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करतारपुर समझौते पर पाक के प्रस्ताव पर भारत का जवाब ‘बचकाना’ : फैसल

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इस्लामाबाद, 24 जनवरी, पाकिस्तान ने करतारपुर गलियारा खोलने पर समझौते को अतिम रूप देने के उसके प्रस्ताव पर भारत के जवाब को ‘बचकाना’ करार देते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि इस्लामाबाद का उत्तर परिपक्व होगा। विदेश कार्यालय के प्रवक्ता मुहम्मद फैसल ने कहा कि पाकिस्तान ने भारतीय अधिकारियों के साथ एक मसौदा समझौता और विस्तृत प्रस्ताव साझा किया था और समझौते के तौर-तरीकों को अंतिम रूप देने एवं चर्चा करने के लिए एक भारतीय शिष्टमंडल को पाकिस्तान आमंत्रित किया था। फैसल ने यहां मीडियाकर्मियों से कहा कि पाकिस्तान की पहल पर प्रतिक्रिया देने के बजाय भारत ने पाकिस्तान के एक प्रतिनिधिमंडल को नयी दिल्ली का बुलावा भेजा और बैठक के लिए 26 फरवरी तथा 7 मार्च की दो संभावित तारीखें सुझाईं। उन्होंने कहा, ‘‘भारत के रुख के उलट पाकिस्तान इस अति महत्वपूर्ण मसले पर बहुत परिपक्व तथा सोचा-समझा जवाब देगा और भारत की पहल पर बहुत जल्द प्रतिक्रिया देगा।’’  उक्त बहुप्रतीक्षित कॉरिडोर पाकिस्तान के करतारपुर में दरबार साहिब को भारत के गुरदासपुर जिले में डेरा बाबा नानक से जोड़ेगा।  फैसल ने आरोप लगाया कि भारत ने पिछले साल 2300 बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया और अब भी इनमें बढ़ोतरी जारी है। उन्होंने कहा कि नियंत्रण रेखा पर भारत की तरफ से बिना उकसावे के होने वाली गोलीबारी पर पाकिस्तान उचित जवाब दे रहा है।  फैसल ने कहा, ‘‘अगर वह (भारत) शांति की भाषा बोलेगा तो हम शांतिपूर्ण तरीके से जवाब देंगे और अगर गोली की भाषा बोलता है तो हम गोली से जवाब देंगे।’’  उन्होंने 17 जनवरी को पाकिस्तान के जलक्षेत्र में भारत की ओर से आई मछली पकड़ने की नौका डूबने के भारतीय दावे को भी खारिज कर दिया। हालांकि उन्होंने आरोप लगाया कि पाकिस्तान के विशेष आर्थिक क्षेत्र में भारत की मछली पकड़ने वाली नौकाओं की गतिविधियां लगातार देखी जा रही हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की समुद्री सुरक्षा एजेंसी कानूनों और अंतरराष्ट्रीय नियमों तथा संयुक्त राष्ट्र के संबंधित समझौते के अनुरूप अभियान चलाती है।

पंड्या और राहुल का निलंबन हटाया गया, न्यूजीलैंड में टीम से जुड़ेंगे

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नयी दिल्ली, 24 जनवरी, प्रशासकों की समिति (सीओए) ने भारतीय क्रिकेटर हार्दिक पंड्या और केएल राहुल का निलंबन गुरुवार को तुरंत प्रभाव से हटा दिया।  इन दोनों को एक टीवी कार्यक्रम के दौरान आपत्तिजनक टिप्पणियां करने के कारण निलंबित कर दिया गया था और उन्हें आस्ट्रेलिया दौरे के बीच से स्वदेश बुलाया गया था।  बीसीसीआई सूत्रों ने कहा कि 25 साल के पंड्या अब जल्द से जल्द न्यूजीलैंड दौरे पर गयी टीम से जुड़ सकते है जबकि राहुल घरेलू क्रिकेट या भारत ए की तरफ से इंग्लैंड लायन्स के खिलाफ खेल सकते हैं।  बीसीसीआई द्वारा जारी सीओए के बयान में कहा गया है, ‘‘उपरोक्त फैसला न्यायमित्र पी एस नरसिम्हा की सहमति से लिया गया है। इसे देखते हुए 11 जनवरी के निलंबन आदेशों को लोकपाल की नियुक्ति और उनके द्वारा फैसला लिये जाने तक तुरंत प्रभाव से हटा दिया गया है।’’  इस मामले में हालांकि जांच होगी जिसके लिये उच्चतम न्यायालय को लोकपाल नियुक्त करना है। शीर्ष अदालत ने इस मामले को पांच फरवरी को अस्थायी रूप से सूचीबद्ध किया है। अगर कर्नाटक रणजी ट्राफी फाइनल में जगह बनाता है तो 26 वर्षीय राहुल उस मैच में मयंक अग्रवाल के साथ पारी की शुरुआत कर सकते हैं। पंड्या और राहुल ने ‘काफी विद करण’ कार्यक्रम के दौरान कई महिलाओं के साथ संबंध बनाने की बात की थी जिसके लिये उनकी कड़ी आलोचना हुई थी।  सीओए की सदस्या डायना इडुल्जी चाहती थी कि इन दोनों क्रिकेटरों के भाग्य का फैसला करने में बीसीसीआई के किसी अधिकारी को शामिल होना चाहिए लेकिन सीओए प्रमुख विनोद राय ने उनका सुझाव नामंजूर कर दिया था क्योंकि यह बोर्ड के संविधान का उल्लंघन होता।  सीओए ने कहा कि इन दोनों खिलाड़ियों को निलंबित करने का फैसला ‘‘बीसीसीआई के संविधान के नियम 46 के तहत लिया गया जो कि खिलाड़ियों के व्यवहार से संबंधित है। ’’  खिलाड़ियों पर से निलंबन हटाने के लिये बीसीसीआई के कार्यकारी अध्यक्ष सी के खन्ना ने पहल की थी। उनका मानना था कि जांच लंबित रहने तक निलंबन हटाया जाना चाहिए।  खन्ना ने असल में बीसीसीआई की विशेष आम बैठक (एसजीएम) बुलाने से इन्कार कर दिया था जिसकी 14 मान्यता प्राप्त इकाइयों ने मांग की थी।  पूर्व भारतीय कप्तान राहुल द्रविड़ और सौरव गांगुली ने भी कहा था कि यह आगे बढ़ने का समय है क्योंकि दोनों ने अपनी गलतियों से सबक लिया होगा।  यह विवादास्पद साक्षात्कार करने वाले करण जौहर ने भी इन दोनों का निलंबन हटाने का आग्रह किया था।

ट्रेन18 को मिली ईआईजी की मंजूरी, एक सप्ताह के भीतर हरी झंडी

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नयी दिल्ली, 24 जनवरी, भारतीय रेल की महत्वाकांक्षी ट्रेन18 को तीन दिनों की जांच के बाद सरकार के विद्युत निरीक्षक (ईआईजी) की मंजूरी मिल गयी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक सप्ताह के भीतर इस रेलगांड़ी को हरी झंडी दिखा सकते हैं। सूत्रों ने बृहस्पतिवार को इसकी जानकारी दी। यह बहुप्रतीक्षित रेलगाड़ी परीक्षण परिचालन पूरा करने के बाद पिछले एक महीने से अधर में अटकी हुई थी। इसे रेलवे सुरक्षा मुख्य आयुक्त ने शर्तों के साथ मंजूरी दी थी। रॉलिंग स्टॉक विभाग की आपत्तियों के बाद भी रेलवे बोर्ड ने ट्रेन18 को ईआईजी परीक्षण के लिये सोमवार को भेज दिया था। सूत्र ने बताया कि जांच रिपोर्ट बोर्ड के पास भेजी जाएगी। इसके बाद यह तय किया जाएगा कि इसे हरी झंडी किस रोज दिखायी जाएगी। सोलह बोगियों वाली इस रेलगाड़ी को 18 महीने में 97 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया गया है। इसे 30 साल पुरानी शताब्दी एक्सप्रेस का उत्तराधिकारी माना जा रहा है।

सीबीआई ने चंदा कोचर, उनके पति के खिलाफ मामला दर्ज किया

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नयी दिल्ली, 24 जनवरी, सीबीआई ने आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व सीईओ चंदा कोचर, उनके पति दीपक कोचर और वीडियोकॉन समूह के एमडी वेणुगोपाल धूत के खिलाफ एक मामला दर्ज किया है। एजेंसी ने चंदा कोचर के कार्यकाल के दौरान बैंक द्वारा वीडियोकॉन समूह को 1,875 करोड़ रूपए के ऋणों को मंजूरी देने में कथित अनियमितताओं और भ्रष्टाचार के सिलसिले में यह मामला दर्ज किया है।  अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। बुधवार की रात प्राथमिकी दर्ज किए जाने के बाद एजेंसी ने मुंबई और औरंगाबाद में चार स्थानों पर छापे मारे। एजेंसी ने वीडियोकॉन समूह, न्यूपावर रिन्यूएबल्स और सुप्रीम एनर्जी के कार्यालयों पर छापे मारे।  अधिकारियों ने बताया कि विभिन्न स्थानों पर छापे अब भी जारी हैं। उन्होंने बताया कि वेणुगोपाल धूत के अलावा उनकी कंपनियों वीडियोकॉन इंटरनेशनल इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड और वीडियोकॉन इंडस्ट्रीज लिमिटेड, सुप्रीम एनर्जी और न्यूपावर रिन्यूएबल्स को भी आरोपी बनाया गया है। न्यूपावर कंपनी का संचालन दीपक कोचर द्वारा किया जाता है जबकि सुप्रीम एनर्जी की स्थापना धूत ने की थी। एजेंसी ने सभी आरोपियों के खिलाफ आपराधिक साजिश और धोखाधड़ी से जुड़ी भारतीय दंड संहिता की धाराओं तथा भ्रष्टाचार निवारण कानून के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया है। यह आरोप है कि मई 2009 में चंदा कोचर द्वारा बैंक की सीईओ का पदभार ग्रहण करने के बाद ऋणों को मंजूर किया गया और इसके बाद धूत ने दीपक कोचर की कंपनी न्यूपावर में अपनी कंपनी सुप्रीम एनर्जी के माध्यम से निवेश किया। प्राथमिकी में कहा गया है कि सीबीआई इन ऋणों की मंजूरी के सिलसिले में बैंकिंग उद्योग के कुछ बड़े नामों की भूमिका की जांच करना चाहती है। इसमें कहा गया है कि आईसीआईसीआई बैंक के मौजूदा सीईओ संदीप बख्शी, संजय चटर्जी, ज़रीन दारुवाला, राजीव सभरवाल, के वी कामथ और होमी खुसरोखान उन समितियों में शामिल थे जिसने ऋणों को मंजूरी दी। बैंक और अन्य लोगों की ओर से अभी कोई टिप्पणी नहीं की गयी है। प्राथमिकी में आरोप लगाया गया है कि दिए गए ऋण बाद में गैर निष्पादित संपत्ति (एनपीए) में बदल गए जिससे बैंक को नुकसान हुआ वहीं आरोपियों और ऋण लेने वालों को अनुचित फायदा हुआ।

पीएलएसवी-सी44 ने दो उपग्रहों को लेकर भरी उड़ान

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श्रीहरिकोटा ,24 जनवरी, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने गुरुवार देर रात दो उपग्रहों के साथ पीएलएलवी-सी44 का श्रीहरिकोटा केंद्र से सफलतापूर्वक प्रक्षेपण किया।  इसरो का यह इस वर्ष का पहला मिशन है जिसमें 700 किलोग्राम वजनी इमेजिंग सैटेलाइट माइक्रोसेट आर और कलामसेट उपग्रह शामिल है। यह प्रक्षेपण इस लिहाज से भी बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि प्रक्षेपण वाहन पीएसएलवी परीक्षण के लिए अंतरिक्ष में रहेगा। माइक्रोसेट आर उपग्रह का इस्तेमाल रक्षा शोध एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के लिए किया जाएगा।  दोनों उपग्रहों को लेकर प्रक्षेपण वाहन ने सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र के प्रथम लांच पैड से रात 11 बजकर 37 मिनट पर उड़ान भरी।

मोदी सरकार को पूर्ण बजट पेश करने का अधिकार नहीं : कांग्रेस

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नयी दिल्ली, 24 जनवरी, कांग्रेस ने मोदी सरकार को आगह किया है कि वह अपने कार्यकाल के अंत में लेखानुदान के बजाय पूर्ण बजट पेश नहीं करे क्योंकि यह संसदीय परंपरा के विरुद्ध होगा और अगर उसने ऐसा किया तो पार्टी संसद के भीतर और बाहर इसका कड़ा विरोध करेगी। कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने गुरुवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कुछ अखबारों में छपी खबरों के अनुसार सरकार एक फरवरी को लेखानुदान बजट की बजाय पूर्ण बजट पेश कर रही है। संसदीय परंपरा और नियमों के अनुसार कोई भी सरकार अपने पांच साल के कार्यकाल में छह पूर्ण बजट पेश नहीं कर सकती है और अगर मोदी सरकार इस परंपरा का उल्लंघन करती है तो उसे कड़े विरोध का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि सरकार सही में अगर पूर्ण बजट पेश करने की तैयारी में है तो साफ है कि चुनावी अवसरवादिता से प्रेरित होकर सरकार बजट पेश करना चाहती है और उसकी मंशा संसदीय मर्यादा का उल्लंघन कर चार साल की अपनी विफलता से लोगों का ध्यान बांटने की है। उन्होंने सरकार पर हर मोर्चें पर असफल रहने का आरोप लगाया और कहा कि इसी असफलता को छिपाने के लिए उसकी मंशा संसदीय परंपरा को तोड़कर लोगों को गुमराह करने की है।  श्री तिवारी ने कहा कि मोदी सरकार अपने कार्यकाल में पांच वित्त वर्ष के लिए बजट पेश कर चुकी है और अगली सरकार के गठन तक के लिए उसे सिर्फ लेखानुदान बजट पेश करना है। आजादी के बाद से लगातार सभी सरकारों ने इसी पंरपरा का अनुपालन किया है और मोदी सरकार को भी इस स्थापित मर्यादा का उल्लंघन नहीं करना चाहिए और एक फरवरी को सिर्फ लेखानुदान बजट पेश करना चाहिए। प्रवक्ता ने कहा कि अगले वित्त वर्ष के लिए लेखानुदान बजट पेश करने के बाद सरकार का कार्यकाल सिर्फ 46 दिन का रह जाता है और उसके हिसाब से 365 दिनों के लिए पूर्ण बजट पेश करने का कोई औचित्य नहीं है। 

मतपत्रों से चुनाव कराने की व्यवस्था संभव नहीं : चुनाव आयोग

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नयी दिल्ली 24 जनवरी, इलेक्ट्राॅनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) को हैक किये जाने के दावे से उठे विवाद के बीच चुनाव आयोग ने गुरुवार को स्पष्ट किया कि देश में मतपत्रों से चुनाव कराने की व्यवस्था फिर से लागू नहीं की जा सकती, मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने चुनाव को समावेशी बनाने और सभी मतदाताओं को मतदान के लिए प्रेरित करने के लिए आयोजित अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के मौके पर कहा कि ईवी म से चुनाव कराना पूरी तरह सुरक्षित है, इसलिए देश में मतपत्रों द्वारा मतदान की व्यवस्था फिर से लागू नहीं की जा सकती। श्री अरोड़ा ने कहा कि चुनाव आयोग ईवीएम के मुद्दे पर सभी तरह की प्रतिक्रियाओं का स्वागत करता है विशेषकर राजनीतिक दलों की राय का, लेकिन वह किसी भी तरह के बाहरी दबाव और धमकियों की परवाह नहीं करता और मतपत्र व्यवस्था को फिर से लागू करने के पक्ष में नहीं है। क्योंकि हमने ईवीएम वीवीपैट में हर तरह की सुरक्षा की व्यवस्था की है और प्रशासनिक रूप से इसको पारदर्शी बनाया है। उन्होंने कहा कि मतपत्रों से जब मतदान होते थे तब हमें काफी शिकायतें मिलती थी और बूथ कब्जा करने की घटनाएं होती थी जिससे बाहुबली और असामाजिक तत्व अंजाम देते थे और इसके अलावा चुनाव के नतीजे आने में तीन से चार दिन लग जाते थे। इन समस्याओं को दूर करने के लिए ईवीएम व्यवस्था लागू की गयी है और पिछले दो दशकों से कारगर ढंग कार्य कर रही है। उन्होंंने यह भी कहा कि 2014 लोकसभा के चुनाव के बाद कई चुनाव हुए और सभी के नतीजे अलग अलग आये। पिछले पांच राज्यों के चुनाव में एक लाख 76 हजार मतदान बूथ बनाए गये जिनमें ईवीएम का इस्तेमाल हुआ लेकिन केवल छह स्थानाें पर ही थोड़ी गड़बड़ियां पायी गयी और वह भी उन मशीनाें में गडबड़ी पायी गयी जो रिजर्व में रखी गयी थी। उन्होंने यह भी कहा कि यह बहुत मामूली गड़बड़ियां है। बावजूद इसके इन मामलों में कड़ी कार्रवाई की गयी और चुनाव आयोग मतदान के दौरान किसी भी तरह की गडबड़ियों को बर्दाश्त नहीं करता है। 

उन्होंने कहा कि ईवीएम के मुद्दे को जानबूझकर मुद्दा बनाया जा रहा है और निहित स्वार्थों से विवाद पैदा किये जा रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि लोकतांत्रिक सरकार की वैद्यता के लिए निष्पक्ष पारदर्शी और विश्वसनीय तरीके से चुनाव संपन्न हो एवं इसे समावेशी बनाया जाए और सभी तरह के लोगों की आवाजों को इसमें शामिल किया जाए और सभी तरह के मतदाताओं को इसमें शामिल किया जाए। चुनाव आयुक्त अशोक लावसा ने कहा कि चुनाव आयोग ने मुक्त एवं निष्पक्ष चुनाव कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और दुनियां के सबसे बड़े लोकतंत्र को मजबूत बनाने में पारदर्शी भूमिका निभाई है। इनता ही नहीं दुनिया के चुनाव प्रबंधन में सहयोग किया है और अंतरराष्ट्रीय संगठनों को तकनीकी सहायता भी दी है और विदेशों में अपने पर्यवेक्षक भी भेजे हैं।  गौरतलब है कि लंदन में पिछले दिनों भारतीय मूल के सैय्यद सूजा ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए खुलासा किया कि वह ईवीएम को हैक कर सकता है और उसने दावा किया कि 2014 के लोकसभा चुनाव में भी उसने ईवीएम की हैकिंग की थी। सूजा के इस दावे से देश में विवाद खड़ा हो गया और कई विपक्षी दलों ने मतपत्रों द्वारा मतदान कराए जाने की एक बार फिर जोरदार ढ़ग से मांग की है। चुनाव आयोग ने उसी दिन सूजा के दावे का खंडन करते हुए कहा था कि ईवीएम पूरी तरह सुरक्षित है और उसे हैक नहीं किया जा सकता। इसलिए उसे हैक करने का दावा करना बेबुनियाद और निराधार है। आयोग ने सूजा के खिलाफ एक मामला पुलिस में दर्ज कराया है। राष्ट्रीय मतदाता दिवस की पूर्व संध्या पर आयोजित दो दिवसीय सम्मेलन में रूस, बंगलादेश, भूटान,श्रीलंका, मालदीव, कजाकिस्तान आदि जैसे कई देश और अतंरराष्ट्रीय संगठन भाग ले रहे हैं।

झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर 25 जनवरी

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रेल लाओ समिति ने प्रधानमंत्री व रेल मंत्री को भेजा ज्ञापन, 2 हजार करोड का विशेष पैकेज तथा धार झाबुआ जिले को पिछडे जिले का दर्जा देने कि मांग की

झाबुआ । इन्दोर धार- झाबुआ छोटा उदयपुर रेल लाओ समिति के संयोजक दिलीप वर्मा ने प्रधानमंत्री व रेल मंत्री को ज्ञापन भेज कर मांग की हे कि यह हमारी 100 वर्ष पुरानी मांग हे  आजादी के 70 वर्ष बाद भी अब तक म.प्र. के धार झाबुआ अलिराजपुर आदिवासी बाहुल्य क्षैत्र एवं गुजरात का आदिवासी क्षैत्र छोटा उदयपुर, दाहोद जो कि मध्यप्रदेश की सीमा से जुडा हुआ है। रेल लाईन के लिए यहा की जनता मांग करती आ रही है रेल नही आने के कारण आदिवासीयों का जो विकास होना चाहिए था वह नही हो पाया। जबकि इस क्षैत्र में भरपूर खनिज संपदा का भंडार छिपा पडा है। यह रेल गुजरात व मध्यप्रदेश के बडे पिछले व रेल विहीन क्षैत्र को फायदा होगा। साथ ही एशिया के पिथमपुर उघोग को भरपुर फायदा मिलेगा।
8 फरवरी 2008 को पुर्व प्रधानमंत्री डाॅ. श्री मनोहनसिंह ने इंदौर दाहोद एवं छोटा उदयपुर धार रेल परियोजना का शिलान्यास कर घोषणा की थी की सन् 2011 तक रेल पटरी पर दौडने लगेगी जिससे इन क्षैत्रो की तकदीर व तस्वीर बदलेगी किंतु सरकार की यह घोषणा बनकर ही रह गई।
सबका साथ सबका विकास का नारा
सन 2014 के लोकसभा चुनाव के समय आपके द्वारा कुक्षी एवं झाबुआ की चुनावी सभा में कहा था की रेल लाने का वादा हम पुरा करेगे। हमें वोट दे। आपकी सरकार ने इस रेल परियोजना को गति प्रदान करने के लिये जो राशी दी गई है उस राशी को रेल अधिकारी अभी तक खर्च नही कर पाये। रेल लाईन के अभाव में मध्यप्रदेश एवं गुजरात के आदिवासी बाहुल्य क्षैत्र का विकास अवरूद्ध हो गया है। आदिवासी पलायन कर रहे है। अब चुनाव 2019 का आ गया। सबका साथ सबका विकास का नारा जरूर आपने दिया अन्य प्रदेशो को आपने विशेष पेकेज देकर रेल लाइन से जोडा है किंतु मध्यप्रदेश और गुजरात की बहू प्रतिक्षित इंदौर-दाहोद एवं छोटा उदयपुर धार रेल लाईन प्रोजेक्ट को कोई विशेष पैकेज जारी नही किया केवल रूटीन के हिसाब से रेल लाईन का काम चल रहा है। सन् 2021 में रेल परियोजना पूर्ण होने की घोषणा कैसे पुरी होगी।
जबकि इस क्षैत्र की 100 वर्ष पुरानी मांग के लिये इस क्षैत्र के जनप्रतिनिधि इंदौर-मनमाड रेल लाइन के लिये लगे हुवे है जो 9 हजार करोड की है इंदौर दाहोद रेलवे लाइन 11 वर्ष पुर्व 678 करोड लागत की थी वर्तमान में 1640 करोड की हो गई। 205 कि.मी. की यह रेल मात्र 35 कि.मी. इंदौर से टिवी तक काम पूर्ण हुआ है।     15 कि.मी. दाहोद से कटारा रेल पटरी बिछाने का काम चल रहा है। शेष 155 कि.मी. का काम होना शेष है। पुरी भूमि अभी तक अधिग्रहण नही हो पाई है उसका भी काम धिमी गती से चल रहा है। इंदौर दाहोद रेल लाईन की पहली सुरंग टिवी और पिथमपुर स्टेशन के बीच बनना है जो करीब 2 कि.मी. की लंबी सुरंग है उसे बनने में भी कम से कम ढाई साल लगेगे। उसका भी काम धिमी गती से चल रहा है धार झाबुआ के बिच छः अन्य सुरंगो का निर्माण होना है। ऐसे में कई साल लग जायेगे और रेलवे का बहुत बडा फंड खर्च करना होगा।
इसी प्रकार छोटा उदयपुर धार रेल परियोजना 11 वर्ष पुर्व 608 करोड रू की थी वर्तमान में 1347 करोड की हो गई है। 157 कि.मी. की यह रेल छोटा उदयपुर से अलिराजपुर 50 कि.मी. पटरी बिछाने का काम चल रहा है। शेष 107 कि.मी. मे काम होना शेष है। भुमि अधिग्रहण का काम भी धिमी गती से चल रहा है।
वास्तव में भारत सरकार इस रेल लाईन को सन् 2021 में दौडाना चाहती है तो निम्नलिखित मागे पुरी करे -
मध्यप्रदेश एवं गुजरात के आदिवासी बाहुल्य क्षैत्र एव पिछडे जिले को विकास की मुख्य धारा में शामिल किया जाय व 2 हजार करोड का विशेष पैकेज जारी करे रेल लाईन के लिये।
केन्द्र सरकार इंदौर दाहोद और छोटा उदयपुर धार रेल परियोजना को राष्ट्रीय परियोजना के रूप में मंजूरी दे ताकि तेज गति से काम हो सके।
इन दोनो रेल परियोजना को कोकण रेलवे एवं मेट्रो ट्रेन की तर्ज पर कार्य में गति लाई जाये।
रेल अधिकारीयों द्वारा की जा रही लापरवाही के कारण दिनों दिन लागत बढती ही जा रही है भूमि अधिग्रहण का कार्य धिमी गति से चल रहा है इसलिये सेल गठीत कर निगरानी कमीटी बनाई जाये।     
म.प्र. के 8 पिछडे जिले घोषित किये गये है उसमें धार एवं झाबुआ को पिछडे जिलो के दर्जे से वंचित रखा गया है। जबकि धार एवं झाबुआ प्रदेश ही नही वरन देश के पिछडे जिलो में आते है अतः इन्हें पिछडा जिला घोषित किया जाये।      

रेल लाईन से लाभ
इंदौर से मुंबई की दुरी 120 कि.मी. कम होगी।
2. इंदौर दाहोद रेल परियोजना के तहत इंदौर से पिथमपुर टेक्स से ही सालाना 200 करोड रूपये की आय दे सकता है।
3. गुजरात और मध्यप्रदेश के 2 करोड आदिवासीयों को रोजगार के नये साधन उपलब्ध होगे।
4. पिथमपुर से कंटेनर मुंबई के जे.एन.पी.बी.ओ. और गुजरात के पोर्ट पर आते जाते है। यहाॅ से खाडी के कई देशो और युरोप देशो में अमेरिका को निर्यात होता है पिथमपुर से गुजरात एक कंटेनर लगभग 70 हजार रूपये में जाता है रेल लाईन सहीत इतना सामान 50 हजार रूपये में जायेगा।
5. महु सैनिक छावनी को रेल से गुजरात जाने का सीधा मार्ग मिलेगा और रतलाम जक्शन का भी रेल दबाव कम होगा। यह रेल मील का पत्थर साबित होगी इस क्षैत्र का खनिज संपदाय का दोहरा लाभ मिलेगा और आदिवासीयों का पलायन भी रूकेगा। विकास की मुख्य धारा मे जुडेेगे।  

रेल लाओ महासमिति 40 वर्षो से इस क्षैत्र में रेल लाईन के लिये संघर्ष कर रही है प्रधानमंत्री इंदिरा गाॅधी से लेकर आप तक कई रेल मंत्री व कई प्रधानमंत्री कई राष्ट्रपतियों को मुख्यमंत्रीयो को सांसदो को 12 हजार से अधिक ज्ञापन दे चुकी है महाबंद, चक्काजाम भोपाल व दिल्ली में जंगी प्रदर्शन जेल भरो आंदोलन कर चुकी है। अतः श्रीमान से निवेदन है कि म.प्र. गुजरात के आदिवासी बाहुल्य क्षैत्र के विकास के लिये बिमारू जिले की श्रैणी से निकालकर प्रगतिशील जिला बन जायेगा। और आदिवासीयों को रोजगार के नये आयाम उपलब्ध होगे तथा उनका पलायन भी रूकेगा साथ ही आदिवासी क्षैत्र में आघौगि वातावरण जो बन रहा है नये क्षैत्र बन रहे है उनका विकास भी रेल के बिना असंभव है इन सब बातों को ध्यान रखते हुए शिघ्र कार्यवाही कर इस क्षैत्र के विकास के लिय 2 हजार करोड का विशेष पैकेज अन्य राज्यो की तरह दिया जाये।

झाबुआ के राजवाड़ा पर 7 दिवसीय रामलीला (रामकथा) हुई संपन्न, समापन पर सभी कलाकारों का किया गया सम्मान, अतिथियों ने की आरती

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झाबुआ। शहर के राजवाड़ा पर 17 जनवरी से चल रहीं रामलीला (रामकथा) का 23 जनवरी, बुधवार रात्रि समापन हुआ। रामलीला का आयोजन प्रयागराज इलाहबाद (उत्तप्रदेष) से आए कलाकारों द्वारा प्रस्तुत की गई। अंतिम दिन रावण वध के साथ भगवान श्री रामजी का राज्यभिषेक हुआ। समापन पर सभी कलाकारों का रोटरी क्लब और आसरा पारमार्थिक ट्रस्ट की ओर से सम्मान कर उन्हें सहयोग राषि भी भेंट की गई। अंतिम दिन रामकथा देखने राजवाड़ा पर बड़ी संख्या में लोग एकत्रित हुए। 7 दिनों तक प्रयागराज इलाहबाद के कलाकारों ने रामलीला का जीवन प्रदर्षन किया। कलाकारों ने अलग-अलग पात्रों में भगवान श्री रामजी, लक्ष्मणजी, हनुमानजी, सीता माता, रावण, दषरथ, कुंभकर्ण सहित अन्य कई पात्रों में आकर अपनी सुंदर प्रस्तुति दी। उक्त कलाकारों द्वारा पिछले वर्ष भी रामकथा का आयोजन रखा गया था, जिसका उद्देष्य आज के आधुनिक युग में प्राचीन संस्कृति और परंपरा को कायम रखना है। अंतिम दिन जहां भगवान श्री रामजी के तीर से रावण का वध होता है और भगवान श्री रामजी के राज्याभिषेक कर खुषियां मनाई जाती है, इसका प्रस्तुतीकरण किया गया।

आज के समय में इस तरह के आयोजन जरूरी
समापन अवसर पर अतिथि के रूप में उपस्थित रोटरी क्लब के पूर्व सहायक मंडलाध्यक्ष एवं वरिष्ठ समाजसेवी यषवंत भंडारी ने संबोधित करते हुए कहा कि आज के समय में, जब हमे अपनी दैनिक दिनचर्या से ही फुर्सत नहीं है और मोबाईल तथा कम्प्यूटर युग में लोग जहां अपनी प्राचीन संस्कृति और पंरपराओं को भूल रहे है। कई युवाओं को आज रामायण के बारे में पूरी जानकारी नहीं है, वह यह देखकर भगवान श्री राम, लक्ष्मण, हनुमान एवं माता सीताजी के मनुष्य जीवन से काफी प्रेरित होंगे और उनमें संस्कार की भावना स्थापित होगी, इसलिए इस तरह के आयोजन सत्त होते रहना चाहिए। श्री भंडारी ने उक्त आयोजन के सभी कलाकारों की तहेदिल से प्रसंषा की।

आरती कर सम्मान किया गया
कथा के संपन्न होने पर अतिथि के रूप में उपस्थित यषवंत भंडारी, आसरा पारमार्थिक ट्रस्ट के संस्थापक अध्यक्ष राजेष नागर, आयोजन के विषेष सहयोग युवा रवि बारिया, निलेष खरखटिया, शार्दुल भंडारी ने भगवान श्री रामजी, लक्ष्मणजी, हनुमानजी एवं माता सीताजी की सर्वप्रथम आरती की। बाद इस आयोजन के मुख्य पं. षिवदुलार मिश्रा एवं पवन महाराज का शाल ओढ़कार एवं श्रीफल भेंटकर सम्मान किया गया। साथ ही उन्हें सहयोग राषि भेंट की। सभी कलाकारों को तिलक परहित सेवा संस्था की श्रीमती अर्चना राठौर ने लगाया वहीं आसरा ट्रस्ट के वरिष्ठ सदस्य अषोक शर्मा ने भी इस दौरान सभी कलाकारों को सहयोग किया। सात दिनों तक रामलीला को सफल बनाने में प्रयागराग इलाहबाद के कलाकारों में ज्ञान दुबे, मिथिलेस दुबे, श्रीकांत चैबे, रमाकांत पांडे, कृष्णकांत मिश्रा, संतोष द्विवेदी, नवकऊ मिश्रा, पवन दुबे आदि ने  सुंदर प्रस्तुति दी।

3 दिन में 1 हजार से अधिक शहरी एवं ग्रामीण लोगों ने किया आयुर्वेदिक काढ़े का सेवन
तीन दिवसीय प्रतिबंधात्मक एवं उपचार षिविर का हुआ समापन
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झाबुआ। स्थानीय आॅफिसर्स काॅलोनी स्थित शासकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय परिसर में तीन दिवसीय प्रतिबंधात्मक एवं उपचार षिविर का 24 जनवरी, गुरूवार को समापन हुआ। अंतिम दिन 325 लोगों ने षिविर का लाभ लिया। इस प्रकार तीन दिनों में कुल 1052 लोगों ने आयुर्वेदिक काढ़े का सेवन कर षिविर को भव्य एवं सफल बनाया। शिविर के तीसरे दिन शुभारंभ भगवान धन्वतरि के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जजवलन कर आसरा ट्रस्ट के सेवाभावी सदस्य सुधीर रूनवाल एवं महिला सदस्य श्रीमती मंजुला देराश्री ने किया। षिविर में पंजीयन कार्य पूर्व की तरह ही ओमप्रकाष राठौर एवं एचके पाठक ने किया। ट्रस्ट के संस्थापक अध्यक्ष राजेष नागर ने बताया कि प्रथम दिन 312, द्वितीय दिवस 415 एवं तृतीय दिवस 325 लोगों ने अपना पंजीयन करवाया। इस बार षिविर में शहर सहित आसपास के क्षेत्रों, विषेषकर ग्रामीण अंचलों से महिला-पुरूष, युवाओं एवं स्कूली बच्चों ने भी पहुंचकर मौसमी बिमारियों से राहत के लिए काढ़े का सेवन  किया। तीन दिवसीय षिविर में जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डाॅ. रमेष भायल एवं चिकित्सालय प्रभारी डाॅ. मीना भायल की विषेष सहभागिता रहीं।

चिकित्सकीय स्टाॅफ का रहा सराहनीय सहयोग
इसके अलावा तीन दिवसीय षिविर को सफल बनाने में आसरा ट्रस्ट के पदाधिकारी-सदस्यों के अलावा चिकित्सालय स्टाॅफ में डाॅ. दिपेषसिंह कठोता, डाॅ. राकेष खराड़ी, डाॅ. कैलाष पाटीदार, श्रीमती तययैबा यास्मीन, शाहिदा शेख, पूजा पाटीदार, संगीता कलसिंह, रेखा, दलसिंह आदि का रहा। षिविर के अंत में आभार चिकित्सालय प्रभारी डाॅ. मीना भायल एवं आसरा ट्रस्ट के संस्थापक अध्यक्ष राजेष नागर  ने माना।

आचार्य श्री विष्वरत्न सागरजी आदि ठाणा का 30 जनवरी को शहर में होगा शुभ आगमन
गुजरात के थासरा नगर जाकर श्री संघ के प्रतिनिधि मंडल ने की विनती
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झाबुआ। मालवा के प्रसिद्ध संत, जन-जन की आस्था के केंद्र, तप सम्राट, झाबुआ शहर में श्री नाकोड़ा भैरव मंदिर के प्रतिष्ठाचार्य आचार्य श्री नवरत्न सागर सूरीष्वरजी मसा के षिष्य रत्न एवं उनके प्रिय कृपा पात्र, हजारों नवयुवकों के राहबर, संघ एकता के षिल्पी, ओजस्वी वक्ता परम् पूज्य आचार्य श्री विष्वरत्न सागर सूरीष्वरजी मसा आदि ठाणा का 30 जनवरी को प्रातः 9 बजे शहर में शुभ आगमन होगा। उक्त जानकारी देते हुए नवरत्न परिवार के युवा सदस्य अर्पित चैधरी एवं शषांक संघवी ने बताया कि पूज्य आचार्य श्री गुजरात राज्य से विहार करते हुए मप्र में प्रवेष करेंगे। पूज्य श्रीजी झाबुआ शहर में पधारे, इस हेतु विनती करने आयोजन समिति के अध्यक्ष संदीप जैन ‘राजरत्न’ के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल गुजरात राज्य के थासरा नगर पहुंचा। सर्वप्रथम वहां अषोक संघवी ने पूज्य श्रीजी के समक्ष द्वादष गुरूवंदन विधि की। पश्चात् उपस्थित सभी सदस्यों द्वारा उनकी सुख-साता पूछी गई। मालवा जैन महासंघ के जिला प्रभारी मंत्री योगेन्द्र नाहर द्वारा पूज्य श्रीजी को झाबुआ पधारने की भावभरी विनती की गई। आचार्य श्रीजी ने विहार की अनुकुलता को दृष्टिगत रखते हुए 30 जनवरी को झाबुआ आने की स्वीकृति प्रदान दी। जिस पर उपस्थित प्रतिनिधि मंडल ने हर्ष व्यक्त करते हुए गुरूदेवजी का जयघोष लगाया।

आचार्य पद की पद्वी के मुर्हुत की घोषणा झाबुआ में हुई थी
मालवा जैन श्वेतांबर महासंघ के राष्ट्रीय प्रवक्ता यषवंत भंडारी ने बताया कि पूज्य श्रीजी का झाबुआ से बहुत ही भावनात्मक रिष्ता जुड़ा हुआ है। वर्ष 2013 में झाबुआ में आयोजित महामांगलिक के अवसर पर पूज्य श्रीजी को आचार्य पद से विभूषित करने की उद्घोषणा पपू आचार्य नवरत्न सागरजी मसा द्वारा झाबुआ की पवित्र भूमि पर की गई। साथ ही शहर में स्थित श्री नाकोड़ा भैरव मंदिर की प्रतिष्ठा में भी पूज्य आचार्य नवरत्न सागरजी के साथ आपकी महत्वपूर्ण भूमिका एवं योगदान रहा। आपने मात्र 9 वर्ष की आयु में ही दीक्षा ग्रहण कर ली थी तथा आप बाल मुनि के नाम से आज भी विख्यात है। जिन शासन की संघ परपंरा में बहुत कम उम्र में आचार्य पद की पद्वी प्राप्त करने वाले आचार्यों में आप भी एक है। आप संघ एकता के षिल्पी होकर ओजस्वी प्रवचनकार भी है। प्रतिनिधि मंडल में संदीप जैन राजरत्न, आषीष जैन, आनंद चैधरी, यषवंत भंडारी, अतुलभाई, पंकज गोखरू, अषोक संघवी, योगेन्द्र नाहर आदि शामिल थे।

देषभक्ति समूह गान प्रतियोगिता में विभिन्न शालाओं और संस्थाओं ने बच्चों ने दिखाया अपना देषभक्ति हुनर, विजेताओं को प्रदान किए गए पुरस्कार

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झाबुआ। संस्कार भारती आजाद इकाई झाबुआ द्वारा स्थानीय दत्त काॅलोनी स्थित दत्त मंदिर में देषभक्ति समूह गान प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में 13 समूह विभिन्न शालाओं और संस्थाओं से शामिल हुए। सभी समूहों के नाम राष्ट्र भक्तों और वीर पुरूषों के नाम पर रखे गए। आयोजित कार्यक्रम के अतिथि के रूप में संस्था के संरक्षक उमंग सक्सेना, अजय रामावत, अरविन्द व्यास उपस्थित थे। अतिथियों द्वारा दीप प्रज्जवलन कर शुभारंभ किया गया। सरस्वती वंदना बबलू संगीत एवं कला संस्था के साधकों में निहाली चैहान, रानू कमेड़िया, सलोनी श्रीमाली, वैष्णवी बारोठ ने प्रस्तुत की। स्वागत भाषण एवं प्रतियोगिता के बारे में जानकारी संस्था अध्यक्ष श्रीमती भारती सोनी ने दी। संस्था के सभी सदस्यों ने अतिथियों का स्वागत चंदन-तिलक लगाकर एवं देषभक्ति दुपट्टा पहनाकर किया। प्रतियेोगिता के निर्णायक सुभाष गंधर्व एवं सुष्मिता आचार्य थी। कार्यक्रम के दौरान इकाई के कलापोषक मनोज भाटी एवं मनीष शाह का सम्मान भी किया गया। कार्यक्रम का सफल संचालन जयेन्द्र बैरागी एवं सीमा चैहान ने किया।

ये समूह रहे विजेता
प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार सुखदेव समूह (केषव इंटरनेषनल स्कूल) को 1500 रू. एवं प्रषस्ति पत्र, द्वितीय पुरस्कार राजगुरू समूह (सरस्वती षिषु मंदिर) को 1100 रू. एवं प्रषस्ति पत्र एवं तृतीय समूह को 700 रू. एवं प्रषस्ति पत्र अतिथियों द्वारा प्रदान किया गया। इसके अलावा अन्य सभी समूह के प्रतिभागियों को भी सांत्वना पुरस्कार तथा प्रषस्ति पत्र भेंट किए गए। प्रतियोगिता को सफल बनाने में स्मृति भट्ट, शारदा कुमावत, ज्योति त्रिवेदी, प्रिया सारोलकर, श्रद्धा जैन, विना माहेष्वरी, नरेष डोषी, प्रदीप जैन आदि का रहा। अंत में आभार सुनिता आचार्य ने माना।

बालिकाएॅ कम से कम 12 वी तक पढाई अवष्य करे
राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर अतिथियों ने बालिका संषक्तिकरण के लिये रखे अपने विचार
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झाबुआ । राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर आज बालिका सम्मान समारोह का आयोजन षासकीय कन्या महाविद्यालय झाबुआ के परिसर में किया गया। इस अवसर पर झाबुआ जिले में विभिन्न क्षैत्रो में उत्कृष्ट कार्य करने वाली स्थानीय बालिकाओं का अतिथियो द्वारा पुष्पहार पहनाकर षील्ड एवं प्रषस्ती पत्र प्रदान कर सम्मानीत किया गया। समारोह में जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती षांति राजेष डामोर, झाबुआ नगरपालिका परिषद अध्यक्ष श्रीमती मन्नू डोडियार, बाल कल्याण समिति अध्यक्ष श्रीमती सक्सेना, उप संचालक जनसम्पर्क अधिकारी श्रीमती अनुरराधा गहरवाल, साक्षर भारत अभियान से श्रीमती अनु भाबोर, महिला सषक्तिकरण अधिकारी श्री बघेल, सहायक संचालक महिला एवं बाल विकास विभाग श्री अजय चैहान सहित जनप्रतिनिधि, महिला अधिकारी एवं बालिकाएॅ उपस्थित थे। अतिथियो ने कार्यक्रम में बालिकाओ को सम्बोधित करते हुऐ कहां कि बालिकाओं के सम्मान के लिये समाज की मानसिंकता में परिवर्तन की आवष्यकता है। इसके लिये महिलाओ को खुद को आर्थिक एवं सामाजिक रूप से सषक्त बनाना होगा। बालिकाए कम से कम 12 वी कक्षा तक पढाई अवष्य करे। एवं 18 वर्ष की उम्र होने से पहले विवाह नहीं करे। मोबाईल आज के युग में सकारात्मक एवं नकारात्मक दोनो ही तरह से प्रभावित कर रहा है। बालिकाओ से अनुरोध है कि वे मोबाईल का उपयोग खुद को ससक्त बनाने के लिये करे ताकि कोई भी उन्हे कमजोर समझकर अपने निर्णय थोप ना पाये। परिवार के सभी कामो में महिला भी निर्णयकत्र्ता के रूप में अपनी जगह बराबरी के रूप में बना पाये। इसके लिये सबसे अच्छा माध्यम है पढाई करना, आप सभी अपनी पढाई पूरी जरूर करे।

भू-राजस्व संहिता नियमों में होगा संशोधन

झाबुआ । राज्य शासन ने मध्यप्रदेश भू-राजस्व संहिता-1959 के अधीन बने नियमों की समीक्षा कर नियमों में संशोधन करने, नये नियम बनाने और नियमों के प्रारूपण के लिये गठित समिति को पुनर्गठित करने का आदेश जारी किया है। अध्यक्ष राज्य भूमि सुधार आयोग श्री आई.एस. दाणी की अध्यक्षता वाली समिति में प्रमुख सचिव, राजस्व श्री मनीष रस्तोगी उपाध्यक्ष होंगे। समिति के सदस्यों में आयुक्त भू-अभिलेख श्री एम. सेलवेन्द्रन, सदस्य सचिव राज्य भूमि सुधार आयोग श्री अशोक कुमार गुप्ता, सचिव राजस्व मण्डल और उप सचिव राजस्व श्री मुजीबुर्रहमान खान शामिल होंगे। उपायुक्त (विधि अधिकारी) राजस्व, डॉ. भारती गुप्ता को समिति का संयोजक बनाया गया है। समिति मध्यप्रदेश भू-राजस्व संहिता (संशोधन) अधिनियम-2018 के अनुसरण में मध्यप्रदेश भू-राजस्व संहिता-1959 में किये गये संशोधनों के परिणाम स्वरूप नियमों में संशोधन के प्रस्ताव प्राथमिकता से लेगी। समिति राज्य भूमि सुधार आयोग के सहयोग से नियमों का प्रारूप तैयार करेगी और आवश्यकतानुसार अन्य विभागीय अधिकारियों को भी बैठकों में आमंत्रित कर सकेगी।

सातवें वेतनमान के अनुमोदन की तिथि 31 मार्च तक बढ़ी

झाबुआ । जिला पेंशन अधिकारी श्री चैहान ने जानकारी देते हुए बताया कि सभी विभागों में पदस्थ कर्मचारियों के सातवें वेतनमान का अनुमोदन पूर्व में शासन द्वारा 31 दिसम्बर तक अनुमोदन कराने के निर्देश दिए थे। शासन ने अब कर्मचारियों के सातवें वेतनमान का अनुमोदन की तिथि 31 मार्च 2019 तक बढ़ा दी है। उन्होंने सभी कार्यालय प्रमुखों से अनुरोध किया है कि वह अपने विभाग में पदस्थ सभी कर्मचारियों की सेवा पुस्तिका सातवें वेतनमान का निर्धारण कर जिला पेंशन कार्यालय में प्रस्तुत कर अनुमोदन 31 मार्च 2019 तक आवश्यक रूप से करा लें।

जिले मे मिजल्स रूबेला टीकाकरण अभियान के तहत 7 दिन में 1 लाख 30 हजार से अधिक बच्चो का टीकाकरण किया गया
झाबुआ । मिजल्स रूबेला टीकाकरण अभियान के तहत झाबुआ जिले में अभियान 15 जनवरी से चलाया जा रहा है। अभियान के तहत 7 दिन में 1 लाख 30 हजार से अधिक बच्चो का टीकाकरण किया गया। समस्त पालकों से निवेदन है कि वह अपने बच्चे को जो स्कूल में जाते है उन्हें एम आर का टीका जरूर लगवाये, साथ ही जिन बच्चों को स्कूल में किसी कारण से टीका नहीं लगा है वे जिला अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर जाकर चिकित्सा अधिकारी से संपर्क कर एमआर के टीके लगवाए। यह टीका दाहिने हाथ की बाजू में चमडी में दर्द रहित टिका है, इस टीके से दो गंभीर संक्रमक बीमारियों मिजल्स एवं रूबेला से बचाव होता है। जिले के षासकीय एवं निजी स्कूलो के बच्चो को टीकाकृत किया जा रहा है। खसरा रूबेला रक्षक अभियान अंतर्गत पूरे जिले में 9 माह से 15 वर्ष तक के सभी बच्चों को टीकाकृत किया जा रहा है। सुक्ष्मकार्ययोजना के अनुसार सभी षासकीय व अषासकीय स्कूलों में अध्ययनरत कक्षा नसर्री से कक्षा 10 वी तक के बच्चों को दाहिनी बाजू में चमडी के भीतर दर्द रहित एवं सुरक्षित टीका प्रषिक्षित स्वास्थ्य कर्मचारियों के माध्यम से लगाया जा रहा है। जिले के अन्य स्कूलो सहित हाई स्कूल चैनपुरा में भी बच्चो को टीकाकृत किया गया।

गणतंत्र दिवस समारोह के लिये हुई फायनल रिहर्सल

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झाबुआ । गणतंत्र दिवस का मुख्य समारोह कालेज ग्राउण्ड पर आयोजित किया जायेगा  इसके लिये समारोह में होने वाले सास्कृतिक कार्यक्रम, परेड, पीटी इत्यादि का चयन करने के लिये आज षहीद चन्द्रषेखर आजार कालेज ग्राउण्ड पर अतिम रिहर्सल की गई। कार्यक्रम की फायनल रिहर्सल आज 24 जनवरी को प्रातः 9 बजे से प्रांरभ की गई। जिसका निरीक्षण कलेक्टर श्री प्रबल सिपाहा, पुलिस अधीक्षक श्री विनीत जैन, सीईओ जिला पंचायत श्रीमती जमुना भिडे, द्वारा किया गया इस अवसर पर एडीसनल एसपी श्री प्रकाष परिहार, एसडीएम श्री परते सहित जिला अधिकारी, षासकीय सेवक एवं स्कूली बच्चे उपस्थित थे।

गणतंत्र दिवस पर प्रभारी मंत्री श्री सुरेंद्र सिंह बघेल झाबुआ मे करेंगे ध्वजारोहण
गणतंत्र दिवस 26 जनवरी के अवसर पर झाबुआ जिले मे आयोजित होने वाले गणतंत्र दिवस समारोह मे मुख्य अतिथि जिले के प्रभारी मंत्री श्री सुरेंद्र सिंह बघेल ध्वजारोहण करेेंगे। कार्यक्रम का आयोजन स्थानीय षहीद चंद्रषेखर आजाद महाविद्यालय परिसर झाबुआ मे प्रातः 9 बजे से किया जाएगा। प्रातः 9 बजे मुख्य अतिथि श्री बघेल द्वारा ध्वजारोहण किया जाएगा एवं परेड की सलामी ली जायेगी। प्रातः 9.07 बजे मुख्य अतिथि द्वारा मुख्यमंत्री संदेष का वाचन किया जाएगा। 9.22 बजे परेड द्वारा हर्ष फायर किया जाएगा। प्रातः 9.45 बजे पीटी प्रदर्षन एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमो की प्रस्तुति दी जायेगी। षासकीय विभागो की झांकियो का प्रदर्षन किया जाएगा एवं पुरस्कार वितरण किया जााएगा। समारोह स्थल पर राष्ट्रीय भावना एवं झाबुआ की संस्कृति को प्रदर्षित करते हुए सांस्कृतिक कार्यक्रमो की प्रस्तुति दी जायेगी। गणतंत्र दिवस पर विभागो के षासकीय सेवको षैक्षणिक संस्थाओ एवं विद्यार्थियो को उत्कृष्ट कार्य के लिये सम्मानित किया जाएगा। सभी षासकीय कार्यालयो पर 25 जनवरी की रात्रि को विद्युत व्यवस्था की जायेगी। गणतंत्र दिवस पर षासकीय कार्यालयो पर राष्ट्रीय ध्वज को गरिमामय स्थिति मे फहराया जाएगा। गणतंत्र दिवस के अवसर पर जिला स्तरीय आनंद उत्सव का आयोजन भी किया जाएगा। समारोह की समाप्ति के बाद मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम का आयोजन भी किया जाएगा।

भारत पर्व मे आजादी के तराने एवं भगौरिया नृत्य की होगी प्रस्तुति
        
झाबुआ । आगामी 26 जनवरी 2019 को गणतंत्र दिवस की संध्या पर जिला मुुख्यालय झाबुआ मे सायं 7 बजे से राजवाडा चैक झाबुआ में भारत पर्व का आयोजन किया जाएगा। लोकतंत्र के लोक उत्सव भारत पर्व मे आजादी के तराने मालवी गायन, षाजापुर के श्री दिनेष कुमार धौलपुरे एवं साथियो द्वारा तथा नेपानगर के श्री मुकेष दरबार एवं दल द्वारा लोकनृत्य (भगोरिया, फगवा एवं ढोल) की प्रस्तुति दी जायेगी।

25 जनवरी को राष्ट्रीय मतदाता दिवस कार्यक्रम होगा आयोजित

झाबुआ । राष्ट्रीय मतदाता दिवस 25 जनवरी 2019 को सभी शासकीय विभागों, कार्यालयों एवं शैक्षणिक संस्थाओं में प्रातः 11 बजे शपथ दिलाने का कार्यक्रम आयेाजित किया जावेगा। यह शपथ सभी जिलों के शासकीय कार्यालयों एवं शैक्षणिक संस्थाओं में दिलवाई जायेगी। इसका उद्देश्य सभी लोकतांत्रित परम्पराओं को अक्षुण्ण बनायें रखने और मताधिकार का प्रयोग करने के प्रति प्रोत्साहित करने की दिशा में कार्यक्रम आयोजित किए जावेंगे। जिला स्तर पर कार्यक्रम आयोजन उत्कृष्ट विद्यालय झाबुआ के परिसर में प्रातः 11.00 बजे से किया जायेगा।

नगर परिषद थांदला, पेटलावद सहित जनपद मुख्यालयो पर आनंद उत्सव आयोजित
आनंद उत्सव के दौरान स्थानीय खेल/भजन कीर्तन का किया गया आयोजन    
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झाबुआ । राज्य शासन के निर्देशानुसार आज 24 जनवरी को जिले की सभी जनपद पंचायत मुख्यालय सहित नगर परिषद थांदला एवं पेटलावद में आनंद उत्सव का आयोजन किया गया। इस दौरान विभिन्न स्तरों पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये गये। इसके तहत लंबी दौड़, रस्साकसी, खोखो, कबड्डी, स्थानीय खेल सहित आदिवासी नृत्य आयोजित किये गये। कार्यक्रम में भजन कीर्तन का आयोजन भी किया गया।

जिला स्तरीय आनंद उत्सव का आयोजन 26 जनवरी को होगा
गणतंत्र दिवस समारोह के समापन्न के बाद षहीद चंद्रषेखर आजाद महाविद्यालय परिसर झाबुआ मे 26 जनवरी को जिला स्तरीय आनंद उत्सव का आयोजन भी किया जायेगा। जिसमें जिले के जनप्रतिनिध्,िा मीडिया प्रतिनिधि, षासकीय अधिकारी/कर्मचारी, पेषनर्स एवं आम जन भी सहभागिता के लिये सादर आमंत्रित है।

गणतंत्र दिवस पर ग्राम पंचायतों में होंगी विशेष ग्राम सभाएं

झाबुआ । मध्यप्रदेश पंचायत राज एवं ग्राम स्वराज अधिनियम के प्रावधान के अनुसार जिले सभी ग्राम पंचायतों में गणतंत्र दिवस पर विशेष ग्राम सभायें आयोजित की जायेंगी। कलेक्टर श्री प्रबल सिपाहा ने गणतंत्र दिवस पर होने वाली ग्राम सभाओं में जय किसान फसल ऋण माफी योजना की सूची पढ़कर सुनाने तथा भरे गये आवेदन पत्रों के सत्यापन के निर्देश दिये हैं। इसके साथ ही प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत निमार्णाधीन आवासों की समीक्षा एवं ग्राम को खुले में शौचमुक्त घोषित करने की रणनीति पर भी ग्राम सभा में चर्चा होगी। ग्राम सभा मे जल संरक्षण, पौधारोपण, मध्यान्ह भोजन, टीकाकरण इत्यादि विषयो पर भी चर्चा की जायेगी।

गणतंत्र दिवस की संध्या पर शासकीय भवनों में होगी रोशनी

झाबुआ । गणतंत्र दिवस 25 एवं 26 जनवरी की संध्या पर सभी शासकीय भवनों पर रोशनी की जायेगी। कलेक्टर श्री प्रबल सिपाहा द्वारा सभी अधिकारियों को कार्यालय भवनों में रोशनी कराने की व्यवस्था के निर्देश दिये गये हैं। इसके लिये राशि विभागीय आवंटन से व्यय करें।

बेटी बचाव बेटी पढाओ के लिये जन जागरूकता कार्यक्रम 25 जनवरी को मदरानी में

झाबुआ । बेटी बचाव बेटी पढाओ के लिये जन जागरूकता कार्यक्रम 25 जनवरी कोष्षासकीय स्कूल मदरानी में आयोजित किया जायेगा। इस अवसर पर अतिथियो द्वारा बालिका सषक्तिकरण के लिये विचार विर्मष किया जायेगा।

प्रख्यात लेखिका कृष्णा सोबती का निधन

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नयी दिल्ली, 25 जनवरी, हिंदी की प्रख्यात लेखिका एवं निबंधकार कृष्णा सोबती का 93 की उम्र में शुक्रवार को निधन हो गया। सोबती के मित्र एवं राजकमल प्रकाशन के प्रबंध निदेशक अशोक माहेश्वरी ने बताया कि लेखिका ने आज सुबह दिल्ली के एक अस्पताल में अंतिम सांस ली। वह पिछले दो महीने से अस्पताल में भर्ती थीं। उन्होंने बताया, “वह फरवरी में 94 साल की होने वाली थीं, इसलिए उम्र तो बेशक एक कारण था ही। पिछले एक हफ्ते से वह आईसीयू में भी थीं।”  माहेश्वरी ने बताया, “बहुत बीमार होने के बावजूद वह अपने विचारों एवं समाज में जो हो रहा है उसको लेकर काफी सजग थीं।”  1925 में जन्मी सोबती को नारीवादी लैंगिक पहचान के मुद्दों पर लिखने के लिए जाना जाता है।  उन्हें साहित्य अकादमी, ज्ञानपीठ पुरस्कारों जैसे प्रतिष्ठित पुरस्कारों से नवाजा गया था और पद्म भूषण की भी पेशकश की गई थी जिसे उन्होंने ठुकरा दिया था।

असम राष्ट्रीय नागरिक पंजी को अंतिम रूप देने की अवधि नहीं बढ़ाई जायेगी

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नयी दिल्ली, 24 जनवरी, उच्चतम न्यायालय ने बृहस्पतिवार को स्पष्ट किया कि असम में राष्ट्रीय नागरिक पंजी की अंतिम रिपोर्ट तैयार करने की अवधि 31 जुलाई, 2019 से आगे नहीं बढ़ाई जा सकती। न्यायालय ने राज्य सरकार, राष्ट्रीय नागरिक पंजी समन्वयक और निर्वाचन आयोग को यह सुनिश्चित करने के लिये कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव की वजह से यह प्रक्रिया धीमी नहीं हो।  शीर्ष अदालत ने कहा कि आगामी आम चुनाव और राष्ट्रीय नागरिक पंजी की कवायद प्रभावित नहीं होनी चाहिए और इसके लिये सक्षम प्राधिकारियों को एक साथ बैठकर कार्यक्रम तैयार करना चाहिए। प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई और न्यायमूर्ति आर एफ नरिमन की पीठ ने राज्य में राष्ट्रीय नागिरक पंजी के समन्वयक प्रतीक हजेला, निर्वाचन आयोग के सचिव और असम के मुख्य सचिव से कहा कि वे एक सप्ताह के भीतर बैठक कर यह सुनिश्चित करें कि नागरिक पंजी को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया और आम चुनाव साथ साथ हो सकें तथा किसी भी प्रक्रिया में सरकारी कर्मचारियों की कमी नहीं हो। राज्य सरकार की ओर से पेश सालिसीटर जनरल तुषार मेहता ने पीठ से कहा कि इस बैठक का आयोजन किया जायेगा और न्यायालय को इसमें हुयी चर्चा से अवगत कराया जायेगा। इस मामले में अब पांच फरवरी को सुनवाई होगी। असम के लिये राष्ट्रीय नागरिक पंजी का मसौदा 30 जुलाई, 2018 को प्रकाशित हुआ था जिसमें 3.29 करोड़ लोगों में से 2.89 करोड़ लोगों को शामिल किया गया था। इस मसौदा सूची में 40,70,707 लोगों के नाम शामिल नहीं थे। इनमें से 37,59,630 नामों को अस्वीकार कर दिया गया था जबकि शीर्ष 2,48,077 को अलग सूची में रखा गया था। हजेला ने कहा कि मसौदा सूची से बाहर रह गये करीब 40 लाख व्यक्तियों में से 36.2 लाख व्यक्तियों ने अंतिम पंजी में नाम शामिल करने के लिये प्राधिकारियों के समक्ष दावे पेश किये हैं। उन्होंने कहा कि नागरिक पंजी के मसौदे में शामिल करीब दो लाख व्यक्तियों के खिलाफ भी आपत्तियां मिली हैं। लोकसभा के आगामी चुनावों का जिक्र करते हुये हजेला ने कहा कि 31 जुलाई तक नागरिक पंजी को अंतिम रूप देने में दिक्कतें आ सकती हैं क्योंकि निर्वाचन आयोग को भी चुनाव ड्यूटी के लिये सरकारी कर्मचारियों की आवश्यकता होगी। पीठ ने कहा, ‘‘असम के लिये राष्ट्रीय नागरिक पंजी का अंतिम प्रकाशन किसी भी स्थिति में 31 जुलाई से आगे नहीं बढ़ेगा। चुनावों में बड़ी संख्या में कर्मचारियों की आवश्यकता होगी। राष्ट्रीय नागरिक पंजी की प्रक्रिया जारी रहनी चाहिए। आपको रास्ता निकालना होगा।’’  पीठ ने कहा, ‘‘हम इसे 31 जुलाई से आगे नहीं बढ़ाना चाहते।’’ पीठ ने कहा कि दूसरे की कीमत पर पहले को प्रभावित नहीं होने दिया जा सकता। पीठ ने हजेला से कहा कि नागरिक पंजी में नाम शामिल करने या निकालने के बारे में लोगों के दावों और आपत्तियों पर उचित और न्याय संगत कदम उठाये जायें।

अभिनेत्री निर्माता बनने जा रही हैं स्वरा भास्कर

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मुंबई, 25 जनवरी, अभिनेत्री स्वरा भास्कर नयी और सशक्त कहानी कहने के लिए फिल्म निर्माताओं को मदद करने के उद्देश्य से अपना एक फिल्म निर्माण बैनर शुरू करने जा रही हैं। बहुप्रशंसित अभिनेत्री ने अपने भाई ईशान भास्कर के साथ ‘कहानीवाले’ के लिए हाथ मिलाया है। स्वरा ने एक बयान में कहा कि पिछले डेढ़ साल से कहानीवाले के विचार पर काम हो रहा था। कहानीवाले का उद्देश्य नयी और सशक्त कहानी कहने वाली अच्छी पटकथाओं और फिल्म निर्माताओं का सहयोग करना है जिसे उसे दिखाने के लिए मंच नहीं मिला। ईशान ने कहा कि प्रोडक्शन हाउस का लक्ष्य दमदार और नए विषय को सहायता देना होगा।

बेगूसराय : थानाध्यक्ष सहित 22 ASI के तबादलों की सूची जारी

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अरुण कुमार (बेगूसराय) बिहार के बेगूसराय में में एक बार फिर से बड़े पैमाने पर पुलिस पदाधिकारियों का तबादला काफी सोच विचार कर किया गया है।विधि व्यवस्था को चुस्त और दुरुस्त रखने के लिए पुलिस कप्तान अवकाश कुमार ने बड़ी संख्या में फेरबदल करते हुए तबादले का आदेश जारी किया है। जिसके बाद  5 थाना अध्यक्ष सहित 22 ASI रैंकों के अधिकारियों का तबादला किया है। जिसकी लिस्ट जारी कर दी गई है। तबादला किए गए पुलिस अधिकारीयों की पूरी लिस्ट:-

बेगूसराय : टेलीकॉम रेगुलेटरी ऑर्थोरिटी ऑफ इंडिया(ट्राई)के सचिव सेवक शर्मा का किया पुतला दहन

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अरुण कुमार (बेगूसराय) केबल टीवी ऑपरेटरों के राष्ट्रव्यापी निर्णय केे अनुसार गुरुवार को बेगूसराय के सभी केबल टीवी ऑपरेटर हड़ताल पर डटे रहे।इस वजह से सुबह 8 बजे से रात्रि 8 बजे तक पूरे जिले में केबल प्रसारण बाधित रहा।वहींं बेगूसराय केबल संघ के बैनर तले एक विरोध मार्च निकालते हुए समाहरणालय के गेट पर टेलिकॉम रेगुलेटरी ओर्थोरिटी ऑफ़ इंडिया (ट्राई ) के सचिव राम सेवक शर्मा का पुतला दहन कर केंद्र सरकार और ट्राई के विरोध में जमकर नारेबाजी की गयी।ज्ञातव्य हो कि टेलिकॉम रेगुलेटरी ओर्थोरिटी ऑफ इंडिया (ट्राई ) के नए फरमान के अनुसार एक फरवरी से देश भर में जहाँ केबल टीवी देखना वर्तमान दर से कई गुना महंगा हो जाएगा,वही देश भर के लाखों केबल टीवी ऑपरेटरों के आजीविका पर संकट छा जाएगी।टेलिकॉम रेगुलेटरी ओर्थोरिटी ऑफ़ इंडिया (ट्राई ) के नए आदेश के अनुसार 100 चैनल पर 130 रुपये के साथ 23 रुपये GST देनी होगी इन एक सौ चैनलों में कोई भी मुख्य चैनल शामिल नहीं होगा।मुख्य चैनलों की दर 19 रुपये निर्धारित की गयी है जिस पर 18 प्रतिशत GST भी देनी होगी,यानि कि वर्तमान में केबल के माध्यम के 125 से 200 के दर पर करीब साढ़े तीन सौ चैनल अपने टेलीविजन पर देख रहे उपभोक्ता को इतना चैनल देखने के लिए 4 से 8 गुना अधिक राशि खर्च करना पड़ेगा। दूसरी ओर टेलिकॉम रेगुलेटरी ओर्थोरिटी ऑफ़ इंडिया (ट्राई ) के इस नीति से उपभोक्ता अन्य विकल्प की तलाश करेंगे और जिस कारण देश के लाखों केबल टीवी ऑपरेटरों के समक्ष रोजी-रोटी का संकट उत्पन्न हो जायेगा।संघ ने टेलिकॉम रेगुलेटरी ओर्थोरिटी ऑफ़ इंडिया (ट्राई ) के नियम में सुधार करने और किसी भी चैनल का मूल्य 5 रुपये से अधिक नहीं करने की मांग की है।मौके पर कुंदन पासवान, सुमित वत्स, राजेश पासवान, संजय कुमार, राजेश साह, मनोज कुमार, अनिल पोद्दार, घनश्याम पोद्दार, मिंटू पासवान, मो. नासिर, संतोष, विक्कु सहित सैकड़ों केबल ऑपरटर उपस्थित थे।

बेगूसराय : व्यपारी की गोली मारकर हत्या, ग्रामीणों में आक्रोश और दहशत

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अरुण कुमार (बेगूसराय) घटना मुफस्सिल थानाक्षेत्रान्तर्गत की है।खम्हार उच्च विद्यालय के पास गुरुवार की शाम अज्ञात बदमाशों ने बेगूसराय से लौट रहे बाइक सवार खम्हार निवासी नवीन सिंह के पुत्र नीरज कुमार सिंह (30वर्षीय) को गोली मारकर हत्या कर दी। गोली लगने के बाद नीरज वहीं ढेर हो गये। अपराधियों ने घात लगाकर गोली मारी या पीछा कर यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है।घटना की सूचना मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गई है।घटनास्थल पर सैकड़ों लोगों की भीड़ जमा हो गयी है।स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि नीरज व्यवसायी था और बेगूसराय से गांव लौट रहा था।रास्ते में अपराधियों ने गोली मारकर घटना को अंजाम दिया है घटना के बाद अपराधी भाग निकले में कामयाब रहा।जबतक लॉगिन की नजर पड़ती या कोई देखता उसे इससे पहले ही अपराधी अपने कार्य का अंजाम देकर भाग निकला।परिजनों ने घटना की सूचना पुलिस को दे दी है। इधर, इस घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने बेगूसराय-मंझौल पथ एसएच 55 पर शव को रखकर जाम कर दिया है सड़क जाम कर रहे लोग अपराधियों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं सूचना मिलते ही घटनास्थल पर दलबदल के साथ पहुंचे मुफस्सिल थानाध्यक्ष राजबिन्दु प्रसाद ने आक्रोशित लोगों से समझा-बुझाकर जाम हटवाया।इस बीच लगभग आधे घंटे तक जाम लगा रहा। जाम के कारण सड़क पर छोटी-बड़ी वाहनों की लंबी कतारें लग गई,जिससे यात्रियों में अफरातफरी मची हुई रही।थानाध्यक्ष ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया है।उन्होंने कहा कि इस मामले में अपराधियों को अतिशीघ्र गिरफ्तार करने का प्रयास किया जाएगा।अपराधी चाहे कितना बड़ा ही शातिर क्यों न हो पुलिस के शिकंजे से बच नहीं सकता है।

बिहार : विधान सभा में 18 साल से एंग्लो-इंडियन समुदाय का प्रतिनिधित्व नहीं

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बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अल्पसंख्यक विभाग के उपाध्यक्ष सिसिल साह द्वारा प्रतिनिधित्व देने की मांगप्रतिनिधित्व देने के सवाल पर 15 नवम्बर 2000 के बाद से किसी मुख्यमंत्री की पहल नहींसूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भरोसा जताया गया
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पटना,25 जनवरी।सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भरोसा जताकर ही बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अल्पसंख्यक विभाग के उपाध्यक्ष सिसिल साह ने आग्रह किया है कि कि बिहार का विभाजन होने के बाद 15 नवम्बर 2000 से किसी मुख्यमंत्री ने एंग्लो-इंडियन समुदाय को बिहार विधान सभा में प्रतिनिधित्व देने के सवाल पर पहल नहीं किया है। जिसके कारण 18 साल से एंग्लो-इंडियन समुदाय का बिहार विधान सभा में प्रतिनिधित्व नहीं हो पा रहा है।

ईसाई और एंग्लो-इंडियन समुदाय की समस्या का हल नहींः
आज जरूरत है कि बाबा साहब के पद चिन्हों पर चला जाए। भारतीय संविधान में दिए गए अल्पसंख्यकों के अधिकारों को सुनिश्चित किया जाए। अल्पसंख्यक में एंग्लो-इंडियन समुदाय भी है। जो बिहार विभाजन के बाद से हो गया है। श्री साह ने कहा कि झारखंड में 10 से 15 हजार की संख्या में एंग्लो-इंडियन समुदाय के लोग होंगे। उसी तरह कमोमेष बिहार में भी है। बावजूद, इसके बिहार विधान सभा में उक्त समुदाय का प्रतिनिधित्व नहीं मिला है। पिछली सरकारों की तरह ही अल्पसंख्यकों में जनसंख्या की हिसाब से द्वितीय स्थान पर रहने वाले ईसाई समुदाय के साथ दोयम दर्जें का व्यवहार किया जाता रहा है। जो आज भी जारी है। भारतीय संविधान के तहत लोक सभा और विधान सभा में एंग्लो-इंडियन समुदाय के लोगों को प्रतिनिधित्व देने का प्रावधान है। इसे अमल नहीं किया जा रहा है। संविधान में किए प्रावधानों की रक्षा हो सके।

संवैधानिक प्रावधानों को पालन करने का आग्रहः
संवैधानिक प्रावधानों का पालन करवाने का अधिकार महामहिम राज्यपाल महोदय को है। बिहार विधान सभा में एंग्लो-इंडियन समुदाय का प्रतिनिधित्व नहीं हो पा रहा है। महामहिम बिहार विधान सभा में उक्त समुदाय के लोगों को प्रतिनिधित्व नहीं है। इसके आलोक में मनोनीत करना अनिवार्य है जो आपके विषेषाधिकार के अंदर हैं। हां, इसमें अहम भूमिका माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही उठा सकते हैं। यह जरूरी है कि माननीय सीएम प्रस्ताव पारित कर महामहिम के समक्ष अग्रसारित करे। शेष कार्य को महामहिम संपादित कर देंगे। वैसे तो अल्पसंख्यक समुदाय के हित में सीएम नीतीश कुमार ने महत्वपूर्ण कार्य करते रहे हैं। एक कार्य करें एंग्लो इंडियन समुदाय का प्रतिनिधित्व बिहार सभा में कर दें। ऐसा करने से ईसाई और एंग्लो इंडियन समुदाय का हित और कल्याण होगा।

बिहार : पत्रकार पर हुए हमले की भर्त्सना करते हुए गरजे गिरिराज

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अरुण कुमार (बेगूसराय) , बिहार में बिगड़ते लॉ एंड आर्डर पर विपक्ष के हमले के बीच अब सरकार में शामिल बीजेपी ने भी बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के फायर ब्रांड नेता गिरिराज सिंह ने पटना में हुए पत्रकार हमले पर सवाल खड़ा करते हुए सीएम नीतीश कुमार को मामले में संज्ञान लेने की सलाह तक दी है। पटना के एक निजी अस्पताल की गुंडई सामने आई थी।जिसमें पत्रकार के साथ मार-पीट करने का मामला प्रकास में आया था।जिसके बाद केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने अपने ही गठबंधन के नेता और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर सवाल खड़े किए है।पत्रकार हमले पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री इस मामले में खुद संज्ञान लें।गिरिराज सिंह ने यह भी कहा कि सीएम नीतीश कुमार हमेशा से कहते आये है कि चाहे कुछ भी हो जाये मगर कभी भी लॉ एंड आर्डर से समझौता नहीं करेंगे।गिरिराज सिंह सीएम नीतीश कुमार को यहाँ तक सलाह दे दी है कि ऐसे मामलों में सीएम को गंभीरता से लेना होगा

क्या था मामला :-
आगे आपको बता दें कि सगुणा मोड़ स्थित हाईटेक अस्पताल की गुंडई सामने आई थी। अस्पताल मैनेजमेंट पर पैसे की खातिर मृतक को जिंदा बताकर इलाज करने का आरोप लगा था।अस्पताल प्रबंधन जबरन इलाज के नाम पर बड़ी रकम की वसूली करना चाह रहे थे। परिजनों का आरोप था कि जब उनलोगों ने इसका विरोध किया तो अस्पताल के कर्मियों ने उनके साथ मारपीट भी की।इसी दौरान अस्पताल प्रबंधक ने न्यूज कवर करने गए पत्रकारों को टारगेट कर पीटा भी था।पत्रकारों का मोबाइल और कैमरा छीन लिया और उन्हें हॉकी स्टिक और रॉड से जमकर पीटा गया था।इस हमले में दो पत्रकार गंभीर रूप से घायल हो गए थे।अब इस तरह का कांड अगर पत्रकारों के साथ किया जाएगा तो पत्रकार जो कि एक संवाद वाहक है,हर एक बात (वाकया) से सबों को आम जनता से लेकर पुलिस प्रशासन और राजनेताओं तक एक दूसरे के साथ सम्बन्ध स्थापित करनेवाले स्तंभों के साथ ही ऐसी घटनाओं का अंजाम देना शुरु हो जाएगा तो फिर कौन इस सम्बंध को बरकरार रखेगा,यह विचारणीय है। 

बेगूसराय का आर्यन गौतम मिसाइल "आकाश"के साथ देगा सलामी

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अरुण कुमार(बेगूसराय) क्षेत्र कोई भी हो, बेगूसराय हमेशा से सभी में अग्रणी रहा है। पौराणिक काल से ही सभी क्षेत्रों में हमेशा आगे रहा बेगूसराय आजादी के बाद भी अपनी बादशाहत कायम रखे हुए है। राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर इसी धरती के सपूत थे। इसी कड़ी में एक और नाम जुड़ गया है बेगूसराय शहर मुख्यालय के रतनपुर निवासी आर्यन गौतम का। देश के 70 वें गणतंत्र दिवस समारोह पर जब पूरा देश तिरंगा को नमन कर रहा होगा। उस समय बेगूसराय का यह लाल 'आकाश मिसाइल'लेकर राजपथ पर उतरेगा और महामहिम राष्ट्रपति को सलामी देगा। कैप्टन आर्यन गौतम के इस कारनामे को सेना की प्रमुख पत्रिका इंडिया स्ट्राटेजिक ने भी कवर पेज पर जगह दिया है। आर्यन 26 जनवरी को 10:15 बजे 'आकाश मिसाइल'के साथ राजपथ पर राष्ट्रपति के समक्ष शौर्य का प्रदर्शन करेंगे। शिक्षक दंपति एन के गौतम एवं शर्मिला गौतम के पुत्र आर्यन गौतम ने दसवीं एवं बारहवीं की पढ़ाई डीपीएस पटना से किया। इसके बाद संघ लोक सेवा आयोग द्वारा चयनित होकर नेशनल डिफेंस एकेडमी पुणे से स्नातक किया। स्नातक करने के बाद इंडियन मिलिट्री स्कूल देहरादून से प्रशिक्षित होकर दस नवम्बर 2016 को भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट के पद पर कमीशंड हुए। इसके बाद दस दिसम्बर 2018 से कैप्टन के पद पर पदोन्नत होकर राजस्थान में सेना के आकाश मिसाइल यूनिट में तैनात हैं। 70 वें गणतंत्र दिवस की तैयारी शुरू हुई तो सभी को पछाड़ते हुए स्वदेश निर्मित मिसाइल आकाश के लांचर व्हीकल का नेतृत्व करने के लिए आर्यन का चयन कर लिया गया। इसकी जानकारी मिलते ही बेगूसराय एवं आसपास के जिलों में खुशी की लहर फैल गई है। आर्यन जब स्वदेशी तकनीक से निर्मित मिसाइल आकाश के साथ गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रपति को सलामी देंगे, तो उस पल को अपनी आंखों से देखने के लिए बेगूसराय के लोगों ने भी विशेष व्यवस्था की है। चाचा संजय गौतम ने बताया कि आर्यन बचपन से ही प्रतिभाशाली था। देश सेवा का जज्बा उसमें कूट-कूट कर भरा है। इसका प्रतिफल है कि राष्ट्रीय पर्व के पावन बेला पर वह अपने शौर्य का प्रदर्शन भारत के सबसे बड़े समारोह में करेगा, जिसमें देश ही नहीं विदेशों के भी मेहमान बेगूसराय के इस लाल से रूबरू होंगे। इस संबंध में आर्यन ने दूरभाष पर बताया कि इंडियन मैगजीन के कवर पेज पर आना मेरे लिए एक बड़े सपने का सच होना है। देखने में यह परेड भले ही आसान लगता है। लेकिन सेकंड टू सेकंड समय के हिसाब से दो महीने से इसकी तैयारी चल रही थी। मिसाइल से संबंधित जानकारी के लिए अलग कोर्स करने तथा इसके पुख्ता जानकारी से ही यह मौका मिला है। उन्होंने अपने इस उपलब्धि का श्रेय अपने पिता को दिया है। बता दें कि आर्यन को जिस इंडिया स्ट्राटेजिक मैगजीन के प्रथम पृष्ठ पर जगह मिली है। वह भारत के रक्षा, सामरिक, विदेशी एवं परमाणु मामले की आधिकारिक मासिक पत्रिका है, जिसमें सेना, नौसेना, वायु सेना, तटरक्षक, अर्धसैनिक, खुफिया, होमलैंड, नागरिक उड्डयन परमाणु एवं अंतरराष्ट्रीय मामलों की खबर को प्रमुखता के साथ प्रकाशित किया जाता है। फिलहाल बेगूसराय के इस लाल के कारनामा से रतनपुर, बेगूसराय ही नहीं आसपास के जिलों में भी उत्सव का माहौल है।

मोदी ने पीएलएसवी के सफल प्रक्षेपण पर वैज्ञानिकों को दी बधाई

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नयी दिल्ली 25 जनवरी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पीएसएलवी-सी44 तथा पीएसएलवी-डीएल के सफल प्रक्षेपण पर वैज्ञानिकों को शुक्रवार को बधाई दी।  श्री मोदी ने ट्विटर पर लिखा, “पीएसएलवी के सफल प्रक्षेपण के लिए वैज्ञानिकों को हार्दिक बधाई। यह प्रक्षेपण के जरिये हुनरमंद छात्रों द्वारा तैयार कलामसेट को अंतरिक्ष में स्थापित किया जाएगा।” उन्होंने एक अन्य ट्वीट में लिखा,“इस प्रक्षेपण के साथ ही भारत सूक्ष्म-गुरुत्वाकर्षण प्रयोगों के लिए एक कक्षीय मंच के रूप में अंतरिक्ष रॉकेट के चौथे चरण का उपयोग करने वाला पहला देश बन गया है।”  उल्लेखनीय है कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने गुरुवार देर रात दो उपग्रहों के साथ पीएलएलवी-सी44 का श्रीहरिकोटा केंद्र से सफलतापूर्वक प्रक्षेपण किया था।

सुप्रीम कोर्ट ने 10 प्रतिशत आर्थिक आरक्षण पर रोक से किया इंकार

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नयी दिल्ली 25 जनवरी, उच्चतम न्यायालय ने सामान्य वर्ग के आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को 10 प्रतिशत आरक्षण देने के फैसले पर रोक लगाने से इंकार करते हुए शुक्रवार को कहा कि वह इस मुद्दे की जांच करेगा।  मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने एक जनहित याचिका पर सुुनवाई करते हुए सामान्य वर्ग के आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को 10 प्रतिशत आरक्षण देने के फैसले पर रोक लगाने से इंकार कर दिया। खंडपीठ ने आरक्षण को चुनौती देने वाली गैर सरकारी संगठन (एनजीओ)‘यूथ फॉर इक्वालिटी’ की याचिका पर केंद्र सरकार को नोटिस भी जारी किया है अौर उससे चार सप्ताह के अंदर जवाब मांगा है। याचिका में 103वें संविधान संशोधन अधिनियम 2019 को चुनौती दी है, जिसके तहत सरकारी नौकरियों तथा शैक्षणिक संस्थानों में सामान्य वर्ग के कमजोर लोगों को 10 प्रतिशत आरक्षण देने की व्यवस्था की गई है।

विशेष : लोकतंत्र सिर्फ बड़ो का “खेल” नहीं है

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लोकतंत्र का मतलब केवल चुनाव, सरकार के गठन या शासन से नहीं है. लोकतंत्र की परिभाषा इससे व्यापक है जिसमें राज्य, समाज और परिवार सहित हर प्रकार के समूह पर सामूहिक निर्णय का सिद्धांत लागू होता है. केवल राज्य के स्तर पर लोकतंत्र के लागू होने से हम लोकतान्त्रिक नहीं हो जायेंगें इसे सामाज के अन्य संगठनों पर लागू करना भी उतना ही जरूरी है. इस सम्बन्ध में डॉ भीमराव अंबेडकर ने भी चेताया था कि “भारत सिर्फ राजनीतिक लोकतंत्र न रहे बल्कि यह सामाजिक लोकतंत्र का भी विकास करे.” सहभागिता लोकतंत्र का मूल तत्त्व है लेकिन हमारे यहां इसे मतदान तक ही सीमित कर दिया गया है, चुनाव के दौरान हम अपने प्रतिनिधियों को चुनते तो हैं लेकिन इसके बाद अपना नियंत्रण खो देते हैं. हमारे यहां चुनाव और मतदान का आधार भी लोगों के वास्तविक जीवन से जुड़े मुद्दे नहीं होते हैं बल्कि यहां मुख्य रूप से ऐसे भावनात्मक और प्रतिगामी मुद्दे हावी होते हैं जिनका लोकतान्त्रिक मूल्यों से कोई मेल नहीं होता अलबत्ता कई मामलों में तो ये न्याय, समानता और बंधुत्व जैसे हमारे संविधान के बुनियादी मूल्यों के धजियाँ उड़ाते दिखाई पड़ते हैं. शायद लोकतंत्र कि अपनी इसी समझ के कारण हम इसे बच्चों का “खेल” नहीं समझते हैं  भारतीय संविधान सभी बच्चों को कुछ खास अधिकार प्रदान करता है जिसके तहत बच्चों को सही ढंग से पालन- पोषण, आजादी, इज्जत के साथ बराबरी अवसर व सुविधाएँ पाने का अधिकार है. हालांकि 18 साल की उम्र से पहले वे वोट नहीं डाल सकते हैं लेकिन इससे एक नागरिक के तौर पर उनकी महत्वता कम नहीं हो जाती है हमारा संविधान बच्चों को वे सारे अधिकार भी देता है जो भारत का नागरिक होने के नाते किसी भी बालिग़ स्त्री-पुरुष को दिया गया है.

एक समाज और तौर पर हमारे बीच यह समझ जरूरी है कि हम बच्चों को भी एक ऐसे स्वंतंत्र इकाई के तौर पर स्वीकार करें जिनकी खुद सोच सकते हैं, उनकी अपनी एक राय हो सकती है वे निर्णय भी ले सकते हैं और किसी भी विषय पर अपनी उम्र के हिसाब से उनका अपना स्वतंत्र मूल्यांकन भी हो सकता है . संयूक्त राष्ट्र बाल अधिकार कनवेंशन (सीआरसी)  में भी बच्चे की सोच का सम्मान करने और उन्हें अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता देने कि बात की गयी है.  लेकिन दुर्भाग्य से हम बच्चों के सोचने विचारने और उनकी खुद को अभिव्यक्त करने कि उनकी क्षमता को लेकर हम जागरूक नहीं हैं इसके बदले हम इस बात पर यकीन करते हैं कि बच्चों में इतनी क्षमता नहीं होती है कि वे अपने बारे में सोच सकें या खुद की राय बना सकें. हम चाहते हैं कि बच्चे हमारे द्वारा निर्धारित किये गये साँचे के अनुसार ढल जायें, परिवार और समाज में उनकी अभियक्ति को लेकर हम निरंशुक हैं और कभी-कभी इससे असुरक्षित भी महसूस करते हैं. जबकि हकीकत ये है कि हर बच्चे का अपना एक खास व्यक्तित्व होता है और कई बार उनकी मौलिकता हमें एक नयी दिशा दे सकती है. यदि हम बच्चों  के विचरों,नजरिये और मैलिकता पर यकीन करेंगें तो इससे हमारी दुनिया ज्यादा बेहतर होगी. बच्चे को हमेशा से ही बड़ों का आदर करने कि सीख दी जाती  है लेकिन इस सीख को रिवर्स करके बड़ों को इसे खुद पर भी लागू करने कि जरूरत है बड़ो को भी बच्चों के साथ उतने ही आदर सम्मानपूर्ण व्यवहार करना चाहिये जितना कि वे खुद के लिये बच्चों से उम्मीद करते हैं.

बाल सहभागिता का अर्थ है बच्चों से सम्बंधित मसलों और निर्णयों में बच्चों को शामिल करना यह एक प्रक्रिया है जिसमें बच्चों को जरूरी जानकारी देना, उनके विचारों को अहमियत देना उन्हें इसे व्यक्त करने का मौका देना, उनके विचारों को ध्यानपूर्वक सुनना, और उन्हें प्रभावित करने वाले निर्णयों में उनकी भागीदारी सुनिश्चित करना शामिल करना है. बच्चों के इस सहभागिता को सुनिश्चित करने का काम अकेले संयुक्त राष्ट्र संघ या सरकारों का नहीं है बल्कि इसमें अभिभावकों,परिवार, स्कूलों और समाज के अन्य संगठनों कि भूमिका की ज्यादा बड़ी और बुनियादी भूमिका है.  बाल सहभागिता को सुनिश्चित करने के लिये जरूरी है कि हम अपने जीवन से जुड़े हर क्षेत्र में ऐसा तंत्र विकसित करें जहाँ बच्चे बिना किसी डर के अपनी बात रख सकें. नीतिगत रूप से भी यह जरूरी है कि बच्चों से संबंधित संस्थानों जैसे स्कूल, होस्टल, होम आदि में ऐसे फोरम की स्थापना सुनिश्चत हो सके जहाँ बच्चे अपने विचारों को रख सकें. दुर्भाग्य से हमारे समाज में बच्चों की सोच के लिये कोई मूल्य है इसलिये हमारे जैसे देशों में बाल सहभागिता को लेकर लोगों की सोच में बदलाव से करने कि जरूरत है जिससे यह कवायद महज महज दिखावटी और कागजी बनकर ना रह जाये. हमें यह समझना होगा कि अगर बच्चों को मौका मिले तो वे खुद को अपनी पूरी स्वाभिकता और सरलता के साथ अभिव्यक्त करते हैं. उनकी यह मौलाकिता बहुमूल्य है जो हमारी इस  दूनिया को और खूबसरत बना सकती है. बच्चे भले ही वोटर ना हों लेकिन वे इस मुल्क के वर्तमान बाशिंदे जरूर हैं उन्हें इसी नजरिये से देखने की जरूरत है. लोकतंत्र को लेकर हम बड़ों की समझ भले ही ही सीमित हो लेकिन वास्तव में इसका दायरा इतना व्यापक है कि इसमें इसमें परिवार, स्कूल, बच्चे और समाज के सभी संगठन शामिल है. 


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जावेद अनीस 
Contact-9424401459
javed4media@gmail.com
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