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समाज में बढ़ रही है असहिष्णुता : सुप्रीम कोर्ट

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नयी दिल्ली, 11 अप्रैल, उच्चतम न्यायालय ने बृहस्पतिवार को कहा कि कला का उद्देश्य ‘‘प्रश्न करना और चिढ़ाना’’ होता है लेकिन समाज में असहिष्णुता बढ़ रही है और संगठित समूह अभिव्यक्ति की आजादी के अधिकार पर गंभीर खतरा पैदा करते हैं। शीर्ष अदालत ने ये टिप्पणियां एक फैसले में कीं जिसमें पश्चिम बंगाल में व्यंग्यात्मक फिल्म ‘भविष्योत्तर भूत’ के प्रदर्शन को अनुमति नहीं देने को लेकर ममता बनर्जी सरकार पर 20 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है। अदालत ने कहा कि अधिकारियों ने अपनी शक्तियों का स्पष्ट रूप से दुरुपयोग किया। अदालत ने रेखांकित किया कि राज्य लोगों को ‘‘आजादी नहीं देता’’ बल्कि वे (अधिकार) ‘‘हमारे अस्तित्व से’’ जुड़े हुए हैं। न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति हेमंत गुप्ता की पीठ ने कहा, ‘‘समकालीन घटनाओं से पता चलता है कि असहिष्णुता बढ़ रही है, समाज में अन्य लोगों के अपना नजरिया स्वतंत्र रूप से रखने तथा इन्हें प्रिंट, सिनेमाघर या सेल्युलॉयड मीडिया में पेश करने के अधिकार को स्वीकार नहीं करना असहिष्णुता है। संगठित समूह अभिव्यक्ति की आजादी के अधिकार के अस्तित्व पर गंभीर खतरा पैदा करते हैं।’’  पीठ ने कहा कि कला का असली उद्देश्य प्रश्न करना तथा चिढ़ाना है।

तमिलनाडु में 127.66 करोड़ रूपये नकद जब्त

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चेन्नई, 11 अप्रैल, तमिलनाडु के मुख्य निर्वाचन अधिकारी सत्यब्रत साहू ने बृहस्पतिवार को कहा कि राज्य में अबतक उड़न दस्तों और अचल निगरानी दलों ने 127.66 करोड़ रूपये नकद जब्त किया है। उन्होंने बताया कि 989 किलोग्राम सोना और 594 किलोग्राम चांदी समेत 284 करोड़ रूपये का बहुमूल्य धातुएं भी जब्त की गयी हैं। उन्होंने यहां संवाददाता सम्मेलन में बताया कि 127 करोड़ रूपये से अधिक के नकद में 62.24 करोड़ रूपये उनके मालिकों को उचित दस्तावेज दिखाने के बाद वापस दे दिये गये।  उन्होंने बताया कि आयकर अधिकारियों ने भी अलग से अबतक 37.78 करोड़ रूपये जब्त किया है। तमिलनाडु में 5,98,69,758 मतदाता हैं। राज्य में 39 संसदीय सीट हैं। राज्य में 18 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव भी है।

बिहार में सबसे कम और पश्चिम बंगाल में सर्वाधिक मतदान

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पहले चरण में लगभग शांतिपूर्ण रहा मतदान, 
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नयी दिल्ली, 11 अप्रैल,लोकस भा चुनाव के पहले चरण के लिये बृहस्पतिवार को 20 राज्यों की 91 सीटों के लिये मतदान लगभग शांति पूर्ण रहा। शाम पांच बजे तक के आंकड़ों के अनुसार सबसे हुआकम बिहार में 50 प्रतिशत और पश्चिम बंगाल में 81 प्रतिशत मतदान ।  उप चुनाव आयुक्त उमेश सिंहा ने संवाददाता सम्मेलन में बताया कि पहले चरण के चुनाव में मतदान का स्तर सामान्य रहा। सिंहा ने कहा कि अंतिम आंकड़े आने तक यह स्तर पिछले चुनाव की तुलना में लगभग बराबर ही होगा। उन्होंने कहा कि सभी 20 राज्यों की मतदान वाली सीटों पर सामान्य रूप से शांतिपूर्ण मतदान रहा। कुछ इलाकों में हिसा और बाधा पहुंचाने की शिकायतें जरूर मिली जिन्हें तत्काल दूर कर दिया गया।  उन्होंने बताया कि पहले चरण में 91 सीटों पर कुल 1239 उम्मीदवार चुनाव मैदान में है। इनमें जिन राज्यों की सभी लोकसभा सीटों पर मतदान हुआ उनमें आंध्र प्रदेश की 25 सीटों पर शाम पांच बजे तक 66 प्रतिशत और तेलंगाना की 17 सीटों पर 60 प्रतिशत मतदान हुआ। जबकि संयुक्त आंध्र प्रदेश में 2014 के चुनाव में 76.64 प्रतिशत मतदान हुआ था। इसके अलावा उत्तराखंड की पांच सीटों पर 57.85 प्रतिशत मतदान हुआ। राज्य में 2014 में 62.15 प्रतिशत मतदान हुआ था। अरुणाचल प्रदेश की दो सीटों पर 66 प्रतिशत मतदान रहा। राज्य में 2014 में मतदान का स्तर 80 प्रतिशत था। मेघालय की दो सीटों पर शाम छह बजे तक 67.1 प्रतिशत हुआ और पिछली बार 68 प्रतिशत मतदान हुआ था। 

पहले चरण के मतदान वाले अन्य प्रमुख राज्यों में उत्तर प्रदेश की आठ सीटों पर शाम पांच बजे तक 63.69 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। छत्तीसगढ़ की बस्तर सीट पर 56 प्रतिशत मतदान हुआ। पिछले चुनाव में इस सीट पर 69.39 प्रतिशत मतदान हुआ था।  सिंहा ने बताया कि बस्तर इलाके में दंतेवाड़ा और नारायणपुर क्षेत्र में हिंसा और मतदान में बाधा पहुंचाने की कोशिश की गयीं लेकिन सुरक्षा बलों ने इन्हें नाकाम कर दिया। उन्होंने बताया दंतेवाड़ा के श्यामगिरि मतदान केन्द्र पर 77.7 प्रतिशत मतआन हुआ। इस इलाके में ही मंगलवार को नक्सली हमले में स्थानीय विधायक सहित पांच लोगों की मौत हो गयी थी।  इसके अलावा जम्मू कश्मीर की दो सीटों बारामूला और जम्मू पर मतदान शांतिपूर्ण रहा। जम्मू सीट पर 72.16 प्रतिशत और बारामूला पर 35.01 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया।  पहले चरण में महाराष्ट्र की सात लोकसभा सीटों पर शाम पांच बजे तक 56 प्रतिशत मतदान हुआ। राज्य में गढ़चिरौली सीट पर चार मतदान केन्द्रों पर मतदानकर्मियों के नहीं पहुंच पाने के कारण मतदान स्थगित करना पड़ा। 

इसके अलावा उड़ीसा की चार लोकसभा सीटों पर शाम पांच बजे 68 प्रतिशत मतदान हुआ। सिंहा ने बताया कि इन सभी सीटों पर मतदान के अंतिम आंकड़े अभी आने बाकी हैं। इसके बाद ही इन सीटों पर पिछले चुनाव की तुलना में मतदान के स्तर का आकलन किया जा सकेगा।  सिंहा ने कहा कि एक एक सीट वाले राज्य मिजोरम में 60 प्रतिशत (2014 में 61.95प्रतिशत), नगालैंड में 78 प्रतिशत (2014 में 87.91 प्रतिशत), सिक्किम 69 प्रतिशत (2014 में 83.64प्रतिशत) और लक्षदीप में 66 प्रतिशत (2014 में 86 प्रतिशत) मतदान रहा। उल्लेखनीय है कि इन सभी राज्यों में पिछले चुनाव की तुलना में मतदान का स्तर कम रहा। ईवीएम में गड़बड़ी के बारे में उन्होंने बताया कि सभी 91 सीटों पर मतदान के दौरान तकनीकी बाधाओं के कारण 1.7 प्रतिशत ईवीएम मशीनों को बदलना पड़ा। जबकि 1.04 प्रतिशत कंट्रोल यूनिट और 1.61 प्रतिशत वीवीपेट मशीनें बदली गयीं। 

उन्होंने कहा कि मतदान के दौरान गड़बड़ी से जुड़ी विभिन्न राजनीतिक दलों की शिकायतों की आयोग शुक्रवार को दिन में 11 बजे समीक्षा करेगा। इस दौरान राजनीतिक दलों को अपना पक्ष रखने का मौका दिया जायेगा।  सिंहा ने कहा कि मतदान के दौरान ईवीएम को क्षतिग्रस्त करने के कुल 15 मामले सामने आये। इनमें छह आंध्र प्रदेश और एक एक बिहार एवं पश्चिम बंगाल में रहा। इनमें आयोग ने कानूनी कार्रवाई की है। 

असांजे गिरफ्तार, जमानत शर्तों के उल्लंघन का पाया दोषी

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लंदन, 11 अप्रैल, ब्रिटेन की एक अदालत ने बृहस्पतिवार को विकिलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे को अपनी जमानत शर्तों का उल्लंघन किये जाने का दोषी पाया। असांजे को सात वर्षों के बाद लंदन स्थित इक्वाडोर दूतावास से गिरफ्तार कर लिया गया। दक्षिण अमेरिकी देश ने असांजे को दी गई शरण को वापस ले लिया जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। इक्वाडोर के राष्ट्रपति ने कहा कि उन्हें ऐसे किसी देश में प्रत्यर्पित नहीं किया जाएगा जहां उन्हें यातना या मौत की सजा का सामना करना पड़ेगा। डिस्ट्रिक्ट जज माइकल सनो ने असांजे को जमानत शर्तों का उल्लंघन करने का दोषी पाया और उन्हें प्रत्यर्पण सुनवाई के लिए दो मई को वीडियोलिंक के जरिये पेश होने का आदेश दिया। ब्रिटिश प्रधानमंत्री टेरेसा मे ने असांजे को गिरफ्तार किये जाने की संसद में पुष्टि की और इसे ‘‘कानूनी मामला’’ बताया क्योंकि असांजे को अब ‘‘कंप्यूटर अपराधों से संबंधित आरोपों’’ में अमेरिका के प्रत्यर्पण की कार्रवाई का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने एक बयान में कहा, ‘‘उन्हें अमेरिका के अधिकारियों के प्रत्यर्पण अनुरोध के संबंध में भी गिरफ्तार किया गया है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इससे पता चलता है कि ब्रिटेन में कानून से ऊपर कोई नहीं है।’’  आस्ट्रेलिया में जन्मे 47 वर्षीय असांजे लगभग सात वर्षों तक लंदन स्थित इक्वाडोर दूतावास में रहे।

मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने एक बयान में कहा, ‘‘उन्हें (असांजे) मध्य लंदन के पुलिस थाने में हिरासत में लिया गया है। वेस्टमिन्सटर मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किये जाने से पहले उन्हें इसी थाने में रखा जायेगा।’’  इसी अदालत द्वारा 29 जून, 2012 को जारी किये गए वारंट पर आत्मसमर्पण करने में विफल रहने के बाद असांजे को गिरफ्तार किया गया है। ब्रिटिश सरकार ने गिरफ्तारी का स्वागत किया है और इसे ब्रिटेन और इक्वाडोर के बीच ‘‘व्यापक वार्ता’’ का परिणाम बताया है। ब्रिटेन के गृह मंत्री साजिद जावेद ने ट्विटर पर जारी एक बयान में कहा, ‘‘लगभग सात वर्षों के बाद इक्वाडोर दूतावास में गये, मैं पुष्टि कर सकता हूं कि असांजे अब पुलिस हिरासत में है और अब उसे ब्रिटेन में मुकदमे का सामना करना होगा। मैं इक्वाडोर को उनके सहयोग के लिए धन्यवाद देता हूं। कानून से ऊपर कोई नहीं है।’’  ब्रिटेन के विदेश मंत्री जेरेमी हंट ने अपने बयान में कहा कि असांजे ‘‘हीरो’’ नहीं है क्योंकि वह कई वर्षों तक सच्चाई से छिपता रहा। इक्वाडोर के राष्ट्रपति लेनिन मोरेनो ने कहा कि देश ने असांजे को दी गई शरण को वापस ले लिया है।

मोरेनो ने कहा, ‘‘एक संप्रभु फैसले में इक्वाडोर ने अंतरराष्ट्रीय संधियों और दैनिक जीवन प्रोटोकॉल के बार-बार उल्लंघन के बाद जूलियन असांजे को दी गई शरण वापस ले ली।’’  47 वर्षीय असांजे पर आरोप है कि उन्होंने अमेरिका से संबंधित गोपनीय दस्तावेजों को सार्वजनिक किया था। यौन उत्पीड़न और बलात्कार के आरोपों में स्वीडिश अधिकारी उनसे पूछताछ करना चाहते थे जिसके बाद असांजे ने दूतावास में शरण मांगी थी। इस बीच, एएफपी की खबर के अनुसान विकिलीक्स ने इक्वाडोर पर उसके सह संस्थापक जूलियन असांजे को दी गई शरण को ‘‘अवैध रूप’’ से वापस लेने का बृहस्पतिवार को आरोप लगाया और कहा कि लंदन में इक्वाडोर के राजदूत ने उन्हें गिरफ्तार करने के लिए ब्रिटिश पुलिस को आमंत्रित किया था। विकिलीक्स ने ट्विटर पर कहा, ‘‘इक्वाडोर ने अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन करते हुए अवैध रूप से असांजे को दी गई राजनीतिक शरण को खत्म कर दिया।’’  उन्होंने कहा,‘‘ ब्रिटिश पुलिस को दूतावास में बुलाया गया और उन्हें तत्काल गिरफ्तार कर लिया गया।’’ इक्वाडोर के राष्ट्रपति मोरेनो ने कहा कि असांजे को मौत की सजा के प्रावधान वाले देश में प्रत्यर्पित नहीं किया जायेगा।  उन्होंने कहा कि असांजे को ऐसी किसी भी देश में प्रत्यर्पित नहीं किया जायेगा जहां उसे ‘‘यातना या मौत की सजा का सामना करना पड़े।’’ 

मोरेनो ने सोशल मीडिया पर जारी एक वीडियो संदेश में कहा, ‘‘मैंने ग्रेट ब्रिटेन से इस बात की गारंटी मांगी है कि असांजे को किसी भी ऐसे देश में प्रत्यर्पित नहीं किया जाएगा जहां उन्हें यातना या मौत की सजा दी जा सकती है।’’  उन्होंने कहा, ‘‘ब्रिटिश सरकार ने लिखित में इसकी पुष्टि की है’’ कि वे इस बात को पूरा करेंगे। वर्ष 2010 में असांजे पर बलात्कार का आरोप लगाने वाली एक स्वीडिश महिला की वकील ने कहा कि वह और उनकी मुवक्किल स्वीडिश अभियोजकों से जांच को फिर किये जाने के लिए कहेंगे। यह जांच 2017 में बंद कर दी गई थी। रूस ने असांजे को ब्रिटेन में गिरफ्तार किये जाने की निंदा करते हुए इस कदम को लोकतांत्रिक स्वतंत्रता के खिलाफ एक कदम बताया और ब्रिटेन से उनके अधिकारों का सम्मान किये जाने का आह्वान किया। भगोड़े अमेरिकी व्हिसलब्लोअर एडवर्ड स्नोडेन ने असांजे को गिरफ्तार किये जाने की निंदा करते हुए इसे ‘‘प्रेस की स्वतंत्रता के लिए एक काला दिन’’बताया है। अमेरिकी सरकार की व्यापक सर्विलांस गतिविधियों के बारे में मीडिया को हजारों दस्तावेजों के लीक होने के बाद 2013 में स्नोडेन रूस भाग गये थे। असांजे को गिरफ्तार किये जाने की अनुमति देने के निर्णय के बाद इक्वाडोर के पूर्व नेता राफेल कोरेया ने मौजूदा राष्ट्रपति लेनिन मोरेनो को एक विश्वासघाती बताया।

अभिनय रगाें में बसा है : हेली शाह

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लखनऊ 11 अप्रैल, चंद साल पहले लोकप्रिय टीवी धारावाहिक स्वरागिनी में अहम भूमिका निभाकर रातोंरात मशहूर होने वाली अभिनेत्री हेली शाह का कहना है कि अभिनय उनकी रगाें में बसा है और चुनौतीपूर्ण किरदार को जीवंत करना उन्हे खूब भाता है। अपने नये धारावाहिक ‘सूफियाना प्यार मेरा’ के प्रमोशन के सिलसिले में नवाबनगरी आयी हेली ने गुरूवार को कहा “ यह सच है कि स्वरागिनी ने मुझे शोहरत दी लेकिन हर कलाकार की तरह मुझे नये और चुनौतीपूर्ण किरदार निभाना अच्छा लगता है। मुझे भरोसा है कि स्टार भारत चैनल पर प्रसारित होने वाला यह धारावाहिक मुझे नयी पहचान दिलायेगा। इस सीरियल में मैं प्रगतिशील विचारों वाली सल्तनत नाम की लडकी की भूमिका निभा रही हूं जो अपने उसूलों को प्यार से ज्यादा महत्व देती है। उम्मीद है दर्शक मेरे किरदार को पसंद करेंगे। ” इस अवसर पर टीवी एक्टर राजवीर सिंह ने कहा कि उन्हे ज्यादा बोलना पसंद नहीं है। यह एक स्वभाव है जिसे आप नहीं बदल सकते। उन्होने कहा कि शराब समेत अन्य नशों से वह बहुत दूर रहते हैं और अपने काम का भरपूर मजा लेने में विश्वास करते हैं। उन्होने कहा कि आगामी टीवी सीरियल में वह जिद्दी जारून के किरदार में है। शो की शुरुआत बेहद आकर्षक दृश्य से होती है, जो शादी की रस्मों के दौरान महिलाओं के इनकार और इकरार के अधिकार को दर्शाता है।

नमो टीवी पर राजनीतिक कंटेट का इस्तेमाल न हो : चुनाव आयोग

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नयी दिल्ली 11 अप्रैल, चुनाव आयोग ने नमो टीवी पर राजनीतिक कंटेट के इस्तेमाल पर रोक लगाने के निर्देश दिए हैं। आयोग ने गुरुवार को दिल्ली के मुख्य चुनाव अधिकारी को पत्र लिख कर यह निर्देश दिए। आयोग ने अपने पत्र में कहा है कि चुनाव के दौरान आदर्श चुनाव आचार संहिता के तहत किसी इलेक्ट्रॉनिक माध्यम पर बिना चुनाव मीडिया निगरानी समिति की अनुमति के राजनीतिक प्रचार से संबंधित कंटेट का प्रसारण नहीं किया जा सकता। आयोग ने कहा है कि नमो टी वी एक इलेक्ट्रॉनिक प्लेटफार्म है जो डीटीएच से जुड़ा है और एक राजनीतिक दल द्वारा वित्तपोषित है इसलिए इस पर पेश किए जाने वाले कंटेट आदर्श चुनाव आचार संहिता और उच्चतम न्यायालय के फैसले के दायरे में आता है इसलिए उसे ऐसे कंटेट प्रसारित करने की अनुमति नहीं दी जा सकती , इसलिए इस संबंध में कार्रवाई कर इसकी रिपोर्ट आयोग को दी जाए। 

पहले चरण में पश्चिम बंगाल और त्रिपुरा में सबसे अधिक 81 फीसदी मतदान

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नयी दिल्ली 11 अप्रैल, लोकसभा चुनाव के पहले चरण में हिंसा और संघर्ष की कुछ छिट पुट घटनाओं को छोडकर आज कुल मिलाकर शांतिपूर्ण मतदान हुआ और त्रिपुरा में सबसे अधिक 81.8 फीसदी तथा पश्चिम बंगाल में 81 फीसदी मत डाले गये। पहले चरण के चुनाव में अब तक आचार संहिता उल्लंघन के 570 मामले सामने आये और कुल 15 ईवीएम मशीनों को क्षतिग्रस्त करने की घटनायें सामने आयी है। इन मामलों में कानूनी कार्रवाई की जाएगी। आन्ध्र प्रदेश में 6, अरूणाचल प्रदेश में 5 , बिहार में 1 , मणिपुर में 1 और पश्चिम बंगाल में 1 इलेक्ट्राेनिक वोटिंग मशीन को क्षतिग्रस्त किया गया। उप चुनाव आयुक्त उमेश सिन्हा ने आज यहां संवाददाता सम्मेलन में बताया कि इस बार भी पिछले लोकसभा चुनावों के पहले चरण की मतदान हुआ। उन्होंने बताया कि 17 वीं लोकसभा के पहले चरण के चुनाव में 18 राज्यों और दो केन्द्र शासित प्रदेशों की 91 सीटों के लिए मत डाले गये और जम्मू कश्मीर सहित सभी क्षेत्रों में मतदान कुल मिलाकर शांतिपूर्ण रहा। उन्होंने कहा कि कहीं से किसी भी तरह की बड़ी अप्रिय घटना की जानकारी नहीं मिली और मतदाताओं में मतदान के प्रति अच्छा उत्साह देखा गया। आंध्रप्रदेश में संघर्ष में एक व्यक्ति की मौत हुई और अरुणाचल प्रदेश में एक चुनावकर्मी की मृत्यु हृदयाघात से हो गयी। उन्होंने कहा कि आयोग को सभी सीटों से शाम पांच बजे तक के मतदान के आंकडे मिले हैं। ताजा जानकारी के अनुसार अभी भी कुछ मतदान केन्द्रों में मत डाले जा रहे थे। त्रिपुरा की एक सीट के लिए 81.8 फीसदी , पश्चिम बंगाल की दो सीटों के लिए 81 , जम्मू कश्मीर की दो सीटों के लिए 54.49 , आन्ध्र प्रदेश की 25 सीटों के लिए 70.67 , छत्तीसगढ की एक सीट के लिए 56, अंडमान निकोबार की एक सीट के लिए 70.67 , तेलंगाना की 17 सीटों के लिए 60 , उत्तराखंड की पांच सीटों के लिए 57.85 , सिक्किम की एक सीट के लिए 69 , मिजोरम की एक सीट के लिए 60 , नगालैंड की एक सीट के लिए 78.2 , असम की पांच सीटों के लिए 68 ,उत्तर प्रदेश की 8 सीटों के लिए 63.69, ओडिशा की चार सीटों के लिए 68, महाराष्ट्र की सात सीटों लिए 56, मेघालय की दो सीटों के लिए 67.16 लक्षद्वीप की एक सीट के लिए 66 और बिहार की चार सीटों के लिए 50 फीसदी मत डाले गये। उन्होंने कहा कि पहले चरण के चुनाव में अभी तक 2462 करोड़ रुपए की नकदी, शराब, मादक पदार्थ अौर जेवरात आदि बरामद किये गये हैं। ये पिछले लोकसभा चुनाव की तुलना में दुगुना राशि हैं। 

बिहार में बैलेट से हारा बुलेट, 53.06 प्रतिशत हुआ मतदान

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पटना 11 अप्रैल, बिहार में लोकसभा की चालीस में से चार सीटों पर चुनाव बहिष्कार की उग्रवादियों की घोषणा से बेपरवाह 70 लाख 66 हजार मतदाताओं में से करीब 53.06 प्रतिशत ने मताधिकार का प्रयोग कर पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी और लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) प्रमुख रामविलास पासवान के पुत्र चिराग पासवान समेत 44 प्रत्याशियों के भाग्य को इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन में लॉक कर दिया । मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी एच.आर. श्रीनिवास ने मतदान समाप्ति के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उग्रवाद प्रभावित चार संसदीय क्षेत्र जमुई (सु), औरंगाबाद, गया (सु) और नवादा में छिटपुट घटनाओं को छोड़कर मतदान शांतिपूर्वक सम्पन्न हो गया । इस दौरान 53.06 प्रतिशत मतदाताओं ने मताधिकार का प्रयोग किया जो पिछले लोकसभा चुनाव 2014 के 54.54 प्रतिशत से 2.27 प्रतिशत अधिक है । उन्होंने बताया कि मतदान के दौरान गड़बड़ी करने का प्रयास कर रहे 44 लोगों को नवादा और एक को जमुई में गिरफ्तार किया गया है । श्री श्रीनिवास ने बताया कि विकास से संबंधित स्थानीय मुद्दों को लेकर गया संसदीय क्षेत्र के शेरघाटी विधानसभा क्षेत्र में मतदान केन्द्र संख्या 89, बोधगया विधानसभा क्षेत्र के मतदान केन्द्र संख्या 89, वजीरगंज विधानसभा क्षेत्र के मतदान केन्द्र संख्या 263 और 274 तथा जमुई संसदीय क्षेत्र के सिकंदरा विधानसभा क्षेत्र के मतदान केन्द्र संख्या 129 और 130 में मतदाताओं ने मतदान का बहिष्कार किया ।

विशेष : वोटरों को लुभाने के लिए अजीबोगरीब एक्सीपेरिमेंट !

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यह चुनावी मौसम है साहेब, इस मौसम में सब कुछ चलता है। इस मौसम में नेता खेत की फसल काटने लगते हैं, गरीबों के घर खाना खाने लगते हैं,  लोगों को गले लगाने लगते हैं, दंडवत प्रणाम करने लगते हैं।इतना ही नहीं साहेब  मनोरंजन करने का भी ठेका ले लेते। अब इस गर्मी में उबलता सियासी पारा बढ़ता ही जा रहा है। मतदाताओं को लुभाने के लिए नये नये तरीके इस्तेमाल किए जा रहे हैं। अब खुद ही देख लीजिए इस चुनाव में मन भी डोल गया और तन भी डोल गया। और देखने वाले लोगों का मनोरंजन भी हो गया और मज़ा भी आ गया। मन डोलने और तन डोलने का तात्पर्य वोटर्स को लुभाने के लिए किए गए नागिन डांस से है। कर्नाटक के आवास मंत्री एमटीबी नागराज ने बीन की धुन पर जमकर नागिन किया। होसकोटे में मतदाताओं को लुभाने के लिए नागराज अपने समर्थकों के साथ  काटीगेनहल्ली गांव पहुंचे थे। वहां उन्होंने चिकबल्लापुर लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार व पूर्व केंद्रीय मंत्री वीरप्पा मोइली के लिए वोट मांगे। लेकिन जैसे ही काफिले के साथ चल रहे बैंड ने लोकप्रिय 'नागिन धुन'बजानी शुरू की  मंत्री जी अपने आप को रोक न सके और धुन पर उनका मन और तन दोनों डोलने लगा। मंत्री जी अपने कार्यकर्ताओं के साथ  करीब दस मिनट तक इसपर थिरकते हुए मतदाताओं का मनोरंजन करते रहे। वहाँ का वोटर भी इस अनोखी नृत्य कला का आनंद लेता रहा। और मन ही मन सोचता रहा ऐसा नृत्य कहाँ देखने को मिलेगा। ख़ैर  कुछ भी हो इस बार लोकसभा के चुनाव में जुबानी जंग धर्म, समुदाय, चोर, साहूकार, सेल्फी के साथ साथ मतदाताओं को लुभाने के लिए अजीब गरीब पैतरेंं राजनेता अपना रहे हैं। एक ही सांस में कमल कमल कमल तो कभी नमो नमो कहने वाले बीजेपी नेता विनीत अग्रवाल ने तो एक नई परिभाषा ही लिख दी। इस दौरान रैली में आए लोगों ने खूब ठहाके भी लगाए नेता जी की सांसे फूलने लगी लेकिन कमल कमल कमल जपना नहीं छोड़ा। दोनों नेताओं के वीडियो सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियां बटोर रहेंं हैं। कुछ भी हो इस चुनावी जंग में हम किसी से कम नहीं का दौर चल रहा है।कांग्रेस के नेता ने नृत्य कर  तो बीजेपी के नेता एक ही सांस में कमल और नमो बोलकर चुनाव में एक नई प्रतियोगिता को भी जन्म दे दिया है। लेकिन यह चुनाव है साहेब देश के भविष्य का, युवाओं के भविष्य का, महिलाओं के भविष्य का किसानों के भविष्य का। इसमें इ ना चलबो। क्यों देश विकास चाहता। देश रोजगार चाहता है। देश सुरक्षा चाहता है ।देश शांति चाहता है। इस मुद्दे पर ही रहने की जरुरत है। यह पब्लिक है यह सब जानती। 



रवि श्रीवास्तव
पत्रकार

आलेख : चुनावी माहौल में छापेमारी

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आयकर विभाग द्वारा मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के करीबियों पर छापे के बाद से प्रदेश के सियासी माहौल में उबाल आ गया है. लोकसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग से 4 दिन पहले की गयी इस कारवाई को लेकर सवाल उठ रहे हैं और इसके राजनीतिक मायने भी तलाशे जा रहे हैं, जहां एक तरफ भाजपा इसे “काले धन” पर प्रहार बता रही है तो वहीँ कांग्रेस इसको भाजपा द्वारा आगामी चुनाव में लाभ लेने की कवायद बता रही है.  आयकर विभाग के इस छापे के दायरे में मुख्यमंत्री कमलनाथ के पूर्व निजी सचिव प्रवीण कक्कड़, ओएसडी राजेंद्र कुमार मिगलानी, भांजे रतुल पुरी, अश्विनी शर्मा, प्रदीप जोशी शामिल हैं जिनके 50 से अधिक ठिकानों पर छापे मारे गये हैं.  दावा किया जा रहा है इस छापेमारी के दौरान करोड़ों की संपत्ति और नगदी मिली है. 

पश्चिम बंगाल की तरह यहां भी आयकर विभाग की टीम द्वारा प्रदेश की ऐजेंसियों बाताये बिना ही यह कार्रवाई की गयी है यहां तक कि राज्य चुनाव आयोग तक को इसके बारे में जानकारी नहीं दी गई थी. आईटी टीम अपने साथ सीआरपीएफ जवानों की टुकड़ी भी लाई थी जिसकी वजह से छापेमारी के दौरान केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ़) और मध्य प्रदेश पुलिस के बीच टकराव जैसी स्थिति बन गयी थी.  आयकर विभाग की इस कारवाई के बाद भाजपा हमलावर नजर आ रही है पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि पिछले 100 दिनों में मध्यप्रदेश में जो खेल चला था  यह सब उसी का नतीजा है. नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने आरोप लगाया है कि प्रदेश में कमलनाथ सरकार में जो ट्रांसफ़र उद्योग चलाया गया उसके नतीजे अब जनता के सामने आ रहे हैं उन्होंने कहा है कि “मुख्यमंत्री के ओएसडी के यहाँ से छापे में कालेधन का मिलना गंभीर मामला है, नैतिकता के आधार पर मुख्यमंत्री को अपना इस्तीफ़ा दे देना चाहिये.”  इस मामले को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी लातूर के अपने चुनावी रैली में जोर-शोर से उठाया, इसको लेकर कांग्रेस पर हमला बोलते हुये उन्होंने कहा कि “मध्य प्रदेश में सरकार बने अभी छह महीने नहीं हुए, लेकिन इनकी कलाकारी देखिए अरबों-खरबों रुपये की लूट के सबूत मिल रहे हैं.”

वहीँ दूसरी तरफ कांग्रेस ने पलटवार करते हुये आरोप लगाया है कि  यह कार्यवाही चुनाव के ठीक पहले कांग्रेस पार्टी की छवि खराब करने और राजनीतिक दबाव बनाने का यह असफल प्रयास है. मुख्यमंत्री  कमलनाथ ने आरोप लगाया है कि ये सबकुछ मोदी सरकार के इशारे पर हो रहा है, उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि पूरा देश जानता है कि पिछले 5 वर्षों से  यह लोग कैसे संवैधानिक संस्थाओं का इस्तेमाल करते आये हैं, जब इनके पास विकास और अपने काम पर कुछ कहने और बोलने के लिए नहीं बचता है तो ये विरोधियों के खिलाफ इसी तरह के हथकंडे अपनाते हैं.  छापेमारी को लेकर भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय द्वारा की गयी एक ट्वीट भी सवालों के घेरे में है को लेकर सवाल उठ रहे हैं जिसमें उन्होंने बताया था कि  इस छापेमारी के दौरान करीब 281 करोड़ रुपए बरामद किये गये हैं. दिलचस्प बात यह है कि बरामद किये गये इस रकम के बारे में उन्होंने यह जानकारी आयकर विभाग से दस घंटे पहले ही दे दी थी. ऐसे में प्रश्न उठना स्वाभाविक है कि आयकर विभाग आधिकारिक जानकारी से पहले 10 घंटे पहले ही कैलाश विजयवर्गीय को 281 करोड़ के बारे में जानकारी कैसे मिल गयी ? इस पूरे प्रकरण में चुनाव आयोग का रुख भी गौरतलब है जिसमें उसने जांच एजेंसियों को आगाह करते हुये निर्देश दिया है कि आचार संहिता के दौरान होने वाली कार्रवाई एकतरफा नहीं होनी चाहिये और ऐसी किसी भी कार्रवाई से पहले उसे इसकी सूचना आयोग को दी जाये . एजेंसियों के बेजा इस्तेमाल को लेकर मोदी सरकार का रिकार्ड पहले से ही खराब रहा है.अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार चुनाव से ठीक पहले पिछले 6 महीनों के दौरान आयकर विभाग विपक्ष के नेताओं या उनसे  लोगों के यहां 15 बार छापामारी की गयी है.

ऐसे में आयकर विभाग द्वारा की गयी इस कारवाई के  टायमिंग और मकसद को लेकर सवाल खड़े किये जा रहे हैं .ठीक ऐसे समय जब लोकसभा चुनाव प्रचार-प्रसार अपने चरम पर है आयकर विभाग की इस छापेमारी में सियासी मकसद ढूंढें जा रहे हैं.  इससे पहले पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में भी आयकर विभाग द्वारा की गयी छापेमारी को लेकर बवाल हो चूका है जिसमें ममता बनर्जी और चंद्रबाबू नायडू धरना भी दे चुके हैं. इस सम्बन्ध में कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी भी प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी पर  चुनाव से पहले विपक्षी पार्टियों को कमजोर करने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का बेजा इस्तेमाल करने का आरोप लगा चुके हैं .मध्यप्रदेश में सत्ता से बाहर होने के बाद से प्रदेश भाजपा इकाई में  भ्रम और नेतृत्वहीनता की स्थिति बन गयी है जिसकी  वजह से राज्य इकाई  में खेमेबाजी, आपसी घमासान और उथल-पथल अपने चरम पर है. आज स्थिति यह है कि सूबे में लोकसभा चुनाव के लिये कांग्रेस पार्टी का का प्रचार-प्रसार  ज़ोर पकड़ चुका है वहीँ भाजपा में टिकटों के लिये घमासान चल रहा है.  प्रदेश में भाजपा के सबसे बड़े नेता शिवराज सिंह चौहान को भले ही राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बना दिया गया हो लेकिन राजनीतिक रूप से वे अभी भी पूरी तरह से सेटल नहीं हो पाये हैं और उनका एक पावं अभी भी मध्यप्रदेश में जमा हुआ है. शिवराज ने वैसे भी अपने सामने किसी और नेता को पनपने नहीं दिया था इधर उनके मध्यप्रदेश में जमे रहने की जिद के कारण नयी टीम भी उभर कर सामने नहीं आ पा रही है.  

2018 में विधानसभा चुनाव की हार के बाद से केंद्रीय नेतृत्व शिवराज की मर्जी के खिलाफ उन्हें प्रदेश की राजनीति से बेदखल करने को आमादा है दरअसल मोदी और शाह की जोड़ी इस बात को बखूबी समझती है कि अगर पार्टी में उनकी स्थिति थोड़ी भी  कमजोर पड़ती है तो शिवराज सिंह मजबूत विकल्प केर रूप में सामने आ सकते हैं इसलिये शिवराज को उनके मजबूत किले से बाहर निकालना जरूरी है. इसलिये उन्हें राज्य से बाहर नकालने की एक खामोश जद्दोजहद जारी है. उपाध्यक्ष बना दिये जाने के बावजूद भी शिवराज खुद को प्रदेश की राजनीति में ही सक्रिय बनाये हुये हैं, फिलहाल उनकी सारी जद्दोजहद हिंदी ह्रदय प्रदेश की जमीन पर अपने पकड़ को कमजोर ना होने देने का है और इसके लिये वे  हर संभव प्रयास कर रहे हैं और प्रदेश में अपने दखल का कोई ना कोई बहाना ढूंढ ही लेते हैं. सूबे में  शिवराज के आलावा कोई और चमकदार चेहरा ना होने के कारण लोकसभा चुनाव तक के लिये वे भाजपा आलाकमान के लिये भी मजबूरी है. इस खींच-तान के कारण शिवराज इस लोकसभा चुनाव के दौरान उदासीन दिखाई पड़ रहे हैं इन सबसे राज्य ईकाई में भी असमंजस्य की स्थिति बनी हुई है. ऐसे में मध्यप्रदेश में अब भाजपा की साड़ी उम्मीदें मोदी- शाह के करिश्मे और रणनीतियों पर निर्भर है. कमलनाथ के करीबियों पर छापेमारी को इसी से जोड़ कर देखा जा रहा है जिससे सक्रिय और तेजी निर्णय लेने वाले मुख्यमंत्री की छवि बना रहे कमलनाथ को कमजोर किया जा सके. 

बहरहाल जो भी हो इस छापेमारी की गूंज प्रदेश में लोकसभा चुनाव की पूरी प्रक्रिया के दौरान बनी रहेगी. जैसा की अंदेश था कमलनाथ सरकार द्वारा पलटवार किया गया है जिसके तहत राज्य की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) द्वारा भाजपा की शिवराज सरकार के दौरान हुये बहुचर्चित  ई-टेंडर घोटाले को 8 कंपनियों पर एफआईआर दर्ज किया गया है. करीब 80 हजार करोड़ रूपये का यह घोटाला अपनी तरह का तरह का अनोखा घोटाला था जिसमें भ्रष्टाचार रोकने के लिये बनायी गयी व्यवस्था को ही घोटाले का जरिया बना लिया गया था .
बताया जाता है कि इस घोटाले में अब शिवराज सरकार में मंत्री रहे राज्य तीन भाजपा  नरोत्तम मिश्रा, कुसुम मेहदेले, रामपाल सिंह और कई करीबी नौकरशाह  भी जांच के दायरे में आ गये हैं. जाहिर है पहले वार फिर पलटवार के बाद अब ऐसा लगता है कि मध्यप्रदेश में लोकसभा का यह चुनाव छापेमारी और घोटाले की जांच के साये में  ही लड़ा जायेगा.



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जावेद अनीस 
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सामयिक : लाल आतंक : एक गंभीर चुनौती

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लाल आतंकवाद के नाम से पहचान बना चुके नक्सल समस्या का वीभत्स रुप एक बार फिर हमारे सामने है। लम्बे समय से यह समस्या सुरसा के मुंह की भांति लगातार चौड़ी ही होती जा रही है। अभी ताजा नक्सली हमले ने छत्तीसगढ़ राज्य सरकार के क्रियाकलापों की पोल खोलकर रख दी है। यह हमला छत्तीसगढ़ की सरकार पर एक काला धब्बा के रुप में स्थापित हुआ है, साथ ही नक्सलियों ने सरकार के समक्ष एक बहुत बड़ी चुनौती भी स्थापित की है। इस हमले में भीम मंडावी के साथ चार सुरक्षा कर्मियों की मौत हो गई। जो इस बात का संकेत करता है कि नक्सली फिर से सिर उठाने लगे हैं। वहीं नक्सलियों का यह कदम इस बात को भी उजागर कर रहा है कि कहीं न कहीं नक्सलियों का दमन किया जाना भी जरुरी है। 

छत्तीसगढ़ में अभी लोकसभा चुनाव की तैयारियां चल रही हैं, ऐन चुनाव के अवसर पर नक्सलियों द्वारा हमला किया जाना कहीं न कहीं यह प्रमाणित तो कर ही रहा है कि नक्सली चुनाव प्रक्रिया को बाधित करते रहे हैं। इससे पूर्व भी कई बार नक्सलियों ने चुनाव को प्रभावित करने के उद्देश्य से हमले किए हैं। जिसमें कई बड़े नेता काल कवलित हो गए। ऐसे में हमारी सरकारों को नक्सलियों के विरोध में गंभीर कार्यवाही करना चाहिए। नक्सलियों द्वारा खेले गए खूनी खेल का सिलसिला अब समाप्त होना चाहिए। छत्तीसगढ़ में सुरक्षा बलों की कार्यवाही के चलते एक समय तो ऐसा लगने लगा था कि नक्सली गतिविधियों पर कुछ सीमा तक विराम लग गया है, लेकिन ताजा घटना ने इस विराम शब्द को अपने शब्दकोश से हटाने का काम किया है। सबसे महत्वपूर्ण सवाल यह है कि लाल आतंक फैलाने वाले नक्सली हमेशा अपने विरोधी विचारों का समर्थन करने वाले पर ही हमला क्यों करते हैं? हमें याद ही होगा कि नक्सलियों ने जब भी अपने कुत्सित मंसूबों को अंजाम दिया है उसके लक्ष्य में केवल सुरक्षा बल और राजनेता ही रहते हैं। जबकि इसके विपरीत यह बात भी जगजाहिर है कि वामपंथ के हिमायती इनके प्रकोप से बचे रहते हैं। इससे यह भी स्पष्ट संकेत मिलता है कि कहीं न कहीं वामपंथ इनको संवर्धित करता है।

सवाल यह भी है कि सरकारों द्वारा चलाए जाने नक्सल विरोधी अभियान के बाद भी लाल झंडे की छाया तले पनप रहे यह नक्सली हिंसक वारदात करने में समर्थ हो जाते हैं। नक्सलियों द्वारा किए जाने वाले हमले ज्यादातर बारुदी सुरंग में विस्फोट करके ही किए जाते हैं। वहीं गोलीबारी भी की जाती है। यहां मुख्य बात यह भी है कि इन नक्सलियों को इन घातक हथियारों की आपूर्ति करने वाले वे कौन से तत्व हैं, जो समाज के अंदर रहकर राष्ट्रघातक कार्यों को अंजाम दे रहे हैं। इसके अलावा इन नक्सलियों को बारुद कौन उपलब्ध कराता है? इन सब सवालों के जवाब की जांच करना आज बहुत ही जरुरी है। नहीं तो एक दिन ऐसा भी आ सकता है कि पूरा देश इन नक्सलियों का लक्ष्य बन जाएगा।

सरकार द्वारा बार बार यही कहा जाता है कि नक्सलियों के आतंक की ताकत कम होती जा रही है, फिर भी नक्सली अपनी चुनौती को और बढ़ाते ही जा रहे हैं। ऐसा नहीं है कि नक्सलियों ने इस चुनौती का साक्षात्कार केवल अभी कराया है। इतिहास पर दृष्टि डाली जाए तो यह परिलक्षित हो जाता है कि कभी झारखंड, कभी इसी राज्य छत्तीसगढ़ और पूर्वोत्तर भारत के राज्यों में इन्होंने सरकारों के समक्ष चुनौती प्रस्तुत की है। यहां एक सवाल यह भी आता है कि जहां वामपंथ प्रभावी रहा है, उससे सटे हुए राज्यों में इनकी गतिविधियां ज्यादा दिखाई देती है। इसका आशय यह भी हो सकता है कि प्रभाव क्षेत्र राज्यों से इनको सहयोग मिलता रहा है।

यह बात पहले भी लिखी जा चुकी है कि नक्सली चुनाव प्रक्रिया को बाधित करने की योजना के अनुसार ही हमला करते हैं। चुनाव आयोग भी नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में अलग अलग चरणों में चुनाव कराता है, जिससे सुरक्षा बल की किसी भी प्रकार की कोई कमी नहीं हो। नक्सलियों के भय के कारण ही छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव तीन चरणों में कराने पड़ रहे हैं। इसके पहले विधानसभा चुनाव दो चरणों में कराने पड़े थे। चरणों में चुनाव कराना मात्र ही नक्सली समस्या का हल नहीं है, क्योंकि इसके बाद भी नक्सली मात्र एक सप्ताह में दो बड़ी घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं। इसके लिए केन्द्र और राज्यों की सरकार को नक्सलियों से निपटने की ठोस और प्रभावी नीति बनानी होगी। इसके अलावा देश में सुरक्षा के नाम पर जो राजनीति की जाती है, उसके लिए भी राजनीतिक दलों को सचेत होना चाहिए, क्योंकि नक्सली समस्या सरकार की जिम्मेदारी तो है ही, साथ ही सभी की जिम्मेदारी भी है।




सुरेश हिन्दुस्थानी
लश्कर ग्वालियर मध्यप्रदेश
मोबाइल-9770015780

झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर 12 अप्रैल

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कांग्रेस के मुखिया भी फिर से गरीबी हटाने का वाक्य दोहरा रहे है- ओम प्रकाष शर्मा
सरकार बनते ही कांग्रेस अहंकार में डूब गई है और सारे किये हुए वादों को भूलने का ढोंग कर रही है- षांतिलाल बिलवालनगर केन्द्र की बैठक में लोकसभा चुनाव में भाजपा को विजयश्री दिलाने का लिया संकल्प
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झाबुआ । भाजपा के नगर केंद्र क्रमांक 6 का आयोजन एक नीजि होटल मे किया गया जिसमें जिला भाजपा अध्यक्ष ओम प्रकाश शर्मा ,झाबुआ के पूर्व विधायक शांतिलाल बिलवाल, जिला उपाध्यक्ष ओपी राय ,अजय पोरवाल, नगर मंडल अध्यक्ष रितेश सकलेचा, नगर केंद्र प्रभारी नरेंद्र जी राठौरिया , भूपेंद्र सिंह गौड़ एवं वार्ड नंबर 16, 17, 18 के कार्यकर्ता गण उपस्थित थे । इस बैठक में अतिथियों द्वारा आगामी लोकसभा चुनाव 2019 में विजय प्राप्त करने के लिए कार्यकर्ताओं को संबोधित किया । इस अवसर पर जिला भाजपाध्यक्ष ओम प्रकाश शर्मा ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि देश में जब अटलजी की सरकार बनी,  तो उस सरकार ने गरीबों के लिए क्रांतिकारी निर्णय लिए। उसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गरीबों और आम जन के हित में अभूतपूर्व काम किया है। जबकि इंदिरा गांधी की सरकार गरीबी हटाओ का नारा देती रही और अब कांग्रेस के मुखिया भी फिर से गरीबी हटाने का वाक्य दोहरा रहे है। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने अनेकों योजनाएं गरीबों के लिए लागू की हैं, लेकिन कमलनाथ सरकार उन योजनाओं का लाभ प्रदेश के गरीबों को नहीं मिलने दे रही है। आज देश में मजबूत नेतृत्व है, ये जनता तय करेगी कि मजबूत नेतृत्व चाहिए या मजबूर नेतृत्व ? वर्तमान में देश का वातावरण भी बदला है। देश में विश्वास का एक भाव जाग्रत हुआ है और यह सब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हुआ है और जनता भी देश में मजबूत सरकार चाहती है। आप सभी बिना देर किये निकल जाये। भारतीय जनता पार्टी के लिये समर्थन जुटाने को।  पूर्व विधायक शांतिलाल बिलवाल ने कहा कि विधानसभा चुनाव के पहले कांग्रेस प्रदेश की जनता से, किसानों, युवाओं, महिलाओं और सरकारी कर्मचारियों सहित हर वर्ग के हित की बात कर रही थी, लेकिन सरकार बनते ही कांग्रेस अहंकार में डूब गई है और सारे किये हुए वादों को भूलने का ढोंग कर रही है। इस सरकार का यह दुर्भाग्य है कि कल तक जो मि. बंटाढार थे वो आज इस सरकार के कर्णधार हैं और बंटाढार जब कर्णधार बन जाए,  तो बेड़ा पार हो जाता है।  प्रधानमंत्री किसान समृद्धि योजना का पैसा देश भर के किसानों के खातों में पहुंच चुका है, लेकिन मध्यप्रदेश के किसान इससे अभी भी वंचित हैं। प्रदेश सरकार इस योजना से लाभांन्वित होने वाले किसानों की सूची केंद्र सरकार को नहीं पहुंचा रही है। कमलनाथ सरकार किसानों से राजनीतिक बदला ले रही है, क्योंकि प्रदेश का किसान हमेशा भारतीय जनता पार्टी के साथ खड़ा रहा। जिला कार्यालय प्रभारी ओपी राय ने ने कहा कि कांग्रेस की कथनी और करनी में बहुत अंतर है। कांग्रेस ने कहा था कि कानून व्यवस्था को हम और बेहतर करेंगे लेकिन प्रदेश की कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है। चारों ओर अराजकता का माहौल है, किसान बदहाल हैं। इससे बड़ा दुर्भाग्य क्या होगा कि बेरोजगारी भत्ता देने का वचन देने वाली प्रदेश सरकार कौशल विकास के नाम पर मध्यप्रदेश के युवाओं से पशुओं को हांकने का कार्य करवाने का कह रही है। कमलनाथ सरकार हर कदम पर वादाखिलाफी कर रही है, लेकिन समय आ गया है जनता अब कांग्रेस का हिसाब-किताब बराबर करेगी। है। आपने इस चुनाव में जनता के बीच कार्यकर्ताओं को पहुंचकर किस तरह से विकास पर बात करनी है यह भी बताया। कार्यक्रम का संचालन भूपेश सिंगोड ने किया तथा आभार पार्षद नरेन्द्र राठौरिया ने माना ।

भाजपा युवा मोर्चा की मंडलवार बैेठकों का कार्यक्रम हुआ तय

झाबुआ । जनता युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष  भानू भूरिया द्वारा लोकसभा निर्वाचन में भाजपा को प्रचंड मतों से पूरे लोकसभा क्षेत्र में विजयी बनाने के लिये आज 12 अप्रेल से 19 अप्रेल तक  सभी मंडलों में वृहद बैठको के आयोजन का कार्यक्रम निर्धारित किया है । तदनुसार आयोजित होने वाली बैठकों में जिला भाजपा अध्यक्ष ओम प्रकाश शर्मा, भाजयुमो अध्यक्ष भानू भूरिया, जिला महामंत्री जितेन्द्र गेहलोत, संजय भाबर आदि सहभागिता कर मार्गदर्शन प्रदान करेगें । निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार इसके लिये प्रभारी बनाये गये है  तदनुसार 12 अप्रेल को पारा मण्डल में विनोद मैडा , 12 अ्रप्रेल को कुंदनपुर मंडल में नवल भूरिया,13 अप्रेल को रायपुरिया मण्डल में अजय पाटीदार, 13 अप्रेल को झाबुआ गा्रमीण मंडल में अतुल चैहान, 14 अप्रेल को कल्याणपुरा मण्डल में धनसिंह भूरिया , 14 अप्रेल को पेटलावद नगर मंडल में कुंदन विश्वकर्मा एवं गा्रमीण मंडल में विशाल जायसवाल, 15 अप्रेल को रामा मंडल में विकास भूरिया, 15 अप्रेल को ही रानापुर गा्रमीण एवं नगर मंडल में क्रमशः योगेश राठौर एवं कन्नू प्रजापत, 16 अप्रेल को झाबुआ नगर मंडल में मोहित पण्डित, 17 अप्रेल को थान्दला ग्रामीण मण्डल में अर्जुन  मैड़ा , यशवंत  बामनिया , 17 अप्रंेल को खवासा मण्डल में तोलसिंह गणावा, कांतिलाल भूरिया ,17 अप्रेल को ही थान्दला नगर मण्डल  में दीपक राठौर , बंटी अमलियार ,18 अप्रेल को नौगांवा मण्डल में सुरज आईडिया,  सुनिल भूरिया ,18 अर्प्रेल को ही मेघनगर मण्डल में सचिन जी,  विक्रम ठाकुर ,के द्वारा बैठकों का आयोजन किया जावेगा ।

आदर्ष आचार संहिता के उल्लंघन को लेकर विधायक झाबुआ के नेतृत्व में जिला निर्वाचन अधिकारी को प्रस्तुत की षिकायत ।

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झाबुआ । भारतीय जनता पार्टी द्वारा आदर्श आचार संहिता के किये जारहे उल्लंघन को लेकर गुरूवार को  जिला निर्वाचन अधिकारी एवं कलेक्टर प्रबल सिपाहा को विधायक झाबुआ गुमानसिंह डामोर के नेतृत्व में ज्ञापन सौपा जाकर प्रभावी कार्यवाही करने की मांग की गई । विधायक गुमानसिंह डामोर ने जिला निर्वाचन अधिकारी एवं कलेक्टर को सौपे पत्र में उल्लेखित किया है कि झाबुआ जिले में आदिम जाति सेवा सहकारी संस्था मर्यादित के माध्यम से जय किसान फसल ऋण माफी योजना के अन्तर्गत जिला कलेक्टर द्वारा स्वीकृत राशि के समायोजन की सूचना किसानों को दी जारही है । ये सूचना पत्र आदर्श आचार संहिता लागू होने के पश्चात 31 मार्च 2019 की तिथि में जारी किये गये है । उन्होने  चालू ऋण समायोजन के सूचना पत्र आदि अभिलेखों की छाया प्रतिया प्रमाण स्वरूप् साथ देते हुए कहा है कि यह आदर्श आचार संहिता का स्पष्ट उल्लंघन है । सहकारी संस्थाओं द्वारा चालू ऋण समायोजन की जानकारी पिछली तिथि मेकं भेजे गये सूचनापत्रों से साफ स्पष्ट होती है । उन्होने जिला निर्वाचन अधिकारी से इसे गंभीरता से लेते हुए त्वरित एवं प्रभावी कार्यवाही  करने का आग्रह किया । इस अवसर पर जिला भाजपा अध्यक्ष ओम प्रकाश शर्मा, ओपी राय, भूपेश सिंगोड, विश्वास सोनी, मनेाज अरोडा सहित बडी संख्या में पार्टी के पदाधिकारीगण उपस्थिति थे ।

मतदाता जागरूकता के लिए साइकिल रैली 12 अप्रेल को

झाबुआ। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी प्रबल सिपाहा के मार्गदर्षन में मतदाता जागरूकता के लिए 12 अप्रेल, शुक्रवार को साइकिल रैली का आयोजन किया जाएगा। यह साइकिल रैली स्थानीय उत्कृष्ट उमा विद्यालय से सुबह 8 बजे प्रारंभ होगी, जो सज्जन रोड़, फव्वारा चैक, बस स्टेंड, मेन बाजार, थांदला गेट, बाबेल चैराहा, आजाद चैक, मनोकामना तिराहा से राजवाड़ा पहुंचेगी। जहां कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री सिपाहा द्वारा सभी को अधिक से अधिक मतदान करने हेतु शपथ दिलवाई जाएगी। रैली में समस्त जिला अधिकारी-कर्मचारियों, गणमान्य नागरिकों को आमंत्रित किया गया है।

ईवीएम मषीन के बारे मे पूरी जानकारी रखे-कलेक्टर
लोकसभा निर्वाचन हेतु बूथ लेवल अवेयरनेस ग्रुप का प्रषिक्षण आयोजितविधानसभा क्षेत्र पेटलावद के लिये 12 अप्रैल को प्रषिक्षण दिया जाएगा
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झाबुआ । लोकसभा निर्वाचन 2019 हेतु बूथ लेवल अवेयरनेस ग्रुप के लिये नियुक्त थांदला विधानसभा क्षेत्र के मास्टर ट्रेनर को कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष मे आज 11 अप्रैल को प्रषिक्षण दिया गया। प्रषिक्षण के बाद कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री प्रबल सिपाहा ने सभी को मतदान करने एवं सभी से मतदान करवाने का संकल्प दिलाया। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री प्रबल सिपाहा ने बीएजी के सदस्यो को बताया कि ईवीएम मषीन के बारे मे पूरी जानकारी रखे एवं अपने क्षेत्र के मतदाताओ को वोट डालने के लिये प्रषिक्षित करे। सभी को वोट डालने के लिये भी कहे। कलेक्टर श्री सिपाहा ने सभी को निर्वाचन प्रक्रिया की पूरी जानकारी दी। साथ ही अपने क्षेत्र के मतदान केंद्रो का निरीक्षण कर मूलभूत सुविधाएं सुनिष्चित करवाने के लिये भी कहा। उन्होने कहा कि ऐसे मतदान केंद्र जहां पर एक से अधिक कक्ष उपलब्ध है, वहां मतदान के लिये आने वाले बुजुर्ग, दिव्यांग, गर्भवती धात्री महिलाओ के लिये एक कक्ष वेटिंग रूम के रूप मे बनाये, जहां बैठकर वे अपनी बारी का इंतजार कर सके। जहां पर अतिरिक्त कक्ष उपलब्ध नही है, वहां पर निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित साइज का टेंट छाया के लिये लगवाया जायेगा। इस अवसर पर एसडीएम थांदला श्री बघेल, उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्री अनिल भाना, नोडल अधिकारी स्वीप श्री ओझा, मास्टर ट्रेनर श्री लोकेंद्र सिंह चैहान, श्री अजय कुषवाहा एवं श्री रवींद्र सिंह सहित बीएजी के सदस्य उपस्थित थे। विधानसभा क्षेत्र पेटलावद के लिये 12 अप्रैल को कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष मे प्रातः 9 बजे से प्रषिक्षण दिया जाएगा। कलेक्टर श्री सिपाहा ने सभी को संकल्प दिलाया कि हम संकल्प लेते है कि लोकतंत्र के महापर्व लोकसभा निर्वाचन 2019 में 19 मई 2019 रविवार को हम षत प्रतिषत मतदान कराएंगे। कोई भी व्यक्ति जो मतदान का अधिकार रखता है मतदाता सूची में जोडे जाने से नही छूटेगा। कोई भी दिव्यांग अथवा अक्षम व्यक्ति भी वोट डालने से नहीं छूटेगा। हम सबकी सहायता करेगे, हम सबको मतदान करने के लिए प्रेरित करेगे। जिला स्तर पर प्रषिक्षण प्राप्त करने के पश्चात संकुल स्तर पर मास्टर ट्रेनर्स के द्वारा दिनांक 15 एवं 16 अप्रैल 2019 को बीएजी के सभी सदस्यो ( बीएलओ, पंचायत सचिव, रोजगार सहायक, आंगनवाडी कार्यकर्ता एवं सहायिका, आषा, एएनएम, एमपीडब्ल्यू, पटवारी, उचित मूल्य दुकान के सेल्समैन, कोटवार, मध्यान्ह भोजन के रसोइयां एवं बूथ स्तर पर कार्यरत अन्य कर्मचारी ) को प्रषिक्षण देंगे।

लोकसभा निर्वाचन के लिये चेकिंग के दौरान 9,87,765 रूपये नकदी जप्त
       
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झाबुआ । लोकसभा निर्वाचन 2019 के लिये एसएसटी टीम द्वारा कल्याणपुरा रायपुरिया रोड पर चेकिंग के दौरान वाहन बोलेरो से षराब ठेकेदार के मेनेजर नीरज कुमार पिता अजीत कुमार निवासी रामकृष्ण नगर झाबुआ के पास से 9,87,765 रूपये नकदी जप्त कर प्रकरण पंजीबद्ध किया गया। षिकायत के निवारण के लिये दोषी द्वारा सीईओ जिला पंचायत श्रीमती जमुना भिडे जोकि व्यय अनुवीक्षण एकक के प्रधान है, को 7 दिनो के अंदर अपील की जा सकती है या आवष्यक राहत के लिये संयुक्त निदेषक आयकर को भी अपील कर सकते है।

महिलाओ ने हाथो पर मेहंदी बनाकर आम जन से मतदान करने की अपील की

झाबुआ । लोकसभा निर्वाचन 2019 हेतु मतदान षत प्रतिषत बढाने के लिये मतदाता जागरूकता अंतर्गत जिले के ग्राम रायपुरिया मे आजीविका परियोजना के स्वयं सहायता समूह की महिलाओ ने मेहंदी प्रतियोगिता आयोजित कर हाथो मे मेहंदी से मतदाता जागरूकता संबंधी नारे लिखकर सभी को स्वयं मतदान करने एवं अपने दोस्तो/रिष्तेदारो एवं परिचितो को भी मताधिकार का उपयोग अवष्य करने के लिये अपील की।

मतदान केंद्रो का भ्रमण कर तहसीलदार एवं अधिकारियो ने व्यवस्थाओ का जायजा लिया
       
झाबुआ । लोकसभा निर्वाचन 2019 हेतु आज तहसीलदार एवं निर्वाचन हेतु नियुक्त अधिकारियो ने मतदान केंद्रो का भ्रमण कर अवलोकन किया एवं मतदान हेतु मूलभूत व्यवस्थाओ का जायजा लिया तथा आवष्यक व्यवस्थायें करवाने के लिये संबंधित अधिकारियो को निर्देषित किया।

मषीन में ट्रायल वोट डालकर ग्रामीणो ने देखा किसे मिला वोट
भीमफलिया में दिया गया ईवीएम और वीवीपैट मषीन से वोट डालने का प्रषिक्षण
झाबुआ । लोकसभा निर्वाचन 2019 के तहत मतदाता जनजागरूकता अभियान के लिए जिले में व्यापक प्रचार प्रसार किया जाकर आमजन को मतदान दिनांक 19 मई 2019 की जानकारी दी जा रही है। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री प्रबल सिपाहा के मार्गदर्षन एवं दिषा निर्देषानुसार मतदाताओं को लोकसभा निर्वाचन में अधिक से अधिक संख्या में मतदान करने का आह्वान किया जा रहा है। मतदान केंद्र क्रमांक 148 भीफलिया में स्वीप कार्यक्रम के अंतर्गत ग्रामीण मतदाताओं को मतदान के लिये प्रेरित करने के लिये मतदाता जागरूकता संबंधी जानकारी देने के लिए गांव के मतदान केन्द्र पर ईवीएम और वीवीपैट मषीन से वोट डालने का प्रषिक्षण दिया गया। मतदाताओ को बताया गया कि मतदान प्रकोष्ठ मे प्रवेश करते समय पीठासीन अधिकारी बैलेट यूनिट को वोट डालने के लिए तैयार करेंगे। बैलेट यूनिट मे अपने पसंद के प्रत्याशी के नाम और चुनाव चिन्ह के सामने वाले नीले बटन को दबाना होगा। जिस प्रत्याशी को वोट दिया है उसके नाम, चुनाव चिन्ह के सामने वाली लाइट लाल जलेगी। प्रिंटर एक बैलेट पर्ची प्रिंट करेगा जिसमें पसंद के प्रत्याशी के सरल क्रमांक, नाम और चुनाव चिन्ह अंकित होगा। बैलेट पर्ची सात सेकण्ड के लिए दिखेगी उसके बाद कट कर प्रिंटर के ड्राप बाक्स मे गिर जाएगी और एक बीप की आवाज सुनाई देगी। प्रिंट पर्ची को ग्लास मे से देखा जा सकता है। बैलेट पर्ची नही दिखने एवं बीप की आवाज नही आने पर पीठासीन अधिकारी से संपर्क किया जा सकता है। वोटिंग मषीन पर मतदाताओं ने ईव्हीएम मशीन में बटन दबाकर, ट्रायल वोट डालकर व्हीव्हीपीएटी मशीन में देखा की उनका वोट किसे मिला है एवं वोटिंग प्रक्रिया को समझा।

महिलाओ ने रंगोली बना कर दिया मतदान करने का संदेष
       
झाबुआ । लोकसभा निर्वाचन 2019 के तहत आजीविका परियोजना के स्वयं सहायता समूह की महिलाओ ने मतदाता जनजागरूकता अभियान के लिए जिले में रायपुरिया एवं समोई मे रंगोली बनाकर सभी को स्वयं मतदान करने एवं अपने दोस्तो/रिष्तेदारो एवं परिचितो को भी मताधिकार का उपयोग अवष्य करने के लिये अपील की एवं सभी महिलाओ को डीपीएम एनआरएलएम तथा सीईओ जनपद द्वारा मतदान करने की षपथ भी दिलाई गई।

जिले की समस्त देषी/विदेषी मदिरा दुकाने 17 मई की षाम से 19 मई तक बंद रहेगी

झाबुआ । लोकसभा निर्वाचन 2019 हेतु जिला झाबुआ मे दिनांक 19 मई 2019 को मतदान होना है। इस हेतु कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी श्री प्रबल सिपाहा ने जिले की समस्त देषी/विदेषी मदिरा दुकानो को मतदान समाप्ति के 48 घंटे पूर्व अर्थात दिनांक 17 मई 2019 की षाम 5 बजे से से दिनांक 19 मई 2019 को मतदान समाप्ति तक बंद रखी जाने हेतु आदेष जारी किया है। इसी प्रकार दिनांक 23 मई 2019 को मतगणना के दिन जिले की समस्त देषी/विदेषी मदिरा दुकाने बंद रखी जायेगी। उक्त अवधि मे होटल, ढाबो, रेस्टोरंेट मे किसी भी व्यक्ति को मदिरा बेचने, परोसने की अनुमति नही रहेगी एवं मदिरा के व्यक्तिगत भंडारण तथा गैर लायसेंस प्राप्त परिसर मे मदिरा के भंडारण पर पूर्ण रोक रहेगी।

स्वीप कार्यक्रम अंतर्गत 12 अप्रैल को प्रातः 8 बजे से निकाली जायेगी साईकिल रैली
झाबुआ जिला मुख्यालय पर उत्कृष्ट विद्यालय से निकाली जायेगी रैली
झाबुआ । लोकसभा निर्वाचन 2019 हेतु स्वीप कार्यक्रम अंतर्गत जिले मे मतदाता जागरूकता के लिये साईकिल रैली का आयोजन दिनांक 12 अप्रैल को प्रातः 8 बजे से प्रत्येक विकासखंड मुख्यालय पर किया जाएगा। रैली झाबुआ मुख्यालय पर उत्कृष्ट विद्यालय से होते हुए राजवाडा चैक तक निकाली जायेगी। रैली मे षासकीय सेवक एवं आमजन सहभागिता करेंगे। रैली पश्चात सेल्फी पाइंड पर सेल्फी लेंगे तथा मतदान का संकल्प लेंगे।

किसान गहाई के दौरान सावधानी बरते, हाथ कटने का खतरा रहता है
       
झाबुआ । कृषि विज्ञान केन्द्र झाबुआ द्वारा किसानो को सलाह दी गई है कि आगामी 5 दिवसों में आसमान मे साफ बादल रहने, तापमान सामान्य से अधिक रहने व वर्षा नही होने की संभावना है, इसे देखते हुए गेहूं की कटी फसल को उचित नमी स्तर तक सुखाकर गहाई करे। खलिहान को बिजली के खंभे या तार के नीचे न बनाये, आग लगने का खतरा रहता है। गहाई के दौरान सावधानी बरते, हाथ कटने का खतरा रहता है। कटाई उपरांत खेत से मिट्टी परीक्षण हेतु मिट्टी के नमूुने ले। परीक्षण हेतु प्रयोगषाला भेजे, इसके बाद गहरी जुताई कराये। कटाई उपरांत खेत मे बचे अवषेष को जलाये नही, गहरी जुताई कर मिट्टी मे मिलाएं। गोदामो एवं भंडार गृहो की साफ सफाई कर मैलाथियान के 0.2 प्रतिषत के घोल का छिडकाव करे। साथ ही बोरो व थैलियो को अच्छी तरह साफ कर 1.0 प्रतिषत मैलाथिलयान के घोल से उपचारित कर सुखाकर अनाज का भंडारण करे। ग्रीष्मकालीन मूंग, भिण्डी व कद्दवर्गीय सब्जियों की 7 से 10 दिन के अतंराल से सिंचाई कर अनुसंषित उर्वरक की मात्रा देे।

ट्रेनिंग अवेयरनेस के लिये उपयोग हुई व्हीव्हीपेट की जनरेट स्लिप
राजपत्रित अधिकारी के सामने प्रतिदिन होगी नष्ट
झाबुआ । लोकसभा निर्वाचन 2019 में ट्रेनिंग एवं अवेयरनेस प्रोग्राम के तहत व्हीव्हीपेट से जनरेट होने वाली पेपर स्लिप थ्रेडिंग मशीन के माध्यम से प्रतिदिन जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा अधिकृत राजपत्रित अधिकारी की उपस्थिति में नष्ट की जायेंगी। इस आशय के निर्देश कार्यालय मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी मध्यप्रदेश द्वारा समस्त कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी को दिये गये हैं। जारी निर्देशानुसार प्रतिदिन नष्ट की जाने वाली व्हीव्हीपेट की सभी स्लिप के बारे में जिला निर्वाचन अधिकारी, ट्रेनिंग अवेयरनेस के नोडल अधिकारी से एक प्रमाण पत्र प्राप्त कर संधारित करेंगे। जिला निर्वाचन अधिकारी आयोग के उक्त निर्देशों का जिले में पूर्ण पालन किये जाने संबंधी एक प्रमाण पत्र मतदान के तीन दिन पहले मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को प्रेषित करना सुनिश्चित करेंगे।

अभ्यर्थी द्वारा प्रारूप-5 में देना होगा नाम वापसी का नोटिस
एक बार देने के बाद निरस्त नहीं की जा सकेगी नाम वापसी की सूचना
झाबुआ । भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशों के मुताबिक यदि कोई अभ्यर्थी अपनी उम्मीदवारी से नाम वापस लेना चाहता है तो इसके लिए उसे प्रारूप-5 में हस्ताक्षरित नोटिस रिटर्निंग अधिकारी को देना होगा। अभ्यर्थी द्वारा यह नोटिस उम्मीदवारी की वापसी के लिए नियत अंतिम तारीख को दोपहर 3 बजे तक हर हाल में रिटर्निंग अधिकारी को सौंपना होगा। इस समय-सीमा के बाद नाम वापसी के प्राप्त नोटिस को रिटर्निंग अधिकारी द्वारा मान्य नहीं किया जायेगा । निर्वाचन आयोग के अनुसार अभ्यर्थी से नाम वापस लेने का नोटिस स्वयं अभ्यर्थी के या उनके प्रस्तावकों में से कोई एक प्रस्तावक अथवा उसके निर्वाचन अभिकत्र्ता द्वारा रिटर्निंग अधिकारी को सौंपा जाना चाहिए। यदि अभ्यर्थी स्वयं नाम वापसी का नोटिस देने रिटर्निंग अधिकारी के समक्ष नहीं उपस्थित हो सकता है तो ऐसी सूरत में उसे अपने निर्वाचन अभिकत्र्ता या प्रस्तावक को नाम वापसी का नोटिस सौंपने के लिए लिखित में अधिकृत करना होगा। निर्वाचन आयोग ने स्पष्ट किया है कि उम्मीदवारी से नाम वापस लेने का नोटिस नामांकन पत्रों की संवीक्षा का काम पूरा होने के बाद उसी दिन या उसके अगले दिन भी रिटर्निंग अधिकारी को दिया जा सकता है। लेकिन एक बार नाम वापसी का नोटिस रिटर्निंग अधिकारी को सौंप दिये जाने के बाद उसे किसी भी सूरत में वापस भी नहीं लिया जा सकेगा। उम्मीदवारी से नाम वापस लेने की समय-सीमा के बाद रिटर्निंग अधिकारी नाम वापसी के प्राप्त नोटिसों को प्रारूप-6 में अपने कक्ष के बाहर नोटिस बोर्ड पर प्रदर्शित करेंगे। निर्वाचन आयोग के निर्देशों के मुताबिक नाम वापसी की समय-सीमा समाप्त होने के बाद रिटर्निंग अधिकारी प्रारूप-7 ए में चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों की अंतिम सूची तैयार करेगा और उन्हें प्रतीक चिन्ह का आबंटन करंेेगे तथा पहचान पत्र जारी करेंगे।

ई.व्ही.एम. और व्हीव्हीपेट के परिवहन करने वाले वाहनों में लगेंगे जीपीएस

झाबुआ । कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री प्रबल सिपाहा ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार लोकसभा चुनाव 2019 में ईव्हीएम तथा व्हीव्हीपेट लाने एवं ले जाने वाले प्रत्येक वाहन में जीपीएस लगाये जाकर मोबाइल एप बेस्ड जीपीएस ट्रेकिंग की जाएगी।

डिप्लायमेंट अपने काॅलेज में ही करेंगे कार्य
       
झाबुआ । उच्च षिक्षा विभाग के सहायक संचालक श्री पीएन ठाकुर ने समस्त महाविद्यालय प्राचार्य को निर्देष दिए कि डिप्लायमेंट प्राध्यापक तथा सहायक प्राध्यापक महाविद्यालय में कार्य करेंगे। उन्होंने कहा कि वर्तमान में लोकसभा निर्वाचन 2019 की आचार संहिता लागू है। इसलिए आगामी आदेष तक डिप्लायमेंट सभी प्राध्यापक तथा सहायक प्राध्यापक अपने महाविद्यालय में ही कार्य करेंगे। 

प्रचार रथ घूम घूम कर दे रहे मतदान करने का संदेष

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झाबुआ । लोकसभा निर्वाचन 2019 के तहत जनजागरूकता के लिए जिले में व्यापक प्रचार प्रसार किया जाकर आमजन को मतदान दिनांक 19 मई 2019 की जानकारी दी जा रही है। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री प्रबल सिपाहा के मार्गदर्षन एवं दिषा निर्देषानुसार मतदाताओं को लोकसभा निर्वाचन में अधिक से अधिक संख्या में मतदान करने का आह्वान किया जा रहा है। मतदाता अभियान के तहत जिला प्रषासन द्वारा विधानसभा वार प्रचार रथ तैयार करवाये गये है। निर्वाचन संबंधी प्रचार सामाग्री से सुसज्जित रथ गाॅव गाॅव घूमकर मतदाताओ को मतदान के लिए प्रेरित कर रहे है। ये प्रचार रथ गाॅव गाॅव घूमकर मतदाताओ को मतदान की दिनांक एवं ईवीएम वीवीपेट मषीन की कार्यप्रणाली के बारे मे बता रहे है।

किम जोंग के साथ तीसरी बैठक संभव : ट्रम्प

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वाशिंगटन 12 अप्रैल, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने उत्तर कोरिया के सर्वोच्च नेता किम जोंग उन के साथ तीसरी बैठक की संभावना व्यक्त की है। श्री ट्रम्प ने गुरुवार को व्हाइट हाउस में दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे-इन के साथ द्विपक्षीय बैठक से पहले पत्रकारों से यह बात कही। व्हाइट हाउस की ओर से उपलब्ध कराई गयी जानकारी के मुताबिक उत्तर कोरियाई नेता से तीसरी मुलाकात की संभावना को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, “यह संभव हो सकता है, तीसरा शिखर सम्मेलन हो सकता है जोकि एक प्रक्रिया के तहत होगा।

पिंकी, साक्षी कोलोन मुक्केबाजी विश्वकप के सेमीफाइनल में

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कोलोन (जर्मनी), 11 अप्रैल, राष्ट्रमंडल खेलों की कांस्य पदक विजेता पिंकी रानी (51 किग्रा) और मौजूदा यूथ वर्ल्ड चैम्पियन साक्षी (57) किग्रा ने जर्मनी में कोलोन मुक्केबाजी विश्व कप के सेमीफाइनल में पहुंचकर भारत के लिए दो और पदक पक्के कर दिए। इंडिया ओपन की स्वर्ण पदक विजेता पिंकी ने गुरुवार को महिलाओं के क्वार्टर फाइनल में थाईलैंड की फुन्सांग काहिरांचाया को 5-0 से हराया जबकि साक्षी ने डेनमार्क की सेसिले केल्ले को कड़े मुकाबले में विभाजित फैसले से मात दी। मीना कुमारी और पी बासुमतारी पहले ही 54 और 64 किग्रा वर्ग के फाइनल और सेमीफाइनल में पहुंचकर पहले ही क्रमश: रजत और कांस्य पदक पक्का कर चुकी हैं। 54 किग्रा में केवल तीन मुक्केबाज ही थीं, जिसमें से स्ट्रांजा मेमोरियल की स्वर्ण पदक विजेता मैंसनाम ने सीधे फाइनल में प्रवेश कर लिया। ठीक इसी तरह 64 किग्रा वर्ग में भी पांच मुक्केबाज के होने के चलते स्ट्रांजा मेमोरियल की कांस्य पदक विजेता बासुमातारे ने सीधे सेमीफाइनल में जगह बनाई। 

पाकिस्तान के क्वेटा में धमाका, 16 की मौत

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क्वेटा 12 अप्रैल, पाकिस्तान में क्वेटा शहर के हज़ार गांजी इलाके में शुक्रवार सुबह हुए विस्फोट में कम से कम 16 लोगों की मौत हो गयी और कई अन्य लाेग घायल हो गये। घायलों को बोलन मेडिकल कॉम्पलेक्स एवं सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सुरक्षाकर्मियों ने विस्फोट वाली जगह की घेराबंदी कर दी है। पुलिस उप महानिदेशक (डीआईजी) अब्दुल रज्जक चीमा ने विस्फोट में 16 लोगों के मारे जाने की पुष्टि की है। यह विस्फोट हजारा समुदाय के सदस्यों को निशाना बनाकर किया गया। पीड़ितों मेें ज्यादातर सब्जी विक्रेता हैं। डीआईजी चीमा ने कहा विस्फोट में मारे गये लोगों में ज्यादातर हजारा समुदाय के सदस्य हैं। बम विस्फोट में फ्रंटियर कोर के एक जवान की भी मौत हो गयी। पुलिस ने मृतकों की संख्या में बढ़ोतरी की आशंका जतायी है। विस्फोट स्थल के लिए बचाव टीम, पुलिस और फ्रंटियर कोर के जवान पहुंच गये है। इलाके को चारों ओर से घेर लिया गया है और घटनास्थल पर बाहर से आने वाले लोगों पर रोक लगा दी है। हजारा समुदाय को सांप्रदायिक हिंसा के तहत निशाने पर लिया जाता है क्योंकि वे अपनी शारीरिक कद काठी के कारण आसानी से पहचाने जा सकते हैं। इससे पहले क्वेटा के पुलिस महानिरीक्षक ने मीडिया को आठ लोगों के मारे जाने और सात लोगों के घायल होने की पुष्टि की थी।

ई टेंडर मामले में निजी कंपनी के तीन अधिकारी गिरफ्तार

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भोपाल, 12 अप्रैल, मध्यप्रदेश के ई टेंडर घोटाले में गिरफ्तार किए गए एक निजी कंपनी के तीन अधिकारियों को आज आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (ईओडब्ल्यू) द्वारा अदालत में पेश किया जाएगा। ईओडब्ल्यू सूत्रों ने बताया कि ई टेंडर घोटाले में बुधवार को कुछ निजी कंपनियों, संबंधित सरकारी विभागों के अधिकारियों और अन्य लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर मामले जांच में लिए गए हैं। इसके बाद गुरूवार को यहां मानसरोवर कॉम्पलेक्स में एक निजी कंपनी के दफ्तर पर छापा मारने के बाद हार्ड डिस्क आदि जब्त की गयीं। इसी कंपनी के तीन अधिकारियों विनय चौधरी, वरूण चतुर्वेदी और सुमित गोलवलकर को कल पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया था। बाद में इन्हें गिरफ्तार कर लिया गया और आज इन सभी को अदालत में पेश कर रिमांड पर लेने की कोशिश की जाएगी, ताकि मामले की आगे की जांच की जा सके। ईओडब्ल्यू ने लगभग तीन हजार करोड़ रूपयों के कथित घोटालों के मामले में प्राथमिकी दर्ज की हैं। आरोपियों के खिलाफ धाेखाधड़ी और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के तहत मामले दर्ज किए गए हैं। यह मामले पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के कार्यकाल के हैं। माना जा रहा है कि इस मामले में वरिष्ठ अधिकारी और कतिपय राजनेता भी जांच के दायरे में आ सकते हैं। 

बिहार में सूर्योपासना का महापर्व चैती छठ समाप्त

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पटना, 12 अप्रैल, बिहार में आज उदयमान सूर्य को अर्घ्य अर्पित करने के साथ हीं सूर्योपासना का महापर्व चैती छठ समाप्त हो गया । राजधानी पटना में आज गंगा नदी के अलावा राज्य के अन्य हिस्सों में हजारों महिला और पुरूष व्रतधारियों ने उगते हुए सूर्य को नदियों और तालाबों में खड़ा होकर अर्घ्य अर्पित किया। सूर्योपासना के बाद कुछ ब्रतियों ने नदी के तट पर ही जबकि कई घर जाकर पूजा अर्चना करने बाद पारण किया । दूसरा अर्घ्य अर्पित करने के बाद श्रद्धालुओं का 36 घंटे का निराहार व्रत समाप्त हुआ और उसके बाद हीं व्रतधारियों ने अन्न ग्रहण किया । चार दिवसीय इस महापर्व के तीसरे दिन कल व्रतधारियों ने नदियों और तालाबों में अस्ताचलगामी सूर्य को प्रथम अर्घ्य अर्पित किया था ।

दलाई लामा को अस्पताल से मिली छुट्टी

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नयी दिल्ली, 12 अप्रैल, तिब्बती धर्म गुरु दलाई लामा को दिल्ली के एक निजी अस्पताल से शुक्रवार को छुट्टी दे दी गई। उन्हें चार दिन पहले सीने में संक्रमण के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अस्पताल सूत्रों ने यह जानकारी दी। विश्व स्तर पर प्रतिष्ठित शख्स और नोबेल शांति पुरस्कार विजेता 83 वर्षीय दलाई लामा धर्मशाला से मंगलवार को यहां साकेत के मैक्स अस्पताल में जांच के लिए आए थे। सूत्र ने बताया, ‘‘उन्हें सीने में संक्रमण के बाद मंगलवार को मैक्स अस्पताल लाया गया था। दलाई लामा को बाद में भर्ती कर लिया गया और कुछ दिनों से उनका इलाज चल रहा था। उनकी हालत स्थिर हैं और आज उन्हें छुट्टी दे दी गई।’’  वर्तमान दलाई लामा, जो 14 वें दलाई लामा हैं, 6 अप्रैल को समाप्त हुए एक वैश्विक शिक्षण सम्मेलन में भाग लेने के लिए दिल्ली में थे। वह सोमवार को धर्मशाला लौटे थे।

ईमानदार ‘चौकीदार’ और भ्रष्टाचारी ‘नामदार’ के बीच चुनाव करो : मोदी

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अहमदनगर, 12 अप्रैल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए मतदाताओं से ‘ईमानदार चौकीदार’ और ‘भ्रष्टाचारी नामदार’ के बीच चुनाव करने के लिए कहा। अहमदनगर और शिरडी लोकसभा क्षेत्र के उम्मीदवारों के लिए प्रचार करते हुए यहां एक चुनावी रैली में मोदी ने यह भी कहा कि दुनिया ने पिछले पांच वर्ष में भारत को महाशक्ति के रूप में देखा है। उन्होंने कहा, ‘‘बीते पांच वर्ष में जनभागीदारी से चलने वाली एक मजबूत, निर्णय लेने वाली सरकार दुनिया ने भारत में देखी है। उससे पहले 10 साल तक रिमोट वाली सरकार के दिनों में हर दिन घोटालों, घपलों की खबरें आती थीं। आपको तय करना है कि ईमानदार चौकीदार चाहिए या फिर भ्रष्टाचारी नामदार। हिंदुस्तान के हीरो चलेंगे या पाकिस्तान के पैरवीकार।’’  पहली बार वोट देने जा रहे मतदाताओं से मोदी ने कहा, ‘‘21वीं सदी में जन्मे जो लोग इस बार पहली बार वोट देने जा रहे है। मैं उसने पूछना चाहता हूं कि क्या आपको राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता मंजूर है?’’  मोदी ने जम्मू कश्मीर के लिए प्रधानमंत्री के पद की मांग को लेकर कांग्रेस के सहयोगी दल नेशनल कांफ्रेंस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे कांग्रेस से कोई उम्मीद नहीं है क्योंकि उसने बहुत पहले ही लोगों के बारे में सोचना बंद कर दिया।’’  शरद पवार पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि राकांपा अध्यक्ष ने देश के नाम पर कांग्रेस छोड़ दी थी। उन्होंने कहा, ‘‘शरद राव, दो प्रधानमंत्री की मांग पर आप कैसे चुप रह सकते हैं। आप चुप क्यों हो? क्या आपको यह मंजूर है?’’  उन्होंने कहा, ‘‘आपकी पार्टी का नाम राष्ट्रवादी है और फिर भी आप देश को विदेशी चश्मे से देखते हो। क्या आपकी पार्टी में राष्ट्रवादी नाम लोगों को मूर्ख बनाने के लिए है।’’  राहुल गांधी की आलोचना जारी रखते हुए मोदी ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के सहयोगियों पर आयकर विभाग के छापों को जोड़ते हुए दावा किया कि यह ‘‘तुगलक रोड चुनावी घोटाला’’ है। उन्होंने कहा कि दिल्ली के तुगलक रोड से मिल रही नोटों की गड्डियों से भरी बोरियां कांग्रेस की असली पहचान है। प्रधानमंत्री ने कहा कि गरीबी हटाने, आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर और समाज के सभी वर्गों के विकास के लिए कांग्रेस को हराने की जरुरत है। उन्होंने कहा कि आज एक तरह कांग्रेस, राकांपा की महामिलावट के खोखले वादे हैं और दूसरी तरफ राजग के बुलंद इरादे हैं। कांग्रेस, राकांपा की सरकार में कभी मुंबई में बम धमाके, कभी पुणे में, कभी ट्रेन में, कभी बसों में धमाके होते थे लेकिन पिछले पांच साल में ये बम धमाके बंद हो गए हैं। मोदी ने कहा, ‘‘इस चौकीदार ने आतंक के सरपरस्तों में यह डर बिठाया है कि उनकी एक भी गलती,उन्हें भारी पड़ेगी। यह चौकीदार उन्हें पाताल से भी खोजकर निकाल लाएगा और उन्हें सजा देगा।’’ 

लेखी राहुल गांधी के खिलाफ अवमानना की कार्रवाई के लिए कोर्ट पहुंची

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नयी दिल्ली, 12 अप्रैल, भाजपा सांसद मीनाक्षी लेखी ने राफेल पर हाल ही में दिए उच्चतम न्यायालय के फैसले पर टिप्पणी करने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ अवमानना की कार्रवाई करने की शुक्रवार को अपील की।  प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पीठ ने कहा कि वह याचिका पर 15 अप्रैल को सुनवाई करेगी। लेखी ने अपनी याचिका में कहा कि गांधी ने अपनी निजी टिप्पणियों को शीर्ष न्यायालय द्वारा किया गया बताया और लोगों के मन में गलत धारणा पैदा करने की कोशिश की। लेखी की ओर से पेश हुए वरिष्ठ अधिवक्ता मुकुल रोहतगी ने पीठ से कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष ने टिप्पणी की थी कि ‘‘अब उच्चतम न्यायालय ने भी कह दिया, चौकीदार चोर है।’’ 
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