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छतरपुर (मध्यप्रदेश) की खबर (21 जुलाई)

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एक-दूसरे के कार्यालयों का आकस्मिक निरीक्षण करें अधिकारी: प्रभारी कलेक्टर  

chhatarpur news
छतरपुर/21 जुलाई/शासन की विभिन्न योजनाओं एवं गतिविधियों का सुचारू रूप से क्रियान्वयन सुनिश्चित् करने के उद्देश्य से अधिकारी एक-दूसरे के कार्यालयों का आकस्मिक निरीक्षण करना सुनिश्चित् करें। यह निर्देश प्रभारी कलेक्टर एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ. सतेन्द्र सिंह ने कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित समय-सीमा पत्रों की समीक्षा बैठक में दिये। उन्होंने कहा कि कलेक्टर डाॅ. मसूद अख्तर जब तक अवकाश पर हैं, तब तक कोई भी अधिकारी मेरी अनुमति के बगैर मुख्यालय न छोड़े। अवकाश पर जाने की स्थिति में पहले से ही लिखित रूप में सूचना जरूर दें। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी तत्परता के साथ लंबित टी0एल0 एवं पीजी सेल के आवेदनों का निराकरण करना सुनिश्चित् करें। उन्होंने निर्देश दिये कि 15 जुलाई 2014 तक लंबित टी0एल0 एवं पीजी सेल के आवेदनों का निराकरण 26 जुलाई 2014 तक कर लिया जाये। उन्होंने कहा कि इस संबंध में 23 जुलाई को 10.30 बजे कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में पुनः समीक्षा बैठक आयोजित की जायेगी। इस बैठक में सभी संबंधित अधिकारी उपस्थित रहें। उन्होंने आगामी 27 जुलाई को वृक्षारोपड़ की तैयारी करने के संबंध में निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि स्कूलों एवं कार्यालयों की खाली पड़ी हुयी भूमि में वृक्षारोपड़ करने की तैयारी कर ली जाये। उन्होंने सभी अधिकारियों को आगामी नगरीय निकायों के चुनाव के लिये कर्मचारियों के डाटाबेस की जानकारी निर्धारित प्रपत्र में एनआईसी कार्यालय भेजने के निर्देश दिये। उन्होंने उप संचालक कृषि को आगामी 15 दिनों के अंदर किसानों को खरीफ फसलों की बोनी कराने की समझाईश देने के निर्देश दिये। उन्होंने जिला विपणन अधिकारी को उर्वरकों का अग्रिम उठाव कराने के संबंध में निर्देश दिये। बैठक में डेंगू एवं चिकनगुनिया से बचाव के संबंध में सभी अधिकारियों को जानकारी दी गई। बैठक में अपर कलेक्टर श्री एस सी गंगवानी, डिप्टी कलेक्टर श्री सी एल चनाप, उप संचालक सामाजिक न्याय श्री वीरेश सिंह बघेल, उप संचालक कृषि श्री इंद्रजीत सिंह बघेल, ईई पीएचई श्री पी के गुरू, पीओ डूडा श्री निरंकार पाठक सहित अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।    

एक्शन प्लान आॅन मीडिऐशन पुस्तक का विमोचन

vidisha news
छतरपुर/21 जुलाई/म0प्र0 राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, जबलपुर द्वारा प्रकाशित की गई हैण्डबुक एण्ड एक्शन प्लान आॅन मीडिऐशन 2014 पुस्तक का विमोचन गत् शनिवार को जिला एवं सत्र न्यायाधीश एवं अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण आदर्श कुमार जैन द्वारा किया गया। इस अवसर पर समस्त न्यायाधीश, अध्यक्ष, अधिवक्ता संघ, मीडिऐशन माॅनिटरिंग कमेटी के समस्त सदस्य एवं प्रशिक्षित मीडिएटर्स उपस्थित रहे।  



पौधरोपड़ हेतु कर्मचारी नियुक्त

छतरपुर/21 जुलाई/कलेक्टर डाॅ. मसूद अख्तर ने आगामी 27 जुलाई को मनाये जाने वाले हरियाली महोत्सव के दौरान वृहद् स्तर पर सम्पन्न होने वाले पौधरोपड़ कार्य के लिये कर्मचारियों की नियुक्ति की है। इन कर्मचारियों को साक्ष्य, लाॅगबुक कीपर एवं स्टीवर्ड पद का दायित्व सौंपा गया है। पौधरोपड़ का कार्य वन भूमि, शैक्षणिक संस्थाओं एवं अन्य शासकीय स्थलों तथा निजी स्वामित्व की भूमि पर प्रातः 9 बजे से सायं 7 बजे तक किया जायेगा। कर्मचारियों को रोपड़ स्थल पर आधा घंटा पहले अर्थात् प्रातः साढ़े 8 बजे उपस्थित होना अनिवार्य है। जिला पंचायत सभाकक्ष में स्टीवर्ड एवं लाॅगबुक कीपर का प्रशिक्षण भी आयोजित किया गया है। प्रशिक्षण उप वन मण्डलाधिकारी छतरपुर एवं बक्सवाहा द्वारा प्रदान किया जायेगा।    

मलेरिया से बचाव हेतु कार्यशाला आयोजित

छतरपुर/21 जुलाई/कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में आज एंटी डेंगू माह जुलाई 2014 की कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला की अध्यक्षता प्रभारी कलेक्टर एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत डाॅ. सतेन्द्र सिंह द्वारा की गई। उक्त कार्यशाला में प्रभारी जिला मलेरिया अधिकारी डा. एस एस चैरसिया द्वारा डेंगू एवं चिकनगुनिया की बीमारी से बचाव के संबंध में उपस्थित अधिकारियों को समझाईश दी गई, साथ ही बताया गया कि वर्षा ऋतु मंे कहीं भी पानी जमा हो तो उसकी निकासी की व्यवस्था की जाये, क्योंकि जमा हुये पानी में मच्छर के लार्वा पैदा होते हैं जो गुणात्मक वृद्धि करते हुये पूरे क्षेत्र को डेंगू, चिकनगुनिया की चपेट में ले लेते हंै। सहायक मलेरिया अधिकारी गोविन्द सिंह द्वारा भी डेंगू से बचाव हेतु सजग रहने की समझाईश दी गई।

जन श्री बीमा योजना से चार हितग्राही लाभांवित

छतरपुर/21 जुलाई/नगर पालिका परिषद्, महाराजपुर के अंतर्गत 4 हितग्राहियों को राज्य शासन की जन श्री बीमा योजना से लाभांवित किया गया है। नगरीय क्षेत्र महाराजपुर के वार्ड क्रमांक 4 की निवासी सुमन चैरसिया, हेमलता सोनी एवं महेन्द्र सिंह को योजना के तहत 30-30 हजार रूपये की राशि एवं वार्ड क्रमांक 15 की निवासी हरकुंवर कुशवाहा को 75 हजार रूपये की राशि का भुगतान किया गया है।  

बिजावर क्षेत्र की समस्याओं की गूंज विधानसभा में 

छतरपुर/जिले के बिजावर विधानसभा क्षेत्र के बीजेपी विधायक पुष्पेन्द्रनाथ गुड्डन पाठक ने विधानसभा में बिजावर क्षेत्र के लोगों की आबाज को बुलन्द किया उन्होनें इस इलाके की हर समस्या को सदन में उठाया। उनके सबालों का सरकार ने विधानसभा में जबाब देते हुए बताया कि बिजावर विधानसभा क्षेत्र में कोई भी निजी चिकित्सक पंजीकृत नहीं हैं। इस क्षेत्र में 7 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, 34 उपस्वास्थ्य केन्द्र संचालित हैं जिनमें 39 चिकित्सक पद स्वीकृत हैं। जबकि मात्र 20 चिकित्सक ही कार्यरत् है। बिजावर जनपद पंचायत क्षेत्र में मुख्य कार्यपालन अधिकारी की अनुसंशा पर कर्मचारियों के निलंबन के सबाल पर पंचायत मंत्री गोपाल भार्गव ने बताया कि 2012-13 से अब तक दो पी.सी.ओ व 6 पंचायत सचिव निलंबित किये गये है।ग्रहमंत्री श्री बाबूलाल गौर ने छतरपुर व टीकमगढ़ जिले की जेल के सम्बंध मंे विधान सभा को बताया कि 10 वर्ष से अधिक के सजायाफता यदि छतरपुर के सतना एवं टीकमगढ़ के सागर के केन्द्रीय जेल भेजे जाते है। सतना में ऐसे 383 कैदी है। कैदियों के परिवहन पर सरकार छतरपुर जिले में 617967/-रू0 और टीकमगढ़ जिले में 5 लाख 57 हजार 217रू0व्यय किये जाते है। इन दोनों जिलों में केन्द्रीय जेल खोलने का सरकार का बिचार नही है। बिजावर विधानसभा क्षेत्र में सिंचाई सुविधाओं के सम्बंध में भी श्री पाठक ने बिधानसभा में जानकारी चाही जिस पर जल संसाधन मंत्री जयंत मलैया ने जानकारी देतेे हुए बताया कि बिधानसभा क्षेत्र में कुल 1लाख 7 हजार 223 हैक्टेयर में खेती होती है। जिसमें से मात्र 48705 हैक्टेयर भूमि सिंचित है। व 58518 हैक्टयर असिंचित। सिंचाई सुबिधायें बढ़ाने के लिए गणेशपुरा पिकअप बीअर का कमान्ड क्षेत्र बांन सुजारा वृहद परियोजना का कार्य प्रगति पर है। रामगढ़ परैवा बांध हेतु एजेंसी निर्धारित की जा चुकी है। इसके अलावा भी श्री पाठक ने आनेक विभागों के द्वारा क्षेत्र के विकास में किये जा रहे कामों की प्रगति पर जानकारी प्राप्त की।

पन्ना (मध्यप्रदेश) की खबर (21 जुलाई)

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गरीबों के कल्याण से होंगे सहकारिता के उद्देश्य पूरे-कलेक्टर
  • समिति प्रबंधक हैं सहकारिता के सच्चे वाहक-कलेक्टर


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पन्ना 21 जुलाई 14/जिला पंचायत सभागार में आयोजित बैठक में कलेक्टर आर.के. मिश्रा ने सहकारी बैंक के कामकाज, सार्वजनिक वितरण प्रणाली तथा राहत राशि के वितरण की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि सहकारी बैंक के गठन का उद्देश्य किसानों और गरीबों का कल्याण करना है। यह बैंक केवल अपने लाभ के लिए कार्य नही कर रहा है। गरीबों और किसानों के कल्याण से ही सहकारिता के उद्देश्य पूरे होंगे। किसान को समय पर खाद और बीज उपलब्ध कराना, सहकारी बैंक की मूलभूत जिम्मेदारी है। सार्वजनिक वितरण प्रणाली के माध्यम से शासन की मंशा के अनुसार गरीबों को समय पर और पूरी मात्रा में खाद्यान्न उपलब्ध कराना बैंक का नैतिक कर्तव्य है। समिति प्रबंधक तथा सेल्समेन गरीबों के हितों को ध्यान में रखकर कार्य करें। गरीबों के विकास से ही बैंक का विकास होगा। अभियान चलाकर प्रत्येक व्यक्ति का सहकारी बैंक में खाता खोलना सुनिश्चित करें। कलेक्टर ने कहा कि समिति प्रबंधक सहकारिता के सच्चे वाहक हैं। समिति प्रबंधक पूरी जिम्मेदारी से कार्य करें। समय पर खाद्यान्न का उठाव तथा वितरण कराएं। किसानों को खाद बीज उपलब्ध कराने में भी आपकी भूमिका महत्वपूर्ण है। अपनी जिम्मेदारी का ठीक से निर्वाहन करें। राहत राशि किसानों में वितरित करने में सहकारी बैंक के अधिकारियों और कर्मचारियों ने सराहनीय प्रयास किया है। सीमित संसाधनों के बावजूद राशि का लगातार वितरण किया जा रहा है। इसमें कई कठिनाईयां भी आयी लेकिन समय रहते उचित कार्यवाही करके राहत राशि का वितरण किया गया। बैंकों तथा साख समितियों से राशि वितरण में सुरक्षा तथा सावधानी का ध्यान रखें। सभी किसानों को अभियान चलाकर किसान क्रेडिट कार्ड प्रदान करें। बैठक में पुलिस अधीक्षक आर.के. जैन ने कहा कि सहकारी बैंक के एक लिपिक से गत दिवस 10 लाख रूपये की लूट हुई। पूरी सुरक्षा के साथ ही राशि एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाएं। राशि हमेशा चार पहिया वाहन में कम से कम 5 व्यक्तियों के साथ ले जाएं। राशि ले जाने में दो पहिया वाहन का उपयोग न करें। राशि ले जाते समय मार्ग तथा समय में परिवर्तन करते रहे। बडी राशि सुरक्षा कर्मी के साथ लेकर जाएं। बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्रीमती भावना बालिम्बे ने कहा कि मनरेगा की राशि कई साख समितियों के माध्यम से मजदूरों को वितरित की जा रही है। इसमें निर्धारित समय सीमा का पालन नही किया जा रहा है। महाप्रबंधक सहकारी बैंक समितियों तथा बैंक शाखाओं में ऐसी व्यवस्था बनाए कि मजदूरों को सात दिन में मजदूरी का भुगतान अनिवार्य रूप से हो जाए। मध्यान्ह भोजन के लिए मार्च से सितंबर तक का खाद्यान्न मार्च में ही आवंटित कर दिया गया लेकिन इसमें से अब तक केवल 10 प्रतिशत खाद्यान्न का उठाव हुआ है। लीड प्रबंधक तत्काल आवंटित खाद्यान्न का उठाव करके इसका वितरण कराएं। बैठक में महाप्रबंधक सहकारी बैंक ने बताया कि बैंक द्वारा 71 हजार 479 किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड जारी किए गए हैं शेष 27014 किसानों को अभियान चलाकर क्रेडिट कार्ड जारी किए जाएंगे। मध्यान्ह भोजन खाद्यान्न के आवंटन में करने पर रैपुरा के समिति प्रबंधक पद से हटा दिया गया है। कलेक्टर ने समिति प्रबंधक के विरूद्ध एफआईआर दर्ज कर कार्यवाही के निर्देश दिए। उन्होंने खाद्यान्न पर्ची में निर्धारित मात्रा के अनुसार हितग्राहियों को खाद्यान्न उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। बैठक में सहकारी बैंक के सभी शाखा प्रबंधक, समिति सेवक तथा खाद्य विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे। 

जिले में अब तक 184.5 मि.मी. वर्षा दर्ज, पवई तथा शाहनगर तहसीलों में हुई जोरदार वर्षा

पन्ना 21 जुलाई 14/जिले में पिछले 24 घण्टों में पवई तथा शाहनगर तहसीलों में रोजदार वर्षा हुई। जिले में 21 जुलाई को औसत 25.8 मि.मी. वर्षा दर्ज की गई। जिसमें तहसील शाहनगर में सर्वाधिक 63.8 मि.मी. वर्षा दर्ज की गई। सभी तहसीलों में हल्की से भारी वर्षा हुई। इससे खेती के कार्य में तेजी आएगी। जिले मेें एक जून से अब तक 184.5 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज की गई है। इस संबंध में अधीक्षक भू-अभिलेख ने बताया कि तहसील पन्ना में 233.3 मि.मी., गुनौर में 136.7 मि.मी. पवई में 263 मि.मी. शाहनगर में 213.4 मि.मी. एवं अजयगढ़ में 76.2 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज की गई है। गत वर्ष इसी अवधि मेें जिले में 538.7 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज की गई थी। जिसमें तहसील पन्ना में 544.1 मि.मी., गुनौर में 526 मि.मी., पवई में 487 मि.मी., शाहनगर में 460.6 मि.मी. एवं अजयगढ़ में 675.9 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज की गई थी। जिले में 21 जुलाई को तहसील पन्ना में 5.2 मि.मी., गुनौर में 2 मि.मी., पवई में 58 मि.मी., शाहनगर में 63.8 मि.मी. वर्षा दर्ज की गई। वर्षा का क्रम अभी भी जारी है।

नीलामी में बिके 31.92 लाख के हीरे

पन्ना 21 जुलाई 14/जिला हीरा कार्यालय द्वारा कलेक्टर आर.के. मिश्रा के मार्गदर्शन में 15 जुलाई से हीरो की नीलामी कलेक्ट्रेट परिसर में की गई। इस नीलामी में कुल 142.13 केरेट वजन के 174 हीरे नीलाम हुए। इनकी कुल राशि 31 लाख 92 हजार 662 रूपये है। इस संबंध में हीरा अधिकारी रत्नेश दीक्षित ने बताया कि नीलामी में कुल 222.14 कैरेट के 249 हीरे रखे गए थे। इनमें से 80 कैरेट वजन के 75 हीरे नीलाम नही हो पाए। नीलामी में सूरत, अहमदाबाद, बनारस, छतरपुर, मुम्बई तथा पन्ना के हीरा व्यापारियों ने भाग लिया। नीलामी का एडीएम चन्द्रशेखर बालिम्बे तथा एसडीएम अशोक ओहरी ने नियमित निरीक्षण किया। 

बिटिया को जरूर पढाए-कमिश्नर
  • कमिश्नर ने मुरब्बा बनाने वाले स्वरोजगारी का बढाया हौंसला

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पन्ना 21 जुलाई 14/गत दिवस सागर संभाग के कमिश्नर आर.के. माथुर ने जिले के ग्रामीण क्षेत्रों का भ्रमण किया। पन्ना विकासखण्ड के भ्रमण के दौरान उन्होंने दहलान चैकी में 12 वर्षो से सफलतापूर्वक आंवला मुरब्बा सहित अन्य उत्पाद बनाने वाले स्वरोजगारी दशरथ यादव का हौंसला बढाया। उन्होंने कहा कि आंवला अत्यंत गुणकारी होता है इसके विभिन्न उत्पादों का बडे पैमाने पर उत्पादन करें। बातचीत के क्रम में स्वरोजगारी की पुत्री अभिलाषा यादव ने बताया कि कक्षा 9वीं तक शिक्षा प्राप्त करने के बाद उन्होंने पढाई छोड दी है तथा आवंला मुरब्बा बनाने में सहयोग करती हैं। कमिश्नर ने कहा कि बिटिया को जरूर पढाए। पूरी शिक्षा प्राप्त करना उसका अधिकार है। जिला शिक्षा अधिकारी तत्काल उसका दूरवर्ती पाठ्यक्रम में प्रवेश दिलाकर आगे की शिक्षा सुनिश्चित करें। कमिश्नर को स्वरोजगारी श्री दशरथ यादव ने बताया कि वर्ष 2002 से स्वर्ण जयंती ग्राम स्वरोजगार योजना से ऋण एवं अनुदान प्राप्त करके आंवले के विभिन्न उत्पाद तैयार किए जा रहे है। इनका दिल्ली, भोपाल तथा अन्य शहरों के हाट बाजारों में भी विपणन किया गया है। इससे प्रतिदिन 300 से 400 रूपये की आमदनी हो जाती है। कमिश्नर ने स्वरोजगारी के प्रयासों की सराहना की। इस अवसर पर कलेक्टर आर.के. मिश्रा, जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती भावना बालिम्बे तथा अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। 

रेत का अवैध उत्खनन पर करें लगातार कार्यवाही-कमिश्नर

पन्ना 21 जुलाई 14/गत दिवस सागर संभाग के कमिश्नर आर.के. माथुर ने अजयगढ विकासखण्ड के विभिन्न ग्रामों का भ्रमण किया। उन्होंने ग्राम उदयपुर, फरस्वाहा तथा चन्दौरा का निरीक्षण करते हुए रेत के अवैध उत्खनन का लगातार कार्यवाही के निर्देश दिए। कमिश्नर ने कहा कि जिले मेें विशेष कर अजयगढ तहसील में रेत के अवैध उत्खनन तथा परिवहन पर कई बार प्रभावी कार्यवाही की गई है। इसे राजस्व, पुलिस तथा खनिज विभाग के अधिकारी समन्वय के साथ लगातार जारी रखें। रेत के अवैध भण्डारण में लिप्त पाए जाने वाले व्यक्तियों पर भी कठोरता से कार्यवाही करें। उन्होंने चन्दौरा पुलिस चैकी में भण्डारित जप्त रेत तथा उदयपुर में अवैध रेत परिवहन रोकने लिए बनाई गई नालियों का निरीक्षण किया। उदयपुर में ग्रामवासियों ने रेत का अवैध परिवहन के कारण फसल को होने वाले हानि की जानकारी दी। कमिश्नर ने इसे रोकने के लिए उचित उपाय करने के निर्देश दिए। निरीक्षण के समय कलेक्टर आर.के. मिश्रा, एडीएम चन्द्रशेखर बालिम्बे तथा संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे। 

वृक्षारोपण के लिए करें पूरी तैयारी-श्रीमती बालिम्बे

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पन्ना 21 जुलाई 14/कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती भावना बालिम्बे ने समय अवधि पत्रों के निराकरण की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि वृक्षारोपण के लिए पूरी तैयारी समय रहते कर लें। जिले में इस वर्ष एक लाख 50 हजार पौधों का रोपण एक ही दिन में किया जाएगा। इसके लिए वन विभाग द्वारा पूरी कार्ययोजना बनाकर तैयारी कर ली गई है। जिस स्थान पर 100 से अधिक पौधे रोपित किए जाएंगे उनमें दो साक्षी उपस्थित रहेंगे। साथ ही वृक्षारोपण की फोटोग्राफी एवं वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी। वन विभाग एक लाख 25 हजार पौधों का रोपण वन क्षेत्र में करेगा। शेष 25 हजार पौधे निजी भूमि, शाला भवन परिसर, पंचायतों द्वारा बनाए गए मुक्तिधाम तथा खेल के मैदानों में रोपित किए जाएंगे। इसके लिए शासन द्वारा दिन निश्चित करके वृक्षारोपण कराया जाएगा। श्रीमती बालिम्बे ने कहा जनशिकायत निवारण प्रकोष्ठ, जनसुनवाई तथा जनप्रतिनिधियों से प्राप्त 1409 आवेदन पत्र कार्यवाही के लिए लंबित हैं। गत सप्ताह 204 आवेदन पत्रों का निराकरण होने के बावजूद बडी संख्या में पत्र लंबित रहना चिंताजनक है। सभी अधिकारी पत्रों के समय पर निराकरण पर विशेष ध्यान दें। स्कूल चले हम अभियान के उद्देश्यों की पूर्ति के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। जिला शिक्षा अधिकारी शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए विशेष प्रयास करें। मध्यान्ह भोजन योजना के तहत प्रत्येक शाला में नियमित भोजन वितरित कराएं। इसमें लापरवाही बरतने वाले समूहों पर कार्यवाही करें। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री आवास योजना के प्रकरणों की मंजूरी के लिए प्रत्येक विकासखण्ड में शिविर लगाए गए। इसी तरह इस शिविर उच्च शिक्षा ऋणों की मंजूरी के लिए लगाएं। इसके लिए अग्रणी बैंक प्रबंधक आवश्यक प्रबंध करें। वर्षाजनित रोगों से बचाव, पेंशन तथा मजदूरी के समय पर वितरण की कार्यवाही सुनिश्चित करें। उन्होंने बैठक से अनुपस्थित जिला प्रबंधक एम.पी. एग्रो श्री सिठोलिया को कारण बताओ नोटिस देते हुए उनके विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही के निर्देश दिए। बैठक में जिले में वर्षा की स्थिति, कृषि आदान, पशुओं के टीकाकरण, पेयजल व्यवस्था की समीक्षा की गई। बैठक में सभी एसडीएम तथा संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे। 

अतिथि शिक्षकों की होगी भर्ती

पन्ना 21 जुलाई 14/प्राथमिक तथा माध्यमिक शालाओं में शिक्षकों के रिक्त पदों की पूर्ति होने तक अतिथि शिक्षकों की भर्ती की जाएगी। इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी महेन्द्र द्विवेदी ने बताया कि प्राथमिक तथा माध्यमिक शालाओं में शिक्षकों के रिक्त पदों की सूची एजुकेशन पोर्टल पर दर्ज कर दी गई है। अतिथि शिक्षक में भर्ती के इच्छुक व्यक्ति 22 जुलाई तक आवेदन कर सकते हैं। अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति 31 दिसंबर 2014 अथवा शाला में शिक्षक पद की पूर्ति होने तक के लिए होगी। 

लापरवाह ग्राम पंचायत सचिव निलंबित

पन्ना 21 जुलाई 14/जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती भावना बालिम्बे द्वारा गत दिवस पवई जनपद पंचायत की सिमरिया ग्राम पंचायत का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान ग्राम पंचायत के अभिलेखों के संधारण में गंभीर त्रुटि पाई गई। श्रीमती बालिम्बे ने इसे गंभीर लापरवाही मानते हुए ग्राम पंचायत के सचिव अजय कुमार खरे को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के आदेश दिए हैं। यह कार्यवाही मध्य प्रदेश पंचायत सेवा अनुशासन एवं अपील नियम 1999 के तहत की गई है। निलंबन अवधि में श्री खरे का मुख्यालय जनपद पंचायत कार्यालय पवई रहेगा। उन्हें नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता दिया जाएगा। 

बालाघाट (मध्यप्रदेश) की खबर (21 जुलाई)

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पूर्ण हो चुकी नल-जल योजना को आधिपत्य में नहीं लेने वाले सरपंचों पर धारा 40 की कार्यवाही के निर्देश
कलेक्टर श्री व्ही. किरण गोपाल ने बालाघाट, वारासिवनी, कटंगी, बैहर एवं लांजी के अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को निर्देशित किया है कि वे लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा पूर्ण कर दी गई नल-जल योजना को अपने आधिपत्य में नहीं लेने वाली ग्राम पंचायतों के सरपंचों के विरूध्द पंचायत राज अधिनियम की धारा-40 के तहत कार्यवाही कर उन्हें शीघ्र से सरपंच पद से पृथक करने की कार्यवाही करें। जिले की अनेक पंचायतों से शिकायत प्राप्त हो रही है कि ग्राम पंचायतों द्वारा नल-जल योजना पूर्ण होने के बाद भी उसे अपने आधिपत्य में नहीं लिया जा रहा है। कलेक्टर ने ग्रामीणों की शिकायतों पर त्वरित कार्यवाही करने के निर्देश दिये है। उन्होंने सभी एस.डी.एम. से कहा है कि शासकीय राशि से बनी नल-जल योजना का लाभ सरपंचों की हठधर्मिता के कारण ग्रामीण जनता को नहीं मिलना बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। ऐसे सरपंचों को पद से हटाने की कार्यवाही की जाये। 

बालाघाट-बैहर रोड पर संकेतक लगाने के निर्देश
कलेक्टर श्री व्ही. किरण गोपाल ने म.प्र. राज्य सड़क विकास प्राधिकरण (एम.पी.आर.डी.सी.) के जिला प्रबंधक को निर्देशित किया है कि वे बालाघाट-बैहर रोड का जितना हिस्सा पूर्ण हो चुका है उसमें यात्रियों के मार्गदर्शन के लिए शीघ्र संकेतक लगायें। उन्होंने दो टूक शब्दो में कहा है कि संकेतक के अभाव में इस सड़क पर कोई दुर्घटना होगी तो इसके जिम्मेदारी सड़क विकास प्राधिकरण (एम.पी.आर.डी.सी.) के अधिकारी की होगी। उल्लेखनीय है कि बालाघाट से बैहर रोड का अधिकांश काम पूर्ण हो गया है। लेकिन अब तक पूर्ण हो चुके भाग में मोड़, पुलिया, स्कूल आदि की जानकारी देने वाले संकेतक अब तक नहीं लगाये गये है। संकेतक के अभाव में रात्री में इस रोड पर चलने में वाहन चालको को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। 

लांजी एवं बिरसा में तहसील कार्यालय भवन का कार्य शीघ्र प्रारंभ करने के निर्देश
लांजी एवं बिरसा में तहसील कार्यालय भवन के लिए 70-70 लाख रु. की राशि काफी समय पूर्व मंजूर किये जाने के बाद भी परियोजना क्रियान्वयन ईकाई लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन यंत्री श्री गरेवाल द्वारा अब तक कार्य प्रारंभ नहीं किये जाने पर कलेक्टर श्री व्ही. किरण गोपाल ने कड़ी नारागजी व्यक्त की है। इन भवनों का कार्य अब प्रारंभ नहीं करने के लिए उन्होंने आज टी.एल. बैठक में कार्यपालन यंत्री श्री गरेवाल को जमकर फटकार भी लगाई। उन्होंने कहा कि 27 मई 2014 को इन भवनों के लिए कार्यादेश जारी होने के बाद भी टेंडर आदि की प्रक्रिया में इतना अधिक विलंब क्यों किया गया है। उन्होंने कार्यपालन यंत्री से सख्त लहजे में कहा कि वे शासन से हर माह मोटी तनख्वाह लेते है तो शासन के काम भी तत्परता से एवं जिम्मेदारी से करें। उन्होंने बैहर एवं लांजी के एस.डी.एम. को भी निर्देशित किया कि वे तहसील कार्यालय भवन के लिए शीघ्र जमीन की व्यवस्था कर कार्य प्रारंभ करवायें। 

ठेकेदार अनिल ग्रोवर को ब्लेक लिस्टेड करने के निर्देश
कलेक्टर श्री व्ही. किरण गोपाल ने परियोजना क्रियान्वयन ईकाई लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन यंत्री श्री गरेवाल को निर्देशित किया है कि वे एकलव्य विद्यालय उकवा एवं हायर सेकेंडरी स्कूल बुदबुदा के भवन का कार्य अब तक पूर्ण नहीं करने वाले ठेकेदार अनिल ग्रोवर को ब्लेक लिस्टेड करने की कार्यवाही करें। ठेकेदार अनिल ग्रोवर द्वारा उकवा एवं बुदबुदा के भवनों का कार्य अब तक पूर्ण नहीं किया जाने से नये शिक्षण सत्र में भी छात्र-छात्राओं को असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है। उल्लेखनीय है कि इसी ठेकेदार द्वारा नवीन कलेक्ट्रेट भवन का कार्य किया जा रहा है जो अब भी अधूरा है। 

कारंजा सरपंच के विरूध्द धारा-40 की कार्यवाही के निर्देश
शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल की जमीन में अनाधिकृत रूप से अतिक्रमण करने के कारण कलेक्टर श्री व्ही. किरण गोपाल ने लांजी विकासखंड की ग्राम पंचायत कारंजा के सरपंच को पंचायत राज अधिनियम की धारा-40 के तहत कार्यवाही कर पद से हटाने के निर्देश दिये है। लांजी एस.डी.एम. को इस संबंध में त्वरित कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये है। उल्लेखनीय है कि कारंजा हायर सेकेंडरी स्कूल की बाउंड्री के भीतर सरपंच द्वारा अतिक्रमण कर कुछ निर्माण कराया जा रहा था। शिकायत मिलने पर तहसीलदार द्वारा इसे हटा दिया गया था। लेकिन इसके बाद वहां के सरपंच द्वारा शाला की बाउंड्रीवाल तोड़कर फिर से स्कूल की जमीन पर ग्राम पंचायत भवन बनाने की कार्यवाही की जा रही है। 

सहायक आयुक्त आदिवासी ने किया शालाओं एवं छात्रावासों का आकस्मिक निरीक्षण
  • दो प्राचार्य, तीन प्रधानपाठक सहित 11 कर्मचारी शाला से गायब मिले

सहायक आयुक्त आदिवासी विकास श्री सत्येन्द्र मरकाम ने 19 जुलाई को परसवाड़ा एवं बैहर विकासखंड की शालाओं का छात्रावासों का आकस्मिक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान दो हाई स्कूलों के प्राचार्य, तीन स्कूलों के प्रधान पाठकों सहित 11 कर्मचारी अनाधिकृत रूप से गायब मिले। इन 11 कर्मचारियों का एक दिन का वेतन काटने के आदेश दिये गये है। निरीक्षण के दौरान एक छात्रावास में अनिमितता पाये जाने पर वहां के अधीक्षक को निलंबित करने की कार्यवाही की जा रही है। निरीक्षण में समय से पहले बंद मिली एक शाला के प्राचार्य व दो शालाओं के प्रधानपाठकों की दो वेतन वृध्दि रोकने की कार्यवाही की जा रही है। 

एक दिन का वेतन काटने के आदेश
सहायक आयुक्त श्री मरकाम ने 19 जुलाई को परसवाड़ा विकासखंड में कन्या हाई स्कूल लिंगा का निरीक्षण किया तो वहां की प्राचार्य श्रीमती सुनीता बोरकर, प्रधान पाठक श्री एम.एल. नागेश्वर, उच्च श्रेणी शिक्षक श्री आर.एल. गेडाम, सहायक अध्यापक श्री महेश बोपचे, संविदा शाला शिक्षक वर्ग-3 श्री सी.बी. क्षीरसागर बिना किसी सूचना के शाला से अनाधिकृत रूप से गायब मिले। इसी प्रकार हाई स्कूल खरपड़िया में प्राचार्य डी.एस. पन्द्रे, माध्यमिक शाला ठेमा के प्रधान पाठक श्री बी.एल. बिसेन, प्रा.शा. ठेमा के प्रभारी प्रधान पाठक श्री ओ.के. बिठले, सहायक अध्यापक श्रीमती प्रतिभा हुमने, तथा उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक शाला परसवाड़ा के भृत्य श्री मुकेश कुमार परते व श्री सुखलाल मर्सकोले बिना किसी सूचना के अनाधिकृत रूप से शाला से गायब मिले। सहायक आयुक्त श्री मरकाम ने बिना सूचना के शाला से गायब मिले इन सभी लापरवाह प्राचार्यों, प्रधानपाठकों, शिक्षकों एवं भृत्यों का एक दिन का वेतन काटने के साथ ही उनके विरूध्द अनुशासनात्मक कार्यवाही के निर्देश जारी किये है।

प्रभारी अधीक्षक के विरूध्द निलंबन की कार्यवाही
सहायक आयुक्त श्री मरकाम जब ग्राम ठेमा के प्री मेट्रीक अनुसूचित जनजाति छात्रावास  पहुंचे तो वहां की अव्यवस्थाओं एवं अनियमितताओं को देखकर वे भी चकित रह गये ।  इस पर उन्होंने छात्रावास के प्रभारी अधीक्षक श्री अशोक कुमार चौहान को निलंबित करने के निर्देश दिये है और छात्रावास की व्यवस्था में तत्काल सुधान करने के निर्देश दिये है। 

समय से पहले ही बंद हो गई शाला, प्राचार्य व प्रधान पाठकों की दो वेतन वृध्दि रोकने की कार्यवाही
सहायक आयुक्त श्री मरकाम जब हाई स्कूल बोदा पहुंचे तो शाला के गेट पर ताला लटका मिला। इसी प्रकार की स्थिति बैहर में माध्यमिक शाला रौंदा टोला एवं प्राथमिक शाला रौंदाटोला में देखने को मिली। ये तीनों शालायें शाला बंद होने के समय से पहले की बंद कर दी गई थी। श्री मरकाम ने समय से पहले शाला को बंद कर शासकीय कार्यों में स्वेच्छाचारिता किये जाने को गंभीरता से लेते हुए बोदा स्कूल के प्राचार्य श्री बी.आर. नाईक, मा.शा. रौंदाटोला के प्रधान पाठक श्री एस.एल. इनवाती एवं प्रा.शा. रौंदाटोला के प्रधानपाठक श्री बी.एस. उईके की दो वेतन वृध्दि रोकने के लिए उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने कहा है। 

बोदा के सरपंच व सचिव के विरूध्द आर.आर.सी. प्रकरण दर्ज, 1.63 लाख रु. की होगी वसूली 
सर्व शिक्षा अभियान के निर्माण कार्य के लिए दी गई राशि का गबन करने के कारण कलेक्टर श्री व्ही. किरण गोपाल के निर्देश पर परसवाड़ा विकासखंड की ग्राम पंचायत बोदा के सरपंच एवं सचिव से एक लाख 63 हजार 204 रु. की वसूली के लिए आर.आर.सी. जारी की गई है। बोदा के सरपंच सचिव से कहा गया है कि वे यह राशि शीघ्र जमा करायें। राशि जमा नहीं कराने पर उनकी चल-अचल संपत्ति की कुर्की कर नीलामी की कार्यवाही की जायेगी और यह राशि वसूल की जायेगी। सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत विभिन्न निर्माण कार्यों के लिए ग्राम पंचायत बोदा को वर्ष 2010-11 में कुल 5 लाख 56 हजार रु. की राशि प्रदान की गई थी। सर्व शिक्षा अभियान के जिला परियोजना समन्वयक विनय रहांगडाले एवं सहायक यंत्री भास्कर शिव द्वारा ग्राम पंचायत बोदा के कार्यों का निरीक्षण करने के बाद मूल्यांकन किया गया तो पाया गया कि सरपंच मंशाराम उईके एवं सचिव सीताराम कुमरे द्वारा दी गई राशि के विरूध्द 3 लाख 92 हजार 796 रु. का ही कार्य कराया गया है और शेष कार्य नहीं कराया गया है। सरपंच मंशाराम उईके एवं सचिव सीताराम कुमरे को शेष एक लाख 63 हजार 204 रु. की राशि वापस करने कहा गया था। लेकिन उनके द्वारा यह राशि अब तक वापस नहीं की गई है। इस पर कलेक्टर द्वारा सरपंच एवं सचिव के विरूध्द आर.आर.सी. जारी कर यह राशि वसूल करने के आदेश दिये गये है। बोदा के सरपंच एवं सचिव के विरूध्द आर.आर.सी. प्रकरण दर्ज कर लिया गया है और उन्हें शीघ्र ही एक लाख 63 हजार 204 रु. की राशि ब्याज सहित जमा कराने कहा गया है। यह राशि जमा नहीं करने पर सरपंच एवं सचिव की चल-अचल संपत्ति की कुर्की कर नीलामी की जायेगी और बकाया राशि ब्याज सहित वसूल कर ली जायेगी। 

वन ग्राम बाजघुंडी में 10 किलोवाट का सौर उर्जा विद्युत केन्द्र प्रारंभ
  • सौर उर्जा से जगमगाने लगा वन ग्राम बाजघुंडी

balaghat news
बालाघाट जिले के बैहर विकासखंड का वन ग्राम बाजघुंडी अब तक बिजली की पहुंच से कोसों दूर था। इस कारण कान्हा नेशनल पार्क से लगे आमगहन पंचायत के इस ग्राम के लोग रात में अंधेरे में जीवन यापन के लिए अभिशप्त थे। लेकिन अब हालत बदल गये है। भले ही वनग्राम बाजघुंडी में अब तक बिजली नहीं पहुंची हो, लेकिन यह गांव अब रात में सौर उर्जा की बिजली से जगमगाने लगा है। स्वच्छ ऊर्जा अभिगम मुहैया कराने के उद्देश्य से, डब्ल्य.ूडब्ल्यू.एफ-इंडिया ने बालाघाट ज़िले के आमगहन पंचायत के वन ग्राम बाजघुंडी में एक 10 किलोवाट क्षमता के सौर ऊर्जा विद्युत केंद्र की स्थापना की है। इस संयंत्र का उद्धाटन 17 जुलाई, 2014 को हुआ जिसकी स्थापना अधिकृत क्रियान्वयन संस्था इनर्जीग्रीन के माध्यम से डब्ल्यू.डब्ल्यू.एफ.-इंडिया द्वारा की गई है। वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार, बालाघाट ज़िले में एक लाख 14 हजार से ज्यादा परिवार ऐसे हैं, जो प्रकाश के अपने स्त्रोत के लिए मुख्य रूप से मिट्टी के तेल पर निर्भर हैं। ग्राम बाजघुंडी में स्थापित संयंत्र इसका एक विकल्प उपलब्ध कराएगा और गांव के 62 परिवारों, एक स्कूल, एक आंगनवाड़ी और एक सामुदायिक भवन को स्वच्छ ऊर्जा अभिगम मुहैया कराने में सहायता करेगा। साथ ही दूरस्थ स्थित दो परिवारों को स्वचलित सौर वितरण प्रणालियां भी उपलब्ध कराई गई हैं। प्रत्येक परिवार एक सौर वितरण तंत्र, दो सी.एफ.एल. बल्बों और मोबाइल चार्ज करने के एक पोर्ट से जुड़ा है। इसके अतिरिक्त, संपूर्ण गांव में, जो मंडला से 80 किलोमीटर और कान्हा राष्ट्रीय उद्यान के मुक्की द्वार से 40 किलोमीटर दूर है, 27 एल.ई.डी. स्ट्रीट लाइट लगाई गई हैं। ग्राम बाजघुंडी की इस परियोजना के रखरखाव और मरम्मत के लिए स्थानीय युवाओं को संयंत्र की छोटी-छोटी मरम्मतों और दैनिक रखरखाव के लिए प्रशिक्षण दिया गया है। इसके अतिरिक्त, ग्रामीणों के लिए जागरूकता एवं क्षमता निर्माण कार्य भी किए गए हैं। इस संस्थापना की सर्वाधिक खास विशेषताओं में से एक यह है कि इस संयंत्र का परिचालन एवं रखरखाव गांव की पर्यावरण विकास समिति द्वारा किया जाता है, जिसके सदस्यों का चयन गांव के लोगों में से ही किया गया है। संयंत्र की परिचालन लागत के मद्देनजर बिजली के उपयोग के शुल्कों का निर्धारण समुदाय द्वारा किया जाता है। गांव के हर परिवार में भार नियंत्रण प्रणाली भी लागू की गई है ताकि बिजली के निर्धारित अंश की उपलब्धता सुनिश्चित हो और कोई भी परिवार बिजली का अतिरिक्त दोहन न करे। ग्राम बाजघुंडी में सौर उर्जा संयंत्र के उद्धाटन अवसर पर डब्ल्यू.डब्ल्यू.एफ-इंडिया के एस.जी. एवं मुख्य कार्यकारी पदाधिकारी श्री रवि सिंह ने कहा एक स्वच्छ एवं सतत ढंग से ग्रामीण समुदाय को बिजली की बुनियादी सुविधा उपलब्ध कराते हुए, बाजघुंडी का सौर ऊर्जा संयंत्र उनके जीवन को सशक्त बनाने में योगदान देगा। इस तरह यह शिक्षा के अवसरों और दूरसंचार सुविधा का संवर्धन कर समाज को मुख्य धारा में लाने में सहायता करता है। यहां प्रदर्षित नमूने का विभव महत्वपूर्ण है और विभिन्न भागीदारों के बीच भविष्य में सहयोग के पर्याप्त अवसर हैं।

डब्ल्यू.डब्ल्यू.एफ.-इंडिया: एक परिचय
डब्ल्य.ूडब्ल्यू.एफ.-इंडिया भारत की अग्रणी संरक्षण संस्थाओं में से एक है, जिसके कार्यक्रम और परियोजनाएं देश भर में कार्य कर रही हैं। संस्था जैवविविधता, प्राकृतिक पर्यावासों और पारिस्थितिकी में मानव हस्तक्षेप को कम करने की दिशा में कार्यरत है। डब्ल्य.ूडब्ल्यू.एफ.-इंडिया का लक्ष्य पृथ्वी के प्राकृतिक पर्यावरण के अपकर्ष को रोकना और एक ऐसे भविष्य का निर्माण करना है, जिसमें लोग प्रकृति के साथ सामंजस्य से रहें। और जानकारी के लिए वेवसाईट www.wwfindia.org   पर सम्पर्क किया जा सकता है। इस संस्थान की सूचना अधिकारी सुश्री दिव्या जॉय से ईमेल djoy@wwfindia.net या वरिष्ठ परियोजना अधिकारी श्री सौरभ पहाड़ी से ईमेल souravpaharis@gmail.com पर भी सम्पर्क किया जा सकता है। 

कायदी हायर सेकेंडरी स्कूल में 11 अतिथि, शिक्षक के लिए 30 जुलाई तक आवेदन पत्र आमंत्रित
शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला कायदी में गणित, भौतिक, रसायन, जीवविज्ञान, समाज शास्त्र, अंग्रेजी, भूगोल, राजनीति शास्त्र एवं हिन्दी प्रत्येक विषय के लिए एक-एक अतिथि शिक्षक वर्ग-01 तथा अंग्रेजी व संस्कृत विषय के लिए अतिथि शिक्षक वर्ग-2 की व्यवस्था की जाना है। संस्था के प्राचार्य श्री मानवटकर ने बताया कि अतिथि शिक्षक वर्ग-1 एवं 2 के पद पर कार्य करने के इच्छुक व्यक्ति आगामी 30 जुलाई 2014 तक कायदी विद्यालय में आवेदन कर सकते है। अतिथि शिक्षक वर्ग-1 के लिए आवेदक को संबंधित विषय में द्वितीय श्रेणी में स्नातकोत्तर उपाधि धारक तथा अतिथि शिक्षक वर्ग-2 के लिए आवेदक को संबंधित विषय के साथ द्वितीय श्रेणी में स्नातक होना चाहिए। अतिथि शिक्षक की यह व्यवस्था विद्यालय में नियमित शिक्षक के नियुक्त होने तक या 31 दिसम्बर 2014 जो भी पहले हो तक के लिए रहेगी। 

थल सेना में हवलदार शिक्षक की भर्ती के लिए 10 अगस्त तक आवेदन आमंत्रित
भारतीय थल सेना के सेना शिक्षा कोर में पढ़ाने के लिए मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ के इच्छुक उम्मीदवारों से एक्स और वाई वर्ग में हवलदार शिक्षक के रूप में भर्ती के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। जिला सैनिक कल्याण अधिकारी सेवानिवृत्त ले.कर्नल जया जेवियर के अनुसार आवेदन पत्र सेना भर्ती कार्यालय उदय हाउसिंग सोसायटी, टाटीबंध रायपुर (छत्तीसगढ़) में जमा करने की अंतिम तिथि 10 अगस्त है। आवेदन पत्र का प्रारूप एवं भर्ती से संबंधित जानकारी जिला सैनिक कल्याण कार्यालय सिवनी के सूचना पटल से प्राप्त की जा सकती हैं। इस संबंध में अधिक जानकारी के लिए भर्ती कार्यालय जबलपुर के दूरभाष नं. 0761-2600242 पर भी सम्पर्क किया जा सकता है। 

किसानों को अमानक बीज विक्रय करने का मामला
  • बीज विक्रेता मे. श्री न्यू नाकोड़ा किसान भंडार का लायसेंस निलंबित

किसानों को धान के अमानक स्तर के बीज विक्रय किये जाने के कारण उप संचालक कृषि श्री जे.एस. गुर्जर ने बीज अधिनियम के तहत कार्यवाही करते हुए में. श्री न्यू नाकोड़ा किसान भंडार बालाघाट का बीज लायसेंस निलंबित कर दिया है। बीज निरीक्षक द्वारा 22 मई 2014 को बीज विक्रेता में. श्री न्यू नाकोड़ा किसान भंडार बालाघाट(प्रो. श्रीमती सरला पींचा) के इतवारी गंज स्थित प्रतिष्ठान से उत्पादक कंपनी महागुजरात सीड्स प्रायवेट लिमिटेड नागपुर द्वारा उत्पादित धान बीज सारथी एवं आकाश के दो नमूने जांच के लिए एकत्र किये गये थे। बीज परीक्षण प्रयोगशाला में धान बीज सारथी का मानक अंकुरण 80 प्रतिशत के विरूध्द 63 प्रतिशत तथा आकाश का अंकुरण प्रतिशत 75 प्रतिशत पाया गया। बीज परीक्षण प्रयोगशाला के परिणाम आने के बाद उप संचालक कृषि श्री गुर्जर ने 28 जून 2014 को अमानक लाट के धान बीज के विक्रय पर प्रतिबंध लगा दिया और धान बीज के विक्रेता में. श्री न्यू नाकोड़ा किसान भंडार बालाघाट के प्रोपाईटर,  कंपनी के अधिकृत वितरक अग्रवाल इंटाप्राईजेस भोमा जिला सिवनी एवं महा गुजरात सीड्स कंपनी नागपुर के संचालक को कारण बताओ नोटिस जारी कर 15 जुलाई 2014 को अपना पक्ष रखने कहा गया था। बीज उत्पादन एवं विक्रय से जुड़ी तीनों संस्थानों के संचालकों का स्पष्टीकरण संतोषजनक नहीं पाया गया। जिस पर उप संचालक श्री गुर्जर ने में. श्री न्यू नाकोड़ा किसान भंडार बालाघाट का लायसेंस तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। इस संस्थान के संचालक को 10 दिनों के भीतर समक्ष में उपस्थित होकर पुन: सुनवाई का अवसर दिया गया है। इस अवधि के बाद में. श्री न्यू नाकोड़ा किसान भंडार बालाघाट के विरूध्द बीज अधिनियम 1966 के तहत कार्यवाही की जायेगी। 

पंचायत निर्वाचन में भी अभ्यर्थियों को देना होगा शपथ-पत्र
विधानसभा निर्वाचन की तरह आगामी पंचायत आम निर्वाचन में अभ्यर्थियों से नाम निर्देशन पत्र के साथ शपथ-पत्र लिया जायेगा। यह जानकारी मतदाता जागरूकता कार्यक्रम (सेन्स) के तहत राज्य निर्वाचन आयोग के अधिकारियों और गैर सामाजिक संगठनों के साथ भोपाल में आयोजित परिचर्चा में बताई गई। परिचर्चा में पॉवर प्रेजेन्टेशन के माध्यम से पंचायत निर्वाचन प्रक्रिया एवं कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी गई। आयोग के उपसचिव बुध्देश वैध ने बताया कि सिर्फ पंच का चुनाव मत पत्र से होगा। जिला और जनपद सदस्य और सरपंच पद का चुनाव ईवीएम से होगा। इस चुनाव में मतगणना विकासखण्ड, तहसील और जिला स्तर पर की जायेगी। पहले मतदान केन्द्र पर ही मतगणना होती थी। 

आयोग की वेबसाइट में पंचायत मतदाता सूची
परिचर्चा में श्री वैद्य ने बताया कि आगामी पंचायत आम निर्वाचन की फोटोयुक्त मतदाता सूची आयोग की वेबसाइट में उपलब्ध रहेगी। इसमें मतदाता अपना नाम देख सकता है। मतदाताओं को मतदाता पर्ची भी उपलब्ध करवाई जायेगी।

स्वागतम लक्ष्मी योजना पर झालीवाड़ा में किया गया कार्यशाला का आयोजन
एकीकृत बाल विकास सेवा योजना, वारासिवनी अन्तर्गत दिनांक 17 जुलाई 2014  को ग्राम झालीवाड़ा के पंचायत भवन में परियोजना अधिकारी श्रीमती मंजू शुक्ला के मार्गदर्शन में स्वागतम लक्ष्मी योजना एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें गांव की सरपंच श्रीमती पुष्पा शरणागत, जनपद सदस्य श्रीमती सरिता राहंगडाले, ग्राम के पंच एवं अन्य प्रतिनिधि, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, गांव की सम्मानीय महिलाये, गर्भवती, धात्री महिलाये किशोरी बालिकायें एवं पर्यवेक्षक उपस्थित थी । सर्वप्रथम परियोजना अधिकारी श्रीमती मंजू शुक्ला एवं सरपंच महोदया द्वारा माँ सरस्वती के छायाचित्र पर माल्यार्पण कर पूजा-अर्चना की गई एवं कार्यकर्ता द्वारा द्वारा सरस्वती वंदना प्रस्तुत की गई । परियोजना अधिकारी द्वारा स्वागतम लक्ष्मी योजना का उद्देश्य एवं योजना के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। बेटा-बेटी में भेदभाव न करना, बेटी को हर जगह सम्मान देना एवं शिक्षा के स्तर को ऊॅंचा उठाना प्रत्येक क्षेत्र में उसे आगे बढ़ने के लिये प्रोत्साहित कर सहयोग प्रदान करना । स्वागतम लक्ष्मी योजना के अन्तर्गत परियोजना अधिकारी द्वारा उपस्थित जन प्रतिनिधियों से अपील की गई की वे गांव में बेटी के जन्म पर उस घर में जाकर बधाई दे एवं उन्हें प्रोत्साहित करें ताकि समाज में व्याप्त लिंगानुपात प्रतिशत में सुधार हो सकें । इसके पश्चात गांव में अव्वल आने वाली हायर सेकण्डरी स्कूल की 2 छात्राओं कुमारी लीना चौधरी एवं अलका पटले को स्वागतम लक्ष्मी योजना अन्तर्गत पुरस्कृत किया गया । गांव की सबसे छोटी बेटी नितू चौधरी (20 दिवस) तथा गांव की सबसे वृध्द महिला श्रीमती राधिका बाई ठाकरे (75 वर्षीय) को भी पुरस्कार से सम्मानित किया गया । इसके पश्चात उपस्थित जन प्रतिनिधि एवं महिलाओं ने अपने-अपने अनुभव बताये साथ ही अपने जीवन के रोचक पहलुओं का भी बखान किया । श्रीमती सरिता वैष्णव (परिक्षेत्र पर्यवेक्षक) एवं श्रीमती अर्चना मेश्राम पर्यवेक्षक द्वारा स्वागतम लक्ष्मी योजना के क्रियान्वयन की जानकारी दी और योजना से होने वाले लाभ के बारे में विस्तृत समझाईश दी । परिक्षेत्र पर्यवेक्षक श्रीमती सरिता वैष्णव द्वारा उपस्थित ग्रामीणजनों एवं हितग्राहीयों का आभार व्यक्त कर, परियोजना अधिकारी के निर्देशन में कार्यक्रम का सफलतापूर्वक समापन किया गया ।

जिले में 317 मि.मी. वर्षा रिकार्ड, बैहर तहसील में सबसे अधिक 414 मि.मी. वर्षा 
जिले में चालू वर्षा सत्र के दौरान एक जून से 21 जुलाई 2014 तक 317 मि.मी. औसत वर्षा रिकार्ड की जा चुकी है। जबकि गत वर्ष इसी अवधि में 670 मि.मी. वर्षा रिकार्ड की गई थी। जिले की औसत सामान्य वर्षा 1447 मि.मी. है। चालू वर्षा सत्र में अब तक सबसे अधिक 414 मि.मी. वर्षा बालाघाट तहसील में तथा सबसे कम 195 मि.मी. वर्षा वारासिवनी तहसील में रिकार्ड की गई है। 

सीधी (मध्यप्रदेश) की खबर (21 जुलाई)

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तहसील रामपुर नैकिन में तहसीलदार के पद पर श्री त्रिपाठी पदस्थ

सीधी 21 जुलाई 2014   कलेक्टर स्वाति मीणा द्वारा जारी आदेशानुसार श्री रामेश्वर प्रसाद त्रिपाठी नायब तहसीलदार (वृत्त हनुमानगढ़) तहसील रामपुर नैकिन जिला सीधी को स्थानापन्न रूप से तहसीलदार के पद पर पदोन्नति करते हुए सीधी जिले में पदस्थ किया गया है। श्री त्रिपाठी के पदोन्नत होने पर आगामी आदेश पर्यन्त तहसील रामपुर नैकिन में तहसीलदार के रिक्त पद पर पदस्थ किया गया है। श्री रामेश्वर प्रसाद त्रिपाठी नायब तहसीलदार (वृत्त हनुमानगढ़) तहसील रामपुर नैकिन की पदोन्नति तहसीलदार के पद पर होने के कारण श्री रामरक्षा तिवारी सहायक अधीक्षक भू-अभिलेख को आगामी आदेश पर्यन्त अस्थाई रूप से (वृत्त हनुमानगढ़) तहसील रामपुर नैकिन का कार्य सम्पादित करेंगे। 

राहत मद हेतु राशि का पुर्नवंटन 

सीधी 21 जुलाई 2014   कलेक्टर द्वारा राहत आयुक्त भोपाल से प्राकृतिक विपत्ति के कारण राहत मद मंे प्राप्त 40 लाख रूपए मंे से 15 लाख 11 हजार 950 रूपए की राशि का पुर्नवंटन तहसीलवार किया गया है। जारी आदेशानुसार तहसील गोपद बनास को बाढ़/गाज प्राकृतिक आपदा हेतु एक लाख 50 हजार, तहसील सिहावल को अग्नि प्राकृतिक आपदा हेतु 50 हजार तथा प्राकृतिक आपदाओं के अन्य मद हेतु तहसील रामपुर नैकिन के लिए 8 लाख 65 हजार 50 रूपए, चुरहट के लिए 50 हजार, गोपद बनास के लिए एक लाख, मझौली के लिए 50 हजार, सिहावल के लिए दो लाख एक हजार 900 रूपए की राशि का पुर्नवंटन किया गया है।   

शालाओं में अनुपस्थित शिक्षकों के विरूद्ध कार्यवाही के निर्देश

सीधी 21 जुलाई 2014   कलेक्टर स्वाति मीणा द्वारा जिले के समस्त अनुविभागीय अधिकारी राजस्व तथा मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत को निर्देशित किया गया है कि वे संयुक्त रूप से विकासखण्ड स्तर पर समस्त संकुल प्राचार्याें, जन शिक्षा केन्द्र प्रभारी, विकासखण्ड समन्वयक, विकासखण्ड अकादमिक समन्वयक व जन शिक्षक की साप्ताहिक समीक्षा करें। साथ ही अधिकारियों से प्रत्येक शाला में शिक्षकों की उपस्थिति की जानकारी प्राप्त करें। समीक्षा में अनुपस्थित पाए गए शिक्षकों के विरूद्ध ‘‘डाइज नाॅन’’ व विभागीय जाॅच की कार्यवाही सक्षम स्तर से कराया जाना प्रस्तावित करें। सहायक शिक्षक, शिक्षक, व्याख्याता के विरूद्ध कार्यवाही संबंधी प्रस्ताव जिला शिक्षा अधिकारी एवं सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग को भेजें। अध्यापक व वरिष्ठ अध्यापक के विरूद्ध कार्यवाही प्रस्ताव मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत को भेजें। सहायक अध्यापक, संविदा शिक्षकों के विरूद्ध अनुशासनात्क कार्यवाही हेतु मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत को भेजे जांए। 

प्राथमिक शालाओं का युक्तियुक्तकरण 

सीधी 21 जुलाई 2014   कलेक्टर स्वाति मीणा द्वारा जारी आदेशानुसार विकासखण्ड समन्वयकों एवं जनप्रतिनिधियों द्वारा प्रेषित प्रस्तावों को दृष्टिगत रखते हुए जिले की प्राथमिक शिक्षा सुविधा विहीन 26 बसाहटों में प्राथमिक शिक्षा की सुविधा उपलब्ध कराए जाने हेतु शालाओं का युक्तियुक्तकरण किया गया है। प्राथमिक शिक्षा सुविधा विहीन बसाहटों में प्राथमिक शाला संचालित करने की स्वीकृति प्रदान की गई है। शाला के एकीकरण उपरान्त शाला को सह शिक्षा के रूप में जाना जावेगा। 

एस.डी.एम.द्वारा ग्राम पंचायत नौढि़या का निरीक्षण

सीधी 21 जुलाई 2014   उपखण्ड अधिकारी गोपद बनास श्री शैलेन्द्र सिंह द्वारा विगत दिवस ग्राम पंचायत नौढि़या पहुॅचकर ग्राम पंचायत कार्यालय का आकस्मिक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान सचिव अनुपस्थित पाए गए। ग्राम पंचायत से संबंधित अभिलेख तथा अवैधानिक रूप से रखे गए 51 राशन कार्ड जप्त किए गए। निरीक्षण के दौरान नायब तहसीलदार गोपद बनास श्री आशीष अग्रवाल, राजस्व निरीक्षक श्री जगजीवन सिंह, आडिटर श्री पशुपतिनाथ द्विवेदी, पटवारी श्री हितेश सिंह साथ थे। 

अघोषित विद्युत प्रदाय रोकने संबंधी प्रारंभिक आदेश जारी

सीधी 21 जुलाई 2014   उपखण्ड मजिस्ट्रेट गोपद बनास श्री शैलेन्द्र सिंह द्वारा प्रारंभिक आदेश धारा 133 के तहत कार्यपालन यंत्री म0प्र0वि0मं0.तथा प्रभारी अधिकारी विद्युत वितरण केन्द्र विद्युत मण्डल सीधी के विरूद्ध आदेश पारित कर निर्देशित किया है कि शहर एवं ग्रामीण अंचलों में बिना किसी पूर्व सूचना के विद्युत प्रवाह की अघोषित कटौती को बन्द करें। साथ ही उपखण्ड मजिस्ट्रेट गोपद बनास न्यायालय में 22 जुलाई 2014 को स्वतः उपस्थित होकर अपना जबाव पेश करें। निर्धारित तिथि को आपके उपस्थित न होने पर उक्त आदेश को क्यों न अंतिम करते हुए आदेश की अवज्ञा के संबंध में आपके विरूद्ध कार्यवाही की जाए।   

आर्थिक सहायता राशि स्वीकृत

सीधी 21 जुलाई 2014   उपखण्ड अधिकारी गोपद बनास श्री शैलेन्द्र सिंह द्वारा जारी आदेशानुसार जहरीला कीड़ा के काटने से मृत्यु होने पर आर्थिक सहायता राशि स्वीकृत की गई है। जारी आदेशानुसार ग्राम बंजारी निवासी खुशी पुत्री प्रदीप कुमार विश्वकर्मा की मृत्यु जहरीला कीड़ा (बिच्छू) के काटने से होने पर मृतक के वारिस पिता प्रदीप कुमार विश्वकर्मा को 50 हजार रूपए की आर्थिक सहायता राशि स्वीकृत की गई है। इसी प्रकार ग्राम माड़पानी निवासी बेलसुआ पुत्री बुद्धू बैगा की मृत्यु कूप के पानी में ड़ूब जाने से होने पर मृतक के निकटतम वारिस पिता बुद्धू बैगा को एक लाख रूपए की सहायता राशि स्वीकृत की गई है। 

कलेक्टर ने किए कार्य विभाजन आदेश जारी

सीधी 21 जुलाई 2014   कलेक्टर स्वाति मीणा द्वारा प्रशासनिक कार्य सुविधा को दृष्टिगत रखते हुए जिला कार्यालय में पदस्थ लिपिकों के मध्य कार्यविभाजन आदेश जारी किए गए है। जारी आदेशानुसार श्री रविन्द्रनाथ दुबे सहायक वर्ग-2 को विभागीय जाॅच शाखा एवं परिवाद शाखा तथा श्री सजन सिंह सहायक वर्ग-2 को प्रभारी अधीक्षक जिला कार्यालय सीधी का दायित्व सौंपा गया है। 

बीज पंजीयन निलंबित

सीधी 21 जुलाई 2014   बीज अनुज्ञापन अधिकारी पदेन उप संचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास श्री आर.एस.शर्मा द्वारा बीज परीक्षण प्रयोगशाला ग्वालियर से प्राप्त बीज परीक्षण रिपोर्ट के आधार पर मे0 संजय कुमार गुप्ता शिव बीज भण्डार गांधी चैक सीधी, श्रीमती गीता सोनी एग्रो सर्विस सेन्टर लालता चैक सीधी, में0 पन्नालाल गुप्ता गुप्ता आटो एजेन्सी बस स्टैण्ड सीधी का गेंहू बीज अमानक पाए जाने पर एक माह तक के लिए बीज पंजीयन निलंबित किया गया है।  

ई-गवर्नेन्स सोसायटी समिति की बैठक सम्पन्न

सीधी 21 जुलाई 2014   कलेक्टर स्वाति मीणा की अध्यक्षता में ई-गवर्नेन्स सोसायटी की बैठक कलेक्ट्रेट के सभाकक्ष में प्रातः 11 बजे से आयोजित की गई। बैठक में सोसायटी के समस्त अधिकारीगण, पुलिस अधीक्षक श्री नवनीत भसीन, वनमण्डल अधिकारी श्री आर. बी.शर्मा, अपर कलेक्टर श्री अनिल खरे, जिला कोषालय अधिकारी श्री आर.डी.चैधरी एवं ई-गवर्नेन्स प्रबंधक श्री मनीष कुमार सिंह उपस्थित रहे। बैठक में बताया गया कि सोसायटी द्वारा यह निर्णय लिया गया है कि कलेक्ट्रेट कार्यालय, जिला पंचायत सीधी एवं वनमण्डलाधिकारी कार्यालय में बायोमैट्रिक्स सिस्टम के द्वारा समस्त अधिकारी/कर्मचारियों की उपस्थिति दर्ज की जावेगी। साथ ही समस्त कार्यालयों के अधिकारी/कर्मचारी सी.सी.टी.वी. कैमरे की सतत निगरानी में रहेंगे। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि आने वाले समय में ब्लाक स्तर से बेव बेस्ड जन सुनवाई भी शुरू की जावेगी। जिससे आम नागरिकों को शिकायत करने एवं उनके निराकरण के संबंध में जानकारी हेतु जिला मुख्यालय तक आने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। इसी तरह पुलिस अधीक्षक कार्यालय को समस्त थाने एवं चैकियों को भी वीडियो कान्फ्रंेसिंग द्वारा जोड़ा जायगा एवं कार्यालयों में नस्तियों का संधारण आॅन लाईन फाइल ट्रैंकिंग सिस्टम के तहत किया जायेगा। 

अन्तर्विभागीय समिति की बैठक आज

सीधी 21 जुलाई 2014   कलेक्टर स्वाति मीणा की अध्यक्षता में डेगू/चिकुनगुनिया नियंत्रण माह के रूप में मनाए जाने हेतु अन्तर्विभागीय समिति की बैठक 22 जुलाई 2014 को जिला पंचायत सीधी के सभाकक्ष में प्रातः 10 बजे से आयोजित की गई है। 

स्कूल चले हम अभियान की समीक्षा बैठक सम्पन्न

सीधी 21 जुलाई 2014   कलेक्टर स्वाति मीणा के निर्देशन में सहायक आयुक्त आदिवासी विकास श्री एल.आर.मीना द्वारा आदिवासी विकास खण्ड कुसमी के सकुल प्राचार्य,हाई स्कूल प्राचार्य, जन शिक्षक,जवाहरलाल आदर्श माडल स्कूल चुरहट, एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय टंसार तथा कन्या शिक्षा परिसर कुसमी के प्राचार्य, बी.आर.सी एव ंबी.ए.सी जन शिक्षको की बैठक लेकर स्कूल चले हम अभियान की समीक्षा की गई। बैठक मंे सहायक आयुक्त द्वारा प्राचार्यो से शैक्षणिक संस्थाओ मे प्रवेश की जानकारी प्राप्त की गई तथा बैगा तथा कोल जनजाति के बच्चो की प्रवेश संबंधी जानकारी प्रदाय किये जाने के निर्देश दिये गये। बैठक मंे प्राचार्यो ने अपने-अपने विद्यालयो मे प्रवेश दिलाये गये बच्चो की संख्या म विद्यालय व्यवस्थाओ के सबंध मे विस्तार से जानकारी दी।

सी.एम.एच.ओ द्वारा औचक निरीक्षण 

सीधी 21 जुलाई 2014   मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा0 के.के.शुक्ला द्वारा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र मड़वास एवं सी.एच.सी.मझौली का निरीक्षण किया गया। मड़वास में बीमांक लेखापाल संदीप चतुर्वेदी अनुपस्थित पाए जाने पर कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मझौली में पाई गई कमियों को दूर करने एवं गर्भवती महिलाओं को प्रसव पश्चात भर्ती करने हेतु एक अतिरिक्त पोस्ट मेटल वार्ड बनाने के निर्देश दिए गए। 

मनरेगा योजना के अधिकारों एवं दायित्वों से सजग हो रहे श्रमिक तथा मेट

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सीधी 21 जुलाई 2014   जिले भर की ग्राम पंचायतों में महात्मा गाॅधी नरेगा श्रमिक समूह सम्मेलनों का आयोजन निर्धारित रोजगार दिवस के मान से जारी है। आयोजित सम्मेलनों में श्रमिक अपने अधिकारों तथा सुविधाओं के प्रति जागरूक होने के साथ योजनांन्तर्गत उपयोजनाओं तथा योजना की क्रियाविधि की जानकारी प्राप्त कर रहे है।  ग्राम पंचायतों में श्रमिक समूहों का सम्मेलन में अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी, सहायक यंत्री, सहायक विकास विस्तार अधिकारी, पंचायत समन्वय अधिकारी, सहायक लेखाधिकारी मनरेगा की मौजूदगी में सम्मेलन में उपयंत्री के द्वारा श्रमिकों को प्राप्त अधिकार, योजना संचालन के मुख्य प्रावधान, रोजगार की मांग, मजदूरी भुगतान, खाता संचालन, योजना में नवीन अनुमत्य, सामुदायिक एवं हितग्राहीमूलक कार्यों की जानकारी दी जा रही है। श्रमिक समूहों के सदस्यों को अधिनियम अंतर्गत प्राप्त अधिकार एवं सुविधाओं की जानकारी से अवगत कराने तथा उन्हें जागरूक करने के लिए प्रत्येक ग्राम पंचायत में ‘श्रमिक समूहों के सम्मेलनों’ का आयोजन हो रहा है। सम्मेलन के आयोजन, समन्वय एवं संचालन का दायित्व उपयंत्री एवं ग्राम पंचायत स्तर के पदाधिकारियों व रोजगार सहायक को सौंपा गया है। सम्मेलनों में शतप्रतिशत श्रमिकों की उपस्थिति के निर्देश दिए गए है। सम्मेलन में श्रमिकों तथा मेटों के अधिकार के अतिरिक्त जाॅबकार्डधारी, भूमिहीन एवं भूमिधारी परिवार के सदस्यों का भौतिक सत्यापन तथा उनकी रजामंदी अनुरूप समूहों का पुनर्गठन, मेट का चयन, समूह संचालन की समझाइश प्रदान करना। नवीन अनुमत सामुदायिक एवं हितग्राहीमूलक कार्यो की श्रमिकों को जानकारी तथा उनके द्वारा चाहे गए कार्यो की सूचीबद्ध कर एसओंपी में शामिल करना। कार्यो की माॅग हेतु आवेदन के अतिरिक्त नये तरीके, कार्यो की माप एवं मूल्यांकन की जानकारी तथा भुगतान की प्रक्रिया से अवगत कराना। ग्राम रोजगार सहायक के द्वारा समूह गठन की जानकारी मेट का नाम व मोबाईल नम्बर नरेगा साफ्ट में दर्ज कराये जाने सबंधी कार्यवाही जारी है। सम्मेलन में श्रमिक सदस्यों की सहमति से समूहों का पुनर्गठन एवं मेट का चयन भी किया जा रहा है। मनरेगा अंतर्गत होने वाले इन ग्राम पंचायत स्तर के श्रमिक सम्मेलनों के द्वारा ग्रामीण क्षेत्र में निवास करने वाले जाबकार्डधारी स्टेक होल्डर्स को ‘हक से मांगों काम मिलेगा, जितना काम उतना दाम, अपने अधिकारों के प्रति सजग रहने हेतु जागरूक करना मुख्य उद्देश्य है। इन्हे उद्देश्यों की पूर्ति हेतु महात्मा गाॅधी नरेगा श्रमिक समूह सम्मेलनों का सफलतम आयोजन किया जा रहा है।  

पर्यवेक्षण एवं निगरानी अधिकारी नियुक्त

सीधी 21 जुलाई 2014   समग्र सामाजिक मिशन अंतर्गत पेंशन का हितग्राहियों को नियमित रूप से प्रतिमाह समय पर भुगतान करने उसके पर्यवेक्षए एवं निगरानी हेतु प्रभारी मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री अनिल खरें द्वारा उपसंचालक समाजिक न्याय श्री संतोष शुक्ला को जिला स्तरीय नोडल अधिकारी नियुक्त किया है। श्री शुक्ला उक्त कार्य सबंधी समस्त कार्यवाही समय पर सुनिश्चित करेगे। प्रगति प्रतिवेदन वरिष्ठ कार्यालय को भेजना तथा मिशन संचालक समग्र सामाजिक सुरक्षा मिशन भोपाल को भेजने हेतु उत्तरदायी होगे। 

खण्डवा (मध्यप्रदेश) की खबर (21 जुलाई)

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इन्दौर की उर्वरक कम्पनी नर्मदा बॉयोकेम प्रायवेट लिमिटेड के खिलाफ एफ.आई.आर. दर्ज
  • प्रयोगशाला विशलेषण रिपोर्ट में अमानक पाया गया था उर्वरक
  • उर्वरक निरीक्षक विकासखण्ड खण्डवा ने मोघट थाने मे दर्ज कराई एफ.आई.आर.

खण्डवा (21 जुलाई, 2014) - राज्य शासन के स्पष्ट एवं सख्त आदेशों के आधार पर किसानांे के हितों को ध्यान में रखकर 17 जुलाई को अमानक उर्वरक कंपनी के विरूद्ध जिला प्रषासन के निर्देषानुसार कृषि विभाग द्वारा एफ.आई.आर. मोघट थाने दर्ज करा दी गई है। गोरतलब है कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा स्पष्ट रूप से किसानों के साथ छलावा करने वाले और अमानक बीजों, उर्वरकों को बनाने वालों के खिलाफ सख्त एवं कानूनी कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए थे। साथ ही कलेक्टर श्रीमती शिल्पा गुप्ता ने भी ऐसी स्थिति में दोषीयों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने के आदेश कृषि विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को समीक्षा बैठक में दिए थे। जिसके मद्देनजर ही जिले में वर्ष 2013-14 रबी में उर्वरक सेम्पल जो नर्मदा बॉयोकेम प्रायवेट लिमिटेड इंदौर की उर्वरक कंपनी का नमूना सिंगल सुपर फास्फेट पी-16 प्रतिषत््् जिसका कोड नंबर के-33 लेब सेम्पल नंबर 418 नमूना लेने का दिनांक 24.10.13 सेवा सहकारी समिति सिहाडा से लिया गया था। जिसकी विश्लेषण रिपोर्ट की अधिक जानकारी देते हुए उप संचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग ओ.पी.चौरे ने बताया की उर्वरक विष्लेषण प्रयोगषाला भोपाल से विष्लेषण में परिणाम जो प्राप्त हुए है उसमें  पी-11.84 प्रतिषत््् तथा डब्ल्यु एस. 10.35 प्रतिषत्््् अमानक आया था। इसके पष्चात् रेफरी सेम्पल का विष्लेषण उर्वरक गुण नियंत्रण प्रयोगषाला बारडोली जिला सुरत (गुजरात) में कराया गया। जिसके भी प्रयोगषाला विष्लेषण में परिणाम पी-12.28 प्रतिषत्् तथा डब्ल्यु.एस. 9.65 प्रतिषत् अमानक पाया गया। इस संबंध में कंपनी द्वारा उर्वरक नियंत्रण आदेष 1985 तथा उर्वरक (संचलन नियंत्रण) आदेष 1973 के अधिनियमों का उल्लंघन किया जाना पाया गया है। जिसके आधार पर उर्वरक निरीक्षक/वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी विकासखंड खंडवा द्वारा मोघट थाना, खंडवा में एफ.आई.आर. दर्ज करा दी गई है। एफ.आई.आर. का क्रमांक 418/14 दिनांक 17.07.14 है। 

15 अगस्त तक विद्यालयों में हेण्डवॉश यूनिट का कराए निर्माण
  • समय-सीमा की बैठक में कलेक्टर श्रीमती शिल्पा गुप्ता ने दिए निर्देश
  • साथ ही अपने अधीनस्थ तहसील कार्यालयों की निरीक्षण करें एसडीएम

खण्डवा (21 जुलाई, 2014) - 15 अगस्त तक शासकीय विद्यालयों में हेण्डवॉश यूनिट का निर्माण हो जाना चाहिए। यह स्पष्ट निर्देश सोमवार को कलेक्टोरेट सभागृह में आयोजित समय-सीमा की बैठक में कलेक्टर श्रीमती शिल्पा गुप्ता ने जिले के समस्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायतों को दिए। इसके साथ ही उन्होनंे बैठक में पंचपरमेश्वर के अंतर्गत किए गए कार्यो एवं मनरेगाा योजना के अंतर्गत कराए गए पौधारोपण की भी समीक्षा सीईओ जनपदों से की।  कलेक्टर श्रीमती शिल्पा गुप्ता ने सर्व कार्यालयों प्रमुखों की बैठक में जिले के सभी राजस्व अनुभागों के अनुविभागीय अधिकारियों को अपने अधीनस्थ तहसीलदारों एवं नायब तहसीलदारों के कार्यालयों का निरीक्षण करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने आदेश देते हुए कहा कि सभी एसडीएम और तहसीलदार यह भी सुनिश्चत करे की उनके न्यायालयों में चल रहे प्रकरण, पंजी में दर्ज है कि नहीं महज बाबूओं के भरोसे न बैठे स्वयं सर्तकता से कार्य करें। इसी प्रकार कलेक्टर श्रीमती गुप्ता ने सभी विभाग प्रमुखों को उनके विभागों में लंबित विभागीय जॉंच की जानकारी भी कलेक्टर कार्यालय भेजने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होने सभी सीईओ जनपदों को समस्त प्रकार की पेंशनों के लिए अग्रिम माह की अंतिम तिथि का इंतजार न करते हुए महिने की सात तारीख तक समस्त पेंशनों के शत् प्रतिशत प्रपोजल भेजने के आदेश दिए। समय-सीमा की बैठक में हरियाली महोत्सव की जानकारी देते हुए जिला वनमण्डला अधिकारी एस.एस. रावत ने बताया की जिले में 27 से 30 जुलाई के मध्य हरियाली महोत्सव मनाया जाएगा। जिसमें जिले में 2 लाख 32 हजार पौधो का रोपण किया जाएगा। चूॅंकि इस वर्ष सम्पूर्ण प्रदेश में रोपे गए पौधो का रिकार्ड गीनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज होना है। इसलिए उनके नॉंम्स के अनुसार प्रत्यक्षदर्सी भी बनाए जाएगे। जो की पौधा रोपण होने की पुष्टि करे। जिस पर कलेक्टर श्रीमती गुप्ता ने डीएफओ एस.एस. रावत को पूर्ण तैयारी कर सूचित करने के निर्देश भी दिए। समय-सीमा की बैठक में कलेक्टर श्रीमती गुप्ता ने जिला शिक्षा अधिकारी को मेपिंग हो चुके छात्रों को छात्रवृत्ति दिलाने के निर्देश देने के साथ ही सभी विभाग प्रमुखों को जनसुनवाई, जनवाणी, पीजीआर, के लंबित प्रकरणों के शीघ्र निराकरण करने के आदेश भी दिए। बैठक में अपर कलेक्टर एसएस बघेल, सीईओ जिला पंचायत अमित तोमर, समेत विभिन्न विभागों के विभाग प्रमुख उपस्थित थे।

बाल विकास कार्यालयों में डाटा एन्ट्री हेतु आवेदन आमंत्रित, अंतिम तिथि 12 अगस्त 

खण्डवा (21 जुलाई, 2014) - जिला कार्यक्रम अधिकारी, एकीकृत बाल विकास विकास सेवा, जिला खण्डवा एवं अधीनस्थ 08 बाल विकास परियोजना कार्यालयों हेतु डाटा एन्ट्री तथा कम्प्युटर कार्यो हेतु व्यावसायिक सेवा को प्राप्त करने वाले व्यावसायिक संस्थाओं के माध्यम से डाटा एन्ट्री ऑपरेटर-सह-टाईपिस्ट वित्तीय वर्ष 2014-15 के लिये उपलब्ध कराने हेतु पंजीकृत फर्म/संस्था से निविदा आमंत्रित की जाती है। इच्छुक सेवा प्रदाता एजेन्सी कार्यालय जिला कार्यक्रम जिला कार्यक्रम अधिकारी, एकीकृत बाल विकास सेवा, जिला खण्डवा (जनपद पंचायत परिसर, सिविल लाईन खण्डवा) की लेखा शाखा से कार्यालयीन समय पर अवकाश दिवसों को छोड़कर 12 अगस्त समय 03ः00 बजे तक राशि रू. 200/- नगद जमा कराकर निविदा प्रपत्र प्राप्त कर सकते है तथा निविदा के संबंध में जानकारी प्राप्त कर सकते है। सेवा प्रदाता एजेन्सी द्वारा सीलबंद निविदाएं निविदा प्रकाशन की दिनांक से 12 अगस्त तक समय 03ः00 बजे तक कार्यालय में रखे सीलबंद टेण्डर बॉक्स में प्रस्तुत किये जा सकते है। जिला स्तर पर गठित समिति द्वारा विधिवत प्राप्त निविदाएॅं 12 अगस्त तक 03ः30 बजे उपस्थित निविदाकारों के समक्ष खोली जायेगी। निविदा के संबंध में किसी भी प्रकार की जानकारी के निविदा में संशोधन एवं निरस्त करने का पूर्ण अधिकार जिला कार्यक्रम अधिकारी खण्डवा के पास सुरक्षित रहेगा।

आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में शांति समिति की बैठक का आयोजन 

खण्डवा (21 जुलाई, 2014) - आगामी दिनो में ईद उल फितर तथा जन्माष्टमी, गोगा नवमी, का पर्व मनाया जाएगा। शहर मंे इन पर्वो के सद्भाव, शांति पूर्वक एवं सुव्यवस्थित रूप मनाये जाने हेतु शांति समिति की बैठक का आयोजन आज मंगलवार को सायं 04ः00 बजे स्थान कलेक्टोरेट सभाकक्ष खंडवा में कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी महोदय् की अध्यक्षता में किया गया है। 

कृषि विष्वविद्यालय के संयुक्त निदेषक विस्तार द्वारा जिले का भ्रमण

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खण्डवा (21 जुलाई, 2014) - मानसून की देरी एवं कमी के प्रभावों से निपटने हेतु कृृषि उत्पादन आयुक्त म.प्र.षासन द्वारा जारी निर्देषों के परिपालन तहत कृृषि विज्ञान केन्द्र एवं कृृषि विभाग द्वारा चलाये जा रहे कार्यक्रमों का अवलोकन करने हेतु राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृृषि  विष्वविद्यालय, ग्वालियर के संयुक्त निदेषक विस्तार डॉ. उदय प्रताप सिंह भदौरिया ने शुक्रवार को जिले के छैगॉवमाखन विकासखण्ड का भ्रमण किया। उन्होने कृृषि विज्ञान केन्द्र में उपसंचालक कृषि श्री ओ.पी.चौरे , आत्मा परियोजना संचालक षिवसिंह राजपूत एवं कृृषि वैज्ञानिको के साथ बैठक की जिसमे अधिकारियों द्वारा बताया गया कि इस वर्ष खरीफ का लक्ष्य 3,14,000 हेक्टेयर रखा गया है जिसमें 1,92,000 हेक्टेयर में सोयाबीन, 50,000 हेक्टेयर में कपास, 20,000 हेक्टेयर में  मक्का, 5,000 हेक्टेयर में मूॅंग व उड़द 1,000 हेक्टेयर में धान आदि की बुआई होगी। ग्राम छैगॉवदेवी के भ्रमण दौरान  भगवान पटेल, हीरालाल पटेल, आनंदराम, सेवकराम, त्रिलोक व रामदास पटेल के खरेतों का अवलोकन किया गया। डॉं. भदौरिया ने बताया कि सोयाबीन को मेढ़-नाली पद्धति से ही बोना चाहिए जिससे वर्षा  की प्रतिकूलता से बचा जा सकता है। डॉं. भदौरिया ने कम अवधि की फसलों को  एवं अन्तर्वर्तीय फसलों के रूप में लेने का सुझाव भी दिया। उपसंचालक कृषि ओ.पी.चौरे ने बुआई पूर्व अंकुरण परीक्षण को अतिमहत्वपूर्ण बताया। आत्मा निदेषक षिवसिंह राजपूत द्वारा बीज की उपलब्धता की जानकारी दी गई।  मोकलगॉव में कृृषको द्वारा बताया गया कि सोयाबीन की 75 प्रतिषत एवं कपास की षत्प्रतिषत बुआई हो चुकी है। कपास के साथ तुवर व उड़द की अन्तर्वर्तीय फसलों का निरीक्षण किया गया। सुरगॉव जोषी एवं दोंदवाड़ा के खेतो के बाद डुल्हार के गोविन्द पगारे के खेत पर सोयाबीन की दूसरी बुआई को अधिकारियों द्वारा अवलोकन किया गया। भ्रमण के अन्त में डॉं. भदौरिया ने कृृषि विज्ञान केन्द्र के विषेषज्ञों एवं कृृषि अधिकारियों को आवष्यक निर्देष दिये।

सर्वोत्तम कृषक पुरस्कार हेतु प्रविष्ठियां आमंत्रित

खण्डवा (21 जुलाई, 2014) - कृषि विस्तार सुधार कार्यक्रम (आत्मा) के अंतर्गत राज्य, जिला एवं विकासखण्ड स्तरीय सर्वोत्तम कृषक एवं जिला स्तरीय सर्वोत्तम कृषक समूह पुरस्कार का चयन कर   पुरस्कार प्रदान किये जाने है । इस हेतु जिले के समस्त प्रगतिषील कृषक बंधुओं से प्रविष्ठियां आमंत्रित की जाती है । प्रविष्ठि फार्म ब्लॉक के वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी कार्यालय/ बी.टी.एम. आत्मा से प्राप्त की जा सकती है । फार्म जमा करने की अंतिम तिथि 31 जुलाई को शाम 4 बजे तक है । उसके बाद प्राप्त होने वाले आवेदनों पर विचार नहीं किया जावेगा । फार्म के साथ किसान भाईयों को अपनी फोटो, मोबाइल/दूरभाष नंबर, बैंक अकाउण्ट नंबर देना अनिवार्य है । फार्म को अपने क्षेत्र के संबंधित ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी/बी.टी.एम. आत्मा से सत्यापित करा कर ही जमा करावें तथा संबंधित कृषि (कृषि, उद्यानिकी एवं पशुपालन) गतिविधि का साक्ष्य यदि हो तो वह भी प्रस्तुत करें जैसे उपज विक्रय रसीद, कोई राज्य या जिला स्तरीय पुरस्कार प्राप्त हुआ हो तो उसकी छायाप्रति इत्यादि । ब्लॉक से प्राप्त सर्वोत्तम कृषक का चयन, चयन समिति द्वारा प्राप्तांकों के आधार पर किया जावेगा, जिसमें से राज्यस्तरीय सर्वोत्तम पुरस्कार हेतु 50000/- जिलास्तरीय सर्वोत्तम पुरस्कार हेतु 25000/- एवं विकाखण्ड स्तरीय पुरसकार हेतु 10000/-  रूपये का कृषक पुरस्कार दिया जावेगा, साथ ही जिला स्तरीय सर्वोत्तम कृषक समूह का पुरस्कार रूपये 20000/- भी सर्वोत्तम समूह को दिया जायेगा।

टीकमगढ़ (मध्यप्रदेश) की खबर (21 जुलाई)

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लगाये गये सभी पौधे सुरक्षित रहें इसका ध्यान रखा जाये
  • शत-प्रतिशत हितग्राहियों को खाद्यान्न वितरण हो
  • मध्याह्न भोजन हेतु राशन एक साथ दें, कलेक्टर ने दिये निर्देश 

tikamgarh news
टीकमगढ़, 21 जुलाई 2014। कलेक्टर डाॅ0 सुदाम खाडे ने कहा वर्षा के इस मौसम में वन विभाग के अलावा अन्य विभाग भी अपने सुरक्षित परिसरों में पौधे लगायें। उन्होंने कहा पौधे इस प्रकार लगाये जाये जिससे शत-प्रतिशत पौधे सुरक्षित रहें। आपने कहा इस हेतु सभी विभाग अपनी विस्तृत कार्य योजना बनाकर मंगलवार को प्रस्तुत करें। उन्होंने इस कार्य में स्वयं सेवी संस्थाओं एवं निजी क्षेत्र की भागीदारी हेतु भी अपील की है। डाॅ0 खाडे ने आज टी.एल. की बैठक में ये निर्देश दिये।

स्कूल एवं आंगनवाडि़यों में लगायें पौधे
डाॅ0 खाडे ने कहा कि जिले के स्कूलों, काॅलेजों, आंगनवाडियों में प्राथमिकता के आधार पर पौधे लगायें जायें। उन्होंने कहा इसके साथ ही यह सुनिश्चित किया जाये कि जितने भी पौधे लगाये जाये वे सभी जीवित रहें। आपने कहा इसी प्रकार जितने भी सुरक्षित परिसर हैं वहाँ पौधे लगायें जिससे अधिक से अधिक पौधे जीवित रहंे। उन्होंने कहा यह कार्य सुनियोजित रूप से करें जिससे बेहतर परिणाम मिलें।

आकस्मिक तैयारी रखें
डाॅ0 खाडे ने कहा जिले में अभी कहीं भी अतिवर्षा या बाढ़ की स्थिति नहीं लेकिन इस हेतु सभी संबंधित विभाग आकस्मिक तैयारी पूर्ण रखें। उन्होंने कहा सिंचाई विभाग, आर.ई.एस. एवं अन्य विभाग अपने नवीन तालाबों एवं स्टाप डेमों का संबंधित तहसीलदारों के साथ निरीक्षण करें तथा यह सुनिश्चित करें कि सभी स्ट्रक्चर सुरक्षित हैं। आपने कहा अचालक जल भराव के प्रति लोगों को सतर्क करें। उन्होंने कहा नदी, नालों एवं तालाबों में खतरे के निशानों, पुल-पुलियों पर सुरक्षा के चिन्हों का पुनः परीक्षण करा लें तथा जहाँ चिन्ह नहीं है वहाँ लगवायें। 

शत-प्रतिशत हितग्राहियों को खाद्यान्न वितरण हो
डाॅ0 खाडे ने कहा कि खाद्यान्न का वितरण सभी पात्र परिवारों तक हो रहा है इसका परीक्षण कराने हेतु प्रणाली विकसित करें। उन्होंने कहा नांद से लीड संस्था एवं खाद्यान्न वितरण दूकान तक कितना खाद्यान्न पहुँचा इसकी भी जानकारी आॅनलाईन करायें। आपने कहा इसी प्र्रकार मध्याह्न भोजन हेतु संबंधित समूहों को उसी माह और आवंटित पूरा खाद्यान्न एक साथ मिले यह सुनिश्चित किया जाये। उन्होंने कहा इस कार्य में लापरवाही करने वालों को बख्शा नहीं जायेगा।

वन विभाग लगायेगा 6 लाख पौधे
बैठक में वन संरक्षक श्री ए.के. सिंह ने बताया कि जिले में वन विभाग द्वारा 6 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य है। उन्होंने बताया कि इस हेतु वन विभाग द्वारा संरक्षित क्षेत्रों में पौध रोपण का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। आपने बताया कि इसके साथ ही जिले में गिनीज बुक आॅफ वल्र्ड रिकार्ड के तहत एक लाख 35 हजार पौधों का रोपण एक ही दिन में किया जायेगा। उन्होंने बताया इस हेतु स्कूल, काॅलेज, सार्वजनिक स्थल, महर्षि विद्यालय सहित शासकीय परिसरों, चिन्हित कृषकों के खेतों सहित अनेक स्थानों को चिन्हित किया गया है।इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अनय द्विवेदी, वन संरक्षक श्री ए.के. सिंह, अपर कलेक्टर श्री शिवपाल सिंह, डिप्टी कलेक्टर श्री पी.डी.भानिया, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ0 पी.के. जैनर्, इ. ई. डब्लू.आर.डी. श्री एल.जे.एस. चैरसिया, आर.ई.एस. श्री जे.पी. रोहित, पी.एच.ई श्री महेन्द्र सिंह, जिला आयुष अधिकारी श्री एस.के. त्रिपाठी, उप संचालक कृषि श्री बी.एन. सिंह, सहायक संचालक उद्यान श्री एस.एस. कुशवाहा, जिला महिला बाल विकास अधिकारी श्री राजीव सिंह, उप पंजीयक श्री बी.पी. रावत, जिला प्रबंधक लोक सेवा गारंटी श्री के आर. झा., जिला खाद्य अधिकारी श्री बी.एल. शर्मा, जिला आबकारी अधिकारी श्री अभिषेक तिवारी, जिला खनिज अधिकारी श्रीमती दीपमाला तिवारी, जिला रोजगार अधिकारी श्री डी.के. ठाकुर, एस. डी. ओ. वन डाॅ ज.े पी. रावत, जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी तथा संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

उपचार हेतु आर्थिक सहायता स्वीकृत

टीकमगढ़, 21 जुलाई 2014। म.प्र. राज्य बीमारी सहायता निधि से जिले के तीन जरूरतमंद व्यक्तियों को कैंसर के उपचार हेतु 2 लाख रूपये की आर्थिक सहायता स्वीकृत की गई है। तदनुसार श्रीमती नीतू पत्नि राजेन्द्र नायक निवासी ग्राम बम्हौरी बराना तह. लिधौरा को एक लाख रूपये, श्री जुगल प्रसाद तनय श्री कन्नू अहिरवार उम्र 50 वर्ष निवासी ग्राम लक्ष्मनपुरा धजरई को पचास हजार रूपये तथा श्री कमलेश घोष तनय श्री दशरथ सिंह घोष उम्र 28 वर्ष निवासी मऊ बुजुर्ग तहसील जतारा को पचास हजार रूपये कैंसर के उपचार हेतु स्वीकृत किये गये हैं। यह राशि संबंधित अस्पताल को चैक द्वारा देय होगी। 

विद्युत समस्या निवारण शिविर आज बनियानी में 

टीकमगढ़, 21 जुलाई 2014। म0प्र0 शासन तथा म.प्र.पू.क्षे.वि.कं.लि. के निर्देशानुसार विद्युत उपभोक्ताओं की विद्युत से संबंधित समस्याओं/शिकायतों के निराकरण हेतु निर्धारित स्थानों पर निर्धारित तिथियों में प्रातः 11 बजे से 4 बजे तक जनसमस्या निवारण शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। इनमें विद्युत उपभोक्ताओं के विद्युत देयकों, लंबित बकायाराशि, नये विद्युत कनेक्शन, विद्युत चोरी के प्रकरणों आदि की समस्याओं/शिकायतों को मौके पर निराकृत किया जा रहा है। तदनुसार बल्देवगढ़ के लिये 22 जुलाई को बनियानी में, पलेरा के लिये 23 जुलाई को आलमपुरा में, बुड़ेरा के लिये 23 जुलाई को नैनवारी में तथा सहायक अभियन्ता (शहर) टीकमगढ़ के लिये 23 जुलाई को शहरी वितरण केन्द्र टीकमगढ़ में ये शिविर आयोजित किये जायेंगे। 

नीमच (मध्यप्रदेश) की खबर (21 जुलाई)

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विक्रम सीमेंट खोर सहकारी भंडार किराणा दुकानें सील -
  • घोटाले व भ्रष्टाचार को लेकर बंटा था पर्चा, 30 साल में फैक्ट्री प्रबंधन ने पहली बार की बडी कार्रवाई

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नीमच। 20 जुलाई विक्रम सीमेंट खोर के विक्रम हाॅस्पिटल प्रांगण में विक्रम सीमेंट एम्पलाई सहकारी भंडार लि. की तीन किराणा दुकानों में अनियमिता व भ्रष्टाचार का मामला प्रकाष में आया है। जिसे विक्रम सीमेंट प्रबंधन द्वारा सील कर  रिकार्ड को जांच में लिया है। साथ ही जिला खाद्य आपूर्ति विभाग को भी कार्रवाई के लिए प्रेषित किया गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार गत दिनों विक्रम सीमेंट खोर के जागरूक श्रमिक ठेकेदारों एवं कर्मचारियों द्वारा विक्रम सीमेंट के मुख्य प्रबंधक को सहकारी भंडार में अनियमितता और घोटाले की जांच के लिए एक खुला पत्र जारी किया था। यह पत्र सीमेंट फैक्ट्री में बंटा था। इसी पत्र केा आधार मानकर 16 जुलाई की शाम को प्रबंधन द्वारा सहकारी भंडार की तीनों किराणा दुकानों के रिकार्ड जब्त कर दुकानों को सील कर दिया गया था। खुले पत्र में इनटेक के महामंत्री दिलीपसिंह राठोड़ को ब्लेक लिस्टेड सावनसिंह ठेकेदार द्वारा अवैध कमीशन के चक्कर में केन्टीन एवं ट्रांसपोर्ट का ठेका में अनियमितता की श्री राठोड ने जी.एम.इंजि. (जेडसा) एवं उषा इंजि. के मेके निकल्म विभाग के मेन्टनेन्स के लाखों रूपयों के फर्जी बिल पास कराने, 40 ठेकेदारों से मोटी रकम का कमीशन प्रतिमाह लेने साथ ही केन्टीन ठेका आनंद टेªडिग कम्पनी के नाम है लेकिन इससे भी एक लाख का कमीशन लेने आदि भ्रष्टाचार में एक अन्य कर्मचारी का पूरा हाथ होने के आरोप का उल्लेख भी किया गया। श्री राठोड़ पर निजि बंदूक खुले आम लेकर लोगों को डराने का भी आरोप पत्र में उल्लेख किया गया है कर्मचारियों श्रमिकों के मकान आवंटन की प्रक्रिया में परिवर्तन के नाम पर शराब, अययाशी की नाजायज मांग का भी उल्लेख इस खुले पत्र में किया गया है जिसमें लक्ष्मणसिंह (कम्पनी के हेडपम्प) का मुख्य सहयोग रहता है श्री राठोड द्वारा जमीनेां के गलत भाव बताकर क्रय-विक्रय कर लाखों रूपयों की धोखाधड़ी करने का आरोप भी पत्र में लगाया गया है। दिलीपसिंह राठोड को धनकुबेर बनाने में शम्भुपुरा स्थित आदित्य सीमेंट में कार्यरत प्रबंधक अधिकारी चन्द्रशेखर का वरहस्त है कल फकीर जो साईकल पर था आज करोड़पति कैसे बन गया। दिलीपसिंह राठोर की लडकी की शादी जयपुर में पढ़ाई कर रही है उसे गल्फ कन्ट्री में सैटल्ड किया गया है एक बेटी बेटा भंवरकुवर विेदशी कम्पनी में कार्यरत है एक अन्य कर्मचारी नेताओं की खातिरदारी भी करता है आरोपी जिसमें जावद केसरपुरा के लोग भी शामिल है श्री राठोड ने पृथ्वीसिंह, गणपतसिंह, बजरंग सिंह प्रकाश मीणा आदि को नोकरी से रिश्वत नहीं देने के कारण बिना कारण निकलवा दिया था। कर्मचारियों श्रमिकों ने महामंत्री दिलिपसिंह राठोड़ के घोटालों व भ्रष्टाचार की जांच कर कंपनी के नियमों एवं अधिकार की पालना करवाते हुये श्रमिकों के हितों के साथ होने वाले अन्याय से बचाने की मांग की है यदि शीघ्र ही राठौड़ के खिलाफ उच्च स्तरीय निष्पक्ष कानूनी कार्रवाई नहंी हुई तो कम्पनी को इसी लाखों रूपये का चूना लगता रहेगा जिसें रोकना कम्पनी के विकास के लिए आवश्यक है। सोमवार को सील गई दूकानों की जांच विक्रम प्रबंधन द्वारा की गई। दिनभर चली जांच में सहकार भंडार के दस्तावेजों को खंगाला गया।  

क्या कहते है जिम्मेदार -
वैसे तो में प्रतिक्रिया देने के लिए अधिकृत नहीं हूॅ लेकिन उच्चअधिकारियों के निर्देश पर ही विभागीय कार्रवाई की गई है यह कम्पनी का भीतरी मामला है शिकायत पर अचानक निरिक्षण की सामान्य वार्षिक निरिक्षण की प्रक्रिया है ए.आर.पंजीयक की जांच के बाद स्टाक का सही सत्यापन सामने आयेगा जांच 17 से 23 जुलाई तक पूरी होगी। : एस.सी.जोशी, सहकारी प्रबंधक ()मो-9425975560 

-मैं छुटटी पर हूॅ तथा बाहर हूॅ मैं किसी भी जानकारी देने के लिए अधिकृत नहीं हूॅ। : विक्रान्त बजाज, सोसायटी प्रबंधन सचिव, मो. 9669828179 

-विरोधी असामाजिक तत्व जो फेक्ट्री से निकाले गये है उनके द्वारा मेरे 29 साल की बेदाग छवि को बदनाम करने की साजिश का हिस्सा है मुझ पर लगायें गये आरोप झूठे और बेबुनियाद है आरोपों का कोई परिणाम नहीं है सबूत हो तो सामने आये वे हर प्रकार की न्यायालय की कार्रवाई का सामना करने को तैयार है इसका अर्थ मामला स्वार्थो से जुड़ा झूठा है। : दिलीपसिंह राठोड़ महामंत्री इनटेक, ()मो. 9425108275

न्यायिककर्मी चंद्रषेखर बैरागी का आकस्मिक निधन
  • जिला न्यायालय परिसर में कर्मचारी संघ ने शोक सभा कर दी श्रद्धाजंलि

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नीमच। चतुर्थश्रेणी न्यायिक कर्मचारी चंद्रषेखर पिता मदनदास बैरागी का लंबी बीमारी के बाद गत 19-20 जुलाई की मध्यरात्रि को आकस्मिक निधन हो गया। 55 वर्षीय श्री बैरागी मूलतः नारायणगढ़ जिला मंदसौर के निवासी होकर वर्तमान में मनासा न्यायालय में पदस्थ थे। बिमारी के चलते वे विगत 4-5 माह से अवकाष पर चल रहे। निधन के बाद अंतिम संस्कार 20 जुलाई को उनके निज निवासी नारायणगढ़ में हुआ। उनके आकस्मिक दुःखद निधन पर सोमवार शाम 5 बजे जिला न्यायालय परिसर में मप्र न्यायिक कर्मचारी संघ द्वारा शोक सभा रखी गई। इसमें न्यायिक परिवार के सभी न्यायाधीषगण व कर्मचारी शामिल हुए। प्रारंभ में शोक पत्र का वाचन संघ जिलाध्यक्ष महेष जांगड़े ने किया। तत्पष्चात सभी ने दो मिनट का मौन रख श्री बैरागी की श्रद्धाजंलि दी और  दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ईष्वर से प्रार्थना की। शोक सभा में जिला एवं सत्र न्यायाधीष षिप्रा शर्मा, एडीजे आरपी वाष्र्णेय, ओपीएस रघुवंषी, हमेंत जोषी, सीजेएम संजीव गुप्ता, न्याधीष वर्ग-1 अभिषेक गौड़, उत्तमकुमार डार्वी, न्यायाधीष वर्ग-2 सुनील चैधरी, विजय पांडे, मौना शुक्ना पांडे, जिला विधिक सहायता अधिकारी और न्यायिक कर्मचारी संघ के सभी सदस्य मौजूद थे। 




नपा चुनाव के बहिष्कार की चेतावनी, सहयोग की चैपाल में विकास नगर वासियों ने नगरपालिका को जमकर कोसा

नीमच 21 जुलाई। प्रबुद्ध लोगों की काॅलोनी कही जाने वाली विकास नगर 14/3 के बाद विकास नगर 14/2 के यातायात पार्क में सहयोग संस्था की चैपाल में विकास नगर के नागरिकों ने नगरपालिका के प्रति जमकर आक्रोष व्यक्त कर कोसा। चैपाल में डाॅ.एम.एल.जैन ने कहा कि वर्षों से नगरपालिका में नाला बनाने की गुहार लगा रहे हैं। नपा अध्यक्ष स्वयं स्थिति देखकर दो दिन में इंजीनियर भेजने की कह गई, परन्तु दो साल गुजर गये, परन्तु कोई नहीं आया। बरसात में सडकों का पानी घरों में घुस जाता है। वरिष्ठ अभिभाषक मोहनलाल नेहरा ने कहा कि सहयोग के सदस्य नगर में अनुकरणीय कार्य कर रहे हैं। नगरपालिका एवं प्रषासन बिना कहीं जाये समस्याओं से अवगत हो रहा है तो सहयोग की चैपाल में उठाये जा रही समस्याओं को प्रमुखता से हल करना चाहिए। ओमप्रकाष बटवाल ने कहा कि 15 वर्षों से काॅलोनी में सडकों का निर्माण नहीं हुआ। हरिषचन्द्र नागदे ने कहा कि रात में आवारा तत्व तेज गाडियां लेकर निकलते है।, महिलाओं पर अषोभनीय कमेन्ट करते हैं। इन्हीं लोगों द्वारा महिलाओं के गले से चैन खींचने की वारदातें आए-दिन होती रहती है। आवारा पषुओं के कारण भी सडक पर चलना दुभर है।  विकास एवं सुरक्षा समिति, विकास नगर के अध्यक्ष षिवनारायण वर्मा ने नालियों की सफाई, सडक, पार्क में टूटी फुटी लाईट, काॅलोनी में पडे खाली प्लाट, पेयजल संकट, पेवर टाईल्स इत्यादि कई समस्याओं को लेकर काॅलोनीवासियों की तरफ से नगरपालिका को प्रेषित करने हेतु एक पत्र भी दिया। चैपाल के आरंभ में डाॅ.पृथ्वीसिंह वर्मा ने सहयोग संस्था द्वारा किये जा रहे कार्यों की संक्षिप्त जानकारी देते हुए कहा कि सहयोग संस्था की यह 12 वीं चैपाल है। सहयोग ने षहर के अतिरिक्त ग्रामीण अंचल में जाकर भी समस्याओं को हल करने की दिषा में सहयोग प्रदान करने की पहल की है।  सहयोग के संस्थापक किषोर जेवरिया ने कहा कि हमारा मकसद आपकी समस्याओं को दूर करने में सहयोगी बनना है। विकास नगर की चैपाल में जो समस्याएं उभरकर आई हैं, कमोबेष इन सभी समस्याओं से पूरा षहर त्रस्त है। जनता ने जिन लोगों को चुनकर भेजा, उन्होंने अपने दायित्व का निर्वाह नहीं किया। कमीषनखोरी और भ्रष्टाचार के लिये कुख्यात हो रहे हैं परन्तु वे करोडों रूपयों के अनावष्यक कार्य करवाने में रूचि रखते हैं परन्तु मामूली खर्च में हल की जाने वाली जनता की समस्याओं की ओर देखने की भी उन्हें फुर्सत नहीं है। चैपाल में जीवनसिंह पंवार, जे.सी.सोनार, रतन योगी, सुभाष षर्मा, रघुनंदन पाराषर, किषोर कुमार कर्णिक, मांगीलाल चंदेरिया, मदनलाल वर्मा, भगवानलाल यादव, एन.के.गुप्ता, मनीष षारदा, बलवंतसिंह जैन, राजीव चैधरी, के.ए.गुरनानी, नोतनदास दादवानी, अंकितकुमार जोषी, मुरलीधर प्रेमाणी, जगदीषचंद्र लोंगड, लक्ष्मीनारायण, ओमप्रकाष बंसल, षांतिलाल छाजेड सहित बडी संख्या में काॅलोनीवासी उपस्थित थे।

गाजा पर इजरायली हमले जारी, मृतकों की संख्या 540 हुई

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गाजा पट्टी पर सोमवार को भी इजारयल का हमला जारी रहा और एक अस्पताल पर गोलाबारी के अलावा इजरायल में घुसपैठ की कोशिश कर रहे 10 आतंकियों को मार दिया गया। इसके साथ ही गाजा पर इजरायली हमले में मरने वालों की संख्या सोमवार को 540 हो गई। इस बीच संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने जहां सभी पक्षों से गाजा पट्टी में तत्काल संघर्ष विराम की अपील की, वहीं अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी दोनों पक्षों के बीच संघर्ष विराम समझौता कराने के प्रयास के तहत सोमवार को मिस्र की राजधानी काहिरा पहुंचे।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने चिकित्सकों एवं प्रत्यक्षदर्शियों के हवाले से कहा कि सोमवार को गाजा के मध्य इलाके में किए गए इजरायली हमले में 11 फिलीस्तीनियों की मौत हो गई, जिनमें चार बच्चे भी शामिल हैं। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता अशरफ-अल-केद्रा ने पत्रकारों को बताया कि इजरायली लड़ाकू विमान गाजा सिटी के पड़ोसी शहर रेमल में एक इमारत से टकरा गया, जिसमें आठ लोगों की मौत हो गई। मंत्रालय के अनुसार, आठ जुलाई से गाजा में चल रहे इजरायली हमले में अब तक 540 नागरिकों की मौत हो चुकी है, तथा 3,200 से अधिक नागरिक घायल हुए हैं।

गाजा के गृह मंत्रालय ने बताया कि इस दौरान इजरायली हमले में तटीय इलाकों में 500 से अधिक घर क्षतिग्रस्त हुए हैं। गाजा के पूर्वी हिस्से में स्थित शेजाया शहर में टैंक द्वारा एक घर पर किए गए हमले में तीन अन्य नागरिकों की मौत हो गई। इन दोनों हमलों में मृत 11 नागरिकों के शव शिफा अस्पताल पहुंचाए गए। सोमवार को ही इससे पहले गाजा पट्टी के मध्य हिस्से में स्थित एक अस्पताल पर गोलीबारी की गई जिसमें चार फिलीस्तीनियों की मौत हो गई तथा 50 अन्य नागरिक घायल हो गए। घायलों में अधिकांश चिकित्सा विज्ञान के छात्र हैं।

इससे पहले जेरूसलम से आई खबर के अनुसार, सोमवार को दो सुरंगों के जरिए इजरायल में घुसने की कोशिश कर रहे 10 आतंकवादी मारे गए। सेना के प्रवक्ता ने कहा, "इजरायली वायुसेना ने उनपर हमला किया और निशाना सटीक रहा।"उन्होंने कहा कि उस इलाके में तलाशी अभियान जारी है। इस संघर्ष में इजरायल के भी 18 सैनिक और दो नागरिक मारे गए हैं।

इस बीच सोमवार को काहिरा पहुंचे अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी इजरायल सरकार के साथ शांतिवार्ता जारी रखने के क्रम में मंगलवार को जेरूसलम पहुंचेंगे। संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की-मून के भी अगले सप्ताह जेरूसलम पहुंचने की संभावना है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने रविवार को कहा, "सुरक्षा परिषद के सभी पक्षों से नवंबर 2012 के संघर्ष विराम समझौते के आधार पर तत्काल संघर्ष रोकने की अपील करता है।"

लॉर्ड्स टेस्ट : ईशांत ने लॉर्ड्स पर भारत को 28 वर्षो बाद दिलाई जीत

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ishant sharma
प्लेयर ऑफ द मैच ईशांत शर्मा (74-7) की धारदार गेंदबाजी के बल पर भारतीय क्रिकेट टीम ने विदेशी धरती पर तीन वर्षो का सूखा खत्म करते हुए दूसरे टेस्ट मैच के पांचवें दिन सोमवार को इंग्लैंड को 95 रनों से मात दे दी, जो लॉर्ड्स के मैदान पर भारत की 28 वर्षो में पहली जीत भी है। इसके साथ ही भारतीय टीम पांच मैचों की सीरीज में 1-0 से आगे हो गई। नॉटिंघम में हुआ पहला मैच ड्रॉ रहा था। मैच के पांचवें दिन इंग्लैंड को जीत के लिए जहां 214 रनों की दरकार थी, वहीं भारत को जीत के लिए छह विकेट चाहिए थे। मैच के पांचवें दिन भारत को जीत के लिए वांछित छह विकेटों में से ईशांत ने अकेले पांच विकेट चटकाए, जबकि जेम्स एंडरसन को अपनी ही गेंद पर रन आउट कर रविंद्र जडेजा ने इंग्लैंड की पारी 88.2 ओवरों में कुल 223 रनों पर समेट दी।


भारत ने इंग्लैंड को चौथी पारी में जीत के लिए रिकॉर्ड 319 रनों का लक्ष्य दिया था। भारत ने पहली पारी में 295 रन और दूसरी पारी में 342 रन बनाए थे, जिसके जवाब में इंग्लैंड पहली पारी में 319 बनाए थे। मैच के आखिरी दिन पहले सत्र में मोइन अली (39) और जोए रूट (66) के बीच पांचवें विकेट के लिए 101 रनों की साझेदारी ने भारत की चिंता बढ़ा दी थी, लेकिन भोजनकाल से ठीक पहले ईशांत ने मोइन के रूप में पहला विकेट चटकाने के बाद मैच में जबरदस्त वापसी करते हुए करियर का सर्वश्रेष्ठ फिगर हासिल किया और भारत को लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर 1986 के बाद पहली जीत दिला दी।



इस श्रृंखला में यह दूसरा मौका है, जब किसी भारतीय गेंदबाज ने पारी में छह या उससे अधिक विकेट लिए हैं। लॉर्ड्स टेस्ट की ही पहली पारी में भुवनेश्वर कुमार ने 82 रन देकर छह इंग्लिश बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखाई थी। साथ ही लॉर्ड्स में यह पहला मौका है जब भारत के किसी गेंदबाज ने पारी में सात विकेट हासिल किए हैं। इससे पहले अमर सिंह, बिशन सिंह बेदी और भुवनेश्वर ने पारी में छह-छह विकेट हासिल किए थे। ईशांत ने अब तक के करियर की श्रेष्ठ गेंदबाजी की है। इससे पहले उनका श्रेष्ठ व्यक्तिगत प्रदर्शन 51 रनों पर छह विकेट था। ईशांत ने करियर में एक बार मैच में 10 विकेट और छह बार पारी में पांच विकेट हासिल किए हैं।



इस मैदान पर 30 साल पहले सिर्फ वेस्टइंडीज टीम 300 या उससे अधिक रनों का लक्ष्य हासिल कर सकी है। यह विदेशी घरती पर भारत की 1124 दिनों और 15 मैचों के बाद पहली जीत है। साथ ही इंग्लैंड में यह भारत की आठ मैचों के बाद पहली जीत है। दिन का पहला सत्र पूरी तरह इंग्लैंड के बल्लेबाजों के नाम रहा था। मैच के चौथे दिन के अपने स्कोर चार विकेट पर 105 रनों से आगे खेलने उतरे इंग्लैंड के दोनों बल्लेबाजों ने बेहद सधी हुई शुरुआत की और भारतीय गेंदबाजों को लगभग पूरे सत्र में विकेट के लिए तरसाए रखा। इस बीच रूट ने अपना अर्धशतक पूरा किया। रूट ने 146 गेंदों की पारी में सात चौके लगाए।



इससे पहले मैच के चौथे दिन चौथी पारी में 319 रनों का पीछा करने उतरी इंग्लैंड के शुरुआती चार बल्लेबाजों को 105 रनों के भीतर चलता कर भारतीय गेंदबाजों ने मेजबान टीम को दबाव में ला दिया था। भारत के लिए पहली पारी में अजिंक्य रहाणे (103) ने शतकीय योगदान दिया, जबकि भुवनेश्वर ने 36 रनो की अहम पारी खेली। भुवनेश्वर ने दूसरी पारी में भी 52 रनों की बेहतरीन अर्धशतकीय पारी खेली, जो सीरीज में उनका तीसरा अर्धशतक है। 71 गेंदों पर आठ चौका लगाने वाले कुमार ने नॉटिंघम टेस्ट की दोनों पारियों में 58 और नाबाद 63 रनों की पारी खेली थी।



दूसरी पारी में भारत की ओर से मुरली विजय ने सबसे अधिक 95 रनों का योगदान दिया। इसके अलावा रवींद्र जडेजा ने 68 रन बनाए। जडेजा और कुमार ने आठवें विकेट के लिए अहम 99 रन जोड़े। इंग्लैंड की पहली पारी में गैरी बैलेंस (110) और लिएम प्लंकेट (नाबाद 55) ने अहम योगदान दिया था। मैच के बाद पूर्व भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी संजय मांजरेकर ने कहा कि भारत इस जीत का पूरा हकदार था। मांजरेकर ने कहा, "इंग्लैंड ने मैच के पांचवें दिन भोजनकाल के बाद खुद हार की ओर कदम बढ़ा दिए, लेकिन पांच दिनों के पूरे मैच को देखा जाए तो भारत इस जीत का असली हकदार था।"



दिग्गज आस्ट्रेलियाई स्पिन गेंदबाज शेन वार्न ने कहा, "भारत ने लॉर्ड्स पर इंग्लैंड को करारी मात दी है।"भारतीय टीम से इन दिनों बाहर चल रहे तेज गेंदबाज आर.पी. सिंह ने तो इसे विदेशी धरती पर भारतीय टीम की सबसे बड़ी जीत कह दिया। आर.पी. सिंह ने अपने ट्विटर खाते पर लिखा, "विदेशी धरती पर भारत की सबसे शानदार जीत। भारतीय टीम ने बेहद शानदार प्रदर्शन किया है।"

आलेख : हम सब हो गए हैं, चलती-फिरती दुकानें

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जो संसार में आया है उसे एक न एक दिन जरूर जाना है। इस सत्य को न कोई अस्वीकार कर सकता है, न झुठला सकता है। हम जब आए थे तब भी नंग-धडं़ग थे और जाएंगे तब भी साथ कुछ नहीं होगा, वही नंग-धडं़ग। अन्तर होगा सिर्फ हमारे आकार में। अन्यथा जन्म से मृत्यु तक की यात्रा में कुछ भी खोया-पाया अपने लिए नहीं होता। जो पाया होता है वह यही छोड़ जाना पड़ता है और जो खोया है वह भी यहीं का होता है, अपना  न कुछ रहा है, न रहने वाला है।

इसके बावजूद हमारी नियति यही है कि हम इस प्रकार से जीवन को हाँकते हैं कि जैसे सब कुछ साथ ले जाने के लिए ही जमा कर रहे हों। सत्य को झुठलाना और जिन्दगी भर भ्रमित रहते हुए जीना कोई सीखे तो आदमी से। हमेशा वह सत्य से दूर भागता है और असत्य, अनाचार, अधर्म का आचरण करता रहता है। 

उस ज्ञान, बुद्धि और विवेक और विकास का क्या अर्थ है जिसमें हम उन सारे कर्मों को करते रहें जो नित्य नहीं हैं, शाश्वत नहीं हैं और सत्य भी नहीं। जीवन आनंद और मस्ती से जीने के लिए है और अपनी आजीविका चलाने भर तक के जुगाड़ के उपरान्त जो कुछ है वह अपना नहीं बल्कि उस समाज और क्षेत्र का है जहाँ की मिट्टी ने हमें पाला-पोसा और बड़ा किया है। उन सभी पंचतत्वों को इसी बात की प्रतीक्षा रहती है कि जिनसे यह पुतला बना हुआ है वह पंचतत्वों का मान रखे और अनासक्त जीवनयापन करता हुआ सृष्टि के लिए अपनी उपादेयता सिद्ध करे और अन्ततः यादगार मिथकों और संस्मरणों के साथ खुशी-खुशी विदा हो ले, अगली यात्रा के लिए।

हर इंसान अपने आप में ईश्वर की वह श्रेष्ठतम कृति है जिसमें वह सब कुछ माल-मसाला भरा हुआ है जो समष्टि और व्यष्टि के काम आ सकता है और इसका निष्काम भाव से उपयोग करे तो हर इंसान लौटते समय ईश्वर के सामीप्य और परम आनंद को प्राप्त करने की स्थिति पा सकता है। 

हम सभी में मेधा-प्रज्ञा, हुनर, कल्पनाशीलता, मानवीय संवेदनाएं, आदर्श, सिद्धान्त और बेहतर जीवनपद्धति के अनुगमन, लोक कल्याण, सामाजिक सरोकारों के प्रति वफादारीपूर्वक चिंतन आदि सब कुछ तो परिपूर्ण मात्रा में भरा हुआ है फिर वह कौनसा तत्व है जिसकी वजह से हम न कुछ कर पा रहे हैं, न कुछ दिखा पा रहे हैं।

एक-दूसरे से छीनाझपटी और हड़पाऊ कल्चर से लेकर हम उन सारे कामों में लगे हुए हैं जो इंसानियत के दायरों से कोसों दूर है। मानवजाति की सभी समस्याओं की जड़ हमारी धंधेबाजी मानसिकता है। ईश्वर ने जो दिया है उसी में हम सभी संतोष कर लें तो दुनिया की कोई सी समस्या कभी रहे ही नहीं, यह धरा ही स्वर्ग बन जाए। लेकिन ऎसा न पहले हुआ है, न होगा।

कारण स्पष्ट है कि इंसान में संतोष की बजाय स्वार्थ घुस आया है, सेवा की बजाय हमारी सारी मानसिकता धंधेबाजी हो गई है। और एक बार जब हम अपने आपको, अपनी सोच और क्रियाओं को धंधे से जोड़ लिया करते हैं तब हम इंसान नहीं होकर कारोबारी का स्वरूप ग्रहण कर लेते हैं। जब एक बार हम अपने आपको धंधे का सहचर बना लेते हैं तब हम वे सारे काम करने लग जाते हैं जिनका संबंध मुनाफे से होता है।

हम अपने घर-परिवार और कुटुम्ब से लेकर क्षेत्र और देश से जुड़ी हर गतिविधि में मुनाफा तलाशते हुए भागते-फिरते हैं और वे ही काम करते हैं जिनमें मुनाफा कमाने की उम्मीद हो, मुनाफा न हो तो हम अपने माँ-बाप को भी खाना न दें। कितने माँ-बाप ऎसे हैं जो अपने खाने-पीने और घर में रहने के लिए अपने उन बच्चों को माहवार पैसे देते हैं जिन बच्चोें को उन्होंने पैदा किया, बड़ा किया और योग्य बनाया। हम पत्नी भी वहां से लाने की कोशिश करते हैं जहाँ अधिक से अधिक दहेज मिले। असल में हम पत्नी से ब्याह नहीं करते, संसाधनों और पैसों से परिणय सूत्र में बंधते हैं।

हमें इस बात की भी कोई परवाह नहीं होती कि हमारे भाई-बंधु, माता-बहनें और हमारे आस-पास रहने वाले लोग किन हालातों में गुजर-बसर कर रहे हैं, उनकी क्या समस्याएं हैं, किन अभावों में वे जी रहे हैं और उन्हें क्या आवश्यकता है। धंधों ने हमारे मन को मलीन कर दिया है, मस्तिष्क को विकृत कर दिया है और हमारे संस्कारों का हमेशा-हमेशा के लिए भस्मीभूत ही करके रख दिया है जहाँ उनके पुनर्जीवन की अब कोई संभावना शेष रही ही नहीं।

कुछ दशक पहले तक हम समाज के लिए जीते थे, समाज सेवा करते हुए हमें आत्मतोष व असीम आनंद की अनुभूति होती थी लेकिन आज हम धंधेबाज हो गए हैं, समाज सेवा से हमारा कोई वास्ता नहीं रहा। इस धंधेबाजी सफलता के बावजूद आज हम खुश नहीं हैं, श्वानों की तरह दौड़ लगा रहे हैं, खूब कमा रहे है, खूब जमा कर रहे हैं फिर भी न संतोष मिल रहा है, न आनंद। और तो और हमें नींद लाने तक के लिए गोलियों का सहारा लेना पड़ रहा है।

इस भागदौड़ का क्या अर्थ है जिसमें उद्विग्नता, अशांति और असंतोष का सागर हमेशा हिलोरें लेता रहकर मन को अशांत करता रहे, तन को बीमारियों का डायग्नोस्टिक सेंटर बना डाले और मस्तिष्क में खुराफातों के ज्वालामुखी लावा उगलते रहें।

अपनी सारी बीमारियों की जड़ यही है कि हम सभी लोग धंधेबाज हो गए हैं। मकान भी बनाएंगे, तो पहले दुकानों की नींव रखेंगे, किसी से बात भी करेंगे तो अपने स्वार्थ से, कोई सा काम भी करेंगे तो पहले यह पूछ ही लेंगे कि क्या मिलेगा। हम कुछ भी करते हैं तब पहले इसी की टोह लेते हैं कि इससे हासिल क्या होगा। हमें सामाजिक सरोकारों की कोई परवाह नहीं है हम पैसा चाहते हैं या पब्लिसिटी या दोनों ही। 

इन दिनों हमारा हर कर्म और व्यवहार धंधेबाजी के कोहरे में लिपटा हुआ है। यों कहें कि समाज और मातृभूमि के लिए जीने वाला आदमी अब खुद एक धंधा हो गया है तो कोई अनुचित नहीं होगा। हम सारे के सारे चलती-फिरती दुकानों में तब्दील हो गए हैं जहाँ हमें हमेशा उनकी तलाश बनी रहती है जो हमें मुनाफा दे सकें, दलाली दे सकें और बिना मेहनत के वो सब कुछ दे सकें जो हमें वैभवशाली का दर्जा तो दे ही दें, भोग-विलास और प्रतिष्ठा भी मिल जाए ताकि हम अपने अधिनायकवादी स्वरूप को औरों पर थोंपकर अपने आपके बहुत कुछ होने का दंभ भर सकें।

हम इस धंधेबाजी मानसिकता को थोड़ी देर के लिए किसी अटारी पर रख कर सोचें तो अपने आप हमें अहसास हो जाएगा कि हमारे जीवन का क्या मकसद है और जो कुछ कर रहे हैं वह कितना जायज है।  हम सभी लोगों को अपनी मौत याद रखनी चाहिए और इस सत्य का हमेशा स्मरण बना रहना चाहिए कि साथ कुछ भी नहीं जाने वाला सिवाय पुण्य के। जो हमेशा साथ रहता है उसकी हम उपेक्षा कर देते हैं, जो अनित्य है उससे बंधे रखते हैं, यही संसार की विचित्र गति है। सेवा या धंधा .... दो में से एक को चुन लें। चुनना हमें ही है।






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---डॉ. दीपक आचार्य---
9413306077
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बिहार : अपने विवादास्पद बयान पर अरूधंति राय को पुनर्विचार करना चाहिए -राजगोपाल

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  • गांधी जी के बारे में विवादास्पद बयान देने पर अरूधंति राय की  कड़ी निंदा

rajgopal
दिल्ली।एकता परिषद के अध्यक्ष राजगोपाल पी.व्ही. ने जानेमाने लेखक, विचारक और बुद्विजीवी अरूधंति राय को सुझाव दिए है कि आप अपनी बुद्वि तथा कलम का उपयोग अच्छे काम करने के लिए ही इस्तेमाल करें, न कि संभावनाओं को समाप्त करने के लिए। ज्ञात हो कि तिरूवनंतपुरम के विश्वविद्यालय में कल अरूधंति राय ने गांधी जी को लेकर अपने विवादास्पद बयान में उन्हे जाति-वाद का पोषक कहा है। इसको लेकर अरूधंति राय की निदंा की गयी है।

इस पर राजगोपाल पी.व्ही. ने अपनी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि कुछ लोगों को सुर्खियों में बने रहने की मजबूरी और आदत बनी हुई, इसमें अरूधंति भी हैं। कुछ दिनों पहले अरूधंति ने नक्सलियों के संदर्भ में बंदूकधारी गांधीवादी जैसे शब्दों का प्रयोग किया था। इसी तरह से अम्बेडकर जी के विषय में उनके प्रकाशित किताब से अम्बेडकरवादी लोग स्वयं नाराज थे। उन्होंने कहा कि अरूधंति नहीं जानती कि महात्मा गांधी ने जो पत्रिका चलाया उसका नाम हरिजन इसलिए रखा था क्योंकि उनकी गहरी आस्था रही है कि समाज में जो विषमता है उसे दूर करने के लिए वंचितों के पक्ष में खड़े होकर आवाज उठायें। उन्हांेने गांधी जी के तमाम उदाहरणों को प्रस्तुत करते हुए कहा कि जब अपनी पत्नी से वे कहते थे कि शौचालय को साफ करना सबकी जिम्मेवारी है तो वे यह चाहते थे कि मनुष्य एक है और उसमें कोई ऊंचा नीचा नहीं हैं। गांधी जी से प्रेरणा लेकर ही मार्टिन लूथर किंग, नेल्सन मंडेला और दलाई लामा दुनिया को रास्ता बतायें। लोग यदि भारत में आते हैं तो महात्मा गांधी से प्रेरणा लेना चाहते हैं।

राजगोपाल जी ने अरूधंति राय को समझाइस देते हुए कहा कि समय मिले तो बरन राय द्वारा लिखित ‘अस्पृश्यता निवारण के लिए गांधी जी का अभियान’ किताब अवश्य पढे़ं। बरन राय ने स्वयं इस बात को स्वीकार किया कि प्रारंभ में उनके मन में भी गांधी जी के प्रति कुछ भ्रांतियां थी किंतु जब वे इंग्लैण्ड के पुस्तकालय में कईयों दस्तावेजों का अध्ययन किया तब उन्हे मालूम पड़ा कि जाति व्यवस्था के विरोध में गांधी जी ने बहुत बड़ा अभियान चला रखा था। अगर अरूधंति को समय मिले तो वे डा. लवणम से बात करे ताकि उनको मालूम हो कि महात्मा गांधी इस बात पर कितना जिद पकड़ते थे कि वे उन्ही के शादी में उपस्थित होंगे जहां जाति व्यवस्था टुटने की संभावना हो।

जार्जिया देश में गांधी फाउंडेशन के उद्घाटन का हवाला देते हुए कहा कि विख्यात, चिंतक और लेखक रमीन जहां बदलू गांधी जी और खान अब्दुल गफ्फार खान के माध्यम से मुस्लिम देशों के युवकों को अहिंसा के रास्ते पर चलने के लिए प्रेरित कर रहे हैं और अलग-अलग देशों में जो तनाव है उसे संवाद के माध्यम से ठीक करने का प्रयास कर रहे हैं। समाज में समरसता और मित्रता को बढ़ावा देने की बजाय इस प्रकार के बयानों से समाज को तोड़ने का प्रयास जो अरूधंति कर रही हैं, उस पर उन्हे पुर्नविचार करना चाहिए।



आलोक कुमार 
बिहार 

बिहार : सेविका माण्डवी देवी की निमर्म हत्या कुदाल से कर दी गयी।

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बिहटा। पटना जिलान्तर्गत बिहटा प्रखंड के मखदुमपुर पंचायत में गमगीन माहौल व्याप्त है। समेकित बाल विकास सेवा परियोजना, बिहटा, पटना के तहत यहां पर संचालित नेऊरी हरिजन टोली, कोड नम्बर 123 में कार्यरत सेविका माण्डवी देवी की निमर्म हत्या कुदाल से कर दी गयी। यह कायरपूर्ण हत्या केन्द्र के पास ही शीशम के पौधा लगाने के सिलसिले में रविवार के दिन साढ़े चार बजे कर दी गयी। इसके बाद अपराधी कुदाल लेकर फरार हो जाने में कामयाब हो गए। 

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार राजदेव यादव और उमेश राय ने सेविका माण्डवी देवी को नियत्रंण में किए और सुनील राय ने कुदाल चला दिए। सिर पर जोरदार ढंग से हमला करने से सेविका की मौत घटना स्थल पर ही हो गयी। किसी तरह उठाकर खटिया पर रखा गया। अभी तक खटिया में खून लगा हुआ है। दो जगहों पर भी खून का धब्बा देखा जा सकता है। 

मखदुमपुर ग्राम पंचायत की मुखिया सुजाता देवी हैं। इनका पतिदेव का उजारण राय है। करीब 702 घर है। वोटर करीब 1206 हैं। कुल जनसंख्या करीब 2000 हजार की है। महादलित चमार जाति के 40 घर और पिछड़ी जाति यादव के 25 घर है। इसके अलावे अन्य जाति के लोग हैं। अनुसूचित जाति केे चमार और पिछड़ी जाति यादव के बीच में तनाव रहा है। यादव खुलेआम चुनौती देते हैं कि महादलित चमार को आगे बढ़ने नहीं देंगे। इनके हर बढ़ते कार्य में व्यवधान यादव डालते रहे। यादवों का अत्याचार उस वक्त बढ़ गया जब मखदुमपुर पंचायत के नेऊरी गांव वालों को छोटकी नहर के कहर से बचाने के लिए बांध बनाया गया। गांव के लोग आकर बांध पर भी ठौर जमा लिए। इन महादलितों ने मेहनत करके गड्ढों में मिट्टी भरकर रहने लायक जमीन तैयार किए थे। महादलित जमीन तैयार करते थे और यादव अगंद की तरह पैर जमाकर जमीन पर कब्जा कर लेते। जो ऐसा करने में व्यवधान करते। उनके आशियाना में आग लगा देते। कुछ माह तनाव होने के बाद महादलित और यादव में सुलह हो जाता है। 

bihta news
इस बीच चन्द्रदेव दास की पत्नी माण्डवी देवी देवी को सेविका का कार्य करने का अवसर मिला। मगर सरकार ने केन्द्र चलाने के लिए न आंगन और न ही बाड़ी दी। इसका परिणाम यह निकला कि ्र मोबाइल केन्द बन गया। आज इधर कल उधर बच्चों को लेकर सेविका माण्डवी देवी और सहायिका मुस्मात उमरावती देवी घुमती रहीं। आखिरकार सेविका ने बांध पर स्थित गैर मजरूआ भूमि पर एक झोपड़ी बना लिए। दरअसल यह झोपड़ी सेविका की है। इन्दिरा आवास योजना के तहत मकान बनाने के लिए 30 हजार रू. विरमित कर दिया गया है। इस झोपड़ी को हटाकर मकान बनाने के लिए ईंट,बालू,छड़ और गिट्टी खरीद ली गयी है। मगर यादवों के दबंगई के कारण माण्डवी देवी को मकान निर्माण करने में अड़ंगा लगा दिया गया। यह कहा गया कि इस आंगनबाड़ी केन्द्र की जमीन पर मकान नहीं बन सकता है। जबकि अन्यंत्र मंदिर के पास आंगनबाड़ी केन्द्र को बनाया जा रहा हैं। 

महादलितों का कहना है कि सेविका का बड़प्पन है कि उसने झोपड़ी के बाहर बच्चों को अध्ययन करवाती थीं। हां, जब वर्षा और कड़ी धूप होती थी। तब सेविका बच्चों को झोपड़ी के अंदर पनाह दिया करती थीं। मगर गांव के लोगों का कहना था कि यह झोपड़ी ही आंगनबाड़ी केन्द्र है। जिसे राजदेव यादव ने जमीन दे रखे हैं। वास्तव में राजदेव यादव ही सेविका माण्डवी देवी की जमीन हथिया लिए हैं। इसी को लेकर बवाल बिहटा थाना और मुखिया जी के पास लम्बित है। 25 जुलाई,2014 को राजदेव यादव और उनके पुत्रों को न्यायालय में जाना था। इसके पहले यह हादसा कर दिए। 

माण्डवी देवी, मारो देवी और मुन्नी देवी बांध की ओर गए थे। इन तीनों के पीछे राजदेव यादव, सुनील यादव और उमेश यादव भी बांध पर आ गए। इनके हाथ में कुदाल और शीशम का पौधा था। माण्डवी देवी की जमीन पर ही जबरन शीशम का पौधा लगाने पर राजदेव यादव, सुनील यादव और उमेश यादव उतारू हो गए। इन तीनों ने तो योजना के तहत अंजाम देने आए थे। आगे बढ़कर राजदेव यादव और उमेश यादव ने माण्डवी देवी को नियत्रंण में ले लिए और सुनील यादव ने जोरदार ढंग से वार कर दिया। इस वार से मौके पर ही माण्डवी देवी की मौत हो गई। उससे उठाकर खटिया पर रखा गया। इसके बाद नौबतपुर हाॅस्पिटल लिया गया। जहां माण्डवी देवी को मृत घोषित कर दिया गया। दानापुर में पोस्टमार्टम किया गया। सोमवार को तड़के तीन बांसघाट में अंतिम संस्कार कर दी गयी।

सोमवार को दानापुर अनुमंडल के अनुमंडलाधिकारी राहुल कुमार और डीएसपी  राजेश कुमार आए। दोनों ने चार पुलिसकर्मी को शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए लगा दिया है। इस बीच महादलितों में दहशत व्याप्त है। प्रत्यक्षदर्शियों को धमकाया जा रहा है। अगली बार प्रत्यक्षदर्शियों पर निशाना लगने की आंकाक्षा महादलित व्यक्त कर रहे हैं। 

इस बीच महादलितों ने मुख्य मंत्री जीतन राम मांझी से मांग किए हैं कि अनुकम्पा के आधार पर सेविका के पुत्र को सरकारी नौकरी में बहाल कर दें। मृतका के पति चन्द्रदेव राम को 15 लाख रू. मुआवजा दें। ये मद्धबुद्धि वाले हो गए हैं। अपराधियों को 24 घंटे के अंदर गिरफ्तार करके फांसी की सजा दें। इनलोगों पर त्वरित कार्रवाई करके जल्द से जल्द सजा दें। सभी महादलितों को गैर मजरूआ भूमि का पर्चा दें। 



आलोक कुमार
बिहार 

आलेख : कुटिल से जटिल होते हमारे राजनेता ...!!

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corrupt politician
कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला की पहचान तब फारुक अब्दुल्ला के बेटे के तौर पर ही थी। पिता के करिश्मे से बेटे को वाजपेयी मंत्रीमंडल में जगह मिल गई। इस दौरान संसद में उन्होंने कुछ अच्छी बातें भी कही। लेकिन सत्ता से हटने औऱ कांग्रेस के सहय़ोग से कश्मीर का मुख्य़मंत्री बनते ही उन्हीं उमर अब्दुल्ला के तेवर  बदल गये। इसी तरह लालू यादव संप्रग सरकार में रेल मंत्री बने तो रेलवे को जर्सी गाय बताते हुए इसके समुचित दोहन की बातें करने लगे। लेकिन मंत्री पद जाते ही फिर सामाजिक न्याय और मंडल - कमंडल में उलझ गए। नीतिश कुमार भी अपने रेल मंत्रीत्वकाल में रेलवे सेफ्टी की खूब बातें किया करते थे। लेकिन बिहार में सत्ता संभालते ही अपने प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने और सांप्रदायिकता - धर्मनिरपेक्षता की भूल - भुलैया में एेसे उलझे कि फिर उलझते ही चले गए। 

बात सिर्फ यही तक सीमित होती तो गनीमत थी। बिहार के ही रामविलास पासवान जब रेल मंत्री थे, तो उन्होंने सरकार से लड़ - झगड़ कर अपने कर्मचारियों को मोटा बोनस दिलवाया। यही पासवान जब वाजपेयी सरकार में संचार मंत्री बने तो सरकार की अनिच्छा के बावजूद अपने विभागीय कर्मचारियों को मुफ्त टेलीफोन की सुविधा दिला दी। जो उस जमाने में बड़ी बात थी। अपने रवैये से पासवान केंद्रीय मंत्री कम और अपने विभाग के कर्मचारियों के यूनियन नेता ज्यादा नजर आते थे। गनीमत है कि नई सरकार में मंत्री पद संभालने के बावजूद अभी तक उन्होंने अपने विभाग के कर्मचारियों के लिए किसी विशेष पैकेज की मांग नहीं की है। क्या पता कल को वे मांग कर बैठे कि जन वितरण प्रणाली विभाग से जु़ड़े सभी कर्मचारियों के लिए ऱाशन - पानी फ्री कर दिया जाए। बंगाल की शेरनी कही जाने वाली ममता बनर्जी भी जब केंद्र में रेल मंत्री थी, तब देश का श्रेष्ठ रेल मंत्री बनने की उन्होंने भरसक कोशिश की। कम से कम उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस के समर्थक औऱ कार्यकर्ता तो एेसा ही मानते हैं। 

लेकिन बंगाल का मुख्यमंत्री बनने के बाद से उन्होंने फिर अपने धुर विरोधी कम्युनिस्टों की लाइन पकड़ ली है। जिसके तहत केंद्र पर कथित सौतेला व्यवहार और उपेक्षा का अारोप  आजकल वे अपनी हर जनसभा में लगा रही है। किसी जमाने में कम्युनिस्टों का भी यही हाल था। 60-70 के दशक में कम्युनिस्टों ने तत्कालीन कांग्रेस सरकार के खिलाफ जम कर संघर्ष किया, और सत्ता हासिल की। तब छोटे से बड़ा हर कम्युनिस्ट नेता अपने भाषण में दुनिया के मजदूर एक हो का नारा बुंलद किया  करता था। गली - ज्वार के बजाय बात - बात पर अमेरिका - रशिया और क्यूबा - कोरिया का उदाहरण देता था। लेकिन सत्ता मिलते ही कम्युनिस्ट नेता क्षेत्रीयता के खोल में कैद होने लगे औऱ राज्य के पिछड़ेपन का ठीकरा हमेशा केंद्र के सिर फोड़ने लगे। 

आलम यह कि राज्य की  किसी समस्या पर पड़ोसी राज्यों की दुहाई देते हुए कम्युनिस्ट नेता कहते... अरे यहां तो गनीमत है , जरा पड़ोसी राज्यों का हाल देखो। एेसी दलीलें देकर कम्युनिस्ट नेता आत्मसंतुष्टि हासिल करते रहे। 26-11 प्रकरण के बाद विकट प्रतिकूल परिस्थितयों में हुए चुनाव में लगातार तीसरी बार जीत हासिल करने वाली दिल्ली की मुख्यमंंत्री शीला दीक्षित कुछ साल पहले तक अपनी पार्टी में प्रधानमंत्री पद की दावेदार के तौर पर देखी जाने लगी। लेकिन आम आदमी पार्टी से मात खाने के बाद से अब वे काफी दयनीय हालत में नजर आने लगी है।  असम में लगातार तीसरी बार कांग्रेस की सरकार बनवा कर तरुण गगोई हीरो बन कर उभरे थे, लेकिन केंद्र में कांग्रेस की मिट्टी पलीद होते ही तरुण अब अपनी ही पार्टी के विधायकों की आंख की किरकरी बन कर रह गए हैं। सचमुच हमारे राजनेता कुटिल तो थे ही, अब जटिल भी होते जा रहे हैं। 


तारकेश कुमार ओझा, 
खड़गपुर ( पशिचम बंगाल) 
संपर्कः 09434453934 
लेखक दैनिक जागरण से जुड़े हैं।​

विशेष : कहते हैं दुराचार नहीं हुआ.....

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लखनऊ रू मोहनलालगंज के प्राथमिक विद्यालय परिसर में एक महिला साँसों को अलविदा कह गई। ज़हन में पल रही उम्मीदों से भी उसका नाता टूटा और ख्वाब........उसके लहू के साथ बह गये। यूपी में हुए दरिंदगी के मामले में एडीजीपी सुतापा सान्याल ने महिला के साथ बलात्कार न होने की बात कही। उन्होंने बताया कि अभियुक्त के मुताबिक़ बलात्कार करने में सफल न होने पर ही उस महिला की निर्ममता से हत्या कर दी गई। मृत महिला के गले से चोट के निशान भी मिले हैं। हत्या का आरोपी उस महिला के साथ अस्पताल में काम करने वाला सिक्योरिटी गार्ड ही बताया जा रहा है। पुलिस के मुताबिक़ घटना को एक व्यक्ति ने ही अंजाम दिया और काफी खून बह जाने से महिला की मौत हो गई।

इन सब से इतर एक बात मन को बार बार और कई बार कचोट चुकी है। आखिर कैसे कह दिया गया कि बलात्कार नहीं हुआ ? दुराचार नहीं हुआ ? हत्या जैसे हल्के शब्दों के साथ अब उस महिला को तौला जा रहा है। जबकि दरिंदगी का नंगा नाच कैमेरों ने सबूत के तौर पर जुटाया। सोशल साइट्स पर महिला की इज्जत रह रह कर उतारी गई। औंधे मुंह पड़ी महिला को सीधा कर तस्वीरबाजी की गई। और प्रशासन अपने मुंह में रुमाल लगाये ताकता रहा। जार जार हुई इंसानियत को अलट पलट के झांकता रहा। बेशक महिला ने दुहाई दी होगी। उस नराधम को ईश्वर की, खुदा की और बच्चों की भी। पर वो न माना और मृत महिला के दोनों बच्चों को अनाथ कर दिया। बिन कपड़ों के पड़ा महिला का शव लोगों के लिए लाइक और शेयर करने का बहाना बन गया। क्या अभी भी लगता है कि दुराचार नहीं हुआ घ् तो मैं बता भी देता हूँ किसने किसने दुराचार किया। निर्वस्त्र पड़ी महिला की फोटो लेने वालों ने। सुरक्षा के उन ठेकेदारों ने जो उसके मृत शरीर को नमूना बनाकर अलटते पलटते रहे। और वे भी जिन्होंने उसकी मजबूरए मायूस तस्वीरों को जमकर उछाला। और फिर उस हत्यारोपी ने।

बहरहाल मुख्यमंत्री ने आनन फानन में आईटी एक्ट के अंतर्गत सोशल साइट्स पर तस्वीरें शेयर  होने के मामले में घटनास्थल पर मौजूद पुलिसवालों को निलंबित कर दिया। खबरों के मुताबिक़ सूबे के मुखिया अखिलेश यादव ने मृत महिला के दोनों बच्चों के नाम दस - दस लाख की फिक्स डिपाजिट और इंटर तक मुफ़्त शिक्षा की बात कही। बलसिंह खेड़ा गाँव में हुई इस दरिंदगी की घटना के बाद लापरवाही बरतने के कारण मोहनलाल गंज के इंस्पेक्टर कमरुद्दीन और सब इंस्पेक्टर मुन्नीलाल को निलंबित कर दिया गया। लेकिन इससे एन सी आर बी के दावों को नहीं झुठलाया जा सकता। जिसने आपराधिक दर में 55 फीसदी के इजाफे की बात कही। और न ही उस विवादित बयान को भूला जा सकता है जो आबादी और अपराध को गिनाती है। लड़कों से गल्तियाँ हो जाती हैं इससे नामुराद बलात्कारियों का ज़ज्बा बढ़ाती हैं।

सरकार और प्रशासन अपने नाकामियत की खीझ मार कर पीट कर, तबादले करके, निलंबन करके निकाल रही है। लखनऊ में आप कार्यकर्ताओ द्वारा मोहनलालगंज में हुई घटना के विरोध में विरोध प्रदर्शन किया। जिस पर नाकाम प्रशासन ने खीझ निकालते हुए लाठी चार्ज कर दिया। वहीं सहानुभूति जताने की झूठी कोशिश कर रही आप पार्टी की अल्का लाम्बा ने मृत महिला की नग्न तस्वीरें सोशल साईट पर शेयर की थी। जिसके कारण उनके खिलाफ एफ आई आर दर्ज हो गई।

लेकिन सवाल फिर से वास्तविकता को हांशिये में डाल रहा है। और सवाल तो यही है कि क्या अभी भी आपको लगता है कि दुराचार नहीं हुआ ?




---हिमांशु तिवारी---
जागरण इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट एंड मास कम्युनिकेशन
8858250015

आलेख :काशी होगा कायाकल्प, बनेगा वल्र्ड हेरिटेज सीटी

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  • यूनेस्कों टीम का सर्वे पूरा, रिपोर्ट मोदी को सौंपी, बीजेपी कार्यालय ही होगा पीएमओं हाउस 
  • चलेगी मेटो रेल, होगा बुनकरों का कल्याण, दुरुस्त होगी सीवर प्रणाली व पेयजलापूर्ति 

वाराणसी गंगा घाट
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का संसदीय क्षेत्र बनारस अब वल्र्ड हेरिटेज सीटी होगा। इसके लिए यूनेस्कों टीम ने बनारस की हर-गली मुहल्ले व हालात का जायजा लेने के बाद सर्वे रिर्पोट प्रधानमंत्री को सौंप दी गयी है। माना जा रहा है कि सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो 2017 तक योजना को मूर्तरुप में आने के बाद आध्यात्म व सांस्कृतिक नगरी काशी की दिशा-दशा दोनों बदली नजर आयेगी। फिरहाल बीजेपी कार्यालय, नयी दिल्ली में बनारस के पार्टी विधायकों व सीनियर लीडर्स के साथ आयोजित बैठक में बनारस के कायाकल्प करने का रुपरेखा तैयार कर लिया गया। विचार-विमर्श के बाद प्रधानमंत्री ने अपनी सहमति प्रदान कर दी है। अमली-जामा पहनाने का काम भी जल्द ही शुरु होगा। वल्र्ड हेरिटेज सीटी के लिए मोदी ने 1800 करोड़ की योजना बनाई है। 

गंगा के अविरल बहने व निर्मलीकरण के लिए दो हजार करोड़ रुपये का आवंटन हो चुका है। गंगा के साथ इससे जुड़ी अन्य नदियों की भी स्वच्छता के लिए ध्यान रखने की बात कहीं गयी है। शहर की गड़बड़ हो चुकी सीवर व पेयजलापूर्ति को बेहतर बनाने की भी तैयारी है। बुनकर कल्याण के लिए बजट में प्राविधान हो चुका है। बढ़ती जनसंख्या को देखते हुए सड़क व टैफिक सिस्टम को भी दुरुस्त किया जाना है। बैठक में बीजेपी कार्यालय वाराणसी को पीएमओ हाउस बनाने के साथ ही शहर की साफ-सफाई, गंगा घाटों की सफाई, गंगा निर्मलीकरण, जाम की समस्या को देखते हुए 29 फलाईओवर ब्रिज, नाला, बिजली आपूर्ति, रिंगरोड सहित सड़कों के निर्माण पर विस्तारपूर्वक चर्चा कर रोडमैप को अंतिम रिपोर्ट तैयार कर दी गयी। माना जा रहा है कि सबकुछ ठीकठाक रहा तो वर्ष 2017 तक वाराणसी हेरिटेज सीटी के रुप में विकसित हो जायेगा। इससे न सिर्फ टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि बनारसी साड़ी कारोबार में भी चार चांद लग जायेगा। बाबा विश्वनाथ मंदिर की साज सज्जा के लिए मोदी ने साढ़े चार अरब से भी अधिक धनराशि स्वीकृति की है। माना जा रहा है कि मंदिर की सजावट पर्यटकों को लुभाने में कारगर होगा। इससे टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा। 

योजना के अंतर्गत व्यावसायिक दृष्टि से गाजीपुर रोडद्व जौनपुर रोड, एनएच-2 बाईपास धनपालपुर व चुनार रोड पर चार केन्द्र बनाएं जायेंगे। जबकि वाराणसी-गाजीपुर मार्ग से बलुआ घाट जानेे वाले मार्ग व पचकोशी मार्ग पर दो-दो, नरोत्तमपुर कला, कसौली, आशापुर-मुनासी मार्ग, वाराणसी-आजमगढ़ रोड के हरिबल्लमपुर गांव, वाराणसी-भदोही मार्ग के लखनपुरगांव,वाराणसी-इलाहाबाद मार्ग पर एक-एक उपकेन्द्र सहित कुल 11 उपकेन्द्र बनाएं जायेंगे। इसके अलावा कैंट से  लंका 7ण्5 किमी, कैंट से सारनाथ 9ण्5 किमी, डीएलडब्ल्यू से मुगलसराय तक 22ण्5 किमी व कचहरी से बाबतपुर तक 18 किमी भूमिगत यानी मेटो रेल चलाए जाने की योजना है। सारनाथ, कैंट रेलवे स्टेशन गोदौलिया पुराना तांगा स्टैंड, बेनियाबाग, डीएलडब्ल्यू व कचहरी के पास पार्किंग स्थल तथा इलाहाबाद-वाराणसी मार्ग, चुनार मार्ग, वाराणसी-सिंधौरा मार्ग, बनियापुर व ब्राहृमनपुर गांव में बस स्टैंड बनाएं जाने की योजना है। जलनिकासी व्यवस्था बेहतर करने के लिए सीवर व नाला निर्माण को मंजूरी दी गयी है।  




---सुरेश गांधी---

बिहार विधानसभा परिसर में राजद विधायक का धरना जारी

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rjd mla dinesh kumar singh
बिहार विधानसभा परिसर में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के जगदीशपुर क्षेत्र के विधायक दिनेश कुमार सिंह (भाई दिनेश) का बिहार को सूखाग्रस्त घोषित करने की मांग को लेकर सोमवार से शुरू हुआ अनिश्चितकालीन धरना मंगलवार को भी जारी है। विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी सहित कई नेताओं ने उन्हें मनाने का प्रयास किया, लेकिन वह नहीं माने। विधानसभा पोर्टिको के सामने लॉन में धरना पर बैठे भाई दिनेश ने कहा, "पूरा बिहार सूखे की चपेट में है। खेतों में पानी नहीं रहने के कारण धान की रोपनी प्रभावित है। नहरों में पानी उपलब्ध नहीं है। लेकिन सरकार किसानों को काई राहत उपलब्ध नहीं करा रही है।"


उन्होंने कहा कि उनकी मुख्य मांग बिहार को सूखाग्रस्त घोषित करने और भोजपुर की नहरों में पानी उपलब्ध कराने की है। उन्होंने कहा कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जाती, वह धरना पर से नहीं उठेंगे। अपनी मांग पर अड़े दिनेश रातभर धरनास्थल पर जमे रहे।विधायक को मनाने के लिए राज्य के संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार, राजद विधायक दल के नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी भी धरनास्थल पहुंचे, लेकिन दिनेश टस से मस नहीं हुए।

बिहार : रेलगाड़ी में युवती से छेड़खानी करते 3 सेना के जवान गिरफ्तार

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महानंदा एक्सप्रेस के वातानुकूलित डिब्बे में एक महिला यात्री के साथ छेड़छाड़ करने के आरोप में बिहार की खगड़िया रेल पुलिस ने सेना के तीन जवानों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार महानंदा एक्सप्रेस के वातानुकूलित डिब्बे में सवार एक युवती नई दिल्ली से सिलीगुड़ी जा रही थी। उसी डिब्बे में सवार सेना के तीन जवानों ने बेगूसराय के पूर्व उसके साथ छेड़छाड़ की। रेलगाड़ी जब बेगूसराय पहुंची तो युवती ने बेगूसराय रेल थाने में इसकी शिकायत की। रेलगाड़ी खुल जाने के कारण पुलिस बेगूसराय में आरोपियों को पकड़ नहीं सकी।रेलगाड़ी के खगड़िया पहुंचने पर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। 

खगड़िया रेल थाने के प्रभारी कपिलदेव सिंह ने मंगलवार को बताया कि गिरफ्तार आरोपी प्रदीप थापा, एस़ क़े गुरुं ग और दीपचन्द्र राय खुद को गोरखा रेजिमेंट, श्रीनगर में पदस्थापित बता रहे हैं। उन्होंने बताया कि तीनों आरोपियों को बेगूसराय रेल थाने को सुपुर्द कर दिया गया है तथा पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। 

बिहार सरकार के अधिकारियों के कारण झोपड़ी से मकान बनाया और अब मकान में ही झोपड़ी बनाकर रहने को बाध्य हैं

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बिहार महादलित
नौबतपुर। बिहार सरकार के अधिकारियों के कारण ही झोपड़ी से मकान बनाया।  और मकान बनाकर फिर से झोपड़ी बनाकर रहने को बाध्य हैं। यह दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति मुसहर समुदाय का है। जो बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के बिरादरी के हंै। यह दर्दनाक स्थिति सिर्फ पटना जिले के बिहटा प्रखंड के चिरैयाढाड़ मुसहरी की ही नहीं है। अधिकांश मुसहरी की है। 

बताते चले कि गत साल 15 अगस्त, 2013 को बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार चाहते थे। वे किसी महादलित की बस्ती में जाकर झंडोत्तोलन करें। इसकी व्यवस्था जिलाधिकारी महोदय के कंधे पर सौंपा गया। तो पटना जिले के निवर्तमान डीएम डाॅ. एन सरवन कुमार ने सीएम साहब की इच्छा पूर्ण करने में जूट गए। 

बिहार महादलित
डीएम साहब का प्रथम स्वाहिश चिरैयाढाड़ मुसहरी रहा। इसके अलावे अन्य मुसहरी को भी तैयार करके रखा गया। इसके आलोक में डीएम साहब ने सीएम साहब के जश्न आजादी के अवसर पर झंडोत्तोलन करने की तैयारी में लग गए। इसमें चिरैयाढाड़ मुसहरी के महादिलत मुसहरों को फायदा हुआ। मुसहरी की गंदगी को दूर करके शीशे की तरह चमकाना शुरू कर दिया गया। मौके पर एसडीओ, बीडीओ, सीओ के अलावे आलाधिकारी पहुंचने लगे। इन लोगों ने युद्धस्तर पर सीएम के कार्यक्रम को सफल बनाने में जूट गए।ऐन वक्त पर सीएम का कार्यक्रम में बदलाव लाकर रोनिया मुसहरी में झंडोत्तोलन करवा दिया गया।  

बिहार महादलित
पटना जिले के अधिकारियों के आवाजाही करने से चिरैयाढाड़ मुसहरी के लोगों का भाग्योदय हुआ। गंदगी के ढेर पर इन्द्रासन भगवान को साफ-सफाई की गयी। इसके चबुतरे का पक्कीकरण किया गया। बगल में गाढ़े गए खराब चापाकल को दुरूस्त किया गया। मुख्यमंत्री जी के आगमन को देखते ही चापाकल भी पानी उघेलना शुरू कर दिया। एक बार फिर चापाकल से पानी नहीं मिल रहा है।  चापाकल लगाने का आग्रह किया गया है।

जिन महादलितों को इंदिरा आवास योजना से मकान बनाने के लिए 45 हजार रू. की स्वीकृति मिली। अधिकारियों ने 30 हजार रू. देकर हाथ खड़ा करना चाह रहे थे। आने वाले अधिकारियों के समक्ष शिकायत करने से शेष 15 हजार रू. की राशि निर्गत कर दी गयी। जिनको यह राशि हासिल हुई। सभी लोग छत ढालने में सफल हो गए। कुछ लोगों को लटकाया भी गया। लटकने वालों में महेन्द्र मांझी भी हैं। महेन्द्र मांझी कहते हैं कि झोपड़ी हटाकर इन्दिरा आवास योजना से मकान बनाया गया। 30 हजार रू. दिए। इस राशि से छत ढालने लायक दीवार खड़ा कर लिए हैं। चार साल से बिहटा प्रखंड की दौड़ादौड़ी कर रहे हैं। पर कोई सुनवाई नहीं हो पायी है। 

बिहार महादलित
इस पर महेन्द्र मांझी की पत्नी सुमित्रा देवी कहती हैं। सुपर शटर डे को पांचवी बच्ची को घर में जन्म दी है। पेट में बच्चा को संभालकर गर्भावस्था में बीडीओ साहब से मुलाकात करते रहे। जो 19 जुलाई, 2014 को पांचवी बच्ची के जन्म देने तक जारी रहेगा। हमलोगों ने घर का सपना देखा था। झोपड़ी से निकलकर इंदिरा आवास योजना से निर्मित मकान में रहेंगे। अधिकारियों के मनमाने के कारण सपना धाराशाही हो गया। अब फिर से झोपड़ी में रहने को बाध्य हो गए हैं। इस झोपड़ी में मिया और बीबी के साथ पांच बच्ची रहती हैं। इन बच्चियों का नाम है। रूपा कुमारी, पुनम कुमारी,कारी कुमारी और रमिया कुमारी है। नवजात बच्ची का नामकरण नहीं किया गया है। 

महादलित मुसहर समुदाय के महेन्द्र मांझी और उनकी पत्नी सुमित्रा देवी ने मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी और पटना जिले के डीएम मनीष कुमार वर्मा से आग्रह किए हैं कि चिरैयाढाड़ मुहसरी में अनेक समस्या है। आज भी कई महादलितों का आवास जीर्णशीर्ण अवस्था में है। राष्ट्रीय ग्रामीण नियोजन कार्यक्रम के तहत मकान बनाया गया था। जो जर्जर हो चला है। राष्ट्रीय भूमिहीन गारंटी नियोजन कार्यक्रम के तहत मकान बना। वह भी जर्जर हो चला है। इसके बाद इन्दिरा आवास योजना से मकान बना। इसमें मुसहरों को 30 हजार रू. दिए गए। शेष 15 हजार रू. नहीं दिया जा रहा है। इसकी पड़ताल करके महादलितों के साथ न्याय करने का कष्ट करेंगे। 

इस मुहसरी में रहने वाली जीतनी देवी कहती हैं। उत्पाद विभाग के द्वारा मुसहरों पर उत्पात मचाया जा रहा है। बेचन मांझी नामक महादलित को उत्पाद विभाग के अधिकारी मुंह महककर गिरफ्तार कर जेल भेज देता है। उस पर आरोप लगाया जाता है कि 5 लीटर वाले प्लास्टिक का जरकिन में शराब बरामद किया गया। इसकी कीमत चार हजार रू. आका गया। हकीकत यह है कि बेचन निर्दोष है। इसके यहां से माल बरामद ही नहीं हुआ है। केवल आरोप सिद्ध करने के लिए उत्पाद विभाग ने शराब बरामद दिखा दिया है। 18 जून, 2014 को अवैध चुलाई और बेचना का आरोप लगाया गया है। आज भी जेल में बंद हैं।




आलोक कुमार
बिहार 

सभी वामपंथी जनवादी और सेक्यूलर दलों का एकजुट होने का आवाहन

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पटना 22 जुलाई। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव राजेन्द्र प्रसाद सिंह ने एक वक्तव्य जारी कर कहा है कि बिहार विधान सभा की रिक्तियों को भरने वास्ते होने वाले उपचुनावों में सांप्रदायिक भारतीय जनता पार्टी को षिकस्त देने के लिए सभी वामपंथी जनवादी और सेक्यूलर दलों का एकजुट होकर मैदान में उतरना वक्त की मांग है, खासकर लोकसभा चुनाव नतीजों से उत्पन्न नई राजनीतिक परिस्थिति में। 
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की दरभंगा, बांका और भागलपुर जिला परिषदों ने उप चुनाव में अपने प्रत्याषी खड़े करने की इजाजत राज्य नेतृत्व से मांगी है कुछेक अन्य जिले भी ऐसा प्रस्ताव भेजने की प्रक्रिया में हैं। 
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव ने आज यहां जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि आसन्न उप चुनावों में पार्टी की रणनीति तय करने के लिए पार्टी की राज्य कार्यकारिणी की अत्यावष्यक बैठक आगामी 28 जुलाई को आहूत की गयी है। जिसमें समग्र राजनीतिक परिदृष्य को ध्यान में रखते हुए इस बावत अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
इस बीच भाकपा का राज्य नेतृत्व वामपंथी दलों के साथ-साथ अन्य जनवादी- सेक्यूलर दलों से संपर्क बनाकर पूरी स्थिति का जायजा लेने और संभावनाएं तलाष ने के काम में जुटा हुआ है। जिससे कि बिहार को दक्षिणपंथी-सांप्रदायिक दिषा देने की भाजपाई साजिषों को नाकाम किया जा सके। 

उत्तराखंड की विस्तृत खबर (22 जुलाई)

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प्रीतम, दिनेश दुर्गापाल,नैथानी व धनै में से कौन-कौन होंगे मंत्रिमंडल से बाहर!
  • सुबोध,गणेश व महर होंगे मंत्रिमंडल में शामिल!

देहरादूनः (राजेन्द्र जोशी) सूबे की सत्ता पर काबिज कांग्रेस मे भले ही उपरी तौर पर सब कुछ ठीक दिखाई दे रहा हो लेकिन हकीकत मे ऐसा नहीं है। अब जबकि उपचुनाव के लिये मतदान हो चुका है और सबकी निगाहें नतीजो पर लगी हैं, लेकिन अंदरखाने पार्टी मे माहौल काफी गर्म है। चुनाव परिणामों के आ जाने के बाद राज्य मंत्रिमंडल में तीन नये चेहरों को भीतर तो तीन को बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है। चर्चा है कि हरीश रावत खेमे ने विजय बहुगुणा व सतपाल महाराज के खेमों में सेंध लगा दी है और इन दोनों खेमों से एक-एक विधायक सहित एक अन्य विधायक को राज्य मंत्रिमंडल में स्थान मिल सकता है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार लालकुंआं से विधानसभा में चुनकर आये हरीश चन्द्र दुर्गापाल,देवप्रयाग से विधायक मंत्री प्रसाद नैथानी तथा अभी कुछ माह पूर्व टिहरी के निर्दलीय विधायक दिनेश धनै को मंत्रिमंडल से बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है। मिल रही जानकारी के अनुसार हरीश चन्द्र दुर्गापाल व मंत्री प्रसाद नैथानी की कमजोर परफारमेंस के कारण इनको बाहर किया जाना तय माना जा रहा है जबकि बीते कुछ महीने पूर्व बनाये गये मंत्री दिनेश धनैं भी वह कुछ नहीं कर पाये जिसकी उम्मीद प्रदेश सरकार ने उनसे की थी लिहाजा उनको भी मंत्रिमंडल से हटाये जाने के पर्याप्त कारण सरकार के पास हैं। वहीं मंत्री प्रीतम सिंह पंवार व दिनेश अग्रवाल का नाम भी बाहर होने वालों की सूची में बताया जा रहा है। सरकार की मंशा यह भी है कि राज्य में सत्ता के केन्द्र रहे सतपाल महाराज के भाजपा में चले जाने के बाद उनके खेमें में भी सेंध लगायी जाय तो सरकार ने वहा भी सेंध तो लगा दी साथ ही विजय बहुगुणा के खेमें मे भी सेंध लगा डाली एक जानकारी के अनुसार पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा से प्रदेश अध्यक्ष मामले पर हीली हवाली करने के बाद उनके खासमखास माने जोने वाले सुबोध उनियाल की बहुगुणा से दूरियां बढी है। क्योंकि सुबोध उनियाल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद के प्रबल दावेदार थे और अपनी दावेदारी के लिए उन्होने पूर्व मुख्यंमत्री बहुगुणा का दामन थामा हुआ था वे उनको उस कुर्सी पर आसीन करवा देंगे लेकिन बदली राजनीतिक परिस्थितियों के चलते बहुगुणा स्वयं ही राज्य सभा जाने के लिए अपनी सिफारिश आला कमान से करने लगे ऐसे में प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी किशोर उपाध्याय को जा मिली ऐसे में सुबोध का बहुगुणा से नाराज होना लाजमी था कि पूर्व मुख्यमंत्री बहुगुणा ने उनकी ठीक से आलाकमान के सामने पैरवी नहीं की। वहींे सरकार ने मौका देखते ही सुबोध को लपक लिया और उनके मंत्री बनाये जाने की संभावनायें भी पुख्ता नजर आ रही है। वहीं सतपाल महाराज खेमे के गणेश गोदियाल पर भी सरकार काफी मेहरबान है उन्हे बद्रीकेदार मंदिर समिति के अध्यक्ष के साथ ही संसदीय सचिव की जिम्मेदारी भी दी गयी है लेकिन सरकार उन्हे अब पूर्णतः मंत्री का दर्जा देने जा रही है। सरकार के इस कदम को सतपाल महाराज कैंप में भी सेंध के रूप में देखा जा रहा है। वहीं पूर्व कबीनामंत्री प्रकाश पंत को हराकर विधानसभा पहुंचे मयूख महर यदा कदा सरकार से नाराज ही नजर आये लेकिन सरकार ने अब उनको मनाने का पूरा इंतजाम कर दिया है उनको भी राज्य मंत्रिमंडल मे शामिल करने की कवायद शुरू हो गई है। 
  परन्तु इतना भर करने से मुख्यमंत्री हरीश रावत के लिये राह आसान हो जाएगी कहना अभी काफी मुश्किल है क्योकि हरीश रावत की राह मे कांटे उनके अपने करीबी लोगो के कर्मो की वजह से ही बिछे हैं। बहरहाल आने वाले दिनों मे सूबे का सियासी माहौल बरसात के मौसम के बावजूद काफी गरमाने वाला नजर आ रहा है।

प्रदेश की 62 लाख जनसंख्या को राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना का मिला लाभ:मुख्यमंत्री

uttrakhand news
देहरादून, 22 जुलाई, 2014 (निस)। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने खाद्य सुरक्षा योजना के लिए चयनित परिवारों तक खाद्यान्न पहुंचाना सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए हैं। चयनित परिवारों में कोई भी इसका लाभ लेने से वंचित ना रहे। कुछ स्थानों पर लाभान्वितों के कार्ड वितरित ना होने की शिकायतों को गम्भीर बताते हुए सीएम ने जिलाधिकारियों के नेतृत्व में अभियान चलाकर शतप्रतिशत कार्ड वितरण सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य की 61.94 लाख जनसंख्या को राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना का लाभ मिल रहा है। मुख्यमंत्री ने मंगलवार को बीजापुर हाउस के सभागार में प्रदेश में खाद्य सुरक्षा योजना की समीक्षा कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि सचिव स्तर पर प्रतिदिन खाद्य सुरक्षा योजना की मोनिटरिंग की जाए। इसे सर्वोच्च प्राथमिकता पर रखा जाए। शेष रह गए कार्डों के वितरण के लिए ब्लाॅकवार कैम्प का शैड्यूल बनाकर जिलाधिकारियों को भेजा जाए। डीएम, सीडीओ व एडीएम स्तर के अधिकारी के निर्देशन में शिविरों का आयोजन किया जाए व अभियान के तहत विशेषरूप से ग्रामीण क्षेत्रों में कार्ड वितरण सुनिश्चित किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि 8-9 अगस्त को प्रभारी मंत्री अपने प्रभार वाले जिलों में खाद्य सुरक्षा योजना की क्रियान्विति की समीक्षा करेंगे। जबकि इसके तीन चार दिनों बाद वे स्वयं पूरे राज्य में योजना की समीक्षा करेंगे। योजना के क्रियान्वयन में किसी स्तर पर कमी या लापरवाही पाए जाने पर सख्त कार्यवाही की जाएगी। मुख्यमंत्री ने ग्रामीण क्षेत्रों में आवश्यकतानुसार गोदाम स्थानीय व्यक्तियों से किराए पर लिए जाने की कार्ययोजना तैयार करने को भी कहा। इससे जहां राज्य सरकार को गोदामों के निर्माण के लिए संसाधन नहीं लगाने होंगे वहीं स्थानीय व्यक्ति भी लाभान्वित होंगे। साथ ही सरकार को ग्रामीण, पर्वतीय व दुर्गम क्षेत्रों में खाद्यान्न बैंक स्थापित करने में सहायता मिलेगी। बैठक में जानकारी दी गई कि राज्य मे राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना एक जुलाई 2014 से शुरू कर दी गई है। राज्य की 61.94 लाख जनसंख्या को राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना से लाभान्वित किया जा रहा है। राज्य के पूर्व प्रचलित 1,90,926 अन्त्योदय परिवारों को 35 किग्रा खाद्यान्न पूर्व की भांति उपलब्ध्य कराया जा रहा है। राज्य की 53,72,204 आबादी के 11,25,865 परिवारों को प्राथमिक परिवारों में चयन कर राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के अन्तर्गत खाद्यान्न उपलब्ध कराया जा रहा है। राज्य मे चयनित प्राथमिक परिवारों को प्रति व्यक्ति 03 किग्रा चावल 03 रूपये की दर से तथा 02 किग्रा गेहूं 02 रूपये की दर से उपलब्ध कराया जा रहा है। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम की धारा 16(2) के अन्तर्गत खाद्य सुरक्षा योजना का गठन किया गया है। राज्य के शहरी क्षेत्रों में इय योजना के अंतर्गत शतप्रतिशत चयनित परिवारों को राशन कार्ड वितरित किए जा चुके हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में ब्लाॅक स्तर से इन कार्ड का वितरण होना था। यहां भी 85 से 90 प्रतिशत कार्ड वितरित किए जा चुके हैं। पंचायत चुनावों के कारण कुछ स्थानों पर राशन कार्ड वितरण से रह गए हैं। बैठक में खाद्य मंत्री प्रीतम सिंह, प्रमुख सचिव खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति श्रीमती राधा रतूड़ी, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एसएस संधु, अपर सचिव रविनाथ रमन सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

पेयजल योजनाओं के बन्द होने पर भड़की वित्तमंत्री इंदिरा

हल्द्वानी 22 जुलाई,(निस)। पिछले कई दिनो से हल्द्वानी शहर और आसपास के इलाको की बन्द पडी पेयजल व्यवस्था से जनसाधारण को हो रही परेशानी को वित्तमंत्री डा0 इन्दिरा हृदयेश पाठक ने गम्भीरता से लिया है। राजधानी देहरादून से वापस पहुची वित्तमंत्री डा0 हृदयेश के संज्ञान मंे आया कि विगत दिनो हुयी अति वर्षा से हल्द्वानी क्षेत्र की पेयजल आर्पूिर्त विगत एक सप्ताह से ठप्प पडी, लोग पानी केे लिए दर-दर भटक रहे है। जलसस्थान द्वारा टैकरो से की जा रही जल आपूर्ति ना काफी है। गौला नदी का जलस्तर कम होने के बाद सिचाई विभाग की कालटैक्स के पास की नहर क्षतिग्रस्त हो जाने से जलसंस्थान केा फिल्टर करने के लिए पानी नही मिल पा रहा है। इससे पेयजल आपूर्ति सूचारू नही हो पा रही है। पेयजल आपूर्ति को बहाल करने के लिए वित्तमंत्री द्वारा जलसंस्थान के साथ ही जिले के आला अफसरो से वार्ता कर यथाशीघ्र पेयजल आपूर्ति बहाल करने के निर्देश दिये। डा0 हृदयेश ने जल संस्थान के अधिकारियो को आदेशित किया कि वे तत्काल नये 6 टैकर क्रय करने का प्रस्ताव प्रस्तुत करें। वर्तमान में पवित्र रमजान के रोजो के साथ ही क्षेत्र के ेमन्दिरो व अन्य धार्मिक स्थानो पर पूजा अनुष्ठान के कार्य क्रम चल रहे है। उन्होने जलसस्थान के अधिकारियो से कहा कि वे मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रो साथ ही अन्य स्थानो पर टैकर के माध्यम से जल की आपूर्ति सुनिश्चिित करे लोगो को रोजे आदि में दिक्कत ना आये। उन्होेने सिचाई विभाग के अधिकारियो एवं स्थानीय प्रशासन से कहा है कि वे दिनरात एक कर क्षतिग्रस्त नहर की मरम्मत कर जलसस्थान को फिल्टर हेतु कच्चा जल की आपूर्ति सुनिश्चिित करें ताकि शहर की पेयजल व्यवस्था सुचारू हो सके। उन्होने अधिकारियो से कहा कि वे जनसमस्याओं के प्रति संवेदनशीलता का परिचय देे।
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