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जोधपुर में बेटे की उम्मीदवारी से गहलोत की प्रतिष्ठा दांव पर

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जोधपुर, 14 अप्रैल, राजस्थान में जोधपुर लोकसभा संसदीय क्षेत्र में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पुत्र वैभव के कांग्रेस का उम्मीदवार बनने से श्री गहलोत की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है। इस सीट पर 29 अप्रैल को मतदान होगा। यहां चुनाव मैदान में कांग्रेस के वैभव गहलोत और भाजपा के गजेंद्र सिंह शेखावत सहित कुल 11 प्रत्याशी हैं। गजेंद्र सिंह शेखावत मोदी सरकार में कृषि राज्य मंत्री हैं, जबकि वैभव गहलोत डेढ़ दशक से प्रदेश कांग्रेस में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। भाजपा उम्मीदवार जहां मोदी लहर के भरोसे हैं जबकि वैभव के लिये मुख्यमंत्री पूरा दमखम लगा रहे हैं। भाजपा प्रत्याशी के आरोपों का जवाब भी मुख्यमंत्री को देना पड़ रहा है। श्री गहलोत अपनी व्यस्तता के बीच समय निकालकर जोधपुर में वैभव के प्रचार पर पूरी नजर रख रहे हैं। इस लिहाज से श्री गहलोत प्रचार का प्रमुख केंद्र बिंदु बन गये हैं। वह जोधपुर लोकसभा क्षेत्र से 1998 तक पांच बार सांसद चुने जा चुके हैं तथा स्थानीय स्तर पर सभी समाजों में उनकी पकड़ है। सांसद रहते हुए तथा बाद में मुख्यमंत्री बनने पर श्री गहलोत ने जोधपुर के विकास का पूरा ध्यान रखा तथा पेयजल समस्या का समाधान भी कराया। कई केंद्रीय कार्यालय भी जोधपुर में खोले गये। कांग्रेस का इस बात पर ज्यादा जोर है कि लोग मुख्यमंत्री को ध्यान में रखकर मतदान करें ताकि वैभव के लिये यह सीट आसान हो जाये। कांग्रेस में एकता दिखाई दे रही है तथा माली, मेघवाल और मुस्लिम समाज का गठबंधन बना तो राह आसान हो सकती है।

मौजूदा विधानसभा की बात करें तो जोधपुर लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली आठ विधानसभा क्षेत्रों में से छह पर कांग्रेस के विधायक हैं जबकि दो भाजपा के खाते में हैं। कांग्रेस के प्रत्याशियों को विधानसभा चुनाव में छह लाख 68 हजार 316 मत मिले जबकि भाजपा के प्रत्याशियों ने आठ विधानसभा क्षेत्रों में पांच लाख 55 हजार 769 मत प्राप्त किए। कांग्रेस की यह लहर लोकसभा चुनाव में बरकरार रहेगी या नहीं यह तो समय बतायेगा, लेकिन नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाने के लिये भाजपा कार्यकर्ता भी कम जोर नहीं लगा रहे हैं। भाजपा प्रत्याशी गजेंद्र सिंह शेखावत के मामले में भाजपा में एक राय नहीं लगती। विधानसभा चुनाव से पहले गजेंद्र सिंह को भाजपा प्रदेशाध्यक्ष बनाने के प्रयास और विरोध के कारण पड़ी दरार अब तक नहीं पट पाई। यही कारण है कि श्री शेखावत के नामांकन के समय बड़े प्रादेशिक नेता नहीं पहुंचे। भाजपा के टिकट पर दो बार सांसद रहे चुके जसवंत सिंह विश्नोई को कांग्रेस सरकार आने के बावजूद खादी बोर्ड के अध्यक्ष पद से नहीं हटाने से भी यह माना जा रहा है कि उनकी सहानुभूति कांग्रेस की तरफ है। भाजपा नेतृत्व की पकड़ कमजोर होने के कारण जोधपुर के कई भाजपा कार्यकर्ता मुख्यमंत्री के करीब जाने के लिये कांग्रेस को मदद देने के लिये उतावले हैं।

शुरुआती दौर में भाजपा में दिखाई दे रहा बिखराव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरों के बाद कम भी हो सकता है, लिहाजा उम्मीदवारों की मजबूती का सही आंकलन तभी हो पायेगा। जोधपुर संसदीय क्षेत्र में पूर्व राजघराने का भी असर रहा है। वर्ष 1951 के पहले चुनाव में पूर्व महाराजा हनुवंत सिंह ने कांग्रेस के नूरी मोहम्मद को हराकर जीत हासिल की थी। बाद में एक दुर्घटना में उनकी मृत्यु के बाद हुए उपचुनाव में भी निर्दलीय जसवंत राज ने कांग्रेस के एन एम यासीन को जीत के पास फटकने नहीं दिया। कांग्रेस को इस सीट पर 1957 में तब जीत हासिल हुई जब जसवंत राज ने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा। वर्ष 1962 में विधिवेत्ता लक्ष्मीमल सिंघवी ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में कांग्रेस के नरेंद्र कुमार को हराया जो 1967 में कांग्रेस में आ गये तथा लक्ष्मीमल को हार का स्वाद चखाया। वर्ष 1971 में राजघराने की कृष्ण कुमारी ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में कांग्रेस के आनंद सिंह को धूल चटाई तथा 1977 की जनता लहर में कांग्रेस के पूनम चंद विश्नोई भारतीय लोकदल के रणछोड़दास गटानी से चुनाव हार बैठे। वर्ष 1980 में अशोक गहलोत ने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीता तथा 1984 में भी सांसद बने, लेकिन 1989 में भाजपा के दिग्गज नेता जसवंत सिंह से हार बैठे। इसके बाद श्री गहलोत ने 1991 में भाजपा के रामनारायण विश्नोई को हराया तथा 1996 और 1998 में भी उन्हें जीत मिली। वर्ष 004 में भाजपा के जसवंत सिंह विश्नोई ने कांग्रेस के बद्री जाखड़ को हराया। 2009 में कांग्रेस ने राजघराने की चंद्रेश कुमारी पर दांव खेलकर सफलता हासिल की, लेकिन वर्ष 2014 की मोदी लहर में वह भाजपा के गजेंद्र सिंह शेखावतके सामने नहीं टिक पाई।

मोदी को सत्ता से बाहर होने का डर : चिदम्बरम

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नयी दिल्ली 14 अप्रैल, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदम्बरम ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर पूरे देश में केवल अपनी ही उपलब्धियों का ढोल पीटने का आरोप लगाते हुए कहा उन्हें सत्ता से बाहर हो जाने का डर सता रहा है। श्री चिदम्बरम ने प्रधानमंत्री पर तंज कसते हुए कहा कि प्रधानमंत्री की असली उपलब्धियां विमुद्रीकरण, लघु सूक्ष्म मझौले उपक्रमों को खत्म करने, 4.70 करोड़ नौकरियों को न दे पाना और महिलाओं, दलितों, अल्पसंख्यकों, लेखकों, कलाकारों और गैर सरकारी संगठनों में असुरक्षा की भावना पैदा करना रही हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा, “श्री मोदी अपनी तथाकथित उपलब्धियों के बारे में पूरे देश में ढोल पीट रहे हैं। क्या वह कृप्या कर अपनी उपरोक्त उपलब्धियों के बारे में जनता को बतायेंगे।” पूर्व वित्त मंत्री ने ट्वीट किया, “प्रधानमंत्री प्रत्येक दिन क्यों तीखे से तीखे शब्दों का इस्तेमाल कर रहे हैं। क्या उन्हें सत्ता से बाहर जाने का डर सता रहा है।” 

चालीस दिन तक सांसत में रहेगी भावी सांसदों की जान

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नयी दिल्ली 14 अप्रैल, लोकसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान संपन्न होने के बाद स्ट्रांगरूम में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) की सुरक्षा प्रशासन के लिए जहां एक चुनौती है वहीं आगामी करीब 40 दिनों तक भावी सांसदों की जान भी एक तरह से सांसत में रहेगी। लोकसभा चुनाव के लिए हालांकि अभी छह चरणों में मतदान होंगे। इसके अलावा चार राज्यों के विधानसभा चुनाव भी होने जा रहे हैं तथा यहां मतदान संबंधित राज्यों में लोकसभा चुनाव की चरणबद्ध तिथियों में होंगे। सभी चुनावों की मतगणना आगामी 23 मई को एक साथ होगी। लोकसभा और विधानसभा चुनावों के लिए शेष चरणों में मतदान संपन्न होने के साथ ही स्ट्रांगरूम में ईवीएम की सुरक्षा की चुनौतियां बढ़ती जायेगी । बहरहाल पहले चरण का चुनाव संपन्न होने के बाद ईवीएम को स्ट्रांगरूम में पहुंचाया जा चुका है। प्रमुख राजनीतिक दलों के साथ ही क्षेत्रीय पार्टियों के प्रत्याशियों के अलावा निर्दलीय समेत 1279 उम्मीदवारों का नसीब ईवीएम में बंद हो चुका है और यह अब 23 मई को खुलेगा । सत्रहवीं लोकसभा के आम चुनाव के पहले चरण में 18 राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों की 91 सीटों पर 1279 उम्मीदवारों ने किस्मत आजमायी है। इन उम्मीदवारों में नितिन गडकरी, वी. के. सिंह, हरीश रावत, चिराग पासवान, अजीत सिंह, जयंत चौधरी, असदुद्दीन ओवैसी, रमेश पोखरियाल निशंक और जीतनराम माझी जैसे नेता शामिल हैं। संबंधित जिलों में स्ट्रांगरूम त्रिस्तरीय सुरक्षा के साये में है। ईवीएम की सुरक्षा के लिए पुलिस, पीएसी और पैरामिलिट्री बल तैनात है। स्ट्रांगरूम की चौबीसों घंटे सीसीटीवी कैमरों के जरिए निगरानी की जा रही है और सुरक्षा व्ववस्था इतनी तगड़ी है कि जैसे परिंदा भी यहां पर नहीं मार सकता। स्ट्रांगरूम के बाहर एलईडी स्क्रीन भी संस्थापित किए गए हैं, जिसके जरिए वहां मौजूद राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता स्ट्रांगरूम के भीतर ईवीएम पर ध्यान रख रहे हैं। इस मौके पर निर्बाध बिजली आपूर्ति की उपलब्धता कम चुनौतीपूर्ण नहीं है, क्योंकि बिजली गुल होने और जनरेटर की व्यवस्था न होने की स्थिति में एलईडी स्क्रीन बंद हो सकती है । पूर्व के चुनावों के दौरान तकनीकी कारणों से ऐसी स्थिति निर्मित होने पर लापरवाही अथवा ईवीएम में गड़बड़ी की शिकायतें भी सामने आती रही है। लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में 18 अप्रैल को 13 राज्यों की 97, तीसरे चरण में 23 अप्रैल को 14 राज्यों की 115, चौथे चरण में 29 अप्रैल को नौ राज्यों की 71, पांचवें चरण में छह मई को सात राज्यों की 51, छठे चरण में 12 मई को सात राज्यों की 59 और सातवें एवं अंतिम चरण में 19 मई को आठ राज्यों की 59 सीटों के लिए मतदान होगा। लोकसभा की 543 सीटों के लिए चुनाव में 10,35,928 मतदान केंद्र बनाए गए है, जहां करीब 90 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार के जरिए देश का नेतृत्व तय करेंगे।

चवालीस हजार निर्दलियों में से केवल 226 पहुंचे संसद

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नयी दिल्ली 14 अप्रैल (एजेंसी)देश में अब तक हुये 16 आम चुनावों में 44 हजार 593 निर्दलीय उम्मीदवारों ने ताल ठोंकी जिसमें से मात्र 226 संसद की ड्योढी लांघने में सफल रहे जबकि 43 हजार 536 को तो अपनी जमानत भी गंवानी पड़ी। पंद्रह अगस्त 1947 को देश के आजाद होने और 26 जनवरी 1950 में संविधान के लागू होने के बाद पहला आम चुनाव 1951-52 में हुआ। पहले चार आम चुनाव के अलावा 1971 और 1989 में ही निर्दलीय उम्मीदवारों की जीत का आंकड़ा दहाई अंक को छू सका। सबसे अधिक 43 निर्दलीय उम्मीदवार 1957 में जीते थे और सबसे कम 2014 के चुनाव में, जब केवल तीन निर्दलीय ही लोकसभा में पहुंच पाये । करीब चार माह तक चले पहले आम चुनाव में 489 संसदीय सीटों के लिए मतदान हुआ। कुल 1874 उम्मीदवारों में 533 निर्दलीय थे। इसमें से 37 ने लोकसभा में पहुंचने में सफलता पाई जबकि 360 को जमानत गंवानी पड़ी।

दूसरे आम चुनाव में सीटों की संख्या बढ़कर 494 हो गई। कुल उम्मीदवारों के साथ निर्दलीय उम्मीदवारों की संख्या भी कम हुई किंतु लोकसभा में पहुंचने वाले निर्दलीय सांसदों की संख्या जहां एक तरफ बढ़ी वहीं दूसरी तरफ जमानत गंवाने वाले निर्दलीय प्रत्याशियों की संख्या इस चुनाव में अब तक की सबसे कम थी। इस चुनाव में कुल 1519 उम्मीदवारों में 481 निर्दलीय थे जिसमें से 42 ने जीत हासिल की तथा 324 निर्दलीय उम्मीदवारों की जमानत जब्त हुई। पहले दो आम चुनावों की विशेषता यह थी कि इनमें से कुछ संसदीय क्षेत्रों में दो या तीन सीटें भी थी । तीसरे चुनाव में कुल 1985 उम्मीदवारों में 479 निर्दलीय प्रत्याशी थे जो सभी 16 आम चुनाव में सबसे कम है। इस चुनाव में 20 निर्दलीय को विजयश्री हासिल हुई तो 378 को जमानत गंवानी पड़ी। चौथे आम चुनाव में एक बार फिर निर्दलीय उम्मीदवारों और विजयी प्रत्याशियों की संख्या में इजाफा हुआ । कुल 2369 उम्मीदवार में से 866 निर्दलीय थे जिसमें से 35 जीते और 747 जमानत खो बैठे। वर्ष 1971 के चुनाव में 2784 उम्मीदवारों में 1134 निर्दलीय थे और केवल 14 ही लोकसभा की ड्योढ़ी लांघ पाये जबकि 1066 की जमानत जब्त हाे गयी थी। इसके बाद के तीन आम चुनाव में निर्दलीय विजयी सांसदों की संख्या दहाई अंक को नहीं छू सकी। वर्ष 1977 के चुनाव में 2439 उम्मीदवारों में 1224 निर्दलीय थे और केवल नौ ही लोकसभा पहुंचे जबकि 1190 अपनी जमानत भी नहीं बचा पाये। सातवें आम चुनाव (1980) में निर्दलीय विजयी उम्मीदवारों का आंकड़ा तो नौ पर ही टिका रहा। कुल 4629 उम्मीदवारों में 2826 निर्दलीय थे और 2794 को जमानत से हाथ धोना पड़ा। आठवें चुनाव में 5492 उम्मीदवारों में से 3797 निर्दलीय थे। इसमें से केवल पांच जीते और 3752 की जमानत जब्त हुई। नौंवे आम चुनाव में आखिरी बार निर्दलीय विजयी उम्मीदवारों की संख्या दहाई (12) में पहुंची। कुल 6160 उम्मीदवारों में 3712 निर्दलीय थे और 3672 को जमानत से हाथ धोना पड़ा था। दसवें आम चुनाव 1991-92 में हुए । इसमें कुल उम्मीदवारों की संख्या 8749 थी जिसमें 5546 निर्दलीय थे और केवल पांच लोकसभा पहुंचे। शेष में 5529 की जमानत जब्त हुई। वर्ष 1996 के ग्यारहवें आम चुनावों में कुल उम्मीदवारों की संख्या रिकार्ड 13 हजार 952 पहुंच गयी थी। इस चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवारों की संख्या और जमानत जब्त कराने दोनों का रिकार्ड भी बना। कुल 10635 निर्दलीय उम्मीदवारों में केवल नौ जीते जबकि 10604 को जमानत गंवाने का दंश झेलना पड़ा। बारहवें और तेरहवें आम चुनाव में कुल उम्मीदवारों की संख्या क्रमश 4750 तथा 4648 थी । इसमें निर्दलीय उम्मीदवार क्रमश 1915 और 1945 थे जबकि छह - छह ही जीत हासिल कर पाये। दोनों चुनाव में क्रमश 1898 तथा 1928 निर्दलीय उम्मीदवारों की जमानत जब्त हुई। वर्ष 2004 के चौहदवें आम चुनाव में कुल 5435 उम्मीदवारों में 2385 निर्दलीय थे जिनमें से पांच जीते जबकि 2370 ने जमानत गंवाई। पंद्रहवें लोकसभा चुनाव में कुल 8070 उम्मीदवारों में 3831 निर्दलीय थे । इनमें से जीतने वाले नौ और जमानत गंवाने वाले 3806 रहे । सोलहवें आम चुनाव में अब तक के सबसे कम मात्र तीन निर्दलीय उम्मीदवार ही जीत हासिल कर सके। इस चुनाव में कुल 8251 प्रत्याशियों में 3234 निर्दलीय थे जिसमें से 3218 की जमानत जब्त हुई।

बिहार में दूसरे चरण में राजग को जद (यू) का सहारा

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पटना 14 अप्रैल, बिहार में लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) जनता दल(यू) के सहारे चुनावी वैतरणी पार करने की कोशिश में है क्योंकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पिछले चुनाव में हारी हुई आठ में से पांच किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया, बांका और भागलपुर सीट पर जीत का परचम लहराने की जिम्मेदारी उसे सौंप दी है। वर्ष 2014 में बिहार की 40 लोकसभा सीटों पर भाजपा ने लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था जबकि जद(यू) अपने दम पर अखाड़े में उतरा था। भाजपा 30 में से 22, लोजपा सात में से छह वहीं रालोसपा तीन की तीन सीटें जीतने में कामयाब रही थी। वर्ष 2017 में बिहार की राजनीतिक फिजा बदली तो जद (यू) ने राजग में शामिल हो कर ‘घर वापसी’) कर ली। भाजपा ने इस बार के आम चुनाव में को उन आठ में से पांच सीटों की कमान सौंप दी, जिन पर पिछले चुनाव में वह हार गई थी। इन पांच सीटों में से एक पूर्णिया में हालांकि पिछले चुनाव में जद(यू) ने ही जीती थी। इन पांच सीटों पर 18 अप्रैल को मतदान होगा। जद (यू ) ने किशनगंज सीट से मोहम्मद अशरफ को उम्मीदवार बनाया है, जिनका सीधा मुकाबला कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ रहे पूर्व मंत्री मोहम्मद हुसैन आजाद के पुत्र और किशनगंज के निवर्तमान विधायक डॉ. मोहम्मद जावेद से होगा। पिछले चुनाव में इस सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी मोहम्मद असरारुल हक ने भाजपा प्रत्याशी दिलीप जायसवाल को एक लाख 94 हजार 612 मतों के भारी अंतर पराजित किया था। दिसंबर 2018 में दिल का दौरान पड़ने से कांग्रेस के मोहम्मद असरारूल हक का निधन हो गया था। कटिहार लोकसभा सीट से पूर्व मंत्री दुलालचंद गोस्वामी को प्रत्याशी बनाया है। उनका मुकाबला कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ रहे निवर्तमान सासंद तारिक अनवर से होगा। पिछले चुनाव में श्री अनवर ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की टिकट पर चुनाव लड़ा और भाजपा के श्री निखिल कुमार चौधरी को एक लाख 14 हजार 740 मतों के अंतर से पराजित किया। इस सीट पर श्री चौधरी ने 1999, 2004 और 2009 में लगातार जीत दर्ज की थी। बांका सीट पर की टिकट पर बेलहर विधानसभा से विधायक और पूर्व सांसद गिरधारी यादव चुनावी समर में हैं, जहां उनका मुकाबला राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रत्याशी और निवर्तमान सांसद जयप्रकाश नारायण यादव और पूर्व सासंद पुतुल कुमारी से है। भाजपा से टिकट नहीं मिलने से नाराज होकर पूर्व केन्द्रीय मंत्री दिग्विजय सिंह की पत्नी पुतुल कुमारी निर्दलीय चुनाव लड़ रही हैं। पिछले चुनाव में राजद उम्मीदवार जयप्रकाश नारायण यादव ने भाजपा प्रत्याशी पुतुल कुमारी को 10144 मतों से पराजित किया था। जद (यू) के टिकट पर भागलपुर से नाथनगर के विधायक अजय कुमार मंडल पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं। उनका मुकाबला राजद प्रत्याशी और निवर्तमान सांसद शैलेष कुमार उर्फ बुलो मंडल से है। वर्ष 2014 के चुनाव में भाजपा के दिग्गज नेता सैयद शाहनवाज हुसैन मैदान में थे। उन्हें राजद के बुलो मंडल ने रोमांचक मुकाबले में 9485 मतों से पराजित किया था। जद( यू) ने पिछले चुनाव में जीती हुई पूर्णिया सीट पर निवर्तमान सांसद संतोष कुमार कुशवाहा पर फिर से भरोसा जताया है, जिनकी टक्कर कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे पूर्व सासंद उदय सिंह उर्फ पप्पू सिंह से होगी। पिछले चुनाव में श्री कुशवाहा ने भाजपा के कद्दावर नेता उदय सिंह को एक लाख 16 हजार 669 मतों के अंतर से हराया था। 

आलिया भट्ट दबंग सलमान के साथ काम करने को लेकर रोमांचित

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मुंबई 14 अप्रैल, बॉलीवुड अभिनेत्री आलिया भट्ट दबंग स्टार सलमान खान के साथ काम करने को लेकर रोमांचित है। बॉलीवुड फिल्मकार संजय लीला भंसाली, सलमान खान और आलिया भट्ट को लेकर फिल्म ‘इंशाअल्‍लाह’ बनाने जा रहे हैं। पहली बार सलमान और आलिया एक साथ किसी फिल्‍म में नजर आने वाले हैं। आलिया ने सलमान के साथ अपने अनयूजअल पेयरिंग'पर बात की है। उन्होंने कहा कि इस कास्टिंग के पीछे एक कारण है। उन्‍हें भी नहीं लगता था कि यह कॉम्बिनेशन पॉसिबल है। आलिया ने बताया भंसाली के पास विजन है। लोग बहुत जल्‍दी जज करने लगते हैं। इस कास्‍टिंग के पीछे एक वजह है। मैं सलमान के साथ काम करने को लेकर रोमांचित हूं। यह एक दिलचस्‍प सफर होगा और सलमान सच में बहुत दयालु हैं। दोनों की साथ में मैजिकल जोड़ी है और मैं इसका हिस्‍सा बनकर धन्‍य हूं। आलिया की इन दिनों अपनी अपकमिंग फिल्‍म ‘कलंक’ के प्रमोशन में व्‍यस्‍त हैं। अभिषेक वर्मन निर्देशित इस फिल्‍म में वरुण धवन, सोनाक्षी सिन्‍हा, आदित्‍य रॉय कपूर, माधुरी दीक्षित और संजय दत्‍त जैसे स्‍टार्स भी नजर आएंगे। फिल्‍म 17 अप्रैल को रिलीज होगी। 

दीपिका पादुकोण फिल्म छपाक के लिये कर रही हैं कड़ी मेहनत

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मुंबई 14 अप्रैल, बॉलीवुड की डिंपल गर्ल दीपिका पादुकोण अपनी आने वाली फिल्म छपाक में अपने किरदार के लिये कड़ी मेहनत कर रही हैं। दीपिका ने अपनी आने वाली फिल्म ‘छपाक’ की शूटिंग शुरू कर दी है। मेघना गुलज़ार इसे निर्देशित कर रही हैं। दीपिका इस फिल्म में अपने किरदार के लिये कड़ी मेहनत कर रही है। दीपिका इस फ़िल्म में मालती का रोल कर रही हैं, जो एसिड अटैक सर्वाइवर हैं। हाल ही में, दीपिका का पहला लुक जारी किया गया था जिसे असली किरदार से अविश्वसनीय समानता के कारण खूब पसंद किया गया। इसके लिए मेकअप करने में ही दीपिका को घंटों लगाने पड़ रहे हैं। इस लुक को हासिल करना मुश्किल भरा काम होता है क्योंकि मेकअप को सही तरीके से पूरा करने में हर रोज़ लगभग तीन से चार घंटे लग जाते हैं। और तो और मेकअप को उतारने के लिए इससे भी अधिक समय लगता है। दीपिका हर रोज इस लुक में आने और उससे बाहर निकलने की प्रक्रिया से गुजरती है और हर रोज़ मेकअप के लिए इतने घंटों तक बैठकर अपने सब्र का इम्तेहान देती हैं। दीपिका इस फिल्म में मालती की जीवनगाथा पेश करेंगी। वह न केवल इस फिल्म में अभिनय कर रही हैं बल्कि एक निर्माता के रूप में भी इससे अपना डेब्यू कर रही हैं। लक्ष्मी अग्रवाल के जीवन की असली कहानी को पेश करने वाली फिल्म ‘छपाक’ अगले साल रिलीज हो सकती है।

सम्पूर्ण राष्ट्र ने बाबा साहब को दी श्रद्धांजलि

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नयी दिल्ली, 14 अप्रैल, कृतज्ञ राष्ट्र ने रविवार को बाबा साहब अम्बेडकर को उनकी 128वीं जयंती पर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की और राष्ट्र निर्माण में उनके योगदान को स्मरण कर सामाजिक न्याय तथा वंचितों के सशक्तिकरण में उनकी भूमिका को रेखांकित किया। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन तथा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी समेत अनेक गणमान्य लोगों ने संविधान के निर्माण में बाबा साहब के योगदान को याद किया और समतामूलक समाज के निर्माण के लिए उनके बताये गये रास्तों पर चलने का आह्वान किया। संसद परिसर में स्थित बाबा साहब की प्रतिमा पर सर्वश्री कोविंद, नायडू, मोदी, समित्रा महाजन आदि ने माल्यार्पण किया और उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर सामाजिक अधिकारिता एवं कल्याण मंत्री थावर चंद गहलोत, संसदीय कार्य राज्यमंत्री विजय गोयल, रामदास आठवाले, सत्यनारायण जटिया, मनोनीत सदस्य नरेन्द्र जाधव के अलावा वयोवृद्ध भाजपा नेता लाल कृष्ण आडवाणी आदि भी मौजूद थे। डॉ. अम्बेडकर प्रतिष्ठान सामाजिक न्याय एवं अधिकारित द्वारा आयोजित समारोह में सुबह नौ बजे से 12 बजे तक अनेक कार्यक्रम आयोजित किये गये और वक्ताओं ने बाबा साहब के जीवन संदेश को नयी पीढ़ी के लिए प्रेरणाजनक बताया। इससे पहले संसद भवन के केन्द्रीय कक्ष में इन नेताओं ने बाबा साहब के तैल चित्र पर माल्यापर्ण कर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किये।

सारा अली खान भविष्य में राजनीति में भी अपना करियर बनाना चाहती

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मुंबई 14 अप्रैल, बॉलीवुड अभिनेत्री सारा अली खान भविष्य में राजनीति में भी अपना करियर बनाना चाहती हैं। सैफ अली खान और अमृता सिंह की पुत्री सारा ने पिछले साल प्रदर्शित फिल्म केदारनाथ से बॉलीवुड में डेब्यू किया। इसके बाद सारा की फिल्म सिंबा प्रदर्शित हुयी। सारा ने राजनीति मे एंट्री को लेकर बात की है। उन्होंने बताया कि वो कभी राजनीति में आएंगी या नहीं। सारा ने कहा,“मैं लाइफ में आगे चलकर राजनीति में अपना करियर बनाना चाहती हूं।हालांकि, एक्टिंग हमेशा मेरी प्राथमिकता होगी। भविष्य में मैं राजनीति में शामिल होना चाहती हूं।सारा इम्तियाज अली की फिल्म लव आज कल के सीक्वल में नजर आने वाली हैं। फिल्म में कार्तिक आर्यन उनके अपोजिट रोल में होंगे।”

अम्बेडकर को ‘भूमाफिया’ कहने वालों के लिये वोट मांग रही हैं मायावती : मोदी

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मुरादाबाद/अलीगढ़ (उप्र), 14 अप्रैल, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सपा के साथ गठबंधन करके लोकसभा चुनाव लड़ रही बसपा प्रमुख मायावती पर निशाना साधते हुए रविवार को कहा कि वह बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर को 'भू—माफिया'कहने वाले प्रत्याशी के लिये वोट मांग रही हैं। मोदी ने मुरादाबाद में एक रैली में कहा कि अपने अस्तित्व के संकट को देखकर सपा—बसपा ने पहले एक—दूसरे को दी गयी सारी गालियां पीछे छोड़ दीं और नारा बन गया 'मेरा भी माफ, तुम्हारा भी माफ वरना हो जाएंगे दोनों साफ।'इन्होंने हाफ—हाफ किया है। ये हाफ—हाफ वालों को यूपी पूरा साफ कर देगा। हिन्दुस्तान में ऐसी लहर चल रही है कि इनका बचना मुश्किल है। महामिलावट की महागिरावट तय है। मोदी ने रामपुर से सपा प्रत्याशी आजम खां की तरफ इशारा करते हुए कहा 'मायावती आज उस प्रत्याशी के लिये वोट मांगती हैं, जो बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर को भू—माफिया कहता है और विश्वविद्यालय के नाम पर दलित बस्तियों की जमीन कब्जाता है। यह वही लोग हैं जो मायावती का सद्दाम हुसैन जैसा हश्र करने की बात करते थे, जिनको अम्बेडकर को माला पहनाना मंजूर नहीं था। मायावती उनके लिये वोट मांग रही हैं।' 


उन्होंने सपा अध्यक्ष अखिलेश पर भी तंज करते हुए कहा 'क्या बबुआ (अखिलेश यादव) मुलायम सिंह जी को पागलखाने भेजवाने की बात कहने वाली मायावती की उस हरकत को भूल गये? आज हाथी साइकिल पर सवार है और निशाने पर चौकीदार है।' प्रधानमंत्री ने कहा कि अगर दिल्ली में सरकार बनानी है तो 272 सीटें चाहिये। जो लोग 40 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं, क्या वो 272 लाएंगे। ये आपकी आंखों में धूल झोंक रहे हैं। ये लोग सत्ता के लिये अपने वोट बैंक को उसके ठेकेदार बनकर एक—दूसरे को बेच रहे हैं। ट्रांसफर कर रहे हैं। वहीं, आपका यह चौकीदार 12 करोड़ किसानों के खाते में 75 हजार करोड़ रुपये ट्रांसफर करने के लिये दिन—रात एक कर रहा है। मोदी ने वादा किया कि अगर केन्द्र में दोबारा उनकी सरकार बनी तो किसानों को हर साल दी जाने वाली छह हजार रुपये की सहायता के लिये पांच एकड़ या उससे कम कृषि भूमि की शर्त को खत्म कर दिया जाएगा। इसके अलावा छोटे किसानों और खेत मजदूरों को 60 साल की उम्र के बाद हर महीने नियमित पेंशन मिलेगी। उन्होंने यह भी कहा कि लघु उद्योगों से जुड़े लोगों, छोटे कामगारों और छोटे दुकानदारों को भी हमारी सरकार पेंशन देने का निर्णय करेगी। इसकी एक कड़ी के तौर पर पीएम श्रमयोगी मानधन योजना शुरू भी की जा चुकी है। दोबारा सरकार बनने पर योजनाओं का और विस्तार किया जाएगा। मोदी ने कहा कि भाजपा ने संकल्प लिया है कि सत्ता में फिर आने पर वह पहली बार राष्ट्रीय व्यापारी आयोग बनायेगी, ताकि आपकी हर समस्या का समय पर समाधान हो सके। इसके अलावा छोटे उद्यमियों को 50 लाख रुपये तक बिना गारंटी कर्ज देने का संकल्प भी हमारी सरकार ने किया है।



उन्होंने किसानों का बकाया गन्ना भुगतान ना करने वाले चीनी मिल मालिकों को चेतावनी देते हुए कहा कि चुनाव खत्म होने के बाद आपकी बारी आयेगी। मैं किसानों को भरोसा देता हूं कि प्रदेश की योगी सरकार आपका एक—एक रुपया जल्द से जल्द दिलवाकर रहेगी। मैं भी पूरी ताकत लगाऊंगा। इससे पहले, अलीगढ़ में आयोजित सभा में मोदी ने कहा कि आतंकवाद, भ्रष्टाचार, बीमारी और गरीबी को हटाना उनका संकल्प है। मोदी ने प्रदेश की पूर्ववर्ती सरकारों पर उत्तर प्रदेश के साथ न्याय ना करने का आरोप लगाते हुए जनसभा में आये लोगों से कहा, 'दुनिया में चेन्नई की चर्चा होती है । बेंगलूरू, मुंबई और अहमदाबाद की चर्चा होती है .... मेरे उत्तर प्रदेश की होनी चाहिए कि नहीं ... दुनिया के लिए उत्तर प्रदेश सबसे आकर्षण का केन्द्र बनना चाहिए कि नहीं ... ।' बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर की जयंती के मौके पर उन्हें स्मरण करते हुए मोदी ने कहा, 'ये बाबा साहेब के संविधान की ताकत है कि दलित समाज से निकलकर एक सज्जन राष्ट्रपति पद पर हैं । ये बाबासाहेब का संविधान है कि एक चाय वाला भी प्रधानमंत्री बन सकता है ।' सपा—बसपा सहित विपक्षी दलों को निशाने पर लेते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश 2014 में इन्हें बता चुका है कि जाति की स्वार्थभरी राजनीति नहीं, विकास चाहिए ।


मोदी ने सपा—बसपा पर हमला जारी रखते हुए कहा, ':पश्चिमी उत्तर प्रदेश में: कैसे बहन-बेटियों के साथ दुर्व्यवहार हुआ, कैसे लोगों को अपना घर, अपना कारोबार छोड़ना पड़ा, ये देश ने देखा है ... जब पश्चिमी यूपी जल रहा था, मासूम लोग मारे जा रहे थे, तब उसके पीड़ितों की आवाज को अनसुना करने वाला कौन था ?' उन्होंने कहा, 'अपने स्वार्थ की पूर्ति के लिए ऐसे लोगों ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लोगों की दुख-तकलीफें, उन पर जो गुजरी, सब भुला दिया है ... पश्चिमी यूपी में कितना बड़ा पाप हुआ, पूरा देश इसका गवाह रहा है ।'

पचास प्रतिशत मतदान पर्चियों का मिलान ईवीएम से कराने की मांग पर न्यायालय का रुख करेंगे विपक्षी दल

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नयी दिल्ली 14 अप्रैल, ईवीएम की विश्वसनीयता पर संदेह जताते हुए कई विपक्षी दलों ने रविवार को कहा कि कम से कम 50 प्रतिशत मतदान पर्चियों का मिलान ईवीएम से कराए जाने की मांग को लेकर वे उच्चतम न्यायालय का रुख करेंगे। ‘लोकतंत्र बचाओ’’ का आह्वान करते हुए कांग्रेस, तेदेपा, सपा और भाकपा सहित विभिन्न विपक्षी दलों ने संयुक्त रूप से एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया। दलों ने चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता के मुद्दे तथा मतदाताओं के अधिकारों की सुरक्षा को रेखांकित किया। दिल्ली के मुख्यमंत्री एवं आप नेता अरविंद केजरीवाल ने भाजपा पर लोकसभा चुनाव जीतने के लिए ईवीएम की प्रोग्रामिंग करने का आरोप लगाया। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि 21 दलों ने 50 प्रतिशत मतदान पर्चियों के सत्यापन की मांग की है। नायडू ने शनिवार को मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा से मुलाकात कर ईवीएम गड़बड़ी का मामला उठाया था। राजनीतिक दलों की यह मांग चुनावी मौसम के मध्य में आयी है। लोकसभा चुनाव सात चरणों में हो रहे हैं और पहले चरण का चुनाव 11 अप्रैल को हो चुका है। केजरीवाल ने दावा किया कि ईवीएम और चुनावी प्रक्रिया में लोगों का भरोसा कम हो रहा है। वे देश के लोकतांत्रित ढांचे पर सवाल उठा रहे हैं।



कांग्रेस नेताओं और वरिष्ठ अधिवक्ताओं कपिल सिब्बल और अभिषेक सिंघवी ने भी सम्मेलन में भाग लिया। कांग्रेस नेता सिंघवी ने कहा कि विपक्षी दल हर विधानसभा क्षेत्र में कम से कम 50 प्रतिशत मतदान पर्चियों का मिलान ईवीएम से कराए जाने का निर्देश देने की मांग करते हुए उच्चतम न्यायालय का रुख करेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘अगर चुनाव आयोग इस मुद्दे की अनदेखी करता है तो हम अन्य कदम उठाएंगे। हम शांत नहीं बैठेंगे। हम उच्चतम न्यायालय से संपर्क करेंगे।’’  सिंघवी ने कहा कि विपक्षी दल ईवीएम में गड़बड़ी के मुद्दे पर देशव्यापी अभियान चलाएंगे। सिंघवी ने आरोप लगाया, ‘‘पहले चरण के चुनाव के बाद सवाल उठने लगे। हमें नहीं लगता कि ईवीएम में गड़बड़ी के मुद्दे के निपटारे के लिए चुनाव आयोग पर्याप्त कदम उठा रहा है।’’ आयोग के इरादों पर सवाल उठाते हुए सिब्बल ने कहा, ‘‘चुनाव आयोग 50 प्रतिशत मतदान पर्चियों का मिलान क्यों नहीं चाहता। आज 20-25 प्रतिशत ईवीएम ठीक से काम नहीं कर रहे। लोग चार बजे सुबह तक वोट देंगे और कतारबद्ध होकर प्रतीक्षा करेंगे। इसका क्या यह अर्थ है।’’ उच्चतम न्यायालय ने सोमवार को चुनाव आयोग को निर्देश दिया कि लोकसभा चुनावों के लिए वीवीपैट पर्चियों के ईवीएम से मिलान को प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में एक मतदान केन्द्र से बढ़ाकर पांच केन्द्र में किया जाए। शीर्ष अदालत ने कहा कि इससे चुनाव प्रक्रिया की विश्वसनीयता बढ़ेगी।

संविधान को नष्ट करने की कोशिशें हो रही हैं :प्रियंका गांधी

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सिलचर (असम) 14 अप्रैल, भाजपा पर तीखा हमला बोलते हुए कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने रविवार को कहा कि आज संविधान का सम्मान नहीं किया जा रहा और इसे नष्ट करने की कोशिशें की जा रही हैं। सिलचर से कांग्रेस उम्मीदवार और मौजूदा सांसद सुष्मिता देव के समर्थन में रोडशो करते हुए प्रियंका ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरी दुनिया की यात्रा की लेकिन अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में बमुश्किल ही थोड़ा बहुत वक्त बिताया है। उन्होंने कहा कि आज महापुरुष बी आर अंबेडकर की जयंती है। उन्होंने संविधान के माध्यम से इस देश की बुनियाद रखी थी। हर नेता की जिम्मेदारी है कि संविधान का सम्मान किया जाए। कांग्रेस महासचिव और पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका ने कहा, ‘‘आज आप देख रहे हैं कि संविधान का सम्मान नहीं किया जा रहा और उसे नष्ट करने के प्रयास किये जा रहे हैं।’’ 

भाजपा के घोषणापत्र की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि इसमें विभिन्न संस्कृतियों और धर्मों के लिए जगह नहीं है। संविधान के लिए भी कोई सम्मान नहीं है। उन्होंने कहा कि वाराणसी की जनता ने उन्हें बताया कि मोदी ने पिछले पांच साल में वहां किसी के साथ पांच मिनट का वक्त नहीं बिताया है। प्रियंका ने कहा, ‘‘वह अमेरिका गये और लोगों से गले मिले। चीन गये और वहां भी गले मिले। रूस और अफ्रीका जाकर गले मिले। जापान जाकर ड्रम बजाया। पाकिस्तान में बिरयानी खाई।’’ उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन अपने ही संसदीय क्षेत्र में वह एक बार भी किसी परिवार के यहां उनका हालचाल पूछने नहीं गये।’’ प्रियंका ने सुष्मिता देव की तुलना अपनी दादी इंदिरा गांधी से करते हुए कहा, ‘‘अगर आपको आज भी इंदिरा गांधी याद हैं तो ऐसा इसलिए क्योंकि उन्होंने आपके लिए काम किया। मैं यहां सुष्मिता के लिए आई हूं। उनमें इंदिरा जी जैसा साहस है।’’

सीहोर (मध्यप्रदेश) की खबर 14 अप्रैल

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मतदान और मतदान के एक दिन पहले समाचार पत्रों में प्रकाशित कराये जाने वाले विज्ञापनों का भी कराना होगा पूर्व प्रमाणन

भारत निर्वाचन आयोग ने एन चुनाव के मौके पर विद्वेषपूर्ण अथवा भ्रामक राजनैतिक विज्ञापनों के प्रकाशन एवं प्रसारण पर रोक लगाने के उद्देश्य से समाचार पत्रों अथवा प्रिंट मीडिया में भी मतदान के एक दिन पूर्व और मतदान के दिन प्रकाशित कराये जाने वाले राजनैतिक विज्ञापनों का राज्य स्तरीय अथवा जिला स्तरीय मीडिया प्रमाणन समिति से पूर्व प्रमाणन कराना अनिवार्य कर दिया है। इस बारे में निर्वाचन आयोग द्वारा निर्देश जारी कर दिये गये हैं।  निर्वाचन आयोग द्वारा जारी निर्देश के मुताबिक कोई भी राजनैतिक दल या उम्मीदवार अथवा अन्य कोई संगठन या व्यक्ति प्रदेश में लोकसभा चुनाव के लिए होने वाले मतदान के दिन तथा उसके एक दिन पहले वाले दिन कोई भी विज्ञापन मीडिया प्रमाणन समिति से बिना पूर्व प्रमाणन कराये प्रकाशित नहीं करा सकेगा। अर्थात ऐसे विज्ञापनों का समाचार पत्रों अथवा प्रिंट मीडिया में प्रकाशन कराने के पूर्व राज्य अथवा जिला स्तरीय मीडिया प्रमाणन समिति से प्रमाणन कराना अनिर्वाय होगा।  निर्वाचन आयोग ने यह निर्देश पूर्व में सामने आये उन मामलों के संदर्भ में जारी किये हैं, जहां अंतिम चरण में भ्रामक, भड़काउ या आक्रामक स्वरूप के विज्ञापन प्रकाशित कराकर चुनावी प्रक्रिया को दूषित करने के प्रयास किये गये थे। आयोग के मुताबिक चुनाव के अंतिम दौर में ऐसे भ्रमित करने वाले विज्ञापनों के प्रकाशन के बाद इनसे प्रभावित दल अथवा प्रत्याशी के पास किसी भी प्रकार की सफाई अथवा खण्डन का अवसर नहीं होता।  आयोग के अनुसार ऐसी स्थिति में स्वतंत्र और निष्पक्ष निर्वाचन के लिए विज्ञापनों का पूर्व प्रमाणन जरूरी है। 

नामांकन जमा करते समय केवल पांच व्यक्तियों को ही प्रवेश मिलेगा

भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी लोकसभा निर्वाचन-2019 कार्यक्रम के अनुसार संसदीय क्षेत्र-19 भोपाल के लिए नाम निर्देशन पत्र 16 अप्रैल 2019 से प्राप्त किए जाएंगे। भारत निर्वाचन आयोग के मार्गदर्शी सिद्धांतों के अनुरूप नाम निर्देशन पत्र प्रस्तुत करते समय रिटर्निंग अधिकारी के कक्ष में केवल पांच व्यक्ति ही प्रवेश कर सकेंगे। इससे अधिक व्यक्तियों के प्रवेश करने पर संबंधितों के विरूद्ध निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देश अनुसार वैद्यानिक कार्यवाही की जाएगी।

सुविधा एप पर भी होगी नामांकन पत्रों की एंट्री

निर्वाचन आयोग द्वारा तैयार किये गये सुविधा एप्लीकेशन में लोकसभा का चुनाव लड़ने वाले अभ्यर्थियों द्वारा भरे गये नाम-निर्देशन पत्रों की एंट्री भी की जायेगी। इस एप पर निर्वाचन आयोग द्वारा नॉमीनेशन माड्यूल जोड़ा गया है। इस मॉड्यूल से रिटर्निंग अधिकारियों को अतिरिक्त सहूलियत होगी।  रिटर्निंग अधिकारी उम्मीदवारों से प्राप्त नामांकन पत्रों में दर्ज प्रत्येक जानकारी को सुविधा एप में दर्ज करेंगे। सुविधा एप्लीकेशन के मॉड्यूल को कुछ इस तरह बनाया गया है कि यदि नामांकन पत्र में कोई कमी रह जाती है या ऐसी कोई जानकारी जो नामांकन पत्र में दी जाना अनिवार्य है लेकिन अभ्यर्थी द्वारा उसे नहीं भरा गया है तो यह उस नामांकन पत्र को स्वीकार ही नहीं करेगा। ऐसी स्थिति में उम्मीदवार को रिटर्निंग अधिकारी द्वारा लिखित में सूचना देकर नामांकन पत्र की कमियों की समय रहते पूर्ति करने के लिए कहा जायेगा। ताकि सिर्फ लिपिकीय त्रुटि के कारण संवीक्षा के दौरान नामांकन पत्रों को निरस्त होने की स्थिति से बचा जा सकेगा।

केवल वीवीपेट की बैटरी मतदान की समाप्ति के बाद अनिवार्य, रूप से निकाली जाये - मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी 

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री व्हीएल कान्ता राव ने निर्देश दिये कि मतदान समाप्ति के तुरन्त बाद केवल वीवीपेट मशीन की बैटरी अनिवार्य रूप से पीठासीन अधिकारी द्वारा निकाली जाये। इस दौरान पीठासीन अधिकारी अभ्यर्थियों के एजेन्टों से हस्ताक्षर अवश्य लें। मशीनों के परिवहन के दौरान परिवहन वाहन में जीपीएस सिस्टम लगाने के लिये आयोग द्वारा टेण्डर फायनल कर दिये गये हैं। शीघ्र ही जीपीएस सिस्टम जिलों को उपलब्ध कराया जायेगा। भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश अनुसार ‘बीएलओ को जानिये’ के पोस्टर तथा मतदान दिवस के दिन समस्त मतदान केन्द्रों पर मतदाताओं की सुविधा के लिये पोस्टर लगाये जायेंगे, इसलिये अपने-अपने संसदीय क्षेत्र के समस्त मतदान केन्द्रों पर 2 गुणा 3 साइज में पोस्टर छपवा कर लगवाना सुनिश्चित करें। बूथ लेवल आफिसर जमीनी स्तर पर भारत निर्वाचन आयोग का प्रतिनिधित्व होता है, सामान्यत: एक बीएलओ एक मतदान केन्द्र क्षेत्र के लिये उत्तरदायी होता है। पोस्टर बीएलओ की भूमिका और उसका उत्तरदायित्व क्या-क्या है, से सम्बन्धित रहेगा। बूथ लेवल आफिसर का पता लगाने के तरीके सम्बन्धी जानकारी पोस्टर में उपलब्ध रहेगी। सोशल मीडिया, आदर्श मतदान केन्द्र, पीडब्लयूडी, स्वीप, मॉकपोल, सुविधा एप, सिंबाल, पेडन्यूज, सीसीटीवी वेब कास्टिंग आदि के सम्बन्ध में विस्तार से दिशा-निर्देश दिये गये।

हर्षोल्लास के साथ मनाई गई डॉ अंबेडकर जयंती , नगरीय प्रशासन मंत्री जयवर्धन सिंह हुए शामिल 

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सीहेार। जिला कांग्रेस कमेटी झुग्गी झोपड़ी प्रकोष्ठ ने रविवार को संविधान निर्माता डॉ बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर की १२८वीं जयंती मनाई। जिला मुख्यालय पर अजा बहूल वार्ड क्रमांक ११ में स्थित डॉ अम्बेडकर पार्क में प्रमुख कार्यक्रम आयोजित किया गया। भव्य कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में नगरीय प्रशासन मंत्री जयवर्धन सिंह सम्मिलित हुए। झुग्गी झोपड़ी कांग्रेस प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष एवं मध्य प्रदेश  कांग्रेस कमेटी अनुसुचित जाति विभाग संभाग भोपाल के संयोजक वरिष्ठ कांग्रेस नेता नरेंद्र खंगराले और क्षेत्रीय पार्षद आरती खंगराले ने मुख्य अतिथि मंत्री जयवर्धन सिंह का पुष्प मालाओं से भव्य आत्मीय स्वागत किया। तत्पश्चात मंत्री श्री सिंह ने बाबा साहब की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर बाबा साहब को नमन किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में मौजूद नागरिकों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मंत्री श्री सिंह ने कहा की डॉ अम्बेडकर ने कहा था की बुद्धी का विकास मानव का अंतिम लक्ष्य होना चाहिए, दलित शोषित समाज को उपर उठाने के लिए बाबा साहब ने समाज को शिक्षित बनों संगठित बनों संघर्ष करों का नारा दिया है इस मौके पर मंत्री श्री सिंह ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं का लोकसभा चुनावों को लेकर उत्साह बर्धन करतें बतायार की भोपाल लोकसभा के कांग्रेस प्रत्याशी पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री रहते हुए समाज के अंतिम व्यक्ति की सेवा की है। हमारा यह कत्र्तव्य बनता है की देश के सेकुलर राष्ट्रीय कांग्रेस नेता श्री सिंह को भारी बहूूतों से विजय बनाएं। कार्यक्रम का संचालन जिला कांग्रेस के वारिष्ठ महामंत्री डॉ अनीस खान के द्वारा किया गया। अंत में दर्शन सिंह वर्मा ने आभार व्यक्त किया।  इस मोके पर पूर्व सासंद सुरेंद्र सिंह ठाकुर, जिला कांग्रेस अध्यक्ष रतन सिंह ठाकुर, आष्टा नगर पालिका अध्यक्ष कैलाश परमार,पूर्व विधायश्क रमेश सक्सेना, पूर्व नपाध्यक्ष राकेश राय, रूकमणी रोहिला,कार्यकारी अध्यक्ष राहुल यादव, नईम नबाव, सुरेश गुप्ता, हरीश राठौर, जाफर लाला, शमीम अहमद, ओम वर्मा, दामोदर राय, सुरेश साबू, राजू राजपूत,राकेश वर्मा, रामू चौधरी, विवेक राठौर रमेश राठौर, राजाराम बड़े भाई,सीताराम भारती,  मुकेश खत्री, मीरा रेकवार, मुकेश ठाकुर, संतोष जाटव, सुरेश कुमार यादव श्यामलाल महोबिया, धर्म प्रकाश आर्य, धन्नालाल परचौले,पन्नालाल खंगराले रमेश, हनीफ कुरैशी लतीफउर्राहमान सन्नी जाटव राहुल जाटव, सतीष यादव सहित बड़ी संख्या मेें कांग्रेस कार्यकर्तागण मौजूद थे। 

मधुबनी : विज्ञापनों का भी कराना होगा पूर्व प्रमाणन

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मतदान और मतदान के एक दिन पहले समाचार पत्रों में प्रकाशित कराये जाने वाले विज्ञापनों का भी कराना होगा पूर्व प्रमाणन
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भारत निर्वाचन आयोग ने एन चुनाव के मौके पर विद्वेषपूर्ण अथवा भ्रामक राजनैतिक विज्ञापनों के प्रकाशन एवं प्रसारण पर रोक लगाने के उद्देश्य से समाचार पत्रों अथवा प्रिंट मीडिया में भी मतदान के एक दिन पूर्व और मतदान के दिन प्रकाशित कराये जाने वाले राजनैतिक विज्ञापनों का राज्य स्तरीय अथवा जिला स्तरीय मीडिया प्रमाणन समिति से पूर्व प्रमाणन कराना अनिवार्य कर दिया है। इस बारे में निर्वाचन आयोग द्वारा निर्देश जारी कर दिये गये हैं।  निर्वाचन आयोग द्वारा जारी निर्देश के मुताबिक कोई भी राजनैतिक दल या उम्मीदवार अथवा अन्य कोई संगठन या व्यक्ति प्रदेश में लोकसभा चुनाव के लिए होने वाले मतदान के दिन तथा उसके एक दिन पहले वाले दिन कोई भी विज्ञापन मीडिया प्रमाणन समिति से बिना पूर्व प्रमाणन कराये प्रकाशित नहीं करा सकेगा। अर्थात ऐसे विज्ञापनों का समाचार पत्रों अथवा प्रिंट मीडिया में प्रकाशन कराने के पूर्व राज्य अथवा जिला स्तरीय मीडिया प्रमाणन समिति से प्रमाणन कराना अनिर्वाय होगा।  निर्वाचन आयोग ने यह निर्देश पूर्व में सामने आये उन मामलों के संदर्भ में जारी किये हैं, जहां अंतिम चरण में भ्रामक, भड़काउ या आक्रामक स्वरूप के विज्ञापन प्रकाशित कराकर चुनावी प्रक्रिया को दूषित करने के प्रयास किये गये थे। आयोग के मुताबिक चुनाव के अंतिम दौर में ऐसे भ्रमित करने वाले विज्ञापनों के प्रकाशन के बाद इनसे प्रभावित दल अथवा प्रत्याशी के पास किसी भी प्रकार की सफाई अथवा खण्डन का अवसर नहीं होता।  आयोग के अनुसार ऐसी स्थिति में स्वतंत्र और निष्पक्ष निर्वाचन के लिए विज्ञापनों का पूर्व प्रमाणन जरूरी है।

वीवीपेट की बैटरी मतदान की समाप्ति के बाद अनिवार्य, रूप से निकाली जाये - CEC

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मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री व्हीएल कान्ता राव ने निर्देश दिये कि मतदान समाप्ति के तुरन्त बाद केवल वीवीपेट मशीन की बैटरी अनिवार्य रूप से पीठासीन अधिकारी द्वारा निकाली जाये। इस दौरान पीठासीन अधिकारी अभ्यर्थियों के एजेन्टों से हस्ताक्षर अवश्य लें। मशीनों के परिवहन के दौरान परिवहन वाहन में जीपीएस सिस्टम लगाने के लिये आयोग द्वारा टेण्डर फायनल कर दिये गये हैं। शीघ्र ही जीपीएस सिस्टम जिलों को उपलब्ध कराया जायेगा। भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश अनुसार ‘बीएलओ को जानिये’ के पोस्टर तथा मतदान दिवस के दिन समस्त मतदान केन्द्रों पर मतदाताओं की सुविधा के लिये पोस्टर लगाये जायेंगे, इसलिये अपने-अपने संसदीय क्षेत्र के समस्त मतदान केन्द्रों पर 2 गुणा 3 साइज में पोस्टर छपवा कर लगवाना सुनिश्चित करें। बूथ लेवल आफिसर जमीनी स्तर पर भारत निर्वाचन आयोग का प्रतिनिधित्व होता है, सामान्यत: एक बीएलओ एक मतदान केन्द्र क्षेत्र के लिये उत्तरदायी होता है। पोस्टर बीएलओ की भूमिका और उसका उत्तरदायित्व क्या-क्या है, से सम्बन्धित रहेगा। बूथ लेवल आफिसर का पता लगाने के तरीके सम्बन्धी जानकारी पोस्टर में उपलब्ध रहेगी। सोशल मीडिया, आदर्श मतदान केन्द्र, पीडब्लयूडी, स्वीप, मॉकपोल, सुविधा एप, सिंबाल, पेडन्यूज, सीसीटीवी वेब कास्टिंग आदि के सम्बन्ध में विस्तार से दिशा-निर्देश दिये गये।

बिहार : देश की महिलायें संघी-सामंती चैकीदारी को बर्दाश्त नहीं करेंगी : कविता कृष्णन

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बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के प्रति अश्विनी चैबे का बयान घोर निंदनीय.
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पटना 14 अप्रैल, भाकपा-माले की पोलित ब्यूरो सदस्य व ऐपवा की राष्ट्रीय सचिव कविता कृष्णन ने बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के खिलाफ भाजपा नेता अश्विनी कुमार चैबे द्वारा दिए गए बयान को घोर महिला विरोधी करार दिया है और उसकी कड़ी निंदा की है. उन्होंने कहा कि इससे महिलाओं के प्रति भाजपा के संकुचित व सामंती नजरिए का ही पर्दाफाश हो रहा है. उन्होंने हैरानी जताई कि जो भाजपा महिला सशक्तीकरण का दावा करती है, उसके नेता महिलाओं से घूंघट में रहने की बात कह रहे हैं. हद तो तब है जब उसकी निंदा करने की बजाए भाजपा के बिहार राज्य अध्यक्ष उसकी सराहना कर रहे हैं और कह रहे हैं कि इसमें गलत क्या है? यदि घूंघट इतनी ही अच्छी बात है तो भाजपा के नेता खुद क्यों नहीं घूंघट ओढ़े लेते? कहा कि भाजपा व संघ वाले   महिलाओं की यह जो सामंती चैकीदार कर रहे हैं, दरअसल महिलाओं के एसर्शन से घबराए हुए हैं. ऐसी ताकतों को जनता चुनाव में अवश्य सबक सिखायेगी.

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर 14 अप्रैल

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मूल भूत सुविधाओं के अभाव में आम नागरिक परेशान हैं - भार्गव

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विदिशाः- आज लगातार सातवें दिन विधायक शशांक भार्गव ने करैयाखेड़ा रोड से लगी हुई बस्तियों में कांग्रेस के कार्यकर्ता पदाधिकारियों के साथ गली नंबर 1,2,3,4,5 में आम नागरिकों के दरवाजे पर पहॅुंचकर मूल भूत सुविधाओं एवं क्षेत्र की अन्य समस्याओं के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त की, उन्होंने कहा कि नगर पालिका परिषद विदिशा की अनदेखी के चलते इस क्षेत्र के नागरिकों को नगर पालिका की ओर से दी जाने वाली मूल भूत सुविधाओं के लिए भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, नगर पालिका विदिशा को चाहिये कि इस क्षेत्र में जिन गलियों में पेयजल की सप्लाई कम दबाव से हो रही है, उन गलियों में पेयजल वितरण व्यवस्था हेतु सुधार कार्य यथाशीघ्र हो साथ ही वर्षा काल प्रारंभ होने से पूर्व खुदी पड़ी सड़कों का निर्माण कार्य यथाशीघ्र किया जाये, भीषण गर्मी को ध्यान में रखते हुये पेयजल सुविधा एवं प्रतिदिन सफाई कार्य हेतु आवश्यक उपाय निरंतर किए जाये प्रतिदिन पेयजल सप्लाई एवं सफाई व्यवस्था की समीक्षा की जाये बिगड़े पडे हैडपंपों को सुधारे जाने का कार्य भी तत्काल हो जिससे पेयजल की समस्या का सामना नगरवासियों को ना करना पड़े इस संबंध में नगर पालिका विदिशा को पत्र लिखकर कार्रवाई के निर्देश दिये।इस अवसर पर प्रमुख रूप से महेन्द्र यादव, वीरेन्द्र पीतलिया, मनोज कपूर, सुरेन्द्र भदौरिया, अजय कटारे, वीरेन्द्र सिंह राजपूत, रामस्वरूप शर्मा, डाॅ शैलेन्द्र कटारिया, बृजेन्द्र वर्मा, भूपेन्द्र रघुवंशी, दशरथ सेन, बसीम खान, डालचंद साहू, गोविन्द भार्गव, अविनाश स्नेहा, माद्योसिंह अहिरवार, दिनेश मालवीय, राम कुशवाह, गुलशन मोढ, देवेन्द्र शर्मा, नरेन्द्र राजपूत, मनोज कुशवाह, लालू लोधी, दयाशंकर अहिरवार, कमलेश प्रजापति, राजू पंथी, मनोज जाटव, राजू चिडार, मनोज साहू, राजकुमार डिडोत, दिनेश मालवीय, योगेश सेन, दशरथ सेन, देवेन्द्र शर्मा, पर्वत गौड, सोमेश तिवारी आदि उपस्थित रहे। दिनंाक 15.04.19 को करैया खेडा रोड हनुमान मंदिर से गली नं. 6,7,8,9 में विधायक भार्गव द्वारा समस्याओं के संबंध में प्रातः 6.30 बजे से उक्त क्षेत्र में वरिष्ठ कांग्रेस कार्यकर्ताओ के साथ जनसंपर्क पर रहेगे।

बेगुसराय : कानून के हाथ लम्बे होते हैं ये साबित कर दिया मोकामा पुलिस ने

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अरुण कुमार (आर्यावर्त) मोकामा के निर्दलीय विधायक अनंत सिंह के 8 समर्थकों को मोकामा थाना ने हिरासत में ले लिया है।हिरासत में लिए गए सज्जन एक पिस्टल और 25 गोलियों के साथ घूम रहे थे।सबों को मोकामा थाना में लाकर रखा गया है।

लल्लू मुखिया भी हुए गिरफ्तार।

दंडाधिकारी की मौजूदगी में मोकामा बाईपास पर गाड़ियों की चेकिंग के दौरान कर्मवीर यादव उर्फ लल्लू मुखिया को हिरासत में लिया गया। उसके साथ रविंदर यादव नाम के एक व्यक्ति को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है।लल्लू मुखिया की गाड़ी से एक लाइसेंसी पिस्टल और 25 गोलियां बरामद हुई है।हिरासत में लिए गए रविंद्र यादव ने बताया कि उसने अपना लाइसेंस पुलिस को दिखाया है।हालांकि पुलिस की दलील है कि आदर्श आचार संहिता लागू होने की अवधि में हथियारों के साथ चलना गैरकानूनी है।अब सवाल यह उठता है कि जब लाइसेंस है ही तो फिर लेकर चलना गैर कानूनी कैसे? लोग लाइसेंस बनवाकर हथियार पूजा करने के लिये तो लेता नहीं। हो सकता है वो अपनी सुरक्षा के ख्याल से साथ लेकर निकाला हो,इसके अलावा सभी लोग काली फिल्म लगी गाड़ियों में चल रहे थे।बिहार में काली फिल्म लगी गाड़ियों पर प्रतिबंध लगा हुआ है।हिरासत में लिए गए सभी लोगों को मोकामा थाना लाया गया है और प्राथमिकी दर्ज करने की कार्रवाई चल रही है।

कुछ दिन पहले ही जेल से छूटा था लल्लू मुखिया।
अनंत सिंह का काफी खास माना जाने वाला लल्लू मुखिया कुछ दिनों पहले ही जेल से छूटा था।बाढ़ थाना की पुलिस ने माघी पूर्णिमा के अवसर पर लाइसेंसी हथियारों के बल पर गाड़ियों से रंगदारी वसूलने के आरोप में उसे गिरफ्तार किया था।जमानत पर कुछ दिन पहले जेल से छूटने के बाद वह एक बार फिर हथियार के साथ हिरासत में ले लिया गया है. हिरासत में लिए गए लोगों ने बताया कि वे लोग निजी पारिवारिक काम से जा रहे थे तथा उनके पास पिस्टल का लाइसेंस रहने के बावजूद हिरासत में लिया गया है।अब ये तो लल्लू मुखिया के साथ साथ कानून और पुलिसप्रशासन ही जाने की कानूनी और गैर कानूनी कौन कैसे सिद्ध करेंगे।वैसे सच कहा जाय तो आचार संहिता लागू हो जाने पर हथियारों से लैस होकर चलना गैर कानूनी ही है।

बेगुसराय : टोल प्लाजा संचालकों की मनमानी और प्रशासन की लापरवाही

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जीता जागता प्रमाण मुरलीटोल का टोल प्लाजा
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अरुण कुमार (आर्यावर्त) बछवाड़ा प्रखंड क्षेत्र के मुरलीटोल में एनएच-28 पर राष्ट्रीय राजमार्ग द्वारा निर्मित टोल प्लाजा स्थानीय लोगों के साथ विकास के नाम पर महज एक छलावा साबित हो रहा है।स्थानीय लोगों के अनुसार टोल प्लाजा से आसपास के लोगों को किसी चेन से बांध कर रख दिया गया हो। जब भी किसी काम से टोल प्लाजा को पार करना पड़ता है तो लगता है जैसे कोई जंग में जा रहे हैं। इस टोल प्लाजा पर नेशनल हाईवे अथारिटी आफ इंडिया कि तरफ से निर्धारित दिशा-निर्देश व नियमो की धज्जियां उड़ना आम बात हो गई है। जिस कारण लोगो को प्रत्येक दिन सुविधा कम और परेशानी अधिक मिल रही है। राष्ट्रीय राजमार्ग के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लगने के कारण जाम में कई एम्बुलेंस,स्कूल बस फंसी रहती है। जिस कारण मरीज समय से अस्पताल नहीं पहुँच पाते हैं और जाम के कारण दम तोड़ देते हैं। जाम में फंस कर प्रत्येक दिन स्कूल बस लेट हो जाती है। यहां तक की प्रशासनिक वाहनों को भी जाम में जगह नहीं मिलने से उन्हें भी जाम का शिकार होना पड़ता है। टॉलप्लाजा पर वाहनो के आने व जाने के लिए पांच गेट का निर्माण किया गया। जिसमे हमेशा तीन गेट ही खुला रहता है जिस कारण प्रतिदिन एनएच 28 पर जाम की स्थिति बनी रहती है। विगत एक अप्रैल से टॉलप्लाज पर वाहन से लिये जा रहे शुल्क में बढ़ोतरी होने से वाहन चालक व टॉल प्लाजा के कर्मचारी के बीच तू-तू में-में होता रहता है। जिस कारण एक वाहन निकलने में करीब पंन्द्रह मीनट लग जाता है। जिसको लेकर वाहनो की लम्बी कतार लग जाती है।प्रखंड के रसीदपुर से लेकर गोधना तक सड़क के किनारे करीब आधा दर्जन से अधिक लाईन होटल निर्मित है। लेकीन अधिकांश लाईन होटल के आगे ना तो वाहन लगाने की जगह है और ना ही शौचालय का निर्माण किया गया है। एनएच 28 के किनारे निर्मित लाईन होटल पर खड़ा होने वाले वाहन सड़क के दोनो किनारे एनएच पर खड़ा किया जाता है। सड़क के दोनो किनारे ट्रक समेत अन्य वाहन खड़ा रहने से हमेंशा जाम की स्थिति बनी रहती है।अक्सर एनएच 28 पर वाहनो की लाईन लगने के कारण सड़क पार करने के दौरान आने-जाने वाले वाहन दिखाई नही देने के कारण वाहनो के चपेट में आने से लोगो की मौत हो जाती है।स्थानीय लोग विजय शंकर दास, हरेराम महतो, दिगम्बर चौधरी, अमरेश यादव, सुरेन्द्र राय, हरेराम राय, अनिल मिश्र, उमेश प्रसाद राय, मंजेश राय, भुषण राय समेत दर्जनो लोगो ने बताया कि मोहद्दीनगर से बछवाड़ा आने वाली सड़क मुरलीटोल चौक के समीप एनएच 28 पर मिल जाती है तथा वाहन का जमावड़ा होने व विभिन्न होटलो पर वाहन खड़ी होने के कारण कही ना कही लोगो को दुर्घटना का शिकार होना पड़ता है।उन्होने बताया कि सड़क दुर्घटना के कारण महीने में करीब पंन्द्रह से बीस लोगो को दुर्घटना का शिकार होना पड़ता है जिसमें करीब दस से बारह लोगो की मौत हो जाती है।स्थानीय लोगो ने जिलाधिकारी बेगूसराय से मांग की है कि एनएच 28 पर स्थित लाईन होटल पर अवैध रुप से वाहन लगाने पर रोक लगाया जाय, बालू गिट्टी विक्रेताओं के द्वारा सड़क अतिक्रमण से मुक्त किया जाय। साथ में सड़क के बीच-बीच में ड्राम रखकर तथा प्रत्येक चौक-चौराहे पर पुलिस प्रशासन की व्यवस्थता किया जाय। जिससे सड़क दुर्घटना में कमी आ सके।

मधुबनी : झंझारपुर लोकसभा के EVM का किया गया द्वितीय रैंडमाईजेशन

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मधुबनी (आर्यावर्त संवाददाता) 14 अप्रैल 2019, श्री राजेष प्रकाष, भा0प्र0से0,सामान्य प्रेक्षक, 07-झंझारपुर लोकसभा निर्वाचन की  अध्यक्षता में रविवार को समाहरणालय स्थित वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग कक्ष में इंझारपुर लोकसभा के ई0वी0एम का द्वितीय रैंडमाईजेषन किया गया।  इस अवसर पर जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-जिला पदाधिकारी, मधुबनी, श्री शीर्षत कपिल अषोक, निर्वाची पदाधिकारी 07 झंझारपुर-सह-अपर समाहत्र्ता,मधुबनी, श्री दुर्गानंद झा, उप-निर्वाचन पदाधिकारी,मधुबनी, श्री विकाष कुमार, जिला सूचना एवं विज्ञान पदाधिकारी,मधुबनी, श्री आलोक नंदन सिंह, सभी ए0आर0ओ0, सहायक निर्वाची पदाधिकारी, सभी राजनीतिक दलों के अध्यक्ष तथा प्रतिनिधिगण उपस्थित थे। इस क्रम में बताया गया कि जिला के वेयर हाउस में बी0यू0 की सं0 3858 एवं सी0यू0 1929 एवं वी0वी0 पैट0 की संख्या 1929 उपलब्ध है। जिसमें 07-झंझारपुर लोकसभा में कुल छः विधानसभा है। खजौली विधानसभा में बी0यू0 की संख्या 598,सी0यू0 की संख्या 299,वी0वी0पैट0 299/ बाबूबरही में बी0यू0 की संख्या 628,सी0यू0 की संख्या 314,वी0वी0 पैट की संख्या 314/राजनगर विधानसभा मंे बी0यू0 की संख्या 662,सी0यू0 की संख्या 331,वी0वी0पैट की संख्या 331/झंझारपुर विधानसभा मंे बी0यू0 की संख्या 640,सी0यू0 की संख्या 320,वी0वी0 पैट की संख्या 320/फुलपरास विधानसभा में बी0यू0 की संख्या 646,सी0यू0 की संख्या 323,वी0वी0 पैट की संख्या 323/लौकहा विधानसभा में बी0यू0 की संख्या 684, सी0यू0 की संख्या 342, वी0वी0 पैट की संख्या 342  है।  जिसमें कुल मिलाकर बी0यू की संख्या 3858 एवं सी0यू0 की संख्या 1929 तथा वी0वी0 पैट0 1929 की संख्या में द्वितीय रैंडमाईजेषन में प्रयोग किया गया। अभ्यर्थी की उपस्थिति में ई0वी0एम0 के द्वितीय रैंडमाईजेषन जिला सूचना एवं विज्ञान केन्द्र, मधुबनी के सहयोग से ई0सी0आई0 के साॅफ्टवेयर ई0वी0एम0 प्रबंधन प्रणाली के द्वारा किया  गया। जिला सूचना एवं विज्ञान पदाधिकारी, मधुबनी के द्वारा रैंडमाईजेषन से पूर्व इसके दिषा-निर्देषों से सभी उपस्थित पदाधिकारियों को विस्तारपूर्वक अवगत कराया गया।
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