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बेगूसराय : गढ़पुरा से छात्र जदयू एवं ग्रामीणों द्वारा शहीदों को दी श्रद्धाञ्जलि

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अरुण कुमार (बेगूसराय) आज पूरा भारत शोक में शहीदों को आपने अपने इलाके से श्रद्धाञ्जलि अर्पित कर रहे हैं,इसी क्रम में आज छात्र जदयू गढ़पुरा के द्वारा गढ़पुरा स्टेट बैंक से लेकर पूरे बाजार चौक से होते हुए होते हुए बाबू डॉक्टर डॉ श्रीकृष्ण स्थल तक गए जिसमें सैकड़ों छात्र जदयू के कार्यकर्ता उपस्थित थे। मौके पर उपस्थित  जिला कार्यकारिणी सदस्य बेगूसराय मुकेश कुमार ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री महोदय और नीतीश कुमार मुख्यमंत्री महोदय आप बेगूसराय आने से पहले नौजवान जिनकी मृत्यु हुई उसका बदला लें उसके बाद ही आप बेगूसराय आबें आपका स्वागत है। यह जो घटना है बहुत ही निन्दनीय घटना है ऐसी घटना को छात्र जदयू कार्यकर्ता कभी बर्दाश्त नहीं करेगी मौके पर उपस्थित प्रखंड अध्यक्ष राजेश कुमार पाकिस्तान मुर्दाबाद पाकिस्तान होश में आओ आदि का नारा लगाते हुए बोला की हमें एक के बदले हजार सिर चाहिए वहाँ पर जदयू के प्रखंड अध्यक्ष गजानंद राय छात्र जदयू के प्रखंड सचिव विवेक कुमार,कुमार सों पंचायत अध्यक्ष दीपक कुमार,उदेश कुमार,नवीन कुमार,ब्रजेश कुमार,नवीन कुमार,सौरव कुमार,बृजेश कुमार आदि सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित थे

दरभंगा : LNMU के कुलपति को मुम्बई में सम्मान

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दरभंगा (आर्यावर्त संवाददाता) ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो॰ सुरेंद्र कुमार सिंह को आज मुंबई के होटल ताज लैंड्स ईण्ड में वर्ल्ड  एच ॰आर ॰डी ॰कांग्रेस के 27 वें संस्करण के अवसर पर “ बेस्ट प्रोफ़ेसर इन ह्यूमेन रिसोर्सेज़ मैनेजमेंट “ पुरस्कार से सम्मानित किया गया । इस पुरस्कार को ग्लोबल  एच ॰आर ॰डी॰ अवार्ड  के नाम से भी जाना जाता है ।वर्ल्ड एच ॰आर ॰ डी॰ कांग्रेस 1992 से ही विश्व स्तर पर अकादमिक जगत में सक्रिय संस्था है ।वर्ल्ड एच॰ आर॰ डी ॰ कांग्रेस ने प्रो॰ सिंह के काशी हिन्दू विश्वविद्यालय से लेकर ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय तक के अकादमिक एवं प्रशासनिक उपलब्धियों के गहन मूल्यांकन के पश्चात उन्हें “ बेस्ट प्रोफ़ेसर इन ह्यूमेन रिसोर्सेज़ मैनेजमेंट “ सम्मान से सम्मानित करने का निर्णय लिया।कुलपति प्रो॰ सिंह की काशी की अकादमिक उपलब्धियाँ तो है ही , ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय की प्रशासनिक उपलब्धियों ने उसे नए मुक़ाम पर प्रतिष्ठित कर दिया ।प्रो॰ सिंह ने मानव संसाधनों का विश्वविद्यालय प्रबंधन में बेहतर इस्तेमाल किया है । समस्याओं के अम्बार के बीच सीमित संसाधनों से ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय को देश की 104 वें और राज्य के पहले स्थान पर लाना एक जादुई उपलब्धि ही कही जाएगी। कुलपति को मिले सम्मान से पूरा विश्वविद्यालय परिवार अपने आप को गौरवान्वित महसूस करता है ।अध्यक्ष छात्र कल्याण डॉक्टर रतन कुमार चौधरी , हिन्दी विभागाध्यक्ष डॉक्टर चंद्रभानु प्रसाद सिंह , छात्र संघ की अध्यक्षा मधुमाला कुमारी समेत कई शिक्षकों , प्रधानाचार्यों ,पदाधिकारियों , एवं कर्मचारियों ने इस संदर्भ में कुलपति प्रोफ़ेसर सिंह को हार्दिक बधाई दी है ।

मधुबनी : ग्राम रक्षा दल के जवानों के द्वारा शोक सभा का आयोजन

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जयनगर /मधुबनी (आर्यावर्त संवाददाता) जयनगर के उसराही राम जानकी मंदिर के सामने फुलवामा आतंकी हमले में मारे गए सैनिकों की आत्मा की शांति हेतु ग्राम रक्षा दल के जवानों के द्वारा शोक सभा का आयोजन दल के प्रदेश अध्यक्ष श्री राम प्रसाद राउत जी के अध्यक्षता में हुई,शोक सभा कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए दल के प्रदेश अध्यक्ष श्री राम प्रसाद राउत ने कहा कि हमारे वीर सैनिकों के काफिले पर आतंकी हमला कायराना हरकत है दुख की इस घड़ी में पूरा देश शहीद जवानों के परिजनों के साथ है भारत अपने जवानों की शहादत का बदला जरूर लेगा इस आतंकी हमला का करारा जवाब देने का आग्रह माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी से करता हूं की जंग का ऐलान करें पूरा देश 130 करोड़ जनता आपके साथ है इस आतंकी हमले की मैं कड़ी शब्दों में निंदा करता हूं और शहीद जवानों के परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए मृतकों के प्रति श्रद्धा सुमन अर्पित करता हूं शोक सभा में संजय कुमार यादव,लालबाबू यादव,सुबोध ठाकुर, राकेश ठाकुर, संजीव महतो, गणेश यादव,दिनेश यादव, रामबली यादव, रामकृष्ण यादव, राम शकल यादव, मो0 सत्तार,मोहम्मद सुभान, उमेश यादव इत्यादि शोकसभा में भाग लिए i

मधुबनी : MSU ने मधुबनी में CRPF जवानों को दी श्रधांजलि

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मधुबनी (आर्यावर्त संवाददाता) आज दिन के एक बजे मिथिला स्टूडेंट यूनियन के छात्रों के द्वारा रेलवे स्टेशन मधुबनी के परिसर में पाकिस्तान के आतंकियों द्वारा हमारे भारतीय सेना पर हमले के खिलाप पाकिस्तान मुर्दाबाद आतंकवाद मुर्दाबाद नारेबाजी की और शहीद हुए सेना को श्रद्धांजलि अर्पित की Msu के प्रधान सचिव विजय घनश्याम ने कहा कि भारत को पाकिस्तान पर हमला कर देना चाहिए isis isi जैसे संगठनों को मुह तोड़ जवाब देना चाहिए अब कड़ी निंदा नही एक भी आतंकी जिंदा नही चाहिए आखिर किस बात को लेकर हम चुप है वहीं जिला प्रवक्ता विजय श्री टुन्ना ने कहा कि सेना पर हुए हमले का कोई राजनीतिक नही होना चाहिए सभी को मिलकर इस पर कारवाई हो इसके लिए एकजुट होना चाहिए बिहार प्रभारी प्रिये रंजन पांडे ने कहा कि देश के जवानों का बलिदान व्यर्थ नही जाना चाहिए और सरकार को पाकिस्तान पर कड़ा प्रहार करना चाहिए जिससे पाकिस्तान को सबक मिले की भारत अब चुप नही बैठेगा ! शहीदों के श्रद्धांजलि सभा मे रौशन झा अरविंद झा तुल्लाह खान मनोहर झा सहित सैकड़ों लोगों ने भाग लिया !

स्वस्थ्य भारत यात्रा : महाराष्ट्र के पालघर में बच्चों ने लेझिम नृत्य कर स्वस्थ भारत यात्रियों का किया स्वागत

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·       सर जेपी ग्रुप ऑफ इंस्टीच्यूशन्स में खेल प्रतियोगिताओं का यात्रा प्रमुख ने किया उद्घाटन·       वरिष्ठ संगीतकार सरोज सुमन एवं संजू फेम गीतकार शेखर अस्तित्व, वरिष्ठ विज्ञान लेखक कार्तिकेय सिंह व काव्य प्रस्तोता रवि प्रकाश सिंह भी समर्थन देने पहुंचे·       यात्रियों के अभिनंदन पर हुई काव्य गोष्ठी·       यात्री दल ने समर्थ जैविक बाग का किया दौरा, साथ ही वहां की गतिविधियों का लिया जायजा 

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मुम्बई (आर्यावर्त डेस्क) 16 फरवरी, पालघऱ, मुंबई से 87 किमी दूर महाराष्ट्र राज्य के हाल ही में 36वें जिले के रूप में घोषित पालघर पहुंचने पर जेपी इंस्टीच्यूशन्स के विद्यार्थियों ने लेझिम नृत्य कर स्वस्थ भारत यात्रियों का स्वागत किया। स्वस्थ भारत यात्री मुंबई से पालघर पहुंचे थे। यह यात्रा 30 जनवरी को महात्मा गांधी के साबरमती आश्रम से शुरू हुई है। देश के विभिन्न राज्यों में 90 दिनों तक चलने वाली इस यात्रा में 8 सदस्य शामिल हैं। यात्रा प्रमुख आशुतोष कुमार सिंह, प्रसून लतांत, अशोक प्रियदर्शी, प्रियंका सिंह, विवेक शर्मा, शंभू कुमार, पवन कुमार एवं विनोद रोहिल्ला शामिल हैं।

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जेपी इंस्टीच्यूशंस में यात्रा प्रमुख आशुतोष कुमार सिंह ने खेल प्रतियोगिताओं का श्रीफल फोड़कर उद्घाटन किया। यहां खोखो एवं कबड्डी के कुल 18 टीमों ने हिस्सा लिया। इन मैचो के रेफरी जयदीप पाटील और निखिल घराट थे। उद्घाटन के पूर्व विद्यालय की प्रिंसिपल बीना मेनन और प्रशासनिक अधिकारी ध्यानेश्वर पाडड़ेकर ने यात्रा प्रमुख सहित सभी यात्रियों का स्वागत किया। इस मौके पर यात्रा प्रमुख आशुतोष कुमार सिंह ने खेल की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पढ़ाई के साथ ही खेलना भी बहुत जरूरी है। स्वस्थ मन के लिए स्वस्थ तन भी जरूरी है और मन तथा तन ठीक हो तो पढ़ाई अच्छी होती है और परीक्षा में आप अच्छे अंक प्राप्त कर सकते हैं। हमलोग लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने के लिए 21000 किमी व 90 दिनों की यात्रा पर हैं। हमारा ध्येय वाक्य हैं   स्वस्थ भारत के तीन आयामः जनऔषधि, पोषण और आयुष्मान। श्री सिंह ने बच्चों से सीधा संवाद करते हुए कहा कि वो अपने भोजन में पोषक चीजों को शामिल करें और बेहतर आदत को विकसित करें ताकि बीमार ही न हों। और अगर बीमार हो तो जनऔषधि दवाइयों का ही इस्तेमाल करें। खेल प्रतियोगिताओं में भाग लेने आए बच्चों से संवाद करते हुए वरिष्ठ पत्रकार प्रसून लतांत ने कहा कि खेलने से भी स्वास्थ्य बेहतर रहता है। उन्होंने कहा कि उस कहावत को मत मानना जिसमें कहा गया है कि ‘खेलने-कूदने से बच्चे खराब हो जाते हैं।’ 

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इस यात्रा को समर्थन देने के लिए मुंबई से वरिष्ठ संगीतकार सरोज सुमन, संजू फेम गीतकार शेखर अस्तित्व, विज्ञान लेखक कार्तिकेय सिंह एवं काव्य प्रस्तोता रवि प्रकाश सिंह अपने साथियों के साथ जे.पी. इंस्टीट्यूट पहुंचे। इंस्टीच्यूट के निदेशक यशवंत सिंह ने प्रेषित संदेश में यात्रा की सफलता की कामना की। इस अवसर पर स्वस्थ भारत न्यास की ओर से जे.पी इंस्टीट्यूट को आभार पत्र प्रदान किया गया। पालघर स्थित समर्थ जैविक उद्यान पहुंचे यात्री दल का स्वागत उद्योगपति विजय माली ने किया। इस मौके पर एक काव्य गोष्ठी का भी आयोजन हुआ जिसका संचालन गांधीवादी चिंतक प्रसून लतांत ने किया। इस गोष्ठी में एक ओर जहां शेखर अस्तित्व ने ‘तीर थे कमान हो गए, सिर्फ एक पान के लिए लोग पीकदान हो गए’ कविता से संमा बांधा वहीं दूसरी तरफ अपनी संचालन कुशलता से वरिष्ठ लेखक प्रसून लतांत ने कवियों को अभिभूत कर दिया। गोष्ठी में सरोज सुमन, कार्तिकेय सिंह, शेखर अस्तित्व व रवि प्रकाश सिंह ने अपनी कविताओं से श्रोताओं को बांधे रखा। 

जमीन विवाद को लेकर परपोते ने ली महिला की जान

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मुजफ्फरनगर, 16 फरवरी, उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में भूमि विवाद को लेकर एक बुजुर्ग महिला की हत्या कर दी गई। पुलिस ने बताया कि 60 वर्षीय महिला के परपोते ने गोली मार कर उसकी जान ले ली। उन्होंने बताया कि घटना चरथावल पुलिस थानाक्षेत्र के तहत आने वाले नागला राही गांव में शुक्रवार की शाम हुई। क्षेत्राधिकारी मोहम्मद रिजवान के मुताबिक आरोपी उस्मान ने जमीन विवाद के चलते रहीसा की उनके घर में ही गोली मार कर हत्या कर दी। रिजवान ने बताया कि रहीसा की मौके पर ही मौत हो गई। साथ ही उन्होंने बताया कि इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया गया है और पुलिस आरोपी की तलाश कर रही है। 

बिहार : कार और ट्रक की टक्कर में एक ही परिवार के पांच लोगों की मौत

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गया 16 फरवरी, बिहार में गया जिले के आमस थाना क्षेत्र में नवगढ़ गांव के निकट आज सुबह कार और ट्रक के बीच हुयी टक्कर में एक ही परिवार के पांच लोगों की मौत हो गयी। पुलिस सूत्रों ने यहां बताया कि कार पर सवार कुछ लोग जा रहे थे तभी नवगढ़ गांव के निकट ट्रक ने कार में  टक्कर मार दी। इस दुर्घटना में कार पर सवार पांच लोगों की मौके पर ही मौत हो गयी। सूत्रों ने बताया कि मृतकों की तत्काल पहचान नही की जा सकी है। शवों को पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया गया है।

पाकिस्तान आतंकवाद को जायज ठहराने का न करे प्रयास: हक्कानी

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नयी दिल्ली 16 फरवरी, पाकिस्तान के अमेरिका में पूर्व राजदूत एवं जाने माने लेखक हुसैन हक्कानी ने पाकिस्तान के लोगों को सलाह दी है कि ‘मुख्यधारा और सोशल मीडिया’ में जम्मू कश्मीर के पुलवामा हमले के जरिए आतंकवाद को जायज ठहराने का प्रयास न करे। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के पूर्व मीडिया सलाहकार श्री हक्कानी ने ट्वीट किया, “पाकिस्तान ने आधिकारिक रूप से पुलवामा हमले की निंदा की है लेकिन कई पाकिस्तानी मुख्यधारा और सोशल मीडिया पर आतंकवाद को जायज ठहराने के तर्क देकर पाकिस्तान के आधिकारिक बयान की बची खुची विश्वसनीयता को भी खत्म कर रहे हैं।”  श्री हक्कानी फिलहाल दक्षिण और मध्य एशिया के हडसन इंस्टिट्यूट में निदेशक के रूप में कार्यरत हैं। वह वर्ष 2008-2011 तक अमेरिका में पाकिस्तान के राजदूत थे। श्री हक्कानी को पाकिस्तान के राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ की सरकार ने इन्हें सरकार की आलोचना करने के लिए निर्वासित कर दिया था। श्री हक्कानी पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टों के प्रवक्ता के रूप में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं।  इसके अलावा श्री हक्कानी ने ‘पाकिस्तान: बिटवीन मास्क्यू एंड मिलिट्री’, ‘मैग्निफिसेंट डिलूशन: पाकिस्तान, द यूनाइटेड स्टेट एंड एेपिक हिस्ट्री ऑफ मिसअंडर्स्टेंडिंग’ और ‘रीइमैजनिंग पाकिस्तान’ जैसी पुस्तकों की रचना की है। 

यरुशलम, इजरायल-फिलिस्तीन की संयुक्त राजधानी बने: संयुक्त राष्ट्र

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संयुक्त राष्ट्र 16 फरवरी, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने अंतरराष्ट्रीय कानून समेत कई आधारों का हवाला देते हुए कहा है कि यरुशमल को इजरायल और फिलिस्तीन की संयुक्त राजधानी होना चाहिए। श्री गुटेरेस ने वर्ष 1975 में गठित फिलिस्तीन के मौलिक अधिकारों की समिति को संबोधित करते हुए शुक्रवार को यह बात कही। उन्होंने कहा, “संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों, पूर्व समझौतों, अंतरराष्ट्रीय कानून और लंबे समय के सिद्धांतों के आधार पर यरुशलम को दोनों देशों की राजधानी माना जाना चाहिए।” उन्होंने इजरायल-फिलिस्तीन संघर्ष का शांतिपूर्ण और न्यायोचित समाधान पेश करते हुए कहा, “दोनों देशों के बीच संघर्ष का एकमात्र समाधान शांति और सद्भावना से ही संभव है।” संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने कहा, “यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि पिछले कई सालों से दोनों देशों के बीच संघर्ष की स्थिति सुधरी नहीं है और गाजा में इजरायली सुरक्षाबलों के हमलों में पिछले साल सैकड़ों लोगों की मौत हुयी और कई हजार लोग घायल हो गये।”  उन्होंने हमास और अन्य आतंकवादी संगठनों के हमलों तथा सुरक्षबलों की कार्रवाई का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत इजरायल का दायित्व है कि वह जितना संभव हो सके संयम बरते। श्री गुटेरेस ने कहा,“ संयुक्त राष्ट्र, फिलिस्तीन समस्या के समाधन और गाजा में फिलिस्तीन की वैध सरकार बहाल किये जाने के पक्ष में है।”  गाजा में मानवीय संकट के दौर को तुरंत खत्म किये की बात दोराते हुए उन्होंने कहा कि फिलिस्तीन में 20 लाख से अधिक लोग शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित हैं और वे निहायत ही गरीबी और बेरोजगारी की स्थिति में रह रहे हैं।  उन्होंने कहा, “मैं इजरायल से आग्रह करता हूं कि वह वैध सुरक्षा उपायों को सुरक्षित रखते हुए गाजा में लोगों और वहां भेजे जाने वाली सामग्रियों से प्रतिबंध हटाये। इससे संयुक्त राष्ट्र की मानवतावादी एजेंसियों को मदद पहुंचाने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।”

वंदे भारत एक्सप्रेस में पहले ही दिन आई तकनीकी खराबी

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इटावा, 16 फरवरी, मेक इन इंडिया के तहत बनी देश की पहली सेमी हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस अपनी उद्घाटन यात्रा में वाराणसी से वापस लौटते समय शनिवार तड़के तकनीकी खराबी का शिकार हो गयी।  गाड़ी वाणिज्यिक यात्रा पर नहीं थी।  रेलवे के आला अधिकारियों ने बताया कि सुबह करीब पांच बजे दिल्ली से करीब सवा दो सौ किलोमीटर पहले इटावा के आगे चमरौला स्टेशन के पहले कोई जानवर टकरा गया जिससे उसके ट्रेन के नीचे फिट कई उपकरणों को नुकसान पहुंचा। इससे चार कोच में बिजली की आपूर्ति प्रभावित हो गयी। संचालन प्रणाली को भी नुकसान पहुंचा।  ट्रेन को बाद में बहुत धीमी गति से चमरौला स्टेशन पर लाया गया। करीब तीन घंटे तक मामूली मरम्मत के बाद गाड़ी को दिल्ली के लिए रवाना किया गया।  इस ट्रेन को वाराणसी के सांसद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हरी झंडी दिखा कर पूर्वाह्न 11 बजकर 20 मिनट पर रवाना किया था। गाड़ी शाम तीज तीन बजकर 10 मिनट पर कानपुर स्टेशन पर पहुंची। ट्रेन वहां से शाम चार बजकर 10 मिनट रवाना हुई और शाम छह बजकर 10 मिनट पर इलाहाबाद पहुंची। वहां से रात सात बजकर 45 मिनट पर रवाना होकर रात नौ बजकर 42 मिनट पर वाराणसी कैंट स्टेशन पहुंची। वापसी में गाड़ी वाराणसी से रात साढ़े 10 बजे रवाना हुई थी। ट्रेन यात्रियों के लिए रविवार को शुरू हो रही है और दोनों तरफ से सारी सीटें बुक हो चुकी हैं। रेल अधिकारियों के हाथ पांव फूल गये हैं कि देश की आकांक्षाओं की प्रतीक इस ट्रेन को कल कैसे चलाया जायेगा। गाड़ी की इंजीनियरिंग की समझ सब इंजीनियरों को नहीं है। अधिकारियों ने हालांकि खामी ठीक हो जाने का भरोसा व्यक्त करते हुए कहा कि ट्रेन रविवार को समय पर चलेगी। 

पुलवामा के गुनाहगार जितना छिप लें, उन्हें सजा जरूर मिलेगी : मोदी

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यवतमाल (महाराष्ट्र), 16 फरवरी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को एक बार फिर दोहराया कि पुलवामा के शहीदों का बलिदान बेकार नहीं जाएगा और इस गुनाह के गुनाहकर जितना भी छिप लें उन्हें सजा जरूर मिलेगी। विकास परियोजनाओं का यहां शुभारंभ करते हुए श्री मोदी ने पुलवामा के शहीदों को एक बार फिर नमन करते हुए देश की जनता से धैर्य बनाये रखने और अपने जवानों पर भरोसा रखने की अपील की। उन्होंने कहा ,“ पुलवामा के गुनाहगारों को कैसे, कहां, कब, कौन, किस प्रकार की सजा देगा ये हमारे जवान तय करेंगे। शहीदों का बलिदान बेकार नहीं जाएगा और आंतकवादियों को उनके गुनाह की सजा जरूर मिलेगी। ” पाकिस्तान का नाम लिए बिना श्री मोदी ने कहा ,“ भारत के बंटवारे के बाद एक देश जो अस्तित्व में आया, आतंकवाद का पनाहगार और आतंकवाद का दूसरा पर्याय बन चुका है। यह देश दीवालिया होने की कगार पर है और उसके मंसूबो को हम किसी भी तरह सफल नहीं होने देंगे। सैनिकों , विशेषकर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल में जो गुस्सा है वह भी देश समझ रहा है इसलिए सुरक्षा बलों को पूरी छूट दे दी गयी है। आतंकवादी संगठनों ,आतंक के सरपरस्तों ने जो गुनाह किया है वे चाहे जितना छिपने की कोशिश करें उन्हें सजा जरूर मिलेगी। ” श्री मोदी ने पुलवामा हमले को लेकर पाकिस्तान को शुक्रवार को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा था कि सुरक्षा बलों को पूरी आजादी दे दी गयी है और हम शहीदों की रक्त के एक-एक बूंद की कीमत लेकर रहेंगे। 

गुर्जरों का आंदोलन समाप्त : बैंसला

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जयपुर, 16 फरवरी, गुर्जरों ने आरक्षण को लेकर अपना नौ दिन पुराना आंदोलन शनिवार को समाप्त कर दिया। गुर्जर नेता किरोड़ी सिंह बैंसला ने राज्य सरकार से लिखित आश्वासन मिलने के बाद आंदोलन समाप्त करने की घोषणा की और आंदोलनकारियों से अवरुद्ध किए सभी सड़क व रेलमार्ग खोलने को कहा।  इससे पहले राज्य सरकार की ओर से पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने एक लिखित आश्वासन गुर्जर नेताओं को सौंपा। बैंसला के अनुसार, राज्य सरकार ने यह आश्वासन दिया है कि विधानसभा में पारित विधेयक को अगर कोई कानूनी चुनौती मिलती है तो सरकार उनका साथ देगी। उल्लेखनीय है कि राज्य विधानसभा ने गुर्जर सहित पांच जातियों को आरक्षण संबंधी विधेयक बुधवार को पारित कर दिया था। इस बारे में अधिसूचना भी जारी कर दी गयी। लेकिन गुर्जर नेता सरकार से लिखित में आश्वासन चाहते थे कि अगर विधेयक को कहीं कानूनी चुनौती दी जाती है तो सरकार उनका साथ देगी। गुर्जर आंदोलन समाप्त होने से राज्य में रेल व सड़क यातायात सुचारू होने की उम्मीद है।

मर्दानी के सीक्वल में काम करेंगी रानी मुखर्जी

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मुंबई 16 फरवरी, बॉलीवुड अभिनेत्री रानी मुखर्जी अपनी सुपरहिट फिल्म ‘मर्दानी ’के सीक्वल में काम करती नजर आ सकती हैं। रानी मुखर्जी की फिल्म मर्दानी वर्ष 2014 में रिलीज हुई थी। फिल्म में रानी ने सीबीआई इंस्पेक्टर का किरदार निभाया था। फिल्म बाल तस्करी के मुद्दे पर बनी थी। अब फिल्म का दूसरा पार्ट भी बनने जा रहा है। कहा जा रहा है कि फिल्म के सीक्वेल में वह पुलिस ऑफिसर के रोल में नजर आएंगी। फिल्म की शूटिंग जल्द ही शुरू कर दी जाएगी। फिल्म में रानी, शिनावी शिवाजी राव की भूमिका में नजर आएंगी और एक ऐसे शख्स का सामना करेंगी जिसके दिल में दया और रहम के लिए कोई जगह नहीं है।

शहीद की पत्नी ने की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आने की मांग

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देवरिया 16 फरवरी, जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में फिदायीन हमले में शहीद सीआरपीएफ के जवान विजय मौर्य की पत्नी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अंतिम संस्कार के समय मौजूद रहने की मांग की है। छपिया गांव निवासी विजयलक्ष्मी ने अश्रुपूरित नेत्रों  से कहा ‘मेरे पति के शव को तब तक मुखाग्नि नहीं दी जाएगी जब तक मुख्यमंत्री खुद यहां नहीं आ जाते।’ शहीद के गांव में मौजूद भीड़ पाकिस्तान मुर्दाबाद और विजय मौर्य अमर रहे के नारे लगा रही थी। पुलिस और जिला प्रशासन के अधिकारी मौके पर मौजूद हैं हालांकि शहीद का शव अभी तक गांव नहीं पहुंचा है।

आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ है अमेरिका : पोम्पियो

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वाशिंगटन 16 फरवरी, जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकवादियों के निहायत ही हैवानियतपूर्ण हमले के खिलाफ भारत को लगातार वैश्विक समर्थन मिल रहा है और इसी क्रम में अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने कहा है कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में उनका देश भारत के साथ है। इससे पहले शुक्रवार को व्हाइट हाउस ने भी आतंकवादी हमले की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए पाकिस्तान को आतंकवादियों को संरक्षण और मदद देने पर तुरंत पाबंदी लगाने को कहा था।  श्री पोम्पयो ने पुलवामा आतंकवादी हमले के खिलाफ पाकिस्तान को आगाह किया कि वह आतंकवादियों को मदद पहुंचाना और उनका सुरक्षित पनाहगाह बनना तुरंत बंद करे, इससे अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा उत्पन्न हो जायेगा।  श्री पोम्पियो ने ट्वीट किया, “भारतीय सुरक्षा बलों पर हुए भीषण हमले की अमेरिका आलोचना करता है। इस हमले में जान गंवाने वाले जवानों और उनके परिजनों के प्रति हमारी गहरी संवेदना है।” उन्होंने कहा, “आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में हम भारत के साथ मजबूती से खड़े हैं। पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करने वाले आतंकवादियों को संरक्षण देना बंद करे।”  इसके पहले व्हाइट हाउस की प्रवक्ता साराह सैंडर्स ने बयान जारी करके पाकिस्तान की इमरान खान की सरकार पर दबाव बनाते हुए सभी आतंकवादी संगठनों को समर्थन और संरक्षण देने पर तत्काल रोक लगाने को कहा था। उल्लेखनीय है कि 14 फरवरी को पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के फिदायीन हमलावर ने विस्फोटकों से भरे एक वाहन को केन्द्रीय सुरक्षा बल के काफिले में घुसाकर विस्फोट कर दिया था। हमले में कम से कम 40 जवान शहीद हो गये और कई घायल हुए हैं। भारत ने इस हमले के लिए पाकिस्तान को दोषी ठहराया है और कहा है कि हमले के प्रायाेजकों और दोषियों को माकूल जवाब दिया जायेगा। हमले को लेकर देशभर में आक्रोश और जबरदस्त गुस्सा है।

दरभंगा : मिल्लत कालेज में हुई श्रधांजलि सभा

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दरभंगा (आर्यावर्त संवाददाता) आज दिनांक 16 फरवरी 2019 को मिल्लत महाविद्यालय में प्रधानाचार्य डॉ मोहम्मद रहमतुल्लाह की अध्यक्षता में फुलवाड़ा कश्मीर में दिनांक 14 .2. 19 को भारत के सपूत जवानों के साथ सुनियोजित रूप में आतंकियों ने जो कायराना हरकत की है  जिसमें देश के वीर 42 जवान शहीद हुए उनको श्रद्धांजलि अर्पित करने हेतु एक सभा का आयोजन किया गया इस मौके पर प्रधानाचार्य डॉ मोहम्मद रहमतुल्लाह ने कहा कि हमारा महाविद्यालय परिवार उस आतंकी हमले  की घोर निंदा करता  है  भारत सरकार से आज की श्रद्धांजलि सभा अनुरोध करती है कि बिना किसी देर किए हुए शीघ्र ही आतंकियों को समूल कुचले ताकि भविष्य में ऐसी प्रवृत्ति करने का दुस्साहस वे नहीं कर सके अमर शहीदों  बलिदान होने वाले शहीदों को अपनी नम आंखों से श्रद्धांजलि समर्पित करते हुए ऐसे राष्ट्रभक्त शहीदों की आत्मा की चिर शांति के लिए एवं उनके परिवार के सदस्यों को ऐसे  ह्रदय विदारक पीड़ा को सहने के लिए संभल कामना करता हूं  महाविद्यालय परिवार इस दुख की घड़ी में देश के साथ है तथा हर प्रकार की स्थितियों में इन आतंकियों के विरुद्ध भारत सरकार द्वारा की जाने वाली कार्रवाई में तन मन धन के साथ अग्रणी रहेगा  प्रधानाचार्य ने सैकड़ों विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा के भारत के मान मर्यादा के लिए जब भी तन मन धन की जरूरत पड़े सभी तैयार रहेंगे आज आतंकियों द्वारा यह घटना जो की गई है इसकी निंदा ही नहीं हम इसका सरकार से पुरजोर मांग करते हैं के आतंकवादियों का सफाया करने में हम जवानों का अगर खून भी चाहिए तो हम देने के लिए तैयार है मिल्लत कॉलेज परिवार पुनः एक बार दुखी परिवारों के साथ है जिनका लाल आज उनके पास नहीं है सभी शिक्षक शिक्षकेतर कर्मचारी छात्र छात्राओं ने 2 मिनट का मौन रखकर अमर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित किया

बिहार : आवासीय भूमिहीनों का घर का अधिकार मिले तो कानून बनाना जरूरी: प्रियदर्शी

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पटना,16 फरवरी। कई जन संगठनों के द्वारा 18 फरवरी को 11 बजे से गांधी मैदान,पटना में भूमि अधिकार जन जुटान रैली आयोजित किया गया है। इसको लेकर शनिवार को पटना में प्रेस वार्ता की गयी।  मौके पर मौजूद वक्ताओं ने कहा कि मजदूरों-कारीगरों के श्रम से भवन-अपार्टमेंट बनते हैं पर उन्हें ही रहने को घर नहीं है। एक अनुमान के अनुसार बिहार में 35 लाख परिवारों के पास आवासभूमि नहीं है। आवास की वैकल्पिक व्यवस्था किए बिना गांव और शहरों में सड़क के किनारे ,तटबंध और सरकारी जमीन पर बनी गरीबों की झोपड़ी उजाड़ देना लोकतंत्र और मानवता का क्रूर मजाक है। भूमि अधिकार जन जुटान के संयोजक प्रदीप प्रियदर्शी ने कहा कि18 फरवरी को भारी संख्या में आवासीय भूमिहीन लोग शामिल होने आ रहे हैं। इस जन जुटान की पहली मांग है कि बिहार सरकार गांव और शहर के प्रत्येक आवासहीन परिवार के लिए ऐसा कानून बनाए जिससे सभी जरूरतमंद घराड़ी की जमीन का हकदार बन सके।

उन्होंने कहा कि  नदियों के कटाव से विस्थापन के कारण आवासीय भूमिहीन परिवारों की संख्या बढ़ती जा रही है। 2008 की कुसहा त्रासदी के बाद 2 लाख 36 हजार 632 बर्बाद घरों के बदले सरकार ने लगभग 60 हजार घरों के निर्माण के बाद अपने हाथ खींच लिए। नदियों के कटाव से विस्थापित परिवारों को एक समय सीमा के अन्तर्गत वासभूमि एवं घर देकर पुनर्वासित कराना हमारी मांगों में शामिल है। रूपेश ने कहा कि पिछले 30-40 वर्षों से हजारों भूमिहीन भू-हदबंदी अधिनियम के तहत फाजिल घोषित भूमि का पर्चा लेकर दर-दर भटकने को मजबूर हैं। वर्ष 2011 के सामाजिक-आर्थिक-जातीय जनगणना के अनुसार बिहार अनुसूचित जाति के 81 प्रतिशत परिवार भूमिहीन हैं। भूमि सुधार कानून और उसके उद्देश्य को परास्त करने में भूधारी,नेता,वकील और अफसर जी जान से जुटे हुए हैं। भू-हदबंदी के 260 मुकदमे पटना उच्च न्यायालय में लम्बित हैं। जिलों की राजस्व अदालतों में सैकड़ों सिलिंग केस पड़े हुए हैं। बिहार भूमि सुधार कोर कमिटी के सुझाव पर सरकार ने बिहार भूमि सुधार ( अधिकतम सीमा निर्धारण एवं अधिशेष भूमि अर्जन) अधिनियम 1961 की उप धारा 45 बी को समाप्त कर दिया पर दो साल चार महीने बीत जाने के बाद भी मुक्त हुए मुकदमे से जुड़ी भूमि वितरण नहीं हुआ। बिहार में वनाधिकार कानून भी लागू हो रहा है। वनभूमि के पट्टे के लिए वर्षों से सैकड़ों आवेदन धूल फांक रहे हैं। पिछले दिनों पटना हाईकोर्ट के आदेश से वनभूमि के दावेदारों को राहत मिली है। अब उनके आवेदन का आखिरी तौर पर निष्पादन होने तक उन्हें बेदखल नहीं किया जा सकता। भूमि सुधार और वनाधिकार कानून को लागू कराना हमारी प्रमुख मांग है।

किसान अपने खून-पसीने से अन्न पैदा करते हैं। पर किसान को न तो फसल पर का वाजिब दाम मिलता है और ना ही बटाईदार किसानों की समस्या का स्थायी हल तो खेती को लाभकारी बनाना है। गन्ना किसानों की हालत और भी खराब है। नापी, पूर्जी वितरण,गन्ने की खरीद में उसके प्रकार को लेकर बखेड़ा, घटतौली और गन्ने के मूल्य का समय पर भुगतान नहीं होने से गन्ना किसान परेशान हैं।  18 फरवरी के जन जुटान की तीसरी मांग स्वामीनाथन आयोग की खेती-किसानी के विकास से संबंधित सिफारिशें अविलम्ब लागू कराते हुए खेती को लाभकारी बनाने और गन्ना किसानों को चीनी मिलों की मनमानी से मुक्त कराने की है। हम सभी जानते हैं कि एक पिछड़े, गरीब और असंगठित समाज में कमजोर वर्गों के पक्ष में बने कानून यूं ही लागू नहीं हो जाते। संघर्ष और संवाद के रास्ते पर ही चल कर मेहनतकश मजदूर,कारीगर,किसाने,बेघर-विस्थापित और बटाईदार किसान अपना हक हासिल किये हैं और करेंगे। हमने इन्हीं सवालों को लेकर 18 फरवरी 2019 को पटना के गांधी मैदान में भूमि अधिकार जन जुटान का फैसला लिया है। इस जन जुटान में कुछ साथी पश्चिमी चम्पारण के भितिहरवा आश्रम और पटना के मसौढ़ी से पदयात्रा और बांका से साइकिल चलाकर शामिल होंगे।  हमारा यह संघर्ष लोकतंत्र को मात्र वोट का उत्सव या एक हद तक चुनावी खेल से आगे ले जाते हुए भारतीय संविधान में दर्ज गरिमा के साथ जीने के अधिकार और बिना किसी भेदभाव (लिंग,जाति या सम्प्रदाय) के जीने के नैसर्गिक अधिकार को जमीन पर उतारने के लिए प्रतिबद्ध है। जन संगठन एकता परिषद, जन मुक्ति वाहिनी (जसवा), दलित अधिकार मंच, लोक समिति, लोक मंच, असंगठित क्षेत्र कामगार संगठन, लोक परिषद, शहरी गरीब विकास संगठन,मुसहर विकास मंच,भूमि सत्याग्रह अभियान, कोशी नवनिर्माण मंच, लोक संघर्ष समिति, महिला कृषक मंच, महिला अधिकार मोर्चा, भूमि अधिकार मोर्चा, मजदूर किसान समिति, आदिवासी मजदूर किसान संघर्ष  वाहिनी, महिला किसान मंच, शहरी गरीब मोर्चा, दलित मुक्ति मिशन।

रायबरेली शिवसैनिकों ने फूंका पाकिस्तान का पुतला

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रायबरेली, जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में हुये आतंकवादी हमले के विरोध में रायबरेली शिवसेना जिला प्रमुख ठाकुर अजय सिंह के नेतृत्व में सभी पदाधिकारी और शिवसैनिकों के साथ बस स्टाप चौराहे पर पाकिस्तान और आतंकवाद के खिलाफ जमकर  नारेबाजी की। पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए भारी संख्या में शिवसैनिक इकट्ठा हुए। इस दौरान सभी शिवसैनिकों ने नम आंखों से शहीद जवानों को श्रृद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान शिवसेना जिला प्रमुख ठाकुर अजय सिंह ने कहा कि हम माननीय  प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी से मांग करते हैं कि जल्द से जल्द शहीद जवानों का बदला लिया जाए। साथ साथ उन्होंने कहा कि जिस तरह से आंतकियों ने हमारे जवानों का खून बहाया है हम उनकी चिता की राख से महाशिवरात्रि मनाएंगे। अब बातचीत से नहीं घर में घुसकर मारने की जरूरत है। कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें शर्म आनी चाहिए इस तरह की बयानबाजी करते हुए। ऐसा लगता है सिद्धू पाकिस्तान की भाषा बोल रहे हैं। जिला महासचिव एंव मीडिया प्रभारी रवि श्रीवास्तव ने कहा कि पुलवामा में शहीद हुए सीआरपीएफ के जवानों को लेकर पूर देश में शोक की लहर है। अब वक्त आ गया है उन्हीं की भाषा में उनको जवाब देने का। इस दौरान धीरज गुप्ता, रवि श्रीवास्तव, कुलदीप, संजय सोनकर, आलोक, अरूण सिंह, नरेश गुप्ता, बब्लू गुप्ता, मनीष, गुफरान, डॉक्टर राम चौधरी, अमन सोनी सहित बड़ी संख्या में शिवसैनिक उपस्थित रहे।

बिहार : बजट में समग्र विकास दृष्टि का अभाव : सत्य नारायण सिंह

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पटना, 16 फरवरी। बिहार विधान मंडल में 2019-20 का पेष हुए सालाना बजट पर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव सत्य नारायण सिंह ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि इस बजट में समग्र विकास दृष्टि का अभाव है। राज्य की बहुसंख्यक गरीब भूमिहीन आबादी की आवष्यकताओं को बजट में अनदेखी की गयी है। आगामी लोकसभा चुनाव के दृष्टि में रखकर आंकड़ों का सब्जबाग दिखाकर जनता को भरमाने का प्रयास किया गया है। सत्य नारायण सिंह ने कहा कि सबसे ज्यादे चर्चा बिहार के विकास को लेकर की गयी है। दावा किया गया है कि 2017-18 में विकास की दर 9.9 प्रतिषत से बढ़कर 11.3 प्रतिषत हो गयी। देखने से तो लगता है कि बिहार तेजी से विकास कर रहा है, लेकिन इस सच्चाई को विधानमंडल में पेष आर्थिक समीक्षा रिपोर्ट ने ही बेनकाब कर दिया है। आंकड़ों से यह पता चलता है कि 2011-12 और 2016-17 के बीच की अवधि में औसत विकास दर 5.3 प्रतिषत रहा  जो राष्ट्रीय औसत विकास दर से कम है। इतना ही नहीं, कृषि विकास दर 2016-17 में 13.2 प्रतिषत थी जो 2017-18 में घटकर 4.2 प्रतिषत हो गयी। यह भी ध्यान देने लायक है कि 2011 से 2017 की अवधि में कृषि विकास दर मात्र0.1 प्रतिषत रही। उसी तरह मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में विकास दर 7.6 प्रतिषत से घटकर 2.7 प्रतिषत हो गयी। अब यह कैसे विष्वास किया जाय कि बिहार तेज गति से विकास कर रहा है? इस बात का बहुत शोर है कि एन.डी.ए. सरकार ने बिहार का 2,00,501.01 करोड़ का बजट पेष किया है। अवष्य ही यह बजट का बड़ा आकार है। लेकिन इस बड़े आकार  वाले बजट से भी कई महत्वपूर्ण चीजें गायब हैं। बिहार जैसे राज्य की अर्थव्यवस्था में कृषि का बहुत बड़ा योगदान है और कृषि के विकास के लिए भूमि सुधार का होना आवष्यक है। भूमि सुधार कार्यक्रम को इस बजट में छोड़ दिया गया है। बंद्योपाध्याय कमिटी की रिपोर्ट ने कहा है कि बिहार में 20 लाख 95 हजार एकड़ भूमि अवैध कब्जे में है जिसका अधिग्रहण करके 21 लाख  भूमिहीनों के बीच बांटा जाना चाहिए। इस बारे में बजट में कुछ भी नहीं कहा गया है। उसी तरह बिहार के कृषि की सबसे बड़ी त्रासदी बाढ़ और सुखाड़ है। बाढ़ के स्थायी निदान पर भी बजट में कोई योजना नहीं है। सुखड़ से निपटने के लिए बजट में सिंचाई की लघु एवं मध्यम योजनाओं का भी अभाव है।

बिहार में खासकर ग्रामीण बिहार मे सबसे बड़ी समस्या बेरोजगारी है। युवकों के रोजगार सृजन के लिए बजट में कोई ठोस कार्यक्रम नहीं है। षिक्षा पर जरूर अधिक खर्च दिखलाया गया है। लेकिन बजट की राषि का अधिकांष हिस्सा स्थापना और षिक्षा के वेतन पर खर्च होने वाला है। षिक्षा बजट में अधिक व्यय का प्रावधान कर सरकार वाह-वाही लूट रही है। लेकिन यह नहीं बताया जा रहा है कि बिहार में प्रति छात्र षिक्षा पर पहले कितना खर्च होता था और आज कितना खर्च हो रहा है। अगर यह बताया जाता तो स्कूल काॅलेजों में पढ़ने वाले छात्रों को पता चलता कि 2019-20 के बजट में उनके लिए क्या बढ़ोत्तरी की गयी है। इस बड़े षिक्षा बजट में यह भी नहीं बताया गया कि मानदेय की अल्प राषि पर जो षिक्षक काम कर रहे हैं उनको निर्धारित वेतनमान दिया जायेगा यह नहीं जबकि पटना हाईकोर्ट ने फैसला किया कि मानदेय पर काम करने वाले सभी षिक्षकों को भी निर्धारित वेतनमान दिया जाय। इस बजट से इन षिक्षकों को निराषा हुई है। सत्य नारायण सिंह ने कहा है कि इस बजट की सबसे बड़ी कमी यह है कि राज्य के क्षेत्रीय असंतुलन और आर्थिक असमानता को कम करने का कोई प्रयास नहीं किया गया है। आर्थिक समीक्षा रिपोर्ट में बिहार में प्रति व्यक्ति औसत वार्षिक आय 42 हजार रूपये से अधिक है। लेकिन प्रति व्यक्ति वार्षिक आय के मामले में षिवहर, सुपौल और मधेपुरा सबसे नीचे आखिरी पायदान पर हैं। पिछले कई वर्षों से षिवहर की प्रति व्यक्ति औसत वार्षिक आय छः हजार रूपये है। इस बजट में इस क्षेत्रीय असंतुलन को दूर करने की दिषा में कुछ भी नहीं है। उसी तरह आर्थिक असमानता को दूर करने के लिए ठोस योजना की जरूरत है जो इस बजट में नहीं है। औद्योगिक दृष्टि से बिहार अत्यन्त पिछड़ा राज्य है फिर भी इस बजट में बिहार के औद्योगिक विकास के लिए बंद करखानों को खोलना और कृषि पर आधारित नये उद्योगों को खड़ा करना जरूरी है। लेकिन इस बजट में इस पर कुछ नहीं है। बिहार में कानून व्यवस्था की स्थिति बहुत खराब है। जिसका बुरा असर व्यवसायिक एवं अन्य आर्थिक गतिविधियों पर पड़ रहा है। लेकिन इस बजट में कानून-व्यवस्था के सुधार की दिषा में कोई उल्लेखनीय व्यवस्था नहीं है।

बिहार : मुजफ्फरपुर शेल्टर होम मामले में कोर्ट द्वारा जांच के आदेश के मद्देनजर मुख्यमंत्री इस्तीफा दें: माले

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भाजपा कोटे के मंत्री सुरेश शर्मा को बर्खास्त किया जाए. शेल्टर बलात्कार कांड के राजनीतिक संरक्षण की संपूर्णता में जांच कराओ.पटना में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस्तीफे की मांग पर ऐपवा ने किया प्रदर्शन, कल 17 फरवरी को पूरे बिहार में होगा प्रदर्शन.
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पटना 15 फरवरी 2019, भाकपा-माले राज्य सचिव कुणाल ने मुजफ्फरपुर शेल्टर होम मामले में आज मुजफ्फरपुर पाॅक्सो कोर्ट द्वारा बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ सीबीआई जांच का आदेश देने के मद्देनजर उनसे तत्काल इस्तीफे की मांग की है. कोर्ट ने उनके अलावा समाज कल्याण प्रधान सचिव अतुल प्रसाद और मुजफ्फरपुर के तत्कालीन डीएम धर्मेन्द्र सिंह की भूमिका की भी जांच करने को कहा है.  उन्होंने कहा कि शेल्टर होम मामले के राजनीतिक संरक्षण की जांच की मांग पहले दिन से ही उठाई जाती रही है, लेकिन इसमें अब तक केवल छोटी मछलियों को ही पकड़ा गया और सफेदपोशों को बचाने की ही कवायद चलते रही. मुजफ्फरपुर विशेष कोर्ट में डाली गई अर्जी में साफ कहा गया है कि तत्कालीन समाज कल्याण विभाग के निदेशक सह वर्तमान प्रधान सचिव समाज कल्याण विभाग मुजफ्फरपुर व माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार व अन्य कई बड़े पदाधिकारियों की संलिप्तता अगर सही से जांची जाए तो उनके नाम उजागर होंगे. क्योंकि वर्ष 2017 तक लगातार जिला निरीक्षण समिति एवं बाल देखरेख संस्थानों द्वारा लगातार जांच कराई जाती थी लेकिन इस तरह की कोई भी बात जांच प्रतिवेदन में नहीं लाया गया. इसका मतलब है कि इस तरह के कांड को उच्च स्तर से छुपाने की कोशिश की गई. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पद पर बने रहते इन मामलों की निष्पक्ष जांच संभव नहीं है इसलिए उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए. अंतरात्मा की दुहाई देने वाले मुख्यमंत्री की अंतरात्मा कब जागेगी? यह भी कहा कि भाजपा कोटे के मंत्री सुरेश शर्मा का अब तक इस्तीफा नहीं हुआ है. इन लोगों के इस्तीफे की मांग पर भाकपा-माले कल 17 फरवरी को पूरे बिहार में प्रदर्शन आयोजित करेगी.

ऐपवा ने किया पटना में प्रदर्शन
महिला संगठन ऐपवा ने मुजफ्फरपुर मामले में पाॅक्सो कोर्ट द्वारा नीतीश कुमार के खिलाफ जांच के आदेश के उपरांत आज पटना में उनके इस्तीफे की मांग पर मार्च आयोजित किया. मार्च छज्जूबाग स्थित माले विधायक दल कार्यालय से निकलकर रेडियो स्टेशन, फ्रेजर रोड होते हुए डाकबंगला चैराहे तक गया और फिर वहां एक सभा का आयोजन किया गया. मार्च का नेतृत्व ऐपवा की महासचिव मीना तिवारी, पटना नगर सचिव अनिता सिन्हा, समता राय, मधु, अनुराधा सिंह, विभा गुप्ता आदि महिला नेताओं ने किया. मार्च में दर्जनों महिला कार्यकर्ता उपस्थित थीं. मार्च को संबोधित करते हुए ऐपवा महासचिव ने कहा कि पूरे बिहार को पता है कि बिना राजनीतिक संरक्षण के मुजफ्फरपुर शेल्टर होम जैसा कांड नहीं हो सकता है, लेकिन सीबीआई अभी तक असली अपराधियों को बचाने का ही काम करते आई है. इस मामले में सुप्रीम कोर्ट कई बार फटकार भी लगा चुकी है, लेकिन कोई असर नहीं पड़ा. अब जब कोर्ट ने नीतीश कुमार के खिलाफ जांच के आदेश दे दिए हैं, तब उन्हें अपने पद पर अपने बने रहने का कोई हक नहीं है. उन्हें तत्काल अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए. उन्होंने कहा कि ऐपवा व अन्य महिला संगठनों ने मिलकर इस मामले को उजागर किया था और अब एक बार फिर नीतीश कुमार के इस्तीफे के सवाल पर चरणबद्ध आंदोलन चलाया जाएगा.
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