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झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर 21 मार्च

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देश की संस्कृति बचाने एवं आजादी दिलवाने में आर्य समाज का भी बहुत बड़ा योगदान रहा -ः डीपीए अध्यक्ष यषवंत भंडारी
तीन दिवसीय विष्व शांति कल्याण महायज्ञ एवं रजत जयंती समारोह के समापन पर संतों का किया गया सम्मान
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झाबुआ। आर्य समाज देष का महत्वपूर्ण समाज है, जिसने देष की संस्कृति को अक्षुण्य रखने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया, वहीं देष की आजादी की लड़ाई में आर्य समाज के संतों एवं मनीषियों की भूमिका भी अग्रणीय रहीं है। स्वामी रामकृष्ण परम् हंस एवं विवेकानंदजी जैसे महान संतों के कारण आज आर्य समाज पूरे विष्व में अपनी धर्म पताका लहरा रहा है। उक्त उद्गार महर्षि दयानंद सरस्वती निराश्रित बाल आश्रम अंतरवेलिया में तीन दिवसीय विष्व कल्याण शांति महायज्ञ एवं रजत जयंती समारोह के समापन अवसर पर 19 मार्च, मंगलवार को जिला दहेज सलाहकार बोर्ड (डीपीए) के अध्यक्ष यषवंत भंडारी ने व्यक्त किए। आपने कहा कि भारत संतों का देष है तथा आर्यों की भूमि है। यहां पर सदैव संतों को सम्मानीय एवं पूजनीय माना गया है। आज हमारे बीच सुभाषचन्द्र बोस की आजाद हिन्द सेना के वीर सेनानी, तात्या टोपे के छटवें वषंज प्रसिद्ध स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं कर्म योगी मासिक के संपादक स्वामी सांख्यायनंदजी महाराज उपस्थित है। जिन्होंने अपना पूरा जीवन राष्ट्र एवं धर्म के प्रति समर्पित कर जन-जीवन में एक नई धर्म चेतना एवं राष्ट्र भक्ति का संचार करने का कार्य निरंतर कर रहे है। हमारा सौभाग्य है कि आप जैसा मनस्वी, यषस्वी एवं तेजस्वी महापुरूष हमारे बीच विराजमान है। हम सभी आपके दर्षन एवं सम्मान कर आनंद से अभिभूत है। इस अवसर पर विषेष अतिथि के रूप में उज्जैन से पधारे राष्ट्रीय षिक्षक संचेतना के अध्यक्ष डाॅ. प्रभु चैधरी, जिला पंचायत सदस्य मेगजी अमलियार, आसरा पारमार्थिक ट्रस्ट झाबुआ के संस्थापक अध्यक्ष राजेष नागर उपस्थित थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता आर्य समाज के जिला प्रभारी भीमसिंह आर्य ने की।

सुश्री वंदना वैदिक एवं हेमेन्द्र नागर को दी भावांजलि
आयोजन के प्रारंभ में अतिथियों द्वारा वीरांगना स्व. सुश्री वंदना वैदिक के द्वितीय बलिदान दिवस एवं स्व. हेमेन्द्र नागर के चित्रों पर पुष्पमाला अर्पण कर अतिथियों द्वारा श्रद्धांजलि अर्पित की गई। पश्चात् दिल्ली से पधारे प्रसिद्ध संत स्वामी साख्यायनंदजी महाराज का पुष्पमालाओं से सम्मान एवं अभिनंदन किया गया। साथ ही मध्य भारत आर्य सभा के प्रचारक विनोद आर्य शास्त्री एवं पं. दिलीप आर्य का भी आयोजन में विषिष्ट सेवाएं देने पर सम्मान हुआ। पूज्य स्वामीजी की पावन निश्रा में यह तीन दिवसीय रजत जयंती समारोह संपन्न हुआ। जिसमें स्वामीजी ने भक्ति सत्संग के अंतर्गत प्रवचन दिए। साथ ही विनोद आर्य एवं दिलीप आचार्य द्वारा प्रतिदिन सुंदर भजनों की प्रस्तुति दी गई। तीन दिवसीय आयोजन के सूत्रधार पं. आर्येन्द्रकुमार वैदिक, दीपक वैदिक एवं विद्या भारती थे।

परमार्थ के कार्य सदैव करते रहे
अपने सम्मान एवं अभिनदंन के प्रति उत्तर में पूज्य स्वामीजी महराज ने कहा कि हमने तो हमारा पूरा जीवन धर्म एवं राष्ट्र के प्रति समर्पित कर दिया। आपको भी परमार्थ के कार्य में सदैव अग्रणी होना चाहिए। आपने सूर्य एवं चंद्रमा का उदाहरण देते हुए कहा कि ये दोनो निरंतर लायमान रहकर इस सृष्टि का संचालन करते है, परन्तु अपनी स्वयं की कोई अपेक्षा नहीं रखते है। इसी तरह हमे भी अपने जीवन में पीड़ितों एवं असहायों की सेवा कर जीवन को सार्थक बनाना चाहिए।

क्षेत्रीय विधायक भी पहुचंे
इस अवसर पर उज्जैन से आए डाॅ. प्रभु चैधरी एवं जिला पंचायत सदस्य मेगजी अमलियार ने भी अपने विचार व्यक्त किए। समापन समारोह के अंत में झाबुआ विधायक जीएस डामोर एवं युवा नेता कल्याणसिंह डामोर द्वारा भी आयोजनस्थल पर पधाकर संतों से आषीर्वाद प्रदान किया। साथ ही आश्रम से जुड़ी समस्याओ का लोकसभा चुनाव के पश्चात् निराकरण करने का आष्वासन दिया।

यज्ञ की पूणाहूर्ति एवं भोजन (प्रसादी) का हुआ आयोजन
आयोजन के तृतीय दिवस सुबह 8.30 बजे विष्व कल्याण हेतु शांति महायज्ञ का आयोजन पं. विष्वामित्रजी, वैद्य धर्मवीर शास्त्री, काषीराम आर्य आदि के सानिध्य में संपन्न हुआ। दोपहर 12 बजे यज्ञ की पूर्णाहूति हुई। दोपहर 2 बजे से पं. वनवासी विकास विद्या समिति की ओर से सभी के लिए भोजन (प्रसादी) का आयोजन रखा गया। अंत में सभी के प्रति आभार पं. आर्येन्द्रकुमार वैदिक ने माना।

राधा-कृष्ण संग महिलाओं ने खेली ब्रज की होली,  ‘‘आओ खेले फाग कान्हा संग ....’’ प्रतियोगिता में अलग-अलग महिला समूहों में दी अपनी शानदार प्रस्तुतियां
विजेता समूहों को किया गया पुरस्कृत
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झाबुआ। संकल्प ग्रुप एवं संस्कार भारती शाखा झाबुआ द्वारा फाग उत्सव के उपलक्ष में 19 मार्च, मंगलवार को दोपहर 2 बजे से स्थानीय दत्त काॅलोनी स्थित दत्त मंदिर पर होली गीत (फाग गीत) प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसका विषय ‘‘आओ खेले फाग कान्हा संग’’ रखा गया। इस प्रतियोगिता में कुल 16 समूहों ने हिस्सा लिया और होली तथा फाग के गीत के साथ नृत्य भी प्रस्तुत कर समां बांध दिया। सोनी समाज की महिलाओं ने राधा-कृष्ण संग बृज की होली खेलकर सभी को मनमोहित कर दिया। प्रतियोगिता बाद विजेता समूहो को पुरस्कृत किया गया। प्रतियोगिता का संचालन संकल्प ग्रुप संयोजक एवं संस्कार भारती अध्यक्ष श्रीमती भारती सोनी ने किया। प्रतियोगिता में 16 समूहों में माहेष्वरी ग्रुप, यमुना मंडल, रितु सोडानी ग्रुप, मातंगी महिला मंडल, संस्कार महिला मंडल, सोनी समाज, उमापित महादेव मंडल, ब्राहा्रण समाज, महाराष्ट्रीय समाज, नवदुर्गा मंडल, मिलता-जुलता गु्रप, मेघनगर के गणेष महिला भजन मंडली आदि ने भी हिस्सा लिया। प्रतियोगिता के प्रारंभ में गणेष वंदना परमेष्वरी देवी सोनी द्वारा प्रस्तुत की गई। बाद प्रतियोगिता आरंभ हुई। जिसमें बारी-बारी से समूहों में महिलाओं ने होली एवं फाग के गीत प्रस्तुत किए।

गुलाल के साथ पुष्पों की वर्षा की
सोनी समाज की महिलाओ द्वारा समधुर फाग गीत प्रस्तुत करते हुए उस पर राधा बनी रेखा माहेष्वरी एवं कृष्णा बनी वीणा माहेष्वरी के साथ जमकर नृत्य किया। इस दौरान सभी पर गुलाल और फूलों से वर्षा भी की गई। पूरा माहौल कृष्णमय एवं भक्तिमय हो गया। इस नृत्य को काफी सराहना मिली। बाद मेघनगर के गणेष महिला भजन मंडली द्वारा समुधर भजन प्रस्तुत किया।

विजेताओं को प्रदान किए गए पुरस्कार
यह प्रतियोगिता दोपहर 2 से शाम 6 बजे तक चली। प्रतियोगिता में बड़ी संख्या में शहर के सभी समाजो की महिलाओं ने सहभागिता की। तबला वादन में सहयोग संतोष यावले ने प्रदान किया। निर्णायक के रूप में श्रीमती किरण शर्मा, सुश्री किर्ती देवल एवं परमेष्वरी देवी सोनी उपस्थित थी। अतिथि के रूप में मीनाक्षी भट्ट मौजूद रहीं। प्रतियोगिता बाद विजेता टीम विदित संस्कार समूह को प्रथम 1100 रू. रोटरी क्लब के पब्लिक इमेज चेयरमेन उमंग सक्सेना की ओर से, द्वितीय पार्वती कोरी महिला मंडल को 700 रू. एवं तृतीय ब्राम्हण समाज महिला मंडल को 500 रू. का नगद पुरस्कार प्रदान किया गया। प्रतियोगिता के अंत में पधारे सभीजनों के प्रति आभार प्रतियोगिता आयोजन श्रीमती भारती सोनी ने माना।

होलिया में उड़े रे गुलाल .... महीना फागुन का ....,केशव नगर की महिलाओं ने मनाया फाग उत्सव

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झाबुआ। शहर के बाबेल कंपाउंड में श्रीमती पूनम राणावात के निवास पर केषव नगर की महिलाओं ने 19 मार्च, मंगलवार को दोपहर 3 बजे से फाग उत्सव मनाया। इस उपलक्ष में सभी ने भजन-किर्तन कर एक-दूसरे को सूखे रंग लगाकर धुलेंडी पर्व की शुभकामनाएं प्रेषित की। श्रीमती प्रीती गोड़ ने बताया कि केषव नगर की महिलाओं द्वारा प्रत्येक महीने में ग्यारस पर दो बार उत्सव किए जाते है। धुलेंडी पर्व को लेकर महिलाओं ने फाग उत्सव मनाया। सभी महिलाएं बाबेल कपाउंड में श्रीमती राणावत के निवास पर एकत्रित हुई। बाद समूह में तबले और ढोलक के साथ फाग के गीतों में ‘‘रंग बरसे भीगे राधा के रसिया रंग बरसे ...., मधुरी-मधुरी वृंद्वावन में बाजे बांसुरिया ...., होलियां में उड़े रे गुलाल ... महीना फागुन का ... जैसे समधुर भजनों की प्रस्तुति दी।

जल बचाने का दिया संदेष
बाद केषव नगर की महिलाओं में श्रीमती मंजु पुरोहित, प्रीती गोड़, अंजली बसेर, पूनम राणावत, रंजना जैन, आषा शर्मा, उमा ठाकुर, संतोष ठाकुर, पूजा मिश्रा, कमला पांडे, नीता डामोर, मीना चैहान, अनिता गुप्ता, राधा परमार, सुनिता जैन, सपना पडिहार, रूक्मणी बैरागी, शांति निनामा, लक्ष्मीदेवी जैन, महिमा राणावत, श्रीमती सोनी, मीना पालिवाल, नलिनी देराश्री, कमला पांडे, कमला परमार, रूचि जैन, पिंकी माहेष्वरी, हार्दिक जैन, विमलेष गुर्जर आदि द्वारा सूखे रंग-बिरंगे रंगों से होली खेलते हुए जल की बचत करने का भी सभी शहरवासियों को संदेष दिया गया। अंत में सभी ने एक-दूसरे को धुलेंडी पर्व की बधाई दी।

एसएसटी दल एवं फ्लाइंग स्काॅट द्वारा चैक पोस्ट पर वाहनो की तलाषी जारी
        
झाबुआ । लोकसभा निर्वाचन 2019 की तिथियां घोषित होने के साथ ही एसएसटी दल एवं फ्लाइंग स्काॅट सक्रिय हो गये है। एसएसटी दल एवं फ्लाइंग स्काॅट द्वारा झाबुआ जिले की चैक पोस्ट से गुजरने वाले प्रत्येक वाहन की तलाषी ली जा रही हैं।

प्रत्याशी ने यदि स्टार प्रचारक के साथ यात्रा की तो आधा खर्च निर्वाचन व्यय में जुडेगा
       
झाबुआ । लोकसभा निर्वाचन के दौरान उम्मीदवारों को चुनाव खर्च के मामले में बेहद सतर्क रहना होगा। निर्वाचन व्यय पर आयोग और विभिन्न टीमों की लगातार निगरानी रहेगी। उम्मीदवारों की चुनाव प्रचार संबंधी हर गतिविधियाँ वीडियोग्राफी के जरिए कैमरे में दर्ज होगी। इसी कड़ी में चुनाव के दौरान राजनैतिक दलों के स्टार प्रचारकों का दौरा, रैली, सभाओं पर भी विशेष निगाह रखी जायेगी। यदि उम्मीदवार स्टार प्रचारक के साथ यात्रा करता है तो 50 प्रतिशत यात्रा खर्च प्रत्याशी के चुनाव खर्च में जोड़ा जायेगा। यदि उम्मीदवार स्टार प्रचारक के साथ पंडाल सभा करता है और सभा में अपने नाम के साथ उसका फोटो या पोस्टर प्रदर्शित करते हैं तो सभा का खर्च भी प्रत्याशी के खाते में जोड़ा जायेगा। स्टार प्रचारक के साथ यात्रा खर्च में उन्हीं को छूट मिलेगी, जो परिचारक, सुरक्षा एवं चिकित्सा कर्मी, प्रिंट या इलेक्ट्रानिक मीडिया का कोई प्रतिनिधि, कोई व्यक्ति या दल का सदस्य जो चुनाव क्षेत्र का प्रत्याशी तथा प्रत्याशी के चुनाव अभियान में सम्मिलित नहीं है।

चुनाव मे लगे प्रचार-प्रसार के वाहनों में अनुमति पत्र चिपकाना होगा       
         
झाबुआ । भारत निर्वाचन आयोग द्वारा मध्यप्रदेष लोकसभा निर्वाचन 2019 की घोषणा की जा चुकी है। चुनाव प्रचार प्रसार के दौरान यह देखने में आता है कि जो वाहन चुनाव प्रचार-प्रसार में लगे हैं उनके कारण कभी-कभी टैªफिक अवरूद्ध हो जाता है। जिससे आम जनता को असुविधा का सामना करना पडता है। इस व्यवस्था को दुरूस्त करने के लिए कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री प्रबल सिपाहा ने दण्ड प्रक्रिया संहिता 1973 की धारा 144 के अंतर्गत निर्देष दिए कि लोकसभा निर्वाचन 2019 की समाप्ति तक जो वाहन जिला झाबुआ में चुनाव प्रचार-प्रसार में उपयोग में लिए जाएं, उन्हें विहित प्राधिकारी (एडीएम/एसडीएम) से अनुमति प्राप्त करनी होगी। अनुमति पत्र दो भागों में होगा, जिसका एक भाग वाहन स्वामी को हमेषा वाहन के साथ रखना होगा एवं दूसरा भाग वाहन के विण्डो स्क्रीन पर चिपकाना होगा।

सी-विजिल एप से कर सकेंगे आमजन शिकायत

झाबुआ । आम नागरिक अब निर्वाचन के दरम्यान आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायत सी-विजिल एप पर दर्ज करवा सकेंगे। उल्लेखनीय है कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा आगामी लोकसभा चुनाव की निगरानी के लिए इस एप को लाॅन्च किया गया है। इस एप के जरिए कोई भी व्यक्ति गोपनीय तरीके से निर्वाचन प्रक्रिया को दूषित करने वाली गतिविधियों, आचार संहिता का उल्लंघन संबंधी फोटो/वीडियो भेजकर शिकायत कर सकेगा। इसमें पहचान भी गोपनीय रहेगी। यह एप केवल आचार संहिता अवधि तक ही सक्रिय रहेगा। जिला निर्वाचन अधिकारी एवं कलेक्टर श्री प्रबल सिपाहा ने जिले के आमजनों से अपील की है कि आचार संहिता के दौरान इस तरह का प्रकरण पाए जाने पर बने इस एप पर अपनी शिकायत दर्ज जरूर करवाएं।

कोलाहल अधिनियम के तहत रात्रि 10 बजे से प्रातः 6 बजे तक ध्वनि विस्तारक यंत्रो पर रहेगा प्रतिबंध

झाबुआ । कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री प्रबल सिपाहा ने बताया कि कोलाहल अधिनियम के तहत रात्रि 10 बजे से प्रातः 6 बजे तक ध्वनि विस्तारक यंत्रो पर प्रतिबंध है इसका सख्ती से पालन करवाया जाऐगा।

संवैतनिक अवकाश की सुविधा
       
झाबुआ । लोकसभा निर्वाचन-2019 में मतदान के दिन 19 मई को किसी भी कारोबार, व्यवसाय, औद्योगिक उपक्रय या किसी अन्य स्थापना में काम करने वाले प्रत्येक व्यक्ति को मतदान करने के लिए सवैतनिक अवकाश की सुविधा प्रदान की जावेगी। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री प्रबल सिपाहा द्वारा बताया गया है कि उक्ताशय के निर्देश भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 की धारा 135 में निहित प्रावधानों के मुताबिक लागू रहेंगे। आदेश में स्पष्ट किया गया है कि मतदान के दिन दैनिक, आकस्मिक कर्मी है, को मतदान दिवस के लिये मतदान हेतु सवैतनिक अवकाश प्रदान किया जायेगा। अवकाश अवधि में उसका वेतन/भत्ता नहीं काटा जायेगा। इस आदेश का उल्लंघन करने वाले व्यवसाय स्वामी (नियोक्ता) को जुर्माने से दंडित किया जायेगा। यह आदेश ऐसे निर्वाचकों पर लागू नहीं होंगे जिनकी अनुपस्थिति में नियोजन में कोई खतरा या सारवान हानि हो सकती है।

निर्वाचन व्यय में नामांकन के पहले तैयार प्रचार सामग्री का खर्च भी जुडेगा
      
झाबुआ । लोकसभा चुनाव मैदान में उतरे ऐसे प्रत्याशी जिन्होंने अपनी प्रचार सामग्री नामांकन की तिथि से पहले से तैयार करा लिये है उन्हें उसका खर्च भी निर्वाचन व्यय में जोडना होगा। भारत निर्वाचन आयोग ने प्रत्याशियों के निर्वाचन व्ययों के लेखों के संबंध में स्पष्ट किया है कि अभ्यर्थी अपने निर्वाचन व्यय लेखों के रजिस्टर का रख-रखाव करते समय उन सभी खर्च के लिए भी उत्तरदायी होगा, जो उसने पूर्व में सामग्री तैयार करने में व्यय की है तथा जिसका वास्तविक उपयोग वह नामांकन अवधि समाप्त होने पर करता है। उल्लेखनीय है कि आयोग के ध्यान में यह लाया गया कि कुछ मामलों में नामांकन दाखिल करने से पहले ही भावी उम्मीदवार को पहले से तैयार की गई प्रचार सामग्री प्राप्त हो जाती है। इस प्रकार के खर्चों के लेखे संबंधी प्रश्न भी उठाए गये हैं। पूर्व में कुछ अभ्यर्थियों ने अपने निर्वाचन व्ययों के लेखों से उन मदों पर उपगत व्यय इस बहाने हटा दिया कि केवल नामांकन दाखिल करने के दिन उपगत व्यय के लिए ही लेखा देना होता है।

अभ्यर्थी को नामांकन के कम से कम एक दिन पहले खोलना होगा पृथक से बैंक खाता

झाबुआ । भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार निर्वाचन व्यय का सही-सही लेखा रखने के लिए प्रत्येक अभ्यर्थी को एक अलग बैंक खाता खोलना होगा। अभ्यर्थी यह बैंक खाता नाम-निर्देशन पत्र दाखिल करने के कम से कम एक दिन पहले अनिवार्य रूप से खोलना होगा और नामांकन दाखिल करते समय इस बैंक खाते की खाता संख्या संबंधित निर्वाचन क्षेत्र के रिटर्निंग अधिकारी को लिखित में देना होगी। आयोग के मुताबिक यदि अभ्यर्थी ने बैंक खाता नहीं खोला है अथवा बैंक खाता संख्या की सूचना नहीं दी है तो रिटर्निंग अधिकारी आयोग के अनुदेशों का अनुपालन करने के लिए ऐसे प्रत्येक अभ्यर्थी को नोटिस जारी करेंगे । निर्वाचन आयोग के निर्देशों में कहा गया है कि निर्वाचन व्यय के उद्देश्य से बैंक खाता या तो अभ्यर्थी के नाम से या उसके निर्वाचन अभिकत्र्ता के साथ संयुक्त नाम से खोला जा सकता है ।  लेकिन यह बैंक खाता अभ्यर्थी के परिवार के किसी सदस्य या ऐसे किसी अन्य व्यक्ति के साथ संयुक्त नाम से नहीं खोला जा सकेगा जो अभ्यर्थी का निर्वाचन अभिकत्र्ता नहीं है। निर्वाचन व्यय के लिए खोला जाने वाला खाता अभ्यर्थी द्वारा राज्य में कहीं भी खोला जा सकेगा। खाता राष्ट्रीयकृत, निजी अथवा सहकारी बैंक या डाकघरों में भी खोला जा सकता है। आयोग ने स्पष्ट किया है कि अभ्यर्थी के विद्यमान खाते का उपयोग निर्वाचन व्यय के प्रयोजन के लिए नहीं किया जा सकेगा। निर्वाचन व्यय के प्रयोजन के उद्देश्य से उसे पृथक से बैंक खाता खोलना ही होगा । निर्वाचन आयोग ने निर्देशों में कहा है कि अभ्यर्थी द्वारा सभी निर्वाचन व्यय पृथक से खोले गये बैंक खाते से ही किये जायेंगे। अभ्यर्थी को निर्वाचन कार्यों पर उपगत किये जाने वाले सभी व्यय अभ्यर्थी की अपनी निधि सहित, निधि का स्त्रोत चाहे जो भी हो इस बैंक खाते में ही डालना होगा । अभ्यर्थी चाहे तो आयोग द्वारा तय की गई चुनाव खर्च की सीमा के बराबर पूरी राशि एक साथ इस बैंक खाते में जमा कर सकता है । आयोग के मुताबिक अभ्यर्थी अपने निर्वाचन व्ययों का भुगतान निर्वाचन के उद्देश्य से खोले गये खाते से रेखांकित एकाउंट पेई चेक या ड्राफ्ट अथवा आरटीजीएस या एनईएफटी के माध्यम से ही कर सकता है। अभ्यर्थी द्वारा पूरी चुनावी प्रक्रिया के दौरान किसी व्यक्ति अथवा फर्म को व्यय के किसी मद के लिए अदा की जाने वाली रकम 10 हजार रूपये से अधिक नहीं है तो ऐसे व्यय का भुगतान वह नगद राशि के रूप में भी कर सकेगा। लेकिन उसे इस राशि का भुगतान भी निर्वाचन व्यय के उद्देश्य से पृथक से खोले गये बैंक खाते से निकालने के बाद ही किया जा सकेगा। आयोग ने कहा है कि अभ्यर्थी द्वारा निर्वाचन के परिणामों की घोषणा के तीस दिनों की अवधि के भीतर दाखिल किये जाने वाले निर्वाचन व्यय लेखे के साथ इस बैंक खाते की विवरणी की स्व-प्रमाणित प्रति जिला निर्वाचन अधिकारी को प्रस्तुत करनी होगी। निर्वाचन आयोग ने यह भी स्पष्ट किया है कि नामांकन से पहले यदि अलग से बैंक खाता नहीं खोला गया है या बिना इस बैंक खाते में जमा किये कोई अन्य राशि खर्च की गई है तो यह माना जायेगा कि अभ्यर्थी ने अपेक्षित रीति के अनुसार खाते का रखरखाव नहीं किया है।

हवाई अड्डों पर भी रखी जायेगी नजर, जांच की पूरी प्रक्रिया का संपादन सीसीटीव्ही कैमरे की निगरानी में होगा

झाबुआ । भारत निर्वाचन आयोग द्वारा निर्वाचन वाले राज्यों में चार्टर्ड विमानों, हेलीकॉप्टरों एवं वाणिज्यिक विमानों के माध्यम से अनाधिकृत रूप से अस्त्र-शस्त्र, निषिद्ध वस्तुओं अथवा बड़ी मात्रा में नकदी एवं बहुमूल्य धातुओं के परिवहन पर रोक लगाने के उद्देश्य से हवाई यात्रा करने वाले लोगों पर नजर रखने के निर्देश दिये हैं । आयोग ने कहा कि मतदान वाले राज्यों में चुनावी प्रक्रिया के समय हवाई अड्डे पर यात्रियों व सामानों की तलाशी तथा जांच संबंधी सभी नियमों व पद्धतियों का बिना किसी अपवाद के कड़ाई के साथ पालन किया जाना चाहिए । आयोग द्वारा जारी निर्देशों में कहा गया है कि विमान यातायात नियंत्रण (एटीसी) को निर्वाचन वाले राज्य में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी तथा संबंधित जिलों के जिला निर्वाचन अधिकारी को चार्टर विमान या हेलीकॉप्टर की यात्रा योजना के बारे में कम से कम आधे घंटे पहले सूचित करना होगा । निर्वाचन आयोग के मुताबिक चुनाव वाले राज्यों में वाणिज्यिक एयरपोर्ट से उड़ान भरने वाले और उतरने वाले सभी निजी विमानों या हेलीकॉप्टरों का एटीसी (विमान यातायात नियंत्रण) द्वारा रिकार्ड रखा जायेगा तथा इसकी सूचना की एक प्रति संबंधित राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी तथा उस जिले के जिला निर्वाचन अधिकारी को उपलब्ध करानी होगी । आयोग के निर्देशों के मुताबिक निजी या चार्टर विमान अथवा कामर्शियल फ्लाईट या हेलीकॉप्टर से यात्रा करने वाले यात्रियों के हाथ में ले जाये जाने वाले सामान सहित पूरे सामान की जांच हवाई अड्डे पर केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल अथवा राज्य या केन्द्र शासित राज्यों के पुलिस अधिकारियों को बिना किसी छूट के पूरी जांच करनी होगी । आयोग के मुताबिक सुरक्षा अधिकारियों को जांच में 10 लाख रूपये की नगदी अथवा एक किलो सोना या इससे अधिक मूल्य का सोना-चांदी, हीरा जवाहरात पाये जाने पर आयकर विभाग को तुरंत सूचित करना होगा । सूचना प्राप्त होने पर आयकर विभाग द्वारा आयकर नियमों के अनुरूप सत्यापन किया जायेगा और सत्यापन के दौरान संतोषजनक स्पष्टीकरण न दिये जाने पर आवश्यक कार्यवाही की जायेगी । इस तरह की बहुमूल्य धातु या नगदी की मुक्ति के पहले आयकर विभाग को निर्वाचन आयोग, राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी और जिले के जिला निर्वाचन अधिकारी को सूचित करना होगा । आयोग ने यह भी स्पष्ट किया है कि सुरक्षा बल और आयकर विभाग को हवाई अड्डे पर यात्रियों की जांच, बहुमूल्य धातुओं या नकदी की खोज से लेकर जब्ती अथवा मुक्त करने तक का पूरी प्रक्रिया का संपादन सीसीटीव्ही कैमरे की निगरानी में करना होगा ।

सभी अनुमतियों के लिए सुविधा पोर्टल पर कर सकते है ऑनलाइन आवेदन    
   
झाबुआ । लोकसभा चुनाव के दौरान राजनैतिक दलों के प्रत्याशियों को सभा के लिये मैदान की अनुमति लेने, रैली निकलवाने, हेलीपैड के लिये अनुमति लेने के लिये अब निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय जाने की जरूरत नहीं पडे़गी। सभी अनुमतियों के लिये अब आयोग द्वारा बनाये गये सुविधा पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन भी कर सकते हैं। चुनाव आयोग ने पारदर्शिता के मद्देनजर किसी भी कार्य की अनुमति लेने के लिये राजनैतिक दलों के लिये पहले आओ पहले पाओ की सुविधा दी है। इसके तहत जो पहले ऑनलाइन आवेदन करेगा, उसे पहले अनुमति दी जायेगी। इसके लिये सुविधा एप पर 72 घंटे पूर्व ऑनलाइन आवेदन करना होगा। आवेदन करने के बाद उपलब्धता अनुसार उन्हें अनुमति दी जायेगी। चुनाव को सरल एवं पारदर्शी बनाने के लिये इस बार आम सभायें, रैली, वाहनों के अधिग्रहण की जानकारी सहित समस्याओं का समाधान भी ऑनलाइन किया जायेगा। चुनाव आयोग के विशेष साफ्टवेयर के द्वारा चुनाव में लगे अधिकारियों एवं कर्मचारियों की निगरानी की जायेगी। वाहनों के अधिग्रहण करने की प्रक्रिया भी ऑनलाइन की जायेगी। निर्वाचन कार्य के लिये निर्वाचन आयोग ने “सुगम, सुविधा एवं समाधान“ नामक तीन एप बनाये हैं, जिनसे उक्त सभी कार्य सम्पन्न किये जायेंगे। 

चुनाव के प्रत्येक पेम्पलेट या पोस्टर पर मुद्रक तथा प्रकाषक का नाम तथा पता अंकित होना अनिवार्य है-कलेक्टर      
        
झाबुआ । कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री प्रबल सिपाहा ने जानकारी देते हुए बताया कि चुनाव से संबंधित प्रचार प्रसार के लिये अभ्यर्थी/राजनैतिक दल द्वारा प्रिंट करवाये जाने वाले प्रत्येक पेम्पलेट या पोस्टर पर मुद्रक तथा प्रकाषक का नाम तथा पता अंकित होना अनिवार्य है तथा दस्तावेज के छापने के पष्चात यथोचित समय मे इसकी एक प्रति जिसमे प्रकाषक की पहचान की घोषणा हो। दस्तावेज की प्रतिलिपि के साथ राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी या जिले के जिला मजिस्ट्रेट को जहां यह छापा हो, उपलब्ध कराना अनिवार्य होगा। कोई भी व्यक्ति कोई भी ऐसी चुनावी पेम्पलेट या पोस्टर जिस पर मुद्रक एवं प्रकाषक का नाम नही हो, ना तो प्रकाषित कर सकता है, ना ही मुद्रण और प्रकाषन का कारण बन सकता है। यदि इस प्रावधान का उल्लंघन होता है तो यह दंडनीय होगा जो कि छः माह तक की जेल एवं 2500 रूपये तक के अर्थदंड से दंडित किया जाएगा अथवा दोनो से दंडनीय होगा।

शासकीय आवास का बकाया संबंधी जानकारी देने अलग से नहीं देना होगा शपथ पत्र

झाबुआ । भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार अभ्यर्थियों को आवास संबंधी देयताओं की जानकारी देने के लिए नामांकन पत्र के साथ अब अलग से शपथ पत्र नहीं प्रस्तुत करना होगा। निर्वाचन आयोग ने इस बारे में शपथ पत्र में दी जाने वाली जानकारी को फार्म-26 में ही समाहित कर दिया है। अभ्यर्थियों द्वारा शासकीय आवास संबंधी देयताओं की जानकारी फार्म-26 के भाग-अ के बिन्दु क्रमांक-8 में दी जा सकेगी।

प्रत्याशियों को देना होगी सोशल मीडिया एकाउंट की जानकारी
     झाबुआ । लोकसभा निर्वाचन में उम्मीदवारों को अपना नामांकन पत्र भरते समय अधिकृत सोशल मीडिया अकाउंट की जानकारी भी देनी होगी। उन्हें फार्म-26 भरना आवश्यक है।

उडन दस्ते, रिष्वत देने और लेने वालो दोनो के विरूद्ध मामले
दर्ज करने के संबंध मे स्थानीय भाषा मे उद्घोषणा करेंगे-कलेक्टर
झाबुआ । कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री प्रबल सिपाहा ने बताया कि प्रत्येक उडन दस्ता अपने वाहन पर लगाई गई सार्वजनिक उद्घोषणा प्रणाली के माध्यम से अपने क्षेत्राधिकार मे स्थानीय भाषा मे उद्घोषणा करेगे कि भारतीय दंड संहिता की धारा 171 ख के अनुसार कोई व्यक्ति निर्वाचन प्रक्रिया के दौरान किसी व्यक्ति को उसके निर्वाचक अधिकार का प्रयोग करने के लिये उत्प्रेरित करने के उद्देष्य से नकद या वस्तु रूप मे कोई पारितोष देता है, या लेता है तो वह एक वर्ष तक के कारावास या जुर्माने या दोनो से दंडनीय होगा। इसके अतिरिक्त भारतीय दंड संहिता की धारा 171 ग के अनुसार जो कोई व्यक्ति किसी अभ्यर्थी या निर्वाचक, या किसी अन्य व्यक्ति को किसी प्रकार की चोट लगाने की धमकी देता है वह एक वर्ष तक के कारावास या जुर्माने या दोनो से दंडनीय होगा। उडन दस्ते, रिष्वत देने वालो और लेने वालो दोनो के विरूद्ध मामले दर्ज करने के लिये और ऐसे लोगो के विरूद्ध कार्यवाही करने के लिये गठित किये गये है जो निर्वाचको को डराने और धमकाने मे लिप्त है। सभी नागरिको से एतदद्वारा अनुरोध किया गया है कि वे कोई रिष्वत लेने से परहेज करे और यदि कोई व्यक्ति कोई रिष्वत की पेषकष करता है या उसे रिष्वत और निर्वाचको को डराने/धमकाने के मामलो की जानकारी है तो उन्हे षिकायत प्राप्त करने के प्रकोष्ठ के टोल फ्री नंबर 07392-244193 एवं 1950 पर सूचित करे।

चुनाव डयूटी प्रमाण-पत्र के जरिये व¨ट डाल सकेंगे कर्मचारी

झाबुआ । भारत निर्वाचन आय¨ग ने चुनाव डयूटी पर तैनात अमले क¨ मतदान की सुविधा प्रदान किये जाने के संबंध में दिशा-निर्देश जारी किये हैं। चुनाव डयूटी पर तैनात वे सभी ल¨ग ज¨ उस स्थान पर मतदान नहीं कर सकते जहाँ मतदाता सूची में उनके नाम दर्ज हैं, उन्हें डाक मत पत्र अथवा चुनाव डयूटी प्रमाण-पत्र/ईडीसी (इलेक्शन डयूटी सर्टिफिकेट) के माध्यम से यह सुविधा प्रदान की जायेगी। यदि किसी कर्मचारी की चुनाव डयूटी उसी चुनाव क्षेत्र में लगती है जहाँ का वह मतदाता है त¨ उसे चुनाव डयूटी प्रमाण-पत्र के माध्यम से यह सुविधा प्रदान की जायेगी। इस सुविधा से वह चुनाव डयूटी प्रमाण-पत्र के माध्यम से उसी मतदान केन्द्र में मतदान कर सकेंगे जहाँ उन्हें डयूटी के लिये तैनात किया गया है। यदि किसी कर्मचारी की चुनाव डयूटी उस चुनाव क्षेत्र में लगती है जहाँ का वह मतदाता नहीं है त¨ उसे डाक मत पत्र के माध्यम से यह सुविधा प्रदान की जायेगी। मतदान दल¨ं में शामिल सभी कर्मचारी सेक्टर आॅफिसर, ज¨नल आॅफिसर, रिटर्निंग आॅफिसर, असिस्टेंट रिटर्निंग आफिसर, डिस्ट्रिक्ट इलेक्शन आॅफिसर, डिप्टी इलेक्शन आॅफिसर, कंट्र¨ल रूम एवं चुनाव संबंधी कार्य में तैनात सभी कर्मचारी, सभी पुलिसकर्मी, ह¨मगार्ड, चुनाव डयूटी में संलग्न सभी वाहन¨ं के ड्रायवर, क्लीनर, हेल्पर इस सुविधा के पात्र ह¨ंगे। यदि वे चुनाव डयूटी के कारण उस मतदान केन्द्र में मतदान नहीं कर सकते जहाँ मतदाता सूची में उनके नाम दर्ज हैं त¨ उन्हें डाक मत पत्र अथवा चुनाव डयूटी प्रमाण-पत्र के माध्यम से यह सुविधा प्रदान की जायेगी। डाकमत पत्र सुविधा का लाभ निर्वाचन कार्य में संलग्न कर्मचारी उन्हे दिये जाने वाले प्रथम दौर के प्रशिक्षण के दौरान निर्धारित प्रपत्र में आवेदन भरकर उठा सकते है। साथ ही वे दिये गये निर्धारित प्रपत्र में वोटिंग कर उसे द्वितीय प्रशिक्षण के दौरान बनाये गये सुविधा केन्द्र का उपयोग करते हुए अपना मत अंकित करते हुए संबंधित लिफाफे को रखे गये सुविधा बाक्स में डाल सकते है या इन्हे डाकघर के माध्यम से भी भेज सकते है। मतगणना के दिन तक प्राप्त प्रत्येक डाक मतपत्र को गणना में सम्मिलित किया जायेगा।

भगोरिया मे पारम्परिक परिधान में नुक्कड नाटक दलो ने प्रस्तुती दी,
ग््राामीणो ने ईवीएम मषीन का बटन दबाकर वोट डालने की प्रक्रिया समझी, ष्सेल्फी लेकर अपनी फोटो देख मुस्कुराये
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झाबुआ । आगामी लोक सभा निर्वाचन 2019 में षतप्रतिषत मतदान हो इसलिये स्वीप गतिविधि अतर्गत झाबुआ जिले के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रो में लगने वाले भगोरिया हाट बाजारो में स्टाल लगाकर ईवीएम एवं वीवीपेट मषीन का प्रदर्षन कर मतदाताओ को वोट डालने की प्रक्रिया से अवगत कराया जा रहा है। भगोरिया हाट में पारम्परिक परिधान में सज धज कर आये ग्रामीणो ने झुले चकरी एवं कुल्फी का आन्नद लिया एवं भगोरिया में निर्वाचन कार्यालय द्वारा लगाये गये स्टाल पर जाकर ईवीएम मषीन का बटन दबाकर वोट डालने की प्रक्रिया समझी।  जिले में आज बुधवार को कल्याणपुरा, ढेकल, माछलिया, मदरानी, करवड, बोडायता, उमरकोट, कंजावानी एवं रोटला के भगोरिया में आये ग्रामीणो को बताया गया कि मतदान प्रकोष्ठ मे प्रवेश करते समय पीठासीन अधिकारी बैलेट यूनिट को वोट डालने के लिए तैयार करेंगे। बैलेट यूनिट मे अपने पसंद के प्रत्याशी के नाम और चुनाव चिन्ह के सामने वाले नीले बटन को दबाना होगा। जिस प्रत्याशी को वोट दिया है उसके नाम, चुनाव चिन्ह के सामने वाली लाइट लाल जलेगी। प्रिंटर एक बैलेट पर्ची प्रिंट करेगा जिसमें पसंद के प्रत्याशी के सरल क्रमांक, नाम और चुनाव चिन्ह अंकित होगा। बैलेट पर्ची सात सेकण्ड के लिए दिखेगी उसके बाद कट कर प्रिंटर के ड्राप बाक्स मे गिर जाएगी और एक बीप की आवाज सुनाई देगी। प्रिंट पर्ची को ग्लास मे से देखा जा सकता है। बैलेट पर्ची नही दिखने एवं बीप की आवाज नही आने पर पीठासीन अधिकारी से संपर्क किया जा सकता है। वोटिंग मषीन पर ग्रामीणो ने ईव्हीएम मशीन में बटन दबाकर अपना वोट डाला एवं व्हीव्हीपीएटी मशीन से देखा कि उन्होने जिस प्रत्याशी को मत डाला है उसे ही उसका मत मिला है। भगोरिया हाट में नुक्कड नाटक दलो द्वारा पारमपरिक परिधान पहन कर नुक्कड नाटक के माध्यम से मतदान के महत्वपूर्ण को बताया गया। भगोरिया स्थल पर सेल्फी पांइट बनाया गया भगोरिया में आये ग्रामीणो ने सेल्फी खिचवाई और अपना फोटो देख कर आन्नद की अनुभूति की। भगोरिया स्थल पर मतदाता जाकरूकता संबंधी होर्डिग लगाकर मतदान के लिये प्रेरित किया गया।

बिहार : गांव की आवाज उठाने में सहायक है एमआईएस, आईजीएसएसएस से क्षमता निर्माण का समर्थन

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पटना,21 मार्च। सबसे पहले इंडो ग्लोबल सोशल सर्विस सोसाइटी (आईजीएसएसएस) को धन्यवाद दिया जा सकता है। जो सीमित संसाधन के बल पर सहयोगी संस्थाओं के प्रतिनिधियों को प्रशिक्षण देने में सफल रहा। एमआईएस प्रशिक्षण में जिला और प्रखंड स्तर के कार्यकर्ताओं को शामिल किया। इसके बाद वर्क रिव्यू कार्यक्रम में जिला स्तर के प्रतिनिधि और लेखापाल को शामिल किया। दोनों कार्यक्रम में सहयोग प्राप्त करने वाली संस्था के प्रतिनिधयों को बहुत लाभ मिला। उनके लिए कार्यक्रम सार्थक साबित हो रहा है। समयाभाव के कारण फोलोअप नहीं हो सका। जो अहितकर साबित नहीं हुआ। अगर फोलोअप होता तो स्पीड बना रहता। कोई बात नहीं है। इस साल उम्मीद है कि आपके द्वारा क्षमतावर्द्धक कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। आपके आग्रह पर यह प्रस्ताव आपके समक्ष प्रस्तावित है। यह जरूरत है कि सबसे पहले लीडरशीप कार्यक्रम रखा जाए। यह तीन दिवसीय हो। इसमें जिला और प्रखंड स्तरीय कार्यकर्ता को शामिल किया जा सकता है। इसका विषयवस्तु सामाजिक एवं आर्थिक विषय रखा जाए। इसमें विशेष तौर पर विश्लेषण करते हुए कार्यक्रम को आगे की ओर बढ़ा जाए। इस तरह का कार्यक्रम महानगर में न हो। राज्य अथवा जिला में ही आयोजित हो। किसी सहयोगी संस्था को संचालन करने का दायित्व सौंपा जाए। प्रतिभागियों को सुनिश्चित किया जाए कि वे निश्चित समय पर कार्यक्रम में आए और कार्यक्रम के समापन पर ही जाए। ऐसी ही व्यवस्था होनी चाहिए। कार्यक्रम में शामिल प्रतिभागियों की भाषा के अनुसार ही ट्रेनर की व्यवस्था किया जाए। ऐसा करने से ट्रेनिंग देने वाले व ट्रेनिंग लेने वाले प्रतिभागियों को विषय की अच्छी जानकारी मिलेगी और तब बेहतर ढंग से विषय ग्रहण करके जा सकेंगे। ऐसा करने से नेतृत्व क्षमता विकसित होगा। प्रशिक्षण लेने के बाद नया विचार प्राप्त होगा। इसको लेकर पूर्ण जोश से कार्य क्षेत्र में लागू करेंगे। जो आईजीएसएसएस और संस्था के उद्धेश्य को लागू करने में मदद मिलेगी।यहां से ट्रेनिंग लेकर कार्यक्षेत्र में आकर लोगों का नेतृत्व अच्छी तरह से कर सकेंगे। 

दस्तावेज प्रशिक्षण
जिसे आईजीएसएसएस के द्वारा सहयोग मिल रहा है। उससे सहयोग करने वाले अपेक्षा रखते हैं कि बेहतर ढंग से रिपोर्ट मिले। तो जरूरी है कि बेसिक और आधुनिक रूप से दस्तावेज तैयार करने की जानकारी दी जाए। यह प्रशिक्षण से ही संभव है। इसके आलोक में प्रशिक्षण दिया जाए। इसमें किस तरह से रिपोर्ट तैयार हो और क्यों तैयार करें पर ही केन्द्रित हो। उसे सहयोग करने वाले को किस तरह से प्रस्तुत करें।एक दस्तावेज तैयार करने में क्या क्या जरूरी है? इन दस्तावेज से कैसे केस स्ट्डी तैयार किया जा सकता है। फोटो दस्तावेज के बारे में भी जानकारी दिया जाए। दूसरे पाठ में एडवोकेशी को भी शामिल किया जाए। एक ही प्रशिक्षण के दरम्यान दस्तावेज व एडवोकेशी पर ट्रेनिंग दिया जा सकेगा। पांच दिनों का ट्रेनिंग हो। इसमें संस्था के सचिव व जिला स्तर पर प्रतिनिधित्व करने वाले शामिल हो सकते हैं। दो भाषीय ट्रेनर हो सकते हैं। ऐसा करने से कार्य में निखार आ जाएगा। इसमें भाग लेने वाले अपना अनुभव पेश करेंगे। इसके लिए दस्तावेज साथ में लेकर आ सकते हैं।

लाइवलीहुड पर प्रशिक्षण
इसमें लैंड और नन लैंड को लेकर प्रशिक्षण दिया जाए। जिनके पास लैंड नहीं है। वे लोग किस तरह से आजीविका के साधन उपलब्ध करा सकते हैं। विस्तार से आजीविका कार्य शुरू करने से परिणाम आने अंत तक प्रशिक्षण का प्रशिक्षण दिया जाए। उसी तरह जिनके पास लैंड है वे कैसे आजीविका का साधन उत्पन्न कर सकते हैं। सरकार से प्राप्त अनुदानों को किस तरह से प्राप्त कर सकते हैं। जैविक खेती कैसे करेंगे। जैविक खेती करने से लाभ को विस्तार से जिक्र किया जाए। दोनों स्तर के कार्य में किस तरह से लोगों को जोड़ा जा सकता है। इसमें महिला, पुरूष और युवाओं को 365 दिन रोजगार दिया जा सकें। लोगों को कैसे सामाजिक सुरक्षा योजना से लाभ दिलवाया जा सकता है।  इस पर विस्तार से जानकारी देंगे। बचत समूह कैसे निर्माण हो? सामूहिक खेती कैसे हो? घर बाजार में अपने निर्मित उत्पाद को कैसे बेच सकते हैं। बकरी पालन, गाय पालन, सुआर पालन आदि पर भी जानकारी दिया जाए। किचन गार्डेन को विस्तार करने के उपाय भी बताया जा सकता है।मनरेगा के बारे में भी जानकारी देंगे। ऐसा करने से हर स्तर के रोजगारों को लोगों को जोड़ा जा सकेगा। इससे लोग खुद्दार होंगे। दैनिक आहार में भी सुधार होगा। ग्रामीण क्षेत्र के महाजन, वकील,पुलिस,पुजारी और नेता के चंगुल से मुक्त होंगे।ं इसमें जिला और प्रखंड स्तर के कार्यकर्ताओं शामिल होंगे। इनके साथ गांवघर में गठित सामुदायिक आधारित संगठन सीबीओ के प्रतिनिधि। उन सीबीओ से एक-दो लीडर को भी शामिल किया जा सकता है। जो यहां से प्रशिक्षण लेकर घर जाएंगे। सीबीओ की बैठक में लोगों को बता सकते हैं। इसमें प्रखंड कार्यकर्ता भी सहयोग करेंगे। दो स्तर के अन्य लोगों को प्रशिक्षण या बैठक में बता सके। 

एमआईएस
आईजीएसएसएस के द्वारा एमआईएस पर प्रशिक्षण दिया गया। इसका समय के अभाव में फोलोअप नहीं किया जा सका। यह एक नवाचार था एमआईएस का प्रशिक्षण। इसका बेहतर ढंग से संचालन नहीं हो सका। इसमें व्यवधान उत्पन्न हो जा रहा था। इसमें आये व्यवधान को दुरूस्त करने की जरूरत है। यह इस साल जरूरी है कि फोलोअप किया जाए। ताकि एमआईएस का बेहतर ढंग से इस्तेमाल कर सके। दुबारा सीख जाने से स्पीड पकड़ा जा सकता है। ऐसा करने से प्रतिभागी सहजता से सामग्री को एमआईएस में अपलाॅड करने लगेंगे। सहयोग देने और सहयोग लेने वाली संस्था के लिए बेहद लाभप्रद टूल्स है। सही मायने में यह बहुत ही अच्छा टूल्स है। जो संस्था की क्रियाकलाप को डाला जा सकता है। एक क्लिक में लोग क्रियाकलाप को देख सकेंगे। यह टूल्स कार्य को पारदर्शिता बनाने में सक्षम है। इसे देखकर लोग सबक ले सकते हैं। कुछ सुझाव भी दे सकते हैं। किये गए कार्य को व्यवहार में परिणत भी कर सकते हैं। इस लिए जरूरी है कि टूल्स को अप टू डेट करके रखा जाए। यह तब जी संभव है जब एमआईएस चालू रहे। यह विश्वास किया जाता है कि आईजीएसएसएस के द्वारा फोलोअप ट्रेनिंग की व्यवस्था करायेगी। इससे गांव के लोगों को भी बेहद लाभ होगा। उनकी आवाज को ग्लोबल बनाया जा सकता है। उनकी आवाज पर सुनवाई भी संभव है।  

बेरोजगारी के आंकड़े मोदी सरकार के गले की हड्डी

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अरुण कुमार (आर्यावर्त) बेरोजगारी के आंकड़े पर एक नजर। बेरोजगारी के आंकड़े सरकार का पीछा छोड़ते नहीं दिख रहे हैं। रोजगार पर कांग्रेस और दूसरे दल लगातार मोदी सरकार पर हमलावर हो रहे हैं। हर साल दो करोड़ रोजगार देने का वादा करके मोदी सरकार सत्ता में आई थी, लेकिन अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट से सरकार पर फिर सवाल उठने लगे हैं। अखबार में छपी एनएसएसओ की एक रिपोर्ट ये बताती है कि पांच सालों में रोजगार में पौने पांच करोड़ की कमी आई है। मतलब रोजगार मिलने की बजाए कम हुए है। दो करोड़ नौकरियां देने का वादा करके सत्ता में आई मोदी सरकार फिर से विरोधियों के निशाने पर है और इसकी वजह बनी है रोजगार के आंकड़े जारी करने वाली सरकारी संस्था एनएसएसओ इस संस्था की हालिया रिपोर्ट में बताया गया है कि देश में कामगारों की संख्या तेजी से घट रही है। एनएसएसओ के आंकड़े बताते हैं कि देश के ग्रामीण इलाकों में 4.3 करोड़ रोजगार कम हुए जबकि शहरों में 40 लाख रोजगार कम हुए है। मतलब की देश में कामगारों की संख्या में पौने पांच करोड़ की कमी आई है।वहीं इस सर्वे के मुताबिक पुरुष कामगारों की संख्या में पांच सालों में 1 करोड़ अस्सी लाख की कमी आई है। 2011-12 के दरम्यानी साल में पुरुष कामगारों की संख्या 30 करोड़ 40 लाख थी जो घट कर 2017-18 में 28 करो़ड़ 60 लाख हो गई। इसका मतलब है कि इन पांच सालों में 1 करोड़ 80 लाख कामगार कम हुए। अगर हम 1993-1994 से 2011-2012 के आंकड़ों की तुलना करें तो इन 18 सालों में 6 करोड़ 60 लाख कामगार बढ़े थे।अब विपक्ष रोजगार के इस हालिया आंकड़ों पर सरकार पर हमलावर हो गया है। सरकार के इस कदम के विरोध में एनएसएसओ के कार्यवाहक चेयरपर्सन पीसी मोहनन और एक सदस्य जे वी मीनाक्षी इस्तीफा दे चुके हैं। खास बात ये है कि सरकार ने इस रिपोर्ट को जारी करने से फिलहाल रोक दिया है, लेकिन सूत्रों के हवाले से खबर है कि सरकार अभी तक बेरोजगारी और रोजगार पर आए सभी आंकड़ों को मिलाकर चुनाव से पहले नए आंकड़े जारी कर सकती है।

हम भाजपा की हार सुनिश्चित करेंगे : वाघेला

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अहमदाबाद, 21 मार्च, राकांपा नेता और गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह वाघेला ने बृहस्पतिवार को कहा कि कांग्रेस और राकांपा के सीटों के बंटवारे को लेकर किसी समझौते पर पहुंचने में विफल रहने पर भी उनकी पार्टी राज्य में लोकसभा चुनावों में सत्तारूढ़ भाजपा की हार सुनिश्चित करेगी। अब तक शरद पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और कांग्रेस के बीच गुजरात की 26 लोकसभा सीटों के लिए सीटों के बंटवारे के फॉर्मूले पर सहमति नहीं बन पाई है। हाल में राकांपा में शामिल हुए वाघेला (78) ने कहा कि वह खुद चुनाव नहीं लड़ेंगे। गुजरात में लोकसभा चुनाव के साथ-साथ पांच विधानसभा सीटों के लिए उपचुनाव भी होंगे। वाघेला ने यहां पत्रकारों से कहा, ‘‘मैं राकांपा प्रमुख शरद पवार और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा सीटों के बंटवारे को लेकर किसी भी समझौते पर सहमत होने का स्वागत करूंगा। यदि कोई समझौता नहीं होता है तो भी हम ठीक हैं। हम भाजपा को हराने का पूरा प्रयास करेंगे और कांग्रेस तथा राकांपा की जीत सुनिश्चित करेंगे।’’ 

भाजपा की 184 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी,

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मोदी वाराणसी से, शाह गांधीनगर से चुनाव लड़ेंगे
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नयी दिल्ली, 21 मार्च, भाजपा ने बृहस्पतिवार को लोकसभा चुनाव के लिये अपने 184 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी जिसमें प्रमुख उम्मीदवारों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वाराणसी से और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी की जगह गांधीनगर से चुनाव लड़ेंगे। भाजपा के वरिष्ठ नेता जे पी नड्डा ने संवाददाता सम्मेलन में लोकसभा चुनाव के लिये उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की। उन्होंने बताया कि 16 मार्च, 19 मार्च और 20 मार्च को भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक हुई। इसमें एक-एक करके राज्यों पर चर्चा हुई जिसमें भाजपा अध्यक्ष शाह, प्रधानमंत्री मोदी ने हिस्सा लिया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वाराणसी से चुनाव लड़ेंगे। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी की जगह गांधीनगर से मैदान में उतरेंगे। गृह मंत्री राजनाथ सिंह पुरानी सीट लखनऊ से लड़ेंगे जबकि नितिन गडकरी नागपुर से प्रत्याशी होंगे। स्मृति ईरानी अमेठी से चुनाव लड़ेंगी। ईरानी के सामने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी मुकाबले में होंगे। गौतमबुद्ध नगर (नोएडा) से डॉ. महेश शर्मा, मुज्जफरनगर से संजीव बालियान, गजियाबाद से वी के सिंह, बागपत से सत्यपाल सिंह, मथुरा से हेमा मालिनी को टिकट दिया गया है। उन्नाव से साक्षी महाराज को टिकट दिया गया है।  केन्द्रीय मंत्री कृष्णा राज की जगह अरुण सागर को शाहजहांपुर से भाजपा उम्मीदवार बनाया गया। छत्तीसगढ़ से पांच सीटों पर उम्मीदवारों के नाम घोषित किये गए हैं जिसमें बस्तर से बैदूराम कश्यप शामिल हैं। अरूणाचल ईस्ट से किरण रिजिजू को टिकट दिया गया है। धारवाड़ से प्रह्लाद जोशी को टिकट दिया गया है। तिरूवनंतपुरम से के राजशेखरन को टिकट दिया गया है। उधमपुर से जितेन्द्र सिंह को टिकट दिया गया है । केंद्रपाड़ा से बैजयंत पांडा को टिकट दिया गया है। कन्याकुमारी से पी राधाकृष्णन को टिकट दिया गया है। राजस्थान के जोधपुर से गजेन्द्र सिंह शेखावत, बीकानेर से अर्जुन राम मेघवाल, झालावाड़ से दुष्यंत सिंह को टिकट दिया गया है। पश्चिम बंगाल भाजपा के प्रमुख दिलीप घोष मेदिनीपुर, केन्द्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो आसनसोल से चुनाव लड़ेंगे। भाजपा ने उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, तमिलनाडु, गुजरात,छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, राजस्थान, अरुणाचल प्रदेश और त्रिपुरा समेत कई राज्यों के उम्मीदवारों की घोषणा की। नड्डा ने बताया कि भाजपा ने बिहार से पार्टी के सभी 17 उम्मीदवारों के नामों को भी अंतिम रूप दे दिया है और सूची राज्य इकाई को भेज दी गई है जिसकी घोषणा गठबंधन सहयोगियों के साथ की जायेगी। सात चरणों में होने वाले लोकसभा चुनाव 11 अप्रैल से शुरू होंगे और 19 मई तक चलेंगे। मतगणना 23 मई को होगी।  देशभर में लोकसभा चुनाव 11 अप्रैल, 18 अप्रैल, 23 अप्रैल, 29 अप्रैल, छह मई, 12 मई और 19 मई को होंगे।

आईपीएल 2013 फिक्सिंग मसले पर बोले धोनी, पूछा खिलाड़ियों का क्या कसूर था

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नयी दिल्ली, 21 मार्च, आईपीएल 2013 मैच फिक्सिंग प्रकरण को अपने जीवन का ‘सबसे कठिन और निराशाजनक ’ दौर बताते हुए महेंद्र सिंह धोनी ने सवाल दागा कि खिलाड़ियों का क्या कसूर था । दो बार के विश्व कप विजेता कप्तान ने ‘रोर आफ द लायन’ डाक्यूड्रामा में इस मसले पर अपनी चुप्पी तोड़ी । भारतीय क्रिकेट को झकझोर देने वाले इस प्रकरण में प्रबंधन की भूमिका के कारण चेन्नई सुपर किंग्स को दो साल का प्रतिबंध झेलना पड़ा । धोनी ने कहा ,‘‘ 2013 मेरे जीवन का सबसे कठिन दौर था । मैं कभी इतना निराश नहीं हुआ जितना उस समय था । इससे पहले विश्व कप 2007 में निराशा हुई थी जब हम ग्रुप चरण में ही हार गए थे । लेकिन उसमें हम खराब क्रिकेट खेले थे ।’’  उन्होंने कहा ,‘‘ लेकिन 2013 में तस्वीर बिल्कुल अलग थी । लोग मैच फिक्सिंग और स्पाट फिक्सिंग की बात करते थे । उस समय देश भर में यही बात हो रही थी ।’’  धोनी ने हाटस्टार पर प्रसारित पहले एपिसोड ‘ वाट डिड वी डू रांग ’ में कहा कि खिलाड़ियों को पता था कि कड़ी सजा मिलने जा रही हे ।  उन्होंने कहा ,‘‘ हमें सजा मिलने जा रही थी बस यह जानना था कि सजा कितनी होगी । चेन्नई सुपर किंग्स पर दो साल का प्रतिबंध लगा । उस समय मिली जुली भावनायें थी क्योंकि आप बहुत सी बातों को खुद पर ले लेते हैं । कप्तान के तौर पर यही सवाल था कि टीम की क्या गलती थी ।’’  उन्होंने कहा ,‘‘ हमारी टीम ने गलती की लेकिन क्या खिलाड़ी इसमें शामिल थे । खिलाड़ियों की क्या गलती थी कि उन्हें यह सब झेलना पड़ा ।’’  उन्होंने कहा ,‘‘ फिक्सिंग से जुड़ी बातों में मेरा नाम भी उछला । मीडिया और सोशल मीडिया में ऐसे दिखाया जाने लगा मानो टीम भी शामिल हो , मैं भी शामिल हूं । क्या यह संभव है । हां, स्पाट फिक्सिंग कोई भी कर सकता है । अंपायर, बल्लेबाज, गेंदबाज लेकिन मैच फिक्सिंग में खिलाड़ी शामिल होते हैं ।’’  उन्होंने कहा ,‘‘ मैं इस बारे में दूसरों से बात नहीं करना चाहता था लेकिन अंदर से यह मुझे कुरेद रहा था । मैं नहीं चाहता कि किसी भी चीज का असर मेरे खेल पर पड़े ।मेरे लिये क्रिकेट सबसे अहम है ।’’  धोनी ने डाक्यूमेंट्री में कहा कि मैच फिक्सिंग कत्ल से भी बड़ा गुनाह है ।  उन्होंने कहा ,‘‘ मैं आज जो कुछ भी हूं, क्रिकेट की वजह से हूं । मेरे लिये सबसे बड़ा गुनाह कत्ल नहीं बल्कि मैच फिक्सिंग है । लोगों को अगर लगता है कि मैच का नतीजा असाधारण इसलिये है क्योंकि वह फिक्स है तो लोगों का क्रिकेट पर से विश्वास उठ जायेगा और मेरे लिये इससे दुखदायी कुछ नहीं होगा ।’’ 

वोट के लिए मार दिए गए सीआरपीएफ के जवान : रामगोपाल वर्मा

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इटावा/लखनऊ (उप्र), 21 मार्च, समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख महासचिव प्रोफेसर रामगोपाल यादव ने पुलवामा हमले को लेकर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर बेहद गंभीर आरोप लगाते हुए गुरुवार को कहा कि वोट के लिए सीआरपीएफ के 40 जवानों को शहीद कर दिया गया। केंद्र में सरकार बदलने के बाद जब इसकी जांच होगी तब बड़े-बड़े लोग फंसेंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यादव के इस बयान को गैरजिम्मेदाराना करार दिया है। यादव ने होली के मौके पर इटावा में आयोजित कार्यक्रम में पुलवामा हमले का जिक्र करते हुए कहा कि वोट बढ़ाने के लिए सीआरपीएफ के जवानों को मार दिया गया। उन्होंने कहा कि अर्धसैनिक बलों के लोगों ने शिकायत की है कि हम मांग करते रहे कि हमें हवाई जहाज से भेजा जाए मगर ऐसा नहीं किया गया। सपा नेता ने कहा कि आमतौर पर हमारे जवान हवाई जहाज से जम्मू तक जाते हैं उसके बाद बख्तरबंद गाड़ियों से आगे बढ़ते हैं। यादव ने कहा कि पहली बार ऐसा हुआ जब कोई चेकिंग नहीं थी। पहली बार ऐसा हुआ जब सीआरपीएफ के जवानों को सामान्य बसों में भेजा गया और वे मारे गए। उन्होंने कहा "यह साजिश थी। जब सरकार बदलेगी और उसकी जांच होगी तो आप देखना कि बड़े-बड़े लोग इसमें फंसेंगे। हमारे नौजवानों की जानें दिलवा दी, वोट पाने के लिए।"  यादव ने कहा "आपने देखा होगा कि सैनिकों की लाश आ रही थी और भाजपा के नेता हंस रहे थे। हमारे पास तो एक वीडियो ऐसा है जिसमें मुख्यमंत्री और उनके पास बैठे लोग हंस रहे थे। यह लोग मारीच हैं। यह कब अपना रूप बदल लें कुछ नहीं कहा जा सकता।"  इस बीच, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रामगोपाल के इस बयान की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि सपा नेता कि वह टिप्पणी तुष्टिकरण की पराकाष्ठा है। इस तरह के गैर जिम्मेदाराना बयान देश के बहादुर जवानों के विश्वास को डगमगाने की साजिश है।

आडवाणी को टिकट नहीं मिलने पर कांग्रेस का तंज, मोदी जी बुजुर्गों का आदर नहीं करते

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नयी दिल्ली, 21 मार्च, भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को गांधीनगर लोकसभा सीट से इस बार टिकट नहीं दिए जाने को लेकर कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को तंज कसते हुए कहा कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुजुर्गों का आदर नहीं करते तो भला जनता के विश्वास का सम्मान क्या करेंगे। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा, 'पहले लाल कृष्ण आडवाणी को ज़बरन ‘मार्ग दर्शक’ मंडल में भेज दिया, अब उनकी संसदीय सीट भी छीन ली। जब मोदीजी बुज़ुर्गों का आदर नहीं करते, वह जनता के विश्वास का आदर कहां करेंगे? भाजपा भगाओ, देश बचाओ।'  गौरतलब है भाजपा ने बृहस्पतिवार शाम लोकसभा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की। गांधीनगर से इस बार आडवाणी की जगह भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को टिकट दिया गया है।

शत्रुघ्न ने प्रधानमंत्री मोदी के ‘मैं भी चौकीदार’ अभियान को खारिज किया

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पटना, 21 मार्च, पटना साहिब से भाजपा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के "मैं भी चौकीदार"अभियान को “खोखला” बताते हुए गुरुवार को इस अभियान में "पंच"और विषय वस्तु में कमी होने का आरोप लगाया। शत्रुघ्न ने गुरूवार को ट्वीट कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के "मैं भी चौकीदार"अभियान के बारे कहा कि श्रीमान यह महत्वपूर्ण नहीं है कि आप लाखों / सैकड़ों में संबोधित करें। महत्वपूर्ण यह है कि उनकी दुर्दशा को दूर करना, उन्हें बेहतर नियम, वेतनमान दिया जाना तथा उनकी जीवन शैली को बेहतर करना और गरिमा के साथ जीने के लिए प्रोत्साहित करना...।”  विभिन्न मुद्दों को लेकर पार्टी नेतृत्व के खिलाफ बागी तेवर अपनाए हुए शत्रुघ्न ने आगे कहा '...चूँकि आप अब भी हमारे राष्ट्र के माननीय प्रधानमंत्री हैं, मैं आपके साथ हूँ ... आपको ढेर सारा प्यार, शुभकामनाएँ और होली की शुभकामनाएँ। जय हिन्द।”

बिहार : सड़क हादसे में चार की मौत, दो अन्य घायल

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आरा, 21 मार्च, बिहार के भोजपुर जिले के कोइलवर थाना अंतर्गत कायमनगर के समीप गुरूवार दोपहर एक तेज रफ्तार स्कार्पियो के अनियंत्रित होकर सड़क किनारे एक खेत में लगे बोरिंग से टकरा जाने से गाड़ी में सवार चार लोगों की मौत हो गई जबकि दो अन्य व्यक्ति घायल हो गए । पुलिस अधीक्षक आदित्य कुमार ने बताया कि मृतकों में चांदी थाना अंतर्गत भदावर गांव निवासी प्रकाश राय, नगर थाना अंतर्गत आनन्द नगर निवासी मिक्कू उपाध्याय एवं सोनू कुमार तथा नगर थाना के मोती टोला निवासी राज कुमार शामिल हैं । उन्होंने बताया कि इस हादसे में घायल हुए दो लोगों में से एक को गंभीर स्थिति देखते हुए पटना रेफर कर दिया गया है जबकि एक अन्य का भोजपुर जिला मुख्यालय आरा स्थित सदर अस्पताल में इलाज जारी है।

मैं किसी पार्टी के लिए प्रचार नहीं करूंगा : सलमान खान

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नयी दिल्ली, 21 मार्च, बालीवुड सुपरस्टार सलमान खान ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह लोकसभा चुनावों में किसी राजनीतिक पार्टी के लिए चुनाव प्रचार नहीं करेंगे। उनका बयान मध्यप्रदेश में एक कांग्रेसी नेता के उस दावे के बाद आया जिसमें उन्होंने कहा था कि चुनाव प्रचार के लिए अभिनेता से उनकी पार्टी बात कर रही है। सलमान ने ट्वीट किया, ‘‘मैं ना तो कहीं से चुनाव लड़ने वाला हूं, ना ही किसी राजनीतिक पार्टी के लिए चुनाव प्रचार करूंगा। इस तरह की बातें केवल अफवाह है।’’ बीते मंगलवार को प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी ने कहा था कि उनकी पार्टी के नेता खान से इंदौर में चुनाव प्रचार के सिलसिले में बात कर रहे हैं और यह लगभग तय है कि वह चुनाव प्रचार करेंगे।  वहीं, मुंबई में कश्मीर मसले के बारे में बात करते हुए सलमान ने कहा कि उनका विश्वास है कि सही तरीके से शिक्षा ही संकटग्रस्त कश्मीर घाटी की समस्या को समाप्त कर सकती है। सलमान के होम प्रोडक्शन की फिल्म ‘नोटबुक’ कश्मीर पर आाधारित प्रेम कहानी है। इसमें नये चेहरे मोहनिश बहल की बेटी प्रनूतन और जहीर इकबाल नजर आयेंगे। फिल्म में दोनों ने स्कूल शिक्षक की भूमिका निभायी है। सलमान ने कहा कि हर कोई शिक्षा प्राप्त कर सकता है लेकिन सही तरीके से शिक्षा मिलना बेहद जरूरी है। सलमान ने कहा कि यदि वह डिजिटल माध्यम के लिए कोई प्रोडक्शन करते हैं तो वह इसका ध्यान रखेंगे कि परिवार इसे साथ में देख सके। 53 वर्षीय अभिनेता ने कहा कि वेब सीरीज अच्छी होती हैं लेकिन इसका साफ सुथरा होना जरूरी है। उन्हें वह बकवास पसंद नहीं है जो इस वक्त चल रही है। 

कांग्रेस ने आंध्र की तीन लोकसभा, 41 विधानसभा सीटों के लिए उम्मीदवार घोषित किये

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नयी दिल्ली, 21 मार्च, कांग्रेस ने आंध्र प्रदेश से लोकसभा की तीन और सीटों तथा विधानसभा की 41 सीटों के लिए गुरुवार को अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए जबकि चार विधानसभा सीटों पर पहले घोषित उम्मीदवारों को बदल दिया। 
पार्टी राज्य की 22 लोकसभा सीटों और विधानसभा की 132 सीटों के प्रत्याशी पहले ही घोषित कर चुकी है। पार्टी ने राज्य की तीन लोकसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा के साथ ही सभी 25 सीटों के प्रत्याशियों का एलान कर दिया। कांग्रेस ने विशाखापटनम से रामन्ना कुमार पेडाडा, विजयवाड़ा से नरहरसेट्टी नरसिम्हा राव और नांदयाल लोकसभा सीट से जे लक्ष्मी नरसिम्हा यादव को उम्मीदवार घोषित किया है। कांग्रेस की लोकसभा चुनावों के प्रत्याशियों की यह सातवीं सूची है। आंध्र प्रदेश में सभी लोकसभा और विधानसभा सीटों के लिए 11 अप्रैल को मतदान होगा। 

घर मोरे परदेसिया के लिये कड़ी मेहनत की : आलिया भट्ट

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मुंबई 21 मार्च, बॉलीवुड अभिनेत्री आलिया भट्ट का कहना है कि उन्होंने आने वाली फिल्म कलंक के गाने घर मोरे परदेसिया के लिये कड़ी मेहनत की है। आलिया भट्ट की आने वाली फिल्म ‘कलंक’ का पहला गाना ‘घर मोरे परदेसिया’ यूट्यूब पर छा गया है। दो दिन में इस गाने के 20 मिलियन व्यूज हो गए हैं। इस गाने में आलिया ने पहली बार शास्त्रीय नृत्य किया है। इस गाने को मिल रहे पॉजिटिव रिस्पॉन्स पर आलिया ने कहा कि उन्होंने इस गाने के लिए कड़ी मेहनत की है। आलिया ने कहा, ‘मैं बहुत खुश हूं कि अधिक से अधिक लोग इस गाने को देख रहे हैं। मैंने इस गाने पर बहुत मेहनत की है। मैं बहुत घबराई हुई थी और इसे करने के बाद मुझे महसूस हुआ कि लगभग 50 प्रतिशत फिल्म रिलीज हो गई है। इसलिए अब मैं फिल्म रिलीज होने पर मैं थोड़ा शांत हो सकती हूं। मैं बेचैन होने के साथ उत्साहित भी रहूंगी।’ ‘कलंक’ में आलिया भट्ट के साथ माधुरी दीक्षित नेने, संजय दत्त, वरुण धवन, सोनाक्षी सिन्हा और आदित्य रॉय कपूर लीड रोल में हैं। फिल्म 17 अप्रैल को रिलीज होगी।

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर 21 मार्च

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महिला होली मिलन समारोह आज

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विदिशा, श्रीमति पूनम भार्गव मित्र मण्डल की ओर से आज दोपहर 2.30 बजे से स्थानीय बसस्टेण्ड स्थित शहनाई गार्डन, कुन्दन काम्पलेक्स में महिलाओं का होली मिलन कार्यक्रम आयोजित किया गया है, कार्यक्रम की आयोजक श्रीमति पूनम भार्गव ने शहर की महिला शक्ति से कार्यक्रम में शामिल होने की अपील की है।






सीहोर (मध्यप्रदेश) की खबर 22 मार्च

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राजनैतिक दलों द्वारा झंडा-बैनर लगाने के संबंध में निर्वाचन आयोग के निर्देश

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भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार राजनैतिक दल के कार्यकर्ता या समर्थक अपने घर पर अपनी इच्छा से पार्टी का झण्डा, बैनर अथवा कट-आउट लगा सकेंगे। लेकिन राजनैतिक दल का कार्यकर्ता या समर्थक झंडे, बैनर या कटआउट के माध्यम से किसी प्रत्याशी विशेष या पार्टी के पक्ष में वोट मांगता है तो इसे अपराध माना जाएगा और इसके लिए उस पर कार्यवाही की जा सकेगी। साथ ही उन्हें इस बात का ध्यान रखना होगा कि यह स्थानीय कानून के दायरे में ही हो तथा इससे न्यायालयों के आदेश का उल्लंघन न होता हो। निर्वाचन आयोग ने कहा है कि राजनैतिक दल, उम्मीदवार और उसका एजेंट, कार्यकर्ता अथवा समर्थक अपनी संपत्ति या घर पर स्वेच्छा से झण्डे, बैनर लगाता है तो इसे आचार संहिता का उल्लंघन नहीं माना जाएगा। लेकिन यदि राजनैतिक दल का कार्यकर्ता या समर्थक झण्डे, बैनर या कट-आउट के माध्यम से किसी प्रत्याशी विशेष या पार्टी के पक्ष में वोट मांगता है तो इसे भारतीय दण्ड संहिता की धारा 171(एच) के तहत अपराध माना जाएगा और इसके लिए उस पर कार्यवाही की जा सकेगी। झण्डे, बैनर पर उम्मीदवार का नाम या फोटो होगा तो उसे उम्मीदवार के चुनाव खर्च में भी जोड़ा जाएगा। आयोग के मुताबिक राजनैतिक दल अथवा उम्मीदवार के कार्यकर्ता एवं समर्थकों द्वारा अपने घरों पर झण्डे-बैनर लगाने से या प्रदर्शन करने से यदि किसी व्यक्ति या जनसामान्य  को असुविधा होती है तो भी इसे भारतीय दण्ड संहिता की धारा 171(एच) का उल्लंघन माना जाएगा। निर्वाचन आयोग ने स्पष्ट किया है कि कार्यकर्ता या समर्थक अपने-अपने घर पर एक राजनैतिक दल के केवल तीन झण्डे ही लगा सकेगा। यदि कोई व्यक्ति एक से अधिक पार्टी या उम्मीदवार का झण्डा अपने घर पर लगाना चाहता है तो वह प्रत्येक पार्टी या उम्मीदवार का एक-एक झण्डा ही लगा सकेगा। उसे इस प्रकार के झण्डे स्थानीय कानूनों के दायरे में ही लगाने होंगे और इस पर होने वाले व्यय का हिसाब निर्वाचन आयोग के निर्देशों के मुताबिक रखना होगा।   ‍

ईवीएम में चुनाव चिन्ह के साथ होगी उम्मीदवारों की फोटो 

लोकसभा चुनाव में पहली बार इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों की बैलेट यूनिट पर चस्पा किये जाने वाले मतपत्रों में नाम, पार्टी का नाम और चुनाव चिन्ह के साथ उम्मीदवार का फोटो भी अंकित होगा। इसी प्रकार सर्विस वोटर्स को जारी किये जाने वाले डाक मतपत्रों पर भी उम्मीदवारों के नाम और पार्टी के नाम के साथ फोटो भी अंकित किए जाएंगे।  भारत निर्वाचन आयोग द्वारा उम्मीदवारों के नाम, पार्टी का नाम और चुनाव चिन्ह के साथ मतपत्रों में फोटो अंकित करने के ये निर्देश एक ही या मिलते जुलते नाम के दो या दो से अधिक उम्मीदवारों के चुनाव लडने के पूर्व में सामने आये प्रकरणों को दृष्टिगत रखते हुए जारी किए गए हैं। मतपत्रों पर उम्मीदवारों का फोटो उसके नाम और चुनाव चिन्ह के बीच में दो गुना ढाई सेंटीमीटर के आकार (स्टेम्प साइज) में अंकित किए जाएंगे। मतपत्रों पर फोटो अंकित करने के लिए उम्मीदवारों को अपने फोटो नाम निर्देशन पत्र के साथ ही प्रस्तुत करना होंगे। उम्मीदवारों को मतपत्रों पर अंकित करने के लिए अपने ऐसे फोटो देने होंगे जो तीन माह से अधिक पुराने न हों। उम्मीदवारों को अपने फोटो सफेद या ऑफ व्हाईट बेकग्राउण्ड में ही देने होंगे। इसके साथ ही उम्मीदवारों के फोटो बिना टोपी और बिना चश्मे के होने चाहिए। 

सामुदायिक भोज मे उपगत व्यय जुड़ेगा अभ्यर्थी के निर्वाचन व्यय में 

कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री गणेश शंकर मिश्रा ने सभी राजनैतिक दलों एवं इच्छुक अभ्यर्थियों का ध्यान सामुदायिक भोज (लंगर, भोज आदि) पर हुए व्यय अभ्यर्थिंयों के निर्वाचन व्यय के लेखे में शामिल करने संबंधी आयोग के अनुदेश मे आकृष्ट करते हुए बताया कि अनुदेश में स्पष्ट रूप से यह उल्लेख है कि यदि निर्वाचन लड़ने वाला अभ्यर्थीं निर्वाचकों से मिलने के लिए सामुदायिक भोज (किसी भी नाम से बुलाया गया है) या तो उसके द्वारा या किसी अन्य व्यक्ति के द्वारा आयोजित में भाग लेता है तो सामाजिक समारोह पर किये गये व्यय को अभ्यर्थी के निर्वाचन व्यय के रूप में माना जायेगा और उसके लेखा में जोड़ा जायेगा। उपरोक्त अनुदेश धार्मिक समुदायों द्वारा अपने संस्थानों के अंदर प्रथागत तौर पर आयोजित लंगर, भोज आदि या कोई समारोह जैसे शादी, मृत्यु आदि के लिए एक समान भोज पर लागू नहीं होता है जब यह किसी व्यक्ति( अभ्यर्थी को छोड़कर) द्वारा आयोजित किया जाता है तो ऐसे सामुदायिक भोज/लंगर/दावत/आदि पर किया गया  व्यय अभ्यर्थी के व्यय में शामिल नहीं किया जायेगा। बशर्तें कि अभ्यर्थीं उसमें सामान्य आगंतुक के रूप में भाग लेता है। निगरानी दलों एवं रिटर्निंग अधिकारियों को उक्त के संबंध मे  यह भी सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि अभ्यर्थी ने ऐसे सामुदायिक भोज आदि में कोई वित्तीय योगदान नहीं दिया हो और ऐसे सामुदायिक भोज आदि में किसी भी तरीके से राजनैतिक अभियान नहीं चलाया गया हो।

बिहार : आई.जी.एस.एस.एस.से उम्मीद है कार्यक्रमों में साझेदारी हो

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कुर्सेला।बिहार में भी आई.जी.एस.एस.एस. का कार्य संचालित है। उसने प्रभावशाली कार्य करने वाली संस्थाओं का चयन किया है। उनके सहयोग दिया जाता है। कार्यक्रमों में लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करायी गयी है। उनसे भी अंषदान लिया जाता है। जो लोगों के कार्यक्रमों को खुद का कार्यक्रम बनाने की दूरदृष्टि है। यहां तक लोग कहने लगे है कि आपलोग शानदार कार्य कर रहे हैं। इसके आलोक में कार्य जारी रखे। अभी तो यह शुरूआत ही है इसकी रिजल्ट आने लगी है। 

ग्रासरूट की समस्याओं पर विश्लेषण
आई.जी.एस.एस.एस.को गैर सरकारी संस्थाओं के द्वारा प्रेषित रिपोर्ट पर फीडबैक देने की जरूरत। संस्था द्वारा प्रेषित ई-मेल पर ध्यान देना जरूरी है। सबका विश्लेषण करके तुरंत जवाब देने की आवश्यकता है। इस और किस तरह से सुधार लाया जा सकें। सहयोगी की भूमिका में उपाय बताने की जरूरत है। सभी संस्थाओं का वाट्सऐप बना दिया जाए ताकि अप-टू-डेट कार्यकर्ता कर सके। इसमें गांवघर में होने वाले कार्यों का उल्लेख हो। अगर फोटो मिल जाए तो बेहतर ही होगा। सभी तरह के सामग्री को मिलाकर आई.जी.एस.एस.एस.मासिक न्यूज लेटर प्रकाशित कर सकता है। इसमें संस्थाओं के द्वारा किये गए कार्य शामिल किया जा सकता है। अगर कोई नवाचार कर रहा है। तो प्रमुखता से शामिल कर लेना चाहिए। इसे कार्यकर्ताओं के बीच में शेयर कर देने की जरूरत है। उम्मीद है कि इस ओर आई.जी.एस.एस.एस. कदम उठाएगा। 

आजीविका के तहत निर्मित समानों की बिक्री और मेला
किसी तरह का नवाचार कार्य सहयोगी संस्था कर सके। उसे प्रोत्साहित करने की जरूरी है। इस कार्य करवाने के लिए अलग से राशि और संसाधन आई.जी.एस.एस.एस. उपलब्ध कराए। ऐसा करने से लोगों को प्रशिक्षण और सामग्री उपलब्ध कराया जा सकता है। यह बता दें कि बचत समूह निर्माण तो हो रहा है। सरकारी कार्यक्रम से लोगों को लाभ दिलवाने में बहुत ही परेशानी उठानी पड़ती है। अगर मोमबती बनाने का ट्रेनिंग देकर संसाधन उपलब्ध करा देने से आजीविका को सुदृढ़ करने में सहायता मिलेगी। इस समय मच्छर मार अगरबती बनाया जा सकेगा। उम्मीद है कि तरह के सुझाव को अमल में लाया जा सकेगा। 

जीवन स्तर में सुधार लाने के लिए
अलग से संसाधन उपलब्ध करवाने की जरूरत है। नकद नहीं परन्तु किसी तरह के वोकेशनल ट्रेर्निंग देकर। इस तरह की सामग्री उत्पादन करके बाजार में बेचने की जानकारी ट्रेनिंग के दरम्यान ही दिया जा सकता है। जानकार लोगों से उत्पादन व बाजार के बारे में जानकारी दे सकते हैं। इसके लिए टीम गठित करना जरूरी है। इसमें आई.जी.एस.एस.एस. और सहयोगी संस्था मिलकर ऐसे कार्यक्रमों में साक्षेदारी बन सकते हैं। इनके द्वारा क्षेत्र का चयन किया जा सकता है। ऐसा करके डोनर संस्था के उद्देश्यों को पूर्ण किया जा सकता है। समाज के हाशिए पर रहने वालों का जीवन स्तर में सुधार लाने के लिए। जो आजीविका का साधन है उसमें वृद्धि करना। सरकार और गैर सरकारी संस्थाओं के पास नौकरी नहीं है। जो आसानी से दें सके। इस लिए सीमित संसधान के बल पर आजीविका को सुदृढ़ करना है। वह भूमि और गैर भूमि से प्राप्त किया जा सकता है। जरूरत मंदों को सामाजिक सुरक्षा योजना से लाभ लेना है। 

पंचायत से लेकर राष्ट्रीय स्तर पर एडवोकेसी का कार्य हो
आई.जी.एस.एस.एस.के द्वारा चयनित गैर सरकारी संस्थाओं का चयन किया गया है। ऐसी संस्थाओं का चयन किया जाता है। जो शानदार ढंग से कार्य किए हैं। जिनका ग्रामीण लोगों के बीच में जुड़ाव है। ग्रामीण लोगों के बीच में जुड़ाव होना जरूरी है। तब जाकर लोगों की समस्या को लेकर कार्य कर सकते हैं। गांव में सीबीओ बना सकेंगे। उनकी समस्याओं को लेकर लोगों की नेतृत्व में समस्याओं का समाधान करते हैं। इसके लिए नेतृत्व करने वाले अपने पैमाने से पंचायत के मुखिया और अन्य जन प्रतिनिधियों से सम्र्पक करते हैं। प्रखंड के विकास पदाधिकारी और अंचल पदाधिकारी से मिलते हैं। इसी तरह जिला स्तर के अधिकारियों मिलते हैं। इसका मतलब पंचायत, प्रखंड और जिला स्तर पर एडवोकेसी करते हैं। क्या पंचायत,प्रखंड और जिला स्तर पर ठीक तरह से एडवोकेसी हो रहा है? इस पर ध्यान देने की जरूरत है। यह कार्य आई.जी.एस.एस.एस. के अधिकारी कर सकते हैं। इनके मुद्दे आजीविका, आवासीय भूमि, खेतिहर भूमि, सामाजिक सुरक्षा, जैविक खेती, महात्मा गांधी नरेगा, पर्यावरण, शुद्धपेय जल, कुटीर उघोग, आय में वृद्धि आदि है। इसको लेकर जिला स्तर पर नेटवर्किग बनाने की जरूरत है। नेटवर्किंग को लेकर जिला स्तर पर ट्रेनिंग देने की जरूत है। 

आई.जी.एस.एस.एस एडवोकेसी करने में मार्गदर्शन करें
आई.जी.एस.एस.एस. के द्वारा पंचायत, प्रखंड, जिला, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर समस्याओं को लेकर एडवोकेसी करने में मार्गदर्शन करें। ऐसा करने से कार्य में निखार आएगा। ग्रामीण भी समझ सकेंगे पंचायत से कार्य नहीं होगा तो हमलोगों की समस्या का समाधान एडवोकेसी के माध्यम से राज्य से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक किया जा सकता है। इसके लिए जरूरी है द्वारा नेषलन और स्टेट लेबल पर एडवोकेसी टीम गठित हो। जो पंचायत, प्रखंड,जिला,राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर एडवोकेसी करने वालों का नेटवर्किंग बने। उम्मीद है कि इस साल आई.जी.एस.एस.एस.के द्वारा किया जाएगा। 

ऐसे कार्य करने में समय सीमा निर्धारित नहीं
आजादी के बाद से ही गरीबी उन्मूलन करने का प्रयास किया गया। मगर आजतक ग्रामीण  व शहरी क्षेत्रों में गरीबी दूर नहीं हो सकी। इसी लिए सीमा निर्धारित नहीं किया जा सकता है। मगर यह जरूर है कि वास्तव में लोगों का जीवन स्तर में सुधार हो व आजीविका का साधन विकसित हो। इसे बखूबी जानकार कार्यकर्ता मूल्यांकन कर सकते हैं। उनके कार्यों में सहयोग भी कर सकते हैं। 

सहयोगी संस्था और कार्यकर्ता को प्रोत्साहित करना जरूरी
आई.जी.एस.एस.एस. के द्वारा शानदार कार्य करने के एवज में सहयोगी संस्था को प्रोत्साहित करने के लिए प्रशंस्ति पत्र देने की शुरूआत करना चाहिए। इसी तरह कार्यकर्ता को भी प्रषंस्ति पत्र दें। ऐसा करने से संस्था और कार्यकर्ताओं के बीच में प्रतिस्पर्घा बढ़ेगी। इसका दुष्परिणाम न हो इस ओर ध्यान देने की जरूरत है। सभी तरह के विश्लेषण करने के बाद ही शुरूआत करने की उम्मीद है। 

बिहार : यह प्रयास किया गया है कि गांवंघर में वजन करके ही बकरी को बेचा जाए

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आपके संगठन द्वारा वर्ष में अपनाई गई विशिष्ट रणनीतियाँ
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प्रगति ग्रामीण विकास समिति के द्वारा जिला और प्रखंड स्तर के कार्यकर्ताओं का चयन किया गया। कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दिया गया। ग्रामीण दलित परिवारों के आय में वृद्धि करने की संभावना को धरातल पर लाना है। भूमि अथवा गैर भूमि साधनों से गरीबी दूर करना है। जिनके पास भूमि है उसको भूमि का समुचित उपयोग करना है। खेत में पानी मिले। जलवायु परिवर्तन, जैविक खेती को प्रोत्साहन करना। बकरी पालन, पशु पालन आदि को बेहतर स्थिति में पहुंचाना। कुल मिलाकर आय में वृद्धि करना है। इसमें कार्यपालक,न्यायपालिका,विधायिका और पत्रकारिता का सहयोग लिया गया। जिनके पास भूमि नहीं है। उसे भूमिहीन परिवार कहते हैं। भूमिहीन परिवारों का आवेदन तैयार करना। जिनके पास आवास है परन्तु पर्चा नहीं मिला है। सूचि तैयार करके अंचल कार्यालय में देना है। जिला और प्रखंड कार्यकर्ताओं ने बैठक की। इस बैठक में निर्णय लिया। एक पत्र तैयार किया। इसमें डोनर संस्था इंडो ग्लोबल सोशल सोसाइटी का नाम लिखा। इसी तरह सहयोगी संस्था प्रगति ग्रामीण विकास केंद्र का नाम लिखा गया। चयनित है कटिहार जिले के कुर्सेला और समेली प्रखंड। इन दोनों प्रखंडों का 10-10 गांवों का नाम लिखा गया। पंचायत का भी नाम लिखा। संगठन के बारे में जानकारी दी गयी। इस पत्र को प्रखंड सह अंचल कार्यालय ,कुर्सेला और समेली प्रखंड सह अंचल कार्यालय के पदाधिकारियों और कर्मचारियों को दिया। इसके बाद मनरेगा कार्यालय में कार्यक्रम पदाधिकारियों को दिया गया। पंचायत के मुखिया,उप मुखिया, वार्ड सदस्य, सरपंच, उप संरपंच, पंच, पंचायत समिति आदि को जानकारी दी गयी। आंगनबाड़ी केन्द्र की सेविका और सहायिका, जीविका, आशा, ए.एन.एम. आदि को दी गयी।

सामुदायिक आधारित संगठन पर निर्माण किया गया। टोला स्तर पर सीबीओ गठित है। सीबीओ के अध्यक्ष, सचिव और कोषाध्यक्ष का चयन किया गया। कुर्सेला प्रखंड स्तर पर प्रखंड स्तरीय सीबीओ बनाया गया है। इसी तरह समेली प्रखंड में भी निर्माण किया गया है। सीबीओ की बैठक में प्राप्त समस्याओं को लिखा जाता है। सूचना का अधिकार का उपयोग। बिहार लोक सेवाओं का अधिकार कानून का उपयोग। लोक षिकायत निवारण अधिकार का प्रयोग किया गया। विभिन्न जन और सामूहिक समस्याओं को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार,उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी,कटिहार के डीएम पुनम आदि के पास मेल भेजा गया। इनलोगों के द्वारा लिए गए संज्ञान को फोटो और समाचार पत्रों के माध्यम से प्रस्तुत किया गया। आंगनबाड़ी, आजीविका, आवासीय भूमिहीन,दाखिल खारिज, भूदान भूमि आदि के ऊपर प्रेषित दस्तावेजों को प्रिंट कर दस्तावेज तैयार है। कोई 40 सचित्र दस्तावेज बना है। इसके उपरांत लिपिबद्ध समस्याओं को मुख्यमंत्री,उप मुख्यमंत्री के साथ अन्य लोगों के पास ई-मेल किया जाता है। उनके द्वारा संबंधित कार्यालय को प्रेषित किया जाता है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कार्यालय से कटिहार के जिलाधिकारी के पास मेल भेजने के बाद डीएम ने मसला को अनुमंडलीय लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी को प्रेषित कर दी। दिव्यांग अशोक ऋषि  बकिया पश्चिमी मुसहरी में रहते हैं। यह मुसहरी डूमर ग्राम पंचायत में है। बिहार भूदान यज्ञ कमिटी द्वारा अशोक ऋषि को 20 डिसमिल जमीन 31.7.1985 को मिला। यह जमीन महाराज दरभंगा ने भूदान कर दिया है। इस जमीन का मोजा नं.405,खेसरा नं.451ध्422 है। बिहार सरकार,दक्षिण गोपाल मंडल, पूरब नदी, पश्चिम खे.450 एकड़ 0 डिसमिल 20 डिसमिल, जमीन धनहर दो में पड़ता है। संपूर्ण पता बकिया डीह,थाना नं.259,परगना धरमपुर, रेवेन्यू थाना कोढ़ा,पुलिस स्टेशन फलका,रजिस्ट्री कटिहार और जिला कटिहार है। सी.एम.कार्यालय से मेल डी.एम. कटिहार को आया। तब डी.एम.कार्यालय ने मामले को अनुमंडलीय लोक शिकायत निवारण कार्यालय में भेज दिया गया। 30 अगस्त को सुनवाई था। हाकिम नहीं पहुंचे तो 19.09.2018 को तारीख दी गयी। अनुमंडलीय लोक शिकायत  निवारण कार्यालय से जारी परिवाद संख्या 99998012507180 3883 के निवारण पदाधिकारी हैं राजेश कुमार सिंह।

समेली प्रखंड के डूमर पंचायत में स्थित जगह में कारू मंडल के  दिव्यांग पुत्र बुलु मंडल रहते हैं। इस बीच राजस्व प्रशाखा में पदस्थापित है अपर समाहर्ता कमलेश कुमार सिंह।पत्रांकरू(संचिका सं0 11-03/17)कटिहार समाहरणालय जारी सरकारी आदेश अंचल पदाधिकारी,समेली को प्रेषित है। इसका विषय है कि श्री बुलु मंडल को भूदान से प्राप्त भूमि पर दखल दिलवाने एवं नामांतरण कर लगान रसीद निर्गत करने के संबंध में है।उपर्युक्त विषयक ई-मेल से प्राप्त आवेदन मूल में स्वयं जांचोपरांत नियमानुसार आवश्यक कार्रवाई हेतु प्रेषित किया जाता है। इस संबंध में अध्यक्ष,विघटित भूदान यज्ञ समिति,पटना के पत्रांक 749 दिनांक 11.12.2017 मूल में संलग्न करते हुए इस कार्यालय के पत्रांक 1463ध्रा0 दिनांक 26.12.2017 द्वारा नियमानुसार आवश्यक कार्रवाई हेतु निदेशित किया गया था, कृत कार्रवाई का प्रतिवेदन का अघतन अप्राप्त है। निदेशित किया जाता है कि कृत कार्रवाई से संबंधित प्रतिवेदन अधोहस्ताक्षरी का उपलब्ध कराते हुए सूचना आवेदक को भी उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।ज्ञापांक1107ध्रा0 दिनांकः26.10.18। प्रतिलिपि श्री बुलु मंडल,डूमर,वार्ड नं06 अंचल समेली को सूचनार्थ प्रेषित। कुर्सेला प्रखंड में है दक्षिणी मुरादपुर ग्राम पंचायत। गंगा नदी से विस्थापित महादलित तीनघरिया में रहते हैं। यहां पर कुल 45 विस्थापित महादलितों को पुनर्वासित किया गया। इनको सीमांकन कर भूमि दी गयी। बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी को ई-मेल किया गया। उनके द्वारा तिनघरिया की समस्या को बिहार लोक शिकायत निवारण अधिकार अधिनियम के तहत विभागीय लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी का कार्यालय, राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के अनन्य पंजीयन संख्या 999937908011900328 है।

सूचना के अधिकार के बाद कार्रवाई
डूमर पंचायत के वार्ड नम्बर-12 के वार्ड सदस्य बहादुर ऋषि कहते हैं कि हम महादलितों को जमीन मालिक ने जमीन की मिट्टी काटकर मिट्टी बेचने के बाद जमीन बिक्र की थी। महादलितों का आरोप है कि जमीन की रजिस्ट्री करते समय जमीन नहीं दिखायी गयी। अंचल पदाधिकारी को ऊंची स्तर की जमीन दिखाकर नीचली सतह की जमीन दी गयी। अब माथा पकड़कर महादलित कहते हैं कि उक्त जमीन पर मिट्टी भरवाते-भरवाते मर जाएंगे। तब भी मिट्टी नहीं भरवा पाएंगे। सरकार महात्मा गांधी नरेगा से मिट्टी भरवाकर प्रधानमंत्री आवास योजना से मकान बनवा दें। सामाजिक सुरक्षा पेंषन,बचत समूह, दिव्यांगों की समस्या हल करवाने, पेयजल की समस्या दूर करना आदि पर रणनीति बनायी गयी। किसी तरह से ग्रामीणों के आय में वृद्धि और भूमिहीनता की समस्या दूर करना ही है। यह प्रयास किया गया है कि गांवंघर में वजन करके ही बकरी को बेचा जाए। कई बार सीबीओ बैठक में बकरी को तराजू से तौलकर बेचने पर बल दिया गया। इसका दुष्परिणाम पर भी ध्यान दिया गया। उसको नकारकर आय में वृद्धि करने के लिए इसे लागू करवाने को प्रयासरत हैं।

"चुनावी घोषणा"भाजपा ने किया अपने प्रत्याशियों का नाम जारी

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अरुण कुमार (आर्यावर्त) लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बीजेपी ने अपने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है। केन्द्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने आज गुरुवार की शाम जेपी मुख्यालय में 182 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। बताया जा रहा है कि बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की केंद्रीय चुनाव समिति की अहम बैठक में ही मैराथन मंथन के बाद उम्मीदवारों के नाम पर मुहर लग गई थी।जे पी नड्डा द्वारा घोषित बीजेपी की पहली लिस्ट में 182 उम्मीदवारों का नाम शामिल किया गया है। जिसमें से उत्तर प्रदेश के 30 सीटों को ऐलान किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी से एक बार फिर चुनाव मैदान हैं। जबकि केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी इस बार फिर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के गढ़ अमेटी से मैदान में हैं। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह लखनऊ से अपनी पिछली सीट से एक बार फिर चुनाव लड़ रहे हैं।बागपत से सतपाल सिंह गठबंधन के संयुक्त प्रत्याशी जयंत चौधरी को चुनौती देंगे। वहीं जनरल वी के सिंह गाजियाबाद से चुनाव लड़ेंगे। सिने अभिनेत्री हेमा मालिनी अपनी पुरानी सीट मथुरा से चुनाव लड़ेंगी। डॉ०महेश शर्मा गौतम बुद्ध् नगर से चुनाव मैदान में हैं।यूपी से मौजूदा 6 सांसदों का टिकट कटा है। इसमें सबसे बड़ा नाम पूर्व केंद्रीय मंत्री रमाशंकर कठेरिया और केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णा राज हैं। इसके अलावा संभल से सत्यपाल सैनी की जगह परमेश्वरलाल सैनी, फतेहपुर सीकरी से बाबूलाल की जगह राजकुमार चाहर, हरदोई से अंशुल की जगह जयप्रकाश रावत मिश्रिख से अंजुबाला की जगह अशोक रावत को प्रत्याशी बनाया गया है।वहीं जेपी नड्डा ने बताया कि  बिहार से जिन नामों पर मुहर लगी है, उसकी लिस्ट बिहार प्रभारी को भेज दी गई है।

बिहार : वेटिंग लिस्ट वाले यात्रियों के लिए लगेगी अतिरिक्त कोच

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अरुण कुमार (आर्यावर्त) रेलवे अपने यात्रियों की सुविधा के लिए एक और बड़ा कदम उठाने जा रही है। इसके लिए पूर्वोत्तर रेलवे ने वेटिंग लिस्ट के यात्रियों की सुविधा के लिए विभिन्न एक्सप्रेस गाड़ियों में अतिरिक्त कोच लगाने का निर्णय लिया है। पूर्वोत्तर रेलवे के प्रवक्ता ने बताया कि गाड़ी संख्या 15008 लखनऊ जंक्शन वाराणसी सिटी कृषक एक्सप्रेस में 22 मार्च को लखनऊ से ,15007 वाराणसी सिटी-लखनऊ जं.कृषक एक्सप्रेस में 23 मार्च को वाराणसी सिटी से, 15053 छपरा-लखनऊ जं. एक्सप्रेस में 23 मार्च को छपरा से,15054 लखनऊ जं.छपरा एक्सप्रेस में 24 मार्च को लखनऊ जं. से,15065 गोरखपुर-पनवेल एक्सप्रेस में 21 एवं 22 मार्च को गोरखपुर से,15066 पनवेल-गोरखपुर एक्सप्रेस में 22 एवं 23 मार्च को पनवेल से ,15004 गोरखपुर-कानपुर अनवरगंज चौरीचौरा एक्सप्रेस में 23 मार्च को गोरखपुर से ,15003 कानपुर अनवरगंज-गोरखपुर चौरीचौरा एक्सप्रेस में 24 मार्च को कानपुर अनवरगंज से, 15205 लखनऊ जं.-जबलपुर एक्सप्रेस में 20 से 23 मार्च तक लखनऊ जं. से,15206 जबलपुर-लखनऊ जं. एक्सप्रेस में 21 से 24 मार्च तक जबलपुर से,15018 गोरखपुर-लोकमान्य तिलक टर्मिनस एक्सप्रेस में 22 एवं 23 मार्च को गोरखपुर से, 15017 लोकमान्य तिलक टर्मिनस-गोरखपुर एक्सप्रेस में 24 एवं 25 मार्च को लोकमान्य तिलक टर्मिनस से,15115 छपरा-दिल्ली एक्सप्रेस में 23 मार्च को छपरा से, 15116 दिल्ली-छपरा एक्सप्रेस में 24 मार्च को दिल्ली से, 15048 गोरखपुर-कोलकाता एक्सप्रेस में 22 मार्च को गोरखपुर से,15047 कोलकाता-गोरखपुर एक्सप्रेस में 23 मार्च को कोलकाता से,15050 गोरखपुर-कोलकाता एक्सप्रेस में 23 मार्च को गोरखपुर से ट्रेन संख्या 15049 कोलकाता-गोरखपुर एक्सप्रेस में 24 मार्च को कोलकाता से -शयनयान श्रेणी का एक-एक अतिरिक्त कोच लगाया जाएगा। अतिरिक्त कोचों की फीडिंग की व्यवस्था तत्काल कर दी गई है, जिससे यात्रियों को इसका तत्काल लाभ मिल सके। इन अतिरिक्त कोचों के सिस्टम पर आते ही गाड़ी के प्रस्थान समय से काफी पहले ही वेटिंग लिस्ट कम होगी या आरक्षण कन्फर्म हो जाएगा। इस व्यवस्था से यात्रियों को सहूलियत के साथ-साथ दलालों पर भी अंकुश लगाने में रेल प्रशासन को सफलता मिली है।

बिहार : एक पत्रकार पर बरपा शराब माफियाओं का कहर, मुहल्ले वासी ने किया जमकर मुकाबला

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अरुण कुमार (आर्यावर्त) राजधानी पटना :- होली के मौके पर पुलिस और प्रशासन की ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम की बात की गई थी,लेकिन शराब माफियाओं ने उनके इस दावे को खुलेआम धज्जिया उड़ाई। जिले के दूर-दराज की बातों को छोड़ दें, राजधानी में ही शराब माफियाओं ने एक पत्रकार के घर पर महला बोल दिया। गनीमत यह रही कि मुहल्ले वाले एकजुट होकर उनका मुकाबला किया और पत्रकार की जान बच गई। हालांकि घटना में दर्जनभर लोग गंभीर रुप से घायल हो गये। घटना के संबंध में बताया गया है कि आलमगंज थाना क्षेत्र के विस्कोमान कॉलनी में गुरुवार को होली के दिन एक दैनिक अखबार के पत्रकार के घर पर शराब माफियाओं ने हमला बोल दिया। बताया जा रहा है कि घर के लोग होली मनाने में व्यस्त थे। उसी दौरान 30-40 की संख्या में आए शराब माफियाओं ने घर में घुसकर मारपीट करना शुरु कर दी। इधर घटना की जानकारी मिलते ही मुहल्लेवासी एकजुट हो गए और मिलकर उनका मुकाबला किया। दोनों ओर से जमकर मारपीट और ईट-पत्थर चले। घटना में दर्जन भर लोग घायल भी हुए हैं।घटना के पीछे का कारण कुछ यूँ बताया जा रहा है कि सोमवार को कॉलोनी के ही एक घर में उत्पाद विभाग ने छापेमारी कर भारी मात्रा में शराब बरामद की थी। घर रिटायर प्रोफेसर कुलदीप यादव का है। इस घर को सील भी कर दिया गया है। शराब माफियाओं को शक था कि छापेमारी में पत्रकार और कॉलोनी के कुछ लोगों का हाथ  है।मारपीट में दर्जनों लोग गंभीर रुप से घायल हो गये। वहीं कॉलोनी के लोगों का आरोप है कि घटना की सूचना उन्होंने तुरंत थाने के साथ ही एसएसपी व अन्य अधिकारियों को दी गई, लेकिन पुलिस घटना के तकरीबन दो घंटे बाद मौके पर पहुंची।  घटना के बाद से इलाके में दहशत और भय का माहौल व्याप्त है। कॉलोनी वालों को डर है कि शराब माफिया कहीं फिर हमला कर सकते है। सरकार और सरकारी तंत्र नाकाम शराबबंदी को कर न सका सफल,बल्कि अब तो और भी शराब माफियाओं की कमाई में इज़ाफ़ा हो गया है।धन्धा पहले से बेहतर चल भी रही है।हाँ चलाने का थोड़ा अंदाज़ बदल गया है बस।बाकीं सब पूर्ववत ही तो है।रही पुलिसप्रशासन का डर तो भाई जब खुद पुलिसवाले ही दारू पीकर नौटंकी करते हैं तो उनसे कोई क्यों डरे, पहले कोई खुद की गिरेवां में झाँक कर देखे फिर कहीं और नज़र डाले तो कुछ बात बन सकती है,अन्यथा बात वहीं की वहीं धाक के तीन पात बाली।
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