Quantcast
Channel: Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)
Viewing all 74313 articles
Browse latest View live

बिहार के रोहतास में बड़ी मात्रा में विस्फोटक बरामद

$
0
0

bihar map
बिहार के रोहतास जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र में सोमवार को पुलिस ने छापेमारी कर बड़ी मात्रा में विस्फोटक और बिजली के तार बरामद किए हैं। इस मामले में हालांकि किसी की गिरफ्तारी की सूचना नहीं है। रोहतास के पुलिस अधीक्षक चंदन कुमार कुशवाहा ने बताया कि पुलिस टीम ने बांसा गांव में छापेमारी कर 13,900 डेटोनेटर और बड़ी मात्रा में बिजली के तार बरामद किए हैं, लेकिन किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है। 

पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि उस जगह पर विस्फोटक किसने और क्यों रखे। पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है। 

सूत्रों के अनुसार नक्सल प्रभावित इस क्षेत्र में विस्फोटक का प्रयोग नक्सलियों द्वारा कई घटनाओं को अंजाम देने के लिए भी किया जाता रहा है। इसके अलावा अवैध पत्थर खनन के लिए भी इस क्षेत्र में विस्फोटकों का प्रयोग माफियाओं द्वारा किया जाता है। 

यूपीएससी परीक्षा विवाद जल्द सुलझाएंगे : राजनाथ

$
0
0

rajnath singh
संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) परीक्षा को लेकर उठे विवाद बीच सरकार ने सोमवार को कहा कि इस मुद्दे को जल्द सुलझा लिया जाएगा। प्रतियोगी एप्टीट्यूड टेस्ट को समाप्त करने की मांग कर रहे हैं। हजारों अभ्यर्थियों ने सोमवार को यूपीएससी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिस ने करीब 40 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को संवाददाताओं से कहा, "संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) परीक्षा से संबंधित मुद्दे का समाधान एक सप्ताह के भीतर कर लिया जाएगा।"

राजनाथ ने यूपीएससी की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों द्वारा उठाए गए मुद्दों को सुलझाने के लिए उठाए जाने वाले कदमों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अवगत कराया। यूपीएससी की तैयारी करने वाले अभ्यर्थी सिविल सर्विसिस एप्टीट्यूट टेस्ट (सीसैट) के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। अभ्यर्थी इसे हिंदी माध्य विद्यार्थियों के लिए असमान करार देते हुए हटाने की मांग कर रहे हैं।

इस बीच अभ्यर्थियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की। राहुल उन्हें इस मुद्दे को संसद में उठाने का आश्वासन दिया। उधर दिल्ली विश्वविद्यालय के निकट मुखर्जी नगर में छात्रों प्रदर्शन अन्य दिनों की तरह सोमवार को भी जारी रहा। उल्लेखनीय है कि यूपीएससी की तैयारी करने वाले ज्यादातर छात्र इस इलाके में रहते हैं। प्रदर्शनकारी एक छात्र ने कहा कि हमारा प्रदर्शन तब तक जारी रहेगा जब तक कि सरकार हमारी मांगें मान नहीं लेती। हम अपने अधिकार की मांग कर रहे हैं। 

प्रदर्शनकारियों ने विरोधस्वरूप अपने प्रवेश पत्र को जलाए और पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल के खिलाफ नारेबाजी की। छात्रों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने पानी की बौछारें छोड़ी और आखिरकार 40 छात्रों को हिरासत में ले लिया। उधर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की परीक्षा में समानता की मूल भावना को ध्यान में रखते हुए सीसैट प्रणाली पर पुनर्विचार करने की अपील की है। साथ ही हिंदी एवं अन्य क्षेत्रीय भाषी छात्रों के भविष्य पर चिंता प्रकट की है। 

मुख्यमंत्री ने सोमवार को मोदी को लिखे पत्र में कहा कि यूपीएससी द्वारा आयोजित की जाने वाली प्रशासनिक सेवा परीक्षा में उत्तर प्रदेश से काफी तादाद में परीक्षार्थी शामिल होते हैं, जिनकी मूल भाषा हिंदी है। इन परीक्षार्थियों के साथ अन्याय न हो। 

स्पाइसजेट को यात्रियों को पैसे लौटाने का निर्देश

$
0
0

spice jet
उड्डयन नियामक ने सोमवार को किफायती विमानन कंपनी स्पाइसजेट को निर्देश दिया कि वह मुंबई-दिल्ली उड़ान सेवा के यात्रियों को पैसे वापस करे, जिसमें पिछले महीने पांच घंटे की देरी हुई थी। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने 16 जून की उड़ान संख्या एसजी-419 का संज्ञान लिया, जिससे 172 यात्री मुंबई और दिल्ली के बीच यात्रा करने वाले थे। तकनीकी कारणों से विमान चार घंटे से अधिक समय तक उड़ान नहीं भर पाया। आखिरकार साढ़े चार घंटे के बाद किसी दूसरे विमान से उस उड़ान का संचालन किया गया।

नियामक द्वारा की गई जांच में यह भी पता चला कि विमानन कंपनी ने तब भी यात्रियों को खान-पान सामग्री बेची, जब विमान हवाईअड्डे पर ही खड़ा था। डीजीसीए ने कहा कि यह नियम के विरुद्ध था। विमानन कंपनी को देरी या उड़ान रद्द होने की स्थिति में पेयजल और खाद्य सामग्री उपलब्ध कराना होता है।

कंपनी ने हालांकि अपना बचाव करते हुए कहा है कि उसने देरी की स्थिति में उद्योग की आम प्रथा का पालन किया है। कंपनी ने कहा, "अधिकांश विमानन कंपनियों की तरह स्पाइसजेट ऐसी स्थिति में देरी के दौरान जमीन पर खाद्य पदार्थो की आपूर्ति करती है और हम डीजीसीए को जल्द ही अपना जवाब भेजेंगे।"कंपनी ने कहा, "हमें गंभीर इंजीनियरिंग मुद्दे पर डीजीसीए से कोई पत्र नहीं मिला है।"

वेबसाइट डोमेन नाम 15 अगस्त से हिंदी में रजिस्टर कराया जा सकता है

$
0
0
नेशनल इंटरनेट एक्सचेंज ऑफ इंडिया ने जानकारी दी है कि अब वेबसाइट का डोमेन नाम हिंदी में रजिस्टर किया जा सकेगा. नेशनल इंटरनेट एक्सचेंज ऑफ इंडिया के सीईओ गोविंद ने यह जानकारी देते हुए कहा कि देवनागरी लिपि में वेबसाइट का डोमेन नाम का पंजीकरण अगले महीने की 15 तारीख से शुरू होने के लिए प्रस्तावित है.

उन्होंने कहा, ‘हिंदी स्क्रिप्ट (देवनागरी लिपि) में डोमेन (वेबसाइट) नाम की बुकिंग 15 अगस्त से प्रस्तावित है जो कि उच्च अधिकारियों से मंजूरी पर निर्भर करेगी. प्रत्येक डोमेन नाम का शुल्क 350 रुपये होगा तथा हिंदी स्क्रिप्ट में शीर्ष स्तरीय डोमेन (टीएलडी) डॉट भारत होगा.’ हिंदी स्क्रिप्ट में डोमेन नाम का एक्सटेंशन डॉट कॉम या डॉट नेट के बजाय ‘डॉट भारत’ होगा. उन्होंने कहा कि डोमेन नाम के पंजीकरण में लगी कंपनियां भी हिंदी स्क्रिप्ट वाले डोमेन नाम का पंजीकरण कर सकती हैं. उन्होंने कहा कि शुरू के दो महीने में यह उन कंपनियों के लिए होगा जिनके पास कॉपीराइट या ट्रेड मार्क है. इसके बाद यह सभी के लिए उपलब्ध होगी. उन्होंने कहा कि सब-डोमेन का पंजीकरण 250 रुपये (प्रत्येक) में किया जा सकेगा.

गोवा के उपमुख्यमंत्री ने ईसाई हिंदू वाले बयान पर खेद जताया

$
0
0
गोवा के उपमुख्यमंत्री फ्रांसिस डिसूजा ने आज अपने इस बयान के लिए खेद जताया कि वह एक ईसाई हिंदू हैं। इस टिप्पणी के लिए कैथलिक समुदाय ने उनकी निंदा की थी। डिसूजा ने संवाददाताओं से कहा, अगर मैंने किसी की भावनाओं को आहत किया है तो मैं माफी चाहता हूं। मुझे जो लगता था, मैंने कहा। आपके मुताबिक मेरा विचार गलत हो सकता है, लेकिन मेरे हिसाब से मैं सही हूं।
    
पिछले हफ्ते गोवा के मंत्री दीपक धवलीकर ने यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया था कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत हिंदू राष्ट्र बनेगा। उसके बाद डिसूजा ने यह कहकर बात और बढ़ा दी कि भारत पहले से हिंदू राष्ट्र है और हमेशा बना रहेगा। उन्होंने कहा था, भारत हिंदू राष्ट्र है। भारत हिंदुस्तान है। हिंदुस्तान में मुझ समेत सभी भारतीय हिंदू हैं। मैं ईसाई हिंदू हूं।
    
डिसूजा ने हिंदू शब्द का जिक्र करते हुए कहा था कि इस शब्द से उनका आशय धर्म से नहीं है। उन्होंने कहा, हिंदू मेरी संस्कृति है। ईसाई मेरा धर्म है। जब मैं हिंदू कहता हूं तो इसका मतलब संस्कृति है, धर्म नहीं। डिसूजा ने कहा था कि हिंदू धर्म 5000 साल पुराना है जबकि मेरा धर्म 2000 साल पुराना है।
    
गोवा के ईसाई समुदाय ने उपमुख्यमंत्री के बयान की निंदा की थी। पादरी फादर इरेमिटो रेबेलो ने कल कहा था, वह (डिसूजा) खुद को हिंदू-ईसाई कैसे बता सकते हैं वह खुद को भारतीय ईसाई कह सकते हैं। राकांपा की प्रदेश इकाई के प्रवक्ता ट्रोजानो डिमेलो ने पिछले हफ्ते मांग की थी कि चर्च को डिसूजा के बयान के लिए उनका बहिष्कार करना चाहिए।


युद्ध स्मारक के लिए अंतरराष्ट्रीय बिल्डरों को भी शामिल किया जाए :प्रधानमंत्री

$
0
0
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सेना से कहा है कि राष्ट्रीय राजधानी में विशाल युद्ध स्मारक के निर्माण के लिए निविदाएं आमंत्रित करते समय घरेलू क्षेत्र के लोगों के साथ अंतरराष्ट्रीय आर्किटेक्ट और बिल्डरों को भी शामिल किया जाए। सेना के उच्च पदस्थ सूत्रों ने यहां बताया कि सेना ने जब प्रधानमंत्री को बताया कि वह उक्त परियोजना के लिए घरेलू आर्किटेक्ट और बिल्डरों से निविदाएं आमंत्रित करने की योजना बना रही है तो मोदी ने अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों को भी शामिल करने का निर्देश दिया। सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री चाहते हैं कि एक विशाल राष्ट्रीय युद्ध स्मारक बने और परियोजना पर यथासंभव सर्वश्रेष्ठ तरीके से काम हो।

मोदी सरकार ने चुनाव के समय वायदा किया था कि आजादी के बाद शहादत देने वाले सभी सैनिकों की याद में एक राष्ट्रीय युद्ध स्मारक बनाया जाएगा। सरकार ने इसके निर्माण के लिए 100 करोड़ रुपये के बजट की घोषणा भी की। रक्षा मंत्री अरुण जेटली एक-दो दिन में सेना प्रमुखों के साथ इंडिया गेट के पास स्थित प्रिंसेस पार्क परिसर का दौरा कर सकते हैं और युद्ध स्मारक के लिए निर्माण स्थल तय कर सकते हैं। युद्ध स्मारक के निर्माण के लिए प्रिंसेस पार्क को पहले ही तय किया जा चुका है।

युद्ध स्मारक का प्रस्ताव पिछले कई साल से लटका हुआ था क्योंकि सशस्त्र बलों और सरकारी एजेंसियों के बीच परियोजना के स्थल को लेकर असहमति थी। संप्रग सरकार के दौरान दिल्ली की तत्कालीन मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने परियोजना का विरोध किया था और दावा किया था कि इंडिया गेट परिसर में स्मारक बनाने से आम जनता को असुविधा होगी।

लश्कर-ए-तैयबा का एक सदस्य दिल्ली में गिरफ्तार

$
0
0
दिल्ली पुलिस ने लश्कर-ए-तैयबा के एक आला सदस्य को गिरफ्तार किया है, जो कथित तौर पर युवकों का मन बदलकर उन्हें भर्ती करने और देशभर में आतंकवादी हमलों की साजिश रचने तथा उन्हें अंजाम देने में शामिल रहा है।आधिकारिक सूत्रों ने आज बताया कि अब्दुल सुभान को पिछले सप्ताह सराय काले खां बस स्टैंड से गिरफ्तार किया गया था और पूछताछ के दौरान उसने राजस्थान, हरियाणा तथा बिहार के युवकों की सोच बदलकर उन्हें प्रभावित करने के बारे में खुलासा किया। उसका नाम हरियाणा के मेवात जिले के रहने वाले दो आरोपियों मोहम्मद शाहिद और कारी राशिद से पूछताछ के दौरान सामने आया था।
   
सूत्रों ने बताया कि इन दोनों ने बताया कि सुभान लश्कर-ए-तैयबा की तरफ से भर्ती करता था। उसकी गिरफ्तारी के लिए व्यापक तलाश शुरू कर दी गयी। सूत्रों ने कहा कि कड़ियों को जोड़ा गया और पता चला कि 2013 में लश्कर-ए-तैयबा के पाकिस्तान के आतंकवादी ने राजस्थान और हरियाणा के कुछ फोन नंबरों पर बात की थी और राष्ट्रीय राजधानी में आतंकवादी हमले को अंजाम देने की साजिश पर बातचीत का पता चला।
   
इन नंबर से बात करने वाला शख्स लगातार दिल्ली आता रहता था जिसके बाद सघन तलाशी अभियान छेड़ा गया और मेवात जिले के गुमत बिहारी गांव के 42 वर्षीय सुभान की गिरफ्तारी की जा सकी। उसकी गिरफ्तारी और पूछताछ से दिल्ली पुलिस तथा केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों को दिल्ली और आसपास के इलाकों तथा देश के अन्य हिस्सों में हमले करने की लश्कर-ए-तैयबा की साजिश का खुलासा करने में मदद मिली।

इजरायल का बेमियादी संघर्षविराम, गाजा में अब तक 1030 मरे

$
0
0

gaza toll reaches 1030
इजरायल की ओर से आठ जुलाई से शुरू किए गए हमले में अब तक गाजा पट्टी में 1,030 फिलिस्तीनी नागरिकों की मौत हो चुकी है और 6,000 घायल हुए हैं। इस बीच इजरायल ने 'बेमियादी संघर्ष विराम'नीति पर अपनी सहमति जता दी है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक एक इजरायली अधिकारी ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय दवाब के बीच संघर्षविराम की नई नीति लागू हो गई है। इसका मतलब यह कि अब इजरायल जानबूझकर सुविचारित हमले नहीं करेगा। वह केवल गाजा की ओर से विद्रोहियों के हमले के खिलाफ जवाबी हमले करेगा। 

इजरायल के प्रधानमंत्री कार्यालय से इस नीति पर हालांकि अभी टिप्पणी नहीं मिल पाई है। हालांकि स्थानीय मीडिया के मुताबिक सेना अब भी जमीनी और हवाई हमले कर रही एवं वह हमास के सीमापार सुरंग को ध्वस्त कर देगी। गाजा की ओर से हालांकि सोमवार को राकेट हमले में कमी आई। केवल एक राकेट दागा गया जो कि इजरायल के मैदानी क्षेत्र में गिरा। इजरायल के एक सैन्य प्रवक्ता ने कहा कि राकेट हमले के बाद इजरायल के सुरक्षा बलों ने बेइत लहिया क्षेत्र में जवाबी हमले किए, जहां से राकेट दागा गया था। 

इजरायल और हमास के बीच पिछले आठ जुलाई से जारी संघर्ष में 1030 फिलिस्तीनियों की जान जा चुकी हैं। संयुक्त राष्ट्र और फिलिस्तीन स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक इसमें करीब 720 नागरिक हैं। इजरायली सेना के मुताबिक उसके देश में करीब 46 जानें गई हैं जिसमें 43 सैनिक हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से फोन पर हुई बातचीत के बाद बेमियादी संघर्षविराम की नई नीति लागू की गई है। इससे पहले सोमवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने मानवीय आधार पर तत्काल और बेमियादी संघर्षविराम का आह्वान किया था। 

इससे पहले संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की-मून ने इजरायल और फिलिस्तीन से संघर्ष-विराम की अवधि बढ़ाने की अपील की। बान के प्रवक्ता द्वारा यहां जारी बयान में कहा गया है कि महासचिव बान ने हिंसा पर विराम लगाने को इजरायल और फिलिस्तीन के लिए महत्वपूर्ण बताया। इस हिंसा में कई निर्दोषों की जान जा चुकी है और तमाम लोगों का जीवन प्रभावित हुआ है। बयान के अनुसार, "महासचिव ने क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय नेताओं के साथ बेहद गंभीरता से काम करते हुए मानवीय संषर्घ-विराम को बढ़ाने और उसे लागू कराने में दोनों पक्षों को प्रोत्साहित करने में सक्षम लोगों से अपील की है।"

उधर, ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जावेद जरीफ ने मुस्लिम देशों से गाजा में इजरायल की नाकेबंदी समाप्त करने में मदद के लिए कूटनीतिक प्रयास तेज करने का आह्वान किया है। जरीफ ने कहा कि इस्लामिक देशों और गुट निरपेक्ष आंदोलन के मुस्लिम सदस्यों को गाजा पर इजरायल की घेरेबंदी और हमले को रोकने का दबाव बनाने के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर संयुक्त कदम उठाने चाहिए। जरीफ ने अल्जीरिया, जार्डन, पाकिस्तान, सूडान और मोरक्को के उनके समकक्षों से टेलीफोन वार्ता पर इसका आह्वान किया। 

इस बीच गाजा में तत्काल मानवीय सहायता के लिए आस्ट्रेलिया सरकार ने 50 लाख आस्ट्रेलियाई डॉलर की सहायता दी है। विदेश मंत्री जूली बिशप ने सोमवार को इसकी घोषणा की। मंत्री ने बताया कि आस्ट्रेलिया द्वारा साल 2014-15 में फिलिस्तीनी क्षेत्र को 5.65 करोड़ डॉलर की सहायता देने के वादे के अंतर्गत दी गई इस राशि से आपातकालीन भोजन, चिकित्सा आपूर्ति, स्वच्छता किट और मनो-सामाजिक सहयोग उपलब्ध कराए जाएंगे। बिशप ने बताया कि ऑस्ट्रेलियाई सरकार गाजा में इजरायल और आतंकवादी समूहों के बीच जारी संघर्ष को लेकर चिंतित हैं, जिनमें 1,000 से अधिक फिलिस्तीनी नागरिक और कम से कम 43 इजरायली नागरिक मारे जा चुके हैं।

महिला का गुप्तांग में कील ठोंकने का आरोप, 4 गिरफ्तार

$
0
0

women-tourtured-in-hariyana
पुलिस ने हरियाणा के रोहतक जिले में एक महिला के साथ मारपीट करने और उसके बाद गुप्तांग में कील ठोंकने के कथित आरोप में सोमवार को चार लोगों को गिरफ्तार किया। इसमें दो महिलाएं हैं। पीड़ित महिला का आरोप है कि एक छोटे से झगड़े के बाद दो लोगों ने अपनी पत्नी के साथ मिल कर उस पर हमला किया तथा उसके पति के साथ भी मारपीट की। महिला के अनुसार आरोपियों ने उसके गुप्तांग में कील ठोकी। महिला को रविवार को रोहतक के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। महिला के अनुसार यह घटना एक हफ्ते पहले हुई थी और उसके बाद उसे जबरन कैद कर के रखा गया।

महिला की शिकायत पर पुलिस ने चारों आरोपियों पर जबरन बंदी बनाने, अपहरण, डराने-धमकाने और जातीय टिप्पणी करने का केस दर्ज किया है। दो आरोपियों की पहचान रोहताश और फूल कुमार के रूप में हुई है। पुलिस ने हालांकि कहा कि महिला ने इससे पहले अप्रैल में इन्हीं दोनों व्यक्तियों पर दुष्कर्म का भी आरोप लगाया था। जांच के बाद यह शिकायत गलत निकली।

इस औरत ने साल 2008 में भी एक युवक पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था जिसके बाद आरोपी युवक ने आत्महत्या कर ली थी। पुलिस के अनुसार यह मामला भी बाद में झूठा निकला। एक पुलिस अधिकारी के अनुसार महिला के खिलाफ 2012 से अनैतिक व्यापार का एक मामला लंबित है। साथ ही महिला ने अपने पति के खिलाफ भी दहेज कानून के तहत एक मामला दर्ज करा रखा है।

वेंकैया नायडू ने 80 गैरहाजिर कर्मचारियों को नोटिस थमाया

$
0
0
केंद्रीय शहरी विकास और संसदीय कार्य मंत्री वेंकैया नायडू सोमवार को उस वक्त हैरान रह गए, जब औचक निरीक्षण के दौरान उन्हें अपने ही मंत्रलय के अफसर नदारद मिले। सूत्रों के मुताबिक नायडू ने गैरहाजिर कुल 80 अफसर और कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी करने का निर्देश दिया है। साथ ही वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिया कि तय समय से 15 मिनट पहले अटेंडेंस रजिस्टर भी हटा लिए जाएं।

नायडू ने सुबह 9:10 बजे औचक निरीक्षण शुरू किया और निर्माण भवन के विभिन्न तलों का दौरा किया जहां शहरी विकास और आवास तथा शहरी गरीबी उन्मूलन मंत्रलयों के कार्यालय हैं। नायडू जिस भी केबिन में गए अफसरों की कुर्सियां खाली मिलीं। अफसरों की गैरहाजिरी से नाराज नायडू ने अपने दोनों मंत्रलयों में तुरंत बायोमेट्रिक प्रणाली लगाने के निर्देश दिए। नायडू का यह दूसरा औचक निरीक्षण था। इससे पहले केंद्रीय मंत्री ने 12 जून को निरीक्षण किया था जिसके बाद से निर्माण भवन में साफ-सफाई और रख-रखाव दुरस्त हुआ है।

गौरतलब है कि 30 जून को सूचना प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने भी अपने कार्यालय का औचक निरीक्षण किया था, जिसमें उन्हें 200 कर्मचारी नदारद मिले थे। जावड़ेकर ने इनमें से 80 कर्मचारियों का एक दिन का सीएल काटने के आदेश दिए थे।

देश भर में आज मनाई जाएगी ईद

$
0
0
सोमवार शाम को ईद का चांद दिखाई दिया। चांद दिखने के बाद आज पूरे देश में ईद मनाई जाएगी। दिल्ली फतेहपुरी शाही मस्जिद व जामा मस्जिद के इमामों ने देश भर में चांद देखे जाने की पुष्टि की है। चांद के दीदार होते ही लोगों ने एक-दूसरे को बधाई दी। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने भी ट्वीट कर लोगों को ईद-उल-फितर की बधाई दी है। उन्होंने उम्मीद जताई कि यह त्योहार देश की आपसी सौहार्द की प्रतिबद्धता को और मजबूती प्रदान करेगा। पूरे विश्व को भारत की मिश्रित संस्कृति का संदेश देगा। राष्ट्रपति ने टि्वटर पर बधाई संदेश में कहा कि लोग इस दिन जश्न मनाते हैं क्योंकि यह पवित्र रमजान महीने की समाप्ति का प्रतीक है।

प्रणब मुखर्जी ने कहा कि वे आशा करता हैं कि यह त्योहार हमारे जीवन को भाईचारे और वंचितों के प्रति सहानुभूति की भावना से समृद्ध करेगा। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने भी देशवासियों को ईद-उल-फितर की बधाई दी है। उधर, दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग ने दिल्ली वालों को ईद उल फितर की बधाई दी है। उन्होंने कहा कि ईश्वर सभी देशवासियों पर अपनी कृपा बनाए रखे। यह त्यौहार एकता, दया और सहिष्णुता का संदेश देता है। 

रमजान के पवित्र महीने की समाप्ति पर मनाया जाने वाला ईद का त्योहार खुशियां बांटने और भाईचारे का प्रतीक है। देश की राजधानी दिल्ली समेत पूरे देश में आज सुबह से ईद-उल-फितर का त्योहार हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा। सोमवार को ईद का चांद दिखने के साथ ही बधाई देने का सिलसिला शुरू हो गया। दिल्ली स्थित जामा मस्जिद के मौलाना इमाम अहमद बुखारी ने एलान किया कि ईद मंगलवार को मनाई जाएगी।

सुबह से ही लोग नमाज अता करने के लिए मस्जिदों का रुख करेंगे। दिल्ली की जामा मस्जिद में बड़ी संख्या में लोग हर साल की तरह इस बार भी ईद की नमाज अदा करने पहुंचेंगे। सोमवार को चांद देखने के बाद दिल्ली समेत देश के बाकी हिस्सों में लोगों ने एक-दूसरे को गले लगाकर ईद की मुबारकबाद दी।

टीएमसी सांसद तापस पॉल खिलाफ FIR दर्ज करने के आदेश

$
0
0
महिलाओं पर विवादित टिप्‍पणी मामले में तृणमूल कांग्रेस सांसद सह अभिनेता तापस पाल फंसते नजर आ रहे हैं. कलकत्ता उच्च न्यायालय ने तृणमूल कांग्रेस के सांसद सह अभिनेता तापस पाल के खिलाफ  72 घंटे में प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया और सीआईडी को मामले की जांच करने का निर्देश दिया है.

न्यायमूर्ति दीपांकर दत्ता ने याचिका पर निर्देश देते हुए कहा कि उच्च न्यायालय पश्चिम बंगाल सरकार के इस रुख के मद्देनजर जांच की निगरानी करेगा कि शिकायत किसी संज्ञेय अपराध का खुलासा नहीं करती है और राज्य ने सांसद का समर्थन करने का प्रयास किया. याचिका में एक चुनावी रैली में महिलाओं और अन्य विपक्षी पार्टी समर्थकों के खिलाफ पाल की टिप्पणियों की सीआईडी जांच की मांग की गई थी. 

न्यायमूर्ति दत्ता ने नदिया जिले में नक्शीपाडा थाने के प्रभारी निरीक्षक से कहा कि याचिकाकर्ता बिप्लब चौधरी द्वारा एक जुलाई को की गयर शिकायत को प्राथमिकी माना जाए. चौधरी पाल के नदिया जिले में स्थित कृष्णानगर निर्वाचन क्षेत्र के निवासी हैं.

अदालत ने राज्य के डीजीपी को यह भी निर्देश दिया कि आदेश को उच्च न्यायालय की वेबसाइट पर अपलोड किए जाने के 72 घंटे के भीतर मामले को डीआईजी, सीआईडी को सौंप दिया जाए. न्यायमूर्ति दत्ता ने सीआईडी अधिकारियों को निर्देश दिया कि वह एक सितंबर तक जांच की प्रगति पर स्थिति रिपोर्ट दायर करे.

मोदी के स्वतंत्रता दिवस पर भाषण के लिए मंत्रालयों से मांगी गई जानकारी

$
0
0
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर पहले संबोधन की तैयारियों के बीच विभिन्न मंत्रालयों से उनके कार्य्रकमों का ब्यौरा इस महीने के आखिर तक देने को कहा गया है ताकि उन्हें संभवत: घोषणाओं के रूप में भाषण में शामिल किया जा सके।

प्रधानमंत्री मोदी 15 अगस्त को ऐतिहासिक लालकिले की प्राचीर से देश को संबोधित करेंगे। उनका भाषण ढांचागत विकास, कौशल विकास, रोजगार सृजन, मुद्रास्फीति पर नियंत्रण तथा देश में 100 स्मार्ट सिटी बसाने पर केंद्रित रहने की संभावना है।

सूत्रों ने आज बताया कि वित्त मंत्रालय ने अन्य मंत्रालयों व विभागें से कहा है कि वे बजट प्रस्तावों के कार्यान्वयन की रूपरेखा तथा नयी शुरू की जा सकने वाली योजनाओं का ब्यौरा दें। यह ब्यौरा जुलाई के आखिर तक देने को कहा गया है जिसके बाद उसे कैबिनेट सचिव अजित सेठ के पास भेजा जाएगा। सूत्रों ने कहा कि कैबिनेट सचिवालय इन सूचनाओं व जानकारियों का आकलन करेगा तथा संबोधन का हिस्सा बनने वाली योजनाओं व कार्य्रकमों के बारे महत्वपूर्ण फैसले दस अगस्त से पहले कर लिया जाएंगे।

उल्लेखनीय है कि मोदी के पहले स्वतंत्रता दिवस संबोधन पर सभी की निगाह होंगी क्योंकि वे कह चुके हैं कि उनकी प्राथमिकता अच्छा प्रशासन व विकास है। इसी मुद्दे पर भाजपा को लोकसभा चुनावों में अप्रत्याशित सफलता मिली। इस संबंध में उनका ध्यान विश्व स्तरीय सड़कें, हवाई अड्डे, बंदरगाह व रेल नेटवर्क आदि बुनियादी ढांचे के विकास पर है। इसके अलावा नदियों के विकास पर भी ध्यान दिया जाएगा।

नयी सरकार के दृष्टिकोण को राष्ट्रपति ने संसद को अपने संबोधन में भी सामने रखा था। इसके अनुसार मोदी सरकार ‘ब्रांड इंडिया’ को फिर से स्थापित करेगी और इसके लिए वह पांच ‘टी’ पर जोर देगी जिनमें परंपरा, प्रतिभा, पर्यटन, व्यापार एवं प्रौद्योगिकी शामिल है। अर्थव्यवस्था में जान फूंकने के लिए सरकार ने स्थायी, पारदर्शी व उचित नीतिगत माहौल बनाने का वादा किया है। आर्थिक वृद्धि दर बीते दो साल से पांच प्रतिशत से नीचे है। सरकार उर्जा से जुड़े ढांचे के विकास, मानव संसाधन तथा प्रौद्योगिकी पर भी ध्यान दे रही है। स्वच्छता और 24 घंटे बिजली आपूर्ति के साथ साथ सरकार आवास क्षेत्र पर भी काफी ध्यान दे रही है।

मोदी ने पिछले साल गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर यह कहते हुये हमला किया था कि उनके स्वतंत्रता दिवस के भाषण में कुछ भी नया नहीं है। मोदी ने कहा कि मनमोहन सिंह ने जो कुछ कहा वह देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने स्वतंत्रता दिवस पर अपने पहले संबोधन में कहा था। उन्होंने सवाल किया, आपने (मनमोहन सिंह) जो समस्यायें और चिंतायें आज उठाई हैं, यही नेहरू ने अपने पहले संबोधन में उठाई थी, अब सवाल यह उठता है कि आप पिछले 60 सालों तक क्या करते रहे।

विशेष : युवाओं के प्रेरणा श्रोत थे शंकर घोष

$
0
0
shankar ghosh
चरखा के अध्यक्ष शंकर घोष अब इस दुनिया में नहीं रहे। जब भी इस बारे में सोचता हंू तो बस यही सोचता हंू कि अनेक कौषल के मालिक शंकर घोष की कमी कैसे पूरी हो पाएगी। लेकिन फिर यही सोचकर सब्र कर लेता हंू कि विधि के विधान को कौन बदल सकता है। जिसका जन्म हुआ है उसकी मृत्यु निष्चित है। लेकिन इतना ज़रूर कहना चाहूंगा कि आज वह भले ही हमारे बीच नहीं हैं लेकिन वह हमेषा हमारे मार्गदर्षक बने रहेंगे। मैं यह निष्चित तौर पर कह सकता हंू कि षंकर घोश एक नाम नहीं आंदोलन थे जो नौजवान युवा पत्रकारों को नयी जानकारी देकर उन्हें आगे बढ़ने की हिम्मत और जोष दिया करते थे। आज से तकरीबन 12 साल पहले मैं जब षंकर दा से मिला था तो मुझे उसी वक्त लगा था कि वह युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत हैं ,उनकी बातचीत हमें उत्साह से लबरेज़ कर देती थी। अत्यंत मिलनसार, मृदुभाशी, आकर्शक व्यक्तित्व, प्रखर विद्वान, भाशाविद एवं सर्वगुण संपन्न षंकर घोश भले ही इस दुनिया में नहीं हैं लेकिन आज भी वह देष के कोने-कोने में पत्रकारिता कर रहे लोगों के लिए ध्रुव तारे की तरह चमक रहे हैं और उनकी भावनाओं में समाहित हैं। 
           
उनकी सबसे बड़ी खासियत यह थी कि वह चरखा के कार्यक्रमों में युवाओं के बीच रहकर अपने अनुभव को उनके साथ बांटा करते थे। उनकी स्मृति गज़ब की थी। जिससे एक बार मिल लेते थे तो फिर उसका नाम कभी नहीं भूलते थे। मुझे याद है कि एक बार उन्होंने युवा साथियों को मेरा परिचय देते हुए कहा था कि षैलेन्द्र सिन्हा चरखा परिवार से कई सालों से जुड़े हुए हैं और चरखा के लिए सामाजिक मुद्दों पर लगातार लिखते रहे हैं। उनके मुख से अपना नाम सुनकर मुझे बहुत अच्छा लगता था। वास्तव में चरखा से जुड़कर ही मैंने लिखना सीखा और देष के अखबारों में मेरे लेख चरखा के माध्यम से ही प्रकाषित हुए। वह हमेषा मेरा लिए प्रेरणा बने रहेंगे, भुलाए नहीं जा सकते। वह हमेषा सबके लिए प्रेरक रहे इसलिए हमें उनसे पे्ररणा मिलती रहेगी। सर्वहारा समाज के लिए उनका चिंतन सभी के लिए यादगार रहेगा। षंकर घोश जी में मैंने जो सबसे अच्छी बात देखी वह यह थी कि वह किसी भी कार्य को पूरे आत्मविष्वास के साथ करते थे। सफलता पाने का जुनून पैदा करना उनके जीवन का सार था। उनकी सादगी एवं बातचीत करने का अंदाज़ लोगों को उन्हें स्मरण करने के लिए विवष करता रहेगा। अपने बेटे स्वर्गीय संजोय घोश के सपनों को साकार करने में उन्होंने कोई कसर नहीं छोड़ी। संजोय घोश ही चरखा के संस्थापक थे। उनका जन्म 7 दिसंबर 1959 को नागपुर में हुआ था, जबकि असम में मजुली द्वीप में रेत के अवैध खनन के खिलाफ काम करते हुए उल्फा के दहषतगर्दों ने 1997 में अगवा कर उन्हें मौत के घाट उतार दिया था। अपने जवान इकलौते बेटे की मौत के बाद षंकर घोश ने हिम्मत नहीं हारी और वह अपने बेटे के मिषन को आगे बढ़ाते रहे। 
          
षंकर घोश के चेहरे पर गज़ब की चमक थी जो मुझे हमेषा कुछ नया करने की प्रेरणा देती था। मैंने उन्हें कभी भी दुखी नहीं देखा। अपने बेटे की तरह ही दूसरे युवाओं को आगे बढते देखने की उनमें ललक थी। मुझे चरखा पुरस्कार षंकर घोश के हाथों विष्व युवा केन्द्र, दिल्ली में मिला था। मैंने उनके पांव छुकर उनसे आर्षीवाद लिया था। मेरे जैसे छोटे पत्रकार के साथ उनके संबंध होना बड़ी बात थी। उनकी सबसे अच्छी बात यही थी कि वह किसी को भी छोटा या बड़ा नहीं समझते थे। ज़मीनी स्तर के स्थानीय मुद्दों को समझने एवं लिखने की कला तो मुझे चरखा ने ही दी है। चरखा के ज़रिए आयोजित कई कार्यषाला में मैं हिस्सा ले चुका हंू। चरखा ने समाज के अंदर फैली कुरीतियों को उजागर कर जनता के सामने पहुंचाया है। चरखा देष भर में कार्यषाला के माध्यम से युवाओं के लेखन कौषल को विकसित करने का काम काफी लंबे समय से कर रही है। संजय घोश के इस सपने को लक्ष्य तक पहुंचाने का काम उनकी मौत के बाद उनके पिता षंकर घोश ने किया। चरखा ने नौजवान ग्रामीण लेखकों को कलम के ज़रिए समाज को बदलने की राह दिखाई। आज जम्मू एवं कष्मीर, बिहार, झारखंड, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़ समेत देष के दूसरे राज्यों में चरखा ग्रामीण लेखकों का एक बड़ा नेटवर्क है। इस सब का श्रेय षंकर घोश  को ही जाता है जिन्होंने अपने बटे के सपने को पूरा करने के लिए रात दिन एक कर दिए थे। ऐसी व्यक्तित्व को हम यूं ही नहीं भूला सकते। अंत में हम यही कहेंगे, बड़े चाव से सुन रहा था ज़माना, तुम्हीं सो गए दास्तां कहते कहते । 




live aaryaavart dot com

शैलेन्द्र सिन्हा 
(चरखा फीचर्स)

लखनउ निर्भया गैंगरेप की अब होगी सीबीआई जांच

$
0
0
  • लगातार मीडिया में सुर्खिया बने रहने व स्वयंसेवी संगठनों की मांग पर सरकार ने संस्तुति भेजी 
  • परिवार वालों का आरोप था कि उनकी बेटी के साथ हुई वारदात में शामिल लोगों को पुलिस बचाव कर रही 

mohanlalganj murder and rape
यूपी सरकार की काफी किरकिरी व छिछालेदर करा लेने के बाद मुखिया ने लखनउ निर्भया गैंगरेप प्रकरण की सीबीआई जांच कराने के लिए हामी भर दी है। इसके लिए संबंधित अधिकारियों की रिपोर्ट लेकर संस्तुति पत्र केन्द्र सरकार को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भेज दी है। सवाल यह है कि यूपी पुलिस ने गैंगेरेप के बाद हत्या की शिकार महिला के सबूतों के साथ इतना छेड़छाड़ व माथापच्ची कर दी है कि सीबीआई को भी एक बार नाको चने चबाने पड़ सकते है। हालांकि सीबीआई ने धैर्य का परिचय देते हुए गंभीरतापूर्वक जांच करेगी तो बिल्कुल सही खुलासा हो सकता है। महिला के आरोपी जेल जा सकते है। यह जांच लगातार मीडिया में सुर्खिया बने रहने व स्वयंसेवी संगठनों के लगातार आदोलन-धरना-प्रदर्शन के बाद सरकार ने दी है। खासतौर से इस प्रकरण में पुलिसिया गुत्थी उलझने व जांच रिर्पोटों में साबित हो जाने के बाद कि महिला के साथ रेप की कोशिश नहीं बल्कि गैंगरेप हुआ था। शुरुवाती दौर में उत्तर प्रदेश पुलिस ने कहा था महिला से रेप की कोशिश हुई थी, लेकिन असफल रहने पर आरोपी रामसेवक ने उसकी हत्या कर दी थी। वह भी बाइक चाॅभी से महिला के प्राइवेट पर हमला कर। जब फॉरेंसिक रिपोर्ट में महिला के नाखूनों में एक से अधिक लोगों के चमड़े की कोशिकाएं भी मिली तो जांबाज पुलिसकर्मियों के होश ठेकाने हो गए। 

मोहनलालगंज के प्राथमिक स्कूल, बलसिंहखेडा में गैंगरेप के बाद नृशंस हत्या के मामले में गार्ड रामसेवक को गिरफतार किया था। पुलिस के मुताबिक आरोपी रामसेवक द्वारा ही महिला को बुलाने के बाद रेप न करने पाने की दशा में उसकी हत्या कर दी थी। पुलिस ने आरोपी का हेलमेट, चाभी, कपड़े व अन्य सामान भी बरामद दिखाएं है। लेकिन रामसेवक ने घटना के दौरान महिला से छिनी गयी मोबाइल को झाडी-गड्ढे में फेके जाने की बात पुलिस को बताई उसे नहीं बरामद कर सकी। अगर पुलिस को मोबाइल नहीं मिला तो उसके काॅल डिटेल से क्यों नहीं पुलिस पता कर पा रही है कि उस रात किससे-किससे बात हुई। पुलिस ने जिस राजीव नाम के शख्स के ईदगिर्द खुलासे की कहानी रची, वह राजीव कौन है? इसका पुलिस के पास कोई जवाब नहीं था। खुलासे की कहानी से साबित हो रहा था कि पुलिस अन्य घटनाओं की तरह इसमें भी फर्जी खुलासा कर महिला के आरोपियों को बचाना चाह रही थी। जबकि यह घटना कोई सामान्य घटना नहीं थी। जिंदगी से जूझकर बच्चों की परवरिश में खुद को खपाने वाली जांबाज महिला का अंत इतनी आसानी से हो जायेगा, बिलकुल सोचा नहीं जा सकता। महिला अपने हर सांस तक संघर्श करती रही और आरोपी को सिर्फ नाखून के खरोच ही लगे, यह संभव ही नहीं था। एडीजी सान्याल ने 18 जुलाई को प्रेस कांफ्रेस में कहा था कि पीड़िता का शव सुरक्षित रखा जायेगा। लेकिन उसी रात को गुपचुप अंतिम संस्कार करा दिया। घर वालों का आरोप है कि पुलिस ने जबरन संस्कार करवाया। 

गौरतलब है कि गत 17 जुलाई को मोहनलालगंज के बलसिंह खेड़ा गांव में एक प्राइमरी स्कूल में एक महिला का निर्वस्त्र शव बरामद किया गया था। पुलिस ने इस मामले के खुलासे का दावा करते हुए रामसेवक नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया था। हालांकि, परिवार वाले इस दावे से खुश नहीं थे। इसके अलावा विरोधी पार्टियां और सामाजिक संगठनों ने भी सीबीआई से जांच कराने की मांग की थी। परिवार वालों का कहना था कि उनकी बेटी के साथ हुई वारदात में कई लोग शामिल रहे होंगे और पुलिस इसमें किसी का बचाव कर रही है। उनके शव की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में उसके दोनों गुर्दे सलामत होने की बात कही गई है, जबकि वह अपना एक गुर्दा अपने पति को दान कर चुकी थीं। शुरू में घटना को कई लोगों द्वारा अंजाम दिए जाने की आशंका जाहिर करने वाली अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) सुतपा सान्याल ने गत 20 जुलाई को संवाददाताओं को बताया कि वारदात को सिर्फ एक ही आदमी ने अंजाम दिया था और महिला से बलात्कार नहीं हुआ था। हालांकि फॉरेंसिक जांच में महिला के साथ बलात्कार होने और नाखूनों में एक से ज्यादा व्यक्तियों की कोशिकाएं पाए जाने की पुष्टि हुई। 



---सुरेश गांधी---

बिहार : पटना में दिखा ईद का चांद, आज मर्नाइं जा रही है ईद

$
0
0
eid celebration patna
पटना। दो साल तक 30 दिनों का रमजान रहा। तीसरे साल में 29 दिन का रमजान आया है। इसको लेकर उत्साह चरम पर है। बच्चे और सयाने भी उत्साहित हैं। अल्लाह के महीने में रोजा रखा जाता है। इस अवधि में एक नवाज पढ़ने से 70 इनाम मिलता है। इसी लिए सहज ढंग से रोजा रखते हैं। मंगलवार को गांधी मैदान में सुबह 8 बजे से ईद की नवाज अदा की जाएगी। इस अवसर पर गांधी मैदान में साढ़े आठ बजे मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी पहुंचेंगे। मुख्यमंत्री अल्पसंख्यक भाइयों को ईद का मुबारकवाद देंगे। 

आज सोमवार को राजधानी के लोग चांद से दीदार हो गए। सबसे पहले पटना में दिखा ईद का चांद। इसके साथ ही मंगलवार को ईद मनाईं जाएगी। इमायते शरीया के द्वारा ईद का चांद होने की घोषणा के साथ ईद का मुबारकवाद देने का सिलसिला शुरू हो गया। वहीं इस अवसर पर बच्चों को सयानों से ईदी की उम्मीद रहती है। इस बीच लोगों में काफी उत्साह देखा जा रहा है। सेवई की दुकानों को बेहतर ढंग से सजा दी गयी है। मंहगाई के बावजूद भी लोग सेवई और अन्य सामग्री की खरीददारी हैसियत के अनुसार कर रहे हैं। दो शरीर और एक सिर वाली सब्बा और फरहा के घर में ईद मनाईं जाएगी। कुछ दिनों तक दोनों बहनों ने रोजा रखा। 

बच्चे और बड़े उत्साहित है। रौनक देखते ही बन रही है। लोग अपनी हैसियत से बाजार कर रहे है। आपसी भाईचारा देखने को मिल रहा है। अल्पसंख्यक मुस्लिम एरिया में चहलकदमी बढ़ गयी है। मस्जिद के आसपास सजाया जा रहा है। जमाखारिज, दीघा घाट, नवाबकोठी, कुर्जी, मैनपुरा, दुजरा, सब्जीबाग, पटना सिटी आदि जगहों में उत्साह बढ़ गया है। स्थानीय प्रशासन भी सक्रिय हो गया है। अमन शांति में बिध्न न पड़े। मोबाइल गश्ती तेज कर दी गयी है। मजिस्द के आसपास लाठीधारी पुलिसों को तैनात कर दी गयी है। वहीं अन्य धर्म के लोग भी ईद मनाने के मूड में हैं। ईद मिलन समारोह में जरूर शिरकत करेंगे। मुस्लिम भाइयों ने अपने अजीज दोस्तों को ईद के अवसर पर आमंत्रित करने लगे हैं। इन लोगों का आमंत्रण स्वीकार किया जा रहा है।  


आलोक कुमार
बिहार 

राष्ट्रमंडल खेल : 7 स्वर्ण के साथ भारत चौथे स्थान पर

$
0
0

master.glasgow2014
स्कॉटलैंड में चल रहे राष्ट्रमंडल खेलों के 20वें संस्करण के चौथे दिन की प्रतिस्पर्धाओं के समाप्त होने के बाद भारत सात स्वर्ण पदकों के साथ पदक तालिका में चौथे स्थान पर है। वहीं, आस्ट्रेलिया ने 29 स्वर्ण सहित कुल 81 पदक हासिल किए हैं और वह तालिका में सबसे ऊपर है। आस्ट्रेलिया ने 23 रजत और 29 कांस्य पदक भी जीते हैं।  इंग्लैंड 26 स्वर्ण के साथ दूसरे जबकि मेजबान स्कॉटलैंड 13 स्वर्ण पदक के साथ तीसरे पायदान पर है।

भारत के हाथ अब तक कुल 25 पदक आए हैं। भारत ने सात स्वर्ण के साथ अभी तक 11 रजत और सात कांस्य पदकों पर कब्जा जमाया है।  कनाडा सात स्वर्ण, तीन रजत और आठ कांस्य पदक जीत चौथे स्थान पर है।

पदक तालिका :

1. आस्ट्रेलिया : 29 स्वर्ण, 23 रजत, 29 कांस्य (81 पदक)
2. इंग्लैंड : 26 स्वर्ण, 21 रजत, 21 कांस्य (68 पदक)
3. स्कॉटलैंड : 13 स्वर्ण, 8 रजत, 12 कांस्य (33 पदक)
4. भारत : 7 स्वर्ण, 11 रजत, 7 कांस्य (25 पदक)
5. न्यूजीलैंड : 7 स्वर्ण, 6 रजत, 11 कांस्य (24 पदक)

बिहार : सड़क हादसे में 10 कांवड़ियों की मौत, मुआवजे की घोषणा

$
0
0

bihar map
बिहार के औरंगाबाद जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-दो पर मंगलवार तड़के एक ट्रॉली ने सड़क किनारे खड़ी कांवड़ियों की बस में टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि 10 कांवड़ियों की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, 15 अन्य कांवड़िये घायल बताए गए हैं। सरकार ने मृतकों के परिजनों को ढाई-ढाई लाख रुपये बतौर मुआवजा देने की घोषणा की है। पुलिस के अनुसार, कुछ कांवड़िये झारखंड के देवघर में बाबा बैद्यनाथ धाम में जलाभिषेक कर बस से घर लौट रहे थे। कांवड़ियों का जत्था रास्ते में शिवम पेट्रोल पंप के पास सड़क किनारे बस खड़ी कर उसी में सो गयाा। इसी दौरान पीछे से आई एक तेज रफ्तार ट्रॉली ने बस में जोरदार टक्कर मारी। ट्रॉली बस को कुछ दूर तक घसीटती ले गई।

इस हादसे में 10 कांवड़ियों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई है, जबकि 15 अन्य कांवड़िये घायल बताए जा रहे हैं। घायलों में से छह की हालत गंभीर बताई जा रही है। गंभीर रूप से घायल कांवड़ियों को गया के मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है।उधर, औरंगाबाद के जिलाधिकारी नवीनचंद्र झा ने बताया कि हादसे में 10 कांवड़ियों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। सरकार मारे गए कांवड़ियों के परिवारों को ढाई-ढाई लाख रुपये तथा गंभीर रूप से घायल हुए कांवड़ियों को 50-50 हजार रुपये का मुआवजा देगी।

ये कांवड़िये रोहतास जिले के डेहरी, अकोढी गोला, तेतराढ़ और आसपास के इलाकों के बताए गए हैं।  घटना के विरोध में ग्रामीणों ने राजमार्ग पर जाम लगाकर प्रदर्शन किया। पुलिस राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हुई है। 

बालाघाट (मध्यप्रदेश) की खबर (30 जुलाई)

$
0
0
मंत्री बिसेन ने अजय कामड़े के निधन पर दी शोक श्रद्धांजली
          
बालाघाट/  भारतीय जनता पार्टी लांजी के महामंत्री अजय कामड़े के आकस्मिक निधन पर म.प्र.शासन के किसान कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री गौरीशंकर बिसेन व जिला अंत्योदय समिति उपाध्यक्ष श्रीमती रेखा बिसेन ने शोक श्रद्धांजली दी। मंत्री बिसेन दिल्ली प्रवास पर होने के कारण उन्होने दूरभाष पर परिजनों से चर्चा कर उन्हें ढंाढस बंधाया। स्व. अजय कामड़े का विगत दिनों से स्वास्थ्य खराब होने के कारण इलाज नागपुर में चल रहा था, जिन्होने बुधवार को नागपुर के अस्पताल में अपनी अंतिम सांस ली। जिनका बुधवार को पैतृक निवास मोहझरी स्थित मोक्षधाम में अंतिम संस्कार किया गया। स्व. कामड़े 49 वर्ष के थे, जो सामाजिक व्यक्तित्व के धनी एवं मृदुभाषी थे। जिन्होने अपना सारा जीवन जनकल्याण व पार्टी के लिए समर्पित कर दिया। श्री कामड़े के निधन से समाज एवं पार्टी को अपूर्णीय क्षति हुई है, जिसकी पूर्ति असंभव है। इन्होनेे पार्टी में रहते हुये समाज के उत्थान व लांजी क्षेत्र के विकास के लिऐ अपने आप को पूरे तन-मन से समर्पित कर दिया था। स्व. कामड़े अपने पीछे पत्नि एवं दो पुत्र सहित भरापूरा परिवार छोड़ गये। मंत्री बिसेन दिल्ली प्रवास पर होने के कारण श्रीमती रेखा बिसेन ने अंत्येष्टी में शामिल होकर उन्हें शोक श्रद्धांजली अर्पित की। आपने परिजनों के इस असीम दुःख को सहन करने हेतु परमपिता परमेश्वर से प्रार्थना की। इस दौरान भाजपा जिलामहामंत्री शिव जायसवाल, संजय अग्निहोत्री, भाजपा जिला उपाध्यक्ष अजय सोनी, पूर्व विधायक, रमेश भटेरे, सदस्य सफाई कामगार आयोग अजय चमकेल, लांजी जनपद अध्यक्ष राजकुमार कर्राहे सहित भाजपा जनप्रतिनिधि व समाज के गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। 

तीन जिलो में हरियाली महोत्सव का शुभारंभ करेंगे मंत्री बिसेन 
          
बालाघाट/  म.प्र.शासन के किसान कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री गौरीशंकर बिसेन आज तीन जिलो में हरियाली महोत्सव का शुभारंभ करेंगे। मंत्री बिसेन ने बताया कि माननीय मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चैहान के नेतृत्व में 31 जुलाई को प्रदेश में हरियाली महोत्सव का शुभारंभ किया जा रहा है। इसी कड़ी में गुरूवार को मंत्री बिसेन अपने गृह जिला व प्रभार के जिले छिंदवाड़ा,सिवनी व बालाघाट में हरियाली महोत्सव का शुभारंभ करेंगे। आपने बताया कि प्रदेश को हराभरा और शुद्ध वातावरण बनाये रखने के उद्देश्य को लेकर प्रदेश शासन द्वारा हरियाली महोत्सव के रूप में विशेष अभियान चलाकर अधिक से अधिक वृक्षों का रोपण करने का लक्ष्य रखा गया है। इस अभियान को प्राथमिकता देते हुये वन विभाग के अलावा अन्य विभागांे के अधिकारी/कर्मचारी इस कार्य का पर्यवेक्षण करने के लिये रोपण प्रभारी, स्टीवर्ड एवं साक्षी के रूप में तैनात किये गये हैं। हरियाली महोत्सव शुभारंभ करने मंत्री बिसेन दिल्ली में विभागीय व प्रशासनिक कार्यों को पूर्ण कर सीधे 31 जुलाई को प्रातः 5.45 बजे दिल्ली से नागपुर के लिये प्रस्थान कर प्रातः 7.20 बजे नागपुर पहुंचकर छिंदवाड़ा के लिये प्रस्थान करेंगे। प्रातः 10.30 बजे सर्किट हाउस छिंदवाड़ा पहुंचकर भाजपा पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि/आमजनों से भेंट करेंगे। मंत्री बिसेन प्रातः 11 बजे छिंदवाड़ा क्षेत्र के मानेगांव में हरियाली महोत्सव अंतर्गत वृक्षारोपण कार्यक्रम में भाग लेकर प्रातः 11.45 बजे छिंदवाड़ा से सिवनी के लिये प्रस्थान करेंगे। दोप. 1.00 सिवनी सर्किट हाउस पहुंचकर भाजपा पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि/आमजनों से भेंट करेंगे। तत्पश्चात् दोप. 1.15 बजे सिवनी में हरियाली महोत्सव अंतर्गत वृक्षारोपण कार्यक्रम में भाग लेकर दोप. 2.00 बजे सिवनी से बालाघाट के लिये प्रस्थान करेंगे। दोप. 3.30 बजे बालाघाट पहुंचकर हरियाली महोत्सव अंतर्गत वृक्षारोपण कार्यक्रम में भाग लेकर अप. 4.30 बजे श्रमजीवी पत्रकार संघ के वार्षिक सम्मेलन में भाग लेंगे, तदोपरांत् सायं 6.00 बजे बालाघाट से गोंदिया के लिये प्रस्थान कर सायं 7.00 बजे गोंदिया पहुंचकर छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस द्वारा भोपाल के लिये प्रस्थान करेंगे। 

स्तनपान के प्रति जागरूकता के लिए मीडिया कार्यशाला का आयोजन
  • मां के दूध का कोई विकल्प नहीं, स्तन केंसर से बचाता है स्तनपान

balaghat news
आधुनिक होते समाज में पढ़ी लिखी महिलायें भी प्रसव के बाद शिशु को स्तनपान कराना मुनासिब नहीं समझती है और शिशु को उसके अधिकार से वंचित कर उसे संक्रमण एवं बीमारियों के खतरे में डाल देती है। प्रसव के बाद शिुश के लिए मां का दूध सबसे जरूरी है, मां के दूध का कोई विकल्प नहीं है। शिशु को स्तनपान कराने के प्रति जागरूकता के लिए आज 30 जुलाई को कलेक्टर श्री व्ही. किरण गोपाल की अध्यक्षता में मीडिया कार्यशाला का आयोजन किया गया था। इस कार्यशाला में प्रिंट एवं इलेक्ट्रानिक मिडीया के प्रतिनिधियों के साथ ही आंगनवाड़ी पर्यवेक्षक भी मौजूद थी। कार्यशाला में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री तरूण राठी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. के.के. खोसला, सिविल सर्जन एवं, शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. आर.के. पंडया एवं जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अजय जैन ने स्तनपान से जुड़ी जनहित की रोचक एवं ज्ञानवर्धक जानकारी दी। 

किशोरी बालिकाओं में हिमोग्लोबिन का स्तर बढ़ाने चलेगा अभियान
कलेक्टर श्री किरण गोपाल ने कार्यशाला में बताया कि प्रदेश के अन्य जिलों की तुलना में बालाघाट जिले में स्तनपान का प्रतिशत अच्छा है। लेकिन इसमें अब भी सुधार की बहुत आवश्यकता है। स्तनपान का कुपोषण से गहरा संबंध है। हमारी आने वाली पीढ़ी मजबूत व स्वस्थ हो इसके लिए किशोरी बालिका के स्वास्थ्य से शुरूआत करना होगा। किशोरी बालिका ही भविष्य में मां बनेगी और स्वस्थ्य मां ही स्वस्थ्य शिशु को जन्म देकर उसे स्तनपान करा सकती है। उन्होंने बताया कि बालाघाट जिले में किशोरी बालिकाओं के हिमोग्लोबिन स्तर को बढ़ाने के लिए शीघ्र ही कारगर कदम उठाये जायेंगें। उन्होंने कहा कि स्तनपान के प्रति जागरूकता का कार्य केवल सप्ताह भी ही नहीं चलना चाहिए, यह एक सतत चलने वाली प्रक्रिया है। उन्होंने मीडिया प्रतिनिधियों से कहा कि वे समाज में स्तनपान के प्रति जागरूकता के लिए कार्य करें और मां का दूध पिया है इन शब्दों की लाज रखें। उन्होंने कहा कि मीडिया समाज को एक दिशा देने में सक्षम है और स्तनपान से जुड़ी भ्रांतियों को दूर करने में मददगार बन सकता है। 

जन्म के एक घंटे के भीतर स्तनपान कराना जरूरी
कार्यशाला में सिविल सर्जन एवं शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. आर.के. पंडया ने बताया कि प्रसव के तत्काल बाद मां को शिशु को स्तनपान कराना शुरू कर देना चाहिए। प्रसव के बाद मां के दूध में मिलने वाला कोलेस्ट्रम शिशु के लिए जरूरी होता है। प्रसव होने के एक सप्ताह पहले से ही मां के दूध में कालेस्ट्रम बनने लगता है। नवजात बच्चे के लिए कोलेस्ट्रम एक प्रकार से काम्पेक्ट वैक्सीन की तरह से काम करता है। जन्म के तत्काल बाद शिशु को स्तनपान कराने से रक्तस्त्राव बंद हो जाता है। 

सीजर आपरेशन होने पर भी स्तनपान जरूरी
डॉ. पंडया ने बताया कि यदि माता को सामान्य प्रसव हुआ है तो जन्म के 15 मिनट से आधे घंटे के भीतर शिशु को स्तनपान कराना शुरू कर देना चाहिए। यदि प्रसव सीजन आपरेशन के द्वारा हुआ हो और मां बेहोश हो तब भी शिशु को औंधा मां के ऊपर लिटा देना चाहिए। शिशु स्वयं स्तनपान करने लग जाता है। यदि मां स्वं कुपोषित होगी तो उसका बच्चा भी कुपोषित होगा। यदि माता टी.बी. की मरीज है या एच.आई.व्ही. पाजेटिव है तब भी उसे अपने शिशु को स्तनपान अवश्य कराना है। मां का टी.बी. का ईलाज चल रहा है और शिशु को बी.सी.जी. का टीका लग चुका है तो उसे स्तनपान कराने में कोई खतरा नहीं है। 

शिशु को घूट्टी, पानी, शहद आदि न पिलायें
डॉ. पंडया ने बताया कि जन्म के बाद बच्चे को कुछ लोग घुट्टी, शहद या पानी आदि पिलाते है, यह पूरी तरह से गलत है। शिशु को 6 माह तक केवल मां का दूध ही पीना है। मां का दूध ही शिशु के लिए सम्पूर्ण एवं सर्वोत्त आहार है। बच्चे को 6 माह के बाद ही ऊपरी आहार दें। लेकिन इसके साथ बच्चे को स्तनपान भी कराना चाहिए। स्तनपान कम से कम दो साल तक कराना चाहिए। मां जब तक शिशु को स्तनपान करायेगी तब तक उसके पुन: गर्भवती  होने की संभावना नहीं रहेगी। इस प्रकार से देखा जाये तो स्तनपान एक तरह से प्राकृतिक गर्भनिरोधक का काम करता है और दो बच्चों के बीच अंतर रखने में भी मददगार बनता है। 

किसी भी स्थिति में बोतल से दूध न पिलायें
डॉ. पंडया ने बताया कि कुछ महिलायें शिशुओं को बोतल से दूध पिलाती है। यह पूरी तरह से गलत है। जन्म के बाद शिशु को संक्रमण का सबसे अधिक खतरा रहता है। स्तनपान कराने से शिशु डायरिया, निमोनिया एवं संक्रमण से बचा रहता है। लेकिन बोतल से दूध पिलाने से शिशु को डायरिया, निमोनिया और संक्रमण का खतरा हो जाता है। 50 प्रतिशत शिशुओं की इसी कारण से मृत्यु हो जाती है। 

स्तन केंसर से बचाता है स्तनपान
कार्यशाला में बताया गया कि पढ़ी लिखी आधुनिक महिलायें अपना फिगर खराब होने के डर से शिशु को स्तनपान नहीं कराती है। जबकि यह पूरी तरह से गलत धरणा है। शिशु को स्तनपान कराने से माता को स्तन केंसर एवं गर्भशय के केंसर नहीं होता है। माता जितने अधिक दिनों तक शिशु को स्तनपान करायेगी उसे स्तन केंसर एवं गर्भाशय के का केंसर होने का खतरा उतना ही कम होगा। विदेशों में स्तन केंसर के अधिक प्रकरण होने का कारण वहां की महिलाओं द्वारा स्तनपान नहीं कराना है। 

मां के दूध का विकल्प बताने वालों पर होगी कार्यवाही
कार्यशाला में डॉ. अजय जैन ने बताया कि भारत दुनिया के उन चुनिंदा देशों में से एक है जहां पर मां के दूध के महत्व को समझा गया है और उसे प्रभावित करने वाले कारकों से निपटने के लिए कानून बनाया गया है। मां के दूध का विकल्प के रूप में दूध की बोतल, शिशु आहार के विज्ञापनों को आई.एम.एस. एक्ट 2003 के अंतर्गत प्रतिबंधित किया गया है। सभी कंपनी के लिए दूध की बोतल एवं शिशु आहार के पैकेट पर मां का दूध सर्वोत्तम आहार लिखना अनिवार्य किया गया है। शिशु आहार भी चिकित्सक की सलाह के बगैर नहीं बेचे जा सकेगें और इनका विक्रय मेडीकल स्टोर्स से ही किया जा सकता है। इस अधिनियम का उल्लंघन करने पर दो से तीन साल की जेल की सजा का प्रावधान है। एकीकृत बाल विकास सेवा की जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ. नीलिमा तिवारी ने कार्यक्रम का संचालन करने के साथ ही आंगनवाड़ी केन्द्रों के माध्यम से स्तनपान के प्रति चलाये जा रहे जागरूकता कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी। इस कार्यशाला में  बाल विकास परियोजना अधिकारी एवं आंगनवाड़ी पर्यवेक्षक भी मौजूद थी।

अल्पसंख्यक प्री-मेट्रिक छात्रवृत्ति के लिए 20 अगस्त तक आवेदन पत्र आमंत्रित
अल्प संख्यक वर्ग के छात्र-छात्राओं को दी जाने वाली प्री-मेट्रिक छात्रवृत्ति के लिए पात्रता रखने वाले छात्र-छात्राओं से आवेदन पत्र आमंत्रित किये गये है। आवेदन पत्र आगामी 20 अगस्त 2014 तक अपनी संस्था प्रमुख के माध्यम से  सहायक संचालक, पिछड़ा वर्ग तथा अल्पसंख्यक कल्याण कार्यालय बालाघाट में जमा कराना होगा। निर्धारित अवधि के बाद प्राप्त आवेदन पत्रों पर विचार नहीं किया जायेगा। अध्ययनरत संस्था में ही जमा करना होगा। छात्रवृत्ति के आवेदन संस्था के प्राचार्य के माध्यम से जमा कराना होगा। जिले की सभी शिक्षण संस्थाओं के प्रमुखों से कहा गया है कि वे अल्पसंख्यक प्री-मेट्रिक छात्रवृत्ति के आवेदन पत्र भरवाते समय समस्त कालमों को पूर्ण रूप से भरवाय। आवेदन पत्र के साथ आवेदक को विगत कक्षा उत्तीण करने का प्रमाण पत्र/अंकसूची की सत्यापित छायाप्रति, मूल निवासी प्रमाण पत्र, अल्पसंख्यक सामुदायिक संबंधी निर्धारित घोषणा पत्र, आय प्रमाण पत्र अनिवार्य रूप से संलग्न करना होगा। स्वरोजगार में लगे माता-पिता/अभिभावक के लिए आय प्रमाण पत्र गैर न्यायिक स्टाम्प पेपर पर एक शपथ पत्र के द्वारा स्वप्रमाणन आधार पर तथा शासकीय व अर्ध्दशासकीय संस्था में कार्यरत माता-पिता को नियोक्ता से प्राप्त आय प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना होगा। अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति के आवेदन पत्र वेवसाईट www.bcwelfare.mp.nic.in से डाउनलोड कर प्राप्त किये जा सकते है। इसके अतिरिक्त आवेदन पत्र कार्यालय सहायक संचालक, पिछड़ा वर्ग तथा अल्पसंख्यक कल्याण से नि:शुल्क प्राप्त किये जा सकते है। भारत सरकार द्वारा छात्रवृत्ति की राशि आनलाईन छात्र-छात्राओं के बैंक खाते में जमा कराई जायेगी। अत: प्रत्येक आवेदन करने वाले छात्र-छात्रा को आवेदन पत्र में अपना बैंक खाता नम्बर, बैंक का नाम, बैंक शाखा का नाम, बैंक शाखा का आई.एफ.एस.सी. कोड बताना होगा। इस जानकारी के अभाव में छात्रवृत्ति का आवेदन निरस्त कर दिया जायेगा। 

07 से 09 अगस्त तक हाथकरघा वस्त्रों की जिला स्तरीय प्रदर्शनी का आयोजन
हाथकरघा बुनकरों एवं बुनकर सहकारी समितियों द्वारा तैयार वस्त्रों के लिए बाजार उपलब्ध कराने तथा बुनकरों को बाजार की मांग से परिचित कराने के मकसद से हाथकरघा विभाग द्वारा आगामी 07 से 09 अगस्त 2014 तक बालाघाट में हाथकरघा वस्त्रों की जिला स्तरीय प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है।सहायक संचालक हाथकरघा श्री आर.के. बासल ने बताया कि हाथकरघा वस्त्रों की जिला स्तरीय प्रदर्शनी आगामी 07 से 09 अगस्त 2014 तक होटल शीतल पैलेस बालाघाट में लगाई जा रही है। इस प्रदर्शनी में बुनकरों द्वारा उत्पादित  उत्कृष्ट कोसा, मलबरी, काटन साड़ियां, एवं टसर मलबरी, काटन ड्रेस मटेरियल के साथ-साथ काटन शर्टिंग, तथा होम फिनिशिंग वस्त्र उत्पादन मूल्य पर विक्रय के लिए उपलब्ध रहेंगें। नागरिकों से अपील की गई है कि वे अधिक से अधिक संख्या में आकर इस प्रदर्शनी का लाभ उठायें। प्रदर्शनी 07 से 09 अगस्त 2014 तक दोपहर 12 बजे से रात्री 9 बजे खुली रहेगी। 

सी.एम. हेल्पलाईन से प्राप्त शिकायतों के निराकरण के लिए 31 जुलाई को प्रशिक्षण
आम जनता की समस्याओं एवं शिकायतों को सुनने एवं उन पर त्वरित कार्यवाही के लिए प्रदेश शासन द्वारा टेली समाधान, समाधान आन लाईन एवं सी.एम. हेल्पलाईन जैसी आन लाईन सेवायें संचालित की जा रही है। इनके माध्यम से प्राप्त होने वाली शिकायतों की आनलाईन स्थिति देखने एवं उनके निराकरण के लिए 31 जुलाई को जिला स्तर, तहसील स्तर एवं ब्लाक स्तर के अधिकारियों का प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया है। यह प्रशिक्षण नवीन कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में प्रात: 11.30 बजे से दोपहर 12.30 बजे तक चलेगा। कलेक्टर श्री व्ही. किरण गोपाल ने सभी तहसीलदारों एवं जनपद पंचायतों के मुख्य कार्य पालन अधिकारियों को प्रशिक्षण में अनिवार्य रूप से उपस्थित रहने के निर्देश दिये है। 

जिले में 16 करोड़ स्पान मत्स्य बीज उत्पादन का लक्ष्य
बालाघाट जिले में नदियों, तालाबों एवं जलाशयों की अधिकता के कारण यहां पर मत्स्य पालन के क्षेत्र में रोजगार की भरपूर संभावना विद्यमान है। जिले में मत्स्य पालन विभाग द्वारा मत्स्य बीज का उत्पादन कर जिले के मछुआरों को प्रदाय करने के साथ ही प्रदेश के अन्य जिलों को भी प्रदाय किया जाता है। उप संचालक मत्स्योद्योग शशिप्रभा धुर्वे के मार्गदर्शन में जिले में मत्स्य बीज उत्पादन का कार्य प्रारंभ हो गया है। 

6.50 करोड़ स्पान मत्स्य बीज का उत्पादन
जिले में इस वर्ष वर्षा देर से प्रारंभ होने से मत्स्य बीज उत्पादन में भी प्रभाव पड़ा है। देर से वर्षा होने के कारण मत्स्य बीज उत्पादन का कार्य भी देर से प्रारंभ हुआ है। वर्ष 2014-15 में जिले में 16 करोड़ स्पान मत्स्य बीज उत्पादन का लक्ष्य दिया गया है। इस लक्ष्य के विरूध्द अब तक मत्स्य बीज प्रक्षेत्र मुरझड़ पर 6 करोड़ 50 लाख स्पान मत्स्य बीज का उत्पादन कर लिया गया है। इसमें 2 करोड़ 50 लाख शुध्द कतला का बीज है। जिसे जिले के मत्स्य बीज संवर्धन केन्द्र, गर्रा, बालाघाट, तिरोड़ी, बैहर व बम्हनवाड़ा में रखा गया है। 

6 जिलों को प्रदाय किया गया मत्स्य बीज
मत्स्य बीज प्रक्षेत्र मुरझड़ में तैयार किये गये मत्स्य बीज में से प्रदेश के 6 जिलों को मत्स्य बीज प्रदाय किया गया है। अब तक भोपाल को 15 लाख, विदिशा को 20 लाख, रायसेन को 15 लाख, बैतूल को 40 लाख तथा जबलपुर जिले को 9 लाख स्पान मत्स्य बीज प्रदाय किया गया है। इसके अलावा जिले के मछुआरों को भी मत्स्य बीज प्रदाय किया गया है। 

मत्स्य बीज उत्पादन में जुटा अमला
मत्स्य बीज तैयार करना एक कठिन एवं मुश्किलों भरा काम है। इसके लिए प्रजनन योग्य मछलियों को 27 डिग्री सेंटीग्रेड का तापमान उपलब्ध कराने के साथ इंजेक्शन लगाकर प्रजनन के लिए उत्तेजित किया जाता है। इसके लिए प्रक्षेत्र पर कृत्रिम रूप से वर्षा का वातावरण भी तैयार किया जाता है। प्रजनन के बाद मछलियों से लाखों की संख्या में सरसों के आकार के अंडे प्राप्त होते है। इन अंडों से मत्स्य बीज तैयार किया जाता है। सहायक संचालक श्री आर.के. राय, सहायक मत्स्य अधिकारी श्रीमती मीना कोकोटे, श्री आर.के. पटेल, मत्स्य निरीक्षक विजय मेश्राम एवं विभाग के अन्य अमले द्वारा अधिक से अधिक मत्स्य बीज उत्पादन के लिए नितंर प्रयास किये जा रहे है। 

मु.का.अ. ने की बिरसा जनपद की योजनाओं की प्रगति की समीक्षा
जनपद पंचायत बिरसा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री धनंजय मिश्रा ने 29 जुलाई को खंड स्तरीय अधिकारियों एवं उपयंत्रियों की बैठक लेकर विकासखंड के ग्रामों में चल रही योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। बैठक में  सहायक यंत्री एस.एल. शर्मा, सहायक लेखा अधिकारी श्री दिपेश खडर्ेकर एवं समस्त उपयंत्री उपस्थित थे। मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री धनंजय मिश्रा के द्वारा समस्त उपयंत्रियों को निर्देशित किया गया कि समस्त कपिल धारा कूप 03 दिवस के अन्दर पूर्ण कर सी.सी. जारी करें। मनरेगा अभिशरण के कार्य 01 सप्ताह में पूर्ण कर सी.सी. जारी करने कहा गया। आई.ए.पी., बीरआरजीएफ के कार्य 01 सप्ताह में पूर्ण कर सी.सी. जारी करने के निर्देश दिये गये।  ली जावे। बैठक में पंचायत भवन कचनारी, मानेगांव, गिडोरी, कनिया, सोनगुड्डा, मछुरदा के कार्य में गति लाते हुये शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिये गये। बैठक में उपयंत्रियों से कहा गया कि शौचालय, पशु शेड, वृक्षारोपाण, सड़क निर्माण, मीनाक्षी तालाब, खेल मैदान के अधूरे कार्य पूर्ण कर शीघ्र सी.सी. जारी करें। पी.जी.एफ. मद जिला पंचायत स्तर एवं जनपद पंचायत स्तर के कार्य भी 01 सप्ताह में पूर्ण कर सी.सी. जारी करने के निर्देश दिये गये। सहायक यंत्री श्री एस.एल. शर्मा द्वारा समस्त उपयंत्री को शत-प्रतिशत डीपीआर समस्त प्रगतिरत कार्यो के फ्रीज कर पूर्ण हुये कार्यो के पूर्णता प्रमाण पत्र 03 अगस्त 2014 तक जारी ऑनलाईन करने के निर्देश दिये गये।

जिले में 572 मि.मी. वर्षा रिकार्ड, बालाघाट तहसील में सबसे अधिक 675 मि.मी. वर्षा 
जिले में चालू वर्षा सत्र के दौरान एक जून से 30 जुलाई 2014 तक 572 मि.मी. औसत वर्षा रिकार्ड की जा चुकी है। जबकि गत वर्ष इसी अवधि में 837 मि.मी. वर्षा रिकार्ड की गई थी। जिले की औसत सामान्य वर्षा 1447 मि.मी. है। चालू वर्षा सत्र में अब तक सबसे अधिक 675 मि.मी. वर्षा बालाघाट तहसील में तथा सबसे कम 460 मि.मी. वर्षा वारासिवनी तहसील में रिकार्ड की गई है। 

सीधी (मध्यप्रदेश) की खबर (30 जुलाई)

$
0
0
जिला मजिस्ट्रेट द्वारा दो व्यक्ति जिलाबदर

sidhi map
सीधी 30 जुलाई 2014   जिला मजिस्ट्रेट स्वाति मीणा ने कानून एवं शाॅति व्यवस्था के मध्यप्रदेश राज्य सुरक्षा अधिनियम 1990 की धारा 5 (ख) एवं 6 (क) (1) का प्रयोग करते हुए दो व्यक्तियों को जिला बदर किया है। इनमें से तिवारी पलिया थाना भोरे जिला गोपालगंज बिहार हाल सीधीखुर्द अमहा थाना कोतवाली जिला सीधी निवासी अमित शुक्ला पिता ज्ञानचन्द्र शुक्ला उम्र 22 वर्ष एवं मटिहनी थाना बहरी जिला सीधी निवासी धनेश साहू पिता घुरउ साहू उम्र 40 वर्ष शामिल हैं। इन्हें संपूर्ण सीधी जिला समेत जिला सिंगरौली, रीवा, सतना एवं शहडोल की राजस्व सीमाओं से एक वर्ष की अवधि तक के लिए बाहर चले जाने का एवं अपने आचरण में सुधार करने का आदेश दिया गया है।                  

आधार कार्ड बनवाने हेतु जिले में 11 सहायता केन्द्र खुले

सीधी 30 जुलाई 2014   कलेक्टर स्वाति मीणा ने आधार कार्ड बनाने के लिए जिले में 11 सहायता केन्द्र खोले हैं। कलेक्टर ने बताया कि आधार कार्ड बनाने हेतु किसी तरह का शुल्क नहीं लिया जाता है। कार्ड बनाने की जिम्मेदारी टेरा साफ्टवेयर कम्पनी हैदराबाद को सौंपी गई है। आधार कार्ड बनाए जाने हेतु अगर किसी व्यक्ति से किसी तरह की रिश्वत मांगी जाती है, तो कलेक्टर सहायता केन्द्र के दूरभाष क्रमांक 07822- 251790 एवं 18002331790 पर सूचित किया जा सकता है। आधार कार्ड बनाने हेतु जो सहायता केन्द्र खोले गए हैं, उनमें श्री अपर्ण त्रिवेदी, समय प्रेस के सामने सीधी तहसील गोपद बनास, श्री योगेश कुमार मिश्र, कमला कालेज के पास पड़रा सीधी, श्री अखिलेश चैबे, पवन ट्रेडर्स भारत होटल के पास सीधी तहसील गोपद बनास, श्री विवेक शुक्ल, शासकीय हाई स्कूल अमिलिया के पास तहसील सिहावल, श्री नरेन्द्र सिंह, स्कूल के पास ग्राम पहाड़ी पोस्ट घोघरा तहसील सिहावल, श्री अशोक कुमार गुप्ता ग्राम कुबरी तहसील बहरी, श्री राजेश तिवारी एस.बी.आई.कियोस्क बैंक के बगल में पटपरा तहसील चुरहट,श्री विनोद सिंह जनपद के सामने रामपुर नैकिन तहसील रामपुर नैकिन, श्री सौरभ कुमार मिश्र बस स्टैंड मेन मार्केट मझौली, श्री अजय साहू ग्राम टिकरी तहसील मझौली एवं श्री प्रेमलाल जायसवाल मेन मार्केट टमसार तहसील कुसमी शामिल हैं।             
कुलदीप बंसतु सिक्योरिटी एजेन्सी में बंदूकधारी एवं डण्डामेन की भर्ती हेतु भूतपूर्व सैनिक आमंत्रित

सीधी 30 जुलाई 2014   जिला सैनिक अधिकारी ले0 कर्नल पी.गंगा (से.नि.) ने बताया कि कुलदीप बंसतु सिक्योरिटी एजेंसी रिहन्ड नगर सोनभद्र यू.पी. हेतु बन्दूकधारी एवं डण्डामेन के पदों की भर्ती हेतु भूतपूर्व सैनिकों को आमंत्रित किया गया है। इच्छुक भूतपूर्व सैनिक नायब सूबेदार पी.एन. उपाध्याय असिस्टेंट सिक्योरिटी आफीसर से दूरभाष 01274-269691 एवं मो0नं0 09893587022 पर सम्पर्क किया जा सकता है।

मध्यान्ह भोजन जिला स्तरीय अनुश्रवण समिति की बैठक में 15 प्रकरण निराकृत
  • चार महिला स्वसहायता समूह ब्लैकलिस्ट घोषित

सीधी 30 जुलाई 2014   गत दिवस जिला पंचायत में मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम अंतर्गत जिला स्तरीय अनुश्रवण समिति की बैठक में 15 प्रकरणों का निराकरण किया गया।  अनुश्रवण समिति की बैठक में कलेक्टर स्वाति मीणा, प्रभारी मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत अनिल खरें समिति के सदस्य व अपीलकर्ता तथा उत्तरवादी जन उपस्थित रहे। अनुश्रवण समिति की बैठक में लिए गए निर्णय निर्देश अनुसार जांचदल द्वारा शासकीय प्राथमिक एवं माध्यमिक शाला लोहीडांड का आकस्मिक निरीक्षण के दौरान कार्यक्रम संचालन में अनियमितता पाई गई। माध्यमिक एवं प्राथमिक शाला में मात्र चावल, दाल  पकाया जाना छात्रों एवं अभिभावकों द्वारा बताया गया।  प्राथमिक एवं माध्यमिक शाला लोहीडांड़ मे संचालित क्रमशः तारा महिला स्व-सहायता समूह एवं माया महिला स्व-सहायता समूह के अध्यक्ष /सचिव सामान्य वर्ग के होने के साथ समूह का संचालन समूह के वास्तविक अध्यक्ष/सचिव द्वारा नही बल्कि उनके परिवार/संबंधी के पुरूष वर्ग द्वारा किया जाना पाया गया। माध्यमिक विभाग के रसोई घर के भण्डार कक्ष मे ताला बंद पाया गया, जिसके संबंध मे शिक्षकों, समूह के परिजनो तथा उपस्थित अभिभावकों द्वारा बताया गया कि यह ताला पूर्व के समूह, मुश्कान महिला स्व-सहायता समूह द्वारा लगाया गया है। तथ्यों के दृष्टिगत  तीनों महिला स्व-सहायता समूह शासन के निर्धारित मापदण्डों के विपरीत होने के कारण कलेक्टर द्वारा उक्त तीनों समूहों (माया म.स्व.स.स., तारा म.स्व.स.स., मुश्कान म.स्व.स.स.) तथा समूह मे संलग्न सदस्यों को चार वर्षाे के लिए मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम अंतर्गत कार्य हेतु ब्लैकलिस्टेड करने का आदेश पारित किया है। इसी प्रकार जांचदल द्वारा शासकीय प्राथमिक एवं माध्यमिक शाला जनकपुर का आकस्मिक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान शिवांगी महिला स्व-सहायता समूह के अध्यक्ष/सचिव द्वारा बताया गया कि ‘‘समूह मे वर्तमान मे 10 महिला हैं, जिसमे 02 महिला पिछड़ा वर्ग तथा 08 महिला सामान्य वर्ग की हैं। सभी महिलाएॅं बी.पी.एल. कार्डधारी हैं। समूह मे कोई भी महिला सदस्य अजा./अजजा. वर्ग की नही हैं’’। शासन के निर्धारित मापदण्डों के विपरीत होने से उक्त शालाओं मे कार्यरत शिवांगी महिला स्व-सहायता समूह को पृथक करते हुए पलक महिला स्व-सहायता समूह जनकपुर को उक्त दोनों शालाओं मे मध्यान्ह भोजन संचालन का दायित्व सौंपा गया। प्रकरण में सुनवाई के दौरान अपीलकर्ता श्रीमती रविता सिंह पत्नी श्री नरेश सिंह, अध्यक्ष, शक्ति महिला स्व-सहायता समूह द्वारा बताया गया कि उनके परिवार से ग्राम पंचायत में पदाधिकारी है। जो नियमों के विपरीत होने से कलेक्टर द्वारा शक्ति महिला स्व-सहायता समूह को आगामी आदेश तक ब्लैकलिस्टेड करने का आदेश पारित किया गया है। 
Viewing all 74313 articles
Browse latest View live




Latest Images