पे० पप्पू यादव, सा० ग्यासपुर, थाना- सालिमपुर,जिला- पटना। 

बरामदगी :- 
(01) नकद :- 2,35,640/= (दो लाख पैंतीस हजार छः सौ चालीस रुपया) 
(02)  लुटा गया मोबाइल :-               01. 
(03)  लुटा गया बैग       :-                01. 
(04)  लुटा गया बायोमेट्रिक मशीन :-  01. 
(05)  पासबुक                            :-  01. 
 छापामारी दल में पु०अ०नि० शशि कुमार, थानाध्यक्ष, नावकोठी थाना एवं सशस्त्रबल शामिल थे। 

मधुबनी : जिला स्तरीय समीक्षा एवं माॅनिटरिंग समिति तथा सिटी स्कवाड/टास्कफोर्स का गठन

0
0
मधुबनी (आर्यावर्त डेस्क) : प्लास्टिक कैरी बैग के उपयोग पर लगाये जाने वाले प्रतिबंध को प्रभावी रूप से लागू करने कराने हेतु जिला स्तरीय समीक्षा एवं माॅनिटरिंग समिति एवं सिटी स्कवाड फोर्स का जिला पदाधिकारी,मधुबनी एवं पुलिस अधीक्षक,मधुबनी के द्वारा संयुक्त रूप से गठन किया गया है।  जिला स्तरीय समीक्षा एवं माॅनिटरिंग समिति में जिला पदाधिकारी,मधुबनी,अध्यक्ष,पुलिस अधीक्षक, सदस्य, अपर समाहत्र्ता, मधुबनी सदस्य, अध्यक्ष,जिला परिषद, मधुबनी, सदस्य, मुख्य पार्षद, नगर परिषद, मधुबनी/नगर पंचायत, जयनगर, झंझारपुर, घोघरडीहा को सदस्य, कार्यपालक अभियंता,लो0स्वा.अभि0प्र0,मधुबनी को सदस्य, डी0पी0एम0,जीविका मधुबनी,अध्यक्ष,चैंबर ऑफ कामर्स,मधुबनी,सदस्य,अध्यक्ष,रोटरी क्लब,मधुबनी को सदस्य, सचिव,चेतना समिति,मधुबनी को सदस्य, जिला वार एसोसिएशन,मधुबनी, जिला स्तरीय एन0जी0ओ0(जिला पदाधिकारी द्वारा नामित) को सदस्य बनाया गया है।
सिटी स्कवाड/टास्कफोर्स(नगर परिषद,मधुबनी) में श्री अरविंद कुमार झा,वरीय उप समा0,मधुबनी को अध्यक्ष,श्रम अधीक्षक,मधुबनी को सह अध्यक्ष, पुलिस निरीक्षक,सदर अंचल मधुबनी को सदस्य, कार्यपालक पदाधिकारी,नगर परिषद,मधुबनी को सदस्य सचिव, सहायक अभियंता,लो0स्वा0अभि0प्र0,मधुबनी को सदस्य, बी0पी0एम0,जीविका प्रखंड रहिका को सदस्य, सचिव,चैंबर ऑफ कामर्स,मधुबनी को सदस्य,अध्यक्ष,रोटरी क्लब,मधुबनी को सदस्य, शहरी स्वयं सहायता समूह के सदस्य,मधुबनी को भी सदस्य बनाया गया है। साथ ही नगर पंचायत,जयनगर में भी सिटी स्कवाड/टास्कफोर्स का गठन किया गया है। जिसमें अनु0लोक शिकायत निवारण पदा0,जयनगर को अध्यक्ष,पुलिस निरीक्षक,जयनगर अंचल को सदस्य, कार्यपालक पदाधिकारी,नगर पंचायत,जयनगर को सदस्य सचिव, सहायक अभियंता,लो0स्वा0अभि0प्र0,जयनगर को सदस्य,बी0पी0एम0,जीविका प्रखंड जयनगर को सदस्य, सचिव,चैंबर ऑफ कामर्स,जयनगर को सदस्य, शहरी स्वयं सहायता समूह के सदस्य,जयनगर को भी सदस्य बनाया गया है।
इसी प्रकार नगर पंचायत,झंझारपुर में भूमि सुधार उप समाहत्र्ता,झंझारपुर को अध्यक्ष, पुलिस निरीक्षक,झंझारपुर अंचल सदस्य, कार्यपालक पदाधिकारी,नगर पंचायत,झंझारपुर को सदस्य सचिव,सहायक अभियंता,लो0स्वा0अभि0प्र0झंझारपुर को सदस्य,बी0पी0एम0,जीविका प्रखंड झंझारपुर को सदस्य,सचिव,चैंबर ऑफ कामर्स,झंझारपुर को सदस्य तथा शहरी स्वयं सहायता समूह के सदस्य को सदस्य बनाया गया है। 
नगर पंचायत,घोघरडीहा में सिटी स्कवाड/टास्कफोर्स का भूमि सुधार उप समाहत्र्ता,फुपरास को अध्यक्ष,पुलिस अवर निरीक्षक,घोघरडीहा थाना को सदस्य, कार्यपालक पदाधिकारी,नगर पंचायत,घोघरडीहा को सदस्य सचिव, सहायक अभियंता,लो0स्वा0अभि0प्र0,घोघरडीहा को सदस्य, बी0पी0एम0,जीविका प्रखंड,घोघरडीहा को सदस्य, सचिव,चैंबर ऑफ कामर्स,फुलपरास को सदस्य,शहरी स्वयं सहायता समूह के सदस्य,घोघरडीहा को भी सदस्य बनाया गया है।   जिला पदाधिकारी,मधुबनी एवं पुलिस अधीक्षक,मधुबनी द्वारा नगर परिषद एवं नगर पंचायत स्तर के समीक्षा एवं माॅनिटरिंग समिति तथा सिटी स्कवाड फोर्स के सदस्यों को संयुक्त आदेश के माध्यम से उनके दायित्वों से अवगत कराया गया है। जिसमें नगर परिषद/नगर पंचायत क्षेत्र अंतर्गत विभिन्न दुकानों,सब्जीवालों तथा वाणिज्यक दुकानों में अचानक निरीक्षण का संचालन करना और इन व्यवसायियों द्वारा उपयोग किए जानेवाले प्रतिबंधित प्लास्टिक कैरी बैंगों को जब्त करना,नगर क्षेत्रान्तर्गत प्लास्टिक कैरी बैगों अंतर्राज्य संचलन तथा बिक्रय को रोकना,शहरी स्थानीय निकाय के परामर्श से वार्ड स्तरीय माॅनिटरिंग के लिए किसी व्यक्ति/व्यवसायी,स्टाकिस्ट को बेचने से रोकना आदि दायित्वों के बारें में विस्तारपूर्वक अनुपालन करने का निदेश दिया गया है।

मधुबनी : ग्रीन आपदा रोधी बिलडिन्ग निर्माण में गुणवत्ता जरूरी : डॉक्टर सुनील

0
0
निर्माण सामग्री की गुणवत्ता जरूरी,बैंड में झुमका बीम  में चूड़ी। सरल आकृति हो भवन का,फिर देखे परिणाम ||
quality-needed-for-building
मधुबनी : (आर्यावर्त डेस्क) बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के तकनीकी सलाहकार डॉक्टर सुनील कुमार चौधरी  ने स्वरचित  गीत के इन पंक्तियों के माध्यम से अभियंताओ को ग्रीन आपदा रोधी मकान  में गुणवत्ता की महत्ता को समझाया। उन्होंने बताया कि हमेशा साफ  एवं ताजा भवन निर्माण सामग्रियों का उपयोग करें। उन्होने ग्रीन बिलडिन्ग  के लिए ऐसे  सामग्री उपयोग मे लाने की सलाह दी जो कम से कम कार्बन डाई ऑक्साइड उत्सर्जित करता हो। गर्द्द से बचाने के लिए बालू को और स्टोन चिप्स को पॉलीथिन के चादर बिछाकर उस पर रखें तथा उन्हें पॉलिथीन चादर से ढक दें। दीवार निर्माण के लिए  चिमनी भट्ठे के लाल रंग के ठीक से पके तथा एक ही आकार प्रकार होनी चाहिए। इस्तेमाल से पहले ईट को कम से कम 4  घंटा स्वच्छ जल में डुबोकर रखना अनिवार्य है।जोड़ाई के दौरान प्रत्येक रद्दा क्षैतिज समतल मे रखे एवं ईटों के छाप वाले फलक को ऊपर रखें। दीवार सही -सही  ऊर्ध्वाधर खड़े होने चाहिए। जोन के हिसाब से मसाला सीमेंट बालू (1:4,1:6)का मिश्रण बनाकर ही दीवार जोड़े। मसाला परत की मोटाई तथा  दो ईटों की बीच की दूरी 10  मिलीमीटर रखें। जोड़ाई के उपरांत 7 दिनों तक दीवार की तराई अति आवश्यक है। एक मंजिले मकान में आधा ईंट मोटी दीवार अथवा रेट- ट्रैप का सुझाव दिया जाता है। सीमेंट ताजा होना चाहिए। इसे सूखे अस्थान पर जमीन से ऊपर रखे। ईट  जोड़ाई के लिए 43 ग्रेड सीमेंट अथवा पीपीसी पर्याप्त है। सीमेंट के मिश्रण में पानी मिलाने के 1 घंटे के अंदर उपयोग कर लेना अनिवार्य है। सरिया को जंग से बचाने के लिए स्थान के अनुरूप कवर ब्लॉक का प्रयोग करें। आरसीसी के लिए मिक्स डिजाइन के हिसाब से कंकरीटिंग करें तथा कंक्रीट को  वाइब्रेटर से पर्याप्त सघन करें। कंक्रीट ढलाई के उपरांत अगले 10 दिनों तक  स्वच्छ जल से  लगातार उसके  सतह  को भिगोकर रखना अनिवार्य है। डा चौधरी ने बिलडिन्ग बाइ लौज पर विस्तार से चर्चा की एवं इसे सख्ती से लागू  करने  पर जोर दिया। इस अवसर पर मास्टर ट्रेनर साकेत कुमार एवं अभिषेक आनंद,रमन प्रसाद सिंह एवं जिला आपदा प्रबंधन के लोग उपस्थित थे।

सीहोर (मध्यप्रदेश) की खबर 22 दिसंबर

0
0
पत्रकार वार्ता का आयोजन आज सन्नी महाजन रखेंगे अपनी बात 

sehore news
सीहोर। रविवार दोपहर एक बजे पीडब्ल्यूडी कार्यालय के सामने सौभाग्य पैलेंस में पत्रकार वार्ता का आयोजन किया गया है। प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के सभी जिला ब्यूरो चीफ संपादक पत्रकार रिपोर्टर आपरेटर कैमरामैन और सहयोगियों को सादर आमंत्रित किया गया हैं । विधानसभा सीहोर के प्रत्याशी रहे वरिष्ठ नेता गौरव सनी महाजन पत्रकारों से भेंट कर अपनी बात रखेंगे। श्री महाजन पत्रकारों कार्यकर्ताओं के साथ स्नेह भोजन भी ग्रहण करेंगे।  जिस के बाद श्री महाजन विधानसभा चुनावों में भरपूर सहयोग देने के लिए पत्रकारों कार्यकर्ताओं और मतदाताओं का आभार व्यक्त करेंगे। कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं समर्थकों से पहुंचने की अपील सन्नी महाजन मित्र मंडली के द्वारा की गई है। 

विहिप बजरंग दल आज मनाएगा शौर्य दिवस  संतो के आहवान पर निकलेगी भव्य वाहन रैली 

सीहेार। संतों के आहवान पर विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल रविवार को शौर्य दिवस मनाएगा। दस प्रखंड़ों सहित जिला मुख्यालय पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। विहिप बजरंग दल जिलाध्यक्ष सुनील शर्मा ने बताया की शौर्य दिवस के उपलक्ष में अनुष्ठान, विशाल वाहन रैली और धर्मसभा रखी गई है। राम के भक्तों एवं राघव के वीरों के द्वारा भोपाल नाका स्थित आवसीय खेलकूद मैदान से दोपहर १२ बजे विशाल वाहन रैली का भगवा ध्वजों के साथ भव्य शुभांरभ किया जाएगा। वाहन रैली शहर के प्रमुख मार्गो से होकर वापस आवासीय मैदान पर पहुंचेगी। मैदान पर धर्मसभा होगी। धर्मसभा में शामिल सैकड़ों कार्यकर्ताओं को प्रांत और जिले के वरिष्ठ पदाधिकारी संबोधित करेंगे। प्रांत गौंरक्षा प्रमुख अजीत शूक्ला,प्रांत सह समरता प्रमुख राजेन्द्र टांक ,जिला अध्यक्ष सुनील शर्मा, उपाध्यक्ष जगदीश कुशवाह , जिला मंत्री राकेश विश्वकर्मा ,जिला कोसा अध्यक्ष मोहित राम पाठक ,जिला संयोजक विवेक राठौर सहित अन्य पदाधिकारियों ने अधिक से अधिक संख्या में कार्यकर्ताओं नागरिकों से विशाल धर्मसभा और वाहन रैली में शामिल होने की अपील की गई है। 

बुधनी अनुविभागीय अधिकारी हुऐ भारमुक्त

सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा के निर्देशानुसार अनुविभागीय अधिकारी राजस्व बुदनी श्री राजेश शाही का स्थानांतरण छिंदवाड़ा किया गया है। अपर कलेक्टर श्री विनोद कुमार चतुर्वेदी ने बताया कि उक्त आदेश के परिपालन में अनुविभागीय अधिकारी राजस्व बुदनी को सीहोर श्री राजेश शाही को नवीन पदस्थापना स्थल के लिये भारमुक्त किया गया है एवं अनुविभागीय अधिकारी राजस्व बुधनी जिला सीहोर का प्रभार डिप्टी कलेक्टर श्री शैलेन्द्र हनौतिया को अस्थाई रूप से आगामी आदेश पर्यन्त सौंपा गया है।

फरार आरोपियों पर इनाम घोषित

पुलिस अधीक्षक सीहोर श्री राजेश सिंह चंदेल ने विभिन्न धाराओं में लिप्त तीन फरार आरोपियों की गिरफ्तारी कराने अथवा गिरफ्तारी में सहायता करने वाले व्यक्ति को नगद पुरस्कार देने की घोषणा की है।  पुलिस अधीक्षक ने बताया कि फरार आरोपी बब्लू सिसोदिया पिता सुमेरसिंह सिसोदिया निवासी गुलखेड़ी थाना बोड़ा जिला राजगढ़, ब्रजेश पिता मिश्रीलाल बरकने निवासी रतनपुर हाल निवासी खेरी थाना रहेटी जिला सीहोर पर 3 हजार रुपये एवं  केदार सिंह पिता करण सिंह यादव निवासी ग्राम अतरालिया थाना नसरुल्लागंज जिला सीहोर पर 5 हजार रुपये के नगद इनाम की उद्घोषणा की है। पुलिस अधीक्षक श्री चंदेल ने उद्घोषणा जारी की है कि जो भी व्यक्ति उक्त आरेपियों की गिरफ्तारी में सहयोग करेगा उसे पुरस्कृत किया जाएगा। सूचना देने वाले का नाम सर्वथा गोपनीय रखा जाएगा।

संयुक्त कलेक्टर गुर्जर ने संभाला अनुविभागीय अधिकारी आष्टा का पदभार

अपर कलेक्टर श्री विनोद कुमार चतुर्वेदी के निर्देशानुसार प्रशासकीय व्यवस्था को दृष्टिगत रखते हुए अनुविभागीय अधिकारी आष्टा श्री राजीव रंजन पाण्डेय को अस्थाई रूप से जिला कार्यालय सीहोर में पदस्थ किया गया है एवं उनके स्थान पर जिला कार्यालय सीहोर में पदस्थ संयुक्त कलेक्टर श्री मेहताब सिंह गुर्जर को अनुविभागीय अधिकारी आष्टा के पद पर अस्थाई रूप से आगामी आदेश पर्यन्त पदस्थ किया जाता है। उक्त आदेश तत्काल प्रभावशील है।

सामान्य प्रशासन समिति की बैठक 28 दिसंबर को

मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री अरुण कुमार विश्वकर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि जिला पंचायत की सामान्य प्रशासन समिति की बैठक का आयोजन जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती उर्मिला मरेठा की अध्यक्षता में 28 दिसंबर 2018 को दोपहर 3 बजे जिला पंचायत सभाकक्ष में किया जाएगा। बैठक में वित्तीय वर्ष 2017-18 में केन्द्र शासन एवं राज्य शासन प्राप्त राशि के आय-व्यय सहित अन्य विषयों पर चर्चा की जाएगी।     

विशेष कैम्प में की जाएगी पुरूष नसबंदी

 पुरूष नसबंदी पखवाड़ा 2018-2019 का आयोजन 19 दिसंबर 2018 से 2 जनवरी 2019 तक किया जा रहा है। पखवाडे़ के अंतर्गत जिले में करीब 1030 पुरूष नसबंदी का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। पखवाडे़ में जिला चिकित्सालय सीहोर हो 95 पुरूष नसबंदी,सिविल अस्पताल आष्टा-263,सामुदायिक स्वास्थ्य श्यामपुर को 244,इछावर 120,बुदनी 134 एवं नसरूल्लागंज को 174 पुरूष नसबंदी किए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ.प्रभाकर तिवारी ने निर्धारित नसबंदी कैम्पों में लक्ष्य पूरा करने के लिए समस्त सुपरवाईजर्स एवं एम.पी.डब्ल्यू.को लक्ष्य आबंटित करने के निर्देश समस्त बीएमओ को दिए हैं। जिला परिवार कल्याण अधिकारी डॉ.आनंद शर्मा ने बताया कि जिला चिकित्सालय सीहोर,सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र श्यामपुर एवं नसरूल्लागंज में प्रतिदिन पुरूष नसबंदी की जाएगी वहीं जिले के समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर महिला एवं पुरूष नसबंदी कैम्प आयोजित किए जाएंगे जिसके अंतर्गत जिला चिकित्सालय सीहोर, पीएचसी शाहगंज, सीएचसी श्यामपुर में प्रति गुरूवार, सीएचसी रेहटी, बुदनी, नसरूल्लागंज में प्रति बुधवार, सीएचसी जावर, नसरूल्लागंज में प्रति शनिवार को भी नसबंदी कैम्प आयोजित किए जाएंगे वहीं सीएचसी लाड़कुई में माह के द्वित्तीय एवं चतुर्थ गुरूवार को नसबंदी कैम्पों में महिला एवं पुरूष नसबंदी की जाएगी। इन कैम्पों में विशेष एलटीटी एवं एनएसव्हीटी सर्जन डॉ.विपिन जैन, डॉ.मोहन सोनी, डॉ.सुधीर विजयवर्गीय, डॉ.श्रद्धा अग्रवाल, डॉ.किरण वाड़िवा, डॉ.एच.पी.सिंह, डॉ.ए.ए.कुरैशी, डॉ.आर.सी.विश्वकर्मा द्वारा पुरूष एवं महिला नसबंदी विशेषज्ञ विधा अनुसार की जाएगी। ज्ञात हो कि मिशन परिवार विकास कार्यक्रम के अंतर्गत जिले की शासकीय संस्थाओं में पुरूष नसबंदी किए जाने पर हितग्राही पुरूष को 3000/-रूपए एवं पे्ररक को 400/- रूपए की प्रोत्साहन राशि दी जाती है।

मीजल्स-रूबेला पर शासकीय स्कूलों के प्राचार्यों की कार्यशाला 24 दिसंबर को

मीजल्स-रूबेला अभियान पर जिले के समस्त ब्लॉक शिक्षा अधिकारी, समस्त संकुल प्राचार्य तथा हाईस्कूल एवं हायर सेकेण्डरी स्कूलों के प्राचार्य, विकासखण्ड स्रोत समन्वयक की एक दिवसीय उन्मूखीकरण कार्यशाला का आयोजन जिला पंचायत सभाकक्ष में सोमवार 24 दिसंबर को दोपहर 12 बजे आयोजित की गई है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.प्रभाकर तिवारी ने बताया कि मीजल्स-रूबेला अभियान के अंतर्गत शालाओं में प्रथम सप्ताह के भीतर हाईस्कूल तक के बच्चों को विशेष टीकाकरण अभियान संचालित कर उन्हें एमआर वैक्सीन से टीकाकृत किया जाएगा। यह अभियान शासकीय एवं अशासकीय स्कूलों में संचालित किया जाएगा। अभियान का शुभारंभ जनवरी 2019 के मध्य में होगा। जिले में अभियान को लेकर कलेक्टर एवं अध्यक्ष जिला स्वास्थ्य समिति के निर्देश पर व्यापक तैयारियां की जा रही है।     

जिला पंचायत में निर्वाचित महिला जनप्रतिनिधियों का क्षमतावर्धन कार्यक्रम प्रशिक्षण का आयोजन

sehore news
जिला पंचायत में निर्वाचित महिला जनप्रतिनिधियों का क्षमतावृद्धि हेतु 03 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। प्रशिक्षण में महिला जनप्रतिनिधियों को शासन की योजनाओं, कार्यक्रमों, महिलाओं के अधिकारों, बाल सुरक्षा, ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित योजना, कार्यक्रमों विभिन्न विभागों से समन्वय, ऑनलाईन सुरक्षा, वित्तीय साक्षरता आदि विषयों पर प्रशिक्षण प्रभारी श्रीमति संगीता कनोजिया, महिला बाल विकास से श्रीमति सीमा शर्मा तथा श्रीमति सारिका ताम्रकार द्वारा जानकारी प्रदाय की गई।

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर 22 दिसंबर

0
0
पीड़ितों को समय पर मदद मिलें-प्रभारी कलेक्टर श्री वर्मा
जिला स्तरीय सतर्कता एवं मानिटरिंग समिति की बैठक सम्पन्न
vidisha news
अनुसूचित जाति एवं जनजाति (अत्याचार निवारण अधिनियम) के तहत गठित जिला स्तरीय सतर्कता एवं मानिटरिंग समिति की बैठक आज प्रभारी कलेक्टर श्री एचपी वर्मा की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। अपर कलेक्टर के चेम्बर में हुई उक्त बैठक में बासौदा विधायक श्रीमती लीना जैन के अलावा विशेष लोक अभियोजक के उप संचालक, जन जातीय कार्य विभाग के जिला संयोजक, अजाक थाना के प्रभारी तथा समिति के अन्य सदस्य मौजूद थे।  प्रभारी कलेक्टर श्री वर्मा ने कहा कि अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत जिन प्रकरणांे में संबंधित वर्गाे के पीड़ितों को शासन के मापदण्ड अनुसार मदद मुहैया कराई जानी है उन्हें समय पर मिलें। जाति प्रमाण पत्र के अभाव मंें प्रकरण को लंबित ना रखें। उन्होंने समीक्षा के दौरान अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग के पीड़ित व्यक्तियों एवं साक्षियों को दिए जाने वाला भोजन प्रतिपूर्ति राशि में असमानता होने पर अजाक के नियमों से अवगत कराने के निर्देश दिए तथा शासन के मापदण्ड अनुसार एकरूपता सुनिश्चित की जाए। ज्ञातव्य हो कि भोजन प्रतिपूर्ति पुर्नवास के तहत अनुसूचित जाति के तीन व्यक्तियों को कुल तीन सौ रूपए अर्थात प्रत्येक को सौ-सौ रूपए के मान से राशि दी गई जबकि अनुसूचित जनजाति वर्ग के एक पीड़ित व्यक्ति को भोजन प्रतिपूर्ति की राशि पचास रूपए दी गई है। इसी प्रकार मजदूरी की प्रतिपूर्ति के मामले में एकरूपता नही होने पर उन्होंने नियमो के अनुसार कार्यवाही करने की हिदायत उनके द्वारा दी गई है। ज्ञातव्य हो कि मजदूरी की प्रतिपूर्ति पुर्नवास के तहत अनुसूचित जाति के तीन प्रकरणों में आठ सौ रूपए जबकि जनजाति के एक प्रकरण में दो सौ रूपए की राशि का भुगतान किया गया है। उपरोक्त कार्यवाहियां पुलिस विभाग के माध्यम से सम्पादित की गई है भोजन एवं मजदूरी की प्रतिपूर्ति राशि में दोनो वर्गो के लिए एक समानता हो का विशेष ध्यान रखने के निर्देश उन्होंने दिए है। बासौदा विधायक श्रीमती लीना जैन ने कहा कि पीड़ितों के प्रति हम मानवीय संवेदना का परिचय देकर उन्हें शासन के दिशा निर्देशानुसार जो सुविधाएं मुहैया कराई जाती है का उन्हें तत्काल लाभ मिलें ताकि पीड़ित व्यक्ति और अधिक अनावश्यक रूप से परेशान ना हों। उन्होंने विभिन्न प्रकरणों में जाति प्रमाण पत्र के अभाव में दी जाने वाली सहायता राशि के मापदण्डों के संबंध में जानकारी प्राप्त की। जनजातीय कार्य विभाग के जिला संयोजक ने बैठक मंे बताया कि एक अक्टूबर से 22 दिसम्बर तक अनुसूचित जाति के कुल 26 प्रकरणों में तथा जनजाति के दो प्रकरणों में राहत राशि पीड़ितों को मापदण्डों के अनुसार प्रदाय की गई है जबकि आकस्मिकता योजना के अंतर्गत पीड़ित व्यक्तियों एवं साक्षियों को दिए जाने वाले यात्रा भत्ता, भरण पोषण व्यय, आहार व्यय एवं मजदूरी के संबंध में बताया गया कि अनुसूचित जाति के तीन प्रकरणों में कुल एक हजार तीन सौ तीस रूपए की तथा अनुसूचित जनजाति के एक प्रकरण में 340 रूपए की आर्थिक सहायता योजना के तहत पीड़ित को मुहैया कराई गई है जिसमें क्रमशः यात्रा भत्ता, मजदूरी, भोजन की प्रतिपूर्ति राशि शामिल है।  विशेष लोक अभियोजक ने बताया कि सितम्बर माह में नौ प्रकरणों के संबंध में 13 गवाहों को 520 रूपए आहार भत्ता तथा 1480 यात्रा भत्ता प्रदाय किया गया है। अक्टूबर माह में उपरोक्त सम्पूर्ण कार्यवाही निरंक रही जबकि नवम्बर माह में दस प्रकरणों में 13 गवाहों को आहार भत्ता 520 तथा यात्रा भत्ता 3080 रूपए प्रदाय किया गया है।  विशेष लोक अभियोजक उप संचालक के द्वारा सितम्बर अक्टूबर एवं नवम्बर माह में न्यायालयीन कार्यवाही के माध्यम से दर्ज प्रकरणों में हुई सजा, बरी, राजीनामा के संबंध में विस्तारपूर्वक जानकारी दी।  

राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस का आयोजन 24 को

राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस 24 दिसम्बर को विदिशा जिला मुख्यालय पर जालोरी गार्डन में दोपहर 12.30 बजे से आयोजित किया गया है। जिला आपूर्ति अधिकारी श्रीमती नुजहत बकई बानो ने बताया कि उपभोक्ताओं को जागरूक करने के उद्वेश्य से शुक्रवार को शेरपुरा में स्थित शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की छात्राओं के मध्य चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। उक्त प्रतियोगिता के विजेताओं को मुख्य समारोह कार्यक्रम में पुरस्कृत किया जाएगा। उपभोक्ताओं को जागरूक करने के लिए 24 दिसम्बर की प्रातःसाढे़ दस बजे से उपभोक्ता जागरूकता रैली का आयोजन किया गया है उक्त रैली बड़जात्या स्कूल से प्रारंभ होकर विदिशा नगर के रेल्वे स्टेशन कांच मंदिर से होती हुई तिलक चैक पर सम्पन्न होगी। जिला स्तर पर आयोजित होने वाले मुख्य समारोह में  स्वास्थ्य, लीड़ बैंक, ऊर्जा विभाग, नापतौल, वेयर हाउसिंग, एलपीजी डीलरों के माध्यम से उपभोक्ताओं को दी जाने वाली सुविधाओं की जानकारी दी जाएगी। साथ ही साथ उपभोक्तागण ठगी से कैसे बचें पर आधारित छायाचित्र प्रदर्शनी भी प्रदर्शित की जाए। 

ग्रामों में विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन

ग्रामीणजनों को उनके मौलिक अधिकारों और कानून जानकारी देने के उद्वेश्य से जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के माध्यम से विधिक साक्षरता शिविरों का आयोजन सतत जारी है। जिला न्यायाधीश श्री श्यामाचरण उपाध्याय के मार्गदर्शन में शनिवार को ग्राम हांसुआ, खरबई और बरखेडाकछवा में विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया था। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव एवं अपर जिला न्यायाधीश श्री डीपीएस गौर ने ग्रामीणजनों को विधिक साक्षरता शिविर के माध्यम से बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम की विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने कहा कि लड़के की उम्र 21 वर्ष और लड़की की 18 वर्ष से पूर्व शादी करने पर कानून जुर्म है और ऐसे प्रकरणों में संबंधितों के साथ-साथ उन्हें प्रेरित करने के वालो के खिलाफ भी कानूनी प्रावधानों के तहत सजा होती है। अपर जिला न्यायाधीश श्री गौर ने सूचना का अधिकार अधिनियम, लोक अदालत योजना और मीडिएशन मध्यस्थता योजना के बारे में भी ग्रामीणजनों को सहज सरल भाषा में जानकारी दी। अपर जिला न्यायाधीश श्री शाहबुद्दीन हाशमी ने पाक्सों अधिनियम के बारे मंें तथा शिक्ष के मूल अधिकार और अनिवार्य शिक्षा के संबंध में जानकारी दी। न्यायिक मजिस्टेªट श्री पंकज सविता ने सूचना का अधिकार व संविधान द्वारा प्रदत्त मूल अधिकारों के बारे में तथा न्यायिक मजिस्टेªट श्री राहुल यादव ने प्रदत्त मूल कर्तव्यों के संबंध में प्रकाश डाला। जिला विधिक सहायता अधिकारी श्री अनीसउद्दीन अब्बासी ने विधिक सहायता योजना के माध्यम से मध्यस्थता योजना, लोक अदालत योजना के संबंध में अवगत कराया। विधिक साक्षरता शिविर आयोजन स्थलों पर पैनल अधिवक्ता श्री मदन किशोर शर्मा ने निःशुल्क विधिक सहायता एवं सलाह योजना के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण विदिशा में लगभग 70 अधिवक्ताओं का पैनल है जो प्राधिकरण में आने वाले पात्र व्यक्तियों को निःशुल्क विधिक सहायता उपलब्ध कराते है।

आयोजन स्थल का जायजा लेंगे आज

विदिशा जिले में 64वीं राष्ट्रीय शालेय ताईक्वांडो प्रतियोगिता दोनो वर्ग बालक और बालिका की दो जनवरी से आयोजित होने वाली है प्रतियोगिता के मद्देनजर की जाने वाली व्यवस्थाओं खासकर आयोजन स्थल के प्रबंधों का जायजा प्रभारी कलेक्टर श्री एचपी वर्मा द्वारा रविवार की प्रातः 11.30 बजे लिया जाएगा। ज्ञातव्य हो कि आयोजन स्थल आशीष मंगल वाटिका में संबंधित विभागों के अधिकारियों को समुचित जानकारियों सहित उपस्थित होने के निर्देश प्रसारित किए गए है।

मधुबनी : उमराव को हराकर टीसीसी ब्लू मधुबनी सेमीफाइनल में

0
0
tcc-blue-enters-semifinal
मधुबनी (आर्यावर्त संवाददाता) मधुबनी जिला के कलुआही क्षेत्र अंतर्गत मधेपुर पंचायत के बेलाही गांव के उच्च विद्यालय मैदान में विहार क्रिकेट संघ से सम्बध मधुबनी जिला क्रिकेट  संघ लीग का तीसरा क्वाटर फाइनल टी सी सी ब्लू मधुबनी और जे सी सी उमगाव  के बीच खेला गया।कुहासा की वजह से मैच  35 ओवर का निर्णय निर्णयको द्वारा लिया गया।टॉस जीतकर  टी सी सी   ब्लू   मधुबनी ने पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय कप्तान मयंक ने लिया। मधुबनी की पहला विकेट 10 ओवर में  81   रन पर ,दूसरा विकेट 23     ओवर में 152   रन पर, तीसरा   विकेट 25   ओवर में  168 रन पर,चौथा  विकेट  29 ओवर में  192 रन  पर ,पाचमा विकेट 35 ओवर में  234  रन पर। इस तरह मधुबनी ने  35  ओवर में,  5 विकेट  पर कुल 240 रन बना कर आल आउट हो गये। मधुबनी के तरफ से  विजय   ने  60 ,आयुष सिंह 45,कप्तान मयंक 41 एबं कीपर एडम 39 रन बनाये।उंमगांव  टीम से राहुल महतो ने  31 रन देकर 2   विकेट , सनजीव,नरेश रबम राहुल मेहता ने एक एक विकट लिया। दुसरे पारी में  उमगाव  टीम ने पीछा करते हुए पहला विकेट  पहला   ओवर में 1 रन पर, दूसरा विकेट 2 रा    ओवर में  5  रन पर,तीसरा विकेट   3 रा  ओवर में  14  रन पर,चौथा विकेट   4 था ओवर में   16  रन पर,पंचमा विकेट    5 वा ओवर में  17 रन पर, 06 वा विकेट  7 वे ओवर में 26 रन पर , 7 वा वीकेट  8 वे ओवर में 26 रन पर,8 वा वीकेट  8 वे ओवर में   32 रन पर , 9 वा विकेट 9वे  ओवर में  37 रन पर ,10 विकेट  12वे ओवर में  38 रन पर आल आउट हो गये। मधुबनी ने अपना जगह सेमीफाइनल में सुरक्षित कर लिया  गेंदबाजी में मधुबनी टीम  के गौतम  ने 6 ओवर में 28  रन देकर 7 विकेट और आयूस  आंनन्द   6 ओवर में मात्र8 रन देकर 2 बहुमूल्य  विकेट लीया। मैन ऑफ दी मैच  टी सी सी ब्लू टीम के  गौतम सिंघ को मिला। मैन ऑफ दी मैच मुखिया अजय कुमार झा ,सचिव कालीचरन एबं अवकाशप्राप्त शिक्षक मोधरी झा द्वारा संयुक्त रूप से दिया गया। टी सी सी ब्लू मधुबनी टीम ने अपना जगह सेमीफाइनल में सुरक्षित कर लिया। अंपायर  प्रकाश पांडेय और सुरेंद्र नारायन सिंघ  निर्णायक थे। मैच का आखों देखा हाल मुन्ना भारती और रामानंद तिवारी कर रहे थे। मौके पर ,कन्वेनर नवीन गुप्ता,चुनु जी, शिक्षक कलाधर झा,समिति सुरीमोहन झा , राघव,भवेश झा,ललित कुमार झा, आकाश झा,सहयोगई के साथ हजारों कि संख्या में दर्शक उपस्थिति थे।

तीन तलाक पर कानून बनाने के लिए प्रतिबद्ध है सरकार : मोदी

0
0
three-divorce-law-making-commitment-modi
गांधीनगर, 22 दिसंबर, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि उनकी सरकार कट्टरपंथियों और विपक्ष के विरोध के बावजूद मुस्लिम समुदाय की तीन तलाक की कुप्रथा के विरूद्ध कानून बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। श्री मोदी ने आज यहां अडालज के त्रिमंदिर में भाजपा की महिला मोर्चा के दो दिवसीय अधिवेशन के अंतिम दिन अपने संबोधन में कहा कि उनकी सरकार महिलाओं की सामाजिक सुरक्षा और भेदभाव से मुक्ति के लिए काम कर रही है। तमाम विरोधों, कट्टरपंथियों और विपक्ष के विरोध के बावजूद तीन तलाक कानून बनाने को लेकर उनकी सरकार प्रतिबद्ध है ताकि मुस्लिम बहनों को इस बहुत बड़े जीवन संकट से मुक्ति मिल सके। उन्होंने कहा कि इतना ही नहीं उनकी सरकार ने मुस्लिम महिलाओं को बिना पुरूषों पर निर्भरता के बिना बेरोक हज पर जाने के लिए भी रास्ता साफ किया है। पुरूष के साथ ही महिला के हज पर जाने की शर्त को खत्म कर दिया गया है। बीते साढ़े चार साल में आधी आबादी यानी महिलाओं के लिए पूरी संवेदनशीलात के साथ इतना काम किया गया है कि एक कार्यक्रम में गिना पाना संभव नहीं है। उनकी सरकार ने बलात्कार संबंधी कानून में सुधार कर इसके लिए फांसी का प्रावधान करने के अलावा सजा बढ़ा कर 20 साल तक करने और दो माह में इसकी जांच पूरी करने जैसे कदम उठाये हैं। बीते चार साल में महिलाओं की स्वास्थ्य सुरक्षा को लेकर गंभीर प्रयास किये गये हैं। सरकार के प्रयासों से देश ऐसी दिशा में बढ़ रहा है जब सारे प्रसव अस्पतालों में ही होंगे।  श्री मोदी ने महिला माेर्चा की कार्यकर्ताओं से बूथ को मजबूत करने लिए मेरा बूथ सबसे मजबूत का मंत्र दिया और उनसे युवतियों का भी विश्वास जीतने आहवान किया। उन्होंने कहा कि खेल और शिक्षा समेत अनेक क्षेत्रों में जबरदस्त प्रदर्शन कर रही नयी पीढ़ी की युवतियों से जुड़ाव होने से पार्टी को भी काफी मजबूती मिलेगी। 
Viewing all 73727 articles
Browse latest View live




Latest Images